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स्पोर्ट्स सेक्टर को 90 हजार करोड़ रु. के नुकसान का अनुमान; बिना दर्शकों के बेसबॉल लीग होने पर भी रोज 15 हजार करोड़ रु. की कमाई कम होगी

कोरोनावायरस की वजह से अमेरिका के स्पोर्ट्स सेक्टर को बड़ा नुकसान होने की आशंका है। ईएसपीएन की रिपोर्ट के मुताबिक, शटडाउन के कारण देश के 100 बिलियन डॉलर( 7 लाख 54 हजार करोड़) वाले स्पोर्ट्स सेक्टर को करीब 12 बिलियन डॉलर ( 90 हजार 491 करोड़) का नुकसान होगा। वहीं,बिना दर्शकों के बेसबॉल लीग होने पर रोज 15 हजार करोड़ रु. की कमाई कम होगी।

वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट्स बिजनेस प्रोग्राम डायरेक्टर पैट्रिक रिशे ने यह रिपोर्ट बनाई है।इसमें उन्होंने शटडाउन की वजह से देश के मेजर स्पोर्ट्स और कॉलेज लीग को होने वाले नुकसान का अध्ययन किया है। स्टडी के मुताबिक, लॉकडाउन की वजह से यूएस प्रो स्पोर्ट्स को करीब 5.5 बिलियन डॉलर( 41 हजार 250 करोड़) जबकि कॉलेज से जुड़ी स्पोर्ट्स लीगको 3.9 बिलियन डॉलर (29 हजार 250 करोड़) केराजस्व का नुकसान होगा।

एनएफएल रद्द से नुकसान और बढ़ जाएगा

नेशनल फुटबॉल लीग यानी एनएफएल के रद्द होने पर यह नुकसान और बढ़ जाएगा। इसमें बड़े खिलाड़ियों को दी जाने वाली सैलरी के अलावा स्टेडियम में काम करने वाले कर्मचारियों की तनख्वाह भी शामिल है। हालांकि, रिपोर्ट में नुकसान का आकलन कम किया गया है,क्योंकि इसमेंगैम्बलिंग (जुआ), आउटडोर स्पोर्ट्स, गोल्फ, टेनिस और नैसकार जैसीऑटो रेसिंग इवेंट के रद्द या टलने से होनेवाले आर्थिक नुकसानको नहीं जोड़ा गया है।

प्रो स्पोर्ट्स लीग में दर्शकों से होने वाली 24 हजार करोड़ की कमाई नहीं होगी
लॉकडाउन की वजह से पूरे अमेरिका में खेल गतिविधियां ठप हैं। ऐसे में टिकटों से होने वाली कमाई पर भी असर पड़ा है। अकेलेप्रो स्पोर्ट्स लीग में दर्शकों द्वारा टिकटों और बाकी चीजों पर खर्च की जाने वाली करीब 3.25 बिलियन डॉलर( 24 हजार 375 करोड़) की राशि का नुकसान होगा। इसके अलावा, टेलीविजन राइट्स के जरिए होने वाली 2.2 बिलियन डॉलर(16 हजार 500 करोड़ रुपए) की कमाई भी नहीं होगी।

बिना दर्शकों के बेसबॉल लीग होने पर भी बड़ा नुकसान

नेशनल फुटबॉल लीग के रद्द होने से टीवी राइट से होने वाली 11.5 बिलियन डॉलर(86 हजार 250 करोड़ रुपए) की कमाई भी नहीं होगी।अगर मेजर लीग बेसबॉल का आधा सीजन बिना दर्शकों के भी खेला जाता है तो भी मैच के दौरान एक दिन में दर्शकों द्वारा खर्च की जाने वाली 2 बिलियन डॉलर (15 हजार करोड़ रुपए) की राशि का नुकसान होगा।

30 लाख नौकरियों पर भी संकट

अमेरिका में करीब 30 लाख नौकरियां स्पोर्ट्स सेक्टर से जुड़ी हैं। इसमें ट्रेनर, गार्ड, स्काउट शामिल हैं। शट़डाउन बढ़ने का इस पर भी असर पड़ेगा।रिशे ने कहा कि बतौर इकोनॉमिस्ट हम कुछ नहीं कर सकते। जिस तरह का नुकसान कोरोना की वजह से हुआ है, वो हैरान करने वाला है। क्योंकि आज से पहले हमने ऐसा कुछ नहीं देखा।

मेजर सॉकर लीग के खिलाड़ियों की ट्रेनिंग बुधवार से शुरू होगी

इधर, मेजर लीग सॉकर को लेकर अच्छी खबर आई है। लीग में शामिल खिलाड़ी अगले हफ्ते बुधवार से प्रैक्टिस शुरू कर सकेंगे। हालांकि, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का नियमों का पालन करना होगा। मैदान को चार अलग-अलग हिस्सों में बांटा जाएगा। हर खिलाड़ी अपने जोन में हीरहेगा। इससे पहले एनबीए ने भी खिलाड़ियों को व्यक्तिगत ट्रेनिंग की मंजूरी दी है।



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अमेरिका में धीरे-धीरे लॉकडाउन में रियायत दी जा रही है। अगले हफ्ते शुक्रवार से एनबीए के खिलाड़ी ट्रेनिंग शुरू कर सकेंगे। वहीं, मेजर सॉकर लीग में भी खिलाड़ी बुधवार से अभ्यास शुरू करेंगे। (फाइल)




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डोप टेस्ट में फेल होने पर संदीप कुमारी पर 4 साल का प्रतिबंध; वाडा की जांच में शरीर में स्टेरॉयड मिला, 2 साल पहले नाडा की लैब ने क्लीन चिट दी थी

डिस्कस थ्रो की महिला खिलाड़ी संदीप कुमारी को वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी(वाडा) की एथलेटिक्स इंटिग्रिटी यूनिट ने डोप टेस्ट में फेल होने पर 4 साल के लिए बैन कर दिया है। दो साल पहले नेशनल डोप टेस्टिंग लेबोरेटरी (एनडीटीएल) ने उनके नमूने को सही पाया था। लेकिन जांच के दौरान एनडीटीएल खून में प्रतिबंधित स्टेरॉयड का पता नहीं लगा पाई।
नाडा ने इस महिला एथलीट का सैम्पल जून 2018 में गुवाहाटी में हुई इंटर स्टेट नेशनल चैम्पियनशिप के दौरान लिया था। इसमें कुमारी ने 58.41 मीटर की दूरी तक चक्का फेंकते हुए गोल्ड जीता था।इसके बाद वाडा ने नवंबर 2018 में कनाडा के मॉन्ट्रियल स्थित लेबोरेटरी में संदीप का सैम्पल दोबारा जांचने का फैसला किया। इस जांच में उनके शरीर में प्रतिबंधित स्टेरॉय़ड मेटेनोलोन मिला। कुमारी ने26 जून से 21 नवंबर 2018 के बीच जिस भी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था, उसके नतीजों को रद्द कर दिया जाएगा।

संदीप कुमारी पर लगा बैन 2018 से लागू होगा

वाडा ने शुक्रवार रात को बताया किकुमारी पर लगा 4 साल का बैन 26 जून, 2018 से ही लागू होगा। क्योंकि इसी दिन जांच के लिए उनका सैम्पल लिया गया था। केवल इस महिला एथलीट का ही नहीं, बल्कि एनटीडीएल लैब में भेजी गई 4 अन्य एथलीट्स के सैम्पल की रिपोर्ट भी निगेटिव आई थी। लेकिन जब मॉन्ट्रियल के लैब में इनके नमूनों का परीक्षण किया गया था तो सबकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसमें झूमा खातून नाम की एक एथलीट भी शामिल हैं, जिसे पिछले महीने ही 4 साल के लिए बैन किया गया है।



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वाडा की लैब में जब संदीप कुमारी के सैम्पल की जांच हुई तो उसमें प्रतिबंधित स्टेरॉय़ड मेटेनोलोन मिला। इसके बाद 26 जून से 21 नवंबर 2018 के बीच उन्होंने जितनी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था, उसमें उनके नतीजों को रद्द कर दिया जाएगा। (फाइल)




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आईओए अध्यक्ष ने खेल फेडरेशनों से कोच और हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर के करार को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया

इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने खेल फेडरेशनों को कहा है कि वह अपने यहां नियुक्त हाई परफॉर्मेंसडायरेक्टर और कोचके कॉन्ट्रैक्ट को 2022 तक बढ़ा दें, ताकि 2021 ओलिंपिक और 2022 में होने वालेएशियन गेम्स की तैयारी में अभी से खिलाड़ी जुट सकें।

कई खेलों के कोच का कॉन्ट्रैक्ट इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक तक ही था। लेकिन कोरोनावायरस की वजह से अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ और जापान सरकार ने ओलिंपिक को एक साल के लिए बढ़ा दिया। ऐसे में भारतीय टीम को तैयार कर रहे कोच का करार खत्म होने से ओलिंपिक और एशियन गेम्स की तैयारियों पर असर पड़ेगा।

कोचका करार खत्म होने से ओलिंपिक की तैयारियां प्रभावित होंगी

2024 ओलिंपिक गेम्स के कई इवेंट का क्वालिफिकेशन2022 में होने वालेकॉमनवेल्थऔर एशियन गेम्स को रखा गया है। साथ ही, खेल मंत्रालय ने भी 2024 ओलिंपिक के लिए ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी के क्वालिफाई करने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में कोचों और हाई परफॉर्मेंसडायरेक्टर के हट जाने पर उस लक्ष्य पर असर पड़ेगा।
खिलाड़ियों को साई सेंटर में प्रैक्टिस की मंजूरी दी जाए: आईओए
नरेंद्र बत्रा ने खेल मंत्रालय से मांग की है कि वहअंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सेंटर्स में प्रैक्टिस की इजाजत दे। कोरोनावायरस की वजह से खिलाड़ी साई सेंटर के अंदर भी अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं। इन्हें कमरों से बाहर निकलने की मनाही है। ऐसे में फील्ड स्पोर्ट्स से जुड़े खिलाड़ी चाहकर भी प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं।बत्रा ने कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले भी खिलाड़ियों को अभ्यास करने की छूट देने का अनुरोध किया था। लेकिन खेल मंत्रालय से सकारात्मक जवाब नहीं मिला।



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कोरोनावायरस की वजह से साई सेंटर्स में भी खिलाड़ियों को बाहर निकलकर प्रैक्टिस करने की अनुमति नहीं है। आईओए ने खेल मंत्रालय से छूट देने की मांग की है। (फाइल)




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पंत ने धोनी को बताया मेंटर, कहा- उन्होंने हमेशा मदद की, लेकिन इस बात का ध्यान रखा कि मैं पूरी तरह उन पर निर्भर न रहूं

विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी उनके मेंटर हैं। धोनी मैदान के भीतर और बाहर दोनों जगह उनका मार्गदर्शन करते हैं। पंत के मुताबिक, मैं किसी भी परेशानी से निपटने के लिए उनकी मदद मांग सकता हूं। लेकिन वे सिर्फ रास्ता बताते हैं, ताकि मैं खुद अपनी समस्या से बाहर निकलूं और पूरी तरह उन पर निर्भर न रहूं।

पंत का कहना है कि धोनी के ऐसा करने से मेरा आत्मविश्वास और मजबूत हुआ है।इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने आईपीएल की अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान यह बात कही।

इस लाइव चैट के दौरान पंत ने कहा किधोनी उनके चेहते बैटिंग पार्टनर में से एक हैं। बल्लेबाजी के दौरान जब वे दूसरे छोर पर मौजूद रहते हैं तो मुझे अलगसी ताकत महसूस होती है। उनके दिमाग में हमेशा सामने वाले के लिए योजना रहती है। पंत ने कहा कि धोनी और एडम गिलक्रिस्ट उनके आदर्श खिलाड़ी हैं। हालांकि, उनका मानना है कि अपने आदर्श खिलाड़ी से सीखना
चाहिए, लेकिन उसकी कॉपी करने से बचना चाहिए।

टेस्ट क्रिकेट सबसे ज्यादा पसंद: पंत
इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें टेस्ट क्रिकेट खेलना पसंद है। क्योंकि इस फॉर्मेट में आपको पांच दिनों तक असल चुनौती मिलती है।टेस्ट क्रिकेट में आप खुद को परखते हैं। इसफॉर्मेट में सफल होने के लिए आपको ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।

दिल्ली के मोतीबाग गुरुद्वारा में बिताई कई रातें
पंत ने लाइव चैट के दौरान अपने शुरूआती दिनों के संघर्ष को याद करते हुए बताया कि मैं उत्तराखंड में रहता था। तब राज्य की अपनी कोई क्रिकेट टीम नहीं थी। ऐसे में प्रैक्टिस के लिए मुझे उत्तराखंड से दिल्ली आना पड़ता था। इसके लिए रात 2 बजे ही बस पकड़नी पड़ती थी। उस समय सड़क के रास्ते दिल्ली पहुंचने में 6 घंटे लगते थे।

पंत ने बताया कि कई बार तो मां के साथ रात में दिल्ली के मोतीबाग गुरूद्वारे में ही रूकता था। मां गुरूद्वारे के रोजमर्रा के काम में मदद करती थी। उसे यकीन था कि गुरुघर में की गई सेवा आशीर्वाद के रूप में मेरे काम आएगी।

पंत ने आईपीएल मेें 1700 से ज्यादा रन बनाए

पंत ने आईपीएल के 54 मैच में 1736 रन बनाए हैं।उन्होने अपना अंतिम टेस्ट मैच इसी साल फरवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला। जबकि अंतिम वन डे मैच इसी साल जनवरी में इंडग्लैंड के विरूद्ध खेला है।

पंत ने आईपीएल में 54 मैच में 1736 रन बना चुके हैं। जिनमें एक सेंचुरी और 11 हाफ सेंचुरी भी है। उनका स्ट्राइक रेट 162.69 और एवरेज 36.16 है। उन्होंने विकेट के पीछे रहते हुए 33 कैच पकड़े हैं और 11 स्टंप किए हैं। वहीं आईपीएल के पिछले सीजन में 16 मैच में 488 रन बनाए और तीन अर्धशतक भी लगाए हैं। जबकि देश के लिए 16 वनडे मैच में 374 रन बनाए हैं। एवरेज 26.71 हैं। वहीं स्ट्राइक रेट 103.60 है। जबकि 13 टेस्ट मैच में 814 रन बनाए हैं।



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ऋषभ पंत ने कहा- टेस्ट क्रिकेट ही असली चुनौती। इसमें आपको खुद को परखने का मौका मिलता है। (फाइल)




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4 बार वर्ल्ड कप जीतने वाली अमेरिकी महिला टीम की समान वेतन की याचिका खारिज, खिलाड़ियों ने कहा- नाइंसाफी के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे

अमेरिका की महिला फुटबॉल टीम की खिलाड़ियों को पुरुषों के बराबर वेतन नहीं मिलेगा। कोर्ट ने यूनाइटेड स्टेट वुमन सॉकर टीम की समान वेतन की मांग वाली याचिका खारिज कर दी। हालांकि कोर्ट ने यात्रा, आवास और स्वास्थ्य के मुद्दे पर महिला खिलाड़ियों से भेदभाव के खिलाफ सुनवाई की अनुमति दे दी है। इस पर16 जून को सुनवाई होगी।

सेंट्रल कैलिफोर्निया की जिला अदालत के जज गैरी क्लूजनर ने याचिका खारिज करते हुए32 पेज का फैसला दिया। कहा- महिला फुटबॉल टीम ने पुरूष टीम की तरफ से कलेक्टिव बारगेनिंग एग्रीमेंट के तहत पहले दिए गए प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया था। महिला टीम ने समान वेतन कानून के तहत 498 (66 मिलियन डॉलर) करोड़ रूपए दिए जाने की मांग की थी। कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया।

खिलाड़ी मायूस, कहा-लड़ाई जारी रहेगी

फैसले सेमहिला फुटबॉल टीम मायूस है। स्टार खिलाड़ी मेगन रेपिनो ने कहा कि कोर्ट के फैसले के बाद भी हम हार नहीं मानेंगे। समान वेतन की मांग को लेकर लड़ाईजारी रखेगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा- फैसला हमारे पक्ष में नहीं है। लेकिन, हम नहीं रुकेंगे। बल्कि संघर्ष जारी रहेगा। टीम की प्रवक्ता मॉली लेविन्सन ने कहा- कोर्ट के फैसले से निराश हैं। लेकिन, लड़कियों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
महिला टीम 4 बार वर्ल्ड कप जीती
महिला फुटबॉल टीम ने चार बार वर्ल्ड कप जीता है। पुरुषटीम एक बार भी चैम्पियन नहीं बन पाई है। महिला टीम ने 1991 में पहली बार फुटबॉल वर्ल़्ड कप जीता था। इसके बाद 1999, 2015 और 2019 में भी टीम विश्व चैम्पियन बनी।

2019 में वर्ल्ड कप जीतने पर 45 करोड़ रुपए मिले

अमेरिका की महिला टीम को 2019 में वर्ल्ड कप जीतने पर इनाम के तौर पर45 करोड़ रुपए मिले थे। जबकि2018 में वर्ल्ड कप जीतने वाली फ्रांस की पुरुष टीम को 286 करोड़ रूपए और 2014 में विश्व चैम्पियन बनने वालेजर्मनी को 262 करोड़ रुपए मिले थे।जो अमेरिका की महिला टीम को मिली इनामी राशि से करीब 6 गुना है।



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अमेरिका की महिला फुटबॉल टीम ने पिछला वर्ल्ड कप 2019 में जीता था। तब टीम को प्राइज मनी के रूप में 45 करोड़ रुपए मिले थे, जबकि 2018 में पुरुष वर्ल्ड कप जीतने वाली फ्रांस की टीम को 286 करोड़ रुपए मिले थे। (फाइल)




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ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए अभी से प्लान करना होगा, भारत के पास बेस्ट टीम साबित करने का अच्छा मौका

टेस्ट रैंकिंग में टीम इंडिया के नीचे आने से कई फैंस अचंभित हैं। रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बाद टीम इंडिया तीसरे नंबर पर है। भारतीय टीम अभी भी टेस्ट चैंपियनशिप में टॉप पर है, जबकि ऑस्ट्रेलिया दूसरे पर है। भारत और न्यूजीलैंड की सीरीज के बाद क्रिकेट रुका हुआ है। इसके बाद आईसीसी ने रैंकिंग को अपडेट करना शुरू किया। मई 2016 से अप्रैल 2017 के बीच भारत ने 12 टेस्ट जीते, 1 हारा। मौजूदा रैंकिंग में इसे नहीं गिना जाएगा। इस कारण रैंकिंग बदली।

