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छोटे भाई के परिवार ने बड़े भाई के परिवार को पीटा, 3 घायल

छोटे भाई के परिवार ने बड़े भाई के परिवार को पीट दिया। मारपीट में बड़े भाई समेत उनके 2 बेटे घायल हो गए। तीनों घायलों को कैंट सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया जहां मारपीट में बड़े भाई का दांत टूट गया जबकि दोनों भाइयों को हथियारों से चोटें भी लगी। मामले की शिकायत महेशनगर थाना पुलिस से की गई जिसके बाद छोटे भाई समेत उनकी पत्नी व 3 बेटे के खिलाफ मारपीट, लॉकडाउन तोड़ घर से बाहर निकलने व धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
महेशनगर निवासी अश्वनी शर्मा ने बताया कि गत दिवस उनके घर पर उनके चाचा देवेंद्र के साथ उनकी पत्नी सीमा, बेटे राहुल, अमित व अभिषेक ने लाठियों व तलवारें लेकर हमला बोल दिया। आरोप है कि चाचा व उसके बेटों ने अश्वनी समेत उनके पिता धर्मपाल शर्मा व बड़े भाई विक्रम शर्मा से मारपीट की। इस दौरान धर्मपाल शर्मा का दांत तक टूट गया जबकि विक्रम को टांगों व पीठ पर हथियारों से मारा गया। दोनों को गहरे घाव लगे। इतना ही नहीं हमलावरों ने मारपीट के बाद बड़े भाई व उनके परिवार सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी। मामले की शिकायत पर पुलिस ने मामले में जांच कर अब देवेंद्र व उसके बेटों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।



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घायल विक्रम शर्मा।




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टीबी अस्पताल की मशीन से कोरोना टेस्ट की अनुमति मांगी

काेराेना के केसों व बढ़ती सैंपलिंग काे देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग अम्बाला में ही टेस्टिंग शुरू करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए इंडियन काउंसिल अाॅफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर), नई दिल्ली से परमिशन ली जा रही है। अभी टेस्ट सैंपल को जांच के लिए पीजीआई चंडीगढ़, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल, बीपीएस मेडिकल कॉलेज खानपुर कलां (सोनीपत) व गुरुग्राम की प्राइवेट लैब में भेजा रहा है। जिससे रिपोर्ट के लिए 24 से 48 घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि लोकल स्तर पर सैंपलिंग शुरू होने से प्रति घंटे चार सैंपल की रिपोर्ट मिल जाया करेगी। सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह का कहना है कि टीबी अस्पताल में सैंपल की जांच शुरू करने पर काम किया जा रहा है और अभी करीब एक सप्ताह लग सकता है।
टीबी अस्पताल में पहले ही लगाई सीबीनेट मशीन पर ही यह टेस्टिंग करने की प्लानिंग है। इस मशीन पर एक घंटे में 4 सैंपल रिपोर्ट आएगी यानि की अराउंड द क्लॉक 96 सैंपल की जांच रिपोर्ट स्थानीय स्तर पर मिल पाएगी। अभी इस मशीन का उपयोग टीबी की जांच के लिए किया जाता है। वहीं, टीबी रोग विशेषज्ञ डॉ. हितेश वर्मा ने बताया कि सीबीनेट से कोरोना टेस्टिंग करने की योजना अभी प्रारंभिक स्तर पर है। हालांकि, आईसीएमआर से इसके लिए परमिशन लंेगे।



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सिटी के टीबी अस्पताल में पड़ी सीबीनेट मशीन जिससे कोरोना टेस्ट किए जाने की स्वास्थ्य विभाग ने परमिशन मांगी है।




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बोली-घटिया हैंड सेनिटाइजर दिए, पैसे वापस मांगे तो मालिक ने घूमने चलने का ऑफर दिया

जालंधर की एक महिला ने डिफेंस कॉलोनी में आयुर्वेदिक प्रोड्क्टस बनाने वाली कंपनी के सामने हंगामा किया। महिला का आरोप था कि 20 हजार सेनिटाइजर के ऑर्डर दिए। जिसमें दो हजार ही मिले। उनकी भी क्वालिटी खराब थी। जब उसने फैक्टरी संचालक से पैसे वापस मांगे तो उसने पहले साथ घूमने चलने का ऑफर दिया। महिला ने 21 अप्रैल को पंजोखरा थाने में शिकायत दी थी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को मामला एसडीएम तक पहुंचा तब ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान महिला फैक्ट्री के बाहर जमीन पर बैठकर जोर-जोर से रोने लगी।
उसका कहना था कि लॉकडाउन के दौरान ही उसने हैंड सेनिटाइजर की डीलिंग इस फैक्टरी संचालक से शुरू की थी। 20 हजार सेनिटाइजर का ऑर्डर दिया था जिसमें से 2 हजार हैंड सेनिटाइजर ही उसने मिले। जबकि वह एडवांस में मोटी रकम फैक्टरी मालिक को दे चुकी है। जब उसे डिलिवरी नहीं मिली तो उसने कई बार फैक्टरी मालिक से संपर्क किया। एक दिन मालिक ने उसे घूमने चलने का आॅफर दिया। महिला ने 21 अप्रैल को फैक्टरी मालिक के खिलाफ गलत नीयत से मैसेज और आॅफर करने, घटिया सेनिटाइजर देने और पैसे वापस नहीं लौटाने की शिकायत दी थी। पुलिस ने कहा कि मामला कंज्यूमर कोर्ट का बनता है। एसएचओ हरभजन सिंह ने कहा कि मामला आपसी लेनदेन का है।

महिला को 4.38 लाख लौटा दिए

मैं फैक्टरी में नहीं था। महिला ने आकर फैक्टरी में हंगामा किया। महिला की शिकायत पर मॉल चेक कराकर वापस करने की बात कही गई थी लेकिन उसने नहीं मानी। महिला पैसे वापस मांग रही थी। हमने कहा था कि आपने 3.95 लाख का जो माल दिया है उसे बदलकर दे देते हैं। हमने महिला को 4.83 लाख रुपए लौटा दिए हैं और समझौता हो चुका है। मेरे ऊपर मैसेज करने और आॅफर देने के आरोप गलत है। ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने सारा सामान ठीक मिला है।
फैक्टरी संचालक



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डिफेंस कॉलोनी के अंदर आर्युवैदिक फैक्ट्री में हंगामा के दौरान नीचे बैठी महिला।




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लाॅकडाउन में खूब टूटे ट्रैफिक नियम, 1.13 करोड़ का जुर्माना लगा

लाॅकडाउन के फेस थ्री में कई छूट दी गई है। छूट मिलते ही शहर में वाहनाें की भीड़ जमा हाेने लगी है। कई ताे एेसे वाहन चालक हैं जाे बिना किसी वजह के ही शहर में चक्कर काटते हैं। एेसे ही वाहन चालकाें ने मार्च से लेकर अप्रैल माह में लाॅकडाउन के दाैरान खूब नियम ताेड़े। पुलिस ने नियम ताेड़ने वाले वाहन चालकाें पर न केवल सख्ती की, बल्कि इनके ऊपर लाखाें रुपए जुर्माना भी लगाया। सिर्फ अप्रैल माह में ही ट्रैफिर पुलिस ने 4651 चालान काटे, जबकि नियम ताेड़ने वाहन चालकाें से 20.18 लाख जुर्माना लगाया।
वहीं पुलिस ने जिले में कुल 296 मामलों में नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर 1 करोड़ 13 लाख 77 हजार रुपए जुर्माना लगाया है। साथ ही 331 वाहनों को जब्त किया गया है। पुलिस ने जिन वाहन चालकाें के चालान किए, उनसे सबसे ज्यादा चालान बिना हेलमेट, ट्रिपल राइडिंग अाैर बिना लाइसेंस के किए गए।



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कैंट के महेश नगर थाने में खड़े पकड़े गए वाहन।




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टीबी अस्पताल की मशीन से कोरोना टेस्ट की अनुमति मांगी

काेराेना के केसों व बढ़ती सैंपलिंग काे देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग अम्बाला में ही टेस्टिंग शुरू करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए इंडियन काउंसिल अाॅफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर), नई दिल्ली से परमिशन ली जा रही है। अभी टेस्ट सैंपल को जांच के लिए पीजीआई चंडीगढ़, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल, बीपीएस मेडिकल कॉलेज खानपुर कलां (सोनीपत) व गुरुग्राम की प्राइवेट लैब में भेजा रहा है। जिससे रिपोर्ट के लिए 24 से 48 घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि लोकल स्तर पर सैंपलिंग शुरू होने से प्रति घंटे चार सैंपल की रिपोर्ट मिल जाया करेगी। सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह का कहना है कि टीबी अस्पताल में सैंपल की जांच शुरू करने पर काम किया जा रहा है और अभी करीब एक सप्ताह लग सकता है।
टीबी अस्पताल में पहले ही लगाई सीबीनेट मशीन पर ही यह टेस्टिंग करने की प्लानिंग है। इस मशीन पर एक घंटे में 4 सैंपल रिपोर्ट आएगी यानि की अराउंड द क्लॉक 96 सैंपल की जांच रिपोर्ट स्थानीय स्तर पर मिल पाएगी। अभी इस मशीन का उपयोग टीबी की जांच के लिए किया जाता है। वहीं, टीबी रोग विशेषज्ञ डॉ. हितेश वर्मा ने बताया कि सीबीनेट से कोरोना टेस्टिंग करने की योजना अभी प्रारंभिक स्तर पर है। हालांकि, आईसीएमआर से इसके लिए परमिशन लंेगे।



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सिटी के टीबी अस्पताल में पड़ी सीबीनेट मशीन जिससे कोरोना टेस्ट किए जाने की स्वास्थ्य विभाग ने परमिशन मांगी है।




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किसी ने गाया लव साॅन्ग ताे किसी ने भजन

जेसीअाई अम्बाला एंजल्स महिला क्लब की तरफ से एंजल्स वीक चल रहा है। बुधवार काे एंजल्स वीक के तीसरे दिन एंजल्स की गायिका ऑनलाइन सिंगिग कंपीटिशन रखा गया। इस कंपीटिशन में मेंबर्स ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। किसी ने भजन, किसी ने देशभक्ति ताे किसी ने अपने फैमिली मेंबर्स काे डेडिकेट करने के लिए गाने गाए। मेंबर्स ने अपनी वीडियो क्लब के वाट्सएप ग्रुप में शेयर की।
शिवानी भनाेट ने चंदा है तु मेरा सूरज है तू, वातसल्य बग्गा ने जरा-जरा महकता है, पूजा सुदन ने मेरे महबूब कयामत हाेगी, रीतू मल्होत्रा ने भजन अच्यूतम केशवम, नवनीत सेठी ने तारयां दे देश रहन वालैयाे, बिंदू ने शबद गाकर सबका मन माेह लिया। प्रेसिडेंट साेनिया काेहली ने बताया कि खुशी है कि मेंबर्स इस स्थिति में पाॅजिटिव भाव से हिस्सा ले रहे हैं।
सभी प्रतियोगिताओं के विजेताओं के नाम मदर्स-डे 10 मई काे बताएं जाएंगे और लाॅकडाउन के बाद विजेताओं काे गिफ्ट दिए जाएंगे। इस दाैरान चांदनी शर्मा, सुषमा शर्मा, शैली, पूजा, शिवानी अादि मेंबर्स ने पार्टिसिपेट किया।



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Somebody sang love song




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काेराेना के साए में जज्बे से क्वॉरेंटाइन सेंटराें पर भी नि:स्वार्थ सेवा कर वाॅलंटियर्स पहुंचा रहे खाना

अम्बाला में एक साथ काेराेना के मामले बढ़े हैं। लाॅकडाउन के दाे फेस में ज्यादा मामले सामने नहीं आए थे, मगर जैसे ही लाॅकडाउन फेस 3 शुरू हुआ ताे केस भी बढ़ गए। ऐसे में लाॅकडाउन शुरू हाेने से अब तक वाॅलंटियर्स भी काेराेना के साए में अपनी जान की परवाह न करते हुए राेजाना नि:स्वार्थ भाव से सेवा करते हुए लाेगाें तक खाना पहुंचा रहे हैं। इन वाॅलंटियर्स में कैंट में एसडीएम सुभाष सिहाग के नेतृत्व में खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग और रेडक्राॅस साेसाइटी वॉलंटियर्स शामिल हैं, जबकि सिटी में भी वाॅलंटियर्स साेसाइटी सचिव विजय लक्ष्मी के नेतृत्व में और जिला प्राेग्राम ऑफिसर मनाेज सैनी की देखरेख में खाना पहुंचा रहे हैं।

कैंट में वाॅलंटियर्स सुनैना गुप्ता, अनिल गुप्ता, भूपेश अग्रवाल यादव धर्मशाला और लाॅर्ड महावीर स्कूल में क्वारेंटाइन किए गए लाेगाें तक खाना पहुंचा रहे हैं। राधा स्वामी सत्संग भवन द्वारा 300 लोगों का खाना बनाया जा रहा है। लाॅकडाउन शुरू हाेने से लेकर अब तक लगातार वॉलंटियर्स सुनैना गुप्ता, भूपेश अग्रवाल, गुलजार मेहता और अनिल गुप्ता काेराेना के साए में सेवा कर रहे है। इस दाैरान सुनैना गुप्ता ने बताया कि कोरोना से पहले भी वह नेहरू युवा केंद्र, रेडक्रॉस और भी संस्थाओं के साथ मिलकर समाज सेवा करती रही है। वह आर्मी में जाना चाहती है, इसीलिए अभी से समाजसेवा शुरू कर दी है।



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अम्बाला | क्वॉरेंटाइन सेंटर में खाना पहुंचाते वाॅलंटियर्स।




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अस्पताल व स्टेडियम की कंस्ट्रक्शन साइट के कई श्रमिक लोकल

कैंट सिविल अस्पताल व स्टेडियम के निर्माण से जुड़ी जिस कंपनी के 16 श्रमिक व 2 साइट इंजीनियर पॉजिटिव मिले हैं, उससे स्थानीय लोगों का भी जुड़ाव रहा है। ऐसे बहुत से लोग हैं जो कंस्ट्रक्शन साइट पर अलग-अलग जिम्मेदारी निभा रहे थे। जिससे खतरा केवल प्रवासी श्रमिकों तक सीमित नहीं है बल्कि यह स्थानीय स्तर पर भी खतरे की घंटी बजा रहा है। मुसीबत यह भी है कि अभी इनके संक्रमण का सोर्स का पता नहीं चल रहा है। सुपरवाइज की लेबर में जो लोग तीन माह से कहीं नहीं गए थे उनमें से भी 10 लोग पॉजिटिव मिले हैं। वहीं, स्टेडियम व अस्पताल पर काम करने वाली लेबर व काम करने वाले स्थानीय लोग एक दूसरे के संपर्क में रहे हैं। स्टेडियम में काम करने वाले 28 लोगों को 26 अप्रैल को टांगरी बांध से रेजिडेंट क्वार्टर में बनाए शेड के नीचे शिफ्ट किया गया था।

डिस्ट्रिक्ट क्वारेंटाइन कमेटी के इंचार्ज डॉ. राजेंद्र राय के मुताबिक स्टेडियम की लेबर में एक सुपरवाइजर इस्माइलपुर गांव का है। जो व्यक्ति सरिया बांधने का काम करता था वह तोपखाना का रहने वाला है। उसके परिवार में मां व भाई के अलावा उसके दो कांटेक्ट हैं। इसी प्रकार स्टाफ रोड व बीडी फ्लोर मिल के पीछे का युवक, बब्याल में रहने वाले दो युवक इस साइट पर काम करते रहे हैं। जंडली के माता रानी चौक के पास रहने वाला व्यक्ति शटरिंग का काम करता था। एक व्यक्ति मोहड़ा से आकर काम करता था। कंस्ट्रक्शन कंपनी में बड़ा खुड्‌डा, जनेतपुर व काकरू से एक-एक ड्राइवर जुड़ा हुआ था। जंडली से एक व्यक्ति छोटे ठेकेदार के तौर पर काम करता था। गर्ग कंपनी का प्रोजेक्टर मैनेजर खुद सेक्टर-9 में रहता है। चार दिन पहले साइट पर गया था। अस्पताल के दो महेशनगर के रानीबाग में भी रहते हैं। स्टेडियम का एक साइट इंजीनियर टांगरी पार पूजा विहार में रहता है व दूसरा मटहेड़ी के पास इस्माइलपुर रहता है। अस्पताल व रेजीडेंट फ्लैट की 139 लेबर है। इनमें से कैंसर अस्पताल में 53 बड़ों समेत 66 लोग हैं।

रेजीडेंसियल क्वार्टर के साइट पर ऐसे फैला संक्रमण
तीन कारपेंटर एक ही कमरे में रहते थे। इनमें से एक अभी संक्रमित नहीं है। मिस्त्री का काम करने वाले की पत्नी व बेटा पॉजिटिव हैं। दोनों बेटियां व खुद अभी तक संक्रमण से बचे हुए हैं। एक कमरे में पति-पत्नी व बेटा पॉजिटिव है। तीन लड़कियां संक्रमण से बची हुई हैं। संक्रमित मिले सुपरवाइजर के साथ रहने वाला एक व्यक्ति अभी संक्रमित नहीं है। हालांकि, इनके सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद तय होगा कि ये कोरोना संक्रमित हैं या फिर नहीं हैं।



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लॉकडाउन में कई दिन बाद खुली कैंटीन तो आधा किलोमीटर लंबी कतार लगी

थाना नग्गल में दर्ज मारपीट के मामले में पुलिस ने आरोपी कलेरां गांव के राजन को गिरफ्तार किया है। हालांकि, आरोपी को न्यायालय से जमानत मिल गई। इस संबंध में कलेरां गांव के रकम सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। रकम सिंह के मुताबिक 3 मई को जब वह अपने खेतों से अपने गांव के ही अन्य व्यक्ति के साथ मोटरसाइकिल से घर आ रहा था तब सड़क पर मारुति कार रोक कर खड़े चार युवकों ने उस पर डंडों से हमला कर दिया।



