india news सात दिन से अस्पताल में भर्ती पुलिस अफसर की दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, साथ काम करने वाले कई अधिकारी होम क्वारैंटाइन By Published On :: Mon, 13 Apr 2020 09:52:56 GMT लुधियाना के असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस नॉर्थ (एसीपी) अनिल कोहली को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। वह खांसी, सांस लेने में परेशानी और बुखार की शिकायत के बादपिछले एक सप्ताह से यहां के एक हॉस्पिटल में एडमिट थे। चार दिन पहलेउनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। हालांकि, तबीयत में सुधार नहीं होने के बाद डॉक्टरों ने दोबारा सैंपल जांच के लिए भेजेथे। सोमवार को आई रिपोर्ट में उन्हें संक्रमण की पुष्टि हुई है। लुधियाना में अब तक संक्रमण के 11 केस आ चुके हैं। इसमें दो संक्रमित महिलाओं की मौत हो चुकी है।पंजाब में पुलिस अधिकारी के संक्रमण होने का यह पहला मामला है। अधिकारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके संपर्क में रहकर काम करने वाले कई थाना प्रभारियों व अन्य को होम क्वारैंटाइन कर दिया गया है। एसीपी मूल रूप से खन्ना जिले के रहने वाले हैं। लुधियाना की पॉश कॉलोनी सन सिटी में रहते हैं। एसीपी का बड़ा बेटा कनाडा में रहता है।अस्पताल में भर्ती चल रहे थे 52 वर्षीय एसीपीलुधियाना के सिविल सर्जन राजेश बग्गा ने बताया कि 52 वर्षीय एसीपी नॉर्थ अनिल कोहली पिछले एक सप्ताह से एसपीएस अस्पताल में भर्ती चल रहे थे। 4 दिन पहले ही कोरोना के लक्षण पाए जाने पर टेस्ट किया गया तो रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन हालत ठीक नहीं होने पर दोबारा से सैंपल लेकर पटियाला के राजिंदरा अस्पताल भेजा गया। अब यह रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सिविल सर्जन का कहना है कि संक्रमण की रिपोर्ट के बाद उनकी हिस्ट्री ट्रेस की जा रही है।सिविल अस्पताल में दम तोड़ने वाली बच्ची व महिला की रिपोर्ट निगेटिवदो दिन पहले सिविल अस्पताल में दम तोड़ने वाली 10 वर्षीय बच्ची की रिपोर्ट निगेटिव है। सैंपल रिपोर्ट के इंतजार के कारण बच्ची का शव दो दिन से सिविल अस्पताल में पड़ा था। वहीं सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दम तोड़ने वाली 59 वर्षीय एक अन्य संदिग्ध महिला मरीज की सैंपल रिपोर्ट भी निगेटिव पाई आई है। लुधियाना में सबसे पहले संक्रमित हुई स्टील कारोबारी की पत्नी डीएमसी में इलाज के बाद ठीक होकर घर लौट चुकी हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर सिबॉलिक है। जालंधर में अब तक संक्रमण के कुल 11 मामले सामने आए हैं। Full Article
india news लाॅकडाउन में जरूरी सामान पहुंचाने वाली विशेष पार्सल ट्रेनें 25 अप्रैल तक चलेंगी By Published On :: Mon, 13 Apr 2020 23:30:00 GMT अंबाला मंडल ने आवश्यक वस्तुओं को नागरिकों तक पहुंचाने हेतु विशेष पार्सल गाड़ियों का संचालन 25 अप्रैल तक बढ़ाया है। लुधियाना-बांद्रा यह गाड़ी बांद्रा से 15, 17, 20, 22 और 24 अप्रैल को रात 8.00 बजे चलेगी और लुधियाना पहुंचेगी। इसमें 5 पार्सल यान और 1 एसएलआर होंगे। वहीं लुधियाना से 17, 19, 22, 24 और 26 अप्रैल को 23.30 बजे चलेगी और बांद्रा टर्मिनस जायेगी। मुंबई सेंट्रल–फिरोजपुर गाड़ी : मुंबई सेंट्रल से 14, 16, 18,19, 21, 23 और 25 अप्रैल को 19.45 पर चलेगी और फिरोजपुर जाएगी। यही गाड़ी फिरोजपुर से 14, 16, 18, 20, 21, 23, 25 और 27 अप्रैल को 08.00 बजे चलेगी और मुंबई सेंट्रल जाएगी।हैदराबाद-अमृतसर: यह गाड़ी हैदराबाद से 17 और 24 अप्रैल को 19.30 पर चलेगी और अमृतसर जाएगी और अमृतसर से 20 व 27 अप्रैल को 05.00 बजे चलेगी और हैदराबाद जाएगी। अमृतसर-हावड़ा यह गाड़ी अमृतसर से 25 अप्रैल तक प्रतिदिन 18.40 बजे चलेगी और हावड़ा जाएगी। यही गाड़ी हावड़ा से 28 अप्रैल तक प्रतिदिन 19.10 पर चलेगी और अमृतसर आएगी। दिल्ली–जम्मूतवी यह गाड़ी दिल्ली से 25 अप्रैल तक प्रतिदिन 22.30 पर चलेगी और जम्मूतवी जाएगी और जम्मू से 26 अप्रैल तक प्रतिदिन 18.10 पर चलेगी।कालका-अंबाला-कालका पार्सल गाड़ीयह गाड़ी कालका से 25 अप्रैल तक प्रतिदिन 20.00 बजे चलेगी और अम्बाला 21.50 बजे पहुंचेगी और अम्बाला से 26 अप्रैल तक प्रतिदिन 04.00 बजे चलकर 05.50 बजे कालका पहुंचेगी और मार्ग में दोनों दिशाओं में चंडीगढ़ स्टेशन पर ठहराव लेगी।देहरादून-दिल्ली-देहरादून दैनिक पार्सल गाड़ीयह गाड़ी देहरादून से 25 अप्रैल तक प्रतिदिन 10.00 बजे चलेगी और दिल्ली पहुचेगी। वहीं दिल्ली से 26 अप्रैल तक प्रतिदिन 16.10 बजे चलेगी और देहरादून पहुंचेगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Special parcel trains that deliver essential goods to the lockdown will run till 25 April Full Article
india news बिजली उपभाेक्ताओं से औसतन नहीं मीटर रीडिंग के हिसाब ही बिल वसूलेगा पावरकॉम By Published On :: Mon, 13 Apr 2020 23:30:00 GMT पावरकॉम ने बिजली उपभाेक्ताओंसे अब औसतन बिल नहीं बल्कि रीडिंग के हिसाब से ही बिल वसूलेगा। इससे पहले पावरकाॅम ने बिजली का औसतन बिल भेजने की याेजना बनाई थी। उपभाेक्ताओंके विराेध के बाद खास इंडस्ट्रियल उपभाेक्ताओंने एवरेज बिल का विराेध किया था। इसके बाद फैसला बदला गया। इसके बाद भी पावरकाॅम 10 हजार रुपए से अधिक का बिल ऑनलाइन भुगतान करने वाले उपभोक्ता काे 1 प्रतिशत बिल में रियायत दे रही है।लॉक डाउन व कर्फ्यू की वजह से फैक्ट्रियां बंद हैं और उनके ना चलने पर भी एवरेज के हिसाब से बिजली का बिल भरना कारोबारियों काे मुश्किल था। पावरकॉम के चेयरमैन कम डायरेक्टर (सीएमडी) इंजीनियर बलदेव सिंह सरां ने वीडियो कांफ्रेंसिंग कर समस्याएं सुनी थीं, जिसमें उद्योगपतियों ने समस्याओं के बारे में बताया था।एडवांस बिजली बिल जमा कराओ, हर माह 1 फीसदी ब्याज पाओपंजाब स्टेट पावर काॅरपोरेशन लिमिडेट (पीएसपीसीएल) ने 15 लाख से अधिक कंज्यूमर को एडवांस में बिल जमा करवा कर उस पर ब्याज लेने का सुनहरा मौका दिया है। एडवांस बिल जमा करने पर पावरकाॅम उपभोक्ता को महीने का 1 फीसदी यानी साल का 12 फीसदी ब्याज देगा। एडवांस में बिजली बिल का भुगतान 7-8 साल पहले भी किया जाता था। परंतु किसी कारण वश इसे बंद कर दिया गया। अब पावरकॉम ने बिजली बिल की एडवांस पेमेंट दोबारा से शुरू कर दी है। चीफ इंजीनियर दलजीत इंदरपाल सिंह ग्रेवाल ने बताया कि उपभोक्ता अपने बिजली बिल के साल की एवरेज बिल के मुताबिक एडवांस बिल जमा करवा सकता है।ऐसे भरें बिजली बिलबिजली बिल 2 तरह से भर सकते हैं Paytm और PhonePe से। आप चाहे तो वेबसाइट www.pspcl.in पर जाकर भी बिल भर सकते हैं। आप एप्लीकेशन से बिल ऑनलाइन भरें, क्याेकि एप्लीकेशन से बिल भरना एक एकदम आसान है। अगर आपके पास समार्ट फाेन नहीं है तो अपने कंप्यूटर या ऐसा मोबाइल जिसमें इंटरनेट चलता हो उसमें आप Paytm या PhonePe की वेबसाइट जाकर करके बिजली का बिल ऑनलाइन भर सकते हैं।इधर, गोबिंदगढ़ में एक फीसदी छूट के लिए 10 करोड़ एडवांस पेमेंट जमा कराईलॉक डाउन के कारण पावरकॉम में फाइनेंशल क्राइसेस चल रहा है। गोबिंदगढ़ में एक व्यक्ति ने एडवांस पेमेंट जमा करवाई गई है। उन्हें उसका साल का 12% ब्याज मिलेगा। इसी तरह लुधियाना की इंडस्ट्री से भी अपील है कि वो भी एडवांस बिल जमा करवाए ताकि उनका साल का इकट्ठा बिल जमा होने से टेंशनफ्री होंगे वहीं पावरकॉम साल का ब्याज भी देगा। जिससे इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा।इस हिसाब से प्रति यूनिट देना हाेता है बिजली बिल यूनिट बिल/यूनिट 200 4.99 रुपए 300 6.59 रुपए 500 7.20 रुपए 800 7.41 रुपए 2 किलो वाट तक रुपए 35/यूनिट और 2-7 किलो रुपए 45/यूनिट फिस्क चार्ज है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Powercom will charge bill from electricity users on average, not on meter reading Full Article
india news लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष सिमरजीत बैंस की सुरक्षा वापस, एएसआई की कलाई कटने पर दिया था विवादित बयान By Published On :: Tue, 14 Apr 2020 09:37:58 GMT दो दिन पहले पटियाला में निहंगों के हमले में पंजाब पुलिस के एएसआई की कलाई कट जाने के बाद विवादित बयान देना लुधियाना के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को भारी पड़ गया। लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष बैंस की सुरक्षा वापस लेने के फैसले के साथ इसमें लगे चार पुलिस मुलाजिमों को तुरंत प्रभाव से पुलिस लाइन में ड्यूटी जॉइन करने को कहा गया है। इतना ही नहीं, अक्सर विवादित बयान देने के बाद लोगों की वाहवाही लूटने वाले बैंस दो दिन से सोयाल मीडिया पर भी अकेले से पड़े नजर आए।दरअसल, बैंस ने पटियाला की सब्जी मंडी में हुई घटना के लिए पुलिस को दोषी ठहरा दिया था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर लुधियाना के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा था कि बीते दिनों पुलिस ने लोगों के साथ जैसा सुलूक किया, यह उसकी प्रतिक्रिया थी। वीडियो में बैंस ने उल्टा सवाल दाग दिया कि जांच इस एंगल से होनी चाहिए कि आखिरकार निहंगों को कृपाण क्यों निकालनी पड़ी।यह है पूरी हकीकतहालांकि हकीकत में साफ दिख रहा है कि किस तरह बिना कर्फ्यू पास के सब्जी मंडी पहुंचे निहंग पुलिस के रोके जाने के बाद बैरिकेड तोड़कर भागने का प्रयास करते हैं। एक बैरिकेड पर गाड़ी के अगले हिस्से के फंस जाने के चलते मजबूरन उन्हें रुकना पड़ा। इस पर उन्होंने किसी तरह तलवारें लहराते हुए एएसआई हरजीत की कलाईही उसकी बाजू से अलग कर दी और दूसरे पुलिस वालों की पिटाई भी की।हो रहे पुलिस वाले की बहादुरी के चर्चेएक तरफ बैंस के खिलाफ मैसेज के जरिये सख्त शब्दों के प्रयोग का क्रम जारी रहा तो दूसरी ओर सोशल मीडिया पर पीड़ित एएसआई हरजीत सिंह की बहादुरी का जिक्र करते हुए लोगों द्वारा उसे हीरो के तौर पर पेश किया गया। इसमें मुख्य रूप से कहा गया कि यह बहादुर सिपाही दुपहिया वाहन पर ही अपना कटा हुआ हाथ लेकर दस किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंच गया।जवाब के लिए घनघनाती रहीमीडिया के फोनों की घंटियांवीडियो के बारे में विधायक सिमरजीत सिंह बैंस की प्रतिक्रिया लेने के लिए मीडिया ने कई प्रयास किए। सिर्फ एक बार फोन कॉल अटेंड हुई, जिस दौरान बैंस के पीए ने विधायक के व्यस्त होने की बात कहते हुए बाद में कॉल करवाने की बात कही। इसके बाद भी इस नंबर पर कोई जवाब नहीं मिल रहा। उधर इस मसले पर पंजाब पुलिस के उच्चाधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए सख्ती बरती है। कर्फ्यू के बीच बैंस की सुरक्षा में लगे चार पुलिस मुलाजिमों को तुरंत प्रभाव से पुलिस लाइन में जॉइन करने संबंधी निर्देश जारी हुए हैं।डीजीपी बोले-नफरत फैलाने वालों पर होगी ऐसी कार्रवाईइस मामले अक्सर विवादित बयान देकर वाहवाही बटोरने वाले लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस इस बार बुरी तरह फंस गए हैं। साथ ही पुलिस ने इसी घटना की आड़ में धार्मिक नफरत फैलाने वाले मोगा, होशियारपुर, मलोट व बटाला के रहने वाले चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने चेतावनी भी दी है कि धर्म के नाम पर नफरत फैलाने वालों पर इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लुधियाना के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस, जो विवादित बयान के बाद फंसते नजर आ रहे हैं। Full Article
india news पति से विवाद के बाद अकेली रह रही महिला की हत्या, शव देख काम वाली ने शोर मचाया; पड़ोसियों ने पुलिस बुलाई By Published On :: Wed, 15 Apr 2020 08:20:44 GMT लुधियाना के पॉश इलाके भाई रणधीर सिंह नगर के आई-ब्लॉक में एक महिला की हत्या कर दिए जाने का मामला सामने आया है। पता चला है कि पति के साथ विवाद के बाद वह यहां किराये के मकान में अकेले रह रही थी और हत्या की वारदात से पर्दा तब उठा, जब काम वाली आई। शव को देख उसने शोर मचाना शुरू कर दिया और इसके बाद वहां जमा हुए पड़ोसियों नेपुलिस बुलाई ली। पुलिस के मुताबिक प्राथमिक जांच में हत्या गला दबाकर या फिर सांस रोककर की गई लगती है। महिला के चेहरे पर एक लिफाफा भी ढका मिला है।शव को पोस्टमॉर्टम के लिए लुधियाना सिविल अस्पताल ले जाती टीम।मिली जानकारी के अनुसार, 44 वर्षीय गीता ने हैदराबाद के रामा कृष्णन से फेसबुक के जरिये मुलाकात के बाद दूसरी शादी की थी। इन दिनों पति हैदराबाद में ही नौकरी कर रहा था, जबकि गीता यहां आयुर्वेदिक प्रोडक्ट की दुकान चलाती थी। दो दिन पहले मकान मालिकों ने उसे देखा था, लेकिन उसके बाद वह नजर नहीं आई। मकान मालिकों ने सोचा कि कोरोना वायरस को लेकर चल रहे कर्फ्यू के कारण गीता कमरे में ही होगी। मंगलवार सुबह उसके घर काम करने वाली महिला आई तो अंदर गीता का शव पड़ा हुआ था।उसके मुंह के ऊपर लिफाफा चढ़ा हुआ था, जिसे देख नौकरानी ने शोर मचा दिया और आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। सूचना मिलने के बाद एसीपी वैस्ट समीर वर्मा थाना सराभा नगर पुलिस, सीआइए टीम, डॉग स्कवॉयड, फिंगर प्रिंट टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। महिला की मौत कोरोना वायरस से न हुई हो, उसकी पुष्टि के लिए पुलिस प्रशासन ने पहले कोविड-19 टीम को बुलाकर जांच करवाई। हालांकि ऐसा कुछ नहीं मिला, तब कहीं पुलिस ने अपनी जांच शुरू की। थाना सराभा नगर पुलिस ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।एसीपी समीर वर्मा ने बताया कि अब तक की जांच में हत्या गला दबाकर या फिर सांस रोककर की गई लगती है, बाकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्थिति स्प्ष्ट हो जाएगी। साथ ही जिसने भी हत्या की है, वह गीता देवी का जानकार रहा होगा, क्योंकि घर में ली गई एंट्री फ्रैंडली लगती है। आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक किए जा रहे हैं। पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल भी खंगाली तो कुछ नंबर मिले हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लुधियाना के भाई रणधीर सिंह नगर में किराये के मकाने मेंमहिला का शव मिलने की सूचना के बाद मौके पर पहुंची एंबुलेंस और कोविड-19 जांच टीम। पुलिस ने कोरोना से मौत का संदेह होने के चलते इस टीम को बुलाया था। Full Article
india news गांव में घुसने से रोका तो युवक पहले यहां-वहां थूकने लगा, फिर 50 फीट ऊंचे बिजली के खंभे पर चढ़ा, 3 घंटे बाद नीचे गिरा By Published On :: Wed, 15 Apr 2020 14:26:16 GMT खन्ना के गांव भमद्दी के एंट्री प्वाइंट पर प्रवासी को जाने से रोका तो वह थूकने लगा। लोगों ने पकड़ने की कोशिश की तो वह भागकर 50 फुट ऊंची बिजली की हाईपावर एक्सटेंशन खंभेपर चढ़ गया। जिस खंभे पर वह चढ़ा वह लाइन चालू नहीं थी। कोरोना संदिग्ध मान पुलिस व सेहत विभाग को सूचना दी गई।तीन घंटे तक चले ड्रामे में जब वह व्यक्ति नीचे नहीं उतरा तो बिजली विभाग के दो कर्मचारी पीपीई किट पहनाकर खंभे पर चढ़े। यूपी के सहारनपुर का यह युवक अपनी पैंट के जरिये तारों पर आगे बढ़ने लगा, पर गिर गया।युवक उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का रहने वाला बताया जा रहा है। इस बारे मेंडीएसपी राजन परमिंदर सिंह ने बताया कि सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति को नीचे उतरने के लिए काफी अपील की, लेकिन जब वह नीचे नहीं उतरा तो बिजली निगम के कर्मियों को पीपीई किट पहनाकर ऊपर भेजा गया।उसे नीचे उतारे जाने की कोशिशों के बीच वह अपनी पैंट के सहारे तारों पर चलने लग गया, लेकिन इसी दौरान संतुलन बिगड़ा और वह नीचे गिर गया। गनीमत रही कि नीचे खेत में गिरा, नहीं तो जान भी जा सकती थी। उधर इस बारे में सेहत विभाग की रैपिड कोविड टीम के अधिकारी हरविंदर कौर ने बताया कि उसे लुधियाना सिविल अस्पताल भेज दिया है जहां उसके सैंपल लिए जाएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पैंट के सहारे बिली की हाई वोल्टेज तारों पर चलता युवक, जो बाद में नीचे गिर गया। Full Article
india news 9वीं से 12वीं के थ्योरी पेपर में 20% सवाल ऑब्जेक्टिव होंगे By Published On :: Fri, 17 Apr 2020 04:42:34 GMT अगले अकादमिक वर्ष से सेंटर बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) 9वीं से 12वीं क्लास की एग्जाम की मार्किंग के लिए नया पैटर्न अपनाने जा रहा है। जारी पत्र के मुताबिक थ्योरी पेपर में 20% सवाल ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे। इसमें मल्टीपल चॉइस वाले सवाल भी शामिल हैं। इसी तरह से 20% और 10% केस बेस्ड या सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड सवाल पूछे जाएंगे।ये बदलाव क्लास 9वीं, 10वीं और 12वीं के लिए हैं। फाइनल एग्जाम में बाकी बचे सवाल शॉर्ट और लॉन्ग आंसर फॉर्मेट में होंगे। 2019-20 में 9वीं-10वीं के लिए केस बेस्ड औरसोर्स बेस्ड इंटीग्रेशन सवाल इंट्रोड्यूस किए गए, लेकिन तब इनकी निर्धारित संख्या तय नहीं थी। साल 2020 के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम की थीम कॉम्पिटेंसी बेस्ड एजुकेशन है।असेस्मेंट में फेल स्टूडेंट्स अगली कक्षा में होंगे प्रमोटसीबीएसई ने उन सभी स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में प्रमोट करने के निर्देश दिए हैं, जो स्कूल के इंटरनल असेस्मेंट में फेल हो गए हैं। कई स्कूलों ने ऐसे स्टूडेंट्स का रिजल्ट रोक दिया है। इसे लेकर बोर्ड ने सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि जो छात्र इंटरनल असेस्मेंट में फेल हो गए हैं, उनका स्कूल अपने स्तर पर दोबारा ऑनलाइन या ऑफलाइन टेस्ट लें और अगली कक्षा में प्रमोट करें।नीट और जेईई के आवेदन फार्म में परीक्षार्थी तीन मई तक करें सुधारकोरोना वायरस के प्रकोप के कारण नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने एक बार फिर नीट और जेईई परीक्षा के लिए एप्लीकेशन फॉर्म में सुधार प्रक्रिया की आखिरी तारीख को बढ़ा दिया है। अब स्टूडेंट्स 3 मई तक एप्लीकेशन फॉर्म में करेक्शन करवा सकते हैं। एनटीए ने 19 मार्च से करेक्शन प्रोसेस रिओपन कर दी थी। उम्मीदवार अपने फॉर्म में बदलाव ऑफिशियल वेबसाइट ntaneet.nic.in और jeemain.nta.nic.in पर जाकर कर सकते हैं। इससे पहले एनटीए ने सुधार करने और एग्जाम सेंटर बदलने की आखिरी तारीख 14 अप्रैल रखी थी।ऐसे करें सुधार सबसे पहले एनटीए की वेबसाइट ntaneet.nic.in और jeemain.nta.nic.in पर जाएं। सुधार विंडो से संबंधित लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद एनटीए नीट 2020 और जेईई मेन 2020 एप्लिकेशन करेक्शन पर क्लिक करें। यहां अपनी डिटेल्स जैसे नाम, रोल नंबर और अन्य जानकारी दर्ज करें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today In the theory paper of 9th to 12th, 20% questions will be objective Full Article
india news पायल के कानूनगो की मौत से जिले में मरने वालों की संख्या तीन हुई; एसीपी अनिल कोहली के बाद अब पत्नी, ड्राइवर और एक एसएचओ को भी संक्रमिण की पुष्टि By Published On :: Fri, 17 Apr 2020 17:31:31 GMT लुधियाना में कोरोना का कहर जारी है। कुछ दिन पहले पंजाब पुलिस के एसीपी लुधियाना नॉर्थ की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। अब एसीपी की पत्नी, एसएचओ और ड्राइवर की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। जिले में अब तक कुल 15 लोगों को संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें से दो महिलाओं की बीते दिनों मौत हो चुकी है। वहीं आज मौत कायह आंकड़ा 3 होगया। आज 58 वर्षीय कानूनगो की कोरोना से मौत हो गई।जिले के कस्बा पायल निवासी गुरमेल दिल की बीमारी के अलावा खांसी-बुखारसे पीड़ित हो 14 अप्रैल से डीएमसी अस्पताल में भर्ती थे। एसीपी का ड्राइवर फिरोजपुर का रहने वाला है। सेहत विभाग ने फिरोजपुर के जिला प्रशासन को सूचित किया है और वहां भी कुछ लोगों क्वारैंटाइन किया जा रहा है।52 वर्षीय एसीपी नॉर्थ अनिल कोहली पिछले 6 अप्रैल से एसपीएस अस्पताल में भर्ती चल रहे थे। 9 अप्रैल को कोरोना के लक्षण पाए जाने पर टेस्ट किया गया तो रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन हालत ठीक नहीं होने पर दोबारा से सैंपल लेकर पटियाला के राजिंदरा अस्पताल भेजा गया। 13 अप्रैल को यह रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि अभी तक उनकी हिस्ट्री ट्रेस नहीं की जा सकी है, लेकिन इसके बाद चार दिन के अंतराल में चार केस सामने और आ गए।22 मार्च से ड्यूटी पर नहीं थे कानूनगो गुरमेल, 14 अप्रैल से थे डीएमसी में भर्तीपुलिस जिला खन्ना की सब डिविजन पायल निवासी कोरोना पॉजिटिव 58 वर्षीय कानूनगो गुरमेल को 14 अप्रैल को तबीयत बिगड़ने पर डीएमसी अस्पताल में लाया गया था। कानूनगो की तबीयत खराब होने के कारण 22 मार्च के बाद ड्यूटी पर नहीं बुलाया गया था। वह तब से ही अपने निवास पर क्वारैंटाइन थे, वहीं हालत ज्यादा खराब होने के चलते बाद में अस्पताल लाया गया।सेहत विभाग का कहना-कानूनगो से मिलने के लिए 60-70 लोग आए थेपरिवार में कानूनगो के पिता, माता, बेटा और बेटी हैं। बताया जाता है कि उनकी सास भी कुछ समय के लिए उनके निवास पर आई थीं। उनके बेटे का कहना है कि उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है और न ही वह किसी व्यक्ति विशेष के संपर्क में आए थे। उधर, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कानूनगो से मिलने के लिए 60-70 लोग आए थे। विभाग की टीमें उन लोगों की पहचान कर रही हैं। उनकी स्क्रीनिंग भी की जाएगी। लक्षण पाए गए तो उन्हें आइसोलेट भी किया जाएगा।क्या कह रहे हैं सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गासिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा का कहना है कि शुक्रवार को एसीपी अनिल कोहली की पत्नी, ड्राइवर और संपर्क में रहे एक एसएचओ को कोरोना संक्रमण की बात सामने आई है। उन्हें भी पुलिस अधिकारी से पता चला है।सिविल सर्जन ने बताया कि एसपीएस अस्पताल में भर्ती एसीपी अनिल कोहली के साथ रहने वाले कॉन्स्टेबल व एएसआई की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। उन्होंने बताया कि अब 86 सैंपलों की रिपोर्ट पेंडिंग है। वहीं एसीपी की हालत स्थिर बनी हुई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोरोना संक्रमण की संदिग्ध महिला से बात करते डॉक्टर्स। फाइल फोटो Full Article
