india news ऋषभ पंत के छक्का लगाने के चैलेंज पर रोहित ने कहा- अभी उसे खेलते हुए एक साल भी नहीं हुआ और चुनौती दे रहा By Published On :: Thu, 02 Apr 2020 09:39:14 GMT कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप के कारण दुनियाभर में जुलाई तक क्रिकेट समेत सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द या टाल दिया गया है। साथ ही भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाइन किया गया है। ऐसे में सभी खिलाड़ी घर बैठकर सोशल मीडिया पर लाइव चैट कर रहे हैं। ऐसे ही बुधवार को चैटिंग के दौरान जसप्रीत बुमराह ने रोहित शर्मा को ऋषभ पंत की ओर से छक्का लगाने का चैलेंज दिया। इस पर रोहित ने कहा कि उसे अभी खेलते हुएएक साल हुआ नहीं और चुनौती दे रहा है।वायरल वीडियो में बुमराह ने रोहित से कहा, ‘‘ऋषभ पंत आपको सबसे लंबा छक्का मारने का चैलेंज करना चाहता है।’’ यह सुनकर रोहित हैरानी से पूछते हैं, ‘‘कौन... पंत ऐसा बोल रहा है।’’ बुमराह ने कहा, ‘‘वह चैलेंज करना चाहता है।’’ इस पर रोहित ने कहा, ‘‘एक साल हुआ नहीं उसको क्रिकेट खेलते हुए, छक्के का कॉम्पिटीशन कर रहा है।’’ कोरोना के कारण आईपीएल 15 अप्रैल तक टलादेश के 29 राज्यों में गुरुवार सुबह तक कोरोनावायरस के संक्रमितों की संख्या 2 हजार 105 हो गई है। 169 लोग ठीक हुए, जबकि 56 मौतें हुईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 14 अप्रैल तक 21 दिन का लॉकडाउन किया है। साथ ही 15 अप्रैल तक वीजा प्रतिबंध भी लगाया है। इसी के चलते बीसीसीआई ने 29 अप्रैल से शुरू होने वाले क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया है। टूर्नामेंट पर अब भी खतरा मंडरा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंंत और ओपनर रोहित शर्मा (दाएं)। -फाइल फोटो Full Article
india news डकवर्थ-लुईस नियम बनाने वाले 78 साल के गणितज्ञ टोनी का निधन, ईसीबी ने कहा- क्रिकेट हमेशा उनका ऋणी रहेगा By Published On :: Thu, 02 Apr 2020 09:59:18 GMT क्रिकेट जगत को डकवर्थ-लुईस नियम देने वाले गणितज्ञ टोनी लुईस का निधन हो गया है। वे 78 साल के थे। उन्होंने साथी गणितज्ञ फ्रैंक डकवर्थ के साथ मिलकर मौसम के कारण बाधित क्रिकेट मैच के लिए 1997 में डकवर्थ-लुईस फॉर्मूला दिया था। इसे आईसीसी ने इंग्लैंड में खेले गए 1999 वर्ल्ड कप से अपनाया था। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने बुधवार को कहा, ‘‘टोनी और फ्रैंक के योगदान कोई नहीं भूल सकता। क्रिकेट उन दोनों का हमेशा ऋणी रहेगा।’’टोनी और फ्रैंक के फॉर्म्युले को कई बार आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था। तब ऑस्ट्रेलिया के एक गणितज्ञ स्टीवन स्टर्न ने मौजूदा स्कोरिंग-रेट के हिसाब से इस फॉर्मूले को रिवाइज किया। इसके बाद इस नियम को2014 से डकवर्थ-लुईस-स्टर्न कहा जाने लगा।1992 वर्ल्ड कप के बाद फॉर्मूले को लागू करने पर विचार हुआ1992 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के सेमीफाइनल के बाद इस फॉर्मूले को बनाने पर विचार किया था। इस मैच में लक्ष्य का पीछा कर रही अफ्रीका टीम को जीत के लिए 13 गेंद पर 22 रन की जरूरत थी। इसी दौरान कुछ समय के लिए हुई बारिश के कारण मैच रोक दिया गया था। इसके बाद अफ्रीकी खिलाड़ी उस समय हैरान रह गए, जब जीत के लिए स्कोरकॉर्ड पर 1गेंद पर 21 रन का टारगेट दिखायाथा। यह मैच अफ्रीका 19 रन से हार गई थी। इसके बाद ही आईसीसी ने डकवर्थ-लुईस सिस्टम तैयार करने पर विचार किया।इस नियम सेपहले क्या होता थाइस फॉर्मूले से पहले आईसीसी का नियम सिर्फ टीम का रन औसत ही देखती थी। यानीमैच मेंजिस टीम ने बारिश के समय ज्यादा औसत से रन बनाए होते थे, उसे विजेता घोषित कर दिया जाता था। इस पुराने नियममें विकेट गिरने की बात का ख्याल नहीं रखा जाता था। जबकि डकवर्थ-लुईस नियम में बारिश से बाधित मैच तक के ओवरों में दोनों टीमों का रन औसत और विकेट को ध्यान में रखा जाता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today गणितज्ञ टोनी लुईस (दाएं) और फ्रैंक डकवर्थ ने मिलकर डकवर्थ-लुईस फॉर्मूला बनाया था। 1997 मे दिए गए इस फॉर्मूले को आईसीसी ने 1999 वर्ल्ड कप में अपनाया था। Full Article
india news वर्ल्ड रैंकिंग में बजरंग दूसरे और रवि दहिया चौथे स्थान पर, दोनों को टोक्यो ओलिंपिक की टॉप-4 सीड में जगह मिलना तय By Published On :: Thu, 02 Apr 2020 10:10:39 GMT यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने बुधवार को ताजा रैंकिंग जारी की। इसमें भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया 65 किलोग्राम वर्ग में दूसरे नंबर पर हैं, जबकि रवि दहिया 57 किग्रा में चौथे स्थान पर काबिज हैं। इस लिहाज से दोनों स्टार पहलवानों को अगले साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक के टॉप-4 सीड में जगह मिलना तय है। कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को एक साल के लिए टाल दिया गया है। अब यह टूर्नामेंट अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त को होगा।पिछले ही साल नूर-सुल्तान में स्वर्ण जीतने वाले रूस के ओलिंपिक चैम्पियन गधजिमुराद रशीदोव 65 किग्रा में शीर्ष पर हैं। गधजिमुराद के 60 और बजरंग के नाम 59 पॉइंट हैं। वहीं, 57 किग्रा वर्ग में भी रूस के ही जॉर उगुयेव टॉप पर काबिज हैं। वर्ल्ड रैंकिंग में जॉर के 60 और दहिया के 46 अंक हैं।दीपक पुनिया 86 किग्रा में दूसरे नंबर परवहीं, विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक विजेता दीपक पुनिया 86 किग्रा में ईरान के दिग्गज हसन यजदानी के बाद दूसरे स्थान पर हैं। हसन के 60 और दीपक के 54 पॉइंट हैं। इनके अलावा ओलिंपिक के अन्य तीन भार वर्ग 74 किग्रा, 97 किग्रा और 125 किग्रा के टॉप -10 में कोई भारतीय पहलवान नहीं है। हर भार वर्ग के शीर्ष चार खिलाड़ियों को टोक्यो ओलिंपिक में वरीयता दी जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बजरंग पुनिया वर्ल्ड चैम्पियनशिप में 3 पदक जीतने वाले पहले भारतीय रेसलर हैैं। -फाइल फोटो Full Article
india news धोनी के विजयी छक्के को ज्यादा त्वज्जो देने से गंभीर नाराज, कहा- पूरी टीम की वजह से बने थे विश्व चैम्पियन By Published On :: Thu, 02 Apr 2020 12:04:00 GMT खेल डेस्क. पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में महेंद्र सिंहधोनी के विजयी छक्के को ज्यादा त्वज्जो देने से नाराज हैं। क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने गुरुवार को एक ट्वीट किया, जिसमें उसनेवर्ल्ड कप फाइनल में तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी द्वारा लगाए गए विजयी छक्के की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि आज ही के दिन 2011 में इस एक शॉट ने लाखों भारतीयों को जश्न मनाने का मौका दिया। इसी ट्वीट से गंभीर भड़क गए और उन्होंने जवाब दिया- बस आपको याद दिला दूं कि 2011 का विश्व कप पूरे भारत ने जीता था। पूरी टीम इंडिया और सपोर्ट स्टाफ ने जीता था। सही समय है कि आप भी अपने जुनून को हवा में छक्के की तरहउड़ा दें। 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। महेला जयवर्धने के शतक की बदौलत मेहमान टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 274 रन बनाए थे। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। 31 रन के भीतर ही सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग आउट हो गए। इसके बाद गौतम गंभीर और 4 नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए धोनीने भारतीय पारी को संभाला। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी हुई। हालांकि, गंभीर तीन रन से शतक चूक गए। लेकिन उनके आउट होने के बाद आए युवराज सिंह और भारतीय कप्तानने टीम इंडिया को 28 साल बाद वर्ल्ड चैम्पियन बना दिया। धोनी 79 गेंद पर 91 और युवराज 24 गेंद पर 21 रन बनाकर नाबाद रहे।'धोनी की वजह से शतक नहीं लगा पाया था'वर्ल्ड कप के बाद जब गंभीर से शतक पूरा नहीं कर पाने को लेकर सवाल पूछा गया था तो उन्होंने इसके लिए भी धोनी को ही जिम्मेदार ठहराया था। तब गंभीर ने कहा था कि जब फाइनल में मैं 97 रन पर पहुंचा, तो मेराध्यान अपने स्कोर पर नहीं, बल्कि टारगेट पर था। उन्होंने कहा- जब ओवर खत्म हुआ तब धोनी ने मुझसे कहा कि सिर्फ 3 रन बचे हैं और तुम अपना शतक पूरा कर लो।गंभीर के मुताबिक, अगर तब वह मुझे मेरे स्कोर के बारे में याद नहीं दिलाते तो मैं आसानी से सेंचुरी पूरी कर लेता। उनके याद दिलाने के बाद मैं ज्यादा सावधान हो गया और थिसारा परेरा की गेंद पर एक खराब शॉट खेलकर बोल्ड हो गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में गौतम गंभीर ने 97 रन की पारी खेली थी। तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ उन्होंने चौथे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी की थी। Full Article
india news गौतम गंभीर ने दो साल की सैलरी डोनेट की, बांग्लादेशी गेंदबाज जहांआरा ने जन्मदिन पर पीड़ितों की मदद की By Published On :: Fri, 03 Apr 2020 03:23:00 GMT पूर्व क्रिकेटर और दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने पीएम केयर्स फंड में अपनी दो साल की सैलरी देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘लोग पूछते हैं कि उनका देश उनके लिए क्या कर सकता है? असली सवाल तो यह है कि आप अपने देश के लिए क्या कर सकते हैं? लोकसभा की वेबसाइट के मुताबिक, सांसद को हर महीने एक लाख रुपए मिलते हैं। वहीं,बांग्लादेश की तेज गेंदबाज जहांआरा आलम ने जन्मदिन पर कोरोनावायरस पीड़ितों की मदद की। 1 अप्रैल को जहांआरा ने 50 से अधिक घरों में जाकर जरूरत के सामान वितरित किए। उन्होंने कहा कि आपदा के इस समय पर सभी को गरीब लोगों की मदद करनी चाहिए।भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच आर. श्रीधर ने भी मदद के लिए 4 लाख रुपए डोनेट किए हैं। वहीं, शूटर अपूर्वी चंदेला ने पीएम केयर्स फंड में 3 लाख और राजस्थान सीएम रिलीफ फंड में 2 लाख रुपए देने की घोषणा की। बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने भी 10 लाख दिए।ईसीबी की दो महीने की सैलरी में कटौती करेगाइंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने घोषणा की है कि वे अपने कर्मचारियों की सैलरी में कटौती करेंगे। 1 अप्रैल से 2 महीने के लिए सभी की सैलरी घटाई गई है। कोरोनावायरस की वजह से हो रहे नुकसान से बचने के लिए ऐसा किया गया है। कटौती कर्मचारियों के ग्रेड पर निर्भर करेगी। न्यूनतम 10% और अधिकतम 25% की कटौती की जाएगी। कार्यकारी प्रबंधन टीम और बोर्ड को वेतन में 20% कम सैलरी मिलेगी। जबकि मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन को 25% कम। इसके साथ ही अमेरिका की मेजर लीग सॉकर ने भी अपने टाॅप एग्जिक्यूटिव और कुछ स्टाफ की सैलरी में कटौती की। सैलरी में 10-20 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर और बांग्लादेश की तेज गेंदबाज जहांआरा आलम। -फाइल फोटो Full Article
india news सचिन ने ओपनिंग के लिए कोच और कप्तान से कहा था- अगर फेल हुआ तो दूसरा मौका मांगने नहीं आऊंगा By Published On :: Fri, 03 Apr 2020 03:48:00 GMT सचिन तेंदुलकर ने 1994 में पहली बार वनडे में सलामी बल्लेबाजी की थी। उससे पहले वे मध्यक्रम में खेला करते थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड वनडे से पहले नवजोत सिंह सिद्धू चोटिल हो गए थे। सचिन ने कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन और कोच अजीत वाडेकर से एक मौका देने की मांग की थी।अपने पर्सनल एप 100एमबी पर इसका खुलासा करते हुए मास्टर ब्लास्टर ने कहा, ‘जब मैं होटल से निकला तो मुझे नहीं पता था कि मैं बल्लेबाजी करने जा रहा हूं। ड्रेसिंग रूम में अजहर और वाडेकर सर थे। उन्होंने कहा कि सिद्धू अनफिट है, क्योंकि उसकी गर्दन मुड़ गई है। इसलिए हम किससे ओपनिंग कराएं और मैंने कहा मुझे एक मौका दें। मुझे पूरा विश्वास है कि मैं गेंदबाजों पर आक्रमण कर सकता हूं।’सचिन के वनडे में 49 शतक समेत 18,426 रनउस मैच में सचिन तेंदुलकर के बल्ले से 49 गेंदों पर 82 रनों की पारी निकली थी। इसमें 15 चौके और 2 छक्के भी शामिल थे। इसके बाद वे नियमित ओपनर बने। सचिन ने ये भी बताया कि उन्होंने कोच और कप्तान से कहा था कि अगर मैं फेल होता हूं तो दूसरा मौका मांगने कभी नहीं आऊंगा। उस समय पहले 15 ओवर पावरप्ले के होते थे। सचिन ने इसका फायदा उठाने के लिए ही सलामी बल्लेबाजी करने की मांग की थी। उन्होंने बताया कि उस समय बल्लेबाज शुरुआत में नई गेंद के खिलाफ तेजी से रन नहीं बनाते थे। 2012 में वनडे से संन्यास लेने वाले सचिन के नाम 49 शतक समेत 18,426 रन हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सचिन तेंदूलकर ने डेब्यू ओपनिंग मैच में 49 गेंदों पर 82 रनों की पारी खेली थी। तब टीम के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन (बाएंं) थे। Full Article
india news दुनिया के 67 खिलाड़ी 100+ इंटरनेशनल गोल कर चुके, इनमें 5 भारतीय खिलाड़ियों का नाम भी By Published On :: Fri, 03 Apr 2020 04:15:00 GMT हॉकी को ओलिंपिक में 1908 गेम्स में पहली बार शामिल किया गया था। इसके बाद से हॉकी खेल सभी ओलिंपिक में शामिल रहा। इस दौरान गोल के कई रिकॉर्ड बने। दुनिया के 67 खिलाड़ी 100+ गोल कर चुके हैं। इसमें 45 पुरुष और 22 महिला खिलाड़ी हैं। भारत के चार पुरुष, एक महिला खिलाड़ी ऐसा कर चुके हैं। सबसे ज्यादा गोल 346 गोल पाकिस्तान के सोहेल अब्बास ने किया है।राशिद जूनियर और फिएकी सबसे पहले 100+ गोल के रिकॉर्ड तक पहुंचेपुरुष कैटेगरी में सबसे पहले 100 गोल करने का रिकॉर्ड पाक के राशिद जूनियर के नाम है। 1976 में बेल्जियम के खिलाफ यह कारनामा किया। महिला वर्ग में यह रिकॉर्ड नीदरलैंड की फिएकी बोएहॉर्स्ट के नाम है। 1984 में बेल्जियम के खिलाफ ऐसा किया। पुरुष कैटेगरी में 13 देश के 45 खिलाड़ियों ने 100+ गोल किए हैं। सबसे ज्यादा 10 खिलाड़ी नीदरलैंड के हैं। ऑस्ट्रेलिया के 7 खिलाड़ी हैं। भारत की ओर से संदीप सिंह (138), वीआर रघुनाथ (132), रुपिंदरपाल सिंह (125) और धनराज पिल्ले (121) ने ऐसा किया है। महिला वर्ग में 10 देशों की 22 खिलाड़ियों ने 100+ गोल का कारनामा किया है। सबसे ज्यादा 5 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की हैं। अर्जेंटीना की 4 जबकि नीदरलैंड-जर्मनी की 3-3 खिलाड़ियों ने ऐसा किया है। भारत की ओर से रानी रामपाल (138) ने ऐसा किया है।पाकिस्तान के सोहेल 300+ गोल करने वाले एकमात्र खिलाड़ीटॉप-5 पुरुष खिलाड़ी खिलाड़ी देश गोल सोहेल अब्बास पाकिस्तान 346 लिट्जेंंस नीदरलैंड 267 ड्वायर ऑस्ट्रेलिया 243 निकोल द. अफ्रीका 236 लॉम्बी अर्जेंटीना 231 टॉप-5 महिला खिलाड़ी खिलाड़ी देश गोल कोएटजी द. अफ्रीका 282 क्रासनिकोवा रूस 220 केलर जर्मनी 204 एनान ऑस्ट्रेलिया 166 एमर अर्जेंटीना 162 Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today भारतीय महिला टीम की कप्तान रानी रामपाल ने करियर मेंं अब तक 138 गोल दागे हैंं। -फाइल फोटो Full Article
