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फ्लैग मार्च में लोगों ने ताली बजाकर पुलिस पर फूल बरसाए, कहीं पर स्वागत के लिए सड़क पर रंगोली बना दी

शहर में कोरोना से जंग जारी है। इसबीच लोगकाेरोना वॉरियरका हौसला बढ़ाने के लिए उन पर फूल बसरा रहेहैं। आजाद नगर में फ्लैग मार्च के दौरान लोगों ने ताली बजाकर औरफूल बरसाकर पुलिसकर्मियों का स्वागत किया। वहीं, एरोड्रम क्षेत्र में रहवासियों ने पूरे सड़क पर रंगोली बनाकर स्वागत किया।यहां से गुजरे पुलिस जवानों ने सभी का आभार जताया औरउन्हें लॉकडाउन का पालन करने की समझाइश दी।


मदीना नगर में ताली बजाकर स्वागत
आजाद नगर थाना क्षेत्र के मदीना नगर चटनी गली के रहवासियों ने पुलिस-प्रशासन कास्वागत किया। इस दौरान सभी ने मास्क पहनते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया। रहवासियों ने अपने घरों से, ओटलों और छत पर खड़े होकर थाना प्रभारी मनीष सिंह डाबर और थाने के स्टाफ परफूल बरसाए।क्षेत्रवासियोंका कहना था कि रात-दिन ड्यूटी करने और लोगोंकी फिक्र करने वाले ये हमारे असली योद्धा हैं।

मदीना नगर में लाेगों ने पुलिसवालों पर फूल बसराए। यह क्षेत्र संक्रमित क्षेत्रों में से एक है।

एरोड्रम क्षेत्र में सड़क पर बनाई रंगोली
थाना प्रभारी अशोक पाटीदार जब अपनी टीम के साथ मार्च करते हुए निकले तो एरोड्रम थाना के 7 फीट रोड स्थित कॉलोनी में अनूठा नजारा दिखाई दिया। यहां आम जनता ने पुलिस के फ्लैग मार्च का स्वागत करते हुए सड़क पर भव्य रंगोली बनाई। कई किलोमीटर तक निकले मार्च में जनता ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घरों की छतों से तालियां बजाकर पुलिस का उत्साहवर्धन किया। पुलिस ने भी सभी आम जनता को उचित निर्देश देते हुए उनका आभार माना। फ्लैग मार्च के दौरान छोटे-छोटे बच्चे भीमास्क लगाकर पुलिस का स्वागत करने बाहर निकले।



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एरोड्रम क्षेत्र में लाेगों ने रंगोली बनाकर स्वागत किया। पुलिस ने भी सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा।




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टाट पट्टी बाखल सहित 15 से ज्यादा स्थानाें पर पहुंची निगम टीम, मशीन से धुआं कर दवाई का छिड़काव किया

शहर में काेराेना संकट के बीच मच्छरोंका प्रकाेप बढ़ता जा रहा है। इनके काटने से डेंगू और मलेरिया सहित अन्य बीमारियां होने की आशंका बढ़ गई है। कोरोना के फैलते संक्रमण के साथ मच्छरों के काटने की वजह से लोग बीमार न हों, इसके लिए निगम स्वास्थ्य विभाग अमले ने मच्छराें काे मारने का अभियान चलाया है। इसी कड़ी में निगम की टीम शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में मच्छर मारने पहुंची और नदी-नालों सहित गली-मोहल्लों में दवाई का छिड़काव किया। इस दाैरान निगम टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी माैजूद रही।

काेराेना से बचाव के पूरे साधन के साथ पहुंची टीम ने पीपीई किट पहन रखी थी। निगमायुक्त आशीष सिंह के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के अपर आयुक्त रजनीश कसेरा ने मच्छर मारने के अभियान की शुरुआत की है। कसेरा ने बताया कि गुरुवार काे 20 कर्मचारियों की टीम और दो धुआं मशीन के साथ टाट पट्टी बाखल, संपूर्ण लोधीपुरा, नरसिंह बाजार, कपड़ा मार्केट, शीतला माता मार्केट, मारोठिया बाजार, सिलावट पुरा, लोहार पट्टी, बड़ा सराफा, छोटा सराफा, बर्तन बाजार, बजाज खाना चौक, सत्ता बाजार, मालगंज क्षेत्र, एमजी रोड और मल्हारगंज में निगम द्वारा मच्छर नाशक दवाई का छिड़काव और मशीन से धुआं किया गया।

सैनिटाइजेशन में लापरवाही, मलेरिया विभाग इंचार्ज का 3 दिन का वेतन कटा
कोरोना और मच्छरों पर नियंत्रण के लिए सैनिटाइजेशन-फाॅगिंग में लापरवाही बरतने पर मलेरिया विभाग के इंचार्ज के तीन दिन का वेतन राजसात किया गया है। अपर आयुक्त स्वास्थ्य रजनीश कसेरा ने मलेरिया विभाग के इंचार्ज ब्रजलाल विश्नार से सैनिटाइजेशन-फाॅगिंग के संबंध में जानकारी मांगी तो वे जानकारी नहीं दे पाए। मामला निगमायुक्त आशीष सिंह तक पहुंचा तो उन्होंने लापरवाही मानते हुए विश्नार का 3 दिन का वेतन राजसात करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार जोन 13 के कर्मचारी रमेश दत्तात्रय ने भी कार्य में असमर्थता जताते हुए ड्यूटी कैंसल करने का दबाव बनाया। उसका 7 दिन का वेतन राजसात किया गया।

निगम अधिकारी-कर्मचारी की तबीयत खराब हो तो 7440443321 पर बताएं
घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रहे अधिकारी-कर्मचारी अस्वस्थ महसूस करने पर नोडल अधिकारी डॉ. नटवर शारडा से 7440443321 नंबर संपर्क कर सकते हैं। डाॅ. शारडा कलेक्टोरेट, सीएमएचओ ऑफिस, पुलिस को सूचित कर कर्मचारी की जांच व उपचार की व्यवस्था करेंगे। निगमायुक्त आशीष सिंह ने बताया निगम के विभिन्न विभागों, शाखा अधिकारी, कर्मचारी, सफाईकर्मी शहर में सफाई, सैनिटाइजेशन, किराना वितरण कार्य में लगे हैं। अब जोनल कार्यालयों के कर्मचारियों को भी घर-घर जाकर बीमारी संबंधी सर्वे में लगाया है। उनके स्वास्थ के लिए डॉ. शारडा जिम्मा सौंपा।



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नदी-नालों सहित गली-मोहल्लों में निगम ने दवाई का छिड़काव किया। इस दाैरान निगम टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी माैजूद रही।




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टाटपट्‌टी बाखल में ड्यूटी करने वाली महिला डॉक्टर की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट

कोरोना प्रभावित क्षेत्र टाटपट्‌टी बाखल में ड्यूटी करने वाली महिला डॉक्टर की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्टआईहै। इसके बाद डॉक्टर के संपर्क में आने वाले अन्य लोगों को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। अब तक डॉक्टर-नर्सों समेत 15 हेल्थवर्कर्स कोरो संक्रमित हो चुके है। टाटपट्‌टी बाखल वहीक्षेत्र हैं जहां जांच के लिए पहुंची मेडिकल टीम पर रहवासियों द्वारा पथराव किया गया था। इस क्षेत्र में कोरोना के 37 मरीज पाए गए हैं।

सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़ीया के अनुसार, कोरोना संक्रमण क्षेत्र में मेडिकल टीम द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है। इस दौरान टीम के सदस्यों द्वारा संक्रमण से बचने के सभी उपाय किए जा रहे हैं। इसके बावजूद एक महिला डॉक्टर कोरोना की शिकार हो गई। सुखलीया क्षेत्र में रहने वाली महिला डॉक्टर की ड्यूटी टाटपट्‌टी बाखल क्षेत्र में लगाई गई थी।

काम के दौरान ही महिला डॉक्टर को सर्दी-खांसी की शिकायत हुई। इसके बाद महिला डॉक्टर का सैंपलजांच के लिए भेजा गया था जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। डॉक्टर के संपर्क में आए टीम के सदस्यों औरअन्य लोगों को भी क्वारैंटाइन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संक्रमित क्षेत्र में काम कर रहे अपने सभी कर्मचारियों को और अधिक एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। अब तक डॉक्टर-नर्सों समेत 15 हेल्थवर्कर्स कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं।



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इंदौर के कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन की टीम द्वारा लगातार काम किया जा रहा है।




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इंदौर में 2 मई से सैनिटाइज की गईं सब्जियां घर-घर मिलेंगी, एक पैकेट में 8 सब्जियां, रेट 150 रुपए होगा

नगर निगम की घर-घर सब्जी पहुंचाने की योजना 2 मई से शुरू होगी। लोगों को इसका ऑर्डर किराना वालों को देना होगा, जिनके नंबर नगर निगम द्वारा वितरित करवाएं गए है। जानकारी के अनुसार 2 मई से ही सब्जियों की डिलीवरी प्रारंभ हो जाएगी। 4 किलो के पैक में 8 तरह की सब्जियां होंगी, जिसका रेट 150 रुपए रहेगा।

खंडवा रोड पर 7 स्थानों पर इनकी पैकिंग के बाद अल्ट्रावॉयलेट किरणाें से सैनिटाइजेशन होगा। कलेक्टर मनीष सिंह और निगमायुक्त आशीष सिंह ने सभी 85 वार्ड के प्रभारियों के साथ बैठक कर योजना को फाइनल किया। ये पैकेट 10 रुपए डिलीवरी चार्ज जोड़कर 150 रुपए में लोगों को मिलेगा। फिलहाल एक व्यक्ति का एक ही ऑर्डर लिया जाएगा।

यह होगा पैक में- मिर्ची-200 ग्राम, अदरक-100 ग्राम, धनिया-200 ग्राम, नींबू-2, लौकी/गिलकी-1 किलो, भिंडी-500 ग्राम, टमाटर-1 किलो, सीजनल सब्जी 1 किलो (बैंगन, पालक, ककड़ी, गाजर, गोभी)



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कलेक्टर मनीष सिंह और निगमायुक्त आशीष सिंह ने सभी 85 वार्ड के प्रभारियों के साथ बैठक कर योजना को फाइनल किया।




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सेंट्रल जेल के एक और कैदी की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट, अब तक 31 संक्रमित हुए

सेंट्रल जेल में बंद एक और कैदी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसे मिलाकर जेल से जुड़े 31 लोगों को कोरोना संक्रमण हो चुका। इसके अलावा सेंट्रल जेल से 12 और कैदियों को अस्थाईजेल में शिफ्ट किया गया। अस्थाईजेल के 7 कैदियों को उपचार के लिए टीबी अस्पताल भेजा गया है।

बुधवार रात आई रिपोर्ट में सेंट्रल जेल में बंद सोनू नामक कैदी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इससे पहले 27 अप्रैल की रात आई रिपोर्ट में 19 कैदियों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी। वहीं, 28 अप्रैल की रात आई रिपोर्ट में एक कैदी और एक प्रधान आरक्षक को कोरोना से पीड़ित बताया गया था। जिला जेल में बंद एक कैदी सद्दाम की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। इस प्रकार अब तक जेल से जुड़े 31 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हो चुकी है।

जेल अधिकारियों के अनुसार, चंदननगर क्षेत्र में पत्थरबाजी करने वाले आरोपियों के जेल में आने के बाद से जेल में कोरोना की एंट्रीहुईथी। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए असरावद खुर्द में अस्थाई जेल बनाई गई है, जहां 123 कोरोना पॉजिटिव और संदिग्ध कैदियों को रखा गया है। गुरुवार को सेंट्रल जेल में बंद 12 और कैदियों को सर्दी-खांसी की शिकायत के बाद अस्थाईजेल में शिफ्ट किया गया। अब अस्थाईजेल में कैदियों की संख्या बढ़कर 135 हो गई है। अस्थाईजेल के आइसोलेशन वार्ड में रह रहे 7 कैदियों को उपचार के लिए टीबी अस्पताल भेजा गया है।



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असरावद खुर्द स्थित अस्थाई जेल के आइसोलेशन वार्ड में कैदियों को रखा गया है।




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23 लोग स्वस्थ होकर घर लौटे, बोले- डॉक्टर और स्टाफ के कारण हम कोरोना से जीते, उनका दिल से शुक्रिया

कोरोनावायरस से जंग जीतकर स्वस्थ हुए 23 मरीजगुरुवार को अस्पताल से डिस्चार्ज हुए। घर लाैटने वालों में13 मरीज इंडेक्स अस्पताल से, 5 मरीज एमआरटीबी अस्पताल से और 5 मरीज अरबिंदो अस्पताल के शामिल हैं। इससे पहले बुधवार को तीन अस्पतालों से 44 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया था। अरबिंदो अस्पताल से 38, चोइथराम से 5 और एमआर टीबी अस्पताल से एक मरीज घर रवाना हुआ।

घर रवाना होने से पहले अब्दुल रहीम ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ काे शुक्रिया कहा। उन्हाेंने कहा कि यहां 25 दिन बाद घर लाैट रहा हूं। यहां हर काम बहुत टाइम से हाेता है। कुछ डाॅक्टर, स्टाफ ताे बहुत ही मन सेलोगों की सेवा कर रहे हैं। अक्षत ने बताया कि उसे 11 अप्रैल को पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव हैं। थोड़ा निराश जरूर हुआ। सरकार ने हमारा फ्री में इलाज करवाया। सरकार और डॉक्टर के कारण ही आज हम अपने घर लौट रहे हैं। वहीं, लुकमान ने कहा कि सरकार ने फ्री में हमारा इलाज करवाया। उनके इस पहल से गरीबों को काफी फायदा हो रहा है। यहां खाने के साथ ही इलाज की बेहतर सुविधा है।

इंडेक्स हॉस्पिटल से अब तक70 से 80 मरीज ठीक होकर लौटे

इंडेक्स हॉस्पिटल के नोडल अधिकारी सुधीर मौर्य ने बताया कि अब तक इस कॉलेज में हमने साढ़े 300 कोरोना मरीजों का इलाज किया है। इतना ही नहीं, यहां से 70 से 80 मरीज ठीक होकर अपने घर लाैट चुके हैं। हमारे यहां अभी भी ढाई सौ के करीब मरीज भर्ती हैं। हमारा 11 बेड का अस्पताल है, जिसमें से करीब 900 बेड कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए रखे गए हैं। पीपीई इंचार्ज सपना भदौरिया ने बताया कि हमारे यहां पर पीपीई किट की कमी नहीं है। हमारे लिए यह खुशी की बात है कि सबसे ज्यादा मरीज यहां पर एडमिट हुए और डिस्चार्ज होकर गए।

बुधवार की रिपोर्ट में मिली हल्की राहत

कोरोना के हॉटस्पॉट बने इंदौर के लिए बुधवार को राहतभरी खबर आई। शहर में 286 सैंपल में 19 नए पॉजिटिव मरीज मिले। 267 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई। यानी पॉजिटिव रेट 6.64% रह गया। इसके साथ ही कुल मरीजों की संख्या 1485 हो गई। हालांकि तीन लोगों की मौत भी हुई है। तीनों मृतक पुरुष हैं और इनकी उम्र 40 से 69 वर्ष के बीच है। इधर, लॉकडाउन के जिस दूसरे चरण ने इंदौर की चिंता बढ़ाई थी, उसी के अंतिम दौर में मरीजों की संख्या धीरे-धीरे कम होती जा रही है। दूसरे चरण की शुरुआत में कुल सैंपल में पॉजिटिव की संख्या 55.59 प्रतिशत तक पहुंच गई थी, वह घटने लगी है।



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यहां से लौटे सभी मरीजों ने मुख्यमंत्री के साथ मेडिकल स्टाफ का शुक्रिया अदा किया।




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पुलिसकर्मियों का हौसला बढ़ाने चंदननगर पहुंचे आईजी, बोले- आने वाले दिनों में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में गर्मी भी चुनौती पेश करेगी

आईजी इंदौर विवेक शर्मा गुरुवार दोपहर चंदननगर थाना क्षेत्र पहुंचे। यहां उन्होंने कोरोना ड्यूटी में लगे हुए पुलिस जवानों, नगर रक्षा समिति के सदस्यों एवं प्रायवेट सिक्योरिटी गार्ड्स का हौसला बढ़ाया। उन्हाेंने यहां 500 पीपीई किट् का वितरण किया। इसके अलावा 350 अत्याधुनिक तरीके के री-यूजेवल सेफ्टी गॉगल्स का वितरण भी किया गया। साथ ही ऑडोमोस, इलेक्ट्रॉल,ओआरएस, साबुन एवं बिस्किट आदि आवश्यक सामाग्री भी आईजी ने जवानों को दी। इस दौरान आईजी ने नगर रक्षा समिति के सदस्यों की अच्छे कार्य के लिए सराहना की और उन्हें सदस्यों की संख्या और भी अधिक बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।

आईजी ने कहा- आने वाले दिनों में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में गर्मी भी अपनी चुनौती पेश करेगी। इसे ध्यान में रखते हुए ड्यूटी स्थलों पर टेंट लगाए गए हैं और बैठने की व्यवस्था भी की गई है। साथ ही इलेक्ट्रॉल एवं ओआरएस आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है, ताकि ड्यूटी में लगे जवान एवं नगर रक्षा समिति के सदस्य भीषण गर्मी में ड्यूटी के दौरान अपने आपको लगातार री-हाइड्रेट करते रहें और गर्मी के प्रकोप से बचे रहें।



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आईजी विवेक शर्मा ने कहा कि गर्मी को देखते हुए ड्यूटी स्थल पर टेंट लगाने के निर्देश दिए गए हैं।




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इंदौर अब बेहतर स्थिति में, अब सिर्फ 20 से 21 एरिया हॉट स्पॉट, करीब 25 लाख लोगों की स्क्रीनिंग हुई - सीएमएचओ

