india news मस्ती में जान्हवी कपूर ने बहन को किया जमकर परेशान, गुस्से में रोती नजर आईं खुशी By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:29:28 GMT लॉकडाउन के पहले ही खुशी कपूर लंदन से वापस आ चुकी हैं जिसके बाद से ही वो जान्हवी के साथ मस्ती करती नजर आ रही हैं। कुकिंग एक्सपैरिमेंट और मजेदार टिकटॉक वीडियोज के बाद अब जान्हवी ने बहन को परेशान करने के अलग अलग तरीके शेयर किए हैं।जान्हवी ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से मस्ती करते हुए कई तस्वीरें और वीडियोज शेयर किए हैं। इनमें जान्हवी कभी खुशी की सवारी करती दिख रही हैं तो कभी अजीब-अजीब आवाजें निकालते हुए उन्हें परेशान कर रही हैं। एक वीडियो में खुशी जान्हवी की मस्ती से परेशान होकर रोती हुईं भी दिख रही हैं।इस पोस्ट के साथ जान्हवी ने कैप्शन में लिखा- ‘अपनी बहन को परेशान कैसे करें 101। क्वारैंटीन एडीशन’। इससे पहले भी दोनों कई बार अपने मजेदार वीडियोज शेयर कर चुके हैं। खुशी कपूर लंदन में रहती हैं मगर लॉकडाउन से पहले उन्हें वापस बुला लिया गया है। दोनों आपस में बहुत क्लोज हैं। इनकी बेहतरीन केमिस्ट्री को सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Janhvi Kapoor annoys her sister with differen tricks, khushi kapoor gets upset and start crying Full Article
india news इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने पुराना वीडियो पोस्ट कर कोहली से सवाल पूछा- क्या ये आपके द्वारा खेली गई सर्वश्रेष्ठ गेंद है By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:30:17 GMT इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) नेट्विटर पर भारतीय कप्तान विराट कोहली का 2018 के इंग्लैंड दौरे पर आउट होने का पुराना वीडियो शेयर किया है। इसमें कोहली स्पिनर आदिल राशिद की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए थे। ऐसे आउट होने की हैरानी उनके चेहरे पर साफ नजर आई थी।ईसीबी ने इस वीडियो के साथ कैप्शन लिखकर भारतीय कप्तान से सवाल पूछा- क्या ये आपके द्वारा खेली गई अब तक की सर्वश्रेष्ठ गेंद थी?2018 की सीरीज में राशिद ने कोहली को 2 बार आउट कियाकोहली उस मैच में 71 रन पर खेल रहे थे और अपने 36वें शतक के करीब थे। लेकिन राशिद की इस गेंद ने उन्हें शतक बनाने से रोक दिया। संयोग से कोहली को उस वनडे सीरीज में लगातार तीन मैचों में स्पिनर्स ने ही आउट किया था।पहले और तीसरे वनडे में राशिद तो दूसरे मैच में ऑफ स्पिनर मोईन अली ने उनका विकेट हासिल किया।2014 में स्पिनर्स ने ही लगातार 3 मैच में कोहली को आउट कियाकोहली अपने करियर में दूसरी बार लगातार तीन मैचों में फिरकी गेंदबाज की गेंद पर आउट हुए थे। इससे पहले 2014 में श्रीलंका के खिलाफ लगातार तीन मैच में स्पिनर ने उनका विकेट लिया था।कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ 3 शतक लगाए हैंविराट अब तक 248 वनडे में करीब 60 की औसत से 11867 रन बना चुके हैं। उन्होंने अब तक 43 शतक लगाए हैं। भारतीय कप्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ 30 वनडे में 45.30 की औसत से 1178 रन बनाए हैं। इसमें तीन शतक शामिल हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ईसीबी ने जिस मैच का वीडियो शेयर किया है, उसमें विराट कोहली ने 71 रन बनाए थे। भारतीय कप्तान इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में अब तक 3 शतक लगा चुके हैं। (फाइल) Full Article
india news सलमान-जैकलीन ने फॉर्महाउस में खुद शूट किया रोमांटिक सॉन्ग, बताया कैसे बिना टीम के तीन लोगों ने संभाला काम By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:31:09 GMT सलमान और जैकलीन लॉकडाउन के बाद से ही फॉर्म हाउस में साथ समय बिता रहे हैं। हाल ही में दोनों ने फैंस को खुशखबरी देते हुए बताया है कि जल्द ही वो रोमांटिक सॉन्ग तेरे बिना लेकर आ रहे हैं। इस गाने को लॉकडाउन का पालन करते हुए महज तीन लोगों ने तैयार किया है।हाल ही में सलमान खान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक इंटरव्यू का वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि बिना प्रोडक्शन टीम के किस तरह गाने को शूट किया गया है। सलमान ने कहा, 'मेरे दिमाग में एक गाना था तो मैंने सोचा इसे इस टाइम में ही रिलीज कर देते हैं। मैंने अब तक चार गाने गाए हैं मगर मुझे लगता है ये गाना सबसे अच्छा है'।'तेरे बिना' गाने की शूटिंग में आई दिक्कतों पर बात करते हुए जैकलीन ने कहा, 'हमें बड़े प्रोडक्शन में कई दिनों तक शूटिंग करने की आदत है। इस गाने में हमने एक हफ्ते तैयारी की और बाद में हम तीनलोगों की टीम ने इसे शूट किया है। ये पहली बार है जब मैं खुद ही शूटिंग के दौरान लाइट का ध्यान रखते हुए उन्हें सेट कर रही थी। मैं सामान भी जमाती थी'। इसके अलावा जैकलीन ने खुद ही अपने कपड़ों और मेकअप पर भी काम किया है।ऐसे हुई है गाने की शूटिंगसलमान ने बताया है कि फार्महाउस में बहुत गर्मी है जिसके चलते चार दिनों तक सिर्फ 5 से 6 बजे ही शूट किया गया है। सलमान अपनी प्रॉपर्टी ज्यादा नहीं दिखाना चाहते थे इसलिए उन्होंने एहतियात रखते हुए सारी शूटिंग की है। इसकी वजह बताते हुए सलमान ने कहा, 'ये मेरा घर है'। आगे उन्होंने बताया कि सभी लोग फार्म हाउस का वाई-फाई इस्तेमाल कर रहे हैं ऐसे में एडिटर्स को वीडियो भेजने में भी काफी वक्त लगता था। इस गाने का टीजर जल्द ही रिलीज किया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Salman-Jacqueline herself shot a romantic song in the farmhouse, told how three people without a team handled the work of tere bina song Full Article
india news एसबीआई के फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज घटाने से न हों परेशान, कई बैंक दे रहे इससे दोगुना ब्याज By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:32:41 GMT देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को झटका देते फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) पर मिलने वाले ब्याज में कटौती की है। ग्राहकों की डिपॉजिट पर 0.20 प्रतिशत कम ब्याज मिलेगा। एफडी पर नई दरें 12 मई से लागू होंगी। ऐसे में अगर आप एफडी कराने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको ऐसे बना रहे आपको ऐसे बैंकों के बारे में बता रहे हैं जो आपको शानदार ब्याज देंगी।एसबीआई अब एफडी पर कितना देगा ब्याज(12 मई2020 से) अवधि आम नागरिकों के लिए नई दर (%) वरिष्ठ नागरिकों के लिए नई दर (%) 7 से 45 दिन 3.3 3.8 46 से 179 दिन 4.3 4.8 180 से 210 दिन 4.8 5.3 211 से एक साल 4.8 5.3 एक साल से दो साल 5.5 6.0 दो साल से तीन साल 5.5 6.0 तीन साल से पांच साल 5.7 6.2 पांच साल से 10 साल 5.7 6.2 जन स्मॉल फाइनेंस बैंक अवधि ब्याज दर(%) ब्याज दर(%)सीनियर सिटीजन 181दिनसे 1 साल 8.50 9.10 1 साल 1दिनसे 2 साल 8.50 9.10 2 साल 1दिनसे 3 साल 8.50 9.10 3साल 9.00 9.60 3 साल 1दिनसे 5 साल 8.50 9.10 उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक अवधि ब्याज दर(%) ब्याज दर(%)सीनियर सिटीजन 1 से 2 साल से लिए 8.30 8.80 735दिन 8.25 8.75 799 दिन 8.60 9.10 800दिन से 3साल 7.50 8.00 फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक अवधि ब्याज दर(%) ब्याज दर(%)सीनियर सिटीजन 1साल 3 महीने 1 दिनसे18महीने 8.25 8.75 21महीने 1 दिन से2 साल 8.75 9.25 2 साल 1दिनसे 3 साल 9.00 9.50 36 महीने 1 दिन से 42 महीने 8.00 8.50 उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक अवधि ब्याज दर(%) ब्याज दर(%)सीनियर सिटीजन 1सालसे455दिन 8.50 9.00 456 दिनसे 2 साल 9.00 9.50 5साल 8.00 8.50 सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक (डेली क्लोजिंग बैलेंस के आधार पर सालाना ब्याज) अवधि ब्याज दर(%) ब्याज दर(%)सीनियर सिटीजन 1 से 2 साल से लिए 8.50 9.00 2 साल 1दिनसे 3 साल 8.75 9.25 950दिन 9.00 9.50 5साल 8.25 8.75 Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक भी एफडी पर 9.5 फीसदी का ब्याज दे रहा है Full Article
india news प्रदेश में 1 जुलाई से खुलेंगे सभी स्कूल, ऑनलाइन शुरू होगी एडमिशन की प्रक्रिया, बोर्ड परीक्षाओं पर अभी फैसला नहीं By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:34:00 GMT देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह दोस्तारा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करीब50 से ज्यादा शिक्षण संस्थाओं के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग के दौरान मंत्री ने राज्य में पढ़ाई और परीक्षाओं से जुड़े कई अहम फैसले किए। इस मीटिंग के दौरान राज्य में सभी स्कूलों को 1 जुलाई से खोलने का फैसला भी लिया गया। जिसके बाद अब स्टूडेंट्स के लिए स्कूल 1 जुलाई से खुलेंगे, लेकिन टीचर्स को स्कूल खुलने से पहले ही 26 या 27 जून को स्कूलों में अपनी ड्यूटी के लिए रिपोर्ट करना होगा।ऑनलाइन होंगे एडमिशनइस दौरान यह भी बताया गया कि मौजूदा हालातों को देखते हुए एकेडमिक कैलेंडर में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। मंत्री ने आगे कहा कि इंग्लिश मीडियम स्कूलों में एडमिशन जल्द ही शुरू किए जाएंगे और एडमिशन की प्रक्रिया ऑनलाइन ही चलेगी। दरअसल, मीटिंग में टीचर ऑर्गेनाइजेशन ने सुझाव दिया कि कोरोनावायरस की वजह से पहले से ही देरी हो गई है। इसलिए अब स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जानी चाहिए।बोर्ड परीक्षाओं पर फैसलाइस सुझाव पर मंत्री ने कहा कि इंग्लिश और हिंदी मीडियम स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया ऑनलाइन ही चलेगी। वहीं, राज्य की बाकी बची हुई बोर्ड परीक्षाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि 10वीं और 12वीं क्लास की बची हुई बोर्ड परीक्षा के बारे में निर्णय राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात-चीत करके लिया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today All schools will open in rajasthan from July 1, the process of admission will start online, not yet decided on board examinations Full Article
india news रविवार और चतुर्थी व्रत के योग में करें गणेशजी और सूर्यदेव की पूजा, भगवान को इत्र चढ़ाएं By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:36:00 GMT रविवार, 10 मई को ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष का गणेश चतुर्थी व्रत है। इस दिन भगवान गणेश को दूर्वा की 21 गांठ चढ़ाएं और गणेशजी के मंत्र का जाप करना चाहिए। रविवार को चतुर्थी होने से इस दिन गणेशजी के साथ ही सूर्यदेव की भी विशेष पूजा करनी चाहिए, क्योंकि गणेशजी चतुर्थी तिथि के स्वामी हैं और रविवार का कारक ग्रह सूर्य है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा से जानें गणेश चतुर्थी पर गणेशजी की सरल पूजा कैसे कर सकते हैं...रविवार और चतुर्थी के योग में गणेशजी का ध्यान करें और सूर्यदेव को जल चढ़ाएं। इसके लिए तांबे के लोटे का उपयोग करें। लोटे में चावल और लाल फूल डालें। सूर्य मंत्र ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। सूर्य पूजा के बाद सोने, चांदी, तांबे, पीतल या मिट्टी से बनी भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित करें। गणेशजी को जनेऊ पहनाएं।अबीर, गुलाल, चंदन, सिंदूर, इत्र आदि गणपतिजी को चढ़ाएं। चावल सहित अन्य पूजन सामग्री अर्पित करें। गणेश मंत्र ऊँ गं गणपतयै नम: मंत्र का जाप करें, दूर्वा की 21 गांठ चढ़ाएं। भोग लगाएं। कर्पूर और दीपक जलाकर आरती करें। पूजा के बाद प्रसाद वितरित करें।जो लोग इस तिथि पर व्रत करते हैं, उन्हें फलाहार, पानी, दूध, फलों का रस आदि का सेवन करना चाहिए, अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए। दिनभर भगवान का ध्यान करें और अधार्मिक कामों से बचें।वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। मंत्र जाप सही उच्चारण के साथ करना चाहिए।सूर्यास्त के बाद गणेशजी के सामने दीपक जलाएं। पूजा करें। इसके बाद उनके मंत्रों का जाप कम से कम 108 बार करें। मंत्र- एकदंताय विद्महे, वक्रतुंडाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।पूजा पूरी होने के बाद अन्य भक्तों को प्रसाद वितरित करें और गणेशजी से दुख दूर करने की प्रार्थना करें। पूजा में हुई अनजानी भूल के लिए गणेशजी से क्षमा अवश्य मांगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ganesh chaturthi on 10 may, chaturthi vrat vidhi, ganesh puja vidhi, pujan vidhi Full Article
india news रतन टाटा ने कहा फार्मेसी कंपनी 'जेनेरिक आधार' में नहीं खरीदी 50% हिस्सेदारी, छोटा सा इनवेस्टमेंट किया By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:36:00 GMT दो दिन पहले ऐसी खबर आई थी कि टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने मुंबई स्थित 'जेनेरिक आधार' फार्मेसी में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली है। कंपनी के फाउंडर अर्जुन देशपांडे ने इस डील की पुष्टि की थी, लेकिन डील की कीमत बताने से इनकार कर दिया है। ऐसे में अब रतन टाटा ने ट्वीट करके पुष्टि की है कि उन्होंने कंपनी के 50 प्रतिशत हिस्सेदारी नहीं खरीदी है। बल्कि छोटा सा इनवेस्टमेंट किया है।रतन टाटा का ट्वीटकई स्टार्टअप में निवेश कर चुके रतन टाटापहले ऐसी खबर थी कि रतन टाटा ने इस कंपनी में निजी तौर पर निवेश किया है। ये टाटा ग्रुप से जुड़ा नहीं है। रतन टाटा ने पहले भी ऐसे कई स्टार्टअप में निवेश किया है, जिसमें ओला, पेटीएम, स्नैपडील, क्योरफिट, अर्बन लैडर, लेंसकार्ट और लाइब्रेट शामिल हैं।रिटेलर्स को 20% तक मुनाफादेशपांडे ने जेनेरिक आधार कंपनी की शुरुआत दो साल पहले की थी। तब वे महज 16 साल के थे। अब उनकी कंपनी हर साल 6 करोड़ रुपए के रेवेन्यू का दावा करती है। ये स्टार्टअप यूनिक फार्मेसी-एग्रीगेटर बिजनेस मॉडल को फॉलो करता है। उसने मैन्युफैक्चरर्स को डायरेक्ट सोर्स बनाया है और रिटेल फार्मेसी तक जेनेरिक दवाओं को बेचती है। इससे रिटेल फार्मेस के 16-20 प्रतिशत मार्जिन बच जाता है, जो थोक व्याापरी कमाते हैं।देशपांडे ने कहा, "एक साल के अंदर जेनेरिक आधार के तहत 1,000 छोटे फ्रेंचाइजी मेडिकल स्टोर खोलने की योजना है। ये महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और दिल्ली तक फैला हुआ है।"कंपनी मुख्य रूप से डायबिटीज और हाइपरटेंशन की दवाओं की आपूर्ति करती है, लेकिन जल्द ही बाजार मूल्य से बहुत कम दरों पर कैंसर की दवाओं की पेशकश शुरू कर देगी। इसके लिए पालघर, अहमदाबाद, पांडिचेरी और नागपुर में चार डब्ल्यूएचओ-जीएमपी प्रमाणित निर्माताओं के साथ टाइअप है। हिमाचल प्रदेश के बद्दी में एक निर्माता से कैंसर की दवाओं की खरीद की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today रतन टाटा के साथ 'जेनेरिक आधार' फार्मेसी कंपनी के फाउंडर अर्जुन देशपांडे। Full Article
