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बंजी जंपिंग के लिए 92 m ऊंचाई से कूदा, खुल गई रस्सी फिर...

वीडियो में एक शख्स बंजी जंपिंग के लिए 92 मीटर की ऊंचाई से कूदता है, लेकिन बीच में ही उसकी रस्सी खुल जाती है. इससे उसकी पसलियां टूट जाती है.




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SpiceJet नहीं करेगी छंटनी, 92% कर्मचारियों को अप्रैल का आंशिक वेतन देगी

लो-कॉस्ट एयरलाइन स्पाइसजेट (SpiceJet) अपने करीब 92 फीसदी कर्मचारियों को अप्रैल महीने में आंशिक वेतन का ही भुगतान कर सकेगी. हालांकि, किसी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला जाएगा.




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'1992 के बाद अपने ही देश को वर्ल्‍ड कप जीतते हुए नहीं देखना चाहते थे अकरम'

इस दिग्‍गज पाकिस्‍तानी कप्‍तान ने आरोप लगाया कि 2003 तक हर वर्ल्‍ड कप से पहले वसीम अकरम (Wasim Akram) को कप्‍तान बना दिया जाता था




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রাজ্যে একদিনে করোনা আক্রান্ত ৯২, মোট মৃত ৭৯, সুস্থের হার ১৯.১২ শতাংশ

সংক্রমণ রুখতে বোরো ৪, বোরো ৬ ও বোরো ৭- এইসব জায়গায় বেলগাছিয়া মডেল অনুসরণ করা হবে।




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ஜோக்கரின் ஜாலம் ஆஸ்கரிலும் செல்லுமா? 92வது ஆஸ்கர் விருது விழா: முழு பரிந்துரை பட்டியல் இதோ!

லாஸ் ஏஞ்சல்ஸ்: 92வது ஆஸ்கர் விருது விழா வரும் பிப்ரவரி மாதம் 9ம் தேதி பிரம்மாண்டமாக கொண்டாடப்படவுள்ளது. ஹாலிவுட் திரைப்படங்களுக்கான உச்சபட்ச விருதான ஆஸ்கர் விருது விழாவில் விருது வெல்லப்போகும் படங்களின் இறுதி பரிந்துரை பட்டியல் தற்போது வெளியாகியுள்ளது. பெரிதும் எதிர்பார்க்கப்பட்ட ஜோக்கர் திரைப்படம் 11 பிரிவுகளில் பரிந்துரை செய்யப்பட்டுள்ளது. குவன்டின் டரன்டினோவின் 'Once upon a




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Adani Ports Consolidated March 2020 Net Sales at Rs 2,921.19 crore, down 5.23% Y-o-Y

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पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर मियांदाद 1992 वर्ल्ड कप में अजीब वायरल का शिकार हुए थे, कहा- फाइनल में पसीना-पसीना हो गया था

खेल डेस्क. दुनियाभर को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने एक खुलासा किया है। उन्होंने 25 मार्च, 1992 वर्ल्ड कप के फाइनल को याद करते हुए दावा किया कि मैच के दौरान वे किसी अजीब वायरल के शिकार हो गए थे। तब डॉक्टर को भी उनकी बीमारी का पता नहीं चल सका था। तब पाकिस्तान टीम ने इमरान खान की कप्तानी में एकमात्र खिताब अपने नाम किया था। उस मैच में मियांदाद ने 98 गेंद पर 58 रन की पारी खेली थी, जबकि इमरान ने सबसे ज्यादा 72 रन बनाए थे।

मियांदाद ने यूट्यूब वीडियो में कहा- ‘‘हम इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल खेले थे। मुझे आज भी यकीन नहीं होता कि हम जीते कैंसे। मेरा तब एक ही मकसद था कि पिच पर टिका रहूं। लेकिन तब मुझे पेट की बिमारी हो गई थी, जिससे मुझे दौड़ने में भी तकलीफ हो रही थी। मैं अपने शॉट नहीं खेल पा रहा था। मुझे अजीब वायरस हो गया था। फाइनल में मैं पसीना-पसीना हो गया था। मुझे लग रहा था कि मेरे अंदर जान ही नहीं बची है। मैंने इसके बाद डॉक्टर को भी दिखाया, लेकिन किसी को बीमारी के बारे में पता नहीं चला था।’’

मियांदाद-इमरान ने की 139 रन की साझेदारी
फाइनल में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 249 रन बनाए थे। इसके जवाब में इंग्लैंड 227 रन पर ही सिमट गई थी। मैच में पाकिस्तान के दो विकेट 24 रन पर ही गिर गए थे। इसके बाद इमरान और मियांदाद ने तीसरे विकेट के लिए 139 रन की अहम साझेदारी की थी। मैच में इंजमाम उल हक ने 46 गेंद पर 42 रन और वसीम अकरम ने 18 गेंद पर 33 रनों की पारी खेली थी। जबकि अकरम और मुश्ताक अहमद ने 3-3 विकेट लिए थे। मियांदाद ने पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट में 8832 और 233 वनडे में 7381 रन बनाए हैं।



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जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट में 8832 और 233 वनडे में 7381 रन बनाए हैं।




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फॉर्मूला-1 का रेवेन्यू जनवरी-मार्च में 84% घटकर 292 करोड़ रुपए रह गया, पिछले साल की इसी तिमाही में 1845 करोड़ था

कोरोनावायरस की वजह से फॉर्मूला-1 का रेवेन्यू इस साल की पहली तिमाही यानी जनवरी-मार्च के बीच में 84 फीसदी घटकर 39 मिलियन डॉलर (292 करोड़ रुपए) रह गया। पिछले साल की इसी तिमाही में रेवेन्यू 246 मिलियन डॉलर यानी करीब 1845 करोड़ रुपए था। फार्मूला वन की पैरेंट कंपनी लिबर्टी मीडिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

इस दौरान लिबर्टी मीडिया का रेवेन्यू भी 200 मिलियन डॉलर (करीब 1511 करोड़ रु.) घट गया। वहीं, लीग के संचालन का घाटा भी पिछले साल के 47 मिलियन डॉलर (352 करोड़ रुपए) से बढ़कर 137 मिलियन डॉलर (1027 करोड़ रुपए) हो गया।

5 जुलाई को ऑस्ट्रिया से फॉर्मूला-1 सीजन शुरू होगा
कोविड-19 महामारी की वजह से इस साल सीजन शुरू नहीं हो पाया है। 10 रेस या तो रद्द या स्थगित कर दी गई हैं। तमाम कोशिशों के बाद भी 5 जुलाई को ऑस्ट्रिया से सीजन शुरू होगा।

दिसंबर तक 15 से 18 रेस कराने का लक्ष्य

कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा- हमें जुलाई से रेस शुरू होने की उम्मीद है। इसे हम दिसंबर तक जारी रहेंगे। इस दौरान हमारा लक्ष्य 15 से 18 रेस कराना है। हालांकि, इस दौरान दर्शक मौजूद रहेंगे या नहीं, फिलहाल ये तय नहीं हो पाया है।

अमेरिकी कंपनी के पास 3 साल से फॉर्मूला-1 का स्वामित्व

अमेरिकी अरबपति जॉन मालोन के स्वामित्व वाले लिबर्टी मीडिया के पास 2017 से फॉर्मूला वन का मालिकाना हक है। कंपनी की कमाई का बड़ा हिस्सा ग्रां प्री रेस के आयोजकों द्वारा चुकाई गई फीस, ब्रॉडकास्टर्स और स्पॉन्सरशिप से आता है। लेकिन कोरोना की वजह से एफ-वन रेस पूरी तरह बंद है। लेकिन कॉन्ट्रैक्ट से बंधे होने की वजह से इस अमेरिकन ग्रुप को अलग-अलग टीमों को 1.5 बिलियन डॉलर की राशि देनी पड़ी।

लिबर्टी मीडियाके स्टॉक की वैल्यू 33 फीसदी कम हुई

इस बीच, गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार नैस्डैक में लिबर्टी मीडियाके शेयर में 0.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इस साल की शुरुआत से कंपनी के स्टॉक की कीमत 33 फीसदी कम हो गई है।



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फॉर्मूला-1 की पेरेंट कंपनी लिबर्टी मीडिया ने बयान जारी कर कहा- हमें जुलाई से रेस शुरू होने की उम्मीद। दिसंबर तक 15 से 18 रेस कराने का लक्ष्य। (फाइल)




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1921 पर मिस कॉल कर जाने आपको कोरोना का कितना खतरा

आमजन को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए एक विशेष नंबर जारी किया गया है। यह नंबर है 1921, इस नंबर पर केवल मिस कॉल करने के बाद ही संबंधित व्यक्ति के पास कंट्रोल रूम से फोन आएगा। फोन पर व्यक्ति से उसके स्वास्थ्य संबंधी कुछ जानकारियां ली जाएंगी। इन जानकारियों के आधार पर उसे बताया जाएगा की उसे कोरोना वायरस का कितना खतरा है। यह भी बताया जाएगा की आपको चिकित्सक से परामर्श लेने की जरूरत है या नहीं। इतना ही नहीं, एक बार इस नंबर पर कॉल करने के बाद यदि वह व्यक्ति किसी भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हुआ होगा तो उसे तुरंत ही अलर्ट मैसेज जारी हो जाएगा। यह नंबर उन लोगों के लिए जारी किया गया है जिनके पास एंड्रॉयड या स्मार्ट फोन नहीं हैं।