india news कोहली ने पीटरसन से कहा- टेस्ट क्रिकेट ने बेहतर इंसान बनाया, यह मुश्किल वक्त में लड़ने का जज्बा सिखाता है By Published On :: Fri, 03 Apr 2020 05:23:00 GMT कोरोनावायरस के कारण दुनिया की एक तिहाई आबादी घरों में कैद है। भारत में भी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया है। ऐसे में भारतीय समेत विश्व के लगभग सभी खिलाड़ी सोशल मीडिया पर चैटिंग कर समय बिता रहे हैं। गुरुवार को भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन से लाइव चैटिंग की। इस दौरान अपने फेवरेट क्रिकेट फॉर्मेट के सवाल पर कोहली ने टेस्ट का नाम लिया। कोहली ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट ने ही उन्हें बेहतर इंसान बनाया है। यह फॉर्मेट मुश्किल वक्त में लड़ने का जज्बा सिखाता है।कोहली ने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट जीवन का प्रतिनिधित्व करता है, जहां किसी व्यक्ति के पास मुश्किल समय में भागने का विकल्प नहीं होता। आप रन बनाएं या नहीं, आपको अन्य बल्लेबाज के लिए ताली तो बजानी ही होती है। आपको अपने कमरे में वापस लौटने के बाद अगले दिन उठकर फिर मैदान में उतरना पड़ता है। टेस्ट क्रिकेट में आपको दिनचर्या का पालन करना होता है, फिर आप चाहे इसे पसंद करें या नहीं।’’4 दिवसीय टेस्ट के विचार को पीटरसन ने खारिज कियापीटरसन ने चार दिवसीय टेस्ट के विचार को खारिज करने के लिए कोहली की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विचार-विमर्श के लिए बुलाया गया और मैंने उन्हें कह दिया कि अगर विराट कोहली नहीं चाहता कि 4 दिवसीय टेस्ट हो तो ऐसा नहीं होगा।’’‘मैं अपना रवैया नहीं बदलूंगा’अपने आक्रामक रवैये पर कोहली ने कहा, ‘‘मैं नहीं मानता हूं कि सिर्फ कप्तान होने के कारण मुझे अपने रवैये में बदलाव करना चाहिए। जरूरी है कि मैं लुत्फ उठाऊं और इसके बाद रणनीति आती है।’’ एबी डिविलियर्स पर छिंटाकशी को लेकर कोहली ने कहा, ‘‘आपसी सम्मान के मामले में आईपीएल की बड़ी भूमिका रही है। मैं कभी एबी के साथ ऐसा (छींटाकशी) नहीं कर पाऊंगा। हमारे बीच ऐसी मित्रता है जो इन चीजों से काफी अधिक समय तक बरकरार रहेगी।’’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इंग्लैंड के क्रिकेटर केविन पीटरसन से भारतीय कप्तान विराट कोहली ने लाइव चैटिंग की। -फाइल फोटो Full Article
india news शास्त्री ने विनिंग मोमेंट शेयर करते हुए सचिन-विराट को टैग किया; युवराज बोले- माही और मैं भी टीम में थे; कोच ने कहा- तुस्सी लीजेंड हो By Published On :: Fri, 03 Apr 2020 10:59:06 GMT 1983 के बाद भारतीय टीम ने 2011 में दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था। जिसे 2 अप्रैल को 2020 को 9 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर मौजूदा टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने विनिंग मोमेंट ट्विटर पर शेयर किया। साथ ही सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली को टैग किया। इस पर युवराज सिंह ने शास्त्री को ट्रोल कर दिया। युवी ने कमेंट किया, ‘‘धन्यवाद सीनियर, आप मुझे और माही (महेंद्र सिंह धोनी) को भी टैग कर सकते हैं। हम दोनों भी वर्ल्ड कप का हिस्सा थे।’’ साथ ही युवी ने हंसते हुए इमोजी भी लगाया।रवि शास्त्री पोस्ट में लिखा था, ‘‘सभी को बहुत बधाई! यह यादें आपकी जिंदगी में खुशियां लाएंगी। बिल्कुल वैसे ही जैसे हमारे 1983 के ग्रुप के जीवन में।’’ युवी के कमेंट पर कोच ने जवाब दिया, ‘‘जब वर्ल्ड कप की बात आती है, आप जूनियर में नहीं गिने जाते हैं। तुस्सी लीजेंड हो।’’ ## भारत ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया थामुंबई में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 274 रन बनाए थे। टीम के लिए महेला जयवर्धने ने 103 रन की नाबाद पारी खेली थी। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 4 विकेट पर 277 रन बना लिए थे। टीम के लिए गौतम गंभीर ने 97 और कप्तान धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे। इसके लिए धोनी को मैन ऑफ द मैच चुना गया था, जबकि युवी मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। इससे पहले भारतीय टीम ने कपिल देव की कप्तानी में 1983 खिताब जीता था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today वर्ल्ड कप 2011 फाइनल में युवराज सिंह ने 21 और महेंद्र सिंह धोनी ने 91 रन की पारी खेली थी। Full Article
india news पैट कमिंस को छोटे फॉर्मेट में आईपीएल होने की पूरी उम्मीद, सुरेश रैना बोले- अभी लोगों का जीवन ज्यादा जरूरी By Published On :: Fri, 03 Apr 2020 12:03:00 GMT कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप के कारण जुलाई तक होने वाले दुनियाभर के सभी खेल टूर्नामेंट्स को टाल या रद्द कर दिया गया है। टूर्नामेंट पर अब भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने कहा है कि उन्हें इस बार आईपीएल होने की पूरी उम्मीद है। चाहे यह बहुत छोटे फॉर्मेट में ही क्यों न हो। वहीं, सुरेश रैना ने कहा है कि अभी लोगों का जीवन ज्यादा जरूरी है, जबकि आईपीएल थोड़ा इंतजार भी कर सकता है।कमिंस को इस बार नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने 15.5 करोड़ रुपए में खरीदा है। वे आईपीएल इतिहास में सबसे महंगे बिकने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। जबकि रैना चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलते हैं। टीम ने उन्हें रिटेन किया था।‘केकेआर ने विश्वास के साथ कहा कि आईपीएल होगा’कोरोना महामारी को लेकर कमिंस ने एक क्रिकेट वेबसाइट से कहा, ‘‘सच कहूं तो हर दिन कुछ बदलाव आ रहा है। मैंने पिछली बार जब बात की थी (केकेआर टीम मैनेजमेंट से) तब वे काफी विश्वास और उम्मीद के साथ कह रहे थे कि आईपीएल जरूर होगा। उन्होंने आईपीएल के रद्द होने की बात को भी नकारा था। हालांकि, टूर्नामेंट का फॉर्मेट छोटा हो सकता है। मैं अपनी टीम के सम्पर्क में हूं और कुछ दिन छोड़कर बात भी करता हूं।’’जाहिर सी बात है कि अभी भी हर कोई आगे बढ़ने के लिए उत्सुक है, लेकिन प्राथमिकता कोरोना के खतरे को खत्म करना है। यह वायरस काफी तेजी से दुनियाभर में फैल रहा है। फिलहाल, भारत में वीजा प्रतिबंध भी 14 अप्रैल तक लगा हुआ है, ऐसे में मुझे आईपीएल को लेकर कुछ भी जल्द ठीक होने की उम्मीद नहीं दिख रही है।‘सरकार के लॉकडाउन के आदेश का पालन करें’आईपीएल टलने के सवाल पर रैना ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि यह सब लोगों के जीवन को बचाने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘इस समय हमारे लिए लोगों का जीवन ज्यादा जरूरी है। आईपीएल तो इंतजार भी कर सकता है। हमारे लिए जरूरी है कि हम सरकार के लॉकडाउन के आदेश का पालन करें। जब जीवन बेहतर हो जाएगा, तब हम आईपीएल के बारे में सोच सकते हैं। इस समय कोरोना के कारण कई हजारों लोगों की जान जा चुकी है। कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।’’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पैट कमिंस ने अब तक आईपीएल के 16 मैच में 17 विकेट लिए, जबकि सुरेश रैना (दाएं) ने 193 मैच में 1 शतक के साथ 5368 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news मोदी ने सचिन-सिंधु समेत खेलजगत की 40 हस्तियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की, कोविड से निपटने के लिए 5 मंत्र दिए By Published On :: Fri, 03 Apr 2020 13:46:07 GMT प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को खेल जगत की हस्तियों से वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए देश में बढ़ते कोरोनावायरसके हालात पर चर्चा की। इसमें बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी समेत 40 शीर्ष खिलाड़ी शामिल हुए। इस दौरान मोदी इन सभी खिलाड़ियों से कोरोना के खिलाफ जंग में साथ आने की अपील की।पहले भी मोदी ने खेल जगत के दिग्गजों के कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए दान देने के लिए अपील की थी।21 दिन के लॉकडाउन के बाद मोदी ने पहली बार खेल जगत की हस्तियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के हालात पर चर्चा की।चर्चा में पीटी ऊषा, पुलेला गोपीचंद, विश्वनाथन आनंद, हिमा दास, शरद कुमार, बजरंग पुनिया, पीवी सिंधु, रोहित शर्मा, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह और चेतेश्वर पुजारा भी शामिल रहे। फिलहाल,यह लॉकडाउन 14 अप्रैल तक रहेगा।मोदी ने 5 मंत्र दिएमोदी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए 5 मंत्र दिए। यह संकल्प, संयम, सकारात्मकता, सम्मान और सहयोग हैं। मोदी ने सभी से कोरोना के खिलाफ टीम इंडिया के रूप में लड़कर भारतीय टीम को जिताने की बात कही। मोदी ने कहा, ‘‘सभी खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया है। अब वक्त आ गया है कि वे इस कठिन परिस्थिति में देशवासियों का मनोबल बढ़ाएं और सकारात्मकता फैलाएं।’’ वहीं, देशहित में सही समय पर जरूरी कदम उठाने के लिए सभी खिलाड़ियों ने मोदी को धन्यवाद दिया। मोदी ने देशवासियों के साथ वीडियो शेयर कियाइससे पहले शुक्रवार को हीमोदी ने लॉकडाउन के बीच देशवासियों के साथ 12 मिनट का एक वीडियो मैसेज साझा किया। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ अब तक 9 दिन के लॉकडाउन में लोगों ने अनुशासन का परिचय दिया। इस रविवार 5 अप्रैल रात 9 बजे आप सब 9 मिनट घर की लाइटें बंद कर मोमबत्ती, टॉर्च, दीये या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाएं। 16 दिन में मोदी का यह देश के लोगों को तीसरा संबोधन था।देश में अब तक कोरोना से 72 की मौतकोरोनावायरस के शुक्रवार को 53 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2 हजार 602 हो गई है। 191 लोग ठीक हुए हैं और 72 लोगों की मौत हुई है। इससे पहले गुरुवार को देशभर में 486 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यह एक दिन में संक्रमण का सबसे बड़ा आंकड़ा है। हाल ही में बीसीसीआई51 करोड़ रुपए, सचिन ने 50 लाख, गौतम गंभीर ने एक करोड़ रु. और 2 साल का वेतन, रोहित ने 80 लाख, सुरेश रैनाने 52 लाख रुपएदेने की घोषणा की है। गंभीर भाजपा के सांसद भी हैं।वहीं, कोहली ने भी पीएम राहत कोष में मदद करने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने राशि नहीं बताई थी। वहीं, गांगुली ने 51 लाख रुपए के चावल दिए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मोदी ने कोरोना को हराने के लिए खिलाड़ियों से भी अपील की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनसे सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और पीवी सिंधु जुड़ीं। इससे पहले मोदी की अपील पर सौरव गांगुली ने लॉकडाउन से प्रभावित बेरोजगारों के लिए 51 लाख रुपए के चावल दान दिए थे। सचिन तेंदुलकर ने भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर 51 लाख रुपए दान दिए। मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग चर्चा में युवराज सिंह, पीवी सिंधु, हिमा दास और शरद कुमार भी शामिल रहे। Full Article
india news रोनाल्डो 7642 करोड़ रु. कमाने वाले पहले फुटबॉलर बन सकते हैं, टाइगर वुड्स और फ्लायड मेवेदर को पीछे छोड़ देंगे By Published On :: Sat, 04 Apr 2020 02:22:00 GMT फुटबॉल मैदान पर तो क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने तमाम बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए ही हैं। कमाई के मामले में भी वे नया रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं। रोनाल्डो इस साल बिलियनेयर स्पोर्ट्स पर्सन की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। फोर्ब्स के अनुसार, वे 1 बिलियन डॉलर की कमाई के साथ पहले फुटबॉलर बन सकते हैं। अब तक सिर्फ दो ही खिलाड़ी हैं, जो इतनी कमाई कर सके हैं। अमेरिकी गोल्फर टाइगर वुड्स 2009 में पहले अरबपति खिलाड़ी बने थे। 2017 में अमेरिका के प्रोफेशनल बॉक्सर फ्लायड मेवेदर ने इतनी कमाई की थी। रोनाल्डो की कुल कमाई 800 मिलियन डॉलर (करीब 6087 करोड़ रुपए) है।दूसरे सबसे ज्यादा कमाई वाले खिलाड़ी थेरोनाल्डो ने 2019 में 109 मिलियन डॉलर (829 करोड़ रु.) कमाई की थी। वे दूसरे हाईएस्ट पेड एथलीट बने थे। उन्होंने 2018 में युवेंटस के साथ 340 मिलियन डॉलर (2588 करोड़ रु.) की डील की थी। रोनाल्डो नाइकी से 804 मिलियन पाउंड (6120 करोड़ रु.) की लाइफटाइम डील भी कर चुके हैं।रोजाना 3 करोड़ सैलरी से कमाते हैं रोनाल्डो रोनाल्डो सैलरी से सालाना 820 करोड़ कमाते हैं। यानी महीने के करीब 68 करोड़, हफ्ते के 15.7 करोड़ और दिन के 3.15 करोड़ रुपए कमाते हैं। 350 करोड़ रुपए का एनुअल पे-चेक मिलेगा रोनाल्डो को इस साल। यह लियोनेल मेसी और नेमार को छोड़ दिया जाए, तो दुनिया के अन्य सभी फुटबॉलर से ज्यादा है। 343 करोड़ रुपए कमाएंगे रोनाल्डो वॉकिंग बिलबोर्ड, नाइकी के एंडोर्समेंट, सीआर7 ब्रॉन्ड के अंडरवियर, फुटवियर और कोलोन से। 693 करोड़ रुपए की अतिरिक्त कमाई हो सकती है। इसमें सोशल मीडिया और एंडोर्समेंट से होने वाली कमाई शामिल है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने 2019 में 109 मिलियन डॉलर (829 करोड़ रु.) कमाई की थी। वे दूसरे हाईएस्ट पेड एथलीट बने थे। -फाइल फोटो Full Article
india news ओलिंपिक क्वालिफाई करने की आखिरी तारीख 29 जून 2021, फीफा अध्यक्ष ने कहा- नहीं पता फुटबॉल कब शुरू होगा By Published On :: Sat, 04 Apr 2020 02:39:00 GMT इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) ने क्वालिफिकेशन की नई समय-सीमा तय कर दी। टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने की आखिरी तारीख 29 जून 2021 है। सभी खेलों के इंटरनेशनल फेडरेशन को अपने ओलिंपिक क्वालिफायर इस तारीख से पहले करने होंगे। पहले ओलिंपिक इस साल 24 जुलाई से 9 अगस्त तक होने थे। लेकिन कोरोनावायरस के कारण अब ये अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। आईओसी ने कहा, ‘इंटरनेशनल फेडरेशन को अपनी क्वालिफिकेशन डेडलाइन अगले साल 29 जून से पहले रखनी होंगी। वहीं, खेलों की एंट्री की डेडलाइन पांच जुलाई रखी गई है।’आईओसी पहले ही कह चुका है कि जो खिलाड़ी ओलिंपिक कोटा हासिल कर चुके हैं, उनका कोटा बरकरार रहेगा। आईओसी ने कहा कि खेलों की तारीख और वेन्यू बताना अभी मुश्किल है। कोरोना का प्रभाव कम होने और यात्रा प्रतिबंध खत्म होने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।‘हमारी दुनिया और खेल अलग-अलग होने वाले हैं’फुटबॉल की वर्ल्ड बॉडी फीफा के अध्यक्ष गियानी इनफेंटिनो ने कहा कि खेल दोबारा कब शुरू होगा। इसके बारे में किसी को नहीं पता। जब यह फिर से शुरू होगा तब स्थिति बदली होगी। कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया में फुटबॉल प्रभावित हुआ है। इनफेंटिनो ने साउथ अमेरिका के फुटबॉल प्रमुखों से कहा, ‘हम सभी चाहते हैं कि हम कल से खेलें। लेकिन यह संभव नहीं है। आज कोई भी नहीं जानता कि हम पहले की तरह खेल पाएंगे। जब हम सामान्य स्थिति में लौटेंगे तो हमारी दुनिया और हमारा खेल अलग-अलग होने वाला है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि फुटबॉल जीवित रहे और यह एक बार फिर से समृद्ध हो सके।’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को कोरोनावायरस के कारण एक साल के लिए टाला। अब यह गेम्स अगले साल जुलाई-अगस्त में होंगे। -फाइल फोटो Full Article
