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वाट्सएप ग्रुपाें में पहेली स्पर्धा करवाई, अब सुगम संगीत, सामाजिक मेलजाेल बनाए रखने के लिए किया आयाेजन

औदुम्बर ब्राह्मण समाज लाॅकडाउन के दाैरान सामाजिक मेल जाेल बनाए रखने के लिए वाट्सएप ग्रुपाें में समाजजनाें के बीच विभिन्न आयाेजन कर रहा है। अप्रैल महीने में पहेली स्पर्धा करवाई गई थी। अब मई में सुगम संगीत का आयाेजन हाेगा।
समाज के पूर्व अध्यक्ष किशोर दुबे ने रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न सामाजिक ग्रुपों में 1 अप्रैल से ग्रुप पहेली करवा रहे हैं। 16 दिनों तक इस प्रतियोगिता के विजेताओं को किसी भी प्रकार का इनाम प्रदान नहीं किया गया। 17 अप्रैल से प्रतिदिन विजेताओं को प्रथम पुरस्कार के रूप में 251, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 151 तथा तृतीय पुरस्कार के रूप में 101 रु. दिए गए। अंतिम दिन बंपर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इसमें तीन वर्गाें में लगभग 700 समाजजनों ने भाग लिया जिसमें 18 से अधिक प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया गया। कुल 58 समाजजन को पुरस्कृत किया गया। सभी सही उत्तर देने वाले प्रतियोगियों का चयन लाॅटरी के माध्यम से किया गया। किशोर दुबे द्वारा वीडियो मैसेज के माध्यम से ग्रुप में डाला जाता था। किशोर दुबे का 12 हजार रुपए एवं प्रोत्साहन स्वरूप कुल 2 हजार रु. पुरस्कार की राशि समाज के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र उपाध्याय, ओम चाैधरी, जगदीश कानूनगो तथा कोशल उज्जैन द्वारा प्रदान की गई।


ई-पेमेंट से खातों में डाली पुरस्कार की राशि
सभी प्रतियोगियों को पुरस्कार राशि ई-पेमेंट के माध्यम से उनके खातों में पहुंचाई गई। प्रतियोगिता को समाज के विभिन्न समाजसेवकों ने सराहा। अब किशोर दुबे द्वारा सुगम संगीत की स्पर्धा रखी जा रही है। इसमें सभी प्रतियोगियों को अपने गाने के वीडियो ग्रुप में भेजना है। यह स्पर्धा 17 मई तक चलेगी।



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कियोस्क सेंटर पर पैसे निकालने पहुंचे लोग कर रहे साेशल डिस्टेंस का पालन

लॉकडाउन में अब रोज कमाने खाने वाले मजदूरों और गरीबों को सार्वजनिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस संकट में थोड़ी राहत के लिए शासन द्वारा महिलाओं के जनधन खातों में 500 रुपए जमा कराए गए हैं। साथ ही किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि के 2000 व श्रमिक सहायता मनरेगा, पेंशन सहित अन्य प्रोत्साहन योजना की राशि सीधे हितग्राही के बैंक खाते में जमा कराई गई है।

उक्त धन राशि निकालने के लिए लोग बैंक की ओर रुख करने में लगे हैं। डबलचौकी में सलमान एवं शाहरुख अपने बैंक कियोस्क सेंटर पर पूरी सुरक्षा के साथ लोगों को खाते से लेन-देन की सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं। इस दाैरान साेशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए गाेले भी बनाए गए हैं। दिव्यांग व बुजुर्ग ग्राहकों को बैंक तक पहुंचने में दिक्कतें आती है। इसीलिए उनके घर पहुंच कर खाते से राशि निकाल कर दी जा रही है।



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People arriving at the kiosk center to withdraw money, following the particular distance




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पापा के पेट का इलाज कराने गए थे, लेकिन अस्पताल में संक्रमित हो गए, हमारे पास तो उत्तरकार्य के भी पैसे नहीं

राहुल दुबे.40 साल केे मांगीलाल भोमराज। लिवर की समस्या से परेशान थे। 29 अप्रैल की रात को घर पर तबीयत बिगड़ी। इलाज के लिए ग्रीन, यलो और रेड अस्पताल तय किए हुए हैं, लेकिन परिवार को पता ही नहीं कि अस्पताल में जाना है। 30 अप्रैल को चार अस्पताल गए, लेकिन किसी ने एडमिट नहीं किया। आखिर में एनसीडब्ल्यू पहुंचे। लिवर की बीमारी का इलाज नहीं हुआ कोरोेना की चपेट में आ गए। छह दिन में जान चली गई। 30 अप्रैल को भर्ती होने के बाद कभी दो बेटे, बहू और पत्नी उनका चेहरा तक नहीं देख पाए। बुधवार को निधन होने के बाद सीधे उन्हें मुक्तिधाम ले जाया गया। चादर में लिपटे शरीर को खोले बिना ही दाह संस्कार कर दिया। अब परिवार के पास रोने और संताप के एक नहीं कई कारण हैं। घर का कमाऊ व्यक्ति चला गया। अंतिम दर्शन तो हुए नहीं। परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि तीसरा, दसवां और 13वीं तक के पैसे नहीं हैं। पिता की मौत के दूसरे ही दिन बेटे उधार का बंदोबस्त करने निकल गए। खजराना चौराहा पर एक झोपड़ी में रहने वाले परिवार का घर भी एेसा ही, चाहकर भी क्वारेंटाइन नहीं रह सकते। बेटा बोला- पिता मेहनत मजदूरी करके घर चला रहे थे। अब सारा भार मुझ पर है। अभी तो कहीं मजदूरी भी नहीं। हमारे पास तो दो दिन का राशन भी नहीं है। पिता का उत्तर कार्य भी उधार लेकर करना होगा।



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लॉकडाउन में चाेरी-छिपे दुकान खाेल रहे थे व्यापारी, अफसरों ने दी हिदायत

अब तक पुलिस-प्रशासन व्यापारियों व आमजन काे प्रेमपूर्वक समझाइश देकर लाॅकडाउन का पालन करवा रहा था। लेकिन कुछ दिनों से मिल रही शिकायत पर नायब तहसीलदार अभिषेक चौरसिया व टीआई अखिलेश वर्मा शुक्रवार को सख्त दिखे।


बार-बार समझाने के बावजूद बीते कुछ दिनों से इतवारिया बाजार में सुबह- शाम सब्जी, फल-फ्रुट आदि की दुकानों पर भीड़ लगने, कुछ किराना व्यापारियों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करते हुए अतिरिक्त समय में भी दुकान संचालित करने, कपड़े, जूते, रेस्टोरेंट सहित दो-तीन दुकानें प्रशासन से चोरी-छिपे खोले जाने की शिकायत पर नायब तहसीलदार ने सख्ती दिखाते हुए दुकानों में घुसकर निरीक्षण किया। दुकानदारों को हिदायत देते हुए चौरसिया ने लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर भविष्य में सख्त कार्रवाई करने की बात कही। पुलिस स्टाफ द्वारा बेवजह घूम रहे लोगों से कड़ाई से पूछताछ की गई। प्रशासन के अचानक बदले रुख से नगर में लाॅकडाउन का व्यापक असर देखने को मिला।


छाेटे व्यापारियाें काे दुकानें खाेलने की अनुमति दी जाए
कुसमानिया | पूर्व विधायक कैलाश कुंडल ने कलेक्टर काे ई-मेल के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के छाेटे-छाेटे व्यापारियाें की परेशान से अवगत करवाया। उन्हाेंने कलेक्टरसे अनुराेध किया कि खातेगांव, कन्नौद, सतवास के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में जहां हाट-बाजार लगतेहैं वहां के छोटे-छोटे व्यापारी करीब 45 दिन से लॉकडाउन से बेहद आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन कुछ समय के लिए इन व्यापारियाें काे अपनी-अपनी दुकानें खाेलने के लिए निर्देश जारी करें।



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Merchants were eating a hidden shop in lockdown, officers gave instructions




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इलाज कराने आए मरीज और उसके परिजन ने स्टाफ के साथ की बदसलूकी, जान से मारने की दी धमकी

नगर के सरकारी अस्पताल में इलाज कराने आए मरीज और उसके परिजन ने गुरुवार रात 9.30 बजे स्टाफ के साथ बदसलूकी की। गाली-गलाैज और झूमाझटकी के साथ ही जान से मारने की धमकी तक दे डाली। घटना के बाद अस्पताल का पूरा स्टाफ पुलिस थाने पहुंचा और आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। शुक्रवार काे चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी काे जेल भेज दिया गया है।


फरियादी आनंद पिता हीरालाल कर्पे (39) निवासी जेपी काॅलोनी खातेगांव ने बताया कि वे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एसटीएस क्षय रोग विभाग में पदस्थ हैं। गुरुवार को उसके साथ नर्स निशा उईके और वार्डबॉय रामोतार नागर ड्यूटी पर थे। रात करीब साढ़े 9.30 बजे सोमगांव निवासी विमलेश को उसका भाई कमलेश और उसकी मां कृष्णाबाई इलाज के लिए लाए थे। पूछने पर विमलेश ने बताया कि उसका एक्सीडेंट हो गया है। उसके सिर, चेहरे और हाथ पर चोट थी। विमलेश के मुंह से शराब की दुर्गंध आने के कारण अस्पताल स्टाफ ने मास्क पहनने के लिए कहा तो विमलेश चिल्लाचोट करने लगा। तब तक वहां डॉ. अनुराग बागड़े आ गए और चोटिल विमलेश को देखने के बाद नर्स को जरूरी इंजेक्शन लगाने और ड्रेसिंग करने का बोला। जैसे ही नर्स इंजेक्शन लगाने लगी तो विमलेश और उसके परिवारजनों ने इंजेक्शन लगवाने और ड्रेसिंग करवाने से मना कर दिया और अस्पताल स्टाफ के साथ बदसलूकी करने के साथ ही उनसे गाली-गलाैज करते हुए कहने लगे तुम्हें इलाज करना नहीं आता। जब उन्हें शांत करने की कोशिश की गई तो उन्होंने एसटीएस आनंद कर्पे की कॉलर पकड़ते हुए उनके साथ झूमाझटकी की और स्टाफ को जिंदा नहीं छोड़ेंगे यह कहते हुए अस्पताल से बाहर आ गए।


तुम लोग मुझे जानते नहीं हो, मैं तुम्हारी नौकरी खा जाऊंगा
थोड़ी देर बाद विमलेश का पिता रामदेव निवासी काटकूट वहां आया और अस्पताल स्टाफ को गालियां देते हुए कहने लगा कि मैं तुम्हारी नौकरी खा जाऊंगा। तुम लोग मुझे जानते नहीं हो, मैं बहुत बड़ा नेता हूं। इसके बाद आनंद कर्पे, डॉ. अनुराग बागड़े, चंद्रशेखर बघेल, संदीप मेहता, मानसिंह वर्मा, निशा उईके, राकेश शर्मा सहित अस्पताल के पूरे स्टाफ ने पुलिस थाने पहुंचकर एफआईआर दर्ज करवाते हुए आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने आरोपी विमलेश, कमलेश, कृष्णाबाई और रामदेव के खिलाफ धारा 294, 186, 188, 353, 506 आदि धाराओं में मामला दर्ज किया।



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The patient and his family, who came for treatment, misbehaved with the staff, threatened to kill them




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लाॅकडाउन में सख्ती का असर, जूनी इंदौर के कंटेनमेंट एरिया से केस आना कम हुए

हर दो सौ मीटर पर बैरिकेडिंग, कंटेनमेंट एरिया वाले जूनी इंदौर क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से की गई सख्ती का असर अब दिखने लगा है। यहां पर अब नए केस नहीं आ रहे हैं। पहले केस आने के बाद भी लोग गलियों से निकलकर बाहर आ रहे थे, लेकिन लाॅकडाउन के तीसरे दौर में सख्ती दिखाने, फ्लैग मार्च का असर हुआ है। जूनी इंदौर के व्यासफला में एक पाॅजिटिव मिलने और मौत केे बाद परिजन में संक्रमण के लक्षण मिले थे। यहां बैरिकेडिंग, लोगों को होम क्वारेंटाइन करने और बीच-बीच में पुलिस द्वारा गश्त करने का असर हुआ है। इस मोहल्ले में दूसरा कोई परिवार या व्यक्ति संक्रमित नहीं हुआ हैै। इसी तरह चंद्रभागा मेन रोड पर भी कोई केस सामने नहीं आया है।
पिछले दिनों क्षेत्र के भीमगिरी गली में एक महिला के अस्पताल पहुंचने पर संक्रमित होने पर मौत हो गई थी। परिवार के लोगों ने खुद को 15 दिन घर में बंद रखा। सख्त बैरिकेडिंग की। नतीजा यह रहा कि घनी बसाहट वाले इलाके में भी सभी लोग स्वस्थ हैं। मोहल्ले से दूर भाट मोहल्ले के समीप केवल एक नया व्यक्ति संक्रमित निकला।

लोकमान्य नगर, सिद्धिपुरम और उमेश नगर से भी सुखद समाचार
लोकमान्य नगर, सिद्धिपुरम, उमेश नगर में भी एक महीने पहले केस निकले थे। सिद्धिपुरम में एक ही घर के 10, लोकमान्य नगर में एक और उमेश नगर में तीन लोग संक्रमित निकले थे। यहां पर रहवासियों ने ही घर के बाहर साफ-सफाई, बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक, सब्जी, फलों के लिए घर से बाहर नहीं निकलने का सख्ती से पालन किया। परिणाम यह रहा कि महीने में कोई दूसरा केस सामने नहीं आया। चोरी-छिपे सब्जी-फल बेचने वाले भी आए तो उन्हें लौटा दिया।

एयरपोर्ट : लॉकडाउन के बाद एक सीट पर एक ही व्यक्ति बैठेगा

लॉकडाउन के बाद फ्लाइट जब शुरू होंगी तो यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर बैठने की व्यवस्थाएं क्या होंगी, इसकी तैयारियां की गईं। एक सीट पर एक ही व्यक्ति बैठेगा (पहले तीन लोग बैठते थे)। आने वाले समय में कतार न लगे, इसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग रहे, इसकी भी तैयारी की जाएगी।



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लॉकडाउन के बाद फ्लाइट जब शुरू होंगी तो यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर बैठने की व्यवस्थाएं क्या होंगी।




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किराया पूरा वसूला लेकिन बॉर्डर पर छोड़ दिया, 3 बसों पर 15-15 लाख का जुर्माना

पुलिस ने 4 मई को गुजरात की तीन बसों को लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए पकड़ा था। इस मामले की सुनवाई शुक्रवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी गौरव प्रज्ञानंद ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से की। तीनों बसों पर 15-15 लाख रुपए का जुर्माना लगाकर सुपुर्दगी पर छोड़ने के आदेश दिए गए। ये बस गुजरात के वापी से सतना मजदूरों को लेकर जा रही थी। मजदूरों से किराया लेकर उन्हें सतना नहीं छाेड़ते हुए झाबुआ जिले की सीमा पर छोड़ दिया गया था। नायब तहसीलदार के प्रतिवेदन के आधार पर पुलिस ने बसों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया था। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी गौरव प्रज्ञानंद ने अन्य मामलों की भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई की। जानकारी अपर लोक अभियोजक सत्यम भट्‌ट ने दी।



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परेशानी बहुत, लेकिन घर पहुंचने की आस में सब सहन कर रहे