गौरतलब है कि बीते दिनों ही सरकार ने कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए आरोग्य सेतू एप लांच किया था। यह एप भी लोगों को कोरोना संक्रमण से अलर्ट करता है तथा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर भी संचेत करता है। यहां बता दें कि जिले में अबतक 84 हजार 138 लोगों ने आरोग्य सेतू एप अपने फोन में इंस्टाल कर ली है।

मिस काॅल के बाद पंजीकृत हो जाएगा नंबर

सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए जारी किए गए 1921 नंबर पर मिस कॉल करने के बाद फोन आएगा। इसके बाद व्यक्ति का पंजीकरण हो जाएगा। पंजीकरण होने के बाद समय-समय पर मैसेज के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस के बारे में अलर्ट किया जाएगा तथा उन्हें कोविड-19 से बचने की सावधानियों के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। खास बात यह है कि इस नंबर की सुविधाएं देश की 11 भाषाओं में उपलब्ध रहेंगी।

सभी कर्मचारियों व पुलिस कर्मियों को डाउनलोड करना

जिला प्रशासन ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने फोन में आरोग्य सेतू एप इंस्टाल करने के को कहा है। वहीं पुलिस प्रशासन ने भी सभी कर्मचारियों को यह एप डाउनलोड करने को कहा है। वीरवार को डीएसपी दलजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस व आईटी की टीम ने जिले के कई पुलिसकर्मियों के फोन में आरोग्य सेतू एप इंस्टाल करवाया।

पुलिस कर्मियों को दिए निर्देश : एसपी

जिले में सभी पुलिसकर्मियों को उनके फोन में आरोग्य सेतू एप इंस्टॉल करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए डीएसपी व आईटी की टीम को लगाया गया है जो पुलिसकर्मियों को यह एप इंस्टाल करने तथा इसका प्रयोग करने के बारे में बता रहे हैं।'' -राजेश कुमार, एसपी, फतेहाबाद।

1921 पर करें मिसकॉल : डीआईओ

1921 नंबर पर मिस काॅल कर कोई भी नागरिक बेक कॉल आने पर अपने स्वास्थ्य संबंधी कुछ बातें बताकर यह जान सकता है कि उसे कोरोना का कितना खतरा है। जिले में 84 हजार लोगों ने आरोग्य सेतू इंस्टाल किया है।'' -सिकंदर, डीआईओ, एनआईसी।



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फ़तेहाबाद। पुलिसकर्मियों को आरोग्य सेतू एप इंस्टाल करवाते अधिकारी।




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अब 1921 नम्बर पर एक मिस्ड कॉल से मिलेगी साधारण फोन पर भी स्वास्थ्य की जानकारी, मिलेगा कोरोना वायरस से अलर्ट

आरोग्य सेतु एप से जहां लोगों को कोरोना संबंधित जानकारी मिल रही है। वहीं अब लोगों को एक मिस्ड कॉल करने पर उनके फोन पर भी स्वास्थ्य संबंधित जानकारी मिलेगी। केंद्र सरकार ने आमजन की सुविधा को देखते हुए अब साधारण फोन पर भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने की योजना बनाई है। इसके लिए सरकार ने आरोग्य सेतु एप की सुविधा से एक कदम ओर आगे बढ़ाते हुए आरोग्य सेतु आईवीआरएस सेवा को शुरू की है। यह सेवा पूरे देश में मिलेगी। बेशक लोगों के पास स्मार्ट फोन की बजाए साधारण फोन हो। डीसी ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्मार्ट फोन के लिए कुछ समय पहले आरोग्य सेतु मोबाइल एप लांच किया था। इस एप के जरिए आम नागरिकों को अपने मोबाईल से ही कोरोना वायरस की स्थिति और आसपास के क्षेत्र में किसी भी आदमी के संक्रमित होने की स्थिति और स्वयं के स्वास्थ्य की जानकारी एप के द्वारा मिल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आरोग्य सेतु एप लांच करने के बाद एक और कदम आगे बढ़ाया है। अब सरकार ने फीचर फोन (साधारण मोबाईल) और लैंडलाइन का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए आरोग्य सेतु आईवीआरएस सेवा शुरू की है। यह सर्विस देशभर में उपलब्ध करवाई गई है।
एसएमस से भेजा जाएगा जवाब
यह एक टोल फ्री सर्विस है, जहां लोगों को 1921 नम्बर पर मिस कॉल करनी होगी। इस नम्बर पर मिस्ड कॉल करने के बाद व्यक्ति को वापस कॉल आएगा। इस कॉल में आपकी सेहत से जुड़े इनपुट लिए जाएंगे। पूछे जाने वाले सवाल आरोग्य सेतु एप की तर्ज पर ही होंगे। व्यक्ति जिस तरह का जवाब देगा उसके आधार पर सम्बन्धित व्यक्ति को एक एसएमस भेजा जाएगा। यह एसएमएस लोगों को उनकी सेहत की जानकारी देगा। अगर हालत गम्भीर लगे तो यह आपको सुधार का अलर्ट भी जारी करेगा। उपायुक्त ने कहा कि अधिक से अधिक लोग इस टोल फ्री सेवा का फायदा उठाए और अपने आपको स्वस्थ्य रखे।



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मैं हौसला कैसे छोड़ता, आईसीयू में 92 साल के ‘जवान’ थे और 4 साल की योद्धा भी

(महेश शर्मा). कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सबकुछ निगेटिव ही नहीं है। जयपुर में अब तक 506 से ज्यादा लोग काेरोना को हरा चुके हैं। इनमें से 361 डिस्चार्ज होकर घर लौट चुके हैं। यानी हौसला रखेंगे और डॉक्टर की बात मानेंगे तो काेरोना की हार तय है। कोरोना को हराने वाले लोगों में राजापार्क के राजन कालरा (36) भी हैं। महामारी को हराकर 4 दिन पहले निगेटिव रिपोर्ट के साथ ‘बेहद पॉजिटिव’ होकर लौटे कालरा ने भास्कर से काेरोना होने से महामारी से अपनी लड़ाई तक साझा की।
खुद को आज्ञाकारी लड़के की तरह डॉक्टरों को समर्पित कर दो, कोरोना हार जाएगा
ऑलराउंडर खेल में तो ठीक है, असल जिंदगी में हमें सिर्फ एक्सपर्ट पर भरोसा करना चाहिए। कोरोनाकाल में मैंने सिर्फ दो काम किए- बिना डिग्री वाले डॉक्टरों की अनदेखी करो और खुद को आज्ञाकारी लड़के की तरह डाॅक्टरों को समर्पित कर दो। बुखार हुआ तो मैंने एक-दो दिन क्रोसिन खाई। इसके बाद बहन की सलाह पर दोस्त के साथ सीके बिरला अस्पताल पहुंचा। सारी जांचें हुईं। कोरोना निगेटिव था, डेंगू-मलेरिया-वायरल नहीं था पर लेकिन बुखार बना रहा। तब डॉ. पुनीत गुप्ता ने अस्पताल के एमडी से बातकर पहले ही मेरा रूटीन मरीजों से अलग इलाज शुरू किया। पीपीई किट वाले नर्सिंग स्टाफ ने पूरा ध्यान रखा, बल्कि कई बार तो खाना भी हाथ से खिलाया।

8 अप्रैल को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, तब तक मैं बेहतर महसूस कर रहा था। इलाज कर रहे डॉक्टरों को भी क्वारेंटाइन होना पड़ा। मुझे एसएमएस शिफ्ट किया गया। यहां डॉ. सुधीर भंडारी, डॉ. एस बनर्जी, डॉ. श्रीकांत के रूप में फरिश्ते मिले। आईसीयू में शिफ्ट हुआ तो यहां 92 साल के एक ‘जवान’ और क्वारेंटाइन वार्ड में 4 साल की बच्ची (निश्चिंत मुस्कराती जिंदगी) को देखा।मेरी तबीयत में सुधार हो रहा था। बुखार कम था और घबराहट भी नहीं थी। एसएमएस में भी जो डॉक्टरों ने कहा, वही किया। हमेशा मास्क पहना और खाने-पीने में परहेज किया। एडमिट रहते हुए मैंने 4 डेडबॉडी भी देखी। सारा माहौल डर, हताशा, घबराहट की ओर खींचता रहा। परिवार की चिंता सो अलग। माता-पिता भी क्वारेंटाइन थे। ऐसे समय में बहनों और समाज के अजय पाल ने पॉजिटिविटी से भरे रखा। दवा का असर सोच और डॉक्टरों की सलाह पर निर्भर करता है। समझदारी और हौसला ही आपको बचाएगा। डॉक्टराें की सलाह मानें।



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कोरोनाकाल में मैंने सिर्फ दो काम किए- बिना डिग्री वाले डॉक्टरों की अनदेखी करो और खुद को आज्ञाकारी लड़के की तरह डाॅक्टरों को समर्पित कर दो- कालरा।




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लालसोट में 92 लाख की पेयजल योजनाओं को मंजूरी

