india news कोरोना को हराने वालों का सामाजिक बहिष्कार; ठीक हो चुके मरीज बीमारी नहीं, इलाज में मददगार, बशर्ते इन्हें सुविधा और सम्मान दें By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:17:00 GMT (आलोक द्विवेदी)कोरोना काे हरा कर घर लाैटे लोगों और उनके परिवार काे सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है। पीड़ित परिवार से पड़ोसी, दोस्त और रिश्तेदारों के साथ सफाईकर्मी, सब्जी विक्रेता, पुलिसकर्मी और दुकानदारों ने भी दूरी बना ली है। मिलना-जुलना ताे दूर, काेई इनसे फाेन पर भी बात नहीं करना चाहता।किसी काेराेना पाॅजिटिव का काेई परिजन सामान लेने के लिए दुकान पर चला जाए, ताे दूसरे लाेग बिना सामान लिए घर लाैट जाते हैं। फिर कुछ दिनाें तक काेई भी व्यक्ति उस दुकान से खरीदारी नहीं करता। कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए बचाव जरूरी है। पर व्यक्ति से नफरत ठीक नहीं है। इससे काेराेना के खिलाफ लड़ाई कमजाेर हाेगी।आईजीआईएमएस, पटना के कम्युनिटी मेडिसिन के हेड डाॅ. संजय कुमार और कोविड अस्पताल, एनएमसीएच के नोडल पदाधिकारी डा मुकुल सिंह का कहना है कि पाॅजिटिव हुआमरीज निगेटिव हाे जाता है ताे वह पूरी तरह स्वस्थ्य रहता है। फिर भेदभाव या शक करना गलत है। काेराेना किसी काे चपेट में ले सकता है। चाहे वह समाज का काेई भी है।बाजार निकलते हैं तो लोग दूर भागने लगते हैंकेस-1: नंदलाल छपरा के गौतम ठीक होकर लौटे तो सब्जी वाला औरसफाईकर्मी ने घर आने से मना कर दिया। लोग गौतव व परिवार के सदस्यों से दूर भागते हैं। चौसा में पुश्तैनी दुकान है। लोगाें ने जबरन बंद करवा दी।हद तो ये कि अब लोग यमराज कह बुलाते हैंकेस-2: जमालपुर के जुम्मन को लोग कभी-कभी यमराज कह कर संबोधित करते हैं। वार्ड काउंसलर रह चुके हैं। उनकी राशन की दुकान है। अब स्थिति ये कि जो लाेग घर आकर बैठे रहते थे, अब फाेन उठाने से भी परहेज करते हैं।बीमार हुए तो लोगों ने दुआ सलाम तक छोड़ाकेस-3: बिहारशरीफ के डॉक्टर जहांगीर पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद हॉस्पिटल में भर्ती हो गए। अब ठीक हो गए हैं। कहतें हैं-लोग अब भी उनके साथ भेदभाव कर रहे हैं। मिलना-जुलना तो अब है ही नहीं, दुआ-सलाम भी बंद है।भेदभाव या शक करना गलतजिन काेराेना पाॅजिटिव मरीजों कीरिपोर्टनिगेटिव आ गईहै।वे पूरी तरह स्वस्थ हाे गए हैं। ठीक हुए लोगों से भेदभाव या शक करना गलत है।-डाॅ. संजय कुमार, हेड, कम्युनिटी मेडिसिन, आईजीआईएमएस, पटनाइम्यूनिटीबेहतर हो जाती हैठीक हुए मरीजों से संक्रमण फैलने की संभावना नहीं रहती है, क्योंकि उनकी इम्यूनिटी भी बेहतर हो जाती है। ऐसे मरीजों से भेदभाव करना सही नहीं है। -डाॅ. मुकुल सिंह, नोडल पदाधिकारी, कोविड अस्पताल, एनएमसीएच Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पाॅजिटिव हुआ मरीज निगेटिव हाे जाता है ताे वह पूरी तरह स्वस्थ्य रहता है। फिर भेदभाव या शक करना गलत है। Full Article
india news आधार के आंकड़ाें की मानें ताे जनगणना में आबादी के आधार पर कई राज्याें का क्रम बदलेगा, महाराष्ट्र काे पछाड़ बिहार दूसरे नंबर पर हाेगा By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:28:27 GMT (कुमार जितेंद्र ज्योति)कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण 2021 की जनगणना प्रक्रिया भी रुक गई है और यह अपने तय अप्रैल महीने में शुरू नहीं हाे पाई है। यह जनगणना जब होगी तो कई आंकड़े बदलेंगे। सबसे बड़ा बदलाव जनसंख्या के हिसाब से देश के बड़े राज्यों के क्रम में होगा।देश के हरेक शख्स को जारी हो रहे यूआईडी आधार कार्ड के आंकड़ाें से इसका अनुमान लगाया जा सकता है। 30 अप्रैल तक के आधार के आंकड़ाें की मानें ताे जनसंख्या के हिसाब से महाराष्ट्र को एक पायदान पीछे छोड़कर बिहार देश का दूसरा बड़ा राज्य होगा। उप्र पहले और प. बंगाल चौथे नंबर पर भले रहेंगे, लेकिन जनगणना 2011 के छठे स्थान को पीछे छोड़कर मध्य प्रदेश पांचवां स्थान हासिल करने जा रहा है। पिछली जनगणना में आठवें स्थान पर रहा राजस्थान छठे स्थान पर आजाएगा। 2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुकाबले आधार के आंकड़े बता रहे हैं कि जनसंख्या के हिसाब से कर्नाटक और गुजरात भी एक-एक पायदान ऊपर चढ़ेंगे। 2011 में कर्नाटक नौवेंऔर गुजरात 10वें नंबर पर था। बंटवारे के कारण आंध्र प्रदेश पांचवें से 10वें स्थान पर आजाएगा, ताे केरल जन्म-दर पर नियंत्रण के कारण 12वें से नीचे उतरकर 14वें क्रम पर दिखेगा। छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, असम और जम्मू-कश्मीर भी एक-एक पायदान नीचे आ जाएंगे।मप्र 5वें, राजस्थान 6वें व गुजरात 9वें क्रम पर प्रदेश अनु. जनसंख्या पायदान जनगणना 2011 पायदान उत्तर प्रदेश 23.78 1 19.98 1 बिहार 12.47 2 10.40 3 महाराष्ट्र 12.31 3 11.23 2 प. बंगाल 09.96 4 09.12 4 मध्य प्रदेश 08.53 5 07.26 6 राजस्थान 08.10 6 06.85 8 तामिलनाडु 07.78 7 07.21 7 कर्नाटक 06.75 8 06.10 9 गुजरात 06.38 9 06.04 10 आंध्र प्रदेश 05.39 10 08.45 5 ओड़िशा 04.63 11 04.19 11 अनुमानित जनसंख्या, जनगणना आंकड़े करोड़ में Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today देश के हरेक शख्स को जारी हो रहे यूआईडी आधार कार्ड के आंकड़ाें से इसका अनुमान लगाया जा सकता है। Full Article
india news प्रवासी मजदूराें काे नाैकरी से निकालने पर ठेकेदार गिरफ्तार By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:30:00 GMT फारकिया रोड स्थित बाबा सुपर मिनरल कम्पनी के लेबर ठेकेदार की ओर से बिहार के सात प्रवासी मजदूरों को काम से निकाल देने पर श्रीनगर पुलिस ने लेबर ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफतार कर लिया।लेबर काॅन्ट्रेक्टर चरित्र राय के खिलाफ धारा 188 आईपीसी व आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 58 के तहत मामला दर्ज किया गया है। काम से निकाल देने का खुलासा मजदूरों ने उस वक्त किया जब बिहार जाने के लिए पैदल निकले सातों मजदूर अजमेर में 6 मई को शाम के समय अलवरगेट थाना पुलिस के हत्थे चढ गए। अलवरगेट पुलिस ने श्रीनगर थाना प्रभारी प्रभुदयाल वर्मा को मामले की जानकारी दी। अलवरगेट पुलिस के थाने के हेड कांस्टेबल सुभाष चंद्र ने श्रीनगर से अजमेर पहुंचे। सहायक उपनिरीक्षक श्रवणलाल चौधरी को सातों मजदूरों को सौंप दिया ।जानकारी के अनुसार सात में से तीन मजदूर मुुंशी मांझी पुत्र राजेन्द्र मांझी उम्र 38 साल व हरि पुत्र सुदाम मांझी , गोविंददास पुत्र नेपाली दास उम्र 48 साल, बिहार के जमुई जिले के ग्राम सुंंदरटाड,पुलिस थाना लक्ष्मीपुर के रहने वाले है । जबकि दो मजदूर गुडडू कुमार पुत्र टूनमन मांझी उम्र 22 साल व अक्षय कुमार मांझी पुत्र शिवनंदन मांझी उम्र 25 वर्ष बिहार के जिला गया पुलिस थाना परैया गाव बछेडिया के रहने वाले हैं । दो अन्य मजदूर कैलाश कुमार मांझी पुत्र मेघन उम्र 19 वर्ष व विष्णुकुमार पुत्र झूमन मांझी बिहार के जिला जमुई थाना झझा गांव धमना के रहने वाले हैं ।श्रीनगर पुलिस ने मजदूराें को श्रीनगर स्थित फैक्ट्री के पास अपने रहने के स्थान पर भिजवा दिया है । प्रवासी मजदूरों ने पुलिस को जानकारी देते हुए बाबा सुपर मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के लेबर ठेकेदार चरित्र राय पुत्र बच्चू राय पर कोरोना बीमारी में लाॅकडाउन के कारण फैक्ट्री में काम नहीं होने पर नौकरी से निकाल देने अाैर घर चले जाने की बात कहने का आरोप लगाया है। लेबर ठेकेदार ने 6 मई को सुबह साढे नाै बजे बुलाकर कहा कि अब कम्पनी राशन व वेतन भी नहीं देगी।मजदूरों ने बताया कि 6 मई को लेबर ठेकेदार ने खाना भी नही खिलाया ।मजबूरी में सातों श्रमिक पैदल ही अजमेर के लिए रवाना हो गए। शाम को अलवरगेट थाना पुलिस ने परमिशन नहीं होने पर वापस श्रीनगर लौटने का फरमान सुना दिया। श्रीनगर पुलिस ने बाबा सुपर मिनरल्स कम्पनी के लेबर ठेकेदार चरित्र राय के खिलाफ धारा 188 आईपीसी,व धारा 58 आपदा प्रबन्धन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य विभाग को आदेश- कोरोना मरीजों की पहचान के लिए होगी रैंडम टेस्टिंग By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:34:00 GMT राज्य में कोविड-19 के मरीजों की पहचान करने के लिए अब रैंडम टेस्टिंग कराई जाएगी। गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को पूरे राज्य में रैंडम टेस्टिंग कराने का आदेश दिया।मुख्यमंत्री ने कहा कि रैंडम टेस्टिंग से ना सिर्फ कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकेगा बल्कि लोगों में सुरक्षा की भावना भी पैदा होगी। उन्होंने कोरोना जांच का दायरा बढ़ाने के लिए सभी जिला अस्पतालों में तय प्रोटोकाॅल के अनुसार ट्रू-नैट किट्स की उपलब्धता जल्द से जल्द करने की आवश्यकता जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि टेस्टिंग की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना चाहिए इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों का विधिवत प्रशिक्षण भी कराया जाए। कोरोना संक्रमण की चिन्हित चेन की फिर से पूरी पड़ताल की जाए ताकि कोई काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग में छूटे नहीं। ऐसा करने पर ही कोरोना संक्रमण की चेन को पूरी तरह तोड़ा जा सकेगा।मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव दीपक कुमार को प्रखंड क्वॉरेंटाइन सेंटर की लगातार मॉनिटरिंग करने को कहा ताकि वहां रहने वाले प्रवासी मजदूरों को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। बड़ी संख्या में बिहार आने वाले प्रवासी मजदूरों की संख्या को ध्यान में रखते हुए पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर को भी अपग्रेड कर वहां प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर की तरह व्यवस्था की जाए। प्रवासी मजदूरों के स्किल सर्वे से प्राप्त प्रोफाइल के अनुसार रोजगार सृजन के लिए सभी विभाग अग्रिम तैयारी रखे।कोरोना संक्रमण कब तक रहेगा बताना मुश्किल: मुख्यमंत्रीमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति कब तक रहेगी, यह अभी कोई नहीं बता सकता है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही कोरोनावायरस संक्रमण से बचने का सबसे प्रभावी उपाय है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को जदयू के प्रदेश पदाधिकारियों साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य के हालात का जायजा लिया। जदयू नेताओं ने लॉकडाउन के दौरान राज्य में दो माह का बिजली बिल माफ करने की मांग उठाई। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पार्टी के प्रखंड अध्यक्षों के साथ बात करेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Chief Minister's order to Health Department - Random testing will be done to identify corona patients Full Article
india news नहीं होगा जल संकट, 75 की जगह इस साल वाटर लेवल 55 फीट पर By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:38:00 GMT (राजू कुमार)राजधानी का वाटर लेवल इस बार नीचे नहीं गया है। इसका कारण लॉकडाउन में पानी की कम खपत है। अमूमन, अप्रैल-मई में राजधानी का वाटर लेवल 70 से 75 फीट के करीब रहता है। इस वर्ष मई में वाटर लेवल 55 फीट है। वर्ष 2019 में इसी माह में यह 75 फीट के स्तर पर था। पिछले साल की अपेक्षा इस साल वाटर लेवल 20 फीट ऊपर है। 4 साल में पहली बार शहर का वाटर लेवल नॉर्मल है। वर्ष 2015-16 में वाटर लेवल 55 फीट के आसपास था। वाटर लेवल नीचे नहीं जाने से लोगों को इस बार जल संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।एएन कॉलेज के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के डॉ. मनीष कंठ ने बताया कि लॉकडाउन में पानी की कम खपत होने तथा अप्रैल व मई में हुई बारिश ने वाटर लेबल को बरकरार रखा है। इससे शहर के लोगों को पानी की किल्लत या ग्राउंड वाटर नीचे जाने जैसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा। कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन घोषित है। इससे करीब 44 दिनों से मॉल, होटल, बाजार और उद्योग बंद होने के कारण पानी की खपत 30 फीसदी कम हाे रही है। वहीं घरेलू स्तर पानी की खपत 10 फीसदी तक बढ़ गई है। इससे भूजल स्तर में सुधर आया है।दो घंटे कम चलाना पड़ रहा पंप, बिजली की खपत भी हुई कमपटना नगर निगम की जलापूर्ति शाखा की ओर से 117 बोरिंग के माध्यम से लोगों के घरों तक पानी पहुंचाया जा रहा है। नगर निगम करीब 16 घंटे तक पानी की सप्लाई करता है। अभी 14 घंटे पानी की सप्लाई दी जा रही है। पानी का लेबल नीचे जाने की स्थिति में दो घंटे अधिक पंपों को चलाना पड़ता था। इससे पंप हाउस में बिजली की खपत भी कम हुई है।कुम्हरार में 10 फीट पाइप जोड़ा गया ताे पानी के साथ आने लगा बालूपटना जलापूर्ति शाखा की ओर से गर्मी शुरू होने से पहले पंप हाउस के पंपों में 10 फीट पाइप का एक्सटेंशन दिया जाता है, ताकि पानी सप्लाई में किसी प्रकार की परेशानी न हो। जरूरत पड़ने पर इसे 10 फीट और बढ़ाया जाता रहा है। हालांकि, इस बार ग्राउंड वाटर नीचे जाने से सबसे अधिक मुश्किल झेलने वाले मुहल्ले कुम्हरार में निगम के जलापूर्ति शाखा की तैयारी परेशानी बढ़ाने वाली रही। जलापूर्ति शाखा की ओर से यहां के पंप में 10 फीट का एक्सटेंशन लगाया गया। लेकिन, पानी का लेबल कम नहीं होने के कारण लोगों के घरों में पानी के साथ-साथ बालू भी आने लगा। इसके बाद इसे हटाना पड़ा। जलापूर्ति शाखा के इंजीनियर विनोद कुमार तिवारी ने कहा कि लोगों की शिकायतों के बाद इसे हटाया गया है। अब पानी साफ आने लगा है।बाेतलबंद पानी की मांग 90% तक घटीनिगम की ओर से एक व्यक्ति को कम से कम 135 लीटर पानी की आपूर्ति की जानी है। राजधानी के लोग औसतन 140 लीटर पानी का उपयोग एक दिन में करते रहे हैं। लॉकडाउन की अवधि में 155 लीटर पानी की खपत लोग घरों में कर रहे हैं। लॉकडाउन में किसी तरह की पार्टी, मीटिंग, सेमिनार अादि का आयोजन नहीं हो रहा है। रेलवे व बसों का परिचालन भी काफी कम है। इससे बोतलबंद पानी की मांग सामान्य दिनों की तुलना में महज 10 फीसदी ही रह गई है।शहर केवाटर लेवल नॉर्मल: मेयरपिछले 4 साल से अगर तुलना करें तो इस बार शहर केवाटर लेवल नॉर्मल है। अबतक किसी वार्ड में बोरिंग सूखने की शिकायत नहीं आई है। शहर में वाटर लेवल 55 फीट है, जबकि 2019 में यह 75 फीट था। पिछले साल की तुलना में वाटर लेवल बेहतर है। पानी की खपत बहुत कम हो गई है। बाजार, मॉल, होटल आदि बंद हैं, जिसका भी असर पड़ रहा है। - सीता साहू, मेयर, नगर निगम, पटना Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Water crisis will not happen, instead of 75 this year, water level will be at 55 feet Full Article
