india news गैर जरूरी सामान की दुकानें खुलीं तो भीड़ ने तोड़ा सोशल डिस्टेंसिंग का नियम, 13 पर मामला दर्ज By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:38:00 GMT डेढ़ माह बाद बुधवार को जब गैरजरूरी सामान की दुकानें खुलीं तो ऐसा लगा मानो ये बाजार त्योहारी सीजन का हो। लोग खरीदी करने सुबह से ही पहुंच गए। जरनल स्टोर्स पर काफी भीड़ देखी गई। बाजार में इस कदर लोगों की भीड़ हो गई कि शुरू के एक घंटे में ही व्यवस्था गड़बड़ाने लगी थी। बाजार का दृश्य देखते ही यह लग ही नहीं रहा था कि कोरोना जैसी महामारी के बीच लोग लॉकडाउन में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इस दौरान कहीं पर भी सोशल डिस्टेंस का पालन होता नहीं दिखा।इस दौरान शहर में शराब की दुकानें भी खुलीं लेकिन यहां पर कोई कतार नहीं दिखी। पहली बार लॉक डाउन के बाद बाजार की अधिकांश दुकानें खुलीं। केवल प्रतिबंधित श्रेणी की दुकानें ही बंद थीं। दुकानें खुलते ही भीड़ होने लगी। इससे पुलिस ने लोगों को रोकना शुरू कर दिया। इस पर लोगों ने नाराजगी जताई। इस पर पुलिस का कहना था कि बाजार में भीड़ हो रही थी इसलिए लोगों को थाेड़ा-थोड़ा कर बाजार जाने की इजाजत दी। लॉकडाउन तोड़ने और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पुलिस ने 13 लोगों पर मामला दर्ज किया है।43 दिन बाद खुली ये दुकानें तो लोग नियम ही भूल गएजरनल स्टोर्स : जरनल स्टोर्स पर लोगों की काफी भीड़ देखी गई। यहां पर लोग अपने जरूरत का सामान ले रहे थे। बाजार में इस तरह की तीन दर्जन से भी अधिक दुकानें हैं। इन सभी दुकानों पर भीड़ देखी गई।बेकरी सहित खाद्य सामग्री की दुकानें: इन सभी दुकानों पर भी भीड़ देखी गई। लोग इन दुकानों के खुलने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। बुधवार को जब दुकानें खुलीं तो नमकीन, बिस्कुट सहित अन्य सामान लेने भीड़ लगी रही।गांधी रोड पर भी रही भीड़: गांधी रोड पर भी भीड़ देखी गईँ। हालांकि पुलिस ने नमक चौराहा पर इस बाजार में जाने से लोगों को रोका। यहां से पैदल लोगों को जाने दिया जा रहा था। इस बाजार में कपड़े की काफी खरीदी की जाती है।लोगों में नाराजगी, चार घंटे की छूट है तो पुलिस क्यों नहीं जाने देतीकई लोगों में पुलिस को लेकर काफी रोष देखा गया। इनका कहना था कि अमर टॉकीज पुल पर पुलिस बाजार तरफ आने नहीं दे रही है। उनका कहना था कि जब बाजार खोला है और चार घंटे की छूट है तो लोगों को बाजार के अंदर जाने दिया जाना चाहिए। इनका कहना था कि पुलिस उन्हें खरीदी करने बाजार नहीं देना चाह रही है। इधर पुलिस का कहना था कि उन्हें तो सोशल डिस्टेंस का पालन भी कराना है। इसलिए कुछ देर रोककर लोगों को बाजार के लिए भेजा गया। पैदल जाने के लिए भी कहा गया ताकि परेशानी कम हो। इस दौरान शराब की दुकानों पर िबल्कुल भी कतारें नहीं लगीं।शराब दुकानें तो खुलीं लेकिन न हीं दिखाई दीं कतारेंबुधवार से शराब दुकानों को भी खोल दिया गया। इससे सुबह के समय तो दुकानों पर सन्नाटा पसरा रहा लेकिन जैसे ही यह खबर लगी कि आज शराब दुकानें खुलेंगी तो लोग घर से शराब खरीदने निकल पड़े। अच्छी बात ये रही कि इन दुकानों पर कहीं कोई कतारें नहीं दिखाई दी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today When the shops of non-essential goods opened, the crowd broke the rule of social distancing, case filed on 13 Full Article
india news तेज धूप के साथ दिनभर चली बादलों की लुकाछिपी, शाम को 5 मिनट तक बारिश By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:40:00 GMT बुधवार को बार-बार मौसम का अलग-अलग मिजाज दिखाई दिया। सुबह से तेज धूप के बीच बादलों की लुकाछिपी चलती रही, वहीं शाम के समय 5 मिनट के लिए बारिश भी हुई। करीब 0.5 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। मौसम विभाग ने अभी कुछ दिन और ऐसा ही मौसम रहने की संभावना जताई है। बुधवार को अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।पिछले तीन दिनों से दिन और रात के तापमान में मामूली गिरावट का दौर चल रहा है। लेकिन बुधवार को दिन का तापमान स्थिर रहा, हालांकि रात के तापमान में एक डिग्री की गिरावट हुई है। बुधवार को सुबह से तेज धूप थी, लेकिन दोपहर करीब 2 बजे के बाद घने काले बादलों की लुकाछिपी शुरू हो गई। तेज हवा के साथ बादलों का जमावड़ा बढ़ता गया। शाम करीब 5 बजे बूंदाबांदी शुरु हुई और देखते ही देखते तेज बारिश होने लगी। करीब 5 मिनिट की बारिश से सड़कों पर से पानी बह निकला। अचानक फिर से बारिश बंद हो गई और धूप निकल गई। हालांकि गर्मी से कोई राहत नहीं मिली। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि एक दिन पहले मंगलवार को अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री ही दर्ज हुआ था ।इंद्रधनुष देखने घरों से निकले लोगबुधवार को शाम के समय बारिश के बाद अचानक धूप निकलने से आसमान में सतरंगी इंद्रधनुष दिखाई दिया। लोग इंद्रधनुष को देखने के लिए घर से बाहर निकल आए। खासकर बच्चे इंद्रधनुष को देखकर बहुत खुश थे।ओले भी गिर सकते हैंआरएके कॉलेज स्थित ग्रामीण मौसम सेवा केंद्र के डॉ. सत्येंद्र सिंह तोमर ने बताया कि अभी एक सप्ताह तक इसी तरह बादलयुक्त मौसम रहेगा। इस दौरान शुक्रवार को मामूली राहत मिल सकती है, लेकिन इसके बाद फिर दो दिन के लिए मौसम बिगड़ेगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Cloudy day with heavy sunshine, rain for 5 minutes in the evening Full Article
india news एक पंत दो काज...धूप से भी बचे और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ नंबर भी लगा है By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:41:00 GMT कोरोना वायरस के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए लोगों ने नए-नए तरीके अपना लिए हैं। बुधवारा रोड स्थित जिला सहकारी मर्यादित बैंक में ग्राहकों की लंबी लाइन सुबह से ही लग जाती है लेकिन जैसे ही धूप तेज होती है तो फिर यहां पर खड़े रहना मुश्किल हो जाता है। इसलिए लोगों ने अपने गोल घेरे में जूते और चप्पल रख िदए और खुद दूर जाकर बैठ गए। इस तरह से सोशल डिस्टेंस का पालन भी हो गया और धूप से भी बच गए। इससे एक फायदा और हुआ है। सड़क पर लोगों के कतार लगाने से जाम की स्थिति बनती थी। लोगों के सड़क पर खड़ा होने से वाहन चालकों को निकलने में काफी कठिनाई हो रही थी। इस तरह से अब जाम की समस्या भी नहीं हो रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Ek pant do kaj ... Avoid sunlight and follow the social distancing number Full Article
india news चरित्र शंका पर पति ने ही की थी गला दबाकर पत्नी की हत्या, सास को भी कुल्हाड़ी से मारा था By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:42:00 GMT बिलकिसगंज थानांतर्गत फ्रीगंज में हुई मां-बेटी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे में सुलझा ली है। दरअसल पति राजमल ने ही चरित्र शंका के चलते अपनी पत्नी सुमन की हत्या की थी। यही नहीं बाद में उसने अपनी सास पर भी कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। मृतका सुमन की चार साल की बेटी ने पुलिस को बताया था कि पापा ने छाती पर बैठकर मम्मी को मारा लेकिन आरोपी का कहना था कि रात के समय वह घर पर गया ही नहीं। संदेह के आधार पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी राजमल टूट गया और उसने दोनों की हत्या करना कबूल किया।एडि. एसपी समीर यादव ने बताया कि मंगलवार सुबह बिलकिसगंज के पास वीरपुर डेम रोड स्थित फ्रीगंज में 26 साल की सुमन पत्नी राजमल राठौर अौर उसकी मां लीलाबाई 45 साल की हत्या की सूचना डायल 100 को मिली थी। पूछताछ के दौरान मृतिका सुमन की चार साल की बेटी ने पुलिस को बताया था कि पापा ने छाती पर बैठकर मम्मी को मारा। पुलिस ने पूछताछ में जब सख्ती दिखाई तो राजमल ने दोनों की हत्या करना कबूल कर लिया। पुलिस के अनुसार आरोपी राजमल को अपनी पत्नी सुमन के चरित्र को लेकर शंका थी। राजमल रात करीब 11 बजे घर पहुंचा था। जहां उसने अपनी पत्नी की गला दबाकर और सास की कुल्हाड़ी से हत्या की थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news मूल्यांकन घर से पर ओएमआर शीट भर रहे स्कूल जाकर By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:43:00 GMT वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के चलते माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा कक्षा 10वीं-12वीं की वार्षिक परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का गृह मूल्यांकन कराया जा रहा है। कॉपिया जांचने की लिए 10 दिन की समय सीमा दी थी। जिले में अब तक 80 फीसदी मूल्यांकन पूरा हो चुका है। खास बात यह है कि ओएमआर शीट भरने का काम भी 60 प्रतिशत हो चुका है। गुरुवार से 10वीं अंग्रेजी विषय की का मूल्यांकन होगा।जिले में 80 प्रतिशत कॉपियों का मूल्यांकन हो चुका है।चूंकि लॉकडाउन 17 मई तक आगे बढ़ा दिया है। लिहाजा जिस तरह शिक्षकों के घर-घर कॉपियां मूल्यांकन के लिए भेजी गई हैं, वैसे ही जमा भी कराई जाएंगी। जिला समन्वयक एवं उत्कृष्ट स्कूल प्राचार्य रविंद्र कुमार बांगरे ने बताया प्रत्येक मूल्यांकनकर्ता शिक्षक से लगातार संपर्क हैं। रोज चेक होने वाली कॉपियों की गणना कर राेज की अपडेट रिपोर्ट ली जा रही है। कॉपियां जांचने के लिए सीहोर सहित आष्टा, इछावर, बुदनी विकासखंड के शिक्षकों को दी गई है। पूरी कॉपी जांचने में करीब एक सप्ताह और लग सकता है। इसके बाद इन्हें जमा करने का सिलसिला शुरू होगा। गौरतलब है कि लॉकडाउन 17 मई तक आगे बढ़ा दिया गया है। इस दौरान सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश जारी किए गए है। इस कारण जिस तरह शिक्षकों के घरों में कॉपियां भेजी गई थीं।अंग्रेजी की 25 हजार कॉपियों का मूल्यांकन आज सेजिले में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य के नोडल अधिकारी एडीएम विनोद कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि पहले चरण में 17 मार्च तक की परीक्षाओं की करीब 2 लाख 4 हजार उत्तर-पुस्तिकाएं मूल्यांकन के लिए आई थीं। लेकिन 17 मार्च के बाद 10वी की अंग्रेजी विषय की परीक्षा की उत्तर-पुस्तिकाएं भी मूल्यांकन के लिए आई हैं। करीब 25 हजार कॉपियों का मूल्यांकन गुरुवार से शुरु होगा। यही नहीं 12वीं की कृषि विज्ञान की करीब 2 हजार अतिरिक्त कॉपियां भी मूल्यांकन के लिए आई हैं।10 प्रतिशत कॉपियों का मूल्यांकन डिप्टी हेड करेंगेजिले में किए जा रहे मूल्यांकन के बाद ओएमआर शीट भरने का काम भी शुरू कर दिया है। यह सभी विकासखंड के शिक्षकों को समन्वयक संस्था उत्कृष्ट विद्यालय आकर ही करना होगा। इसे प्रारंभिक अंकसूची भी कह सकते हैं। इसमें शिक्षकों को अंक भरना होंगे। ओएमआर शीट भरने का काम 60 प्रतिशत हो चुका है। प्राचार्य श्री बांगरे ने कहा कि जांची गई कॉपी में से 10 प्रतिशत का मूल्यांकन डिप्टी हेड करेंगे। इसके अलावा शून्य अंक और 90 अंक व अधिक वाली कॉपियों का भी डिप्टी हेड को पुन: परीक्षण करना होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news नलजल योजना का कार्य नहीं हो पाया पूरा तीन दिन में एक समय ही मिल रहा है पानी By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:44:00 GMT मुख्यमंत्री पेयजल मिशन से लगभग 10 करोड़ रुपए की नलजल योजना का कम तय समय सीमा के निकल जाने के बाद भी पूरा नहीं हुआ। नगर परिषद नगर में तीन दिन में एक समय ही पानी सप्लाई हो रहा है वो भी पर्याप्त मात्रा नहीं दिया जा रहा है। ठेकेदार को दिसंबर माह की अंतिम समय सीमा दी गई थी। इसके बाद भी परिषद में ओर समय बढ़ा दिया था। सीप नदी से 5 किमी पाइप लाइन डालने का कार्य हो जाए तो नगर में पानी की समस्या हल हो सकती है।नगर में पिछले वर्ष गर्मी का मौसम काफी कष्टदायक रहा, क्योंकि नगर परिषद पानी की ठीक ढंग से व्यवस्था नहीं कर पाई थी। नगर में टैंकरों से पानी खरीदा गया, लेकिन नगरवासी पानी के लिए परेशान रहे। इस साल भी गर्मी का मौसम शुरू होते ही पानी के लिए लोगों को परेशान होते हुए देखा जा सकता है। मुख्यमंत्री पेयजल मिशन के तहत नगर में 9 करोड़ 98 लाख रुपए से नलजल योजना के तहत दो पानी की टंकी, फिल्टर प्लांट बन रहा है। साथ ही सीप नदी पर बन रहे डेम से नगर तक पाइप लाइन डालना था। इसके साथ ही नगर में भी पाइप लाइन डाली जाना है। ठेकेदार ने अभी सीप नदी पर संपवेल का निर्माण किया है। वहीं गंजीबड़ टंकी के पास फिल्टर प्लांट व पशु चिकित्सालय में भी पानी की नई टंकी का निर्माण किया है। वहीं गंजीबड़ पानी की टंकी के पास नई टंकी के लिए पिल्लर खड़े हैं टंकी बनना अभी बाकी है। इस पूरे कार्य की समय सीमा निकल चुकी हैं और ठेकेदार को अंतिम मौके के रूप में दिसंबर माह का समय दिया गया था। दिसंबर माह भी बीत चुका है लेकिन अभी तो कार्य ही शुरू नहीं हुआ है। नगर परिषद ने लसूड़िया से आई पाइप लाइन को धनपाल के ढाबे के पास से टंकी तक ठीक किया है। इससे पांगरी तालाब के पास निजी ट्यूबवेलों से पानी लाए जाने की प्लानिंग नगर परिषद की है। अभी तक नगर परिषद ने यहां से पानी की सप्लाई शुरू नहीं की है।भविष्य को देखकर बनी योजनानगर परिषद ने 2035 की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए नल जल योजना तैयार की है। इसके तहत 3500 घरों में नल कनेक्शन दिए जाने हैं। वर्तमान में 1500 नल कनेक्शन हैं और इन सभी परिवारों को तीन दिन में एक समय पानी सप्लाई किया जा रहा है।नगर में डालनी है पाइप लाइननगर में लगभग 35 किमी लंबी पाइप लाइन डाली जाना है, लेकिन अभी तो 22 किमी लंबी इछावर जामली लाइन के डालने का कार्य भी शुरू नहीं हुआ है। पिछले एक वर्ष से टंकी प्रांगण में पाइप लाकर रख दिए गए हैं, लेकिन लाइन डालने का कार्य शुरू नहीं किया गया।पाइप लाइन डालना जरूरीनगर के लिए मुख्यमंत्री पेयजल योजना के तहत सीप नदी से पाइप लाइन का डाला जाना बहुत जरूरी है। लसूडिय़ा कांगर के बाद इस योजना का लाभ नहीं मिला। परिषद के साथ ही अधिकारी भी भ्रष्टाचार में लगे हुए हैं।-सुनील राठी, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष।सीप नदी से 2 साल में भी नहीं डाली जा सकी 22 किमी लाइनकांकड़खेड़ा से इछावर तक 8 किमी लाइन एक सप्ताह में आ गई थी, लेकिन सीप नदी से 22 किमी लाइन आने में 2 वर्ष हो गए। यह सब ठेकेदारों का खेल है, लेकिन इससे नगर वासी पानी के लिए परेशान हो रहे हैं।-अमित गुप्ता, रहवासी।कार्य न करने की अधिकारियों को दे दी गई है जानकारीठेकेदार द्वारा समय सीमा में कार्य नहीं करने की जानकारी वरिष्ठ कार्यालय को दे दी गई है। ठेकेदार से कहा था कि वो कम से कम पाइप लाइन का कार्य तो पूर्ण कर दे। नगर में पानी की समस्या न हो इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहें हैं।-एनएस चौहान, सीएमओ। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The work of the null water scheme could not be completed, water is getting only once in three days. Full Article