india news जेईई मेन्स और नीट की तारीख घोषित, लॉकडाउन के एक्स्ट्रा टाइम में तैयारी की नई स्ट्रेटजी से हासिल करें ‘एक्स्ट्रा स्कोर’ By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:36:55 GMT जेईई, नीट, क्लैट की तैयारी करते-करते स्टूडेंट्स थकान का शिकार हो रहे हैं। अब इनकी नई डेट्स भी आ गई हैं। एक्सपर्ट बता रहे हैं- इन अतिरिक्त दिनों का सही इस्तेमाल कैसे करें। जेईई मेन्स और नीट परीक्षाओं की नई तरीखों की घोषणा कर दी गई। जेईई मेन्स 18 से 23 जुलाई के बीच होंगे। 26 जुलाई को नीट की परीक्षा होगी। दोनों की तैयारी के लिए स्टूडेंट्स को अब पर्याप्त समय मिल गया है। लेकिन बहुत से स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जो तैयारी करके थक चुके हैं और सैचुरेशन की फीलिंग आ गई है। शहर के एक्सपर्ट्स से हमने जाना कि इन हालात में तैयारियों को अब किस तरह से प्लान करें, ताकि फटीग से बचे रहें और आखिरी चरण की तैयारियां खराब न हों।जेईई मेन्स (18 से 23 जुलाई):71 दिन बचे मॉक टेस्ट बता देंगे आपके कॉन्फिडेंस में कितना दम, दो रिविजन भी प्लान करेंएक्सपर्ट मितेश राठी के मुताबिक, 18 जुलाई को पेपर है तो स्टूडेंट्स के पास अब 71 दिन बचे हैं। इसमें दो रिवीजन प्लान करें। पहला रिविजन 60 दिनों में और दूसरा आखिरी के बचे हुए दिनों में।हर हफ्ते दो पेपर- एक मेन्स, दूसरा एडवांस: सप्ताह में दो पेपर्स हल करना शुरू कर दें, जिसमें एक मेन परीक्षा का हो और दूसरा एडवांस का, चूंकि एडवांस के लिए इस बार ज्यादा टाइम नहीं मिलेगा।तो फिर से रिविजन: फटीग आ गया है या ओवर कॉन्फिडेंट हो गए हैं और किताब देखकर लगता है कि सब आता है, तो पेपर सॉल्व करें। 90% से कम स्कोर कर रहे हैं तो रिवीजन से फिर से तैयारी शुरू करना बेहतर होगा।पेपर एनालिसिस: कैल्कुलेशन और कॉन्सेप्ट चेक: देखें कि गलत सवालों में कैल्कुलेशन की गलती है या कॉन्सेप्ट की। कैल्कुलेशन की गलती है तो पेपर प्रैक्टिस बढ़ा दें। अगर कॉन्सेप्ट गलत था, तो गलती कहां हुई, उसे ढूंढ़कर खास उस हिस्से का रिवीजन करें।नीट (26 जुलाई): 79 दिन बचे 30 सेकंड में एक सवाल, रोज 600, 2.45 घंटे में ही पेपर सॉल्व करने की प्रैक्टिस करेंएक्सपर्ट प्रकाश नंदी बताते हैं, अभी बोर्ड एग्जाम नहीं हुए हैं, मान सकते हैं कि यह अगले 15 दिनों में पूरे हो जाएंगे। तो भी स्टूडेंट्स के पास काफी वक्त बचेगा। रोजाना 600 सवाल हल करें। 8 से 10 घंटे की डेली तैयारी जरूरी है। सिर्फ एनसीईआरटी पर फोकस रखें। सवाल प्रैक्टिस करें और स्पीड मेंटेन करें। पेपर में 15 मिनट पेपर वर्क में चला जाएगा, तो 2 घंटे 45 मिनट में पेपर सॉल्व करने की प्रैक्टिस डालें। बायो पहले करें, 30 सेकेंड में एक सवाल और 45 मिनट में 90 सवालों को हल करने की प्रैक्टिस डालें। केमेस्ट्री-फिजिक्स बाद में करें, इसमें कॉन्सेप्ट रीकॉल करना पड़ता है। 720 मार्क्स के पेपर में 500 प्लस मार्क्स आए बड़ा कॉलेज मिलेगा।पेपर एनालिसिस: एक्सपर्ट शीनू जॉन बताते हैं- पेपर हल करने में बाद देखें कि सिली मिस्टेक के कारण गलती हुई या नॉलेज की कमी के कारण। प्रैक्टिस बढ़ाकर सिली मिस्टेक दूर होंगी। एनसीईआरटी बुक्स को रिवाइज करेंगे तो नॉलेज बढ़ेगा। सवाल को जल्दीबाजी में पढ़ने, एक ही पार्ट में ज्यादा समय देने के कारण पेपर छूटने जैसी प्रॉब्लम्स को पहचानें।क्लैट (21 जून): 44 दिन बचे कॉम्प्रीहेंसिव स्किल्स मजबूत करेंएक्सपर्ट हर्ष गंगरानी बताते हैं, कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट 21 जून को होने वाला है, पहले 10 मई को होना था। स्टूडेंट्स इस एक्स्ट्रा टाइम को लैंग्वेज और कॉम्प्रीहेंसिव स्किल्स बढ़ाने में इस्तेमाल करें। तीन दिन में एक मॉक टेस्ट दें। कम से कम 3 घंटे इसको रिवाइज करें। ऑनलाइन क्लासेज में रेगुलर रहें, इससे पढ़ाई की तारतम्यता बनी रहेगी।पेपर एनालिसिस: मॉक टेस्ट खत्म होते ही एक पेपर पर 5 मिनट में लिखें कि क्या गलतियां कीं, कहां ज्यादा समय दिया। इन्हीं प्वाइंट्स को एनालाइज करें।ब्रेक के दौरान टीवी नहीं लाफ्टर शो, कवि सम्मेलन देखेंडॉ. रत्ना शर्मा, साइकोलॉजिस्ट एक्स्ट्रा टाइम: पढ़ाई का समय बढ़ गया, यह सोचने के बजाय सोचें एक्स्ट्रा टाइम मिल गया। फोकस कोपिंग थेरेपी: खुद से प्रॉमिस करें- निगेटिव थॉट नहीं आएंगे। इसे दोहराएं। एक्सरसाइज: हेल्दी फूड व एक्सरसाइज से डोपामाइन बढ़ेगा। नेगेटिविटी दूर होगी। ब्रेक में: टीवी नहीं, लाफ्टर चैनल, मोटिवेशनल वीडियो, कवि सम्मेलन देखें। फ्रेंड्स: नेगेटिव बात करने वाले दोस्तों से बचें। हौसला बढ़ाने वालों से ही कॉन्टैक्ट करें। पेरेंटल सपोर्ट: बच्चा पढ़े तो गैजेट यूज न करें। बच्चा यह नहीं सोचेगा कि ‘सब मौज कर रहे’। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today JEE Mains and NEET dates announced, get 'Extra Score' with new strategy of preparation in extra time of lockdown Full Article
india news अमेरिका में रह रहे विदेशी डॉक्टर्स और नर्स को ग्रीन कार्ड मिलने की संभावना, अमेरिकी संसद में बिल पेश By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:38:00 GMT स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए अमेरिकी संसद में कांग्रेस ने एक बिल पेश किया है। इस बिल में हजारों विदेशी नर्सों और डॉक्टर्स को ग्रीन कार्ड देने या स्थानीय कानूनी निवास का दर्जा देने की मांग की गई है। अगर यह बिल पास हो जाता है तो इससे वहां रह रहे हजारों भारतीयों को भी फायदा हो सकता है।कांग्रेस ने पहले दी थी मंजूरी, लेकिन किसी को नहीं मिला ग्रीन कार्डबता दें कि अमेरिका और ब्रिटेन के स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ी संख्या में भारतीय और अन्य देश के लोग काम करते हैं। कोविड-19 ने अमेरिका की स्वास्थ्य व्यवस्था को भी हिलाकर रख दिया है। ये बिल कानून बना तो अमेरिका में रह रहे भारतीय डॉक्टर्स और नर्सों को ग्रीन कार्ड देने या स्थानीय कानूनी निवास का अधिकार हासिल हो जाएगा। द हेल्थकेयर वर्कफोर्स रेसिलिएंस एक्ट' से उन ग्रीन कार्ड्स को जारी किया जा सकेगा जिन्हें पिछले वर्षों में कांग्रेस ने मंजूरी दी थी लेकिन उन्हें किसी को दिया नहीं गया।25,000 नर्सों और 15,000 डॉक्टर्स को जारी किए जाएंगे ग्रीन कार्डइस विधेयक से हजारों डॉक्टर्स, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ अमेरिका में स्थाई रूप से काम कर सकेंगे। इस विधेयक से कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान 25,000 नर्सों और 15,000 डॉक्टरों को ग्रीन कार्ड जारी किए जाएंगे तथा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चिकित्सा पेशेवरों की कमी न हो। इस कदम से बड़ी संख्या में उन भारतीय नर्सों और डॉक्टरों को फायदा होने की संभावना है, जिनके पास या तो एच-1बी या जे2 वीजा हैं।ग्रामीण इलाकों में डॉक्टर्स और नर्स की भारी कमी हैप्रतिनिधि सभा में इस विधेयक को सांसद एबी फिनकेनॉर, ब्रैंड श्नीडर, टॉम कोले और डॉन बैकन ने पेश किया। सीनेट में डेविड परड्यू, डिक डर्बिन, टॉड यंग और क्रिस कून्स ने इस विधेयक को पेश किया। कांग्रेस सदस्य फिनकेनॉर ने कहा, 'हम जानते हैं कि यह कोविड का वायरस जादुई ढंग से गायब नहीं होगा।डॉ. एंथनी फॉसी जैसे विशेषज्ञ संक्रमण के दूसरे दौर की चेतावनी दे रहे हैं। खासतौर से ग्रामीण इलाकों में हालात नाजुक हैं और वहां पहले से ही चिकित्सा पेशेवरों की कमी है।बुधवार को ट्रंप सरकार ने अपना रूख बदलाइससे पहले बुधवार को ट्रंप प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाते हुए एक संघीय जिला अदालत से कुछ श्रेणियों में एच-1बी वीजा धारकों के पति/पत्नियों को देश में काम करने की अनुमति बनाए रखने की सिफारिश की है। ट्रंप सरकार पहले इसके खिलाफ थी लेकिन बुधवार को अपना रुख बदलते हुए उसने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की सरकार उस नियम पर रोक न लगाने का अनुरोध किया जिसके तहत एच-1बी वीजा धारकों के पति-पत्नी भी काम कर सकते हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अमेरिकी संसद में बिल पास होने से पहले से वहां काम कर रहे डॉक्टर्स और नर्स को राहत मिलेगी Full Article
india news कोहली के लिए यादगार लम्हा धोनी की कप्तानी में 2011 का विश्व कप जीतना; टीम इंडिया ने 28 साल बाद जीती थी ट्रॉफी By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:41:00 GMT भारतीय कप्तान विराट कोहली 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ मिली जीत को आज तक नहीं भूले हैं। उनके पसंदीदा मुकाबलों की लिस्ट में यह सबसे ऊपर है।विराट ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड शो में यह बात कही।वहीं, 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में मिली जीत भी उनके दिल के करीब है। तब मोहाली में विराट ने 82 रन की नाबाद पारी खेलकरटीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया था।2016 टी-20 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल भारत हार गयाथाकोहली ने कहा कि 2011 विश्व कप फाइनल के अलावा मेरा दूसरा फेवरेट मैच मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 विश्व कप का क्वार्टरफाइनल है। हालांकि, हम सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के हाथों सात विकेट से हारकर बाहर हो गए थे।बिना फैन्स के रोमांच नहीं होगा: विराटभविष्य में खाली स्टेडियम में मैच होने की संभावना है। इसको लेकर कोहली ने कहा था कि ऐसा हो सकता है, मुझे वाकई नहीं पता कि लोग इसे किस तरह लेने वाले हैं। क्योंकि ज्यादातर क्रिकेटर्स फैन्स के बीच खेलने के आदी हैं। ऐसे में अगर वे नहीं रहेंगे तो उनकी मौजूदगी से बनने वाले जादुई माहौल की खमी खलेगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर 2011 वर्ल्ड कप फाइनल जीतने के बाद की है। इसमें विराट कोहली ने अपने कंधों पर सचिन तेंदुलकर को उठा रखा है। (फाइल) Full Article
india news कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए ठंडा नहीं गुनगुना पानी पिएं, होम्योपैथी और आयुर्वेद में वैक्सीन पर काम जारी; जल्द शुरू होगा ट्रायल : आयुष मंत्रालय By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:42:18 GMT कोरोना से बचाव के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे और वैक्सीन से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने आकाशवाणी को दिए। जानिए कोरोना से जुड़े सवाल और उनके जवाब...#1) वायरस कैसा होता है और शरीर पर कैसे अटैक करता है?वायरस बहुत छोटा होता है। इसको लेकर बहुत भ्रांतियां है वह जीवित कीटाणु है। ये कीटाणु नहीं है और इसे जीवित भी नहीं कह सकते। अगर वायरस की तुलना बैक्टीरिया से की जाए तो एक बैक्टीरिया के अंदर दो हजार के करीब वायरस हो सकते हैं। ये इतने सूक्ष्म होते हैं कि एक पतली छोटी सी नोक पर लाखों वायरस हो सकते हैं। जब शरीर में प्रवेश करते हैं तो एक्टिव हो जाते हैं और तेजी से बढ़ने लगते हैं।#2) गर्म पानी पीने को कहा जा रहा है लेकिन गर्मी में क्या ठंडा पानी पी सकते हैं?ठंडा पानी शरीर में अस्थायी रूप से सिस्टम को वायरस के लिए मौका देता है। इसलिए ठंडा पानी पीने से बचना है। हां, गर्मी में गर्म पानी अच्छा नहीं लगेगा लेकिन गर्म पानी पीने का मतलब है चाय जैसा नहीं होना चाहिए। हल्का गुनगुना पानी पिएं।#3) खाने में किन बातों का ध्यान रखें?ताजा खाना खाएं। एक ही खाना बार-बार न खाएं। अगर एक बार रोटी खा रहे हैं तो फिर चावल खाएं। दाल का प्रयोग करें, उसे भी बदलते रहें। इससे शरीर को जरूरी प्रोटीन, विटामिन और पोषक तत्वों की जरूरत पूरी होगी। पानी खूब पिएं।#4) आयुष मंत्रालय की एडवाइजरी की मुख्य बातें क्या हैं? ठंडी पानी की जगह गुनगुना पानी पिएं, दिन में तीस मिनट तक योग-प्राणायाम जरूर करें। खाने में हल्दी, जीरा, धनिया जैसे मसालों का प्रयोग करें। तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, सोंठ और मुनक्का डालकर काढ़ा बनाकर पिएं। च्यवनप्राश का सेवन करें, यह इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है। हल्दी वाला दूध पी सकते हैं और नाम में तेल की बूंदें डालें, इससे बैक्टीरिया शरीर के अंदर प्रवेश नहीं कर पाते। मौसम बदल रहा है गले में खराश रहती है इसलिए दिन में एक बार आजवायन का पानी या पुदीने के पत्ते के पानी से भाप ले सकते हैं। इन उपायों के बाद भी सावधानी बरतनी है, कोई भी लक्षण नजर आए तो डॉक्टरी सलाह लें।#5) आयुष संजीवनी ऐप क्या है?आयुष मंत्रालय की जो भी एडवाइजरी है वो सभी इस ऐप पर उपलबध है। इसके अलावा ऐप में कुछ सवाल भी पूछे जाते हैं कि लोग कब से एडवाइजरी का पालन कर रहे हैं उन्हें क्या फायदा हुआ है। जब लोग अनुभव बताते हैं तो पता चलता है कि अगर किसी को परेशानी है तो कितने दिन में ठीक हुई। गाइडलाइन का उन्हें किस तरह से फायदा हुआ। इससे ऐप ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुंचेगा।#6) आयुष मंत्रालय किन औषधियों पर शोध कर रहा है?आयुष मंत्रालय कई तरह की औषधियों का क्लीनिकल ट्रायल कर रहा है। इसमें ऐसी औषधियां हैं जो हाई रिस्क वाले इलाके के लोगों के लिए या जो आवश्यक सेवाओं के कर्मचारी हैं, उन्हें दी जा सकती हैं। इससे उन्हें संक्रमण से बचाया जा सकेगा या उनके अंदर अगर वायरस प्रवेश करता है तो ये दवा संक्रमण फैलने से रोकेंगी। ये औषधि उन्हें दी जा रही है जिनमें हल्के लक्षण हैं। हम देख रहे हैं कि कितनी जल्दी वे रिकवर हो रहे हैं।#7) गर्भवती महिलाएं और बच्चा क्या एहतियात बरतें?गर्भवती महिलाएं, दस वर्ष से कम आयु के छोटे बच्चे और 60 साल की उम्र से अधिक के बुजुर्ग घर से बाहर न निकलें। यही उनके लिए बचाव का सबसे कारगर उपाय है। सरकार ने भी एडवाइजरी जारी की है कि लॉकडाउन में जो भी ढील दी गई है उसमें भी इन्हें बाहर नहीं निकलना है।#8) बुआई के काम से शहर जाने वाले किसान क्या सावधानी रखें?किसान अगर बाहर जा रहे हैं तो घर आने पर जिस वाहन से गए, उसे साबुन के पानी से धोना चाहिए। जो कपड़े पहने थे उसे भी धोएं और स्नान करें। मास्क का प्रयोग जरूर करें। एक ही मास्क बार-बार न लगाएं। कपड़े का मास्क है तो दोबारा प्रयोग करने से पहले साबुन के पानी से धोकर सुखा लें।#9) वैक्सीन बनने में कितना समय लगेगा?देश में कई लैब हैं जहां वैक्सीन पर काम चल रहा है। दुनियाभर में जितने शोध चल रहे हैं उससे ज्यादा भारत में चल रहे हैं। उम्मीद है जल्द ही शोध पूरा होगा। कुछ महीनों में ट्रायल शुरू हो जाएगा। लेकिन तय रूप से यह बताता मुश्किल है कि इसकी वैक्सीन कब तक आएगी।#10) क्या होम्योपैथी में कोई ऐसी दवा है जो संक्रमण से बचाव में कारगर है?होम्योपैथी में भी कई दवाओं पर शोध चल रहा है। देश के अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों में परीक्षण शुरू हो गया है। यूनानी चिकित्सा में भी शोध हो रहे हैं। आयुष मंत्रालय के तहत आने वाले यूनानी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी जैसी कोई भी पद्धति की दवाएं सामने आ सकती हैं।#11) क्या आम लोग भी अश्वगंधा और मुलेठी जैसी औषधियां ले सकते हैं?इन औषधियों पर कई शोध हुए हैं और उनका रसायनिक परीक्षा भी हुआ है। जिसके बाद अलग-अलग रोगों के लिहाज से इसे लेने की सलाह दी जाती है। इस वक्त रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए इनके सेवन की सलाह दी जा रही है लेकिन बेहतर होगा किसी आयुष डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसे लें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Coronavirus Vaccine India Trial | Coronavirus Signs and Symptoms FAQ Latest Updates; Frequently Asked Questions (FAQs) on Corona Homeopathy Ayurveda Vaccine Trials Full Article
india news शाहपुर से आई आवाज "पुलिस रोज परेशान करती है, आज उसे जिंदा जाने नहीं देना है" By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:43:00 GMT पुलिस हमें रोज परेशान करती है। आज उसे हम जिंदा नहीं जाने देंगे। ऐसा कहते हुए शाहपुर के एक समूह ने शुक्रवार की शाम को पुलिस पर पत्थरबाजी की। पुलिस वहां लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए गई थी।पूर्व नियोजित थी पत्थरबाजीइस संबंध में शाहपुर पुलिस ने 17 लोगों को हिरासत में लिया है। 2000 लोगों के खिलाफ शाहपुर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। अन्य आरोपियों को पकड़ने की मशक्कत की जा रही है। बताया गया है कि पुलिस पर की गई पत्थरबाजी पूर्व नियोजित थी।लोग बेरिकेडिंग तोड़ रहे हैंशाहपुर में कोरोना पर नियंत्रण के लिए बेरिकेडिंग की गई है। लोग उसे तोड़कर कानून अपने हाथ में ले रहे हैं। अक्सर कार्पोरेशन के कर्मचारियों से विवाद होते रहते हैं। शुक्रवार की शाम को आरएएफ की टीम लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए निकली थी। तभी डोडियावाड नाके के पास एक समूह जमा हो गया। भीड़ में से यह आवाज आ रही थी कि पुलिस हमें रोज परेशान करती है, आज उसे जिंदा नहीं जाने देना है। उसे सबक सिखाकर ही रहेंगे। ऐसा कहते हुए पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिससे शाहपुर पीआई आर के अमीन, पीएसआई समेत 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए।हमले के बाद क्राइम ब्रांच और पेरामिलिट्री फोर्स पहुंचीपुलिस पर चारों ओर से पत्थरबाजी हो रही थी। सूचना मिलने पर जोन 2 की सभी पुलिस, क्राइम ब्रांच और पेरामिलिट्री फोर्स भी पहुंच गई। भीड़ को काबू में लाने के लिए 57 टीयर गैस और रबर बुलेट छोड़नी पड़ी। इससे भीड़ बिखर गई। भीड़ ने ऑटो रिक्शे के कांच और अन्य वाहनों को नुकसान पहुंचाया। इसके बाद पुलिस ने अंदर जाकर 17 लोगों को हिरासत में लिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पुलिस शाहपुर के इलाके में गश्त करती हुई। Full Article
india news पांच प्रतिशत का डिस्काउंट देकर फीस वसूलने के लिए पैरेंट्स को दिया ऑफर, सर्कुलर में स्टाफ को सैलरी देने का हवाला By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:43:51 GMT (गौरव भाटिया).शहर के प्राइवेट स्कूल अपने पैरेंट्स को फीस जमा करवाने के लिए कैसे-कैसे तरीके अपनाते हैं, इसकी मिसाल विवेक हाई स्कूल सेक्टर-38 में देखने को मिल रही है। स्कूल ने बच्चों के पैरेंट्स से कहा है कि वह अगर 18 मई तक फीस जमा करवाएंगे तो उन्हें 5 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। स्कूल ने यह भी लिखा है कि स्कूल के करीब 60 प्रतिशतपैरेंट्स 5 प्रतिशत डिस्काउंट के तहत फीस जमा करवा चुके हैं, लेकिन जिन्होंने नहीं करवाई वह अब भी 18 मई तक यह 5 परसेंट का ऑफर ले सकते हैं। स्कूल ने अपने सर्कुलर में स्टाफ को सैलरी देने का हवाला दिया है।स्कूल ने यह भी लिखा है कि गर्मियों की छुटि्टयों के बाद 18 मई को ऑनलाइन क्लासेज शुरू कर दी जाएंगी और स्कूल में स्टूडेंट्स के दोबारा स्कूल में आने तक यह जारी रहेंगी। बड़ा सवाल यह है कि अगर स्कूल के पास 60 प्रतिशत पैरेंट्स की फीस आ गई और वह भी तीन महीने की फीस आई है तो फिर टीचर्स को अप्रैल के महीने की सैलरी देने में स्कूल को दिक्कत क्यों आ रही हैं। जब 60 प्रतिशतफीस आ गई थी तो स्कूल ने जो 6 मई को सर्कुलर भेजा उसकी जरूरत ही नहीं थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सवाल यह है कि अगर स्कूल के पास 60 प्रतिशत पैरेंट्स की फीस आ गई और वह भी तीन महीने की फीस आई है तो फिर टीचर्स को अप्रैल के महीने की सैलरी देने में स्कूल को दिक्कत क्यों आ रही हैं, जब 60 प्रतिशत फीस आ गई थी तो स्कूल ने जो 6 मई को सर्कुलर भेजा उसकी जरूरत ही नहीं थी। Full Article