india news फुटबॉलर नेमार ने यूनिसेफ को 7.5 करोड़ रुपए दिए, इंग्लिश क्रिकेटर्स ने 4 करोड़ रु. से ज्यादा जुटाए By Published On :: Sat, 04 Apr 2020 04:31:00 GMT कोरोनावायरस से दुनियाभर में शनिवार सुबह तक 59 हजार 141 लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमितों की संख्या 10 लाख 98 हजार पहुंच गई है। ऐसे संकट के समय में खेल जगत से कई दिग्गजों ने कोरोना से बचाव के लिए खुले हाथ से दान दिया है। ब्राजील के स्टार फुटबॉल खिलाड़ी नेमार ने कोरोनावायरस के पीड़ित लोगों की मदद के लिए 7 करोड़ रुपए दिए हैं। उन्होंने यह राशि यूनिसेफ को दी है। इससे ब्राजील में पीड़ितों की मदद की जाएगी। हालांकि नेमार ने इसके बारे में अपनी ओर से कुछ नहीं कहा था। इसके पहले रोनाल्डो, मेसी, फेडरर, नडाल सहित कई बड़े खिलाड़ियों ने करोड़ों रुपए दिए थे। साथ ही इंग्लैंड के क्रिकेटर्स ने 4.6 करोड़ रुपएजुटाए हैं।प्रीमियर लीग में सैलरी कटौती हो सकती हैइंग्लिश प्रीमियर के खिलाड़ियों की सैलरी में भी कटौती हो सकती है। कोरोनावायरस के कारण खेल पूरी तरह बंद है। इस बीच प्रीमियर लीग, फुटबॉल लीग और खिलाड़ियों के यूनियन के बीच चर्चा चल रही है। हेल्थ सेक्रेटरी मैट हैनकॉक ने कहा कि कोरोनावायरस के खिलाफ सभी को शामिल होना चाहिए। नॉन प्लेइंग स्टॉफ को सैलरी मिलनी चाहिए। प्रोफेशनल फुटबॉलर्स एसोसिएशन ने भी जारी बयान में कहा है कि क्लबों को नॉन प्लेइंग स्टाफ को भुगतान करना चाहिए। इसके पहले स्पेनिश क्लब बार्सिलोना और एटलेटिको मैड्रिड के खिलाड़ियाें ने सैलरी में 70 फीसदी की कटौती पर सहमति दे दी है।ओलिंपिक संघ ने 71 लाख रुपए का फंड इकट्ठा कियाभारतीय ओलिंपिक संघ (आईओसी) ने कोरोनावायरस से लड़ाई के लिए 71 लाख का फंड इकट्ठा किया है। इसमें राज्य संघों के साथ ही नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन ने भी योगदान दिया है। महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि आईओए अपने एनएसएफ और राज्य संघों को योगदान देने के लिए आभार प्रकट करता है।इंग्लैंड का एजबस्टन क्रिकेट स्टेडियम बनेगा कोविड-19 का टेस्टिंग सेंटरइंग्लैंड के वारविकशायर काउंटी क्रिकेट क्लब ने कोरोना टेस्टिंग के लिए एजबस्टन स्टेडियम दिया है। स्टेडियम की कार पार्किंग का इस्तेमाल बर्मिंघम में काम करने वाले मेडिकल कर्मचारियों की नियमित टेस्टिंग के लिए किया जाएगा। इससे पहले लॉर्ड्स ने पार्किंग हॉस्पिटल कर्मचारियों के लिए खोल दी थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ब्राजील के स्टार फुटबॉलर नेमार फ्रांस के क्लब पीएसजी के लिए खेलते हैंं। वे जल्द ही बार्सिलोना के साथ बड़ा करार कर सकते हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news स्पॉट फिक्सर हत्यारे के समान, वह दोबारा खेलने लायक नहीं, उसे फांसी दे देनी चाहिए: जावेद मियांदाद By Published On :: Sat, 04 Apr 2020 05:44:38 GMT पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग करने वालों को फांसी की सजा देने की बात कही है। उन्होंने शुक्रवार को यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘स्पॉट फिक्सिंग में लिप्त खिलाड़ियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। जैसे किसी की हत्या करना गंभीर अपराध है, वैसे ही यह भी माफी लायक जुर्म नहीं है। स्पॉट फिक्सिंग करने वालों को फांसी दे दी जानी चाहिए। उन्हें दोबारा क्रिकेट खेलने का अधिकार नहीं होता है।’’मियांदाद ने कहा, ‘‘स्पॉट-फिक्सर को फांसी देकर एक उदाहरण स्थापित किया जाना चाहिए ताकि कोई भी खिलाड़ी ऐसा कुछ करने के बारे में न सोचे। ये बातें हमारे धर्म (इस्लाम) की शिक्षाओं के खिलाफ हैं। हम सभी को उसी के अनुसार व्यवहार करना चाहिए। पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) उन्हें माफ करके सही नहीं कर रहा है। स्पॉट-फिक्सर को वापस लाने वालों को खुद पर शर्म आनी चाहिए।’’‘स्पॉट-फिक्सर इंसानियत के दुश्मन हैं’पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा, ‘‘जो खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग कर सकते हैं, वे अपने माता-पिता और परिवार के प्रति ईमानदार नहीं होते हैं। यदि वे ईमानदार होते तो ऐसा गलत काम कभी नहीं करते। ऐसे लोग इंसानियत के भी दुश्मन होते हैं, जिन्हें जीने का हक नहीं होता। यह खिलाड़ी पैसा कमाने के लिए भ्रष्टाचार में शामिल होते हैं। बाहर होने के बाद ये अपने कनेक्शन का इस्तेमाल कर फिर टीम में आ जाते हैं।’’‘पीएसएल मैचों का सट्टेबाजी कंपनियों की वेबसाइट पर सीधा प्रसारण होता है’हाल ही में मियांदाद ने एक इंटरव्यू में कहा था कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के मैचों का सट्टेबाजी कंपनियों की वेबसाइट पर सीधा प्रसारण होता है। उन्होंने कहा था, ‘‘पाकिस्तान क्रिकेट खेलने वाला देश है। उसने कई घोटालों और समस्याओं को सामना किया है। सट्टेबाजी के कारण पाकिस्तान ने अपने कई अच्छे खिलाड़ियों को गंवाया है। इसलिए पीएसएल के मैचों का सट्टेबाजी कंपनियों की वेबसाइट पर सीधा प्रसारण मामूली बात नहीं है। इसकी जांच बोर्ड के बाहर निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए, क्योंकि पीसीबी के ही कुछ अधिकारी इससे मिले हैं।’’1992 वर्ल्ड कप फाइनल में मियांदाद-इमरान ने की 139 रन की साझेदारीमियांदाद ने 1992 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। फाइनल में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 249 रन बनाए थे। इसके जवाब में इंग्लैंड 227 रन पर ही सिमट गई थी। मैच में पाकिस्तान के दो विकेट 24 रन पर ही गिर गए थे। इसके बाद इमरान और मियांदाद ने तीसरे विकेट के लिए 139 रन की अहम साझेदारी की थी। मैच में इंजमाम उल हक ने 46 गेंद पर 42 रन और वसीम अकरम ने 18 गेंद पर 33 रनों की पारी खेली थी। जबकि अकरम और मुश्ताक अहमद ने 3-3 विकेट लिए थे। मियांदाद ने पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट में 8832 और 233 वनडे में 7381 रन बनाए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मियांदाद ने पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट में 8832 और 233 वनडे में 7381 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news फिजिकल के साथ मेंटल फिटनेस भी महत्वपूर्ण: सचिन, हिमा दास बोलीं- डॉक्टर-पुलिस पर हमले से दुखी हूं By Published On :: Sat, 04 Apr 2020 06:19:57 GMT प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस को लेकर शुक्रवार को 40 खिलाड़ियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चर्चा की। इस दौरान सचिन तेंदुलकर के अलावा विराट कोहली, रोहित शर्मा, जहीर खान, युवराज सिंह, पीवी सिंधु, नीरज चोपड़ा, विश्वनाथन आनंद, हिमा दास, अमित पंघाल, विनेश फोगाट, मनु भाकर सहित 12 खिलाड़ियों ने तीन-तीन मिनट में अपनी बात रखी। सचिन ने फिजिकल के साथ मेंटल फिटनेस को भी जरूरी बताया। वहीं, हिमा दास ने कहा कि डॉक्टर और पुलिस पर हमले से वे दुखी हैं।मोदी ने खिलाड़ियों से लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता को लेकर जागरूक करने को कहा। इस लड़ाई में खेल की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। लगभग एक घंटे तक चली बातचीत में पीएम ने खिलाड़ियों से कहा कि उनके सुझावों पर ध्यान दिया जाएगा। हम टीम इंडिया की तरह इस महामारी से लड़ रहे हैं। आपकी प्रेरणा से हम महामारी से बाहर निकल आएंगे।सभी को एकजुट होकर लड़ना होगा: चानूवेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने कहा कि पीएम ने सभी से इस महामारी से एकजुट होकर लड़ने को कहा है। वहीं एथलीट हिमा दास ने देश भर में पुलिस और डॉक्टर पर हो रहे हमले पर दुख जताया और कहा कि ये लोग नियम नहीं मान रहे। सचिन ने बताया कि पीएम ने हमें 14 अप्रैल के बाद भी सतर्क रहने का कहा है। सचिन ने कहा, ‘मैंने सुझाव दिया कि मैं हाथ मिलाने की जगह ‘नमस्ते’ का उपयोग करूंगा। मेंटल फिटनेस भी फिजिकल फिटनेस की तरह महत्वपूर्ण है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हालात पर सचिन तेंदुलकर समेत खेल जगत की 40 हस्तियों से चर्चा की। Full Article
india news भारत में पहली बार होने वाला अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप अनिश्चितकाल के लिए टला, कोलकाता समेत 5 जगह मैच होंगे By Published On :: Sat, 04 Apr 2020 06:36:46 GMT भारत में पहली बार होने जा रहा अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। टूर्नामेंट की नई तारीखों का जल्द ही ऐलान किया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को फेडरेशन इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा) ने दी। यह टूर्नामेंट 2 से 21 नवंबर के बीच देश में 5 जगह कोलकाता, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अहमदाबाद और नवी मुंबई में खेला जाना था।कोरोनावायरस से दुनियाभर में शनिवार सुबह तक 59 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमितों की संख्या 10 लाख 98 हजार पहुंच गई है। वहीं, भारत में संक्रमितों की संख्या 2 हजार 547 तक पहुंच गई है। इनमें से 62 लोगों की मौत हो गई।कोरोना के खतरे के चलते फैसला: फीफाअंडर-17 वर्ल्ड कप में विश्व की 16 टीमें शामिल होंगी। मेजबान होने के कारण भारतीय टीम को क्वालिफाई करने की जरूरत नहीं पड़ी। टीम को सीधीएंट्री मिली। भारत में होने वाले इस टूर्नामेंट की घोषणा इसी साल फरवरी में की गई थी। वर्ल्ड कप का फाइनल नवी मुंबई में होना था। फीफा ने कहा कि टूर्नामेंट टालने का फैसला कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए लिया गया है। हमारे लिए खेल से पहले लोगों कीजिंदगी ज्यादा जरूरी है।अंडर-20 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप भी टलाफीफा की गवर्निंग बॉडी ने इसी साल होने वाले अंडर-20 महिला वर्ल्ड कप को भी टाल दिया है। यह टूर्नामेंट पनामा/कोस्टारिका में अगस्त से सितंबर के बीच खेला जाना था। वहीं, कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण दुनियाभर में जुलाई तक के सभी खेल टूर्नामेंट्स टाल या रद्द कर दिए गए। इसमें टोक्यो ओलिंपिक, क्रिकेट टूर्नामेंट आईपीएल और टेनिस ग्रैंडस्लैम विंबलडन शामिल हैं। ओलिंपिक अब अगले साल जुलाई-अगस्त में होंगे, जबकि 15 अप्रैल तक टले आईपीएल पर अब भी खतरा मंडरा रहा है।‘अगले साल वर्ल्ड कप होने की पूरी उम्मीद है’ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने न्यूज एजेंसी से कहा कि उन्हें ऐसी आशंका पहले से ही थी। कुशल ने कहा, ‘‘जिस तरह से कोरोना के कारण बाकी सभी खेल टूर्नामेंट्स टाल दिए गए, तो ऐसे में वर्ल्ड कप भी टलना ही था। हमने इस फैसले को सर्वसम्मति से माना है। टूर्नामेंट के लिए यूरोप, अफ्रीका समेत अन्य जगहों पर होने वाले क्वालिफाई मुकाबलों को भी टाल दिया गया है। अगले साल वर्ल्ड कप होने की पूरी उम्मीद है।’’‘कोरोना के कारण दुनियाभर में फुटबॉल प्रभावित’फुटबॉल की वर्ल्ड बॉडी फीफा के अध्यक्ष गियानी इन्फेंटिनो ने कहा कि खेल दोबारा कब शुरू होगा,इसके बारे में किसी को नहीं पता। जब यह फिर से शुरू होगा, तब स्थिति बदली होगी। कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया में फुटबॉल प्रभावित हुआ है। इन्फेंटिनो ने दक्षिण अमेरिका के फुटबॉल प्रमुखों से कहा, ‘‘हम सभी चाहते हैं कि हम कल से खेलें,लेकिन यह संभव नहीं। आज कोई भी नहीं जानता कि हम पहले की तरह खेल पाएंगे। जब हम सामान्य स्थिति में लौटेंगे तो हमारी दुनिया और हमारा खेल अलग-अलग होने वाला है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि फुटबॉल जीवित रहे और यह एक बार फिर से समृद्ध हो सके।’’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मेजबान होने के कारण भारतीय टीम को क्वालिफाई करने की जरूरत नहीं पड़ी। टीम को सीधे एंट्री मिली है। -फाइल फोटो Full Article
india news सुरेश रैना ने विनिंग मोमेंट को याद किया, बोले- जहीर गेंदबाजी डिपार्टमेंट के सचिन तेंदुलकर थे, युवी का भी बड़ा योगदान रहा By Published On :: Sat, 04 Apr 2020 07:24:00 GMT भारतीय ऑलराउंडर सुरेश रैना ने वनडे वर्ल्ड कप 2011 के विनिंग मोमेंट को याद किया। उन्होंने शुक्रवार को न्यूज एजेंसी से कहा कि वे इस पल को हर साल होली और दीवाली की तरह मनाते हैं। रैना ने कहा कि तब लोगों को लगता था कि भारत की बल्लेबाजी ही ज्यादा मजबूत है, लेकिन जहीर खान के नेतृत्व में भारतीय गेंदबाजी ने कमाल दिखाया था। वे गेंदबाजी डिपार्टमेंट के सचिन तेंदुलकर थे। जहीर ने जरूरत के समय हर बार विकेट लेकर जीत को आसान किया था। इसके साथ ही युवराज सिंह का भी शानदान योगदान रहा था।कपिल देव की कप्तानी में 1983 के बाद भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2011 में दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था। जिसे 2 अप्रैल को 2020 को 9 साल पूरे हो गए हैं। भारतीय टीम ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था। युवराज मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। जहीर ने टूर्नामेंट में पाकिस्तानी ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा 21 विकेट लिए थे। जहीर का 9 मैच में 18.76 का औसत रहा था।‘सचिन के आउट होते ही ड्रेसिंग रूम में सन्नाटा छा गया था’रैना ने क्वार्टरफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 34 और सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 36 रन की पारी खेली थी। उन्होंने फाइनल को लेकर कहा, ‘‘श्रीलंका ने चुनौतिपूर्ण लक्ष्य (275 रन) का टारगेट दिया था। ड्रेसिंग रूम में शांति छाई हुई थी। कुछ लोग नहाने चले गए थे, कुछ आइस बाथ ले रहे थे। जबकि कुछ लोग सिर्फ खा रहे थे, लेकिन सभी के दिमाग में ट्रॉफी ही घूम रही थी। सभी लोग अलग-अलग बैठे थे और एक दूसरे से बात नहीं कर रहे थे। सहवाग के आउट होने पर गौतम गंभीर (97 रन) मैदान में गए। सभी की निगाहें उन्हीं पर थी। इसके बाद सचिन पाजी के आउट होने के साथ ही ड्रेसिंग रूम में मानो सन्नाटा छा गया था। ’’‘युवी से पहले धोनी बल्लेबाजी करने आए’उन्होंने कहा, ‘‘इस दिन गंभीर का विश्वास से भरा हुआ था। उसको देखकर मुझे ऐसा लगा, जैसे वह हमारे लिए वर्ल्ड कप जीतना चाहता है। धोनी (नाबाद 91 रन) फार्म में चल रहे युवराज के पहले बल्लेबाजी करने आए थे। धोनी ने कोच गैरी कर्स्टन से कहा था कि वे मुरलीधरन को अच्छे से खेल सकते हैं, इसलिए वे पहले जाना चाहते हैं। मुझे याद है कि सबकुछ कितने अच्छे से हुआ था।’’ फाइनल में रैना की बल्लेबाजी नहीं आ पाई थी।भारत ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया थामुंबई में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 274 रन बनाए थे। टीम के लिए महेला जयवर्धने ने 103 रन की नाबाद पारी खेली थी। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 4 विकेट पर 277 रन बना लिए थे। टीम के लिए गौतम गंभीर ने 97 और कप्तान धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे। इसके लिए धोनी को मैन ऑफ द मैच चुना गया था, जबकि युवी मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुंबई में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया ने श्रीलंका 6 विकेट से शिकस्त दी थी। Full Article
india news वसीम जाफर की ऑलटाइम वनडे टीम में 4 भारतीय, धोनी को कप्तान बनाया; एक भी इंडियन गेंदबाज शामिल नहीं By Published On :: Sat, 04 Apr 2020 09:51:00 GMT पूर्व भारतीय ओपनर वसीम जाफर ने शनिवार को अपनी ऑलटाइम वनडे टीम चुनी। इसमें उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को कप्तान बनाया। इनके अलावा उन्होंने सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा को ओपनर के तौर पर टीम में रखा, जबकि विराट कोहली को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए रखा है। हैरानी की बात यह है कि जाफर ने अपनी टीम में ऑस्ट्रेलिया को दो वर्ल्ड कप (2003 और 2007) जिताने वाले रिकी पोंटिंग को 12वें नंबर पर रखा है।जाफर ने टीम में तीसरे नंबर पर वेस्टइंडीज के दिग्गज विवियन रिचर्ड्स, जबकि 5वें नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर एबी डीविलियर्स और छठे पर इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को जगह दी है। उनकी टीम में एक भी भारतीय गेंदबाज को जगह नहीं मिली। जाफर स्पिनर के तौर पर पाकिस्तान के सकलैन मुश्ताक और ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न को रखा है। तेज गेंदबाजों में विंडीज के जोएन गार्नर, पाकिस्तानी दिग्गज वसीम अकरम और ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैकग्रा को चुना। धोनी की कप्तानी में भारत ने वनडे और टी-20 वर्ल्ड कप जीताधोनी भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने पिछला मैच जुलाई में वनडे वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल खेला था। उन्होंने टीम के लिए 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 खेले हैं। धोनी की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने 2007 टी-20 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीता था।