india news सूरत से विशेष ट्रेन से छपरा आए 1211 प्रवासियों की हुई जांच गृह प्रखंड में बनाए गए क्वारेंटाइन कैंप में रहेंगे 21 दिनों तक By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT गुजरात के सुरत से चलकर विशेष ट्रेन छपरा जंक्शन पर करीब 9ः45 बजे सुबह में जैसे ही पहुंची रिसीव करने पहुंचे सभी पदाधिकारियों में खुशी की लहर चल पड़ी। सर्वप्रथम जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और पुलिस अधीक्षक के द्वारा ट्रेन की सबसे पिछली बोगी तक जाकर निकलने वाले सबसे पहले व्यक्ति का स्वागत किया गया। इसके बाद बारी-बारी से लोगों के उतरने का सिलसिला शुरू हुआ। लोगों ने अपने धैर्य का परिचय दिया और सभी प्रक्रियाओं का समुचित रूप से पालन किया।प्लेटफार्म पर ही लोगों को और उनके बैग या थैले को सेनेटाइज किया गया। इसके लिए टीम लगी हुयी थी। प्लेटफार्म से बाहर निकलने पर सभी की स्क्रीनिंग की गयी जिसके लिए 10 काउंटर बनाये गये थे और सभी काउंटर पर दो-दो प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मी लगाये गये थे। इसके बाद सभी लोगों को जिला प्रशासन द्वारा तैयार कराये गये फूड पैकेट्स और पानी का बोतल दिया गया और लोगों को उनके गंतव्य के जिलों में बसों के माध्यम से भेज दिया गया।4 घंटे विलंब से पहुंची ट्रेनछपरा जंक्शन पर सूरत स्पेशल ट्रेन करीब 4 घंटे विलंब से पहुंचे इस ट्रेन को सुबह 6:00 बजे आना था लेकिन या 9:40 पर पहुंची तब तक अधिकारी ट्रेन के आगमन का इंतजार करते रहे और पल-पल की स्थिति का जायजा लेते रहे 4 घंटे के विलंब ने अधिकारियों को काफी परेशान किया साथी तैयारी की व्यवस्था को भी प्रभावित किया जिले के वरीय अधिकारी हर पल ट्रेन के आगमन को लेकर जानकारी ले रहे थे।छावनी में तबदील जंक्शनयात्रियों की सुरक्षा को लेकर पूरे जंक्शन को पुलिस छावनी में बदल दी गई थी इनमें जिला पुलिस आरपीएफ जीआरपी आदि के जवान थे। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एसपी हरकिशोर राय एसडीओ अभिलाषा शर्मा डीआरडीए डीडीसी डीआरडीए निदेशक डीएसपी समेत अन्य अधिकारियों ने यात्रियों के प्रस्थान पर अपनी नजरें गराई रखें इस दौरान लाउडस्पीकर के माध्यम से सभी प्रकार की जानकारियां दी जा रही थी। कोविड-19 से बचाव एवं एहतियात से संबंधित ही जानकारियां दी जा रही थी Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Investigation of 1211 migrants who came to Chhapra by special train from Surat will remain in the quarantine camp built in the home block for 21 days. Full Article
india news पहली बार साढ़े 16 घंटे में पूरा हुआ 28 घंटे का सफर; कोटा से घर लौटे 1204 स्टूडेंट्स By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोटा से मोतिहारी तक 28 घंटे का सफर गुरुवार को महज साढ़े 16 घंटे में तय हो गया। स्पेशल ट्रेन वहां फंसे 1204 छात्रों को लेकर सुबह 5:33 बजे बापूधाम स्टेशन पर पहुंची। इस ट्रेन में मोतिहारी के 555 के अलावे बेतिया, गोपालगंज, शिवहर, वैशाली के छात्र थे। स्टेशन पर पहुंचते ही उपस्थित अधिकारियों ने बच्चों का ताली बजाकर स्वागत किया। जबकि अंदर से बच्चे भी हाथ हिलाकर व विक्ट्री चिन्ह दिखा व शोर मचा आभार व्यक्त किए।ट्रेन पहुंचते ही 24 बोगियों में बैठे सभी छात्र-छात्राओं ने फार्म भर कर घर में क्वारेंटाइन रहने की शपथ ली। अधिकारियों ने तीन-तीन बोगी के बच्चों को एक बार में ट्रेन से उतारा गया। उनकी थर्मल स्क्रीनिंग कर हाथ पर मुहर लगाई गई। उसके बाद बच्चें अपना सामान लेकर बाहर चले अाए। मुख्य द्वार पर खड़े अधिकारी ने बच्चों को फूल देकर उनका स्वागत किया। स्टेशन के बाहर खड़ी बस में बच्चों को नाश्ता का पैकेट व पानी दिया गया। पुलिस सुरक्षा में सभी बच्चें अनुमंडल मुख्यालय गए। वहां से उन्हें घर को भेज दिया गया। स्टेशन पर अभिभावकों के प्रवेश पर प्रशासन ने रोक लगा रखी थी। जिस कारण बच्चें अपना सामान खुद ही बाहर निकाले। हालांकि, उनकी सहायता के लिए रेल कर्मियों को ट्राली के साथ लगाया गया था। सामान अधिक होने के कारण बच्चों को काफी परेशानी हुई। अपर समाहर्ता शशी शेखर चौधरी ने बताया कि एक-दो बच्चें मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, वैशाली व पटना के आ गए थे। जिन्हें छोटी गाड़ियों से भेजा गया।छात्रों के पहुंचते खुशी से बजाने लगी तालियांस्टेशन पर जब ट्रेन पहुंची तो ट्रेन में बैठे छात्र-छात्राओं ने खुशी जाहिर करते हुए ताली बजाई। इस दौरान उपस्थित अधिकारियों व कर्मियों ने भी ताली बजाकर व हाथ हिलाकर उनकास्वागत किया। ट्रेन से उरतने वाले सभी छात्र-छात्राओं के चेहर पर मुस्कान थी।बच्चों ने कहा- कोटा में एक-एक दिन बिताना हो रहा था मुश्किलराजा बाजार के आशीष रंजन गिरि ने बताया कि लॉकडाउन के पहले कोटा में घर की याद नहीं आती थी। लेकिन लॉकडाउन के दौरान एक-एक दिन काटना भी मुश्किल हो रहा था। संग्रामपुर थाना क्षेत्र के इंद्रगाछी निवासी रितिक रोशन ने बताया कि सुबह-शाम मोबाइल से अपनों के बीच की दूरियां मिटाने की कोशिश कर रहे थे। ढाका के पड़री निवासी जुनेउल्लाह ने बताया कि ट्रेन खुली तो राहत मिली।बसों से भेजा गया बेतिया व गोपालगंजछोटी गाड़ियों से भेजा जा रहा हैट्रेन से आए 1166 छात्र-छात्राओं को बेतिया, गोपालगंज व शिवहर भेजने के लिए वहां से बसें आई थी। डीटीओ अनुराग कौशल सिंह ने बताया कि मोतिहारी के लिए 22, बेतिया से 30 व गोपालगंज के लिए 14 बसों की व्यवस्था की गई थी। पूर्वी चंपारण के बच्चों को प्रखंडवार मुख्यालय में भेजा गया। जबकि बेतिया व गोपालगंज के बच्चों को जिला मुख्यालय। वहीं शिवहर के बच्चों को मधुबन तक भेजा गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today खुशी के आंसू | अपनी मां से मिलने के बाद छात्रा के छलक पड़े आंसू। Full Article
india news साहियार गांव में युवा चेतना मंच के सदस्यों ने असहायों को दिया राशन By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT गुरुवार को प्रखंड क्षेत्र के सहियार गांव में युवा चेतना मंच द्वारा खाद्य सामग्री का वितरण किया गया।युवा चेतना के प्रदेश महासचिव सतेन्द्र सिंह अप्पू के नेतृत्व में सैकड़ों जरूरतमंद लोगों के घर पर भोजन सामग्री पहुचाई गया। ताकि सोशल डिस्टेंसिग का सुगमता से पालन किया जा सके। इस अवसर पर मंच के प्रदेश सचिव श्री अप्पू ने कहा की कोरोना के संक्रमण से पूरा देश परेशान है।लॉक डाउन के कारण गरीब भूखे मरने की स्थिति में आ गये हैं।लेकिन नीतीश सरकार कुम्भकर्णी नींद में सोई हुई है।उन्होंने ने कहां की युवा चेतना मंच का लक्ष्य ही गरीबों की सेवा करना है जो हम कर रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा की चुनाव के समय तो सभी पार्टियो के उम्मीदवार वोट वोट मांगने जनता के बीच आ जाते हैं। लेकिन इस विपदा की घड़ी में सभी गायब नजर आ रहे हैं। वहीं इस अवसर पर शिवानंद चौधरी, विमल चौरसिया, रंजन रजक, उपेन्द्र सिंह,संतोष यादव,डब्लू रजक, नवनीत सिंह,दिलीप कुमार, कन्हैया यादव, उपेन्द्र चौधरी के साथ अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Members of Yuva Chetana Manch rationed the helpless in Sahiyar village Full Article
india news पैसा निकालने के लिए 5-5 घंटे कर रहे इंतजार By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT प्रखंड के स्थानीय नया बाजार स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में पैसा निकालने के लिए लोगों को घंटों धूप में खड़ा होना पड़ता है। लॉकडाउन की इस परिस्थिति में लोगों की समस्याएं काफी बढ़ गई है। बैंक से पैसा निकालने के लिए लोग सुबह से शाम तक बैंक के कैंपस में खड़ा होने को विवश हैं। लोगों की इतनी भीड़ जुट जाती है कि बैंक कर्मचारियों को भी काफी फजीहत झेलनी पड़ती है।बैंक कर्मियों के लाख समझाने के बावजूद भी लोग भीड़ जमा करने व लॉकडाउन के नियमों को ताख पर रखने को अमादा हैं। सबसे ज्यादा भीड़ सरकार द्वारा कल्याणकारी योजनाओं में भेजे गए पैसों के कारण हो रही है। प्रधानमंत्री द्वारा जन धन खाते में 5 सौ रुपए की राशि भेजी जा रही है। उस पैसा को निकालने के लिए और भी भीड़ बढ़ती जा रही है।अफवाहों से परेशान हो रहे लोगलोगों के अंदर ऐसी धारणा बन गई है कि जब तक सरकार द्वारा भेजी गई राशि खाता से नहींं निकाला जाएगा। तब तक दूसरी राशि नहींं आएगी। जबकि यह बिल्कुल ही गलत सोच है। किसी भी योजना का जब पैसा खाता में आ जाता है तो वह पैसा लौट कर वापस नहींं जाता है। इस तरह की अफवाह फैलाने वालों को सरकार व प्रशासन द्वारा मनाही किया गया है।बिना जरूरी काम के भी जा रहे हैं बैंकबैंक कर्मी लोगों को समझा रहे हैं कि बेवजह बैंक परिसर में भीड़ नहींं लगाए, पर लोगों पर इसका कोई असर नहींं हो रहा है। लोग इस बात को मानने पर तैयार नहींं है। सबसे ज्यादा भीड़ किसी भी बैंक की शाखा एवं केंद्रों पर सिर्फ 5 सौ रुपए और एक हजार रुपये निकालने को लेकर हो रही है। इसी के चलते लोग बिना जरूरी कार्य के भी बैंकों में जाकर भीड़ बढ़ा रहे हैं। जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ा हुआ है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Waiting 5-5 hours to withdraw money Full Article
india news बैंकों के बाहर भीड़ में नहींं आई कमी, बढ़ सकता है कोरोना का संकट, प्रशासन मौन By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT जिले में कोरोना मरीज मिलने के बाद पूरा जिला रेड जोन में शामिल हो गया है। ऐसे जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बेहद जरूरी है। लेकिन अनुमंडल के बैंकों के बाहर इसका पालन नहींं हो पा रहा है। खासकर प्रधानमंत्री महिला जनधन खाते में प्रत्येक महीने आ रही पांच सौ की राशि को पाने के लिए महिला उपभोक्ताओं द्वारा लाकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का हर दिन मखौल उड़ाया जा रहा है। यह समस्या शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में एक जैसी समस्या है। लेकिन सबकुछ जानते हुए भी पुलिस प्रशासन मौन है। जिससे अनुमंडल में एक बार फिर से कोरोना संकट बढ़ सकता है।बता दें कि डुमरांव के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के बैंक व सीएसपी के बाहर भी हर दिन महिला उपभोक्ताओं की लंबी लाईन लग रही है। जबकि लाक डाउन के दौरान प्रशासन द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का सख्त निर्देश दिया गया है। लेकिन महिला उपभोक्ताओं पर इसका कुछ भी असर नहींं पड़ रहा है। खास यह कि बार-बार की सूचना के बाद भी पुलिस प्रशासन इसे रोकने में विफल साबित हो रही है। हालांकि बैंक प्रबंधनों द्वारा बार-बार यह बताया जा रहा है कि उपभोक्ता अपना पैसा कभी भी निकाल सकते है। लेकिन उपभोक्ता भीड़ इकट्ठा करने से बाज नहींं आ रहे है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today There is no decrease in crowd outside banks, Corona crisis may increase, administration silent Full Article
india news जनधन के लिए बड़ों व पोशाक राशि के लिए बच्चों की जिंदगी खतरे में By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT य ह नजारा पकड़ीदयाल प्रखंड के बड़कागांव स्थित इलाहाबाद बैंक परिसर का है। गुरुवार की दोपहर करीब साढ़े बारह बजे बुजुर्ग, महिलाएं और स्कूली बच्चों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। बड़े-बुजुर्गों की यह भीड़ जनधन योजना का पैसा लेने और बच्चों की भीड़ पोशाक व साइकिल राशि का पैसा निकालने के लिए थी। मगर कोरोना वायरस के मद्देनजर खतरनाक थी। इस दौरान लोगों के साथ-साथ बैंककर्मियों की लापरवाही भी सामने आई। क्योंकि जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या आठ है। इसमें एक पकड़ीदयाल में भी है। फिर भी खाताधारकों ने सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक उड़ा कर रख दिया। बताया जाता है कि खाताधारी सुबह 6:00 बजे से ही अाकर लाइन में गए। इसमें सरकार द्वारा भेजी गई सहायता राशि लेने के लिए महिलाएं व पाेशाक-साइकिल के पैसा के लिए छात्र भी थे। शाखा के खुलते ही वहां भीड़ अनियंत्रित हाे गई। शाखा प्रबंधक रोहित कुमार ने बताया कि जिनका खाता संख्या एक लाख से अधिक की संख्या में है, उनका खाता मेन ब्रांच से लॉक हो गया है। इसलिए भीड़ जुट गई। साेशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हाेने पर वे कुछ भी नहीं बाेल पाए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today जुटी भीड़ Full Article
india news बाहर निकलने वाले ही आयेंगे इसकी चपेट में, यही रही है भूल: स्वर्णलक्ष्मी By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना पॉजिटिव मरीजों में स्वर्णलक्ष्मी भी शामिल थीं। उन्हें गुरुवार को ठीक हो जाने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिली। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के बारे में पहले न्यूज में ही सुना था। अचानक यह खबर आयी कि नया भोजपुर में दो लोग संक्रमित पाये गये है। तब उस समय भी विशेष ध्यान नहींं दिया था। हमेशा यहीं सोचते रहती थी कि जो लोग घर से बाहर निकलते हैं वहीं इसकी चपेट में आयेंगे। अचानक एक दिन मेडिकल टीम आयी। उसने हमलोगों के पड़ोसी को ले गई। वह लोग कोरोना पाॅजीटिव पाये गये। उसी आधार पर हमलोग के परिवार को भी मेडिकल टीम ले गई। जांच में कोरोना पाॅजीटिव पाये गये। क्वारान्टीन सेंटर में जब एकाग्र होकर सोचा। तब पता चला कि सरकार बार-बार क्यों कहती थी कि घर में रहें। बाहरी से संपर्क में नहींं आये।उक्त बातें कोरोना को मात देने वाली स्वर्ण लक्ष्मी वर्मा ने कहना है। उनका कहना है कि हमलोग की जरा सी चूक का परिणाम था कि कोरोना की चपेट में आ गये। इस तरह की गलती कोई नहींं करें। सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखें। होम क्वारान्टीन व उसके बाद भी इस नियम को पूरा पालन करेंगी। साथ ही दूसरों को भी सलाह देंगी कि इस तरह की गलती नहींं करें। क्वारान्टीन सेंटर में 12 दिनों में एकाग्रता बनाये रखी। स्टाफ ने इसमें पूरा सहयोग दिया। तभी आसानी से कोरोना को मात देकर बाहर निकले। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Only those who come out will be affected by this, it has been a mistake: Swarnalakshmi Full Article
