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पालघर में सैनेटाइजर फैक्ट्री में धमाका, दो की मौत; कई किमी. तक सुनाई दी धमाके की आवाज

पालघर के बोईसर इंडस्ट्रियल इलाके में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में सोमवार कोधमाका हुआ है। धमाके की आवाज कई किलोमीटर तक सुनाई दी है। धमाके के बाद फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लग गई है। इसमें दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है।दमकल विभाग आग बुझाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, केमिकल होने के चलते अभी तक आग बुझ नहीं पाई है।

धमाके के बाद पूरी फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। जांच में सामने आया है कि आग एक गैस सिलेंडर लीक होने के बाद लगी है।

जानकारी के मुताबिक,इंडस्ट्रियल एरिया के एम-3 इलाके में स्थित गैलेक्सी सरफैक्ट नाम की इस फैक्ट्री में इस समय सैनिटाइजर बनाने का काम चल रहा था। इसी दौरान वहां तेज धमाका हुआ। हादसे के बाद फैक्ट्री में कितने कर्मचारी थे। इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। कुछ कर्मचारियों के घायल होने की सूचना आई है, जिन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।



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पालघर के बोईसर इंडस्ट्रियल इलाके में स्थित केमिकल फैक्ट्री में धमाके के बाद आग लग गई। इसमें अंदर का हिस्सा जल गया। पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है। दमकल की टीम आग बुझाने का काम कर रही है।




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30 दिन तक नौसेना के क्वारैंटाइन सेंटर में रहने के बाद ईरान से आए 44 लोगों को वापस घर भेजा गया

घाटकोपर के भारतीय नौसेना की क्वारैंटाइन सुविधा केंद्र में ईरान से बचाए गए 44 लोग को नेगेटिव पाए जाने के बाद 30 दिन तक क्वारैंटाइन रखा गया था और रविवार शाम को सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया। इन्हें इंडियन एयरफोर्स के स्पेशल प्लेन से श्रीनगर रवाना किया गया। इनमें 22 महिलाएं भी शामिल थीं। यहां से जाने से पहले एक बार फिर सभी की स्क्रीनिंग नेवी के डॉक्टरों की ओर से की गई।

नौसेना केक्वारैंटाइन सेंटर में एक मरीज की जांच करती नेवी की महिला डॉक्टर्स।

नेवी के एक अधिकारी ने बताया कि सभी में 28 मार्च को कोविड-19 जांच में निगेटिव पाया गया था। नौसेना के चिकित्सा स्टाफ की एक टीम ने इनके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की। इन्हें एक खास क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया था। सभी के लिए पुस्तकालय, टीवी कक्ष, इनडोर स्पोर्ट्स, एक छोटा व्यायामशाला और सीमित क्रिकेट किट उपलब्ध करवाई गई थी।

इनमें से कुछ लोग लद्दाख के रहने वाल भी हैं। श्रीनगर पहुंचने के बाद सेना की एक टीम उन्हें उनके घरों तक पहुंचाने का काम करेगी। वापसी की यात्रा से पहले सभी को पैक भोजन, जलपान और दो-दो हाथ से सिले मास्क दिए गए थे।



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ईरान से लौटे 44 लोगों के ग्रुप में 22 महिलाएं शामिल हैं। श्रीनगर भेजने से पहले सभी की स्वास्थ्य जांच की गई।




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वधावन मामले में शिवसेना का पूर्व सीएम पर निशाना, लिखा-सरकार के नाम को मिट्टी में मिलाने की साजिश नाकाम हुई

लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र के आईपीएस अधिकारी और प्रमुख सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता के लैटर को लेकर महाबलेश्वर जाने वाले वधावन ब्रदर्स पर महाराष्ट्र में राजनीति जारी है। दो दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जहां उद्धव ठाकरे सरकार की नीयत पर सवाल उठाए हैं, तो वहीं सोमवार को शिवसेना ने उन पर पलटवार किया है। शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में कहा गया है कि जिस आईपीएस अधिकारी ने कपिल और धीरज वधावन को लॉकडाउन में भी महाबलेश्वर हिल स्टेशन जाने की अनुमति दी उनकी गृह विभाग में नियुक्ति पिछली सरकार (देवेंद्र फडणवीस सरकार) में हुई थी। ऐसे में ये महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार को संकट में डालने वाली एक साजिश नजर आ रही है।

इससे पहले पूर्व सीएम फडणवीस ने दावा किया था, "एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के लिए इस गलती का परिणाम जानने के बावजूद खुद से ऐसी गलती करना संभव नहीं है।"


'सरकार के नाम को मिट्टी में मिलाने की साजिश नाकाम हुई'
शिवसेना ने इसे 'साजिश' करार देते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि वास्तव में आईपीएस अधिकारी और गृह विभाग के प्रमुख सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता द्वारा लेटरहेड (8 अप्रैल को) पर अनुमति देने के पीछे किसका हाथ हो सकता है।शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में सोमवार को कहा, " पिछले चार महीनों की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के नाम और उसकी सभी उपलब्धियों को मिट्टी में मिलाने की साजिश थी, लेकिन यह सफल नहीं हुआ।"

अमिताभ गुप्ता के खिलाफ जारी है जांच
गुप्ता और गृह मंत्री अनिल देशमुख को लेकर विपक्ष के बवाल मचाने के बीच, बाद में तुरंत अधिकारी को 'अनिवार्य छुट्टी' पर भेज दिया गया और एक वरिष्ठ नौकरशाह द्वारा 15 दिनों में जांच पूरा करने के लिए एक जांच समिति गठित की गई।12 अप्रैल (रविवार) को यस बैंक घोटाले में नामित भाइयों-कपिल वधावन और धीरज वधावन ने अपने वकीलों के माध्यम से एक विस्तृत बयान जारी किया, जिसमें दावा किया गया कि वे खंडाला (पुणे में हिलस्टेशन) से महाबलेश्वर (सतारा में हिलस्टेशन) में अपने पैतृक घर कोरोनावायरस महामारी के संकट से बचने के लिए शिफ्ट हुए थे।

अमिताभ की विपक्ष संग साठगांठ का आरोप
इस मुद्दे पर एमवीए का बचाव करते हुए, 'सामना' में कहा गया कि गुप्ता को महत्वपूर्ण पद पर इसलिए नियुक्त किया गया था, क्योंकि फडणवीस को स्पष्ट रूप से उनकी दक्षता पर भरोसा था। सामना के संपादकीय में आगे कहा गया, "अब उस अधिकारी ने वधावन परिवार पर विशेष अनुग्रह किया और राज्य प्रशासन के लिए समस्याएं पैदा करने की कोशिश की। यह उजागर हो रहा है कि वास्तव में एमवीए सरकार के लिए संकट पैदा करने के लिए गुप्ता के फैसले के पीछे कौन था।"

सरकार के बचाव में शिवसेना ने दिया यह तर्क
सामना ने कहा गया है कि अगर एमवीए सरकार वास्तव में वधावन भाइयों और उनके 21 अन्य पारिवारिक सदस्यों की मदद करना चाहती तो "सतारा जिले के अधिकारी उन्हें क्यों रोकते, उन्हें सरकारी क्वारंटीन में क्यों भेजते और उनके (पांच) वाहनों को क्यों जब्त करते।" सामना ने यह स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार अमीर, रसूखदार व्यक्तयों या गरीबों, आम लोगों के बीच कोई अंतर नहीं करती है, जो बड़ी कठिनाइयों के साथ लॉकडाउन का सामना कर रहे हैं।



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पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस(बाएं) ने वधावन और उद्धव ठाकरे(दाएं) सरकार के कुछ नेताओं के बीच संबंध होने का आरोप लगाया था।




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मंत्री जितेन्द्र आव्हाड ने खुद को किया क्वारैंटाइन, साथ रहने वाले सुरक्षा अधिकारी में हुई है कोरोना की पुष्टि

महाराष्ट्र के आवास मंत्री जितेन्द्र आव्हाड ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित एक पुलिस अधिकारी के संपर्क के आने के कारण उन्होंने पृथक रहने का फैसला किया है । मंत्री ने ट्विटर पर एक संदेश जारी कर कहा कि पहली जांच में वह कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाए गए, लेकिन उन्होंने 14 दिन पृथक रहने का फैसला किया है।

आव्हाड ने कहा, 'मेरे साथ चलने वाले एक पुलिस अधिकारी में संक्रमण की पुष्टि हुई है । इसलिए मैंने पृथक रहने का फैसला किया है ।' राकांपा नेता ने कहा कि उन्होंने जांच करायी लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई । लेकिन डॉक्टरों की सलाह के मुताबिक वह अगले 14 दिन पृथक रहेंगे।

उन्होंने कहा, 'कोरोना वायरस के लिए पहली जांच में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई । आठ दिन बाद फिर से जांच होगी और मुझे उम्मीद है कि इसमें भी यही नतीजे आएंगे।'

जितेंद्रआव्हाड का ट्वीट....

मंत्री ने कहा-क्वारैंटाइन पीरियड के बाद फिर आउंगा
मंत्री ने कहा कि संक्रमण की पुष्टि नहीं होने और पृथक रहने के लिए जरूरी अवधि पूरी करने के बाद वह लोगों की सेवा करने के लिए फिर से निकलेंगे। आव्हाड ठाणे जिले के कलवा-मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जहां पिछले कुछ सप्ताह में कई लोग संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले लोगों से घर में रहने की अपील करते हुए कहा था कि ऐसा नहीं करने पर इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।आव्हाड खुद को पृथक करने वाले राज्य के पहले मंत्री हैं।



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मंत्री जितेंद्र आव्हाड महाराष्ट्र के एक तेजतर्रार नेता माने जाते हैं और अकसर अपने बयानों को लेकर विवादों में रहते हैं।




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देश में मुंबई पहला ऐसा शहर जहां 100 मौतें हुई; यहां 1549 कोरोना पॉजीटिव मरीज आ चुके हैं

सोमवार को कोरोना की वजह से मुंबई में 9 मरीजों की मौत हो गई है। इनमें से 7 में डायबिटीज और हाइपरटेंशन की समस्या थी, जबकि दो में अन्य बीमारियां थी। पिछले 96 घंटे में यहां 46 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मृतकों का आंकड़ा बढ़कर मुंबई में बढ़कर 100 तक पहुंच गया है।मुंबई देश का पहला ऐसा शहर बन गया है जहां 100 से ज्यादा मौतें हुईं हैं। वर्तमान समय में यहांकुल 80 स्क्रीनिंग सेंटर चल रहे हैं।

बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार- सोमवार को कोरोना के 150 नए मामले मुंबई में दर्ज हुए हैं। यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1549 हो गई है। सोमवार को जिनमरीजों की मौत हुई, उनमें सबसे कम की उम्र 42 साल और सबसे ज्यादा की 87 साल है। इनमें से 6 महिलाएं और तीन पुरुष हैं।

बीएमसी ने जारी की एडवाइजरी
बीएमसी ने एक एडवाइजरी जारी कर कहा है- जिन्हें भी डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हॉर्ट की बीमारी है वह घर में ही रहे। बीएमसी की ओर से कहा गया है कि बुजुर्गों और जिनमें बुखार और खांसी के लक्षण हैं, वे तुरंत पास के जांच केंद्र में जाकर अपनी जांच करवाएं। बीएमसी की ओर से बताया गया है कि 87 परसेंट मौतें डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारी के कारण ही हुई हैं। जबकि 7 से 8 परसेंट मौतें, हार्ट डिजीज और उम्र संबंधित बीमारियों के कारण हुई हैं।

मुंबई के हॉस्पिटल बने कोरोना के हॉटस्पॉट

मुंबई में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ ही अब यहां के अस्पताल कोरोना के गढ़ बनते जा रहे हैं। मुंबोई के ताड़देव स्थितभाटिया अस्पतालमें रविवार को 11 और स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। यहां अब तक कुल 25 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। मुंबई केवॉकहार्ट अस्पतालके बाद भाटिया दूसरा कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है। वॉकहार्ट से अब तक 52 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जिसके बाद उसे सील कर दिया गया था।

अब ताजा मामला सेवन हिल्स हॉस्पिटल का है, जहां 2 डॉक्टरों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके अलावा सायन हॉस्पिटल के डॉक्टर को भी कोरोनावायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है। सायन हॉस्पिटल के डीन और सेवन हिल्स हॉस्पिटल के वर्तमान इंचार्ज डॉक्टर मोहन जोशी ने बताया कि शनिवार से रविवार तक सेवन हिल्स अस्पताल में दो डॉक्टरों में कोरोना की पुष्टि हुई है।

मुंबई के किस हॉस्पिटल में कितने मरीज?

अस्पताल कोविड-19 मरीज
वॉकहार्ट अस्पताल 52
भाटिया अस्पताल 25
नूर अस्पताल 1
साबू सिद्धीकी अस्पताल 1
नायर अस्पताल 1
सैफी अस्पताल 1
सेवन हिल्स अस्पताल 2
सायन अस्पताल 1


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मुंबई में मृतकों की संख्या बढ़कर 100 के पार पहुंच चुकी है।




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24 घंटे में 11 मौतें, संक्रमण के सबसे ज्यादा 352 नए केस सामने आए; बीएमसी में 4 और आईएएस तैनात किए

महाराष्ट्र में संक्रमण के चलते मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमवार को राज्य में संक्रमण से 11 की मौत हुई। इसमें 10 मुंबई और इसके आसपास के इलाके में हुई जबकि एक की जान पुणे में गई है। इसके साथ ही राज्य में संक्रमण से होने वाली मौतों का आंकड़ा 160 पर पहुंच गया है। इसमें 100 मौतें मुंबई में हुई है। वहीं, राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शनिवार को संक्रमण के 352 नए केस सामने आए हैं। यह राज्य में एक दिन में सामने आए संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले हैं। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 2334 पर पहुंच गई है।


इसी बीच, राज्य के आवास मंत्री जितेन्द्र आव्हाडने खुद को किया क्वारैंटाइन कर लिया है। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर खुद दी। मंत्री ने कहा कि उनके संपर्क में रहने वााले एक पुलिस अधिकारी में संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने खुद की जांच कराई तो रिपोर्ट निगेटिव आई है। लेकिन, एहतियात के तौर पर वह 14 दिन होम क्वारैंटाइन रहेंगे।

राज्य सरकार ने चार अतिरिक्त अफसर तैनात किए

मुंबई संक्रमण का एपिसेंटर बना हुआ है। मुंबई में संक्रमण पर काबू पाने के लिए बीएमसीमें9 आईएएस अफसरों को तैनात किया गया है। आमतौर पर बीएमसी में पांच आईएएस होते हैं। लेकिन, उद्धव सरकार ने चार अतिरिक्त अफसरों को यहां तैनात किया है।

नागपुर में एक दिन में 17 पॉजिटिव मिले

उधऱ,नागपुर में रविवार को 17 नए पॉजिटिव मिले। शहर में एक दिन में मिले संक्रमितों की यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। सभी मरीज आइसोलेशन वार्ड मेंथे।शहर में अब44 संक्रमित हो गए हैं। इनमें से 8 इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं जबकिएक की मौत हुई है।

बीएमसी ने बुजुर्ग मरीजों को घर पर रहने की हिदायत दी

मुंबई में जिन अफसरों के पास मुंबई को संक्रमण से बचाने की जिम्मेदरी है उनमें,बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी, एडिशनल कमिश्नर की जिम्मेदारी संभाल चुकीं मनीषा म्हैसकर, अश्विनी भिड़े, एम. रामास्वामी, सुरेश काकानी, आशुतोष सलिल, पी. वेलूरासू, ए. जरहाड, जयश्री भोज हैं।इस बीच, बीएमसी ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि जिन्हें भी डायबिटीज, हाइपरटेंशन औरदिल की बीमारी है वह घर में ही रहे। बीएमसी के मुताबिक शहर में 87% मृतकों को डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारी थी। जबकि 7-8% दिल और उम्र संबंधित बीमारियों से पीड़ित थे। उधर,पुणे के ससून हॉस्पिटल में एक महिला और एक पुरुष की सोमवार को कोरोना से मौत हो गई। महिला मरीज की उम्र 40 जबकि पुरुष 50 साल का था। महिला को डायबिटीज और पुरुष को किडनी संबंधित बीमारी थी। महाराष्ट्र में आज कुल 11 मौतें हो चुकी हैं।

30 दिन पहले ईरान से भारत लाए गए 44 लोगों को घाटकोपर के एक आइसोलेशन सेंटर में रखा गया था। रविवार को इन्हें एयरफोर्स के विमान से जम्मू-कश्मीर भेजा गया। सभी इसी राज्य के निवासी हैं।

अपडेट्स:

  • मुंबई मेंएशिया की सबसे बड़ी स्लम बस्ती धारावी में सोमवार को एक और संक्रमित की मौत हुई। यहां मृतकों का आंकड़ा पांच हो गया। 15 नए मरीज हैं। अब कुल संक्रमित 47 हो गए हैं। पूरी बस्ती को सील कर दिया है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
  • इंडियन नेवी द्वारा ईरान से लाए गए 44 भारतीयअपने राज्य जम्मू-कश्मीर लौट गए हैं। ये सभी 30 दिन से घाटकोपर के क्वारैंटाइन सेंटर में थे। इनमें से 22 महिलाएं हैं। सभी को वायुसेना के विशेष विमान सेश्रीनगर भेजा गया।
  • मुंबई मेंहिंदमाता ब्रिज के नीचे कैंप बना कर रखे गए टाटा हॉस्पिटल के मरीजों और उनके अटेंडेंट्स को अंधेरी के होटल कैपिटल भेज दिया गया। मेयर किशोरी पेडणेकर ने बताया, ‘मैंने वहां का दौरा किया और लोगों को भरोसा दिया कि उनके रहने-खाने का उचित प्रबंध किया जाएगा।’

  • मुंबई मेंवर्ली स्थित पोद्दार कॉलेज में शहर के पहले डिसइंफेक्शन चैंबर को शुरू किया गया है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने रविवार को धारावी में पांच हजार लोगों को राशन मुहैया कराया।

तीन पत्रकार पॉजिटिव
मुंबई में बड़े अखबार समूह से जुड़े तीन पत्रकार संक्रमित हो गए हैैं।ये सभी उस 40 सदस्यों की टीम के सदस्य थे जो बांद्रा के एक होटल में रुके हुए थे और हर दिन यहीं से ऑफिस जा रहे थे।घटना के बाद अन्य 37 लोगों को बांद्रा के एक होटल में क्वारैंटाइन कर दिया गया है।।

मास्क की अहमियत समझा रही पुलिस

वीजा नियमों का उल्लंघन : 156 विदेशियों पर एफआईआर

दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में शामिल हुए जिन 156 विदेशियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, उन पर वीजा नियमों के उल्लंघन के आरोप में भी कार्रवाई की गई है। गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि इन लोगों के खिलाफ 5 एफआईआर दर्ज की गई हैं। सभी आरोपी पर्यटन वीजा परभारत आए थे। इसका उल्लंघन कर तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए।

केंद्र की तरह राज्यों को भी चाहिए सीएसआर
प्रधानमंत्री राहत कोष को दरकिनार कर बनाए गए 'पीएम केयर फंड' में सीएसआर का पैसा जमा कराए जाने की अनुमति दिए जाने के बाद राज्यों ने भी मुख्यमंत्री राहत कोष को सीएसआर का पैसा दिए जाने की मांग की है। राकांपा विधायक रोहित पवार ने कहा है कि 'पीएम केयर फंड' को अनुमति देना और मुख्यमंत्री राहत कोष को अनुमति न देना भेदभावपूर्ण फैसला है। नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सीएसआर कानून कांग्रेस सरकार ने बनाया था।

तस्वीर अहमदनगर की है। सोमवार सुबह यहां सब्जी मंडी में काफी भीड़ नजर आई। इस दौरान लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया।

12 कंपनियां बनाएंगी किट

राज्य की 12 कंपनियों को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) और एन-95 मास्क का उत्पादन करने की अनुमति मिल गई है। जल्द ही कंपनियां उत्पादन शुरू करेंगी, जिससे आने वाले दिनों में राज्य में पीपीई और मास्क के लिए हो रही दिक्कत में कमी आ सकती है। कोरोना से लड़ाई में अकेलेबीएमसी यानी मुंबई में हीरोजाना 5 हजार पीपीई की जरूरत है।

पालघर : फैक्ट्री मेें ब्लास्ट, दो लोगों की मौत

महाराष्ट्र के पालघर के तारापुर केमिकल जोन की एक फैक्ट्री में सोमवार को ब्लास्ट हो गया। दो लोगों की मौत हो गई जबकिएक घायल है। केमिकल जोन में 105 कर्मचारी और अधिकारी मौजूद थे। इस फैक्ट्र में साबुन, डिटर्जेंट के साथ ही सैनिटाइजरबनाया जा रहा था। सरकार ने लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामान बनाने वाली फैक्ट्रियों में काम की मंजूरी दे रखी है। जनवरी में तारापुर के इसी केमिकल जोन की एक अन्य फैक्ट्री में भी विस्फोट हुआ था। तब 6 लोगों की मौत हुई थी।



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तस्वीर मुंबई के हिंदमाता ब्रिज के नीचे रविवार को ली गई। यहां टाटा हॉस्पिटल में चेकअप कराने आए मरीज और उनके अटेंडेंट्स रुके हुए थे। ये सभी लॉकडाउन के चलते मुंबई में फंस गए थे। इसकी जानकारी जब मेयर को हुई तो उन्होंने सभी को अंधेरी के होटल में शिफ्ट कराया।




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पुणे में युवक बोला- अगर मैं बाहर निकला तो... पुलिस ने कहा- हम आपको बेवजह अंदर कर दें तो? क्या यह सही होगा

कोरोना को हराने के लिए देशभर में लॉकडाउन जारी है। हमारे योद्धा पुलिसकर्मी सड़कों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रख रहे हैं। वे बेवजह सड़कों पर निकलने वालों को सबक तो सिखा ही रहे हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर बेतुकी बातें करने वालों की भी क्लास लगा रहे हैं। दरअसल, महाराष्ट्र की पुणे पुलिस ने रविवार को ट्विटर पर लॉकडाउन स्पेशल ‘फन डे’ मनाया। इस दौरान उन्होंने एक पजल गेम खेला और लोगों से जवाब मांगे। साथ ही लोगों के सवालों के जवाब भी दिए।

इस बीच सुहास पाटिल नाम के शख्स ने पुणे पुलिस को टैग करते हुए लिखा- ‘अगर मैं बाहर निकला तो...?’ इस ट्वीट पर पुणे पुलिस जवाब देते हुए लिखा- ‘अगर हम आपको अंदर कर दें तो? अगर हम बिना बात के किसी को अंदर कर दें तो क्या सही होगा? तो फिर बिना बात के बाहर जाना कैसे सही है?’ इस जवाब को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने पुणे पुलिस की जमकर तारीफ की। वहीं, पुलिस द्वारा खेले गए पजल को लेकर रुचि नाम की युवती ने लिखा- ‘क्या इसके इनाम में आम मिलेंगे।’ पुलिस ने जवाब दिया- ‘पुणे के लोग खास हैं। आम से काम नहीं चलेगा।’ मालूम हो, पुणे पुलिस दिलचस्प ट्वीट्स को लेकर अक्सर चर्चा में रहती है।

ट्विटर संभालने वाली से शादी करना चाहता हूं

स्वामी नाम के युवक ने पुणे पुलिस को टैग करते हुए पूछा- ‘जो आपके ट्विटर हैंडल को संभाल रहा है, क्या वह एक महिला है। यदि महिला है तो कृपया मेरी शादी का प्रपोजल स्वीकार करें। मैं अपनी पत्नी के साथ स्पेस ट्रैवल की प्लानिंग कर रहा हूं।’ जवाब में पुलिस ने लिखा- ‘आपका प्रपोजल ठुकराना काफी कठिन है। लेकिन ट्विटर संभालने वाली टीम में महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी हैं। ज्यादातर खाकी में रहते हैं, जो आपको पुणे के चक्कर तो लगवा ही सकते हैं।’



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महाराष्ट्र की पुणे पुलिस ने रविवार को ट्विटर पर लॉकडाउन स्पेशल ‘फन डे’ मनाया। इस दौरान उन्होंने एक पजल गेम खेला और लोगों से जवाब मांगे। साथ ही लोगों के सवालों के जवाब भी दिए।




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महाराष्ट्र में रेड जोन जिलों को छोड़कर, अन्य जगहों पर उद्योग शुरु करने की मिल सकती है अनुमति

राज्य में मुंबई व पुणे और रेड जोन जैसे तीव्र कोरोना प्रभावित क्षेत्रों को छोड़कर प्रदेश के बाकी जिलों के उद्योगों को कुछ शर्तों के साथ उत्पादन शुरू करने की अनुमति मिल सकती है। प्रदेश के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। कोरोना वायरस के मद्देनजर राज्य की औद्योगिक स्थिति का पता लगाने के लिए नियुक्ति कृति दल की बैठक सोमवार को मंत्रालय में हुई।