india news चित्रकला व स्लोगन प्रतियोगिता में अनिता परमार औंर अर्पिता चोपड़ा का प्रथम स्थान By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:46:00 GMT नगर पालिका ने नगर के सभी वार्डों में कोरोना महामारी की रोकथाम एवं उपाय विषय पर खुली प्रतियोगिता का आयोजन किया था। इसमें चित्रकला व प्रभावी स्लोगन के तहत 2 प्रकार के आयोजन किए गए। यह प्रतियोगिता कोरोना महामारी अंतर्गत शासन आदेश व वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशानुसार एसडीएम विवेक कुमार, सीएमओ प्रदीप शास्त्री के मार्गदर्शन व आदेश से नोडल अधिकारी राहुल जाखड़ के निर्देशानुसार आयोजित की गई थी।प्रतियोगिता में कोरोना महामारी के संक्रमण को नियंत्रण करने व शहर के बच्चे, युवा व वृद्धजनों में उत्साह बढ़ाने को व जनजागरूकता का संचार करने के लिए वार्डों में कोरोना फाइटर टीम के सहयोग से आयोजित कराई गई। जिसमें कोरोना महामारी को लेकर विभिन्न प्रकार के स्लोगन व चित्रकला प्राप्त हुई। जिनका वार्ड स्तर पर कोरोना फाइटर टीम व अनुभवी व्यक्ति के माध्यम से निर्णय वार्ड स्तर ही कराए गए थे। इसके बाद विजेताओं का निर्णय होने पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय नगर स्तर पर निर्णय के लिए निर्णायक दल बनाया गया। दल में विधायक इंदर सिंह परमार, पूर्व नपा अध्यक्ष रचना जैन, पूर्व प्राचार्य मधु मंडलोई, श्रीराम परमार, ग्रीष्मा शाह, गोपाल राय शामिल थे।निर्णायक दल ने मंगलवार को वार्ड विजेताओं में से नगर स्तर पर निष्पक्ष निर्णय कर अंतिम रूप से दिया। जिसमें चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम अनिता परमार, द्वितीय नैनिस राय व तृतीय श्रेया विजयवर्गीय रहे व स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम अर्पिता चौपड़ा, द्वितीय आकाश विजयवर्गीय, तृतीय सुदर्शन शर्मा का चयन हुआ। ही निर्णायक दल ने चित्रकला में 25 सांत्वना पुरस्कार व स्लोगन में 7 सांत्वना पुरस्कार देने का निर्णय लिया। इस दौरान चित्रकला व स्लोगन की प्रदर्शनी का एसडीएम, तहसीलदार व पूर्व नपा अध्यक्ष संदीप सणस ने निरीक्षण किया। विजेताओं को पुरस्कार के रूप में अलग अलग प्रशासन द्वारा निर्णय लेकर 5, 3 व 2 हजार रुपए प्रथक-प्रथक प्रदान करने की अलग से सूचना जल्द ही दी जाएगी। इस अवसर पर नगर पालिका से प्रतियोगिता प्रभारी मोहन परमार, राहुल जाखड़, महेश बिजानिया, कमल सिंह परमार, प्रहलाद मालवीय, सोहन खत्री, लोकेन्द्र, अक्षय, ओम सेन आदि थेे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Anita Parmar and Arpita Chopra ranked first in painting and slogan competition Full Article
india news उपार्जन केंद्र पर गेहूं रिजेक्ट होने पर आक्रोशित हुए किसान, करीब आधे घंटे तक रुकी रही खरीदी By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:49:00 GMT इस बार गेहूं की बंपर पैदावार हुई है। जिसके कारण बड़ी संख्या में किसान अपनी उपज लेकर शासन द्वारा गेहूं खरीदने के लिए बनाए गए खरीदी केंद्राें पर लेकर पहुंच रहे हैं। केंद्रों पर ले जा रहे गेहूं की क्वालिटी खराब होने के कारण उनके माल की तौल नहीं होने से किसान आक्रोशित हो रहे हैं।बुधवार को प्रदेश की अन्य खरीदी केंद्रों की तरह भीलखेड़ी रोड पर निर्मल श्री गार्डन के समीप एक निजी वेयर हाउस में बने तौल केंद्र पर कुछ किसानों के गेहूं को यह कहकर रिजेक्ट कर दिया गया है वह खराब है। उसके बाद किसानों ने गेहूं की ट्राली के खाली करके उसको साफ किया गया। उसके बाद भी गेहूं को नहीं खरीदा गया। जिसकी शिकायत किसानों ने तहसीलदार रमेश सिसोदिया तथा अन्य अधिकारियों से की व खरीदी नहीं होने का विरोध नारेबाजी कर किया। इस दौरान खरीदी केंद्र पर काम देखने वाले कर्मचारी और किसानों की बीच में मारपीट जैसी स्थिति बनी गई, लेकिन लोगों ने इसे संभाल लिया। इस बारे में पिपलोन निवासी किसान हिम्मत सिंह राजपूत का कहना है कि ताजपुर, मंडवार, सहित कुछ अन्य गांवों के किसानों के माल का तौल समय पर नहीं होने तथा उनके माल को रिजेक्ट करने के कारण किसानों को गुस्सा आ गया था। क्योंकि माल खरीद रहे कर्मचारियों ने पहले कहा कि माल खराब है तो इसे साफ कर दिया गया। उसके बाद भी करीब 15 किसानों का गेहूं नहीं लिया जा रहा था। जिसकी जानकारी तहसीलदार रमेशसिसोदिया को दी।इस बारे में तहसीलदार श्री सिसोदिया का कहना है कि कुछ जगह पर इस प्रकार की शिकायतें मिल रही हैं। इस बारे में सोसायटी के कर्मचारियों से चर्चा की गई है। मेरे द्वारा भी मौके पर पहुंचकर किसानों की समस्याओं को सुना गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The farmers, who were angry when the wheat was rejected at the procurement center, stayed for about half an hour. Full Article
india news मां के दाह संस्कार के दूसरे दिन से ही टीम का हौसला बढ़ाने मरीजों की सेवा में जुटे सिविल सर्जन By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:51:00 GMT जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण चालू होने के बाद विदिशा जिले में कुछ कर्मचारी व अधिकारी सच्चे कोविड-19 के वॉरियर्स के रूप में उभर कर सामने आए हैं।इनमें विदिशा के सिविल सर्जन डॉ संजय खरे, सीएमएचओ डॉ. के एस अहिरवार, नगर पालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन और सामाजिक न्याय विभाग के प्रभारी उप संचालक डाॅ.पीके मिश्रा आदि भी शामिल हैं। जिन्होेंने किस तरह से इस दौरान अपनी परवाह न करते हुए दूसरों की सेवा को महत्व दिया।संबंधों से ज्यादा डॉ.खरे ने कर्तव्य को दिया महत्वविदिशा जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉक्टर संजय खरे की बुजुर्ग माताश्री पार्वती देवी पत्नी स्वर्गीय बीएल खरे की 13 अप्रैल को आकस्मिक मृत्यु हो गई थी। उसके बाद वे उस दिन मां के दाह संस्कार में शामिल हुए । इसके बाद दूसरे दिन से अपने कर्तव्य पर उपस्थित होकर लोगों को प्रेरणा दे रहे हैं। डॉ. खरे ने बताया कि मुझे कार्यों के प्रति प्रेरणा पिता पूर्व आईएएस अधिकारी रहे स्वर्गीय बीएल खाने और माता से मिली है। वे जिला अस्पताल की चौथी मंजिल पर क्वॉरेंटाइन और कोरोना वायरस संक्रमित वार्डों में पहुंचकर मुआयना कर रहे हैं। अपने ऑफिस के बाजू वाले रूम में ही रहकर रात दिन मौजूद रहकर मरीजों की सेवा कर रहे हैं।जान जोखिम में डालकर नपाध्यक्ष ने स्वयं किया कीटनाशक दवा का छिड़कावनगर पालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन भी कोरोना वायरस वॉरियर्स के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने हुए हैं। वे रोजाना 13 घंटे से अधिक कार्य कर नगर पालिका अधिकारियों और कर्मचारियों की हौसला अफजाई कर रहे हैं । इतना ही नहीं अब अपनी जान जोखिम में डालकर स्वयं फायर ब्रिगेड की गाड़ी चलाते हुए शहर में रोजाना कीटनाशक दवा हाइपो सोडियम क्लोराइड का छिड़काव भी कर रहे हैं। इसके अलावा शहर भर में लोगों को निशुल्क मास्क, सैनिटाइजर और भोजन सामग्री बांटकर राहत दे रहे हैं। इसके अलावा एक कोरोना नाटक टीम बनाकर लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं कि कोरोना रूपी यमराज बाहर घूम रहा है । इस कारण उससे बचाव के लिए अपने घरों के अंदर ही रहें।रोजाना 13 घंटे काम कर डॉ अहिरवार कर रहे स्वास्थ्य अमले को प्रोत्साहितजिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर के एस अहिरवार का कोरोना के खिलाफ लगातार संघर्ष जारी है। कोरोना महामारी घोषित होने के बाद से ही लॉक डाउन चल रहा है। ऐसे में वे लगातार सक्रिय होकर सुबह 11 से लेकर रात 12:00 बजे तक अपने कार्यालय में काम कर रहे हैं। इससे पहले और बाद में भी जरूरत पड़ने पर अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मीटिंग करते हुए जरूरी सेवाओं को बहाल कर रहे हैं। प्रतिदिन प्रदेश सरकार से मिलने वाले आदेशों और निर्देशों को समन्वय के साथ लागू करना और उनकी मॉनिटरिंग करना उनकी दिनचर्या में शामिल है । रात 12 बजे के बाद घर पहुंच कर ही भोजन और विश्राम कर पाते हैं। अगले दिन की कार्य योजना भी बना लेता है।जोधपुर में बेटी का एक्सीडेंट हुआ फिर भी ड्यूटी पर डटे रहे डॉ. पीके मिश्रा:सामाजिक न्याय विभाग के प्रभारी उप संचालक 59 वर्षीय डॉ पी के मिश्रा जिले के अधिकारी हैं जो हर परिस्थिति में पीड़ितों की मदद करने से नहीं चूकते। रात दिन जरूरतमंदों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। उनकी बेटी डॉ सौम्यता मिश्रा जोधपुर एम्स में पदस्थ हैं। हाल ही में उनका एक्सीडेंट हो गया था। कोहनी के ऊपर का हिस्सा फैक्चर हो गया था। इसके बाद विषम परिस्थिति में भी वे जोधपुर नहीं गए और जिले के 189 से अधिक मजदूरों के खातों में राशि जमा करवाने, 735 प्रवासी मजदूरों के खातों में राहत राशि भेजने, अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाने के काम में जुटे हुए हैं। उनका बेटा प्रसून मिश्रा भी भोपाल एम्स में डॉक्टर है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today From the second day of the mother's cremation, the civil surgeon engaged in the service of the patients, encouraging the team Full Article
india news जिले को ग्रीन जोन आने में 2 दिन शेष By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:53:00 GMT जिले के सभी कोरोना संक्रमित 13 मरीज नेगेटिव आने के बाद अब विदिशा जिला 8 मई के बाद ऑरेंज जोन से ग्रीन जोन में आ सकता है। इससे पहले 10 अप्रैल को एक साथ 11 पॉजिटिव मरीज मिलने केबाद विदिशा जिला रेड जोन में आ गया था।रेड जोन में आने के बाद लॉक डाउन में सख्ती हो गई थी । इसके अलावा 12 कंटेनमेंट एरिया भी घोषित कर दिए गए थे। साथ ही कर्फ्यू भी जिला प्रशासन ने लगाया था। अब चूँकि विदिशा जिले के सभी 13 कोरोना पॉजिटिव मरीज नेगेटिव आ चुके हैं इसलिए विदिशा पहले 4 मई को ऑरेंज जोन में आ गया था लेकिन अब आखिरी पॉजिटिव मरीज मिलने के 28 दिन बाद 8 मई से जिला ग्रीन जोन में आ सकता है। यदि ग्रीन जोन में विदिशा जिला आता है तो 8 मई के बाद जिले के अंदर लोगों की सुविधाओं में और इजाफा हो सकता है। इसके अलावा लॉक डाउन में भी राहत मिलने की संभावना है। कपड़ा, सर्राफा, जनरल स्टोर और फुटवियर की दुकानें भी खुल सकती हैं।व्यापारियों ने प्रशासन कोे 3 दिन में बाजार में कारोबार चालू करने का दिया अल्टीमेटमसर्राफा कारोबार को भी भारी नुकसानः लॉक डाउन के चलते शहर का सर्राफा कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है । शहर में छोटा सराफा, बड़ा सराफा सहित गलाई की कुल 200 से अधिक दुकानें हैं। इन सभी में कारोबार बंद पड़ा हुआ है। रोजाना लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। लोग नए आभूषण नहीं खरीद पा रहे हैं। जिन लोगों के आभूषण पहले से दुकानों में रखे हुए हैं वह भी उन्हें नहीं उठा पा रहे हैं। इस कारण सराफा बाजार खुलता है तो लोगों को काफी सहूलियत मिल सकेगी।जनरल और फुटवियर स्टोर भी 40 दिन से बंदः लॉक डाउन के कारण शहर के 200 से अधिक जनरल स्टोर और 125 से अधिक फुटवेयर स्टोर भी बंद पड़े हुए हैं । लॉक डाउन के कारण अभी तक इस व्यवसाय को अनुमति नहीं मिली है। कारोबारियों ने जल्द ही प्रशासन से अनुमति देने की मांग की है।ग्रीन जोन में आने के लिए 28 नहीं 21 दिन की है गाइडलाइनः बलेचाविदिशा व्यापार महासंघ के महामंत्री चेतन बलेचा ने बताया कि बुधवार को कलेक्टर के साथ विदिशा व्यापार महासंघ और गंजबासौदा व्यापार महासंघ के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक हुई है। इसमें प्रशासन को अगले 3 दिन में बाजार में बंद कारोबार को चालू करने का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि शनिवार तक बाजार में सभी प्रकार के कारोबार चालू नहीं होते हैं तो सोमवार से अगली रणनीति पर विचार किया जाएगा। केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिले को ग्रीन जोन में आने के लिए 28 दिन नहीं बल्कि 21 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिला ग्रीन जोन में आ चुका है लेकिन अभी तक घोषित नहीं किया गया है। बैठक में व्यापारमहासंघ के अध्यक्ष मुन्ना भैया , पूर्व अध्यक्ष राजेश जैन आदि व्यापारी शामिल थे।ग्रीन जोन का निर्णय करेगी सरकारकलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन ने कहा कि विदिशा, गंजबासौदा के व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ उनकी बैठक हुई है ।चूंकि अभी विदिशा जिला ऑरेंज जोन में है। इस कारण केवल अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़ी दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी गई है। कलेक्टर डॉ.पंकज जैन ने कहा कि केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक हालांकि ग्रीन जोन के लिए 21 दिन का नियम है लेकिन उसका निर्णय सरकार स्वयं करेगी ।जिला प्रशासन इसका निर्णय नहीं करेगा।जिले में आखिरी कोरोना पॉजिटिव मरीज 10 अप्रैल को मिला थाकलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन के मुताबिक विदिशा जिले को ऑरेंज जॉन से ग्रीन जोन में लाने के लिए 28 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। यानी जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मिलने की तिथि से अगले 28 दिन तक कोई नया संक्रमित मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो जिला ग्रीन जोन में आ सकता है । विदिशा जिले में विगत 10 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव आखिरी मरीज मिला था। 10 अप्रैल के बाद 8 मई तक कोई नया मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि विदिशा जिला ग्रीन जोन में आता है तो इससे नागरिक सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सकेगी।जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना, बसें चलने लगेगीआगामी 8 मई के बाद विदिशा जिला यदि ग्रीन जोन में आता है तो जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना बढ़ जाएगी। निजी वाहनों के अलावा जिले के अंदर एक से दूसरे स्थानों तक जाने के लिए बसों की सुविधा भी मिल सकेगी। अभी जिले के अंदर आवागमन सुविधा पूरी तरह से बंद है । 22 मार्च से ही बसों का संचालन भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। ग्रीन जोन में आने के बाद यदि बसें चलती है तो कुल क्षमता की 50% सवारियों के साथ आवागमन की सुविधा को मंजूरी मिल सकेगी। जिससे सभी को फायदा होगा, लेकिन सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा।कपड़ा और रेडीमेड व्यवसाय को भी मिल सकती अनुमतिवस्त्र और रेडीमेड रेडीमेड वस्त्र व्यापार को भी अनुमति मिल सकती है। विदिशा शहर में करीब 300 वस्त्र और रेडीमेड वस्त्रों की दुकानें हैं । पिछले 40 दिनों से वस्त्र व्यवसाय पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। कपड़े नहीं मिलने से जिन घरों में शादी हो रही हैं उन्हें भी असुविधा का सामना करना पड़ा है। वरिष्ठ व्यापारी घनश्याम बंसल बताते हैं कि अप्रैल और मई महीने में शादियों के कई शुभ मुहूर्त थे लेकिन लॉक डाउन के कारण वस्त्र कारोबार शुरू नहीं हो सका । इस संबंध में पीएम को भी पत्र लिखकर छोटे-मझोले व्यापारियों की समस्याओं से अवगत कराया गया है । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news जिले को ग्रीन जोन आने में 2 दिन शेष By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:53:00 GMT जिले के सभी कोरोना संक्रमित 13 मरीज नेगेटिव आने के बाद अब विदिशा जिला 8 मई के बाद ऑरेंज जोन से ग्रीन जोन में आ सकता है। इससे पहले 10 अप्रैल को एक साथ 11 पॉजिटिव मरीज मिलने केबाद विदिशा जिला रेड जोन में आ गया था।