जिले में अब सिर्फ 20-21 हॉट स्पॉट एरिया हैं, जहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 10 से ज्यादा पाई गई है। पिछले दिनों से तुलना की जाए तो अब हम बेहतर स्थिति में हैं। अब तक इंदौर जिले में लगभग 25 लाख लोगों का स्वास्थ्य सर्वे किया जा चुका है। अभी जो लोग बचे हैं, दो से तीन दिन में उनके सर्वे भी कर लिए जाएंगे। सर्वे के दौरान करीब 9 हजार लोग ऐसे पाए गए थे, जिन्हें सर्दी-खांसी थी। डॉक्टरों द्वाराजांच में करीब 250 लोग संदिग्ध नजर आए, इनमें से जांच के बाद 100 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। पेंडिंग सैंपल की बात करें तोअबबचे हुए पुराने सैंपलों की जांचकरीब-करीब पूरीहो गई है। अब यह व्यवस्था होने जा रही है कि आए हुए सैंपलों की जांच उसी दिन कर ली जाए।कंटेनमेंट एरिया के सर्वे को पूरा कर लिया गया है। यह बातें गुरुवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जडिया ने कही।

उन्होंने बताया कि अब नई गाइड लाइन के अनुसार पॉजिटिव मरीजों के भर्ती को लेकर तीन श्रेणी बांटी गई है। इसमें लक्षण के अनुसार मरीजों को अलग-अलग रखा जाएगा। कोविड केयर सेंटर में उन्हें रखा जाएगा, जो पॉजिटिव तो हैं, लेकिन उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं है। वहीं, जिनमें कुछ ज्यादा लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उन्हें डीसीएससी में रखा जाएगा। इसके अलावा ज्यादा गंभीर मरीजों को डीसीएच में रखा जाएगा।

अब तक 1485 लोग संक्रमित, 68 मरीजों ने तोड़ा दम
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि बुधवार को इंदौर में 286 टेस्ट लगाए गए थे, जिनमें से 267 सैंपल निगेटिव पाए गए। 19 टेस्ट पॉजिटिव आए। इस प्रकार अब जिले में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1485 हो गई है। 100 से ज्यादा लोगोंकी दूसरी रिपाेर्ट भी निगेटिव आ गई है। वहीं, अब तक 68 मरीजों की मौत हो चुकी है। सर्वे कार्य भी बफर जोन तक पहुंच चुका है। बहुत कम मात्रा में कोरोना के लक्षण वाले मरीज इस दौरान मिल रहे हैं। जो मिल रहे हैंउनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।



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नई गाइड लाइन के अनुसार अब पॉजिटिव मरीजों को लक्षण के आधार पर अलग-अलग भर्ती किया जाएगा।




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आईआईएम में शुरू हुए पीजीपी के एडमिशन, 750 छात्रों के हुए ऑनलाइन इंटरव्यू

कोरोना वायरस के चलते शिक्षण संस्थान भले हीबंद पड़े हों, लेकिन उनकी गतिविधियां बंद नहीं हुई हैं। देश के प्रमुख मैनेजमेंट संस्थानों में शुमार आईआईएम इंदौर ने भी (कॉमन एडमिशन टेस्ट) केट के आधार पर होने वाले एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आने वाले सत्र को समय पर शुरू किया जा सके इसलिए अन्य आईआईएम के साथ इंदौर में भी एडमिशन की प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी की जा रही है। शुरुआत पांच हजार छात्रों को शॉर्ट लिस्ट करने के साथ की गई थी। अब तक 750 छात्रों के ऑनलाइन इंटरव्यू लिए जा चुके हैं।

आईआईएम से मिली जानकारी के अनुसार- एडमिशन की प्रक्रिया 18 अप्रैल से शुरू हुई थी। केट के आधार पर जिन छात्रों ने आईआईएम इंदौर को प्राथमिकता दी, उनमें से पांच हजार छात्रों को चुना गया। प्रारंभिक मापदंड़ों के आधार पर हुई छंटनी में करीब ढाई हजार छात्र को आगे की प्रक्रिया के लिए चुना गया। चूंकि इंटरव्यू ऑनलाइन होने थे, इसलिए प्री-वेरिफिकेशन में छात्रों से ऑनलाइन इंटरव्यू देने की सहमति और इसके लिए जरूरी संसाधनों की उपलब्धता जांची गई। करीब 19 सौ छात्रों का चयन ऑनलाइन इंटरव्यू की प्रक्रिया के लिए हुआ। अभी तक 750 छात्रों के इंटरव्यू लिए जा चुके हैं। बाकि इंटरव्यू 4 मई तक पूरा करने का लक्ष्य संस्थान ने रखा है। मिली जानकारी के अनुसार इंटरनेट कनेक्टिविटी या किसी अन्य कारण जो छात्र ऑनलाइन इंटरव्यू नहीं दे पा रहे उन्हें लॉकडॉउन खुलने के बाद इमसें शामिल किया जाएगा।

जीएमपीई कोर्स के प्रतिभागी भी कर रहे ऑनलाइन पढ़ाई
आईआईएम ना सिर्फ एडमिशन की प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी कर रहा है बल्कि ऑनलाइन लेक्चर्स भी शुरू कर चुका है। जनरल मैनेजमेंट प्रोग्राम फॉर एग्जिक्यूटिव्स (जीएमपीई) के तहत इंदौर में हर रविवार होने वाले लेक्चर अब ऑनलाइन हो रहे हैं। पांचवी बैच के एग्जीक्यूटिव इसमें शामिल होने देश के अलग-अलग शहरों से हर रविवार यहां आते थे वे अब अपने घरों से पढ़ाई कर रहे हैं। इसी तरह आईआईएम, दुबई में संचालित होने वाले अपने कुछ कोर्स के लेक्चर भी ऑनलाइन ले रहा है।



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संस्थान द्वारा करीब 19 सौ छात्रों का चयन ऑनलाइन इंटरव्यू की प्रक्रिया के लिए किया गया है।




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बिना कारण के सड़क पर घूमने वालों से पुलिस ने लगवाई उठक-बैठक, अंगूर से भरी आयशर ले जा रहा चालक पकड़ाया

शहर में काेरोना महामारी को लेकर जारी लॉकडाउन के बाद भी लाेग कानून का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। एक ओर जहां पुलिस बेवजह घूमने वालों को समझा-समझाकर थक चुकी है। वह ऐसे लोगों को राेज बीच राह पर सजा दे रही है। उनसे उठक-बैठक लगवा रही है। धूप में ड्यूटी करवा रही है। बावजूद लोग सड़कों पर भटकते नजर आ जाते हैं। वहीं, दूसरी ओर फल और सब्जी वाले भी कानून का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। गुरुवार को पुलिस ने फालतू घूम रहे लोगों को द्वारकापुरी, सदर बाजार औरएरोड्रम क्षेत्र में सजा दी। वहीं,द्वारकापुरी क्षेत्र मेंअंगूर से भरेएक आयशर कोजब्त किया।

सदर बाजार थाना क्षेत्र के मुस्लिम बहुल इलाके व बस्तियों में गुरुवार को पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। सुबह 7:00 से 10:00 के बीच चले इस फ्लैग मार्च में पुलिस की टीम उन तंग बस्तियों की गलियों में घूमी, जहां सर्वाधिक लोग लाॅकडाउन का उल्लंघन करते हुए नजर आए। घरों से बाहर घूम रहे लोगों ने जैसे ही भारी फोर्स आता देखा तो जिसे, जहां जगह मिली वहां घुसकर छिप गया। पुलिस ने फालतू घूमने वालों को मुर्गा दौड़ और कान पकड़कर उठक-बैठक लगवाई। इसी के साथ जो बेवजह तफरी करने निकले थे और कोई कारण नहीं बता पाए, उन्हें जमकर लाठियां खानी पड़ी। पुलिस के फ्लैग मार्च के बाद तत्काल ही इलाके में सन्नाटा पसर गया।

कंटेंनमेंट इलाकों में भी जवानपैदल घूमे

सदर बाजार टीआई अजय वर्मा ने बताया कि फ्लैग मार्च सुबह 7:00 बजे शुरू हुआ था जो इमली बाजार से जूना रिसाला तक चला इस दौरान जूना रिसाला की गली नंबर 1, 2 और 3 में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की गई इस दौरान इकबाल कॉलोनी और अहिल्या पलटन के कंटेंनमेंट इलाकों में भी जवानों ने पैदल घूम कर घरों से निकलने वालों पर सख्त कार्रवाई की।

ड्रायवर ने आयशर में जरूरी सुविधा का पास चश्पा कर रखा था।

द्वारकापुरी टीआई संजय शुक्ला के अनुसार गुरुवार सुबह नर्मदा नगर चौराहे पर एक मिनी ट्रक रोका। उसमें अंगूर भरे थे। बाणंगगा निवासी ड्राइवर लक्ष्मण कुछ नहीं बता पाया। उसे थाने लाकर खड़ाकर दिया गया। बाद में कुछ लोग ट्रक छुड़ाने के लिए थाने पहुंचे। बोले ये महाराष्ट्र के अंगूर हैं, उज्जैन में कोल्ड स्टोर में जाना था। गलती से ड्राइवर शहर में घुस गया। पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी और केस दर्ज कर ट्रक जब्त कर लिया। वहीं, राजेंद्र नगर पुलिस ने संजय गांधी नगर में चेकिंग के दौरान एक ब्रेजा कार को पकड़ा। उसमें क्षेत्र का ही राकेश मोहिला और बीजेश बैठा हुआ था। उनकी कार में कपड़ों की तीन पोटलियां थीं, जिसमें सब्जियां भरी हुई थीं। वह इलाके में सब्जी बेच रहा था। पुलिस ने उसकी गाड़ी जब्त कर ली है।

राजेंद्र नगर पुलिस ने आनंद नगर से पिकअप पकड़ी, जिसमें नवल राठौर निवासी बजरंग नगर और विजय जाधव को पकड़ा। गाड़ी में खरबूजा भरा हुआ था। इसी के पास छोटा हाथी लोडिंग गाड़ी पकड़ी, जिसमें सचिन धनगर और कान्हा राजपूत निवासी तलवाडा डेम बड़वानी बैठे हुए थे। इनकी गाड़ी में टमाटर थे। वहीं पुलिस ने एक और छोटा हाथी पकड़ी। इसमें कायस्थ मोहल्ला महू का तोसीफ कुरैशी और उसका साथी इकरार बैठा था। ये लोग तरबूज लेकर इंदौर आए थे। वहीं, चंदन नगर पुलिस ने सिरपुर में एक पिकअप पकड़ी, जिसमें आलू व सब्जियां थीं। इसे दिलीप निवासी लक्ष्मीबाई मंडी और रजा नगर निवासी इमरान लेकर आए थे।



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एरोड्रम क्षेत्र में युवक से उठक-बैठक लगवाई तो उसे गलती का एहसास हुआ। फिर से ऐसा नहीं करने की कसम खाने पर घर जाने दिया।




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फंदे से उतारकर ले गई पत्नी, 15 दिन वेंटीलेटर पर रहने के बाद भी नहीं बच सका पति

बंबई बाजार में रहने वाले 30 वर्षीय एक युवक ने घर में रात को फांसी लगा ली, तभी उसकी पत्नी ने देख लिया। उसने शोर मचायाऔर परिवारवालों की मदद से पति को उतारकर निजी अस्पताल ले गई, जहां 15 दिन बाद पति ने दम तोड़ दिया।

पंढरीनाथ पुलिस के अनुसार, आशिक पिता अब्दुल समीर यहांकड़ाव घाट का रहने वाला था।उसने बुधवार देर रात को इलाज के दौरन बॉम्बे अस्पताल में तोड़ दिया। वह सरवटे बस स्टेंड क्षेत्र में पान की दुकान चलाता था। उसने 14 अप्रैल की रात को घर में फांसी लगा ली। तभी उसकी पत्नी की नींद खुल गई। उसने देखा पति फंदे पर झूल रहा है। उसने शोर मचाया और परिवार वालों को उठाया। परिजन उसे तत्काल निजी अस्पताल ले गए, जहां उसकी सांसें चल रही थी। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया। आखिरकार 15 दिन बाद उसने अस्पातल में अंतिम सांसली। उसका एक बेटा है। परिजन का कहना है कि उन्हें आशिक की मौत का कारण नहीं पता, आखिर उसने आत्महत्या क्यों की है।



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परिजन का कहना है कि उन्हें नहीं पता आशिक ने आत्महत्या क्यों की। (प्रातीकात्मक फोटो)




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महीने के आखिरी दिन तेज धूप के बीच छाए काले बादल, कहीं धूप रही कहीं हुई बूंदाबांदी

गुरुवार शाम4बजे मौसम के कई रंग देखने को मिले। तेज धूप भी थी, कहीं बादल, कहीं आसमान साफ था और साथ में तेज बौछार भी तपती धरती को गीला कर रही थी। इस महीने में पहली बार तापमान ने असर दिखाया है। यह 41 डिग्री होकर सामान्य से 1 डिग्री ज्यादा रिकार्ड हुआ है। अगले 10 दिन भी गर्मी ऐसी ही रहने वाली है। तापमान 40 से 41 डिग्री के बीच ही रहने वाला है। बीच-बीच में हल्के बादल धूप को कुछ देर रोक सकते हैं। इससे ज्यादा राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।


राजस्थान में प्रति चक्रवात का असर कम हो गया। हवा का रुख बदला है तो गर्मी ने रंग दिखाएगी। सूर्योदय से सूर्यास्त तक धूप एक जैसी ही रहेगी। गुरुवार सुबह के साथ ही दिन के तेवर का अंदाज होने लगा थी। दोपहर तीन बजे करीब तापमान सर्वाधििक स्तर पर 41 डिग्री पर जाकर थम गया। गर्मी को दो महीने बीत चुके हैं। पहली बार तापमान 40 डिग्री पार हुआ है। न्यूनतम तापमान में भी इजाफा हुआ है। मंगलवार रात को पारा 22.8 डिग्री था जो बुधवार रात को 24.7 डिग्री दर्ज



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अगले 10 दिनों तक इसी प्रकार तेज गर्मी पड़ने के आसार हैं।




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इंदौर में संक्रमित इलाके में लगातार ड्यूटी कर रहे एएसआई को हार्टअटैक, 7 दिन इलाज बाद जान गई

कोरोना सेजंग के बीचगुरुवार सुबह एक और दुखद खबर सामने आई। संयोगितागंज पुलिस थाने के एएसआई कुंवर सिंह खरते (42 साल) ने तड़केइलाज के दौरान दम तोड़ दिया।कोरोना से युद्ध के दौरान पुलिस विभाग में यह तीसरी मौत है। पहले जूनी इंदौर थाने के टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी और फिर उज्जैन के नीलगंगा थानेके टीआई यशवंत पाल का निधन हो चुका है।

संयोगितागंज थाना प्रभारी राजीव त्रिपाठीके अनुसार, खरते लॉकडाउनके दौरान लगातारड्यूटी कर रहे थे। इस दौरान उन्हें हार्टअटैक आया था। 23अप्रैल को उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां उनकी सर्जरी की गई।शुगर होने सेउनकी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा था। उनका डायलिसिस भी किया गया, लेकिन किडनी डैमेज होने से उन्हें बचाया नहीं जा सका।

इंदौर में जूनी थाने के प्रभारी रहे देवेंद्र चंद्रवंशी का भी एक हफ्ते पहले निधन हुआ। वे 2007 में एसआई बने थे। शाजापुर जिले के रहने वाले थे।

19 अप्रैल को टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी की हुई थी मौत
मध्यप्रदेश में कोरोना का एपिसेंटर बने इंदौर में 18 अप्रैल को 45 साल के जूनी इंदौरके तत्कालीन थाना प्रभारी देवेंद्र चंद्रवंशी की मौत हो गई थी। वे पिछले 19 दिन से अरबिंदो अस्पताल में भर्ती थे। चंद्रवंशी की पहली कोरोना रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई थी।बाद में 13 और 15 अप्रैल की रिपोर्ट निगेटिव आई। अस्पताल प्रबंधन के प्रमुख डॉ. विनोद भंडारी का कहना था कि चंद्रवंशी की मौत का मुख्य कारण पल्मोनरी एम्बोलिज्म है।

उज्जैन के नीलगंगा थाना के प्रभारी रहे यशवंत पाल 10 दिन तक इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में भर्ती रहे थे।


21 अप्रैल को उज्जैन के नीलगंगा थाना टीआई ने तोड़ा था दम
उज्जैन के नीलगंगा थाना टीआई यशवंत पाल (59) की कोरोना से इंदौर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। 27 मार्च को उनके थाना क्षेत्र की अंबर कॉलोनी में कोरोना पॉजिटिव संतोष वर्मा की मौत हुई थी। इसके बाद इस कंटेनमेंट एरिया की व्यवस्था टीआई खुद देख रहे थे। यहीं पर वे संक्रमित हुए और उनकी हालत बिगड़ती चली गई। लंबे इलाज के बाद इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे उनकी मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि पाल एक महीने से उन्हें सर्दी और बुखार बना हुआ था। वे मूलत: बुरहानपुर के रहने वाले थे।



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लॉकडाउन के बाद से ही एएसआई लगातार संयोगितागंज थाना क्षेत्र में डटे हुए थे।




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28 साल की पुलिस की नौकरी में पहली बार मिला वीकली ऑफ, पत्नी ने घर पर ही टीआई पति की कटिंग की

कोरोना के खिलाफ जंग मेंएक महीने से लगातारबिना रुके, बिना थके ड्यूटी करने वाले थानेदारों को अब वीकली ऑफ मिलने लगा है। गुरुवार को एमजी रोड टीआई राजेंद्र चतुर्वेदी को भी वीकली ऑफ मिला, तो वे खुद चौंक गए। बोले- 28 साल से नौकरी कर रहा हूं, आज पहली बार वीकली ऑफमिला है। अपने आईजी साहब का शुक्रगुजार हूं, जो हमें कोरोना में छुट्टी दी।