कृषि उपज प्रसंस्करण के उद्योग शुरू हो सकते हैं
उद्योग मंत्री देसाई ने बताया कि उद्योग विभाग के अफसरों से कहा गया है कि मुंबई-पुणे जैसे रेड जोन को छोड़कर दूसरे जिलों में उद्योगों को कुछ शर्तों के साथ उत्पादन शुरू करने के संबंध में प्रस्ताव तैयार किया जाए। देसाई ने कहा कि विशेष रूप से कृषि उपज प्रसंस्करण के उद्योग शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। इससे किसानों को राहत मिल सकेगी। देसाई ने कहा कि स्थायी और ठेके पर काम करने वाले कामगारों को कुछ पैसे मिल सके। इस दृष्टि से प्राथमिकता से विचार करने की जरुरत है।

सीएम की अंतिम मंजूरी के बाद नीतिगत फैसला लिया जाएगा
देसाई ने कहा कि राज्य के लघु उद्योगों के मजदूरों को दो महीने का वेतन देने के लिए बैंकों को कर्ज की सीमा बढ़ानी चाहिए। इसके लिए केंद्र सरकार को तत्काल फैसला लेना चाहिए। देसाई ने कहा कि एमआईडीसी से संबंधित मुद्दों पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मंजूरी के बाद नीतिगत फैसला किया जाएगा। बैठक में उद्योग विभाग के प्रधान सचिव वेणुगोपाल रेड्डी, एमआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. पी. अन्बलगन और उद्योग विकास आयुक्त डॉ. हर्षदीप कांबले समेत कई अफसर मौजूद थे।

महाराष्ट्र को तीन जोन में बांटा गया:

संक्रमण से निपटने के लिए राज्य सरकार ने 15 से ज्यादा मरीजों वाले जिलों को रेड जोन में रखा है। इससे कम वालों को ऑरेंज जोन और जहां एक भी मरीज नहीं है उसे ग्रीन जोन में रखा गया है। माना जा रहा है कि इसी के आधार पर अगले लॉकडाउन का एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा।

रेड जोन: मुंबई, ठाणे, पालघर, पुणे, नागपुर, रायगढ़, सांगली और औरंगाबाद।

ऑरेंज जोन: रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, कोल्हापुर, नाशिक, अहमदनगर, जलगांव, उस्मानाबाद, बीड, जालना, हिंगोली, लातूर, अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम और गोंदिया।

ग्रीन जोन: धुले, नंदुरबार, सोलापुर, परभणी, नांदेड़, वर्धा, चंद्रपुर, भंडारा और गढ़चिरौली शामिल हैं।

बगैर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन वाले कार्डधारकों को भी मिले अनाज
शिवसेना सांसद विनायक राउत ने केंद्र सरकार से ऑफलाइन राशन कार्ड धारकों को अनाज उपलब्ध कराने की मांग की है। इस संबंध में सोमवार को राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान को पत्र लिखा है। राऊत ने कहा कि कोरोना वायरस की स्थिति में ऑनलाइन पंजीयन राशन कार्ड धारकों को राशन दुकानों पररियायती दर और मुफ्त में अनाज दिया जा रहा है लेकिन ऑफलाइन राशन कार्ड धारकों को कोई मदद नहीं मिल पा रही है।

राउत ने कहा कि साल 2018 में महाराष्ट्र समेत देश भर में करोड़ों राशन कार्डधारकों का ऑनलाइन पंजीयन नहीं हो पाया था। ये सभी राशन कार्डधारक ऑफलाइन की सूची में चले गए हैं। इस कारण इन राशन कार्डधारकों को राशन दुकानों पर कोई सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। कोरोना की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार को देश भर में करोड़ों ऑफलाइन राशन कार्ड धारकों को सहूलियत दर और मुफ्त में अनाज देने का फैसला करना चाहिए।



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उद्योग मंत्री देसाई ने बताया कि उद्योग विभाग के अफसरों से इसपर काम करने को कहा गया है।




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दूसरों तक टिफिन पहुंचाने वाले डब्बेवालों के सामने खड़ा हुआ खुद के खाने का संकट, 130 साल से दे रहे हैं सर्विस

(विनोद यादव) मुंबई के करीब 2 लाख लोगों तक समय से खाने का डब्बा पहुंचाने वाले 5 हजार डब्बेवालों के समक्ष खाद्य सामग्री का संकट गहराने लगा है। जिसकी वजह से मुंबई डब्बेवाला एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मदद की गुहार लगाई है।

इस तरह दोहरे संकट में फंसे डब्बेवाले
एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष तलेकर ने बताया कि मुंबई में डब्बेवालों की संख्या करीब 5 हजार के करीब है। इनमें से अधिकांश लोग पुणे जिले के मूल निवासी है। जिसकी वजह से उनका राशन कार्ड गांव के पते पर बना हुआ है। क्योंकि माता-पिता गांव में रहते हैं। कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप की वजह से 130 साल से लाखों मुंबईकर के कार्यालयों में समय से खाने का डब्बा पहुंचा कर उनकी भूख मिटाने वाले डब्बेवालों के समक्ष अब खुद खाद्य सामग्री का संकट निर्माण हो गया है। क्योंकि सरकार राशन कार्ड देखकर अनाज जरूरतमंद लोगों को दे रही है।

मुंबई के डब्बेवालों का राशन कार्ड गांव में है। लॉकडाउन की वजह से डब्बेवाले पुणे स्थित गांव जाकर अनाज भी नहीं ला सकते हैं। इसके अलावा मार्च में कुछ दिन ही कार्यालयों तक डब्बा पहुंचाए जाने की वजह से अधिकांश डब्बेवालों को मार्च महीने की पूरा तनख्वाह भी नहीं मिली है। अप्रैल महीने में तो एक पैसा हाथ में आने की कहीं से कोई उम्मीद डब्बेवालों को नजर नहीं आ रही है। तलेकर ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को ई मेल कर निवेदन किया है कि वे डब्बेवालों और अन्य जरूरतमंद लोगों की इस तकनीकी समस्या का समधान निकालें और उन्हें अनाज उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें।

44 साल बाद बंद हुई है डब्बेवालोंकी सर्विस
लॉकडाउन की वजह से 44 साल बाद मुंबई मेंडब्बेवालों की सर्विस बंद है। इससे पहले 1974 में मजदूर नेता जार्ज फर्नांडिस ने रेल रोको आंदोलन किया था, उस दौरानयह सर्विस बंद हुई थी।

250-300 डब्बेवालों के एसोसिएशन ने की मदद
कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन की वजह से भुखमरी के कगार पर पहुंचे 250-300 डब्बेवालों को एसोसिएशन की ओर से अनाज खरीद कर मुहैया कराया गया है। तलेकर बताते हैं कि यह मदद सत्य साईंबाबा के एक भक्त चंद्रशेखर व अन्य लोगों की सहायता से की गई है। इसके साथ ही जो डब्बेवाले मुंबई में हैं। उन्हें कहा गया है कि वे कुछ डब्बेवालों का छोटा सा ग्रुप बनाकर कर अपने करीब के किसी भी दुकान से राशन खरीदें और उसकी रसीद एसोसिएशन के पास वॉट्सअप करें। ताकि उन्होंने जो खाद्य सामग्री खरीदी है। उसका भुगतान एसोसिएशन की ओर से ऑनलाइन किया जा सके। एसोसिएशन की ओर से अभी तक तकरीबन 4.50 लाख रुपए की सामग्री डब्बेवालों को मदद के रूप में उपलब्ध कराई गई है।



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मुंबई में वर्तमान समय में 5000 के आसपास डब्बेवाले हैं। ये हर दिन 2 लाख लोगों तो खाना पहुंचाने का काम करते थे।




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शाहरुख खान ने 25 हजार पीपीई किट मुहैया करवाई, स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा- शुक्रिया

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने स्वास्थ्यकर्मियों के लिए 25,000 व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) मुहैया कराने के लिए बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान का शुक्रिया अदा किया है। अभिनेता ने राज्य में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ संघर्ष कर रहे चिकित्साकर्मियों के लिए सोमवार को पीपीई किट मुहैया कराई थी।

टोपे ने ट्वीट किया, "25,000 पीपीई किट मुहैया कराने के लिए शाहरुख खान का बहुत बहुत धन्यवाद। यह कोविड-19 के खिलाफ हमारे संघर्ष और चिकित्साकर्मियों की सुरक्षा में बहुत मदद करेंगे।"

मंत्री राजेश टोपे का ट्वीट..

पहले भी शाहरुख खान कर चुके हैं मदद

शाहरुख और उनकी पत्नी गौरी खान ने हाल में अपने चार मंजिला निजी कार्यालय में कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए स्थान मुहैया कराने का प्रस्ताव दिया था। खान इस संकट में देश की मदद के लिए पहले भी कई पहलों की घोषणा कर चुके हैं। शाहरुख की समूह कंपनियां रेड चिलीज एंटरटेनमेंट, रेड चिलीज वीएफएक्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और मीर फाउंडेशन पीएम केयर्स फंड, महाराष्ट्र, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के सीएम रिलीफ फंड में योगदान दिया था।



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शाहरुख की समूह कंपनियां रेड चिलीज एंटरटेनमेंट पहले भी कई मौकों पर लोगों की मदद कर चुकी है।




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लॉकडाउन के नियम फॉलो करवाने के लिए मुंबई पुलिस ने ट्विटर पर पोस्ट की अनूठी शायरियां

महाराष्ट्र समेत पूरे देश में लॉकडाउन 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इसे सख्ती से लागू करने का इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जनता के नाम अपने संबोधन में किया। इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री अनिल देशमुख भी इसे कड़ाई से लागू करने की प्रतिबद्धता दोहरा चुके हैं। इस बीच मुंबई पुलिस ने लोगों में लॉकडाउन के नियम को मनवाने के लिए एक अनूठा तरीका खोजा है। मुंबई पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कई शायरियों को पोस्ट किया है। इसमें लगभग सभी में घरों पर सुरक्षित रहने का संदेश दिया गया है।

इन शायरियों के साथ साराभाई वर्सेज साराभाई सीरियल के कैरेक्टर रोशेश साराभाई की तस्वीरों के साथ पेश किया गया है। सीरियल में भी रोशेश बेतुकी शायरियां बोलते नजर आते हैं। जो लोगों को खूब पसंद आती थीं।

मुंबई पुलिस के ट्वीट पर टीवी कलाकार राजेश कुमार ने रोशेश के अंदाज में धन्यवाद भी दिया है..

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कोरोना को लेकर पढ़िए मुंबई पुलिस के कुछ और मजेदार ट्वीट...

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लोगों तक अपना संदेश पहुंचाने के लिए मुंबई पुलिस ने साराभाई वर्सेज साराभाई के किरदार रोशेश के चेहरे का इस्तेमाल किया है।




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आनंद तेलतुम्बडे और गौतम नवलखा का एनआईए के सामने समर्पण, तेलतुम्बडे को किया गया गिरफ्तार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में नागरिक अधिकार कार्यकर्ता आनंद तेलतुम्बडे को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले तेलतुम्बडे ने हाईकोर्ट के निर्देशानुसार एनआईए के दक्षिण मुंबई के कम्बाला हिल स्थित कार्यालय में आत्मसमर्पण किया और इसके बाद एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

गौतम नवलखा ने भी किया आत्मसमर्पण
तेलतुम्बडे को जल्द ही यहां एक अदालत के समक्ष पेश किया जायेगा। इससे पूर्व तेलतुम्बडे अपनी पत्नी रामा तेलतुम्बडे और अपने रिश्तेदार तथा दलित नेता प्रकाश आंबेडकर के साथ आत्मसमर्पण करने के लिए यहां एनआईए के कार्यालय पहुंचे थे। मामले में एक सह-आरोपी नागरिक अधिकार कार्यकर्ता गौतम नवलखा ने भी दिल्ली में एनआईए के समक्ष आत्मसमर्पण किया। उनकी अग्रिम जमानत याचिका उच्चतम न्यायालय ने खारिज कर दी थी। नवलखा को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये मुंबई में अदालत के समक्ष पेश किया जायेगा।

पुणे पुलिस ने हाईकोर्ट में दावा किया था कि गौतम नवलखा हिजबुल मुजाहिदीन से संबंध था।

सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की थी जमानत याचिका
सुप्रीम कोर्ट ने 17 मार्च, 2020 को इनकी जमानत और गिरफ्तारी रद्द करने की याचिकाओं को खारिज कर दिया था और तीन सप्ताह के भीतर उन्हें आत्मसमर्पण करने को कहा था। उच्चतम न्यायालय ने नौ अप्रैल को इन दोनों को आत्मसमर्पण करने के लिए एक और सप्ताह का समय दिया था।

सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की थी जमानत याचिका
सुप्रीम कोर्ट ने 17 मार्च, 2020 को इनकी जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया था और तीन सप्ताह के भीतर उन्हें आत्मसमर्पण करने को कहा था। उच्चतम न्यायालय ने नौ अप्रैल को इन दोनों को आत्मसमर्पण करने के लिए एक और सप्ताह का समय दिया था।

तेलतुम्बडे, नवलखा और 9 अन्य पर यह है आरोप
माओवादियों से संबंध के आरोप में तेलतुम्बडे, नवलखा और नौ अन्य नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामले दर्ज किये गये हैं। इन कार्यकर्ताओं को शुरूआत में कोरेगांव-भीमा में भड़की हिंसा के बाद पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार इन लोगों ने 31 दिसंबर, 2017 को पुणे में आयोजित एल्गार परिषद सभा में भड़काऊ भाषण और बयान दिये थे, जिसके अगले दिन 1 जनवरी को हिंसा भड़क गई थी।

दोनों प्रतिबंधित माओवादी संगठन के सदस्य: पुणे पुलिस
पुणे पुलिस द्वारा अदालत में पेश किए हलफनामे के मुताबिक, ये प्रतिबंधित माओवादी संगठन के सक्रिय सदस्य हैं। इसके बाद यह मामला एनआईए को सौंप दिया गया था। बॉम्बे हाईकोर्ट ने इनकी अग्रिम जमानत याचिकाओं की सुनवाई करते हुए तेलतुम्बडे और सह-आरोपी गौतम नवलखा को गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा प्रदान की थी। उच्च न्यायालय द्वारा उनकी याचिकाओं को खारिज किये जाने के बाद इन दोनों ने उच्चतम न्यायालय का रूख किया था।



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गोवा इंस्टीट्यूट पर ऑफ मैनजमेंट में प्रोफेसर आनंद पर आरोप है कि 31 दिसंबर 2018 को हुई यलगार परिषद् में इन्होंने भड़काऊ भाषण दिए थे।




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अफवाह उड़ी की चलने वाली है ट्रेन, कई हजार प्रवासी मजदूर मुंबई में बांद्रा स्टेशन पहुंच गए; पुलिस ने लाठीचार्ज करके खदेड़ा

मुंबई. कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन को बढ़ाकर 3 मई कर दिया गया है। अब यह लोगों का सब्र तोड़ रहा है। मंगलवार को मुंबई के ब्रांदा इलाके में हजारों प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतर आए। ब्रांदा रेलवे स्टेशन के बाहर इन मजदूरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए खुद को घर भेजने की मांग की। मजदूरों का कहना था कि सरकार ने लॉकडाउन आगे बढ़ा दिया है। अब इनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है। अगर तीन मई तक वह मुंबई में ही रह गए गए तो भूख से ही तड़प कर मर जाएंगे। हालांकि, बाद में वहां पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज करके मजूदरों को वहां से खदेड़ दिया।

अफवाह उड़ी थी कि ट्रेनों को शुरू किया जा रहा है
बताया जा रहा है कि मंगलवार को एक अफवाह उड़ी की ट्रेनों को फिर से शुरू किया जा रहा था। इसके बाद मुंबई में आसपास के इलाकों में रहने वाले हजारों मजदूर रेलवे स्टेशन पहुंच गए। लेकिन, जब स्टेशन पर पता चला कि ट्रेनों का संचालन तीन मई तक बंद है। इसके बाद मजदूर बिफर गए। उनकी मांग थी कि हम सभी को अपने घर भिजवाया जाए। क्योंकि, यहां रहे तो भूख अब उनके लिए बड़ा संकट बन जाएगी। कई मजदूरों ने बताया कि उनकोव्हाट्सएप पर मैसेज आए थे कि आज सेट्रेनों को फिर से शुरू किया जा रहा है।

मंगलवार दोपहर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूरब्रांदा रेलवे स्टेशन के पास पहुंच गए। यहां जब इन्होंने देखा की ट्रेन नहीं चल रही है तो फिर सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
मजूदरों का कहना था कि केंद्र ने लॉकडाउन फिर से बढ़ा दिया। अगर वह यहां रुके तो भूखे मर जाएंगे। फोटो- (दीपक सालवी)

रीजों को आज लॉकडाउन खत्म होने की उम्मीद थी: गृह मंत्री
घटना के बाद राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि शाम करीब 4 बजे अचानक कई हजार लोग स्टेशन के बाहर जमा हो गए थे। लोगों को हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि आज तक का लॉकडाउन था। मजदूर अपने अपने घरों में थे। उन्हें भरोसा था कि लॉकडाउन खत्म हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसलिए वह घरों से बाहर निकल आए और अपने राज्य या अपने गांव जाने की मांग करने लगे।

बढ़ती हुई भीड़ को देखने के बावजूद पुलिस काफी देर समझाती रही। लेकिन बाद में लाठीचार्ज करके मजदूरों को वहां से खदेड़ा।

आदित्य ठाकरे ने केंद्र पर निशाना साधा
इस मामले पर आदित्य ठाकरे ने भी ट्वीट किया। इसमें उन्होंने कहा- पीएम मोदी से बातचीत में सीएम उद्धव ठाकरे ने प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने का मुद्दा उठाया था। बांद्रा स्टेशन की मौजूदा स्थिति काफी तनावपूर्ण है और इससे पहले सूरत में भी दंगे की स्थिति इसलिए हुई क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा प्रवासी श्रमिकों के लिए घर वापस जाने की व्यवस्था नहीं की गई। यह उसी का परिणाम है। वे भोजन या आश्रय नहीं चाहते, वे घर वापस जाना चाहते हैं।

यह बात यह भी सामने आई है कि मजदूरों के पास व्हाट्सएप में मैसेज आया था कि आज से ट्रेनें शुरू हो रही है। इसके बाद वह सभी मजदूर वहं स्टेशन पहुंच गए।

भाजपा का आरोप- सरकार मजदूरों के लिए इंतजाम नहीं कर पा रही
मुंबई में भाजपा विधायक आशीष शेलार ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार विस्थापित मजदूरों के लिए सही इंतजाम नहीं कर पा रही है। इससे मजदूर डरे हुए हैं। परेशान होकर वह सड़कों पर उतर आए हैं। इस घटना के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वे रात 8 बजे प्रदेश की जनता को संबोधित करेंगे।

मजदूरों को स्टेशन के बाहर से खदेड़ने के बाद पुलिस ने ब्रांदा इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।
यह घटना शाम 4:00 बजे के आसपास हुई है और फिलहाल पुलिस ने सभी को बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर से हटाकर वापस उनके घरों तक पहुंचा दिया है। स्टेशन के बाहर अभी भी भारी सुरक्षा तैनात कर दी गई है।
इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को सैनिटाईज किया गया। मौके पर पुलिस की कई टुकड़ियां मौजूद हैं।मुंबई और ठाणेमें भी सभी स्टेशनों के बाहर पुलिस को मुस्तैद रहने को कहा गया है। फोटो-(दीपक सालवी)


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मंगलवार दोपहर कई हजार प्रवासी मजदूर मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर पहुंच गए। इसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल थीं। स्टेशन पर पहुंचने के बाद जब ट्रेनों के बंद होने का इनको पता चला तो इन्होंने वहां सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और घर जाने का इंतजाम कराने की मांग की।




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बांद्रा की घटना पर सीएम उद्धव ने कहा- लॉकडाउन का मतलब लॉकअप नहीं, प्रवासी मजदूरों को महाराष्ट्र में डरने की जरूरत नहीं

महाराष्ट्र में मंगलवार को संक्रमण के 350 नए मामले सामने आए। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या 2684 तक पहुंच गई है।इस बीच,मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर मंगलवारको हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई। इन लोगों नेगांव वापस जाने देने की मांग की। पुलिस ने इन्हें हटाने के लिएलाठीचार्जकिया। घटना पर सीएम उद्धव ठाकरेने कहा-मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि लॉकडाउन का मतलब कोई लॉकअप नहीं है।यह महाराष्ट्र आपका है और आप यहां के। आपको डरने की जरूरत नहीं है।

सीएम उद्धव ने कहा- आज एक अफवाह फैली किट्रेनें शुरू हो रही हैं। इसके बाद बांद्रा रेलवे स्टेशन पर कई हजार लोग पहुंच गए। अफवाहों पर ध्यान ना दें, लॉकडाउन में सहयोग करें।कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया पर असर डाला है। सब अपने घरों में त्यौहार मनाने को मजबूर हैं।जिस दिन लॉकडाउन खुलेगा सिर्फ मैं ही नहीं केंद्र सरकार भी आपको आपके घरों तक पहुंचाने में मदद करेगी।

उद्धव का दावा- महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा जांचें

सीएमउद्धव ने कहा- कुछ लोगों को लग रहा है कि महाराष्ट्र में कुछ विचित्र हो रहा है। महाराष्ट्र में जितनी जांच हो रही हैं, उतनी किसी राज्य में नहीं हो रही। राज्य में हमने 22 हजार सैम्पल लिए हैं। 2334 पॉजिटिव केस हैं। राज्य में 230 मरीज ठीक भी हुए हैं। मैंने आज दो लोगों से बात की। छह महीने के बच्चे तनिष्क की मां से मैंने बात की,फिर मैंने 83 साल की एक बुजुर्ग से बात की। ये बताते हैं कि हिम्मत हो, तो कोई भी जंग जीती जा सकती है। हम कोरोनावायरस के इलाज के लिए अस्पताल ही अलग कर रहे हैं।

गृहमंत्री ने लाठीचार्ज से इनकार किया

राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 4 बजे हजारों लोग बांद्रा स्टेशन के बाहर जमा हो गए थे। ये सभी मजदूर थे और लॉकडाउन के चलते अपने घरों में मौजूद थे। उन्हें भरोसा था कि लॉकडाउन खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसलिए वह अधीर होकर घरों से बाहर निकल आए और अपने राज्य या अपने गांव जाने की मांग करने लगे। फिलहाल वहां से सारी भीड़ डिस्पर्स हो चुकी है और हम उनके खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के नुमाइंदों और पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाने में कामयाबी हासिल की है और वे सभी शांति से वहां से चले गए।

सरकार इंतजाम करने में नाकाम रही: फडणवीस

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा- बांद्रा में हुई घटना बहुत गंभीर है। सरकार की नाक के नीचे इतने बड़े पैमाने पर मजदूर इकट्ठा होकर कहते हैं कि हमें या तो खाना दीजिए या तो वापिस जाने दीजिए। हम पहले दिन से सरकार को बता रहे हैं कि जो प्रवासी मजदूर हैं, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनकी व्यवस्था सरकार को करनी होगी। सरकार ये व्यवस्था करने में असफल रही है। मैं सरकार से निवेदन करता हूं कि सबसे पहले ऐसे लोगों की सुध ले।

महाराष्ट्र में मंगलवार को 18 की मौत

महाराष्ट्र में मंगलवार को कुल 18 लोगों की मौत हुई। मुंबई में 12, पुणे में 4, अहमदनगर और औरंगाबाद में 1-1 मौत हुई। वहीं, एक मौत किसी दूसरे राज्य के नागरिक की हुई है। उसके बारे में स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी नहीं दी। मृतकों में 11 पुरुष और 7 महिलाएं हैं। इसमें 11 की उम्र 40 से 60 साल के बीच, पांच मरीज की उम्र 60 साल से ज्यादा और दो की उम्र 40 साल से कम थी। इनमें से 13 को ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज और अस्थमा जैसी बीमारी थी। इसके साथ ही राज्य में मौत का आंकड़ा 178 पर पर पहुंच गया है। इसमें से 111 मौत मुंबई में हुई हैं।

कोरोना अपडेट्स

  • स्लम एरिया धारावी में मंगलवार को 6 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए, जबकि 2 मरीजों की मौत हो गई। यहां 13,224 लोगों की स्क्रीनिंग की गईहै।
  • बीएमसी के अनुसार, धारावी झुग्गी-बस्ती इलाके में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 59हो गई और 7 लोग तोड़ चुके हैं।पूरे इलाके को सील कर दिया गया है।
  • मुंबई के ज्यादा प्रभावित इलाके वर्ली कोलीवाड़ा इलाके को बीएमसी ने 'कंटेनमेंट जोन' घोषित कर दिया है। लोगों के यहां घरों से निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है। राज्य सरकार ने यहां पहले हीलॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ा चुकी है।
  • महाराष्ट्र के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड से जुड़े 16 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। आव्हाडने खुद को क्वारैंटाइन कर लिया है। मंत्री से जुड़े जिन लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, उनमेंउनकी सुरक्षा में रहे 5 पुलिसकर्मी, बंगले पर काम करने वालारसोइया, सफाई कामगार, बंगले पर कार्यरत स्टाफ और अन्य कर्मचारी शामिल हैं।
यह तस्वीर नागपुर की है। दुनिया की सबसे छोटी महिला ज्योति अमगे ने सोमवार को यहां पुलिस के साथ मिलकर लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया।
ज्योति की हाइट 2.06 फीट है।

