india news कृषि विभाग से टेंडर नहीं होने के कारण लगातार दूसरे साल किसानों को अनुदान पर नहीं मिलेगा मूंग व ढैंचा का बीज By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT जिले के किसानों को लगातार दूसरे साल हरी चादर योजना का लाभ नहीं मिलेगा। किसान खेतों में मूंग व ढैंचा की खेती नहीं कर सकेंगे। कृषि विभाग द्वारा टेंडर नहीं किए जाने के कारण अनुदानित दर पर मूंग व ढैंचा का बीज अनुदानित दर पर नहीं मिलेगा। कृषि विभाग इसके लिए पिछले साल लोकसभा चुनाव तो इस वर्ष कोरोना को जिम्मदार बता रहा है। जबकि किसान इसे कृषि विभाग की लापरवाही या उदासीनता बता रहे हैं। बहरहाल कृषि विबाग की लापरवाही के कारण मूंग व ढ़ैंचा की खेती की आस लगाए किसान निराश हैं। किसानों की आर्थिक तरक्की के लिए सरकार व कृषि विभाग कई योजनाएं चला रही है। कृषि रोड मैप के तहत कृषि विभाग कम लागत में अच्छी उपज के लिए किसानों को जागरूक कर रही है। वैज्ञानिक तरीके से खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। किसानों को अनुदानित दरों पर बीज देकर उन्हें आर्थिक मदद कर रही है। हरी चादर योजना भी सरकार व कृषि विभाग की एक महत्वाकांक्षी योजना है। लेकिन यह महत्वकांक्षी योजना कृषि विभाग की उदासीनता व कोरोना महामारी को लेकर हुए लॉकडाउन के कारण इस साल सफलीभूत नही हो रहा है। मूंग की खेती के पश्चात व ढैंचा की खड़ी फसल को खेतों में दबा दिया जाता है। जो सड़ कर उत्तम खाद बन जाता है। इससे खेतों की उर्वरा शक्ति में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है। किसानों को हरी चादर योजना के तहत मूंग के बीज पर 80 प्रतिशत व ढैंचा के बीज पर 90 प्रतिशत अनुदान मिलता था।यह है योजना | हरी चादर योजना रबी फसलों की कटनी के बाद खाली खेतों में किसानों को मूंग व ढैंचा के बीज अनुदानित दरों पर उपलब्ध कराया जाता है। ताकि किसान अपने खेतों में ढैंचा व मूंग की बुआई कर सके। विभाग द्वारा जिले के 2234 हेक्टयेर में मूंग की खेती कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। वहीं 2914 हेक्टयेर में ढैंचा की खेती की भी योजना थी। कृषि विभाग 2234 हेक्टेयर के लिए 447 क्विंटल मूंग का बीज व 2914 हेक्टेयर के लिए 583 क्विंटल ढैंचा बीज उपलब्ध कराने के लिए सरकार को भेज दिया था।लॉकडाउन के कारण टेंडर नहीं होने से किसानों को अनुदानित दर पर मूंग व ढैंचा का बीज उपलब्ध नहीं कराया जा सका है।डॉ. ओंकारनाथ सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी, पूर्वी चंपारण Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news माड़ीपुर मिलिक के भदोही चौक पर आग लगने से 5 दुकानें जलकर राख By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT प्रखंड क्षेत्र के सवंगिया पंचायत की माड़ीपुर मिलिक के भदोही चौक पर शुक्रवार की देर रात अचानक आग लगने से पांच दुकानें जल गई। मुखिया भाग्यमति देवी ने बताया कि धुआ और आग की लपटों को देखकर ग्रामीण अग्निशामक दस्ता को इसकी इसकी सूचना दिए तथा आग पर काबू पाने के लिए पानी का छिड़काव करने लगे। मौके पर पहुंचे अग्निशामक कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने से लगभग पांच लाख की संपत्ति का नुकसान हुआ है। आग की लपटों ने अमलेश चौधरी की दुकान, राजेश्वर ठाकुर का सैलून, रामेश्वर पटेल का किराना और भूजा दुकान, सलीम मियां का पान और किराना दुकान, अलाउद्दीन मियां का चिकेन शॉप जल गया है।इधर, अगलगी में तीन घर जलेचकिया | थाना क्षेत्र के शीतलपुर पंचायत की हताहर पुर टोला वार्ड 15 में आग लगने से तीन घर जल गया। घटना शनिवार दोपहर की है। अगलगी की घटना में राजकुमार गिरी का एक घर व भसौली जल गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today वार्ड-15 में अगलगी का नजारा। Full Article
india news अधिकारी बोले : अत्यधिक गर्मी व नमी के मौसम में 1 से 15 साल के बच्चे अधिक प्रभावित होते हैं By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT लक्ष्मीपुर लक्ष्मणवा पंचायत के वार्ड नंबर 7 व 10 के अनुसूचित जाति बस्ती में शनिवार को मस्तिष्क ज्वर व चमकी बुखार पर चौपाल का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया गया। अधिकारियों ने कहा कि मस्तिष्क ज्वर एक गंभीर बीमारी है। जिसका इलाज समय से होने के बाद यह ठीक हो सकता है। अत्यधिक गर्मी व नमी के मौसम में यह बीमारी फैलती है। एक से पंद्रह वर्ष तक के बच्चे इस बीमारी से ज्यादा प्रभावित होते हैं। इस बीमारी में सर दर्द, तेज बुखार का आना, जिसका पांच से सात दिनों से ज्यादा रहना, अर्ध्द चेतना व मरीज में पहचानने की क्षमता नखो देना आदि है। इसके अलावे भ्रम की स्थिति में होना, बच्चे का बेहोश हो जाना। शरीर में चमकी होना अथवा हाथ पैर में थरथराहट होना। पूरे शरीर या किसी खास अंग में लकवा मार देना या हाथ पैर का अकड़ जाना। यह मस्तिष्क ज्वर व चमकी बुखार की लक्षण है।रोगी के अभिभावक क्या नहीं करेंबच्चे को खाली पेट लीची ना खिलाएं। बच्चे को कंबल या गर्म कपड़ों में ना लपेटें। बच्चे की नाक बंद नहीं करें। बेहोशी की अवस्था में बच्चे के मुंह से कुछ ना दें। मौके पर यूनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक सतीश कुमार शाही, महिला पर्यवेक्षिका सुनीता कुमारी विकास मित्र उमाशंकर राम, केयर के राजीव रंजन, संतोष कुमार, एएनएम रीता कुमारी सभी आशा सेविकाएं व ग्रामीण महिला एवं पुरुष उपस्थित थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today चमकी बुखार से जागरूकता को लेकर लगे चौपाल में उपस्थित लोग। Full Article
india news ठाणे से मोतिहारी आने के लिए देना पड़ा 745 रुपए का किराया By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT मुंबई के ठाणे से शुक्रवार की देर रात मोतिहारी आए श्रमिकों का सफर बेहद दुखदायी रहा। रास्ते में श्रमिकों को न तो ठीक से खाना मिला न पानी। उन्हें ट्रेन में सफर करने के लिए टिकट भी कटाना पड़ा था। जबकि सरकार उन्हें मुफ्त में लाने की बात कह रही है। 1830 किमी के 31 घंटे का सफर कुछ श्रमिकों के लिए ब्रेड अचार पर तो कुछ का खिचड़ी पर ही कट गया। पटना के हरेंद्र कुमार ने बताया कि थाणे से माेतिहारी आने के लिए 745 रुपए का ट्रेन का किराया देना पड़ा। उसने 745 रुपए का टिकट कटाया। बताया गया कि इसमें सुपरफास्ट एवं खाने की सुविधा मिलेगी। उन्हें ठीक से पानी तक नहीं मिला। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news सीओ ने कहा- किसके आदेश से गए पीएचसी,मजदूर बोले- आदेश पता था इसलिए क्वारेंटाइन होने आए By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT बंजरिया अंचल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। प्रधान सचिव समेत डीएम के निर्देश के बावजूद हैदराबाद से शनिवार को बंजरिया पीएचसी पहुंचे 8 लोगों को अंचल प्रशासन ने क्वारेंटाइन नहीं किया। उल्टे सीओ ने सवाल दागते हुए कहा कि मजदूर किसके आदेश से पीएचसी गए। इधर मजदूरों ने कहा कि प्रशासनिक आदेश की जानकारी के बाद उन्होंने स्वयं जाकर स्क्रीनिंग कराना जरूरी समझा। इस दौरान मजदूर 5 घंटे तक क्वारेंटाइन सेंटर ले जाए जाने के लिए बैठे रहे। अंतत: थक हार कर अपने घर चले गए। प्रखंड प्रशासन की इस लापरवाही से प्रवासी मजदूर के गांव वाले डरे हुए है। घर जाने के बाद गांव के लोगो मे कई तरह आशंकाएं फैल गई है। यह स्थिति तब है जब प्रखंड के जटवा में 3 कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिले है। बाबजूद इसके अंचल प्रशासन सजग नही हो पाई है।बताते चले कि प्रखंड के अजगरी पंचायत के 8 मजदूर गुरुवार को किराए की बस रिजर्व कर हैदराबाद से बंजरिया पीएचसी पहुंचे। पीएचसी के चिकित्सको ने उनकी स्क्रिनिग कर क्वारेंटाइन सेंटर जाने का निर्देश दे दिया। परंतु वह बैठे रहे लेकिन अंचल प्रशासन उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर नहीं ले गया। अंतत: थक हार कर सभी अपने-अपने घर चले गए।ग्रामीण बोले- कोई पॉजिटिव मिला तो ये लापरवाही होगीमजदूरों ने बताया प्रति व्यक्ति 11 हजार रुपया किराया देकर 3 दिन व रात लगातार यात्रा कर वह मोतिहारी पहुंचे। बस उनको छोड़ कर वापस चली गई, लेकिन पहुंचने पर प्रशासन का रवैया बिल्कुल विपरित देख हम दंग गए। इससे बेहतर तो वहीं थे जहां हम थे। सीओ मणी कुमार वर्मा से पूछने पर बताया कि वे जिस गाड़ी से आए हंै उसी गाड़ी से मोखलिशपुर उच्च विद्यालय में जाए। उनके लिए कोई गाड़ी की व्यवस्था नहीं हो सकती है। सीओ ने मजदूरों के पीएचसी जाने पर हीं सवाल खड़ा कर दिया कि वह किसकी अनुमति से पीएचसी में गए। इधर मजदूरों के कहा कि सरकारी आदेश की जानकारी होने के बाद उन्होंने स्वयं पीएचसी जाकर स्क्रीनिंग कराना जरूरी समझा। वहीं ग्रामीण बताते हंै कि प्रशासन के लोगों को इन्हें क्वारेंटाइन करना चाहिए। यदि नहीं करते तो यह उनकी लापरवाही मानी जाएगी। गांव में तो आ गए हैं, लेकिन ये किनके सम्पर्क में आएंगे, कौन संक्रमित होगा कुछ भी पता नहीं।जिले के 81 क्वारेंटाइन सेंटरों पर बनानी होगी विधि-व्यवस्थामोतिहारी|जिले में बने कई प्रखंड स्तरीय क्वारेंटाइन सेंटर पर विधि व्यवस्था में मिलने वाली को कोताही को लेकर जिला प्रशासन ने इसे चुस्त दुरूस्त बनाने का निर्देश दिया है। इसके लिए सबी एसडीएम को जांच करने का भी निर्देश दिया गया है। क्वारेटाइन सेंटर पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों व दंडाधिकारियों को हर हाम में विधि व्यवस्था को बनाए रखने को कहा गया है। जिले के सभी प्रखंडो में बनाए गए 81 क्वारेंटाइन सेंटर पर सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पर्याप्त संख्या में पदाधिकारी व दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। डीएम शीर्षत कपिल अशोक व एसपी ने संयुक्त निर्देश जारी कर कहा है कि क्वारेंटाइन सेंटर पर किसी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी तथा गड़बड़ी करने वाले पदाधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने क्वारेंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासी मजदूरों को हर हाल में क्वारेंटाइन सेंटर में रहने का सख्त निर्देश दिया है। साथ ही नियमों का उल्लंघन करने वाले मजदूरों पर कड़ी कार्रवाई करने निर्देश जारी किया है। इसके मद्यनजर प्रत्येक एसडीओ तथा एसडीपीओ को प्रतिदिन कम से कम दो क्वारेंटाइन सेंटर के जांच की जिम्मेवारी सौपी गई है तथा उसका रिपोर्ट आपदा प्रबंधन विभाग व गोपनीय शाखा को देने के लिए निदेशित किया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बस लेकर हैदराबाद से सीधे बंजरिया पीएचसी पहुंचे अधिकारियों के इंतजार में बाहर खड़े मजदूर। Full Article
india news क्वारान्टीन सेंटर में लुंगी के नाम पर दिया जा रहा कपड़े का टुकड़ा By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT चौगाई प्लस टू हाई स्कूल में बाहर से आए हुए लोगों को रखने के लिए क्वारान्टीन सेंटर का निर्माण किया गया है। इस सेंटर में ऐसे लोगों को रखा जाना है। जो लोग प्रवासी मजदूर हैं। इसके लिए कर्मियों की भी प्रतिनियुक्ति कर दिया गया है। लेकिन, इसकी सच्चाई तब उजागर होने लगी। जब इस क्वारान्टीन सेंटर का निरीक्षण करने के लिए अमसारी बीडीसी सदस्य झमकू राम पहुंचे। वहां पर उन्होंने देखा कि उनके पंचायत के कई लोगो को लूंगी की जगह पर विभाग के द्वारा लूंगी को दो टुकड़ों में विभाजित करके एक लूंगी में दो लोगों को दिया जा गया था।देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि गमछे के भी बराबर भी यह लूंगी का टुकड़ा नहीं दिख रहा था इन लोगों ने कहा की हम लोग प्रवासी मजदूर हैं। हम लोगों ने आस लगाकर के लगभग 15 किलोमीटर दूर से जैसे तैसे पैसे का जुगाड़ करके साइकिल खरीदा। और उस साइकिल के सहारे रायपुर से चलते हुए भूखे प्यासे क्वारान्टीन सेंटर पर पहुंचे। ताकि हमारे और हमारे परिवार के लोगों से मुलाकात हो सके। हम बिना किसी प्रशासनिक दबाव खुद ही क्वारान्टीन सेंटर पर आ गए। लेकिन, दुर्भाग्य है कि विभाग के द्वारा क्वारान्टीन में आने के बाद लूंगी का टुकड़ा मिला।हम लोगों ने ऐसा कभी सोचा भी नहीं था। हमने सपना सजाया था कि हम मध्य प्रदेश से यहां बिहार अपने पंचायत में आएंगे। तो हमें अपने और अपनों का साथ मिलेगा। लेकिन यहां पर हमारे साथ इस तरह की घटना घटित होगी। हमने कभी सोचा भी नहीं था। बीडीसी सदस्य ने दैनिक भास्कर को इन लोगों का तस्वीर लेकर के उपलब्ध कराया। इन लोगों ने यह दिखाया कि हम लोगों को विभाग के द्वारा मात्र दो से ढाई फीट का लूंगी ही उपलब्ध कराया जा रहा है।देखने से ऐसा प्रतीत होता है। जैसे एक लूंगी को दो टुकड़े में बांट करके दो लोगों को लूंगी के नाम पर उपलब्ध करा दिया गया है। रायपुर से आए हुए सुनील, राज किरण चौधरी,चंचल ने कहा कि हमने सपने में भी नहीं सोचा था कि हमें अपने घर में ही इस तरह के जिल्लत का सामना करना पड़ेगा। सीओ बद्री प्रसाद गुप्ता ने बताया कि इस मामले की जांच की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today A piece of cloth being given in the name of lungi at the Quarantine Center Full Article
india news युवाशक्ति की टीम ने निमेज पंचायत के पुरवा टोला को कराया सैनिटाइज By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना संक्रमण से बचाव एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता अभियान के तहत शनिवार को युवाशक्ति के अध्यक्ष निमेज पंचायत निवासी समाजसेवी जय प्रकाश पांडेय उर्फ गुड्डू पांडेय के द्वारा निमेज पंचायत के पूरवा टोला को सैनिटाइज किया गया। इसके पहले भी गुड्डू पांडेय द्वारा प्रवासी मजदूरों को ब्रह्मपुर चौरास्ते पर प्रतिदिन खाना खिलाने की व्यवस्था की गयी थी।बीच मे प्रशासन के आदेश पर यह कार्य बंद हो गया फिर भी इनके द्वारा भूखे प्यासे मजदूरों को बिस्किट आदि की व्यवस्था की जाती रही है। लकडाउन में इनके द्वारा गरीबो के प्रति किये गए कार्य काफी सराहनीय है।आदमी के साथ साथ पशु पंछियों का भी ये ख्याल रखते है। एन एच 84 पर योगिया टावर के समीप भूखे प्यासे बंदरों को फल एवं पानी की व्यवस्था कराया। बता दें कि गाड़ियाें के आवागमन बन्द होने के कारण बन्दर भूख से बेहाल थे। उन्होंने बताया कि सैनिटाइज का कार्यक्रम पंचायत के पांचों गांव में क्रमबद्ध तरीके से हर एक गांव को सैनिटाइज किया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Yuva Shakti team sanitizes Purva Tola of Nimej Panchayat Full Article