गुजरात से प्रदेश में लौटने वाले लोगों की भीड़ पिटोल बॉर्डर पर लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को 4 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे। यहां स्क्रीनिंग के लिए लंबी कतारें लग गई और खाने के पैकेट लेने के लिए भी। शुक्रवार को गर्मी भी ज्यादा थी। प्रशासन ने स्क्रीनिंग की कतारों में खड़े लोगों के लिए और टेंट लगाए, लेकिन ये भी छोटे पड़ गए। भीड़ इतनी हो गई कि व्यवस्थाएं जमाना मुश्किल हो गया। स्क्रीनिंग की लाइन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होना संभव नहीं रहा। एक-दूसरे पर गुत्थमगुत्था लोग खड़े थे, फिर भी कतारें दूर तक लगी हुई थी। सैकड़ों बसें लोगों को उनके शहर तक छोड़ने के लिए खड़ी की गई। यहां बाजार भी लग गया। फलों की 40-50 दुकानें लग गई। खाने के पैकेट मिलने तक लोग अपनी भूख फल खरीदकर मिटाते रहे।


गुजरात बॉर्डर से अब तक 36 हजार से ज्यादा लोग आ चुके हैं। हर दिन संख्या बढ़ रही है। बॉर्डर से लोगों को लाने का सिलसिला 25 अप्रैल से शुरू हुआ। शुरुआती चार दिन कम लोग आए, लेकिन अब ज्यादा आ रहे हैं। यहां डाॅक्टरों की 10 टीमें बनाकर स्क्रीनिंग की जा रही है। शुरुआत में गोले लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खड़ा कराया गया, लेकिन अब ये मुमकिन नहीं रहा। लोग गुजरात बॉर्डर तक वहां के साधनों से आ रहे हैं। वहां से लगभग एक किलोमीटर पैदल चलकर बैरियर पहुंच रहे हैं। यहां स्क्रीनिंग कर बसों में बिठाकर रवाना किया जा रहा है। आने वाले यहां से मुफ्त साधन और यहां खाना मिलने से तो खुश हैं, लेकिन गुजरात में हुई परेशानियों को भूल नहीं पा रहे।

40 दिन जीवन के सबसे बुरे दिन
पचोर निवासी सुरेश वर्मा पत्नी और छोटी बेटी के साथ आए हैं। वो अहमदाबाद से गुरुवार को निकले। बताते हैं, बीते 40 दिन जीवन के सबसे बुरे दिन थे। खाने तक के लाले पड़ गए। गुजरात में हमारे लिए कोई व्यवस्था नहीं हुई। यहां तक आ गए, वही बहुत है। कैसे भी बस घर पहुंच जाएं।

शाम तक 2300 लोग रवाना, फिर भी भीड़

शुक्रवार को शाम 5 बजे तक 88 बसों से 2310 लोगों को रवाना किया गया। इसके बाद भी बैरियर के दोनों ओर सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी थी। स्क्रीनिंग के लिए लोगों का नंबर कई-कई घंटे में आ रहा है। सबसे ज्यादा परेशान दोपहर में कतारों में खड़े लोग हुए।

ब्यावरा निवासी नारायणसिंह गुजरात के मोरवी से 40 लोगों के साथ आए हैं। बताते हैं, इतने दिनों से बहुत परेशान हो गए थे। न काम था, न पैसा। मोरवी से किराया देकर यहां तक आ गए, लेकिन यहां भीड़ इतनी है कि कुछ समझ नहीं आ रहा। किस बस में बैठना है, कैसे जाना है, कोई बताने वाला नहीं है।

6 दिन पैदल चलकर आए
सतना निवासी पंकज चतुर्वेदी 32 साथियों के साथ अहमदाबाद से निकले। उन्होंने बताया, किसी के पास पैसा नहीं था। इसलिए सभी लोग परिवार के साथ 6 दिन पैदल चलकर पिटोल तक पहुंचे। हमारे पैरों के सूजन आ गई। यहां हमें बस एक बस मिल जाए तो भाड़ा वहां जाकर दे देंगे। भीड़ इतनी है कि हमारी कोई सुनने वाला नहीं है।


यहां आकर सुकून मिला
रीवा निवासी विनोद गौड़ मोरवी से निकले। बोले, गुजरात में बहुत परेशान हो गए थे। हमारे हाल जानने कोई नहीं आता था। लावारिस पड़े हुए थे। यहां आए तो सुकून मिला। खाना भी मिला और जाने के लिए बस भी।



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Trouble a lot, but in the hope of reaching home




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होम क्वारेंटाइन होने से बचती रहीं इंदौर से आई दो सुपरवाइजर, बीएमओ बोले- दोनों सुपरवाइजर का ये रवैया अच्छा नहीं

महिला एवं बाल विकास विभाग की 2 सुपरवाइजर द्वारा स्वास्थ्य विभाग को सहयोग नहीं करने की जानकारी सामने आई है। ये दोनों सुपरवाइजर इंदौर से मंगलवार को लौटी थीं। बीएमओ ने इन्हें क्वारेंटाइन करने की बात कही तो दोनों बिना सूचना दिए यहां से चली गईं।

मिली जानकारी अनुसार महिला एवं बाल विकास विभाग की सेक्टर सुपरवाइजर अलका तिवारी व कांता चौहान 22 मार्च से शुरू हुए लाॅकडाउन के पहले से इंदौर अपने घर गई हुई थीं। तब से वे वापस नहीं लौटी थीं। मंगलवार को अचानक वे आईं। उनकेपरियोजना कार्यालय भी जाने की खबर मिली है। सुपरवाइजर ने अपने आने की सूचना बीएमओ डॉ. जीएस चौहान को फोन पर दी। चूंकि दोनों रेड जोन इंदौर से आई थीं ऐसे में डॉ. चौहान ने उन्हें स्वास्थ्य परीक्षण करके होम क्वारेंटाइन किए जाने की बात कही। बुधवार को डॉ. चौहान तिवारी के कुंदनपुर रोड स्थित आवास पर पहुंचे तो वे नहीं मिलीं। फोन स्विच ऑफ आया।

बाद में पता चला कि होम क्वारेंटाइन से बचने के लिए तिवारी झाबुआ व चौहान पिटोल चली गई हैं। इस पर डॉ. चौहान ने पिटोल स्वास्थ्य विभाग को कांता चौहान के वहां होने कीजानकारी दी। तिवारी से संपर्क नहीं हो सका। डॉ. चौहान ने बताया कि जिम्मेदार शासकीय पद पर होने के बावजूद दोनों सुपरवाइजर का ये रवैया अच्छा नहीं कहा जा सकता। दोनों के खिलाफ पुलिस में प्रकरण भी दर्ज करवाया जा सकता है।



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युवक के सिर पर ईंट मारी, मौत, आरोपी का परिवार हुआ फरार

मेघनगर थाना क्षेत्र के गांव नयागांव खालसा में दो पक्षों में विवाद हो गया। बाबू पिता गट्‌टू डामोर ने अपने ही परिवार के तमेशडामोर को ईंट मारकर घायल कर दिया। 108 एंबुलेंस से उसे अस्पताल भेजा गया। मेघनगर से उसे झाबुआ जिला अस्पताल रैफर किया गया। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।घटना के बाद आरोपीऔर उसके परिवारवाले फरारहो गए। इस विवाद के बादगांव में आपसी तनाव कीस्थिति बन गई। घटना गुरुवार शाम की है।

मृतक की पत्नी ने बताया, मैं, मेरी बेटी काली एवं बेटे गोलू डामोर के साथ घर के बाहर काम कर रही थी। मेरा पति तमेश पास ही गांव में मजदूरी करने गया था। तभी मेरे काकिया ससूर का लड़का बाबू पिता गट्‌टू डामोर आया और विवाद करने लगा। उसने मेरी बेटी से भी मारपीट की। तभी पति लौट रहा था तो तमेश ने जेठ रमेश के खेत में पति से झगड़ा किया। इस दौरान ईंट उसके सिर पर मार दी। मेघनगर थाना प्रभारी कौशल्या चौहान ने बताया, आरोपी अभी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।



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मरीज ठीक हो घर जाते हैं तो तसल्ली होती है, थांदला रोड की सिमरन इंदौर में कर रही कोरोना मरीजों का इलाज 

इंदौर मेंस्टाफ नर्स के पद पर काम करते हुए सिमरन पाल कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज कर रही है। पीपीई किट में कभी 6 तो कभी 12 घंटे तक कामकरती है।
भास्कर से मोबाइल पर चर्चा में उसने बताया कि अभी मेरी ड्यूटी कोविड केयर सेंटर दि चंद्रकला होटल में है। यहां 28 अप्रैल से पॉजीटिव मरीजों का आना शुरू हो गया। तब से काम की चुनौती और बढ़ गई। मरीजों का इलाज करने के साथ खुद काे संक्रमण से बचाने की बड़ी चुनाैती रहती है, लेकिन इन सबके बीच जो भी मरीज ठीक होकर घर जाता है तो बड़ी तसल्ली मिलती है। यहां से अभी तक 15 मरीज ठीक होकर गए हैं। उनमें दो बहनें भी हैं, जो लगातार मैसेज करती है। उनसे एक रिश्ता बन गया है। सिमरन कहती हैं, किसी की जान बच जाए। इससे बढ़कर कोई काम नहीं।

पीपीई किट पहनने के बाद पानी भी नहीं पी सकते
सिमरन ने बताया कोरोना मरीजों के बीच बिना पीपीई किट पहनकर जाना पड़ता है। कोरोना मरीज के पास जाने से पहले पीपीई किट, एन-95 मास्क, ग्लव्स पहनना पड़ते हैं। किट पहनने के बाद कुछ खाना तो दूर पानी भी नहीं पी सकते हैं। गर्मी में लगातार छह घंटे किट पहनकर काम करना मुश्किल होता है। क्योंकि किट पूरी तरह से टेप से चिपकी होती है। यह एक बार ही उपयोग होती है। सिमरन ने बताया ड्यूटी खत्म करने के बाद हम अपने रूम होटल श्रीनिवास में चले जाते हैं।



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It is comforting when patients go home, and Corona patients doing treatment in Simran Indore of Thandla Road




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एक ही परिवार के चार लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर घर भेजा, टाइफाइड से बच्चे की मौत पर बीएमओ ने ली जानकारी

कुक्षी के लिए शुक्रवार को फिर एक राहत की खबर आई। यहां एक ही परिवार के चार लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके पूर्व इसी परिवार के एक सदस्य की प्रथम जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी व दूसरी बार जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।ये सभी चार सदस्य कुक्षी में संस्थागत क्वारेंटाइन किए गए थे। जब इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई तो एसडीएम बीएस कलेश, तहसीलदार सुनील डावर, बीएमओ डॉ. नरेंद्र पवैया क्वारेंटाइन सेंटर पहुंचे। सदस्याें काे शुभकामनाएं देते हुए घर के लिए रवाना कर अगले 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन रहने को कहा। इस दौरान परिवार के इन सदस्यों ने भी प्रशासन और डॉक्टर्स का शुक्रिया अदा किया। कुक्षी में 27 अप्रैल की रात 12 बजे से लागू कर्फ्यू में एसडीएम कलेश ने ढील देते हुए आवश्यक वस्तुओं की दुकान खोलने की समय सारणी जारी की। इसमें किराना, कृषि संबंधित, दूध डेयरी एक निश्चित समय अवधि के लिए खुली रहेगी। वहीं सब्जी माेहल्लेवार ठेला गाड़ी से बेची जाएगी।

कुुक्षी क्षेत्र के चिकली गांव में एक बच्चे की माैत की सूचना मिलने पर बीएमओ डाॅ. पवैया चिकली पहुंचे। परिवार से जानकारी लेकर संबंधित क्षेत्र के सुपरवाइजर व एएनएम को क्षेत्र का सर्वे करने के निर्देश दिए। बच्चे के पिता ने बताया टाइफाइड हाेने से 15 दिन से बच्चे का जिला अस्पताल आलीराजपुर में उपचार चल रहा था। जहां उपचार के दौरान माैत हुई।


एडीएम शैलेंद्र सिंह सोलंकी ने कुक्षी में गुरुवार शाम को प्रशासनिक अधिकारियो की बैठक स्थानीय बीआरसीसी भवन में ली। आमजनों में कोरोना के भय काे दूर करने के लिए संवाद जरूरी हाेना बताते हुए कहा हमारे अधिकारी शीघ्र ही नगर के प्रति वार्ड, मोहल्ले में जाकर संवाद शुरू करेंगे। नगर में हो रहे सर्वे के साथ स्क्रीनिंग पर बोलते हुए सोलंकी ने कहा शीघ्र स्क्रीनिंग के लिए तापमापी आधुनिक यंत्र की व्यवस्था की जाएगी। प्रवासी मजदूरों के घर वापसी शीघ्र कराने की बात कही। शासकीय अस्पताल में साधारण बीमारियों के उपचार में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। कैम्पस में ही बुखार के उपचार के लिए क्लिनिक स्थापित किया जाएगा। सोलंकी ने कंटेनमेंट एरिया, क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण कर लाेगाें से चर्चा की।


आवाजाही बंद कर गांव के युवा मुख्य मार्गों पर कर रहे गश्त
टवलाई| कोरोना का संक्रमण आसपास के क्षेत्र में बढ़ने से ग्रामीण युवा सक्रिय होकर अपने ग्रामों की रक्षा कर रहे हैं। गांव के युवाओं ने मुख्य मार्ग से आवागमन बंद कर ग्राम में बाहरी व्यक्ति का प्रवेश बंद कर दिया है। खलघाट-मनावर मार्ग के देवलरा-डेडगांव व खेड़ी पहुंच मार्ग जुड़ा हाेने से लाेग आवाजाही करते है। युवाओं ने मार्ग बंद कर दिया है। टवलाई व लुन्हेरा बुजुर्ग व्यापारिक दृष्टि से मुख्य केंद्र है। जाे चाैराहे व मुख्य मार्ग व्यस्ततम रहते थे। वहां लाॅकडाउन के बाद से सन्नाटा है। उमरबन, कलालदा, बंजारी, भीकन्याखेड़ी, रालामंडल एवं आसपास के करीब 40 गांव के लोगों का यहां आना जाना रहता था।



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BMO sent information on the death of a child from typhoid after the report of four people of the same family sent home




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दुकानें खुलने से किसान ट्रैक्टर सुधरवाने पहुंचे, कई व्यापारी गाेदाम से ही बेचने लगे सामान

कोरोना वायरस से अब तक मुक्त राजगढ़ में प्रशासन द्वारा व्यापार व्यवसाय के लिए ढील देने के बाद अब दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है। कई होलसेल किराना व्यापारी नियम विरुद्ध दुकानें खोलकर सामग्री बेच रहे हैं। नियमानुसार किराना दुकान का संचालन सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक होम डिलीवरी के लिए ही किया जा सकता है लेकिन नगर की कई दुकानें शुक्रवार को खुली होकर भीड़ थी। कई थोक किराना व्यापारी गोडाउन से सामग्री बेचते दिखाई दिए। सोशल डिंस्टेंसिंग व मास्क का प्रयोग करते हुए खरीदार दिखाई दिए। नगर की सील की गई सीमा खाेल देने से बेरोकटोक लोग नगर में आ रहे हैं।
इधर सप्ताह में 3 दिन हार्डवेयर, निर्माण सामग्री सहित ऑटो पाट्र्स की दुकानों को खोलने की अनुमति देने से मेकेनिकों के यहां बड़ी संख्या में ट्रैक्टर किसानों द्वारा सुधराने के लिए लाए जा रहे हैं। पुराने इंदौर-अहमदाबाद हाईवे पर यह काम शुरू हाे गया है। हार्डवेयर एवं निर्माण सामग्री संबंधी दुकानें व इलेक्ट्रॉनिक्स सामग्री की दुकानें भी खुली। खेती कार्य के लिए भी किसानों की आवाजाही बढ़ने लगी है। वहीं दूध का सप्लाई घर-घर जाकर करना है परंतु नगर की सभी डेरियां सुबह से खुल रही।

बिक्री नहीं हाेने से खेतों में सड़ गई सब्जियां
इधर किसानों की हालत खराब है। एक माह तक सब्जी का विक्रय नहीं हाेने से खेतों में ही सड़ गई। कई सब्जियों के भाव भी कम हो गए। नींबू बाजार में न के बराबर दिखाई देने से भाव 130 रु. किलो है। जबकि विगत माह नींबूू 40 से 50 रु. किलो बिक रहा था। इधर मप्र ग्रामीण बैंक की प्रदेश भर में स्थित 866 शाखाओं के समस्त कर्मचारियों ने सरकार को सहयोग करते हुए 65 लाख रु. की राशि राहत कोष मेंदी है। इसमें से करीब 47 लाख रु. प्रधानमंत्री राहत कोष में एवं 18 लाख रु. मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए है। कर्मचारियों के 1 दिन के अर्जित अवकाश का नगदीकरण कर राशि राहत कोष में दी।



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Farmers reached the tractor to be improved after the shops opened, many traders started selling goods from Gedam itself.