मई 2017 से अप्रैल 2019 के बीच हमने 11 टेस्ट जीते जबकि 7 हारे। वहीं ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड 9-7 था। लेकिन वर्ल्ड कप के बाद रिकॉर्ड को देखें तो दोनों टीमों ने 9-9 टेस्ट खेले। दोनों ने 7 जीते। लेकिन ऑस्ट्रेलिया को अधिक पॉइंट मिले। क्योंकि उसने कोई सीरीज नहीं गंवाई। वहीं टीम इंडिया को न्यूजीलैंड में हार मिली। अगर यह सीरीज ड्रॉ रहती तो कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया रैंकिंग में टॉप पर रहती। पिछली सीरीज के रिजल्ट को बदला तो नहीं जा सकता लेकिन अच्छे भविष्य के लिए प्रयास किया जा सकता है।

इस बार ऑस्ट्रेलिया दौरा आसान नहीं होगा
लॉकडाउन जारी रहता है और सितंबर-अक्टूबर से पहले कोई क्रिकेट नहीं होता है तो भारत को अगली सीरीज ऑस्ट्रेलिया में नवंबर-दिसंबर में खेलनी है। 2018 में भारत ने सीरीज 2-1 से जीती थी। इस बार यह आसान नहीं होगा। स्मिथ और वॉर्नर की टीम में वापसी हो चुकी है जबकि मार्नस लबुशेन जैसा बड़ा बल्लेबाज भी टीम के पास है। लेकिन कोहली और टीम को खुद को दुनिया की बेस्ट टीम साबित करने का इससे अच्छा मौका नहीं होगा। कोहली और कोच को अभी से गेम प्लान तैयार करना होगा।



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मई 2016 से अप्रैल 2017 के बीच भारत ने 12 टेस्ट जीते, 1 हारा। मौजूदा आईसीसी रैंकिंग में इसे नहीं गिना जाएगा। इस कारण रैंकिंग बदली। -फाइल फोटो




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10 हजार की आबादी वाले जर्मनी के गांव में टेनिस टूर्नामेंट शुरू, 8 खिलाड़ी उतरे

कोई दर्शक नहीं, कोई लाइन जज नहीं, कोई बॉल किड्स नहीं। यह नजारा दिखा जर्मनी में शुरू हुए टेनिस पॉइंट एग्जिबीशन इवेंट में। 10 हजार की आबादी वाले गांव होर-ग्रेनजॉसेन में हो रहे टूर्नामेंट में 8 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। 12 दिन का इवेंट 3 सेशन में होगा। पहला सेशन 1 मई से शुरू हुआ, यह 4 को खत्म होगा। दूसरा 7-10 और तीसरा 14-17। यह पहली बार है, जब मार्च में टेनिस बंद होने के बाद प्रोफेशनल खिलाड़ी कोर्ट पर उतरे।

इस टूर्नामेंट में डस्टिन ब्राउन, हाफमैन, हाएरटेस, चोइन्स्की, बेंजामिन हसन, कोन्स्टाटिन शमिट्ज, जीन-मार्क वर्नर, फ्लोरियन ब्रोस्का जैसे दिग्गज खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। टूर्नामेंट के दौरान मैदान पर सिर्फ 3 लोग, दो खिलाड़ी और अंपायर ही होंगे।

सुरक्षा के उपाय

  • खिलाड़ी अलग-अलग दरवाजे से आते-जाते हैं, एक दूसरे से दूर बैठते हैं, नेट क्रॉस नहीं करते
  • खाने-पीने का सामान पहले से पैक कर दे दिया जाता है, खिलाड़ी अकेले बैठकर खाते हैं
  • खिलाड़ियों को सामान रखने के लिए दोxदो की जगह दी गई है

फुटबॉल क्लब कोलोन का ट्रेनिंग कैंप जारी रहेगा

जर्मन फुटबॉल लीग बुंदेसलीगा के इस महीने फिर से शुरू करने की उम्मीद को झटका लगा है। कोलोन क्लब के तीन लोग कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। तीनों को 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन किया गया है। टीम के सभी सदस्यों का टेस्ट कराया गया था। हालांकि क्लब का ट्रेनिंग कैंप जारी रहेगा।

इंग्लैंड की टीम जनवरी में श्रीलंका आएगी
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के सीईओ एश्ले डी सिल्वा ने कहा कि इंग्लैंड की टीम जनवरी में दौरे पर आएगी। काेरोनावायरस के कारण इंग्लिश टीम मार्च में होने वाली दो मैचाें की टेस्ट सीरीज बीच में ही छोड़कर स्वदेश वापस लौट गई थी। सिल्वा ने कहा कि हम कार्यक्रम को फिर से बना रहे हैं। तारीख तय नहीं है।



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इस टूर्नामेंट में डस्टिन ब्राउन, हाफमैन, हाएरटेस, चोइन्स्की, बेंजामिन हसन, कोन्स्टाटिन शमिट्ज, जीन-मार्क वर्नर, फ्लोरियन ब्रोस्का जैसे दिग्गज खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।




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वनडे में 3 दोहरे शतक लगा चुके रोहित ने कहा- मेरे पास टी-20 में 200 रन बनाने का अच्छा मौका था

भारतीय ओपनर रोहित शर्मा लॉकडाउन के दौरान घर की बालकनी में ही फिटनेस प्रैक्टिस कर रहे हैं। खाली समय में उन्होंने अपनी आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के फैन्स से लाइव चैटिंग भी की। इस दौरान एक सवाल के जवाब में रोहित ने कहा कि उनके पास इंदौर टी-20 में 200 रन बनाने का शानदार मौका था। यह मैच श्रीलंका के खिलाफ 2017 में खेला गया था। इससे पहले रोहित वनडे में तीन बार दोहरा शतक लगा चुके हैं। ऐसा करने वाले वे दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं।

रोहित से चैटिंग का वीडियो फ्रेंचाइजी ने खुद शेयर किया है। इसमें एक फैन ने रोहित से इंदौर टी-20 का जिक्र किया था। इसके जवाब में रोहित ने कहा, ‘‘उस मैच में मेरे पास 200 रन बनाने का शानदार मौका था। जिस वक्त में आउट हुआ, तब 9 ओवर और बचे हुए थे। कोई बात नहीं, मैच मैंने 35 गेंद पर 100 रन बनाए थे, यह मैं हमेशा याद रखूंगा।’’ इस मैच में रोहित ने लोकेश राहुल के साथ 165 रन की साझेदारी भी की थी।

रोहित ने वनडे में तीन दोहरे शतक लगाए
कोरोनावायरस (कोविड-19) और लॉकडाउन के कारण आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। रोहित मुंबई इंडियंस के कप्तान हैं। उन्होंने टीम को तीन बार खिताब जिताया है। रोहित ने वनडे में 2014 में श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता में 264 रन की पारी खेली थी। 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 और 2017 में श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में नाबाद 208 रन बनाए थे। उन्होंने 32 टेस्ट में 2141, 224 वनडे में 9115 और 108 टी-20 में 2773 रन बनाए हैं। आईपीएल के 188 मैच में रोहित के नाम 4898 रन हैं।

‘बल्लेबाजी को मिस कर रहा हूं’
वहीं, रोहित ने स्टार स्पोटर्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली से फिटनेश को लेकर बात की। उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि जिम जल्द ही खुल जाएं, जिससे मैं फिटनेस प्रैक्टिस कर सकूं। मैं बल्लेबाजी को बहुत मिस कर रहा हूं। काश मेरे पास भी क्रिकेट खेलने के लिए इंडोर जगह होती, लेकिन मुंबई में ऐसा होना मुश्किल है। हम आपकी तरह खुशनसीब नहीं हैं, जिनके पास खेलने के लिए खुद का बैकयार्ड होता है।’’



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रोहित शर्मा ने 32 टेस्ट में 2141, 224 वनडे में 9115 और 108 टी-20 में 2773 रन बनाए हैं। आईपीएल के 188 मैच में रोहित के नाम 4898 रन हैं। -फाइल फोटो




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पूर्व चीफ सिलेक्टर प्रसाद ने कहा- धोनी खुद नहीं खेलना चाहते थे, इसलिए हमने पंत को मौका दिया

विश्व कप 2019 के बाद से महेंद्र सिंह धोनी मैदान पर नजर नहीं आए हैं। उनके भविष्य को लेकर आए दिन कयास लगाए जाते हैं। अब पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने खुलासा किया है कि माही खुद कुछ वक्त तक क्रिकेट नहीं खेलना चाहते थे, इसीलिए उन्हें टीम में भी शामिल नहीं किया गया।
बता दें कि धोनी आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान हैं। अनिश्चितकाल के लिए यह टूर्नामेंट रद्द किए जाने से पहले धोनी फ्रेंचाइजी के होम ग्राउंड पर पहुंचे थे। कुछ दिन प्रैक्टिस भी की थी।

धोनी नहीं थे, इसलिए पंत को मौका दिया
फेनकोड वेबसाइट को दिए वीडियो इंटरव्यू में प्रसाद ने धोनी के टीम से बाहर रहने पर नई जानकारी दी। कहा, “मैं एक बात बिल्कुल साफ कर देना चाहता हूं। पहले भी की है। हमने माही से खेलने के बारे में बातचीत की थी। लेकिन, वो खुद कुछ वक्त तक नहीं खेलना चाहते थे। लिहाजा, उनकी जगह ऋषभ पंत को मौका दिया गया। हम उनका पूरा समर्थन भी कर रहे हैं।”

रिटायरमेंट पर रिएक्शन नहीं
बीसीसीआई ने कुछ महीने पहले जारी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में भी एमएस को नहीं रखा था। इसके बाद कयास लगने शुरू हुए कि वो जल्द ही संन्यास का ऐलान कर सकते हैं। हालांकि, माही ने अब तक ऐसी कोई घोषणा नहीं की। प्रसाद ने भी इस बारे में कुछ नहीं कहा।

सवाल इसलिए भी
केएल राहुल न सिर्फ आईपीएल बल्कि इंटरनेशनल क्रिकेट के कई मैचों में विकेटकीपर-बल्लेबाज की दोहरी भूमिका रहे हैं। पंत नहीं चले तो राहुल ने दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। यानी इन दो भूमिकाओं में धोनी के दो परखे हुए विकल्प टीम इंडिया के पास मौजूद हैं। प्रसाद ने कहा, “न्यूजीलैंड में वनडे सीरीज के दौरान राहुल ने बेहतरीन खेल दिखाया। अगर आईपीएल होता है तो हमारे पास धोनी का पुराना रंग देखने का मौका होगा। लेकिन, स्थितियां अभी जटिल हैं।”



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एमएसके प्रसाद के सथ धोनी। प्रसाद के मुताबिक, धोनी ने उन्हें बताया था कि वो कुछ वक्त तक क्रिकेट नहीं खेलना चाहते। (फाइल)




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गांगुली ने कहा- मौजूदा हालात खतरनाक विकेट पर टेस्ट खेलने जैसे, बल्लेबाजों के लिए गलती की गुंजाइस बहुत कम है

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कोरोनावायरस (कोविड-19) को कठिन टेस्ट मैच बताया है। पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने रेडियो स्टेशन फीवर नेटवर्क के ‘100 घंटे 100 स्टार्स’ प्रोग्राम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति खतरनाक विकेट पर टेस्ट खेलने जैसी है। यहां बल्लेबाजों के लिए गलती की गुंजाइश बहुत कम है। गांगुली ने लोगों से बगैर विकेट गंवाए यह टेस्ट जीतने की अपील की है।

गांगुली ने कहा, ‘‘यह स्थिति बहुत खतरनाक विकेट पर टेस्ट मैच खेलने की तरह है। यहां बॉल सीम हो रही है। स्पिन भी कर रही है। इस विकेट पर बल्लेबाजों के लिए गलती की गुंजाइश बहुत कम है। इसी खतरे के साथ बल्लेबाज को यहां रन भी बनाने हैं और विकेट भी सुरक्षित रखना है। यह बहुत मुश्किल है, लेकिन उम्मीद है कि साथ मिलकर हम यह मैच जीत लेंगे।’’

‘अचानक आई महामारी को अब तक कोई नहीं समझ सका’
पूर्व क्रिकेटर गांगुली ने कहा, ‘‘लॉकडाउन को एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है। इससे पहले मैंने इतना समय परिवार को कभी नहीं दिया। रोज यात्राएं करना ही मेरा शेड्यूल रहा है, लेकिन 30-32 दिन से पत्नी, बेटी, मां और भाई के साथ ही समय बिता रहा हूं। मैं इस समय को एंजॉय कर रहा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा हालात को देखकर काफी दुखी हूं। इस महामारी को अब तक कोई समझ नहीं सका है। यह अचानक आई है। कोई भी इसके लिए तैयार नहीं था। हजारों लोग मर चुके हैं। कई संक्रमित हैं। मैं चाहता हूं कि यह जल्द खत्म हो जाए।’’



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पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा- मैं काफी दुखी हूं। इस महामारी को अब तक कोई समझ नहीं सका है। यह अचानक आई है। कोई भी इसके लिए तैयार नहीं था। हजारों लोग मर चुके हैं। -फाइल फोटो




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राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने अमेरिकी महिला टीम से कहा- समान वेतन की लड़ाई जारी रखो, प्रेसिडेंट बनता हूं तो मांग पूरी करूंगा

अमेरिका की महिला फुटबॉल टीम को पुरुषों के समान वेतन का समर्थन डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रेसिडेंट पद के प्रस्तावित उम्मीदवार जो बिडेन ने भी किया है। उन्होंने कहा है कि वे राष्ट्रपति बनते हैं, तो टीम की मांग पूरी करेंगे। इससे पहले कोर्ट ने यूनाइटेड स्टेट वुमन सॉकर टीम की समान वेतन की मांग वाली याचिका खारिज कर दी थी। हालांकि कोर्ट ने यात्रा, आवास और स्वास्थ्य के मुद्दे पर महिला खिलाड़ियों से भेदभाव के खिलाफ सुनवाई की अनुमति दे दी थी। इस पर 16 जून को सुनवाई होगी।

जो बिडेन ने ट्वीट कर कहा, ‘‘अपनी लड़ाई को मत छोड़ो। इसे जारी रखो। मैं प्रेसीडेंट बनता हूं तो समान वेतन मिलेगा या फिर वर्ल्ड कप फंड के लिए महिला टीम कहीं भी खेलने जा सकेगी।’’ इससे पहले महिला टीम ने समान वेतन कानून के तहत 498 (66 मिलियन डॉलर) करोड़ रुपए दिए जाने की मांग की थी। जिस पर सेंट्रल कैलिफोर्निया की जिला अदालत के जज गैरी क्लूजनर ने याचिका खारिज करते हुए 32 पेज का फैसला दिया था।

खिलाड़ी मायूस, कहा-लड़ाई जारी रहेगी
फैसले से महिला फुटबॉल टीम मायूस है। स्टार खिलाड़ी मेगन रेपिनो ने कहा कि कोर्ट के फैसले के बाद भी हम हार नहीं मानेंगे। समान वेतन की मांग को लेकर लड़ाई जारी रखेगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा- फैसला हमारे पक्ष में नहीं है। लेकिन, हम नहीं रुकेंगे। बल्कि संघर्ष जारी रहेगा। टीम की प्रवक्ता मॉली लेविन्सन ने कहा- कोर्ट के फैसले से निराश हैं। लेकिन, लड़कियों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।

महिला टीम 4 बार वर्ल्ड कप जीती
महिला फुटबॉल टीम ने चार बार वर्ल्ड कप जीता है। पुरुष टीम एक बार भी चैम्पियन नहीं बन पाई है। महिला टीम ने 1991 में पहली बार फुटबॉल वर्ल़्ड कप जीता था। इसके बाद 1999, 2015 और 2019 में भी टीम विश्व चैम्पियन बनी।

2019 में वर्ल्ड कप जीतने पर 45 करोड़ रुपए मिले
अमेरिका की महिला टीम को 2019 में वर्ल्ड कप जीतने पर इनाम के तौर पर 45 करोड़ रुपए मिले थे। जबकि 2018 में वर्ल्ड कप जीतने वाली फ्रांस की पुरुष टीम को 286 करोड़ रूपए और 2014 में विश्व चैम्पियन बनने वाले जर्मनी को 262 करोड़ रुपए मिले थे। जो अमेरिका की महिला टीम को मिली इनामी राशि से करीब 6 गुना है।



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अमेरिका की महिला फुटबॉल टीम ने चार बार वर्ल्ड कप जीता है। पुरुष टीम एक बार भी चैम्पियन नहीं बन पाई है। -फाइल फोटो




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शमी ने बुरे दौर को याद किया, बोले- तीन बार खुदकुशी करने का सोचा, परिवार को डर था कि मैं 24वें माले से न कूद जाऊं

तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अपने बुरे दौर को याद करते हुए कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। शनिवार को रोहित शर्मा से इंस्टाग्राम पर लाइव चैटिंग के दौरान शमी ने कहा- 2015 वर्ल्ड कप के बाद जीवन में काफी खराब वक्तआया था। इस दौरान तीन बार खुदकुशी के बारे में भी सोचा।शमी का फ्लेट 24वीं मंजिल पर है। परिवार को डर था कि कहीं वे यहां सेकूद न जाएं। दरअसल, शमी इस दौरान चोट के कारण करीब 18 महीने टीम से बाहर रहे। 2018 में पत्नी हसीन जहां ने उन पर घरेलू हिंसा का मामला भी दर्ज कराया था।

शमी के मुताबिक, ‘‘मैं निजी जीवन में भी काफी परेशानियों से गुजर रहा था। आप यकीन नहीं करेंगे, लेकिन मैंने इस संकट के समय में तीन बार खुदकुशी के बारे में सोचा था। परिवार वाले मुझे लेकर काफी चिंतित रहते थे। हम 24वें माले पर रहते हैं। फैमिलीको डर था कि कहीं मैं बालकनी से कूद न जाऊं। उस समयमैं क्रिकेट के बारे में नहीं सोचता था। ऐसा लगता था कि मैं क्रिकेट छोड़ दूंगा।’’

परिवार के सपोर्ट से वापसी कर पाया: शमी
इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘परिवार ने मेरा काफी सपोर्ट किया। समझाया कि समस्या चाहे छोटी हो या बड़ी, सबका समाधान होता है। भाई ने बहुत साथ दिया। मेरे साथ 24 घंटे 2-3 दोस्त साथ रहा करते थे। माता-पिता ने समझाया कि परेशानियों से उबरने के लिए मुझे सिर्फ क्रिकेट पर ही ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा किसी के भी बारे में सोचने से मना करते थे। मैंने फिर ट्रेनिंग शुरू की। देहरादून की एक एकेडमी में खूब मेहनत कर वापसी की।’’

क्या है शमी-हसीन जहां मामला?
शमी पर हसीनने दहेज और शारीरिक उत्पीड़न के अलावामैच फिक्सिंग जैसेसंगीन आरोप लगाए थे। फेसबुक पर कुछ फोटोज शेयर करते हुए शमी पर अवैध संबंधों का भी इलजाम लगाया।पश्चिम बंगाल की अलीपुर कोर्ट ने शमी और उनके भाई हासिद अहमद के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था। ये बाद में रद्द कर दिया गया। बीसीसीआई ने जांच के बाद शमी को फिक्सिंग के आरोपों से बरी कर दिया। हालांकि, ये भी सही है कि जांच के दौरान बोर्ड ने शमी का कॉन्ट्रैक्ट कुछ वक्त के लिए सस्पेंड कर दिया था।