राज्य सरकार ने उद्योग मंत्री परसादीलाल मीणा द्वारा पेयजल संकट समाधान के लिए दिए गए प्रस्ताव को मंजूर करते हुए 92 लाख की 7 पेयजल योजनाओं की स्वीकृति जारी की है। लालसोट मैं मंडावरी खेडला खुर्द, मिर्जापुरा, कलआवास जागीर, अजबपुरा बड़का पाड़ा, झापदा, डिडवाना के लिए सात पेयजल योजनाओं को 92 लाख की मंजूरी जारी की है। चीफ इंजीनियर रूरल आरके मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि मंडावरी ग्राम में पेयजल संकट को दूर करने के लिए 28.85 लाख, झापदा गांव के लिए 13.90 लाख, खेडला खुर्द छावा रामसर के लिए 9.73 लाख, अजबपुरा बड़का पाड़ा के लिए 15.52 लाख, डिडवाना के लिए 19.17 लाख, कललावास जागीर के लोगों को फ्लोराइड मुक्त स्वच्छ पेयजल मिर्जापुरा के लिए डीएमयू प्लांट लगाया जाएगा। मिर्जापुरा के लिए 1.48 लाख कललावास जागीर के लिए 1.42 लाख को मंजूर किए गए।



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1921 पर मिस्ड कॉल देकर ले सकेंगे हेल्थ स्टेटस

भारत सरकार की ओर से कोरोना आपदा के तहत समस्त नागरिकों को हेल्थ स्टेटस संबंधी जानकारी से अपडेट रखने के लिए आरोग्य सेतु आईवीआरएस प्लेटफार्म लांच किया गया है। सूचना विज्ञान अधिकारी मनीष शर्मा ने बताया कि जिन लोगों के पास लैंड लाईन व साधारण मोबाइल है उनको आरोग्य सेतु आईवीआरएस प्लेटफार्म के नंबर 1921 पर एक मिस्ड कॉल देनी होगी। 1921 से संबंधित व्यक्ति को कॉल आएगा। आरोग्य सेतु एप कि तर्ज पर ही स्वास्थ्य संबंधी प्रश्न पूछे जाएंगे और दिए गए उत्तर के आधार पर संबंधित नागरिक को एक एसएमएस प्राप्त होगा जिसमें संबंधित नागरिक के हेल्थ स्टेटस के बारे में बताया जाएगा।



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अर्धसैनिक बल का जवान बताकर कार दिलाने युवक से 92 हजार रुपए की ठगी

नांदघाट थाना के अंतर्गत ग्राम नारायणपुर में एक युवक से कार दिलाने के नाम पर 92 हजार रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित युवक ने मारो चौकी में शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस जांच में जुट गई है। नारायणपुर निवासी गिरीशचंद्र पिता राजकुमार पांडे (28) ने बताया कि वह एक फार्मेसी कंपनी में एमआर के पद पर है। उन्होंने 13 अप्रैल को फेसबुक में स्विफ्ट डिजायर वाहन क्रमांक सीजी 27 बी 6870 के बिक्री के लिए विज्ञापन देखा था। विज्ञापन में गाड़ी सहित क्रेता का मोबाइल नंबर भी लिखा हुआ था। गाड़ी खरीदने की इच्छा पर विज्ञापन में लिखे मोबाइल नंबर 6370686538 पर संपर्क किया। कॉल रिसीव करने वाला व्यक्ति अपना नाम विनोद कुमार डेविड बताया।
साथ ही अपने स्वयं को अर्द्ध सैनिक बल का जवान बताते हुए नागपुर एयरपोर्ट में तैनात रहने की बात कही। कार खरीदने के बारे में उनसे पूछने पर गाड़ी की कीमत 2.80 लाख रुपए बताया। इस तरह दोनों के बीच 2.50 लाख रुपए में सौदे की बात हुई। पीड़ित ने युवक की बात मानकर ऑनलाइन पेमेंट बैंक के माध्यम से 92500 रुपए का भुगतान कर दिया। खाते में राशि जाने के बाद ठग ने कार को कंटेनर वाहन में भेज देने की बात कही। लेकिन कार नहीं मिली। पीड़ित युवक ने ठगी का अहसास होने पर शुक्रवार को मारो चौकी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मोबाइल नंबर 6370686538 धारक ठग के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।



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92 हजार कॉपियों की जांच हुई पूरी, बोर्ड को भेजने की तैयारी

पहले चरण के मूल्यांकन के लिए आई उत्तरपुस्तिकाओं का जांच पूरा हो गया है। मंगलवार से इन उत्तरपुस्तिाकाओं का कलेक्शन करना भी प्रारंभ हो गया है। शिक्षकों के घर-घर जाकर समन्वय केंद्र की टीम कलेक्ट करेगी है। इसके लिए सात रूट भी निर्धारित की गई है।
जिसके अनुसार टीम शिक्षकों के घर वाहनों से पहुंच रहे कर कॉपियां संग्रहित करेगी हैं। कलेक्ट करने के लिए भी सात रूट के साथ सात प्रभारी भी बनाए गए हे, जो बुधवार से कलेक्टर करेगी। इसके लिए समन्वय केन्द्र की ओर से गाडिय़ों की व्यवस्था भी की गई है। जिला समन्वयक केंद्र प्रभारी एस चंद्रसेन बताया कि बताया कि पहले चरण का मूल्यांकन पूरा हो गया है। अब उन्हें कलेक्ट कर बोर्ड को भेजी जाएगी। कलेक्शन का कार्य बुधवार से शुरु किया जाएगा। कलेक्शन होते ही आगामी तीन दिनों के भीतर इन्हें बोर्ड को भेज दिया जाएगा। इधर, दूसरे चरण में आई उत्तरपुस्तिकाओं की भी जांच शुरू हो गई है। सप्ताहभर बाद यह उत्तर पुस्तिकाएं भी जच जाएंगे। जनकारी के अनुसार पहले चरण में कुल 92 हजार 755 कॉपियां बोर्ड ने मूल्यांकन के लिए भेजी थी। इसमें से हाईस्कूल की 25 हजार 608 और हायर सेकेंडरी की 67 हजार 261 उत्तरपुस्तिका थी। इनमें सभी कॉपियों मूल्यांकन कर लिया गया हैं।
काॅपियों जांचने के लिए 600 शिक्षकों की नियुक्ति
दूसरे चरण में जिले से मूल्यांकन के लिए शिक्षकों के पास कुल 19 हजार 132 कॉपियां भेजी गई है। इनका मूल्यांकन आगामी एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इसमें हाई स्कूल के 7954 व हायर सेकेंडरी के 11178 उत्तरपुस्तिका है। इनके मूल्यांकन के लिए जिलेभर में बोर्ड द्वारा करीब साढ़े 6 सौ शिक्षकों को नियुक्त किया गया है। हालांकि इनमें 214 शिक्षकों को ही मूल्यांकन के लिए कॉपियां दी गई है।
7 रूटों में दौड़ेंगे काॅपियों को एकत्र करने के लिए वाहन
जिला समन्वयक केंद्र प्रभारी ने बताया कि मूल्यांकन के लिए सात रूट बनाकर शिक्षकों को उत्तरपुस्तिकाएं पहुंचाई गई थी। अब इन उत्तरपुस्तिकाओं का कलेक्ट बुधवार से किया जाएगा। महासमुंद, बागबाहरा, बसना सरायपाली व पिथौरा इन पांचों ब्लॉक में सात रूट बने है। बोर्ड की गाड़ी आएगी और सात प्रभारियों के साथ जाकर निर्धारित रूट के हिसाब से उत्तरपुस्तिकाओं को कलेक्ट करेगी।



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Investigation of 92 thousand copies completed, preparations to send to board




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10वीं व 12वीं की 92 हजार कॉपियां जांच कर बोर्ड भेजे

पहले चरण के मूल्यांकन के लिए आई 92 हजार उत्तरपुस्तिकाओं की जांच पूरी होते ही माध्यमिक शिक्षा मंडल की टीम ने बुधवार को जमा कर बोर्ड ले गई। इधर, दूसरे चरण में मूल्यांकन के लिए आई उत्तरपुस्तिकाओं की जांच जारी है। शिक्षक अपने घरों में गोपनीयता बनाते हुए मूल्यांकन कर रहे हैं। लॉकडाउन के चलते हुए भी मूल्यांकन का काम बड़ी सावधानियां से पूरा हो रहा है।
जिला समन्वयक केंद्र प्रभारी एस चंद्रसेन का कहना है कि पहले चरण में मूल्यांकन के लिए आए उत्तरपुस्तिकाओं का जांच पूरा हो गया है और से बोर्ड को सौंप कर दिया गया है। दूसरे चरण का मूल्यांकन कार्य भी सप्ताहभर के भीतर पूरा हो जाएगा। दूसरे चरण मे 19 हजार 132 कॉपियां भेजी गई है। इनका मूल्यांकन आगामी एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इसमें हाई स्कूल के 7954 व हायर सेकेंडरी के 11178 उत्तरपुस्तिका है। बता दें कि जिले में बोर्ड परीक्षा के उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए एक ही केंद्र जिला मुख्यालय स्थित आदर्श उच्चतर माध्यमिक शाला को बनाया गया है।

बोर्ड की दोनों कक्षाओं की परीक्षा अभी बाकी
जानकारी के अनुसार अभी भी बोर्ड कक्षाओं की परीक्षा बाकी है। पहले व दूसरे चरण की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बाद तीसरे चरण की भी उत्तरपुस्तिकाएं जांच के लिए केंद्र आएगी। अभी दसवीं व बारहवीं की परीक्षा बाकी है। लॉकडाउन के चलते परीक्षा संपन्न नहीं हो पा रही है। 4 मई से बोर्ड के शेष विषयों की परीक्षा होनी थी, लेकिन तीसरे चरण का लॉकडाउन बढ़ते ही परीक्षा को स्थगित करना पड़ा। अभी नया आदेश नहीं आया है। जिला शिक्षा अधिकारी राबट मिंज ने बताया कि अब लॉकडाउन के बाद ही परीक्षा संपन्न कराई जाएगी।