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सफाई कर्मचारी व हॉस्पिटल स्टाफ पर बरसाए फूल, नगर परिषद कार्यालय प्रांगण में हुआ आयोजन

सेवानिवृत्त बीएमओ डॉ. केडी मंडलाई ने पत्नी की स्मृति में कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया। कर्मचारियों को शाॅल, श्रीफल, मास्क, सैनिटाइजर व मिठाई देकर अभिवादन किया।
नगर परिषद कार्यालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में कोरोना संक्रमण काल में अपनी सेवाएं दे रहे सफाई कर्मचारी, हॉस्पिटल स्टाफ पर शुक्रवार को फूल बरसाते हुए तालियां बजाकर अभिवादन किया। इस दौरान एसडीएम एमएल मालवीय, एसडीओपी बबीता बामनिया, थाना प्रभारी संजय रावत, पूर्व थाना प्रभारी दिनेश शर्मा, सीएमओ लालसिंह राठौर, नप अध्यक्ष मनोहरलाल भटेवरा, उपाध्यक्ष माया सतोगिया, डॉ. गोपाल चोयल, लायंस क्लब अध्यक्ष राजेश जैन, प्रबोद मोदी, पारस कोटड़िया, मनोज जानी, विरेंद्र भट्ट व लायंस क्लब के समस्त सदस्य मौजूद थे। इस दौरान स्व. श्रीमती मंडलोई के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए अपने संक्षिप्त विचार रखे। संचालन लायंस क्लब के सचिव यश रामावत ने किया।



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Flowers showered on sanitation workers and hospital staff, organized in city council office premises




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पंचायत में ज्यादा भीड़ थी इसलिए बैंक और कियाेस्क सेंटर पहुंच गए ग्रामीण, यहां टूट रही साेशल डिस्टेंसिंग

बैंकों व कियोस्क सेंटर्स पर लग रही भीड़ चिंता का विषय बन रही है। भीड़ से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाना बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। स्थिति ये हो रही कि सुबह 6 बजे से ग्रामीण कतार में लग जाते हैं। पंचायत स्तर पर भुगतान की व्यवस्था के बावजूद यहां बैंकों व कियोस्क सेंटर्स पर भीड़ लगना आश्चर्यजनक है।


लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित स्टेट बैंक के कियोस्क पर जबरदस्त भीड़ लगी हुई थी। संचालक जितेंद्र वर्मा ने सबको सोशल डिस्टेंसिंग से खड़ा करवाया हुआ था। यहां ग्रामीण अल सुबह से आना शुरू हो जाते हैं। 7 बजे तक कतार इतनी लंबी हो गई थी कि यह ओसवाल जैन समाज की जमीन तक पहुंच गई। यहां पैसा लेने आई ग्राम ढोलियावड़ की अजरी भाभर ने बताया कि उनके गांव में पंचायत पर पैसा दिया जा रहा है। परंतु वहां भी बहुत ज्यादा भीड़ जमा हो जाती है। इसलिए वो यहां आ गई। यहां डेढ़ घंटे में उसका नंबर आ गया। उधर, मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक पर कतार में लगे ग्राम पंचायत वागलवाट के ग्राम वडलीपाड़ा के भूरा भाई ने बताया पंचायत पर लाइन में लगा था। 3 घंटे में नंबर आया। वहां बैंक वाले ने कहा 2 हजार से ज्यादा रुपए नहीं दे सकता। भूराभाई ने बताया उसके बेटे ने गुजरात से खाते में पैसे डाले हैं। उसे अपने खेत में कुआं बनवाना है। इसलिए वह 14 हजार रुपए निकालने बैंक आया है। ग्राम पंचायत धामनी नाना के ग्राम धामनी नाथू के मरचिया डामोर ने बताया गांव में उनके अंगूठे के निशान नहीं मिले तो वहां पैसे नहीं निकल सके। शाखा प्रबंधक संजय कानूनगो स्वयं ग्रामीणों से उनके नाम नोट कर उन्हें दूर-दूर खड़ा करते नजर आए।


ये है परेशानी
भास्कर काे जानकारी मिली कि पंचायत केंद्र पर भेजे जा रहे कियोस्क वाले उसी बैंक के खाता धारक का भुगतान कर रहे जिस बैंक का कियोस्क है। दूसरी बैंक के खाताधारकों को भुगतान नहीं कर रहे। वजह ये बताई जा रही कि सर्वर बहुत धीमा चलता है। कई बार बिना भुगतान के भी खाते में से पेमेंट कट जाता है। यह पैसा वापस मिलने में 8 से 10 दिन लग जाते हैं। ऐसे में ग्रामीण कियोस्क वाले पर पैसा खा जाने का आरोप लगाते हुए विवाद करते हैं। गांव में अक्सर बिजली गुल हो जाती है। नेट कनेक्टिविटी भी बेहद कमजोर रहती। साथ ही सुरक्षा के दृष्टिकोण से बीसी अपने साथ ज्यादा नगदी ले जाने की जोखिम भी नहीं उठाते। कई ग्रामीण गांव में पैसा निकाल लेने के बाद दूसरी बार बैंक पहुंच रहे।



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The panchayat was overcrowded, so the villagers reached the bank and the Kiaresk center, the regional distancing here




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गुजरात से आए राणापुर क्षेत्र के मजदूर, रैपिड रिस्पांस टीम ने सीमा पर पहुंचकर किया स्वास्थ्य परीक्षण

गुजरात से आ रहे मजदूरों के क्षेत्र में प्रवेश की सूचना मिलते ही रैपिड रिस्पांस टीम ने सीमा पर पहुंचकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया। 66 मजदूर व बच्चे गुजरात के गोंडल शहर से वापस लौट रहे थे। इसमें आलीराजपुर जिले के भी लोग थे।
तहसीलदार रविंद्रसिंह चौहान ने बीएमओ डॉ. जीएस चौहान को सूचना दी थी कि गोंडल (गुजरात) से मजदूर गड़वाड़ा की सीमा पर पहुंचे हैं। उनका स्वास्थ्य परीक्षण करना है। आरबीएसके एमओ डॉ. लोकेश दवे, डॉ. अरविंद सेमलिया को लेकर बॉर्डर पर पहुंचे तो पता चला कि कुछ मजदूर अालीराजपुर जिले के भी हैं। दोनों जिलों के लोगों का थर्मल स्कैनर के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण किया। साथ ही समझाइश दी गई कि अगले 14 दिन अपने घर पर ही अलग रहना है। चेहरे पर मास्क लगा कर रखना है, सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। यदि इस दौरान सर्दी, खांसी, गले मे दर्द, बुखार या सांस लेने में समस्या जैसे लक्षण मिलते हैं तो तुरंत ही सरकारी अस्पताल में जाकर जांच करवाना है। इसके बाद उन्हेंस्वास्थ्य प्रमाण पत्र देकर गंतव्य की ओर रवाना किया।



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Rapid response team from Ranapur area laborers from Gujarat reached the border and performed health tests




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कोविड काल में महिलाओं को मिला स्वरोजगार, महिलाओं ने 1400 मास्क नपा को दिए, खाते में सीधे होगा भुगतान

कोरोना वायरस महामारी संक्रमण से सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास निगम के अंतर्गत महिलाओं को घर बैठे रोजगार उपलब्ध करने के उद्देश्य से जीवन शक्ति योजना चलाई जा रही है। इसके तहत नगरीय क्षेत्र की महिलाओं को काॅटन मास्क तैयार करना है जो कि निश्चित मापदंड डबल लेयर ट्रिपल फोल्ड होगा। जीवन शक्ति योजना अंतर्गत आलीराजपुर की 25 महिलाओं ने पंजीयन कराया था। इन महिलाओं को शासन ने 200-200 नग मास्क बनाये जाने का कार्य दिया।

योजना के तहत 7 महिलाओं ने कार्य पूर्ण कर 1400 मास्क नपा अध्यक्ष सेना पटेल, उपाध्यक्ष संतोष परवाल एवं सीएमओ संतोष चौहान की उपस्थिति में नपा कार्यालय को सौंपे। महिलाओं को 11 रुपए प्रति मास्क की दर से शासन द्वारा सीधे उनके खाते में भुगतान कर दिया जाएगा। योजना में नपा द्वारा क्रय किए गए मास्क को किसी भी व्यक्तिगत, शासकीय/अशासकीय संस्थाओं द्वारा 11 रुपए प्रति दर से क्रय किया जा सकेगा। स्थानीय पर्यावरण सहयोग संस्था के अध्यक्ष दीपक दीक्षित द्वारा 200 मास्क क्रय कर लिए गए। इस अवसर पर अध्यक्ष सेना पटेल ने अधिक से अधिक महिलाओं से आग्रह किया की वे इस अवसर का लाभ उठाकर परिश्रम से आजीविका प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनें। साथ ही वे महिलाएं जिन्होंने मास्क बनाया है उनके कार्य को भी उन्होंने सराहा।

उपाध्यक्ष परवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री की इस योजना से कोरोना काल में कई महिलाओं को स्वरोजगार का अवसर मिला है तथा उनके जीवन यापन के लिए आय का नया जरिया प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर नपा के सुनील कापड़िया, सवेसिंह चौहान, सुनीता बघेल, अभिषेक वर्मा व अभिषेक शर्मा कोविड 19 के नियमों का पालन एवं सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए उपस्थित रहे।



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Women got self-employment in Kovid period, women gave 1400 masks to NAPA, payment will be directly in the account




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जनशिक्षक के घर से 100 मीटर छोड़कर मिली 3 घंटे की छूट, जरूरी सामान खरीद सकेंगे रहवासी

जिले में पहला पॉजिटिव मरीज उदयगढ़ में मिलने के बाद पूरे गांव को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर दिया गया था। जिले में कर्फ्यू खत्म होने के बाद कंटेनेमेंट एरिया उदयगढ़ और चंद्रशेखर आजाद नगर को छोड़ कर सभी जगह आवश्यक सामान की खरीदारी के लिए सुबह 7 से 12 बजे तक की छूट दी गई है। लेकिन कंटेनेमेंट एरिया में लोग इन चीजों के परेशान हो रहे थे। यहां बैंक बंद होने से भी ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन अब पहले पॉजिटिव जनशिक्षक की सारी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद दो अन्य लोगों की रिपोर्ट भी निगेटिव आ चुकी है। जिसके बाद उदयगढ़ में 3 घंटे की छूट दे दी गई हैं। जिससे लोगों को काफी राहत मिली है।
हांलाकि अभी ये छूट जनशिक्षक के घर के पास 100 मीटर के दायरे में आने वाले लोगों को नहीं दी गई है। यहां अभी लोग क्वोंरेंटाइन है। जिनकी जरूरत की सारी व्यवस्था प्रशासन होम डिलवरी के माध्यम से पूरी करवा रहा है। बीएमओ डॉ. अमित दलाल के अनुसार ये लोग भी अपना 21 दिन का क्वोंरेटाइन कर चुके हैं। 6 दिन के बाद सभी का समय पूरा होने पर उन्हें भी छूट दे दी जाएगी।


लोग बोले-घर में रहकर तंग आ चुके थे
क्षेत्र में अब तक प्रशासन होम डिलवरी तो कर रहा था। लेकिन 15 अप्रैल के बाद से बैंक ऑफ बड़ौदा, ग्रामीण बैंक आदि भी बंद होने के कारण लोगों के पास रुपयों की परेशानी आ रही थी। अब बैंक खुलने से लोग अपने खातों में आए रुपयों का उपयोग कर जरूरी सामान स्वयं खरीद पा रहे हैं। लोगों ने कहा कि इतने दिन घरों में रहकर तंग आ चुके थे। भूल ही गए थे कि बाहर की दुनिया कैसी है। अब घरों से बाहर निकलने का मौका मिला है। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि हमें घरों में रहना जरूरी भी था। यदि बीमारी फैल जाती तो बुरे हालात हो जाते। सभी ने क्वारेंटाइन व स्वास्थ विभाग के निर्देशों का पालन किया जिससे आज हमें ये छूट मिल पाई है।



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पहले लाेगाें काे रुलाया, अब किसानाें की आंखें नम कर रहा खेतों में लगा प्याज

लाॅकडाउन के चलते पहले जाे प्याज की फसल किसानाें के लिए लाभ का साैदा मानी जा रही थी, वह इस बार भारी नुकसानी का सबब बन गई है। चंद महीने पहले जाे प्याज ऊंचे भाव के चलते लाेगाें काे रूला रहा था, वह अब उत्पादक किसानाें की आंखें नम कर रहा है। उन्हें इसकी लागत की राशि के भाव तक नहीं मिल पा रहे हैं। इस बार उसे प्याज की फसल से पिछले साल से 50 फीसदी कम कीमत मिल पा रही है, वह भी किस्म के अनुसार।
क्षेत्र के ग्राम खंडवा सहित आसपास के कई गांवाें में इस बार किसानाें ने प्याज के भाव ऊंचे मिलने की अाशा से ज्यादा मात्रा में फसल बाेई थी। चंद महीने पहले माैसमी गड़बड़ी के चलते प्याज की खुदरा कीमत 40 से 60 रुपए किलाे तक पहुंच गई थी। वर्तमान में उसके भाव 30 रुपए प्रति किलाे तक किस्म अनुसार चल रहे थे। इसे ध्यान में रख किसानाें ने अधिक पैदावार के लिए इसकी बाेवनी की थी। किसानाें के अनुसा प्याज की खेती में जो खर्च आता है एक बीघा के हिसाब से 30 हजार रुपए हाेता है। इस एक बीघा में 200 कट्टे प्याज का उत्पादन हाेता है। इस बार उत्पादन बेहतर हुअा है, लेकिन व्यापारी इसे थाेक में 5-6 रुपए किस्म के अनुसार खरीद रहे हैं।

इसमें किसान की लागत भी नहीं निकल पा रही है। किसानों का कहना है इस लाॅकडाउन में सरकार ने शराब की दुकानें खोल दीं, लेकिन किसानों के लिए कुछ नहीं सोचा है। ग्राम खंडवा के विजय चौधरी ने बताया किसान गुरु पटेल, मिथुन चौधरी, देवकरण चौधरी,राहुल चौधरी, इन सभी ने प्याज की उपज के लिए अपने खेत में प्याज लगाई थी। जिसका भारी नुकसान इन्हें झेलना पड़ा है।

आसपास के गोद गांव, पांजरिया, कमदपुर, कुंवरसी में किसानाें को प्याज की खेती मेंं भारी नुकसान हाेने की अाशंका है। वर्तमान में दूध उत्पादक किसानों का दूध नहीं लिया जा रहा है। हरी सब्जियां फेंकी जा रही है। खेतों में प्याज सड़ रही है। किसान मौन है, तो व्यापारी इनकी फसल का फायदा उठा रहे हैं। यही नहीं, गेहूं 2000 रुपए क्विंटल बिकने का था।

इसे व्यापारी 1600 रुपए क्विंटल के हिसाब से ले रहे हैं। सोसायटियाें में चार से पांच दिनाें में नंबर आ रहा है। किसानाें के अनुसार पिछले साल एक बीघा के प्याज 12 से 15 रूपए किलो तक बिके थे। एक बीघा का प्याज डेढ़ लाख रुपए का पड़ जाता था। इस बार 40 से 50 हजार लगभग पड़ रहा है। प्याज रखने के लिए किसानों के पास जगह नहीं है, गर्मी बहुत पड़ रही है इस वजह से प्याज सड़ जाते हैं।