india news जंगलीनाथ महादेव व जंगलबाजार के बीच सज रही है सब्जी की मंडी By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT कंटेनमेंट जोन में शामिल डुमरांव के जंगलीनाथ शिवमंदिर रोड में सब्जी विक्रेताओं द्वारा अवैध तरीके से सब्जी की मंडी लगाई जा रही है। हर दिन अहले सुबह सजने वाली इस मंडी में सैकड़े की संख्या में खरीददार आ रहे है। इस बाजार में न तो साेशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और न ही सब्जी विक्रेता और खरीददार मास्क तक लगा रहे है। हालांकि यह जगह स्थायी बाजार नहीं है।लेकिन जानकारों की मानें तो नया भोजपुर में कोरोना मरीज मिलने के बाद पहले जिस जगह पर बाजार लगता था वह जगह प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया है। वही आस पास की स्थायी सब्जी दुकानें भी बंद है। इस इलाके में सब्जी का उत्पादन भी बड़े पैमाने पर किया जाता है। सब्जी उत्पादकों को जब अपने उत्पादित सब्जी का बेचने के लिए बाजार नहीं मिला तो उन्होंने प्रशासन से बगैर स्वीकृति के अवैध तरीके से बाजार ही लगाने लगे है।सुबह दो घंटे के लिए लगता है बाजार: खास बात यह है कि उनका यह बाजार अहले सुबह मात्र एक-दो घंटे के लिए ही लगता है। लेकिन सूत्रों की मानें तो इस दौरान सैकड़ों लोग उस बाजार में सब्जी खरीदने आते है तथा भारी भीड़ इकट्ठा हो रही है। इस बाजार में आने वाले लोग मास्क तक नहीं पहन रहे है और न ही सामान खरीदने व बेचने से पूर्व हाथों पर सेनेटाइजर का छिड़काव कर रहे है। जिससे किसी दिन स्थिति गंभीर हो सकती है।सोसल डिस्टेंसिंग का पालन है जरूरी: भले ही नया भोजपुर में कोरोना का चेन टूट गया है तथा अब यह गांव कोरोना से मुक्त होने की दहलीज पर खड़ा है। बावजूद अभी भी बक्सर जिला रेड जोन में ही शामिल है। जिस कारण लोगों को एहतियात बरतना बहुत जरूरी है। बाजार में भीड़ इकट्ठा होने की सूरत में कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। लिहाजा सभी जगहों पर साेशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूरी है।एकांत इलाके में होने से प्रशासन को नहीं है सुधिजंगलीनाथ शिव मंदिर का इलाका काफी एकांत व सुनसान है। उस तरफ न तो घनी आबादी है और न ही पहले से कोई बाजार लगता रहा है। इधर कोरोना संकट के बीच जब नया भोजपुर में कोरोना मरीज मिलने लगे तक प्रशासन द्वारा इस गांव के बाहर सजने वाली सब्जी मंडी को पूरी तरह से सील कर दिया गया तथा सड़क किनारे सब्जी बेचने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस इलाके में पुलिस गश्त के अभाव तथा आबादी से दूर होने के कारण किसी का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है। अक्सर सुबह में मार्किंग वाक के नाम पर घर से निकलने वाले लोग इस बाजार में पहुंच सब्जी खरीद रहे है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Vegetable market is adorned between Jungleath Mahadev and Junglebazar Full Article
india news बंगाल जा रहे 14 प्रवासी मजदूर पूछताछ के बिना हुए बॉर्डर पार By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT जिले में कोरोना के सात पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। बेगूसराय सीमा पर दलसिंहसराय में मजदूर बेरोक-टोक आ-जा रहे हैं। वहीं दरभंगा सीमा पर कल्याणपुर में भी लोगों की आवाजाही जारी है। जबकि दोनों ही जिले में पहले से ही कोरोना का पॉजिटिव मामला आया हुआ है। जिले में पॉजिटिव मामला आने के बाद इन्हीं हालातों को जानने के लिए दैनिक भास्कर के रिपोर्टरों ने सीमाओं का जायजा लिया।दलसिंहसराय : बिना जांच के दाेनाें ओर के अफसराें ने लोगों को जाने दियादलसिंहसराय| शनिवार को दलसिंहसराय-बछवाड़ा एनएच 28 के ढ़ेपुरा बाॅर्डर पर गाड़ियों को पास चेक करने के बाद प्रवेश दिया जा रहा था। इसी दौरान 1:30 बजे दिन में दिल्ली से जमशेदपुर जा रही कार को दारोगा रीना झा ने रोककर पास चेक किया। वहीं गोरखपुर से पश्चिम बंगाल जा रहे संजय पाल, सनोचित पाल सहित 14 प्रवासी मजदूर साइकिल से बिना पूछताछ के बॉर्डर पार कर गए।हसनपुर : डबल लोडिंग बाइक सवार को बैरिकेडिंग पार किए बिना लौटायाहसनपुर| रामपुर गांव के निकट टेंगराहा बांध पर दोपहर 2 बजे सील किए गए स्थल पर तैनात हसनपुर थाना के एएसआई सुरेश चंद्र पांडेय व मजिस्ट्रेट मुकेश रंजन ने मालीपुर की तरफ से आ रहे डबल लोडिंग बाइक सवार को रोका। रोके जाने के बाद पास व आवश्यक कागजातों की मांग किया। बाइक सवार द्वारा कागजात व पास प्रस्तुत किए जाने पर बिना बैरिकेटिंग पार किए ही वापस कर दिया। रोसड़ा: कार से जा रहे थे डॉक्टर कागजात दिखाने पर जाने दिया गयारोसड़ा| अनुमंडल क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के 6 मरीजों के मिलने के बाद प्रशासनिक स्तर से विशेष चौकसी बरती जा रही है। शनिवार को 1:20 बजे रोसड़ा-बेगूसराय मुख्य पथ के जीरोमाईल पर दंडाधिकारी फनिश कुमार व पुलिस पदाधिकारी सीताराम दास ने रोसड़ा से खोदावंदपुर जा रहे कार को रोका। सभी रोसड़ा से डॉक्टर के यहां से अा रहे थे। कागजातों की जांच बाद उन्हें जाने दिया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news अगले दो दिनों में बारिश के आसार, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT लॉक डाउन के दौरान पर्यावरण में भारी बदलाव देखने को मिले हैं। इस क्रम में अभी जिले में मौसम में लगातार बदलाव होने है। मौसम विभाग ने किसानों के लिए अलर्ट जारी किया है। इस क्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वस्तु विशेषज्ञ डॉ. देव करन ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग के अनुसार आगामी 2 दिनों में बक्सर जिले के कुछ इलाकों में तेज हवाओं के साथ वर्षा की संभावना है। मिली जानकारी के अनुसार 10 मई को दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री होगी।साथ ही, वातावरण में आद्रता अधिकतम 64 प्रतिशत के साथ हवा की गति 18 किलोमीटर प्रति घंटे की दर से बहेगी। वहीं, 11 मई को अधिकतम तापमान 39 डिग्री व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री होने की संभावना है। वातावरण की अधिकतम आद्रता 54 प्रतिशत व हवा की गति 19 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बहने के आसार हैं। शनिवार को भी अधिकतम तापमान 36 डिग्री व न्यूनतम 25 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि, हल्के बादल होने के कारण लोगों थोड़ी अधिक उमसभरी गर्मी का एहसास हुआ।फसलों के भंडारण से पूर्व अच्छे से सूखा लें: कृषि वैज्ञानिक का कहना है की मौसम खराब हो इससे पहले किसान फसलों का भंडारण कर लें। उन्होंने सुझाव दिया कि किसान फसलों की मड़ाई अति शीघ्र करें। साथ ही, वह मौसम देखकर कृषि क्रियाएं करें। गेहूं, चना, मसूर आदि खाद्यान्न का भंडारण धूप दिखाकर करें। गेहूं के भंडारण के लिए अलुमिनियम फास्फाइड दवा का प्रयोग करें। इन दवाओं को बच्चों से दूर रखें। दालों के भंडारण के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग करें। वहीं, खाली खेतों में मिट्टी पलट कर हल्की गहरी जुताई करें। बागवानी करने वाले किसान फसल लगाने के लिए गड्ढों की खुदाई करें। आम के बगीचे में फल पैदावार के लिए 2 ग्राम बोरेक्स एक लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। साथ ही, मिट्टी परीक्षण हेतु खेत से मृदा नमूना ले। किसान सूरजमुखी व गरमा फसल में एक दिन के अंतराल में सिंचाई करें।बिहार-यूपी क्षेत्र में ट्रफ लाइन बनने से बारिश की संभावना: डॉ. देव करन ने बताया कि मॉनसून के आने से पहले प्री मॉनसून ने दस्तक दे दी है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते गर्मी से राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिणी अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र बना हुआ है। जिसके कारण मौसम में बदलाव हो रहे हैं। फिलहाल बारिश की सम्भावना है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में लू के प्रकोप से मई के पहले सप्ताह तक राहत बरकरार है। लू से इस राहत की वजह है लगातार होती रही प्री-मॉनसून वर्षा। सामान्य से अधिक वर्षा के कारण ही उत्तर भारत के भागों में तापमान नहीं बढ़ा और लू अपना असर नहीं दिखा सकी। हालांकि अब मौसम में बदलाव हो रहा है। उत्तर भारत के कुछ इलाके लू की गिरफ्त में आ गए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Weather forecast for next two days, Meteorological Department issued alert Full Article
india news एसिड अटैक में तीन महिला समेत 4 आरोपी भेजे गए जेल, अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT केवटा में भूमि विवाद में हुए एसिड अटैक के मामले में पुलिस ने 3 महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल जाने वालों में आरोपी विष्णु राय की पत्नी तारा देवी, बेटी प्रियंका कुमारी, उषा देवी व उसके पति रामबाबू राय शामिल हैं। जिले में भूमि विवाद को लेकर तीन बार लोग एसिड अटैक कर चुके हैं। लोग एसिड को ही हथियार बनाकर एक-दूसरे पर हमला कर देते हैं। दलसिंहसराय में शुक्रवार को हुए एसिड अटैक से पूर्व 24 फरवरी 2015 में लोकनाथपुर में एसिड अटैक से कई लोग झुलस गए थे। पूसा थाना क्षेत्र में भी वर्ष 2004 में भूमि विवाद में ही एसिड अटैक से एक दर्जन लोग झुलस गए थे।एसिड की वजह से 9 लोग झुलस गए थे दोनों ओर से दर्ज की गई थी एफआईआरकेवटा वार्ड संख्या नौ में शुक्रवार की सुबह भूमि विवाद में हुई एसिड अटैक में दोनों पक्ष की ओर से आवेदन देते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। घटना को लेकर एक पक्ष से स्व. धूपा राय के पुत्र जीवछ राय ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि वह अपने भाई भूपदेव राय के घर पर मकान का कार्य करवा रहे थे। इसी दौरान विष्णु राय, उसकी पत्नी तारा देवी, बेटी प्रियंका कुमारी, उषा देवी, दामाद रामबाबू राय योजनाबद्ध होकर कार्यस्थल पर पहुंच कर अपने-अपने हाथ मे रखे एसिड को हमारे परिवार पर फेंकने लगा। एसिड की वजह से परिवार के नौ लोग झुलस गए। वहीं, विष्णु राय की पत्नी तारा देवी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि हम सभी अपने घर पर थे। इसी समय सूचना मिली की मेरी जमीन पर जीवक्ष राय, भूपदेव राय, अरुण राय, प्रेम कुमार, चन्द्रकला देवी, राम दुलारी देवी मिलकर पक्का मकान बनवा रहे हैं। पुलिस कर रही छापेमारीएसिड अटैक की घटना को पुलिस गंभीरता से ले रही है। 4 को गिरफ्तार किया गया है। घटना में शामिल अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी में जुटी है।- प्रवीण कुमार मिश्र, थानाध्यक्ष, दलसिंहसराय Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news क्वारान्टीन सेंटर पर रहने वालो को सीओ ने दिए मच्छरदानी और बर्तन By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT क्वारान्टीन सेंटरों पर रहने वालों को किसी तरह की परेशानी न हो इसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से सजग हो गया है। सेंटरों पर प्राप्त गाइड लाइन के अनुसार सभी तरह की सुविधाओं को बहाल कराने को लेकर डीएम अमन समीर खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं और जहां कमियां नजर आ रही है वहां तत्काल दिशा निर्देश दे रहे हैं। बता दें कि सभी क्वारान्टीन सेंटरों पर उनके ठहरने व खाने तक का इंतजाम करना है।इसी क्रम में डुमरांव के प्रखंड के चिलहरी स्थित बीएड कॉलेज व नंदन गांव स्थित डीएवी स्कूल क्वारान्टीन सेंटर पर रहने वालों को डुमरांव सीओ विजय कुमार सिंह के द्वारा मच्छरदानी के साथ सामग्री का किट दिया गया। मच्छरदानी के साथ उन्हें बर्तन में थाली, कटोरी, ग्लास के साथ ही लूंगी आदि दिया गया। दोनों सेंटरों को मिलाकर करीब 34 लोगों को इस तरह की व्यवस्था दी गई। जहां सीओ ने खुद लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ रहने व स्वच्छता के साथ रहने की अपील की। उन्होंने उन्हें बराबर हाथों की धुलाई आदि करते रहने के बारे में भी जानकारी दी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The CO gave mosquito nets and utensils to the people living at the Quarantine Center Full Article