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लॉकडाउन में कई दिन बाद खुली कैंटीन तो आधा किलोमीटर लंबी कतार लगी




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3 ड्रेन पर 55 लाख खर्च कर विभाग करेगा सफाई

जिले में मानसून सीजन की तैयारी शुरू हाे गई है ताकि झमाझम बारिश से बाढ़ का खतरा पैदा न हो। सिंचाई विभाग अम्बाला ने जहां सिविलियंस के लिए घग्घर से जुड़ी घेल ड्रेन, कांशी नगर ड्रेन, सिंघावाला ड्रेन, अम्बाला ड्रेन और कैंट की महेश नगर ड्रेन, खुड्डा ड्रेन, गुड़गुड़िया नाला, टांगरी नदी की सफाई करने की योजना तैयार कर ली है तो आर्मी के भर्ती दफ्तर के बचाव के लिए प्लानिंग की है। आर्मी की एयर फील्ड ड्रेन को 9.30 लाख से मशीनों के जरिए साफ किया जाएगा। विभाग का कहना है कि ड्रेन क्लीयरेंस का कार्य 30 दिन में पूरा किया जाएगा। सिंचाई विभाग की ओर से सभी ड्रेन के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं और 15 मई तक सभी ड्रेन के टेंडर अलॉट करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
सिटी में इन ड्रेन की सिंचाई विभाग करेगा सफाई

सिंचाई विभाग अम्बाला सिटी में अम्बाला ड्रेन की सफाई 20.69 लाख से करेगा। ड्रेन की सफाई करने का समय 45 दिन तय किया गया है। घग्घर नदी के साथ घेल ड्रेन की साफ-सफाई पर 2.75 लाख से होगी। इस ड्रेन को साफ करने में 30 दिन लगेंगे। इसी प्रकार घेल राेड के साथ वाली ड्रेन भी 1.10 लाख में 0 से 4 हजार मीटर तक साफ होगी। सिटी की लिंक ड्रेन 0 से 2525 मीटर तक 1.25 लाख से और कांशी नगर ड्रेन को एक हजार फुट तक 80 हजार रुपए और सिंघावाला ड्रेन छह हजार फीट तक 2.50 लाख की लागत से सफाई की जाएगी।
कैंट की इन ड्रेन की सफाई

सिंचाई विभाग की ओर से टांगरी नदी को 30 दिन में साफ किया जाएगा। यह काम टांगरी ब्रिज तक 7.60 लाख में किया जाएगा। महेश नगर ड्रेन को दो पार्ट में साफ किया जाएगा। जिस पर 8 लाख रुपए खर्च होंगे। इसी प्रकार गुड़गुड़िया नाला 1.10 लाख से साफ किया जाएगा। एयर फील्ड ड्रेन 9 लाख 30 हजार में साफ की जाएगी।

मशीनों के जरिए ड्रेन के अंदर की सफाई के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं और 11 मई के बाद टेंडर अलॉट कर दिए जाएंगे। जुलाई में मानसून सीजन से पहले इस वर्क को पूरा किया जाएगा। सेना की तीनों ड्रेन को पूरी तरह से साफ किया जाएगा ताकि सेना को कोई परेशानी न आए।-प्रवीण गुप्ता, एक्सईएन, सिंचाई विभाग अम्बाला।



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कैंट से होकर गुजरने वाले गुड़गुड़िया नाले में जमा गंदगी।




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कॉलेज की गरीब छात्राओं की ट्यूशन फीस सरकार करेगी माफ

प्रदेश सरकार कोरोना वायरस संकट के बीच कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएशन तक पढ़ने वाली गरीब छात्राओं की ट्यूशन फीस माफ करेगी। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के महानिदेशक की तरफ से मंगलवार को प्रदेश के सभी सरकारी और गैर-सरकारी कॉलेजों को पत्र भेजा गया है। बता दें कि प्रदेश में सरकारी और गैर-सरकारी कॉलेजों की कुल संख्या 277 है। पत्र के मुताबिक, सभी कॉलेजों को अपने यहां के ऐसे छात्राओं की सूची एक हफ्ते में विभाग को बनाकर भेजने को कहा गया है जिनके परिवार की सालाना आय हर प्रकार के सोर्स से 1.80 लाख से ज्यादा न हो। क्योंकि उन्हीं छात्राओं को ट्यूशन फीस से छूट का लाभ होगा जो यह शर्त पूरा करती हैं।
छात्राओं को नहीं होगा ज्यादा लाभ: वहीं, कुछ प्रिंसिपल ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया है कि यह सरकार का एक लुभावना कदम है। क्योंकि इससे गरीब छात्राओं को कोई खास लाभ नहीं होना वाला है। क्योंकि कॉलेज की सालाना रकम जो छात्र या छात्राओं से कॉलेज लेते हैं, उसमें ट्यूशन फीस नाम मात्र की ही होती है, असल रकम तो अन्य प्रकार के फंड होते हैं जो छात्रों से लिए जाते हैं जैसे- स्पोर्ट, इलेक्ट्रिसिटी इत्यादि। यह कदम तो ऊंट के मुंह में जीरे जैसी बात है। इन फंड में भी 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा यूनिवर्सिटी को जाता है और बाकी कॉलेज प्रबंधन अपने खर्चे चलाने के लिए रखता है। अगर फीस की बात की जाए तो यह प्रति महीना बस 40 से 60 रुपए ही होती है।
प्रिंसिपल बोले- स्कॉलरशिप पोर्टल नहीं खुलने से अटकी फीस: कॉलेज प्रिंसिपल्स ने बताया कि गरीब छात्र हर वर्ष स्कॉलरशिप के माध्यम से अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं। अप्रैल माह बीत जाने के बाद भी पोर्टल न खुलने से छात्र स्कॉलरशिप के लिए आवेदन नहीं कर सके। इससे हमारे पैसे भी फंसे हुए हैं।



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दुकानें खुलने पर जुटी भीड़, पुलिस ने फ्लैग मार्च कर हटाया

पुलिस प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद भी लॉकडाउन की अवहेलना करने वालों की संख्या में कमी नहीं आ रही। लॉकडाउन तोड़ने के साथ-साथ लोग बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह नहीं कर रहे। इससे भय का माहौल पैदा हो गया है। प्रशासन की ओर से दुकानें खोलने का समय शाम से हटाकर दो बजे का कर दिया है, लेकिन बेवजह घूमने वालों की भीड़ काबू नहीं आ रही। बुधवार को जैसे ही दुकानें खुली तो बाजार में अचानक भीड़ जुट गई। इसके बाद पुलिस को फ्लैग मार्च निकालकर लोगों को वहां से हटाना पड़ा। दो बजते ही पुलिस ने बाजार बंद करवा दिया। अब पुलिस भीड़ जुटाने वाले लोगों के खिलाफ सख्ती से निपटने का मन बनाया है।

पुलिस करेगी सख्ती : एसएचओ देवेंद्र और चौकी इंचार्ज राजपाल ने बताया कि पुलिस अब सख्ती बढ़ाने जा रही है। जो व्यक्ति बेवजह घूमता पाया गया। उसके वाहन का चालान करने के साथ-साथ उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि लोग इसी तरह अपनी जिम्मेदारी से बचते रहे तो पिछले 45 दिन के दौरान जो मेहनत सरकार ने की है। उस पर पानी फिरते देर नहीं लगी। इसलिए पुलिस अब सख्त कार्रवाई करेगी।
उधर, समाजसेवी संगठन भी पुलिस की मदद में आगे आए हैं। समाजसेवी कुलदीप, संजीव शर्मा, ऋषिपाल ने कहा कि पुलिस नाकों पर चुनाव में वोटिंग के दौरान इस्तेमाल होने वाली इंक रखी जानी चाहिए। जो व्यक्ति बेवजह घूमता मिले। उसकी अंगुली पर निशान लगाया जाए और उसे चेतावनी दी जाए। यदि वह व्यक्ति दोबारा बेवजह बाहर नजर आए तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उसे हिरासत में लिया जाए। तब जाकर लोग लॉकडाउन तोड़ने से परहेज करेंगे।



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जिले की सीमाएं सील, अब अफसर व कर्मचारी भी नहीं कर सकेंगे बॉर्डर पार

जिले को कोरोना वायरस से बचाने के लिए प्रशासन हरसंभव कदम उठा रहा है। स्थिति का आंकलन कर रोजाना नई व्यवस्थाएं भी बन रही है। जहां प्रदेश की सीमाओं को सील किया गया है। वहीं अब कुरुक्षेत्र की दूसरे जिलों से लगती सीमाओं को भी सील किया जा रहा है। यानि अब इंटर जिला मूवमेंट भी नहीं हो सकेगी। यही नहीं अधिकारियों व कर्मचारियों को भी बार्डर पार करने की अनुमति नहीं होगी। विशेष मामलों में ही बार्डर पार कर सकेंगे। हालांकि सिर्फ जरुरी सेवाओं के लिए छूट होगी। इसे लेकर डीसी धीरेन्द्र खड़गटा ने बुधवार को आदेश भी जारी कर दिए। जिसके चलते कई जगहों पर सीमा को सील भी कर दिया है ।
चंडीगढ़ नहीं कर सकेंगे अप-डाउन : सरकारी और निजी दफ्तरों के अधिकारी और कर्मचारी भी अब कुरुक्षेत्र से चंडीगढ़ और पंजाब में प्रतिदिन अप-डाउन नहीं कर पाएंगे। इन अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए बार्डर क्रास करना मुश्किल होगा। इन अधिकारियों, कर्मचारियों को हिदायत जारी कर कुरुक्षेत्र या संबंधित कार्यस्थलों पर ही ठहरने की व्यवस्था करनी होगी। इतना ही नहीं जिन कुछ केसों में छूट दी जाएगी, उन लोगों का बार्डर पर थर्मल स्केनिंग, रेपिड टेस्ट भी होगा ।
पटियाला से एंट्री पूरी तरह बैन : अब पटियाला से न कोई आ सकेगा और न ही यहां से पटियाला जा सकेगा। एसपी आस्था मोदी बार्डर एरिया पर सख्ती से पालना कराएंगी। पुलिस फोर्स लगाकर बार्डर एरिया को सील करेंगी। बार्डर एरिया से आवश्यक वस्तुओं जिसमें, सब्जी-फल, अनाज, अंडे-मीट, दूध, पशुओं के चारे व अन्य सामग्री, पोल्ट्री और पशुओं के लिए खाद्य सामग्री, दवा व यंत्र, मास्क, गलब्स, सेनिटाईजर, वेंटिलेटर सहित अन्य जरुरी सामग्री को ही छूट रहेगी ।

इनको बॉर्डर क्राॅस करने की छूट
जिलाधीश ने जारी आदेशों में कहा है कि बार्डर एरिया क्रास करने के लिए कुछ विभागों के अधिकारियों को छूट दी गई है, जिसमें एम्बुलैंस, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, आयुष स्टाफ, फायर बिग्रेड, कैश वैन, तेल टेंकर, पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट, भारतीय डाक विभाग, आपदा प्रबंधन, राष्ट्रीय सूचना केन्द्र व एफसीआई के सरकार द्वारा अधिकृत अधिकारी व कर्मचारी कोविड-19 के नियमों की पालना करके बार्डर क्राॅस करने की छूट दी गई है।
24 घंटे पूरा सप्ताह खुले रहेंगे पेट्रोल पम्प

वहीं बुधवार को पेट्रोल पंपों को लेेकर फिर से आदेश बदले गए। पहले पंप सुबह 7 से शाम 7 बजे तक खोलने के आदेश हुए थे। लेकिन अब जिले में सभी पेट्रोल पंप पूरे सप्ताह 24 घंटे खुले रखे जा सकेंगे। नगर परिषद और नगर पालिकाओं के अधिकारी इसकी पालना कराएंगे ।

सुविधा अनुसार करें जिले में रुकने की व्यवस्था
अन्य जिलों व राज्यों के जो व्यक्ति कुरुक्षेत्र जिले में कार्यरत हैं, वे अपनी सुविधानुसार कुरुक्षेत्र में रहने का प्रबंध करेंगे ताकि प्रतिदिन बार्डर क्रास करने से बच सकें। इसी प्रकार कुरुक्षेत्र जिले के जो व्यक्ति अन्य जिलो में कार्यरत है, वह भी अपने कार्यस्थल संबंधित जिले में ही रहे। कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह जरूरी है । क्योंकि दैनिक मूवमेंट से वायरस के फैलने का खतरा रहता है।



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कुरुक्षेत्र- कुवार खेड़ी िस्थत फाैजी फार्म के पास पुलिस कर्मचारियों ने सड़क पर पत्थर की ईंटों को लगाकर सड़क को शील कर दिया।




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लॉकडाउन में सैर पर निकली महिलाओं की पुलिस ने कराई उठक-बैठक, महिला आयोग पहुंचा मामला

कोरोना वायरस की चेन तोड़ने को लेकर लगाए लॉकडाउन को सफल बनाने में पुलिस यूं तो पूरा प्रयास कर रही है। कई मामलों में पुलिस सख्ती से पेश आ रही है। यह जरूरी भी है, लेकिन पुलिस ने सैर पर निकले लोगों के साथ ही महिलाओं की उठक बैठक कराने का मामला भी सामने आया है। महिलाओं की उठक बैठक का वीडियो वायरल होते ही मामला तूल पकड़ गया। इस पर महिला आयोग अध्यक्षा नम्रता गौड़ ने भी संज्ञान लिया। एसपी आस्था मोदी से बात कर नाराजगी जताई । एसपी ने कहा कि वे इस मामले की जांच कराएंगी। संबंधित पुलिस अधिकारी को कारण बताओं नोटिस भी जारी किया है। मंगलवार को सेक्टर सात में कुछ महिलाएं व पुरुष घर के बाहर गली में सैर कर रहे थे। यह कंटेनमेंट जोन है। ऐसे में यहां लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत है। शाम को सिटी पुलिस भी वहां गश्त करते हुए पहुंची। पुलिस टीम ने उक्त सभी लोगों को इस तरह सैर करने पर न केवल लताड़ा। बल्कि उन लोगों से उठक बैठक भी कराई। इसकी किसी ने वीडियो बना कर वायरल कर दी। टीम के साथ कोई महिला पुलिस कर्मी भी नहीं दिख रही।
सैर पर है पाबंदी

बता दें कि कुरुक्षेत्र में सुबह शाम की सैर पर भी पाबंदी लगाई हुई है। बाजार खुलने की छूट नौ से दो बजे तक है। प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि जिसे जरूरी हो, वही बाजार में सामान आदि लेने जाए। बिना कारण घरों से न निकलें।



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कुरुक्षेत्र। पुलिस ने कराई महिलाओं की उठक बैठक।




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अब मिड डे मील के साथ बच्चे पी सकेंगे चॉकलेट व इलायची फ्लेवर मिल्क

लॉकडाउन-3 में अब जिलेभर के राजकीय स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ रहे 52 हजार बच्चों को पहली बार मई के साथ जून महीने का राशन भी दिया जाएगा। इतना ही नहीं, इस बार बच्चों के स्वास्थ्य और पौष्टिकता को ध्यान में रखते हुए चॉकलेट, इलायची व वनीला फ्लेवर का आधा किलो सूखा दूध भी दिया जाएगा। अब से पहले तक विद्यार्थियों को मई में ही मिड-डे मील मिलता था और जून में छुटि्टयां होने के कारण मिड-डे मील देने की व्यवस्था नहीं थी लेकिन इस बार दोनों महीनों का 24-24 दिन के हिसाब से 48 दिन का मिड-डे मील राशन बच्चों को उनके घर पर ही पहुंचाया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश आ चुके हैं जिसके चलते अगले सप्ताह में मिड-डे मील का राशन व फ्लेवर मिल्क के पैकेट बच्चों को वितरित किए जाएंगे।
मिड-डे मील के लिए कुकिंग कॉस्ट भी बढ़ी : इस बार बच्चों को अधिक स्वादिष्ट व्यंजन मिलने के साथ-साथ, विभाग की ओर से मिड-डे मील बनाने की कॉस्ट भी बढ़ाई गई है। पहले पहली से पांचवी तक बच्चों के लिए पकने वाले भोजन की कुकिंग कॉस्ट प्रति बच्चा 4 रुपए 48 पैसे थी, जिसे अब बढ़ाकर 4 रुपए 97 पैसे कर दिया है। इसी तरह छठी से आठवीं तक के बच्चों के लिए पकने वाले भोजन की कुकिंग कॉस्ट प्रति बच्चा 6 रुपए 71 पैसे थी, जो अब बढ़कर 7 रुपए 45 पैसे हो गई है। इन पैसों को सीधे विद्यार्थियों के अकाउंट में डाला जाएगा। पहली से पांचवी कक्षा तक के बच्चों की कुकिंग कॉस्ट 238.56 रुपए और छठी से आठवीं के बच्चों की कुकिंग कॉस्ट 357.60 रुपए बनती है।
पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को दो किलो 160 ग्राम गेहूं और दो किलो 640 ग्राम चावल दिए जाएंगे। वहीं छठी से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को तीन किलाे 240 ग्राम गेहूं और तीन किलो 960 ग्राम चावल दिए जाएंगे।
शिक्षा विभाग की अच्छी पहल : पूर्व जिला प्रधान विनोद
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिला प्रधान विनोद चौहान ने कहा कि राजकीय स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों की पौष्टिकता का ध्यान रखते हुए उन्हें दूध देने की पहल अच्छी है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में सभी शिक्षक बच्चों के घर-घर जाकर मिड-डे मील पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही बच्चों को रोजाना होमवर्क भेजा जा रहा है ताकि उनकी पढ़ाई सुचारु रूप से चल सके।
20 ग्राम से तैयार होता है 250 ग्राम दूध : सतनाम
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतनाम भट्टी ने बताया कि 20 ग्राम सूखे दूध से 250 ग्राम दूध तैयार हो जाता है। उन्होंने बताया कि पहली बार विद्यार्थियों को मई महीने के साथ ही जून महीने का राशन भी दिया जाएगा। सतनाम भट्टी ने कहा कि पहली बार बच्चों की पौष्टिकता को ध्यान में रखते हुए चॉकलेट, इलायची व वनीला फ्लेवर के सूखे दूध के पैकेट भी बच्चों को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अगले सप्ताह से मिड-डे मील राशन को बांटने का काम शुरू कर दिया जाएगा।