रेड जोन में आने के बाद लॉक डाउन में सख्ती हो गई थी । इसके अलावा 12 कंटेनमेंट एरिया भी घोषित कर दिए गए थे। साथ ही कर्फ्यू भी जिला प्रशासन ने लगाया था। अब चूँकि विदिशा जिले के सभी 13 कोरोना पॉजिटिव मरीज नेगेटिव आ चुके हैं इसलिए विदिशा पहले 4 मई को ऑरेंज जोन में आ गया था लेकिन अब आखिरी पॉजिटिव मरीज मिलने के 28 दिन बाद 8 मई से जिला ग्रीन जोन में आ सकता है। यदि ग्रीन जोन में विदिशा जिला आता है तो 8 मई के बाद जिले के अंदर लोगों की सुविधाओं में और इजाफा हो सकता है। इसके अलावा लॉक डाउन में भी राहत मिलने की संभावना है। कपड़ा, सर्राफा, जनरल स्टोर और फुटवियर की दुकानें भी खुल सकती हैं।व्यापारियों ने प्रशासन कोे 3 दिन में बाजार में कारोबार चालू करने का दिया अल्टीमेटमसर्राफा कारोबार को भी भारी नुकसानः लॉक डाउन के चलते शहर का सर्राफा कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है । शहर में छोटा सराफा, बड़ा सराफा सहित गलाई की कुल 200 से अधिक दुकानें हैं। इन सभी में कारोबार बंद पड़ा हुआ है। रोजाना लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। लोग नए आभूषण नहीं खरीद पा रहे हैं। जिन लोगों के आभूषण पहले से दुकानों में रखे हुए हैं वह भी उन्हें नहीं उठा पा रहे हैं। इस कारण सराफा बाजार खुलता है तो लोगों को काफी सहूलियत मिल सकेगी।जनरल और फुटवियर स्टोर भी 40 दिन से बंदः लॉक डाउन के कारण शहर के 200 से अधिक जनरल स्टोर और 125 से अधिक फुटवेयर स्टोर भी बंद पड़े हुए हैं । लॉक डाउन के कारण अभी तक इस व्यवसाय को अनुमति नहीं मिली है। कारोबारियों ने जल्द ही प्रशासन से अनुमति देने की मांग की है।ग्रीन जोन में आने के लिए 28 नहीं 21 दिन की है गाइडलाइनः बलेचाविदिशा व्यापार महासंघ के महामंत्री चेतन बलेचा ने बताया कि बुधवार को कलेक्टर के साथ विदिशा व्यापार महासंघ और गंजबासौदा व्यापार महासंघ के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक हुई है। इसमें प्रशासन को अगले 3 दिन में बाजार में बंद कारोबार को चालू करने का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि शनिवार तक बाजार में सभी प्रकार के कारोबार चालू नहीं होते हैं तो सोमवार से अगली रणनीति पर विचार किया जाएगा। केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिले को ग्रीन जोन में आने के लिए 28 दिन नहीं बल्कि 21 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिला ग्रीन जोन में आ चुका है लेकिन अभी तक घोषित नहीं किया गया है। बैठक में व्यापारमहासंघ के अध्यक्ष मुन्ना भैया , पूर्व अध्यक्ष राजेश जैन आदि व्यापारी शामिल थे।ग्रीन जोन का निर्णय करेगी सरकारकलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन ने कहा कि विदिशा, गंजबासौदा के व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ उनकी बैठक हुई है ।चूंकि अभी विदिशा जिला ऑरेंज जोन में है। इस कारण केवल अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़ी दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी गई है। कलेक्टर डॉ.पंकज जैन ने कहा कि केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक हालांकि ग्रीन जोन के लिए 21 दिन का नियम है लेकिन उसका निर्णय सरकार स्वयं करेगी ।जिला प्रशासन इसका निर्णय नहीं करेगा।जिले में आखिरी कोरोना पॉजिटिव मरीज 10 अप्रैल को मिला थाकलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन के मुताबिक विदिशा जिले को ऑरेंज जॉन से ग्रीन जोन में लाने के लिए 28 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। यानी जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मिलने की तिथि से अगले 28 दिन तक कोई नया संक्रमित मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो जिला ग्रीन जोन में आ सकता है । विदिशा जिले में विगत 10 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव आखिरी मरीज मिला था। 10 अप्रैल के बाद 8 मई तक कोई नया मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि विदिशा जिला ग्रीन जोन में आता है तो इससे नागरिक सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सकेगी।जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना, बसें चलने लगेगीआगामी 8 मई के बाद विदिशा जिला यदि ग्रीन जोन में आता है तो जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना बढ़ जाएगी। निजी वाहनों के अलावा जिले के अंदर एक से दूसरे स्थानों तक जाने के लिए बसों की सुविधा भी मिल सकेगी। अभी जिले के अंदर आवागमन सुविधा पूरी तरह से बंद है । 22 मार्च से ही बसों का संचालन भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। ग्रीन जोन में आने के बाद यदि बसें चलती है तो कुल क्षमता की 50% सवारियों के साथ आवागमन की सुविधा को मंजूरी मिल सकेगी। जिससे सभी को फायदा होगा, लेकिन सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा।कपड़ा और रेडीमेड व्यवसाय को भी मिल सकती अनुमतिवस्त्र और रेडीमेड रेडीमेड वस्त्र व्यापार को भी अनुमति मिल सकती है। विदिशा शहर में करीब 300 वस्त्र और रेडीमेड वस्त्रों की दुकानें हैं । पिछले 40 दिनों से वस्त्र व्यवसाय पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। कपड़े नहीं मिलने से जिन घरों में शादी हो रही हैं उन्हें भी असुविधा का सामना करना पड़ा है। वरिष्ठ व्यापारी घनश्याम बंसल बताते हैं कि अप्रैल और मई महीने में शादियों के कई शुभ मुहूर्त थे लेकिन लॉक डाउन के कारण वस्त्र कारोबार शुरू नहीं हो सका । इस संबंध में पीएम को भी पत्र लिखकर छोटे-मझोले व्यापारियों की समस्याओं से अवगत कराया गया है । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news जिले को ग्रीन जोन आने में 2 दिन शेष By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:53:00 GMT जिले के सभी कोरोना संक्रमित 13 मरीज नेगेटिव आने के बाद अब विदिशा जिला 8 मई के बाद ऑरेंज जोन से ग्रीन जोन में आ सकता है। इससे पहले 10 अप्रैल को एक साथ 11 पॉजिटिव मरीज मिलने केबाद विदिशा जिला रेड जोन में आ गया था।रेड जोन में आने के बाद लॉक डाउन में सख्ती हो गई थी । इसके अलावा 12 कंटेनमेंट एरिया भी घोषित कर दिए गए थे। साथ ही कर्फ्यू भी जिला प्रशासन ने लगाया था। अब चूँकि विदिशा जिले के सभी 13 कोरोना पॉजिटिव मरीज नेगेटिव आ चुके हैं इसलिए विदिशा पहले 4 मई को ऑरेंज जोन में आ गया था लेकिन अब आखिरी पॉजिटिव मरीज मिलने के 28 दिन बाद 8 मई से जिला ग्रीन जोन में आ सकता है। यदि ग्रीन जोन में विदिशा जिला आता है तो 8 मई के बाद जिले के अंदर लोगों की सुविधाओं में और इजाफा हो सकता है। इसके अलावा लॉक डाउन में भी राहत मिलने की संभावना है। कपड़ा, सर्राफा, जनरल स्टोर और फुटवियर की दुकानें भी खुल सकती हैं।व्यापारियों ने प्रशासन कोे 3 दिन में बाजार में कारोबार चालू करने का दिया अल्टीमेटमसर्राफा कारोबार को भी भारी नुकसानः लॉक डाउन के चलते शहर का सर्राफा कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है । शहर में छोटा सराफा, बड़ा सराफा सहित गलाई की कुल 200 से अधिक दुकानें हैं। इन सभी में कारोबार बंद पड़ा हुआ है। रोजाना लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। लोग नए आभूषण नहीं खरीद पा रहे हैं। जिन लोगों के आभूषण पहले से दुकानों में रखे हुए हैं वह भी उन्हें नहीं उठा पा रहे हैं। इस कारण सराफा बाजार खुलता है तो लोगों को काफी सहूलियत मिल सकेगी।जनरल और फुटवियर स्टोर भी 40 दिन से बंदः लॉक डाउन के कारण शहर के 200 से अधिक जनरल स्टोर और 125 से अधिक फुटवेयर स्टोर भी बंद पड़े हुए हैं । लॉक डाउन के कारण अभी तक इस व्यवसाय को अनुमति नहीं मिली है। कारोबारियों ने जल्द ही प्रशासन से अनुमति देने की मांग की है।ग्रीन जोन में आने के लिए 28 नहीं 21 दिन की है गाइडलाइनः बलेचाविदिशा व्यापार महासंघ के महामंत्री चेतन बलेचा ने बताया कि बुधवार को कलेक्टर के साथ विदिशा व्यापार महासंघ और गंजबासौदा व्यापार महासंघ के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक हुई है। इसमें प्रशासन को अगले 3 दिन में बाजार में बंद कारोबार को चालू करने का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि शनिवार तक बाजार में सभी प्रकार के कारोबार चालू नहीं होते हैं तो सोमवार से अगली रणनीति पर विचार किया जाएगा। केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिले को ग्रीन जोन में आने के लिए 28 दिन नहीं बल्कि 21 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिला ग्रीन जोन में आ चुका है लेकिन अभी तक घोषित नहीं किया गया है। बैठक में व्यापारमहासंघ के अध्यक्ष मुन्ना भैया , पूर्व अध्यक्ष राजेश जैन आदि व्यापारी शामिल थे।ग्रीन जोन का निर्णय करेगी सरकारकलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन ने कहा कि विदिशा, गंजबासौदा के व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ उनकी बैठक हुई है ।चूंकि अभी विदिशा जिला ऑरेंज जोन में है। इस कारण केवल अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़ी दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी गई है। कलेक्टर डॉ.पंकज जैन ने कहा कि केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक हालांकि ग्रीन जोन के लिए 21 दिन का नियम है लेकिन उसका निर्णय सरकार स्वयं करेगी ।जिला प्रशासन इसका निर्णय नहीं करेगा।जिले में आखिरी कोरोना पॉजिटिव मरीज 10 अप्रैल को मिला थाकलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन के मुताबिक विदिशा जिले को ऑरेंज जॉन से ग्रीन जोन में लाने के लिए 28 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। यानी जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मिलने की तिथि से अगले 28 दिन तक कोई नया संक्रमित मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो जिला ग्रीन जोन में आ सकता है । विदिशा जिले में विगत 10 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव आखिरी मरीज मिला था। 10 अप्रैल के बाद 8 मई तक कोई नया मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि विदिशा जिला ग्रीन जोन में आता है तो इससे नागरिक सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सकेगी।जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना, बसें चलने लगेगीआगामी 8 मई के बाद विदिशा जिला यदि ग्रीन जोन में आता है तो जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना बढ़ जाएगी। निजी वाहनों के अलावा जिले के अंदर एक से दूसरे स्थानों तक जाने के लिए बसों की सुविधा भी मिल सकेगी। अभी जिले के अंदर आवागमन सुविधा पूरी तरह से बंद है । 22 मार्च से ही बसों का संचालन भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। ग्रीन जोन में आने के बाद यदि बसें चलती है तो कुल क्षमता की 50% सवारियों के साथ आवागमन की सुविधा को मंजूरी मिल सकेगी। जिससे सभी को फायदा होगा, लेकिन सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा।कपड़ा और रेडीमेड व्यवसाय को भी मिल सकती अनुमतिवस्त्र और रेडीमेड रेडीमेड वस्त्र व्यापार को भी अनुमति मिल सकती है। विदिशा शहर में करीब 300 वस्त्र और रेडीमेड वस्त्रों की दुकानें हैं । पिछले 40 दिनों से वस्त्र व्यवसाय पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। कपड़े नहीं मिलने से जिन घरों में शादी हो रही हैं उन्हें भी असुविधा का सामना करना पड़ा है। वरिष्ठ व्यापारी घनश्याम बंसल बताते हैं कि अप्रैल और मई महीने में शादियों के कई शुभ मुहूर्त थे लेकिन लॉक डाउन के कारण वस्त्र कारोबार शुरू नहीं हो सका । इस संबंध में पीएम को भी पत्र लिखकर छोटे-मझोले व्यापारियों की समस्याओं से अवगत कराया गया है । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news हरियाणा और बांग्लादेश के ऊपर चक्रवात से हो रही बारिश, लेकिन पूर्वानुमान के बाद भी मंडी मंे उपज को बचाने के इंतजाम नाकाफी By Published On :: Thu, 07 May 2020 02:08:00 GMT सुबह धूप रही और दोपहर में बादल छाना शुरू हो गए। इसके बाद शाम तेज हवा चली और इसके बाद बारिश शुरू हो गई। शाम को करीब 15 मिनट तक बारिश हुई। बारिश होने के बाद उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया। इस बीच शहर में बिजली भी गुल हो गई। इस वजह से लोगों को घरों में बहुत परेशानी हुई। बुधवार को दिन का पारा 40 डिग्री और रात का पारा 28 डिग्री दर्ज किया गया।सीहोर कृषि कॉलेज के मौसम वैज्ञानिक एसएस तोमर ने बताया कि यह पूरा सप्ताह बादल युक्त रहेगा। गुरुवार को भी तेज हवा, गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। इसका पूर्वानुमान मौसम विभाग की तरफ से पहले से दिया जा रहा था लेकिन उसके बाद भी मंडी में खुली पड़ी उपज को बचाने के इंतजाम न के बराबर थे। तिरपाल से जरूरी बोरों को बचाया गया लेकिन तिरपाल भी कम पड़।पश्मिचमी विक्षोभ ट्रफ लाइन के रूप में सक्रियएसएस तोमर ने बताया कि अफगानिस्तान के ऊपर एक किमी ऊंचाई पर पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ लाइन के रूप में सक्रिय है। इससे हरियाणा और बांग्लादेश के ऊपर मजबूत चक्रवात बना हुआ है। शहर में रोजाना बिजली गुल हो रही है। बुधवार शाम को तेज हवा चली और बारिश हुई। इसके बाद करीब पौन घंटे के लिए बिजली गुल हो गई। शाम को करीब 6.15 बजे बिजली गुल हो गई जो शाम को 7 बजे आई। सुबह धूप रही और दोपहर में बादल छाना शुरू हो गए। इसके बाद शाम तेज हवा चली और इसके बाद बारिश शुरू हो गई। शाम को करीब 15 मिनट तक बारिश हुई। बारिश होने के बाद उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Cyclone rains over Haryana and Bangladesh, but despite forecast, arrangements to save produce in the market are not enough Full Article
india news खुलासा... गुलाब की अपनी ही भाभी पर थी नजर, इसलिए उसे कुएं में डुबोकर मार डाला By Published On :: Thu, 07 May 2020 02:10:00 GMT बींज गांव में अपनी बहन के घर रहने आए अजय स्वीपर ने ही बहन के देवर गुलाब वाल्मीकि को मौत के घाट उतारा था। उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि अजय की बहन को उसका देवर गुलाब बुरी नजर से छेड़ता था। इस बात का खुलासा पुलिस ने बुधवार को किया है। हालांकि हत्या के दूसरे दिन 29 अप्रैल को आरोपी ने गुमराह करने कुछ और ही कहानी बताई थी, लेकिन पुलिस की जांच में नया ही मामला निकलकर सामने आया है। पुलिस ने 3 दिन में अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।शमशाबाद क्षेत्र के बींज गांव में 2 मई को एक अज्ञात लाश ठाकुर बना के कुएं में मिली थी। पुलिस दल द्वारा मौके के मुआयने पर पाया गया कि लाश गांव के गुलाब वाल्मीकि नामक 20 वर्षीय युवक की है, लाश को पत्थर से बांधकर कुएं में डुबोना पाया गया। थाना प्रभारी अजय दुबे ने बताया कि मर्ग कायम कर जांच शुरू की तो पाया कि मृतक की भाभी के भाई द्वारा 29 अप्रैल को रिपोर्ट लिखाई थी कि खेत पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। जिससे स्वयं अजय घायल हुआ व मृतक गुलाब मौके से भाग गया था। परंतु पुलिस को जांच में अजय द्वारा बताई गई कहानी फर्जी समझ आई।ऐसे दिया घटना को अंजाम... पजामे से पत्थर बांधकर शव को डुबो दिया थाआरोपी अजय ने अपनी बहन के साथ देवर गुलाब को छेड़छाड़ का प्रयास करते देख लिया था। इसी बात पर से 28 अप्रैल की शाम को कुएं के पास दोनों के बीच विवाद हुआ। अजय ने गुलाब को कुएं में धकेल दिया व कुएं में उतरकर पत्थर से गुलाब को पजामे से पत्थर बांधकर शव को डुबो दिया। रात भर इधर-उधर भटकता रहा व अगले दिन 29 मई को वापस घर आया। परिवार जनों को झूठी कहानी बताई कि कुछ लोगों द्वारा इनके साथ मारपीट की गई, गुलाब मौके से भाग गया। स्वयं घायल होकर वहीं डैम के पास पड़ा रहा। अजय स्वीपर को गिरफ्तार कर जेल गंजबासौदा भेजा गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Revealed ... Rose was eyeing her own sister-in-law, so she dipped her in the well and killed her Full Article