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पुणे में 92 साल की महिला ने कोरोना को दी मात, सात महीने पहले हुईं थीं लकवाग्रस्त

दुनियाभर में कोरोना के कहर के बीच कुछ राहत भरी खबरें भी हैं। ऐसी ही एक खबर गुरुवार को महाराष्ट्र के पुणे से आई। यहां 92 साल की एक महिला ने कोरोना को मात दी है। बुजुर्ग महिला के संक्रमण से मुक्त होकर अब घर पहुंच गई है। महिला को कोरोना का मात देना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सात महीने पहले वह लकवाग्रस्त हो गई थीं।

अप्रैल के पहले हफ्ते में बुजुर्ग महिला और उनके परिवार के पांच सदस्य कोरोना संक्रमित हो गए थे। इसके बाद सभी को पुणे के सिंबायोसिस अस्पताल में भर्ती कराया गया।

अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. विजय नटराजन ने कहा, "92 वर्षीय महिला और साढ़े तीन साल की उनकी परपोती सहित सभी चारों लोगों को जांच में संक्रमण नहीं पाए जाने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।"

डॉक्टर ने कहा कि इससे समाज में संदेश जाएगा कि अगर 92 साल की महिला ठीक हो सकती है तो 60 साल से अधिक उम्र के भी लोग संक्रमण को मात दे सकते हैं। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। वहीं, महिला के 55 वर्षीय बेटे ने कहा कि शुरुआत में परिवार को संक्रमण के बारे में जानकर झटका था। उन्होंने लोगों से दहशत में नहीं आने को कहा। महिला का बेटा संक्रमण के कारण फिलहाल सरकारी केईएम अस्पताल में है लेकिन उसकी हालत में भी सुधार हो रहा है।



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महिला को अप्रैल के पहले सप्ताह में पुणे के सिंबोयसिस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। फिलहाल वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं-प्रतीकात्मक फोटो।




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पर्दे पर रोमांस का जादू बिखेर देते थे ऋषि कपूर, 50 साल के फिल्मी करियर में कीं 92 रोमांटिक फिल्में

ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में निधन हो गया है। गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में उन्होंने आखिरी सांस ली। वे कैंसर से जूझ रहे थे। 2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था। इलाज के लिए वो अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। लौटने के बाद उन्होंने एक इंटरव्यू में दोबारा एक्टिंग शुरू करने की इच्छा जताई थी। उन्होंने अपनी कमबैक फिल्म शर्माजी नमकीन के कुछ सीन्स फरवरी में शूट भी किए थे। शूटिंग दिल्ली में हुई थी। इसके अलावा वह दीपिका पादुकोण के साथ हॉलीवुड फिल्म द इंटर्न के रीमेक पर भी काम शुरू करने वाले थे लेकिन ऐसा हो न सका।

द इंटर्न में काम करने वाले थे ऋषि

द बॉडी साबित हुई अंतिम फिल्म: इमरान हाशमी और शोभिता धुलिपाला स्टारर द बॉडी ऋषि कपूर की अंतिम फिल्म साबित हुई। यह फिल्म पिछले साल दिसंबर में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में ऋषि ने एसपी जयराज रावल की भूमिका निभाई थी। इसके अलावा 2019 में उनकी एक और फिल्म झूठा कहीं का भी रिलीज हुई थी। इसमें उन्होंने कुमार पांडे नाम के शख्स की भूमिका निभाई थी।

अंतिम फिल्म द बॉडी में ऋषि कपूर

121 फिल्मों में किया काम: अपने 50 साल के फिल्म करियर में ऋषि ने तकरीबन 121 फिल्मों में काम किया। उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट राज कपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर (1970) से डेब्यू किया था। फिल्म में अपने किरदार के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला था। बतौर एक्टर उनकी फिल्म बॉबी(1973) थी जिसमें वह डिंपल कपाड़िया के साथ नजर आए थे। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट एक्टर अवॉर्ड (1974) में मिला था। ऋषि कपूर की छवि एक रोमांटिक हीरो की थी। उन्हें दर्शकों ने रोमांटिक अंदाज में काफी पसंद भी किया। यही वजह है कि1973 से 2000 के बीच ऋषि ने 92 रोमांटिक फिल्मों में काम किया जिनमें से 36 फिल्में सुपरहिट साबित हुईं।इनमें कर्ज, दीवाना, चांदनी, सागर, अमर अकबर एंथनी, हम किसीसे कम नहीं,प्रेम रोग,हीना जैसी फिल्में शामिल हैं।

मेरा नाम जोकर में ऋषि

नीतू के साथ की 12 फिल्में: ऋषि कपूर की पत्नी नीतू के साथ रोमांटिक जोड़ी काफी पसंद की जाती थी। दोनों ने तकरीबन 12 फिल्मों में साथ काम किया। इनमें खेल खेल में (1975), कभी कभी(1976), अमर अकबर एंथनी (1977), दुनिया मेरी जेब में (1979) और पति पत्नी और वो(1978)(दोनों का गेस्ट अपीयरेंस) हिट साबित हुईं जबकि ज़हरीला इंसान(1974),जिंदा दिल (1975), दूसरा आदमी(1977), अनजाने में (1978), झूठा कहीं का (1979) और धन दौलत (1980), दो दूनी चार(2010), बेशरम (2013)फ्लॉप रहीं।

ऋषि-नीतू ने साथ में कीं 12 फिल्में

अग्निपथ में किया नेगेटिव रोल:ऋषि ने निर्देशन में भी हाथ आजमाया। उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म ‘आ अब लौट चलें’ निर्देशित की। ऋषि ने अपने करियर की शुरुआत से हमेशा ही रोमांटिक किरदार निभाया था, लेकिन फिल्म अग्निपथ में उनके खलनायक के किरदार को देख सभी हैरान रह गए। ऋषि को फिल्म ‘अग्निपथ’ के लिए आईफा का बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया।

ऋषि ने अग्निपथ में राउफ़ लाला का किरदार निभाया


नॉट आउट में दिखे बिग बी के साथ:इसके बाद ऋषि सहायक भूमिकाएं करने लगें। ऋषि जलवा (2002), हम तुम (2004), फना (2006), नमस्ते लंदन (2007), लव आज कल (2009) और पटियाला हाउस (2010) जैसी फिल्मों में नजर आए। वह अंग्रेजी फिल्म डोंट स्टॉप ड्रीमिंग (2007) और सांभर सालसा (2008) में भी दिखाई दिए। 2018 में, वह उमेश शुक्ला निर्देशित कॉमेडी-ड्रामा फिल्म 102 नॉट आउट में दिखाई दिए। इसने अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर को 27 साल बाद फिर से एक साथ पर्दे पर नजर आए।

नॉट आउट में अमिताभ-ऋषि

ऋषि कपूर को मिले अवॉर्ड

1970: नेशनल फिल्म अवॉर्ड (चाइल्ड)

1974 - फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर अवॉर्ड

2008 - फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

2009 - रूसी सरकार से विशेष सम्मान

2011 - फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर क्रिटिक अवॉर्ड

2016 - स्क्रीन लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

2017 - फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर अवॉर्ड



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ऋषि कपूर की रोमांटिक जोड़ी डिंपल कपाड़िया के साथ खूब जमी। बॉबी के वक्त डिंपल 17 साल की तो ऋषि 20 साल के थे।




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कपूर फैमिली की 4 पीढ़ियों का इलाज करने वाले 92 साल के डॉक्टर ओपी कपूर बोले- पैरी पौना तो ऋषि ही करते थे

लंबे समय तक राेमांटिक औरसदाबहार अदाकार रहे ऋषि कपूर अब नहीं रहे। वे 67 साल के थे। बेबाक और जिंदादिल ऋषि दाे साल से ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) से जूझ रहे थे। सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें बुधवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।ऋषि को 2018 में कैंसर पीड़ित होने का पता चला था। उन्होंने एक साल तक न्यूयाॅर्क में उसी अस्पताल में इलाज कराया था, जहां उनकी बहन ऋतु का इलाज हुआ था।

कपूर फैमिली की 4 पीढ़ियों का इलाज करते आए डॉक्टर ओपी कपूर ने भास्कर से बातचीत में कपूर परिवार के बारे में कई बातें शेयर कीं।

पैरी पौना तो ऋषिही करते थे

बकौलओपी कपूर -‘मैंने कपूर खानदान में तीन पीढ़ियों की मौतें देख ली हैं। मैं 92 साल की उम्र में यह देखने के लिए जिंदा ही क्यों हूं? 5 साल पहले जब ऋषिलिवर की रिपोर्ट्स लेकर आए तो बहुत डरे हुए थे। कहने लगे- अंकल! डॉक्टर बोल रहा है कि लिवर खत्म है। मैं उन्हें ठाणे ले गया। वहां लिवर टेस्टिंग की एडवांस टेक्नोलॉजी थी। टेस्ट हुए, पर ऐसी कोई बात नहीं थी। ऋषि खुश हुए और मुझे जोर से झप्पी डाल ली। मैंने कहा- ऋषिकम पिया करो, कम खाओ, फैट कम करो। पर, पीना और पंजाबी खाना कपूर खानदान की कमजोरी रही है। ऋषितो हद थे। हालांकि, राजकपूर और शम्मी भी ऐसे ही थे। इन्हें आलू परांठे, गोभी परांठे, बटर चिकन, तंदूरी चिकन, शराब चाहिए ही। ऋषि रेगुलर जिम जाते थे, तब भी...।