जाफर घरेलू क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ीवहीं, जाफर रणजी ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने रणजी में 12038, ईरानी ट्रॉफी में 1294 और दलीप ट्रॉफी में 2545 रन बनाए हैं। वे सबसे ज्यादा 156 रणजी मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने मुंबई को दो बार रणजी चैंपियन बनाया। वे दो बार रणजी टाइटल जीतने वाली विदर्भ टीम के सदस्य थे। वे रणजी में 12 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today महेंद्र सिंह धोनी ने 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 खेले हैं। वहीं, वसीम जाफर ने 31 टेस्ट और 2 वनडे खेले हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news काका ने कहा- रोनाल्डो शानदार और उसमें जीत की भूख, लेकिन मेसी जीनियस और प्योर टैलेंटेड By Published On :: Sat, 04 Apr 2020 11:20:00 GMT कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण दुनिया की एक तिहाई से ज्यादा आबादी घरों में कैद है। ऐसे में टोक्यो ओलिंपिक, विंबलडन और इंटरनेशनल फुटबॉल मैच समेत विश्व के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट्स टाले या रद्द कर दिए गए हैं। ऐसे में खेल जगत के दिग्गज सोशल मीडिया पर चैटिंग कर समय बिता रहे हैं। ब्राजील के लीजेंड पूर्व फुटबॉलर काका ने इंस्टाग्राम पर फैन्स के साथ चैटिंग की। इसी दौरान एक फैन ने काका से पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और अर्जेंटीना के लियोनल मेसी में से किसी एक को बेस्ट फुटबॉलर चुनने के लिए कहा। इस पर काका ने रोनाल्डो को शानदार और मेसी को जीनियर और प्योर टैलेंटेड बताया।मेसी ने रिकॉर्ड छठी बार बैलन डी'ओर अवॉर्ड जीताबार्सिलोना के मेसी ने दिसंबर 2019 में रिकॉर्ड छठी बार बैलन डी'ओर अवॉर्ड जीता था। वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गए। इस मामले में भी मेसी ने युवेंटस के रोनाल्डो (5 बार) को पीछे छोड़ दिया। लिवरपूल के डिफेंडर वर्जिल वान डिक दूसरे और युवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो तीसरे स्थान पर रहे थे।‘हम भाग्यशाली हैं कि दोनों को खेलते हुए देख रहे’काका ने फैन के सवाल पर कहा, ‘‘मैं क्रिस्टियानो के साथ खेला हूं। वह वास्तव में बहुत शानदार है, लेकिन मैं मेसी को चुनना पसंद करूंगा। वह (मेसी) जीनियस और प्योर टैलेंटेड (खालिस प्रतिभाशाली) है। वह अपने तरीके का अद्भुत खेल खेलता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्रिस्टियानो एक मशीन है। वह मजबूत, शक्तिशाली और काफी तेज है। वह मानसिक तौर पर भी मजबूत है। वह हमेशा ही खेलना और जीतना चाहता है। खेल के इतिहास में वे (मेसी और क्रिस्टियानो) निश्चित तौर पर टॉप-5 में रहेंगे। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि दोनों को खेलते हुए देख रहे हैं।’’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बार्सिलोना के लियोनल मेसी (बीच में) 6 बार और युवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो (बाएं) 5 बार दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गए। -फाइल फोटो Full Article
india news टोक्यो ओलिंपिक के लिए फुटबॉलरों की आयु सीमा बढ़ाई, अब 24 साल के खिलाड़ी भी खेल सकेंगे By Published On :: Sun, 05 Apr 2020 02:30:00 GMT फुटबॉल की वर्ल्ड गवर्निंग बॉडी फीफा ने टोक्यो ओलिंपिक के लिए फुटबॉलरों की आयु सीमा बढ़ा दी है। अब ओलिंपिक में एक जनवरी 1997 या उसके बाद जन्मे फुटबॉलर हिस्सा ले सकेंगे। यानी 2021 गेम्स में 24 साल के फुटबॉलर भी हिस्सा ले सकेंगे। यह फैसला टोक्यो ओलिंपिक को एक साल बढ़ाने के कारण लिया गया है। दरअसल, ओलिंपिक फुटबॉल में सिर्फ अंडर-23 खिलाड़ी खेलते हैं। लेकिन कोरोनावायरस के कारण गेम्स एक साल बढ़ा दिए गए, इसलिए ओलिंपिक के फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए आयुसीमा बढ़ाने की मांग की थी।साथ ही इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) ने क्वालिफिकेशन की नई समय-सीमा तय कर दी। टोक्यो गेम्स के लिए क्वालिफाई करने की आखिरी तारीख 29 जून 2021 हो गई। पहले ओलिंपिक इस साल 24 जुलाई से 9 अगस्त तक होने थे। लेकिन कोरोनावायरस के कारण अब ये अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। आईओसी पहले ही कह चुका है कि जो खिलाड़ी ओलिंपिक कोटा हासिल कर चुके हैं, उनका कोटा बरकरार रहेगा। आईओसी ने कहा कि खेलों की तारीख और वेन्यू बताना अभी मुश्किल है। कोरोना का प्रभाव कम होने और यात्रा प्रतिबंध खत्म होने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।‘हमारी दुनिया और खेल अलग-अलग होने वाले हैं’फुटबॉल की वर्ल्ड बॉडी फीफा के अध्यक्ष गियानी इनफेंटिनो ने कहा कि खेल दोबारा कब शुरू होगा। इसके बारे में किसी को नहीं पता। जब यह फिर से शुरू होगा तब स्थिति बदली होगी। कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया में फुटबॉल प्रभावित हुआ है। इनफेंटिनो ने साउथ अमेरिका के फुटबॉल प्रमुखों से कहा, ‘हम सभी चाहते हैं कि हम कल से खेलें। लेकिन यह संभव नहीं है। आज कोई भी नहीं जानता कि हम पहले की तरह खेल पाएंगे। जब हम सामान्य स्थिति में लौटेंगे तो हमारी दुनिया और हमारा खेल अलग-अलग होने वाला है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि फुटबॉल जीवित रहे और यह एक बार फिर से समृद्ध हो सके।’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलिंपिक एक साल टला। अब यह गेम्स अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। -फाइल फोटो Full Article
india news अक्टूबर से शुरू होने वाला टी-20 वर्ल्डकप मुश्किल में, इस दौरान आईपीएल हो सकता है By Published On :: Sun, 05 Apr 2020 03:07:29 GMT कोरोनावायरस के कारण कई और खेल स्थगित हो गए। इस बीच इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन के एक ट्वीट ने आईपीएल के आयोजन पर दिलचस्प बहस छेड़ दी है। आईपीएल अभी 15 अप्रैल तक स्थगित है। बोर्ड की ओर से अभी इसे रद्द नहीं किया गया है। यदि लॉकडाउन हट जाता है तो भी बीसीसीआई और फ्रेंचाइजी के पास छोटे टूर्नामेंट के लिए भी समय नहीं है। भले ही बोर्ड, टीम के मालिक और ब्रॉडकास्टर घाटे को तैयार हों, लेकिन कोई खिलाड़ी तब तक नहीं खेलना चाहेगा जब तक कि महामारी पूरी तरह से काबू में नहीं आ जाती।वॉन ने कहा कि सितंबर-अक्टूबर में 5 हफ्ते का आईपीएल कराया जा सकता है। यह ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी के लिहाज से अच्छा है। वॉन की सोच बताती है कि आईपीएल न केवल भारतीय बल्कि विदेशी खिलाड़ियों के लिए भी महत्वपूर्ण है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के एक्सपर्ट पीटर लालोर इसे दूसरी ओर ले गए और कहा कि खिलाड़ियों की कठिनाई को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को रद्द किया जा सकता है।बीसीसीआई अक्टूबर-नवंबर में आईपीएल कराने की तैयारी मेंइस दौरान बीसीसीआई अक्टूबर-नवंबर में आईपीएल कराने की तैयारी में है। यह बताता है कि टी20 वर्ल्ड कप को कितनी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि अभी 6 महीने का समय बाकी है। ऑस्ट्रेलिया इसे बिना फैंस के करा सकता है। यदि वर्ल्ड कप नहीं होता है तो इसे 2022 में कराया जा सकता है। सभी के अपने-अपने फाइनेंशियल हित हैं। भले यह अटकलबाजी हो लेकिन देखना होगा कि यह मामला कैसे सुलझता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today टी-20 वर्ल्ड कप में भारत का पहला मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से 24 अक्टूबर को होना है। -फाइल फोटो भारतीय टीम के कोच और चयनकर्ता कई बार कह चुके हैंं कि आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर ही धोनी का टी-20 वर्ल्ड कप में चयन संभव है। -फाइल फोटो Full Article
india news हॉकी इंडिया ने एक करोड़ दिए, गांगुली ने 10 हजार लोगों को भोजन कराया; वसीम अकरम बैट-बॉल नीलाम करेंगे By Published On :: Sun, 05 Apr 2020 03:16:00 GMT कोरोनावायरस से लड़ने में हॉकी इंडिया (एचआई) ने एक बार फिर मदद का हाथ बढ़ाया है। एक अप्रैल को 25 लाख देने की घोषणा करने वाली एचआई ने 75 लाख रुपए और डोनेट करने का फैसला किया है। अब कुल राशि एक करोड़ रुपए हो गई है। वहीं, पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज वसीम अकरम और इंग्लैंड के डैरेन गॉफ भी मदद के लिए आगे आए हैं। दोनों ने फंड जुटाने के लिए अपनी यादगार चीजों को नीलामी के लिए देने का फैसला किया है। अकरम ने नीलामी के लिए अपना ऑटोग्राफ किया बल्ला और गेंद देने का फैसला किया है। इंग्लैंड के लिए वनडे के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज गॉफ नीलामी के लिए ऑटोग्राफ्ड गेंद देंगे।इस बीच, गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी ने पीएम केयर्स फंड में 7 लाख रुपए दान किए हैं। वहीं, पूर्व वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद और कोनेरू हंपी सहित कई भारतीय शतरंज खिलाड़ी फंड जुटाने के लिए ऑनलाइन एग्जिबीशन गेम खेलेंगे।गांगुली ने कोलकाता के इस्कॉन मंदिर की मदद कीबीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कोलकाता के इस्कॉन मंदिर की मदद कर करीब 10 हजार लोगों के भोजन का इंतजाम किया है। कोलकाता इस्कॉन रोज करीब दस हजार लोगों को भोजन दे रहा था। अब वह 20 हजार लोगों के भोजन का इंतजाम कर सकेगा।स्टेडियम को अस्पताल और टेस्टिंग सेंटर में बदलाअमेरिका का बीजेके नेशनल टेनिस सेंटर और जर्मनी का इडुना पार्क स्टेडियम कोरोनावायरस महामारी में मदद के लिए आगे आया है। यूएस ओपन ग्रैंड स्लैम के क्वींस स्टेडियम को अस्थाई हॉस्पिटल में बदल दिया है। आर्मस्ट्रांग स्टेडियम को डिस्ट्रिब्यूशन सेंटर में बदल दिया है। यहां रोजाना 25 हजार खाने के पैकेट तैयार किए जा रहे हैै। इस बीच, जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमंड के स्टेडियम का इस्तेमाल कोरोना टेस्टिंग सेंटर के रूप में होगा।महिला खिलाड़ी 3 महीने की सैलरी में कटौती कराएंगीइंग्लैंड के पुरुष और महिला क्रिकेटर सैलरी कटौती की बात पर सहमत हो गए हैं। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले पुरुष खिलाड़ियों ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को पांच लाख पाउंड (लगभग 4.71 करोड़ रुपए) देने की पेशकश की है। कोरोनावायरस के खिलाफ मदद के लिए खिलाड़ियों ने ऐसा किया है। ईसीबी ने खिलाड़ियों की सैलरी में 20 प्रतिशत की कटौती का प्रस्ताव रखा था। वहीं महिला क्रिकेटरों ने अप्रैल, मई और जून की सैलरी में कटौती का प्रस्ताव रखा है। बयान में कहा गया कि इंग्लैंड के कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त पुरुष खिलाड़ी बातचीत के बाद ईसीबी को दान देने पर सहमत हुए हैं। इसमें कहा गया कि पूरी जानकारी अगले सप्ताह दी जाएगी। कुछ क्रिकेटर व्यक्तिगत तौर पर भी योगदान दे चुके हैं। विकेटकीपर जोस बटलर अपनी 2019 वर्ल्ड कप की जर्सी की नीलामी कर रहे हैं जबकि महिला टीम की कप्तान हीथर नाइट नेशनल हेल्थ सर्विस से जुड़ी हुई हैं। नाइट ने कहा कि सभी खिलाड़ी सैलरी कटौती के पक्ष में हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमंड के स्टेडियम का इस्तेमाल कोरोना टेस्टिंग सेंटर के रूप में होगा। Full Article
india news फाइनल में मैंने ही धोनी को ऊपर आने के लिए कहा था, गंभीर के साथ लेफ्ट-राइट के कॉम्बिनेशन की रणनीति सफल रही: सचिन By Published On :: Sun, 05 Apr 2020 05:00:20 GMT पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर शनिवार को वनडे वर्ल्ड कप 2011 के विनिंग मोमेंट को याद किया। सचिन ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में उन्होंने ही कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को एक स्थान ऊपर 5वें नंबर पर आकर बल्लेबाजी करने के लिए कहा था। जब विराट कोहली के रूप में चौथा विकेट गिरा था, तब बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर क्रीज पर थे। सचिन ने लेफ्ट-राइट का कॉम्बिनेशन बनाने के लिए दाएं हाथ के बल्लेबाज धोनी को ऊपर भेजा। जबकि छठे नंबर पर शानदार फॉर्म में चल रहे राइट हैंड बेट्समैन युवराज सिंह को आना था। गंभीर-धोनी के बीच 5वेंं विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी हुई थी। धोनी ने आखिरी बॉल पर छक्का लगाकर मैच जिताया था।भारतीय टीम ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था। कपिल देव की कप्तानी में 1983 के बाद भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2011 में दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था। जिसे 2 अप्रैल को 2020 को 9 साल पूरे हो गए हैं। युवराज मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। जबकि फाइनल में नाबाद 91 रन की पारी खेलने वाले धोनी मैन ऑफ द मैच रहे थे। वहींं,वर्ल्ड कप जीतने के बाद खिलाड़ियों ने सचिन को कंधे पर उठाकर मैदान का ‘लैप ऑफ ऑनर’ लगाया था।श्रीलंकाई स्पिनर के लिए लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन बनायासचिन ने एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए कहा कि श्रींलका में दो शानदार स्पिनर खेल रहे थे, इसलिए मुझे लगा की बल्लेबाजी में लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन बनाए रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘गौतम शानदार बल्लेबाजी कर रहा था। उसके साथ धोनी जैसा बल्लेबाज ही लगातार स्ट्राइक बदल सकता था। तभी मैंने वीरू (वीरेंद्र सहवाग) से संदेशा भिजवाया। मैंने वीरू से कहा कि तू ओवर के बीच में जाकर सिर्फ ये बात बाहर जाकर एमएस (धोनी) को बोल देना और अगला ओवर शुरू होने से पहले वापस आ जाना। मैं यहां से नहीं हिलने वाला।’’सचिन ने कहा, ‘‘जैसा मैंने कहा था, वीरू ने वैसा ही किया। इसके बाद धोनी ड्रेसिंग रूम में लौट गए। यहां उन्होंने कोच गैरी कर्स्टन से इस रणनीति पर बात की। हमारे (सचिन-वीरू) आउट होने के बाद गैरी और धोनी समेत हम चारों ने मिलकर इस पर चर्चा की। गैरी को अटैकिंग के लिए लेफ्ट-राइट की रणनीति बेहतरीन लगी। धोनी भी इस पर राजी भी हो गए और 5वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए।’’‘धोनी ने कोच से कहा था कि वे मुरली को अच्छे से खेल सकते हैं’वहीं, ऑलराउंडर सुरेश रैना ने कहा कि धोनी मुरलीधरन को अच्छे से खेल सकते हैं, इसलिए बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आए थे। उन्होंने कहा, ‘‘इस दिन गंभीर का विश्वास से भरा हुआ था। उसको देखकर मुझे ऐसा लगा, जैसे वह हमारे लिए वर्ल्ड कप जीतना चाहता है। धोनी (नाबाद 91 रन) फार्म में चल रहे युवराज के पहले बल्लेबाजी करने आए थे। धोनी ने कोच गैरी कर्स्टन से कहा था कि वे मुरलीधरन को अच्छे से खेल सकते हैं, इसलिए वे पहले जाना चाहते हैं। मुझे याद है कि सबकुछ कितने अच्छे से हुआ था।’’फाइनल में गंभीर ने 97 और धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थेमुंबई में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 274 रन बनाए थे। टीम के लिए महेला जयवर्धने ने 103 रन की नाबाद पारी खेली थी। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 4 विकेट पर 277 रन बना लिए थे। टीम के लिए गौतम गंभीर ने 97 और कप्तान धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे। जबकि सचिन 18 रन और सहवाग शून्य पर पवेलियन लौट गए थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today वर्ल्ड कप जीतने के बाद खिलाड़ियों ने सचिन को कंधे पर उठाकर मैदान का ‘लैप ऑफ ऑनर’ लगाया था। Full Article
