india news फुटबॉल लीग सीरी-ए दोबारा शुरू करने का फैसला टला, 4 मई से खिलाड़ी ट्रेनिंग शुरू कर सकेंगे; न्यूयॉर्क में खाली स्टेडियम में टीमों की प्रैक्टिस होगी By Published On :: Mon, 27 Apr 2020 10:19:42 GMT इटली के प्रधानमंत्री ग्युसेप कोंते ने फुटबॉल लीग सीरी-ए दोबारा शुरू करने का फैसला फिलहाल टाल दिया है। उन्होंने देश के नाम संदेश में कहा- चैम्पियनशिप दोबारा तभी शुरू होगी, जब यह सुरक्षित होगा। हालांकि, उन्होंने खिलाड़ियों के अलग-अलग प्रैक्टिस करने कोको हरी झंडी दिखा दी है।इधर, न्यूयॉर्क में भी खाली स्टेडियम में टीमेंप्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं। गवर्नर एंड्र्यू कूमो ने इस संबंध में कई टीमों के मालिकों से बात की है।प्रधानमंत्री कोंते ने पहली बार यह बताया कि लॉकडाउन से कैसे इटली उबरेगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल लॉकडाउनहटाने पर कोई फैसला नहीं हुआ है। लेकिन हम धीरे-धीरे इसमें ढील देने पर विचार कर रहे हैं। इसके तहत खिलाड़ी 4 मई और टीमें 18 मई से ट्रेनिंग शुरू कर सकती हैं। इसके बाद हम समीक्षा करेंगे कि क्या हालात ऐसे हैं कि सीजन को पूरा किया जा सके।फिलहाल हमें खिलाड़ियों की सुरक्षा और सेहत को लेकर हर बिंदु पर विचार कर लेना चाहिए। ताकि जब हम लीग को शुरू करने की स्थिति में हों तो कोई बात अधूरी न रह जाए। हम नहीं चाहते हैं कि कोई खिलाड़ी बीमार हो।ट्रेनिंग से पहलेखिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट होगाइस बीच, इटेलियन फुटबॉल फेडरेशन(एफआईसीजी) ने खिलाड़ियों के मैदान पर लौटने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत मई की शुरुआत में खिलाड़ियों की कोरोनावायरस को लेकर टेस्टिंग होगी। वहीं, ट्रेनिंग के लिए मेडिकल प्रोटोकॉल तय कर दिए गए हैं। ट्रेनिंग शुरू करने के लिए हर क्लब से खिलाड़ियों, टेक्निकल स्टाफ, डॉक्टरों की एक टीम बनाई जाएगी। इनका पहले टेस्ट होगा और फिर यह आइसोलेशन में ट्रेनिंग करेंगे।सीरी-ए में युवेंटस पहले स्थान परबता दें कि कोरोनावायरस की वजह से लीग को 9 मार्च को रोक दिया गया था। तब 8 बार की चैम्पियनयुवेंटस 26 मैच में 63 अंकों के साथ पहले स्थान पर थी। दूसरे नंबर पर 62 पॉइंट के साथ लाजियो है। अभी 12 राउंड के मुकाबले बाकी हैं। इसके अलावा 25वें राउंड के रद्द हुए 4 मैच में भी हैं। लीग में खेलने वाले 15 खिलाड़ी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। हालांकि, अब अधिकतर खिलाड़ी पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। हालांकि, एटलांटा के गोलकीपर मार्को स्पॉर्रटिएलो अभी भी वायरस से संक्रमित हैं। इस बीच, इटेलियन फुटबॉल के चीफ नेसीरी-ए का मौजूदा सीजन 30 जून से बढ़ाकर 2 अगस्त तक करने पर सहमति जताई है।न्यूयॉर्क में बास्केटबॉल और बेसबॉल टीमें प्रैक्टिस शुरू कर सकती हैंइधऱ, अमेरिका में कोरोना से सबसे प्रभावित न्यूयॉर्क में खेल दोबारा पटरी पर लौट सकते हैं। गवर्नर एंड्र्यू कुमो ने इसकी उम्मीद जताई है। उन्होंने कई खेल टीमों के मालिकों से इस बारे में बात की है। इसके बाद उन्होंने संभावना जताई कि जल्द ही मेजर स्पोर्ट्स लीग से जुड़ी टीमें खाली स्टेडियम में प्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं। हालांकि, उन्होंने टीमों के नाम का खुलासा नहीं किया।लेकिन न्यूयॉर्क की बेसबॉल टीम यैंकीज, फुटबॉल और कई बास्केटबॉल क्लब ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं। उन्होंने राज्य की अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे खोलने की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। यहां 15 मई से मैन्यूफैक्चरिंग और निर्माण से जुड़ी कंपनियां काम शुरू कर सकती हैं। हालांकि, किसी भी तरह की ढील राज्य के उत्तरी हिस्से में पहले दी जाएगी, क्योंकि यह वायरस से कम प्रभावित है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इटली के प्रधानमंत्री ने बताया कि फुटबॉल लीग सीरी-ए से जुड़े खिलाड़ी 4 मई और टीमें 18 मई से प्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं। (फाइल) Full Article
india news फ्रेंच फॉर्मूला वन ग्रां प्री भी रद्द, साल की 10वीं रेस जिसे कैंसिल या टाला गया; 5 जुलाई से सीजन शुरू हो सकता है By Published On :: Mon, 27 Apr 2020 11:34:00 GMT कोरोनावायरस की वजह से इस साल जून में होने वाली फ्रेंच फॉर्मूला वन रेस को सोमवार को रद्द कर दिया गया। रेस के प्रबंध निदेशक एरिक बोलियर ने कहा कि फ्रांस सरकार ने 11 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला किया है। इसके अलावा देश में मध्य जुलाई तक लोगों के इकठ्ठा होने पर भी पाबंदी लगाई गई है। इसी वजह से यह फैसला लिया गया है। फॉर्मूला वन की यह इस साल की दसवीं रेस है, जिसे कोविड-19 के कारण रद्द या टालना पड़ा है।जिन रेस को रद्द करने का फैसला लिया गया है उनमें फ्रांस के अलावा ऑस्ट्रेलिया और मोनाको ग्रां प्री शामिल हैं जबकि बहरीन, चीन, वियतनाम, नीदरलैंड, स्पेन, अजरबेजान और कनाडा में होने वाली रेस को टाला गया है।यूरोप में 5 जुलाई से फॉर्मूला वन की शुरुआत होगीइस बीच, फॉर्मूला वन के बॉस चेस कैरी ने कहा कि कोरोना से प्रभावित सीजन की शुरुआत 5 जुलाई से ऑस्ट्रिया में हो सकती है। उन्होंने कहा कि हमने यूरोप में जुलाई में रेस की शुरुआत करने का लक्ष्य़ रखा है। पहली ग्रां प्री 3 से 5 जुलाई के बीच ऑस्ट्रिय़ा में होगी। सितंबर में यूरेशिया, अक्टूबर में एशिया और नवंबर में अमेरिका में फॉर्मूला वन सीजन की शुरुआत होगी। दिसंबर में बहरीन ग्रां प्री होगी और सीजन का फाइनल अबू धाबी में होगा। इस दौरान हम 15 से 18 रेस करा चुके होंगे।'दर्शकों की गैरमौजूदगी से हम निराश'इसके अलावा ब्रिटिश ग्रां प्री भी बिना दर्शकों के होगी। सोमवार को सिल्वरस्टोन सर्किट के मैनेजिंग डायरेक्टर स्टूअर्ट प्रिंगल ने कहा कि मैं यह बताते हुए काफी निराश हूं कि इस साल ब्रिटिश ग्रां प्री बिना दर्शकों के होगी। हम काफी समय से इस मुश्किल फैसले को टाल रहे थे। लेकिन मौजूदा हालात में यह बिल्कुल साफ हो गया था कि सामान्य हालात में रेस कराना आसान नहीं है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फ्रेंच फॉर्मूला वन ग्रां प्री की आयोजन समिति ने कहा कि देश में 11 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ाया गया है। ऐसे में रेस कराना मुश्किल होगा, इसलिए इसे रद्द कर दिया गया। Full Article
india news स्विमसूट पहनकर डांस करने पर ट्रोल हुए वॉर्नर, फैंस ने कहा- लॉकडाउन का असर दिख रहा है By Published On :: Mon, 27 Apr 2020 14:35:06 GMT ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने हाल में ही टिकटॉक पर अपना अकाउंट बनाया है। इसके बाद से ही वे इस पर लगातार वीडियो पोस्ट कर रहे हैं। सोमवार को भी उन्होंने इस प्लेटफॉर्म परमजेदार वीडियो पोस्ट किया। इसमें वे पत्नी केंडिस का स्विमसूट पहनकर डांस कर रहे हैं जबकि पत्नी ने उनकी क्रिकेट किट पहनी हुई है।उन्होंने यही वीडियो इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया, जिसे ढाई लाख से ज्यादा लोग अब तक देख चुके हैं।वॉर्नर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा-आइसोलेशन में पागलपन। कुछ यूजर्स उनके इस वीडियो को काफी पसंद कर रहे हैं तो कुछ ने इसे खराब बताया। एक यूजर ने लिखा- लॉकडाउन का असर दिख रहा है। एक अन्य यूजर ने इस बल्लेबाज से पूछा- क्या हो गया है आपको?। पिछले हफ्ते बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपनी बेटी के साथ एक वीडियो शेयर किया था। इसमें वे बॉलीवुड फिल्म तीस मार खां के गाने'शीला की जवानी' पर थिरकते नजर आए थे।आईपीएल में हैदराबाद की उन्हें कमान संभालनी थीऑस्ट्रेलिया के इस बल्लेबाज को आईपीएल के 13वें सीजन में हैदराबाद टीम की कमान संभालनी थी, लेकिन कोरोनावायरस के कारण लीग अनिश्चितकाल के लिए टाल दी गई है। वॉर्नर इससे पहले 2016 में भी इस टीम की कप्तानी कर चुके हैं। तब हैदराबाद पहली बार चैम्पियन बनी थी। इस टीम की तरफ से वे चार सीजन में खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 500 से ज्यादा रन बनाए हैं। इस सीजन में भी हैदराबाद टीम ने उन्हें 12 करोड़ की मोटी रकम देकर रिटेन किया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वॉर्नर वीडियो में पत्नी का स्विमसूट पहनकर डांस करते नजर आ रहे हैं। Full Article
india news डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले बल्लेबाज उमर अकमल पर 3 साल का बैन, स्पॉट फिक्सिंग की जानकारी छुपाई थी By Published On :: Mon, 27 Apr 2020 15:57:33 GMT डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले पाकिस्तानी बल्लेबाज उमर अकमल को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने 3 साल के लिए हर तरह के फॉर्मेट में खेलने से प्रतिबंधित कर दिया है। अकमल पर स्पॉट फिक्सिंग की जानकारी छुपाने का आरोप था। इस पर पीसीबी की अनुशासन कमेटी जांच कर रही थी, जिसमें उन्हें दोषी पाया गया।पीसीबी ने ट्वीट किया- उमर अकमल को अनुशासनात्मक पैनल के अध्यक्ष जस्टिस (रिटायर्ड) फजल-ए-मीरन चौहान की तरफ से सभी फॉर्मेट में खेलने पर तीन साल का प्रतिबंध लगाया गया है।अकमल ने इंटरव्यू में 2 लाख डॉलर की पेशकश की बात कही थीइससे पहले, अकमल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें एक बुकी ने स्पॉट फिक्सिंग के लिए 2 लाख डॉलर की पेशकश की थी। इतना ही नहीं, इस खिलाड़ी ने यह दावा भी किया था कि उसे भारत के खिलाफ मैच न खेलने के एवज में भी मोटी रकम देने का वादा किया गया था। इसके अलावा 2015 में ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में हुए वर्ल्ड कप के दौरान भी मैच फिक्सर ने सम्पर्क साधा था। हालांकि, अकमल पीसीबी कीअनुशासन कमेटी को यहबात बताने में नाकाम रहे कि उन्होंने इसकी जानकारी आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट को क्यों नहीं दी।आईसीसी को भ्रष्टाचार की जानकारी देना जरूरीआईसीसी के एंटी करप्शन कोड 2.4.4 और 2.4.5 के तहत हर खिलाड़ी यह बताने के लिए बाध्य होता है कि उसे कभी पैसों या किसी के द्वारा गलत तरीके से फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई है। अगर कोई खिलाड़ी इसकी जानकारी छुपाता है तो उसे 5 साल तक की सजा मिलती है।अकमल ने अक्टूबर 2019 मेें पिछला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला थाअकमल ने पिछला अंतरराष्ट्रीय मैच अक्टूबर 2019 में खेला था। वे अब तक पाकिस्तान के लिए 16 टेस्ट, 121 वनडे और 84 टी-20 खेल चुके हैं। इन तीनों फॉर्मेट में उन्होंने 1003, 3194 और 1690 रन बनाए हैं। अकमल ने अपने टेस्ट डेब्यू में न्यूजीलैंड के खिलाफ 129 रन बनाए थे।हालांकि, इसके बाद से उनका करियर कभी पटरी पर नहीं आ पाया। इसी साल फरवरी में उन्होंने फिटनेस टेस्ट के दौरान ट्रेनर के साथ बदतमीजी की थी। शिकायत के बाद पीसीबी ने उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उमर अकमल ने पिछला अंतराष्ट्रीय मुकाबला श्रीलंका के खिलाफ अक्टूबर 2019 में खेला था। Full Article
india news आईपीएल से घरेलू सीजन के टकराने की आशंका, बीसीसीआई ने कहा- अभी कोई वैकल्पिक प्लान नहीं, लेकिन बदलाव के लिए तैयार By Published On :: Mon, 27 Apr 2020 19:20:09 GMT दुनियाभर में क्रिकेट टूर्नामेंट पर कोरोनावायरस का असर पड़ा है। भारतीय क्रिकेट भी इससे अछूता नहीं है। कोविड-19 की वजह से पहले आईपीएल को अनिश्चितकालके लिए टाल दिया गया। अब घरेलू क्रिकेट पर भी इसका असर पड़ता दिख रहा है। इस सालघरेलू सीजन की शुरुआत अगस्त में होगी। इसके एक महीने बाद सितंबर में आईपीएलहोने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में आईपीएल से इसके टकराने की आशंका है। बीसीसीआई के पास भी फिलहाल कोई वैकल्पिक प्लान तैयार नहीं है।बोर्ड के क्रिकेट ऑपरेशन के जनरल मैनेजर सबा करीम ने कहा कि फिलहाल हमारे पास 2020-21 सीजन के लिए कोई ठोस बैकअप प्लान नहीं है। घरेलू सीजन अगस्त में शुरू होना है। इसमें अभी काफी वक्त बचा है। हम महीने दर महीने समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने आईपीएल और घरेलू सीजन के टकराने को लेकर कहा कि इस समय इस विषय पर बात करना मुश्किल है।इस समय क्रिकेट से ज्यादा स्वस्थ और सुरक्षित रहना जरूरी है। मुझे लगता है कि धीरे-धीरे लॉकडाउन के हालात सुधरेंगे। हम इसे लेकर सकारात्मक हैं। हमारी कोशिश होगी कि मौजूदा हालात का बेहतर इस्तेमाल कर पाएं। घरेलू क्रिकेट के लिए जो भी विंडो उपलब्ध होगीउसमें हम ज्यादा से ज्यादा मैच कराने की कोशिश करेंगे।कोरोना की वजह से ईरानी ट्रॉफी को टालना पड़ा था2019-20 में घरेलू क्रिकेट सीजन अगस्त में दिलीप ट्रॉफी से शुरू होकर पिछले महीने रणजी ट्रॉफी के फाइनल के साथ ही खत्म हो गया था। हालांकि, सीजन का आखिरी टूर्नामेंट ईरानी कप था। जो रणजी ट्रॉफी के फाइनल के 4 दिन बाद शुरू होना था। लेकिन कोरोना की वजह से बोर्ड ने इसे अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया।बोर्ड ने पिछले सीजन में2035 घरेलूमैच कराएकरीम ने कहा कि पिछले घरेलू सीजन में बोर्ड ने महिला और पुरुष दोनों वर्ग में 2035 मैच आयोजित किए थे। इसमें से 470 मुकाबले सीनियर पुरुष वर्ग में हुए थे। वहीं, 2018 में घरेलू सर्किट में 8 नई टीमों को भी जोड़ा गया था। हालांकि, इस बार घरेलू सीजन कराना चुनौती होगा। क्योंकि जिस वक्त घरेलू सीजन चल रहा है, उस समय देश में मॉनसून सक्रिय रहता है। इसी दौरान आईपीएल के होने की भी संभावना है। इसलिएहमें जरूरत के हिसाब से लचीला रुख अपनाना होगा। हम सीजन में जो भी बदलाव करेंगे, वह खिलाड़ियों और राज्य क्रिकेट संघों के हित में ही होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इस साल सौराष्ट्र रणजी ट्रॉफी का चैम्पियन बना था। पिछले महीने हुए फाइनल में उसका सामना बंगाल से हुआ था। मैच तो ड्रॉ रहा था। लेकिन पहली पारी में बढ़त के आधार पर सौराष्ट्र को विजेता घोषित किया गया। Full Article
india news टीम इंडिया के पूर्व ट्रेनर ने कहा- खेलने का मौका न मिले तो फिटनेस पर काम करना समय की बर्बादी है By Published On :: Tue, 28 Apr 2020 02:33:00 GMT भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ट्रेनर रामजी श्रीनिवासन का मानना है कि अगर खिलाड़ी नहीं खेलते हैं तो उनकी फिटनेस का मतलब नहीं रह जाता है। बिना खेल के फिटनेस पर काम करना समय की बर्बादी है। 2011 वर्ल्ड कप के दौरान वे टीम इंडिया के स्ट्रेंथ और कंडिशनिंग कोच थे।रामजी ने कहा- फिटनेस के बाद अगर आप मैदान पर इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं तो यह बेकार है। एक का दूसरे में सकारात्मक ट्रांसफर ही फिटनेस का आधार है। क्या गेंदबाजों के लिए लॉन्ग ब्रेक मुश्किल हो सकता है। इस पर उन्होंने कहा- गेंदबाजी लय और कौशल आधारित फिटनेस से जुड़ी है। दोनों एक-दूसरे से जुड़े हैं। ऐसे में कौशल आधारित फिटनेस निश्चित तौर पर प्रभावित होगी। उन्होंने कहा कि यह खिलाड़ियों के लिए कठिन समय है, क्योंकि उन्हें टूर्नामेंट शुरू होने से पहले मानसिक और शारीरिक दोनों स्तरों पर काम करना है।बतौर विकेटकीपर धोनी की जगह लेने का दबाव रहता हैइधर, लोकेश राहुल ने कहा कि विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी की जगह लेने का बहुत दबाव रहता है। पिछले कुछ समय से राहुल बतौर विकेटकीपर खेल रहे हैं। उन्होंने कहा- जब मैं विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी निभा रहा था तो नर्वस था, क्योंकि दर्शकों के कारण आप पर दबाव रहता है। अगर आप चूक जाते हैं तो लोग सोचते हैं कि आप धोनी की जगह नहीं ले सकते। विकेटकीपर के रूप में किसी को स्वीकार करने पर लोगों के दिमाग में यह बात जरूर आती है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today टीम इंडिया के पूर्व ट्रेनर रामजी श्रीनिवासन के मुताबिक, लंबे ब्रेक की वजह से गेंदबाजों को परेशानी हो सकती है। क्योंकि गेंदबाजी लय और कौशल आधारित फिटनेस से जुड़ी है। (फाइल) Full Article
india news भारतीय टीम के कप्तान मनप्रीत ने कहा- ओलिंपिक टलने से मानसिक तौर पर संघर्ष कर रहे By Published On :: Tue, 28 Apr 2020 02:45:00 GMT गौरव मारवाह. एफआईएच प्लेयर ऑफ द ईयर और पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह बेंगलुरू साई सेंटर में ट्रेनिंग कर रहे हैं। लॉकडाउन को वे चैलेंजिंग मानते हैं और वे घर को मिस कर रहे हैं। मनप्रीत ने कहा कि यह स्थिति अलग है और सभी को मानसिक रूप से प्रभावित कर रही है। टीम को टोक्यो ओलिंपिकटलने के बाद मानसिक तौर पर संघर्ष करना पड़ रहा है। इससे पहले किसी ने ऐसी परिस्थितियों का सामना नहीं किया था।उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को हम लंबे ब्रेक की तरह ले रहे हैं। हम वीडियो फुटेज को देखकर तैयारी बेहतर कर रहे हैं। इसके अलावा फिजिकल और मानसिक फिटनेस पर भी पूरा फोकस है। इस मुश्किल समय में परिवार के साथ होता तो अच्छा होता। मेरी मां और भाई जालंधर में हैं। फैमिली कई परिवारों की मदद कर रही है। यह जरूरी है।सभी खिलाड़ी पॉजिटिव रहें यही कोशिश: मनप्रीतमनप्रीत ने कहा कि हॉकी हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है। खिलाड़ी के लिए फेवरेट गेम न खेल पाना मुश्किल होता है, लेकिन हमें पता है कि पूरी दुनिया परेशानी से जूझ रही है। बतौर कप्तान मैं इस बात का ध्यान रखता हूं कि सभी खिलाड़ी पॉजिटिव रहें और फिटनेस पर फोकस रखें। सभी को एकजुट रखना भी मेरा अहम काम है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि लॉकडाउन के कारण जो वक्त मिला है, उसमें हम खेल के मानसिक पहलू पर काम कर रहे हैं। (फाइल) Full Article