india news लॉकडाउन के दौरान प्रशासन की गाइडलाइन को दिखा रहे ठेंगा, दिनभर सड़कों पर खड़े रहते हैं सब्जी व फल विक्रेता By Published On :: Thu, 07 May 2020 02:13:00 GMT लॉकडाउन के बावजूद नगर में ठेला चालकों की मनमानी खत्म नहीं हो पा रही है। सब्जी और फल विक्रेताओं को सुबह 11 बजे तक की परमिशन मिली है। इसके बाद भी वे मुख्य बाजार की सड़क पर दिनभर डटे रहते हैं। जिम्मेदार अधिकारियों के वाहन दिनभर सड़कों पर घूमते हैं लेकिन कोई भी कार्रवाई की कोशिश नहीं करता।लॉकडाउन अवधि के दौरान जिला प्रशासन द्वारा सब्जी और फल विक्रेताओं के लिए सुबह 7 से 11 बजे तक का समय निर्धारित किया है। इसके बाद का समय दुकानदारों को दिया गया है। स्थानीय प्रशासन ने भी ठेला चालकों को इसी समय पर सब्जी और फल विक्रय का निर्देश देते हुए उन्हें मुख्य बाजार को छोड़ कर गलियों में जाकर सब्जी विक्रय करने कहा है। इन निर्देशों का ठेला चालकों द्वारा तनिक भी पालन नहीं किया जा रहा है। वे सुबह 8 बजे से ही मुख्य बाजार में खड़े होने लगते हैं और इसके बाद दिनभर एक ही स्थान पर खड़े दिखाई देते है। इक्का-दुक्का सब्जी और फल विक्रेता गलियों में पहुंचते भी हैं तो वे बाजार में खड़े अन्य विक्रेताओं को देख कर खुद भी बाजार में ही आ जाते हैं। नगर के मुख्य बाजार के साथ ही छतरी चौराहा, बामौरा रोड, ढाल बाजार और पुराना बस स्टैंड पर ठेला चालक सब्जी और फल विक्रेताओं की कतार दिनभर लगी दिखाई देती है।दिनभर बनती है जाम की स्थितिठेला चालक सड़क के दोनों ओर कब्जा जमा लेते हैं। वे सुबह से लेकर शाम तक वहीं पर डटे रहते हैं। कलेक्टर ने दुकानदारों को साफ निर्देश दिए हैं कि वे सामान सड़क पर न रखे। इससे सड़कों पर जाम नहीं लगेगा। दुकानदार तो उनका कहना मान रहे हैं, लेकिन ठेला चालक अपनी मनमानी पर कायम हैं। उनके सड़क पर खड़े होने की वजह से मुख्य बाजार में दिनभर कई बार जाम की स्थिति बनती है। इस वजह सोशल डिस्टेंस का नियम पूरी तरह हवा हो जाता है।जिम्मेदार भी नहीं देते ध्यान: जाम की वजह से आम और खास सभी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। एक-दो बार प्रशासन ने कार्रवाई भी की तो ठेला चालक उन्हें देख कर गलियों में पहुंच जाते हैं और उनके जाते ही वे वापस मुख्य सड़क पर आ जाते हैं। हालांकि अधिकतर अधिकारी ठेला चालकों की मनमानी को अनदेखी करते हुए जाते है। बुधवार को दोपहर में एसडीएम अनिल सोनी और शाम को तहसीलदार अलका सिंह खुद वाहन से मुख्य बाजार में पहुंची लेकिन किसी ने भी ठेला चालकों पर कार्रवाई नहीं की।अभी नहीं तो कभी नहींठेला चालकों की मनमानी नगर में स्थाई समस्या है। लॉकडाउन के पहले भी प्रशासन कई बार उन्हें कई बार समझाइश दे चुका है, लेकिन हर बार उन्होंने नियम-कायदों को ठेंगा दिखाया है। इस बार तो कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा है और लॉकडाउन को लेकर सख्ती भी है। इसके बाद भी प्रशासन उनकी मनमानी पर काबू नहीं कर पा रहा है। हालात यह है कि अब तो ठेले पर सब्जी और फल के अलावा तोष, जूते-चप्पल और मटकों की दुकानें भी लगने लगी हैं।कई बार समझा चुके,अब हम चालानी कार्रवाई करेंगेठेला चालक दुकानदारों को हम कई बार समझाइश दे चुके हैं, लेकिन उनकी मनमानी बेकाबू होती जा रही है। अभी तक हमने चालान की कार्रवाई शुरू नहीं की थी। अब हम चालान की कार्रवाई के साथ ही उनके ठेले भी जब्त करेंगे।गिरीश श्रीवास्तव, सीएमओ नपा सिरोंज। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today During the lockdown, showing the guideline of the administration will be cold, vegetable and fruit vendors are standing on the streets all day. Full Article
india news पुलिस की सुरक्षा में बिकी शराब, लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी रखा ध्यान By Published On :: Thu, 07 May 2020 02:16:00 GMT बुधवार को नगर में पुलिस के साए में शराब की दुकान खुली। दिनभर नगर में शराब की दुकानें बंद रहीं, लेकिन समाचारों के माध्यम से मिल रही जानकारी के बाद बड़ी संख्या में लोग बासौदा रोड पर नहर के पास स्थित शराब की दुकान पर शराब लेने के लिए पहुंचे। यहां पर दुकान बंद देख कर वापस लौट गए। हालांकि दुकान के बाहर बन रहे सफेद गोलों को देख कर उन्हें दुकान खुलने की उम्मीद जरूर बंधी रही और वे दिनभर दुकान के चक्कर काटते रहे। इसके बाद शाम को 6 बजे आबकारी अधिकारी अर्चना जैन दुकान पर पहुंचीं। उन्होंने पंचनामा बना दुकान शराब की दुकान खुलवाई। इसी बीच मौके एक दर्जन पुलिस के जवान भी पहुंच गए। वे शाम 7 बजे जब दुकान बंद हुई इसके बाद ही वापस लौटे। दुकान के दोनों ओर सोशल डिस्टेंस के गोले बनाए गए थे और खरीदारों की कतार भी दोनांे ओर लगी हुई थी। कई लोग दूर खड़े होकर कतार खत्म होने का इंतजार करते दिखाई दिए। इसी तरह के हाल ढाल बाजार स्थित शराब की दुकान के बाहर भी दिखाई दिए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Liquor sold in police security, people also took care of social distancing Full Article
india news बैंक परिसर में पार्किंग सुविधा नहीं, खातेदार सड़कों पर खड़े कर रहे हैं वाहन, बन रहे जाम के हालात By Published On :: Thu, 07 May 2020 02:18:00 GMT नगर में छोटे बड़े डेढ़ दर्जन से जयादा बैंक शाखाएं हैं। लेकिन किसी भी बैंक में पार्किंग सुविधा नहीं है। इससे खातेदार वाहन सड़क पर पार्किंग करते हैं। इससे याताiयात समस्या का कारण बनता है। सड़क पर जाम के हालात बनते हैं। इन दिनों किसान ऋण जमा कराने और समर्थन मूल्य का भुगतान लेने बैंकों में आ रहे हैं। इससे वाहन सड़क पर ही पार्क कर रहे हैं। अतिक्रमण और गुमठियों के कारण पूरे शहर में पटरियां गायब हो चुकी हैं। कई बार जगह न होने के कारण खातेदारों को दुकानों के आगे वाहन पार्क करना पड़ते हैं। इससे दुकानदार और खातेदारों में विवाद की स्थिति बनती है। नगर में लंबे समय से पार्किंग स्थल चिन्हित करने की मांग चल रही है। लेकिन इस दिशा में कोई कार्य न होने से समस्या लगातार बढ़ती जा रही है।शहर में कहीं भी पार्किंग स्थल नहींनगर में दो पहिया से लेकर चार पहिया वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन पार्किंग स्थल के लिए जगह चिहिंत नहीं की जा रही है। इससे पूरे नगर में सड़कें ही पार्किंग स्थल बनी हुई हैं। इससे नगर की यातायात व्यवस्था लगातार गिरती जा रही है।बैंकों के आसपास पार्किंग सुविधा ही नहींएसबीआई के खातेदारों की वाहन पार्किंग फोर लाइन सड़क पर हो रही है। जिला सहकारी बैंक परिसर में किसान दो पहिया वाहन सड़क पर आड़ा तिरछा खड़ा करने के बाद काम काज को जा रहे हैं। इससे कर्मचारियों को आने जाने में समस्या आती थी। उसने परिसर के चारों तरफ बाउंड्रीवाल बना दी। बाउंड्री के अंदर कर्मचारियों के वाहन खड़े होते हैं। बाहर सड़क पटरी पर चाय पान की गुमठियां लगी हैं। इससे किसान सड़क पर दो व चारपहिया वाहन खड़ा कर रहे हैं। इसी प्रकार एसबीआई बैंक के आगे पेवर लगाकर ऊंचा किया गया है। इससे बैंक आने जाने वाले ग्राहक वाहनों सड़क तक खड़ा करते हैं। यही हालत विजया, बीओटी, सेंट्रल, आईसीआईसी, एचडीएफसी, पंजाब नेशनल, एक्सीस, आईबीडीआई, यूको, यूनियन, नागरिक, क्षेत्रीय ग्रामीण, यूनियन बैंकों आदि की है। इससे खातेदार मुख्य मार्ग पर वाहनों की पार्किंग कर रहे हैं। इससे आधे से ज्यादा मुख्य मार्ग प्रभावित रहता है। मार्ग पर दो पहिया वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं।कई बार डाली जा चुकी है लाइनप्रशासन और नपा के ढुलमुल रवैया के कारण शहर की यातायात व्यवस्था नहीं सुधर पा रही है। नपा कई बार चूने की लाइन डाल चुका। इसके बाद उसकी कार्रवाई इस सीमा से आगे नहीं बढ़ पाती। प्रशासन नपा पर टालता है। नपा प्रशासन पर टल कर शहर में यातायात की समस्या को जटिल बना रहा है।नपा को जगह चिन्हित करना हैनगर मेें पार्किंग व्यवस्था के लिए नपा को जगह चिन्हित करना है। पार्किंग स्थल न होने से बैंकों के सामने समस्या आ रही है। इस समस्या का स्थाई हल नपा को करना है। -वीरेंद्र झा, नगर निरीक्षक गंजबासौदा।यातायात प्रभावितजैसे ही लॉकडाउन खुलेगा। रेलवे स्टेशन आने जाने वाले यात्री, नागरिक, ऑटो, रिक्शा, चार पहिया व दो पहिया वाहनों की भीड़ शुरु हो जाएगी। यही हालत बरेठ रोड और मील रोड पर हो रहे हैं। इस बार फसल अच्छी है। किसानों को फसल का भुगतान सोसायटियां बैंक खातों के माध्यम से कर रही हैं। भुगतान बैंक के माध्यम से किसानों को किया जा रहा है। इससे किसान बड़ी संख्या में बैंक शाखाओं में जमा हो रहे हैं। लेकिन न तो बैंकों द्वारा व्यवस्थित पार्किंग के लिए व्यवस्था की जा रही है। पुलिस प्रशासन इस समस्या पर ध्यान दे रहा है। लॉकडाउन व्यवस्था में लगा है। सड़क के अतिक्ति जगह नहींस्टेशन क्षेत्र में वर्तमान में राजस्व विभाग के सरकारी सर्वे की मानें तो उसमें सड़क सहित सरकारी जगह 75 फीट दर्शाई गई है। लेकिन हालत या है कि स्टेशन से लेकर सुभाष चौक तक सड़क का सीसी करण छोड़ कर पटरी भी उपलब्ध नहीं है। पटरी पर गुमठियों व सब्जी बेचने वाले दुकानदारों का स्थाई कब्जा है। जैसे ही लॉक डाउन खत्म होगा फिर से अपनी जगह पर कारोबार शुरू कर देंगे। बरेठ रोड, त्योंदा रोड, पुराना शहर में कहीं भी सड़क किनारे पटरियां दिखाई नहीं देतीं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today No parking facility in bank premises, vehicles are parked on accountant roads, conditions of jams are being created Full Article
india news 4 महिलाओं ने नपा दफ्तर में मास्क बनाकर पहुंचाईं, खातों में राशि आना हुई शुरू By Published On :: Thu, 07 May 2020 02:20:00 GMT जीवन शक्ति योजना के तहत मास्क बना रहीं महिलाएं उन्हें नपा कार्यालय में जमा कर रही हैं। इन महिलाओं के बैंक खाते में शासन द्वारा राशि भी जमा की जाने लगी है। दीनदयाल अंत्योदय मिशन योजना शहरी आजीविका मिशन के तहत गठित महिला स्व सहायता समूह से जुड़ी 30 महिलाओं ने जीवन शक्ति योजना के तहत मास्क बनाने के लिए पंजीयन करवाया है। इन महिलाओं ने मास्क बना कर नपा में जमा करना भी शुरू कर दिए हैं। दो दिन में चार महिलाओं ने 800 मास्क बना कर नपा में प्रभारी रोहित तोमर के पास जमा भी कर दिए है। इस संबंध में जानकारी देते हुए ज्योति दुबे ने बताया कि योजना के तहत टू लेयर मास्क सरकार द्वारा बनवाए जा रहे हैं और महिलाओं को प्रति मास्क 11 रुपए का भुगतान भी किया जा रहा है। अभी तक मयूरी पंथी, सरदार बाई, भागवती पंथी और पूजा पंथी ने मास्क बना कर जमा कर दिए हैं। इनमें से दो महिलाओं के खातों में राशि भी पहुंच गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 4 women made masks in NAPA office, funds started flowing in accounts Full Article
india news गुजरात और राजस्थान से 60-60 हजार रुपए में बस करके मध्य प्रदेश में वापस लौटे 91 मजदूर By Published On :: Thu, 07 May 2020 04:29:55 GMT प्रदेश सरकार मजूदरों की घर वापसी को लेकर दावे कर रही है लेकिन अन्य राज्य में फंसे लोगों की सुनवाई तक नहीं हो रही है। बुधवार को गुजरात के जूनागढ़ क्षेत्र से 30 मजदूर 63 हजार रुपए किराया देकर बस से यहां आए। मजदूरों ने बताया कि गुजरात व मप्र की सरकार ने घर पहुंचाने के लिए हमें कोई सहयोग नहीं दिया। 26 अप्रैल से गुजरात के अफसर हमसे कार्यालयों के चक्कर लगवाते रहे, लेकिन कोई मदद नहीं की। बुधवार को लौटे मजदूरों ने बताया कि मप्र सरकार द्वारा जारी अधिकारियों के किसी भी मोबाइल नंबर पर फोन नहीं लगा। इसके अलावा जिले के 1050 मजदूरों को राजकोट से विशेष ट्रेन से शुक्रवार को रतलाम लाया जाएगा। रतलाम से बड़वानी लाने के लिए 40 से ज्यादा बस की व्यवस्था की है।झाबुआ के 61 मजदूर हरियाणा से पैदल तीन दिन में बुधवार को राजस्थान के नीमथाना पहुंचे। यहां सभी ने 60 हजार रुपए एकत्र किए और बस से यहां आए। कहीं से भी मदद नहीं मिली।छतरपुर: यूपी से पैदल आए फिर प्रशासन ने भेजाछतरपुर. बुधवार काे करीब 800 मजदूर यूपी से पैदल मप्र की सीमा में देवरी बंधा हाेते हुए अाए। यहां से प्रशासन द्वारा मजदूरों काे बस, ट्रक, ट्रैक्टर, पिकअप आदि से उनके गांव भेजा जा रहा है। मजदूरों की बॉर्डर पर जांच नहीं की जा रही।रायसेन : ओडिशा से मजदूर खुद वाहन कर आएरायसेन. यहां 63 मजदूर रीवा और सतना बसों से भेजे गए। प्रशासन ने इन्हें खाना खिलाया और भोजन के पैकेट भी दे दिए गए। ओडिशा से 22 मजदूर रात में खुद वाहन कर के आए। सीहोर में 327 लोग बाहर से आए। ये सभी परमिशन लेकर खुद वाहन कर के आए हैं।बैतूल : पांच दिन बाद तेलंगाना से पैदल मुुलताई पहुंचे 27 मजदूर, स्क्रीनिंग की गईबैतूल. दूसरे जिलाें से 499 लोग अपने-अपने साधनाें से अाए। प्रशासन ने बसों की काेई व्यवस्था नहीं की। स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें होम क्वारेंटाइन कर दिया। मंगलवार रात तेलंगाना से 27 मजदूर पैदल मुलताई आए। ये पांच दिन पहले चले थे। सड़क पर इन मजदूरों को पुलिसकर्मियों ने देखा तो स्वास्थ्य विभाग काे सूचना दी। रात में ही मजदूरों की स्क्रीनिंग की गई। हरदा में करीब 60 लाेग हैं। इनमें यूपी,बिहार व मप्र के लाेग शामिल हैं। नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह चाैहान ने बताया कि बसाें का इंतजाम हाेते ही इन्हें रवाना किया जाएगा।नीमच : प्रशासन ने बसों से घर भेजानीमच. राजस्थान में फंसे मजदूरों की घर वापसी जारी है। प्रशासन द्वारा नयागांव बॉर्डर से रोज मजदूरों को बसों से घर भेजा जा रहा है। बुधवार को रतलाम, झाबुआ सहित अन्य स्थानों के 240 मजदूरों को जांच के बाद 3 बसों से गंतव्य के लिए रवाना किया।रतलाम... दूसरे राज्यों के 598 लोग रुकेरतलाम. बुधवार को राजस्थान से 435 और गुजरात से 75 मजदूर आए। प्रशासन ने उन्हें बसाें से उनके गांव पहुंचाया। मंदसौर में राजस्थान और गुजरात सीमा से अाए 598 लोग अभी रुके हैं। प्रशासन का कहना है कि इनके लिए स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की गई है। 307 लोगों को भेजा जा चुका है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बड़वानी के 30 मजदूर बुधवार को गुजरात से लौटे। ये लोग खुद किराया देकर एक बस से यहां आए। Full Article