india news मंडियों में कोरोना से बचाव के बीच मौसम की मार, किसान परेशान By Published On :: Fri, 17 Apr 2020 23:30:00 GMT सूबे में शुक्रवार की सुबह किसानों के लिए परेशानियां लेकर आईं। कोरोना से बचाव के तमाम उपाय अपनाते हुए मंडियों में पहुंचे किसान को मौसम के बदले तेवरों का भी सामना करना पड़ा। कोरोना से बचाव को प्राथमिकता में रखने वाले प्रशासन व आढ़तियों का ध्यान कुदरत की ओर नहीं होने के चलते अपने बच्चों की तरह पाली फसल को बचाने के लिए किसान मंडियों में मोर्चा लेते दिखे। घर में बोरियों से बनाई जुगाड़ु तिरपालों से गेहूं को बचाने की कोशिश की गई।जबकि सूबे के कई जिलों में कई जगह सुबह से ही बूंदाबांदी व तेज हवाओं के चलने से किसान परेशान हुए। मलोट के गांव लंबी, वनवाला, मेहना, भीटीवाला, ढाणी तेलिया दी, कंदखेड़ा सहित विभिन्न गांवों में ओले गिरने व बारिश से गेहूं की पकी फसल समेत सब्जियों की फसल को नुकसान हुआ है।आज भी आंधी के आसार, 22 तक ऐसा ही रहेगा मौसमदूसरी तरफ चंडीगढ़ के वेदर स्टेशन पर डायरेक्टर डॉ सुरेंद्र पाल ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर महीन बूंदाबांदी हो सकती है। मध्यम गति की हवाएं चलेंगी। अभी 22 अप्रैल तक इसी तरह का मौसम रहेगा। लेकिन दोपहर को तीखी धूप का असर बरकरार रहेगा।इसी दौरान जालंधर में एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन में हवाएं चलने से शाम 4:00 बजे टेंपरेचर में कमी दर्ज की है। जहां 1 दिन पहले 35 डिग्री टेंपरेचर चल रहा था आज वह 27 पर आ गया। रात का टेंपरेचर 20 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। मौसम विभाग के अनुसार अभी मुख्य तौर पर दोपहर को तीखी धूप का सामना करना पड़ेगा।कटाई शुरू होते ही कम हुई हवा की गुणवत्तागेहूं की कटाई शुरू होते ही खेतों से उठने वाली धूल से एयर क्वालिटी इंडेक्स फिर से बढ़ना शुरू हो गया है। 4 दिन पहले जहां हवा का क्वालिटी इंडेक्स 35 चल रहा था, वह शुक्रवार को बढ़कर 58 पहुंच गया है। यानी कि प्रति घन मीटर हवा में 58% पोलूशन के कण हैं। फिलहाल वाहनों से पैदा होने वाली गैसों की बजाए धूल के कणों के कारण हवा खराब हो रही। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Weather kills between farmers from Corona in the mandis, farmers upset Full Article
india news सब्जी के भाव को लेकर कहासुनी, नौबत ईंट-पत्थर और धारदार हथियाराें से हमले तक आई By Published On :: Sat, 18 Apr 2020 11:29:16 GMT लुधियाना शहर के टिब्बा रोड पर स्थित मायापुरी एरिया के पंजाबी बाग में धनिवार को दो पक्षों में झड़प हुई है। दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे पर ईंट-पत्थर और तेजधार हथियारों से हमला किया है। पहले शुक्रवार देर रात एक पक्ष ने दूसरे पर हमला किया था और शनिवार सुबह दूसरे पक्ष ने पहले पर हमला किया। दोनों पक्षों के दर्जन से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मौके पर एडीसीपी-4 अजिंदर सिंह की अगुवाई में तीन थानों की पुलिस मौजूद है और ड्रोन की सहायता से पूरे इलाके पर निगाह रखी जा रही है।जानकारी के अनुसार, मोहल्ले की निवासी सुनीता नामक महिला का बेटा सब्जी का रेहड़ा लगाता है। शुक्रवार देर शाम मोहल्ले के ही एक युवक ने उससे सब्जी का भाव पूछा और सब्जी का मोल ज्यादा बताने को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई थी।बात इतनी बढ़ गई कि राजू, सुनील, काला, रवि और कालू नामक युवक ने देर रात सुनीता रानी के घर पर हमला कर दिया। इस दौरान उनकी ओर से ईंट-पत्थर मारे गए थे। इसमें सुनीता, नीशा, तस्लीम आदि लोग घायल हुए थे। उनकी ओर से इसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी। शनिवार सुबह दोनों पक्षों में समझौते की बात चल रही थी कि अचानक सुनीता के पक्ष के लोगों ने रात को हमला करने वाले लोगों के परिवार पर अचानक से हमला कर दिया। इस दौरान हमलावरों ने तेजधार हथियार, ईंट-पत्थर चलाए हैं।सूचना मिलते ही एडीसीपी अजिंदर सिंह की अगुवाई में तीन थानों की पुलिस, एआरपी के जवान और अन्य पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे हैं। लाठी बल से लोगों को उनके घरों में भेजा गया है। पूरे एरिया में ड्रोन की सहायता से निगाह भी रखी जा रही है। एडीसीपी अजिंदर सिंह के अनुसार किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इन लोगों ने कर्फ्यू का भी उलंघन किया है और इस पर कार्रवाई जरूर होगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लुधियाना के मायापुरी इलाके में खूनी झड़प के बाद मौके पर तैनात पुलिस बल। Full Article
india news कोरोना योद्धा लुधियाना एसीपी कोहली शहीद, बीमारी न फैले इसलिए प्रशासन ने कंटेनमेंट शहर घोषित किया By Published On :: Sat, 18 Apr 2020 23:30:00 GMT पंजाब में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। पिछले 5 दिनों से कोरोना से जंग लड़ रहे 52 साल के एसीपी अनिल कोहली ने शनिवार को शहीद हो गए। एसीपी का राजकीय सम्मान के साथ संस्कार किया गया। प्रदेश में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। पटियाला में एक दिन में 15 पॉजिटिव मरीज आए। इनमें सिटी से 9 और राजपुरा से 6 केस सामने आए। शनिवार को राज्य में कोरोना के 20 नए पाजिटिव केस दर्ज किए गए हैं।शहर में 20 अप्रैल से किसी तरह की छूट नहींवहीं चंडीगढ़ प्रशासन ने शनिवार को शहर को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर दिया। प्रशासक वीपी सिंह बदनोर के साथ हुई मीटिंग में यह फैसला किया गया। अब शहर में 20 अप्रैल से किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी। प्रशासन के अनुसार बीमारी को फैलने से रोकने के लिए ऐसा किया गया है। साथ ही कहा गया है कि चंडीगढ़ में आने वाले बाहरी लोगों को 14 दिन के क्वारेंटाइन में रखा जाएगा, चाहे उनमें कोरोना के लक्षण हों या नहीं। लुधियाना में ही शुक्रवार को कानूनगो गुरमेल सिंह की मौत हुई थी। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल ने भी खुद को क्वारेंटाइन कर लिया है। सीएम कैप्टन ने लुधियाना के एसीपी नार्थ अनिल कोहली और कानूगो गुरमेल सिंह के देहांत पर गहरा दुख जताते हुए इनके वारिसों को 50-50 लाख रुपए देने का एलान किया।अस्पताल पहुंचने तक काफी नुकसान पहुंचा चुका था वायरसएसपीएस अस्पताल में पिछले 5 दिनों से कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे एसीपी अनिल कोहली ने शनिवार की दोपहर दम तोड़ दिया। परिजनों को सूचना देने के बाद शव को श्मशानघाट ले जाया गया। जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। डॉक्टर ने बताया कि जब वो अस्पताल पहुंचे थे तब तक उनके शरीर को वायरस ने काफी नुकसान पहुंचा दिया था। उनके दोनों फेफड़ों में समस्या थी। 11 अप्रैल को वेंटिलेटर पर रखना पड़ा।रविवार (12 अप्रैल) देर रात उनकी रिपोर्ट मिली जिसमें ये पॉजीटिव पाए गए। इसके बाद लिवर, किडनी खराब होने शुरू हो गए। शनिवार दोपहर तकरीबन सवा दो बजे उन्होंने आखिरी सांसें ली।पटियाला तीसरा हॉटस्पॉट बना सिर्फ 2 लोगों से 15 लोग पॉजिटिवपटियाला जिले में एक दिन में 15 काेराेना केस पाॅजिटिव आए। ये 15 लोग सिर्फ दो लोगों से पॉजिटिव हुए हैं। इनमें सिटी से 9 और राजपुरा से 6 केस हैं। शहर के ये सभी 9 मरीज बुक्स मार्केट से हैं। शुक्रवार को बुक्स मार्केट में पुस्तक महल दुकान के जिस मालिक कृष्ण लाल अग्रवाल व उनके 3 पारिवारिक मैंबर्स की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी, आज उनके भतीजे, भतीजे की मां, उसकी पत्नी और करीबन 10 साल की बेटी भी पॉजिटिव आई हैं। कृष्ण लाल अग्रवाल के साथ रहते एक अन्य सिगरेट की दुकान करने वाले व्यक्ति का परिवार भी कोराना पॉजीटिव आया है। इसमें यह व्यक्ति, उसकी पत्नी, बेटा (यह बेटा पंचकूला में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और इन दिनों पटियाला आया हुआथा), पुत्रवधू और उनकी साढ़े 4 साल की बेटी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।सेहत विभाग ने बुक्स मार्केट से कुल 11 लोगों के सैंपल लिएशुक्रवार को सेहत विभाग ने बुक्स मार्केट से कुल 11 लोगों के सैंपल लिए थे जिनमें से 9 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन सभी को राजिंदरा अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। इधर, राजपुरा की काेराेना पाॅजिटिव महिला का पटियाला के रजिंदरा अस्पताल में इलाज चल रहा है। विभाग ने कमलेश रानी के घर के 15 सैंपल लिए थे। शनिवार देर शाम 6 बजे महिला के घर के 6 लाेग पाॅजिटिव मिले। इनमें ढाई साल का बच्चा भी शामिल है। इन 6 लाेगाेंमें एक बच्चा, बेटा, बेटे की बहू, दामाद, बेटी सहित एक परिवार का और मेंबर है। जानकारी के मुताबिक महिला के बेटे ने बीते दिनाें लंगर बांटा था।डॉक्टरों पर पूरा भरोसा रखा, हर निर्देश माना: हरजिंदरगुरु नानकदेव अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होशियारपुर के कोरोना पॉजिटिव हरजिंदर सिंह (58) की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। वह 16 दिन पहले रैफर होकर गुरु नानकदेव अस्पताल आए थे। शुक्रवार को उनका दूसरा सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। शनिवार को टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने हरजिंदर सिंह को छुट्टी दे दी गई। बकौल हरजिंदर, 2 अप्रैल को भर्ती होने के बाद उन्होंने डॉक्टरों पर पूरा भरोसा रखा और उनका हर निर्देश मानते हुए हौसला नहीं छोड़ा। यहां इलाज के पहले दो दिन उन्हें सांस में तकलीफ महसूस हुई मगर बाद में वह ठीक होते चले गए। अब घर जाते हुए वह बेहद खुश हैं।राज्य में 14 और ठीक हुए, सौ याेद्धाओं ने कोरोना काे हरायादेश में कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। फिर भी राहत की बात यह है कि ठीक होने वालों का आंकड़ा इससे बेहतर है। पिछले 24 घंटे में अम्बाला में एक, फरीदाबाद में तीन, नूंह में चार, पलवल में छह मरीजों के ठीक होने के साथ ही अस्पताल से घर लौटने वालों का आंकड़ा 100 पर पहुंच गया है। करीब 45.45 फीसदी मरीज स्वस्थ हो चुकी हैं। शनिवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक, पलवल में चार, सोनीपत में तीन, नूंह-अम्बाला में एक-एक केस पॉजिटिव आया है।अब तक कुल 235 मरीज मिल चुके हैं। नए मरीजों में अम्बाला की नर्स भी शामिल है। इस समय अस्पताल में 132 लोग भर्ती हैं। इनमें करीब 120 जमाती हैं। राहत की बात यह भी है कि सात जिलों में पिछले 14 दिनों में एक भी नया केस सामने नहीं आया है। इनमें भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रोहतक, सिरसा और यमुनानगर शामिल हैंं। यहां अभी कोई केस भी नहीं है।प्रदेश मेंकल से खुलेंगे सरकारी कार्यालयसोमवार से प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों को खोल दिया जाएगा। ए और बी ग्रेड के सभी अधिकारी-कर्मचारी दफ्तर आएंगे। ग्रुप-बी और डी के कर्मचारियों की उपस्थिति 33 फीसदी रहेगी, जो साप्ताहिक रोस्टर प्रणाली के तहत तय की जाएगी। इसे लेकर मुख्य सचिव की ओर से सभी एचओडी को आदेश जारी किए गए हैं। कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। गेट पर सैनीटाइजर का इंतजाम होगा। अधिकारी और कर्मचारियों के लिए मास्क अनिवार्य रहेगा।हमीरपुर में दाे और ऊना में एक व्यक्ति संक्रमित 250 के लिएसैंपलहिमाचलमें काेराेना पाॅजिटिव के मामले 39 तक पहुंच गए हैं। शनिवार काे जिला ऊना के अंब उपमंडल के जम्मन कफबाली गांव में एक व्यक्ति काेराेना पाॅजिटिव पाया गया। शनिवार काे प्रदेश में 250 लोगों के सैंपल लिए गए, जिसमें से 56 की रिपाेर्ट नेगेटिव पाई गई। शुक्रवार देर रात काे हमीरपुर जिला में दाे लाेग काेराेना पाॅजिटिव आए। ऐसेमें अब तक हिमाचल में 39 केस आचुके हैं। जला ऊना के जम्मन कब्बाली गांव का 60 वर्षीय रहीम बक्श कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। रहीम बख्श सात से 10 मार्च तक दिल्ली गया था। उसके बाद यह लॉक डाउन के दौरान ही अपने पुश्तैनी गांव आया था। रहीम बख्श काफी अर्से से चंडीगढ़ सैटल था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Corona warrior Ludhiana ACP Kohli martyr, disease did not spread so the administration declared the city of containment Corona warrior Ludhiana ACP Kohli martyr, disease did not spread so the administration declared the city of containment Full Article
india news मैं लोगों की जान का रिस्क नहीं ले सकता, मंडी बंद होनी जरूरी By Published On :: Sat, 18 Apr 2020 23:52:00 GMT एसीपी नॉर्थ अनिल कोहली की मौत के बाद एक वीडिया सामने आया है, जिसमें ‘खुद से पहले फर्ज’ को रखने की मिसाल झलकती है। एसीपी, मंडी बोर्ड की अधिकारी, एसएचओ बस्ती जोधेवाल अर्शप्रीत कौर समेत 15 के करीब लोगों की टीम के साथ आढ़ियों से मुखातिब थे। जालंधर बाईपास स्थित सब्जी मंडी में रोज उमड़ती भीड़ और कोराेना संक्रमण को लेकरि बढ़ते खतरे को देखते हुए कोहली समझाते हैं, ‘मंडी बंद होना जरूरी है। अगर मंडी बंद भी होगी तो भी हमें ड्यूटी करनी है। बस, इतना फर्क है कि तब हमारा ध्यान मंडी पर नहीं, बाहर शहर में होगा। ये सब करने के पीछे हमारा फायदा नहीं, बल्कि आपका ही फायदा है, आप सुरक्षित रहेंगे।लोग कहेंगे कि लंगर के सामान के लिए मंडी खोलिए, तो मैं स्पष्ट करता हूं कि मैं लोगों की जान का रिस्क नहीं ले सकता।’ करीब 1 मिनट 55 सेकंड मिनट की इस वीडियो में वह यही बताते हैं कि मंडी में किसानों, रेहड़ी-फड़ियों और आम लोगों को आने से कितना बड़ा खतरा है। इसके बाद से ही मंडी आम लोगों के लिए बंद कर दी गई थी। चुनिंदा वेंडर ही सब्जी-फल खरीदने आते हैं और फिर शहर में ये छोटे-छोटे बिक्रेताओं को सप्लाई करते हैं। यह भी माना जा रहा है कि मंडी और ऐसी बैठकों से ही वो कोरोना संक्रमित हुए होंगे।1990 में एएसआई रैंक पर भर्ती हुए थे कोहलीएसीपी अनिल कोहली पंजाब के जिन जिलों में ड्यूटी करते रहे है, वो उन्हें याद करते हैं। जालंधर कैंट एक साधारण से परिवार में 1968 में जन्में कोहली के पिता हरनामदास रेलवे मुलाजिम थे। कोहली शुरू से परिवार में चहेते थे, लिहाजा परिजनों को उनसे उम्मीदें भी ज्यादा थीं। पिता उन्हें पुलिस अधिकारी बनता देखना चाहते थे। ग्रेजुएशन में स्पोर्ट प्लेयर होने के साथ ही उन्होंने पुलिस भर्ती का एग्जाम दिया और 1990 में एएसआई रैंक पर भर्ती हुए। पहली पोस्टिंग जालंधर में रही। फिर 92 में उन्होंने खन्ना में बतौर एसएचओ जाॅइन किया। फतेहगढ़ साहिब, पटियाला और होशियारपुर में भी एसएचओ रहे। 24 साल तक वह बतौर एसएचओ फर्ज निभाते रहे।2016 में वह पीपीएस प्रमोट हुए और एसीपी बन गए। एसीपी बनने के बाद पहली जाॅइनिंग फतेहगढ़ साहिब रही, उसके बाद बलाचौर और फिर 2019 में लुधियाना में तैनात हुए। यहां वह एसीपी क्राइम और फिर एसीपी नाॅर्थ के पद पर रहे। उनका बड़ा बेटा काफी समय पहले कनाडा में स्टडी बेस पर सैट हो गया था, जबकि दूसरा बेटा उनके साथ ही लुधियाना में रह रहा था। उसकी 12वीं की पढ़ाई पूरी हो चुकी है, इसलिए अब वह उसे भी बड़े बेटे के साथ वहीं भेजने की तैयारी कर रहे थे।आतंकवाद के समय सीनियर अफसरों के साथ डटे रहे थे कोहली, हर कोई सन्नआतंकवाद के समय में बड़े अधिकारियों के साथ कोहली ड्यूटी देते रहे हैं। आईजी नौनिहाल सिंह और परमराज सिंह उमरानंगल के साथ मिलकर उन्होंने पंजाब से आतंकवाद का खात्मा किया था। उनकी मौत की खबर आते ही पंजाब पुलिस के कई बड़े-बड़े अधिकारियों ने फोन और मैसेज के जरिए इस दुख की घड़ी में परिवार का साथ दिया। उधर, कुछ साथी कर्मचारियों ने बताया कि एसीपी अनिल कोहली धार्मिक प्रवृति के शख्स थे। सुबह और शाम दो समय उन्होंने ऐसे रखे थे, जब मंदिर या किसी भी धार्मिक स्थल पर माथा टेकने जाते थे। विभाग में यह आम है कि उन्हें जब कोई भी शख्स जागरण का न्योता देता था, तो वह वहां जरूर पहुंचते थे, भले ही किसी की शादी में चाहे न जा पाएं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एसीपी और कानूनगो के परिवार को 50-50 लाख देने की घोषणा की है। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना के खिलाफ हमारा भाई एसीपी अनिल कोहली लड़ाई हार गए।इधर, कोरोना संक्रमित पत्नी की हालत स्थिरएसीपी नॉर्थ की पत्नी पलक भी संक्रमण के चलते शनिवार रात 8 बजे के फोर्टिस हॉस्पिटल में एडमिट हुई थीं। उनकी तबीयत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।दिलेर, सुलझे इंसान थे, मेरा भाई चला गयामुझेयाद है 1990 का वो दिन जब मैं और अनिल एक साथ भर्ती के लिए आए थे। वही थे, जो मेरे इस करियर में पहले दोस्त बने। दोस्त नहीं, एक बड़े भाई। हम दोनों ने एक साथ ट्रेनिंग की थी । प्रेक्टि्स से फ्री होते थे तो ट्रेनिंग सेंटर की कैंटीन में बैठकर गप्पें मारा करते थे। हमें गप्पें मारते देख बाकी के लोग भी पहुंच जाते और खूब महफिल जमती थी। सुबह उठकर रनिंग से लेकर रात के खाने तक हम एक साथ ही रहते थे। उनका साथ इसलिए अच्छा लगता था कि वो एक दोस्त के साथ-साथ बड़े भाई की तरह मुझे गाइड किया करते थे। कुछ महीनों की ट्रेनिंग पूरी हुई तो हमे अलग-अलग जिलों में बतौर एएसआई तैनात किया गया। एक बड़े भाई की कमी लगती थी, लिहाजा रोज, दिन में 5 से 6 बार मैं अनिल भाई को फोन करता था और वो भी। जब उनकी शादी हुई तो मैं भी गया था, शादी वाले घर की कई जिम्मेदारियां मुझे भी दी गई थी, क्योंकि परिवार ने कभी मुझमें और उनमें कोई फर्क नहीं समझा था।मैंने जिंदगी के सभी अहम फैसलों में उन्हें शरीक किया। ये उनका बड्डपन था कि उन्होंने कभी भी मुझे गलत सलाह नहीं दी। ड्यूटी के प्रति ईमानदारी की बात करें तो दिलेरी और एक सुलझा हुआ इंसान कोई ही शख्स बन सकता है, लेकिन ये दोनों क्वालिटी उनमें थी। मुझे याद है, जब अनिल आतंकवाद के समय ड्यूटी पर रहे। तब वो आईजी परमराज सिंह की टीम में भी रहे। तब उन्होंने दिलेरी के साथ 14 आतंकवादियों के ठिकाने पर फ्रंट लाइन में रहकर मुकाबला किया था। तब 8 आतंकी मार गिराए थे। उन्होंने अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना बड़े ही सुलझे हुए तरीके से इस ऑप्रेशन को अंजाम दिया था। ये उनकी दिलेरी और सुझवान होने की एक मिसाल थी। मगर इस बात का मलाल रहेगा कि कभी उन्हें डिस्ट्रिक लेवल पर सम्मान नहीं मिला। मुझे यकीन नहीं हो रहा कि उनकी मौत हो गई। आज एक दोस्त नहीं, बल्कि मेरे भाई की मौत हुई है। (इतना बोलने के बाद वे रोने लगे और फोन काट दिया) -जैसा कि डीएसपी मोहाली रमनदीप सिंह ने बतायासोशल मीडिया पर ऐसे किया नमन कोरोना वायरस से बहादुरी से लड़ने पर नमन किया। ईमानदारी की मिसाल दी। आज लुधियाना ने एक और वीर सिपाही खो दिया। हमें गर्व है ऐसे ऑफिसर पर जो देश की सेवा को प्राणों से परे समझते हैं। परमात्मा उनकी पवित्र आत्मा को शांति दे। एक ईमानदार और सच्चे पुलिस ऑफिसर को कोरोना के क्रूर हाथों ने छीन लिया। नमन परमात्मा एसीपी कोहली को अपनी शरण में रखे। जाबांज ऑफिसर को दिल से सलाम। भास्कर ने डॉक्टर से जाना- वायरस, काफी डैमेज कर चुका था, बेस्ट ट्रीटमेंट देने की कोशिश , लेकिन ऑर्गन फेल होने लगे‘हमारे पास एसीपी कोहली 7 अप्रैल को एडमिट हुए थे। उस समय उनके खून में ऑक्सीजन की मात्रा 84 थी जोकि आमतौर पर 90 होती है। हमने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए एडमिट किया। जब वो हमारे पास पहुंचे थे तो उनके शरीर को वायरस ने काफी नुकसान पहुंचा दिया था। उसके बाद एक्स-रे, ब्लड टेस्ट, सीटी स्कैन इत्यादि किया। उनके दोनों फेफड़ों में समस्या थी। उसके बाद हमने इन्हें आईसीयू में एडमिट किया और ट्रीटमेंट की शुरुआत की। पहला टेस्ट उनका नोवल कोरोना वायरस का निगेटिव आया। ऑक्सीजन लेवल सही न होने के कारण 11 अप्रैल को उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। निगेटिव आने के बावजूद भी हमने सैंपल दोबारा भेजे थे व ट्रीटमेंट जारी था।