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महाराष्ट्र में अब तक 128 संक्रमित, 10 लोगों को डिस्चार्ज किया गया, नियम तोड़ने वाले मुंबई के 141 लोगों पर केस

मुंबई.महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के अब तक 128 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। राज्य में कोरोना के 15 नए मामलोंमें 9 केवल मुंबई से हैं।पिछले 2 दिन में बीमारी से पूरी तरह रिकवर होने के बाद राज्य में 10 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। बुधवार को पुणे के जिन 2मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी मिली, वे राज्य के पहले मामले थे। ये दोनों मरीज कपल हैं और फरवरी के आखिरी महीने में दुबई से घूम कर आए थे।आज भी कुछ मरीजों को छुट्टी मिल सकती है।

महाराष्ट्र में कर्फ्यू का आज तीसरा दिन है। इस बीच सड़कों से वाहन गायब हैं, लेकिन लगभग सभी सब्जी मंडियों में सुबह से ही भीड़ जमा है। पुणे, मुंबई के कई इलाकों में सब्जी-फल मंडियों, किराना और दवा की दुकानों पर भीड़ उमड़ी रही। अस्पताल, नर्सिंग होम, राशन, दूध, साग-सब्जी की दुकानें, मेडिकल स्टोर्स, सीएनजी, एलपीजी, लैबोरेटरी, अंडे, मांस-मछली की दुकानें ही खुली रखी जाएंगी। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल अतिआवश्यक सेवाओं में लगे लोगों को ही मिलेगा।

नियम उल्लंघन के आरोप में 141 लोगों पर केस दर्ज

कोरोनावायरस के संक्रमण और फैलाव को देखते हुए मुंबई पुलिस ने बुधवार को मुंबई में धारा 188 का उल्लंघन करने के आरोप में 141 मामले दर्ज किए हैं। इनमें सबसे अधिक मामले नॉर्थ मुंबई से सामने आए हैं। मुंबई पुलिस के अनुसार, बुधवार शाम तक साउथ और नॉर्थ मुंबई से करोना से संबंधित कानून का उल्लंघन करने का एक-एक मामला, जबकि सार्वजनिक जगहों पर भीड़ जमा करने के आरोप में नॉर्थ और वेस्टर्न रीजन से 11-11 मामले दर्ज किए गए हैं।धारा 188 के तहत किसी आदेश को नहीं मानने वाले को सजा देने का प्रावधान किया गया है। इसमें 6 महीने तक की कैद या 1000 रुपए तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।

ट्रांसपोर्टरों के लिए सरकार ने गाइडलाइनजारी की
मुंबई सहित राज्य के कई हिस्सों में अतिआवश्यक खाद्य पदार्थों की आपूर्ति करने वालों के लिए सरकार ने कुछ गाइडलाइंस जारी की हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अतिआवश्यक खाद्य पदार्थो की आपूर्ति करने वाले ट्रांसपोर्टरों से कहा है कि वे अपने वाहनों पर स्टिकर लगाकर चलें और उनके पास बिल सहित सभी कागजात होने चाहिए।

अतिआवश्यक वस्तुओं की राज्य में नहीं है कोई कमी
बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में खाद्य वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। भरपूर मात्रा में खाद्य पदार्थ उपलब्ध हैं। किसी को भी खाद्य वस्तुओं को अतिरिक्त मात्रा में जमा करने की आवश्यकता नहीं है।

कोरोना से लड़ने के लिए 22,118 कमरे तैयार
संक्रमण के फैलाव को देखते हुए राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग ने राज्यभर में 22,118 कमरे तैयार किए हैं जिनमें 55,707 बेड्स लगाए जा सकेंगे। बुधवार को राज्य के लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि कोरोना वायरस के हर परिस्थितियों का सामना करने के लिए सरकार तैयार है।

लॉकडाउन में जुहू बीच खामोश

जुहू बीच भी आज खामोश है। इसकी वजह है लॉकडाउन। कभी इस बीच पर चहल-पहल रहा करती थी और आज रेगिस्तान सी खामोशी है।



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मुंबई के मीरा रोड इलाके में राशन की दुकान के बाहर अपनी बारी का इंतजार करते लोग।




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कोरोना से लड़ाई में आगे आया शिर्डी साईं संस्थान, सीएम रिलीफ फंड में दान किए 51 करोड़ रुपए

शिर्डी. कोरोना संक्रमण से पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है। लोग अलग-अलग ढंग से जरूरतमंदों की मदद को आगे आ रहे हैं। इसी कड़ी में शिर्डी साईं ट्रस्ट ने 51 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया है। यह पैसे सीएम रिलीफ फंड में दिए गए हैं। शुक्रवार को यह जानकारी संस्‍थान के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी अरुण डोंगरे ने दी। कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से साईं मंदिर अनिश्चितकाल के लिए बंद है।

भूखों को खाना खिला रहा संस्थान
डोंगरे ने कहा कि पूरा विश्व तथा देशभर में कहर ढानेवाले कोरोनावायरस का मुकाबला करने के लिएकेंद्र औरराज्‍य सरकार पूरी तरह से तैयार है। संस्‍थान द्वारा संचालित साई बाबा हॉस्पिटल और साईं प्रसादालय में अनाथ आश्रम के बच्चों, वृद्धाश्रम, मूक-बाधिरविद्यालय, पुलिसकर्मियों,बस स्टैंड के कर्मचारी और गरीब लोगों को खाना मिलेगा। इसके अलावा ग्रामीण हिस्सों में तैनात पुलिसकर्मियों तक फ़ूड पैकेट पहुंचाने का जिम्मा साईं संस्थान ने लिया है।

राज्य में अब तक सामने आए 147 केस
महाराष्ट्र में अब तक कोरोना वायरस के 147 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि राज्य में अब तक पांच लोग इसकी वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने पीएम और सीएम रिलीफ फंड में 25-25 लाख रुपएदिए हैं।महेंद्र सिंह धोनी ने भी पुणे में 100 से अधिक बच्चों के खाने कीजिम्मेदारी ली है।

कई उद्योगपतियों ने भी मदद केहाथ बढ़ाया
देश के कई उद्योगपतियों ने कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई मेंमदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। वेदांता के अनिल अग्रवाल ने 100 करोड़ देने की बात कही है। वहीं, मुकेश अंबानी के रिलायंस फाउंडेशन की ओर से मास्क का प्रोडक्शन बढ़ाने औरएक लाख से अधिक लोगों को खाना खिलाने की बात कही गई।



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कोरोना संक्रमण के चलते शिर्डी मंदिर को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है।




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1000 मेहमानों वाली शादी में शामिल हुआ कोरोना संक्रमित, लोगों की तलाश में जुटे निगम कर्मचारी

मुंबई. डोंबिवली के एक शख्स में बुधवार को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, जिसके बाद उसके परिवार को होम क्वारंटाइन कर दिया गया। अब जांच में सामने आया है कि 19 मार्च को इस शख्स के भाई की शादी थी और वह लगभग एक हजार लोगों को संपर्क में आया था। इस बारे में सूचना मिलते ही कल्याण-डोंबिवली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (केडीएमसी) के लोग अब शादी में शामिल लोगों को तलाश रहे हैं।

15 मार्च को तुर्की गया था युवक
एक मल्टिनैशनल कंपनी में काम करने वाला यह 25 वर्षीय शख्स अपने 21 दोस्तों के साथ तुर्की गया था। 15 मार्च को वह भारत लौटा और चार दिन बाद ही अपने भाई की शादी में शामिल हुआ। युवक के उन 21 दोस्तों को भी ट्रैक किया जा रहा है।

शादी में सिर्फ 50 लोगों के आने की थी अनुमति
कोरोना पीड़ित शख्स को कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। युवक के परिवार के तीन और लोगों का टेस्ट किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि शादी कार्यक्रमों में सिर्फ 50 लोगों की अनुमति है लेकिन 19 मार्च को हुई शादी में लगभग 1000 लोग जुटे थे। एक अधिकारी ने बताया कि शादी के बाद ही इस शख्स को दिक्कत शुरू हुई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोरोना के लक्षण देखे जाने के बाद शख्स को कस्तूरबा हॉस्पिटल में भेज दिया गया।



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प्रतीकात्मक फोटो।




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किसी ने बर्थडे के पैसों से भरे बेघर लोगों के पेट, तो कहीं बेजुबानों का पेट भरने का काम कर रही दो बहनें

पुणे. कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए पुणे में पिछले सातदिन से लॉकडाउन और पिछले 4 दिन से कर्फ्यू लगा है। लोग अपने घरों में बंद हैं और दिहाड़ी मजदूर सड़कों पर रहने को मजबूर हैं। जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ रहे हैं बेघरों की परेशानी बढ़ती जा रही है। उनके सामने खाने का संकट खड़ा हो रहा है। हालांकि, राहत की बात यह है कि अब कोरोना के खिलाफ शुरू हुई इस जंग में धीरे-धीरे लोग एक-दूसरे की मदद के लिए आ रहे हैं।

ऐसे ही लोगों में एकहैंपुणे के रहने वालेगणेश सावंत। गुरुवार को उनका 32वां जन्मदिन था। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए उन्होंने अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया। सांवत ने बर्थडे पार्टी के पैसों से खाने का इंतजाम किया और सड़कों पर रहने वालों को खाना बांटा। यही नहीं उन्होंने कुछ जरूरतमंदों के लिए दवाईयों का भी इंतजाम किया है। सावंत ने बताया कि वे कई दिनों से सड़कों पर रहने वाले लोगों को देख रहे थे। उनकी बढ़ रही परेशानियों को देखते हुए उन्होंने यह कदम उठाया है।

सड़क पर सो रहे लोगों को पुलिसकर्मियों ने दिया खाना,बेजुबानों का पेट भरने का काम कर रही दो बहन
पुणे के निगडी इलाके में सहायक पुलिस निरीक्षक महेंद्र आहेर ने सड़कों पर सो रहे लोगों को खाना और पानी दिया। पुलिस के इस मानवीय चेहरे की सोशल मीडिया में जमकर तारीफ हो रही है। वहीं, नागपुर में लॉकडाउन के बाद काजल और दिशा नाम की दो बहन सड़कों पर आवारा घूमने वाले कुत्तों को खाने देने का काम कर रही हैं।

जानवरों को खाना खिलाती काजल।

आरएसएस के कार्यकर्ता नागपुर में अलग-अलग जगहों पर रिक्शावालों और दिहाड़ी मजदूरों तक खाना और पानी पहुंचा रहे हैं।

आरएसएस कार्यकर्ता फ़ूड पैकेट बनाते हुए।

सड़कों पर दिनरात ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक और पुलिस डिपार्टमेंट के लोगों तक खाने पहुंचाने का काम अपुलाकी पुणे ग्रुप के लोग कर रहे हैं।

मुंबई के भायखला इलाके में औवेसी की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिहाड़ी मजदूरों के घरों तक जाकर उन्हें खाना दिया। इन फ़ूड पैकेट का इंतजाम पार्टी के प्रवक्ता वारिस पठान की ओर से किया गया था।



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गणेश सावंत ने अपनी बर्थडे पर गरीबों को जाकर खाना बांटा।




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भारतीय अब स्मार्टफोन पर 6% और टीवी पर 8% ज्यादा वक्त बिता रहे, 14 साल से कम उम्र के बच्चों का टीवी देखना 20% बढ़ा

मुंबई. कोरोनावायरस संकट की वजह से घरों में लॉकडाउन लोग अब 6% ज्यादासमय स्मार्टफोन पर और 8% ज्यादासमय टीवी देखने में बिताने लगे हैं। बीएआरसी इंडिया और नीलसन ने संयुक्त रूप से कोरोनावायरस संकट के दौरान टीवी और स्मार्टफोन उपभोक्ताओं के व्यवहार में आए बदलाव की सर्वे रिपोर्ट जारी की है। कोरोनावायरस संकट से पहले सप्ताह भर में व्यक्ति औसतन 23 घंटे 6 मिनट समय स्मार्टफोन पर बिताताथा, जिसमें अब 6%की वृद्धि हो गई है। देश में कोरोनावायरस का संकट बढ़ने पर लोगों ने औसतन सप्ताह भर में 25 घंटे समय बिताना शुरू किया है।

पीएम के लॉकडाउन की घोषणा को 19.7 करोड़ लोगों ने देखा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को 21 दिनके लॉकडाउन की घोषणा की। इस दिन उन्हें 19.7 करोड़ लोगों ने टीवी परदेखा और सुना। यह आईपीएल फाइनल मैच के यूनिक 13.3 करोड़ के व्यूवरशिप से 6.4 करोड़ अधिक रहा।रिपोर्ट बताती है कि 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री के नोटबंदी केऐलानको 5.7 करोड़, 8 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 को खत्म करने के भाषण को 16.3 करोड़, 19 मार्च 2020 के जनता कर्फ्यू की अपील को 19.1 करोड़ लोगों ने टीवी पर देखा था।


अब हम रोजाना 3 घंटे 51 मिनट टीवी देख रहे हैं
देश में 11 जनवरी से 31 जनवरी के दौरान जब कोरोनावायरस का संकट नहीं था। तब औसतन सप्ताह भर में लोग 88,700 करोड़ (887 बिलियन) मिनट्सटीवी देखा करते थे। मगर 14 मार्च से 20 मार्च कोरोनावायरस का संकट बढ़ने पर जैसे ही लोग घरों में लॉकडाउन होना शुरू हुए,टीवी व्यूवरशिप में 8%की वृद्धि हो गई। अब औसतन लोग सप्ताह भर में 95,900 करोड़ (959 बिलियन) मिनट्सटीवी देख रहे हैं। इस तरह अब औसतन प्रति दिन व्यक्ति 3 घंटे 51 मिनट टीवी देख रहा है।

मेट्रो शहरों में 6%अधिक स्मार्टफोन पर बिताया जा रहा वक्त
कोरोनावायरस की वजह से देश भर में लोगों का घर से बाहर निकलना लगभग बंद है। इसकी वजह से मेट्रो शहरों में 6, मिनी मेट्रो में 8, टियर-1 शहरों में 2%और टियर-2 शहरों में 6% प्रतिशत अधिक समय स्मार्टफोन पर बिता रहे हैं। इसमें भी 35 से 44 वर्ष के लोग सर्वाधिक 11 मिनट स्मार्टफोन पर बिता रहे हैं। इसी प्रकार कोरोना संकट की वजह से लोगों ने सोशल मीडिया पर 25%अधिक समय बिताना शुरू किया है। इसमें फेसबुक पर 23%, वॉट्सअप पर 27%, इंस्ट्राग्राम पर 25%और टीक-टॉक पर 20%पहले से अधिक समय बिताया जा रहा है।इसी तरह प्रमुख टेलिविजन रेटिंग एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल इंडिया (बीएआरसी इंडिया) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील लुल्ला और डॉली झा (कंट्री लीडर नीलसन ग्लोबल मीडिया, दक्षिण एशिया) ने शुक्रवार को कोरोनावायरस के इंपैक्ट पर सर्वे रिपोर्ट जारी की।



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Mumbai Coronavirus Lockown Update: Over 6 Percent Maharashtra Mumbai People More Time On Smartphones TV, All You Need To Know




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मुंबई में एक 85 वर्षीय डॉक्टर की मौत, मृतकों का आंकड़ा 5 तक पहुंचा, कोरोना का संदेह

मुंबई. राज्य में कोरोना लगातार पैर पसार रहा है। शुक्रवार शाम तक यहां 153 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और 5 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती डॉक्टर की मौत भी हुई है। संदेह जताया जा रहा है कि उसे भी कोरोना संक्रमण हो सकता है। शनिवार तक उसकी जांच रिपोर्ट आने की संभावना है।

महाराष्ट्र सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, देर रात कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती एक 65 वर्षीय महिला का निधन हुआ है।महिला को 23 मार्च को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसे सांस लेने में तकलीफ के साथ बुखार और खांसी की समस्या थी। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत थी।

मृतकों में सभी को डायबिटीज

इससे पहले गोवंडी की रहने वाली एक 65 वर्षीयमहिला का निधन कोरोना के चलते हुआ था।वह नवी मुंबई के एक हॉस्पिटल में भर्ती थी। महिला की मौत 24 तारीख को हुई और वह 26 को आई रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसे कोरोना था।

इससे पहले मुंबई के कस्तूरबा हॉस्पिटल में तीन मरीजों ने कोरोना के चलते दम तोड़ा था। सबसे पहले 17 मार्च को 64 साल के कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की मौत हुई। 21 मार्च को 69 साल के कोरोना संदिग्ध बुजुर्ग की मौत हुई। बाद में उसकी रिपोर्टपॉजिटिव आई। इसे बाद24 मार्च को 63 साल की महिला की डायबिटीज से मौत हुई थी।



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एक दिन में 21 लोग संक्रमित मिले, राज्य में मरीजों की संख्या 153 हुई; 19 मरीज डिस्चार्ज भी हुए

मुंबई. शुक्रवार दोपहर तक राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 153 हो गई है। ताजा मामले मुंबई से सामने आये हैं। यह एक साथ पांच लोग कोरोना से पीड़ित हैं। इससे पहले सांगली में 12, वाशी में एक, नागपुर में 5 और गोंदिया में एक मामला सामने आया था।

इस बीच राज्य में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 6 हो गई है। जिसमें से एक की रिपोर्ट अभी आना बाकी है।सीएम उद्धव ने भीड़ कम करने के लिए राज्य में आज से 24 घंटे दुकाने खोलने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक- शुक्रवार सुबह तक राज्य के अलग-अलग शहरों से कुल 19 मरीजों में कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया।

नागपुर में 9 हुई कोरोना संक्रमितों की संख्या
कल लिए गए टेस्ट में 5 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। इन सभी का नागपुर के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में इलाज जारी है। वहां पहले से चार कोरोना संक्रमित लोग पहले से भर्ती हैं। इस हिसाब से शहर में कोरोनासंक्रमितों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है।दिल्ली से लौटे नागपुर के एक शख्स में कोरोना का संक्रमण हुआ था और उसने परिवार के चार अन्य सदस्यों तक इस इन्फेक्शन को फैलाया। प्रशासन ने उसके घर के पड़ोस में रहने वाले लोगों को भी होम क्वारंटाइन रहने के लिए कहा है।

कोरोना से महाराष्ट्र में 2 और मौतें, अब तक 5
राज्य में कोरोनावायरस के कारण दो और मौते हुई हैं, इनके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस की चपेट में आकर जान गंवाने वालों की संख्या 5 हो गई है। वहीं, खबर लिखे जाने तक कोरोना के पुष्ट मामलों की संख्या 125 थी। राज्य स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, 65 वर्षीय गोवंडी की एक महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत के बाद नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उसकी मौत 24 मार्च को हो गई थी, गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट के अनुसार महिला कोरोना पॉजिटिव थी।

वहीं 65 वर्षीय एक अन्य महिला को 23 मार्च को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया था। महिला को सांस लेने में तकलीफ के साथ ही बुखार और खांसी की समस्या थी। इलाज के दौरान गुरुवार को इस महिला की भी मौत हो गई। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत थी।

कई मरीजों को छुट्टी दी गई
इस बीच, दो मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई। कस्तूरबा से अब तक 10 मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी मिल चुकी है।

नाराज हैं फार्मासिस्ट, लगातार बरामद हो रहे मास्क
सरकार के मास्क को 10 से 20 रुपए में बेचने के फैसले पर नागपुर के फार्मासिस्ट बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि जब वे होल सेलर से 13/14 रुपए में मास्क खरीद रहे हैं तो वे कैसे इसे 10 रुपए में बेच सकते हैं। इस बीच राज्य के कई इलाकों से मास्क पकड़ने के जानकारी सामने आई है। जिसमें सबसे ताजा मामला पुणे का है, यहां शुक्रवार सुबह 4 लाख मास्क सोमवार पेठ के एक गोदाम से बरामद हुए हैं।

महाराष्ट्र में कहां-कितने मामले सामने आए

शहर संक्रमित मरीज
मुंबई 56
पुणे 20
पिंपरी चिंचवाड़ 12
नागपुर 09
सांगली 23
औरंगाबाद 01
अहमदनगर 03
नवी मुंबई 05
कोल्हापुर 02
यवतमाल 04
सातारा 02
रत्नागिरी 01
सिंधुदुर्ग 01
गोंदिया 01
ठाणे 05
कल्याण-डोम्बिवली 05
पनवेल 01
वसई विरार 02
कुल संख्या 153


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प्रतीकात्मक फोटो




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किराना और मेडिकल स्टोर 24 घंटे खुले रखने के आदेश का असर, दोपहर बाद मुंबई और पुणे के बाजारों से गायब हुई भीड़

मुंबई.कोरोनावायरस से जंग जारी है। देश21 दिनों के लॉकडाउन पर हैं। हालांकि, महाराष्ट्र में सोमवार से हीकर्फ्यू लगा था। इसके बावजूद बाजार, सब्जी मंडी और किराना स्टोर पर भीड़ हो रही थी। इसे देखते हुए मुख्यमंत्रीउद्धव ठाकरे ने गुरुवार देर रात कहा कि राज्य में सभीजनरल स्टोर, किराना स्टोर और मेडिकल स्टोर अब 24 घंटे खुले रहेंगे। इसका असरशुक्रवार को नजर आया। दुकानों में ज्यादा भीड़ नहीं होरही है।

राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों कीसंख्या बढ़कर 153 हो गई है। शुक्रवार को सांगली में 15नए पॉजिटिव मिले। यह पहले संक्रमित पाए गए व्यक्ति के परिवार या उससेसंपर्क में आए थे। वहीं, शुक्रवार तक मुंबई में संक्रमित पांच लोगों की मौत हो गई। संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए राज्य सरकार ने हर जिले में कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड और 25 वेंटीलेटर का अस्पताल खोलने का फैसला कियाहै। कोरोना संकट को देखते हुए शिवसेना के सभी सांसद और विधायक अपने एक महीने की तनख्वाह मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में जमा करेंगे।

लोग सेना को बुलाने पर मजबूर न करें: डिप्टी सीएम

वहीं, गुरुवार को कुछ जगहों पर लॉकडाउन का पालन करा रही पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से बदसलूकी की खबरें आईं। इससे नाराजडिप्टी सीएम अजित पवार ने ऐसा करने वाले लोगोें कोचेतावनी दी है। उन्होंनेकहा कि लोग सेना को बुलाने पर मजबूर न करें। जिन लोगों ने भी पुलिस पर हमला या बदसलूकी की,उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

पवार ने यह भी बताया किजीवन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने के बाद खाली लौट रहे ट्रकों को भी रोका नहीं जाएगा। बाजारों में भीड़भाड़ प्रशासन के लिए चिंता का विषय है। हम जनता को यह भरोसा दिलाना चाहते हैं कि राज्य में जरूरी सामान की सप्लाई में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी। पूरे राज्य में जरूरी सेवाएं चालू हैं।

दुकानों से भीड़ गायब
सरकार के 24 घंटे दुकान खोलने केफैसले का असरशुक्रवार कोअब मुंबई, पुणे समेत कई शहरों में दिखने लगा है। ज्यादातर दुकानों से लोग गायब हैं। दुकानदारों का कहना है कि जनता भी आश्वस्त है किअब दुकानें 24 घंटे खुलेंगी, इसलिएज्यादा पैनिक नहीं है।

नवी मुंबई में एक बाजार में सब्जी लेने पहुंचे लोग।

मुंबई के मुंबा देवी मंदिरआम लोगों के लिए बंद है। इसके बावजूद लोग मंदिर के बाहर जमा हुएऔर एक-दूसरे से दूरी बनाते हुए सुबह की आरती में शामिल हुए।

मुंबा देवी मंदिर के बाहर जमा भीड़।

पुणे में राकांपा कार्यकर्ताओं ने झुग्गियों में जाकर वहां रहने वाले लोगों को खाना बांटा। पुणे में 7 दिन से लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में यहां गरीब तबके के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