टीआई चतुर्वेदी ने कहा कि वे सुबह से बहुत खुश थे, क्योंकि आज उन्हें किसी भी तरह के लॉ एंड ऑर्डर का टेंशन नहीं था। पूरा दिन सिर्फ पत्नी औरखुद पर ही खर्च करना था, क्योंकि दोनों बच्चे भी विदेश में हैं। योग किया। सुबह पहली बार आराम से चाय पी, क्योंकि भागने की टेंशन नहीं थी। जब नहाने के लिए जाने लगा तो पत्नी बोली कि ठहरो। वह खुद कैंची-कंघा ले आईं। बोलीं- कोरोना बहुत घातक है। अब 3-4 महीने दुकान पर नहीं जाना है। इसलिए खुद ही कटिंग करने लगीं। फिर टीआई ने स्नान के बाद पूजन की। तब तक पत्नी ने दाल-बाटी बनाई। उसके बाद टीआई ने दिनभर सोकर खुद को फ्रेश किया।

चतुर्वेदी का कहना है कि अभी तक सुबह की चाय भी बड़े टेंशन में पीने को मिल रही थी।चाय के बाद तुरंत तैयार होना और फिर फील्ड में भागना। इधर, पत्नी भी दिनभर घर में अकेली रहती थीं। ऐसे में आज का दिन मेरे लिए हमेशा के लिएयादगार बनगया।


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बॉलीवुड गाने सुनते हुए टीआई ने पत्नी से बाल कटवाए। पूरा दिन घर पर ही बिताया।




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मंत्रालय में कामकाज और एम्स में कोरोना मरीजों पर नई दवा का ट्रायल शुरू, 4 मई से लॉकडाउन में बड़ी राहत मिल सकती है

लॉकडाउन का दूसरा चरण खत्म होने मेंमहज 4 दिन बचे हैं। इससे पहले गुरुवार से कामकाज शुरू हो गया। उधर, भोपाल एम्स मेंरोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवा का कोरोना संक्रमितोंपर ट्रायल शुरू हो गया है। तीन मरीजों को दवा का पहला डोज दिया गया है। प्रदेश में अलग-अलग जिलों से जारी रिपोर्ट के मुताबिक,संक्रमितोंकी संख्या 2625 हो गईहै। 514 मरीज ठीक हो चुके हैं। 137लोगों की जान गई।इंदौर में 1486, भोपाल में 508लोग कोरोना पॉजिटिव हैं।

उधर,केंद्र सरकार ने बुधवार को लॉकडाउन में लगीपाबंदियों में बड़ी ढील का ऐलान किया। 36 दिन से देशभर में फंसे मजदूरों, छात्रों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों और अन्य लोगों को घर लौटने की छूट मिल गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 4 मई से लॉकडाउन में बड़ी राहत देने की घोषणा की है।

राज्य सरकार ने भी तैयारी शुरू की

राज्य सरकार ने भीलॉकडाउन से बाहर आने की योजना बनानी शुरू कर दी है। इंदौर, उज्जैन में लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है, जबकि भोपाल, धार, खरगोन औरहोशंगाबाद के कंटेनमेंट क्षेत्र को छोड़कर बाकी जगह कामकाज में ढील दी जाएगी। ग्रीन जोन के 25 जिलों में ग्रामीण क्षेत्रों के साथशहरी इलाकों में भी गतिविधियां बढ़ाई जाएंगी। यहां ऑफिस और फैक्ट्रियों में मेनपॉवर 33 से बढ़ाकर 50 फीसदी करने की तैयारी है। स्कूल, कॉलेज, कोचिंग्स, धार्मिक स्थल, मैरिज हॉल, सिनेमा, शॉपिंग मॉल, बस अड्‌डे, शराब दुकानें औरबड़े बाजार खोलने पर 3 मई के बाद ही फैसला होगा।

भोपाल के बरखेड़ी इलाके में पुलिस का सख्त पहरा है। ऐसे में लोग रेलवे ट्रैक से निकल कर आ रहे हैं। पुलिसकर्मी ने यहां से एक महिला को घर वापस भेजा।

मंत्रालय में केंद्र की गाइडलाइन का पालन हो रहा
लॉकडाउन के कारण बंद रहे मंत्रालय, सतपुड़ा भवनऔर विंध्याचल भवन में 38 दिन बाद गुरुवार से कामकाज शुरू हो गया। हालांकि कार्यालयों में रोस्टर के हिसाब से सिर्फ 30% अधिकारी औरकर्मचारियों को बुलाया गया है। बाकी कर्मचारी घर से ही काम करेंगे। 23 मार्च से प्रदेश में सभी सरकारी कर्मचारी घर से ही काम कर रहे हैं। सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े अधिकारी औरकर्मचारी ही दफ्तर पहुंच रहे हैं। सभी कार्यालयों को केंद्र की गाइडलाइन का पालन करने, ऑफिस को नियमित रूप से सैनिटाइज करने और कर्मचारियों के लिए सैनिटाइजर औरहैंडवॉश उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्रालय में वाहन चालकों का प्रवेश भी प्रतिबंधित रहेगा।

ऑफिस में कामकाज के लिए ये है गाइडलाइन

  • सोशल डिस्टेंसिंग का पालन।
  • कर्मचारियों को मास्क पहनना होगा।
  • सैनिटाइजर औरहैंडवॉश की व्यवस्था।
  • ऑफिस आते-जाते समय सभी कीथर्मल स्कैनिंग होगी।
  • बाहरी लोगों का आना प्रतिबंधित रहेगा।
  • कार्यालय में गुटखा, तंबाकू लाना और खानाप्रतिबंधित रहेगा।
  • मीटिंग में अधिकारी एक-दूसरे से कम से कम 6 फीट की दूरी पर बैठेंगे।
  • लिफ्ट में क्षमता के हिसाब से दो या चार लोग ही जाएंगे।

एम्स में कोरोना मरीजों पर नई दवा का ट्रायलशुरू हुआ

एम्स भोपाल में कोरोना संक्रमितोंपर माइक्रोबैक्टीरियम-डब्ल्यू (एमडब्ल्यू) दवा के ट्रायल की प्रक्रिया शुरू हो गई है। गुरुवार सुबह एम्स के आईसीयू में भर्ती तीन गंभीर मरीजोंको पहला डोज दिया गया। हर मरीज को इंजेक्शन के रूप में एमडब्ल्यू दवा के 3 डोज दिए जाएंगे। इस दवा का वैक्सीन के रूप में पहले भी ट्रायल हो चुका है। लंग कैंसर, कुष्ठ, टीबी और निमोनिया जैसी बीमारियों के इलाज में इसके परिणाम सकारात्मक रहे थे। इस दवा का इंसानों पर कोई साइड इफेक्ट सामने नहीं आया है। यह दवा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और मरीजठीक हो जाता है।

गुना में लॉकडाउन में छूट मिलते ही किसान अपनी फसल बेचने के लिए मंडी आने लगे हैं।

कोरोना अपडेट्स

  • अनूपपुर: गुरुवार को दो व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिले। भोपाल से लौटे एक मजदूर को क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया था, उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके साथ एक अन्य मजदूर कोरोना पॉजिटिव मिला। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
  • मध्य प्रदेशके बाहर फंसे 20 हजार श्रमिक अब तक वापस लाए जा चुके हैं। बुधवार को जैसलमेर, नागौर, जोधपुर औरजयपुर से 200 बसों से श्रमिकों को लाया गया। गुजरात से भी 500 लोग लाए गए। इनके अलावा रोज 2 से 3 हजार श्रमिक पैदल आ रहे हैं। इधर, राजस्थान के श्रमिकों को भी वापस भेजा। अब तक 30 हजार श्रमिकों को उनके गृह स्थान पहुंचायागया है। 30 अप्रैल को राजस्थान से करीब 7 हजार औरउप्र से 3 हजार श्रमिक लाए जाएंगे। गोवा से भी 1600 श्रमिकों को लाने की तैयारी है।
  • भोपाल:कोरोना संक्रमण के कारण रेड जोन में शामिल 52 वार्डों में से 13 वार्ड आगामी 3 मई के बाद ऑरेंज जोन में बदल सकते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन ने इन 52 वार्ड में पिछले 14 दिन के भीतर मिले पॉजिटिव मरीजों के डेटा का एनालिसिस शुरू कर दिया है। जिला प्रशासन की 24 अप्रैल की रिपोर्ट के मुताबिक रेड जोन में शामिल 13 वार्ड ऐसे हैं, जहां पिछले दो सप्ताह में कोरोना का सिर्फ एक-एक नया पॉजिटिव मरीज मिला। 3 मई तक अगर इन वार्ड में कोरोना का नया मरीज नहीं मिला, तो इन सभी 13 वार्ड को रेड जोन से बाहर किया जा सकता है।
  • हमीदिया अस्पताल के ट्रामा सेंटर के तीसरे, चौथे और पांचवें मंजिलको कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व कर दिया गया है। यहां तीनों फ्लोर पर 350 बेड कोविड-19 के पेशेंट के लिए रिजर्व होंगे। यहां तीन शिफ्टों में 65 डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी होगी। इसमें पल्मोनरी, मेडिसिन और एनस्थिसिया के तीन सीनियर डॉक्टर्स के साथ तीन जूनियर डॉक्टर्स रहेंगे। 10 दिन की ड्यूटी के बाद ये पूरा स्टाफ क्वारैंटाइन हो जाएगा।अटेंडर्स की दिन में एक बार वीडियो कॉल पर उनके मरीजों से बात कराई जाएगी। इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन टैब खरीदेगा। प्रबंधन ने तय किया है कि कोविड-19 वार्ड में भर्ती होने वाले कोरोना मरीजों के भोजन और पानी के लिए अलग प्रबंध होगा। इन्हें पैक्ड भोजन और पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
  • इंदौर:नगर निगम की घर-घर सब्जी पहुंचाने की योजना 2 मई से शुरू होगी। लोगों को इसका ऑर्डर किराना वालों को देना होगा, उसी दिन से डिलीवरी मिलेगी। 4 किलो के पैकेट में 8 तरह की सब्जियां होंगी, जिसका रेट 150 रुपए रहेगा। खंडवा रोड पर 7 स्थानों पर इनकी पैकिंग के बाद अल्ट्रावॉयलेट किरणों से सैनिटाइजेशन होगा। पैकेट मेंमिर्ची-200 ग्राम, अदरक-100 ग्राम, धनिया-200 ग्राम, नींबू-2, लौकी/गिलकी-1 किलो, भिंडी-500 ग्राम, टमाटर-1 किलो, सीजनल सब्जी 1 किलो (बैंगन, पालक, ककड़ी, गाजर, गोभी) होगी।

यह तस्वीर भोपाल के जहांगीराबाद की है। यहां 75 संक्रमित हैं। प्रशासन ने इस इलाके को सुपर हॉटस्पॉट घोषित किया है। इसके बाद भी यहां लोग सड़कों पर निकल रहे हैं।

पत्नी का चेहरा झुलसा, ड्यूटी पर तैनात कॉन्स्टेबल मिलने नहीं जा सका

इंदौर के लसूड़िया थाने में पदस्थकांस्टेबल धीरेंद्र सिंह ने बताया कि 25 अप्रैल को उनकी बेटी का जन्मदिन था। उसने मां से दाल-बाटी बनाने को कहा। खाना बनाते समय गैस भभक गई और पत्नी का चेहरा झुलस गया, लेकिन वे उन्हें देखने घर नहीं जा सके। दरअसल,धीरेंद्र कोरोना महामारी के बीचड्यूटी पर हैं। संक्रमण का खतरा होने की वजह सेउन्हें धर्मशाला में ठहराया गया है।

इंदौर के लसूड़िया थाने में पदस्थ कांस्टेबल धीरेंद्र सिंह की पत्नी खाना बनाते समय गैस भभकने से झुलस गईं।
  • स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक संक्रमितों की संख्या 2625: इंदौर 1486, भोपाल 508, उज्जैन 138, जबलपुर 85, खरगोन 70, धार 48, खंडवा 46, रायसेन 55, होशंगाबाद 35, बड़वानी 26, देवास 24, रतलाम में 14, मुरैना-विदिशा में 13-13, आगर मालवा 12, मंदसौर 9, शाजापुर 6, सागर और छिंदवाड़ा 5-5, ग्वालियर और श्योपुर 4-4, अलीराजपुर-शहडोल में 3-3, रीवा-शिवपुरी और टीकमगढ़ में 2-2, बैतूल, डिंडोरी, हरदा, बुरहानपुर, अशोकनगर एक-एक संक्रमित मिला। अन्य राज्य के 2 मरीज हैं।
  • अब तक 130 की मौत: इंदौर 68, उज्जैन 24, भोपाल 15, खरगोन और देवास में 7-7, खंडवा 4, होशंगाबाद में 3, रायसेन और मंदसौर 2-2, धार, जबलपुर, आगर मालवा, छिंदवाड़ा, अशोकनगर में एक-एक की मौत हो गई।
  • स्वस्थ्य हुए 482 मरीज: इंदौर 177, भोपाल 162, मुरैना और विदिशा 13-13, खरगोन 22, खंडवा 31, बड़वानी और होशंगाबाद 14-14, जबलपुर 7, उज्जैन 5, देवास में 7, शाजापुर, ग्वालियर, श्योपुर 4, छिंदवाड़ा और शिवपुरी 2-2, रायसेन और सागर में एक-एक मरीज स्वस्थ हुआ। (स्वास्थ्य विभाग द्वारा 30अप्रैल को जारी बुलेटिन के अनुसार)


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यह तस्वीर भोपाल में सतपुड़ा भवन की है। यहां आज से कामकाज शुरू हो गया है। अपने विभागों में जाने से पहले कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई।




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डॉक्टरों का मनोबल बढ़ाने के लिए दें अवॉर्ड,  हर मरीज भर्ती करें अस्पताल

स्वास्थ्य सेवाओं में शीर्ष पदों पर रहे 4 लोग और कोरोना से लड़ रहे अस्पतालों के प्रमुखों से बात करने, दूसरे शहरों की बेस्ट केस स्टडी देखने के बाद इन समस्याओं का समाधान ढूंढने की काेशिश

भास्कर हेल्थ एक्सपर्ट पैनल

1. कोरोना और नॉन कोरोना मरीजों को अस्पताल आते ही तवज्जो मिले, अभी ऐसा नहीं हो रहा, भटक रहे हैं लोग

हिना अंसारी को प्रसूति के लिए परिजन आयशा नर्सिंग होम ले गए। वहां बताया कि अस्पताल बंद है। पीसी सेठी अस्पताल चले जाओ, जबकि नौ महीने से हिना का इलाज वहीं की डॉ. नफीसा कर रही थीं। प्रसूति के ऐसे कई मामले हैं, जिनमें निजी अस्पताल वाले गर्भवती को सरकारी अस्पताल भेज रहे हैं। कोरोना और अन्य बीमारियों के मरीजों को भी कई अस्पतालों में भटकना पड़ रहा हैं। कुछ मामलों में तो मरीज की मौत भी हो गई। इनमें अस्पतालों पर लापरवाही का इल्जाम लगाया गया।
भास्कर सुझाव : कॉल सेंटर सिस्टम मजबूत हो, खाली बेड की जानकारी तुरंत मिले
सीएमएचओ कार्यालय सहित पुलिस, मेडिकल कॉलेज, एमवाय अस्पताल, कलेक्टोरेट में कॉल सेंटर व्यवस्था मजबूत करने की जरूरत है। प्रशिक्षित कर्मचारियों की सेवाएं लेना होंगी। यलो और रेड कैटेगरी के अस्पतालों में बेड ऑक्यूपेंसी की जानकारी रोज स्वास्थ्य कार्यालय तक पहुंचना चाहिए, ताकि विभागीय अधिकारियों को पता रहे कि किस अस्पताल में कितने बेड खाली हैं। जिन लोगों के सैंपल लिए, उनकी रिपोर्ट जल्द मिले, ताकि संक्रमित मरीजों के साथ उन्हें अनावश्यक नहीं रुकना पड़े। वहीं, जगह-जगह लगे प्रदूषण बताने वाले डिस्प्ले बोर्ड पर अस्पतालों में मरीज, बेड की जानकारी दिखाई जाए।

2.डॉक्टर और नर्स को अद्भुत मनोबल, समर्पण से कोरोना से लड़ना चाहिए, अभी छुट्‌टी लेने जैसी बातें आ रही सामने

इसमें कोई शक नहीं कि डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ इस वक्त कोरोना से लड़ रहे हैं, लेकिन कई डॉक्टर इस लड़ाई में आगे ही नहीं आए। किसी ने अधिकारियों के फोन नहीं उठाए तो किसी ने छुट्‌टी ले ली। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के करीब 20 डॉक्टरों का वेतन रोकने और पांच आयुष डाॅक्टरों के पंजीयन निरस्ती के आदेश जारी हुए। वहीं, निजी डॉक्टर इसलिए इलाज करने नहीं जा रहे क्योंकि बिना लक्षण वाले मरीजों को पहचानना मुश्किल है। निजी अस्पतालों में आधा स्टाफ नहीं है।
भास्कर सुझाव : मेडिकल टीम को पुरस्कार दिए जाएं, अतिरिक्त भत्ते की व्यवस्था हो
हरियाणा में सरकार ने फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए प्रोत्साहन राशि का एेलान किया, लेकिन बाद में वहां के डॉक्टर और अन्य ने ही मना कर दिया। जबकि कोरोना वार्ड और फील्ड में काम करने वाले डॉक्टर और कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त भत्ते की व्यवस्था होना चाहिए। हालांकि बात सिर्फ धन की नहीं है, लेकिन उन्हें यह अहसास करवाना अहम है कि वे हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। यह भी अहसास करवाना जरूरी है कि वे सुरक्षित हंै। मेडिक्लेम की सुविधाएं मिलना चाहिए।उनके ठहरने के लिए अच्छे होटल का इंतजाम हो। पुरस्कार के जरिये उनका मनोबल बढ़ाया जा सकता है।