रविवार(12 अप्रैल) देर रात उनकी रिपोर्ट मिली जिसमें ये पॉजीटिव पाए गए। दवाइयां जारी थी, लेकिन उनके ऑर्गन फेल होने शुरू हो गए। फेफड़ों की समस्या तो पहले से ही थी उसके बाद लीवर, किडनी खराब होने शुरू हो गए। फिर बीपी कम होने लगा। विश्व भर में जो भी ट्रीटमेंट किसी मरीज का किया गया वो हमने देने की कोशिश की ताकि उन्हें ठीक कर सकें, लेकिन इस बीच एसीपी की बॉडी ने रिस्पाॅन्स करना बंद कर दिया। शनिवार दोपहर तकरीबन सवा दो बजे उन्होंने आखिरी सांसें ली। उनकी मौत की वजह भी मल्टीपल ऑर्गन फेलियर रही। हम एसीपी की प्लाज्मा थैरेपी का प्लान कर रहे थे, पर शुक्रवार रात को उनकी तबीयत काफी खराब हो गई और वो प्लाज्मा थैरेपी के लिए फिट भी नहीं थे।’(जैसा कि अफसर का इलाज करने वाले डॉक्टर ने भास्कर को बताया।)डॉ. गौतम अग्रवाल, सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन डिपार्टमेंट, एसपीएस हॉस्पिटल Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today I can't take the risk of people's lives, market must be closed Full 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india news घर में ही रहिए, सचेत, सजग और सावधान रहें By Published On :: Sun, 19 Apr 2020 00:08:00 GMT कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते पूरे विश्व में हजारों जाने जा चुकी हैं। यह वायरस इतना खतरनाक है कि लगातार लोगों को अपनी चपेट में लेता जा रहा है। फिर भी लोग घर से बाहर निकलने से बाज नहीं आ रहे हैं। आम आदमी के साथ ही इनकी सुरक्षा में लगे कोरोना वॉरियर्स भी अपनी जान गंवा रहे हैं। लुधियाना के 2 अफसरों ने भी इस संक्रमण से अपनी जान गवाई है।कोहली देश के पहले पुलिस अफसर, जिनकी कोरोना से मौतकोरोना के खिलाफ लड़ाई में एसीपी नार्थ अनिल कोहली शहीद हो गए। 13 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और वह एसपीएस अस्पताल में भर्ती थे। शनिवार दोपहर उनका निधन हो गया। इसके बाद ढोलेवाल स्थित श्मशानघाट में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। कोहली पंजाब सहित देश के संभवत: पहले पुलिस अफसर हैं, जिनकी कोरोना से मौत हुई। लॉकडाउन में ड्यूटी के दौरान उनकी तबियत बिगड़ी थी। वहीं, लुधियाना अब तक दो अफसर खो चुका है। शुक्रवार को कोरोना संक्रमित कानूनगो गुरमेल सिंह की मौत हुई थी।आतंकवाद जैसे कोरोना खत्म करना हैएसीपी के अंतिम संस्कार के बाद पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने एक वीडियो जारी किया। कहा, ‘अफसोस है कि हमारे एक ईमानदार ऑफिसर कोरोना की जंग में शहीद हो गए हैं। उन्होंने अपनी ड्यूटी तहेदिल से की। हमारा पूरा डिपार्टमेंट इस शहीदी को नमन करता है। अब हमें ड्यूटी और भी ज्यादा सख्ती से करनी है और इससे जीतना है। लेकिन हमें ड्यूटी के दौरान अब सेफ्टी का पूरा ध्यान रखना है। मास्क और ग्लब्ज पहने, इसके साथ ही हाथों को धोते रहें। हमें सोशल डिस्टेंस को मेनटेन रखना है। पंजाब पुलिस ने आतंकवाद का खात्मा जिस दिलेरी से किया, अब इसी तरह से कोरोना का खात्मा करना है।’हर वो व्यक्ति जो 15-20 दिनों के अंदर संपर्क में आया, जांच को खुद आगे आएकोरोना के विरुद्ध युद्ध में एक कर्तव्यपरायण पुलिस अफसर शहीद हो गए। एसीपी कोहली की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी। संकट की इस घड़ी और लॉकडाउन में वह तो लगातार ड्यूटी कर रहे थे। देश-समाज की सेवा में डटे हुए थे। उन्हें संक्रमित किया हमारे बीच में से ही किसी लापरवाह ने। इस लापरवाह ने कोरोना के जानलेवा खतरों को बहुत हल्के में लिया और लक्ष्मण रेखा लांघी। उस एक अकेले अंजान लापरवाह ने देखिए, कैसे पूरे शहर और कई महकमों के अफसरों-मुलाजिमों के लिए कितना बड़ा खतरा पैदा कर दिया। क्या हम अब भी नहीं संभलेंगे! दरवाजे पर दस्तक दे रही महामारी को क्या अब भी कम समझेंगे? आज हम सभी को संकल्प लेना होगा कि अब ऐसी घातक लापरवाही कोई नहीं करेगा।हद दर्जे तक संयम बरतना होगा। इसलिए, अपने कदम रोकें, घर में ही रहें और संक्रमण रोकने के नियमों का पालन करें। ताकि हम सब मिलकर संक्रमण की इस चेन को यहीं तोड़ सकें। यह तभी संभव है जब हर वो व्यक्ति जो पिछले 15-20 दिनों में एसीपी के संपर्क में आया, खुद से आगे आए और अपनी जांच कराए। भले ही वह स्वस्थ ही क्यों न हो? इसमें डरने या छुपाने वाली कोई बात नहीं है। टेस्ट कराएंगे तो आप खुद भी संक्रमण से बचेंगे, अपने परिवार को और अन्य कई दूसरे लोगों को भी बचाएंगे। एक जांबाज पुलिस अफसर को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। लुधियाना के जिम्मेदार निवासियों! अपने कदम रोकिए, घरों में रहिए और नियमों का पालन कीजिए ताकि कोरोना के संक्रमण की चेन तोड़ी जा सके, कोरोना को हराया जा सके...। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Stay at home stay alert, alert and alert Full Article
india news डीसी, सीपी, मंत्री के लिए गए सैंपल, सभी निगेटिव By Published On :: Sun, 19 Apr 2020 00:15:00 GMT 28 मार्च को सब्जी मंडी को बंद रखने व इसकी कार्यप्रणाली को जारी रखने के लिए हुई मीटिंग में शामिल हुए सभी अधिकारियों के भी सैंपल लिए गए। जोकि निगेटिव आए हैं। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि मीटिंग में शामिल डिप्टी कमिश्नर, पुलिस कमिशनर, मंत्री समेत मीटिंग में शामिल अन्य अधिकारियों के भी सैंपल लिए गए। सभी निगेटिव आए हैं। उन्होंने बताया कि एसएचओ बस्ती जोधेवाल के संपर्क में आए 126 लोगों को ट्रेस किया जाएगा।इन सभी की सैंपलिंग भी की जानी है। फिलहाल एसएचओ अर्शप्रीत कौर की स्थिति सही है। लुधियाना में 50 के तकरीबन रैपिड टेस्टिंग किट्स पहुंची थी। जिनसे शुक्रवार रात को डीसी, सीपी, मंत्री, एसपी, डीएसपी व अन्य उच्च अधिकारियों की टेस्टिंग की गई। इन्हीं टेस्टिंग से सभी अधिकारियों के रिजल्ट निगेटिव आए हैं। वहीं, कौंसलर सुखदेव बावा और उनके पार्टनर सनी आहुजा को क्वारेंटाइन कर दिया गया है।दो महिलाओं का होगा अब चौथा टेस्टसीएमसी में दाखिल जालंधर की महिला(72) की तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। पहली दो रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। अब चौथी बार सैंपल भेजे जाएंगे। वहीं, सिविल हॉस्पिटल में भी एडमिट अमरपुरा की महिला (72) की भी तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। पायल के कानूनगो के 6 पारिवारिक सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव है। 48 वर्षीय डिस्ट्रिक्ट मंडी अफसर जसबीर कौर के 7 पारिवारिक सदस्यों के अलावा ड्राइवर के भी सैंपल लिए हैं। वहीं, उनके पड़ोसी भी अपने सैंपल देकर आए हैं। वहीं, जसबीर कौर फोर्टिस में एडमिट हैं।इधर, दो लोगों की हुई मौत, लिए गए सैंपलइकबाल सिंह नगर के रहने वाले 75 वर्षीय हरबंस सिंह की शनिवार को घर पर ही मौत हो गई। लेकिन परिजनों द्वारा कोरोना वायरस के सैंपल लेने की बात कही गई। जिसके बाद उनके शरीर को सिविल लाया गया और सैंपल लिए गए हैं। प्रेम नगर ग्यासपुरा के 42 वर्षीय राजू की मौत हुई है। मौत के कारणों के बारे में जानकारी नहीं मिली है। लेकिन उनके भी सैंपल लिए गए हैं। वहीं, 16 अप्रैल को ईएसआई हॉस्पिटल में 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत के बाद लिए सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं।शनिवार को 59 के लिए गए सैंपल, 67 पेंडिंगशनिवार को 59 मरीजों के सैंपल भेजे गए। अभी तक 67 की रिपोर्ट पेंडिंग है। अब तक जिले में 19 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। एक महिला मरीज ठीक होकर घर लौट चुकी हैं। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि शनिवार को 53 रैपिड रिस्पाॅन्स टीमों ने 350 लोगों की स्क्रीनिंग की। इसमें से 134 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया। वहीं, हॉटस्पॉट घोषित अमरपुरा में 248 घरों के 6144 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। चौकीमान में 818 घरों में 4160 और गुडे में 663 घरों में 3178 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें किसी में भी बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए।कोरोना अपडेट (15+4)15 लुधियाना, जालंधर, बरनाला, फिरोजपुर, गुरदासपुर से एक-एक पाॅजिटिव 5 मौत 995 कुल 892 निगेटिव Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today DC, CP, samples for minister, all negative Full Article
india news कई दिन वेंटिलेटर पर रहे लुधियाना के एसीपी अनिल कोहली ने दम तोड़ा, सरकार उनके परिवार को 50 लाख का मुआवजा देगी By Published On :: Sun, 19 Apr 2020 00:48:47 GMT पंजाब के लुधियाना में शनिवार को कोरोना संक्रमित असिस्टेंट कमिश्नर (एसीपी)अनिल कोहली की मौत हो गई। 52 साल के कोहली 6 अप्रैल से हॉस्पिटल में एडमिट थे। कुछ दिन पहले हालत गंभीर हुई तो उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। शनिवार को उन्हें प्लाजमा दिया जाना था। हालांकि, ये दिया गया या नहीं। इस बारे मेंसिविल सर्जन ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। कोराेना संक्रमण से यह राज्य में 16वीं मौत है।इससे पहलेकानूनगो गुरमेल सिंह की भी जान चली गई थी।पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एसीपी अनिल कोहली और कानूनगो गुरमेल सिंह के परिवार को 50-50 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया है। सरकार ने कहा है कि कोरोना ड्यूटी के दौरान किसी अफसर या कर्मचारी की संक्रमण से मौत होती है तो उसके परिवार को 50 लाख का मुआवजा देगी।पहले निगेटिव आई थी रिपोर्टएसीपी कोहली में संक्रमण के लक्षण देखे गए थे। 9 अप्रैल को उनका टेस्ट हुआ। रिपोर्ट निगेटिव आई। हालत में सुधार नहीं हुआ तो दूसरा सैंपल लिया गया। इसकी जांच पटियाला में हुई। 13 अप्रैल को आई रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई। अब तक ये साफ नहीं हो सका है कि कोहली कैसे संक्रमित हुए। उनकीहिस्ट्री ट्रेस नहीं की जा सकी है।संपर्क में आने वाले चार लोग पॉजिटिव मिले हैं। शुक्रवार को उनकी पत्नी,ड्राइवर और एक महिला सब इंस्पेक्टर और उनकेड्राइवर को भी पॉजिटिव पाया गया।सभी संक्रमित अब अस्पताल मेंस्वास्थ्य विभाग नेथाना प्रभारी और सब इंस्पेक्टर, एसीपी के गनमैन, एसीपी की पत्नी, एसएचओ के ड्राइवर को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया है।महिला सब इंस्पेक्टर लुधियाना की निवासी हैं। उनके परिवार केसदस्यों की भी जांच की जा रही है। गनमैन फिरोजपुर के एक गांव का रहने वाला है। माता-पिता, पत्नी और डेढ़ साल का बेटा है। इनका भी चेकअप किया जा रहा है।सिविल सर्जन ने कहा कि स्वास्थ्यविभाग की टीम सभी पॉजिटिव मरीजों की हिस्ट्री और लिंक चेक कर रही हैं।लुधियाना में 16 संक्रमितलुधियाना जिले में अब तक संक्रमण के16 मामले सामने आ चुके हैं। तीन की मौत हो चुकी है। एसीपी से पहलेदो महिलाओं की संक्रमण से मौत हुई थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लुधियाना के एसीपी नॉर्थ अनिल कोहली। वह 6 अप्रैल से हॉस्पिटल में भर्ती थे। 13 अप्रैल को उनकी दूसरी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। (फाइल) Full Article
india news डीएमसी में आज से वायरल लोड टेस्टिंग, सुबह टेस्ट होने पर कुछ घंटों में मिलेगी रिपोर्ट By Published On :: Sun, 19 Apr 2020 23:30:00 GMT डीएसमी हॉस्पिटल में वायरल लोड टेस्टिंग की शुरुआत सोमवार से हो जाएगी। इसकी पुष्टि डीएमसीएच के सेक्रेटरी प्रेम गुप्ता ने की। उन्होंने कहा कि हमें हर जगह से अनुमति मिल चुकी है। पीजीआई द्वारा भी हमारे भेजे गए सैंपल्स की जांच कर ली गई है। हम सोमवार से वायरल लोड टेस्टिंग की शुरुआत कर देंगे। इसके लिए हॉस्पिटल में लैब भी पूरी तरह से लैस है। अभी हम किट की क्षमता के अनुसार ही टेस्टिंग करेंगे। जैसे-जैसे हमारे पास किट्स आती रहेंगी टेस्टिंग बढ़ती रहेगी। काबिलेजिक्र है कि डीएमसी हॉस्पिटल की लैब को तीन स्तर पर लैब की परमिशन मिली है।इसमें एनसीबीएल की ओर से हॉस्पिटल की लैब को 8 अप्रैल को अनुमति मिल गई थी। इसके बाद पंजाब सरकार द्वारा भी अनुमति दे दी गई थी। आखिरी चरण में आईसीएमआर की ओर से परमिशन मिली थी। लेकिन सैंपल्स को हॉस्पिटल की लैब कितने सही ढंग से जांच कर पाती है इसके लिए आईसीएमआर द्वारा पीजीआई चंडीगढ़ को सैंपल्स की रिपोर्ट देखने के लिए कहा था। जिसके बाद डीएमसी द्वारा इस पड़ाव को भी पार कर लिया गया।वायरल लोड टेस्टिंग की अनुमति पाने वाली जिले के पहली लैब है डीएमसीएचडीएमसीएच वायरल लोड टेस्टिंग के लिए जिले की पहली लैब है। यहां पर होने वाली टेस्टिंग से टेस्टिंग की प्रक्रिया में तेजी आएगी। सुबह सैंपल भेजे जाने पर कुछ घंटों में ही रिपोर्ट मिल जाएगी। अहम सैंपल्स को डीएमसी में भेजा जा सकेगा। ताकि रिपोर्ट भी जल्दी मिल सके।सिविल हॉस्पिटल से आएंगे सैंपलडीएमसीएच मैनेजिंग कमेटी के सेक्रेटरी प्रेम गुप्ता ने बताया कि फिलहाल हमारे पास सैंपल सिविल हॉस्पिटल के जरिए ही आएंगे। वहां पर एंट्री होने के बाद ही हम टेस्टिंग करेंगे। इसी तरह से रिपोर्ट आने पर हम पहले सिविल हॉस्पिटल को भेजेंगे। वहां पर एंट्री के बाद हम एक रिपोर्ट विभाग को और एक मरीज को देंगे। उन्होंने बताया कि सैंपल हमारे पास सुबह आएंगे तो हम उसी दिन शाम तक रिपोर्ट दे दिया करेंगे। हम अपने जिले के सैंपलों की जांच तो करेंगे ही साथ ही हमारी जो भी क्षमता होगी हम अन्य जिलों की टेस्टिंग भी करेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Viral load testing in DMC from today, morning test will be reported in a few hours Full Article
india news कनक का कीर्तिमान, कोरोना के डर के बीच खुशहाली की तस्वीर By Published On :: Sun, 19 Apr 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन से पिछले 27 दिनों से शहर की एक लाख इंडस्ट्रियल यूनिट्स, करीब 13 लाख वाहनों के सड़कों पर न दौड़ने से प्रदूषण की मात्रा घटकर रविवार को 36 पॉइंट रिकॉर्ड हुई। वहीं, फसल की कटाई शुरू हो गई है और मंडियों में अनाज आना शुरू हो गया है। कोरोना को हराना है तो हमें घरों में कुछ दिन और इंतजार करना होगा। यकीन मानिए, आज नहीं तो कल ऐसी ही उम्मीदों की सुनहरी सुबह देखने को जरूर मिलेगी। 2.51 लाख हेक्टेयर में फसल की बिजाई 12.5 लाख टन गेहूं की पैदावार हुई 10 लाख टन तक मंडियों में आने का अनुमान 25843 मीट्रिक टन फसल पहुंची Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Kanak's record, a picture of happiness amid Corona's fear Full Article
india news पीपीई किट्स बनाएंगी शहर की 12 इंडस्ट्रियल यूनिट्स By Published On :: Sun, 19 Apr 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए पंजाब सरकार ने सूबे की कुल 13 इंडस्ट्रियल यूनिट्स में पीपीई किट्स बनाने के लिए मंजूरी दी है। काबिलेजिक्र है कि इनमें से 12 यूनिट्स इंडस्ट्रियल सिटी लुधियाना की हैं। जबकि इनमें एक यूनिट फगवाड़ा स्थित जेसीटी मिल्स शामिल है।जानकारी के अनुसार कोरोना संकट से निपटने को बचाव अभियान के तहत पीपीई किट्स बनाने के लिए इंडस्ट्रियल यूनिट्स के नाम राज्य सरकार को भेजे गए थे। इनमें से तेरह यूनिट्स को यह जिम्मेदारी निभाने के लिए मंजूरी मिली है।ऐसी पर्सनल प्रोटेक्टिव एक्यूपमेंट (पीपीई) किट्स बनाने वाली इंडस्ट्रियल यूनिट्स में लुधियाना के फोकल पॉइंट फेज आठ स्थित स्वामी टेक्सटाइल्स के अलावा शिवा टैक्स फैब इंडस्ट्रियल एरिया, एवर शाइन इंडस्ट्रीज मॉल रोड, शिंगोरा टैक्सटाइल, हाइटेक इंटरनेशनस नजदीक साहनेवाल एयरपोर्ट शामिल हैं। इसके साथ ही कुद्दू निट फोकल पॉइंट फेज आठ, श्रवण कलैक्शन, श्रवण एंक्लेव जालंधर बाईपास, यंगमैन गांव सीरां, ग्रैंड-वे इन्कार्पोरेटेड सलेमटाबरी, यूवी एंड डब्ल्यू राहों रोड और अभिवन इंपेक्स, कैलाश नगर में पीपीई किट्स बनाई जाएंगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today PPE kits will make 12 industrial units of the city Full Article
india news ब्रोस्टल जेल खाली करा बनाया क्वारेंटाइन-होम By Published On :: Sun, 19 Apr 2020 23:30:00 GMT शहर के थाना फोकल पॉइंट से कोरोना संक्रमित चोरी का आरोपी गिरफ्तारी के बाद सेंट्रल जेल भेजने के दौरान पकड़ में आने के बाद बड़ा एहतियाती कदम उठाया गया है। आइंदा ऐसे खतरे को रोकने की मंशा से सेंट्रल जेल के साथ बनी ब्रोस्टल जेल को क्वारेंटाइन होम में तब्दील कर दिया गया है। बताते हैं कि सूबे के जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के आदेश पर जेल प्रशासन ने इस संक्रमण बचाव योजना पर अमल किया है।जिसके तहत ब्रोस्टल जेल में मौजूद कुल 241 बंदियों में से 200 फरीदकोट जेल में शिफ्ट कर दिए गए हैं। वहीं लंगर-घर में सेवा कार्य करने वाले बाकी 41 बंदियों को यहीं रोक लिया गया है। ताकि सेंट्रल जेल में भी भेजे जाने वाले बंदियों का पहले यहां मेडिकल टेस्ट होने के दौरान उनके भोजन का प्रबंध भी सुचारु तरीके से होता रहे।200 हवालाती फरीदकोट जेल में शिफ्टबताया जाता है कि नई व्यवस्था के तहत जो बंदी कोरोना के शकी मरीज पाए जाएंगे, उनको तत्काल प्रभाव से क्वारेंटाइन किया जाएगा। टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद पॉजिटिव मरीजों को मेडिकल टीम द्वारा तत्काल अस्पताल भिजवा दिया जाएगा। काबिलेजिक्र है कि बीते दिनों चोरी का आरोपी गिरफ्तारी के बाद थाना फोकल पॉइंट पुलिस अदालत में पेश कर सेंट्रल जेल ले गई थी। जांच में उसके कोरोना संक्रमित होने का शक होते ही जेल प्रशासन ने उसे लौटा दिया था। बाद में उसकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद संबंधित पुलिस स्टाफ की भी जांच के साथ ही थाने व चौकी का सेनेटाइजेशन किया गया था। ब्रोस्टल जेल में सिर्फ लंगर सेवा वाले बंदी यहीं रोककर बाकी फरीदकोट जेल में शिफ्ट कर दिए गए हैं। कोरोना-संक्रमण के मद्देनजर जेल मंत्री के निर्देश पर ये एहतियाती कदम उठाते हुए इसे क्वारेंटाइन होम के तौर पर उपयोग किया जाएगा। -मो.शरीफ, जेल सुपरिंटेंडेंट Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Bristol Prison Empty Taxa Quarantine-Home Full Article