पुणे में झुग्गियों में खाना बांटा गया।

राज्य में जारी कर्फ्यू के बीच क्राइम ब्रांच टीम ने शुक्रवार सुबह पुणे के सोमवार पेठ इलाके से चारलाख मास्क रिकवर किए। ये एक गोदाम में छिपा कर रखे गए थे। जांच में पता लगा कि इन्हें कुछ दिनों बाद बाजार में बेचने की तैयारी थी।दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।

सोमवार पेठ के एक गोदाम पर छापा मारा गया।

कम्युनिटी किचन पर हो रहा विचार
डिप्टी सीएम के मुताबिक, सरकार निजी कंपनियों, सामाजिक संस्थाओं और एनजीओ के सहयोग से शहर में कम्युनिटी किचन योजना पर विचार कर रही है। इसके तहत ‘रेडी टू कुक’ और ‘रेडी टू ईट’ खाना दिया जाएगा। इस योजना का लाभअकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों, गरीबों और बेघर लोगों को मिलेगा।

जेल से रिहा किए जाएंगे 11 हजार कैदी
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने जेलों में भीड़ कम करने के लिए 11 हजार सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदियों को आपात पेरोल और फर्लो देने का आदेश दिया है।



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मुंबई के अंधेरी में सड़कों को संक्रमण रहित करते नगर पालिका कर्मचारी।
राज्य में लॉकडाउन का आज 7वां दिन है। लोग घरों में ही बंद हैं।




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बैंकों से भारी मात्रा में कैश निकाल रहे हैं लोग, मार्च के पहले पखवाड़े में 53 हजार करोड़ निकाली नकदी, यह 16 महीने में सबसे ज्यादा

मुंबई. कोरोनावायरस का डर लोगों के जीवन के हर हिस्से को प्रभावित कर रहा हैं। आपात स्थिति की आशंका में लोग बैंकों से भारी मात्रा में कैश निकाल रहे हैं। रिजर्व बैंक की ओर से 13 मार्च को खत्म हुए पखवाड़े में जमाकर्ताओं ने 53,000 करोड़ रुपए की नकदी बैंकों से निकाली है। यह बीते 16 महीनेमें नकद निकासी का उच्चतम स्तर है।

आरबीआई के मुताबिक इतनी बड़ी निकासी सिर्फ त्यौहारों या चुनाव में होती है। बैंकिंग सिस्टम के जरिए जनता को करेंसी सप्लाई करने वाले केंद्रीय बैंक ने बताया कि उसने पिछले 15 दिन में इतना कैश जारी किया है। 13 मार्च तक लोगों के पास कुल 23 लाख करोड़ रुपए की मुद्रा थी। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि भले ही डिजिटल ट्रांजेक्शन बढ़ा है, लेकिन आपात स्थिति के चलते लोगों में सावधानी और डर का पहलू हावी है।

लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर जरूरी चीजों की खरीदारी कैश में होगी

स्टेट बैंक के चीफ इकोनॉमिस्ट एसके घोष ने अपने हालिया रिसर्च नोट में लिखा था कि, लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर जरूरी चीजों की खरीदारी कैश में होगी। अचानक से नकदी की डिमांड बढ़ने की स्थिति में बैंकों को कैश की डिलीवरी सुनिश्चित करनी होगी। विशेषज्ञों के मुताबिक, बैंकों से नकद निकासी में वृद्धि का बैंक जमाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव के समय के दौरान यह बाजार में तरलता की स्थिति को प्रभावित कर सकता है।

ऑनलाइन सर्विस कम होने से कैश की जरूरत बढ़ी

एक्सिस बैंक के चीफ इकोनॉमिस्ट सौगत भट्टाचार्य ने कहा कि लोग आशंकित थे कि इस हालात में वो बैंक और एटीएम तक पहुंच पाएंगे कि नहीं। लिहाजा एहतियात के तौर पर लोग ने भारी निकासी की। बैंक ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को प्रमोट कर रहे हैं लेकिन फ्लिपकार्ट जैसी कई ई-कॉमर्स कंपनियों ने डिलीवरी सर्विस सीमित कर दी है। इस वजह से भी लोग ऑफलाइन खरीदारी कर रहे हैं, जिसके लिए कैश की जरूरत पड़ रही है। किराना सामान और दूसरे ऑनलाइन खरीदारी वाली चीजें अब लोकल दुकानदारों के पास शिफ्ट हो गई हैं।



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प्रतीकात्मक फोटो।




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महाराष्ट्र में संक्रमित लोगों की संख्या 177 तक पहुंची, डर के कारण कई शहरों में प्राइवेट क्लिनिक, मेडिकल स्टोर हुए बंद

मुंबई. राज्य में कोरोनासंक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शनिवार दोपहर तक यहां 177 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वही मृतकों की संख्या 5 तक पहुंची है। एक 85 वर्षीय डॉक्टर की मौत भी कोरोना के संदेह में हुई है। जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है। इनमें से 19 लोगों को स्वस्थ हो जाने बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज भी किया गया है।

सबसे ज्यादा 63 संक्रमित मुंबई में

मुंबई में आज फिर एक ही परिवार के पांच लोगो कोरोना संक्रमित हुए। वहीं पुणे में चार दिन बाद कोई केस सामने आया है। वहीं नागपुर में दो और मरीज के भी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब तक मुंबई में सबसे ज्यादा 63 कोरोना संक्रमित सामने आये हैं। इसके बाद सांगली और फिर पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ का नंबर है। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रशासन ने पूरे राज्य में लॉकडाउन और कर्फ्यू लगा दिया है। हालांकि, इसके बावजूद भारी संख्या में लोग हर रोज सड़कों पर नजर आ रहे हैं।

डर के कारण प्राइवेट डॉक्टरों ने बंद किए क्लिनिक
कोरोना का डर प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे डॉक्टरों में भी घर कर गया है। एहतियातन, मीरा-भाईंदर में बड़ी संख्या में निजी डॉक्टरों ने अपने क्लिनिक बंद रखे हुए हैं। मीरा-भाईंदर समेत कई इलाकों में 30-40% प्रतिशत से अधिक निजी क्लिनिक बंद हैं। झोपड़पट्टी वाले इलाकों में यह अनुपात 75% तक है। काशिमीरा क्षेत्र की झोपड़पट्टी देवल इलाकों में 70% से अधिक निजी क्लिनिक बंद पड़े हुए हैं।

पथॉलजी लैब, सोनोग्रफी सेंटर भी बंद
निजी क्लिनिक के अलावा मुंबई, पुणे, नागपुर और औरंगाबाद में कई पथॉलजी लैब और सोनोग्रफी सेंटर भी बंद पड़े हैं। आरएनपी पार्क के विपिन उपाध्याय बताते हैं कि 3 दिन पहले उन्हें अपनी भाभी की सोनोग्रफी कराने के लिए बहुत मशक्कत करनी पड़ी।

कई मेडिकल स्टोर भी हैं बंद
निजी क्लिनिक बंद होने के कारण कई क्षेत्रों में मेडिकल स्टोर भी बंद पड़े हुए हैं। साहिल मिश्र बताते हैं कि पेणकरपाडा, काशिगांव, मासाचापाडा, मीरा-गांवठण के लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

महाराष्ट्र में कहां-कितने मामले सामने आए

शहर संक्रमित मरीज
मुंबई 63
पुणे 20
पिंपरी चिंचवाड़ 13
नागपुर 11
सांगली 23
औरंगाबाद 01
अहमदनगर 03
नवी मुंबई 05
कोल्हापुर 01
यवतमाल 04
सातारा 02
रत्नागिरी 01
सिंधुदुर्ग 01
गोंदिया 01
ठाणे 05
कल्याण-डोम्बिवली 05
पनवेल 02
वसई विरार 01
कुल संख्या 161


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Mumbai Coronavirus Cases Latest Updates; Maharashtra Mumbai Corona Virus Total Positive (Covid-19) Cases Information Details Latest News




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महाराष्ट्र में जहां भी संदिग्ध मिले, पूरे इलाके को जीपीएस की मदद से स्कैन किया; घर-घर सर्वे कर क्वारैंटाइन किया जा रहा

मुंबई/पुणे (चंद्रकांत शिंदे/मंगेश फल्ले).महाराष्ट्र में कोरोनावायरस तेजी से बढ़ा। यहां मरीजों और मौतों की संख्या देश में सबसे ज्यादा है। शुक्रवार को एक दिन में 17 नए मरीज सामने आए। इनमें सांगली के इस्लामपुर में एक ही परिवार के 12 सदस्य शामिल हैं। इसे मिलाकर राज्य में कुल रोगियों की संख्या 147 हो गई है। राहत की बात यह है कि पहला केस मिलने के 16 दिन बाद भी हालात बहुत ज्यादा नहीं बिगड़े हैं। 20 से ज्यादा लोग ठीक होकर घर लौट चुके हैं।

जीपीएस से इलाके को स्कैन किया जा रहा
पुणे में 11 मार्च को कोरोना का पहला मरीज मिला था। दुबई में छुट्टी बिताकर लौटे दंपती में कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद राज्य सरकार ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। सबसे पहले पति-पत्नी को भर्ती किया। फिर बेटी में भी कोरोना की पुष्टि हुई। भारत लौटने के बाद उनके संपर्क में जो-जो आया, सबको क्वारेंटाइन किया। जांच की गई। जो ओला ड्राइवर उन्हें लेकर मुंबई से पुणे गया था, उसे भी निगरानी में लिया गया। जो पॉजिटिव निकले, उनके संपर्क में आए लोग ढूंढ़े गए। पता चला कि ड्राइवर के संपर्क में आई 65 वर्षीय महिला को भी संक्रमण है। हालांकि, डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। लेकिन, पुणे की दंपती के साथ दुबई गई 40 लोगों की टीम के प्रत्येक सदस्य की शिनाख्त कर जांच की गई। जीपीएस की मदद से पूरे इलाके को स्कैन किया गया। घर-घर सर्वे कियागया। मरीजों की पहचान कर क्वारेंटाइन किया गया।

कर्फ्यू लगाने के बाद सफलता मिली
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि सही समय पर कर्फ्यू लगाने के बाद कुछ हद तक सफलता मिली है। लेकिन, इसका मतलब कतई नहीं है कि खतरा टल गया। इसी तरह औरंगाबाद में एक महिला प्रोफेसर में कोरोना की पुष्टि हुई थी। उसने भारत लौटने के बाद कॉलेज अटेंड किया। कार्यक्रम में भी भाग लिया। जैसे ही प्रोफेसर में कोरोना की पुष्टि हुई, उसके संपर्क में आए लोगों को निगरानी में लिया गया। साथी प्रोफेसरों और छात्राओं की भी जांच की गई। राहत की बात यह है कि किसी में भी कोरोना की पुष्टि नहीं हुई। महिला प्रोफेसर भी अब ठीक होकर घर लौट चुकी है। मंत्रालय में कोरोना की स्थिति पर नजर रखने के लिए विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया है। उसकी जवाबदारी 11 आईएएस अधिकारियों पर है।

पुणे की जुन्नर तहसील में 20 हजार लोग क्वारेंटाइन किए

पुणे की जुन्नर तहसील में 20 हजार लोग क्वारंटाइन किए गए। यहां के लोगों का मुंबई-पुणे काफी आना-जाना है। पुणे की एक आंगनवाड़ी वर्कर पॉजिटिव मिलने पर 28 गांव क्वारेंटाइन कर दिए गए। उसकी बस 28 गांवों से गुजरी थी।



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पुणे में लोग सोशल डिस्टेंस के तहत सब्जी खरीदते हुए।




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आज संक्रमण के 6 नए मामले सामने आए; डर की वजह से मुंबई और पुणे में डॉक्टरों ने क्लीनिक बंद किए

मुंबई.महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोनावायरस के 6 नए मामले सामने आए। इसके साथ राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 162 हो गई है। हालांकि, केंद्र सरकार के मुताबिक, यह आंकड़ा 177 हो गया है।इससे पहले, गुरुवार शाम से शुक्रवार शाम तक राज्य में 28 नए कोरोना के मामले सामने आए थे। उधर,कोरोना का डर प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे डॉक्टरों में भी देखा जा रहा है। मुंबई, पुणे, नागपुर और औरंगाबाद में निजी क्लीनिक के अलावामेडिकल स्टोर, पैथोलॉजी लैब और सोनोग्राफी सेंटर भी बंद कर दिए गए हैं।

इससे पहलेशनिवार तड़के पैदल चलकर मुंबई से गुजरात जा रहे सात मजदूरों को मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर एक टैंपों ने कुचल दिया है। इसमें चार की मौत हो गई और तीन की हालत गंभीर है। रोजी-रोटी पर संकट खड़ा होने के चलते यह मजदूर पैदल ही घर के लिए निकल पड़े थे। इससे पहले,मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को सोशल मीडिया के जरिए लोगों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि हम कोरोना संक्रमण के तीसरे स्टेज के करीब पहुंच गए हैं। इसलिए ज्यादा सजग और संयमित रहने की जरूरत है। अगले 15-20 दिन हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने आगे कहा- दूसरे राज्यों के मजदूर महाराष्ट्र से जाएं नहीं, जहां हैं वहीं रहें। बता दें कि सरकार ने सोमवार से ही पूरे राज्य में कर्फ्यू लगा दिया था।

डर के कारण डॉक्टरों ने प्राइवेट क्लीनिक बंद किए
मुंबई के कई इलाकों में निजी डॉक्टरों ने अपने क्लीनिक बंद कर दिए हैं। मीरा-भाईंदर समेत कई इलाकों में 30-40% निजी क्लीनिक बंद हैं। झोपड़पट्टी वाले इलाकों में यह अनुपात 75% तक है। मुंबई में आरएनपी पार्क के विपिन उपाध्याय बताते हैं कि तीन दिन पहले उन्हें अपनी भाभी की सोनोग्राफी कराने के लिए बहुत मशक्कत करनी पड़ी। साहिल मिश्र बताते हैं कि पेणकरपाडा, काशिगांव, मासाचापाडा, मीरा-गांवठण के लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

मुंबई के दादर में पेट्रोल पंप के बाहर भीड़ रोकने के लिए पुलिसकर्मी तैनात रहे।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया-कोरोना संक्रमण के 19 मरीज ठीक होकर घर गए
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश तोपे ने बताया कि महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण से राज्य में 19 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण से पांच लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर टोपे ने निजी डॉक्टरों से अपील की कि वे कोरोना वायरस से डरे नहीं। संवेदनशीलता दिखाएं और अपने क्लीनिक शुरू करें, क्योंकि लोग कोरोना के अलावा दूसरी बीमारियों से भी परेशान हो रहे हैं। गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चे और हृदय रोगियों को तुरंत उपचार की जरूरत होती है। इसलिए वे अपना क्लीनिक बंद न रखें।उन्होंने बताया कि कोरोना को मात देने राज्य सरकार ने तीन सूत्रीय कार्यक्रम अपनाया है। इसमें कोरोना संदिग्ध मरीज का पता लगाना, उसकी जांच कराना और पुष्टि होने पर इलाज कराना शामिल है।

मुंबई में शनिवार सुबह से ही गैस सिलेंडर के लिए कई सेंटर्स पर भारी भीड़ नजर आई।

सांगली में अब तक 24 को संक्रमण की पुष्टि
महाराष्ट्र के सांगली जिले में शनिवार सुबह तक कुल 24 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। वे सभी एक ही परिवार के संपर्क में आए थे और इस परिवार के कुछ सदस्य सउदी अरब से लौटे थे। इसी तरह 4 मामले नागपुर में और एक मामला गोंदिया में सामने आया था।

मुंबई के दादर में शिवसेना कार्यकर्ताओं नेघर-घर जाकर लोगों को मास्क बांटे।

पुलिस की सख्ती बढ़ी
कर्फ्यू के आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मुंबई पुलिस ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी। 20 मार्च से 26 मार्च के बीच पुलिस ने 170 मामलों में 289 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को सबसे ज्यादा 88 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, 25 को नोटिस देकर छोड़ दिया गया। 22 आरोपियों की पुलिस अभी तलाश कर रही है।

पुणे के कात्रज इलाके में लोग सोसाइटी से बाहर न निकले इसलिए अंदर बुलाई गई सब्जी की गाड़ी।

पुणे:विमान नगर इलाके में बेघर मजदूरों को खाना देने के लिए कई सामाजिक संगठनों के लोग आगे आए हैं। वे सड़कों पर रहने वाले लोगों को खाना दे रहे हैं।

शहर के विमाननगर इलाके में मजदूरों को दिया गया खाना।

औरंगाबाद: यहां भी लोग सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए स्टोर के बाहर कतारमें नजर आए। अब तक कोरोना का यहां सिर्फ एक ही मामला सामने आया है।

औरंगाबाद में दुकान के बाहर लोग सोशल डिस्टेंसिंग को लोग फॉलो कर रहे हैं।

धुले:पुणे और मुंबई से भारी संख्या में लोग पैदल चलकर महाराष्ट्र के धुले पहुंचे हैं। उन्हें भूखा देख स्थानीय लोगों ने उन्हें खानाखिलाया।

धुले में खाना बांटते स्थानीय लोग।

नांदेड: महाराष्ट्र के नांदेड में कई बार चेतावनी के बावजूद सब्जी मंडी में शनिवार को भी भारी भीड़ नजर आई।

नांदेड की मुख्य सब्जी मंडी।

नंदुरबार:जिले में पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला। शहर के एसपी ने सड़कों पर सो रहे लोगों को खाना बांटा।

बेघर मजदूरों को खाना बांटते शहर के एसपी।


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मुंबई के गोरेगांव का क्लीनिक। यहां एक नोटिस चिपका है, जिसमें 31 मार्च तक बंद रहने की जानकारी दी गई है।
मुंबई में बीएमसी ऑफिस के बाहर सन्नाटा पसरा हुआ है। आमतौर पर यहां ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति रहती है।




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कर्फ्यू के नियमों का पालन करवाने के चक्कर में ग्रामीणों से पिटे पुलिसवाले, 14 लोग गिरफ्तार

पुणे.डिप्टी सीएम अजित पवार के गृह नगर बारामती में लॉकडाउन के नियमों का पालन करवाने का प्रयास कर रहे 10 पुलिसकर्मियों की स्थानीय लोगों ने जमकर पिटाई कर दी। इसमें दो पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें भी आई हैं। पुलिस ने मामला दर्ज करके 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 4 महिलाएं भी शामिल हैं।

ऐसे शुरू हुआ विवाद

घटना गुरुवार देर शाम की है। सड़क पर बेवजह घूम रहे कुछ लोगों को पुलिसवालों ने घर जाने के लिए कहा। इससे नाराज युवकों और दो पुलिसकर्मियों के बीच बहस हो गई। कुछ देर में मामला बड़ा हो गया और 25 से 30 गांववाले मौके पर पहुंचे और पुलिसकर्मियों पर लाठी-डंडे और पत्थर से हमला कर दिया।इसमें 5 वरिष्ठ अधिकारी और 9 महिला कर्मियों सहित लगभग 9 पुलिस अधिकारी घायल हो गए। पुलिस ने दो दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर 14 लोगों को अब तक पकड़ लिया है। अन्य की तलाश जारी है।



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इसमें दो महिला पुलिसकर्मियों के सिर में चोटें आईं हैं।




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मुंबई में सड़क किनारे सो रहे मजदूरों को टैंपो ने कुचला, 4 की मौत; कर्नाटक में दुर्घटना में घर लौट रहे 6 लोगों की जान गई

मुंबई. कोरोनावायरस का डर अब लोगों की जिंदगी निगल रहा है। मुंबई के उपनगर वसई में शनिवार तड़के एक तेज रफ्तार टैंपो ने सड़क किनारे सो रहे सात मजदूरों को कुचल दिया। हादसे में चार मजदूरों की मौत हो गई, जबकि तीन की हालत गंभीर है। हादसा वसई इलाके में हुआ।उधर, कर्नाटक में भी एक हादसा हुआ। इसमें एक ट्रक ने लॉरी को टक्कर मार दी। इनमें से एक में 30 मजदूर सवार थे। इन्हें हैदराबाद से कर्नाटक ले जायारहा था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार से कर्फ्यू लगा दिया है। इसके चलते सभी काम बंद होगए हैं। ऐसे में दूसरे राज्यों के मजदूरों के सामने खाने का संकट खड़ा हो गया है। सभी तरह के ट्रांसपोर्ट बंद होने के चलते अब मजदूर पैदल ही अपने घरों के लिए निकल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, जो सातों मजदूर हादसे का शिकार हुए,वेसभी मुंबई से गुजरात पैदल जा रहे थे। ये सभी शुक्रवार दोपहर मुंबई से गुजरात जाने के लिए निकले थे। वसई इलाके में यह रात होने पर यह सड़क किनारे सो गए थे। महाराष्ट्र में अब तक 159 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।

ट्रक में 30 मजदूर सवार थे
कर्नाटक में शनिवार सुबह हुए हादसे में ड्राइवर और एक युवती समेत छह की मौत हो गई। छह अन्य जख्मी हैं। पुलिस ने बताया, हादसा पेड्‌डा गोलकुंडा गांव के नजदीक हुआ। पांच लोगों ने मौके पर दम तोड़ दिया है, जबकि एक ने उस्मानिया अस्पताल में आखिरी सांस ली।



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यह फोटो कर्नाटक हादसे की है। पुलिस ने बताया, दुर्घटना पेड्‌डा गोलकुंडा गांव के नजदीक हुई।
हादसे का शिकार हुए सभी मजदूर सड़क किनारे सो रहे थे। यह फोटो उसी जगह का है।




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पुलिसवालों ने शहर से भगाया और ग्रामीण गांव में नहीं घुसने देते, 50 से ज्यादा लोग वीराने में जीने को हुए मजबूर

औरंगाबाद. सोमवार सुबह से राज्य में जारी कर्फ्यू का आज छठवां दिन है। ज्यादातर बड़े शहरों से दिहाड़ी मजदूर और खानाबदोश पलायन कर चुके हैं। इनमें से कुछ लोग ऐसे हैं जो कल तक पुणे, मुंबई जैसे बड़े शहरों में हाथों से बनी वस्तुएं बेच कर अपना गुजारा चला रहे थे। आज ये औरंगाबाद से 40 किलोमीटर दूर स्थित अधुल गांव में एक खेत में भूखे-प्यासे बैठे हुए हैं। इनके खाने-पीने का सामान खत्म होने की कगार पर है और इनका कहना है कि अगर प्रशासन से उन्हें मदद नहीं मिली तो उनके बच्चों के भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने उन्हें वहां से नहीं हिलने का आदेश दिया है।

पुलिसवालों से शहर से भगाया, ग्रामीणों ने गांव में नहीं घुसने दिया
कर्फ्यू के बाद पुलिसवालों ने उन्हें शहरों से जाने के लिए कह दिया है। तकरीबन 50 की संख्या में ये लोग पिछले तीन दिन से इस गांव में फंसे हुए हैं। इन लोगों में शामिल सविता देवी ने बताया कि पुलिसवालों ने उन्हें शहर से निकाल दिया और गांव के लोग उन्हें अपने गांव में घुसने नहीं दे रहे हैं। उनके पास रखा दो से तीन दिनों का खाना लगभग खत्म होने की कगार पर है। अगर कर्फ्यू के हाल ऐसे ही रहे तो उनके भूखे मरने की नौबत आ जाएगी।

सरकार से मांगी मदद
यह ग्रुप राजस्थान का रहने वाला है और पूरे देश में घूम-घूमकर अपने हाथ से बने सामान बेचता है। ग्रुप में शामिल राजू नाम के शख्स ने बताया कि वह पिछले 30 साल से खानाबदोश का जीवन जी रहा है। बच्चों के लिए दूध भी खत्म हो गया है और नौबत भूखे मरने की आ गई है। इन खानाबदोशों ने सरकार से गुहार लगाई है कि वे उनकी मदद को आगे आए।महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 177 हो गई है। यहां अब तक 5 की मौत और 19 लोगों को ठीक होने के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया है।



