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महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री बोले-फेल हो जाएगा पावर ग्रिड, राकांपा नेता ने कहा- जनता को मूर्ख समझते हैं पीएम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट तक बिजली बंद करने के फैसले का महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री नितिन राउत ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यदि सभी लाइटों को एक झटके में बंद कर दिया जाए तो इससे पॉवर ग्रिड फेल हो सकती है। हमारी सभी आपातकालीन सेवाएं रुक जाएंगी और वापस बिजली बहाल करने में एक हफ्ते तक का समय लग सकता है। उन्होंने यह भी कहा- मैं लोगों से अपील करूंगा कि वे लाइट बंद किए बिना मोमबत्ती या लैंप जलाएं।

वहीं, इस मामले पर राकांपा नेता और प्रदेश के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा- हमने सोचा था कि प्रधानमंत्री चूल्हा जलाने की बात करेंगे। लेकिन साहब (मोदी) दीए जलाने का उपदेश दे गए। हालांकि, वहीं दूसरी तरफ राकांपा के विधायक और पार्टी प्रमुख शरद पवार के पोते रोहित पवार ने पीएम मोदी की अपील का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा-दीयों के माध्यम से देश को कोरोना विरोध में एकजुट करने का प्रधानमंत्री का लक्ष्य होगा। अगर उनका यही लक्ष्य है तो उसका स्वागत करना चाहिए।

प्रधानमंत्री क्या भारत के नेताओं को मूर्ख समझते हैं: जितेंद्र आव्हाड
राकांपा नेता व प्रदेश के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने भी प्रधानमंत्री की अपील पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि भारत में आधे लोगों के घरों में अनाज नहीं है और पीएम कह रहे हैं कि घरों में अंधेरा करके दीये जलाइए। प्रधानमंत्री भारत के लोगों को क्या मूर्ख समझते हैं। आव्हाड ने यह भी कहा कि मैं मूर्ख नहीं हूं मैं दीये नहीं जलाऊंगा। मुझे लोगों का सहारा बनना है। मैं दीये के तेल से देश की राष्ट्रीय संपत्ति खर्च नहीं करूंगा।

अपना घर नहीं जलाएंगे: शिवसेना नेता राऊत
शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जब लोगों को ताली बजाने के लिए कहा तब लोग सड़कों पर भीड़ करके ढोल बजाने लगे। मुझे उम्मीद है कि ये लोग अब अपने घरों को नहीं जलाएंगे। राऊत ने कहा कि साहब लोगों के काम और पेट के बारे में भी कुछ बोलिए।

गंभीर बनें पीएम : बाला साहब थोराट
राज्य के राजस्व मंत्री बाला साहब थोरात ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रकोप के कारण देश संकट से जूझ रहा है। ऐसी परिस्थिति में प्रधानमंत्री मोदी को कोई नीतिगत निर्णय लेना चाहिए न की देश में ताली बजाओ व दिया जलाओ की अपील करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री को देखना चाहिए कि डॉक्टरों की क्या जरूरतें हैं? ज्यादा से ज्यादा वेंटिलेटर कैसे उपलब्ध हो? करोना की जांच के लिए ज्यादा लेब कैसे बने?

बिजली विभाग ग्रिड फेल होने से रोकने का कर रहा इंतजाम
इस बीच राज्य का पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन (पीओएसओसीओ) यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि आपूर्ति ठप होने पर ग्रिड पर कोई दबाव नहीं आए और बिजली आपूर्ति ठप न हो। जानकार बताते हैं कि बिजली खपत अचानक रुकने से ग्रिड ठप होने का खतरा रहता है।

मोदी ने की थी अपील
शुक्रवार को मोदी ने देशवासियों से 5 अप्रैल को कोरोना संकट के अंधकार को चुनौती देने लिए लाइटबंद दिया जलाने की अपील की थी। उन्होंने कहा था, ‘‘हमें प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है। रविवार को 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण है। घर की सभी लाइटें बंद कर, दरवाजे पर या बालकनी में, खड़े रहकर, 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं।’’



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महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री नितिन राउत। राउत ने कहा है कि अचानक सप्लाई बंद होने से ग्रिड फेल होने का खतरा है। राएत ने लोगों से अपील की है कि वह दिए जलाएं लेकिन लाइट बंद न करें।




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राज ठाकरे ने कहा- अगर तब्लीगी जमात में शामिल लोग बदतमीजी करें तो इन्हें गोली मारो

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने तब्लीगी जमात में शामिल लोगों को लेकर विवादित बयान दिया है। शनिवार को उन्होंने कहा- मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस बारे में बात की है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मरकज में शामिल ऐसे लोगों की बदतमीजी बर्दाश्त करने के काबिल नहीं है। इसलिए इनका इलाज करने की जरूरत नहीं है, बल्कि इन्हे गोली मार देनी चाहिए। इस जानलेवा संकट में पुलिस, नर्स और डॉक्टर देर रात तक काम कर रहे हैं। यदि इन पर हमला किया जाता है तो हमला करने वाले को सबक सिखाया जाना चाहिए।

'लॉकडाउन खत्म होने के बाद हम देखेंगे'
इस दौरान राज ठाकरे ने थूक लगाकर वायरस फैलाने वालों को भी सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे घटिया काम करने वाले ध्यान रखें, लॉकडाउन खत्म होने के बाद हम भी देखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इन लोगों के लिए एक अलग विभाग बनाया जाना चाहिए या फिर इनका उपचार बंद होना चाहिए। उन्हें लगता है कि ऐसे दिनों मे धर्म देश से भी बड़ा है।

'अश्लील हरकत करने वालों के वीडियो वायरल करने चाहिए'
राज ठाकरे ने कहा कि यह लोग नोट पर थूक लगा रहे हैं। सब्जियों पर थूक लगा रहे हैं। नर्सों के सामने नंगे घूम रहे हैं। ऐसे लोगों का वीडियो वायरल करना चाहिए, तब सभी को विश्वास होगा। पीएम मोदी को भी खुद इस पर संज्ञान लेना चाहिए। बता दें कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में डॉक्टरों ने शिकायत की थी तब्लीगी जमात के लोग नर्सों पर अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं।

'लॉकडाउन बढ़ा तो गंभीर परिणाम होंगे'
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का गंभीरता से लिया जाना चाहिए। लोगों के सामने राशन, सब्जी को लेकर जैसे कई सवाल उठ रहे हैं, सरकार कई जगहों पर लोगों को उपलब्ध करा रही है। लेकिन एक बात का मुझे डर है कि अगर लॉकडाउन बढ़ा दिया जाता है, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। कारोबार प्रभावित होगा। पहले से ही वेतन आधा हो गया है। यह जितना अधिक दिन तक बढ़ेगा परिणाम उतना अधिक होगा। अगर अनुशासन का पालन नहीं किया गया तो और संकट होगा।

'लोगों में डर है कि क्या नौकरी बचेगी'
उन्होंने कहा- लॉकडाउन का पालन करने वाले लोगों के मन मे डर है कि, क्या नौकरी बची रहेगी। क्या कल सब्जियां मिलेंगी। ऐसे सवाल उन्हें सता रहे हैं। यह उन लोगों के कारण हो रहा है जो अनुशासित नहीं हैं। चैनल और व्हाट्सऐप पर जो खबरें आती हैं उसे देख कर मैं हैरान हूं। आजकल हर घर में एक डॉक्टर हो गया है, कोई कहता है कि गोमूत्र पियो, लहसुन खाओ, प्याज खाओ…. वे जीवन को खतरे में डालने का काम कर रहे हैं।



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यह राज ठाकरे की फाइल फोटो है। ठाकरे ने शनिवार को मुंबई में कुछ मीडियाकर्मियों को बुलाकर एक प्रेस कॉफ्रेंस की।




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ठाकरे बोले- अपने भाइयो को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाऊंगा, नोट पर थूकने वालों, झूठे वीडियो फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शनिवार को एक बारफिर सोशल मीडिया के माध्यम से राज्य की जनता को संबोधित करने के लिए आए। उन्होंने नोटों पर थूक लगाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा-'कोरोनावायरस की तरह ही हम एक और वायरस को झेल रहे हैं। मैं अपने भाइयों को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाऊंगा। लेकिन, जो लोग झूठे वीडियो फैला रहे हैं, नोट पर थूकना और उन्हें फैलाना, मैं उन्हें नहीं छोड़ने वाला हूं। अगर यह मजाक के रूपमें भी किया गया है तो भी मैंउन्हें नहीं छोड़ने वाला। ऐसे काम करने की चेष्टा भी कोई न करे। सभी को साथ आकर यह लड़ाई लड़नी है।

'14 के बाद लॉकडाउन हटेगा या नहीं यह जनता पर निर्भर'
सीएम उद्धव शनिवार को राज्य की जनता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा-'सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि लॉकडाउन हटाने के बारे में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। 14 अप्रैल के बाद भी राज्य में लॉकडाउन का हटना या नहीं हटना लोगों पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार के दिशानिर्देशों का लोग कितना पालन करते हैं, इसके आधार पर ही कोई फैसला लिया जाएगा। मैं स्वीकार करता हूं कि यहां मामलों में वृद्धि हुई है, लेकिन लॉकडाउन खत्म होगा या नहीं, यह आप पर निर्भर करता है। हमारे पास लगभग 500 पॉजिटिव केस हैं, जिनमें से कम से कम 51 लोग ठीक होकर घर लौट आए हैं।'

'महाराष्ट्र में 537 तक पहुंची संख्या'
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल को समाप्त हो रही है। हालांकि, कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। देश में कोरोना मरीजों की संख्या 3 हजार पार कर चुकी है, जबकि महाराष्ट्र में मरीजों की संख्या 537 के पार हो गई है।

'धार्मिक और राजनीतिक आयोजन रहेंगे बंद'
सीएम उद्धव ने बताया कि कोरोनावायरस के खतरे को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र में अगले आदेश तक राजनीतिक, धार्मिक या खेलकूद से जुड़े कार्यक्रमों की इजाजत नहीं होगी। पंढरपुर की वारी यात्रा को रद्द किया जा रहा है। इसके साथ ही सीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक अलगाव के मैसेज फैलाने वालों के खिलाफ सख्त ऐक्शन लिया जाएगा।

'बुखार, खांसी हो तो कोरोना के लिए बने हॉस्पिटल्स में ही जाए'
सीएम उद्धव ने राज्य में बढ़ रही मौतों पर कहा- 'कुछ बुजुर्ग और बीमार चल रहे लोगों की मौत जरूर हुई है। लेकिन, मैं आप से कहना चाहूंगा कि आप अपने हाथ धोकर इस बीमारी से दूर रह सकते हैं। मुंबईकर बहादुर, समय के हिसाब से खुद को ढालने वाले हैं। हम परीक्षण सुविधाएं बढ़ा रहे हैं। हम राज्य भर में अस्पताल बढ़ा रहे हैं। यदि आपको सर्दी, फ्लू है - कृपया नियमित अस्पताल न जाएं, वहां आप अनजाने में वायरस फैला सकते हैं। कोरोना के लिए अलग-अलग परीक्षण केंद्र और अस्पताल हैं वहां जाएं। यदि आप उन अस्पतालों में जाते हैं, तो आप वहां के स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमित कर सकते हैं और हमें उस अस्पताल को बंद करना पड़ सकता है। यदि आपको आवश्यक चीजों के लिए बाहर निकलने की आवश्यकता है, तो अपने नाक और मुंह को कवर कर बाहर निकले।'

'लंबे समय तक घर में रहना बेचैन कर सकता है'
उद्धव ठाकरे ने राज्य को संबोधित करते हुए कहा- 'सामाजिक दूरी बनाए रखें। मैं समझता हूं कि इतने लंबे समय तक घर पर रहना लोगों को बेचैन कर सकता है। घर से काम करना जारी रखें। आप घर पर रहकर और घर से काम करके अपनी और समाज की मदद कर सकते हैं। मैं इसे फिर से कह रहा हूं। हम हर दिन सब्जी बाजार खुलरहे हैं। हम आपकी सुविधा के लिए ऐसा कर रहे हैं। जब तक हम कर सकते हैं तब तक हम उन्हें खुला रख रहे हैं। कृपया इन बाजारों में भीड़ न लगाएं।'



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महाराष्ट्र की जनता को फेसबुक लाइव के माध्यम से संबोधित कर रहे थे उद्धव ठाकरे।




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राज्य में संक्रमण से आज 6 मौतें; अब तक 26 की जान गई; 335 मरीजों की जांच में 67% में बीमारी के लक्षण नहीं मिले

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। शुक्रवार को राज्य में कोरोना संक्रमण से छह लोगों की मौत हुई। इससे पहले गुरुवार को पांच और बुधवार को भी छह की जान गई थी। तीन दिन में 16 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी के साथ राज्य में मरने वाले मरीजों का आंकड़ा 26तक पहुंच गया है। वहीं, प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 490 तक पहुंच गई है। इनमें 333 मुंबई के हैं।इस बीच,मेडिकल एजुकेशन और ड्रग विभाग ने 335 संक्रमित मरीजों का एनालिसिस करके एक रिपोर्ट तैयार की है। इससे पता चला है कि 67% मरीजों में संक्रमण के लक्षण ही नजर नहीं आए। रिपोर्ट के मुताबिक, संक्रमितों में 41 और 50 साल के बीच के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है।

जिन छह की मौत हुई, उनमें पांच कोअन्य बीमारियां भी थी
शुक्रवार को हुई छह मौतों में चार मुंबई में जबकि एक-एक पुणे और जलगांव में हुई। मृतकों की उम्र 50 से 68 साल के बीच थी। इनमें 4 पुरुष और दो महिला हैं। पांच मृतकों की मेडिकल हिस्ट्री थी। उन्हें शुगर, ब्लडप्रेशर समेत अन्य बीमारियां थीं। जबकि पुणे में हुई महिला की बीमारियों के बारे में कुछ पता नहीं चला है।

सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक खुलेंगी दवा औरकिराना दुकान
लॉकडाउन के बीच राशन और दवा की दुकानों पर लगातार भीड़ उमड़ रही थी। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था। संक्रमण फैलने की भी आशंका थी। इसी वजह से शुक्रवार सेदवा और किराना की दुकान सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक खुली रहेंगी। सरकार ने आदेश में कहा किजरूरत पड़ी तो इन दुकानों को 24 घंटे भी खोला जा सकेगा। इस मामले में आदेश का उल्लंघन होने पर खाद्य आपूर्त विभाग, एफडीए और पुलिस विभाग के पास कारवाई का अधिकार होगा। इन विभागों के अधिकारियों को कहा गया है कि वे इस बात का ध्यान रखें कि इस अवधि में दुकानें खुली रहनी चाहिए।

मरकज में शामिल राज्य के 1300 लोगों की पहचान
निजामुद्दीन स्थित मरकजी मस्जिद में महाराष्ट्र के 1400 लोग शामिल हुए थे। इनमें से 1300 लोगों की पहचान कर ली गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि मरकज में शामिल होकर आए लोगों को क्वारैंटाइन करने का काम चल रहा है। मरकज में मुंबई के भी करीब 150 लोग शामिल हुए थे। इन लोगों में से 70 की पहचान की गई। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया किप्रशासन से बचने के लिए इनमें से कई ने अपनेमोबाइल फोन बंद कर लिएहैं।

मुंबई के कोलाबा इलाके में लोगों ने अपने-अपने घरों को सैनिटाइज़्ड किया।

मुंबई में 200 इलाकों को सील किया गया
मुंबई में संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए200 से अधिक इलाकों को सील कर दिया गया है। इन इलाकों में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे। इन इलाकों की जानकारी बीएमसी ने अपनी वेबसाइट पर भी अपलोड की है।इनमें धारावी, परेल, पंजाबी कैंप सायन कोलीवाडा, वर्ली, बहरामबाग बांद्रा, कुर्ला, घाटकोपर का असल्फा, जोगेश्वरी, मालवणी और बोरीवली के परिसर शामिल हैं। इन इलाकों में पुलिस की सख्ती बढ़ा दी गई है। यहां लोगों केघरों से बाहर निकलने पर प्रतिबंध है।

धारावी में आम दिनों में इन गलियों में चलना मुश्किल होता है।लॉकडाउन की वजह से गलियां खाली पड़ी हैं।

हॉस्पिटल के 40 स्टॉफ को किया क्वारैंटाइन

मुंबई के एक निजी अस्पताल में एक नर्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसअस्पताल के 40 नर्सों कोक्वारैंटाइन कर दिया है। इनसें 10 डॉक्टर भी शामिल हैं। इसके अलावा,मुंबई में 57 वर्षीय पुलिस कॉन्स्टेबलको कोरोना वायरस से संक्रमित होने के संदेह में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सकल जैन संघ, पुणे रोज 5000 खाने के पैकेट और 10 दिन के राशन का वितरण कर रहा है।

घर में रहने को कहा तो पुलिस पर फेंके पत्थर
धारावी के 90 फीट रोड इलाके में घर से बाहर समूह में बैठे आठ युवकों को पुलिस ने घर में जाने को कहा तो आरोपियों ने पहले पुलिसवाले से गालीगलौच की और फिर पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि छह की तलाश की जा रही है।

पुणे में शुक्रवार को रेलवे सीनियर डीसीएम ने 700 मजदूरों को खाना बांटा।

शरद पवार ने कहा-निजामुद्दीन मरकज जैसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा, 'कोरोना का प्रसार रोकने निजामुद्दीन मरकज जैसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए।नमाज घर में ही पढ़ेंऔर यह जिम्मेदारी उठाएं कि निजामुद्दीन में जो हुआ, वह फिर न होने पाए।'

नासिक की शरद चंद्र पवार मंडी में सुबह से ही भीड़ नजर आ रही है।
अहमदनगर के मार्केट यार्ड मंडी में सोशल डिस्टेंस के नियम को तोड़ते नजर आए लोग।

नियम तोड़ने वालों को जेल जाना होगा: उपमुख्यमंत्री
कोरोना के बढ़ते प्रकोप पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा,'कोरोना वायरस से बचने के लिए दो ही विकल्प -होम और हॉस्पिटल क्वारैंटाइन उपलब्ध हैं। अस्पताल में क्वारैंटाइन होने की बजाय नागरिक स्वेच्छा से होम क्वारैंटाइन होकर अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा करें। कुछ जगहों पर पुलिस पर हमला किया जा रहा है, ऐसे असामाजिक तत्वों का सरकार ने गंभीरता से संज्ञान लिया है। नियमों का उल्लंघन करने वालों को जेल की हवा खानी पड़ेगी। इसकी शुरुआत बुधवार से हो चुकी है।'



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मुंबई में अब तक संक्रमण के 275 मामले सामने आ चुके हैं। यहां जिन इलाकों में संक्रमित मिला है वैसे ही 200 इलाकों को सील कर दिया गया है।




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महाराष्ट्र सरकार ने कहा- लोग नहीं माने तो 14 अप्रैल के बाद भी जारी रहेगा लॉकडाउन, इसलिए नियमों का उल्लंघन न करें

लॉकडाउन के दौरान नियम तोड़ने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के लोग अगर अनुशासन में नहीं रहेंगे और कोविड-19 के मामले बढ़े तो राज्य में सरकार 14 अप्रैल को लॉकडाउन नहीं हटाएगी। टोपे ने लोगों से अनुरोध किया कि वे सख्त अनुशासन का पालन करें जिससे इस महामारी के मामलों में गिरावट आए, जिससे लॉकडाउन को हटाया ज सके।

चरणबद्ध तरीके से हटेगा लॉकडाउन
उन्होंने यह भी कहा- बंद भी लॉकडाउन हटाया जाएगा वह चरणबद्ध तरीके से होगा, ताकि सभी लोगों को एक साथ सड़क पर आने की इजाजत नहीं मिले। लोगों को सख्ती से अनुशासन बनाए रखना चाहिए। लेकिन अगर वे ऐसा नहीं करते हैं और मरीजों की संख्या बढ़ती है तब कोई और विकल्प नहीं बचेगा और लॉकडाउन को बढ़ाना होगा।इसलिए, लोगों को अनुशासन बनाए रखना चाहिए। अगर वे ऐसा करते हैं तो मरीजों की संख्या घटेगी तथा तब हम लॉकडाउनहटा सकते हैं।

हॉस्पिटल्समें 1500 वेंटीलेटर की व्यवस्था की गई
टोपे ने कहा,'हमने 25 हजार पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट(पीपीई) और 25 लाख एन95 मास्क का भंडारण किया है। इसके अलावा सरकारी हॉस्पिटल में 1500 की व्यवस्था की गई है। राज्य में शनिवार को कोविड-19 के 47 और मामले सामने आए। इससेसंक्रमित मरीजों की कुल संख्या 537 हो गई। राज्य में इस बीमारी से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है।

राज्य में 6.94 लाख क्विंटल अनाज वितरित किया गया: भुजबल
राज्य के मंत्रीछगन भुजबल ने बताया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए बुधवार से प्रदेश के 28.61 साथ राशन कार्ड धारकों को करीब 6.94 लाख क्विंटल अनाज वितरित किया गया।

लॉकडाउन के दौरान 2.82 करोड़ की शराब पकड़ी गई
कोरोना संकट के बीच शुरू हुए लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार के एक्साइज डिपार्टमेंट ने 1221 केस दर्ज कर 2.82 करोड़ की शराब जब्त की है। इस मामले में कुल 472 लोगों को गिरफ्तार कर 36 गाड़ियों को सीज किया गया है।



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यह मुंबई के धारावी की तस्वीर है। यहां तीन संक्रमित मिले हैं। इलाके को सील कर दिया गया है। लेकिन अंदरूनी इलाके में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं।




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आज 6 मौतें हुई, अब तक 32 की जान गई; सरकार ने कहा- लोग नहीं माने लोग तो 14 अप्रैल से आगे बढ़ेगा लॉकडाउन

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। शनिवार को राज्य में संक्रमण से6 मौतें हुईं। इसमें पांचमुंबई जबकि एक अमरावती में हुई है। राज्य में अब तक 32 की जान जा चुकी है। इससे पहले शुक्रवार को भी छह लोगों की मौत हुई थी।वहीं, शनिवार शाम तक राज्य मेंसंक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 635 तक पहुंच गया है, जिसमें अकेले मुंबई में 454 मरीज हैं।इनमें सीआईएसएफ के 11 जवान भीशामिल हैं।

संकट के दौर में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मौत होने पर 50 लाख रुपए की मदद का ऐलान किया है। वहीं, अभिनेता शाहरुख खान ने अपने ऑफिस की 4 मंजिला बिल्डिंग को क्वारैंटाइन सेंटर बनाने की पेशकश की है। इस पर बीएमसी ने उन्हें शुक्रिया कहा।

लोग नहीं माने तो 14 अप्रैल के बाद भी जारी रहेगा लॉकडाउन: राजेश टोपे

लॉकडाउन के दौरान नियम तोड़ने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग अगर अनुशासन में नहीं रहेंगे और कोविड-19 के मामले बढ़े तो राज्य में सरकार 14 अप्रैल को लॉकडाउन नहीं हटाएगी। टोपे ने लोगों से अनुरोध किया कि वे सख्त अनुशासन का पालन करें।

बीएमसी ने संवेदनशील इलाकों का मैप जारी किया

संकमण की चेन को तोड़ने के लिए मुंबई में बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने हाई रिस्क वाले इलाकों का एक मैप वेबसाइट वेबसाइट पर अपलोड किया। इन इलाकों में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसमें मालाड, वरली, घाटकोपर, भायखला और शिवाजी नगर गोवंडी शामिल है। इससे पहले बीएमसी ने कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद मुंबई के 200 से ज्यादा इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया था।

बीएमसी ने कोरोना को लेकर संवेदनशील इलाकों का मैप जारी किया है। दूसरे इलाके के लोगों से इन इलाकों में न जाने की अपील भी की है।


कोरोनाधारावी में बड़ी चुनौती बना
एशिया की सबसे बड़ी स्लम एरिया धारावी सरकार और बीएमसी के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। यहां अब तक तीन कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। 15 लाख की आबादी वाली इस झोपड़पट्टी में एक संक्रमित की मौत हो चुकी है। जो दो संक्रमित हुए हैं उनमें एक डॉक्टर और एक सफाईकर्मी है। ऐसे में संक्रमण रोकने के लिए धारावी के 300 फ्लैट्स और 50 दुकानों को सील किया जा चुका है। जबकि 100 से ज्यादा लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया है। यहां घनी बस्ती है। कई लोगों एक ही शौचालय का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करा पाना यहां बेहद मुश्किल है।

दादर में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सब्जी मंडी को अब नजदीक के एक मैदान में शिफ्ट कर दिया गया है ।

सीआईएसएफ के 11 जवान कोरोना पॉजिटिव
नवी मुंबई के खारघर में सीआईएसएफ के 6जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इससे पहले बुधवार को मुंबई एयरपोर्ट पर तैनात पांच सीआईएसएफ के जवानों में कोरोना का संक्रमण मिला था। इसके बाद यहां सीआईएसएफ के 146 अधिकारियों और कर्मचारियों को हॉस्पिटल में आइसोलेशन में भर्ती कराया गया है।

मुंबई के 20 क्लिनिक को बीएमसी का नोटिस
कोरोना के डर से मुंबई के कई प्राइवेट डॉक्टर्स ने अपने क्लिनिक बंद रखे हैं। ऐसे में बीएमसी ने मुंबई के 20 क्लिनिक चलाने वाले डॉक्टरों को एपिडेमिक डिजीज एक्ट का उल्लंघन करने के आरोप में नोटिस भेजा गया है। बीएमसी ने डॉक्टरों से क्लीनिक बंद रखने का कारण पूछा है। हालांकि, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश के प्रसिडेंट डॉ. अविनाश भोंडे ने बीएमसी के इस फैसले पर विरोध किया है। उन्होंने कहा कि निजी प्रैक्टिस करने वालों को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) नहीं मिल रहा। इसके कारण उनमें बीमारी बढ़ने की संभावना अधिक है।इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ने भी निजी डॉक्टरों से क्लीनिक बंद नहीं करने की अपील की थी।