india news गेंद पर आर्टिफिशियल पदार्थ के इस्तेमाल के विरोध में होल्डिंग, वकार ने कहा- बॉल को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल जरूरी By Published On :: Tue, 28 Apr 2020 03:07:24 GMT कोरोनावायरस की वजह से भविष्य में गेंद को चमकाने के लिए लार की जगह आर्टिफिशियलपदार्थ के इस्तेमाल को मंजूरी देने पर विचार हो रहा है। हालांकि, इसे लेकर पूर्व क्रिकेटरों की राय बंटी हुई है। वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का मानना है कि कोविड-19के कारण गेंद से छेड़छाड़ के लिए आर्टिफिशियल पदार्थ का इस्तेमाल को वैध बनाना ‘विरोधाभासी' है। क्योंकिआईसीसी के मौजूदा नियमों के मुताबिक, ऐसा करना बॉल टेम्परिंग माना जाता है। यानी आप इसे ही वैध करने जा रहे हैं। वहीं,पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच वकार यूनुस ने कहा कि गेंद को चमकाने के लिएलार और पसीने का विकल्प कुछ और नहीं हो सकता।होल्डिंग ने कहा- मैंने पढ़ा है कि आईसीसी कोविड-19 की वजह से गेंद पर लार के इस्तेमाल को रोकने पर विचार कर रही है और खिलाड़ियों से गेंद पर चमक बनाए रखने के लिए अंपायर के सामने कृत्रिम पदार्थों का उपयोग करने की अनुमति देने के बारे में सोच रही है। मैं इसके पीछे के तर्क को नहीं समझ पा रहा हूं। वेस्टइंडीज के इस पूर्व दिग्गज ने कहा-आईसीसी को ऐसी स्थिति का सामना करने की जगह क्रिकेट को तभी शुरू करना चाहिए, जब माहौल पूरी तरह से सही हो।खिलाड़ी का लार का इस्तेमाल क्यों नहीं कर सकते'वेस्टइंडीज के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने आगे कहा कि आईसीसी के मुताबिक क्रिकेट शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को 14 दिनों तक आइसोलेशन में रहना होगा। उन्होंने सवाल उठाया जब खिलाड़ी इस अवधि को पूरा करने के बाद मैदान में उतरेंगे तो फिर लार का इस्तेमाल क्यों नहीं कर सकते। उन्होंने कहा-अगर दो हफ्ते अलग रहने के बाद भी किसी के स्वास्थ्य पर सवाल उठता है तो आप ऐसी स्थिति में क्रिकेट कैसे खेलेंगे इसका यह मतलब होगा कि आप सबको खतरे में डाल रहे हैं।गेंद पर आर्टिफिशियलपदार्थ का इस्तेमाल खेल शुरू करने की छटपटाहट: वकारउधर, वकार भी गेंद पर आर्टिफिशियल पदार्थ के इस्तेमाल के हक में नहीं हैं। उन्होंने क्रिकइन्फो से कहा- एक तेज गेंदबाज के रूप में मैं इसे मंजूर नहीं करूंगा, क्योंकि लार और पसीने का इस्तेमाल करना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। यह आदत की तरह है आप इस पर नियंत्रण नहीं कर सकते। आप गेंदबाज को बाहरी चीज लगाने के लिए दे सकते है। लेकिन खेल के दौरान उसे लार और पसीने का इस्तेमाल करने से रोकना किसी भी सूरत में संभव नहीं होगा। मुझे लगता है कि इस तरह के आइडिया खेल को जल्दी शुरू करनी छटपटाहट भर हैं।हाल ही में इस संबंध में आईसीसी की बैठक हुई थी। इसमें आईसीसी की मेडिकल कमेटी के प्रमुख पीटर हरकोर्ट ने कहा था किहमारा अगला कदम इंटरनेशनल क्रिकेट को फिर से शुरू करने के लिए एक रोडमैप तैयार करना है। इसमें उन सभी बदलावों को शामिल किया जाएगा, जो क्रिकेट और खिलाड़ियों के लिए जरूरी हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आईसीसी की मेडिकल कमेटी के प्रमुख पीटर हरकोर्ट ने कुछ दिन पहले कहा था कि कोरोनावायरस के चलते क्रिकेट में गेंद को लार से चमकाना खतरनाक हो सकता है। (फाइल) Full Article
india news अर्जेंटीना में मौजूदा फुटबॉल सीजन खत्म; 4 दिन पहले डच लीग कैंसिल हुई थी; 75 साल बाद चैम्पियन का फैसला हुए बिना टूर्नामेंट खत्म By Published On :: Tue, 28 Apr 2020 09:15:27 GMT कोरोनावायरस की वजह से पूरी दुनिया में खेल गतिविधियांठप हैं। अर्जेंटीना फुटबॉल पर भी इसकी मार पड़ी है। यहां भी फुटबॉल एसोसिएशन ने 2019-20 का सीजन खत्म कर दिया है। अध्यक्ष क्लोडियो तापिया ने कहा कि हम टूर्नामेंट खत्म करने जा रहे हैं, ताकि अगले साल होने वाली कॉन्टिनेंटल चैम्पियनशिप के लिए टीमों को नॉमिनेट कर सकें। इधर, 4 दिन पहले डच लीग को भी कैंसिल किया गया था। कोरोना की वजह से यूरोप की यह पहली टॉप फुटबॉल लीग है, जिसे बीच सीजन में ही खत्म किया गया है।1945 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब चैम्पियन टीम का फैसला हुए बगैर ही लीग खत्म हो गई।अजाक्स और एजेड अल्कमार पॉइंट टेबल में बराबरी पर हैं। इन दोनों टीमों ने अगले सीजन में चैम्पियंस लीग के लिए क्वालिफाई करने की पात्रता हासिल कर ली है। कोपा सुपरलीग टूर्नामेंट भी पहले राउंड के बाद खत्मअर्जेंटीनाफुटबॉल एसोसिएशन ने बताया कि मौजूदा और अगले सीजन में किसी टीम को बाहर नहीं किया जाएगा। इसका फायदा जिम्नेशिया के अलावा अन्य तीन फुटबॉल क्लबों को होगा, जिन पर लीग से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था।सीजन खत्म होने की वजह से यह तीनों क्लब टॉप डिवीजन में ही रहेंगे। इधऱ, 24 टीमों वाले कोपा सुपरलीग टूर्नामेंट को भी पहले राउंड के मुकाबलों के बाद खत्म कर दिया गया। तय शेड्यूल के मुताबिक यह टूर्नामेंट मई के अंत मेंखत्म होने वाला था।अर्जेंटीना में 20 मार्च से लॉकडाउन हैइससे पहले, मार्च की शुरुआत में बोका जूनियर्स ने फाइनल में जिम्नेशिया को 1-0 हराकर लीग चैम्पियनशिप का खिताब जीता था।अर्जेंटीना में 20 मार्च से ही लॉकडाउन है। यहां 10 मई तक लोगों को क्वारैंटाइन और सोशल डिस्टेंसिंग से जुड़ी पाबंदियों का पालन करना है।ईरान में भी फुटबॉल सीजन रद्द करने का दबावइधर, ईरान में भी कोरोना से पैदा हुए हालात के कारण 4 फुटबॉल क्लब ने एसोसिएशन को चिठ्ठी लिखकर सीजन रद्द करने के लिए कहा है। इसमें मशीन साजी, गोल गोहार और नासाजी ईरान पेशेवर लीग (आईपीएल) को जारी रखना नहीं चाहते हैं। बाकी टीमें टूर्नामेंट जारीरखने का विचार कर रही हैं। लीग के प्रमुख सोहेल मेहदी ने कहा है कि वह जल्द ही इस बात पर फैसला लेंगे कि लीग को जारी रखा जाए या नहीं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अर्जेंटीना फुटबॉल एसोसिएशन ने कहा कि कोरोना की वजह से मौजूदा और अगले सीजन में किसी टीम को बाहर नहीं किया जाएगा। (फाइल) Full Article
india news क्रिस गेल बोले- सरवन कोरोना से ज्यादा खतरनाक, उसकी वजह से मुझे सीपीएल की जमैका टीम से बाहर होना पड़ा By Published On :: Tue, 28 Apr 2020 10:29:03 GMT वेस्ट इंडीज के आक्रामक बल्लेबाज क्रिस गेल ने अपने पूर्व साथी रामनरेश सरवन पर गंभीर आरोप लगाए। गेल के मुताबिक, कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) में जमैका तालवा टीम से उनके बाहर होने की वजह सरवन हैं। क्रिस ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक पोस्ट में रामनरेश को सांप, पीठ में छुरा भोंकने वाला और कोरोनावायरस से भी ज्यादा खतरनाक करार दिया।गेल ने क्या कहा?क्रिस खुद को जमैका टीम से निकाले जाने का जिम्मेदार रामनरेश को मानते हैं। इस वीडियो में उन्होंने कहा, “सरवन, वर्तमान में तुम कोरोनावायरस से भी घातक हो। तुमने मेरे बर्थडे पर लंबा भाषण दिया। मेरी तारीफ की और ये भी बताया कि हम कितने पुराने साथी हैं। तुम सांप हो। ये भी जानते हो कि कैरिबियाई द्वीप समूह में तुम्हें पसंद नहीं किया जाता। पीठ में छुरा भोंकने वाले हो और अब तक मैच्योर नहीं हुए।” जमैका के बाद गेल सेंट लूसिया के लिए खेले। यहां डेरेन सैमी कप्तान और एंडी फ्लॉवर कोच हैं। संत होने का दिखावा करते हैं सरवनगेल ने इसी वीडियो में आगे कहा, “हर आदमी के सामने तुम ऐसा दिखावा करते हो, जैसे कोई संत और अच्छे आदमी हो। लेकिन, तुम शैतान और जहर हो। मैंने सरवन से साफ कहा था कि तुम्हारे पास कोचिंग का अनुभव नहीं है। रात 8 बजे मैच शुरू होते हैं लेकिन तुमने टीम में कर्फ्यु जैसा माहौल बना दिया। तुम टीम में जमैका के ज्यादा खिलाड़ी होने पर सवाल उठाते हो।”सियासी एंगल भीगेल के मुताबिक, पिछले साल जमैका में चुनाव थे। वहां के एक मंत्री के आग्रह पर वो कुछ लोगों से मिलने गए थे। उनके जमैका टीम से बाहर होने की एक वजह ये भी हो सकती है। गेल ने सीपीएल में अपना सफर जमैका के साथ ही शुरू किया। चार सीजन इसी टीम से खेले। अगले दो सीजन वो सेंट किट्स और नेविस के लिए मैदान में उतरे। पिछले सीजन में उनकी जमैका टीम में वापसी हुई। गेल के मुताबिक, वो तीन साल के लिए जमैका से इसलिए जुड़े क्योंकि वो अपना कैरियर इसी फ्रेंचाइजी के साथ खत्म करना चाहते हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today रामनरेश सरवन और क्रिस गेल लंबे वक्त तक विंडीज के लिए खेल चुके हैं। सरवन (दाएं) ने 87 टेस्ट और 181 वनडे खेले हैं। (फाइल) Full Article
india news ओलिंपिक समिति के प्रमुख ने कहा- कोरोना अगले साल भी खत्म नहीं हुआ तो गेम्स रद्द कर दिए जाएंगे; टोक्यो ओलिंपिक अभी 1 साल टाला गया है By Published On :: Tue, 28 Apr 2020 10:33:50 GMT टोक्यो 2020 ओलिंपिक समिति के अध्यक्ष योशिरो मोरी ने कहा है कि अगर अगले साल तक भी कोरोना महामारी पर काबू नहीं पाया जा सका तो इन खेलों को रद्द कर दिया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ और जापान सरकार ने पिछले महीने ही ओलिंपिक को जुलाई 2021 तक के लिए टाल दिया था। इसका आयोजन अब 23 जुलाई 2021 से होना है।जापान के स्पोर्ट्स डेली को दिए इंटरव्यू के दौरान जब मोरी से पूछा गया कि अगर महामारी का खतरा अगले साल भी बना रहता है तो क्या खेलों को एक सालयानी 2022 तक टाला जा सकता है तो उन्होंने कहा- नहीं, अगर ऐसा होता है तो फिर गेम्स को रद्द कर दिया जाएगा।'वायरस पर काबू पाने पर ही गेम्स संभव'मोरी ने आगे कहा कि इससे पहले विश्व युद्ध के समय ही ओलिंपिक को रद्द किया गया था। उन्होंने कोरोनावायरस से लड़ाई को ‘एक अदृश्य दुश्मन के खिलाफ जंग’ करार दिया।उन्होंने कहा- अगर वायरस पर नियंत्रण पा लिया जाता है तो हम अगली गर्मियों में जरूर इन खेलों का आयोजन करेंगे।जापान के मेडिकल एक्सपर्ट भी गेम्स के होने पर संदेह जता रहेइससे पहले, जापान मेडिकल एसोसिएशन के प्रमुख योशिटेके योकोकुरा ने चेताया था कि अगर कोरोनावायरस की वैक्सीन नहीं आई तो अगले साल भी इन खेलों का आयोजन करना बहुत मुश्किल होगा।'वायरस को कंट्रोल करन ही इकलौता विकल्प'पिछले हफ्ते भी देश की कोरोनावायरस से निपटनेकी तैयारियों की आलोचना करने वाले कोबे यूनिवर्सिटी में संक्रामकबीमारियों के प्रोफेसर केंटारो आइवाटा ने खेलों के आयोजन पर संदेह जताया था। उन्होंने कहा था कि ईमानदारी से बताऊं तो मुझे नहीं लगता कि 2021 की जुलाई में भी गेम्स होंगे। फिलहाल, ओलिंपिक को कराने के लिए सिर्फ दो ही विकल्प मौजूद हैं। पहला है कि हम जापान में वायरस को कंट्रोल करें, जबकि दूसरा यह है कि दुनियाभर में फैली महामारी पर लगाम लगाएं। हालांकि, आयोजन समिति का कहना है कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी।ओलिंपिक और पैरालिंपिक की ओपनिंग सेरेमनी एकसाथ कराने पर विचारइस बीच, टोक्यो 2020 की आयोजन समिति खर्चों को कम करने के इरादे से ओलिंपिक और पैरालिंपिक खेलों की ओपनिंग और क्लोजिंग सेरेमनी एक साथ करने पर विचार कर रही है। इस प्लान के तहत 23 जुलाई को टोक्यो ओलिंपिक के उद्धाटन समोराह के दौरान ही पैरालिंपिक खेलों की शुरुआत भी होगी। वहीं, टोक्यो 2020 का समापन समारोह सितंबर में पैरालिंपिक खेलों के खत्म होने के साथ किया जाएगा। हालांकि, इसके लिए आईओसी की मंजूरी नहीं मिली है।124 साल में पहली बार ओलिंपिक टाले गए124 साल के इतिहास में ओलिंपिक 3 बार रद्द हुए हैं और पहली बार टाले गए हैं। पहले विश्व युद्ध के चलते बर्लिन (1916), टोक्यो (1940) और लंदन (1944) गेम्स को कैंसिल करना पड़ा था। यह पहला मौका नहीं है, जब टोक्यो में होने वाले ओलिंपिक को टाला गया। 1940 में इस शहर को पहली बार इन खेलों की मेजबानी मिली थी। लेकिन, चीन से युद्ध की वजह से यह गेम्स रद्द हो गए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ और जापान सरकार ने पिछले महीने ही ओलिंपिक को जुलाई 2021 तक के लिए टाल दिया था। (फाइल) Full Article
india news उमर अकमल पर लगे 3 साल के बैन पर रमीज राजा बोले- वह भी मूर्खों की जमात में शामिल हुआ, ऐसे लोगों को जेल में डाल देना चाहिए By Published On :: Tue, 28 Apr 2020 11:13:00 GMT पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और कॉमेंटेटर रमीज राजा ने उमर अकमल पर लगे 3 साल के प्रतिबंध के बाद ऐसे लोगों को जेल में डाले जाने की वकालत की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा आखिरकार अकमल भी मूर्खों की जमात में आधिकारिक रूप से शामिल हो गया। तीन साल का बैन। यह प्रतिभा की बर्बादी है। अब वक्त आ गया है कि देश मेंमैच फिक्सिंग के खिलाफ सख्त कानून लाया जाए और इस तरह के लोगों को जेल में डाला जाए।राजा ने जिम्बाब्वे के पूर्व गेंदबाज और कॉमेंटेटर प्यूमेलेलो बांग्वा से सोशल मीडिया पर चर्चा के दौरान यह बात कही।बांग्वा ने ट्वीटर पर लिखा- ऐसा लग रहा है कि इस लड़ाई को बुरे लोग जीत रहे हैं। वह (अकमल) जाना माना नाम है, क्या ऐसा नहीं है? क्या आपको लगता है कि जेल की सजा से इस जंग को जीता जा सकता है। इसके जवाब में राजा ने कहा- जेल की सजा इससे निपटने के लिए असरदार साबितहो सकती है, पोमी। शायद यह आखिरी उपाय होगा। यह कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई की तरह है। इससेनिपटने के लिए क्रिकेट जगत को आगे आना होगा। मैच फिक्सिंग के सफाए के लिए खेल से जुड़े सभी पक्षों को एकजुट होना होगा। इसमें क्रिकेट बोर्ड, फैंस, कानून का पालन कराने वाली एजेंसियां, आपको और हमको आगे आना होगा।##भाई पर लगे प्रतिबंध पर कामरान ने कहा- उसे ज्यादा सजा दी गईउमरपाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल के भाई हैं। अपने भाई पर लगे बैन पर कामरान ने कहा- मैं उमर को दी गई कड़ी सजा से हैरान हूं। वह इसके खिलाफ अपील करेगा। अन्य खिलाड़ियों को इससे पहले इसी तरह के आरोपों के लिए काफी कम सजा दी गई।एक दिन पहले उमर कोपीसीबी ने 3 साल के लिए बैन किया थाएक दिन पहले उमर अकमल को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने 3 साल के लिए हर तरह के फॉर्मेट में खेलने से प्रतिबंधित कर दिया था। अकमल पर स्पॉट फिक्सिंग की जानकारी छुपाने का आरोप था। इस पर पीसीबी की अनुशासन कमेटी जांच कर रही थी, जिसमें उन्हें दोषी पाया गया था।अकमल ने इंटरव्यू में 2 लाख डॉलर की पेशकश की बात कही थीइससे पहले, अकमल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें एक बुकी ने स्पॉट फिक्सिंग के लिए 2 लाख डॉलर की पेशकश की थी। इतना ही नहीं, इस खिलाड़ी ने यह दावा भी किया था कि उसे भारत के खिलाफ मैच न खेलने के एवज में भी मोटी रकम देने का वादा किया गया था। हालांकि, अकमल पीसीबी की अनुशासन कमेटी को यह बात बताने में नाकाम रहे कि उन्होंने इसकी जानकारी आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट को क्यों नहीं दी।आईसीसी को भ्रष्टाचार की जानकारी देना जरूरीआईसीसी के एंटी करप्शन कोड 2.4.4 और 2.4.5 के तहत हर खिलाड़ी यह जानकारी देने के लिए बाध्य होता है कि उसे कभी पैसों या किसी के द्वारा गलत तरीके से फायदा पहुंचाने की कोशिश की गई है। अगर खिलाड़ी यह जानकारी छुपाता है तो उसे 5 साल तक की सजा मिल सकती है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today रमीज राजा ने कहा- मैच फिक्सिंग भी कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई की तरह है। इसलिए इससे निपटने के लिए क्रिकेट जगत को आगे आना होगा। (फाइल) Full Article
india news भारत को नहीं मिली 2021 मेन्स वर्ल्ड चैम्पियनशिप की मेजबानी; होस्ट फीस न भरने पर जुर्माना भी लगा By Published On :: Tue, 28 Apr 2020 16:21:00 GMT भारत 2021 में होने वाली मेन्स वर्ल्ड बॉक्सिंगचैम्पियनशिप की ‘होस्ट फीस’ भरने में नाकाम रहा। लिहाजा, अब वो इस प्रतियोगिता का आयोजन नहीं कर पाएगा। भारत के बजाए अब सर्बिया को मेजबानी सौंपी गई है। मंगलवार को इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी।इतना ही नहीं एआईबीए ने भारत पर होस्ट फीस अदा न कर पाने की वजह से करीब 38 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है।एसोसिएशन ने क्या कहा?एआईबीए ने मंगलवार रात जारी बयान ने कहा- 2021 में होने वाली मेन्स वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप की मेजबानी अब सर्बिया को सौंप दी गई है। भारत का नेशनल फेडरेशन ऑफ बॉक्सिंग तय वक्त पर होस्ट फीस नहीं भर पाया। एआईबीए और भारत के बीच इस चैम्पियनशिप के लिए एग्रीमेंट 2017 में साइन किया गया था। दूसरे शब्दों में कहें तो तीन साल में भी नेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन इस चैम्पियनशिप के आयोजन को सुनिश्चित नहीं कर पाया।अब जुर्माना भी भरना होगाएआईबीए ने बयान में आगे कहा, “नई दिल्ली इस टूर्नामेंट की होस्ट फीस भरने में नाकाम रही। यह हमारे होस्ट सिटी एग्रीमेंट के लिए जरूरी था। लिहाजा, कॉन्ट्रेक्ट अब रद्द कर दिया गया है। भारत को अब कैंसिलेशन फीस के तौर पर 500 डॉलर पेनल्टी भी चुकानी होगी।”पहली बार मेजबानी का अवसर थाबता दें कि भारत पहली बार इस चैम्पियनशिप की मेजबानी मिलने वाली थी। अब सर्बिया के शहर बेलग्रेड में इसका आयोजन होगा। एआईबीए ने कहा, “सर्बिया के पास इस बेहतरीन आयोजन के लिए तमाम सुविधाएं मौजूद हैं। यहां बॉक्सर्स, कोच, ऑफिशियल्स और फैन्स पूरा लुत्फ उठा पाएंगे।” Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 2021 मेन्स वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप की मेजबानी भारत की बजाए सर्बिया करेगा। होस्ट फीस अदा न कर पाने की वजह से भारत को जुर्माना भी देना होगा। (प्रतीकात्मक) Full Article