india news सब्जी मंडी में न पानी न साबुन, सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग भी मेंटेन नहीं, संक्रमण फैलने का पूरा खतरा By Published On :: Mon, 20 Apr 2020 23:30:00 GMT शहर में कोरोना वायरस के केस बढ़ते जा रहे हैं। जालंधर बाइपास स्थित शहर की सबसे बड़ी सब्जी मंडी में सोमवार से शनिवार तक आढ़ती, किसानों और वेंडरों का आना जाना लगा रहता है और यहां पर कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बना रहता है। कोरोना से जान गंवाने वाले एसीपी अनिल कोहली के भी सब्जी मंडी से ही संक्रमित होने का शक है। इतना ही नहीं मीटिंग के दौरान उनके संपर्क में आई एसएचओअर्शप्रीत कौर, एएसआई सुखदेव सिंह, जिला मंडी अफसर जसबीर कौर और एसीपी का ड्राइवर भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन सबक नहीं ले रहा। इस गलती से मंडी में आने वाले अन्य लोगों में भी संक्रमण फैलने का खतरा है। 25 मार्च से अब तक सिर्फ तीन या चार बार ही मंडी में सेनेटाइजेशन किया गया है। डीएमओजसबीर कौर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद रविवार को मंडी में सेनेटाइजेशन की गई।मंडी में आढ़ती, किसान, वेंडर को मिला कर 4 हजार लोगों का आना जानाप्रशासन की ओर से सप्ताह में तीन दिन किसानों और तीन दिन वेंडर के आने के आदेश जारी किए गए है ताकि अधिक भीड़ न हो और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करके ही सब्जियां खरीदी व बेची जाएं। किसानों के आने के लिए सोमवार, बुधवार और शुक्रवार का समय रखा गया है, जबकि वेंडरों के लिए मंगलवार, वीरवार और शनिवार का। सब्जी मंडी में 450 आढ़ती हैं। एक आढ़ती के साथ दो पल्लेदार और दो मुनीम शामिल होते हैं।जिनकी संख्या 2250 के करीब हो जाती है। 95 वॉर्डों के वेंडर के साथ एक पल्लेदार होता है। जिसकी संख्या 200 तक पहुंच जाती है। इसके अलावा सब्जी मंडी में 500-700 के करीब गाडिय़ां सब्जी व फ्रूट की आती हैं जिसमें दो या तीन व्यक्ति शामिल होते हैं। सब्जी मंडी में महाराष्ट्र, पुणे, गुजरात, इंदौर, नासिक, पटियाला आदि जगहों से सामान लाया जाता है। परंतु इनकी किसी भी तरह की टेस्टिंग नहीं की जाती। इसके बावजूद भी यहां किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं है।इन चीजों की है कमी मंडी में आने वाले किसी भी व्यक्ति का थर्मामीटर से बुखार चेक नहीं होता। किसी भी व्यक्ति के हाथ पर ग्लब्स नहीं होते, चाहे वह सामान खरीदने वाला हो या बेचने वाला। हाथ धोने के लिए न पानी और न साबुन है। सेनेटाइजर तक की सुविधा नहीं। सोशल डिस्टेंस भी कोई मेंटेन नहीं करता।चोरी छिपे दीवार फांद कर रेहड़ी वाले ले जा रहे सब्जियांसब्जी मंडी में भीड़ जमा न हो इसलिए वेंडर को चुना गया है ताकि वे रेहड़ी वालों को उनके वॉर्डों में ही जा सब्जियां पहुंचा सकें। इससे मंडी में भीड़ भी नहीं होगी और संक्रमण फैलने का खतरा भी नहीं होगा। परंतु रेहड़ी वाले आढ़ती से सीधे सस्ते दाम कर सामान लेने के लिए चोर रास्ते के सहारे सड़क पर ही रेहड़ी लगाकर मंडी में घुस जाते हैं। आढ़ती भी अपना सामान बेचने के चक्कर में उन्हें सामान बेच देते हैं ताकि उनका सामान अधिक से अधिक बिके।रात को बेचने लगते सब्जीकिसानों के मंडी में आने के लिए तीन दिन निर्धारित किए गए है। जबकि अगले दिन सुबह वेंडर मंडी में आकर सामान खरीदते है। परंतु कुछ आढ़ती जिस दिन सब्जियां व फल मंडी में आते हैं उसी दिन ही बेचना शुरू कर देते हैं। जिससे रात को ही मंडी में लोगों का आना जाना शुरू हो जाता है। दूसरा कारण ये भी है कि रात के समय 8 बजे के बाद सड़कों पर पुलिस अधिकारी नहीं होते। इसका फायदा आढ़ती व सप्लायर उठा रहे हैं। जोकि प्रशासनिक गाइडलाइन के खिलाफ है।रोजाना हो सेनेटाइजेशनन्यू मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान गुरकोमल सिंह इल्लू ने बताया कि मार्किट कमेटी व प्रशासन को चाहिए कि वे यहां पर अलग-अलग जगहों से आने वाले लोगों को चेक करें, क्योंकि यह उनकी जिम्मेवारी बनती है। मंडी में सेनेटाइजर व ग्लब्स तो दूर पानी व साबुन तक की सुविधा नहीं है। जिससे मंडी में बीमारी फैलने का खतरा अधिक है। मंडी में रोजाना सेनेटाइजेशन किया जाना चाहिए।मंडी के आसपास के लेंगे सैंपलरविवार को सब्जी मंडी को बाकायदा सेनेटाइज किया था। रैपिड टेस्ट किट काफी मात्रा में मिल चुकी है। सिविल सर्जन को हिदायत की गई है कि सब्जी मंडी के आसपास अधिकतर इलाकों में रैपिड टेस्टिंग किट के जरिए सैंपल लिए जाए। -प्रदीप कुमार अग्रवाल, डिप्टी कमिश्नर Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Neither water nor soap, sanitizer and social distancing are also maintained in the vegetable market, the risk of spreading the infection Full Article
india news अगर बच्चों की करानी है वैक्सीनेशन तो मातृ सेवा सुविधाओं से लैस हॉस्पिटल्स या सरकारी डिस्पेंसरी में सेवा जारी By Published On :: Mon, 20 Apr 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस के चलते टीकाकरण शेड्यूल को जारी रखने की कोशिश की जा रही है। मगर पहले जहां आंगनबाड़ी सेंटर्स, गुरुद्वारों या धर्मशालाओं में भी जाकर एक जगह पर लोगों को जुटाकर बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा था, उसे फिलहाल बंद कर दिया गया है। टीकाकरण सिर्फ सरकारी डिस्पेंसरी या उन अस्पतालों में किया जा रहा है, जहां पर मातृसेवा सुविधाएं उपलब्ध हैं। जिला इम्युनाइजेशन अफसर डॉ. किरन आहलुवालिया ने बताया कि बच्चों का टीकाकरण शेड्यूल होता है। हम इसको करने में देरी नहीं कर सकते।ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजेशन का ख्याल रख सिर्फ मातृ सेवा सुविधाओं से लैस अस्पतालों में ही टीकाकरण कर रहे हैं। यहां हम कोरोना वायरस के लिए अपनाई जाने वाली सारी हिदायतों का गंभीरता से पालन भी कर पा रहे हैं। नवजन्मे बच्चे को जीरो डोज तो अस्पताल में ही लग जाते हैं। शेड्यूल वाले टीकाकरण को हम लगातार कर रहे हैं।हर बुधवार सुबह 8 से दोपहर 2.00 बजे तक होती वैक्सीनेशनयूनिवर्सल इम्युनाइजेशन प्रोग्राम के तहत बच्चे के पैदा होने से लेकर 16 साल के होने तक बीसीजी, ओरल पोलियो वैक्सीन, हेपेटाइटिस बी, रोटावायरस, पैंटावलेंट, निमोकोकल कंज्यूगेट वैक्सीन, मिसल व रूबेला, डीपीटी, टेटनस टोक्साइड, टेटनस व एडल्ट डिप्थीरिया के इंजेक्शन लगाए जाते हैं। जिसे लगाने का दिन बुधवार और समय सुबह 8.00 से दोपहर 2.00 बजे तक निश्चित किया गया है। जिससे कि एक ही दिन बच्चों की वैक्सीनेशन हो सके।आशा वर्कर को भी लिस्ट बनाने के देंगे आदेश, एक बच्चे के साथ होगा सिर्फ एक ही व्यक्तिडीआईओ डॉ. किरन ने बताया कि हम आशा वर्कर को भी लिस्ट बनाने के लिए आदेश देंगे। जिससे कि जिन बच्चों के टीके नहीं लग सके हैं उन्हें तय समय दिया जाएगा। जिससे कि वो एएनएम के साथ संपर्क कर तय समय पर बच्चे को इंजेक्शन लगवा सकें। उन्होंने कहा कि हमने एक बच्चे के साथ सिर्फ एक व्यक्ति को आने के लिए कहा है। ताकि भीड़ न जुटे और सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा जा सके। वहीं, अगर किसी एएनएम की रैपिड रिस्पाॅन्स टीम में ड्यूटी लगी है तो हम उसे देखते हुए ही बच्चों को इंजेक्शन लगवाने के लिए बुलाएंगे।पेरेंट्स मास्क, ग्लब्स पहन कर ही जाएंअगर बहुत ज्यादा जरूरी है तभी इम्युनाइजेशन के लिए जाएं। पहले ही डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लें। ताकि ज्यादा भीड़ न मिले। पेरेंट्स खुद मास्क और ग्लब्स पहन कर ही आएं। बच्चों को दुपट्टे से ढक लें। जिन बच्चों को बूस्टर्स लगने हैं जैसे दो साल के बच्चों को वो 15-20 दिन का इंतजार कर सकते हैं। हाइजीन का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। - डॉ. नीरज थापर, कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन, सुमन हॉस्पिटल Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today If children have to undergo vaccination, then the service continues in hospitals or government dispensaries equipped with maternal services facilities. Full Article
india news मेडिकल स्टोर पर बेची खांसी और जुकाम की दवा तो रखना होगा रिकॉर्ड By Published On :: Mon, 20 Apr 2020 23:30:00 GMT मेडिकल स्टोर पर खांसी और जुकाम की दवाई बेचने वालों को अब सारा रिकॉर्ड रखना होगा। कब, किसे और कितनी दवाई दी, इन सब के लिए रिकॉर्ड रजिस्टर लगाया जाएगा। फिलहाल ये काम सिर्फ हेल्थ विभाग करेगी, लेकिन पुलिस भी इस पर नजर रखेगी। जिस पर मुहर लगाने की तैयारी की जा रही है। सिस्टम पूरा तैयार होने के बाद पुलिस इस पर कार्रवाई करेगी। अभी तक हेल्थ विभाग इसे लागू करवाने के लिए सभी दुकानदारों को दिशा-निर्देश जारी करेगा। फिर इस पर नजर रखनी शुरू होगी।बीते दिनों अधिकारियो की मीटिंग के दौरान इस मुद्दे को उठाया गया था, जिस पर सभी अधिकारियों ने हामी भर दी। जिसकी तैयारी में अधिकारी जुट गए हैं। पुलिस व प्रशासन ने भी इस मीटिंग में अपनी रजामंदी देते हुए, इस पर काम शुरू करने की बात कही। वहीं सीपी राकेश अग्रवाल ने कहा कि हेल्थ विभाग इस पर काम कर रहा है। हमें कार्रवाई के लिए कहा जाएगा तो एक्शन लेंगे।हर दुकान पर चेकिंगइस सिस्टम को फॉलो करते हुए सभी दुकानदारों को सख्त हिदायतें दी जाएंगी। जिसमें बताया जाएगा कि वो अपनी दुकान पर आने वाले हर उस शख्स का रिकॉर्ड मेंटेन करेंगे। उसने दवाई कितनी ली और कब से उसे ये परेशानी हो रही है। ये भी उससे पूछेंगे। फिर उक्त शख्स का मोबाइल नंबर और घर का पता भी, इसी में नोट करना पड़ेगा। ताकि अगर वो संदिग्ध हुए तो उन्हें ढूंढना आसान होगा।स्टिंग भी किया जाएगाऐसा होने के बाद हेल्थ विभाग और पुलिस इनकी चेकिंग के लिए उनका स्टिंग भी कर सकती है। अगर ऐसे में कोई पकड़ा जाता है और उसका रिकॉर्ड मेंटेन नहीं होता तो उसके खिलाफ हेल्थ व पुलिस विभाग दोनों की तरफ से कार्रवाई की जाएगी।क्यों पड़ी जरूरतपुलिस को अभी तक 40 ऐसे लोग मिले जिन्होंने बिना बताए बाहर से दवाई ले ली, जोकि संक्रमित थे। वो काफी दिन तक ऐसे ही करते रहे, जिसकी वजह से पुलिस को कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में काफी परेशानी झेलनी पड़ी है। ऐसा होने से संदिग्ध भी जल्दी कॉन्टेक्ट में आ जाएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Record will be kept at the medical store if you sell cough and cold medicine Full Article
india news 1143 सैंपल, 1098 निगेटिव, 26 पेंडिंग, जालंधर की महिला की चौथी रिपोर्ट निगेटिव By Published On :: Mon, 20 Apr 2020 23:30:00 GMT सोमवार तक जिले से कुल 1143 शकी मरीजों के सैंपल भेजे गए। जिसमें से 1098 निगेटिव आए हैं। सोमवार को 71 सैंपल लिए गए जिनमें से 68 निगेटिव आए। कुल 26 सैंपल्स की रिपोर्ट पेंडिंग है। लुधियाना में अब तक 19 केस पॉजिटिव आए हैं। जिसमें से एक जालंधर, 1 बरनाला, 1 फिरोजपुर और 16 लुधियाना से हैं। पहले एएसआई को गुरदासपुर में माना जा रहा था। लेकिन बाद उन्हें भी जिला लुधियाना का ही माना गया है। इसमें से एक महिला ठीक होकर घर जा चुकी है। वहीं, सीएमसी में भर्ती जालंधर की महिला की चौथी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है।जिनके कल डिस्चार्ज होने की संभावना है। वहींं, देर रात दुगरी इलाके से पिछले कुछ दिनों से सर्दी जुकाम से पीड़ित एक व्यक्ति को उठा कर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि रैपिड किट से हॉटस्पॉट इलाकों में टेस्टिंग चल रही है। सोमवार को भी 44 सैंपल इसी से टेस्ट किए गए। अमरपुरा, चौकीमान और गुडे के अलावा कुलार, पबिया, सोहिया, सिधवां खुर्द में भी स्क्रीनिंग की गई है। 48 रैपिड रिस्पॉन्स टीमों ने 160 लोगों की स्क्रीनिंग की। इसमें से 81 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है।वहीं, अमरपुरा में 1878 घरों में 7520 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। जिसमें से 9 व्यक्तियों में जुकाम-खांसी के लक्षण सामने आए हैं। चौकीमान में 875 घरों में 4447 लोगों की, गांव गुडे में 682 घरों में 3430 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। गांव कुलार में अब तक 278 घरों में 1353 लोगों की, गांव पबिया में 315 घरों में 1366 लोगों की, गांव सोहिया में 383 घरों के 2076 लोगों और सिधवां खुर्द के 259 घरों के 1045 लोगों की स्क्रीनिंग की गई।अमरपुरा से अब तक 17 में खांसी-जुकाम के लक्षणअमरपुरा से तीन लोग पॉजीटिव आ चुके हैं। जिसमें से 42 साल की पूजा रानी की 30 मार्च को मौत हो चुकी है। 1 अप्रैल को इसी इलाके की व पूजा रानी की पड़ोसन 72 वर्षीय महिला पॉजिटिव आई। वहीं, 9 अप्रैल को पूजा रानी का 20 वर्षीय बेटा भी पॉजिटिव आ चुका है। जिला प्रशासन द्वारा इस इलाके को हॉटस्पॉट घोषित करने के बाद सेहत विभाग द्वारा 12 अप्रैल से यहां पर स्क्रीनिंग की शुरुआत की थी। इस इलाके में स्क्रीनिंग के बाद से लेकर अब तक 17 लोगों में खांसी-जुकाम के लक्षण सामने आ चुके हैं। जिनके सैंपल लिए जा चुके हैं।डीएमसी में सीधे जाएंगे तो 4500, सरकारी संस्था के जरिए जाने पर टेस्ट के देने होंगे 2500डीएमसी में सोमवार से वायरल लोड टेस्टिंग की शुरुआत कर दी गई। डीएमसीएच के सेक्रेटरी प्रेम गुप्ता ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक जो लोग हमारे पास सीधे आएंगे उन्हें टेस्ट के लिए 4500 रुपये चुकाने होंगे। वहीं, जो सैंपल सरकारी संस्थान की तरफ से आएंगे उन्हें 6000 में से 3500 की छूट देते हुए 2500 रुपये चुकाने होंगे। सोमवार को 14 ही सैंपल आया था। अन्य सैंपल मंगलवार से आने शुरू होंगे। प्रेम गुप्ता ने बताया कि सरकारी संस्था से जो भी सैंपल आएंगे उनका भुगतान सरकार द्वारा ही किया जाएगा। वहीं, अगर कोई खुद भी सैंपल देने आता है तो हम उसकी रिपोर्ट भी सेहत विभाग को भेजेंगे। उन्हीं के द्वारा ही सारी रिपोर्ट्स की घोषणा की जाएगी।बच्ची की मौत, हार्ट अटैक से एएसआई की गई जानसिविल हॉस्पिटल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती 8 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। बच्ची के पिता सुनील कुमार ने बताया कि बच्ची को पिछले कुछ दिनों से बुखार था और टाइफाइड भी आया था। जिसके बाद वे उसे डीएमसी लेकर गए लेकिन खर्चा ज्यादा लगने के कारण वहां से रेफर करवा कर सिविल हॉस्पिटल ले आए। जहां बच्ची की मौत हो गई। बच्ची का शव फिलहाल उन्हें नहीं सौंपा नहीं गया है और सैंपल लिए गए हैं। वहीं, डेहलों के 57 वर्षीय एएसआई हरबंस सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई। शव को सिविल हॉस्पिटल भेज उनका स्वैब लिया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 1143 sample, 1098 negative, 26 pending, fourth report of Jalandhar woman negative Full Article
india news राशन वितरण में ‘अंधा बांटे रेवड़ी, फिर फिर अपने को दे’ की राह पर नेता By Published On :: Mon, 20 Apr 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन को आज एक महीना बीत गया। रोज कमाकर परिवार का गुजारा करने वाले लाखों दिहाड़ीदारों-कामगारों पर इसकी सबसे ज्यादा मार पड़ी है। बाहर सबकुछ बंद है, ऐसे में इन्हीं जरूरतमंदों के लिए तीन माह तक फ्री सरकारी राशन देने की स्कीम शुरू की गई है, लेकिन सिस्टम ही संक्रमित है। जरूरतमंदों का न कोई सर्वे, न कोई डाटा। संकट के इस दौर में भूख और जरूरत की पार्टीबंदी हो चुकी है। बताया जा रहा है कि राशन देने में भी वोट बैंक की राजनीति हावी है। राशन न मिलने से लोग जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं जबकि प्रशासन का दावा है, 1.50 लाख को बांटा जा चुका है।हकीकत में ज्यादातर वेहड़े कांग्रेसी, भाजपा व शिअद के विधायकों, पार्षदों, स्थानीय नेताओं और इनसे जुड़े रसूखदारों के हैं। इसलिए इनमें रहने वाले दिहाड़ीदारों को वोट के चश्मे से देखा जा रहा है। सत्ताधारी कांग्रेस से जुड़े इलाकों में राशन पहुंच चुका है, जबकि दूसरे दलों के लोगों की सुनी नहीं जा रही है। भूख में ऐसे भेदभाव का आरोप विपक्ष ही लगा रहा है। केंद्र की ओर से घोषित फ्री राशन जिला प्रशासन को सर्वे कराकर घर-घर बंटवाना था। लेकिन स्कीम शुरू होते ही सारा सिस्टम बदल गया है।सिस्टम ही संक्रमितप्रशासन के मुताबिक 10 किलो आटा, 2 किलो चीनी व 2 किलो दाव की सरकारी अनाज की किट करीब 2 लोग जरूरतमंद परिवारों में फ्री बांटी जानी है। इसमें अभी तक 1.50 जरूरतमंदों को राशन दिया जा चुका है। उत्तर भारत के सबसे बड़े औद्योगिक शहर की अर्थव्यवस्था चलाने वाले दिहाड़ीदारों, कामगारों की संख्या सिर्फ 2 लाख! वहीं, आटा-दाल स्कीम के तहत रजिस्टर्ड 3.90 लाख नीले राशन कार्ड धारकों को भी हर माह राशन मिलता है।इसमें हर परिवार को 5 किलो गेंहू व एक किलो दाल प्रति मेंबर के हिसाब से। जिम्मेदारी जिला खाद्य आपूर्ति महकमे की है। अब क्रेडिट लेने की सियासत और केंद्र व राज्य सरकारों का राशन। किसी का तो खा खाकर हाजमा बिगड़ जाएगा और किसी की भूख से अंतड़ियां सिकुड़ जाएंगी। केंद्र ने 80 करोड़ परिवारों को कोरोनाकाल के 3 महीनों में हर माह 5 किलो अनाज व एक किलो दाल फ्री बांटने की घोषणा की। अब ये राशन किस पैकेट में और कौन सा लेबल लगाकर बांटा जा रहा है?दिहाड़ीदारों-कामगारों का न कोई सर्वे और न ही डाटाजरूरतमंदों का कोई सर्वे नहीं किया गया। एक-एक जरूरतमंद को घर-घर राशन पहुंचाने का जिम्मा प्रशासन का है। प्रशासन ने हलका वाइस ईआरओ तैनात भी किए थे। बीएलओ लगाए थे। इन्हें सूची बनानी थी, फिर सुपरवाइजर को जांच करके राशन पहुंचाना था लेकिन दिहाड़ीदारों, कामगारों, मजदूरों, माइग्रेंट लेबर को वक्त पर दो जून की रोटी मिले न मिले, वोट की भूख शांत होनी चाहिए। सिस्टम खुद ही संक्रमित है तो प्रशासन पीछे-पीछे और नेता जी आगे-आगे। फिलहाल अभी तो खामियां ही खामियां हैं- लेबर विभाग, इंडस्ट्री विभाग, इंडस्ट्री से जुड़े बोर्डों-कार्पोरेशनों, लेबर यूनियंस के नुमाइंदों की मदद नहीं ली गई जबकि इनके पास लेबर की सही जानकारी हो सकती है। सर्वे कर जरूरतमंदों की पहचान हो सकती थी, निर्माण कार्य में लगे व खेत मजदूरों की भी यूनियनें हैं। इसी तरह से रिक्शा चालकों, रोज कमाने-रोज खाने वालों, घरों में काम करने वालों की भी पहचान होनी चाहिए, ताकि अनाज की बंदरबांट में कोई भूखा न रह जाए।भेदभाव के ये चंद उदाहरण शांति विहार इलाके में कांग्रेसी के नजदीकी के वेहड़े में तो राशन पहुंचाया जा चुका है। ठीक उसी से थोड़ी देरी शिअद से जुड़े व्यक्ति के वेहड़े में रहने वाले जरूरतंदों को कुछ नहीं मिला। हरगोबिंद नगर में कांग्रेसी कौंसलर के नजदीकी के वेहड़े में राशन का टैंपों पहुंच गया है, लेकिन उसी इलाके में विपक्ष से जुड़े ब्रजेश के वेहड़े में रहने वाले जरूरतमंदों को राशन नहीं मिला।सरकारी राशन बांटने में पिक एंड चूज नीति का आरोप लगा मेयर को घेरानिगम के 95 वॉर्डों में 33 विपक्ष के कौंसलर हैं। इनमें से अकाली-भाजपा और लिप पार्टी के कौंसलरों ने सत्ताधारियों पर आरोप लगाए कि उनके वॉर्डों में सरकारी राशन नहीं पहुंचाया जा रहा है, जबकि हारे हुए कांग्रेसी नेताओं के जरिए चहेतों तक राशन पहुंच रहा है। जोन-डी में मीटिंग के दौरान मेयर बलकार संधू को घेरते हुए कौंसलरों ने पिक एंड चूज की नीति को छोड़ने की बात कही। मीटिंग में हरभजन डंग, जसपाल ग्यासपुरा, सुरिंदर अटवाल, इंद्र अग्रवाल, विजय दानव, चौधरी यशपाल, सर्बजीत लाडी, सुरजीत सिंह राय, हरविंदर कलेर, कुलदीप सिंह पनेसर, आरडी शर्मा, स्वर्णदीप चाहल, ओम प्रकाश रतड़ा, मनिंदर कौर, सुनीता रानी आदि मौजूद थे।जसपाल सिंह ग्यासपुरावॉर्ड 30 में ग्यासपुरा के सरकारी स्कूल में रोजाना 3 हजार बोरी राशन की उतर रही है। उस राशन को कांग्रेसी ओएसडी अपने चहेतों तक पहुंचा रहा है। जबकि लोग रोज सुबह 6 बजे ही उनके दफ्तर के बाहर राशन की मांग करने पहुंच रहे हैं।हरभजन सिंह डंगविपक्ष के कौंसलरों के साथ पक्षपात किया जा रहा है। उनके वॉर्ड-46 को छोड़ कर इसके साथ लगते सभी कांग्रेसी वॉर्डों में सरकारी राशन पहुंचाया जा चुका है। निगम कमिश्नर केपी बराड़ को फोन पर कहा था कि उन्हें 500 लंगर की थैलियां पहुंचा दें, लेकिन आज तक नहीं पहुंची। ये मतभेद दूर हो।स्वर्णदीप चाहलवॉर्ड 50 में विपक्ष के कौंसलरों के दफ्तरों में बैठकर सरकारी अफसरों ने फार्म भरवाए, लोगों से आधार कार्ड और वोटर कार्ड की फोटो कॉपी ली है, अब वो लोग रोजाना उनके दफ्तर के बाहर जमा हो रहे हैं। सरकार ने कौंसलरों को नई मुसीबत में डाल दिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Leaders on the path of 'distributing blinds in ration distribution, then give themselves back' Full Article
india news पंजाब पुलिस के कांस्टेबल ने लाॅकडाउन में फौजी और उसके परिवार को पहुंचाया हिमाचल स्थित उनके घर By Published On :: Tue, 21 Apr 2020 16:44:20 GMT पंजाब पुलिस के एक कांस्टेबल ने लाॅकडाउन में एक फौजी और उसके परिवार को अपनी गाड़ी में लुधियाना से ग्वालथाई उनके घर पहुंचा दिया।वर्दी पहनकर और गाड़ी पर ‘ऑन ड्यूटी’ का स्टीकर लगाकर आए कांस्टेबल ने कोविड-19 के चलते हिमाचल की सीमा पर लगे नाके पर फौजी के परिवार को अपने रिश्तेदार बताते हुए यह झूठी जानकारी भी दी कि वह उन्हें नंगल से लेकर आया है।मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने पंजाब पुलिस के कांस्टेबल तथा फौजी व उसके परिवार के खिलाफ लाॅकडाउन की अवहेलना का मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।मिली जानकारी के मुताबिक कोट थाना पुलिस को सोमवार शाम यह जानकारी मिली कि जम्मू के उधमपुर में तैनात ग्वालथाई निवासी फौजी सन्नी रविवार को अपनी पत्नी, सास और बच्चों के साथ घर पहुंचा है।छानबीन करने पर पता चला कि उक्त फौजी गत 2 मार्च को 25 दिन की छुट्टी लेकर आया था और अपने परिवार के साथ लुधियाना में क्वार्टर में रह रहा था। इसी बीच कोरोना से बचाव के मद्देनजर किए गए लाॅकडाउन के चलते वह वापस नहीं आ पाया। गत 19 अप्रैल को वह उसकी पत्नी, सास व बच्चे पंजाब पुलिस के कांस्टेबल नरेंद्र सिंह के साथ उसकी गाड़ी में अपने घर आए थे।बोले एसपी दिवाकर शर्मापुलिस की जांच में यह खुलासा भी हुआ कि पंजाब पुलिस का कांस्टेबल वर्दी पहनकर और अपनी गाड़ी पर ‘ऑन ड्यूटी’ का स्टीकर लगाकर आया था। कोविड-19 के चलते हिमाचल की सीमा पर लगाए गए नाके पर एंट्री करवाते समय उसने जानकारी दी थी कि गाड़ी में सवार लोग उसके रिश्तेदार हैं और वह उन्हें नंगल से ग्वालथाई छोड़ने जा रहा है। पुलिस की वर्दी होने और गाड़ी पर ‘ऑन ड्यूटी’ का स्टीकर होने की वजह से नाके पर तैनात पुलिस टीम ने भी उससे ज्यादा पूछताछ नहीं की। एसपी दिवाकर शर्मा ने बताया कि लाॅकडाउन की अवहेलना के चलते पंजाब पुलिस के कांस्टेबल के साथ ही फौजी, उसकी पत्नी व सास के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today एसपी दिवाकर शर्मा ने बताया कि लाॅकडाउन की अवहेलना के चलते पंजाब पुलिस के कांस्टेबल के साथ ही फौजी, उसकी पत्नी व सास के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है Full Article