3. डॉक्टरों को पूरी सुरक्षा, भरोसा, प्रोत्साहन और हमारा समर्थन मिलना चाहिए, अभी इसमें भारी कमी है

अब तक 10 से ज्यादा डॉक्टर और आधा दर्जन नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ संक्रमण की चपेट में आ चुका है। एमवायएच और स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों से ड्यूटी लगाने में पक्षपात करने की शिकायतें आ रही हैं। दबे-छिपे हर कोई विरोध कर रहा है। ओपीडी में काम करने वाले स्टाफ को सिर्फ ग्लव्स और मास्क मिल पा रहा है। क्वारेंटाइन सेंटर में भी यही स्थिति है। नए स्टाफ को प्रशिक्षण दिए बिना ड्यूटी पर लगा दिया। डॉक्टर, नर्सों ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर नाराजगी जताई।
भास्कर सुझाव : चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को भी मिले पीपीई किट, सुरक्षा का भरोसा दें
कई अस्पतालों के मेडिकल स्टाफ में सुरक्षा इंतजाम को लेकर डर का माहौल है। डर यह कि पीपीई किट केवल वार्ड में ड्यूटी करने वालों को मिल रहे हैं, जबकि जरूरत यह है कि सभी अस्पतालों में डॉक्टर से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को यह किट मिलना चाहिए। स्टाफ को यह भरोसा दिलाएं कि किट से संक्रमण होने कीआशंका जीरो हो जाती है। यानी, किट पहनने के बाद वे सुरक्षित हैं। सरकारी अस्पतालों में अच्छा वातावरण, वाशरूम और पानी की बेहतर सुविधाएं मिलना
चाहिए। सामान की खरीदी प्रक्रिया में फील्ड में काम करने वालों को शामिल किया जाना चाहिए।

4. नॉन कोरोना मरीज उपेक्षित नहीं हों, ये ध्यान रखना पड़ेगा, अभी ऐसे कुछ लोगों की इलाज न मिलने से मौत की खबरें

108 और अन्य एम्बुलेंस को कोरोना के मरीजों को शिफ्ट करने के काम में लगाया है, जबकि जरूरत 50 से ज्यादा एम्बुलेंस की है। एम्बुलेंस 108 की लाइन बिजी मिलती है। मरीजों की शिफ्टिंग भी इन्हीं से की जा रही है, जबकि दूसरी बीमारियों के मरीजों को एम्बुलेंस नहीं मिल पा रही है। उन्हें संक्रमण के डर से संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है। साेमवार को ही गंभीर रूप से बीमार पांडुराव चांदवे को परिजन क्लॉथ मार्केट अस्पताल लेकर पहुंचे। बताया गया कि यहां इलाज नहीं होगा। एम्बुलेंस नहीं मिली तो स्कूटी से लेकर एमवायएच पहुंचे। पांडुराव की तब तक मौत हो चुकी थी।
भास्कर सुझाव : एम्बुलेंस के लिए ऑनलाइन बुकिंग की जाए, अस्पतालों के अनिवार्य हो कि हर मरीज के लिए करें व्यवस्था
शहर के अस्पतालों में 85-90 एम्बुलेंस हैं। जिस तरह जुगनू, ओला और उबर कैब में यात्रियों की ऑनलाइन बुकिंग की जाती है, इसी तरह एम्बुलेंस में मरीजों को ले जाने के लिए केंद्रीकृत व्यवस्था की जाना चाहिए। अस्पताल में एक डेस्क बनाई जाए, जहां इनकी बुकिंग हों। अस्पतालों के लिए अनिवार्य होना चाहिए कि वे एम्बुलेंस मुहैया करवाएं।

5. कोरोना वार्ड ऐसे होने चाहिए कि मरीज को वहां रहना सजा न लगे, अभी बिस्तर और यूरिनल ही खस्ताहाल

शैल्बी अस्पताल के संक्रमित डॉक्टर को दूसरे अस्पताल में भर्ती किया तो वहां की हालत देख उन्होंने सोशल मीडिया पर पीड़ा बताई। कहा कि मैं यहां रहा तो बीमार हो जाऊंगा। टीबी अस्पताल से चार पॉजिटिव मरीज भाग गए और कई लोगों को संक्रमित किया। एमवाय के चेस्ट वार्ड से करीब छह संदिग्ध मरीज भाग गए। अमूमन सभी की पीड़ा यही है कि वार्ड में पीने के लिए गरम पानी
नहीं है। वॉशरूम गंदे हैं। बेडशीट नहीं बदली जाती। बेड के बीच दूरी नहीं है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
भास्कर सुझाव : मॉल-शॉपिंग कॉम्प्लेक्स जैसी सफाई हो अस्पतालों में, मनोरंजन के साधन हों, मरीजों में हो दूरी
जिस तरह मॉल्स और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में हजारों लोगों की आवाजाही के बावजूद सफाई रहती है, उसी तरह अस्पतालों में भी रहना चाहिए। वार्ड में मनोरंजन के साधन हों। स्वस्थ मरीजों के लिए अलग-अलग गतिविधियां होना चाहिए। वार्ड में जहां मरीजों को रखा जाता है, वहां पार्टिशन होना चाहिए।



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डिस्चार्ज हुए बिना क्वारेंटाइन हाउस से भाग निकला मरीज

(देव कुण्डल). वाटर लिली क्वारेंटाइन सेंटर से गुरुवार रात एक मरीज भाग निकला। सुनेश पाहुजा नामक इस मरीज को हफ्तेभर पहले ही यहां लाए थे। रात 8 बजे उन्होंने अन्य मरीजों को बताया कि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है और वे थोड़ी देर में चले जाएंगे। दो घंटे बाद मरीजों को ग्लब्ज, सैनिटाइजर आदि सौंपा और लिफ्ट से नीचे चले गए। बताते हैं कि निजी वाहन से कहीं रवाना हो गए। इधर, सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिया ने बताया कि अभी तक पाहुजा की रिपोर्ट नहीं आई है। शेष|पेज 8 पर

यदि वह डिस्चार्ज हुए बिना गए हैं तो कार्रवाई होगी। कोविड सेंटर इंचार्ज डॉ. जगराम मांझी ने बताया कि डिस्चार्ज हुए बिना जाना अपराध है। सुरक्षाकर्मियों ने क्यों नहीं रोका, इसकी भी जांच करेंगे।



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Patient escaped from quarantine house without being discharged




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आईईटी की कर्मचारी पॉजिटिव थी, अब निगेटिव

देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के आईईटी (इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस) की एक महिला कर्मचारी की कोरोना जांच की पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिससे संस्थान में हड़कंप मचा हुआ था। अब उसकी दूसरी और तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। इससे उन कर्मचारियों ने भी राहत की सांस ली है, जो महिला से मिले या किसी भी कारण से संपर्क में आए। आईईटी प्रबंधन भी लगातार ऐसे कर्मचारियों से संपर्क में था, जो महिला कर्मचारी के साथ काम करते थे। ऐसे कर्मचारियों से बात भी की गई, लेकिन किसी में भी कोई लक्षण नजर नहीं आए। आईईटी के डायरेक्टर डॉ. संजीव टोकेकर का कहना है महिला की जानकारी मिली थी कि उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। लेकिन अब वह ठीक है। हमने सारे जरूरी कदम उठा लिए थे।



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IET employees were positive, now negative




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आईआईएम; 750 छात्रों के ऑनलाइन इंटरव्यू लिए गए

आईआईएम इंदौर ने भी (कॉमन एडमिशन टेस्ट) कैट के आधार पर होने वाले एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब तक 750 छात्रों के ऑनलाइन इंटरव्यू लिए जा चुके हैं। एडमिशन की प्रक्रिया 18 अप्रैल से शुरू हुई थी। आईआईएम ऑनलाइन लेक्चर्स भी शुरू कर चुका है। जनरल मैनेजमेंट प्रोग्राम फॉर एग्जिक्यूटिव्स (जीएमपीई) के तहत इंदौर में हर रविवार होने वाले लेक्चर अब ऑनलाइन हो रहे हैं। पांचवीं बैच के एग्जिक्यूटिव्स अब अपने घरों से पढ़ाई कर रहे हैं। इसी तरह आईआईएम, दुबई में संचालित होने वाले अपने कुछ कोर्स के लेक्चर भी ऑनलाइन ले रहा है।



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IIM; 750 students were interviewed online




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इंदौर के 72 में से 45 मृतकों को थी शुगर या अन्य बीमारी; कोरोना पॉजिटिव ने दिया बच्चे को जन्म, उसका भी होगा टेस्ट

इंदौर में कोरोना से जान गंवाने वाले 72 में से 45 मरीज ऐसे थे, जिन्हें शुगर, ब्लड प्रेशर सहित अन्य कई बीमारियां थीं। मृतकों में 40 मरीजों की उम्र 50 से 70 साल के बीच थी। इनमें बीमारी का घातक प्रसार क्यों हुआ, इसका पता लगाने के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज डेथ ऑडिट करवा रहा है। वह इनके सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेजेगा। टीमों ने गुरुवार को 550 सैंपल लिए, जो हर दिन के 300 से 400 सैंपल के मुकाबले ज्यादा हैं। दूसरी ओर वाटर लिली क्वारेंटाइन सेंटर से गुरुवार रात करीब 8 बजे एक मरीज भाग निकला। सुनेश पाहुजा नामक इस मरीज को हफ्तेभर पहले ही यहां लाए थे। सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिया ने बताया कि अभी तक पाहुजा की रिपोर्ट नहीं आई है।
ज्यादा से ज्यादा टेस्ट लें : पीएस
चिकित्सा शिक्षा के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने ज्यादा से ज्यादा सैंपल लेने और टेस्ट करने को कहा है। समीक्षा बैठक में शुक्ला ने मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करने को कहा ताकि भविष्य में हर तरह की स्थिति से निपटा जा सके।

40 मृतक 50 से 70 सालके बीच के

  • 40 मृतकों की उम्र 50 से 70 साल के बीच थी। इनमें बीमारी का घातक प्रसार क्यों हुआ, पता लगाने के लिए एमजीएम सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेजेगा।
  • 60% मरीज ए-सिम्प्टोमेटिक यानी बिना लक्षण वाले थे। इन्हें छींक भी नहीं आई, संक्रमित के संपर्क में आने से वे पॉजिटिव हो गए।
  • 1485 में से 80% पर बीमारी का अधिक असर नहीं हुआ। शहर में मिले मरीजों की औसत आयु 57 वर्ष के आसपास है।
  • हाई रिस्क ग्रुप को खतरा ज्यादा रहा। इसमें 5 साल से छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं, वृद्ध व बीमार शामिल हैं।
  • सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया के मुताबिक, मरीज अन्य बीमारी से पीड़ित होता है तो उसकी प्रतिरोधी प्रणाली तुलनात्मक रूप से कमजोर हो जाती है।

कोरोना पॉजिटिव इमरा ने दिया बच्चे को जन्म, उसका भी होगा टेस्ट

कोरोना संक्रमण के खौफ के बीच 20 साल की इमरा के घर गुरुवार को खुशियों ने दस्तक दी। सेम्स कोविड अस्पताल में वह खुद कोरोना से लड़ रही हैं। फिलहाल मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। ग्रीन पार्क कॉलोनी निवासी 20 साल की इमरा और उनके पति दोनों कोरोना पॉजिटिव हैं। पीपीई किट से लैस डॉक्टरों और नर्सिंग टीम ने बुधवार रात इमरा की नाॅर्मल डिलीवरी करवाई। अब बच्चे का भी सैंपल भेजेंगे। बच्चे को मां के साथ ही रखा गया है।



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कोरोना संक्रमण के खौफ के बीच 20 साल की इमरा के घर गुरुवार को खुशियों ने दस्तक दी। सेम्स कोविड अस्पताल में वह खुद कोरोना से लड़ रही हैं।




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घर पहुंचने की व्यवस्था होने से खुश हैं, कम से कम भूखे ताे नहीं रहेंगे

लॉकडाउन में अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों को अपने राज्य में लाने की कार्यवाही की जा रही है। साथ ही अन्य राज्यों के मजदूरों को भी उनके घर भेजने की व्यवस्था की जा रही है।
गुरुवार को मंडी धर्मशाला से बस द्वारा उप्र के करीब 300 श्रमिकों को उनके घर भेजने की व्यवस्था की गई। एसडीएम ने बताया, जिले में दूसरे राज्यों के फंसे श्रमिकों को उनके घर भेजा जा रहा, इसके लिए 10 बसें उपलब्ध करवाई है। मजदूरों का मेडिकल परीक्षण किया, उसके बाद बस से रवाना किया गया।
उप्र के अंबेडकरनगर निवासी आदेश विश्वकर्मा देवास के गंगानगर में रहकर मिस्त्री (फर्नीचर) का कार्य करते हैं तथा अपना और अपने परिवार काे पालते हैं। आदेश ने बताया, लॉकडाउन के चलते पूरा कार्य प्रभावित हुआ अाैर मजदूरी भी नहीं मिल पा रही, जिससे जीवन-यापन में कठिनाइयां आ रही थी। गुरुवार को देवास से बसों के माध्यम से उन्हें व अन्य मजदूरों को उप्र भेजा जा रहा है। अपने गांव जाने पर बहुत खुशी हाे रही है। इसी प्रकार उप्र के लखनऊ निवासी रवि यादव भी अपने गांव जाने पर खुश हैं।



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Happy to have arrangements to reach home, at least not hungry




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पूरे समय दूर होने का कहते रहे नायब तहसीलदार लेकिन 26 किसान घेर कर खड़े रहे, नहीं बन पाया सोशल डिस्टेंस

यह तस्वीर कुसमानिया के गेहूं खरीदी केंद्र क्रमांक एक की है। यहां गुरुवार काे नंबर काे लेकर किसानाें के बीच हुए विवाद के चलते नायब तहसीलदार पहुंचे थे। इस दाैरान नायबतहसीलदार साेशल डिस्टेंस का पालन नहीं करवा पाए और उनके अासपास करीब 26 किसान भीड़ लगाकरखड़े हाे गए। हालांकि नायब तहसीलदार उन्हें बार-बार साेशल डिस्टेंस का बाेलते रहे, लेकिन फिर भी किसान टस से मस नहीं हुए।


दरअसल सेवा सहकारी संस्था के माध्यम से कुसमानिया में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए दाे केंद्र बनाए गए हैं। गुरुवार काे केंद्र क्रमांक एक पर नंबर काे लेकर किसानाें में विवाद हाे गया। किसान हरेंद्र सैंधव ने एसडीएम काे सूचना दी। उन्हाेंने तत्काल नायब तहसीलदार अविनाश साेनानिया काे माैके पर भेजा। नायब तहसीलदार ने केंद्र प्रभारी विनाेद जाेशी अाैर किसानाें से चर्चा की। किसानाें काे अपने ट्रैक्टर नंबर से तुलवाने की समझाइश दी। कुछ किसानाें काे फटकार भी लगाई। इसी दाैरान नायब तहसीलदार ने ताैल काटे पर बिना नंबर के लगे एक मिनी ट्रक काे हटवाया। साथ ही पटवारी काे निर्देश दिए कि शुक्रवार से किसानाें काे नंबर के लिए टाेकन दिए जाएं।

फासला रखने के लिए किसानाें काे कई बार दी समझाइश
इधर नायब तहसीलदार अविनाश साेसानिया ने बताया कि किसानाें के बीच नंबर काे लेकर विवाद हुआ था। इसी के चलते वहां पहुंचा था। रही बात साेशल डिस्टेंसिंग की ताे मैंने किसानाें से कई बार फासला रखकर बात करने काे कहा फिर भी वे भीड़ लगाकर खड़े रहे।



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Naib Tehsildar kept saying to get away the whole time, but 26 farmers surrounded him, could not become social distance




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विक्रमपुर में महुआ खरीदी शुरू, 35 रुपए प्रतिकिलाे में खरीदकर नकद भुगतान कर रहे

प्राथमिक लघु वनोपज समिति विक्रमपुर में 13 गांवाें के महुआ संग्रहणकर्ता से महुआ खरीदी का कार्य शुरू किया गया। इससे संग्रहणकर्ता को नुकसान न हो और उन्हें सही दाम मिल सके। प्राथमिक लघु वनोपज समिति मर्यादित विक्रमपुर के पालक अधिकारी महेशचंद्र वर्मा ने बताया शासन के निर्देशानुसार 35 रु. प्रतिकिलो के हिसाब से महुआ खरीदी कर रहे हैं। इनसे महुआ खरीदकर इन्हें नकद भुगतान किया जाएगा। साथ ही महुआ खरीदी में सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा जा रहा है। आने वाले संग्रहणकर्ता को सैनिटाइज कर उसके हाथ धुलवाए गए। इसके बाद महुअा लिया जा रहा है।



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Mahua purchase started in Vikrampur, paying Rs. 35 cash in cash




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जिले के लिए राहत की खबर... कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे जनशिक्षक

खंड शिक्षा कार्यालय में पदस्थ जनशिक्षक जो कि जिले के पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अब वे कोरोना से जंग जीतकर अपने घर लौट चुके हैं। उन्हें गुरुवार को ग्राम मंडलावदा (इंदौर) पहुंचाया गया।
बता दें जनशिक्षक को सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र चंद्रशेखर आजाद नगर से रैफर कर जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड मे भर्ती करवाया गया था। सैंपल लेने पर 15 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए इंदौर अरबिंदो अस्पताल रैफर किया गया था। हालांकि बाद में उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आई थी। वे अब जिंदगी और मौत के बीच चल रही जंग जीतकर घर लौट चुके हैं। परिवार व संबंधितों ने स्वास्थ्य विभाग व डॉक्टरों के प्रति आभार जताया।



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Relief news for the district ... Public teachers returned home after winning the battle against Corona




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बाइक- ट्रक की भिड़ंत, 1 की माैत