india news उज्ज्वला योजना के तहत उपभोक्ताओं के खाते में भेजी गई मई माह की राशि By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलिंडर का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के खाता में मई माह की राशि भेज दी गई है। इस आशय की जानकारी ओएमसी के जिला नोडल पदाधिकारी एवं इंडियन ऑयल पटना के सेल्स ऑफिसर अंकित रंजन ने दी। उन्होंने बताया कि जिन उपभोक्ताओं ने 30 अप्रैल तक अपनी अग्रिम राशि का उपयोग कर गैस ले लिया है। उन्हें कंपनी की ओर से मई महीने की अग्रिम राशि दी जाने लगी है। परन्तु वैसे उज्ज्वला ग्राहक जिन्होंने बुकिंग 30 अप्रैल या उससे पहले की थी। लेकिन, अभी तक उन्हें गैस प्राप्त नहीं हुआ है या वे नहीं ली हैं।इस परिस्थिति में वैसे ग्राहक तो 10 मई तक गैस का डिलीवरी लेना अत्यंत अवश्यक है। तभी वो मई महीने की अग्रिम राशि के पात्र होंगी। इन उपभोक्ताओं के खाता में 15 मई से राशि स्थान्तरित की जाएगी। अन्यथा उन्हें इस माह का लाभ नहीं मिल पायेगा। अंकित रंजन ने बताया कि जो उज्ज्वला उपभोक्ता अप्रैल माह में गैस ले ली हैं। वह मई माह में भी गैस लेकर प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना का लाभ लें। विदित हो कि कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए मार्च माह लॉकडाउन शुरू किया गया था।गरीब परिवारों को परेशानी नहीं हो इसके तहत उज्ज्वला योजना से जुड़े लाभुकों को अप्रैल, मई व जून माह का मुफ्त रिफिल देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। जिसका लाभ जिले 74 हजार 250 लाभुकों को मिला। इस प्रक्रिया के तहत पहले अप्रैल माह की राशि भेजी गई थी। लाभार्थी अंतिम बुकिंग के 15 दिन बाद ही दूसरी बुकिंग करा सकते है। रिफिल की बुकिंग आईवीआरएस, व्हाट्सएप इंडियन ऑयल एप्प पर होगा। यह उसी मोबाइल नंबर से होगा। जो गैस एजेंसी में पंजीकृत किया गया होगा। अंकित रंजन ने बताया कि इस योजना के तहत पांच किलोग्राम वाले सिलिंडर दिए गए थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news मीटर रीडरों ने वेतन कटौती व बीमा को लेकर काम का किया बहिष्कार By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT शहरी क्षेत्रों में मीटर रीडरों ने वेतन कटौती सहित अन्य मांगों को लेकर मीटर रीडिंग कर स्पॉट बिलिंग के कार्यो का बहिष्कार किया है। कोविड-19 महामारी मेंभी मार्च के वेतन में की गई कटौती की राशि की भरपाई करने, अप्रैल माह का वेतन देने व 20 लाख रुपए का बीमा करने की मांग की है। उनका कहना है कि वर्ष 2018 व 2019 में भी मनमाने ढंग से वेतन में कटौती की गई थी। मीटर रीडर पिछले 8 वर्षो से अपने कार्यो का निष्ठा के साथ निर्वहन कर बिजली विभाग के राजस्व संग्रहण करने में मदद कर रहे है। लेकिन उनकी समस्याओं का अभी तक समाधान नहीं हुआ है। इस बारे में कंपनी के सुपरवाइजर से लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों तक पत्र लिखकर समस्याओं के बारे में अवगत कराकर गुहार लगा चुके है लेकिन सिर्फ आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है। एक तो कंपनी की ओर से वेतन कम दिया जा रहा है वहीं इसमें भी कटौती की जा रही है। जबकि वे कठिन परिश्रम कर शहरी क्षेत्रों में स्पॉट बिलिंग का कार्य कर रहे हैं।वेतन की कटौती होने से आर्थिक स्थिति दयनीयमीटर रीडर संजय कुमार, विकास कुमार, जितेंद्र कुमार, धीरज कुमार चौधरी, मनीष कुमार झा, सबीन कुमार, अरविंद कुमार, अमजद हुसैन व कमरूल होदा का कहना है कि कम वेतन में भी कटौती करने से उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय है। उन्होंने इसका समस्या का समाधान करने की मांग की है। आइकिया कंपनी के सुपरवाइजर कंचन कुमार का कहना है कि मार्च महीने के काटे हुए वेतन को लेकर कंपनी की ओर से विचार किया जा रहा है। वहीं अप्रैल माह का वेतन लॉकडाउन टूटने पर निर्णय लिया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news देवकी डेरा गांव में भूमि विवाद को लेकर हुई मारपीट,16 घायल By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT राजपुर थाना क्षेत्र के हेठुआ पंचायत के देवकीडेरा गांव में जमीन के विवाद को लेकर शुक्रवार की देर शाम को दो पक्षों के जमकर मारपीट हुई। इस मारपीट की घटना में दोनों पक्षों के कुल सोलह लोग घायल हो गये। मिली जानकारी के अनुसार देवकी डेरा गांव में दो पक्षों के बीच जमीन के विवाद को लेकर पूर्व में दोनों पक्षों के बीच में समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत दोनों पक्ष शांति से रह रहे थे। लेकिन अचानक शुक्रवार को एक पक्ष के द्वारा उस जमीन पर घर बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया।जिसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने नाराजगी जताते हुए समझौते की याद दिलाई। इसी बात को लेकर पहले कहा सुनी हुई इसके बाद जमकर लाठी डंडे चलाये जाने लगा। इस दौरान मारपीट की घटना में मनीष यादव, तेजनारायण यादव, राजेन्द्र सिंह, कृष्ण मुरारी, पिन्टू, रमावती देवी, दिनेश सिंह, रिंकू कुमारी, रानी देवी, सबिता देवी, राजेश यादव, शशिकांत सिंह, राधेश्याम सिंह, रामप्रवेश सिंह, महेन्द्र सिंह, संध्या कुमारी गम्भीर रूप से घायल हो गये। सभी लोगों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजपुर में भर्ती कराया गया।इस दौरान मनीष यादव, तेजनारायण यादव, राजेन्द्र सिंह यादव की स्थिति खराब होने के कारण बेहतर इलाज के लिए बक्सर रेफर कर दिया गया। मामले को लेकर दोनों पक्षों की ओर से राजपुर थाना में एफआईआर दर्ज कराई गयी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news क्वारान्टीन सेंटर में रह रहे लोगों ने कहा- बच्चों के लिए भी दूध नहीं है By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार के निर्देशानुसार अप्रवासी लोगों को 21 दिनों के लिये क्वारान्टीन सेन्टर पर रखने का प्रावधान किया गया है। इस कार्य मे ग्रामीणों द्वारा भी प्रशासन को भरपूर सहयोग दिया जा रहा है। अप्रवासी लोगों के लिए अभी तक प्रखंड में तीन क्वारान्टीन सेंटर प्रारंभ किया जा चुका है। जिसमें दुधिपट्टी मध्य विद्यालय को भी एक केंद्र बनाया गया है। इस सेंटर पर अभी 66 लोगों को क्वारान्टीन के लिये रखा गया है। लेकिन सभी के बीच दैनिक क्रिया कलापों के लिए मात्र आठ बाल्टी और मग उपलब्ध कराया गया है।जिससे क्वारान्टीन किये गए लोगों में संक्रमण की सम्भावना बनी रहती है। इसको लेकर क्वारान्टीन किये गये लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। नाम नहीं छापने के शर्त पर क्वारान्टीन किये गये एक व्यक्ति ने बताया कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण ही नया भोजपुर में संक्रमण का खतरा उत्पन्न हुआ। लेकिन इस बात से सबक लेने के बजाय प्रशासन द्वारा उसी गलती को दुहराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा क्वारान्टीन सेंटर में रह रहे व्यक्तियों के लिये तमाम तरह की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। लेकिन धरातल की सच्चाई कुछ और ही बया करती है।केंद्रों पर लगा कूड़ों का अंबार:क्वारान्टीन सेंटर के पूर्वी भाग की घेरा बंदी नहीं किया गया है। जिससे क्वारान्टीन किये गये लोगों को सेंटर से भागने की आशंका बनी हुई है। वही सेंटर के मध्य में कूड़ों का अंबार लगा हुआ है। तीनों जगह के क्वारान्टीन सेंटर्स के लोगों ने बताया कि जिस तरह की व्यवस्था दी गयी है, उससे स्वास्थ्य आदमी भी अस्वास्थ्य हो जाएगा। वहीं, मच्छरों के प्रकोप के करण सारी रात जागरण करना पड़ता है। इसके अलावा, दोनों समय खाने में चावल दिया जा रहा है। जिसके कारण मधुमेह, गैस रोगों के अलावा नाना प्रकार की बीमारियों से प्रभावित व्यक्तियों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। लोगों ने बताया कि दूध की जगह चाय दिया जा रहा है, जो पीने लायक नही होता। वहीं, आर्सेनिक युक्त पानी पीने को दिया जा रहा है, जिससे कई बीमारियों की उत्पन्न होने की संभावना उत्पन्न हो गयी है। दूसरी ओर, इन केंद्रों पर कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। वहीं, प्रखंड में पूछताछ आधारित स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।दूध के लिए बिलखते रहे बच्चे: मध्य विद्यालय बड़का राजपुर में पारिवारिक क्वारान्टीन सेन्टर बनाया गया है। जिसमें पति, पत्नी व उनके बच्चों को रहने की व्यवस्था की गई है। दम्पति ने बताया कि शनिवार को दूध के लिये बच्चे बिलख रहे थे। लेकिन प्रशासनिक व्यवस्था में लगे अधिकारियों ने भी हाथ खड़े कर दिये गये। हालांकि, ग्रामीणों द्वारा अपने स्तर से मासूमों के लिये दूध उपलब्ध कराया। क्वारान्टीन सेंटर के लोगों ने कहा कि यहां जेलों से भी बदतर व्यवस्था के बीच हमलोगों रह रहे है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today People living in Quarantine Center said- there is no milk even for children Full Article
india news ग्रामीणों के हंगामे के बाद प्रशासन ने चार लोगों को भेजा क्वारेंटाइन सेंटर By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT थाना क्षेत्र के धर्मपुर बांदे गांव में शनिवार को महाराष्ट्र से आए तीन छात्र सहित चार लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर में भेजने को लेकर स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए । बताया जाता है कि महाराष्ट्र से चलकर ट्रेन द्वारा छह मई को तीन छात्र सहित चार लोग समस्तीपुर पहुंचे थे। वहां से सरकारी बस द्वारा पटोरी अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया था। अस्पताल में प्रारंभिक जांच के बाद छात्रों द्वारा दिखाए गए महाराष्ट्र का होम क्वारेंटाइन सर्टिफिकेट के आधार पर परिजनों को सौंप दिया गया। प्रदेश से घर आने की खबर पर ग्रामीणों ने क्वारेंटाइन सेंटर भेजने को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। मामले की जानकारी मिलते ही पटोरी थानाध्यक्ष मुकेश कुमार और हलई ओपी अध्यक्ष संदीप पाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। वहीं महाराष्ट्र से आए सभी चारों को थाना ले आए। ग्रामीणों सभी को क्वारेंटाइन में लेकर आक्रोशित थे। काफी समझाने के बाद लोग शांत हुए। सूचना पर पटाेरी थाना पर पहुंचे एसडीओ मो. शफीक, एएसपी विजय कुमार, बीडीओ डॉ नवकंज कुमार, सीओ चंदन कुमार ने मामले की जानकारी बड़ी पदाधिकारी को दी। पटोरी थाना क्षेत्र के आने वाले धर्मपुर बांदे गांव का प्रखंड मोरवा एवं अनुमंडल समस्तीपुर होने के कारण इसकी सूचना जिलाधिकारी एवं एसपी समस्तीपुर को दी गई। जिला से अगले आदेश के आने तक प्राथमिक शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान में रखा गया है ।पंचायत के लोगों में कोरोना के संक्रमण का सता रहा था भयतीन छात्र समेत चार लोग महाराष्ट्र से चलकर ट्रेन द्वारा छह मई को अनुमंडल अस्पताल पटोरी पहुंचे थे। महाराष्ट्र का सर्टिफिकेट देखने के बाद प्रारंभिक जांच के बाद चारो को होम क्वारेंटाइन रहने को कहा गया था। हलई ओपीध्यक्ष संदीप कुमार पाल के अनुसार स्थिति को शांत करा लिया गया। सभी चारों लोगों को पटाेरी भेज दिया गया है।प्रशासन की पहल पर शांत किया गया मामलामुखिया विभा देवी व मुखिया प्रतिनिधि अशोक दास ने बताया कि चारों छात्रों होम क्वारेंटाइन का लेटर लेकर घर में थे। धर्मपुर बांदे में क्वारेंटाइन रहने को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस प्रशासन के सहयोग व पटोरी में क्वारेंटाइन कराने के बाद मामला शांत हुआ।पटोरी शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में रखा गयासभी चार लोगों को पटोरी शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में रखा गया है। वरीय पदाधिकारी के आदेश आने तक ये सभी यही रहेंगे। ग्रामीणों समझा-बुझाकर थानाध्यक्ष द्वारा शांत करा दिया गया है।-मो. सफीक, एसडीओ,पटोरी Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मोरवा की धर्मपुर बांदे पंचायत में प्रवासी को क्वारेंंटाइन नहीं होने पर आक्रोश जताते गांव के लोग। Full Article
india news दलसिंहसराय में रोस्टर के बिना भी खुल रहीं किताब, बर्तन व इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानें बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग का भी नहीं हो रहा पालन, चोरी-छिपे खुल रहे हैं प्रतिष्ठान By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT अनुमंडल में जिला प्रशासन के निर्देश का पालन कराने में अनुमंडल प्रशासन पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। कई दुकानदार बिना रोस्टर के भी खुलने वाली अपनी दुकान खोलकर नियमों की धज्जियां उड़ाते रहे। शनिवार को भी थाना रोड में साइबर कैफे, कॉपी-किताब की दुकानें, फोटो स्टेट की दुकानें, चाय-पान, नाश्ते की दुकानें, टेलरिंग दुकान, मालगोदाम रोड में बैकरी, साइकिल दुकान, हार्डवेयर, पान-मसाला, स्टेशनरी, मोबाइल रिचार्ज, गैस रिफिलिंग, साइकिल मरम्मत, इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान, महावीर चौक के समीप कॉपी-किताब दुकान, साइकिल दुकान, कुलदीप मार्केट में कॉपी-किताब, इलेक्ट्रॉनिक्स के दुकान, गुदरी रोड में कपड़े की दुकान, रिचार्ज दुकान खुली रहीसोम, बुध, शुक्र को खुलने वाले प्रतिष्ठानडीएम ने सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को इलेक्ट्रिकल्स व इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स की दुकानें सुबह 10 से शाम 5 बजे तक ही खोलने की इजाजत दी है।मंगल, गुरु, शनि को खुलने वाली दुकानें : डीएम के निर्देशानुसार मंगलवार, गुरुवार, शनिवार को ऑटोमोबाइल्स व शहरी क्षेत्रों में गृह निर्माण से संबंधित दुकाने नें खोलने की अनुमति दी है। बावजूद रोस्टर के बिना भी कई प्रकार की प्रतिष्ठान शुक्रवार को भी खुली पाई गई थी।रोजाना खुलने वाली दुकान: डीएम के निर्देशानुसार गैरेज, वर्कशॉप, प्रदूषण जांच केंद्र, एचएसआरपी, स्पा व सैलून को प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम के 5 बजे तक खोलने की मंजूरी दी है।।इधर, चमथा बॉर्डर पर पुलिस सख्त दिखीविद्यापतिनगर| प्रखंड के बाजिदपुर चमथा बोर्डर चेक पोस्ट पर दोपहर 1:20 बजे दंडाधिकारी आलोक कुमार व एएसआई राधामोहन पासवान व पुलिस बल के जवान कड़ी धूप में डियूटी पर तैनात थे। सड़के सुनसान पड़ी थी। आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लगी थी। इस दौरान ठेला चालक बाजिदपुर बाजार से चमथा गांव जा रहे थे। जिन्हें पुलिसकर्मियों ने पूछताछ कर जाने दिया। वहीं चमथा गांव से राशन दुकान की सामग्री पहुंचाकर लौट रहे मालवाहक ऑटो को पूछताछ कर जाने दिया गया।जिला से प्राप्त निर्देश को लेकर शहर में माइकिंग करवाते हुए रोस्टर से खुलने वाली दुकानों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। बावजूद बिना रोस्टर के दुकान खोलने वाले व शर्तों का सख्ती के साथ पालन नहीं करने वाले दुकानदारों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। -विष्णुदेव मंडल, एसडीओ, दलसिंहसराय Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today दलसिंहसराय के गुदरी रोड में खुली प्लास्टिक व बर्तन की दुकान। Full Article