india news आईपीएस अफसर के 24 घंटे में 4 बार कोरोना टेस्ट, 1 पॉजिटिव, 2 निगेटिव और 1 रिपोर्ट एम्स से आना बाकी By Published On :: Thu, 07 May 2020 04:40:00 GMT आम लोगों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट सैंपल लेने के दो से तीन या फिर इससे भी ज्यादा दिन बाद आ रही हैं, लेकिन एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर के 24 घंटे में तीन बार सैंपल लिए गए और तीनों रिपोर्ट आ भी गईं। पहली रिपोर्ट में वह पॉजिटिव मिले, जबकि दो अन्य रिपोर्ट निगेटिव आईं। उन्होंने बताया कि मैंने खुद को क्वारेंटाइन कर लिया है। उन्हें हल्की खांसी है।सूत्रों के अनुसार, पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वह मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। उनकी शाखा का कुछ स्टाफ जहांगीराबाद क्षेत्र में भी रहता है। इसलिए संभव है कि किसी स्टाफ के संपर्क में आने के कारण उन्हें संक्रमण हुआ हो। उन्होंने चौथा सैंपल एम्स में दिया है, जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है। ऐसा ही वाकया करीब महीनेभर पहले एक युवा आईपीएस अफसर के साथ भी हो चुका है। उनकी स्क्रीनिंग रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी, लेकिन फाइनल रिपोर्ट निगेटिव।सरकारी कर्मियों में कोरोनाअब तक स्वास्थ्य विभाग के 115 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 28 डॉक्टर हैं। 47 पुलिसकर्मी और दो आईएएस अफसरों को भी कोरोना हुआ है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पुलिस मुख्यालय भोपाल Full Article
india news शिवराज ने रि-लांच की संबल योजना; बोले- लोगों की जिंदगी का सहारा बनने वाली संबल योजना को हम फिर से शुरू कर रहे हैं By Published On :: Thu, 07 May 2020 05:06:51 GMT मध्य प्रदेश सरकार ने संबल योजना काे रिलांच कर दिया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहानने इस योजना को लांच करते हुएयह योजना गरीबों को उनके जन्म के पहले और मृत्यु के बाद तक फायदा पहुंचाती है। सीएम चौहान ने कहा किजब हम महामारी से जूझ रहे हैं, ऐसे मेंलोगोंकी जिंदगी में सहारा देने वाली संबल योजना को हम फिर से शुरू कर रहे हैं।संबल योजना के तहत प्रदेश सरकार 12वीं कक्षा में अधिकतम अंक लाने वाले 5000 छात्रों को 30 हज़ार रुपये का पुरस्कार देगी। सरकार ने 'सुपर 5000' नाम से एक योजना कीशुरुआत की है जो कि संबल परिवार के बच्चों की मदद करेगा।यह फैसला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जन कल्याण संबल योजना के तहत मंगलवार को लिया गया।कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने योजना पर रोक लगा दी थी।यह योजना कम आय वाले परिवारों को मदद करने के लिए शुरू की गई थी।फिर से शुरू की संबल योजनासीएम शिवराज नेसंबल योजना की शुरुआत करते हुए कहा, "जब हम एक महामारी से जूझ रहे हैं, ऐसे मेंलोगोंकी जिंदगी का सहारा बनने वाली संबल योजना को हम फिर से शुरू कर रहे हैं, जब संबल योजना कीपात्र कोई गरीब महिलाकिसी शिशु को जन्म देगी तो जन्म देने से पहले 4 हजार और जन्म देने के बाद 12 हजार रुपए उनके खाते में भेजे जाएंगे।1 लाख श्रमिकों के खाते में 10 करोड़ 50 लाख ट्रांसफरइधर, मध्यप्रेदश से बाहर फंसे 1 लाख 5 हज़ार श्रमिकों के खाते में सरकार ने मंगलवार को10 करोड़ 50 लाख ट्रांसफर कर दिए। प्रत्येक मजदूर के खाते में 1 हज़ार रुपए भेजे गए हैं। इसके पहले भी भी 700 से ज्यादा श्रमिकों के खाते में भेजे गए थे 1-1 हजार रुपये।सरकार ने मजदूरों के खाते में रुपए भेजे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को संबल योजना रि-लांच कर दी। Full Article
india news पहली बार... हाईकोर्ट और जिला कोर्ट में नहीं हाेगा समर वेकेशन By Published On :: Thu, 07 May 2020 05:08:13 GMT मध्यप्रदेश हाईकोर्ट और प्रदेश की अधीनस्थ अदालतों में भी इस बार समर वेकेशन नहीं होगा। चीफ जस्टिस एके मित्तल के आदेश के बाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल राजेन्द्र कुमार वानी ने बुधवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। हाईकोर्ट और निचली अदालतों में 18 मई से 12 जून 2020 तक समर वेकेशन निर्धारित था। हाईकोर्ट ने इस अवधि को वर्किंग दिन घोषित किया है। हाईकोर्ट की स्थापना के बाद संभवत: ऐसा पहली बार होगा जब अदालतों में समर वेकेशन नहीं होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today हाईकोर्ट जबलपुर Full Article
india news हॉटस्पॉट जिलों में फंसे लोगों को भी मिल सकेगा ई-पास, सरकार ने जारी किए आदेश By Published On :: Thu, 07 May 2020 05:22:00 GMT कोरोना हॉट स्पॉट जिलों में फंसे लोग भी ई-पास लेकर घर जा सकेंगे। स्टेट कंट्रोल रूम के प्रभारी व अपर मुख्य सचिव आईसीपी केशरी ने बुधवार को नए निर्देश जारी किए हैं। अब तक प्रदेश या दूसरे राज्य के हॉट स्पॉट जिलों से आने-जाने की अनुमति नहीं थी। इसके लिए दूसरे राज्य के हॉट स्पॉट जिलों में फंसे लोगों को घर आने के लिए मैप-आईटी के पोर्टल पर अपने वाहन नंबर सहित आवेदन करना होगा।इसी तरह भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार, खंडवा व खरगोन जिले से अन्य जिलों में जाने के लिए मेडिकल इमरजेंसी, मृत्यु व शादी के अलावा कोई ई-पास जारी नहीं किया जा रहा था। इसमें भी छूट दी गई है, अब इन जिलों से भी लोग ई-पास के जरिए प्रदेश के दूसरे जिलों में जा सकेंगे। कलेक्टर इसके लिए अनुमति देंगे।इस पास पर सिर्फ एक बार कर सकेंगे यात्राइस तरह के ई-पास केवल एक बार की यात्रा के लिए ही जारी किए जाएंगे, ताकि उनका दुरुपयोग न हो। जिले में आने वाले व्यक्ति की डॉक्टरी जांच की जाएगी। जांच में संदिग्ध पाए जाने पर 14 दिन के लिए संस्थागत क्वारेंटाइन किया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रतीकात्मक फोटो Full Article
india news दिल्ली और महाराष्ट्र से श्रमिकों को लेकर 3 ट्रेनें आज भोपाल, जबलपुर और छतरपुर के लिए रवाना होंगी By Published On :: Thu, 07 May 2020 07:02:13 GMT अन्य प्रदेशों में फंसे प्रदेश के मजदूरों को विभिन्न साधनों से लाने का कार्य जारी है। अब तक करीब 70 हजार से अधिक मजदूर प्रदेश में लाए गए हैं। बुधवार रात को भी हैदराबाद से हबीबगंज 1030 मजदूर श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लाए गए। इन्हें जांच के बाद गृह जिलों के लिए रवाना कर दिया गया है। करीब साढ़े तीन हजार से अधिक श्रमिकों को लेकर ट्रेनें नई दिल्ली, अकोला, अहमदनगर से मध्य प्रदेश के लिए आज रवाना होंगी। इन तीनों ट्रेनों के विभिन्न स्टेशनों पर आज देर रात या शुक्रवार सुबह पहुंचने की संभावना है।जानकारी के अनुसार एक ट्रेन अहमदनगर से भोपाल दूसरी ट्रेन अकोला से जबलपुर और तीसरी ट्रेन नई दिल्ली से छतरपुर के लिए आज रवाना होगी। महाराष्ट औक दिल्ली सरकार द्वारा मजदूरों की स्क्रीनिंग के बाद सफर की इजाजत दी जाएगी। मजदूरों के भोजन की व्यवस्था राज्य सरकारों द्वारा की जा रही है।हैदराबाद से हबीबगंज स्टेशन पहुंचे 1030 मजदूरबुधवार देर रात भोपाल, बालाघाट, विदिशा, होशंगाबाद सहित विभिन्न जिलों के 1030 मजदूर अपने परिवारों के साथ हैदराबाद से भोपाल पहुंचे। हबीबगंज स्टेशन पर उनकी स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद सभी को भोजन कराकर उनके गृह जिलों के लिए रवाना कर दिया गया। उन्होंने बताया कि सुबह चाय-बिस्किट और दोपहर में बिरयानी, दाल-चावल का पैकेट दिया गया। हमें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई। हम लोग हैदराबाद से यहां आए हैं। खुशी है कि हम अब अपने घर पहुंच गए हैं। वापस जाएंगे या नहीं यह बाद में तय करेंगे। हमसे टिकट का कोई पैसा नहीं लिया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बुधवार रात हैदराबाद से मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पहुंची। Full Article
india news विशाखापट्टनम गैस लीक से ताजा हुईं भोपाल गैस कांड की यादें; यहां हजारों प्रभावित व्यक्ति आज भी दुष्प्रभाव झेलने को मजबूर By Published On :: Thu, 07 May 2020 08:35:35 GMT आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के वेंकटपुरम गांव में गुरुवार तड़केकेमिकल प्लांट से गैस लीक होने से2 बच्चे समेत अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। यह गैस एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री के प्लांट से लीक हुई और 4 किलोमीटर के दायरे में आने वाले 5 छोटे गांवों में फैल गई। एक हजार से ज्यादा लोग बीमार हैं। हालांकि विशाखापट्टनम में हुआ हादसा बहुत छोटा है, लेकिन गैस रिसाव कीघटना ने भाेपाल गैस त्रासदी की यादें ताजा कर दीं। यहांहजारों प्रभावित व्यक्ति आज भी उसके दुष्प्रभाव झेलने को मजबूर हैं।भोपाल में2 और 3 दिसंबर 1984की दरम्यानी रातमें यूनियन कार्बाइड कारखाने की गैस के रिसाव से हजारों लोगों की मौत हो गई थी।उस रात यूनियन कार्बाइड के प्लांट नंबर 'सी' में हुए रिसाव से बने गैस के बादल को हवा के झोंके अपने साथ बहाकर ले जा रहे थे और लोग मौत की नींद सोते जा रहे थे। लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर एकाएक क्या हो रहा है? कुछ लोगों का कहना है कि गैस के कारण लोगों की आंखों और सांस लेने में परेशानी हो रही थी। जिन लोगों के फेफड़ों में बहुत गैस पहुंच गई थी, वे सुबह देखने के लिए जीवित नहीं रहे। मौतों को लेकर असमंजससरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस दुर्घटना के कुछ ही घंटों के भीतर तीन हजार लोग मारे गए थे। हालांकि गैर सरकारी स्रोत मानते हैं कि ये संख्या करीब तीन गुना ज्यादा थी। इतना ही नहीं, कुछ लोगों का दावा है कि मरने वालों की संख्या 15 हजार से भी अधिक रही होगी। मगर, मौतों का ये सिलसिला उस रात शुरू हुआ था औरबरसों तक चलता रहा। यह तीन दशक बाद भी जारी है, जबकि हम त्रासदी के सबक से सीख लेने की कवायद में लगे हैं।40 टन गैस का रिसाव हुआ थाउस रात यूनियन कार्बाइड से करीब 40 टन गैस का रिसाव हुआ था और इसका कारण यह था कि फैक्ट्रीके टैंक नंबर 610 में जहरीली मिथाइल आइसोसाइनेट गैस से पानी मिल गया था। इस घटना के बाद रासायनिक प्रक्रिया हुई और इसके परिणामस्वरूप टैंक में दबाव बना। अंतत: टैंक खुल गया और गैस वायुमंडल में फैल गई। इस गैस के सबसे आसान शिकार भी कारखाने के पास बनी झुग्गी बस्ती के लोग ही थे। उन्होंने नींद में ही अपनी आखिरी सांस ली। गैस को लोगों को मारने के लिए मात्र तीन मिनट ही काफी थे। कारखाने में अलार्म सिस्टम था, लेकिन यह भी घंटों तक बेअसर बना रहा। हालांकि इससे पहले के अवसरों पर इसने कई बार लोगों को चेतावनी भी थी। डॉक्टर नहीं जानते थे क्या इलाज किया जाए...जब बड़ी संख्या में लोग गैस से प्रभावित होकर आंखों में और सांस में तकलीफ की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों को भी पता नहीं था कि इस आपदा का कैसे इलाज किया जाए? संख्या भी इतनी अधिक कि लोगों को भर्ती करने की जगह नहीं रही। बहुतों को दिख नहीं रहा था तो बड़ी संख्या में लोगों का सिर चकरा रहा था। सांस लेने में तकलीफ तो हरेक को हो रही थी। मोटे तौर पर अनुमान लगाया गया है कि पहले दो दिनों में लगभग 50 हजार लोगों का इलाज किया गया। डॉक्टरों को ही ठीक तरह से पता नहीं था कि क्या इलाज किया जाए। शहर में ऐसे डॉक्टर भी नहीं थे, जिन्हें मिक गैस से पीड़ित लोगों के इलाज का कोई अनुभव रहा हो। हालांकि गैस रिसाव के आठ घंटे बाद भोपाल को जहरीली गैसों के असर से मुक्त मान लिया गया, लेकिन वर्ष 1984 में हुई इस हादसे से भोपाल उबर नहीं पाया है।पर्यावरण पर असर यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे के कारण आस-पास का भूजल मानक स्तर से 562 गुना ज्यादा प्रदूषित हो गया। कारखाने में और उसके चारों तरफ तकरीबन 10 हजार मीट्रिक टन से अधिक कचरा जमीन में आज भी दबा हुआ है। बीते कई सालों से बरसात के पानी के साथ घुलकर अब तक 14 बस्तियों की 50 हजार से ज्यादा की आबादी के भूजल को जहरीला बना चुका है। सीएसई के शोध में परिसर से तीन किलोमीटर दूर और 30 मीटर गहराई तक जहरीले रसायन पाए गए।क्या बनता था इस कारखाने में यूनियन कार्बाइड कारखाने में कारबारील, एल्डिकार्ब और सेबिडॉल जैसे खतरनाक कीटनाशकों का उत्पादन होता था। संयंत्र में पारे और क्त्रसेमियम जैसी दीर्घस्थायी और जहरीली धातुएं भी इस्तेमाल होती थीं। सरकार का कृषि विभाग उन कीटनाशकों का एक बड़ा खरीददार था। भोपाल कारखाने से कीटनाशकों का निर्यात दूसरे देशों को किया जाता था और उससे भारत को निर्यात शुल्क की आय होती थी। जानकारों का कहना है कि कीटनाशकों की आड़ में यह कारखाना कुछ ऐसे प्रतिबंधित घातक एवं खतरनाक उत्पाद भी तैयार करता था, जिन्हें बनाने की अनुमति अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों में नहीं थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today भोपाल का यूनियन कार्बाइड प्लांट। Full Article
india news महाराष्ट्र के पनवेल से मध्य प्रदेश के 1200 मजदूर स्पेशल ट्रेन से हबीबगंज पहुंचे, बसों से अपने जिले भेजे जाएंगे By Published On :: Thu, 07 May 2020 10:38:38 GMT महाराष्ट्र के पनवेल से मध्य प्रदेश के 1200 मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुरुवार को दोपहर करीब 12 बजे भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पहुंची। यहां पर सुबह से ही जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां कर ली थीं। मजदूरों को दूसरे जिलों में ले जाने के लिए बसें भी आ गई थीं। मजदूरों के लिए भोजन, पानी और स्क्रीनिंग दल भी पहुंच गया था। मजदूरों को बसों से उनके घरों के लिए भेजा जा रहा है। इसके पहले मजदूरों को भोजन कराया गया और उनकी हेल्थ स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद एक बस में 30 मजदूरों को बिठाया जाएगा। यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा। इसके लिए करीब 50 बसों का इंतजाम किया गया है।मजदूर डेढ़ महीने से लॉकडाउन के कारण पनवेल में फंसे हुए थे, इस दौरान वहां पर फंसे मजदूरों का पैसा, राशन सब खत्म हो गया था। हबीबगंज स्टेशन पर मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग में खड़ा किया गया, यहां पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके बाद इनके गृह जिलों के लिए बसों से रवाना किया जा रहा है। मजदूरों को 14 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा। मजदूरों के साथ उनके छोटे-छोटे बच्चे और परिवार भी हैं। अब तक मध्य प्रदेश सरकार दूसरे राज्यों में फंसे करीब 90 हजार प्रवासी मजदूरों को मध्य प्रदेश लाया जा चुका है।मजदूरों की स्क्रीनिंग के लिए स्टेशन पर स्वास्थ्य अमला मौजूद रहा।सीएम शिवराज ने किराया वहन करने की घोषणा की थीमजदूरों को यहां पर लाए जाने के बदले 15 फीसदी किराया केंद्र सरकार और 85 फीसदी राज्य सरकारें वहन कर रही हैं। हालांकि कुछ दिन पहले नासिक से भोपाल आई श्रमिक स्पेशल ट्रेन में मजदूरों से किराया वसूला गया था और इसे लेकर काफी हंगामा भी मचा था। बाद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि मजदूरों से कोई किराया नहीं वसूला जाएगा। इसे राज्य सरकार वहन करेगी।हालांकि मजदूरों का कोरोना टेस्ट कराया गया या नहीं, इसकी जानकारी नहीं दी गई है।कटनी 997 मजदूरों को लेकर हैदराबाद से कटनी आई श्रमिक ट्रेनमध्य प्रदेश के 997 मजदूरों को गुरुवार को करीब 1 बजे स्पेशल ट्रेन हैदराबाद से कटनी स्टेशन पहुंची। वहां पर सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग की जा रही है। उनके खाने-पीने का इंतजाम किया गया है। इसके बाद उनके जिलों के लिए रवाना करने के लिए करीब 40 बसों का इंतजाम किया गया है।दिल्ली से मजदूरों को लेकर छतरपुर रात 8 बजे आएगी ट्रेनएक ट्रेन दिल्ली से छतरपुर लाया जाएगा। यहां भी करीब 12 सौ की संख्या होगी। दिल्ली के अलग-अलग मजदूरों को ठहराया गया है। श्रमिक स्पेशल ट्रेन होंगे। प्रवासी मजदूरों को लेकर आएंगे।श्रमिकों को लेकर तीन ट्रेन मध्यप्रदेश आएंगी। ट्रेन इस बीच में कहीं नहीं रुकेगी। सीधे छतरपुर में रुकेगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश के 1200 मजदूरों को स्पेशल ट्रेन भोपाल पहुंची है। यहां से इन मजदूरों को उनके जिलों के लिए रवाना किया जा रहा है। Full Article