राजगढ़ एवं दत्तीगांव के बीच गुरुवार देर शाम काे बाइक और ट्रक में भिड़ंत में एक की मौत हाे गई। एक गंभीर रूप से घायल हाे गया।जानकारी के अनुसार राजगढ़ थाना अंतर्गत चेतना डाबा के आगे मोड़ पर झाबुआ की अाेर से आ रहे ट्रक (जीजे 12 बीटी 5579) और राजगढ़ से झाबुआ की ओर जा रहे बाइक सवार में भिड़ंत हो गई। बाइक पर सवार दो लोगों को ट्रक ने रौंद दिया। ट्रक के अगले पहिए में अाने से बाइक पूरी तरह से चकनाचूर हो गई। एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसके जेब से निकले आधार कार्ड में गिरधारी पिता गेंदालाल जामली रूपारेल जिला झाबुआ लिखा था। दूसरा व्यक्ति घायल हो गया।माैके पर सहायक उप निरीक्षक राजाराम भगोरे, निरीक्षक पेमा भूरिया पहुंचे। पुलिस ने बताया मृतक और घायल को सरदारपुर स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है।



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बेवजह घूमते मिले 4 लोगों को अस्थाई जेल में डाला, 20 हजार रुपए के मुचलके पर दोपहर में छोड़ा

कर्फ्यू का पालन कराने के लिए पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी रही। सुबह से पुलिस का अमला जगह-जगह तैनात हो गया। पहले दिन की कार्रवाई का खौफ इतना था कि दूसरे दिन गुरुवार को कम ही लोग घरों से बाहर निकले।
एसडीओपी धीरज बब्बर, टीआई दिनेश सोलंकी, ट्रैफिक टीआई शिवम गोस्वामी, नपा से स्वच्छता परिवेक्षक धमेंद्र सोलंकी सड़कों पर कार्रवाई के लिए निकले। एमजी रोड, हाट गली, रणछोड़ राय मार्ग, बाहरपुर, बस स्टैंड आदि क्षेत्रों से पुलिस के वाहन निकले। इस दौरान बेवजह घूमने वाले 4 लोगों को पकड़ा गया। पुलिस वाहन में डालकर उन्हें बस स्टैंड लाए। यहां सभी के सैनिटाइजर से हाथ धुलकार उन्हें शरबत पिलाया और ले जाकर सर प्रताप स्कूल में बनाई गई अस्थाई जेल में डाल दिया गया। दोपहर बाद मुचलके पर उन्हें छोड़ दिया गया। दूसरे दिन की कार्रवाई की भी शहर में चर्चा रही। एसडीओपी धीरज बब्बर ने कहा कि कर्फ्यू का पालन सख्ती से कराएंगे। कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। उन्हें लोगों से आह्वान किया कि वे घरों में रहे, स्वयं और अपने परिवार को सुरक्षित रखें। पुलिस प्रशासन सभी के साथ है आप सब भी घरों में रहकर सहयोग करें।
और... दोपहर बाद फिर सड़कों पर घूमते मिले लोग
सुबह की सख्ती के बाद पुलिस के वाहन तो घूमते रहे लेकिन कुछ लोग घरों से बाहर निकलने से बाज नहीं आए। सड़कों पर वाहन घूमते दिखाई दिए। जगह-जगह चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका। हांलाकि सही कारण बताने पर उन्हें छोड़ भी दिया गया। पुलिस ने लगभग हर गलियां सील कर दी है। लेकिन कई रास्ते अब भी खुले हैं। जहां से लोग निकलकर मुख्य सड़कों पर निकलते हैं और पुलिस के वाहन देखते ही गलियों में घुस जाते हैं।



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Inexplicably found 4 people roaming in temporary prison, left in the afternoon on a bond of 20 thousand rupees




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105 मजदूराें काे पांच बसाें में बैठाकर इलाहाबाद और झांसी भेजा गया

इलाहाबाद और झांसी के मजदूराें काे 5 बसों में बैठाकर रवाना किया। मनावर, उमरबन, गंधवानी ब्लॉक के करीब 105 महिला, पुरुषों को भोजन के पैकेट देकर बस में निश्चित दूरी पर बैठाकर भेजा।
तहसीलदार सीएस धारवे ने बताया 3 बस इलाहाबाद, दो बस झांसी के लिए रवाना की गई है। इसमें तीनों ब्लॉकों के अप्रवासी लोग शामिल हैं। मनावर मांगलिक भवन में एक माह से रुके 16 लोगों को भी रवाना किया गया। उसमें एक महिला को 3 दिन पूर्व ही मनावर हॉस्पिटल में डिलीवरी हुई थी। जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हाेने से उसे भी रवाना किया। इसके पूर्व मेला मैदान में सभी को एकत्रित कर जांच की।
बसों को सैनिटाइज किया। दूरी बना कर बैठाया। नायब तहसीलदार हितेंद्र भावसार, विजय तलवारे, जनपद सीईओ मोतीलाल काग, पटवारी नरेंद्र सिंह वास्केल व्यवस्था देख रहे थे।



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105 Majduras were sent to Allahabad and Jhansi after sitting in five settlements.




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ढोल्या चेक पोस्ट पर नहीं थे कर्मचारी, एसडीएम-तहसीलदार ने कर्फ्यू पर रखी नजर

एसडीएम बीएस कलेश के निर्देश पर कुक्षी तहसीलदार सुनील कुमार डावर ने ढोल्या चेकपोस्ट का निरीक्षण किया। जहां ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी अमला अनुपस्थित मिला।
एसडीएम और तहसीलदार ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधितों को सख्त चेतावनी दी है कि वे ड्यूटी पर कोताही न बरतें। यदि अब ड्यूटी पर कोताही बरती गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कस्तूरबा गांधी विद्यालय छात्रावास के क्वारेंटाइन सेंटर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रतिदिन सुबह 6 बजे योगाभ्यास कराया जा रहा। सभी स्वस्थ है।
एसडीएम कलेश, तहसीलदार डावर, थाना प्रभारी कमलसिंह पंवार कुक्षी ने विजय स्तम्भ पर मय दलबल के साथ तैनात रहते हुए कर्फ्यू में सख़्त कार्रवाई कर रहे है। कुक्षी के संक्रमित युवक के संपर्क में अाए 16 लोगों के सैंपल लिए हैं।



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Staff were not at the dholya check post, SDM-Tehsildar kept watch over curfew




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शहरों की किराना दुकानें नहीं खुलेंगी, गांवों में छूट, साेशल डिस्टेंस रखना हाेगी

जिले में लॉकडाउन की शर्तों में छूट बढ़ाई गई है। बुधवार रात जारी किए गए आदेश में कलेक्टर प्रबल सिपाहा ने ग्रामीण क्षेत्रों में किराना दुकानें सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक खोलने की अनुमति दी है।
इसके अलावा सभी गांव और शहरों में हार्डवेयर, प्लाइवुड, सीमेंट, बिल्डिंग मटेरियल, ऑटोमोबाइल सर्विसिंग, कृषि यंत्र मरम्मत, चश्मे की दुकानों को खोलने की अनुमति देने का फैसला लिया है।
जिला ग्रीन जोन में होने के बावजूद जिला प्रशासन ज्यादा छूट देने के मूड में नहीं है। लोग भी सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक जरूरी काम होने पर घर से निकल सकते हैं, लेकिन उन्हें मुंह पर मास्क पहनना जरूरी होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। थूकने पर 1000 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा।
अब इन्हें भी मिली छूट

  • सभी किराना दुकान जो गांव में हैं सुबह आठ से दोपहर 2 बजे तक खुलेंगी।
  • गांव और शहरों में हार्डवेयर, प्लाईवुड, सीमेंट, बिल्डिंग मटेरियल और भवन निर्माण में लगने वाली सामग्री की दुकानें इसी समय पर।
  • पशु औषधि विक्रय की अनुमति भी मिली।
  • चश्में की दुकानें भी इसी समय पर खुल सकेगी और पेट्रोल पंप भी।
  • सभी अधूरे निर्माण कार्य को पूरे करने की अनुमति दी गई है।
  • जिले में लोग सुबह आठ से दोपहर 2 बजे तक कार में अधिकतम 3 लोग और बाइक पर 1 व्यक्ति निकल सकेंगे।
  • दवाई दुकानें पूरे समय खुलेंगी।

शर्त : रविवार को बाजार बंद रखना होगा
छूट के साथ यह भी शर्त रखी गई है कि रविवार को बाजार बंद रखना होगा। इस आदेश को लेकर दो-तीन दिन से अटकलें लगाई जा रही थी। व्यापारियों का एक धड़ा यह चाहता था कि अब बाजार चलने की अनुमति दी जाए। इसका समय भी ज्यादा रखा जाए ताकि एक साथ अधिक भीड़ जमा न हो। लेकिन अफसर किसी तरह का रिस्क लेना नहीं चाहते। उनका ये मानना है कि आसपास के सभी जिलों में कोरोना के मरीज मिल चुके हैं। धार, इंदौर में संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में ज्यादा छूट देना लोगों के लिए खतरा बन सकता है। आदेश में ये भी साफ किया गया है कि पहले से जो व्यापार अनुमति के आधार पर चल रहे हैं वह चलते रहेंगे।



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मुंबई से पैदल निकले थे, नासिक से साइकिल खरीद कर 400 किमी दूर खलघाट पहुंचे, प्रशासन ने जांच व भाेजन कराने के बाद बस से भेजा इलाहाबाद

लॉकडाउन के दूसरे चरण में मुंबई, नासिक में फंसे अन्य राज्याें के लाेग पैदल अपने घर के लिए निकल पड़े हैं। गुरुवार काे बड़ी संख्या में पैदल और साइकिल से मजदूर क्षेत्र में पहुंचे। मनावर एसडीएम दिव्या पटेल के निर्देशनुसार बसों को अधिग्रहण कर आठ बसों से झांसी, सतना, रीवा आदि क्षेत्रों के मुंबई से आए मजदूरों को भेजने का कार्य पुलिस-प्रशासन ने किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच की। इसके पूर्व सभी काे भाेजन कराया। पटवारी कमलेश सेन, सरपंच यसोशबाई कटारे, सरपंच प्रतिनिधि अजय कटारे, पंचायत सचिव सेवकराम चौधरी अादि ने मजदूरों को बारी-बारी से बस में बैठाया। सभी से निश्चित दूरी बनाए रखने की सलाह दी।
इलाहाबाद के राजू चौहान ने बताया लॉकडाउन में मुंबई में फंस गए थे। खलघाट प्रशासन के सहयोग से भोजन हुआ और हम लोगों को व्यवस्थित बॉर्डर तक रवाना किया। नत्थन पिता मैथेलाल ने बताया उल्लास नगर काम के लिए गए थे। जहां से साइकिल से करीब 500 किमी चलकर खलघाट अाए। प्रशासन ने हम लोगों के लिए बस सुविधा देकर हमे सुरक्षित घर भेजा। अजय पिता जगन्नाथ कोसंभी ने बताया कल्हण उल्लास नगर में फंसने के बाद 200 किमी चलकर नासिक पहुंचा। नासिक से 3500 रु. में साइकिल खरीद कर 400 किमी चलकर खलघाट पहुंचा। प्रशासन ने जांच कर भाेजन कराने के बाद घर भेजा।
8 लाेगाें काे बस से उत्तर प्रदेश पहुंचाया
गांव में पाॅली हाउस का काम करने के लिए उत्तप्रदेश के गांजीपुर से 8 लाेग अाए थे। लाॅकडाउन में यहीं पर फंस गए। प्रशासन ने अादेश पर ग्राम पंचायत द्वारा हरसिद्धि मंदिर प्रांगण में भोजन कराया। गुरुवार काे बस से सभी काे इनके गांव भेजा। राजेंद्र पाटीदार, धर्मेंद्र चौहान, पटवारी अरविंद यादव का सहयाेग रहा।
घर पर ही प्रतिदिन सहज योग कर राेग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रहे
लाॅकडाउन में नगर के कई सहज योगी सहज योग के माध्यम से प्रसन्न चित एवं तरोताजा रख रहे हैं। घर पर ही प्रतिदिन सहज योगा से काेराेना के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रहे है। अनेक लाेग आयुर्वेदिक उपचार भी ले रहे हैं। सहज योगी अनिल सातालकर ने बताया काेराेना महामारी से बचने की कोई दवाई नहीं है। ऐसे में सहजयोग से अपने आप को मजबूत बनाकर इस घातक बीमारी से लड़ा जा सकता है। सहज योग से हम अपने शरीर की ऊर्जा का संचार कर सोशल डिंस्टेंसिंग का पालन कर घर में आसानी से किया जा सकता है। भारत में पुणे स्थित सहज योग आश्रम से प्रतिदिन प्रातः 5 एवं सायं 7 बजे से विज्ञान एवं तकनीक के माध्यम से सहज याेग कराया जा रहा है।



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Came out on foot from Mumbai, bought a bicycle from Nashik and reached 400 km from Khalghat, after sending the inquiry and sending the administration to Allahabad




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अब कर्ज लेकर नहीं करना पड़ेगा कार्यक्रम

ग्राम रतवा के अखिल भारतीय चंद्रवंशी खाती समाज ने मृत्युभाेज पर प्रतिबंध लगा दिया है। काेराेना के चलते गांव में स्थगित हुए दाे कार्यक्रम के बाद बैठक कर मृत्युभोज बंद करने का निर्णय लिया है। समाज में कई लोगों को नुक्ता करने के लिए कर्ज लेना पड़ता था इससे परिवार व समाज का विकास नहीं हो पाता था। गांव के युवाअाें ने वरिष्ठजन से चर्चा कर राय मांगी थी। समर्थन के बाद मृत्युभोज पर प्रतिबंध लागू कर दिया है।
खाती समाज के संतोष वर्मा ने बताया रतवा के 1500 समाजजन की सहमति के बाद हमने नुक्ता प्रथा को बंद कर दिया है। समाज व गांव को शिक्षित और सक्षम बनाने के लिए यह पहल की है। गांव में कुछ परिवारों में नुक्ता करने की शक्ति ना होते हुए भी कर्ज लेकर इस परंपरा काे निभाना पड़ता है। लोग आज भी लिए हुए कर्ज का ब्याज भर रहे हैं। प्रथा निभाने में कई परिवार और गरीब हो जाते हैं। बच्चों को ठीक तरीके से शिक्षित भी नहीं कर पाते हैं। निर्णय का अन्य गांव के समाजजन ने भी सराहना की है। सोशल मीडिया पर भी समर्थन मिला है। समाज में इस पहल की आवश्यकता थी। धार जिले में रतवा समाज का एेसा पहला गांव है जहां इसे बंद किया है। वैसे समाज के 25 से अधिक गांव है।
युवाओं ने वीडियाे भी बनाकर किया जागरूक
गांव के बुजुर्ग मांगीलाल सांवत व अंबाराम जयराम का अप्रैल में निधन हाे गया था। सक्षम परिवार हाेने के बावजूद सरकार के निर्देश पर कार्यक्रम नहीं किया। युवा राजू जामोदिया, गोपाल जामलिया, जितेंद्र पंचोरिया, विनोद सुजीत पटेल, अमन दीपक चौधरी ने इसे पूरी तरह से बंद करने की पहल शुरू की। दाे वीडियाे बनाकर सोशल मीडिया पर चलाए। इसमें बताया कि परिवार काे मृत्युभाेज कराने के लिए दूसरे से कर्ज लेना पड़ता है। कुछ समय बाद कर्ज नहीं चुकता करने के चलते जमीन बेच कर कर्ज चुकाना पड़ता है।



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Now the program will not have to be done by taking loan




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फर्जी डिग्रीधारी के क्लिनिक पर मारा छापा, सील किया

गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम ने गांधी चौक मेंफर्जी डिग्रीधारी के क्लिनिक पर छापामार कार्रवाई कर क्लिनिक को सील कर दिया।
बीएमओ डॉ. एमएल चोपड़ा के निर्देश पर गौतम विश्वास के क्लिनिक पर र्कावाई की गई। कार्रवाई के दौरान क्लिनिक से दवाई व अन्य सामग्री जब्त की गई। इसके अलावा गौतम के खिलाफ पुलिस थाने में बिना डिग्री के प्रैक्टिस करने, लॉकडाउन का उल्लंघन करने की कार्रवाई के लिए आवेदन दिया गया। गौतम को जांच के लिए आईसोलेशन वार्ड में भेजा गया है।



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A fake degree holder's clinic was raided, sealed




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आधी आबादी मजदूर, मनरेगा में 20 हजार को मिला काम, लक्ष्य 40 हजार का ही जबकि जरूरत दो से ढाई लाख को