india news सदर अस्पताल में बेवजह घूमने वालों पर की सख्ती By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT सदर अस्पताल में बिना किसी कार्य के आने या परिसर में बेवजह घुमने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जा रही है। इस तरह के लोग यदि पकड़े जाते है। तब उनसे आर्थिक जुर्माना वसूला जाएगा। इस आशय की जानकारी अस्पताल प्रबंधक दुष्यंत सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए पूरी तरह से एहतियात बरता जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह प्रयास किया जा रहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन किया जाये। इसलिए जो भी मरीज आते है। उन लोगों को अस्पताल परिसर में लगे टेंट में बैठाया जाता है।फिर एक-एक कर मरीज को अस्पताल के अंदर दाखिल होने दिया जाता है। ताकी भीड़-भाड़ नहीं हो। साथ ही समय-समय पर अस्पताल को सैनिटाइजर किया जा रहा है। पूरा ऐहतियात बरता जा रहा है। क्योंकि अस्पताल में आने वाले लोग किसी न किसी बीमारी से पीड़ित होते है। उनलोगों में संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। इसलिए पूरी सावधानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि अस्पताल परिसर में बेवजह लोग नहीं आये। इसलिए पूरी सख्ती बरती जा रही है। इसके लिए सीसीटीवी की भी मदद ली जा रही है। अस्पताल में हर आने जाने की निगरानी इसके माध्यम से हो रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news दिव्यांग मजदूर हौसलों के हाथ से चला गांव By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT (सत्यप्रकाश पांडेय) जहां पूरे विश्व में कोरोना की महामारी सुर्खियों में है, वहीं भारत में मजदूरों के बीच भूख का भय, बेरोजगारी की चिंता सताने लगी है। अपनों से मिलने की बेताबी से पैदा हो रही अफरा-तफरी से उत्पन्न हो रहे माहौल की खबरों की सुर्खियां कोरोना के खतरों से भी ज्यादा चिंताजनक हो गई हैं। कहीं सैकड़ों मील पैदल चल पड़ने, तो कहीं साईकिल से ही निकल पड़ने की खबर हमारी मानवीय संवेदनाओंको झंकझोर दे रही है।इसी तरह वक्त के मारे दो मजदूर इस चिलचिलाती धूप में भूखे प्यासे डेढ़ सौ किलोमीटर की दूरी तय कर चौसा पहुंचे। पूछने पर पता चला कि आगे भी इनको लगभग पांच सौ किलोमीटर जाना था। गुडन कुमार का दाहिना पैर किसी हादसे में कट चुका है और बेयरिंग की बनी हुई काठ की गाड़ी को एक हाथ के सहारे सड़क पर घरघराने हुये जा रहा था।दिव्यांग के साथ चल रहा था उसका दोस्त: साथ में सुनील भी कपड़ो की गठरी लिए पैदल अपने दोस्त के पीछे- पीछे चल रहा था। जो भी इस दृश्य को देखते उनके मुंह से बरबस निकल पड़ता कि ये कैसा भय और कैसी मजबूरी खड़ा हो गयी है। जिस दूरी को लोग बाइक से सफर करने के नाम पर पसीना छूट जाता है।आज वह दूरी भी मजबूरी के आगे तुच्छ हो गयी है। पूछने पर पता चला कि दोनों पटना किसी लाइन होटल में जुट्ठे बर्तन धोने का काम करते थे। जिससे इनका गुजरा हो जा रहा था।पटना से चार दिन में पहुंचे थे चौसादोनों ने बताया पहले सब ठीक था। लेकिन, लॉकडाउन के कुछ दिनों के बाद मालिक द्वारा हाथ खड़े कर दिए गये तो दोनों युवकों द्वारा घर जाने की हिम्मत जुटा चल दिये। जो पटना से चार दिन की दूरी तय कर चौसा बारे मोड़ पहुंचे थे। आगे पूछने पर इलाहाबाद जाना है बताया। चौसा में एक सज्जन द्वारा दोनों को भोजन कराया गया। भोजन करने के बाद वही सड़क के पास ही एक बन्द दुकान पर खाली चौकी पर दोनों लेट गये।कुछ देर आराम करने पर फिर चल दिये।यह कहना गलत ना होगा कि आज मजदूर वर्ग सदी की सबसे बड़ी त्रासदी से गुजर रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Disabled laborers encouraged by the village Full Article
india news यूपी से आने वालों को क्वारान्टीन करने के लिए मुस्तैद हैं कर्मी और पुलिस अधिकारी By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सजग है। यूपी या अन्य जगहों से वीर कुंवर सिंह पुल के सहारे बक्सर पहुंचने वालों को चिह्नित कर रजिस्ट्रेशन करने के लिए कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। जो हर किसी पर न केवल नजर रख रहे हैं बल्कि यूपी से बिहार लौटने वालों की सूची बनाकर रिपोर्ट करते हुए जांच केंद्र पर भेज रहे हैं। सख्ती से ड्यूटी करने को लेकर उत्प्रेरक, शिक्षक व न्यायमित्रों की ड्यूटी लगा दी गई है। डीएम अमन समीर के निर्देश के आलोक में बीडीओ रोहित मिश्रा ने तीन शिफ्टों में इन्हें तैनात किया गया है। इन तीन शिफ्टों में पहला शिफ्ट छह बजे से दो बजे तक है। जबकि दूसरा शिफ्ट 2 बजे दाेपहर से रात 10 बजे तक व तीसरा 10 बजे रात से छह बजे सुबह तक है।प्रथम में शिफ्ट में एसआई ज्ञान प्रकाश, दूसरे शिफ्ट में एसआई कमल नयन पांडेय जबकि रात वाले में राघव दयाल ड्यूटी निभा रहे हैं। सुशील कांत राम, प्रभाकर दूबे, लाल बाबू मिश्रा आदि शिक्षक मुस्तैद रह रहे हैं। वहां ड्यूटी कर रहे शिक्षक प्रभाकर दूबे हर किसी आने वालों का रजिस्ट्रेशन कराते हुए उन्हें जांच सेंटर पर भिजवा रहे थें। वहीं पुलिस अफसर वाहनो की जांच के साथ ही शराब आदि पर भी नजर रख रहे हैं। इस तरह यूपी से आने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है। बता दें कि यूपी से हर आने वाले गाड़ियों, पैदल चलकर आने वाले आदि का रजिस्ट्रेशन करने के साथ ही उन्हें जांच सेंटर बिहार पब्लिक स्कूल भेजा जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The personnel and police officers are ready to quarantine those coming from UP Full Article
india news कोविड-19 संक्रमण काल में टेलीमेडिसिन बहुत ही उपयोगी By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कोविड-19 के संक्रमण काल में टेलीमेडिसिन व्यवस्था एक उपयोगी एवं महत्त्वपूर्ण माध्यम बताया है। यह वरदान से कम नहीं है। इसे ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण कदम भी उठाए गए हैं जिससे घर बैठे लोग अपने अस्पतालों में टेलीमेडिसिन के जरिए स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ले सकते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे युवा विकास सोसायटी के वाईवीएस विड़ मेड टेलीमेडिसिन एेप का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा शुभारंभ करते हुए अपने विचार रखें।उन्होंने कहा कि भारत जैसे बड़े देश में टेलीमेडिसिन बहुत उपयोगी है।यह भारत के लिए बहुत आवश्यक है और कोविड 19 जैसे महामारी के वर्तमान समय में बहुत अधिक आवश्यक है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे ने बताया कि वर्तमान सरकार ने मौजूदा कॉलेजों में मेडिकल कॉलेजों और सीटों की संख्या में वृद्धि की है। इसके साथ हमें प्रौद्योगिकी और चिकित्सा का एकत्रित रूप, टेलीमेडिसिन को व्यापक रूप में विभिन्न डॉक्टरों और रोगियों द्वारा अपनाया जाना चाहिए।स्वास्थ्य मंत्रालय ने हेल्थकेयर और हेल्थकेयर डिलीवरी में डिजिटल तकनीक के क्षेत्र में कई पहल की हैं। ग्रामीण और शहरी भारत के बीच की खाई को कम करने के लिए स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने भारत में टेलीमेडिसिन (टीएम) के उपयोग के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। जानकारी आईटी सेल के नितीन मुकेश ने दी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Telemedicine very useful during Kovid-19 transition Full Article
india news बिजली का तार टूटने पर हुए विवाद में 2 पक्षों में मारपीट By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT थाना क्षेत्र के बनगांव गांव में बिजली का तार टूटने को लेकर दो पक्षों के बीच हुए मारपीट की घटना में एक महिला समेत दो लोग जख्मी हो गए। जख्मी सुरेन्द्र महतो अाैर जनकनंदिनी देवी का इलाज स्थानीय पीएचसी में कराया गया। प्रथम पक्ष की ओर से जख्मी जनकनंदिनी देवी ने थाने में आवेदन देकर एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें गांव के ही सुरेंद्र महतो अाैर भरत महतो को आरोपित किया गया है। दर्ज प्राथमिकी में बताया कि वह घर में अकेली थी। इसी बीच उक्त आरोपी हरवे हथियार से लैंस होकर उसके घर में घुस गए। वहीं गाली-गलौज करते हुए लाठी-डंडा से प्रहार कर जख्मी कर दिया। घटना के बाद घर में रखी पेटी में से 30 हजार रुपए के गहने लेकर भाग गए। वहीं, दूसरे पक्ष की ओ से जख्मी सुरेंद्र महतो ने थाने में आवेदन देकर एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें रितेश झा और अजय झा को आरोपित किया गया है। दर्ज प्राथमिकी में बताया कि उक्त आरोपित हरवे हथियार से लैंस होकर उसके घर में घुस गए। वहीं उसके साथ गाली-गलौज करते हुए चाकू से प्रहार कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया। घटना के बाद जेब से 25 हजार रुपए निकालकर भाग गए। थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर मामले को दर्ज कर लिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news कंटेंनमेंट एरिया नया भोजपुर में लॉकडाउन नियमों के उलंल्घन में 63 लोगों के विरुद्ध दस केस दर्ज By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने कहा कि लॉकडाउन का पालन कराने को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सजग है। उन्होंने बताया कि एमवी एक्ट के तहत वाहन चेकिंग के दौरान 4321 गाड़ियों से 34 लाख 11 हजार पांच सौ रुपये जुर्माना वसूला गया। वही कंटोनमेंट एरिया नया भोजपुर में लॉकडाउन नियमों के उल्ल्घंन मामले में 63 लोगों के विरुद्ध कुल दस केस दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही जिले स्तर पर कुल 54 केसेस में 136 लोगों के विरूद्ध किया गया है। एसपी ने कहा कि सभी जगहों पर पुलिस गश्ती करने को सख्ती से निदेशित किया गया है। खासकर नया भोजपुर के कंटोनमेंट जोन में सख्ती से लॉकडाउन के नियमों का अनुपालन कराने को लेकर निदेशित किया गया है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जरूरी हो तभी घर से निकले।कंटेंनमेंट जोन में नहीं खुलेंगी दुकानें: डीएमकन्टेंमेंट जोन नया भाेजपुर में दुकान आदि खोले जाने को लेकर कोई छुट नही है। डीएम अमन समीर ने स्पष्ट कर दिया है कि इस गांव को इपीसेंटर मानते हुए तीन किलो मीटर के रेडियस में चिन्हित कंटेंमेंट जोन वाले इलाके की दुकानें आम लोगों के लिए नहीं खोली जाएगी। इसका सख्ती से अनुपालन करने को लेकर उन्होंने एसडीओ हरेन्द्र राम को निदेशित किया है। वही अन्य जगहों के दुकानदारों से अपील किया है कि जो भी ग्राहक मास्क, रूमाल अथवा गमछा का प्रयोग नहीं करेंगे उन्हें समान नहीं दें। उन्होंने गुटखा, तम्बाकू एवं थूकने आदि पर सख्त प्रतिबंध रहने की बात कही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news जिले में आज से शर्तों के साथ खुलेंगी दुकानें होम डिलीवरी को प्राथमिकता देने की अपील By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन में बंद पड़ी जरूरतमंद दुकानदारों व लोगों को जिला प्रशासन ने बड़ी राहत दी है। लोगों के लिए जरूरी दुकानों को खोलने को लेकर अनुमति दी है। हालांकि इस दौरान सख्त निर्देश देते हुए स्पष्ट किया है कि सोशल डिस्टेंसिंग का हर हाल में अनुपालन करते रहना है। यदि ऐसा करते हुए नही पाया गया तो वैसे दुकानदारों के विरुद्ध न केवल कार्रवाई की जाएगी बल्कि दुकान खोलने की दी गई अनुमति पर रोक लगा दी जाएगी। इसके लिए बराबर माॅनिटरिंग करायी जाएगी।डीएम अमन समीर ने शनिवार को प्रेसवार्ता के दौरान यह जानकारी दी। डीएम द्वारा दिए प्रतिष्ठानों व दुकानों के संचालकों को सशर्त दुकानों को खोलने की अनुमति के लिए इस प्रकार से शर्तें रखी गई है। जिसमें संबंधित दुकानों के आगे सफेद पेंट से 6 फीट की दूरी पर ग्राहकों को खड़ा होने के लिए गोलाकार आकृति बनायी जाएगी, ताकि कतारबद्ध होकर तथा एक दूसरे से दूरी बना कर ही लोगों के द्वारा खरीददारी किया जा सके। हालांकि सफेद पेंट से गोलाकार वृत बनाने की जिम्मेदारी संबंधित दुकानों के दुकानदार की होगी।मास्क लगाकर ही सभी को निकलना होगावही दुकानों पर या बाजार में मास्क, फेस कवर पहनना दुकानदारों एवं ग्राहकों के लिए अनिवार्य होगा तथा दुकानदार दस्ताना पहनकर अपना काम करेंगे। इसके साथ ही सभी दुकानों पर दुकानदार एवं ग्राहकों के लिए सैनेटाइजर की व्यवस्था करनी होगी। सभी ग्राहक दुकान की काउन्टर पर पहुंचने के पहले अपने हाथों को अच्छे तरह से सैनेटाइज कर ही दुकानदार से समान की खरीददारी करेंगे व पैसे देंगे।डिजिटल माध्यम से सभी लोग करें पेमेंटडीएम ने सुझाव के तर्ज पर कहा कि यदि सम्भव हो तो प्रत्येक दुकान पर डिजिटल पेमेंट लेने की सुविधा बनायी जाय और इसको लेकर ग्राहकों को इसके लिए प्रोत्साहिेत भी किया जाय। उन्होंने प्रतिदिन दुकान, प्रतिष्ठान को पूरी तरह से डिसइन्फेक्ट (ब्लीचिंग, सोडियम हाइपोक्लोराइड के सम्यक घोल से) कराने को निदेशित किया है। मौके पर एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा, डीडीसी अरविंद कुमार, एडीएम चंद्रशेखर झा, डीटीओ मनोज कुमार रजक, ओएसडी डीपी शाही आदि मौजूद रहे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The shops will open in the district from today with conditions, an appeal to give priority to home delivery Full Article