रत्नागिरी: 6 महीने के बच्चा मिला संक्रमित

  • महाराष्ट्र के रत्नागिरी में एक 6 महीने के बच्चे में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही अब यहां कुल संक्रमितों की संख्या छह पहुंच गई है। बच्चा मां से संक्रमित हुआ है। इससे पहले मां की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
  • बीड में भी पिछले 12 घंटों में दो कोरोना संदिग्धों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग इनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही शव के दाह संस्कार की प्रक्रिया की जाएगी।

मुंबई:बेस्ट की बसों से होगी फूड पैकेट्स की सप्लाई
मुंबई मेंबेस्ट की एसी मिनी बसों से हर दिन 80 हजार फूड पैकेट्स गरीबों तक पहुंचाएजाएंगे। बीएमसी के मुताबिक,एक बस एक ट्रिप में 1500 पैकेट्स पहुंचाने में सक्षम है। अगर बस की सीटों को हटा दिया जाए तो 5 हजार पैकेट भी रखे जा सकते हैं। पहले चरण में मुंबई के स्लम एरिया में इसे शुरू किया गया है।

मुंबई में बीएससी ने गरीब तबके तक खाना पहुंचाने के लिए बस को मोडिफाई किया है। इन बसों में फूड पैकेट रखकर इन्हें बंटवाया जाता है।

यह तस्वीर मुंबई की कांदिवली की है। यहांआईबीएससोसाइटी ने गेट में ही सैनिटाइजेश की व्यवस्था कर रखी है। जो भी व्यक्ति कॉलोनीके अंदर आता है उसे पहले सैनिटाइज किया जाता है।

अब तक58 लापता जमातियों में से 40 की तलाश

  • दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में भाग लेकर लौटे 58 लापता लोगों में से 40 का पता लगा लिया गया है। इन्हें आइसोलेशन में भेज दिया गया है। शेष 18 जमातियों को पुलिस ढूंढने की कोशिश पुलिस कर रही है। यह जानकारी राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने दी। उन्होंने बताया कि राज्य से1,409 लोग मरकज में हिस्सा लेने गए थे। बाकी का पहले ही पता लगाया जा चुका था।
  • प्रदेश के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने स्पष्ट किया है कि राज्य के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की परीक्षाएं रद्द नहीं की गई हैं। सामंत ने कहा कि विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की परीक्षा के आयोजन के संबंध में कुलपतियों की समिति गठित की गई है। इस समिति की रिपोर्ट आने के बाद राज्य में कोरोना के प्रकोप की स्थिति को देखते हुए अगला फैसला किया जाएगा।
यह तस्वीर पुणे के ग्रामीण पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल की है। उनकी यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। संक्रमण के चलते पाटिल घर के बाहर ही खाना खाते हैं और वापस ड्यूटी पर चले जाते हैं।


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मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर मंगलवार शाम करीब 5 बजे हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई।




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प्लाज्मा तकनीक की मंजूरी मिली तो हम पूरी दुनिया को दिखा देंगे इसका इलाज, लॉकडाउन का मतलब लॉकअप नहीं

राज्य में कोरोना के बढ़ते हालात को देखते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने आज महाराष्ट्र की जनता को संबोधित किया। इस दौरान सीएमने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हम केंद्र से बीसीजीका टीका और प्लाज्मा तकनीक के इस्तेमाल की मंजूरी मांगी है। अगर हमें मंजूरी मिल जाती है तो जल्द हम इसका इलाज ढूंढ कर पूरी दुनिया को दिखासकते है। उद्धव ने यह भी कहा किराज्य में हम कुछ उद्योगों को शुरू कर सकते हैं।

हमने 22 हजार लोगों को संपर्क किया, अब तक 10 प्रतिशत लोग ठीक हुए

कोरोना महामारीके बीच महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने प्रदेशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है।महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट कर रहा है। मुंबई में 22 हजार सैंपल टेस्ट किए गए हैं और आज सुबह तक 2334 पॉजिटिव केस आए थे, जिसमें से लगभग 10 प्रतिशत लोग ठीक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं कि जब उनके साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस हुई तो महाराष्ट्र के सीएम को सबसे पहले बोलने का मौका दिया।हमनेलॉकडाउनको लेकर कहा और प्रधानमंत्री ने आज लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने का एलान किया।

लॉकडाउन का मतलब लॉकअपनहीं है
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना का संकट बड़ा है। महाराष्ट्र हर संकट में देश को दिशा दिखाता है। यहां के लोगों में इतनी बुद्धि है। राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें आपको लॉक करके रखने में खुशी नहीं हो रही। आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है हम आपका ध्यान रखेंगे। उन्होंने कहा कि बांद्रा स्टेशन पर जो हुआ उसकी बात हर जगह हो रही है। लॉकडाउन मतलब लॉकअप नहीं है आपको चिंता की जरूरत नहीं है। आप अपने ही देश में हैं। डरने की जरूरत नहीं है। जिस दिन लॉकडाउन खुलेगा केंद्र और राज्य सरकार आपकी व्यवस्था करेगी।

ट्रेन चलने की अफवाह से जुटे थे लोग: उद्धव
उन्होंने कहा कि इस घटना को दूसरा रंग देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इनकी भावनाओं से खेलकर किसी ने अगर कानून व्यवस्था बिगाड़ने का काम किया तो बर्दाश्त नहीं किया जाए। ट्रेन चलने की अफवाह से लोग जुटे थे। इस संकट से सभी वरिष्ठ नेता राजनीतिक मतभेद भुलाकर लड़ रहे हैं। वायरस जात पात धर्म को नहीं देखता है। हमको एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा।



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सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र की जनता को संबोधित करते हुए कोरोनावायरस के मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की बात कही है।




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महाराष्ट्र में 15 दिन में बना विशेष अस्पताल, नगालैंड में पीएमओ के दखल के 5 घंटे बाद टेस्टिंग सेंटर का काम शुरू

(मंगेश फल्ले) महाराष्ट्र का पहला कोरोना स्पेशल अस्पताल पुणे में तैयार हो गया है। ससून हॉस्पिटल परिसरमें मौजूद इस 11 मंजिला इस इमारत का निर्माण कार्य2008 से काम चल रहा था। इस साल मार्च तक 75 प्रतिशत काम पूरा हो गया था। बाकी बचा काम एक साल में होना था। लेकिन कोरोना के तहत इमरजेंसी को देखते हुएमहज 15 दिन में ही बाकी काम पूरा कर लिया गया।अस्पताल में 700 बिस्तरों की व्यवस्था है। सोमवार को इसमें 70 से ज्यादा कोरोना मरीजों को शिफ्ट भी कर दिया गया।

पीडब्ल्यूडी के अधीक्षक राजेंद्र रहाणे ने बताया कि मार्च में जब हमने इस इमारत के निर्माण कार्य को तेज करने का फैसला किया,तब प्लास्टर, पेंटिंग, प्लम्बर, लिफ्ट का काम बचा था। साफ-सफाई, अग्निशामक व्यवस्थाएं, अंडरग्राउंड पाइपलाइन, पानी की पाइपलाइन, मेडिकल गैस की पाइपलाइनऔर इसी तरह कीअन्य व्यवस्थाओं को युद्ध स्तर पर जुटाया गया। लॉकडाउन की वजह से काम में अड़चन आ रही थी तो घर-घर जाकर लोगों को लाए और15 दिन के भीतर पेंटिंग के साथ ही लिफ्ट लगाने का काम पूरा किया।

15 दिन में कैसे पूरा किया काम

  • 9 दिन में ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम सेट किया।
  • पूरी इमारत को एयरकंडीशन करने के लिए नया ट्रांसफार्मर लगाया गया।
  • 11 मंजिला इमारत के लिए 36 घंटों में हाई-टेंशन बिजली कनेक्शन दिया गया। यह भी एक रिकॉर्ड है।

अस्पताल में 40 वेंटिलेटर लगाए गए

कोरोना के गंभीर मरीजों को सांस लेने के लिए वेंटिलेटर सपोर्ट देना पड़ता है। देश के सामान्य से लेकर बड़े अस्पतालों तक में वेंटिलेटर की कमी है। लेकिनससून अस्पताल में कोरोना को देखते हुएइनकी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। अस्पताल केडीन डॉ. अजय चंदनवाले ने बताया कि यहां 40 वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए हैं।

पीएमओ से फोन आया, 5 घंटे में टेस्टिंग सेंटर का काम शुरू

नागालैंड में दो दिन पहले ही कोरोना का पहला केस आया है। इसके बादवहां के डॉक्टर पंकज गुप्ता ने मरीज की कहानी का वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया। उन्होंने पीएमओ को भी टैग किया। दो घंटे में ही उनके पास फोन आया। पांच घंटे बाद ही दीमापुर और कोहिमा में सेंटर बनाने की कवायद शुरू हो गई। नागालैंड के स्वास्थ्य मंत्री एसपी फाेम ने बताया कि दो सेंटर बनाए जा रहे हैं।



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पुणे के इस 11 मंजिला अस्पताल को महज 15 दिन में तैयार किया गया। यहां 700 मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है।




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मुंबई के नायर हॉस्पिटल के बाथरूम में कोरोना संक्रमित महिला ने दुपट्टे से लगाई फांसी

मुंबई के नायर हॉस्पिटल के बाथरूम में आज एक 29 वर्षीय महिला ने सुसाइड कर लिया है। जानकारी के मुताबिक महिला में 2 दिन पहले कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी। पुलिस के मुताबिक महिला मुंबई के वर्ली इलाके की रहने वाली थी और उससे अस्थमा की परेशानी की।

अस्पताल द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, बुधवार सुबह 3.45 बजे महिला ने अस्पताल के बाथरूम में अपने ही दुपट्टे से फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने इस मामले में एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट(एडीआर) दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला जिस इलाके की रहने वाली है वहां सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण के केस सामने आ चुके हैं।

फिलहाल हॉस्पिटल में मौजूद विटनेस और महिला के रिश्तेदारों का बयान लिया जा रहा है। इससे पहले महाराष्ट्र के अकोला जिले में भी एक कोरोना संक्रमित मरीज ने ब्लेड से अपना गला काटकर आत्महत्या कर ली थी।



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मुंबई के ज्यादातर कोरोना के मरीज नायर और कस्तूरबा हॉस्पिटल में ही भर्ती हैं। महिला ने सुबह 3 बजे के आसपास फांसी लगाई है।




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मुंबई पुलिस का इंटेलिजेंस फेलियर या अफवाह; मजदूरों के सामने खाने का संकट भी बड़ी वजह

(विनोद यादव). मुंबई पुलिस के इंटेलिजेंस फेलियर की वजह से मंगलवार की शाम अचानक बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर पहुंच गए। इनकी मांग थी कि इन्हें अपने-अपने गांव और घर पहुंचाया जाए।मजदूरों की भीड़ को नियंत्रित करने और हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस मामले में एक हजार लोगों परआपदा प्रबंधन अधिनियम 51 औरमहामारी अधिनियम में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने अफवाह फैलाने के आरोप में एक एनजीओ संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, एक स्थानीय टीवी चैनल के रिपोर्टर के खिलाफ भी केस दर्ज करके उसे हिरासत में लिया गया है।

इस पूरी घटना के बाद उद्धव ठाकरे तक को सफाई देनी पड़ी। उन्होंने मजदूरों से अपील करते हुए कहा कि लॉकडाउन का मतलब लॉकअप नहीं होता है। जैसे ही पाबंदियां हटेगी सभी को घर भेजने का इंतजाम किया जाएगा। ब्रांदा में उमड़ी भीड़ के लिए छह वजह सामने आ रही है, जिसका जिक्र राज्य सरकार से लेकर पुलिस तक ने किया है।

प्रवासी मजदूरों के इकट्‌ठा होने की वजहें-

  • मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री अनिल देशमुख का कहना है कि प्रवासी मजदूरों को लगा कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद ट्रेनें शुरू होंगी और वे अपने गांव जा सकेंगे। बहुत संभव है कि इस प्रकार की अफवाह भी मजूदरों के बीचजानबूझ फैलाई हो। इस प्रकार की अफवाह फैलाकर मुंबई का माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
  • मुंबई पुलिस के प्रवक्ता प्रणय अशोक ने बताया कि बांद्रा रेलवे परिसर के पास मंगलवार शाम कोकरीब 1500 मजदूर जमा हुए थे, सभी गांव जाना चाहते थे।उन्होंने बताया कि लॉकडाउन बढ़ने की वजह से मजदूरों के मन में असंतोष हो गया। मजदूरों को समझाया गया लेकिन जब वह उग्र हुए तोहल्का बल इस्तेमाल कर उन्हें वहां से हटा दिया गया। वहां भारी पुलिस बंदोबस्त लगाया गया है और वहां की स्थिति शांतिपूर्ण है।
  • मुंबई में लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूरलॉकडाउन के चलते फंसे हुए हैं।इनमें अधिकांश दिहाड़ी मजदूर, ऑटो रिक्शा-टैक्सी चालक, सड़क किनारे ठेला लगाने वाले और किसी छोटी फैक्टरी या दुकान में काम करने वाले हैं। लॉकडाउन के पहले चरण में इन लोगों ने यहां वहां से राशन का जुगाड़ कर पेट भर लिया। परंतु अब इन्हें अनाज व भोजन की सहायता मिलनाधीरे-धीरे कम हो रही है। कुछ लोगों तक मदद पहुंच भी नहीं रही है। लिहाजा कम पढ़े लिखे इन मजदूरों पर अब अपने गांव जाने का जनून सवार हो गया है।
  • जो मजदूर बांद्रा उपनगरीय रेलवे स्टेशन के पास कर्फ्यू तोड़कर जमा हुए। वे ऐसे स्लम या छोटे कमरे में रहते हैं। जहां 100 वर्ग फीट की जगह में 5 से अधिक लोग रहते हैं। ऐसे में ये लोग सोशल डिस्टेंस नहीं रख पा रहे हैं। चूंकि मुंबई के अधिकांश स्लम में इस वक्त कोरोनावायरस महामारी फैल रही है। लिहाजा जब इन मजदूरों तक ट्रेन शुरू होने की अफवाह पहुंची, तो वे बिना सच जाने छोटे-छोटे समूह में बांद्रा स्टेशन पहुंच गए।
  • पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे बड़ी साजिश भी हो सकती है? दरअसल महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कुछ दिनों पहले दिल्ली स्थित निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में इज्तेमा के आयोजन की इजाजत दिए जाने पर सीधे सीधे केंद्रीय गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर सवाल खड़ा किया था। उन्होंने मरकज में धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन को केंद्र सरकार इंटेलिजेंस फेलियर से जोड़ा था। अब बांद्रा में अचानक भारी भीड़ उमड़ने की घटना के बाद मुंबई पुलिस के इंटेलिजेंस फेलियर का मुद्दा सामने आ गया है। हालांकि, इस बारे में कोई ठोस प्रमाण अब तक सामने नहीं आए हैं।
  • बांद्रा की भीड़ के पीछे एनजीओ संचाकल विनय दूबे को भी जिम्मेदार बताते हुए नवी मुंबई से उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। विनय नेअपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो शेयर कर 14 अप्रैल से बसों और ट्रेनों को शुरू करने की बात कही थी। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने भी एक मराठी टीवी चैनल की उस खबर को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है, जिसमें दावा किया गया था कि 14 अप्रैल से ट्रेनों का संचालन शुरू होगा। इस समाचार को सामने लाने वाले पत्रकार को भी हिरासत में ले लिए गया है।


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यह तस्वीर मंगलवार शाम मुंबई के बांद्रा स्टेशन के बाहर की है। यहां हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर पहुंच गए थे और वह अपने-अपने गांव जाने की मांग कर रहे थे। हांलाकि बाद में लाठीचार्ज करके पुलिस ने मजदूरों को वहां से हटाया।




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लॉकडाउन के नियम तोड़ने वालों की फोटो सोशल मीडिया पर डालकर पुलिस दे रही सजा

लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वालों को सजा देने के लिए महाराष्ट्र की कोल्हापुर पुलिस ने एक नया तरीका निकाला है, जिसके तहत सोशल मीडिया में ऐसे लोगों की सेल्फी(चित्र) डालकर उन्हें सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा किया जा रहा है।

अब तक 40 लोगों पर हुई कार्रवाई
कोल्हापुर पुलिस अधीक्षक अभिनव देशमुख ने बताया कि मंगलवार से शुरू की गई इस कार्रवाई में अब तक 40 से अधिक व्यक्तियों को दंडित किया जा चुका है। उन्होंने बताया,"कुछ पढ़े-लिखे और अधिक चालाक लोग जानबूझकर सुबह और शाम की सैर के बहाने लॉकडाउन के नियम तोड़कर घर से बाहर निकल रहे थे, जिन पर कार्रवाई की गई है।"

फोटो को नियम तोड़ने वालों के फेसबुक पेज पर पोस्ट करवाया जा रहा
कोल्हापुर पुलिस अधीक्षक अभिनव देशमुख ने आगे बताया, "ऐसे लोगों को दंडित करने के लिए हमने सेल्फी लेने के लिए कुछ स्थान चिन्हित किए थे, जहां 'मैं जिम्मेदार हूं, मैं स्वार्थी हूं' संदेश लिखे गए थे। नियम तोड़ने वालों को उन स्थानों पर सेल्फी लेने और पुलिस के फेसबुक पेज पर पोस्ट करने को कहा जा रहा है।"उन्होंने बताया कि इस प्रकार दण्डित किए जाने से निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने वाले शिक्षित लोगों पर सामाजिक दबाव बनेगा।



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नियम तोड़ने वालों से इस तरह से सेल्फी खींचने और उसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करने का दबाव बनाया जा रहा है।




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मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कपिल वधावन की जमानत रद्द करने की मांग को लेकर ईडी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर की याचिका

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में अपील फाइल कर मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में डीएचएफएल के प्रवर्तक कपिल वधावन की जमानत रद्द करने की मांग की है। ईडी ने दलील दी है कि वधावन ने जमानत की शर्तों का कथित तौर पर उल्लंघन किया और कोरोना वायरस संकट के चलते लागू लॉकडाउन के दौरान महाबलेश्वर की यात्रा की थी।

प्रवर्तन निदेशालय की वकील पूर्णिमा कंथारिया की ओर से दायर याचिका को हाईकोर्ट के न्यायाधीश पी.डी नाइक की बेंचने स्वीकार कर लिया है और मामले की सुनवाई की अगली तारीख 23 अप्रैल के लिए तय की है।

इकबाल मिर्ची संग संबंध में हुए थे गिरफ्तार
बता दें कि गैंगेस्टर इकबाल मिर्ची के साथ संदिग्ध सौदेबाजी को लेकर इस साल जनवरी में वधावन को गिरफ्तार किया गया था। इकबाल की 2013 में मौत हो गई थी। वधावन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था। वधावन को एक सत्र अदालत द्वारा फरवरी में जमानत दी गई थी।

आईपीएस ऑफिसर का लेटर लेकर की थी महाबलेश्वर की यात्रा
ईडी ने पिछले हफ्ते पुणे से सटे महाबलेश्वर ने पांच लग्जरी वाहनों को जब्त करने का आदेश दिया था, जिनमें लॉकडाउन के दौरान कपिल वधावन, उसके भाई धीरज वधावन और उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित महाबलेश्वर में अपने फार्महाउस की यात्रा की थी। आरोप है कि इस यात्रा के लिए इन्होंने एक आईपीएस ऑफिसर अमिताभ गुप्ता के लैटर का इस्तेमाल किया था। जिसके बाद गुप्ता को छुट्टी पर भेज दिया गया है।



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हाईकोर्ट के न्यायाधीश पी.डी नाइक की बेंच ने इस याचिका को स्वीकार कर लिया है।




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ट्रेनें न चलने पर आंदोलन की धमकी देने वाला गिरफ्तार, ट्वीट करके कहा था- भूखे मरने से अच्छा पैदल गांव जाएंगे

बांद्रा में रेलवे स्टेशन के बाहरमंगलवार शाम को हजारों मजदूरों की भीड़ जमा हो गई थी। कोरोना संक्रमण के इस दौर में जहां सरकार का सोशल डिस्टेंसिंग पर पूरा जोर है। वहां एक साथ बिना किसी सुरक्षा केइतने मजदूरों के सड़कों पर उतर जाने के बाद सवाल खड़े हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में अफवाह फैलाने के लिए जिम्मेदार मानते हुएनवी मुंबई के एनजीओ संचालक विनय दुबे को गिरफ्तार किया है। बुधवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 21 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।

विनय ने लॉकडाउन में फंसे मजदूरों कोउनके घरों तक पहुंचाने के लिए फेसबुक पर कुछ दिन पहले 'चलो घर की ओर' नाम से एक कैंपेन शुरू किया था। उसने इससे जुड़ा एक वीडियो भी बनाया था। अब तक जांच में पता चला है कि विनय के पिता मुंबई में एक ऑटोरिक्शा चालक थे।अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर विनय ने खुद को एक उद्यमी और समाजसेवक के रूप में पेश किया है।

झूठा वीडियो जारी किया, माना जा रहा है, इसीलिए जुटी भीड़

विनय ने महाराष्ट्र में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए 40 बसों का इंतजाम किए जाने की जानकारी एक वीडियो के माध्यम से फेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट की थी। माना जा रहा है कि इसी के बाद यह भीड़ अचानक बांद्रा स्टेशन के बहार जमा हुई। इस वीडियो को अब तक कई हजार लोग शेयर और लाइक कर चुके हैं। इस वीडियो में उसने यह भी कहा था कि यह बस सेवा पूरी तरह से नि:शुल्क रहेगी।

देशव्यापी आंदोलन की दी थी चेतावनी
विनय ने अपने अकाउंट पर एक और पोस्ट शेयर की थी। इसमें उसने तक ट्रेनें के शुरू न होने पर देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी भी दी थी। इस बीचमहाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि मीडिया में कहीं-कहीं ये खबरें आईं कि दुबे राकांपा का सदस्य है लेकिन यह पार्टी की छवि खराब करने के लिए बोला गया झूठ और एक दुर्भावनापूर्ण प्रयास है। राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने ट्वीट किया, ‘‘हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि विनय दुबे जिसे नवी मुंबई पुलिस ने और बाद में मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वह राकांपा का सदस्य नहीं है।’’

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पिता की सारी कमाई कोरोना में दान करने की झूठी बात फैलाई
उसने एक ट्वीट और भी किया थाजिसमें उसने लिखा था कि उसके पिता ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए महाराष्ट्र सरकार को अपने जीवन की सारी कमाई दान कर दी। उसने इसे स्वीकारने के लिए गृह मंत्री अनिल देशमुख के साथ ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का आभार भी जताया था। इस खबर की पुष्टि भी सरकार की ओर से नहीं की गई है।

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मुंबई में अफवाह फैलाने के आरोप में पुलिस ने विनय दूबे को गिरफ्तार किया है। वह एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ एक प्रदर्शन का भी आयोजन कर चुका है। यह तस्वीर उसी सभा के दौरान की है।




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राज्य में 9 की मौत; बांद्रा स्टेशन पर भीड़ इकट्ठा होने के मामले में एनजीओ संचालक को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा

मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर भीड़ केइकट्ठा होने के मामले में पुलिस ने बुधवार को कार्रवाई की। करीब एक हजार मजदूरों के खिलाफ लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया है। वहीं,एनजीओ संचालक विनय दुबे को गिरफ्तार करने के बादएक पत्रकार को अफवाह फैलाने के आरोप में हिरासत में लिया। आजाद मैदान पुलिस ने दुबे कोकोर्ट में पेश किया। अदालत ने 21 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया।

पुलिस का दावा है कि इन्होंने ही अफवाह फैलाई थी कि ट्रेन और बस सेवाएंशुरू हो रही हैं।

दरअसल, मंगलवार को हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर जमा हो गए थे। वहां इन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए घर भेजने जाने की मांग की थी। इन्हें हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी थी। इस बीच, महाराष्ट्र में बुधवार को संक्रमण से 9 लोगों की मौत हुई। इसमें 6 पुणे में 2 मुंबई में और एक अकोला में हुई है। इसी के साथ ही राज्य में मृतकों की कुल संख्या 180 पर पहुंच गई है। मृतकों में 6 पुरुष और 3 महिलाएं हैं। इनमें 4 की उम्र 60 साल से ऊपर, तीन की उम्र 40 से 60 साल के बीच और 2 की उम्र 40 साल से कम है। इसमें छह लोगों को डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, अस्थमा की शिकायत थी।


वहीं, बुधवार को राज्य में संक्रमण के 187 केस सामने आए हैं। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 2917 पहुंच गई है।उधर,पुणे में आज कोरोना संक्रमण से 38 साल के युवक और एक 73 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई। युवक को सांस की और बुजुर्ग को किडनी से जुड़ी बीमारी थी।