india news फ्रेंच लीग कैंसिल, यूएफा ने 55 देशों को मदद के लिए 1950 करोड़ रुपए दिए By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 02:05:00 GMT दुनिया की टॉप-5 लीग में शामिल फ्रेंच लीग-1 का मौजूदा सीजन कैंसिल कर दिया गया है। कोरोनावायरस के कारण फ्रांस में सितंबर तक सभी खेल गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। पीएम ने इसकी घोषणा की। इसके साथ लीग-1 और लीग-2 के मौजूदा सीजन के मुकाबले अब नहीं हो सकेंगे। नेमार फ्रेंच लीग-1 टीम पीएसजी से खेलते हैं।अब फ्रांस में चैंपियंस लीग के आयोजन पर भी सवाल खड़ा हो गया है। लीग के मुकाबले अभी स्थगित हैं। इस बीच 55 सदस्य देशों की मदद के लिए यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशन (यूएफा) आगे आया है। उसने उन्हें 1950 करोड़ रुपए मदद के तौर पर दिए हैं। सभी सदस्य देशों को लगभग 35.50 करोड़ रुपए मिलेंगे। यूएफा के अध्यक्ष एलेक्जेंडर सेफरिन ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि हमारा खेल बेहद चैलेंजिंग दौर से गुजर रहा है। यूएफा ने सभी से 25 मई तक लीग को शुरू करने के संबंध में प्रपोजल मांगा है।ईपीएल को 8 जून से शुरू करने पर विचारइस बीच इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) के मुकाबले मार्च से स्थगित हैं। कुल 92 मुकाबले होने हैं। अभी लिवरपूल टॉप पर है। वायरस के कारण लीग के मुकाबले फिर से शुरू हों या इसे रद्द कर दिया जाए इसे लेकर सभी पक्ष 1 मई को बैठक करने जा रहे हैं। 8 जून से लीग को शुरू करने की चर्चा है। यूएफा ने कहा था कि फिर से शुरुआत करने के पहले हमें कोई रास्ता निकालना होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यूएफा सभी 55 सदस्य देशों को अलग-अलग 35 करोड़ रुपए से ज्यादा की मदद देगा। (फाइल) Full Article
india news कोई खिलाड़ी पॉजिटिव मिला तो अतिरिक्त को मौका दिया जाएगा, जुलाई में ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड सीरीज में लागू हो सकता है By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 03:38:26 GMT कोरोनावायरस के कारण पहले खेल बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। गेंद पर लार या पसीना लगाने की जगह आईसीसी आर्टिफिशियल पदार्थलगाने की अनुमति दे सकता है। इस पर बहस जारी है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी मैच के दौरान किसी खिलाड़ी के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद अतिरिक्त खिलाड़ी को खेलने का मौका दे सकती है।आईसीसी ने पिछले साल कन्कशन नियम लागू किया है। इसके अनुसार सिर पर गेंद लगने के कारण यदि कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसकी जगह रेफरी की अनुमति से दूसरे को उतारा जा सकता है। आईसीसी के प्रवक्ता ने कहा कि क्रिकेट के फिर से शुरू होने से पहले मेडिकल कमेटी से इस तरह की चर्चा हाे सकती है।इंग्लैंड देश के बाहर घरेलू मैच कराने की तैयारी कर रहाइंग्लिश एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ऑस्ट्रेलिया सीरीज के पहले इस तरह के नियम की तैयारी कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया को जुलाई में इंग्लैंड का दौरा करना है। इसमें तीन वनडे और तीन टी20 मुकाबले हाेने हैं। इंग्लैंड में 1 जुलाई तक सभी तरह के क्रिकेट पर पाबंदी है। सितंबर से बिना दर्शकों के मैच की शुरुआत की जा सकती है। इंग्लैंड देश के बाहर घरेलू मैच कराने की तैयारी में है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ऑस्ट्रेलिया को जुलाई में इंग्लैंड का दौरा करना है। इसमें तीन वनडे और तीन टी-20 मुकाबले हाेने हैं। हालांकि, यहां 1 जुलाई तक सभी तरह के क्रिकेट पर पाबंदी है। (फाइल) Full Article
india news फीफा के मेडिकल चीफ ने कहा- सितंबर तक फुटबॉल नहीं खेला जाए, मैदान पर थूकने वाले खिलाड़ियों को येलो कार्ड दिया जाए By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 03:42:00 GMT अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ(फीफा) की मेडिकल कमेटी के चीफ मिकेल डी हूग ने कहा है कि मौजदा हालात में कोरोनावायरस को और फैलने से रोकने के लिए कम से कम सितंबर तक फुटबॉल न शुरू किया जाए। इसके अलावा, जब फुटबॉल लौटे तो मैदान पर थूकने वाले खिलाड़ियों को येलो कार्ड दिया जाए। उन्होंने स्काय स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में यह बात कही।मिकेल के कहा कि अगर कोई ऐसा पल है, जहां स्वास्थ्य से जुड़े मामलों को पूर्ण प्राथमिकता देनी चाहिए तो यही है। यह पैसों की नहीं, बल्कि जिंदगी और मौत का सवाल है। उन्होंने कहा कि सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद से ही यह सबसे नाटकीय हालात हैं, जिसमें हम सब जी रहे हैं। हमें कोरोना के खतरे को कम करके नहीं आकना चाहिए और हकीकत में जीना चाहिए। बेल्जियम के इस फुटबॉल प्रशासक का बयान तब आया है, जब जर्मनी में बुंदेसलीगा को अगले महीने शुरू करने की तैयारी चल रही है। वहीं, प्रीमियर लीग(ईपीएल) जून में खाली स्टेडियम में होने की संभावनाएं टटोली जा रही हैं।अभी खिलाड़ियों का एकदूसरे के सम्पर्क में आना जल्दबाजी होगीफीफा की मेडिकल कमेटी के चीफ ने आगे कहा कि यह खिलाड़ियों के लिए बहुत जल्दी होगा कि वे एकदूसरे के सम्पर्क में आएं। कम से कम तब जबकि सोशल डिस्टेसिंग के नियम लागू हैं। फिलहाल दुनिया कॉम्पिटिटिव फुटबॉल के लिए तैयार नहीं है। मुझे लगता है कि यह जल्दी बदलेगा। लेकिन अभी संयम बरतना होगा। उन्होंने कहा कि फुटबॉल तभी संभव है जब एकदूसरे से सम्पर्क दोबारा संभव होगा। फुटबॉल कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स है और मौजूदा हालात में सब इससे दूर करने के लिए ही कह रहे हैं जबकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है।फुटबॉल शुरू होने से पहले वैक्सीन का इंतजाम होना चाहिएफुटबॉल शुरू होने से पहले खिलाड़ियों की टेस्टिंग से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि आपको लगातार यह करना होगा। अगर एक खिलाड़ी पॉजिटिव पाया गया तो आपको सभी को क्वारैंटाइन करना होगा। क्या आपको लगता है कि यह सामान्य टूर्नामेंट जैसे हालात हैं। हमें नहीं पता है कि अलग-अलग देशों में कोरोना कब चरम पर होगा। इसका एक ही हल है कि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध होनी चाहिए।'फुटबॉल के नियमों में बदलाव की जरूरत होगी'डी हूग ने कि जब भी फुटबॉल की शुरुआत होगी तब कुछ नियमों में बदलाव की जरूरत होगी। खासतौर पर खिलाड़ियों के मैदान पर थूकने पर रैफरी को नजर रखनी होगी। क्योंकि यह फुटबॉल में बहुत आम होता है। लेकिन इससे संक्रमण का खतरा बना रहेगा।ईपीएल को 8 जून से शुरू करने पर विचारइधर, मार्च से स्थगित इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) को जून में शुरू करने की चर्चा चल रही है। वायरस की वजह से मुकाबले दोबारा शुरू किए जाएं या सीजन रद्द हो, इसे लेकर सभी पक्षों की 1 मई को अहम बैठक है। इसमें 8 जून से लीग को दोबारा शुरू करने पर विचार किया जाएगा। यूएफा भी कह चुकी है कि फिर से शुरुआत करने के पहले हमें कोई रास्ता निकालना होगा। अभी कुल 92 मैच होने हैं। लिवरपूल टॉप पर है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फीफा की मेडिकल कमेटी के चीफ मिकेल डी हूग ने कहा कि अगर खिलाड़ी मैदान पर थूकते हैं तो इससे संक्रमण का खतरा हो सकता है। ऐसे में खेल के नियमों में बदलाव की जरूरत होगी। (फाइल) Full Article
india news बतौर खिलाड़ी और कोच रणजी ट्रॉफी जीतने वाले अरूण कुमार अमेरिकी क्रिकेट टीम के हेड कोच बने, दो साल का होगा करार By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 03:42:36 GMT कर्नाटक के पूर्व कोच जे. अरूण कुमार अमेरिकी क्रिकेट टीम के हेड कोच नियुक्त किए गए हैं। उनका करार दो साल का होगा। वे बतौर खिलाड़ी और कोच कर्नाटक के लिए रणजी ट्रॉफी जीतने का कारनामा कर चुके हैं। इसके अलावा वे हैदराबाद और पुडुचेरी क्रिकेट टीम के भी कोच रह चुके हैं।यूएसए क्रिकेट के सीईओ इयान हिगिंग्स ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि अरूण कुमार हमारे साथ जुड़ गए हैं। वे स्थायी तौर पर अमेरिका में ही रहेंगे। जैसे ही उनका वर्किंग वीजा मंजूर हो जाएगा, वे टीम के साथ जुड़ जाएंगे। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अरूण पिछले महीने ही अमेरिका गए थे। यहां उन्होंने ह्यूस्टन में टीम के खिलाड़ियों, सिलेक्टर्स और सपोर्ट स्टाफ से मुलाकात भी की थी।यह मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय असाइनमेंटअरूण भी यह जिम्मेदारी संभालने को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि यह मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय असाइनमेंट है। मैं हमेशा से ही चुनौतियां पसंद करता हूं और इस बार मुझे बड़ी और बेहतर टीमों के खिलाफ अपनी काबिलियत जांचने का मौका मिलेगा। मैं अमेरिकी खिलाड़ियों के साथ काम करने को तैयार हूं। मेरी कोशिश होगी कि इन दो सालों में देश के क्रिकेट को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाऊं। मेरा एक ही मिशन होगा कि अलग-अलग संस्कृति से आए खिलाड़ियों को एकजुट करूं और यह सुनिश्चित करूं कि यह सभी बड़ी टीमों के खिलाफ अच्छी क्रिकेट खेलें।'अमेरिकी टीम के साथ वर्चुअल ट्रेनिंग शुरू की'लॉकडाउन की वजह से अरूण को अब तक वीजा नहीं मिला है। हालांकि, उन्होंने वर्चुअल ट्रेनिंग अभी से शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि मौजूदा हालात में हम मैदान पर कुछ नहीं कर सकते। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम शुरुआत नहीं कर सकते। मैं वीडियो कॉल के जरिए खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सम्पर्क में हूं। हम बल्लेबाजों और गेंदबाजों के खेल के बारे में ऑनलाइन समीक्षा कर रहे हैं।आईपीएल का अनुभव मेरा काम आएगा: अरूण कुमारअरूण कुमार आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के साथ भी काम कर चुके हैं। इसलिए उन्हें लगता है कि उनका यह अनुभव अमेरिकी टीम के साथ काम करने में मदद करेगा। क्योंकि इस टीम में भी ज्यादातर खिलाड़ी भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के हैं। ऐसे में आईपीएल का अनुभव इनसे तालमेल बैठाने में मदद करेगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लॉकडाउन के कारण जे. अरूण कुमार अमेरिका नहीं गए हैं। ऐसे में उन्होंने अमेरिकी क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को वर्चुअल ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है। (फाइल) Full Article
india news वॉर्नर ने कहा- ऑस्ट्रेलियाई टीम के इंग्लैंड और स्कॉटलैंड दौरे पर जाने की संभावना कम, खाली स्टेडियम में मैच का मतलब नहीं By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 06:51:00 GMT ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर का कहना है कि कोरोनावायरस की वजह से टीम कीआगामी इंग्लैंड और स्कॉटलैंड दौरे पर जाने की संभावना बेहद कम है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में जो कुछ हुआ, उसे देखते हुए हमारा फिलहाल वहां जाना मुमकिन नहीं दिख रहा है। ऑस्ट्रेलिया का इंग्लैंड दौरा 3 जुलाई से शुरू होना है। इस सीरीज में दोनों टीमों के बीच 3 वनडे और इतने ही टी-20 खेले जाने हैं। इससे पहले कंगारू टीम 29 जून को स्कॉटलैंड के खिलाफ भी टी-20 खेलेगी।ऑस्ट्रेलिय़ा जून में बांग्लादेश दौरे पर जाने वाली थी। वहां भी टीम को 2 टेस्ट खेलने थे। हालांकि, उस दौरे को भीकैंसिल कर दिया गया है। वहीं, जिम्बाब्वे के खिलाफ अगस्त में होने वाली वनडे सीरीज होने की संभावना भी बहुत कम है।क्रिकेट से ज्यादा वायरस को हराने पर जोर देना होगावॉर्नर ने कोरोना औरइंग्लैंड दौरे को लेकर कहा कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन स्वस्थ हो गए हैं। वे दोबारा अपने पैरों पर खड़े हो गए हैं। यह बहुत अच्छी खबर है। लेकिन क्रिकेट से ज्यादा अभी इस वायरस से लड़ना जरूरी है। हमारी प्राथमकिता इस महामारी को हराने की होनी चाहिए। इसके लिए हम सभी को वह कदम उठाने चाहिए।अभी तक इस लड़ाई में ऑस्ट्रेलिया काफी हद तक कामयाब रहा है। इसका श्रेय देश के नागरिकों को देना चाहिए।'बिना दर्शकों के क्रिकेट का मतलब नहीं'खाली स्टेडियम में क्रिकेट के सुझाव को उन्होंने सिर से खारिज कर दिया। वॉर्नर ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है। आप जहां भी जाएं और क्रिकेट खेलें आप हमेशा यही चाहते हैं कि उसे दर्शक देखें। मुझे इंग्लैंड में खेलना पसंद है। यहां खेलना शानदार है। जनता और इंग्लिश टीम हमेशा खेल के रोमांच को बढ़ा देती है। इसलिए मैं भी वहां खेलने को लेकर उत्साहित हूं। मैं उम्मीद कर रहा हूं कि दर्शकों को अच्छी क्रिकेट देखने को मिले। लेकिन मौजूदा हालात में इसका होना मुश्किल लग रहा है।ईसीबी ने 1 जुलाई तक क्रिकेट पर रोक लगाई हैइधर, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने सभी तरह के क्रिकेट पर 1 जुलाई तक रोक लगाई हुई है। इसी वजह से जून में वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली घरेलू टेस्ट सीरीज के कार्यक्रम को भी बदला गया है। ईसीबी के चीफ एक्जीक्यूटिव टॉम हैरिसन का कहना है कि अगर क्रिकेट सीजन को शुरू करने में और देरी होती है तो फिर कार्यक्रम में बदलाव की बजाए क्रिकेट मैच ही रद्द किए जाएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today डेविड वॉर्नर ने कहा- इस वायरस से लड़ना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, इसके लिए सभी को मिलकर कदम उठाने होंगे। (फाइल) Full Article
india news सीरी-ए के बाद स्पेनिश फुटबॉल लीग के खिलाड़ी भी 4 मई से ट्रेनिंग शुरू कर सकेंगे, मैदान पर सिर्फ 6 प्लेयर्स ही मौजूद रहेंगे By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 10:48:00 GMT कोरोनावायरस से प्रभावित स्पेन से एक अच्छी खबर सामने आई है। यहांभी प्रोफेशनल एथलीट्स के साथ ही स्पेनिश फुटबॉल लीग के खिलाड़ी 4 मई से ट्रेनिंग शुरू कर सकेंगे। सरकार ने बुधवार को इसकी घोषणा की। प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा देश में लॉकडाउन हटाने की दिशा में यह पहला ठोस कदम है। आने वाले दो महीने के भीतर अलग-अलग चार चरणों में पाबंदियां हटाईं जाएंगी।इससे पहले, इटली सरकार ने भी फुटबॉल लीग सीरी-ए के खिलाड़ियों को ट्रेनिंग की मंजूरी दी है।प्रधानमंत्री सांचेज नेकहा कि पहला या जीरो फेज लॉकडाउन से बाहर निकालने की तैयारी होगा। हम फिलहाल इस दौर में आ चुके हैं। सब कुछ ठीक रहा तो पूरे देश में ट्रांजिशन फेज कम से कम 6 हफ्ते का रहेगा। अगर इसमें संक्रमण की स्थिति काबू में रही तो आगे हम और रियायतें देंगे।ट्रेनिंग से पहले खिलाड़ियों की कोरोना के लिए स्क्रीनिंग होगीसरकार की घोषणा के बाद लीग में हिस्सा ले रहे क्लब इंडिविजुअल(व्यक्तिगत) ट्रेनिंग शुरू कर करेंगे। हालांकि, ट्रेनिंग शुरू करने से पहलेखिलाड़ियों को कोविड-19 के स्क्रीनिंग टेस्ट से गुजरना होगा। ला लिगा और स्पेनिश फुटबॉल फेडरेशन ने सरकार के इस प्रोटोकॉल पर सहमति जताई है। प्रोटोकॉल के मुताबिक खिलाड़ियों को घर से तैयार होकर आना पड़ेगा। उन्हें अनिवार्य रूप से मास्क और ग्ल्वस पहनने होंगे। एक वक्त में सिर्फ 6 खिलाड़ी ही मैदान पर मौजूद रहेंगे। महामारी की वजह से लीग के मुकाबले 12 मार्च से नहीं हो रहे हैं।इटली ने भी खिलाड़ी 4 मई से ट्रेनिंग कर सकेंगेइधर,इटली में भी 4 मई से खिलाड़ी ट्रेनिंग शुरू कर सकेंगे। एक दिन पहले ही प्रधानमंत्रीग्युसेप कोंते ने कहा था कि फिलहाल लॉकडाउन हटाने पर कोई फैसला नहीं हुआ है। लेकिन हम धीरे-धीरे इसमें ढील देने पर विचार कर रहे हैं। इसके तहत सभी प्रोफेशनल खिलाड़ी 4 मई और टीमें 18 मई से ट्रेनिंग शुरू कर सकती हैं। इसके बाद हम समीक्षा करेंगे कि क्या हालात ऐसे हैं कि सीजन को पूरा किया जा सके। यहां भी ट्रेनिंग शुरू करने के लिए हर क्लब से खिलाड़ियों, टेक्निकल स्टाफ, डॉक्टरों की एक टीम बनाई जाएगी। इनका पहले कोरोना टेस्ट होगा और फिर यह आइसोलेशन में ट्रेनिंग करेंगे।स्पेन में 24 हजार से ज्यादा मौतेंकोरोना की वजह से स्पेन में अब तक 24 हजार लोगों की जान गई है। मृतकों के मामले में अमेरिका और इटली के बाद स्पेन तीसरे स्थान पर है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today स्पेन की सरकार द्वारा तय किए गए प्रोटोकॉल के मुताबिक खिलाड़ियों को घर से तैयार होकर आना पड़ेगा। उन्हें अनिवार्य रूप से मास्क और ग्ल्वस पहनने होंगे। (फाइल) Full Article