नवी मुंबई पुलिस ने पैदल मार्च निकालकर लोगों को कोरोनावायरस के प्रति जागरूक किया।

मुंबई में शताब्दी हॉस्पिटल के 26 स्टाफ की रिपोर्ट निगेटिव
जानकारी के अनुसार, 26 मार्च को किडनी की समस्या के कारण एक मरीज शताब्दी हॉस्पिटल आया था। यहां उसे 26-28 मार्च तक भर्ती किया गया था। 31 मार्च को डायलिसिस के लिए उसे एक निजी सेंटर पर भेजा गया था। जहां मरीज में बुखार और अन्य लक्षण दिखने पर उसका कोरोना टेस्ट किया गया। अगले दिन उसमें कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद गुरुवार को 40 स्टाफ को क्वारैंटाइन कर इनकी भी कोरोना जांच करवाई गई। इसमें 26 रिपोर्ट अब तक आई है और सभी अभी तक निगेटिव हैं।

यह तस्वीर महाराष्ट्र के चंद्रपुर की है। यहां पुलिस ने सड़कों पर जगह-जगह संदेश भी लिखवाएं हैं। इसमें लिखा है- आप बेवजह आप बाहर घूम रहे हैं क्या। अगर ऐसा है तो आप अपने परिवार व शहर के लिए खतरनाक हैं।
पुणे में गैस एजेंसी के बाहर सिलेंडरों कोसैनिटाइज किया जा रहा है।


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यह तस्वीर मुंबई के धारावी की है। यहां तीन कोरोना पॉजिटिव मिले। इस इलाके को अब पूरी तरह से सील कर दिया गया है। हालांकि, अंदरूनी इलाके में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। सड़कों पर काफी भीड़ है।




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हमेशा चहल-पहल से घिरे रहने वाले इलाकों में आज रेगिस्तान सी खामोशी, सड़कों पर नाच रहे मोर

25 मार्च से देश में लॉकडाउन है। कोरोना संक्रमण से युद्ध के लिए लोग घरों की चहारदीवारी में कैद हैं। जरूरी कामकाज से निकल भी रहे हैं तो सामाजिक दूरी बनाकर। 24 घंटे जागने वाली मेट्रो सिटी मुंबई में भी हर तरफ एक खामोशी है। और इस खामोशी को तोड़ती भी है तो चिड़ियों की चहचहाहट और पत्तों के बीच से होकर गुजरने वाली हवा। सड़कों पर गिने-चुने इंसान हैं। घंटों का सफर आज चंद कदमों में सिमट गया है। हमेशा चहल-पहल से घिरे रहने वाले इलाके आज रेगिस्तान की तरह खामोश हैं।

इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी आबादी घरों में है और यह अपने आप में एक दुर्लभ क्षण है। हमेशा भीड़भाड़ से घिरे रहने वाले मुंबई के मरीन ड्राइव, सी लिंक, चर्च गेट, ओवल मैदान, फ्लोरा फाउंटेन, तिलक ब्रिज, दादरी सर्किल, बांद्रा वेस्ट, बांद्रा रिक्लेमेशन, जेजे फ्लाईओवर, पुलिस कमिश्नर ऑफिस, किंग्स सर्किल फ्लाईओवर, मरीन ड्राइव, गिरगांव चौपाटी, शिवाजी पार्क, दादर स्टेशन पर सुनसान है। श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर भी बंद है।

उधर, लॉकडाउन के बीच मुंबई की सड़कों पर मोर नाच रहे हैं। सड़कों परमोरों के झुंड और डांस के वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। लोग इन पर मजेदार रिएक्शन दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- लगता है मोरों का लॉकडाउन खत्म हो गया है। एक्ट्रेस जूही चावला ने भी अपने टि्वटर अकाउंट पर मोरों की तस्वीर साझा की है।



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तस्वीर मुंबई के मरीन ड्राइव और नरीमन प्वॉइंट की। हमेशा चहल-पहल से घिर रहने वाला यह इलाका लॉकडाउन में लगभग सुनसान है। दिनभर कम ही लोग आ-जा रहे हैं। देश में कोरोना के खिलाफ 21 दिन का लॉकडाउन है।




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सिर्फ 24 घंटे में पुणे में तीन मौतें, कुल संख्या हुई पांच, मरने वाले तीनों मरीजों को डायबिटीज था

महाराष्ट्र में कोरोनावायरस विकराल रुप धारण करता जा रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान सिर्फ पुणे में तीन मरीजों की मौत हो गई है। मरने वालों में दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। जिनकी उम्र 52, 60 और 69 साल की है। इन सभी के दो दर्जन से ज्यादा रिश्तेदार पहले से अलग-अलग हॉस्पिटल और घरों में क्वारैंटाइन हैं।

आज हुई तीन मौतें ..

पहली मौत: पुणे में आज मृत हुई 60 वर्षीय महिला कई दिन पहले नायडू हॉस्पिटल में इलाज के लिए आई थी। इलाज के दौरान उसमें कोरोना के लक्षण दिखे, जिसके बाद उसकी जांच करवाई गई और कोरोना नेगेटिव आया। जिसके बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। शुक्रवार को पुणे के यरवदा इलाके की रहने वाली इस महिला की तबियत फिर बिगड़ गई और उसे ससून हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां शनिवार को उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद महिला का फिर से कोरोना टेस्ट करवाया गया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई। महिला को डायबिटीज की शिकायत भी थी।

ससून अस्पताल के अधिष्ठाता डॉ. अजय चंदनवाले ने कहा, 'शनिवार तड़के महिला को ससून अस्पताल लाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। यह पता चलने के बाद कि वह नायडू अस्पताल गई थीं, जहां उसकी कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी थी हमने ताजा नमूने लिये और उसे जांच के लिए भेजा। रिपोर्ट में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई।'

दूसरी मौत: पुणे में आज मृत हुई एक अन्य 69 वर्षीय महिला का औंध के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज जारी था। उसे एक्यूट कैलकुलस कोलेसिस्टिटिस नाम की बिमारी थी। इलाज के दौरान महिला के टेस्ट करवाए गए और उसमें कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद आज वेंटीलेटर पर महिला ने दम तोड़ दिया।


तीसरी मौत: पुणे के भवानी पेठ इलाके के रहने वाले एक 52 वर्षीय शख्स ने भी शनिवार रात पुणे के ससून हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। डॉ. चंदनवाले ने कहा, "उसके नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए। जांच रिपोर्ट शनिवार देर शाम आयी जिसमें कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई। वह मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित था।" इससे पहले कोरोना के संक्रमण से ग्रस्त 53 वर्षीय पुरूष और 46 वर्षीय महिला की मौत हुई है। इस हिसाब से पुणे में मरने वालों का आंकड़ा 5 तक पहुंच गया है।

पुणे से 21 मरीजों ठीक होकर घर गए
पुणे जिले में अब तक कोरोना के कुल 88 मरीज मिले हैं, जिनमें से पुणे शहर के 60, पिंपरी चिंचवड़ के 21 और ग्रामीण क्षेत्र के सात मरीज शामिल हैं। पुणे में अब तक 9 और पिंपरी चिंचवड़ में 12 मरीजों को इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी मिल गई है।

रविवार को एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 26 और केस आए हैं, जिसके साथ ही संख्या 661 पहुंच गई।



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पुणे में पहली बार एक दिन में तीन मौतें कोरोना के चलते हुईं हैं-सिंबॉलिक फोटो




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9 बजे, 9 मिनट के लिए रौशन हुआ महाराष्ट्र, लाइटें बंद कर लोगो ने जलाया दीया, मोमबत्ती

कोरोनावायरस के अंधकार के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार रात 9 बजे 9 मिनट तक लाइटें बंद कर दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या फोन की फ्लैश लाइट जलाने की अपील की थी। प्रधानमंत्री की इस अपील का मुंबई, पुणे समेत राज्य के कई हिस्सों में अच्छा असर देखने को मिला। लोग अपनी बालकनी में आए और शांति से दिए, मोमबत्ती जलाकर इस लड़ाई में अपनी सहभागीता दिखाई।

पुणे की एक सोसाइटी में लोगों ने इस अंदाज में दिए जलाए।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने रविवार को ट्वीट कर एक बार फिर लोगों को याद दिलाया कि कोरोना से लड़ाई में दीया और मोमबत्ती जलाएं। प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगर आप तैयार हैं तो री-ट्वीट कीजिए। मोदी ने कोरोना संकट पर अपने तीसरे संबोधन में कहा था कि हमें 5 अप्रैल को अपनी महाशक्ति का जागरण करना है, ताकि लॉकडाउन के दौरान घरों में मौजूद लोग खुद को अकेला महसूस न करें।

पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस पूरे परिवार के साथ घर के बाहर आकर दीपक जलाया।
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर पर भी पीएम मोदी की मुहिम का समर्थन करते हुए दीपक जलाए गए और पूरे घर को रोशन किया गया।
नागपुर पुलिस के जवानों ने सड़कों पर मोमबत्ती और दीए जलाकर पीएम के आवाहन का समर्थन किया।
मुंबई के वकोला इलाके की एक चाल में लोगों ने कुछ इस अंदाज में पीएम के मिशन का समर्थन किया
पुणे में लोगों ने पटाखे चलाकर पीएम के आवाहन का समर्थन किया।
अभिनेत्री पूजा हेगड़े ने भी अपनी बालकनी में दिया जलाया।
अभिनेता अक्षय कुमार अपनी बालकनी में मोमबत्ती जलाते हुए।
मुंबई के जुहू पुलिसस्टेशन के बाहर पुलिसकर्मियों ने हाथ में मोबाइल लेकर उसकी फ्लैश लाइट जलाई।


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Maharashtra illuminated for 9 minutes, 9 minutes, people switched off the lights and lit the candle




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एक दिन में सबसे ज्यादा 13 मौतें; मुंबई में 9 और पुणे में तीन की जान गई; प्रदेश में 129 नए संक्रमित सामने आए

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। रविवार को अब तक सबसे ज्यादा 13 लोगों की मौत संक्रमण से हुई है। इनमें 9 मुंबईमें जबकि तीन मौत पुणे और एक औरंगाबाद में हुई है। मृतकों की उम्र 52 से 80 साल के बीच है। मुंबई में अब तक संक्रमण से31 और पुणे मेंपांच लोगों की जान जा चुकी है। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या 45 पहुंच गयाहै। वहीं, प्रदेश में संक्रमण के 129नए केस रविवार को सामने आए। इसमें सबसे ज्यादा मुंबई में103,पुणे में 21, अहमदनगर में 3 और 2 केस औरंगाबाद के हैं। मुंबई में अब संक्रमितों की संख्या 433 पहुंच गई है। वहीं राज्य में कुल आकड़ा 793 पहुंच गई है।

रात 9 बजे 9 मिनट के लिए रोशनी से जगमगाया महाराष्ट्र

मुंबई के वकोला इलाके की एक चाल में लोगों ने कुछ इस अंदाज में पीएम के मिशन का समर्थन किया।

कोरोनावायरस के अंधकार के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार रात 9 बजे 9 मिनट तक लाइटें बंद दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या फोन की फ्लैश लाइट जलाने की अपील की थी। प्रधानमंत्री की इस अपील का मुंबई, पुणे समेत राज्य के कई हिस्सों में असर देखने को मिला। लोग अपनी बालकनी में आए और शांति से दिये, मोमबत्ती जलाकर कोरोना के खिलाफलड़ाई में अपनी एकजुटता दिखाई।

क्रूज 'जलेश' को बनाया जाएगा क्वारैंटाइन सेंटर

इस बीच, राज्य में लगातार बढ़ रहे संक्रमण के मामलों को देखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) समुद्र के बीच क्वारैंटाइन सेंटर बनाने पर विचार कर रही है। इसके लिए 'जलेश' क्रूज को इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें 1 हजार बेड की व्यवस्था है। वहीं दूसरी तरफ राज्य में होटल कारोबारियों के संगठन फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कोरोना से निपटने के लिए राज्य सरकार से 45 हजार कमरे सौंपने की पेशकश की है।

महाराष्ट्र के गृहमंत्री के आदेश के बाद मुंबई के कई इलाकों में पुलिस ने लॉकडाउन को लेकर सख्ती बढ़ाई।

मुंबई: आठ में सेतीनमरीज कीमौत दो से तीन दिन पहले हुई, लेकिनसंक्रमण की रविवार को पुष्टि हुई

पहली मौत:मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती 80 साल के बुजुर्ग की रविवार कोमौत हुई है। उन्हें एकअप्रैल को कमजोरी और सांस लेने कीसमस्या के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

दूसरी मौत: कफ, बुखार औरसांस लेने में तकलीफ के बाद मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में 25 मार्च से भर्ती 55 वर्षीय बुजुर्ग की 31 मार्च को मौत हो गई थी। रिपोर्ट में अब संक्रमण की पुष्टि हुई है।
तीसरी मौत: मुंबई के नायर हॉस्पिटल में भर्ती 62 साल के बुजुर्ग की रविवार कोमौत हुई है। उन्हें बुखार की शिकायत के बाद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
चौथी मौत:सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत के बाद मुंबई के केईएम हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना संक्रमित60 साल के बुजुर्ग ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया है।

पांचवीं मौत:मुंबई के केएम हॉस्पिटल में भर्ती 70 साल की बुजुर्ग महिला कि शनिवार देर रातमौत हुई है। महिला को सांस लेने में दिक्कत और उल्टी की शिकायत थी।
छठवीं मौत: मुंबई के कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती 52 साल के व्यक्ति कीतीन अप्रैल को मौत हुई है। मौत के बाद इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमेंकोरोना की पुष्टि हुई है। इन्हें डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायतथी।
सातवीं मौत:तीनमार्च को मुंबई के कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती हुए 64 साल के बुजुर्ग ने शनिवार देर रात दम तोड़ दिया था। सांस लेने में दिक्कत के बाद इन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
आठवीं मौत:29 मार्च को मुंबई के कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती हुए 77 साल केबुजुर्ग की रविवार को मौत हो गई। इन्हें भी बुखार, कफ और सांस लेने में दिक्कत थी।

नौवींमौत: ठाणे के डोंबिवली में एक 67 साल कीमहिला की मौत शनिवार देर शाम हुई है। महिला की मेडिकल हिस्ट्री का फिलहाल पता नहीं चल पाया है।

मुंबई केबोरीवली इलाके में दिनभर घरों में रहने के बाद शाम को लोग इस तरह घूमते नजर आए।

पुणे में तीन मौतें, दो की मौत के बाद हुई कोरोना की पुष्टि

पहली मौत: पुणे में जिस 60 साल की संक्रमित महिला की मौत हुई वहकई दिन पहले यहां के नायडू हॉस्पिटल में इलाज के लिए आई थी। इस दौरान उसमें कोरोना के लक्षण नजर आए। जांच करवाईतो रिपोर्ट निगेटिव आई। बाद में उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। शुक्रवार को महिला की तबीयत फिर बिगड़ी तो उसे पुणे केससून हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां शनिवार देर रातउसकी मौत हो गई। शव से सैंपल लेकर जांच को भेजा गया तो रविवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। महिला को डायबिटीज की शिकायत भी थी।

दूसरी मौत: पुणे में दूसरी मौत 69 वर्षीय महिला की हुई है। उसे एक्यूट कैलकुलस कोलेसिस्टिटिस नाम की बीमारी थी। इलाज के दौरान महिला के टेस्ट करवाए गए और उसमें कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद रविवार को वेंटीलेटर पर महिला ने दम तोड़ दिया।
तीसरी मौत: पुणे के भवानी पेठ इलाके के रहने वाले एक 52 वर्षीय व्यक्ति की शनिवार देर रात ससून हॉस्पिटल में मौत हो गई। डॉक्टरों ने बताया कि उसके नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए। जांच रिपोर्ट रविवार कोआई। इसमें कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई। वह डायबिटीज और ब्लड प्रेशर का मरीज था।

औरंगाबाद: यहां एक58 साल केबैंक अधिकारी की संक्रमण से मौत हुई है। उसे डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी।

मुंबई के बोरीवली इलाके में लोग कर्फ्यू का नियम तोड़ते और मॉर्निंग वाक पर जाते नजर आए।

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक 58 वर्षीय बैंक अधिकारी की मृत्यु हुई है इसे डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर था|

ठाणे के डोंबिवली में एक 67 वर्षीय महिला की मृत्यु शनिवार देर शाम हुई है महिला का कोई विदेश यात्रा का हिस्ट्री नहीं था

शनिवार को छह संक्रमितों की गई थी जान
इससे पहले शनिवार को राज्य में संक्रमण से 6 मौतें हुईं थी। इसमें पांच मुंबई जबकि एक अमरावती में हुई थी। शुक्रवार को भी छह लोगों की मौत हुई थी। यानी अगर रविवार के मृतकों की संख्या भी जोड़ ली जाए तो पिछले तीन दिनों में राज्य में 23लोगों की संक्रमण के चलते जान जा चुकी है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को लोगों को लोगों को लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने की अपील की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर लोग अनुशासन में नहीं रहेंगे और कोविड-19 के मामले बढ़े तो राज्य में सरकार 14 अप्रैल को लॉकडाउन नहीं हटाएगी।

धार्मिक अनुष्ठान घर में रहकर करें: अजित पवार
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने लोगों से अपील की है कि वे धार्मिक अनुष्ठान, प्रार्थना, कार्यक्रम घरों में ही करें। डॉक्टर, पुलिसकर्मी, महानगरपालिका कर्मचारी अपनी जान खतरे में डालकर कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं, जिन इलाकों में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं, उन इलाकों को सील किया जा रहा है। ऐसी स्थित में बाहर निकलना उचित नहीं होगा। इससे कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई कमजोर पड़ेगी। सोमवार को महावीर जयंती, बुधवार को हनुमान जयंती और शब-ए बरात है।

नवी मुंबई के रबाले इलाके में लोग चिकन खरीदने के लिए दुकान के बाहर जमा हुए।
पुणे की कई सोसाइटी में लोग व्यक्तिगत रूप से इमारतों कासैनिटाइजेशन करवा रहे हैं।

5 लाख प्रवासी मजदूरों के रहने की व्यवस्था
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बताया कि यहां रहने वाले दूसरे राज्य और महाराष्ट्र के मजदूरों समेत कुल पांच लाख मजदूरों की राज्य सरकार की ओर से व्यवस्था की गई है। इन मजदूरों को दो वक्त का खानादिया जा रहा है। इनके लिए दवाओं की भी व्यवस्था की गई है।

परभणी के चामणी गांव के लोगों ने बाहरी व्यक्तियों को रोकने के लिए इस तरह का बोर्ड लगाया है।

सोशल मीडिया में अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई
लॉकडाउन के बाद पैदा हुए हालात में सोशल मीडिया के जरिए अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ महाराष्ट्र में 78 और मुंबई में 8 मामले दर्ज किए गए हैं। साइबर पुलिस के एसपी बाल सिंहराजपूत के अनुसार, राज्य में वॉट्सऐप के 47 और फेसबुक के 10 मामले है।



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मुंबई के धारावी में स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रहे हैं।




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190 साल पुराने अमृतांजन ब्रिज को जमींदोज किया गया, तीन साल से चल रही थी गिराने की तैयारी

पुणे. रविवार शाम को रायगढ़ जिले में स्थित ऐतिहासिक अमृतांजन ब्रिज को विस्फोटक से उड़ा दिया गया। मुंबई और पुणे को जोड़ने वाले लोनावाला के पास खंडाला में स्थित इस ब्रिज को करीब 190 साल पहले 1830 में अंग्रेजी शासन काल में बनाया गया था। रायगढ़ जिला कलेक्टर ने महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) को 2 से 14 अप्रैल के बीच इस ब्रिज को हटाने की अनुमति दी थी।

10 किलोमीटर का ट्रैफिक डायवर्जन किया गया
लॉकडाउन के चलते मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक बेहद कम हो गया है। इस बीच सही मौका देखकर प्रशासन ने पुल को गिराने के लिए हरी झंडी दी थी। मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर दोनों लेन के लिए 10 किमी का एक ट्रैफिक डायवर्जन बनाया गया। पुल को गिराने का प्रोजेक्ट 3 साल से लंबित था। पिछले साल जून में एमएसआरडीसी ने पुल को गिराने के लिए दूसरा टेंडर जारी किया था। 2017 में जब पहली बार पुल के गिराने का प्लान बनाया गया तो इसका भारी विरोध भी हुआ था।

कई साल से बंद है अवागमन
अमृतांजन पुल की खराब हालत को देखते हुए पिछले कई सल से आवागमन के लिए बंद कर दिया गया था। एमएसआरडीसी ने इससे पहले इस पुल के संरक्षक रेलवे को भी लिखा था और पुल गिराने की अनुमति मांगी थी। जिला कलेक्टर और स्टेट हाईवे पुलिस से भी सुरक्षा और ट्रैफिक डायवर्जन करने की मांग की थी।

गिराने की जरूरत क्यो?
पुल के खंभे सड़क को कई हिस्सों में बांटते हैं। यह जर्जर हो चुके हैं। इन मोटे-मोटे खंभों की वजह से यहां सड़क की चौड़ाई कम है और अकसर जाम लगता है। कई बार हादसे भी हो चुके हैं।



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विस्फोटक लगाकार इस ब्रिज को जमींदोज किया गया।




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मल्टीप्लेक्स यदि दो महीने बंद रहे, तो 800 करोड़ का ऑपरेशनल नुकसान का अनुमान

कोविड-19 महामारी की वजह से देश भर के अलग-अलग राज्यों में 11 मार्च से बंद चल रहे मल्टिप्लेक्सों का लॉकडाउन यदि दो महीने चलता है, तो 800 करोड़ रुपए का ऑपरेशन एक्सपेंडिचर नुकसान होने का अनुमान है। इसी वजह से अब मल्टिप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एमएआई) ने अपने अपने लैंडलॉर्ड और डेवलपर्स को पत्र लिखकर किराया माफ करने की गुहार लगाई है।

मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक अशर ने बयान जारी कर कहा कि देश कुछ राज्यों में कोरोनावायर महामारी की वजह से 11 मार्च से 31 मार्च तक मल्टिप्लेक्स सिनेमाहॉल को बंद रखने का आदेश जारी हुआ था। 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन का लॉकडाउन देश में घोषित किया। जिसकी वजह से 14 अप्रैल तक मल्टीप्लेक्स सिनेमाहॉल बंद रहने वाले हैं।

'मल्टीप्लेक्स का रेवन्यू जीरो हुआ'
देशभर के मल्टिप्लेक्स संचालकों का रातों-रात रेवन्यू घटकर जीरो हो गया है। लिहाजा अब हमने जहां मल्टिप्लेक्स हैं। उसके लैंडलॉर्ड और डेवलपर्स से निवेदन किया है कि वे स्थिति सामान्य होने तक हमारे किराये को माफ करें। गौरतलब है कि मल्टिप्लेक्स एसोसिएशन देश के 90 फीसदी मल्टिप्लेक्स इंडस्ट्री का प्रतिनिधित्व करता है। इसके सदस्य देशभर में 600 से अधिक मल्टिप्लेक्स ऑपरेट करते हैं। जिसमें करीब 2900 स्क्रिन है। जबकि पूरे देश में लगभग 9,527 स्क्रिन हैं। इसमें 3200 मल्टीप्लेक्स और 6,327 सिंगल स्क्रीन शामिल हैं।

केंद्र सरकार से चाहिए ब्याज मुक्त लोन
मल्टिप्लेक्स एसोसिएशन की केंद्र सरकार से भी चार प्रमुख मांग है। इसमें तीन वर्ष के लिए ब्याज मुक्त लोन देने की प्रमुख मांग है। इसमें मल्टिप्लेक्स को एक वर्ष की मोरोटोरियम की अवधि भी चाहिए। इसके अलावा उन्हें टैक्स एवं ड्यूटी में छूट चाहिए। इसी तरह मल्टिप्लेक्स को एक वर्ष के लिए न्यूनतम डिमांड चार्ज और बिजली शुल्क में छूट दी जाए। चौथी मांग मल्टिप्लेक्स एसोसिएशन की नॉन-ऑपरेशनल पीरियड के दौरान कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए सब्सिडी दिए जाने की है।

एक स्क्रीन का दो महीने का ऑपरेशन एक्सपेंसेस लगभग 25 लाख
मल्टिप्लेक्स इंडस्ट्री के जानकारों के अनुसार फिक्की की एक रिपोर्ट के अनुसार देशभर में मल्टीप्लेक्सों में करीब 3200 स्क्रीन हैं। एक स्क्रिन का दो महीने का ऑपरेशन एक्सपेंडिचर लगभग 25 लाख रुपए आता है। मल्टिप्लेक्स चाहे बंद ही क्यों न हो। ऐसे में मोटे तौर पर यदि मल्टिप्लेक्स कोविड-19 की वजह से दो महीने तक बंद रहते हैं, तो 800 करोड़ रुपए का ऑपरेशनल एक्सपेंडिचर नुकसान होने का अनुमान है।



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Mumbai Cinema Halls Coronavirus Lockdown Impact Update; Multiplex Association of India On Theater Waive Rent




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राकांपा प्रमुख शरद पवार का सवाल-दिल्ली में हुए तब्लीगी जमात को किसने दी मंजूरी

कोरोनावायरस के विस्तार को लेकर जिम्मेदार ठहराए जा रहे तब्लीगी जमात के लोगों पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है। सोमवार को फेसबुक लाइव के माध्यम से महाराष्ट्र की जनता से जुड़े राकांपा प्रमुख ने कहा कि नई दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के धार्मिक आयोजन के लिए अनुमति किसने दी थी?