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औरंगाबाद से 40 किलोमीटर दूर अधुल गांव के बाहर रह रहे हैं ये लोग।




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85 साल के सर्जन की जान गई, जिस अस्पताल में काम करते थे, उसे सील किया गया

मुंबई.देश में कोरोनावायरस से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा 6 मौतें महाराष्ट्र के मुंबई में हुई। यहां शनिवार को एक 85 वर्षीय सर्जन की संक्रमण से मौत की पुष्टि हुई है। वे सैफी अस्पताल में काम करते थे। अस्पताल को अगले आदेश तक सील कर दिया गया है। सैफी वही अस्पताल है, जहां दुनिया की सबसे वजनी महिला इमाम की वेट लॉस सर्जरी हुई थी। वहीं, पिछले 24 घंटे में राज्य में 27 नए मामले आए हैं। मुंबई में ही 25 नए मामलों की पुष्टि हुई।

अधिकारियों के मुताबिक, 85 वर्षीय डॉक्टर ने 5 लोगों का ऑपरेशन किया था। इन सभी को अब ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा। अस्पताल को सील कर दिए जाने के बाद अब अगले 14 दिनों तक यहां ओपीडी बंद रहेगी और कोई भी नया मरीज भर्ती नहीं किया जाएगा। अभी इस अस्पताल में जो भी मरीज भर्ती हैं, उनमें से गंभीर मरीजों को आसपास से प्राइवेट हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाएगा।डॉक्टर केपरिवार के दो लोग हाल ही में इंग्लैंड से लौटे थे। डॉक्टर के बेटे और पोते में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। दोनों को कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। उनके बेटे भी हॉस्पिटल में डॉक्टर हैं।

डायबिटीज की शिकायत थी डॉक्टर को

डॉक्टर को गुरुवार को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोरोना की पुष्टि होने के बाद उन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया।जहां इलाज के दौरान शुक्रवार को उनकी मौत हो गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने बताया किडॉक्टर को डायबिटीज थी। पेसमेकर भी लगाथा। चूंकि मरीज में कोरोना की पुष्टि एक निजी लैब में हुई थी। इसलिए राज्य सरकार ने एक बार और कोरोना जांच कराई, जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई।

मुंबई में 12 घंटे में संक्रमण के 25 मामले सामने आए

शनिवार कोमुंबई में संक्रमण के 25 नए मामले सामने आए हैं। इसे मिलाकर मुंबई में संक्रमितों की संख्या 90 तक पहुंच गई। वहीं,राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या शनिवार शाम तक180 तक पहुंच गई।

गुरुवार को 65 साल की महिला की मौतहुई थी
गुरुवार-शुक्रवार की रात को कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती एक 65 वर्षीय महिला की मौत हुई थी। महिला को 23 मार्च कोभर्ती किया गया था। उन्हेंसांस लेने में तकलीफ के साथ बुखार और खांसी की समस्या थी। महिला को बीपीऔर डायबिटीज की शिकायत भीथी।

कोरोना संक्रमितसभीमृतकों को डायबिटीज थी

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित छह लोगों की मौत हो चुकी है। सभी को डायबिटिज की शिकायत थी। इससे पहलेगुरुवार-शुक्रवार की रात को कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती एक 65 वर्षीय महिला की मौत हुई थी। महिला को बीपीऔर डायबिटीज की शिकायत भीथी। गोवंडी की रहने वाली एक 65 साल कीमहिला का निधन कोरोना के चलते हुआ था। महिला की मौत 24 तारीख को हुई और वह 26 मार्चको आई रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई। राज्य में सबसे पहले17 मार्च को 64 साल के कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की मौत हुई। 21 मार्च को 69 साल के कोरोना संदिग्ध बुजुर्ग की मौत हुई। बाद में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद24 मार्च को 63 साल की महिला की डायबिटीज से मौत हुई थी। राज्य में अब तक छह लोगों को कोरोना संक्रमण से मौत हुई है, सभी को डायबिटिज की शिकायत थी।

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की जान गई

तारीख देश में मौत उम्र
17 मार्च तीसरी मौत 63 साल (महिला)
21 मार्च 5वीं मौत 63 साल
24 मार्च 10वीं मौत 65 साल
26 मार्च 15वीं मौत 65 साल
27 मार्च 22वीं मौत 65 साल (महिला)
28 मार्च 25वीं मौत 85 साल


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महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के शनिवार को 27 मामले सामने आए।




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देश में कोरोना का एपिसेंटर बना मुंबई, अब तक 4 डॉक्टरों समेत 110 लोग संक्रमित; 200 कैंसर पेशेंट फंसे

मुंबई. देश में कोरोना का एपिसेंटर मुंबई बना हुआ है। शहर में रविवार सुबह तक चार डॉक्टरों समेत 110 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। रविवार सुबह मुंबई में कोरोना संक्रमित एक 40 साल की महिला की मौत हो गई। महिला को शनिवार को सांस लेने में दिक्कत के बाद हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। महिला को हाइपरटेंशन की शिकायत भी थी। इससे पहले शनिवार को 85 साल के सर्जन की भी मौत हुई थी। मुंबई में अब तक संक्रमण से सात लोगों की मौत हो चुकी है।

मुंबई में शनिवार से अब तक यानी 24 घंटे में संक्रमण के 26 नए मामले मुंबई में आए हैं। नए मामलों में से 16 क्लोज कॉन्टैक्ट, जबकि छह लोग विदेश से आए हुए हैं। शहर के कई हिस्सों को सैनिटाइज करने का काम शनिवार से जारी है।

मुंबई में 4 डॉक्टर कोरोना संक्रमित
शहर में जिन 110 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है उनमें 4 डॉक्टर भी शामिल हैं। कथित तौर पर मरीजों के इलाज के दौरान ही डॉक्टर इस वायरस से संक्रमित हो गए। महाराष्ट्र मेडिकल काउन्सिल के अध्यक्ष डॉक्टर शिवकुमार उत्तुरे ने कहा, 'बड़े पैमाने पर सेफ्टी सामानों की खरीद नहीं होने से डॉक्टरों को खतरा हो गया है।' उन्होंने बताया कि आईएमए की तरफ से डॉक्टरों को क्लिनिक खोलने और अपॉइंटमेंट लेकर ही मरीजों को देखने को कहा है। साथ ही, टेलिफोन पर मरीजों को सलाह देने की व्यवस्था भी की गई है।

सर्जन की मौत, डॉक्टर बेटा संक्रमित
शनिवार को मुंबई के सैफी अस्पताल में काम करने वाले एक बड़े सर्जन की संक्रमण से मौत हो गई थी। इसके बाद जांच में उनके बेटे और पोते में भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इसके बाद मुंबई के सैफी हॉस्पिटल के कई हिस्सों को सील कर दिया गया है। जिन मरीजों का डॉक्टर ने ऑपरेशन या इलाज किया गया था, उन्हें भी आइसोलेशन में भेजा गया है।

मुंबई में फंसे झारखंड के 200 मरीज
लॉकडाउन के कारण देशभर से मुंबई आने वाले मरीज यहां फंस गए हैं। उनके साथ उनके रिश्तेदार भी हैं। झारखंड से इलाज के लिए मुंबई आए मरीज राजिथ ने बताया कि वह यहां इलाज के लिए आए थे और 23 मार्च को उसकी वापसी की टिकट बुक थी। लेकिन लॉकडाउन की वजह से सब बंद हो गया और वो यहीं फंस गए हैं। उन्होंने बताया कि हमारे जैसे लगभग 200 लोग हैं जो यहां फंसे हुए हैं। हम किराया भी नहीं दे सकते और परिवहन की कमी के कारण अपने हम घर भी नही जा सकते। इसलिए, हम सड़कों पर रह रहे हैं, कुछ स्थानीय लोग हमारे लिए भोजन की व्यवस्था करते हैं।'

कोरोना से जिन सात की मौत हुई, उनमें से छह को डायबिटिज और एक को हाइपरटेंश की शिकायत थी
मुंबई में कोरोना संक्रमित सात लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से छह को डायबिटिज की शिकायत थी, जबकि एक महिला को हाइपरटेंशन की मरीज थी।

तारीख देश में मौत उम्र
17 मार्च पहली मौत 63 साल (महिला)
21 मार्च दूसरी मौत 63 साल
24 मार्च तीसरी मौत 65 साल
26 मार्च चौथी मौत 65 साल
27 मार्च पांचवीं मौत 65 साल (महिला)
28 मार्च छठवीं मौत 85 साल
29 मार्च सातवीं मौत 40 साल (महिला)


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मुंबई में अब तक 110 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं।




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बुलढाणा में 45 साल की महिला की जान गई, देश में अब तक सबसे ज्यादा 8 मौतें महाराष्ट्र में हुईं

मुंबई.देश में कोरोनावायरस से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा आठ मौतें महाराष्ट्र में हुई। रविवार को महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित दो लोगों की मौत की खबर सामने आई। पहले सुबह मुंबई में एक 45 साल की संक्रमित महिला की मौत हो गई। उसे हाइपरटेंशन की शिकायत थी। वहीं, शनिवार को बुलढाणा में एक 45 साल के व्यक्ति की मौत हो गई थी। रविवार को आई उसकी रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।इन्हें पहले निमोनिया की शिकायत बताई गई थी। यह महाराष्ट्र में मुंबई से बाहर पहली मौत है।इससे पहले सात मौत मुंबई में हुई थीं।वहीं, राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या रविवार दोपहर तक 196 तक पहुंच गई है। इसमें 110 संक्रमित मुंबई में हैं।

शनिवार को डॉक्टर की मौत के बाद हॉस्पिटल को किया गया सील

इससे पहले शनिवार को मुंबई केमुंबई के सैफी अस्पताल में काम करने वाले 85 साल केएक बड़े सर्जन की संक्रमण से मौत हो गई थी। इसके बाद जांच में उनके बेटे और पोते में भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इसके बाद मुंबई के सैफी हॉस्पिटल के कई हिस्सों को सील कर दिया गया है। जिन मरीजों का डॉक्टर ने ऑपरेशन या इलाज किया गया था, उन्हें भी आइसोलेशन में भेजा गया है।

बेवहज लॉकडाउन ब्रेक न करें: उद्धव

राज्य में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीचरविवार को फिर एक बार फेसबुक लाइव के जरिए लोगों से जुड़े। उन्होंने बेवहज लॉकडाउन ब्रेक करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। उद्धव ने कहा-मैं यह कहना चाहता हूं कि वह हमें कड़ी कार्यवाही पर मजबूर नकरें। साथ ही पुलिस को सपोर्ट करें। उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में रहने वाले बाहरी राज्यों के लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार उनकी हर संभव सहायता के लिए तैयार है। वह किसी भी हाल में महाराष्ट्र नछोड़ें। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया किमहाराष्ट्र में अब तक 34 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। इसमें से 14 लोग मुंबई, 15 पुणे, एक नागपुर, एक औरंगाबाद और तीन यवतमाल के हैं।

महाराष्ट्र में आठ मौतें हुईं, सभी की मेडिकल हिस्ट्री:

पहली मौत(17 मार्च):मुंबई में 64 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा। वह उसी टैक्सी में बैठे थे, जिसमें सवार5 लोग पहले ही संक्रमित थे। 64 साल के बुजुर्ग दुबई से लौटे थे और मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें हिंदुजा से कस्तूरबा अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था। मृतक की पत्नी और बेटे की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव थी। बुजुर्ग को हाइपरटेंशन और डायबिटीज था।

दूसरी मौत( 21 मार्च):मुंबई में शनिवार रात 63 साल के एक मरीज ने दम तोड़ा। उन्हें डायबीटीज, हाई ब्लडप्रेशर और दिल की बीमारी थी। उन्हें 19 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया था। 21 मार्च की रात करीब 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। हालांकि, इसकी कोई भी विदेश यात्रा की हिस्ट्री नहीं थी।

तीसरी मौत(24 मार्च):65 वर्षीय एक मरीज को खांसी और सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। स्थिति खराब होने के कारण उसकी सोमवार को ही देर रात मौत हो गई। कोरोना के अलावा उसे डायबीटीज और उच्च रक्तचाप की भी शिकायत थी। हाल ही में यह मरीज यूएई से मुंबई लौटा था और कुछ दिन के लिए अहमदाबाद भी गया था।

चौथी मौत(26 मार्च):65 वर्षीय गोवंडी की एक महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत के बाद नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उसकी मौत हो गई, गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट के अनुसार महिला कोरोना पॉजिटिव थी।

पांचवी मौत(27 मार्च):65 वर्षीय एक अन्य महिला को 23 मार्च को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया था। महिला को सांस लेने में तकलीफ के साथ ही बुखार और खांसी की समस्या थी। इलाज के दौरान गुरुवार को इस महिला की भी मौत हो गई। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत थी।

छठवीं मौत(28 मार्च):85 वर्षीय सर्जन की 26 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मौत हो गई थी। प्राइवेट लैब से आई रिपोर्ट में उसमें कोरोना के लक्षण थे, हालांकि बीएमसी ने सरकारी लैब से उसकी फिर से जांच करवाई और 28 मार्च को घोषित किया कि डॉक्टर की मौत कोरोना के कारण हुई है। उन्हें भी डायबिटीज की शिकायत थी और सांस लेने में दिक्कत के बाद हॉस्पिटल मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था।

सातवीं मौत(29 मार्च):40 वर्षीय महिला ने दम तोड़ा। इसे सीने में दर्द की शिकायत के बाद महानगरपालिका हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। महिला को हाइपरटेंशन की समस्या थी। उसे पिछले तीन दिनों से सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द हो रहा था।



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बुलढाणा में जिस व्यक्ति की मौत हुई उसे पहले निमोनिया की शिकायत थी- प्रतीकात्मक फोटो




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राज्य में संक्रमितों की संख्या 203 पहुंची, उद्धव ने कहा- बेवजह लॉकडाउन तोड़ने वालों पर सख्त एक्शन होगा

मुंबई. महाराष्ट्र में रविवार शाम तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 203 तक पहुंच गई। देश में सबसे ज्यादा 8 मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं। आज सुबह मुंबई में 45 साल की महिला की मौत हुई। वह कोरोना संक्रमित होने के साथ-साथहाइपरटेंशन की शिकार थी।शनिवार को भी बुलढाणा में 45 साल के पुरुष की मौत हुई थी। रविवार को आई रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई कि पुरुष भी कोरोना संक्रमित था। पहले उसे निमोनिया की शिकायत बताई गई थी। यह महाराष्ट्र में मुंबई से बाहर पहली मौत है। इससे पहले सात मौत मुंबई में हुई थीं। अकेले मुंबई मेंसंक्रमितों की संख्या 113 तक पहुंच गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि राज्य में अब तक 34 कोरोना संक्रमित लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। इनमें14 लोग मुंबई, 15 पुणे, एक नागपुर, एक औरंगाबाद और तीन यवतमाल के हैं।

बेवजह लॉकडाउन ब्रेक न करें: उद्धव
रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नेफेसबुक लाइव के जरिए लोगों से बात की। उन्होंने कहा-बेवजहलॉकडाउन ब्रेक करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।उद्धव ने कहा- मैं यह कहना चाहता हूं कि लोगहमें कड़ी कार्यवाही पर मजबूर न करें। बाहरी राज्यों के लोगों की मदद के लिए सरकार हर संभव मदद को तैयार है। वह किसी भी हाल में महाराष्ट्र न छोड़ें।

राज्य सरकार ने कहा- संक्रमित का इलाज योजना के अंतर्गत होगा

इससे पहले,राज्य सरकार ने बताया कि महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना में कोरोना संक्रमण की बीमारी को भी शामिल किया गया है। अब कोरोना संक्रमित मरीजों का भीइस योजना के तहतमुफ्त इलाज किया सा सकेगा। अच्छी बात यह है कि जो लोग इस योजना में कवर नहीं थे, उनका भी संक्रमित होने पर इसके तहत इलाज किया जाएगा।

ऑनलाइन डिलीवरी सर्विस फिर से शुरू कर दी गई

इस बीच महाराष्ट्र में पांचदिनों से बंद चल रही ऑनलाइन डिलीवरी सर्विस फिर से शुरू कर दी गई है। जोमैटो और बिग बॉस्केट कंपनी ने भी ट्विटर के जरिए यह जानकारी दी है। माना जा रहा है कि युवकों और छात्रों के सामने खाने का संकट खड़ा हो रहा था। इसके चलते राज्य सरकार ने इन फूड डिलीवरी सेवा को शुरू करने की अनुमति दी है।

मुंबई के धारावी में रविवार को लोगों खाना बांटा गया।

शनिवार से रविवार तक 7 नए मामले सामने आए

राज्य में शनिवार रात से रविवार सुबह तक कोरोना संक्रमण के सात नए मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र मेंचार मुंबई से,नागपुर, पुणे और सांगली से एक-एक केस सामने आया।इससे पहले शनिवार को सबसे ज्यादा 28 नए मामले सामने आए थे, इसमें से 22 केस मुंबई केथे। हालांकि, ठीक होने वालों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तक 19 लोग महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों से डिस्चार्ज हो चुके हैं, जिसमें सबसे ज्यादा 10 लोग पुणे से हैं। उस बीच रविवार सुबह एक और अच्छी खबर पुणे से आई है, यहां नायर हॉस्पिटल में भर्ती पांच अन्य लोगों में कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

मुंबई में एलटीटी स्टेशन के बाहर कुछ स्थानीय लोगों ने जरूरतमंदों को खाना बांटा।

सेनिटाइजर्स की कालाबाजारी करने वाले 3गिरफ्तार

मुंबई मेंक्राइम ब्रांच की यूनिट-6 ने हैंड सैनिटाइजरकी कालाबाजारी करने के आरोप में 3लोगों को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच का कहना है कि राज्य सरकार ने 100 मिली की बोतल को 50 रुपए में बेचने का निर्देश दिया है, लेकिन कुछ लोग 6से 7गुणा दाम में इसे बेचे रहे थे। पुलिस को जब इसकीसूचना मिलीतो टीम के साथ माहिम में ट्रैप लगाया और तीन लोगों को गिरफ्तार किया। उनके पास से करीब ढाई लाख रुपए का सामान जब्त किया गया।

मुंबई के कलीना में सब्जी खरीदने के दौरान लोग मास्क लगाए देखे गए। सोशल डिस्टेंसिंग को भी फॉलो किया।

कल्याण: डोंबिवलीमहापौर को किया गया होम क्वारंटाइन
डोंबिवली में 19 तारीख को हुई एक शादी में एक कोराना संकमित मरीज के मौजूद होने की खब आई। इस बीच60 वर्षीय महिला को कोरोना के लक्षण के चलते कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इस शादी में लगभग 1000 लोग शामिल थे। इनमें कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका की महापौर विनीता राणे और पति विश्वनाथ राणे भी शामिल हैं, जिन्हें घर में क्वारैंटाइनकर दिया गया है।

लॉकडाउन के बाद मुंबई में गेटवे ऑफ़ इंडिया के बाहर पसरा सन्नाटा।

पुणे:बेघरों के लिए आश्रय दे रहा पुणे नगर निगम
लॉकडाउन के चलते कई लोग सड़कों पर जीवन बिताने को मजबूर हैं। ऐसे लोगों की मदद के लिए पुणे महानगर पालिका आगे आई है। शहर के कई हिस्सों में उन्होंने अस्थाई निवास स्थलों का निर्माण किया है, जिसमें उन्हें 14 दिनों तक रखा जाएगा। यहां रहने के दौरान इनकी जांच भी की जाएगी। साथ ही निगम इनके लिए खाने और पानी की व्यवस्था भी करेगा।

कोरोना के लिए सरकार ने खोला नया बैंक खाता
कोरोना से निपटने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री सहायता कोष के तहतविशेष खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में खोला है। शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपील की है कि जो लोग सरकार को मुख्यमंत्री सहायता कोष में आर्थिक मदद देना चाहते हैं। वह इस खाते में पैसे जमा कर सकते हैं।स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एसबीआई मैं खोले गए इस खाते का नाम है मुख्यमंत्री सहायता निधिकोविड-19 है।इसका अकाउंट नंबर 39239591720 है। यह खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की फोर्ट स्थित मेन ब्रांच में खुला गया है। ब्रांच कोड 00300 और आईएफएससी कोड SBIN0000300 है। इस खाते में ऑनलाइन भी पैसे जमा कराए जा सकते हैं।



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नांदेड जिले में सिख गुरुद्वारे से जुड़े सेवकों ने बाहर निकलकर भूखे लोगों को खाना खिलाया।
परभणी रेलवे स्टेशन के बाहर तैनात पुलिसकर्मी। यहां कल कई मजदूर ट्रेन फिर से शुरू होने की जानकारी मिलने के बाद पहुंचे थे।
महाराष्ट्र के अहमदनगर में बस स्टैंड के पास रहने वालों के घर तक पुलिसकर्मियों ने खान और राशन पहुंचाया।




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एक्ट्रेस शिखा मल्होत्रा ने शुरू की नर्स की ड्यूटी, मुंबई के एक हॉस्पिटल में कर रही हैं मरीजों का इलाज

मुंबई. शहर में पिछले 8 दिनों से लॉकडाउन है और 5 दिन से कर्फ्यू चल रहा है। लोग मुंबई के कई हिस्सों में फंसे हुए हैं। सिर्फमुंबई मेंकोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 110 हो गई है। रविवार शाम तकमुंबई में सात जबकि पूरे राज्य में कोरोना संक्रमित आठ लोगों की मौत हो चुकी है।

कोरोना से लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री ने पूरे देश को 21 दिन के लॉकडाउन किया है।समाज के अलग-अलग वर्ग से जुड़े लोग भी काेरोना के खिलाफ लड़ाई में उतर आए हैं। कोई गरीबों को खाना बांट रहा है तो कोई दान दे रहा है।इन्हीं में से एक हैंबॉलीवुड की एक्ट्रेस शिखा मल्होत्रा। बॉलीवुड में आने से पहले वे एक नर्स की ट्रेनिंग ले चुकी हैं। अब उनकी यह ट्रेनिंग कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए काम आ रही है।

जोगेश्वरी के एक हॉस्पिटल में काम कर रही हैं शिखा

शिखा ने वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और नई दिल्ली स्थित सफदरगंज अस्पताल से साल 2014 में नर्सिंग का कोर्स किया था। लेकिन एक्टिंग की वजह से वह नर्सिंग का कोर्स पूरा नहीं कर सकीं थी। ऐसे में उन्होंने अब देश के मौजूदा हालात को देखते हुए कोरोना से संक्रमित लोगों की देख-रेख करने का फैसला किया है। वह इस समय मुंबई के जोगेश्वरी ईस्ट स्थित हिंदू हृदय सम्राट बालासाहब ट्रॉमा हॉस्पिटल में वालंटियर नर्स के रूप में काम कर रही हैं।

सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं तस्वीरें

आइसोलेशन वार्ड की देख रेख कर रही शिखा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। लोगों उनके इस कदम की खूब तारीफ कर रहे हैं। बता दें कि शिखा फिल्म 'कांचली' में अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीत चुकी हैं।

शिखा ने अपनी कुछ तस्वीरों को सोशल मीडिया में शेयर करते हुए लिखा है ...