ऋषिहमेशा अच्छे व्यवहार के लिए याद रहेंगे। कपूर खानदान में इस वक्त सिर्फ ऋषिथे, जो सबसे ज्यादा वेल बिहेव्ड थे। वे जब भी मिलते, झुककर पैरी पौना (चरण स्पर्श) बोलते। कई साल पहले उन्हें अपनी कुछ रिपोर्ट्स दिखानी थी तो मैंने उन्हें रॉयल वेलिंग्टन स्पोर्ट्स क्लब बुलाया। मैं मीटिंग में था, ऋषिधड़ाक से अंदर आकर पैर छूकर जोर से बोले- पैरी पौना अंकल...। वहां सब हैरान रह गए। आजकल के लोग तो बस थोड़ी सी कमर झुका देते हैं। पैरी पौना तो बस ऋषिही करते थे। ऋषिराजकपूर को सर बोलते थे। मैंने कभी पापा कहते नहीं सुना।


मैंने पृथ्वीराज कपूर का भी इलाज किया है। जब पृथ्वीराज को बताया कि कैंसर है, तो उनके चेहरे पर शिकन तक नहीं आई। पूछने लगे- मर जाऊंगा मैं? मैंने कहा- अभी नहीं। फिर कहने लगे- मेरी वजह से कोई प्रोड्यूसर नहीं मरना चाहिए। तब वे 17 फिल्में कर रहे थे। एक-एक कर सारी फिल्में पूरी कीं। उनके बाद ऋतु कैंसर की वजह से दुनिया छोड़ गईं। अब ऋषि को भी यही बीमारी निगल गई।



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रणबीर कपूर, ओपी कपूर, ऋषि कपूर और रणधीर कपूर




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ब्लड बैंक में 15 महिलाओं समेत 92 सदस्याें ने किया रक्तदान

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जहां पूरा विश्व जूझ रहा है तो वहीं अस्पतालों में सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए मरीजों, गर्भवती महिलाओं व थैलिसीमिया सहित अन्य घातक बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए ब्लड बैंकों में रक्त की कमी हो रही है। इसी के चलते फिरोजपुर सिविल अस्पताल ब्लड बैंक की ओर से की गई मांग पर शुक्रवार को समाजसेवा के कार्यों में अग्रणी संस्था डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स के सदस्यों ने ब्लड बैंक में शिविर लगाकर 92 यूनिट रक्तदान किया। रक्तदान शिविर की शुरूआत सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. अविनाश जिंदल ने करवाई।
रक्तदान शिविर के दौरान फोर्स सदस्यों ने कोरोनावाॅयरस से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी की गई हिदायतों के अनुसार सामाजिक दूरी व अन्य हिदायतों का पालन करते हुए रक्तदान किया। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स के जिम्मेदारों ने बताया कि बीते दिन सिविल अस्पताल की ओर से ब्लड बैंक में रक्त की कमी के चलते डेरा सच्चा सौदा को पत्र लिखकर रक्तदान कैंप लगाने की रिक्वेस्ट की थी। इसी के चलते डेरा सच्चा सौदा की प्रबंधन कमेटी के निर्देशानुसार आज विश्व थैलीसीमिया दिवस के मौके पर ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन कर 92 यूनिट रक्तदान किया गया है। वहीं उन्होंने बताया कि डेरा सच्चा सौदा की ओर से आज कई जगहों पर कैंप लगाकर रक्तदान किया गया है।

इस दौरान ब्लाॅक फिरोजपुर शहरी, छावनी, बारेके व अटारी के ग्रीन एस सदस्यों ने रक्तदान किया। इस अवसर पर 45 मेंबर बलकार सिंह, जगरूप सिंह, अच्छर सिंह, कमलेश रानी व जिले के जिम्मेवार राम अवतार इंसा, सुखवंत सिंह, राम लॉट, जोगिंद्र सिंह, बलदेव सिंह, सेवा सिंह, बेअंत सिंह, सतपाल इंसा, करण वोहरा सहित अन्य उपस्थित रहे।
वहीं इस शिविर में जसदीप इंसां व ज्योतिका इंसां पहली बार रक्तदान करने पहुंची। रक्तदान करने के बाद दोनों युवतियों ने कहा कि आज उन्हें बहुत अच्छा महसूस हो रहा व अब वह लगातार रक्तदान करेंगी।
भारत विकास परिषद ने ब्लड डोनेशन कैंप लगाया
मल्लांवाला|भारत विकास परिषद की ओर से शुक्रवार को ब्लड डोनेशन का कैंप लगाया गया। जतिंदर सिंह एसएचओ थाना मल्लांवाला गश्त के दौरान कैंप का जायजा लेने आए और उनके साथ आए हुए एएसआई लखविंदर सिंह और एएसआई जगरूप सिंह, हेड कांस्टेबल अमरजीत सिंह ब्लड देकर ब्लड डोनर बन गए। इससे जो ब्लड देने दूसरे नौजवान आए थे उनका भी हौसला बढ़ गया।



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92 members, including 15 women, donated blood in blood bank




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पांच BS6 पेट्रोल कार जिसमें 24.12 kmpl तक का माइलेज मिलेगा, 2.92 लाख रुपए है शुरुआती कीमत

पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए अब ज्यादातर लोगों का रुझान ज्यादा माइलेज देने वाली गाड़ियों की तरफ बढ़ रहा है। हाल ही में बीएस6 एमिशन नॉर्म्स भी लागू हुए हैं। ऐसे में बीएस4 मॉडल्स में जितना पावर और माइलेज मिलता था, वो आंकड़ा बीएस6 मॉडल्स में आकर बदल गए हैं। ऐसे में अगर आप नई कार खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं लेकिन कंफ्यूज है कि कौन से बीएस6 मॉडल में अच्छा माइलेज मिलेगा, तो ARAI (ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के अनुसार जानें कौन से हैं वो बजट मॉडल्स, जिसमें बेहतर माइलेज मिल सकता है..

मारुति सुजुकी डिजायर (ऑटोमैटिक), माइलेज: 24.12kmpl


डिजायर हमेशा से ही मारुति की बेस्ट सेलिंग सेडान रही। हाल ही में इसका फेसलिफ्ट वर्जन आया जिसमें 1.2 लीटर K12B पेट्रोल इंजन को 1.2 लीटर K12C इंजन से रिप्लेस कर दिया गया। हालांकि इसमें डुअल बैटरी सेटअप नहीं मिलता है। यह पहले से 7 हॉर्स पावर ज्यादा ताकतवर हो गया है। इसके 5 स्पीड मैनुअल वर्जन में 23.26kmpl जबकि 5 स्पीड ऑटोमैटिक में 24.12kmpl का माइलेज मिलता है। इसकी कीमत 5.89 लाख रुपए से 8.81 लाख रुपए तक है।


टोयोटा ग्लांजा/ मारुति सुजुकी बलेनो, माइलेज: 23.87kmpl


ग्लांजा और बलेनो दोनों अलग-अगग कंपनी के प्रोडक्ट जरूर है लेकिन दोनों एक ही प्लेटफार्म लगा है। ARAI के मुताबिक इनमें 23.87kmpl का माइलेज मिलता है। इनमें 1.2 लीटर का इंजन है, जिसके साथ इंटीग्रेटेड स्टार्टर जनरेटर और 12 वोल्ट बैटरी है। इसमें 90 हॉर्स पावर की ताकत मिलती है। इनकी कीमत में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है। टोयोटा ग्लांजा की शुरुआती कीमत 7.22 लाख रुपए है जबकि बलेनो की शुरुआती कीमत 7.33 लाख रुपए है। दोनों ही हैचबैच 83 हॉर्स पावर वाला 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन ऑप्शन भी अवेलेबल है।

रेनो क्विड 1.2 ऑटोमैटिक, माइलेज: 22.5kmpl


यह रेनो की बेस्ट सेलिंग कार में से एक है। यह 54 हॉर्स पावर वाले 0.8 लीटर और 68 हॉर्स पावर वाले 1.0 लीटर इंजन से लैस है। 1.0 लीटर पेट्रोल ऑटोमैटिक में 22.5kmpl माइलेज मिलता है जबकि 0.8 लीटर वाले मॉडल में 22.3kmpl का माइलेज मिलता है। जबकि 1.0 लीटर 5 स्पीड मैनुअल मॉडल में 21.7kmpl का माइलेज मिलता है। इसकी कीमत 2.92 लाख रुपए से 5.01 लाख रुपए तक है।

मारुति सुजुकी अल्टो, माइलेज: 22.05kmpl


यह कंपनी का सबसे छोटा मॉडल है। इसमें 48 हार्स पावर वाला 0.8 लीटर का पेट्रोल इंजन है, जिसमें 22.05kmpl का माइलेज मिलता है। इसकी कीमत 2.95 लाख रुपए से 3.90 लाख रुपए तक है। इसके सीएनजी वैरिएंट की कीमत 4.33 लाख रुपए से 4.36 लाख रुपए तक है। इसमें एक किलो गैस में 31.59 किलोमीटर तक चलती है।