राकांपा प्रमुख ने कहा कि महाराष्ट्र में तब्लीगी जमात की दो बड़ी सभाएं- एक मुंबई के पास और दूसरी सोलापुर जिले में प्रस्तावित थी। लेकिन सरकार ने इसे मंजूरी नहीं दी। मुंबई के पास वाले कार्यक्रम के लिए अनुमति पहले ही नहीं दी गई, जबकि पुलिस ने राज्य की ओर से जारी परामर्श का उल्लंघन करने के लिए सोलापुर कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।

'जब उद्धव ठाकरे रोक सकते हैं तो दिल्ली क्यों नहीं?'
उन्होंने पूछा, 'अगर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ऐसे फैसले ले सकते हैं तो दिल्ली में इसी तरह के कार्यक्रम के लिए अनुमति देने से इनकार क्यों नहीं किया गया और किसने इसके लिए मंजूरी दी?'

शरद पवार ने कहा, 'मीडिया के लिए इसको इतना उछालना जरूरी क्यों है? यह बेवजह देश में एक समुदाय को निशाना बनाता है।' देश में हुई मौत और कोविड-19 के 400 से ज्यादा मामलों को पिछले महीने तब्लीगी जमात के निजामुद्दीन मुख्यालय में हुए धार्मिक कार्यक्रम से जोड़ा गया है।



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फेसबुक लाइव के माध्यम से राकांपा प्रमुख जनता से संवाद कर रहे थे-फाइल फोटो




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आज चार की मौत, संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 526 तक पहुंची, शहर के दो बड़े हॉस्पिटल कंटेनमेंट जोन घोषित

कोरोना मरीजों का हॉटस्पॉट बन चुके मुंबई में हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। सोमवार को यहां 57 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 526तक पहुंच गई है। वहीं अगर इसमें ठाणे और वसई को मिला लिया जाए तो यह संख्या 609 तक पहुंच जाती है। वहीं यहां मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 41(34 मुंबई+7 एमएमआरडीए) हो गई है। मुंबई के दो बड़े प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी डॉक्टर और नर्सों में कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। जिसके बाद दोनों अस्पतालों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।

आज इनकी हुई मौत..

1. मुंबई के ग्लोबल हॉस्पिटल में 29 मार्च को भर्ती हुए 80 वर्षीय बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया है। उसे बुखार और लूज मोशन था साथ ही सांस लेने में भी तकलीफ थी। डॉक्टरों के मुताबिक उसे हाइपरटेंशन भी था। मरीज की मौत 5 अप्रैल की शाम को हुई है उसमें कोरोना की पुष्टि 3 अप्रैल को हुई थी।
2. मुंबई के एचबीटी हॉस्पिटल में 2 अप्रैल को भर्ती हुए 41 वर्षीय पुरुष की करुणा के चलते मौत हो गई है। इसे भी बुखार और लूज मोशन था। जांच में सामने आया है कि यह क्रॉनिक एल्कोहलिक भी था। इसमें कोरोना की पुष्टि 1 अप्रैल को हुई है।
3. 1 अप्रैल को मुंबई के एचबीटी हॉस्पिटल में भर्ती हुए 62 वर्षीय पुरुष की मौत 4 अप्रैल को हुई है। इनमें कोरोना की पुष्टि 31 मार्च को हुई थी, इन्हें हाइपरटेंशन एपिलेप्सी और पैरालाइसिस था।
4. मुंबई के सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल में 1 अप्रैल को कब और सांस लेने में दिक्कत के बाद भर्ती हुए 52 वर्षीय पुरुष की 4 अप्रैल को मौत हो गई। इनमें कोरोना की पुष्टि 4 अप्रैल को ही हुई थी।

15 लाख लोगों का सर्वे किया गया

ग्रेटर मुंबई मुंसिपल कॉरपोरेशन ने अब तक 15 लाख लोगों का सर्वे किया है, जिसमें से 665 लोगों को चिंहित किया गया और उनके टेस्ट करवाए गए हैं। इसी के साथ 1400 सैंपल भी घर जाकर टेस्टिंग के लिए कलेक्ट किए गए हैं।मुंबई में 226 कंटेनमेंट जोन चिन्हित किए गए हैं और पूरे इलाके को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है।10 कंटेनमेंट जोन में डॉक्टरों , नर्सों और लैब टेक्नीशियन द्वारा द्वारा स्पेशल स्क्रीनिंग क्लीनिक शुरू किया गया है।

वॉकहार्ट अस्पताल में 26 नर्सों और 3 डॉक्टरों को कोरोना संक्रमण
बीएमसी ने 26 नर्सों और तीन डॉक्टरों में कोरोनावायरस का टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद मुंबई के वॉकहार्ट अस्पताल को एक निषेध क्षेत्र घोषित कर दिया है। मुंबई सेंट्रल में स्थित इस अस्पताल में किसी नए मरीज की भर्ती करने पर रोक रहेगी। आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि हॉस्पिटल में कैसे इतने ज्यादा लोगों में संक्रमण फैल गया, इसकी जांच के लिए टीम गठित की गई है। उन्होंने कहा- "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वायरस इतने ज्यादा डॉक्टरों और नर्सों में फैल गया। सभी को सावधानी बरतनी चाहिए थी।" हॉस्पिटल में काम करने वाले 270 से अधिक कर्मचारियों और डॉक्टरों की जांच कराई जा रही है।

जसलोक हॉस्पिटल भी क्वारैंटाइन जोन घोषित
मुंबई के जसलोक हॉस्पिटल को भी रेड जोन घोषित कर दिया गया है। जसलोक अस्पताल की छह नर्सों समेत 19 कर्मचारियों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद इन अस्पतालों में आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई। इसके साथ ही इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों को भी क्वारैंटाइन किया जा रहा।

ऐसे वॉकहार्ट अस्पताल में फैला कोरोना
27 मार्च को वॉकहार्ट अस्पताल में 70 वर्षीय एक बुजुर्ग भर्ती हुआ था। उसका एंजियोप्लास्टी होना था। इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। इस दौरान उनका कोरोना टेस्ट का रिजल्ट आया, जिसमें वह पॉजिटिव निकला। इनके संपर्क में आने वाले स्टाफ भी पॉजिटिव मिले। हाल में ही वॉकहार्ट में काम कर रहे धारावी में रहने वाले एक सर्जन में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद अस्पताल के सभी स्टाफ का चेकअप किया गया और 26 नर्स और 3 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव निकले हैं।


मुंबई में मृत्यु दर 6.66 % तक पहुंची
मुंबई में कोरोना वायरस के कारण मृत्युदर 6.66 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है, जो देश की औसत दर 3 प्रतिशत से दोगुने से भी अधिक है। विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी बीमारी में मृत्युदर 3 प्रतिशत से ज्यादा होना चिंता की बात है।



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वॉकहार्ट अस्पताल के बाहर लगा नो एडमिशन का बोर्ड।




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माता-पिता के लिए खाना ले जा रहे युवक की पुलिसवालों ने की पिटाई, वायरल हुआ वीडियो

शहर के ग्रामीण मंचर इलाके से एक वीडियो सामने आया है। जिसमें दो पुलिसकर्मी एक युवक की पिटाई करते नजर आ रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद आलाधिकारियों ने इस मामले की जांच का आदेश दे दिया है।

पुणे में 21 दिनों का लॉकडाउन और कर्फ्यू जारी है। इसी के बाहर आने-जाने पर पाबंदी है। यह वीडियो शुक्रवार का बताया जा रहा है। जांच में सामने आय है कि मार खाने वाला युवक अपने भाई के साथ माता-पिता के लिए खाना लेकर जा रहा था। उसे बाहर देख पुलिसवालों ने उससे कुछ नहीं पूछा और उसकी पिटाई शुरू कर दी।

आरोप यह भी है कि इस युवक बार- बार पुलिसवालों से गुहार लगा रहा था कि वे अपने माता-पिता के पास जा रहा था। घटना का वीडियो सामने आने के बाद लोग अब सोशल मीडिया में पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।



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यह वीडियो घटनास्थल पर मौजूद किसी शख्स ने अपने मोबाइल कैमरे से तैयार किया है।




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आज 7 मौतें; 120 नए संक्रमित मिले; मुंबई के वॉकहार्ट अस्पताल में 26 नर्स और 3 डॉक्टर पॉजिटिव, 270 कर्मचारियों की जांच कराई जा रही

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की स्थिति गंभीर होती जा रही है। सोमवार को संक्रमण से सात लोगों की मौत हुई। सभी मौतें मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में हुई है। मृतकों की उम्र 30 से 80 साल के बीच है। इनमें एक गर्भवती महिला और बाकी छह पुरुष थे। इसे मिलाकर राज्य में मृतकों की संख्या 52 पहुंच गई है। सोमवार को राज्य में संक्रमण के120 नए केस आए। इनमें 68 मुंबई और 41 पुणे के हैं। बाकी सतारा, वसई-विरार और अन्य जगहों के हैं। राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 868 पर पहुंच गया है। इससे पहले रविवार को राज्य में सबसे ज्यादा 113 मरीज सामने आए थे। रविवार को ही यहां सबसे ज्यादा 13 मरीजों की मौत हुई है, जिसमें से 9 मुंबई एमएमआरडीए से, 3 पुणे और एक औरंगाबाद से थे।

वॉकहार्ट के 270 कर्मचारियों की जांच, जसलोक भी रेड जोन
उधर, राज्य में लॉकडाउन के बाद संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। मुंबई के वॉकहार्ट हॉस्पिटल में 26 नर्स और 3 डॉक्टर संक्रमित मिले हैं। इसके बाद प्रशासन चिंता में पड़ गया है।बीएमसी नेवॉकहार्ट अस्पताल को एक निषेध क्षेत्र(क्वारैंटाइन जोन) घोषित कर दिया है। मुंबई सेंट्रल में स्थित इस अस्पताल में किसी नए मरीज की भर्ती करने पर रोक रहेगी। आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हॉस्पिटल में कैसे इतने ज्यादा लोगों में संक्रमण फैल गया। सभी को सावधानी बरतनी चाहिए थी।इसकी जांच के लिए टीम गठित की गई है।’’हॉस्पिटल में काम करने वाले 270 से ज्यादा कर्मचारियों और डॉक्टरों की जांच कराई जा रही है।मुंबई के जसलोक हॉस्पिटल को भी रेड जोन घोषित कर दिया गया है। जसलोक अस्पताल की छह नर्सों समेत 19कर्मचारियों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद इन अस्पतालों में आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई। इसके साथ ही इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों को भी क्वारैंटाइन किया जा रहा है।औरंगाबाद के जिला हॉस्पिटल में कार्यकर्ता एक 38 वर्षीय पुरुष नर्स में भी कोरोना पॉजिटिव आया है, जिसके बाद हॉस्पिटल के कई स्टाफ की कोरोना जांच करवाई गई है।

सिंधुदुर्ग जिले में सड़कों पर इस तरह के संदेश लिखे गए हैं।

वॉकहार्ट में ऐसे फैला कोरोना
27 मार्च को वॉकहार्ट अस्पताल में 70 वर्षीय एक बुजुर्ग भर्ती हुआ था। उनकीएंजियोप्लास्टी होनी था। इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया। उनके संपर्क में आने वालास्टाफ भी पॉजिटिव मिला। हाल में ही वॉकहार्ट में काम कर रहे धारावी में रहने वाले एक सर्जन में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद अस्पताल के सभी स्टाफ का चैकअप किया गया और 26 नर्स और 3 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव निकले।

धारावी में तीन मरीज सामने आने के बाद डॉक्टर्स घर-घर जाकर यहां रहने वालों की जांच कर रहे हैं।

लॉकडाउन का नियम तोड़ने पर एफआईआर दर्ज
महाराष्ट्र के वर्धा की आरवी सीट से भाजपा के विधायक दादाराव किचे का रविवार को जन्मदिन था। इस वजह से उनकेघर के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ जमा थी। इस दौरान विधायक ने लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए राशन बांटा और लोगों की मिठाइयां खिलाई। इसके बाद उनके खिलाफ वर्धा पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।

सोशल डिस्टेंसिंग किस चिड़िया का नाम है: वर्धा में विधायक के घर के बाहर राशन लेने के लिए जमा भीड़।

महाराष्ट्र में 5% है मृत्यु दर
कोरोनावायरस से प्रभावितों की मृत्युदर राज्य में भी 5 प्रतिशत है। राज्य में बीमारी से मरने वाले ज्यादातर लोगों की उम्र 60 साल से ज्यादाथी। उनमें से कई को हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और दिल की बीमारी की भी शिकायत थी।यह खबर राज्य और मुंबई में शनिवार शाम तक आए मरीजों और मृतकों की संख्या के आधार पर है।

मुंबई में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों से बात की।

जहां कोरोना के मरीज मिले हैं, वहां न जाएं लोग: अजित पवार
राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आम जनता से अपील की है कि जिस गली, गांव, बस्ती, सोसाइटी में कोरोना के मरीज पाए गए हैं, वहां लोग नहीं जाएं, ताकि कोरोना के वायरस से खुद को और अपने परिवार को संक्रमित होने से बचाया जा सके। पवार ने यह भी कहा किकोरोना मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या महाराष्ट्र में है। इस पर नियंत्रणऔर प्रतिदिन होने वाली मृत्यु को रोकना राज्य के स्वास्थ्य विभाग का पहला प्रयास है। राज्य में कर्फ्यूलगा है, ऐसे में लोग घरों से बाहर ननिकलें। पुलिस दिन-रात मेहनत कर रही है। बाहर निकलकर लोग पुलिस की परेशानी नहीं बढ़ाएं।

नवी मुंबई पुलिस ने शहर की बाहरी सीमाओं पर नाकेबंदी बढ़ा दी है।

फिलीपिंस के 10 नागरिकों के खिलाफ केस दर्ज
नवी मुंबई पुलिस ने फिलीपींस के 10 नागरिकों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है। इन लोगों में हाजी मलिक सुल्तान (68) भी शामिल है, जिसकी 23 मार्च को मौत हो गई थी। 5 अप्रैल को वाशी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि ये लोग बगैर अनुमति लिए तब्लीगी जमात की मस्जिद में रुके हुए थे। पुलिस अफसरसंतोष काशीनाथ कांबले ने बताया कि सभी आरोपी 10 मार्च से 16 मार्च के बीच वाशी सेक्टर 9ए के प्लॉट नंबर 61 स्थित नूरुल इस्लाम ट्रस्ट की नूर-ए-मस्जिद में रुके हुए थे। यह मस्जिद तब्लीगी जमात की बताई जा रही है।

जालना जिले में किन्नर समुदाय से जुड़े 150 लोगों तक पुलिसकर्मियों ने राशन पहुंचाया।

6 से 9 अप्रैल तक बंद रहेंगे सब्जी बाजार
वसई तालुका में सब्जी मार्केट से लगातार आ रही सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन की खबरों को देखते हुए रविवार को पालघर जिलाधिकारी डॉ. कैलाश शिंदे ने 6 अप्रैल से 9 अप्रैल तक सभी सब्जी बेचने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया है। उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के चलते राज्य सरकार ने दूध, राशन, मेडिकल व साग सब्जियों की दुकानों को खुले रहने की छूट दे रखी है। दूध, मेडिकल और राशन दुकानों में सोशल डिस्टेंसिग का पालन किया जा रहा है,लेकिन सब्जियों की दुकानों पर इसका उल्लंघन देखा जा रहा है।

पुणे में ट्रेनों के डिब्बों कोक्वारैंटाइन रूम में बदला जा रहा है।

ऑस्ट्रेलिया में फंसे महाराष्ट्र के 200 छात्र
ऑस्ट्रेलिया में उच्च शिक्षा के लिए महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों से गए 200 से अधिक विद्यार्थी फंसे हुए हैं। कोरोना के असर को देखते हुए इन विद्यार्थियों को वापस लाने की मांग की जा रही है। वकीलों के माध्यम से सांसद कपिल पाटील ने विदेश मंत्री डॉ. एसजयशंकर से मांग की है कि इन विद्यार्थियों को तत्काल वापस लाया जाए। विदेश मंत्री को भेजे गए पत्र में पाटील ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव के कारण काफी संख्या में विद्यार्थी वापस आ गए हैं, लेकिन 200 से ज्यादा विद्यार्थी अब भी ऑस्ट्रेलिया में फंसे हुए हैं। पाटील ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने उनके पत्र को गंभीरता से लिया है और विद्यार्थियों को वापस लाने का प्रयास शुरू कर दिया है।

लगातार सख्ती के बाद अहमदनगर जिले में हर पुलिस स्टेशन के बाहर गाड़ियों की संख्या बढ़ती जा रही है।

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हिंगोली जिले में दमकलकर्मियों ने जरूरतमंदों को राशन वितरित किया।


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वॉकहार्ट में एक बुजुर्ग की एंजियोप्लास्टी होनी थी, इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया। संपर्क में आने वाले भी संक्रमित हो गए।




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वेयरहाउस में लगी आग, लपटोंं और धुएं से घिरा इलाका

मुंबई. महाराष्ट्र के भिवंडी इलाके के वेयरहाउस में आग लग गई। दमकलकर्मी आग बुझाने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। हादसे में जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। गोदाम में सोमवार देर रात आग लगी थी।

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महाराष्ट्र के भिवंडी इलाके के वेयरहाउस में सोमवार देर रात आग लगी। काराणों का पता नहीं चल सका है।




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2 नए मामलों के साथ कुल संख्या हुई 7, हो चुकी है एक की मौत, यहां चाहते हुए भी सोशल डिस्टेंसिंग है मुश्किल

एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी धारावी में कोरोनावायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। यहां मंगलवार सुबह दो नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ यहां संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है। बीएमसी अधिकारीयों के मुताबिक, संक्रमितों की उम्र 80 और 49 साल है और दोनों धारावी के डॉ. बलीगा नगर के निवासी हैं। ये दोनों पहले संक्रमित पाई गई 30 वर्षीय महिला के सम्पर्क में आए थे। धारावी में इससे पहले चार अन्य लोग संक्रमित पाए गए थे। इनमें 56 वर्षीय वह व्यक्ति भी शामिल है जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। यह व्यक्ति दिल्ली में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर आए लोगों के संपर्क में आया था और संभवत: उन्हीं से संक्रमित हुआ।

धारावी के चार इलाके- डॉ. बलीगा नगर, वैभव अपार्टमेंट, मुकुंद नगर और मदीना नगर में संक्रमण बढ़ने के आशंका के बाद से यहां लगातार कीटनाशकों का छिड़काव जारी है।

यहां छोटे-छोटे कमरों में रहते हैं 5-6 लोग
5 लाख से अधिक आबादी वाले धारावी को लेकर सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि यहां सोशल डिस्टेंसिंग नामुमकिन है। 40 वर्षों से यहां रह रहे राष्ट्र सेवा समिति के अध्यक्ष रमाकांत गुप्ता कहते हैं कि धारावी में 100 वर्ग फीट के छोटे-छोटे कमरों में 5-6 लोग रहते हैं। ऐसे में अगर कोई एक को भी संक्रमित हो जाए है, तो बाकी का बचना मुश्किल है।

चाह कर भी सोशल डिस्टेंसिंग कर सकते लोग
दूसरा यहां अधिकांश लोगों को सार्वजनिक शौचालय का ही इस्तेमाल करना पड़ता है, लिहाजा सोशल डिस्टेंसिंग यदि चाहें, तो भी नहीं कर सकते। हालांकि लोग प्रयास कर हैं। जैसे, कुंभारवाड़ा इलाके में लोगों ने संक्रमण के खतरे को समझा और खुद इस इलाके को सील कर लिया है। प्रजापति मंडल के कमलेश चित्रोड़ा बताते हैं कि कुम्हारवाड़ा में करीब 1000-1200 मजदूर रहते हैं। ये रोज कमाने-खाने वाले लोग हैं। यहां लोगों ने मिलजुलकर और सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से इनके लिए खाने-पीने का इंतजाम किया है, ताकि इन्हें बाहर जाने की जरूरत न पड़े।

लोगों का शिक्षित नहीं होना बना बड़ी चुनौती
उधर नवरंग कंपाउंड इलाके में प्लास्टिक और कचरा चुनकर बेचने वाले 150-200 बेहद गरीब लोग रहते है। इन लोगों के लिए भी सामाजिक संस्थाओं ने भोजन का इंतजाम किया है। बॉलीवुड के लिए डिजाइनर डांसिंग शूज बनाने वाले जमील शाह कहते हैं कि धारावी में सभी लोग शिक्षित नहीं हैं। इसलिए नासमझी में गलियों टहलते रहते हैं। इसलिए भी खतरा बढ़ रहा है।

रैपर्स और हिप हॉप ग्रुप दे रहे स्टे होम का संदेश
धारावी जब आपराधों की वजह से बदनाम होने लगी, तो यहां के युवा रैपर्स और हिप हॉप ग्रुप ने इसे नई पहचान दी थी। आज यहां के डोपाेडेलेक्स, सेवन बंताइज, फाइवडॉग्स और एनिमीज नामक ग्रुप के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर हैं। इन समूहों के युवा अब दिन भर अपने घरों में हैं, और सोशल मीडिया पर जुड़े अपने प्रशंसकों को घरों में रहने और सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरूक कर रहे हैं।

भायखला कीचॉल में मिले 10 मरीज, एक की मौत
मुंबई में ही भायखला की एक चॉल में कोरोना संक्रमित 10 मरीज मिले हैं, जिनमें एक की मौत हो चुकी है। मुंबई से ही सटे कल्याण में भी एक ही परिवार 4 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। इनमें 6 महीने की एक लड़की भी है। चिंता की बात ये है कि इनकी कोई ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं है और ना ही कोई परिचित कोरोना पॉजिटिव से मिला है। कोरोना का संक्रमण मुंबई में फैलता ही जा रहा है।



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खचाखच भरी रहने वाली धारावी की गलियां आज सूनी पड़ी हुई हैं।




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देश में ज्यादातर लोग सही ढंग से नहीं धोते हैं हाथ, एक्सपर्ट से जानिए क्या है हाथ धोने का सही तरीका

देश में कोरोनावायरस का लगातार विस्तार हो रहा है। डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस वायरस से दूरी ही एकमात्र इससे बचने का इलाज है। इस दूरी में सही ढंग से हाथ धोना सबसे कारगर कदम साबित हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि देश में ज्यादातर लोगों को सही ढंग से हाथ धोना ही नहीं आता।

सही ढंग से हाथ कैसे धोते हैं, इसको लेकर मुंबई के नामचीन एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट के एमडी डॉ रमाकांत पांडा ने एक वीडियो बनाया है। जिसमें हाथ धोने के सही तरीके को समझाया गया है। डॉ पांडा का कहना है कि अगर सही ढंग से हाथ धोया जाए तो सिर्फ कोरोना ही नहीं, कई और बीमारियों से बचाव हो सकता है।

डॉ पांडा का कहना है कि एक निश्चित अंतराल पर हाथ धोना एक अच्छी आदत है। इससे आप अपना और अपने परिवार को बीमार होने से बचाव सकते हैं।

इस मौकों पर जरुर धोना चाहिए हाथ,

  • खाना बनाने से पहले
  • खाना खाने से पहले
  • घर में अगर कोई मरीज है तो उसके पास जाने से पहले
  • अगर किसी को चोट लगी है तो उसके घाव को छूने से पहले
  • टॉयलेट से आने के बाद
  • नांक पर हाथ लगाने, खांसने और छींकने के बाद
  • जानवरों के छूने, उन्हें खाना खिलाने और उनके मल को फेंकने के बाद
  • कचरे को छूने के बाद
  • बच्चों के डायपर को छूने के बाद

इसलिए जरुरी है हाथ धोने का सही तरीका जानना

डॉ पांडा का कहना है,'इन मौकों पर लोग अकसर अपने हाथ को सही से धोना भूल जाते हैं और अनजाने में बीमारियों को अपने शरीर में आने की दावत दे बैठते हैं। हालांकि, कोरोनावायरस के बढ़ते प्रसार ने लोगों को हाथ धोने के तरीकों में बदलाव करने पर मजबूर कर दिया है। इसलिए इनके लिए हाथ धोने का सही तरीका जानना जरुरी है।



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एशियन हार्ट इंस्टिट्यूट के एमडी डॉ रमाकांत पांडा ने बताया कैसे धोते हैं सही ढंग से हाथ।




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क्वारैंटाइन आदेशों का उल्लंघन करने पर तब्लीगी जमात के 150 लोगों पर एफआईआर दर्ज

दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए तब्लीगी जमात से जुड़े 150 लोगों पर मुंबई के आजाद मैदान पुलिस स्टेशन पर केस दर्ज हुआ है। इन सभी पर क्वारैंटाइन आदेशों और सरकार के प्रतिबंधात्मक आदेशों के उल्लंघन का आरोप है।

पुलिस ने कहा, 'सभी 150 लोगों के खिलाफ इंडियन पीनल कोड (आईपीसी) की धारा 271 और 188 के तहत एफईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा सभी पर आईपीसी की धारा 269 के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।'

निजामुद्दीन मरकज में हुआ था तबलीगी जमात का जलसा
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के जलसे में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे। इस जलसे में शामिल हुए सैकड़ों लोग कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए हैं। तबलीगी जमात से जुड़े कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद से पूरे देश में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।

लगातार पकड़े जा रहे हैं तबलीगी जमात के लोग
दिल्ली से अलग-अलग राज्यों के लिए रवाना हो चुके तबलीगी जमात के लोगों की पहचान कर उन्हे क्वॉरंटीन किया जा रहा है। महाराष्ट्र के अलावा यूपी और तमिलनाडु समेत कई अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में तबलीगी जमात के लोगों को पकड़ा गया है।



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Coronavirus in Mumbai Latest Update | Maharashtra Mumbai Police On 150 Tablighi Jamaat Attendees Over COVID-19 Quarantine Orders




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सिर्फ दो घंटे में पुणे के ससून हॉस्पिटल में हुई तीन मौतें, अबतक हुई 8 की मौत 146 संक्रमित

मुंबई के बाद अब पुणे में भी कोरोनावायरस अपने पैर पसार रहा है। आज सिर्फ दो घंटे में शहर के ससून जनरल हॉस्पिटल में तीन कोरोना पीड़ितों की मौत हुई है। तीन में से दो मरीज में किडनी, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर था। इसी के साथ पुणे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 8 तक पहुंच गई है। दोपहर 12 बजे तक शहर में चार नए कोरोना संक्रमित रोगी भी मिले थे। पुणे में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 146 तक पहुंच गई है।