india news पीटरसन ने आईपीएल को लेकर सुझाव दिया, कहा- तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर दर्शकों के छोटे फॉर्मेट में टूर्नामेंट होना चाहिए By Published On :: Sun, 05 Apr 2020 06:36:06 GMT कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप के कारण क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसी बीच इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन ने आईपीएल कराए जाने को लेकर सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि यदि संभव हो तो आईपीएल के 13वें सीजन को कराया जाना चाहिए। कोरोना के कारण दर्शकों की जान को कोई खतरा न हो, इसके लिए टूर्नामेंट को तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर फैन्स के ही कराया जाना चाहिए।पीटरसन ने कहा कि इस बार आईपीएल का फॉर्मेट भी छोटा हो सकता है। इस बार टूर्नामेंट तीन या चार हफ्ते में खत्म हो सकता है। पिछले ही महीने बीसीसीआई ने कोरोना और वीजा प्रतिबंध के कारण 29 मार्च से शुरु होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया था। पहला मैच डिफेंडिंग चैम्पियन मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच होना था।‘हर एक खिलाड़ी आईपीएल खेलने के लिए बेताब है’इंग्लिश खिलाड़ी ने स्टार स्पोर्ट्स चैनल से कहा, ‘‘चलिए अब जुलाई-अगस्त भी जल्दी ही आने वाला है। मेरा मानना है कि आईपीएल के इस सीजन को भी कराया जाना चाहिए। विश्व का हर एक खिलाड़ी भी यही चाहता है और वह खेलने के लिए भी बेताब है। खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजियों के साथ-साथ आईपीएल उन लोगों के लिए भी बहुत महत्व रखता है, जो इसके पर्दे के पीछे काम करते हैं। ऐसा कोई तरीका भी ढूंढना चाहिए, जिससे की फ्रेंचाइजी कुछ कमाई कर सके। जैसे कि सभी मैच सिर्फ तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर दर्शकों के कराए जाएं। इसे तीन या चार हफ्ते में सीमित कर सकते हैं।’’आईपीएल से कई लोगों को रोजगार मिलता है: मांजरेकरपूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने भी पीटरसन की बात से सहमत जताते हुए आईपीएल की अहमियत बताई। सरकार, बोर्ड और फ्रेंचाइजी समेत अन्य सभी संबंधित संस्थाओं से सहमति मिलती है, तो आईपीएल को जरूर कराया जाना चाहिए। इससे एक विशेष अर्थव्यवस्था भी शुरू हो जाएगी, क्योंकि जब भी इस टूर्नामेंट की बात आती है, तो यह मुंबई इंडियंस, महेंद्र सिंह धोनी या विराट कोहली के बारे में नहीं होती, बल्कि उन लोगों के लिए होती है, जो आईपीएल के जरिए रोजगार पा रहे हैं।खाली स्टेडियम में सभी क्रिकेट मैच कराए जाएं: लैंगरवहीं, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट जस्टिन लैंगर ने बीबीसी रेडियो से कहा, ‘‘जब आप क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं, जब आज छोटी उम्र में होते हैं तो उस समय आपके सामने कोई भीड़ नहीं होती है। आपने तब क्रिकेट खेला, क्योंकि आप इस खेल को पसंद करते हैं। आपको अपने साथियों के साथ खेलना पसंद आता है और आपको खेलना अच्छा लगता है। इस खेल के प्यार के कारण और लोगों को टीवी सेट तथा रेडियो के जरिए लोगों का मनोरंजन करने में अब भी सक्षम हैं। ऐसे में ही खाली स्टेडियम में मैच कराए जाने का महत्व है।हां यह थोड़ा अलग जरूर होगा, लेकिन हमें इस बात को किसी भी हाल में कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए कि हम सभी कितने भाग्शाली हैं।’’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इंग्लैंंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन (दाएं) ने आईपीएल के 36 मैच में 35.75 की औसत से 1001 रन बनाए हैं।। -फाइल फोटो Full Article
india news थाईलैंड-मलेशिया पर 3 और 1 साल का प्रतिबंध, इन देशों के वेटलिफ्टर टोक्यो ओलिंपिक में नहीं जा पाएंगे By Published On :: Sun, 05 Apr 2020 07:49:47 GMT इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (आईडब्ल्यूएफ) ने थाई एमेच्योर वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन (टीएडब्ल्यूए) पर 3 और मलेशियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (एमडब्ल्यूएफ) पर 1 साल का प्रतिबंध लगाया है। दोनों देशों पर कई सारे डोपिंग आरोप लगने के कारण आईडब्ल्यूएफ शनिवार को यह प्रतिबंध लगाया है। इसके कारण अब थाईलैंड और मलेशिया के वेटलिफ्टर टोक्यो ओलिंपिक में शामिल नहीं पाएंगे। कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाले टोक्यो गेम्स को एक साल के लिए टाल दिया गया है। अब यह ओलिंपिक अगले साल 24 जुलाई से 8 अगस्त के बीच होंगे।इंटरनेशनल फेडरेशन ने कहा है कि टोक्यो ओलिंपिक चाहे जब भी हों, इन दोनों देशों के खिलाड़ी इसमें हिस्सा नहीं ले सकेंगे। इसके अलावा इटनेशनल फेडरेशन ने थाई फेडरेशन पर दो लाख डॉलर (करीब 1.53 करोड़ रुपए) का जुर्माना भी लगाया है। थाई फेडरेशन ने 2018 वर्ल्ड चैम्पियनशिप में अपने 9 वेटलिफ्टरों के डोपिंग में फंसने के बाद खुद ही ओलिंपिक से नाम वापस ले लिया था।मलेशिया के 3 खिलाड़ी डोप टेस्ट में फेलवहीं, मलेशिया की बात करें तो एक कैलेंडर ईयर में उसके तीन खिलाड़ियों को डोप टेस्ट में फेल हो के कारण सजा मिल चुकी है। आईडब्ल्यूएफ ने मलेशिया के सभी खिलाड़ियों पर 5 महीने का अतिरिक्त प्रतिबंध लगाया है, क्योंकि कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाले लगभग सभी इवेंट टाले या रद्द किए जा चुके हैं। थाईलैंड और मलेशियाई संस्था 1 अप्रैल से 21 दिन के अंदर कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में इस प्रतिबंध के खिलाफ अपील कर सकते हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मलेशिया के वेटलिफ्टर मोहम्मद अज्निल बिदिन ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में स्वर्ण जीता था। Full Article
india news कोहली और सहवाग समेत खेल जगत के कई दिग्गजों ने दीपक जलाए, सचिन बोले- निस्वार्थ भाव से सफाई करने वाले योद्धाओं का धन्यवाद By Published On :: Mon, 06 Apr 2020 02:07:43 GMT दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस (कोविड-19) के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से एक अपील की थी। मोदी ने कोरोना के अंधकार को दूर करने के लिए रविवार रात 9 बजे 9 मिनट तक लाइटें बंद कर दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या फोन की फ्लैश लाइट जलाने को कहा था। इसका समर्थन करते हुए सचिन तेंंदुलकर, विराट कोहली, वीरेंद्र सहवाग समेत खेल जगत के दिग्गज पहलवान बजरंग पुनिया, गीता फोगाट, योगेश्वर दत्त, निशानेबाज मनु भाकर और पूर्व खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने भी साथ दिया है।सचिन ने परिवार के साथ दीपक जलाए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मेरा परिवार और मैं निस्वार्थ भाव से सफाई करने वाले योद्धाओं का धन्यवाद करते हैं। अस्पताल के साथ वे हमारे चारों ओर सफाई करते हुए कीटाणूओं को दूर रखते हैं। आइए हम अपने बड़ों की देखभाल का संकल्प लेते हैं।’’ ## ## ## ## ## ## ## ## ## Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सचिन तेंदुलकर ने परिवार के साथ प्रधानमंत्री मोदी की अपील का समर्थन किया। उन्होंने कोरोना के अंंधेरे के खिलाफ दीपक जलाए। Full Article
india news तीरंदाज दीपिका और अतानु ने घर में बनाया पोर्टेबल रेंज, ओलिंपिक की तैयारियों को लेकर लगातार प्रैक्टिस कर रहे By Published On :: Mon, 06 Apr 2020 02:38:22 GMT पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के कारण विश्व की एक तिहाई आबादी अपने घरों में कैद है। भारत में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया है। ऐसे में खेल जगत के दिग्गज अपने घर में ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। फ्री टाइम में वे सोशल मीडिया पर भी एक्टिव होते हैं और अपने फैन्स को कोरोना से लड़ने का संदेश देते नजर आते हैं। ऐसी ही प्रैक्टिस की कुछ तस्वीरें और वीडियो ओलिंपियन तीरंदाज दीपिका कुमारी और अतानु दास के सामने आए हैं।दीपिका और अतानु दास लॉकडाउन के कुछ घंटे पहले पुणे से कोलकाता पहुंचे थे। उन्होंने बताया-हमने पहले की तरह अपना रूटीन बनाकर रखा है। दिन की शुरुआत मेडिटेशन-योगा से होती है। घर में 10 मीटर का पोर्टेबल रेंज बनाया है। इसमें हम प्रैक्टिस करते हैं। दोनों ने 2018 में सगाई की थी। दीपिका-अतानु ने ओलिंपिक के लिए मिक्स्ड डबल्स का टिकट हासिल कर लिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today दीपिका कुमारी (बाएं) और अतानु दास लॉकडाउन के कुछ घंटे पहले पुणे से कोलकाता पहुंचे थे। Full Article
india news ई-स्पोर्ट्स की व्यूअरशिप पिछली तिमाही से 37% बढ़ी, 80 लाख लोग रोजाना लॉग-इन हो रहे By Published On :: Mon, 06 Apr 2020 03:17:26 GMT कोरोनावायरस के कारण दुनिया के लगभग सभी देशों में खेल की गतिविधियां बंद हैं। ऐसे में ई-स्पोर्ट्स यानी ऑनलाइन गेमिंग लगातार बढ़ रही है। खिलाड़ी खेल मैदान से तो दूर हैं लेकिन वर्चुअल मैदान पर अपना जलवा दिखा रहे हैं। ई-स्पोर्ट्स के खिलाड़ी के अलावा अन्य खेलों के खिलाड़ी भी इससे जुड़ रहे हैं। शनिवार को ही इंग्लैंड के क्रिकेटर बेन स्टोक्स ने फॉर्मूला-1 रेसर चार्ल्स लेकलेर्क और एलेक्स एलबोन के साथ फॉर्मूला-1 ई-स्पोर्ट्स रेस में हिस्सा लिया। पिछले महीने भी लेकलेर्क आैर एलबोन वर्चुअल ग्रांप्री में शामिल हुए थे। इसे हजारों लोगों ने देखा था।स्पेन की वीडियो गेम एनालिटिक्स कंपनी स्ट्रीम हेटचैट के अनुसार, ई-स्पोर्ट्स की व्यूअरशिप पिछली तिमाही (अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर) की तुलना में इस तिमाही (जनवरी, फरवरी, मार्च) में 37% तक बढ़ गई। हर टूर्नामेंट की व्यूअरशिप में इतनी बढ़ोत्तरी हुई है। कई खिलाड़ी आॅनलाइन गेमिंग के जरिए चैरिटी भी जुटा रहे हैं। वहीं, कई ब्रॉडकास्टर ई-स्पोर्ट्स के इवेंट दिखा रहे हैं।ई-स्पोर्ट्स कैलेंडर के लिए यह सबसे सही समयअमेरिका की टेलीकम्युनिकेशन कंपनी वेरिजन की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च में क्वारेंटाइन के पहले हफ्ते में वीडियो गेम्स की एक्टिविटी में 75% की बढ़ाेत्तरी हुई। वहीं, लाइव स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यू-ट्यूब गेमिंग और ट्विच पर व्यूअरशिप में 10% की बढ़त देखी गई। नॉर्थ अमेरिका के सबसे बड़े ई-स्पोर्ट्स टूर्नामेंट लीग ऑफ लीजेंड्स चैंपियनशिप सीरीज के अनुसार, ऑनलाइन गेमिंग के लिए दुनियाभर में 80 लाख लॉग-इन रोजाना हो रहे हैं। यह ई-स्पोर्ट्स कैलेंडर के लिए सबसे सही वक्त है।पिछले हफ्ते आई-रेसिंग को टीवी पर 9 लाख लोगों ने देखाएनवी गेमिंग कंपनी के सीईओ माइक रुफेल ने कहा, ‘इस समय ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री ग्रोथ कर रही है।’ एनवी गेमिंग दुनिया का 8वां सबसे वैल्यूएबल ई-स्पोर्ट्स आर्गनाइजेशन है। अमेरिका में कार रेसिंग के इवेंट नेसकार ने भी आई-रेसिंग ऑनलाइन लीग शुरू की। इसे टीवी पर 9 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा। यह सबसे ज्यादा देखा जाने वाला ई-स्पोर्ट्स इवेंट रहा।अमेरिका में आर्मी, एयरफोर्स और नेवी की अपनी ई-स्पोर्ट्स टीमें हैंयूएस नेवी ने हाल ही में ‘गोट्स एंड ग्लोरी’ नाम की ई-स्पोर्ट्स टीम बनाई। यूएस आर्मी और एयरफोर्स की पहले से टीमें हैं। नेवी रिक्रूटिंग कमांड के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर कैप्टन मैट स्मोक बोरेन बताते हैं, ‘ई-स्पोर्ट्स की इंडस्ट्री अरबों डॉलर की है, जहां काफी संभावनाएं हैं।’ वहीं, केविन डुरंट और लुका डोनकिच समेत कई एनबीए स्टार ने चैरिटी के लिए ‘एनबीए 2के2020’ लीग में हिस्सा लेना शुरू कियस है। इस लीग का टेलीकास्ट भी हो रहा है। एनएफएल ने भी ऑनलाइन खेलना शुरू किया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today केविन डुरंट और लुका डोनकिच समेत कई एनबीए स्टार ने चैरिटी के लिए ‘एनबीए 2के2020’ लीग में हिस्सा लेना शुरू किया है। एनबीए 2के2020 लीग का टेलीकास्ट भी हो रहा है। Full Article
india news फ्रेंच फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर ने खुदकुशी की, कोरोनावायरस से संक्रमित होने के बाद डिप्रेशन में थे By Published On :: Mon, 06 Apr 2020 06:06:43 GMT पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने के कारण कोरोनावायरस का डर लोगों के मन में घर कर गया है। इसी डर के चलते फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60) ने खुदकुशी कर ली। सूत्रों की मानें तो बर्नार्ड कोरोना से संक्रमित थे। इसके साथ ही वे डिप्रेशन में आ गए थे। फ्रांस के फुटबॉल टूर्नामेंट लीग-1 के क्लब रीम्स ने बयान जारी किया कि बर्नार्ड के निधन से खिलाड़ियों को ही नहीं, बल्कि रीम्स शहर के भी हजारों लोगों को गहरा आघात पहुंचा है। बर्नार्ड 20 साल से क्लब के साथ जुड़े हुएथे।204 देशों में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा सोमवार सुबह तक 69 हजार 424 पहुंच गया। 12 लाख 72 हजार 860 लोग महामारी से संक्रमित हैं। इलाज के बाद दो लाख 62 हजार स्वस्थ भी हुए हैं। वहीं, फ्रांस में महामारी से मरने वालों की संख्या 8 हजार से ज्यादा हो गई है, जबकि करीब 93 हजार लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं।बर्नार्ड ने सुसाइड नोट छोड़ारीम्स शहर के मेयर अर्नाड रॉबिनेने कहा, ‘‘बर्नार्ड की खुदकुशी से मुझे झटका लगा है। मैं उन्हेंकई सालों से जानता था। बर्नार्ड नेएक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इसमें उन्होंने खुद को कोरोना संक्रमित होने की बात लिखी है। बर्नार्ड को शहर के सभी लोग पसंद करते थे। वेअपने अच्छे व्यक्तित्व को लेकर काफी प्रसिद्ध थे।’’ वहीं, क्लब की मेडिकल टीम ने बताया कि बर्नार्ड दो दिन पहले काफी स्वस्थ थे।खेल जगत के तीन दिग्गजों की मौत हो चुकीकोविड-19 के कारण 31 मार्च को खेल जगत के दो दिग्गज इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71) और फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) की मौत हुई थी। इससे पहले 28 मार्च को पाकिस्तान के स्क्वैश लीजेंड आजम खान का 95 साल की उम्र में निधन हो गया था। आजम ने 1959 से 1962 के बीच लगातार 4 बार ब्रिटिश ओपन खिताब जीता था। आजम को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्क्वैश खिलाड़ियों में गिना जाता था। उन्होंने 1962 में पहली बार सबसे अहम हार्डबॉल टूर्नामेंट यूएस ओपन भी जीता था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60) फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के साथ 20 साल से जुड़े हुए थे। -फाइल फोटो Full Article
india news पूर्व अंडर-12 चैम्पियन चहल फिर शतरंज खेलते नजर आए, कहा- इस खेल ने मुझे क्रिकेट में संयम रखना सिखाया By Published On :: Mon, 06 Apr 2020 07:38:20 GMT शतरंज चैम्पियन से क्रिकटर बने भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल लॉकडाउन के दौरान फिर से चेस खेलते नजर आए हैं। उन्होंने रविवार को चेस.कॉम के ऑनलाइन ब्लिट्ज टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। गेम से पहले उन्होंने ग्रैंडमास्टर अभिजीत गुप्ता और अंतरराष्ट्रीय मास्टर राकेश कुलकर्णी से बातचीत की। चहल ने कहा कि शतरंज ने उन्हें क्रिकेट के कठीन समय में धीरज रखना सिखाया है। दरअसल, कोरोनावायरस के कारण भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है। इस दौरान खेल जगत के कई दिग्गज घर में प्रैक्टिस कर रहे हैं या फिर सोशल मीडिया पर चैटिंग के साथ ऑनलाइन गेमिंग खेल रहे हैं।चहल ने कहा, ‘‘शतरंज ने मुझे संयम रखना सिखाया है। जिस तरह टेस्ट मैच में किसी दिन आपको अच्छी गेंदबाजी करने के बावजूद विकेट नहीं मिलता। लेकिन आप अगले दिन जब फ्रैश मूड में मैदान पर उतरते हैं, तब आपको संयम की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इस मामले में शतरंज ने मेरी काफी मदद की है। मैं संयम रखते हुए गेंदबाजी करता हूं और बल्लेबाज को आउट कर देता हूं।’’आईपीएल में बेंगलुरु के लिए खेलेंगे चहलउन्होंने चैटिंग के दौरान क्रिकेट को शतरंज से ज्यादा रोमांचक बताया। चहल ने कहा, ‘‘एक समय मुझे शतरंज और क्रिकेट में से किसी को चुनना था। इस बारे में पिता ने मुझसे कहा कि यह मेरी मर्जी है कि मैं किसे चुनता हूं। मुझे क्रिकेट ज्यादा पसंद है, इसलिए मैंने इसे चुना।’’ चहल ने अब तक 52 वनडे में 91 और 42 टी-20 में 55 विकेट हासिल किए हैं। वे आईपीएल में विराट कोहली की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलेंगे। चहल ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वार्न को अपना आदर्श बताया।कोरोनावायरस को लेकर चहल ने अपील की, ‘‘आपसे निवेदन की घर पर ही रहें। यह मौका आपके पास हीरो बनने का है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हम सभी को एकजुट होना है। आपके पास लॉकडाउन का यह समय नई चीजें सीखने का है। आप अच्छा पढ़ सकते हो, डांस सीख सकते हो और खाना बनाने की कला भी जान सकते हो।’’