india news कई अस्पतालों में जनरल ओपीडी बंद, कुछ ने बढ़ाए चार्जेस By Published On :: Tue, 21 Apr 2020 23:30:00 GMT कोरोनाकाल में जहां हर कोई परेशान है। वहीं, मेडिकल सुविधाएं लेने में भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ प्राइवेट अस्पतालों इस समय में ओपीडी की जगह एमरजेंसी केस मान उसी तरह की फीस ली जा रही है। इस वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डीएमसी में फिलहाल जनरल ओपीडी की 50 रुपए फीस के बजाय 200 रुपए लिए जा रहे हैं। इस बारे में पीआरओ आयुष ने बताया कि फ्लू कॉर्नर में हर मरीज की जांच करने के बाद ही उन्हें अस्पताल में भेजा जाता है। फ्लू कॉर्नर के लिए 130 रुपए, 2 मास्क भी दिए जाते हैं और 50 रुपए की फीस ओपीडी की है।केस-1: इलाज को पैसे जुटाने के लिए भटकता रहा रातभरयुवक टोनी ने बताया कि उसके चाचा को हाई ब्लड प्रेशर और शुगर की दिक्कत आई। उन्हें 19 अप्रैल को जीटीबी ले गए। वहां पर पहले चाचा को एमरजेंसी में रखा। इंजेक्शन लगाने पर शुगर और ब्लड प्रेशर ठीक हो गया। मगर फिर भी अस्पताल में रखा गया। टोनी के अनुसार चाचा को एमरजेंसी से आईसीयू में शिफ्ट किया गया, क्योंकि अस्पताल में एमरजेंसी, स्पेशल वॉर्ड और आईसीयू में ही मरीज रखे जा रहे हैं। टोनी ने बताया कि शुरुआत में 6 हजार रुपए लिए गए। फिर सुबह आईसीयू समेत अन्य चीजों की पेमेंट करने को कहा, लेकिन दिहाड़ीदार होने के कारण कर्फ्यू की वजह से उनके पास इतने पैसे नहीं थे।मरीज की सभी रिपोर्ट नॉर्मल आने पर अकाउंटेंट ने कहा कि मरीज को आईसीयू और स्पेशल वॉर्ड में रखेंगे। पेमेंट भी उसके मुताबिक चार्ज होगी। इस कारण टोनी पैसे जुटाने के लिए इधर-उधर भटकता रहा। 3 हजार रुपए जुटाए, लेकिन अगले दिन एमरजेंसी के अलग और आईसीयू के 6 हजार रुपए प्रति दिन समेत अन्य टेस्ट के पैसे दिए। टोनी के अनुसार अस्पताल में टेस्ट, ओपीडी, रहने समेत सभी चीजों पर ज्यादा पैसे लिए जा रहे हैं।केस-2: पैसे लेने के बाद बोले- अब नहीं लेंगेविश्वकर्मा कॉलोनी के रहने वाले मनिंदर सिंह ने बताया कि 18 अप्रैल की रात उसके पिता की छाती में दर्द होने लगा। इस कारण उन्हें ढोलेवाल के श्री रामा चेरिटेबल अस्पताल ले जाया गया। पहले एमरजेंसी में मरीज को लाने के चार्ज लगते थे। जबकि एडमिशन फीस भी 150 रुपए थी, लेकिन अस्पताल ने एमरजेंसी के 1500 रुपए लेने के अलावा उनसे अलग अलग चीजों के बताकर कुल 2800 रुपए ले लिए। जबकि एडमिशन फीस 300 रुपए ली। रात 12 बजे मरीज को लेकर गए और सुबह 7 बजे ले आए। वहां सिर्फ एक मेडिसन खाने को दी और इंजेक्शन लगा। मनिंदर के अनुसार अस्पताल ने 5100 रुपए बिल बना दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today General OPD closed in many hospitals, some increased charges Full Article
india news पहली बार एक दिन में 3 मरीज ठीक हुए, सिंगल डिजिट में पहुंची एक्टिव केसों की संख्या (9+1) By Published On :: Tue, 21 Apr 2020 23:30:00 GMT मंगलवार को सुखद खबर आई। पहली बार ही एक दिन में 3 मरीज ठीक हुए। अब तक जिले में कोरोना वायरस 19 पॉजिटिव केस सामने आए थे, जिसमें से 5 की मौत हो चुकी है। वहीं,1 मरीज संगीता जैन पहले ठीक हो चुकी हैं। सिविल अस्पताल में दाखिल राजगढ़ के 26 साल के लियाकत अली ठीक होकर घर पहुंच गए। वहीं, जालंधर की 72 साल की स्वर्णकांता सबसे बुजुर्ग महिला हैं, जो रिकवर हुईं। वह अभी सीएमसी में दाखिल हैं। वहीं, चौकीमान के 55 साल के अली हसन भी ठीक हो चुके हैं। ऐसे में अब जिले में एक्टिव केस 9 ही बचे हैं। इसके अलावा एक और मरीज का इलाज फिरोजपुर में जारी है।1. लियाकत अली: दोराहा राजगढ़ के 26 साल के लियाकत अली भी सिविल अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिए गए। उन्होंने बताया कि अस्पताल में उनका ख्याल रखा गया। सुविधाएं भी मिली। पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई, लेकिन उन्हें कोई भी लक्षण सामने नहीं आए। उन्होंने सोच पॉजिटिव रखी और दिन में 2 बार कसरत करनी नहीं छोड़ी। उनकी पहली रिपोर्ट 2 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी। दूसरी 18 और तीसरी 19 अप्रैल को ली गई, जोकि निगेटिव आई।उन्होंने बताया कि हालांकि इस दौरान उनके कारोबार का काफी नुकसान हुआ, लोगों ने दूध लेना बंद कर दिया, यहां तक कि उन्हें गांव की दुकान से राशन भी नहीं मिलता। इसके लिए उनके परिवार के सदस्यों को दूसरे गांव जाना पड़ रहा है। अभी डिस्चार्ज होने के बाद भी उन्हें डॉक्टर्स ने 14 दिन घर के अंदर ही रहने की हिदायत दी है।2. स्वर्णकांता खाना खा करती थीं सैरस्वर्णकांता के बेटे रवि ने बताया कि उनकी मां ने निजात्म नगर के धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था, जहां पर कई जिलों से लोग आते हैं। शायद इसी दौरान ही वो किसी पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आ गईं। उनकी मां को कभी किसी तरह की समस्या नहीं रही और वो फिट हैं। कभी-कभार बीपी की समस्या होती थी। खाना खाने के बाद वो रोजाना सैर भी करती थीं। अभी वो रिकवर हो गई हैं।3. अली हसन पढ़ते थे 5 समय की नमाजचौकीमान के 55 वर्षीय अली हसन की आखिरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। उन्हें इतने दिन किसी तरह के लक्षण नहीं आए। अस्पताल में उन्हें दवाई दी जाती थी। समय बिताने के लिए वो 5 समय की नमाज पढ़ते। बात करने को कोई नहीं होता तो नमाज ही पढ़ते थे। उनके घर में उनकी पत्नी, एक बेटा, सात बेटियां हैं।संगीता जैन:पहली पॉजिटिव महिला सबसे पहले ठीक भी हुईंजिले में 24 मार्च को सबसे पहला पॉजिटिव केस आया था। 55 साल की गुरदेव नगर की संगीता जैन पॉजिटिव आई थीं। सबसे पहले रिकवर होकर घर जाने वालों में भी वहीं हैं। शुरू में मरीज स्वर्णकांता को सांस लेने में तकलीफ थी। साथ ही यूरीन इन्फेक्शन भी था। इसके चलते हमने उन्हें नॉन इनवेजिब सपोर्ट में रखा था। उनकी ऑक्सीजन भी कम रहती थी। शुरुआत के 2-3 दिन मरीज के लिए मुश्किल भरे थे और हालत गंभीर भी हो गई थी। वेंटिलेटर की नौबत आ गई थी, लेकिन फिर उन्होंने ट्रीटमेंट को रिस्पांस किया। उनकी दो रिपोर्ट पॉजिटिव आई, लेकिन तीसरी-चौथी रिपोर्ट निगेटिव आई। अब भी उनकी दवाइयां जारी हैं। डॉक्टर्स भी उन्हें पूरी काउंसलिंग और मोटिवेशन दे रहे हैं। -जैसा स्वर्णकांता का इलाज करने वाले सीएमसी के इंटरनल मेडिसिन डिपार्टमेंट हेड डॉ. नवजोत सिंह ने बतायाइधर, चिंता: रैपिड टेस्ट में 3 पॉजिटिवरैपिड रिस्पांस किट से जांच के बाद मंडी के 3 लोग पॉजिटिव पाए गए। इन्हें कंफर्म करने के लिए उन्हें सिविल अस्पताल में लाकर उनका स्वैब टेस्ट लिया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि ये लोग रैपिड रिस्पांस किट में पॉजिटिव आए हैं। इसमें एक आईजीजी पॉजिटिव और दो आईजीएम पॉजीटिव हैं, लेकिन हम इन केसों को कंफर्म करने के लिए इनके स्वैब टेस्ट लेंगे। इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।एएसआई के मामले में सिविल सर्जन बोले- नहीं हुई लापरवाहीयूसीएचसी वर्धमान से रेफर होकर सिविल अस्पताल, फिर एसपीएस में एडमिट होने वाले एएसआई सुखदेव सिंह ने बताया कि उन्होंने सीनियरों को बताया था कि उनका इलाज सही से नहीं हो पा रहा। उन्होंने बताया कि मौके पर कोई डॉक्टर नहीं आया। उन्होंने बताया कि यूसीएचसी वर्धमान में शुगर लेवल बढ़ गया था। वहां पर कोई इंजेक्शन लगाने नहीं था। इस कारण उन्हें सिविल अस्पताल भेज दिया गया। यहां भी समस्या सामने आई तो सिविल से फिर उन्हें शिफ्ट कर एसपीएस लाया गया है।सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शुगर लेवल बिगड़ा तो उन्हें सिविल भेज दिया गया। मगर फिर मरीज ने फिर एसपीएस जाने की बात कही और वहां भेजा गया।सीएमसी ने जालंधर की महिला का बनाया 7 लाख बिलजालंधर की महिला के बेटे रवि छाबड़ा ने सीएमसी द्वारा उन्हें दिए 7 लाख के बिल का मुद्दा सीएम के समक्ष उठाया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल वो और उनका बेटा हॉस्पिटल में दाखिल हैं। सीएमसी के डॉ. विनिथ जैसन ने बताया कि मरीज को आइसोलेशन आईसीयू में रखा गया था, मरीज को सांस लेने में परेशानी थी। इसलिए उन्हें नॉन इनवेजिब सपोर्ट में रखा गया था। मरीज 21 मार्च को आए। काफी समय ये आईसीयू में रहे, तब से उनका इलाज भी किया गया। ये बिल इलाज के मुताबिक है।मंगलवार को 18 मरीज निगेटिव मिलेअब तक 1161 शकी मरीजों के सैंपल भेजे हैं। मंगलवार को 18 मरीजों के सैंपल भेजे गए, जो निगेटिव मिले। अब 26 मरीजों की रिपोर्ट पेंडिंग है। इसके अलावा सब्जी मंडी वालों में 80 और 15 मीडिया कर्मियों की भी जांच की गई। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि 36 रैपिड रिस्पांस टीमों ने 95 लोगों की स्क्रीनिंग की। इसमें से 44 को क्वारेंटाइन किया गया है। हॉटस्पॉट अमरपुरा में 394 घरों में 1579 लोगों की जांच की गई। 39 रैपिड टेस्ट किए, जो निगेटिव आए। चौकीमान में 150 घरों में 640, गुड़े में 68 घरों में 343 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today For the first time 3 patients got cured in a day, the number of active cases reached in single digit (9 + 1) Full Article
india news जहां देखो-वहां वॉलंटियर्स, बिना मास्क-ग्लब्स कर रहे हैं ड्यूटी, सोशल डिस्टेंसिंग में भी बरत रहे लापरवाही By Published On :: Tue, 21 Apr 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन में लोगों को बाजारों में घूमने में रोकने के लिए लगाए करीब 200 से अधिक नाकों पर तैनात वॉलंटियर्स का जज्बा काबिल-ए-तारीफ है। मगर कुछ वॉलंटियर्स खुद पुलिस के लिए आफत भी बन सकते हैं। ये न तो ये गाइडलाइन को फाॅलो कर रहे हैं और न ही ट्रैफिक नियमों को। हालात ये हो चुके हैं कि नाकों पर वॉलंटियर लोगों से बात करना तक भूल गए हैं। न बड़ों से बोलने का लिहाज, न ड्यूटी का ढंग। बस इसी बदइंतजामी के साथ कुछ नाकों पर वॉलंटियर ड्यूटी कर रहे हैं।अधिकांश नाकों पर वॉलंटियर्स न तो मास्क पहनते हैं न ग्लब्स। ऐसे ही लोगों को रोक रहे हैं और पुलिस मुलाजिमों की जान भी खतरे में डाल रहे हैं। बताते चलें कि मुलाजिमों के साथ करीब 2000 वॉलंटियर्स को तैनात किया गया है। ये कहना गलत नहीं होगा कि ज्यादातर नाके इन्हीं के हवाले हैं। भास्कर टीम ने रियलटी चेक किया तो कई स्तर पर लापरवाही सामने आई। हालांकि कुछ नाकों पर वॉलंटियर्स नियमों का पालन करते भी दिखे।पब्लिक से गैर-जरूरी उलझने की भी आ रहीं शिकायतेंशहर में करीब 200 नाके लगाए गए हैं। इसमें पुलिस मुलाजिमों के साथ वॉलंटियर भी तैनात हैं। या यूं कहें कि वॉलंटियर्स की गिनती 80% है, लेकिन ये वॉलंटियर खुद बिना हेलमेट वाहनों पर ट्रिपलिंग करते देखे गए हैं। माता रानी चौक और राजपुरा चौक में कुछ बुलेट पर आकर पटाखे बजाते देखे जा रहे हैं। वहीं, किसी वाहन चालक को रोकने या उनसे पास पूछने का तरीका ही अलग है। ऐसे में वो खुद को अधिकारी से कम नहीं समझते। हालात ये हैं कि जो वाहन मौके से आंख बचाकर निकले, उनके वाहन पर तो डंडा तक वॉलंटियर्स ने मार दिया। बस कुछ इसी तरह की बदसलूकी लोग रोज बर्दाश्त करने को मजबूर हैं। यहां तक कि कुछ तो मुलाजिमों की तरह दस्तावेज भी चेक कर रहे हैं।नाम-पता पूछा और कर लिया भर्तीपुलिस ने कर्फ्यू इन्फोर्समेंट अफसर बिना वेरिफिकेशन रखे गए हैं। उनसे आईडी प्रूफ तक नहीं लिया। इस कारण यह सबसे बड़ा खतरा बन सकते हैं। कुछ शरारती और अपराधी लोग भी इसका फायदा उठा रहे हैं। बतौर वॉलंटियर ड्यूटी देने वाले कई युवक पहले काफी मामलों में शामिल हैं। कई लोगों की शिकायत है कि सड़कों पर तफरी करने वाले वॉलंटियर बन रौब झाड़ रहे हैं। वहीं, कुछ शरारती सिर्फ घर से बाहर निकलने के लिए इसका सहारा ले रहे हैं। हैबोवाल में कुछ युवक पास बना गलत काम करते पाए गए। कुछेक को लोगों से हाथापाई करते देखा गया है। प्रताप चौक के पास 1-2 वॉलंटियर्स को एक्टिवा पर डंडा लेकर युवकों के पीछे भागते देखा गया। जबकि इनके पास ऐसा करने की परमिशन नहीं है।कई इलाकों से नदारद हैं वॉलंटियर्स लगभग सभी थानों से रोज सुबह वॉलंटियर्स को पास जारी किए जाते हैं। पुलिस अफसर बताते हैं कि वॉलंटियर जिस इलाके का होता है, उसे उसी एरिया में ड्यूटी लगाई जाती है। इसके बावजूद कई इलाके ऐसे हैं, जहां आजतक वॉलंटियर्स नहीं हैं और सड़कों पर लोग घूम रहे हैं। शेरपुर, मोती नगर, ढोलेवाल, विश्वकर्मा कॉलोनी, मुस्लिम कॉलोनी, राजगुरु नगर, बीआरएस नगर, सेक्टर-32, जमालपुर, मुंडियां कलां, जमालपुर पुलिस कॉलोनी और आसपास के इलाके प्रमुख से शामिल हैं। वॉलंटियर्स को एक दिन के लिए ही पास दिया जाता है, ताकि जांच कर गलत लोगों को निकाला जा सके।सभी एसएचओ को कहा गया है कि वह सभी की जांच करे।-सुखपाल सिंह बराड़, डीसीपी Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Volunteers, without any mask-globs are doing duty, are also negligent in social distancing. Full Article
india news कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले पुलिस से नहीं डरे तो फिर समझाने के लिए यमराज खुद आए By Published On :: Wed, 22 Apr 2020 09:29:50 GMT कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए पंजाब में पिछले एक महीने से कर्फ्यू लगा है। ज्यादातर इलाकों में लोग कर्फ्यू का पालन कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग अभी भी सड़कों पर बिना किसी वाजिब वजह के घूम रहे हैं। पुलिस के बार-बार कहने पर भी लोग हरकतों से बाज नहीं आ रहे। ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है और उनके खिलाफ पर्चे भी दर्ज हो रहे हैं। अब इसी बीच पुलिस ने कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को समझाने के लिए खुद यमराज की मदद ली है।भारत नगर चौक पर कर्फ्यू के दौरान जो लोग नियमों की अनदेखी कर रहे थे। उन्हें एसीपी पुलिस कर्मियों के साथ रोक रहे थे। इन्हें समझाने के लिए पुलिस यमराज को लेकर भारत नगर चौक पर पहुंची। वहां कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को यमराज के सामने पेश किया गया। यमराज ने उन्हें दो टूक कह दिया कि अगर पुलिस की नहीं मानी तो वह उन्हें लेने आ जाएंगे। पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम को फेसबुक पेज पर भी लाइव किया, ताकि लोग जागरूकता मुहिम को देख सकें। एसीपी ट्रैफिक गुरदेव सिंह ने टीम युवा के प्रमुख कुमार गौरव के साथ मिलकर यह जागरूकता अभियान शुरू किया।यमराज बने कुमार गौरव सामने आकर लोगों को कर्फ्यू का पालन करने के लिए प्रेरित कर रहे थे। जब दो युवा बिना मास्क व ग्लव्ज पहने हुए आते दिखे तो उन्हें यमराज ने कह दिया कि मास्क, ग्लब्ज और सैनिटाइजर ही मेरे (यमराज) से दूर रख सकते हैं, इसलिए पुलिस की मानो और घरों में बैठे रहो, नहीं तो कोरोना वायरस उन्हें यमराज के पास पहुंचा देगा। एक एसीपी कोरोना से जंग लड़ते हुए शहीद हो गए। कुछ पुलिस अफसर इसे हराने में लगे हैं। सभी घरों में रहें और पुलिस कर्मचारियों व अफसरों की मदद करें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लुधियाना के भारत नगर चौक पर कर्फ्यू का उल्लंघन कर रहे लोगों को समझाते यमराज बने कुमार गौरव। Full Article
india news पुलिस ने ई-पास के लिए सोशल मीडिया पर जारी किया ईजी मैथड, एक घंटे में 52 हजार क्लिक By Published On :: Wed, 22 Apr 2020 23:30:00 GMT कर्फ्यू के दौरान जरूरी काम के लिए जाने को तैयार होने वाले ई-पास को ईजी बनाने के लिए लुधियाना पुलिस द्वारा उसे और भी आसान बना दिया है। जिसे लोगों तक पहुंचाने के लिए पुलिस ने उसे सोशल मीडिया के जरिए वायरल कर दिया है। जहां लोग आसानी से इसका इस्तेमाल कर कर्फ्यू में आ जा सकते हैं।आकंड़ों की बात करें तो रोज पुलिस की इस साइट पर 2 से 3 हजार लोग पास के लिए अप्लाई करते हैं। अभी तक 52 हजार से ज्यादा लोग इसे क्लिक कर चुके हैं। जिनके दस्तावेज चेक करने के लिए दो दर्जन के करीब मुलाजिमों की टीम है। जोकि शिफ्ट में 24 घंटे काम करते हैं। एक पास बनाने के लिए वो 2 से 4 घंटे का समय लेते हैं और उनके मोबाइल पर ही इसका लिंक भेजते हैं।जिसे डाउनलोड कर या फिर स्क्रीनशाॅट लेकर इसे लेकर किसी भी नाके पर दिखा सकते हैं और शहर में मूव कर सकते हैं। वहीं, मेडिकल एमरजेंसी से संबंधित पास को आधे घंटे में भेज दिया जाता है। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल का कहना है किपास उसे ही मिलता है, जिसे जरूरत हो। इस पर नजर रखने के लिए हमारे अधिकारी व मुलाजिम एक्टिव रहते हैं।http://epasscovid19.pais.net.in/ पर भरें फॉर्मपुलिस द्वारा जारी किए गए लिंक http://epasscovid19.pais.net.in/ पर क्लिक करने के बाद आपको पुलिस का फार्म दिखने लगेगा। जब उसे खोलेंगे तो उसमें डिस्ट्रिक, कौन सा पास चाहिए, पास की कैटेगिरी, पास की सब कैटेगिरी, एड्रेस, ईमेल, आवेदक का नाम, मोबाइल नंबर, नेशनेलिटी, दो तरीके के प्रूफ, एक स्पोर्टिव प्रूफ, वाहन कौन सा है, उसका नंबर, आवेदक की तस्वीर और एक रीजन जिसके लिए पास चाहिए।इन सब को भरने के बाद नीचे लिखा गया है कि अगर इसमें से कोई भी दस्तावेज गलत हुआ या पास बनवाने का कारण झूठा निकला तो आवेदक पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। इन सब के बाद आवेदक के मोबाइल पर मैसेज के साथ लिंक आएगा, जिसे क्लिक करने पर आपको अपना ई-पास मिल जाएगा। इसके लिए आवेदक को कहीं भी जाना नहीं पड़ेगा। अगर फार्म में कोई गलती है तो फार्म के टाॅप पर लाल रंग में लिखा आएगा कि उनके फार्म में किस चीज की गलती है।गलत इंफाॅर्मेशन भरने वालों पर होगा पर्चा जिन लोगों के रीजन साॅलिड होता है, उनका तो पास दस्तावेजों के आधार पर बन जाता है। लेकिन जो फेक पास बनवाने की कोशिश करते हैं, उन्हें पकड़ने के लिए फार्म के दस्तावेजों को क्राॅस चेक भी किया जाता है। वो जैसे ही पकड़ में आए तो उसके घर पर उसके इलाके के थाने की पुलिस एफआईआर रजिस्टर कर देती है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Police released Easy Method on e-pass on social media, 52 thousand clicks in one hour Full Article