कोरोना अपडेट्स:

  • मुंबई के नायर हॉस्पिटल में बुधवार को एक 29 साल कीमहिला ने सुसाइड कर लिया है। जानकारी के मुताबिक महिला में 2 दिन पहले कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी। पुलिस के मुताबिक महिला मुंबई के वर्ली इलाके की रहने वाली थी और उसे अस्थमा की परेशानी की।बुधवार सुबह 3.45 बजे महिला ने अस्पताल के बाथरूम में अपने ही दुपट्टे से फांसी लगाकर जान दे दी। इससे पहले महाराष्ट्र के अकोला जिले में भी एक कोरोना संक्रमित मरीज ने ब्लेड से अपना गला काटकर आत्महत्या कर ली थी।
  • पुलिस का कहना है कि बांद्रा स्टेशन पर मजदूरों को इकट्ठा करने के मामले में आरोपी विनय दुबे ने फेसबुक पर पोस्ट की थी। वीडियो में कहा था कि 15 अप्रैल को लॉकडाउन खुला तो प्रवासी लोगों को ले जाने के लिए उसने 40 बसों कोबुक कराया गया है। वहीं, ऐसा ही आरोप एक मराठी चैनल पर भी लग रहा है। इसकी रिपोर्ट में कहा गया कि मंगलवार से मुंबई में कुछ ट्रेनों को शुरू किया जा रहा है। इस मामले में एक पत्रकार को गिरफ्तार किया गया है।
  • मुंबई केएक अस्पताल के 10 और कर्मचारियों में कोरोना पॉजिटिव आया है। इस हॉस्पिटल के 35 कर्मचारियों में पहले ही कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। मुंबई में संक्रमित मरीजों की संख्या1,753 पहुंच गई है।

टेस्ट तीन गुना बढ़ने से मामले पांच गुना बढ़े
पिछले 12 दिनों में मुंबई में कोरोना संक्रमितों की टेस्टिंग को तीन गुना किया गया है। इस वजह से मरीजों की संख्या बढ़कर 5 गुना हो गई है। बीएमसी के मुताबिक, 1 अप्रैल तक मुंबई में कोरोना के 278 मामले थे, जबकि 7,712 लोगों की टेस्टिंग की जा चुकी थी। 12 अप्रैल तक 7,712 से बढ़कर टेस्ट की संख्या 24,279 हो गई, वहीं मरीजों की संख्या 278 से बढ़कर 1,399 तक पहुंच गई। आंकड़ों पर नजर डालें, तो 1 अप्रैल तक प्रति 100 टेस्ट पर मरीजों का आंकड़ा 3.6 प्रतिशत था, जो बढ़कर 5.8 प्रतिशत हो गया है।

यह तस्वीर बुधवार सुबह मुंबई के मुलुंड इलाके की है। यहां के बाजार में मंगलवार को काफी भीड़ नजर आई थी, इसके बाद सुबह पुलिस ने फ्लैगमार्च किया।

धारावी में दी जा रही हैहाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि धारावी और वर्ली में बच्चों और ह्रदय, लीवर की बीमारी के मरीजों को छोड़कर बाकी को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा दी जा रही है। इससे मरीजों की संख्या घटने में मदद मिलने की उम्मीद है। वहीं, नायर अस्पताल में प्लाज्मा थैरेपीसे इलाज के जरिए ठीक हो चुके एक मरीज का प्लाज्मा लिया गया, जिसका प्रयोग दूसरे मरीज पर किया जाएगा। यह थैरेपीकेरल में सफल हो चुकी है। धारावी में 50 से ज्यादा संक्रमित मरीज मिले हैं,वहीं यहां 7लोगों की मौत भी हुई है।

लॉकडाउन के बीच एक पाइप में फंसे तोते को एक पुलिसकर्मी ने बचाया। यह तस्वीर मुंबई पुलिस के कमिश्नर ने अपने ट्विटर पर शेयर की है।

पालघर:मास्क धोकर बेचने वाले तीन गिरफ्तार
पालघर पुलिस नेतीन ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जो अलग-अलग कंपनियों के इस्तेमाल कर फेंके गए एन-95 मास्क धुलकर बेच रहे थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी इस्तेमाल कर फेंके गए मास्क इकट्ठा करते थे। बाद में वाॅशिंग मशीन में धोकर और प्रेस करके उन्हें अच्छे से पैकिंग कर बाजारों में बेचते थे।

मुंबई के धारावी में अपने ऊपर सैनिटाइजर का छिड़काव करवाता पुलिसकर्मी। धारावी में पिछले 4 दिन से लगातार सैनिटाइजेशन का काम जारी है। यहां अब तक संक्रमण से सात लोगों की मौत हो चुकी है


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मुंबई के एक एनजीओ के संचालक विनय दुबे (हरे रंग का मास्क लगाए हुए‌) को पुलिस ने बुधवार सुबह गिरफ्तार किया था।




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फर्जी खबर को लेकर दो पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश, बांद्रा मामले में गिरफ्तार टीवी जर्नलिस्ट को मिली जमानत

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने महाराष्ट्र के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड की बेटी के स्पेन से लौटने के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित होने की कथित तौर पर झूठी खबर एक अंग्रेजी समाचार चैनल पर प्रसारित करने परसमाचार चैनल के संवाददाता और एंकर के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है।

मराठी चैनल के पत्रकार को मिली जमानत

इससे पहले बांद्रा में हुई भीड़ के लिए एक मराठी न्यूज चैनल के पत्रकार राहुल कुलकर्णी को जिम्मेदार बताते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि, गुरुवार दोपहर उन्हें बांद्रा सत्र न्यायालय से 15 हजार के मुचलके पर जमानत दे दी गई है। राहुल के खिलाफ आइपीसी की धारा 188, 269, 270 और 177 के तहत मामला दर्ज किया गया है। चैनल के संपादक राजीव खांडेकर ने अपने चैनल के पत्रकार की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए इसे बदले की कार्रवाई करार दिया है। वहीं मुंबई हिन्दी पत्रकार संघ ने भी राहुल कुलकर्णी की गिरफ्तारी की निंदा की है।

कोरोना संक्रमित व्यक्ति के नाम का खुलासा नहीं होना चाहिए: गृह मंत्रीदेशमुख

गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि इस प्रक्रिया में कोरोना वायरस से संक्रमित किसी भी मरीज के नाम का खुलासा नहीं करने की आचार संहिता का उल्लंघन किया गया। उन्होंने कहा कि चैनल ने यह जानबूझकर किया और यह गैर जिम्मेदारी भरा गंभीर मामला है।

मंत्री अनिल देशमुख का ट्वीट...

सबसे पहले साथ रहने वाले पुलिस अधिकारी हुआ था संक्रमण
देशमुख ने कहा कि ऐसे समय में जब कोरोना वायरस महामारी को लेकर डर का माहौल है तो फर्जी और दहशत फैलाने वाली खबरों का प्रसारण करना गलत है। हाल ही में आवास मंत्री आव्हाड ने एक पुलिस अधिकारी से बातचीत की थी, जो बाद में संक्रमित पाया गया। मंत्री ने एहतियात के तौर पर खुद को पृथक कर लिया था। बुधवार को उन्होंने बताया कि उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई और वह स्वस्थ हैं। यह भी लगातार जानकारी सामने आईं कि उनके करीब रहने वाले 16 अन्य लोगों में भी कोरोना की पुष्टि हुई है।



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मराठी टीवी चैनल के पत्रकार राहुल कुलकर्णी को रेलवे की गलत खबर दिखाने के बाद बांद्रा में उमड़ी भीड़ के लिए जिम्मेदार बताया गया और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था।-फाइल फोटो




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16 दिन में 10 गुना बढ़कर 3 हजार के पार हुए संक्रमित, 70% मरीजों की उम्र 50 साल से कम

देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र की स्थिति बिगड़ती जा रही है। राज्य में गुरुवार को कोराना संक्रमण के165 नए मामले सामने आए। इसे मिलाकर संक्रमितों की संख्या 3,081 पर पहुंच गईहै। राज्य के 11 जिलों कोहॉटस्पॉट घोषित किए गएहैं। इसमेंमुंबई, पुणे, ठाणे, नागपुर, सांगली, अहमदनगर, यवतमाल, औरंगाबाद, बुलढाणा, मुंबई सबअर्बन, नासिक शामिल है। अगर संक्रमितों की बात की जाए तो महाराष्ट्र के बाद दिल्ली है जहां संक्रमण के 1550 से ज्यादा मामले हैं।

महाराष्ट्र में 16दिन में बढ़े 10 गुना हुए केस

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के केसपिछले 15 दिनों में 10 गुना की वृद्धि हुई है। राज्य में संक्रमण का पहला मामला नौ मार्च को पुणे में सामने आया था। यहां एक परिवार के तीन लोग पॉजिटिव मिले थे। इसके बाद 31 मार्च तक यानी 21 दिनों में संक्रमित केस की कुल संख्या 302 तक पहुंची थी। इन 21 दिनों में एक दिन में अधिकतम 27 पॉजिटिव केस मिले थे। लेकिन, एक अप्रैल से से 16 अप्रैल यानी 16 दिनों में संक्रमितों की संख्या में 10 गुना की वृद्धि के साथ आंकड़ा तीन हजार के पार पहुंच गया। इनमें 14 अप्रैल को सबसे ज्यादा 350 पॉजिटिव केस सामने आए।

इस ग्राफ से समझिए केस की रफ्तार:

यह डेटा महाराष्ट्र सरकार की वेबसाइट का है। इसमें 9 मार्च से 13 अप्रैल तक के आंकड़े हैं। 14 अप्रैल को राज्य में सबसे ज्यादा 350 केस सामने आए थे।

70% मरीजों की उम्र 50 साल से कम

महाराष्ट्र मेंसंक्रमण के2330 मरीजों का विश्लेषण राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने किया है। इससे पता चलता है कि70 फीसदी यानी1646 मरीजों की उम्र 21से 50 साल के बीच है।जबकि 684 की उम्र 50 साल से ज्यादा है। एक बात और इसमें सामने आई है कि50 से अधिक उम्र वर्ग के लोगों कोइस बीमारी से ज्यादा खतरा है। आंकड़े के अनुसार (14 मार्च तकहुई कुल 178 मौतों में से) इस आयु वर्ग के मृतकों की संख्या करीब 77%है। हालांकि, राज्य में गुरुवार तक 188 लोगों की संक्रमण से जान जा चुकी है।

ज्यादा जांच हुई, इसलिए तेजी से मामले सामने आए

महाराष्ट्र में तेजी से संक्रमितों की संख्या सामने आने का एक बड़ा कारण यहां तेजी से जांच होना भी है। राज्य में अब तक24 हजार से अधिक सैंपल लिए जा चुके हैं। साथ ही, मुंबई केधारावी में मरीज मिलने के बाद करीब साढ़े सातलाख लोगों की स्क्रीनिंग हो रही है। राज्य सरकार अब रैपिड टेस्टिंग की तैयारी कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही राज्य में रैपिड टेस्टिंग शुरू हो जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार ने विदेश से किट मंगवाई है। इसके बाद जांच की स्पीड भी बढ़ेगी।



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यह तस्वीर मुंबई के धारावी की है। धारावी में अब तक 50 से ज्यादा मामले आ चुके हैं। इसके बाद यहां घर-घर जाकर स्क्रीनिंग की जा रही है।




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सिगरेट को दोगुने दाम पर बेचने के आरोप में होलसेल डीलर पकड़ा गया, 39 लाख का माल जब्त

एंटी नॉरकोटिक्स सेल ने सिगरेट के एक थोक विक्रेता के यहां छापा मारकर 39 लाख रुपए की सिगरेट जब्त की है। मामले में कार्रवाई करने वाले पुणे के डीसीपी बच्चन सिंह ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स ब्रांच ऑफिसर्स को सूचना मिली थी कि पुणे में सिगरेट के मुख्य डीलर्स में से एक डीलर सिगरेट की सप्लाई कर रहा है जो आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में नहीं आती। जिसके बाद एक फर्जी ग्राहक को भेजकर मामले का भंडाफोड़ किया गया। जांच में यह भी सामने आया कि वह सिगरेट को दोगुने दाम पर बेच रहा था। जिस कॉर्टन का मूल्य 5,000 रुपए था, डीलर ने उसके 10,000 रुपए मांगे।

इन धाराओं में दर्ज हुआ केस

इस मामले में डीलर शशिकांत रामस्वरूप चामडिया को पकड़ा गया है। डीलर के कोरेगांव स्थित गोदाम की तलाशी के दौरान सिगरेट के 37 बॉक्स मिले जिनकी कीमत करीब 39,00,000 लाख रुपये के बीच है। डीलर के खिलाफ आईपीसी की धारा 188. 269, 270, 273, आपदा प्रबंधन एक्ट 51 (B), कोविड 19 एक्ट सेक्शन 11 और संक्रामक बीमारी एक्ट 3 के तहत मार्केट यार्ड पुलिस स्टेशन पर केस दर्ज किया गया।

सिगरेट समेत धूम्रपान की सभी वस्तुएं हैं प्रतिबंधित

हालांकि, अभी तक डीलर की गिरफ्तारी नहीं की गई है, लेकिन अभियुक्त को लॉकडाउन की अवधि खत्म होने के बाद जांच के लिए समन किया जाएगा। जांच अधिकारी ने बताया कि पुलिस ऐसे पान दुकानदारों का भी पता लगा रही है जो लॉकडाउन में भी इस डीलर से प्रतिबंधित वस्तुएं खरीद रहे थे। लॉकडाउन में ऐसी सभी लग्जरी वस्तुओं की खरीद-बिक्री पर रोक है जो आवश्यक वस्तुओं की कैटेगरी में नहीं आती हैं।



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पुणे के सिगरेट व्यापारी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है और उनके गोदाम से 39 लाख का माल जब्त हुआ है।




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यहां कोरोना मरीजों का आंकड़ा दो हजार के पार पहुंचा, यह किसी भी दूसरे राज्य में कुल पॉजिटिव की संख्या से ज्यादा

कोरोना संक्रमण के रेड जोन में आ चुकी मुंबई में गुरुवार को पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा दो हजार पार कर गया। गुरुवार को 107 नए कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद शहर में संक्रमितों की संख्या 2043 पहुंच गई है। देश में सबसे ज्यादा संक्रमितों की संख्या मुंबई में है। सिर्फ यही नहीं, दूसरे राज्यों के कुल संक्रमितों की तुलना में भी मुंबई में मरीजों की संख्या काफी ज्यादा है। मुंबई के बाद दिल्ली है जहां संक्रमितों का आंकड़ा 1500 का आंकड़ा पार चुका है।

मुंबई केइन इलाकों में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज
सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मुंबई के वर्ली, भायखला, बांद्रा (पूर्व), अंधेरी, कुर्ला, नाना चौक, धारावी, गोवंडी में है। ये क्षेत्र मुंबई के हॉटस्पॉट घोषित कर दिए गए हैं। यहां बड़े स्तर परलोगों की जांच (स्क्रीनिंग), दवाओं का छिड़काव, इमारतों का सैनिटाइजेशन, कंटेन्मेंट जोन घोषित करना और लोगों को क्वारैंटाइन किया जा रहा है।

बीएमसी ने मरीजों की संख्या के आधार पर सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों का नक्शा जारी किया है। इसमें GS वार्ड यानि वर्ली में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं।

ज्यादा टेस्ट हुए, इसलिए ज्यादा मरीज आए: बीएमसी

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) का कहना है कि मुंबई में बढ़ते मामलों की सबसे बड़ी वजह यह है कि यहां सबसे ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। 15 अप्रैल तक यहां मुंबई में 31 हजार लोगों के टेस्ट हो चुके हैं। बीएमसी ने इसे लेकर एक चार्ट भी वेबसाइट पर जारी किया है।

इस चार्ट के माध्यम से बीएमसी ने यह बताया है कि मुंबई में सबसे ज्यादा टेस्ट हुए हैं। इसलिए यहां मरीज सबसे ज्यादा हैं। इसके मुताबिक, हर 10 लाख की आबादी पर 2,374 टेस्ट हुए हैं।

किस राज्य में कितने संक्रमित मरीज

राज्य कितने संक्रमित कितने ठीक हुए कितनी मौत
महाराष्ट्र 3081 295 187
दिल्ली 1578 41 32
तमिलनाडु 1267 180 15
राजस्थान 1104 147 11
मध्यप्रदेश 1120 70 55


मुंबई की चिंता अबधारावी, यहां 11 नएकेस आए
मुंबई में कोरोना का बड़ा हॉटस्पॉट बन चुके धारावी में गुरुवार को 11 नएमामले सामने आए हैं। यहां कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 71 हो गई है। धारावी में अब तक संक्रमण से सात लोगों की जान भी जा चुकी है। इसके अलावा मुंबई में21 मरीजों को गुरुवार को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अब तक यहां 202 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं।



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बीएमसी का कहना है कि मुंबई में सबसे ज्यादा टेस्ट हुए हैं, इसलिए पॉजिटिव की संख्या भी ज्यादा है।-फाइल तस्वीर




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महाराष्ट्र में आज 7 की मौत, संक्रमितों का आंकड़ा तीन हजार के पार पहुंचा; बांद्रा भीड़ मामले में 9 लोग गिरफ्तार

महाराष्ट्र में गुरुवार को संक्रमण से सातलोगों की जान गई। इसमें तीन मुंबई और चारपुणे में हैं। मृतकों में पांच पुरुष और दोमहिला है। मृतकों की उम्र 40से 60 साल के बीच थी। इसमें छहको अन्य बीमारियां थीं, जबकि एक मृतक की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पता नहीं चल पाया है। इसे मिलाकर राज्य में म़ृतकों की संख्या 194 हो गई है। वहीं मुंबई में मौत का आंकड़ा 117 और पुणे में 47 पहुंच गया है।

वहीं, राज्य में गुरुवार कोकुल 286 नए मामले सामने आए हैं। इसमें 177 मुंबई के हैं।इसी के साथ कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 3202 पहुंच गई है। इस बीच, लॉकडाउन तोड़कर मंगलवार को बांद्रा स्टेशन के बाहर हुए जमा हुए मजदूरों के मामले में मुंबई पुलिस ने अब तक9 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक टीवी पत्रकार भी शामिल है। मुंबई पुलिस ने अलग-अलग तीन मामले दर्ज किए हैं।महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट कर बताया कि पुलिस ने मराठी न्यूज चैनल के पत्रकार को अफवाह फैलाने के आरोप में अरेस्ट किया है।

मुंंबई:कोरोना मरीजों का आंकड़ा दो हजार के पार पहुंचा

कोरोना संक्रमण के रेड जोन में आ चुकी मुंबई में गुरुवार को पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा दो हजार पार कर गया। गुरुवार को 177 नए कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद शहर में संक्रमितों की संख्या 2073 पहुंच गई है। देश में सबसे ज्यादा संक्रमितों की संख्या मुंबई में है। सिर्फ यही नहीं, दूसरे राज्यों के कुल संक्रमितों की तुलना में भी मुंबई में मरीजों की संख्या काफी ज्यादा है। मुंबई के बाद दिल्ली है जहां संक्रमितों का आंकड़ा 1500 का आंकड़ा पार चुका है।

मुंबई: कोरोना संक्रमित मरीजों में संख्या में दो दिन से थोड़ी गिरावट

मुंबई के लिए बुधवार के बाद गुरुवार का दिन भीथोड़ा राहत भरारहा। गुरुवार को संक्रमण के 177 मामले सामने आए। इससे पहलेबुधवार 140 मामले आए थे, जो कि मंगलवार को आए मामलों की तुलना में35 फीसदी कम थे। मौतों की संख्या भी गुरुवार को तीन जबकि बुधवार को दो थी।जो पिछले 11 दिनों में सबसे कम रही है। इससे पहले 3 अप्रैल को भी यहां सिर्फ दो लोगों की मौत हुई थी।पिछले एक सप्ताह से यह वायरस रोज 9 से 16 लोगोंकी जान जा रही थी।

एक अप्रैल से 15 अप्रैल तक मुंबई में हुई मौतें

तारीख मुंबई
1 अप्रैल 2
2 अप्रैल 4
3 अप्रैल 2
4 अप्रैल 4
5 अप्रैल 8
6 अप्रैल 4
7 अप्रैल 6
8 अप्रैल 5
9 अप्रैल 9
10 अप्रैल 10
11 अप्रैल 12
12 अप्रैल 16
13 अप्रैल 9
14 अप्रैल 11
15 अप्रैल 2
16 अप्रैल 3

मुंबई में अबकॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की मुहिम तेज

  • मुंबई में संक्रमण के खिलाफ अब लड़ाई तेज कर दी है। यहांमरीजों केसंपर्क में आने वाले लोगों को तलाश करके उनकी जांच के लिएविशेष टीम बनाई गई है।इसके तहत केवल एक दिन में बुधवार को76 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। इससे पहले कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के जरिए अब तक 857 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं।
  • मुंबई मेंबुधवार को17 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। इसके बाद यहां कोरोना संक्रमण को मात देने वालों मरीजों की संख्या 164 से बढ़कर 181 हो गई है।

मुंबई में ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे 3 मई तक बंद है। यहां सिर्फ आवश्यक वस्तुएं से जुड़ी हुई गाड़ियों को ही जाने दिया जा रहा है। बाकी वाहनों का चालान काटा जाता है।

    पालघर:डॉक्टर पर हमला, पुलिसवालों पर पत्थरबाजी

    पालघर मेंकासा पुलिस स्टेशन क्षेत्र के सारनी गांव में मंगलवार रात ग्रामीणों ने एक डॉक्टर औरउसके साथियों पर हमला कर दिया। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों पर भी ग्रामीणों ने पत्थरबाजी की। इसमें दो अफसर और दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गए।ग्रामीणों ने डॉक्टर औरपुलिस वैन के कांच भी फोड़ दिए हैं। फिलहाल पुलिस ने दर्जनभर लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

    पालघर जिले में बैंक ऑफ बडौदा के सामने पैसे निकालने वालों की लंबी कतार देखी गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया।


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    यह तस्वीर मुंबई के भायखला सब्जीमंडी की है। लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए सरकार ने मंडी को खोलने की अनुमति दी है। गेट पर पुलिस का पहरा है, जो बिना मास्क के नजर आता है। उसे गेट से लौटा दिया जाता है।




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    पुणे पुलिस ने बेवजह घूम रहे 200 लोगों को सड़क पर बैठाकर लॉकडाउन के नियम समझाए, योग भी करवाया

    लॉकडाउन को लोग अभी भी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।पुणेपुलिसगुरुवार को ऐसे ही200 लोगों कीक्लास ली।दरअसल ये सभीबेवजह सड़क और बाजार में घूम रहे थे। इनमें महिलाएं भी शामिल थीं।पुलिस ने सभी को सड़क पर बिठाया औरलॉकडाउन के नियम समझाए।

    पुलिस ने बताया कि लॉकडाउन कापालन करना क्यों जरूरी है। सिर्फ यही नहीं, पुलिस ने इन लोगों को योग भी करवाया और कान पकड़कर भविष्य में कभी ऐसा न करने का वादा लिया। इसके बाद इनकीफोटो खींचकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कीं।दरअसल, पुणे में संक्रमण से अब तक 49लोगों की मौत हो चुकी है। शहर के कई इलाके सील हैं।

    पुलिस ने चेतावनी देकर छोड़ दिया

    क्लास में शामिललोगों में ज्यादतर लोग मॉर्निंग वॉक करने के लिए निकले थे।पुलिसकर्मियों ने उनका वीडियो भी बनाया है और उनसे माफी भी मंगवाई और आगे से ऐसा नहीं करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया है। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं। पुलिस ने सभी से अपील की है कि वे इस दौरान घर में ही फिटनेस का ध्यान रखें औरनियमों का पालन करें।

    यह तस्वीर पुणे के स्वारगेट इलाके की है। यह लॉकडाउन का बेवजह उल्लंघन करने वाले लोगों को सड़क पर घंटों बैठाकर पुलिस ने लॉकडाउन नियमों की क्लास लगाई।

    लॉकडाउन में मिलने का प्लान बना रहेदो दोस्तों को पुणे पुलिस ने जवाब दिया
    लॉकडाउन में मिलने की प्लानिंग कर रहे दो दोस्तों को ट्विटर पर पुणे पुलिस ने बेहद मजेदार ढंग से जवाब दिया। यह जवाब सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। पुणे के रहने वाले दो दोस्तों ने14 अप्रैल को खत्म हो रहेलॉकडाउन के बाद मिलने कीसोचा थी, लेकिन लॉकडाउन फेज-2 लगने कीखबर सुनते ही उन्होंने ट्विटर परपूछा कि 'क्या अब हम लोग मिल सकते हैं? तो पार्थ ने जवाब दिया 3 मई तक तो नहीं हो पाएगा। इसमें इनके और दोस्त ने ट्वीटर पर ही कहा कि उससे पहले भी मिल सकते हैं? दोस्तों के बीच सोशल मीडिया पर हो रही इस बातचीत परपुणे पुलिस ने भी अपना रिएक्शन देते हुए रिट्वीट किया। पुणे पुलिस ने ट्विटर पर लिखा, 'हम भी आपके प्लान में शामिल होना चाहते हैं? और आपको विश्वास दिलाते हैं कि हम आपका साथ लंबे समय तक देंगे।'