india news नहीं होगा जल संकट, 75 की जगह इस साल वाटर लेवल 55 फीट पर By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:38:00 GMT (राजू कुमार)राजधानी का वाटर लेवल इस बार नीचे नहीं गया है। इसका कारण लॉकडाउन में पानी की कम खपत है। अमूमन, अप्रैल-मई में राजधानी का वाटर लेवल 70 से 75 फीट के करीब रहता है। इस वर्ष मई में वाटर लेवल 55 फीट है। वर्ष 2019 में इसी माह में यह 75 फीट के स्तर पर था। पिछले साल की अपेक्षा इस साल वाटर लेवल 20 फीट ऊपर है। 4 साल में पहली बार शहर का वाटर लेवल नॉर्मल है। वर्ष 2015-16 में वाटर लेवल 55 फीट के आसपास था। वाटर लेवल नीचे नहीं जाने से लोगों को इस बार जल संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।एएन कॉलेज के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के डॉ. मनीष कंठ ने बताया कि लॉकडाउन में पानी की कम खपत होने तथा अप्रैल व मई में हुई बारिश ने वाटर लेबल को बरकरार रखा है। इससे शहर के लोगों को पानी की किल्लत या ग्राउंड वाटर नीचे जाने जैसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा। कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन घोषित है। इससे करीब 44 दिनों से मॉल, होटल, बाजार और उद्योग बंद होने के कारण पानी की खपत 30 फीसदी कम हाे रही है। वहीं घरेलू स्तर पानी की खपत 10 फीसदी तक बढ़ गई है। इससे भूजल स्तर में सुधर आया है।दो घंटे कम चलाना पड़ रहा पंप, बिजली की खपत भी हुई कमपटना नगर निगम की जलापूर्ति शाखा की ओर से 117 बोरिंग के माध्यम से लोगों के घरों तक पानी पहुंचाया जा रहा है। नगर निगम करीब 16 घंटे तक पानी की सप्लाई करता है। अभी 14 घंटे पानी की सप्लाई दी जा रही है। पानी का लेबल नीचे जाने की स्थिति में दो घंटे अधिक पंपों को चलाना पड़ता था। इससे पंप हाउस में बिजली की खपत भी कम हुई है।कुम्हरार में 10 फीट पाइप जोड़ा गया ताे पानी के साथ आने लगा बालूपटना जलापूर्ति शाखा की ओर से गर्मी शुरू होने से पहले पंप हाउस के पंपों में 10 फीट पाइप का एक्सटेंशन दिया जाता है, ताकि पानी सप्लाई में किसी प्रकार की परेशानी न हो। जरूरत पड़ने पर इसे 10 फीट और बढ़ाया जाता रहा है। हालांकि, इस बार ग्राउंड वाटर नीचे जाने से सबसे अधिक मुश्किल झेलने वाले मुहल्ले कुम्हरार में निगम के जलापूर्ति शाखा की तैयारी परेशानी बढ़ाने वाली रही। जलापूर्ति शाखा की ओर से यहां के पंप में 10 फीट का एक्सटेंशन लगाया गया। लेकिन, पानी का लेबल कम नहीं होने के कारण लोगों के घरों में पानी के साथ-साथ बालू भी आने लगा। इसके बाद इसे हटाना पड़ा। जलापूर्ति शाखा के इंजीनियर विनोद कुमार तिवारी ने कहा कि लोगों की शिकायतों के बाद इसे हटाया गया है। अब पानी साफ आने लगा है।बाेतलबंद पानी की मांग 90% तक घटीनिगम की ओर से एक व्यक्ति को कम से कम 135 लीटर पानी की आपूर्ति की जानी है। राजधानी के लोग औसतन 140 लीटर पानी का उपयोग एक दिन में करते रहे हैं। लॉकडाउन की अवधि में 155 लीटर पानी की खपत लोग घरों में कर रहे हैं। लॉकडाउन में किसी तरह की पार्टी, मीटिंग, सेमिनार अादि का आयोजन नहीं हो रहा है। रेलवे व बसों का परिचालन भी काफी कम है। इससे बोतलबंद पानी की मांग सामान्य दिनों की तुलना में महज 10 फीसदी ही रह गई है।शहर केवाटर लेवल नॉर्मल: मेयरपिछले 4 साल से अगर तुलना करें तो इस बार शहर केवाटर लेवल नॉर्मल है। अबतक किसी वार्ड में बोरिंग सूखने की शिकायत नहीं आई है। शहर में वाटर लेवल 55 फीट है, जबकि 2019 में यह 75 फीट था। पिछले साल की तुलना में वाटर लेवल बेहतर है। पानी की खपत बहुत कम हो गई है। बाजार, मॉल, होटल आदि बंद हैं, जिसका भी असर पड़ रहा है। - सीता साहू, मेयर, नगर निगम, पटना Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news 10 थाना क्षेत्र के चिह्नित मार्केट में दुकान खोलने की अनुमति नहीं; आदेश के उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:45:00 GMT डीएम कुमार रवि ने कहा कि शुक्रवार, सोमवार और बुधवार को गृह विभाग द्वारा अनुमति दी जाने वाली दुकान जिले के कंटेनमेंट जोन के निकट के क्षेत्रों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में नहीं खुलेगी। सभी अनुमंडल पदाधिकारी और थानाध्यक्ष को सख्ती से आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।शहरी क्षेत्र के स्लम एरिया में हाउस टू हाउस सर्वे पूरा: डीएम कुमार रवि ने कहा कि शहरी क्षेत्र के स्लम एरिया में हाउस टू हाउस सर्वे का काम पूरा हो गया है। 145 स्लम एरिया में कुल 18702 घरों के 82957 परिवारों का सर्वे किया गया है। इस दौरान दो व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण का लक्षण पाया गया था। दोनों लोगों की जांच करायी गयी, रिपोर्ट निगेटिव आयी है। हाउस टू हाउस सर्वे के दौरान स्लम बस्ती में रहने वाले लोगों के बीच कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर ‘क्या करें एवं क्या नहीं करें’ से संबंधित लीफलेट का वितरण किया गया है।इन जगहों पर नहींखोली जाएंगी दुकानें बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र में हरिहर चेंबर। कोतवाली थाना अंतर्गत चांदनी मार्केट ,मौर्या कंपलेक्स। पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र अंतर्गत गोसाईं टोला रोड मार्केट। शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत राजा बाजार मार्केट। हवाई अड्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत शेखपुरा बाजार ,राजा बाजार, खाजपुरा बाजार ,जगदेव पथ बाजार। श्रीकृष्णापुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्मा सेंटर मार्केट। गर्दनीबाग थाना क्षेत्र अंतर्गत चितकोहरा मार्केट। कदमकुआं थाना क्षेत्र अंतर्गत चूड़ी मार्केट। पीरबहोर थाना क्षेत्र अंतर्गत हथुआ मार्केट, खेतान मार्केट, बाकरगंज मार्केट। परसा बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत कुरथौल बाजार, परसा, इतवार पुर बाजार। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news 10 थाना क्षेत्र के चिह्नित मार्केट में दुकान खोलने की अनुमति नहीं; आदेश के उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:45:00 GMT डीएम कुमार रवि ने कहा कि शुक्रवार, सोमवार और बुधवार को गृह विभाग द्वारा अनुमति दी जाने वाली दुकान जिले के कंटेनमेंट जोन के निकट के क्षेत्रों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में नहीं खुलेगी। सभी अनुमंडल पदाधिकारी और थानाध्यक्ष को सख्ती से आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।शहरी क्षेत्र के स्लम एरिया में हाउस टू हाउस सर्वे पूरा: डीएम कुमार रवि ने कहा कि शहरी क्षेत्र के स्लम एरिया में हाउस टू हाउस सर्वे का काम पूरा हो गया है। 145 स्लम एरिया में कुल 18702 घरों के 82957 परिवारों का सर्वे किया गया है। इस दौरान दो व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण का लक्षण पाया गया था। दोनों लोगों की जांच करायी गयी, रिपोर्ट निगेटिव आयी है। हाउस टू हाउस सर्वे के दौरान स्लम बस्ती में रहने वाले लोगों के बीच कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर ‘क्या करें एवं क्या नहीं करें’ से संबंधित लीफलेट का वितरण किया गया है।इन जगहों पर नहींखोली जाएंगी दुकानें बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र में हरिहर चेंबर। कोतवाली थाना अंतर्गत चांदनी मार्केट ,मौर्या कंपलेक्स। पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र अंतर्गत गोसाईं टोला रोड मार्केट। शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत राजा बाजार मार्केट। हवाई अड्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत शेखपुरा बाजार ,राजा बाजार, खाजपुरा बाजार ,जगदेव पथ बाजार। श्रीकृष्णापुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्मा सेंटर मार्केट। गर्दनीबाग थाना क्षेत्र अंतर्गत चितकोहरा मार्केट। कदमकुआं थाना क्षेत्र अंतर्गत चूड़ी मार्केट। पीरबहोर थाना क्षेत्र अंतर्गत हथुआ मार्केट, खेतान मार्केट, बाकरगंज मार्केट। परसा बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत कुरथौल बाजार, परसा, इतवार पुर बाजार। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news बीएमपी-14 के रिटायर्ड जवान काेराेना पाॅजिटिव, लॉकडाउन में नहीं जा सके घर, बैरक में ही रहते थे By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:49:00 GMT पटना में दूसरे दिन भी काेराेना के पाॅजिटिव मरीज मिले। बिहार सैन्य पुलिस यानी बीएमपी-14 के रिटायर्ड हवलदार (उम्र 60 साल) की रिपाेर्ट गुरुवार की देर शाम पाॅजिटिव आगई। वे झारखंड के गुमला के रहने वाले हैं। वे इसी साल 31 मार्च का रिटायर हुए हैं। लाॅकडाउन की वजह से घर नहीं जा सके। तीन-चार दिनाें से उन्हें सर्दी-खांसी व बुखार था। मंगलवार की शाम काे वे जांच कराने एम्स गए।बुधवार काे उनका सैंपल लिया गया और गुरुवार की रिपाेर्ट पाॅजिटिव आगई। इससे पटना में काेराेना मरीजाें की संख्या 46 से बढ़कर 47 हाे गई। ये पटना के पहले सुरक्षाकर्मी हैं, जाे काेराेना की चपेट में आए हैं। उनका इलाज एम्स में चल रहा है। एम्स सूत्राें के अनुसार, उनकी हालत स्थिर है। अभी एम्स में हवलदार समेत चार पाॅजिटिव मरीजाें का इलाज चल रहा है। तीन अन्य लोग खाजपुरा चेन से जुड़े हैं। बुधवार काे पटना में काेराेना के दाे नए मरीज मिले थे।बैरक में 16 जवान साथ रहते हैं, सभी काे किया गया क्वारेंटाइनरिटायर्ड हवलदार के साथ बैरेक में 9 जवान रहते हैं। सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बीएमपी परिसर पहुंची औरउन 9 जवानाें के साथ उनके संपर्क में आए 16 लोगों काे लेकर पाटलिपुत्र खेल परिसर में क्वारेंटाइन करा दिया। सिविल सर्जन डाॅ. आरके चाैधरी ने बताया कि जिन 16 लोगों काे क्वारेंटाइन किया गया, उनका सैंपल लिया गया है। उसकी जांच कराई जा रही है।चेन का नहीं चला पता, खाजपुरा के बगल में ही बीएमपी परिसरवे पिछले छह माह से घर नहीं गए हैं। यहीं बैरक में रह रहे हैं। 23 और 24 अप्रैल को ये बैरक से बाहर निकले थे। 26 अप्रैल और 27 अप्रैल को इनमें लक्षण दिखा तो 29 अप्रैल को कैंपस में रहने वाले डॉक्टर से दिखाया था। 30 अप्रैल को बुखार होने की सूचना दी थी। हालत में सुधार नहीं होने पर छह मई को पटना एम्स में इनकी कोरोना जांच कराई गई। सात मई को रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह मधुमेह से पीड़ित हैं। बीएमपी परिसर से चंद मीटर की दूरी पर खाजपुरा है। प्रशासन उनके चेन के बारे में पता लगाने में जुटी है। ऐसी आशंका है कि वे सब्जी खरीदने या किसी काम से खाजपुरा गए हाें। उसी परिसर में बीएमपी 5 व 10 भी है। डीएम ने कहा कि पूरे इलाके को सेनेटाइज कराया जाएगा। कटेंनमेंट जोन बनाने का इरादा नहीं है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news सिविक सेंटर की चौपाटी सहित भीड़ वाले बाजार बंद रहेंगे, ज्वेलरी और कपड़ा दुकानें 44 दिन बाद खुलेंगी By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:50:00 GMT ट्विनसिटी में 8 मई से लगभग सारी दुकानें निर्धारित समय के लिए खुलेंगी। इसे लेकर प्रशासनिक स्तर पर गाइड लाइन जारी की गई है। इसके मुताबिक तंग बस्तियों व गलियों में संचालित होने वाली दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं होगी। दुर्ग में फिलहाल ऐसे स्थलों पर दुकान को बंद रखे जाने को लेकर निर्णय नहीं लिया गया है। वहीं भिलाई में जोन 1 नेहरूनगर के वार्ड 5 लक्ष्मी नगर सुपेला में हार्डवेयर लाइन, चूड़ी लाइन, जोन 3 मदर टेरेसा में वार्ड 23 में आने वाले सर्कुलर मार्केट का मसाला दुकान, बूट हाउस, रेडीमेड कपड़े की दुकानें, जोन 5 सेक्टर 6 क्षेत्र के अंतर्गत बीएसपी टाउनशिप क्षेत्र में सिविक सेंटर स्थित चौपाटी शामिल हैं। इन जगहों पर दुकान खोलने की अनुमति नहीं होगी। नई गाइड लाइन के बाद टि्वनसिटि में 44 दिन बाद ज्वेलरी और कपड़ा दुकानें खुलेंगी।दुर्ग में आज लिया जाएगा निर्णय: भिलाई में कुछ बाजार पूर्ण रूप से बंद करने का फैसला लिया है। जबकि दुर्ग शहर में 8 मई को लगभग सभी क्षेत्रों में दुकानें खुलेंगी। भीड़ को ध्यान रखते हुए आगामी दिनों में निर्णय लिया जाएगा।भिलाई के इन मार्केट में नहीं खुलेंगी दुकानें, जानिएभिलाई निगम उपायुक्त अशोक द्विवेदी ने बताया कि शहर में कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सकता, इसलिए इन जगहों पर दुकानें नहीं खोली जा सकेगी। इनमें वार्ड 5 लक्ष्मी नगर सुपेला में हार्डवेयर लाइन, चूड़ी लाइन, वार्ड 23 में सर्कुलर मार्केट के मसाला दुकान, बूट हाउस, रेडीमेड कपड़ा की दुकानें, जोन-5 सेक्टर-6 क्षेत्र के अंतर्गत बीएसपी टाउनशिप क्षेत्र में सिविक सेंटर स्थित चौपाटी शामिल हैं। टाउनशिप में होम डिलीवरी सेवा को लेकर भी तैयारी हो रही है।जिले के ये कंटेनमेंट जोन, जहां सबकुछ प्रतिबंध है...जिले में अब तक कोरोना के 10 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। जहां-जहां पॉजिटिव मरीज मिले, उस इलाके को कंटेनमेंट घोषित किया है। इनमें शांतिनगर कैंप-1, पुरानी बस्ती सुपेला, फरीदनगर, हाउसिंग बोर्ड घासीदास नगर, ईडब्ल्यूएस हाउसिंग बोर्ड, आनंद विहार बोरसी दुर्ग व कुम्हारी में वार्ड 10, 11 है।हफ्ते में 6 दिन सोमवार से शनिवार तक सब्जी और फल की दुकानें खुलेंगीफल, सब्जी की दुकानें, कृषि मंडी सोमवार से शनिवार तक खुलेंगी। सुबह 7 से 4 बजे तक ये दुकानें खुलेंगी। वर्तमान में इन्हें ही अनुमति जारी की गई है।सोमवार से शुक्रवार तक ज्वेलरी शॉप, कपड़ा समेत सभी दुकानों को छूटशहरी क्षेत्र में सभी ट्रेड लाइसेंस और पंजीकृत दुकानों को खोले जाने की अनुमति होगी। इसमें ज्वेलरी शॉप, कपड़ा समेत सभी रजिस्टर्ड दुकानों को खोलने की अनुमति है। सुबह 9 से शाम 4 बजे निर्धारित है।जिले में ये दुकानें रोज खुलेंगी(कंटेनमेंट जोन को छोड़कर) दूध, डेयरी, मिल्क पार्लर सुबह 7 से शाम 7 बजे तक खोले जा सकेंगे। बैंकिंग सेवाएं, इंश्योरेंस कंपनी, एनबीएफसी, गैस एजेंसी, सुबह 9 से शाम 4 बजे के मध्य खोले जा सकेंगे। मेडिकल सेवाएं, चश्मे की दुकानें, पेट्रोल पंप, एटीएम, मीडिया संस्थान, टेलीफोन एवं इंटरनेट, फॉयर ब्रिगेड, गुड्स एवं कैरियर, पेयजल, सफाई, बिजली सेवाएं व अन्य आकस्मिक सेवाएं के लिए कोई टाइम लाइन नहीं है।पूरी तरह इन पर प्रतिबंधहोटल, रेस्तरां नहीं खुलेंगे, लेकिन रेस्तरां रात 9 बजे तक होम डिलीवरी दे सकेंगे। सेलून, स्पॉ, सार्वजनिक परिवहन वाले वाहन टैक्सी, बसें, ई-रिक्शा बंद रहेंगे। शॉपिंग मॉल, सिनेमा घर, चौपाटी व अन्य ऐसी जगह जहां भीड़ जुटती हो बंद रहेंगी। इसमें ठेले, खोमचों में बिकने वाली खाद्य सामग्री चाट-गुपचुप, पकौड़ा, फास्ट फूड की दुकानें शामिल हैं।इन पर अब भी रहेंगे प्रतिबंधपान ठेले व दुकानें खुलेंगे, लेकिन इन जगहों पर सिगरेट, बीड़ी, पान, गुटखा सहित अन्य का उपयोग नहीं किया जाएगा।सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, खेलकूद, धार्मिक सहित अन्य सामूहिक आयोजन प्रतिबंधित हैं।दो पहिया वाहन में केवल एक व्यक्ति, चार पहिया में दो विशेष परिस्थितियों में 3 व्यक्ति को आवाजाही की अनुमति होगी।अंत्येष्ठि, अंतिम संस्कार के लिए अधिकतम 20 व्यक्तियों को शामिल होने की ही अनुमति रहेगी।हर व्यक्ति को मास्क लगाया जाना अनिवार्य है, सार्वजनिक जगहों पर थूकना प्रतिबंधित है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The crowded markets, including Chowpatty of Civic Center, will remain closed, jewelery and textile shops will open after 44 days Full Article