india news सूबे भर में 25 अप्रैल तक बनेंगे चार सेंटर, सीनियर मेडिकल अफसर की लगेगी ड्यूटी By Published On :: Wed, 22 Apr 2020 23:30:00 GMT सूबे भर में चार कोविड केयर सेंटर स्थापित किए जाएंगे। जिसमें से लुधियाना में मैरिटोरियस स्कूल में सेंटर बनेगा। स्कूल में पहले से ही 500 बेड्स का आइसोलेशन वॉर्ड है। इन केंद्रों में उन पॉजिटिव मरीजों को रखा जाएगा जिन्हें कोई लक्षण नहीं हैं या फिर हल्की खांसी ही है। ये सेंटर 25 अप्रैल तक स्थापित हो जाएंगे। सेहत व परिवार कल्याण विभाग पंजाब द्वारा जारी आदेश के मुताबिक सिविल सर्जन को कोविड केयर सेंटर के लिए अलग से सीनियर मेडिकल अफसर की ड्यूटी लगाने के लिए कहा गया है।साथ ही ये भी कहा गया है कि इन सीनियर मेडिकल अफसर को किसी अन्य ड्यूटी का इंचार्ज नहीं बनाया जाएगा। हेल्थ विभाग के स्पोक्सपर्सन डॉ. राजेश भास्कर ने बताया कि हम हॉस्पिटल्स में बनाए गए आइसोलेशन वॉर्ड्स को खाली रखना चाहते हैं। जिससे कि वहां पर सिर्फ बहुत गंभीर मरीजों को ही रखा जाए। अगर इन कोविड केयर सेंटर्स में दाखिल किसी मरीज की तबीयत बिगड़ती है तो उन्हें हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाएगा।आइसोलेशन वॉर्ड : दूसरे फेज में खन्ना, जगराओं के सरकारी हॉस्पिटल में बेड की क्षमता बढ़ेगीआइसोलेशन वॉर्ड बनाने के दूसरे फेज में भी जिले के दो हॉस्पिटल्स का चुनाव किया गया है। इसमें सब डिविजनल हॉस्पिटल खन्ना व जगराओं में आइसोलेशन वॉर्ड स्थापित किया जाएगा। सब डिविजनल हॉस्पिटल्स को 150 बेड्स के आइसोलेशन वॉर्ड में बदला जाएगा। इसमें खन्ना की एमसीएच बिल्डिंग के 100 और जगराओं के 50 बेड आइसोलेशन वॉर्ड के लिए बनाए जाएंगे। खन्ना के एसएमओ डॉ. राजिंदर गुलाटी ने बताया कि मदर चाइल्ड हॉस्पिटल के ऊपर के दो फ्लोर पर वॉर्ड बनाया जाएगा। ग्राउंड फ्लोर और फ़र्स्ट फ्लोर पर जनरल ओपीडी और लेबर रूम चलेगा। एमसीएच के 100 बेड आइसोलेशन वॉर्ड में बदले जाएंगे। वहीं, खन्ना और जगराओं में 30 बेड का आइसोलेशन वॉर्ड पहले से ही है।सिविल में पहुंची वॉशिंग मशीन, एसीसिविल हॉस्पिटल लुधियाना में पुरानी बिल्डिंग को आइसोलेशन वॉर्ड में तैयार करने के लिए काम जारी है। हॉस्पिटल को हर 25-30 बैड के लिए 1 वॉशिंग मशीन लगाने के आदेश दिए गए थे। 150 बैड वाले आइसोलेशन वॉर्ड के लिए 5 वॉशिंग मशीन पहुंचीं हैं। जिन्हें हॉस्पिटल के वॉर्ड में लगाया गया है। साथ ही नर्सिंग स्टेशन के लिए एसी भी मंगवाए गए हैं। इसके अलावा म्युजिक सिस्टम, टीवी, एक्जॉस्ट फैन, सिलिंग फैन भी बिल्डिंग में लगाए जाएंगे।कोरोना ठीक हो सकता है, बस मरीज हौसला न छोड़ेंसिविल हॉस्पिटल लुधियाना में एडमिट दो मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। भास्कर द्वारा मरीजों का इलाज करने वाली हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग की डॉ. अमनप्रीत कौर से बात कर इलाज के बारे में जानकारी हासिल की। डॉ. अमनप्रीत ने बताया कि ये हमारे लिए और हमारे स्टाफ के लिए बहुत ही खुशी की बात है। दोनों मरीज पूरे ट्रीटमेंट के दौरान पॉजिटिव रहे हैं। दोनों ही मरीजों ने पूरा सहयोग भी दिया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स द्वारा तो इलाज किया ही जा रहा है। लेकिन मरीजों को भी हौसला नहीं छोड़ना चाहिए। कोरोना की बीमारी ठीक हो सकती है। बस मरीजों को 14 दिन अपना ख्याल रखना है और डॉक्टर्स को सहयोग करना है।सिविल से डिस्चार्ज होने वाले अली हसन दूसरे मरीजचौकीमान निवासी व तब्लीगी जमाती अली हसन (55) 6 अप्रैल को पॉजिटिव आए थे। उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। उनका इलाज सिविल हॉस्पिटल में चल रहा था। डिस्चार्ज होकर अपने घर लौटने वाले अली हसन दूसरे मरीज हैं। मंगलवार को राजगढ़ के लियाकत अली को डिस्चार्ज किया गया था।सीएमसी में भर्ती पॉजिटिव महिला ठीक हो हुई डिस्चार्जसीएमसी में एडमिट जालंधर की कोरोना पॉजिटिव महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया है। स्वर्ण कांता(72) को सांस लेने में दिक्कत थी। जिन्हें नॉन इनवेसिव वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। उनकी दो रिपोर्ट्स लगातार निगेटिव रही। मेडिसिन विभाग के हेड डॉ. नवजोत सिंह ने कहा कि कोविड-19 एक गंभीर बीमारी है लेकिन इससे बचाव हो सकता है अगर हम मिलकर काम करें।बुधवार को लिए गए 35 सैंपलबुधवार तक 1196 सस्पेक्टेड मरीजों के सैंपल लिए गए। अब तक 1125 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बुधवार को 35 मरीजों के सैंपल लिए गए। जिले में अब तक 19 पॉजिटिव केस आए हैं। जिसमें से 1 जालंधर, 1 बरनाला और 1 फिरोजपुर से संबंधित हैं। 4 घर लौट चुके हैं। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि 46 रैपिड रिस्पाॅन्स टीमों ने 85 लोगों की स्क्रीनिंग की। जिसमें से 71 को क्वारेंटाइन किया गया। अमरपुरा में 523 घरों में 1891, चौकीमान में 122 घरों में 629, गुडे में 67 घरों में 289 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। गांव कुलार में 48 घरों में 224, गांव पबिया में 25 घरों में 136, सोहिया में 20 घरों में 103, सिधवां खुर्द में 41 घरों में 200 लोगों की स्क्रीनिंग की गई।इधर, आइसोलेशन वाॅर्ड में दाखिल व्यक्ति की मौतसिविल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती होने के लिए आए तरलोचन सिंह(55) की आधे घंटे बाद ही मौत हो गई। वे फाजिल्का के लाडुके गांव के रहने वाले हैं। उनका सैंपल भेजा गया है। वहीं, विजय नगर निवासी गोपाल की मौत घर पर हुई थी। परिजनों द्वारा उन्हें कोरोना का सस्पेक्ट माना जा रहा है। उनके सैंपल लिए गए हैं।एसपीएस में था भर्ती, 13 कर्मियों के लेंगे सैंपल21 अप्रैल को पीजीआई चंडीगढ़ में कोरोना पॉजिटिव आने वाले छह महीने के बच्चे का इलाज करने वाले एसपीएस हॉस्पिटल के 13 मुलाजिमों का भी सैंपल लिया जाएगा। बच्चे को एसपीएस हॉस्पिटल में 1 मार्च को दाखिल कराया गया था। जिसे परिजन 9 अप्रैल को रेफर करवा पीजीआई ले गए थे। जांच में बच्चा कोरोना पॉजिटिव पाया गया। एसपीएस हॉस्पिटल के एमएस डॉ. राजीव कुंद्रा ने बताया कि बच्चा फगवाड़े का रहने वाला है। बच्चे के पॉजिटिव आने के बाद हमने अपने स्टाफ के 13 कर्मचारियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं।126 पुलिस मुलाजिम होम क्वारेंटाइनकोरोना के चलते 15 दिन के दौरान 126 के करीब जवान को होम क्वारेंटाइन किया गया है। इनके परिवारों पर भी पुलिस ने नजर रखी हुई है। वहीं, सीपी द्वारा विभाग के सभी मुलाजिमों को उनकी सेफ्टी रखने के लिए मास्क और ग्लव्ज पहनने की सख्त हिदायत दी है। वहीं, नाकों पर खड़े मुलाजिमों को अगर दस्तावेज चेक करने हैं तो मोबाइल से फोटो खींचकर दस्तावेज चेक कर सकते हैं। इसके अलावा मुलाजिमों से कहा गया है कि वो अगर घर जा रहे हैं तो अपने कमरे को अलग कर लें और अंदर जाने से पहले नहाकर ही जाएं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Four centers will be set up across the state by April 25, senior medical officer will be duty Full Article
india news फेसबुक पर स्टूडेंट्स की राेजाना तीन टाइम लगेगी क्लास, सुबह मिलेगा हाेमवर्क, दाेपहर में चैकिंग और शाम काे देंगे सुझाव By Published On :: Fri, 24 Apr 2020 04:22:45 GMT काेराेना की महामारी, लाॅकडाउन और कर्फ्यू के बीच घराें में बैठे स्टूडेंट्स के लिए लुधियाना में स्मार्ट प्लान तैयार किया है। शिक्षा विभाग ने जिले के हर स्कूल काे अपने-अपने बच्चाें के लिए विषय के टीचराें की मदद से स्कूल की फेसबुक आईडी हाेमवर्क देने के निर्देश जारी किए हैं। आदेश के तहत टीचर सुबह के समय अपने विषय से जुड़ा हाेमवर्क फेसबुक पर पाेस्ट करेंगे। इसके बाद दाेपहर के समय उसे जांचेंगे और फिर शाम के समय उस पर अपने सुझाव देंगे।कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता विभागदरअसल, शिक्षा विभाग अपने स्टूडेंट्स को घर बैठे शिक्षा मुहिया करवाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ता। स्टूडेंट्स को क्वाॅलिटी एजुकेशन देने का विभाग हर संभव प्रयत्न कर रहा है। इस संबंध में स्टेट ऑफिस से नोडल आफिसर दलबीर कौर की अगुवाई में जिला शिक्षा ऑफिसर एलिमेंट्री राजिंदर कौर और उप जिला शिक्षा आफिसर कुलदीप सिंह, समूह ब्लाक के बीपीओतथा सेंटर हेड टीचरों की ऑनलाइन मीटिंग हुई।शिक्षा विभाग के अधिकारियाेंसंग मीटिंग के बाद लिया फैसलाउप जिला शिक्षा आफिसर कुलदीप सिंह ने बताया कि विभाग की मीटिंग हुई है। हर स्कूल की फेसबुक आईडी है। हर स्कूल सुबह होमवर्क देगा। दोपहर में बच्चों के अपलोड़ किए होमवर्क को चेक किया जाएगा। इसके बाद शाम को सुझाव दिए जाएंगे ताकि बच्चे और बढ़िया रुचि लेकर घर बैठे पढ़ाई करें। बच्चों के माता-पिता से भी बातचीत और सुझाव मांगे जाएंगे।मेरिटोरियस स्कूल में दाखिला परीक्षा की रजिस्ट्रेशन 10 मईमेरिटोरियस स्कूलों में 11वीं के दाखिले के लिए रजिस्ट्रेशन की तारीख में तब्दीली की गई है। विभाग की मेरिटोरियस सोसायटी की ओर से स्टूडेंट्स को सूचित किया गया है कि मौजूदा सेशन के लिए पंजाब के सभी मेरिटोरियस स्कूलों में 11वीं कक्षा के दाखिला परीक्षा की रजिस्ट्रेशन करवाने की तारीख बढ़ा कर 10 मई शाम 5 बजे तक कर दी गई है।सीए फाइनल स्टूडेंट्स के लिए फ्रीऑनलाइन रिवीजन क्लास की शुरूइंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने स्टूडेंट्स की पढ़ाई को हो रहे नुकसान को देखते हुए फैसला लिया कि जून में होने वाली आईसीएआई की परीक्षा के लिए ऑनलाइन रिवीजन कराया जाएगा। इसके लिए फ्री क्लासेस शुरू लगाई जाएंगी। 2 मई से 18 मई के बीच होने वाली परीक्षा पोस्टपोन हो गई है। अब यह एग्जाम 19 जून से 4 जुलाई के बीच होने हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Students will take class three times on Facebook, will get morning work, check in Dapehar and will give suggestions for evening Full Article
india news एक महिला से 36 लोग हो चुके संक्रमित, पटियाला में 6 और पॉजिटिव मरीज सामने आए, कुल संख्या हुई 55 By Published On :: Sat, 25 Apr 2020 00:11:00 GMT जिला प्रशासन ने राजपुरा काे बफर जाेन घाेषित कर दिया है, क्याेंकि यहां काेराेना संक्रमण थमता नहीं दिखा रहा है। शुक्रवार काे 6 नए पाॅजिटिव केस सामने आए। विभाग के मुताबिक सबसे पहले पाॅजिटिव महिला के संपर्क में आने वाले लाेगाें के वीरवार काे सैंपल लिए थे। यह पाॅजिटिव केस उन्हीं में से हैं। नए केस आने के बाद केवल राजपुरा में संक्रमित लाेगाें का आंकड़ा 36 पर पहुंच चुका है, जबकि जिले में कुल संख्या 55 हाे गई है। लगातार बढ़ते काेराेना पाॅजिटिव मरीजाें की संख्या काे गंभीरता से लेते हुए डीसी ने कुमार अमित ने राजपुरा नगर कौंसिल की हदों के अंदरूनी शहर को बफर क्षेत्र घाेषित कर दिया है।राजपुरा से न कोई व्यक्ति शहर से बाहर जा सकेगा और न कोई राजपुरा के अंदर आसकेगा। लाेगाें को रोजमर्रा की ज़रूरी वस्तुओं की सप्लाई एसडीएस टी. बेनिथ की निगरानी में नगर कौंसिल मुहैया कराएगी। आदेश के मुताबिक राजपुरा की सब्जी मंडी बंद रहेगी। पेट्रोल पंप अाैर अनाज मंडी, जहां गेहूं खरीद चल रही है, खुली रहेगी।ये ठीक नहीं : मैरिज एनिवर्सरी पर शैलर मालिकने दी पार्टी, 15 महिलाओं समेत 37 गिरफ्तारकाेरोना से हालात कितने भयावह हैं लेकिन फिर भी कुछ लोग इसे मजाक में ले रहे हैं। शेरपुर में शैलर मालिक ने अपनी मैरिज एनिवर्सरी पर पार्टी दी। इसकी खबर लगते ही पुलिस ने मालिक समेत पार्टी का लुत्फ उठा रहे 37 लोगों पर केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। इसमें 15 महिलाएं हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 36 people have been infected with one woman, 6 more positive patients have appeared in Patiala, total number is 55 Full Article
india news कोरोना के चलते फेलोशिप-स्कॉलरशिप में फंडिंग 30 सितंबर तक रहेगी जारी By Published On :: Sat, 25 Apr 2020 23:30:00 GMT यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) ने उन योजनाओं की सूची जारी की है, जिनके लिए वह कोरोना वायरस महामारी के चलते 30 सितंबर तक फंडिंग जारी रखेगा। इस संबंध में आयोग की आधिकारिक वेबसाइट www.ugc.ac.in पर नोटिस भी जारी किया गया है। इस नोटिफिकेशन के मुताबिक जिन योजनाओं को जारी रखने का फैसला किया गया है।इनमें कई फेलोशिप और स्कॉलरशिप शामिल हैं, जैसे- यूजीसी रिसर्च अवॉर्ड्स फॉर फैकल्टी, फेलोशिप फॉर पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्चर्स, फेलोशिप फॉर डॉक्टोरल स्टूडेंट्स, स्कॉलरशिप फॉर पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स, मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप फॉर माइनोरिटी स्टूडेंट्स, नेशनल फेलोशिप फॉर स्टूडेंट्स विद डिसेबिलिटी, नेशनल फेलोशिप फॉर एससी स्टूडेंट्स, नेशनल फेलोशिप फॉर ओबीसी और अन्य।साहित्यिक चोरी को लेकर चेतावनीइस बीच यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन ने शिक्षाविदों और शोधार्थियों को आगाह किया है कि उनके द्वारा खुद के शोध कार्य को पुन: प्रकाशित करना या उसका पूर्व में उपयोग होने का उल्लेख किए बगैर किसी अन्य संदर्भ में इस्तेमाल करना साहित्यिक चोरी के समान होगा। आयोग ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को निर्देश दिया है कि पदोन्नति, चयन और शोध उपाधियां प्रदान करना आवेदक के प्रकाशित शोधकार्यों के मूल्यांकन के आधार पर होना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पदोन्नति और चयन के लिए जमा किए गए दस्तावेज उन्होंने पूर्व में उपयोग नहीं किया हो।सचिव ने सभी विविको लिखा पत्रयूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने विश्वविद्यालयों को लिखे पत्र में यह कहा है। यूजीसी ने किसी शोधार्थी द्वारा अपने शोध कार्य का पूर्व में उपयोग होने का उल्लेख किए बगैर किसी अन्य संदर्भ में उसका इस्तेमाल किए जाने को अपनी ही कृति की साहित्यिक चोरी के रूप में परिभाषित किया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Funding in the fellowship-scholarship due to Corona will continue till September 30 Full Article
india news लाॅकडाउन खुलते ही छुट्टी की तैयारी में पुलिस मुलाजिम By Published On :: Sat, 25 Apr 2020 23:30:00 GMT `यार लाॅकडाउन दा सियापा मुक्के तां छुट्टी ते जावां, मेरी तां हुण बस्स ही हो गइ ए’ कोरोना वायरस के अटैक के चलते धड़ाधड़ ड्यूटी कर रहे मुलाजिमों को अब रिलेक्स की जरूरत है। इसके चलते इन दिनों विभाग में कुछ इस तरह की बातें हो रही हैं। कुछ मुलाजिमों ने तो छुट्टी के लिए बहाने और लंबी-चौड़ी एप्लीकेशन्स भी तैयार कर ली हैं। फिलहाल ये एप्लीकेशन्स निम्न स्तर के अधिकारियों के टेबल पर हैं। बताते चलें कि 3700 के करीब मुलाजिम कोरोना की इस भयंकर जंग से लड़ रहे हैं। जोकि सुबह से रात तक और कुछ 24-24 घंटे की ड्यूटी दे रहें है।इन्हीं में से कुछ मुलाजिमों की दो दर्जन के करीब एप्लीकेशन्स एसीपी और एसएचओ के टेबल पर पहुंच गई हैं। लेकिन फर्क सिर्फ इतना है कि मुलाजिमों ने इन्हें अपने तक रोक रखा है। इन एप्लीकेशन्स में कांस्टेबल और एएसआई शामिल हैं। वहीं, विभाग भी इस पर विचार कर रहा है कि लाॅकडाउन के बाद इन्हें कैसे थोड़ी रिलेक्सेशन दी जाए। हालांकि पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल का कहना है कि अभी उनके संज्ञान में ऐसा कुछ नहीं आया है। ज्यादातर ने बीपी और शूगर ज्यादा बताई वजहसूत्रों के मुताबिक विभाग में घूम रही इन एप्लीकेशन्स में 90 फीसदी मुलाजिम वो हैं, जोकि फील्डवर्क कर रहे हैं। 5 फीसदी अफसरों के गनमैन और बाकी के 5 फीसदी थानों के मुंशी व संतरी शामिल हैं। इन सब में एक ही चीज काॅमन है, वो है बीमारी का बहाना। ज्यादातर मुलाजिमों ने बीपी और शूगर का बहाना बनाकर डाॅक्टर से रैस्ट लिखवाई है। इन मुलाजिमों की उम्र 40 से ऊपर की है। फिलहाल विभाग द्वारा उनकी इस बीमारी को भी वेरीफाई करने की प्लानिंग चल रही है। इन मुलाजिमों में कुछ ऐसे भी है, जिन्होंने बच्चों के पास विदेश जाने के लिए छुट्टी भरी है।कुछ इस तरह से हो रही बातें ड्यूटी हो गई हुण तां रोटी वी इक टाइम दी रह गई आ...छुट्टी तों बाद ही बणू कुज मैं तां भरावा, आपदे जवाक देखे वी महीना ही हो गया, रूटीन बणूगी तां, सिस्टम सैट होणा बाई हुण तां नाके ते खड़-खड़ के लत्तां वीं रह गईयां, मैं तां रैस्ट लिखवा लैणी आ 3 तरीक तों बाद वीरे मैं तां पिंड जाणा थोड़े दिन, ओत्थे जा के ही साह आणा मैनूं Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Police in preparation for holiday as soon as the lockdown opens Full Article
india news सरकारी फरमान मानने को तैयार नहीं केमिस्ट, बिना डिटेल्स जानें बेच रहे बुखार की दवाई By Published On :: Sat, 25 Apr 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस से लड़ने के लिए शहर के सभी बड़े अधिकारियों की मीटिंग में जिस मुद्दे को अहम मानकर उठाया गया और उसे इंप्लीमेंट करने के लिए सुझाव दिए गए, उसे लुधियाना के केमिस्ट मानने को तैयार नहीं। क्योंकि न कोई दुकानदार दवाई लेने वालों का रिकाॅर्ड रख रहा और न ही मरीज को क्या-क्या दिक्कत है, इसके बारे में कुछ पता है। बस धड़ाधड़ दवाई बेची जा रही है। जोकि कहीं न कहीं पुलिस व प्रशासन दोनों के काम को प्रभावित कर रहे हैं। बताते चलें कि कुछ दिन पहले सभी विभागों की एक कंबाइंड मीटिंग हुई थी, जिसमें इस बात को प्रमुख्ता से उठाया गया था कि ज्यादातर जिनमें कोरोना के लक्ष्ण दिखे वो पहले तो मेडिकल स्टोर से ही दवाई लेकर खाते रहे, जिसकी वजह से मरीजों का पता नहीं चला।लिहाजा ये निर्णय लिया गया कि मेडिकल स्टोर वाले खांसी और बुखार की दवाई लेने के लिए आने वालों का रिकाॅर्ड अपने पास रखेंगे, ताकि विभाग उन्हें क्राॅसचेक कर सके। तब तो हामी भर दी गई, लेकिन दैनिक भास्कर ने इसकी ग्राउंड रियलिटी चेक की तो पता चला कि 90 फीसदी दुकानदार इसे फाॅलो नहीं कर रहे, या फिर यूं कहें कि विभाग ने इसके बारे में दुकानदारों को अवेयर किया ही नहीं।स्थान: हैबोवाल मेन रोड समय: 11 बजेएक के साथ एक यहां 6 से 7 दुकानें सिर्फ दवाइयों की हैं। हम एक-एक कर इन सभी दुकानों पर गए, एक से खांसी की, दूसरे से बुखार और तीसरे से जुखाम की दवाई ली। लेकिन इनमें से किसी ने हमें कोरोना के लक्षणों से संबंधित होने का शक जाहिर किया। दुकानदार ने 30 की दवाई के 60 रुपए लिये और आगे बढ़ा दिया। यही दवाई अगली दुकान से 45 में और एक ने तो 30 में दी। हालांकि इसी रोड पर चंदर नगर की एक मेडिकल शाॅप के मालिक ने हमारा बुखार चेक किया और उसके बाद डिटेल नोट कर दवाई दी।स्थान: दुगरी समय: 3.15 बजेदुकान का आधा शटर खोलकर बैठे एक शख्स से हमने खांसी की दवाई मांगी, तो उसने एक शीशी निकालकर थमा दी। मैंने कहा जनाब बुखार, खांसी और जुकाम सब है। मैंने तो अखबार में पढ़ा था कि अगर किसी ने दवाई लेनी है तो पहले अपनी डिटेल दुकानदार के पास लिखवानी होगी। तो दुकानदार का जवाब था कि केहड़ी डिटेल बाई जी, सानू तां नीं पता केहड़ी डिटेल लिखणी हुंदी आ। तूं दवाई लै ते जा यार। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Chemists are not ready to accept government orders, selling fever medicines without knowing details Full Article
india news बीडीपीओ के पति फूड इंस्पेक्टर भी पॉजिटिव, फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट लुधियाना में हैं तैनात By Published On :: Sat, 25 Apr 2020 23:30:00 GMT डिस्ट्रिक्ट मंडी अफसर जसबीर कौर की बीडीपीओ बेटी नवदीप कौर के पति प्रभजोत सिंह(35) भी कोरोना पॉजीटिव आए हैं। उनका पांच साल का बेटा निगेटिव आया है। कोरोना पाॅजिटिव डीएमओ जसबीर कौर और बीडीपीओ नवदीप कौर दोनों ही सिविल हॉस्पिटल में एडमिट हैं। जिन्हें फिलहाल किसी तरह के लक्षण सामने नहीं आए हैं। प्रभजोत सिंह को भी सिविल हॉस्पिटल लाया गया है। नवदीप कौर के पति फूड व सप्लाई विभाग में बतौर फूड इंस्पेक्टर कार्यरत हैं।गिल रोड स्थित दाना मंडी के पीछे स्थित फूड सप्लाई दफ्तर में इनकी तैनाती है। जानकारी के मुताबिक 10 अप्रैल को इनके घर में फैमिली फंक्शन था। 17 अप्रैल को उनकी सास के पॉजिटिव आने के बाद से उन्होंने खुद को घर में ही होम क्वारेंटाइन कर लिया था। डीएफएससी सुखविंदर सिंह गिल ने बताया कि 9 अप्रैल के बाद से प्रभजोत घर पर ही थे और दफ्तर नहीं आए थे। वहीं, बीडीपीओ नवदीर कौर के ड्राइवर व चौकीदार की रिपोर्ट पेंडिंग हैं।मां डीएमओ भी सिविल में शिफ्ट हालत स्थिरशुक्रवार को पॉजिटिव आईं बीडीपीओ नवदीप कौर सिविल हॉस्पिटल में एडमिट हैं। नवदीप ने बताया कि उनकी सेहत ठीक है। उन्होंने बताया कि उनकी मम्मी जिला मंडी अफसर जसबीर कौर को भी सिविल हॉस्पिटल में ही शिफ्ट करवा लिया है। उन्होंने बताया कि वो खुद सिविल हॉस्पिटल में एडमिट हैं इसी के कारण उन्होंने अपनी मम्मी को भी शिफ्ट करवा लिया। ताकि उनकी भी केयर सामने ही हो सके। वहीं, बीडीपीओ नवदीप कौर के संपर्क में आए सरकारी कर्मचारी भुपिंदर सिंह को उनके घर में सेहत विभाग द्वारा क्वारेंटाइन किया गया। कूमकलां सेहत विभाग की टीम गांव संघे में कर्मचारी भुपिंदर सिंह के घर गई। फिलहाल, उसके या संबंधित किसी भी पारिवारिक मेंबर में कोरोना के लक्षण नहीं मिले।मौलवी, गणेश नगर का युवक स्वस्थ, आज होंगे डिस्चार्जवहीं, गणेश नगर का 24 वर्षीय सौरभ और रामगढ़ का मौलवी रियासत अली भी स्वस्थ हो गए हैं। सिविल सर्जन डॉ.राजेश बग्गा ने बताया कि जिले में अब तक 7 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। दोनों को रविवार को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। सौरभ के कुल 3 सैंपल लिए गए। जिसमें से 2 सैंपल निगेटिव आए हैं। सौरभ ने बताया कि शनिवार को ही उसे डिस्चार्ज कर दिया जाना था लेकिन मोटरसाइकिल चोरी का मामला होने के कारण उसे रविवार को ले जाया जाएगा।124 लोगों की स्क्रीनिंग, तीन के लिए गए सैंपलसिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर पर पिछले 24 घंटों में 45 शिकायतें मिली हैं। जिसमें से 124 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। 3 के सैंपल लिए गए हैं और 76 को क्वारेंटाइन किया गया है। डॉ. बग्गा ने बताया कि सेहत विभाग द्वारा बनाई टीमें पॉजिटिव केसेस व उनके रिहायशी इलाकों का सर्वे के अलावा स्क्रीनिंग व सैंपल ले रही हैं। अमरपुरा में 173 घरों में 717, चौकीमान में 40 घरों में 223, गांव गुडे में 120 घरों में कुल 620 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। जहां किसी भी व्यक्ति में कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए।ई-संजीवनी ऑनलाइन ओपीडी से ले सकते मददडीसी प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सूबे के लोगों को सेहत सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए टेलीमेडिसिन मॉड्यूल ई-संजीवनी ऑनलाइन ओपीडी की शुरुआत की गई है। जिसमें मरीज डॉक्टर्स से संपर्क कर अपनी समस्याओं का हल जान सकते हैं। सिविल सर्जन डॉ.राजेश बग्गा ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए माहिर डॉक्टर्स से सेहत संबंधी आम समस्याएं और इलाज के संबंध में जानकारी ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि सूबे के सरकारी डॉक्टर्स से सलाह पूरी तरह मुफ्त है।सिविल में दो बच्चियों समेत तीन की मौतसिविल हॉस्पिटल में दाखिल हुई शिमलापुरी की 12 वर्षीय बच्ची नैंसी की मौत हो गई। बच्ची को बुखार व दस्त की शिकायत बताई जा रही है। फिलहाल बच्ची के स्वैब लिए गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद ही क्लियर किया जाएगा। वहीं, सिविल में शुक्रवार रात एडमिट हुए ढंडारी कलां के राजिंदर सिंह(34) की मौत सुबह 4 बजे हो गई। उसके भी स्वैब लिए गए हैं। इसके अलावा शनिवार रात को राहों रोड स्थित इंदिरा कॉलोनी से अंजलि(10) को सिविल लाया गया। जहां इलाज से पहले ही उसकी मौत हो गई। उसे दो महीने से बुखार और खांसी ठीक नहीं हो रही थी। इसलिए वो सिविल हॉस्पिटल 7 दिन पहले लाए थे। तब दवा देकर भेज दिया था। इसके अलावा सिविल हॉस्पिटल की मॉर्चरी में 5 अन्य शव भी पहुंचे। इन सभी की मौत घर पर हुई बताई जा रही है जिनके एहतियातन सिविल हॉस्पिटल में लाकर स्वैब लिए गए हैं।हम रुक नहीं रहे, कोरोना बढ़ता जा रहागुरपाल नगर में राशन न मिलने के कारण लोगों ने डाबा रोड स्थित निर्मल पैलेस के आगे रोड जाम कर दिया। इस दौरान लोग एक दूसरे के साथ-साथ खड़े रहे। प्रशासन के मिसमैनेजमेंट के चलते ही लोग परेशान हो कर घर से बाहर निकल रहे हैं और कोरोना फैलता जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Food Inspector, husband of BDPO, also posted in Positive, Food and Supply Department, Ludhiana Full Article