india news लॉकडाउन का सख्ती से कराया जा रहा है पालन, बाइक चालकों पर कार्रवाई By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT क्षेत्र में तीसरे चरण का लॉकडाउन लागू हो गया है। तीसरे चरण के लॉकडाउन में भी सख्ती पहले की तरह बरकरार है। बाहर से आने और जाने वाले वाहनों पर पूरी तरह से छानबीन जारी है। चौक-चौराहों पर पुलिसकर्मी तैनात है। पुलिस लगातार क्षेत्र में गश्त कर हालात का जायजा लेती रही और लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील भी करती दिखी। बता दे कि तीसरे चरण का लॉकडाउन के लागू का आज पांचवां दिन हो गया है। जैसी सख्ती पिछले दो चरणों के लॉकडाउन में दिखी वैसी ही सख्ती तीसरे चरण में भी बरकरार है।दिनभर प्रखण्ड की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा।वही चौसा यादव मोड़ स्थित तिराहा पर पुलिस द्वारा सघन वाहन जांच अभियान चला जुर्माना भी वसूला गया।थानाध्यक्ष मुकेश कुमार द्वारा बताया गया कि जांच अभियान में बेवजह बाइक से घूमने वालो से हेल्मेट, डीएल ना होने पर उनसे जुर्माना वसूल हिदायत दे के छोड़ दिया गया। वहीं क्षेत्र में चिकित्सकों, मेडिकल स्टोर एवं राशन को छोड़कर कोई भी दुकान नहींं खुली।चौसा बीडीओ अपनी टीम के साथ प्रखण्ड क्षेत्र में गश्त कर लोगों से पहले की तरह इस चरण के लॉकडाउन का पालन करने की अपील करते रहे। इसके अलावा सड़क पर घूमते मिले लोगों को भी बीडीओ सीओ ने विनम्रता पूर्वक घर जाने के लिए कहा। इसके अलावा जरूरी कार्य के लिए घरों से बाहर निकले लोगों को मास्क पहनकर ही घर से निकलने की नसीहत दी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Lockdown is being strictly followed, action on bike drivers Full Article
india news लॉकडाउन के बीच नेनुआ में शुरू हुआ नल-जल कार्य, मजदूरों को रोजगार By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT लाॅकडाउन के दौरान निर्माण कार्यो में कुछ शर्त के साथ मिली छूट के बाद निर्माण मजदूरों में खुशी छाई है। हालांकि अभी बहुत कम जगहों पर निर्माण काम चल रहा है, लेकिन जहां चल रहा है वहां मजदूरों को रोजगार मिलने लगा है। स्थानीय प्रखंड के नेनुआ गांव में भी हर घर नल योजना के तहत पाइप बिछाने के लिए मजदूरों द्वारा मिट्टी की कटाई की जा रही है।योजना के तहत करीब आधा दर्जन मजदूर सोसल डिस्टेंसिंग का पालन कर पाइप बिछाने के लिए सड़क की कटाई कर रहे है। सभी मजदूर आस पास के गांवों के ही बावजूद उनके आने जाने में परेशानी न हो इसके लिए विभाग द्वारा उन्हें पास मुहैया कराया गया है। नेनुआ के साथ ही कई अन्य गांवों में भी सोसल डिस्टेंसिंग का पालन कर निर्माण कार्य शुरू किया गया है। बता दें कि डेढ़ महीने से लॉकडाउन के कारण मजदूरों की रोजी-रोटी ठप पड़ गई थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Tap-water work started in Nenua amid lockdown, laborers employed Full Article
india news शहर में नगर परिषद की सफाई व्यवस्था पूरी तरह फेल, सड़कों पर हर ओर पसरा हुआ है कूड़ा-कचरा By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT नगर परिषद क्षेत्र के अंतर्गत हर तरफ सफाई का डंका बज रहा है। कोरोना जैसे महामारी में अपने जान जोखिम में डाल सफाई कर्मी नगर के विभिन्न जगहों पर साफ सफाई में लगे हुए हैं। सरकार द्वारा भी विभिन्न माध्यमों से लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया जा रहा है। मगर अभी भी शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सफाई की महत्ता बताने की जरूरत है। इसके बगैर समाज को स्वच्छ नहींं बनाया जा सकता है।स्वच्छ समाज बनाने के लिए सभी लोगों को आगे आकर योगदान करना होगा, तभी कुछ हासिल हो सकता है। अभी भी लोग जानकारी के बावजूद कूड़ा करकट इधर-उधर फेंकने से बाज नहींं आ रहे। शहर के मुनीम चौक प्रत्येक रोज सुबह में लगने वाले फलों के थोक मंडी में सुबह से लेकर दोपहर तक गंदगी का अंबार लगा रहता है। हद ती तब हो जाती है जब इं फलों को खुलेआम सडकों पर फेंक दिया जाता है। वहीं मंडी के आसपास के नाले भी जाम से कराहते रहता है। इससे लोगों में संक्रमण का खतरा बना हुआ है।फल विक्रेताओं को भी संक्रमण का डर: लगातार कई दिनों से जिले एम बारिश होने से वैसे ही मच्छर समेत अनेक विषाणुओं की पनपने का डर हमेशा बना रहता है। विदित हो कि जिले के विभिन्न हिस्सों में यहीं से खुदरा वविक्रेता फल की खरीददारी कर बेचते हैं। ऐसे में कैसे इन फलों को सुरक्षित माना जाय। अगर गंदगी पसरी रहेगी, तो स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य शहर कैसे पूरा कर पाएगा। इसलिए सफाई के लिए लोगों को आगे आना होगा। इस पर प्रशासन के द्वारा सख्ती की जरूरत है।सड़े फलों के बिखरने से लोगों की बढ़ी परेशानीसड़कों पर सड़े फल बिखरे रहने से मुनिम चौक और इसके आसपास रहने वाले लोगों के लिए परेशानियां बढ़ गई हैं। बचे हुए गले और सड़े फलों को मंडी में आढ़तियों द्वारा सड़कों पर फेंक दिया जाता है। जिसका नतीजा यह निकलता है कि सड़कों पर पशुओं का जमावड़ा लग जाता है। और इसके बाद इससे निकलने वाली दुर्गंध का सामना यहां रहने वाले रहवासियों और इस मार्ग से गुजरने वाले नागरिकों को करना पड़ता है।शिकायतों पर भी कार्रवाई नहींंकई बार नगर परिषद के अधिकारियों को लिखित और मौखिक स्थानीय लोगों ने शिकायत की। पर अब तक कोई कार्रवाई नहींं हुई। यहां गंदगी के अंबार लगे रहने के बावजूद भी सफाई के लिए कोई आगे नहींं आता। यहां के तकरीबन तीन दर्जन से अधिक दुकानदार और आढ़ती इन फलों को सीधा मुख्य डाकघर भवन और पार्क के मध्य रास्ते में फेंक देते हैं। जिससे यहां पशु इकठ्ठे होकर के सड़े-सड़े फलों को खाते हैं और गंदगी को इधर उधर फैलाते रहते हैं।बीमारी को दे रहे आमंत्रणयहां रहने वाले लोगों की शिकायत है कि गंदगी और दुर्गंध इतनी अधिक है कि यहां सांस लेना बेहद मुश्किल है। एक तो पशु यहां गंदगी बिखेर जाते हैं। वहीं सड़े फलों की दुर्गंध सहन कर करके लोग परेशान हो गए है। वहीं इन्हें खा कर पशु गंभीर बीमारी को आमंत्रित कर रहे हैं। इससे आस पास के लोगों का भी स्वास्थ्य प्रभावित होना स्वाभाविक है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The city council's cleanliness system in the city completely failed, garbage and garbage is lying everywhere on the streets Full Article
india news तेलंगाना से दरभंगा जा रही ट्रेन के यात्रियों ने किया हंगामा, कहा- हमसे पानी का पैसा मांगा जा रहा, अफसर के समझाने पर हुए शांत By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT तेलंगना के लिंगमपल्ली से दरभंगा जा रही मजदूर स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने गुरुवार को स्थानीय स्टेशन पर पानी का पैसा मांगे जाने पर विरोध जताया। यात्रियों का कहना था कि तेलंगाना से ट्रेन खुली उसके बाद रास्ते में खाने के भोजन व पानी दिया गया है। जिसकी राशि नहीं मांगी गई। लेकिन समस्तीपुर में पानी का पैसा मांगा जा रहा है। मजदूरों के दर्द के साथ मजाक किया जा रहा है। मजदूर परदेस में खाने के एक-एक दाने को मोहताज थे। किसी तरह से वापस लौट रहे हैं। हालांकि यात्रियों के विरोध को देखते हुए प्लेटफार्म पर तैनात डीसीआई दिलीप कुमार आदि रेलवे कर्मियों ने यात्रियों को समझा बुझाकर शांत कराया। उन्होंने कहा कि रेलवे के नियमानुसार नामित वेंडर पैसा मांग रहे हैं, इसमें से कोई गलत नहीं है।20 मिनट तक रुकी ट्रेन इस दौरान जताते रहे विरोधगौरतलब है कि दो दिन पूर्व केरल से आयी ट्रेन में पानी के लिए परेशान यात्रियों को देख कर रेलवे द्वारा स्थानीय स्टेशन पर सशुल्क रेलनीर, स्नेक्स, बिस्कुट आदि की व्यवस्था की गई थी। जानकारी अनुसार सुबह तेलंगाना के लिंगमपल्ली से मजदूरों को लेकर ट्रेन दरभंगा जाने के क्रम में स्थानीय स्टेशन पर रुकी थी। उक्त ट्रेन का इंजन बदला जाना था। जिस कारण ट्रेन करीब 20 मिनट तक स्टेशन पर रुकी रही। इसी दौरान ट्रेन के यात्रियों ने पानी लेकर खड़े वडर से पानी मांगा तो उससे पैसा मांगा गया जिसके बाद लोगों ने विरोध जताया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ट्रेन की बोगी से हंगामा कर रहे यात्रियों को समझाते रेलवे कर्मी। Full Article
india news एनीमिया के लक्षणों को कभी अनदेखा नहींं करें मरीज By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT थैलिसिमिया एक रक्त जनित रोग है जो की मानव शरीर में हेमोग्लोबिन की उत्पादन को कम करता है और हेमोग्लोबिन द्वारा ही पूरी शरीर की कोशिकाओं में ऑक्सीजन को पहुंंचाने का काम होता है। हेमोग्लोबिन का कम स्तर शरीर के विभिन्न अंगों में ऑक्सीजन की कमी करता है। इससे ग्रसित व्यक्ति के शरीर में रक्ताल्पता या एनीमिया की शिकायत हो जाती है। शरीर का पीलापन, थकावट एवं कमजोरी का एहसास होना इसके प्राथमिक लक्षण होते हैं। तुरंत उपचार ना होने पर थैलिसिमिया के मरीज के शरीर में खून के थक्के जमा होने लगते हैं।थैलिसिमिया के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर वर्ष 8 मई को विश्व थैलिसिमिया दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष वर्ल्ड थैलिसिमिया डे 2020 का थीम ‘नए युग के लिए थैलिसिमिया का चित्रण: वैश्विक प्रयासों के जरिए मरीजों को सस्ते एवं आसानी से उपलब्ध होने वाली नोबल थेरेपी’ है। केयर इण्डिया के मातृ स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. प्रमोद ने बताया थैलिसिमिया एक गंभीर रोग है जो वंशानुगत बीमारियों की सूची में शामिल है। इससे शरीर में हेमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है जो हेमोग्लोबिन के दोनों चेन (अल्फा और बीटा) के कम निर्माण होने के कारण होता है।थैलिसिमिया मूलतः अनुवांशिक बीमारी होती हैअपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. केके राय ने बताया कि थैलिसिमिया मूलतः अनुवांशिक होता है एवं पति पत्नी को शिशु के बारे में सोचने के समय पूरा रक्त जांच करवाना चाहिए जिससे आने वाले समय में किसी भी तरह के जटिलता से बचा जा सके। अगर एनीमिया के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत चिकित्सीय परामर्श लें व नजरअंदाज बिलकुल न करें। साथ ही अगर किसी गर्भवती स्त्री में मधुमेह के लक्षण हों तो उन्हें और सतर्कता बरतनी चाहिए और नियमित जांच करानी चाहिए। मरीज के शरीर में रक्ताल्पता के स्तर के अनुसार इलाज बताया जाता है और एनीमिया की स्तिथि गंभीर होने पर उन्हें खून चढ़ाने की सलाह दी जाती है।थैलिसिमिया से ग्रसित शिशु या व्यक्ति में ये प्रारंभिक लक्षण शरीर एवं आंंखों का पीलापन पीलिया से ग्रसित होना स्वभाव में चिडचिडापन भूख न लगना थकावट एवं कमजोरी का महसूस होना Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Never ignore the symptoms of anemia Full Article
india news पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए लोगों की रिपोर्ट निगेटिव, कंटेनमेंट जोन में 21 दिनों तक पाबंदी By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT थाना क्षेत्र के बालकृष्णपुर मड़वा गांव में कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए सभी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने की खबर मिलते ही ग्रामीण व प्रखंड क्षेत्र के लोगों के साथ प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली। एसडीओ विष्णुदेव मंडल ने बताया कि निगेटिव पाए गए सभी लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। सभी लोगों को होम क्वारेंटाइन में रहने की सलाह दी गई है। वहीं घोषित कंटेनमेंट जोन में 21 दिनों तक पाबंदी रहेगी। कंटेनमेंट जोन के लोग 21 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहेंगे। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं गुरुवार को सीओ अजय कुमार ने कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कंटेनमेंट जोन में लगी बैरिकेडिंग पर दंडाधिकारी समेत पुलिस बल से जानकारी ली।कंटेनमेंट जोन को कराया जा रहा सेनेटाइजघोषित तीन किमी कंटेनमेंट जोन में लगातार अग्निशमन वाहन से सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव कर सेनेटाइज कराया जा रहा है। गुरुवार को कंटेनमेंट जोन में शामिल साहिट पंचायत में भी सेनेटाइजिंग का काम किया गया।प्रवासियों एवं बाहरियों पर रखी जाएगी कड़ी निगरानीसीओ अजय कुमार ने प्रखंड के सभी मुखिया व पंचायत जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्र में आने वाले सभी प्रवासियों एवं बाहरी व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि यदि कोई भी व्यक्ति उनके क्षेत्र में बाहर से आता है तो वह इसकी सूचना अविलंब संबंधित बीडीओ, सीओ या थानाध्यक्ष को दें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today विद्यापतिनगर कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण करते सीओ। Full Article
india news धरहरा सब्जी मंडी में हर दिन उमड़ रही भीड़ अब भी सोशल डिस्टेंसिंग नहींं मान रहे लोग By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र अंतर्गत धरहरा सब्जी मंडी में आए दिन सब्जी विक्रेताओं एवं खरीदारों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यहा नियमों को ताक पर रख लोगों की भारी भीड़ उमड़ती हैं। जिन्हें ना तो खुद संक्रमित होने की डर है और ना ही दूसरों को सुरक्षित रखने की चिंता। बता दें कि लॉक डाउन के दौरान धरहरा सब्जी मंडी में मेला जैसा नजारा देख आसपास के गाँवो में दहशत का माहौल बना हुआ है कि इनकी लापरवाही का दंश कही कोरोना की सौगात न दे दे। धरहरा में हर दिन सुबह में सब्जियों की बड़ी मंडी सजती है। जहा दूर-दूर के सब्जी विक्रेता व आस पास के गांवों के लोग सब्जी खरीदने आते है। इस दौरान सब्जी खरीदने एवं बेचने के लिए यहाँ एक साथ सैकडों की तादाद में लोग इक्कठा होते हैं। वही इन लोगों के आगे स्थानीय पुलिस भी विवश नजर आती हैं।सब्जी मंडी से फैल सकता है संक्रमण: यदि इस तरह ही हालात बना रहा तो यह कहना गलत नहीं होगा कि धरहरा सब्जी मंडी भयंकर बीमारी को दावत दे रही है। थानाध्यक्ष मनोरंजन प्रसाद का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए पुलिस के तरफ से प्रयास किया जा रहा हैं। इसके लिए बाजार में चैकीदारों द्वारा पहरेदारी भी की जाती हैं। किन्तु, स्थानीय लोग भीड़ लगाने से बाज नहीं आ रहे है। थानाध्यक्ष ने कहा कि सब्जी मंडी के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जमीन पर लाईनिंग व गोल घेरा बनाया गया है।विभिन्न कांडों में जब्त बारह सौ लीटर शराब पर जेसीबी चलवा कर पुलिस ने किया नष्टडुमराँव | डुमराँव थाना परिसर में गुरूवार विभिन्न कांडो में जब्त 1200 लिटर शराब को विनष्ट किया गया। शराब का विनष्टिकरण डुमरांव थानाध्यक्ष संतोष कुमार के नेतृत्व में बतौर मजिस्ट्रेट कृष्णकन्हैया प्रसाद के समक्ष किया गया। मजिस्ट्रेट कृष्ण कन्हैया प्रसाद ने कहा कि शराब और इसके कारोबार को लेकर प्रशासन सख्त है। वही थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि शराब तस्करों की गिरफ्तारी व शराब बरामद करने को लेकर लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शराब के धंधे को किसी भी सूरत में पनपने नहींं दिया जाएगा।उन्होंने बताया कि डुमराँव थाना क्षेत्र से बरामद शराब का विनिष्टीकरण किया गया। विनष्ट हुए शराब में 1000 लीटर क्रेजी रोमियो ब्रांड और 200 लीटर देशी अर्धनिर्मित शराब था। थानाध्यक्ष ने बताया कि शराब कारोबारियों पर नकेल कसी जा रही है। गौरतलब है कि लाक डाउन के दौरान भी शराब तस्कर इस क्षेत्र में सक्रिय है। पुलिस की कार्रवाई में पिछले दिनों डुमरांव के साथ ही नया भोजपुर व कोरानसराय पुलिस द्वारा शराब बरामद करने व तस्करों की गिरफ्तारी से यह बात साफ हो गई है कि लाक डाउन का असर शराब तस्करों पर नहींं है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today People gathering in Dharhara vegetable market every day are still not accepting social distancing Full Article