india news लॉकडाउन में गांव में ही काम मिलने से खिले मजदूरों के चेहरे By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:56:00 GMT कोविड-19 से निबटने के लिए लगे देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान गांवों में संचालित मनरेगा कार्यों से ग्रामीण काफी राहत महसूस कर रहे हैं। लॉकडाउन की अवधि में काम पर कहीं बाहर न जा पाने की स्थिति में मनरेगा कार्यों से उन्हें गांव में ही रोजगार मिल रहा है। मनरेगा की मजदूरी से वे इस कठिन दौर में भी अपने आप को सुविधाजनक स्थिति में पा रहे हैं। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति भी मिल रही है। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रखंड के सभी 13 पंचायतों में मनरेगा के तहत इच्छुक व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।जिसे लेकर आधे से अधिक पंचायतों में काम शुरू हो गया ।प्रखंड के भीखपुर पंचायत में पइन सफाई का कार्य चल रहा है। सिंचाई विस्तार, जल संचय और जल संरक्षण के कार्य भी प्राथमिकता से स्वीकृत किए जा रहे हैं। इन सभी कार्यों के दौरान कार्यस्थल पर शारीरिक दूरी और स्वच्छता के मानकों का पालन किया जा रहा है। कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने मजदूर हाथ धुलाई, मुंह-चेहरा ढंकने और मास्क जैसे उपाय भी नियमित अपना रहे हैं।योजनाओं को जल्द परदेश से पहुंच रहे प्रवासियोंकोरोना ने हर जगह दहशत का माहौल बना रखा है। हर कोई कोरोना संक्रमण को लेकर डरे सहमे हुए हैं। लोगों के अंदर कोरोना का डर इस तरह समा चुका है कि अब प्रदेश कमाने गए लोगों का घर वापसी निरंतर जारी है। पीओ प्रमोद कुमार यादव ने निर्देश दिया है कि इन सभी योजनाओं में बाहर से आए श्रमिकों को भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए इनका जॉब कार्ड भी बनाने का निर्देश दिया गया है। प्रखंड के बगौरा पंचायत के मुखिया चुन -चुन शर्मा ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के घर वापसी के बाद पंचायतों में मजदूरों की किल्लत कम हुई है। जिससे मनरेगा और जल जीवन हरियाली जैसी योजनाएं समय से पूरी हो जाएगी। अकसर इन योजनाओं में मजदूरों के अभाव के कारण ही योजनाओं को समय से पूरा नहीं किया जाता था। बाहर से आए मजदूरों को चिन्हित कर उन्हें जॉब कार्ड बनाने का कार्य भी तेजी गति से किया जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Workers' faces blossomed due to lockdown Full Article
india news यूपी से गुठनी पहुंचे मजदूरों को बस से भेजा गया घर By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:56:00 GMT कोरोना संक्रमण के मद्देनजर देश में लागू लॉकडाउन के दौरान देश के विभिन्न शहरों में फंसे बिहार के प्रवासी मजदूरों को केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर अपने घर जाने की अनुमति मिलते ही गुरुवार को गुठनी के बिहार-यूपी की सीमा श्रीकरपुर पुलिस चेकपोस्ट के रास्ते सैकड़ों की संख्या में मजदूरों का आना शुरू हो गया है। आने वाले सभी प्रवासी मजदूरों को बिहार में प्रवेश करते ही स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से आइसोलेशन सेंटर के रूप में चिह्नित आरबीटी विद्यालय में भोजन और नास्ता कराने के बाद मेडिकल जांच के लिए गठित टीम द्वारा थर्मल स्केनिंग कराकर बसों से उनके गृह जिला के लिए रवाना किया जा रहा है। इस सम्पूर्ण प्रक्रिया के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है।इस बीच जहां जहां मजदूरों को ठहरने, अल्पाहार, भोजन और मेडिकल जांच की व्यवस्था की गई है उन सभी क्वारेंटाइन सेंटरों पर बीडीओ धीरज कुमार दुबे, सीओ राकेश कुमार और जिला परिवहन पदाधिकारी के साथ कई आला अधिकारी मौजूद रहे। थानाध्यक्ष मनोरंजन कुमार ने बताया कि चेकपोस्ट से बिना सूचना इंट्री कराए कोई बिहार की सीमा में प्रवेश न करे, इसके लिए पोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मियों को कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। गुठनी प्रखंड बिहार यूपी की सीमा है जिसके वजह से डीटीओ कृष्णमोहन सिंह, एमवीआई अर्चना कुमारी के अलावा स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ सिमा का निरीक्षण करते हुए सभी क्वारेंटाइन सेंटरों का जायजा लेते हुए मॉनिटरिंग करने में लगे हुए हैं।गोरखपुर से पैदल ही पश्चिम बंगाल के लिए निकले मजदूरमैरवा: लाॅकडाउन के बाद रोजगार बंद होने के कारण लगातार मजदूरों का पलायन जारी है। आय के साधन बंद होने के कारण दिहाड़ी मजदूरों का धैर्य टूटने लगा है। वे पैदल ही अपने घरों को पलायन करने लगे हैं। बुधवार की रात मैरवा में पश्चिम बंगाल के मधु कुमार, विपल कुमार, भदल मंडल, खनकु ऋषि, साजन कुमार, झूलन देवी, मनोज कुमार, निरंजन कुमार, पुष्पा देवी, राजकुमार, संजय कुमार, सूदन कुमार, साजन कुमार ,मलिक कुमार, शुकन कुमार आदि लगभग डेढ़ दर्जन मजदूर गोरखपुर से चलकर मैरवा पहुंचे। मजदूरों ने बताया कि वे गोरखपुर में रहकर मजदूरी करते थे। पिछले डेढ़ महीने से काम धंधा बंद है। खाने का पैसा भी समाप्त हो गया है। इस महामारी का प्रकोप कब तक रहेगा यह कोई नहीं जानता है। घर पहुंचना उनके लिए जरूरी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Workers who arrived at Guthni from UP were sent home by bus Full Article
india news स्टेशन पर बनाए गए 4 गेट, ट्रेन में होंगी 24 बोगियां 6-6 डिब्बे के यात्री एक निकास गेट से जाएंगे बाहर By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:56:00 GMT दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को ट्रेन से उतारने व उनकी जांच के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी की जा रही है। ताकि, ट्रेन से लोगों के उतरने के दौरान किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो। जांच के बाद उन्हें आसानी से बस से संबंधित जिले की बसों पर बैठाया जा सके। इसके लिए गुरुवार को एसडीओसंजीव कुमार ने स्टेशन की जानकारी ली और व्यवस्था के बारे में सबंधित अफसर व कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। ट्रेन में 1200 लोगों के आने की संभावना है। इसको लेकर चार दिन से तैयारी चल रही है। मेडिकल टीम समेत अन्य कर्मियों की ड्यूटी भी शुरू हो गई है। ट्रेन आने के चार घंटा पहले सबको अलर्ट कर दिया जाएगा।पहले सीवान स्टेशन पर दो निकास गेट बनाने की चर्चा थी। लेकिन, स्टेशन से जल्द निकाल कर बस में बैठाने के लिए चार निकास गेट बनाने की तैयारी की गई है। इसमें पहला पार्सल के पास, दूसरा मुख्य गेट के पास व तीसरा निकास गेट के पास व चौथा जीआरपी थाने के बगल से शामिल है। एक ट्रेन में 24 बोगी लगने की संभावना है। इसलिए, प्रत्येक गेट से छह बोगी के लोगों को निकालने की तैयारी चल रही है। ट्रेन से उतरने के साथ ही प्लेटफॉर्म पर ही मेडिकल टीम जांच करेगी। इसके लिए प्लेटफॉर्म पर ही सोशल डिस्टेंस से संबंधित गोल घेरा बना दिया गया है। यात्री उतर कर खड़े रहेंगे और मेडिकल टीम उनकी थर्मल स्कैनर से जांच करेगी।क्वारेंटाइन सेंटर में 56 मजदूर व छात्रभगवानपुर महाविद्यालय में बनाए गए प्रखंडस्तरीय क्वारंेटाइन सेंटर का गुरुवार को सीओ युगेश दास ने निरीक्षण किया। उन्होंने अप्रवासी मजदूरों व छात्रों के साथ सेंटर की व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। बताया कि निरीक्षण में मजदूरों व छात्रों ने सेंटर में मिल रहे सुविधाओं को संतोषजनक बताया। उनके साथ स्वास्थ्य प्रबंधक गुलाम रब्बानी भी थे। क्वांरेंटाइन सेंटर में प्रदेश से आए 24 अप्रवासी मजदूर व छात्रों को रखा गया। डॉ. कुसुम खातून ने सभी की जांच की।गोपालगंज, सारण और सीवान के लिए बसें तयस्टेशन के बाहर अभी तीन जिले की बसें खड़ी करने की तैयारी की गई है। हनुमान मंदिर के पास सारण जिले की बस, स्टेशन के मुख्य गेट के सामने गोपालगंज जिले की बस स्टेशन के पश्चिम साइड में सीवान जिले की बस लगेगी। अन्य जिलों के भी यात्री के आने की सूचना पर उस जिले के लिए भी बसें लगाई जाएंगी। स्टेशन के सरकुलेटिंग एरिया में टेंट लगाया जा रहा है। वहीं पर खाने की भी व्यवस्था होगी। ट्रेन से उतरने के साथ ही यात्रियों को पानी का बोतल दिया जाएगा, ताकि वे अपनी प्यास बुझा सके। साथ ही खाने के भी पैकेट दिए जाएंगे। पूछताछ काउंटर भी बनाया जा रहा है। किस जिले के लिए कहां पर बस लगी है, इसकी जानकारी पूछताछ काउंटर से मिलेगी। वहीं स्टेशन पर सुरक्षा के लिए भी तैयारी की जा रही है। ट्रेन से उतरने के बाद कोई यात्री बिना जांच के ही कहीं चले न जाएं, इसके लिए स्टेशन पर जीआरपी व आरपीएफ के जवान तैनात रहेंगे। निरीक्षण के दौरान डीसीआई गणेश यादव, आरपीएफ के इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह, जीआरपी के प्रभारी मो. इमरान आलम आदि मौजूद थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 4 gates built at the station, the train will have 24 bogies, 6-6 compartment passengers will go out from an exit gate Full Article
india news थैलेसीमिया अनुवांशिक तौर पर माता-पिता से बच्चों में होने का खतरा By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:00:00 GMT ‘विश्व थेलेसीमिया दिवस’ प्रत्येक वर्ष 8 मई को मनाया जाता है। इस दिवस के आयोजन का उद्देश्य थेलेसीमिया रोग के प्रति लोगों को जागरूक करना है। थैलेसीमिया बच्चों को माता-पिता से अनुवांशिक तौर पर मिलने वाला रक्त-रोग है। इस बार का थीम है। नए युग के लिए थैलिसिमिया का चित्रण: वैश्विक प्रयासों के जरिए मरीजों को सस्ते एवं आसानी से उपलब्ध होने वाली नोबल थीरेपी’। केयर इंडिया के मातृ स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. प्रमोद ने बताया थैलिसिमिया एक गंभीर रोग है जो वंशानुगत बीमारियों की सूची में शामिल है। इससे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है जो हीमोग्लोबिन के दोनों चेन( अल्फा और बीटा) के कम निर्माण होने के कारण होता है।अभी भारत में लगभग 1 लाख थैलिसीमिया मेजर के मरीज है और प्रत्येक वर्ष लगभग 10000 थैलिसीमिया से ग्रस्त बच्चे का जन्म होता है। अगर केवल बिहार की बात करें तो लगभग 2000 थैलिसीमिया मेजर से ग्रस्त मरीज है, जो नियमित ब्लड ट्रांसफयूजन पर है। जिन्हे ऊचित समय पर ऊचित खून न मिलने एवं ब्लड ट्रांसफयूजन से शरीर में होने वाले आयरन ओवरलोड से परेशानी रहती है और इस बीमारी के निदान के लिए होने वाले बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) के महंगे होने के कारण इसका लाभ नहीं ऊठा पाते हैं। इसलिए खून संबंधित किसी भी तरह की समस्या पति, पत्नी या रिश्तेदार में कहीं हो तो सावधानी के तौर पर शिशु जन्म के पहले थैलिसिमिया की जांच जरुर कराएं।थैलेसीमिया के दाे प्रकार होते हैंथैलासीमिया दो प्रकार का होता है। यदि पैदा होने वाले बच्चे के माता-पिता दोनों के जींस में माइनर थेलेसीमिया होता है, तो बच्चे में मेजर थेलेसीमिया हो सकता है, जो काफी घातक हो सकता है। किन्तु पालकों में से एक ही में माइनर थेलेसीमिया होने पर किसी बच्चे को खतरा नहीं होता। यदि माता-पिता दोनों को माइनर रोग है तब भी बच्चे को यह रोग होने के 25 प्रतिशत संभावना है। अतः यह अत्यावश्यक है कि विवाह से पहले महिला-पुरुष दोनों अपनी जांच करा लें।बार-बार शरीर में खून की कमीइसमें रोगी बच्चे के शरीर में रक्त की भारी कमी होने लगती है। जिसके कारण उसे बार-बार बाहरी खून चढ़ाने की आवश्यकता होती है। सूखता चेहरा, लगातार बीमार रहना, वजन ना ब़ढ़ना और इसी तरह के कई लक्षण बच्चों में थेलेसीमिया रोग होने पर दिखाई देते हैं।पहचान तीन माह की आयु के बाद: इस रोग के होने पर शरीर की हीमोग्लोबिन निर्माण प्रक्रिया में गड़बड़ी हो जाती है जिसके कारण रक्तक्षीणता के लक्षण प्रकट होते हैं। इसकी पहचान तीन माह की आयु के बाद ही होती है। त्वचा और नाखूनों में पीलापन आने लगता है।समय पर जरूर लें दवायह महत्वपूर्ण है कि विवाह से पहले महिला-पुरुष की रक्त की जांच कराएं, गर्भावस्था के दौरान इसकी जांच कराएं , रोगी की हीमोग्लोबिन 11 या 12 बनाए रखने की कोशिश करें, समय पर दवाइयां लें और इलाज पूरा लें।गर्भ में बीमारी की पुष्टि होने पर कराया जा सकता है गर्भपातथैलेसीमिया से पीड़ित महिलाओं को प्रेग्नेंसी के चार महीने के भीतर गर्भस्थ की जांच जरूर करवा लेनी चाहिए। अगर गर्भ के बच्चे को बीमारी की पुष्टि होती है तो गर्भपात करवाया जा सकता है। थैलेसीमिया का इलाज इस बीमारी के प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करता है। पिछले कुछ सालों में थैलेसीमिया के इलाज में काफी सुधार हुआ है। मध्यम और गंभीर थैलेसीमिया से पीड़ित लोग अब लंबी जिंदगी जी रहे हैं। थैलेसीमिया मेजर के रोगियों के इलाज में क्रोनिक ब्लड ट्रांसफ्यूजन थेरेपी, आयरन कीलेशन थेरेपी आदि शामिल हैं। इसमें कुछ ट्रांसफ्यूजन भी शामिल होते हैं, जो मरीज को स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं की अस्थायी रूप से आपूर्ति करने के लिए आवश्यक होते हैं, ताकि उनमें हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य हो सके और रोगी के शरीर के लिए जरूरी ऑक्सीजन पहुंचाने में सक्षम हो। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Thalassemia genetically predisposed from parents to children Full Article