india news कनाडा में बेरोजगारी की दर बढ़कर करीब 40 साल के ऊपरी स्तर पर पहुंची By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:50:00 GMT कोविड-19 महामारी शुरू होने के बाद से अब तक कनाडा में 30 लाख से अधिक लोग बेरोजगार हो चुके हैं। यह बात स्टैटिस्टिक्स कनाडा ने एक रिपोर्ट में शुक्रवार को कही। मार्च की तुलना में अप्रैल में करीब दोगुना लोग बेरोजगार हुए। मार्च में कनाडा में 10 लाख से ज्यादा लोगों की नौकरी छूटी थी। अप्रैल में करीब 20 लाख लोग बेरोजगार हो गए। इसके साथ ही कनाडा में बेरोजगारी की दर 5.2 फीसदी अंक बढ़कर 13 फीसदी पर पहुंच गई, जो दिसंबर 1982 से अब तक दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है।अन्य लोगों को शामिल करने पर बेरोजगारी दर 18 फीसदी होने की आशंकास्टैटिस्टिक्स कनाडा ने अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा कि 11 लाख लोग ऐसे थे जो महामारी के कारण कंपनियों के बंद होने से काम नहीं कर पाए और जिन्होंने दूसरा काम ढूंढना बंद कर दिया। यदि इन लोगों को भी आंकड़े में जोड़ लिया जाए, तो अप्रैल में कनाडा की बेरोजगारी दर और बढ़कर करीब 18 फीसदी पर पहुंच जाएगी। कर्मचारियों को कंपनियों के पेरोल पर बनाए रखने के लिए सरकार ने एक सब्सिडी कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत अधिकतम 610 अमेरिकी डॉलर का साप्ताहिक वेतन उठाने वाले कर्मचारियों के लिए कंपनियां सरकार से 75 फीसदी सब्सिडी हासिल कर सकती हैं। यह सब्सिडी 12 सप्ताह तक दी जाएगी, जो 6 जून को समाप्त हो जाएगी।77 लाख ने कनाडा इमर्जेंसी रिस्पांस बनीफिट के लिए आवेदन किया हैकनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्र्रूडू ने शुक्रवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कनाडा इमर्जेंसी वेज सब्सिडी कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि कंपनियों का परिचालन फिर से शुरू करने और रोजगार बढ़ाने में मदद मिले। अगले सप्ताह इसके विवरण जारी किए जाएंगे। गुरुवार तक 1.2 लाख कंपनियों ने वेज सब्सिडी कार्यक्रम का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था। इसका लाभ 17 लाख कर्मचारियों को मिलेगा। इसके अलावा कनाडा के करीब 77 लाख नागरिकों ने कनाडा इमर्जेंसी रिस्पांस बनीफिट के लिए आवेदन किया है। यह कार्यक्रम दिसंबर तक चलेगा। इसके तहत बेरोजगार हुए लोगों को तीन महीने तक हर सप्ताह 400 डॉलर मिलेंगे।रोजगार की दर में रिकॉर्ड 15.7 फीसदी की गिरावटरिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल में रोजगार की दर में रिकॉर्ड गिरावट आई है। फरवरी के मुकाबले रोजगार की दर 15.7 फीसदी कम हो चुकी है। यह इससे पहले की आर्थिक सुस्ती में रोजगार की दर में हुई गिरावट के मुकाबले ज्यादा है। 1981-82 की सुस्ती में 17 महीने की अवधि में रोजगार में 5.4 फीसदी की गिरावट आाई थी। फरवरी के मुकाबले अप्रैल में ऐसे लोगों की संख्या 25 लाख बढ़ गई है, जो बेरोजगार तो नहीं हुए हैं, लेकिन वायरस के कारण उनके काम का घंटा आधे से भी कम रह गया है। 12 अप्रैल तक कोरोनावायरस लॉकडाउन के कारण ऐसे लोगों की कुल संख्या 55 लाख हो गई है, जो या तो बेरोजगार हो चुके हैं या जिनके काम का घंटा काफी कम रह गया है। यह फरवरी की रोजगार संख्या का एक तिहाई से ज्यादा है।अधिक दक्ष माने जाने वाले सेक्टरों में नहीं है बेरोजगारीअप्रैल में साल-दर-साल आधार पर प्रति घंटा औसत वेतन में करीब 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि स्टैटिस्टिक्स कनाडा के मुताबिक इसका एक कारण यह भी है कि कम वेतन देने वाले उद्योग में काम करने वालों की संख्या घट गई है। इनमें अकोमोडेशन, फूड सर्विसेज सेक्टटर, होलसेल और रिटेल सेक्टर शामिल हैं। अधिक वेतन देने वाले उद्योगों में काम करने वालों की नौकरी नहीं छूटी है, क्योंकि वे घर से काम कर सकते हैं। इनमें लोक प्रशासन के कर्मचारी, पेशेवर, वैज्ञानिक और टेक्निकल कर्मचारी शामिल हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सर्विस कनाडा के दफ्तर के बाहर खड़े बेरोजगार। अप्रैल में कनाडा में बेरोजगारी की दर 5.2 फीसदी अंक बढ़कर 13 फीसदी पर पहुंच गई। यह दिसंबर 1982 से अब तक दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है Full Article
india news मिल मालिक की तलाश में छापे, ऑपरेटर गिरफ्तार; रायपुर में भर्ती दो मजदूरों को वेंटिलेटर पर रखा गया By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:50:00 GMT छत्तीसगढ़ के रायगढ़ स्थित शक्ति पेपर मिल गैस हादसे में बेहोश हुए दो मजदूरों की हालत चिंताजनक है। रायपुर में भर्ती दोनों मजदूरों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। हादसे में 7 मजदूर बीमार हुए थे। इनमें 3 काे रायपुर रेफर किया गया था। इसे फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही मानते हुए एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने मिल ऑपरेटर को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मालिक की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं।बताया जा रहा है कि इतने दिनों से बंद मिल की सफाई के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई है। इसके साथ घटना की जानकारी को भी छिपाया गया। पुलिस ने मामले में मिल केप्रबंधक और मालिक को दोषी माना है।थाना प्रभारी ने बताया कि मिल मालिक की तलाश मेंघर पर छापा मारा, लेकिन वहगायब था।अस्पताल के खिलाफ भी लापरवाही बरतने का आरोपमिल में हुए हादसे के बाद मजदूरों को संजीवनी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब 18 घंटे तक उनका इलाज चलतारहा। इसकेबावजूद अस्पताल प्रबंधन ने इसकी जानकारी पुलिस औरप्रशासन को नहीं दी। शुक्रवार को पुलिस ने संजीवनी अस्पताल प्रबंधक मेडिको लीगल की कानूनी जवाबदेही में हुई चूक पर नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि गंभीर मामले की सूचना तत्काल पुलिस औरसंबंधित अधिकारियों को नहीं देकर जानकारी छिपाई गई है।मजदूरों की तबीयत बिगड़ी तो 18 घंटे बाद प्रशासन को चला पतादरअसल, पुसौर के तेतला स्थित शक्ति पल्स पेपर मिल में बुधवार शाम करीब 4.30 बजे रिसायकल चैंबर की सफाई के दौरान जहरीली गैस का रिसाव हुआ था। इसकी चपेट में आकर बीमार हुए मजदूरों को फैक्ट्री मालिक आरडी गुप्ता और ऑपरेटर रंजीत सिंह ने रायगढ़ के संजीवनी अस्पताल में भर्ती करा दिया। इसकी सूचना फैक्ट्री प्रबंधन ने पुलिस और जिला प्रशासन को नहीं दी। जब गुरूवार दोपहर तीन मजदूरों की हालत बिगड़ी तो अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई।मुख्यमंत्री के निर्देश पर की गई कार्रवाईहादसे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मजदूरों के बेहतर इलाज के साथ लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाई की बात कही थी। सीएम के सख्त होते ही पुसौर पुलिस ने मामले में ऑपरेटर कुमचा थाना कोपा जिला छपरा बिहार निवासी रंजीत सिंह और प्रबंधन पर एफआईआर दर्ज की। एएसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि आपरेटर को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा जा रहा है। रायपुर में भर्ती तीन मरीजों में दो की हालत चिंताजनक है और वेंटीलेटर पर हैं, एक की हालत में काफी सुधार है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today रायगढ़ में बुधवार को पेपर मिल में गैस रिसाव हादसे के बाद मौके पर जांच के लिए प्रशासन की टीम पहुंची। हादसे में 7 मजदूर बीमार हो गए, इनमें 2 की हालत गंभीर है। Full Article
india news वीडियो लिंक पर अवॉर्ड सेरेमनी देख रहे थे, मेरा नाम आया तो रोने लगा; रात एक बजे पड़ोसी को उठाकर कहा- फैमिली फोटो खींच दो By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:56:21 GMT आज हम उस फोटो जर्नलिस्ट की कहानी लाए हैं, जिन्होंने चार दिन पहले पुलित्जर अवॉर्ड जीता है। जम्मू में एसोसिएट प्रेस एजेंसीयानी एपी के लिए काम करनेवाले चन्नी आनंद। हमने जब उन्हें फोन किया तो वह उन तमाम ईमेल का जवाब दे रहे थे, जो उन्हें अवॉर्ड जीतने के बाद दुनियाभर से आए थे। एक दो नहीं बल्कि सौ से भी ज्यादा। इससे कहीं अधिक फोन और मैसेज उन्हें पिछले चार दिनों में आ चुके हैं। आखिर उन्होंने दुनिया का सबसे बड़ा जर्नलिज्म अवॉर्ड जो जीता है।चन्नी आनंद की कहानी वैसे ही जैसी उन्होंने बताई...एजेंसी ने ही मेरा नाम भेजा था। मुझसे फोटो मंगवाए थे, शायद तीन-चार महीने पहले की बात है। ठीक से याद भी नहीं। फिर 4 मई को शाम ऑफिस से फोन आया। जूम कॉल पर आ जाओ बात करना है। मीटिंग है।मुझे लगा रूटीन मीटिंग होगी। या फिर कोरोना का अलर्ट देने मीटिंग बुलाई होगी। मेल भी आते रहते हैं इसके लिए।मीटिंग शुरू हुई तो बॉस ने रोज के हालचाल पूछे। मैंने मजाक में ही सीनियर से पूछ लिया- ‘सैलरी तो नहीं बढ़ रही।’उन्होंने कहा- आज पुलित्जर अवॉर्ड दिए जाने हैं तो लिंक भेजेंगे, आप लोग देखना। फिर बॉस ने पूछा- आपने देखा है कभी? मैंने कहा- नहीं। ऑफिस ने कहा- अलर्ट रहना, आपको देखना चाहिए।रात 12 बजे के करीब भेजे गए लिंक पर अवॉर्ड सेरेमनी देखना शुरू किया। इतने में बेटा आ गया पूछा- पापा सोना नहीं है? मैंने कहा- अवॉर्ड निकला है मेरा। बेटा मजाक उड़ाने लगा। क्या पापा आपको पता है कितना बड़ा अवॉर्ड है? बेटी तो गूगल करने लगी कि आखिर ये अवॉर्ड क्या होता है। बेटा अपनी मां को बताने लगा कि पता है ये अवॉर्ड क्या होता है।इस बीच हम वीडियो लिंक पर अवॉर्ड सेरेमनी देख रहे थे। तभी मुझे मेरा नाम सुनाई दिया। मैं तो एक मिनट के लिए अवाक ही रह गया। फिर कुछ संभला तो रोने लगा। वो भी जोर-जोर से। बच्चे भी खुशी से उछल पड़े। तभी ऑफिस से फोन आ गया। वो कहने लगे फोटो शूट करो और तुरंत फैमिली पिक्चर भेजो। घर पर हम चार ही थे।मैंने पड़ोसी को उठाया। तब रात के पौने एक बज रहे होंगे। यूं तो मास्क के बिना घर से नहीं निकलता,लेकिन तब मास्क डाले बिना ही चला गया था। पड़ोसी को आवाज दी तो उसकी मम्मी बाहर आई। वो घबरा गईं इतनी रात को क्या हो गया।पड़ोसी बाहर आया तो मैंने बोला- जल्दी कर, तेरा कैमरा ला। उसने सोचा एनिवर्सरी है शायद। बिना चप्पल पहने ही वह आ गया। मैंने बताया- अवॉर्ड निकला है मेरा। तभी बीवी तैयार होने चली गई, बेटी भी नहीं मानी वो भी मैकअप के बाद ही फोटो खिंचवाने को राजी हुई।फोटो जर्नलिस्ट चन्नी आनंद की ये फोटो सियाचिन बेस कैम्प की है।रात को सवा बजे दफ्तर को फोटो भेजी। साथ ही सब तरफ से फोन आना शुरू हो गए। मुझे नहीं पता कि सब देख रहे होंगे। मैंने तो पहली पहली बार ये अवॉर्ड देखा था। चैनल के फोन, आने लगे। तड़के तीन बजे तक फोन आते रहे। नींद तो पता नहीं कहां चली गई थी।पूरी जिंदगी उस एक रात में फ्लैश बैक कि तरह मेरी आंखों में घूम गई। सोचा कहां से कहां पहुंच गया। 17-18 साल उम्र होगी जब परिवार में एक शादी थी। वहां आए एक फोटोग्राफर से लेकर पहली बार मैंने कैमरा छुआ था। दो तीन क्लिक भी की थीं। पता नहीं कैसी फोटो आई,लेकिन कैमरे से ये मेरी पहली मुलाकात थी।फिर कुछ दिनों बाद मेरा बड़ा भाई एक कैमरा खरीदकर लाया। उसके बाद उस कैमरे पर मैंने कब्जा ही कर लिया। शौकिया फोटोग्राफी करने लगा। उसका नाम था मिनॉल्टा, वो पहला ऑटोमैटिक कैमरा था जो मैंने देखा।भाई का एक जनरल स्टोर था। पूरा परिवार मुझ पर दबाव डालने लगा कि मैं दुकान पर बैठा करूं। मैं दुकान पर जाता, लेकिन फिर बीच में से भागकर कैमरा लेकर निकल जाता। परिवार वाले कहने लगे, इसकी शादी कर दो तो ये दुकान पर बैठने लगेगा।लेकिन मैंने सोच लिया था कि दुकान पर तो कभी नहीं बैठूंगा। मैं वहां के लोकल अखबार में नौकरी ढूंढने लगा। एक दो जगह इंटरव्यू भी हुआ। ये 1996 की बात है। इसी बीच परिवार ने मेरी शादी तय कर दी। 7 दिसंबर को मेरी शादी हुई और 11 दिसंबर को मैंने जम्मू के ही एक लोकल अखबार स्टेट टाइम्स में नौकरी कर ली।फोटोग्राफी के लिए कभी कोई क्लास नहीं की, कोई कोर्स भी नहीं। खुद प्रैक्टिकल करता गया और सीखता गया। बीबीसी, सीएनएन के वीडियो-फोटो देखे। पहले मैं वीडियोग्राफी करना चाहता था। फिर सोचा इसमें क्रिएटिविटी ज्यादा नहीं दिखा पाऊंगा। आइडिया तो फोटो में ही निकलेगा।मैंने फोटोग्राफी खुद डेवलप कर खुद प्रिंट बनाकर सीखी। लैब के मालिक नखरे दिखाते थे कि लाइट नहीं है। तब फील्ड में काम करनेवाले किसी फोटोग्राफर को पकड़ लेता और कहता सिखाओ कैसे खींचते हो। ऑफिस में जितने न्यूजपेपर-मैगजीन आते थे, सभी देखता था। रात को 12 बजे तक ऑफिस में बैठा रहता था इसके लिए।चन्नी आनंद की खींची ये वही फोटो है, जिसके लिए उन्हें पुलित्जर अवॉर्ड मिला है।लोकल अखबार में काम करता था तो मन में था कि किसी नेशनल अखबार के लिए काम करूं। फिर जम्मू में अमर उजाला अपना एडिशन लेकर आनेवाला था। वहां इंटरव्यू दिया, सिलेक्शन हुआ और ज्वाइन कर लिया। लेकिन दो साल अखबार ही नहीं आया। फिर मैं एसोसिएट प्रेस में बतौर कंट्रीब्यूटर काम करने लगा।उन दिनों जम्मू में न्यूज बहुत होती थी, आतंकी हमले होते थे। 1999-2000 की बात है। एजेंसी के लिए काम करनेवाले हम तीन फोटोग्राफर थे, डेस्क वाले मेरा इंतजार करते थे। मैं फोटो भेजूंगा फिर रिलीज करेंगे।कैमरा रोल पर शूट करते, लैब में धुलवाते, फिर पिक्चर बनती थी, तब स्कैन कर भेजते थे। काफी वक्त लग जाता था। तभी कासिम नगर में आतंकी अटैक हुआ। मैं एक और लड़के के साथ सबसे पहले वहां पहुंच गया।मेरे पास पुराना स्कूटर था। उसके पास नया था। हम उसके स्कूटर पर फर्राटे से पहुंच गए।जब पहुंचे तो डेड बॉडी निकाल रहे थे। बच्चे रो रहे थे। फायरिंग शुरू हो गई। वहां घर बनाने को बड़े-बड़े गड्डे थे। हम उसी में बैठे रहे। वो मेरी जिंदगी की सबसे मजबूत तस्वीरें थीं।मैंने एजेंसी में साथ काम करनेवाले एक सीनियर से पूछा ऑफिस कैमरा नहीं देता क्या? वो मुझ पर हंसने लगे। बोले- एपी कैमरा नहीं देती, जम्मू मैं क्यों देगी, देना होगा तो कश्मीर में देगी।इसके कुछ ही दिन बाद की बात है। अमेरिका से मेरी बॉस एलिजाबेथ ने मुझे एक डिजिटल कैमरा गिफ्ट किया। उन्हें पता था लैब जाना पड़ता है मुझे, तो उन्होंने डिजिटल कैमरा दिया था।रघुनाथ मंदिर पर अटैक हुआ था। मेरी पिक्चर सबसे पहले आई थी। रात को डेवलप करवाई। रात को ही लैब खुलवाई और काम किया। तब से अब तक न जाने कितने इवेंट कवर किए, न जाने कितने आतंकी हमले, ऑपरेशन और बॉर्डर के इलाके।लेकिन पुलित्जर मिलेगा कभी नहीं सोचा था। आखिरकार मिल ही गया... Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इस फोटो में पुलित्जर अवॉर्ड से सम्मानित एपी के फोटोग्राफर चन्नी आनंद अपने परिवार के साथ दिख रहे हैं। ये तस्वीर उसी रात की है, जब पुलित्जर अवॉर्ड के लिए उनके नाम की घोषणा हुई थी। खास बात ये है कि ये तस्वीर उसी रात पड़ोसी ने कैप्चर की थी। Full Article