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मार्केट कमेटी के एक्सईएन के लिए डीसी ने भिजवाया पुलिस के हाथों केक

पुलिस विभाग के कर्मचारी तथा अधिकारी योद्धा की तरह लोगों की सुरक्षा के लिए ड्यूटी कर रहे हैं। कोरोना वायरस की आपदा के समय एक सामाजिक मिसाल भी कायम कर रहे हैं। कुरुक्षेत्र पुलिस के जवान प्रतिदिन ऐसे लोगों के घरों में अचानक पहुंच कर उन्हें आश्चर्यचकित करते हैं, जिनके बच्चे विदेश में बसे हुए हैं। ऐसे बुजुर्ग अकेले घरों में रह रहे हैं। ऐसे लोगों के जन्मदिन या विवाह की वर्षगांठ के पल मनाने पुलिस वाले पहुंचते हैं तो वे खुद भी आश्चर्य में पड़ जाते हैं। ऐसे ही सेक्टर-सात चौकी प्रभारी रमनदीप कौर अपनी टीम के साथ पूर्व पुलिस अधिकारी प्रधान सिंह कंग के घर पहुंची।
पहले पूछताछ-फिर केक देकर चौकाया : पुलिस अंदाज में पूछताछ की कि आपके घर में कोई विदेश से तो नहीं आया है। अगर कोई विदेश से आया है तो बताएं। प्रधान सिंह ने बताया कि कोई नहीं आया है। वह और उनकी धर्मपत्नी अकेले रहते हैं। इसी समय अचानक छिप कर खड़े पुलिस कर्मचारी को अधिकारी ने इशारा किया और प्रधान सिंह के सामने केक आ गया। सभी ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। प्रधान सिंह ने हैरान होकर पूछा कि उन्हें कैसे पता चला कि आज उनका जन्मदिन है। तब रमनदीप कौर ने कहा कि लॉकडाउन के समय में वे इस तरह के लोगों का जन्मदिन मना रहे हैं, जिनके बच्चे विदेश में हैं। बुजुर्ग अकेले घरों में रहते हैं। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए घरों से कम निकलें तथा लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। प्रधान सिंह ने भी पुलिस के काम की सराहना करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान पुलिस के प्रति लोगों की विचारधारा भी बदली है। लोगों का भी मानना है कि पुलिस उनके साथ है। देशभर की पुलिस सराहनीय कार्य कर रही है। पुलिस को देखकर लगता है कि ये उनके परिवार के सदस्य हैं। लोगों को भी पुलिस कर्मचारियों का सहयोग करना चाहिए। ्रशासन का प्रयास है कि आमजन के साथ-साथ किसी अधिकारी व कर्मचारी को भी किसी प्रकार की परेशानी न आए। ऐसे ही कमेटी में कार्यकारी अभियंता के पद पर कार्यरत भूपेन्द्र सिंह के जन्मदिन पर पुलिस केक लेकर पहुंची। डीसी धीरेंद्र खड़गटा को जब पता चला कि एक्सईएन भूपेंद्र सिंह का जन्मदिन है। वहीं लॉकडाउन के शेड्यूल के तहत बेकरी की दुकानें बंद हैं तो उन्होंने पुलिस की मदद से केक का इंतजाम कराया। इसके बाद सेक्टर पांच स्थित उनके घर पर भिजवाया। यह तोहफा पाकर भूपेंद्र भी भावुक हो गए। यही नहीं उनकी इसी माह 31 मई को रिटायरमेंट भी है। जब पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी केक लेकर उनके निवास पर पहुंचे तो भूपेन्द्र सिंह की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने डीसी धीरेन्द्र खड़गटा व एसपी आस्था मोदी का आभार भी जताया।



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अब शहर में बिजली-पानी और सीवरेज सिस्टम को दुरुस्त करने पर फोकस

हर साल गर्मियों के सीजन में शहर व जिला वासियों को अघोषित कट झेलने पड़ते हैं। इस बार भी गर्मी बढ़ने के साथ ही कटों का सिलसिला बढ़ने लगा है। हालांकि अभी लॉकडाउन की वजह से पर्यावरण साफ सुथरा होने के चलते लोग एसी-कूलर आदि कम ही चला रहे हैं। लेकिन लॉकडाउन के बाद इस स्थिति में बदलाव होना तय है। ऐसे में कट और बढ़ेंगे। हालांकि बिजली विभाग भी अपनी तरफ से प्रबंधों में जुट गया है। शहर में कटों से बचाने के लिए और फीडर बढ़ाए जा रहे हैं। शहर में तीन फीडर नए बनेंगे जिससे मोहननगर, सेक्टर 17 और साधुमंडी एरिया में लोगों को कटों से निजात मिल सकेगी। इसे लेकर बुधवार को विधायक सुभाष सुधा ने सर्किट हाउस में अधिकारियों की मीटिंग ली। बाढ़ बचाव व पानी निकासी के प्रबंधों को लेकर भी मीटिंग हुई। इससे पहले विधायक सुभाष सुधा ने बिजली विभाग, जन स्वास्थ्य, नगर परिषद, सिंचाई व लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों से मानसून सीजन के लिए बरसात के पानी निकासी और बाढ़ बचाव को लेकर किए गए प्रबंधों तथा गर्मी के सीजन में लोगों को निरंतर बिजली मुहैया करवाने के लिए बिजली महकमे द्वारा किए प्रबंधों की फीडबैक ली।
अटके काम अब होंगे शुरु

विधायक ने जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को गुरुद्वारा छटी पातशाही से लेकर नरकरतारी रोड पर जयभारती स्कूल तक नाले की सफाई करने, शहर की सीवरेज व्यवस्था को ठीक करने, लोगों को पीने के पानी की निरंतर सप्लाई देने, नगर परिषद के अधिकारियों को नालों की सफाई करने, अमृत योजना के साथ-साथ अन्य अधूरे विकास कार्यो को शुरू करने, रेलवे रोड़ सड़क निर्माण कार्य को शुरु करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है।
ड्रेनेज सिस्टम की होगी सफाई, 8 तक टेंडर

सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सरस्वती की सफाई करने, अधूरे निर्माण कार्य को पूरा करने, खानपुर कोलियां से राष्ट्रीय राजमार्ग तक कार्य शुरू करने, किरमिच ड्रेन की सफाई करने, पानी निकासी के लिए 10-10 क्यूसिक के पम्प लगाने, लुखी, बगथला, समसपुर, छैलों में पानी निकासी के लिए 2 पम्प लगाने के साथ ही ड्रेनों की सफाई व्यवस्था के लिए 8 मई तक टेंडर लगाने तथा निर्धारित समयावधि में कार्यो को पूरा करने के सख्त आदेश दिए है। उन्होंने कहा कि पिपली से थर्ड गेट तक सड़क निर्माण कार्य के दौरान सभी विभाग अपने-अपने विभागीय स्तर के कार्यो का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों से सम्पर्क करके सड़क निर्माण कार्य को बेहतर बनाने में सहयोग करेंगे। सभी अपने अपने विभाग के काम 31 मई तक पूरा करेंगे। इसके बाद जून के पहले हफ्ते में निरीक्षण होगा।

आंधी में नहीं जाएगी बिजली

अधिकारियों ने दावा किया कि बिजली विभाग की तरफ से बीबीएन से लेकर पिपली रोड स्टेडियम के सामने से ग्रीन बेल्ट में बिजली की नई केबल बिछा दी है। इसी तरह सेक्टर 7, 4, 2 व 3 ग्रीन बेल्ट में भी नई तार बिछा दी है। इन तमाम व्यवस्थाओं पर बिजली विभाग की तरफ करीब 40 लाख का बजट खर्च किया जा रहा है।



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शराब ठेकों से हटा लॉकडाउन, कई जगह खाली मिले तो लोगों को लौटना पड़ा मायूस

छह अप्रैल को शराब के ठेकों का लॉकडाउन खुल गया। ठेके खुलने की सूचना पर पीने वालों के चेहरे खिल उठे, लेकिन ठेकों पर पहुंच कइयों को मायूसी हाथ लगी। दरअसल अधिकांश ठेकों पर शराब ही नहीं पहुंची। ऐसे में खाली ठेकों के बाहर लोग दिनभर चक्कर ही काटते दिखे। इधर जिले में आबकारी विभाग की तरफ से इस साल के लिए अब तक 54 ठेके अलॉट किए जा चुके हैं। नए ठेके देने की प्रक्रिया लॉकडाउन से पहले ही पूरी हो चुकी थी, लेकिन नए ठेके छूटते ही लॉकडाउन शुरू हो गया था।
मार्च में हुई बोली, 98 करोड़ मिले

मार्च में नए ठेके देने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। 18 मार्च को जिले में इस साल के लिए ठेके ऑनलाइन बोली के द्वारा दिए गए। इससे पहले की नए ठेकेदार काम संभालते, 24 मार्च से लॉकडाउन शुरू हो गया। जिला आबकारी अधिकारी राजकुमार के अनुसार जिले में शराब ठेकों के लिए 27 रीजन बनाए गए हैं। हर रीजन में दो ठेके हैं। इस साल विभाग का लक्ष्य 100 करोड़ लाइसेंस फीस जुटाना है।
मार्च में हुई बोली, 98 करोड़ मिले

मार्च में नए ठेके देने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। 18 मार्च को जिले में इस साल के लिए ठेके ऑनलाइन बोली के द्वारा दिए गए। इससे पहले की नए ठेकेदार काम संभालते, 24 मार्च से लॉकडाउन शुरू हो गया। जिला आबकारी अधिकारी राजकुमार के अनुसार जिले में शराब ठेकों के लिए 27 रीजन बनाए गए हैं। हर रीजन में दो ठेके हैं। इस साल विभाग का लक्ष्य 100 करोड़ लाइसेंस फीस जुटाना है।



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Lockdown removed from liquor contracts, people had to return disappointed if they found many places empty




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चर्म रोग की ओपीडी पहले ही हो चुकी बंद, एलएनजेपी अस्पताल में अब मनोरोग विशेषज्ञ ने भी दिया इस्तीफा

शहर का सिविल अस्पताल पहले डॉक्टर्स और स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। अभी तक सरकार स्वास्थ्य विभाग यहां जरूरत के मुताबिक डॉक्टर्स मुहैया नहीं करा पाया। दो साल से कई गंभीर रोगों से संबंधित ओपीडी डॉक्टर होने के कारण बंद पड़ी हैं। एक तरफ जहां विभाग डॉक्टर मुहैया नहीं करा पा रहा है। वहीं सरकारी अस्पताल में नौकरी को अलविदा कहने वाले डॉक्टरों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। अस्पताल से पहले ही चर्म राेग विशेषज्ञ व मनाेराेग प्रमुख इस्तीफा दे चुके हैं। अब एलएनजेपी में मनोरोग ओपीडी में एक ही चिकित्सक रह गया है जिससे मरीजाें काे इलाज के लिए परेशानी झेलनी पड़ेगी।

मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा दुआ सोबती ने भी नौकरी छोड़ने के लिए विभाग को नोटिस दे दिया है। सरकार और विभाग सरकारी अस्पतालों में स्टाफ से लेकर हर सुविधा मुहैया कराने के दावे कर रहा है लेकिन चाह कर भी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी दूर नहीं कर पा रहे हैं। एलएनजेपी के लिए 42 चिकित्सकों की जरूरत है। इतनी पोस्ट भी यहां के लिए सेंक्शन हैं, लेकिन महज 30 ही डॉक्टर यहां उपलब्ध हैं। इनमें भी ज्यादातर एमओ हैं। स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स काफी कम हैं।
हर माह भेज रहे डिमांड

अधिकारी ने बताया कि चिकित्सकों की कमी को लेकर कई बार महानिदेशक को अवगत करा चुके हैं। अब फिर से डिमांड भेजेंगे।
कई विशेषज्ञ छोड़ चुके नौकरी

जिला अस्पताल से डॉ. अनुराग कौशल ने 2011, गायनी सर्जन डॉ. नेहा 2015, डॉ. विवेक ने 2016 में, मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. नरेंद्र परूथी, दंत राेग विशेषज्ञ डॉ. पूजा ललित भी नौकरी छोड़ चुकी हैं।
औसतन 200 की ओपीडी, मरीजों को होगी दिक्कत

अब मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा दुअा साेबती ने भी इस्तीफा दे दिया है। मनोरोग विभाग में औसतन 200 मरीज पहुंचते हैं। मनाेराेग अाेपीडी में दाे चिकित्सक थे अब डाॅ. सुरेंद्र मढान ही मरीजाें का इलाज करेंगे। अब मरीजों को इलाज लेने में ज्यादा समय लगेगा जिससे मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ेगी। बता दें कि मनोरोग में अधिकांश का लंबे समय तक इलाज चलता है। ऐसे में जिनका पहले से इलाज यहां चल रहा है, उन्हें भी दिक्कत होगी।

अधिकांश ने खोले क्लीनिक
हालांकि जिन चिकित्सकों ने पिछले पांच साल के दौरान नौकरी छोड़ी है, उनमें से अधिकांश अब अपना ही क्लीनिक खोल चुके हैं। बताया जाता है कि डॉ. नेेहा की रिटायरमेंट में अभी दस साल बाकी हैं, लेकिन वे भी अपना ही क्लीनिक खोलेंगी इसीलिए उन्होंने भी सरकारी नौकरी को अलविदा कहा है। सिविल सर्जन डाॅ. सुखबीर सिंह ने कहा किहाल ही में मनाेराेग विशेषज्ञ डाॅ. नेहा दुआ साेबती ने इस्तीफा दिया है। अब मनाेराेग की ओपीडी में एक ही चिकित्सक से व्यवस्था बनाई जाएगी।



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सेक्टर 17 डिस्पेंसरी में सुबह आठ से दोपहर 2 बजे तक हाेगी मनोचिकित्सक व सामान्य रोग की ओपीडी

कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर आमजन में सामाजिक दूरी बनाए रखने के उद्देश्य से सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में दी जाने वाली विभिन्न स्वस्थ्य सेवाओं को स्वास्थ्य संस्थानों मे निर्धारित किया गया है। सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने बताया कि सभी स्वास्थ्य सेवाएं आरंभ कर दी गई हैं। लेकिन सभी सुविधाओं को अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों पर बांटा गया है। जिला अस्पताल में मेडिसन, सामान्य ओपीडी, बाल-रोग ओपीडी बाल-रोग विभाग, आपातकालीन सेवाए, मेडिकल सेवाएं व पोस्टमॉर्टम सेवाएं जारी रहेंगी। नाक-कान-गला, नेत्र रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग, व शल्य चिकित्सक की ओपीडी भी अब चलाई जाएगी। महिला रोग चिकित्सक की ओपीडी के साथ प्रसूति ग्रह की सभी सुविधाएं केवल नागरिक अस्पताल जगाधरी में चलेंगी। सभी आपातकालीन सेवा केवल मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल में ही मिलेंगी। लड़ाई-झगड़े व पोस्टमॉर्टम सेवाएं यमुनानगर व उप-जिला नागरिक अस्पताल जगाधरी में पहले की ही तरह जारी रहेंगी।
यहां रहेगी सामान्य रोग ओपीडी|इसी प्रकार से मनोचिकित्सक, दंत चिकित्सक व सामान्य रोग चिकित्सक की ओपीडी हुड्डा डिस्पेंसरी सेक्टर-17 हुड्डा, जगाधरी में चलाई जाएंगी।
24 घंटे मिलेगी इलाज सुविधा| कोरोना से संबंधित सभी प्रकार की सेवाएं जैसे की फ्लू (खांसी-जुखाम, बुखार) व बुखार की ओपीडी, आइसोलेशन वार्ड, कोविड केयर वार्ड व सैंपल व कोविड जांच सेवाएं केवल ईएसआई अस्पताल जगाधरी में 24 घंटे 7 दिन उपलब्ध रहेंगी।



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यमुनानगर | सिविल अस्पताल में लगाई गई मशीन की जानकारी देते सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया।




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बाजार खुलते ही अधिकतर दुकानदार और ग्राहक भूले सोशल डिस्टेंसिंग

लॉकडाउन-3 प्रशासन की ओर से छूट दी गई है। मंगलवार से मार्केट की सभी दुकानें प्रशासनिक आदेशों पर खुल गईं। दूसरे दिन शहर की प्रमुख मार्केटाें में भीड़भाड़ देखी गई। मीरा बाजार खचाखच भरा नजर अाया। यहां के दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते नजर नहीं आए। वे न अपनी अाैर अपने ग्राहकों की चिंता नहीं कर रहे। न मास्क लगा रहे हैं न ही दुकानों पर सेनिटाइजर िदखा। कई दुकानाें के अंदर 7-8 ग्राहक घुसे थे।
मीरा बाई मार्केट शहर का प्रमुख बाजार है। यहां 700 से अधिक दुकानें हैं। एक दिन पहले ही प्रशासन की ओर से यहां दोनों साइड की दुकान खोलने पर फैसला बदला गया। यह तय किया गया कि एक दिन एक और अगले दिन दूसरी साइड की दुकानें खोली जाएं, जिससे बाजार में भीड़ की स्थिति न हो। ऐसा ही हुआ। बुधवार को दूसरी साइड की दुकानें खुली। यहां सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते दुकानदार दिखाई नहीं दिए। दुकानों के बाहर रस्सी तो बंधी थी, लेकिन ये दिखाने के लिए लगाई गई है। दोपहर तक यहां पूरी भीड़ रही। सामान लेने आए अधिकतर लोग मास्क पहन कर ही नहीं आए। इनको दुकानदारों ने भी सुझाव नहीं दिया कि वे अगली बार जब भी सामान लेेने आएं तो मास्क जरूर लगाएं। दुकानों पर सेनिटाइजर रखा नहीं दिखा। ये भी हिदायत दी गई थी कि सेनिटाइजर रखना जरूरी है। ये ग्राहक व दुकानदार दोनों के हित में है। बाहर से आए लोगों के हाथ पहले सेनिटाइज करने हैं। इसके बाद उन्हें दुकानदार सामान दिखाएगा। ऐसा मीरा बाजार में ही नहीं दूसरे बाजार में भी नहीं दिखाई दिया। दुकानदार खुद मुंह पर रुमाल रखे बैठे थे। जिन लोगों ने बांध रखा था वह मुंह से नीचे किया हुआ था। बाजार में आए खरीदार विशाल ने बताया कि उसको शर्ट लेनी है। लॉकडाउन के कारण वह बाजार में नहीं आ पा रहा था। बाजार खुलते वह तुरंत आया। उसने मास्क, सेनिटाइजर अपनी जेब में रखा है।