india news कोरोना से बचने के लिए साबुन व सोशल डिस्टेंस जरूरी By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:02:00 GMT शहर के लक्ष्मीपुर मोहल्ले में नगर परिषद के सभापति सिंधु सिंह और पार्षद प्रमिला देवी की देखरेख में गरीब, असहाय, निर्धन लोगों के बीच राशन किट का वितरण किया गया। उन्होंने अपील की है कि कोविड-19 कोरोना वायरस के चलते घरों से बाहर नहीं निकलें। एक-दूसरे से दूरी बनाकर रहें। अपने हाथों को साबुन से बार-बार धोएं। मास्क का प्रयोग करें जिससे आप सुरक्षित रहेंगे। वहीं दूसरी ओर वार्ड नंबर 5 में पूर्व नगर पार्षद और भाजपा जिला मंत्री धनंजय सिंह ने भी राशन का वितरण किया। दो सौ जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाया गया। राशन किट में 5 किलो आटा, चावल, अरहर की दाल, सरसों का तेल, नमक का पैकेट, सब्जी व मसाला शामिल है। मौके पर बंका साह, बलीराम, लालू कुमार सतीश शाह मौजूद रहे।मैरवा में मास्क बांटो... गीत गाकर लोगों को किय गया जागरूकमैरवा। मैरवा के कुम्भार टोली में अपोलो अस्पताल के चिकित्सक डाॅ. सुनील कुमार ने सांसद प्रतिनिधि उमेश सिंह तथा सूबेदार मेजर के साथ सैकड़ों लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करते हुए मास्क तथा साबुन बांटा। डॉ सुनील कुमार ने कोरोना को हराने के लिए घरों से बेवजह नहीं निकलने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने , मास्क का प्रयोग तथा अच्छे से साफ-सफाई और हाथ धोने को जरूरी बताया। वहीं उनके साथ गए गायक कमलकांत ने अपने गीत ‘लाॅकडाउन के सभे पालन करी निकली जन घर से, भारत के बचावे के बा कोरोना के कहर से...’ गीत गाकर लोगों को जागरूक किया। अपील कमी गई कि सोशल डिस्टेंसिंग ही समय की मांग है। इसको लेकर दूसरे को भी प्रेरित करें। इस मौके पर उमेश सिंह, मेजर सूबेदार विनोद कुमार सिंह, निकेत पांडेय समेत मोहल्ले के कई लोग मौजूद थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Soap and social distance are necessary to avoid corona Full Article
india news आंधी और बारिश से उखड़े पेड, सड़कों पर जमा हो गया पानी, खेत-खलिहान में ही रह गया गेहूं By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:04:00 GMT संपूर्ण देश वैश्विक महामारी के संक्रमण से जूझ रहा है ऐसे में मौसम ने भी अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। गुरुवार को सीवान जिले के विभिन्न प्रखण्डों में आंधी-तूफान व गरज के साथ बारिश की वजह से कई जगह पेड़ की डालियां टूट गईं। आंधी और बारिश के कारण किसानों को भी काफी नुकसान हुआ है। खेत में गेहूं की फसल कटी हुई थी जो पूरी तरह से भीग गई। बता दें कि खरीफ के समय भी अधिक बारिश होने के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। लोगों को उम्मीद थी कि रबी से उसकी भरपाई हो जाएगी। जब फसल घर लाने की बारी आई तो बारिश की मार पड़ गई। बेमौसम बरसात ने रबी फसल की बोआई के समय भी परेशानी में डाला था। फसल बर्बाद होने से किसानों की कमर टूट गई है। लोग कर्ज में डूब गए हैं।गेहूं की कटनी और दवनी प्रभावितजिले में आई आंधी व पानी से किसानों के सामने संकट ही संकट आ जा रही है। गुरुवार को एक बार फिर घने काले बादलों को देखकर किसान डर गए। काले बादलों को देख लोग अचंभित हो गए। बतादें कि पानी होने से गेंहू की फसल पहले ही काफी नष्ट हो गई है। जो कुछ भी बचे हुए हैं उसे बचाने के लिए किसान तेज धूप की वाट खोज रहे हैं कि हर दो दिन पर बारिश हो जा रही है। गुरुवार को एक बार फिर तेज हवा आने व बारिश हो जाने से किसानों की गेंहू की होने वाली दौनी का कार्य व कटनी कार्य प्रभावित हो गया। किसान अपने खेतों में पड़ी फसलों को बचाने का लाख प्रयत्न करना पड़ा लेकिन फिर भी फसल नही बच पाई। मौसम विभाग की माने तो इस आंधी से पेंड़ों में लगे फलों को काफी नुकसान हुआ है। लोग अपने फसल देख कर भगवान से अब बचाने की गुहार लगा रहे हैं। इस बार बार आने वाली आंधी पानी से सब्जी की फसलों को भी नुकसान हो रहा है।बारिश के चलते गुल है बत्तीबुधवार को विद्युत विभाग की लपरवाही से आठ घंटे से ज्यादा बिजली सप्लाई नहीं हो सकी। मंगलवार को बारिश के चलते बिजली गुल हुई थी। अगले दिन आठ घंटे से ज्यादा बिजली सप्लाई बंद रह। इस महामारी में घर में समाजिक दूरी बनाकर रहना और बीच में बिजली सप्लाई गायब रहना जन-जीवन को परेशान करनेवाला है। इस महाकाल में लोग हवा की बेचैनी में घर छोडकर इधर-उधर भटकने लगते हैं। रघुनाथपुर प्रखंड के संठी गांव में हवा के लिए मां व बेटी पडोसी के घर के पास छज्जे के नीचे बैठी थी। अचानक छज्जा टूटकर नीचे गिरा। इस घटना में मां-बेटी की मौत हो गई थी। इस माहौल में बिजली नियमित सप्लाई रहती तो ग्रामीणों को आसानी होगी। जेई दर्शन कुमार का कहना है तेज आंधी बारिश के कारण बिजली सप्लाई बाधित रही। ग्रामीण क्षेत्रों के कई इलाकों में बिजली के तार भी टूट गए हैं । इसको लेकर समस्या उत्पन्न हुई है। मरम्मत का कार्य चल रहा है शीघ्र ही ठीक कर विद्युत बाहर कर दिया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The trees were uprooted by the storm and rain, water accumulated on the roads, wheat remained in the field and barn Full Article
india news ऑनलाइन क्लासेस की परंपरा से गढ़ी जा रही है बदलाव की कहानी, बच्चों को मिल रहा फायदा By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:12:00 GMT अब तक ऑनलाइन तकनीक का उपयोग शिक्षण संस्थानों में आवेदन जमा लेने, नामांकन, परीक्षा फॉर्म भरने, रजिस्ट्रेशन, फीस जमा करने आदि में हो रहा है। लेकिन अब लॉकडाउन में विभिन्न स्तरों पर कक्षा संचालन में इस तकनीक का उपयोग बड़े पैमाने पर होना आफत की घड़ी में एक क्रांतिकारी बदलाव व उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। जिले में विभिन्न शिक्षण संस्थान अपनी सुविधा एवं संसाधन के हिसाब से इन तकनीकों का उपयोग कर इस दिशा में अपने को लगातार आगे ले जाने का प्रयास कर रही हैं। जिले में संत मैरी इंग्लिश मीडियम स्कूल, डिवाइन लाइट पब्लिक स्कूल, डीएवी, उषा पब्लिक स्कूल, एटेक्स कंप्यूटर सेंटर सहित कई शिक्षण संस्थानों में ऑन लाइन क्लासेज के माध्यम से शिक्षण की नई तकनीक में एक नई लकीर खींचने की कोशिश की जा रही है।अच्छे लेक्चर का तैयार हो रहा संकलन: जानकारों का मानना है कि इस दौरान अच्छे लेक्चर का एक संकलन भी तैयार हो रहा है। जो सभी कॉलेज के विद्यार्थी के लिए उपलब्ध है। ऐसा माना जा रहा है कि इस तरह के विशेषज्ञों के ऑनलाइन क्लासेज के रिकार्ड अगले शैक्षणिक सत्र के लिए लाभकारी हो सकेगा। इधर सरकारी विद्यालयों में भी दूरदर्शन के माध्यम से कक्षाएं चल रही है, यह बात और है कि विभिन्न प्रकार की कठिनाइयों व असुविधा की वजह से इसका लाभ अधिकांश बच्चों को नहीं मिल रहा है। अब तो बच्चे भी ऑनलाइन पढ़ाई को आत्मसात करने लगे हैं। कई निजी विद्यालय अब ऑनलाइन टेस्ट लेने की भी तैयारी में है।कई शिक्षण संस्थानों में ई-लर्निग के माध्यम से चल रही पढ़ाई: डेढ़ दर्जन शिक्षण संस्थानों में पहली बार ई-लर्निंग के माध्यम से पढ़ाई चल रही है। इसमें गूगल क्लास रूम, यूट्यूब वीडियो, वॉट्सएप ग्रुप, फेसबुक एवं वेबसाइट का उपयोग हो रहा है। कई संस्थान अपने छात्रों को वेबसाइट के साथ-साथ वॉट्सएप ग्रुप एवं फेसबुक के माध्यम से पाठ्यक्रम सामग्री उपलब्ध करा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The story of change is being created by the tradition of online classes, children are getting benefit Full Article
india news अजमेर के राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में फंसे हैं जिले के दस बच्चे बिलख रहे हैं घर आने को, पांच दिन से पेंडिंग पड़ा है आवेदन By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:12:00 GMT विदेश में फंसे भारतीय को लाने के लिए भारत सरकार स्पेशल विमान भेज रही है। यह सराहनीय कदम है। लेकिन देश के कई कोनों में स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को लाने में स्थानीय जिला प्रशासन दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। ताज़ा मामला शेखपुरा के दर्जनों बच्चें राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल राजस्थान के अजमेर में फंसे होने का है। दरअसल, ये बच्चें राष्ट्रीय स्तर के परीक्षा पास कर मिल्ट्री स्कूल में पढ़ाई के लिए दाखिला लिए है लेकिन कोरोना महामारी की वजह से स्कूल के प्राचार्य ने बच्चों को घर वापस ले आने के लिए अभिवावकों को पत्र जारी किया है। स्कूल में पठन-पाठन भी बंद है। लिहाजा बच्चे डरे हुए है और फोन पर अपने मां-बाप से बिलख कर वापस आने के लिए गुहार लगा रहे है।बच्चों को अजमेर से लाने के लिए अभिवावकों ने गाड़ी के पास के लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर दिया है लेकिन जिला प्रशासन की संवेदनहीनता की वजह से अभी तक जिला प्रशासन द्वारा बच्चों को लाने के लिए पास निर्गत नहीं किया है। इस सम्बन्ध में शेखोपुरसराय प्रखंड के अम्बारी गांव के अभिभावक निरंजन कुमार ने बताया कि शेखपुरा जिले के 10 बच्चे अजमेर के राष्ट्रीय मिल्ट्री स्कूल में फंसे हुए है। जिसमें उनका बच्चा भी शामिल है। पास निर्गत करने के लिए पिछले शनिवार को ही ऑनलाइन आवेदन दिया है लेकिन उन्हें अभी तक अनुमति नहीं मिली है। इस वजह से बच्चों को लाने में असुविधा हो रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Ten children of the district are stranded in Ajmer's National Military School, are coming home, have been pending for five days Full Article
india news आज से खुलेंगी इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल व हार्डवेयर की भी दुकानें, सप्ताह में तीन दिन सैलून भी खुल सकेंगे By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:12:00 GMT आज से जिले में इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल और हार्डवेयर की भी दुकानें खुलेंगी। बिहार सरकार की गाइडलाइन के दूसरे दिन डीएम ने आदेश जारी किया है। डीपीआरओ ने बताया कि डीएम के आदेश के आलोक में कोविड-19 के नियंत्रण एवं रोकथाम को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने के दौरान कुछ आवश्यक सेवाओं के संचालन में छूट प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि भीड़ को कम करने एवं जिला को कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए उक्त सामग्री की दुकानों को निर्धारित दिवस में खोलने का आदेश दिया गया है। इस दौरान उक्त सभी प्रतिष्ठान व दुकान के संचालक कार्य अवधि में मास्क, सैनिटाइजर, हैंडवाश आदि का उपयोग भी करने का आदेश दिया गया है। वहीं, कंटेनमेंट जोन में दुकानें नहीं खुल सकेंगी।शॉपिंग माॅल, सिनेमा, जिमखाना, शैक्षणिक संस्थान पर अभी भी रोक डीपीआरपो ने बताया कि मार्केटिंग काॅम्प्लेक्स, शॉपिंग माॅल, सिनेमाघर, जिमखाना, शैक्षणिक संस्थान, पार्क, पर्यटक स्थल आदि पर अभी भी रोक जारी है। उक्त सभी आदेश का अनुपालन एसडीओ को कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करेंगे दुकानदार, प्रत्येक गतिविधियों के दौरान सैनिटाइजर मास्क और हैंडवाश का उपयोग एवं ग्राहकों में सोशल डिस्टेंस का अनुपालन कराना सुनिश्चित कराएंगे। इसके अलावा सभी दुकान के सामने एक 1 मीटर की दूरी पर स्थाई पेंट के द्वारा गोले का निर्माण कराना भी सुनिश्चित करेंगे। वहीं, नियमों के उल्लंघन करने पर संबंधित दुकानदार और व्यक्तियों पर कार्रवाई की जाएगी। निर्माण स्थल पर तीन फीट की दूरी अनिवार्य: जिले में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जिला प्रशासन किसी प्रकार का रिस्क नहीं लेना चाहती है। निर्माण कार्य में लगे अभियंता, संवेदक एवं श्रमिक किसी भी परिस्थिति में जिले के बाहर के नहीं होंगे। सभी स्थानीय होंगे। अभियंता, कर्मी एवं श्रमिक का स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही निर्माण स्थल पर जाने की इजाजत होगी। निर्माण कार्य स्थल पर सभी श्रमिकों के बीच कम से कम तीन मीटर की दूरी बनाकर रखना अनिवार्य होगा। अगर किसी व्यक्ति को सर्दी, जुकाम, सरदर्द, बुखार के लक्षण हों तो उसे कार्य पर नहीं लगाया जाएगा। साथ ही इसकी सूचना निकट के स्वास्थ्य केन्द्र को दिया जाएगा। बाल काटने की दुकानें एवं सैलून के लिए भी शर्तें लागू होंगी।165 लोगों का सैंपल टेस्ट भेजा गया, 154 की रिपोर्ट निगेटिवअब तक 165 लोगों का सैंपल टेस्ट भेजा जा चुका है जिसमें 154 लोगों की रिपोर्ट आ चुकी है। सभी रिपोर्ट निगेटिव हैं। जिला प्रशासन ने सभी प्रखंडों में प्रति प्रखंड 100-100 बेड का क्वारान्टीन सेंटर बनाया गया है। साथ ही जिला मुख्यालय के ब्वाॅयज हॉस्टल में 200, गर्ल्स हॉस्टल में 200, मॉडल स्कूल 300, एससी/एसटी हॉस्टल न्यू 200, संजय गांधी कॉलेज में 200, इस्लामिया विद्यालय 200 एवं आरडी कॉलेज में 200 व्यक्तियों को रहने के लिए क्वारान्टीन सेंटर का निर्माण किया गया है। लॉकडाउन के बाद अन्य प्रदेशों में फंसे लोगों का आना जारी है। सभी की जांच की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Electronic, automobile and hardware shops will also open from today, salons will also be opened three days a week. Full Article
india news उदयपुर से 1174 प्रवासी श्रमिकों को लेकर हाजीपुर पहुंची स्पेशल ट्रेन, 53 बसों से गृह जिलों में भेजे गए By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:21:00 GMT राजस्थान के उदयपुर से 1174 प्रवासी मजदूरों को लेकर रवाना हुई ट्रेन संख्या 09773 श्रमिक स्पेशल ट्रेन निर्धारित समय से करीब पांच घंटे लेट हाजीपुर स्टेशन पर पहुंची। इस ट्रेन को दोपहर 14 बजे पहुंचना था। प्रवासी मजदूरों को जांच व अन्य प्रक्रियाएं पूरी कर बसों के जरिये उनके गृह जिले में भेजने के लिए प्रशासनिक स्तर पर वृहत व्यवस्था की गई थी। प्रशासनिक अफसरों के साथ पुलिस, आरपीएफ, जीआरपी को लंबा इंतजार करना पड़ा। गाड़ी नम्बर 09773 प्रवासी श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिहार के 34 जिलों के 1174 प्रवासी मजदूरों को लेकर आ रही थी।ट्रेन के हाजीपुर पहुंचने का समय गुरुवार को दोपहर 02 बजे बताया गया था। श्रमिकों की जांच व अन्य प्रक्रियाओं के बाद स्पेशल बसों से उनके गृह जिलों तक ले जाने के लिए स्टेशन कैंपस में बसें खड़ी थी। डीएम उदिता सिंह, एसपी गौरव मंगला, डीडीसी विजय प्रकाश मीणा, डीआरडीओ निदेशक, डीटीओ, एसडीओ संदीप शेखर प्रियदर्शी, एसडीपीओ राघव दयाल के अलावा आरपीएफ, जीआरपी के सीनियर अफसर विशेष रूप से मुस्तैद थे। ट्रेन के लेट होने पर सभी सीनियर अफसर लौट गए। हालांकि पुलिस, आरपीएफ, जीआरपी स्टेशन कैंपस व प्लेटफॉर्म पर डेरा डाले रहे।शाम करीब सात बजे बाद श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंची। इससे पहले अफसर मौके पर पहुंच चुके थे। प्लेटफार्म एक पर बाहरी जिला के लोगों के लिए काउंटर लगाया गया था। जबकि दो पर रजिस्ट्रेशन के साथ स्वास्थ्य जांच के 12 काउंटर लगाए गए थे। बताया गया सीएम के निर्देशानुसार अपने किराए से टिकट लेकर पहुंचे श्रमिकों को तत्काल किराए के साथ अतिरिक्त रूप से 500 नकद दिया गया।प्लेटफॉर्म पर कदम रखते ही भावुक हुए प्रवासीश्रमिक स्पेशल ट्रेन के रुकते ही श्रमिकों में बेताबी नजर आई। लॉकडाउन अवधि में सहे गए कष्ट, पीड़ा उनके चेहरे पर झलक रहा था पर प्लेटफॉर्म पर कदम रखते ही मानो वे अपने सारे दु:ख भूल गए। उनके चेहरे खिले नजर आए। हालांकि उन सभी श्रमिकों को अपने गृह प्रखंड में पहुंचना बाकी था। किसी ने ट्रेन से उतरते ही प्लेटफार्म की जमीन को स्पर्श कर सिर से लगाया तो किसी ने जमीन को चूमा। अब भी वे घर से दूर होते हुए भी राहत व खुशी महसूस कर रहे थे। उनके हाव-भाव से ऐसा लग रहा था मानो मौत के मुंह से निकल कर आ रहे हों। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Special train arrived in Hajipur carrying 1174 migrant workers from Udaipur, 53 buses were sent to home districts Full Article