मरने वाले तीनों की उम्र 60 साल से ऊपर

पुणे के जिलाधिकारी नवलकिशोर राम ने बताया,"शहर में सुबह 9 से 11 बजे के बीच तीन मरीजों की ससून हॉस्पिटल में मौत हुई है। तीनों में कोरोना संक्रमण था। शहर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 8 तक पहुंच गया है। आज जिन तीन लोगों की मौत हुई है उनमें पार्वती इलाके के रहने वाले 67 वर्षीय एक बुजुर्ग शामिल हैं। इनमें 2 अप्रैल को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। इन्हें किडनी संबंधित बिमारी थी।

वहीं 3 अप्रैल को पुणे के एक प्राइवेट हॉस्पिटल से रेफर होकर ससून हॉस्पिटल में भर्ती हुए 65 वर्षीय बुजुर्ग ने भी दम तोड़ दिया है। इनमें 4 अप्रैल को कोरोना की पुष्टि हुई थी। यह शख्स पुणे के भवानी पेठ इलाके का रहने वाला था। इनके अलवा ताड़ीवाला रोड़ इलाके के रहने वाले 65 वर्षीय शख्स ने भी किडनी की बिमारी के बाद दम तोड़ दिया है। इसे हाइपरटेंशन भी था।

पहले हुई थी पांच मौतें
इससे पहले रविवार को भी पुणे में तीन मरीजों की मौत हुई थी। उनमें 69 और 60 साल की दो महिलाएं और 52 साल का एक व्यक्ति शामिल था। इनमें दो को डायबिटिज की शिकायत थी, जबकि 69 साल की महिला को अन्य बीमारी थी। इससे पहले पुणे में 60 वर्षीय महिला और 52 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी। दोनों की मौत के बाद हुई जांच में कोरोना वायरस का संक्रमण होने की पुष्टि हुई थी।



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ससून हॉस्पिटल में वर्तमान समय में 50 से ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं।




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आज 12 मौतें, 7 मुंबई और 3 पुणे में; उद्धव के आवास मातोश्री के पास चाय बेचने वाला संक्रमित मिला, यहां तैनात 150 जवान क्वारैंटाइन किए गए

महाराष्ट्र में संक्रमण से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। मंगलवार को 12 लोगों की मौत हुई है। इसमें सात मुंबई और आसपास की है जबकि तीन पुणे की है। इसके अलावा नागपुर और सतारा में भी एक-एक की मौत हुई। मृतकों की उम्र 48 से 65 साल के बीच थी। इनमें दो महिला और 10 पुरुष थे। इसमें सात को डायबिटीज, हाइपरटेंशन जैसी अन्य बीमारियां थीं, जबकि पांच की बीमारियों के बारे में पता नहीं चल पाया है। राज्य में अब तक संक्रमण से 64 लोगों की जान जा चुकी है।

राज्य में एक दिन में सबसे ज्यादा 150 संक्रमण के मामले सामने आए

वहीं, राज्य में मंगलवार को सबसे ज्यादा संक्रमण के 150 नए मामले सामने आए। इसमें 116 मुंबई के जबकि 18 पुणे के हैं। बाकी नागपुर, अहमदनगर, बुलढाणा समेत अन्य शहरों के हैं। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 1018 तक पहुंच गई। इसमें 590 मुंबई और 135 पुणे के हैं। इससे पहले रविवार को राज्य में सबसे ज्यादा 113 मरीज सामने आए थे।

उद्धव के घर की सुरक्षा में तैनात 150 पुलिसवालेक्वारैंटाइन

उधर, मुंबई में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के पास एक चाय वाला संक्रमित मिलने के बाद हड़कंप मच गया। इसके बाद उनके घर की सिक्युरिटी में तैनात 150 जवानों को बांद्रा में क्वारैंटाइन कर दिया गया है। ये जवान संक्रमित व्यक्ति की दुकान पर चाय पीने जाते थे।बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने मातोश्री और उसके आसपास के इलाके को सील कर दिया। अब पूरे इलाके को सैनिटाइज किया जा रहा है। चायवाले के संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है।

कोरोना अपडेट्स

  • राज्य सरकार ने बताया कि करीब 50-60 जमाती दिल्ली से मरकज से लौटे हैं। इन लोगों ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया और पुलिस से छिपने की कोशिश कर रहे हैं। इनकी तलाश की जा रही है।
  • राज्य सरकार ने महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग की दो परीक्षाओं को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया है। नई तारीखों की जानकारी परीक्षार्थियों को एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी। इससे पहले 26 अप्रैल और 10 मई को होने वाली थी। इससे पहले 4 अप्रैल को एमपीएससी की परीक्षा होने वाली थी, लेकिन पीएम द्वारा लॉकडाउन घोषित किए जाने के बाद इस 26 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है।
  • राज्य में संक्रमण की चेन को रोकने के लिए जिस इलाके में भी संक्रमित मिल रहा है, उस इलाके को सील करके उसे कंटेनमेंट घोषित किया जा रहा है। ऐसे में उस इलाके के रहने वाले लोगों को दिक्कत न हो, इसके लिए वहां एक कंटेनमेंट अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। वह अधिकारी इस इलाके की पूरीदेखरेख करेगा। साथ ही,कंटेनमेंट इलाके में रहने वाले लोगों का14 दिनों स्क्रीनिंगकरके रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
  • मुंबई और महाराष्ट्र के लोगों को यह मानकर नहीं चलना चाहिए कि 14 अप्रैल के बाद राज्य में लॉक डाउन खत्म हो जाएगा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा किराज्य सरकार 14 अप्रैल के आगे भी लॉक डाउन को जारी रख सकती है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 10 अप्रैल के बाद राज्य सरकार राज्य में कोरोना के संक्रमण के फैलाव की समीक्षा करेगी और उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
  • स्वास्थ्य मंत्री ने यह जानकारी भी दी कि राज्य सरकार के पास फिलहाल 37000 पीपीई किट यानी पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट किट्स हैं। राज्य में करीब सवा तीन लाख पीपीई किट्स की जरूरत है, लेकिन दिक्कत यह है कि राज्य सरकार खुद से इन्हें खरीद नहीं सकती। केंद्र सरकार ने यह निर्देश दिए हैं पीपीई किट्स, एन-95 मस्क और वेंटिलेटर की खरीदी राज्य सरकारें अपने स्तर पर नहीं कर सकते हैं। इसके लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से तीन लाख 14 हजार पीपीटी किड्स,2125 वेंटिलेटर और 8 लाख 41 हजार एन-95 मास्क की मांग की है।

मुंबई:करीम मोरानी की दोनों बेटियां पॉजिटिव
फिल्म प्रोड्यूसर करीम मोरानी की दो बेटियां जोया और शजा कोरोना संक्रमित पाई गई हैं। दोनों को नानावती अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कर दिया गया है। मोरानी परिवार के बाकी सदस्यों को क्वारंटीन करके सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं। मोरानी का घर भी फिलहाल सील कर दिया गया है।

मुंबई और आसपास के इलाके में सात मौतें हुईं

1. 61 साल (पुरुष): सांस में तकलीफ और पेशाब में दिक्कत के बाद मुंबई के बीपीटी हॉस्पिटल में 6 अप्रैल को भर्ती कराया गया था। डायबिटीज, हाइपरटेंशन और हार्ट प्रॉब्लम थी। मंगलवार सुबह कोरोना की पुष्टि हुई।

2. 48 साल (महिला): खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ के बाद 4 अप्रैल को मुंबई के एचबीटीएच हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। 4 अप्रैल को कोरोना की पुष्टि हुई थी।

3. 66 साल (पुरुष): बुखार और सांस लेने में दिक्कत के आबाद मुंबई के एसआरवी हॉस्पिटल में 4 अप्रैल को भर्ती कराया गया था। मंगलवार को मौत हुई। इनमें कोरोना की पुष्टि 6 अप्रैल को ही हुई थी।

4. 55 साल(पुरुष): डॉ बाबा साहब आंबेडकर हॉस्पिटल में 4 अप्रैल को भर्ती कराया गया था। 6 अप्रैल को मौत हुई थी। बुखार, सूखी खांसी और बदनदर्द शिकायत थी।

5. 72 साल (महिला): मुंबई के केईएम हॉस्पिटल में 5 अप्रैल को भर्ती हुई महिला की मौत मंगलवार सुबह हुई। महिला को बुखार, कफ और हाइपरटेंशन की शिकायत थी। 5 अप्रैल को ही कोरोना की पुष्टि हुई थी।

6.68 साल(पुरुष): 24 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। डायबिटीज, हाइपरटेंशन के बाद 30 मार्च को मौत हो गई थी। बुजुर्ग की कोरोना रिपोर्ट मंगलवार को सामने आई है।

7.60 वर्षीय(पुरुष):मीरा भायंदर केबाला साहब ठाकरे हॉस्पिटल में मंगलवारसुबह मृत्यु हुई है। सोमवार कोरिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई थी।

पुणे में तीन और सतारा और नागपुर में एक-एक की जान गई

8.67 वर्षीय( पुरुष): पार्वती इलाके के रहने वाले बुजुर्ग में 2 अप्रैल को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। मंगलवार को इनकी मौत हुई। इन्हें किडनी संबंधित बिमारी थी।
9. 65 वर्षीय(पुरुष): 3 अप्रैल को पुणे के एक प्राइवेट हॉस्पिटल से रेफर होकर ससून हॉस्पिटल में भर्ती हुए बुजुर्ग ने भी दम तोड़ दिया है। इन्हें भी डायबिटीज की बिमारी थी। इनमें 4 अप्रैल को कोरोना की पुष्टि हुई थी। यह शख्स पुणे के भवानी पेठ इलाके का रहने वाला था।
10. 65 वर्षीय(पुरुष): इनके अलवा ताड़ीवाला रोड़ इलाके के रहने वाले 65 वर्षीय शख्स ने भी किडनी की बिमारी के बाद दम तोड़ दिया है। इसे हाइपरटेंशन भी था।

11. मुंबई के सतारा में 63 वर्षीय पुरुष की कल सुबह मृत्यु हुई है यह शख्स अमेरिका से आया था।नागपुर में एक 68 वर्षीय पुरुष की इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में मृत्यु हुई है। इसे डायबिटीज और हाइपरटेंशन था।
12. नागपुर में एक 68 वर्षीय पुरुष की इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में मृत्यु हुई है। इसे डायबिटीज और हाइपरटेंशन था।

पंढरपुर: 20 हजार लीटर दूध खेत में बहाया
राज्य में लॉकडाउन सेसबसे ज्यादा किसानों और दूध का व्यापार करने वालों को नुकसान हो रहा है। इससे परेशानहोकरपंढरपुर में सुबह करीब 20 हजार लीटर दूध खेत में बहा दिया। पंढरपुर में भांडिशेगांव में पंधारी मिल्क एंड मिल्क प्रोडक्ट्स के मालिक गणेश पाटिल ने बताया कि हमारे पास दूध का स्टॉक बढ़ रहा था और खरीदार नहीं थे, जिसके बाद हमने और अन्य किसानों ने दूध अपने खेतों में बहाने का फैसला किया गया है।

पंढरपुर में मिल्क कंपनी ने 20 हजार लीटर दूध को खेतों मे बहा दिया।

मुंबई:जल्द शुरू होगाएंटीबॉडी टेस्ट

  • मुंबई मेंकोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जल्द हीरैपिड एंटीबॉडी टेस्ट शुरू किया जाएगा। एंटीबॉडी टेस्ट कोरोना टेस्ट न होकर शरीर में उपस्थित वायरस की जानकारी देता है। अगर किसी भी मरीज के शरीर में हाल फिलहालवायरस प्रवेश करता है, तो रोग प्रतिरोधक क्षमता शरीर में एंटीबॉडी पैदा करती है। इसकी जानकारी इस टेस्ट के जरिएकेवल एक खून की जांच से मिल सकती है।
  • जांच के दौरान जिनमें एंटीबॉडी पाया जाएगा, उन्हें आइसोलेट करके उनकी कोरोना जांच होगी। इससे कम समय में अधिक से अधिक कोरोना के सस्पेक्टेड मरीजों की जांच की जा सकती है और मरीजों की समय रहते पहचान की जा सकती है।
मुंबई को कोलाबा इलाके में अलग-अलग संगठन से जुड़े लोग बेघरों को खाना खिला रहे हैं।


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मुंबई में उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के आसपास के इलाके को सील कर दिया गया है।




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590 तक पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या, 2 नए मामले धारावी में सामने आए, ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल की एक नर्स में मिला वायरस

बुधवार सुबह तक कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या मुंबई में 590 तक पहुंच गई है। वहीं यहां मृतकों का आंकड़ा 40 पर पहुंचा है। बुधवार को दो नए कोरोना संक्रमित एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी यानि धारावी में मिले हैं। इसी के साथ यहां मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 9 तक पहुंच गया। संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इस इलाके का दौरा भी किया है। मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एक नर्स में कोरोनावायरस मिला है, जिसके बाद अब पूरे हॉस्पिटल स्टाफ की स्क्रीनिग की जाएगी।

हॉस्पिटल के सभी स्टाफ की हो रही है कोरोना जांच
ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल से मिली जानकारी के अनुसार, अस्पताल के हर स्टाफ की जांच कराई जा रही है। इससे पहले इसी अस्पताल का एक टेक्नीशियन कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। अस्पताल ने यहां नए लोगों को भर्ती करना बंद कर दिया है और बीते हफ्ते टेक्नीशियन के पॉजिटिव पाये जाने के बाद ओपीडी बंद कर दी गई थी। बता दें कि टेक्नीशियन ने एक 85 वर्षीय शख्स का सीटी स्कैन किया था। उसे यह पता नहीं था कि बुजुर्ग कोरोनापॉजिटिव है। इससे पहले जसलोक और वॉकहॉर्ट की भी एक नर्स कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी।

धारावी पूरी तरह से लॉकडाउन हुई
एशिया का सबसे बड़ा झोपड़पट्टी कहलाने वाले धारावी को पूरी तरह से लॉक डाउन कर दिया गया है। धारावी में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 9 मामले सामने आ चुके हैं। झुग्गी झोपड़ियों में इतने मामले सामने आने के बाद बीएमसी ने अब इस पूरे इलाके को लॉक डाउन कर दिया है। विशेषज्ञों ने पहले ही कहा था कि अगर कोरोना का संक्रमण मुंबई के झोपड़ियों में फैलता है तो ये प्रशासन के किये काफी बड़ा सिरदर्द साबित हो सकता है।

धारावी में बढ़ सकता है संक्रमित लोगों का आंकड़ा
5 लाख आबादी वाले धारावी में अब तक 9 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। इन मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। ये सभी किसी कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं, जो कि सबसे बड़ी चिंता की बात है। बीएमसी हेल्थ डिपार्टमेंट ने कहा है कि यदि धारावी में कोरोना संक्रमण रोकने के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए, तो समस्या काफी गंभीर हो सकती है, क्योंकि यहां जिस तरह से झोपड़ों की सघन बनावट है, वह संक्रमण बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो सकती है। इस बीच बीएमसी के आला अधिकारी हरकत में आ गए हैं। अब वे कार्यालय में बैठकर रणनीति बनाने के साथ-साथ विभिन्न इलाकों में जाकर तैयारियों का जायजा भी ले रहे हैं।

मुंबई के 4 वॉर्ड में सबसे ज्यादा मरीज
मुंबई के 24 वॉर्ड में से 4 वॉर्डों में सर्वाधिक 209 कोरोना मरीज पाए गए हैं। इसमें जी साउथ वॉर्ड में सर्वाधिक 78 कोरोना मरीज हैं। इसके बाद ई वॉर्ड में 48 और तीसरे नंबर पर डी-वार्ड है, जहां 43 मरीज मिले हैं। इसमें मुंबई का जी-साउथ इलाका टॉप पर है। लेकिन ई-वॉर्ड में 48 घंटे के भीतर सबसे तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है। इस वॉर्ड में 48 घंटों के भीतर 29 नए कोरोना मरीज मिले हैं। यहां 4 अप्रैल को कोरोना के 19 मरीज थे। मुंबई के जी साउथ वॉर्ड के अंतर्गत वरली, प्रभादेवी और दादर के कुछ इलाके आते हैं। यहां 48 घंटों में 20 कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिले हैं।

हाई अलर्ट पर 'मातोश्री'
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के निजी निवास 'मातोश्री' के बाहर एक चायवाले के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद से दहशत फैल गई है। सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को हटाकर क्वारंटीन किए जाने के बाद घर के कामों में लगे जरूरी स्टाफ को छोड़कर बाकी को छुट्टी दे दी गई है। सीएम ने अपने ड्राइवर को भी छुट्टी दे दी है।



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मुंबई में इस तरह से स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिसकर्मियों के सेंपल कोरोना जांच के लिए ले रही है।




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मध्य रेलवे ने 3-5 सेकंड में सिर से पैर तक कीटाणुरहित करने वाला सैनिटाइजिंग टनल तैयार किया

(विनोद यादव)मध्य रेलवे ने कोविड-19 से मुकाबला करने की अपनी तैयारियों को और तेज कर दिया है। इसके तहत भुसावल मंडल के इलेक्ट्रिक लोको शेड ने महज 3-5 सेकंड में सिर से पैर तक कीटाणुरहित करने वाला इन हाउस सैनिटाइजिंग टनल तैयार किया है।

वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (टीआरएस) भुसावल हिमांशु रामदेव के मार्गदर्शन और वरिष्ठ अनुभाग अभियंता मुकेश चौधरी की देखरेख में यह सैनिटाइजिंग टनल सिर्फ 15 हजार रुपए की लागत में तैयार की गई है। कोविड-19 महामारी के बीच कई रेलवे कर्मचारी शेड में आते हैं। ये कर्मचारी कोरोना संक्रमित न हो इसके लिए यह सेनिटाइजिंग टनल को तैयार किया गया है।

इसे फिलहाल ट्रायल के लिए भुसावल स्टेशन के बाहर लगाने की तैयारी की जा रही है।


16 घंटे लगातार सैनिटाइजिंग टनल के काम करने की क्षमता
मध्य रेलवे की ओर से बताया गया कि कीटाणुरहित करने वाले इस टनल की क्षमता 16 घंटे काम करने की है। इसमें दिन में एक बार 500 लीटर सैनिटाइजर रिफिल करना होगा। पानी और बिजली बचाने के लिए इसमें दो तरफा स्वीज लगाया गया है।

मध्य रेलवे ने इस तरह बनाया सैनिटाइजिंग टनल
कीटाणुरहित करने वाले इस टनल की संरचना तारपोलिन शीट द्वारा कवर किए गए एमएस पाइप द्वारा बनाई गई है। सोलूशन को स्प्रे करने के लिए पीवीसी पाइपिंग और स्प्रे नलिका प्रदान की गई है। सुरंग का आकार 150 सेमी बाय 150 सेमी बाय 220 सेमी है। तीन नोजल का एक सेट स्प्रे करेगा क्योंकि लोग सुरंग के अंदर तीन से पांच सेकंड के बीच की अवधि के लिए चलते हैं। सतहों पर संपर्क करने पर, यह वायरस को मारने के लिए पर्याप्त कुशल है। कर्मचारियों को कुशल कीटाणु शोधन सुनिश्चित करने के लिए सुरंग में प्रवेश करते समय अपने हाथों को सामने की ओर उठाने की सलाह दी जाती है।



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Coronavirus Bhusawal Updates: Maharashtra Bhusawal Railway Division Designed In-house COVID-19 Sanitizing Tunnel




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सोशल मीडिया में मंत्री जितेंद्र आव्हाण के खिलाफ लिखने पर इंजीनियर को बुरी तरह पीटा गया, मंत्री के बॉडीगार्ड पर केस दर्ज

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड के बंगले पर एक सिविल इंजीनियर की बुरी तरह से पिटाई करने का मामला सामने आया है। जिसके बाद मंत्री जितेंद्र आव्हाड के बॉडीगार्ड और कुछ अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आरोप है कि मंत्री अव्हाण के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट लिखने पर पीड़ित को उसके घर से उठाया गया और मंत्री आवास पर ले जाकर उसकी बुरी तरह पिटाई की गई। आरोप यह भी है कि इस मारपीट के दौरान मंत्री भी वहां मौजूद थे।

यह है पीड़ित का आरोप
ठाणे शहर के रहने वाले अनंत करमूसे ने आरोप लगाया है कि फेसबुक पोस्ट को लेकर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड के समर्थकों ने उनकी बुरी तरह से पिटाई की है। अनंत के द्वारा पिटाई की जो तस्वीर साझा की गई है, वह डरावनी है क्योंकि उनकी पीठ पर पिटाई से आई चोट के काफी निशान हैं।

अनंत करमूसे का आरोप है कि उनके घर पर दो पुलिसवाले आए, जो उन्हें महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड के बंगले पर ले गए। वहां पर मंत्री के समर्थकों ने उन्हें बुरी तरह से पीटा, जो कि सिर्फ एक पोस्ट के चक्कर में हुआ। हालांकि, अभी तक इसपर मंत्री की ओर से कोई बयान नहीं आया है।

महाराष्ट्र में सबसे अधिक है कोरोना का कहर
आपको बता दें कि देश में वक्त जारी कोरोना वायरस के संकट के बीच सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के केस की संख्या 1000 से अधिक हो गई है, जबकि मरने वालों की संख्या भी 65 तक पहुंच गई है।

इंजीनियर से मिलने जा रहे भाजपा नेता किरीट सोमैया को हाउस अरेस्ट किया
मुंबई भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के उपाध्यक्ष किरीट सोमैया ने दावा किया है कि उन्हें आज मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। किरीट सोमैया ने पहले कहा था कि उन्हें घर पर नजरबंद कर दिया गया था। उनके मुताबिक, वे उस सिविल इंजीनियर के घर से जाने वाले थे, जिसकी पिटाई आव्हाण के लोगों ने की थी।

अपने ट्विटर पर भाजपा नेता ने लिखा, 'पुलिस ने उन्हें उनके घर मुलुंड से हिरासत में लिया है और उन्हें मुलुंड के ही नवघर पुलिस स्टेशन में रखा गया है।'

यह मुगलिया शासन है: राम कदम
पुलिस और सरकार के इस रवैये पर बीजेपी विधायक राम कदम ने नाराजगी प्रकट की है। उन्होंने कहा, 'पीड़ित युवक का हालचाल जानने के लिए निकले सांसद को 15-20 पुलिस वालों ने रोक लिया और उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया। यह कितना उचित है? यह तो मुगलिया शासन है। सरकार की इस कार्रवाई का निषेध करता हूं।'

मुंबई पुलिस ने आरोपों को नकारा
हालांकि, किरीट के आरोप पर मुंबई पुलिस ने कहा कि यह सच नहीं है। मुंबई पुलिस ने कहा, 'किरीट सोमैया की दलील आवश्यक सेवाओं के लिए छूट के अधीन नहीं है और न ही वह किसी भी आपात स्थिति के लिए बाहर जा रहे थे। इसलिए जब उन्होंने बार-बार अनुरोधों के बावजूद बात नहीं मानी तो उन्हें पुलिस वाहन में बैठने के लिए कहा गया और नवघर मुकुंद में पुलिस स्टेशन ले जाया गया।'



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सिविल इंजीनियर की पीठ पर चोट के निशान देखे जा सकते हैं




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एक ही परिवार के 7 लोगों ने कोरोना को दी मात, पुणे की दो बहनों के परिवार को एक-दूसरे से हुआ था संक्रमण

(मंगेश फल्ले)कोरोना जैसे घातक वायरस से संक्रमित होनेकी पुष्टि के बाद कोई भी घबरा जाएगा। लेकिन पुणे की दो बहनों और उनके परिवार ने वायरस की ही छुट्टी कर दी। दोनों बहनों के परिवार के 7 सदस्य कोरोना से पीड़ित थे, लेकिन अब सबकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है और वे अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं। 41 साल की सारिका (परिवर्तित नाम) आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है। 5-6 दिन फैमिली डॉक्टर से इलाज के बाद उन्हें 14 मार्च को भारती हॉस्पिटल में दिखाया गया।

सारिका की बड़ी बहन सीमा (परिवर्तित नाम) इसी हॉस्पिटल में नर्स है। उन्होंने बहन की देखभाल की। तब तक सारिका को कोरोना की पुष्टि नहीं हुई थी। चार दिन बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बाद में उनके पति, बेटे के साथ-साथ सीमा, उनके पति और बेटी में भी कोरोना पॉजिटिव निकला।

एक बहन जब वेंटिलेटर पर थी तो दूसरी ने पूरा परिवार संभाला

सारिका वेंटिलेटर पर थी। पूरा परिवार खौफ से भर गया, लेकिन सीमा ने हौसला रखा। वे खुद के साथ-साथ पूरे परिवार की देखभाल में लगी रही। सीमा बताती हैं- जब मुझे पता चला कि हम दोनों बहनों के पति और बच्चों की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है, तो शुरुआत में हम सब घबरा गए। फिर सोचा कि इससे काम नहीं चलेगा। कोरोना से लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। डॉक्टरों ने भी हौसला बढ़ाया। इससे आत्मविश्वास बढ़ा और अब हमारे दोनों के परिवारों ने कोरोना को पूरी तरह हरा दिया है।

सावधानी: 12 दिन बाद वेंटिलेटर हटा, तब बताई सच्चाई

सारिका की तबियत ज्यादा खराब हो गई थी। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। ऐसे में जब सीमा और उसके परिजनों को कोरोना की पुष्टि हुई, तो उन्हें भी क्वारैंटाइन किया गया। इस दौरान सारिका से मिलने कोई अस्पताल नहीं जा रहा था। कोई न कोई बहाना बनाकर यह बात छिपाकर रखी गई कि उनकी रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव है। इस दौरान परिजन वीडियो कॉल पर बात करते, तो भी यह अंदाजा नहीं होने दिया कि वे भी उसी हॉस्पिटल में क्वारेैंटाइन वार्ड में रखे गए हैं। 12 दिन बाद जब सारिका को वेंटिलेटर से हटाया गया, तब उन्हें पता चला कि उनकी बहन समेत पांच परिजन बीमार हैं और इसी हॉस्पिटल में हैं।