मारुति सुजुकी वैगनआर, माइलेज: 21.79kmpl


यह कंपनी की बेस्ट सेलिंग हैचबैक है। यह 68 हॉर्स पावर वाले 1.0 लीटर इंजन के साथ 83 हॉर्स पावर वाले 1.2 लीटर इंजन ऑप्शन में अवेलेबल है। 1.0 लीटर इंजन में 21.79kmpl का माइलेज मिलता है जबकि 1.2 लीटर में 20.52kmpl का माइलेज मिलता है। दोनों में मैनुअल के साथ 5 स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन भी अवेलेबल है। इसकी कीमत 4.45 लाख रुपए से 5.95 लाख रुपए तक है।



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Most Fuel Efficient BS6 petrol cars| Wagon R, Alto, Suzuki Dzire include Five best BS6 petrol cars with mileage up to 24.12 kmpl, starting price of Rs 2.92 lakhs




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टीवीएस ने BS6 रेडॉन बाइक को तीन वैरिएंट में लॉन्च किया, शुरुआती कीमत 58992 रुपए

टीवीएस ने भारतीय बाजार में लॉकडाउन के बीच अपनी नई BS6 टीवीएस रेडॉन बाइक लॉन्च कर दी गई है। बाइक की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 58,992 रुपए है। बाइक को तीन वैरिएंट में लॉन्च किया गया है। ये BS4 मॉडल की तुलना में 6,000 रुपए ज्यादा महंगी है।

टीवीएस रेडॉन के सभी वैरिएंट की कीमत

वैरिएंट कीमत
बेस ट्रिम 58,992 रुपए
ड्रम स्पेशल एडिशन 61,992 रुपए
डिस्क स्पेशल एडिशन 64,992 रुपए

बाइक का इंजन और माइलेज

इसमें 109.7cc का BS6 पेट्रोल इंजन दिया है। ये 8.08hp का पावर और 8.7Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। नए इंजन का पावर पुराने इंजन (BS4) की तुलना में 0.12hp कम हो गया है। हालांकि, टॉर्क एक समान है। कंपनी का दावा है कि नया BS6 इंजन फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम के साथ आता है, जिससे ये 15 प्रतिशत तक फ्यूल सेविंग करेगा। इंजन फोर स्पीड गियरबॉक्स से लैस होगा।

बाइक के स्पेशल एडिशन में 130mm ड्रम ब्रेक दिया है। वहीं, एक अन्य वैरिएंट के फ्रंट में 240mm डिस्क ब्रेक दिया है। बाइक पुराने मॉडल की तुलना में 2 किलोग्राम ज्यादा वजनी है। इसमें 10 लीटर का फ्यूल टैंक दिया है।



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BS6 टीवीएस रेडॉन के इंजन का पावर पुराने इंजन (BS4) की तुलना में 0.12hp कम हो गया है।




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ओप्पो का मिडरेंज 5G स्मार्टफोन ओप्पो A92s लॉन्च, सिक्योरिटी के लिए साइड में दिया फिंगरप्रिंट सेंसर, दो पंच होल सेल्फी कैमरे मिलेंगे

चीनी कंपनी ओप्पो ने अपनापहलामिडरेंज 5G स्मार्टफोन ओप्पो A92s को लॉन्च कर दिया है। फिलहाल इसे चीन में लॉन्च किया गया है। फोन की खासियत यह है कि इसमें 120Hz रिफ्रेश्ड रेट वाला डिस्प्ले दिया गया है। इसके अलावा इसमें क्वाड रियर कैमरा सेटअप दिया गया है, जिसे काफी यूनिक डिजाइन दिया गया है। सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए फोन में डुअल पंच होल कैमरा दिया गया है, जिसमें पिल शेप आउटलाइन दी गई है। इसे पिल शेप डिजाइन इसलिए कहते हैं क्योंकि ये कैप्सूल जैसा दिखता है। 5G नेटवर्क सपोर्ट करने वाले इस फोन में सिक्योरिटी के लिए साइड माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है।

ओप्पो A92s 5G स्मार्टफोन:चीन में कितनी है कीमत

  • कंपनी ने फोन के दो वैरिएंट लॉन्च किए हैं। इसके 6 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 23700 रुपए है जबकि 8 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज वाले वैरिएंट की कीमत 27 हजार रुपए है। यह ब्लैक और व्हाइट कलर में उपलब्ध है।

ओप्पो A92s 5G स्मार्टफोन: बेसिक स्पेसिफिकेशन

  • फोन में डुअल पंच होल कैमरे से लैस 6.57 इंच की स्क्रीन है जो 1080×2400 पिक्सल रेजोल्यूशन सपोर्ट करता है। इसकी खास बात यह है कि इसका रिफ्रेश्ड रेट 120 हर्ट्ज है, यानी इसमें हैवी ग्राफिक्स वाले गेम्स स्मूदली रन करेंगे, साथ ही इसमें वीडियो देखने का भी बढ़िया अनुभव मिलेगा।
  • फोटोग्राफी के लिए फोन में स्क्वायर शेप कैमरा सेटअप दिया गया है, जिसमें चार कैमरे फिट हैं। बेहतर लुक्स के लिए इसमें पिल शेप डिजाइन दिया गया है। इसमें 48 मेगापिक्सल का सोनी IMX586 सेंसर, 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड लेंस, 2 मेगापिक्सल का मैक्रो लेंस और 2 मेगापिक्सल का पोर्ट्रेट लेंस दिया गया है। सेल्फी के लिए इसमें दो कैमरे दिए गए हैं लेकिनफिलहाल इनकी क्षमता के बारे में जानकारी नहीं दी गई है।
  • फोन में 4000mAh बैटरी मिलती है, जो 18W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट करती है। कनेक्टिविटी के लिए इसमें यूएसबी टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट, 3.5 एमएम ऑडियो जैक मिलता है। सिक्योरिटी के लिए फोन में साइड माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है, जो पावर बटन का कभी काम करता है। फोन मीडियाटेक डायमेंसिटी 800 प्रोसेसर और कलरओएस 7.1 बेस्ड एंड्रॉयड 10 ओएस पर काम करता है।


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Oppo A92s 5G Price| Oppo's midrange 5G smartphone Oppo A92s launched, side-mounted fingerprint sensor for security, two punch hole selfie cameras know price, features and latest updates




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कोटा से आए 792 छात्रों समेत 804 का रैपिड टेस्ट, सभी निगेटिव; अब घर पर 14 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा

कोरोनावायरस की चेन को तोड़ने के लिएप्रयागराज जिले में स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड टेस्ट शुरू कर दिए हैं। राजस्थान के कोटा से आए 792 छात्र-छात्राओं के साथ कुल 804 लोगों का रैपिड टेस्ट किया गया। इनमें कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला। देर रात सभी की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सोमवार सुबह से ही बच्चों को घर भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रयागराज में कोरोना का अब कोई केस नहीं है। इससे पहले इंडोनेशिया के एक जमाती में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। अब वह स्वस्थ्य हो चुका है।

गेस्ट हाउसों में रखे गए थे सभी छात्र छात्राएं
राजस्थान के कोटा से छात्रों को प्रयागराज लाया गया था। यहां से प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर के छात्रों को उनके घर भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इससे पहले छात्र-छात्राओं को धूमनगंज में हनुमान वाटिका, सुधा गार्डन, करेली के एचएस गार्डन, रंगोली गेस्ट हाउस, पालकी गेस्ट हाउस, शहनाई गेस्ट हाउस, शगुन गेस्ट हाउस, जनवासा गेस्ट हाउस, अमर पैलेस, सिविल लाइंस में गंगोत्री गार्डन, पृथ्वी गार्डन, पंखुड़ी गार्डन, केसरी भवन, हारमोनी गेस्ट हाउस, कमला गेस्ट हाउस, हमसफर गेस्ट हाउस, कैंट में सारस्वत गेस्ट हाउस में रखा गया था।

14 दिनों तक रहना होगा क्वारैंटाइन
रविवारदोपहर बाद से ही छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण के साथ रैपिड डायग्नोस्टिक किट द्वारा कोविड-19 से संबंधित टेस्ट कराया शुरू किया गया, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 15 टीमों को लगाया गया था। सीएमओ मेजर डॉक्टर जीएस बाजपेई ने बताया कि सभी छात्र छात्राओं की रिपोर्ट देर रात निगेटिव आई। छात्रों से कहा गया है कि घर पहुंचने के बाद भी 14 दिनों तक खुद को वह क्वारैंटाइन रखेंगे।

जिलेवार छात्र-छात्राओं को अलग करने में प्रशासन की हुई फजीहत

छात्रों को जिलेवार एक साथ नहीं रखा गया था। सभी गेस्ट हाउस में मंडल के सभी जिलों के छात्र-छात्राएं ठहराए गए थे। उनको एक साथ करने में प्रशासनिक अफसरों को काफी दिक्कत हुई। एडीएम प्रशासन ने बताया कि छात्रों को जिलेवार एकत्र करके ही घर भेजा जा रहा है। मंडलायुक्त रमेश कुमार ने कोटा राजस्थान से लाया गए छात्र छात्राओं से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से छात्र छात्राओं को दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी भी ली।



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प्रशासन आज छात्रों को उनके घरों तक भेज रहा है। इनमें प्रतापगढ़, कौशांबी जिले के बच्चे शामिल हैं।




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अब तक 1192 संक्रमित, इसमें 1034 मामले एक्टिव; 52 जिलों में फैला कोरोना का संक्रमण, 14 नई टेस्ट लैब खुलेंगी