india news फेंके गए युवक के शव मामले में भाई ने पांच पर लगाया आरोप By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:36:00 GMT वार्ड संख्या 23 इसाकपुर में बुधवार को युवक का शव मिलने के मामले को लेकर युवक के बड़े भाई मनोज कुमार सिंह के द्वारा महनार थाना में 5 लोगों के विरुद्ध भाई की हत्या का आरोप लगाते हुए नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। महनार थाना की पुलिस को मनोज कुमार सिंह द्वारा दिए गए आवेदन में कहा गया है कि उनके छोटे भाई सरोज कुमार सिंह की हत्या 09 मई को ब्रजेश कुमार पिता स्वर्गीय सोनेलाल सिंह, रघुवीर पासवान पिता जगलाल पासवान, धर्मेंद्र पासवान पिता सुगन पासवान, विनोद पासवान पिता फौदर पासवान एवं अभिषेक पासवान उर्फ मूसा पासवान पिता स्वर्गीय सुरेंद्र पासवान ने कर दी है।हत्या करने के बाद लाश को बगीचे में फेंक दिया। उन्होंने कहा है कि घटना के संबंध में उन्हें महनार थाना अध्यक्ष से जानकारी मिली। मनोज कुमार सिंह ने पुलिस को दिए गए आवेदन में कहा है कि सभी लोग पहले भी सरोज कुमार सिंह एवं उनके पिता पर कई बार जानलेवा हमला कर चुके हैं। अनेकों बार पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देते रहे हैं। ब्रजेश कुमार ने संपत्ति हड़पने की नियत से उपरोक्त सभी लोगों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news दीक्षा एप से संक्रमण से बचाव की दी जा रही है जानकारी By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:36:00 GMT कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को एप के माध्यम से कई जानकारियां दी जा रही है, ताकि वह संक्रमित व्यक्ति के इलाज के साथ-साथ वह अपने आप को भी इस महामारी से बचाव कर सकें। इस संबंध में जानकारी देते हुए नोडल पदाधिकारी सह जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. एसके रावत ने बताया कि आई गोट दीक्षा एप के माध्यम से स्वास्थ्यकर्मियों को वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया है। जिसे समझ कर स्वास्थ्यकर्मी अपनी सुरक्षा के साथ-साथ पोर्टल के माध्यम से पूछे गए सवालों के सही-सही जवाब देकर अपनी योग्यता का ऑन लाईन प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर सकते है।उन्होंने बताया कि जिले के साथ-साथ सभी प्रखंडों के चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मियों को इस एप के माध्यम से वायरस से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में उनके निर्देश पर जिला के प्रशिक्षित डीपीसी सुचित कुमार गुरूवार को महुआ के अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक, स्वास्थ्य प्रबंधक, चिकित्सा पदाधिकारी, एसटीएस, एसटीएलएस, एएनएम एवं डॉटा ऑपरेटर सहित अठारह कर्मियों को एप पर नामित कर प्रशिक्षण दिया गया। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मी सीधे रोगियों के नजदीक पहुंच रहे है।ऐसे में उन सभी में संक्रमण का खतरा होने की संभावना ज्यादा रहती है। जिससे बचने के लिए यह एप एक सुरक्षा कवच का काम करेंगा। उन्होंने बताया कि यह एप भारत व बिहार सरकार के सहयोग से संचालित की जा रही है। जिसके राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ बीके मिश्रा है। उन्होंने बताया कि इस एप के माध्यम से स्वास्थ्यकर्मियों को जागरूक करने के लिए जिला मूल्यांकन सह अनुश्रवण पदाधिकारी, डीपीसी, केयर इंडिया की टीम महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Information is being given to prevent infection from initiation app Full Article
india news अमेर की कोरोना संक्रमित महिला की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ग्रामीणों में राहत By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:36:23 GMT बिदुपुर प्रखंड क्षेत्र के अमेर पंचायत स्थित वार्ड नंबर-10 की कोरोना संक्रमित की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद प्रशासन की ओर से किलो मीटर एरिया के बफर जोन के बनाए गए बारह सीलिंग प्वाइंट से बैरिकेडिंग हटा लिया गया है। जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। पिछले सप्ताह उक्त कोरोना संक्रमित महिला की जांच रिपोर्टर निगेटिव आने के बाद से प्रशासन ने धीरे-धीरे सीलिंग एरिया के अलावा बफर जोन से बैरिकेडिंग हटाया जा रहा है। साथ ही गांव से पुलिस को हटा लिया गया है। हालांकि, उक्त गांव में लोग अभी भी लॉकडाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करने से परहेज कर रहे है। सीलिंग एरिया में ही युवक बीच सड़क पर क्रिकेट खेल रहे है।चालू हुआ बालू का अवैध धंधासिलिंग एरिया व बफर जोन से बैरिकेडिंग हटने के दिन से नदी घाटों से बालू का अवैध कारोबार शुरू हो गया है। रात के अंधेरे में जहां पुलिस के संरक्षण में ओवरलोडेड बालू के ट्रकों को पास कराया जा रहा है। दिन भर ट्रैक्टर से बालू की ढ़लाई हो रही है। बालू माफिया दिन में ही गोपालपुर घाट पर वर्चस्व को लेकर एक युवक की हत्या के बाद गुटबाजी कर धंधा करने में जुटे हैं।सामान्य दिख रही है हालतमहिला की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद से अमेर पंचायत के अलावा आस-पास के गांवों में कोरोना संक्रमण के आने से पहले जैसे हालात दिख रहे है। हालांकि, शाम के समय पुलिस माइकिंग के माध्यम से लोगों को लॉकडाउन का पालन करने की अपील कर रही है। साथ ही पुलिस सड़क पर बाइक से घूमने वाले की पिटाई करने के बाद चालान काट रही है। लॉकडाउन का हवाला देकर सब्जी विक्रेताओं को खदेड़कर भगाने वाली पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन के कोई भी पदाधिकारी राजकीय उच्च विद्यालय परिसर में बनाए गए इकलौता क्वारेंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासियों का हाल जानने नहीं जातें है।सबलपुर के कोरोना पॉजिटिव युवक का दूसरा सैंपल आया निगेटिवसोनपुर मेंकोरोना पॉजिटिव पाए गए सोनपुर सबलपुर का दूसरा युवक का गुरुवार को दूसरा सैम्पल रिपोर्ट निगेटिव आया है। छपरा आइसोलेशन वार्ड में रखे गए उक्त चर्चित कारोबारी व समाजसेवी युवक के कैंसर पीड़ित पिता के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उक्त युवक का पहली सैम्पल जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने के बाद सोनपुर में खलबली मच गई थी। उक्त युवक के एक सप्ताह के ट्रैवल हिस्ट्री में राहत सामग्री वितरण से लेकर, एक भोज का आयोजन के साथ-साथ मुजफ्फरपुर व हाजीपुर, सबलपुर आदि क्षेत्रों के कई लोगों की मिलने की खबर से प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई थी और आमजन में भी भय व्याप्त हो गया था। लेकिन पांच दिनों के बाद ली गई दूसरी सैम्पल का रिपोर्ट निगेटिव पाया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Relief in villagers after reports of corona-infected woman of America coming negative Full Article
india news लालगंज में दोपहर बाद नाश्ते में भेजे गई सूखी और ऐंठी रोटिया देख भड़के क्वारेंटाइन किए गए प्रवासी By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:38:00 GMT देश के कई राज्यों से आने वाले प्रवासी कामगारों को अग र्धारित सुविधाएं मुहैया नहीं कराए जाने को लेकर बवाल हो रहा है। स्थित क्वारेंटाइन सेंटर पर घटिया खाना व बदतर इंतजाम के लिए आवासित प्रवासियों ने जमकर हंगामा किया। भेजा गया खाना फेंक दिया। हद तो यह है कि केंद्र पर प्रतिनियुक्त किए गए केंद्र प्रभारी व संबंधित कर्मियों के रिपोर्ट करने के बाद भी जिम्मेवार अफसरों के स्तर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। यहां तक जिलास्तर के जिम्मेवार अफसर भी रटा-रटाया जवाब देकर पल्ला झाड़ ले रहे हैं।सेंटरों पर घटिया खाना की शिकायत के सवाल पर जिला प्रशासन के हवाले से जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने कहा कि निर्धारित डायट चार्ट-मेनू के अनुसार क्वारेंटाइन लोगों को वसायुक्त भोजन नहीं देना है। दोनों टाइम सादा भोजन ही दिया जाना है। क्वारेंटाइन किए गए लोगों का कहना है कि वे लोग कहां मांस-मछली, अंडा व तला हुआ पकवान मांग रहे हैं। सादा भोजन का यह मतलब तो नहीं कि भोजन के समय बाद नाश्ता दिया जाए। नाश्ता में सूखी व एंठी रोटिया, खट्टा दाल व सब्जी तो नहीं देना है?लालगंज में दोपहर बाद नाश्ते में आई सूखी रोटियांनाश्ता के इंतजार में बारह बज जाने के बाद प्रवासी भूख से बिलबिला कर थाली पिटने लगे। इसी बीच जब नाश्ता आया तो उसे देख इनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और गुस्से में आग बबूला हुए प्रवासियों ने नाश्ता को फेंक दिया और जमकर नारेबाजी करने लगे। मामला प्रखंड क्षेत्र के वैशाली बीएड कॉलेज और भगवान शंकर उच्च विद्यालय सह क्वारेंटाइन सेंटर का है, जहां ठहरे प्रवासी सुबह से नाश्ता का इंतजार कर रहे थे। इंतजार करते-करते दोपहर के बारह बज गए। तपती धूप में भूख से तड़पते इन प्रवासियों का गुस्सा भड़कता जा रहा था। वहीं, दोपहर के बाद आए नाश्ता की गुणवत्ता देख सभी भड़क उठे और उसे उठाकर फेंक दिया। इनका आरोप है कि समय से नाश्ता-खाना नहीं मिलता और जो खाना मिलता है, वह खाने लायक नहीं रहता। इतना हीं नहीं पानी भी चार दिन पहले टंकी में भरा गया, उसे ही पीने को मजबूर हैं।सेंटर पर तैनात कर्मचारी ने भी आरोपों पर लगाई मोहरइस संबंध में वैशाली बीएड कॉलेज सह क्वारेंटाइन सेंटर पर तैनात शिक्षक सुभाष चंद्र ने भी इनके आरोपों को सही ठहराते हुए कहा कि इस संबंध में अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई मगर कोई सुधार नहीं हो रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Quarantine expatriates furious after seeing dry and gnarled rotis sent for breakfast in Lalganj in the afternoon Full Article
india news बेलसर के गायब किसान के मोबाइल पर अंजान नंबर से फ़ोन आने पर आत्महत्या में आया नया मोड़ By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:46:00 GMT पटेढ़ी बेलसर ओपी क्षेत्र के करनेजी में एक किसान का गायब होना व वैशाली प्रखण्ड के सिमरा बांध पर मोटरसाइकिल मिलने की खबर में नया मोड़ आ गया है।पूरे क्षेत्र में किसान के द्वारा आत्महत्या की कहानी को पुलिस अब हर पहलू पर जांच शुरू कर दी है। विगत एक मई को गायब होने और दो मई को मोटरसाइकिल सिमरा बांध पर मिलने के बाद एसडीआरएफ द्वारा नदी में खोजने की सिलसिला चल रहा था। गायब गोरौल थाना क्षेत्र के पिरापुर मथुरा गांव निवासी सोने लाल भगत के परिजन ने बताया कि इसी बीच उनके मोबाइल पर अलग अलग नंबर से काल आने पर किसी अनहोनी की शक हो रही है।जिसको ले बेलसर ओपी में किसान सोने लाल भगत के पुत्र आदित्य राज उर्फ भोला ने आवेदन दिया था।जिसमे बताया है कि पिछले बीस वर्षों से उसके पिता सोने लाल भगत पटेढ़ी बेलसर ओपी क्षेत्र के करनेजी गांव स्तिथ मध्य विद्यालय के पास लीज पर जमीन पर खेती करते थे। गायब किसान वैशाली लोकसभा के सांसद प्रतिनिधि राम इकबाल कुशवाहा के चचेरे भाई है। जिन्होंने बताया कि पिछले कई दिनों से एसडीआरएफ के टीम द्वारा नदी में खोजबीन जारी है।इसी बीच उनके गायब भाई के मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आने पर अन्य शंका को बढ़ा दिया है। इस मामले में ओपी अध्यक्ष सन्तोष कुमार सिंह ने कहा कि मामले की हर पहलू से छानबीन की जा रही है। कॉल आये नंबर को खंगाला जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today A new twist in suicide on a call from an unknown number on Belsar's missing farmer mobile Full Article
india news महुआ में बेवजह घर से निकलने वाले बाइक चालकों का काटा गया चालान By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:48:00 GMT कोरोनो महामारी के कारण लागू लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के उद्देश्य से गुरुवार को महुआ में पुलिस ने सघन वाहन जांच अभियान चलाया। पुलिस की इस कार्रवाई से बाइक चालकों में हड़कंप मचा रहा। जानकारी के अनुसार महुआ थानाध्यक्ष कृष्णा नंद झा के नेतृत्व में एसआई अर्चना कुमारी ने थाना के निकट सघन वाहन जांच अभियान चलाया। इस दौरान बिना कागजात एवं हेलमेट वाले बाइक चालकों को पकड़कर चालान काटा गया।पुलिस की इस कार्रवाई से बाइक चालकों में हड़कंप मचा रहा। इस संबंध में थानाध्यक्ष कृष्ण नंद झा ने बताया कि लॉकडाउन में बेवजह घर से बाहर निकलकर सड़क पर घूमने वालों बाइक चालकों को किसी भी हालत में नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि हर दिन कुछ लोग बेवजह घर से निकल रहे हैं, जिसके कारण संक्रमण फैलाने की संभावना रहती है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Invoices of bike drivers who were unnecessarily leaving the house in Mahua Full Article
india news महुआ में बाइक से ठोकर लगने से वृद्ध की हुई मौत By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:48:00 GMT महुआ देसरी सड़क मार्ग के मिर्जानगर हाई स्कूल के पास दूध देकर जा रहे एक वृद्ध की बाइक से ठोकर लगने के मौत हो गई। मौत के बाद नाराज लोगों ने सड़क को जाम कर दिया। वहीं बाइक चालक भी दुर्घटना के बाद बेहोश हो गया।मिली जानकारी के अनुसार मिर्जानगर गांव निवासी धनेश्वर सिंह मिर्जानगर के दूध सेंटर पर दूध देते थे। गुरुवार की शाम मिर्जानगर स्थित दूध सेंटर से दूध देकर अपने घर पैदल ही लौट रहे थे। इसी दौरान देसरी जा रहे एक तेज गति की बाइक ने उन्हें मिर्जानगर हाई स्कूल के पास जोरदार टक्कर मार दी। जिसके कारण धनेश्वर सिंह घायल हो गए। जिन्हें स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए डोगरा के एक निजी नर्सिंग होम में ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं, टक्कर मारने के बाद बाइक सवार एक युवक सड़क पर गिरकर कर बेहोश हो गया।जिसे स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। मौत से नाराज लोगों ने महुआ देसरी सड़क मार्ग को जाम कर दिया। बाद में लोगों ने इसकी सूचना महुआ पुलिस को दी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news राघोपुर क्वारेंटाइन सेंटर पर प्रवासियों को दिया जा रहा है घटिया भोजन By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:49:00 GMT राघोपुर प्रखंड क्षेत्र में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में बने क्वारेंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासियों ने गुरुवार को घटिया भोजन मिलने पर नाराजगी जाहिर की। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश से आए 36 प्रवासी मजदूरों को राघोपुर स्थित कस्तूरबा विद्यालय के क्वारेंटाइन सेंटर पर रखा गया है। जहां बुधवार की रात प्रवासी मजदूरों को खाना में अधपका चावल की खिचड़ी एवं चोखा दिया गया, जिसके बाद सभी प्रवासी मजदूरों ने नाराजगी जताते हुए स्थानीय प्रशासन पर घटिया भोजन देने का आरोप लगाया।इस दौरान बनारस से आए मजदूर विजय कुमार, गुड्डू कुमार, अखिलेश कुमार आदि ने बताया कि क्वारेंटाइन सेंटर पर घटिया भोजन देने की शिकायत राघोपुर पूर्वी के मुखिया प्रतिनधि लड्डू साह से की है। क्वारेंटाइन सेंटर पर रहने वाले प्रवासी मजदूरों ने आरोप लगाया कि गुरुवार को भी उनलोगों को भोजन नहीं दिया गया है। सभी बारिश के पानी में भींग रहे है। प्रवासियों ने बताया कि जब खाना देने के बारे में क्वारेंटाइन सेंटर पर प्रतिनियुक्त कर्मी से पूछा तो उसने धमकी भरे लहजे में कहा कि किसी को भी खाना नहीं मिलेगा। क्वारेंटाइन सेंटर पर रहने वाले प्रवासियों ने बताया कि जब खाना ही सही तरीके से नही मिलेगा तो उनलोगों की बीमारी से कैसे बचाया जा सकता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Rough food is being given to the migrants at Raghopur Quarantine Center Full Article