india news मध्य प्रदेश में फंसे 600 कश्मीरी छात्र अपने घर में ईद मना सकेंगे; 9 मई को भेजे जाएंगे By Published On :: Thu, 07 May 2020 12:33:05 GMT मध्यप्रदेश और देश के अन्य राज्यों में फंसे करीब 600 कश्मीरी छात्रों कोअपने घर जाकर ईद मनाने की अनुमति मिलगई है।पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने इनछात्रों को घर भेजने की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसकी अनुमित प्रदान कर दी है और मध्य प्रदेश में फंसे करीब 600 विद्यार्थियों को 9 मई को कश्मीरभेजा जाएगा।गुरुवार को पहले फेज में हरियाणा और चंडीगढ़ में फंसे छात्रों कोभेजा जा रहा है।जम्मू-कश्मीर के भोपाल में 32, इंदौर में 54, ग्वालियर में 17 छात्र समेत करीब 600 छात्र लॉकडाउन की वजह से मध्य प्रदेश के दूसरे जिलों मेंफंसे हैं।मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इन्हें भेजने की मांग की थी किलॉकडाउन में फंसे कश्मीरी छात्रों को रमजान में जम्मू-कश्मीर भेजने की व्यवस्था की जाए। लॉकडाउन की वजह से देश के विभिन्न हिस्सों में कश्मीरी छात्र फंसे हैं और हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं।तीर्थयात्रियों और कोटा में फंसेछात्रों को बुला सकते हैंतो कश्मीरी छात्रों को क्यों नहींदिग्विजय ने पत्र में लिखा था किजिस प्रकार काशी से दक्षिण भारत के 1000 तीर्थयात्रियों को और राजस्थान के कोटा से उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के हजारों छात्रों को उनके राज्यों तक भेजने की अनुमति और प्रबंध किए गए हैं। उसी प्रकार मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों में फंसे जम्मू-कश्मीर के छात्रा-छात्राओं को भी उनके राज्य में वापस भेजने की व्यवस्था करने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मध्य प्रदेश में फंसे कश्मीरी छात्र अपने घर लौट सकेंगे, केंद्र सरकार की अनुमति से उन्हें कश्मीर भेजा जाएगा। Full Article
india news लॉकडाउन के 44 दिन बाद संक्रमण का पहला केस मिला, संक्रमित महिला को भोपाल के अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा By Published On :: Thu, 07 May 2020 13:23:56 GMT सीहोरकी एक महिला गुरुवार को भोपाल में कोरोना पॉजिटिव पाई गई, जिसकी हालत गंभीर है और उसेहमीदिया अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है।सीएमएचओ सुधीर डेहरिया ने बताया किभोपाल में सीहोर की कोरोना पॉजिटिव महिला का इलाज चल रहा है। उनकी हालत गंभीर है और वेंटिलेटर पर रखा गया है।उन्हें बुधवार कोरात परिजन सांस लेने में तकलीफ के कारण जिला अस्पताल लेकर आए थे, जहां से उसे गंभीर हालत में भोपाल रेफर किया गया था। गुरुवार को सुबहमहिला के सैंपल की रैपिड किट से जांच की गई, इसमेंवह कोरोना पॉजिटिव पाई गई।सूचना के बाद स्वास्थ्य अमले ने सैनिटाइज करने के बाद क्षेत्र को पूरी तरह सील कर दिया है।महिला शहर के इंद्रानगर कालोनी की निवासी थी। यहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और जांच की।जानकारी के मुताबिक, बुधवार को महिला मरीज की तबियत बिगड़ने परपरिजन उसे एंबुलेंस से जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। महिला दमा से पीड़ित है। जिले में अब तक एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला था और ग्रीन जोन में शामिल था।महिला की ट्रैवल हिस्ट्री तलाश कर रहा प्रशासनकलेक्टर अजय गुप्ता का कहना है कि महिला की ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी ले रहे हैं। सीहोर में लॉकडाउन के 44दिन बाद कोरोना मरीज मिला है। अब तक जिला ग्रीन जोन में था, लेकिन अब एक मरीज मिल गया है।महिला के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद क्षेत्र का निरीक्षण करने कलेक्टर अजय गुप्ता भी पहुंचे।महिला के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन ने शहर के इंद्रानगर कॉलोनी को सील कर दिया है। चारों तरफ से बैरीकेट्स लगा दिए हैं। महिला खेत में छप्पर बनाकर अपने पति और तीन बच्चों के साथ रहती थी। महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने को लेकर पूरे परिवार के सैंपल लिए जा रहेहैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सीहोर में कोरोना का पहला केस सामने आया है। पॉजिटिव मिली महिला का भोपाल में इलाज हो रहा है, जिला प्रशासन ने इलाके को सैनिटाइज कराकर सील करा दिया है। Full Article
india news अब तक 3255 कोरोना संक्रमित; इंदौर में 1699 और भोपाल में 656 मरीज, जबलपुर में 3 महीने की बच्ची की मौत By Published On :: Thu, 07 May 2020 13:27:37 GMT कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। बुधवार देर रात तक मध्यप्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 3 हजार 255 पहुंच गई। इंदौर में 1 हजार 699 और भोपाल में 656 मरीज हो गए हैं। अब तक 190 की मौत हो चुकी। बुधवार को प्रदेश में 116 नए पॉजिटिव मरीज मिले, जबकि 7 लोगों की मौत हुई। जबलपुर मेंतीन महीनेकी बच्ची की जान चली गई।झाबुआ और नीमच ग्रीन से ऑरेंज जोन में आएउज्जैन में 7 महीने के बच्चे समेत 14 नए मरीज मिले। ग्रीन जोन में शामिल झाबुआ और नीमच कोरोना पॉजिटव मरीज मिलने से ऑरेंज जोन में आ गए। पेटलावद के पास नाहरपुरा गांव में एक महिला पॉजिटिव पाई गई। मुरैना, ग्वालियर और जबलपुर में 5-5 नए मरीज मिले। नए मरीज दूसरे शहरों से कुछ दिन पहले ही वापस आए थे।मध्य प्रदेश के मजदूर बुधवार देर रात तेलंगाना से विशेष ट्रेन से भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पहुंचे।जबलपुर में 5 नए केस, अब तक 115 संक्रमितजबलपुर मेंबुधवार को कोरोना संक्रमित 5 नए मरीज मिले। 132 सैंपल की रिपोर्ट में अन्ना मोहल्ला निवासी 24 सालका युवक पॉजिटिव मिला।ग्वालियर से देर रात जारी 137 की जांच रिपोर्ट में 4 और मरीज सामने आए। जबलपुर में मरीजों की संख्या 115 हो गई। अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी।अशोकनगर में कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।इंदौर:पॉजिटिव कम आ रहे, 556 सैंपल में 18 मरीज मिलेलॉकडाउन फेज-1में इंदौर में मरीजों के ठीक होने की दर सिर्फ 6.50 फीसदी थी, जो बढ़कर 37.35 फीसदी हो गई है। एक हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों वाले शहरों में रिकवरी रेट में जयपुर (41.52 फीसदी) के बाद इंदौर दूसरे नंबर पर आ गया, जबकि राष्ट्रीय औसत 28.29 फीसदी है। सैंपलिंग के लिए प्रशासन ने 25 टीमें बनाकर तेजी ला दी है। पहले 450 के आसपास सैंपल लिए जा रहे थे, जो मंगलवार को 723 और बुधवार को 1174 हो गए।भोपाल के मंगलवारा इलाके की कुम्हार गली में 250 लोग रहते हैं। यहां करीब 35 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। कई लोग एक ही परिवार के हैं।भोपाल: 46 नए पॉजिटिव, 4 मौतें, 27 ठीक होकर घर लौटेभोपाल में बुधवार को 46 पॉजिटिव मरीज मिले।राजधानी में यह एक दिन में नए संक्रमितों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इनमें एक वरिष्ठ आईपीएस शामिल हैं। हालांकि,उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आई हैं।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, लगातार दूसरे दिन 4 कोरोना मरीजों ने दम तोड़ा। इनमें एक मरीज हमीदिया, एक चिरायु और एक एम्स में भर्ती था। जबकि एक महिला की मौत 2 दिन पहले हो गई थी, रिपोर्ट अब पॉजिटिव आई है।दूसरी ओर, सुपर हॉटस्पॉट जहांगीराबाद में 13 और संक्रमित मिले। यहां अब तक 127 लोगों में संक्रमण फैल चुका है।ग्वालियर: 44 दिन में पहली बार एक ही दिन में 5 नए संक्रमित मिलेपिछले 44 दिन में जिले में बुधवार को पहली बार एक ही दिन में 5 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। इनमें एक ही परिवार के तीन लोग शामिल हैं।भोपाल में साधन नहीं मिलने की वजह से मजदूरों के पैदल जाने का सिलसिला थम नहीं रहा। मुरैना: 2 नर्सों औरचेन्नई से लौटे पिता-पुत्र समेत 5 संक्रमितजिला अस्पताल में 2 स्टाफ नर्स समेत चेन्नई से ट्रक में बैठकर लौटे पिता-पुत्र औरअहमदाबाद से लौटा एक युवक कोरोना संक्रमित मिले। नर्सेंजिला अस्पताल के कोरोना वार्ड औरक्वारैंटाइन सेंटर में ड्यूटी कर रही थीं।भोपाल से मजदूरों के लिए बुधवार रात एक बस छतरपुर और रीवा भेजी गई। 52 सीटर बस में 68 लोगों को भेजा गया।अपडेट्स इंदौर: तिलकपथ निवासी 36 साल के युवक की मंगलवार शाम कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। उसके संंक्रमण की जानकारी परिजन को भी नहीं थी। युवक खुद ही मेडिकल से दवा खाकर इलाज कर रहा था। उसने स्वास्थ्य विभाग को खबर नहीं की।2 मई को अस्पताल में भर्ती हुआ। बताया जा रहा है कि तबीयत खराब होने से पहले तक युवकघर-घर जाकर सिलेंडरों की होम डिलीवरी कर रहा था। उज्जैन: जिले में 14 पॉजिटिव मिले, इनमें से 2की मौत हो चुकी। नए मरीजों में बड़नगर के एक परिवार के3 सदस्य हैं।विधायक मुरली मोरवाल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। संक्रमण की बिगड़ती स्थिति से नाराज शासन ने सीएमएचओ डॉ. अनुसुइया गवली और प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा को हटा दिया। सीहोर:जिले में गुरुवार को एक महिला भोपाल में कोरोना पॉजिटिव पाई गई। उसकी हालत गंभीर है। उसे हमीदिया अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा है। सीएमएचओ सुधीर डेहरिया ने बताया कि बुधवार रात महिला को जिला अस्पताल लाया गया था, हालत गंभीर होने के चलतेभोपाल भेजा गया।गुरुवार सुबह महिला के सैंपल की रैपिड किट से जांच की गई, इसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई। महाराष्ट्र के पनवेल से मध्य प्रदेश के 1200 मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पहुंची। यहां जिला प्रशासन द्वारा मजदूरों को दूसरे जिलों में ले जाने के लिए 50 बसों का इंतजाम किया गया था। मजदूरों को उनके घर भेजा गया।मजदूरों के लिए भोजन, पानी और स्क्रीनिंग दल भी मौजूद था। मध्यप्रदेश और देश के अन्य राज्यों में फंसे करीब 600 कश्मीरी छात्रों को अपने घर जाकर ईद मनाने की अनुमति मिल गई है। यह मांग पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने की थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसकी अनुमित प्रदान कर दी है। इन छात्रों को 9 मई को कश्मीर भेजा जाएगा। गुरुवार को पहले फेज में हरियाणा और चंडीगढ़ में फंसे छात्रों को भेजा जा रहा है। दिल्ली और महाराष्ट्र से श्रमिकों को लेकर तीन ट्रेनें आज भोपाल, जबलपुर और छतरपुर के लिए रवाना होंगी। अब तक करीब 70 हजार से अधिक मजदूर प्रदेश में लाए गए हैं। बुधवार रात को भी हैदराबाद से हबीबगंज 1030 मजदूर श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लाए गए। 3500 से अधिक श्रमिकों को लेकर ट्रेनें नई दिल्ली, अकोला, अहमदनगर से मध्य प्रदेश के लिए आज रवाना होंगी। इन तीनों ट्रेनों के विभिन्न स्टेशनों पर देर रात या शुक्रवार सुबह पहुंचने की संभावना है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today गुना में शराब की दुकानें खुलते ही लोगों की भीड़ लग गई। कई इलाकों में लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान भी नहीं रखा। Full Article
india news भोपाल में तेज धूप ने गर्मी बढ़ाई; खरगोन में 44 डिग्री तापमान, आगामी 24 घंटे में ग्वालियर-चंबल के जिलों में बारिश की संभावना By Published On :: Thu, 07 May 2020 13:38:00 GMT देश के कई हिस्से में मौसम की गतिविधियों को प्रभावित करने वाले सिस्टम बनने के कारण मध्यप्रदेश में कुछ जिलों मेंबुधवार को हुई हल्की बारिश के बीच अगले 24 घंटों के दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों के अलावा करीब आधा दर्जन स्थानों पर हल्की बारिश होने का अनुमान है।राजधानी भोपाल में गुरुवार कोसुबह से ही मौसम शुष्क बना रहा। सूरजकी तेज किरणों के प्रभाव से दिन में गर्मी बनी रही। तापमान 41.4 डिग्री दर्ज किया गया है।यहांशुक्रवार को भीमौसम का मिजाज बदलेगा विशेषकर शाम के समय आंशिक रुप से बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। प्रदेश में मौसम की गतिविधियों को प्रभावित करने वाले नमी के कारणराज्य के कई स्थानों पर आंशिक बादल छाए रहे और कई स्थानों पर शाम के पहर के बाद तेज गति से हवाएं चली हैं।आज नहीं बनाकोई सिस्टमभोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक उदय सरवटे ने बताया कि गुरुवार कोराज्य में मौसम को प्रभावित करने वाला कोई सिस्टम नही बना है। बल्कि नमी के प्रभाव के कारण चंबल संभाग में आने वाले जिलों के अतिरिक्त उमरिया, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़, शिवपुरी, ग्वालियर तथा दतिया जिले में कहीं-कहीं हल्की बारिश के आसार हैं। इन स्थानों पर कहीं-कहीं गरज-चमक तथा बौछारें पड़ सकती हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी संभावना है कि इन स्थानों पर हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की दर सेचल सकती है।खरगोन में सबसे ज्यादा 44 डिग्री रहा तापमानसरवटे ने बताया कि प्रदेश में मौसम का रुख फिलहाल एक दो दिन तक ऐसा ही बना रह सकता है। इस बीच मौसम की गतिविधियों में विशेष परिवर्तन होने के आसार नहीं है।मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के दूसरे स्थानों पर बने चक्रवात के प्रभाव के चलते बीत 24 घंटों के दौरान रीवा, सागर, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, उज्जैन, होशंगाबाद, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई है। शेष स्थानों पर मौसम का रुख शुष्क बना रहा है। राज्य के ग्वालियर संभाग के जिलों में अधिकतम तापमान काफी बढ़ा और बाकी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नही हुआ। प्रदेश में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस खरगोन में रिकार्ड किया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today तस्वीर बड़ा तालाब में दोपहर करीब 12 बजे की है। तेज हवा के कारण तालाब का पानी हिचकोले खा रहा है। Full Article