india news उदयपुर में 23, जयपुर में 20 पॉजिटिव मिले; अजमेर में 13, जोधपुर में 6 और पाली में 4 संक्रमित By Published On :: Sat, 09 May 2020 08:57:34 GMT राजस्थान में कोरोनावायरस के हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं। शनिवार को 76 नए पॉजिटिव केस आए। इनमें उदयपुर में 23, जयपुर में 20, अजमेर में 13, जोधपुर में 6,पाली में 4, जालौर में 3,चूरू और राजसमंद में 2-2, कोटा, बाड़मेर और दौसा में 1-1 संक्रमित मिला। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 3655पहुंच गया।इससे पहले शुक्रवार को कोरोना के 152 नए पॉजिटिव मामले सामने आए। जिसमें उदयपुर में 59, जयपुर में 34, चित्तौड़गढ़ में 10, कोटा में 9, जोधपुर में 9, अजमेर में 9, राजसमंद में 6, पाली में 5, भीलवाड़ा में 4, अलवर और झालावाड़ में 2-2, सिरोही, करौली और सीकर में 1-1 संक्रमित मिला। वहीं चार लोगों की मौत भी हो गई।33 में से 31 जिलों में पहुंचा कोरोनाप्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 1169(2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 904 (इनमें 47 ईरान से आए), कोटा में 233, अजमेर में 209, टोंक में 136, नागौर में 119, चित्तौड़गढ़ में 126, भरतपुर में 116, बांसवाड़ा में 66, पाली में 59, जैसलमेर में 49 (इनमें 14 ईरान से आए), झालावाड़ में 47, झुंझुनूं में 42, भीलवाड़ा में 43, बीकानेर में 38, मरीज मिले हैं। उधर, उदयपुर में 102, दौसा में 22, धौलपुर में 21, अलवर में 20, चूरू में 16, राजसमंद में 15, हनुमानगढ़ में 11, सवाईमाधोपुर, डूंगरपुर और सीकर में 9-9,जालौर में 7, करौली में 5, प्रतापगढ़ में 4, बाड़मेर में 4 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। सिरोही में 2, बारां में 1 संक्रमित मिला है। वहीं जोधपुर में बीएसएफ के 42 जवान भी संक्रमित हैं।अब तक 103 लोगों की मौतराजस्थान में कोरोना से अब तक 103 लोगों की मौत हुई है। इनमें 10 कोटा, 2 भीलवाड़ा, 2 चित्तौड़गढ़ 56 जयपुर (जिसमें दो यूपी से), 17 जोधपुर, 4 अजमेर, दो नागौर, दो सीकर, दो भरतपुर, एक करौली, एक प्रतापगढ़, एक अलवर, एक बीकानेर, एक सवाई माधोपुर और एक टोंक में हो चुकी है।जयपुर-जोधपुर मेडिकल काॅलेजों को प्लाज्मा थैरेपी की स्वीकृतिचिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि आईसीएमआर ने जयपुर के बाद जोधपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज को कोरोना से संक्रमित और गंभीर रूप से पीड़ित लोगों का प्लाज्मा थैरेपी से इलाज करने के ट्रायल की अनुमति दी है। अब प्रदेश में दो सरकारी और एक निजी चिकित्सा संस्थान में प्लाज्मा थैरेपी के जरिए इलाज करवाया जा सकेगा। डॉ. शर्मा ने बताया कि कोटा, बीकानेर, अजमेर और उदयपुर मेडिकल कॉलेज को आईसीएमआर से ट्रायल की अनुमति लेेने के निर्देश दिए हैं। इस थैरेपी के द्वारा इलाज से प्रदेश में कोरोना से होनी वाली मृत्यु दर पर कमी लाई जा सकेगी।304 मरीज जिन्होंने सैंपलिंग में गलत पता दिया, ढूंढने में पुलिस को घंटों लग गए6 मई तक आए 1075 मरीजों में से 304 मरीज यानी 28% ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना के डर से टेस्ट तो कराया लेकिन अपना पता या फोन नंबर सही नहीं दिया। ताकि अस्पताल में भर्ती न होना पड़े। हालांकि केस पॉजिटिव मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस को जानकारी दी और इनका पता लगाकर अस्पतालों मंे भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक ये ‘कोरोना बम’ बाहर ही रहे। यही नहीं कई लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने कोई जानकारी दिए बिना ही टेस्ट करा लिया या फाॅर्म में पता नहीं भरा। रैंडम सैंपलिंग के समय भी मरीज से कोई एड्रेस प्रूफ नहीं लिया जा रहा। ऐसे में मरीज के पॉजिटिव मिलते ही पुलिस को उसे ढूंढने में काफी समय लग जाता है। तब तक कई लोगों तक संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। चिकित्सा विभाग ने ऐसे 304 लोगों को अन्य की सूची में डाला। इनमें से 121 सही हो चुके हैं। शेष अस्पतालों में भर्ती हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उदयपुर में बड़ी संख्या में लोगो के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद क्षेत्र में दौरा करते कलेक्टर और एसपी। Full Article
india news बच्चे और 40 साल के व्यक्ति को घायल करने वाली मादा तेंदुआ पिंजरे में कैद, बकरे को देखकर जाल में घुसी थी By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:02:15 GMT उंडारी गांव में बालक औरएक 40 वर्षीय व्यक्ति को घायल करने वाली मादा तेंदुआ पिंजरे में फंस गई है। उसे पकड़ने के लिए इंदाैर से रेस्क्यू टीम गांव पहुंची और यहां सर्चिंग करने के बाद दो स्थानों पर बकरे रखकर दो पिंजरे लगाए। पहला पिंजरा जहां पदचिह्न मिले, वहां लगाया गया। इसी तरह दूसरा पिंजरा पेड़ के पास लगाया, यहांपर खराेंच के निशान थे। तड़के 3 बजे बकरे के लालच में पिंजरे में घुसा तेंदुआ उसी में कैद हो गया।रेंजर संदीप रावत के निर्देशन पर वन विभाग ने मंगलवार रात से क्षेत्र में सर्चिंग शुरू कर दी थी। इसदौरान मादा तेंदुआ औरशावक होने के पदचिह्न मिलने के बाद इंदौर से रेस्क्यू टीम को बुलाया गया था। बुधवार को इंदौर से 6 सदस्य टीम वाहन से ग्राम उंडारी पहुंची। टीम के सदस्य प्रमुख शेर सिंह कटारे ने बताया कि पदचिह्न, विस्टा के साथ पेड़ों पर खरोंच के चिह्न मिलने के बाद पिंजरे टेस्ट किए। अलग-अलग स्थानों पर बकरे के दो पिंजरे तेंदुए के रेस्क्यू के लिए रखे। टीम ने कहा कि हम इस पर नजर बनाए हुए हैं।बड़ी जुआरी व जमेरी से पकड़ चुके हैं तेंदुआटीम के सदस्यों ने बताया तेंदुए चट्टानी जगह में बनी खोह या पेड़ पर निवास करते हैं। एक बार बड़ा शिकार करने के बाद बाद 15 से 20 दिनों तक किसी पर भी हमला नहीं करते। पहले भीहम जोबट क्षेत्र से दो नरभक्षी तेंदुए पकड़ चुके हैं। इनमें एक तेंदुआ ग्राम बड़ी जुआरी औरदूसरा जमेरी गांव से पकड़ा था।शेर के दहाड़ने की आती है आवाज : चौकीदारग्राम उंडारी के आसपास के जंगल के चौकीदार मोहन सिंह पिता नसरू का कहना है कि इस गांव की पहाड़ियों में शेर की चार खो हैं। रात में इनके दहाड़ने की आवाज कई बार सुनने को मिलती है। चौकीदार ने कहा कि 1 माह पूर्व तेंदुए या किसी अज्ञात जानवर ने गांव के किशनसिंह की गाय का शिकार भी किया था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today तेंदुए के रेस्क्यू के लिए इंदौर से 6 सदस्य टीम ग्राम उंडारी पहुंची थी। Full Article
india news लोगों को खूब पसंद आ रहे खादी ब्रांड के उत्पाद, 2019-20 में 88 हजार करोड़ रुपए का कारोबार By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:03:54 GMT खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) का वित्त वर्ष 2019-20 में कुल कारोबार 88 हजार 887 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने शनिवार को कहा कि खादी उद्योग को पुनर्जीवित करने के सरकार के निरंतर प्रयासों और खादी को दैनिक जीवन की आवश्यकता के रूप में अपनाने के लिए प्रधानमंत्री की अपील करने के परिणामस्वरूप केवीआईसी लगातार विकास कर रहा है।खादी फैब्रिक उत्पादों की बिक्री 179 प्रतिशत बढ़आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2015-16 में खादी का उत्पादन 1,066 करोड़ रुपए आंका गया था, जो कि वित्त वर्ष 2019-20 में बढ़कर 2,292.44 करोड़ रुपए हो गया है। इसमें 115 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई। दूसरी ओर, खादी की बिक्री और भी ज्यादा रही। खादी फैब्रिक उत्पादों की बिक्री वित्त वर्ष 2015-16 में 1,510 करोड़ रुपए थी, जो कि वित्त वर्ष 2019-20 में 179 प्रतिशत बढ़कर 4,211.26 करोड़ रुपए हो गई। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में खादी का कारोबार वित्त वर्ष 2018-19 में 3215.13 करोड़ रुपए था जो 31 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए वित्त वर्ष 2019-20 में 4211.26 करोड़ रुपए हो गया।84 हजार 675.39 करोड़ के ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्रीवित्त वर्ष 2015-16 में ग्रामोद्योगों के उत्पादों का उत्पादन 33 हजार 425 करोड़ रुपए था और यह उत्पादन वित्त वर्ष 2019-20 में 96 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 65 हजार 393.40 करोड़ रुपए हो गया। वित्त वर्ष 2015-16 में ग्रामोद्योगों के उत्पादों की बिक्री 40 हजार 385 करोड़ रुपए थी, जिसमें लगभग 110 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह वित्त वर्ष 2019-20 में 84 हजार 675.39 करोड़ रुपए हो गया।देश-विदेश के उपभोक्ता भी कर रहे खरीदारीसक्सेना ने बताया कि खादी परिधानों के अलावा, ग्राम उद्योग उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला जैसे सौंदर्य प्रसाधन , साबुन और शैंपू ,आयुर्वेदिक दवाएं , शहद , तेल, चाय, अचार, पापड़, हैंड सैनिटाइजर, मिष्ठान, खाद्य पदार्थ और चमड़े की वस्तुओं ने भी बड़ी संख्या में देश-विदेश के उपभोक्ताओं को आकर्षित किया है। इसके परिणामस्वरूप, पिछले पांच वर्षों में ग्रामोद्योग उत्पादों के उत्पादन और बिक्री में लगभग दोगुनी वृद्धि दर्ज की गई है।खादी का इस्तेमाल कर पीपीई किट बनाईउन्होंने कहा कि खादी इंडिया ने खादी का इस्तेमाल करते हुए पीपीई किट तैयार की है जो अभी परीक्षण के दौर पर है और इसकी मंजूरी की प्रक्रिया चल रही है। आयोग ने अभी तक खादी किट बाजार में जारी नहीं की है। खादी इंडिया ने कोरोना महामारी के खिलाफ संघर्ष में योगदान के लिए मास्क का निर्माण किया है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है और इनको बनाने में हाथ से बुने कपड़े का इस्तेमाल किया जाता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग का कहना है कि पिछले पांच वर्षों में ग्रामोद्योग उत्पादों के उत्पादन और बिक्री में लगभग दोगुनी वृद्धि दर्ज की गई है। Full Article
india news पाकिस्तान ने कहा- चिनाब में पानी अचानक से काफी कम हुआ है, भारत ने आरोपों को आधारहीन बताया By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:06:00 GMT पाकिस्तान ने भारत पर नया आरोप लगाया है। उसनेकहा है कि चिनाब नदी में पानी का प्रवाह बहुत कम हो गया है। भारत ने पाकिस्तान के इन आरोपोंको आधारहीन बताया है।इंडस वाटर ट्रीटी के लिए नियुक्त पाकिस्तानी कमिश्नर सैयद मोहम्मद मेहर अली शाह ने बुधवार को भारतीयकमिश्नर प्रदीप कुमार सक्सेना को लेटर भेजा था। उन्होंने लिखाथा कि चिनाब पर बने माराला हेडवर्क्स में पानी का प्रवाह 31,853 क्यूसेक से अचानकघटकर 18,700 क्यूसेक रह गया है। उन्होंने स्थिति को देखने और बताने की भी मांग की थी।सक्सेना ने पाकिस्तान के दावे को एक अधारहीन कहानी बताया है। उन्होंने पीटीआई से बातचीत में बताया कि चिनाब और तवी नदियों पर अखनूर और सिधरामें बने गेज पर बहाव सामान्य है। हमें जांच के दौरान कुछ नहीं मिला है। उन्होंने पाकिस्तान को सलाह दी है कि वह खुद अपने यहां मामले की जांच करे।इंडस कमीशन को जानिएइंडस वाटर ट्रीटी (सिंधु जल संधि) के तहत बने परमानेंट इंडस कमीशन पर 1960 में भारत और पाकिस्तान ने हस्ताक्षर किए गए थे। इस कमीशन के तहत दोनों देशों में कमिश्नर नियुक्त किए गए थे। वेसरकारों के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हैं। इस ट्रीटी के चलते दोनों देशों के कमिश्नरों को साल में एक बार मिलना होता है। उनकी बैठक एक साल भारत और एक साल पाकिस्तान में होती है।दोनों देशों में इस तरह पानी का बटवारा हैइस ट्रीटी में कहा गया है कि पूर्व की तीन नदियों रावी, ब्यास और सतलज का पानी भारत को विशेष रूप से बांटा गया है। इन नदियों के कुल 16.8 करोड़ एकड़-फीट में भारत का हिस्सा 3.3 करोड़ एकड़-फीट है, जो लगभग 20 प्रतिशत है। वहीं, पश्चिम की नदियां सिंधु (इंडस), चिनाब और झेलम का पानी पाकिस्तान को दिया गया है। हालांकि, भारत को अधिकार है कि वह इन नदियों के पानी को कृषि, घरेलू काम में इस्तेमाल कर सकता है। इसके साथ ही भारत निश्चित मापदंडों के भीतर हाइड्रोइलेक्ट्रिक पॉवर प्रोजेक्ट भी बना सकता है।31 मार्च को होती है दोनों देशों की बैठकइंडस वॉटर ट्रीटी के अनुसार हर साल 31 मार्च को दोनों देशों के कमिश्नरों की बैठक होती है। हालांकि, कोरोनावायरस के प्रकोप को देखते हुए इस साल इस बैठक कोटाल दिया गया था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today परमानेंट इंडस कमीशन पर भारत और पाकिस्तान ने 1960 में साइन किए गए थे। दोनों देशों में कमिश्नर नियुक्त किए गए हैं और हर साल उनकी मीटिंग होती है। Full Article
india news कोविड-19 से बदली लोगों की प्राथमिकताएं, नजदीकी किराना स्टोर्स, ऑनलाइन डिलीवरी के तरीकों को गूगल पर सर्च कर रहे हैं लोग By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:06:04 GMT कोरोनावायरस के प्रकोप पर रोकथाम के लिए दुनियाभर में लाॅकडाउन है। लॉकडाउन के बीच लोगों की प्राथमिकताएं काफी बदल गई हैं। अब लोग गूगल पर कई नई चीजें सर्च कर रहे हैं। गूगल ने इस बारे में एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट का नाम है What is india Searching for? यानी 'भारत क्या खोज रहा है'। रिपोर्ट के मुताबिक अब 'ग्रॉसरी डिलीवरी नियर मी' खूब सर्च हो रहा है। लोग इम्युनिटी बढ़ाने के नए-नए तरीके भी खोज रहे हैं। लोग ऑनलाइन क्लासेज, यूपीआई ट्रांजेक्शंस भी खूब सर्च कर रहे हैं।नजदीकी राशन की दुकान सर्च कर रहे हैं लोगगूगल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस समय ज्यादातर लोग अपने नजदीकी किराना स्टोर्स, ऑनलाइन ग्राॅसरी डिलीवरी के बारे में सर्च कर रहे हैं। पिछले साल के मुकाबले इस साल यह शब्द 550 फीसदी से ज्यादा सर्च किए गए हैं। वहीं, इम्युनिटी शब्द 500 फीसदी से अधिक बार सर्च किया जा चुका है। इतना ही नहीं लोग गूगल पर कोरोना बीमा से संबंधित जानकारी भी जुटा रहे हैं।'चिकन मोमो की रेसिपी' भी खूब हो रहा है सर्चबता दें कि लाॅकडाउन के दौरान बाहर के फूड को लोग अवाॅयड कर रहे हैं जिसके चलते अपने घरों में ही अलग-अलग प्रकार की रेसिपी ट्राय कर रहे हैं। इस दौरान सबसे ज्यादा लोगों ने चिकन मोमो की रेसिपी शब्द को सर्च किया है। इस शब्द को करीब 4,350 फीसदी बार से ज्यादा सर्च किया गया है। वहीं 'दालगोना काफॅी रेसिपी एट होम' को 5,000 से ज्यादा बार सर्च किया गया है। साथ ही 'मैंगो आइसक्रीम रेसिपी' को भी काफी सर्च किया जा रहा है। इतना ही नहीं लोग पानीपुरी, समोसा, जलेबी के रेसिपी को भी सर्च कर रहे हैं।घर में मनोरंजन को दे रहे हैं महत्वरिपोर्ट के मुताबिक, इस साल पिछले साल के मुकाबले हॉरर फिल्में और सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्में 2020 की खोज क्रमशः 950% और 450% बढ़ गई है। यह दर्शाता है कि घर में मनोरंजन को अधिक समय दे रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इस साल पिछले साल के मुकाबले हॉरर फिल्में और सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्में 2020 की खोज क्रमशः 950% और 450% बढ़ गई है। Full Article
india news 76 नए पॉजिटिव केस सामने आए, तजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए 1287 से ज्यादा स्टूडेंट्स फंसे, इनमें 828 राजस्थानी By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:11:53 GMT राजस्थान में शनिवार को कोरोना के 76 नए पॉजिटिव केस आए। इनमें उदयपुर में 23, जयपुर में 20, अजमेर में 13, जोधपुर में 6,पाली में 4, जालौर में 3, चूरू और राजसमंद में 2-2, कोटा, बाड़मेर और दौसा में 1-1 संक्रमित मिला। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 3655 पहुंच गया।तजाकिस्तान में फंसे1287 भारतीय छात्रों में 828 राजस्थान केतजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए भारत के 1287 छात्र लॉकडाउन की वजह सेफंसे हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 828 राजस्थान के हैं। राजस्थान की छात्रा मुदिता गौड़ ने कहा कि घर में खाने-पीने का स्टॉक भी तेजी से खत्म हो रहा है। बाहर निकलने में खतरा है। सात दिन से चाय-कॉफी के लिए दूध तक नहीं मिलरहा। फाइनल ईयर के एग्जाम भी डरते-डरते देने पड़ रहे हैं।गहलोत बोले- ई-पास वालोंके प्रवेश पर रोक नहींमुख्यमंत्री अशोक गहलाेत ने कहा है कि राजस्थान की दूसरे राज्यों के साथ सीमाओं पर प्रवासियों के प्रवेश को रोका नहीं गया है, बल्कि अंतर्राज्यीय आवागमन को सुगम बनाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। जिन लोगों को ई-पास जारी हो चुके हैं, उनके राजस्थान में प्रवेश पर कोई रोक नहीं है। राजस्थान में फंसे हुए अन्य राज्यों के प्रवासी भी भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अनुमति लेकर अपने स्थान पर जा सकते हैं। मुख्यमंत्री नेई-पास की अनुमति के लिए जिला स्तर पर विशेष सेल बनाने के निर्देश दिए हैं।यह तस्वीर अलवर की है। राज्य की समाएं सील होने के बाद भी करीब 60 श्रमिक नारनौल से यहां तक पैदल आए।जयपुर: कर्फ्यू क्षेत्र में ड्रोन उड़ा रहे पुलिस मित्रों पर हमलारामगंज कर्फ्यू क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग औरआवाजाही की निगरानी के लिए ड्रोन उड़ा रहे 2 पुलिस मित्रों पर हमला करने का मामला सामने आया है। संजय बाजार निवासी आकिब कुरैशी ने रामगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके दो साथीएचएआर कॉलोनी में ड्रोन से निगरानी औररिकॉर्डिंग कर कर रहे थे। इस दौरान कॉलोनी से निकले कुछ लोगों ने उनके साथ गाली-गलौज औरमारपीट की।पुलिस ने आपदा प्रबंधन, महामारी एक्ट और राजकार्य में बाधा डालने की धाराओं में केस दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।उदयपुर: एक दिन में57 संक्रमित मिले, इनमें 36 महिलाएं,26 सफाईकर्मीशहर के कोरोना एपिसेंटर कांजी का हाटा क्षेत्र में शुक्रवार को एक ही दिन में 57 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें34 महिलाएं शामिल हैं। इनमें एक 9 साल की बच्ची भी है। 26 सफाईकर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं।अब अजमेर से बिहार के लिए ट्रेन भेजने की तैयारीअजमेर से बिहार के पूर्णिया के लिए 1-2 दिन में स्पेशल ट्रेन रवाना की जा सकती है। इस मामले में अजमेर जिला प्रशासन ने रेलवे से बात की है। इस ट्रेन से करीब 900 मजदूरों को रवाना किया जाएगा। जिला प्रशासन ने 5 दिन पहले ही अजमेर से कोलकाता के लिए 1086 जायरीन को रवाना किया था। तब से ही बिहार के मजदूरों के लिए भीट्रेन भेजने की तैयारी चल रही थी।यह झालावाड़ का सरहदी नाका है। यहां से सिर्फ जरूरी सामान लेकर आ रहे वाहनों को ही निकलने दिया जा रहा है।33 में से 31 जिलों में पहुंचा कोरोनाप्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 1169 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 904 (इनमें 47 ईरान से आए), कोटा में 233, अजमेर में 209, टोंक में 136, उदयपुर में 102, नागौर में 119, चित्तौड़गढ़ में 126, भरतपुर में 116, बांसवाड़ा में 66, पाली में 59, जैसलमेर में 49 (इनमें 14 ईरान से आए), झालावाड़ में 47, झुंझुनूं में 42, भीलवाड़ा में 43, बीकानेर में 38, दौसा में 22, धौलपुर में 21, अलवर में 20, चूरू में 16, राजसमंद में 15, हनुमानगढ़ में 11, सवाईमाधोपुर, डूंगरपुर और सीकर में 9-9, जालौर में 7, करौली में 5, प्रतापगढ़ औरबाड़मेर में 4-4, सिरोही में 2, बारां में 1 संक्रमित मिला। वहीं, जोधपुर में बीएसएफ के 42 जवान भी संक्रमित हैं।अब तक 103 लोगों की मौतराजस्थान में कोरोना से अब तक 100 लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर 56 (इनमें दो यूपी से), जोधपुर 17, कोटा 10, अजमेर 4, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, नागौर, सीकर और भरतपुर में 2-2, करौली, प्रतापगढ़, अलवर, बीकानेर, सवाई माधोपुर और टोंक में एक-एक की जान गई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today तजाकिस्तान में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स ने यह फोटो भास्कर को भेजी है। Full Article