कैंप एरिया में भी टूटती नजर आई सामाजिक दूरी

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सामाजिक दूरी अपनाने को कहा गया है। इसके लिए प्रशासनिक एडवाइजरी भी जारी हुई है। इसके बावजूद कैंप एरिया में सोशल डिस्टेंसिंग नजर नहीं आई। दुकानों के बाहर ग्राहक एक दूसरे से सट कर खड़े थे। जबकि दूरी बनाने के आदेश हैं। यहां दुकानदार विक्रम, कृष्ण, संत सिंह ने बताया कि वे लोग खुद मास्क पहने हैं, ग्राहकों को समझा रहे हैं कि सामान लेने के लिए बारी का इंतजार करें, लेकिन कोई इंतजार नहीं करना चाहता। सबको जल्दी है। इसलिए उनकी बात को अनसुना कर एक दूसरे से पहले सामान लेने की होड़ लगी रहती है। एक दो दिन अगर पुलिस गश्त बाजार में रहे तो ग्राहक भी सामाजिक दूरी के नियम को फॉलो करेंगे। ये उनके हित में रहेगा।



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यमुनानगर| ये है शहर का प्रमुख मीरा बाजार- यहां ग्राहकों की भीड़ रहती है। बुधवार को भी यहां भीड़ काफी रही। प्रतिबंध के बावजूद बाइक लेकर बाजार के अंदर लोग आए।




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कोरोना पीड़िता के जेठ पर केस, आरोप-बेटी के बर्थडे में लोग जुटाए, इसी वजह से हुआ महिला को कोरोना

लॉकडाउन में बेटी का अपने ही घर में बर्थडे मनाना मर्चेंट नेवी के कर्मचारी को भारी पड़ गया। पुलिस ने उस पर आधा दर्जन धाराओं में केस दर्ज किया है। आरोपी ने घर में बेटी का जन्मदिन मनाया और लोगों को बुलाया, यह बात तब पता चली जब उसकी भाभी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गई। पुलिस का मानना है कि बर्थडे की पार्टी में जुटे लोगों की वजह से ही महिला कोरोना संक्रमण की चपेट में आई है। बर्थडे 27 अप्रैल को था, तब न तो पुलिस को इसका पता चला और न ही स्वास्थ्य विभाग को। उस दिन बर्थडे में जुटे लोगों को लेकर पुलिस ने अब एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने कोरोना पॉजिटिव पाई गई महिला के जेठ को आरोपी बनाया है। बर्थडे पर 20 से 25 लोग जुटे थे। इसमें परिवार के साथ-साथ पड़ोस और कुछ अन्य जानकार भी थे। अब इन सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। बताया जा रहा है कि बेटी का जन्मदिन मनाने के बाद व्यक्ति अपने परिवार के साथ वापस पंजाब में चला गया था।
लॉकडाउन में मोहाली से यमुनानगर आए और वापस भी चले गए| सीआईए 2 के इंचार्ज महरूफ अली ने फर्कपुर थाने में केस दर्ज कराया है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया एसपी की तरफ से कोरोना महामारी में उनकी ड्यूटी विदेश और बाहर से आने वालों की जानकारी लेने और उनकी जांच कराने में लगी है। वे अपनी टीम के साथ चेकिंग पर थे। उन्हें पता चला कि सरोजनी कॉलोनी में मोहाली पंजाब से अपने पिता के घर सरोजनी कॉलोनी में परिवार समेत आए है। वह 9 अप्रैल को यहां आया था। उसने अपनी बेटी का 27 अप्रैल को जन्मदिन मनाया। इस जन्मदिन में परिवार के लोग और पड़ोस से भी कई लोग शामिल हुए थे। परिवार से एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। जन्मदिन में जुटे लोगों की वजह से महिला कोरोना की चपेट में आई है। शिकायत पर मोहाली से परिवार के साथ बेटी का जन्मदिन मनाने वाले पर फर्कपुर पुलिस ने धारा 188, 267, 268, 269 और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट में केस दर्ज किया है।
डायलिसिस सेंटर के बिल्डिंग में जाने पर रोक| कोरोना पॉजिटिव पाए गए गांव कुटीपुर निवासी बुजुर्ग ने जगाधरी के सिविल अस्पताल में चल रहे डायलिसिस सेंटर में डायलिसिस करवाई थी। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने उस पूरी बिल्डिंग में किसी को भी जाने नहीं दिया। उस बिल्डिंग में डायलिसिस सेंटर के साथ-साथ फूड सेफ्टी अधिकारी और ड्रग कंट्रोलर का ऑफिस भी है। दोनों ऑफिस भी सील हैं। स्वास्थ्य विभाग ने डायलिसिस करने वाले कर्मचारियों के भी सैंपल लिए हैं। वहीं उन्हें का क्वारेंटाइन किया गया है। जिस मशीन पर कोरोना पॉजिटिव पाए गए पेशेंट की डायलसिस हुई थी, उस पर 12 मरीजों के डायलिसिस हुई थी।
306 लोगों की रिपोर्ट आना बाकी| सीएमओ डॉ विजय दहिया ने बताया हमने कोरोना जांच का दायरा बढ़ा दिया है। हर दिन सैकड़ों की संख्या में कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं। बुधवार तक 306 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। सीएमओ डॉ विजय दहिया ने बताया बुधवार को 77 सैंपल की रिपोर्ट आई है। सभी रिपोर्ट नेगेटिव है। यह रिपोर्ट सब्जी मंडी यमुनानगर में काम करने वाले वॉलिंटियर और अन्य सब्जी विक्रेताओं की है।

पीजीआई से वापस भेजा गया मरीज

कोरोना पॉजिटिव पाए गए गांव कुटीपुर निवासी बुजुर्ग को मंगलवार को पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया था, लेकिन वहां पर पहले से ही काफी संख्या में भर्ती कोरोना पेशेंट की संख्या को देखते हुए बुजुर्ग को एडमिट करने से मना कर दिया गया। इसके बाद यमुनानगर स्वास्थ्य विभाग बुजुर्ग को वापस लेकर आया। अब उसे यहां ईएसआई अस्पताल में बनाए गए कोविड- सेंटर में एडमिट किया गया है। बुजुर्ग पहले से किडनी पेशेंट है, लेकिन अब उसे कोरोना होने से हर किसी की चिंता बढ़ी हुई है।



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खिजराबाद | कुटीपुर में कोरोना पेशेंट के परिजनों के सैंपल लेने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम।




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बाजार में दुकानें खोलने के लिए किए दिन तय

डीसी मुकुल कुमार ने बताया कि डेयरी और अन्य संबंध दुकानें प्रात: 7 बजे से सायं 7 बजे तक खुली रहेंगी। सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को खेडा मोहल्ला बाजार व मीरा बाई बाजार की दाईं ओर दुकानें खुलेंगी तथा मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को खेडा मोहल्ला बाजार व मीरा बाई बाजार की बाई ओर दुकानें खुलेंगी। उन्होंने बताया कि एमसी यमुनानगर, एमसी साढौरा, एमसी रादौर, सरस्वती नगर की ग्राम पंचायत, छछरौली, प्रतापनगर और लेदी की चिहिंत (01 मार्क) दुकानें सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को सभी दुकानें प्रात: 8 बजे सायं 4 बजे तक खुली रहेगी तथा उपरोक्त चिह्नित (02) मंगलवार, वीरवार और शनिवार को खुली रहेगी।
 डीसी ने बताया कि रेस्टोरेंट व मिठाई की दुकानें, आम जनता के लिए सेवाओं और भोजन प्रदान करने के लिए सुबह 8 बजे से दोपहर बाद 4 बजे तक होम डिलीवरी के लिए अनुमति दी गई है। उन्हे आदेश दिए जाते हैं कि वे कम से कम समय में 5 से अधिक कस्टमर/आगंतुकों को अनुमति न दें। सभी केमिस्ट की दुकानें, पंजीकृत 24 घंटे का अमरजैंसी, ओपीडी मेडिकल प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप खुले रहेंगे।

मास्क/फेस कवर पहनना दुकानदारों और ग्राहकों दोनों के लिए अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि सोशल-डिस्टेंसिंग की पालना अनिवार्य है और हर दुकान के सामने 6 फीट गैप पर मार्किंग की जानी चाहिए, दुकान के सामने हाथ सफाई की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए, दुकानें काउंटर/डेस्क/कुर्सियों को दिन में दो बार साफ किया जाना चाहिए, दुकानों के सामने वाहनों की पार्किंग नहीं होगी, कोई भी दुकानदार किसी भी उत्पाद/वस्तुओं को दुकान के बाहर नहीं रखेगा, मेडिकल स्टोर और दूध/डेयरी की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें रविवार को बंद रहेंगी, एक समय में दुकान (दुकानदार और सहायकों सहित) में पांच से अधिक व्यक्ति नहीं होंगे, यह अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए संबंधित दुकानदार की जिम्मेदारी होगी।

रिटेल लिकर की दुकानें सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक खोली रहेगी तथा प्रत्येक रविवार को बंद रहेंगी।डीसी ने आदेश दिए कि पुलिस अधीक्षक, आयुक्त नगर निगम, सभी एसडीएमस, ड्यूटी मजिस्ट्रेट, एसएचओ, सचिव, नगर समितियां, रादौर और सढौरा इस आदेशों की सख्ती से पालन करवानासुनिश्चित करें।



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बच्चों को घर बैठे मिलेगा 48 दिन का मिड डे मील का राशन

कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लॉकडाउन-3 शुुरू हो गया है। स्कूल बंद होने से बच्चों को अप्रैल में मिड डे मील का सूखा राशन पहले ही दिया जा चुका है। अब शिक्षा विभाग पहली से आठवीं तक के बच्चों को मई के साथ जून का राशन देगा। राशन देने के लिए मौलिक शिक्षा निदेेशालय की ओर से पत्र जारी किया गया। जिसमें ये निर्देश दिए गए हैं कि अध्यापक बच्चों के घर जाकर मिड डे मील दें। बीईओ रविंद्र राणा का कहना है कि विभाग की ओर से निर्देश हैं कि मई के साथ जून का मिड डे मील का सूखा राशन बांटा जाएगा। 48 दिन का राशन अध्यापक बच्चों के घर जाकर देंगे। इससे पहले अध्यापकों ने अप्रैल में घर जाकर बच्चों में राशन वितरित किया था।
इसके साथ ही पहली बार बच्चों को घरों में ही अध्यापक मिड डे मील राशन के साथ फ्लेवर चॉकलेट, इलायची व वनिला सूखा दूध हर बच्चे को वितरित करेंगे। इससे पहले कभी बच्चों को जून का मिड डे मील नहीं मिला। जून में स्कूल बंद रहते हैं। इसलिए मिड डे मी नहीं दिया जाता। शिक्षा विभाग ने बच्चों को घर में ही विटामिन व प्रोटीन की सुविधाएं लॉकडाउन के दौरान छात्रों को प्रदान की। इसके साथ ही कोरोना महामारी में शिक्षक मिड डे मील राशन बांटने में अहम भूमिका निभा रहे हैं ।
व्यंजन के लिए सरकार ने बढ़ाई कुकिंग कोस्ट | इस बार बच्चों को अधिक स्वादिष्ट व्यंजन मिलेंगे। मिड डे मील व्यंजन के लिए सरकार ने कुकिंग कोस्ट को बढ़ा दिया है। पहले पहली से पांचवीं तक बच्चों के लिए पकने वाले व्यंजन की कुकिंग कोस्ट प्रति बच्चा चार रुपए 48 पैसे थी, जिसे अब बढ़ाकर चार रुपए 97 पैसे कर दिया गया। इसी तरह छठी से आठवीं तक के बच्चों के लिए पकने वाले व्यंजन की कुकिंग कोस्ट प्रति बच्चा छह रुपए 71 पैसे थी ये अब बढ़ाकर सात रुपए 45 पैसे कर दी गई।
बच्चों के खाते में डाली जाएगी कोस्ट
मिड डे मील के राशन कुकिंग लागत बच्चों के बैंक खातों में अध्यापकों की ओर से डाली जाएगी। इसके अलावा सूखा राशन अध्यापकों की ओर से घरों में जाकर बांटा जाएगा। अप्रैल माह में का राशन भी अध्यापक घर जाकर एक बार बांट चुके हैं।



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विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप का संहार किया : महेशाश्रम

श्रीनागेश्वर धाम मंदिर में बुधवार को भगवान नरसिंह जयंती मनाई गई। महंत दंडी स्वामी महेशाश्रम महाराज ने बताया कि भगवान नरसिंह जयंती बैसाख महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनायी जाती है। नरसिंह जयंती हिंदुओं का एक बहुत बड़ा त्योहार है। भगवान नरसिंह शक्ति का प्रतीक माने जाते हैं। नरसिंह चतुर्दशी के दिन ही भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप का वध किया था। उन्होंने बताया कि प्राचीन काल में कश्यप नाम के ऋषि रहते थे। उनकी पत्नी का दिति था। ऋषि कश्यप के दो पुत्र थे एक नाम हरिण्याक्ष और दूसरे का नाम हरिण्यकशिप था। हरिण्याक्ष से पृथ्वी को बचाने के लिए भगवान विष्णु ने वाराह का रूप धारण कर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद हिरण्यकश्यप अपने भाई के वध से बहुत क्रुद्ध हुआ। उसने वर्षों तक कठोर तपस्या की। उसकी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी ने उसे अजय होने का आशीर्वाद दिया। इस तरह हिरण्यकश्यप अजेय बनकर अपनी प्रजा पर अत्याचार करने लगा। अब कोई भी हरिण्यकश्यपु को हरा नहीं सकता था। हरिण्यकश्यप की पत्नी कयाधु से उसे प्रहलाद नाम का एक पुत्र पैदा हुआ। प्रहलाद के अंदर राक्षसों वाले गुण नहीं था। वह बहुत संस्कारी था और नारायण का भक्त था। प्रहलाद की आदतें देख हरिण्यकश्यप ने उसमें बदलाव लाने की कोशिश की। लेकिन भक्त प्रहलाद में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
उसके बाद हरिण्यकश्यप ने बालक प्रहलाद को मारने के लिए अपनी बहन होलिका की गोदी में बैठाकर अग्नि में प्रवेश का आदेश दिया, लेकिन इस घटना में प्रहलाद को कुछ नहीं हुआ और होलिका जलकर भस्म हो गई। उसके बाद हरिण्यकश्यप ने प्रहलाद को मारने के लिए योजना बनानी शुरू कर दी। एक दिन हरिण्यकश्यप ने बालक प्रहलाद से कहा कि तुम्हारे भगवान कहां हैं? तो प्रहलाद ने कहा कि वह तो अन्तर्यामी है और सर्वत्र व्याप्त हैं। इस पर हरिण्यकश्यप ने कहा कि वह खम्भे में हैं, तो बालक बोला हां। इस पर वह दैत्य राजा ने खंभे पर मारना प्रारम्भ कर दिया, तभी भगवान नरसिंह खंंभा फाड़ कर बाहर आए और उन्होंने हरिण्यकश्यप का वध कर दिया।



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यमुना नदी के रास्ते यूपी से गेहूं से लदी ट्रॉलियां पहुंच रही छछरौली अनाज मंडी में

अनाज मंडी में बाहरी राज्यों का गेहूं पहुंच रहा है। मार्केट कमेटी की ओर से बाहरी राज्यों के अनाज को रोकने का कोई प्रबंध नहीं किया गया। आढ़तियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से सरकारी आदेशों की सरेआम अवहेलना की जा रही है। सुबह होते ही नवाजपुर, लाक्कड़, भीलपुरा की ओर से यमुना नदी के रास्ते से यूपी से गेहूं से लदी ट्रालियां छछरौली अनाज मंडी में पहुंच
रहीं हैं।
नाके बाद भी पहुंचा गेहूं| यमुना के रास्ते से आने वाली गेहूं की ट्राॅलियां किसानों की नहीं बल्कि व्यापारियों की होती हैं, जिनकी पहले से ही कुछ खिजराबाद व छछरौली के आढ़तियों के साथ लेन देन होता है। बड़े व्यापारियों के साथ मिलकर आढ़ती दूसरे राज्यों में अनाज खरीदते हैं। सीजन के शुरू में ही सरकार द्वारा आदेश जारी किए गए थे कि मंडियों में बाहरी राज्यों का अनाज नहीं खरीदा जाएगा। इसके लिए विभाग की ओर से नाके भी लगाए गए, लेकिन उसके बाद भी अनाज मंडियों में बाहरी राज्यों का गेहूं पहुंचा। छछरौली अनाज मंडी के बाहर खड़ी यूपी नंबर के ट्रैक्टर ट्राॅलियां इस बात की गवाही दे रहीं हैं कि यहां पर बाहरी राज्यों का अनाज धड़ल्ले से खरीदा जा रहा है।
सिरे नहीं चढ़ पाई योजना | सरकार द्वारा जारी आदेशों के अनुसार जिस किसान का मेरी फसल मेरा ब्यौरा होगा, उसी किसान के पास विभाग की ओर से संदेश भेजा जाएगा और उसी किसान का अनाज खरीदा जाएगा, लेकिन आढ़तियों और विभाग की मिलीभगत के चलते सरकारी योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। अनाज मंडी में भी कई तरह की गड़बड़ी के चलते किसानों का अनाज खरीदा गया। सूत्रों के अनुसार जिस किसान के नाम पर रजिस्ट्रेशन हुआ है उस किसान के नाम पर बाहरी राज्यों का अनाज भी खरीदा गया।
नहीं आया बाहरी राज्यों का अनाज |छछरौली अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम सागर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मंडी के बाहरी राज्यों से आने वाले अनाज को रोकने के लिए उनके स्तर पर कोई प्रबंध नहीं किए गए। मंडी में बाहरी राज्यों का अनाज नहीं आया है।