india news ओलिंपिक समिति के प्रमुख के बाद प्रधानमंत्री आबे ने भी कहा- कोरोना पर काबू पाए बिना 2021 में भी गेम्स होना असंभव By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 17:04:57 GMT टोक्यो ओलिंपिक समिति के अध्यक्ष योशिरो मोरी के बाद जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने बुधवार को कहा कि कोरोनावायरस पर काबू पाए बिना 2021 में भी ओलिंपिक होना असंभव है। उन्होंने कहा कि हम लगातार यह कह रहे हैं कि ओलिंपिक और पैरालिंपिक बिना किसी बदलाव के होने चाहिए। लेकिन इसके लिए हालात ऐसे होने चाहिए कि एथलीट्स के साथ दर्शक भी सुरक्षित रूप से इसमें हिस्सा ले सकें। उन्होंने विपक्षी पार्टी के सांसद द्वारा टोक्यो ओलिंपिक के आयोजन को लेकर पूछे गए सवाल पर यह जवाब दिया।अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ और जापान सरकार ने पिछले महीने ही ओलिंपिक को जुलाई 2021 तक के लिए टाल दिया था। इसका आयोजन अब 23 जुलाई 2021 से होना है।कोरोना के खिलाफ लड़ाई लंबी चलेगी: आबेप्रधानमंत्री आबे ने कहा कि हम जिस चीज का सामना कर रहे हैं, उससे लड़ाई लंबी चलनी है। इसलिए हम अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ और टोक्यो 2020 की आयोजन समिति के सम्पर्क में हैं। उन्होंने फिर दोहराया कि यह गेम्स इस तरह होने चाहिए कि पूरी दुनिया को यह लगे कि उन्होंने इस वायरस के खिलाफ जंग जीत ली है।बिना वैक्सीन के ओलिंपिक होना मुश्किल: जापान मेडिकल एसोसिएशनएक दिन पहले ही टोक्यो 2020 ऑर्गेनाइजेशन कमेटीने कहा था कि अगर अगले साल तक भी कोरोना महामारी पर काबू नहीं पाया जा सका तो इन खेलों को रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने कोरोनावायरस से लड़ाई को ‘एक अदृश्य दुश्मन के खिलाफ जंग’ करार दिया था।इससे पहले, जापान मेडिकल एसोसिएशन के प्रमुख योशिटेके योकोकुरा ने चेताया था कि अगर कोरोनावायरस की वैक्सीन नहीं आई तो अगले साल भी इन खेलों का आयोजन करना बहुत मुश्किल होगा।जापान मेंकोरोना के 13 हजार से ज्यादा केसटोक्यो में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 112 नए केस सामने आए। अब तक देश में 13 हजार से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं जबकि 413 की मौत हुई है। अन्य देशों के मुकाबले यहां कोरोना से मौत और केस कम हैं। लेकिन फिर भी आलोचक सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़ा रहे हैं। उनके मुताबिक, जापान इस महामारी के संक्रमण की जड़ तक पहुंचने के लिए जरूरी टेस्टिंग नहीं कर रहा है।ओलिंपिक और पैरालिंपिक की ओपनिंग सेरेमनी एकसाथ कराने पर विचारइस बीच, टोक्यो 2020 की आयोजन समिति खर्चों को कम करने के इरादे से ओलिंपिक और पैरालिंपिक खेलों की ओपनिंग और क्लोजिंग सेरेमनी एक साथ करने पर विचार कर रही है। इस प्लान के तहत 23 जुलाई को टोक्यो ओलिंपिक के उद्धाटन समोराह के दौरान ही पैरालिंपिक खेलों की शुरुआत भी होगी। वहीं, टोक्यो 2020 का समापन समारोह सितंबर में पैरालिंपिक खेलों के खत्म होने के साथ किया जाएगा। हालांकि, इसके लिए आईओसी की मंजूरी नहीं मिली है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आईओसी और जापान सरकार ने पिछले महीने ही ओलिंपिक को जुलाई 2021 तक के लिए टाल दिया था। गेम्स अब 23 जुलाई 2021 से होना है। (फाइल) Full Article
india news टॉटेनहम 12 साल से कोई खिताब नहीं जीत सका, पर सबसे वैल्यूएबल क्लब बना By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 02:16:00 GMT इंग्लैंड का फुटबॉल क्लब टॉटेनहम हॉट्सपर प्रीमियर लीग का सबसे वैल्यूएबल क्लब बन गया है। टॉटेनहम ने मैनचेस्टर सिटी, यूनाइटेड और यूरोपियन चैंपियन लिवरपूल जैसे बड़े क्लबों को पीछे छोड़ा है। यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल ने प्रीमियर लीग क्लबों के 2018-19 सीजन का वैल्यूएशन किया। इसके अनुसार, टॉटेनहम करीब 24 हजार करोड़ के साथ सबसे वैल्यूएबल क्लब बन गया। उसने प्रीमियर लीग के डिफेंडिंग चैंपियन मैनचेस्टर सिटी को पीछे छोड़ा। सिटी दूसरे नंबर पर है।टॉटेनहम प्रीमियर लीग की अंक तालिका में आठवें पर है। उसने 2008 के बाद से कोई खिताब नहीं जीता है। 2018 में उसकी वैल्यू 17 हजार करोड़ थी। वह तीसरे पर था। टॉटेनहम, सिटी और यूनाइटेड की वैल्यू 2 बिलियन पाउंड से ज्यादा है।खिलाड़ियों की सैलरी पर सिर्फ 206 करोड़ खर्चेटॉटेनहम की वैल्यू इसलिए बढ़ी क्योंकि वह 2018-19 के चैम्पियंस लीग फाइनल में था। खिलाड़ियों को सैलरी, ट्रांसफर लेनदेन पर बिग-6 क्लब में सबसे कम खर्च किया। सैलरी पर सिर्फ 206 करोड़ खर्चे। इससे कमाई 21% तक बढ़ी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today टॉटेनहम की वैल्यू इसलिए बढ़ी, क्योंकि वह 2018-19 के चैम्पियंस लीग फाइनल में था। खिलाड़ियों को सैलरी, ट्रांसफर लेनदेन पर बिग-6 क्लब में सबसे कम खर्च किया। -फाइल फोटो Full Article
india news भारत के शूटर जुलाई से रेंज पर वापसी कर सकते हैं, बोतल में बालू भरकर घर में ट्रेनिंग कर रहे भारतीय फुटबॉलर By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 02:43:57 GMT कोरोनावायरस के खतरे के बीच खेल के लिए कुछ उम्मीद की खबरें आई हैं। नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) जुलाई में नेशनल शूटर्स का कैंप कराने पर विचार कर रही है। दिल्ली के डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में कैंप का आयोजन किया जा सकता है। कोरोनावायरस की वजह से आईएसएसएफ वर्ल्ड कप को रद्द करना पड़ा था। वहीं, लंदन ओलिंपिक के पब्लिक हेल्थ डायरेक्टर ब्रान मैक्लोस्की ने कहा कि कोरोनावायरस का प्रभाव कम होने के बाद लोकल स्तर के मैचों का आयोजन करना आसान होगा। उनके अनुसार बड़े स्तर के मैच में काफी ट्रैवल करना पड़ा है। इनके आयोजन में चुनौतियां आ सकती हैं।लॉकडाउन के कारण जिम बंद होने से खिलाड़ी फिटनेस ट्रेनिंग नहीं कर पा रहे थे। इसके लिए आई-लीग की टीम आइजॉल एफसी के खिलाड़ियों ने घर की चीजों से जिम इंस्ट्रूमेंट बना लिए। खिलाड़ी घर में बनी डंबल्स से ट्रेनिंग कर फिटनेस मेंटेन कर रहे हैं। महामारी के कारण देश की घरेलू फुटबॉल लीग (आई-लीग) का सीजन 10 दिन पहले खत्म कर दिया गया था। टॉप पर चल रहे मोहन बागान को विजेता घोषित कर दिया था। लीग 14 मार्च से स्थगित थी।स्पेन के फुटबॉलर 4 मई से ट्रेनिंग कर सकते हैंवहीं, स्पेन की सरकार ने घोषणा की है कि प्रोफेशनल खिलाड़ी 4 मई से ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं। इससे पहले, मंगलवार को इटली की सरकार ने भी घरेलू फुटबॉल लीग सीरी ए के खिलाड़ियों को 4 मई से ट्रेनिंग की मंजूरी दी थी। ऐसे में फैंस को खेल के शुरू होने की भी उम्मीद है।पीएसजी चैंपियंस लीग के घरेलू मैच बाहर खेल सकती है। क्लब के अध्यक्ष नासिर अल-खेलैफी ने कहा कि फ्रांस सरकार नए नियम लाती है तो मैचों का आयोजन देश से बाहर करना होगा।ला लिगा में 12 मार्च से कोई मुकाबला नहींकोरोनावायरस की वजह से स्पेन की घरेलू फुटबॉल लीग ला लिगा में 12 मार्च से कोई मुकाबला नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा कि यह फैसला लॉकडाउन समाप्त करने की शुरुआत है। अभी खिलाड़ियों को सिर्फ निजी ट्रेनिंग करने की अनुमति होगी। आने वाले समय में टीम के साथ ट्रेनिंग करने की अनुमति मिलेगी। ट्रेनिंग पर लौटने से पहले खिलाड़ियों को स्क्रीनिंग टेस्ट से गुजरना पड़ सकता है। खिलाड़ियों को किट, मास्क, ग्लव्स में आना होगा। एक समय में 6 खिलाड़ियों को ही मैदान पर रहने की अनुमति होगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आई-लीग की टीम आइजॉल एफसी के खिलाड़ियों ने घर की चीजों से जिम इंस्ट्रूमेंट बना लिए। खिलाड़ी घर में बनी डंबल्स से ट्रेनिंग कर फिटनेस मेंटेन कर रहे हैं। Full Article
india news सचिन और विराट समेत खेल जगत ने इरफान को श्रद्धांजलि दी, कोहली ने कहा- वे अभूतपूर्व प्रतिभा से लोगों के दिलों को छू लेते थे By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 04:17:38 GMT सदाबहार अभिनेता इरफान खान का बुधवार को निधन हो गया। सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली समेत खेल जगत के अन्य दिग्गजों ने भी इरफान को श्रद्धांजलि दी। कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘इरफान के निधन की खबर से दुखी हूं। उनमें अभूतपूर्व प्रतिभा थी। वह अपनी बहुमुखी प्रतिभा से सभी के दिलों को छू लेते थे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’’ इरफान ट्यूमर और आंतों के इन्फेक्शन से जूझ रहे थे। उन्होंने कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली।दरअसल, इरफान का क्रिकेट के प्रति काफी लगाव था। वे क्रिकेटर ही बनना चाहते थे, लेकिन पैसों की कमी के कारण उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा था और उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा। इरफान पिछले कुछ वर्षों से कैंसर से पीड़ित थे और लंदन से इलाज कराकर वापस भारत लौटे थे। लेकिन मंगलवार की शाम अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गयी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।सचिन तेंदुलकर ने लिखा, ‘‘इरफान के निधन की खबर सुनकर काफी दुखी हूं। वह मेरे पसंदीदा अभिनेताओं में से एक थे और मैंने लगभग उनकी सभी फिल्में देखी थी। उनकी आखिरी फिल्म अंग्रेजी मीडियम में उन्होंने शानदार अभिनय किया था। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति दे।’’############ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इरफान खान का क्रिकेट के प्रति काफी लगाव था। वे क्रिकेटर ही बनना चाहते थे, लेकिन पैसों की कमी के कारण उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा था और उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा। -फाइल फोटो Full Article
india news शोएब अख्तर को पीसीबी के कानूनी सलाहकार का मजाक उड़ाना भारी पड़ा, बोर्ड ने मानहानि का मुकदमा किया By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 04:51:00 GMT पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के कानूनी सलाहकार तफज्जुल रिजवी ने पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। पीसीबी के मुताबिक, अख्तर ने यूट्यूब चैनल पर असभ्य भाषा का इस्तेमाल करते हुए रिजवी का मजाक उड़ाया था। अख्तर उमर अकमल पर पीसीबी द्वारा लगाए गए 3 साल के प्रतिबंध को लेकर बात कर रहे थे। अख्तर ने रिजवी के कानूनी अनुभव पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि उन्होंने हमेशा खिलाड़ियों और पीसीबी के बीच समस्याएं पैदा की हैं।पीसीबी ने कहा, ‘‘पीसीबी अख्तर द्वारा सामाजिक तौर पर बोर्ड के कानूनी विभाग और उसके सलाहकार के खिलाफ इस्तेमाल किए शब्दों से निराश है। अख्तर ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया है, वह गलत और असम्मानजनक है, जिसे समाज में माफ नहीं किया जा सकता। अख्तर के खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज कराया जा सकता है।’’पाकिस्तान बार काउंसिल भी अख्तर के बयान से नाराजरिजवी ने फेडरल इंवेस्टीगेशन एजेंसी के पास भी साइबर अपराध कानून के तहत शिकायत दर्ज कराई है। पाकिस्तान बार काउंसिल भी अख्तर के बयान से नाराज है। काउंसिल ने कहा है कि कानूनी मामले और विभाग को लेकर बयानबाजी करते समय अख्तर को एहतियात बरतनी चाहिए। पीसीबी ने इसी हफ्ते उमर अकमल को 3 साल के लिए हर तरह के फॉर्मेट में खेलने से प्रतिबंधित कर दिया है। अकमल पर स्पॉट फिक्सिंग की जानकारी छुपाने का आरोप था। इस पर पीसीबी की अनुशासन कमेटी जांच कर रही थी, जिसमें उन्हें दोषी पाया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने तफज्जुल रिजवी के कानूनी अनुभव पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि उन्होंने हमेशा खिलाड़ियों और पीसीबी के बीच समस्याएं पैदा की हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news रहाणे ने खाली स्टेडियम में आईपीएल कराने की सलाह दी, कहा- हम बगैर दर्शकों के खेलने के आदी हैं By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 05:30:00 GMT कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण खेल जगत के लगभग सभी टूर्नामेंट पर असर पड़ा है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। ऐसे में दिल्ली कैपिटल के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने खाली स्टेडियम में आईपीएल कराने की सलाह दी है। उन्होंने फ्रेंचाइजी से चैटिंग करते हुए कहा कि उनके लिए लोगों की सुरक्षा सबसे जरूरी है। हम तो घरेलू क्रिकेट में भी बगैर दर्शकों के खेलते आए हैं और इसके आदी हो गए हैं।रहाणे ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि आईपीएल समेत अन्य टूर्नामेंट्स को भी बगैर दर्शकों के ही कराया जाना चाहिए। हम सभी खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंट बगैर दर्शकों के ही मैच खेलते आए हैं। हम इसके आदी हैं और यह अनुभव हमारे काम आएगा।’’रहाणे ने 65 टेस्ट में 4203, 90 वनडे में 2962 और 20 टी-20 में 375 रन बनाए हैं। उन्होंने आईपीएल के 140 मुकाबलों में 3820 रन बनाए हैं।‘लॉकडाउन जैसे हालात में सकारात्मक रहें’उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह मानता हूं कि हम अपने फैन्स के बिना कुछ भी नहीं हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। मुझे लगता है कि अगर दर्शक घर में आईपीएल देखेंते तो उसमें भी उन्हें मजा आएगा। हमारे लिए उनकी सुरक्षा ज्यादा जरूरी है और अगर टूर्नामेंट बगैर दर्शकों के कराया जा सकता है तो हमें ऐसा करना चाहिए। कोरोना के कारण कई चीजें ऐसी हो रही हैं जैसी पहले कभी नहीं हुईं। हमें इस हालात में भी सकारात्मक रहना है। मैं लॉकडाउन के दौरान सकारात्मक रहने की कोशिश कर रहा हूं और अपने परिवार के साथ वक्त बिता रहा हूं।’’‘पोंटिंग की कोचिंग में खेलने के लिए उत्सुक हूं’उन्होंने कहा, ‘‘मैं दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलने को लेकर उत्सुक हूं, क्योंकि टीम में ईशांत शर्मा, शिखर धवन और श्रेयस अय्यर हैं। उन्होंने मुझे बताया कि टीम एक परिवार की तरह है जहां सब एक दूसरे के लिए खड़े रहते हैं।’’ कोच रिकी पोंटिंग को लेकर रहाणे ने कहा, ‘‘राहुल सर और सचिन सर मेरे प्रेरणा स्रोत्र रहे हैं, लेकिन मैंने हमेशा पोंटिंग सर की भी सराहना की है। मैं उनकी बल्लेबाजी और फील्डिंग को कॉपी करना चाहता हूं। मैं उनके मार्गदर्शन में खेलने के लिए उत्सुक हूं।’’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अजिंक्य रहाणे ने 65 टेस्ट में 4203, 90 वनडे में 2962 और 20 टी-20 में 375 रन बनाए हैं। उन्होंने आईपीएल के 140 मुकाबलों में 3820 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news 35 खिलाड़ियों की सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट में लबुशाने समेत 6 नए खिलाड़ी शामिल, 5 साल बाद ख्वाजा बाहर By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 10:17:00 GMT क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 2020-21 सीजन के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट का ऐलान कर दिया है। लिस्ट में 20 पुरुष और 15 महिला खिलाड़ियों को जगह दी गई है। इसमें मार्नस लबुशाने समेत 6 नए चेहरों को शामिल किया गया। वहीं, उस्मान ख्वाजा को 5 साल में पहली बार कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट से बाहर होना पड़ा है। ख्वाजा ने पिछला मैच अगस्त में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट खेला था। तभी से वे टीम से बाहर चल रहे हैं।मार्नस लबुशाने के अलावा एश्टन एगर, जो बर्न्स, मिशेल मार्श, केन रिचर्डसन, मैथ्यू वेड कॉन्ट्रेक्ट में शामिल होने वाले नए खिलाड़ी हैं। वहीं, ख्वाजा के अलावा शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब, मार्कस हैरिस, नाथन कूल्टर नाइनल और मार्कस स्टोइनिस को भी कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया गया है।आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में तीसरे नंबर पर लबुशानेचीफ सेलेक्टर ट्रेवर हॉन्स ने कहा, ‘‘मार्नस शानदार उभरते हुए खिलाड़ी हैं। उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। जोए टेस्ट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। एश्टन एगर का टी-20 में बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। जबकि रिचर्ड्सन ने टी-20 और वनडे दोनों में ही बेहतरीन खेल दिखाया है।’’ लबुशाने आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में तीसरे नंबर पर काबिज हैं। यह उपलब्धि उन्होंने सिर्फ दो साल में हासिल की है। 2018 में टेस्ट डेब्यू करने वाले लबुशाने ने 14 मैच में 63 की औसत से 1459 रन बनाए हैं।महिला क्रिकेटरों की लिस्ट में ताहलिया मैकग्रा को शामिल किया गया है, जिसने कई क्रिकेट दिग्गजों को हैरान किया है। हरफनमौला ताहलिया ने पिछले साल भारत-ए के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया-ए टीम की कप्तानी की थी। जबकि बल्लेबाज निकोल बोल्टन और एलिस विलानी के नाम को कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया है।