india news गोरौल में प्रवासियों को राष्ट्रगान के साथ कराया जा रहा योग By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:52:00 GMT वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर दूसरे प्रदेशों से आने वाले प्रवासियों के आवासन के लिए प्रखंड के हाईस्कूल गोरौल में बने क्वारेंटाइन सेंटर में प्रवासी राष्ट्रगान गाते हैं। यहां कई राज्यों के 47 प्रवासी रह रहे हैं। भारत-स्काउट गाइड द्वारा प्रवासियों से योग भी कराया जाता है। प्रवासियों के मनोदशा बदलने एवं स्वच्छ मन के लिए उक्त गतिविधियों के अतिरिक्त सेंटर को सजाकर एक अलग लुक दिया गया है। इस सेंटर में यूपी, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, असम, एमपी, दिल्ली से आए प्रवासी रह रहे हैं।जानकारी अनुसार प्रखंड क्षेत्र में अन्य 3 विद्यालय प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय गोरौल, कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय कटरमाला एवं मध्य विद्यालय भीखनपुरा उर्दू को क्वारेंटाइन सेंटर के रूप में चयन किया गया है। स्काउट गाइड शिक्षक नरेंद्र सिंह द्वारा प्रवासियों से योग कराया जाता है। बीडीओ प्रेमराज ने बीआरपी सह स्काउट-गाइड के प्रखंड प्रभारी धर्मेंद्र कुमार को सेंटरों पर हॉस्पिटैलिटी और सोशल डिस्टेंसिंग कोषांग का नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया है। सेंटर के नोडल पदाधिकारी बीसीओ अमरजीत कुमार बनाए गए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today In Goraul, migrants are being done with national anthem Full Article
india news मुंबई से मुजफ्फरपुर स्टेशन पर पहुंचते ही प्रवासियों ने धरती को चूमा, लोगों की आंखें हुईं नम By Published On :: Fri, 08 May 2020 03:35:26 GMT नागपुर से आए प्रवासी श्रमिकों ने गुरुवार काे ट्रेन से उतरने के बाद जंक्शन पर ही अपनी मातृभूमि को साष्टांग प्रणाम कर इसकी मिट्टी का तिलक लगाया। स्पेशल ट्रेन से उतरने पर इनकी स्क्रीनिंग की गई। उसके बाद इन्हें क्वारेंटाइन हाेने के लिए बस से संबंधित जगहाें पर भेजा जाना था। लेकिन, बस में जाने से पहले इन श्रमिकों ने जब अपनी धरती काे साष्टांग प्रणाम किया ताे अधिकारी औरसुरक्षाकर्मियाें समेत वहां उपस्थित लाेगाें की आंखें भर आईं। इन श्रमिकाें ने कहा कि अपने घरऔर गांव-जवार इलाके में आने के बाद ऐसा लग रहा है जैसे सब कुछ मिल गया। लाॅकडाउन के बाद ताे सबसे ज्यादा इसी की इच्छा थी। लेकिन, ऊपरवाले, सरकार औरमीडिया के शुक्रगुजार हैं कि अपने परिजन और समाज के लोगों से मुलाकात होगी।24 ट्रेनों से पहुंचे 28467 प्रवासी, 20 ट्रेनों से आज आएंगे 20 हजारलॉकडाउन के दौरान बाहर फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों का बिहार आने का सिलसिला तेज हो गया है। गुरुवार को आईपीआरडी सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि 7 राज्यों से 20 ट्रेनों के जरिए 20629 प्रवासी श्रमिक व अन्य लोग बिहार पहुंचेंगे। वहीं गुरुवार को 24 ट्रेनों से 28467 लोग वापस लौटे। शुक्रवार को आंध्र से सहरसा, बरौनी और दरभंगा में 1200-1200 यात्री, हरियाणा से मुजफ्फरपुर और कटिहार में क्रमशः 1210 और 1200 यात्री, गुजरात से पूर्णिया में 1240, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और भोजपुर में क्रमशः 1200-1200 यात्री, महाराष्ट्र से मोतिहारी में 1200, राजस्थान से भोजपुर व सहरसा में क्रमशः 1246 व 1333 यात्री आएंगे।कर्नाटक भी राजी, आज से खुलेंगी ट्रेनेंरीयल स्टेट और निर्माण क्षेत्र के दिग्गजों संग बैठक के बाद प्रवासी मजदूरों की घर वापसी से इनकार करने वाले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस यदुरप्पा अब उन्हें भेजने को राजी हो गए है। उम्मीद है कि शुक्रवार को वहां से बिहार, यूपी और झारखंड के लिए ट्रेनें खुलेंगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बस में रवाना होने से पहले श्रमिकों ने जब अपनी धरती काे साष्टांग प्रणाम किया ताे अधिकारी व सुरक्षाकर्मियाें की आंखें भर आईं। Full Article
india news तीन दिन में बिहार का रिकवरी रेट 20 फीसदी बढ़ा, अब 45 प्रतिशत की रफ्तार से ठीक हो रहे मरीज By Published On :: Fri, 08 May 2020 07:50:54 GMT बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने की रफ्तार अब 45 फीसदी हो गई है। तीन दिन पहले यह 25 प्रतिशत था। पिछले 72 घंटे में कोरोना के 112 मरीज ठीक होकर घर लौटे हैं। अब तक कुल 246 मरीज स्वस्थ हुए हैं। कैमूर, बक्सर, रोहतास, मुंगेर और गोपालगंज में तेजी से मरीज रिकवर हो रहे हैं।चार दिनों से संक्रमण की रफ्तार कमबिहार में पिछले चार दिनों में मरीजों के संक्रमित होने की रफ्तार भी कम हुई है। चार मई को छः केस, 5 मई को सात, 6 मई को छः और सात मई को आठ नए मरीज मिले हैं। यह पिछले दो हफ्ते में सबसे कम है। यह बिहार के लिए अच्छी खबर है।मरीजों की डबलिंग रेट में भी आई कमीबिहार में कोरोना के मरीजों को दोगुनी रफ्तार में भी कमी आई है। राज्य में पहले सात दिनों में कोरोना के मरीज दोगुने हो रहे थे। उसके बाद यह रफ्तार तेज हुई और चार दिनों में ही केस डबल होने लगे। 26 अप्रैल से 5 मई तक के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अब 9 दिन में केस डबल हो रहे हैं।कोरोना से प्रभावित टॉप 10 जिले जिला केस ठीक हुए मौत मुंगेर 102 38 1 बक्सर 56 26 रोहतास 54 22 1 पटना 47 20 नालंदा 36 35 सीवान 32 25 कैमूर 32 16 मधुबनी 24 0 गोपालगंज 18 17 भोजपुर 18 10 Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today गुरुवार को नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से भी दो लोगों को छुट्टी मिली। Full Article
india news पटना में 47 दिन बाद खुली इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल और हार्डवेयर की दुकानें, कोरोना संक्रमण के चलते लोगों में उत्साह कम By Published On :: Fri, 08 May 2020 09:22:59 GMT राजधानी पटना में 47 दिनों बाद इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल और हार्डवेयर समेत कई दुकानें शुक्रवार को खुल गई। कोरोना संक्रमण के चलते लोगों में उत्साह थोड़ा कम है और सिर्फ जरूरत का सामान खरीदने के लिए ही लोग बाजार में निकले हैं। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू और 25 मार्च को लॉकडाउन के आदेश के बाद से ही पटना में सभी दुकानें बंद थी। सिर्फ आवश्यक सामग्री जैसे राशन, दूध, दवा की दुकानों को खुला रखने की इजाजत थी।सर्विस सेंटर खुलते ही कई लोग अपनी गाड़ी की सर्विसिंग कराने पहुंचे।डीएम के आदेश के बाद इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, पंखा, कूलर, एसी, मोबाइल, कंप्यूटर, यूपीएस, बैट्री की दुकानें और सर्विस सेंटर शुरू हो गए हैं। अभी सप्ताह में तीन दिन(सोमवार, बुधवार और शुक्रवार) ही दुकान खोलने की इजाजत है।प्रशासन इस पर नजर बनाए हुए है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का कितना पालन कर रहे हैं। समीक्षा के बाद ही मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को दुकान खोलने की अनुमति मिलेगी।दुकानों को खोलने के लिए प्रशासन की तरफ से जारी किए गए गाइडलाइन- सुबह 6 से शाम 6 बजे तक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक, निर्माण सामग्री, हाई सिक्यूरिटी, प्रदूषण जांच केंद्र, ऑटोमोबाइल, स्पेयर पार्ट्स से जुड़े दुकान और रिपेयरिंग सेंटर खुलेंगे दुकानदार और सेल्समेन के साथ ग्राहक को मास्क पहनना अनिवार्य है। दुकान के आगे 2 गज की दूरी पर गोला का निर्माण करना है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर दुकान बंद कराई जाएगी। गैराज और वर्कशॉप हर दिन खुलेगा। 33 प्रतिशत उपस्थिति के साथ निजी कार्यालय को खोलने की इजाजत है। ये भी सुबह 6 से शाम 6 बजे तक खुलेंगे। यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करना और मास्क पहनना अनिवार्य है। कंटेनमेंट जोन के आस-पास और भीड़-भाड़ इलाके के साथ मॉल, मार्केट कंपलेक्स में दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं है। आवश्यक सामग्री की दुकानें हर दिन खुलेगी। इसका भी समय सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक ही होगा। बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का कार्य कराने के लिए अनुमति पास लेना अनिवार्य है। स्थल निरीक्षण कर अनुमंडल पदाधिकारी कार्य शुरू करने का पास जारी करेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today राजधानी पटना के एसपी वर्मा रोड स्थित कंप्यूटर मार्केट खोला गया। Full Article
india news दवा दुकान में शॉर्ट सर्किट से लगी भीषण आग, पांच लाख का सामान जलकर राख By Published On :: Fri, 08 May 2020 09:34:00 GMT राजधानी पटना के एक दवा दुकान में गुरुवार देर रात भीषण आग लगने से पांच लाख का सामान जलकर राख हो गया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना मालसलामी थाना क्षेत्र श्रीराम मेडिकल हॉल की है।घटना के संबंध में बताया जा रहा है शॉर्ट सर्किट की वजह के दुकान में आग लगी है। दुकानदार ने बताया कि वह रात में दुकान बंद करके घर गया था। देर रात फोन पर सूचना मिली की दुकान में आग लग गई है। मौके पर पहुंचे तो देखा कि दुकान में रखी सारी दवाई और अन्य सामान जल गए। इस घटना में लगभग पांच लाख रुपए का नुकसान हुआ है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। Full Article
india news नीट और जेईई मेन्स की नई तारीखें जारी, अब लॉकडाउन को अवसर में बदलने का समय By Published On :: Fri, 08 May 2020 09:58:00 GMT लॉकडाउन के कारण परीक्षाएं स्थगित होने से स्टूडेंट्स के बीच अनिश्चितता का माहौल बन गया था। परीक्षा की तैयारी भी धीमी हो गई थी। इसी बीच मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ द्वारा जेईई मेन्स और नीट परीक्षा की तारीख की घोषणा के बाद अनिश्चितता के बादल तो छंट गए पर विद्यार्थियों के सामने एक नया प्रश्न खड़ा हो गया है। वह यह कि बचे हुए समय में परीक्षा की अच्छे ढंग से तैयारी कैसे की जाए।विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए जेईई मेन्स की परीक्षा 18 से 23 जुलाई तक चलेगी वहीं मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए होने वाली नीट परीक्षा 26 जुलाई को होगी। यानी अभी स्टूडेंट्स के पास 2 माह से अधिक का समय बचा हुआ है। सबसे पहले तो इसे सकारात्मक तरीके से लेना चाहिए। भले ही लॉकडाउन के चलते कुछ विलम्ब हुआ, लेकिन स्टूडेंट्स को परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन के लिए एक अवसर और मिला है। ऐसा अवसर जिसमे न तो स्कूल-कॉलेज जाने की बाध्यता है और न ही शाम को कोचिंग क्लासेज के लिए समय निकालना है। सेल्फ-स्टडी और रिवीजन के लिए पर्याप्त समय है।अब पूरे सिलेबस का अगले 12-15 दिनों में अच्छे से रिवीजन कर लें। इसके बाद गंभीरता से एक ऑनलाइन मॉक-टेस्ट दें। इस मॉक-टेस्ट के रिजल्ट से आपको अपनी कमजोरियों और ताकत के बारे में पता चलेगा। मॉक टेस्ट देने के बाद ऐसे सभी टॉपिक्स की एक लिस्ट तैयार कर लें, जिनसे जुड़े सवालों के जवाब देने में आप कॉन्फिडेंट नहीं थे। अगले एक महीने तक इन टॉपिक्स को काफी डिटेल में पढ़ने का प्रयास करें। अच्छी किताबें पढ़ें, अच्छे नोट्स का सहारा लें, यूट्यूब पर कुछ वीडियो भी देख सकते हैं। लॉकडाउन में अगर मन नहीं लग रहा हो तब आप दोस्तों केे साथ थोड़े समय के लिए फोन या वीडियो कॉल के जरिए परीक्षा से जुड़े विषय पर चर्चा भी कर सकते हैं। इससे रिवीजन भी हो जाएगा और मन भी लगा रहेगा।अब बचे हुए एक महीने में 15 दिन का एक रुटीन बनाएं। इस दौरान फिर से पूरे सिलेबस का अच्छे से रिवीजन करें। इन दो सप्ताह में कम से कम 5 मॉक टेस्ट दें। इसी दरम्यान आप महत्वपूर्ण फॉर्मूले और कॉन्सेप्ट्स का एक छोटा सा नोट्स भी बनाते रहें। जिसका रिवीजन प्रतिदिन किया जा सके। आखिरी 15 दिन आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होंगे। इस समय एकदम तनाव मुक्त रहें। आपने जो छोटा सा नोट्स बनाया है उसके रिवीजन पर ज्यादा ध्यान दें और इस बीच हर दूसरे दिन एक मॉक-टेस्ट जरूर दें। परीक्षा के दो-तीन दिन पहले मॉक-टेस्ट देना बंद कर दें। शांत मन से पूरे कॉन्फिडेंस के साथ एग्जामिनेशन-सेंटर पर जाएं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today New dates of NEET and JEE Mains released, now time to turn lockdown into opportunity Full Article