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यह तस्वीरें एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर शेयर की हैं।




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विदेश से लौटे लोगों ने पैरासिटामॉल से बुखार दबाया, राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 193, अब ऐप से नजर

(पुणे से मंगेश फल्ले/मुंबई से चंद्रकांत शिंदे).देश में महाराष्ट्र में सबसे बुरे हालात हैं। यहां मरीजों की संख्या 193 हो गई है। सात की मौत हुई है। 323 अस्पतालों में हैं। राज्य में 17 हजार 295 लोग होम क्वारैंटाइन और 5 हजार 928 संस्थाओं में क्वारैंटाइन में हैं। इस बीच विदेश यात्रा से लौटने वालों की गंभीर लापरवाही सामने आई है। अमेरिका, दुबई, लंदन, फ्रांस, जर्मनी से आए कई लोगों ने बुखार के लक्षणों को दबाने के लिए पैरासिटामॉल का इस्तेमाल किया और मुंबई एयरपोर्ट पर बुखार कीजांच से बच निकले।

इधर कुछ लोगों को होम क्वारैंटाइन के बावजूद बाहर घूमते देखा गया है। इससे निपटने के लिए पुणे प्रशासन ने ‘फेशियल रिकग्निशन सिस्टम’ आधारित ऐप बनवाया है। 1 हजार 276 लोगों पर 152 पुलिस टीमें नजर रख रही हैं। संदिग्ध लोगों को घड़ी के सामने खड़े होकर सेल्फी लेकर ऐप पर अपलोड करने कोकहा गया है। उस समय की उसकी लोकेशन भी ऐप पर दर्ज हो जाती है। ऐसा दिन में दो बार करवाया जा रहा है। ऐसा न करने पर पुलिस को तत्काल उसकी अनुपस्थिति पता चलती है। इस ऐप के इस्तेमाल के अच्छे नतीजे आने के बाद महाराष्ट्र के अन्य जिलों में भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।

दिल्ली: चीन की स्थिति के आधार पर तैयारी की, रोज एक हजार मरीजों की भर्ती तक का प्लान

तैयारी के लिए दिल्ली सरकार की बनाई कमेटी के प्रमुख डॉ एसके सरीन ने बताया कि चीन के पहले 1000 मरीजों की स्थिति के आधार पर तैयारी की है। वहां 1000 मरीजों में 140 को भर्ती होना पड़ा। 50 को आईसीयू और 23 को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी। अस्पताल में एक मरीज 4 से 20 दिन भर्ती रहा। दिल्ली ने हर दिन 500 मरीज और हर दिन 1000 को भर्ती करने के हिसाब से प्लान बनाया है। निजी अस्पतालों की भी मदद लेने की तैयारी है। एक दिन में 100 मरीज आते हैं तो 14 को भर्ती करना पड़ेगा और इसके लिए पांच आईसीयू बेड और करीब करीब तीन वेंटिलेटर की जरूरत होगी। इसके लिए लोक नायक और राजीव गांधी सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल में आईसीयू के 50-50 बेड और आइसोलेशन के 200-200 बेड तैयार हैं। जरूरत पड़ने पर लोक नायक अस्पताल में एक हजार और राजीव गांधी में 400 बेड हो सकते हैं। जीटीबी, डीडीयू और अंबेडकर अस्पताल में भी व्यवस्था है। 26 एंबुलेंस अलग रखी गई हैं। जरूरत पढ़ने पर 90 और एंबुलेंस हैं। रोज 3000 जांच की तैयारी है। 10 अप्रैल तक लॉकडाउन रहा तो संख्या बढ़ने के क्रम में कमी आने लगेगी।



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मुंबई में लॉकडाउन के दौरान बाजारों को सेनिटाइज किया जा रहा है।




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एशिया का पहला इंटर जेंडर हैंड ट्रांसप्लांट; ढाई साल पहले श्रेया को पुरुष के हाथ लगाए, अब त्वचा का रंग बदलने से डाॅक्टर भी अचंभित

पुणे.दुर्घटना में दाेनाें हाथ खाे चुकी पुणे की श्रेया सिद्दनागौड़ा काे डाॅक्टराें ने पुरुष के हाथ ट्रांसप्लांट करने की बात कही ताे एक पल काे वह चाैंकीं, लेकिन काेई विकल्प नहीं था, इसलिए उन्हाेंने सहमति जता दी। श्रेया बताती हैं, ‘नए हाथ बड़े, सांवले और भारी थे। कलाइयां चाैड़ी थीं, अंगुलियां पुरुषों की तरह थीं। बाल भी काफी थे।’ अब ढाई साल बाद श्रेया के शरीर ने इन हाथाें काे अपना लिया है। हाथाें का रंग श्रेया के शरीर से मेल खाता है। इन पर बाल नहीं हैं। ये अधिक कोमल हैं।

श्रेया की मां सुमा बताती हैं, ‘काेई भांप नहीं सकता कि ये पुरुष के हाथ हैं। श्रेया अब चूड़ियां पहनने लगी है और नेल पाॅलिश भी लगाती है।’ इस बदलाव से डाॅक्टर भी अचंभित हैं। श्रेया की जिंदगी में साल 2016 में उस समय भूचाल आया था, जब पुणे से कर्नाटक स्थित मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नाेलाॅजी जाते वक्त बस पलट गई थी। हादसे में उनके दाेनाें हाथों ने हरकत बंद कर दी थी। उस समय उनकी उम्र 18 वर्ष थी।

एशिया का पहला सफल इंटर जेंडर हैंड ट्रांसप्लांट

श्रेया ने प्रोस्थेटिक हाथ इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन रोजमर्रा की जरूरत पूरी नहीं हुईं। कुछ महीनाें बाद श्रेया ने केरल के एक अस्पताल में होने वाले ट्रांसप्लांट के बारे में पढ़ा। श्रेया कहती हैं, ‘जब हम काे-ऑर्डिनेटर से मिले तो उन्होंने डाेनर न मिलने की समस्या बताई। यह सुनकर हमें निराशा हुई, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। एक घंटे बाद ही फोन आया कि एर्नाकुलम में एक काॅलेज छात्र को बाइक एक्सीडेंट के बाद ब्रेन डेड घोषित किया गया है। उसका परिवार हाथ डोनेट को तैयार है। उसी दिन 9 अगस्त 2017 को 36 डॉक्टरों की टीम ने 13 घंटे में ट्रांसप्लांट किया। यह एशिया का पहला सफल इंटर जेंडर हैंड ट्रांसप्लांट था।

डेढ़ साल तक श्रेया की फिजियोथैरेपी होती रही

सर्जरी करने वाले डाॅ. सुब्रमण्यम अय्यर के मुताबिक, हाथों में बदलाव एमएसएच नामक हाॅर्माेन की वजह से हाे सकता है। यह मस्तिष्क से नियंत्रित हाेने वाले मेलेनिन के उत्पादन काे बढ़ाता है।

नए हाथाें से दी परीक्षा, डाॅक्टर बाेले- गहन स्टडी की जरूरत

श्रेया कहती हैं, ‘ट्रांसप्लांट के समय शरीर और हाथों का रंग अलग था, लेकिन इतना संतोष था कि मेरे हाथ हैं।’ डॉ. सुब्रमण्यम अय्यर कहते हैं कि श्रेया के केस में हम कलर कोडिंग की जांच कर रहे हैं। केस समझने के लिए गहन स्टडी की जरूरत है। बदलाव चौंकाने वाले हैं। इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ चुकी श्रेया फिलहाल इकोनॉमिक्स से बीए कर रही हैं। पिछली परीक्षा उन्होंने नए हाथों से दी है।



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श्रेया- पता नहीं चलता पुरुष के हाथ हैं।




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महाराष्ट्र के सांगली में छोटे से घर में रहते थे 25 लोग, दो साल के बच्चे समेत सभी को हो गया संक्रमण

सांगली. महाराष्ट्र के सांगली में एक ही परिवार के 25 लोग कोरोना संक्रमित हैं। यह पूरा परिवार छोटी सी जगह में बने चार कमरे के मकान रहता था, जिस वजह से सभी में संक्रमण तेजी से फैला। इसपरिवार के चार सदस्य सऊदी से लौटे थे और 23 मार्च को इनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।

इसके एक हफ्ते के बाद परिवार के 21 और लोगवायरस से संक्रमित हो गए।इनमें दो साल का बच्चा भी शामिल है। सांगली प्रशासन का दावा है किवायरस से अभी सामुदायिक संक्रमण नहीं हुआ है। क्योंकि दुबई से लौटने के बाद चारों लोगों और उनके परिजनों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया था। साथ ही, अब तक यहां इस परिवार को छोड़कर संक्रमण का दूसरा केस नहीं मिला है।

पड़ोसियों की हो रही नियमित जांच

इस परिवार के पड़ोस में रहने वाले सभी लोगों की जांच की गई। इसके बाद उन्हेंहोमक्वारंटाइन कर दिया गया है। इलाके को सील कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम रेगुलर पड़ोसियों का चेकअप कर रही है। हालांकि, अभी तक किसी भी पड़ोसी में संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आए हैं।सभी की तबियत ठीक है।

सभी 21 संक्रमितों की हालत स्थिर
सांगली कलेक्टर अभिजित चौधरी ने बताया कि संक्रमित हुए परिवार के सभी 25 सदस्य अभी आइसोलेशन सेंटर में भर्ती हैं। सभी की हालत अभी स्थिर है।जिले के सरकारी सर्जन सी एस सालुनखे ने कहा कि परिवार के अलावा दूसरे संपर्क संक्रमित नहीं हुए हैं। इसलिए सामुदायिक संक्रमण से नहीं माना जा सकता है।

विदेश यात्रा से लौटकर ओपीडी खोलने पर दो डॉक्टरों के क्लीनिक सील

सांगली के मिरज में दो डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा है।विदेश से लौटने के बाद दोनोंडॉक्टरों ने अपने अस्पताल और ओपीडी खुले रखे और मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करते रहे। सांगली महापालिका उपायुक्त डॉ. स्मृति पाटि‍ल ने बताया कि डॉ. श्रीनिवास और डॉ. सोमशेखर पाटिल दोनोंने ही न्यूजीलैंड से लौटकर अपनी ओपीडी शुरू कर दी। डॉ. श्रीनिवास ने तो विदेश से लौटने की जानकारी भी प्रशासन को नहीं दी। कोरोना के खतरे को देखते हुए अस्पताल से मरीजों को खाली करवा केअस्पताल सील कर दिया। जबकि डॉ. पाटिल के अस्पताल की ओपीडी सील कर दी गई। दोनों डॉक्टरों को होम क्वारंटाइन किया गया है।

राज्य में अब तक संक्रमण के 215 मामले सामने आए
राज्य में सोमवार दोपहर तक संक्रमित लोगों की संख्या का आंकड़ा 215 तक पहुंच गया है। सबसे ज्यादा 113 मामले मुंबई में सामने आए हैं, वहीं पुणे में अब तक संक्रमण के 37 केस सामने आ चुके हैं। राज्य में अब तक संक्रमण के चलते नौ लोगों की जान भी जा चुकी है।



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सांगली में जिस घर में यह परिवार रहता था उसे सैनिटाइज किया गया।




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पुणे में 58 और मुंबई में 80 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा, राज्य में मौत का आंकड़ा 10 पहुंचा

पुणे/मुंबई. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के कारण हालत बिगड़ते जा रहे हैं। सोमवार को राज्य में दो मौतों ने मृतकों का आंकड़ा बढ़ाकर 10 तक पहुंचा दिया। सोमवार सुबह पुणे में एक 52 साल के व्यक्ति की मौत हुई। यह पुणे में कोरोना संक्रमण से पहली मौत है। वह पुणे औरमुंबई के बीच अक्सर अपडटाउन करता था। मरीज कोडायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी। 25 मार्च को सांस लेने में दिक्कत के बाद उसे पुणे केदीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।

वहीं, शाम को मुंबई में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत की जानकारी सामने आई। उसे ह्रदय सम्बंधित बिमारी, डायबिटीज और हाइपरटेंशन था। राज्य में संक्रमण से सबसे ज्यादा 8 मौतें मुंबई में हुई है, जबकि एक-एक मौत पुणे और बुलढाणा में हुई है।रविवार कोबुलढाणा में संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति की मौत हुई थी।

राज्य में संक्रमण के मामले 215 तक पहुंचे

राज्य में सोमवार दोपहर तक संक्रमित लोगों की संख्या का आंकड़ा 215 तक पहुंच गया है।सुबह पुणे में संक्रमण के पांच मामले सामने आए। इन्हें मिलाकर पुणे में संक्रमित लोगों की संख्या37 पर पहुंच गई है। इनमें से सातलोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, मुंबई में संक्रमित लोगों की संख्या 110 से अधिक हो चुकी है। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए उद्धव सरकार ने पिछले सोमवार को पूरे राज्य मेंकर्फ्यू लगा दिया था।

संक्रमण से जितने लोगों ने जान गंवाई, उन्हेंडायबिटिज या हाइपरटेंशन की शिकायत थी

राज्य में अब तक 10 लोगों की संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है। इनमें नौलोगों को डायबिटिज की शिकायत थी, जबकि एक हाइपरटेंशन से पीड़ित रही है।

महाराष्ट्र में कहां-कहां हुई मौत

पहली मौत(17 मार्च):मुंबई में 64 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा। वह उसी टैक्सी में बैठे थे, जिसमें सवारी 5 लोग पहले ही संक्रमित हो चुके थे। 64 साल के बुजुर्ग दुबई से लौटे थे और मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें हिंदुजा से कस्तूरबा अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था। मृतक की पत्नी और बेटे की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव थी। बुजुर्ग को हाइपरटेंशन और डायबिटीज था।

दूसरी मौत( 21 मार्च):मुंबई में शनिवार रात 63 साल के एक मरीज ने दम तोड़ा। उन्हें डायबीटीज, हाई ब्लडप्रेशर और दिल की बीमारी थी। उन्हें 19 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया था। 21 मार्च की रात करीब 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। हालांकि, इसकी कोई भी विदेश यात्रा की हिस्ट्री नहीं थी।

तीसरी मौत(24 मार्च):65 वर्षीय एक मरीज को खांसी और सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। स्थिति खराब होने के कारण उसकी सोमवार को ही देर रात मौत हो गई। कोरोना के अलावा उसे डायबीटीज और उच्च रक्तचाप की भी शिकायत थी। हाल ही में यह मरीज यूएई से मुंबई लौटा था और कुछ दिन के लिए अहमदाबाद भी गया था।

चौथी मौत(26 मार्च):65 वर्षीय गोवंडी की एक महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत के बाद नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उसकी मौत हो गई, गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट के अनुसार महिला कोरोना पॉजिटिव थी।

पांचवी मौत(27 मार्च):65 वर्षीय एक अन्य महिला को 23 मार्च को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया था। महिला को सांस लेने में तकलीफ के साथ ही बुखार और खांसी की समस्या थी। इलाज के दौरान गुरुवार को इस महिला की भी मौत हो गई। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत थी।

छठवीं मौत(28 मार्च):85 वर्षीय सर्जन की 26 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मौत हो गई थी। प्राइवेट लैब से आई रिपोर्ट में उसमें कोरोना के लक्षण थे, हालांकि बीएमसी ने सरकारी लैब से उसकी फिर से जांच करवाई और 28 मार्च को घोषित किया कि डॉक्टर की मौत कोरोना के कारण हुई है। उन्हें भी डायबिटीज की शिकायत थी और सांस लेने में दिक्कत के बाद हॉस्पिटल मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था।

सातवीं मौत(29 मार्च):40 वर्षीय महिला ने दम तोड़ा। इसे सीने में दर्द की शिकायत के बाद महानगरपालिका हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। महिला को हाइपरटेंशन की समस्या थी। उसे पिछले तीन दिनों से सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द हो रहा था।

आठवीं मौत(29 मार्च):राज्य केबुलढाणामें भी 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत संक्रमण के चलते हुई थी। उन्हें पहले निमोनिया की शिकायत बताई गई थी। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। रविवार को आई रिपोर्ट में पता चला कि वे कोरोना से संक्रमित थे।



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पुणे के दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल में भर्ती था मरीज।




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महाराष्ट्र के नंदुरबार में रेनकोट पहनकर मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर, पर्दे फाड़कर बनाए मास्क

नंदुरबार (नीलेश पाटील). देश में कोरोना संक्रमण के बीच डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ लगातार मरीजों के इलाज में जुटे हैं। इस बीच,महाराष्ट्र के नंदुरबार सेबेहद हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां गुजरात कीसीमा से सटे नवापुर इलाके में कई प्राइवेट क्लीनिक में डॉक्टरोंके पास कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सेफ्टी सूट और फेस मास्क तक नहीं हैं। यहां संक्रमण से बचने के लिए डॉक्टर रेनकोट पहनकर मरीजों का इलाज करने को मजबूर हैं। यही नहीं, कई हॉस्पिटल और क्लीनिक में मेडिकल स्टॉफ को पर्दे और चादरफाड़कर फेस मास्क तैयार करने पड़े हैं।

मार्केट में नहीं मिली सेफ्टी ड्रेस
नंदुरबार में अभी तक कोरोना संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। हालांकि, पूरे महाराष्ट्र में संक्रमण रोकने के लिए कर्फ्यू लगाया गया है। बचाव के लिए रेनकोट पहनने के सवाल परडॉक्टरों का कहना है कि नंदुरबार जिले में कोरोना सेफ्टी ड्रेस नहीं मिल रही है। मरीजों का इलाज करना जरूरी है, इसलिए अपनी और उनकी सेफ्टी के लिए वे यह तरीका अपना रहे हैं। नवापुर के सरकारी अस्पताल के एकअधिकारी ने बताया कि मास्क न मिलने की वजह से अस्पताल की चादरफाड़कर मास्क बनाने पड़े हैं।।

निजी क्लीनिक का स्टाफ रेनकोट पहनकर खुद को संक्रमण से बचा रहा है।

गुजरात से आ रहे लोगों की भी नहीं हो रही जांच
नंदुरबार जिला महाराष्ट्र और गुजरात की सीमा पर है। बॉर्डर पर गुजरात की स्वास्थ्य विभाग की टीम आने-जाने वाले लोगों की थर्मल मशीन से जांच कर रही हैं। हालांकि, नंदुरबार स्वास्थ्य विभाग के पास थर्मल मशीन नहोने की वजह से यहां का स्वास्थ्य विभाग सिर्फ रजिस्टर में लोगों के नाम लिख रहा है।।

सरकारी अस्पतालों में भी ज्यादातर स्टाफ डर के कारण बाहर ही बैठता है।

जिलाधिकारी ने कहा- समस्या जल्द सुलझाएंगे
डॉक्टरोंने कोरोना संक्रमण के खतरे से बचाव के लिए जिला प्रशासन से सुरक्षा किट देने की मांग की है। इस पर नंदुरबार की जिलाधिकारी वसुमना पंत ने कहा कि जल्द हीस्वास्थ्य विभाग को थर्मल मशीन, ग्लव्स और सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जाएंगे।



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डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें अब तक सुरक्षा किट नहीं दी गई।




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बीएमसी का फरमान-कोरोना संक्रमण से मृत हुए लोगों को सिर्फ जलाया जाएगा, नवाब मलिक ने कहा-वापस लिया गया यह आदेश

मुंबई. शहर में सोमवार शाम तक कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 92 हो गई है। इस बीच एक कोरोना संक्रमित मिलने के बाद वसई-विरार में स्थित गोकुल माधव सोसाइटी को सील कर दिया गया है। इस सोसाइटी में 100 से ज्यादा लोगों का परिवार रहता है। स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां रहें वाले लोगों की जांच कर रही है।

सोमवार शाम बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने सोमवार को ऐलान किया कि कोरोना से संक्रमित मृतकों का अंतिम संस्कार उनके धर्म के अनुसार नहीं किया जाएगा। न ही उन्हें दफनाया जा सकता है। हालांकि, इस ऐलान के कुछ ही देर बाद अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने ट्वीट कर बतायाकि बीएमसी ने अपना फैसला वापस ले लिया है।

नवाब मलिक का ट्वीट ..

इससे पहलेबृहन्मुंबई नगर निगम के आयुक्त प्रवीण परदेशी ने सर्कुलर के माध्यम से कहा था, 'यदि कोई शव को दफनाने के लिए जोर देता है, तो उन्हें केवल तभी अनुमति दी जाएगी जब शव को मुंबई शहर के अधिकार क्षेत्र से बाहर ले जाया जाएगा। बता दें कि मुंबई में अब तक 8 लोगों की कोरोना के चलते मृत्यु हो चुकी है। परदेसी के मुताबिक, जो शख्स इस नियम का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जायेगी।कोरोना संक्रमित शख्स के शरीर को पास के शवदाह गृह में अंतिम संस्कार किया जाएगा। हॉस्पिटल से उसकी बॉडी को एक खास तरह के बैग में भरकर वहां लाया जाएगा और उसे बिना खोले अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।

वर्ली में भी दो सोसाइटी सील
इसी तरह कोरोना संक्रमित मिलने की जानकारी मिलने के बाद वर्ली इलाके में दो कॉलोनियों को सील कर दिया गया और संक्रमण मुक्त बनाने के लिए छिड़काव अभियान चलाया गया। स्थानीय विधायक और महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने इस बारे में ट्वीट किया है । आदित्य ठाकरे ने ट्वीट किया, "कल रात दो बजे से कोलिवाडा और जनता कॉलोनी सील कर दी गयी है। संक्रमण मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।"

यहां रहते हैं सबसे ज्यादा मछुआरे
कोलिवाडा में अधिकतर मछुआरा समुदाय के लोग रहते हैं और जनता कॉलोनी बहुत घनी आबादी वाला क्षेत्र है । स्थानीय बाशिंदों ने बताया कि पुलिस इलाके से लोगों को कहीं आने-जाने की अनुमति नहीं दे रही है।

सार्वजनिक स्थलों को संक्रमण मुक्त बनाने के अभियान के तहत बीएमसी ने भी कदम उठाया है ।

बीएमसी के जी नार्थ वार्ड ने ट्वीट किया है, "कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए वर्ली कोलिवाडा को पूरी तरह सील कर दिया गया है और लॉकडाउन लागू है। ऐहतियात के तौर पर संक्रमण मुक्त बनाने और छिड़काव का काम शुरू किया गया है।"



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Mumbai Coronavirus News | Mumbai Vasai Worli Coronavirus COVID-19 Cases Latest Updates; Gokul Madhav Society Sealed After Novel Corona Patient Found




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मुंबई महानगर पालिका ने पहले कहा- कोरोना से मौत पर दाह संस्कार ही करना होगा, एक घंटे में आदेश वापस लिया

मुंबई.कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। बृहंमुंबई म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) ने सोमवार शाम करीब 7.25 बजेकोरोना से मरने वालों के शव का दाह संस्कार करने आदेश दिए।बीएमसीके कमिश्नर प्रवीण परदेशी ने कहा- कोरोना से मरने वाले किसी भी धर्म के हों, उनके शव का दाह संस्कार ही किया जाएगा। शव को दफनाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में पांच से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। अगर कोई शव को दफनाना चाहता है, तो उसे मुंबई की सीमा से बाहर जाना होगा। करीब एक घंटे बाद बीएमसी ने अपना यह आदेश वापस ले लिया।राकांपा नेता नवाब मलिक ने कहा- मैंने कोरोना पीड़ितों का दाह संस्कार करने के सर्कुलर को लेकर बीएमसी कमिश्नर से बात की। कमिश्नर ने मुझे बताया कि इस सर्कुलर को वापस ले लिया गया है।

महाराष्ट्र में कोरोना को देखते हुए7 दिनों सेकर्फ्यू लगा हुआ है। इसकेबावजूद शहरों मेंकिराना दुकान, सब्जी मंडी और मेडिकल स्टोर पर लोगों की भीड़ लग रही है। वहीं, दूसरे राज्यों के मजदूर भी बड़ी संख्या में पलायन कर रहे हैं।इस पर सीएम उद्धव ठाकरे ने नाराजगी जताई है। रविवार को सोशल मीडिया के जरिए जनता को संबोधित किया। उन्होंनेकहा- ‘‘अब भी लोग नहीं माने, तो भी कड़े कदम उठाने पड़ेंगे।जो जहां है, वहीं पर रहे। सरकार उनका पूरा ध्यान रखेगी। राज्य में खाने-पीने के सामानकी कोई कमी नहीं है। इसे जमा करने कीजरूरत नहीं है। सरकार सब व्यवस्था कर रही है। लोग घरों में ही रहकर कोरोनावायरस कोमात दे सकते हैं।’’