india news एसबीआई और अन्य बैंकों से 411 करोड़ का कर्ज लेकर रामदेव इंटरनेशनल के तीन प्रमोटर विदेश भागे, सीबीआई में दर्ज थी शिकायत By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:12:00 GMT देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और 5 अन्य बैंकों से 411 करोड़ रुपए लेकर तीन प्रमोटर देश छोड़कर भाग गए हैं। यह तीनों प्रमोटर रामदेव इंटरनेशल कंपनी चलाते हैं। इसकी शिकायत बैंक ने सीबीआई में दर्ज कराई थी और यह सभी प्रमोटर गिरफ्तार भी हुए थे।कैनरा बैंक, यूनियन बैंक, आईडीबीआई बैंक ने भी दिया था कर्जजानकारी के मुताबिक रामदेव इंटरनेशनल के तीन प्रमोटरों ने एसबीआई सहित 6 बैंकों के कंसोर्शियम से 411 करोड़ रुपए का कर्ज लिए हैं। इसमें से 173 करोड़ रुपए का कर्ज एसबीआई ने दिया है। एसबीआई के अलावा बैंकों के इस कंसोर्शियम में सभी सरकारी बैंक हैं जिसमें कैनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया,आईडीबीआई बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और कॉर्पोरेशन बैंक का समावेश है। तीनों प्रमोटर नरेश कुमार, सुरेश कुमार और संगीता इस कंपनी के जरिए बासमती चावल का निर्यात करते हैं। यह निर्यात मुख्य रूप से पश्चिम एशियाई और यूरोपियन देशों में किया जाता है।कंपनी ने प्लांट से मशीन भी निकाल लिया थाएसबीआई ने शिकायत में कहा है कि हरियाणा स्थित उक्त कंपनी के पास करनाल जिले में 3 राइस मिल और 8 सॉर्टिंग और ग्रेडिंग इकाईयां हैं। कंपनी की सउदी अरबिया और दुबई में भी कारोबार के लिए ऑफिस है। एसबीआई की शिकायत के मुताबिक 27 जनवरी 2016 को ही उस अकाउंट को एनपीए घोषित कर दिया गया था। जानकारी के मुताबिक सीबीआई जांच में मदद ना करने की स्थिति में आरोपियों को समन भेजेगी और उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेगी। बैंक ने संयुक्त रूप से अगस्त और अक्टूबर में कंपनी की प्रॉपर्टी का निरीक्षण किया था। तब पता चला कि प्रमोटर फरार हैं। बैंक ने शिकायत में कहा है कि प्रमोटर ने प्लांट से मशीनों को निकाल लिया था और बैलेंसशीट को भी फर्जी बनाया था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 27 जनवरी 2016 को बैंक ने कर्ज वाले खाते को एनपीए घोषित किया था Full Article
india news बलूचिस्तान में एक लैंडमाइन विस्फोट में पाकिस्तानी आर्मी के मेजर समेत 6 सैनिक मारे गए, बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली हमले की जिम्मेदारी By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:17:27 GMT पाकिस्तान में बलूचिस्तान प्रांत के दक्षिण में शुक्रवार को एक लैंडमाइन विस्फोट में पाकिस्तानी सेना के मेजर समेत छह सैनिक मारे गए। हमलापाकिस्तान-ईरान सीमा से 14 किलोमीटर अंदर हुआ। बताया कि विस्फोट एक रिमोट कंट्रोल डिवाइस के जरिए किया गया था।पाकिस्तानी मिलिट्री के प्रवक्ता ने बताया कि फ्रंटियर कार्प्स साउथ बलूचिस्तान के जवान केछ जिले के बुलेदा से लौट रहे थे। इसी दौरान उन पर हमला किया गया। पाक सेना ने अपने बयान में कहा कि सैनिक मेक्रान के पहाड़ी इलाके में आतंकवादियों की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले रास्तों की जांच करने गए थे। मरने वाले मेजर की पहचान नदीम अब्बास भट्टी के रूप में हुई है। वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के हफिजाबाद के रहने वाले थे।बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली जिम्मदारीस्थानीय मीडिया द बलूचिस्तान पोस्ट ने कहा है कि बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के लिए लड़ रही ‘बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए)’ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। वहीं, एक अन्य वेबसाइट में बताया गया कि ‘बलूच राजी अजोई संगर’ समूह ने भी हमले की जिम्मेदारी ली है। वहीं, बीएलए ने हमले में मारे गए मेजर पर केच क्षेत्र में आपराधिक गैंग बनाने का आरोप लगाया है। कहा कि पाक सेना यहां ऐसे दस्ते का गठन कर रही है जो बलूच लोगों को मार रहे हैं। मेजर पर ड्रग डीलरों की मदद करने का भी आरोप लगाया गया है। बीएलए के प्रवक्ता को कोट करते हुए बलूचिस्तान पोस्ट ने लिखा, ‘‘पाकिस्तानी सेना ने पिछले कई दिनों से तिगरान और तुर्बत के इलाकों में अभियान चलाकर बलूच नागरिकों को निशाना बनाया है। इसके साथ ही महिलाओं और बच्चों का उत्पीड़न भी किया गया है।’’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पाकिस्तान-ईरान सीमा से 14 किलोमीटर अंदर यह आतंकी हमला हुआ है। Full Article
india news महिला पुलिसकर्मी के बेटे की गोली मारकर हत्या, कई दिन से घर से गायब था, दोस्तों पर हत्या का आरोप By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:18:00 GMT झज्जर के छुछकवास कस्बे में एक महिलापुलिसकर्मी के 20 वर्षीय बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना शुक्रवार रात की है। हत्या का आरोप उसी के साथियों पर है, जिनके साथ वह आखिरी बार देखा गया था। हालांकि युवक कई दिन से घर से गायब था। मृतक की पहचान सुशील उर्फ सोनू पुत्र राज सिंह निवासी मांगवास के रूप में हुई है। पुलिस ने मृतक के चाचा बिजेन्द्र पुत्र महाबीर की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुनील पिछले काफी दिनों से घर से गायब था। वह अपने साथी मनीष निवासी अच्छेज व सोमबीर निवासी छुछकवास के साथ देखा गया था। इसी सूचना पर सुशील के परिजन अच्छेज भी गए थे। लेकिन वहां उन्हें सुशील नहीं मिला।शुक्रवार देर रात परिजनों को सूचना मिली की सुशील का शव झज्जर के एक निजी अस्पताल में पड़ा है, उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई है। सुनील को उसका साथी सोमबीर ही अस्पताल में भर्ती करवाकर गया था और फरार हो गया। पुलिस ने अब छुछकवास पुलिस चौकी में मनीष, सोमबीर व अन्य पर मामला दर्ज कर लिया है। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today झज्जर के छुछकवास कस्बे का रहने वाला था 20 वर्षीय युवक। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंपा शव। Full Article
india news अकोला में लॉकडाउन के नियमों के पालन को लेकर आपस में भिड़े दो पुलिसवाले, बीच सड़क पर की मारपीट By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:19:10 GMT (दिलीप ब्राम्हणे). महाराष्ट्र के अकोला मेंहैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक वर्दीधारी और एक बिना वर्दीधारी पुलिसवाले सड़क पर लॉकडाउन के नियम मनवाने के मामले में एक-दूसरे से भिड़ गए। दोनों ने एक-दूसरेको जमकर गालियां दीं और मारपीट की। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसके बाद आलाधिकारियों ने मामले की जांच का आदेश दे दिया है। फिलहाल दोनों पक्षों की ओर से अभी कोई भी केस दर्ज नहीं करवाया गया है।ऐसे शुरू हुआ दोनों के बीचविवादजानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम को हुई इस घटना में एक पुलिसवाला दिन की ड्यूटी खत्म करके अपनी पत्नी के साथ किराने की दुकान परसामान खरीदने के लिए गया था।दुकान पर लंबी कतार लगी हुई थी और बिना वर्दीमेंफारुख खानबिना कतार के वहां खड़ा था। इसी दौरान वहांवर्दी मेंकांस्टेबलचंद्रकांत बराठे आए और दोनों के बीच में कतार में लगने को लेकर विवाद होने लगा।हंगामा बढ़ता देखकर मौके से गुजर रहे एक स्थानीय पार्षद ने बीच-बचाव का भी प्रयास किया।वायरल हुआ घटना का वीडियोकुछ ही देर में मामला बढ़कर मारपीट तक पहुंच गया। इस बीच फारुख ने चंद्रकांत को जमीन पर पटक दिया और उसी का डंडा छीनकर उसकी पिटाई कर दी। इसमें उसकी पत्नी ने भी उसका साथ दिया और दोनों ने मिलकर चंद्रकांत पर डंडे से कई वार किए।पुलिस ने मामले में शुरू कीजांचघटना का वीडियो मौके पर मौजूद किसी शख्स ने अपने मोबाइल फोन से तैयार किया और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।लोग पुलिस वालों पर ट्विटर और फेसबुक पर हमलाकर रहे हैं। इस घटना को लेकर जिले के एसपी ने जांच के आदेश दिए हैं।दोनों पुलिसवालों को पूछताछ के लिए एसपी ऑफिस बुलाया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। Full Article
india news हल्के लक्षण वाले मरीजों को 10 दिन में छुट्टी मिलेगी; डिस्चार्ज से पहले टेस्ट जरूरी नहीं, 7 दिन होम आइसोलेशन में रहना होगा By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:40:25 GMT स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज करने की पॉलिसी में बदलाव किया है। ऐसे मरीज जिनमें बहुत हल्के (वेरी माइल्ड), हल्के (माइल्ड) या फिर संक्रमण से पहले के लक्षण (प्री-सिम्पटमिक) हैं, उन्हें कोविड केयर फैसिलिटी में भर्ती किया जाएगा। उनके शरीर के तापमान और ऑक्सीजन के स्तर की नियमित जांच होगी। ऐसे मरीजों को 10 दिन बाद छुट्टी दी जा सकती है, बशर्ते उन्हें तीन दिन से बुखार नहीं आया हो। डिस्चार्ज से पहले कोरोना टेस्ट जरूरी नहीं होगा,लेकिनघर जाने के बाद 7 दिन आइसोलेशन में रहना पड़ेगा।मॉडरेट केस ऑक्सीजन बेड वाले सेंटर में भेजे जाएंगेकोरोना के औसत लक्षण(मॉडरेट) वाले मरीज ऑक्सीजन बेड वाले डेडिकेटेट कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती किए जाएंगे। बॉडी टेम्परेचर और ऑक्सीजन की नियमित जांच होगी। अगर बुखार 3 दिन में उतर जाता है और अगले 4 दिन तक ऑक्सीजन लेवल 95% से ज्यादा रहता है तो 10 दिन बाद छुट्टी दी जा सकती है,लेकिनसांस लेने में दिक्कत और ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होनी चाहिए।मॉडरेट केस में भी डिस्चार्ज से पहले टेस्ट जरूरी नहीं होगा।तीन दिन में बुखार नहीं उतरे तो कितने दिन में छुट्टी मिलेगी?ऐसे मरीज जो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं और तीन दिन में बुखार नहीं उतरता, उन्हें बीमारी के लक्षण पूरी तरह खत्म होने पर ही छुट्टी दी जाएगी। लेकिनलगातार तीन दिन ब्लड में ऑक्सीजन का लेवलमेंटेन होना चाहिए।गंभीर मरीजों को छुट्टी कब मिल पाएगी?इन मरीजों को पूरी तरह रिकवर होने के बाद ही छुट्टी मिलेगी। डिस्चार्ज से पहले कोरोना टेस्ट भी होगा। उसकी रिपोर्ट निगेटिव आनी चाहिए। गंभीर मामलों में कोरोना के वे मरीज शामिल होंगे जिनमें पहले से किसी गंभीर बीमारी की वजह से इम्युनिटी की कमी है। जैसे- एचआईवी पेशेंट, ऑर्गन ट्रांसप्लांट वाले या किसी और गंभीर बीमारी वाले मरीज। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Patients with mild symptoms will be discharged in 10 days; No test is required before discharge, 7 days stay in home isolation Full Article
india news बेटी का दिमाग फिर गया है, पहले सोशल मीडिया से बहुत दूर थी, अब टिकटॉक में लगी रहती है By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:43:00 GMT सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान भवन के काउंसिलिंग सेंटर में मिल रही शिकायतों में लॉकडाउन से संतानों की आदतें बिगड़ने की समस्याएं सामने आ रही हैं।मेरी बेटी का दिमाग फिर गया हैएक महिला ने शिकायत करते हुए कहा कि इस लॉकडाउन ने मेरी बेटी का दिमाग फिर गया है। मैं अपनी इकलौती बेटी का भविष्य बिगड़ते देख रही हूं। अब तक वह सोशल मीडिया से दूर रहती थी, पर अब वह इसमें इतनी अधिक तल्लीन हो गई है कि केवल टिकटॉक में रमी रहती है। वह तो साफ कहती है कि अब मुझे पढ़ाई करनी ही नहीं है।गाड़ी पंक्चर है, उसे कैसे ठीक करवाएंसाहब, मुझे बेटे को लेकर हॉस्पिटल जाना है, इतने दिनों से पड़ी गाड़ी पंक्चर हो गई है। कोई गैरेज खुला नहीं है, हमारे लिए तो बहुत ही ज्यादा मुश्किल है। हम जैसे लोग छोटी-छोटी समस्याओं में ही उलझ जाते हैं। वह तो अच्छा हुआ कि पड़ोसी ने अपना धर्म निभाते हुए हमें सहायता की, नहीं तो न जाने हमारे साथ क्या होता। कोरोना के समाचार सुन-सुनकर हम तो पागल ही हो गए हैं। आवश्यक सेवाओं को तो अब शुरू कर देना चाहिए। ऐसी मेरी सरकार से अपील है।सासु को समझाओ, मुझे मेरे बेटे से दूर रखती हैएक महिला ने शिकायत की कि मेरा बेटा अभी केवल दो महीने का है। मेरी सास उसे हमेशा अपने पास रखती है। केवल दूध पिलाने के लिए ही उसे मेरे पास लाती है। उसके बाद दिन भर वही रखती है। बच्चे को मां का दुलार चाहिए। इसे मेरी सास नहीं समझ पा रही है। वह कहती है कि बच्चे को कोरोना हो जाएगा। उसे कौन समझाए कि दूध पिला रही हूं, तो उसे कोरोना कैसे हो सकता है। पहले मुझे होगा, तभी तो उसे होगा।पार्टी में शामिल नहीं हुआ, तो रिश्ता ही तोड़ दियाएक व्यक्ति ने फोन करके कहा-मेरे रिश्तेदार का फोन आया कि बेटे का जन्म दिन है, शाम को पार्टी में आ जाओ। मैंने उनसे कहा कि लॉकडाउन चल रहा है, नियमों को तोड़कर आना संभव नहीं है। मैंने अपने अन्य रिश्तेदारों को भी समझाया कि उन रिश्तेदार के यहां पार्टी में न जाएं। अब वह रिश्तेदार मुझसे नाराज है। उसने सारे रिश्ते तोड़ दिए हैँ। अब वह मेरे साथ कोई रिलेशन नहीं रखना चाहता। अब आप ही उसे समझाओ। मैं आपको उनका नम्बर दे रहा हूं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रतीकात्मक तस्वीर Full Article
india news अब डीडी मध्य प्रदेश पर लगेंगी 10वीं और 12वीं की क्लासेस, 11 मई से 30 जून तक चलेगा टीवी पर 'क्लासरूम' कार्यक्रम By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:46:00 GMT लॉकडाउन के चलते सभी राज्य अपने- अपने स्तर पर बच्चों की पढ़ाई को जारी रखने में मदद कर रहे है। इसी क्रम में अब मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए दूरदर्शन पर क्लासेस शुरू होगी। इसके लिए सरकार ने तैयारी भी शुरू कर दी गई है। फिलहाल राज्य में 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स का पढ़ाई दूरदर्शन के माध्यम से शुरू होंगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने दूरदर्शन से अनुबंध कर लिया है। यह 'क्लासरूम' दूरदर्शन पर सोमवार, 11 मई से शुरू होगी, जो 30 जून तक चलेगी।दो पालियों में होगी क्लासेसदरअसल, राज्य में लॉकडाउन के चलते सभी स्कूल बंद हैं। ऐसे छात्रों की पढ़ाई में कई तरह की बाधाएं आ रही है। इन्हीं सब को देखते हुए शिक्षा विभाग ने दूरदर्शन के साथ अनुबंध कर यह पहल की है। जिसके बाद अब दूरदर्शन मध्य प्रदेश पर सोमवार से शुक्रवार तक दो पालियों में दो घंटे तक कक्षाएं चलेगी। 10वीं कक्षा के लिए दोपहर 12 बजे से एक बजे तक और 12वीं के छात्रों के लिए दोपहर 3 से 4 बजे तक 'क्लासरूम' चलेगा। इसमें एक घंटे का प्रसारण निशुल्क होगा और इसका खर्च विभाग करेगा।18 लाख छात्रों को फायदादूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले 'क्लासरूम' कार्यक्रम के लिए शिक्षकों को भी डिजिटल कंटेंट उपलब्ध कराया जाएगा। ऐसा होने से ऑनलाइन क्लास के दौरान शिक्षक छात्रों के सवालों पर समझा सकेंगे। दूरदर्शन के जरिए शुरू होने वाली क्लासेस से राज्य में 10वीं- 12वीं के करीब 18 लाख छात्रों को फायदा होगा। इससे पहले बिहार, उत्तर प्रदेश, मेघालय आदि राज्य भी क्षेत्रीय दूरदर्शन पर बच्चों के लिए क्लासेस शुरू कर चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Now DD Madhya Pradesh will start 10th and 12th classes, 'Classroom' program will be started on TV from May 11 to June 30 Full Article