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छछरौली| अनाज मंडी में पहुंची यूपी नंबर की ट्रैक्टर ट्रॉली।




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इंडस्ट्री शुरू करने के लिए फिजिकल वेरिफिकेशन की नहीं जरूरत लॉकडाउन के मानक पूरे हैं तो आवेदन करते ही मिलेगी परमिशन

लॉकडाउन-3 में सरकार ने थोड़ी राहत देनी शुरु कर दी है, जिससे अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाया जा सके। इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से नई गाइडलाइन जारी की गई। इसके अनुसार अब शर्तों के साथ इंडस्ट्री खोलने की अनुमति दी जाने लगी है। प्रदेश सरकार ने इंडस्ट्री ओपन करने के लिए दूसरे चरण का रजिस्ट्रेशन पोर्टल शुरू कर दिया है। इस बार फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद अनुमित देने की व्यवस्था खत्म कर दी गई। शर्त यही है कि उद्यमी गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइड लाइन का पालन करें। अब ऑटोेमेटिक सिस्टम से परमिशन मिल जाएगी। माना जा रहा है कि इस कदम से सरकार श्रमिकों के पलायन को रोक रही है। लॉकडाउन में काफी फैक्टरी बंद रहीं। काम न मिलने के कारण बड़ी संख्या में श्रमिकों ने घर वापसी का रुख कर लिया। उद्योग धंधे चलने से जब काम मिलना शुरू हो जाएगा तो इनके घर की ओर बढ़ते कदम रुक जाएंगे।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार पहले चरण में जो इंडस्ट्री चलाने की परमिशन थी वह निगम क्षेत्र के बाहर की थी। अब निगम क्षेत्र की इंडस्ट्री चलाने के लिए अनुमति लेकर शुरू की जा सकती है। औद्योगिक नगरी की बात करें तो यहां छोटी बड़ी मिलाकर दो हजार के करीब फैक्टरी हैं। इनके माध्यम से डेढ़ लाख श्रमिकों को रोजगार मिलता है। सरकार ने दूसरे चरण का सरल हरियाणा पोर्टल ओपन कर दिया है। अब कोई भी उद्यमी पोर्टल पर आवेदन कर मंजूरी ले सकता है। उद्यमी को अपनी अंडरटेकिंग देनी होगी। इसके बाद खुद ब खुद परमिशन जनरेट होकर मिल जाएगी। इसके लिए टीम मौके पर जाकर फिजिकल वेरिफिकेशन नहीं करेगी।
इससे वर्करों को मिलेगा काम | लॉकाडाउन लागू होने के बाद श्रमिकों का गांव की ओर पलायन जारी है, हालांकि सरकार औद्योगिक संस्थानों को अपने वर्करों को लॉकडाउन का भी वेतन देने का आदेश दिया है, लेकिन कारोबारियों का कहना है कि खर्चे बहुत हैं। फिर भी अगर संभव हुआ तो सरकार के आदेशों पर अमल किया जाएगा। वैसे वे इतनी मजबूत स्थिति में नहीं है कि वेतन जारी कर सकें। सरकार को इस कड़ी में प्रयास करना चाहिए, जिससे उद्यमी वर्करों के हित में कार्य कर सकें। कारोबारियों का कहना है कि सरकार की गाइड लाइन के अनुसार पहले सप्ताह में 50 प्रतिशत और दूसरे सप्ताह में 75 प्रतिशत वर्करों के साथ काम करने की अनुमति देने की बात कही है। लेकिन कंटनेमेंट एरिया में स्थित किसी भी फैक्टरी को अभी चलाने की परमिशन नहीं है। दो दिन पहले सीएम ने वीडियो कांफ्रेंस से उद्यमियों से बातचीत की थी जिसमें उद्यमियों ने उनके सामने कई प्रकार के प्रस्ताव रखे थे। जिन गौर करने की बात कही गई है।



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There is no need for physical verification to start the industry. If the standards of lockdown are fulfilled, then you will get permissions by applying




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46 दिन बाद हिसार से 1200 श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन बिहार के कटिहार रवाना

लॉकडाउन 3.0 के तीसरे दिन यानी 46 दिन बाद बुधवार को हिसार से बिहार के कटिहार के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन दिन में 2:10 बजे रवाना हुई। 24 कोच की इस ट्रेन में 1200 मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया गया। ट्रेन में सवार श्रमिकों के चेहरे पर घर जाने की खुशी थी। श्रमिक स्पेशल ट्रेन को चलाने के लिए मंगलवार से जिला प्रशासन और रेलवे के अधिकारी तैयारी में जुटे थे। बुधवार तड़के ही हांसी, हिसार, बरवाला, नारनौंद में फंसे बिहार के श्रमिकों को लेकर रोडवेज की बसें स्टेशन पहुंचने लगी थीं। डीसी डाॅ. प्रियंका सोनी, एसपी की गंगाराम पूनिया साथ ही अफसरों का अमला भी स्टेशन पर मौजूद रहा। स्टेशन अधीक्षक केएल चौधरी ने बताया कि गुरुवार को भी दोपहर दो बजे हिसार से बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए स्पेशल ट्रेन चलेगी।

फ्री टिकट देकर ट्रेन में डिस्टेंसिंग के साथ बैठाए गए श्रमिक

  • ट्रेन में डिस्टेंस बनाने में 300 से अधिक पुलिसकर्मी लगे।
  • स्क्रीनिंग के बाद श्रमिकों को स्टेशन में प्रवेश मिला ।
  • नि:शुल्क मास्क, भोजन व पानी की बोतल भी दी गई।
  • बच्चों के लिए दूध, खिलाैने, व चाॅकलेट की व्यवस्था थी।
  • 7.68 लाख के टिकट फ्री में दिए गए। 85% खर्च केंद्र व 15% प्रदेश सरकार वहन करेेगी।

सीएम ने मजदूरों से कहा-नीतीश बाबू को हमारा राम-राम कहिएगा

सीएम मनोहर लाल ने मोबाइल पर वीडियो कॉल से मजदूरों का कुशलक्षेम पूछा। सीएम ने पूछा कि पानी, खाना, दवा आदि के लिए पैसे तो नहीं लगे तो श्रमिक ने कहा एक भी पैसा नहीं लगा। मजदूरों को सीएम ने बिहार के सीएम के साथ अपने संबंधों के बारे में बताया और कहा कि नीतीश बाबू को हमारा राम-राम कहिएगा।



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हिसार : सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लाइन में खड़े श्रमिक।




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लुधियाना, जालंधर, कालाअंब और करनाल से पैदल भगाए श्रमिक कलानौर बॉर्डर पर रोके, रजिस्ट्रेशन के बाद बसों से भेज रहे यूपी

देश की अर्थ व्यवस्था की धुरी कही जाने वाले श्रमिक लॉकडाउन में बुरी तरह फंस गए हैं। ठेकेदार व कारखाना मालिक ने साथ छोड़ दिया, वेतन तक काट लिया और खाने को नहीं दिया तो पैदल ही सैकड़ों-हजारों किलोमीटर दूर यूपी व बिहार के लिए रेल लाइनों, खेतों व सड़कों के किनारे से निकल लिए। जब वे यमुनानगर में यूपी-हरियाणा बार्डर पर पहुंचे तो पुलिस ने रोक लिया। यूपी में प्रवेश नहीं करने दिया। श्रमिकों में सबसे ज्यादा संख्या यूपी के उन श्रमिकों की है, जो जालंधर, लुधियाना, कालाअंब व बदी इंडस्ट्रियल एरिया के कारखानों का पहिया घुमाने के लिए कुछ दिन पहले तक अपना पसीना बहा रहे थे। ऐसे में सीएम मनोहर लाल ने कहा कि थोड़ा संयम रखें, सभी को उनके घर भेजने के लिए ट्रेन व बसों से व्यवस्था की जा रही है।
श्रमिकों का कहना है कि पंजाब पुलिस व लेबर ठेकेदार डंडे मारकर भगा रहे हैं। क्वार्टरों को खाली करा लिया है। मजबूरी में वे पैदल निकल लिए। श्रमिक अब एक साथ बहुत अधिक संख्या में नहीं निकल रहे हैं। पकड़े जान के डर से वे रेलवे लाइन व खेतों के रास्ते दो से पांच की संख्या में आ रहे हैं, लेकिन हर तरफ नाके लगे होने के कारण यूपी में प्रवेश नहीं कर पा रहे। वहीं, कलानौर स्कूल में रोके उत्तराखंड के प्रदीप, केशव, भूपेंद्र, मंजीत का कहना है कि वे करनाल के नामी होटल में काम करते थे। लॉकडाउन बढ़ा तो मालिक ने मदद नहीं की, वेतन नहीं दिया। जेब में पैसे नहीं हैं। इसलिए पैदल ही घर के लिए निकल पड़े। यहां पर पुलिस ने रोक लिया और स्कूल में भेजा है।

बार्डर का दर्द : 300 श्रमिकों को रोका
कलानौर बार्डर पर 300 श्रमिकों को पुलिस ने रोका है। बाइपास पर वाहन चालकों के लिए बने रेस्ट एरिया में धूप में श्रमिक अपने सामान व साइकिलों के साथ बैठे हैं। जब बात की तो कई रोने लगे। लुधियाना व पटियाला से यहां पहुंचे श्रमिक प्रदीप, पंकज, धर्मवीर, सुरेश समेत अन्य ने बताया कि 3 दिन पैदल चलकर यहां पर पहुंचे हैं। वे भूखे हैं पर खाना नहीं मिल रहा। इन्हें कलानौर के स्कूल में शिफ्ट किया जाएगा।

कलानौर स्कूल से बसों द्वारा श्रमिकों को भेजना किया शुरू

कलानौर स्कूल में यूपी के 306, बिहार के 51 व उत्तराखंड के नौ श्रमिकों को प्रशासन ने ठहराया है। यहां पर श्रमिकों को खाने की तो कोई परेशानी नहीं है पर लेटने की दिक्कत जरूर है। यहां पर पुलिस कर्मचारी डीएसपी हेड क्वार्टर सुभाष के नेतृत्व में जिले के हिसाब से श्रमिकों की सूची तैयार करने में लगे हैं। बाहर रोडवेज की बसें श्रमिकों को यूपी ले जाने के लिए लगाई जा चुकी हैं।

पानीपत में 80 हजार रजिस्ट्रेशन

  • पानीपत : जिले में 3 लाख के करीब प्रवासी मजदूर हैं। इनमें से 1.20 लाख के करीब मजदूर लॉकडाउन के शुरुआत में चले गए। पिछले तीन दिनों में 80 हजार मजदूरों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
  • रोहतक : रोहतक में बीते दो दिन में अब तक 27245 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया गया है।
  • झज्जर : में 57 हजार प्रवासी मजदूरों ने अपने राज्यों को जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। वहीं, 8500 लोगों ने झज्जर में आने को रजिस्ट्रेशन कराया है।
  • सोनीपत : अब तक 43 हजार 200 लाेगाें ने घर जाने की इच्छा जताई है। इन प्रवासियाें में बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उड़ीसा, झारखंड, छत्तीसगढ़ के श्रमिक हैं।
  • करनाल : 776 मजदूरों को सेल्टर होम में रखा था। इनमें यूपी के ज्यादा मजदूर थे, इन्हें 50 बसों के माध्यम से अपने-अपने जिला में भेज दिया है। घरौंडा व करनाल में 385 प्रवासी मजदूर आ गए हैं।


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यमुनानगर : यूपी-हरियाणा सीमा पर कलानौर में सड़क किनारे खेतों में रोके गए भूखे श्रमिक अपनी परेशानी बताते हुए।




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हरियाणा में 45 साल में 10 मीटर तक नीचे चला गया भू-जल

हरियाणा में भूजल लगातार नीचे जा रहा है। प्रदेश में धान का एरिया भी बढ़ता जा रहा है और पानी की खपत भी बढ़ रही है। सीएम मनोहर लाल ने बुधवार को बुधवार को उन्होंने ‘मेरा पानी, मेरी विरासत कार्यक्रम लांच किया है, ताकि हम भावी पीढ़ियों के लिए पानी की बचत कर सकें। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो प्रदेश में वर्ष 1974 से 2019 तक प्रदेश में भू-जल स्तर 10.65 मीटर नीचे गया है। वर्ष 1984 से 2019 तक यह 10.19 मीटर, वर्ष 1995 से 2019 तक 9.17 मीटर, वर्ष 2008 से 2019 तक 5.22 मीटर, वर्ष 2018-19 तक 0.54 मीटर पानी नीचे गया है। सीजन 2019 जून से अक्टूबर तक 0.23 मीटर पानी में सुधार हुआ है। जून-2019 में जहां प्रदेश का औसतन भू-जल स्तर 20.85 मीटर नीचे था, अक्टूबर 2019 में यह 20.65 मीटर हो गया। चिंता की बात भी है कि प्रदेश का भू-जल स्तर पिछले 45 सालों मंे 10.65 मीटर से 20.65 मीटर हो चुका है। यानी करीब 10 मीटर पानी नीचे की ओर गया है।
हरियाणा में वर्ष 1966 में जहां 1.92 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई होती थी, अब यह करीब सात गुणा से अधिक बढ़ चुका है। अब यह 14 लाख हेक्टेयर से अधिक हो चुका है और हर साल इसमें बढ़ोत्तरी हो रही है। वर्ष 2014 में 12.77 लाख हेक्टेयर, 2015 में 13.53, वर्ष 2016 में 13.86, वर्ष 2017 में 14.22, वर्ष 2018 में 14.47 और वर्ष 2019 में 14.70 लाख हेक्टेयर एरिया में धान की रोपाई की गई थी। हरियाणा में पिछले 67 दिनों में करीब 88 एमएम बरसात हो चुकी है। इस अवधि में अमूमन 22.5 एमएम बरसात होती है।

जल नहीं बचाया तो भावी पीढ़ियों को पेयजल की होगी दिक्कत

सरकार के निर्णय के पीछे ये बड़ा कारण
भू-जल की कमी धान उत्पादक जिलों में सबसे अधिक हो रही है। कुरूक्षेत्र में जहां यह 41.4 मीटर, करनाल में 21.2 मीटर, कैथल में 31.95 मीटर तक नीचे जा चुका है। जबकि महेंद्रगढ़ में भू-जल सबसे अधिक नीचे है, यहां आंकड़ा 47.36 मीटर तक जा चुका है। पिछले साल हरियाणा में मानसून सीजन के दौरान 255 एमएम बरसात हुई है, जो सामान्य से करीब 42 फीसदी कम है।



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फाइल फोटो।




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पीजीआई में रोजाना हो सकेगी 800 सैंपल की जांच

(विवेक मिश्र)कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित मरीजों का सैंपल टेस्ट के जरिए पता लगाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश भर में संचालित सरकारी लैब को अत्याधुनिक बनाने की दिशा में पहल की है। प्रदेश के सभी सात संस्थानों में संचालित लैब में कुल 31,731 सैंपल टेस्ट किए गए और 461 सैंपल की रिपोर्ट ही पॉजीटिव आई है। प्रदेश के 11 जिलों से एकत्रित किए जाने वाले कोरोना संदिग्धों की सैंपलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं पीजीआई में भी अब सैंपल टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाई गई है। दरअसल पीजीआई ने 67 लाख रुपए कीमत की एक रियल टाइम पीसीआर मशीन खरीदी है। इसके बाद लैब में 24 घंटे में पांच सौ की बजाय आठ सौ से ज्यादा सैंपल टेस्ट हो सकेंगे। अभी तक पीजीआई की वायरल रिसर्च लैब में अभी तक एक ही रियल टाइम पीसीआर मशीन से रिसर्च टीम सैंपल टेस्ट कर रही थी।

पीजीआई में अब तक 13,199 सैंपल टेस्टिंग रिपोर्ट में 176 में संक्रमण मिला
7 सरकारी व एडिड मेडिकल कॉलेजों में कोरोना सैंपल टेस्ट के लिए लैब का संचालन की है। 6 मई के आंकड़े बताते हैं कि पीजीआई लैब में पिछले 24 घंटे में 11 जिलों से आए 573 कोरोना संदिग्धों का सैंपल टेस्ट किया, जिनमें पांच सैंपल की रिपोर्ट में कोराेना पॉजीटिव आया। लैब में 13,199 सैंपल टेस्ट हो चुके हैं। 176 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण पाया। बीपीएस खानपुर सोनीपत की लैब में 24 घंटे में 419 सैंपल टैस्ट हुए, जिनमें 19 में कोरोना पॉजीटिव पाया गया। लैब में अभी तक 7,224 सैंपल टेस्ट किए जिनमें 224 कोरोना पॉजीटिव मिले। ईएसआईसी फरीदाबाद की लैब में 24 घंटे में 167 सैंपल टेस्ट हुए जिनमें एक भी पॉजीटिव मरीज नहीं मिला। यहां की लैब में अभी तक 2748 सैंपल टेस्ट किए गए और 49 सैंपल में कोरोना पॉजीटिव मिला।