india news क्वारान्टीन सेंटर की सुरक्षा के लिए कराई जाएगी बैरिकेडिंग By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को डीएम अमन समीर व एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा ने सिमरी में बनाये गए क्वारान्टीन सेंटर्स का निरीक्षण किया। इस क्रम में अधिकारियों की टीम भी उनके साथ थी। निरीक्षण के क्रम में डीएम ने बीडीओ अजय कुमार सिंह को दिशा-निर्देश दिए। कहा कि सभी क्वारान्टीन सेंटर्स की बैरिकेडिंग अवश्य कराई जाए, ताकि लोगों को सुरक्षित रखा जा सके। इसके लिए संबंधित थानाध्यक्ष से समन्वय स्थापित कर सभी सेंटर्स पर पुलिस कर्मियों को प्रतिनियुक्त करें।डीएम ने खाना बनने व खाना खाने वाले स्थान की साफ-सफाई करने का निर्देश दिया। साथ ही, सेंटर्स को सेनेटाइज करने को कहा। खाने का मेनू जांचने के क्रम में डीएम ने नास्ते व रात के खाने में क्वारान्टीन सेंटर में रहने वाले लोगों को एक ग्लास दूध अवश्य देने को कहा। बताया कि सेंटर्स में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी प्रशासन की है। उन्हें अच्छा भोजन खिलाया जाए, ताकि वह स्वास्थ्य राह सके। मौके पर अनुमण्डल व प्रखंडस्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Barricading will be done to protect the Quarantine Center Full Article
india news सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को खोली जाएंगी इलेक्ट्रिकल-इलेक्ट्रॉनिक दुकानें By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर 25 मार्च से जारी संपूर्ण लॉक डाउन का तीसरा चरण जारी है। इस दौरान आम व्यवसायियों की स्थिति को सामान्य बनाने को लेकर राज्य सरकार ने दिन निर्धारित कर दुकानों को खोलने की छूट दी है।इसको लेकर गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम शशांक शुभंकर ने सीएस आरआर झा के साथ इसकी जानकारी दी। डीएम ने बताया कि सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्रॉनिक गुड्स की दुकानें खुलेंगी। वहीं मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को ऑटोमोबाइल्स व शहरी क्षेत्रों में निर्माण सामग्री से संबंधित दुकानें खुलेंगी। लॉक डाउन के दौरान गैरेज व वर्कशॉप एवं प्रदूषण जांच केन्द्र की दुकानें प्रतिदिन खोली जाएंगी। वहीं एचएसआरपी के लिए डीटीओ अपने स्तर से किसी एक दुकान को अनुमति देंगे। डीएम ने बताया कि सभी दुकानें व प्रतिष्ठान सुबह 10 बजे से शाम के 5 बजे तक खोले जाएंगे। इससे ज्यादा देर या पहले दुकान खोलने पर कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले दवा और राशन के अलावा फल और सब्जी की दुकानें खुल रही थीं।दवा दुकान और सुधा के काउंटर रात आठ बजे तक खोल पाएंगेबताया गया कि लॉक डाउन में आवश्यक वस्तुएं सब्जी, किराना, फल की दुकानें की दुकानें 6 बजे शाम तक खुली रहेंगी। वहीं दवा व सुधा के काउंटर रात 8 बजे तक चलेंगे। इसके अलावे सड़कों पर पूर्व की तरह ही गाड़ियों का परिचालन पूरी तरह से बंद रहेगा।कपड़े, स्पोर्ट्स व जूते-चप्पल की दुकान अभी नहीं खोली जाएगीडीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि निर्देश में बताए गए दुकान के अलावे कपड़े, स्पोर्ट्स, जूते-चप्पल, गिफ्ट आइटम, पान-मसाला आदि की दुकानें नहीं खुलेंगी। ऐसी दुकान खुली मिलेगी तो कार्रवाई होगी। वहीं किताब की दुकानों के लिए अलग से निर्देश निकाला जाएगा।कब क्या खुलेगासोमवार, बुधवार व शुक्रवारपंखा, कूलर, एसी (विक्रय व मरम्मत) मोबाइल, कम्प्यूटर,लैपटॉप, यूपीएस व बैट्री (विक्रय व मरम्मत)मंगलवार, गुरुवार व शनिवारशहरी क्षेत्र में सीमेंट, स्टील, बालू, गिट्टी, सीमेंट ब्लॉक(ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्व से निर्देश) सभी जगह ईंट, प्लास्टिक पाइप, हार्डवेयर, सेनिटरी फिटिंग, लोहा, पेंट व शटरिंग सामग्री, टायर व ट्यूब्स, ल्यूब्रिकेन्ट, मोटर वाहन व मोटर साइकिल की मरम्मति, ऑटोमोबाईल के स्पेयर पार्टस की दुकानेंप्रतिदिन खुलने वाली दुकानें गैरेज व वर्कशॉप, प्रदूषण जांच केंद्र, एचएसआरपी, सैलून व स्पा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news क्वारान्टीन केंद्र में रह रहे प्रवासियों ने बताया- नाश्ता चना-बिस्किट, आधा पेट खाकर कर रहे हैं गुजर-बसर By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT केरल से ट्रेन से सहरसा पहुंचे आधा दर्जन लोगों को बक्सर के बिहार पब्लिक स्कूल के क्वारान्टीन जांच सेंटर रास नहींं आ रहा है। उन्हें न तो समय पर खाना मिला और न ही पानी ऐसे में बक्सर पहुंचे इन लोगों को खासा परेशानियां झेलनी पड़ी। यह कहानी नहींं बल्कि उनलोगों की जुबानी है। उनकी मानें तो एक तो केरल में ही जो जेब में पैसे बचे थे उसे रेलवे का टिकट खरीदने में खर्च करना पड़ गया और रास्ते में मिले एक टाइम चावल व दो दो केले से काम चलाना पड़ा। इन लोगों ने बताया कि किसी तरह 5 मई की रात सहरसा पहुंचे। जहां खाने को मिला।इसके बाद बस के रास्ते यहां पहुंचे। जहां दोनों टाइम चावल नसीब हो रहा है। हालांकि पहले दिन तो यहां भी झेलना पड़ा। जिले के ब्रह्मपुर प्रखंड के मानिकपुर रहने शिवजी सहनी कहते हैं कि ट्रेन का भाड़ा वही केरल के पंचायत में ले लिया गया। यही कहना था प्रभु सहनी व धनजी सहनी का। जो खासा परेशान थें। सवाल यह है कि एक ओर सरकार द्वारा बिना टिकट के भेजे जाने की बात कही जा रही है जबकि वहां इन लोगों से टिकट तक का पैसा वसूल लिया जा रहा है। वहीं बनारस से पैदल चलकर मुजफ्फरपुर के लिए बक्सर पहुंचे बाला कुमार राय व मो सराजु ने बताया कि रात को साढ़े तीन बजे पुल पर पहुंचे थें। जिसके बाद यहां लाया गया। इन लोगों ने बताया कि यहां आने के बाद काफी देर के बाद दोपहर में खाना मिला। नाश्ता का हाल खाश्ता ही रहा।वही झारखंड के लिए यहां पहुंचे अरविंद गुप्ता की भी कहानी इसी तरीके से है। इस सेंटर पर फर्श पर सो रहे अरविंद ने बताया कि सुबह में चना व गुड़ तो कभी बिस्कुट मिल रहा है। वहीं दोपहर व रात में चावल दाल मिलता है। जो ठीक ठाक रहता है। रात में मच्छरों के काटने से परेशानी हो रही है। झारखंड से यहां पहुंचे आधा दर्जन लोंग यहां चार से पांच दिनों तक फंसे हुए है। ऐसे में यहां से जाने के लिए पूरी तरह से परेशान है। पानी की बात करे तो चापाकल एक मात्र सहारा है। मालूम हो कि इस सेंटर पर आये दिन दर्जनों लोगों का आना जाना लगा हुआ है।ऐसे में यहां आने वाले लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि राज्य सरकार के गाइडलाइन के अनुसार क्वारान्टीन वाले लोगों को बर्तन आदि दिया जाना है। ऐसा नहीं है कि नहीं दिया जा रहा है। परंतु कई ऐसे लोगों ने बताया कि न तो बर्तन मिला है और न ही लूंगी आदि मिला है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां हर आने जाने वाले बाहरी लोगों को कितनी परेशानी होती होगी। कई लोगों ने तो कहा कि इससे अच्छा होता कि जहां थे वही रह जाते। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Migrants living in quarantine center told- gram, biscuits, eating half-stomach are passing away Full Article
india news बंजारों को भुखमरी से बचाने को प्रकृति जनकल्याण संस्थान ने उठाया बीड़ा By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने और भुखमरी के संकट को लेकर जहां लॉकडाउन के प्रति काफी सख्ती बरती जा रही है। वहीं चौसा पंचायत स्थित रेलवे स्टेशन के पास स्टेशन से उत्तर खाली पड़े सरकारी जमीन पर लंबे समय से रह रहे दो सौ से अधिक बंजारों के समक्ष इनदिनों भोजन संकट की स्थिति भयावह बनी हुई है। जिनके लिए प्रकृति जनकल्याण संस्थान भगवान बनी हुई है। संस्थान के लोगों द्वारा सभी को भोजन कराया जा रहा है। इसके पहले ये सभी लोग गेहूं के खेतों से बालियां चुनकर लाते थे। उसे सुखाकर शाम को मिल में पिसवाते फिर उसे ही खाकर गुजारा कर रहे थे। सोशल मीडिया में इसकी सूचना किसी ने डाली तो संस्थान के सदस्यों ने इसपर पहल करते हुए लोहों को भोजन का व्यवस्था कराया है।आर्टिफिशियल फूल बनाकर बेचना इनका पेशा: इनका मुख्य पेशा फूल का गुलदस्ता बनाकर बेचना है। लेकिन लॉकडाउन में न इनका फूलों का काम बंद है। यह न कामगार है, ना ही उनका यहां कोई रोजी-रोजगार है। मसलन, इन्हें रोज भूख से जद्दोजहद करनी पड़ रही है। दुधमुंहे बच्चों की भोजन व्यवस्था के लिए उन्हें रोज मजबूरन घर घर जाकर भिक्षाटन करना पड़ता है।कोई हाल पूछने वाला भी नहींंकरीब तीन दशक पहले आकर यंहा बसे इन बंजारों का यह कहना है कि वे जन्म से ही इसी हाल में है। इसी हाल में उसे एक दिन मरना भी है। असल में उनके पास वोटर आईडी है और चुनाव के समय सफेद पोशों की लंबी कतार लगती है। और लंबे वादे किए जाते है। लेकिन इस भुखमरी के घड़ी में इनका हाल चाल भी पूछने नहीं आते।नहींं मिलता बीपीएल, अंत्योदय, आवास का लाभइन्होंने बताया कि आवास, बीपीएल, अंत्योदय जैसी कोई सरकारी सुविधा नसीब नहींं है। प्रशासन और राजनेताओं ने इन्हें ऐसी कोई सुविधा उपलब्ध नहींं कराई। काफी कुछ कहने व सुनने के बाद भी सुविधाएं उसे नहींं मिली। झोपड़ीनुमा प्लास्टिक टेंट आंधी-तूफान व बरसात से बचने का एकमात्र सहारा है। उनकी ये शिकायत है जब अपात्र लोग बीपीएल, अंत्योदय, आवास आदि लाभ पा सकते, तो उसका क्या है? फिलहाल इनकी सुनने वाला कोई नहींं है।प्रकृति जनकल्याण संस्थान बनी इनका सहाराबहरहाल, इन परिवारों को जीविका संकट से उबरने को लेकर ऊतरे प्रकृति जनकल्याण संस्थान के लोगो के द्वारा समय समय से भोजन समाग्री, साबुन, मास्क उपलब्ध कराया गया। वहीं संस्थान द्वारा इन सभी बंजारों को भोजन बना कर खिलाया जा रहा है। साथ ही संस्थान के सचिव अभिमन्यू सिंह द्वारा प्रखंड व जिले के तमाम अधिकारियों से इन परिवारों को सुविधा देने की मांग की है। जिनके साथ संस्थान के अध्यक्ष राजू खरवार, जिला पार्षद बुचिया देवी, सुनीता सिंह, पीयूष कुमार, संजय कुमार रावत, बबलू गुप्ता, संत सिंह, इश्वरचन्द मौर्या, ईश्ववर बहेलिया, उदय यादव, हृदय नारायण मौर्या, शीवजी कुशवाहा, राहुल चौधरी, अभिनव यादव आदि लोगों का भी सराहनीय सहयोग है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Prakriti Jan Kalyan Sansthan pledged to save the Banjaras from starvation Full Article
india news दो घंटे में दर्ज की गई 16 एमएम वर्षा, एक दिन में हो गई मई माह की सामान्य बारिश By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT लॉक डाउन के कारण प्रदूषणरहित हुए वातावरण से मई माह में भी बारिश की संभावना बनी है। गुरुवार को जिले में दिन के करीब 12 बजे बादलों ने घेर लिया। इस दौरान करीब आधे घंटे तक तेज आंधी चलती रही। जिसके बाद करीब 2 घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। सुबह से तेज धूप के बाद एकाएक आई बारिश ने किसी को संभलने का मौका नहीं दिया। सुबह से आकाश में बादलों का नामोनिशान तक नहीं था। जबकि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार ही तेज आंधी के साथ एकाएक जमकर बारिश हुई। बताया जाता है कि तीन घंटे में ही 16 एमएम बारिश हुई। पूसा मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. गुलाब सिंह ने बताया कि करीब 2 घंटे में 16 एमएम बारिश हुई।प्रदूषणमुक्त हो गया वातावरणयह बारिश पूरे मई माह में सामान्य रूप से होने वाले 15 एमएम तक के बारिश से भी अधिक है। वहीं अगले 48 घंटे में इसी तरह के हालात बने रहेंगे। कभी भी तेज आंधी के साथ इस प्रकार की बारिश हो सकती है। बताया गया कि लॉक डाउन के दौरान सभी प्रकार की गाड़ियां व फैक्ट्रियों पर रोक लगे होने से वातावरण में प्रदूषण नहीं रह गया है। इससे ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today तेज धूप के बाद दिन के 12 बजे अचानक काले बादल छा गए, फिर शुरू हो गई बारिश। Full Article
india news पाटन के 143 गांव में लगाए जाएंगे नए ट्रांसफार्मर By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT पाटन विधानसभा क्षेत्र के 143 गांव में पिछले लंबे समय से वोल्टेज एक बड़ी समस्या है। आए दिन स्थानीय ग्रामीणों को वोल्टेज की समस्या से जूझना पड़ रहा। बिजली कंपनी के सर्वे में इसका खुलासा हुआ। अब इन गांव के आसपास लगे ट्रांसफार्मर को अपग्रेड किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर नए ट्रांसफार्मर भी लगाए जाएंगे। इसके सर्वे का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। करीब 63.70 लाख रुपए इस पर खर्च होंगे। इसकी प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति बिजली कंपनी द्वारा ली गई है। इस अपग्रेडेशन से ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ेगी।बिजली कंपनी ने पूरे पाटन क्षेत्र में किया है सर्वेबिजली कंपनी ने पूरे पाटन क्षेत्र में बिजली आपूर्ति को लेकर सर्वे किया। इस दौरान 143 गांव तक बिजली कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी पहुंचे। 43 नग 11 केवी फीडरों का अंतिम छोर तक परीक्षण किया गया। लगे ट्रांसफार्मर व ट्रांसफार्मरों से गई एलटी लाइन की जानकारी जुटाई गई।9 गांव में लगेंगे अतिरिक्त ट्रांसफार्मरसर्वे के बाद प्रोजेक्ट तैयार किया गया। इसमें मेटनेंस के अलावा 9 गांव में अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाया जाना तय किया गया। इन गांव की 5 बस्तियों में सिंगल फेस लाइनों को थ्री फेस में परिवर्तित करना तय किया गया। इस प्रकार अलग-अलग 25 कार्यों को स्वीकृति दी गई। कार्यपालक निदेशक संजय पटेल ने बताया कि स्वीकृत कार्यों को शुरू किया जा चुका है। वोल्टेज की समस्या दूर करेंगे।जुलाई तक काम होगा पूरा नए ट्रांसफार्मर लगाए जाने, बिजली तारों को बदलने व पुराने ट्रांसफार्मर का मेटनेंस शुरू कर दिया गया है। कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी नियमित रूप से कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे। जुलाई तक कार्य पूर्ण करने का टार्गेट रखा है।जल्द कार्य को पूरा करेंगे"इन कार्यों में कुल व्यय होने वाली राशि 63 लाख 70 हजार रुपए है। स्वीकृति उपरांत कार्यादेश जारी किए गए हैं एवं टेंडर प्रक्रिया चालू कर दी गई। कार्यों को जुलाई माह के अंत तक पूर्ण कर लेंगे।"-वीआर मौर्या, अधीक्षण अभियंता Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today New transformers will be installed in 143 villages of Patan Full Article