india news देवी मां के अलग-अलग स्वरूपों के नाम पर रखे गए हैं मुंबई, नैनीताल सहित 5 जगहों के नाम By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:47:00 GMT रविवार को अंतरराष्ट्रीय मदर्स डे है। माता खुद के सुख का ध्यान न रखते हुए अपने बच्चों को खुश रखने के लिए कई तरह की परेशानियों का सामना करती है। निस्वार्थ भाव से संतान का पालन करती है। इसी वजह से मां को सबसे महान माना गया है। इस दिन दुनियाभर में लोग अपनी-अपनी मां के सामने आभार प्रकट करते हैं, माता के सम्मान में उत्सव मनाते हैं, उपहार देते हैं। माताएं भी अपनी संतान को जीवनभर सुखी रहने का आशीष प्रदान करती हैं। हिन्दू धर्म में जन्म देने वाली मां के साथ ही देवियों के अलग-अलग स्वरूपों को भी मां माना गया है। मदर्स डे के अवसर जानिए कुछ ऐसे शहरों के बारे में जिनके नाम देवी मां के अलग-अलग स्वरूपों के नाम पर रखे गए हैं। मान्यता है कि इन शहरों पर देवी मां की विशेष कृपा रहती है, यहां रहने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं।मुंबईमहाराष्ट्र की राजधानी मुंबई का ये नाम वहां स्थित मूंबा देवी के नाम पर रखा गया है। मुंबई शब्द मुंबा यानी महा अंबा और आई यानी मां से मिलकर बना है। पहले इसे बॉम्बे या बंबई कहा जाता था, लेकिन 1995 में इसका मराठी नाम मुंबई कर दिया गया। मुंबा देवी मंदिर लगभग 400 साल पुराना है। पुराने समय में यहां मछुआरों की बस्ती थी। इन लोगों ने मुंबा देवी की स्थापना की थी।चंडीगढ़पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ का नाम चंडी माता के नाम पर पड़ा है। चंडीगढ़ यानी चंडी का किला। ये मंदिर चंडीगढ़ से करीब 15 किमी दूरी पर स्थित है। मंदिर में देवी चंडी के साथ ही श्रीराम, शिव, राधा-कृष्ण और हनुमानजी की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर का इतिहास काफी पुराना है।नैनीतालनैनीताल उत्तराखंड का बहुत ही सुंदर पर्यटन स्थल है नैनीताल। यहां नैना देवी का प्राचीन मंदिर स्थित है। यहां कई झीलें हैं। नैनी झील के किनारे परे देवी मंदिर है। नैना यानी आंखें और ताल यानी झील। प्राचीन कथा के मुताबिक दक्ष प्रजापति के हवन कुंड में कूदकर देवी सती ने अपना शरीर त्याग दिया था। इसके बाद शिवजी सती के जलते हुए शरीर को लेकर पूरी सृष्टि में घूमे थे। इस दौरान जहां-जहां सती के शरीर के हिस्से गिरे वहां-वहां शक्तिपीठ स्थापित हुए। नैनीताल में देवी की आंखें गिरी थीं। इसीलिए इसे नैनादेवी कहा जाता है।त्रिपूराभारत के सबसे छोटे राज्यों में से एक है त्रिपूरा। इस राज्य का नाम त्रिपूरासुंदरी देवी के नाम पर पड़ा है। अगरतला इस राज्य की राजधानी है। यहां मान्यता प्रचलित है कि प्राचीन समय में ययाति वंश के एक राजा त्रिपुर के नाम पर इस क्षेत्र का नाम पड़ा है। एक अन्य मान्यता प्राचीन त्रिपुरासुंदरी देवी मंदिर से जुड़ी है।मैंगलोर या मैंगलुरुमैंगलोर यानी मैंगलुरु कर्नाटक में अरब सागर के पास स्थित है। यहां मान्यता प्रचलित है कि इस नगर का नाम यहां स्थित मंगलादेवी मंदिर के नाम पर पड़ा है। इस मंदिर का निर्माण अट्टावर के बलाल वंश द्वारा करवाया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Mother's day 2020, Mumbai, Nainital and 6 places are named after the different forms of Goddess. Full Article
india news राजस्थान की राजधानी में संक्रमितों की संख्या 1165 हुई, 20 नए केस सामने आए, अब तक 54 मरीजों की मौत By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:51:26 GMT शहर में शनिवार को कुल 20 नए कोराना पॉजिटिव केस सामने आए। इसके बाद संक्रमितों का आंकड़ा 1165 पहुंच गया। इनमें 54 मरीजों की मौत हो चुकी है। शनिवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जारी कोरोना अपडेट्स केआंकड़ों के अनुसार जयपुर में 1165 में से 720 मरीज रिकवर हो चुके हैं। उनकी मेडिकल रिपोर्ट अब नेगेटिव आ चुकी है। इनमें 641 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया जा चुका है। इसके बाद अब 391 एक्टिव केस बचे हैं,जिनका अस्पताल में उपचार जारी है।वहीं, राजधानी में लॉकडाउन 3.0 के दौरान अब शहर के 34 थाना क्षेत्रों के चिन्हित इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है। यहां कोरोना संक्रमित केस आने से एक किलोमीटर के दायरे मेंकर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, परकोटे के सभी थाना इलाकों में कर्फ्यू जारी है। परकोटे के सात थाना क्षेत्रों में 27 मार्च को कर्फ्यू लगाया गया था। इससे पहले शुक्रवार रात को कोरोना संक्रमितों के नए केस आने के बाद शिप्रापथ, सोढाला, खोनागोरियान, जालूपुरा व शास्त्री नगर थाना इलाकों में चिन्हित एरिया में कर्फ्यू लगाया गया।शहर के 566 स्थानों पर सुबह व रात को नाकाबंदी जारीअतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि शहर में 566 स्थानों पर सुबह व रात को नाकाबंदी जारी है। कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। 3 मई से एक आदेश जारी कर शाम 7 से सुबह 7 बजे तक सभी क्षेत्रों में आवाजाही पर पूरी तरह से निषिद्ध किया गया है। शहर में लॉकडाउन के दौरान गारमेंट्स, ज्वैलर्स, बैंगल्स एवं हेयर ड्रेसर की दुकानों के खुलने पर कार्रवाई की जा रही है।लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक जयपुर में 897 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उल्लंघन करने पर 16 आपराधिक केस दर्ज किए गए हैं। इसी तरह, शहर के विभिन्न इलाकों में ड्रोन से निगरानी जारी है। लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक 16 हजार 253 वाहन जब्त किए गए हैं। वहीं, शहर के क्वारेंटाइन सेंटर्स में रखे गए लोगों की निगरानी के लिए आरएसी बल के जवानों कीतैनातगी जारी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today शहर का अजमेरी गेट, आम दिनों में यादगार के सामने इस तिराहे पर सर्वाधिक भीड़भाड़ रहती है, पर लॉकडाउन के दौरान यहां सन्नाटा नजर आ रहा है। Full Article
india news जोधपुर में 6 नए पॉजिटिव केस सामने आए, पहली बार भीतरी शहर में एक भी नहीं मिला संक्रमित By Published On :: Sat, 09 May 2020 09:55:18 GMT शहर में शनिवार दोपहर 6 नए करोना संक्रमित मिले। यह पहला अवसर है, जब हॉट स्पॉट बन चुके भीतरी शहर से एक भी नया पॉजिटिव केस नहीं मिला है। आज मिले सभी 6 संक्रमित बाहरी शहर के हैं। इस तरह अब तक शहर में 857 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। वहीं, अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 339 लोग कोरोना को मात देकर अपने घर लौट चुके हैं।आज मिले संक्रमितों में से तीन हनवंत बीजेएस कॉलोनी से हैं। जबकि एक-एक मधुबन, मेहलों की ढाणी व भदवासिया क्षेत्र से हैं। आजबड़ी राहत यह रही कि भीतरी शहर से कोई नया मामला सामने नहीं आया। लम्बे अरसे बाद यह पहला ऐसा दिन है, जब भीतरी शहर से कोई नया मामला नहीं मिला। शहर में अब तक मिले 857 संक्रमितों में सबसे अधिक मामले भीतरी शहर से है।अब मेड़ती गेट में सर्वाधिक 83 पॉजिटिव केसपहले विदेश से लौटे लोगों में कोरोना वायरस मिला तो उसके बाद नागौरी गेट, उदयमंदिर कोरोना पॉजिटिव केस के लगातार सामने आने से हॉट स्पाट बने। अब मेड़ती गेट शहर के सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस देने वाला क्षेत्र बन गया है। वार्ड-44 के इस एरिया में अब तक 83 केस सामने आ चुके हैं। स्थानीय लोगों में कोरोना का विस्फोट नागौरी गेट, नया तालाब और उदयमंदिर से शुरू हुआ था। परकोटे के किनारे बसे इन इलाकों की बसावट, तंग गलियां और छोटे मकानों में ज्यादा लोगों के एक साथ रहवास ने कोरोना संक्रमण को एक से दूसरे में पहुंचने का मौका दिया। यहां से कागा कागड़ी, अजय चौक, मेहरों का चौक, गुलाब सागर, उम्मेद चौक, फतेहसागर, घोड़ों का चौक, कबूतरों का चौक व जालप मोहल्ला तक में यह फैल चुका है। जब नागौरी गेट व उदयमंदिर आसन में तेजी से मामले बढ़ रहे थे, तब यही माना जा रहा था कि बाकी शहर में इतना असर नहीं है। अप्रैल के तीसरे सप्ताह में इस संक्रमण ने भीतरी इलाकों को भी चपेट में लेना शुरू कर दिया। ठेठ जालप मोहल्ले व चांदी हॉल के बाद कोरोना वायरस खांडा फलसा, जूनी मंडी, सिटी पुलिस व सिवांची गेट थाना क्षेत्र तक पहुंच गया। उदयमंदिर से नई सड़क की ओर जाने वाली सड़क पर आगे बढ़ा तो बम्बा, मेड़ती गेट, घंटाघर, नई सड़क, पुराने स्टेडियम, सोजती गेट, मकराना मोहल्ला, नया बास, लखारा बाजार, सोनारों का बास, कबूतरों का चौक जैसे अंदरुनी इलाकों में अब असर दिखा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today डेमो फोटो Full Article
india news 2 महीने की वेतन नहीं मिली तो कर्मचारियों ने पार्क में बैठकर किया हंगामा By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:00:44 GMT पंचकूला में एक फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों ने 2 महीने से वेतन नहीं मिलने पर हंगामा शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने फैक्ट्री संचालक पर आरोप लगाया कि उन्हें लॉगडाउन के दौरान कंपनी की ओर से मार्च-अप्रैल की वेतन नहीं दी गई। हंगामा करने वाले 30 से ज्यादा कर्मचारियों ने फैक्ट्री के बाहर बने पार्क में बैठकर विरोध किया।जब इस बात का पुलिस को पता चला तो मौके पर पीसीआर पहुंची। कर्मचारियों ने जब वेतन न मिलने की बात पुलिस को बताई तो पुलिस ने फैक्ट्री मालिक से इस बारे बात की। उसके बाद पुलिस ने इन कर्मचारियों को यहां से जाने के लिए कहा। कर्मचारियाें ने बताया किपुलिस फैक्ट्री के मालिक से बात कर रही हैं और उनकी ओर से एक या 2 दिन के अंदर इनकी सैलरी देने के बारे में कहा गया है।शनिवार को सैलरी नहीं मिलने पर विरोध कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि उनकी फैक्ट्री में ढाई सौ से ज्यादा कर्मचारी हैं जिन्हें सैलरी नहीं मिली है। अब जब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को इस बात का पता चला तो फैक्ट्री संचालक अगले 2-4 दिनों में कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए बात कर रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पंचकूला में दो महीने से वेतन न मिलने पर कर्मचारियों ने हंगामा किया। बाद में कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनकी वेतन एक-दो दिन में मिल जाएगी। Full Article
india news मुजफ्फरपुर आई दिल्ली से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन, प्लेटफॉर्म पर रखा गया सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:03:38 GMT कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है। शनिवार को 15 ट्रेन से 18115 लोग बिहार लौट रहे हैं। इनमें से दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन मुजफ्फरपुर और छपरा आ गई है।मुजफ्फरपुर जंक्शन पर दिल्ली से ट्रेन आई। इसपर 1200 से अधिक लोग सवार थे। आरपीएफ, जीआरपी और जिला पुलिस के जवान भारी संख्या में प्लेटफॉर्म पर तैनात थे। प्रवासियों को सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए बारी-बारी से प्लेटफॉर्म के बाहर निकाला गया। प्लेटफॉर्म से निकलते समय सभी यात्रियों को खाना का पैकेट और पानी दिया गया। मुजफ्फरपुर से प्रवासियों को बस द्वारा उनके जिलों के ब्लॉक में बने क्वारैंटाइन सेंटर भेजा गया।सूरत से छपरा आई स्पेशल ट्रेनछपरा स्टेशन पर शनिवार को सूरत से श्रमिक स्पेशल ट्रेन आई। इस ट्रेन में 1206 लोग सवार थे। प्लेटफॉर्म पर मेडिकल टीम ने सभी प्रवासियों की स्क्रीनिंग की। स्टेशन परिसर में यात्रियों को खाना और पानी दिया गया। इसके बाद सभी को बस से उनके जिलों के ब्लॉक में बने क्वारैंटाइन सेंटर भेजा गया। अपने घर पहुंचकर प्रवासी खुश दिखे।बांका: लिंगमपल्ली से 1250 श्रमिकों को लेकर आई ट्रेनतेलंगाना के लिंगमपल्ली से 1250 श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन बांका स्टेशन पहुंची। सभी प्रवासियों को मेडिकल जांच के बाद बसों द्वारा उनके प्रखंड के क्वारैंटाइन सेंटर भेजा गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today छपरा स्टेशन पर प्रवासियों की स्क्रीनिंग करते डॉक्टर। Full Article
india news वीएफएक्स की मदद से पूरी की जाएगी ऋषि कपूर की आखिरी फिल्म 'शर्माजी नमकीन', सिर्फ चार दिन की शूटिंग थी बाकी By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:10:10 GMT वेटरन एक्टर ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में 30 अप्रैल को निधन हो गया था। वह पिछले दो साल से ल्यूकेमिया से जूझ रहे थे। लंबे समय तक अपना इलाज अमेरिका में करवाने के बाद वह पिछले साल मुंबई लौट आए थे। वह फिल्मों में 'शर्माजी नमकीन' के जरिए वापसी करने वाले थे जो कि पिछले साल दिसंबर में फ्लोर पर जा चुकी थी। इस फिल्म में वह मेन लीड में नजर आएंगे। उनके निधन से यह कयास लगाए जा रहे थे कि फिल्म अब ठंडे बस्ते में चली जाएगी लेकिन पिछले दिनों ही यह साफ कर दिया था कि ऐसा नहीं होगा।वीएफएक्स की मदद लेंगे मेकर्स: दरअसल, ऋषि अपने हिस्से की ज्यादातर शूटिंग पूरी कर चुके थे। बस कुछ दिनों की शूटिंग ही बाकी थी। ऐसे में निर्माता हनी त्रेहान ने एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में फिल्म पूरी करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि निर्देशक हितेश भाटिया और क्रू के पास बिना लीड एक्टर के फिल्म को पूरा करने की चुनौती है।ऐसे में हम एडवांस टेक्नोलॉजी,वीएफएक्स और कुछ स्पेशल टेक्निक के सहारे हम बिना क्वालिटी में कॉम्प्रोमाइज किए बगैर फिल्म की शूटिंग पूरी करेंगे। हम इसे लेकर कुछ वीएफएक्स स्टूडियो से भी बातचीत कर रहे हैं कि आगे क्या और कैसे किया जा सकता है।सिर्फ चार दिन की शूटिंग थी बाकी: त्रेहान ने आगे बताया, 'हमने जनवरी तक दिल्ली में फिल्म का काफी हिस्सा शूट कर लिया था। सिर्फ चार दिनका शेड्यूल पेंडिंग था। ऋषिजी सिल्वर स्क्रीन के लीजेंड थे, ऐसे में यह फिल्म उन्हें समर्पित है और हम उनके चाहने वालों के लिए फिल्म को ज़रूर रिलीज करेंगे। मैं हमारे अन्य निर्माताओं रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर को बहुत धन्यवाद कहना चाहता हूं जो हमें न सिर्फ आर्थिक बल्कि भावनात्मक सहयोग भी दे रहे हैं।' Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Actor Rishi Kapoor’s last film, Sharmaji Namkeen, will be completed using advanced VFX technology. Full Article
india news पूर्व सीएम अजीत जोगी को दिल का दौरा, हालत गंभीर; डॉक्टर ने कहा- इमली का बीज गले में अटकने से हुई परेशानी By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:15:22 GMT छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को शनिवार सुबह दिल का दौरा पड़ा। उन्हें रायपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। उनकी हालत फिलहाल गंभीर है।डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ है।शनिवार सुबहकरीब 7 बजे उनकी पत्नी और विधायक डॉ. रेणु जोगी ने अजीत काब्लड प्रेशर चेक किया। काफी कम होने और उसमें सुधार नहीं होने पर जोगी कोदेवेंद्र नगर स्थित श्रीनारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया। बेटे अमित जोगी ने पिता की तबीयत खराबहोने की बात कही है। वे बिलासपुर से रायपुर के लिए रवाना हो गए हैं।अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टरसुनील खेमका ने बताया- जोगी को कार्डियक अरेस्ट आया था। अब रिकवरी हो रही है। हालांकि, स्थिति अब भी गंभीर है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेटे अमित जोगी से फोन पर अजीत केस्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।जोगी को शनिवार सुबह दिल का दौरा पड़ा। उन्हें रायपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।डॉ. खेमका के मुताबिक, “जोगी घर में व्हील चेयर पर टहल कर इमली खा रहे थे। इसी दौरानइमली का बीज उनके गले मे अटक गया। इससे हार्टबीट असामान्य हो गई। हालांकि, अब ये नॉर्मल है। उन्हें दो दिन ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा।” खेमका ने जोगी कोएयर एम्बुलेंससे दिल्ली ले जाने की बात से इनकार कर दिया। कहा-अभी इसकी जरूरत नहीं है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जाेगी की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। -फाइल फोटो Full Article
india news धोनी काले छोटे बाल और सफेद दाढ़ी में दिखे, वीडियो वायरल; बेटी जीवा के साथ मस्ती करते नजर आए By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:20:40 GMT कोरोनावायरस और लॉकडाउन के बीच महेंद्र सिंह धोनी का सोशल मीडिया पर नया लुक नजर आया है। उनकी बेटी जीवा धोनी सिंह नाम के इंस्टाग्राम से एक वीडियो शेयर किया गया, जिसमें धोनी काले छोटे बाल और सफेद बियर्ड दाढ़ी में नजर आ रहे हैं। वीडियो में वे अपने फार्म हाउस पर बेटी और डॉग के साथ खेल रहे हैं।पूर्व भारतीय कप्तान धोनी वनडे वर्ल्ड कप 2019 के बाद से ही क्रिकेट से दूर हैं। उन्होंने आईपीएल से वापसी का प्लान बनाया था, लेकिन यह अभी संभव होता नहीं दिख रहा है। कोरोना और लॉकडाउन के कारण आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।धोनी ने रैना से कहा- तेरी दाढ़ी सफेद हो गईधोनी आईपीएल में फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) टीम के कप्तान हैं। इसी बीच सीएसके ने भी धोनी और सुरेश रैना का एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें धोनी क्लीन सेव नजर आ रहे हैं, लेकिन रैना बियर्ड में दिखते हैं। रैना गले मिलते हैं, तो धोनी कहते हैं कि तेरी दाढ़ी के बाल सफेद हो गई।## Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today धोनी ने 90 टेस्ट 4876, 350 वनडे में 10773 और 98 टी-20 में 1617 रन बनाए हैं। आईपीएल के 190 मैच में उनके नाम 4432 रन हैं। Full Article