धार के हॉर्टीकल्चर डिप्टी डायरेक्टर ने बताया प्याज संग्रहण के लिए हम पौने दो लाख प्रति 50 हजार मैट्रिक टन पर देते हैं। अभी मेरे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है। यदि आती है, तो पटवारी और हमारी विभाग से जाकर पूरा मौके का निरीक्षण करवाया जाएगा।



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First we will cry, now the onion planted in the fields is moistening the eyes of the farmers




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गड्ढे में गिरने से श्रमिक परिवार के दाे बच्चाें सहित चार लाेग घायल, उपचार के लिए डाॅक्टर नहीं मिले

आटाे टेस्टिंग ट्रैक क्षेत्र से आ रहे श्रमिक परिवार दंपती के साथ ही उनके दाे बच्चे गड्ढे में गिरकर घायल हाे गए। श्रमिक परिवार में शामिल पप्पू व उसकी पत्नी सुगना, दाे साल व सात की बालिकाएं शुक्रवार देर शाम ग्राम कुंजरोद की ओर से पीथमपुर के बांडी खाली के लिए निकले। इस दाैरान सागाैर के पास ऑटो टेस्टिंग ट्रैक क्षेत्र स्थित एक गड्ढे में गिर गए। इससे चाराें काे चाेटें आईं, वहीं उनमें शामिल दाे साल की बच्ची हनसु काे मुंह, सिर पर और गर्दन में काफी चोट आई। इसकी जानकारी मिलते ही सागौर के बबलू गौर लोगों के साथ माैके पहुंचे व सागाैर के शासकीय अस्पताल लेकर आए। यहां करीब एक घंटे तक कोई भी डॉक्टर या नर्स माैजूद नहीं थे। गौर ने सागाैर थाने पर संपर्क कर वहां से एक गाड़ी सब इंस्पेक्टर के साथ मंगवाई। उससे चाराें घायलाें काे डाक बंगला के स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए ले जाया गया। महिला को 6 टांके आए और दाे साल की बच्ची की हालत गंभीर है।



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बैंक में पैसा जमा करने जा रहे मैनेजर काे बाइक सवाराें ने राेककर लूट ली 2.90 लाख रुपए की सिल्लक

क्षेत्र के छड़ाैदा निवासी पेट्राेल पंप के मैनेजर के साथ गत दिवस लूट की बड़ी घटना हाे गई। वह ग्राम गिराेता के आगे स्थित एक पंप से सिल्लक लेकर बैंक में जमा करने जा रहा था। इस दाैरान बीच रास्ते में दाे बाइक सवार बदमाशाें ने उसे रास्ता पूछने के बहाने राेका और आंखाें में मिर्ची झाेंककर 2.90 लाख रूपयाें से भरा बैग लूटकर फरार हाे गए।

यह घटना ग्राम छड़ाैदा निवासी भगवतीप्रसाद पिता निर्भयसिंह नागर के साथ हुई। वह गिराेता स्थित जय अंबे पेट्रोल पंप मैनेजर पद पर कार्यरत है। राेज की तरह वह गत दिवस छडोदा से गिरोता पंप के लिए निकला। वहां से दाेपहर एक बजे करीब पंप की सिल्लक के 2.90 लाख रुपए से भरा बैग लेकर चंद्रावतीगंज स्थित यूको बैंक में उक्त राशि जमा कराने को निकला। इसी दौरान पारदाखेड़ा से अजनारा मार्ग के बीच बाइक पर सवार दो बदमाशों ने रास्ता पूछने के बहाने भगवती की गाड़ी रुकवाई। इसी दौरान पीछे बैठे एक बदमाश ने भगवती की आंख में मिर्ची झोंक दी और रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। वह अपनी आंखें साफ करता उससे पहले ही लुटेरे भाग चुके थे। भगवती ने तुरंत घटना की जानकारी भेरूगढ़ थाना उज्जैन को दी। वहां के थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और छानबीन में जुटे। रात तक सीएसपी अश्विनी नेगी व अन्य पुलिस अधिकारी भी मौके उपस्थित थे। उन्हाेंने माैके पर पूरी घटना के बारे में जानकारी ली। लॉकडाउन में दिनदहाड़े इतनी बड़ी लूट का यह पहला मामला है। घटना के बाद आसपास के थानों को भी अलर्ट कर दिया गया है।


जगह-जगह तलाश शुरू कर दी गई है...
उज्जैन सीएसपी नेगी ने बताया डाॅयल 100 पर लूट की जानकारी मिली थी। दो बदमाशों ने आंखों मिर्ची फेंक कर पेट्राेल पंप मैनेजर से रुपयों से भरा बैग लूटा था। पुलिस की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की गई है। क्षेत्र में चेकिंग व जगह-जगह तलाश भी की जा रही है। फरियादी व अन्य लाेगाें से पूछताछ जारी है। जल्द ही मामले का खुलासा होगा।



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The biker of the manager who is going to deposit money in the bank robbed him of Rs 2.90 lakh




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काेराेना से तीन दिन में तीसरी माैत, इंदाैर में भर्ती बुजुर्ग महिला ने दम ताेड़ा, अब तक 13 की मौत

शहर में काेराेना से लगातार तीसरे दिन कोरोना से तीसरी माैत हो गई। शुक्रवार दाेपहर इंदाैर के रेड जाेन अस्पताल में इलाज करवा रहीं संगीत माेहल्ला निवासी बुजुर्ग महिला मणिकबाई की भी माैत हाे गई। इसके बाद शहर में कोरोना से माैत का अांकड़ा 13 पहुंच गया है। अच्छी बात यह है कि फिलहाल किसी की भी रिपोर्ट पाॅजिटिव नहीं आई है। संक्रमिताें का आंकड़ा 79 पर ही सीमित है।

शहर में शुक्रवार काे 11 सैंपलाें की रिपाेर्ट आई। इसमें राहत यह है कि सभी की रिपाेर्ट निगेटिव रही। इसी के चलते दिनभर जहां प्रशासनिक अधिकारी राहत महसूस कर रहे थे, वहीं दाेपहर में संगीत माेहल्ला निवासी अग्रवाल परिवार की बुजुर्ग महिला की माैत की सूचना ने प्रशासन काे फिर से चिंता में डाल दिया। मृत महिला के परिजन क्वारेंटाइन सेंटर में हाेने से उन्हें प्रशासन ने अंतिम संस्कार में इंदौर जाने की अनुमति नहीं दी। इसके चलते इंदाैर में रह रहे परिजन ने ही अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की। वहीं इसके पहले बुधवार व गुरुवार काे दाे दिन में कनाेजिया परिवार के पिता व पुत्र की भी इंदाैर में उपचार के दाैरान माैत हाे चुकी है।

वर्तमान परिस्थिति में यह जरूरी

व्यापारी नाेट भी कर रहे सैनिटाइज, फिर सुखाने के बाद ही उपयाेग कर रहेशहर के व्यापारी, मेडिकल दुकान संचालक भी बहुत ज्यादा सतर्कता बरत रहे हैं। यह सभी वर्ग के लाेग ग्राहक से मिलने वाले रुपए काे पहले चिमटे के सहारे एक ट्रे में सैनिटाइज कर रहे हैं। उसके बाद चिमटे से ही उस नाेट काे उठाकर सुखा रहे हैं। इसके बाद जब नाेट पूरी तरह सूख रहा है, फिर उसका उपयाेग कर रहे हैं।

कैंट सफाईकर्मी संक्रमित होने के बाद, सफाईकर्मियाें की स्क्रीनिंग की गई
यादव माेहल्ला में रहने वाले कैंट के सैनेटरी सुपरिंटेंडेंट मनीष अग्रवाल ने बताया ड्रीमलैंड चाैराहा पर करीब 30 ऐसे सफाईकर्मियाें की स्क्रीनिंग करवाई गई है जाे संक्रमित युवक के साथ वाले सैन्य इलाके में सफाई कर रहे थे। इन सभी सफाईकर्मियाें का तापमान व ऑक्साेमीटर जांच सही मिली। वहीं अब शनिवार काे भी सफाईकर्मियाें की स्क्रीनिंग का कार्य किया जाएगा। साथ ही इन्हें समझाइश दी जा रही है कि कोई भी बीमारी हो तो कोताही न बरतें। समय पर जानकारी दें ताकि जो भी संभव हो सके इलाज किया जा सके।



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Third death in three days from Caraina




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पकड़े वाहन छुड़वाने के लिए लगी रही कतार, 50 से ज्यादा वाहन छाेड़े

डेढ़ महीने से जारी लाॅकडाउन के दाैरान पुलिस व प्रशासन ने उल्लंघन करने वाले वाहन चालकाें के वाहन जब्त करने की कार्रवाई की थी। शुक्रवार काे पुलिस ने इन वाहनाें काे छाेड़ने की प्रक्रिया शुरू की। वाहन छूटने की जानकारी मिलते ही सुबह से ही काेतवाली थाना परिसर में वाहन चालकाें की कतार लग गई। पुलिस ने साेशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कतार लगवाई।

काेतवाली थाना प्रभारी अभय नेमा ने बताया कि शुक्रवार से वाहन छाेड़ने की शुरुआत की है। इसमें पहले चरण में जिन वाहनों को जब्त किए 15 दिन हो गए हैं, उन्हें छाेड़ा जा रहा है। शुक्रवार सुबह 10 बजे से देर दाेपहर तक करीब पांच घंटे चली प्रक्रिया के दाैरान 50 से ज्यादा वाहन चालकाें के दाेपहिया व चारपहिया छाेड़े गए हैं। इनमें वाहन चालक काे वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर, स्वयं का आईडी प्रूफ देना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया अब सतत जारी रहेगी।
सैकड़ाें चाबियाें के बीच ढूंढी अपने वाहन की चाबी
थाने पर दस्तावेज सही पाए जाने के बाद वाहन चालक काे अपने वाहन ले जाने की अनुमति मिली। उसके बाद सबसे ज्यादा परेशानी चालक काे अपने वाहन की चाबी ढूंढने में आई, क्याेंकि सारे वाहनाें की चाबियां एक टब में रखी हुई हैं। इसी में से उन्हें अपने वाहन की चाबी ढूंढकर निकालना पड़ रही है।



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More than 50 vehicles rushed to check the vehicles caught in the lockdown




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डाॅक्टराें ने हिम्मत दी, साेच सकारात्मक रखी तब कोरोना को हरा सका

काेराेना काे मात देकर घर लाैटे क्विंस पार्क काॅलाेनी निवासी नवीन जाेशी ने खुद काे पूरी तरह बदल लिया है। स्वस्थ हाेने के बाद भी पत्नी, बच्चाें से दूरी बनाकर एक अलग कमरे में खुद काे क्वारेंटाइन किए हुए है। नवीन राेज सुबह 5 बजे उठ जाते हैं। याेगा, व्यायाम करते हैं। खाने में भी हरी ताजी सब्जियां और हेल्दी फूड लेते हैं। घर में ही टहल लेते हैं। राेग-प्रतिराेधक क्षमता बढ़ाने के लिए नवीन ये सब कर रहे। ताकि भविष्य में काेराेना क्या काेई भी बीमारी उन्हें नहीं जकड़े।
नवीन ने बताया 11 अप्रैल काे उनका स्वास्थ्य बिगड़ा था। हाथ-पैर दर्द कर रहे थे। इस पर वे जिला अस्पताल गए। वहां डाॅक्टरोंने दवाई दी। फिर 12 अप्रैल काे टीम भेजकर उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर भेजा। 14 काे सैंपल भेजा गया। 17 अप्रैल काे रिपाेर्ट पाॅजिटिव आने के बाद उन्हें आइसाेलेशन सेंटर महाजन अस्पताल रैफर किया गया। यहां करीब 15 दिन इलाज चला। 28 अप्रैल काे जब उनकी रिपाेर्ट निगेटिव आई वाे पल नवीन के लिए बेहद सुखद था। क्याेंकि काेराेना से जीतने के बाद उन्हें एक नई जिंदगी मिली। स्वस्थ हाेने की जितनी खुशी नवीन काे है। उससे दाेगुनी खुशी नवीन के तीनाें बच्चे हनी, दिव्या व अनुशा काे भी है। क्याेंकि उनके पिता ने काेराेना काे हराया है।

दवाई लाे, अच्छा साेचाे और चिंता मुक्त रहाे
नवीन बताते है कि 15 दिन आइसाेलेट रहने के दाैरान उन्हें किसी चीज की कमी महसूस नहीं हाेने दी गई। समय पर दवाई और भाेजन लेकर तन तंदुरुस्त किया। सकारात्मक साेच और चिंता मुक्त रहने का डाॅक्टर का मूलमंत्र अपनाकर मन भी स्वस्थ्य किया। इसीलिए आज मैं काेराेना विजेता हूं। काेराेना काे हल्के में लेकर जाे लाेग बेवजह घराें से बाहर निकल रहे हैं। उनसे मेरा यही कहना है कि वे सिर्फ घर में रहे, साेशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, मास्क लगाएं, समय-समय पर हाथाें काे सैनेटाइज करते रहें। काेराेनाे से बचने का अभी सिर्फ यही इलाज है। शारीरिक तकलीफ हाेने पर तुरंत डाॅक्टर काे बताए। उन्हें पूरी जानकारी दें।



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पाॅजिटिव मरीज के परिवार की एक और महिला संक्रमित, धामनाेद-धरमपुरी में हाईरिस्क के 21 लाेग चिह्नित किए

धार में एक और महिला संक्रमित पाई गई है। गुरुवार की रात में आई रिपाेर्ट में डेहरी की महिला काे संक्रमण की पुष्टि हुई है। हालांकि डेहरी की यह महिला पहले से क्वारेंटाइन में है। धार में अब पाॅजिटिव मरीजाें की संख्या 79 हाे गई है। शुक्रवार काे धार से 6 लाेगाें के रिपीट सैंपल भेजे गए हैं, इनमें आइसाेलेशन सेंटर महाजन अस्पताल में भर्ती छह लाेग शामिल हैं। इधर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 34 लाेगाें की स्क्रीनिंग की। इधर जिला अस्पताल में प्रसूति के लिए आई महिला के ऑपरेशन के लिए पैसे मांगने मामला भी सामने आया है। सिविल सर्जन ने जांच दल गठित किया है।


30 सैंपल भेजे हैं 6 रिपीट सैंपल भी, 34 लाेगाें की स्क्रीनिंग की
डाॅ. अनिल वर्मा के अनुसार शुक्रवार काे 30 सैंपल भेजे गए हैं। इसमें आइसाेलेशन सेंटर में भर्ती 6 लाेगाें के रिपीट सैंपल भी लिए गए हैं। इधर जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डाॅ. संजय भंडारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जेतपुरा में स्क्रीनिंग की। यहां 34 लाेगाें के स्वास्थ्य की जांच की गई है। सभी नार्मल पाए गए।

रिपोर्ट देरी से आने के कारण लाेगाें काे अधिक समय तक क्वारेंटाइन सेंटर में ही रहना पड़ा
कुक्षी के पाॅजिटिव पाए गए परिवार के चार लाेगाें की निगेटिव रिपाेर्ट 2 मई काे आ गई थी, लेकिन इसका पता रिपाेर्ट देरी से मिलने के कारण शुक्रवार 8 मई को चला। रिपोर्ट देरी से आने के कारण लाेगाें काे अधिक समय तक क्वारेंटाइन सेंटर में ही रहना पड़ा। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद एसडीएम बीएस कलेश, तहसीलदार सुनील डावर, बीएमओ डॉ. नरेंद्र पवैया क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचे। निगेटिव रिपाेर्ट आने पर उन्हें डिस्चार्ज किया। अब इन्हे अगले 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन रहना होगा। सिविल सर्जन डाॅ. अनिल वर्मा के अनुसार कुक्षी के पाॅजिटिव पाए गए युवक का स्वस्थ भी अब ठीक है। उसकी दूसरी जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है।