आज मजदूर दिवस यानी मई दिवस है। वैसे ही बुरे हाल में रहने वाले मजदूरों के इस साल के उनके दिन पर हाल और बुरे हैं। जहां काम कर रहे थे, वहां से लौटना पड़ा। घर पर काम नहीं है और जो अनाज मिल रहा है, उससे परिवार पल रहा है। दूसरे खर्च करने की हैसियत नहीं बची। कोरोना संकटकाल में गुजरात से बड़ी संख्या में मजदूर अपने गांवों में लौट आए। यहां अब काम की तलाश है और काम है नहीं। सरकार ने मनरेगा के काम चालू किए, लेकिन ये नाकाफी है। जिले की आधी आबादी किसी न किसी तरह के मजदूरी के काम में है। यानी 4 से 5 लाख लोग, लेकिन मनरेगा में फिलहाल 40 हजार लोगों को काम देने का लक्ष्य रखा है। उसमें से भी 20 हजार को अब तक काम दिया गया। जबकि 2 से ढाई लाख लोगों को काम की जरूरत है।
अनुमान है कि लगभग 1 लाख लोग गुजरात से लौट चुके हैं। ये लोग अब लौटकर नहीं जाना चाहते। कहते हैं, वहां बड़ा बुरा बर्ताव हुआ। खाने को नहीं था, मजदूरी दिए बगैर रवाना कर दिया गया। भूखे भी रहे। आखिर में घर आना पड़ा। यहां खाना तो मिला, लेकिन भविष्य की चिंता है। लौटकर वहां नहीं जाना चाहते। लेकिन करें क्या, मजबूरी है। काम भी तो वहीं मिलेगा। यहां से ज्यादा पैसा भी। लेकिन जब तक सब ठीक नहीं हो जाता, नहीं जाएंगे। महामारी का डर हमें भी है और वहां के लोगों को भी।
गुजरात से ठेकेदार ने बिना मजदूरी दिए रवाना कर दिया
धामनी कटारा गांव के किशन कटारा को गुजरात से ठेकेदार ने बिना मजदूरी दिए रवाना कर दिया। किशन ने बताया, जो पैसे पास थे वो कुछ ही दिन में खर्च हो गए। भाई ने अनाज दे दिया नहीं तो भूखे मरने की नौबत आ जाती। अभी भी भाई से पैसे उधार लेकर ग्राम पुंवाला की उचित मूल्य दुकान पर राशन लेने आया। किशन ने बताया, पत्नी के साथ गुजरात के राजकोट शहर गया था। एक निर्माणाधीन बिल्डिंग में मैं मिस्त्री था और पत्नी सविता मजदूर। लॉकडाउन हुआ और काम बंद हुआ तो ठेकेदार ने 30 हजार रुपए बकाया पैसा नहीं दिया। रास्ते के खर्च के पैसे देकर घर भेज दिया।
अब गुजरात नहीं जाना, यहां जो काम मिलेगा कर लूंगा
दलसिंह पिता छितूसिंह मेड़ा निवासी ग्राम खरडू बड़ी गुजरात के जामनगर में सिलावट का काम करता था। पत्नी बच्चों के साथ वहीं पर था। जैसे ही जनता कर्फ्यू का ऐलान हुआ उसके बाद वहां पर लोगों से सुना कि अब बहुत दिनों के लिए बंद हो जाएगा। इसलिए पत्नी, बच्चों को उस समय रवाना कर दिया। दलसिंह 21 अप्रैल को बस में बैठकर अपने गांव पहुंचा। दलसिंह ने बताया, समय पर नहीं आते तो हालत खराब हो जाती। अब वहां नहीं जाना है, लेकिन जाना तो पड़ेगा। लेकिन कम से कम 6 महीने ताे नहीं जाएंगे। यहां जो भी काम मिलेगा कर लेंगे।

3 हजार नए काम

जिला पंचायत सीईओ संदीप शर्मा ने बताया, 3 से 4 हजार के आसपास मनरेगा काम चल रहे हैं। हर तरह के काम शामिल किए गए हैं। इनमें 3 हजार नए काम हैं। मजदूरों को मास्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन्हें आजीविका मिशन के स्व सहायता समूहों से बनवा रहे हैं। साबुन, पानी और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी की गई है। और भी काम आगे बढ़ाए जाएंगे।
राणापुर क्षेत्र में ठप काम शुरू हो रहे

पंचायतों में एक महीने से ठप पड़े काम धीरे-धीरे गति पकड़ने लगे हैं। 47 में से 44 ग्राम पंचायतों में काम शुरू हो गए हैं। अभी व्यक्तिगत काम ज्यादा चालू हुए हैं। जनपद पंचायत सीईओ जोशुआ पीटर ने बताया कि 542 कामों पर 2 हजार 905 मजदूर काम कर रहे हैं। जिनमें पीएम आवास के काम ज्यादा हैं। सामुदायिक कार्यों में सार्वजनिक कूप निर्माण हो रहे हैं।



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Half the population laborers, 20 thousand got work in MNREGA, target of 40 thousand only, whereas the requirement is two to two and a half lakh




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अन्नदाता... मत जलाओ नरवाई, क्योंकि इससे मिट्‌टी में खत्म हो रहे सूक्ष्म जीव

गेहूं फसल कटाई के बाद अब नरवाई जलाने का दाैर जारी है। अमूमन यह काम सुबह और शाम को होता है ताकि हवा के प्रभाव से आग की लपटें या चिंगारी गांव में या आसपास के घरों तक नहीं पहुंचे। किसानों को घरों का इतना ख्याल है लेकिन पर्यावरण के प्रति उनकी जागरूकता में अब तक कोई बदलाव नहीं दिख रहा है।
यही कारण है कि हर साल कृषि विभाग, जिला प्रशासन की समझाइश के बावजूद नरवाई जलाते ही हैं। इस बार भी ऐसा ही कर रहे हैं। हालांकि कार्रवाई अब तक एक पर भी नहीं की गई। प्रशासनिक अमला लॉकडाउन की व्यवस्थाओं में जुटा है। इसी बीच गांवों में नरवाई जलाने के नाम पर न केवल पर्यावरण से खिलवाड़ किया जा रहा है, बल्कि मिट्‌टी में मौजूद सूक्ष्म जीवों को खत्म करने में कसर नहीं रखी जा रही है।
पेटलावद, टेमरिया, करवड़, घुघरी, बरवेट जैसे क्षेत्रों में किसान नरवाई जला रहे हैं। किसान खुलकर तो नहीं बोल रहे फिर भी इन्हें जलाने के पीछे उनका कहना है कि न जलाएं तो क्या करें? आखिर हमें अगली फसल यानी सोयाबीन की बोवनी में यही डंठल या खांपे परेशानी खड़ी करते हैं। वे सीडड्रील में फंस जाते हैं। इससे कई बार सीड ड्रिल आगे तक नहीं बढ़ पाती।

नुकसान : खेत में नरवाई जलाने से फसल उत्पादन में कमी आती है

कृषि विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार एक टन नरवाई जलाने से हवा में तीन किलो कार्बन कण, 1513 किग्रा कार्बन डाइऑक्साइड, 92 किलोग्राम कार्बन मोनोऑक्साइड, 3.83 किग्रा नाइट्रस ऑक्साइड, 0.4 किलोग्राम सल्फर डाइऑक्साइड, 2.7 किग्रा मीथेन और 200 किलो राख घुल जाती है। इसके साथ ही मृदा सतह का तापमान 60-65 डिग्री सेंटीग्रेट हो जाता है ऐसी दशा में मिट्टी में पाये जाने वाले लाभदायक जीवाणु जैसे वैसिलास सबटिलिस, स्यूडोमोनास, ल्यूरोसेंस, एग्रोबैक्टेरियम, रेडियोबैक्टर, राइजोबियम प्रजाति, एजेटोबैक्टर प्रजाति, एजोस्प्रेलम प्रजाति, सेराटिया प्रजाति, क्लेब्सीला प्रजाति, वैरियोरेक्स प्रजाति आदि नष्ट हो जाते हैं। ये सूक्ष्म जीवाणु खेतों में डाले गए खाद एवं उर्वरक को तत्व रूप से घुलनशील रूप में परिवर्तित कर पौधों को उपलब्ध कराते हैं। फलस्वरूप उत्पादन में कमी आती है। नरवाई जलाने मिट्टी की ऊपरी परत कड़ी हो जाती है जिससे खेत की मृदा की जलधारण क्षमता में कमी आती जा रही है।
प्रदूषण के साथ मृदा स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा
डॉ. आईएस तोमर, कृषि विज्ञान केंद्र, झाबुआ के मुताबिक, किसानों को हर बार नरवाई नहीं जलाने की सलाह दी जाती है। वर्तमान में किसान गेंहू की फसल की कटाई के बाद खेत में बचे फसल अवशेषों (नरवाई) को खेतों में ही जलाने लगे हैं। जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे पर्यावरण में प्रदूषण के बढ़ने के साथ ही मृदा स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।



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Annadata ... Do not burn the narwhal, because the micro-organisms dying in the soil




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उपभाेक्ता भंडार के बाहर लग रही कतार, नहीं हाे रहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

स्थानीय उपभाेक्ता भंडार की दुकान पर इन दिनों राशन लेने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ रही है। राशन लेने की आपाधापी में सोशल डिस्टेंसिंग पूरी तरह गायब है। ग्रामीण कतार में लग रहे हैं लेकिन एकदम चिपककर। इन्हें रोकने वाला भी कोई नजर नहीं आता।
ग्रामीण गेहूं, शक्कर, चावल व केरोसिन लेने के लिए आ रहे हैं। दुकान खुलने से पहले ही ग्रामीणों की भीड़ लग जाती है। इसके बाद वे कतार में खड़े हो जाते हैं। लेकिन इनके बीच तय दूरी नहीं रहती। इन दिनों संक्रमण का खतरा बना हुआ है इसके बाद भी ग्रामीण सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रख रहे। इनकी लापरवाही भारी पड़ सकती है। अंचल अब तक ग्रीन जोन में है। लोगों की समझदारी के कारण हमारे यहां एक भी संक्रमित नहीं मिला है। ग्रामीणों ने भी लापरवाही बंद नहीं की तो परेशानी खड़ी हो सकती है। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।



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Queues outside the subcontractor store, not following social distancing




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ऑस्ट्रेलिया से ऑनलाइन योग सिखाकर लोगों की इम्युनिटी बढ़ा रहीं पेटलावद की अश्लेषा

दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन है, लोग संक्रमण से बचने के लिए घरों में ही है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया में रह रही पेटलावद की बेटी अश्लेषा (शालू) ऑनलाइन योगासन के माध्यम से लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ाने की प्रेरणा दे रही है। अश्लेषा की योगासन की तस्वीरें इनके फेसबुक पेज “योगा विथ अश्लेषा’ पर देखी जा सकती है।
दरअसल, पति संकल्प मेहता की ऑस्ट्रेलिया में जॉब लगने के बाद से ही अश्लेषा ऑस्ट्रेलिया में है। वे दो सालों से घर पर रहकर “योगा ट्रेनर’ के रूप में अपनी सेवाएं दे रही है। वे सभी तरह के योगासन, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार करती है। अभी कोविड-19 के चलते घर पर रहकर ऑनलाइन योगासन के माध्यम से आमजनों में इम्युनिटी पावर को बढ़ाने की कोशिश कर रही है। उनसे ऑस्ट्रेलिया सहित भारतीय नागरिक भी जुड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि अश्लेषा पेटलावद निवासी दिलीप पालरेचा की बेटी है। अश्लेषा की मां रेखा पालरेचा भी जैन ज्ञानशाला के माध्यम से लॉकडाउन में घर पर रहकर ऑनलाइन गतिविधियों के माध्यम से बच्चों में आध्यात्म, धार्मिक संस्कारों को बढ़ा रही है।



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Petlavad's pornography is increasing the immunity of people by teaching yoga online from Australia




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फील्ड से घर जाने के बजाय बिना मास्क लगाए पहचान वालों के यहां आना-जाना कर रहीं नायब तहसीलदार, संक्रमण का खतरा

फील्ड में ड्यूटी करने वाले काेरोना संक्रमण के बचाव के लिए जारी की गई एडवायजरी का पालन नहीं कर रहे हैं। फील्ड से लौटने के बाद अपने घर जाने की बजाए बिना सुरक्षा संसाधन व मास्क लगाए दूसरी कॉलोनियों में पहचान वालों के यहां जा रहे हैं। इससे कॉलोनियों में रहने वाले लोगों में खौफ हैं।
ऐसा ही एक मामला है केशव नगर का। यहां के रहवासी संघ के अध्यक्ष जयंतीलाल राठौड़ ने बताया कि नायब तहसीलदार आलीराजपुर सरिता गामड़ जो वर्तमान में नानपुर में ड्यूटी कर रही हैं। वे फील्ड से लौटकर सीधे केशव नगर में अपने पहचान वालों के यहां आती हैं। इस दौरान उनके चेहरे पर मास्क भी रहता है। रहवासी ने कहा कि कुक्षी में कोराेना पाॅजिटिव केस पाए गए हैं। ये क्षेत्र नानपुर सीमा से सटा हुआ है। क्योंकि नायब तहसीलदार फील्ड में ड्यूटी कर रही है इसलिए वे कई लोगों के संपंर्क में आती है। इससे हमारे यहां भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। रहवासियों का कहना है कि हम किसी भी प्रकार का रिस्क नहीं ले सकते। इसलिए मामले की शिकायत कलेक्टर सुरभि गुप्ता से करेंगे।
मास्क नहीं लगाने पर कार्यवाही का प्रावधान : स्वास्थ विभाग भोपाल के सचिव के आदेश अनुसार बिना मास्क लगाए यदि कोई सार्वजनिक स्थान पर जाता है तो एपिडेमिक एक्ट 1897, मप्र एपिडेमिक डिजिजेस कोविड-19 विनियम 2020 व मप्र पब्लिक हेल्थ एक्ट 1959 की धारा 71 (1) का उल्लंघन माना जाएगा। इसपर विधिक कार्रवाई की जाएगी।



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Naib Tehsildar, coming to the place of identity without applying mask, instead of going home from the field, the risk of infection




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पिछले 12 दिन में एक भी नया मरीज नहीं मिला, डॉक्टरों से बोले टाटपट्‌टी बाखल के रहवासी- हम आप लोगों के लिए दुआ करेंगे

टाटपट्टी बाखल... यानी इंदाैर की अदब की गली। ठीक एक महीने पहले 1 अप्रैल को यहां मेडिकल टीम पर पथराव हुआ था। तब से यहां बहुत कुछ बदल गया। सेहत की बात करें तो यहां कोरोना के 37 मरीज मिले थे, जिनमें से 32 स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। चार ही अस्पताल में भर्ती हैं। एक की मौत हो चुकी है। वहीं, क्वारेंटाइन किए गए सभी 92 लोग घर लौट चुके हैं। इनमें गुरुवार को लौटे छह लोग भी शामिल हैं। पिछले 12 दिन में यहां एक भी नया मरीज नहीं मिला। जो मिले, वो चिह्नित में से ही मिले। वहीं, सोच में बदलाव यह आया कि जहां डॉक्टरों पर पत्थर फेंके गए थे, वहां गुरुवार को लोगों ने कहा कि हम कोरोना वॉरियर्स के प्रति नतमस्तक हैं। जो छह लोग क्वारेंटाइन सेंटर से घर आए, उन्होंने भी डॉ. जाकिया, डॉ. तृप्ति, तहसीलदार चरणजीतसिंह हुड्डा सहित सभी मेडिकल-प्रशासन टीम को शुक्रिया कहा। कहा कि हम आप लोगों के हक में दुआ करेंगे।

...और डॉक्टरों ने दिए मरीजों को पौधे
1 अप्रैल : टीम क्षेत्र में सर्वे के लिए पहुंची तो कुछ लोग पत्थर मारने दौड़ पड़े थे। डॉक्टरों ने भागकर जैसे-तैसे खुद को बचाया।
2 अप्रैल : पथराव के बावजूद डॉ. जाकिया अौर डॉ. तृप्ति लोगों के बीच पहुंचीं।
3. आठ दिन पहले राऊ के क्वारेंटाइन सेंटर से लौटे लोगों को डॉक्टरों ने पौधे सौंपे।

विरोध के बीच संक्रमण भी था चुनौती
प्रशासन ने रहवासियों की टीमें बनाईं। तीन से ज्यादा टीमों ने जांच की। घर-घर सर्वे किया। 500 से ज्यादा सैंपल लिए। मेडिकल टीमों ने भी समझाइश दी कि इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। समय पर जानकारी देने और इलाज करवाने से आप जल्द स्वस्थ हो जाओगे। तब जाकर लोग सहयोग को तैयार हुए।


बेमतलब सड़कों पर न घूमें, घर में रहकर ही इबादत करें

मस्जिदों में नमाज अदा करने के बाद एक अच्छी पहल हो रही है। रोजाना सेहरी और इफ्तारी के वक्त मस्जिदों से रोजा रखने वालों को हिदायत दी जा रही है कि लाॅकडाउन का पालन करें। इफ्तारी के बाद घरों में ही रहें। बाजार बंद हैं। जबरन घर से बाहर निकलने का मतलब नहीं। चंद्रभागा स्थित कलालकुई मस्जिद से पिछले तीन दिन से लगातार यह समझाइश माइक से दी जा रही है। दरअसल, सेहरी और इफ्तारी के बाद कुछ लोग बाहर निकल आए थे। मस्जिद में लाउड स्पीकर से अचानक घर मंें जाने की चेतावनी जारी हुई तो लोग हक्के-बक्के भी रह गए। इसी तरह खजराना, बंबई बाजार की मस्जिदों में भी नमाज के तत्काल बाद लोगों को घरों में रहकर इबादत करने, परिवार के साथ ही रहने का कहा जा रहा है। रोजा खुलने के एकाध घंटे बाद ही लॉकडाउन की सख्ती सुस्त होती दिखती है। पुलिस भी समझाकर घर भेजने के बजाए खड़ी रहती है। रमजान शुरू होने के बाद से ही खासकर इफ्तारी के वक्त लोग बाहर आ रहे हैं। बंबई बाजार, कागदीपुरा की गलियों में, चंद्रभागा, खजराना मेन रोड पर लोग समूह बनाकर खड़े रहते हैं।



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सेहत की बात करें तो यहां कोरोना के 37 मरीज मिले थे, जिनमें से 32 स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। चार ही अस्पताल में भर्ती हैं।




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सवाल उठने पर जोन बदला, व्यापारी का नाम हटाकर फर्म का कर दिया