पुरुष कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट:एश्टन एगर, जो बर्न्स, एलेक्स कैरी, पैट कमिंस, एरॉन फिंच, जोश हेजलवुड, ट्रैविस हेड, मार्नस लबुशाने, नाथन लियोन, मिशेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, टिम पेन, जेम्स पैटीसन, झाय रिचर्ड्सन, केन रिचर्ड्सन, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क , मैथ्यू वेड, डेविड वॉर्नर औरएडम जाम्पा।महिला कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट:निकोला कैरी, एश्लीग गार्डनर, रेशेल हेन्स, एलिसा हीली, जेस जोनासेन, डेलिसा किमिसन, मेग लैनिंग, ताहलिया मैकग्रा, सोफी मोलिनक्स, बेथ मूनी, एलिसा पैरी, मेगन शूट, एनाबेल सदरलैंड, टेला व्लाइमेक, जॉर्जिया वेयरहाम। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मार्नस लबुशाने आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में तीसरे नंबर पर काबिज हैं। 2018 में टेस्ट डेब्यू करने वाले लबुशाने ने 14 मैच में 63 की औसत से 1459 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news बीसीसीआई जल्द ही घरेलू खिलाड़ियों के फाइनेंशियल प्लान पर घोषणा कर सकता है: सबा करीम By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 11:15:00 GMT सौरव गांगुली ने जब बीसीसीआई अध्यक्ष का पद संभाला था, तब उन्होंने साफ कर दिया था कि उनका ध्यान घरेलू खिलाड़ियों की आय को सुधारने पर होगा। अब जबकि कोरोनावायरस के कारण काफी कुछ प्रभावित हुआ है, ऐसे में घरेलू खिलाड़ियों का भविष्य अधर में लटका है।खिलाड़ी यह जानना चाह रहे हैं कि वे कॉन्ट्रेक्ट में हैं या नहीं। इस पर क्रिकेट संचालन महाप्रबंधक सबा करीम ने कहा है कि बीसीसीआई अधिकारी जल्द ही घरेलू खिलाड़ियों के फाइनेंशियल प्लान पर घोषणा कर सकते हैं।2020-21 घरेलू सीजन की शुरुआत अगस्त में दलीप ट्रॉफी से होनी है, लेकिन कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण इस पर सस्पेंस बरकरार है। करीम ने कहा है कि बोर्ड देखने और इंतजार करने की नीति अपनाएगा। बोर्ड 3 मई को खत्म होने जा रहे लॉकडाउन का इंतजार कर रहा है और इसके बाद सरकार की सलाह के मुताबिक काम करेगा।ईरानी कप कोरोना के कारण नहीं हो सकासबा करीम ने कहा, ‘‘अभी तक, हमारे पास कोई बैकअप प्लान नहीं था। हम अपनी एप्रोच में ढिलाई बरतेंगे ताकि हम सीजन में ज्यादा से ज्यादा मैच करा सकें, लेकिन यह सभी लॉकडाउन खत्म होने के बाद सरकार द्वारा जारी की जाने वाली गाइडलाइंस और सलाह पर निर्भर होगा।’’ 2019-20 सीजन का अंत रणजी ट्रॉफी के साथ हुआ था। रणजी ट्रॉफी के चार दिन बाद होने वाला ईरानी कप कोविड-19 के प्रकोप के कारण नहीं हो सका था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today क्रिकेट संचालन महाप्रबंधक सबा करीम ने कहा- बीसीसीआई का अगला प्लान लॉकडाउन खत्म होने के बाद सरकार द्वारा जारी की जाने वाली गाइडलाइंस और सलाह पर निर्भर होगा। -फाइल फोटो Full Article
india news ऋषि कपूर के निधन पर खेल जगत ने दुख जताया, कोहली ने कहा- यह सच नहीं हो सकता, मुझे विश्वास नहीं हो रहा By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 11:43:04 GMT बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में गुरुवार को निधन हो गया। ल्यूकेमिया यानी ब्लड कैंसर से जूझ रहे ऋषि कपूर ने मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। उनके निधन पर विराट कोहली और रवि शास्त्री समेत खेल जगत के दिग्गजों ने दुख जताया है। विराट कोहली ने लिखा, ‘‘यह सच नहीं हो सकता, मुझे इस खबर पर विश्वास नहीं हो रहा है। कल इरफान खान और आज ऋषि कपूर जी। यह स्वीकार करना मुश्किल है कि ऐसा दिग्गज कलाकार अब हमारे बीच नहीं रहा। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं, भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’’एक दिन पहले बुधवार को ही सदाबहार एक्टर इरफान खान का कैंसर के कारण निधन हुआ था। इरफान ट्यूमर और आंतों के इन्फेक्शन से जूझ रहे थे। उन्होंने कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली थी।सचिन और रवि शास्त्री ने भी दुख जतायासचिन तेंदुलकर ने लिखा, ‘‘ऋषि कपूर के निधन की खबर सुनकर बहुत बहुत दुख हुआ है। उनकी फिल्में देखकर ही बड़ा हुआ हूं। पिछले साल जब हम मिले थे, तब वे काफी शालीन थे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’’ वहीं, भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने भी इसे चौंकाने वाली खबर बताया। दोनों दिग्गजों ने नीतू, रणबीर और कपूर परिवार के लिए संवेदनाएं व्यक्त कीं।####ऋषि के साथ एक युग का अंत हुआ: वकारपाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वकार यूनिस ने कहा, ‘‘यह वर्ल्ड सिनेमा के लिए भयानक सप्ताह है। आपके साथ ही एक युग का अंत हुआ है, लेकिन आप हमारे दिलों में सदा रहेंगे।’’########## Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today महेंद्र सिंह धोनी और ऋषि कपूर। धोनी की पत्नी साक्षी ने यह फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कर ऋषि कपूर को श्रद्धांजलि दी। Full Article
india news धोनी ने कुलदीप से कहा था- बेटा, गुस्सा हुए मुझे 20 साल हो गए, तुमने मेरा गुस्सा देखा ही कहां है By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 11:59:00 GMT कोरोनावायरस के चलते खेलों की दुनिया भी लॉकडाउन है। प्लेयर्स भी आम लोगों की तरह घर में हैं। इस दौरान कुछ खिलाड़ी वीडियो चैट पर एक-दूसरे से जुड़ रहे हैं। पुरानी बातें, यादें और अनुभव साझा कर रहे हैं। ये बातें गुदगुदाती हैं तो सीख भी दे जाती हैं। ऐसा ही एक वाकया टीम इंडिया के चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव ने शेयर किया। कुलदीप ने बताया कि धोनी ने एक बार उन्हें क्यों फटकार लगाई थी। और मासूम चेहरे वाला ये लेफ्ट आर्म स्पिनर कितना सहम गया था।ये था मामला..यादव के मुताबिक, “हम इंदौर में श्रीलंका के खिलाफ टी-20 खेल रहे थे। कुशल परेरा बल्लेबाज थे। उन्होंने मेरी एक गेंद को कवर्स के ऊपर से बाउंड्री के पार भेज दिया। इतने में धोनी ने विकेट के पीछे से आवाज लगाई। कहा- कवर्स और पॉइंट खिसका ले। ऑफ साइड में तीन फील्डर रख ले।” ‘मैं पागल नहीं हूं, 300 वनडे खेला हूं’कुलदीप के मुताबिक, वो धोनी की बात सुन नहीं पाए। यादव आगे कहते हैं, “अगली बॉल पर कुशल ने रिवर्स स्वीप से फिर चौका मार दिया। इतने में धोनी गुस्से से मेरे पास आए। कहा- मैं पागल हूं। 300 वनडे खेला हूं। समझा रहा हूं तो मानते क्यों नहीं। मैं बहुत डर गया। समझ नहीं पाया कि माही भाई ने मुझे कैसे डांट दिया।”माही के दिल की बातकानपुर के कुलदीप बात आगे बढ़ाते हैं। क्या कहते हैं, जानिए। “वो मैच अच्छा रहा। हम जीते। मैच के बाद बस से हम होटल लौट रहे थे। मैं माही भाई की सीट पर गया। मैंने पूछा- माही भाई आपको गुस्सा भी आता है क्या? उन्होंने कहा- गुस्सा नहीं आता। गुस्सा आए तो 20 साल हो गए। लेकिन, मुझे एक्सपीरिएंस हो गया है। तो मुझे लगता है कि बोलना चाहिए। जब कोई सुनता नहीं है तो वो गुस्सा नहीं है। मैं डांटता हूं। बेटा, तुमने अभी मेरा गुस्सा देखा नहीं है।”भारत के लिए खेलते वक्त दो-तीन बार आया गुस्सायादव घटना की तफ्सील बढ़ाते हैं। उनके मुताबिक, माही ने आगे मुझसे आगे कहा, “जब अपने स्टेट के लिए रणजी खेलता था तो कई बार गुस्सा आता था। टीम इंडिया के लिए खेलते वक्त भी तीन-चार बार गुस्सा आया। लेकिन, कभी किसी को कुछ बोला नहीं।” कुलदीप के मुताबिक, धोनी और उनका ये किस्सा ज्यादा लोगों को पता नहीं होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कुलदीप के मुताबिक, धोनी वास्तव में कैप्टन कूल हैं, वो अकसर नाराज नहीं होते- फाइल फोटो Full Article
india news वॉर्नर ने कहा- गेंद पर लार के इस्तेमाल को रोकना जरूरी नहीं, इससे ज्यादा घातक ड्रेसिंग रूम और अन्य चीजें शेयर करना है By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 17:01:45 GMT कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण क्रिकेट में गेंद को चमकाने के लिए लार की जगह आर्टिफिशियल पदार्थ के इस्तेमाल को लेकरबहस जारी है। इसमें अब ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वॉर्नर भी शामिल हो गए हैं। वे नहीं मानते हैं कि भविष्य में गेंद पर लार के इस्तेमाल को रोकने की जरूरत है। उन्हें लगता है कि इससे ज्यादा खतरनाक खिलाड़ियों का ड्रेसिंग रूम और अन्य चीजें शेयर करना है। इससे पहले सचिन तेंदुलकर, हरभजन सिंह और आशीष नेहरा के अलावा वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग और पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच वकार यूनुस भी लार इस्तेमाल का समर्थन कर चुके हैं।कोरोनावायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए लार से गेंद चमकाने के मुद्दे को आईसीसी की मेडिकल कमेटी के प्रमुख पीटर हरकोर्ट ने बैठक में उठाया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, संक्रमण की आशंका को देखते हुए लाल बॉल को चमकाने के लिए अब लार की जगह आर्टिफिशियल पदार्थ के इस्तेमाल को मंजूरी दी जा सकती है।‘लार के इस्तेमाल से अब तक कोई बीमार नहीं हुआ’वॉर्नर ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा, ‘‘आप ड्रेसिंग रूम और अन्य चीजें शेयर कर रहे हैं, जो ज्यादा खतरनाक है। ऐसे में मुझे नहीं लगता कि इसे (लार के इस्तेमाल) बदलने की जरूरत है। यह सैकड़ों साल से चला आ रहा है। मुझे याद भी नहीं है कि इससे कोई बीमार हुआ हो। संक्रमण फैलाने के लिए एक यही चीज जरूरी नहीं है। मैं यह नहीं कह सकता कि गेंद को चमकाने के लिए लार को इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं। इस पर फैसला लेने का काम आईसीसी और संचालन संस्थाओं का है।’’शॉन टैट लार के इस्तेमाल के पक्ष में नहींवहीं, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज शॉन टैट के विचार वॉर्नर के बिल्कुल उलट हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लार का इस्तेमाल अब पुरानी बात हो गई है। ऐसे में हमें नए बदलावों को स्वीकार करना चाहिए। मैं गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल के पक्ष में नहीं हूं। यह बिल्कुल अच्छा नहीं है।’’माहौल ठीक होने के बाद ही क्रिकेट शुरू हो: होल्डिंगमाइकल होल्डिंग ने कहा था, ‘‘आईसीसी को ऐसी स्थिति का सामना करने की जगह क्रिकेट को तभी शुरू करना चाहिए, जब माहौल पूरी तरह से सही हो। आईसीसी के मुताबिक क्रिकेट शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को 14 दिनों तक आइसोलेशन में रहना होगा। इस अवधि को पूरा करने के बाद खिलाड़ी मैदान में उतरेंगे तो फिर लार का इस्तेमाल क्यों नहीं कर सकते। अगर दो हफ्ते अलग रहने के बाद भी किसी के स्वास्थ्य पर सवाल उठता है तो आप ऐसी स्थिति में क्रिकेट कैसे खेलेंगे इसका यह मतलब होगा कि आप सबको खतरे में डाल रहे हैं।’’गेंद पर आर्टिफिशियल पदार्थ का इस्तेमाल खेल शुरू करने की छटपटाहट: वकारवकार यूनुस ने क्रिकइन्फो से कहा था, ‘‘एक तेज गेंदबाज के तौर पर मैं इसे मंजूर नहीं करूंगा, क्योंकि लार और पसीने का इस्तेमाल करना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। यह आदत की तरह है आप इस पर नियंत्रण नहीं कर सकते। आप गेंदबाज को बाहरी चीज लगाने के लिए दे सकते है। लेकिन खेल के दौरान उसे लार और पसीने का इस्तेमाल करने से रोकना किसी भी सूरत में संभव नहीं होगा। मुझे लगता है कि इस तरह के आइडिया खेल को जल्दी शुरू करनी छटपटाहट भर हैं।’’बॉल टेम्परिंग के कारण स्मिथ-वॉर्नर पर 1-1 साल का प्रतिबंध लगा थादक्षिण अफ्रीका में स्टीव स्मिथ की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को मार्च 2018 में बॉल टेम्परिंग के कारण शर्मसार होना पड़ा था। इसको लेकर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग समेत कई दिग्गजों ने खिलाड़ियों की आलोचना की थी। केपटाउन टेस्ट में हुई इस घटना के बाद स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर 1 साल का प्रतिबंध लगा था, जबकि कैमरून बेनक्राफ्ट को 9 महीने के लिए निलंबित किया गया था। यह तीनों खिलाड़ी सैंडपेपर का इस्तेमाल करके गेंद से छेड़छाड़ करने के दोषी पाए गए थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वॉर्नर को मार्च 2018 में बॉल टेम्परिंग का दोषी पाया गया था। तब टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ के साथ वॉर्नर पर एक साल का प्रतिबंध लगा था। -फाइल फोटो Full Article
india news कोरोना के एपिसेंटर वुहान के क्लब जैल एफसी की ट्रेनिंग शुरू, 18 को स्पेन से लौटे हैं खिलाड़ी By Published On :: Fri, 01 May 2020 02:22:46 GMT चीन के फुटबॉल क्लब वुहान जैल के खिलाड़ी मैदान पर वापस लौट आए हैं। इस क्लब के खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है। वुहान कोरोनावायरस का एपिसेंटर था। वुहान जैल क्लब के खिलाड़ी 18 अप्रैल को ही वापस चीन लौटे हैं। वे तीन महीने पहले ट्रेनिंग के लिए स्पेन गए थे। फिर कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन में फंस गए। उन्होंने करीब 104 दिन बाद घरेलू मैदान पर प्रैक्टिस की।क्लब ने कहा, ‘खिलाड़ी, कोच और स्टाफ के किसी अन्य सोशल एक्टिविटी में हिस्सा लेने पर प्रतिबंध है। उनका टेंपरेचर रोज चेक किया जाता है। खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम, एंट्री गेट, कैंटीन और फिटनेस सेंटर को पूरी तरह सेनिटाइज करके ही सभी को एंट्री दी जाती है।’ वुहान जैल पिछले सीजन में छठे नंबर पर थी।डिफेंडिंग चैम्पियन ग्वांगझू एवरग्रेंडे के खिलाड़ी भी लौटेडिफेंडिंग चैम्पियन ग्वांगझू एवरग्रेंडे क्लब ने भी प्रैक्टिस शुरू कर दी है। लीग फरवरी से स्थगित है। क्लब को करीब 2 हजार करोड़ रु. का नुकसान हुआ है। एवरग्रेंडे वही क्लब है, जो सबसे बड़ा स्टेडियम बना रहा है। आयोजकों को उम्मीद है कि सीजन जून में शुरू हो सकता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today वुहान जैल क्लब ने कहा- खिलाड़ी, कोच और स्टाफ के किसी अन्य सोशल एक्टिविटी में हिस्सा लेने पर प्रतिबंध है। उनका टेंपरेचर रोज चेक किया जाता है। Full Article
india news केन विलियम्सन और सूजी बेट्स न्यूजीलैंड के बेस्ट वनडे क्रिकेटर चुने गए, रॉस टेलर को टी-20 अवॉर्ड मिला By Published On :: Fri, 01 May 2020 02:53:00 GMT पुरुष टीम के कप्तान केन विलियम्सन और महिला टीम की खिलाड़ी सूजी बेट्स न्यूजीलैंड के सर्वश्रेष्ठ वनडे क्रिकेटर बने। रॉस टेलर को पुरुष टी-20 जबकि सोफी डिवाइन को महिला टी-20 का अवॉर्ड मिला। विलियम्सन ने टीम को वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचाया था। उन्होंने 2 शतकों के साथ 578 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बने थे। टेलर ने टी-20 में इंग्लैंड, श्रीलंका, भारत के खिलाफ 330 रन बनाए। वहीं, बेट्स ने महिला वनडे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में दो अर्धशतक बनाए। डिवाइन ने महिला टी-20 में 71 के औसत से 429 रन बनाए थे।अनुभवी बल्लेबाज टेलर को टी-20 प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब दिया गया। वह श्रीलंका, इंग्लैंड और भारत के खिलाफ पिछली तीनों सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था। टेलर ने 130 के स्ट्राइक रेट से 330 रन बनाए थे। महिला टीम की कप्तान सोफी डिवाइन को महिला टी-20 प्लेयर ऑफ द ईयर चुना गया। सोफी के नाम टी-20 में लगातार 6 अर्धशतक बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। उन्होंने 8 टी-20 मैचों में 71.50 के औसत से 429 रन बनाए।इंग्लैंड क्रिकेट का ‘द हंड्रेड’ टूर्नामेंट एक साल के लिए स्थगितइंग्लैंड क्रिकेट का विवादित ‘द हंड्रेड’ टूर्नामेंट एक साल के लिए टाल दिया गया है। इसमें हर टीम को 100 गेंद खेलनी थी। बिल्कुल नए प्रारूप वाला यह टूर्नामेंट 8 टीमों के बीच खेला जाना था। इसकी शुरुआत जुलाई में होनी थी। लेकिन अब इंग्लिश क्रिकेट सीजन एक जुलाई तक के लिए टल गया है। उसके बाद अगर मैचों का अायोजन होगा, तो उसमें फैंस नहीं होंगे। ऐसे में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने इस टूर्नामेंट को एक साल के लिए टालने का फैसला लिया। इस बीच, गोल्फ के लिए ओलिंपिक क्वालिफाइंग अगले साल जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है। गोल्फर टोक्यो ओलिंपिक के लिए रैंकिंग अंक अगले साल 28 जून तक जुटा सकेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today केन विलियम्सन ने टीम को वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचाया था। उन्होंने 2 शतकों के साथ 578 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बने थे। वहीं, सूजी बेट्स ने महिला वनडे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में दो अर्धशतक बनाए थे। Full Article