india news सूबे में 313 पाॅजिटिव, पहले 31 दिन में 100 केस थे अब 17 दिन में 213 बढ़े; जालंधर नंबर-1 पर पहुंचा By Published On :: Sat, 25 Apr 2020 23:30:00 GMT सूबे में कोरोना से शनिवार काे जालंधर में 42 वर्षीय व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। हरदेव नगर के रहने वाले सहदेव काे शरीर में खून कम हाेने पर भर्ती कराया गया था। मौत के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जालंधर में यह तीसरी और सूबे में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार को 15 नए केस आए। जालंधर व पटियाला में 6-6, लुधियाना, नवांशहर व पठानकोट में 1-1 केस आया। आंकड़ा अब 313 हो गया है। जालंधर सूबे में अब टॉप पर पहुंच गया है। यहां मरीजों की संख्या 69 हो गई है। दूसरे नंबर पर मोहाली 63 व तीसरे पर पटियाला 61 है।पटियाला के राजपुरा में जिन 6 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई वह 16 अप्रैल को पॉजिटिव महिला के करीबी हैं। पठानकोट में महिला डॉक्टर संक्रमित पाई गई। लुधियाना में बीडीपीओ नवदीप कौर के पति प्रभजोत की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह फूड सप्लाई विभाग में इस्पेक्टर हैं। नवांशहर के बलाचौर में एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सूबे में अब तक 13270 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं। इसमें 9392 की रिपोर्ट निगेटिव और 3569 की पेंडिंग है।जालंधर में 10 दिन में 44 लोग संक्रमित ..जिले में 17 से ज्यादा इलाके हॉट स्पॉट हैं। शनिवार को जिन 6 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई उनमें 4 बस्ती गुजां के पॉजिटिव मरीज रूपेश के परिवार के सदस्य हैं। शहीद भगत सिंह नगर में 60 वर्षीय व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए। जिले में पिछले 10 दिन में 44 संक्रमित हो चुके हैं।पटियाला: 6 केस, राजपुरा में महिला से 10 दिन में 42 संक्रमित राजपुरा में 16 अप्रैल को पॉजिटिव आई महिला से अब तक 42 संक्रमित हो चुके हैं। इससे पहले मोहाली में एक व्यक्ति 38 लोग संक्रमित हुए थे। शनिवार को 6 केस आए। सभी महिला के करीबी हैं।नवांशहर:1 केस, जम्मू से ट्रक लेकर लौटा युवक पॉजिटिव नवांशहर में 29 दिन बाद नया केस आया। बलाचौर के गांव बूथगढ़ में जेएंडके से सब्जी का ट्रक लेकर लौटे 25 वर्षीय युवक जतिंदर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।पठानकाेट: 1 केस, रिपोर्ट आने से पहले मरीजों को देख रही थीशहर के एक अस्पताल की महिला डॉक्टर भी पॉजिटिव आई है। 21 को सैंपल लिए थे। रिपोर्ट आने से पहले उन्होंने अस्पताल में 22 के करीब मरीजों को देखा है।घरों की छतों से परमात्मा को अरदासहोशियारपुर मेंअरदास दिल से हो और पूरे नियम से हो तो परमात्मा भी इसे स्वीकार करते हैं। होशियारपुर के गांव सज्जना में लोग इसी आस में कोरोना के खात्मे के लिए अरदास कर रहे हैं। सरपंच परविंदर सिंह रोजाना शाम 7 बजे अरदास से पहले चौपई साहिब का पाठ करते हैं और गांव के लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर घरों की छतों पर चढ़कर पाठ का जाप करते हैं। पिछले 20 दिन से आबादी वाले गांव सज्जना के 400 लोग रोजाना इस अरदास में शामिल हो रहे हैं।सुखद : कपूरथला भी हुआ कोरोना मुक्त, दोनों मरीज ठीक कपूरथला शनिवार को कोरोना मुक्त हो गया। पहले मरीज अफजल शेख के बाद एलपीयू की छात्रा नीतू चौहान भी कोरोना को हराने में सफल रही है। शनिवार को नीतू की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। मानसा में भी एक जमाती की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे सिविल अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उधर, अमृतसर के कृष्णानगर इलाके में कढ़ाई कारीगर बलबीर के ठीक हो जाने के बाद शनिवार को उनकी पत्नी ने भी काेराेना काे मात दे दी।पड़ोसी राज्य हिमाचल:सरकार ने कर्फ्यू में दी जाने वाली ढील का समय एक घंटा अाैर बढ़ा दिया गया है। हिमाचल में अब लाेगाें काे कर्फ्यू में चार घंटे की ढील मिलेगी। यह ढील साेमवार से लागू हाेगी। हरियाणा:पानीपत और गुड़गांव में 4-4, हिसार व अम्बाला में 1-1 केस आया। 10 नए केस आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या 294 पहुंच गई है। प्रदेश के 12 जिले ग्रीन जोन में हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today There were 313 positive cases in the state, there were 100 cases in the first 31 days, now 213 increased in 17 days; Jalandhar reached number-1 Full Article
india news हॉटस्पॉट के बाहर मोबाइल, स्टेशनरी और गारमेंट्स की दुकानें खुलेंगी, पंजाब में 30 अप्रैल को फैसला By Published On :: Sat, 25 Apr 2020 23:30:00 GMT केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 2.0 में बड़ी राहत दी है। हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन से बाहर मोबाइल फाेन, स्टेशनरी, गारमेंट्स और हार्डवेयर जैसे सामान की दुकानें खुल सकेंगी। हालांकि, मार्केट कॉम्प्लेक्स और शॉपिंग मॉल 3 मई तक बंद रहेंगे। सैलून, बार्बर शॉप, स्पा, रेस्टोरेंट और शराब की दुकानें भी नहीं खुलेंगी। केंद्र ने शुक्रवार रात यह छूटें दी थीं। लेकिन दुकानदारों और राज्यों को स्पष्ट नहीं हुआ था कि कौनसी दुकानें खुलेंगी। इस पर गृह मंत्रालय ने शनिवार को स्पष्टीकरण जारी किया।लॉकडाउन के दौरान दुकानें खोलने की छूट पंजाब में लागू नहीं किए जाने का एलानजबकि पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लॉकडाउन के दौरान दुकानें खोलने की छूट को पंजाब में लागू नहीं किए जाने का एलान किया है। सीएम ने साफ किया है कि सूबे में दुकानें खोलने की छूट को लेकर 30 अप्रैल को कैबिनेट की मीटिंग में ही कोई फैसला लिया जाएगा। सरकार के मुताबिक सूबे में 3 मई को कर्फ्यू को खोलने को लेकर सरकार द्वारा बनाई गई एक्सपर्ट कमेटी ने ड्राफ्ट रिपोर्ट दे दी है। लेकिन अंतिम रिपोर्ट आने में अभी 3 दिन का और समय लगेगा। सीएम एक्सपर्ट कमेटी के 20 सदस्यों से हर पहलू पर चर्चा के बाद कैबिनेट मंत्रियों के साथ मीटिंग में चर्चा करके ही कोई फैसला लेंगे।कैप्टन कल उठाएंगे पीएम से शराब बिक्री का मुद्दासूबे के राजस्व के नुकसान की भरपाई के लिए सीएम सोमवार को पीएम मोदी के साथ मीटिंग में शराब बिक्री का मुद्दा उठाएंगे।पंजाब को 6200 करोड़ का राजस्व शराब बिक्री से मिलता है।सूबे के कई जिलों के डीसी ने किया इनकारजालंधर मोहाली समेत सूबे के कई जिलों के डीसी ने अपने जिलों में दुकानें खोलने की इजाजत देने से मना कर दिया, क्योंकि कोई भी अधिकारी नहीं चाहता है कि वहां मरीजों की संख्या में इजाफा हो। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से सिर्फ जरूरी सामान ही ऑर्डर कर पाएंगे4 पॉइंट्स में समझें कहां पर क्या खुलेगा 1. ग्रामीण क्षेत्रों में सभी दुकानें खोलने की छूट। लेकिन शॉपिंग मॉल्स छूट के दायरे में नहीं आएंगे। 2. शहरी क्षेत्रों में सभी एकल, आस-पड़ोस की दुकानें और घरों में स्थित दुकानें खोलने की छूट। मार्केट कॉम्प्लेक्स और शॉपिंग मॉल इस छूट के दायरे से बाहर। 3. शर्तों के साथ दुकानें खोलने की छूट है। 50 फीसदी स्टाफ काम पर आएगा। सभी मास्क लगाएंगे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होगा। 4. शॉप्स एंड एस्टैब्लिशमेंट एक्ट में रजिस्टर्ड दुकानों को छूट। कौन सी दुकानें खुलेंगी इसका अंतिम फैसला राज्य ही करेंगे।सर्विस नहीं, सिर्फ सामान बेचने की छूट सैलून, बार्बर शाॅप, रेस्टोरेंट इत्यादि छूट के दायरे में नहीं हैं। ये दुकान नहीं, सर्विस की श्रेणी में आते हैं। केंद्र ने सिर्फ सामान बेचने की छूट दी है। शराब, सिगरेट और तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर पाबंदी जारी। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से जरूरी सामान मंगवा सकते हैं। बाकी सब पर प्रतिबंध रहेगा।14 राज्यों में दुकानें खुलेंगी, लेकिन 4 राज्य अभी दुकानें खोलने के खिलाफमहाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु व चंडीगढ़ ने दुकानें नहीं खोलने का फैसला किया है। वहीं, एमपी, यूपी, दिल्ली, हिमाचल, हरियाणा, राजस्थान, छत्तीसगढ़, ओडिशा, गुजरात और कर्नाटक सहित 14 राज्यों ने हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन से बाहर दुकानें खोलने की मंजूरी दे दी। वहीं, बिहार, असम, झारखंड और पश्चिम बंगाल सहित छह राज्यों ने अभी दुकानें खोलने पर कोई फैसला नहीं किया है। केंद्र सरकार विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने मई में विशेष उड़ानें भेजेगी। 12 मजदूर पानीपत से यमुना नदी पार करके यूपी चले गए। शामली पुलिस ने इन्हें क्वारेंटाइन में रखा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Mobile, stationery and garments shops to open outside hotspot, Punjab to decide on April 30 Full Article
india news 5 जिलों में 10 जगहों से हजारों लीटर लाहन और कच्ची शराब बरामद By Published On :: Sun, 26 Apr 2020 07:40:05 GMT प्रदेश में कच्ची शराब बनानेऔर अवैध तरीके से शराब की तस्करी करने वालों पर दूसरे दिन भी छापेमारी जारी रही।पुलिस ने प्रदेश के 5 जिलों में 10 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी कर कच्ची शराब समेत लाहन भी बरामद किया है। लॉकडाउन में शराब बिक्री पर रोक है। ऐसे में कुछ माफिया इसका फायदा उठाकर जहरीली शराब बेच रहे हैं। भास्कर ने स्टिंग के माध्यम से इस मुद्दे को उठाया था, जिसके बाद से लगातार सरकार हरकत में है और पुलिस व आबकारी विभाग की टीमें विभिन्न जिलों में छापेमारी कर रही हैं।सिरसा : पीछा करते हुए भट्ठी तक पहुंचेरोड़ी थाना पुलिस ने गांव रंगा में घग्घर पुल पर एक बाइक व एक्टिवा पर सवार 4 लोगों से कैनी में भरी 10 लीटर कच्ची शराब व एक्टिवा से 2 लीटर शराब बरामद हुई। पूछताछ में इन्होंने बताया कि वे यह शराब घग्घर किनारे खेत में बनी एक ढाणी से लेकर आए हैं। इसके आधार छापेमारी करते हुए 3 हजार लीटर लाहन, 20 बैग गुड़, 25 बोतल कच्ची शराब, 6 गैस सिलिंडर, 2 भट्ठियां, 19 ड्रम बरामद किए हैं।कैथल: 7 हजार लीटर लाहन बरामदविशेष रूप से गठित टीम ने डेरा गरजा सिंह में 12 मामलों में 13 शराब तस्कर काबू किए,जिनसे 26 ड्रम व 4 प्लास्टिक टंकियों से 7 हजार लीटर लाहन और 50 बोतल हथकढ़ी शराब बरामद की गई। कई अन्य जगहों पर भी छापेमारी की है।कुरुक्षेत्र: चार शराब तस्कर पकड़ेजिले में अलग-अलग जगह से घर पर शराब निकालने के आरोप में 4 लोग पकड़े। आरोपियों से 265 लीटर लाहन व 17 बोतल शराब बरामद की। रोहटी निवासी अमरीक सिंह के घर से 230 लीटर लाहन व एक बोतल शराब बरामद की।करनाल : ट्यूब में भरी मिली अवैध शराबघरौंडा में पुलिस ने गढ़ीभरल के पास दो बाइक सवारों को 70 बोतलें अवैध देसी शराब के साथ काबू किया है। आरोपी रबड़ की ट्यूब में अवैध तरीके से शराब बेचने के लिए जा रहे थे।जींद : युवक काे दबोचाशहर थाना पुलिस ने शहर में एक युवक को शराब की 18 बोतलों के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी और उसी के आधार पर कार्रवाई की है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Thousands of liter of liquor and raw liquor recovered from 10 places in 5 districts Full Article
india news नौ दिन बाद मिला सिर्फ आटा, युवक बोला इसी से चलाओ काम By Published On :: Sun, 26 Apr 2020 23:30:00 GMT प्रशासन द्वारा लोगों तक राशन पहुंचाने दावे किए जा रहे हैं। लेकिन यह दावे सिर्फ दावे ही हैं। क्योंकि असलियत में कर्फ्यू को एक महीने से अधिक समय बीतने के बाद भी कई इलाकों में अभी तक राशन नहीं पहुंच सका है। जिसके चलते लोग परेशान है। प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों पर भी संपर्क करने पर ज्यादातर लोगों को मदद नहीं मिल पा रही। अगर कइयों तक पहुंचा तो वह भी सिर्फ नाम का ही। इसी तरह 9 दिन लंबा इंतजार करने के बाद मिलरगंज स्थित ढोलेवाल के रहने वाले वरिंदर को प्रशासन द्वारा राशन पहुंचाया गया। राशन के नाम पर सिर्फ आटे की पांच किलो की थैली दे दी गई। आटा देने आए युवक ने उसे कहा कि अभी आप इसी से काम चला लो, अगर और कोई सामान आएगा तो दे दिया जाएगा। वहीं, आठ अन्य जरूरतमंदों ने हेल्पलाइन नंबरों पर एक हफ्ता पहले संपर्क किया था। लेकिन अभी तक उन्हें सहायता नहीं मिल सकी है।एक दिन बाद राशन का दिया था आश्वासनवरिंदर के अनुसार 9 दिन पहले एसडीएम ने कहा था कि एक दिन बाद राशन मिल जाएगा। जिसके चलते वह इंतजार करता रहा। लेकिन कुछ नहीं आया। आखिर उसने कई दिन फोन मिलाया, लेकिन व्यस्त आने से बात नहीं हो सकी। शुक्रवार को दोबारा मिलाने पर किसी तरह बात हुई। फिर एसडीएम ने दोबारा पूरी डिटेल ली और बोले कि जल्द राशन आएगा। वरिंदर के अनुसार रविवार सुबह उसे फोन आया और ढोलेवाल मिलिट्री कैंप के पास बुलाया गया। वहां पर पहुंचा तो उन्होंने आटे की थैली थमा दी और चले गए। वरिंदर के मुताबिक अब अकेले आटे के साथ कैसे पेट भरे। पूरा दिन अपना पेट भरने को इंतजाम करने में ही व्यतीत हो जाता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today After nine days got only flour, the young man said, work with it Full Article
india news ईपीएफओ ने दी 3 दिन में फंड ट्रांसफर की सुविधा, 20 करोड़ जारी By Published On :: Sun, 26 Apr 2020 23:30:00 GMT कोरोना को लेकर लाॅकडाउन को 1 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। इस दौरान शहर में दूसरे राज्यों से आए हुए कामगारों को कारोबार बंद होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, दूसरी तरफ सरकारी राशन बांटने को लेकर भी चल रही पिक एंड चूज की नीति के तहत भी कामगारों को राशन के लिए जूझना पड़ा है। इस मुश्किल घड़ी में ईपीएफओ ने अंशधारकों को बड़ी राहत प्रदान करते हुए 3 दिन में फंड मुहैया कराने की सुविधा दी है।अगर पिछले 20 दिनों की बात करें तो जिला ईपीएफओ ने करीब 3100 लोगों को कोरोना काॅल में एमरजेंसी के दौरान 6 करोड़ के करीब राशि ट्रांसफर की है। इसी तरह सामान्य में ईपीएफओ से राशि निकालने वालों को करीब ₹140000000 तक की धनराशि ट्रांसफर कर दी है। इसकी पुष्टि रीजनल पीएफ कमिश्नर धीरज गुप्ता ने की है। अगर सामान्य और कोरोना के समय दी जा रही सुविधा की बात करें तो ईपीएफओ ने जिले के 7000 से ज्यादा कर्मचारियों को ₹200000000 की धनराशि ट्रांसफर कर दी है।लुधियाना की 481 इंडस्ट्री को दिया प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना का लाभरीजनल पीएफ कमिश्नर-II बृज मोहन सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत कर्मचारी और नियोक्ता की ओर से मासिक ईपीएफ के भुगतान के लिए एक योजना शुरू की है। इसके तहत ऐसे संस्थान जिसमें 100 से कम कर्मचारी हैं या 90% कर्मचारियों का वेतन ₹15000 से कम है। उनका संपूर्ण ईपीएफ यानी 12% नियोक्ता और 12% कर्मचारी के हिस्से का कुल 24%(बेसिक सैलरी का) का भुगतान अगले 3 महीने मार्च से लेकर मई तक सरकार द्वारा किया जा रहा है। इस योजना का लाभ लुधियाना के 481 संस्थानों को दिया गया है।उन्होंने बताया कि ऐसे संस्थानों द्वारा 7956 कर्मचारी को लाभ मिला है। केंद्र सरकार द्वारा संस्थानों को 1 करोड़ 21,16,019 रुपए धनराशि दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ 3 महीने तक ही दिया जा रहा है। अगर लुधियाना की बात करें तो ईपीएफओ के आंकड़ों के मुताबिक जिले में 1200 संस्थान ऐसी हैं जिनको ये लाभ मिल सकता है।जरूरत पड़ने पर ही निकाले पैसा नहीं तो ब्याज का होगा नुकसानरीजनल पीएफ कमिश्नर-II बृज मोहन सिंह ने बताया कि भले ही ईपीएफओ ने कोरोना काल में जरूरत पड़ने पर खाते में जमा फंड निकालने की सुविधा प्रदान की है लेकिन इस फंड को जरूरत के अनुसार ही समझ कर निकालें। बेवजह पैसा निकालने से उसको मिलने वाला 8 से 9% ब्याज का नुकसान होगा। कोरोना के दौरान 75 फीसदी पैसा निकालने की सुविधा दी गई है। मान लीजिए आपने 50000 रुपए निकाल लिए तो आपको साल का मिलने वाला ब्याज ₹5000 का नुकसान होगा।15 मई तक जमा करा सकते ईसीआरक्षेत्रीय आयुक्त-II सुमित सिंह ने बताया कि सरकार की तरफ से नियोक्ताओं को भी राहत प्रदान की गई है। इस कोरोना काल के दौरान नियोक्ता को 15 मई तक ईसीआर(इलेक्ट्रॉनिक चालान रसीद) की तारीख को बढ़ा दिया गया है। पहले ये तारीख 15 अप्रैल थी, इसे अब 15 मई तक कर दिया गया है।जीवन प्रमाण पत्र को लगाया ड्रॉप बॉक्सईपीएफओ की तरफ से रीजनल कार्यालय में पेंशन धारकों के लिए प्रमाण पत्र जमा कराने के लिए ड्रॉप बॉक्स की सुविधा दी है। पेंशन धारक इन ड्रॉप बॉक्स में जीवन प्रमाण पत्र डाल सकते हैं। 24 घंटे बाद ड्रॉप बॉक्स को खोल कर आए हुए जीवन प्रमाण पत्रों को अपडेट किया जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today EPFO gives fund transfer facility in 3 days, 20 crores released Full Article
india news बाइक चोरी का आरोपी डिस्चार्ज, नहीं पहुंचे परिजन By Published On :: Sun, 26 Apr 2020 23:30:00 GMT सिविल हॉस्पिटल में एडमिट सौरभ को रविवार को हॉस्पिटल की ओर से डिस्चार्ज तो कर दिया गया। लेकिन सौरभ के परिजनों के न पहुंचने के कारण वो हॉस्पिटल में ही रहा। असल में चोरी के इल्जाम लगने के कारण सौरभ को परिजनों द्वारा बेदखल किया गया है। उसे जमानत तो मिल गई है। पुलिस द्वारा परिजनों से संपर्क साधने के लिए कौंसलर पति गुरमुख सिंह मिट्ठू से बात की गई है। कौंसलर पति द्वारा परिजनों को मनाने की कोशिश की जा रही है। वहीं, रविवार को रामगढ़ भुल्लर के रियासत अली को भी सिविल हॉस्पिटल जगराओं से छुट्टी मिल गई।9577200003 पर लें चिंता से बचने के उपाएपंजाब यूथ डेवल्पमेंट बोर्ड द्वारा यूथ डेवल्पमेंट हेल्पलाइन की शुरुआत की गई है। जिससे कि युवाओं को डिप्रेशन, स्ट्रेस और चिंता से बचाने के अलावा उनकी मदद की जा सके। चेयरमैन सुखविंदर सिंह बिंद्रा ने बताया कि युवा 95772-00003 पर सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।हॉस्पिटल में योग कर रहे हैं पुलिस मुलाजिमऑनलाइन इंस्ट्रक्टर की मदद से एसएचओ अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल, एएसआई सुखदेव सिंह और कांस्टेबल प्रभजोत सिंह योग व मेडिटेशन कर रहे हैं। एसएचओ अर्शप्रीत कौर जहां डीएमसी में दाखिल हैं। वहीं, एएसआई सुखदेव सिंह एसपीएस हॉस्पिटल में और कांस्टेबल प्रभजोत सिंह सिविल हॉस्पिटल फिरोजपुर में दाखिल हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Bike theft accused discharged, family not reached Full Article