    कोल्हापुर में नियम तोड़ने वालों की सेल्फी खिंचवाई जा रही है
    लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वालों को सजा देने के लिए मकोल्हापुर पुलिस ने एक नया तरीका निकाला है। इसके तहत सोशल मीडिया में ऐसे लोगों की सेल्फी डालकर उन्हें सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा किया जा रहा है।

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    सोशल मीडिया के सहारे फनी मैसेज दे रही नागपुर पुलिस
    नागपुर पुलिस के ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में शोले फिल्म के चार कैरेक्टर नजर आ रहे हैं- सुरमा भोपाली, गब्बर सिंह, जय और अंग्रेजों के जमाने के जेलर का वफादार जासूस। ये ट्वीट नागपुर पुलिस ने उन लोगों के लिए किया है जिन्हें समझ नहीं आ रहा कि घर में रहकर क्या किया जाए। ट्वीट में कैप्शन देते हुए लिखा गया- 'लॉकडाउन में करने लायक काम।'

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    मुंबई पुलिस ने इस फनी ढंग से लोगों में कोरोना से जुड़ा संदेश दिया

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    यह तस्वीर पुणे के हड़पसर इलाके की है। लॉकडाउन के बावजूद यह लोग मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। इसके बाद पुलिस ने इनकी क्लास लगाई।




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    डिप्टी सीएम अजित पवार ने खाद्य भंडार को 7.74 लाख मीट्रिक टन तक बढ़ाया, प्रभारी मंत्रियों से जल्द गरीबों में वितरित करने को कहा

    महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को सभी प्रभारी मंत्रियों से कहा कि वे लॉकडाउन के दौरान गरीबों को सुचारू रूप से अनाज वितरण सुनिश्चित करें, ताकि सरकार को अनावश्यक रूप से कोई बदनामी नहीं झेलनी पड़े।

    राज्य का खाद्य भंडार 7.74 लाख मीट्रिक टन किया गया
    शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार ने प्रभारी मंत्रियों को पत्र लिखकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के लाभार्थियों की शिकायतों को तुरंत हल करने की हिदायत दी है। मंत्रियों को लिखे पत्र में पवार ने कहा कि पीडीएस के तहत खाद्य भंडार 3.87 लाख मीट्रिक टन से बढ़ाकर 7.74 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया है।

    शिकायत का तुरंत निवारण होना चाहिए: अजित पवार

    उन्होंने कहा कि 1.52 लाख मीट्रिक टन अनाज जरूरतमंदों के लिए उपलब्ध कराया गया है। पवार ने पत्र में कहा, "यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि गरीबों को पर्याप्त मात्रा में अनाज मिले और उन्हें सुव्यवस्थित तरीके से वितरित किया जाए ताकि कोई भी भूखा नहीं रहे।"

    पवार ने कहा कि अनाज वितरण में कोई अनियमितता नहीं होनी चाहिए और यदि कोई शिकायत है तो उसका तुरंत निवारण किया जाना चाहिए।



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    उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को खाद्य वितरण के लिए संबंधित मंत्रियों को आदेश दिया है-फाइल फोटो।




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    शिवसेना सांसद की मांग-कोरोना की लड़ाई में लगे प्राइवेट डॉक्टर्स का भी इंश्योरेंस किया जाए

    मुंबई की दक्षिण मध्य लोकसभा सीट से शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने कोरोनावायरस के संक्रमण की लड़ाई में लगे प्राइवेट डॉक्टर्स ने लिए इंश्योरेंस की मांग की है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में सांसद राहुल शेवाले कहा है कि कम्युनिटी क्लीनिक के माध्यम से या घर-घर जाकर लोगों की जांच करने वाले प्राइवेट डॉक्टर्स का राज्य सरकार की ओर से इंश्योरेंस किया जाए। शेवाले ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि सरकार इंश्योरेंस के साथ ही प्राइवेट डॉक्टर्स को पीपीई किट और मेडिकल उपकरण भी मुहैया कराए।

    सीएम का आभार किया प्रकट

    राहुल शेवाले ने अपने पत्र में कोरोना वायरस के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का आभार प्रकट किया है। सांसद शेवाले ने राज्य सरकार और महानगर पालिका के मिशन में शामिल होने की भी अपील की है। महाराष्ट्र में फिलहाल धारावी, अंटॉप हिल्स, चिता कॉम्प्लेक्स, एम, जी और एफ प्रभाग में प्राइवेट डॉक्टर्स कोरोना के खिलाफ की जंग मे शामिल है।

    सांसद राहुल शेवाले का ट्वीट..

    मुंबई में 2000 से ज्यादा केस

    बता दें मुंबई में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 107 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 2,049 पर पहुंच गई है। शहर में मात्र 6 दिन में संक्रमण के एक हजार नए मामले सामने आए। देश की आर्थिक राजधानी में 11 अप्रैल तक कोरोना वायरस के एक हजार मामले सामने आए थे। बीएमसी की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि बुधवार रात से अब तक कोविड-19 के तीन मरीजों की मौत हो चुकी है जिसके बाद शहर में महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 116 हो गई है।



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    सांसद राहुल शेवाले के आग्रह पर कई प्राइवेट डॉक्टर्स ने मिलकर कम्युनिटी क्लीनिक शुरू किया है। सांसद ने इन्हीं डॉक्टर्स के लिए इंश्योरेंस की मांग की है।




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    केदारनाथ के रावल महाराष्ट्र में फंसे हैं, बाबा केदारनाथ का स्वर्ण मुकुट उन्हीं के पास, कपाट खुलते वक्त उनका रहना जरूरी

    केदारनाथ मंदिर के मुख्य रावल महाराष्ट्र के नांदेड में फंसे हुए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कपाट खुलने से पहले केदारनाथ पहुंचने की अनुमति मांगी है। रावल भीमाशंकर ने इसके लिए प्रधानमंत्री को चिट्‌ठी लिखी है। उन्होंने सड़क मार्ग से उत्तराखंड जाने की इजाजत मांगी है। हालांकि, उन्हें अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।

    इस बीच,उत्तराखंड सरकार उन्हें एयरलिफ्ट करने पर विचार कर रही है। उनके साथ मंदिर ट्रस्ट के चार और लोग भी हैं। केदारनाथ को पहनाया जाने वाला सोने का मुकुट भी उन्हीं के पास है। लॉकडाउन के चलते टिहरी राजघराने के सदस्यों का पहुंचना भी मुश्किल हो रहा है, परंपरा के मुताबिक कपाट खुलते वक्त उनका होना भी जरूरी है।

    मंदिर के नजदीक 7 फीट गहराई तक बर्फ जमी है। किसी भी तरह की मशीनें यहां आ नहीं सकतीं, इसलिए गेंती-फावड़े से ही धीरे-धीरे बर्फ हटाई जा रही है।

    केदारनाथ के कपाट 29 अप्रैल से खुलेंगे
    29 अप्रैल को सुबह 6 बजे से केदारनाथ के कपाट खुलने हैं, जबकि इससे पहले 26 अप्रैल को यमनोत्री गंगोत्री के कपाट खुलेंगे। हालांकि, सरकार ने इस बार चारधाम मंदिरों के दर्शन ऑनलाइन करवाने का फैसला लिया है। इस पर स्थानीय लोगों और पुजारियों ने आपत्ति जताई है।

    परंपरा के मुताबिक रावल ही मूर्ति छू सकते हैं
    केदारनाथ के रावल (गुरु) महाराष्ट्र या कर्नाटक और बद्रीनाथ के केरल से होते हैं। ये लोग यहीं से हर साल यात्रा के लिए आते हैं। परंपरा के मुताबिक, केदारनाथ के रावल खुद पूजा नहीं करते, लेकिन इन्हीं केनिर्देश पर पुजारी मंदिर में पूजा करते हैं। वहीं, बद्रीनाथ के रावल के अलावा कोई और बद्रीनाथ की मूर्ति नहीं छू सकता।

    आदि शंकराचार्य के वक्त से चली आ रही परंपरा के मुताबिक, कपाट खुलते वक्त रावल का वहां मौजूद रहना जरूरी है। केदारनाथ का स्वर्ण मुकुट इनके पास ही रहता है और पारंपरिक कार्यक्रमों में ये उसे पहनते भी हैं, जिसे कपाट खुलने पर केदारनाथ को पहनाया जाता है।

    टिहरी महाराज की जन्म कुंडली देखकर कपाट खुलने की तारीख तय होती है
    टिहरी दरबार नरेंद्र नगर में ही टिहरी महाराज की जन्म कुंडली देखकर मंदिर के कपाट खुलने की तारीख तय होती है। टिहरी राजघराने के लोग, जिन्हें बोलंदा बद्री भी कहते हैं, उनका बद्रीनाथ के कपाट खुलने के वक्त मंदिर में रहना जरूरी है और उनके राज पुरोहित ही पूजा करते हैं। बद्रीनाथ की गारू घड़ा की परंपरा भी राज परिवार की महारानी और महिलाएं पूरी करती हैं।

    केदारनाथ मंदिर के रास्ते से बर्फ हटाए जाने में बस 1 किमी की दूरी बाकी
    केदारनाथ मंदिर तक पहुंचने के रास्ते में बर्फ जमी हुई थी। अब केवल एक किलोमीटर का हिस्सा बाकी रह गया है। अगले 5 दिन में इस एक किमी में जमी बर्फ की सफाई का काम भी पूरा हो जाएगा। इसके बाद मंदिर तक का रास्ता आने-जाने के लिए खुल जाएगा।

    1 मार्च से केदारनाथ मंदिर के रास्ते की सफाई का काम शुरू हुआ था। केदारनाथ में इन दिनों रात का टेम्प्रेचर माइनस 3 डिग्री और दिन में 12 से 15 डिग्री है। बीच-बीच में बर्फबारी भी हो रही है।

    इस बीच, यात्रा मार्ग पर खच्चरों का संचालन भी लिनचोली तक शुरू हो गया है। रास्ते मे बड़े-बड़े हिम शिखर होने के कारण खच्चरों का संचालन अभी मंदिर तक नहीं हो पा रहा है। केदारनाथ में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण सफाई के काम में रुकावट आ रही है। वुडस्टोन कंपनी के 130 कर्मचारी इस काम को कर रहे हैं।



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    29 अप्रैल को सुबह 6 बजे केदारनाथ के कपाट खुलने हैं। केदारनाथ के रावल खुद पूजा नहीं करते, लेकिन इन्हीं के निर्देश पर पुजारी मंदिर में पूजा करते हैं।




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    बंदर ने पतंग उड़ाई, तैराकी की; मुंबई में सड़कों पर नाचे मोर, जंगल से बाहर सैर-सपाटे पर निकले बाघ-हिरण

    देश में लॉकडाउन जारी है। 21 दिन के बाद अब 19 दिन और हमें घरों में रहना है। यानी 3 मई तक। बाहर कोरोना का डर हैऔरइंसान घरों में कैद है। सड़कों पर शोरगुल बंद है। हवा साफ है। ऐसे मेंचिड़ियों की चहचहाहट फिर से सुनाई दे रही है। अभी तक इंसान जंगलों में घूमने जाते थे अब जानवर शहरों में घूमने आ रहे हैं। बंदरों के पंतग उड़ाने से लेकर सड़कों पर मोरों के नाचने के ऐसे ही कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

    बंदर ने की पतंगबाजी:यह बंदर एक घर की छत पर बैठा था, तभी पतंग कटी और मांझा उसके हाथ आ गया। फिर क्या था, बंदर ने किसी माहिर पतंगबाज की तरह डोर संभाली और पतंग को उड़ाना शुरू कर दिया। इस वीडियो को ट्विटर पर इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के ऑफिसर सुशांत नंदा ने शेयर किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि बंदर को भी पतंग उड़ाने में मजा आ रहा है। हालांकि, यह वीडियो कब का है और कहां का है यह स्पष्ट नहीं है।

    बंदरों की पूल पार्टी:एक्ट्रेस टिस्का चोपड़ा ने बंदरों की स्विमिंग पूल में मस्ती का वीडियो शेयर किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि बंदर इमारत की खिड़कियों से स्विमिंग पूल में छलांग लगाकर तैराकी कर रहे हैं। टिस्का ने इन बंदरों का वीडियो अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर शेयर किया है। उन्होंने इनकी मस्ती को नाम दिया है- हैशटैग पूल पार्टी। कैप्शन में लिखा- वर्षों से देख रहे हैं और इंतजार कर रहे हैं... मौका देखा और सही में कूद गए।"

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    सड़क पर बाघों का डेरा: मध्यप्रदेश केबालाघाट में स्वास्थ्यकर्मियों की टीम ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण कर लौट रही थी, तभी रास्ते में उनकी नजर सड़क पर आराम फरमाते बाघों के झुंड पर पड़ी। यह इलाका कान्हा नेशनल पार्क में आता है। इस समय पार्क बंद है। न वाहनों का शोरगुल, न पर्यटकों की चहल-पहल, ऐसे में जंगल के राजा बेखौफ होकर सड़क तक आकर चहलकदमी कर रहे हैं। गाड़ी में बैठे स्वास्थ्यकर्मी ये दृश्य देख जहां रोमांचित हो रहे थे, वहीं डर भी रहे थे। एक दो नहीं चार बाघ उनकी आंखों के सामने थे।

    पानी के हौद में बाघ का आराम:अलवर जिले के थानागाजी कस्बे के पास चुनिंदा लोगों के लिए मंगलवार को बड़ा ही रोमांचकारी अनुभव रहा। दरअसल, सरिस्का अभ्यारण्य में एक बाघिनसड़क से महज 20 फीट की दूरी पर ही नजर आई। बाघिनकरीब एक घंटे तक सड़क के आस-पास घूमती रही। गर्मी से बचने के लिए पानी के हौद में काफी देर आराम फरमाती रही।

    नोएडा की सड़कों पर नील गाए, मुंबई में मोर
    जंगल में मोर नाचे किसने देखा? लेकिन मुंबई में नाचते मोरों को आसानी से देखा जा रहा है। उधर, नोएडा के जीआईपी मॉल के बाहर जंगलों में घूमने वाली नीलगाय घूमती देखी गई। हरिद्वार में सड़कों पर बारह सिंगा हिरणों का झुंड देखा गया। चंडीगढ़ के रिहायशी क्षेत्र में तुंदुआ तो केरल के वायनाड में हाथी सड़कों पर इत्मिनान से घूमते नजर आए।



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    महामारी ने एक बात साफ कर दी है कि मुश्किल घड़ी में सारी दुनिया एक साथ खड़ी होकर एक-दूसरे का साथ देने के लिए तैयार है। क्या यही जज्बा और इच्छाशक्ति हम पर्यावरण बचाने के लिए जाहिर नहीं कर सकते। उम्मीद है इस समय का अंधकार हम स्वच्छ और हरे-भरे वातावरण से मिटा देंगे, तभी असली मायने में बहारे लौटेंगी। - फाइल




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    संक्रमण से मौत का आंकड़ा 200 के पार पहुंचा, राज्य सरकार ने मकान मालिकों से तीन महीने तक किराया नहीं लेने को कहा

    महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण से सात मौत हुई। इसमें पांच मुंबई और दो की जान पुणे में गई। इसके साथ ही राज्य में मौत का आंकड़ा 200 की संख्या पार करते हुए 201 पर पहुंच गया। शुक्रवार को जिन सात की मौत हुई उन लोगों की उम्र 40 से 70 साल के बीच थी। इसमें पांच पुरुष और दो महिलाएं हैं। पांच को डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारियां थीं, जबकि दो की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पता नहीं चल पाया है। राज्य में शुक्रवार को संक्रमण के 118 नए केस सामने आए। इसे मिलाकर संक्रमितों की कुल संख्या 3320 तक पहुंच गई।

    महाराष्ट्र सरकार ने मकान मालिकों से 3 महीने तक किराया न लेने को कहा

    इस बीच कोरोना संकट के मद्देनजरराज्य के आवासीय विभाग ने मकान मालिकों से कहा है कि लॉकडाउन के कारण उपजी स्थिति के चलते वे किराएदारों से कम से कम तीन महीने तक किराया न लें। शुक्रवार को जारी एक आदेश में राज्य केअतिरिक्त मुख्य सचिव (आवासीय विभाग) संजय कुमार ने मकान मालिकों से यह भी कहा कि यदि किराएदार किराया देने में असमर्थ हैं तो उन्हें इस समय घरों से न निकाला जाए। अधिकारी ने कहा कि बंद के कारण बाजार और कारखानों में वित्तीय लेनदेन नहीं हो पा रहा है और इस वजह से लोगों की आय और रोजगार प्रभावित हुआ है।

    20 अप्रैल से खेती से जुड़ कामों में ढील

    उधर, राज्य सरकार ने 20 अप्रैल से खेती से जुड़े कामों में ढील देने का फैसला लिया है। इसके तहत, फसल खरीदने वाली संस्थाएं,कृषि उपकरण की बिक्री और मरम्मत वाली दुकानें, बीज, खाद की दुकानें को कारोबार करने की इजाजत होगी।

    कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं के लिए अलग हॉस्पिटल बना
    मुंबई में कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के लिए एक अस्पताल अलग से तैयार किया गया है। मुंबई के घाटकोपर के रजवाड़ी हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं का इलाज होगा। दरअसल,मुंबई से एक 30 साल की कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला की मौत का मामला सामने आ चुका है। इसके बाद बीएमसी ने गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से इलाज कराने की योजना बनाई थी।

    कोरोना अपडेट:

    • पुणे जिले के शिकारपुर गांव में एक सोनोग्राफी सेंटर के डॉक्टर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पिछले 6 दिनों के दौरान उनके सेंटर में आने वाले कई लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है, जिसमें कई गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।
    • कोरोना का हॉटस्पॉट बने वर्ली इलाके से बढ़ते मरीजों के बीच एक राहत वाली खबर भी आई है। वर्ली कोलीवाडा से क्वारैंटाइन किए गए 371 लोगों में से 129 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिन्हें वापस घर भेज दिया गया। इन लोगों को पोद्दार हॉस्पिटल और विशाखा गेस्ट हाउस में क्वारैंटाइनकिया गया था। लगातार दूसरी जांच में इन 129 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद इन्हें घर भेजा गया।
    • धारावी में गुरुवार को 26 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए, जिससे यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 86 हो गई। धारावी की लक्ष्मी चॉल में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की गुरुवार कोमौत हो गई, जिसके बाद यहां मरने वालों का आंकड़ा नौहो गया। धारावी में मुकुंद नगर और मुस्लिम नगर में सर्वाधिक 18-18 कोरोना मरीज मिले हैं।
    • केईएम अस्पताल के दो रेजिडेंट डॉक्टरों में कोरोना की पुष्टि के बाद हड़कंप मच गया है। इनमें एक कस्तूरबा में पोस्टेड थे, जबकि दूसरे केईएम में। बीएमसी प्रशासन ने पूरे हॉस्टल को सील कर दिया है। इस हॉस्टल के करीब 55 डॉक्टर अब क्वारैंटाइन हैं।
    • राज्य में अगर कोरोना की स्पीड की बात की जाए तो 9 मार्च को पहला मामला सामने आने के बादएक महीने में एकहजार केस सामने आए। जबकि संक्रमितों की संख्यादोहजार तक पहुंचने में 6 दिन का समय लगा। वहीं 3 हजार तक की संख्या पर यह सिर्फ 4 दिन में पहुंच गई। वहीं, मुंबई में 6 दिन में संक्रमितों की संख्या दोगुने से ज्यादा बढ़ी है।
    • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश भर में कोरोना के 170 हॉटस्पॉट घोषित किए हैं। इनमें मुंबई सहित महाराष्ट्र के 11 जिले भी शामिल हैं। मुंबई के अलावा सूची में पुणे, ठाणे, नागपुर, सांगली, अहमदनगर, यवतमाल, औरंगाबाद, बुलढाणा, मुंबई उपनगर और नासिक जिलों के नाम हैं। कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र में है। मुंबई शहर और मुंबई उपनगर जिले में ही राज्य के आधे से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।
    पालघर जिले में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की ब्रांच के बाहर लोगों की भीड़। ये पीएम सहायता निधि के पैसे निकालने पहुंचे थे।

    मुंबई में नहीं हुआ 'कम्युनिटी ट्रांसमिशन': बीएमसी

    • मुंबई में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या दो हजार पार कर गई है। हालांकि, बीएमसी प्रशासन ने दावा किया है कि मुंबई में कोरोना वायरस अभी 'कम्युनिटी ट्रांसमिशन' के स्तर तक नहीं पहुंचा है। यह दावा मुंबई में शुरू किए गए 'फीवर क्लिनिक' में लोगों की जांच और उसके बाद पाए गए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या के आधार पर किया गया है।
    • मुंबई में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बीएमसी 97 'फीवर क्लिनिक' चला रही है, जिसमें अब तक 3,585 लोगों की प्राथमिक जांच की गई। इनमें से 912 लोगों में कुछ लक्षण दिखाई देने पर उनके स्वाब को लैब में जांच के लिए भेजा गया था। उसमें से सिर्फ 5 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

    पुणे: ससून हॉस्पिटल की तीन नर्स संक्रमित
    महाराष्ट्र सरकार द्वारा संचालित ससून अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में कार्यरत तीन नर्स कोरोना संक्रमित पाई गई हैं। एक अधिकारी ने बताया कि नर्सों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। साथ ही उक्त नसों के संपर्क में आए हॉस्पिटल स्टाफ के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

    पुणे में लॉकडाउन के नियम तोड़ने वालों को इस तरह से सजा दी जा रही है।

    यह तस्वीर नासिक के एक हॉस्पिटल की है। यहां कोरोना को मात देकर घर जा रही महिला को डॉक्टरों ने तालियां बजाकर विदा किया।


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    महाराष्ट्र में 1 मार्च से 15 अप्रैल के बीच कुल 56 हजार 673 लोगों की कोरोना जांच हुई। इनमें से 52 हजार 762 टेस्ट निगेटिव आए।




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    राज्य में मृत्युदर 6.05%, 17 दिन में 10 गुना बढ़े पॉजिटिव, सबसे ज्यादा संक्रमित 21 से 30 साल के बीच के

    महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। यहां शनिवार तकसंक्रमितों का आंकड़ा 3320 तक पहुंच गया है। वहीं, राज्य में अब तक 201 लोगों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना के लक्षण को समझने के राज्य के मेडिकल एजुकेशन और ड्रग विभाग एक सर्वे रिपोर्ट तैयार कर रहा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, 18 अप्रैल तक राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों कीमृत्यु दर 6. 05% है। वहीं, देश में यह आंकड़ा 3.34% है। इसके अलावा महाराष्ट्र से ज्यादा मृत्यु दर का आंकड़ामेघालय, झारखंड और पंजाब में है। यहां क्रमश: 11.11, 6.44 और 6.06 प्रतिशत मृत्यु दर है। वहीं, सबसे कम केरल में यह सिर्फ 0.76 प्रतिशत है। यहां सिर्फ 3 लोगों की मौत हुई है।

    अब तक किस राज्य में कितने सक्रमित:

    महाराष्ट्र के मेडिकल एजुकेशन और ड्रग विभाग द्वारा तैयार रिपोर्ट में 17 अप्रैल तक कहां कितने संक्रमित मरीज मिले हैं। इसका चार्ट तैयार किया गया है।

    महाराष्ट्र: 17दिन में 10 गुना हुए केस

    महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के केस पिछले 17दिनों में 10 गुना की वृद्धि हुई है। राज्य में संक्रमण का पहला मामला नौ मार्च को पुणे में सामने आया था। यहां एक परिवार के तीन लोग पॉजिटिव मिले थे। इसके बाद 31 मार्च तक यानी 21 दिनों में संक्रमित केस की कुल संख्या 302 तक पहुंची थी।इन 21 दिनों में एक दिन में अधिकतम 27 पॉजिटिव केस मिले थे। लेकिन, एक अप्रैल से से 17 अप्रैल यानी 17 दिनों में संक्रमितों की संख्या में 10 गुना की वृद्धि हुई। यह आंकड़ा अब 3320 तक पहुंच गया है।

    इस ग्राफ से समझिए महाराष्ट्र में बढ़े कोरोनाकेस की रफ्तार:

    इस चार्ट में बताया गया है कि पहला केस 9 मार्च को मिला था। इसके बाद 31 मार्च के बाद संक्रमितों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है।

    मुंबई: सात दिन में 81% बढ़े कोरोना संक्रमित मरीज

    देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पिछले सात दिनों में 81% कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जबकि मृतकों की संख्या 60.52 फीसदी बढ़ी है। अगर मुंबई की बात करें तो यहांमरीजों की मृत्युदर 5.8%5 है। वर्ली और धारावी सहित करीब 8 प्रमुख इलााकों कोहॉटस्पॉट घोषित किया जा चुका है।मुंबई के इन 8 हॉटस्पॉट वाले इलाके में इस वक्त 1,285 कोरोना मरीज हैं।