india news भोपाल में आज 24 नए कोरोना संक्रमित मिले, इनमें जहांगीराबाद के 11 और मंगलवारा के 6 पॉजिटिव; अब तक कुल 680 केस By Published On :: Thu, 07 May 2020 13:38:04 GMT राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार दोपहर 24 नए संक्रमित मरीज मिले। भोपाल में मरीजों की संख्या 680 पर पहुंच गई। देर शाम या रात तक कुछ रिपोर्ट और आने परइनकी संख्या में इजाफा हो सकता है।आज मिले संक्रमितों में 11 जहांगीराबाद इलाके के हैं। अब यहां 141 संक्रमित मरीज हो गए हैं। 6 संक्रमित मंगलवारा इलाके के हैं। यहां मरीजों की संख्या 48 पर पहुंच गई है। वहीं, दोलोगों की मौत भी हुई है।उधर, रायसेन में एक रिटायर्ड जेलर समेत दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। दो नए केस सामने आने के बाद यहां मरीजों की संख्या 66 पर पहुंच गई। बताया जा रहा है कि जेलर रिटायर होने के बाद अनाज का व्यापार करने लगे थे। अनाज की खरीदी शुरू होने पर कई दिन से रायसेन मंडी जा रहे थे। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मंडी के 20 हम्मालों और रिटायर्ड जेलर के संपर्क में आए करीब दो दर्जन अन्य लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।पॉजिटिव मरीज की तलाश में 5 घंटे सर्चिंग, लेकिन नहीं मिला राजधानी के रोशनपुरा इलाके में कोरोना पॉजिटिव मरीज के नहीं मिलने से सनसनी फैल गई। मरीज के दिए गए पते पर जब पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची तो पता चला कि जो नाम रिपोर्ट में दिया है, उस नाम का कोई व्यक्ति रोशनपुरा झुग्गी बस्ती में नहीं रहता है। करीब 5 घंटे तक पुलिस के जवानों और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने संक्रमित 27 साल के युवक की तलाश के लिए 1800 झुग्गियों में सर्चिंग की। यहां के रहवासियों से से भी पूछताछ की लेकिन युवक का पता नहीं चला। रहवासी वाहिद लस्करी ने बताया कि दोपहर स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के जवान यहां पर आए थे। उन्होंने कहा कि रोशनपुरा झुग्गी बस्ती में एक युवक कोरोना पॉजिटिव है। लेकिन उसका पता और न ही मोबाइल नंबर सही है। मोबाइल बंद आ रहा है। ऐसे में यह चिंता हो रही है कि वो मरीज यहां का रहने वाला है या नहीं। स्वास्थ्य विभाग के अमले के साथ पूरी बस्ती की जांच कर डाली। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today स्वास्थ्य विभाग की टीम जहांगीराबाद इलाके में घर-घर जाकर सर्वे कर रही है। Full Article
india news मध्य प्रदेश में दुकानें सुबह 6 से रात 12 बजे तक खुलेंगी, मजदूरों की ड्यूटी के घंटे बढ़े, अब 8 के बजाए 12 घंटे होंगे By Published On :: Thu, 07 May 2020 15:42:31 GMT मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि कि कोरोना से प्रदेश में उत्पन्न आर्थिक संकट से निपटने के लिए श्रम कानूनों में संशोधन किया गया है। चौहान ने फेसबुक लाइव के माध्यम से श्रम कानूनों में किए गए बदलावोंकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि बंद आर्थिक गतिविधियों को गति देने की ऐसी अभिनव पहल करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। कोरोना संकट के बाद उद्योगों को जरूरी रियायतें देने औरफैक्ट्री मालिकों और मजदूरों के बीच सहयोग का वातावरण बनाने के लिए श्रम कानून में संशोधन किए गए हैं।शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना ने सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व से परिचित करा दिया है। बाजारों में भीड़ न हो इस उद्देश्य से प्रदेश की दुकानों के खुले रहने का समय सुबह 8 से रात्रि 10 के स्थान पर सुबह 6 से रात्रि 12 बजे तक रहेगा। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गयी है। कारखानों में काम की पाली 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे कर दी गई है। कारखाना मालिक अब खुद शिफ्ट परिवर्तित कर सकेंगे। हालांकि 8 घंटे के बाद बशर्ते श्रमिक श्रमिक काम करना चाहे। साथ ही अब सप्ताह में 72 घंटे ओवरटाइम कर सकेंगे, लेकिन इसका नियमानुसार मजदूरों को भुगतान करना होगा। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गयी है। रजिस्ट्रेशन के लिए अब 30 दिन के बजाए एक दिन में किया जाएगा। रिन्यूअल के नियम को खत्म कर दिया गया है, अब एक बार ही रजिस्ट्रेशन होगा और वह भी ऑनलाइन होगा।दुकानें सुबह 6 बजे से से रात को 12 बजे तक खुलेंगीमुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में आर्थिक गतिविधियों की पुन: शुरूआत की गयी है। नए उद्योगों को अनुकुल वातावरण उपलब्ध करवाया जा रहा है। श्रम सुधारों के पीछे मुख्य उद्देश्य अन्य स्थानों से शिफ्ट हो रहे उद्योगों और नए उद्योगों को आकर्षित करना है। प्रदेश में सरलता से नए उद्योग लग सकेंगे, लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और मजदूरों के हित सुरक्षित हो सकेंगे।रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस30 दिन के बजाए 1 दिन में मिलेगामुख्यमंत्री ने विस्तारपूर्वक श्रम सुधारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस का काम 30 दिन में होने के बजाए एक दिन में होगा। इससे कारखानों, दुकानों, ठेकेदारों, बीड़ी निर्माताओं, मोटर परिवहन कर्मकार, मध्यप्रदेश भवन तथा अन्य संनिर्माण कर्मकार अधिनियम में आने वाली निर्माण एजेंसियों का रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस एक दिन में मिलेगा। साथ ही कारखाना लाइसेंस रिन्यूअल अब एक साल की बजाय दस साल में कराने का प्रावधान किया गया है। ठेका श्रम अधिनियम में एक कैलेंडर वर्ष की जगह ठेका की पूरी अवधि के लिए लाइसेंस जारी किया जाएगा।किसान घर बैठे बेच सकेंगे उपजशिवराज सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में मंडी अधिनियम में परिवर्तन कर किसानों को घर बैठे फसल बेचने की सुविधा दी गई है, निजी मंडियों में फसल बेचने जैसे विकल्प उपलब्ध करवाए गए हैं। प्रतिस्पर्धा बढ़ने से किसानों को अच्छे दाम मिलेंगे। प्रदेश में श्रमिकों के हित से कोई समझौता नहीं होगा। श्रम कानूनों में जो संशोधन किए गए हैं, इसके बाद प्रदेश को आगे बढ़ाने में सहयोग मिलेगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फेसबुक लाइव के जरिए मध्य प्रदेश में किए गए श्रम सुधारों की जानकारी दी। Full Article
india news जलील कर मांगती थी ब्याज इसलिए 3 महिलाओं ने 1.80 लाख की सुपारी देकर करवाया था कत्ल By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोलार कॉलोनी में ब्याज पर पैसे चलाने वाली राधा यादव का कत्ल तीन महिलाओं ने 1.80 लाख की सुपारी देकर करवाया था। महिला इन तीनों महिलाओं को रकम न लौटा पाने पर सरेआम जलील करती थी। महिला के गले पर चाकू से पहला वार करने वाला बचने के लिए नाले में कूदा और डूबने से उसकी जान चली गई। वह साईं बाबा नगर में रहता था, लेकिन वारदात के वक्त उसकी लोकेशन कोलार कॉलोनी में थी। उसकी कॉल डीटेल से इस अंधे कत्ल के राज खुलते चले गए। 50 दिन बाद चूना भट्टी पुलिस ने तीनों महिलाओं समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।दस दिन पहले दिया था एडवांसपुलिस की गिरफ्त में रेखा, गुलाब बाई और सुनीतापंचवटी कॉलोनी, करोंद में रहने वाली 46 साल की राधा के कत्ल की प्लानिंग रेखा हरियाले, सुनीता प्रजापति और गुलाब बाई ने होली यानी 10 मार्च के दो दिन पहले ही कर ली थी। ताराचंद्र ने उन्हें अजय की मदद लेने के लिए कहा। अजय ने अपने दोस्त अभिषेक से बात की और कत्ल का सौदा 1.80 लाख रुपए में तय किया। तीनों महिलाओं ने अजय और अभिषेक को एडवांस के तौर पर 20 हजार रुपए दिए थे। ये रकम उन्होंने ताराचंद्र और मनोज से लेकर दी थी।अभिषेक ने किया था पहला वारप्रशिक्षु डीएसपी ऋचा जैन के मुताबिक 18 मार्च को राधा रकम मांगने कोलार कॉलोनी पहुंची थी। योजना के तहत महिलाओं ने अजय व अभिषेक को राधा के आने की सूचना दे दी। रात आठ बजे अभिषेक ने राधा के गले पर चाकू से पहला वार किया। वारदात के बाद अजय व अभिषेक अलग दिशाओं में भागे। अभिषेक को लगा कि कोई पीछा कर रहा है। बचने के लिए उसने नाले में छलांग लगा दी। यहां पानी में दम घुटने से उसकी मौत हो गई। पांच दिन बाद उसका शव हबीबगंज पुलिस को नाले में मिला था।जलालत बनी हत्या की वजहएसपी साउथ साईं कृष्णा ने बताया कि राधा की हत्या के मामले में रेखा, सुनीता, गुलाब बाई, ताराचंद्र मेहरा, अजय निरगुडे और मनोज मेहरा को गिरफ्तार किया गया है। रेखा, सुनीता और गुलाब बाई ने राधा से रकम उधार ली थी, लेकिन चुका नहीं पा रही थीं। इस वजह से राधा उन्हें जलील करती थी। इसलिए राधा को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। इसके लिए उन्होंने राधा के लिए कोलार कॉलोनी में मैनेजर के तौर पर काम करने वाले ताराचंद्र मेहरा की मदद ली। ताराचंद्र ने भी कुछ लोगों को 8 लाख दिलवाए थे।...खुलता चला गया कत्ल का राज(मनोज,अजय,ताराचंद्र)नाले में मिले शव और शाहपुरा थाने में दर्ज गुम इंसान का हुलिया मेल खा रहा था। सीसीटीवी फुटेज में राधा के कत्ल के बाद एक युवक नाले की ओर भागता नजर आ रहा था। पुलिस ने अभिषेक की कॉल डीटेल खंगाली तो पता चला कि राधा के कत्ल के वक्त वह घटनास्थल के पास ही था। फोन पर उसकी आखिरी बात 23 मिनट की अजय से हुई थी। दूसरी कॉल डीटेल से अजय की भी लोकेशन वहां मिल गई। इस आधार पर पुलिस ने अजय को हिरासत में लिया। पूछताछ में रेखा, सुनीता, गुलाब बाई, ताराचंद्र और मनोज की करतूत भी उजागर हो गई और सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today राधा यादव Full Article
india news गली नंबर 3 का 100 मीटर का हिस्सा कंटेनमेंट, देर रात तक चला सैनिटाइजर By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना पॉजीटिव से संतराम की मौत होने के बाद गली नंबर 3 के 100 परिवार का कुछ हिस्सा करीब 100 मीटर के एरिया को कंटेनमेंट किया गया था । गली में देर रात दोनों तरफ बेरीकेट्स लगाकर नगर पालिका के द्वारा गली काे बंद किया गया है और दोनों दोनों तरफ पुलिस बल तैनात कर दिया गया है । देर रात तक यहां पर एसडीएम अमृता गर्ग,एसडीओपी डीआरएस चौहान,तहसीलदार संजय दुबे,थाना प्रभारी सौरभ त्रिपाठी,बीएमओ संजीव अग्रवाल,नगर पालिका इंजीनियर विवेक सिंह ठाकुर सहित पुलिस बल एवं नगर पालिका कर्मचारी उपस्थित रहे ।भोपाल में साथ गए साथी को भेजा सागर- संतराम का इलाज कराने साथ गए इलाज कराने गए साथी को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सागर तिली अस्पताल भेजा है। वही परिवार के वहीं उसकी पत्नी उसका एक वर्षीय बेटा,मकान मालिक की एक 10 वर्षीय बेटी एवं उसके एक अन्य साथी को घर में ही क्वारेंटाइन किया गया है ।देर रात जांच करेंगे एपीडीमीईयो लॉजिस्ट- सिविल अस्पताल प्रभारी संजीव अग्रवाल ने बताया कि कंटमेंट क्षेत्र कितने दिनों का रहेगा अभी यह बताना उचित नही होगा । देर रात एपीडीमीईयो लॉजिस्ट शशांक भार्गव आ रहे है । उनकी जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि कंटमेंट क्षेत्र और बढ़ेगा और कितने दिन का होगा इसकी जांच की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 100 meter portion of street number 3, sanitizer run till late night Full Article
india news शराब ठेकेदार को दिए गए परमिट को भी यात्रा पास माना जाएगा By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT शराब की आपूर्ति में किसी तरह की दिक्कत न हो, इसलिए ठेकेदार को दिए गए परमिट को भी यात्रा पास के रूप में मान्य किया जाएगा। वाणिज्यिक कर विभाग ने शराब ठेकेदारों को पास में आ रही परेशानी को देखते हुए सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि शराब निर्माता इकाइयों और वेयर हाउस के प्रभारी अधिकारियों द्वारा वाहन और इकाई संबंधित व्यक्तियों को दिए गए यात्रा पास मान्य किया जाएं, जिससे बिना बाधा माल की आपूर्ति हो सके। जिला आबकारी अधिकारी और सहायक आबकारी आयुक्त के परमिट को भी यात्रा पास के रूप में मान्य किया जाए। शराब ठेकेदारों, विक्रेताओं, ड्रायवर, लेबर, मैनेजर, मुनीम आदि व वाहनों के लिए लॉकडाउन अवधि में कलेक्टर के अनुमोदन के बाद जारी पास ही मान्य किए जाएं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फाइल फोटो Full Article
india news कलेक्टर के बाद उज्जैन एसपी को भी हटाया, मनोज सिंह को कमान By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT राज्य शासन ने गुरुवार पांच आईपीएस अफसरों के तबादला कर नवीन पदस्थापना आदेश जारी किए हैं। जिसमें उज्जैन एसपी सचिन अतुलकर को हटाकर उनके स्थान पर मनोज कुमार सिंह को उज्जैन एसपी बनाया गया है। इससे पहले कोरोना की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए सोमवार को उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्रा का भी तबादला कर दिया गया था। माना जा रहा है अतुलकर को हटाने का कारण भी बढ़ता संक्रमण ही है। जिले से हटाए गए एसपी में कांग्रेस नेता के छोटे भाई भी शामिल हैं।सिद्धार्थ चौधरी मंदसौर, सगर आगर मालवा एसपी पांच आईपीएस अफसरों के तबादले नाम वर्तमान नवीन पदस्थापना सचिन अतुलकर एसपी उज्जैन एआईजी पुलिस मुख्यालय मनोज कुमार सिंह एसपी आगर मालवा एसपी उज्जैन हितेष चौधरी एसपी मंदसौर एसपी रेल भोपाल राकेश सगर एसपी रेल भोपाल एसपी आगर मालवा सिद्धार्थ चौधरी एआईजी पुलिस मुख्यालय एसपी मंदसौर Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उज्जैन एसपी सचिन अतुलकर को हटाकर उनके स्थान पर मनोज कुमार सिंह को उज्जैन एसपी बनाया गया है Full Article
india news कारखानों में आठ के बजाय 12 घंटे की शिफ्ट, 72 घंटे का ओवरटाइम By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना से उद्योग जगत में छाई मंदी से निपटने के लिए मप्र सरकार ने बड़ी पहल की है। कारखानों 6 को बड़ी राहत देते हुए 8 घंटे की शिफ्ट को 12 घंटे और ओवरटाइम को बढ़ाकर 72 घंटे कर दिया है। इसके साथ ही तीन माह तक फैक्ट्री इंस्पेक्टर के निरीक्षण पर रोक रहेगी और 61 रजिस्टर रखने व 13 रिटर्न भरने की व्यवस्था को भी बदलकर एक-एक ही कर दिया है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर रूबरू होते हुए ये घोषणाएं कीं। माना जा रहा है कि इससे औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी, रोजगार के अवसर पैदा होंगे, नया निवेश आएगा और श्रमिकों के हितों की रक्षा होगी। यह सुधार करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है।मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है, जिससे दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बाजारों में अनावश्यक भीड़ न बढ़े, इसके लिए ग्रीन जोन में दुकानें अब सुबह 8 से रात 10 बजे की बजाए सुबह 6 से रात 12 बजे तक खुली रहेंगी। इससे अनावश्यक भीड़ नहीं रहेगी।पंजीयन और लाइसेंस सिर्फ एक दिन में मिलेगापंजीयन और लाइसेंस बनाने में 30 दिन लगते थे, अब यह काम एक दिन में होगा। इससे कारखानों, दुकानों, ठेकेदारों, बीड़ी निर्माताओं, मोटर परिवहन से जुड़े लोगों को फायदा मिलेगा। मध्यप्रदेश भवन तथा अन्य संनिर्माण कर्मकार अधिनियम में आने वाली निर्माण एजेंसियों काे पंजीयन/लाइसेंस एक दिन में मिलेगा। कारखाने का लाइसेंस नवीनीकरण एक साल की बजाए दस साल में कराए जाने का प्रावधान किया गया है। इसकी ऑनलाइन व्यवस्था होगी। स्टार्टअप उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सिर्फ एक बार पंजीयन जरूरी होगा। फैक्ट्री मालिक थर्ड पार्टी निरीक्षक से कारखाने का निरीक्षण करवा सकेंगे। पहले पंजीयन का कार्य मुंबई से होता था, अब यह अधिकार श्रमायुक्त मध्यप्रदेश को होगा। इसी तरह 50 से कम श्रमिकों को नियोजित करने वाली संस्थाओं को अलग-अलग श्रम कानूनों में निरीक्षण की परिधि से बाहर कर दिया गया है।महिलाएं रात में कर सकेंगी कामऔद्योगिक विवाद अधिनियम अब 100 मजदूरों वाली स्थापना की जगह 300 मजदूरों वाली स्थापना पर लागू किया गया है। उद्योगों और स्थापना में कॉन्ट्रैक्ट कर्मियों को फिक्स टर्म एम्प्लॉयमेंट की सुविधा दी गई है। महिला श्रमिकों को कारखानों में तथा आईटी उद्योगों में रात्रिकालीन में कार्य की अनुमति होगी।कोरोना से लड़ें या भूख से...इंदौर में हाईवे पर दिन भर ऐसे लोगों की भीड़ है जो 500 से 900 किमी तक यात्रा कर घर लौटने की काोशिश में हैं। ट्रक में ठूंसे ये 50 लोग महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी से 555 किमी का सफर कर लौट रहे थे। युवक अनीस ने बताया- मैनेजर ने इन्हें यह कह रवाना कर दिया कि कामकाज बंद है, बैठे-बैठे खिला नहीं सकते। ये लोग उप्र के फैजाबाद जाएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर रूबरू होते हुए ये घोषणाएं कीं। माना जा रहा है कि इससे औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी, रोजगार के अवसर पैदा होंगे, नया निवेश आएगा और श्रमिकों के हितों की रक्षा होगी। Full Article