आईपीएल में पंजाब के लिए खेलेंगे शमी
शमी फरवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले थे। अब यदि आईपीएल होता है, तो वे किंग्स इलेवन पंजाब के लिए मैदान में उतरेंगे। फिलहाल, कोरोनावायरस (कोविड-19) और लॉकडाउन के कारण आईपीएल अनिश्चितकाल के लिए टाला जा चुका है। इस तेज गेंदबाज ने 49 टेस्ट में 180, 77 वनडे में 144 और 11 टी-20 में 12 विकेट लिए हैं।



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भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 49 टेस्ट में 180, 77 वनडे में 144 और 11 टी-20 में 12 विकेट लिए हैं। -फाइल फोटो




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स्प्रिंटर दुती चंद ने कहा- डेढ़ महीने से प्रैक्टिस छूटी, ओलिंपिक के लिए लय हासिल करने में 6 महीने लगेंगे

स्प्रिंटर दुती चंद ने कहा कि लॉकडाउन के कारण डेढ़ महीने से खिलाड़ी प्रैक्टिस से दूर हैं। ऐसे में ओलिंपिक के लिएफिर से लय हासिल करने के लिए लगभग छह महीने लगेंगे। हालांकि अभी भी लॉकडाउन को लेकर स्थिति साफ नहीं है। जानकारी के बाद ही वे ओलिंपिक की तैयारी के लिए प्लान कर सकेंगी।

कोरोनावायरस के कारण ओलिंपिक भी एक साल के लिए टाल दिया गया है। अब गेम्स 2021 में जुलाई-अगस्त में होंगे। दुती क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर क्वालिफाई करने उतरेंगी। वे 2016 रियाे ओलिंपिक गेम्स में भी उतर चुकी हैं। हालांकि वे तब कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सकी थीं।

दुती ने कहा-स्प्रिंट में कम ही खिलाड़ी हैं
दुती ने कहा कि 100 और 200 मीटर रेस पर सरकार का फोकस नहीं है। लॉन्ग डिस्टेंस रेस में कई धावक मिल जाएंगे, लेकिन स्प्रिंट में कम ही खिलाड़ी हैं। ओलिंपिक स्थगित होने के कारण नुकसान हुआ है, लेकिन उम्मीद है कि मैं ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर सकूंगी।

दुती ने 100 और 200 मीटर दोनों में सिल्वर मेडल जीता था

2018 एशियन गेम्स में दुती ने 100 और 200 मीटर दोनों में सिल्वर मेडल जीता था। इसके अलावा 2019 में एशियन चैंपियनशिप में उन्होंने 200 मीटर रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वर्ल्ड एथलेटिक्स फेडरेशन ने 30 नवंबर तक ओलिंपिक क्वालिफिकेशन इवेंट को स्थगित कर दिया है।

5 दिन ट्रेनिंग करना छोड़ दे तो शून्य पर आ जातेहैं: दुती

मूलत: ओडिशा की रहने वाली 24 साल की दुती ने कहा कि एथलीट लगातार पांच दिन ट्रेनिंग करना छोड़ दे तो वह फिर से शून्य पर आ जाता है। आपघर पर सिर्फ खुद को सिर्फ फिट रख सकते हैं। मेडल जीतने के लिए मैदान पर प्रैक्टिस करना जरूरी है। साल के अंत तक विदेश में भी ट्रेनिंग पर रोक है।



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मूलत: ओडिशा की रहने वाली 24 साल की दुती ने कहा कि एथलीट लगातार पांच दिन ट्रेनिंग करना छोड़ दे तो वह फिर से शून्य पर आ जाता है।




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अल्ट्रा-ट्राएथलॉन में 5 बार वर्ल्ड चैम्पियन रहे पिच कमरे में 8 हजार किमी साइक्लिंग कर राशि जुटा रहे, हेल्थ वर्कर्स की मदद करेंगे

फ्रांस के 56 साल के अल्ट्रा-ट्राएथलीट पास्कल पिच, अल्ट्रा-ट्राएथलॉन में 5 बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुके हैं। अल्ट्रा-ट्राएथलॉन में खिलाड़ी को 3.8 किमी स्वीमिंग, 180 किमी साइक्लिंग और एक मैराथन पूरी करनी होती है। कोरोनावायरस महामारी के दौरान वे एक दूसरे मिशन पर हैं। वे अपने 14 x 14 के छोटे से कमरे में स्टेशनरी बाइक पर साइक्लिंग कर रहे हैं। वे 8 हजार किमी साइक्लिंग करेंगे।

उनका उद्देश्य देश के हेल्थ वर्कर्स की जिंदगी को आसान बनाना है। वे इन्हीं की मदद करने के लिए राशि जुटा रहे हैं।

पिच सोशल मीडिया के जरिए मदद की राशि इकठ्ठा कर रहे
पिच ने एक बार टूर डि फ्रांस के रूट पर 8 दिन और 8 रात साइक्लिंग की थी। टूर डि फ्रांस 3500 किमी की साइकल रेस है। पिच हर दिन साइक्लिंग के दौरान सोशल मीडिया पर लाइव होते हैं। उन्हें जितने लाइक्स मिलते हैं, उसी के अनुसार स्पॉन्सर से उन्हें राशि मिलेगी। इस फंड से वे हेल्थ-केयर वर्कर के लिए इक्विपमेंट, कॉफी मशीन, माइक्रोवेव, टेबल-टेनिस टेबल आदि खरीदेंगे।

लोग क्या सोचते हैं, इससे मुझे फर्क नहीं पड़ता: पिच

पिच कहते हैं- सौ मशीनें 28 अलग-अलग अस्पताल के मेडिकल स्टाफ को दी जा चुकी हैं। सभी अपने-अपने हिसाब से मदद कर रहे थे। मैं वो कर रहा हूं, जो करना चाहता हूं। लोग मेरे बारे में क्या सोचते हैं, इसकी मुझे परवाह नहीं।
एक हफ्ते की रिकवरी की थी
पिच 8 हजार किमी में से 3471 किमी साइक्लिंग कर चुके हैं। उन्होंने रिकवरी के लिए एक हफ्ते का ब्रेक लिया था। अब फिर से स्टेशनरी बाइक पर साइक्लिंग शुरू कर दी है। वे 6 दिन में 54 किमी साइक्लिंग और कर चुके हैं। अब वे 8 घंटे साइक्लिंग कर 8 घंटे रिकवरी कर रहे हैं। उनका लक्ष्य 7 दिन में 88 किमी साइक्लिंग करना है। वे 8 घंटे के अपने सेशन में 250 से 320 किमी कवर करेंगे। उनके सामने एक टाइमर, लैपटॉप और टीवी स्क्रीन है, जिसपर वे फिल्में देखते रहते हैं। पिच स्टेशनरी बाइक पर 3165 किमी का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके हैं।



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पास्कल पिच हर दिन साइक्लिंग के दौरान सोशल मीडिया पर लाइव होते हैं। उन्हें जितने लाइक्स मिलते हैं, उसी के अनुसार स्पॉन्सर से उन्हें राशि मिलेगी।




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आइसलैंड के जॉर्नसन ने 501 किलो वजन उठाकर डेडलिफ्ट का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया, 2 साल पहले स्ट्रॉन्गेस्ट मैन का अवॉर्ड जीते थे

आइसलैंड के पावरलिफ्टर हेफथॉर जॉर्नसन ने डेडलिफ्ट का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने गृहनगर में अपने थॉर पावर जिम में 501 किग्रा वजन उठाकर पिछला रिकॉर्ड तोड़ा। इससे पहले, ब्रिटेन के एडी हाल ने 2016 में 500 किग्रा वजन उठाया था।

31 साल के जॉर्नसन एचबीओ पर टेलीकास्ट होने वाली वेब सीरीज गेम ऑफ थ्रोन्स में ग्रेगर ‘द माउंटेन’ क्लेगन की भूमिका निभा चुके हैं। 6 फीट 9 इंच लंबे जॉर्नसन ने 501 किग्रा वजनी बारबेल को कमर तक उठाया और फिर उसे दो सेकंड तक पकड़े रहे। फिर जमीन पर रखा। जॉर्नसन 2018 में वर्ल्ड स्ट्रॉन्गेस्ट मैन का अवॉर्ड जीत चुके हैं। जॉर्नसन ने कहा कि कई लोगों को लगता था कि मैं ऐसा नहीं कर सकूंगा, लेकिन मैंने करके दिखा दिया। यह मेरी जिंदगी के अहम दिनाें में से एक है



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हेफथॉर जॉर्नसन ने कहा कि कई लोगों को लगता था कि मैं ऐसा नहीं कर सकूंगा, लेकिन मैंने करके दिखा दिया। यह मेरी जिंदगी के सबसे अहम दिनों में से एक।




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कोहली ने हंदवाड़ा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी, कहा- ऐसे वीर सपूतों का बलिदान कभी भूलना नहीं चाहिए

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोली ने जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आंतकियों से लड़ते हुए शहीद हुए जवानों और अफसरों को श्रद्धांजलि दी। कोहली ने ट्वीटर पर इन वीर सपूतों के लिए लिखा- जो लोग किसी भी परिस्थिति में अपनी ड्यूटी नहीं भूलते हैं, वही सच्चे हीरो होते हैं। ऐसे लोगों का बलिदान कभी भूला नहीं जाना चाहिए। मैं हंदवाड़ा में शहीद हुए सेना के जवानों और पुलिसकर्मी के सम्मान में सिर झुकाता हूं। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। शहीदों के परिवार को शांति मिले। जय हिंद।

भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भी हंदवाड़ा में शहीद हुए जवानों को असली हीरो करार दिया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा 'असली हीरो कौन है? एक्टर, खिलाड़ी या फिर नेता? नहीं, सिर्फ एक सैनिक ही असली हीरो है। हमेशा और हर बार। उन वीर सैनिकों के माता-पिता को सलाम।

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हंदवाड़ा एनकाउंटर में कर्नल समेत 5 जवान शहीद हुए
बता दें कि हंदवाड़ा में आतंकियों ने घर के लोगों को बंधकर बनाकर रखा था। उन्हीं को बचाने के लिए शनिवार दोपहर सेना और पुलिस की टीम गई थी। इसी दौरान आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। इसमें सेना की 21 राष्ट्रीय राइफल्स(आरआर) के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा समेत 5 जवान शहीद हो गए। एनकाउंटर के दौरान सेना ने भी दो आतंकियों को मार गिराया। इसमें एक लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर हैदर था।



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विराट कोहली ने कहा- हंदवाड़ा के शहीदों के परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। परिवार को शांति मिले।




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पीसीबी फर्स्ट क्लास क्रिकेटरों को 25 और अंपायरों को 15 हजार रु. देगी, मदद पाने वालों की पहचान उजागर नहीं की जाएगी

कोरोनावायरस के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे फर्स्ट क्लास क्रिकेटरों और अंपायरों की मदद के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आगे आया है। पीसीबी ने इनकी मदद करने के लिए आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है। इसके तहत क्रिकेटरों को 25 हजार, मैच ऑफिशियल को 15 हजार और ग्राउंड स्टाफ को 10 हजार की आर्थिक मदद दी जाएगी। हालांकि, यह सहायता राशि सिर्फ एक बार ही दी जाएगी।

पीसीबी ईद की छुट्टियों से पहले यह राशि संबंधित खिलाड़ियों और मैच ऑफिशियल के खातों में ट्रांसफर कर देगा और मदद पाने वालों की पहचान उजागर नहीं की जाएगी। साथ ही क्रिकेट बोर्ड ने साफ कर दिया है कि इस वन-टाइम पैकेज के जरिए कितने लोगों कोफायदा पहुंचाया गया है, इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाएगी।

पीसीबी चेयरमैन ने लोगों की मदद करने वालेखिलाड़ियों की तारीफ की
पीसीबी चेयरमैन एहसान मनी ने संकट की घड़ी में लोगों की मदद करने के लिए शाहिद अफरीदी, सरफऱाज अहमद और अजहर अली की तारीफ की। उन्होंने कहा- यह देखकर अच्छा लग रहा है कि हमारे खिलाड़ी कोरोना के खिलाफ लड़ाई मेंलोगों की मदद के लिए आगे आए हैं। मुझे पता है कि कई खिलाड़ी व्यक्तिगत तौर पर लोगों की मदद कर रहे हैं। यह खिलाड़ी शानदार काम कर रहे हैं। इन्हें बधाई।

पंजाब प्रांत में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज
पीसीबी पहले ही कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री फंड में 1 करोड़ रुपए दान कर चुका है। पाकिस्तान में अब तक कोरोना के 20 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। यहां अब तक 450 लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले पंजाब प्रांत में ही संक्रिमतों की संख्या 7 हजार से ज्यादा है।



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पीसीबी चेयरमैन एहसान मनी ने लोगों की मदद करने के लिए शाहिद अफरीदी, सरफराज अहमद और अजहर अली की तारीफ की। (फाइल)




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6 टीमों का ऑनलाइन नेशंस कप कल से, 10 मई को फाइनल; विश्वनाथन आनंद भी भारत के लिए खेलेंगे

कोरोनावायरसके बीच अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) और चेस.कॉमऑनलाइन नेशंस कप कराने जा रहा है। यह टूर्नामेंट मंगलवार से शुरू होगा और फाइनल10 मई को खेला जाएगा। इसमें भारत, रूस, अमेरिका, चीन, यूरोप और रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड (बाकी दुनिया) की टीम शामिल होगी। इनके बीच 9 मई तक राउंड रॉबिन में मुकाबले खेले जाएंगे। इसके बाद टॉप-2 टीमों के बीच 10 मई को फाइनल होगा। इस टूर्नामेंट में भारत के लिए 5 बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियनविश्वनाथन आनंद भी खेलेंगे।

कोरोना महामारी के कारण जून-जुलाई तक के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट टाले या रद्द किए जा चुके हैं। खेल के सबसे बड़े इवेंट टोक्यो ओलिंपिक को भी एक साल के लिए टाल दिया गया है। वहीं, क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगितकिया गया है। ऐसे में यह ऑनलाइन टूर्नामेंट खेल प्रशंसकों के लिए एक अच्छी खबर की तरह है।

व्लादिमीर क्रेमनिक होंगे भारत के कप्तान

इस टूर्नामेंट की इनाम राशि 1 लाख 80 हजार डॉलर (करीब 1.38 करोड़ रुपए) है। संन्यास ले चुके दिग्गज गैरी कास्पारोव और व्लादिमीर क्रेमनिक भी इस टूर्नामेंट में शामिल होंगे। जो क्रमशः यूरोप और भारतीय टीम के कप्तान होंगे। इन सभी टीमों में दुनियाभर के दिग्गज खिलाड़ी शामिल होंगे,जबकि मौजूदा वर्ल्ड चैम्पियनमैग्नस कार्ल्सन इस टूर्नामेंट में नहीं खेल सकेंगे।

हर टीम में एक महिला खिलाड़ी होना जरूरी

सभी 6 टीमों में कप्तान समेत 7-7 खिलाड़ी होंगे, जिनमें एक महिला का होना जरूरी है। भारत की ओर से कप्तान व्लादिमीर के अलावा विश्वनाथन आनंद, विदित गुजराती, पेंतला हरिकृष्णा, कोनेरू हम्पी, अधिबन भास्करन और हरिका द्रोणावल्ली टीम में शामिल हैं। हर टीम से सिर्फ चार खिलाड़ी (तीन पुरुष और एक महिला) ही मुकाबले में खेलेंगे। इन खिलाड़ियों का चयन कप्तान ही करेगा। बाकी रिजर्व में रहेंगे।

हर चाल के लिए खिलाड़ी को 25 मिनट मिलेंगे
खेल में हर चाल के बाद खिलाड़ी को 25 मिनट और एक्स्ट्रा टाइम के तौर पर 10 सेकंड दिए जाएंगे। राउंड रॉबिन के बाद टॉप-2 टीमों के बीच फाइनल होगा। यह 10 राउंड तक चलेगा। फाइनल टाई होने की स्थिति में उस टीम को विजेता घोषित किया जाएगा, जिसने राउंड रॉबिन में सबसे पहले क्वालिफाई किया था। सभी मैच 4 बोर्ड पर खेले जाएंगे और हर दिन दो राउंड में मुकाबले होंगे।

मुकाबलों के दौरान कड़ी निगरानी होगी

मुकाबलों के दौरान अनुचित तरीकों का तो इस्तेमाल नहीं हो रहा, इसे देखने के लिए खिलाड़ीवीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेगा। साथ ही चेस.कॉम और फिडे के द्वारा सीसीटीवी, डेस्क स्कैन, रूम स्कैन, स्क्रीन शेयर, मॉनिटर चेक समेत अन्य प्रकार से निगरानी रखी जाएगी।



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6 nations online nations cup from tomorrow, final on 10 may; Vishwanathan Anand will also play for India




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खेल मंत्री रिजिजू ने कहा- मुक्केबाजों के दम पर भारत 2024 ओलिंपिक में टॉप-10 में आ सकता है

खेल मंत्री किरन रिजिजू ने रविवार को कहा कि मुक्केबाजों के दम पर भारत ओलिंपिक में टॉप-10 में आ सकता है। उन्होंने मुक्केबाजों के साथ वीडियो चैट के दौरान यह बात कही। रिजिजू ने कहा कि 2024 ओलिंपिक में देश को शीर्ष 10 में लाने में मुक्केबाजों की भूमिका अहम हो सकती है।
इस ऑनलाइन सेशन में ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुकीं एमसी मैरीकॉम, अमित पंघल, पूजा रानी, सिमरनजीत कौर, लवलीना समेत 160 बॉक्सर और कोचों ने हिस्सा लिया। हाई परफॉरमेंस डायरेक्टर सांतियागो निएवा भी इस ऑनलाइन सेशन में शामिल हुए थे।