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सारिका की 44 वर्षीय बहन सीमा (परिवर्तित नाम) भी नर्स हैं। वे वेंटिलेटर पर थीं। वे खुद के साथ-साथ परिवार की देखभाल में लगी रहीं।




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बाहर निकलने पर मुंबई में मास्क पहनना हुआ अनिवार्य, नियम नहीं मानने वालों की हो सकती है गिरफ्तारी

दिनोंदिन बढ़ रहे कोरोना के खतरे से निपटने के लिए सीएम ने लोगों से मास्क का इस्तेमाल करने की अपील की है। इसे और प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने के लिए ग्रेटर मुंबई के म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने गाइडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक, बाहर निकले वाले सभी व्यक्तियों को मास्क लगाना अनिवार्य हो गया है। नियम उल्लंघन करने वाले को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। यही नहीं उसकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।

ग्रेटर मुंबई के म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के कमिश्नर प्रवीण पारदेशी ने ये एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि कोरोना महामारी में हम सबकी जिम्मेदारी है कि नियमों का पालन करें और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें। इसके लिए एपिडेमिक डिसीज एक्ट 1897 के रूल नंबर 10 के तहत कुछ निर्देश दिए जा रहे हैं।

यह है नई गाइडलाइन

  • आप में से कोई भी शख्स किसी भी उद्देश्य या कारण से सार्वजनिक जगह जैसे अस्पताल, ऑफिस, मार्केट या सड़क पर जाएं, तो मास्क जरूर लगाए. मास्क 3 प्लाई हो या कपड़े का. मास्क लगाना अनिवार्य है।
  • अगर कोई ऑफिस की गाड़ी या अपने निजी वाहन से सफर कर रहा है, तो भी मास्क पहनना अनिवार्य है।
  • अगर कोई शख्स किसी साइट/ऑफिस/किसी और जगह काम करता है, तो भी उसे हर वक्त मास्क पहने रहना है।
  • कोई भी शख्स बिना मास्क पहने न तो कोई मीटिंग अटेंड करेगा और न ही ऐसी जगह जाएगा, जहां लोग होंगे।


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Coronavirus Mumbai Update: Brihanmumbai Municipal Corporation (BMC) On Covid-19 Face Mask as Maharashtra Cases Death Toll Spike




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उद्धव ठाकरे ने कहा- मुझे कर्फ्यू का दुख है, लेकिन हमारे पास घर पर रहने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं है

महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने बुधवार को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, 'मैं आपलोगों की परेशानी समझता हूं। घर पर रहने में काफी तरह की दिक्कतें आ रही हैं।लोग बोर हो रहे हैं। मुझे इसका दुख है। लेकिन हमारे पास घर पर रहने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं है।'महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद 24 मार्च को पूरे राज्य मेंकर्फ्यू लगा दिया गया था।राज्य में सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी संक्रमित लोगों की संख्या एक हजार से ज्यादा हो गई है।

'इसमें कोई शक नहीं की हम यह लड़ाई जीत जाएंगे'

ठाकरे ने कहा, 'महाराष्ट्र में पहला केस मिलने के बाद से ही हम टीम वर्क की तरह काम कर रहे हैं। कोरोनावायरस के संक्रमण लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन यह बहुत ज्यादा तेज नहीं है। इसमें कोईशक नहीं है कि हम यह लड़ाई जीत जाएंगे। लेकिन इसके बाद इकोनॉमी के मोर्चे पर हमारी लड़ाई इससे भी बड़ी है।' उन्होंने आगे कहा, 'हम देख रहे हैं कि अमेरिका, जापान और सिंगापुर में क्या हो रहा है। हम ये भी सुन रहे हैं कि वुहान में क्या हुआ है जहां से कोरोनावायरस का संक्रमण शुरू हुआ था। वुहान में अब लॉकडाउन खत्म हो गया है जो एक अच्छीखबर है। यह मुश्किल दौर भी निकल जाएगा।'

'15 लाख प्रवासी मजदूरों के लिए किया जा रहा खाने का इंतजाम'
मुख्यमंत्री ने बताया किमहाराष्ट्र में हर दिन 15 लाखप्रवासी मजदूरों के लिए खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा-मैंने पीएम से भी निवेदन किया है कि गरीब लोगाें के लिएभी कोई स्कीम लेकर आनीचाहिए।

ऐसी कई रिपोर्ट है कि पीपीईकिट, N-95 मास्क और वेंटिलेटर्स की कमी हैं। हमें यह समझना होगा कि दुनिया भर में इन चीजों की सप्लाई कम है। यहां तक कि अमेरिका भी हमसे दवा मांग रहा है।

'मास्क पहनकर बाहर निकलें लोग'
उद्धवने कहा- मैं सबसे निवेदन करता हूं कि घर से बाहर निकले तो मास्क पहनकर ही बाहर निकलें। मास्क किसी दुकान से खरीदने की जरूरत नहीं है। आप किसी साफ कपड़े से घर में ही मास्क बना सकते हैं।उन्होंने कहा कि जिन भी लोगों को बुखार या खांसी हैं वो अस्पतालों में जाकर चेक करवाएं। उन्होंने रिटायर नर्स, वॉर्ड बॉय, ट्रेन्ड मेडिकल स्टाफ को मदद के लिए आगे आने को कहा।



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सीएम उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को संबोधित किया। राज्य में 24 मार्च से कर्फ्यू लगा हुआ है।




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पुणे के चिड़ियाघर के जानवरों की स्क्रीनिंग शुरू हुई, अमेरिका के एक बाघ में मिला है कोरोना वायरस

कोरोनावायरस महामारी के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के निर्देशों के बादपुणे के राजीव गांधी प्राणी उद्यान मेंपशुओं के बाड़ों की साफ-सफाई और कर्मचारियों की स्क्रीनिंग शुरू हो गईहै। अमेरिका में एक बाघ के कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद प्राधिकरण ने देश के सभी चिड़ियाघरों से हाई अलर्ट पर रहने को कहा था। फिलहाल, चिड़ियाघर में नौ बाघ, दो शेर, तीन तेंदुए, एक भालू तथा अन्य जानवर हैं।


पशुओं का भोजन लाने वाली गाड़ी भी की जा रही विषाणुमुक्त
पुणे का यह प्राणी संग्रहालय 130 अकड़ में फैला है। इस चिड़िया घर में 63 अलग-अलग प्रजातियों के 400 से ज्यादा जानवर रखे गए है।चिड़ियाघर के निर्देशक राजीव कुमार जाधव ने बताया, “ प्राधिकरण के निर्देशकों के मुताबिक, पशुओं के लिए मांस लाने वाली गाड़ियों को विषाणु मुक्त किया जा रहा है और जानवरों के बाड़ों को साफ किया जा रहा है।"

14 मार्च तक बंद है प्राणी उद्यान

उन्होंने बताया कि चिड़ियाघर ने अपने स्टाफ की स्क्रीनिंग भी शुरू कर दी है और उनसे टोपी, मास्क और दस्ताने पहनने को कहा गया है। अधिकारी ने बताया कि कर्मचारियों और पशु चिकित्सकों को हिदायत दी गई है कि किसी भी पशु में कोई लक्षण दिखे या उसका बर्ताव असामान्य हो तो आला अधिकारियों को सूचित करें। उन्होंने बताया कि चिड़ियाघर 14 मार्च से बंद है और सिर्फ चुनिंदा स्टाफ को परिसर में आने की इजाजत है।



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पुणे के चिड़याघर में रहने वाले बाघों का सबसे पहले कोरोना टेस्ट जाएगा।




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डोभाल से मुलाकात के बाद कहां गायब हुए तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद ?

महाराष्ट्र के गृहमंत्री औरराष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अनिल देशमुख ने दिल्ली में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। निजामुद्दीन मरकज में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर (एनएसए) अजित डोभाल और तबलीगी जमात के मौलाना साद की मुलाकात परदेशमुख ने पूछा है कि आखिर इस कार्यक्रम के लिए अनुमति किसने दी। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी सवाल किया कीमरकज में अजित डोभाल से मुलाकात के बाद आखिर मौलाना साद कहां फरार हो गया। देशमुख ने कहा है कि 15 और 16 मार्च को मुंबई के उपनगर वसई में 50 हजार तबलीगी जमात के लोग इकट्ठा होने वाले थे लेकिन राज्य सरकार ने यह कार्यक्रम रोक दिया है।

संक्रमण फैलने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को जिम्मेदार क्यों नहीं ठहराया जाना चाहिए?
देशमुख नेसवाल किया कि धार्मिक कार्यक्रम से कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को जिम्मेदार क्यों नहीं ठहराया जाना चाहिए? उन्होंने यह भी आरोप लगाया किडोभाल ने जमात नेता मौलाना साद से उस दौरान देर रात 2 बजे मुलाकात की थी, जब कार्यक्रम आयोजित हुआ था। उन्होंने दोनों के बीच हुई 'गुप्त' बातचीत की प्रकृति पर सवाल उठाया। उन्होंने यह भी कहा किडोभाल को देर रात मौलाना साद से मिलने के लिए किसने भेजा था। जमात सदस्यों से संपर्क करना एनएसए का काम था या दिल्ली पुलिस कमिश्नर का?'

'कोरोना के खतरे के बावजूद क्यों नहीं रुका कार्यक्रम'
देशमुख ने यह भी कहा कि दिल्ली मेंमरकज के पास निजामुद्दीन पुलिस थाना होने के बावजूद कार्यक्रम कोरोका नहीं गया। गृह मंत्रालय ने दिल्ली में निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के आयोजन की अनुमति क्यों दी? क्या केंद्रीय गृह मंत्रालय मरकज में इस पैमाने पर लोगों के एकत्रित होने और उसके बाद कोरोना वायरस के सभी राज्यों में प्रसार के लिए जिम्मेदार नहीं है?'

'अब तक चुप क्यों हैं डोभाल और दिल्ली पुलिस कमिश्नर?'
उन्होंने यह भी कहा कि अबअजित डोभाल और दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव इस मुद्दे पर कुछ क्यों नहीं बोल रहेहैं। डोभाल से मुलाकात के बाद मौलाना साद अगले दिन कहां फरार हो गया? वह (मौलाना) अब कहां है? उनसे (जमात सदस्यों से) कौन संबंधित है?’



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राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि संक्रमण फेलने की आशंका के बावजूद दिल्ली में मरकज के आयोजन की अनुमति क्यों दी गई।




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आज 16 मौतें, 117 नए मामले सामने आए; राज्य में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1135 पहुंचा

महाराष्ट्र में संक्रमण अब बेकाबू होता जा रहा है। बुधवार सुबह राज्य में संक्रमण से 16लोगों की मौत हो गई। इसें छह मौत मुंबई में जबकि 10मौत पुणे में हुई है। मृतकों की उम्र 44 साल से 85 साल के बीच है। इनमें पांच महिलाएं जबकि तीन पुरुष थे। पांच मृतकों को डायबिटीज, हाइपरटेंशन जैसी बीमाारी थी। हालांकि, तीन की बीमारियों के बारे में पता नहीं चल पाया है। इससे पहले मंगलवार को राज्य में 12 लोगों की मौत हुई थी। इनमें मुंबई में सात और आसपास की थी, जबकि पुणे मेंतीन की जान गई। नागपुर और सतारा में भी एक-एक की मौत हुई थी

कोरोना अपडेट्स :

  • बुधवार को संक्रमण के 117 मामले सामने आए। इसमें सबसे ज्यादा 72 मुंबई के जबकि 38 पुणे के हैं। बाकी मामले अन्य जिलों के हैं। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमितों की संख्या 1135 तक पहुंच गई है।
  • मुंबई में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए बीएमसी ने मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत घर से बाहर निकलने वाले हर व्यक्ति को मास्क लगाना होगा। अगर किसी व्यक्ति ने इस नियम का उल्लंघन किया तो उसे गिरफ्तार किया जा सकता है।
  • मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को पूर्व आर्मी हेल्थ सर्विस पर्सनल से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करने कीअपील की।
  • मुंबई के बीच कैंडी अस्पताल की एक नर्स का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है।

मुंबई में छह और पुणे में 10की मौत हुई

1. मुंबई के धारावी स्लम में रहने वाले 64 वर्षीय पुरुष की संक्रमण के चलते मौत हुई।इसे हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की शिकायत थी।
2.मुंबई केकेएम हॉस्पिटल में भर्ती एक 46 वर्षीय महिला की मृत्यु हुई है। महिला को डायबिटीज थी।
3.मुंबई के केएम हॉस्पिटल में भर्ती एक 54 वर्षीय महिला की मृत्यु हुई है। महिला को भी हाइपरटेंशन की शिकायत थी।
4. 6 अप्रैल की रात कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती 85 वर्षीय महिला की मृत्यु हुई है। उसे अस्थमा था।
5.मुंबई के एम्स अस्पताल में भर्ती 59 वर्षीय महिला की मृत्यु संक्रमण से हुई। इनकी मेडिकल हिस्ट्री का पता नहीं चल पाया है।
6.कल्याण डोंबिवली के 55 वर्षीय महिला की बाबू जगजीवन राम हॉस्पिटल में 6 अप्रैल को मृत्यु हुई है।

7. पुणे में 55 वर्षीय पुरुष की ससून अस्पताल में मंगलवार शाम को संक्रमण के चलते मौत हुई।
8.पुणे के नायडू अस्पताल में भर्ती 44 वर्षीय पुरुष की मृत्यु हुई है। डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी।

खुद कार चलाते दिखे सीएम ठाकरे,मातोश्री के बाहर चाय वाला मिला था संक्रमित

  • मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी निवास 'मातोश्री' के बाहर एक चाय की दुकान चलाने वाला संक्रमित मिला था। इसके बाद उनके आवास कीसुरक्षा में मुस्तैद 150 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को क्वारैंटाइन कर दिया गया है।
  • मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जब मातोश्री से निकले तो वह अपनी कार खुद चलाते नजर आए। बाद में बताया गया कि मुख्यमंत्री ने अपने ड्राइवर को छुट्टी दे दी है।
यह तस्वीर मंगलवार की है। सीएम उद्धव ठाकरे खुद अपनी कार चलाकर घर से बाहर निकले। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपने ड्राइवर को छुट्टी दे दी है।
मुंबई के एक बाजार में साइकिलों को सड़क के बीच खड़ी कर ट्रैफिक रोकने का प्रयास किया गया।

मुंबई: बीएमसी ने 10 हजार होटल के कमरे अधिग्रहित किए

  • बृह्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने दस हजार होटल के कमरों को अधिग्रहित कर लिया है। इनमें उन लोगों को भी रखा जाएगा जिन्हें घरों में क्वारैंटाइन करना संभव नहीं है। उधर, नवी मुंबई के पनवेल महानगरपालिका ने 1000 नए फ्लैट्स को अधिग्रहित किया है। इन फ्लैट्स को एक कंस्ट्रक्शन कंपनी से कुछ समय के लिए लिया गया है।
  • मुंबई केधारावी में दो और कोरोना संक्रमित मिले हैं। यहां कुल संख्या नौ तक पहुंच गई है। धारावी में स्थित साईं अस्पताल को भीबीएमसी ने अधिग्रहित कर लिया है। यहां कुल 51 बेड हैं। मंगलवार कोस्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे भीधारावी पहुंचे थे। उन्होंने संक्रमण कीरोकथाम के किए जा रहे इंतजाम और सुविधाओं का जायजा लिया। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि धारावी में करीब साढ़े तीन हजार लोगों को अलग-अलग जगह पर क्वारैंटाइन किया गया है।
दादर के कई इलाकों में बुधवार सुबह फागिंग करवाई गई।


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मुंबई में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद बीएमसी ने मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। नियम का उल्लंघन करने पर गिरफ्तारी भी हो सकती है।




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कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन से लोगों में दहशत, अब तक इस तरह संक्रमित हुए 13 मरीजों की मौत; सरकार ने मास्क पहनना जरूरी किया

(मनीषा भल्ला)मुंबई में आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक,अब तक कोरोनावायरस के करीब 590पॉजिटिव केस मिले हैं। यह देश के किसी शहर में संक्रमित लोगों की सर्वाधिक संख्या है।बृहंमुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) के मुताबिक 590 में से 282 पॉजिटिव डी, ई, जी साउथ और के-वेस्ट वॉर्ड मेंमिले हैं। यानी संक्रमण के 59% केस शहर के 24 प्रशासनिक वार्ड में से सिर्फ 4 में हैं। इनमें 133 केस तो जी साउथ वार्ड में ही हैं। इस वायरस से मुंबई में अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है।

कम्युनिटी ट्रांसमिशन के मामले बढ़े

मुंबई में सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि बीमारी केकम्युनिटी ट्रांसमिशन के मामले बढ़ रहे हैं। यानी संक्रमित व्यक्ति नकिसी मरीज के संपर्क में आया और न ही उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री है। ऐसे 11 मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है। हालांकि, बीएमसी के कमिश्नर प्रवीण परदेसी बेशक कहतेहैं कि मुंबई में संक्रमित केस बढ़ने की वजह टेस्टिंग है। उनका कहना है किदिल्ली में 10 लाख में से 96 की टेस्टिंग हो रही है, जबकि मुंबई में 816 की। लेकिन, यह भी सच है कि मुंबई में मेडिकल स्टाफ और सुरक्षाकर्मी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। मुंबई में 40 से ज्यादा नर्स संक्रमित हो चुकी हैं। अकेले मध्य मुंबई के वॉकहार्ट हॉस्पिटल में ही 25 से ज्यादा डॉक्टर, नर्स और कर्मचारी संक्रमित हैं। पूरा अस्पताल क्वारैंटाइन सेंटर में तब्दील हो गया है। यहां से न किसी को बाहर जाने की इजाजत हैऔर न ही किसी को अंदर आने की अनुमति है।

अस्पताल स्टाफ ने क्वारैंटाइनमें जाने की मांग की

बांद्रा के भाभा अस्पताल में नर्स की मौत के बाद बुधवार को कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। अस्पताल स्टाफ ने क्वारैंटाइनमें जाने की मांग की। कर्मचारियों का आरोप है कि अस्पताल में उन्हें पर्याप्त सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं कराए रहे हैं।ज्यादातर डॉक्टरों और नर्सों को मुंह खोलने पर अपना रजिस्ट्रेशन रद्द होने का डर है। इसलिए, इनमें से बहुत सारेलोग जन स्वास्थ्य अभियान मुंबई के जरिए अपनी बात रख रहे हैं। अभियान की मुंबई कन्वीनर कामायनी बाली महाबल ने बताया कि मुंबई में तीन संक्रमितमें से एक की ही ट्रैवल हिस्ट्री मौजूद है। अब ज्यादातरसंक्रमण कॉन्टेक्ट से हो रहा है, जो चिंताजनक है। साथ ही, फ्रंट लाइन पर काम करने वाली नर्सें और डॉक्टर इसकी चपेट में आ रहे हैं।

सार्वजनिक जगहों पर सभी लोग मास्क पहनकर निकलें

बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी ने सार्वजनिक जगहों पर सभी लोगों को मास्क पहनकर निकलने का आदेश जारी किया है। सड़कों, अस्पताल, ऑफिस, मार्केट जैसी जगहों से लेकरगाड़ी चलाते वक्तभी सभी को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। ये दुकान पर मिलने वाले मास्क या घर पर बनाए गए मास्क हो सकते हैं। मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा राज्य सरकार यहां लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने पर विचार कर रही है।

किट और मॉस्क न लगाएं, इससे मरीज डर जाएंगे

मुंबई में जनस्वास्थ्य अभियान की कन्वीनर कामायनी बाली महाबल बताती हैं कि चिंता की बात यह है कि मेडिकल स्टाफ संक्रमित हो रहा है। जसलोक और वॉकहार्ट अस्पताल सील कर दिए गए हैं। अस्पताल में पूरी तरह से लापरवाई बरती गई। फ्रंटलाइन नर्सों के पास सेफ्टी किट (पीपीई) नहीं थी। वॉकहार्ट अस्पताल की एक नर्स के परिवार का उनके पास संदेश आया। इसमें ने लिखा कि वॉकहॉर्ट में दो संक्रमित केस थे, जिनका जनरल वॉर्ड में ही इलाज चल रहा था। इसी वॉर्ड में 70 साल के अन्य बुजुर्ग की कोरोना से मौत हो गई। 28 मार्च को यहां की दो नर्सों में कोरोनावायरस के लक्षण दिखाई देने लगे। परिवार का आरोप है कि नर्सों को बोला गया कि वह किट और मास्क का प्रयोग न करें इससे मरीजों के बीच डर बैठ जाएगा।



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बीएमसी के कमिश्नर प्रवीण परदेसी कह रहे हैं कि मुंबई में संक्रमित केस बढ़ने की वजह टेस्टिंग है। मुंबई में 10 लाख पर 816 लोगों की टेस्टिंग हुई, जबकि दिल्ली में सिर्फ 96 की जांच की गई।




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सोशल डिस्टेंसिंग के नियम तोड़कर खाना लेते नजर आए धारावी के लोग, वीडियो हो रहा वायरल

एशिया की सबसे बड़ी स्लम बस्ती धारावी में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार सुबह तक यहां 13 मामले सामने आ चुके हैं और एक शख्स की मौत हुई है। इस बीच यहां का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा हैं, जिसमें लोग सोशल मीडिया के नियमों को तोड़कर खाना लेने के लिए लंबी-लंबी लाइन में खड़े नजर आ रहे हैं। यह वीडियो 4-5 दिन पुराना बताया जा रहा है।

कॉलमिस्ट और सोशल मीडिया में मुखर रहने वाली लेखिका शोभा डे ने भी इस वीडियो को सोशल मीडिया में शेयर किया है।

महाराष्ट्र के कुल मामलों में 60 प्रतिशत से अधिक मरीज अकेले मुंबई से हैं। मुंबई के स्लम इलाकों से मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद तेजी से आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 30 मार्च के बाद राज्य में मामले तेजी से बढ़े हैं। वहीं पिछले 4 दिन में 500 से अधिक मामले सामने आए हैं। बीएसमी बढ़ते मामलों के पीछे जहां प्रशासन का तर्क अधिक टेस्टिंग का है, वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि बेहतर तैयारी न होने के कारण मामले तेजी से बढ़े हैं।

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वीडियो में सैंकड़ों लोग कतार में लगकर खाना लेते नजर आ रहे हैं।




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विधान परिषद के मनोनीत एमएलसी चुने जाएंगे उद्धव ठाकरे, सीएम की कुर्सी बचाने के लिए कैबिनेट ने खोजा रास्ता

कोरोनावायरस के चलते महाराष्ट्र में संवैधानिक संकट से बचने के लिए गुरुवार को कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक के मुताबिक, सीएम उद्धव ठाकरे का नाम गवर्नर के पास भेजा जाएगा ताकि वह मनोनीत एमएलसी चुने जाएं। महाराष्ट्र में लॉकडाउन और कफ्यू के चलते एमएलसी का चुनाव नहीं होगा। उद्धव राज्य के ऐसे पांचवें मुख्यमंत्री होंगे जो विधान परिषद के सदस्य होंगे।

इस वजह से खड़ी हुई उद्धव के सामने परेशानी

गुरुवार को हुई की कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्रीउद्धव ठाकरे की बजाय उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने की।उद्धव महाराष्ट्र के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं यानी न तो विधानसभा (एमएलए) और न ही विधान परिषद (एमएलसी) के सदस्य हैं। न ही आज तक उन्होंने किसी भी चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा लिया है।अब कोरोना के खतरों की वजह से महाराष्ट्र में एमलसी का चुनाव टाल दिया गया है, जिसके चलते उद्धव के सामने सीएम पद को बचाए रखने की मुश्किल खड़ी हो गई है।

28 मई से पहले किसी विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना जरुरी

दरअसल उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर, 2019 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। संविधान की धारा 164 (4) के अनुसार उद्धव ठाकरे को 6 माह में राज्य के किसी सदन का सदस्य होना अनिवार्य है। ऐसे में उद्धव ठाकरे को अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी को बचाए रखने के लिए 28 मई से पहले विधानमंडल का सदस्य बनना जरूरी है।

15 दिन पहले चुनाव आयोग को जारी करनी होगी अधिसूचना

विधान परिषद की सदस्यता के लिए चुनाव आयोग को 15 दिन पहले अधिसूचना जारी करनी होगी। महाराष्ट्र के विधान परिषद के 9 सदस्यों का कार्यकाल 24 अप्रैल को खत्म हो रहा है। इन 9 विधान परिषद सीटों पर चुनाव होने थे, जिन्हें कोरोना संकट की वजह से टाल दिया गया है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने इसे अनिश्चित समय के लिए आगे बढ़ाने का फैसला किया है।

अब तक आठ बार सदन के सदस्यों की जगह कोई और मुख्यमंत्री बना

राज्य विधानसभा या परिषद परिषद का सदस्य नहीं होने के बावजूद मुख्यमंत्री बनने वाले उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के8वें सीएम हैं। उंनसे पहले कांग्रेस नेता ए. आर अंतुले, वसंतदादा पाटिल, शिवाजीराव निलंगेकर-पाटिल, शंकरराव चव्हाण, सुशीलकुमार शिंदे, शरद पवार और पृथ्वीराज चव्हाण भी इस पद पर किसी सदन की सदस्यता के बिना सीएम बन चुके हैं।