सीजर ऑपरेशन के बदले में मांगे पैसे, हाेगी जांच
जिला अस्पताल में गुरुवार की रात में एक रेवाबाई नाम की महिला काे जिले के गांव से प्रसूति के लिए लाया गया था। महिला के सीजर ऑपरेशन के लिए पैसे मांगने की शिकायत सिविल सर्जन काे की गई। मामले में सिविल सर्जन डाॅ. अनिल वर्मा का कहना है कि सूचना मिली थी कि मैटरनिटी विभाग में किसी ने पैसे लिए हैं। जांच दल गठित किया है। गुरुवार की रात में महिला का सीजर कर प्रसूति कराई गई है। अस्पताल में सभी जगह पर पाेस्टर भी लगवाए जा रहे हैं कि काेई किसी काे पैसे न दें यदि काेई पैसे मांगता है ताे सिविल सर्जन काे बताएं।





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Another woman in the family of a positive patient was infected, marked 21 lags of hirsch in Dhamnade-Dharampuri




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घर बैठकर वाट्सएप पर आदिवासी बच्चाें का पढ़ा रहे अतिथि शिक्षकाें काे अप्रैल का मानदेय नहीं मिला

तीनाें वर्ग के जिले के 2900 अतिथि शिक्षकाें का मानदेय अटका आदिवासी विकास विभाग के अधीन शासकीय स्कूलाें में कार्यरत अतिथि शिक्षकाें काे अप्रैल का मानदेय नहीं मिला है। जिससे करीब 2900 अतिथि शिक्षकाें के सामने घर चलाने का संकट खड़ा हाे गया है।हालांकि शिक्षा विभाग के अधीन आने वाले बदनावर तहसील के सरकारी स्कूलाें के अतिथि शिक्षकाें काे मानदेय मिल चुका है। शुक्रवार काे संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ ने आदिवासी विकास विभाग के संयुक्त संचालक ब्रजेशचंद्र पांडे काे पत्र लिखकर वेतन नहीं मिलने की बात से अवगत कराया है।

वार्षिक परीक्षाओं से पहले अतिथि शिक्षकाें की सेवाएं समाप्त कर दी जाती हैं। मगर इस बार लाॅकडाउन की वजह से शिक्षा विभाग के काफी काम प्रभावित हुए। इसे देखते हुए लाेक शिक्षण संचनालय व आदिवासी विकास आयुक्त ने अतिथि शिक्षकाें की सेवाएं 30 अप्रैल तका बढ़ाने का आदेश जारी किया। लाॅकडाउन में घर बैठे बच्चाें काे शासन ने हाेम एजुकेशन के आदेश जारी किए। इसमें परमारनेंट शिक्षकाें के साथ अतिथि शिक्षक भी वाट्सएप ग्रुप पर बच्चाें काे पढ़ाने में जुटे हैं, लेकिन मानदेय नहीं मिलने से अतिथि शिक्षकाें का मनाेबल कमजाेर हाे रहा है।

वर्ग अनुसार मिलता है अतिथि शिक्षकों को वेतन
वर्ग एक के अतिथि शिक्षक काे 9 हजार, वर्ग दाे के अतिथि शिक्षक काे 7 हजार व वर्ग तीन के अतिथि शिक्षक का 5 हजार रुपए मिलते हैं। मगर मई के आठ दिन बीतने के बावजूद तीनाें वर्गाें के अतिथि शिक्षकाें काे मानदेय का भुगतान नहीं हुआ। आदिवासी विकास विभाग के अधीन आने वाले जिले के करीब 100 संकुल में अतिथि शिक्षक पदस्थ हैं। अतिथि शिक्षक दीपक राव चाैहान, पंकज शर्मा, कमलसिंह चाैधरी ने बताया लाॅकडाउन की वजह से सबकुछ ठप्प पड़ा है। काेई दूसरा काम भी नहीं कि उससे गुजारा कर लें। वहीं दीपक यादव, अशाेक कुमार पुराेहित ने कहा शिक्षा विभाग के अतिथि शिक्षकाें काे मानदेय मिल चुका है, फिर उनका मानदेय क्याें अटका रखा है। अतिथि शिक्षकाें ने मांग की है कि जल्द से जल्द उन्हें मानदेय का भुगतान किया जाए।



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14 दिन में 50 मरीजाें काे ऑपरेशन के लिए बेहाेश करने वाले कुलकर्णी नर्सिंग हाेम के संचालक डाॅक्टर काे काेराेना

शहर के कुलकर्णी नर्सिंग हाेम के संचालक डाॅक्टर की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। वे जिले के पहले डाॅक्टर हैं, जाे काेराेना की चपेट में आ गए हैं। 57 वर्षीय डाॅक्टर शहर के कई अस्पतालाें में ऑपरेशन के लिए मरीज काे बेहाेश करने के लिए एनेस्थिसिया देने जाते थे। पिछले 14 दिन में 50 मरीजाें काे उन्हाेंने एनेस्थिसिया दिया है।उनके अलावा वासुदेवपुरा की 27 साल की एक युवती की रिपाेर्ट भी काेराेना पाॅजिटिव आई है। इन दाे काे मिलाकर जिले में अब कुल मरीजाें की संख्या 34 हाे गई है। 7 की माैत हाे चुकी है, 13 ठीक हाे गए हैं। 14 मरीजाें का इलाज चल रहा है। शुक्रवार काे 39 लाेगाें के सैंपल की रिपाेर्ट आई। बाकी 37 की रिपाेर्ट निगेटिव आई हैं।

तीन दिन से बार-बार बुखार और हल्की सर्दी हाेने पर एनेस्थेटिस्ट ने खुद सैंपल दिया था। अस्पतालाें में काम करना भी बंद कर दिया। शुक्रवार काे 39 लाेगाें की जांच रिपाेर्ट आई, जिसमें वे पाॅजिटिव आए। डाॅक्टर काे पूर्व में वेट लिफ्टिंग में गाेल्ड मेडल मिल चुका है और वे घर में राेजाना एक्सरसाइज भी करते हैं। माना जा रहा है कि उनकी राेग प्रतिराेधक क्षमता अच्छी हाेगी। रिपाेर्ट पाॅजिटिव आने के बाद उन्हें अमलतास हाॅस्पिटल में भर्ती किया है। इधर, वासुदेवपुरा में रहने वाली 27 साल की युवती की तबीयत खराब हाेने पर तीन दिन पहले जिला अस्पताल की ओपीडी में दिखाने गई, उनकी रिपाेर्ट भी पाॅजिटिव आई है। रैपिड रिस्पांस टीम ने युवती और उनकी मां का स्वास्थ्य खराब हाेने पर अमलतास रैफर कर दिया। युवती लाॅकडाउन से पहले इंदाैर में प्रायवेट कंपनी में काम करती थी। दाे भाइयाें का संयुक्त 23 सदस्याें का परिवार एक साथ रहता है और माेहल्ले में ही किराना दुकान संचालित करते हैं। युवती काे ले जाने के बाद पुलिस ने वासुदेवपुरा क्षेत्र काे सील कर लाेगाें का आना-जना बंद कर दिया है। शाम काे फिर रैपिड रिस्पांस टीम वासुदेवपुरा पहुंची और सभी सदस्याें काे क्वारेंटाइन के लिए ले जाया गया। जिले में अब तक कुल 34 पाॅजिटिव मरीज दर्ज हाे चुके हैं, जिसमें से 7 की मृत्यु और 13 अच्छे हाेकर घर जा चुके हैं।

डाॅक्टर की कांटेक्ट हिस्ट्री लंबी, ओटी के स्टाफ और मरीजाें का पता निकाल कर जांच के लिए पहुंचेगी टीम
डाॅक्टर स्वयं के नर्सिंग हाेम सहित 7 अन्य अस्पताल और नर्सिंग हाेम में बतौर एनेस्थेटिस्ट जाते हैं। ऑपरेशन थियेटर से ऑपरेशन खत्म हाेने पर लाैटते हैं। उनके संपर्क में ओटी का स्टाफ रहता है। हालांकि डाॅक्टर सावधानी बरतते हुए गलब्स और चेहरे पर मास्क लगाकर ही रखते और ओटी स्टाफ से दूरी बनाकर रखते थे। उन्हाेंने 14 दिन में 50 से भी अधिक इमरजेंसी मरीजाें काे एनस्थीसिया दिया था। इस तरह से वह मरीज के अलावा स्टाॅफ के संपर्क में आए और स्वयं के नर्सिंग हाेम के स्टाॅफ से भी संपर्क में रहते थे। मरीजाें के भी संपर्क में आए। इस तरह से डाॅक्टर की कांटेक्ट हिस्ट्री काफी लंबी बन रही है। जिला अस्पताल की टीम ने फिलहाल सभी नर्सिंग हाेम के ओटी कर्मचारियाें के सैंपल लेना शुरू कर दिए हैं। इसके बाद संबंधित मरीज का पता निकाल उन तक टीम पहुंचेगी। टीम ने डाॅक्टर की पत्नी जाे खुद डाॅक्टर हैं उनका व दो बच्चों के सैंपल लिए हैं।

डाॅक्टर ने कहा- पता नहीं कहां से संक्रमित हुआ, तबीयत बिगड़ने के बाद नहीं किया इलाज
पता नहीं मैं कहां से संक्रमित हुआ। इमरजेंसी ऑपरेशन के लिए काॅल आने पर पीछे के रास्ते से अपनी कार स्वयं चलाकर अस्पताल तक जाता था। किसी के संपर्क में नहीं आता था। प्रशासन का निर्देश भी था कि आपकाे काम बंद नहीं करना है। मैं इमरजेंसी ऑपरेशन की सूचना आने पर ही जाता था। बुखार और हल्की सर्दी हाेने पर शंका हुई ताे अस्पतालाें में जाना बंद कर दिया था। स्वास्थ्य खराब हाेने पर स्वयं उपचार नहीं करते हुए एक्सपर्ट से बात की ताे उन्हाेंने टेस्ट का बाेला और मैंने सैंपल दे दिए। उसके बाद स्वयं तीन दिन से हाेम आइसाेलेशन में था। मेरे नर्सिंग हाेम में भी किसी कर्मचारी काे भी लक्षण नहीं दिख रहे हैं। अमलतास में भर्ती हूं और एक दम सही हूं। मुझे और अच्छा महसूस हाेगा, यदि मुझसे जुड़े सभी लाेगाें की रिपाेर्ट निगेटिव आ जाए। मैं अस्पताल से पूर्ण रूप से स्वस्थ हाेकर लाैटा ताे फिर फील्ड में पूरी सावधानी के साथ काम करूंगा।



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Indore Dewas Coronavirus News Today Latest Update | Kulkarni Nursing Home Doctor Corona Test Report Positive In Madhya Pradesh Dewas




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मुस्कुराहट बरकरार... 41 मरीजों ने जीती कोरोना से जंग, इंडेक्स अस्पताल से हुए डिस्चार्ज

कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए 41 मरीजों को शुक्रवार को इंडेक्स अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। गुरुवार तक इंदौर में 663 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ हो चुके थे। अब यह संख्या बढ़कर 703 हो गई है।

शुक्रवार को इंडेक्स अस्पताल से स्वस्थ होकर घर जाने वालों में शामिल खजराना निवासी महजबी बेग ने बताया कि अस्पातल में उनका उपचार बहुत अच्छी तरह किया गया, इसके लिए उन्होंने अस्पताल के स्टाफ को धन्यवाद दिया। उन्होंने दूसरे लोगों से भी अपील की कि यदि किसी को कोरोना के कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें छुपाए नहीं बल्कि सरकार पर भरोसा रख कर शीघ्र अपनी जांच कराएं।

उन्होंने भरोसा दिलाया कि, उनका इलाज बहुत अच्छे से हुआ एवं अस्पताल में सभी व्यवस्थाएंबहुत अच्छी है। शुक्रवार को अस्पताल से डिस्चार्ज होने वालों में मिर्जा मुजफ्फर, दानिश अहमद, नविश मिर्जा ने भी सरकार, प्रशासन एवं अस्पताल के समस्त स्टाफ का शुक्रिया अदा किया। वहीं गुरुवार रात आई रिपोर्ट में 28 मरीजों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई जिससे शहर में इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 1727 हो गई है।



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कोरोनावायरस से जंग जीतकर अपने घर जाने से पहले उत्साहित लोग।




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एक्सपायरी डेट लिखने से 5 हजार करोड़ की मिठाइयां कम बिकेंगी

मुंबई (विनोद यादव).एक जून से खुली मिठाइयों के लिए भी दुकानदारों को एक्सपायरी डेट लिखनी होगी। बताया जाएगा कि ये मिठाई कब बनी है और कब तक खाने लायक है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने इस बारे में महत्वपूर्ण आदेश व गाइडलाइन जारी की है। इस नई गाइडलाइन से ग्राहकों को ताजी मिठाई मिल पाएगी।

देश में अभी संगठित और असंगठित मिठाई का बाजार करीब 1.5 लाख करोड़ रुपए है। फेडरेशन ऑफ स्वीट्स एंड नमकीन मैन्यूफैक्चरर्स (एफएसएनएम) के फाउंडर व एमडी फिरोज एच. नकवी कहते हैं कि इस आदेश के बाद मिठाई और नमकीन का कारोबार कम से कम तीन फीसदी तक घट जाएगा। इस तरह करीब 5 हजार करोड़ की बिक्री कम हो जाएगी।

एसोचैम के फूड प्रोसेसिंग एंड वैल्यू एडिशन काउंसिल के चेयरमैन विकास जैन बताते हैं कि देश में मिठाइयों का 80% काम असंगठित तरह से होता है। ऐसे में इस तरह के नियम दुकानदारों को परेशान करने वाले होंगे। वे कहते हैं कि एफएसएसएआई को टर्न ओवर और एक से अधिक दुकान जैसी कई श्रेणी बनाकर इस प्रकार के आदेश जारी करना चाहिए थे।

कैट के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल बताते हैं कि फूड इंस्पेक्टरों की संख्या दुकानों की संख्या की तुलना में कम है। वे प्रशिक्षित भी नहीं हैं। उनके पास ऐसी कोई मशीन या इक्विपमेंट नहीं है, जिससे दुकान में ही मिठाई का सैंपल ले लिया जाए और वहीं सही मैन्यूफैक्चरिंग डेट पता लगा लें।

आदेश पर आमने-सामने सरकार और एसोसिएशन

  • एफएसएनएम के फिरोज एच. नकवी कहते हैं कि कोई भी फूड इंस्पेक्टर जानबूझकर दुकानदार को परेशान कर सकता है। वो मिठाई का सैंपल लेने के बाद उसी दिन लैब में भेज देगा इस बात की क्या गारंटी है। इंस्पेक्टर राज बढ़ेगा।
  • एफएसएसएआई के संयुक्त निदेशक परवीन जारगर बताते हैं कि बासी और पुरानी मिठाइयां बेचे जाने की शिकायत लगातार मिल रही थी। यह ग्राहकों के लिए खतरनाक है। इसलिए यह नियम नागरिकों के हित के लिए बनाया।


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प्रतीकात्मक फोटो।




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रश्मि ठाकरे बनी शिवसेना के मुखपत्र सामना की संपादक, मुख्यमंत्री पद की शपथ से पहले उद्धव ने दिया था इस्तीफा

मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे को शिवसेना के मुखपत्र सामना का संपादक बनाया गया है। वह सामना की पहली महिला संपादक हैं।मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहलेउद्धव ठाकरे ने संपादक पद से इस्तीफा दे दिया था।राज्यसभा सांसद संजय राउत सामना के कार्यकारी संपादक की जिम्मेदारी संभालते रहेंगे।