2 दिन लगेंगे इंस्टॉल होने में

मशीन को इंस्टॉल होने में 2 दिन लगेंगे। करीब 67 लाख रुपए कीमत की एक रियल टाइम पीसीआर की मशीन की खरीद करवाकर लैब में इंस्टाल कराने के लिए भेज दिया है। 2 दिन में कंपनी की तरफ से इंजीनियर लैब में पहुंचकर आरटी पीसीआर मशीन इंस्टाल कर देंगे। लैब में 24 घंटे में पांच सौ की बजाय आठ सौ से ज्यादा सैंपल टेस्ट हो सकेंगे। 33 लाख रुपए से एक और मशीन खरीदी जाएगी।

कल्पना चावला में 5832 सैंपल टेस्ट

कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज की लैब में 24 घंटे में 405 सैंपल टेस्ट हुए। यहां लैब में अब तक 5832 सैंपल टेस्ट हो चुके हैं। हिसार के आईसीएआर एनआरसीई में लैब में अब तक 2508 सैंपल टेस्ट हुए और चार सैंपल की रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव आई। कमांड अस्पताल चंडी मंदिर पंचकूला में कुल 103 सैंपल ही टेस्ट किए गए हैं। सिविल हास्पिटल पंचकूला में कुल 117 सैंपल टेस्ट हुए, सभी की रिपोर्ट निगेटिव रही।



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फाइल फोटो।




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ठेका कंपनी ने लेबर को नहीं दिए पैसे, मजदूर पहुंचे थाने

सिविल एयरपोर्ट पर काम करने वाली लेबर को ठेका कंपनी द्वारा वेतन न देने का मामला सामने आया है। बुधवार को संगम कंस्ट्रक्शन के सुपरवाइजर मोहन सिंह के साथ काम करनी वाली लेबर थाना प्रभारी नरेश जोशी के पास पहुंचे। जहां थाना प्रभारी ने कहा कि मामला लेबर अधिकारी के ध्यान में है। इसलिए वो कुछ नहीं कर सकते। वहीं संगम कंस्ट्रक्शन के मालिक अरुण प्रताप सिंह ने बताया कि ठेका कंपनी का 10 फरवरी से 21 मार्च तक लगभग चार से साढ़े चार लाख रुपए बकाया है।

22 मार्च को लॉकडाउन के बाद काम बंद होने पर लेबर अपना बकाया पैसे मांग रही है। अब एयरपोर्ट अथॉरिटी के डायरेक्टर केवल कृष्ण को हस्तक्षेप कर पैसा दिलवाने के लिए कहा है। पिछले एक हफ्ते से लेबर के 14 व्यक्तियों को खाना देना भी बंद कर दिया है। लेबर से 25 अप्रैल तक काम करवाया गया है। लेबर चाहती है कि हम मजदूरी का पैसा लेकर गांव जाना चाहते हैं। उधर, एयरपोर्ट अथॉरिटी के डायरेक्टर केवल कृष्ण ने कहा कि मामला निपट चुका है।



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राज्य में एक सप्ताह से हर 37 मिनट में मिल रहा एक पॉजिटिव, आंकड़ा 600 के करीब पहुंचा

(मनोज कुमार).हरियाणा में कोराना का हमला बढ़ता ही जा रहा है। 24 घंटे में 45 नए केस सामने आए हैं। इनमें 18 गुड़गांव के हैं। यहां संक्रमितों का अांकड़ा 104 पर पहुंच गया है। झज्जर में 6, करनाल में 5, अम्बाला-जींद में 4-4, सोनीपत व पानीपत में 3-3, फरीदाबाद में दो नए केस मिले हैं। पिछले एक सप्ताह से राज्य में हर 37 मिनट में एक मरीज मिल रहा है। सात दिनों में 275 नए मामले सामने आ चुके हैं। रिकवरी रेट भी 70 की बजाए अब करीब 43 प्रतिशत पर आ गया। इस वक्त कुल एक्टिव मामले 331 हैं।

सात दिनों में पांच लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है। अब तक कुल आठ लोगों की जान जा चुकी है। बुधवार को आई रिपोर्ट में पानीपत का युवक पॉजिटिव मिला, जबकि उसकी मंगलवार को ही मौत हाे चुकी थी। वह दिल्ली से लौटा था। प्रदेश में 10 दिन में अब मरीज डबल हो रहे हैं। सरकार की ओर से टेस्टिंग बढ़ाते ही संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ने लगा है। राज्य में इस वक्त प्रति मिलियन 1707 लोगों की कोरोना की जांच की जा रही है। गुड़गांव में चार मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में अब तक 260 मरीज ठीक हुए हैं। कुल मरीजों की संख्या 599 हो चुकी हैं।

1784 की रिपोर्ट निगेटिव

  • राज्य में 2351 व संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए है। 1784 की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
  • 393 लोगों का सर्विलांस का समय पूरा हुआ। जबकि 46 लोग नए सर्विलांस पर आए हैं।

जानिए... आज तक की स्थिति

  • 21667 का हो चुका सर्विलांस का समय पूरा।
  • 15740 लोग अभी भी हैं सर्विलांस पर।
  • 43279 लोगों के लिए गए हैं सैंपल।
  • 38590 सैंपल आ चुके हैं निगेटिव।
  • 4095 की रिपोर्ट का अभी है इंतजार।

स्वास्थ्य मंत्री बोले-जनता का भरोसा नहीं टूटने देंगे

गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बुधवार को वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने उनके काम की प्रशंसा करते हुए प्रोत्साहित भी किया। कहा कि प्रदेश की जनता का जो भरोसा हम पर है, उसे टूटने नहीं देंगे और कोरोना से इस जंग को हम जरूर जीतेंगे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की लड़ाई लड़ रहे सभी कर्मचारियों की जांच कराई जाए।



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Gurgaon Gurugram (Haryana) Coronavirus/Corona Outbreak Latest News Report Today Updates | Confirmed Cases in Haryana Jump To Six Hundred




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पूर्व सीएम हरीश रावत ने जताई चिंता, बोले- गुड़गांव के जिन संस्थानों में ये संक्रमित हुई वो इनको पूछ भी नहीं रहे

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट कर गुड़गांव के उन अस्पतालों पर निशाना साधा है, जिनके यहां उत्तराखंड की कुछ नर्स संक्रमित हो गई और उन अस्पतालों ने फिर उनकी पूछ तक नहीं की। उन्होंने राज्य से जुड़े अधिकारियों को इनकी सुध लेने की गुजारिश की है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा कि मुझे, एक चिंताजनक समाचार गुड़गांव से मिला है। हमारी उत्तराखंड की बेटियां, ईएमआई अस्पताल में करीब 25 नर्सें, जो अपने ड्यूटी काल में कोरोना से संक्रमित हुई हैं, भर्ती हैं और जिन प्रतिष्ठित संस्था में वो काम करती थी, वो संस्था उनकी कोई पूछताछ नहीं कर रही है, उनको संक्रमित बताकर सीधे अस्पताल में भर्ती कर दिया गया।

इन नर्सों को सीधे अस्पताल में भर्ती कर दिया गया। आज उनके पास कपड़े बदलने को भी हैं या नहीं हैं, कोई पूछने वाला नहीं है और 3-3, 4-4 नर्से, एक ही कमरे के अंदर रखी गई हैं। जो दूसरे की जिंदगी बचा रही थी, आज अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष करती प्रतीत हो रही हैं, भगवान उनकी मदद करें।

हरीश रावत ने राज्य सरकार के वरिष्ठ पदाधिकारियों से निवेदन किया है कि ईएसआई अस्पताल में जा कर स्थिति को देखकर उनकी मदद करें। उन्होंने कहा कि मैं राज्य सरकार के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों से निवेदन करूंगा कि, ईएसआई अस्पताल में जाकर, उनकी स्थिति को जरा देखें और मेरी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से प्रार्थना है, दूसरों के लिए अपना जीवन अर्पित करने वाली, इन नर्सों की ठीक से देखभाल की जाए।

कांग्रेस नेता के इस ट्वीट के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन हरकत में आया। जिला प्रशासन ने बताया कि गुड़गांव के ईएसआई अस्पताल में 56 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं, जिसमें से आज शाम को 3 नए मरीज जो कि गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के स्टाफ हैं, उनको भी भर्ती किया गया है। हालांकि, इनमें कितन स्वास्थ्यकर्मी यानी नर्सें हैं, इस बारे में प्रशासन की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई।



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उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत।




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लॉकडाउन में बंद यूटी गेस्ट हाउस में हमें रखा गया, खाना तक नहीं मिला

लॉकडाउन-3 में अपने पद से इस्तीफा देकर घर जाने वाली हरियाणा कैडर की आईएएस रानी नागर की टीस गुरुवार को फिर से सोशल मीडिया पर बाहर आई। रानी नागर ने लोगों से अपील की है कि उसके इस्तीफे के लिए लोग आंदोलन न करें, क्योंकि उसके लिए अब नौकरी कर पाना संभव नहीं होगा। रानी ने यूटी गेस्ट हाउस पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसके खाने में पिन डालकर दी जाती थी, इस संबंध में शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

रानी नागर ने सिलसिलेवार 5 ट्वीट किए

  • रानी नागर ने लोगों को आग्रह करते हुए कहा कि आप मेरा इस्तीफा स्वीकार ना किए जाने के लिए आग्रह व आंदोलन ना करें। मुझे माननीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। मैं अपने केस में माननीय न्यायपालिका में जाती रहूंगी। मेरे पास अभी अपनी रोटी खाने के लिए भी बहुत सीमित साधन है। मेरी आप सभी से हाथ जोड़कर विनती है कि जितनी जल्दी मेरा इस्तीफा स्वीकार होगा उतनी ही जल्दी मेरा तनख्वाह में से कटा हुआ एनपीएस फण्ड मुझे प्राप्त होगा जिससे मैं अपना रोटी का का खर्चा चला पाऊंगी।
  • मेरे इस्तीफा स्वीकार ना होने से मेरा और अधिक शोषण होगा। आगे सरकारी नौकरी कर पाना मेरे लिए सम्भव नहीं होगा। यू टी गेस्ट हाऊस के कमरे में स्वयं खाना बनाने के लिए गैस व चूल्हा लगाया जाना मना था। मैं रूपये देकर यूटी गेस्ट हाऊस से जो खाना खरीदती थी, मुझे उस खाने में लोहे के पिन डालकर खाना दिया जाता था। इस बारे की गई लिखित शिकायत की प्रति संलग्न है।
  • लॉकडाउन में यूटी गेस्ट हाऊस को जनता के लिए बंद कर दिया गया लेकिन मुझे और मेरी बहन रीमा नागर को यूटी गेस्ट हाऊस में ही रखा गया। खाना नहीं मिला। हम इस दौरान बड़ी मुश्किल से तरल पदार्थ से अपना गुजारा चलाया। यदि आप मेरा इस्तीफा रोकने बारे आग्रह व आंदोलन ना करें तो आप सभी की हम पर बड़ी दया होगी।
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मायावती ने रानी नागर के पक्ष में किया था ट्वीट

मायावती ने रानी नागर के पक्ष में ट्वीट करते हुए लिखा था किहरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर को नौकरी के दौरान अपनी जान को खतराके कारण अन्ततः अपनी नौकरी से ही इस्तीफा देकर वापस अपने घर यूपी लौट आना पड़ा है, जो अति-दुःखद व अति-दुर्भाग्यपूर्ण। महिला सुरक्षा व सम्मान के मामले में ऐसी सरकारी उदासीनता व अन्यों की चुप्पी क्यों?

विवादों से जुड़ा रहा है कैरियर
रानी नागर ने वर्ष 2018 के दौरान एक आईएएस पर भी दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था। यह मामला सीएम ऑफिस भी पहुंचा था। नागर ने एक कैब ड्राइवर पर भी अभद्रता का आरोप लगाया था। सिरसा जिला के डबवाली में एसडीएम पद पर रहते हुए उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया था।



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रानी नागर लॉकडाउन-3 शुरू होते ही आईएएस पद से इस्तीफा देकर यूपी में अपने गांव चली गई थी। उन्होंने अपनी जान को भी खतरा बताया था।




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कोरोना से जान गंवाने वाले दिल्ली पुलिस के जवान का अंतिम संस्कार, 1 करोड़ रुपये देगी दिल्ली सरकार

कोरोना वायरस का इलाज न मिलने पर दम तोड़ने वाले दिल्ली पुलिस के जवान अमित राणा का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया। उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के पंजाबी बाग में किया गया। इस दौरान उनके परिजन वहां मौजूद थे। अमित के शव पर पुलिसकर्मियों से लेकर दूसरे लोगों ने भी फूल बरसाकर अंतिम श्रद्धांजलि दी। वहीं दिल्ली सरकार ने अमित के परिजनों को 1 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। यह घोषणा खुद सीएम अरविंद केजरीवाल ने की है।

रात 2 बजे अमित ने उसे बताया था कि सांस लेने में दिक्कत हो रही, इसके बाद ही उसका साथी पुलिसकर्मी उसे अस्पताल के लिए लेकर चल दिया था।

अस्पताल दर अस्पताल जाते रहे लेकिन नहीं मिला इलाज, अॉडियो भी हुआ वायरल
दिल्ली पुलिस में कार्यरत सोनीपत के हुल्लाहेड़ी के जवान अमित राणा की मौत कोरोना की वजह से हुई लेकिन उन्हें समय पर ईलाज नहीं मिल पाया। आरोप हैं कि जवान को उसके दो दोस्त उपचार के लिए कई अस्पतालों में लेकर गए, लेकिन किसी ने भर्ती नहीं किया। आरएमएल अस्पताल में जाते हुए उसकी मौत हो गई।

मृतक के दोस्त नवीन ने एक जवान से दिल्ली के अस्पतालों की व्यवस्था के बारे में फोन पर बात की। इसके बाद इनकी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग वायरल हो गई। नवीन ने बताया कि अमित को सोमवार की शाम हल्का बुखार आया था। दवाई लेकर वह कमरे पर सो गया था। रात 2 बजे अमित ने उसे बताया कि सांस लेने में दिक्कत हो रही है। वह उसे सुबह हैदरपुर में बनाए गए हेल्थ सेंटर पर ले गए।

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डॉक्टर से बात की तो जवाब मिला कि यहां महज टेस्टिंग की ही व्यवस्था है। उन्होंने डॉक्टर को कहा टेस्ट की रिपोर्ट आती रहेगी, सबसे पहले इलाज जरूरी है। लेकिन डॉक्टर ने उनकी बात नहीं सुनी इसके बाद वह अमित को लेकर अंबेडकर अस्पताल में चले गए। वहां पर भी टेस्टिंग करने की बात कही गई। जब अशोक विहार सेंटर पर पहुंचे, तो एक दिन में जितने सैंपल लिए जाने थे, वह पूरे हो चुके थे। अतंत में वह उसे आरएलएम अस्पताल में ले जाने के ले चल पड़े। अमित ने अस्पताल जाते हुए दम तोड़ दिया।

एक चार साल का बेटा
अमित का एक 4 साल का बेटा है। अमित की मां की मौत हो चुकी है । घर पर एक छोटा भाई सुमित, अमित की पत्नी व पिता है। इस पूरे घटनाक्रम पर गांव की ग्राम पंचायत ने भी रोष जताया है।



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अमित राणा के शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाते हुए एंबुलेंस। लोगों ने शव पर फूल बरसाकर श्रद्धांजलि दी।




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पीपीई किट पहने-पहने लगातार 8 घंटे काम करने में आ रही दिक्कत, डिजाइन में होगा बदलाव

कोरोना कोविड-19 की जंग में मजबूती से लड़ाई लड़ रहे भगत फूलसिंह महिला मेडिकल कालेज खानपुर कलां के चिकित्सकों व अन्य स्टाफ को अब कोविड-19 वार्डों में चार-चार घंटे की शिफ्टों में तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही उनके लिए बनाई गई पीपीई किट के डिजाइन में भी बदलाव करवाया जाएगा। यह निर्णय बीपीएस मेडिकल कॉलेज में आयोजित बैठक में लिया गया है।

पीपीई किट बनाने वाली कंपनी को बुलाकर किया जाएगा उसके डिजाइन में सुधार

  • बैठक में जिलाचार्ज अधिकारी के मकरंद पांडुरंग, उपायुक्त डॉ. अंशज सिंह, बीपीएस मेडिकल कॉलेज की निदेशक डॉ. रेणु गर्ग, कोविड के नोडल अधिकारी डॉ. आनंद अग्रवाल, माइक्रोबायोलोजी की एसोसिएट प्रो. डॉ. सरिता यादव, डिप्टी नर्सिंग सुपरिटेंडेंट मुन्नी शर्मा, डॉ. रमिंद्र संधू सहित मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सक शामिल हुए।
  • बैठक में उपायुक्त डॉ. अंशज सिंह ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में इस समय 101 कोविड-19 मरीजों का ईलाज चल रहा है। ऐसे में चिकित्सकों में वायरस का इन्फेक्शन होना गंभीर मामला है। पीपीई किट पहननी पड़ती है। एक बार पहनने के बाद आठ घंटे की ड्यूटी में इसी निकाल नहीं सकते। चिकित्सक ने चार घंटे ड्यूटी की है तो उसके बाद वह शाम को चार घंटे की ड्यूटी करे।
  • चार्ज अधिकारी के मकरंद पांडुरंग ने कहा कि किट का निर्माण कर रही कंपनी के प्रतिनिधि को बुलाकर चिकित्सकों की जरूरत के अनुसार इसमें बदलाव करवाया जाएगा। कोविड मरीजों को दिए जा रहे खाने को और ज्यादा बेहतर करने के निर्देश भी दिए गए। रेजिडेंट डॉक्टरों को मरीजों का ईलाज करने में आ रही समस्याएं भी सुनी गई।
  • बैठक के दौरान माइक्रोबायोलोजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सरिता यादव ने बताया कि फिलहाल सोनीपत, पानीपत, जींद, फरीदाबाद, गुरुग्राम सहित करीब आठ जिलों के सैंपल बीपीएस मेडिकल कालेज में जांच के लिए आ रहे हैं। पिछले चार दिनों में सोनीपत से ही साढ़े तीन सौ से ज्यादा सैंपल कोविड जांच के लिए आए हैं। सैंपल जांच के लिए एक मशीन और बढ़ाई जाएगी।