कोरोनावायरस का संक्रमण यूपी में तेजी से फैलता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसारकेजीएमयू ने मंगलवार सुबह 8 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि की है। इसमें मेरठ में तीन, लखनऊ में दो और एक मरीज आगरा के हैं। उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर1192 तक पहुंच गई है।इसमें जमाती और उनके संपर्क में आए 820 लोग शामिल हैं। राज्य में एक्टिव केस कीसंख्या 1034 हो गई है।इससे पहले सोमवार शाम तक 86 नए मरीज प्रदेश में अलग-अलग जिलों में पाए गए थे। 52 जनपदों में पांव पसार चुका कोरोना से अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है।

इस बीच, सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोरोना के संदिग्ध मरीजों की अनिवार्य रूप से जांच कराई जाए। पूल टेस्टिंग को प्रोत्साहित किया जाए। अधिक से अधिक लोगों को ट्रैक करते हुए उनकी पूल टेस्टिंग की जाए।

संक्रमण के बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए प्रदेश के 14 राजकीय मेडिकल कॉलेजों में नई लैब खोलने की शासन ने अनुमति दे दी है। ये लैब राजकीय मेडीकल कॉलेज अंबेडकर नगर, आजमगढ़, सहारनपुर, बांदा, अयोध्या, बस्ती,बहराइच, फिरोजाबाद, सहारनपुर, जालौन, बदायूं, कन्नौज, गवर्मेंट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडीकल साइंस ग्रेटर नोएडा, सुपर स्पेशियलिटी पीडियाट्रिक हॉस्पिटल एंड पीजी ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट नोयडा में खुलेंगी। आठ जिले कोरोना मुक्त हुए,10 हजार लोग क्वारैंटाइन

प्रदेश के 52 में से 8 जनपद कोरोना मुक्त हुए हैं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, हाथरस, बरेली, महराजगंज, बाराबंकी और प्रयागराज के कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए हैं।वर्तमान में इन जनपदों में एक भी कोरोना पेशेंट नहीं हैं। प्रदेश में 89,032 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की हैं। प्रदेश में कुल 39,316 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 10,800 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है।

18 की मौत,अब तक प्रदेश में 140 मरीजडिस्चार्ज किए गए

आगरा से 18, लखनऊ से 9, गाजियाबाद से 13, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 43, लखीमपुर-खीरी से 4, कानपुर नगर से 1, पीलीभीत से 2, मोरादाबाद से 1, वाराणसी से 2, शामली से 2, जौनपुर से 1, मेरठ से 17, बरेली से 6, बुलन्दशहर से 2, फ़िरोज़ाबाद से 3, प्रतापगढ़ से 3, शाहजहांपुर से 1, महराजगंज से 6, हाँथरस से 4, बाराबंकी से 1 व प्रयागराज से 1 कोरोना मरीज कोडिस्चार्ज किया गया है। प्रदेश में अब तक कोरोना से कुल 18 मौतें हुईं हैं। बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, कानपुर, लखनऊ व फिरोजाबाद में 1-1, मुरादाबाद में 3, मेरठ में 3 व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 6 मौतें हुईं हैं।

किस जिले में कितने संक्रमित

आगरा में 242, लखनऊ में 169, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 100, मेरठ में 78, सहारनपुर में 72, कानपुर नगर में 60, फिरोजाबाद-मुरादाबाद में 58, गाजियाबाद में 46, शामली-बिजनौर में 26, बस्ती में 19, बुलन्दशहर में 18, हापुड़-सीतापुर-अमरोहा में 17, रामपुर-बागपत में 15, वाराणसी में 14, बदायूं में 13, औरैय्या-आज़मगढ़-संभल में 7-7, मथुरा-महराजगंज-प्रतापगढ़-बरेली-गाजीपुर-कन्नौज में 6-6, जौनपुर-मुजफ्फरनगर में 5-5, लखीमपुर खीरी-हाथरस-मैनपुरी में 4-4, मिर्जापुर-इटावा-कासगंज-एटा में 3-3, पीलीभीत-हरदोई-कौशाम्बी-बांदा-रायबरेली में 2-2, शाहजहांपुर-भदोहीं-बाराबंकी-उन्नाव-प्रयागराज-गोंडा-मऊ-सुल्तानपुर-संतकबीरनगर में 1-1 मरीज मिला है।



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यूपी में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शास ने 14 नई टेस्ट लैब खोलने की मंजूरी प्रदान कर दी है। ये लैब अलग अलग मेडिकल कॉलेजों में खोली जांएगी।




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1192 संक्रमित, इनमें जमाती और उनके संपर्क में आए 820 लोग; झांसी में कच्ची शराब का कारोबार पकड़ाया

लखनऊ के केजीएमयू ने मंगलवार सुबह 8 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि की हैं। इसमें मेरठ में तीन, लखनऊ में दो और एक मरीज आगरा के हैं। उत्तर प्रदेश के 52 जिलों में कोरोना मरीजों की संख्या 1192 हो गई है, इसमें जमाती और उनके संपर्क में आए 820 लोग शामिल हैं। एक्टिव केस में 1034 संख्या हो गई हैं। 140 संक्रमित मरीजों केठीक होने परडिस्चार्ज किया गया है और 18 मरीजों की मौत हो गई है। सोमवार शाम तक 86 नए मरीज प्रदेश में अलग-अलग जिलों में मिले थे। इनमें मुरादाबाद में 15, नोएडा में 3, आगरा में 12 और मेरठ में 7 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई।झांसी में लॉकडाउन में शराब दुकानें बंद होने से कच्ची शराब बेचेजाने का कारोबार पकड़ा गया। पुलिस ने छापेमारी में 1600 लीटर अवैध शराब जब्त की है।

सबसे ज्यादा संक्रमित आगरा में

यूपी में सबसे ज्यदा 242 संक्रमित आगरा में हैं। इसके अलावालखनऊ में 169, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 100, मेरठ में 78, सहारनपुर में 72, कानपुर नगर में 60, फिरोजाबाद-मुरादाबाद में 58, गाजियाबाद में 46, शामली-बिजनौर में 26, बस्ती में 19, बुलन्दशहर में 18, हापुड़-सीतापुर-अमरोहा में 17, रामपुर-बागपत में 15, वाराणसी में 14, बदायूं में 13, औरैय्या-आज़मगढ़-संभल में 7-7, मथुरा-महराजगंज-प्रतापगढ़-बरेली-गाजीपुर-कन्नौज में 6-6, जौनपुर-मुजफ्फरनगर में 5-5, लखीमपुर खीरी-हाथरस-मैनपुरी में 4-4, मिर्जापुर-इटावा-कासगंज-एटा में 3-3, पीलीभीत-हरदोई-कौशाम्बी-बांदा-रायबरेली में 2-2, शाहजहांपुर-भदोही-बाराबंकी-उन्नाव-प्रयागराज-गोंडा-मऊ-सुल्तानपुर-संतकबीरनगर में 1-1 मरीज मिला है।

झांसी में मंगलवार सुबह बड़े पैमाने पर अवैध शराब पकड़ी गई। लॉकडाउन को ताक पर रख अवैध शराब बनाने का गोरखधंधा चल रहा था।

झांसी: 1600 लीटर अवैध शराब बरामद

लॉकडाउन की वजह से शराब की दुकानें नहीं खुल रही हैं,जिसके चलते अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। झांसी के रक्सा थाना क्षेत्र में पुलिस ने आबकारी टीम के साथ छापेमारी में1600 लीटर अवैध शराब पकड़ी। मौके सेशराब बनाने के उपकरण भी बरामद किए गए।पुलिस को कई स्थानों से अवैध शराब की सप्लाई की सूचना आ रही थी। यहांआबकारी औरपुलिस ने अवैध कारोबार रोकने के लिए अभियान छेड़ रखा है।

वाराणसी में लोग लॉकडाउन के दौरान अभी भी बाहर निकलने से बाज नहीं आ रहे। ऐसे लोगों से पुलिस सख्ती से पेश आ रही है।

वाराणसी:तीन महिलाओं ने जीती कोरोना के खिलाफ जंग

जिले में कोरोनावायरस से जंग में मंगलवार सुबह अच्छी खबर आईकि 3 कोरोना पॉजिटिव महिलाएं निगेटिव हो गई हैं। डीएम कौशलराज ने बताया कि गंगापुर के कोरोना पॉजिटिव मृतक व्यक्ति की 52 वर्षीय पत्नी और 30 वर्षीय पुत्रवधु का दूसरा टेस्ट भी निगेटिव आया है। दोनों कोरोना से मुक्त हुई हैं। वहीं बजरडीहा की हज से लौटी 42 वर्षीय महिला का भी दूसरा टेस्ट निगेटिव आया है। तीनों महिलाओं ने एक साथ बहादुरी और इच्छा शक्ति से कोरोना की जंग को जीता है। इन तीनों ने इलाज के दौरान डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफका भरपूर साथ दिया है।

बदायूं में एक पुलिसकर्मी पर घर में घुसकर युवतियों के साथ मारपीट करने का आरोप है। पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया।

बदायूं: पुलिसकर्मी ने घर में घुसकर महिलाओं को पीटा

बदायूं जिले के गांव उतरना में मंगलवार को मूसाझाग पुलिस ने एक परिवार पर जमकर कहर बरपाया। एक सिपाही के कहने पर थाने की जीप में पुलिस वाले गांव पहुंचे। आरोप है कि पुलिसवालों ने घर में घुसकर महिलाओं और बच्चों को जमकर पीटा। इसमें घायल दो किशोरियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना का वीडियो वायरल होने पर एसपी सिटी जितेंद्र श्रीवास्तव ने गांव जाकर पूरे मामले की जानकारी ली। उनकी रिपोर्ट पर एसएसपी ने आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया है।