    21- 30 साल के बीच के लोग ज्यादा हुए संक्रमित
    महाराष्ट्र में 21 से 30 साल के बीच के लोग सबसे ज्यादा संक्रमित हुए हैं। डॉक्टर इसका कारण इस उम्र के लोगों का घर से ज्यादा बाहर निकालना मानते हैं। वहीं, सबसे कम सिर्फ 1 संक्रमित 101-110 साल के बीच का है। इस शख्स की कुछ दिनों पहले मुंबई में मौत हो चुकी है। इसके बाद क्रमशः 91 और 81 साल के लोग सबसे कम संक्रमित हुए हैं। इस ग्राफ से इस ट्रेंड को समझ सकते हैं।

    संक्रमितों में सबसे ज्यादा 671 की उम्र 21 से 30 साल है जबकि इसके बाद 31 से 40 की उम्र के 634 लोग संक्रमित हुए हैं।

    राज्य में 95 % रिपोर्ट नेगेटिव आई

    महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 17 अप्रैल तक राज्य में 55678 लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ है। इसमें से 95 प्रतिशत की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इनमें से 29128 टेस्ट सरकारी लैब में और 26550 टेस्ट प्राइवेट लैब में हुए हैं। प्राइवेट लैब में हुए96.23 प्रतिशत केस नेगेटिव आए हैं।

    एक तर्क यह भी,ज्यादा टेस्ट की वजह से ज्यादा केस सामने आए

    महाराष्ट्र में तेजी से संक्रमितों की संख्या सामने आने का एक बड़ा कारण यहां तेजी से जांच होना भी है। 15 अप्रैल 2020 को रात 9 बजे तक देश 2 लाख 58 हजार 730 लोगों का टेस्ट कर चुका है। हालांकि, देश में प्रति 10 लाख लोगों में सिर्फ 203 लोगों के टेस्ट किए गए हैं और प्रति 10 लाख लोगों में से 8 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। अन्य राज्यों से तुलना करें तो 16 अप्रैल तक तमिलनाडु में 22 हजार, दिल्ली में 15 हजार और केरल में 16 हजार टेस्ट हो चुके हैं।

    77 % मरीज सिर्फ मुंबई और पुणे से

    17 अप्रैल की सुबह तक संक्रमितों में सबसे ज्यादा 2073 मरीज मुंबई से हैं, इसके बाद 419 कोरोना पॉजिटिव पुणे से हैं। इस हिसाब से राज्य के तकरीबन 77% संक्रमित मरीज सिर्फ मुंबई और पुणे से हैं। वहीं,एनालिसिस में यह भी सामने आया है कि 2916 संक्रमितों में से 1178 यानि 40 % महिलाएं और 1738 यानि 60% प्रतिशत पुरुष हैं। मृतकों में 35% महिलाएं और 65% पुरुष हैं।


    मृतकों में सबसे ज्यादा 61-70 साल के बीच

    शनिवारसुबह तक महाराष्ट्र में कुल 201 लोगों की मौत हुई थी। संक्रमण के चलते जिन लोगों की मौत हुई है, उसमें 60लोगों की उम्र 51-60 साल के बीच थी। इसके बाद 61-70 साल के बीच के 53, 41-50 साल के बीच 33, 71-80 साल के बीच 23 लोगों की जान गई है। राज्य में एक 101 वर्षीय बुजुर्ग की मौत भी हुई है।

    इस ग्राफ से समझिए किस उम्र के लोगों की हुई सबसे काम या ज्यादा मौत:



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    एशिया की सबसे घनी बसी बस्ती में स्क्रीनिंग करता स्वास्थ्यकर्मी। यहां अब तक 10 लोगों की मौत और 60 के करीब संक्रमित हो चुके हैं।




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    आईपीएस पत्नी कोरोना के खिलाफ मैदान में, पति ने घर की जिम्मेदारी संभाली; बेटी भी कहती है- मम्मी अपना ध्यान रखना

    मंगेश फल्ले. दुनिया की तरह भारत भी कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है। पुलिस, हेल्थ वर्कर्स और अन्य विभाग कंधे से कंधा मिलाकर देश को महामारी से बचाने में दिन-रात एक कर रहेहैं। मुश्किल वक्त में इन कोरोना वॅरियर्स के परिवार भी उनके साथ हैं। एक मिसाल महाराष्ट्र के सातारा की एसपी तेजस्विनी सातपुते और उनकेपति की है। तेजस्विनी कोरोना के खिलाफ मोर्चा संभाल रही हैं। वो अपने काम को बेहतर तरीके से अंजाम दे सकें, घर की चिंताओं से मुक्त रहें। इसलिए, पति किशोर ने घर की कमान संभाल रखी है।


    लॉकडाउन की वजह से काम वाली बाई यानी मेड नहीं आती। किशोर साढ़े पांच साल की बिटिया की देखभाल से लेकर हर काम करते हैं। घर की सफाई हो या खाना तैयार करना। यहां तक की पत्नी की यूनिफॉर्म प्रेस करना भी। खुद तेजस्विनी ने फेसबुक पर वीडियो पोस्ट करके यह अनूठी मिसाल दुनिया के सामने पेश की।

    तेजस्विनी सातपुते और पति किशोर बेटी के साथ। इन दिनों घर संभालने के साथ किशोर बेटी की देखभाल भी कर रहे हैं।

    दोस्ती, प्यार और शादी
    किशोर अहमदनगर के शेवगांव के हैं जबकि तेजस्विनी नेवासा से। दोनों की मुलाकात तब हुई जब तेजस्विनी आईपीएस नहीं थीं। किशोर सोशल मीडिया कंसल्टेंट, लेखक औरफ्रीलांस जर्नलिस्ट हैं। पुणे में रहते हैं। एक ही जिले के होने की वजह से दोनों का परिचय हुआ। फोन और ई-मेल पर बातें हुईं। किशोर ने तेजस्विनी को प्रपोज किया। कुछ वक्त मामला ठहरा रहा। फिर परिजनों की मदद से 2012 में दोनों जिंदगी के सफर में हमसफर हो गए। दो महीने बाद ही तेजस्वनी को आईपीएस ट्रेनिंग में जाना पड़ा। पोस्टिंग कई जगह होती रही। इस दौरान दोनों की जिंदगी मेंप्यारी सी बिटिया भी आई। तेजस्विनी घर पर ज्यादा वक्त नहीं दे पाती थीं। लिहाजा, किशोर ने नौकरी छोड़कर बिजनेस शुरू किया। इस समय बेटी ईरा के साथ तेजस्विनी सातारा में रहती है और किशोर पुणे में। वीकेंड्स पर परिवार साथ रहता है।

    तेजस्विनी को खाना परोसते पति किशोर। उन्होंने घर में काम करने वाले सभी लोगों को छुट्‌टी दे रखी है।

    लॉकडाउन शुरू होने के वक्त से घर पर हैं किशोर

    जनता कर्फ्यू के समय किशोर सातारा चले गए थे। लॉकडाउन घोषित हुआ तो वहीं रुक गए। कोरोना का डर था। इसलिए, घर में काम करने वाले सभी लोगों को छुट्टी दे दी। सभी जिम्मेदारियां खुद संभाल लीं। साफ-सफाई, नाश्ता और खाना, बर्तन और कपड़े, बेटी की देखभाल के साथ ही पत्नी की यूनिफॉर्म तक खुद ही तैयार कर रहे हैं। पिछले दिनों दोस्तों ने किशोर से पूछा- क्या चल रहा है? इसका दिल छू लेना वाला जवाब तेजस्विनी ने फेसबुक वीडियो से दिया। डिस्क्रिप्शन मेंलिखा- मुझे अपने पति पर गर्व है। एसपी मैडम आगे कहती हैं- जिस समय घर पर रहती हूं, तब उनकी मदद करती हूं। उन्होंने कभी मुझसे कोई काम करने को नहीं कहा। कहते भी नहीं हैं। वो मन में भी कुछ नहीं रखते। जिस आनंद से मुझे खाना खिला रहे हैं, उससे उनके प्रति मेरा आदर कई गुना बढ़ गया है।

    तेजस्विनी और किशोर की मुलाकात उस दौर में हुई, जब तेजस्विनी आईपीएस नहीं बनीं थीं।

    बेटी रोती है, लेकिन दूरी जरूरी

    तेजस्विनी कहती हैं- आम दिनों में केयरटेकर ही बेटी का ख्याल रखती हैं। मेरे लौटते ही वह दौड़कर गले लग जाती है। लेकिन, पिछले एक महीने से मैंने बेटी ईरा को करीब नहीं आने दिया। शुरू से ही मैंने उसे बताया कि कोरोना बहुत भयानक बीमारी है। अब ईरा भी कहती है- मम्मी अपना ध्यान रखिए। तेजस्विनी कहती हैं- दूर करने पर रोती भी है। साढ़े पांच साल की ही तो है। कभी-कभी मेरी आंखें भर आती हैं। लेकिन, यह दूरी बेहद जरूरी है। मेरी गैरमौजूदगी में किशोर सभी कामों के साथ बेटी का भी ध्यान रखते हैं। किशोर के कई दोस्त उन्हें चिढ़ाते भी हैं। लेकिन, वो इसका भी बुरा नहीं मानते। कई लोग कहते हैं कि महिलाओं को सम्मान मिलना चाहिए। लेकिन, हकीकत में वो खुद ऐसा नहीं करते। उन्हें मेरे पति से सीखना चाहिए। गृहस्थी में सब सामंजस्य पर निर्भर होता है।

    लॉकडाउन को देखते हुएमेड को छुट्टी दे दी गई है। इसलिए बर्तन धोने से लेकर साफ सफाई का काम किशोर ही कर रहे हैं।


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    सातारा की एसपी तेजस्विनी के पति किशोर। वे हर रोज पत्नी के लिए वर्दी प्रेस करते हैं। तेजस्विनी ने किशोर का एक वीडियो भी फेसबुक पर शेयर किया है।




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    जब भाजपा के नेता सरकार गिराने में व्यस्त थे, तब राहुल ने देश को कोरोना के खतरे से आगाह किया

    शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना की संपादकीय मेंकांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रशंसा की। संपादकीय में लिखा कि राहुल गांधी नेकोरोनावायरस पर सकारात्मक रुख अपनाया और दिखाया कि संकट के दौरान जिम्मेदार विपक्षी पार्टी को कैसे पेश आना चाहिए। साथ ही, यह भी लिखा किजब भाजपा के नेता सरकार गिराने में व्यस्त थे, तब राहुल ने देश को कोरोना के खतरे से आगाह किया था। शिवसेना ने कहा कि राहुल गांधी ने जब कहा कि उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मतभेद हो सकते हैं लेकिनयह वक्त लड़ने का नहीं है बल्कि महामारी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की जरूरत का है, तब उन्होंने लोक हित में पक्ष रखा और राजनीतिक परिपक्वता दर्शाई।

    ‘राहुल गांधी और पीएम मोदी को आमने-सामने चर्चा करनी चाहिए’

    पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ की संपादकीय में शिवसेना ने कहा कि गांधी और मोदी को देश के फायदे के लिए वैश्विक महामारी पर आमने-सामने चर्चा करनी चाहिए। शिवसेना ने आगे कहा, “राहुल गांधी के बारे में कुछ विचार हो सकते हैं। लेकिन राय तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बारे में भी हैं। भाजपा की आधी सफलता तो राहुल गांधी की छवि बिगाड़ कर ही है। यह आज भी जारी है।”

    ‘राहुल गांधी के रुख की सराहना होनी चाहिए’

    शिवसेना ने कहा, “मौजूदा संकट में गांधी के रुख के लिए उनकी सराहना की जानी चाहिए। उन्होंने आदर्श आचार संहिता सामने रखी है कि किसी विपक्षी पार्टी को संकट के वक्त कैसे बर्ताव करना चाहिए।”

    ‘जब भाजपा के नेता सरकार गिराने में व्यस्त थे, तब राहुल ने देश को कोरोना के खतरे से आगाह किया’

    शिवसेना ने कहा, “गांधी ने पहले ही कोरोना वायरस के खतरे को भांप लिया और सरकार को जरूरी कदम उठाने के लिए लगातार आगाह करते रहे। जब हर कोई कांग्रेस नीत मध्य प्रदेश सरकार को गिराने में व्यस्त था तब गांधी सरकार को कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए जगा रहे थे।”

    ‘अगर हम झगड़ा करेंगे तो हम कोरोना से नहीं लड़ सकते हैं: राहुल’

    संपादकीय में कहा गया कि गांधी ने बार-बार सरकार से कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज में जरूरी चिकित्सीय उपकरण के निर्यात को रोकने की अपील की थी। बृहस्पतिवार को एक बार फिर गांधी ने कहा कि यह लड़ने का समय नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके मोदी के साथ मतभेद हो सकते हैं लेकिन यह इसका समय नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग में एकजुट होने की जरूरत है और अगर हम झगड़ा करेंगे, हम इसमें सफल नहीं हो पाएंगे।”

    ‘राहुल गांधी के विचार सरकार के लिए चिंतन शिविर जैसे’

    शिवसेना ने कहा कि गांधी के विचार सरकार और विपक्षी पार्टियों के लिए “चिंतन शिविर” की तरह हैं और यह देश को फायदा पहुंचाएगा। संपादकीय में कहा गया, ‘‘राहुलगांधी के विचार सुनने के बाद हमें लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी को कोरोना वायरस संकट पर कम से कम एक बार सीधी वार्ता करनी चाहिए।”



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    महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी यानि कांग्रेस, शिवसेना और राकांपा की सरकार है। इससे पहले तक शिवसेना संपादकीय में राहुल गांधी की कई बार आलोचना कर चुकी है। .




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    ससून जनरल हॉस्पिटल के सीनियर डॉक्टर में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई, यहां कोरोना से हो चुकी है 40 लोगों की मौत

    ससून जनरल अस्पताल का 52 वर्षीय डॉक्टर कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। ससून अस्पताल महाराष्ट्र के पुणे शहर में कोविड-19 के इलाज के लिए चिह्नित अस्पताल है और अभी तक इस अस्पताल में कोरोना वायरस से संबंधित 40 से अधिक मौत हुई हैं।

    अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘संक्रमित व्यक्ति ससून में कोविड-19 मरीजों का इलाज करने वाला एक वरिष्ठ डॉक्टर है। कुछ दिनों पहले उन्होंने सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की थी और खुद अस्पताल में भर्ती हो गए।’’

    उन्होंने बताया कि डॉक्टर के जांच नतीजों में बृहस्पतिवार को संक्रमण की पुष्टि हुई और उनकी हालत स्थिर है। अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर के संपर्क में आए उच्च जोखिम वाले लोगों का पता लगा लिया गया है और उन्हें पृथक कर दिया गया है। हाल ही में पृथक वार्ड में काम कर रही तीन नर्स भी संक्रमित पाई गई थीं।



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    पुणे के ससून हॉस्पिटल में अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।




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    सभी कमिश्‍नर और निदेशालयों के निदेशक दफ्तर में बैठेंगे, अभी नहीं शुरू होंगी लोकल ट्रेन और बस सेवा

    कमिश्‍नर और सभी कमिश्‍नरियों और निदेशालयों के निदेशक भी दफ्तर में बैठेंगे। इन दफ्तरों में 10% स्‍टाफ की भी मौजूदगी रहेगी। शनिवार को महाराष्‍ट्र के उप मुख्‍यमंत्री अजीत पवार ने कहा, ' राज्य की अर्थव्यवस्था को कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान चरणबद्ध रूप से गति दी जाएगी। देशव्यापी बंद तीन मई तक प्रभावी रहेगा।'


    पवार ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि बंद के दौरान रेलवे और मेट्रो सेवाओं का संचालन नहीं होगा, जबकि सार्वजनिक कार्यक्रमों और त्योहारों के बाहर मनाने पर भी रोक जारी रहेगी। उन्होंने कहा, 'बंद का सख्ती से पालन कराया जाएगा। लेकिन इसी के साथ कोविड-19 के दिशानिर्देशों को बरकरार रखते हुए सीमित तरीके से कुछ चीजों की मंजूरी दी गई है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि आवश्यक सेवाएं निर्बाध रहें, कृषि संबंधी गतिविधियां समय पर शुरू हों और अर्थव्यवस्था को गति मिले।'

    एहतियात की शर्त पर मंजूरी
    एनसीपी नेता ने कहा कि इस दौरान आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति निर्बाध बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल, दवा की दुकानें, पैथलॉजी केंद्र और ऐम्‍बुलेंस सेवाएं भी काम करती रहेंगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि और संबंधित गतिविधियों पर कोई पाबंदी नहीं होगी और मंजूरी इसी शर्त पर दी जाएगी कि एहतियात बरती जाए।

    बच्‍चों को घर पर पौष्टिक आहार
    उन्होंने कहा कि सरकार तूअर दाल, चना और कपास खरीदेगी जबकि डेयरी, मत्स्य और मनरेगा के काम को भी शुरू करने की इजाजत होगी। बंद के दौरान यद्यपि आगंनवाड़ी बंद रहेंगी लेकिन बच्चों को उनके घरों पर पौष्टिक आहार की आपूर्ति की जाएगी। अजीत पवार ने कहा, 'बंद के दौरान स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे लेकिन शिक्षण संस्थानों से ऑनलाइन शिक्षण को बढ़ावा देने को कहा गया है।' पवार ने कहा कि बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान काम करते रहेंगे लेकिन लोगों को वहां इकट्ठा नहीं होना चाहिए और सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'राज्य में कोरोना वायरस से जंग में हर किसी को अधिकारियों का सहयोग करना चाहिए…घर में रहें सुरक्षित रहें।'

    सरकार के नए आदेश में प्रिंट मीडिया को मिली छूट

    महाराष्‍ट्र सरकार ने शुक्रवार को जारी आदेश में संशोधन करते हुए प्रिंट मीडिया को भी 20 अप्रैल से लॉकडाउन में छूट दे दी है। लेकिन अखबारों और मैगजीनों की डोर टु डोर डिलिवरी पर कोरोना वायरस महामारी की वजह से रोक बरकरार रहेगी। शुक्रवार को जारी आदेश में महाराष्‍ट्र सरकार ने 20 अप्रैल से कुछ क्षेत्रों में गतिविधियों को सशर्त मंजूरी दी थी।



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    डिप्टी सीएम अजित पवार के ऑफिस से जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी साझा की गई है।




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    कोरोना के रेड जोन में सब्जी बेच रही महिला को रोकने पर वह पुलिस टीम से भिड़ी, गिरफ्तार

    महाराष्ट्र में 3 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज हो चुके हैं। पूरे राज्य में लॉकडाउन है, इसके बावजूद लोग नियम तोड़ने से बाज नहीं आ रहे। इसी कड़ी में मुंबई में कंटेनमेंट जोन घोषित हो चुके मानखुर्द इलाके में सब्जी बेचने वाली एक महिला ने कुछ पुलिसकर्मियों के साथमारपीट की। महिला की मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया मेंवायरल हो रहा है।

    पुलिसवालों को गालियां देने का भी लगा आरोप

    वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि महिला को काबू करने के लिए पुलिसकर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।फिलहाल महिला मानखुर्द पुलिस की गिरफ्त में है। आरोप है कि महिला ने पुलिसवालों को गालियां भी दी। इसके बाद महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। उस पर महामारी अधिनियम और आईपीसी की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

    मुंबई पुलिस की ओर से बताया गया है कि महिला के कारण सड़क पर भीड़ जमा हो रही है। स्थानीय लोगों ने फोन कर इसकी जानकारी पुलिस स्टेशन को दी। जब उसे मना करने के लिए एक महिला पुलिसकर्मी गई तो वह उससे उलझ गई और फिर टीम के अन्य सदस्यों पर उसने हमला बोल दिया।निगम कर्मचारी के साथ भी महिला ने मारपीट की।



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    पुलिसवालों का कहना है कि महिला के ठेले की वजह से सड़क पर भीड़ जमा हो रही थी और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का उल्लंघन हो रहा था।




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    फेसबुक लाइव के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में अभिनेता एजाज खान गिरफ्तार

    फेसबुक लाइव के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में अभिनेता और बिगबॉसकंटेस्टेंट एजाज खान को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांचटीम ने गिरफ्तार किया है। एजाज खान इससे पहले भी कई बार हेट स्पीच और पार्टी में मारपीट के आरोप में गिरफ्तार हो चुके हैं।

    अभिनेता एजाज खान ने फेसबुक लाइव के दौरान कहा था, "यदि एक चींटी मर जाती है, तो एक मुसलमान जिम्मेदार होता है, अगर एक हाथी मर जाता है, तो एक मुसलमान जिम्मेदार होता है। अगर दिल्ली में भूकंप आता है, तो एक मुसलमान जिम्मेदार होता है, यानी कोई भी घटना के लिए मुसलमान जिम्मेदार होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस साजिश के लिए कौन जिम्मेदार है।”

    इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
    खार पुलिस ने उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153A, 117 और 121 के तहत आरोप लगाए हैं।एजाज ने अपने लाइव वीडियो में बांद्रा स्टेशन पर जो भीड़ जमा हुई उसके लिए भी राजनैतिक पार्टियों को ही जिम्मेदार बताया है।

    विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं एजाज
    एक्टर एजाज खान मुंबई की भायखला सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, उन्हें बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा और उनकी जमानत भी जब्त हुई थी। एजाज खान चर्चित टीवी रिएलिटी शो बिग बॉस में नजर आ चुके हैं। वह जुलाई में कथित रूप से सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील बयान देने के बाद गिरफ्तारी की वजह से चर्चा में रहे थे।



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    हेट स्पीच और ड्रग्स के एक मामले में अभिनेता एजाज खान पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं।




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    कोरोना से ज्यादा बारिश का डर: बिहार में ओले गिरे, मप्र समेत 5 प्रदेशों में कहीं तेज तो कहीं बूंदाबांदी ने फसल खराब की

    कोरोनावायरस के कहर के साथ किसान मौसम से भी खौफजदा हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर में शुक्रवार देर रात हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि ने फसल तहस नहस कर दी। वहीं, यूपी,पंजाब-हरियाणा, झारखंड और मध्य प्रदेश में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश ने खेत-खलिहानों में कटी रखी फसल को काफी नुकसान पहुंचाया। किसानों का कहना है- पानी लगने से अनाज केकाला पड़ने का खतरा है। राजस्थान में तापमान बढ़ा हुआ है, लेकिन आसमान में छाए बादलों से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंची हैं। इधर, महाराष्ट्र के मौसम विभाग ने रविवार को तूफान की आशंका जताई है।

    बिहार:मुजफ्फरपुर में आम-लीची और गेहूं की फसल को नुकसान
    मुजफ्फरपुर जिले के उत्तर-पूर्वी इलाके के मीनापुर, कांटी, औराई, कटरा, बोचहां और गायघाट प्रखंड में शुक्रवार रात 9 बजे के बाद बारिश के साथ ओलावृष्टि से आम-लीची के साथ-साथ गेहूं की फसल को खासा नुकसान हुआहै। हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे थी। इससे कई स्थानों पर कच्चे मकान के साथ पेड़ गिर गए। शुक्रवाररात दस बजे से पहले पूर्वी चंपारण में आंधी-पानी के साथ ओलावृष्टि हुई। हथौड़ी में कुछ जगहों पर पेड़ टूट गए। खपरैल मकान गिर गए। औराई में ओला गिरने से एसबेस्टस की छत टूट गई।

    ये फोटो फरीदकोट मंडी की है।पंजाब के विभिन्न जिलों में 3800 खरीद केंद्रों पर 15 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है।

    पंजाब: कहीं भारी बारिश तो कहीं हल्की बूंदाबांदी
    अमृतसर के शहरी और ग्रामीण इलाकों में भारी बारिश हुई है। जालंधर,बठिंडा, फरीदकोट, फिरोजपुर और अन्य जिलों में भी यही हाल रहा। शुक्रवार रात दस बजे से शनिवार सुबह छह बजे तक कहीं हल्की तो कहीं ज्यादा बारिश ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। अचानक बदले मौसम की वजह से लगभग मालवा से लेकर माझा तक लगभग 9° सेल्सियस तापमान कम दर्ज किया गया। तापमान गिरने से गेहूं की कटाई का काम भी प्रभावित रहा। ऐसे में खेत-खलिहानों में कटी रखी फसल और मंडियों में रखे अनाज के खराब होने का खतरा मंडरा रहा है। पंजाब के विभिन्न जिलों में 3800 खरीद केंद्रों पर 15 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है। महामारी के कारण मंडी में किसानों को फसल खरीद हेतु टोकन दिया जा रहा है, जिससे किसान मंडी में अपनी इच्छा से फसल नहीं लेकर आ पा रहे।जिन किसानों को मंडी बोर्ड द्वारा टोकन जारी किया जा रहा है, वे ही फसल मंडी में ला रहे हैं।