india news अमेरिका में बड़ी तादाद में लोगों की नौकरियां जा रहीं, बेरोजगारी दर 14.7% पहुंची; एच1-बी जैसे वर्क वीजा पर अस्थाई प्रतिबंध लगाने पर विचार By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:22:40 GMT अमेरिकी सरकार एच1-बी जैसे वर्क वीजा पर अस्थाई प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में बड़ी तादाद में लोगों की नौकरियां जाने का खतरा है। इसके चलते सरकार यह फैसला ले सकती है। अमेरिका से ज्यादा एच1-बी वीजा हासिल करने वाले भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स और छात्र ही हैं।अमेरिकी सरकार ने हाल ही में कोरोनावायरस के चलते एच-1बीवीजाधारकों और ग्रीनकार्ड आवेदकों को 60 दिन की छूट दी है।हालांकि, यह छूट सिर्फ उन लोगों को दी गई है, जिन्हें दस्तावेजोंको जमा करने के चलते नोटिस दिया गया है।रिपोर्ट में क्या कहा गया?शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘राष्ट्रपतिडोनाल्ड ट्रम्प के इमिग्रेशन एडवाइजर एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डरलाने की योजना बना रहे हैं। उम्मीद है कि यह इसी महीने आजाएगा। इसमें वर्क वीजा पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने की बात होसकती है। माना जा रहा है कि ऑर्डर की वीजा कैटेगरी मेंएच1-बी (स्किल्ड वर्कर्स) और एच-2बी (माइग्रेंट वर्कर्स) कोशामिल किया जा सकता है।’’अमेरिका को बेरोजगारों की चिंताकोरोना महामारी के चलते बीते 2 महीने में अमेरिका में 3.3करोड़ लोगों को नौकरी गंवानी पड़ी है। इससे देश कीअर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष(आईएमएफ) और विश्व बैंक ने भी अमेरिका की ग्रोथ रेटनिगेटिव आंकी है। व्हाइट हाउस के अफसरों के मुताबिक, वित्तवर्ष की दूसरी तिमाही में देश की ग्रोथ 15-20% निगेटिव मेंरहने की आशंका है।सांसदों ने भी ट्रम्प से वीजा सस्पेंड करने की बात कहीसीनेट के 4 सांसदों चक ग्रेसली, टॉम कॉटन, टेड क्रूज और जोशहॉल ने शुक्रवार को ट्रम्प को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने लेबरडिपार्टमेंट की रिपोर्ट दी। इसमें बताया गया कि कोरोना ने अप्रैलमें 2 करोड़ नौकरियां खत्म कर दीं। इसके चलते बेरोजगारी दर14.7% हो गई। लिहाजा विदेशों से आने वाले वर्करों का वीजाकम से कम एक साल के लिए सस्पेंड कर देना चाहिए।सांसदों ने इन वीजा को सस्पेंड करने की मांग की एच-1बी वीजाः विशेष काम के कर्मचारियों को दिया जाने वालावीजा एच-2बी वीजाः नॉन-एग्रीकल्चरल कामों के लिए सीजनल वर्करोंको दिया जाने वाला वीजा ओटीपी वीजाः ग्रेजुएशन के बाद स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप के लिएदिया जाने वाला वीजा ईबी-5 वीजाः विदेश के अमीर लोगों इंवेस्टमेंट के बदले दियाजाने वाला वीजापिछले साल ओटीपी वीजा वालों में 40% भारतीयओटीपी वीजा के सस्पेंड होने से भारतीय छात्रों में पर असरपड़ेगा। हर साल भारत से कई स्टूडेंट फॉरेन स्टूडेंट वीजा परग्रेजुएशन के लिए अमेरिका जाते हैं। ग्रेजुएशन होने के बादअमेरिका उनके वीजा में विस्तार करता है। इसे ओटीपी वीजाकहते हैं। इसके तहत विदेशी छात्र एक से तीन साल तकअमेरिका इंटर्नशिप कर सकते हैं। 2019 में अमेरिका में विदेशके दो लाख 23 हजार स्टूडेंट ऐसे थे, जिन्हें ग्रेजुएशन के बादओटीपी वीजा मिला था, इसमें करीब 40% भारतीय थे।क्या है एच1-बी वीजा?एच1-बी नॉन-इमिग्रेंट वीजा है, जिसके तहत अमेरिकी कंपनियांविदेशी कामगारों (खासकर भारत और चीन के आईटीप्रोफेशनल्स) को अपने यहां काम करने बुलाती हैं। इस समयकरीब 50 हजार अप्रवासी कामगार एच1-बी वीजा पर अमेरिका मेंकाम कर रहे हैं। नियम के अनुसार, अगर किसी एच-1बीवीजाधारक की कंपनी ने उसके साथ कांट्रैक्ट खत्म कर लिया हैतो वीजा स्टेटस बनाए रखने के लिए उसे 60 दिनों के अंदर नईकंपनी में जॉब तलाशना होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोरोना के चलते 2 महीने में अमेरिका में 3.3 करोड़ लोगों को नौकरी गंवानी पड़ी है। इससे देश की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा, पर अमेरिका में रह रहे भारतीय प्रोफेशनल्स ऐसा नहीं मानते। (फोटो क्रेडिट- द हिंदू) Full Article
india news पेट दर्द की शिकायत के बाद शरीर में तीन किडनी मिलीं, सीटी स्कैन में हुई पुष्टि ; तीनों सामान्य तरीके से काम कर रहीं By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:24:37 GMT ब्राजील के एक शख्स में तीन किडनी देखी गईं और तीनों ही सामान्य तरीके काम कर रही हैं। यह मामला तब सामने आया जब उस शख्स को पेट के निचले हिस्सेमें तेज दर्द शुरू हुआ। 38 साल का शख्स डॉक्टर के पास पहुंचा और तो उसे सीटी स्कैन की सलाह दी गई। स्कैन रिपोर्ट में तीन किडनी होने की पुष्टि हुई। जांचमें स्लिप डिस्क की समस्या सामने आई और इलाज किया गया।हैरान हैं डॉक्टरन्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, वह शख्स ब्राजील की राजधानी साओ पाउलो का रहने वाला है। अस्पताल में स्लिप डिस्कके इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। डॉक्टरों का कहना है कि मरीज के शरीर में किडनी से जुड़ी कोई समस्या नहीं मिली। यह मामला सामने आने के बाद डॉक्टर भी हैरान हैं।कब बनती है ऐसी स्थितिडॉक्टरों के मुताबिक, यह एक दुर्लभ स्थिति है। ऐसी स्थिति तब बनती है जब गर्भावस्था में भ्रूण के विकास के दौरान कोई एक किडनी दो हिस्सों में बंट जाती है।हालांकि ऐसा होने पर उनमें कोई असामान्य लक्षण नहीं दिखाई देते, इसलिए उन्हें पता नहीं चल पाता कि ऐसा कुछ शरीर में हुआ है। किसी तरह की जांच या एक्सीडेंट की स्थिति में इसका पता चल पाता है।मरीज को पेनकिलर्स दिए गएरिपोर्ट में डॉक्टरों का कहना है कि शख्स को किसी खास तरह के किडनी ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं है। सिर्फ बैक पेन के लिए उसे पेनकिलर दिए गए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Kidney In Human Body Update | Three Kidneys Discovered In Brazilian Man Body; All You Need To Know Full Article
india news ऑनलाइन पढ़ाई करना नहीं है खतरे से खाली, एजुकेशनल पोर्टल पर हैंकिंग के मामले तीन गुने बढ़े By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:25:00 GMT कोरोना महामारी से बचने के लिए लागू लॉकडाउन में अधिकतर काम के लिए हम ऑनलाइन बेवसाइट्स पर निर्भर हो गए हैं। इन दिनों ऑनलाइन पढ़ाई पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। कई एजुकेशनल पोर्टल खुल गए हैं। लाखों लोग ऑनलाइन क्लासेस ले रहे हैं। ऐसे में साइबर अटैक के मामले भी बढ़े हैं। शनिवार को एक रिपोर्ट पेश किया गया है कि इसके मुताबिक, साल 2020 के पहले तीन माह के दौरान एजुकेशन पोर्टल पर हैकिंग के मामलों में तीन गुनावृद्धि देखी गई है। यह साइबर अटैक डिस्ट्रीब्यूटेड डेनियल ऑफ सर्विस (डीडाॅस, DDoS) डीडाॅस के जरिए किया गया है।मौजूदा स्थिति का फायदा उठा रहा है DDoSसाइबर सिक्योरिटी कैस्पर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय जब लोग अपने घरों में बंद हैं और डिजिटल संसाधनों पर निर्भर हैं। ऐसे समय में डीडाॅस मौजूदा स्थिति का फायदा उठा रहा है। जनवरी माह से कोरोनावायरस महामारी शुरू हुई है। इस दौरान ऑनलाइन संसाधनों में बढ़ी मांग के चलते साइबर अटैक के मामले में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, हैकर्स का फोकस सबसे महत्वपूर्ण डिजिटल सेवाओं पर रहता है जिसका लाॅकडाउन में लोग ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है।क्या होता है DDoS?इस तरह के साइबर हमले हैकर्स साइट पर एक साथ लाखों-करोड़ों संदेशों की बौछार कर देते है, ताकि वह ठप पड़ जाए। इस तरह के हमले में अगर एक नेटवर्क पर संदेशों का जाम लग जाता है इससे दूसरा नेटवर्क भी ओवरलोड का शिकार हो जाता है और लोगों को साइट खोलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इंटरनेट ट्रैफिक जाम होने की वजह से साइट खुलने में देरी, इंटरनेट का धीमा चलना और बार-बार हैक होने से लोग परेशान है। बता दें कि साल 2016 में मुंबई में इस तरह का बड़ा हमला किया गया था। इस संबंध में आईटी कंपनी जॉइस्टर ने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थीं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह साइबर अटैक डिस्ट्रीब्यूटेड डेनियल ऑफ सर्विस के जरिए किया गया है। Full Article
india news डुओ यूजर्स जल्द ही अपने पीसी और लैपटॉप से भी कर सकेंगे ग्रुप वीडियो कॉल, फैमिली मोड की भी होगी शुरुआत By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:25:13 GMT देश में लागू लॉकडाउन के कारण लोग दोस्तों रिश्तेदारों और ऑफिस के साथियों से बात करने के लिए लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप का सहारा ले रहे हैं। इसी को देखते हुए गूगल वेब पर डुओ ग्रुप वीडियो कॉलिंग करने की तैयारी में है। इसका मतलब है कि डुओ यूजर्स जल्द ही अपने पीसी और लैपटॉप से ग्रुप वीडियो कॉल कर सकेंगे। डुओ का मुख्य कॉम्पिटिटर व्हाट्सअप फिलहाल इस तरह की कोई सुविधा नहीं दे रहा है।गूगल अकाउंट रहेगा जरूरीवेब के लिए गूगल डुओ ग्रुप वीडियो कॉलिंग आने वाले हफ्तों में क्रोम पर शुरू होगी जो कंपनी का डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र है। इसके बाद ये सुविधा वेब के लिए गूगल डुओ फ़ायरफ़ॉक्स और सफारी पर भी उपलब्ध होगी। यूजर एक लिंक के माध्यम से दूसरे व्यक्ति को वीडियो चैट के लिए इन्वाइट कर सकेगा। इस सुविधा के इस्तेमाल के लिए गूगल पर अकाउंट की आवश्यकता होगी।फैमिली मोड़ की भी होगी शुरूआतगूगल ने डुओ में एक ऑल-न्यू "फैमिली" मोड शुरू करने की भी घोषणा की है। गूगल डुओ का ये मोड वीडियो कॉल को मजेदार और आकर्षक बनाने के लिए यूजर्स को अनूठे स्नैपचैट-स्टाइल मास्क और फिल्टर की सुविधा भी देगा।गूगल डुओ ने अप्रैल में ही शुरूकिया था खास फीचर्सकंपनी ने गूगल डुओ यूजर्स के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए Codec तकनीक पेश की थी, जिससे कम नेटवर्क में भी बेहतर क्वालिटी के साथ वीडियो कॉलिंग की जा सकेगी। इसके अलावा कंपनी ने एक और फीचर जारी किया है। यूजर्स इस फीचर के जरिए वीडियो कॉल के दौरान तस्वीरें क्लिक कर सकेंगे। खास बात यह है कि यूजर्स टैबलेट, स्मार्टफोन और क्रोमबुक के जरिए तस्वीर क्लिक कर सकतेहैं और यह फोटो अपने-आप ग्रुप के मेंबर्स के पास पहुंच जाएगी।जूम ऐप के 30 करोड़ एक्टिव यूजरदेशव्यापी लॉकडाउन में दोस्तों रिश्तेदारों और ऑफिस के साथियों से बात करने के लिए लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप का सहारा ले रहे हैं। इसमें समय जूम, गूगल डुओ के बीच तगड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। जूम ऐप के 30 करोड़ एक्टिव यूजर्स हो चुके हैं तो गूगल डुओ के इस्तेमाल में काफी बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, हर हफ्ते 1 करोड़ नए यूजर्स गूगल डुओ पर आ रहे हैं। अपना यूजर बेस बनाए रखने के लिए कंपनी ने कई देशों में कॉल मिनट को 10 गुना तक बढ़ दिया है। वहीं अन्य यूजर्स को लुभाने के लिए चार नए फीचर लॉन्च किए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लॉकडाउन के कारण लोग दोस्तों रिश्तेदारों और ऑफिस के साथियों से बात करने के लिए लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप का सहारा ले रहे हैं Full Article
india news जाते-जाते कह गए मजदूर-अब कभी गुजरात नहीं आएंगे By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:35:00 GMT लॉकडाउन के कारण गुजरात में फंसे अन्य राज्यों के श्रमिकों को उनके राज्यों में भेजने का काम जारी है। शुक्रवार को एक विशेष ट्रेन साबरमती से यूपी के लिए रवाना हुई। तो जाते-जाते कई मजदूरों ने कहा कि हम अपने गांव पहुंच जाएं, अब कभी गुजरात नहीं आएंगे।कई लोगों को बस से स्टेशन पहुंचायाशुक्रवार की देर रात 2200 श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन साबरमती से यूपी के लिए रवाना हुई। इसमें से कई मजदूरों को बस से स्टेशन लाया गया। मजदूर अपने गांव जाने के लिए मचल रहे थे। सभी ने जाने के लिए अधिकारियों से मंजूरी प्राप्त कर ली थी। बातचीत में मजदूरों ने बताया कि बहुत ही खराब हालत में हमें गुजरात छोड़ना पड़ रहा है। 20 घंटे से अनाज का एक दाना पेट में नहीं गया है। अब कभी हम लौटकर गुजरात नहीं आएंगे। यहां रहेंगे, तो भूख से मर जाएंगेयूपी की रहने वाली गर्भवती अर्चना और नीतू ने बताया कि अब हम यहां रहेंगे, तो भूखे ही मर जाएंगे। 7 महीने का गर्भ है। हमारा पूरा परिवार रास्ते पर आ गया है। तीन दिनों से नहाना नहीं हुआ है। इतनी गर्मी में हम कलेक्टर कार्यालय अनुमति के लिए गए थे। ईश्वर हमें हमारे घर पहुंचा, तो ही अच्छा होगा।सरकार से कोई सहायता नहीं मिलीयूपी के संजय शर्मा ने बताया कि हम यहां रहेंगे, तो भूखे मर जाएंगे। यदि मरना ही है, तो क्यों न अपने गांव जाकर मरें। संजय अहमदाबाद में चांदलोडिया इलाके में मजदूरी करते थे। महीने 25 हजार मिलते थे, उसी में पूरे परिवार का गुजारा करना होता था। डेढ़ महीने से लॉकडाउन के चलते रोजगार बंद हो गया था। सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली। कई मजदूर अपने गांव पहुंच गए, पर हम नहीं पहुंच पाए, इसका दु:ख है, पर अब हम अपने गांव पहुंच जाएंगे, इसकी खुशी भी है।6 ट्रेनों में 7200 श्रमिक रवाना हुएशुक्रवार की रात साबरमती से 6 ट्रेनों में 7200 श्रमिक उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुए। एक ट्रेन में 1200 श्रमिक ही थे। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया। इस अवसर पर कलेक्टर हर्षद वोरा भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि सभी श्रमिकों का मेडिकल परीक्षण किया गया। पालनपुर से आने वाले श्रमिकों के लिए भोजन की भी व्यवस्था की गई थी। भविष्य में और ट्रेनें चलाने का इरादा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today शुक्रवार को साबरमती रेल्वे स्टेशन से 6 स्पेशल ट्रेनें उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुई। Full Article
india news उज्जैन में 15 और संक्रमित मिले, 2 की जान गई; शहर में अब तक 235 केस By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:35:56 GMT जिले में काेरोना का कहर जारी है। शनिवार को 15 नए मामले सामने आए। वहीं, दो लोगों के मौत की भी पुष्टि हुई। जिले में अब संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 235 हो गया है।इस वायरस से अब तक 45 लोगजान गंवा चुके हैं। राहत की बात यह है कि अब तक 106 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। हाॅटस्पाॅट बन चुके उज्जैन में पिछले 6 दिन में 78 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले, लेकिन राहत इस बात की है कि यहां इन पांच दिनों में 89 मरीज ठीक हो गए।आरडी गार्डी, माधव नगर अस्पताल और मक्सी रोड स्थिति पीटीसी में बनाए क्वारैंटाइन सेंटर में पॉजिटिव मरीजों को रखा है। यहां से शुक्रवार को 29 मरीज डिस्चार्ज किए। इनमें 89 साल के बुजुर्ग भी हैं। शहर में पहले लॉकडाउन के पहले दिन से ही मरीज मिलना शुरू हो गए थे। हालांकि पहले लॉकडाउन में कुल 27 मरीज मिले थे, लेकिन ठीक 4 हुए। रिकवरी 14% थी। दूसरे लॉकडाउन में 130 पॉजिटिव और मिल गए पर ठीक होने वालों की संख्या 13 से ज्यादा नहीं हुई। तीसरे लॉकडाउन में मरीजों की संख्या कम हुई है। रिकवरी बढ़ गई है।इंदौर में रहने वाले महिदपुर के पूर्व जनपद अध्यक्ष भी पॉजिटिवसीएमएचओ डॉ. अनुसुइया गवली ने बताया कि दूधतलाई क्षेत्र के 65 साल के बुजुर्ग, बेगमबाग के 30 साल की महिला, 10 साल, 14 साल, 12 साल, 14 साल का बालक, कुरैशी मोहल्ला के 38 साल के युवक, कोट मोहल्ला की 40 साल की महिला, सखीपुरा की 54 साल की महिला, 70 साल की महिला, बड़नगर की 40 साल की महिला, 65 साल की महिला, 35 साल की महिला, 7 साल का बच्चा, 55 साल की महिला, 26 साल की महिला, 36 साल की महिला, 35 साल की महिला पॉजिटिव पाई है। उधर, इंदौर के रहने वाले महिदपुर के पूर्व जनपद अध्यक्ष शिवलाल बोराना कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वे इंदौर के अस्पताल में भर्ती हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today टोटल लॉकडाउन में अब पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है। सुबह कुछ लोग शहर में बेवजह घूमने निकले। पुलिस ने जब इन्हें रोका तो कुछ पास दिखाने लगे। पुलिस ने पास अमान्य करते हुए इन लोगों को खदेड़ दिया। Full Article