खेल मंत्रालय ने मिशन 2024 में बॉक्सिंग को शामिल किया
खेल मंत्रालय ने भी ओलिंपिक मिशन 2024 और 2028 को लेकर टॉप-15 खेलों की लिस्ट तैयार की है। इसमें बॉक्सिंग को भी शामिल किया गया है। रिजिजू ने कहा कि भारत को स्पोर्टिंग पावर हाउस बनाने में बॉक्सरमहत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ओलिंपिक के बॉक्सिंग इवेंट में पुरूषों और महिलाओं को मिलाकर 13 वेट कैटेगरी हैं।
इसमें भारत को मेडल की उम्मीद है।
जून के पहले हफ्ते से खिलाड़ीदोबारा अभ्यासकर सकेंगे
खेल मंत्री ने कहा कि बहुत जल्द ही भारतीय बॉक्सर अपना ट्रेनिंग प्रोग्राम दोबारा शुरू कर पाएंगे। इसके लिए कोशिशें जारी है। सबसे पहले वह एथलीट्स अपनीट्रेनिंग शुरू कर पाएंगे, जो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं। इसके अलावा उन खिलाड़ियों को भी ट्रेनिंग का मौका दिया जाएगा, जिन्हें ओलिंपिक क्वालिफाइंग इवेंट में हिस्सा लेना है।
9 मुक्केबाज टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके
भारत के 9 बॉक्सर टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं। इसमें 5 पुरूष और 4 महिला मुक्केबाज हैं। ओलिंपिक में पुरुष मुक्केबाजों के लिए 8 वेट कैटेगरी है, जबकि महिला वर्ग में मुक्केबाज पांच अलग-अलग वेट कैटेगरी में जोर आजमाइश करेंगी।



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खेल मंत्रालय ने ओलिंपिक मिशन 2024 और 2028 को लेकर टॉप-15 खेलों की लिस्ट तैयार की है। इसमें बॉक्सिंग को भी शामिल किया गया है। (फाइल)




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इटली के खेल मंत्री बोले- अकेले प्रैक्टिस कर सकते हैं प्लेयर, टीम अभ्यास को मंजूरी 18 के बाद; लीग पर कुछ कहना जल्दबाजी

इटली में फिलहाल, लीग फुटबॉल की वापसी नहीं होगी। खेल मंत्री विन्सेंजी स्पाडफोरा के मुताबिक, प्लेयर्स अकेले प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं। टीम प्रैक्टिस को मंजूरी 18 मई के बाद दी जा सकती है।
दुनिया के बाकी देशों की तरह इटली में भी महामारी से खेल गतिविधियां बंद हैं। सरकार फुटबॉल लीग से पहले खेल की दूसरी एक्टिविटीज को शुरू करना चाहती है।
लीग पर विचार जारी
स्पाडफोरा ने मीडिया से बातचीत में कहा, “सीरी ए लीग दोबारा शुरू करने पर विचार कर रहे हैं। लेकिन, अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। हमने प्लेयर्स को अकेले अभ्यास की इजाजत दे दी है। टीम प्रैक्टिस को मंजूरी पर बातचीत जारी है। 18 मई के बाद इसे भी मंजूरी दी जा सकती है।”
देश के बाकी खेल सेंटर्स पहले खुलें: स्पाडफोरा
खेल मंत्री ने आगे कहा, “हम चाहते हैं कि देश के बाकी खेल सेंटर पहले खुलें और यहां एक्टिविटीज शुरू हों। हम कोशिश कर रहे हैं कि स्विमिंग पूल्स, डांस सेंटर और जिम शुरू किए जा सकें। ये हम जल्द करना चाहते हैं। फुटबॉल लीग को जल्द शुरू करने के बारे में हम देश से माफी मांगते हैं।”
फ्रांस में लीग-1 रद्द
फ्रांस की लीग-1 आधे मुकाबले होने के बाद रद्द कर दी गई थी। पॉइंट्स टेबल में टॉप पर रहने वाली पेरिस सेंट जर्मेन टीम को विजेता घोषित कर दिया गया था। इटली की सीरी ए लीग मार्च में शुरू होनी थी। इसे रद्द किया जा चुका है।
इटली में संक्रमण की स्थिति
यहां दो लाख से ज्यादा संक्रमित हैं। 28 हजार से ज्यादा की मौत हो चुकी है। देश में लॉकडाउन है। हालांकि, पिछले दिनों बुक शॉप्स समेत कुछ दुकानों को चुनिंदा क्षेत्रों में खोलने की मंजूरी दी गई है।



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इटली की फुटबॉल सीरी-ए मार्च के दूसरे हफ्ते से ही बंद है। युवेंटस 63 अंक के साथ पॉइंट्स टेबल में पहले स्थान पर है। (फाइल)




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आसिफ ने पीसीबी से दूसरा मौका मांगा, कहा- मैं फिक्सिंग में शामिल होने वाला न तो पहला, न आखिरी पाकिस्तानी

स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर दूसरा मौका नहीं देने का आरोप लगाया है। आसिफ ने कहा कि फिक्सिंग में शामिल मैं कोई पहला या आखिरी गेंदबाज नहीं हूं। मेरे से पहले और बाद में भी कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने ऐसा किया। उन्होंनेईएसपीएन क्रिकइंफो से यह बात कही।

आसिफ ने कहा किपीसीबी को मेरेसाथ अच्छा बर्ताव करना चाहिए था, क्योंकि उसने फिक्सिंग में शामिल कईखिलाड़ियों को दूसरा मौका दिया था।

'पीसीबी ने मुझे कभी बचाने की कोशिश नहीं की'

इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि हर कोई गलती करता है, मैंने भी की। मुझसे पहले और बाद मेंऐसा करने वाले कई खिलाड़ी आज क्रिकेट खेल रहे हैं या पीसीबी के साथ काम कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। पीसीबी ने यह जानते हुए भी कि मैं ऐसा गेंदबाज हूं, जिसे दुनिया मानती है, कभी मुझे बचाने की कोशिश नहीं की। लेकिन, मैं ऐसा नहीं हूं कि जो अतीत के बारे में भी सोचकर परेशान होता रहे।

मैं जितना भी खेला, उस पर मुझे फक्र: आसिफ

आसिफ ने कहा कि मैं जितना भी खेला, उस पर मुझे फक्र है। मैंने दुनिया हिलाकर रख दी थी। मेरे लिए यह अहम है। इतने साल बीत जाने के बाद आज भी दुनिया के बड़े बल्लेबाज मेरे बारे में बात करते हैं। केविन पीटरसन, एबी डीविलियर्स, हाशिम अमला जैसे बल्लेबाज मुझे अच्छा गेंदबाज मानते हैं। इससे पता चल जाता है कि मैंने क्रिकेट की दुनिया पर अपनी कैसी छाप छोड़ी थी।

2010 में इंग्लैंड दौरे पर स्पॉट फिक्सिंग की थी

2010 में पाकिस्तान के इंग्लैंड दौरे पर आसिफ स्पॉट फिक्सिंग में शामिल पाए गए थे। तब उन्होंने पैसों के लिए नो बॉल फेंकी थी। दोषी पाए जाने पर उन पर 7 साल का बैन लगा। इसी मामले में बल्लेबाज सलमान बट्ट भी दोषी पाए गए थे। दोनों को इस अपराध की वजह से जेल भी जाना पड़ा था।



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मोहम्मद आसिफ ने कहा कि पीसीबी ने यह जानते हुए भी कि मैं ऐसा गेंदबाज हूं, जिसे दुनिया मानती है कभी मुझे बचाने की कोशिश नहीं की। (फाइल)




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गंभीर ने कहा- रोहित वनडे और टी-20 में कोहली से ज्यादा असरदार, लेकिन रन बनाने के मामले में आगे रहेंगे विराट

पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का कहना है कि रोहित शर्मा वनडे और टी-20 में विराट कोहली से ज्यादा असरदार हैं। लेकिन रन बनाने के मामले में विराट उनसे आगे रहेंगे। गंभीर ने एक टीवी चैनल से यह बात कही।
गंभीर ने कहा कि मुझे लगता है कि रोहितवनडे और टी-20 दोनों फॉर्मेट में अभी दुनिया के सबसे अच्छे बल्लेबाज हैं। लेकिनवह सर्वकालिक महान क्रिकेटर नहीं है।उन्होंने वनडे में तीन दोहरे शतक लगाने के अलावा एक ही वर्ल्ड कप में पांच शतकीय पारी खेली हैं।

रोहित ज्यादा प्रभावशाली: गंभीर
गंभीर ने आगे कहा कि विराट और रोहित की तुलना करना ठीक नहीं है। विराट भी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। उनके आंकड़े यह साबित करने के लिए काफी हैं।रोहित की बात करते हुए उन्होंने कहा कि बतौर खिलाड़ी जब आप लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो लोगों की उम्मीदें बढ़ जाती हैं। ऐसे मेंजब आप किसी मैच में 100 से ज्यादा रन बनाते हैं, तो लोगों को लगता है कि आप दोहरा शतक ही बनाओगे। लेकिन आउट होने पर लोगकहते हैं कि आप दोहरा बनाने से चूक गए।

कोहली रन बनाने के मामले में रोहित से आगे

रोहित ने अब तक 224 वनडे मैचों में 49.27 की औसत से 9115 रन बनाए हैं। उनके नाम 29 शतक और 43 अर्धशतक हैं। टी-20 में रोहित ने 108 मैचों में 138.78 के स्ट्राइक रेट से 2273 रन बनाए हैं।

वहीं, विराट कोहली ने 248 वनडे में 59.33 की औसत से 11867 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी 93 से ज्यादा रहा है। कोहली वनडे में 43 शतक और 58 अर्धशतक लगा चुके हैं। टी-20 फॉर्मेट में भी वे 2794 रन बना चुके हैं। इसमें उनका स्ट्राइक रेट 138 से कुछ ज्यादा है।



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विराट कोहली रन बनाने के मामले में वनडे और टी-20 दोनों फॉर्मेट में रोहित शर्मा से आगे हैं। (फाइल)




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वसीम अकरम बोले- नसीम शाह को अपना बॉलिंग पार्टनर चुनता; पूर्व तेज गेंदबाजों में वकार-शोएब के ऊपर सरफराज नवाज को तरजीह

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम के मुताबिक, उनके ड्रीम बॉलिंग पार्टनर युवा तेज गेंदबाज नसीम शाह हैं। पूर्व तेज गेंजबाजों में उन्होंने रिवर्स स्विंग का जनक कहे जाने वाले सरफराज नवाज को साथी चुना।

नसीम की उम्र पर विवाद है। पीसीबी उन्हें 17 साल का बताता है। हालांकि, शोएब अख्तर और वहां का मीडिया इस पर सवाल उठाता रहा है। खास बात ये है कि वसीम ने वकार या शोएब अख्तर को ड्रीम बॉलिंग पार्टनर नहीं माना।

नसीम 150 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं
शाह 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं। उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किए एक साल भी नहीं हुआ है। अकरम के मुताबिक, नसीम इससे भी ज्यादा रफ्तार हासिल कर सकते हैं।
अकरम की पसंद
वसीम के मुताबिक, वो वकार यूनिस, शोएब अख्तर और अब्दुल रज्जाक जैसे शानदार गेंदबाजों के साथ खेल चुके हैं। लेकिन, पूर्व तेज गेंदबाजों में वो सरफराज नवाज और फजल महमूद के साथ जोड़ी बनाना पसंद करते। अकरम कहते हैं, “सरफराज नवाज और फजल महमूद की अपनी खासियत है। सरफराज ने रिवर्स स्विंग ईजाद की। महमूद की लेग कटर बहुत खतरनाक होती थी।”

इनके रिकॉर्ड

सरफराज नवाज ने 55 टेस्ट में 177 और 45 वनडे में 63 विकेट लिए। फजल महमूद ने 34 टेस्ट में 139 विकेट लिए। उनका इकोनॉमी रेट 2.09 रहा। अकरम ने 104 टेस्ट में 414 और 356 वन डे में 502 विकेट लिए। वनडे में इकनॉमी रेट 3.89 है।
नसीम शाह की हैट्रिक
नसीम ने फरवरी में बंगलादेश के खिलाफ अपने चौथे ही टेस्ट मैच में हैट्रिक ली। नसीम ने 16 साल 359 दिन की उम्र में यह रिकॉर्ड बनाया। इसके पहले बांग्लादेश के लेग स्पिनर आलोक कपाली ने 2003 में पाकिस्तान के खिलाफ 19 साल की उम्र में यह रिकॉर्ड बनाया था।



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वसीम अकरम ने कहा- मैं वकार यूनिस, शोएब अख्तर जैसे गेंदबाजों के साथ खेल चुका हूं। लेकिन, जोड़ी सरफराज नवाज और फजल महमूद के साथ बनाना पसंद करता। (फाइल)




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सुरेश रैना बोले- 2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के दूसरे कोच जैसे थे सचिन, मैं उन्हें लियोनल मैसी की तरह मानता हूं

टीम इंडिया के पूर्व मिडल ऑर्डर बल्लेबाज सुरेश रैना ने विराट कोहली और सचिन तेंडुलकर को महान बल्लेबाज बताया। एक इंटरव्यू में रैना ने कहा- 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम में सचिन की भूमिका दूसरे कोच की तरह थी। कोहली पर रैना ने कहा- वो गजब के बैट्समैन हैं। उनमें हर मैच जीतने का जुनून है।
बता दें कि 2011 में विश्व कप जीतने वाली टीम के मुख्य कोच साउथ अफ्रीका के पूर्व ओपनर गैरी कर्स्टन थे।

विराट-सचिन की तुलना
‘गल्फ टाइम्स’ में रैना का इंटव्यू पब्लिश हुआ है। इसमें उनसे विराट और सचिन की तुलना पर सवाल पूछा गया। इस पर रैना ने कहा, “सचिन और विराट दोनों महान बल्लेबाज हैं। दोनों ने कई शतक लगाए। विराट हर मैच जीतना चाहते हैं। सचिन बहुत शांत स्वभाव के हैं। सचिन की वजह से ही हम 2011 वर्ल्ड कप जीत सके। उन्होंने टीम के हर खिलाड़ी को यह यकीन दिलाया कि हम विश्व कप विजेता बन सकते हैं। वो टीम के दूसरे कोच की तरह थे।”

विराट भी लाजवाब
टीम इंडिया के वर्तमान कप्तान विराट कोहली पर भी रैना ने खुलकर बात की। कहा, “फॉर्मेट कोई भी हो। विराट लाजवाब हैं। इतना ही नहीं वो बहुत शानदार कप्तान भी हैं। उनका फिटनेस लेवल गजब का है और ये एक मिसाल है। मेरी ये खुशकिस्मती है कि मैं इन दोनों महान बल्लेबाजों के साथ खेल पाया।”

सचिन लियोनल मैसी जैसे
एक सवाल के जवाब में सुरेश ने कहा, “मैं सचिन की तुलना लियोनल मैसी से करना चाहूंगा। मैं एफसी बार्सिलोना के स्टार फुटबॉलर मैसी का बहुत बड़ा फैन हूं। सचिन और मैसी जमीन से जुड़ी हस्तियां हैं। दोनों अपने साथियों का बहुत दिल से ध्यान रखते हैं। खेलों में आपका मिलनसार और मददगार होना बहुत जरूरी है। हो सकता है कोई दुनिया का नंबर एक खिलाड़ी हो। लेकिन, उसे सभी का आदर करना चाहिए। इसी वजह से वो याद किया जाएगा।”



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2011 वर्ल्ड कप ट्रॉफी के साथ टीम इंडिया। सुरेश रैना के मुताबिक, सचिन तेंडुलकर इस टीम में सेकंड कोच की तरह थ। टीम के कोच पूर्व साउथ अफ्रीकी ओपनर गैरी कर्स्टन थे। (फाइल)




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फेक न्यूज को लेकर कोहली की लोगों से अपील- सोशल मीडिया पर ऐसी चीजें फॉरवर्ड न करें, जो देश हित में न हों

टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक की एंटी सोशल कॉन्टेंट और फेक न्यूज के खिलाफ शुरू की गई मुहिम से जुड़ गए हैं। उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट पर वीडियो पोस्ट कर लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर ऐसी चीजें फॉरवर्ड न करें, जो देश हित में न हों।

कोहली ने कहा कि फेक न्यूज या वीडियोपूरे देश में नफरत फैला सकता है। ऐसे में लोगों को ऐसा करने से बचना चाहिए।

फेक न्यूज के खिलाफ सब मिलकर लड़ें: कोहली

विराट ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन लिखा, "जब हम देश के लिए खेलते हैं, तब आप जोश के साथ हमें सपोर्ट करते हैं। लेकिन अब देश को आपकी, मेरी और हम सबकी जरूरत है कि हम इसके खिलाफ खेलें। क्या आप अपने हिस्से का रोल निभाएंगे? इसके साथ विराट ने 'मतकरफॉरवर्ड' हैशटैग का इस्तेमाल किया है।"

विराट के अलावा आय़ुष्मान औरसारा अली भी मुहिम से जुड़े

इस वीडियो में विराट के अलावा बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना, कृति सेनन और सारा अली खान भी हैं। यह सभी लोगों से फेक न्यूज या वीडियो फॉरवर्ड न करने की अपील कर रहे हैं।

टिकटॉक ने कहा- फेक न्यूज खतरनाक
इस मुहिम को लेकर टिकटॉक ने कहा कि फेक न्यूज खतरनाक है। यह लोगों के विश्वास पर चोट करती है और इससे समाज पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए लोगों को जागरूक करने के इरादे से हमने यह मुहिम शुरू की है। देश में टिकटॉक के 20 करोड़ यूजर्स हैं।

सरकार फेक न्यूज के खिलाफ सख्त
बता दें कि सरकार ने कोरोनावायरस महामारी के बीच सभी सोशल मीडिया कंपनियों को यह निर्देश दिया है कि वह भ्रामक सामग्री के प्रचार को रोकने के लिए कड़ी नजर बनाकर रखे। ताकि समाज को इससे नुकसान न पहुंचे। इसके अलावा सरकार ने कंपनियों से कहा है कि वे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से ऐसे सभी कंटेंट को हटाएं जो कोरोना के खिलाफ सरकार की लड़ाई को कमजोर कर रहा है।



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विराट कोहली ने ट्वीटर पर वीडियो पोस्ट करने के साथ लिखा- जब हम देश के लिए खेलते हैं, तब आप हमें सपोर्ट करते हैं। लेकिन अब फेक न्यूज के खिलाफ लड़ाई में देश को आपकी और मेरी जरूरत है। (फाइल)




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गेंद चमकाने के लिए ऑस्ट्रेलिया की कूकाबूरा कंपनी ने बनाया वैक्स एप्लीकेटर; अब थूक-पसीने की जरूरत नहीं होगी

ऑस्ट्रेलिया की कूकाबूरा कंपनी जल्द ही वैक्स एप्लीकेटर (मोम से बना कैमिकल) लेकर आ रही है। इसका इस्तेमाल क्रिकेट बॉल की चमक बनाए रखने में किया जा सकता है। कोरोनावायरस का दौर खत्म होने के बाद जब क्रिकेट फिर शुरू होगा तो बॉल शाइनिंग के इस तरीके को आजमाया जा सकता है। अब तक खिलाड़ी थूक, लार और पसीने की मदद से गेंद की चमक बनाए रखते आए हैं।
कई हफ्ते से यह चर्चा हो रही है कि क्रिकेट जब दोबारा शुरू होगा तो क्या पारंपरिक तरीके से ही गेंद को चमकाया जाता रहेगा। या फिर, संक्रमण के डर से इस पर रोक लगाई जाएगी।