india news सर, जब मैं कोरोना पाॅजिटिव हूं तो मेरा इलाज क्यों नहीं हो रहा; तीन दिन हो गए कोई डॉक्टर देखने तक नहीं आया, न ही काेई चेकअप हुआ By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT सर मैं कोरोना पॉजिटिव हूं। तीन दिन से मुझे यहां होटल में रखा गया है। लेकिन मेरी बीमारी का कोई इलाज अब तक शुरू नहीं किया गया है। यहां रखे जाने के बाद मुझे कोई देखने भी नहीं आया है और न ही किसी तरह का चेकअप ही किया गया है। यही नहीं आज सुबह से नाश्ता-चाय भी नहीं मिला है। कल सुबह नाश्ते में ब्रेड मिला था, पर आज गायब है। दोपहर डेढ़ बजे खाना आया भी है तो ऐसा लगता है जैसे गाय-भैंस को खाना दिया गया है। एक ही प्लेट में चावल - सब्जी परोस दी गई है। पीने के लिए पानी भी नहीं दिया गया है। पूछने पर बोला जाता है कि नल से पीना पड़ेगा, जबकि कल तक पीने के लिए पानी की बोतल दी गई थी। ऐसे में कोरोना से कोई मरे या न मरे, ऐसे ही मर जाएगा। मैं यही कहना चाहता हूं कि इस पर कार्रवाई की जाए।-(जैसा कि कोरोना पॉजिटिव युवक ने वायरल वीडियो में बताया)।ट्रक से दिल्ली से आया था और घरवालों से भी मिला था युवककोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद दिल्ली से लौटे उक्त युवक को जिला प्रशासन की टीम ने शहर के एक होटल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया था। युवक गत 26 अप्रैल को दिल्ली से ट्रक द्वारा विद्यापतिनगर लौटा था। 27 अप्रैल से वह दलसिंहसराय के एएनएम स्कूल स्थित आइसोलेशन सेंटर में भर्ती हुआ था। पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद 4 मई की देर शाम युवक को होटल लाया गया था।कोरोना पॉजिटिव का जिले में एकमात्र केससमस्तीपुर में कोरोना पाॅजिटिव का यह एकमात्र मामला है। जिले में अब तक कोई दूसरा केस नहीं आया है। युवक दिल्ली से लौटने के बाद गांव में पारिवारिक सदस्यों के अलावा और भी कई लोगों से मिला था। 15-20 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है। गांव के अलावा तीन किलाेमीटर के क्षेत्र को सील कर दिया है।मेडिकल टीम कर रही निगरानीडीएम शशांक शुभंकर ने कहा वीडियो वायरल होने के बाद युवक की डॉक्टरों ने कांउसिलिंग की गई है, उसे समझाया गया है कि कोई परेशानी नहीं है तो दवा की जरूरत नहीं है, साफ सफाई व खानपान से ठीक हो जाएंगे। डीएम ने कहा कि युवक को नाश्ता व दो वक्त का भोजन दिया जा रहा है। युवक का स्वास्थ्य स्थिर है। उसे किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं है। डॉक्टरों की टीम युवक पर निगरानी रख रही है।स्वस्थ है युवकसिविल सर्जन डॉ आरआर झा ने कहा कि कोई दिक्कत नहीं तो कोई दवा नहीं है। कोरोना पॉजिटिव युवक स्वस्थ है। खानपान व साफ-सफाई रहने से वह ठीक हो जाएगा। युवक का शुक्रवार को कोरोना जांच के लिए दोबारा सैंपल लिया जाएगा।कोरोना जांच के लिए युवक का आज दोबारा लिया जाएगा सैंपलदोबारा सैंपल जांच के बाद युवक की रिपोर्ट निगेटिव आती है तो लगातार तीन बार युवक की कोरोना जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट तीनों बार निगेटिव आएगी, तब उसे आइसोलेशन वार्ड से घर जाने की इजाजत होगी। इसके साथ ही कुछ एहतियात बरतने की सलाह दी जाएगी। इधर, युवक के संपर्क में आए 15-20 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके साथ ही आसपास के लोगों ने भी राहत की सांस ली है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news कोटा से लौटे 350 छात्रों ने सुनाई आपबीती : दिन तो किसी तरह कट जाता था, लेकिन रात होते ही बहुत रोते थे कि अब क्या होगा By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन में फंसे कोटा से गुरुवार को सीतामढ़ी पहंुचे 350 विद्यार्थियों ने परिवार के सदस्यों से मिलकर आपबीती बताई। छात्रों ने बताया कि लॉकडाउन में कोटा का इंस्टीच्यूट जब बंद हो गया और भोजन पानी की संकट सामने आई, तो महसूस होने लगा कि किसी भी व्यक्ति के लिए घर कितना जरूरी होता है। परिवार के सदस्यों भूमिका की लकीर मन मस्तिष्क में छाया था। दिन तो किसी तरह कट जाता था लेकिन, रात को बहुत रोते थे। अब क्या होगा। क्या परिवार के सदस्यों से मिले बगैर ही कोई अनहोनी का शिकार तो नहीं हो जाएंगे। इस तरह के कई विचार मन में उथल-पुथल मचाता था। बेलाही गांव निवासी संजय कुमार सिंह के पुत्र सिद्धांर्थ व दिव्यांग ने कोटा स्पेशल ट्रेन से मुजफ्फरपुर तक पहुंचाया गया। लेकिन, मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ी। किसी भी प्रकार बुधवार की देर रात बस से सीतामढ़ी लाया गया। कहा कि वह कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी करता था। घर पहुंचते ही पहले धरती माता को प्रणाम करते हुए ईश्वर को शुक्रिया किया। गहरी सांस लेते हुए कहा-सही सलामत घर तक पहुंच गए। परिवार के सदस्यों से कहा- लॉकडाउन में जब इंस्टीच्यूट बंद हो गया तो कुछ दिन घर में रहकर ही बिताया। लेकिन, जब भोजन पानी की समस्या हुई तो घर की याद आने लगी। गोशाला निवासी धर्मेंद्र कुमार के पुत्र विकास कुमार, मुकेंद्र साह के पुत्र शिवम कुमार व उदय साह के पुत्र रोहित कुमार ने कहा- घर वापसी के लिए हर किसी से पैरवी किया करते थे। जब लौटने के लिए कोई रास्ता नजर नहीं आया तो शांत होकर मन को दिलाश दिया करते थे। भोजन पानी की समस्या तो थी लेकिन, मन विचलित होता था। फिर परिवार के सदस्यों से मोबाइल पर बात किया करते थे। मां-पिता फोन पर हर रोज दिलासा दे रहे थे कि अब बहुत जल्द घर वापसी की व्यवस्था कर रहे है। लेकिन हर रोज निराश होते थे। पिताजी से अधिक बात इसलिए शेयर नहीं करते थे कि परिवार के सदस्य को अनावश्यक चिंता नहीं हो। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोटा से सीतामढ़ी आने के बाद अपने घर को बाहर खड़े होकर प्रणाम करते छात्र। Full Article
india news उच्च विद्यालय योगिवाना के क्वारेंटाइन सेंटर में गुजरात से आए एक व्यक्ति को रखने पर हंगामा By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT प्रखंड के उच्च विद्यालय योगिवाना स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में गुरुवार को उस समय हंगामा किया गया, जब गुजरात से आए एक व्यक्ति को रखने की बात हुई। हालांकि इसकी प्रशासनिक पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन, सूत्रों के अनुसार, जब तक उक्त व्यक्ति को परिजनों के हवाले नहीं किया गया, तब तक हंगामा शांत नहीं हुआ। क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों के तेवर को देखते हुए उक्त व्यक्ति को परिजनों के हवाले कर दिया गया। बताया गया है कि एक सप्ताह पूर्व उच्च विद्यालय योगिवाना क्वारेंटाइन सेंटर में गुजरात से आये एक व्यक्ति की तबीयत खराब होने पर उसे एसकेएमसीएच रेफर किया गया था। बीमार उक्त व्यक्ति तीन दिन पहले एसकेएमसीएच से अपने घर भाग आया था। ग्रामीणों के विरोध पर उसे मेजरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसे सदर अस्पताल रेफर किया गया। उसे सदर अस्पताल से उक्त क्वारेंटाइन सेंटर लाया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उच्च विद्यालय योगिवाना के क्वारेंटाइन सेंटर के बाहर खड़े परिजन। Full Article
india news तालाब में स्नान करने के दौरान डूबने से 13 साल के अजीत की हो गई मौत By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT थाना क्षेत्र के सोनबरसा पंचायत अंतर्गत औरा गांव में गुरुवार को स्नान करने के दौरान तलाब में डूबने से एक किशोर की घटनास्थल पर मौत हो गई।मृतक किशोर की पहचान औरा गांव निवासी कमोद साहनी के 13 वर्षीय पुत्र अजीत कुमार उर्फ कालू के रूप में की गयी है। घटना को लेकर गांव में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। ग्रामीणों ने घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं मामले की छानबीन कर शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम कराने के लिए सदर अस्पताल शिवहर भेज दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today औरा गांव में घटना के बाद मृतक के रोते परिजन। Full Article
india news स्पेशल ट्रेन से सीतामढ़ी पहुंचे 1126 यात्री स्क्रीनिंग के बाद सभी हुए क्वारेंटाइन By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT तेलंगाना के चर्लपल्ली से 22 बोगियों की स्पेशल ट्रेन गुरुवार को 11:20 मिनट पर 1126 प्रवासियों को लेकर सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पहुंची। इनमें सीतामढ़ी के 755 लोगों के अलावा पूर्वी चंपारण के 264 व शेष 107 शिवहर जिला के लोग शामिल थे। प्लेटफार्म पर बाेगियों से उतरने वाले यात्रियों के लिए एक मीटर की दूरी पर पीली लकीरें खींची गई थी। इसके बाद स्क्रीनिंग और मास्क काउंटर से होते हुए भोजन के काउंटर तक पहुंचे। इस दौरान प्लेटफार्म से लेकर बस स्टैंड तक जिला प्रशासन और रेल प्रशासन को मुस्तैद देखा गया।स्पेशल ट्रेन पहुंची 2:20 घंटा विलंब कड़ी थी सुरक्षा व्यवस्था : चर्लपल्ली में फंसे लाेगों को लेकर गुुरुवार को नियत समय सुबह 9 बजे से 2:20 मिनट विलंब से स्पेशल ट्रेन 11:20 मीनट पर सीतामढ़ी स्टेशन पहुंची। ट्रेन 6 मई की रात 12:15 चर्लपल्ली से चली थी। इधर, सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। जैसे ही प्लेटफार्म पर ट्रेन खड़ी हुई, सुरक्षाबलों ने घेर लिया। प्लेटफार्म पर न तो मीडियाकर्मियों को जाने की इजाजत थी और न ही अन्य किसी बाहरी यात्रियों की। ट्रेन की बोगियों से उतरने वाले यात्रियों को प्लेटफार्म पर खींची गई पीली रेखा से होकर गुजरने का सख्त निर्देश दिया गया था। उन्हें पीलीरेखा से गुजरने के बाद अन्य प्रक्रियाओं से होते हुए अपने-अपने गंतव्य की ओर जाने वाली बस तक पहुंचा दिया गया।सुरक्षा के बीच बसों से किया गया रवानासीतामढ़ी रेलवे स्टेशन परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील किया गया था। डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा, एसपी अनिल कुमार, सदर एसडीओ कुमार गौरव आदि पदाधिकारी स्वयं चौकसी बरत रहे थे। काफी संख्या में पुरूष व महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। आरपीएफ इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार, जीआरपी थानाध्यक्ष राजकुमार राम जवान प्लेटफार्म पर पेट्रोलिंग कर रहे थे।क्वारेंटाइन केंद्रों में 21 दिनों तक रहना होगालोगों को संबंधित बीडीओ, सीओ एवं थानाध्यक्ष की निगरानी में संबंधित क्वारेंटिन केंद्रो पर भेजा गया। इससे पूर्व यात्रियों को स्क्रीनिंग के बाद भोजन व पानी मुहैया कराया गया। सभी को 44 सेनिटेराइज बसों में बैठाया कर विदा करते क्वारेंटाइन केंद्रो में 21 दिनों तक सोशल डिस्टेंसिंग के साथ रहने की हिदायत दी गई तथा सभी को ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की सख्त चेतावनी दी गई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर पहुंची प्रवासी मजदूर अपने बच्चों के साथ। Full Article
india news लॉकडाउन का सख्ती से हो रहा पालन वाहन चालकों को नहीं मिल रही छूट By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT लाॅकडाउन-3 का पालन कराने के लिए डुमरांव पुलिस मुश्तैद हो गई है। बुधवार को भी पुलिस ने पूरे दिन शहर में लाकडाउन का पालन कराने के लिए वाहन जांच से लेकर शहर में गश्त चलाया। इस दौरान पुलिस ने बाइक चालकों पर काफी सख्ती दिखाई। डुमरांव की सड़क से गुजरने वाले हर बाइक चालक से पुलिस काफी कड़ाई से पूछताछ कर घर से बाहर निकलने का कारण पूछ रही थी। इसके अलावे दुकानदारों को भी सबक सिखाया जा रहा था। पुलिस के तेवर देख स्टेशन रोड व राजगोला रोड में पूरे दिन वीरानगी छाई रही।इसके अलावे विभिन्न गली मुहल्लों में भी पुलिस वाहन गष्त कर रही थी। थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि लाक डाउन का पालन कड़ाई से कराया जा रहा है। वही दूसरी तरफ नया भोजपुर ओपी पुलिस ने डुमरी रोड में किराना दुकान खोलने वाले एक दुकानदार मुन्ना साह को चिन्हित कर उसपर एफआईआर दर्ज कराया तथा जुर्माना वसूला। पुलिस के इस तेवर के बाद कंटेनमंेट जोन में दुकान खोलने वाले दुकानदारों की मुश्किलें बढ़ गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Vehicle drivers are not getting exemption strictly following lockdown Full Article
india news क्वारान्टीन अवधि पूरा कर ड्यूटी पर लौटीं डॉ. प्रेमा By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना पाॅजिटिव मरीज के संपर्क में आने के बाद क्वारान्टीन हुई अनुमंडलीय अस्पताल की महिला डॉ. प्रेमा कुमारी ने अपना क्वारान्टीनअवधि पूरा कर अस्पताल में योगदान कर लिया है। उनके साथ क्वारान्टीन किए गए अन्य आठ स्वास्थकर्मी भी अपने कर्तव्य पर लौट आए है। जिससे अनुमंडलीय अस्पताल में खुशी का माहौल है। गुरुवार को रेडक्राॅस सोसाएटी के मानद सचिव सह रोगी कल्याण समिति के सदस्य शत्रुघ्न्न प्रसाद गुप्ता उर्फ मोहन गुप्ता व अखिलेश केशरी अस्पताल पहुंच डॉ. प्रेम को बुके दे सम्मानित किया। इस दौरान मोहन गुप्ता ने उनके साहस व निष्ठा से क्वारान्टीन का समय बिताने के लिए धन्यवाद भी दिया। मोहन गुप्ता ने कहा कि डॉ. प्रेम के साथ ही अन्य स्वास्थकर्मियाेंके आने से अब अस्पताल में स्वास्थ सुविधा और सुदृढ़ हो गई है।कोरोना पॉजिटिव महिला का कराया था प्रसव: बता दें कि नया भोजपुर के तीसरे कोरोना पाॅजिटिव की रिपोर्ट आने के चार दिन पहले अनुमंडलीय अस्पताल में उसका प्रसव भी हुआ था। 18 अप्रैल को जैसे ही उसके पाॅजिटिव होने की रिपोर्ट आई तथा पता चला था कि 14 को ही उसने अनुमंडलीय अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया है तो अस्पताल कर्मियों में हड़कंप मच गया था। स्वास्थ विभाग व जिला प्रशासन द्वारा तत्काल प्रसव कराने वाली डॉ. प्रेमा कुमारी के साथ ही उस समय ड्यूटी करने वाले सभी नौ स्वास्थकर्मियों को क्वारान्टीन कर दिया था तथा अस्पताल को बंद कर दिया गया था। बाद में हुई जांच में सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। बावजूद स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन ने एहतियाती तौर पर उनकी क्वारान्टीन अवधि पूरा करवाया। डॉ. प्रेमा ने कहा कि वे कोरोना संकट में एक पखवाड़े तक अस्पताल से दूर रहने पर कुछ असहज जरूर महसूस कर रही थी कि इस संकट के समय में वे अपने मरीजों की सेवा नहीं कर पा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Dr. Prema returned to duty after completing the Quarantine period Full Article