वो नेता जो सदन के सदस्य नहीं थे पर मुख्यमंत्री बने

  • जून 1980 में मुख्यमंत्री बनने वाले अंतुले राज्य में ऐसे पहले नेता थे। बाद मेंविधान परिषद सदस्य बने।
  • वसंतदादा पाटिल एक सांसद के तौर पर इस्तीफा देने के बाद फरवरी 1983 में मुख्यमंत्री बने थे।बाद मेंविधान परिषद सदस्य बने।
  • निलांगेकर पाटिल जून 1985 में मुख्यमंत्री बने थे। उस वक्त पाटिल किसी सदन के सदस्य नहीं थे। बाद में विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने।
  • शंकरराव चव्हाण मार्च 1986 जब मुख्यमंत्रीबने। उस वक्त वो केंद्रीय मंत्री थे।बाद मेंविधान परिषद सदस्य बने।
  • नरसिंह राव सरकार में पवार तब रक्षा मंत्री थे लेकिन मुंबई में दंगे के बाद सुधाकरराव नाइक के इस पद से हटने के बाद मार्च 1993 में पवार मुख्यमंत्री बने थे। बाद में विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने।
  • 2003 में जब सुशील कुमार शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री बने तब वो किसी सदन के सदस्य नहीं थे। बाद में वो विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने।
  • 2010 में पृथ्वीराज चव्हाण ने मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद छोड़कर सीएम पद की शपथ ली थी।बाद मेंविधान परिषद सदस्य बने।


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मुंबई के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना वर्ली और धारावी का इलाका, ज्यादातर फल-सब्जी और किराना की दुकानें भी हुईं बंद

पिछले कुछ दिनों के दौरान देश की आर्थिक राजधानी मुंबई कोरोनावायरस का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बनकर सामने आया है। मुंबई में वर्ली एक ऐसा इलाका है जहां सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। सिर्फ बुधवार को ही यहां 55 नए मरीज मिले हैं। इस इलाके में अब तक कुल 133 मरीज मिल चुके हैं। जिसके बाद इस इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।

ताजा आकंड़ों के मुताबिक, मुंबई में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 800 के पार पहुंच गई है। वहीं अब तक यहां 45 लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए जानकार आशंका जताने लगे हैं कि यहां अब वायरस संक्रमण का तीसरा स्टेज आ गया है।

वॉर्ड ऑफिसर शरद उघडे ने कहा, 'हम यहां कोरोना का संक्रमण कम करने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए यहां सैनेटाइजेशन किया जा रहा है, दवाओं का छिड़काव भी हो रहा है। हेल्थ डिपार्टमेंट के लोग घर-घर जा कर लोगों की जांच कर रहे हैं।'

धारावी भी मुंबई के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना

सघन बसे होने के कारण मुंबई का धारावी इलाका भी प्रशासन के लिए सरदर्द बना हुआ है। यहां अब तक 14 मामले सामने आ चुके हैं, वहीं यहां तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है। गुरुवार को भी यहां एक महिला की मौत हुई है।धारावी के चार इलाके- डॉ. बलीगा नगर, वैभव अपार्टमेंट, मुकुंद नगर और मदीना नगर में संक्रमण बढ़ने के आशंका के बाद से यहां लगातार कीटनाशकों का छिड़काव जारी है। 5लाख से अधिक आबादी वाले धारावी को लेकर सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि यहां सोशल डिस्टेंसिंग नामुमकिन है। 40 वर्षों से यहां रह रहे राष्ट्र सेवा समिति के अध्यक्ष रमाकांत गुप्ता कहते हैं कि धारावी में 100 वर्ग फीट के छोटे-छोटे कमरों में 5-6 लोग रहते हैं। ऐसे में अगर कोई एक को भी संक्रमित हो जाए है, तो बाकी का बचना मुश्किल है।

धारावी में फल, सब्जी और किराना की दुकानें सब बंद
मुंबई के धारावी में कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए बीएमसी ने कड़ा फैसला लिया है। अब सभी सब्जी-फल मार्केट, हॉकर और दुकानों को बंद कर दिया गया है। सिर्फ दवा की दुकानें खुली रहेंगी। यानी जरूरत के सामानों की अब होम डिलिवरी होगी. धारावी इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया है। इसके साथ ही धारावी और उसके आस-पास की 10 सड़कों को भी बंद कर दिया गया है। जी-नॉर्थ वार्ड में सब्जी-फल की दुकानों को भी बंद कर दिया गया है। अब कोई भी ग्रोसरी, फल या सब्जी लेने के लिए बाहर नहीं निकलेगा। हालांकि, मेडिकल की दुकानों को खुला रखा गया है. इलाके में और पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है।

चाह कर भी सोशल डिस्टेंसिंग कर सकते लोग
दूसरा यहां अधिकांश लोगों को सार्वजनिक शौचालय का ही इस्तेमाल करना पड़ता है, लिहाजा सोशल डिस्टेंसिंग यदि चाहें, तो भी नहीं कर सकते। हालांकि लोग प्रयास कर हैं। जैसे, कुंभारवाड़ा इलाके में लोगों ने संक्रमण के खतरे को समझा और खुद इस इलाके को सील कर लिया है। प्रजापति मंडल के कमलेश चित्रोड़ा बताते हैं कि कुम्हारवाड़ा में करीब 1000-1200 मजदूर रहते हैं। ये रोज कमाने-खाने वाले लोग हैं। यहां लोगों ने मिलजुलकर और सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से इनके लिए खाने-पीने का इंतजाम किया है, ताकि इन्हें बाहर जाने की जरूरत न पड़े।

लोगों का शिक्षित नहीं होना बना बड़ी चुनौती
उधर नवरंग कंपाउंड इलाके में प्लास्टिक और कचरा चुनकर बेचने वाले 150-200 बेहद गरीब लोग रहते है। इन लोगों के लिए भी सामाजिक संस्थाओं ने भोजन का इंतजाम किया है। बॉलीवुड के लिए डिजाइनर डांसिंग शूज बनाने वाले जमील शाह कहते हैं कि धारावी में सभी लोग शिक्षित नहीं हैं। इसलिए नासमझी में गलियों टहलते रहते हैं। इसलिए भी खतरा बढ़ रहा है।

मुंबई के चार वार्ड में सबसे ज्यादा मरीज
मुंबई में 24 प्रशासनिक वार्ड है। बीएमसी से प्राप्त आंकडों के मुताबिक, मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों में करीब 50 फीसद मरीज चार वार्ड में हैं। बीएमसी की ओर से बुधवार को जारी ताजा इंफोग्राफिक के अनुसार मुंबई के 590 संक्रमित मरीजों में से 282 मामले दक्षिण में डी, ई, जी वार्ड तथा पश्चिम में के वार्ड में मिले हैं।सबसे अधिक 133 मामले जी—दक्षिण वार्ड में है। इस वार्ड में सबसे अधिक 71 प्रतिशत केस सात अप्रैल को सामने आये थे। छह अप्रैल तक वार्ड में कोरोना संक्रमण के कुल 78 मामले थे। जी—दक्षिण वार्ड में महालक्ष्मी, हाजीअली, रेसकोर्स, वर्ली, लोअर पारेल, कर्रे रोड, एलिफिंस्टन रोड एवं सात रास्ता इलाका शामिल है।

आदित्य ठाकरे की विधानसभा है वर्ली

इनमें से अधिकतर इलाके महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे के विधानसभा क्षेत्र वर्ली में आता है। बीएमसी आंकडों के अनुसार जी—दक्षिण वार्ड के बाद, डी, ई त​था के—पश्चिम का नंबर आता है जहां कोरोना संक्रमित क्रमश: 59, 46 एवं 43 मरीज हैं। केंद्र ने मुंबई को कोविड 19 संक्रमण के लिहाज से सबसे अधिक संवेदेशील क्षेत्र घोषित किया है और इसकी रोकथाम के लिए कई उपाय किये गये हैं ।



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वर्ली इलाके की एक सड़क, आम दिनों में यहां बहुत ज्यादा ट्रैफिक रहता है।




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बॉम्बे हाईकोर्ट ने हत्यारोपी की जमानत पर कहा- जेल ज्यादा सुरक्षित है, बाहर कोरोना फैला हुआ है

बॉम्बे हाईकोर्ट ने कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए गुरुवार कोएक आरोपी कोजमानत देने से इनकार कर दिया। इसके साथ हीकोर्ट ने कहा किकोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए उसकी (हत्यारोपी) की जान को जोखिम में डालने की इजाजत नहीं दी जा सकती। वह जेल में ज्यादा सुरक्षित है। दरअसल,18 महीने से नवी मुंबई की तलोजा जेल में बंद हत्यारोपी ने जितेंद्र मिश्रा ने कोरोनामहामारी का हवाला देते हुए कोर्ट सेजमानत मांगी थी। आरोपी की याचिका परगुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग केजरिएसुनवाई हुई।

जेल के हालात शहर से काफी बेहतर:कोर्ट

न्यायमूर्ति जी एस पटेल ने याचिकाकर्ता के वकील शैलेंद्र सिंह से कहा- जेल के हालात शहर से काफी बेहतर हैं। आपको पता नहीं है कि शहर में क्या हो रहा है। ऐसे में याचिकाकर्ताजेल में बेहतर रहेंगे। संसाधन के मामले मेंजेल प्रशासन, मुंबई केनिगम अधिकारियों के मुकाबले ज्यादा बेहतर स्थिति में है। शहर केवर्ली नाका इलाके को देखिए। वहां का हाल बुरा है।

हालांकि, कोर्ट ने यह भी कहाकिहम इस बात से वाकिफ हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जेलों में कैदियों की भीड़ कम की जाए, लेकिन शहर के हालात को देखकर ऐसा किया जाना चाहिए। बता दें कि मुंबई के वर्लीइलाके में अब तक कुल 133 मरीज मिल चुके हैं,जिसके बाद इस इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। याचिकाकर्ता मुंबई के घाटकोपर इलाके का रहने वाला है।

महाराष्ट्र सरकार ने 11 हजार कैदियों को छोड़ने की बात कही थी

कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार ने जेल में बंद करीब 11,000 कैदियों को बाहर निकालने का फैसला किया है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कुछ दिन पहले ऐलान किया था कि कोरोनावायरस से बचाव के कदम के तौर पर उन्होंने राज्य की 50 जेलों में बंद 36,000 कैदियों में से एक-तिहाई को छोड़ने का फैसला किया गया है। हालांकि, कैदियों को कब से रिहा किया जाएगा इस बात की उन्होंने जानकारी नहीं दी थी।



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18 महीने से नवी मुंबई की जेल में बंद हत्यारोपी ने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए कोर्ट में जमानत के लिए याचिका दाखिल की थी।




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मुंबई में 9 और पुणे में 7 की मौत के बाद मृतकों की संख्या 97 तक पहुंची, अब तक 1364 हो चुके हैं संक्रमित

कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या महाराष्ट्र में लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार शाम तक राज्य में 1364 लोग इस बिमारी की चपेट में आ चुके हैं।महाराष्ट्र में बढ़ती संख्या के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा,'हमें सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में स्टेट रिज़र्व पुलिस फोर्स(एसआरपीएफ) की तैनाती की प्लानिंग कर रहे हैं।वहीं मरने वालों का आंकड़ा भी लगातार विकराल रुप ले रहा है। गुरुवार शाम तक पुणे में 7 और मुंबई में 9 लोगों ने दम तोड़ दिया। इसके अलावा मालेगांव और रत्नागिरी में भी एक-एक शख्स की मौत हुई है।इसी के साथ राज्य में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 97 तक पहुंच गया है। इस हिसाब से आज राज्य में कुल 18 लोगों की मौत हुई है।

गरुवार को मुंबई में तीन महिलाओं और छह पुरुषों की मौत की पुष्टि हुई हैं। इनकी उम्र 35 से लेकर 101 साल के बीच है। लगभग सभी को डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी। इन मौतों को मिलाकर मुंबई में मृतकों की संख्या 54 पहुंच गई है। वहीं पुणे में 3 महिलाओं और चार पुरुषों ने दम तोड़ दिया है। इनकी उम्र 42 से 65 साल के बीच है। इनमें पांच को डायबिटीज की शिकायत थी, जबकि दो को अन्य बीमारियां थी। इसे मिलाकर पुणे में मृतकों का आंकड़ा 23 तक पहुंच गया है।

महाराष्ट्र में हुईं इनकी मौतें

  1. मुंबई के भाभा हॉस्पिटल में 4 अप्रैल को भर्ती हुई 38 वर्षीय महिला ने 7 अप्रैल को दम तोड़ दिया। आज महिला में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी। डॉक्टरों के मुताबिक, महिला को डायबिटीज भी था।
  2. मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में 1 अप्रैल को भर्ती हुए 62 वर्षीय पुरुष ने 9 अप्रैल की रात को दम तोड़ दिया। इसे डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी।
  3. मुंबई के राजावाड़ी हॉस्पिटल में भर्ती 60 वर्षीय महिला ने 7 अप्रैल को दम तोड़ दिया। महिला को डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी।
  4. मुंबई के बीडी. बीए हॉस्पिटल में 7 अप्रैल को भर्ती हुए 52 वर्षीय पुरुष ने 8 अप्रैल की रात को दम तोड़ दिया। इसे शख्स को गंभीर अस्थमा की परेशानी थी।
  5. मुंबई के सायन अस्पताल में भर्ती 45 वर्षीय पुरुष ने 8 अप्रैल की रात को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस शख्स को हाइपरटेंशन की परेशानी थी।
  6. 5 अप्रैल को मुंबई के सैफई अस्पताल में भर्ती हुए 71 वर्षीय पुरुष ने 8 अप्रैल की सुबह हॉस्पिटल के बेड पर अंतिम सांस ली। इन्हें हृदय संबंधित कई गंभीर बीमारियां थी।
  7. मुंबई के कूपर अस्पताल में 6 अप्रैल को भर्ती हुए 52 वर्षीय पुरुष ने 7 अप्रैल की दोपहर दम तोड़ दिया। इन्हें डायबिटीज , हाइपरटेंशन और अस्थमा की परेशानी थी।
  8. मुंबई के साइन अस्पताल में भर्ती हुए 35 वर्षीय पुरुष ने 4 अप्रैल की रात को दम तोड़ दिया। इन्हें एपिलेप्सी की परेशानी थी।
  9. मुंबई में आज एक 101 वर्षीय बुजुर्ग महिला कोरोना के चलते इस दुनिया से अलविदा हो गईं। महिला को हाइपरटेंशन की शिकायत थी और उन्हें 2 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उन्होंने 6 अप्रैल की रात अंतिम सांस ली।
  10. पुणे के सहाद्री हॉस्पिटल में भर्ती 42 वर्षीय पुरुष ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उन्हें एल्कोहलिक लिवर और डायबिटीज की समस्या थी।
  11. ससून अस्पताल में भर्ती 63 वर्षीय महिला की आज निमोनिया और किडनी की बिमारी के बाद मृत्यु हुई है।
  12. ससून अस्पताल में भर्ती 60 वर्षीय पुरुष की मृत्यु किडनी और निमोनिया की वजह से हुई है।
  13. ससून अस्पताल में भर्ती 65 वर्षीय कोरोना संक्रमित पुरुष की मृत्यु आज निमोनिया और डायबिटीज की वजह से हुई है।
  14. नोबेल हॉस्पिटल में भर्ती 62 वर्षीय पुरुष की कोरोना के चलते मृत्यु हुई है। उसे डायबिटीज और अन्य कई बीमारियां थी।
  15. पुणे के जहांगीर हॉस्पिटल में भर्ती 62 वर्षीय कोरोना संक्रमित महिला की इलाज के दौरान मृत्यु हुई है। महिला को ह्रदय संबंधित बिमारी और हाइपरटेंशन की समस्या थी।
  16. ससून हॉस्पिटल में भर्ती 58 वर्षीय कोरोना पीड़ित महिला की इलाज के दौरान मृत्यु हुई है, महिला को निमोनिया और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी।


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दिल्ली-उत्तरप्रदेश की तरह मुंबई में भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 21 हॉटस्पॉट चुने गए, सालभर तक सभी विधायकों की सैलरी में 30% कटौती होगी

महाराष्ट्र सरकार ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश की तरह पर कोरोना हॉटस्पॉट की पहचान कर वहां कर्फ्यू लगाने काफैसला लिया है। शुरुआत मुंबई से होगी,यहां 21 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं। कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने गुरुवार को कहा कि हम मुंबई के सभी हॉटस्पॉट में कर्फ्यू लगा रहे हैं। जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर इन इलाकों में रहने वाले किसी भी व्यक्ति को घर से निकलने की इजाजत नहीं होगी। कर्फ्यू के दौरान सिर्फ दवा की दुकानें खुली रहेंगी। राज्य सरकार सभी जरूरी चीजों को घर पहुंचाएगी। हालांकि, सरकार ने इन हॉटस्पॉट के नामों का खुलासा नहीं किया है।


महाराष्ट्र में गुरुवार को सबसे ज्यादा 18 लोगों की जान गई। इसमें मुंबई और उसके आसपास 9, पुणे और उसके आसपास 7 लोगों की जान गई। वहीं, मालेगांव और रत्नागिरी में भी एक-एक की मौत हुई। इसी के साथ राज्य में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 97 पहुंच गया। वहीं, राज्य में गुरुवार को संक्रमण के 229 मामले सामने आए। इसे मिलाकर संक्रमितों का आंकड़ा 1364 हो गया।

आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए विधायकों की सैलरी कटेगी

इधर,महाराष्ट्र कैबिनेट ने राज्य के सभी विधायकों और विधान परिषद के सदस्योंकी सैलरी में एक साल के लिए 30% की कटौती किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। गुरुवार को यह जानकारी राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने यह फैसलालॉकडाउन सेहोने वाले आर्थिक नुकसान को ध्यान में रखते हुए लिया है। वित्त मंत्रालय केप्रभारीउपमुख्यमंत्री पवार ने कहा कि अप्रैल 2020 से लेकर मार्च 2021 तक सभी एमएलए और एमएलसी के वेतन में 30% कटौती किए जाने का फैसला लिया गया है।

पवार की अध्यक्षता में हुईकैबिनेट बैठक में दो समितियों का गठन करने का निर्णय भी लिया गया है, जो उन बिंदुओं पर काम करेगी जिससेअर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके। एक समिति में अर्थशास्त्री, उद्योगपति, रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स और वित्त विभाग के सीनियर अधिकारी होंगे। वहीं, दूसरी समिति मेंअजीत पवार, वरिष्ठ मंत्री जयंत पाटिल, बालासाहब थोराट, छगन भुजबल, परब, एकनाथ शिंदे और अशोक चव्हाण शामिल होंगे।

धारावी में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा

एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी में अब तक 13 पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से दो की मौत हो चुकी है। यहां कम्युनिटी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। हालांकि, पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। जो भी लोग संक्रमित के संपर्क में थे उन सभी को क्वारैंटाइन किया गया है।बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) अब मुंबई मेंरैपिड टेस्टिंग शुरू करने की प्लानिंग की है। इसके लिए दक्षिण कोरिया से एक लाख टेस्टिंग किट मंगाई हैं।

क्या होती है रैपिड टेस्टिंग?
इसके जरिए 15-30 मिनट में ब्लड सैंपल की जांच होकर उसकी रिपोर्ट आ जाती है। जिसमें खून में मौजूद एंटीबॉडी का पता चलता है। एंटीबॉडी की उपस्थिति से संक्रमण का पता लगाया जा सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक, रैपिड टेस्टिंग उन इलाकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जो संक्रमण के हॉट स्पॉट हैं। वहां बड़ी आबादी की जांच के लिए इस तरह की टेस्टिंग अहम होती है।

पुणे के कात्रज इलाके में पुलिस ने बुधवार सुबह फ्लैग मार्च किया।
पुणे के कई इलाकों में पुलिस ने रैपिड फोर्स की तैनाती की गई है।

मुंबई:बाहर निकलने पर मास्क लगाना अनिवार्य

मुंबई में अब सार्वजनिक स्थान पर निकलने से पहले मास्क लगाना अनिवार्यहै। बीएमसी कमिश्नर ने साफ किया कि अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो उसकीगिरफ्तारी भी हो सकती है। तीन लेयर का या घर में बना अच्छी क्वॉलिटी का मास्क पहनना जरूरी है। रुमाल को मास्क के तौर पर नहीं इस्तेमाल किया जा सकता है।

मुक्ताईनगर में बैंक के बाहर पैसे निकालने वालों की भीड़ नजर आई।

मुंबई:वर्ली में एक दिन में कोरोना के 56मामले सामने आए
वर्ली कोरोनावायरस से प्रभावितों का हॉटस्पॉट बन चुकाहै। यहां बुधवार को 56नए मरीज मिले। इस इलाके में कोरोना संक्रमितों की संख्याबढ़कर 133 हो गई है। लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए जानकार आशंका जताने लगे हैं कि यहां अब वायरस संक्रमण का तीसरा स्टेज आ गया है। घनी बस्ती को देखते हुए यह खतरनाक है।

वर्ली के कोलीवाड़ा इलाके में बीएमसी ने फॉगिंग कराई।

25 हजार मजदूरों को सलमान ने भेजी पहली किस्त
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडियन सिने एम्प्लॉईज (एफडब्ल्यूआईसीई) ने बुधवार को कहा कि बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान ने फिल्म उद्योग में काम करने वाले 25,000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को तीन-तीन हजार रुपएका प्रारंभिक भुगतान करना शुरू कर दिया है। यह भुक्तान किश्तों में किया जा रहा है।

रायगढ़ पुलिस मुख्यालय के बाहर कर्मचारियों को संक्रमण मुक्त बनाने के लिए खास टनल बनाई गई।

मुंबई में 40 से ज्यादा नर्सें कोरोना संक्रमित
मुंबईके निगम कमिश्नर प्रवीण परदेसीकह रहे हैं कि संक्रमित केस बढ़ने की वजह टेस्टिंगहै। उन्होंने यह भी दावा किया किदिल्ली में 10 लाख में से 96 लोगों की टेस्टिंग हो रही है जबकि मुंबई में 816 की। लेकिन यह भी सच है कि दूसरी ओर मेडिकल स्टाफ और सुरक्षाकर्मी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। मुंबई में 40 से ज्यादा नर्स संक्रमित हो चुकी हैं। अकेले मध्य मुंबई के वॉकहार्ट हॉस्पिटल में ही 25 से ज्यादा डॉक्टर, नर्स और कर्मचारी संक्रमित हैं। पूरा अस्पताल क्वारैंटाइन सेंटर में तब्दील हो गया है। यहां से न तो किसी को बाहर जाने और न ही किसी को अंदर आने की अनुमति है। बांद्रा के भाभा अस्पताल में नर्स की मौत के बाद बुधवार को कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। अस्पताल स्टाफ ने क्वारैंटाइन में जाने की मांग की।

कोरोना से बचाव के लिए नांदेड़ पुलिस को इस तरह के स्पेशल फेस कवर दिए गए।

'नर्सों कोकिट और मॉस्क नहीं लगाने की कहाथा'

मुंबई मेंमेडिकल स्टाफ संक्रमित हो रहा है। जसलोक और वॉकहार्ट अस्पताल सील कर दिए गए। यहां नर्सों के पास सेफ्टी किट (पीपीई) नहीं थी। वॉकहार्ट अस्पताल की नर्स के परिवार का आरोप है कि अस्पतालमें दो संक्रमितथे, जिनका जनरल वॉर्ड में ही इलाज चल रहा था। इसी वॉर्ड में 70 साल के अन्य बुजुर्ग की कोरोना से मौत हो गई। 28 मार्च को यहां की दो नर्सों में कोरोनाके लक्षण सामने आए। लेकिन उन्हें बोला गया कि वह किट और मास्क का प्रयोग न करें इससे मरीजों के बीच डर बैठ जाएगा।

रायगढ़ में इस तरह की चेतावनी वाले संदेश शहर के कई इलाकों में लिखे गए हैं।

जरूरी सामान की दुकानें सुबह 9 से शाम 5 बजे तक खुलेंगी

अब नवी मुंबई और पनवेल में सभी जरूरीसेवाएं दे रही दुकानें सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तकखुली रहेंगी। इनमें मेडिकल शॉप को छूट दी गई है।

लॉकडाउन के बीच चित्रकारचित्रकार रा.मु.पगार ने कई स्केच तैयार किए हैं, ये सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं।


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मुंबई के वर्ली इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। यहां बुधवार को आई रिपोर्ट में 56 लोग पॉजिटिव मिले थे।




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बाइक पर जा रहे तीन लोगों को रोकना पड़ा भारी, 6 लोगों ने एक ट्रैफिक कांस्टेबल को जमकर पीटा, एक गिरफ्तार

राज्य में जारी कोरोना कर्फ्यू के बीच औरंगाबाद से एक बेहद हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है। यहां एक बाइक पर जा रहे तीन लोगों को रोकने पर एक ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल की बुरी तरह से पिटाई कर दी है। इस मामले में 6 लोगों पर केस दर्ज हुआ है और शुक्रवार को इनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

जानकारी के मुताबिक, घटना गुरुवार सुबह की है। एक बाइक पर सवार होकर आरोपी शेख फारुख, शेख शारुख और शेख आरबाज कलेक्टर ऑफिस चौराहे के पास जैसे ही पहुंचे, एक ट्रैफिक कांस्टेबल ने उन्हें पकड़ लिया। इसी दौरान दोनों के बीच पहले बहस हुई और फिर मामला हाथापाई तक पहुंच गई। इसके बाद एक आरोपी ने फोन कर तीन अन्य लोगों को वहां बुला लिया और सबसे मिलकर ट्रैफिक कर्मी की पिटाई कर दी।

औरंगाबाद ट्रैफिक डिपार्टमेंट के एसीपी दिनेश कुमार कोहली ने बताया कि इन सभी के खिलाफ औरंगाबाद सिटी चौक पुलिस स्टेशन में केस दर्ज हुआ है। फिलहाल एक आरोपी को पकड़ा गया है और अन्य की तलाश में टीम गठित कर दी गई है।



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मारपीट का यह वीडियो मौके पर मौजूद कुछ अन्य ट्रैफिक कर्मियों ने तैयार किया।




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संक्रमितों की संख्या 1574 हुई; 9 दिन में 80% मामले सामने आए; लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 27 हजार पर केस