india news पानी के माेल बेच रहे 4 एकड़ में लगी सब्जी By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT लाॅकडाउन में किसानों की परेशानियां बढ़ गई है। खेतों में लगे सब्जी की बिक्री नहीं होने से सब्जी खेत में ही खराब हो रहे हैं, जिससे किसानों को काफी नुकसान उठना पड़ रहा है। किसान लोहाडंडा निवासी राजकुमार सिंह ने बताया कि लगभग 4 एकड़ जमीन में खीरा, ककड़ी, भिंडी, नेनुआ, करेला ,मिर्च आदि फसल लगाया है। लॉक डाउन के कारण सब्जी का उचित दाम नहीं मिल रहा है, जिससे उसे काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है, साथ ही साथ खेत में ही सब्जी खराब हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष लगभग 20 हजार रुपए कर्ज लेकर गरमा फसल की खेती किया गया है और इस वर्ष अच्छा मुनाफा कमाने की उम्मीद जगी थी, पैदावार अच्छी हुई परंतु कोरोना वायरस के चलते उनका सब कुछ खत्म होने लगा है। उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन के कारण लगभग एक माह से क्षेत्र के किसी भी इलाके में हाट नहीं लग रहा है जहां सब्जी का उचित दाम मिल सके।अब किसी तरह वे औने पौने दाम में सब्जी बेचने को विवश हैं। राजकुमार ने यह भी बताया कि इस बेमौसमी बारिश के कारण भी नुकसान झेलना पड़ा। जब बारिश से बचाकर फसल तैयार किया गया तो अब कोई खरीदारी करने वाले नहीं मिल रहा है इस स्थिति में वे कर्ज़ कर लगाएं पूंजी भी लौट नहीं सकता है। वहीं किसान तरवन निवासी रामाशंकर यादव, नईटांड निवासी रामचंद्र महतो,करियांवा निवासी किसान नौशाद अंसारी आदि किसानों ने बताया कि इस लाॅक डाउन में सब्जी बेचने में काफी मशक्कत हो रही है। सब्जी में लगे मेहनत व पूंजी भी लौट नहीं रहा जिससे काफी चिंता बढ़ गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Vegetable in 4 acres selling water mills Full Article
india news नानपुर में क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे मजदूरों ने किया सड़क जाम, कहा-रोटी मांगने पर डांटते हैं सेंटर इंचार्ज By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT प्रखंड क्षेत्र के कोइली पंचायत स्थित मध्य विद्यालय कोइली बालक में बनाये गये क्वारेंटाइन सेंटर में ठहरे अप्रवासी मजदूरों ने कुव्यवस्था से तंग आकर शनिवार को रून्नीसैदपुर-पुपरी मुख्य पथ काे जाम कर दिया। सभी लाेगाें ने सेंटर के सामने बीच सड़क पर बांस-बल्ला लगाकर सड़क को जाम कर धरना-प्रदर्शन किया और हंगामा करने लगे। इस दौरान नाराज अप्रवासी मजदूरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन भी नहीं किया गया। इस सेंटर पर कुल 60 मजदूर रह रहे हैं। सड़क जाम की सूचना मिलने पर बीडीओ चन्द्रमोहन पासवान, सीओ नौशाद आलम, पुअनि. मो. इम्तेयाज खान सशस्त्र बलों के साथ मौके पर पहुंचे औश्र लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया गया।दैनिक भत्ता के रूप में तीन सौ रुपए देने की भी मांग की गईआरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में उन लोगों को सरकार के द्वारा दैनिक भत्ते के रूप में तीन सौ रुपए प्रतिदिन के हिसाब से दिए जाने की जानकारी मिली थी। पर, अब तक इसके लिए किसी भी कर्मी या अधिकारियाें ने हमलोगों से कोई भी कागजात नहीं लिए। 12 दिन हो गए है, परंतु हमलोगों में से किसी की भी स्वास्थ्य जांच नहीं कराई गई है। बगैर जांच कराए ही हम लोगों को इस सेंटर पर रखा जा रहा है। कहा कि सुबह-शाम दोनों समय भोजन में चावल ही दिया जाता है। रोटी मांगने पर डांट-फटकार की जाती है। वहीं, सेंटर इंचार्ज गौतम कुमार ने बताया कि मजदूरों के द्वारा लगाया अारोप पूरी तरह बेबुनियाद है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today रून्नीसैदपुर-पुपरी पथ को जाम करते क्वारेंटाइन सेंटर में रहने वाले मजदूर। Full Article
india news बाइक सवार 2 बदमाशों ने प्रधान शिक्षक समेत 2 लोगों को मारी गोली By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT नगर थाना क्षेत्र के चकमहिला मिडिल स्कूल के समीप शनिवार की शाम बाइक सवार दो बदमाशों ने बाइक सवार प्रधान शिक्षक समेत दो लोगों को दो गोली मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद बाइक सवार बदमाश मधुबन की ओर भाग निकले। घटना के बाद आसपास के लोगों में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। स्थानीय लोगों ने दोनों जख्मी को इलाज के लिए नगर के रिंग बांध स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां उनकी स्थिति गंभीर बताई गई है। दोनों जख्मी की पहचान चकमहिला निवासी ललितेश्वर कुमार और नथुनी अंसारी के रूप में की गई है। इधर, घटना की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष प्रभात रंजन सक्सेना दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।चकमहिला मिडिल स्कूल के पास घटना को दिया अंजामवहीं मामले की छानबीन कर बदमाशों की भागने की दिशा में छापेमारी अभियान चलाया। हालांकि छापेमारी अभियान के दौरान पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं लग पाया। जानकारी के अनुसार, ललितेश्वर कुमार बाजपट्टी प्रखंड के बसहा कन्या मध्य विद्यालय के प्रधान शिक्षक हैं। इसी बीच शनिवार को ललितेश्वर अपने साथी नथुनी अंसारी के साथ बाइक से बाजार गए थे। देर शाम लौटने के क्रम में बाइक सवार दो बदमाशों ने चकमहिला मिडिल स्कूल के समीप ललितेश्वर के जांघ और नथुनी अंसारी के पैर में गोली मार जख्मी कर दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news मामूली विवाद में हुई गोलीबारी में दो लोग घायल, एफआईआर By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT थाना क्षेत्र के संदलपुर पंचायत में मामूली विवाद को लेकर हुई गोलीबारी में दो व्यक्ति गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायलों का इलाज बेगूसराय के निजी अस्पताल में चल रहा है। जहां दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है। दोनों घायलों में एक की पहचान संदलपुर गांव निवासी इन्द्रदेव साह के पुत्र विकास साह जबकि दूसरे की पहचान ज्ञानटोल गांव निवासी शोभित यादव के पुत्र उमा यादव के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों के अनुसार, ज्ञानटोल गांव निवासी भूदेव यादव का पुत्र अमला यादव दूध का व्यवसाय करता है।शुक्रवार की देर शाम को वह दूध लेकर संदलपुर गांव गया था, जहां इन्द्रदेव यादव के आटा चक्की मील के सामने रुक कर दूध बेचने लगा। इसी दौरान एक ग्राहक अपने सिर पर गेहूं लेकर मील पर पहुंचा। इन्द्रदेव साह ने अमला यादव को वहां से हटकर दूध बेचने के लिए बोला। परंतु अमला यादव दूध बेचने के धुन में उनकी बातों को अनसुना कर दिया। इन्द्रदेव साह ने फिर से उसे वहां से हटकर दूध बेचने के लिए बोला तो अमला यादव वहां से हटने से मना कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच झड़प होने लगी जो गाली-गलौज से हाथापाई पर पहुंच गया।शोर-शराबा व मारपीट होता देख वहां बहुत से लोग जमा हो गए। इसी बीच सूचना मिलने पर अमला यादव का दोस्त उमा यादव व इन्द्रदेव साह का पुत्र विकास साह वहां पहुंच गए और दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई। गोलीबारी की इस घटना में जहां एक तरफ से विकास साह को जबकि दूसरे तरफ से उमा यादव को गोली लग गई। स्थानीय लोगों द्वारा दी गई सूचना पर पहुंचे एम्बुलेंस से दोनों घायल को पीएचसी लाया गया, जहां मौजूद चिकित्सक ने दोनों की स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया। इस संबंध में थानाध्यक्ष सुदीन राम ने बताया घायल के फर्द बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news विद्यालय का ताला तोड़कर चोरों ने स्मार्ट क्लास में रखा सामान उड़ाया By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT थाना क्षेत्र के भुतही स्थित रामदेव भगत बलदेव चौधरी बालिका उच्य माध्यमिक विद्यालय का ताला तोड़कर चोरों ने स्मार्ट क्लास के बेशकीमती सामान की चोरी कर ली। ग्रामीणों ने घटना की सूचना विद्यालय के एचएम सच्चिदानद प्रसाद को दी। एचएम के कहने पर विद्यालय के शिक्षक जितेंद्र कुमार, मो. जैनुद्दीन और मृत्युंजय विद्यालय पहुंचे और गायब सामान का मुआयना किया। शिक्षक श्री कुमार ने बताया कि चोरों ने स्कूल के कमरे का ताला तोड़कर एलईडी टीवी, इन्वर्टर, बैटरी अाैर होम थियेटर सहित लाखों की संपत्ति की चोरी कर ली है। सरकारी आदेश के बाद भी विद्यालय में अब तक नाईट गार्ड की बहाली नहीं की गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today साेनबरसा में टूटे हुए सामान को देखते शिक्षक। Full Article
india news मुशहरी टोल में पोखर में नहाने के दौरान डूब गई 5 साल की बच्ची संध्या कुमारी, हुई मौत By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT थाना क्षेत्र के जयनगर पंचायत अंतर्गत मुशहरी टोल के चौर में शनिवार को पोखर में नहाने के दौरान डूबने से एक बच्ची की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। मृतका बच्ची की पहचान मुशहरी टोल निवासी भूनटून राय की 5 वर्षीय पुत्री संध्या कुमारी के रूप में की गई है। घटना के बाद गांव में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। ग्रामीणों ने घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलने पर अवर निरीक्षक गौतम कुमार सिंह दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे औैर मामले की छानबीन कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। यहां पोस्टमार्टम करने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। मुखिया ललित किशोर पंडित ने बताया कि सुबह से बच्ची के घर में नहीं रहने पर परिजनों ने करीब 11 बजे से बच्ची की खोजबीन शुरू की।लोगों ने बच्ची को पोखर की ओर जाते देखा थाखोजबीन के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बच्ची को पोखर की ओर जाते हुए देखा गया है। इसके बाद परिजनों को शंका होने पर ग्रामीण गोताखोर की मदद से पोखर में बच्ची की खोजबीन शुरू की गई। इस दौरान पानी के अंदर बच्ची का पैर पकड़ में आया। शव पानी के अंदर मिट्टी में धंस गया था जिसे बाहर निकाला गया। इस दौरान मृतका की मां सुलिया देवी रो-रोकर बेहोश हो जा रही थी। पोखर से शव निकालने के दौरान घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जुटी रही। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today साेनबरसा में बच्ची की मौत के बाद विलाप करते परिजन। Full Article
india news डाेर स्टेप डिलेवरी में गाेदाम से ही डीलराें काे कम मिलता है अनाज By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT परिहार प्रखंड जविप्र विक्रेताओं के अध्यक्ष रामदरेश राय ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी को आवेदन दिया है। इसमें गोदाम प्रशासन पर कई आरोप लगाये गये है। उन्होंने आवेदन में कहा है कि डोर स्टेप डिलेवरी में गोदाम प्रशासन के द्वारा अनाज कम दिया जाता है। श्रमिकों का पैसा भी नहीं दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जन वितरण प्रणाली के सभी विक्रेताओं द्वारा आपदा के इस घड़ी में सरकार के निर्देशों का पालन किया जा रहा है। आम लोगों की सेवा की जा रही है। बहुत से डीलर अपने स्तर से भी लोगों को सहयोग कर रहे है। फिर भी गोदाम प्रशासन द्वारा अनाज के वजन में कमी किया जा रहा है। साथ ही अनाज को वाहन पर लादने और उतारने वाले श्रमिकों का भुगतान भी नहीं किया जाता है।हमेशा लाइसेंस रद्द कर देने की धमकी दी जाती हैराय ने कहा कि जब ये बातें गोदाम प्रशासन को कही जाती है तो यह धमकी दी जाती है कि लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। इससे डर कर जन वितरण प्रणाली के विक्रेता खामोश रहते है। श्री राय ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी से यह मांग की है कि एसएफसी गोदाम पर पदाधिकारी की उपस्थिति में अनाज का वजन कर जन वितरण प्रणाली को देने की व्यवस्था की जाए। आवेदन पर प्रखंड के 54 जन वितरण प्रणाली के विक्रेताओं के हस्ताक्षर हैं। हाल के दिनों में विभिन्न जविप्र विक्रेताओं पर अनाज कम देने का आरोप लगा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news एसडीएम के आदेश पर राशन कार्डधारियों के डीबीटी डाटा ठीक करने में जुटे डीलर-कर्मी By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT राशन कार्डधारियों की त्रुटिपूर्ण डीबीटी डाटा ठीक करने के लिए प्रखंड क्षेत्र में शनिवार से कर्मचारी और डीलरों ने युद्धस्तर पर काम जारी कर दिया है। डीबीटी डाटा ठीक करने के बाबत उपभोक्ताओं का अभिलेख जमा करते बरियारपुर पूर्वी के डीलर विवेक कुमार उर्फ मंतोष, न्याय सचिव रूपेश कुमार और वार्ड सदस्य प्रतिनिधि राजन कुमार ने बताया कि उनलोगों को डीबीटी डाटा ठीक करने के लिए प्रखंड से दो तरह का प्रपत्र उपलब्ध करवाया गया है। जिसमें त्रुटिपूर्ण डीबीटी डाटा अपडेट करने के लिए त्रुटिपूर्ण डीबीटी डाटा सूची और आरसी वन प्रपत्र शामिल है।जिसके तहत राशन कार्ड उपभोक्ताओं से उसके साक्ष्य का महत्वपूर्ण अभिलेख जमा करना है।उन्होंने बताया कि त्रुटिपूर्ण डीबीटी सूचि की बावत लाभुकों के आईएफएससी कोड के साथ बैंक का खाता नम्बर और उसका मोबाइल नंबर लेना है।जबकि आरसी वन प्रपत्र के लिए आधार कार्ड, आईएफएससी कोड के साथ बैंक का खाता नम्बर और उसका मोबाइल नंबर जमा करना है। बताते चले कि प्रखंड मुख्यालय के पुस्तकालय भवन में शुक्रवार को त्रुटिपूर्ण डीबीटी डाटा ठीक करने के लिए मंझौल एसडीएम दुर्गेश कुमार की अध्यक्षता में डीलर व कर्मचारियों की बैठक हुई।जिस बैठक में एसडीएम के द्वारा बताया गया कि कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन में फंसे राशन कार्डधारियों की सहायता के लिए सरकार ने एक हजार रुपया प्रति कार्डधारी देने का फैसला लिया है। डीबीटी डाटा त्रुटिपूर्ण होने की वजह से लाभुकों के खाते में राशि हस्तांतरण नही हो पा रही है, जिसको लेकर एसडीएम द्वारा आदेश दिया गया कि वे लोग अपने क्षेत्राधीन राशन कार्डधारियों का महत्वपूर्ण अभिलेख डीबीटी डाटा सूचि से अविलम्ब लिंक करवाने का काम करें। ताकि इस आपातकाल से जूझ रहे राशन कार्डधारियों को सरकार द्वारा घोषित सहायता राशि उपलब्ध करवाया जा सके।डीलर व कर्मचारियों को यह भी जानकारी दिया गया कि ऐसा करने से पारिवारिक राशन कार्ड नाम से वंचित उस परिवार के लोगो को भी राशन मिल सकता है।साथ ही बैठक में उनलोगों को यह भी जानकारियां दी गयी कि जीविका द्वारा उपलब्ध कराए गए लाभुकों के आवेदन का युद्ध स्तर पर जांच चल रहा है।जांचोपरांत सभी वैध लोगो को राशन कार्ड जल्द ही उपलब्ध करवा दिया जायगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Dealer-workers engaged in recovering DBT data of ration card holders on the orders of SDM Full Article