(दीपेश शर्मा).प्रशासन, पुलिस और व्यापारियों के गठजोड़ के कारण कर्फ्यू में भी शहर में सब्जियां आने का खुलासा भास्कर ने स्टिंग ऑपरेशन में किया। इसी कड़ी में सांठगांठ का नया उदाहरण सामने आया है। कर्फ्यू में भी सब्जियां बेेचने पर व्यापारी श्रीचंद उर्फ कालू बजाज के नानक पैलेस स्थित गोदाम पर निगम ने 18 अप्रैल को छापा मारकर दो ट्रक सब्जियां जब्त की थीं। अब इसी बजाज का नाम निगम द्वारा तैयार की गई सब्जी विक्रेताओं की सूची में जुड़ गया। इस पर सवाल उठे तो व्यापारी ने सांठगांठ कर अपने नाम के स्थान पर फर्म का नाम करवा दिया और जोन भी बदलवा दिया।
27 अप्रैल को वाट्स एप ग्रुप पर सब्जी व्यापारियों की सूची वायरल हुई थी। इसे बनाने वाले निगम के अधिकारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, बृजमोहन भगौरिया और अभिनव चौहान थे। सूची में जोन 10 में सब्जी सप्लायर के रूप में श्रीचंद बजाज का नाम और मोबाइल नंबर 9826095566 प्रकाशित था। सब्जी व्यापारियों तक यह सूची पहुंची तो हल्ला मच गया। व्यापारियों ने निगम अधिकारियों के सामने सवाल उठाया कि जिस बजाज को कालाबाजारी करते पकड़ा था, उसे इतनी बड़ी जिम्मेदारी कैसे सौंपी जा सकती है? हालांकि अधिकारियों ने कहा कि सूची अधिकृत नहीं हुई है। इसमें संशोधन कर दिया जाएगा। 28 अप्रैल को कलेक्टर ऑफिस से आदेश जारी हुआ था। इसमें सब्जी विक्रेताओं को अनुमति देने के साथ जोनवार तय किए व्यापारियों, जोनल अधिकारियों, निगम के वार्ड प्रभारी, सब्जी सप्लायर के नाम और मोबाइल नंबर थे।

मोबाइल नंबर सी से पकड़ में आई गड़बड़ी
आदेश में जोन 10 के सब्जी व्यापारी के रूप में श्रीचंद बजाज का नाम हटाते हुए दूसरे व्यापारी का नाम कर दिया। श्रीचंद बजाज के नाम के स्थान पर उनकी फर्म आनंदराम उत्तम चंद का नाम प्रकाशित करते हुए जोन 8 की जिम्मेदारी दे दी गई। फर्म के आगे मोबाइल नं 9826095566 बजाज का ही था। इससे गड़बड़ी का खुलासा हुआ। भास्कर ने इसी नंबर पर बजाज को कॉल कर पूछा आनंदराम उत्तमचंद फर्म आपकी है तो उन्होंने हां में जवाब दिया। इसके बाद पूछा आपके गोदाम पर निगम ने छापा मारा था तो बोले आपसे भैया बात करेंगे और फोन काट दिया।
कलेक्टोरेट से ही जारी हुई सूची : निगमायुक्त
निगमायुक्त आशीष सिंह का कहना है कि हमारा काम सब्जी डिलीवरी करने का है। हालांकि प्राथमिक सूची से श्रीचंद बजाज का नाम हटा दिया था। बाद में आदेश और दूसरी सूची कलेक्टर ऑफिस से ही जारी हुई है। वहीं, कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी नहीं है। अब मिली है। इसे दिखवाया जाएगा।



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Zone changed when questions arose, removed the name of the businessman to the firm




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मरीज के फेफड़ों का यह हाल करता है वायरस, कोरोना के जाल में ऐसे फंस जाते हैं लंग्स

(नीता सिसौदिया). एक्स रे या सीटी स्कैन में सामान्य व्यक्ति के फेफड़े काले नजर आते हैं, सिर्फ हवा भरी होती है जबकि निमोनिया होने पर फेफड़े में सफेद रंग के धब्बे नजर आते हैं। गाढ़ा पस व खून जमने लगता है। जब यह ज्यादा फैलने लगते हैं तब बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।

1. कोरोना मरीज: बलगम, सफेद जाले

50 वर्षीय संक्रमित मरीज का सीटी स्कैन। निमोनिया से बलगम लंग्स में जमने लगता है। जालीनुमा आकृतियां बन जाती हैं ऑक्सीजन शरीर मे नहीं पहुंच पाता।

2. स्वस्थ व्यक्ति: रंग काला, हवा से भरे

सामान्य व्यक्ति के फेफड़े काले रंग के नजर आते हैं उसमें सिर्फ हवा भरी होती है। स्वस्थ व्यक्ति के फेफड़ों का सीटी स्कैन।

3. बेहतर हुए लंग्स: ठीक हो लौटे मरीज की पहले-बाद की स्थिति

40 वर्षीय मरीज ठीक से सांस भी नहीं ले पा रहा था। ऑक्सीजन सपोर्ट पर 10 दिन तक रखा गया। अब वह पूरी तरह ठीक है। बाद के एक्सरे में लंग्स का रंग काला और जाले हटे हुए दिख रहे हैं।

4. सबसे बुरा हाल: मृतका के लंग्स


यह 65 साल की महिला का एक्स-रे है। वे 5 दिन सुयश अस्पताल में भर्ती रहीं। निमोनिया इतना बिगड़ा कि बचाया नहीं जा सका। एक्स-रे में फेफड़ा पूरा सफेद हो चुका था।



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बलगम, सफेद जाले




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शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं, जिले में अब तक कुल 141 संक्रमित

रेड जोन में शामिल उज्जैन में शुक्रवार को एक भी कोरोनावायरस पॉजिटिव मरीज नहीं मिला। अब तक जिले में कुल141 कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं। अब तक इस बीमारी से 24 मरीजों ने दम तोड़ दिया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अनुसूया गवली सिन्हा ने बताया किजिले सेभेजे गए सैंपलों में सभी18 की रिपोर्ट निगेटिव आई।शुक्रवार तक जिले से 3028 सैंपल कोरोना की जांच के लिए भेजे जा चुके हैं जिसमें से 2600 सैंपलों की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। कुल भेजे गए सैंपलों में से 335 सैंपलों को रिजेक्ट कर दिया गया था। शुक्रवार तक जिले में क्वारैंटाइन किए गए लोगों की संख्या 10712 है। कोरोना से ठीक होने पर चार मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है।

मैनेजर की मौत के साढ़े 3 घंटे बाद मिला शव, रात में अंतिम संस्कार

आरडी गार्डी में भर्ती ऑयल कंपनी के मैनेजर उम्र 57 साल निवासी नयापुरा जैन कॉलोनी की गुरुवार शाम 5 बजे मौत हो गई। अस्पताल से उनकी मौत की खबर परिवार के लोगों को टेलीफोन से मिली, लेकिन अस्पताल प्रबंधन के पास एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं थी। रात 8.30 बजे शव को लाया जा सका और रात में अंतिम संस्कार करना पड़ा।


बुधवार दोपहर में उनकी तबीयत बिगड़ने पर परिवार के लोग सीएचएल मेडिकल सेंटर ले गए। यहां उन्हें आधे घंटे रखा और आरडी गार्डी भेज दिया। एंबुलेंस चालक और टीम के लोगों ने उनकी पत्नी को बीच में ही वाहन से उतार दिया। उस समय उनके पास मोबाइल तक नहीं था, वे पैदल ही अपने घर नयापुरा पहुंचीं। परिवार के लोगों को गुरुवार शाम सूचना मिली कि मरीज की मौत हो चुकी है। एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने से शव शाम को नहीं लाया जा सका। रात में वाहन उपलब्ध होने पर शव को लाए। पत्नी को अंतिम दर्शन के लिए चक्रतीर्थ ले जाया गया। उसके बाद अंतिम संस्कार किया। मेडिकल कॉलेज के नोडल अधिकारी डॉ.अलोक सोनी का कहना है- शव की डबल पैकिंग होती है। एंबुलेंस उपलब्ध होने पर शव पहुंचाया जाता है। मरीज की हार्टअटैक से मौत हुई।



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पिछले कई दिनों से टावर चौक ऐसे ही सन्नाटे में डूबा है। यहां सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। इस सन्नाटे की वजह से ही यह क्षेत्र अब तक कोरोना संक्रमण से मुक्त है।
सीएमएचओ कार्यालय द्वारा जारी रिपोर्ट।




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पुलिस ने ड्रोन उड़ाया तो छत पर लोगों की कटिंग-शेविंग बनाते दिखा युवक, पुलिस ने पकड़कर अस्थाई जेल भेजा

कोरोना महामारी के कारण इंदौरलॉकडाउन है। इसके बावजूद कुछ लोग कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। एक ऐसा ही मामला विजय नगर क्षेत्र में सामने आया। यहां लॉकडाउन के बीच एकनाईचोरी-छिपे कटिंग कर रहा था। पुलिस ने ड्रोन कैमरे की मदद से इसे छत पर बाल काटते पकड़ा। नाई और उसकेमकान मालिक को गिरफ्तार कर अस्थाई जेल भेजा गया है।

विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी ने बताया कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को पुलिस ड्रोन कैमरे से भी तलाश रही है। जब पुलिस ने विजय नगर क्षेत्र में ड्रोन कैमरे को उड़ाया तो आदर्श मेघदूत नगर में एक युवक छत पर बाल कटाते नजर आया। यहां बड़ी संख्या में में लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। पुलिस मौके पर पहुंची तोवहां भगदड़ मच गई। कई लोग तो दाढ़ी-कटिंग बनाए बिना ही भाग खड़े हुए। पुलिस ने मकान मालिक महेश पिता रामचंद्र और किराएदार मोहन नाईपिता सुरेन्द्र पर धारा 188 के तहत केस दर्ज कर दोनों को अस्थाई जेल भेज दिया।



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पुलिस शहरभर में ड्रोन कैमरे से कानून का उल्लंघन करने वालों पर नजर रख रही है।




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ड्यूटी पर नहीं आने वाले 10 डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस, विभागीय जांच के बाद कार्रवाई होगी

कलेक्टर मनीष सिंह ने 10 सरकारी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरूकर दी। संबंधितडॉक्टर्सकई बार संपर्क करने के बाद भी काम पर नहीं आ रहे हैं। विभाग इन्हें नोटिस भी दे चुका है। बताया गया कि कारण बताओ नोटिस थमाने और विभागीय जांच के बाद आरोपी डॉक्टर्स कोनौकरी से बर्खास्त भी किया जा सकता।

स्वास्थ्य विभाग में ऐसे कई डॉक्टर्स हैं जो काम पर नहीं आ रहे हैं। कुछ तो फोन बंद किए हैं। पिछले महीने करीब 20 डॉक्टरों को नोटिस भी दिए गए थे। इसके बावजूद कई सीनियर डॉक्टर काम पर नहीं आ रहे हैं। इनडॉक्टर्सकी शिकायतें कलेक्टरेट पहुंचीं। एक स्त्री रोग विशेषज्ञ समेत सभी कोकारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। कलेक्टरका कहना कि सख्त कार्रवाई की जाएगी। अभी कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ही इनकी विभागीय जांच भी शुरू करवा दीहै।



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विभाग द्वारा नोटिस जारी करने के बाद भी इनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। (प्रतीकात्मक फोटो)




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इंदाैर में संक्रमिताें का आंकड़ा 1500 के पार पहुंचा, मृतकाें की संख्या भी 72 हुई

कोरोना संक्रमितोंके आंकड़े में इंदौर में लगातार इजाफा हो रहा है। गुरुवार देर रात आई रिपोर्ट में 28 और लोगों मेंकोरोना की पुष्टि हुई। 4 लोगों ने दम भी तोड़ा। इसके साथ संक्रमितों का आंकड़ा 1500 के पार पहुंच गया। जिले में अब तक 1513 लोग वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। 72 लोगोंकी जान जा चुकी है।

गुरुवार को 285 सैंपल जांचे गए, इनमें 257 लोगोंकी रिपोर्ट निगेटिव आई। वहीं, अब तक जान गंवाने वाले 72 में से 45 मरीज ऐसे थे, जिन्हें शुगर, ब्लड प्रेशर समेत अन्य कई बीमारियां थीं। मरने वालों में 40 मरीजों की उम्र 50 से 70 साल के बीच थी। इनमें बीमारी का घातक प्रसार क्यों हुआ, इसका पता लगाने के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज डेथ ऑडिट करवा रहा है। वह इनके सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेजेगा।

187 लोग ठीक होकर घर लौटे

स्वास्थ्य टीमों ने गुरुवार को 550 सैंपल लिए, जो हर दिन के 300 से 400 सैंपल के मुकाबले ज्यादा हैं। अब तक 7926 सैंपलों की रिपोर्ट आ चुकी है। जिनमें से 1513 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से जहां 187 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। वहीं, 1254 लोगों का इलाज जारी है। अब तक 1213 लोगों को क्वारैंटाइन हाउस से घर भेज दिया गया है। दूसरी, ओर वाटर लिली क्वारैंटाइन सेंटर से गुरुवार रात करीब 8 बजे एक मरीज भाग निकला। सुनेश पाहुजा नामक इस मरीज को हफ्तेभर पहले ही यहां लाए थे। सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिया ने बताया कि अभी तक पाहुजा की रिपोर्ट नहीं आई है।


ज्यादा से ज्यादा टेस्ट लें : पीएस
चिकित्सा शिक्षा के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने ज्यादा से ज्यादा सैंपल लेने और टेस्ट करने को कहा है। समीक्षा बैठक में शुक्ला ने मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करने को कहा ताकि भविष्य में हर तरह की स्थिति से निपटा जा सके।

40 मृतक 50 से 70 साल के बीच के

  • 40 मृतकों की उम्र 50 से 70 साल के बीच थी। इनमें बीमारी का घातक प्रसार क्यों हुआ, पता लगाने के लिए एमजीएम सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेजेगा।
  • 60% मरीज ए-सिम्प्टोमेटिक यानी बिना लक्षण वाले थे। इन्हें छींक भी नहीं आई, संक्रमित के संपर्क में आने से वे पॉजिटिव हो गए।
  • 1485 में से 80% पर बीमारी का अधिक असर नहीं हुआ। शहर में मिले मरीजों की औसत आयु 57 वर्ष के आसपास है।
  • हाई रिस्क ग्रुप को खतरा ज्यादा रहा। इसमें 5 साल से छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं, वृद्ध व बीमार शामिल हैं।
  • सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया के मुताबिक, मरीज अन्य बीमारी से पीड़ित होता है तो उसकी प्रतिरोधी प्रणाली तुलनात्मक रूप से कमजोर हो जाती है।

कोरोना पॉजिटिव इमरा ने दिया बच्चे को जन्म, उसका भी होगा टेस्ट

कोरोना संक्रमण के खौफ के बीच 20 साल की इमरा के घर गुरुवार को खुशियों ने दस्तक दी। सेम्स कोविड अस्पताल में वह खुद कोरोना से लड़ रही हैं। फिलहाल मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। ग्रीन पार्क कॉलोनी निवासी 20 साल की इमरा और उनके पति दोनों कोरोना पॉजिटिव हैं। पीपीई किट से लैस डॉक्टरों और नर्सिंग टीम ने बुधवार रात इमरा की नाॅर्मल डिलीवरी करवाई। अब बच्चे का भी सैंपल भेजेंगे। बच्चे को मां के साथ ही रखा गया है।



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लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए पुलिस ने खजराना और विजयनगर क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला।




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कोरोना पॉजिटिव आई सेंट्रल जेल के प्रहरी की रिपोर्ट, एक संदिग्ध कैदी की उपचार के दौरान मौत

सेंट्रल जेल के मुख्य द्वार पर ड्यूटी करने वाले प्रहरी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं जेल में बंद एक कोरोना संदिग्ध कैदी की उपचार के दौरान शुक्रवार को मौत हो गई। नया पॉजिटिव मरीज मिलने से जेल से जुड़े 32 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए है।

गुरुवार रात आई रिपोर्ट में जेल के मुख्य द्वार पर ड्यूटी करने वाले प्रहरी सचिन द्विवेदी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जेल अधीक्षक के अनुसार पॉजिटिव पाया गया प्रहरी मूलत: मुरैना का रहने वाला है। कोरोना लक्षण दिखाई देने पर उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया था जाे की पॉजिटिव आया है। फिलहाल प्रहरी का उपचार अस्पताल में किया जा रहा है। सेंट्रल जेल में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने असरावद खुर्द में अस्थाई जेल तैयार की है। इस अस्थायी जेल में 133 कैदियों को कोरेन्टाइन किया गया है।

रिपोर्ट आने से पहले हुईसंदिग्ध कैदी की मौत

सेंट्रल जेल के एक कैदी की शुक्रवार को उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। कोरोना के लक्षण नजर आने पर जेल प्रशासन द्वारा उसे अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया था। मृतक कैदी का नाम जालंधर पिता अंबाराम था जो आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। मृतक का सैंपल कोरोना की जांच के लिए भेजा गया था लेकिन अब तक उसकी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो सकी है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि मृतक को कोरोना था अथवा नहीं।



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कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पुलिस-प्रशासन द्वारा इंदौर में कर्फ्यू का पालन सख्ती से करवाया जा रहा है।




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प्रदेश के 9 रेड जोन जिलों में मालवा-निमाड़ के 6 जिले, हॉटस्पॉट शहर इंदौर में 1513, उज्जैन में 142 कोरोना पॉजिटिव

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कोरोना के रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन के बारे में जानकारी दी है। देश के 130 जिलों में 3 मई के बाद भी सख्ती जारी रह सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन्हें रेड जोन घोषित किया है। उन्होंने कहा है कि रिकवरी रेट बढ़ा है। इसी हिसाब से अब अलग-अलग इलाकों में जिलों को जोन वाइज बांटा जा रहा है। मध्यप्रदेश जोलिस्ट भेजी गई है,उसमें 52 में से 9 जिलों को रेड, 19 को ऑरेंज और 24 को ग्रीन जोन में रखा गया है। इसमें से रेड जोन में सबसे ज्यादा मालवा निमाड़ के 15 में से 6 जिले शामिल हैं। वहीं, ग्रीन जोन में केवल दो जिले हैं।

मालवा निमाड़ के 15जिलों के हाल

जिला जोन संक्रमित संख्या
इंदौर रेडजोन 1513
उज्जैन

रेडजोन

142
देवास

रेडजोन

26
खंडवा (ईस्ट निमाड़) रेडजोन 46

बड़वानी

रेडजोन

26
धार

रेडजोन

48
खरगोन ऑरेंज जोन 71
रतलाम ऑरेंज जोन 14
मंदसौर ऑरेंज जोन 19
शाजापुर ऑरेंज जोन 06
आगर-मालवा