    झारखंड: जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों में लगातार तीसरे दिन बारिश
    शहर और आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन हल्की बारिश हुई। दोपहर तक तेज धूप के बाद बादल छाए और बारिश शुरू हो गई। इसके बाद भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल रही। अधिकतम तापमान 2 डिग्री बढ़ोतरी के साथ 41.2°सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह इस सीजन का सबसे अधिक तापमान है। तापमान बढ़ने की मुख्य वजह दोपहर तक तेज धूप रही। साथ ही25 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गर्म हवा भी चली। मौसम विभाग के रांची केंद्र के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से मौसम में बदलाव आया। इसका असर 3 से 4 दिन तक रहेगा। वहीं, रांची, गुमला, चाईबासा, सिमडेगा व खूंटी में मौसम विभाग ने हल्की बूंदाबांदी का अलर्ट जारी किया था, पर इन क्षेत्र में बारिश नहीं हुई।

    कानपुर में शुक्रवार देर रात हुई बारिश के बाद शनिवार सुबह किसानों ने खेतों पर खड़ी फसल की कटाई तेज कर दी।

    यूपी: पश्चिमी विक्षोभ के असर से बदला मौसम

    उत्तर प्रदेश में भी शुक्रवार देर शाम को अचानक ही मौसम का मिजाज बदल गया। पश्चिमी यूपी में शाम को धूल भरी आंधी चली और कई जगह पर हल्की बारिश हुई। इससे किसानों की खलिहानों में पड़ी फसल पर प्रतिकूल असर पड़ा। आंधी-पानी से किसानों को नुकसान होने की संभावना है। मौसम निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार, शनिवार को भी राज्य के कई जिलों में धूल भरी आंधी और गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। उन्होंने बताया कि बताया कि यह पश्चिमी विक्षोभ का असर रविवार और सोमवार को भी जारी रहेगा और पूर्वी उत्तर प्रदेश का मौसम खराब बना रहेगा। कहीं-कहीं ओलावृष्टि के भी आसार जताए गए हैं। मौसम में होने वाला यह बदलाव प्रदेश के किसानों के लिए नई मुसीबत लेकर आने वाला है क्योंकि इन दिनों गेहूं की कटाईचल रही है।

    हरियाणा: सिरसा, फतेहाबाद, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर के आसपास हल्की बारिश
    शुक्रवार शाम से पूरे हरियाणा में बादल छाए रहे और ठंडी हवाएं चली। इसके साथ-साथ सिरसा, फतेहाबाद, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर के आसपास हल्की बारिश हुई। इससे किसानों की कटी हुई गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। हालांकि बारिश तेज नहीं थी तो नुकसान कम हुआ।

    मप्र: बारिश ने बढ़ाई बेचैनी
    मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में शुक्रवार रात और शनिवार सुबह हल्की बारिश हुई। बारिश से कहीं बड़े नुकसान की जानकारी तो नहीं मिली है, लेकिन इससे किसानों की चिंता जरूर बढ़ गई है। मध्यप्रदेश में लगभग सभी जिलों में किसानों ने फसल काट ली है। इसकी थ्रेसिंग भी ज्यादातर किसानों ने कर ली है। काफी अनाज खुले आसामान के नीचे मंडियों में रखा है, जो बारिश से खराब हो सकता है।

    राजस्थान: चूरू में पारा 42 डिग्रीपार
    राजस्थान में धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने लगी है। सबसे ज्यादा चूरू में 42 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इसके साथ 12 शहर ऐसे हैं, जहां पारा 40 डिग्री के ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है। इस बीच जैसलमेर के कुछ क्षेत्रों में आंधी भी चल रही है। आगामी चार दिनों तक राज्य में आंशिक बादल छाए रहने का अनुमान है। मौसम मुख्यतया शुष्क रहने और अधिकतम तापमान काफी स्थानों पर 40-42 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी हवाएं चल सकती हैं।

    महाराष्ट्र: मौसम विभाग को 19 अप्रैल को बड़े तूफान का अंदेशा
    कोरोनावायरस से जूझ रहे महाराष्ट्र के लिए एक नई मुसीबत आ सकती है। मौसम विभाग का अनुमान है कि राज्य के कई इलाकों में अगले 19 अप्रैल तूफान आ सकता है। मौसम विभाग के इस अनुमान के बाद मुंबई के मौसम विभाग की ओर से 10 जिलों को चेतावनी जारी की गई है। महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सतारा, सांगली, सोलापुर, परभणी, बीड, हिंगोली, नांदेड़, लातूर और उस्मानाबाद जिले तूफान की चपेट में आ सकते हैं। विभाग की ओर से बताया गया है कि 19 अप्रैल तक इन जिलों में तेज हवाओं और तूफान के साथ बिजली भी गिर सकती है।

    हिमाचल प्रदेश: कुल्लू और लाहौल स्पीति में बर्फबारी
    कुल्लू और जनजातीय जिला लाहौल स्पीति की ऊंची पहाड़ियों पर ताजा बर्फबारी हुई है, जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हुई है। ताजा बर्फबारी और बारिश के चलते तापमान में गिरावट आने से ठंड बढ़ गई है। लाहौल स्पीति में रोहतांग दर्रा सहित कुल्लू की पहाड़ियों पर भी बफबारी हुई। चंद्रखंणी, भृगु तुंग, हनुमान टिब्बा सहित जलोड़ी दर्रा में भी ताजा हिमपात हुआ है।



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    बिहार के मुजफ्फरपुर में हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ। कई इलाकों की बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई।




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    राज्य में 328 नए करोना संक्रमित सामने आए, 11 मौतें; भड़काऊ बयान देने के आरोप में एक्टर एजाज खान गिरफ्तार

    महाराष्ट्र में शनिवार को328 नए करोना संक्रमित मरीज सामने आए।इसी के साथ राज्य मेंकुल मरीजों का आंकड़ा 3 हजार 648 हो गया है। आज 11 मरीजों ने दम तोड़ा। मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 211 तक पहुंचा गया है। इस बीच,उद्धव सरकार ने राज्य की 38 से ज्यादा चीनी के 1 लाख 31 हजार 500 मजदूरों को अपने गांव भेजने का फैसला किया है।यह लोगराहत शिविरों में रह रहे हैं। सरकार का कहना है किजिन मजदूरों को राहत शिविरों में रहते हुए 14 दिन या उससे ज्यादा का समय हो गया है। इन सभी की जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी। वहीं, मुंबई में लॉकडाउन के नियम तोड़ने औरभड़काऊ बयान देने के आरोप में एक्टर एजाज खान को मुंबई में गिरफ्तार कर लिया गया।

    औरंगाबाद के जिला अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव महिला ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। महिला का 12 अप्रैल से संक्रमण का इलाज चल रहा है। डॉ. कमलाकर मुदखेडकर और डॉ. कविता जाधव की टीम ने बच्ची की डिलीवरीकराई। इनका कहना थाकि बच्ची में कोरोना के कोई लक्षण नजर नहीं आए। वह स्वस्थ है और उसका वजन 3.20 किलोग्राम है।

    डॉक्टर्स ने बताया कि बच्ची में कोरोना के कोई लक्षण नजर नहीं आए। उसका वजन 3.20 किग्रा है और वह स्वस्थ है।

    औरंगाबादमेंपॉजिटिवमहिला की मौत

    महाराष्ट्र केऔरंगाबादमें शनिवार सुबह65 साल की महिला की मौत हो गई। जिले में यह तीसरी मौत है। तीन दिन पहले इसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। महाराष्ट्र में अब तक02लोगों की मौत होचुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को एक बजे तककोरोना रिपोर्ट जारी नहीं की।शुक्रवार को राज्य में 118 नए पॉजिटिव केस मिले थे। वहीं, 7 लोगों की मौत हुई थी। महाराष्ट्र में अब तक कुल 3320 कोरोना संक्रमित सामने आ चुके हैं।

    कोरोना अपडेट्स

    • पुणे:लॉकडाउन में घरेलू हिंसा के बढ़ते केसों को देखते हुए पुणे जिला परिषद ने एक अनोखा फैसला लिया है। इसके मुताबिक, अगर कोई भी शख्स घरेलू हिंसा के मामलों में प्रथम दृष्टता: दोषी पाया जाता है, तो शुरुआती कार्रवाई के दौरान उसे 14 दिन के क्वारैंटाइन में रखा जाएगा। ऐसे मामलों पर रोक लगाने के लिए गांव के लोगों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की मदद भी ली जाएगी, जो कि हिंसा की ऐसी घटनाओं पर नजर रखेंगी।हेल्पलाइन नंबर 18002334130 जारी किया गया है।एक मनोवैज्ञानिककी व्यवस्था भी की गई है।
    • मुंबई:कोरोनावायरस ने भारतीय नौसेना को भी अपनी चपेट में ले लिया है। 21 नाविक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन सभी को मुंबई के कोलाबा में स्थित नौसेना अस्पताल आईएनएचएस अश्विनी में भर्ती कराया गया है। आर्मी के बाद नौसेना में संक्रमण का पहला मामला है। नेवी ने बताया कि ये सभी एक नाविक के संपर्क में आए थे, जिसका 7 अप्रैल को टेस्ट पॉजिटिव आया था। नेवी का कहना है कि शिप्स और सबमरीन पर कोई संक्रमण का केस सामने नहीं आया है।

    • ठाणे: शहर सेराहत की खबर है। ठाणे में जहां पॉजिटिव मरीजों की संख्या 300 के करीब है, तो वहीं इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या 65 हो गई है। नवी मुंबई मनपा क्षेत्र के कुल 59 मरीजों में से 22 मरीज ठीक हुए हैं। मरीजों के ठीक होने के मामले में नवी मुंबई पहले नंबर पर है। दूसरे नंबर पर कल्याण-डोंबिवली मनपा के 61 मरीजों में 23 मरीज ठीक हुए हैं।

    नागपुर की लकड़गंज पुलिस ने लोगों तक कोरोना की भयावहता को बताने के लिए इस तरह का पुतला मुख्य चौराहे पर लगाया है।


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      मुंबई में कोरोना प्रभावित इलाकों में स्लैब के नमूने लिए जा रहे हैं। यहां अब तक 2 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज मिले।




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      20 अप्रैल से कुछ जिलों में नियंत्रण के साथ शुरू होंगे उद्योग, मजदूरों से कहा-कोरोना संकट खत्म होते ही आपको घर पहुंचाऊंगा

      महाराष्ट्रके मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस के संबंध में चिह्नित किए गए ग्रीन और ओरेंज क्षेत्रों में उद्योगों को नियंत्रित तरीके से कामकाज बहाल करने की अनुमति दी जाएगी। एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि कुछ नियंत्रण के साथ इन जोन में उद्योगों को फिर से काम शुरू करने की इजाजत दी जाएगी। ठाकरे ने कहा, 'कोरोना संकट से बाहर आने के बाद हम वित्तीय संकट में पड़ जाएंगे, इसलिए हम कुछ व्यावसायिक गतिविधियों को सीमित तरीके से शुरू कर रहे हैं। अच्छी बात ये है कि हमारे कई जिलों में एक भी कोरोना का केस नहीं मिला है।'

      मजदूरों को आवासीय सुविधा मुहैया करवाने वालों को दिया जाएगाअनाज

      उन्होंने कहा कि हम ग्रीन और ऑरेंज जोन में आने वाले कुछ इंडस्ट्री को शुरू करने की इजाजत देते हैं।हमें इस अर्थचक्र को 20 अप्रैल से घुमाना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन के दौरान अपने कामगारों को आवास की सुविधा मुहैया कराने वाले उद्योगों को राज्य से अनाज की आपूर्ति की जाएगी और कच्चे माल की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार ग्रीन और ओरेंज क्षेत्रों के उद्योगों को नियंत्रित तरीके से उत्पादन और प्रसंस्करण की गतिविधियां शुरू करने की अनुमति दे रही है। उद्योगों को अपने कामगारों के लिए रहने की व्यवस्था करनी होगी। वे काम के लिए लंबी दूरी की यात्रा नहीं करेंगे।’

      सील रहेंगी राज्य और शहरों की सीमाएं

      ’ग्रीन जोन में वे क्षेत्र आते हैं जहां कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया जबकि ओरेंज जोन में वे क्षेत्र आते हैं जहां कम मामले सामने आए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आवश्यक सेवाओं की आवाजाही के अलावा सभी जिलों की सीमाएं सील रहेंगी।ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार ने उन लोगोंके लिए अलग से एक बैंक खाता खोला है जो सीएसआर फंड के जरिये कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में योगदान देना चाहते हैं। शनिवार तक महाराष्ट्र में इस संक्रामक रोग के 3,648 मामले सामने आए और 211 लोगों की मौत हो चुकी है।

      कोरोना संकट खत्म होने के बाद प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाएगी सरकार

      राज्य में फंसे प्रवासी मजदूरों से उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं आपसे वादा करता हूं कि कोरोना संकट खत्म होते ही महाराष्ट्र सरकार आपको अपने घर पहुंचाएगी और हम चाहते हैं कि आप खुश होकर घर जाएं, डरकर नहीं।उन्होंने आगे कहा कि हम केंद्र के साथ बातचीत कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि आने वाले दिनों में एक समाधान निकलेगा। आप लोग चिंता मत कीजिए। हम धीरे-धीरे महाराष्ट्र में काम शुरू कर रहे हैं। अगर यह संभव है कि आप काम पर वापस आ सकते हैं, तो आप अपनी आजीविका जारी रख सकते हैं।

      राज्य में 95 प्रतिशत टेस्ट नेगेटिव साबित हुए

      उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमने अब तक 66 हजार कोरोना टेस्ट किए हैं। इनमें से 95 फीसदी निगेटिवऔर लगभग 3600 पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से लगभग 350 ठीक हो गए हैं। 75 प्रतिशत लोगों मे लक्षण नहीं हैं या फिर बहुत कम लक्षण हैं। 52 मरीज गंभीर हैं, हम लोगों का जीवन बचाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि 3 मई तक मुंबई में सबअर्बन ट्रेनें नहीं चेलेंगी।

      घरेलू हिंसा करने वालों को कड़ी चेतावनी

      लॉकडाउन के दौरान राज्य में घरेलू हिंसा के मामलों पर उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने महिलाओं से इसकी शिकायत दर्ज कराने की अपील की। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुंबई और पुणे में जो कि रेड जोन हैं, वहां घर-घर जाकर अखबार नहीं पहुंचाए जाएंगे।



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      सीएम उद्धव ठाकरे वीडियो सन्देश के माध्यम से जनता को संबोधित कर रहे थे।




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      मुंबई में जसलोक हॉस्पिटल की 31 नर्सों और पांच डॉक्टर्स की रिपोर्ट पॉजिटिव

      यहां के जसलोक अस्पताल की 31 नर्सों और पांच डॉक्टरों में कोरोना वायरस (कोविड-19) का संक्रमण पाया गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इन नर्सों को अस्पताल के बलार्ड पियर हॉस्टल में क्वारंटीन कर दिया गया है। जिन नर्सों में संक्रमण पाया गया है, उनमें कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं। उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही है।

      पांच संक्रमित पाएगएडॉक्टरों में एक रजिस्ट्रार ऑफ मेडिसिन, एक रजिस्ट्रार ऑफ पल्मोनोलॉजी, एक सीनियर एनेस्थेटिस्ट, एक जूनियर एनेस्थेटिस्ट और एक जूनियर रेडियोलॉजिस्ट शामिल हैं।

      हॉस्पिटल के 100 स्टाफ को क्वारंटीन किया गया था

      अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि जब इस महीने की शुरुआत में अस्पताल में एक पॉजिटिव मामला सामने आया था, तब 100 से अधिक नर्सिंग स्टाफ को हॉस्टल में क्वारंटीन किया गया था। अधिकांश कर्मचारियों की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आईलेकिन उन्हें 14 दिन के अनिवार्य क्वारंटीन में रखा गया।

      सिर्फ कुछ लोग ही हॉस्पिटल मेंकर रहे हैं काम

      अस्पताल के एक कर्मचारी ने कहा, “अस्पताल मुट्ठी भर नर्सिंग स्टाफ के साथ काम कर रहा है जिन्हें लंबी-लंबी पालियों में काम करना पड़ रहा है। प्रबंधन ने शेष कर्मचारियों को कल से काम पर वापस बुलाने की योजना बनाई लिहाजा उन्हें एक अनिवार्य दूसरे परीक्षण से गुजरना पड़ा। उसके परिणाम शुक्रवार को सामने आए। इसमेंपांच डॉक्टर और 35 नर्स पॉजिटिव मिली।



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      इससे पहले भी मुंबई के कई हॉस्पिटलों में डॉक्टर्स में कोरोना की पुष्टि हुई है।




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      एक दिन में सबसे ज्यादा 552 संक्रमित मिले, 12 मौतें; सीएम ने कहा- 26 जिलों में कोरोना के केस कम, वहां औद्योगिक गतिविधियां शुरू होंगी

      महाराष्ट्र में संक्रमण पर काबू पाने की कोशिशें अब तक ज्यादा कामयाब नहीं हो सकी हैं। रविवार को यहां12 मरीजों की मौत हुई। इसमें मुंबई में 6, मालेगांव में 4, सोलापुर और अहमदनगर में एक-एक की जान गई। रविवार को 552 नए संक्रमित सामने आए। एक दिन में संक्रमितों का यह सबसे बड़़ा आंकड़ा है।इससे पहले 14 अप्रैल को राज्य में 350 संक्रमित मिले थे। प्रदेश में अब कुल संक्रमितों की संख्या 4200 हो गई है।संक्रमण के चलते रविवार को जान गंवाने वालों में 4 पुरुष और 8 महिलाएं हैं। मृतकों की उम्र 26 से 63 साल के बीच की थी। इसमें से 6 को डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां भी थीं। बाकी छह मृतकों की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पता नहीं चल पाया है। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमण से मृतकों का कुल आंकड़ा 223पहुंच गया।

      20 अप्रैल से औद्योगिक गतिविधियों को शुरू करेंगे:मुख्यमंत्री

      मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को सोशल मीडिया के जरिएलोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल से हम 26 जिलों(ग्रीन और ऑरेंज जोन वाले)में औद्योगिक गतिविधियों को शुरू कर रहे हैं। यह वे जिलेहैं, जहां कोरोना के कम केस हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक 66 हजार 896 टेस्ट हो चुके हैं, जिसमें से 95%नेगेटिव आए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में कृषि से जुड़े किसी भी काम को नहीं रोका जाएगा, लेकिन राज्यों के बॉर्डर सील ही रहेंगे। शहरों की सीमाओं को भी सील रखा जाएगा।

      मुख्यमंत्री ने कहा कि हमनेउद्योगपतियों से बात की है कि वह अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों और मजदूरों के रहने का भी उचित इंतजाम करें। हम राज्य में जितने भी बेघर मजदूर हैं, उन तक खाना पहुंचाने का इंतजाम कर रहे हैं। उन्होंने प्रवासी मजदूरों के लिए कहा कि राज्य सरकार इस बारे में केंद्र से बात कर रही है। जैसे ही यह समस्या खत्म होगी, आपकी समस्या का समाधान किया जाएगा।आपको अपने घर पहुंचाया जाएगा।

      महाराष्ट्र को तीन जोन में बांटा गया:

      संक्रमण से निपटने के लिए राज्य सरकार ने 15 से ज्यादा मरीजों वाले जिलों को रेड जोन में रखा है। इससे कम वालों को ऑरेंज जोन और जहां एक भी मरीज नहीं है उसे ग्रीन जोन में रखा गया है। माना जा रहा है कि इसी के आधार पर अगले लॉकडाउन और राहत का एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा।

      रेड जोन: मुंबई शहर, मुंबई उपनगर, ठाणे, पालघर, पुणे, नागपुर, रायगढ़, सांगली, औरंगाबाद, मालेगांव(नासिक) और अहमदनगर।

      ऑरेंज जोन: रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, कोल्हापुर, नासिक शहर, जलगांव, उस्मानाबाद, बीड, जालना, हिंगोली, लातूर, अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम और गोंदिया।

      ग्रीन जोन: धुले, नंदुरबार, सोलापुर, परभणी, नांदेड़, वर्धा, चंद्रपुर, भंडारा और गढ़चिरौली शामिल हैं।

      कोरोना अपडेट्स:

      • मुंबई के जसलोक अस्पताल की 31 नर्सों और पांच डॉक्टरों में कोरोना वायरस (कोविड-19) का संक्रमण पाया गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इन नर्सों को अस्पताल के हॉस्टल में क्वारंटीन कर दिया गया है। जिन नर्सों में संक्रमण पाया गया है, उनमें कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं। उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही है।
      • धारावी में 20 नए केस आए। इसे मिलाकर यहां संक्रमितों की संख्या 138 तक पहुंच गई है। यहां अब तक संक्रमण से 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
      • मुंबई के बीवायएल नायर हॉस्पिटल में संक्रमित दो महिला गर्भवती ने स्वस्थबच्चे को जन्म दिया। डॉक्टर ने बताया कि दोनों नवजात का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया है। दोनों महिलाओंं को एक हफ्ते पहले अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां टेस्ट के दौरान कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई थी।
      • नागपुर में आज 7 नए पॉजिटिव मिले। इसके साथ शहर में पॉजिटिव की संख्या 72 तक पहुंच गई है।
      • महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि राज्य की जेलों में क्षमता से अधिक कैदीहैं। इसलिए हमने यह तय किया है कि वहां रहने वाले पुलिसवालों और अन्य कैदियों को अगले आदेश तक जेल में ही रहना पड़ेगा। इसे एक तरह का लॉकडाउन ही समझा जाए। इस आदेश के बाद अब जेलों से कोई न बाहर आ पाएगा और न अंदर जाएगा।
      • लॉकडाउन में आर्थिक संकट से जूझ रहे मजदूरों की मदद के लिए राज्य सरकार आगे आई है। सरकार ने निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों को दो हजार रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया। यह रकम सीधे मजदूरों के बैंक खातों में जमा होगी। इसका फायदा करीब 12.5 लाख मजदूरों को होगा। करीब एक महीने से निर्माण से जुड़े काम काम बंद होने से इससे मजदूरों को रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है।
      • महाराष्ट्र सरकार सोमवार से लॉकडाउन में कुछ राहत देने जा रही है, लेकिन मुंबई, पुणे, पिंपडी-चिंचवड और नागपुर शहर को लॉकडाउन से कोई राहत नहीं मिलेगी। सरकार की राहत ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के उद्योगों और कृषि क्षेत्र के लिए है। यहां तक कि राज्य के महानगरपालिका क्षेत्र को भी रियायत नहीं दी गई है।
      • पिंपरी-चिंचवड़ म्यूनिसिपल कमिश्नर ने कहा कि रविवार रात 12 बजे से 27 अप्रैल तक पुणे म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के अंतर्गत आने वाला क्षेत्र कंटेनमेंट जोन के रूप में पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।

      यह तस्वीर मुंबई के धारावी की है। यहांमेडिकल कैंप लगाकर लोगों की जांच की जा रही है।

      पुणे में लॉकडाउन की वजह से फंसे बहरीन के 125 नागरिकों को शनिवार को स्पेशल प्लेन से रवाना किया गया।

      लॉकडाउन में 20 अप्रैल से इन चीजों की मिलेगी छूट, यह रहेंगे बंद

      • सोमवार से राज्य सरकार लॉकडाउन के नियमों में कुछ राहत दे रही है। हालांकि, कुछ चीजों पर पहले की तरह सख्त पाबंदी रहेगी- जैसेरेलवे, मेट्रो, पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से बंद रहेगा। सोशल गेदरिंग, कार्यक्रम, उत्सव, पूजा-पाठ, मस्जिद में नजाम पढ़ने की अनुमति नहीं होगी।
      • लोगों की जरुरतों को देखते हुए सरकार ने ऑनलाइन बिजनेस को छूट दी है। यानी आप ऑनलाइनसामान मंगा सकते हैं। होम डिलीवरी चालू होगी। आटा-दाल चक्की, खाद्य तेल उत्पादन करने वाली लघुऔर मध्यम औद्योगिक इकाइयां, जरूरी चीजों की आपूर्ति के लिए परिवहन शुरू किया जाएगा।
      • खेती से जुड़े हुए सभी तरह के व्यापार को छूट दी गईहै। इसमें फसल की खरीदारी करने वालीसंस्थाएं, फसलों की पैकिंग से जुड़े व्यापार, बीज और खाद की दुकानों को भी राहत दी गई है। हालांकि, सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि प्रोटोकॉल का पूरी तरह से ध्यान रखा जाएगा।
      यहां लॉकडाउन बेअसर: मुंबई के तटीय इलाके में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी फ्लेमिंगो का आना शुरू हो गया है।

      सोमवार से वसूला जाएगा टोल, ट्रांसपोर्टर्स नाराज
      लॉकडाउन के दौरान बंद की गई टोल वसूली सोमवार से फिर राज्य में शुरू हो जाएगी। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस केमिल्कीत सिंह कहते हैं, 'लॉकडाउन के दौरान ट्रक ड्राइवर और खलासी खतरा मोल लेकर डिलिवरी में लगे हुए हैं। इस कठिन दौर में ट्रांसपोर्ट उद्योग को राहत पैकेज की जरूरत है, लेकिन सरकार टोल वसूली जैसा आदेश निकालकर संकट को और गहरा कर रही है।'