india news समाजसेवियों ने 11 किन्नरों को दिया 15 दिनों का राशन By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT बाघा में मैं बेगूसराय का बेटा हूं सामाजिक अभियान के तहत शहर के 11 किन्नर के बीच राशन का वितरण किया गया। लॉकडाउन की वजह से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और मॉल बंद होने से किन्नरों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मैं बेगूसराय का बेटा हूं अभियान के रजनीकांत पाठक और भूमिपाल राय ने 11 किन्नरों के बीच 15 दिनों के लिए 5 केजी आटा, 5 केजी चावल समेत अन्य राशन की सामग्री का वितरण किया।साथ ही कोरोना से बचाव के लिए किन्नरों को गमछा, मास्क और सैनिटाइजर भी दिया। सामग्री वितरण के दौरान किन्नरों ने लॉकडाउन और जागरूकता पर गीत गाकर पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की। संस्था के रजनीकांत पाठक और जिलाध्यक्ष भूमिपाल राय ने कहा कि लॉकडाउन में लगातार राशन वितरण का कार्य किया जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Social workers gave ration for 15 days to 11 eunuchs Full Article
india news क्वारान्टीन सेंटर में रह रहे प्रवासियों की हुई जांच, 6 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT वीरपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पकड़ी मुनीचक में कोरोना वायरस महामारी को ले बनाये गये क्वारान्टीन सेंटर में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य की जांच शनिवार को वीरपुर पीएचसी के डॉक्टरों द्वारा की गयी। स्वास्थ्य की जांच पीएचसी प्रभारी डॉ सुशील कुमार गोयनका, डॉ हादी फारुक व डॉ शीतल प्रसाद द्वारा किया गया। इस दौरान बाहर से आये व्यक्तियों का रजिस्ट्रेशन भी किया गया।साथ ही विभिन्न राज्यों से आये लोगों का ट्रेवल हिस्ट्री लिया गया व उनकी सूची बनायी गयी। सीओ नवीन कुमार चौधरी ने बताया कि वर्तमान में कुल 68 लोग प्रखंड के तीन क्वारान्टीन सेंटर पर रह रहे हैं। जिसमें कई लोग दूसरे प्रदेशों में रहकर मजदूरी करते थे। इसमें से 6 व्यक्ति का सैम्पल जांच हेतु भेजा गया। मौके पर बीडीओ अखिलेश कुमार, हेल्थ मैनेजर आनंद ईश्वर आदि उपस्थित थे।खोदावन्दपुर में आठ लोगों को किया गया क्वारान्टीनखोदावन्दपुर मेंपश्चिम बंगाल के हुगली सहित अन्य शहरों से घर आये कुल आठ प्रवासियों को खोदावन्दपुर प्रशासन ने शनिवार को 21 दिनों के लिए क्वारान्टीन कराया गया है। बीडीओ अनुरंजन कुमार ने बताया कि प्रखंड के मेघौल पंचायत से एक, फफौत पंचायत के तारा गांव में दो, दौलतपुर पंचायत से पांच, अप्रवासी अपने-अपने संसाधनों से जैसे तैसे घर पहुंचे थे। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने प्रखंड प्रशासन को दिया। सूचना मिलते ही इन लोगो का पहले मेडिकल चेकअप कराया गया। फिर तारा बरियारपुर मध्य विद्यालय स्थित क्वारान्टीन सेंटर पर सभी को क्वारान्टीन कर दिया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Investigation of migrants living in quarantine center, sample of 6 people sent for investigation Full Article
india news पटना से सिंघाचौरी लाया गया भरत का शव 3 घंटे तक वाहन में पड़ा रहा By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT नानपुर थाना क्षेत्र के सिंघाचौरी गांव स्थित फकीर तकिया टोला में गुरुवार की शाम बकरी चराने को लेकर हुई दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प में गंभीर रूप से जख्मी भरत दास की मौत पीएमसीएच में इलाज के दौरान हो गई। शनिवार की सुबह जैसे ही शव गांव लाया गया, एक बार फिर से तनाव शुरू हो गया। इस दौरान लोगों को समझाया गया कि अभी कोराना का संकट चल रहा है। इसके बाद अंतत: शव का अंतिम संस्कार 3 घंटे के बाद पंचायत भवन स्थित श्मशान में किया गया। तब तक शव वाहन में पड़ा रहा। वहीं पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि शनिवार की सुबह 9 बजे भरत दास का शव पटना से गांव लाया गया। सूचना पर पुपरी एसडीओ धनंजय कुमार, डीएसपी संजय कुमार पांडेय, बोखड़ा बीडीओ अमरेंद्र पंडित, सीओ अवधेश कुमार श्रीवास्तव, पुलिस इंस्पेक्टर विजय कुमार, प्रभारी विजय कुमार सिंह, नानपुर थानाध्यक्ष राम प्रवेश उरांव के अलावा चोरौत और रुन्नीसैदपुर थाने की पुलिस, रैपिडेक्शन फोर्स और जिला पुलिस बल ने मोर्चा संभाला। पुलिस ने शव को घर पर ले जाने के बदले परिजनों से सिंघाचौरी पंचायत भवन के समीप ही श्मशान में अंतिम संस्कार कराने का आग्रह किया। तीन घंटे की मशक्कत के बाद परिजन उक्त स्थल पर शव का अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।प्राथमिकी में जाेड़ी गई धारा 302 और 307, 2 लोगों को पुलिस ने भेजा जेलस्थिति को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी अभियुक्त मोहम्मद सलीम को गिरफ्तार कर लिया। इसके एक दिन पूर्व शुक्रवार को आरोपी मोहम्मद शफीक उर्फ भोला को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। घटना के बाबत मृतक की चाची व भागवत दास की पत्नी सिया देवी उर्फ संझा देवी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसमें फकीर तकिया टोला के मोहम्मद शफीक साह उर्फ भोला, समशीर साह, तनवीर साह, शम्मी साह व सलीम उर्फ जसीम अहमद समेत 20 लोगों को नामजद किया गया है। भरत की मौत के बाद प्राथमिकी में धारा 307 के अलावा धारा 302 जोड़ दी गई। डीएसपी ने अनुसंधानकर्ता विजय कुमार सिंह के जगह पर अनुसंधान का कमान नानपुर थानाध्यक्ष राम प्रवेश उरांव को सौंपा है। उन्होंने थानाध्यक्ष को सभी नामजद अभियुक्तों को अविलंब गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। वहीं, गांव में उत्पन्न तनाव के मद्देनजर शनिवार की दोपहर एसपी अनील कुमार सिंघाचौरी गांव पहुंचे जहां मृतक के परिजनों से मिलकर सांत्वना दी। कहा कि किसी भी स्थिति में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। एहतियात के तौर पर पंचायत भवन एवं मध्य विद्यालय सिंघाचौरी में मजिस्ट्रेट के साथ रैपिड एक्शन फोर्स व जिला पुलिस की तैनाती कर दी गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today भरत के शव का देखकर बच्चों की आंखों से आंसू निकल पड़े। Full Article
india news सीआरपीएफ ने किया 30 क्विंटल महुआ बरामद By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौर में सीआरपीएफ द्वारा कैमूर पहाड़ी के तराई में एवम झारखण्ड बिहार के सीमा से लगे सोन नदी में चलाया गया नक्सल विरोधी अभियान के दौरान यदुनाथपुर थाना अन्तर्गत मटियांव गांव स्थित सोन नदी के नाव घाट पर 30 क्विंटल महुआ जब्त किया है। ज्ञात हो कि यदुनाथपुर थाना अंतर्गतकैमूर पहाड़ी के तराई एवम सोन नदी में सीआरपीएफ एवं स्थानीय पुलिस नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से छापेमारी अभियान चला रही थी। इसी क्रम में सीआरपीएफ को सोन नदी के मटियांव गांव स्थित सोन नदी के नाव घाट पर 70 बोरा यानी 30 क्विंटल महुआ पर नजर पड़ गया । सीआरपीएफ ने महुआ को जब्त कर यदुनाथपुर पुलिस को सौप दिया।सीआरपीएफ के सहायक समादेष्टा सुभाष चन्द्र झा ने बताया कि इस धंधा के मामला मे एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है। जिसका नाम बद्री साव ग्राम अमहुआ है। इस धंधा के संचालक नन्दा साव नावाडीह कला गांव के निवासी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news क्वारेंटाइन सेंटर में गंदगी के बीच हैं प्रवासी By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT दूसरे प्रदेशों से आए प्रवासी श्रमिकों के लिए कोरोना संक्रमण से बचाव व रोकथाम के लिए 21 दिनों के लिए क्वारेंटाइन केंद्र में रहना अनिवार्य है। इसके लिए सभी प्रखंडों में क्वारंेटाइन केंद्र बनाए गए है। इन क्वारंेटाइन सेंटरों में रह रहे श्रमिकों को जिला प्रशासन की तरफ से समय से भोजन व अन्य सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया गया है। बावजूद क्वारंेटाइन सेंटर में प्रशासन के निर्देश का सही से अनुपालन नहीं किया जा रहा है।करगहर प्रखंड के एसएन कॉलेज शाहमल देव खैरा को भी क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। इसमें रह रहे प्रवासियों ने बताया कि केवल तैलीय एवं मसाला वाला भोजन दिया जा रहा है वो भी बासी। प्रवासियों ने बताया कि भोजन को पॉलिथीन में पैक कर दिया जा रहा है जबकि सरकार द्वारा हीं लोगों को जागरूक किया जाता है पॉलिथीन का प्रयोग नहीं करे वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।भोजन भी अच्छी तरह से पका हुआ नहीं रहताभोजन भी अच्छी तरह से पका हुआ नहीं रहता है। गंदगी के कारण रात भर मच्छर सोने नहीं देते। कमरे के आस-पास फैले कचरे के कारण दुर्गध आती रहती है। इसी तरह पीने के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था नहीं है। श्रमिकों ने बताया कि क्वारंेटाइन केंद्र में तैनात कर्मियों को कहने के बाद भी कोई सुधार नहीं किया जा रहा है। श्रमिकों ने बताया कि सेंटर पर तैनात कर्मी अपने पीने के लिए आरओ का पानी मंगवाते हैं।मजदूरों ने कहा-सुविधा के नाम पर लूट मची हैजब प्रशासन द्वारा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं किया गया तो मजबूरन हमलोगाें को आरओ का पानी मंगवाना पड़ा। सुविधा के नाम पर लूट मची है। प्रवासी मजदूरों की मानें तों पिछले दो-तीन दिनों से यहां सैनेटाइजर का छिड़काव नहीं हो रहा है। मजदूरों को को स्वयं साफ-सफाई करनी पड़ती है। इसकी जब शिकायत प्रखंड विकास पदाधिकारी से की गई तो उन्होंने हमलोगों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Migrants are among the dirt in Quarantine Center Full Article
india news एंबुलेंस नहीं मिली तो ज्येष्ठ की दोपहरी में बीमार मां को 10 किमी ठेले पर लेकर पहुंचा अस्पताल By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT फारबिसगंज में शुक्रवार को दोपहर चिलचिलाती धूप में एक ठेला चालक को कुव्यवस्था की मार झेलनी पड़ी। भरगामा प्रखंड सिरसिया हनुमानगढ़ कला पंचायत के एक गरीब ठेला चालक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में ठेला चालक ने बताया कि अस्पताल से एम्बुलेंस नहीं मिलने पर बीमार मां को ठेले पर लेटा 10 किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंचा। एम्बुलेंस के लिए अस्पताल फोन किया लेकिन, अस्पताल में एंबुलेंस की कमी कहकर एंबुलेंस नहीं दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today If the ambulance was not found, the eldest mother in Jyeshtha's two-wheeler reached the hospital on 10 km handcart. Full Article
india news पेड़ काटने के क्रम में बिजली करंट से एक व्यक्ति की मौत By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT दावथ प्रखंड क्षेत्र के सेमरी गांव मे बिजली करंट की चपेट मे आने से एक व्यक्ति की घटना स्थल पर हीं मौत हो गई। सेमरी निवासी मोहन प्रसाद ने बताया कि शनिवार की सुबह सात बजे सेमरी निवासी जगदेव शाह का 46 वर्षिय बेटा शिवमुरत साह सहजन के पेड़ पर चढ़कर सहजन का डाल काट रहे था। तभी पेड़ के ऊपर से गुजर रहा करंट प्रवाहित ग्यारह हजार वोल्ट तार के डाल सट गए। इसी क्रम मे पुरे पेड़ मे करंट प्रवाहित हो गया व करंट की चपेट मे आने से शिवमुरत साह की घटना स्थल पर हीं मौत हो गयी। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस शव को सीएचसी ले आई।थानाध्यक्ष शशिभूषण प्रसाद ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया है। वहीं वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो अशोक कुमार गुप्ता ने एसडीओ व जिलाधिकारी से बात कर मृतक के आश्रितों को मुआवजा व एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है। मौत पर दुख जताने वालों मे भाजपा नेता हरषु प्रसाद गुप्ता,उदय प्रसाद ,ओमप्रकाश गुप्ता आदि शामिल हैं। मृतक को दो बेटी व एक बेटा है।वैन पलटने से ड्राइवर की जान गईअकाेढ़ीगाेला मेंस्थानीय बक्सर सोन नहर के तटीय सड़क पर खपड़ा गांव के समीप शनिवार को अनियंत्रित पिकअप वैन नहर में पलट गई। जिसमें चालक की दबकर मौत हो गई। पुलिस शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल में भेज दिया है। चालक अगरेर गांव का 35 वर्षीय युवक विकास कुमार बताया जाता है। थानाध्यक्ष अनिल प्रसाद ने बताया कि चालक पिकअप वैन लेकर नोखा के तरफ से आ रहा था। जो अनियंत्रित होकर नहर में पलट गई और चालक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। पुलिस ने पिकअप को जब्त कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। परिजनों को सूचना दे दी गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today One person died of electric current in order to cut trees Full Article