नोएडा: संक्रमण के 3 नए मामले सामने आए
उत्तर प्रदेश में नोएडा में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के तीन नए मामले सामने आए हैं। अब यहां कुल मरीजों की संख्या 100 पहुंच चुकी है। इनमें से 43 लोगों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। इस बीच कोरोना से निपटने के लिए एचसीएल प्रदेश सरकार को एक लाख पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) किट उपलब्ध कराएगा। इसमें 32 हजार किट का ऑर्डर नोएडा की तीन गारमेंट्स मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को जारी कर दिया गया है। इसमें करीब 15 हजार किट सरकार के निर्देश पर लखनऊ, गोरखपुर, मेरठ भेजा भी जा चुका है।



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फोटो दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर की है। यहां वाहनों की लंबी कतारें देखी गई। दिल्ली-गाजियाबाद के बीच यातायात पूरी तरह से प्रतिबंधित है, केवल जरूरी सेवाओं और वैध पास रखने वाले लोगों को अनुमति दी जा रही है।




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गुजरात से तीन दिनों में बस से मांडर पहुंचे 37 मजदूर, एक लाख 92 हजार रुपए दिया किराया

वैसे तो दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को राज्य सरकार कीपहल पर ट्रेन से वापस लाया जा रहा है। लेकिन कुछ मजदूर खुद से भी हजारों किलोमीटर की यात्रा कर घर पहुंच रहे हैं। मंगलवार को तीन दिनों की बस यात्रा कर मांडर ब्लॉक के कुरकुरा के रहने वाले 37 मजदूर अपने घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बस को कुल एक लाख 92 हजार रुपए किराया देना पड़ा। वहीं, मांडर पहुंचने पर रेफरल अस्पताल में सभी की थर्मल स्कैनर से जांच की गई। इसके बाद भौजन का पैकेट देकर उन्हें होम क्वारैंटाइन के लिए भेज दिया गया।

बिजुपाड़ा से ट्रैक्टर में बैठ मजदूर अपने घर पहुंचे। तीन दिनों तक बस में यात्रा करने के बाद भी गांव पहुंचते ही उनकी सारी थकान मिट गई। घर आने की खुशी उनके चेहरे पर साफ दिखाई पड़ रही थी। गुजरात से मांडर लौटे अमुस सुरजीत कुजूर ने बताया कि वे लोग सूरत स्थित विभीन्न कपड़ा मील में मजदूरी करते थे। पहली बार 21 दिनों के लॉकडाउन में मील मालिक ने उन्हें खाना के साथ वेतन भी दिया। लेकिन इसके बाद लॉकडाउन की बढ़ती मियाद के कारण उसने पैसा व खाना देने से मना कर दिया। इसके बाद सभी मजदूर अपने-अपने स्तर से घर जाने के लिए जुगाड़ लगाने लगे।

पहले ऑफलाइन पास बनाकर आने का प्रयास किया तो उन्हें वापस भेज दिया गया। इसके बाद मांडर विधायक बंधु तिर्की के पहल पर ऑनलाइन पास बना, तब जाकर वे घर पहुंचे। बस में 37 मजदूर चान्हो के और 18 मजदूर चतरा के सवार थे। मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण सभी होटल और ढाबा बंद रहने के कारण उन्हें रास्ते में चना और बिस्किट खाकर घर आना पड़ा। वापस लौटे मजदूरों का कहना था कि सरकार रोजगार की व्यवस्था करेगी तो हमलोग कभी भी बाहर काम करने नहीं जाएंगे। मांडर सीओ शंकुर कुमार विद्यार्थी ने बताया कि सभी की जांच करने के बाद उन्हें हाेम क्वारैंटाइन मेंरहने को कहा गया है। साथ ही स्थानीय प्रशासन की नजर इनलोगों पर है।

इधर रांची से पैदल घर जाने वाले मजदूरों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को आधा दर्जन मजूदर पैदल ही पांकी (पलामू) के लिए रवाना हुए। उन्होंने बताया कि वे लोग रांची में पुल-पुलिया निर्माण कार्य में मजदूरी करते थे। काम बंद हो गया, खाने पीने के लाले पड़ गए। इसलिए पैदल ही घर जाना पड़ रहा है। उनका कहना था कि सरकार मजदूरों को घर भेजने के नाम पर मजाक कर रही है। हम जैसे अनपढ़ मजदूरों को कहीं से काेई सहारा और सहायता नहीं मिला है।



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बिजुपाड़ा से ट्रैक्टर में बैठ मजदूर अपने घर पहुंचे।




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Speech in the House of Commons of Women's Suffrage. 1892. The Right Hon. A. J. Balfour, M.P.

[London] : London Society for Women's Suffrage, 58, Victoria Street, S.W., [1892]




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Fascist warfare, 1922-1945 [Electronic book] : Aggression, Occupation, Annihilation / Miguel Alonso, Alan Kramer, Javier Rodrigo, editors.

Cham : Palgrave Macmillan, 2019.




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Program Recap: Stalin: Waiting for Hitler, 1929-1941

On December 6, 2017, the New-York Historical Society hosted a lecture featuring distinguished historian Stephen Kotkin. Stephen Kotkin, author of the book Stalin: Waiting For Hitler, 1929-1941, explored Joseph Stalin’s forced industrialization of the Soviet Union and assessed his relationship with Hitler’s Nazi Germany during World War II.  When Kotkin took the stage, he opened...

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Malaspina & Galiano : Spanish voyages to the Northwest Coast, 1791 & 1792 / Donald C. Cutter

Vancouver : Douglas & McIntyre ; Seattle : University of Washington Press, c1991




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The journal of Henry Kelsey (1691-1692) : the first white man to reach the Saskatchewan River from Hudson Bay, and the first to see buffalo and grizzly bear of the Canadian plains / by Charles Napier Bell

Winnipeg : Dawson Richardson Publications, [1928]




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Reinventing liberalism: the politics, philosophy and economics of early neoliberalism (1920-1947) / Ola Innset

Online Resource




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Strange allies : Britain, France and the dilemmas of disarmament and security, 1929-1933 / Andrew Webster

Webster, Andrew, (Professor of European history), author




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City center to regional mall: architecture, the automobile, and retailing in Los Angeles, 1920-1950 / Richard Longstreth

Online Resource




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April in Paris: theatricality, modernism, and politics at the 1925 Art Deco Expo / Irena R. Makaryk

Hayden Library - N6493 1925.M35 2018




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The M.V.M. Cappellin glassworks and the young Carlo Scarpa: 1925-1931 / edited by Marino Barovier and Carla Sonego

Rotch Library - NK5205.S28 A4 2018




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À l'orientale: collecting, displaying and appropriating Islamic art and architecture in the 19th and early 20th centuries / edited by Francine Giese, Mercedes Volait, Ariane Varela Braga

Rotch Library - N6260.A12 2020




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Devastation and laughter: satire, power, and culture in the early Soviet state, 1920s-1930s / Annie Gérin

Hayden Library - NX556.A1 G47 2018




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Revista Libra (1929) / edición facsimilar preparada por Rose Corral

Online Resource




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Black and white bioscope: making movies in Africa, 1899 to 1925 / Neil Parsons

Hayden Library - PN1993.5.A356 P37 2018




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Le cinéma québécois - Tome 2: À la recherche d'une identité ? / Christian Poirier

Online Resource




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Documenting racism: African Americans in U.S. Department of Agriculture documentaries, 1921-42 / by J. Emmett Winn

Online Resource




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On the screen: displaying the moving image, 1926-1942 / Ariel Rogers

Online Resource




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Chromatic modernity: color, cinema, and media of the 1920s / Sarah Street and Joshua Yumibe

Dewey Library - PN1995.9.C546 S769 2019




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Erste Philosophie (1923/24). English

Husserl, Edmund, 1859-1938, author




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The 1923 American Silk Mission to Asia

Dancing geishas, ancient palaces, drifting over misty rivers in a houseboat. The adventures of a businessman traveling through China, Japan, and Korea in 1923 are captured within the detailed correspondence and ephemera saved by Myron S. Falk (1878-1945), an engineer from New York City who was sent on a trip to Asia with the American Silk...

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Treasure Trove: The Solar Eclipse of 1925

If the cold weather kept you from seeing the recent Super Blood Wolf Moon (a.k.a. the total lunar eclipse of January 21, 2019), here’s a celestial event you can view from the comfort of your favorite electronic device: a photograph of a rare, total solar eclipse that darkened the skies over New York City on January 24,...

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Changes in Trends in Thyroid Cancer Incidence in the United States, 1992 to 2016

This study uses Surveillance, Epidemiology, and End Results (SEER) registry data to describe trends in thyroid cancer incidence overall and by tumor size in the United States from 1992 to 2016.




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New Finding Aid: Halsey Stevens Papers, circa 1920-1987

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Halsey Stevens was an American composer, musicologist, and teacher. He is best known for his chamber music works and published monograph, The Life and Music of Bela Bartok. The collection contains music manuscripts, writings, research materials, programs, correspondence, and other materials related to his projects. Only the music materials are available online at this time. These materials consist of scores, parts, and sketches for instrumental works for keyboard, chamber ensemble, and full orchestra, as well as vocal and choral works and arrangements for varying instrumentations.