india news यूपीएससी के फ्रेशर्स को ऑनलाइन राह दिखा रहे बिहार के आईएएस ऑफिसर सोमेश कुमार By Published On :: Fri, 08 May 2020 11:15:52 GMT (गिरिजेश कुमार) बिहार के सारण के रहनेवाले आईएएस ऑफिसर सोमेश कुमार उपाध्याय यूपीएससी के फ्रेशर्स को ऑनलाइन राह दिखा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने http://ias34.com/ नाम से ब्लॉग बनाया है जहां यूपीएससी की तैयारी के संबंध में वे गाइडेंस देते हैं। नोट्स, इंटरव्यू के टिप्स और किताबों की लिस्ट के बारे में भी यहां अपडेट मौजूद है।सोमेश ने बताया कि यूपीएससी की तैयारी के लिए एक अभ्यर्थी की जो भी जरूरतें हैं वो सारा मैटेरियल यहां एक प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने टेलीग्राम पर चैनल(@UPSCsomesh) भी बनाया है जहां वे अभ्यर्थियों के सवालों का जवाब देते हैं। सिविल सर्विस एक्जाम 2019 के अभ्यर्थियों को इंटरव्यू की तैयारी के बारे में भी वे बता रहे हैं।यह चैनल 2 दिन पहले ही शुरू किया गया है और एक दिन में करीब 1500 अभ्यर्थी इससे जुड़ चुके हैं। ये सारी चीजें अभ्यर्थियों के लिए मुफ्त हैं। सोमेश अपने ऑफिस के बाद बचे हुए समय का इस्तेमाल अभ्यर्थियों को गाइड करने में करते हैं। सोमेश सारण जिले के मढ़ौरा थाना के आवारी गांव के रहनेवाले हैं। सिविल सर्विस परीक्षा 2016 में उन्होंने देशभर में 34 वां रैंक हासिल किया था। फिलहाल वे उड़ीसा में स्वास्थ्य विभाग में ओएसडी के तौर पर कार्यरत हैं।लॉकडाउन में 10 गुणा बढ़ा ट्रैफिकलॉकडाउन में जहां सारी चीजें बंद हैं वहीं अभ्यर्थी ऑनलाइन पढ़ाई पर शिफ्ट कर रहे हैं। सोमेश ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान ब्लॉग पर 10 गुणा ज्यादा ट्रैफिक बढ़ गया है। इसलिए समय निकालकर सबसे पहले ब्लॉग अपडेट करते हैं। हाल ही में यूपीएससी ने जब सिविल सर्विस परीक्षा 2020 के प्रिलिम्स को स्थगित किया तो तत्काल उन्होंने ब्लॉग पर अपडेट कर बताया कि अब आगे की रणनीति क्या होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा स्थगित हुई है प्रतियोगिता नहीं, इसलिए अभ्यर्थियों को तैयारी जारी रखनी चाहिए। पहले ब्लॉग पर 100 -150 लोग रोज आते थे अब 1000 -1500 अभ्यर्थी रोज आ रहे हैं।जो खुद फेस किया, नहीं चाहते कोई और करेसोमेश ने बताया कि अभ्यर्थियों को गाइड करने का एक ही मकसद है कि जो खुद फेस किया वह दूसरे न करें। गाइडेंस मिलना आसान नहीं है। हमने इन चीजों को खुद की तैयारी में फेस किया है। गूगल, यूट्यूब से नोट्स ढूंढ़े, मुश्किलें आईं, लेकिन लक्ष्य पर टिके रहे। अब कोई इस स्थिति से न गुजरे यही प्रयास है। इसके अलावा यह भी उद्देश्य है कि जो आर्थिक रूप से कमजोर छात्र हैं, कोचिंग नहीं कर पा रहे हैं या जो कोचिंग कर भी रहे हैं, लेकिन भीड़ में वे पीछे रह जा रहे हैं, सवाल नहीं कर पा रहे, उन्हें हेल्प करना। इस ब्लॉग पर अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यमों के छात्रों के लिए तैयारी के टिप्स मौजूद हैं। हिंदी मीडियम से जिन्होंने सिविल सर्विस परीक्षा पास की है वे खुद किताबों और नोट्स के बारे में बताते हैं।ट्यूशन पढ़ाकर हासिल किया था 34वां रैंक सोमेश ने ट्यूशन पढ़ाकर सिविल सर्विस परीक्षा 2016 में देश में 34वां स्थान हासिल किया था। टाटा रिसर्च इंस्टीट्यूट से एमएससी करने के बाद 2014 में यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। अगले ही साल 31 मई 2015 को पिता उपेंद्र उपाध्याय का निधन हो गया। उसके बाद सोमेश काफी टूट गए फिर चाचा ने हौसला बढ़ाया। सोमेश का परिवार शुरू से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। पिता के निधन के बाद सोमेश और उनकी दो छोटी बहनों ने ट्यूशन पढ़ाकर घर चलाया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सोमेश कुमार उपाध्याय उड़ीसा में स्वास्थ्य विभाग में ओएसडी के तौर पर कार्यरत हैं। Full Article
india news पूर्व पैक्स अध्यक्ष और उनके भांजे को बदमाशों ने गोली मारी, भांजे की मौके पर ही मौत By Published On :: Fri, 08 May 2020 11:25:29 GMT सुपौल जिले के बीरपुर थाना क्षेत्र के बनेलीपट्टी गांव के निकट अपराधियों ने पूर्व पैक्स अध्यक्ष के भांजेकी गोली मारकर हत्या कर दी। गोलीबारी में पैक्स अध्यक्ष भी घायल हो गए। पूर्व पैक्स अध्यक्ष गणेश यादव गुरुवार देर रात अपने भांजा प्रदीप यादव के साथ बाइक से घर लौट रहे थे तभी पहले से घात लगाए अपराधियों ने दोनों को गोली मार दी। घटना में प्रदीप की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गणेश यादव गंभीर रूप से घायल हो गए।गणेश को बेहतर इलाज के लिए दरभंगा भेजा गया है। घटना के कारण का पता नहीं चल सका है। प्रदीप का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अपराधी गांव के बाहर पहले से घात लगाकर बैठे थे। (फाइल फोटो) Full Article
india news डीएम ने 150 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को बांटे फेस सील, ड्यूटी के दौरान लगाने का निर्देश By Published On :: Fri, 08 May 2020 12:01:00 GMT जिलाधिकारी कुमार रवि और एसपी उपेंद्र शर्मा ने 150 ट्रैफिक पुलिस को फेस सील दिया और ड्यूटी के दौरान इसे लगाने को कहा है। कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को फेस सील बांटा गया है।डीएम का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस सड़क पर लोगों के बीच अपना काम कर रहे हैं। यहां संक्रमण के खतरे की सबसे ज्यादा संभावना रहती है। इसी को लेकर संक्रमण से बचाव के लिए विशेष प्रकार का फेस सील उपलब्ध कराया गया है। बता दें कि आईटीआई द्वारा 50 और जिला प्रशासन द्वारा 100 फेस सील तैयार किया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को फेस सील देते पटना के डीएम कुमार रवि। Full Article
india news 11 मरीजों ने कोरोना से जीती जंग, अब तक 257 लोग ठीक होकर घर लौटे By Published On :: Fri, 08 May 2020 13:48:11 GMT बिहार के 11 और मरीजों ने कोरोनावायरस से जंग जीत ली है। दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सभी को नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल(एनएमसीएच) से छुट्टी मिल गई है। स्वस्थ होने वाले मरीजों में पश्चिमी चंपारण के पांच, बक्सर के तीन, सासाराम, मुंगेर, सारण और सीवान के एक-एक मरीज शामिल हैं। नाम जिला कब भर्ती हुए थे शहनवाज सासाराम 22 अप्रैल हाशिमा बेगम बक्सर 25 अप्रैल मो. मुस्ताक मुंगेर 26अप्रैल पूजा देवी सारण 30अप्रैल लाल बाबू महतो सीवान 3 मई मनोज मुखिया पश्चिमी चंपारण 4 मई कमलेश कुमार पश्चिमी चंपारण 4 मई गुड़िया कुमारी पश्चिमी चंपारण 4 मई सीता कुमारी पश्चिमी चंपारण 4 मई आयशा बक्सर 4 मई चांदनी कुमारी बक्सर 4 मई एनएमसीएच में 119 लोग ठीक हुएपटना के एनएमसीएच से अब तक 119 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। बिहार में 257 लोग कोरोना से रिकवर हुए हैं। अब तक 569 केस सामने आए हैं। राज्य का रिकवरी रेट बढ़कर 45.16 प्रतिशत हो गया है। तीन दिन पहले यह 25 प्रतिशत था। जिला अब तक मरीज मिले ठीक होकर घर लौटे मौत पश्चिमी चंपारण 11 5 0 बक्सर 56 29 0 सासाराम 54 23 1 मुंगेर 102 39 1 सारण 8 5 0 सीवान 32 26 0 Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सभी को नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई। Full Article
india news मछली पकड़ने के विवाद में भिड़े दो पक्ष, गोलीबारी और मारपीट में 10 घायल, महिला की हालत गंभीर By Published On :: Fri, 08 May 2020 13:50:31 GMT मुजफ्फरपुर के कटरा प्रखंड में शुक्रवार को मछली पकड़ने के विवाद में दो पक्ष के लोग भिड़ गए। दोनों तरफ के लोगों ने पहले लाठी से एक-दूसरे पर हमला किया। इसके बाद पथराव और गोलीबारी हुई। घटना में दोनों तरफ से 10 लोग घायल हो गए। एक महिला की स्थिति गंभीर है, उसे एसकेएमसीएच में भर्ती किया गया है।घटना ऊफरौली-लोधी गांव की है। गोलीबारी में तीन माह का बच्चा भी जख्मी हुआ है। बच्चे को गोद में लेकर महिला अपने घर में बैठी थी तभी गोली दीवार भेदते हुए आई और बच्चे को जख्मी कर दिया। दोनों तरफ से छह राउंड फायरिंग हुई। भाला भी चलाया गया। गोलीबारी की सूचना पर एएसपी अमितेश कुमार पहुंचे। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। कुछ घायलों का इलाज स्थानीय पीएचसी में हो रहा है। वहीं, कुछ को एसकेएमसीएच भेजा गया है।गोलीबारी के बाद ऊफरौली-लोधी गांव पहुंचे पुलिस ऑफिसर।तालाब से मछली पकड़ने के लिए हुआ विवाददोनों पक्ष के बीच विवाद बुधवार को शुरू हुआ था। एक पक्ष ने अपना तालाब मछली पालने के लिए पट्टा पर झमेली सहनी को दिया। झमेली ने दूसरे व्यक्ति को पट्टा दे दिया। बुधवार को दूसरा व्यक्ति मछली पकड़ने के लिए तालाब से पानी निकाल रहा था तो तालाब के मालिक की ओर से इसका विरोध किया गया। इसपर दोनों तरफ से विवाद हुआ। पुलिस आई और मामला शांत कराकर चली गई। आज फिर तालाब से मछली पकड़ने की कोशिश की गई, जिससे विवाद भड़क गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लाठी लेकर आमने-सामने आए दोनों पक्ष के लोग। इस दौरान गोली चलने से अफरा-तफरी भी मची। Full Article
india news सीबी नेट मशीन से जल्द शुरू होगी जांच, स्वास्थ्य विभाग ने कार्टिलेज खरीद के लिए दिया ऑर्डर By Published On :: Fri, 08 May 2020 13:52:00 GMT राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की जांच बढ़ाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद रैंडम चेकिंग बढ़ाए जाएंगे। जांच रफ्तार बढ़ाने के लिए सरकार ने टीबी जांच मशीन सीबी नेट से भी जांच शुरु करने का निर्देश दिया है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने भी इससे हरी झंडी देने के साथ-साथ दिशा निर्देश भी जारी किया है।राज्य में इसकी शुरुआत पटना और दरभंगा से होगी। जल्द ही सभी मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में भी सीबी नेट से कोरोना की जांच शुरु हो जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए कार्टिलेज खरीद करने के लिए आर्डर भी दिया है। इससे एक तरफ जहां कम समय और अधिक संख्या में कोरोना संक्रमण की जांच हो सकेगी, वहीं इसके लिए टीबी की जांच मशीन का ही उपयोग किया जाएगा।एक से दो घंटे में आ सकती है कोरोना जांच रिपोर्टदरअसल, अभी जो कोरोना वायरस की जांच होती उसमें न्यूक्लिक एसिड (आरएनए) मरीज के स्वैब से लैब में निकाला जाता है। यह काम रियल टाइम मैथेड से मैनुअल किया जाता है। न्यूक्लिक एसिड निकालकर उसे पीसीआर मशीन में रन करना होता है। इस पूरी प्रक्रिया में चार से पांच घंटे लग जाते हैं। जबकि सीबी नेट कार्टेज बेस्ड न्यूक्लिक एसिड टेस्ट मशीन है। सीबी नेट में मैनुअल काम करने का झंझट नहीं है। एक बार सैंपल लगाकर मशीन चला दें, एक-दो घंटे में जांच पूरी हो जाती है। सीबी नेट मशीन में सामान्य कर्मचारी को प्रशिक्षण देकर ट्रेंड किया जा सकेगा। वहीं, जिला अस्पताल के पैथोलॉजिस्ट को ट्रेनिंग देकर रिपोर्टिंग भी स्थानीय स्तर पर मुमकिन हो सकेगी।सीबी नेट मशीन में केवल कार्टिलेज व कैसेट बदलने की जरूरतराज्य में कोरोना जांच के नोडल संस्थान राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस(आरएमआरआईएस) के निदेशक डॉ. प्रदीप दास बताते हैं कि सीबी नेट मशीन से भी कोरोना जांच की जाती है। आईसीएमआर ने भी इसकी स्वीकृति दे दी है। टीबी जांच मशीन में कोरोना जांच के लिए केवल कार्टिलेज व कैसेट बदलने की जरूरत पड़ती है। यह सुविधा सभी जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि सीबी नेट मशीन से जांच शुरू होने पर कम समय और अधिक संख्या में कोरोना संक्रमण की जांच हो सकेगी। Full Article
india news जमीन विवाद में तेजाब से हमला, 6 महिलाओं समेत 12 लोग झुलसे By Published On :: Fri, 08 May 2020 13:55:13 GMT समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के केवटा गांव में शुक्रवार सुबह तेजाब से हमले में छह महिलाएं सहित एक दर्जन लोग जख्मी हो गए। उन्हें इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया। गांव केविष्णुदेव राय और जीवछ राय के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। शुक्रवार को जीवछ राय के बेटे अरुण राय मकान बनवा रहे थे। इसी बीच उन लोगों पर तेजाब से हमला किया गया।इस हमले में जीवछ राय, अनूठा देवी, अरुण राय, गनिता देवी, प्रेम कुमार राय, चंद्रकला देवी, भूदेव राय, निर्भय राय और रामदुलारी देवी जख्मी हो गए। दूसरे पक्ष से विशुनदेव राय, उनकी बेटी प्रियंका कुमारी और पत्नी जख्मी हैं। प्राथमिक इलाज के बाद सभी को सदर अस्पताल समस्तीपुर रेफर किया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सदर अस्पताल जाने के लिए एम्बुलेंस में सवार एसिड अटैक में घायल हुए लोग। Full Article
india news 10 मई को पूरे राज्य में काला दिवस मनाएगी रालोसपा: उपेंद्र कुशवाहा By Published On :: Fri, 08 May 2020 13:58:00 GMT रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि राज्य के क्वारैंटाइन सेंटर बदहाल हैं। यहां सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। प्रवासी मजदूरों को लाने में भी सरकार की कार्रवाई नाकाफी है। 10 मई को पूरे राज्य में सरकार के विरोध में पार्टी काला दिवस मनाएगी। 10 से 12 बजे तक अपने घरों नेता व कार्यकर्ता काली पट्टी बांध सत्याग्रह करेंगे। शुकवार को वे पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं से फेसबुक लाइव के माध्यम से बात कर रहे थे।कुशवाहा ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना जैसी महामारी से निपटने में नाकाम साबित हो रही है। क्वारैंटाइन सेंटर की बदहाली का सच उजागर करने वालों पर पाबंदी लगाना गलत है। कुशवाहा ने मांग की है कि बाहर फंसेमजदूरों के खाते में 10 हजार रुपए दिए जाएं। राज्य के गरीबों को दूसरी किस्त की एक हजार की राशि दी जाए। राज्य में रोजगार की उपलब्धता के लिए सरकार ठोस योजना बनाए। किसानों के नुकसान की भरपाई की जाए। कोरोना जांच में तेजी लाई जाए ताकि संक्रमित की पहचान की जा सके। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मांग की है कि राज्य के बाहर फंसे मजदूरों के खाते में 10 हजार रुपए दिए जाएं। Full Article
india news 13 छात्रों ने 15 दिनों में 1260 लोगों को किया फोन, खगड़िया डीएम के अलावा किसी ने नहीं दिया रिस्पांस By Published On :: Fri, 08 May 2020 14:08:00 GMT मध्य प्रदेश के कटनी में फंसे बिहार के 13 छात्र घर वापसी के लिए 15 दिनों से लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान वे बिहार और मध्य प्रदेश के 1260 कमिश्नर, डीएम, एसएसपी के साथ ही कोविड-19 से जुड़े अधिकारियों को फोन कर चुके हैं। इसके साथ ही फोन के माध्यम से लगभग 350 रिश्तेदारों से बिहार वापस बुलाने की गुहार लगाई है। पीएम और सीएम को ट्वीट किया। खगड़िया के डीएम को छोड़कर किसी भी ने छात्रों के बिहार वापसी की बात तो दूर फोन पर सही तरीके से रिस्पांस भी नहीं दिया। कई लोगो ने फोन ही कट कर दिया, तो कई ने वापसी के लिए इंतजार करने की बात कहकर फोन काट दिया।खगड़िया के डीएम ने छात्रों से उनकी समस्या पूछते हुए वापसी के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया। इसी तरह से अहमदाबाद में फंसे एक दर्जन ऐसे लोग हैं, जिनके पास पैसे खत्म हो चुके है। वे सड़क पर खड़े होकर विभिन्न संस्थाओं की ओर से दिए जाने वाले भोजन के पैकेट के सहारे अपना पेट भर रहे हैं।लॉकडाउन बढ़ा तो भोजन बांटने वाले संस्थान ने खिंचे अपने हाथअहमदाबाद में फंसे चंदन कुमार कहने को तो आईटी कंपनी में कार्यरत है। लेकिन, पिछले 20 दिनों से वे अपने दूसरे दोस्तों के साथ सड़क पर भोजन का पैकेट बांटने वालों के सहारे अपना गुजारा कर रहे हैं। उनके पास पैसे खत्म हो चुके हैं। कंपनी ने दो महीने से सैलरी नहीं दी। अब नौकरी से निकालने की धमकी दे रही है। ऐसे में चंदन कुमार सहित उनके सभी दोस्तों को काफी परेशानी हो रही है। लॉकडाउन बढ़ने की वजह से विभिन्न संस्थाओं ने भी अपने हाथ पीछे खिंच लिए हैं। ऐसे में कई संस्थाओं ने भोजन का पैकेट और राहत सामग्री बांटना बंद कर दिया।पटना के डीएम कुमार रवि का कहना है कि देश के अन्य हिस्सों में फंसे लोगों की वापसी के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। हर दिन विभिन्न स्थानों से ट्रेन के माध्यम अप्रवासी बिहार पहुंच रहे हैं। लोगों को धैर्य रखने की जरुरत है। उनकी समस्या भी खत्म की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today छात्रों ने अधिकारियों और परिवार वालों को फोन कर उन्हें वापस बुलाने की गुहार लगाई है। Full Article