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोरोनावायरस के कारण 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन के दौरान युजवेंद्र चहल घर में परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news विंबलडन रद्द होने पर सिमोना बोलीं- अच्छा है खिताब बचाने के लिए नहीं लड़ना होगा, दो साल डिफेंडिंग चैम्पियन रहूंगी By Published On :: Mon, 06 Apr 2020 08:39:45 GMT दुनियाभर में महामारी की तरह फैले कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाला टेनिस ग्रैंडस्लैम विंबलडन रद्द हो गया है। अब यह अगले साल 28 जून से 11 जुलाई के बीच होगा। डिफेंडिंग चैम्पियन रोमानिया की सिमोना हालेप ने इस फैसले का सकारात्मक तौर पर स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए अच्छछा है, क्योंकि अब उन्हें इस साल अपना खिताब बचाने के लिए नहीं लड़ना होगा। वे अब दो साल तक चैम्पियन रहेंगी।हालेप ने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए अपने देश को अस्पतालों को जरूरी उपकरण दान में दिए हैं। वे फिलहाल रोमानिया में ही क्वारैंटाइन हैं। सिमोना ने ऑनलाइन चैटिंग के दौरान कहा, ‘‘विंबलडन का रद्द होना मेरे लिए सकारात्मक खबर ही है, क्योंकि मैं अब दो साल के लिए डिफेंडिंग चैम्पियन रहूंगी।’’न्यूयॉर्क के हालात खराब होने से यूएस ओपन की उम्मीद कमउन्होंने कहा, ‘‘मैं इस साल विंबलडन में अपना पहला मैच खेलने के लिए काफी उत्साहित थी। मैं यह अनुभव करना चाहती हूं। मेरे दिमाग में इस समय यह ग्रैंडस्लैम रद्द होने की बेकार बातें चल रहीं हैं। मुझे पक्का विश्वास है कि यदि हम सरकार के आदेशों का पालन करते हैं और घर में रहते हैं तो यह मुश्किल पल भी बीत जाएगा। मेरा मानना है कि यह खराब पल (कोरोना) जुलाई से भी लंबा चल सकता है। यूएस ओपन होने की उम्मीद है, लेकिन यह पक्का नहीं है क्योंकि न्यूयॉर्क के हालात अभी बहुत बेकार हैं।’’ यूएस ओपन 31 अगस्त से 13 सितंबर तक होना है।हालेप विंबलडन खिताब जीतने वाली रोमानिया की पहली खिलाड़ीहालेप ने पिछली साल विंबलडन के फाइनल में अमेरिका की सेरेना विलियम्सन को सीधे सेटों में 6-2, 6-2 से हराया था। यह उनका पहला विंबलडन खिताब था। हालेप यह टूर्नामेंट जीतने वाली रोमानिया की पहली महिला खिलाड़ी हैं। जबकि, यह उनका दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है। उन्होंने 2018 में फ्रेंच ओपन अपने नाम किया था। वहीं, हालेप पिछली बार यूएस ओपन के दूसरे राउंड से ही बाहर हो गई थीं। इस बार वे जनवरी में ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल तक पहुंची थीं, लेकिन यहां उन्हें स्पेन की गार्बिन मुगुरूजा ने 7-6, 7-5 से हराया था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सिमोना हालेप (दाएं) ने विंबलडन 2019 फाइनल में अमेरिका की सेरेना विलिम्सन 6-2, 6-2 से हराया था। Full Article
india news आईपीएल नहीं होने से डिप्रेशन में आ सकते हैं कई क्रिकेटर: पैडी अपटन, पैट कमिंस बोले- टी-20 वर्ल्ड कप ज्यादा जरूरी By Published On :: Mon, 06 Apr 2020 09:46:00 GMT कोरोनावायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) समेत दुनियाभर में जुलाई तक होने वाले तमाम खेल टूर्नामेंट्स को टाल या रद्द कर दिया गया है। अब 15 अप्रैल को होने वाले आईपीएल पर संकट के बादल छाने लगे हैं। इसको लेकर दक्षिण अफ्रीका के पैडी अपटन का मानना है कि आईपीएल को रद्द नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो कई खिलाड़ी डिप्रेशन में आ सकते हैं। पैडी भारतीय टीम के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा रह चुके हैं। वहीं, इस बार नीलामी में सबसे मंहगे 15.50 करोड़ रुपए में बिके ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने आईपीएल से ज्यादा जरूरी टी-20 वर्ल्ड कप को बताया है।पैडी 2011 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के मेंटल कंडिश्निंग कोच थे। उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार से कहा, ‘‘आईपीएल क्रिकेटर्स के लिए एक बड़ा टूर्नामेंट और दुधारू गाय है। लॉकडाउन जैसे हालात में जब कोई स्वस्थ और सामान्य व्यक्ति खुद के बारे में ज्यादा सोचता है, तो वह एंग्जाइटी और डिप्रशन का शिकार हो सकता है। ऐसे समय में मैं खिलाड़ियों के साथ अन्य लोगों को भी सलाह देता हूं कि वे खुद के बारे में ज्यादा न सोचें और अपने लोगों पर ध्यान दें। साथ ही दूसरे विकल्पों पर विचार करें।’’टी-20 वर्ल्ड कप इस साल का सबसे बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंटवहीं, कमिंस ने कहा, ‘‘2-3 साल से हम लगातार टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर बात कर रहे हैं। 2015 वनडे वर्ल्ड कप मेरे करियर का स्पेशल टूर्नामेंट था, जबकि मैं फाइनल में खेला भी नहीं था। अब मैं चाहता हूं कि इस बार टी-20 वर्ल्ड कप होना चाहिए। यह इंटरनेशनल क्रिकेट में इस साल का सबसे बड़ा इवेंट है। मेरी इच्छा है कि सबकुछ जल्दी ठीक हो और यह टूर्नामेंट अच्छे से संपन्न हो। यदि मैं थोड़ा और लालची होता, तो चाहता कि इस बार आईपीएल भी होना चाहिए।’’इस साल आईपीएल की शुरुआत 29 मार्च से होनी थी। पहला मैच मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच होना है। कोरोनावायरस और वीजा प्रतिबंध के कारण टूर्नामेंट को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया। वहीं, इस बार टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया को मिली है। यह टूर्नामेंट 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होना है।‘पीटरसन ने छोटे फॉर्मेट में आईपीएल कराने का सुझाव दिया’हाल ही में इंग्लिश खिलाड़ी केविन पीटरसन ने छोटे फॉर्मेट में आईपीएल कराने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘चलिए अब जुलाई-अगस्त भी जल्दी ही आने वाला है। मेरा मानना है कि आईपीएल के इस सीजन को भी कराया जाना चाहिए। विश्व का हर एक खिलाड़ी भी यही चाहता है और वह खेलने के लिए भी बेताब है। खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजियों के साथ-साथ आईपीएल उन लोगों के लिए भी बहुत महत्व रखता है, जो इसके पर्दे के पीछे काम करते हैं। ऐसा कोई तरीका भी ढूंढना चाहिए, जिससे की फ्रेंचाइजी कुछ कमाई कर सके। जैसे कि सभी मैच सिर्फ तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर दर्शकों के कराए जाएं। इसे तीन या चार हफ्ते में सीमित कर सकते हैं।’’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पैट कमिंस ने कहा- यदि मैं थोड़ा और लालची होता, तो चाहता कि इस बार आईपीएल भी होना चाहिए। -फाइल फोटो Full Article
india news चैम्पियंस और यूरोपा लीग रडार पर; नेहरा बोले- तेज गेंदबाज 3 महीने रनिंग नहीं करेंगे तो फिटनेस की समस्या होगी By Published On :: Mon, 06 Apr 2020 10:19:32 GMT कोरोनावायरस के कारण सभी फुटबॉल लीग स्थगित है। यूएफा ने कहा कि यदि 3 अगस्त तक फाइनल नहीं हुए तो चैम्पियंस लीग और यूरोपा लीग को कैंसिल किया जा सकता है। यूएफा के अध्यक्ष एलेक्जेंडर सेफरिन ने कहा कि हम विकल्प के बारे में सोच रहे हैं। सिर्फ क्वार्टर फाइनल या सेमीफाइनल के मैच भी हो सकते हैं। मैच बिना दर्शकों के कराए जा सकते हैं। वहीं, फॉर्मूला-1 समेत अन्य टूर्नामेंट भी कोरोना की रडार पर हैं।पूर्व भारतीय गेंदबाज आशीष नेहरा ब्रेक को तेज गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती मान रहे हैं। उनका कहना है कि अगर तेज गेंदबाज लगातार 3 महीने रनिंग नहीं करेंगे तो फिटनेस की समस्या हो सकती है। नहीं दौड़ना तेज गेंदबाजों के लिए बड़ा मुद्दा है। भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड दौरे के बाद कोई मैच नहीं खेला है। उन्होंने सलाह दी है कि जिनके पास भी 15-20 मीटर का बगीचा है, उन्हें रनिंग करनी चाहिए।22 में से 8 रेस रद्द या पोस्टपोन हुईंफॉर्मूला-1 के पूर्व मुख्य कार्यकारी बर्नी एक्लेस्टोन का कहना है कि 2020 सीजन को रद्द कर देना चाहिए। अभी तक 22 में से 8 रेस को रद्द या पोस्टपोन किया जा चुका है। एक्लेस्टोन ने कहा, ‘हमें चैंपियनशिप अगले साल फिर से शुरू करना चाहिए क्योंकि मुझे नहीं लगता कि विजेता चुनने के लिए पर्याप्त रेस हो पाएंगी।’ 89 की उम्र के एक्लेस्टोन जल्द ही पिता बनने वाले हैं।‘जून से पहले फुटबॉल शुरू करना संभव नहीं’अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में खेलों के जल्द बहाल होने की बात की है। कोरोनावायरस की वजह से दुनिया के सभी स्पोर्टिंग इवेंट रोक दिए गए हैं। स्पोर्ट्स लीग के उच्च अधिकारियों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘अगर अगस्त तक स्टेडियम भर जाएं तो अच्छा होगा।’ वहीं, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज का कहना है कि देश में फुटबॉल जून से पहले शुरू करना मुश्किल है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पूर्व भारतीय गेंदबाज आशीष नेहरा ने 3 महीने के लंबे ब्रेक को तेज गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती मान रहे हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news सुशील ने कहा- लोगों को मेरी दावेदारी खारिज करने की आदत, मैं अभी संन्यास नहीं लूंगा; 2021 में होने वाले ओलिंपिक की तैयारियों में जुटा By Published On :: Mon, 06 Apr 2020 15:37:36 GMT रेसलर सुशील कुमार ने साफ कर दिया कि वे अभी संन्यास नहीं लेने वाले हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी को दिए इंटव्यू में कहा कि लोगों को मेरे खेल के खत्म होने के बारे में लिखने की आदत है। लेकिन इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। सुशील ने कहा कि मैं अभी कहीं नहीं जा रहा हूं। 1 साल ओलिंपिक टलने का मतलब मुझे चौथी बार इन खेलों के लिए क्वालिफाई करने का अच्छा मौका मिला है। अधिक समय का मतलब बेहतर तैयारी होता है।सुशील ने कहा- कुश्ती ऐसा खेल है कि अगर आप चोट से बचे रहते हैं, और लक्ष्य तय कर तैयारी करते हैं तो उसे हासिल कर सकते हैं। मैं अभी रोज दो बार प्रैक्टिस करता हूं। मैं मैट पर नहीं उतर रहा हूं, लेकिन खुद को फिट रखने की पूरी कोशिश कर रहा हूं। भगवान ने चाहा तो ओलिंपिकके लिए जरूर क्वालिफाई करूंगा। इस पहलवान ने आगे कहा कि 2011 में भी लोग मेरे बारे में यही बात कर रहे थे। मुझे पता कि इसे कैसे संभालना है। यह मेरा रोज का काम है। 9 साल पहले भी आलोचक यह आशंका जता रहे थे कि सुशील बीजिंग के प्रदर्शन को नहीं दोहरा पाएंगे। हालांकि, उन्होंने 2012 के लंदन ओलिंपिक में सिल्वर जीतकर सबकी बोलती बंद कर दी थी।नरसिंह यादव दोबारा चुनौती पेश कर सकते हैंओलिंपिक 1 साल टलने की वजह से सुशील के पुराने प्रतिद्धंदीनरसिंह यादव भी ओलिंपिक रेस में शामिल हो गए हैं। उन पर लगा 4 साल का बैन इसी साल जुलाई में खत्म हो रहा है। इसके बाद वे भी ओलिंपिक क्वालिफिकेशन के लिए दावा पेश कर सकते हैं। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया पहले ही यह कह चुका है कि वे नरसिंह को वापसी का मौका देंगे। फेडरेशन ने 2016 के रियो गेम्स में सुशील की जगह नरसिंह को तरजीह दी थी। हालांकि, बाद में डोप टेस्ट में वे फेल हो गए। तब सुशील की ट्रायल की मांग को फेडरेशन के साथ-साथ दिल्ली हाई कोर्ट ने भी ठुकरा दिया था और उन पर नरसिंह के खिलाफ साजिश तक का आरोप लगा था।नरसिंह को दोबारा करियर शुरू करने की बधाई देता हूं: सुशीलइस बार नरसिंह से मुकाबला होने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि जब वक्त आएगा, तब इसे देखेंगे। फिलहाल, मैं उन्हें दोबारा करियर शुरू करने कीबधाई देता हूं। सुशील 74 किलो वर्ग में दावेदारी पेश करते हैं। इसमें अभी तक किसी भी भारतीय पहलवान ने ओलिंपिक कोटा हासिल नहीं किया है। नरसिंह भी इसी भार वर्ग में ही उतरेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ओलिंपिक में 2 मेडल जीत चुके सुशील कुमार 74 किग्रा भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं, जिसके लिए भारत ने ओलिंपिक कोटा हासिल नहीं किया था। उन्हें नरसिंह यादव से चुनौती मिल सकती है। Full Article
india news 10 मी एयर राइफल की महिला-पुरुष कैटेगरी में भारतीय टॉप पर, दिव्यांश और एलावेनिल पहले नंबर पर By Published On :: Tue, 07 Apr 2020 04:56:00 GMT भारत के निशानेबाज पिछले कुछ सालों में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। पहले टोक्यो ओलिंपिक के लिए 15 कोटा दिलाए। अब आईएसएसएफ रैंकिंग में भी सर्वश्रेष्ठ साबित हो रहे हैं। शूटिंग की वर्ल्ड बॉडी इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन ने अप्रैल की नई वर्ल्ड रैंकिंग जारी की। इसके 12 इवेंट में से 5 में भारत के 9 खिलाड़ी टॉप-10 में शामिल हैं। 10 मीटर एयर राइफल की दोनों कैटेगरी में टॉप पर भारतीय निशानेबाज हैं। पुरुष कैटेगरी में दिव्यांश सिंह पंवार और महिला कैटेगरी में एलावेनिल वलारिवान पहले नंबर पर हैं। 18 साल के दिव्यांश के 866 पॉइंट हैं। उन्होंने रैंकिंग में एक स्थान का सुधार किया है।वहीं, 20 साल की एलावेनिल के 1323 पॉइंट हैं और वे पहले नंबर पर बनी हुई हैं। दिव्यांश ओलिंपिक कोटा दिला चुके हैं। भारत की 5 महिला खिलाड़ी अलग-अलग इवेंट के टॉप-10 में हैं। इसमें से तीन सिर्फ 10 मी एयर राइफल और दो 10 मी एयर पिस्टल में हैं।मनु और यशस्वनी की रैंकिंग में सुधारमनु भाकर और यशस्वनी की रैंकिंग में एक-एक स्थान का सुधार हुआ है। मनु तीसरे से दूसरे और यशस्वनी पांचवें से चौथे नंबर पर आ गई हैं। मनु ने पिछले साल मई में म्यूनिख वर्ल्ड कप में 10 मी एयर पिस्टल में चौथे स्थान पर रहकर ओलिंपिक कोटा हासिल किया था। यशस्वनी ने रियो वर्ल्ड कप 2019 में गोल्ड जीतकर ओलिंपिक कोटा दिलाया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मनु भाकर की रैंकिंग में एक स्थान का सुधार हुआ है। वे तीसरे से दूसरे नंबर पर आ गई हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news खेल की 3 आदतें, जो कोरोनावायरस के बाद बदल सकती हैं; हाथ मिलाना भी छोड़ सकते हैं खिलाड़ी By Published On :: Tue, 07 Apr 2020 05:19:00 GMT कोरोनावायरस की वजह से खेल बुरी तरह प्रभावित हुआ है। स्पोर्ट्स इवेंट बंद हैं। सिर्फ 3-4 देश ही हैं, जहां फुटबॉल या बास्केटबॉल खेले जा रहे हैं। खेल के दौरान खिलाड़ियों की कुछ आदतें होती हैं, जिसे वो बार-बार दोहराते हैं। कोरोनावायरस के बाद ये शायद देखने को न मिले। इसी वजह से खेल पहले से अलग देखने को मिल सकता है। मैच से पहले और बाद में हाथ मिलानाखिलाड़ी मैच से पहले और बाद में हाथ मिलाते हैं, गले मिलते हैं। कोरोनावायरस के बाद वे इससे भी बचते दिख सकते हैं। एनबीए स्टार लेब्रन जेम्स ने कुछ समय पहले कहा था कि मैं अब अपने पूरे जीवन में हाई-5 नहीं करूंगा। फुटबॉल में गोल करने के बाद खिलाड़ी साथ मिलकर खुशी मनाते हैं, ये भी कम हो सकता है। टेनिस में बॉल बॉय या गर्ल से तौलिया लेनाटेनिस मैच के दौरान खिलाड़ी तौलिए का इस्तेमाल करते हैं। इसके लिए कोर्ट के पास ही बॉल बॉय या बॉल गर्ल तौलिया लेकर खड़े रहते हैं। एटीपी ने कुछ मैचों के दौरान ट्रायल के लिए रैक रखवाया था। लेकिन यह खिलाड़ियों को पसंद नहीं आया। अब जब मैच होंगे तो खिलाड़ी दूसरों के हाथ में तौलिया लेने से बचेंगे। गेंद पर थूक लगाकर चमक बनाए रखनाक्रिकेट में गेंदबाजी करने वाली टीम गेंद पर थूक लगाकर चमक बरकरार रखने की कोशिश करती है। क्रिकेटरों की आदत होती है कि गेंद पास आने के साथ ही उस पर थूक लगाना शुरू कर देते हैं। टेस्ट में इससे रिवर्स स्विंग में काफी मदद मिलती है। कोरोना के बाद खिलाड़ी डर से शायद ही गेंद पर थूक लगाएं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today टेनिस मैच के दौरान खिलाड़ी बॉल बॉय या बॉल गर्ल से तौलिया लेकर पसीना साफ करना छोड़ सकते हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news पहली महिला आईपीएस किरण बेदी नेशनल चैम्पियन रहीं, 3 गोल्ड और 2 सिल्वर मेडल जीते By Published On :: Tue, 07 Apr 2020 05:47:00 GMT भारत की पहली महिला आईपीएस रहीं किरण बेदी टेनिस में नेशनल चैंपियन बन चुकी हैं। उन्होंने 9 साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू किया। खेलते समय बाल आंखों में आते थे, इसलिए बाल कटवा दिए थे। 1966 और 1972 में जूनियर नेशनल चैम्पियन बनीं। 1968 में छोटी बहन रीटा के साथ ऑल इंडिया इंटरवर्सिटी में डबल्स जीता। 1976 में पहली बार नेशनल लॉन टेनिस चैम्पियन बनीं। उन्होंने श्रीलंका में चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।रिटायरमेंट के बाद किरण बेदी ने भाजपा की ओर से दिल्ली में विधायक का चुना भी लड़ा था। वे भाजपा की ओर से दिल्ली की मुख्यमंत्री उम्मीदवार भी थीं। हालांकि, वे और पार्टी दोनों ही चुनाव हार गए थे। इसके बाद 70 साल की बेदी को पुडुचेरी की उपराज्यपाल गया। किरण बेदी ने बहन रीटा के साथ लगातार तीन साल ऑल इंडिया इंटरवर्सिटी टाइटल जीते उन्होंने 1974 में ऑल इंडिया हार्ड कोर्ट और 1975 में ऑल इंडिया इंटरस्टेट चैंपियनशिप जीती {1976 में भारत में पहले नेशनल स्पोर्ट्स फेस्टिवल में तीन गोल्ड और दो सिल्वर मेडल जीते थे Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today किरण बेदी 1976 में पहली बार नेशनल लॉन टेनिस चैम्पियन बनी थीं। Full Article