आईसीसी भी कर रही है विचार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईसीसी इस बात पर विचार कर रही है कि क्रिकेट दोबारा शुरू होने पर बॉल शाइनिंग के पारंपरिक तरीके पर रोक लगा दी जाए। इससे संक्रमण का बेहद खतरा है। विकल्प की तलाश जारी है। माना जा रहा है कि कृत्रिम पदार्थ (artificial substance) को मंजूरी दी जा सकती है। इसके इस्तेमाल पर अंपायर नजर रखेंगे।

एक महीने में तैयार होगा वैक्स एप्लीकेटर
हालात को देखते हुए कूकाबूरा वैक्स एप्लीकेटर तैयार कर रही है। ये एक महीने में बाजार में आ सकता है। कंपनी के एमडी ब्रेट इलियट ने कहा, “हम गेंद चमकाने के पारंपरिक तरीकों को बदलने के लिए एक वैक्स एप्लीकेटर पर काम कर रहे हैं। अंपायरों की निगरानी में इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।”

कैसा होगा एप्लीकेटर?
ब्रेट के मुताबिक, “स्पंज के ऊपरी हिस्से पर खास तरह के मोम की परत होगी। इसे प्लेयर्स या अंपायर्स आसानी से जेब में रख सकेंगे।” बता दें कि ऑस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट ने साफ कर दिया है कि भविष्य में गेंद चमकाने के लिए थूक, पसीने या लार का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। इलियट के मुताबिक, वैक्स एप्लीकेटर एक महीने में बाजार में आ सकता है। हालांकि, मैच के दौरान ही इसके सही नतीजे सामने आ सकेंगे।

पूर्व खिलाड़ियों की राय
गेंद चमकाने के पारंपरिक तरीकों पर रोक लगाने के बारे में पूर्व खिलाड़ियों की राय अलग-अलग है। माइकल होल्डिंग इस पर रोक को सही नहीं मानते। एलन डोनाल्ड विकल्प के समर्थन में हैं। सचिन तेंडुलकर मानते हैं कि अब थूक से गेंद चमकाने को लेकर खिलाड़ी हिचकिचाएंगे। वकार यूनुन, आशीष नेहरा और हरभजन सिंह पुराने तरीके को ही सही मानते हैं। डेविड वॉर्नर भी पारंपरिक तरीके पर रोक लगाए जाने के पक्ष में नहीं हैं।



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एक टेस्ट के दौरान गेंद की चमक बरकरार करने की कोशिश करते विराट कोहली। माना जा रहा है कि कोरोना दौर के बाद क्रिकेट जब दोबारा शुरू होगा तो बॉल शाइनिंग के पारंपरिक तरीके पर आईसीसी रोक लगा सकता है। (फाइल)




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माहिम की जगह राजीव शुक्ला बीसीसीआई के उपाध्यक्ष बनेंगे; जल्द हो सकती है नाम की घोषणा

आईपीएल के पूर्व चेयरमैन राजीव शुक्ला जल्द बीसीसीआई के नए उपाध्यक्ष बन सकते हैं। 13 अप्रैल को उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन का सचिव बनने के बाद माहिम वर्मा को उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था। बोर्ड के नए संविधान के अनुसार एक व्यक्ति एक समय में दो पद पर नहीं रह सकता है। शुक्ला उप्र क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव रह चुके हैं। 2017 में लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के बाद उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

बोर्ड के नियम के अनुसार, इस्तीफा देने के 45 दिनों के अंदर स्पेशल जनरल मीटिंग करके नए उपाध्यक्ष की नियुक्ति करनी होती है। लॉकडाउन के कारण अब तक ऐसा होना मुश्किल है। 2019 में गांगुली जब बोर्ड के अध्यक्ष बने थे तभी शुक्ला के उपाध्यक्ष बनने की बात थी, लेकिन कूलिंग पीरियड खत्म नहीं होने के कारण ऐसा नहीं हाे सका था। लेकिन वे अब पद के लिए उपयुक्त हैं।

राज्यसभा की उम्मीदवारी ठुकराई थी
राजीव शुक्ला ने मार्च में राज्यसभा की उम्मीदवारी का प्रस्ताव ठुकरा दिया था। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि वे बोर्ड में शामिल हो सकते हैं। बतौर प्रशासक वे काफी लंबे समय से काम कर रहे हैं। आईपीएल का मौजूदा सीजन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित है। ऐसे में उनके आने के बाद बोर्ड किसी नतीजे पर पहुंच सकता है।

आईपीएल विंडो तलाशना बड़ा काम
आईपीएल नहीं होने से बोर्ड को 4000 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है। बोर्ड के अधिकारियों के लिए आईपीएल की नई विंडो तलाशना बड़ा काम है। देश के बाहर भी टी20 टूर्नामेंट के आयोजन की चर्चा चल रही है।



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राजीव शुक्ला ने मार्च में राज्यसभा की उम्मीदवारी का प्रस्ताव ठुकरा दिया था। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि वे बोर्ड में शामिल हो सकते हैं। (फाइल)




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रग्बी टीम न्यूजीलैंड वॉरियर्स ऑस्ट्रेलिया पहुंची, 14 दिन क्वारैंटाइन के बाद मैदान पर उतरेगी

कोरोनावायरस के बीच रग्बी टीम न्यूजीलैंड वॉरियर्स ऑस्ट्रेलिया पहुंच गई है। टीम को यहां आने के लिए विशेष इजाजत मिली है। 34 खिलाड़ी और स्टाफ के सदस्य नियम के अनुसार 14 दिन तक क्वारेंटाइन में रहेंगे। इसके बाद टीम ट्रेनिंग शुरू करेगी।

नेशनल रग्बी लीग के मुकाबले 28 मई से फिर से शुरू होने हैं। 24 मार्च को वायरस के कारण लीग को स्थगित कर दिया गया था। 1908 से खेली जा रही इस लीग में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमें शामिल होती हैं। कुल 16 टीमें इसमें शामिल होती हैं। रग्बी टीम के खिलाडी डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खड़े दिखे। फ्लाइट में ही डॉक्टर्स ने जाकर उनका टेस्ट भी किया।

गोल्फ: साल का पहला मेजर टूर्नामेंट अगस्त में
इधर, गोल्फ का हार्डिंग पार्क शुक्रवार को आम लोगों के लिए खोल दिया गया। यहां साल का पहला मेजर टूर्नामेंट खेला जा सकता है। मई में होने वाले टूर्नामेंट को 6 से 9 अगस्त तक खेला जाएगा।

दर्शकों की मौजूदगी में गोल्फ कराने की तैयारी

अमेरिका के पीजीए के चीफ एक्जीक्यूटिव सेथ वॉग ने कहा कि हम फैंस के साथ टूर को कराने की तैयारी कर रहे हैं। अगर यह बिना फैंस के भी होता है तो हमें किसी तरह की परेशानी नहीं है।



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1908 से खेली जा रही लीग में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमें शामिल होती हैं। (फाइल)




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शोएब अख्तर ने टीम इंडिया का गेंदबाजी कोच बनने की इच्छा जताई, कहा- मौका मिला तो खुशी होगी

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने टीम इंडिया का गेंदबाजी कोच बनने की इच्छा जताई है। उन्होंने सोशल नेटवर्किंग ऐप हैलो पर फैन्स से हुई बातचीत के दौरान यह कहा।

अख्तर से जब पूछा गया कि क्या वह भारतीय गेंदबाजों को कोचिंग देने को तैयार हैं तो उन्होंने कहा- निश्चित तौर पर। मेरा काम अपना अनुभव साझा करना। मैंने जो सीखा है, इसे आगे बढ़ाऊंगा।

अख्तर ने कहा- भारतीय गेंदबाजों को आक्रामक बनाऊंगा

इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि मौजूदा भारतीय गेंदबाज अच्छे हैं। लेकिन मुझे अगर कोचिंग का मौका मिला तो मैंमौजूदा समय से ज्यादा आक्रामक, तेज और ऐसे गेंदबाज बनाना चाहूंगा जिससे बल्लेबाजों को परेशानी हो। मैं हमेशा से ही युवा खिलाड़ियों से जानकारी साझा करना चाहता हूं।
अख्तर आईपीएल से जुड़ना चाहते हैं
अख्तर ने भारतीय टीम के अलावा आईपीएल की अपनी पुरानी फ्रेंचाइजी कोलकाता का कोच बनने की भी इच्छा जताई। अख्तर लीग के पहले सीजन में इस टीम से खेले थे।

सचिन से मुलाकात की कहानी सुनाई

उन्होंने फैन्स से चर्चा के दौरान सचिन तेंदुलकर से अपनी शुरुआती मुलाकात का किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान टीम 1998 में भारत दौरे पर गई थी। तब मैं भी टीम के साथ था। मैंने सचिन को पहले देखा था। लेकिन मुझे यह नहीं पता था कि भारत में तेंदुलकर का कितना बड़ा नाम है।

मुझे चेन्नई टेस्ट के दौरान पता चला कि सचिन को भारत में भगवान माना जाता है। उस दौरे पर मैंने काफी तेज गेंदबाजी की। वहां के दर्शकों ने भी मेरी हौसलाअफजाई की। मैं बता दूं कि भारत में मेरे काफी फैन्स हैं।



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शोएब अख्तर ने कहा कि मौजूदा भारतीय गेंदबाज अच्छे हैं। लेकिन मुझे मौका मिला तो मैं इन्हें और आक्रामक बनाने की कोशिश करूंगा। (फाइल)




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जर्मन क्लब हेरथा बर्लिन के फॉरवर्ड सालोमन सस्पेंड, साथी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था

जर्मन फुटबॉल क्लब हेरथा बर्लिन के खिलाड़ी सालोमन कलाऊ को सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने की वजह से सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने साथी खिलाड़ियों और क्लब के कर्मचारियों से हाथ मिलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था।

सालोमन की इस हरकत पर जर्मन फुटबॉल लीग ने नाराजगी जताई है। लीग ने एक बयान जारी कर कहा- हेरथा के ड्रेसिंग रूम से सालोमन कलाऊ की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसलिए उन्हें फौरन सस्पेंड किया जा रहा है।

सालोमन ने माफी मांगी

कलाऊ ने अपनी इस हरकत के लिएमाफी मांगी है। उन्होंने कहा कि मैं अपने देश आइवरी कोस्ट में स्वास्थ्य से जुड़े कई प्रोजेक्ट में शामिल रहा हूं। ऐसे में मुझे ज्यादा सजग रहना चाहिए था। मैं माफी मांगता हूं अगर मेरे व्यवहार से ऐसी छवि बनी कि मैं कोरोना को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं हूं। लेकिन ऐसा नहीं है।

'मैं अफ्रीका में कोरोना से पैदा हुए हालात से चिंतित'

कलाऊ ने कहा कि मैं अफ्रीका में कोरोना के कारण पैदा हुए हालात से चिंतित हूं। क्योंकि वहां जर्मनी जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं हैं।

बुंदेसलीगा के शुरू होने पर संदेह

इस बीच,जर्मन फुटबॉल लीग (डीएफएल) ने सोमवार को कहा कि उसके शीर्ष दो डिवीजनों के 36 क्लबों से कोरोनासंक्रमण के 10 मामले सामने आए हैं,जिसमें खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ के सदस्य शामिल हैं।इसमें से तीन मामले पहले ही सामने आ गए थे जिनका संबंध कोलोन टीम से है। हालांकि, इसके बावजूद डीएफएल को उम्मीद है कि वह इस महीने16 मई सेसीजन को शुरू कर पाएगा।



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सालोमन कलाऊ ने अपनी इस हरकत के लिए माफी मांगते हुए कहा कि मुझे और जिम्मेदार रहना चाहिए था। (फाइल)




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स्पेन में कोरोना टेस्ट के बाद प्रैक्टिस कर सकेंगे खिलाड़ी, रोनाल्डो भी इटली लौटे; 14 दिन क्वारैंटाइन में रहना होगा

स्पेन सरकार ने क्लब फुटबॉल खिलाड़ियों को कोरोना टेस्ट के बाद अभ्यास करने की छूट दे दी है। दो महीने के बाद पहली बार खिलाड़ी इस हफ्ते के आखिर मेंप्रैक्टिस शुरू कर सकेंगे। इधर, 2 महीने पुर्तगाल में रहने के बाद युवेंटस के स्टार खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो इटली लौट आए हैं।

रोनाल्डो को 14 दिन क्वारैंटाइन में रहना होगा। इसके बाद ही वे प्रैक्टिस शुरू कर पाएंगे।इनके अलावा फेडरिको बर्नार्डेस्की, जुआन कुआड्राडो, कार्लो पिंसोग्लियो और एरोन रैमसे भी वापस आ गए हैं। इन सभी खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट भी हुआ है।

प्रैक्टिस शुरू करने से 2 दिन पहले कोरोना टेस्ट कराना होगा

वहीं, ला लीगा का सत्र जून से शुरू हो सकता है। मार्च से ही देश में हर तरह की खेल गतिविधियां पर रोक लगा दी गई थी। स्पेनिश लीग के खिलाड़ियों को अभ्यास शुरू करने से दो दिन पहले कोरोना टेस्ट करवाना होगा। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही वह अभ्यास कर सकते हैं।
सीरी ए लीग शुरू होने में अभी संशय
सीरी- ए लीग की सभी 20 टीमें चाहती हैं कि लीग शुरू हो। लेकिन इटली के खेल मंत्री विन्सेंजो स्पाडफोरा ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल इंडिविजुअल अभ्यास की ही छूट दी गई है। 18 मई के बाद ही टीम के साथ प्रैक्टिस के बारे में फैसला होगा।



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कोरोनावायरस की वजह से क्रिस्टियानो रोनाल्डो 2 महीने से पुर्तगाल में थे। अब वे इटली लौटे हैं। यहां भी उन्हें ट्रेनिंग से पहले क्वारैंटाइन में रहना होगा। (फाइल)




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ईसीबी ने द हंड्रेड लीग टलने के साथ ही खिलाड़ियों का कॉन्ट्रेक्ट भी किया खत्म, अगले साल होगा टूर्नामेंट

इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ( ईसीबी) ने ‘द हंड्रेड’ लीग टलने के साथ ही से खिलाड़ियों का कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया है। ईसीबी पहली बार 100-100 बॉल का मैच करवा रहा था। यह लीग इसी साल 17 जुलाई से 8 अगस्त तक होनी थी, लेकिन कोरोनावायरस महामारी के कारण ईसीबी ने एक हफ्ते पहले ही इसे एक साल के लिए टाल दिया है। कोविड-19 के कारण जून-जुलाई के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए जा चुके हैं। टोक्टो ओलिंपिक एक साल और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) अनिश्चितकाल के लिए टल चुका है।

‘द हंड्रेड’ लीग में पुरूषों और महिलाओं की 8- 8 टीम को भाग लेना था। पिछले साल अक्टूबर में लीग की 8 टीमों ने ड्राफ्ट के जरिए पुरुष खिलाड़ियों का चयन कर लिया था। जबकि महिला टीम के लिए खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया चल रही थी।ईसीबी ने गर्मी की छुट्टियों को ध्यान में रखकर ‘द हंड्रेड’ लीग शुरू करने की योजना बनाई गई थी। प्रत्येक फ्रैंचाइजी की एक महिला और एक पुरूष टीम होगी।

खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने की जानकारी दी
ईसीबी ने बयान जारी कर खिलाड़ियों के कॉन्ट्रैक्ट खत्म किए जाने की पुष्टि की है और कहा है कि कॉन्ट्रैक्ट खत्म किए जाने का पत्र सभी खिलाड़ियों को भेज दिए गए हैं। ईसीसी ने कहा है कि लीग को पहले ही एक साल के लिए टालने का निर्णय लिया जा चुका था। इस लीग को 2021 में शुरू किया जाएगा।

टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए ज्यादा मौके नहीं: मोर्गन
वनडे टीम कप्तान इयोन मोर्गन ने कहा टी 20 वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए टीम के पास मैच अभ्यास के लिए ज्यादा मौके नहीं मिल पाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण घरेलू मैच और द हंडेड लीग को भी स्थगित कर दिया गया है। वहीं जुलाई में ऑस्ट्रेलिया के साथ होने वाली टी-20 और वन डे मैच होने की संभावना भी न के बराबर है। टीम के पास टी-20 वर्ल्ड कप से पहले सितंबर में आयरलैंड के साथ होने वाली तीन वन डे सीरीज ही मैच अभ्यास का बेहतर विकल्प है।



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ईसीबी ने गर्मी की छुट्टियों को ध्यान में रखकर ‘द हंड्रेड’ लीग शुरू करने की योजना बनाई गई थी। इस टूर्नामेंट में 8 फ्रैंचाइजी होंगी। प्रत्येक फ्रैंचाइजी की एक महिला और एक पुरूष टीम होगी। -फाइल फोटो




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एक बार में कभी 8 किमी से ज्यादा नहीं दौड़ने वाले स्टोक्स स्वास्थकर्मियों के लिए हाफ मैराथन दौड़कर फंड जुटाएंगे

एक बार में कभी 8 किलोमीटर से ज्यादा नहीं दौड़ने वाले इंग्लैंड के ऑलराउंडरबेनस्टोक्स स्वास्थ्यकर्मियों के लिए हाफ मैराथन दौड़कर फंड जुटाएंगे।इससे पहले, विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर ने कोरोना के खिलाफ जंग लड़े हेल्थ वर्कर्स के लिएवर्ल्ड कप फाइनल में पहनी जर्सी 65 हजार पाउंड में नीलाम की थी।

स्टोक्स ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए वीडियो मैसेज में कहा- मैं 'क्रिकेट गार्डन मैराथन टीम' से जुड़े तीन लोगों से प्रभावित होकर ऐसा करने जा रहा हूं। इन तीनों ने अपने घर के पीछे गार्डन में ही फुल मैराथन दौड़ी थी। ऐसा इन्होंने नेशनल हेल्थ सर्विसेस और चांस टू साइन फाउंडेशन के लिए फंड इकठ्ठा करने के लिए किया।

मेरी कोशिश से लोगों को प्रेरणा मिलेगी: स्टोक्स

स्टोक्स ने कहा- मैं हमेशा से हाफ मैराथन दौड़ना चाहता था। लेकिन कभी मौका नहीं मिला। फिलहाल देश में लॉकडाउन है। इसलिए मैंने सोचा कि कोशिश करूं और इसके जरिए लोगों के कुछ काम आ सकूं। हालांकि, स्टोक्स ने बताया कि वे कभी भी 8 किलोमीटर से ज्यादा नहीं दौड़े, जबकि हाफ मैराथन में 21 किलोमीटर दौड़ना होगा।उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मेरी इस कोशिश से और लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी 'क्रिकेट गार्डन मैराथन टीम' की मदद करेंगे।