india news हाथ धोने से सेनेटाइजेशन तक का काम पैरों से करेंगे पुलिस मुलाजिम By Published On :: Sun, 26 Apr 2020 23:30:00 GMT पुलिस मुलाजिमों के घरों व थानों में हाथ धोने से लेकर सेनेटाइज करने तक का काम अब हाथों की बजाए पैरों से किया जाएगा। क्योंकि पुलिस द्वारा नई मशीनें लगवाई गई हैं, जिनकी वर्किंग पैरों से होती है। ऐसे में नल को हाथ लगाकर इंफेक्टेड होने की परेशानी खत्म हो गई। इन्हें कोरोना वायरस के प्रकोप के दौरान ही नहीं, बल्कि इसके बाद भी नाकों पर इस्तेमाल किया जाएगा। आकंड़ों की बात करें तो कोरोना के दौरान ड्यूटी दे रहे एसीपी शहीद हुए, एसएचओ पाॅजिटिव आए और 130 के करीब मुलाजिमों को होम क्वारेंटाइन किया गया।जोकि इंफेक्टेड शख्स के संपर्क में या फिर उनके द्वारा इस्तेमाल की चीजों के संपर्क में आकर इस बीमारी का शिकार हुए हैं। इसी वजह से इस आधुनिक सिस्टम का इस्तेमाल करके लुधियाना पुलिस के 4500 से ज्यादा मुलाजिमों को इससे बचाने की कवायद की जा रही है। बतां दे कि दैनिक भास्कर की टीम ने मुलाजिमों सेफ्टी से खिलवाड़ का रियलिटी चक किया था, जिसके बाद पुलिस-प्रशासन ने इस सिस्टम की शुरूआत की है।जहां पब्लिक का ज्यादा आना जाना वहां लग रही मशीनअभी तक पुलिस लाइन और सीपी दफ्तर में कुल 6 मशीनें लगाई गई हैं। जिसे पानी, सेनेटाइजर और हैंडवाॅश शेंपू के साथ पाइप से जोड़ा गया है। इन तीनों चीजों को चलाने के लिए पैर में लगे एंगल की मदद ली गई है। इन्हें टाॅयलेट और बाकी की जगहों पर सेट किया गया है। इनकी टंकियों में फिलिंग के िलए हैंडवाॅश शैंपू और पानी की सुविधा प्राॅपर दी गई है। फिलहाल इन मशीनों को थानों और उन जगहों पर लगाया जा रहा है, जहां पब्लिक का ज्यादा आना जाना होगा।पुलिस लाइन में बनी मेडिकल शाॅप, फ्री मिलेगा सामानपुलिस अधिकारियों मुलाजिमों की सेफ्टी के लिए सेनेटाइजर व ग्लब्स देने के लिए पुलिस लाइन में मिनी मेडिकल शाॅप खोली है। जहां से सुबह ड्यूटी जाते और शाम को ड्यूटी से घर जाते हुए मुलाजिम वहां से सेफ्टी किट का कोई भी सामान ले सकते हैं। जोकि निशुल्क है। ये सुविधा नाकों पर भी मुलाजिमों को दी जा रही है। इसके अलावा नाकों पर ही उन्हें विटामिन और उनकी बीमारी से संबंधित दवाइयां दी जा रही हैं, ताकि उन्हें कोई दिक्कत परेशानी न आए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Police will work with feet from washing hands to sanitization Full Article
india news दो वॉर्डों में राशन न मिलने से सड़कों पर उतरे जरूरतमंद By Published On :: Sun, 26 Apr 2020 23:30:00 GMT शहर में सरकारी राशन बांटने को लेकर सियासी रोटियां सेकी जा रही हैं, इसका खुलासा दैनिक भास्कर पहले ही कर चुका है और ये भी बताया जा चुका है कि आने वाले समय में भी हालात ऐसे ही रहेंगे। वहीं 3 मई के बाद लाॅकडाउन बढ़ता है तो लोग सड़कों पर उतरना शुरू हो जाएंगे। लेकिन उससे पहले ही नतीजा सामने आ चुका है। पिछले 2 दिनों से कई इलाकों में लोग भूख से परेशान होकर लाॅकडाउन तोड़ धरना-प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरने लगे हैं।रविवार को 2 वाॅर्डों में जरूरतमंद लोग सरकारी राशन न मिलने से सड़कों पर आए और वाॅर्ड कौंसलर के खिलाफ भी धरना दे दिया। इतना ही नहीं दो दिन पहले भी मामला उठने पर फूड एंड सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशू ने नई व्यवस्था बनाई। जिसके तहत हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने पर जरूरतमंदों को संबंधित इलाके के थाने का नंबर दिया जाएगा और फिर थाने से जरूरतमंदों को राशन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई। लेकिन फिर भी स्थिति ज्यों की त्यों है।राशन बांटने के दावों की मुंह चिढ़ाती तस्वीरवाॅर्ड नंबर एक और दो के बीच आते कुछ प्रवासी मजदूरों ने राशन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया, लेकिन प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों को वाॅर्ड 2 के कौंसलर गुरमेल सिंह ने मौके पर जाकर समझाया। उनके पास मौजूद निजी राशन जो एनजीओ और सहयोगियों के जरिए इकट्ठा किया था वह बांट कर शांत किया। इसी तरह गत दिवस डाबा रोड पर निर्मल पैलेस के आगे प्रवासी मजदूर राशन को लेकर सड़क पर उतर आए थे और यहां तक आरोप लगा रहे थे कि 15 दिन से परेशान हैं। उन तक प्रशासन की तरफ से कोई राशन नहीं पहुंचाया जा रहा। लेकिन पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाकर घर भेज दिया था।काराबारा चौक : राशन खत्म तो हुए मजबूरवहीं,वाॅर्ड नंबर 87 में लगा। वहां पर कराबारा चौक में पब्लिक सड़क पर उतर आई। इनमें ज्यादातर लोग रोजाना कमा कर खाने वाले और फैक्ट्री वर्कर थे। इनके घरों में अब राशन खत्म हो चुका है। वाॅर्ड नंबर 87 के धरनाकर्मियों ने सड़क पर उतर कर ये आरोप लगाए हैं कि इलाका काउंसलर रात के समय चहेतों को राशन दे देता है लेकिन उन्हें राशन नहीं पहुंचा रहा है, जब भी वे उनके पास राशन मांगने जाते हैं तो नीले कार्ड का राशन आने की बात कहकर वापस भेज दिया जाता है।इससे परेशान होकर दिन-ब-दिन परेशानी झेल रहे प्रवासियों ने रास्ता यहीं अपनाया की वह लाॅकडाउन और कर्फ्यू के दौरान सरकार के खिलाफ पिक एंड चूज की नीति अपनाए जाने को लेकर प्रदर्शन करेंगे। इसी के तहत कारबारा चौक पर पार्षद के खिलाफ धरना देने उतर गए।सुबह से लेकर रात तक नहीं मिलता 1905प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार ने अपने से पल्ला झाड़ने के लिए 1905 नंबर जारी किया है और सभी को ये कह रहे हैं कि इस पर कॉल करें आपको राशन मिल जाएगा। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सुबह से लेकर रात तक लगातार इस नंबर पर फोन करते हैं लेकिन ये फोन लगता ही नहीं है। उनका आरोप है कि राशन ना देने का बहाना करते हुए सरकार ने उन्हें बेवकूफ बनाने को ये नया रास्ता ढूंढ लिया है। इतना ही नहीं मंत्री आशू की तरफ से बनाई गई नई व्यवस्था के तहत पुलिस थानों से भी राशन नहीं मिल पा रहा है।शासन प्रशासन की ओर से नई-नई व्यवस्था बनाई जाती हैं लेकिन जरूरतमंदों का उससे कोई भला नहीं होता है। उनका कहना है कि वे अब सड़कों पर बता रहे हैं कि उन्हें राशन की जरूरत है। इसके बावजूद भी उन तक राशन क्यों नहीं पहुंचाया जा रहा है।राशन के लिए यहां करें कॉलसरकारी राशन के लिए जरूरतमंद 9115601159, 9115601160, 9115601161, 0161-2776019, 0161-2776020, 0161-2776021, 0161-2776022 पर संपर्क करें। इन नंबरों पर संपर्क करने के बाद संबंधित थाने का नंबर दिया जाएगा। जिसके बाद उक्त नंबर पर फोन कर ज़रुरतमंद थाने जाकर राशन ले सकेगा। इलाके में धरना देने वाले ज्यादातर नीले कार्ड धारक हैं। जल्द ही नीले कार्ड धारकों को राशन बांटना शुरू हो जाएगा। बिना नीले कार्ड वालों को सरकारी राशन पहल के आधार पर पहुंचाई जा रही है। -हंसरात सिंह, कौंसलर पति, वाॅर्ड 87 Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Due to lack of ration in two wards, the needy landed on the streets Full Article
india news हाथ धोने से सेनेटाइजेशन तक का काम पैरों से करेगी पुलिस By Published On :: Sun, 26 Apr 2020 23:30:00 GMT पुलिस मुलाजिमों के घरों व थानों में हाथ धोने से लेकर सेनेटाइज करने तक का काम अब हाथों की बजाए पैरों से किया जाएगा। क्योंकि पुलिस द्वारा नई मशीनें लगवाई गई हैं, जिनकी वर्किंग पैरों से होती है। एेसे में नल को हाथ लगाकर इंफेक्टेड होने की परेशानी खत्म हो गई।पुलिस लाइन और सीपी दफ्तर में कुल 6 मशीनें लगाई गई हैं। जिसे पानी, सेनेटाइजर और हैंडवाॅश शेंपू के साथ पाइप के जरिए जोड़ा गया है। इसमें कहीं भी कुछ भी चलाने के लिए हाथ लगाने की जरूरत नहीं है। इन मशीनों को थानों और उन जगहों पर लगाया जा रहा है, जहां पब्लिक का ज्यादा आना जाना होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Police will work with feet from washing hands to sanitization Full Article
india news लुधियाना की 12 कंपनियों ने शुरू किया पीपीई किट बनाने का काम, 216 करोड़ रुपए की करीब 9 लाख किट्स का ऑर्डर By Published On :: Sun, 26 Apr 2020 23:30:00 GMT (वैवस्वत वेंकट)उत्तर भारत की सबसे बड़ी इंडस्ट्रियल सिटी लुधियाना की 12 कंपनियों ने पीपीई किट का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। अब तक इन्हें केंद्र व राज्यों सरकारों की ओर से 216 करोड़ रुपए की करीब 9 लाख पीपीई किट बनाने का ऑर्डर मिल चुका है। पंजाब में 17 कंपनियों को पीपीई किट बनाने की मंजूरी मिली है। इनमें 15 लुधियाना की हैं। यहां की 3 कंपनियों का एन-95 मास्क बनाने की भी मंजूरी मिल चुकी है। इन्हें भी जल्द ही केंद्र से ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। वहीं, लुधियाना की ही 100 से अधिक कंपनियां ने पीपीई किट बनाने की मंजूरी को आवेदन किया हुआ है।मेक इन इंडिया, मेक इन पंजाबटेक्सटाइल, होजरी, साइकिल, ऑटो पाट्र्स जैसे उद्योगों में अपना वर्चस्व स्थापित करने के बाद लुधियाना की इडस्ट्री कोरोना के खिलाफ जंग में बेहद जरूरी उपकरण बनाने में आगे आई है। मेक इन पंजाब, मेक इन इंडिया के दिशा में यह एक क्रांतिकारी कदम साबित हो सकता है। गौर हो कि पीपीई किट री-यूज़ेबल और सिंगल यूज, दो तरह की होती हैं। इनकी कीमत 400 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक है।चुनौती को पूरी टीम जुटीयह एक बड़ी चुनौती थी, हमने इसे स्वीकर कर काम शुरू किया। पहले रैपिड रिस्पांस टीम तैयार की फिर फैक्ट्री के अंदर एक वॉर रूम बनाया। अलग तरह के एनओसी लिए और रॉ मैटेरियल जुटाया। फिर परमिशन ली। अब टीम ऑर्डर पूरा करने में जुटी है।-अमित जैन, एमडी शिंगोरा टेक्सटाइल्स लि.किफायती दामों पर बनाएंगेमेरी डॉक्टर चाची ने प्रोटेक्शन किट्स के बारे में बताया तो फैसला किया की हम इसे तैयार करेंगे। पहले इंडस्ट्री की सारी वर्किंग पॉइंट बदली। वर्कर्स के लिए प्रोटेक्शन गियर, सेनिटाइज प्राथमिकता रही। हमारी लगातार आरएनडी चल रही है और हम पीपीई सूट्स पर फोकस रखेंगे।-वरुण मित्तल, डायरेक्टर कुडु निट प्रोसेस प्रा. लि.15 कंपनियां लुधियाना कींलुधियाना की 15 कंपनियों को पीपीई किट्स बनाने की मंजूरी मिली है। पंजाब में लुधियाना की ही सबसे अधिक कंपनियों को इन्हें बनाने की मंजूरी मिली है। कई और कंपनियों ने भी आवेदन दिए हैं। आने वाले दिनों में इन्हें भी परमिशन मिलेगी और ऑर्डर भी सरकार द्वारा दिए जाएंगे।- महेश खन्ना , जनरल मैनेजर जिला इंडस्ट्री सेंटरसरकार साथ दे तो इंडस्ट्री के लिए कुछ भी असंभव नहीं हैसरकार साथ दे तो इंडस्ट्री के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। कहां ब्लैंकेट्स और फैब्रिक्स और कहां पीपीई किट्स का उत्पादन। हम ऐसे बदलाव को तैयार नहीं थे। यह बड़ी चुनौती थी, जिसे हमने स्वीकार किया। सरकार इसी तरह साथ दे तो इंडस्ट्री के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। - रमेश जगोता,एमडी, यंग मैन वूलन मिल्सलुधियाना की इन चुनिंदा 12 कंपनियों को पीपीई किट्स के ऑर्डर मिले कंपनी पीपीई किट्स स्वामी टेक्सटाइल्स 1 लाख शिवा टेक्सटाइल्स 1 लाख वर्सेटाइल 1 लाख एवरशाइन इम्पेक्स 2.5 लाख शिंगोरा टेक्सटाइल्स 1 लाख कुड्डु नीट प्रोसेस प्रा. ली 50,000 यंग मैन 50,000 आईरिस निटवेयर्स 50,000 स्वैन इंडस्ट्री 50,000 ग्रैंडवे इंकॉर्पोरेटेड 10,000 यू वी एंड डबलू 10,000 अभिनव इम्पेक्स 10,000 Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 12 companies of Ludhiana started manufacturing PPE kits, order of 9 lakh kits worth Rs 216 crore Full Article
india news कोरोना के सस्पेक्टेड मरीजों को करा रहे डांस By Published On :: Mon, 27 Apr 2020 23:30:00 GMT नोवल कोरोना वायरस के सस्पेक्टेड केसेस में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बीमारी के डर के कारण लोग सामने आने से भी डर रहे हैं। लेकिन सेहत विभाग द्वारा भी लगातार खांसी, जुकाम और सांस में शिकायत वाले मरीजों को नजदीकी सेहत केंद्र में जाकर जांच करवाने की अपील की जा रही है। हालांकि कुछ मरीजों द्वारा चौकसी दिखाते हुए सिविल हॉस्पिटल पहुंच कर जांच करवाई जा रही है। ऐसे सस्पेक्टेड मरीजों का हौसला बढ़ाने और मरीजों का मनोरंजन के लिए सिविल हॉस्पिटल के स्टाफ मेंबर्स एक अच्छी पहल कर रहे हैं।हॉस्पिटल में आने वाले सस्पेक्टेड मरीजों की देखभाल तो कर ही रहे हैं। साथ ही मनोरंजन भी कर रहे हैं जिससे कि सस्पेक्टेड मरीज चिंता में न आएं। क्लास फोर मुलाजिम राज कुमार हैप्पी ने कहा कि सोशल मीडिया पर कई दूसरे हॉस्पिटल्स की वीडियो देखने के बाद सिविल हॉस्पिटल लुधियाना में भी इसी तरह एक्टिविटी करने के बारे में ख्याल आया।रोजाना आधे घंटे मरीजों को डांस और गाने की एक्टिविटीज करवाई जाती है। जिसमें सभी मरीज भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। इसमें स्टाफ नर्स और क्लास फोर मुलाजिम हिस्सा लेते हैं। जोकि आइसोलेशन वॉर्ड में दाखिल सस्पेक्टेड मरीजों को डांस भी करवाते हैं। इसमें मरीज भी पूरी दिलचस्पी से हिस्सा ले रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Dance performed to suspected patients of Corona Full Article
india news लॉकडाउन के 35 दिनों बाद भी राशन बांटने का नहीं हुआ उचित प्रबंध By Published On :: Mon, 27 Apr 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन के 35 दिनों के बाद भी सरकार और जिला प्रशासन की ओर से सरकारी राशन बांटने को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया जा सका है। इसी के चलते कई जरूरतमंद राशन न मिलने से सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गए हैं या फिर पलायन कर रहे हैं। वहीं, अन्न का भंडारण बताने वाले खाद्य आपूर्ति विभाग की कथनी और करनी में भी जमीन-आसमान का अंतर दिखने लगा है।खाद्य आपूर्ति विभाग दावा कर रहा है कि शहर में रोजाना 10000 जरूरतमंदों को सरकारी राशन पहुंचाया जा रहा है। वहीं, हेल्पलाइनों पर कॉल करने पर संबंधित थानों की ओर से जरूरतमंदों को राशन दिया जा रहा है। वहीं, एडीसीपी हरीश कुमार के मुताबिक हेल्पलाइन नंबर 1905 पर रोजाना 7000 से 10000 कॉल आने और लुधियाना के 30 थानों के जरिए 4000 लोगों को राशन बांटने का भी दावा किया जा रहा है। इन दावों के उलट प्रदर्शन की तस्वीरें ये सच्चाई बयां कर रही हैं कि शहर में आखिर किन जरूरतमंदों को राशन पहुंचाया जा रहा है। जबकि जरूरतमंद भुखमरी के चलते सड़कों पर रोजाना धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले 3 दिन से लगातार अलग-अलग इलाकों में राशन न मिलने से परेशान होकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं।वॉर्ड 30 : लोगों ने दूसरी बार किया प्रदर्शनविपक्ष के नेता पहले ही आरोप लगा चुके हैं कि सत्ताधारियों की ओर से पिक एंड चूज की नीति अपनाई जा रही है। सरकार के हारे हुए नेताओं, विधायकों, सत्ताधारी पार्षद जैसे कई सत्ताधारियों के नजदीकियों के द्वारा सरकारी राशन बंटवाया जा रहा है। वहीं, विपक्ष के जिस नेता ने इलेक्शन लड़कर पार्षद की सीट हासिल की उसके लिए जरूरतमंदों की भूख भारी पड़ने लगी है। निगम वॉर्ड नंबर-30 के शिअद पार्षद जसपाल सिंह ग्यासपुरा के इलाके में भारी संख्या में लेबर और प्रवासी लोग रहते हैं। ये दूसरी बार हुआ कि लेबर और प्रवासी जरूरतमंदों ने पार्षद का दफ्तर घेरा है। सोमवार को भारी संख्या में राशन की मांग को लेकर जरूरतमंद पार्षद के दफ्तर के बाहर पहुंच गए।ऐसे में जब पार्षद अपनी गाड़ी से वहां पहुंचे तो नौबत तोड़फोड़ तक की आ गई थी। लेकिन पार्षद ने लोगों समझाया और बताया कि पंजाब सरकार ने उन्हें कुछ देने से मना कर दिया है।1905 नंबर पर ही राशन मिलेगा। इसके अलावा जिला प्रशासन के भी हेल्पलाइन नंबर हैं वहां कॉल करके अपना एड्रेस बताएं राशन पहुंचेगा। प्रदर्शनकारियों ने पार्षद के समक्ष ही यहां तक कहा कि वे पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन और 1905 पर कॉल कर रहे हैं लेकिन आज तक उनके पास राशन नहीं पहुंचा है। पार्षद ने अपने पास से राशन देकर आश्वासन दिया कि वे सरकार से इस संबंध में बात करेंगे और प्रधानमंत्री तक भी जरूरतमंदों की शिकायत पहुंचाएंगे।वॉर्ड 02 : लाइव होकर सुनाई अपनी व्यथानिगम वॉर्ड-2 के अधीन आती गोल्डन विहार कॉलोनी के निवासियों ने सोशल मीडिया पर लाइव होकर अपनी व्यथा सुनाई। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक के लोगों द्वारा चहेतों को तो राशन रात में बांटा जा रहा है जबकि बाकी लोगों को राशन नहीं दिया जा रहा है। आरोप लगाया कि वोट मांगते समय तो घर-घर हाथ जोड़ते रहे आज मुश्किल की घड़ी में सिर्फ चहेतों को ही राशन क्यों बांटा जा रहा है। अब इस मुश्किल घड़ी में वे लोग कहां जाएं। गोल्डन बिहार के निवासियों ने मांग की है कि प्रशासन इलाके में आकर लोगों की समस्याएं जाने और उन तक राशन पहुंचाए। वहीं सत्ताधारी नेताओं को उन्होंने चेतावनी दी कि आज अगर वह वोट बैंक की नीति के तहत ऐसा कर रहे हैं तो अगले चुनावों में उन्हें इसका नतीजा भुगतना पड़ेगा।वहीं, जनकपुरी में भी सरकारी राशन न मिलने से लोग गलियों में निकल आए और नारे लगाने लगे। पुलिस को जब इस बारे में सूचना मिली तो पहले सभी को घरों में वापस जाने को कहा गया लेकिन न मानने पर पुलिस ने सभी को खदेड़ दिया। लोगों का कहना है कि प्रशासन अगर राशन की व्यवस्था नहीं कर सकता है तो हमें हमारे घरों में वापस जाने का प्रबंध करा दें जिससे हम अपने घरों को ही लौट जाएं। सूची दिए 20 दिन बीतेअब तक एक पैकेट राशन भी नहीं पहुंचामजदूर यूनियन के नेता कामरेड हरि सिंह साहनी ने 20 दिन पहले निगम कमिश्नर को करीब 3500 दिहाड़ीदारों की लिस्ट भेजी थी। इसके अलावा उन्होंने कुल 10000 लोगों की सूची तैयार की जिन्हें राशन की जरूरत है। अब निगम कमिश्नर की तरफ से उन्हें ये कह दिया गया है कि जरूरतमंद अब 1905 पर कॉल करें। जोनल कमिश्नर से बात की तो उन्होंने प्रशासन के हेल्पलाइन नंबर दिए, लेकिन आज तक एक भी पैकेट किसी के पास नहीं पहुंचा है।कांग्रेस पक्षपात का रवैया अपना रही : सुनीता शर्मानिगम में विपक्ष की भाजपा नेता सुनीता शर्मा ने कहा की कांग्रेस इस विषम परिस्थितियों में भी गंदी राजनीति से बाज नहीं आ रही। एक तरफ ्रधानमंत्री राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर हर प्रदेश को हर संभव सहायता दे रहे। वहीं, प्रदेश में कांग्रेस पक्षपात का रवैया अपना कर भोली भाली जनता को परेशान कर रही है। लुधियाना में कांग्रेस के विधायक व प्रशासन जरूरतमंदों को सरकारी राशन पहुंचाने का पुख्ता सिस्टम नहीं बन पा रहे हैं।कांग्रेसी जरूरतमंदों को वोटों के चश्मे से देख रहे : सिक्काहैबोवाल से भाजपा के पार्षद पति रोहित सिक्का ने कहा की सरकारी दावे भले ही कुछ हों, हकीकत में सरकारी राशन के वितरण में भेदभाव हो रहा है। जरूरतमंद लोगों को वोटों के चश्मे से देखा जा रहे है। उन्होंने कांग्रेस के विधायक व जिला प्रशासन पर आरोप लगाया की हमारे दफ्तरों का इस्तेमाल करके हमें बोला जाता है कि आप गरीब लोगों के आधार कार्ड इक्क्ठे करो। मगर जब हम आधार कार्ड लेकर आते हैं तो उन तक राशन नहीं पहुंचता। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Even after 35 days of lockdown, there was no proper arrangement for distribution of ration Full Article
india news खन्ना में स्कैनिंग सेंटर के बाहर गिरी 7 महीने की गर्भवती By Published On :: Mon, 27 Apr 2020 23:30:00 GMT जीटी रोड पर स्कैन सेंटर में स्कैन के लिए आई सात महीने की गर्भवती चक्कर खाकर गिर गई। महिला को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया है। महिला की पहचान फतेहगढ़ साहिब के खमाणों के गांव बड़ला की सुनीता के रूप में हुई। महिला के पति रंजीत सिंह ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ खन्ना में स्कैन करवाने आए थे। उसकी पत्नी पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर की मरीज थी। इसकी दवा भी चल रही थी।सोमवार सुबह वो लोग खन्ना में स्कैन सेंटर पर आए थे तो जैसे ही वह लोग स्कैन करवाने के बाद वहां से निकले तो उसकी पत्नी का ब्लड प्रेशर बढ़ गया और वो चक्कर खाकर वहीं गिर गई। उसे सिविल अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। लाश को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article