india news शिवहर में पति-पत्नी के बाद 10 साल का बेटा भी निकला कोरोना पॉजिटिव By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। तीनों एक ही परिवार के है। तीनों फेनहारा के युवक के संपर्क में आए थे। अभी इस परिवार के तीन सदस्यों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। वैसे फेनहारा के युवक की जांच रिपोर्ट अभी निगेटिव है। वहीं तीन मामले की पुष्टि होने के बाद प्रशासनिक महकमे में चिंता बढ़ है। जानकारी के अनुसार, शिवहर स्थित नाबाव उच्च माध्यमिक स्कूल स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे एक ही परिवार के तीसरा व्यक्ति 10 वर्षीय एक बालक भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। गत 18 अप्रैल को जिले के शिवहर प्रखंड के एक गांव के कैंसर मरीज के साथ चार लोग मुंबई से शिवहर आए थे। जिसमंे मोतिहारी के फेनहारा का एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।हालांकि उसकी दूसरी व तीसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है, लेकिन इसके संपर्क में आने वाले एक ही परिवार के तीन व्यक्ति में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। पहले कैंसर पीड़ित व्यक्ति की पहली जांच रिपोर्ट निगेटिव पाई गई। बाद में 3 मई को उनकी दूसरी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी। इसके बाद कैंसर पीड़ित उक्त कोरोना पॉजिटिव मरीज को अाइसोलेशन केंद्र में भेज दिया गया। गत 6 मई को उसकी पत्नी की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई। इसके बाद 7 मई को आई रिपोर्ट में कैंसर पीड़ित दंपत्ती के 10 साल के बेटे में भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद सभी कोराेना पॉजिटिव मरीज को आइसोलेशन केंद्र में भेज दिया गया है। इस परिवार के तीन अन्य सदस्य का जांच रिपोर्ट आना शेष है।संपर्क में आने वाले 51 व्यक्तियों को किया गया है क्वारेंटाइनमोतिहारी जिले के फेनहारा गांव निवासी एक युवक का पहले जब कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया था, उसके बाद बाद प्रशासन ने जिले के गढ़वा व सुगिया गांव को सील कर दिया। हालांकि उक्त मरीज का दूसरा व तीसरा रिपोर्ट भी निगेटिव आया है। लेकिन, इसके संपर्क में आने वाले कुल 51 व्यक्तियों को क्वारेंटाइन किया गया है। इसमें सुगिया के 41 व गढ़वा के 10 व्यक्ति शामिल है। इस बीच गांव में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है।दूसरे राज्यों से आए 6 लोगों को भेजा गया घरडुमरा | कोरोना संक्रमण को लेकर हुए लॉकडाउन के कारण बाहर फंसे लोगों को सरकार द्वारा स्पेशल ट्रेन से जिला तक लाने की व्यवस्था की गयी है। इसी बीच ट्रेन से आयी एक परिवार में महिला, उसका पति एवं दो बच्चा शामिल था। जिसे घर जाने के लिये प्रशासनिक स्तर पर कोई पहल नहीं की गयी थी। इस कारण उस परिवार के लोगों को स्टेशन परिसर में दो घंटा तक इंतजार करना पड़ा। इसकी जानकारी मिली तो उक्त परिवार के बारे में सदर एसडीओ कुमार गौरव एवं एसएन मिश्रा को दी गयी।जो भी मरीज मिले हैं, वो मुंबई से आए थेतीसरा मरीज कोरोना पॉजिटिव मिला है। इससे घबराने की कोई बात नहीं है। अभी तक जिले में जो भी मरीज मिला है, वे सभी दूसरे प्रदेश मुम्बई से आये थे। इसके संपर्क में आने वाले व्यक्ति के दोंनों गांव को सील कर दिया गया है। चिन्हित लोगों की जांच की जा रही है।- अवनीश कुमार सिंह, डीएम, शिवहर।कैंसर पीड़ित एक व्यक्ति कोराेना पॉजिटिव मिला था। इसके बाद उसकी पत्नी व 10 वर्षीय पुत्र भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इनको आइसोलेशन केंद्र में रखा गया है। परिवार के अन्य तीन सदस्यों का जांच रिपोर्ट आना बाकी है।- डॉ. धनेश कुमार सिंह, सिविल सर्जन, शिवहर। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today शिवहर के गढ़वा गांव की सीमा पर मुस्तैद पुलिस और स्वाथ्य कर्मी। Full Article
india news कोरोना की चेन टूटने के बाद भी नया भोजपुर में ग्रामीणों की हो रही स्क्रीनिंग By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोनामुक्त होने के करीब पहुंच चुके नया भोजपुर में प्रशासन व स्वास्थ विभाग की कवायद अभी भी जारी है। चेन टूटने के बावजूद अभी भी इस गांव के तीन दर्जन एक्टिव मरीज है। वहीं कोरोना की जंग जीतकर गांव लौटे लोगों की निगरानी भी स्वास्थ विभाग द्वारा लगातार की जा रही है।बुधवार को एक तरफ डॉ. बलवन के नेतृत्व में स्वास्थ विभाग के कर्मियों द्वारा ग्रामीणों का थर्मल स्क्रीनिंग किया गया तथा स्वस्थ हो चुके मरीजों का काउंसलिंग किया गया। ग्रामीणों को भी अभी एहतियात बरतने की सीख दी जा रही थी। डॉक्टरों लोगों से सफाई बरतने, मास्क लगाने तथा किसी भी तरह के बीमारी की सूचना तत्काल डॉक्टर को देने को कह रहे हैं।सख्ती से होगा लॉकडाउन का पालनडुमरांव एसडीपीओ केके सिंह खुद नया भोजपुर पहुंच स्थिति की समीक्षा किए तथा वहां तैनात पुलिस पदाधिकारियों व डॉक्टरों से अबतक की स्थिति की समीक्षा की। एसडीपीओ ने पुलिसकर्मियों से लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने को कहा। एसडीपीओ ने कहा कि भले ही अब इस गांव मंे कोरोना के नए मरीज नहीं मिल रहे हैं। बावजूद इसके सख्ती जारी रहेगी तथा अभी किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी।3 दिन से नहीं मिला नया मरीज: नया भोजपुर गांव में पिछले तीन दिनों से कोरोना के एक भी मरीज नहीं मिले हैं। डा बलवन ने कहा कि अभी जो मरीज ठीक नहीं हुए है वे एक-दो दिन के अंदर ठीक हो जाएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Villagers being screened in Naya Bhojpur even after breaking the corona chain Full Article
india news मालगाड़ी की चपेट में आने सेे अज्ञात युवक की मौत By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन में ट्रेन की चपेट में आने से होने वाली मौतों का सिलसिला थमा हुआ था। लेकिन, बीते दिन दानापुर-पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड के डुमरांव स्टेशन के समीप मालगाड़ी की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गयी। घटना बुधवार की देररात की है। जब देररात अप लाइन से मालगाड़ी गुजर रही थी। इस बीच डुमरांव व बरुना स्टेशन के बीच पश्चिम उपकारी ब्रह्म स्थान के समीप पोल संख्या 646/3-5 के समीप अज्ञात युवक ट्रेन की चपेट में आ गया। रेल सूत्रों के मुताबिक दुर्घटना के तुरंत बाद ही उसकी मौत हो गयी।घटना में उसके दोनों पैैर कट गए। साथ ही, उसके शरीर व पीठ पर गंभीर चोट लगी है। ट्रेन की टक्कर से उसके सिर में भी चोट लगी है, जो उसके मौत का कारण बनी। रेलकर्मियों को इसकी जानकारी तब हुई, जब मालगाड़ी के चालक ने स्टेशन मास्टर को किसी चीज से टक्कर होने की खबर दी। उसके बाद लाइन मैन को भेज कर स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा। जहांं से उसे डुमरांव स्टेशन लाया गया।उसके बाद जीआरपी ने शव को अपने कब्जे में ले लिया। तत्पश्चात शव को पोस्टमार्टम के लिए एमटी स्पेशल ट्रेन से बक्सर भेजा गया। जहां से उसे सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया। मृतक के सम्बंध में थानाध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के शरीर पर सिर्फ एक बनियान थी। उसके अलावा उसके पास कोई दूसरा सामान नहीं था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news 26 पॉजिटिव मरीजों ने कोरोना को दी मात, सदर अस्पताल से हुए विदा, अब सिर्फ 11 एक्टिव मरीज By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT जिले में 16 अप्रैल को दो कोरोना मरीजों के मिलने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद लगातार यह संख्या बढ़ते गई। संक्रमण ने अपना पांव पसारते हुए 56 लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया था, लेकिन गिरफ्त में आये लोगों ने हिम्मत और साहस का परिचय दिया। संक्रमित हुए लोग लगातार ठीक होने लगे। अब तक कुल 45 मरीज ठीक हो चुके हैं। बुधवार को पॉजिटिव मरीजों की संख्या घटकर 38 पर आ गई थी। वहीं गुरुवार को 26 लोगों ने एक साथ कोरोना को मात दिया। जिस कारण जिले में मात्र 11 लोगों को ही अपने जाल में फंसाया है।उम्मीद की जा रही है कि यह लोग भी जल्द ठीक हो जाएंगे। इस आशय की जानकारी एसीएमओ डाॅ. आरके सिंह ने दी। वहीं दूसरी ओर प्रशासन व आम लोगों के सहयोग से कोरोना चेन भी तोड़ दिया गया है। अब वह दूर नहीं है। जब कोरोना वायरस इस जिले से विदा हो जाएगा। 26 लोगों के एक साथ ठीक होने पर आम जनता व प्रशासन ने राहत की सांस ली है। देर शाम सभी को छुट्टी दी गई। हालांकी प्रशासन की ओर से बार-बार आगाह किया जा रहा है कि इस खुशी के अवसर पर किसी तरह की लापरवाही नहीं करें। बल्कि घर में सुरक्षित रहें।बाहर से आने वाले लोगों के बारे में दें प्रशासन को जानकारीयदि आपके आस-पास में कोई राज्य के बाहर से आता है। तब इसकी जानकारी प्रशासन को दें। ताकी ऐसे लोगों को क्वारान्टीन किया जा सके। बाहर से आये किसी भी व्यक्ति से यह संक्रमण दोबारा विकराल रूप ले सकता है।तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद सबको किया गया विदा17 पुरुष व नौ महिलाओं की तीसरी नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद स्वस्थ्य हुये लोगों को सदर अस्पताल ले जाया गया। फूलों की बारिश के साथ इनलोगों की विदाई दी गई।स्वास्थ्य विभाग का जताया आभारस्वस्थ्य होकर गये मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग के प्रति आभार जताया है। इनलोगों का कहना है कि क्वारान्टीन सेंटर्स में स्वास्थ्य विभाग की टीम सदैव तैनात रहती थी। समय-समय पर चेकअप किया जाता था। टीम के सदस्य हमेशा हौसला देते थी कि आप लोग हिम्मत के साथ रहें। किसी भी तरह की परेशानी होगी। तब हमलोगों आपके साथ है। उनलोगों के सहयोग से जल्द ठीक होने में मदद मिली।सदर अस्पताल से मिली छुट्टीविदित हो कि इन सभी की तीनों रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिली है। हालांकी इनलोगों को कहीं पर भी बाहर घुमने से रोक है। इनसभी को होम क्वारान्टीन में रहना होगा। समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग की टीम इनलोगों का चेकअप करते रहेंगी। डीएम अमन समीर ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि यह सब सभी लोगों के सहयोग से संभव हो पाया है। सोशल डिस्टेंस का पालन करने से ही कोविड -19 पर कंट्रोल हो सकता है।स्वस्थ होने वालों में ये लोग हैं शामिल: विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्वस्थ्य होने वालों में हरियाणा के हार्वेस्टर चालक हरप्रीत सिंह, नया भोजपुर निवासी लव वर्मा, मो. अहमद मियां, पवन कुमार वर्मा, वीर कुमार वर्मा, आदित्य वर्मा, विनय कुमार वर्मा, विनोद गुप्ता, राज कुमार प्रजापति, विरेंद्र सिंह, मो. अफताब, मो. जावेद, नफीस राजा, मो. रिजवान, मो. फिरोज, मो. जमील, स्वर्ण लक्ष्मी वर्मा, संतोषी वर्मा, शिवांगी वर्मा, राधा वर्मा, उमावती देवी सहित अन्य शामिल है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 26 positive patients beat Corona, bid farewell to Sadar Hospital, now only 11 active patients Full Article
india news चोरी की बाइक के साथ एक गिरफ्तार दूसरा बाइक चुराते रंगे हाथ धराया By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT फारबिसगंज पुलिस ने चोरी की बाइक के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसे पूछताछ के बाद अररिया जेल भेज दिया। वहीं दूसरी ओर गुरुवार को मार्केटिंग यार्ड परिसर स्थित सब्जी मंडी से बाइक की चोरी करते एक युवक को स्थानीय लोगों ने रंगेहाथ पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। चोरी की बाइक के साथ गिरफ्तार युवक का नाम फूल कुमार ठाकुर है, जो सिमराहा के मिर्जापुर कोठी का रहने वाला है। पुलिस काे सूचना मिली थी एक व्यक्ति चोरी की बाइक से फारबिसगंज जा रहा है। थानाध्यक्ष ने नाकेबंदी कर सुभाष चौक पास बिना नंबर की बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया। वही दूसरी ओर मार्केटिंग यार्ड परिसर स्थित सब्जी मंडी से बाईक चोरी करते एक चाेर काे लोगों ने रंगेहाथ पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। गिरफ्तार युवक मुकेश कुमार रंगदाहा मझुआ के राजदेव मंडल का पुत्र है। मामले में बांसबाड़ी के मो. इस्माइल ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। दारोगा दिनेश चंद्र यादव, विजेंद्र कुमार सिंह व टाईगर मोबाईल के जवान मौजूद थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today थाना में गिरफ्तार बाइक चोरी का आरोपी। Full Article
india news क्वारान्टीन सेंटर्स में रह रहे लोगों के मनोरंजन के लिए लगाया जाएगा टीवी By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT जिला प्रशासन व पुलिस की सजगता के कारण कोरोना का खतरा अब धीरे-धीरे कम हो रहा है। प्रशासन अब जिले को रेड जोन से बाहर लाने को प्रयासरत हैं। इस क्रम में गुरुवार को डीएम अमन समीर, एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा व डीडीसी अरविंद कुमार ने जिले के सभी अनुमंडल, बीडीओ, सीओ, थानाप्रभारी व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। इस क्रम में डीएम ने सभी अधिकारियों से कहा कि क्वारान्टीन सेंटर का संचालन सरकार के दिशा-निर्देश एवं मापदंड के अनुसार किया जाए।क्वारान्टीन सेंटर्स में आने वाले कामगारों एवं मजदूरों का सर्वप्रथम निबंधन कराना है। उसके बाद सभी निबंधित पुरुष एवं महिला के लिए अलग-अलग आवश्यक सामग्री का किट उपलब्ध कराया जाए। तत्पपश्चात सभी को कमरा आवंटित किया जाए। प्रत्येक क्वारान्टीन सेंटर में 100 व्यक्तियों के रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करनी है। वहांं उनके नास्ता, दिन का खाना एवं रात के खाने के साथ दूध सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाते हुए उपलब्ध कराया जाए।क्वारान्टीन सेंटर्स के सभी कमरों की सफाई पर दें ध्यानशौचालय, खाना बनाने एवं खाने का स्थान एवं अन्य स्थलों को प्रतिदिन सेनेटाईज कराया जाए। ताकि, संक्रमण का खतरा न बढ़े। साथ ही, क्वारान्टीन सेंटर में एक नियंत्रण कक्ष हो, जहां से लाउडस्पीकर के जरिए माइकिंग कर आवश्यक जानकारी एवं दिशा-निर्देश समय-समय पर करने को कहा गया। डीएम ने कहा कि सूचना मिल रही है कि सेंटर पर मनोरंजन की सुविधा नहीं होने के कारण लोगों को बोरियत महसूस कर रहे हैं। इसके लिए लोगों का मनोरंजन करना जरूरी है। इसके क्रम में सभी क्वारान्टीन सेंटर पर एक टीवी लगाया जाए। साथ ही, सोशल डिस्टेंस के तहत उनके बैठने की व्यवस्था हो।एसडीओ व एसडीपीओ अपने प्रखंड का करें निरीक्षणप्रतिनियुक्त चिकित्सक के द्वारा प्रतिदिन क्वारान्टीन सेंटर में रहने वाले व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांंच करने का निदेश उपस्थित चिकित्सकगणों को दिया गया। प्रतिदिन सभी प्रखण्डों के बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं थाना प्रभारी को संयुक्त रूप से बैठक कर क्वारेंटाइन सेंटर्स में की गई व्यवस्थाओं के अद्यतन स्थिति की समीक्षा करने का भी निदेश दिया गया। जिले के दोनों एसडीओ व एसडीपीओ क्वारान्टीन सेंटर्स की समीक्षा करें।क्वारान्टीन सेंटर का निरीक्षण करेंगे थानेदार: इस क्रम में एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा ने भी अधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने प्रखण्ड के अन्तर्गत निर्मित क्वारान्टीन सेंटर का दिन में एक बार भ्रमण अवश्य करें। भ्रमण कर प्रतिनियुक्त पुलिस बल व चौकीदार से संबंधित क्वारान्टीन सेंटर की गतिविधियों को जाने एवं हर हाल में सभी क्वारान्टीन सेंटर्स में रहने वालों की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करें। किसी भी तरह की समस्या एवं विशेष घटना की जानकारी तत्काल अपने अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी को देने को भी कहा गया। अपर समाहर्त्ता बक्सर, विशेष कार्य पदाधिकारी बक्सर एवं जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी बक्सर उपस्थित थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today TV will be installed to entertain people living in Quarantine centers Full Article