india news पूर्व फुटबॉल कप्तान और फर्स्ट क्लास क्रिकेटर चुन्नी गोस्वामी नहीं रहे; राष्ट्रपति, खेल मंत्री और लोकसभा स्पीकर ने दुख जताया By Published On :: Fri, 01 May 2020 03:35:06 GMT देश के पूर्व फुटबॉल कप्तान चुन्नी गोस्वामी का गुरुवार को कोलकाता में निधन हो गया। 82 साल के चुन्नी 1962 के एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान थे। बंगाल क्रिकेट टीम के तरफ से वो फर्स्ट क्लास क्रिकेट भी खेले। चुन्नी के परिवार ने उनके निधन की जानकारी दी। भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड से भी नवाजा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, खेल मंत्री किरण रिजिजू और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने गोस्वामी के निधन पर दुख जताया।हार्ट अटैक से निधनचुन्नी लंबे वक्त से शुगर और नर्व प्रॉब्लम्स से जूझ रहे थे। गुरुवार सुबह हालत ज्यादा खराब हुई तो परिवार ने उन्हें कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यह उन्हें इलाज के दौरान ही दिल का दौरा पड़ा। कुछ देर बाद उन्होंने अंतिम सांस ली।राष्ट्रपति समेत अन्य लोगों ने दुख जतायाराष्ट्रपति ने ट्वीट किया, “चुन्नी गोस्वामी के निधन की खबर से दुख हुआ। उनके निधन से भारतीय फुटबॉल प्रशंसकों ने एक लेजेंड खो दिया। वह एक बहुमुखी खिलाड़ी थे। उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।” वहीं, ओम बिड़ला ने कहा, ‘‘पूर्व फुटबॉलर और प्रथम श्रेणी के क्रिकेटर चुन्नी गोस्वामी के निधन की खबर से दुखी हूं। दोनों खेलों में उनकी उपलब्धियों को हमेशा देश याद रखेगा। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’##ऑलराउंड स्पोर्ट्समैन1962 एशियाई खेलों में भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक जीता। चुन्नी इस टीम के कप्तान थे। 1964 में टीम एशियन रनर अप रही। इसकी कमान भी बंगाल के इस बेहतरीन फुटबॉलर के हाथ में थी। वो आजीवन कोलकाता के मोहन बागान क्लब से जुड़े रहे। खास बात ये है कि चुन्नी सिर्फ फुटबॉलर ही नहीं थे। वो बंगाल की टीम से प्रथण श्रेणी क्रिकेट भी खेले। इसके अलावा हॉकी के भी वो जबरदस्त फॉरवर्ड थे। लेकिन, पहला प्यार फुटबॉल ही रहा।27 साल की उम्र में इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यासचुन्नी ने 1957 में बतौर फुटबॉलर इंटरनेशनल डेब्यू किया। 27 साल के हुए तो इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास ले लिया। लेकिन, मोहन बागान के लिए खेलते रहे। 1966 में वेस्ट इंडीज टीम भारत दौरे पर थी। हनुमंत सिंह की कप्तानी में सेंट्रल और ईस्ट जोन की कम्बाइंड टीम बनी। इंदौर में मैच हुआ। सर गैरी सोबर्स की कप्तानी वाली टीम को आठ विकेट से हार मिली। चुन्नी ने इस मैच में आठ विकेट लिए। 1971-72 में वो बंगाल टीम के कप्तान बने। टीम को रणजी फाइनल तक पहुंचाया। यहां बॉम्बे (अब मुंबई) से हार मिली। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today भारतीय टीम ने 1962 के एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीता था, चुन्नी इस टीम के कप्तान थे। - फाइल फोटो Full Article
india news सानिया मिर्जा फेड कप हर्ट अवॉर्ड के लिए नामित, यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं By Published On :: Fri, 01 May 2020 04:08:00 GMT भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा को फेड कप हर्ट अवॉर्ड के लिए एशिया-ओसिनिया जोन से नामित किया गया है। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वे भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं। यह जानकारी ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (एआईटीए) के महासचिव हिरण्मय चटर्जी ने गुरुवार को दी। सानिया ने मां बनने के दो साल बाद जनवरी में कोर्ट में वापसी की थी। उन्होंने होबार्ट इंटरनेशनल टेनिस टूर्नामेंट का डबल्स खिताब जीता था। इसमें सानिया की जोड़ीदार यूक्रेन की नादिया किचेनॉक थीं।पूर्व डबल्स की नंबर-1 सानिया 2016 के बाद पहली बार इस साल के लिए फेड कप टीम में शामिल हुईं। उन्होंने अंकिता रैना से साथ मिलकर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत को फेड कप के प्लेऑफ में पहुंचाया था।‘टीम की सफलता में योगदान देकर गर्व होता है’सानिया ने कहा, ‘‘2003 के बाद वापस भारत का पहली बार प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मेरा 18 सालों का लंबा करियर है और मैं भारतीय टेनिस टीम की सफलता में योगदान देकर गर्व महसूस करती हूं। फेड कप एशिया/ओसनिया टूर्नामेंट के नतीजे मेरे करियर की बड़ी उपलब्धियों में से एक हैं। यह ऐसा पल है, जिसके लिए हर एथलीट खेलता है और मैं फेड कप हर्ट अवॉर्ड चयन पैनल का मुझे नामित करने के लिए आभारी हूं।’’1 से 8 मई तक होगी ऑनलाइन वोटिंगइस साल फेड कप के शीर्ष प्रदर्शन को देखते हुए फेड कप हर्ट अवॉर्ड ग्रुप वन के लिए 6 खिलाड़ियों को नामित किया गया है। हर्ट अवॉर्ड की विजेता की घोषणा ऑनलाइन वोटिंग के आधार पर की जाएगी। फैन्स 1 से 8 मई के बीच ऑनलाइन वोटिंग कर इसके विजेता का फैसला करेंगे।इन खिलाड़ियों को भी नामिनेशन में जगह मिलीएशिया/ओसनिया क्षेत्र से इंडोनेशिया की प्रिस्का मेडलिन नुगरोहो ऐसी दूसरी खिलाड़ी हैं, जो इस अवॉर्ड के लिए नामित की गई हैं। यूरोप/अफ्रीका क्षेत्र से एस्तोनिया की एनेट कोंटावेट और लक्जमबर्ग की एलिओनोरा मोलीनारो, अमेरिका क्षेत्र से मैक्सिको की फर्नांडो कोंट्रेरास गोमेज और पराग्वे की वेरोनिका केपेडे रोइग इस अवॉर्ड के लिए नामित की गई हैं।सानिया ने 6 ग्रैंडस्लैम जीतेसानिया ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मालिक से शादी की थी। उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में बेटे को जन्म दिया था। सानिया ने छह ग्रैंडस्लैम जीते हैं। वे जनवरी में होने वाले साल के पहले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन में अमेरिका के राजीव राम के साथ मिक्स्ड डबल्स में खेलने वाली थीं, लेकिन चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गईं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सानिया मिर्जा ने 6 ग्रैंडस्लैम जीते हैं। उन्होंने जनवरी में ही होबार्ट इंटरनेशनल टेनिस टूर्नामेंट का डबल्स खिताब जीता था। इसमें सानिया की जोड़ीदार यूक्रेन की नादिया किचेनॉक थीं। -फाइल फोटो Full Article
india news कतर फीफा वर्ल्ड कप के ब्रांड एंबेसडर आदिल का टेस्ट पॉजिटिव, इससे पहले 3 तीन स्टेडियम के 8 कर्मचारी भी संक्रमित हुए By Published On :: Fri, 01 May 2020 05:37:31 GMT कोरोनावायरस (कोविड-19) खेल जगत को भी अपनी गिरफ्त में लेता जा रहा है। अब फुटबॉल के लिए एक बुरी खबर यह है कि कतर फीफा वर्ल्ड कप के ब्रांड एंबेसडर आदिल खामिस (54) का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। इसकी पुष्टि गुरुवार को आयोजन समिति ने की है। इससे पहले भी वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुटे 3 स्टेडियम के 8 कर्मचारी भी संक्रमित पाए गए थे। इन सभी के बावजूद फीफा वर्ल्ड कप की सभी तैयारियां जारी हैं। यह टूर्नामेंट नवंबर-दिसंबर 2022 में होना है।आदिल कतर की राष्ट्रीय टीम से खेल चुके हैं। 18 साल की उम्र में उन्होंने कतर टीम से अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। उन्होंने 1983 में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरूआत की और 2000 में संन्यास ले लिया था। उन्होंने सुडान के खिलाफ आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था।वर्ल्ड कप के लिए 7 नए स्टेडियम तैयार हो रहेहाल ही में कतर वर्ल्ड कप प्रबंधन ने कहा था, ‘‘सभी 8 संक्रमित कर्मचारी अल-थुमामा, अल-रायन स्टेडियम और अल-बायत स्टेडियम में कार्य कर रहे थे। यह सभी सुप्रीम कमेटी के कॉन्ट्रैक्टर के तौर पर काम करने वाले स्टाफ के सदस्य हैं। ’’ कतर फीफा वर्ल्ड कप के लिए 7 नए स्टेडियम बना रहा है। एक तैयार भी हो गया है, जिसे आधिकारिक तौर पर खोल भी दिया गया है।कतर में 13,409 कोराना के मामले, 1372 ठीक, 10 की मौतकतर में गुरुवार तक कोविड-19 के 13, 409 मामले आ चुके हैं। जिनमें 1372 मरीज ठीक हो चुके हैं। जबकि 10 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं दुनिया में 32 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें 2.23 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।खेल जगत के 7 दिग्गजों की कोरोना से मौतकोरोनावायरस से अब तक खेल जगत के 7 दिग्गजों की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जफर सफराज और इटली के धावक दोनातो साबिया (56), स्विट्जरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो (79), फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60), इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71), फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) और पाकिस्तान के स्क्वैश लीजेंड आजम खान (95) भी दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फीफा वर्ल्ड कप 2022 के लिए जर्सी लॉन्च करते आदिल खामिस (दाएं)। उन्होंने 18 साल की उम्र में कतर टीम से पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। उन्होंने 1983 में करियर की शुरूआत की और 2000 में संन्यास ले लिया था। Full Article
india news इंग्लिश प्रीमियर लीग जून से शुरू हो सकती है, खिलाड़ियों का टेस्ट हफ्ते में 2 बार होगा By Published On :: Fri, 01 May 2020 07:44:22 GMT इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) को फिर से शुरू करने के लिए प्लान बनाया जा रहा है। क्लबों को अगर सरकार से ट्रेनिंग शुरू करने की इजाजत मिलती है तो वे सप्ताह में कम से कम दो बार खिलाड़ियों और अधिकारियों का टेस्ट करेंगे। कोरोनावायरस के कारण लीग मार्च से स्थगित है। स्पेनिश ला लिगा और जर्मनी की बुंदेसलिगा सहित अन्य यूरोपियन लीग से चर्चा के बाद प्रीमियर लीग के मेडिकल एडवाइजर डॉ मार्क जिलेट द्वारा यह मसौदा तैयार किया गया है। टेस्ट में किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा और सभी महत्वपूर्ण लोगों का टेस्ट लिया जाएगा। टेस्ट का पूरा खर्च लीग उठाएगी।शुक्रवार को शेयरहोल्डर्स के साथ होने वाली बैठक में इसे पेश किया जाएगा। लीग को जून से बिना फैंस के शुरू करने की तैयारी चल रही है। वहीं, फ्रेंच फुटबॉल लीग के आयोजकों ने मौजूदा सीजन खत्म करने की घोषणा की। आयोजकों ने लीग-1 में टॉप पर चल रहे पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) को विजेता घोषित कर दिया है।स्विस लीग 8 जून से, टीमें 11 मई से ट्रेनिंग करेंगीस्विस फुटबॉल लीग 8 जून से शुरू हो सकती है। हालांकि फैंस को आने की अनुमति नहीं होगी। सरकार ने नियमों में ढील दी है। टीमें 11 मई से ट्रेनिंग शुरू कर सकती हैं। हालांकि एक ग्रुप में पांच से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। लीग मार्च की शुरुआत से स्थगित है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) को फिर से शुरू करने के लिए प्लान बनाया जा रहा है। कोरोनावायरस के कारण लीग मार्च से स्थगित है। -फाइल फोटो Full Article
india news पीसीबी के पूर्व चेयरमैन का खुलासा- उमर अकमल को पड़ते हैं मिर्गी के दौरे, इसलिए 2013 के वेस्टइंडीज दौरे से वापस बुलाया था By Published On :: Fri, 01 May 2020 09:50:19 GMT पीसीबी के पूर्व चेयरमैन नजम सेठी ने खुलासा किया है कि बल्लेबाज उमर अकमल को मिर्गी के दौरे पड़ते हैं, जिसका इलाज कराने से उसनेइनकारकर दिया था। सेठी ने पाकिस्तान के एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा- हमारे पास मेडिकल रिपोर्ट थी, जिसमें यह साफ लिखा था कि अकमल को मिर्गी के दौरे पड़ते हैं। 2013 के वेस्टइंडीज दौरे पर भीउसे मिर्गी का दौरा पड़ा और हमने उसे वापस बुला लिया।उन्होंने आगे कहा किमैंने उसे दो महीने तक खेलने से रोक दिया, लेकिन बाद में हमने मेडिकल रिपोर्ट सिलेक्टर्स के पास भेज दी और फैसलाउन पर छोड़ दिया। क्योंकि मुझे उनके काम में दखलअंदाजी करना पसंद नहीं था।अकमल प्रतिभाशाली क्रिकेटर है: सेठीसेठी के मुताबिक,उमर काफी टैलेंटेड क्रिकेटर हैं, लेकिन वहखुद को टीम से बड़ा समझताहैऔर उसे कभी अनुशासन में रहना पसंद नहीं। वह टीम के लिए नहीं खुद के लिए खेलता है।अकमल कोस्पॉट फिक्सिंग के मामले में दोषी पाए जाने पर पीसीबी ने 3 साल के लिए किसी भी फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी-20) में खेलने पर प्रतिबंध लगाया है।अकमल ने इंटरव्यू में 2 लाख डॉलर की पेशकश की बात कही थीइससे पहले, अकमल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें एक बुकी ने स्पॉट फिक्सिंग के लिए 2 लाख डॉलर की पेशकश की थी। इतना ही नहीं, इस खिलाड़ी ने यह दावा भी किया था कि उसे भारत के खिलाफ मैच न खेलने के एवज में भी मोटी रकम देने का वादा किया गया था। इसके अलावा 2015 में ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में हुए वर्ल्ड कप के दौरान भी मैच फिक्सर ने सम्पर्क साधा था। हालांकि, अकमल पीसीबी की अनुशासन कमेटी को यह बात बताने में नाकाम रहे कि उन्होंने इसकी जानकारी आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट को क्यों नहीं दी।अकमल ने अक्टूबर 2019 में पिछला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला थाअकमल ने पिछला अंतरराष्ट्रीय मैच अक्टूबर 2019 में खेला था। वे पाकिस्तान के लिए 16 टेस्ट, 121 वनडे और 84 टी-20 खेल चुके हैं। इन तीनों फॉर्मेट में उन्होंने 1003, 3194 और 1690 रन बनाए हैं। अकमल ने अपने टेस्ट डेब्यू में न्यूजीलैंड के खिलाफ 129 रन बनाए थे। हालांकि, इसके बाद से उनका करियर कभी पटरी पर नहीं आ पाया। इसी साल फरवरी में उन्होंने फिटनेस टेस्ट के दौरान ट्रेनर से बदतमीजी की थी। इसकी शिकायत पीसीबी से की गई थी। हालांकि, बोर्ड ने उन्हेंचेतावनी देकर छोड़ दिया था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उमर अकमल ने अपने पहले टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ 129 रन बनाए थे। वे अब तक 16 टेस्ट और121 वनडे खेल चुके हैं। (फाइल) Full Article
india news मजदूर नहीं मिले तो खेत में गेहूं कटाई के लिए उतरे खिलाड़ी, हॉकी प्लेयर पूनम बोलीं- कोई किसानों का हक छीनने का काम न करे By Published On :: Fri, 01 May 2020 10:23:53 GMT कोरोनावायरस की वजह सेदेश मेंलोग घरों में कैद हैं।सबसे ज्यादादिक्कत किसानों को हो रही है।उन्हें फसल काटने के लिएमजदूर नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में कुछइंटरनेशनल खिलाड़ी अपनेखेती- किसानी के काम में जुटे हैं। इनमेंबॉक्सर अमित पांघल और मनोज कुमार के अलावा महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी पूनम मलिक भी शामिल हैं। हाल ही में पूनम ने ट्वीट मेंंकहा था कि कोई किसानोंं का हक छीनने का काम न करे।पैरालिंपिक एथलीट रिंकु ने मशीन से गेहूं की कटाई कीरियो पैरालिंपिक गेम्स के जेवलिन में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले रिंकु हुड्डा ने कहा, ‘‘मेरा काम मशीन से गेहूं की कटाई करवाना है। 9 एकड़ के गेहूं की कटाई मशीन से पूरी हो गई है। आधी एकड़ और बची है। उम्मीद करता हूं कि बारिश से पहले गेहूं की पैकिंग का भी काम हो जाएगा।’’अमित ने गेहूं कटाई के बाद पैकिंग भी कीबॉक्सर अमित पांघल ने कहा- लॉकडाउन की वजह से मौका मिला, घर का काम कर अच्छा लगापिछले साल वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में देश के लिए सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले बॉक्सर अमित पांघल भी इन दिनों रोहतक के अपने मान्या गांव में हैं। यहां वे खेती के काम में परिवार की मदद कर रहे हैं। अमित ने कहा, ‘‘मैं हमेशा अपने परिवार वालों का बिना कहे ही सहयोग करता हूं, लेकिन बॉक्सिंग के कारण मैं गेहूं की कटाई के समय गांव से बाहर ही रहा हूं। लॉकडाउन के कारण गांव में हूं। अब मुझे परिवार वालों के साथ गेहूं की कटाई और पैकिंग करने का मौका मिला है। किसान पुत्र होने कारण यह करने में मुझे संतुष्टि मिली है।’’पूनम ने पहली बार गेहूं की कटाई की 200 इंटरनेशनल मैचों में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकीं हिसार की हॉकी खिलाड़ी पूनम मलिक लॉकडाउन के कारण अपने गांव उमरा में है। उन्होंने एक अग्रेंजी अखबार को बताया- लॉक डाउन के कारण सभी खेलों पर रोक लगी हुई है। ट्रेनिंग कैंप भी स्थगित हो गए हैं। लॉकडाउन के कारण गेहूं की कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में वह परिवार के लोगों के साथ अपने खेत में जाकर गेहूं की कटाई कर रही हैं। उन्होंने पहली बार गेहूं कटाई की है। वे गांव में ही पली-बढ़ी हुई हैं, लेकिन गेहूं की कटाई के समय में वे खेल के कारण ज्यादा समय गांव से बाहर ही रही हैं। मलिक ने बताया कि वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ चार दिन गेहूं की कटाई करने के लिए गईं। उन्होंने परिवार के अन्य चार सदस्यों के साथ चार दिन में एक एकड़ गेहूं की कटाई का काम को पूरा किया है। वह सुबह और शाम दो टाइम गेहूं की कटाई करने के लिए खेत में जाती थीं। इन चार दिनों का अनुभव उनका काफी अच्छा रहा। वह बताती हैं कि चार दिनों में दरांती को हैंडल करना अच्छी तरह से सीख लिया है। पूनम ने 26 अप्रैल को ट्विटर पर एक कविता भी शेयर की थी।बचपन में सिर्फमौजमस्ती थी, अब सही मायने में गेहूंकटाई कीमनोज कुमार ने बताया- खेल की वजह से वक्त ही नहीं मिलता थादो बार ओलिंपिक में बॉक्सिंग टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके मनोज कुमार बताते हैं कि 1999 के बाद यह दूसरा मौका है, जब वह गेहूं की कटाई के सीजन में अपने गांव राजौंद (कैथल) में हैं। उन्होंने बचपन में बड़ों को ही गेहूं की कटाई करते देखा है। वह भी कई बार मौज- मस्ती करने के लिए उनके साथ गेहूं की कटाई करने के लिए जाते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण वह अभी अपने घर पर हैं। चूंकि मजदूर नहीं मिल रहे हैं, इसलिए वह सही मायनों में अब खेतों में जाकर गेहूं की कटाई कर रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today हॉकी खिलाड़ी पूनम मलिक ने ट्विटर पर फोटो शेयर करते हुए कविता लिखी- हम मेहनत का जगवालों से जब अपना हिसाब मांगेंगे! एक खेत नहीं,एक बाग नहीं... हम पूरी दुनिया मांगेंगे! Full Article