ऑरेंज जोन

12
बुरहानपुर

ऑरेंज जोन

01
आलीराजपुर

ऑरेंज जोन

03
झाबुआ ग्रीनजोन 00
नीमच ग्रीनजोन 00
मध्य प्रदेश के जिलों में काेरोना संक्रमण की स्थिति।

    ये कैसा आकलन:खरगोन में 71 कोरोना संक्रमित, फिर भी ऑरेंज जोन में

    सीएमएचओ डॉ. दिव्येश वर्मा ने गुरुवार को हेल्थ बुलेटिन में बताया कि बीते 24 घंटे में 25 नए सैंपल भेजे गए। गुरुवार को 1 पॉजिटिव आया। अब जिले में 71 कोरोना संक्रमित हो गए।593 व्यक्ति निगेटिव मिले। जबकि 125 की रिपोर्ट शेष है। 8 सैंपल रिजेक्ट किए गए हैं। 7 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई।22 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। जिले में अब कुल 14 कंटेनमेंट एरिया घोषित हैं। 24 घंटे में 383 लोगों ने होम क्वारैंटाइन अवधि पूरी की है।

    रेड जोन में कंटेनमेंट क्षेत्र

    • इंदौर : जिले में कुछ 74 क्षेत्रों को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया है। इनमें रानीपुरा, हाथीपाला, स्नेह नगर, खातीवाला टैंक, चंदन नगर, गुमास्ता नगर, टाटपट्‌टी बाखल, खजराना, मूसाखेड़ी, मनीषबाग, काेयला बाखल, निपानिया, लिंबोदी, आहिल्या पलटन, रवि नगर, सांईधाम काॅलोनी, एमआर 9, आजाद नगर, मनोरमागंज, वल्लभ नगर, पुलिस लाइन, मेडिकल कॉलेज गर्ल्स हॉस्टल, स्नेहलतागंज, उदापुरा, इकबाल कॉलोनी, गांधी नगर, अंबिकापुरी कॉलोनी, मोती तबेला, सागोर कुटी, सुखलिया, जवाहर मार्ग, पिंजारा बाखल, बंबई बाजार, गणेश नगर, उषागंज छवनी, लोहरपट्टी, जूना रिसाला, नयापुरा, समाजवाद नगर, नेहरू नगर, शिक्षक नगर, साकेत धाम, ब्रुकबांड कॉलोनी, सिद्वीपुरम कॉलोनी, ग्रीन पार्क, अनूप नगर, विद्या पैलेस, लोकमान्य नगर, साउथ तोड़ा, तिलक नगर, ब्रह्मबाग कॉलोनी, बुधबन कॉलोनी, सुदामा नगर, सैफी नगर, जबरन कॉलोनी, रूपराम नगर, पैलेस कॉलोनी, मरीमाता, विनोबा नगर, ओम विहार, लोधीपुरा, सांई रायल, सत्यदेव नगर, बड़वाली चौकी, साउथ बजरिया, विंध्यनगर, मिष्ती मोहल्ला, पल्हर नगर, शीतलामाता बाजार, लोकनायक नगर, छत्रीपुरा, कुशवाह नगर, प्रेम नगर, बीसीएम सिटी, एएसपी बंगला एरिया महू।
    • देवास : जिले में 18 केंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किए गए हैं। इसमें जबरेश्वर मंदिर गली, शिमला कॉलोनी, स्टेशन रोड, पठानकुआं, पीठा रोड, नाहर दरवाजा, ग्राम लोहार पिपलिया, सिल्वर पार्क, स्वास्तिक नगर, रघुनाथपुरा, नई आबादी, सम्यक बिहार, आनंद नगर, वार्ड, हाटपिपल्या का क्रमांक 4 और वार्ड क्रमांक 9, टोंकखुर्द का वार्ड क्रमांक 1 और 2, कन्नौद का पनीगांव शामिल है।
    • खंडवा : जिले में कुल 18 कंटेनमेंट एरिया घोषित किए गए हैं। इसमें शहर के 12 और ग्रामीण के 6 क्षेत्र शामिल हैं। शहर में खानशाहवली संजय कॉलोनी, खड़कपुरा, मेडिकल कॉलेज, लाल चौकी, वार्ड क्रमांक - 43 मोघट थाने के पीछे, पदमकुंड वार्ड, संतोष नगर, आनंद नगर, गणेशतलाई, पड़ावा, बड़ाबम, रामेश्वर रोड श्रीमाली हॉस्पिटल के पीछे, हातमपुरा, परदेशीपुरा, पंधाना ब्लॉक के ग्राम गुड़ीखेडा रैयत, कुमठी, खिराला, बोरगांव बुजुर्ग, कृषि उपज मंडी पंधाना व ग्राम पाडल्या, तहसील खंडवा ग्राम दूगवाड़ा को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया गया है।
    • उज्जैन : जानसापुरा, अंबर काॅलाेनी, दानीगेट, काेट माेहल्ला, दिशावाल का बाड़ा, माेतीबाग, बेगमबाग, ताेपखाना, नागाैरी माेहल्ला, अमरपुरा, गांधाीनगर, कमरी मार्ग, केडी गेट, अवंतीपुरा, बंगाली काॅलाेनी, महानंदा नगर, सांई विहार काॅलाेनी, वल्लभ भाई मार्ग पटेल गली, मुनिनगर और कामदारपुरा शामिल
    • बड़वानी : बड़वानी जिले में रुकमणि नगर, रैदास मार्ग, सुतार गली, दर्जी मोहल्ला और पूजा स्टेट इसके अलावा सेंधवा में खलवाड़ी मोहल्ला, अमन नगर आदि।
    • धार : उतावद दरवाजा बख्तावर मार्ग, जानकी नगर, भाजी बाजार, पट्‌ठा चौपाटी, गांधी कॉलोनी, इस्लामपुरा, एलआईजी कॉलोनी,धरमपुरी तहसील के ग्राम बलवाडा, ए/एल 199 हाउसिंग काॅलोनी पीथमपुर और चौधरी काॅलोनी सागौर तहसील पीथमपुरआदि।


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    इंदौर में राज मोहल्ला क्षेत्र में रहवासी लाॅकडाउन के चलते छतों पर विभिन्न खेल जैसे क्रिकेट, पंतगबाजी, रस्सी कूद, हास्य, योग के जरिए खुद काे फिट रखने की कोशिश कर रहे हैं।




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    महाराष्ट्र से परमिशन लेकर आखिरी बार बेटे का चेहरा देखने पहुंचे माता -पिता, युवक ने लगा ली थी फांसी

    लॉकडाउन के बाद मकान की किश्त न भरपाने के तनाव में आकर फांसी लगाकर जान देने वाले युवक के माता-पिता और भाई आखिरकार महाराष्ट्र से परमिशन लेकर शुक्रवार को इंदौर पहुंचे। उन्होंने बेटे का अंतिम संस्कार किया और फिर शाम को वापस लौट गए।

    एरोड्रम पुलिस के अनुसार मकान की किश्त भरने की बात को लेकर तनाव में आकर फांसी लगाने वाले भोलेनाथ कॉलोनी के युवक हेमंत पाटिल का शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम करवाया गया। ससुर प्रदीप सोनेने ने बताया कि गुरुवार को हेमंत की फांसी की जानकारी के बाद उसके घर वालों को जलगांव में सूचना दे दी थी, लेकिन उन्हें परमिशन नहीं मिल रही थी। काफी मशक्कत के बाद आखिरकार उन्हें वहां के स्थानीय प्रशासन ने इंदौर आने-जाने की परमिशन दे दी। इसके बाद हेमंत के पिता जयराम पाटिल अपनी पत्नी व बड़े बेटे के साथ शुक्रवार को इंदौर पहुंचे। उसका अंतिम संस्कार करवाया। फिलहाल पुलिस को मृतक के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।



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    पुलिस को मृतक के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। (प्रातीकात्मक फोटो)




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    इंदौर में बेवजह निकले तो पुलिस की लाठी पड़ी, किसी से उठक-बैठक लगवाई, किसी को खुद निकालनी पड़ी गाड़ी की हवा

    पुलिस ने शुक्रवार काे सदर बाजार, मल्हारगंज थाना क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला। इसमें पुलिस की टीम उन तंग बस्तियों की गलियों में घूमी, जहां लॉकडाउन का उल्लंघन करते सबसे ज्यादा लोग मिले। इसके अलावा इमली बाजार, बड़ा गणपति समेत सभी बड़े चाैराहाें पर पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया। पुलिस ने बेवजह घूमने वालों को मुर्गा दौड़ और कान पकड़कर उठक-बैठक लगवाई। जो बेवजह घूमने निकले, उन्हें लाठियां खानी पड़ी। फ्लैग मार्च के बाद इलाके में सन्नाटा रहा। वहीं, जरूरी सामान लेने के लिए महिलाओं को बाइक पर बिठाकर सड़कों पर निकलने वालाें पर भी कार्रवाई की गई। पुलिस ने ऐसे लोगों की बाइक रुकवाई और उन्हीं से पहिए की हवा निकलवा कर घर भेजा।

    घर से बाहर निकलने का संतुष्ट जवाब नहीं दे पाए तो भरी दोपहरी में बैठकर चलवाया।

    बिना पास के बांट रहे थे राशन, पुलिस ने पकड़ा
    पंढरीनाथ पुलिस के अनुसार, बंबई बाजार स्थित फव्वारा चौराहे पर कडाव घाट निवासी सोहेल अहमद और मोहम्मद साबिर दूसरी टीम के मो. शाहिद और मोहम्मद जमील के खिलाफ कार्रवाई की गई। चारों युवक बिना कर्फ्यू पास के भीड़ इकट्ठा कर राशन बांट रहे थे। पुलिस ने उनसे जानकारी मांगी तो उनके पास कोई अनुमति नहीं थी। इसके चलते चारों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की है।

    पत्नी को लेकर बाजार घूमने निकले थे, पुलिस ने खुद से बाइक की हवा निकलवाई।

    राजीव गाधी चौराहे पर रेस्टोरेंट पर चोरी
    भंवरकुआं पुलिस ने खातीवाला टैंक में रहने वाले 55 वर्षीय अरविंद पिता बाबूलाल जैन की शिकायत पर अज्ञात बदमाश के खिलाफ केस दर्ज किया। जैन ने बताया कि बुधवार रात अज्ञात बदमाश उनकी दुकान का ताला तोड़कर सिलेंडर, प्लास्टिक की 15 कुर्सी, कोल्डड्रिंक्सकी बोतल, 50 किलो आटा, 30 किलो चावल, 2 कुकर, कढ़ाई, चिप्स और नमकीन के पैकेट, मिक्सर चुराकर ले गया। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे से चोर की तलाश कर रही है।



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    पुलिस के समझाने पर भी घर से बाहर निकले तो पुलिस ने डंडे से स्वागत किया।




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    कोरोनावायरस से जंग जीतकर 40 लोग और घर लौटे, अब तक 291 मरीज ठीक हुए

    कोरोनावायरस के संक्रमण से स्वस्थ हुए 40 मरीजों को आज अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। इनमें 20 मरीजों का उपचार नेमावर रोड स्थित इंडेक्स कॉलेज और 20 का उपचार अरबिंदो अस्पतालमें किया जा रहा था। अस्पताल के स्टाफ ने तालियां बजाकर इन्हें विदाई दी। शुक्रवार को अस्पताल से डिस्चार्ज हुए इन मरीजों के बादअबकोरोना के सक्रमण से स्वस्थ होने वालेमरीजों कीसंख्या बढ़कर 291 हो गई है।

    इससे पहलेगुरुवार को भी चार अस्पतालों से कोरोनावायरस की जंग जीतने वाले 30 मरीजों को छुट्‌टी दी गई थी।इंडेक्स अस्पताल से 13, एमआर टीबी से दो गर्भवती महिलाओं समेत 8, अरबिंदो से 5 और चोइथराम से 4 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया था। गुरुवार तक कुल 251 मरीज स्वस्थ हो चुके थे, जबकि शुक्रवार को कोरोना से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 291 हो गई है।

    उधर, गुरुवार रात प्राप्त रिपोर्ट में 28 नए मरीजों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है। इसे मिलाकर इंदौर में कोरोना पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 1513 हो गई है। अब तक इस बीमारी से 72 लोगों ने दम तोड़ दिया है।

    कोरोना पॉजिटिव इमरा ने दिया बच्चे को जन्म, उसका भी होगा टेस्ट

    कोरोना संक्रमण के खौफ के बीच 20 साल की इमरा के घर गुरुवार को खुशियों ने दस्तक दी। सेम्स कोविड अस्पताल में वह खुद कोरोना से लड़ रही हैं। फिलहाल, मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। ग्रीन पार्क कॉलोनी निवासी 20 साल की इमरा और उनके पति दोनों कोरोना पॉजिटिव हैं। पीपीई किट से लैस डॉक्टरों और नर्सिंग टीम ने बुधवार रात इमरा की नाॅर्मल डिलिवरी करवाई। अब बच्चे का भी सैंपल भेजेंगे। बच्चे को मां के साथ ही रखा गया है।



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    गुरुवार तक कुल 251 मरीज स्वस्थ हो चुके थे। शुक्रवार को कोरोना से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 291 हो गई।




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    21 दिन की बच्ची कोरोना पॉजिटिव, कम लोगों की मौजूदगी में की शादी; उधर न अर्थी को कंधा मिला न जनाजा गुलाब से सज सका

    शहर में 21 दिन की नवजात बच्ची भी कोरोना संक्रमण का शिकार हो गई। यह इतनी कम उम्र की इंदौर में और संभवत: मप्र में भी पहली मरीज है। उसे चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया है। उसके पिता एमवायएच के ब्लड बैंक में लैब टेक्नीशियन हैं और कुछ दिन पहले वे भी पॉजिटिव हो गए थे। इसके बाद प्रशासन ने उनकी पत्नी, नवजात और मां की जांच करवाई। इसमें बच्चे और उनकी मां में संक्रमण की पुष्टि हुई, पत्नी की तबीयत ठीक है। लैब टेक्नीशियन ने बताया कि वे ड्यूटी के दौरान दूसरे साथी से संक्रमित हुए थे। तबसे उनका एमआर टीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। रिपोर्ट आने के बाद उनकी मां को भी एमआरटीबी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन समस्या ये है कि कोविड पीड़ित बच्चों के लिए उपचार की अलग व्यवस्था नहीं है। उनकी पत्नी चोइथराम अस्पताल लेकर पहुंची तो वहां राशि जमा करवाने को कहा। कलेक्टर तक मामला पहुंचा तो रेडक्रॉस से कुछ राशि दी गई।जन्म के समय बच्ची स्की डिलीवरी 21 दिन पहले हुई थी। तब वे स्वस्थ थे और वे ही पत्नी को साथ अस्पताल लेकर गए थे।

    मुहूर्त के दिन ही की शादी, घर में दूल्हा-दुल्हन के फेरे, छह लोग शामिल

    कुंदन नगर की योगिता नायक का विवाह विदुर नगर में रहने वाले राहुल संदोनी से तय हुआ था। 1 मई का मुहूर्त था। योगिता के घर में ही वर-वधू ने सात फेरे लिए। सिर्फ छह लोग शामिल हुए। भाई बनकर रस्म निभाने वाले सुमित साहनी के मुस्कान ग्रुप ने गृहस्थी का जरूरी सामान पेटी, मिक्सर, बर्तन, कपड़े आदि चीजें देकर शुभकामनाएं दीं।

    अंतिम दर्शन तो दूर, न अर्थी को कंधा मिला न जनाजा गुलाब से सज सका

    कोरोना से हो रही मौतों में न अर्थी को कंधा परिजन दे पा रहे हैं, न ही जनाजे को गुलाब से सजाने का मौका मिल रहा है। एक सफेद चादर में लिपटा शव श्मशान, क्रबिस्तान पहुंच रहे हैं। अन्य कारणों से हो रही मौत के मामले में भी यही हो रहा है। पुलिस की चेकिंग और बाजार बंद के बीच जगह-जगह घूमकर अंत्येष्टि का सामान इकट्ठा करना भी चुनौती है।
    अंतिम समय पूरा कुनबा भी श्रद्धांजलि नहीं दे पाया- पाटनीपुरा के रहने वाले मनोज का शव दनदनाती आई एंबुलेंस से सीधे मालवा मिल मुक्तिधाम पहुंचा। कंधा देने के लिए महज चार लोग थे। मटकी उठाने तक का संकट था। संक्रमण का खौफ एेसा कि पड़ोसी, रिश्तेदार भी अंतिम समय में मनोज को श्रद्धा के फूल अर्पित नहीं कर पाए। घर में मनोज की एक मुस्कराती तस्वीर को देखकर ही दुख मनता रहा। एमटीएच अस्पताल से परिजन ने केवल इतनी सूचना दे दी कि हम लोग श्मशान के लिए निकल रहे हैं।
    घर वाले की नजरें रोड पर ही लगी रही, वो सुपुर्दे खाक हो गए- ग्रीन पार्क में रहने वाले फिरदोस खान का इंतकाल हुआ। घर में कोहराम मच गया। रोते- बिलखते परिवार की नजर रोड पर थीं कि शव घर आएगा। इत्र, नए कपड़े पहनाकर विदा करेंगे, जनाजे को फूलों से सजाएंगे, लेकिन एमटीएच अस्पताल से सीधे क्रबिस्तान शव को भेज दिया गया। पीपीई किट, मास्क पहने चार लोगों में कौन रो रहा था, किसकी आवाज आ रही थी यह तक पता नहीं चल रहा था। एंबुलेंस से शव को उतारकर सीधे दफनाने के लिए भेज दिया।



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    शहर में 21 दिन की नवजात बच्ची भी कोरोना संक्रमण का शिकार हो गई। यह इतनी कम उम्र की इंदौर में और संभवत: मप्र में भी पहली मरीज है।