india news गुनाहों से ताैबा कर सबसे करें प्यार व मोहब्बत By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT माह-ए-रमजान का महीना मुसलमानों के लिए महत्वपूर्ण त्योहारों में एक है। जिसमें 30 मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं और अल्लाह से अपने किए गए गुनाहों की माफी मांगते हैं। मजहबे इस्लाम में रमजान को तीन हिस्सों में बांटा गया है। पहला, दूसरा और तीसरा अशरा कहा जाता है। यह बातें बातें हाफिज मो असगर अली नदवी ने अपने तकरीर में कहा। तकरीर में मो. असगर अली नदवी ने कहा कि रमजान के पहले 10 दिन पहला अशरा, दूसरा 10 दिन बाद, तीसरा 10 के बाद होता है। पहला अशरा रहमत का होता है। दूसरा अशरा बरकत व तीसरा आशरा मगफिरत यानी गुनाहों से माफी तथा जहन्नम (नर्क) की आग से खुद को बचाने के लिए होता है। माह-ए-रममान के शुरूआत में रहमत है, बीच में बरकत व अंत मे मगफिरत यानी माफी है व जहन्नम से बचाव है।रमजान महीने के पहले 10 दिन रहमत के होते हैं रोजा नमाज करने वालों पर अल्लाह की रहमत होती है।खुल जाते हैं जन्नत के आठों दरवाजेपटेगना | खवासपुर पंचायत अंतर्गत मोमिन टोला के मदरसा दारूल उलुम सुजातिया मकसुदिया पलासी के नाजिम मौलाना अब्दुल माजिद नईमी ने कहा जब रमजान का चांद नजर आता है तो अल्लाह ताला रहमत का दरवाजा खोल देता है। जन्नत के आठों दरवाजे खोल दिए जाते हैं और जहन्नुम के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। रमजान मे दो चीजें रोजेदारो के लिए अल्लाह की खास नेअमत है। सेहरी व इफतार। अल्लाह ताला सेहरी व इफ्तार के वक्त की दुआ कुबूल फरमाता है। सच्चा व अच्छा दोस्त वह है जो अपने दोस्त को दुआ मे याद करता है और उसके भलाई के लिए दुआ करता है। हम सब चाहिए के इस कठिन घडी के लिए दुआ करें के हमारे मुल्क से करोना वायरस जैसे महामारी बीमारी दूर हो जाएं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today हाफिज मो असगर अली। Full Article
india news घरों पर बिता रहे समय, लाइट नहीं होने से ग्रामीणों को हो रही है परेशानी By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT नगर सहित आसपास के गांवों में इस गर्मी और और लॉक डाउन की दोहरी मार झेल रहे है। जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल लॉकडाउन के कारण लोग ज्यादातर समय घरों में बिता रहे हैं।ऐसे में लाईट नहीं होने से गर्मी के कारण परेशान हो रहे हैं। सरकार गांव में 24 घंटे का दावा करती है लेकिन हर 10 मिनिट में लाईट जा रही है। जिसके चलते लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो रहा है।उपभोक्ता राहुल जैन और माधव सिंह का कहना है कि दिन भर लाईट आती जाती रहती है 10 मिनिट के लिए आती है तो दस मिनिट में चली जाती है। जब मौसम खराब हो तो लाईट का जाना समझ में आता है लेकिन यह हालात मौसम साफ होने पर भी रहते हैं।इससे बच्चों और बुजुर्गों को बहुत परेशानी होती है। एक तो गर्मी ऊपर से लॉक डाउन में हर हाल में घर पर ही रुकना पड़ता है और ऐसे में टी वी और कूलर आदि का सहारा ही लोगों के लिए रहता है। यही नही इस भीषण गर्मी ग्रामीण अंचलों में तो बहुत बुरे हालात है। वहीं दिन में चली गई तो शाम को आएगी और शाम को गई तो सुबह आएगी। अफसरों, लाइनमैन को फोन लगाकर जानकारी लेते हैं तो संतोषजनक जबाव नहीं दिया जाता है।बार-बार बिजली जाने के कारण ग्रामीण रामहरण सिंह राजपूत और यशपाल यादव का कहना है कि हालात यह है कि एक व्यक्ति को स्विच बोर्ड के पास ही टी वी आदि चालू बंद करने के लिए खड़े रहना पड़ता है। प्रशासन को इस और ध्यान देना चाहिए।।इस सबंध में जे ई अमित कुमार प्यासी का कहना है कि सभी फीडर एक ही फीडर से जुड़े हुए हैं इसीलिए कई बार एक फीडर पर दिक्कत होने से सभी फीडर को परेशानी होती है इसके सुधार के लिए हम लोग कोशिश कर रहे हैं। फिर भी शिकायत आई है तो हम इस मामले को दिखवाते है Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news महाराष्ट्र से आए 1006 मजदूर व छात्र हुए क्वारेंटाइन By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन में फंसे महाराष्ट्र के नंदुरबार से गुरुवार को स्पेशल ट्रेन से महाराष्ट्र से 1006 लोगों को अररिया लाया गया। जिसमें मजदूर और छात्र शामिल हैं। अररिया स्टेशन पहुंचने पर उनके बेहतर सुविधा को लेकर रेलवे स्टेशन परिसर में संचालित विभिन्न गतिविधियों का जायजा लेते हुए जिला पदाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच एवं पुलिस अधीक्षक धुरत शायली ने जरुरी निर्देश दिए। जिसमें सामजिक दूरियों पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई। जिले के हर प्रखंड के लिय़े अलग अलग काउंटर अररिया रेलवे स्टेशन परिसर में बनाये गए हैं। मजदूर एवं छात्रों के पहुंचने के बाद स्टेशन पर तैनात अधिकारी व डाक्टरों की टीम ने स्क्रीनिंग की।21 दिनाें के बाद ही जा पाएंगे घर ट्रेन से उतरे प्रवासियों के चेहरे पर घर लौटने की खुशी देखी गई। स्क्रीनिंग के बाद अलग-अलग बसों से उन्हें उनके प्रखंड मुख्यालय में बने क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया, जहां वे 21 दिनों तक रहेंगे। इसके बाद ही अपने परिवार से मिल पाएंगे। ट्रेन से उतरने वालाें में बांका, किशनगंज, भागलपूर जिले के लोग भी शामिल थे। उनके गृह जिला भेजने के लिए बसों की व्यवस्था की गई थी। इनके अाने के पहले पहले स्टेशन परिसर को भी सैनिटाइज किया गया । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आरएस स्टेशन में ट्रेन पहुंचने का इंतजार करते पुलिस पदाधिकारी। Full Article
india news पटनवां कला में साेशल डिस्टेंसिंग के तहत हनुमान महाेत्सव संपन्न By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT डेहरी अनुमंडल अंतर्गत इंद्रपुरी पटनवां कला में स्थापित भव्य हनुमान मंदिर के प्रांगण में नौवां श्री हनुमान महोत्सव लॉकडाउन लागू होने के कारण आयोजक द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सादे समारोह में हवन यज्ञ कर संपन्न हुआ। लगातार नौ वर्ष से हनुमान महोत्सव का आयोजन कर रहे पटनवा कला निवासी विजय सिंह उर्फ भोला जी ने बताया की आज के दिन प्रतिवर्ष श्री हनुमान महोत्सव आयोजक मंडली द्वारा भव्य देवी जागरण तथा सार्वजनिक भंडारा का आयोजन होते आ रहा है।पूर्व में आज के दिन इस अवसर पर यहां देश के नामचीन कई कलाकार से लेकर सांसद, विधायक समेत जिले भर के काफी गणमान्य लोगों का जमावड़ा लगता था। क्षेत्र के लोगों के लिए यह दिन यादगार रहता था, परंतु इस बार देश में कोरोना वायरस के महामारी के चलते लागू लॉकडाउन का पालन करते हुए आयोजक के धर्मपत्नी सुमन सिंह एवं अन्य परिवारजनों ने उपस्थित होकर मंदिर परिसर में हवन यज्ञ किया। भगवान हनुमान से मानव कल्याण हेतु इस विश्वव्यापी महामारी कोरोना से लोगों की रक्षा करने की कामना की। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा -पूरा पालन करते हुए सिर्फ पूजा-पाठ कर कार्यक्रम को समाप्त किया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Hanuman Maheshots concluded under the special distancing in pattawan art Full Article
india news फिक्स बिजली चार्ज देने को लेकर बाजार में असंतोष By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT व्यवसायी इस कोरोना संकट के कारण बनी लॉक डाउन की परिस्थिति से अब परेशान होने लगे हैं। उनका धंधा चौपट है। दुकानों के शटर नहीं उठ रहे हैं। इसके बावजूद उनको कई तरह के फिक्स चार्ज लग रहे हैं, उसे रोज घाटा हो रहा है। सरकार सबकी सुन रही है, काश व्यवसायी वर्ग की भी सुने, यह अपेक्षा व्यवसायियों को है। इसी उम्मीद में व्यवसायियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स के तहत व्यवसायियों ने उर्जा मंत्री विजेंद्र यादव से मांग की है कि बिजली की जितनी दुकान में कहापट हो, यानी मीटर रीडिंग का ही पैसा सरकार ले, बाकी किसी तरह का कोई चार्ज न ले। अभी दुकानदारों की स्थिति सबसे नाजुक है। मंत्री ने विचार करने का भरोसा दिया है।पहले के बकाया का भुगतना कम्पाउंड कर मार्च 2021 के बाद लेने की भी मांग मंत्री से की गयी है। मालुम हो कि तमाम दुकानदार फिक्स चार्ज को लेकर परेशान हैं। विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता सोमनाथ पासवान ने बताया कि शहरी दुकानदारों के लिए ₹180 प्रति किलो वाट, जबकि ग्रामीण दुकानदारों, व्यवसायिक उपभोक्ताओं के लिए 30 रुपए प्रति किलो वाट फिक्स चार्ज लगता है। बताया कि फिक्स चार्ज वह है जिसे हर महीने विद्युत उपभोक्ता को देना पड़ता है, भले ही वह उस दौरान विद्युत ऊर्जा की खपत करे या ना करे। यानी शून्य विद्युत खपत होने पर भी यह तय राशि देनी होती है।घरेलु उपभोक्ताओं के लिए भी फिक्स चार्जफिक्स चार्ज घरेलू उपभोक्ताओं को भी देना होता है। भले ही घर बंद हो, या उसमें किसी माह विद्युत खपत न किया गया हो। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि शहरी घरेलू उपभोक्ताओं को 40 रुपए प्रति किलो वाट और ग्रामीण क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं को 20 रुपए प्रति किलो वाट फिक्स चार्ज देना होता है।व्यवसायी बोले: हम टैक्स पेयर, चाहिए मददव्यवसायियों का कहना है कि वे सरकार को टैक्स देते हैं। उनको भी इसके लिए मदद चाहिए। व्यवसायी अंबुज कुमार एवं अमित कुमार कसौंधन ने कहा कि सरकार को चाहिए कि जो रीडिंग आएगा उसी का पैसा ले। औसत बिल निकालकर व्यवसायियों को तंग किया जा रहा है। बहुत से लोग छोटे व्यापारी हैं। ज्यादातर छोटे व्यवसायी हैं और मकान का भाड़ा देना है। व्यवसायी टैक्स पेयर वर्ग है, और जब इसकी ही हालत खराब होगी, तो वह टैक्स कहाँ से देगा। इनका कहना है कि लॉकडाउन अवधि का बिजली बिल नहीं लिया जाना चाहिए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Dissatisfaction in market due to fix electricity charge Full Article
india news 40 किलोमीटर की रफ्तार के साथ हुई बारिश ने बढ़ाई किसानाें की परेशानी By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT जिले में गुरुवार को 40 किलोमीटर प्रतिघंटा के रफ्तार से चली तेज हवा के कारण कुछ देर आंधी आ गई। इस दौरान 1.4 मिलीमीटर की बारिश भी हुई। तेज हवा चलने के कारण शहर के कई जगहों पर लगे सरकारी बैनर होर्डिंग भी टूटकर बिखर गए। जबकि कई जगहों पर कुछ बृक्षों के गिरने से आसपास के आशियाने भी क्षतिग्रस्त हो गए। अपराह्न के करीब पौने तीन बजे आई आंधी से शहर के खरैहिया बस्ती वार्ड संख्या 10 के अरुण झा के घर पर एक आम का पेड़ गिरा गया। पेड़ गिरने के कारण घर पूरी तरह ध्वस्त हो गया। इसी तरह शहर के कई मोहल्लों में फुस घर के टिन का छत उड़ गया। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। गुरुवार को सुबह से काफी उमस भरी गर्मी पड़ रहा था। जिससे लोग काफी हलकान महससुस कर रहे थे। तेज रफ्तार से हवा बहने के कारण लोगों ने ठंड महसूस किया। लोगों ने गर्म कपड़े पहन पड़े। तेज रफ्तार की हवा के साथ हुई बारिश ने किसानाें ने परेशानी बढ़ा दी। मकई की फसल काटने के पूर्व ही खेताें में धराशायी हाे गए। अचानक मौसम में बदलाव और तेज रफ्तार की हवा बहने के कारण आम के बगीचों में काफी मात्रा में छोटे छोटे आम टूटकर गिर गया, जिससे आम के व्यापारियों को काफी नुकसान पहुंचा है। तेज रफ्तार की हवा बहने से किसान के खेत में लगे मकई के पौधों को काफी नुकसान हुआ है। खेत में लगी मकई के पौधे बीच से ही टूटकर खेताें में गिर गए। जिससे किसान एक बार फिर सकते में आ गई है। मकई की खेती करने वाले किसान संजय सिंह, मो मोईन, सुधीर विश्वास ने बताया कि इस वर्ष बार बार तेज आंधी तूफान आने के कारण हम किसान काफी चिंतित हैं। लॉक डाउन में सब कार्य बाधित हो गया है और खेत में लगी मकई की पौधे भी टूटकर गिर गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today तेज हवा से गिरा आम का वृक्ष और घर। Full Article