india news कोरोना के कारण फ्रेंच लीग-1 रद्द; अंक तालिका के आधार पर पीएसजी विजेता, टीम ने 9वीं बार खिताब जीता By Published On :: Fri, 01 May 2020 11:23:00 GMT कोरोनावायरस के कारण फ्रांस के फुटबॉल टूर्नामेंट लीग-1 के इस सीजन को रद्द कर दिया गया है। लीग के आधे मुकाबले हो चुके थे। ऐसे में अंक तालिका के आधार पर पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएससजी) को विजेता घोषित कर दिया गया है। पीएसजी 68 पॉइंट के साथ अंक तालिका में शीर्ष पर है। टीम ने 27 में से 22 मैच जीते, 3 हारे और 2 मुकाबले ड्रॉ खेले हैं। पीएसजी ने पिछले 8 सालों में 7वां और कुल 9वीं बार यह खिताब अपने नाम किया है।अंक तालिका में दूसरे नंबर पर मार्सेली और तीसरे पर स्टडे रेनाएस हैं। पीएसजी और इन दोनों क्लब को यूईएफए चैम्पियंस लीग में जगह मिलेगी। इनके अलावा लिली, स्टाडे दे रेइमस और नीस यूरोपा लीग में खेलेंगे।फ्रांस में सितंबर तक सभी खेल गतिविधियां स्थगितइससे पहले फ्रांस के प्रधानमंत्री एदुआर्द फिलिप ने संसद भवन में भाषण देते हुए कहा था कि कोरोनावायरस के कारण देश में सभी तरह की खेल संबंधी गतिविधियां सितंबर तक स्थगित कर दी गई हैं, जिसमें फुटबॉल भी शामिल है। इसके बाद पीएसजी के अध्यक्ष नासिर अल खलीफी ने फ्रेंच लीग को विदेश में करवाने की बात भी कही थी।विदेश में लीग-1 कराने पर सहमति नहीं बनीअल खलीफी ने कहा था, ‘‘यदि फ्रांस में खेलना संभव नहीं है तो हम अपने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के लिए सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुरक्षा के साथ विदेश में भी मैच खेलने को तैयार हैं। हम फ्रांस सरकार के निर्णय का सम्मान करते हैं। यूईएफए (यूरोपीय फुटबॉल संघ) के साथ करार को देखते हुए हम कहीं भी और किसी भी समय चैम्पियंस लीग में खेलने के लिए तैयार हैं।’’ हालांकि विदेश में लीग-1 कराने पर कोई सहमति नहीं बन सकी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फ्रांस के फुटबॉल टूर्नामेंट लीग-1 के इस सीजन में पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएससजी) के किलियन एम्बाप्पे (दाएंं) ने सबसे ज्यादा 18 गोल दागे हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर रज्जाक बोले- कपिल देव के आस-पास भी नहीं पंड्या; बुमराह वर्ल्ड क्लास गेंदबाज बनने की राह पर By Published On :: Fri, 01 May 2020 11:29:45 GMT पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर अब्दुल रज्जाक ने कहा कि हार्दिक पंड्या की पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव से तुलना करना जल्दबाजी होगी। रज्जाक के मुताबिक, कपिल देव और इमरान खान क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरहैं। पंड्या इनके आस-पास भी नहीं है। मैं भी ऑलराउंडर था, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि मैं इमरान भाई से तुलना करने लगूं। कपिल पाजी और इमरान भाई अलग लीग में थे। पंड्या को वर्ल्ड क्लास क्रिकेटर बनने के लिए अभी काफी मेहनत करने की जरूरत है।पाकिस्तान के इस पूर्व ऑलराउंडर ने न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा कि पंड्या अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन वे और बेहतर ऑलराउंडर बन सकते हैं। यह सिर्फ मेहनत से होगा। जब आप खेल को ज्यादा वक्त नहीं देते हैं, तो इसका आपकी काबिलियत पर असर पड़ता है। पंड्या को शारीरिक और मानसिक रूप से और मजबूत बनना होगा। आप देख सकते हैं कि वे लगातार चोटिल हो रहे हैं। पिछले साल ही उन्हें बैक सर्जरी करानी पड़ी। जब आप ज्यादा पैसा कमाने लगते हैं तो खेल को लेकर थोड़ा रिलेक्स हो जाते हैं। हर खिलाड़ी के लिए यह एक जैसा ही होता है। मोहम्मद आमिर ने भी कामयाब होने के बाद उतनी मेहनत नहीं की, जिसका असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा।बुमराह को लेकर दिए बयान को गलत समझा गयारज्जाक ने पिछले साल जसप्रीत बुमराह को लेकर दिए बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि बुमराह से मेरी कोई व्यक्तिगत नाराजगी नहीं है। मैं उनकी तुलना ग्लेन मैक्ग्रा, वसीम अकरम, शोएब अख्तर जैसे गेंदबाजों से कर रहा था। क्योंकि इनका सामना करना बल्लेबाजों के लिए ज्यादा मुश्किल था। लेकिन मेरे बयान को गलत समझागया। मुझे लगता है कि बुमराह वर्ल्ड क्लास गेंदबाज बनने की राह पर हैं। लेकिन हमारे वक्त गेंदबाज आज के मुकाबले ज्यादा बेहतर थे। इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है। दरअसल, पाकिस्तान के इस पूर्व ऑलराउंडर ने दूसरे गेंदबाजों की तुलना में बुमराह को 'बेबी बॉलर' कहा था। उनके इस बयान पर काफी विवाद हुआ था। पिछले कुछ सालों में क्रिकेट का स्तर गिरापाकिस्तान के इस ऑलराउंडर ने कहा कि पिछले कुछ सालों में क्रिकेट का स्तर गिरा है। आज के गेंदबाजों का सामना करने में बल्लेबाज दबाव महसूस नहीं करते। यह क्रिकेट का बुरा दौर है। हम विश्वस्तरीय खिलाड़ी पैदा नहीं कर रहे हैं, जैसे कि 10-15 साल पहले होते थे। तब सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली जैसे खिलाड़ी थे। वे ऐसे थे कि दुनिया की किसी भी टीम में जगह बना लेते।'भारत का वर्ल्ड कप में हमारे खिलाफ जीत का सिलसिला जारी रहेगा'भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबले को लेकर रज्जाक ने कहा कि 90 के दशक में हमारी टीम मजबूत हुआ करती थी। लेकिन पिछले कुछ सालों में भारत का पलड़ा हम पर भारी रहा है। टीम इंडिया 7 बार वर्ल्ड कप में हरा चुकी है। मुझे लगता है कि भारत का यह रिकॉर्ड आगे भी कायम रहेगा। क्योंकि भारतीय टीम दबाव का सामना करने में हमसे बेहतर है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अब्दुल रज्जाक ने जसप्रीत बुमराह को बेबी बॉलर बताने वाले बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैं उनकी तुलना वसीम अकरम और शोएब अख्तर से कर रहा था, जिन्हें खेलने में बल्लेबाज काफी परेशानी नजर आते थे। (फाइल) Full Article
india news ऑस्ट्रेलियाई कोच लैंगर बोले- हमारा एक ही लक्ष्य, टीम इंडिया को उसके घर में हराना By Published On :: Fri, 01 May 2020 13:11:03 GMT आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन टीम बनने के बाद ऑस्ट्रेलिया का लक्ष्य टीम इंडिया को उसके घर में हराना है। यह बात ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने शुक्रवार को मेलबर्न में कही। साउथ अफ्रीका में बॉल टैम्परिंग स्कैंडल के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर जैसे बेहतरीन प्लेयर्स को बाहर होना पड़ा था। हालांकि, इसी दौर में लबुशाने जैसे बेहतरीन बल्लेबाज को टीम में जगह मिली।हालात जल्द बदल भी सकते हैंऑस्ट्रलेलियाई टीम भले ही टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन हो गई हो लेकिन लैंगर जानते हैं कि शीर्ष पर बना रहना आसान नहीं है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट से बातचीत में उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि इस रैंकिंग को मेंटेन करना आसान नहीं है। लेकिन, फिलहाल तो खुशी है कि हम टॉपर हैं। यहां बने रहने के लिए काफी मेहनत करनी होगी। ये साबित करना होगा कि ऑस्ट्रेलिया नंबर एक बने रहने के लायक है। दो साल में हमने काफी सुधार किया है। मैदान के अंदर और बाहर भी।”भारत के बारे में क्या कहा?ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व लेफ्ट हैंडर ओपनर ने आगे कहा, “इसमें कोई दो राय नहीं कि हमारा टारगेट वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप है। लेकिन, इससे भी बड़ा लक्ष्य है। हम भारत को भारत में और फिर यहां यानी ऑस्ट्रेलिया में हराना चाहते हैं। दरअस, किसी टॉप टीम की असली परीक्षा तब होती है जब आप सबसे मजबूत टीम को मात देते हैं।” लैंगर ने माना कि एरोन फिंच की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया टी20 वर्ल्ड कप जीत सकती है। हालांकि, वो ये भी मानते हैं कि इस टूर्नामेंट में मुकाबले बहुत सख्त होंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ऑस्ट्रेलिया के टी20 कप्तान एरोन फिंच के साथ कोच जस्टिन लैंगर (बाएं)। लैंगर के मुताबिक, फिंच की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम टी20 वर्ल्ड कप जीत सकती है। (फाइल) Full Article
india news 60 फीसदी फैन्स का अब भी मानना इस साल लीग होगी; 13 फीसदी का कहना खाली स्टेडियम में मैच हों By Published On :: Fri, 01 May 2020 14:27:00 GMT कोरोनावायरस की वजह से इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। इस बीच, ई-स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म माय टीम11 ने इसे लेकर एक सर्वे कराया था। इसमें शामिल 60 फीसदी फैन्स ने इस साल आईपीएल होने की उम्मीद जताई है, जबकि 13 फीसदी का कहना है कि लीग के मैच जून-जुलाई के विंडो में खाली स्टेडियम में कराए जाएं। यह सर्वे 10 हजार लोगों पर किया गया।इस सर्वे में हिस्सा लेने वाले 83 फीसदी लोगों का मानना था कि 2020 के अंत तक खेल गतिविधियां दोबारा शुरू हो सकते हैं जबकि करीब 40 फीसदी लोगों ने कहा कि वे 2021 से पहले खेल प्रतियोगिताओं को देखने जाने के लिए सहज महसूस नहीं करेंगे। ऐसे में लंबे वक्त तक स्टेडियम खाली ही रहेंगे। सर्वे के मुताबिक, 63 फीसदी लोग जल्द ही खेलों के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं जबकि 20 फीसदी लोगों को खेल गतिविधियों के शुरू होने अगर तीन से चार महीने की देरी भी होती है तो उससे कोई परेशानी नहीं। बोर्ड ने 16 अप्रैल को आईपीएल को स्थगित किया थाबीसीसीआई ने पिछले महीने 16 अप्रैल को लॉकडाउन की मियाद 3 मई तक बढ़ने के बाद आईपीएल को अगले आदेश तक के लिए टाल दिया था। हालांकि, तब बोर्ड ने इसके शेड्यूल के बारे में नहीं बताया था।दिसंबर से पहले आईपीएल होना मुमकिन नहींमौजूदा हालात और इंटरनेशनल शेड्यूल के चलते इसका दिसंबर के पहले होना मुश्किल लग रहा। जून से सितंबर तक मॉनसून सीजन रहता है। इस दौरान भारत को श्रीलंका और जिम्बाब्वे में सीरीज भी खेलनी है। अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप खेला जाना है। इसके बाद अन्य टीमों की आपसी सीरीज का कैलेंडर भी तय रहता है। इस शेड्यूल के बीच ही बीसीसीआई को आईपीएल के लिए खाली तारीखें तलाशनी होंगी। ऐसा होता है तो भी दिसंबर के पहले आईपीएल होना संभव नहीं लग रहा है।पहले यह टूर्नामेंट 29 मार्च से शुरू होना था, लेकिन कोरोना और वीजा प्रतिबंध के कारण 15 अप्रैल तक के लिए इसे टाल दिया गया था।आईपीएल का फॉर्मेट छोटा हो सकता हैइस बार आईपीएल 50 दिन की बजाए 44 दिन का होना था। सभी 8 टीमों को 9 शहरों में 14-14 मैच खेलने थे। इनके अलावा 2 सेमीफाइनल, 1 नॉकआउट और 24 मई को वानखेड़े में फाइनल होना था, लेकिन अब जब भी यह टूर्नामेंट होगा तो बोर्ड इसके फॉर्मेट को छोटा करके 37 दिन का कर सकता है। 2009 में भी लोकसभा चुनाव के कारण इतने दिन में ही आईपीएल हुआ था। तब दक्षिण अफ्रीका में मुकाबले हुए थे। नीलामी में 140.3 करोड़ रुपए में 62 खिलाड़ी खरीदे गएइस बार आईपीएल नीलामी में 62 खिलाड़ी बिके, जिनमें 33 भारतीय और 29 विदेशी हैं। फ्रेंचाइजियों ने इन खिलाड़ियों को खरीदने में 140.3 करोड़ रुपए खर्च किए थे। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने थे। उन्हें कोलकाता ने 15.5 करोड़ रुपए में खरीदा था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आईपीएल इस साल 29 मार्च को होना था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से पहले इसे 15 अप्रैल तक टाला गया था। लेकिन दूसरे चरण में सरकार ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया। इसके बाद लीग को अगले आदेश तक के लिए टाल दिया गया था। (फाइल) Full Article
india news खेल मंत्री रिजिजू ने कहा- फुटबॉल मेरे लिए जुनून की तरह, इसे बढ़ावा देने के लिए स्कूलों तक ले जाना होगा By Published On :: Fri, 01 May 2020 16:14:00 GMT केंद्रीय खेल मंत्री किरन रिजिजू ने शुक्रवार को कहा कि देश में फुटबॉल को बढ़ाने के लिए स्थानीय स्तर पर लीग को विकसित करना होगा औऱ इसके लिए पहला कदम खेल को स्कूलों तक ले जाना होगा। रिजिजू ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) द्वारा लॉकडाउन के दौरान शुरू किए गए ऑनलाइन कोचिंग कोर्स के एक सेशन के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस ऑनलाइन कोर्स से पूरे देश में कोचिंग से जुड़े लोगों को फायदा होगा।इस ऑनलाइन कोर्स में करीब 1000 लोग जुड़े और कई एक्सपर्ट ने उन्हें कोचिंग से जुड़ी बारीकियां समझाईं। यह ऑनलाइन कोर्स तीन मई तक चलेगा।खेल मंत्री नेएआईएफएफ और खिलाड़ियों द्वारा कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए प्रधानमंत्री केयर फंड में मदद देने की भी तारीफ की।फुटबॉल मेरे लिए जीने का तरीका: रिजिजूरिजिजूनेकहा- फुटबॉल मेरे लिए एक जुनून जैसा है और यह जीने का तरीका भी है। आपको यह जानना जरुरी है कि मैं जिस क्षेत्र से आता हूं वहां इस खेल को काफी पसंद किया जाता है। उन्होंने कहा कि हम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फुटबॉल का माहौल तैयार करने के प्रयास में कामयाब रहे हैं। हमें इसका फायदा उठाना है और सबसे बड़ा कोचिंग प्रोग्राम शुरू करना है। उन्होंने कहा किजब हम भारत में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने की बात करते हैं तो फुटबॉल को नजरअंदाज नहीं कर सकते। हमें खेल में ज्यादा से ज्यादा समय देने की जरुरत है। फुटबॉल खेल से अधिक है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today खेल मंत्री किरन रिजिजू ने ऑनलाइन कोचिंग डेवलपमेंट प्रोग्राम को अहम बताया। उन्होंने शुक्रवार को फुटबॉल कोच के अलावा फेडरेशन से जुड़े लोगों से खेल के भविष्य को लेकर बात की। Full Article
india news ऑस्ट्रेलिया ने गेंद चमकाने के लिए पसीने या लार के इस्तेमाल पर रोक लगाई, एक हफ्ते बाद प्रैक्टिस शुरू होगी By Published On :: Fri, 01 May 2020 16:37:12 GMT ऑस्ट्रेलिया में कोरोनावायरस का असर कम होने के बाद जब क्रिकेट दोबारा शुरू होगा तो गेंद को चमकाने के लिए लार या पसीने का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। ऑस्ट्रेलिया सरकार ने खेलों की वापसी को लेकर जो खाका तैयार किया था, उसमें यह सुझाव शामिल है। क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियन इंस्टिट्यूट ऑफ स्पोर्ट(एआईएस) ने मेडिकल एक्सपर्ट, खेल संगठनों के अलावा राज्य सरकारों से चर्चा के बाद यह गाइडलाइनजारी की। इसमें गेंद को चमकाने के लिए पसीने और लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध की बात कही गई है।इधर,ऑस्ट्रेलिया सरकार ने देश में खेलों की वापसी को लेकर जो खाका तैयार किया है। उसमें तीन चरणों (ए, बी और सी) में वापसी का जिक्र किया है। फिलहाल, कोरोना की वजह से खेलों पर जो रोक लगाई गई है, वह 'ए' स्तर की है। इसमें व्यक्तिगत प्रैक्टिस करने के अलावा हर तरह की ट्रेनिंग पर प्रतिबंध है। एक हफ्ते बाद इसमेंढिलाई दी जाएगी और इसे 'बी' स्तर का कर दिया जाएगा। इसमें बल्लेबाज नेट्स पर प्रैक्टिस कर सकेंगे। लेकिन गेंदबाजों की संख्या सीमित ही रहेगी। हालांकि, फील्डिंग को लेकर किसी तरह की पाबंदी नहीं रहेगी। लेकिन खिलाड़ियों के आपस में सम्पर्क को नियंत्रित ही रखा जाएगा। इस दौरान गेंद पर लार या पसीने के इस्तेमाल पर रोक जारी रहेगी।तीसरे चरण में प्रैक्टिस की छूट होगीतीसरे और आखिरी चरणमें प्रैक्टिस की पूरी तरहछूट होगी, लेकिन इसमें भी गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल की इजाजत नहीं होगी।गाइडलाइन के मुताबिक, कोरोना के लक्षण वाले किसी भी खिलाड़ी को प्रैक्टिस से दूर रहने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, पिछले 14 दिन में अगर कोई खिलाड़ी की तबियत खराब रही हो या वह किसी कोरोना संदिग्ध के सम्पर्क में भी आया हो तो उसे भी मैदान पर आने की इजाजत नहीं होगी। वॉर्नर ने लार के इस्तेमाल को रोकने का विरोध कियाएक दिन पहले ही ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल को नहीं रोके जाने की वकालत की थी।उन्होंनेक्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा था कि आप ड्रेसिंग रूम और अन्य चीजें शेयर कर रहे हैं, जो ज्यादा खतरनाक है। ऐसे में मुझे नहीं लगता कि इसे (लार के इस्तेमाल) बदलने की जरूरत है। सालों से ऐसा ही हो रहा है। मुझे याद भी नहीं है कि इससे कोई बीमार हुआ हो। संक्रमण फैलाने के लिए एक यही चीज जरूरी नहीं है।वहीं, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज शॉन टेट के विचार वॉर्नर के बिल्कुल उलट हैं। उन्होंने कहा था कि लार का इस्तेमाल अब पुरानी बात हो गई है। ऐसे में हमें नए बदलावों को स्वीकार करना चाहिए।आईसीसी गेंद चमकाने के लिए आर्टिफिशियल पदार्थ के इस्तेमाल पर विचार कर रहाहाल ही में इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की बैठक हुई थी। इसमें आईसीसी की मेडिकल कमेटी के प्रमुख पीटर हरकोर्ट ने गेंद को चमकाने के लिए आर्टिफिशियल पदार्थ के इस्तेमाल करने का सुझाव रखा था। उन्होंने कहा था किहमारा अगला कदम इंटरनेशनल क्रिकेट को फिर से शुरू करने के लिए एक रोडमैप तैयार करना है। इसमें उन सभी बदलावों को शामिल किया जाएगा, जो क्रिकेट और खिलाड़ियों के लिए जरूरी हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ऑस्ट्रेलिया ने खेलों को शुरू करने के लिए एक गाइडलाइन जारी की है। इसमें गेंद को चमकाने में लार के इस्तेमाल पर रोक लगाने के अलावा सोशल डिस्टेंसिंग के पालन पर भी जोर दिया है। (फाइल) Full Article