देशव्यापी लॉकडाउन का आज 17वां दिन है।मुंबई में शुक्रवार को 12 लोगों की संक्रमण के चलते मौत हुई। मुंबई में 10, पनवेल और वसई विरार में एक-एक कोरोना संक्रमित की जान गई। इनकी उम्र 46 से 75 साल के बीच की है। मृतकों में 6 पुरुष और चार महिलाएं हैं। इसमें 9 को डायबिटीज, हाइपरटेंशन व अन्य बीमारी से जुड़ी समस्याएं थीं। जबकि 45 साल की एक महिला की सायन हॉस्पिटल में मौत हुई है। उनकी कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं है। महाराष्ट्र में इसे मिलाकर मौत का आंकड़ा 110पर पहुंच गयाहै। वहीं, महाराष्ट्र में शुक्रवार को संक्रमण के 210 नए मामले सामने आए। इसे मिलाकर राज्य में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1574 पर पहुंच गया। इससे पहलेगुरुवार को सबसे ज्यादा 229 नए केस सामने आए।संक्रमितों और मौतों की संख्या के मामले मेंमहाराष्ट्र देश में अव्वल है। गुरुवार को भी प्रदेश में संक्रमण से25 लोगों की मौत हुई थी।

मुंबई: धारावीमें 5 नए केस, अब तक 22 हुई संख्या

  • एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी यानीधारावी में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार सुबह यहां 5 नए केस सामने आए। इनमें से दो मरीजों का तब्लीगी जमात से कनेक्शन मिला है। इसी के साथ यहां कुल संक्रमितों की संख्या 22 हो गई। यहां रहने वाले तीन की संक्रमण से मौत हो चुकी है।
  • धारावी के लिए सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं,क्योंकियहां छोटे-छोटे कमरों में 10-15 लोग रहते हैं। ऐसे में इलाके में स्थित कई बिल्डिंग को आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है। इसके साथ ही, पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। कुछ जगहों पर पैरामिलिट्री फोर्स भी लगवाई गई है। बीएमसी यहां अब घर-घर स्क्रीनिंग कर रही है।
  • मुंबई में कर्फ्यू लागू होने के बाद भी प्रशासन को कोरोना को नियंत्रित करने में सफलता नहीं मिल रही है। कोरोना केंटोनमेंटजोन में तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले सप्ताह मुंबई में 146 कंटेनमेंट जोन थे। ये बढ़कर 381 हो गए हैं। इन्हें सील कर दिया गया है।

कोरोना का ट्रेंड: राज्य में8 दिन में 80% नए मामले
महाराष्ट्र में पिछले एक महीने में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला है। यहां एक महीने में सबसे ज्यादा 1,297 मामले सामने आए। कोरोना ट्रेंड को देखने से पता चलता है किइनमें से 80 प्रतिशत से ज्यादा मामले अप्रैल के महज आठ दिन में आए हैं। राज्य में 31 मार्च तक कोरोना पॉजिटिव 220 थे। एक से आठ अप्रैल के बीच 915 मामले आए। राज्य में 9मार्च को कोरोना वायरस संक्रमण के तीन मामलों की पुष्टि हुई थी।

लॉकडाउन: महाराष्ट्र केप्रमुख सचिव (विशेष)को छुट्टी पर भेजा गया

राज्य में जारीलॉकडाउन के बीच यस बैंक मामले से जुड़े डीएचएफएल के प्रमोटर्स कपिल वाधवानऔर उनका परिवार महाबलेश्वर पहुंच गया। इस मामले को राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गंभीरता से लिया और गृह मंत्री अनिल देशमुख को निजी तौर पर इसे देखने के लिए कहा। इसके बादगृह विभाग में तैनात प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता को छुट्टी पर भेज दिया गया है। गुप्ता ने ही वाधवान परिवार के लिएपास जारी किए थे।

बीएमसी ने नेशनल स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया में क्वारैंटाइन सेंटर तैयार किया है।

कर्फ्यू उल्लंघन पर 27 हजारपर केस

महाराष्ट्र में कर्फ्यू का उल्लंघन करने के 27,432 मामले दर्ज किए गए हैं। इन लोगों के 12,420 वाहन जब्त किए हैं। इसके अलावा95 लाख 56 हजार रुपए जुर्माने के तौर पर वसूल किए गए हैं।राज्यभर में पुलिस ने 1,886 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। राज्य के गृह विभाग के अनुसार, दर्ज किए कुल मामलों में पुणे शहर पहले नंबर पर हैं, जहां 3,255 मामले दर्ज किए गए। दूसरे नंबर पर सोलापुर शहर है, जहां 2,594 मामले और तीसरे नंबर पर अहमदनगर में 2,449 मामले और चौथे नबंर पर नागपुर शहर है, जहां 1,919 मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा पिंपरी-चिंचवाड में 1,933 मामले दर्ज किए गए।

पालघर के वालीव पुलिस स्टेशन के बाहर इस तरह की टनल तैयार की गई है।

होम क्वारैंटाइन का पालन नहीं करने वाले483 के खिलाफ केस दर्ज

प्रदेश मेंपुलिस होम क्वारैंटाइन का पालन नहीं करने वालों के खिलाफकार्रवाई कर रही है। राज्य में ऐसे 483 लोगों पर मामले दर्ज किए गए हैं, जो होम क्वारैंटाइन का पालन नहीं किया।

नांदेड़ के विधायक प्रतापराव पाटील चिखलीकर ने लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियम बताएं और राशन बांटा।

महाराष्ट्र: अब तक 30 हजार सैंपल की जांच
गुरुवार को राज्यभर में403 कोरोना संदिग्ध मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया। इनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा किगुरुवार तक कुल 30,766 लोगों के सैंपल की जांच हुई है।इसमें से 1,364 पॉजिटिव मिले और बाकीनिगेटिव पाए गए। इसके अलावा36,533 लोगहोम क्वारैंटाइन हैं जबकि4,731 लोगों को सरकार की तरफ से तैयार किए गए क्वारैंटाइन सेंटर पर रखा गया है।

औरंगाबाद सड़कों पर कोरोना से बचाव के लिएलिखा गया संदेश।

बीएमसी ने आज मुंबई के कई इलाकों की एरियल फोटो जारी की

फेक न्यूज को लेकर महाराष्ट्र सरकार की गाइडलाइन
फेक न्यूज को लेकर महाराष्ट्र साइबर सेल ने जरूरी गाइडलाइन जारी की है।इन्हें न मानने पर फेक न्यूज पोस्ट करने वाले के साथ ग्रुप एडमिन पर भी कानूनी कार्रवाई होगी। इसके मुताबिक, वॉट्सऐप ग्रुप के ऐडमिन यह सुनिश्चित करें कि उन्होंने जिसे भी ग्रुप में जोड़ा है, वह भरोसेमंद है। वह सिर्फ पुष्ट और सही सूचनाओं को ही शेयर कर रहा है या करेगा। एडमिन इस बारे में सभी सदस्यों को सूचित भी करें। अगर सदस्य आपत्तिजनक पोस्ट करें, तो उन्हें चेतावनी दें। वह ग्रुप में पोस्ट होने वाले कॉन्टेंट को मॉनिटर करें।



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मुंबई के धारावी इलाके में हेल्थ टीम अब घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रही है। यहां अब तक संक्रमण के 22 मामले सामने आ चुके हैं।




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राज्य में कोरोना संक्रमण से अब तक 110 लोगों की मौत, पूरे देश में 42% लोगों की जान यहीं गई

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत का आंकड़ा 100 पार कर गया। शुक्रवार को मुंबई में 12 लोगों की मौत हुई। इसी के साथ राज्य में मौतों का आंकड़ा 110 हो गया।वहीं, राज्य में संक्रमितों की संख्या 1574 तक पहुंच गई है। राज्य में संक्रमण से पहली मौत 17 मार्च को हुई थी। लेकिन दो अप्रैल के बाद मौत के आंकड़ों में बेहद तेजी रही। जहां 17 मार्च से एक अप्रैल तक यानी 14 दिन में संक्रमण से 13 लोगों की मौत हुई। वहीं, दो अप्रैल से 10 अप्रैल यानी 9 दिनों में 98 लोगों की जान गई।

देश के संक्रमण में महाराष्ट्र की स्थिति-
देश में संक्रमण के करीब सात हजार मामले हैं। वहीं, महाराष्ट्र में संक्रमितों का आंकड़ा 1500 से ज्यादाहै। यानी हर पांचवां मरीज महाराष्ट्र से है। राज्य के 36 में से 22 जिलों तक कोरोना का संक्रमण फैल चुका है।
देश में मौत का आंकड़ा 255है। महाराष्ट्र में 108 मौत हो चुकी है। यानी हर 10 में चार मौत महाराष्ट्र में हुई है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मौत मुंबई और पुणे में हुई है। मुंबई में अब तक 74 जबकि पुणे में 25 की मौत हो चुकी है।

देश के 20% संक्रमित महाराष्ट्र में
देश के कुल संक्रमित मामलों में करीब 20%जबकि कुल मौतों में से 42% मामले महाराष्ट्र के हैं।राज्य में कोरोना संक्रमितों की मृत्युदर (सीएफआर) 7.11% है जबकि देश में यह 3.10% है। हालांकि, मृत्यु दर के मामले में महाराष्ट्र, पंजाब और गुजरात से पीछे है। यहां क्रमशः 7.92 और 7.69% मृत्यु दर रही है। वहीं सबसे खास यह है कि केरल, जहां कोरोना का पहला मामला सामने आया वहां अब तक सिर्फ 2 मौतें हुई और वहां मृत्यु दर सिर्फ 0.56% है।

पुणे में तेजी से बढ़ा मृतकों का आकंड़ा, सिर्फ दो दिन में हुई 18 मौतें
राज्य में हुई 108 मौतों में से 74 यानिकी तकरीबन 70% मौतें मुंबई में हुई हैं।इसके बाद दूसरा नंबर पुणे का आता है। यहां अब तक 27 लोगों की जान जा चुकी है। खास यह है कि पुणे में मंगलवार के बाद से मृतकों के आकड़ों में तेजी से वृद्धि हुई है। मंगलवार को यहां मृतकों की संख्या सिर्फ 6 थी जो गुरुवार शाम तक बढ़कर 25 हो गई। यानि सिर्फ दो दिन में पुणे में 19 लोगों की मौत हुई है। पुणे में सबसे ज्यादा मौतें ससून हॉस्पिटल और मुंबई में कस्तूरबा हॉस्पिटल में हुईं हैं।

महाराष्ट्र में कब कितनी हुई मौतें

तारीख कितने की हुई मौत
17 मार्च 1
21 मार्च 1
25 मार्च 2
27 मार्च 4
29 मार्च 2
31 मार्च 2
1 अप्रैल 1
2 अप्रैल 7
3 अप्रैल 6
4 अप्रैल 6
5 अप्रैल 13
6 अप्रैल 7
7 अप्रैल 12
8 अप्रैल 16
9 अप्रैल 17

मृतकों में सबसे ज्यादा 62% पुरुष

गुरुवार शाम तक संक्रमितों में 840 यानि 62% पुरुष और38% महिलाएं महिलाएं हैं। वहीं मृतकों में भी पुरुषों की संख्या सबसे ज्यादा 66 है। प्रतिशत की बात करें तो 68% पुरुष और 32 प्रतिशत महिलाओं की मौत हुई है। महिलाओं की मृत्यु दर जहां 5.94% है, वहीं पुरुषों की 7.89% है।

21- 30 साल के बीच के लोग ज्यादा हुए संक्रमित
21 से 30 साल के बीच के लोग ज्यादा संक्रमित हुए हैं। डॉक्टर इसका कारण इस उम्र के लोगों का घर से ज्यादा बाहर निकालना मानते हैं। ऐसे में संक्रमण का एक कारण यह भी हो सकता है। वहीं, सबसे कम 91-100 साल के बीच हैं। माना जा सकता है कि इस उम्र के लोग घरों में रहते हैं। ऐसे में संक्रमण से बचे रहे। 33 ऐसे भी मरीज हैं, जिनकी उम्र 1 से 10 साल के बीच है।

उम्र(साल) मरीजों की संख्या
1-10 33
11-20 85
21-30 283
31-40 256

41-50

273
51-60 212
61-70 142
71-80 51

81-90

91-100

16

03

ज्यादा परीक्षण किए जाने के कारण सामने आए ज्यादा मामले
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक, राज्य में लोगों का ज्यादा से ज्यादा परिक्षण हो रहा है, इसलिए यहां मरीजों की संख्या भी ज्यादा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मरने वालों में ज्यादातर देरी से हॉस्पिटल पहुंचे। इसलिए कोरोना की पुष्टि के कुछ ही दिनों या घंटों में उनकी मौत हो गई। कुछ मरीज तो ऐसे थे कि जिनमें मृत्यु के बाद कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। फिलहाल कहां चूक रह गई इस मामले की पड़ताल जारी है।

महाराष्ट्र में अधिक मामले मिलने का कारण
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी में चेन्नई के वैज्ञानिक तरुण भटनागर ने कहा, 'तार्किक व्याख्या यह है कि जितना ज्यादा परीक्षण होगा, उतने अधिक मामले मिलेंगे।’उन्होंने कहा कि जो राज्य वर्तमान दिशा-निर्देशों के साथ अधिक संख्या में संदिग्ध मामलों का परीक्षण कर रहे हैं, वे अधिक मामले पाएंगे। महाराष्ट्र ने मंगलवार तक 20,877 परीक्षण किए थे, जो भारत के कुल नमूनों का 16.8 प्रतिशत था। पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रोफेसर लाइफकोर्स महामारी विज्ञान गिरिधर आर बाबू के विश्लेषण से पता चलता है कि महाराष्ट्र ने प्रति 10 लाख लोगों पर 92.4 परीक्षण किए हैं।

ज्यादा मौतों के लिए यह कारक हैं जिम्मेदार
हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो ज्यादा मौतों के लिए एक से ज्यादा बीमारी, उम्र, बीमारी की गंभीरता, देर से अस्पताल ले जाना और खराब स्वास्थ्य सुविधांए जिम्मेदार होती हैं।मुंबई में कई मामलेअस्पताल से संबंधित संक्रमणके हैं, जिन रोगियों को अन्य बीमारियों के लिए भर्ती कराया गया। बाद में उनकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद संक्रमणस्वास्थ्य कर्मचारियों के बीच फैल रहा।बुधवार की प्रेस वार्ता में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि यदि मामलों का देर से पता चलता है तो यह अधिक संख्या में मौतों में एक भूमिका निभा सकते हैं।यही कारण है कि मामलों की प्रारंभिक पहचान महत्वपूर्ण है।



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महाराष्ट्र में संक्रमितों का आंकड़ा 1500 से ज्यादा है। राज्य के 36 में से 22 जिलों तक कोरोना का संक्रमण फैल चुका है। राज्य में संक्रमण से 110 मौतें हो चुकी हैं।




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जांच एजेंसियों से बचने खंडाला में छिपे थे वाधवान ब्रदर्स, परिवार के 21 लोगों के साथ पकड़े गए; इनकी मदद करने वाले आईपीएस अफसर छुट्टी पर भेजे गए

कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र सरकार के शीर्ष अधिकारी की ओर से लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां गृह विभाग के प्रधानसचिव(विशेष) के तौर पर पदस्थ आईपीएस अधिकारी अमिताभ गुप्ता ने डीएचएफएल के प्रमोटर कपिलऔर धीरज वाधवान के परिवार के लिए इमरजेंसी पास जारी किया। इसी पास के आधार पर सीबीआई और ईडी से बचने के लिए खंडाला में छिपे वाधवान ब्रदर्स परिवार के 21 लोगों के साथ5 गाड़ियों में सवार बुधवार को महाबलेश्वर स्थित अपने फार्म हाउस जा रहे थे। लेकिन यहां पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। लापरवाही के मामले में आईपीएस गुप्ता को अनिवार्य छुट्टी पर भेजा गया है। पुलिस ने परिवारके खिलाफ लॉकडाउन के नियम तोड़ने पर केस दर्ज किया है।सभी लोग एक बिल्डिंग में क्वारैंटाइन है।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में जांच की मांग की थी। इसके अलावा भाजपा नेता किरीट सोमैया ने गुप्ता की ओर से जारी लेटर की कॉपी ट्वीट करते हुए लिखा- उद्धव ठाकरे सरकार वाधवान परिवार को वीवीआईपी ट्रीटमेंट दे रही है।

वाधवान फैमिली के महाबलेश्वर पहुंचने की जांच होगी

गृह मंत्री अनिल देशमुख नेकहा किवाधवान परिवार के 23 सदस्य महाबलेश्वर कैसे पहुंचे इसकी जांच होगी। उन्होंने ट्वीट किया, 'मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ चर्चा के बाद प्रधान सचिवगुप्ता को उनके खिलाफ जांच जारी रहने तक अवकाश पर भेजा गया है। कानून सभी के लिए समान है।'

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आईपीएस गुप्ता ने लेटर में क्या लिखा था?

अमिताभ गुप्ता ने आधिकारिक पत्र मेंलिखा, 'निम्न लिखित (व्यक्ति) को मैं अच्छी तरह से जानता हूं क्योंकि वे मेरे पारिवारिक मित्र हैं और परिवार में इमरजेंसी के कारण वहपुणे के खंडाला से सतारा के महाबलेश्वरतक की यात्रा कर रहे हैं। इन्हें गंतव्य तक पहुंचने में सहयोग किया जाए।' इस पत्र में वाधवान परिवार के 5वाहनों की डिटेल भी दी गई थी। हालांकि उनके इस कदम से मुख्यमंत्री ठाकरे नाराज हो गए, क्योंकि सरकार सभी लोगों को घर में रहने की सलाह दे रही है।

खंडाला से भागकर महाबलेश्वर पहुंचे थे वाधवान ब्रदर्स

जांच में सामने आया है कि वाधवान भाइयों ने कोरोनावायरस को अपनी ढाल बनाकर ईडी और सीबीआई से बचने का प्रयास किया था। यस बैंक धोखाधड़ी मामले में उन्हें सीबीआई ने 7 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वे नहीं गए। सीबीआई के सामने पेश नहीं होने पर उनके खिलाफ स्थानीय अदालत ने गैर-जमानती वारंट जारी किया था। जांच एजेंसियों से बचने के लिए वे मुंबई से बाहर भाग निकले। यह पूरा परिवार पिछले कई दिनों से खंडाला के एक गेस्ट हाउस में छिपा हुआ था। लॉकडाउन के बाद से गेस्ट हाउस का संचालक इन पर लगातार कमरे खाली करने का दबाव बना रहा था। जिसके बाद ये 8 अप्रैल को अमिताभ गुप्ता के पत्र को लेकर महाबलेश्वर की ओर निकले। सतारा पुलिस ने उन्हें महाबलेश्वर से कुछ किलोमीटर पहले पकड़ लिया। सूत्रों के मुताबिक, वाधवान का महाबलेश्वर में फार्म हाउस है और वे वहीं जा रहे थे। अब सीबीआईऔर ईडी पुलिस के संपर्क में हैं।

वधावन परिवार के पड़ोसी हैं अमिताभ गुप्ता
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी अमिताभ गुप्ता एडीजी रैंक के अफसर हैं। अमिताभ गुप्ता ने ही अभिनेता शाइनी अहूजा को नौकरानी के साथ रेप केस में गिरफ्तार किया था। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले 51 साल के गुप्ता ने इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग में बी.टेक किया है और वे वर्तमान में मुंबई के बांद्रा में वाधवान परिवार के पड़ोस में रहते हैं। यहीं से उनकी पहचान कपिल वाधवान और नीरज वाधवान से हुई। वे फिलहाल सरकार और पुलिस डिपार्टमेंट के बीच समन्वय के लिए महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग में काम कर रहे हैं।

कोरोना का सबसे ज्यादा कहर महाराष्ट्र में
महाराष्ट्र में संक्रमण के अब तक 1380 पॉजिटिव केस सामने आ चुके है, वहीं 97 की मौत हो चुकी है। देशभर में मौत और संक्रमण के अब तक सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में है। गुरुवार को ही राज्य में सबसे ज्यादा 229 नए केस सामने आए, जिसमें सबसे ज्यादा 79 केस मुंबई (बीएमसी क्षेत्र) के हैं।



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Maharashtra IPS issued emergency pass and sent 23 people of Wadhawan family to the farmhouse, sent on leave




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21 विदेशियों और कई जमातियों को पकड़ने वाले पुलिस इंस्पेक्टर पॉजिटिव, राज्य में पुलिसकर्मी में संक्रमण का पहला केस

21 विदेशी नागरिकों और तब्लीगी जमात के कई सदस्यों को पकड़ने वाले एक महाराष्ट्रपुलिस के एक इंस्पेक्टर में कोरोना वायरस पॉजिटिव आया है। इन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज में शामिल होकर लौटे जमातियों को पकड़ने के एकअभियान का नेतृत्व किया था। महाराष्ट्र में पुलिसकर्मी में संक्रमण का यह पहला मामला बताया जा रहा है।रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इंस्पेक्टर के साथ रहने वाले सभी स्टाफ को क्चारैंटाइन किया गया है। उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है।

टीम का किया था नेतृत्व

मुंब्रामें21 विदेशी नागरिकों को पकड़ने के लिए एक अभियान का नेतृत्व इंस्पेक्टर नेकिया था। इस दौरान 13 बांग्लादेशी और आठ मलेशियन नागरिकों को पकड़ा गयाथा। 21 विदेशी नागरिकों ने पहले तमिलनाडु और फिर महाराष्ट्र के मुंब्रा की यात्रा की थी। इसके बाद वह एक मस्जिद और एक स्कूल में छिपे हुए थे। मुंब्रा पुलिस ने मस्जिद और स्कूल के ट्रस्टियों के खिलाफ विदेशी नागरिकों को शरण देने और अधिकारियों को सूचित न करने को लेकर मामला दर्ज किया था।

नासिक में एडमिट हैं पुलिस इंस्पेक्टर
मुंब्रा में तब्लीगी जमात के सदस्यों को पकड़ने के बाद पुलिस इंस्पेक्टर ने इस बात को सुनिश्चित किया कि सभी 21 विदेशी नागरिकों और ट्रस्टियों को क्वारैंटाइन किया जाए और उनकी कोरोना जांच हो। जल्द ही पुलिस इंस्पेक्टर मेंकोविड-19 के लक्षण दिखाई देने लगे और उन्होंने इसकी जांच कराई। शुक्रवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वह फिलहाल नासिक के अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं।

मुूंबई मेंसीआईएसएफ के 11 जवान हुए थेकोरोना पॉजिटिव
इससे पहलेनवी मुंबई के खारघर में सीआईएसएफ के 11 जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इससे से पांच मुंबई एयरपोर्ट पर तैनात थे। इसके बाद यहां सीआईएसएफ के 146 अधिकारियों और कर्मचारियों को हॉस्पिटल में आइसोलेशन में भर्ती कराया गया था।



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राज्य के अलग-अलग हिस्सों में महाराष्ट्र पुलिस के कई कर्मचारियों की जांच करवाई गई है।




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अकोला में तब्लीगी जमात से जुड़े सदस्य ने गला काटकर आत्महत्या की, एक दिन पहले हुई थी कोरोना की पुष्टि

महाराष्ट्र के अकोला में तब्लीगी जमात से जुड़े एक 30 वर्षीय सदस्य ने अपना गला काटकर आत्महत्या कर ली है। शुक्रवार को उसमें कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से वह अकोला के जीएमसीएच हॉस्पिटल में भर्ती था।

अकोला पुलिस के मुताबिक- वह असम के सलपाड़ा इलाके का रहने वाला था। वह हॉस्पिटल में 7 अप्रैल को भर्ती हुआ था। उसका शव हॉस्पिटल के बाथरूम से बरामद हुआ है। शव के पास एक ब्लेड मिला है, पुलिस का मानना है कि इसी से उसने अपना गला काटा होगा। मृतक की पहचान मोहम्मद जहरुल इस्लाम के रूपमें हुई है।

अकोला में अब 13 लोग कोरोना संक्रमित सामने आ चुके हैं। आज 61 अन्य लोगों की जांच रिपोर्ट भी आने वाली है। सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती सभी कोरोना संक्रमित मरीजों की तबियत सामान्य है।



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अकोला के गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती था यह शख्स-फाइल फोटो।




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नवजात को सांस लेने में हो रही थी दिक्कत, बाइक पर लेकर दूसरे हॉस्पिटल के एनआईसीयू तक पहुंचा डॉक्टर

पूरे राज्य में इन दिनों लॉकडाउन चल रहा है। सड़कों से गाड़ियां लगभग गायब हैं। मुंबई से सटे अलीबाग में शुक्रवार को एक बच्चे ने जन्म लिया और उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। वहां मौजूद एक डॉक्टर ने एम्बुलेंस का इंतजार न करते हुए एक नर्स को अपनी बाइक पर बच्चे के साथ बैठाया और पास के दूसरे हॉस्पिटल ले गए, जहां एनआईसीयू की सुविधा थी। इस तरह एक दुधमुंहे बच्चे की जान बचाई जा सकी।

neonatal intensive care unit

महिला के पहले बच्चे की हो चुकी थी मौत
अलीबाग इलाके की रहने वाली श्वेता पाटिल को शुक्रवार तड़के लेबर पेन शुरू हुआ। उनके पति केतन पाटिल उन्हेंपास के नर्सिंग होम में गए। केतन के मुताबिक, श्वेता को डायबिटीज की परेशानी है और उनके शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने के लिए उन्हें दवाईयों पर रखा गया था। इससे पहले वे अपना पहला बच्चा भी सही देखभाल के बावजूदखो चुके थे। श्वेता की मेडिकल हिस्ट्री कोध्यान में रखते हुए स्थानीय स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. राजेंद्र चंदोरकर को बुलाया गया। ऑपरेशन के जरिए श्वेता ने एक बच्चे को जन्म दिया।

लॉकडाउन की वजह से हुई दिक्कत
डॉ. चंदोरकर के मुताबिक, महिला ने 3.1 किलोग्राम के बच्चे को जन्म दिया। जन्म लेते ही बच्चे में सांस लेने में दिक्कत आ रही थी और उसका चेहरा भी नीला पड़ने लगा था। बच्चे की गिरती सेहत को देख डॉक्टर ने उसे एनआईसीयू में एडमिट करने के लिए कहा। नर्सिग होम के पास उस समय कोई एम्बुलेंस नहीं थी और न ही प्राइवेट गाड़ी को लॉकडाउन के कारण चलने दिया जा रहा था।