india news हड़ताल टूटते ही समन्वय समिति में दरार, शिक्षक संघ बिहार हुआ अलग By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना संकट के बीच शिक्षक संघ बिहार रोहतास इकाई ने लॉकडाउन का पालन करते हुए ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बुधवार को एक आपात बैठक की। जिसमें सर्वसम्मति से बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति रोहतास से अलग होने का निर्णय लिया गया। बैठक की संचालन जिला कोषाध्यक्ष जयराम सिंह यादव द्वारा किया गया। अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष उत्तम प्रकाश ने कहा कि समन्वय समिति द्वारा लगभग ढ़ाई माह तक नियोजित शिक्षकों को गुमराह कर हड़ताल पे रखा गया। जबकि समिति के नेता हड़ताल में शामिल होने का दिखावा करते रहे।एक तरफ वे हड़ताल में शामिल होने की बात करते थे वहीं दूसरी ओर चुपके विद्यालय में जाकर हाजिरी बनाते रहे। उन नेताओं की दोहरी नीति के कारण ही कुछ दिनों में हड़ताल कमजोर पड़ने लगा। जो अपना स्वार्थ देखते हैं वो कभी दूसरे का भला नहीं कर सकते। इसलिए ऐसे शिक्षक नेताओं से अलग होना ही सही है। बैठक में समन्वय समिति में बने रहने, हड़ताल की समीक्षा एवं संगठन के मजबूती व विस्तार रूप से चर्चा की गई। इन बिंदुओं पे चर्चा के दौरान जिला प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह ने कहा कि समन्वय समिति में वैसे घटक दल शामिल हैं।जिन्होंने अपने नियुक्ति के समय से हीं कभी विद्यालय नहीं गए। सिर्फ गैर शैक्षणिक कार्यो में प्रतिनियोजित हो आम शिक्षकों को दिग्भ्रमित कर रहें। वहीं जिला महासचिव रामाकांत शर्मा ने कहा हमने पूर्व में ही अध्यक्ष को आगाह किया था कि वैसे लोगों के साथ किसी भी आन्दोलन में भाग नहीं लेंगे जिनके द्वारा सुप्रीमकोर्ट के नाम पे चंदा वसूली किया गया एवं उसका प्रयोग स्वहित में किया गया। सासाराम प्रखंड संयोजक संतोष कुमार निराला ने कहा कि हम अनुकम्पा प्राप्त शिक्षक है।जो इस पूरे रोहतास जिले के सभी संघों के नेतृत्व कर्ता से अपने सेवा पुस्तिका संधारण, वेतन वृद्धि व एरियर के लिए गुहार लगा तक चुके थे। लेकिन सभी को दलाली का मार्ग ही सूझता था। जिला उपाध्यक्ष निरंजन पाल, जिला राज्य प्रतिनिधि आशुतोष पांडेय, मीडिया प्रभारी कपिल मुनि तिवारी, जिला संयोजक उदय नारायण, अनुपमा कुमारी, विकास दुबे, अनिल पासवान आदि ने अपना विचार रखा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news गाइडलाइन जारी, मंगल, गुरुवार और शनि को खुलेंगी भवन निर्माण सामग्री की दुकानें By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT गृह मंत्रालय भारत सरकार के मार्ग निर्देश के आलोक में बिहार सरकार के गृह विभाग पटना के द्वारा दिए गए आदेश के आलोक में डीएम प्रशांत कुमार सीएच ने गुरुवार की देर शाम आवश्यक सामग्रियों वाले दुकानों के खुलने को लेकर आदेश जारी किया है। जिला गोपनीय प्रशाखा के द्वारा जारी आदेश के आलोक में स्पष्ट किया गया है कि इलेक्ट्रॉनिक गुड्स अर्थात मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप,यूपीएस, बैटरी की बिक्री वाली दुकान और मरम्मत संबंधी दुकान सोमवार,बुधवार और शुक्रवार को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक खुलेंगे। जबकि इलेक्ट्रॉनिक गुड्स अर्थात पंखा, कूलर, एयर कंडीशनर की बिक्री और मरम्मत वाली दुकान सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को 10:00 बजे से 2:00 बजे तक खोलने का आदेश होगा। वहीं ऑटोमोबाइल, टायर व ट्यूब्स, मोटर वाहन, मोटरसाइकिल, स्कूटर मरम्मत वाले गेराज मंगलवार,गुरुवार और शनिवार को 10:00 बजे से 2:00 बजे तक के लिए खुला रहेगा। निर्माण सामग्री के भंडारण बिक्री से संबंधित प्रतिष्ठान सीमेंट,स्टील, बालू ,गिट्टी ,स्टोन ,ब्लॉक, ईट, प्लास्टिक पाइप, हार्डवेयर, सैनिटरी फिटिंग, लोहा, पेंट की सामग्री शहरी क्षेत्र में मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को 10 बजे से 2:00 बजे तक के लिए निर्धारित किया गया है।ग्रामीण क्षेत्राें के लिए रहेगी पहले की गाइड लाइनग्रामीण क्षेत्रों में इन चीजों की दुकानें पूर्व में दिए गए निर्देश के आलोक में खुलेंगे। डीएम ने आदेश में कहा है कि ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स की दुकान मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को 10:00 बजे से 2:00 बजे तक, जबकि गैराज और वर्कशॉप प्रतिदिन सुबह 10:00 से 2:00 बजे तक खुलेगा। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट की दुकान खोलने का जिला परिवहन पदाधिकारी के स्तर से आदेश जारी किया जाएगा। वहीं प्रदूषण जांच केंद्र के लिए प्रतिदिन 10:00 से 2:00 बजे तक के लिए दुकान खोलने का निर्देश जारी किया गया। डीएम ने आदेश में स्पष्ट कहा है कि लॉक डाउन अवधि में निर्धारित किए गए समय अवधि में खुलने वाले दुकानों और प्रतिष्ठानों में संचालकों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा और दुकान में सैनिटाइजर और हैंडवाश रखना निश्चित किया गया है। इसके अलावा मोटरसाइकिल और साइकिल पर एक ही व्यक्ति और चार चक्का वाहन पर एक चालक समेत तीन व्यक्ति ही बैठ सकते हैं।फारबिसगंज एसडीओ ने प्रतिदिन दुकान खाेलने का जारी किया आदेशडीएम प्रशांत कुमार सीएच ने गुरुवार की शाम आदेश जारी कर गृह विभाग के आदेश के आलोक में दुकानों को खोलने का दिन निर्धारित किया है। वहीं फारबिसगंज एसडीओ योगेश कुमार सागर ने कुछ दुकानों को प्रतिदिन खोलने का आदेश दे दिया है।जबकि डीएम ने तीन दिन ही तय किया है। सिर्फ ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स की दुकानों को एसडीओ फारबिसगंज ने सोमवार,बुधवार और शुक्रवार को खोलने की अनुमति दी है। अब सवाल यह उठता है कि एक ही जिले में दो तरह का आदेश कैसे जारी हो सकता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अररिया: शहर में खुला गैरेज की दुकान। Full Article
india news संत पॉल स्कूल ने ऑनलाइन नामांकन पोर्टल शुरू, घर बैठे बच्चों का एडमिशन करा सकते हैं परिजन By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT वैश्विक महामारी के संक्रमण के कारण लॉकडाउन अवधि में जब हममें से किसी को अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है और सोशल डिस्टेंसिंग समय की मांग है। तब इस कठिन परिस्थिति में हमें अपने विद्यालय के ऑनलाइन नामांकन पोर्टल को लॉन्च करने में खुशी एवं गर्व की अनुभूति हो रही है। ऑनलाइन नामांकन पोर्टल की इस नई सुविधा से भावी छात्रों को हमारे स्कूल परिसर में आए बिना संत पॉल स्कूल में दाखिला लेने में मदद मिलेगी। उक्त बातें संत पाॅल स्कूल के चेयरमैन डॉ एसपी वर्मा ने नामांकन पोर्टल का उद्घाटन करते हुए कहा। विद्यालय के प्रबंधक रोहित वर्मा ने बताया कि संत पॉल स्कूल में दाखिला लेने के लिए अभिभावकों को हमारे स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट www.stpaulsschool.co.in पर जाकर लाॅगिन करना होगा।तत्पश्चात मुख्य पृष्ठ पर वेबसाइट के मध्य फ्रेम पर दाईं ओर Online Admission हरे रंग के बटन पर क्लिक करना होगा। उसके बाद जब आप Online Admission पर क्लिक करते हैं तो नया पृष्ठ खुल जाएगा और इस पृष्ठ पर दर्शाए गये काॅलम को भरकर पंजीकरण फॉर्म पर क्लिक करना होगा। विद्यालय के शिक्षक सह मीडिया प्रभारी अर्जुन कुमार ने बताया कि ऑनलाइन नामांकन पोर्टल को लांच करते हुए विद्यालय के चेयरमैन डॉ एसपी वर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों में सर्वांगीण विकास एवं उन्हें क्वालिटी एजूकेशन प्रदान करने के लिए पिछले 11अप्रैल से विद्यालय के शिक्षक - शिक्षिकाओं द्वारा ऑनलाइन क्लासेज का नियमित एवं सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है।21 अप्रैल को विद्यालय का पोर्टल लांच किया गया था। जिसमें अभिभावक अपने बच्चों का सम्पूर्ण विवरण, उपस्थिति, फी का वितरण, होमवर्क एंड असाइनमेंट आदि की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस पोर्टल के लांच होने से अभिभावकों में हर्ष है तथा वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घर बैठे अपने बच्चों के फी का भुगतान ऑनलाइन जमा कर रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Saint Paul School launches online enrollment portal, parents can get admission for children at home Full Article
india news जल जीवन हरियाली के लिए वन विभाग उपलब्ध कराएगा पौधा By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT इस वर्ष पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तथा ग्रामीण विकास विभाग मनरेगा द्वारा संयुक्त रूप से वृहद स्तर पर पौधारोपण किया जाएगा। जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के तहत इस बार पौधा वन विभाग उपलब्ध कराएगी। स्थानीय प्रखंड मुख्यालय सभागार में मनरेगा कर्मियों और वन विभाग के संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेंजर बूंदी मांझी ने बताया कि इस योजना के तहत एक दिन में प्रदेश भर में 2 करोड़ 51 लाख पौधा लगाने का लक्ष्य है। मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी गजेंद्र प्रसाद के मुताबिक प्रति पंचायत कम से कम 2 हजार पौधा लगाना है।बताया कि अभी से ही वन पोषक का चुनाव कर लें। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में डेहरी, अकोढ़ी गोला और तिलौथू के मनरेगा कर्मी व पदाधिकारी सहित वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। तकनीकी ज्ञान को साझा किया: वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि एक पौधा पर 10 ग्राम डीएपी देना है। 3 वर्ष तक पौधे को सुरक्षा देनी है फिर वह सरवाइव कर जायेगा। 2 ग्राम कीटनाशक दिया जा सकता है ताकि पौधे में दीमक न लगे। उन्होंने कहा कि गड्ढा खोदने का कार्य अभी ही कर लेना है। झाड़ी सफाई करा लेनी है। एक बाई एक मीटर होगी। एक से दूसरे पौधे की दूरी 2 मीटर रहेगी इसे ग्रोथ अच्छा होता है।जुलाई में वनरोपण करना आसानअधिकारियों ने बताया कि वर्षा कालीन वन रोपण आसान होता है यह जुलाई में ठीक रहेगा। नर्सरी की जानकारी देते हुए कहा कि ऐसे स्थान पर लगाना चाहिए जहां भूमि ऊंचा और जल की सुविधा मौजूद हो। आधारभूत संरचना के लिए चारों तरफ से फिनिशिंग करना चाहिए यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से जरूरी होता है। डीएपी देने के 3 महीने बाद यूरिया देंगे। किसी कारण पौधा मर जाए तो रिप्लेसमेंट करना है। 220 पौधा का एक इकाई होता है। संरक्षण करने वाले को 8 दिन का पैसा दिया जाएगा और उसे 30 दिन रखवाली करनी है। इस काम के लिए दो आदमी रखना है।रोहतास और नौहट्टा प्रखंडका प्रशिक्षण आजवन विभाग के अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को रोहतास एवं नौहट्टा प्रखंड का प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा। प्रशिक्षण के दौरान कनीय अभियंता, पंचायत तकनीकी सहायक, पंचायत रोजगार सेवक एवं बीएफटी भाग लिए। प्रशिक्षण कार्यक्रम की व्यवस्था डेहरी मनरेगा ने किया था। कर्मियों को सभागार में जाने से पहले साबुन से हाथ धुलाई कराने के बाद सेनेटाइजर दी गयी। बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Forest Department will provide plant for water life greenery Full Article
india news रोजेदार अपने-अपने घरों में ही अदा करेंगे नमाज By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT रमजान के दूसरे जुमे में लाॅकडाउन जारी है। दूसरे जुम्मे नमाज 14 वां रोजा के दिन होगा। कोरोना को लेकर लगाए लॉकडाउन को लेकर इस बार रमजान माह में मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा तरावीह व जुम्मे की नमाज घर में अदा की जा रही है।शहर के जामा मस्जिद, मल्लिकटोला जामा मस्जिद, खड़िहारा गांव के मस्जिद, मशुरिया मस्जिद में इमाम साहब व मौलाना के द्वारा सिर्फ नमाज अदा किया जा रहा है। खड़िहारा गांव के जामा मस्जिद के मौलाना गुलाम सरवर ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील करते हुए कहा कि जुम्मे की नमाज अपने-अपने घरों में अदा कर कोरोना जैसे महामारी को नष्ट करने का दुआ करें। मौलाना ने आगे कहा कि इस पाक महीने में इस बार चार जुमे आएंगे। चौथा जुमा, जुमातुल विदा होगा। रमजान के पाक महीने में जकात देना व दान-पुण्य करना होता है। इसलिए इस महीने को नेकियों व इबादत का महीना कहा गया है। रमजान का महीना कभी 29 दिन का तो काफी 30 दिन का होता है। यह समाज के गरीब और जरूरतमंद बंदो के साथ हमदर्दी का है। इस महीने को माह-ए-िसयाह भी कहते है। इस महीने के गुजरने के बाद शव्वाल की पहली तारीख को ईद- उल- फिन्नत मनाते है।नफिल का सवाब फर्ज के बराबर : मौलाना मो. युनुसवहीं मल्लिक टोला स्थित जामा मस्जिद के मौलाना मो. युनुस सलीम ने बताया कि महीने में एक नफिल का सवाब फर्ज के बराबर और फर्ज का सवाब 70 गुणा कर दिया जाता है। मक्का में नमाज पढ़ना एक लाख नमाज पढ़ने के बराबर है। इस महीने लोग उमरा करने सऊदी अरब जाते हैं, क्योंकि इस महीने में एक नमाज का सवाब 70 लाख नमाजों के बराबर है। रोजा और नमाज के बाद इस महीने अधिक से अधिक कुरान की तिलावत करें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today खड़िहारा गांव का जामा मस्जिद। Full Article
india news तेलंगाना के लिंगमपल्ली से 1250 प्रवासियों को ले श्रमिक ट्रेन पहुंची बांका, की गई लोगों की स्क्रीनिंग By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन के दौरान तेलंगाना राज्य के लिंगमपल्ली से जिले के 1250 श्रमिकों/व्यक्तियों को लेकर विशेष श्रमिक ट्रेन गुरुवार को अपराह्न 5.15 बजे बांका जक्शन पहुंची। सभी श्रमिको/व्यक्तियों का स्टेशन पर पंजीकरण एवं मेडिकल जांच कराने के पश्चात बस से उनके संबंधित प्रखंड के क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा गया। विशेष रेलगाड़ी से आए लोगों को बांका जंक्शन पर सुरक्षित उतारने एवं क्वारेंटाइन सेंटर में भेजने हेतु स्टेशन परिसर में दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी/पुलिस बल की प्रतिनियुक्त थे। इधर बांका डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि शुक्रवार को भी एक स्पेशल ट्रेन प्रवासियों को लेकर तेलंगाना से बांका आएगी। जिनकी स्क्रीनिंग कर क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा।लिंगमपल्ली से विशेष श्रमिक रेलगाड़ी द्वारा आनेवाले व्यक्तियों को स्टेशन के मेनगेट से संबंधित प्रखंड के लिए चिन्ह्ति बसों में भी बैठाने की व्यवस्था दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों ने की। इधर गुरुवार अपराह्न 3 बजे डीएम एवं एसपी अरविंद कुमार गुप्ता द्वारा बांका जंक्शन पर स्थित दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी, मेडिकल टीम को संयुक्त ब्रिफ्रिंग में दायित्व पूरा करने का निर्देश दिया।दोनों वरीय पदाधिकारी ने कहा कि सभी अपने कर्तव्य का निष्ठा के साथ पालन करेंगे। रेलगाड़ी से आने वाले किसी भी मजदूरों को परेशानी न हो। इसके अलावे सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रूपेण पालन किया जायेगा।जंक्शन पर की गई थी नाश्ते और पेयजल की व्यवस्थारेलगाड़ी से आने वाले मजदूरों के लिए रजिस्ट्रेशन काउन्टर, सैनिटाइजर, मास्क, पीने का पानी, अल्पाहार देने का काउन्टर अलग-अलग बनाया गया था। जिले के प्रवासी श्रमिकों के विशेष ट्रेन द्वारा बांका जिला में आगमन के पश्चात स्क्रीनिंग/मेडिकल जांच हेतु आवश्यक संख्या में मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति सभी चिकित्सीय उपकरणों के साथ बांका जंक्शन पर की गयी थी। सभी बसों एवं वाहनों के सेनेटाईजेशन हेतु सभी आवश्यक व्यवस्था करायी गयी थी। इसके अलावा श्रमिकों के लिए अल्पाहार एवं पेयजल की व्यवस्था की गई थी।प्रवासी का किया गया रजिस्ट्रेशन और स्क्रीनिंगबांका जक्शन पर ट्रेन पहुंचने के पश्चात सभी श्रमिकों को कतारबद्ध कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी प्रवासी का रजिस्ट्रेशन किया गया एवं सभी का स्क्रीनिंग किया गया। इसके आलावे प्रवासी लोगों को अल्पाहार, पानी, मास्क का वितरण करते हुए संबंधित प्रखंड के क्वारेंटाइन सेन्टर के लिए संबंधित प्रखंड के लिए निर्धारित बसों से रवाना किया गया। प्रखंड क्वारेंटाइन सेन्टर में 21 दिन रखने के बाद प्रवासी में कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं पाये जाने पर उन्हें अपने घरों के लिए भेज दिया जाएगा। बांका जिले के 11 प्रखंडों के लिए कुल 50 बस की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गयी थी।