india news अल्लाह के लिए सभी आकांक्षाओं को छोड़, रोजेदार करते हैं इबादत: मो. हामिद By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT माह-ए-रमजान मुस्लिम समाज के पवित्र त्योहारों में एक है। इस त्योहार का बहुत ही महत्व है। इस माह में लोग अपनी दिनचर्या को ईश्वर के लिए समर्पित कर अल्लाह की इबादत में लग जाते हैं। उक्त बातें युवा हाफिज मो हामिद ने दूसरे जुम्मे नमाज के दौरान कही। उन्होंने कहा कि रमजान सभी महीनों में सबसे पवित्र व त्याग का महीना है। पूरी दुनिया वैश्विक महामारी से जूझ रही है और भारत में भी लॉकडाउन है। ऐसे में मस्जिदों में नमाज पर पाबंदी है। जिसे लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को इबादत में थोड़ी परेशानी आ रही है। लेकिन पूरी अकीदत के साथ छोटे-बड़े, बुजूर्ग, महिला अपने अपने घरों में रमजान की फजीलत को समझते हुए ईश्वर के प्रति अपनी श्रद्धा को मजबूत बनाने के लिए 14 घंटे से अधिक की रोजा रख रहे हैं और ईश्वर से नमाज में दुआ करते हैं। वहीं दुनिया की हर समस्या का हल कहे जाने वाले पवित्र पुस्तक कुरान भी इसी महीने नाजिल हुई। रमजान की कुरान में बहुत फजीलत (महत्व) है। इसलिए कलाम पाक की तिलावत भी खूब की जाती है। इस माह में रात्रि नमाज के बाद तरावीह में खड़े होकर पूरी कुरान सुनी जाती है। खासतौर पर इस माह में रोजेदार अल्लाह के करीब आने के लिए अपनी सारी आकांक्षाओं को छोड़कर इबादत में लग जाते है। हाफिज मोहम्मद हामिद ने अपने बारे में बताया कि महाराष्ट्र के अक्कलकुवा स्थित मदरसा से कुरान ए करीम को हिब्ज यानी याद किया और हर साल रात्रि के समय तरावीह में पूरी कुरान पढ़कर सुनाते हैं। इसके साथ ही इस्लाम में बताए गए सबसे बेहतर कार्य तिजारत यानी व्यवसाय से जुड़े हैं। वहीं सादिक जुनैद रमजान के इस पवित्र माह में वैश्विक महामारी से छुटकारा और मुल्क में अमन शांति कायम के लिए अल्लाह से दुआ मांगने की लोगों से अपील की ताकि देश में पुनः पूर्व की स्थिति जल्द कायम हो सके और लोग अपने जीवन यापन को बेहतर तरीके से जी सके। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मो. हामिद। Full Article
india news क्वारेंटाइन हुए मजदूर बोले- हमें पीटा गया, वायरल किया था मिले खाना का वीडियो By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT तुंबा स्थित क्वारेंटाइन सेंटर पर कोटा से आए मजदूरों को स्थानीय प्रशासन द्वारा क्वारेंटाइन करने के पश्चात मजदूरों ने बीती रात खाना एवं व्यवस्था को लेकर विरोध कर हंगामा किया। रात में मिले खाना का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। शनिवार की सुबह कोटा से आए क्वारेंटाइन हुए युवकों के परिजनों द्वारा पुलिस प्रशासन पर मारपीट का आरोप लगाया गया। तुंबा निवासी प्यारी कुंअर ने बताया कि मेरे बेट के साथ मारपीट कर दूसरे के सेंटर में ले जाया गया। वही जोखन राम की पत्नी राजा की मां ने बताया कि मेरे पुत्र राजा से मोबाइल छीन कर दूसरे क्वा रेंटाइन सेंटर में ले जाया गया।सीसीटीवी की निगरानी में हैं सभी: बीडीओप्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि सभी केंद्रों पर खाने बनवा कर समयानुसार पहुंचाया जा रहा है। चारों केंद्रोंं पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैंै। जिसकी निगरानी में क्वारेंटाइन सेंटर के सारे क्रियाकलाप लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो रहे हैं। वही सभी सेंटर पर पहुंचे प्रवासी मजदूरों को क्वारेंटाइनन करने के पश्चात एक बाल्टी एवं किट सहित साबुन, मास्क, टूथब्रश तक मुहैया कराई गई है। मभोजन के मीनू के संदर्भ में बताया कि सुबह चना और गुड़, दोपहर के खाने में चावल, शाम को दूध और रात के खाने में चावल दी जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Quarantine workers said - We were beaten up, viral video of food found Full Article
india news क्वारेंटाइन सेंटर की ड्यूटी से लौटने पर मौत By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र में चौकीदार की मौत शुक्रवार की शाम कोरोना वायरस से बचाव को लेकर बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर से ड्यूटी के बाद घर लौटने पर हार्ट अटैक से हो जाने से मौत का मामला सामने आया है। मृतक खैरा पंचायत के वार्ड संख्या 15 निवासी 50 वर्षीय रमेश पासवान पिता स्वर्गीय सुखदेव पासवान बताए गए है। नरपतगंज थानाध्यक्ष के अलावा पूरे विभाग में शोक की लहर है। मिली जानकारी अनुसार रमेश पासवान 1985 से चौकीदार के पद पर सेवा दे रहे थे। वे अपने पीछे 2 पुत्र के अलावा तीन पुत्री छोड़ गए है। जबकि शुक्रवार को प्रखंड क्षेत्र के फरही पंचायत में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में ड्यूटी के बाद देर शाम घर पहुंचे और कुछ ही क्षण बाद तबीयत बिगड़ने के कारण वह बेहोश हो गए। आनन-फानन में इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नरपतगंज में भर्ती कराया जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. पी के गुप्ता ने मृत घोषित कर दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अस्पताल में शव के साथ उनके परिजन Full Article
india news भारी पड़ेगी लापरवाही: राजस्थान से लौटे प्रवासियों की अस्पताल में नहीं हुई जांच By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT प्रखंड क्षेत्र में शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक दर्जन की संख्या में राजस्थान से आए प्रवासियों अपनी स्वास्थ्य जांच कराने के लिए पहुंचे, परंतु घंटों बैठे रहने के बाद भी एवं संबंधित अधिकारियों से फोन से बात करने के बावजूद भी जांच नहीं होने के बाद निराश होकर अपने गांव लौटे गए। ज्ञात हो कि देश कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में है। अपनी परिवार के भरण पोषण करने के लिए दूसरे प्रदेश में जाकर काम करने वाले प्रवासी अब अपने घर लौट रहे हैं।लौटने के बाद उन्हें अपने प्रखंड में बने क्वारेंटाइन सेंटर पर 21 दिनों के लिए क्वारेंटाइन रहना है। वहीं सरकार द्वारा सारे निर्देशों को पालन करने के उद्देश्य से मजदूरों का जत्था प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोहतास पर गया था, परंतु वहां घंटों बैठने के बावजूद भी उन सभी की स्वास्थ्य जांच नहीं हुई। मजदूरों ने कहा कि काफी देर बैठाया गया। उसके बाद भी हमारी जांच नहीं हुई।बीडीओ बोले- जांच कराई जा रही है, सबको क्वारेंटाइन रखा जा रहाबाहर से आए सभी प्रवासी मजदूरों को प्रखंड में स्थापित किए गए क्वारेंटाइन सेंटर पर 21 दिनों के लिए रखा जा रहा है एवं जांच कराई जा रही है। -मनोज पासवान, प्रखंड विकास पदाधिकारी, रोहतासतुंबा आईटीआई सेंटर में मुख्यालय से कुछ को भेजा गया: सीओप्रवासी मजदूरों को तुंबा आईटीआई सेंटर में मुख्यालय परिसर से कुछ को भेजा गया है और बाकी लोग को ले जाया जा रहा है। -विकास कुमार, अंचलाधिकारी, रोहतासबस से पहुंचे, हाथों पर क्वारेंटाइन की मुहररोहतास प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने वालों में मजिगांवा निवासी विशाल पासवान, प्रदीप पासवान, अखिलेश पासवान, अरविंद पासवान आदि थे। ये सभी बाहर से आए थे। इन प्रवासी मजदूरों ने बताया कि हम लोग बस के माध्यम से अपने गांव पहुंचे हैं। राजस्थान से आने के क्रम में कर्मनाशा के पास हम लोगों की स्वास्थ्य जांच कर हमारे हाथों पर मुहर लगाई गई है। फिर भी हम सभी सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करने हेतु स्वास्थ्य केंद्र पर जांच के लिए आए थे और क्वारेंटाइन सेंटर जाएंगे। इन मजदूरों का कहना था कि भले ही जांच नहीं हुई पर वे सभी तरह की एहतियात बरत रहे हैं। हालांकि जांच हो जाती तो मन में जो डर-भय है वह खत्म हो जाता।क्वारेंटाइन सेंटर की संख्या बढ़ाई गईकोरोना को लेकर प्रवासी मजदूरों के लिए स्थानीय प्रखंड के यदुुनाथपुर विद्यालय एवम अनुमण्डल डिग्री कॉलेज पहाड़िया प्रवासी मजदूरों को अधिक के संख्या में आने से आइसोलेशन केंद्र का वार्ड भर गया है। सभी केंद्रों पर 383 प्रवासी मजदूर हो गए हैं। बीडीओ ने कहा कि देश के कई राज्यों से प्रवासी मजदूरों को आने की अभी और सूचना है। जिससे नए आइसोलेशन केंद्र बढ़ाए जा रहे हैं। इस प्रखंड के प्रत्येक गांव में बाहर के प्रवासी मजदूर लगातार आ रहे हैं। नौहट्टा रेफरल अस्पताल के डॉ रूपेश रंजन डॉ पंकज कुमार ने बताया कि चिकित्सा संबंधी जानकारी सुबह शाम लिया जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Negligence will be exacerbated: Migrants returned from Rajasthan not examined in hospital Full Article
india news प्रवासियों को घर के खाने के साथ क्वारेंटाइन सेंटर के बाहर बिना रोक घूमने की आजादी By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT फारबिसगंज में इक्का दुक्का छोड़ प्रायः विद्यालयों के क्वारेंटाइन सेंटर आईसीयू में नजर आ रहा है। कई सेंटरों पर बिना रोक टोक के लोग घूम फिर कर बाहर प्रवेश कर जाते हैं। प्रवासियों के रहने का महज कागजी घोड़ा ही दौड़ रहा है। जबकि वास्तविकता कुछ और बयां करती है। जहां न तो कोई चिकित्सा की व्यवस्था है और न ही इनके नियमित रहने पर कोई नियंत्रण।ग्रामीणों की शिकायत पर भास्कर टीम ने क्वारेंटाइन सेंटरों की पड़ताल की तो कई मामला देखने को मिला। मध्य विद्यालय क्वारेंटाइन सेंटर में रहने के बजाए लोग बाहर घूमते नजर आ रहे थे। वहीं पड़ताल के दौरान प्रखंड के रामपुर उत्तर स्थित अंबेडकर आवासीय उच्च विद्यालय में बने क्वारंेटाइन में लोगों के द्वारा शारीरिक दूरी की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही थी। यहां सुरक्षा के अभाव में परिजनों द्वारा विद्यालय के गेट पर भीड़ लगाकर खाने की सामग्री देते नजर आएं। ग्रामीणों में रमन यादव, निशार फिरोज, रूपेश यादव, रोहित यादव, सूरज यादव ,पवन कुमार, ललित राज सहित अन्य लोगों ने कहा की कुछ परिजन चहार दिवारी से फांद कर क्वारेंटाइन सेंटर में प्रवेश करते हैं और खाना पहुंचाते हैं। इससे वहां रहने वाले अन्य लोगों में भय का माहौल है।वहीं भास्कर टीम जब सिमराहा मध्य विद्यालय स्थित क्वारेंटाइन टाइन सेंटर का जायजा लिया तो यहां की स्थिति और बदत्तर देखने को मिली। यहां कोई बाहर से चाय पीकर तो कोई घर से खाना खाकर क्वारेंटाइन सेंटर में प्रवेश करते नजर आए। जिन्हें कोई रोकने टोकने वाला नहीं था। इस दौरान जैसे ही कैमरा का प्लैश चमका लोग हड़बड़ा गए और इधर-उधर भागने लगे। कोई दीवार फांद कर अंदर प्रवेश तो कर लिया पर इस दौरान उनका मोबाइल बाहर ही छूट गया।गार्ड बिना वर्दी के घूमते हैं क्वारेंटाइन सेंटर के बाहरपड़ताल के दौरान टीम ने पाया कि सिमराहा मध्य विद्यालय में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में 43 प्रवासियों को रखा गया है। लेकिन इस सेंटर पर सुविधाओं का घोर अभाव है। सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूर बाजार निकल आराम से घूमते हैं और सामानों की खरीददारी कर वापस सेंटर में चले जाते हैं। सेंटर पर सुरक्षा का भी इंतेजाम नहीं है। जबकि प्रतिनियुक्त गार्ड खुद बिना वर्दी के क्वारेंटाइन से बाहर ही घूमते हैं। इस संबंध में जब भास्कर टीम ने जानकारी लेने का प्रयास किया तो बताया कि उन्होंने कहा कि सब लोग बाहर निकलते हैं, इसीलिए हम भी बाहर आकर यहीं से ही नियंत्रण करते हैं। वर्दी के विषय कहा कि हमलोग बाहर से आये हैं। हमे लॉकडाउन के कारण यही योगदान देना पड़ा इसीलिए वर्दी नहीं है। इन्हीं सुरक्षा की कमी के कारण यहां रखे गए प्रवासी मजदूरों के परिजन उनसे यहां आकर यहां आराम से मिलते हैं। यहीं नहीं बेरोकटोक खाना के साथ जरूरी समान भी पहुंचाते हैं। इस क्वारेंटाइन सेंटर पर रहने वाले प्रवासी मजदूरों की शिकायत है कि सिर्फ दो वक्त ही भोजन दिया जाता है। दो मजदूरों पर एक छोटा सा साबुन दिया जाता है। सैनिटाइजर भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। यहां प्रवासियों के बाहर घूमने से ग्रामीण भी काफी भयभीत है।घर नजदीक होने के कारण सामग्री देने आते हैं : परिजनसेंटर पर रहने वाले प्रवासी मजदूरों ने कहा कि हमलोगों को खाना ढंग का नहीं मिलता है और न ही अन्य जरूरी सुविधा मिल रही है। क्वारंेटाइन सेंटर से कुछ बच्चे बाहर चाय पीने निकल जाते हैं। जिन्हें हमलोग समझा रहे हैं। घर वाले मिलने के लिए आते हैं और उनसे हमलोग गेट पर ही मुलाकात कर लेते हैं। वहीं कई परिजनों ने बताया कि घर नजदीक होने के कारण कुछ सामग्री देने के लिए यहां आते हैं।प्रवासी को आवश्यक सामग्री देते परिजन।सेंटर में सुरक्षा की है कमीक्वारेंटाइन सेंटर में रहने वाले वाले सभी लोगों को बाहर नहीं निकलने का निर्देश दिया जाता है। बावजूद परिजनों की इतनी भीड़ लग जाती है कि संभालना मुश्किल हो जाता है। सुरक्षा की कमी के कारण भी ऐसा हो रहा है। मैं खुद सख्त हिदायत दे रहा हूं।मेराज, इंचार्ज सिमराहा मध्य विद्यालयसदर अस्पताल में वेंटिलेटर के लिए डीएम को सौंपा आवेदनअररिया | अररिया सदर अस्पताल में वेंटिलेटर की व्यवस्था किए जाने को लेकर सीमांचल युवा जागरण मोर्चा के अध्यक्ष गगन कुमार झा ने शनिवार को डीएम को आवेदन दिया है। सौंपे गए आवेदन में अध्यक्ष ने बताया है कि वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सदर अस्पताल में वेंटिलेटर होना अति आवश्यक है। जिससे मरीजों की आकस्मिक मृत्यु पर रोक लगाई जा सके। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today क्वारेंटाइन सेंटर आंबेडकर आवासीय विद्यालय के प्रवेशद्वार पर प्रवासी श्रमिकों के परिजनों की भीड़। Full Article