india news वर्ल्ड नंबर 1 जोकोविच का खुलासा- 2010 में फ्रेंच ओपन से बाहर होने पर खूब रोया, फेडरर-नडाल से हारने के कारण संन्यास लेना चाहता था By Published On :: Fri, 01 May 2020 17:38:00 GMT दुनिया के नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है 2010 में रोजर फेडरर और राफेल नडाल जैसे दिग्गजों की चुनौती से पार नहीं पाने के कारण टूट गया था। जोकोविच के मुताबिक, वे इतने मायूस हो गए थे कि संन्यास लेने तक कामन बना लिया था।32 साल के जोकोविच ने कहा 2008 में मैंने अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब ऑस्ट्रेलियन ओपन के रूप में जीता था। तब में वर्ल्ड नंबर तीन था। लेकिन 2 साल बाद ही मेरा बुरा दौर शुरू हो गया। 2010 के फ्रेंच ओपन के क्वार्टर फाइनल में 2 सेट की बढ़त लेने के बावजूद ऑस्ट्रिया के जर्गन मेल्जर के हाथों हार गया।इस हार को पचा पाना मेरे लिए भावनात्मक रूप से मुश्किल था। इस हार के बाद मैं बहुत रोया। यह मेरे लिए खराब पल था। मुझे हर तरफ अंधेरा नजर आ रहा था।2008 में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद भी खुश नहीं था: जोकोविचजोकोविच ने कहा कि 2008 में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद भीमैं खुश नहीं था। मुझे लगता था कि और बेहतर कर सकता हूं। लेकिन मैं फेडरर और नडाल के खिलाफ कई अहम मैच हार गया और मेल्जर से मिली शिकस्त मेरे लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई।'2010 में फ्रेंच ओपन हराने के बाद खेल बदला'सर्बियाई खिलाड़ी के मुताबिक, इस हार की वजह से मुझ पर से दबाव हट गयाऔर मैंआक्रामक टेनिस खेलने लगा। इसका फायदा हुआ और 2011 में मैंने तीन ग्रैंड स्लैम जीते। जोकोविच अब तक17 ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं। जो पुरुष वर्ग में सबसे ज्यादा 20 खिताब जीतने वाले फेडरर से तीन कम है।दोबारा टेनिस शुरू होने को लेकर उत्सुकवर्ल्ड नंबर-1नेकहा कि वह दोबारा टेनिस शुरू होने को लेकर उत्सुक हैं। आधिकारिक तौर पर 13 जुलाई को सीजन शुरू होने की बात हो रही है। लेकिन हालात ऐसे नहीं दिख रहे कि टेनिस उस समय भी शुरू हो। जोकोविच के लिए यह साल शानदार रहा है। मार्च के मध्य में जब कोविड-19 की वजह से टेनिस रूका तब वे लगातार 18 मैच जीत चुके थे। इसमें रिकॉर्ड 8वीं बार ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब भी शामिल है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today नोवाक जोकोविच अब तक 17 ग्रैड स्लैम जीत चुके हैं। इस मामले में रोजर फेडरर बीस खिताब के साथ पहले स्थान पर हैं। (फाइल) Full Article
india news टीम इंडिया ने 3 साल में पहली बार गंवाया टेस्ट में पहला स्थान, तीसरे नंबर पर फिसली; ऑस्ट्रेलिया टेस्ट और टी-20 दोनों में टॉप पर By Published On :: Fri, 01 May 2020 18:28:16 GMT इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने शुक्रवार को ताजा वर्ल्ड रैंकिंग जारी की है। भारतीय टीम ने अक्टूबर 2016 के बाद पहली बार टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 का स्थान गंवाया है। टीम अब 114 रेटिंग पॉइंटके साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। भारत अब ऑस्ट्रेलिया से 2 और न्यूजीलैंड से 1 अंक पीछे है। हालांकि, भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिपमें अब भी 360 पॉइंट के साथ शीर्ष पर बरकरार है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने टी-20 में भी पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया है। भारतीय टीम यहां भी तीसरे स्थान पर है।आईसीसी ने कहा कि भारतीय टीम ने 2016-17 में रिकॉर्ड 12 टेस्ट में जीत दर्ज की थी और सिर्फ एक मुकाबला हारा था। विराट कोहली की कप्तानी में टीम ने इस दौरान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ सभी 5 टेस्ट सीरीज जीती थीं। इसी दौरान ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका और भारत से सीरीज गंवाई थी। आईसीसी ने नए चार्ट में 2016-17 के रिकॉर्ड हटा दिए हैं, इस कारण रैंकिंग में ज्यादा बदलाव देखने को मिले।मई 2019 से अब तक के सभी 100 प्रतिशत और पिछले 2 साल के आधे टेस्ट को काउंट किया है। नंबर देश टेस्ट रेटिंग 1 ऑस्ट्रेलिया 116 2 न्यूजीलैंड 115 3 भारत 114 4 इंग्लैंड 105 5 श्रीलंका 91 6 दक्षिण अफ्रीका 90 7 पाकिस्तान 86 8 वेस्टइंडीज 79 9 अफगानिस्तान 57 10 बांग्लादेश 55 वनडे में भारतीय टीम दूसरे और इंग्लैंड टॉप परऑस्ट्रेलिया टेस्ट और टी-20 रैंकिंग में भी टॉप पर पहुंच गई है। यह पहला मौका है, जब ऑस्ट्रेलिया टी-20 रैंकिंग में टॉप पर पहुंचीहै, जबकि इंग्लैंड टीम वनडे में 127 पॉइंट के साथ टॉप पर बनी हुई है। वहीं, भारतीय वनडे टीम 119 रेटिंग के साथ दूसरे नंबर पर है। ऑस्ट्रेलिया टीम एकदिवसीय रैंकिंग में 5वें नबंर पर है। टीम के 107 अंक हैं। नंबर देश टी-20 रेंटिंंग 1 ऑस्ट्रेलिया 278 2 इंग्लैंड 268 3 भारत 266 4 पाकिस्तान 260 5 दक्षिण अफ्रीका 258 6 न्यूजीलैंंड 242 7 श्रीलंका 230 8 बांग्लादेश 229 9 वेस्टइंडीज 229 10 अफगानिस्तान 228 नंबर देश वनडे रेटिंग 1 इंग्लैंड 127 2 भारत 119 3 न्यूजीलैंड 116 4 दक्षिण अफ्रीका 108 5 ऑस्ट्रेलिया 107 6 पाकिस्तान 102 7 बांग्लादेश 88 8 श्रीलंका 85 9 वेस्टइंडीज 76 10 अफगानिस्तान 55 टेस्ट चैम्पियनशिप में भारत नंबर-1आईसीसी की टेस्ट चैम्पियनशिप में भारतीय टीम 360 पॉइंट के साथ टॉप पर काबिज है। इस चैम्पियनशिप में भारत ने अब तक 9 में से 7 मुकाबले जीते हैं। जबकि 2 में टीम को हार का सामना करना पड़ा। वहीं, ऑस्ट्रेलिया 296 अंक के साथ दूसरे नंबर पर है। इस चैम्पियनशिप में 9 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिसमें सभी टीमें छह टेस्ट सीरीज खेलेंगी और इसके बाद प्वॉइंट टेबल के आधार पर टॉप-2 टीमों के बीच लॉर्ड्स के मैदान पर फाइनल टेस्ट मैच खेला जाएगा।चैम्पियनशिप की टॉप-5 टीमें टीम मैच जीते हारे ड्रॉ पॉइंंट भारत 9 7 2 0 360 ऑस्ट्रेलिया 10 7 2 1 296 न्यूजीलैंड 7 3 4 0 180 इंग्लैंंड 9 5 3 1 146 पाकिस्तान 5 2 2 1 140 टी-20 रैंकिंग में पहली बार ऑस्ट्रेलिया नंबर-1टी-20 रैंकिंग में पाकिस्तान पहले पायदान से फिसल गया है। अब ऑस्ट्रेलिय़ा इस फॉर्मेट में दुनिया की नंबर-1 टीम है। उसके 278 अंक हैं। 2011 में टी-20 रैंकिंग शुरू होने के बाद यह पहला मौका है, जब ऑस्ट्रेलियाई टीम टॉप पर पहुंचीहै। पाकिस्तान जनवरी 2018 में न्यूजीलैंड को पीछे छोड़ शीर्ष टीम बनी थी। वह 260 अंकों के साथ पिछले 27 महीने से इस स्थान पर काबिज थी। टी-20 रैंकिंग में इंग्लैंड 268 अंकों के साथ दूसरे जबकि भारत 266 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में अब भी 360 पॉइंट के साथ शीर्ष पर बरकरार है। -फाइल फोटो Full Article
india news एंडी ने जीता वर्चुअल टेनिस टूर्नामेंट तो माइक ने किचन में सेटअप लगाकर साइकिल रेस की, क्रिकेट अंपायर ऑनलाइन फैसले दे रहे By Published On :: Sat, 02 May 2020 00:26:45 GMT कोरोनावायरस ने खेल पर पूरी तरह विराम लगा दिया है। ओलिंपिक से लेकर आईपीएल तक सभी इवेंट टल चुकेहैं। इन सब के बीच खेल में टेक्नॉलॉजी का प्रयोग काफी बढ़ गया है। कोरोना का प्रकोप न होता तो इन्हें आने में सालों लग जाते। अब खिलाड़ी वर्चुअल ट्रेनिंग तो ले ही रहे हैं। साथ ही वर्चुअल टूर्नामेंट भी खेल रहे हैं। कोच भी खिलाड़ियों को ऑनलाइन फिटनेस टिप्स दे रहे हैं।1. टेनिस: ब्रिटेन के एंडी मरे ने घर के सोफे पर बैठकर मैड्रिड ओपन जीता। उन्होंने टेनिस वर्ल्ड टूर वीडियो गेम के फाइनल में डेविड गाॅफिन को हराया और 1.2 करोड़ की प्राइज मनी जीती, जो उन्होंने डोनेट कर दी। किकी बर्टेंस महिला कैटेगरी में चैंपियन बनीं।एंडी मरे नेटेनिस वर्ल्ड टूर वीडियो गेम के फाइनल में डेविड गाॅफिन को हराया।2. फुटबॉल: अमेरिका में खिलाड़ियों को वीडियो कॉन्फ्रेंस से स्किल सिखाई जा रही। खेल के नए तरीके भी बताए जाते हैं।3. बास्केटबॉल: एनबीए में ऐप से खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। ऐप खिलाड़ियों का डेटा भी जमा कर रहा है।4. कुश्ती: भारतीय कुश्ती कोच कृपा शंकर पटेल वीडियो कॉल के जरिए खिलाड़ियों को नए-नए मूव्स बता रहे हैं। उन्होंने बताया कि टेक्नोलॉजी की वजह से वो खिलाड़ियों की मदद करने के साथ ही घर में पिता का ख्याल भी रख पा रहे हैं।5. मैराथन: अमेरिका में कॉर्प्स मैराथन मई में वर्चुअल होगी। खिलाड़ी को दर्शकों के चीयर करने की आवाज भी आएगी।6. चेस: ऑनलाइन नेशन्स कप 5 मई से होना है। विश्वनाथन आनंद समेत दुनिया के कई बड़े खिलाड़ी हिस्सा लेने वाले हैं।7. साइक्लिंग: नीदरलैंड के माइक ट्यूनिसन समेत 13 अन्य साइक्लिस्ट ने 30 किमी लंबी वर्चुअल टूर ऑफ फ्लैंडर्स में हिस्सा लिया। माइक ट्यूनिसन ने किचन में सेटअप लगाकर साइक्लिंग की। बेल्जियम के ग्रेग वान एवरमेट ने रेस जीती।8. स्वीमिंग: भारतीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया पर ऑनलाइन स्वीमिंग सेशन के बारे में बताया। 9. विंटर गेम्स के लिए ऑनलाइन भर्ती: गेम्स के आयोजकों ने ऑनलाइन इंटरव्यू कर कर्मचारियों की भर्ती की है।10. क्रिकेट: आईसीसी अंपायरों की स्किल सुधारने पर काम कर रही है। भारतीय अंपायर शम्शुद्दिन ने बताया कि आईसीसी के ऑनलाइन सेशन में उन्हें मैच के वीडियो दिए जाते हैं और इसपर फैसला देने को कहा जाता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today नीदरलैंड के माइक ट्यूनिसन समेत 13 अन्य साइक्लिस्ट ने 30 किमी लंबी वर्चुअल टूर ऑफ फ्लैंडर्स में हिस्सा लिया। Full Article
india news अमेरिका की पॉइंट पार्क यूनिवर्सिटी की टीम से खेलेंगे भारत के जगशानबीर, 2020-21 सीजन के लिए हुआ करार By Published On :: Sat, 02 May 2020 07:31:00 GMT अमेरिका के पीटसबर्ग शहर मेंस्थित पॉइंट पार्क यूनिवर्सिटी ने भारतीय बॉस्केटबॉल खिलाड़ी जगशानबीर सिंह के साथ 2020-21 सीजन के लिए करार किया है। पंजाब के रहने वाले जगशानबीर भारत के लिए भी खेल चुके हैं। उन्होंने 2018 में थाईलैंड में खेली गई फीबा अंडर-18 एशियाई चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया था।पॉइंट पार्क यूनिवर्सिटी के मुख्य कोच जोए लेवानदोवस्की ने कहा कि जगशानबीरके यूनिवर्सिटी के साथ जुड़ने से वह खुश हैं। जगशान की लंबाई का उन्हें फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ी में खेल की बेहतर समझ है और वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बास्केटबॉल खेल चुके हैं। ऐसे में टीम के बाकी खिलाड़ियों को भी उनके अनुभव का फायदा मिलेगा।एनबीए एकेडमी इंडिया के हिस्सा रह चुके हैं जगशानबीरजगशानबीर सिंह देश में 2017 में शुरू की गई एनबीए एकेडमी में शामिल शुरुआती खिलाड़ियों में से एक हैं। देश में चलाए गए टैलेंट हंट प्रोग्राम के तहतउन्हें एकेडमी में चुना गया था। एनबीए एकेडमी में ट्रेनिंग के बाद उन्होंने कैलिफोर्निया में गोल्डन स्टेट प्रेप में हिस्सा लिया था। वे 2017 में हुए एनबीए एकेडमी गेम्स में भी हिस्सा ले चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सात फीट लंबे जगशानबीर सिंह 2017 में भारत में शुरू की गई एनबीए एकेडमी के शुरुआती खिलाड़ियों में से एक हैं। Full Article
india news इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन 30 पूर्व खिलाड़ियों की सहायता करेगी, कपिल और गावस्कर मुहिम से जुड़े; अब तक 39 लाख रु. जमा हुए By Published On :: Sat, 02 May 2020 10:19:18 GMT देशव्यापी लॉकडाउन के बीच इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिशन (आईसीए)30 जरूरतमंद क्रिकेटरों को आर्थिक मदद देगी। आईसीए की इस मुहिम से पूर्व कप्तान कपिल देव और सुनील गावस्कर भी जुड़े हैं। आईसीए अध्यक्ष अशोक मल्होत्रा ने बताया कि अब तक संगठन ने जरूरतमंद खिलाड़ियों के लिए 39 लाख रुपए जुटा लिए हैं। आईसीए ने खुद अपने फंड से इसमें 10 लाख रुपए दान दिए हैं।मल्होत्रा ने कहा- सुनील गावस्कर, कपिल देव, गौतम गंभीर और गुंडप्पा विश्वनाथ जैसे बड़े खिलाड़ी भी हमसे जुड़ गए हैं और हमारी पहल का सपोर्ट कर रहे हैं। इन सभी खिलाड़ियों ने हमारी मदद की है। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भी इस हफ्ते के शुरू में वित्तीय सहयोग का वादा किया है। गुजरात केएक कॉर्पोरेट ग्रुप ने भी मदद की पेशकश की है। आईसीए 15 मई तक स्वीकार करेगा दानआईसीए 15 मई तक दान स्वीकार करेगा। इसके बाद हर जोन (उत्तर, पूर्व, पश्चिम, दक्षिण और मध्य) से 5-6 जरूरतमंद क्रिकेटरों को चुना जाएगा और इन्हें आर्थिक मदद दी जाएगी।आईसीए अध्यक्ष ने बताया कि ऐसे क्रिकेटरों की सहायता की जाएगी, जिनके पास कोई नौकरी नहीं है और न ही कमाई का कोई जरिया। इसके अलावा उन पूर्व क्रिकेटरोंकी भी मदद की जाएगी,जिन्हें बोर्ड या स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन से पेंशन नहीं मिलती।कई खिलाड़ी पीएम केयर्स फंड में दे चुके हैं दानकई पूर्व और वर्तमान क्रिकेटर भी कोरोना के लिए बनाए गए पीएम केयर्स फंड और राज्य सरकार के रिलीफ फंड में दान कर चुके हैं। इसमें सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा के अलावा कई और क्रिकेटर शामिल हैं। तेंदुलकर ने 50 लाख रुपए, रोहित ने 80 लाख रुपए दान किया है। इसके अलावा, बीसीसीआई ने भी 50 करोड़ रुपए दिए हैं। वहीं, अन्य खेलों से जुड़े खिलाड़ी भी मदद के लिए आगे आए हैं। बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने 10 लाख रुपए, पहलवान बजरंग पूनिया ने एक महीने की सैलरी पीएम केयर्स फंड में दान की है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आईसीए 15 मई तक दान लेगा। इसके बाद अलग-अलग पांच जोन से जरूरतमंद खिलाड़ी चुने जाएंगे, जिन्हें आर्थिक मदद दी जाएगी। (फाइल) Full Article
india news आईओए अध्यक्ष बोले- भारत 2032 ओलिंपिक गेम्स की मेजबानी हासिल करने की कोशिश करेगा, क्वींसलैंड और शंघाई से चुनौती मिल सकती है By Published On :: Sat, 02 May 2020 11:49:00 GMT भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा कि कोरोनावायरस की वजह से पैदा हुए हालात ठीक होने के बाद भारत 2032 ओलिंपिक खेलों की मेजबानी हासिल करने की कोशिशें तेज कर देगा। आईओए अध्यक्ष ने कहा कि 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन से देश ने काफी सीखा है।बत्रा ने कहा कि हम हम 2026 के यूथ ओलिंपिक गेम्स और 2032 के ओलिंपिक खेलों की मेजबानी के लिए गंभीर हैं। इस संबंध में भारत ने अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ को चिठ्ठी लिखकर मेजबानी को लेकर अपनी रूचि दिखाई है। हालांकि, भारत के लिए राह आसान नहीं होगी। क्योंकि 2026 के यूथ गेम्स को लेकर उसे थाईलैंड, रूस और कोलंबिया जैसे देशों से कड़ी चुनौती मिलेगी। यह देश भी मेजबानी हासिल करने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। वहीं, 2032 ओलिंपिक की मेजबानी के लिए क्वींसलैंड (ऑस्ट्रेलिया), शंघाई और सियोलके बीच भी प्रतिस्पर्धा होसकती है।'2032 ओलिंपिक की मेजबानी के लिए भारत की तैयारी जारी'आईओए अध्यक्ष ने आगे कहा कि 2032 के खेलों के लिए डॉक्युमेंटशन शुरू हो गया था। लेकिन कोविड-19 की वजह से फिलहाल सारा काम बंद है। उन्होंने कहा कि मेजबानी से जुड़ी प्रक्रिया लंबी होती है। इससे जुड़ीटीम अलग-अलग वेन्यू पर जाती है और इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रैवल और सुरक्षाके अलावा गेम्स के सफल आयोजन से जुड़ी दूसरीजानकारी हासिल करती है।इसके बाद वे रिपोर्ट पेश करते हैं। हालांकि, मौजूदा हालात में मुझे दिसंबर तक इससे जुड़ा कोई काम होने की उम्मीद है। वैसे भी यह ऐसा वक्त नहीं है कि सरकार और कॉरपोरेट हाउसेस से ओलिंपिक की दावेदारी को लेकर कुछ बात की जाए। हमारे सामने पहली प्राथमिकता कोरोना से निपटना है।कॉमनवेल्थ गेम्स की कामयाबी से भारत का दावा मजबूत: बत्रादिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के दौरान भ्रष्टाचार और हाल में ही 2021 विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की मेजबानी छिनने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे बॉक्सिंग विवाद के बारे में तो नहीं पता। हां, लेकिन 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स का सफल आयोजन करके भारत ने यह दिखाया था कि वे ओलिंपिक जैसे बड़े खेलों की मेजबानी करने में भी सक्षम है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा- हमने 2032 ओलिंपिक की मेजबानी की तैयारी शुरू कर दी है। लेकिन कोरोनावायरस की वजह से काम रोकना पड़ा। दिसंबर तक का इंतजार करना पड़ेगा। (फाइल) Full Article