महाराष्ट्र में देश में सबसे ज्यादा संक्रमित, संख्या 215 तक पहुंची

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण से हालत बिगड़ते जा रहे हैं। सोमवार सुबह तकमेंपुणे में 5, मुंबई में 3, नागपुर में 2, कोल्हापुर और नासिक से संक्रमण केएक-एक मामले सामने आए। इन्हें मिलाकर राज्य मेंसंक्रमित लोगों की संख्या 215 तक पहुंच गई। अब तक संक्रमण से8 लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार रात कोकोल्हापुर के हॉस्पिटल में 60 साल के कोरोनासंदिग्धव्यक्ति कीमौत हुई है। फिलहाल उसके जांच के नमूने भेजे गए हैं। उसे सांस लेने में परेशानी थी और डायबिटीजभी थी। रिपोर्ट के बाद ही उसके कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो पाएगी।वहीं अब तक 25 कोरोना संक्रमितों कोठीक होने परहॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया है

उस्मानाबाद: यहां मजदूरों का पलायन जारी है। ट्रांसपोर्ट न मिलने से वे पैदल ही जा रहे हैं।

मजदूरों से भरा ट्रक पकड़ा, दो गिरफ्तार
महाराष्ट्र के चूनाभट्टी में पुलिस ने एक ट्रक कोपकड़ा है, इसमें भारी संख्या में मजदूरों को भरकर ले जा रहा था। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ट्रक में सवार सभी उत्तर भारतीय थे और सभी को वापस मुंबई में उनके घर भेज दिया गया।मजदूरों के पलायन की खबरों परमुख्यमंत्री ठाकरे ने लोगों को सुरक्षा काभरोसा दिलाया कि राज्य उनकी रक्षा करेगा और खाना मुहैया कराएगा। प्रवासी मजदूरों के बारे में मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से भी चर्चा की।

नांदेड़ में किसान टमाटर बेचने के लिए पहुंचे, लेकिन खरीदार नहीं आए।

सिर्फ 5 रुपए में मिलेगा शिव भोजन
महाराष्ट्र सरकार नेकहा कि शिवभोजन योजना के तहत अब 10 रुपए में दिया जाने वालाखाना 5रुपएमें ही दिया जाएगा। वहां पर गरीबों और मजदूरों को खाना नियमित मिलता रहेगा, लेकिन वहां भीड़ नहीं करें। शिवभोजन संचालक सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ख्याल रखें।

पुणे, मुंबई में सब्जी मंडी फिर खुली

चार दिन तक बंद रहने के बाद सोमवार सुबह पुणे कीमार्केट यार्ड मंडी को फिर से खोल दिया गया। इसके बाद यहां भारी भीड़ नजर आई। हालांकि, पुलिस वालों ने सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन करते हुए मंडी में कई जगह दो-दो मीटर की दूरी पर सर्कल बनाए। मुंबई की लगभग सभी सब्जी मंडियों में भी ऐसा ही हाल देखने को मिला।

पुणे: मार्केटयार्ड सब्जी मंडी में लोग सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करते हुए नजर नहीं आए।

सलमान करेंगे मजदूरों की मदद
एक्टरसलमान खान ने फिल्म उद्योग के उन 25,000 दिहाड़ी मजदूरों की मदद करने का फैसला किया है, जिनका जीवन लॉकडाउन से प्रभावित हुआ है। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉईज के अध्यक्ष बीएनतिवारी ने इस बात की पुष्टि की। कहा किहमारे पांच लाख कामगार हैं, जिनमें से 25 हजार कामगारों को वित्तीय मदद कीजरूरत है।

25 हजार रुपए में मुंबई से यूपी पहुंचा रहे थे, एक गिरफ्तार

मुंबई मेंपुलिस नेराज्य की सीमा पार कराने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन्होंने 64 लोगों से प्रति व्यक्ति20 से 25 हजार रुपए लेकर उन्हें मुंबई से यूपी पहुंचानेका वादा कर ट्रक में बैठाया था।सूचना मिलते ही पुलिस ने छापेमारी कर सभी 64 लोगों को हिरासत में लेकर बीएमसी के शेल्टर होम भेज दिया।

बिजली मीटर की रीडिंग बंद

महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (महावितरण) और अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने ग्राहकों के बिजली मीटरों की रीडिंग प्रक्रिया को बंद करने का फैसला किया है। ग्राहकों से ऐप, एसएमएस और ई-मेल के माध्यम से रीडिंग भेजने की अपील की गई है। जो ग्राहक रीडिंग नहीं भेजेंगे, उनको एवरेज बिल दिया जाएगा। अगले आदेश तक ग्राहकों का बिजली का बिल इसी तरह से तैयार किया जाएगा।



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यह तस्वीर हिंगोली की है। यहां मुंबई और पुणे से पैदल चले मजदूर पहुंचे हैं।




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पुणे पुलिस ने कोरोना से जुड़े 'अप्रैल फूल' वाले जोक्स भेजने पर लगाई रोक, नियम तोड़ा तो हो सकती है 6 महीने की जेल

पुणे. एकअप्रैल को पूरी दुनिया में 'अप्रैल फूल डे' मनाया जाता है। इस दौरान लोग एक दूसरे को जोक्स भेजते हैं और उनके साथ प्रैंक करते हैं। पूरा देश इस समय कोरोना की चपेट में है। महाराष्ट्र कोरोना संक्रमण् से सबसे ज्यादा प्रभावित है। लोग डरे हुए हैं। ऐसे में अफवाहपुलिस की मुश्किल बढ़ा सकती है। इसे देखते हुएपुणे पुलिसने एक अप्रैल को कोरोना से जुड़ेप्रैंक्स और जोक्स पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। नियमों का उल्लंंघन करने वाले के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसमें 6 महीने की सजा और 1000 रुपएके जुर्माने का प्रावधान है।

व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन को भी पुलिस ने चेताया
इसे लेकर पुणे पुलिस ने एक नोटिफिकेशन भी जारी किया है। पुणे ग्रामीण पुलिस के सब-डिवीजनल ऑफिसर नारायण शिरगांवकर ने कहा कि एक अप्रैल को लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को झूठे फोन कॉल और मैसेज भेजकर उनके साथ प्रैंक करते हैं। हालांकि, वर्तमान स्थिति में इससे लॉकडाउनप्रभावित हो सकता है और लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है। उन्होंने व्हाट्सएपग्रुप एडमिन को भी अलर्ट रहने के लिए कहा है। क्योंकि,व्हाट्सएप पर अगर कोई व्यक्तिइस तरह के मैसेज भेजता है तो उसके ग्रुप एडमिन पर कार्रवाई की जाएगी। ग्रुप एडमिन को यह भी कहा गया है कि वे मैसेज भेजने के ऑप्शन को सिर्फ एडमिन के लिए खुला रखें।

पूरे शहर की ड्रोन सेनिगरानी, अब तक 45 मामले सामने आए
पुणे में मंगलवार सुबह तक 45 कोरोना संक्रमित सामने आ चुके हैं, जिसमें से 10 लोगों ठीक होकर घर भी जा चुके हैं।सोमवार को यहां एक 52 वर्षीय शख्स की मौत हुई है। यहां के सभी इलाके पूरी तरह से लॉकडाउन है। पूरे शहर की ड्रोन से निगरानी हो रही है, जिन इलाको में भी लोग बाहर नजर आ रहे हैं। वहां पर पुलिस जाकर उन्हें घर के अंदर रहने की हिदायत दे रही है।



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पुणे में मंगलवार तक संक्रमण के 45 मामले सामने आ चुके हैं।




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संक्रमण से मृत हुआ 68 वर्षीय बुजुर्ग भी हुआ था तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल, 7 लोगों तक फैलाया कोरोना वायरस

मुंबई. हीरानंदानी अस्पताल में रविवार को हुई 68 वर्षीय बुजुर्ग की मौत में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि यह शख्स दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज में गया था। ये शख्स फिलीपींस का नागरिक है और 3 मार्च से 10 मार्च के बीच निजामुद्दीन में ही मौजूद था।

10 लोगों के साथ फिलीपींस से आया था शख्स
इसी समय यानी कि 1 से 15 मार्च के बीच निजामुद्दीन में जमात का आयोजन हुआ था। 68 साल का ये शख्स फिलीपींस के 10 नागरिकों के समूह के साथ 3 मार्च को मुंबई एयरपोर्ट पर आया था। इसके बाद ये राजधानी एक्सप्रेस से दिल्ली आया और निजामुद्दीन में आयोजित मरकज पहुंचा था।

10 मार्च को दिखे कोरोना के लक्षण
बाद ये शख्स मुंबई आ गया था और यहां वाशी स्थित नूर मस्जिद में ठहरा हुआ था। 10 से 12 मार्च को इस शख्स में कोरोना वायरस के लक्षण दिखे तो इसे कस्तूरबा अस्पताल भेज दिया गया। यहां जांच के बाद इस शख्स को पॉजिटिव पाया गया।

संक्रमित शख्स ने छिपाई मेडिकल हिस्ट्री
नवी मुंबई के चीफ मेडिकल ऑफिसर बाला साहेब सोनवाने ने कहा कि ये ग्रुप पूछताछ में मदद नहीं कर रहा था और न ही अपनी ट्रैवल हिस्ट्री बता रहा था। उन्होंने कहा, "मुंबई में अस्पताल में 5 से 6 दिन रहने के बाद इनकी ट्रैवल हिस्ट्री सामने आई, हमनें अपने दायरे में सभी सावधानियां बरती हैं।" इस जानकारी के सामने आने के बाद मुंबई के अधिकारियों ने दिल्ली सरकार को इसकी सूचना दे दी है।

संपर्क में आए सात लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए
फिलीपींस के इस नागरिक के संपर्क में आने वाले 7 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें से दो इसके ग्रुप के सदस्य थे, एक मस्जिद का पदाधिकारी है, इसके अलावा मस्जिद के पदाधिकारी का बेटा, पोता और उसके घर की नौकरानी भी पॉजिटिव पाई गई है।



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प्रतीकात्मक फोटो।




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मुंबई में 12 घंटे में 72 संक्रमित मिले, शहर में आंकड़ा 164 पहुंचा; अब कम्युनिटी ट्रांसमिशन की आशंका

मुंबई.देश की आर्थिक राजधानीमुंबई अब देश में कोरोना संक्रमण का एपिसेंटर बन गई है।मंगलवार को यहां संक्रमण के 72 मामले सामने आए। यहां संक्रमितों का आंकड़ा अब 164 पर पहुंच गया है। यह देश में किसी शहर में संक्रमितों की सबसे बड़ी संख्या है। वहीं, महाराष्ट्र में संक्रमितों की कुल संख्या 302 हो गई है। राज्य में अब तक संक्रमण से 10 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 8 लोगों की मौत हो गई है। संक्रमण के कई माले मुंबई के कोलावडी इलाके में मिले हैं, जिसे अब सील कर दिया गया है। विशेषज्ञों को मुंबई में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा नजर आ रहा है। मुंबई में मिले मामलों में अधिकांश कीट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।

शहर के गोरेगांव इलाके को बीएमसी कर्मचारियों ने सैनेटाइज किया।

कोरोना वायरस प्रभावित इलाकों की जीआईएस मैपिंग
बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने शहर में कोरोना वायरस प्रभावित इलाकों की जीआईएस मैपिंग शुरू कर दी है। संक्रमण की निगरानी के लिए ‘वॉर रूम’ भी बनाया है। बीएमसी के आयुक्त प्रवीण परदेसी ने बताया कि जिन इलाकों में कोरोना संक्रमण के मामले ज्यादा हैं,उनकी जीपीएस मैपिंग करके बीएमसी की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी, ताकि शहर के लोगों को इसकी जानकारी मिल पाए और वह उन इलाकों में जाने से बचे। उन्होंने कहा कि इससे संक्रमण वाले इलाकों में रहने वालेनिवासी सतर्क रहकर ज्यादा एहतियात बरत सकेंगे। वहीं, उद्धव ठाकरे ने दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों अश्विनी भिंडे और डॉ. रामास्वामी एन को प्रतिनियुक्ति पर बीएमसी भेजा है ताकि मुंबई में संक्रमण की चेन को रोका जा सके।

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई के कई इलाकों में पुलिस वालों को खाना बांटा।

सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए मुंबई के घाटकोपर पंतनगर की नगरसेवक राखी जाधव ने सब्जी वालों को बिल्डिंग के नीचे से हटाकार ग्राउंड में सब्जी बेचने को कहा। यहां सुबह 9 से 11 बजे तक सब्जी बेची जाएगी।

कुछ संगठन एलटीटी स्टेशन के बाहर जमा लोगों को खाना दे रहे हैं।

मुंबई पुलिस ने साकीनाका इलाके में आज छापा मारकर नकली हैंड सैनिटाइजर बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।

यहां से तकरीबन 5 लाख का सामान बरामद हुआ है।


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बीएमसी के कर्मचारी शहर के कई इलाकों को सैनिटाइज कर कर रहे हैं।




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सीएम उद्धव ठाकरे का ऐलान, नहीं काटी जाएगी किसी भी कर्मचारी या जनप्रतिनिधि की तनख्वाह, दो किश्तों में किया जाएगा भुगतान

मुंबई. महाराष्ट्र सरकार ने दो दिन में अपने दो बड़े फैसले बदलने का काम किया है। मंगलवार दोपहर डिप्टी सीएम अजित पवार ने ऐलान किया कि मुख्यमंत्री और सभी कैबिनेट और राज्यमंत्रियों, विधायकों-एमएलसी सहित सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों के वेतन में  60% की कटौती की जाएगी। यही नहीं उन्होंने कहा कि सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले 'ए' और 'बी' ग्रेड के सभी अधिकारियों की तनख्वाह में 50 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। वहीं 'सी' ग्रुप के कर्मचारियों की सिर्फ 25 प्रतिशत तनख्वाह काटी जाएगी।

हालांकि, शाम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सफाई देते हुए कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि या सरकारी कर्मचारी की तनख्वाह नहीं काटी जाएगी, बल्कि उसे दो किश्तों में दिया जाएगा। इसके लिए 3 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है।

सोमवार को भी शवों के जलाने का फैसला बदला गया था
इससे पहले सोमवार दोपहर बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने सोमवार को ऐलान किया कि कोरोना से संक्रमित मृतकों का अंतिम संस्कार उनके धर्म के अनुसार नहीं किया जाएगा। न ही उन्हें दफनाया जा सकता है। हालांकि, इस ऐलान के कुछ ही देर बाद अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने ट्वीट कर बताया कि बीएमसी ने अपना फैसला वापस ले लिया है।

कटौती से पहले विधायकों और कर्मचारी यूनियनों से बात की थी: अजित पवार
महाराष्ट्र में इस समय तकरीबन 19 लाख सरकारी कर्मचारी हैं। जबकि सीएम को छोड़कर राज्य में 288 विधायक 78 एमएलसी हैं। अजित पवार ने कहा कि कई कर्मचारी यूनियनों से बीतचीत के बाद इस संबंध में निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा,'मुझे उम्मीद है कि जन प्रतिनिधि राज्य वित्त विभाग के साथ सहयोग करेंगे। कोरोनोवायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई में राज्य के लिए एक मजबूत वित्तीय सहायता की आवश्यकता है।' 


तेलंगाना में भी सीएम की सैलरी में 75 प्रतिशत की कटौती  
इसी तरह का एक ऐलान तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सोमवार को किया है। इसके तहत उनके वेतन में इस बार 75% की कटौती होगी। यही नहीं राज्य के मंत्रियों और विधान सभा के सदस्यों (विधायकों) को भी तीन-चौथाई वेतन कटौती का सामना करना पड़ेगा।



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Mumbai Coronavirus News; Uddhav Thackeray | Deputy CM Ajit Pawar Salary Cut Announcement Update On Uddhav Thackeray Maharashtra Govt Cabinet State Minister, MLA




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यहां ऐप के जरिए लोग डॉक्टर के संपर्क में, कोरोना का शक होने पर मेडिकल टीम घर पहुंच रही

मैड्रिड(मनीषा भल्ला).पंजाब के मशहूर लोकगायक राज ददराल के भाई प्रेम ददराल स्पेन के शहर बार्सिलोना में रहते हैं। उनका अपना रेस्त्रां है। बीते 20 दिन से बार्सिलोना में लॉकडाउन है। फोन पर प्रेम ददराल ने भास्कर को अपनी स्थिति बताई कि स्पेन की राजधानी मैड्रिड में भी लॉकडाउन है। पहले बार्सिलोना में लॉकडाउन नहीं किया गया था। लेकिन जब मैड्रिड के हालात खराब होने लगे तो यहां भी लॉकडाउन कर दिया गया।

डॉक्टरऑनलाइन ऐप से पता लगा रहे कोरोना के लक्षण

स्पेन सरकार ने एक ऐप बनाया है। इसके जरिये किसी को तबियतजरा भी गड़बड़ लगती है, तो वह ऑनलाइन डॉक्टरों से संपर्क करता है। उस व्यक्ति से ऑनलाइन हीलक्षण पूछकरबता दिया जाता है कि उसे कोरोना है या नहीं। अगर मेडिकल स्टाफ कोऐप के जरिये रत्ती भर भी कोरोना के लक्षण मिलते हैं, तो वे फौरन संबंधित व्यक्ति के घर पहुंचकर पूरे टेस्ट करते हैं। पूरे स्पेन में मास्क, सैनिटाइजर, दवाओं और खाने-पीने के सामान की कोई कमी नहीं है।

तेजी से बढ़ रहे संक्रमित

बार्सिलोना में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। मेडिकल सुविधाओं और खाने-पीने की तो कमी नहीं है, लेकिन केस बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। बार्सिलोना एक टूरिस्ट प्लेस है। आजकल सीजन था। हम लोगों के कमाने के यही दिन थे। लेकिन फुल लॉकडाउन चल रहा है। बाहर निकलने पर भारी जुर्माना है। पुलिस सख्ती से पेश आ रही है। टूरिस्ट प्लेस होने के चलते बार्सिलोना को भी मैड्रिड के साथ ही लॉकडाउन करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। नतीजा सरकार की लापरवाही लोगों को भुगतनी पड़ रही है।



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बार्सिलोना : राजधानी मैड्रिड के हालात खराब होने लगे यहां भी लॉकडाउन कर दिया गया।




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मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा- किसी भी कर्मचारी या जनप्रतिनिधि की सैलरी नहीं काटी जाएगी, दो किश्तों में भुगतान किया जाएगा

मुंबई. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार शाम को सोशल मीडिया के जरिए आमजन से बात की। उद्धव ने कहा-करोना के खिलाफ जो लड़ाई शुरू हुई है वह अभी जारी है। राज्य में आर्थिक संकट है। लेकिन, हमने किसी की सैलरी न काटते हुए इसे दो किश्तों में देने का निर्णय लिया है। ग्रुप डी के लोगों को पूरी सैलरी मिलेगी।इससे पहले दोपहर में राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार ने न्यूज एजेंसी से कहा था कि राज्य के विधायकों की मार्च की सैलरी से60%,राज्य सरकार के ग्रेड-ए और ग्रेड- बी अधिकारियों की50%और ग्रेड-सी कर्मचारियों की 25%सैलरी काटी जाएगी।

दो दिन में दो फैसलों पर सरकार का यू-टर्न
इससे पहले सोमवार दोपहर बृहन्मुंबई महानगर पालिका ने कहा था कि कोरोना से संक्रमित मृतकों का दाह संस्कार किया जाएगा। धर्म के आधार पर उन्हें दफनाया नहीं जा सकता है। हालांकि, बीएमसी के इस बयान के कुछ देर बाद ही राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने ट्वीट कर बताया कि बीएमसी ने अपना फैसला वापस ले लिया है।

दरअसल,महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के हालत बिगड़ते जा रहे हैं। महाराष्ट्र में पिछले आठ दिनों से कर्फ्यू लगा हुआ है। बावजूद इसके हालात नियंत्रित नहीं हो पा रहे हैं। मंगलवार कोसंक्रमण के 78 मामले सामने आए।इनमें सबसे ज्यादा 72 मुंबई के हैं।इसे मिलाकर राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 302 तक पहुंच गई है। वहीं, राज्य में संक्रमण से 10 लोगों की जान जा चुकी है।

किसानों से दूध खरीदेगी सरकार

मंगलवार को राज्य सरकार ने कहा कि अब वह रोज किसानों से 10 लाख लीटर दूध की खरीदेगी।लॉकडाउन हो जाने की वजह से किसानों की दूध कीबिक्री बंद हो गई थी।सरकार किसानों से 25 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से दूध खरीदेगी। वहीं,स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि एक अप्रैल से राज्य की 13 सरकारी और आठ प्राइवेट लैब मेंकोरोना की जांच होगी। इससे हर रोज5500लोगों का टेस्ट किया जा सकेगा।

कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने उत्तर मुंबई लोकसभा क्षेत्र में लोगों को राशन बांटा।

संक्रमण रोकने के लिए देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। इस बीच, मजदूरों का पलायन रोकने के लिए राज्य सरकार ने 262 राहत शिविर शुरू किए हैं। इनमें करीब 70 हजार प्रवासी दिहाड़ी मजदूरों को रखा गया है। राज्य सरकार का कहना है कि मजदूरों के स्वास्थ्य की लगातार जांच की जा रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी भी मजदूरों से कहा है कि राज्य की सीमाएं सील हैं, इसलिए कहीं न जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी को दिक्कत नहीं होगी। सरकार पूरा इंतजाम कर रही है।

पुणे में एक संक्रमित की मौत के बाद ड्रोन से निगरानी
सोमवार को पुणे में 52 वर्षीय एक मरीज को कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई थी। उसे डायबीटीज और हाइपरटेंशन की भी शिकायत थी। इसके बाद पुणे प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। लोगों को सख्ती से लॉकडाउन का पालन करने की बात कही है। साथ ही, कई इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जा रहीहै। पुणे में अब तक संक्रमण के 45 केस सामने आ चुके हैं।

पुणे के कई इलाकों में ड्रोन से निगरानी हो रही है।

चार संक्रमित मिलने के बाद मुंबई का वर्ली कोलीवाडा इलाका सील
महाराष्ट्र में मुंबई कोरोना का एपीसेंटर बना हुआ है। सिर्फ मुंबई में अब तक संक्रमित आठ लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमितों की संख्या भी 93 तक पहुंच गई है। दक्षिण मुंबई के वर्ली कोलीवाडा इलाके में कोरोना संक्रमित चार मरीज मिले हैं। इसके बाद पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है। पूरे इलाके को सैनिटाइज किया जा रहा है। मुख्यमंत्री उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे इस इलाके से विधायक हैं।

कोलीवाडा इलाके को सैनिटाइज किया गया।

फालतू खर्च से बचें लोग: शरद पवार
राकांपा प्रमुख नेता शरद पवार ने सोमवार को सोशल मीडिया के माध्यम से जनता से कहा है कि यह मुश्किल दौर है। आने वाला समय और अधिक मुश्किल हो सकता है। इसलिए पैसे की अहमियत समझिए, फालतू खर्च से बचिए।