कोहली और डीविलियर्स भी अपनी जर्सी नीलाम कर चुके
दुनियाभर में क्रिकेटर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मदद कर रहे हैं। भारतीय कप्तान विराट कोहली और एबी डीविलियर्स ने 2016 के आईपीएल में इस्तेमाल की गई किट नीलाम की।

इंग्लैंड में 28 हजार से ज्यादा की मौत
इंग्लैंड में कोरोना से अब तक 28 हजार 446 लोगों की मौत हो चुकी है। बीते रविवार को देश में इस वायरस से 300 से ज्यादा लोगों ने दम तोड़ा था। देश में संक्रमितों की संख्या भी 1 लाख 90 हजार से ज्यादा है।



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बेन स्टोक्स ने वीडियो मैसेज में कहा- मैं 'क्रिकेट गार्डन मैराथन टीम' से जुड़े तीन लोगों से प्रभावित होकर ऐसा करने जा रहा हूं। (फाइल)




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रैना का चयनकर्ताओं पर नाइंसाफी का आरोप, एमएसके प्रसाद बोले- घरेलू टूर्नामेंट में प्रदर्शन बेहद खराब, कैसे वापसी होती

भारतीय टीम से बाहर चल रहे सुरेश रैना ने हाल ही में चयनकर्ताओं पर नाइंसाफी और बगैर कारण के टीम से बाहर करने का आरोप लगाया था। वहीं, पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ऐसा नहीं मानते। प्रसाद ने कहा कि 2018-19 में रैना का घरेलू सीजन में प्रदर्शन बेहद खराब था। उनकी खराब फार्म के कारण टीम में वापसी नहीं हो सकती थी। इससे पहले प्रसाद ने धोनी के प्रदर्शन पर भी सवाल उठाते हुए कहा था कि वर्ल्ड कप में वापसी के लिए माही को आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।

हाल ही में रैना ने एक यूट्यूब चैनल पर कहा था, ‘‘मेरा मानना है कि चयनकर्ताओं को सीनियर के प्रति ज्यादा जिम्मेदार होना चाहिए। मेरे अंदर कोई कमी है तो मुझे इसके बारे में बताना चाहिए, ताकि मैं उसमें सुधार कर सकूं। जब तक कारण ही पता नहीं चलेगा, तब तक कोई कैसे सुधार कर सकता है।’’ भारत के लिए 226 वनडे और 78 टी-20 के अलावा 18 टेस्ट खेल चुके रैना ने पिछला मैच जुलाई 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।

‘रैना से वापसी को लेकर निजी तौर पर चर्चा भी की थी’
पूर्व चयनकर्ता प्रसाद ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उनसे (रैना) निजी तौर पर भी बात की थी। उनके साथ भविष्य में वापसी को लेकर भी चर्चा की थी। तब उन्होंने मेरी कोशिशों की तारीफ भी की थी, लेकिन अब उनकी इन बातों से हैरान हूं। मैंने खुद पिछले 4 साल लखनऊ और कानपुर में उत्तरप्रदेश के 4 रणजी मैच देखे थे। हमारी चयन समिति टीम ने 4 साल में 200 से ज्यादा रणजी मैच देखे।’’

‘रणजी और आईपीएल 2019 में रैना का प्रदर्शन खराब था’
प्रसाद ने कहा, ‘‘वीवीएस लक्ष्मण को भी 1999 में टीम से बाहर किया गया था। तब उन्होंने घरेलू क्रिकेट में 1400 रन बनाए थे। सीनियर प्लेयर से यही उम्मीद भी की जाती है। जबकि रैना ने 2018-19 में 5 रणजी मैच में सिर्फ 243 रन बनाए थे। आईपीएल 2019 के 17 मैच में भी 383 रन ही बनाए थे। यह घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन नहीं था। वहीं, युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दावेदारी मजबूत की थी।’’

एमएसके ने धोनी की जगह पंत को टी-20 वर्ल्ड कप के लिए परफेक्ट बताया था
चयन समिति ने नवंबर-दिसंबर में बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई 3 टी-20 की सीरीज के लिए धोनी को नहीं चुना था। तब मुख्य चयनकर्ता प्रसाद ने कहा था कि अब हम काफी आगे आ चुके हैं। अगले वर्ल्ड कप के लिए हमारा ध्यान सिर्फ युवाओं पर है। उन्होंने कहा था कि धोनी के उत्तराधिकारी के लिए पंत सबसे अच्छा विकल्प हैं। अगले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए हमारा पूरा ध्यान सिर्फ पंत पर ही है। इस पर हाल ही में प्रसाद ने सफाई देते हुए कहा था कि धोनी ने खुद टीम से बाहर होकर आराम करने का फैसला किया था, इसलिए हमने पंत को मौका दिया।



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सुरेश रैना ने 18 टेस्ट में 768, 226 वनडे में 5615 और 78 टी-20 1604 रन बनाए हैं। साथ ही रैना के आईपीएल के 193 मैच में 5368 रन हैं। -फाइल फोटो




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राजीव गांधी खेल रत्न समेत अन्य नेशनल अवार्ड के लिए पहली बार ऑनलाइन आवेदन मंगाए, 3 जून आखिरी तारीख

खेल मंत्रालय ने कोरोनावायरस की वजह से इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के दावेदारों से नामांकन ई-मेल से मंगाए हैं। आमतौर पर नामांकन भेजने की प्रक्रिया अप्रैल में ही शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से मई में आवेदन मांगे गए हैं।
मंत्रालय ने इसके लिए सर्कुलर जारी किया है। इसके मुताबिक, कोरोनावायरस महामारी के कारण पूरा देश लॉकडाउन है। ऐसे में नामांकन के दस्तावेज डाक के जरिए भेजने की बजाए दावेदार संबंधित एसोसिएशन के अधिकारियों की सिफारिश से जुड़े दस्तावेज और आवेदन की स्कैन कॉपी ई-मेल के जरिए सीधे खेल मंत्रालय को भेजें।

नामांकन जमा कराने की आखिरी तारीख तीन जून

ऑनलाइन नामांकन जमा कराने की तारीख 3 जून तय की गई है। इसके बाद अगर कोई भी कोच और खिलाड़ी नामांकन भेजता है तो उसके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा।

खेल दिवस पर राष्ट्रपति देते हैं पुरस्कार

हर साल 29 अगस्त को हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यान चंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। इस मौकेपर राष्ट्रपति भवन में आयोजित सादे समारोह में राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड, द्रोणाचार्य अवॉर्ड और ध्यानचंद पुरस्कार दिया जाता है।

कोचिंग में योगदान के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार

खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड खिलाड़ियों को दिए जाते हैं, जबकि द्रोणाचार्य पुरस्कार कोचिंग के क्षेत्र में योगदान के लिए दिया जाता है।इसके अलावा ध्यान चंद पुरस्कार लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए मिलता है। इस साल के अर्जुन अवॉर्ड और खेल रत्न के लिए जनवरी 2016 से दिसंबर 2019 तक के प्रदर्शन पर विचार किया जाएगा।
डोपिंग में फंसे खिलाड़ी आवेदन नहीं कर सकते
ऐसे खिलाड़ी राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए आवेदन नहीं भेज सकते हैं, जिन्हें नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी यानी नाडा ने डोपिंग का दोषी पाया हो या उनके खिलाफ जांच चल रही है।
पिछले साल पहलवान बजरंग पूनिया को खेल रत्न मिला था
खेल रत्नभारत का सर्वोच्च खेल पुरस्कारहै। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर इसका नाम रखा गया है। हर साल देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को यह दिया जाता है। पुरस्कार के साथ खिलाड़ी को 7.5 लाख रुपए और एक प्रतिमा दी जाती है। वहीं, अर्जुन अवॉर्डजीतने वाले खिलाड़ी को पांच लाख रुपए दिए जातेहैं।

पिछले साल पैरालिंपियन दीपा मलिक और पहलवान बजरंग पूनिया को यह पुरस्कार मिला था।



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पिछली बार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दीपा मलिक को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया था। दीपा ने पैरालिम्पिक में रजत पदक जीता है।




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कोरोना के बाद विदेशी कोच को लाना बड़ी चुनौती, पूर्व भारतीय इंटरनेशनल मेडलिस्ट को कोचिंग के लिए तैयार करें: सिंधु

वर्ल्ड चैम्पियन भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने विदेश कोचों को लेकर चिंता जाहिर की है। रियो ओलिंपिक में पदक विजेता ने कहा कि कोरोनावायरस (कोविड-19) के बाद विदेशी कोचों को लाना काफी मुश्किल होगा। यह हमारे लिए बड़ी चुनौती होगी, इसलिए हमें इसकी तैयारी पहले ही करनी चाहिए। सिंधु ने सोमवार को ऑनलाइन प्लेटफार्म वेबिनार परस्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के नए असिस्टेंट डायरेक्टर से बात की। उन्होंने कहा कि भारत के कई खिलाड़ियों ने इंटरनेशनल मेडल जीते हैं। उन्हें कोचिंग के लिए तैयार करना चाहिए।

सिंधु ने युवा अधिकारियों से कहा कि उन्हें प्रत्येक खिलाड़ी की रिपोर्ट बनानी चाहिए। सभी प्लेयर्स और उनके पैरेंट्स के साथ संपर्क बनाकर रखें और बातचीत करते रहना चाहिए। युवा अधिकारियों के लिए जरूरी है कि खिलाड़ियों और उनके पैरेंट्स से फीडबैक को लेकर योजना तैयार करना चाहिए।

सिंधु ने कहा, ‘‘कोरोना महामारी के बाद विदेशी कोच भारत आने में रूचि नहीं लेंगे। ऐसे में इस चुनौती से निपटने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए। अपने देश में कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने देश के लिए मेडल जीता है। हमें उनके अनुभव का फायदा उठाना चाहिए। इन खिलाड़ियों को कोचिंग के लिए मौका देना जाना चाहिए और उन्हें प्रेरित करना चाहिए।’’

परिवार और अधिकारी मिलकर काम करेंगे, तभी चैम्पियन पैदा होंगे
सिंधु ने कोच, परिवार और खेल अधिकारियों के महत्व को भी बताया। उन्होंने कहा, ‘‘तीनों को मिलकर काम करना होगा, तभी देश को चैम्पियन खिलाड़ी दे सकते हैं। कोचों को पैरेंट्स से बातचीत कर उन्हें जागरूक करना चाहिए। पैरंट्स को खिलाड़ियों के डाइट और प्रैक्टिस के बारे में बताना चाहिए।’’

ओलिंपिक मेडल जीतने में पैरंट्स ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
बैडमिंटर स्टार ने अपनी जीवन यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘रियो ओलिंपिक से पहले 2015 में वह चोटिल हो गई थीं। ऐसे में उनकी मां नौकरी छोड़कर उनके साथ ही रहने लगी। उनके पिता ने 2 साल की छुट्‌टी लेकर चोट से उभरने में उनकी सहायता की। तब जाकर वे रियो ओलिंपिक में देश के लिए सिल्वर मेडल जीतने में सफल हुईं।’’ सिंधु ने कहा कि युवा खिलाड़ियों को अपनी ट्रेनिंग और उम्र को लेकर ज्यादा सजग रहना चाहिए। खिलाड़ियों को उम्र की धोखाधड़ी से भी बचना चाहिए।



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भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने अगस्त 2019 में वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप जीती थी। उन्होंने फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराया था।




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नडाल ने कहा- उम्मीद करता हूं हम इस साल मैदान पर उतर सकें, दुर्भाग्य से ऐसा संभव नहीं लग रहा

स्पेन के टेनिस स्टार राफेल नडाल ने कोरोनावायरस (कोविड-19) जैसी महामारी को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्हें लगता है कि इस साल यह महामारी खत्म नहीं होगी और खेल शुरू नहीं हो सकेंगे। नडाल ने कहा कि उम्मीद करता हूं हम इस साल मैदान पर उतर सकें, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा संभव होता नहीं लग रहा है। कोरोना के कारण इस साल होने वाला विंबलडन रद्द हो चुका है। फ्रेंच ओपन को सितंबर तक टाल दिया गया, जबकि अगस्त में होने वाले साल के आखिरी ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।

नडाल ने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि साल के आखिर में हम मैदान पर वापसी कर सकें, लेकिन दुर्भाग्यवश मुझे ऐसा नहीं लगता। हमें सीधे 2021 के लिए ही तैयार रहना चाहिए।’’

‘अगले साल जल्दी खेल होना संभव नहीं दिख रहा’
स्पेनिश टेनिस प्लेयर ने कहा, ‘‘मैं अब अगले साल की शुरुआत में होने वाले ऑस्ट्रेलिया ओपन को लेकर चिंतित हूं। हालांकि यह वास्तव में संभव नहीं दिख रहा है। मैं उम्मीद करता हूं कि अगले साल के शुरुआत में हम फिर से खेलना शुरू कर सकें।’’ नडाल ने अब तक 19 ग्रैंड स्लैम जीते हैं। वे स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर के 20 ग्रैंड स्लैम खिताब की बराबरी से अब सिर्फ एक कदम दूर हैं।



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स्पेन के टेनिस स्टार राफेल नडाल ने अब तक 19 ग्रैंड स्लैम जीते हैं। उन्होंने कहा कि हमें सीधे 2021 के लिए ही तैयार रहना चाहिए। -फाइल फोटो




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गेंद को लार से चमकाने की बजाय बॉल का वजन बढ़ाना चाहिए, इससे तेज गेंदबाज को फ्लैट विकेट पर भी स्विंग मिलेगी: शेन वार्न

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर शेन वार्न भी अब कोरोनावायरस के बाद क्रिकेट में गेंद को चमकाने के लिए लार या पसीने का इस्तेमाल करने या नहीं करने की बहस में शामिल हो गए हैं। उन्होंने सभी से हटकर बॉल का एक साइड से वजन बढ़ाने की सलाह दी है। वार्न ने कहा है कि ऐसा करने से तेज गेंदबाज को फ्लैट विकेट पर भी लगातार स्विंग मिलती रहेगी और बॉल टेम्परिंग भी जड़ से खत्म हो जाएगी। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की कूकाबूरा कंपनी ने कहा था कि वह गेंद को चमकाने के लिए जल्द ही वैक्स एप्लीकेटर (मोम से बना कैमिकल) लेकर आ रही है।

शेन वार्न ने स्काय स्पोर्ट्स क्रिकेट पोटकास्ट पर कहा, ‘‘क्यों हम गेंद को एक तरफ से भारी नहीं बना सकते, जिससे की वह हमेशा स्विंग होती रहे? यह टेप लगी हुई टेनिस या लॉन बॉल की तरह हो सकती है। मुझे नहीं लगता कि आप वसीम अकरम और वकार यूनुस की तरह गेंद को स्विंग कराना चाहेंगे, लेकिन इससे तेज गेंदबाजों को टेस्ट के दूसरे और तीसरे दिन भी फ्लैट विकेट पर स्विंग मिलेगी।’’

‘अब तक बल्ले में काफी बदलाव हुए, अब बॉल में बदलाव हो’
पूर्व स्पिनर ने कहा, ‘‘क्रिकेट में आगे बढ़ने का यह सही तरीका रहेगा। इससे गेंद के साथ छेड़छाड़ भी नहीं करनी पड़ेगी। इतने सालों में बल्ले को लेकर कितने सारे बदलाव किए गए हैं। 80 के दशक में खिलाड़ियों ने अपना करियर जिस बल्ले के साथ शुरु और फिर बाद में अंत किया। उन दोनों बल्लों में काफी अंतर रहा है। तब से अब तक बल्ले का आकार घटता-बढ़ता रहा है, लेकिन गेंद में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बॉल का वजन बढ़ाने से बल्ले के साथ इसका संतुलन स्थापित हो सकता है।’’

नए बदलावों के लिए युवा खिलाड़ी सक्षम हों: लबुशाने
ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर मार्नस लबुशाने भी महामारी के बाद गेंद को लार से चमकाने की आदत को छोड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सभी का उद्देश्य जल्द मैदान पर लौटना है, इसके लिए जो भी बदलाव करना पड़े, करना चाहिए। युवा खिलाड़ियों को भी इसके लिए सक्षम होना चाहिए। लबुशाने ने कहा कि खिलाड़ी मैदान पर होते हैं, तो गेंद पर लार लगाना उनकी आदत रहती है। ऐसे में नए बदलाव काफी अटपटे रहेंगे।

एक महीने में तैयार होगा वैक्स एप्लीकेटर
हालात को देखते हुए कूकाबूरा वैक्स एप्लीकेटर तैयार कर रही है। ये एक महीने में बाजार में आ सकता है। कंपनी के एमडी ब्रेट इलियट ने कहा, “हम गेंद चमकाने के पारंपरिक तरीकों को बदलने के लिए एक वैक्स एप्लीकेटर पर काम कर रहे हैं। अंपायरों की निगरानी में इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।”

कैसा होगा एप्लीकेटर?
ब्रेट के मुताबिक, “स्पंज के ऊपरी हिस्से पर खास तरह के मोम की परत होगी। इसे प्लेयर्स या अंपायर्स आसानी से जेब में रख सकेंगे।” बता दें कि ऑस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट ने साफ कर दिया है कि भविष्य में गेंद चमकाने के लिए थूक, पसीने या लार का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।

आईसीसी भी कर रही है विचार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईसीसी इस बात पर विचार कर रही है कि क्रिकेट दोबारा शुरू होने पर बॉल शाइनिंग के पारंपरिक तरीके पर रोक लगा दी जाए। इससे संक्रमण का बेहद खतरा है। विकल्प की तलाश जारी है। माना जा रहा है कि कृत्रिम पदार्थ (artificial substance) को मंजूरी दी जा सकती है। इसके इस्तेमाल पर अंपायर नजर रखेंगे।



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ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर शेन वार्न ने कहा- इतने सालों में बल्ले को लेकर कितने सारे बदलाव किए गए, लेकिन गेंद में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बॉल का वजन बढ़ाने से बल्ले के साथ इसका संतुलन स्थापित हो सकता है। -फाइल फोटो




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कोरोनावायरस की वजह से ईसीबी को 3600 करोड़ के नुकसान की आशंका, 800 दिन का क्रिकेट नहीं होगा

कोरोनावायरस की वजह इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को करीब 3600 करोड़ (380 मिलियन पाउंड) के नुकसान की आशंका है। ईसीबी के चीफ एग्जीक्यूटिव टॉम हैरिसन ने मंगलवार कोसांसदों को यह जानकारी दी।
हैरिसन के मुताबिक, कोरोना के कारण 1 जुलाई तक देश में प्रोफेशनल क्रिकेट पर पूरी तरह रोक है। 'द हंड्रेड' (100-100 गेंद का टूर्नामेंट) को भी अगले साल के लिए टाल दिया गया है। लीग इसी साल 17 जुलाई से 15 अगस्त तक होनी था। वहीं, लॉकडाउन की वजह से प्रोफेशनल क्लब को 800 दिन के क्रिकेट का नुकसान भी होगा।