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भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में सोनीपत, पानीपत, जींद, फरीदाबाद, गुरुग्राम सहित करीब आठ जिलों के कोरोना जांच के लिए सैंपल आ रहे हैं।




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नशे में धुत पुलिस कर्मचारी ने प्रवासी महिला से की छेड़छाड़, एफआईआर होने पर लाइन हाजिर

जींद जिले के सफीदों शहर में बुधवार देर रात नशे में चूर एक पुलिस कर्मचारी द्वारा एक प्रवासी महिला के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। पीड़िता ने मामले की शिकायत सिटी थाना में की है। पुलिस ने मामला सामने आने के बाद आरोपी हवलदार सत्यवान को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

नशे में धुत था पुलिसकर्मी, मेडिकल में हुई पुष्टि

  • पीड़ित महिला ने बताया कि वे बिहार के रहने वाले हैं जोकि पिछले एक साल से सफीदों के वार्ड नंबर 4 में रह रहे हैं। पुलिसकर्मी रात्रि करीब 8 बजे स्कूटी पर सवार होकर उनके निवास स्थान पर आया और उन्हें रात्रि में सफीदों के सीनियर सैकेंडरी स्कूल में प्रवासी मजदूरों के लिए बनाए गए सैंटर में जाने की बात कहने लगा।
  • जब उन्होंने यह कहा कि वे सुबह आ जाएंगे, तभी पुलिसकर्मी कहने लगा कि अभी मेरे साथ चलना होगा। महिला ने आरोप लगाए हैं कि पुलिसकर्मी वहां गलत नियत से उनके घर में घुसा। कर्मचारी ने उसके साथ दुव्र्यवहार करने के साथ-साथ गलत तरीके से कई शरीर के अंगों को भी छुआ। ऐसे में जब उसके पति ने इसका विरोध किया तो उसे हेकड़ी दिखाई।
  • उसके द्वारा शोर मचाए जाने पर मौहल्ले के लोग एकत्रित हुए और मौके पर पुलिसकर्मी की वीडियो भी बनाई गई। वीडियो में नशे में चूर पुलिसकर्मी का नाक फूटा हुआ व वर्दी भी कीचयुक्त दिखाई दे रही है। मामले की सूचना सफीदों पुलिस को दी गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और इस कर्मचारी को मौके से ले गई।
  • पुलिस ने नगर के नागरिक हस्पताल में हेड कांस्टेबल सत्यवान का मेडिकल परीक्षण भी करवाया। मामले के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद आरोपी हवलदार को लाइन हाजिर कर दिया गया। इस मामले में सिटी थाना प्रभारी देवीलाल का कहना है कि मामले की जांच महिला पुलिस को सौंपी गई है। पुलिस कर्मचारी सत्यवान का रात्रि में ही मेडिकल करवाया गया था। ड्यूटी समय में नशे की हालात में पाए जाने पर उसे उच्चाधिकारियों द्वारा लाइन हाजिर कर दिया है।


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महिला से छेड़छाड़ करने वाले पुलिसकर्मी सत्यवान के साथ बहस करते हुए महिला के परिजन। लोगों ने उसका वीडियो भी बनाया।




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मारुति सुजूकी के मानेसर प्लांट में 12 मई से शुरू होगा उत्पादन, 1200 कर्मियों के पास जारी

हरियाणा में लॉकडाउन फेज-3 का चौथा दिन है। राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 602 पहुंच गई है। प्रदेश में अब तक कोरोना की वजह से 8 मौत हो चुकी है। वहीं इस बीच एक अच्छी खबर ये आ रही है कि कार बनाने वाली देश की अग्रणी कंपनी मारुति सुजूकी 12 मई से अपने मानेसर प्लांट में उत्पादन का कार्य शुरू करने जा रही है। इसके लिए प्रबंधन ने कंपनी के सभी संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए और उत्पादन की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए कहा है।

शुरुआत में 600 कर्मियों को पास मिले थे, अब 1200 कर्मियों को जिला प्रशासन ने दिए पास

  • लॉकडाउन की अवधि में कंपनी को बीते 22 अप्रैल को मानेसर प्लांट में उत्पादन कार्य शुरू करने की अनुमति मिली थी। कंपनी को शुरुआत में केवल 600 कर्मियों से काम शुरू करने के लिए पास मिले थे। लॉकडाउन के तीसरे फेज में कंपनी को गुड़गांव और मानेसर प्लांट में कुल 1200 कर्मियों को काम पर आने-जाने के लिए प्रशासन द्वारा पास जारी किए गए हैं। मगर, कंपनी ने फिलहाल केवल मानेसर प्लांट में उत्पादन कार्य शुरू करने की पहल की है।
  • इसके बाद दूसरे चरण में गुड़गांव और गुजरात प्लांट में उत्पादन कार्य शुरू करने की कोशिश होगी। मारुति सुजूकी में उत्पादन का कार्य शुरू किए जाने की तैयारी की सूचना से उद्योग जगत में राहत नजर दिख रही है। लगभग डेढ़ महीने से बंद पड़ी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में फिर से नई जान भरने की आशा बंधी है। इससे कंपनी से जुड़े उद्योगों में भी उत्पादन का कार्य शुरू होने की संभावना बनी है।

अप्रैल में एक भी कार नहीं बिकी थी
अप्रैल में घरेलू बाजार में मारुति सुजूकी की एक भी कार की बिक्री नहीं हुई थी। इस दौरान महज 632 कार निर्यात हो सकी थी। कंपनी पहले से ही मंदी का मार झेल रही है। मारुति की मार्च 2019 में जहां 158076 कार की बिक्री हुई थी, वहीं मार्च 2020 में बिक्री घटकर 83792 रह गई, जोकि 47 फीसदी कम थी।

हरियाणा में बुधवार को शराब के ठेके खुले तो जगह-जगह शराब के ठेकों के बाहर लंबी लाइनें लग गई। लोगों ने सोशल डिस्टेंस बनाकर शराब खरीदी।

हरियाणा सरकार ने अवैध शराब की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए दिए निर्देश
सीएम मनोहर लाल ने सभी जिलों केडीसी व एसपी को निर्देश दिए हैं कि वे प्रदेश में अवैध शराब की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए जिला स्तर पर मजिस्ट्रेट की अगुवाई में पुलिस व आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों की विशेष टीमों का गठन करें। डिस्टलरी (उत्पादन इकाई) से ठेकों तक बिना डयूटी की अदायगी वाली शराब की आपूर्ति पर भी रोक लगाएं। डीसी व एसपी को निर्देश दिए हैं किप्रत्येक डिस्टलरी में इनकी नियमित निगरानी की जाए। उन्होंने सभी एसपी को आदेश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में शराब के अवैध गोदामों का पता लगाएं। पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब की भी इन्वेंटरी तैयार की जानी चाहिए।

हरियाणा के हिसार से पहली ट्रेन बिहार के कटिहार के लिए रवानी की गई। इस ट्रेन में 1200 मजदूर रवाना हुए।

हरियाणा से बिहार के कटिहार के लिए विशेष ट्रेन हुई रवाना, अब 8 विशेष ट्रेन और जाएंगी
बुधवार को राज्य सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए हिसार से बिहार में कटिहार तक विशेष रेलगाड़ी रवाना की है। अगले एक-दो दिन में आठ विशेष रेलगाड़ियां विभिन्न गंतव्य स्थलों पर भेजी जाएंगी। उत्तर प्रदेश जाने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए बसों के विशेष प्रबंध भी किए गए हैं। गृह विभाग द्वारा इस सम्बंध में मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है।

हरियाणा में 626 पहुंचा पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा

  • हरियाणा में अब तक गुड़गांव में 117, फरीदाबाद में 84, सोनीपत में 84, झज्जर में 73, नूंह में 59, अम्बाला में 41, पलवल में 36, पानीपत में 34, पंचकूला में 18, जींद में 14, करनाल में 14, यमुनानगर में 8, सिरसा में 6, फतेहाबाद में 6, हिसार, रोहतक में 4-4, भिवानी में 3. महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र और कैथल में 2-2, चरखी दादरी में एक पॉजिटिव मिला। इसके अलावा, मेदांता अस्पताल गुड़गांव में 14 इटली के नागरिकों को भी भर्ती करवाया गया था, जिन्हें हरियाणा ने अपनी सूची में जोड़ा है।
  • प्रदेश में अब कुल 260 मरीज ठीक हो गए हैं। नूंह में 53, गुड़गांव में 51, फरीदाबाद में 43, पलवल 32, पंचकूला में 17, अम्बाला में 11, करनाल और पानीपत में 5-5, सिरसा और सोनीपत में 4-4, यमुनानगर, भिवानी और हिसार में 3-3, कैथल, कुरुक्षेत्र, रोहतक में 2-2, चरखी दादरी, फतेहाबाद 1-1 मरीज ठीक होने पर घर भेजा गया। 14 मरीज इटली के भी ठीक हुए हैं। इनके समेत कुल आंकड़ा 241 हो जाता है।


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हरियाणा में बहुत सी जगह लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं, यह तस्वीर करनाल गुड़ मंडी की है, जहां लोगों की भीड़ साफ बता रही है कि कितनी लापरवाही बरती जा रही है।




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टेस्ट रिपोर्ट आने से पहले कोविड अस्पताल में भर्ती 1 व्यक्ति की मौत, कई दिन से था बुखार

यमुनानगर के कोविड अस्पताल में भर्ती एक मरीज की गुरुवार को मौत हो गई। गांव टोपरा निवासी अख्तर अली को बुखार और कमजोरी को देखते हुए कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसका बुधवार को ही कोरोना जांच के लिए सैंपल भेजा गया है। फिलहाल उसकी रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद क्लियर होगा कि मौत की वजह क्या है।

कोविड अस्पताल में यह अब तक की तीसरी मौत है। इससे पहले यहां भर्ती किए गए दो लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि दोनों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। गांव टोपरा निवासी अख्तर अली को कई दिन से बुखार था। इस वजह से वह काफी कमजोर हो चुका था। उसके भाई साजिद अली ने बताया कि पहले तो प्राइवेट अस्पताल में एडमिट कराया।

डॉक्टर ने कहा कि ज्यादा कमजोरी है और कहीं ले जाना पड़ेगा। वहां से डॉक्टर ने ईएसआई अस्पताल में बनाए कोविड अस्पताल में भेज दिया। बुधवार को ही उनका कोरोना का टेस्ट किया गया था। वीरवार को सुबह मौत हो गई। उनका कहना है कि उसका भाई मजदूरी कर परिवार को चला रहा था। मौत के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रखवा दिया गया है। फिलहाल शव परिजनों को नहीं दिया गया। जब तक कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नहीं आती, तब तक शव का पोस्टमॉर्टम नहीं होगा।



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यमुनानगर सिविल अस्पताल में खड़ी एंबुलेंस को सैनिटाइज करते हुए कर्मचारी।




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कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज की चौथी मंजिल से कूदा शख्स, कोरोना टेस्ट आया था निगेटिव

करनाल के कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में ऊपर से कूदने से दूसरी मौत हो गई। मेडिसिनविभाग में दाखिल एक व्यक्ति की चौथी मंजिल से कूद गया।उसका लीवर डैमेज था और चार दिन से अस्पताल में दाखिल था। बुधवार को इसकी रिपोर्ट कोरोना निगेटिव भी आ गई थी। उसको समझा दिया गया था।

वह शराब का आदी था। बुधवार को चौथी मंजिल से कूद गया,इससे गंभीर रूप से घायल हो गया। गुरुवार अलसुबह 4बजे सदर बाजार वासी रूबल (40) की मौत हो गई। परिवार के लोगों ने बताया कि वह शराब का आदी था और पिछले 12 साल से ज्यादा शराब पी रहाथा। सिविल लाइन थाना पुलिस ने कार्रवाई करके शव परिजनों को सौप दिया है।

इस घटना के बादअब मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने खिड़कियों पर ग्रिल लगाने का काम शुरू कर दिया है।करनाल में इस तरह मेडिकल कॉलेज की खिड़की से कूदने का दूसरा मामला है। इससे पहले भी एक कोरोना आशंकितआइसोलेशन वार्ड में से भागने की कोशिश कर रहा शख्स कूदा था, जिससे उसकी मौत हो गई थी।



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कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज की चौथी मंजिल से कूदा था व्यक्ति। लीवर हो चुका था डैमेज।




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लेफ्ट व राइट की व्यवस्था देखने पैदल बाजारों में घूमे एसडीएम और डीएसपी

वीरवार को एसडीएम अदिति व डीएसपी अमित भाटिया ने नारायणगढ़ एवं शहजादपुर के बाजार का दौरा किया। बाजार में बायीं ओर तथा दांयीं ओर की दुकानें यानि वैकल्पिक दिवस (अलटरनेट-डे) के तहत दुकानें खोलने की व्यवस्था का जायजा लिया। एसडीएम, डीएसपी ने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बाजार में पैदल चलकर यह देखा कि क्या बाजार में व्यवस्था अनुसार ही दुकानें खुली हैं। खरीदारी करने आये लोग व दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं।

दुकानदारों ने सेनिटाइजर एवं हैंड वाशिंग की सुविधा भी उपलब्ध करवाई है। मास्क पहने या नहीं। निरीक्षण के उपरांत एसडीएम अदिति व डीएसपी अमित भाटिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाओं को ठीक पाया गया है। अधिकतर लोगों ने मास्क लगाया हुआ था, जिन एक-दो लोगों ने मास्क नहीं लगाया हुआ था। उन्हें मास्क दिया गया और बताया गया कि घर से बाहर निकले तो मास्क अवश्य लगाएं। नारायणगढ़ तथा शहजादपुर कस्बा में स्थित बाजार में बायीं ओर (लेफ्ट साइड) की दुकानें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को खुलेंगी। इसी प्रकार दाहिने ओर (राइट साइड) की दुकानें मंगलवार, वीरवार और शनिवार को खुलेंगी। यानि वैकल्पिक दिवस (अलटरनेट-डे) के तहत दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है।



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नारायणगढ़ बाजार का निरीक्षण करतीं एसडीएम अदिति व डीएसपी अमित भाटिया।




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1200 प्रवासी श्रमिकों को लेकर बिहार रवाना हुई स्पेशल ट्रेन, आज भागलपुर के लिए चलेगी

श्रमिकों को कटिहार तक ले जाने के लिए कैंट रेलवे स्टेशन से वीरवार को चलाई गई श्रमिक स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन तय समय से डेढ़ घंटा लेट चलीं। ट्रेन चलाने के लिए शाम 4 बजे का समय निर्धारित था, लेकिन ट्रेन शाम करीब साढ़े 6 बजे रवाना हुई।
रेलवे स्टेशन पर श्रमिक यात्रियों के दस्तावेजों की पड़ताल व अन्य कार्य के चलते विलंब हुआ। ट्रेन अम्बाला कैंट से कटिहार तक 1445 किमी. का सफर 24 घंटे में तय करेगी। रेलवे स्टेशन पर अन्य श्रमिक ट्रेनों में जाने के लिए न उमड़े इसलिए रेलवे द्वारा सुबह से ही रेलवे स्टेशन व परिसर को पूरी तरह से सील कर दिया गया था। एसपी अभिषेक जोरवाल के अलावा आरपीएफ कमांडेंट चोक्का रघुबीर सहित कई अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। सुबह से ही अलग-अलग जिलों से बसें रेलवे स्टेशन पर श्रमिक यात्रियों को लेकर पहुंचने लगी थी। इंक्वायरी काउंटर के बाहर ही मुख्य काउंटर पर श्रमिकों के कार्ड चेक किए गए। इस दौरान उन्हें पानी की बोतल व खाने के पैकेट भी दिए जा रहे थे। श्रमिकों की थर्मल स्कैनिंग के बाद एक नंबर अलॉट किया जा रहा था।

मुरादाबाद तक अम्बाला का स्टाफ ले जाएगा ट्रेन

श्रमिक स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन अम्बाला कैंट रेलवे स्टेशन का रनिंग स्टाफ मुरादाबाद रेलवे स्टेशन तक करेगा। ट्रेन के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, गार्ड व आरपीएफ स्टाफ की ड्यूटी मुरादाबाद स्टेशन पर ऑफ होगी। ट्रेन का बीच मार्ग में 6 रेलवे स्टेशनों पर केवल टेक्निकल हॉल्ट होगा। इस दौरान किसी भी यात्री को ट्रेन से उतरने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

  • सात जिलों से श्रमिक अम्बाला लाए गए : श्रमिक ट्रेन में कुल 1200 यात्री 7 जिलों से रवाना हुए। इनमें सबसे ज्यादा यात्री जींद व भिवानी से थे। इनमें अम्बाला से 117, पानीपत से 23, भिवानी से 508, जींद से 512, फतेहाबाद से 25, हिसार से 7 और कैथल से 8 यात्री थे।
  • यात्रियों से बस व ट्रेन का किराया नहीं लिया : श्रमिक यात्रियों से ट्रेन या बस का कोई चार्ज नहीं वसूला गया है। रोडवेज बसों में अलग-अलग जिलों से निशुल्क श्रमिक यात्रियों को कैंट रेलवे स्टेशन पर लाया गया है। राज्य सरकार ने पहले ही राशि रेलवे के खाते में जमा करा दी गई है।
  • कैंट से भागलपुर के लिए चलेगी स्पेशल ट्रेन: शुक्रवार को कैंट रेलवे स्टेशन से दूसरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन रेलवे द्वारा चलाई जाएगी। यह स्पेशल ट्रेन भागलपुर के लिए चलेगी। इस ट्रेन को चलाने की तैयारी भी रेलवे द्वारा कर ली गई है।