बाला ठाकरे ने की थी स्थापना

सामना की स्थापना 23 जनवरी 1988 को बाल ठाकरे ने की थी। वेइसके संस्थापक संपादक थे। बाल ठाकरे के बाद उद्धव ठाकरे ने सामना का प्रभार संभाला था।

कौन है रश्मि ठाकरे

रश्मि ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी है।दोनों की शादी 1989 में हुई थी।आदित्य और तेजस ठाकरे इनके दो पुत्र हैं। रश्मि नेवाज़े-केलकर कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है।उनके पिता माधव पटनकर व्यवसायी हैं।



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मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पत्नी रश्मि ठाकरे। फाइल फोटो।




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शरद पवार बोले- दिल्ली चुनाव नहीं जीत पाए, इसलिए समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं

मुंबई. राकांपा प्रमुखशरद पवार ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। दिल्ली में हुए दंगे का जिक्र करते हुएउन्होंने कहा, 'पिछले कुछ दिनों से देश की राजधानी जल रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में केंद्र में सत्ताधारी पार्टी कोसफलता नहीं मिली। इसलिए अब वे देश मेंसांप्रदायिकता फैलाकरसमाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। रविवार कोमुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शरद पवार ने यह बात कही।उत्तर-पूर्वी दिल्ली के इलाकों में भड़की हिंसा में अब तक 40 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।

मंदी से भटकाने के लिए लाया गया सीएए

इससे पहले भी शरद पवार सीएए को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने कहा था किदेश में जो मंदी का माहौल है, उससे लोगों को ध्यान बांटने के लिए नागरिकता संशोधन कानून लाया गया है। उन्होंने कहा था कि सरकार कोसीएए बिल लाने से पहले सदन में सभी राजनीतिक पार्टियों से विचार-विर्मश करना चाहिए था।

महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने भी दिल्ली हिंसा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था किराजधानी में दंगों के दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही और दंगे रोकने की कोशिश नहीं की। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री पर आरोप लागाया था कि वे स्थिति को संभाल नहीं पाए।



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एनसीपी प्रमुख शरद पवार।




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खंडाला के पास ट्रक की टक्कर से 3 बाइक पर सवार 5 लोगों की मौत, ट्रक पलटने से ड्राइवर भी गंभीर रूप से जख्मी

पुणे. मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे पर रायगढ़ जिले में खंडाला के पास रविवार आधी रात तेज रफ्तार ट्रक ने 3बाइक्ससवार5 लोगों को कुचल दिया। हादसे में 4 लोगों नेमौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि एक की हॉस्पिटल में मौत हो गई।पुलिस के मुताबिक, ब्रेक फेल होने के कारण ट्रक अनियंत्रित हो गया था।

मरने वालों में प्रदीप चोरले, अमोल चिमले, नारायण गुंडाले, निवृत्ति गुंडाले और गोविंद नलवाड़ शामिल हैं। इसके अलावा, ट्रक ड्राइवर बालाजी हरिश्चंद्र भंडारीगंभीर रूप से घायल है।

ट्रक पुणे से मुंबई की ओर जा रहा था।हादसेके बाद ट्रक भी पलट गया। घटना की जानकारी मिलते हीपुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। हादसे के चलते 2 घंटे एक्सप्रेस-वे जाम रहा। घायल शख्स को खंडाला के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया।



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ट्रक की टक्कर के बाद बाइक सवार पांचों लोगों में 4 की मौके पर मौत हो गई।
दुर्घटना के बाद ट्रक भी पलट गया।
ट्रक से टक्कर के बाद बाइक काफी दूर जाकर गिरीं।




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मुंबई में कोई भी मिल मजदूर बेघर नहीं होगा, श्रमिकों से कहा-मुझे चाय पर अपने घर बुलाना

मुंबई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार ‘संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन’ में बड़ा योगदान देने वाले सभी मिल मजदूरों को मुंबई में घर मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है और मुंबई का कोई भी मिल मजूदर बेघर नहीं होगा।आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि दशकों पहले मुंबई में मिलें बंद हो गईं, इसलिए सरकार विस्थापित मजदूरों को घर प्रदान कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

उद्धव ने श्रमिकों से कहा-मुझे चाय पर अपने घर बुलाना

विस्थापित मिल श्रमिकों के लिए पूर्व की मिल की जमीनों पर निर्मित 3,894 फ्लैटों का आवंटन करने के लिए लॉटरी के परिणाम जारी करते हुए मुख्यमंत्री ने फ्लैट प्राप्त करने वालों से आग्रह किया कि वे अपने फ्लैट को आगे बेचे नहीं और मुंबई में ही रहें। ठाकरे ने कहा,‘परिवार के बड़े सदस्य के नाते मैं आपसे बातचीत करने आया हूं। मैं मिल मजदूरों के समर्थन को लेकर उनके कर्ज में हूं। जब आपको आपके फ्लैट का अधिकार मिल जाएगा, वहां खुशी से रहना और मुझे चाय पर बुलाना।’

म्हाडा ने मुंबई में बंद पड़ी तीन मिलों की जमीनों पर 3,894 घर तैयार किए हैं। बॉम्बे डाइंग टेक्सटाइल मिल की जमीन पर 720 घर, बॉम्बे स्प्रिंग मिल की जगह पर 2,630 घर और परेल स्थित श्रीनिवास मिल की जमीन पर 544 घर बनाए हैं। गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र अव्हाड ने कहा कि म्हाडा अगले 4 साल में मुंबई में 50 हजार किफायती घरों का निर्माण करेगी।

अप्रैल में 2,000 घरों की लॉटरी
एमएमआरडीए की तरफ से रायगड के मौजे कोन में बनाए गए 2,000 घरों की लॉटरी 1 अप्रैल 2020 में जारी की जाएगी। म्हाडा के उपाध्यक्ष मिलिंद म्हैसकर के अनुसार, मिल मजदूरों के घरों के लिए ठाणे में 90 एकड़ जमीन का चयन किया गया है। जल्द ही वहां घरों का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

कीमत कम करने की मांग
म्हाडा ने घरों की कीमत 9.5 लाख रुपये निर्धारित की है। मजदूरों ने सरकार से घरों की कीमत कम करने की मांग की है। लॉटरी विजेता संतोष मोरे ने कहा कि रिटायर होने के बाद उन्हें 9 लाख रुपये नहीं मिले हैं। ऐसे में वह घरों के लिए निर्धारित रकम कहां से भरेंगे। सत्यवान पताडे के अनुसार, मजदूर 10 से 15 हजार रुपये की नौकरी कर रहे हैं। इतनी बड़ी रकम जमा करने के लिए म्हाडा की तरफ से हमें अतिरिक्त समय मिलना चाहिए।



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सीएम उद्धव ठाकरे मिल मजदूरों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे-फाइल फोटो




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ओवैसी की पार्टी के विधायक ने कहा- हम शांति बनाए रखना जानते हैं, तो भंग कैसे करना है ये भी जानते हैं

मालेगांव. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के विधायक मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल ने रविवार को मालेगांव में एक जनसभा में विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने कहा, 'अगर हम शांति बनाए रखना जानते हैं, तो यह भी जानते हैं कि शांति भंग कैसे की जाती है। हमने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं।' हालांकि, बयान पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने सफाई दी, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत ढंग से पेश किया गया है।

लोगों को गोलियां लगी लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हुई: इस्माइल

मालेगांव में पिछले दिनों एक फायरिंग की घटना हुई थी। जनसभा में इसी मुद्दे पर बोलते हुए विधायक ने पुलिस पर सवाल खड़े किए। उन्होंनेकहा, 'गोलियां चलीं, लोगों को गोलियां लगीं लेकिन एक भी एफआईआर नहीं लिखी गई। पुलिस प्रशासन शहर के लोगों को बेवकूफ समझता है।' उन्होंने आगेकहा, 'शहर की आवाम खामोश नहीं बैठेगी। अगर शहर पर बुरा वक्त आता है तो हम जाकर लोगों का सामना करते हैं। लोगों को समझाते हैं। लेकिन बात हम पर आएगी तो डिपार्टमेंट (पुलिस)इस बात को नोट कर ले कि अगर हम अमन रखना जानते हैं तो अमन कैसे जाएगा ये भी हम जानते हैं।ये हमारी शराफत है कि हम आज तक खामोश हैं।'

इस दौरानविधायक ने 2009 के चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि हारने के बाद लोगों के कारखानों में आग लगाई गई। हारने के बाद लोगों के कारखानों में घुसकर ब्लेड चलाई गई, लोगों को मारा पीटा गया। 2019 में हारने के बाद अब क्या कुछ हो रहा है आपके सामने है?

विवाद बढ़ा तोविधायक ने दी सफाई
विवाद बढ़ने पर इस्माइल ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने यह बयान महाराष्ट्र या भारत के लिए नहीं बल्कि शहर के संदर्भ में दिया था। उन्होंने कहा- फायरिंग जो हमारे लोगों (एआईएमआईएम के रिजवान खान के घर पर) के करीब हुई उस पर मैंने यह बात कही थी। इस संदर्भ में मैंने कहा कि हम शांति बनाए रखने में विभाग की मदद करते हैं, अगर हम ऐसा करना छोड़ दें तो शांति बाधित होगी। मेरे बयान को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है।'

क्या था वारिस पठान का भड़काऊ बयान?

पिछले दिनों कर्नाटक में एआईएमआईएम नेता वारिस पठान के भड़काऊ बयान पर खूब हंगामा हुआ था। सीएए के खिलाफ आयोजित रैली में पठान ने कहा था, 'हमको कहा जा रहा है कि हमने अपनी मां और बहनों को आगे भेज दिया है। हम कहते हैं कि अभी सिर्फ शेरनियां बाहर निकली हैं, तो आपके पसीने छूट गए। अगर हम सब साथ में आ गए, तो सोच लो क्या होगा? हम 15 करोड़ ही 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं। यह बात याद रख लेना।'



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एआईएमआईएम विधायक मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल- फाइल




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भाजपा का आरोप- उमर खालिद ने अमरावती में दंगा भड़काने की बात कही थी, वीडियो शेयर किया

अमरावती. दिल्‍ली में भड़के दंगों में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा जख्मी हैं।इस बीच दिल्ली में भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा और कुछ अन्य भाजपा नेताओंने देशद्रोह मामले में आरोपी जेएनयू छात्र उमर खालिद का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वे ट्रंप के भारत आने पर लोगों से सड़क पर उतरने की अपील कर रहे हैं। यह वीडियो महाराष्ट्र के अमरावती का बताया जा रहा है। यह वीडियोडोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से ठीक पहले 17 फरवरी का है। ट्रंप के आने के बाद पूर्वोत्तर दिल्ली में दंगे भड़क गए थे।

भाजपा नेता तेजिंदरपाल सिंह बग्गा काट्वीट-

वहीं वीडियो को शेयर करते हुए भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर लिखा-‘उमर खालिद पहसे से ही राजद्रोह का मामला झेल रहे हैं, 17 फरवरी को उन्होंने अमरावती में एक भाषण दिया। जहां पर उन्होंने बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों को संबोधित किया और 24 फरवरी को हुए डोनाल्ड ट्रंप के दौरे के दौरान सड़कों पर उतरने की बात कही। ऐसे में क्या दिल्ली में हुई हिंसा टुकड़े-टुकड़े गैंग के द्वारा पहले से ही सुनियोजित थी?’

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गांधी के उसूलों की धज्जियां उड़ा रही सरकार: उमर खालिद
इस भाषण में उमर खालिद ने कहा, 'जब अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप भारत में होंगे तो हमें सड़क पर उतरना चाहिए। 24 तारीख को ट्रंप आएंगे तो बताएंगे कि हिंदुस्तान की सरकार देश को बांटने की कोशिश कर रही है। महात्मा गांधी के उसूलों की धज्जियां उड़ा रही है। यह बताएंगे कि हिंदुस्‍तान की आवाम हिंदुस्‍तान के हुक्‍मरानों के खिलाफ लड़ रही है। उस दिन हम तमाम लोग सड़कों पर उतरकर आएंगे।'

जेएनयू में हुईनारेबाजी का आरोपीहै खालिद

जेएनयू के छात्र नेता रहे उमर खालिद का नाम 2016 में यूनिवर्सिटी में हुई नारेबाजी की घटना में आया था। कन्हैया कुमार के साथ उमर खालिद को भी जेल भेजा गया था। बता दें कि बीते दिनों ही अरविंद केजरीवाल की सरकार ने इसी मामले में कन्हैया कुमार समेत अन्य कई केखिलाफ राजद्रोह का मामला चलाने की अनुमति दी है।



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17 फरवरी को अमरावती में एक सभा में बोल रहे थे खालिद-फाइल फोटो




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मुंबई में 9 मार्च तक के लिए धारा-144 लगाई गई, सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही पुलिस

मुंबई.दिल्ली में सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़के दंगों को लेकर महाराष्ट्र पुलिस अलर्ट है। पुलिस ने एहतियात के तौर पर 9 मार्च तक के लिए मुंबई में धारा-144 लागू कर दी है। ऐसे में अब 9 मार्च तक शहर में धरना, रैली, आतिशबाजी या किसी अन्य कार्यक्रम के आयोजन पर पाबंदी रहेगी।

मुंबई पुलिस उपायुक्त (अभियान) के आदेश पर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में धारा-144 को लागू किया गया है। हालांकि, इस दौरान विवाह समारोह, विवाह से संबंधित अन्य समारोह, कंपनियों की बैठकें, सहकारी समितियों की बैठक और क्लबों में कार्यक्रम करने की छूट रहेगी।

यहां नहीं लागू होगी धारा-144
व्यापरिक प्रतिष्ठान, सिनेमाघरों, थिएटरों और सार्वजनिक मनोरंजन के अन्य स्थानों, अदालतों, सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों, कंपनियों, कारखानों, दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों को इससे अलग रखा गया है।

इसलिए लगाई गई धारा-144
मुंबई में पिछले कुछ महीनों में सीएए कानून के विरोध में कई जगह विरोध प्रदर्शन हुए हैं। इन्हीं विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली में हिंसा हुई और दंगे भड़क गए। इसलिए, मुंबई पुलिस अलर्ट मोड पर है। पुलिस मुंबई के संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से भी निगरानी कर रही है। मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया है।

एनपीआर और सीएए को लेकर विधानसभा में कोई प्रस्ताव नहीं: अजित पवार
उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि सीएए और एनआरसी को लेकर राज्य के लोगों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने इस मुद्दे पर ‘गलत सूचना’ फैलाने वालों की आलोचना भी की है। पार्टी के सम्मेलन को संबोधित करते हुए अजित ने कहा कि सीएए और एनपीआर के खिलाफ विधानसभा में किसी तरह के प्रस्ताव लाने की जरूरत नहीं है।



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मुंबई के कई इलाकों में सुरक्षा बढ़ाई गई है-प्रतीकात्मक फोटो




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एकतरफा प्यार में सिरफिरे ने पिस्तौल के दम पर युवती को अगवा करने की कोशिश की, कैमरे में कैद हुई वारदात

पुणे. एकतरफा प्यार में सिरफिरे युवक नेएक लड़की को बीच बाजार पिस्तौलदिखाकर अगवा करने का प्रयास किया। लड़की को डराने के लिए उसने फायरिंग भी की। इसके बाद पीड़ितकी शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मौके पर मौजूद एक युवक ने इसघटना का वीडियोबना लिया।

पुलिस ने बतायाआरोपी का नामअक्षय भाईसाहब दंडवत (22 साल) है। आरोपी पिस्तौल के दम पर लड़की को अगवा कर उससे शादी करने की बात कह रहा था। आरोपी ने तब युवती को अगवा करने का प्रयास किया जब वह अपने परिचित के साथस्कूटी परबैठकर जा रही थी।