india news क्लार्क ने कहा- आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट बचाने के लिए कोहली के खिलाफ स्लेजिंग से डरते थे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी By Published On :: Tue, 07 Apr 2020 12:36:00 GMT पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर आरोप लगाया है कि आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट बचाने के लिए वे भारतीय कप्तान विराट कोहली के खिलाफ स्लेजिंग करने से डरते थे। क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया के एक रेडियो प्रोग्राम 'द बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफस्ट' से यह बात कही। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि खेल के वित्तीय मामलों में भारत कितना मजबूत है। फिर चाहें बात अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की हो याआईपीएल की।क्लार्क ने 2018-19 में हुई सीरीज का हवाला देते हुए कहा कि हमारे खिलाड़ी कोहली और बाकी भारतीय खिलाड़ियों से थोड़े डरे हुए थे, क्योंकि उन्हें अप्रैल 2019 में उन्हीं के साथ आईपीएल खेलना था। इसलिए वे छींटाकशी से घबरा रहे थे। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को डर था कि अगर उन्होंने ज्यादा स्लेजिंग की तो फिर आईपीएल में करोड़ों रुपए का कॉन्ट्रैक्ट हाथ से निकल सकता है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी लाखों डॉलर कमाने के चक्कर में कोहली के खिलाफ थोड़े सॉफ्ट थेपू्र्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने आगे कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा आईपीएल में बेंगलुरु और मुंबई टीम के कप्तान हैं। ऐसे में उन्हें टीम चुनने में उनका अहम रोल रहता है। आप ऑस्ट्रेलिया के 10 बड़े खिलाड़ियों का नाम लें और यह दोनों ऑक्शन इन खिलाड़ियों को अपनी टीम में लेने के लिए बड़ी बोली लगा रहे होते हैं। इसलिए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ऐसा सोचते थे कि मैं कोहली के खिलाफ छींटाकशी नहीं करूंगा। मैं चाहता हूं कि वे बेंगलुरु टीम के लिए मुझे चुनें, ताकि मैं 6 हफ्ते में 10 लाख डॉलर कमा पाऊं। क्लार्क ने कहा कि मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया कुछ समय के लिए ऐसे दौर से गुजरा, जहां हमारी क्रिकेट उतनी सख्त नहीं रही। जितना कि हम देखने के आदी हैं।भारत ने 2 साल पहलेऑस्ट्रेलिया के घर में टेस्ट सीरीज जीती थीबता दें कि 2018-19 में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी और यहां भारतीय टीम ने 4 टेस्ट की सीरीज में मेजबान को 2-1 से शिकस्त दी थी। यह ऑस्ट्रेलिया में किसी भी एशियाई देश की पहली टेस्ट सीरीज जीत थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today माइकल क्लार्क ने कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा मुंबई और बेंगलुरु टीम के कप्तान हैं। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी इन दो टीम में चुने जाने के लिए भारतीय खिलाड़ियों पर छींटाकशी से बचते हैं। Full Article
india news फीफा के अधिकारियों पर रिश्वत लेने का आरोप, वर्ल्ड कप मेजबानी के लिए मोटी रकम या बड़ा ऑफर लिया By Published On :: Wed, 08 Apr 2020 02:36:00 GMT फुटबॉल की वर्ल्ड संस्था फीफा के पूर्व अधिकारियों पर वर्ल्ड कप की मेजबानी में मदद करने के लिए रिश्वत के आरोप लगे हैं। अमेरिका की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में नया मामला सामने आया है। इसके अनुसार फीफा की एक्जीक्यूटिव कमेटी के कई सदस्यों को मेजबानी के लिए पक्ष में वोट देने के लिए रिश्वत मिले या ऑफर दिए गए। फीफा के पूर्व उपाध्यक्ष त्रिनिदाद टोबेगो के जैक वॉर्नर को शेल कंपनियों से लगभग 37 करोड़ मिले। उन्होंने 2018 में हुए वर्ल्ड कप के लिए रूस के पक्ष में वोट किया था।साउथ अमेरिका की गवर्निंग बॉडी के पूर्व अध्यक्ष निकोलस लियोज और ब्राजील फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष रिकार्डो टिसिरा पर आरोप लगे हैं। दोनों पर पैसे लेकर 2022 में कतर में होने वाले वर्ल्ड कप के पक्ष में वोट देने की बात कही गई है।अमेरिका की मीडिया कंपनी फॉक्स के अधिकारी भी फंसेअमेरिका की मीडिया कंपनी फॉक्स के पूर्व अधिकारियों पर ब्रॉडकास्ट राइट बरकरार रखने के लिए साउथ अमेरिका के अधिकारियों को पैसे देने की बात कही गई है। एफबीआई के असिस्टेंट डायरेक्टर इंचार्ज विलियम स्वीनी ने कहा कि इंटरनेशनल फुटबॉल में मुनाफाखोरी और रिश्वत की बातें दशकों से जारी है। इसके बार में सभी जानते हैं। एफबीआई पूरे मामले की जांच कर रही है। फीफा ने 10 साल पहले रूस और कतर को विवादास्पद तौर पर वर्ल्ड कप की मेजबानी दी थी। 2015 में यह मामला सामने आया। अध्यक्ष सैप ब्लेटर को इस्तीफा देना पड़ा था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी कतर को मिली है। 2014 में जांच के बाद यह साफ हो गया था कि मेजबानी लेने के लिए कतर ने गलत तरीका अपनाया था। Full Article
india news कोरोना के कारण रद्द हो सकती है इंग्लिश प्रीमियर लीग, सभी 20 क्लबों को 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान होगा By Published On :: Wed, 08 Apr 2020 02:51:02 GMT कोरोनावायरस के कारण यूरोपियन फुटबॉल की पांच प्रमुख लीग मार्च से ही स्थगित हैं। इनके भी शुरू होने की उम्मीद नहीं दिख रही है। सबसे ज्यादा कमाई करने वाली इंग्लैंड की प्रीमियर लीग की बात करें तो यह अप्रैल तक के लिए स्थगित है। मौजूदा हालात में इसके स्टेक होल्डर्स आशंका जता रहे हैं कि लीग का मौजूदा सीजन शायद ही पूरा हो। अभी लीग की सभी 20 टीमों के 9-10 मैच बाकी हैं। अगर लीग का बाकी सीजन कैंसिल हो गया तो इसके क्लबों को कमाई में घाटा हो सकता है। इन्हें 10 हजार 77 करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। सबसे ज्यादा घाटा तो मैनचेस्टर यूनाइटेड का हो सकता है। आशंका है कि उसे 116.4 मिलियन पाउंड (करीब 1080 करोड़ रुपए) कम कमाई होगी।वहीं, कोरोनावायरस महामारी के बाद पहली बार मंगलवार को सभी जर्मन फुटबॉल क्लब ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है। 13 मार्च से लीग के मुकाबले नहीं हो रहे हैं। सभी टीमें छोटे-छोटे ग्रुप में ट्रेनिंग कर रही हैं। फ्रेंकफर्ट के खिलाड़ी सिर्फ तीन के ग्रुप में ट्रेनिंग कर रही हैं। क्योंकि यहां के खिलाड़ी पॉजिटिव पाए गए थे।दोनों मैनचेस्टर क्लब अपने स्टाफ को पूरी सैलरी दे रहेहाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि लॉकडाउन के कारण लीग के कुछ क्लब स्टाफ को सैलरी नहीं देंगे या फिर सैलरी कम कर देंगे। लिवरपूल ने कहा था कि वह नॉन-प्लेइंग स्टाफ को अस्थाई छुट्टी पर भेज देगा, ताकि सैलरी न देनी पड़े। उसके इस कदम की फैंस ने काफी अालोचना की थी। इसके बाद लीग में टॉप पर चल रहे क्लब लिवरपूल ने सरकार की जॉब रिटेंशन स्कीम के तहत स्टाफ को 80% सैलरी देने का फैसला किया। वहीं, मैनचेस्टर के दोनों क्लब सिटी और यूनाइटेड अपने स्टाफ को पूरी सैलरी दे रहे हैं। आर्सनल ने भी अप्रैल तक की पूरी सैलरी देने का फैसला किया है। इसके बाद जैसी भी परिस्थिति होगी, वैसा निर्णय लेगा। वाटफोर्ड, वेस्टहैम, बर्नले, क्रिस्टल पैलेस सहित कई क्लब अपने स्टाफ को पूरी सैलरी दे रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोरोनावायरस महामारी के बाद पहली बार मंगलवार को सभी जर्मन फुटबॉल क्लब बायर्न म्यूनिख ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है। Full Article
india news कोरोना खत्म होने के बाद ही आईपीएल होना चाहिए, इस टूर्नामेंट से कई लोगों आजीविका जुड़ी है: हरभजन By Published On :: Wed, 08 Apr 2020 03:03:00 GMT कोरोनावायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) समेत दुनियाभर में जुलाई तक होने वाले तमाम खेल टूर्नामेंट्स को टाल या रद्द कर दिया गया है। अब 15 अप्रैल को होने वाले आईपीएल पर संकट के बादल छाने लगे हैं। कई दिग्गज टूर्नामेंट को खाली स्टेडियम में भी कराने की बात कह रहे हैं। इस पर भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा कि उन्हें खाली स्टेडियम में आईपीएल खेलने में दिक्कत नहीं है। लेकिन कोरोनावायरस पर नियंत्रण के बाद ही टूर्नामेंट का आयोजन होना चाहिए। क्योंकि इस पर कई लोगों की आजीविका निर्भर है।हरभजन ने कहा, ‘दर्शक महत्वपूर्ण होते हैं। लेकिन अगर परिस्थितियां अनुकूल न हों तो मुझे बिना दर्शक के खेलने में दिक्कत नहीं है। एक खिलाड़ी के तौर पर मुझे दर्शकों का समर्थन नहीं मिलेगा, लेकिन यह सुनिश्चित होगा कि प्रत्येक प्रशंसक टीवी पर आईपीएल देख पाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘हमें हर चीज के लिए सतर्क रहना होगा और खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता में रखना होगा।’आईपीएल नहीं होने से डिप्रेशन में आ सकते हैं कई क्रिकेटर: पैडी अपटनजबकि, 2011 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के मेंटल कंडिश्निंग कोच रहे पैडी अपटन का मानना है कि आईपीएल को रद्द नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो कई खिलाड़ी डिप्रेशन में आ सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका के पैडी ने हाल ही में कहा था, ‘‘आईपीएल क्रिकेटर्स के लिए एक बड़ा टूर्नामेंट और दुधारू गाय है। लॉकडाउन जैसे हालात में जब कोई स्वस्थ और सामान्य व्यक्ति खुद के बारे में ज्यादा सोचता है, तो वह एंग्जाइटी और डिप्रशन का शिकार हो सकता है। ऐसे समय में मैं खिलाड़ियों के साथ अन्य लोगों को भी सलाह देता हूं कि वे खुद के बारे में ज्यादा न सोचें और अपने लोगों पर ध्यान दें। साथ ही दूसरे विकल्पों पर विचार करें।’’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today हरभजन सिंह चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेलते हैं। वे तीन बार आईपीएल विजेता रही टीमों का हिस्सा रह चुके हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news 4 ओवर गेंदबाजी करके खिलाड़ी मोटी रकम कमा लेते हैं, पैसों के लिए देश का हित भी नहीं देख रहे: वकार यूनुस By Published On :: Wed, 08 Apr 2020 04:01:05 GMT पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच वकार यूनुस का मानना है कि टी-20 लीग से खिलाड़ी आसानी से पैसे कमा लेते हैं। यही वजह है कि वो देश का हित नहीं देखते। पाक गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने 27 साल की उम्र में टेस्ट से संन्यास ले लिया था। वहाब रियाज भी टेस्ट से ब्रेक ले चुके हैं। वकार ने कहा, ‘लीग से खिलाड़ियों को आसानी से पैसे मिलते हैं। वो आराम से रह सकते हैं, क्योंकि मैच में उन्हें सिर्फ चार ओवर गेंदबाजी करनी होती है।’वकार ने आमिर और वहाब के फैसले की भी आलोचना की। वकार के अनुसार दोनों खिलाड़ियों को टीम मैनेजमेंट से चर्चा करनी चाहिए थी। सिर्फ सोशल मीडिया पर अपने फैसले की घोषणा करना काफी चोट पहुंचाता है।मुश्किल घड़ी लेकिन समय का सदुपयोग करने का मौकावकार ने दुनियाभर में फैल चुके कोरोनावायरस के कारण बंद हो चुकी खेल गतिविधियों को लेकर कहा है कि यह बहुत ही मुश्किल का समय है। हमारे पास इस समय का सही इस्तेमाल करने का अच्छा मौका भी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह देखना होगा कि कोरोना के कारण बनी लॉकडाउन की स्थिति कब तक बनी रहेगी। अगर अगले दो महीने तक तब सामान्य हो जाता है तो इससे परेशानी नहीं होगी। यह खिलाड़ियों के लिए मौका भी है कि वह घर पर रह कर जो करना चाहें कर सकते हैं और ख़ास कर वो चीजे जो उन्हें सकारात्मक और उत्साहित रखें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच वकार यूनुस ने दुनियाभर में फैल चुके कोरोनावायरस के कारण बंद हो चुकी खेल गतिविधियों को लेकर कहा है कि यह बहुत ही मुश्किल का समय है। -फाइल फोटो Full Article
india news कैफ के बेटे ने कहा- शोएब अख्तर की गेंद पर हिट लगाना आसान; पाकिस्तानी गेंदबाज बोले- फिर एक मैच हो जाए By Published On :: Wed, 08 Apr 2020 08:31:00 GMT पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर क्रिकेट इतिहास में तेज रफ्तार गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। वे 2003 वर्ल्ड कप में अपनी सबसे अच्छी फॉर्म में थे। लेकिन, पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ के बेटे कबीर ने शोएब की गेंद को बहुत आसान बताया। कबीर ने कहा कि शोएब की गेंद काफी तेज आती थी, इसलिए बल्लेबाज को हिट लगाना बहुत आसान है। इस पर पाकिस्तानी गेंदबाज ने मजाकिया अंदाज में कहा कि मेरे बेटे मिकाइल और कबीर के बीच एक मैच होना चाहिए।कोरोनावायरस के कारण देश में 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन के बीच टीवी चैनल्स पर पुराने मैच दिखाए जा रहे हैं। ऐसा ही एक मैच देखते हुए कैफ के बेटे कबीर ने यह बात कही। कैफ ने इसका एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘‘धन्यवााद, आखिरकार कबीर को भारत-पाकिस्तान का ऐतिहासिक मैच देखने को मिल गया, लेकिन जूनियर अपने पापा से ज्यादा प्रभावित नहीं है। उसे लगता है कि शोएब अख्तर की गेंद पर हिट करना आसान रहा होगा, क्योंकि उनकी गेंदबाजी में रफ्तार है। आज के बच्चे... !’’ शोएब अख्तर ने कैफ को जवाब दियाअख्तर ने जवाब दिया, ‘‘तो फिर मोहम्मद कैफ मैच हो जाए कबीर और मिकाइल अली अख्तर का? उसे गेंदबाजी की रफ्ताार को लेकर सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे। हाहा उसे मेरा प्यार देना।’’ मिकाइल शोएब के बेटे का नाम है, जिसका जन्म नवंबर 2016 में हुआ था।वर्ल्ड कप 2003 के मैच में भारत ने पाकिस्तान को हराया थाभारत और पाकिस्तान के बीच 2003 वर्ल्ड कप में 1 मार्च को सेंचुरियन में मैच खेला गया था। इस मैच में टीम इंडिया ने 26 गेंद शेष रहते 6 विकेट जीत हासिल की थी। मैच में पाकिस्तान ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 273 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारत ने 45.4 ओवर में 4 विकेट पर 276 रन बना लिए थे। टीम के लिए सचिन तेंदुलकर ने 98, युवराज सिंह ने 50, राहुल द्रविड़ ने 44 और मोहम्मद कैफ ने 35 रन की पारी खेली थी। सचिन और कैफ के बीच 102 रन की साझेदारी हुई थी। अख्तर ने एकमात्र विकेट सचिन का लिया था। उन्होंने 10 ओवर में 72 रन लुटाए थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मो. कैफ ने 2003 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 35 रन बनाए थे, जबकि शोएब अख्तर ने 72 रन देकर 1 विकेट लिया था। Full Article