टेस्ट क्रिकेट खेलकर नुकसान की भरपाई करेंगे: ईसीबी

ईसीबी चीफ ने कहा कि इस साल लिमिटेड ओवर क्रिकेट होने की संभावना बेहद कम है। हालांकि, हम गर्मियों में टेस्ट क्रिकेट खेलकर इससे होने वाले नुकसान की कुछ हद तक भरपाई कर लेंगे। इंग्लैंड को जुलाई और अगस्त में वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है। इसके अलावा आयरलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी वनडे सीरीज प्रस्तावित है।
‘द हंड्रेड’ क्रिकेट लीग कामयाब होगी
पहली बार इंग्लैंड में होने जा रही 'द हंड्रेड' लीग (100-100 गेंद का टूर्नामेंट) को कोरोना की वजह से एक साल के लिए टाल दिया गया है। इसके बावजूद ईसीबी चीफ को इसके सफल होने की पूरी उम्मीद है। उन्होंने कहा कि ईसीबी ने इस टूर्नामेंट के 1 लाख 70 हजार टिकट बेच दिए थे, जबकि पहले साल लीग का बजट करीब 376 करोड़ रुपए (40 मिलियन पाउंड) था। 1999 के बाद पहली बार बीबीसी पर क्रिकेट लाइव दिखाया जाना था। इससे रोमांच का अंदाजा लगाया जा सकता है।

पहले साल में ही 103 करोड़ रु. के मुनाफे का अनुमान

हैरिसन ने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक, लीग को पहले साल में ही करीब 103 करोड़ रुपए(11 मिलियन पाउंड) का मुनाफा हो सकता है। इससे पता चलता है कि हम कितनी मजबूत स्थिति में है। क्रिकेट वर्ल्ड कप को छोड़ दें, तो इससे पहले इंग्लैंड में किसी भी टूर्नामेंट के टिकट इतनी तेजी से नहीं बिके।
'क्रिकेट दर्शक बढ़ाने की कोशिश सही दिशा में'
उन्होंने आगे कहा कि युवाओं के अलावा परिवारों ने भी बड़ी संख्या में द हंड्रेड लीग के टिकट खरीदे। हमने देश में क्रिकेट दर्शक बढ़ाने की सोच को लेकर जो कदम उठाए, वह बिल्कुल सही दिशा में हैं।

हर फ्रेंचाइजी की महिला और पुरुष टीम होगी

द हंड्रेड’ लीग में पुरूषों और महिलाओं की 8- 8 टीम को हिस्सा लेना था। पिछले साल अक्टूबर में लीग की 8 टीमों ने ड्राफ्ट के जरिए पुरुष खिलाड़ियों का चयन कर लिया था,जबकि महिला टीम के लिए खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया चल रही थी। ईसीबी ने गर्मी की छुट्टियों को ध्यान में रखकर ‘द हंड्रेड’ लीग शुरू करने की योजना बनाई गई थी। हर फ्रैंचाइजी की एक महिला और एक पुरूष टीम होगी।



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इंग्लैंड में कोविड-19 की वजह से प्रोफेशनल क्रिकेट पर 1 जुलाई तक रोक लगी है। इसी वजह से जून में वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली सीरीज को आगे बढ़ा दिया गया है। (फाइल)




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प्लेयर रिलीफ फंड में फेडरेशन और एटीपी ने 45 करोड़ रु. दिए, थिएम बोले- टेनिस खिलाड़ी भूखे नहीं, मैं जरूरतमंदों की मदद करूंगा

कोरोनावायरस से प्रभावित खिलाड़ियों की मदद के लिए एक प्लेयर रिलीफ फंड बनाया गया है। टेनिस की गवर्निंग बॉडी ने इसकी जानकारी दी। इस फंड में एसोसिएशन ऑफ टेनिस प्रोफेशनल्स(एटीपी), वुमेंन्स टेनिस एसोसिएशन(डब्ल्यूटीए), इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन और चारों ग्रैंड स्लैम के आयोजकों ने मिलकर 45 करोड़ 45 लाख( (6 मिलियन डॉलर) दिए हैं।
इस मौके पर टेनिस से जुड़े सभी संगठनों ने एक बयान जारी कर कहा कि इस फंड के जरिए उन खिलाड़ियों की मदद की जाएगी, जो कोविड-19 के प्रभाव की वजह से चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। संगठनों के मुताबिक, कोरोना की वजह से टेनिस सीजन कम से कम 13 जुलाई तक स्थगित है। एटीपी/डब्ल्यूटीए से जुड़े करीब 800 खिलाड़ियों को इस वक्त आर्थिक सहायता की जरूरत है। रैंकिंग और पिछली पुरस्कार राशि से हुई कमाई के आधार पर खिलाड़ी मदद की पात्रता हासिल करेगा।

कोई टेनिस खिलाड़ी जिंदा रहने की लड़ाई नहीं लड़ रहा: थिएम
इस फंड में खिलाड़ियों की जर्सी की नीलामी से मिली राशि, वर्चुअल टेनिस मैच से हुई कमाई भी दान की जा सकती है।

जोकोविच के रिलीफ फंड बनाने के प्रस्ताव के विरोध में थिएम

एटीपी काउंसिल के चेयरमैन होने के नाते सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने पिछले महीने हीखिलाड़ियों की मदद के लिए फंड बनाने का प्रस्ताव दिया था। ऑस्ट्रिया के डोमिनिकथिएम ने इसका विरोध करते हुए कहा था किईमानदारी से कहूं तो कोई भी टेनिस खिलाड़ी जिंदारहने की लड़ाई नहीं लड़ रहा है। कोई भूखा नहीं है। इसमें निचली रैंकिंग वाले खिलाड़ी भी शामिल हैं। इनकी बजाए मैं उन संगठनों की मदद करूंगा, जिन्हें वाकई इसकी जरूरत है।

सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद पहली बार विम्बलडन रद्द हुआ

कोरोना की वजह से टेनिस कैलेंडर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार विम्बलडन रद्द करना पड़ा, जबकि फ्रेंच ओपन को सितंबर तक के लिए टाल दिया गया। वहीं, यूनाइडेट स्टेट्स टेनिस एसोसिएशन जून में यह फैसला करेगी कि इस साल न्यूयॉर्क में यूएस ओपन होगा या नहीं।



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एटीपी काउंसिल के अध्यक्ष होने के नाते नोवाक जोकोविच ने पिछले महीने खिलाड़ियों की मदद के लिए फंड बनाने का प्रस्ताव दिया था। डोमिनिक थिएम ने इसका विरोध करते हए इसमें पैसे देने से मना कर दिया था। (फाइल)




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कोलकाता नाइट राइडर्स फ्रेंचाइजी ने कहा- इंग्लैंड की द हंड्रेड लीग में निवेश का प्रस्ताव मिलने पर ही विचार किया जाएगा

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के सीईओ वेंकी मैसूर ने इंग्लैंड की क्रिकेट लीग ‘द हंड्रेड’ को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा है कि हर तरफ यह खबर है कि हम द हंड्रेड लीग में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। यदि हमें निवेश का प्रस्ताव मिलता है, तो हम इसका मूल्यांकन कर सकते हैं। ‘द हंड्रेड’ इसी साल जुलाई में होना था, लेकिन कोरोनावायरस के कारण एक साल टाल दिया गया है। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने खिलाड़ियों के साथ किया गया कॉन्ट्रेक्ट भी खत्म कर दिया है।

ब्रिटिश न्यूजपेपर द टेलिग्राफ ने मंगलवार को मैसूर के हवाले से लिखा था कि वे द हंड्रेड लीग में निवेश का मौका तलाश रहे हैं। हालांकि, वैंकी मैसूर ने इन सभी खबरों को कयास बताए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता है कि यह खबर चल रही है । मैंने इतना ही कहा कि अगर हमसे संपर्क किया जाएगा तो हम इस लीग में निवेश की संभावना पर गौर करेंगे।’’

केकेआर ने दो बार आईपीएल खिताब जीता है
केकेआर के मालिक बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान और जूही चावला हैं। इस टीम ने दो बार आईपीएल खिताब जीता है। इस फ्रेंचाइजी ने 2015 में कैरेबियाई प्रीमियर लीग की टीम त्रिनिदाद एंड टोबैगो रेड स्टील भी खरीदी थी, जो अब त्रिनबैगो नाइट राइडर्स है। मैसूर ने कहा, ‘‘हम आईपीएल में सबसे बड़ा और क्रिकेट में एकमात्र वैश्विक ब्रांड हैं। इसी कारण दुनियाभर में क्रिकेट लीग हमसे जुड़ना चाहती हैं।’’

इंग्लिश लीग में पुरूषों और महिलाओं की 8- 8 टीमें भाग लेंगी
‘द हंड्रेड’ लीग में पुरूषों और महिलाओं की 8- 8 टीम को भाग लेना था। पिछले साल अक्टूबर में लीग की 8 टीमों ने ड्राफ्ट के जरिए पुरुष खिलाड़ियों का चयन कर लिया था। जबकि महिला टीम के लिए खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया चल रही थी। ईसीबी ने गर्मी की छुट्टियों को ध्यान में रखकर ‘द हंड्रेड’ लीग शुरू करने की योजना बनाई गई थी। प्रत्येक फ्रैंचाइजी की एक महिला और एक पुरूष टीम होगी।



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आईपीएल की फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के मालिक शाहरुख खान के साथ टीम के सीईओ वेंकी मैसूर (दाएं)। केकेआर ने दो बार आईपीएल खिताब जीता है। -फाइल फोटो




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रोहित ने कहा- 3 महीने से बल्लेबाजों ने बल्ले को हाथ तक नहीं लगाया, गेंदबाजों की तुलना में उनकी वापसी ज्यादा मुश्किल

भारतीय वनडे टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि लॉकडाउन के बाद बल्लेबाजों की मैदान पर वापसी आसान नहीं होगी। उन्होंने तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी से सोशल मीडिया पर लाइव चैट के दौरान यह बात कही।
रोहित ने कहा कि बल्लेबाजों को पुरानी लय और टाइमिंग हासिल करने में कम से कम डेढ़ महीना लगेगा। हैंड आई कोऑर्डिनेशन बल्लेबाजी का अहम पहलू होता है। ऐसे में बल्लेबाज को गेंद की रफ्तार के साथ तालमेल बैठाने में वक्त लगेगा।

बल्लेबाजों को लय हासिल करने में ज्यादा वक्त लगेगा: रोहित
भारत के इस सलामी बल्लेबाज ने शमी से कहा कि गेंदबाजों की तुलना में बल्लेबाजों के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगी। क्योंकि बल्लेबाजों को प्रैक्टिस के लिए ज्यादा वक्त चाहिए होगा। वे 3 महीने से ज्यादा समय से मैदान से दूर हैं। इस दौरान उन्होंने बल्ले को हाथ तक नहीं लगाया है। ऐसे में दोबारा लय हासिल करना उनके लिए ज्यादा मुश्किल होगा।

'गेंदबाज शारीरिक रूप से तैयार रहेंगे'
तेज गेंदबाज होने के बाद भी शमी टीम के उप कप्तान की बात से सहमत नजर आए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बावजूद तेज गेंदबाज वर्कआउट पर ध्यान दे रहे हैं। वे ट्रेडमिल पर भी दौड़ रहे हैं। इससे हमें शरीर के निचले हिस्से को मजबूत बनाए रखने में मदद मिलेगी। कोरोना के बाद जब क्रिकेट की दोबारा शुरुआत होती तो हमें बस गेंद छोड़ते वक्त कलाई की सही पोजीशन पर ही काम करना होगा और इसे हासिल करने में 10 से 15 दिन का वक्त ही लगेगा।

एनसीए में 1 महीने का ट्रेनिंग कैम्प हो: शमी

शमी ने कहा कि लॉकडाउन के बाद क्रिकेट मैदान पर वापसी से पहले नेशनल क्रिकेट एकेडमी यानी एनसीए में एक महीने का ट्रेनिंग कैम्प होना चाहिए। इस बारे में मैंने आशीष भाई(आशीष नेहरा) से भी बात की है कि जैसे ही लॉकडाउन खत्म हो, हम एनसीए में ट्रेनिंग कैम्प शुरू करें। इससे हम लय हासिल करने में तो मदद मिलेगी ही और यह भी पता लगाया जा सकेगा कि कोई गेंदबाज चोटिल तो नहीं।



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रोहित शर्मा ने कहा कि हैंड आई कोऑर्डिनेशन बल्लेबाजी का अहम पहलू होता है। ऐसे में जब बल्लेबाज लॉकडाउन के बाद मैदान पर लौटेंगे तो उन्हेें गेंद की रफ्तार के साथ तालमेल बैठाने में थोड़ी परेशानी होगी। (फाइल)




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रहाणे ने कहा- कोविड-19 के बाद मैदान पर खिलाड़ी विकेट का जश्न मनाने के लिए हाथ मिलाने की जगह नमस्ते कहेंगे

अजिंक्य रहाणे ने बुधवार को कहा कि कोरोना के बाद जब भी क्रिकेट की वापसी होगी तो खिलाड़ी विकेट का जश्न मनाने के लिए हाथ मिलाने की जगह एक दूसरे से नमस्ते कहेंगे।उन्होंने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही।रहाणे ने कहा कि अब विकेट गिरने पर हमें पुराने तरीके से जश्न मनाना होगा। शायद हम अपनी जगह खड़े रह कर ताली बजाते हुए ही खुशी का इजहार करेंगे।

इस बल्लेबाज ने क्रिकेट की वापसी को लेकर कहा कि कोरोना का असर कम होने के बाद जब क्रिकेट की वापसी होगी तो खिलाड़ियों को खुद को तैयार करने में कम से कम एक महीने का वक्त लगेगा। उन्होंनेकहा किइसके बाद ही कोई खिलाड़ी घरेलू या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल सकेगा। हालांकि, यह भी तभी संभव होगा जब कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध होगी।

'फिटनेस के लिए योग का सहारा ले रहा हू्ं'
अपनी फिटनेस को लेकर रहाणे ने कहा कि मैं अभी घर पर फिटनेस पर ध्यान दे रहा हूं। इसके लिए योगऔर कराटे का भी सहारा ले रहा हूं। मुझे ट्रेनर ने एक ट्रेनिंग प्रोग्राम दिया है। मैं इसके मुताबिक ही ट्रेनिंग कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि मुझे अपनी बल्लेबाजी की कमी महसूस हो रही। लेकिन क्रिकेट तभी शुरू होना चाहिए जब हालात काबू में हों।

गेंद पर लार या पसीने के इस्तेमाल पर आईसीसी फैसला लेगी
गेंद पर लार और पसीने के इस्तेमाल को रोकने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा- मुझे नहीं पता कि इस मामले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद और दूसरे क्रिकेट बोर्ड क्या फैसला लेंगे। व्यक्तिगत तौर पर मैं कोविड-19 महामारीखत्म होनेका इंतजार करूंगा। वैसे भी अगर कुछ बदलाव होता भी है तो क्रिकेट शुरू होने पर सबको पता चल ही जाएगा।



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अजिंक्य रहाणे ने कहा कि जब तक हालात काबू नहीं होते और कोरोना की वैक्सीन नहीं मिल जाती। तब तक क्रिकेट की वापसी नहीं होनी चाहिए। (फाइल)




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एंटी-डोपिंग मामलों की सुनवाई शुक्रवार से ऑनलाइन होगी, ऑडियो-वीडियो दोनों रूप में खिलाड़ी अपनी बात रख सकेंगे

नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) के डायरेक्टर जनरल नवीन अग्रवाल ने कहा कि शुक्रवार से डोपिंग मामले की ऑनलाइन सुनवाई की जाएगी। उन्होंने न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा कि कोरोना के कारण पिछले दो महीनों से डोपिंग मामले की सुनवाई नहीं हो रही है। इस दौरान खिलाड़ियों को एंटी डोपिंग डिसिप्लिनरी पैनल और एंटी डोपिंग अपील पैनल के सामने अपनी बात भी रखनी होगी।

इसके लिए खिलाड़ियों को ऑडियो और वीडियो दोनों विकल्प दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले साल दोनों कमेटियों ने बेहतर काम किया था और रिकॉर्ड180 मामलों का निपटारा किया था।

उन्होंने माना कि लॉकडाउन के कारण खिलाड़ियों का सैंपल नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने खेल मंत्रालय से निवेदन किया है कि उन्हें एनआईएस पटियाला और बेंगलुरु साई सेंटर में रुके हुए खिलाड़ियों के सैंपल लेने की अनुमतिदे। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सैंपल लेने के लिए जाने वाले अधिकारी कोरोना के लिए दी गई गाइडलाइन का पालन करें।

‘ऐप से खिलाड़ियों, कोच और पेरेंट्स को जागरुक करेंगे’
अग्रवाल ने कहा कि नाडा जल्द ही डोपिंग के प्रति जागरूकता लाने के लिए ऐप लॉन्च करेगा। जिसके माध्यम से कोचों, खिलाड़ियों और उनके पेरेंट्स को जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि वाडा से अभी इंडिया की लैब को मान्यता नहीं मिली है। ऐसे में सैंपल को जांच के लिए विदेशों में भेजा जा रहा है। कार्गो फ्लाइट होने से वाडा से मान्यता प्राप्त विदेशी लैब में भेजने में कोई समस्या नहीं है। लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि सैंपल कहां से ली गई है और कुरियर सेवा कैसी है।



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नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) के डायरेक्टर जनरल नवीन अग्रवाल ने कहा कि पिछले साल दोनों कमेटियों एडीडीपी और एडीएपी ने बेहतर काम किया। उन्होंने रिकॉर्ड180 मामलों का निपटारा किया था। -फाइल फोटो




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इंग्लैंड को पहली बार वर्ल्ड कप जिताने वाले मोर्गन ने कहा- ओलिंपिक में टी-10 फॉर्मेट को शामिल किया जाना चाहिए

इंग्लैंड टीम को पहली बार वनडे वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान इयोन मोर्गन ने क्रिकेट को ओलिंपिक में शामिल करने की बात की है। उन्होंने कहा है कि क्रिकेट के टी-10 फॉर्मेट को ओलिंपिक में रखा जाना चाहिए। यह फॉर्मेट का काफी छोटा होता है और टूर्नामेंट 10 दिन में खत्म किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ओलिंपिक के लिहाज से ठीक भी रहेगा। इससे पहले क्रिकेट को क्रिकेट को 1900 के ओलिंपिक और 1998 के राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल किया गया था। हालांकि, यह कई खेलों वाले इवेंट का हिस्सा नहीं रह सका।

2022 में होने वाले बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला टी-20 टूर्नामेंट को शामिल किया गया है। मौजूदा समय में टी-20 फॉर्मेट काफी पसंद किया जा रहा है। आईसीसी और अन्य संस्थाएं टी-10 को भी आजमा रही हैं। हाल ही में अबुधाबी में हुए टी-20 टूर्नामेंट में दिल्ली बुल्स टीम की कप्तानी भी मोर्गन ने ही की थी।