लड़की को डराने के लिए आरोपी ने हवा में फायरिंग भी की, जिसके बाद आसपास कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई। पीड़िता और आरोपी कुछ साल पहले एक ही कॉलेज में पढ़ते थे। फिलहाल पीड़ितपुलिस अकादमी में प्रशिक्षण ले रही है।

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर ली है। यह भी पड़ताल की जा रही है कि उसके पास ऑटोमैटिक पिस्तौल कहां से आई। घटना का जो वीडियो सामने आया है, उसमें आरोपी पिस्तौल से पीड़िता को धमकाता नजर आ रहा है।



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आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है ।




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भाजपा शासित सेलू नगरपालिका में सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पास

परभणी. जिले में भाजपा शासित सेलू नगर पालिका में सीएए और एनआरसी के खिलाफ सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया है। इसमें कहा गया है कि नगर पालिका के प्रभाव क्षेत्र में सीएए और एनआरसी लागू नहीं किया जाएगा। नगर निगम के 27 पार्षदों ने सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पास किया।

परिषद के अध्यक्ष विनोद बोरडे ने सोमवार को बताया कि नगरपालिका में 27 पार्षद हैं। 28 फरवरी को सभी ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ एकमत से प्रस्ताव पारित किया। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस, राकांपा और 7 मुस्लिम पार्षदों के कहने पर प्रस्ताव पारित होने से दो दिन पहले एक बैठक बुलाई थी। इसमें तय हुआ कि नगर पालिका के अधिकार क्षेत्र में यह लागू नहीं किया जाएगा।

सीएए, जिसे पिछले साल दिसंबर में संसद द्वारा पारित किया गया था। यह कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आकर भारत में बसे गैर-मुस्लिम लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करता है। इसके खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। हालांकि, सत्तारूढ़ भाजपा का कहना है कि यह कानून नागरिकता देने वाला है न कि नागरिकता लेने वाला।



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सेलु नगरपालिका भाजपा शासित है।




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शिव भोजन थाली की संख्या अब एक लाख होगी, मंत्री छगन भुजबल ने विधानसभा में दी जानकारी

मुंबई. महाविकास अघाड़ी सरकार शिव भोजन थाली की संख्या 36 हजार से बढ़ाकर एक लाख करने जा रही है। खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने सोमवार को विधानसभा में इसकी जानकारी दी। भुजबल ने बताया कि यह संख्या शहर की जनसंख्या के आधार पर तय होगी। वर्तमान में एक सेंटर पर 100 थाली देने की प्रावधान है। शिव भोजन योजना 26 जनवरी को शिवसेना के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने शुरू किया था। इसके तहत10 रु की थाली ने दो चपातियां, एक सब्जी, चावल और दाल दिया जाता है।

बजट में मांगें 150 करोड़
एक सवाल के जवाब में भुजबल ने कहा, 'मेरे विभाग का लक्ष्य हर साल एक लाख थालियां उपलब्ध कराना है। वर्तमान में यह संख्या 100 से 150 थाली के बीच है। शहरों में जनसंख्या को देखते हुए योजना का विस्तार किया जाना चाहिए। भुजबल ने कहा कि खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग ने 6 मार्च को पेश होने जा रहे बजट में इस योजना के लिए 150 करोड़ रुपये के आवंटन की मांग की है।

तालुकाओं में भी शुरू होगी यह योजना
उन्होंने कहा कि योजना जल्द ही यह योजना तालुकाओं में भी शुरू की जाएगी। धीरे-धीरे लंच प्लेटों के दैनिक कोटे को
को बढ़ाकर 150 से 200 किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि एलपीजी का इस्तेमाल करने वाले लोगों के केरोसीन में कटौती के लिए भी सरकार विचार कर रही है। केरोसीन का उपयोग आमतौर पर स्टोव पर खाना पकाने के लिए किया जाता है।

अच्छे रिस्पांस को देखते हुए योजना का विस्तार किया गया
भुजबल के मुताबिक शिव भोजन योजना को मिल रहे रिस्पांस को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने योजना के विस्तार का निर्देश दिया था। सरकार के खाद्य व नागरिक आपूर्ति विभाग ने शिव भोजन योजना के लिए केंद्र चयन के लिए मापदंड तैयार किया है। इसके अनुसार ही नए केंद्रों का चयन हो सकेगा। इन केंद्रों पर आवश्यकता के अनुसार थाली की सीमा बढ़ाई जा सकेगी।

इन जगहों पर शुरू किए गए हैं शिव भोजन केंद्र
सरकार की ओर से कहा गया है कि सरकारी कार्यालय, अस्पताल, रेलवे स्टेशन और बाजार जैसे मुख्य जगहों पर शिव भोजन के लिए केंद्र शुरू किए गए हैं। इस योजना का भविष्य में और विस्तार किया जाएगा। राज्य के 148 केंद्रों पर 18 फरवरी को 16 हजार 237 लोगों ने शिव भोजन योजना के तहत थाली का लाभ लिया है। सरकार की ओर से शुरु किए गए केंद्रों पर 10 रुपए में थाली दी जाती है।



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एक शिव भोजन थाली का रेट वर्तमान में 10 रुपये है।




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पहले की बेटी की हत्या, फिर फंदे से झूल गए माता-पिता, 13 लोगों पर लगाया परेशान करने का आरोप

मुंबई. ठाणे जिले के वाकलन गांव में सोमवार को एक परिवार के तीन लोगों मौत का मामला सामने आया है।मृतकों की शिनाख्त शिवराम पाटिल (44), दीपिका (42) और उनकी4 साल बेटी अनुष्का के तौर पर हुई है।शिवराम पड़ोस में ही एक चावल की मिल में काम करता था। पुलिस का कहना है- दंपती ने पहले अपनीबेटीको फांसी पर लटकाया फिर दोनों खुद फांसी पर लटक गए।

13 लोगों पर परेशान करने का आरोप
जांच में पुलिस के हाथ एक मोबाइल फोन लगा है, जिसके मैसेज बॉक्स में एक सुसाइड नोट लिखा हुआ है। मैसेज में लिखा था तीनों को परिवार के लोग परेशान करते हैं, जिसके कारण हमसब आत्महत्या कर रहे हैं। परेशान करने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। पीड़ितों ने सुसाइड नोट में आत्महत्या के लिए 13 लोगों को आरोपी बनाया है।



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प्रतीकात्मक फोटो




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अहमदनगर में गैंगरेप पीड़ित और उसके पति को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश, निर्वस्त्र कर पीटा, 10 लोगों पर केस दर्ज

अहमदनगर. यहां एक गैंगरेप पीड़ित और उसके पतिपर केस वापस लेने का दबाव बनाने के लिएआरोपियों ने पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाने की कोशिश की।विरोध करने परनिर्वस्त्र कर पीटा। वीडियो वायरल होने पर 37 दिन बाद घटना सामने आई।मामले में 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।आरोपियों में एक पुलिसकर्मी भी शामिल है।गैंगरेप की वारदात 4साल पुरानी है।


24 जनवरी को पीड़ितऔर उसका पति अहमदनगर के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए गए थे।वहां से वापस घर जाने के लिएदोनों ऑटो रिक्शा में बैठे। इसी दौरानऑटो रिक्शा में पहले से बैठा एक शख्स दोनों को बेहोशी की दवा सुंघाकर एक कमरे में ले गया। यहां दोनों के कपड़े उतारकर शरीर पर पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की। दंपती के साथमारपीट भीकी गई।

10 लोगों के खिलाफकेस दर्ज
पीड़ित परिवार की ओर से कहा गया है कि उन्हें धमकी दी गई है। आरोपीकेस में गवाही नहीं देने का भीदबाव बना रहे थे। घटना से वह बुरी तरह सहम गए थे। इसलिए उन्होंने किसी को बताया नहीं। मामले में अहमदनगर के एसपी सागर पाटिल ने कहा कि वायरल वीडियो को देखने के बाद पुलिस पीड़ित परिवार के पास पहुंची। महिला के बयान पर 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। सभी आरोपियों की तलाश की जा रही है।

आरोपी और उसके पिता पर गैंग रेप का आरोप
गैंगरेप की वारदात 2016 की है। मामले में आरोपीपिता-पुत्र पर अहमदनगर के तोपखाना पुलिस थाने में गैंगरेप की एफआईआर दर्ज की गई थी। घटना के 4 साल बाद भी पुलिस ने मामले में चार्जशीट दाखिल नहीं कर सकी। इससे पहले पीड़ितके पति को जान से मारने की कोशिश भी की गई थी।



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प्रतीकात्मक फोटो




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विधायकों के सवालों पर जवाब नहीं देने पर मुख्य सचिव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव, डिप्टी सीएम ने मांगी माफी

मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विधायकों द्वारा उठाए गए प्रासंगिक मुद्दों पर कोई जवाब न देने पर विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने सोमवार को मुख्य सचिव अजॉय मेहता को विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी किया है। पटोले ने मुख्य सचिव को विधानसभा के गेट पर आकर माफी मांगने का फरमान सुनाया। इसपर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार फौरन में आये और सरकार की तरफ से खेद व्यक्त करते हुए उन्होंने अध्यक्ष से अपना आदेश वापस लेने की अपील की। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने अपना आदेश वापस ले लिया।

पूर्व सीएम ने मामले को तूल नहीं देने को कहा
मुख्य सचिव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वह विधायकों के अधिकारों को लेकर अध्यक्ष की भावना को समझते हैं। किन्तु जब उपमुख्यमंत्री ने माफी मांग ली है तो मामले को तूल नहीं देना चाहिए।

84 में से सिर्फ चार मामलों का जवाब दिया
विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद औचित्य के मुद्दे के तहत विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र और राज्य से जुड़े तात्कालिक महत्व के मुद्दों को उठाते हैं और प्रशासन को एक महीने के भीतर इसका जवाब देना होता है। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को बताया कि शीतकालीन सत्र के दौरान विधायकों द्वारा उठाए गए औचित्य के 83 मुद्दों में से सिर्फ चार पर ही सचिवालय के संबंधित विभागों ने जवाब दिए हैं।

विधायकों के अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी ताकत लगा दूंगा: विधानसभा स्पीकर
नाना पटोले ने कहा कि शीतकालीन सत्र बीते दिसंबर में हुआ था। इस सत्र में 83 मामले उठाए गए थे, लेकिन प्रशासन ने केवल चार पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैं विधायकों के अधिकारों की रक्षा के लिए अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल करूंगा। पटोले ने कहा कि तहसीलदार और कनिष्ठ पुलिस अधिकारी विधायकों का सम्मान नहीं करते। उनके पत्रों को कूड़ेदान में फेंक देते हैं। प्रश्नकाल के बाद प्रासंगिकता के बिंदु के तहत विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र से जुड़े मुद्दे उठाते हैं। इस प्रशासन को एक महीने के भीतर प्रतिक्रिया देनी चाहिए।



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मुख्य सचिव अजॉय मेहता-फाइल फोटो




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पीएम के सोशल मीडिया छोड़ने के संकेत के बाद फडणवीस की पत्नी ने कहा-अपने नेता को फॉलो करूंगी

मुंबई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया छोड़ने के संकेत के बाद महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने भी सोशल मीडिया छोड़ने की तरफ इशारा किया है। अमृता ने ट्वीट कर कहा- 'कभी-कभी छोटे निर्णय हमारा जीवन बदल देते हैं। मैं अपने नेता के बताए रास्ते को फॉलो करूंगी।'

अमृता कई बार अपने ट्वीट को लेकर सुर्ख़ियों में रही हैं। अमृता ने शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे को ट्विटर पर कीड़ा कहा था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उन पर जमकर निशाना साधा गया था। वे सोशल मीडिया में खूब एक्टिव रहती हैं। ट्विटर पर उनके 1 .25 लाख फॉलोअर हैं, वहीं फेसबुक पर उनको 7 लाख से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

पीएम ने सोशल मीडिया छोड़ने का दिया संकेत

पीएम ने सोमवार को ट्वीट कर कहा था-‘सोच रहा हूं कि इस रविवार फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब से हट जाऊं। इस बारे में आपको बताऊंगा।’ पीएम के इस ट्वीट के साथ ही मीडिया में हलचल मच गई और कयासों का बाजार गर्म हो गया। इसके साथ ही ट्वीटर पर #NoSir नंबर वन पर ट्रेंड करने लगा।पीएम मोदी के ट्वीट को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। कहा जा रहा है कि हालिया दिल्ली दंगे के बाद सोशल मीडिया पर घृणा संदेशों की बाढ़ आ गई जिसके चलते उन्होंने ये ट्वीट किया। कहा ये भी जा रहा है कि वह कोई नया कदम उठाकर लोगों को चौंका भी सकते हैं।

क्लासिकल सिंगर हैं अमृता
अमृता एक्सिस बैंक में वाइस प्रेसीडेंट रही हैं। वे क्लासिकल सिंगर भी हैं। वे नागपुर के मशहूर गायनो डॉ. चारु रानाडे और आई स्पेशलिस्ट डॉ. शरद रानाडे की बेटी हैं। 1979 में पैदा हुई अमृता की शादी 2005 में देवेंद्र फडणवीस से हुई। दोनों की एक बेटी दिविजा हैं। अमृता, अभिनेता अमिताभ बच्चन के साथ एक एल्बम में भी नजर आ चुकी हैं।



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अमृता की शादी 2005 में देवेंद्र फडणवीस से हुई थी।




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आपराधिक मुकदमा छुपाने का मामला: देवेंद्र फडणवीस की पुनर्विचार याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की

दिल्ली/मुंबई. सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी हलफनामे में आपराधिक केसोंकी जानकारी छुपाने के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पुनर्विचार याचिका मंगलवार को खारिज कर दी। खंडपीठ ने 18 फरवरी को सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस फैसले के बाद अब नागपुर की अदालत में उनके खिलाफ केस चलता रहेगा।

न्यायमूर्ति अरुण कुमार मिश्रा, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की खंडपीठ ने फडणवीस की पुनर्विचार याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी कि इस पर फिर से विचार करने का कोई आधार नहीं है। न्यायालय ने 1 अक्टूबर 2019 को फडणवीस को झटका देते हुए कहा था कि निचली अदालत फडणवीस के खिलाफ दायर मुकदमे को नये सिरे से देखे। जिसके खिलाफ यह पुनर्वलोकन याचिका दायर हुई थी।

नागपुर की अदालत ने फडणवीस को दी है जमानत

सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले इस मामले में 20 फरवरी को फडणवीस नागपुर की जिला अदालत में पेश हुए थे। जहां अदालत ने उन्हें 15 हजार के पीआर बांड पर जमानत दे दी थी। अदालत से बाहर आकर देवेंद्र फडणवीस ने कहा था-"आज मुझे अदालत ने चुनावी हलफनामे के एक मामले में सम्मन किया था। मैं कोर्ट में हाजिर हुआ और अदालत ने पीआर बांड पर मुझे अगली तारीख दी हैऔर मेरी प्यार बॉन्ड की अर्जी को स्वीकृत किया है। मूल रूप से 93 से 98 के बीच के यह दो कैसे थे और हमने एक झुग्गी झोपड़ी को बचाने के लिए आंदोलन किया था। उस आंदोलन में मेरे ऊपर 2प्राइवेट केस डाले गए थे। वह कैसे सेटल भी हो गए थे, अब वह केस मेरे पर नहीं है।"

बॉम्बे हाईकोर्ट से फडणवीस को मिली थी राहत
तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने बॉम्बे उच्च न्यायालय के फैसले को निरस्त करते हुए यह आदेश दिया था। इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने याचिकाकर्तासतीश उइके की वह याचिका खारिज कर दी थी कि जिसमें उन्होंने फडणवीस द्वारा चुनावी हलफनामों में आपराधिक मामलों की जानकारी छुपाने के लिए उनका चुनाव रद्द करने की मांग की थी। इसके बाद उइके ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था।