india news 571 संक्रमित: रोज एक हजार लोगों का रैंडम टेस्ट होगा, प्रवासी मजदूरों पर खास नजर; पटना के नॉन कंटेनमेंट जोन में दुकानें खुलीं By Published On :: Fri, 08 May 2020 14:09:21 GMT बिहार में संक्रमितों की संख्या शुक्रवार को 571हो गई। समस्तीपुर में 6, खगड़िया में 4, दरभंगा में 4, सहरसा में 2 और बांका, भागलपुर,सुपौल, पू. चंपारण व कटिहार में एक-एक नए मरीज मिले हैं।दूसरी ओर, प्रवासी मजदूरों के राज्य लौटने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को 24 ट्रेनों से 28467 प्रवासी आए। आज 20 ट्रेनों से 20629 आएंगे। महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान जैसे ज्यादा प्रभावित राज्यों से लौटने वाले इनमजदूरों की वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। सरकार ने रोज एक हजार मजदूरों के रैंडम टेस्ट का फैसला किया है।स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा- हमने प्रवासी श्रमिकों को तीन कैटेगरी (रेड, ऑरेंज और ग्रीन) में बांटा है। वो किस जगह से आए हैं, इस आधार पर कैटेगरी तय की जाएगी। रेड जोन वालों की जांच पहले की जाएगी।पटना: कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए फेस शील्ड पहनकर ड्यूटी करते यातायात पुलिसकर्मी।40% संक्रमित अब स्वस्थराज्य के लिए राहत की बात यह है कि कुल संक्रमितों में 40 फीसदी अब स्वस्थ हैं। इस मामले में राष्ट्रीय औसत 29% है। अब तक 246 मरीज ठीक हुए हैं। गुरुवार को रोहतास के 15, मुंगेर के 8, औरंगाबाद के 5 के अलावापटना और गया के एक-एक मरीज ने कोरोना वायरस को शिकस्त दी। गया में छह मामले थे। 5 स्वस्थ हो गए हैं। मधेपुरा में दो केस थे। दोनों ठीक हो गए हैं।फोटो महाराष्ट्र से पटना के दानापुर पहुंची ट्रेन का है। दूसरे राज्यों से मजदूरों के लौटने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को 24 ट्रेनों से 28467 प्रवासी आए।पटना: इलेक्ट्रिक और ऑटोमोबाइल की दुकानें खुलींलॉकडाउन के बाद शुक्रवार को पहली बार पटना में इलेक्ट्रॉनिक्सऔर ऑटोमोबाइल की दुकानें खुलीं। यहां हफ्ते में तीन दिन (शुक्रवार, सोमवार और बुधवार) दुकान खोलने की मंजूरी है। कंटेनमेंट जोन में यह छूट नहीं दी जाएगी।इन जगहों पर नहीं खोली गईं दुकानें बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र में हरिहर चेंबर। कोतवाली थाना अंतर्गत चांदनी मार्केट, मौर्या कॉप्लेक्स। पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र अंतर्गत गोसाईं टोला रोड मार्केट। शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत राजा बाजार मार्केट। हवाई अड्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत शेखपुरा बाजार ,राजा बाजार, खाजपुरा बाजार, जगदेव पथ बाजार। श्रीकृष्णापुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्मा सेंटर मार्केट। गर्दनीबाग थाना क्षेत्र अंतर्गत चितकोहरा मार्केट। कदमकुआं थाना क्षेत्र अंतर्गत चूड़ी मार्केट। पीरबहोर थाना क्षेत्र अंतर्गत हथुआ मार्केट, खेतान मार्केट, बाकरगंज मार्केट। परसा बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत कुरथौल बाजार, परसा, इतवारपुर बाजार।प्रखंड स्तर पर 3432 क्वारैंटाइन सेंटरआईपीआरडी सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि राज्य में प्रवासियों को 21 दिनक्वारैंटाइन में रखने के लिए ब्लॉकस्तर पर 3432 क्वारैंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। इनमें फिलहाल 19123 लोग हैं। पंचायत स्तर पर बनाए गए 1102 क्वारैंटाइन कैंप में 10 हजार लोगों को रखा गया है। 186 आपदा राहत केंद्रों के जरिए 65758 लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लॉकडाउन में ढील मिली तो दुकानें भी खुलीं। इसी दौरान पटना में मोबाइल खरीदतीं लड़कियां। Full Article
india news सहरसा और सुपौल में भी पहुंचा कोरोना का संक्रमण, समस्तीपुर में मिले 6 नए मरीज By Published On :: Fri, 08 May 2020 14:14:27 GMT बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 571 हो गई है। शुक्रवार को समस्तीपुर के छह लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें से चार पुरुष रोसरा के हैं। हसनपुर के लोगों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। समस्तीपुर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 7 हो गई है।दरभंगा के बिरौल के 38, 50 और 47 साल के तीन पुरुष की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिले के सोभन की 60 साल की महिला कोरोना संक्रमित हो गई है। खगड़िया में चार संक्रमित मिले हैं।सहरसा के सउरबाजार में रहने वाले 13 साल के दो बच्चे कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। सुपौल के भलवाबाजार का 16 साल का युवक संक्रमित हुआ है। वहीं, कटिहार के गेराबदी में रहने वाली 40 साल की महिला कोरोना की मरीज बन गई है। पूर्वी चंपारण की 8 माह की बच्ची संक्रमित हुई है। बांका और भागलपुर में भी कोरोना के दो मरीज मिले हैं।मुंगेर है सबसे अधिक प्रभावित जिला संक्रमित ठीक हुए मौत मुंगेर 102 38 1 बक्सर 56 26 रोहतास 54 22 1 पटना 47 20 नालंदा 36 35 कैमूर 32 16 सीवान 32 25 मधुबनी 24 गोपालगंज 18 17 भोजपुर 18 10 औरंगाबाद 14 6 बेगूसराय 13 8 भागलपुर 14 3 प. चंपारण 11 कटिहार 11 सारण 8 4 पू. चंपारण 10 1 समस्तीपुर 7 सीतामढ़ी 6 1 1 गया 6 5 दरभंगा 9 अरवल 5 1 जहानाबाद 5 नवादा 4 3 लखीसराय 4 2 खगड़िया 4 बांका 4 वैशाली 3 2 1 शिवहर 3 अररिया 2 मधेपुरा 2 2 शेखपुरा 1 पूर्णिया 2 किशनगंज 1 सहरसा 2 सुपौल 1 Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today समस्तीपुर में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सड़क पर तैनात सुरक्षा बल के जवान। Full Article
india news तेलंगाना से 1250 प्रवासी मजदूरों को लेकर छपरा पहुंची स्पेशल ट्रेन, डीएम-एसपी ने किया स्वागत By Published On :: Fri, 08 May 2020 14:32:21 GMT तेलंगाना से 1250 प्रवासी मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को छपरा पहुंची। स्टेशन पर डीएम और एसपी ने मजदूरों का स्वागत किया। सभी लोगों के बैग सैनिटाइज करने के बाद उन्हें प्लेटफॉर्म से बाहर लगाया गया जहां उनकी स्क्रीनिंग की गई। सभी को नाश्ते का पैकेट और पानी का बोतल दिया गया।वापस लौटने वालों में छपरा के 263 लोगों के अलावा मधुबनी के 723 और सीवान के 264 लोग शामिल हैं। दूसरे जिलों के लोगों को बस से उनके घर भेजा गया जहां वे 21 दिनों तक क्वारैंटाइन सेंटर में रहेंगे।जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया ने कि सभी लोगों को उनके गृह जिले में भेजा जा रहा है। सभी को 21 दिन सेंटर में रहना होगा। सेंटर में लोगों को किट दिए जाएंगे। लोगों को सुबह में नाश्ता और दो बार भोजन दिया जाएगा। क्वारैंटाइन सेंटर में मनोरंजन के लिए टीवी भी लगाया गया है। लोगों को स्वस्थ रखने के लिए सुबह-शाम योग कराया जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए प्लेटफॉर्म से बाहर लाया गया। Full Article
india news प्रवासी मजदूरों को लेकर दानापुर पहुंची स्पेशल ट्रेन, सभी को 21 दिन क्वारैंटाइन में रहने का आदेश By Published On :: Fri, 08 May 2020 15:36:41 GMT महाराष्ट्र के पनवेल से प्रवासी मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को दानापुर पहुंची। यहां सभी को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद नाश्ते का पैकेट दिया गया और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बसों से क्वारैंटाइन सेंटर ले जाया गया। सभी को यहां 21 दिनों तक रहना होगा।इसके अलावा राजस्थान के कोटा से 1246 छात्रों को लेकर स्पेशल ट्रेन आरा पहुंची। सभी छात्रों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद नाश्ते का पैकेट दिया गया। इसके बाद सभी को लोकल थाने ले जाया गया। यहां पूरी डिटेल लेने के बाद छात्रों को उनके घर भेजा गया जहां उन्हें 21 दिनों तक क्वारैंटाइन रहने का आदेश दिया गया है। इस दौरान कोरोना का कोई भी लक्षण मिलने पर तुरंत जिला प्रशासन को बताने को कहा गया है।स्पेशल ट्रेन में भोजपुर के अलावा बक्सर, रोहतास, सारण और कैमूर के रहने वाले छात्र थे। दूसरे जिलों के छात्रों को स्क्रीनिंग के बाद बस में बिठाया गया। बस से सभी छात्रों को उनके गृह जिले भेजा गया। सभी छात्रों से एक शपथ पत्र भरवाया गया है जिसमें 21 दिनों तक घर से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है।लॉकडाउन की वजह से छात्र करीब डेढ़ महीने से कोटा में फंसे थे। उनके लौटने की खुशी चेहरे पर साफ दिखी। छात्रों का कहना है कि घर लौटकर काफी खुशी हो रही है। कोटा स्टेशन पर लोगों ने हमें ताली बजाकर रवाना किया। पूरे सफर में कई बार नाश्ता और पानी के लिए पूछा गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today दानापुर में बीमार मजदूर को स्ट्रेचर से प्लेटफॉर्म से बाहर लेकर जाते स्वास्थ्य कर्मी। ट्रेन से उतरने के बाद छात्रों की स्क्रीनिंग की गई और फिर लोकल थाने ले जाकर एक फॉर्म भरवाया गया जिसमें 21 दिनों तक घर में रहने का जिक्र है। Full Article
india news महावीर की कृपा से जमुई कोरोना के संक्रमण से अछूता: नयवर्धन महाराज By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT करोना महामारी के संकटग्रस्त समय में जरूरतमंद परिवार के बीच खाद्यान्न किट का वितरण जैनाचार्य नयवर्धन सुरीश्वर महाराज की प्रेरणा से श्री भारतवर्षीय जिन शासन सेवा समिति द्वारा करीब 15 हजार से भी ज्यादा परिवारों तक खाद्यान्न किट का वितरण करवाया गया। मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद आदि शहरों के जैनियों द्वारा भगवान महावीर की भूमि पर बहुत से लोगों को सहायता हेतु यह कार्य आज भी जारी है। आचार्य नयवर्धन सुरीश्वर महाराज ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी पूरे विश्व में फैली हुई है। धरती पर सभी मानव जाति को सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलना चाहिए। पर्यावरण की सुरक्षा के साथ मांसाहार को त्याग कर अपने प्राण की भांति दूसरे की प्राण जैसे जीव जंतु मानव सभी प्राणियों की रक्षा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जमुई जिले के आसपास जिले में कोरोना के दस्तक से लोग विचलित है। लेकिन करुणा के सागर भगवान महावीर की कृपा से अभी तक जमुई जिला कोरोना के संक्रमण से अछूता है। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर की धरती पर हिंसा और मांसाहार नहीं हो और हमारे द्वारा सभी को शांति मिले एवं सद्भावना बढ़े ऐसी भावना व्यक्त की जाती है। उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण से बचने को लेकर सरकार के द्वारा लगाए गए लॉकडाउन में कई लोगों को खाने-पीने की समस्याएं उत्पन्न हो गई है। जिसको लेकर भगवान महावीर की कृपा से विभिन्न प्रदेशों के श्रेष्ठियों के द्वारा उपलब्धकराए गए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news फिर से शुरू हुआ छठिया पोखरा पर घाट निर्माण कार्य By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन के दौरान ठप पड़े छठिया पोखरा के सौदर्यीकरण व घाट निर्माण का काम एक बार फिर से शुरू हो गया है। राज्यसभा सांसद सह जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के सांसद निधि से छठिया पोखरा पर लगभग 15 लाख की लागत से 100 फिट लंबी सीढ़ी का निर्माण काम लॉकडाउन के पहले शुरू हुआ था। लेकिन 22 मार्च के बाद से यह काम ठप हो गया था। लेकिन अब निर्माण कार्यों मंे छूट के बाद एक बार फिर से सीढ़ी के निर्माण का काम शुरू हो गया है। बता दें कि इसके पहले स्थानीय सांसद सह केन्द्रीय स्वास्थ राज्य मंत्री अश्विनी चैबे द्वारा भी लगभग 15 लाख के लागत से ही 100 फिट लंबी व 28 फिट चैड़ी सीढ़ी का निर्माण जनवरी महीने में ही संपन्न हो चुका है।इस संबंध में स्थानीय वार्ड पार्षद सोनू राय ने कहा कि तत्कालीन बक्सर डीएम अरबिंद कुमार वर्मा से उन्होंने सीढ़ी निर्माण की गुहार लगाई थी। उन्होंने सीढ़ी निर्माण करवाने का आश्वासन दिया वही स्थानीय सांसद अश्विनी चैबे से भी मिल छठिया पोखरा के महत्व को बताते हुए सीढ़ी निर्माण कराने को कहा था। जिसके बाद उन्होंने अपने निधी से सीढ़ी निर्माण के लिए राशि दिया था। छठिया पोखरा डुमरांव का सबसे बड़ा व ऐतिहासिक तालाब है। सीढ़ी निर्माण शुरू होने से एक बार फिर से शुरू होने से स्थानीय निवासियों की खुशी की लहर है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Ghat construction work started on Chhathia Pokhara again Full Article
india news घर में रखा सामान उठा ले गए थे दबंग पुलिस ने आरोपी के घर से किया बरामद By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT भेलवा मोहनपुर में एक दबंग द्वारा जबरन घर में रखा सामान उठाकर ले जाने के मामले में गुरुवार को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उक्त आरोपी के घर से तकरीबन एक लाख रुपए मूल्य का सामान बरामद कर लिया। पुलिस अवर निरीक्षक मृत्युंजय कुमार पंडित ने बताया कि भेलवा केदार यादव ने गांव के ही दासो यादव पर उसकी अनुपस्थिति में घर में रखा तकरीबन पांच लाख रुपए मूल्य का सामान उठाकर ले जाने, मना करने पर मारपीट करने व जान मारने की धमकी। पीड़ित ने सोनो थानाध्यक्ष को आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। दासो यादव के घर छापेमारी की गई और उसके घर से तकरीबन एक लाख रुपए मूल्य का सामान बरामद किया गया और इसे केदार यादव के जिम्मे सौंप दिया गया। केदार ने गोतिया दशरथ यादव, राजेश यादव, नुनुलाल यादव, जोधनी देवी, बेबिया देवी व अंजू देवी पर आरोप लगाते हुए बताया कि हत्या के एक मामले में वह सपरिवार फरार था। बाद में जेल चला गया। घर में कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बरामद सामान के साथ पुलिस। Full Article