जन्म के बाद नवजात को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और उसका चेहरा भी नीला पड़ने लगा था।

सिर्फ 12 घंटे में बच्चे की तबीयत में हुआ सुधार
ऐसी स्थिति मेंडॉ.चंदोरकर ने देरी न करते हुएबाइक से नवजात कोपास के एक हॉस्पिटल तक पहुंचाया, जहां एनआईसीयू की सर्विस थी। दूसरे हॉस्पिटल के एनआईसीयू में रखने के बाद12 घंटे बाद बच्चे की तबीयत में सुधार आ गया। डॉ. चंदोरकर ने कहा, "यह मेरे लिए एक शानदार अनुभव था। अलीबाग के ज्यादातर हॉस्पिटलों में वेंटिलेटर की कमी है। गंभीर मरीजों को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट करना पड़ता है।"



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यह तस्वीर मुंबई की है। यहां एक नवजात को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाना था। लॉकडाउन के चलते गाड़ियां बंद हैं। ऐसे में वहां के डॉक्टर ने नर्स की गोद में नवजात को पकड़ाया और बाइक से ही दूसरे हॉस्पिटल पहुंचाया।




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घर-घर स्क्रीनिंग शुरू, आज एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत, ड्रोन से हो रही है इलाके की निगरानी

एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी यानि धारावी में कोरोना विकराल रुप धारण करता जा रहा है। शनिवार को यहां के रहने वाले एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की मुंबई के कस्तूरबा हॉस्पिटल में मौत हो गई। हॉस्पिटल सूत्रों के मुताबिक, इसकी किडनी में प्रॉब्लम थी और इसे हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज भी था। इसी के साथ धारावी में मरने वालों की संख्या अब तक 4 हो गई है। वही यहां 28 से ज्यादा मरीज संक्रमित पाए गए हैं।

बीएमसी के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया, '80 साल के कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग ने कस्तूरबा हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। इसके साथ ही धारावी में कोरोना की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4 पहुंच गई है।' शुक्रवार को यहां 6 नए मरीज मिले हैं। इस बीच शनिवार से यहां डोर-टू- डोर स्क्रीनिंग शुरू हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पुलिसकर्मियों के साथ लोगों के घर -घर जाकर उनकी स्क्रीनिग कर रहे हैं।

नए मरीजों में मरकज के दो सदस्य शामिल

नए मरीजों में दिल्ली के निजामुद्दीन में पिछले महीने हुए जमात के कार्यक्रम से लौटकर आए दो लोग भी शामिल हैं। बीएमसी के अधिकारियों के मुताबिक, 11 नए मरीजों में से तीन महिलाएं हैं। उन्होंने बताया कि उनमें से एक महिला की उम्र 29 वर्ष है, जो वैभव नगर के पहले से सही संक्रमित एक डॉक्टर की पत्नी है, जबकि दूसरी महिला की उम्र 31 वर्ष है, जो कल्याणवाड़ी इलाके की रहने वाली है।बीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,‘शुक्रवार को कोरोना वायरस के पांच मामले सामने आने के बाद से छह और नए मामले सामने आए हैं। इन छह रोगियों में से पांच मुकुंद नगर के निवासी हैं जबकि 26 वर्षीय एक व्यक्ति राजीव गांधी चॉल में रहता

है।

मुंबई का सबसे खतरनाक हॉटस्पॉट है धारावी, ड्रोन से हो रही निगरानी

धारावी को मुंबई का सबसे खतरनाक हॉटस्पॉट माना जा रहा है, इसलिए धारावी के कई इलाकों को कन्टेनमेन्ट एरिया और बफर जोन में बांटा गया है।राज्य सरकार धारावी में डोर टू डोर चेकअप के लिए 150 डाक्टरों और नर्सों की टीम बनाने में जुटी है। वहीं पुलिस लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए पूरे इलाक़े की ड्रोन से निगरानी कर रही है।पुलिस ने क्वॉरंटीन किए गए इलाक़ों के साथ तंग गलियों में भी ड्रोन तैनात किए हैं। जैसे ही किसी जगह पर लोग घर से बाहर दिखते हैं वैसे ही ड्रोन में लगे स्पीकर के जरिए उनको चेतावनी दी जाती है। इसके अलावा मुंबई के हॉटस्पॉट वाले इलाक़ों को निगरानी के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।

महाराष्ट्र में कुल मरीजों की संख्या 1666 पहुंची

बता दें कि देश भर में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण में महाराष्ट्र के हालात बेहद चिंताजनक है। महाराष्ट्र में मरीजों की कुल संख्या 1666 तक पहुंच गई है जिसमें केवल मुंबई में ही कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या 1100 पहुंच गई है। मुंबई में आज 72 नए मामले सामने आए है। कल यानी शुक्रवार के आकंड़ों की बात करें तो मुंबई में कल 218 मामले मिले थे और 10 लोगों की इस महामारी से मौत हो गई थी।



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धारावी की एक बस्ती में स्क्रीनिंग करते स्वास्थ्यकर्मी।




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आज 17 मौतें, 187 नए मामले आए, उद्धव ने कहा- लोग संयम रखेंगे, तभी लॉकडाउन खत्म होगा

महाराष्ट्र में शनिवार को संक्रमण से 17 लोगों की मौत हुई। इसमें मुंबई में 12, पुणे में तीन और धुले और मालेगांव में एक-एक की जान गई। मृतकों में 11 पुरुष और 6 महिलाएं हैं। इनमें छह मृतकों की उम्र 60 साल से अधिक थी। आठ की उम्र 40 से 60 साल के बीच जबकि तीन की उम्र 40 से कम है। इसके साथ ही 16 को डायबिटीज की समस्या थी। मुंबई में एक 25 साल के युवक की भी संक्रमण से मौत हुई है। ये महाराष्ट्र में अब तक हुई मौतों में सबसे कम उम्र का मृतक है। इसकी कोई मेडिकल हिस्ट्री के बारे में स्वास्थ्य विभाग ने नहीं बताया है। राज्य में अब तक कुल 127 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा, महाराष्ट्र में शनिवार को संक्रमण के 187 नए केस सामने आए हैं। इसे मिलाकर राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 1761 पहुंच गई है।

राज्य में 30 अप्रैल तकलॉकडाउन बढ़ाया गया

महाराष्ट्र में लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है।मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को ये घोषणा की। उद्धव ने कहा- कम से कम 30 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। कम से कम शब्द का इस्तेमाल इसलिए कर रहा हूं क्योंकि अगर हम सभी लोग संयम बरतें, भीड़भाड़ इकट्‌ठा न करें तो ही 30 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। नहीं तो आगे फैसला करना होगा।

कोरोना अपडेट्स

  • अकोला जिले में तब्लीगी जमात से जुड़े एक 30 साल के युवक ने गला काटकर आत्महत्या कर ली है। शुक्रवार को रिपोर्ट में उसे संक्रमण की पुष्टि हुई थी। वह अकोला के हॉस्पिटल में भर्ती था। पुलिस ने बताया कि मृतक का नाम जहरुल इस्लाम था। वह असम का रहने वाला था। सात अप्रैल अस्पताल में भर्ती हुआ था। उसका शव हॉस्पिटल के बाथरूम से बरामद हुआ। शव के पास एक ब्लेड मिला है। पुलिस का मानना है कि इसी से उसने अपना गला काटा होगा।
  • मुंबई में शनिवार को जिन12 लोगों की मौत हुई। उनमेंधारावी के रहने वाले एक80 साल का बुजुर्ग भी है।वह मुंबई के कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती था। उसकी किडनी खराब थी। इसके साथ हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज भी थी। इसके साथ धारावी में मरने वालों की संख्या अब तक 4 हो गई है। यहां 28 से ज्यादा मरीज संक्रमित पाए गए हैं। धारावी पर संक्रमण के बढ़ते मामले स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता बने हुए हैं।
  • मुंबई से सटे पनवेल में पुलिस ने शनिवार कोभाजपा पार्षद अजय को गिरफ्तार किया। वह अपने 11 दोस्तों के साथ बर्थडे पार्टी मना रहा था। बाद में पुलिस ने उसेजमानत पर रिहा कर दिया।
  • 21 विदेशी नागरिकों और तब्लीगी जमात के कई सदस्यों को पकड़ने वाले एक महाराष्ट्र पुलिस के एक इंस्पेक्टर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज में शामिल होकर लौटे जमातियों को पकड़ने के मुब्रां में एक अभियान का नेतृत्व किया था। महाराष्ट्र में पुलिसकर्मी में संक्रमण का यह पहला मामला बताया जा रहा है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इंस्पेक्टर को नासिक के एक अस्पताल में भर्ती किया गया है। उनके साथ रहने वाले स्टाफ को क्ववारैंटाइन किया गया है।

100 से ज्यादा डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित

  • मुंबई में 100 से ज्यादा डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी संक्रमणकी चपेट में हैं। शुक्रवार को मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में काम करने वाले 19 हेल्थ वर्कर्स में कोरोना पॉजिटिव आया है। मुंबई के जसलोक, वाकहार्ट और भाटिया हॉस्पिटल को पूरी तरह से सील कर दिया गया है, जबकि ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में सिर्फ जरूरी ऑपरेशन किए जा रहे हैं।
  • एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी में शुक्रवार को छह लोग संक्रमित पाए गए। इसके साथ ही यहां संक्रमितों की संख्या 28 तक पहुंच गई है। संक्रमण के जो नए मामले सामने आए हैं, उनमें से दो लोग दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से लौटे थे। धारावी में एक दर्जन से ज्यादा इलाके सील हैं। पुलिस यहां ड्रोन की मदद से निगरानी कर रही है।
  • दादर में शुक्रवार को तीन लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। सुश्रूषा अस्पताल की दो नर्सें संक्रमित पाई गई हैं। साथ ही एक 80 साल के बुजुर्ग में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। दादर में अब तक कोरोना के छह मरीज मिल चुके हैं। अस्पताल सील कर दिया गया है। नर्सों के संपर्क में आए लोगों को क्वारैंटाइन किया जा रहा है।
  • महाराष्ट्र मेंराज्य सरकार अगले हफ्ते से मुंबई से रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट शुरू कर सकती है। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि सबसे पहले कोरोना के हॉटस्पॉट में रैपिड टेस्ट किया जाएगा।रैपिड टेस्टिंग में 15-30 मिनट में ब्लड सैंपल की जांच होकर उसकी रिपोर्ट आ जाती है। रिपोर्ट में ब्लड में मौजूद एंटीबॉडी का पता चलता है। एंटीबॉडी की उपस्थिति से संक्रमण का पता लगाया जाता है।

यह तस्वीर मुंबई की भायखला सब्जी मंडी की है। शनिवार को यहां खरीददारी के लिए भीड़ उमड़ी।

44 साल बाद बंद हुई है डिब्बोंवालोंकी सर्विस
लॉकडाउन की वजह से 44 साल बाद मुंबई मेंडिब्बे वाले की सर्विस बंद है। इससे पहले 1974 में मजदूर नेता जार्ज फर्नांडिस ने रेल रोको आंदोलन किया था, उस दौरानयह सर्विस बंद हुई थी। संकट की इस घड़ी में डिब्बे वाले ही एक-दूसरे का सहारा बन हुएहैं। मुंबई में डिब्बे वाला एसोसिएशन की तरफ से डिब्बे वालों की 5-5 लोगों की टीम तैयार की है। यह टीम एक संस्था की मदद से हर डिब्बेवालों को घर में 1500-1500 रुपए का अनाज पहुंचा रही है।

यह तस्वीर मुंबई के शहीद भगत सिंह मैदान में लगी सब्जीमंडी की है। यहांलोगों के चेहरे पर मास्क तो नजर आया, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग नहीं।

राज्य में पुलिसवालों पर हमला करने के आरोप में161 आरोपी गिरफ्तार

  • लॉकडाउन के दौरान राज्य भर में नियमों केउल्लंघन को लेकर कुल 34 हजार 10 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि पुलिसवालों पर हमले से जुड़े पूरे राज्य में 69 मामले दर्ज किए गए है। इन मामलों में 161 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। क्वारैंटाइन से जुड़े उल्लंघन को लेकर 468 मामले और अवैध रूप से परिवहन को लेकर 777 मामले दर्ज किए गएहैं। 8,995 वाहन जब्त किए गए है। इसके साथ ही लोगों पर 1.21 कोरोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
  • पुणे महानगरपालिका ने कोरोना संक्रमण से लड़ रहे कर्मचारियों का एक करोड़ का बीमा करवाया है। इसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अलावा अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं। महाराष्ट्र में मुंबई के बाद पुणे संक्रमण का बड़ा हाॅटस्पाॅट बना हुआ है। पुणे में अब तक 20 से ज्यादा लोगों की जान संक्रमण से जा चुकी है।
मुंबई में बीएमसी के सफाईकर्मी पीपीई किट पहनकर कचरा उठाने जा रहे हैं।

बच्चे के लिए राजस्थान से पहुंचा ऊंट के दूध का पाउडर
मुंबई निवासी रेणु कुमारी ने प्रधानमंत्री मोदी को ट्वीट किया था कि‘‘उनका साढ़े तीन साल का बच्चा ऑटिज्म (फूड एलर्जी) से पीड़ित है। उसे केवल ऊंट के दूध और कुछ दालों का सेवन करवाना होता है। लॉकडाउन के चलते मुझे ऊंट का दूध ढूंढने में दिक्कत हो रही है।’’इसके बाद राजस्थान से 20 लीटर दूध का पाउडर मुंबई भेजा गया। इसके लिए कार्गो ट्रेन का इस्तेमाल किया गया। ट्रेन लुधियाना से बांद्रा जानी थी। दूध भेजने के लिए उसका स्पेशल स्टॉपेज फलना स्टेशन पर किया गया।

कांग्रेस नेता संजय निरुपम नेकीटनाशक दवाका छिड़काव किया



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मुंबई के धारावी में 150 डॉक्टरों की टीम ने शनिवार से स्क्रीनिंग शुरू की। शुक्रवार को यहां छह लोग संक्रमित पाए गए थे। यहां संक्रमितों की संख्या 28 हो गई है।




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आज 22 मौतें, मुंबई के ताज होटल के 6 कर्मचारी पॉजिटिव; सरकार ने राज्य को तीन जोन में बांटा

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। रविवार को राज्य में संक्रमण से 22 लोगों की जान गई। यह राज्य में एक दिन में हुई सबसे ज्यादा मौतें हैं। इसमें 16 लोगों की मौतमुंबई में, तीन पुणे में, दो नवी मुंबई में और एक सोलापुर में हुई। मृतकों में 13 पुरुष और 9 महिलाएं हैं। इनमें 6 की उम्र 60 साल से अधिक है जबकि 15 की उम्र 40 से 60 साल के बीच और एक की उम्र 40 साल से कम है।

22 में से 20 मरीजों के भीतर डायबिटीज, हाइपरटेंशन अस्थमा जैसी बीमारी थी।

राज्य में अब तक संक्रमण से कुल 149 लोगों की जान जा चुकी है। इससे पहले राज्य में रविवार को संक्रमण के 221 नए केस सामने आए। इसे मिलाकर प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 1982 तक पहुंच गई है। शनिवार कोमुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाया था। उन्होंने इस बात केसंकेत भीदिए हैं कि लॉकडाउन पार्ट-2 अब और ज्यादा सख्त होगा। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए राज्य को तीन जोन में बांटा गया है।

महाराष्ट्र को तीन जोन में बांटा गया:

संक्रमण सेनिपटने के लिए राज्य सरकार ने15 से ज्यादामरीजों वाले जिलों को रेड जोन में रखाहै। इससे कम वालों को ऑरेंज जोन और जहां एक भी मरीज नहीं है उसे ग्रीन जोन में रखा गया है। माना जा रहा है कि इसी के आधार पर अगलेलॉकडाउन का एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा।

रेड जोन: मुंबई, ठाणे, पालघर, पुणे, नागपुर, रायगढ़, सांगली और औरंगाबाद।

ऑरेंज जोन: रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, कोल्हापुर, नाशिक, अहमदनगर, जलगांव, उस्मानाबाद, बीड, जालना, हिंगोली, लातूर, अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम और गोंदिया।

ग्रीन जोन: धुले, नंदुरबार, सोलापुर, परभणी, नांदेड़, वर्धा, चंद्रपुर, भंडारा और गढ़चिरौली शामिल हैं।

यह तस्वीर नागपुर की है। यहां लॉकडाउन का नियम तोड़ने वालों को रोकने के लिए आरएसएस के कार्यकर्ता भी सड़कों पर उतर गए हैं।

कोरोना अपडेट्स:

  • कोरोनावायरस और लॉकडाउन को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने 9वीं और 11वीं कक्षा की सेकंड सेमेस्टर की परीक्षाओं को रद्द कर दिया है। साथ ही,दसवीं बोर्ड के उस एग्जाम को भी रद्द कर दिया गया है जो स्कूल बंद होने के के चलते नहीं हो पाए थे। यह जानकारी आज राज्य की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने दी है।

  • दक्षिण मुंबई में होटलताज महल पैलेस के कम से कम छह कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। ताज होटल का संचालन करने वालीइंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसी) ने कर्मचारियों में संक्रमण की पुष्टि की है। हालांकि, संख्या के बारे में स्पष्ट नहीं किया है। दरअसल,होटल ने कोरोनासंक्रमण से लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों और चिकित्सकों को ठहरनेकी व्यवस्था की है। इसके बाद उसने अपने 500 कर्मचारियों की जांच कराई थी। इनमेंसे शनिवार को 6 में संक्रमण की बात सामने आई है।
  • मुंबई के धारावी में रविवार को 15 नए केस सामने आए हैं। इसी के साथ यहां कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है। अब तक यहां संक्रमण से चार लोगों की मौत भी हो चुकी है। इसमें दोतब्लीगी जमात से जुड़े हुए थे। शनिवार से यहां घर-घर स्क्रीनिंग की जा रही है। पूरे इलाके की ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
  • मुंबई के दादर में दो नए मरीज मिले हैं। यहां कुल संक्रमितों की संख्या 13 पहुंच गई है। इसके आलवानासिक से सटे मालेगांव में पांचनए मरीज मिले हैं , इसके साथ यहां कुल मरीजों की संख्या 16 हो गई है।
  • राज्य सरकार के मुताबिक,मुंबई में 3 फरवरी से लोगों की जांच शुरू की गई। 10 अप्रैल तक यहां 19 हजार 541 लोगों की जांच हो चुकी थी। मुंबई में प्रति 10 लाख पर 1499 लोगों की अब तक जांच हुई है।यह औसत देश में सर्वाधिक है। देश सबसे पहला कोरोना मरीज केरल में मिला था, वहां अब तक 13 हजार लोगों की जांच हुई है। यहां प्रति 10 लाख में जांच का औसत 398 है। यह राज्य जांच के मामले में देश में दूसरे नंबर पर है। इसके बाद दिल्ली का नंबर आता है।
  • शनिवार कोमहाराष्ट्र में संक्रमण से 17 लोगों की मौत हुई। इसमें मुंबई में 12, पुणे में तीन और धुले और मालेगांव में एक-एक की जान गई। मृतकों में 11 पुरुष और 6 महिलाएं थीं। इनमें छह मृतकों की उम्र 60 साल से अधिक थी। आठ की उम्र 40 से 60 साल के बीच जबकि तीन की उम्र 40 से कम है।
नागपुर में लॉकडाउन को प्रभावी बनाने के लिए कई मोहल्लों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।

यह तस्वीर मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक की है।

जनता के रुख पर तय होगा30 अप्रैल के बादलॉकडाउन
30 अप्रैल के बाद भी क्या लॉकडाउन जारी रहेगा।इस पर शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कियह जनता पर निर्भर करता है। फिलहाल उस वक्त के हालात देखकर सरकार निर्णय लेगी। उधर, लॉकडाउन के चलते ईस्टर के मौके के बावजूद मुंबई के सभीगिरिजाघरों को बंद रखा गया है। इनमें माहिम स्थित सेंट माइकल चर्च भी शामिल है। यह पहली बार है जब इस चर्च में ईस्टर की सामूहिक प्रार्थना नहीं होगी। इसके बाद कुछ लोग चर्च के बाहर ही प्रार्थना करते नजर आए। ऐसा ही हाल पुणे, नागपुर और नासिक के चर्चों में भी देखने को मिले हैं।

मुंबई में ईस्टर के मौके पर लोगों ने चर्च के बाहर गेट से ही प्रार्थना की।

बांद्रा के कलानगर इलाके को सील कर दिया गया है और यहां पुलिस बल तैनात किया गया है।


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साउथ मुंबई में ताज ग्रुप के दो होटल हैं। दोनों खाली हैं। यहां उन डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ को रहने की व्यवस्था की गई, जो कोरोना से विभिन्न अस्पताल में लड़ रहे हैं। इनकी देखभाल ताज के कर्मचारी कर रहे हैं।




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महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने कहा-अपराधियों को यह नहीं मानना चाहिए कि पुलिस लॉकडाउन में व्यवस्था है और उनपर कार्रवाई नहीं करेगी

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने देशव्यापी लॉकडाउन प्रभावी होने के बाद से महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ने की घटनाओं पर चिंता जाहिर की है और कहा कि अपराधियों को यह नहीं मानना चाहिए कि पुलिस लोगों को घरों के भीतर रखने में व्यस्त है और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी।

देशमुख ने कहा कि पुलिस महिलाओं के साथ हिंसा और उनका उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। देशमुख ने रविवार को एक बयान में कहा, “विकृत मानसिकता के कुछ लोग महिलाओं के खिलाफ अपराध कर रहे हैं और यह मानकर चल रहे हैं कि पुलिस बंद को प्रभावी बनाने में व्यस्त है तो उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी। यह सच से कोसों दूर है।”

उन्होंने कहा, "मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी धाराएं लगाए और सख्त कदम उठाए।" उन्होंने आगे कहा, "हमारे पास इससे निपटने के लिए कड़े कानून है। लोगों को किसी भी बुलावे में नहीं रहना चाहिए।"



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गृहमंत्री अनिल देशमुख ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई है।




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अब तक मिले कुल 47 मरीज और 5 की हुई है मौत, सबसे बड़े स्लम को बचाने बीएमसी ने बनाया एक्शन प्लान

एशिया की सबसे बड़ी स्लम बस्ती यानि धारावी में कोरोना वायरस विकराल रुप धारण करता जा रहा है। सोमवार सुबह यहां फिर एक शख्स की मौत कोरोनावायरस के चलते हुई है। इसी के साथ यहां मरने वालों का आकड़ा बढ़कर 5 और संक्रमित मरीजों की संख्या 47 तक पहुंच गई है।

आज भी सामने आए तीन नए संक्रमित मरीज
बीएमसी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया,'सोमवार सुबह नेहरु नगर के रहने वाले एक 60 वर्षीया शख्स की कोरोना के चलते मुंबई के सायन हॉस्पिटल में मौत हुई है। बढ़ते मामलों को देखते हुए धारावी में हाईरिस्क कांटेक्ट ट्रेसिंग का काम जारी है। आज ही मदीना नगर, जनता कोआपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी और गुलमोहर चाल में तीन नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं।

धारावी की सड़क पर पसरा सन्नाटा। आम दिनों में यहां लंबा जाम लगता है।

धारावी के इन इलाकों में सबसे ज्यादा मरीज
यह मरीज धारावी के 16 अलग-अलग इलाकों से हैं। बता दें कि धारावी में 5 लाख से ज्यादा लोग घनी बसी बस्तियों में रहते हैं। धारावी के मुकुंद नगर में कोरोना के सबसे ज्यादा 9 मरीज पाए गए हैं। वहीं, सोशल नगर में 6 और डॉ. बालिंगा नगर में 5 मरीज मिले हैं। बाकी मरीज धारावी के अन्य हिस्सों में मिले हैं।

धारावी को बचाने के लिए ऐक्शन प्लान
धारावी को कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए बीएमसी ने स्पेशल ऐक्शन प्लान बनाया है। इसमें डॉक्टर, नर्स और मेडिकल डिपार्टमेंट शामिल हैं। ऐसी 10 टीमों में विभिन्न प्राइवेट हॉस्पिटल्स के 24 डॉक्टर भी शामिल हैं, जो डोर टू डोर जाकर धारावी के रहनेवालों की जांच करेंगे। हर टीम में 2 डॉक्टर, एक एएनएम और दो सीएचपीएस शामिल होंगी। जी नॉर्थ वॉर्ड के ऑफिसर किरण दिघावकर ने बताया कि धारावी के पांच इलाकों में दो-दो टीम लोगों की जांच करेगी। इसमें कल्याणवाड़ी, मुकुंद नगर, सोशल नगर, मुस्लिम नगर और मदीना नगर शामिल हैं।


मुंबई का सबसे खतरनाक हॉटस्पॉट है धारावी, ड्रोन से हो रही निगरानी
धारावी को मुंबई का सबसे खतरनाक हॉटस्पॉट माना जा रहा है, इसलिए धारावी के कई इलाकों को कन्टेनमेन्ट एरिया और बफर जोन में बांटा गया है। 150 डाक्टरों और नर्सों की टीम के साथ राज्य सरकार धारावी में डोर टू डोर चेकअप करवा रही है। वहीं पुलिस लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए पूरे इलाके की ड्रोन से निगरानी कर रही है। पुलिस ने क्वॉरंटीन किए गए इलाक़ों के साथ तंग गलियों में भी ड्रोन तैनात किए हैं। जैसे ही किसी जगह पर लोग घर से बाहर दिखते हैं वैसे ही ड्रोन में लगे स्पीकर के जरिए उनको चेतावनी दी जाती है। इसके अलावा मुंबई के हॉटस्पॉट वाले इलाक़ों को निगरानी के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।



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संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए धारावी में सैनिटाइजेशन का काम जारी है।