टी-10 फॉर्मेट दर्शकों के लिए भी आकर्षित रहेगा
मोर्गन ने वीडियो कॉन्फेंसिंग में कहा, ‘‘ओलिंपिक के लिहाज से टी-20, वनडे या टेस्ट के मुकाबले टी-10 सबसे बेहतर और छोटा फॉर्मेट रहेगा। 8 या 10 दिन में खत्म होने वाला यह फॉर्मेट दर्शकों के लिए भी आकर्षित रहेगा। ओलिंपिक या कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए यह फॉर्मेट सबसे सही है।’’ इंग्लैंड ने मोर्गन की कप्तानी में पिछले साल ही अपना पहला वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था। विवादित फाइनल में इंग्लैंड ने मैच और सुपरओवर टाई होने के बाद बाउंड्री काउंट नियम से हराया था।



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इंग्लैंड ने इयोन मोर्गन की कप्तानी में पिछले साल ही अपना पहला वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था। विवादित फाइनल में इंग्लैंड ने मैच और सुपरओवर टाई होने के बाद बाउंड्री काउंट नियम से हराया था।




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अगले साल होने वाला ऑस्ट्रेलियन ओपन रद्द हो सकता है, इस साल विंबलडन भी कैंसिल हो चुका और यूएस ओपन पर भी खतरा

कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण जून-जुलाई तक के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट टाले या रद्द किए जा चुके हैं। इसका असर अगले साल की शुरुआत में होने वाले टेनिस टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन पर भी पड़ सकता है। टेनिस ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी क्रैग टिली ने साल के इस पहले ग्रैंड स्लैम के रद्द होने की आशंका जताई है। महामारी के कारण इस साल जून-जुलाई में होने वाले विंबलडन को रद्द कर दिया गया है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार ऐसा हुआ है। अब यूएस ओपन पर भी खतरा मंडरा रहा है।

कोरोना महामारी के कारण साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम फ्रेंच को सिंतबर तक के लिए टाल दिया गया है। आखिरी ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन अक्टूबर-नवंबर में होना है, जिसको लेकर अगले महीने कोई फैसला लिया जा सकता है।

स्थिति ठीक रही तो बगैर दर्शकों के हो सकता है टूर्नामेंट
क्रैग टिली ने कहा, ‘‘2021 का ऑस्ट्रेलियन ओपन कोरोना के प्रभाव से अछूता नहीं रह पाएगा, क्योंकि विदेशी फैन्स इस टूर्नामेंट को देखने नहीं आ पाएंगे। टूर्नामेंट पर भी संकट मंडरा रहा है। यह सिर्फ एक ही शर्त पर हो सकता है कि इसे बगैर दर्शकों के कराया जाए। साथ ही खिलाड़ियों को क्वारैंटीन तकनीक से गुजारा जाए। सबसे खराब परिस्थिति यह भी हो सकती है कि टूर्नामेंट को रद्द करना दिया जाए।’’

नडाल ने भी जताई थी चिंता
हाल ही में वर्ल्ड के नंबर दो खिलाड़ी स्पेन के राफेल नडाल ने भी साल के पहले ग्रैंड स्लैम को लेकर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि साल के आखिर तक टेनिस शुरु हो जाए, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा संभव नहीं दिख रहा है। मैं 2021 के लिए खुद को तैयार कर रहा हूं। अगले साल होने वाले ऑस्ट्रेलियन ओपन के लिए भी चिंतित हूं।’’

इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन सफलतापूर्वक हुआ
इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियन ओपन बगैर किसी बाधा के हो चुका है। टूर्नामेंट के फाइनल में सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को हराकर 8वीं बार खिताब जीता था। जबकि महिला सिंगल्स के फाइनल में अमेरिका की सोफिया केनिन स्पेन की गारबिन मुगुरुजा को हराया था। सोफिया का यह पहला ग्रैंड स्लैम खिताब है।



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इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने जीता था। उन्होंने फाइनल में ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को हराकर 8वीं बार खिताब अपने नाम किया था।




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नेहरा ने कहा- पंत को धोनी का रिप्लेसमेंट माना जा रहा था, लेकिन न्यूजीलैंड दौरे पर खिलाड़ियों को पानी पिलाता नजर आया

पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से तुलना को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पंत को धोनी के रिप्लेसमेंट के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन यह युवा खिलाड़ी न्यूजीलैंड दौरे पर खिलाड़ियों को पानी पिलाते हुए नजर आया था। ऐसे में दोनों की तुलना सही नहीं है। वहीं, नेहरा ने कप्तान विराट कोहली के वनडे फॉर्मेट को तवज्जो नहीं देने की भी आलोचना की है।

नेहरा ने एक रेडियो कार्यक्रम में पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘टीम मैनेजमेंट को युवा खिलाड़ियों को समर्थन देना चाहिए। जिस तरह से न्यूजीलैंड में 5 टी-20, 3 वनडे और दो टेस्ट मैचों में ऋषभ पंत को एक भी मौका नहीं मिला यह बहुत खराब था। वह दूसरे खिलाड़ियों को पानी पिलाते दिखाई दिए। ऐसे में वह कैसे धोनी का रिप्लेसमेंट बन पाएंगे।’’

नेहरा ने कोहली की आलोचना की

पूर्व तेज गेंदबाज ने कोहली को लेकर कहा,‘‘मैं कोहली की इस बात से सहमत नहीं हूं कि यह साल टी-20 का है। जब वनडे में जीतने पर आपका ध्यान नहीं था, तो आप खेलने के लिए ही क्यों उतरें। जीतने के बाद आप इस तरह का बयान देते हैं तो समझ में आता है। हारने के बाद इस तरह का बयान देना गलत है। इससे टीम की कोशिशों पर सवाल उठता है।’’

‘ऑस्ट्रेलिया की तुलना में अभी काफी सुधार की जरूरत’
नेहरा ने कहा, ‘‘साल 2000 के बाद इंडिया टीम की बल्लेबाजी और गेंदबाजी में सुधार हुआ है। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया की तुलना में हमें अभी काफी सुधार करने की जरूरत है। हम उनसे अभी काफी दूर हैं। ऑस्ट्रेलिया 3 वर्ल्ड कप जीत चुका है। 1996 में फाइनल पहुंच चुका है। आप से घर और उसके बाहर ज्यादा टेस्ट मैच जीता है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में इंडिया और बेहतर करेगी।’’

कप्तान के तौर पर विराट को करना होगा और काम
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘मैं कोहली की कप्तानी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा, क्योंकि मैंने उनकी कप्तानी में ज्यादा क्रिकेट नहीं खेली है। लेकिन मेरा मानना है कि विराट की कप्तानी में अभी भी सुधार का काम चालू है। कोहली को एक खिलाड़ी के तौर पर किसी पहचान की जरूरत नहीं है, क्योंकि उनका ग्राफ सब कुछ दिखा देता है। खिलाड़ी के तौर पर वे शानदार काम कर चुके हैं।’’



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इसी साल फरवरी में न्यूजीलैंड दौरे पर टी-20 के एक मैच के दौरान कप्तान विराट कोहली के साथ ऋषभ पंत (दाएंं) बाहर बैठे नजर आए। बीच में न्यूजीलैंंड के कप्तान केन विलियम्सन।




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खिलाड़ियों के प्रदर्शन के मामले में आईपीएल दुनिया की टाॅप टी-20 लीग, पांच लीग का इंपैक्ट इंटरनेशनल मैचों से भी ज्यादा

मौजूदा समय में कई खिलाड़ी अब इंटरनेशनल क्रिकेट की जगह टी-20 लीग को तरजीह दे रहे हैं। आईपीएल पैसे के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी लीग तो है ही। खिलाड़ियों के प्रदर्शन के हिसाब से भी टॉप लीग है।

विजडन में छपे क्रिकबजके एनालिसिस को देखें तो आईपीएल का इंपैक्ट दुनिया की अन्य सभी लीग से ज्यादा है। क्रिकबज ने दुनिया के 4500 खिलाड़ी जो अलग-अलग लीग खेलते हैं, उनके प्रदर्शन के आधार पर यह डेटा तैयार किया गया है। पाकिस्तान सुपर लीग और ऑस्ट्रेलिया के बिग बैश लीग के खिलाड़ियों का इंपैक्ट टी20 इंटरनेशनल से ज्यादा है।

खिलाड़ी के प्रदर्शन में बदलाव का आकलन किया

उन खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखा, जिन्होंने कई टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। खिलाड़ी के हर टूर्नामेंट में प्रदर्शन में बदलाव का आकलन किया। जैसे श्रीलंका का बल्लेबाज देश में अच्छा प्रदर्शन करता है, लेकिन पाक लीग (पीएसएल) में संघर्ष करता है, तो हम अनुमान लगा सकते हैं कि पीएसएल श्रीलंका में हुए टूर्नामेंट की अपेक्षा अच्छा है। यदि कोई इंग्लिश गेंदबाज भारत में संघर्ष कर रहा है तो आईपीएल को टी20 ब्लास्ट से अच्छा माना।

विदेशी खिलाड़ियों के कारण लीग इंटरनेशनल मैच से बेहतर

टी-20 लीग के इंपैक्ट को देखें तो यह इंटरनेशनल से अच्छा है, वजह-इंटरनेशनल टीमें केवल अपने देश के खिलाड़ियों का चयन कर सकती हैं, जबकि लीग में दुनिया भर के खिलाड़ियों को उतारा जा सकता है। जैसे पाक लीग से तेेज गेंदबाज मिलते हैं। बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए टीम विदेशी खिलाड़ियों को शामिल कर लेती हैं।

सभी फॉर्मेट के लिए अलग खिलाड़ी होते हैं, कोचिंग स्टाफ एक ही रहता है
{इंटरनेशनल टीम को टी-20 के अलावा क्रिकेट के दूसरेफॉर्मेट पर ध्यान देना होता है। सभी फॉर्मेट के लिए अलग खिलाड़ी होते हैं, लेकिन कोचिंग स्टाफ एक ही रहता है। वहीं, टी-20 लीग में टीम सिर्फ टी-20 पर ध्यान देती हैं। उनके कोचिंग स्टाफ की भी इसी फॉर्मेट के लिए विशेषज्ञता होती है।

दुनिया की आठ टी-20 लीग के प्रभाव को इन छह आधार पर समझा जा सकता है-

1. टीम की संख्या: जितनी अधिक टीमें रहेंगी, अच्छे खिलाड़ी बंट जाएंगे। आईपीएल, बांग्लादेश लीग, बिग बैश लीग में 8-8 टीम, द. अफ्रीका की मजांशी लीग, पीएसएल, कैरेबियन प्रीमियर लीग, न्यूजीलैंड के सुपर स्मैश में 6-6 जबकि इंग्लैंड के टी20 ब्लास्ट में 18 टीमें हैं।

2. टीम का उद्देश्य: जहां टीम सिर्फ टी-20 खेलती हैं, उनका प्रदर्शन अच्छा रहता है।

3. मालिकाना हक: अमीर टीमें अच्छे खिलाड़ियों को टीम में रखती हैं। आईपीएल, बांग्लादेश, वेस्टइंडीज और पाकिस्तान की लीग ऐसी हैं। अन्य लीग फंड आधारित हैं।

4. अच्छे घरेलू खिलाड़ी: जिस देश का घरेलू स्ट्रक्चर अच्छा रहता है। वहां अच्छे खिलाड़ी मिलते हैं।

5. अच्छे विदेशी खिलाड़ी: आईपीएल में अधिक पैसा होने के कारण अच्छे खिलाड़ी इसे प्राथमिकता देते हैं।

6. खिलाड़ियों का कॉन्ट्रैक्ट: आईपीएल में नीलामी के कारण कई खिलाड़ियों को बेस प्राइस से अधिक राशि मिलती है। अन्य लीग में ड्राफ्ट के हिसाब से पैसे दिए जाते हैं।

‌निष्कर्ष: आईपीएल कई बोर्ड की तुलना में काफी आगे है। इसे नेशनल और इंटरनेशनल विंडो भी दी जाती है। अन्य लीग में इंटरनेशनल विंडो नहीं है। टी20 ब्लास्ट सबसे पुरानी लीग होने के बाद भी इंपैक्ट नहीं छोड़ सकी।



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आईपीएल पैसे के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी लीग तो है ही। खिलाड़ियों के प्रदर्शन के हिसाब से भी टॉप लीग है। विजडन में छपे क्रिकविज के एनालिसिस को देखें तो आईपीएल का इंपैक्ट दुनिया की अन्य सभी लीग से ज्यादा है।




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दो महीने बाद द.कोरिया में शुक्रवार से टूर्नामेंट शुरू होगा, गोल के बाद खिलाड़ी गले मिलकर जश्न नहीं मना पाएंगे

कोरोनावायरस जैसी महामारी के बीच दो महीने के बाद दक्षिण कोरिया का फुटबॉल सीजन शुक्रवार से शुरू होने जा रहा है। हालांकि यह मैच बगैर दर्शकों के ही होंगे। साथ ही कोरोना संक्रमण से बचने के लिए नए दिशा- निर्देश जारी किए गए हैं। इसके तहत गोल करने के बाद खिलाड़ी जश्न नहीं मना पाएंगे, हाथ नहीं मिलाएंगे और मैच के बीच में आपस में बात भी नहीं करेंगे। गाइडलाइन को लेकर सवाल भी उठने लगे हैं। इंचियोन यूनाइटेड के कप्तान किम डो हाइक ने कहा कि मैच में दौरान आपस में बिना बातचीत के फुटबॉल खेलना संभव नहीं है।

मैच के बाद सभी खिलाड़ियों और टीम के स्टाफ का बुखार जांचा जाएगा। यदि कोई खिलाड़ी या टीम स्टाफ में फीवर हुआ था, तो उसके साथी खिलाड़ी, कोच और स्टाफ के अलावा विपक्षी टीम को भी दो सप्ताह का ब्रेक दिया जाएगा।

यूरोप की सभी फुटबॉल लीग बंद
कोरोना के बाद फुटबॉल शुरू करने वाला दक्षिण कोरिया पहला देश है। हालांकि बेलारूस, तुर्कमेनिस्तान और ताइवान जैसे देशों ने कोरोनावायरस के कारण फुटबॉल मुकाबले नहीं रोके थे। के-लीग एशिया का पहला बड़ा टूर्नामेंट होगा, जिसमें मुकाबले खेले जाएंगे। यूरोप की बड़ी लीग अभी बंद हैं और सिर्फ जर्मनी की बुंडेसलीगा ने मैच दोबारा शुरू करने की योजना बनाई है। बुंदेसलीगा के एक क्लब के स्टाफ में 3 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले थे।

के-लीग का पहला मुकाबला शुक्रवार को जियोनबक और सुवॉन ब्लूविंग्स के बीच खेला जाएगा। लीग के अधिकारियों के मुताबिक मैच का लाइव युट्यूब और फेसबुक पर दिखाया जाएगा। इसके अलावा 10 विदेशी ब्रॉडकास्टर भी प्रसारित करेंगे।

चीन के बाद दक्षिण कोरिया में कोरोना का प्रकोप
दक्षिण कोरिया उन देशों में शामिल था, जिनमें चीन के बाहर शुरुआत में कोरोना वायरस का सबसे अधिक प्रकोप दिखा था जिसके बाद पेशेवर खेलों ने अपने सत्र रद्द कर दिए या स्थगित कर दिए थे और फिर बाद में दुनिया भर के देशों ने यही कदम उठाए थे। कोरिया ने हालांकि अपने मजबूत ‘पहचान, परीक्षण और उपचार’ कार्यक्रम से इस महामारी को नियंत्रित कर लिया है और मंगलवार को खाली स्टेडियम में बेसबाल की वापसी के बाद अब फुटबाल की वापसी होगी।



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के-लीग के 2019 सीजन में जियोनबुक ह्युंडई मोटर्स ने खिताब जीता था। यह उसका 7वां लीग टाइटल था।




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6 बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन सानिया ने कहा- मैं अपने खेल और मां होने की जिम्मेदारी दोनों को संभाल सकती हूं

भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने कहा है कि वे अपने खेल और मां होने की जिम्मेदारी दोनों को संभाल सकती हैं। 6 बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन सानिया मिर्जा ने यह बात एक वेबिनार में कही। इस दौरान उन्होंने अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के कोचों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि लड़कियों को ट्रेनिंग देते वक्त कोच को काफी ध्यान रखने की जरुरत होती है। लड़कों के मुकाबले लड़कियों को ट्रेनिंग देते समय थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

सानिया ने मां बनने के दो साल बाद इसी साल जनवरी में कोर्ट में वापसी की थी। उन्होंने होबार्ट इंटरनेशनल टेनिस टूर्नामेंट का डबल्स खिताब जीता था। इसके साथ ही उन्होंने फेड कप में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को पहली बार प्लेऑफ में पहुंचाया था, जिसके कारण उन्हें फेड कप हर्ट अवार्ड के लिए नामित किया गया है। फिलहाल, फेड कप कोरोना के कारण बीच में ही टाल दिया गया है।

‘मेरी मां और बहन काफी मदद करती हैं’
सानिया ने कहा, ‘‘मैं जिस तरह अपने जीवन में दूसरी चीजों को संभालती हूं ठीक उसी तरह टेनिस और मातृत्व (मां होने की जिम्मेदारी) दोनों को संभाल रही हूं। मैं भाग्यशाली हूं कि मेरे आसपास ऐसे लोग हैं जो मेरी मदद करते हैं। मेरी मां और बहन मेरी काफी मदद करती हैं।’’

‘खुद को प्रैक्टिस में व्यस्त करना आपके हाथ में है’
पूर्व नंबर एक खिलाड़ी सानिया ने कहा, ‘‘जब मैं वापसी कर रही थी तो काफी लोग मुझसे पूछते थे कि मुझे अपना वजन कम करने के लिए इतना समय कहां से मिला। बच्चे को जन्म देने के बाद आपके शरीर में काफी परिवर्तन होता है, लेकिन खुद को प्रैक्टिस में व्यस्त करना आपके हाथ में है। आपको अपनी दिनचर्या से 2 घंटे निकालने हैं। अपने लिए समय निकलना किसी के जीवन के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है।’’

सानिया ने पिछले साल ही बेटे को जन्म दिया
भारतीय टेनिस स्टार ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मालिक से शादी की थी। उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में बेटे को जन्म दिया था। सानिया ने छह ग्रैंडस्लैम जीते हैं। वे जनवरी में होने वाले साल के पहले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन में अमेरिका के राजीव राम के साथ मिक्स्ड डबल्स में खेलने वाली थीं, लेकिन चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।



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सानिया मिर्जा ने कहा- बच्चे को जन्म देने के बाद आपके शरीर में काफी परिवर्तन होता है, लेकिन खुद को प्रैक्टिस में व्यस्त करना आपके हाथ में है। -फाइल फोटो