india news तेंदुलकर ने स्कूली बच्चों समेत 4 हजार गरीबों को आर्थिक मदद पहुंचाई, पीएम केयर फंड में भी 25 लाख दान कर चुके By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:36:00 GMT पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कोरोनावायरस की वजह से परेशानी झेल रहे4 हजार गरीबों की आर्थिक मदद की है। इसमें बीएमसी के स्कूलों में पढ़ने वालेबच्चे भी शामिल हैं। सचिन ने मदद के तौर पर कितनी राशि दी है, इसका पता नहीं चला है। उन्होंने हाई-5 यूथ फाउंडेशननाम के एक एनजीओ के जरिए सहायतामदद पहुंचाई।हाई-फाइव यूथ फाउंडेशन नेगरीबों की मदद करने के लिए सचिन की तारीफ की। फाउंडेशन ने ट्वीटर पर लिखा- धन्यवाद सचिन, एक बार फिर साबित हो रहा है कि खेल करूणा को प्रोत्साहित करता है। हमारे कोविड-19 फंड में आपने जो दान दिया है, उससे 4000 कमजोर लोगों को आर्थिक सहायता पहुंचाने में मदद मिलेगी।सचिन ने भी एनजीओ की कोशिश की तारीफ कीसचिन ने भी फाउंडेशन को नेक काम कीबधाई देते हुए कहा- रोज कमाने वालों के परिवारों के लिए आप जो कोशिश कर रहे हैं, उसके लिए शुभकामनाएं।ऐसा पहली बार नहीं है, जब सचिन तेंदुलकर मदद को आगे आए हैं। इससे पहले उन्होंने प्रधामंत्री केयर फंड और मुख्यमंत्री राहत कोष में 25-25 लाख रूपए दान दिया था। वे मुंबई के 5 हजार परिवारों को एक महीने का राशन मुहैया करा चुके हैं।##विराट, रोहित भी मदद कर चुकेकोविड-19 से निपटने के लिए सचिन के अलावाकई खिलाड़ी आगे आए हैं। पहलवान बजरंग पूनिया ने अपनी एक महीने की सैलरी पीएम केयर फंड में दान की है। इसके अलावा विराट कोहली, रोहित शर्मा, बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने भी प्रधानमंत्री केयर फंड मेंडोनेट किया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सचिन तेंदुलकर मुख्यमंत्री राहत कोष में भी 25 लाख रुपए दान कर चुके हैं। इसके अलावा मुंबई के 5 हजार परिवारों के लिए एक महीने के राशन का भी इंतजाम किया था। (फाइल) Full Article
india news अपराधियों ने ठेकेदार को मारी गोली, मौके पर मौत By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:36:46 GMT गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र में अपराधियों ने शनिवार को ठेकेदार शम्भू मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना बरवा मठिया गांव की है। शम्भू सुबह मठिया के सामने सामुदायिक भवन में कसरत कर रहे थे तभी बाइक सवार दो अपराधी आए और फायरिंग कर दी।गोली लगने पर शम्भू भागे तो अपराधियों ने उनका पीछा किया और नजदीक से कई गोली मार दी। अपराधियों द्वारा चलाई गई गोली शम्भू के सिर, सीने और पीठ में लगी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। वारदात को अंजाम देकर अपराधी भाग गए।गोली चलने की आवाज सुन गांव के लोग जुटे तब तक शम्भू की मौत हो गई थी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल भेज दिया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today हत्या करने आए अपराधियों ने चेहरा ढंक रखा था। पुलिस उनकी पहचान करने में जुटी है। Full Article
india news मां के लिए कुछ खास व्यंजन बनाकर जाहिर करें मां के प्रति प्रेम, आज मां भी जाने आपके हाथों का जादू By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:37:00 GMT कहते हैं न कि मां के हाथों में स्वाद का जादू है। वह मां का प्यार ही है, जो भोजन का स्वाद बढ़ा देता है। तो क्यों न इस मदर्स डे पर आप भी कुछ खास व्यंजन बनाकर मां के प्रति प्रेम जाहिर करें। यकीन मानिए, आप दिल से जो भी बनाएंगे वह मां को अवश्य पसंद आएगा और उसके दिन को विशेष बना देगा। तो कुछ वो व्यंजन बनाइए जो आपने मां से सीखे हैं, कुछ हम सुझा देते हैं।उड़द दाल मसाला चीलाउड़द दाल मसाला चीलाक्या चाहिए धुली उड़द दाल-1 कप हरी मिर्च- 2 अदरक- 1 इंच का टुकड़ा चाट मसाला-1 छोटा चम्मच हरा धनिया- 2 बड़े चम्मच बारीक कटा हींग- चुटकी भर तेल- 2 बड़े चम्मच नमक- स्वादानुसारऐसे बनाएंउड़द दाल पानी में 6 घंटे के लिए भिगो दें। अब दाल का पानी निथारकर दाल अलग कर लें। मिक्सर जार में दाल को हरी मिर्च और अदरक के साथ बारीक पीस लें। इसे बड़े बोल में निकाल लें और सभी मसाले डालकर मिलाएं। आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट तैयार करें और अच्छी तरह से फेटें। गर्म तवे पर थोड़ा-सा तेल लगाएं। मिश्रण डालकर चीले की तरह फैलाएं। ऊपर के हिस्से पर हरा धनिया डालकर मध्यम आंच पर सेकें। चीले को दोनों तरफ़ से तेल लगाकर सेकें। गरम उड़द दाल मसाला चीला हरी चटनी के साथ परोसें।सूजी केकक्या चाहिए बारीक सूजी - 1 कप दूध- 1 कटोरी घी- कटोरी पिसी शक्कर- 1 कटोरी दही- कटोरी इलायची पाउडर- छोटा चम्मच नमक- छोटा चम्मच बेकिंग सोडा- छोटा चम्मच बेकिंग पाउडर- छोटा चम्मच सूखे मेवेऐसे बनाएंबोल में सूजी और शक्कर का पाउडर एक साथ छानकर इसमें घी और दही मिलाएं। थोड़ा-थोड़ा करके दूध डालते जाएं और चम्मच से मिश्रण मिलाते जाएं। थोड़ा दूध बचा लें। मिश्रण को 10 मिनट के लिए ढंककर रख दें ताकि ये फूल जाए। (इस बीच कुकर में 2 गिलास पानी डालें। बर्तन के नीचे रखने वाला स्टैंड इसके अंदर रखें और मध्यम आंच पर पानी गर्म करें।) मिश्रण को एक ही दिशा में घुमाते हुए फेटें। इसमें नमक, बेकिंग सोडा, बेकिंग पाउडर और इलायची पाउडर डालकर जल्दी से मिलाएं। बचे हुए दूध को मिश्रण में मिलाएं। सूखे मेवे भी मिला लें।केक बनाने के लिए गहरा बर्तन लें। इसमें घी लगाकर मिश्रण पलट लें। कुकर के पानी में उबाल आ जाए, तो इसमें केक का बर्तन रखकर ढक्कन की सीटी हटाकर 30 मिनट तक पकने दें। अब एक चाकू केक में डालें, यदि वो साफ़ बाहर निकल आए, तो समझ लें केक पक चुका है। अब इसे थाली में पलट लें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Mother's Day 2020: Make some special dishes for mother, show love for mother, today mother also knows the magic of your hands Full Article
india news पीजीआई में अब प्लाज्मा थैरेपी से इलाज हो सकेगा, पहली मरीज और उसके भाई ने डोनेट किया प्लाज्मा By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:40:31 GMT शहर की पहली कोरोना पॉजिटिव मरीज फिजा गुप्ता और उसका भाई अर्नव गुप्ता कोरोना की जंग जीत कर सामान्य जिंदगी जी रहे हैं। लेकिन अब उन्होंने दूसरे संक्रमित मरीजों की मदद के लिए अपना हाथ बढ़ाया है। आज दोनों ने पीजीआई के कोविड अस्पताल में भर्ती दूसरे मरीजाें के उपचार के लिए अपना प्लाज्मा डोनेट किया है।अब प्लाज्मा थैरेपी से इलाज के ट्रायल की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ेगी। पीजीआई डायरेक्टर प्रो.जगतराम और उनकी पूरी टीम ने दोनों डोनर्स का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अब बाकी लोग भी प्लाज्मा डोनेट करने को आगे आएंगे।पीजीआई के डायरेक्टर प्रो. जगतराम ने बताया कि कोरोनावायरस के इलाज के लिए अब तक वैक्सीन तैयार नहीं हो सकी है। ऐसे में प्लाज्मा थैरेपी कोरोनावायरस के मरीजों के इलाज में कारगर साबित हो सकती है। इस थैरेपी से पहले भी कई प्रकार के वायरस और बीमारी को कंट्रोल किया गया है।केरल के बाद पीजीआई चंडीगढ़ को अप्रूवलबता दें कि केरल के श्री चित्र तिरुनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी के बाद चंडीगढ़ पीजीआई को प्लाज्मा थैरेपी की मंजूरी मिली है। इस थैरेपी के अंतर्गत ठीक हुए कोरोना पॉजिटिव मरीज के शरीर से प्लाज्मा लेकर दूसरे कोरोना पॉजिटिव मरीज के शरीर में डाला जाता है। इससे उसके शरीर में प्लाज्मा से एंटीबॉडी बनेंगी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। ये एंटीबॉडी संक्रमित मरीज के अंदर प्रवेश करने के बाद वायरस लड़ते हैं और उसे संक्रमण आगे फैलने से रोकते हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इस थैरेपी के अंतर्गत कोरोना से ठीक हुए व्यक्ति के शरीर से प्लाज्मा लेकर दूसरे कोरोना पॉजिटिव मरीज के शरीर में डाला जाता है, इससे उसके शरीर में प्लाज्मा से एंटीबॉडी बनेगी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। एंटीबॉडी संक्रमित मरीज के अंदर प्रवेश करने के बाद वायरस लड़ते हैं और उसे संक्रमण आगे फैलने से रोकते हैं। Full Article
india news प्रवासी श्रमिकों के लौटने के साथ अब तक बचे रहे क्षेत्रों में भी सामने आने लगे कोरोना वायरस संक्रमित By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:42:18 GMT प्रवासी श्रमिकों को लौटने के साथ ही कोरोना अब अछूते रहे जिलों में भी अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। पांच दिन पूर्व तक जालोर-सिरोही में एक भी मामला नहीं था, लेकिन अब जालोर में आज मिले तीन मामले सहित सात व सिरोही में 2 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि पाली में आज 4 नए पॉजिटिव के साथ कुल आंकड़ा 59 तक जा पहुंचा। बाड़मेर में आज फिर एक मामला सामने आया। जबकि जैसलमेर जिला करोना से मुक्त होने की तरफ अग्रसर है।जोधपुर संभाग के जालोर में जसवंतपुरा क्षेत्र के कलापुरा गांव में आज पति-पत्नी पॉजिटिव पाए गए। इसके अलावा रानीवाड़ा में भी एक व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया। इस तरह जालोर में अब तक सात मामले सामने आ चुके हैं। सीकर से एएनएम के पद पर ज्वाइनिंग देने आई एक महिला के अलावा अन्य सभी प्रवासी नागरिक है। ये गुजरात व महाराष्ट्र से यहां आए हैं। जालोर में आज तीन नए मामले सामने आने से प्रशासनिक अधिकारी जसवंतपुरा व रानीवाड़ा पहुंच गए हैं और इन दोनों स्थान पर पॉजिटिव पाए गए लोगों के गांव को सील कर उनकी कांटेक्ट हिस्ट्री को खंगाला जा रहा है।कोरोना मुक्त होने को अग्रसर जैसलमेरजोधपुर संभाग का जैसलमेर कोरोना मुक्त होने की ओर अग्रसर है। सीमावर्ती जैसलमेर के पोकरण क्षेत्र में 35 कोरोना संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया था। लेकिन प्रशासन की सख्ती और सजगता से यह ज्यादा फैल नहीं पाया। पोकरण क्षेत्र के 3 और लोग आज कोरोना को पराजित कर जोधपुर से अपने घर लौट रहे हैं। अब पोकरण का सिर्फ एक एक्टिव केस है और उसका जोधपुर में इलाज चल रहा है। पोकरण में गत दस दिन से एक भी नया मामला सामने नहीं आया है।पाली शहर में बढ़ने लगे संक्रमितजोधपुर से सटा पाली शहर लम्बे अरसे तक स्वयं को कोरोना से बचाने में सफल रहा, लेकिन दस दिन पूर्व शहर में एक महिला के पॉजिटिव आने के बाद से नए संक्रमित मिलने का शुरू हुआ सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। पाली में आज 4 नए मामले सामने आए। इस तरह अब तक वहां 59 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today हैदराबाद से प्रवासी नागरिकों को लेकर जोधपुर पहुंची ट्रेन। Full Article
india news जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 2 मासूमों की मौत, दोनों को सांस लेने में परेशानी थी, कोरोना जांच के लिए सैंपल भेजे गए By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:42:36 GMT जबलपुर में ढाई माह का बच्चा और पांच माह की बच्चीकी सांस लेने में तकलीफ औरखांसी औरझटके आने की बीमारी से मौत हो गई। दोनों बच्चेनेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग वार्ड में भर्ती थे। कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार बच्चों की अंत्येष्टि गढ़ा स्थितचौहानी मुक्तिधाम में परिजनकी मौजूदगी में की गई। मेडिकल कॉलेज के डीनडॉ. प्रदीप कसार के निर्देश पर दोनों बच्चों की कोरोना जांच के लिएसैंपल लिए गए। आईसीएमआर लैब से जांच रिपोर्ट आजमिलने की संभावना है।आईसीएमआर लैब से शुक्रवार को 110 सैंपल की रिपोर्ट मिली। इसमें सर्वोदय नगर निवासी दिग्पाल कोरी (27) और पी जैकब (24) कोरोना संक्रमित पाए गए। ये दोनों निगम के सफाई ठेका कर्मचारी हैं। दोनोंशहर में सैनिटाइजेशन के काम में लगे थे। पहले पॉजिटिव आए सफाई कर्मियों के संपर्क में आने पर संक्रमित हुए हैं। संक्रमित सफाई कर्मियों की संख्या 9 हो गई है। वहीं,हॉटस्पॉट गोहलपुर में 45 साल का व्यक्ति पॉजिटिव मिला। वह 2 दिन पहले सांस लेने की तकलीफ होनेपर मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुआ था। शहर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 119 हो गई है। इसमें 18 स्वस्थ हो चुके हैं। 4 की मौतहुई है।बच्ची को दो दिन से सांस लेने में तकलीफ थीमेडिकल कॉलेज मेंशिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अव्यक्त अग्रवाल ने बताया कि नरसिंहपुर के गोटेगांव निवासी 5 माह की बच्ची को 8 मई की रात 3 बजे मेडिकल में भर्ती कराया गया था। बच्ची को 2 दिन से लगातार खांसी, सांस लेने में तकलीफ औरदूध न पीने की वजह से परिजन मेडिकल कॉलेजलेकर आए थे। बच्ची की हालत गंभीर होने पर उसेवेंटीलेटर पर रखा गया था, जिसकीसुबह साढे़ 4 बजे मौत हो गई। बच्ची के परिजननेबताया कि वह किसी कोरोना संक्रमित मरीज या संदिग्ध के संपर्क में नहीं आई थी।जबलपुर में 100 से अधिक क्षेत्रों को सील किया गया है।बच्चे की शुक्रवार को सुबह 7 बजे बच्चे की मौतवहीं, सिवनी के बरामा ग्राम निवासी ढाई माह के बच्चे को 7मई की रात साढ़े 3 बजे परिजन मेडिकल कॉलेजलेकर पहुंचे थे। खांसी, सांस लेने में तकलीफ औरझटके आने की समस्या के कारण बच्चे कोवेंटीलेटर पर रखा गया था। शुक्रवार कोसुबह साढ़े 7 बजे बच्चे की मौत हो गई। यह बच्चा भी किसी कोविड मरीज के संपर्क में नहीं आया था।सतना में एक और कोरोना मरीज मिला, महाराष्ट्र से आया थासतना जिले में आज एक और कोरोना मरीज मिलने के बाद यहां संक्रमितों की संख्या दो हो गयी, जिसमें से एक की मृत्यु हो गयी है। शुक्रवार को रात मिली रिपोर्ट में युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। वह हाल ही में गुजरात के सूरत से जिले के अमरपाटन आया था। जहां उसे क्वॉरेंटाइन कर रखा गया था। दो दिन पूर्व उसका सेंपल लिया गया, जिसकी जांच में वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इससे पहले यहां एक और कोरोना मरीज मिला था, जिसकी गंभीर हालत में सतना से रीवा ले जाते समय मौत हो गयी थी।ट्रैवल हिस्ट्री की तलाश की जा रही हैक्वारेंटीन सेंटर में रह रहे युवक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की खबर के बाद प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अफसर अमरपाटन पहुंच गए। संक्रमित युवक की ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी निकाली जा रही है।इसके अलावा क्वारन्टीन सेंटर में और सेंटर तक पहुंचने तक वह किस किस के संपर्क में आया, यह भी तलाशा जा रहा है। वह जिस बस से आया था उसमें सवार यात्रियों का भी नाम पता खंगाला जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today जबलपुर में हॉटस्पॉट इलाकों में कोरोना के संदिग्धों की जांच की जा रही है। इसके लिए डॉक्टरों की कई टीमें लगाई गई हैं। Full Article
india news अहमदाबाद में एम्स के डायरेक्टर ने कहा- लोगों को जांच कराने से डर लग रहा, संक्रमित ने अस्पताल आने में देर की तो खतरा बढ़ जाएगा By Published On :: Sat, 09 May 2020 10:42:47 GMT गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया और एक अन्य डॉ. मनीष सुरेजा को गुजरात भेजा। डॉ. गुलेरिया और डॉ. सुरेजा ने शनिवार को अहमदाबाद के डॉक्टरों से मुलाकात कर उन्हें कोरोना से निपटने के लिए एक्सपर्ट एडवाइस दी।डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कोरोना को लेकर लोगोंमें एक तरह का डर है। उन्हें लगता है कि हॉस्पिटल आकर जांच कराने में कुछ गलत हो जाएगा। सच ये है कि अगर किसी पॉजिटिव व्यक्ति ने अस्पताल आने में देर की तो मौतों का खतरा बढ़ जाएगा।डॉ. गुलेरिया श्वसन रोग विशेषज्ञ हैं और डॉ. सुरेजा एम्स के मेडिसिन विभाग में हैं। दोनों ही शुक्रवार शाम को शाह से निर्देश मिलने के बाद एयरफोर्स के विशेष विमान से गुजरात रवाना हो गए थे।सूत्रों के मुताबिक, दोनों डॉक्टरों ने अहमदाबाद के सिविल अस्पताल और एसवीपी हॉस्पिटल में डॉक्टरों से बात की और उन्हें वायरस के इलाज को लेकर गाइडेंस दिया।अहमदाबाद में डॉक्टरों को समझाइश देते देते डॉ. रणदीप गुलेरिया।बुजुर्गों का खतरा ज्यादाडॉ. गुलेरिया ने कहा कि महामारी से ज्यादा खतरा बुजुर्गों या उन लोगों को है जिन्हें पहले से बीमारियां हैं। अगर आपके घर में कोई बुजुर्ग है, तो आपको ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर उनमें हल्के लक्षण भी नजर आएं तो तुरंत चैकअप कराएं।गुजरात के गंभीर हालातराज्य में कोरोनावायरस के 390 नए मामले सामने आने के बाद अब वहां संक्रमितों का आंकड़ा 7403 और मौतों की संख्या 449 हो गई है। अकेले अहमदाबाद में कोरोना के 5260 मामले हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अहमदाबाद में डॉक्टरों से मुलाकात करते एम्स निदेशक। Full Article