india news सासाराम में 4 लाख 98 हजार घरों में 121 लोगों को सर्दी-खांसी By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT राज्य सरकार के निर्देशानुसार कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कोविड-19 हाउस टू हाउस व्यापक सर्वे कराया गया। विगत 20 दिन से चल रहा हाउस होल्ड सर्वे का काम जिले में शुक्रवार को पूरा हो गया। शनिवार को जारी सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि जिले में 4 लाख 98 हजार से अधिक घरों में 20 दिन तक सर्वे कार्य कराया गया।राज्य सरकार के निर्देश पर कराया गया कोविड-19 हाउस टू हाउस व्यापक सर्वे पूरा हो गया। 20 दिन से हाउस होल्ड सर्वे का काम चल रहा था। रोहतास जिले में यह सर्वे शुक्रवार को पूरा हो गया। शनिवार को सर्वे की रिपोर्ट भी जारी कर दी गई। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जिले में 4 लाख 98 हजार से अधिक घरों में 20 दिन तक सर्वे कार्य कराया गया, जिसमें सर्दी-खांसी बुखार वाले मात्र 121 मामले मिले हैं। राज्य सरकार भले ही सर्वे रिपोर्ट पर अपनी पीठ थप-थपा ले लेकिन 28 लाख से अधिक लोगों में इतने कम मामले पर सवाल उठने लगे हैं।यह सर्वेक्षण कार्य गत 18 अप्रैल को शुरू हुआ था। 20 दिन तक चले सर्वे में जिले के सभी 245 पंचायतों में हाउस टू हाउस सर्वे कराया गया। दो सदस्यीय टीम डोर-टू-डोर सर्वे में शामिल रही। दो सदस्यीय टीम में आंगनबाड़ी सेविका एवं आशा कार्यकर्ता शामिल थी। जबकि पर्यवेक्षिकाओं के द्वारा सर्वे कार्य की मानीटरिंग की जा रही थी। 8 मई को पूर्ण हुए सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि कुल 4 लाख 98 हजार 405 घरों के 28 लाख 61 हजार 935 सदस्यों का सर्वे किया गया है। सर्वे का मुख्य उद्देश्य घरों के उन सदस्यों को चिंहित करना था जो बुखार, कफ एवं सांस लेने में तकलीफ की बीमारी से ग्रसित हो। सर्वे रिपोर्ट बताती है कि 28 लाख से अधिक सदस्यों में मात्र 121 लोग बुखार, कफ एवं सांस लेने में तकलीफ से ग्रसित थे।बिना किसी ट्रैवल हिस्ट्री के 114 मामले: सर्वे रिपोर्ट बताती है कि बिना किसी ट्रैवल हिस्ट्री के अर्थात ऐसे लोग जो राज्य से बाहर नहीं गए थे, उनमें सबसे अधिक कफ, बुखार एवं सांस में तकलीफ के मामले सामने आए हैं। बिना किसी ट्रैवल हिस्ट्री के ऐसे लोगों की संख्या कुल 114 हैं। जबकि किसी अन्य राज्य से लौटे लोगों में ऐसे मामलों की कुल संख्या मात्र 7 है। जबकि विदेश से लौटे लोगों में बुखार, कफ एवं सांस में तकलीफ के मामलों की संख्या शून्य बताई गई है।सर्वे के नाम पर पूरा किया गया काेरम: अब जब सर्वे में 4 लाख 98 हजार से ज्यादा घरों में 28 लाख से अधिक सदस्यों पर किए गए सर्वे में मात्र 121 लोगों में कफ, बुखार एवं सांस में तकलीफ के मामले सामने आए हैं, तब सर्वे पर सवाल उठने लगे हैं। या तो सर्वे के नाम पर कोरम पूरा किया गया, या फिर लोगों ने ही सर्वे टीम काे सही-सही जानकारी नहीं दी। इस संबंध में पूछने पर आइसीडीएस के डीपीओ सुनीता कहती है कि जिले में कोविड 19 का हाउस होल्ड सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। सर्वे रिपोर्ट में कुल 121 लोगों में कफ, बुखार एवं सांस में तकलीफ के मामले सामने आए हैं। कम संख्या के संबंध में कहा कि सर्वे तो यही संख्या बताते हैँ, इसमें क्या कहा जा सकता है। इस संबंध में सीएस जनार्दन शर्मा ने बताया कि हाउस होल्ड सर्वे में जिन लोगों में कफ, बुखार एवं सांस में तकलीफ के मामले सामने आए हैं, उनमें से कुछ का सैँपल जांच किया गया, अन्य का भेजा जाएगा।तीन श्रेणियों में किया गया सर्वे: सर्वे के दौरान सर्वे टीम को घरों में जाकर यह जानकारी लेनी थी। घर के सदस्यों के ट्रेवल हिस्ट्री के आधार पर जानकारी लेने थी। प्रत्येक घर में सर्वे टीम ने यह पूछा कि क्या कोई सदस्य विदेश से लौटा है, अगर लौटा है तो क्या उसे बुखार, कफ या सांस की तकलीफ की समस्या है। दूसरा सवाल पूछना थ कि कोई सदस्य बिहार के बाहर किसी अन्य राज्य से लौटा है क्या? Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 121 people cough and cough in 4 lakh 98 thousand houses in Sasaram Full Article
india news क्वारेंटाइन सेंटर में भोजन में गड़बड़ी को ले हंगामा, रोड जाम By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT प्रवासी मजदूर को कोरोना से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने 21 दिनों तक क्वारेंटाइन सेंटर में रखने की व्यवस्था की है। क्वारेंटाइन सेंटर पर सभी बुनियादी सुविधाएं दी जा रही हैं। लेकिन सच्चाई कुछ और है।अररिया प्रखंड के रजोखर मध्य विद्यालय के क्वारेंटाइन सेंटर में रहने वाले लोगों ने शनिवार को हंगामा किया। यही नहीं उन्हाेंने एनएच 327ई सड़क को स्कूल के सामने विद्यालय के बेंच-डेस्क को रखकर जाम कर दिया। सेंटर में रह रहे प्रवासियों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से पूछने के लिए कोई नहीं आता। लोगों का आरोप है कि सेंटर पर प्रवासी मजदूरों के पास साबुन तो दूर मास्क तक भी नही है। मजदूरों का कहना है भोजन देने में गड़बड़ी की जा रही है। शुक्रवार की रात का जिक्र करते हुए कहा कि इस सेंटर में 85 प्रवासी रह रहे हैं। लेकिन खाना मात्र 30-35 लोगों का ही लाया गया। आधे से अधिक भुखे ही रह गए। वहीं मौके पर अररिया आरएस कें थानाध्यक्ष बबन सिंह, एएसआई मंजूर आलम व दल बल कें साथ घटना स्थल पर जाकर मजदूरों कों समझा बुझा कर मामला शांत कराया। शांत कराने के बाद सभी को फिर से क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा गया।मवि क्वारेंटाइन सेंटर में नशे में हंगामा कर रहा व्यक्ति गिरफ्तारकुर्साकांटा | प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कुर्साकांटा पंचायत के वार्ड 7 अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय को बाहर से आई महिलाओं के लिए क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। उक्त सेंटर में वर्तमान में तीन महिला एवं एक किशोरी को रखा गया है। शुक्रवार की संध्या एक व्यक्ति शराब के नशे में सेंटर के अंदर घुस कर हंगामा करने लगा। जिसको लेकर अंचल अधिकारी विजय कुमार सिन्हा ने उक्त व्यक्ति पर शराब के नशे में हंगामा करने, महामारी एक्ट व राष्ट्रीय आपदा अधिनियम आदि एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है।शुक्रवार की संध्या उक्त केंद्र का निरीक्षण करने बीडीओ मधु कुमारी पहुंची थी। उसी समय एक व्यक्ति क्वारेंटाइन सेंटर के अंदर घुस कर हंगामा कर रहा था। व्यक्ति के पास क्वारेंटाइन सेंटर के अंदर जाने का भी कोई आदेश पत्र नहीं था। हंगामा करते हुए व्यक्ति की जानकारी तत्काल बीडीओ ने थाना अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह को दी। सूचना मिलते ही थाना अध्यक्ष सदलबल उक्त क्वारेंटाइन सेंटर पर पहुंचे। हंगामा कर रहे व्यक्ति को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। पकड़ाए व्यक्ति के मुंह से शराब की दुर्गंध आ रही थी। पकड़ाया व्यक्ति रतीश चंद्र रमन पिता जगदीश प्रसाद मंडल ग्राम बैरगाछी वार्ड 3 थाना बरदाहा का रहने वाला है। पकड़ाए व्यक्ति को पीएचसी लाया गया जहाँ पर चिकित्सक ने जांच में शराब पीने की पुष्टि की।थाना अध्यक्ष ने बताया कि शराब पीने एवं बिना बैध कागजात के क्वारेंटाइन सेंटर के अंदर प्रवेश करने, नशे में हंगामा करने, सेंटर पर कार्यरत कर्मी के साथ अभद्र व्यवहार करने, महिला चौकीदार को अपने कार्य करने से रोकने के करण उक्त व्यक्ति को जेल भेज दिया गया है।क्वारेंटाइन सेंटर के निरीक्षण में दो शिक्षक पाए गए अनुपस्थितअररिया| कोविड-19 अंतर्गत विद्यालय में बनाये गए क्वारेंटाइन सेंटर में सहयोग नहीं करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। इसको लेकर डीईओ ने एक सेंटर के प्रभारी एचएम व शिक्षकों को सख्त हिदायत देते हुए जवाब मांगा है। रानीगंज के अंचल अधिकारी ने क्वारेंटाइन सेंटर के निरक्षण में दो शिक्षक को अनुपस्थित पाया था। इसकी शिकायत अंचल अधिकारी ने डीएम को दी थी। शिकायत के आलोक में आठ मई को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने रामानुग्रह उच्च विद्यालय हांसा कमालपुर के क्वारेंटाइन सेंटर का औचक निरक्षण किया था। क्वारेंटाइन सेंटर पर कार्यरत शिक्षक कुमार सुभाष और अचल कुमार आनंद को अनुपस्थित पाए गए। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उच्च विद्यालय के प्रभारी एचएम विजय कुमार विश्वास को पत्र लिख कर अनुपस्थित रहने वाले शिक्षक के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today शनिवार को क्वारेंटाइन सेंटर में भोजन नहीं मिलने पर हंगामा करते प्रवासी श्रमिक। Full Article
india news मजदूरों की मौत के लिए जवाबदेह हैं सरकार की मजदूर विरोधी नीतियां By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT केन्द्र व महाराष्ट्र सरकार के कारण 16 मजदूरों की मौत ट्रेन से कटकर हुई। उक्त आरोप भाकपा के पूर्व विधायक अवधेश राय ने शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लगाया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने 16 मजदूरों को सड़क पर चलने से रोक दी। इस कारण भूखे प्यासे सभी मजदूरों की मौत ट्रेन से कटकर हुई। इसके लिए रेल प्रशासन, महाराष्ट्र सरकार की पुलिस और भारत सरकार की मजदूर विरोधी नीतियां ही जवाबदेह है।लॉकडाउन में मजदूरों के रहने खाने पीने की व्यवस्था करने में महाराष्ट और केंद्र सरकार विफल हुई। उन्होंने कहा कि सीपीआई मांग करती है कि तमाम मृतक मजदूरों के पूरे परिवार के भरण पोषण की पूरी गारंटी ली जाए, उनके आश्रितों को नौकरी की भी गारंटी की जाए और ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए जिससे भविष्य में ऐसी दुखद घटना की पुनरावृति नहीं हो।संगठित मजदूरों को मजदूरी का भुगतान करे कंपनी: केन्द्र सरकार की घोषणा के बाद भी आईओसी, एनटीपीसी, एचयूआरएल में कार्यरत हजारों असंगठित मजदूरों को मजदूरी नहीं दी गई। उक्त बातें एटक महासचिव प्रह्लाद सिंह ने शनिवार को कहीं। साथ ही कहा कि जिले के औद्योगिक नगरी बरौनी में तीन केंद्रीय उपक्रम आईओसी, एनटीपीसी, एचयूआरएल में करीब 14 हजार असंगठित मजदूर कार्यरत हैं। कोरोना महामारी के कारण भारत सरकार पूरे देश में तालाबंदी की घोषणा की है, जो 17 मई तक का है। केन्द्र सरकार ने घोषणा की है कि कार्यरत असंगठित मजदूरों को कारखाना बंद रहने के दौरान भी मजदूरी का भुगतान किया जाएगा। अभी तक तीनों कारखानों को मिलाकर लगभग 10 हजार मजदूरों का मजदूरी भुगतान नहीं हुआ है। स्थानीय कंपनी या बाहरी कंपनी कार्यरत लोगों को कह रही है कि बिना काम हम भुगतान नहीं कर सकते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि महामारी का निषेध कमजोर लोगों पर ही नहीं बल्कि ऐसे प्रबंधन पर भी किया जाए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news 85 लाख की लागत से बलहपुर दो में बना एपीएचसी का नहीं हुआ उद्घाटन By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT बलहपुर पंचायत दो में लगभग 85 लाख की लागत से बना अतिरिक्त स्वास्थ्य उप केन्द्र बनकर वर्षों पूर्व तैयार हुआ। यहां के लोगों को आस जगी कि अब 10 किलोमीटर दूर रेफरल अस्पताल मटिहानी नहीं जाना पडे़गा। लेकिन अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र बनने के बाद भी उद्घाटन नहीं होने से यहां के लोगों में मायूसी छाई हुई है। यह इलाका बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। इस अस्पताल से लगभग 50 हजार की आबादी का इलाज हो सकता है। स्थानीय विधायक नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह ने कहा की स्मृति शेष डेजी देवी के नाम से जमीन बिहार सरकार को दान स्वरूप दिया।जिसमें भवन भी बनाया गया लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण आज तक इसका उद्घाटन नहीं हो सका। रेफरल अस्पताल मटिहानी के चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी संतोष झा ने बताया कि बिहार सरकार द्वारा भवन बनाया गया लेकिन गुप्ता लखमीनिया बांध से अस्पताल तक एप्रोच पथ एवं बाउंड्रीवाल नहीं होने के कारण ठेकेदार द्वारा हैंडओवर नहीं किया गया। इस कारण अस्पताल का उद्घाटन नहीं हो पाया।वहीं चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में चारदीवारी एवं एप्रोच पथ बनाने के लिए राशि उपलब्ध करवा दी गई है जिसमें काम शुरू किया गया है। लॉकडाउन होने के कारण निर्माण कार्य को रोक दिया गया है। ग्रामीण राम रतन कुंवर ने बताया कि अस्पताल में ठेकेदार और विभाग की लापरवाही के कारण ना तो बिजली व्यवस्था की गई है और ना ही पानी की। कोरोना वायरस महामारी में इसकी उपयोगिता शून्य साबित हो रही है। मटिहानी बीडीओ भुवनेश मिश्र ने बताया कि चारदीवारी और एप्रोच पथ बनने के बाद स्वास्थ्य विभाग को हैंड ओवर किया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news राहत वितरण अभियान के दौरान मेयर ने कहा- हमारा प्रयास है कोई भूखा ना रहे By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 3 के उलाव में लॉकडाउन से पीड़ित सौ से अधिक जरूरतमंदों के बीच मेयर उपेंद्र प्रसाद सिंह ने शनिवार को निजी कोष से राहत सामग्री वितरण किया। साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क भी सभी को उपलब्ध कराया। मेयर यूपी सिंह ने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को देखते हुए वैसे जरूरतमंदों को राहत दी जा रही है जिन्हें राशन की सख्त जरूरत है।साथ ही कहा कि हमारा प्रयास है कोई भूखा ना रहे, इसके लिए लगातार राशन वितरण का कार्य जारी रहेगा। मेयर उपेंद्र प्रसाद सिंह ने उपस्थित लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने एवं घर से बाहर निकलने वक्त मास्क या गमछे का इस्तेमाल करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि लाॅक डाउन का अनुपालन करते हुए सभी घर में रहें, तभी सुरक्षित रहेंगे। इस मौके पर उप मेयर राजीव रंजन, पार्षद प्रतिनिधि अशोक कुमार, इफ्फतुर रहमान, सुरेश राम, सुमित कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।शहर के विभिन्न वार्डों में किया गया सैनिटाइजेशनउपमेयर राजीव रंजन ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आईटीआई मैदान में बनाए गए वाहन कोषांग में नगर निगम के कर्मियों को प्रतिनियुक्त कर सभी वाहनों का नियमित सैनिटाइज कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से निपटने के लिए शहर में बनाए गए सभी क्वारिन्टाइन सेंटर एवं आइसोलेशन सेंटर का विशेष रूप से सैनिटाइज कराया जा रहा है। उप मेयर ने बताया कि सुपर सकर वाहन से वार्ड नं0-43 के रेलवे ढ़ाला, खातोपुर, अनुसूचित जाति एवं जनजाति थाना, विष्णुपुर मेन रोड, डाकबंगला होते हुए काली स्थान चैक तक सोडियम हाइपरक्लोराइड मिश्रण का छिड़काव किया गया। स्वचालित स्प्रे मशीन से सभी सरकारी कार्यालय, प्रधान डाकघर, मूल्यांकन केन्द्र व सार्वजनिक संस्थानों में सैनिटाईज कराया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today During the relief distribution campaign, the Mayor said - Our effort is to not starve anyone Full Article