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अम्बाला कैंट के रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूर के बच्चों की टिकट बनाता रेलवे कर्मी।




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रानियां में आने वाले वाहनों का निरीक्षण जारी फर्जी पास वालाें काे नहीं करने दिया प्रवेश

कोविड-19 के चलते केंद्र सरकार द्वारा किए गए लॉकडाउन का सख्ती से पालन किए जाने की हिदायतों के अनुसार रानियां शहर में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों का बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है। ऐसे कई वाहन भी पकड़ में आ रहे हैं जिनकी गाड़ी के शीशे पर कंप्यूटर से प्रिंट किए हुए फर्जी पास चिपके हुए है और वे अपना धंधा कर रहे हैं।
रानियां के गोविंदपुरा पुलिस नाके पर तैनात ड्यूटी मजिस्ट्रेट प्राे गोपाल सिंह ने बताया कि रानियां शहर में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों का बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है। जिन वाहनों के शीशे पर पास चिपके हुए हैं उनकी जांच करने के उपरांत पाया गया कि कई वाहन चालक फर्जी पास लगाकर अपना धंधा कर रहे हैं। प्रशासन के नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों को रानियां में प्रवेश करने की बजाय वापस भेज दिया और 8 लोगों के फर्जी पास फाड़कर चेतावनी देते हुए वापस भेज दिया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट गोपाल सिंह ने बताया कि प्रशासन के नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
चालकों को जारी किया जाए फिटनेस प्रमाण पत्र : दूसरे राज्यों से आने वाले वाहन चालकों ने बताया कि वे खाद्य सामग्री लेकर कई शहरों में जाते हैं और हर जगह मेडिकल जांच करवाई जाती है जबकि एक बार मेडिकल जांच होने के उपरांत प्रमाण पत्र जारी किया जाए जिसके कारण उन्हें हर जगह पर जांच करवानी पड़ रही है।
उन्होंने बताया कि एक अधिकारी द्वारा जांच करके समय अवधि का प्रमाण पत्र जारी किया जाए ताकि उन्हें हर शहर में चैकअप न करवाना पड़े जिसके कारण उन्हें व अधिकारियों को बार बार परेशानी का सामना ना करना पड़े।



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Inspection of vehicles coming in queens continues, fake passers will not be allowed to enter




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सर्विस रोड का लेवल ठीक न होने से जमा बरसाती पानी परेशानी का बना सबब

राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 9 को फोरलाइन बने हुए लगभग डेढ़ वर्ष हो चुका है लेकिन ओढ़ा में अभी तक 30 प्रतिशत सर्विस लाइन बनना बाकी है। जो बनी हुई है उसका लेवल बहुत ऊंचा नीचा है। जिस कारण थोड़ी सी बरसात होने पर भी कई दिनों तक पानी दुकानों के सामने खड़ा रहता है।
पानी की समस्या को देखते हुए मोंगा ट्रेडिंग कंपनी, पवन ट्रेडिंग कंपनी व अन्य का काम धंधा प्रभावित हो गया है। इसलिए वे अन्य जगह पर शिफ्ट हो गए हैं। दो धर्मकांटों का काम ठप्प होने के कारण वे सारा दिन बिल्कुल खाली बैठे रहते है। तीन दिन पहले हुई बरसात में जो अनाज मंडी में गेहूं भीगने से नुकसान हुआ उसका मुख्य कारण पानी की निकासी का ना होना था। क्योंकि हाईवे की ओर से पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं है । सर्विस लाइन के दोनों ओर नाले हमेशा भरे रहते हैं।
थोड़ी सी बरसात आने पर ही पूरी सड़के पानी से लबालब भर जाती है। जो प्रत्येक आने जाने वालों के लिए परेशानी का सबब बनती है। लोगों की मांग है कि सर्विस लाइन व नाले का काम शीघ्र पूरा किया जाए। इस संबंध में कंपनी के एसडीओ ज्ञानचंद गर्ग से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि 17 मई के बाद लॉक डाउन खुलते ही मजदूर मिलना शुरू हो जाएंगे व सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा और नाले की सफाई करवा कर पानी निकासी का भी उचित प्रबंध किया जाएगा।



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Due to poor level of service road, rainy water accumulated causing trouble




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बिजली पोल चोरी करने का मामला दर्ज

बिजली विभाग रानियां के एसडीओ ने सरकारी कार्य में बाधा डालने व सरकारी संपति के चुराए जाने को लेकर पुलिस थाना में एक शिकायत दर्ज करवाई है। जिसमें रानियां के एक व्यक्ति द्वारा सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने व बिजली के पॉल चोरी किए जाने का मामला दर्ज किया गया है। इस बारे में थाना प्रभारी साधुराम ने बताया कि बिजली विभाग के एसडीओ सतीश कुमार ने लिखित में शिकायत देते हुए बताया कि रानियां के सोनू नामक व्यक्ति ने विभाग के कनिष्ठ अभियंता धर्मवीर को ड्यूटी के दौरान दो बार बाधा डाली व बिजली के 2 पोल भी चुरा ले गए।

एसडीओ ने बताया कि सोनू का टयूबवेल कनेक्शन शहरी फीडर पर चल रहा था जिसे हटाकर एग्रीकल्चर फीडर पर किया जा रहा था। इस दौरान सोनू ने सरकारी कार्य में दो बार बाधा डाली जिसके उपरांत उन्होंने लिखित में पुलिस थाना रानियां में शिकायत दर्ज करवाई है । जिसके आधार पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर के आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।



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क्यूआर कोड स्कैन करके भर सकेंगे बिजली बिल

दक्षिणी हरियाणा विद्युत वितरण निगम की ओर से डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए उपभोक्ताओं को क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान का विकल्प मुहैया करवाया है। निगम की ओर से उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए क्यूआर कोड जारी किया है, जिसे निगम के सभी सब डिविजन और कलेक्शन सेंटर पर उपलब्ध करवाया जाएगा। बिजली उपभोक्ता अपने मोबाइल फोन से क्यूआर कोड को स्कैन करके बिजली का भुगतान कर सकेंगे।
इसके लिए उपभोक्ता को निगम के क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा, इसके पश्चात अपनी डिटेल डालनी होगी। इसके बाद भुगतान का विकल्प चुनना होगा। इसके बाद बेहद आसानी से बिजली का बिल अदा हो जाएगा। डिजिटल भुगतान की इस प्रणाली से एक तो करंसी का लेनदेन नहीं होगा।
दूसरे कोरोना संक्रमण के फैलने की भी आशंका नहीं रहेगी। इसके साथ ही उपभोक्ता को खुले पैसे की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। जितना बिजली का बिल होगा, उतनी ही राशि वह अदा कर सकेगा।



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10 से 30 फीसदी लस्टर लॉस गेहूं में प्रति क्विंटल 4 रुपये 81 पैसे की कटौती

(जगसीर शर्मा)जिले में बरसात से लस्टर लॉस यानि चमक रहित दाने की श्रेणी में आई गेहूं के दाम में अब कटौती की जाएगी। मंडियों में जांच के बाद जिस गेहूं में 10 से 30 फीसदी लस्टर लॉस होगा, उस किसान को 4 रुपये 81 पैसे प्रति क्विंटल की चपत लगने वाली है। पिछले दिनों जिला की कुछ मंडियों में लस्टर लॉस की शिकायत आई थी, जिसके बाद सरकार ने यह फैसला लेते हुए खरीद एजेंसी प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं। जबकि 10 प्रतिशत से कम लस्टर लॉस वाली गेहूं को निर्धारित सरकारी दाम पर खरीदा जाएगा।
पिछले तीन सप्ताह से अचानक बेमौसमी बरसात ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। कटाई सीजन के दौरान खड़ी गेहूं की फसलें बारिश की चपेट में आई थी। जिससे कुछ इलाकों में गेहूं लस्टर लॉस की श्रेणी में आने से किसानों को परेशानी आने लगी हैं। मंडियों में किसानों की गेहूं को खरीद एजेंसियां रिजेक्ट कर देती थी। जिसके बाद लस्टर लॉस गेहूं की सैंपलिंग करवाई गई, तो सरकार ने 10 से 30 फीसदी लस्टर लॉस गेहूं को 4 रुपये 80 पैसे प्रति क्विंटल कटौती से खरीदने के निर्देश खरीद एजेंसियों को दिए हैं। जबकि 10 प्रतिशत से कम लस्टर लॉस पाया जाता है, तो किसान को गेहूं का पूरा दाम खरीद एजेंसी को देना होगा।

अधिकारियों की लापरवाही से अटकी किसानों की पेमेंट

जिले में 25 दिनों में 54 लाख 15 हजार 736 क्विंटल गेहूं खरीदी है, जबकि मंडियों में 24 लाख 14 हजार 809 क्विंटल उठान पेंडिंग है। वहीं पिछले दिनों खरीद एजेंसियों की लापरवाही से 20 लाख क्विंटल गेहूं खुले आसमान तले बरसात में भीग गया था। उन गेहूं की बोरियों को मजदूर सुखाने में जुटे हैं, लेकिन नमी की मात्रा ज्यादा होने से स्टोरेज में दिक्कतें बरकरार हैं। जिसके चलते लोडिंग गाड़ियां वापस लौटाई जाती हैं। जिससे मंडियों से उठान में देरी किसानों की मुश्किलें बढ़ाएगी। उधर दी आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान हरदीप सरकारिया ने गेहूं स्टोरेज के दौरान गोदामों में सरेआम रिश्वतखोरी चलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जो पैसा देता है उसकी गाड़ियां बिना चेकिंग के अनलोड की जाती हैं। जबकि जो रिश्वत नहीं देता उसकी गाड़ियों में कुछ बोरियां नमी ज्यादा बता वापस लौटा दी जाती हैं। इसके अलावा अधिकारियों की लापरवाही से किसानों की पेमेंट समयानुसार नहीं मिल पाती है। सरकारिया ने बताया कि 5 मई को उनके किसानों की पेमेंट आनी थी, लेकिन तीन दिनों बाद उसके खाते में किसानों का पैसा नहीं आया है। जोकि अधिकारियों ने प्राइवेट बैंकों में खाते खुलवाए हैं और वह पेमेंट का ब्याज खाने के लिए आढ़तियों को देरी से किसानों की पेमेंट करते हैं।
गेहूं बेचने के इंतजार में हैं 50 हजार से ज्यादा किसान
जिले में 3 लाख 2 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती है। सालाना सवा करोड़ क्विंटल से ज्यादा गेहूं की आवक होती है। वर्ष 2019 में गेहूं खरीद का यह आंकड़ा 1 करोड़ 24 लाख 22 हजार क्विंटल तक पहुंचा था। 7 मई तक 1 करोड़ 10 लाख क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी थी। लेकिन इस बार सिर्फ 54 लाख क्विंटल गेहूं खरीद हो पाई है। कोरोना संक्रमण से बचाव के चलते मंडियों में गेहूं की 40 प्रतिशत आवक भी नहीं हो पाई है। जिससे 50 हजार से ज्यादा किसानों को अपनी गेहूं फसल बेचने का इंतजार है।

कटौती के साथ खरीदी जाएगी लस्टर लॉस गेहूं
गेहूं में लस्टर लॉस यानि चमक रहित दाने की श्रेणी में आए अनाज को पहले खरीदा नहीं जाता था, लेकिन अब सरकार ने 10 से 30 फीसदी लस्टर लॉस वाली गेहूं को 4 रुपये 81 पैसे कटौती के साथ किसानों से खरीदने के निर्देश दिए हैं। जबकि 10 प्रतिशत से कम लस्टर लॉस की गेहूं पूरे दाम में खरीदी जाएगी।'' - प्रदीप कुमार, मैनेजर एफसीआई, सिरसा।



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सिरसा| अनाज मंडी में उठान न होने के कारण पड़ी गेहूं की बोरियां।




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कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आईटीआई में अनुदेशक बना रहे मास्क, 11 हजार तैयार किए

कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचाव के लिए हर कोई अपना सहयोग कर रहे हैं और हर प्रकार से मदद में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में आईटीआई भी मास्क तैयार कर अपनी भूमिका निभा रहा है। जिला की सभी राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के अनुदेशक मास्क तैयार करने में जुटे हैं। अब तक 11 हजार से अधिक मास्क तैयार किए जा चुके हैं। राजकीय आईटीआई सिरसा के प्रधानाचार्य एवं नोडल अधिकारी लाल चंद रिवाड़िया ने बताया कि आईटीआई में तैयार मास्क काफी उच्च गुणवत्ता के हैं। उन्होंने बताया कि जिला की सभी आईटीआई में अनुदेशकों द्वारा अब तक 11024 मास्क बनाए गए हैं, जिनमें सिरसा आईटीआई द्वारा 2260, चौटाला आईटीआई द्वारा 1290, रानियां आईटीआई द्वारा 1420 तथा महिला आईटीआई सिरसा द्वारा 6054 मास्क बनाए जा चुके हैं। जिसमें से अब तक 400 मास्क बेचे जा चुके हैं। विभाग द्वारा एक मास्क की कीमत 10 रुपये निर्धारित की गई है।

युवा क्लब लक्ष्य ने बांटा राशन
युवा क्लब लक्ष्य 2020 खैरेकां क्लब की ओर से गरीब का मुख गुरु की गुलक मुहिम के तहत जरूरतमंदों में राशन वितरित किया जा रहा है। ऑल युवा क्लब एसोसिएशन सिरसा, नेहरु युवा केंद्र सिरसा व निफा संस्था के सहयोग से आयोजित इस मुहिम के तहत अब तक सैंकड़ों लोगों को राशन दिया जा चुका है। इस सिलसिले में खैरेेकां क्लब के प्रधान लवप्रीत खैरेकां ने बताया कि सिरसा, रानियां व गांव खैरेकां में 160 जरुरतमंद परिवारों को राशन दिया गया है। अन्न सेवा सबसे बड़ी सेवा है और इस सेवा में हर व्यक्ति को आगे आना चाहिए। इस पुनीत कार्य में सुशील बिश्नोई, लवप्रीत खैरेकां, नवजोत रंधावा, राजेश बलजोत, पवन बिश्नोई, अजय कम्बोज, सन्दीप राय, शुभम कम्बोज, नोविल कम्बोज, सुभाष भाटिया, विनोद बिश्नोई, संदीप गुच्छा, इंद्राज माही, विपिन का महत्त्वपूर्ण सहयोग है



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22 देशों से घर वापस आएंगे 115 लोग, गुरुग्राम से लेकर आएंगी बसें

कोरोना वैश्विक महामारी के चलते विश्व के कई देशों में संकट की स्थित बनी हुई। इसी के चलते 22 देशों में रह रहे जिले के 115 लोग विदेश से जल्द ही जिले में वापिस आएंगे। उक्त सभी 115 लोगों ने जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए नंबरों पर फोन कर घर वापिस आने की इच्छा जाहिर की थी।
विदेश से आने वाले इन सभी 115 लोगों को जिला प्रशासन रोडवेज बसों में गुरुग्राम से लेकर आएगा तथा यहां होटलों में इनके क्वारिन्टाइन की व्यवस्था की जाएगी। इन लोगों के आने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी सभी की स्क्रीनिंग करेगा तथा इन्हें 14 दिन तक क्वारेंटाइन किया जाएगा। इस संबंध में सरकार ने जिला प्रशासन को पत्र जारी की विदेश से आने वाले नागरिकों के रहने आदि की व्यवस्था करने को कहा है। जैसे ही विदेशों से कोई फ्लाइट आएगी जिला प्रशासन को सूचना मिलने के बाद यहां से बसें भेजी जाएंगी। विदेश से वापिस आने वाले इन लोगों को वापिस लाने तथा इनके रहने की व्यवस्था करने के लिए डीसी रवि प्रकाश गुप्ता ने
जिला राजस्व अधिकारी राजेश ख्यालिया को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
धर्मशाला की बजाय, होटल में किया जाएगा क्वारेंटाइन
विदेश से आने वाले सभी 115 लोग अलग-अलग समय पर आएंगे। इन सभी को जिला प्रशासन होटल में क्वारेंटाइन करेगा। यहां बता दें कि इससे पहले जिले में दूसरे राज्यों से आए हुए लोगों को क्वारेंटाइन करने के लिए जिला प्रशासन ने उपमंडल स्तर पर धर्मशालाओं को क्वारेंटाइन होम बनाया हुआ है जहां संदिग्धों को 14दिन तक रखा जाता है। लेकिन विदेश से आने वाले सभी लोगों के लिए विशेष तौर पर होटल बुक करवाए जाएंगे।
उक्त 115 ऐसे नागरिक हैं जिन्होंने जिला प्रशासन को फोन कर सूचना दी थी कि वे भारत वापिस आना चाहते हैं। अधिकारियों के अनुसार काफी लोग ऐेसे में भी हैं जो फोन नहीं कर पाए थे। ऐसे लोगों की सूची केंद्र सरकार की तरफ से जिला प्रशासन के पास आएगी। ऐसे में संभावना है कि जिलें में उक्त 115 के अलावा ओर भी कई नागरिक वापिस आएंगे।
रोडवेज ने डिपो में बुलाए 30 फीसदी कर्मचारी
विदेश से जिले के नागरिकों के आने की सूचना के बाद रोडवेज मुख्यालय ने भी जिला रोडवेज को डिपो के 30 फीसदी कर्मचारियों को राेजाना ड्यूटी पर आने के आदेश दिए हैं।
रोडवेज जीएम आरएस पूनियां ने बताया कि जिला प्रशासन को किसी भी समय रोडवेज की बसों की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में मुख्यालय के आदेशों पर राेजाना 70 चालकों व इतने ही परिचालकों को बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बसें भी तैयार रखी गई हैं। हालांकि उन्होंने यह भी स्पषट किया की अबतक जिला प्रशासन ने बसों की मांग नहीं की है।



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