पुणे में मनसे कार्यकर्ताओं ने लोगों को खाना बांटा।

संक्रमण से मरे लोगों के दाह संस्कार का आदेशवापस लिया गया
बीएमसी ने सोमवार को कोरोना संक्रमण से मरे लोगों के अंतिम संस्कार को लेकर एक आदेश जारी किया था, जिसे वापस ले लिया। इसमें बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी ने कहा था कि धर्म की मान्यताओं से अलग संक्रमण से मरने वालों का दाह संस्कार ही किया जाएगा। आदेश में यह भी कहा था कि अगर कोई मृत व्यक्ति को दफनाना चाहता है तो उसे बीएमसी क्षेत्र के बाहर जाना होगा। हालांकि, एक घंटे बाद अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने ट्वीट कर बताया कि इस आदेश को वापस ले लिया गया है।

महाराष्ट्र के नांदेड में पुलिसवालों ने बेघरों को खाना खिलाया।

जिस एरिया में मिले कोरोना पॉजिटिव वहां की होगी जीआईएस मैपिंग: बीएमसी
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुंबई में बीएमसी ने निर्णय लिया है कि उस इलाके की जीआईएस मैपिंग कराई जाएगी, जिसमें कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिले हैं। यह सबकुछ करने के बाद उस एरिया का मैप और वहां पर कोरोना संक्रमित का आंकड़ा बीएमसी की वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी। इससे उस एरिया में रहने वाले लोग ज्यादा सचेत रह सकेंगे। कमिश्नर परदेशी ने कहा कि जिस एरिया में कोरोना के ज्यादा मरीज हैं, वहां की ज्यादा निगरानी करने की जरूरत है। साथ ही लोग जानकारी मिलने से खुद भी एलर्ट रहेंगे।

परभणी में मंगलवार कोमंडी में भारी भीड़ नजर आई। यहां सोशल डिस्टेंसिंग भी नहीं दिखी।



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महाराष्ट्र में करीब 19 लाख सरकारी अधिकारी और कर्मचारी हैं।
चार कोरोना संक्रमित मिलने के बाद मुंबई में वर्ली के कोलीवाडा इलाके को सील कर दिया गया है।




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महाराष्ट्र भाजपा का ऐलान, पार्टी के आपदा कोष में एक महीने का वेतन जमा करवाएंगे सभी जनप्रतिनिधि

मुंबई. कोरोना की लड़ाई में भारतीय जनता पार्टी आगे आई है। महाराष्ट्र भाजपा ने ऐलान किया है कि पार्टी के सभी जनप्रतिनिधि अपना एक महीने का वेतन बीजेपी के आपदा कोष में जमा करवा रहे हैं। इस पर शिवसेना नेता संजय राउत ने सवाल उठाए हैं। राउत ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को यह पैसा सीधे मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना के खिलाफ बनाए गए विशेष खाते में जमा करने चाहिए।

संजय राउत का भाजपा से सवाल
संजय राउत के इन सवालों पर विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सवाल किया कि इनकी (सत्ता पक्ष) लड़ाई कोरोना वायरस से है, या फिर प्राधानमंत्री नरेंद्र मोदी से? फडणवीस ने याद दिलाया कि बाढ़ पीढ़ियों की मदद के समय शिवसेना ने भी ऐसा ही किया था. उसे बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

सरकार को बड़े कदम उठाने चाहिए: देवेंद्र फडणवीस
दूसरी ओर, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से महाराष्ट्र भाजपा के नेताओं से संवाद कर पार्टी की ओर से चलाए जा रहे सेवा कार्य की समीक्षा की। कोरोना वायरस से लड़ी जा रही लड़ाई में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि तिजोरी पर भार पड़े तो पड़े लेकिन सरकार को साहसिक निर्णय लेने से पीछे नहीं हटना चाहिए।



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Maharashtra BJP declares, all public representatives will deposit one month's salary in party's disaster fund




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8 महीने की गर्भवती घर-घर जाकर कर रही कोरोना मरीजों की जांच, जमकर हो रही तारीफ

एक ओर जहां लोग नियमों को तोड़ कोरोना वायरस के खतरे को बढ़ाने का काम कर रहे हैं, वहीं नंदुरबार जिले के नवापुर में 8 महीने की गर्भवती नर्स घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रही है। उन्हें इससे बचाव के तरीके समझा रही है।

नवापुर के उपजिला हॉस्पिटल में काम करने वाल वाली 32 वर्षीय नर्स गेंदू गावित हर रोज अपनी एक सहयोगी के साथ इलाके में घूमने के लिए निकलती है। इस दौरान उनके चेहरे पर मास्क रहता है और हाथ में रजिस्टर। वे हर घर का दरवाजा खटखटाती हैं और उनके लोगों का हाल अपने रजिस्टर में लिखकर शाम को स्वास्थ्य विभाग के दफ्तर में सबमिट कर देती हैं।

गावित 8 महीने की गर्भवती हैं और उनके हाल को देख कई बार लोग उन्हें ऐसा नहीं करने को कहते हैं, लेकिन उनका कहना है कि अगर आज उन्होंने काम नहीं किया तो कोरोना के मरीज को आने वाले समय में खोजना मुश्किल हो जाएगा। अपने और अपने बच्चे की जान जोखिम में डालकर लोगों की सेवा करने वाली गावित की कहानी सोशल मीडिया में भी वायरल हो रही है। हालांकि, खास यह है कि इस नर्स के लिए जिला प्रशासन ने कोई भी मास्क, ग्लव्स और सेनिटाइजर नहीं दिया हैं।



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नर्स गावित(बाएं) हर रोज इसी तरह दरवाजे-दरवाजे जाती हैं।




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मरकज में शामिल महाराष्ट्र के लोगों की तलाश हुई तेज, पुणे में 106 और मुंबई में 32 लोग ट्रेस किए गए

दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित हुए इस्लामिक धार्मिक आयोजन (तब्लीगी जमात मरकज) के सदस्यों की तलाश महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में जारी है। इनमें पुणे, मुंबई, अहमदनगर, नागपुर, ठाणे और पिंपरी चिंचवाड़ शामिल है। कई जिलों से इन्हें पकड़ा भी गया है और क्वारंटाइन करने का काम जारी है।


पुणे मंडल के 186 लोग जमात में हुए शामिल
विभागीय आयुक्त दीपक महेसकर के मुताबिक, पुणे डिविजन से कुल 182 लोग इस तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे, जिसमें से 106 लोगों को ट्रेस कर लिया गया है। इसमें से 94 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। अन्य की तलाश के लिए 6 टीमों का गठन किया गया है। इसमें पुणे से 110, पिंपरी चिंचवाड़ से 26, सातारा से 5, सांगली से 3, सोलापुर से 17 और कोल्हापुर से 21 लोग शामिल हैं। कुछ लोगों की कॉल ट्रेस करने के बाद यह पता चला है कि वे इस समय दूसरे राज्य में हैं।

मुंबई में रुके 8 मलेशियाई नागरिक भी पकड़े गए
मुंबई पुलिस ने तब्लीगी जमात में भाग लेने वाले लोगों का पता लगाने के लिए पूरे शहर उनकी तलाश शुरु कर दी है। इसी कड़ी में बुधवार दोपहर मुंबई पुलिस ने बांद्रा में 12 लोगों और सांताक्रूज में 20 लोगों को ट्रेस किया है। इनमें से 8 मलेशियाई नागरिक हैं। सभी को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। नागपुर मंडल से 94 लोग इसमें शामिल हुए थे, सभी को सामने आकर जांच करवाने के लिए कहा गया है। वहीं ठाणे से पुलिस ने 12 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। कहा जा रहा है कि ये भी जमात में शामिल थे।

अहमदनगर से 46 लोग इसमें हुए शामिल
अहमदनगर जिले से भी 46 लोग इस जमात में शामिल हुए थे, जिसमें से 35 लोगों को ट्रेस कर लिया गया है। इनमें से 2 के भीतर कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।निजामुद्दीन इलाके में हुए इस्लामिक धार्मिक आयोजन (तब्लीगी जमात मरकज) के बाद एक ही बिल्डिंग में ठहरे सभी 2,361 लोगों को निकाल लिया गया है। 617 लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है और बाकी लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। इनमें से 24 लोग कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए हैं। इन सब के बीच तब्लीगी जमात के मुखिया मोहम्मद साद का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है। इसमें वे सरकार द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के आदेश को मुस्लिम समुदाय के खिलाफ एक साजिश बता रहे हैं।



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दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज की इमारत से बाहर निकलते हुए कुछ लोग।




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मुंबई में 75 वर्षीय और पालघर में 50 साल के कोरोना संक्रमित की मौत, बीएमसी ने शहर के 191 इलाके सील किए

राज्य में कोरोना संक्रमित मृतकों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार देर रात मुंबई और पालघर जिले में एक-एक संक्रमित की मौत की जानकारी सामने आई है। इसी के साथ मरने वालों का आंकड़ा महाराष्ट्र में 12 तक पहुंच गया है। वहीं संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 320 तक पहुंच गई है।बीएमसी की ओर से मुंबई के विभिन्न स्थानों में 191 क्षेत्रों को 'कंटेंटमेंट एरिया' के रूप में चिह्नित किया गया है, जहां कोरोना पॉजिटिव रोगियों की पुष्टि हुई है। ऐसे सभी क्षेत्रों के लिए प्रवेश / निकास प्रतिबंधित है और क्षेत्र के निवासियों को घर से बाहर नहीं रहने के निर्देश दिए गए हैं।

पालघर में पहली मौत
मुंबई से बाहर पालघर जिले में कोरोना के चलते पहली मौत हुई है। यहां के ग्रामीण हॉस्पिटल में 28 मार्च को सांस लेने में दिक्कत के बाद एक 50 वर्षीय व्यक्ति को ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां मंगलवार दिन में उसमें कोरोना की पुष्टि हुई और देर शाम तक उसने दम तोड़ दिया। पीड़िता ठाणे की एक फैक्ट्री में काम करता था और उसका कोई अंतर्राष्ट्रीय या घरेलू यात्रा का इतिहास नहीं था। उसकी मौत के बाद फैक्ट्री के उन कर्मचारियों को ट्रेस कर उनकी जांच का काम किया जा रहा है, जो इसके संपर्क में आए थे।

सबसे ज्यादा प्रभावित वर्ली इलाके में हुई पहली मौत
मुंबई में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 9 तक पहुंच गया है। शहर के वर्ली इलाके में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती 75 वर्षीय बुजुर्ग की सोमवार को मौत हुई थी। उसे डायबिटीज और सांस लेने में दिक्कत थी। मृत होने के बाद उसकी कोरोना की जांच की गई और मंगलवार रात को उसमें कोरोना की पुष्टि हुई। फिलहाल उसके पूरे परिवार को घर में रखा गया है। बता दें कि वर्ली मुंबई का वह इलाका है जहां अब तक सबसे ज्यादा 14 मामले सामने आए हैं। जिसके बाद यहां के कोलीवाड़ा इलाके को सील कर दिया गया है।

मुंबई की झुग्गी औरचॉल में फैला वायरस

मुंबई की झुग्गी-झोपड़ियां और चॉल में यह वायरस तेजी से फैल रहा है और यहां पर इसे काबू पाना प्रशासन की सबसे बड़ी चुनौती है। इस वायरस को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सबसे अहम है और इन घनी बस्तियों में यह संभव नहीं हो पा रहा है। अब तक बस्तियों में आठ लोगों को कोरोना पॉजिटिव हो चुका है। परेल की एक चॉल में रहने वाले एक 65 वर्षीय, कलिना के जम्बलिपाडा स्लम के 37 वर्षीय व्यक्ति में कोरोना पॉजिटिव मिला। घाटकोपर में झुग्गी झोपड़ी के एक 25 वर्षीय व्यक्ति और उसी झुग्गी की 68 वर्षीय महिला के साथ चार अन्य लोगों को कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है।

सबको ट्रैक करने में लगेंगे महीनों
घाटकोपर झुग्गी एक स्कॉयर किमी पर बसी है लेकिन इसमें 23,000 से अधिक लोग रहते हैं। स्वास्थ्य कर्मियों को हर उस व्यक्ति का पता लगाना होगा जो आदमी सामुदायिक शौचालय के पास संपर्क में आया होगा। अधिकारी ने कहा कि सभी को ट्रैक किया जाए, उनकी जांच की जाए और उन्हें 14 दिनों तक क्वॉरंटाइन किया जाएया, इसमें महीनों का समय लग सकता है।

जीआरपी एक कांस्टेबल में भी कोरोना वायरस मिले
सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के एक 51 वर्षीय पुलिस कांस्टेबल में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। जिसके बाद उसेकस्तूरबा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मुंबई के कमिश्नर रवींद्र सेंगांवकर ने कहा कि कांस्टेबल की पत्नी और दो बच्चों को अस्पताल में अलग-थलग रखा गया है।

महाराष्ट्र में और कहां-कहां हुई मौत

पहली मौत(17 मार्च):मुंबई में 64 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा। वह उसी टैक्सी में बैठे थे, जिसमें सवारी 5 लोग पहले ही संक्रमित हो चुके थे। 64 साल के बुजुर्ग दुबई से लौटे थे और मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें हिंदुजा से कस्तूरबा अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था। मृतक की पत्नी और बेटे की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव थी। बुजुर्ग को हाइपरटेंशन और डायबिटीज था।

दूसरी मौत( 21 मार्च):मुंबई में शनिवार रात 63 साल के एक मरीज ने दम तोड़ा। उन्हें डायबीटीज, हाई ब्लडप्रेशर और दिल की बीमारी थी। उन्हें 19 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया था। 21 मार्च की रात करीब 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। हालांकि, इसकी कोई भी विदेश यात्रा की हिस्ट्री नहीं थी।

तीसरी मौत(24 मार्च):65 वर्षीय एक मरीज को खांसी और सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। स्थिति खराब होने के कारण उसकी सोमवार को ही देर रात मौत हो गई। कोरोना के अलावा उसे डायबीटीज और उच्च रक्तचाप की भी शिकायत थी। हाल ही में यह मरीज यूएई से मुंबई लौटा था और कुछ दिन के लिए अहमदाबाद भी गया था।

चौथी मौत(26 मार्च):65 वर्षीय गोवंडी की एक महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत के बाद नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उसकी मौत हो गई, गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट के अनुसार महिला कोरोना पॉजिटिव थी।

पांचवी मौत(27 मार्च):65 वर्षीय एक अन्य महिला को 23 मार्च को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया था। महिला को सांस लेने में तकलीफ के साथ ही बुखार और खांसी की समस्या थी। इलाज के दौरान गुरुवार को इस महिला की भी मौत हो गई। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत थी।

छठवीं मौत(28 मार्च):85 वर्षीय सर्जन की 26 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मौत हो गई थी। प्राइवेट लैब से आई रिपोर्ट में उसमें कोरोना के लक्षण थे, हालांकि बीएमसी ने सरकारी लैब से उसकी फिर से जांच करवाई और 28 मार्च को घोषित किया कि डॉक्टर की मौत कोरोना के कारण हुई है। उन्हें भी डायबिटीज की शिकायत थी और सांस लेने में दिक्कत के बाद हॉस्पिटल मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था।

सातवीं मौत(29 मार्च):40 वर्षीय महिला ने दम तोड़ा। इसे सीने में दर्द की शिकायत के बाद महानगरपालिका हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। महिला को हाइपरटेंशन की समस्या थी। उसे पिछले तीन दिनों से सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द हो रहा था।

आठवीं मौत(29 मार्च):राज्य केबुलढाणामें भी 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत संक्रमण के चलते हुई थी। उन्हें पहले निमोनिया की शिकायत बताई गई थी। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। रविवार को आई रिपोर्ट में पता चला कि वे कोरोना से संक्रमित थे।

नौवीं मौत(30 मार्च): सोमवार को पुणे में एक 52 साल के व्यक्ति की मौत हुई। यह पुणे में कोरोना संक्रमण से पहली मौत थी। वह पुणे और मुंबई के बीच अक्सर अपडटाउन करता था। मरीज को डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी। 25 मार्च को सांस लेने में दिक्कत के बाद उसे पुणे के दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।

दसवीं मौत(30 मार्च): सोमवार शाम को मुंबई में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत की जानकारी सामने आई। उसे ह्रदय सम्बंधित बिमारी, डायबिटीज और हाइपरटेंशन था।



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दो और मौतें, अब तक 12 की जान गई; पांच हजार लोग क्वारैंटाइन किए गए, मुंबई के 191 इलाके सील

महाराष्ट्र में तमाम कोशिशों के बाद भी कोरोना संक्रमण से हालत बिगड़ते जा रहे हैं। मुंबई और पालघर में संक्रमण से एक-एक और मौत हुई है। इसे मिलाकर बुधवार तक राज्य में संक्रमण से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 12तक पहुंच गया। वहीं, बुधवार को संक्रमण के 15नए मामले आए हैं। इनमें 14मुंबई केऔर एक बुलढाणा का है। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमितों की संख्या 335 तक पहुंच गई है। इनमें सबसे ज्यादा संक्रमित 194 मुंबई में हैं।

राज्‍य के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री राजेश तोपे ने बताया कि प्रदेश में पांच हजार लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। ये सभी 162 संक्रमित मिले लोगों के संपर्क में आए थे। उधर, मुंबई में संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने शहर के होटल, जिम, क्लब, स्कूल और कॉलेज में क्वारैंटाइन सेंटर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। बीएमसी ने संक्रमण रोकने के लिए मुंबई के 191 इलाकों को भी पूरी तरह से सील कर दिया है। यह वह इलाके हैं जहां पॉजिटिव मरीज मिले हैं।

पालघर में 50 साल और मुंबई में 75 साल के बुजुर्ग की मौत
पालघर के हॉस्पिटल में 28 मार्च को सांस लेने में दिक्कत के बाद 50 साल के व्यक्ति को भर्ती कराया गया था। मंगलवार दिन में उसमें कोरोना की पुष्टि हुई और देर शाम तक उसने दम तोड़ दिया। पीड़ितठाणे की एक फैक्ट्री में काम करता था। उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी। मेडिकल हिस्ट्री के बारे में फिलहाल पता नहीं चल पाया है। वहीं, दूसरी मौत मुंबई के वर्ली इलाके के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में हुई। यहां भर्ती 75 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा। उसे डायबिटीज और सांस लेने में दिक्कत थी। मंगलवार रात आई कोरोना रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टिहुई।

मुंबई में केईएम हॉस्पिटल के बाहरी इलाके को भी सैनिटाइज किया गया।

मुंबई यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं को टाला गया
मुंबई विश्वविद्यालय ने ग्रेजुएशन और पीजी की परीक्षाओं को टाल दिया है। यह रोक 14 अप्रैल तक के लिए है। हालांकि, अभी तक एग्जाम की अगली तारीख के बारे में नहीं बताया गया है। इससे पहले भी यूनिवर्सिटी ने 31 मार्च तक के लिए पीजी और यूजी की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था।

मुंबई के मरोल इलाके में स्वास्थ्यकर्मी हर घर और सोसाइटी को सैनिटाइज कर रहे हैं।

बिना मतलब घूमने वालों पर कड़ी कार्रवाई: सरकार
डिप्टी सीएम अजित पवार ने बुधवार को कहा, 'लोगों को अमेरिका, इटली और स्पेन में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण से सबक लेना चाहिए और घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए। अगर लोग सड़कों पर घूमते रहे तो सरकार कड़े कदम उठाने पर विवश होगी। लोग सब्जियां और किराना खरीदने के बहाने बाहर निकल रहे हैं और अपनी और परिवार के लोगों की जान खतरे में डाल रहे हैं। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अब तेजी से सामने आ सकते हैं कोरोना के केस
राज्य में अब 13 प्राइवेट लैब में भी कोरोना की टेस्टिंग शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से सामने आ सकती है। इसके लिए मुंबई में बीएमसी ने तैयारी शुरू कर दी है। बीएमसी अब खाली इमारत, मैरिज हॉल, होटल, लॉज, हॉस्टल, कॉलेज, धर्मशाला, जिम, क्लब को कब्जे में लेकर क्वारैंटाइन सेंटर बनाने की तैयारी कर रही है।

मुंबई में 191 इलाकेसील किए गए

मुंबई में बुधवार शाम तक194 संक्रमित मिले हैं। इसके बाद बीएमसी में शहर की191 इलाकों को सील कर दिया है। इनमेंगोरेगांव की बिंबसार नगर सोसायटी में एक कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर बीएमसी ने सोसायटी को मंगलवार को सील कर दिया है। यहां करीबदोहजार लोग रहते हैं। यहां के लोगों का बिना अनुमति आने-जाने पर बैन लगा दिया गया है। इसी तरह, सायन इलाके की जैन सोसायटी स्थित मनोहर निवास को भी सील कर दिया गया है। यहां भी कोरोना का पॉजिटिव मरीज पाया गया है। इससे पहले वर्ली के कोलीवाड़ा इलाके को भी सोमवार रात से सील कर दिया गया था।

मुंबई में कर्फ्यू लगा हुआ है। लोग घरों में बंद हैं। यहां मालाबार हिल इलाके में सड़कों पर मोर नजर आए।

महाराष्ट्र: मरकज में शामिल लोगों की तलाश, पुणे से 182 और नागपुर से 94 हुए थे शामिल
महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में लोग निजामुद्दीन की तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल हुए थे। पुणे से 182 लोगों के शामिल होने का पता चला है। इनमें से 94 लोगों को क्वारैंटाइन किया है। बाकी की तलाश के लिए छह टीमों का गठन किया गया है। वहीं, मुंबई में पुलिस ने बांद्रा में 12 और सांताक्रूज में 20 लोगों को ट्रेस किया है। इनमें आठ मलेशियाई नागरिक हैं। इन्हें भी होम क्वारैंटाइन किया है। इसके साथ ही, नागपुर से 94 लोग मरकज में शामिल हुए थे। सभी को आकर जांच करवाने के लिए कहा गया है।

किश्तों में मिलेगी तनख्वाह,डिप्टी सीएम ने केंद्र पर लगाया आरोप
राज्य के वित्त विभाग के शासनादेश के मुताबिक, राज्य के ए क्लास और बी क्लास के अफसरों को इस महीने सिर्फ 50 फीसदी वेतन मिलेगा। बाकी का 50 फीसदी अगली किश्त में दिया जाएगा। वहीं,सी क्लास के कर्मचारियों को इस महीने 75 फीसद वेतन मिलेगा और 25 फीसदी वेतन अगली किश्त में दिया जाएगा। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पूरा वेतन मिलेगा। इसके अलावा, जनप्रतिनिधियों कोभी दो किश्तों सैलरीदी जाएगी। पेंशनरों को पूरी पेंशन मिलेगी। राज्य के उपमुख्यमंत्रीऔर वित्त मंत्री अजित पवार ने केंद्र सरकार को राज्य की कमजोर हुई वित्तीय स्थिति के लिएजिम्मेदार ठहराया है। पवार ने कहा कि केंद्र सरकार से राज्य सरकार को इस महीने के आखिर तक 16,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम मिलनी थी, जो अभी तक नहीं मिली है। इसीलिए राज्य सरकार को यह फैसला करना पड़ा।

लॉकडाउन के बीच ओडिशा के 40 कामगार पुणे में फंसे हैं।

ठाणे में शुरू होगा कोरोना के लिए अलग हॉस्पिटल
ठाणे शहर में कोरोना मरीजों की जांच और उनके उपचार के लिए सभी अलग अस्पताल बनाया जाएगा। ठाणे केआयुक्त ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगरजरूरत पड़ी, तो इसके लिए किसी निजी अस्पताल को भी अधिग्रहित किया जा सकता है।

अब तक महाराष्ट्र में 6,331 लोगों का टेस्टहुआ
राज्य में अब तक 6,331 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, जिनमें से 335 पॉजिटिव पाए गए थे। इनमें से 39 मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इनमें से ज्यादातर मरीजों की स्थिति स्थिर बताई गई है।



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हिंगोली जिले के एक मुहल्ले के लोगों ने बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया है।