बंगलाैर से पहुंचे 81 मजदूर काे किया गया क्वारेंटाइनकटोरिया | देश के विभिन्न प्रदेश से कटोरिया क्षेत्र में प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को बंगलौर से 81 मजदूर, छात्र व अन्य प्रवासी लोगों कटोरिया पहुंचे। गुरुवार को संध्या पांच बजे तक कोरेनटाइन सेंटरों पर प्रवासियों की संख्या कुल 137 थी। जिसमें से एक सौ को कटोरिया हाई स्कूल व 37 बाजार के सुईया रोड स्थित कांवरिया धर्मशाला में बनाये गए कोरेनटाइन सेंटर में रखा गया है। इधर प्रवासियों के लिए कटोरिया में प्रशासन द्वारा दुरुस्त व्यवस्था की गई है। कटोरिया इंटरस्तरीय उच्च विद्यालय स्थित कोरेंटाइन सेंटर में मजिस्ट्रेट के के साथ-साथ रेफरल अस्पताल की चिकित्सा टीम तैनात है। केंद्र पर वार्ड में बेड के बीच पर्याप्त दूरी रखी गई है। इधर कांवरिया धर्मशाला स्थित सेंटर पर व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है।सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी लोगों को भेजा गया क्वारेंटाइनबांका जिला के विभिन्न प्रखंडों के प्रवासी मजदूरों को लेकर आयी स्पेशल ट्रेन से उतरते ही सभी लाेगों का थर्मल स्क्रीनिंग किया गया। ट्रेन के स्टेशन पर रूकते ही सभी यात्रियों को कोच में ही रहने का निर्देश दिया गया। सभी लोगों को एक-एक कर गोल घेरे में रखकर उनका स्क्रीनिंग किया गया। जिसके बाद सभी लोगों को संबंधित प्रखंड के गाड़ी में बैठाकर क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया। जिला प्रशासन ने सभी लोगों को संबंधित प्रखंड के क्वारेंटाइन सेंटर में पहुंचाने के लिए 50 गाड़ियों की व्यवस्था की गयी थी। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी लोगों को बस में बैठाकर क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया।बिना किराया लिए ही प्रवासी मजदूरों को भेजा गृह जिलाजिले के कुल 1248 लोग तेलांगाना से ट्रेन के माध्यम से बांका जंक्शन पहुंचे। प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उनसे बिना किराये लिये ही यहां तह पहुंचाया गया। शंभूगंज व अमरपुर के प्रवासी मजदूर ने बताया कि वह बुधवार को सुबह 6 बजे सिकंदराबाद स्टेशन से ट्रेन में चढ़े। जहां उन्हें चावल दाल खाने में दिया गया। रास्ते में खाना पीना का भी व्यवस्था की गयी थी। लेकिन दूसरे दिन उन्हें आसनसोल में सुबह 6 बजे बिस्कुट, पाव रोटी नाश्ते में दिया गया। जिसके बाद पूरा दिन उन्हें कुछ खाने में नहीं दिया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today थर्मल स्क्रीनिंग के बाद प्रखंड के लिए जाते प्रवासी। प्रवासी के बाद निकलने के बाद जायजा लेते एसपी व डीएम। Full Article
india news पश्चिमी विक्षोभ के कारण 22 एमएम वर्षा, तेज आंधी व ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुरुवार दोपहर आयी तेज आंधी और बारिश से मौसम जहां खुशनुमा हो गया। वहीं आेलावृष्टि के कारण मूंग सहित सब्जी के फसल को नुकसान हुआ। मौसम विभाग ने 22 एमएम बारिश के साथ इस सप्ताह रूक रूक कर बारिश होने की संभावना जतायी है। गुरुवार सुबह धुप निकलने से लोगों ने सोचा कि आज बारिश नहीं होगी लेकिन अचानक मौसम बदल गया। आसमान में बादल छाए रहे और दोपहर बाद तेज आंधी और जोरदार बारिश हुई। वहीं जिले के कुछ हिस्से में तेज आंधी बारिश के बीच ओलावृष्टि भी हुई। हालांकि आंधी में कोई खास नुकसान की खबर नहीं है। बांका कटोरिया मुख्य मार्ग पर जगतपुर के समीप इस आंधी बारिश में सड़क किनारे एक पेड़ गिरने से करीब चार घंटे तक शहर में बिजली आपूर्ति बाधित रही। सूचना मिलते ही विद्युत विभाग के अधिकारी ने बिजली के तार पर गिरे पेड़ को अविलंब हटवाते हुए बिजली आपूर्ति बहाल करायी।असमय आंधी बारिश ने किसानों की तोड़ दी कमर, आम के टिकोले गिरेइस असमय बारिश ने यहां के किसानों का मानो कमर ही तोड़ कर रख दिया है। ऐसे मौसम में बारिश होने के कारण किसान के तिलहन और सब्जी की फसल को यहां काफी नुकसान पहुंच रहा है। वहीं आंधी बारिश ने आम के फल पर भी काफी असर ड़ाला है। आम के टिकोले तेज हवा के कारण टूट कर बिखर गये हैं। ज्ञात हो कि बांका सहित आसपास का क्षेत्र आम के पैदावार के लिये काफी लोकप्रिय है। यहां आम के अच्छे पैदावार होते हैं। काफी संख्या में किसानों का जीविका यहां आम के फल पर ही निर्भर करता है। ऐसे किसानों के सामने गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है।खेत में पानी नहीं जमने दें किसानपश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में एेसा बदलाव आया है। इस सप्ताह रूक रूक कर बारिश होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। मूंग और सब्जी लगाने वाले किसान को सलाह दिया जाता है कि वे खेत में पानी जमने नहीं दें। इससे फसल को नुकसान होगा।- जुबली साहु, मौसम वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र बांका।बिजली व्यवस्था चरमराई एक दर्जन गांव में अंधेराशंभूगंज | क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से विद्युत की स्थिति ठीक नहीं है। हल्की हवा के झोके से कई गांव की विद्युत आपूर्ति ठप हो जाती है। गुरुवार को करसोप, केहनीचक, केशोपुर, बिरनौधा, कुर्माडीह इत्यादि एक दर्जन गाव में आंधी बारिश आते ही आपूर्ति ठप हो गई। उपभोक्ताओं को काफी परेशानी हुई। स्थानीय गौरव मिश्र, राजेश साह, पवन कुमार, अरविंद सिंह, दीपक कुमार सहित अन्य ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से बिजली के आंख मिचौली का खेल जारी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today गुरुवार दोपहर बाद जिले में तेज आंधी के बीच हुई जोरदार बारिश। Full Article
india news 87 पीजी डाॅक्टराें को शोकॉज दो दिन में मांगा गया है जवाब By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT मेडिकल कॉलेज अस्पताल के 87 पीजी डाॅक्टराें पर अनुशासनहीनता और हंगामा के आराेप में कार्रवाई की शुरुआत हाे चुकी है। प्रिंसिपल डाॅ. हेमंत कुमार सिन्हा ने उन्हें शोकॉज कर दो दिनों में जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब न मिलने और ड्यूटी पर नहीं लाैटने पर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और एपेडेमिक डिजाॅस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।डॉक्टर 23 अप्रैल से लगातार बिना सूचना ही अनुपस्थित हैं। इससे अस्पताल और काेराेना मरीजाें का इलाज प्रभावित हाे रहा है। अधीक्षक के आवास पर उनका अशाेभनीय व्यवहार का भी जिक्र शोकॉज में किया गया है। बता दें कि मेडिसीन विभाग में काम करने वाले पीजी डाॅक्टर के काेराेना पाॅजिटिव होने की सूचना के बाद से सभी पीजी स्टूडेंट अधीक्षक डाॅ. आरसी मंडल के आवास पर हंगामा करने लगे थे। फिर अपनी मर्जी से ही सभी ने काेराेना जांच के लिए सैंपल दिया और होम क्वारेंटाइन हो गए। आइसाेलेशन वार्ड में उनकी ड्यूटी थी पर वे काम पर नहीं आए। प्रिंसिपल डॉ. हेमंत कुमार सिन्हा ने बताया, काॅलेज काउंसिल के फैसले के बाद उन्हें शोकॉज किया है। दो दिनों में ठीक जवाब न मिलने पर कार्रवाई होगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news सोशल डिस्टेंसिंग नहीं देख बंद कराई गईं दुकानें By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन का पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से पालन कराने के लिए एड़ीचोटी का जोर लगा रही है। इसके बाद भी दुकानदार और खरीदार इसकी धज्जियां उड़ा रहे है। धर्मशाला रोड में किराना व मेडिकल की दुकानें खोले जाने हैं। जिसका खुलने का समय भी प्रशासन द्वारा तय किया गया है। जो सुबह 7 से 10 बजे तथा शाम 4 से 6 बजे तक खोले जाने का आदेश अनुमंडल प्रशासन ने तय भी किए है।इसके बाद भी लोगो द्वारा लॉकडाउन की धज्जियां उड़ानें की सूचना पर गुरुवार को जिला मुख्यालय में प्रतिनियुक्त सीआईडी विभाग के एएसपी राजेश कुमार दल बल के साथ धर्मशाला रोड पहुंचे, वहाँ आवश्यक वस्तुओं की खुली दुकानों को बंद करने की अपील की। पुलिस गाड़ी से बाहर निकलकर सभी दुकानदारों से दुकान का शटर गिरने को कहा। पुलिस लगातार बाजार में घूम घूमकर प्रशासन द्वारा तय मानक समय के अनुसार दुकानों को खोले रखने की हिदायत दी, दुकानें तय समय तक ही खुले इस पर पुलिस निगाह रखे हुए है।कुछ दुकानदारों ने पुलिस देख गिराए दुकान के शटरसुबह से ही धर्मशाला रोड में दुकानें खुल जा रही, खरीदारी करनेवाले लोगों के द्वारा सोशल डिस्टेंस का ध्यान नहीं रखा जा रहा और भीड़ इकट्ठा होकर कानून की धज्जियां उड़ा रहे है। जहां पुलिस मौके पर पहुंचकर दुकानों को बंद कराया। इस दौरान कुछ दुकानदारों ने पुलिस के आते ही शटर गिरा दिए। लोगों से भी घर से न निकलने की अपील की जा रही है। गुरुवार को दुकानदारों ने लॉकडाउन का उल्लंघन कर दुकानें खोल भीड़ जुटा ली। दुकानें खुली देख खरीदार भी उमड़ पड़े। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Shops not closed due to social distancing Full Article
india news पांच दिन में हरा रहे थे, अब चार मरीजों में कोरोना का बदला रूप ज्यादा खतरनाक By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस बहरूपिया की तरह काम कर रहा है। इसके बदले रूपों से मायागंज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने के रिकॉर्ड बदलने लगे हैं। हाल में मुंबई से लौटे तीन मरीजों में वायरस के एल स्ट्रेन ने डॉक्टरों की परेशानी बढ़ा दी है। उनकी रिपोर्ट निगेटिव आने में लम्बा वक्त लग रहा है।रिकॉर्ड के अनुसार, अब तक पांच दिन में कोरोना को हराकर मरीज लौट रहे थे। लेकिन 22 अप्रैल को भर्ती चार मरीजों की पहली रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि एक की रिपोर्ट 14 दिन बाद निगेटिव आई। वायरस इस स्ट्रेन से हालात बिगड़ सकते हैं। मुंबई समेत दूसरे राज्यों से आने वालों में भी वायरस का ऐसा बदलता रूप मिलने पर मुसीबत बढ़ सकती है। लॉकडाउन में मिली ढील के बीच ऐसे वायरस को नियंत्रित करना जिला प्रशासन अाैर स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी चुनाैती बन गई है। उनकी चिंता है कि सोशल डिस्टेंसिंग कैसे मेंटेन हो ताकि संक्रमण पर रोक लग सके।इलाज में बदलाव से एक मरीज की पहली रिपोर्ट निगेटिवअाइसाेलेशन वार्ड के नाेडल पदाधिकारी डाॅ. हेमशंकर शर्मा ने बताया, मुंबई की ट्रैवल हिस्ट्री वाले तीन मरीजों में वायरस का एल-स्ट्रेन है। यह काफी स्ट्रांग है। 22 अप्रैल को भर्ती के बाद अब तक चार टेस्ट कराए। आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार जितनी दवा दी जा सकती थी, दी गई। फिर भी मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव नहीं आई। उनकी हालत देख लगता है कि उन पर वायरस के एल-स्ट्रेन का असर है। इससे सबसे ज्यादा परेशानी रिस्परेटरी फेल्याेर हाेने पर हाे सकती है। अमेरिका में 90 प्रतिशत डेथ रेट है, इसलिए अब इलाज के पैटर्न बदले हैं। गर्म पानी और चाय की मात्रा बढ़ाई है। संक्रमण खत्म करने के अन्य तरीके भी अपनाए जा रहे हैं। तरीका बदलने पर 14 दिन बाद एल-स्ट्रेन वाले महाराष्ट्र से लौटे बांका के अमरपुर-कौशलपुर के युवक की पहली रिपोर्ट निगेटिव आई।इन मरीजों में है नए वायरस की आशंका20 अप्रैल को भर्ती बांका के अमरपुर कौशलपुर के युवक की रिपोर्ट 22 अप्रैल को पॉजिटिव आई। वह महाराष्ट्र से आया था। बांका के ही बेलहर का 26 साल का मरीज महाराष्ट्र से लौटा था। वह बांका में ही पॉजिटिव पाया गया। 27 अप्रैल को उसे मायागंज में भर्ती हुआ। 20 अप्रैल को भर्ती सन्हौला के महियामा के 46 साल का मरीज की भी ट्रैवल हिस्ट्री महाराष्ट्र मिली। 22 अप्रैल को भर्ती बिहपुर की एक महिला की पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई। फिर रिपोर्ट निगेटिव हुई और बाद में फिर वह पॉजिटिव हो गई। उसकी ट्रैवल हिस्ट्री खगड़िया से लौटने की है। उसमें भी एल-स्ट्रेन वायरस का असर बताया जा रहा है।एस-स्ट्रेन से ज्यादा जानलेवा एल-स्ट्रेन वायरसजानकारी के अनुसार, भारतीय मरीजों में वायरस का पांचवां बदलाव देखने को मिला है। उनमें अब तक 17 से भी ज्यादा देशों के वायरस मिल चुके हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों का मानना है कि भारतीय मरीजों में अब तक मिले वायरस किसी एक देश के वायरस जैसे नहीं हैं। केरल में एस स्ट्रेन वाले वायरस ने तबाही मचाई। मध्यप्रदेश और गुजरात में एल-स्ट्रेन वाले वायरस से लगातार मौतें हुईं। रिसर्च के अनुसार, एल-स्ट्रेन वायरस एस-स्ट्रेन से ज्यादा जानलेवा है।महाराष्ट्र से लौटे तीन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव नहीं आ रही। बिहपुर की एक महिला की पहली रिपोर्ट निगेटिव आई, फिर वह पॉजिटिव हो गई। सभी का इलाज चल रहा है।- डाॅ. आरसी मंडल, अधीक्षक, जेएलएनएमसीएच Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news कंटोनमेंट जोन छोड़ सभी क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल और हार्डवेयर की दुकानें खुलेंगी By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT पटना गृह विभाग के आदेश के बाद डीएम पंकज दीक्षित ने कंटोनमेंट जोन को छोड़कर जिले के सभी क्षेत्रों में शुक्रवार से इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल और हार्डवेयर के दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है। जिलाधिकारी की तरफ से जारी किए गए आदेश के अनुसार दुकानें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को ही खुलेगी।शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मार्केट और मॉल की कोई भी दुकानों को खोलने की इजाजत नहीं है। जो दुकानें खुलेंगी वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। दुकान के आगे दो गज की दूरी पर निशान लगाना होगा जहां लोग खड़े होंगे। डीएम ने बताया कि जो दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए दुकान को तुरंत बंद कराया जाएगा। दुकानदार, कर्मचारी और ग्राहकों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा।दुकान के लोगों और ग्राहकों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। सासाराम नगर परिषद क्षेत्र, मुरादाबाद, कोचस, राजपुर को कंटोनमेंट जोन में रखा गया है। इन क्षेत्रों को छोड़कर जिले के सभी स्थानों की दुकानें साेमवार, बुधवार और शुक्रवार को सुबह 10 बजे से 4 बजे तक खुलेंगी। जिन दुकानों को खोलने का आदेश दिया गया है। उसमें इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, पंखा, कूलर, एसी, मोबाइल, कंप्यूटर, यूपीएस, बैट्री की दुकानें और सर्विस सेंटर शामिल हैं। इसके साथ ही ऑटोमोबाइल, टायर-ट्यूब, ल्यूब्रिकेंट की दुकानें भी खुलेगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article