यह था याचिकाकर्ता का फडणवीस पर आरोप
याचिकाकर्ता का आरोप था कि फडणवीस ने 2014 विधानसभा में अपने ऊपर विचाराधीन 2 आपराधिक मुकदमों की जानकारी छिपाई थी। ये 2 मुकदमे नागपुर के हैं जिनमें एक मानहानि का और दूसरा ठगी का है। याचिका में फडणवीस को अयोग्य करार देने की मांग की गई थी।

फडणवीस की अदालत में सफाई
मामले की सुनवाई के दौरान फडणवीस की ओर से कहा गया था कि मुख्यमंत्री एवं राजनीतिक लोगों के खिलाफ 100 मुकदमे रहते हैं। किसी मामले को चुनावी हलफनामे में न देने पर कार्रवाई नहीं हो सकती। न्यायालय ने पूछा था कि जानकारी जानबूझकर छिपाई गई या फिर गलती से हुआ, इस मामले को क्यों न ट्रायल के लिए भेजा जाए।



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पूर्व सीएम को नागपुर की अदालत से जमानत मिली हुई है-फाइल फोटो




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एमएलसी विद्या चव्हाण और उनके परिवार पर बहू को प्रताड़ित करने का केस दर्ज

मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की विधायिका और उनके परिवार के 4अन्य सदस्यों के खिलाफ कथित तौर पर बहू को प्रताड़ित करने का मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल,मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

विले पार्ले पुलिस थाने में विधान परिषद की सदस्य विद्या चव्हाण के अलावा उनके पति अभिजीत, बेटे अजित (पीड़िता के पति), आनंद (पीड़िता के देवर) और शीतल (आनंद की पत्नी) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक, पीड़िता की शिकायत पर राकांपा नेता विद्या चव्हाण और उनके परिवार पर बहू के कथित उत्पीड़न के लिए धारा 498A, 354, 323, 504, 506 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

विद्या चव्हाण की सफाई

इस मामले मेंविद्या चव्हाण ने कहा,'मेरी बहू का किसी के साथ अफेयर चल रहा था। हमें जब मामले की जानकारी हुई तो बेटे ने मेल से उसे तलाक का नोटिस भेजा। जिसके बाद बहू ने तलाक देने से इनकार करते हुए उससे 3 करोड़ रुपए की मांग की। पैसे न देने पर उसने मुझे बदनाम करने का प्रयास किया है।'



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विधान परिषद की सदस्य हैं विद्या चव्हाण-फाइल फोटो




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कोरोना वायरस के डर के बीच ईरान में फंसे कोल्हापुर के 34 लोग, सुप्रिया सुले ने संसद में दी जानकारी

कोल्हापुर. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि कोरोना वायरस के डर के बीच महाराष्ट्र के कोल्हापुर के 34 लोग ईरान में फंस गए हैं और विदेश मंत्री एस जयशंकर को उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करनी चाहिए।

ट्विटर पर मदद की लगाई गुहार
सुले ने फंसे हुए लोगों के नाम और पासपोर्ट का विवरण भी ट्विटर पर साझा किया। सुप्रिया ने सोमवार को कहा, "कोरोना वायरस के संकट के बीच कोल्हापुर और आसपास के क्षेत्रों के 34 लोग ईरान में फंस गए हैं। उनके नाम और पासपोर्ट का विवरण संलग्न है। उन्होंने कहा, "माननीय डॉ एस जयशंकर जी से अनुरोध है कि वह विदेश में फंसे हुए सभी भारतीयों की सुरक्षित घर वापसी में मदद करें।"

राकांपा नेता ने विदेश मंत्रालय से हमेशा मदद मिलने और जल्दी जवाब मिलने के लिए मंगलवार को जयशंकर का आभार भी जताया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में सोमवार को कोरोना वायरस के दो नए मामले सामने आए हैं जिनमें से एक दिल्ली का मामला है। सरकार ने संक्रमण की रोकथाम के लिए कोशिशें बढ़ा दी हैं। इस संक्रमण ने दुनियाभर में 3000 लोगों की जान ले ली है।



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सांसद सुप्रिया सुले-फाइल




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मुस्लिमों को 5 प्रतिशत आरक्षण देने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री उद्धव बोले- मेरे पास आधिकारिक रूप से मामला नहीं आया

मुंबई. महाराष्ट्र में शिक्षा के क्षेत्र में मुस्लिमों को 5 प्रतिशत आरक्षण की बात पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने साफ किया है कि अभी ये मामला आधिकारिक तौर परहमारेपास नहीं आया है। मंगलवार को ठाकरे ने कहा- हमें उस परविचार करना है। विपक्ष को उस समय के लिए अपनी एनर्जी बचाकर रखनी चाहिए। शिवसेना ने अब तक अपनी स्थिति साफ नहीं की है।

उद्धव के इस बयान के बाद राकांपा और शिवसेना में फिर एक बार टकराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। हाल में राकांपा के मंत्री नवाब मलिक ने कहा था कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में मुस्लिमों को 5प्रतिशत आरक्षण देने की सोच रही है। इस सत्र के अंत तक एक बिल भी विधानसभा में लाया जा सकता है। हालांकि, उद्धव के बयानसे स्पष्ट है कि शिवसेना इस रुख पर तैयार नहीं है।

7 मार्च को जाएंगे अयोध्या
उद्धव ने मीडिया से बातचीत मेंयह भी कहा कि वे आगामी 7 मार्च को अयोध्या जाएंगे। वहां वे परिवार के साथ रामलला के दर्शन करेंगे। उद्धव इससे पहले भी 3बार अयोध्या जा चुके हैं। वह महाराष्ट्र में चुनाव से पहले रामललाकेदर्शन करने गए थे।

एनपीआर को लेकर बनाई कमेटी
महाराष्ट्र में एनपीआर को लेकर विधानसभा में प्रस्ताव लाने के सवाल पर उद्धव ने जवाब दिया।कहा- 'मैंने शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के नेताओं की एक कमेटी गठित की है, जो इस मामले के नियमों को देखेंगे।'

'नहीं छिनेगी महाराष्ट्र के लोगों की नागरिकता'
ठाकरे से जब राज्य में एनपीआर लागू करने को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन में मतभेदों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैं किसी को भी महाराष्ट्र के नागरिकों का अधिकार नहीं छीनने दूंगा। मैं इस बात को लेकर बिलकुल स्पष्ट हूं।'सोशल मीडिया छोड़ने के मोदी के विचार पर ठाकरे ने कहा, 'वह (मोदी) मेरे बड़े भाई हैं। मैं उसपर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।'



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सीएम उद्धव ठाकरे मुंबई में मीडिया से बात कर रहे थे।




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मां नहीं जा सकती थी अयोध्या, बेटे ने घर में बनवा दिया राम मंदिर

पुणे. शहर से सटे हिंजवाड़ी गांव में एक शख्स ने अपनी मां की इच्छा पूरी करने के लिए अपने घर में ही राम मंदिर का निर्माण करवा डाला। इस मंदिर को देखने के लिए हर रोज सैंकड़ों लोग यहां आ रहे हैं। बेटे को इलाके में कलयुग का श्रवणकुमार कहा जा रहा है।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हिंजवाड़ी की रहने वाली 75वर्षीय बलुबाई धुमाल की इच्छा थी कि वे अयोध्या जाकर रामलाला के दर्शन उनके नए मंदिर में करें। दिनों दिन गिरती सेहत और मंदिर निर्माण में हो रही देरी को देखते हुए उनके बेटे दिलीप धुमाल ने अपनी जमीन पर राम मंदिर निर्माण का फैसला किया। मंदिर बन जाने के बाद बलुबाई अब जल्द अयोध्या जाकर उसके निर्माण में लगने वाली दो ईंट रखना चाहती हैं।

7 महीने में मां के लिए तैयार किया राम मंदिर
इस भव्य राममंदिर का निर्माण एक एकड़ में हुआ है। इसे बनाने में तकरीबन 7 महीने का समय लगा। मंदिर में राम-सिया की प्रतिमा के साथ हनुमान की भी मूर्ति रखी गई है। दिलीप के मुताबिक, इसके निर्माण में अब तक 5 लाख से ज्यादा रुपये खर्च हो चुके हैं। वे मंदिर को और भव्य बनाने के प्रयास में जुटे हुए हैं।

सोमवार को मंदिर में मूर्ति की स्थापना शंकराचार्य विद्या नरसिंह भारती महाराज के हाथों से की गई। एक यज्ञ के बाद उन्होंने मंदिर में प्रभुराम और माता सीता की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा करवाई।



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मंदिर के निर्माण में तकरीबन 7 महीने का समय लगा।
शंकराचार्य विद्या नरसिंह भारती महाराज ने मंदिर में यज्ञ किया।
मंदिर में प्रभु राम, माता सीता और हनुमान जी की प्रतिमाएं स्थापित हैं।




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बाॅम्बे हाई काेर्ट: एक महिला को पता होता है कि पुरुष उसे किस मंशा से देख और छू रहा है

मुंबई.दिल्ली से मुंबई के लिए उड़ी एयर विस्तारा की फ्लाइट में अभिनेत्री से छेड़छाड़ के मामले में बाॅम्बे हाई काेर्ट ने कहा है कि एक महिला को पता भले ही कम हो, लेकिन उसे समझ सब आता है। यह एक प्राकृतिक उपहार है... छूना... देखना...। एक पुरुष को यह समझ नहीं आता, लेकिन महिला उसके पीछे की मंशा समझ जाती है।

सुनवाई 10 दिसंबर 2017 से जुड़े घटनाक्रम की थी। नाबालिग अभिनेत्री ने आराेप लगाया था कि बिजनेस क्लास में सफर करते हुए पीछे बैठे 41 वर्षीय काराेबारी विकास सचदेव ने छेड़छाड़ की मंशा से अपने पैर उनकी सीट के हैंड रेस्ट पर रखे थे। सेशन काेर्ट ने 15 जनवरी 2020 को विकास को धारा 354 और पॉक्सो एक्ट में दोषी ठहराया था और तीन साल की सजा सुनाई थी। िवकास ने सजा के खिलाफ बॉम्बे हाई काेर्ट में अपील की है। पेश है काेर्ट में सवाल-जवाब:

ऐसा कोई फाॅर्मूला नहीं कि महिला घटना पर कैसी प्रतिक्रिया दे:

वकील: मेरे मुवक्किल को गलत दोषी ठहराया है। उनके पैर पीड़िता को लगे थे। यह गलती हो सकती है। उत्पीड़न की मंशा नहीं थी।

जस्टिस चव्हाण:सिर्फ पीड़िता ही व्यक्ति की मंशा के बारे में बता सकती है। आरोपी कभी नहीं मानेगा कि उसने गलत मंशा से छुआ था। विकास ‘बिजनेस क्लास’ में यात्रा कर रहे थे। वहां बहुत जगह होती है तो फिर पैर दूसरे की सीट पर क्यों रखे?

वकील : पीड़िता ने क्रू से काेई शिकायत नहीं की। मुस्कुराते हुए विमान से उतरी।

जस्टिस चव्हाण: यह गणित नहीं है। ऐसा कोई सीधा फाॅर्मूला नहीं है कि महिलाओं को ऐसी घटना पर कैसा बर्ताव करना चाहिए या कैसी प्रतिक्रिया देनी चाहिए।

वकील : पीड़िता और प्रत्यक्षदर्शियाें के बयानाें में विराेधाभास है। क्रू मेंबर ने बयान दिया है कि आराेपी फ्लाइट में पूरे समय साेता रहा।

इंस्टाग्राम पर पाेस्ट डाली थी:

लैंडिंग के बाद अभिनेत्री ने वीडियाे शेयर कर लिखा था, ‘पीछे बैठा शख्स पैर से गर्दन तो कभी पीठ छूने का प्रयास करता रहा।’ पर विस्तारा ने विकास का बचाव किया था। मंगलवार को हाई काेर्ट ने सुनवाई पूरी होने तक विकास की सजा पर रोक लगा दी।



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Bombay High Court: A woman knows with what intent the man is seeing and touching her.




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मुस्लिम आरक्षण मुद्दे पर गठबंधन सरकार में खींचतान, भाजपा ने कहा- कांग्रेस और राकांपा ने साथ छोड़ा तो उद्धव का साथ देंगे

मुंबई.राज्य में मुस्लिम आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान के बाद गठबंधनसरकार में मतभेद सामने आ गए हैं। उद्धव ने मंगलवार को एक प्रेस कॉफ्रेंस में कहा किशिक्षा के क्षेत्र में मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उनके सामने नहीं आया है। इसके बाद कांग्रेस नेता और कैबिनेट मंत्री अशोक चव्हाण सामने आए और कहा किवे मुस्लिमों को आरक्षण देकर रहेंगे। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि मुस्लिम आरक्षण को लेकर अगर कांग्रेस-राकांपा ने शिवसेना का साथ छोड़ा तो भाजपा उद्धव ठाकरे का साथ देगी।

हिन्दू संगठन कर रहे थे शिवसेना का विरोध
राकांपा नेता औरराज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने दो दिन पहले विधान परिषद में मुस्लिमो को शिक्षा संस्थानोंमें 5 फीसदी आरक्षण देने का एलान किया था। इसके बाद से विपक्षी दल भाजपा शिवसेना को घेरनेमें जुट गई थी। मंत्री मलिक के इस बयान के बाद विश्व हिंदू परिषद सहित तमाम हिन्दू संगठनों ने इसकी निंदा करते हुए शिवसेना को कठघरे में खड़ा करना शुरू करदियाथा।

अशोक चव्हाण ने कहा- आरक्षण देकर रहेंगे
मुस्लिम आरक्षण पर उद्धव केबयान के बाद अशोक चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस व राकांपा के चुनाव घोषणा पत्र में मुस्लिम आरक्षण का वादा शामिल है। इसलिए हम अपना यह वादा पूरा करके रहेंगे। एआईएमआईएम विधायक मुफ्ती स्माईल ने कहा कि सरकार मुस्लिमों को आरक्षण देना नहीं है। वहीं, महागठबंधनसरकार के मतभेदों पर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता विधायक राम कदम ने कहा कि ये लोग संविधान से हटकर सिर्फ लोगो को बेवकूफ बना रहे हैं।

भाजपा, शिवसेना के साथ खड़ी नजर आई
अशोक चव्हाण के बयान के बाद भाजपानेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि अगर राकांपा और कांग्रेस उद्धव ठाकरे सरकार से समर्थन वापस ले लेती हैं तो भाजपाकुछ सीमित मुद्दों पर उन्हेंसमर्थन दे सकती है। उन्‍होंने कहा, 'शिवसेना के साथ हमारा गठबंधन विचारधारा पर आधारित था। अगर राकांपा और कांग्रेस उन पर दबाव बनाती है तो उन्‍हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। यहां तक क‍ि अगर वे सरकार से बाहर हो जाते हैं, तब भी हम कुछ निर्धारित मुद्दों पर सरकार को समर्थन देंगे।'

'धर्म के आधार पर न मिले आरक्षण'
मुनगंटीवार ने कहा-धर्म के आधार पर आरक्षण संविधान के विपरीत है। सिर्फ मुसलमानों को ही धर्म के आधार पर आरक्षण क्‍यों दिया जाना चाहिए, सिखों और ईसाईयोंका आखिर क्‍या अपराध है? मुनगंटीवार ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने पहले ही आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है, जिसमें मुसलमान और ईसाई भी आते हैं।

भाजपा-शिवसेना साथ आई तो उद्धव सरकार पर संकटनहीं
महाराष्ट्र में शिवसेना, राकांपा औरकांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई है। शिवसेना के 56, राकांपा के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। वहीं भाजपा के पास 105 विधायकों की संख्या है। अगर भाजपा और शिवसेना फिर साथ होते हैं तो यह संख्या हो जाएगी 160, जबकि बहुमत के लिए सिर्फ 145 विधायकों की जरुरत है।



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उद्धव ठाकरे (बाएं) और सुधीर मुनगंटीवार(दाएं)-फाइल फोटो