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क्रेडिट कार्ड धारकों को 3 महीने की छूट की अवधि में न्यूनतम भुगतान करना होगा वरना पेनल्टी लगेगी

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने लाॅकडाउन के कारण हाेने वाली परेशानियाें के मद्देनजर सभी तरह के रिटेल और टर्म लाेन की अदायगी 3 महीने के लिए स्थगित कर दी थी। इसमें क्रेडिट कार्ड को भी शामिल किया गया था। इसके बाद ज्यादातर क्रेडिट कार्डधारक यह मानकर चल रहे थे कि अगले 3 माह तक उन्हें कोई बिल नहीं चुकाना होगा। लेकिन ऊंचे ब्याज दर के कारण बड़े पैमाने पर डिफॉल्ट बढ़ने की आशंकाओं के चलते बैंक और कंपनियां क्रेडिट कार्डधारकों को पेमेंट में कोई ढील नहीं देने का मन बना चुकी हैं। क्रेडिट कार्डधारकों को अपनी बकाया राशि समय पर जमा करानी होगी। ऐसा नहीं करने पर उनका सिबिल स्कोर खराब हो सकता है।

कई कंपनियों ने पहले ही अपनी तय लिमिट के करीब आ रहे कार्डधारकों द्वारा कार्ड पेमेंट पर अंकुश लगाना भी शुरू कर दिया है। खुद इंडियन बैंकर्स एसाेसिएशन (आईबीए) ने भी क्रेडिट कार्ड धारकों को चेतावनी जारी कर दी है कि क्रेडिट पर ब्याज बहुत ज्यादा होता है, इसलिए वे न्यूनतम भुगतान समय पर करें। इससे कार्डधारकों का सिबिल स्कोर खराब नहीं हाेगा। इसके अलावा शेष बकाया राशि पर उन्हें पहले की तरह ही ब्याज चुकाना होगा।

कर्ज अदायगी टाली है, माफ नहीं किया

  • आरबीआई ने कर्ज को पूरी तरह माफ नहीं किया गया है, सिर्फ तीन महीने की छूट दी है।3 माह बिल न जमा कराने वाले ग्राहकों को चौथे महीने एक साथ पूरा बकाया भरना होगा।
  • न्यूनतम राशि न जमा कराने वालों को पहले की ही तरह विलंब शुल्क और पेनल्टी देनी होगी।

ऐसे समझें

बैंक बाजार के सीईओ आदिल शेट्‌टी ने बताया कि अगर आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 1 लाख रुपए है और आपने 30 हजार रुपए खर्च कर लिए हैं, तो आपको इसे तत्काल चुकाना होगा। अन्यथा 42% की दर से आपको अगले तीन माह में 3,150 रुपए अतिरिक्त ब्याज देना पड़ेगा।

न्यूनतम राशि चुकाने के बाद क्रेडिट स्कोर खराब नहीं होगा

इंडियन बैंकर्स एसाेसिएशन ने कहा किअगर आपके क्रेडिट कार्ड का बिल बकाया है, तो कार्ड जारी करने वाली बैंक और एनबीएफसी द्वारा तय की गई न्यूनतम राशि देना होगी। अन्यथा आपका क्रेडिट स्कोर बिगड़ सकता है। न्यूनतम राशि चुकाने के बाद शेष बची बकाया राशि से आपका क्रेडिट स्कोर खराब नहीं होगा। लेकिन बकाया राशि पर ब्याज लगता रहेगा। यह देखने में आया है कि क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर बहुत ज्यादा होता है। इसलिए आपको बकाया राशि चुकाने का निर्णय इसके अनुसार ही लेना चाहिए।



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प्रतीकात्मक तस्वीर।




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आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से 28 गांवों में पहुंचा संक्रमण का खतरा, अब सभी गांवों को क्वारैंटाइन किया गया

(मंगेश फल्ले) एकआंगनवाड़ी कार्यकर्ता 12 दिन तक वेंटिलेटर पर रही और अब रिकवर हो गई है। हालांकि उसके जरिए पूरे परिवार को संक्रमण हो गया। साथ ही 28 अन्य गांवों तक संक्रमण का खतरा पहुंच गया। जानकारी के मुताबिक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कोरोना मरीजों के स्क्रीनिंग के काम मेंलगी थी और आशंका है किइसी दौरान संक्रिमत हुई, क्योंकि महिला थर्ड स्टेज की संक्रमित है। तबियत बिगड़ने पर महिला को फैमिली डॉक्टर को दिखाया।

28 गांवों को क्वारैंटाइन किया

उसे पहले से दमे की बीमारी थी। पहले डॉक्टरों को लगा कि सांस लेने में दिक्कत दमे के कारण है और उसी का इलाज भी किया गया। इस बीच, महिला सर्वे का काम करती रही। 14 मार्च तक स्थिति बिगड़ गई। एक्स-रे में पता चला कि निमोनिया है। 16 मार्च को तबियत ज्यादा बिगड़ी तो उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। 19 मार्च को कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया। इस पर प्रशासन ने हरकत में आते हुए 28 गांवों को क्वारैंटाइन किया, जहां महिला स्क्रीनिंग के लिए गई थी। फिर पति और 17 साल का बेटा भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

परिवार के सदस्य भी हॉस्पिटल में रखा गया

महिला की बहन का परिवार भी कोरोना संक्रमित मिला, जिसके बाद सभी को होम क्वारेैंटाइन किया गया। इसके बाद परिवार को हॉस्पिटल में रखा गया। अब आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की पहली रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्हें अब दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने की उम्मीद है। परिवार के बाकी सदस्य भी 11 दिन से हॉस्पिटल में हैं।

ठीक होने में सकारात्मक व्यवहार काम आया

महिला के ठीक होने में सबसे महत्वपूर्ण आसपास के लोगों का सकारात्मक व्यवहार रहा। कार्यकर्ता के पति और बहन ने उससे कहा था कि बीमारी कितनी भी भयंकर हो, पॉजिटिव बनी रहो। तुम जल्दी ठीक हो जाओगी। पुणे के डॉ. शिवकुमार अय्यर, डॉ. जिग्नेश शाह, डॉ. प्रशांत झेडगे और नर्स स्टाफ नेआंगनवाड़ी कार्यकर्ता का इलाज किया।



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अस्पताल में भर्ती आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, हालांकि अब वह ठीक हो चुकी हैं।




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मरीजों की बढ़ती संख्या को देख पुणे के इंजीनियरों ने 12 घंटे में बना डाला वेंटीलेटर, कीमत 50 हजार रुपए

कोरोना के खिलाफ लड़ाई को लेकर पुणे से कई अच्छी खबर आई है। यहां की एनओसीसीए रोबोटिक्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी ने पोर्टेबल वेंटीलेटर तैयार किया है। खास बात यह है कि इस वेंटीलेटर की शुरुआती कीमत 50 हजार रखी गई है। आमतौर पर हॉस्पिटल में जो वेंटीलेटर इस्तेमाल होते हैं उनकी कीमत दो लाख से 13 लाख रुपए तक होती है। एनओसीसीए के फाउंडर हर्षित राठौड़ ने दैनिक भास्कर ने बात की। इसमें उन्होंने बताया कि उन्हें वेंटीलेटर बनाने का आइडिया कैसे आया?

सवाल: वेंटीलेटर बनाने का आइडिया कैसे आया?
हर्षित: दिनों-दिन कोरोना के पेशेंट्स बढ़ रहे हैं। उनके ट्रीटमेंट में वेंटीलेंटर अहम है। देश में वेंटीलेटर की भारी कमी के चलते मार्च में मैंने अपने पार्टनर निखिल कुरेले से ऐसा वेंटीलेटर बनाने के बारे में बात की जो पोर्टेबल हो और उसकी कीमत कम हो। हम दोनों ने यह आइडिया अपने इंजीनियरों से शेयर किया। फिर सिर्फ दो दिन में वेंटीलेटर बनाने की प्लानिंग पर काम शुरू हुआ। आने वाले समाय में हमें बड़ी संख्या में वेंटीलेटर्स की जरुरत पड़ने वाली है।

सवाल: बनाने में कितना समय लगा?
हर्षित: इस वेंटीलेटर के प्रोटोटाइप को सिर्फ 12 घंटे में मेरीटीम ने तैयार किया है। हालांकि, इसे पूर्ण रुप देने में दो दिन का समय लगा। हमने 24 मार्च को सुबह इसपर काम करना शुरू किया और तकरीबन 12 घंटे के प्रयास के बाद इसका प्रोटोटाइप तैयार कर लिया।

सवाल: क्या खास है इस वेंटीलेटर में?

हर्षित: यह वेंटीलेटर खासतौर पर कोरोना पेशेंट्स को ध्यान में रखकर बनाया गया है। नार्मल वेंटीलेटर में कई अन्य फीचर होते हैं जो इसमें नहीं होंगे। लेकिन कोरोना पेशेंट्स के लिए बेहद कारगर होगा। यही नहीं लंग्स की हर बीमार मरीज को इससे मदद मिल सकेगी। इसमें हम बाजार में पहले से मौजूद वेंटीलेटर्स के वे सारे फीचर डाल रहे हैं जो एक कोरोना मरीज के लिए मददगार रहेंगे। ये वेंटिलेटर पोर्टेबल हैं। वेंटीलेटर में किसी तरह की कोई कमी न रहे इसके लिए आईआईटी कानपुर के कुछ डॉक्टर्स प्रोफेसर को भी इस प्रोजेक्ट्स से जोड़ा गया है।

सवाल: अभी तक कुल कितने वेंटीलेटर का निर्माण हुआ?
हर्षित: हमारी टीम ने अभी तक 2 वेंटीलेटर का निर्माण कर लिया और आने वाले एक सप्ताह में 20-30 वेंटीलेटर बनाने की तैयारी है। हमारा मकसदहै कि पहले से वेंटीलेटर बना रही किसी बड़ी कंपनी के साथ जुड़कर इसका कमर्शियल उत्पादन शुरू करें । कंपनी आने वाले 10 से 15 दिन में इसका क्लीनिकल ट्रायल पूरा कर लेगी और भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग से अनुमोदनभी प्राप्त कर लेगी। पुणे जिला प्रशासन के अधिकारी भी आवश्यक अनुमति प्राप्त करने में हमारी मदद कर रहे हैं।

सवाल: किस स्तर पर होगा इसका उत्पादन
हर्षित: फिलहाल,हम एक महीने में कम से कम 10 हजार पीस का निर्माण करने की सोच रहे हैं।

दो साल पहले शुरू हुई है यह कंपनी
आईआईटी कानपुर के पासआउट औरकंपनी में पार्टनर निखिल बताते हैं कि दो साल पहले इस कंपनी को शुरू किया था। हम ऐसे रोबोट्स का निर्माण करतेहैं जो सोलर पैनेल्स को साफ करते हैं। लेकिन दुनिया में बढ़ रहे कोरोनावायरस संक्रमित लोगों की संख्या को देखते हुए हमने यह तय किया कि वे इसके पेशेन्टस के लिए खास वेंटीलेटर का निर्माण करेंगे।



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यह वेंटीलेटर पोर्टेबल है और इसे कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है।
हर्षित और रोहित ने अपनी टीम के साथ मिलकर सिर्फ 12 घंटे में इसका प्रोटोटाइप तैयार किया है।




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धारावी में एक और केस सामने आने के बाद 300 फ्लैट्स को किया गया सील, शहर में 57 नए मरीज सामने आए

कोरोना वायरस मुंबई में विकराल रुप लेता जा रहा है। गुरुवार को शहर में 57 नए मामले सामने आने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि यहां कोरोना कम्युनिटी स्प्रेड की कगार पर पहुंच गया है। वहीं राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 416 तक पहुंच चुकी है। अब तक सिर्फ मुंबई में 13 लोग कोरोना के चलते अपनी जान गवां चुके हैं।

बीएमसी का सफाई कर्मी था पेशेंट

एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में गुरुवार को कोरोना वायरस का दूसरा पॉजिटिव केस दर्ज किया गया। यहां एक 54 वर्षीय बीएमसी सफाई कर्मचारी में कोरोना वायरस के पॉजिटिव लक्षण पाए गए हैं। वह मुख्य रूप से वर्ली इलाके का रहने वाला है। लेकिन वह धारावी के माहिम फाटक रोड के पास काम करता था। डॉक्टरों के अनुसार, व्यक्ति में तीन-चार दिन पहले से कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई दे रहे थे, जिसके बाद गुरुवार को वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया।

300 झुग्गी बस्ती और 9 हाउसिंग सोसाइटी सील
गुरुवार को यहां की 9 सोसाइटीज के 300 फ्लैट्स को लगभग सील कर दिया गया है, जिसमें करीब 2000 लोग रहते हैं।उस पर्टिकुलर कॉलोनी में रह रहे परिवार और भवन के सभी निवासियों का सैंपल कलेक्शन चल रहा है, प्रोटोकॉल के अनुसार कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। बस्ती में भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और लोगों को घरों में रहने के लिए कह रहे हैं।

बुधवार को धारावी में हुई थी एक शख्स की मौत
यहीं बुधवार को एक 52 वर्षीय शख्स की कोरोना की वजह से जान चली गई थी। उसके परिवार के 8 सदस्यों को भी हॉस्पिटल में क्वारंटाइन कर दिया गया है। धारावी जैसे घनी इलाके वाले क्षेत्र में कोरोना वायरस महामारी के लक्षण पाया जाना एक चिंता का विषय है। धारावी को मुंबई की सबसे घनी और गरीब आबादी वाला क्षेत्र माना जाता है। यहां करीब 15 लाख लोग रहते हैं। ऐसे में भीड़ वाले इलाके में कोरोना फैलने का खतरा अधिक बढ़ जाता है।



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धारावी के कई इलाकों में आज दवाई का छिड़काव किया गया।




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कब्रिस्तान समिति ने मुस्लिम का शव दफनाने से इनकार किया, फिर श्मशान में दाह संस्कार किया गया

कोरोना के कारण 65 साल के बुजुर्ग की बुधवार को मौत हो गई थी। मुस्लिम समुदाय के इन बुजुर्ग का जनाजा लेकर जब परिजन चारकोप नाका स्थित कब्रिस्तान लेकर पहुंचे तो वहां की देखरेख करने वाली समिति ने लाश को दफनाने से इनकार कर दिया। परिजनों का आरोप है कि 2 घंटे तक समझाने के बावजूद कब्रिस्तान समिति ने लाश दफन नहीं करने दी। इसके बाद प्रशासन और समाजसेवियों ने हिंदू श्मशान भूमि प्रबंधन समिति से बातचीत की। इसके बाद बुजुर्ग के शव का दाहसंस्कार हुआ।

बुजुर्ग मालवणी के न्यू कलेक्टर कंपाउंड में रहते थे। बुधवार तड़के जोगेश्वरी पूर्व स्थित अस्पताल में उनका निधन हुआ। परिजनों का आरोप है कि कब्रिस्तान समिति ने इसलिए शव को दफनाने की इजाजत नहीं दी, क्योंकि बुजुर्ग की मौत कोरोनावायरस के चलते हुई थी। इस घटना के बाद मालवणी में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

मामला सामने आने के बादमालवणी के न्यू कलेक्टर कंपाउंड के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

विधायक ने कहा- परिजन ट्रस्टियों को बताए बिना शव सीधे कब्रिस्तान ले गए
महाराष्ट्र के मंत्री और मालवाणी के विधायक असलम शेख ने कहा, "सरकारी निर्देशों के अनुसार कोरोनावायरस से जान गंवाने वाले मुस्लिमों को एक कब्रिस्तान में दफन किया जाना चाहिए, जो उस हॉस्पिटल के सबसे करीब हो और जहां रोगी की मृत्यु हुई थी। मालवणी का जो मामला है, उसमें मृतक के परिजन कब्रिस्तान के ट्रस्टियों और अन्य संबंधित लोगों को बताए बिना शव कब्रिस्तान ले गए। फिर शव को दफनाने की मांग की। हालांकि, जिन लोगों ने निर्देशों का उल्लंघन किया है, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस घटना से एक दिन पहले एक और कोरोनोवायरस पीड़ित को उसी कब्रिस्तान में दफनाया गया था।



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परिजनों का आरोप है कि 2 घंटे तक समझाने के बावजूद कब्रिस्तान समिति ने लाश दफन नहीं करने दी।




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कोरोना मरीजों की पहचान के लिए नेवी ने बनाई इन्फ्रारेड सेंसर गन, कीमत सिर्फ एक हजार रुपए

(विनोद यादव)पश्चिमी नौसेना कमान के 285 वर्षीय नेवल डॉकयार्ड (एनडी) मुंबई ने आईआर(इन्फ्रारेड) आधारित टेंपरेचर गन डिजाइन व विकसित किया है। घरेलू संसाधनों की मदद से तैयार किए गए इस टेंपरेचर सेंसर की लागत महज 1,000 रुपए आई है।

गौरतलब है कि दक्षिण मुंबई स्थित नेवल डॉकयार्ड में आम दिनों में रोजाना करीब 20 हजार लोगों की आवाजाही होती है। देशभर में खासकर मुंबई में तेजी से फैल रहे कोविड-19 के मद्देनजर वेस्टर्न फ्लीट (पश्चिमी बेड़े) के समक्ष कोरोनावायरस को नेवल डॉकयार्ड के भीतर आने से रोकना एक बड़ी चुनौती थी।इसी वजह से कोरोना संक्रमित संभावित पेशंट को बिना छुए उसके बॉडी टेंपरेचर की स्क्रीनिंग करना अब तक का प्रचलित तरीका रहा है। चूंकि इस तरह से नॉन कॉन्टैक्ट थर्मामीटर या टेंपरेचर गन बाजार में ऊंची कीमत पर मिल रहे थे। लिहाजा नेवल डॉकयार्ड ने अपने यहां उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल कर एक हजार रुपए की लागत में ही टेंपरेचर गन का निर्माण किया है।

इन्फ्रारेड आधारित है यह टेम्प्रेचर गन।

सटीक जानकारी देती है यह टेंपरेचर गन
यह टेंपरेचर गन किसी भी व्यक्ति के शरीर का तापमान 0.02 डिग्री सेल्सियस तक होने की सटिक जानकारी देगी। इसमें इन्फ्रारेड सेंसर, एलईडी डिस्प्लेय और माइक्रो कंट्रोलर लगा हुआ है। जो 9वी बैटरी से संचालित होगी। बेहद किफायदी दर पर तैयार किए गए इस टेंपरेचर गन की वजह से नेवल डॉकयार्ड के गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों का वर्क लोड कम होगा और बड़ी संख्या में आम दिनों में नेवल डॉकयार्ड में आने वाले लोगों के शरीर के टेंपरेचर की स्क्रिनिंग होने से नेवल परिसर के भीतर कोरोनावायरस को फैलने से रोकने में मदद होगी।



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इस गन से हर दिन कई हजार लोगों की जांच हो सकती है।




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राज्य में अब तक 19 मरीजों की हुई मौत, शहर के पांच हॉस्पिटल को पूरी या आंशिक तौर पर सील किया गया

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण से गुरुवार तक 19 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 15 मौत मुंबई में हुई है। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान छह लोगों की संक्रमण के चलते मौत हुई। इनमें पांच मुंबई के जबकि एक पालघर का है। प्रदेश में मुंबई कोरोना का एपिसेंटर बन गया है। शहर मेंअब तक 190 से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं। स्थिति की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शहर के पांच बड़े अस्पताल आंशिक या पूरी तरह से संक्रमण के चलते सील कर दिए गए हैं। मुंबई में चेंबूर स्थितसाईं हाॅस्पिटल को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। वही, सैफी हॉस्पिटल, जसलोक हॉस्पिटल, भाभा हॉस्पिटल और हिंदुजा हॉस्पिटल को आंशिक तौर पर सील किया जा चुका है। मुंबई क अलावा राज्य में पुणे, परभणी और पालघर में भीएक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।

धारावी में 56 साल के व्यक्ति की मौत, यहां एक बीएमसी कर्मचारी भी संक्रमित मिला

बुधवार रात को मुंबई में संक्रमण के चलतेएक 56 साल के व्यक्ति की मौत हो गई। वहएशिया की सबसे घनी स्लम बस्ती यानीधारावी में रहता था। उसकी मौत मुंबई के सायन इलाके में हुई है। इस मौत ने प्रशासन के हाथ-पांव फुला दिए हैं। इसके अलावा एक 62 वर्षीय बुजुर्ग कीअंधेरी(ईस्ट) इलाके में मौत हुई है। उसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी। इनके अलावा वोकहार्ड्ट हॉस्पिटल में एक 73 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई है। राज्य में बुधवार को जो मौत हुई, उसमें सिर्फ तीन कीस्वास्थ्य विभाग की ओर पुष्टि की गई है। अन्य तीन की पुष्टि सम्बंधित हॉस्पिटल्स के डॉक्टरों की ओर से की गई है।वहीं, धारावीइलाके में रहने वाला एक52 साल का बीएमसी कर्मचारी में कोरोना वायरस के लक्षण मिले हैं। उसके परिवार के सदस्यों समेत 23 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है।

राज्य में अब तक 338 मामले सामने आए

इस बीच गुरुवार सुबह तक पूरे राज्य में 338 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं, जिसमें से 3 नए मामले गुरुवार सुबह सामने आए हैं। इनमें एक बुलढाणा और दो केस पुणे से सामने आए हैं। वहीं मुंबई में बुधवार रात तक 30 नए लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे। बीएमसी ने 191 इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया है। अब इन इलाकों से कोई अंदर या बाहर नहीं आ सकता है। इसमें सबसे ज्यादा इलाके आदित्य ठाकरे की विधानसभा यानि वर्ली से हैं। यहां अब तक 15 केस सामने आ चुके हैं। इसके अलावा डोमबीवली, वसई-विरार और पालघर के कुछ इलाके इसमें शामिल हैं।

महाराष्ट्र में और कहां-कहां हुई मौत:

पहली मौत(17 मार्च): मुंबई में 64 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा। वह उसी टैक्सी में बैठे थे, जिसमें सवारी 5 लोग पहले ही संक्रमित हो चुके थे। 64 साल के बुजुर्ग दुबई से लौटे थे और मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें हिंदुजा से कस्तूरबा अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था। मृतक की पत्नी और बेटे की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव थी। बुजुर्ग को हाइपरटेंशन और डायबिटीज था।

दूसरी मौत( 21 मार्च): मुंबई में शनिवार रात 63 साल के एक मरीज ने दम तोड़ा। उन्हें डायबीटीज, हाई ब्लडप्रेशर और दिल की बीमारी थी। उन्हें 19 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया था। 21 मार्च की रात करीब 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। हालांकि, इसकी कोई भी विदेश यात्रा की हिस्ट्री नहीं थी।

तीसरी मौत(24 मार्च): 65 वर्षीय एक मरीज को खांसी और सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। स्थिति खराब होने के कारण उसकी सोमवार को ही देर रात मौत हो गई। कोरोना के अलावा उसे डायबीटीज और उच्च रक्तचाप की भी शिकायत थी। हाल ही में यह मरीज यूएई से मुंबई लौटा था और कुछ दिन के लिए अहमदाबाद भी गया था।

चौथी मौत(26 मार्च): 65 वर्षीय गोवंडी की एक महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत के बाद नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उसकी मौत हो गई, गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट के अनुसार महिला कोरोना पॉजिटिव थी।

पांचवी मौत(27 मार्च): 65 वर्षीय एक अन्य महिला को 23 मार्च को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया था। महिला को सांस लेने में तकलीफ के साथ ही बुखार और खांसी की समस्या थी। इलाज के दौरान गुरुवार को इस महिला की भी मौत हो गई। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत थी।