      यह तस्वीर मुंबई के पोदार स्वाब टेस्टिंग सेंटर की है। यहां कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने के लिए एक स्पेशल केबिन बनाया गया है।

      24 विदेशी नागरिक अहमदनगर से पकड़े गए

      दिल्ली केमरकज के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौटे 24 विदेशी नागरिकों को अहमदनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके साथ पांच ट्रांसलेटर भी हैं, जो अलग-अलग राज्यों से हैं। इनमें पांच विदेशी नागरिक कोरोना संक्रमित हैं, जो अस्पताल में भर्ती हैं। इससे पहले वीजा नियमों का उल्लंघन कर जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए 156 विदेशी नागरिकों के खिलाफ मुंबई सहित ठाणे, नवी मुंबई, अमरावती, नांदेड़, नागपुर, पुणे, अहमदनगर, चंद्रपुर और गढ़चिरौली में केस दर्ज किए गए थे।



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      यह तस्वीर 16 अप्रैल की है। मुंबई में लॉकडाउन की वजह से बेघर मजदूर और कामगार रेलवे ट्रैक के पास समय बिता रहे हैं। सरकार ने निर्माण क्षेत्र से जुड़े 12.5 लाख मजदूरों को दो हजार रुपए देने का वादा किया है।




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      पालघर मॉब लिंचिंग मामले में 110 लोग गिरफ्तार, भाजपा ने कहा- दो संतों और उनके ड्राइवर को बेरहमी से मारा गया

      महाराष्ट्र के पालघर जिले के कासा इलाके में गुरुवार रात चोरी के शक में 3 लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के कार्यालय की ओर से जारी बयान में यह बताया गया कि पुलिस ने साधुओं की हत्या के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, ग्रामीणों ने इन्हें देर रात गांव में संदिग्ध रूप से कार में घूमते हुए पकड़ा था। इसके बाद पत्थर और डंडों से इन पर हमला कर दिया। पुलिस ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही तीनों की मौत हो चुकी थी। कार में एक ड्राइवर और दो साधु सवार थे।

      पुलिस ने बताया कि इस मामले में 110 लोगों को गिरफ्तार किया है। 101 आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है जबकि 9 नाबालिगों को सुधार गृह भेजा गया है। इस घटना के बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी वीडियो पोस्ट करके लिखा था किमहाराष्ट्र के पालघर में 2 संत और उनके ड्राइवर को बड़े ही बेरहमी से लिंचिंग कर मौत के घाट उतार दिया गया मगर सारे लिबरल खामोश हैं।

      घटना के दिन ही आरोपी गिरफ्तार- मुख्यमंत्री कार्यालय
      महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से किए गए ट्वीट में बताया गया कि पालघर की घटना पर कार्रवाई की गई है। जिन लोगों ने 2 साधुओं, एक ड्राइवर और पुलिसकर्मियों पर हमला किया था, पुलिस ने घटना के दिन ही उन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस अपराध और शर्मनाक कृत्य के अपराधियों को कठोर दण्ड दिया जाएगा।

      कार से मुंबई से आए थे तीनों संदिग्ध
      कासा पुलिस स्टेशन के निरीक्षक आनंदराव काले ने बताया था कि घटना कर्फ्यू के दौरानगुरुवार को रात के 9.30 से 10 बजे के बीच यह घटना हुई है। तीनों की पहचान अभी तक नहीं की जा सकी है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए पालघर के सरकारी अस्पताल में भेज दिया गया है। जांच में सामने आया है कि तीनों एक कार से मुंबई से आए थे। यह कार गडचिंचाले के पास ढाबाड़ी-खानवेल मार्ग पर बरामद हुई है।

      कार से खींच कर बाहर निकाल की गई हत्या
      काले ने बताया- जांच में यह भी सामने आया ही कि मृतकों को कार से बाहर निकाला गया औरउन पर पत्थर और लाठियाेंसे हमला कर दिया। मरने से पहले तीनों में से किसी एक ने पुलिस स्टेशन में फोन करके इसकी जानकारी दी थी। जब तक पुलिस वहां पहुंचती वह लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके थे। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उन्हें भीड़ से छुड़ाया और कासा गवर्मेंट हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। तीनों के शरीर पर गंभीर चोटे थी। पुलिस ने 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 302, आपदा प्रबंधन अधिनियम2005और महामारी रोग अधिनियम1897 के तहत मामला दर्ज किया गया है।



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      हॉस्पिटल तक पहुंचाने से पहले ही तीनों की मौत हो चुकी थी। पालघर पुलिस इसी गाड़ी में तीनों के शवों को लेकर हॉस्पिटल तक आई थी।




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      आज से लॉकडाउन में ढील; सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ग्रीन और ऑरेंज जोन वाले शहरों में छोटे उद्योग, कृषि कार्य फिर से होंगे शुरू, शहरों के बॉर्डर रहेंगे सील

      महाराष्ट्र सरकार सोमवार से लॉकडाउन में कुछ राहत देने जा रही है, लेकिन मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन, पुणे, पिंपडी-चिंचवड और नागपुर जैसे रेड जोन के शहरों में लॉकडाउन से कोई राहत नहीं मिलेगी। हालांकि, इन शहरों में आवश्यक सेवाएं पहले की तरह जारी रहेंगी। सरकार की राहत ज्यादातर ग्रीन और येलो जोन वाले जिलों के लिए है। यह जानकारी रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से दी।

      सरकार की तरफ सेग्रामीण क्षेत्र के उद्योगों और कृषि क्षेत्र के लिए छूट की घोषणा की गई है। सरकार ने कुछ शर्तो के साथ निर्माण कार्य और मानूसन से पहले की तैयारियों में राहत दी है।मुख्यमंत्री ने कहा, 'लोगों को राहत कई चरणों में दी जा रही है, कृषि और उससे जुड़े सभी व्यवसाय को शुरू किया जा सकता है, पर सबकुछ ग्रीन जोनके अंदर ही करना होगा, बाहर जाना या बाहर से किसी के आने की अनुमति नहीं होगी।'

      यहां से मिलेगा पास

      लॉकडाउन के नियमों को सही ढंग से पालन करवाने के लिए हर मंडल कार्यालय पर दो सहायक विधि अधिकारी की नियुक्ति का फैसला राज्य सरकार की ओर से लिया गया है। इन्हें जरूरी सेवाओं या उद्योगों के लिए पास जारी करने का अधिकार रहेगा।इसके अलावा ऑनलाइन Covid19.mhpolice.in से अप्लाई करके भी बाहर आने-जाने का पास प्राप्त किया जा सकता है। कंपनियां बल्क में पास के लिएअप्लाई कर सकती हैं। रेड जोन वाले जिलों में जरूरी सर्विसेज से जुड़े लोग या जिनके परिवार में कोई मृत्यु हुई है वे इमरजेंसी पास यहां से प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा जिलाधिकारी कार्यालय और जिले के पुलिस ऑफिस में जाकर भी पास प्राप्त किया जा सकता है।

      इन जिलों को नहीं मिली छूट
      रेड जोन: मुंबई शहर, मुंबई उपनगर, ठाणे, पालघर, पुणे, नागपुर, रायगढ़, सांगली, औरंगाबाद, मालेगांव(नासिक) और अहमदनगर।

      इन जिलों में मिली छूट
      ऑरेंज जोन: रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, कोल्हापुर, नासिक शहर, जलगांव, उस्मानाबाद, बीड, जालना, हिंगोली, लातूर, अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम और गोंदिया।
      ग्रीन जोन: धुले, नंदुरबार, सोलापुर, परभणी, नांदेड़, वर्धा, चंद्रपुर, भंडारा और गढ़चिरौली शामिल हैं।

      20 अप्रैल से येसेवाएं होंगी शुरू

      • ई-कॉमर्स साइट्स से सामान ऑर्डर कर सकेंगे। फ्लिपकार्ट-अमेजन जैसी कंपनियां ऑर्डर लेना और होम डिलीवरी देना शुरू कर करेंगी। कुरियर सर्विस, डीटीएच, केबल टीवी सर्विस।
      • आटा-दाल चक्की, खाद्य तेल उत्पादन करने वाली लघु, और मध्यम औद्योगिक ईकाई
      • जरूरी चीजों की आपूर्ति के लिए अंतरराज्यीय परिवहन शुरू किया जाएगा
      • किसानों और खेत मजदूरों के कृषि कार्य
      • कृषि उपज की खरीदारी करने वाली संस्थाएं
      • कृषि उपज बाजार समिति या राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित किए गए बाजार
      • कृषि संबंधी उत्पादन और पैकेजिंग से जुड़े कामकाज


      शहर से बाहर उद्योग, ढाबे खुलेंगे
      हाईवे पर ट्रकों के मूवमेंट को देखते हुए शहर से बहार दुकानें-ढाबे खुलेंगे। गांवों में उद्योग, ईंट भट्टे, फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज, कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस सर्विस भी शुरू होंगी। ग्राम पंचायत स्तर पर सरकार की मंजूरी वाले कॉमन सर्विस सेंटर भी खुलेंगे।

      कंस्ट्रक्शन वर्क को शर्तों के साथ राहत
      बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन जैसी गतिविधियों में कुछ शर्तो के साथ रियायत जरूर दी गई है, लेकिन बिल्डर या निर्माण करने वाले को इसके लिए पहले महानगरपालिका से अनुमति लेनी होगी। वहां काम करने वाले मजदूरों को निर्माण कार्य स्थल पर रहने की सुविधा देनी होगी।

      छोटे उद्योगों में काम की शुरुआत होगी
      चाय, कॉफी, रबर, काजू की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, मार्केटिंग और बिक्री 50% कामगारों के साथ शुरू हो सकेगी। दूध से जुड़े उत्पादों का कलेक्शन, प्रोसेसिंग, डिस्ट्रिब्यूशन और ट्रांसपोर्टेशन हो सकेगा। हालांकि, इन जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाकर ही कामगार काम कर सकेंगे।


      मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में कामकाज शुरू होगा
      ड्रग, फार्मा और मेडिकल डिवाइस जैसी जरूरी सामान बनाने वाली मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स। ऐसी प्रोडक्शन यूनिट, जिसमें प्रोसेस को रोका नहीं जा सकता वे और उनकी सप्लाई चेन शुरू हो सकेगी। इसके लिए शर्त यह है कि कंपनियों को स्टाफ के रुकने या बाहर से लाने की व्यवस्था करनी होगी।

      मुंबई में प्री मानसून काम होंगे शुरू

      बीएमसी ने महानगर में बारिश से पहले की तैयारियों के लिए प्री मानसून कार्यों को भी कुछ शर्तों के साथ करने की मंजूरी देने का फैसला किया है। हालांकि, कंटेनमेंट जोन में यह नियम लागू नहीं होगा।सार्वजनिक परियोजना, सड़क और पुल की मरम्मत का काम, ड्रेनेज और सीवरेज का काम, पानी आपूर्ति से संबंधित कार्य व अन्य आधार भूत कार्यों को करने की मंजूरी दी गई है। इस दौरान कोरोना वायरस से बचाव के लिए सुरक्षा के सभी नियमों का पालन करना होगा। गौरतलब है कि बारिश से पहले मुंबई में बड़े पैमाने पर नाला सफाई और रास्तों की मरम्मत का काम किया जाता है।

      यह सेवाएं पहले की तरह पूरे राज्य में शुरू रहेंगी
      जनता कर्फ्यू से लेकर लॉकडाउन के पहले चरण तक ये सेवाएं चालू थीं, 3 मई तक भी चालू ही रहेंगी।

      • बैंक, एटीएम, पेट्रोल पंप, सीएनजी, एलपीजी और पीएनजी की सप्लाई।
      • डाक घर, डाक सेवाएं, कैपिटल और डेट मार्केट।
      • अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लिनिक, टेलीमेडिसिन सेवाएं।
      • केमिस्ट, फार्मेसी, जन औषधि केंद्र, मेडिकल इविवपमेंट की दुकानें। मेडिकल लैब, कलेक्शन सेंटर, वेटरनरी अस्पताल।

      यह सेवाएं पूरे राज्य में बंद रहेंगी

      ये सुविधाएं लॉकडाउन के पहले चरण से बंद हैं, 3 मई तक भी बंद ही रहेंगी।

      • घरेलू और विदेशी यात्री उड़ानें।
      • यात्री ट्रेनें पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाली बसें।
      • लोकल ट्रेन, मेट्रो और मोनो रेल सेवा
      • एजुकेशन, ट्रेनिंग और कोचिंग इंस्टिट्यूट्स।
      • ऑटो रिक्शा, साइकिल रिक्शा, टैक्सी और कैब।
      • सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, जिम।
      • स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, स्वीमिंग पूल, एंटरटेनमेंट पार्क, थिएटर।
      • धार्मिक स्थान और इबादत की जगहें, ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल।
      • सामाजिक, राजनीतिक, खेल, अकादमिक, सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन।

      फिर शुरू होगो टोल की वसूली
      लॉकडाउन के दौरान बंद की गई टोल वसूली सोमवार से फिर शुरू की जाएगी। पहले से मंदी से जृझने के कारण ट्रांसपोटर्स इस वक्त टोल वसूली से नाराज हैं। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के बल मिल्कीत सिंह के अनुसार, 'लॉकडाउन के दौरान ट्रक ड्राइवर और खलासी खतरा मोल लेकर डिलिवरी में लगे हुए हैं। इस कठिन दौर में ट्रांसपोर्ट उद्योग को राहत पैकेज की जरूरत है, लेकिन सरकार टोल वसूली जैसा आदेश निकालकर संकट को और गहरा कर रही है।'



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      20 अप्रैल के बाद उन दिहाड़ी मजदूरों को राहत मिलेगी जो लॉकडाउन के जारी होने के बाद से घर पर बैठे हैं।




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      सीएम उद्धव ठाकरे पूरे मामले की जांच सीआईडी को सौंपी, बोले-धार्मिक रंग देने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

      महाराष्ट्र के पालघर में गुरुवार को हुई मॉब लिंचिंग के मामले की सीआईडी जांच का आदेश सीएम उद्धव ठाकरे ने सोमवार को दिया। एक वीडियो संदेश जारी कर सीएम ने कहा कि इस मामले की जांच डीजी सीआईडी अतुल कुलकर्णी की ओर से की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया में इस घटना को धार्मिक रंग देने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन यह बिलकुल गलत है। सरकार किसी भी दोषी को नहीं छोड़ेगी, लोग इस मसले को भड़काने की कोशिश ना करें। बता दें कि मॉब लिचिंग घटना में भीड़ ने तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।

      गलतफहमी के चलते तीनों पर हुआ हमला
      सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो लोग जब सूरत जा रहे थे, तब उन्होंने दादर-नगर हवेली के बॉर्डर पर रोका गया और वापस भेज दिया गया। अगर ऐसा नहीं होता, तो घटना नहीं होती। सीएम ठाकरे ने कहा कि पालघर के जिस इलाके में ये घटना हुई है, वो काफी दुर्गम इलाका है। ऐसे में ये तीन लोग वहां से गुजरते हुए गुजरात की ओर जा रहे थे, लेकिन वहां पर गांव के लोगों को रात के वक्त कुछ गलतफहमी हुई और उन्हें चोरी का शक लगा और उन्होंने इनपर हमला किया, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।

      अमित शाह और योगी आदित्यनाथ से हुई बात
      उद्धव ठाकरे ने घटना को लेकर कहा कि इस बारे में मेरी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी बात हुई है। हर किसी को इस बारे में समझाया गया है कि ये धर्म से जुड़ा मामला नहीं है, लेकिन जो भी सोशल मीडिया के जरिए आग लगाने और मामला भड़काने की कोशिश करेगा उसपर कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

      अभी महाराष्ट्र में नहीं हटा है लॉकडाउन: उद्धव

      सीएम ने आगे कहा-किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि लॉकडाउन को हटा दिया गया है। हमने सिर्फ अर्थव्यवस्था को थोड़ा सुचारू रूप से चलाने की कोशिश की है। मुझे पता चला है कि कुछ लोग दी गई छूट को लॉकडाउन खत्म होने का संकेत मान रहे हैं। यदि वे ऐसा करते हैं तो हम सख़्त कदम उठाएंगे



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      सीएम उद्धव ठाकरे ने पालघर मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह से भी बात की है। इसकी जानकारी उन्होंने जनता के नाम जारी वीडियो संदेश में दी है।




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      शाह और योगी से बात करने के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा- सीआईडी जांच शुरू; घटना सांप्रदायिक नहीं थी, इसे धार्मिक रंग देना गलत

      पालघर मॉब लिंचिंग के मामले में सोमवार को गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार से रिपोर्ट मांगी है। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से सोमवार को ही गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर बात की। इस बातचीत के बाद ऊद्धव ने कहा कि उन्होंने अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस बारे में जानकारी दी है। राज्य सरकार ने इस मामले में कार्रवाई की है। 110 लोगों को रविवार को गिरफ्तार किया गया था, इसमें कुछ नाबालिग भी थे। उद्धव ने कहा कि हमने दो पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पालघर मॉबलिंचिंग में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने सीआईडी जांच शुरू कर दी है, इस घटना को धार्मिक रंग देने से बचना चाहिए, यह गलत है।


      16 अप्रैल की रात पालघर के गड़चिनचले गांव में दो साधुओं समेत 3 की पीट-पीटकर हत्या हुई, ये अंतिम संस्कार में जा रहे थे। रविवार को भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा था कि संतों की हत्या कर दी गई और देश के सभी धर्मनिरपेक्ष आज खामोश बैठ हैं। साक्षी महाराज ने भी लिंचिंग करने वालों को राक्षस करार दिया और कहा कि इन पर कार्रवाई की जाए।

      बेटे आदित्य उद्धव के बचाव में उतरे
      उद्धव ठाकरे के बचाव में उनके बेटे और पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा- इस मामले में कड़ी कार्रवाई की गई है। महाराष्ट्र सरकार इस तरह के अपराधों को कभी माफ नहीं करती। पालघर मामले में सभी की गिरफ्तारी हो चुकी है। सीएम ने पालघर मामले में अपना बयान दे दिया है। मैं सभी राजनीतिक दलों को यह ध्यान दिलाना चाहता हूं कि साधुओं पर हमला करने वालों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

      उद्धव ने कहा- पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिन्होंने 2 साधुओं, 1 ड्राइवर और पुलिसकर्मी पर हमला वे मुख्य आरोपी भी गिरफ्तार हो चुके हैं। निर्मम अपराध और शर्मनाक कृत्य में शामिल लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा और इंसाफ होगा।

      फडणवीस ने हाईलेवल जांच करवाने की मांग की
      पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी हत्या के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। फडणवीस ने ट्वीट किया, 'पालघर में मॉब लिंचिंग घटना का वीडियो हैरान करने वाला और अमानवीय है। ऐसी विपदा के समय इस तरह की घटना और भी ज्यादा परेशान करने वाली है। मैं राज्य सरकार से गुजारिश करता हूं कि वह इस मामले की हाई लेवल जांच करवाएं।'

      ##

      चोरी करने की अफवाह फैलने के बाद हुई थी लिंचिंग
      पालघर के गड़चिनचले गांव में दो साधुओं समेत तीन की पीट-पीटकर हत्‍या कर दी गई थी। तीनों एक साथी के अंतिम संस्कार में शामिल होने कांदिवली से सूरत जा रहे थे। उन्होंने एक वैन किराये पर ली थी। लॉकडाउन के बीच वे 120 किमी का सफर तय कर चुके थे। गड़चिनचले के पास वन विभाग के एक गार्ड ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद वह गांव के रास्ते गुजरात जाने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान गांव में फंस गए। अफवाह फैला दी गई कि ये लोग चोर हैं। भीड़ ने इन्हें पीटना शुरू कर दिया था। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। इसमें वारदात के दौरान कुछ पुलिसवाले भी वहां खड़े हुए नजर आ रहे हैं।

      अखाड़ा परिषद की चेतावनी- आंदोलन करेंगे
      इलाहाबाद मेंअखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक गांव में ब्रह्मलीन संत को समाधि देने जा रहे साधु-संतों पर पुलिस की मौजूदगी में एक धर्म विशेष के लोगों ने हमला कर हत्या कर दी। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को चेताया कि अगर सरकार ने हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो सभी अखाड़े बैठक कर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद करेंगे।



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      दो साधु ड्राइवर के साथ इसी गाड़ी में सवार होकर सूरत के लिए जा रहे थे। ग्रामीणों ने तीनों को कार से खींच कर पीट-पीटकर मार डाला।




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      वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुंबई के लड़के ने की बरेली की लड़की से शादी, शामिल हुए डेढ़ सौ वर्चुअल बाराती

      महाराष्ट्र मेंकोरोना को लेकर मामले कम होने के नाम नहीं ले रहे हैं। सरकार ने कोरोना संक्रमितों की संख्या को कम करने के लिए लॉकडाउन के कड़े नियम बनाए हैं। इनमें सार्वजनिक रूप से शादी विवाह पर पाबंदी भी एक है। ऐसे नियमों के बीच मुंबई के एक युवक ने बरेली की एक लड़की से वर्चुअल शादी की है। दोनों ने एक शादी की वेबसाइट के माध्यम से जूम एप पर ऑनलाइन सात जन्मों की कसमें खाई और सात फेरे लिए। वर्चुअल शादी में 150 से ज्यादा रिश्तेदार शामिल हुए। 16 हजार दर्शकों ने शादी के लाइव वीडियो को पसंद किया।

      मूलरूप से रायपुर के रहने वाले सुषेन के पिता संदीप डंग भवन निर्माण व्यापारी हैं और पूरा परिवार फिलहाल मुंबई में रह रहा है।

      इस शादी में 150 वर्चुअल बाराती भी हुए शामिल

      मुंबई में रहने वाले दूल्हे सुषेन डंग ने करीब1400 किलोमीटर दूर स्थित बरेली में रहने वाली कीर्ति नारंग से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए शादी की। इस शादी में करीब 150बाराती शामिल हुए। शादी के दौरान वरऔरकन्या के घर पर सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा गया। मंत्रोच्चार के साथ शादी कराने वाले पंडित जी छत्तीसगढ़ के रायपुर में वर्चुअलरूप से कनेक्ट थे।

      बरेली के व्यापारी कृष्ण कुमार नारंग की बेटी कीर्ति मेकअप आर्टिटस्ट हैं। दोनों ने एक मेट्रोमोनियल साइट से एक-दूसरे कोखोजा था।

      उत्तराखंड में होने वाली थीडेस्टिनेशन वेडिंग

      सुषेन कनाडा में एक आईटी कंपनी में काम करते हैं। उनके माता-पिता मुंबई में रहते है। वह शादी के लिए मुंबई आए थे। उनकी डेस्टिनेशन वेडिंग रविवार को उत्तराखंड में होनेवाली थी। इसके लिए रिसॉर्ट कई महीने पहले ही बुक कर लिया गया था। लॉकडाउन की वजह से उनकी यह प्लानिंग फेल हो गई। ऐसे में उनके एक दोस्त ने उन्हें ऑनलाइन शादी का सुझाव दिया, जिसे उन्होंने और उनके परिवार ने खुशी-खुशी मान लिया।

      वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई शादी की रस्में

      कीर्ति के परिजन सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं है। इसलिए उन्हें ऑनलाइन शादी के लिए राजी करने में थोड़ा समय लगा। पूरी विधि से ऑनलाइन विवाह होता देखकर उनके परिजन भी खुश नजर आए। सभी रस्में ऑनलाइन हुई। सुषेन और कीर्ति ने शादी की तैयारी दो दिन पहले शुरू की थी। हल्दी और मेंहदी समेत अन्य रस्में घर में ही की गई। इनमें भी वीडियो कॉल के जरिए परिवार के सभी सदस्य शामिल हुए।

      शादी के लिए पंडित जी रायपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसमें शामिल हुए और उन्होंने लगभग सभी रस्मों को करवाया।

      अक्टूबर में तय हुआ थारिश्ता

      बरेली के व्यापारी कृष्ण कुमार नारंग की बेटी कीर्ति मेकअप आर्टिस्ट हैं। एक शादी की वेबसाइट के जरिए ही उनकी मुलाकात सुषेन से हुई। मूलरूप से रायपुर के रहने वाले सुषेन के पिता संदीप डंग भवन निर्माण व्यापारी हैं जबकि मां ममता डंग क्लीनिकल हिप्नोथेरेपिस्ट हैं। करीब दो साल पहले संदीप मुंबई आकर बस गए। सुषेन एक कंपनी में डाटा एनालिस्ट हैं। पिछले साल अक्टूबर में दोनों का रिश्ता तय हुआ और शादी का मुहूर्त 19 अप्रैल निकाला गया। शादी के बाद उनका कीर्ति के साथ सुषेन में कनाडा में बसने का प्लान है।

      शादी का इनविटेशन। कोरोना संकट के काल में वर्क फ्राॅम होम की जगह इसमें वेडिंग फ्रॉम होम लिखा हुआ था।


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      मुंबई में रहने वाले दूल्हे सुषेन डंग(बाएं) बरेली में रहने वाली कीर्ति नारंग(दाएं) से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए शादी की है