india news डीडी स्पोर्ट्स पर रोज दिखाए जाएंगे भारत में खेले गए 20 साल के 20 बेहतरीन मैच, लक्ष्मण की 281 रन की पारी भी देख सकेंगे By Published On :: Wed, 08 Apr 2020 08:58:04 GMT कोरोनावायरस के कारण भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा है। इस दौरान 7 अप्रैल से हर रोज डीडी स्पोर्ट्स चैनल पर भारत समेत कुछ अन्य यादगार क्रिकेट मैच के हाइलाइट्स दिखाए जाएंगे। यह फैसला भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और भारत सरकार ने किया है। इस दौरान क्रिकेट फैन्स वीवीएस लक्ष्मण की 2001 में ऑस्ट्रेलियाई के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में खेली गई 281 रन की पारी भी देख पाएंगे। यह टेस्ट मैच 13 अप्रैल को दिखाया जाएगा। आखिरी दिन 14 अप्रैल को भारत-श्रीलंका के बीच 2005 में खेला गया वनडे दिखाया जाएगा।लॉकडाउन के दौरान 8 दिनों में डीडी स्पोर्ट्स पर कुल 20 मैच दिखाए जाएंगे। यह सभी मैच भारत में खेले गए थे। इनमें 19 वनडे और एकमात्र कोलकाता में खेला गया यादगार टेस्ट मैच है। इस टेस्ट में भारत ने फॉलोऑन खेलने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को हराया था। मैच में लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने 180 रन की साझेदारी की थी। 2003 ट्राई-सीरीज के फाइनल में भारत डकवर्थ-लुईस नियम से हारा थामंगलवार को भारत-ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड 2003 ट्राई-सीरीज के 3 मैचों के हाइलाइट्स दिखाए जाएंगे। सीरीज में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया दूसरा वनडे सबसे पहले दिखाया जाएगा। इस मैच में टीम इंडिया 37 रन से जीता था। इस मैच में लक्ष्मण ने सबसे ज्यादा 102 और सचिन तेंदुलकर ने 100 रन की पारी खेली थी। हालांकि सीरीज के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया डकवर्थ-लुईस नियम से 37 रन से जीता था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 कोलकाता टेस्ट में वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने 180 रन की साझेदारी की थी। Full Article
india news ब्राजील के फुटबॉल लेजेंड रोनाल्डिन्हो पैराग्वे जेल से रिहा, कोर्ट का आदेश- असुनसियान के होटल में हाउस अरेस्ट रहेंगे By Published On :: Wed, 08 Apr 2020 10:39:04 GMT पैराग्वे कोर्ट ने फर्जी पासपोर्ट मामले में ब्राजील के पूर्व फुटबॉलर रोनाल्डिन्होऔर उनके भाई को जेल से रिहा करने के आदेश दिए हैं। आदेश मुताबिक, जेल से रिहा होने के बाद फुटबॉल लेजेंड और उनके भाई को पैराग्वे की राजधानी असुनसियान के पालमारोगा होटल में हाउस अरेस्ट किया जाएगा। पुलिस ने 2002 के वर्ल्ड कप विजेता रोनाल्डिन्हो को फर्जी पासपोर्ट के मामले में 5 मार्च को असुनसियान के होटल से गिरफ्तार किया था। तभी से वे ट्रायल के चलते जेल में बंद थे।जज गुस्तावो अमरिल्ला ने कहा, ‘‘रोनाल्डिन्हो के वकील ने बतौर जमानत 12 करोड़ रुपए जमा कर दिए हैं। वे केस चलने तक असुनसियान के होटल मेंअपने ही खर्चे पर रहेंगे। होटल मैनेजमेंट को आदेश दिया गया है कि वे इन पर निगरानी रखें। होटल में पुलिस भी मौजूद रहेगी। ’’ इससे पहले रोनाल्डिन्हो की दो बार जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। पूर्व फुटबॉलर को कोरोनावायरस के कारण जेल में ही लॉकडाउन किया गया था। पुलिस ने वकील के अलावा किसी भी व्यक्ति के मिलने पर रोक लगा दी थी।असुनसियान शहर के होटल से गिरफ्तार किए गए थे रोनाल्डिन्होस्टार फुटबॉलर रोनाल्डिन्हो पिछलेमहीने एक इवेंट चिल्ड्रेन चैरिटी कैम्पेन में शामिल होने के लिए अपने भाई के साथ असुनसियान पहुंचे थे। वे जिस होटल में रुके थे, पुलिस ने उन्हें वहीं से गिरफ्तार किया था। रोनाल्डिन्हो के भाई के एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर लिया है। फुटबॉलर का आरोप है कि इसी व्यक्ति ने उन्हें फंसाया है।रोनाल्डिन्होने अपने फुटबॉल करियर में पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी), बार्सिलोना और मिलान जैसे क्लब की तरफ से खेला है। उन्होंने 2018 में फुटबॉल से संन्यास ले लिया था और इससे पहले भी वह कई मामलों के चलते सुर्ख़ियों में रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ब्राजील के फुटबॉलर रोनाल्डिन्हो पर फर्जी पासपोर्ट का आरोप है। उन्हें पैराग्वे पुलिस ने पिछले महीने पैराग्वे की राजधानी असुनसियान के होटल से गिरफ्तार किया था। Full Article
india news नेहरा को उम्मीद- अप्रैल और अगस्त में नहीं, लेकिन साल के आखिर में आईपीएल जरूर होगा By Published On :: Wed, 08 Apr 2020 11:23:00 GMT कोरोनावायरस के कारण 29 मार्च से होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक टाल दिया गया था, लेकिन टूर्नामेंट पर अब भी संकट मंडरा रहा हैं। ऐसे में पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को उम्मीद है कि अप्रैल और अगस्त में नहीं, लेकिन साल के अंत में जरूर आईपीएल हो सकता है। ऑस्ट्रेलियाई पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ और इंग्लैंड के क्रिकेटर जोस बटलर को भी पूरी उम्मीद है कि आईपीएल इस साल होकर रहेगा। हालांकि, अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप भी होना है। ऐसे में आईपीएल के लिए विंडो ढूंढना बीसीसीआई के लिए टेढ़ी कील साबित हो रहा है।नेहरा ने स्टार स्पोर्ट्स के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘अप्रैल में आईपीएल होने की उम्मीद बेहद कम है। यदि टूर्नामेंट टलता है, तो यह अगस्त में भी नहीं हो सकेगा, क्योंकि यह बारिश का मौसम होता है। इसके कारण कई मैच रद्द होने की पूरी आशंका रहेगी। यदि दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस पर अक्टूबर तक काबू पा लिया गया, तो मुझे पूरा विश्वास है कि साल के आखिरी में आईपीएल 100 प्रतिशत होकर रहेगा।’’आशीष नेहरा ने अब तक आईपीएल के 88 मैच में 23.54 की औसत से 106 विकेट हासिल किए हैं।खुशनसीब हैं कि यशस्वी और पराग को खेलते देखेंगेवहीं, राजस्थान रॉयल्स के कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा कि वे युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल और रियान पराग को खेलते देखने के लिए उत्साहित हैं। स्मिथ ने यह बात साथी खिलाड़ी ईश सोढ़ी के साथ राजस्थान रॉयल्स के फेसबुक पेज पर बातचीत में कही। उन्होंने कहा, 17 साल का युवा पराग टेडी बियर को साथ लेकर खेलता है। उसने पिछले सीजन में धोनी को आउट किया है। यशस्वी अंडर-19 वर्ल्ड कप का टॉप स्कोरर था। वह क्वालिटी प्लेयर है। हम खुशनसीब हैं कि इस साल दोनों को राजस्थान के लिए खेलते हुए देखेंगे।मिलकर कोरोना से लड़ना है, खेल के बारे में बाद में सोचेंगे: पुजाराआईपीएल और खेल की बातों को नकारते हुए भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने मिलकर कोरोना से लड़ने की बात कही है। उन्होंने अंग्रेजी अखबार से कहा, ‘‘आज लोग जिस सबसे बड़ी समस्या (कोरोना) का सामना कर रहे हैं, उसे देखें तो हमें अभी क्रिकेट के बारे में बिल्कुल नहीं सोचना चाहिए। इस खतरनाक वायरस से हमें युद्ध की तरह मिलकर लड़ना होगा। हमारी सबसे पहली कोशिश स्थिति को सामान्य करने की है। इसके बाद हम क्रिकेट और अन्य खेल के बारे में सोच सकते हैं।’’ वहीं, कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कोच और न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर ब्रेंडन मैकुलम अपने घर पर आराम करते नजर आए। उनका भी मानना है कि स्थिति सामान्य होने तक हमें किसी भी खेल के बारे में नहीं सोचना चाहिए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आशीष नेहरा ने अब तक आईपीएल के 88 मैच में 23.54 की औसत से 106 विकेट हासिल किए हैं। -फाइल फोटो Full Article
india news 10 दिन में खेल जगत में 5वीं मौत; स्विट्जरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो का निधन, 100 से ज्यादा मैच खेल चुके By Published On :: Wed, 08 Apr 2020 11:44:20 GMT दुनियाभर के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) का कहर खेल जगत में भी जारी है। इसके कारण 10 दिन में 5 दिग्गजों की मौत हो चुकी है। बुधवार को स्विट्जरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो का निधन हो गया। वे 79 साल के थे। 1964 विंटर ओलिंपिक खेल चुके शैपो ने अपने देश के लिए 100 से ज्यादा मैच खेले हैं। इससे पहले फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60), इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71), फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) और पाकिस्तान के स्क्वैश लीजेंड आजम खान (95) भी दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।इंटरनेशनल आइस हॉकी फेडरेशन (आईआईएचएफ) ने कहा, ‘‘शैपो दो हफ्ते पहले ही अस्पताल में भर्ती कराए गए थे। यहां उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव निकला था। तबीयत में सुधार होने के बाद 1 अप्रैल को ही उन्हें घर लाया गया था। फिर अचानक उनकी हालत गंभीर हो गई और उनका निधन हो गया।’’ शैपो 60 के दशक में बेस्ट सेंटर खिलाड़ी थे। वे 1964 में स्विस क्लब एचसी विलर्स के लिए खेलते थे। इस सीजन में उन्होंंने स्विस लीग में सबसे ज्यादा गोल दागे थे।इंग्लिश फुटबॉलर जिम्मी कोरोना से संक्रमित80 साल के इंग्लिश फुटबॉल लेजेंड जिम्मी ग्रीवेस भी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। उन्हें हालत गंभीर बनी हुई है। जिम्मी देश और सभी क्लब के लिए 357 गोल करने वाले पहले इंग्लिश खिलाड़ी हैं। साथ ही वे इंग्लैंड टीम के लिए 57 मैच में 44 गोल करने वाले चौथे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले वायने रूनी, बॉबी कॉर्टन और गेरी लिनेकेर ने यह उपलब्धि हासिल की है।बर्नार्ड ने डिप्रेशन के कारण सुसाइड कियारीम्स क्लब के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज कोरोना से संक्रमित होने के बाद डिप्रेशन में आ गए थे। इसके बाद उन्होंने 5 अप्रैल को सुसाइड कर लिया था। बर्नार्ड ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उन्होंने खुद के कोरोना संक्रमित होने की बात लिखी थी। बर्नार्ड 20 साल से क्लब के साथ जुड़े हुए थे।सबसे पहले आजम खान की मौत हुईकोविड-19 के कारण 31 मार्च को डेविड हॉजकिस और फ्रांस के पेप दिऑफ की मौत हुई थी। इससे पहले 28 मार्च को पाकिस्तानी स्क्वैश लेजेंड आजम खान का निधन हो गया था। आजम ने 1959 से 1962 के बीच लगातार 4 बार ब्रिटिश ओपन खिताब जीता था। आजम को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्क्वैश खिलाड़ियों में गिना जाता था। उन्होंने 1962 में पहली बार सबसे अहम हार्डबॉल टूर्नामेंट यूएस ओपन भी जीता था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today रोजर शैपो 1964 में स्विस क्लब एचसी विलर्स के लिए खेलते थे। इस सीजन में वे लीग में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी थे। Full Article
india news कोहली के दबदबे को खत्म कर स्टोक्स लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर बने, 15 साल बाद इंग्लैंड के किसी खिलाड़ी को यह सम्मान मिला By Published On :: Wed, 08 Apr 2020 13:29:10 GMT इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स भारतीय कप्तान विराट कोहली की 3 साल की बादशाहत को खत्म कर 2019 के लिए विजडन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुने गए। 15 साल बाद इंग्लैंड के किसी खिलाड़ी को यह सम्मान मिला। पिछली बार 2005 में विजडन नेएंड्रयू फ्लिंटॉफ को साल का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर चुना था।कोहली 2016, 2017 और 2018 में लगातार तीन साल लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुने गए थे।हालांकि, इस बार किसी भी भारतीय को इस लिस्ट में जगह नहीं मिली है।28 साल केस्टोक्स ने 2019 में इंग्लैंड की वनडे वर्ल्ड कप जीत में अहम भूमिका निभाई थी। स्टोक्स के नाबाद 135 रन की बदौलत इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को हेडिंग्ले में तीसरे एशेज टेस्ट में एक विकेट से हराया था।स्टोक्स ने 2019 में टेस्ट में 821, जबकि वनडे में 719 रन बनाए।ऑस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ियों को सम्मान मिलामहिलाओं में यह सम्मान ऑस्ट्रेलिया की एलिसा पैरी को मिला। पैरी को विजडन के साल के पांच क्रिकेटरों में भी जगह मिली है। पैरी ने पिछले वर्ष ऑस्ट्रेलिया की इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज जीत में सबसे ज्यादा रन बनाने के साथ सर्वाधिक विकेट भी लिए थे। वे 2016 में भी साल की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर चुनी गईं थीं। पैरी इस सूची में शामिल तीन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में से एक हैं। उनके अलावा मार्नस लबुशाने, पैट कमिंस को भी विजडन ने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ीचुना है।कमिंस ने 2019 में टेस्ट में सबसे ज्यादा 59 विकेट लिएकमिंस ने 2019 में टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लिए थे। उन्होंने 12 टेस्ट में 59 विकेट लिए, जबकि लाबुशाने ने 11 मैच में सबसे ज्यादा 1104 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत भी 65 के करीब रहा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बेन स्टोक्स से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली को लगातार तीन साल यह अवॉर्ड मिला था। (फाइल) Full Article
india news लॉकडाउन में नंबर-1 खिलाड़ी ड्राई शूटिंग कर रहे हैं ताकि एकाग्रता बढ़े, कहा- ट्रेनिंग का तरीका बदला, लेकिन लक्ष्य नहीं By Published On :: Thu, 09 Apr 2020 02:35:44 GMT जब देशभर में लॉकडाउन चल रहा है, तब भी शूटर ओलिंपिक की तैयारी में जुटे हैं। दुनिया के नंबर-1 राइफल शूटर दिव्यांश सिंह पंवार और एलावेनिल वलारिवान एकेडमी तो जा नहीं सकते, इसलिए घर पर ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। दोनों इन दिनों ड्राई शूटिंग कर रहे हैं। खिलाड़ी कहते हैं- कोरेानावायरस के कारण हमारी ट्रेनिंग का तरीका बदला है, लेकिन लक्ष्य नहीं।ड्राई शूटिंग और उसके फायदेड्राई शूटिंग में निशानेबाज अपने हाथ में वैपन लेकर दीवार के किसी प्वाइंट पर टारगेट करता है, लेकिन गन खाली होती है। यहां निशानेबाज टारगेट सेट करता है और निशाना लगाता है। इससे एकाग्रता बढ़ती है। निशाना भी पक्का होता है। वैपन और बॉडी के बीच संतुलन स्थापित होता है। लंबे समय तक वैपन होल्डिंग में मदद मिलती है।एलावेनिल स्पोर्ट्स साइकाइट्रिस्ट के सेशन ले रहींवर्ल्ड रैंक हासिल होने से आत्मविश्वास बढ़ता है। नंबर-1 बनने का सफर आसान नहीं रहा। एकेडमी की पूरी टीम, मेंटर गगन नारंग सर और कोच नेहा हर कदम पर मेरे साथ थे। वायरस की वजह से तैयारी का प्रोसेस जरूर बदल गया है, लेकिन लक्ष्य अब भी वही है- ओलिंपिक। मैं खुशनसीब हूं कि शेड्यूल मेरे मेंटर, कोच ने तय किया। मुझे तो सिर्फ उस शेड्यूल को फॉलो करना था। इन दिनों मैं योग, फिजिकल वर्कआउट के साथ-साथ मेंटल ट्रेनिंग और ड्राई शूटिंग कर रही हूं। मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए स्पोर्ट्स साइकाइट्रिस्ट के सेशन भी ले रही हूं। एक खेल के तौर पर शूटिंग आपको अकेला महसूस करा सकता है। फायरिंग लाइन में आप अकेले ही होते हो। हर शॉट के लिए खुद जिम्मेदार। इस लॉकडाउन ने मुझे वक्त दिया कि मैं अपने रूटीन को थोड़ा ठीक करूं और ट्रेनिंग शेड्यूल पर लौटने के लिए तैयार रहूं। मेरा शेड्यूल ऐसा प्लान किया गया है कि उसमें रिकवरी और रेस्ट दोनों के लिए गुंजाइश है।’ दिव्यांश फिटनेस के लिए बैडमिंटन और खो-खो खेलते हैंवर्ल्ड नंबर-1 रैंकिंग दो साल की मेहनत का नतीजा है। मैं सुबह 5 बजे उठकर 7 बजे तक फिजिकल वर्कआउट करता। इसके बाद 9 से 2 बजे तक शूटिंग की ट्रेनिंग। इसमें रोज का शेड्यूल अलग-अलग होता। शाम में फिटनेस के लिए बैडमिंटन खेलता था। नंबर-1 रैंकिंग हासिल करने से ज्यादा मुश्किल इसे बरकरार रखना है। फिलहाल आेलिंपिक की तैयारी में जुटा हूं। लॉकडाउन के कारण सभी शूटिंग रेंज बंद हैं। ऐसे में घर में ही कोच दीपक दुबे की देखरेख में ट्रेनिंग करता हूं। वे घर के पास रहते हैं। अभी गन होल्डिंग टेक्नीक (ड्राई शूटिंग) पर फोकस कर रहा हूं। फिटनेस के लिए अपार्टमेंट मेें नीचे ही बैडमिंटन और खो-खो जैसे गेम खेलता हूं। ओलिंपिक टलने से मुझे मेहनत और प्रदर्शन में सुधार करने का और ज्यादा समय मिल गया है। लॉकडाउन से 30 फीसदी प्रदर्शन डाउन होगा। लेकिन सही तरीके से ट्रेनिंग लेकर उसे ठीक किया जा सकता है। मैं मानसिक थकान दूर करने के लिए रोजाना डेढ़-दो घंटे गिटार बजाता हूं।’ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आईएसएसएफ वर्ल्ड रैंकिंग 20 साल की एलावेनिल वलारिवान के 1323 पॉइंट हैं। वे पहले नंबर पर बनी हुई हैं। -फाइल फोटो Full Article