छठवीं मौत(28 मार्च): 85 वर्षीय सर्जन की 26 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मौत हो गई थी। प्राइवेट लैब से आई रिपोर्ट में उसमें कोरोना के लक्षण थे, हालांकि बीएमसी ने सरकारी लैब से उसकी फिर से जांच करवाई और 28 मार्च को घोषित किया कि डॉक्टर की मौत कोरोना के कारण हुई है। उन्हें भी डायबिटीज की शिकायत थी और सांस लेने में दिक्कत के बाद हॉस्पिटल मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था।

सातवीं मौत(29 मार्च): 40 वर्षीय महिला ने दम तोड़ा। इसे सीने में दर्द की शिकायत के बाद महानगरपालिका हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। महिला को हाइपरटेंशन की समस्या थी। उसे पिछले तीन दिनों से सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द हो रहा था।

आठवीं मौत(29 मार्च): राज्य के बुलढाणा में भी 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत संक्रमण के चलते हुई थी। उन्हें पहले निमोनिया की शिकायत बताई गई थी। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। रविवार को आई रिपोर्ट में पता चला कि वे कोरोना से संक्रमित थे।

नौवीं मौत(30 मार्च): सोमवार को पुणे में एक 52 साल के व्यक्ति की मौत हुई। यह पुणे में कोरोना संक्रमण से पहली मौत थी। वह पुणे और मुंबई के बीच अक्सर अपडटाउन करता था। मरीज को डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी। 25 मार्च को सांस लेने में दिक्कत के बाद उसे पुणे के दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।

दसवीं मौत(30 मार्च): सोमवार शाम को मुंबई में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत की जानकारी सामने आई। उसे ह्रदय सम्बंधित बिमारी, डायबिटीज और हाइपरटेंशन था।

ग्यारहवीं मौत(1 अप्रैल): पालघर जिले में कोरोना के चलते पहली मौत हुई है। यहां के ग्रामीण हॉस्पिटल में 28 मार्च को सांस लेने में दिक्कत के बाद एक 50 वर्षीय व्यक्ति को ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां मंगलवार दिन में उसमें कोरोना की पुष्टि हुई और देर शाम तक उसने दम तोड़ दिया। पीड़िता ठाणे की एक फैक्ट्री में काम करता था और उसका कोई अंतर्राष्ट्रीय या घरेलू यात्रा का इतिहास नहीं था। उसकी मौत के बाद फैक्ट्री के उन कर्मचारियों को ट्रेस कर उनकी जांच का काम किया जा रहा है, जो इसके संपर्क में आए थे।

बारहवीं मौत(1 अप्रैल): शहर के वर्ली इलाके में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती 75 वर्षीय बुजुर्ग की सोमवार को मौत हुई थी। उसे डायबिटीज और सांस लेने में दिक्कत थी। मृत होने के बाद उसकी कोरोना की जांच की गई और मंगलवार रात को उसमें कोरोना की पुष्टि हुई। फिलहाल उसके पूरे परिवार को घर में रखा गया है। बता दें कि वर्ली मुंबई का वह इलाका है जहां अब तक सबसे ज्यादा 14 मामले सामने आए हैं। जिसके बाद यहां के कोलीवाड़ा इलाके को सील कर दिया गया है।

4 अन्य मौतें(1 अप्रैल): राज्य स्वास्थ्य विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि अन्य 5 लोगों की मौत मुंबई के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के दौरान हुई। मरने वालों की उम्र 51, 84, 63 और 50 साल है। मृतकों की मौत के कारण की विस्तृत रिपोर्ट अभी आनी बाकी है, लेकिन इसकी पुष्टि की जा चुकी है कि ये सभी कोरोना पॉजिटिव थे।



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राज्य में गुुुरुवार सुबह तक कोरोना संक्रमण के 338 मामले सामने आ चुके हैं।




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दो दिन में 10 की मौत, अब तक 19 की जान गई; राज्य में कोरोना संक्रमितों के लिए 30 नए हॉस्पिटल बनेंगे

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता नजर आ रहा है। पिछले 48 घंटों में राज्य में संक्रमण से 10 लोगों की मौत हो गई। गुरुवार को 4 संक्रमितों की मौत हुई है। वहीं,बुधवार को राज्य में छह लोगों की जान संक्रमण से गई थी।इसे मिलाकर राज्य में संक्रमण से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 19 तक पहुंच गया। वहीं, गुरुवार को 88 नए पॉजिटिव केस मिले हैं, इनमें सबसे ज्यादा 54 मुंबई के हैं। राज्य में अब संक्रमितों की संख्या 423पर पहुंच गई है।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि राज्य में कोरोना के लिए 30 डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाए जाएंगे। इनमें कुल 2350 बेड होंगे। वहीं, कांदिवली के शताब्दी अस्पताल के 40 स्टाफ को क्ववारैंटाइन किया गया है। यहां भर्ती एक मरीज की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई है। वहीं, बुधवार को धारावी के एक बुजुर्ग की मौत और यहां से एक संक्रमित मिलने के बाद इस इलाके के 300 घरों को सील कर दिया गया है। वहीं,लातूर में मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले 120 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।

आज इन चार लोगों की हुई मौत
आज जिन चार लोगों की मौत हुई हैं उनमें मुंबई के नायर हॉस्पिटल में भर्ती एक 61 वर्षीय पुरुष शामिल है। उसे हाई ब्लड प्रेशर और कैंसर था। इनकी मौत कल दोपहर हुई है। इनके अलावा 29 मार्च को सायन के एक सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती 58 वर्षीय पुरुष, मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती 58 वर्षीय बुजुर्ग और कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती एक अन्य शख्स की मौत भी हुई है। इन सभी को हाई बल्ड प्रेशर और डायबिटीज था। इसके अलवा पुणे में भी एक महिला की मौत कोरोना के चलते हुई है। हालांकि, प्रशासन की ओर से उसकी मौत की पुष्टि होना बाकी है।

मुंबई में एक महिला और उसका दिन का बच्चा कोरोना पॉजिटिव मिला है।जानकारी के मुताबिक, महिला को प्रसव पीड़ा होने पर26 मार्च कोचेम्बूर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में महिला को एक बच्चा हुआ। बाद में दोनों की मां और बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। महिला के पति ने हॉस्पिटल पर आरोप लगाया कि उसकी पत्नी को कोरोना संक्रमित पाए गए व्यक्ति के बगल में बेड दिया था, जिससे वह संक्रमित हुई है।

कई स्वयंसेवी संस्थाएं हर दिन धारावी में हजारों लोगों के खाने का इंतजाम कर रही हैं।

एयरपोर्ट पर तैनात 5सीआईएसएफ जवानों को भी संक्रमण
कोरोनाकी चपेट में अब सीआईएसएफ के पांचजवान भी आ गए हैं। ये सभी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैनात थे। इससे पहले मुंबई के सीएसटी रेलवे पुलिस स्टेशन का एक कॉन्स्टेबल भी कोरोना से संक्रमित मिला था। रेलवे पुलिस के इस कॉन्स्टेबल को 30 मार्च को कल्याण के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसका कोरोना टेस्ट की रिपोर्टपॉजिटिव आई है।

5,000 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया: स्वास्थ्य मंत्री
राज्य में 5 हजार से ज्यादा लोगों की पहचान अधिक जोखिम वाले संदिग्ध कोरोना मरीजों के तौर पर की गई है। इन मरीजों को अलग-अलग क्वारैंटाइन सेंटर्स में रखा गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे यह जानकारी देते हुए कहा, 'इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि आने वाले दिनों में कोरोना वायरस से और लोग संक्रमित होंगे। क्योंकि जिन पांच हजार लोगों कोक्वारैंटाइन किया गया। वह सभी अब संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आए हुए लोग हैं।

पुणे के मांजरी इलाके में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर खाना बांटा।

मुंबई में 191 इलाके सील
मुंबई में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। राज्य में सबसे अधिक कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या मुंबई में ही है। बढ़ते मामलों को देखते हुए 191 से अधिक इलाके को सील कर दिया गया है। इनमें से 46 इलाके पश्चिम उपनगर और 48 इलाके पूर्वी उपनगर में हैं। दक्षिण मुंबई के 48 इलाकों में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इन क्षेत्रों में लोगों के आने-जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। मुंबई पुलिस लगातार इन क्षेत्रों की निगरानी कर रही है और लोगों से घरों में ही रहने की अपील कर रही है। बीएमसी यहां लगातार कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर रही है।।

पुणे में कई सेंटर पर ब्लड डोनेट करने वालों की भीड़ नजर आ रही है।

महाराष्ट्र में जमातियों की पहचान, 230 को किया क्वारैंटाइन
तबलीगी जमात के दिल्ली में हुए मरकज में महाराष्ट्र से शामिल होने वाले लोगों की पहचान का काम बुधवार कोतेजी से पूरे राज्य में की गई। राज्य के विभिन्न हिस्सों से बुधवार देर रात तक मिली जानकारी के मुताबिक, ठाणे पुलिस ने 25 लोगों को पकड़ा है, इनमें 13 बांग्लादेशी और 8 मलयेशियन नागरिक भी शामिल हैं। सभी को क्वारैंटाइन सेंटर भेज दिया गया है। अलावा इसके अहमदनगर से 29, औरंगाबाद से 47, पिंपरी-चिंचवड से 32, सोलापुर से 13, नांदेड से 16, अकोला से 10, परभणी से 3, चंद्रपुर से एक और नागपुर से 54 लोगों के तबलीगी जमात में शामिल होने की पुष्टि हुई है।

अहमदनगर की एक सब्जी मंडी के बाहर जमा भीड़। यहां लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग नजर नहीं आई।

कोरोना संक्रमितों की तलाश के लिए बनाया ऐप
सरकार के अलग-अलग विभागों ने मिलकर एक ऐसा मोबाइल ऐप तैयार किया है, जिससे कोरोना मरीजों की पहचान आसानी से की जा सकेगी। यही नहीं, यह ऐप क्वारैंटाइन में रखे गए मरीजों पर भी नजर रखेगा। नासिक जिले में इसका ट्रायल सफल रहा है। अब इसे राज्य के अन्य हिस्सों में किया जाएगा।

पुणे के दादानगर में कर्फ्यू के बावजूद जमा भारी भीड़।

उद्धव से पीएम मोदी ने की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर बातचीत की है। बताया जा रहा है कि पीएम नेउद्धव को पिछले महीने नई दिल्ली में तब्लीगी जमात के आयोजन से मुंबई और राज्य के अन्य हिस्से में पहुंचे लोगों का पता लगाने, जांच करने कोकहा है। गुरुवार को पीएम मोदी सभी राज्यों को मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरनावायरस को लकेर चर्चा करेंगे।

धुले जिले में लॉकडाउन के नियम को समझाने के लिए पुलिस ने कुछ ऐसा तरीका खोजा है।
हैदराबाद से राजस्थान जा रहे चार ट्रकों को वाशिम जिले में पकड़ा गया। इसमें सवार 235 मजदूरों को हिरासत में लिया गया है।


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महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं। राज्य में करीब पांच हजार लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है।




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सड़कों पर नाचे मोर; सोशल मीडिया पर वीडियो हो रहा वायरल, एक यूजर ने लिखा- लगता है मोर का लॉकडाउन खत्म हो गया

लॉकडाउन के बीच मुंबई की सड़कों पर मोर नाचे, सोशल मीडिया पर इसका वीडियो खूब वायरल हो रहा है। एक्ट्रेस जूही चावला ने भी इसकी फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। वहीं, एक यूजर ने लिखा- लगता है मोर का लॉकडाउन खत्म हो गया है।

वायरल वीडियो में मोर का झुंड मुंबई की सड़कों पर डांस कर रहा है। एक्ट्रेस जूही चावला ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकाफोटो शेयर किया है। इस पर लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं।एक यूजर ने लिखा- मुंबई में मोर नाचा किसने देखा।एक अन्य यूजर ने लिखा कि यह तस्वीर मार्मिक है। ऐसा लगता है कि कई सालों बाद मोर का लॉकडाउन खत्म हुआ है। गौरतलब है कि कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते पूरा देश लॉकडाउन है। ऐसे में फिल्म स्टार सहित आम लोग भी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं।



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मुंबई की सड़कों पर घूमते मोर की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं।
Peacock dances on the streets of Mumbai, video is going viral on social media, one user says peacock lockdown ends




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शिवसेना ने सामना में लिखा-यह एक अमानवीय और हानिकारक घटना है

शिवसेना ने कोरोना वायरस फैलने के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन में धार्मिक सभा आयोजित किए जाने को अमानवीय कृत्य बताया और इसके आयोजकों की कड़ी निंदा की। दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मुख्यालय में विदेशों और देशभर के राज्यों से आए कई हजार लोगों ने शिरकत की थी और यह देश में कोविड-19 फैलने का मुख्य स्रोत बन गया है।

'यह एक अमानवीय और हानिकार घटना है'
शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में छपे संपादकीय में कहा, 'इन लोगों ने इस्लाम के नाम पर इस प्रकार की सभा करके कौन सी धार्मिक और राष्ट्रीय सेवा की है? दरअसल यह अमानवीय और हानिकारक है।' सामना में कहा गया है, 'इस्लामी देशों में मस्जिदें बंद कर दी गई हैं और लोगों को घरों में रहकर नमाज अदा करने को कहा गया है। मक्का और मदीना में भी बंद लागू है।'

'इस समारोह ने बढ़ाई देशभर की चिंता'
संपादकीय में आगे कहा गया है कि इस समारोह ने देश में कोरोना वायरस को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। 'इस कार्यक्रम में देशभर के 22 राज्यों और आठ अन्य देशों से पांच हजार से अधिक लोग शामिल हुए। इन 5,000 लोगों में से दो हजार विदेशी नागरिक थे।'

'ऐसे लापरवाही को माफ नहीं किया जा सकता'
सामना में शिवसेना ने आगे कहा, 'इन लोगों में से 380 संक्रमित पाए गए हैं। यह ऐसी लापरवाही है जिसे माफ नहीं किया जा सकता। यह कट्टरपंथियों के अहम को दर्शाती है।' संपादकीय में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्होंने आयोजकों से सभा रोकने को कहा था। दूसरी ओर, आयोजकों ने कहा है कि पुलिस और प्रशासन ने सभा में शामिल होने आए लोगों को बंद के दौरान बाहर जाने के लिए पास नहीं दिए। इसमें कहा गया है, 'सच्चाई तो यही दोनों जानते हैं, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद पुलिस ने जिस प्रकार शाहीन बाग प्रदर्शन स्थल को खाली कराया, उसी प्रकार इस समारोह को भी बल प्रयोग से रोका जा सकता था।'

'यह धर्म का नहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य का मामला'
शिवसेना ने आगे यह भी लिखा, 'यह धर्म का नहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य का मामला हैं। मुस्लिम समुदाय भी इस कदम की सराहना करता। बंद का उल्लंघन करना अन्य लोगों के जीवन से खेलना है। यह मामला उन लोगों के लिए मुद्दा बन गया है जो हिंदू-मुसलमान की राजनीति करना चाहते हैं।'



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Shiv Sena Mumbai Coronavirus Latest Updates | Shiv Sena Mouthpiece Saamna on Tablighi Jamaat Nizamuddin Congregation




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होम क्वारेंटाइन की मोहर के बावजूद बाहर घूम रहे एक ही परिवार के 15 सदस्यों को पकड़ा गया, केस दर्ज

होम क्वारेंटाइन की मोहर लगे होने के बावजूद सड़कों पर घूमने वाले एक ही परिवार के 15 लोगों को पुणे के मावल इलाके से पकड़ा गया है। सभी को हिरासत में लेकर गुरुवार दोपहर सरकारी क्वारेंटाइन सेंटर में ले गया। इनमें दो पुरुष, चार महिलाएं और 9 नाबालिग शामिल हैं। ये सभी एक मिनी बस में घूम रहे थे।पुराने पुणे-मुंबई हाइवे से पकड़े गए सभी लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कानून और महामारी रोग अधिनियम के उल्लंघन का केस दर्ज किया गया है।

अंतिम संस्कार में शामिल होने गए और उस्मानाबाद में फंस गए

पुलिस के मुताबिक, परिवार के सदस्य 21 मार्च को राज्य के उस्मानाबाद जिले में रुमगांव में एक रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने गए थे। 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनता कर्फ्यू घोषित किए जाने के चलते सभी लोग वहीं रुके रहे। उसके बाद महाराष्ट्र में लॉक डाउन की घोषणा की गई्। सभी लोग वापसी की योजना बना रहे थे कि एक बार फिर कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई्। इसके चलते ये परिवार उस्मानाबाद में ही रह गया। यहां उन्हें होम क्वारेंटाइन पर रहने की सूचना देकर उनके हाथों पर वैसी मुहर लगाई गई थी।

400 किलोमीटर तक पुलिस को दिया चकमा
अधिकारी ने बताया कि घर में कुछ दिन बिताने के बाद परिवार के सदस्यों ने पुणे लौटने की इजाजत मांगी जिससे, स्थानीय अधिकारियों ने इंकार कर दिया। मंगलवार की रात परिवार ने एक मिनी बस भाड़े पर ली और उस्मानाबाद से फरार हो गया। उन्होंने पूरे रास्ते में पुलिस को चकमा देते हुए 400 किलोमीटर की दूरी तय कर ली लेकिन जैसे ही वे पुणे-मुंबई हाइवे पर पहुंचे उनकी किस्मत दगा दे गई्।

ऐसे पकड़ा गया परिवार
वडगांव-तलेगांव फाटा में नकाबंदी के दौरान पुलिस ने वाहन को संदिग्ध देखकर पूछताछ की तो सारा मामला सामने आ गया। वाहन में दो पुरुष, चार महिलाएं और नौ नाबालिग समेत कुल 15 लोग सवार थे। पुणे ग्रामीण पुलिस ने अधिकारी ने कहा कि हमने अब सभी लोगों को सरकारी क्वारेंटाइन सेंटर में रखा है।

दो साल की हो सकती है जेल
मामले में मुंबई में कपड़ा व्यवसाय चलाने वाले परिवार के 29 वर्षीय एमएस शेख को आरोपी बनाकर वडगांव मावल पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, क्वारेंटाइन अवधि पूरी होने के बाद मुकदमा चलाया जाएगा। आईपीसी की धारा 188 के तहत उल्लंघन करने पर दो साल तक जेल की सजा हो सकती है।



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pune Despite the quarantine stamp, 15 members of the same family roaming outside were arrested, case registered




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महाराष्ट्र में 335 मरीजों का एनालिसिस किया, इसमें 67% संक्रमितों में बीमारी के लक्षण ही नहीं नजर आ रहे हैं

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। यहां शुक्रवार को संक्रमितों का आंकड़ा 423 तक पहुंच गया। वहीं, राज्य में अब तक 21 लोगों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना के लक्षण को समझने के राज्य के मेडिकल एजुकेशन और ड्रग विभाग ने बुधवार तक संक्रमित मिले335मरीजों का एनालिसिस किया। इसमें बीमारी के लक्षण, बॉडी पर असर और ट्रांसमिशन को समझने की कोशिश की। इसमें कुछ अहम बातेंनिकल कर आई हैं।

67%संक्रमितों में कोरोना बीमारी के लक्षण ही नहीं

335 मरीजों के एनालिसिस में यह बातसामने आई कि कोरोना के संक्रमित मिले67%लोगों में इसके लक्षण ही नजर नहीं आ रहे हैं। यानी कोरोना संक्रमण के जो लक्षण होते हैं जैसे खांसी-जुकाम या बुखार वह इनमें नहीं है। लेकिन, रिपोर्ट में वायरस की पुष्टि हो रही है।इनमें से कई ऐसे भीहैं जिनकी दो-दो बार तक रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि कई बार कोरोना संक्रमण बाद में असर दिखाता है या फिर कई बार व्यक्ति को खुद के संक्रमित होने का पता ही नहीं चलता है। लेकिन वह दूसरो को संक्रमित करता रहता है।

41- 50 साल के बीच के लोग ज्यादाहुए संक्रमित
41 से50 साल के बीच के लोग ज्यादा संक्रमित हुए हैं। डॉक्टर इसका कारण इस उम्र के लोगों का घर से ज्यादा बाहर निकालना मानते हैं। ऐसे में संक्रमण का एक कारण यह भी हो सकता है। वहीं,सबसे कम 81-90 साल के बीच हैं। माना जा सकता है कि इस उम्र के लोग घरों में रहते हैं। ऐसे में संक्रमण से बचे रहे। आठऐसे भी मरीज हैं जिनकी उम्र 1 से 10 साल के बीच है।

उम्र(साल) मरीजों की संख्या
1-10 08
11-20 26
21-30 66
31-40 69

41-50

71
51-60 41
61-70 40
71-80 11
81-90 03

संक्रमित मरीजों में 61% पुरुष

एनालिसिसमें यह भी सामने आया है कि 335 में से 130 यानि 39 % महिलाएं और 205 यानि 61% प्रतिशत पुरुष हैं। करीब3% यानि 9 मरीजों की हालत गंभीर है। वहीं 42 को नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया जा चुकाहै।

मृतकों में सबसे ज्यादा 61-70 साल के बीच

संक्रमण के चलतेजिन लोगों की मौत हुई है। उसमें आठ लोगों की उम्र61-70 साल के बीच थी। इसके बाद 51-60 साल के बीच के चार, 71-80 साल के बीच तीन, 81-90 साल के बीच दो लोगों की जान गईहै।

24% संक्रमितों की ट्रैवल हिस्ट्री, 18% इनके कांटेक्ट में आने से संक्रमित हुए

प्रदेश में82 संक्रमित मिले लोग यानी24% ऐसे हैं जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री रही है। 18% यानि 60 ऐसे हैं जो इनके कांटेक्ट में आने से संक्रमित हुएहैं।इनमें बड़ी संख्या में उनके परिवार वाले शामिल हैं। वहीं 26(8%) मरीज ऐसे हैं जिनके संक्रमित होने का कारण स्पष्ट नहीं है। अब तक 167 मरीजों की जांच जारी है।कोरोना संक्रमित मरीजों में सबसे ज्यादा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आएहैं। दूसरे नंबर पर ये मरीज अमेरिका से आने वाले हैं। इसके बाद ब्रिटेन,फिलीपींस, सऊदी अरब से आने वाले मरीज हैं।

97% संभावितों की रिपोर्ट नेगेटिव आई
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 3 अप्रैल तक राज्य में 10615 लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ है। इसमें से 97 प्रतिशत की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इनमें से 7906 केस सरकारी लैब में और 2967 केस प्राइवेट लैब में हुए। प्राइवेट लैब में हुए 99.93 प्रतिशत केस नेगेटिव आए हैं।

महाराष्ट्र में किस दिन सामने आए कितने मामले..

राज्य में सबसे ज्यादा 100 केस तीन से 4 मार्च के बीच आए हैं।

महारष्ट्र में कहां-कितने मरीज?

जिला रोगी ठीक हुए मृत्यु
मुंबई 235 14 15
पुणे (शहर+ग्रामीण) 45 9 2
पिंपरी चिंचवड 15 10
सांगली 25
नागपुर 16 4
कल्याण-डोंबिवली 10
नवी मुंबई 13 1
अहमदनगर 17 1
ठाणे 8
वसई-विरार 6 1
यवतमाल 4 3
बुलढाणा 5 1
सातारा 2
पनवेल 3
कोल्हापुर 2
उल्हासनगर 1
गोंदिया 1
औरंगाबाद 3 1
सिंधुदुर्ग 1
नासिक 1
पालघर 1 1
रत्नागिरी 1
जलगांव 1
हिंगोली 1
उस्मानाबाद 1
अन्य राज्य (गुजरात) 1
कुल 423 41 21


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महाराष्ट्र में शुक्रवार तक कोरोना संक्रमण के 400 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। संक्रमण से अब तक 21 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
मुंबई में संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए 200 से ज्यादा कालोनियों को सील कर दिया है। इन इलाकों में संक्रमित मरीज मिले थे।