india news हाथ में चाकू मार कर पति के साथ अस्पताल पहुंची 19 वर्षीय गर्भवती महिला By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT गुरुवार को शहर के आचवल वार्ड में रहने वाली 19 वर्षीय एक गर्भवती महिला ने अपने हाथ को चाकू से काट लिया और बाद में इलाज कराने के लिए अपने शराबी पति के साथ सिविल अस्पताल पहुंच गई। जांच के दौरान महिला से डॉक्टर ने चोट का कारण पूछा तो उसने गिर कर चोट आना बताया। बाद में डॉक्टर को शक होने पर उन्होंने पुलिस को मेमो भेज कर सूचना दी।जानकारी अनुसार 19 वर्षीय महिला अपने पति के साथ हाथ में आई चोट का इलाज कराने पहुंची। जिसका बीपी बड़ा हुआ था और उसे घबराहट भी हो रही थी। उसके हाथ में चोट के निशान देखकर डॉक्टर हर्षिता परिहार ने महिला से चोट का कारण पूछा तो महिला ने बताया कि उसे चोट गिरने से आई है। बाद में जब डॉक्टर ने सख्ती से पूछताछ की तो महिला ने सब सच सच बता दिया। महिला ने बताया कि मम्मी-पापा उससे बात नहीं कर रहे हैं। इसलिए उसने अपने हाथ की नस काटने की कोशिश की थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news आज से उपज मंडी में रोज 150 ट्राॅलियों की होगी नीलामी, गेट पर ही किसानों को दिए जाएंगे टोकन By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कई दिनों से बंद पड़ी कृषि उपज मंडी की नीलामी शुक्रवार से शुरु होगी। यह निर्णय मंडी में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि एक दिन में केवल 150 ट्राॅलियों के अनाज की नीलामी की जाएगी। जिसके लिए गेट पर ही किसानों को टोकन जारी किए जाएंगे। बैठक गुरुवार को दोपहर 12 बजे से मंडी सभागार में हुई। बैठक विधायक महेश राय एवं अनुविभागीय अधिकारी एवं भार साधक अधिकारी अमृता गर्ग की मौजूदगी में हुई।बैठक में नीलामी को लेकर निर्णय लिया गया कि कृषि उपज में केवल ट्रैक्टर-ट्राॅली से लाई गई जिंस की ही नीलामी होगी। ऑटो, बैलगाड़ी, हाथ ठेला एवं फुटकर (ढेरी) उपज की नीलामी नहीं होगी। नीलामी के लिए कृषि उपज मंडी में गेहूं की ट्राॅली अलग लाइन में लगेगी एवं अन्य कृषि उपज चना, मसूर, बटरी, तेवड़ा एवं सोयाबीन की भी लाइन अलग से लगेगी। नीलामी के लिए किसानों को मंडी गेट पर टोकन नंबर दिए जाएंगे तथा एक ट्रैक्टर-ट्राॅली पर केवल एक ही जिंस की डाक नीलाम की जाएगी एवं ट्राॅली पर ड्राइवर सहित 2 से अधिक व्यक्ति का प्रवेश निषेध रहेगा।प्रांगण में 1 से लेकर 150 नंबर तक ट्रैक्टर-ट्राॅली की डाक नीलामी टोकन नंबर के आधार पर की जाएगी। जिन्हें टोकन प्रवेश द्वार से प्राप्त होगा।नीलामी दिनांक 8 अप्रैल से समय सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक इसके बाद दोपहर 3 बजे तक अंत तक डाक की जाएगी।बैठक में तहसीलदार संजय दुबे, मंडी सचिव वीएस तोमर, पूर्व मंडी अध्यक्ष अमर प्रताप सिंह, व्यापारी संघ अध्यक्ष संदीप जैन, सचिव प्रवीण जैन, किसान शिवकुमार ठाकुर, मदन राजपूत, बाटू टडैया, धर्मकांटा संचालक प्रशांत राय, नवीन साहू, संतोष खरे, बनवारी लाल राय, मनोहर तिवारी, अभिषेक अग्रवाल एवं अन्य कृषक एवं व्यापारी उपस्थित रहे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today From today, 150 trolleys will be auctioned daily in the produce market, tokens will be given to the farmers at the gate itself. Full Article
india news ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना महामारी से बचाव के लिए जागरूक करने पर किया सम्मानित By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए दूरस्थ ग्रामीण अंचल के गांव में सजगता एवं जागरूकता लाने के उद्देश्य सक्रिय भूमिका निभाने वाली महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं एवं आशा कार्यकर्ताओं द्वारा उल्लेखनीय काम किए जाने पर ग्राम पंचायत द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया।महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी नादरा खान में ग्राम पंचायत फतेहपुर की सरपंच मोती बाई पटेल, सचिव भारती पटेल, सहायक सचिव एवं ग्राम पटेल पूरन सिंह के द्वारा फतेहपुर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता माया श्रीवास्तव, उपकेंद्र कार्यकर्ता प्रीति गुर्जर, शांति बाई रावत, ग्राम पचीपुरा की कार्यकर्ता रामसखी लोधी, आशा कार्यकर्ता बबीता पाल और ग्राम स्वच्छता अभियान की प्रियंका विश्वकर्मा इत्यादि के द्वारा अपने कार्य क्षेत्र के ग्रामों में कोरोना वायरस से बचाव एवं सावधानी और उपाय के लिए जन जागृति फैलाने और सभी को सचेत करने समय-समय पर बाहरी प्रवासियों के आने की सूचना प्रशासन को देने में सजगता बरतने के लिए। ग्राम पंचायत की ओर से पुष्प मालाओं से उनका स्वागत करते हुए पुष्प वर्षा की गई। परियोजना अधिकारी नादरा खान द्वारा उन्हें सैनिटाइजर, मास्क, ग्लब्स भेंट किए गए। इस अवसर पर मौजूद ग्रामवासियों द्वारा सभी कार्यकर्ताओं के काम की सराहना की। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news थाना प्रभारी ने मास्क देकर ग्राहकों से सोशल डिस्टेंस का पालन करने की अपील की By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कियोस्क संचालक के द्वारा ग्राहकों को मास्क व सैनिटाइजर का वितरण कर कोरोना से बचाव किए जाने को लेकर जागरूक किया गया। गांधी चौक के पास कियोस्क का संचालन करने वाले फहीम मंसूरी, टीआई आशीष धुर्वे व एसआई आरती धुर्वे के हाथों कियोस्क सेंटर पर आने वाले ग्राहकों को मास्क व सैनिटाइजर का वितरण कराया गया। कियोस्क संचालक फहीम मंसूरी ने बताया कि सेंटर पर आने वाले ग्राहकों को कोरोना को लेकर जागरूक किया जा रहा है। ग्राहकों के हाथों को सैनिटाइज भी किया जा रहा है। टीआई ने लोगों सोशल डिस्टेंस का पालन किए जाने,घर के अंदर रहने, मास्क लगाने आदि के लिए जागरूक किया। इस अवसर पर रंजीत परमार, अंसार मंसूरी, सौरभ चौहान, सिक्योरिटी गार्ड रंजीत सोनी उपस्थित रहें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Police officer in charge appealed to customers to follow social distance by giving mask Full Article
india news पूर्व कांग्रेस नेता का काल्पनिक वीडियो डालना पड़ा महंगा By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT दीवानगंज निवासी मनोज अग्रवाल ने सलामतपुर थाने में 6 मई को एक शिकायत आवेदन दिया था। जिसमें बताया गया है कि उपेंद्र गौतम पिता राज नारायण गौतम निवासी वार्ड नंबर 9 रायसेन ने मेरे नाम का उपयोग करते हुए एक काल्पनिक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है।वीडियो में एक व्यक्ति को जो शराब पिए हुए है को मनोज अग्रवाल बताया गया है कि यह वही मनोज अग्रवाल है जिसे कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किया गया है। जबकि वीडियो में जो व्यक्ति दिख रहा है वह में नहीं कोई और है। उपेंद्र गौतम द्वारा मेरा अपमान किया गया है व उक्त वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत सारे लोगों को वायरल किया गया है। पुलिस ने मनोज अग्रवाल की शिकायत पर रायसेन वार्ड नंबर 9 निवासी उपेंद्र गौतम पर अपराध क्रमांक 73/20 धारा 188, 500 आईपीसी के तहत दर्ज कर जांच में लिया है। गौरतलब है कि विगत दिनों मध्यप्रदेश में राजनीतिक उठापटक के चलते कांग्रेस सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली थी। जिसके चलते डॉ. प्रभुराम के खास समर्थकों में गिने जाने वाले मनोज अग्रवाल दीवानगंज ने भी सांची कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उसी कारण कुछ दिन पूर्व कांग्रेस पार्टी द्वारा इनका निष्कासन किया गया था। इन्ही बातों को आधार मानते हुए उपेंद्र गौतम ने फर्जी वीडियो वायरल कर मनोज अग्रवाल की छवि धूमिल की है।मामला दर्ज किया हैरमेश रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर के मुताबिक, मनोज अग्रवाल ने रिपोर्ट की थी कि सोशल मीडिया पर इनका एक काल्पनिक वीडियो वायरल किया जा रहा है। मामले की जांच कर रायसेन निवासी उपेंद्र गौतम पर धारा 188, 500 आईपीसी का मामला दर्ज किया है।मेरा अपमान किया गयामनोज अग्रवाल, पीड़ित दीवानगंज के मुताबिक, रायसेन निवासी उपेंद्र गौतम द्वारा मेरा अपमान किया गया है। और उक्त काल्पनिक वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से कई जगह वायरल कर दिया है। जिससे मेरी छवि धूमिल हो रही है। इस पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news तेंदूपत्ता तुड़ाई का कार्य नहीं हो सका प्रारंभ, 10 हजार मजदूर तोड़ते हैं By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस संक्रमण का असर वन विभाग के कार्यों पर भी पड़ रहा है। जिसके चलते अभी तक तेंदूपत्ता तोड़े जाने का कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। जबकि प्रत्येक वर्ष मई माह के प्रथम सप्ताह में ही तेंदुपत्ता तोड़े जाने का कार्य प्रारंभ हो जाता था। बताया जा रहा है कि वन विभाग सिलवानी की पूर्व तथा पश्चिम रेंज में प्रतिवर्ष करीब 10 हजार मजदूर जंगल से तेंदुपत्ता तोड़ने का कार्य करते है।करीब 50 लाख तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जाता है। बीते साल 5 मई से पूर्व व पश्चिम रेंज में तेंदुपत्ता तोड़े जाने का कार्य मजदूरों के द्वारा प्रारंभ कर दिया गया था, लेकिन इस वर्ष मई माह का एक सप्ताह गुजर चुका है बावजूद अभी तक वन विभाग के द्वारा तेंदूपत्ता तोड़े का कार्य ही प्रारंभ नहीं किया गया है। न ही तेंदूपत्ता क्रय करने वाले ठेकेदारों का ही आना हो सका है। वन विभाग सूत्रों के मुताबिक करीब 10 हजार मजदूर तबके के लोग जिनमें महिलाएं भी शामिल है, प्रतिवर्ष जंगल से तेंदूपत्ता तोड़े जाने का कार्य करते है, पत्ता की गिड्डी बना कर वन समितियों के द्वारा तय फड़ पर प्रतिदिन तेंदूपत्ता दिए जाने का कार्य करते है। लेकिन इस वर्ष अभी तक तेंदूपत्ता तुड़ाई का कार्य प्रारंभ नही हो सका है। जिससे मजदूर परेशान हो रहे है Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news जय किसान शक्ति संगठन ने तौल कांटे और एसएमएस बढ़वाने की मांग की By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT गेहूं उपार्जन केन्द्र ध्वाज पर तौल कांटे और एसएमएस की संख्या बढ़वाने के लिए जय किसान शक्ति ने एसडीएम संजय उपाध्याय को सौंपकर व्यवस्थाएं कराने की मांग की है।ज्ञापन में कहा गया है कि गेहूं उपार्जन केन्द्र एलएसएस बेगमगंज के द्वारा ग्राम ध्वाज केन्द्र क्र. 1 व 2 पर उपार्जन कार्य चल रहा है लेकिन दोनों केन्द्रों पर तोल कांटे कम होने के कारण से तुलाई समय पर नहीं हो पा रही है साथ ही केन्द्र पर प्रभारी द्वारा किसानों को आने वाले एसएमएस कम कर दिए जाते है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि समय पर किसानों की उपज की तौल नहीं हो पाएगी। उपार्जन का कार्य 25 मार्च के स्थान पर 15 अप्रैल से प्रारंभ हो पाया है इस प्रकार लगातार एसएमएस कम करवाने से कई किसानों का गेहूं उपार्जन में नंबर ही नहीं आ पाएगा और समय सीमा पूर्ण हो जाएगी। दूसरी ओर बेमौसम बारिश ने भी किसानों को चिंता में डाल दिया है। ज्ञापन में मांग की गई है कि ध्वाज उपार्जन केन्द्र पर तौल कांटे बढ़वाए जाएं ताकि किसानों की उपज जल्द तुल सके ओर एसएमएस की संख्या बढ़ाई जाए। ज्ञापन सौंपने वालो में बालगिरी गोस्वामी, डा. रवि शर्मा, सौरभ शर्मा, लाल साहब यादव, ओमकार सिंह, प्रदीप करोलिया सहित अन्य लोग शामिल है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Jai Kisan Shakti Sangathan demands to increase weighing and SMS Full Article
india news नापतौल विभाग ने की जांच तो कांटा सही पाया गया By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT गत दिवस घाट पिपरिया उपार्जन केंद्र से आने वाला अनाज का ट्रक जो जेके वेयर हाउस में खाली होने था। गाड़ी खाली होने से पहले गाड़ी का वजन तौला जाता है। जब इस गाड़ी की तौल की गई तो वजन में लगभग ढाई क्विंटल गेहूं कम निकला। जिसको लेकर समिति प्रबंधक ने एसडीएम, कलेक्टर एवं नापतोल विभाग को शिकायत की गई थी। वही कांटे में गड़बड़ी की शिकायत के चलते जिला नापतोल अधिकारी राजीव सचदेवा सहित टीम के सदस्यों नो जेके वेयरहाउस के कांटे की जांच की गई जांच के दौरान कांटे में किसी प्रकार की कोई कमी नहींं पाई गई। नापतौल विभाग के अफसरों ने जांच के बाद कांटे को सही ठहराया।वेयर हाउस संचालक का कहना है कि हमारे धर्म कांटे में कोई गड़बड़ी नहीं है हमने वेयरहाउस में नया कांटा लगवाया है जिस का सत्यापन पूर्व में भी नापतौल इंस्पेक्टर द्वारा किया जा चुका है किसी और धर्म कांटे से तुलना करना एवं उसके आधार पर यह कहना कि जेके वेयरहाउसिंग का धर्म कांटा में गड़बड़ी है यह गलत है हमें किसी के धर्म कांटे को गलत सिद्ध करने का कोई अधिकार नहीं है। अगर धर्म कांटे में गड़बड़ी समझ आती है तो शासन द्वारा उसकी जांच करा ली जाए सच्चाई सामने आ जाएगी।दरअसल विगत दिवस घाट पिपरिया सोसाइटी से लाए जाने वाले गेहूं अधिक मात्रा में मिट्टी मिली होने के कारण जेके वेयरहाउसिंग मैनेजर द्वारा गोदाम में रखने से रिजेक्ट कर दिया था साथ ही इसकी जानकारी मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक कापोर्रेशन शाखा प्रबंधक बरेली अनिल तिवारी, नागरिक आपूर्ति निगम सेक्टर इंचार्ज आरके पाटीदार को गई थी। जिसके बाद से ही समिति प्रबंधक संचालक पर कम गेहूं रखवाने का दबाव बना रहे थे। इस सबंध में नागरिक आपूर्ति अधिकारी आर के पाटीदार ने बताया कि जेके वेयरहाउस के द्वारा घाट पिपरिया से आया एक गाड़ी माल में अधिक मिट्टी की शिकायत की गई थी जिसके आधार पर घाट पिपरिया का एक गाड़ी माल रिजेक्ट कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news बाजार खुलते ही त्योहारों जैसी भीड़, शराब दुकान खुलने से बढ़े अपराध, पहले ही दिन 12 मामले हुए पंजीबद्ध By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासन के द्वारा की जा रही तमाम कोशिशें नाकाम साबित होते दिखाई दे रही हैं। आम जनता को प्रशासनिक अफसर और पुलिस सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाकर खरीदारी करने की समझाइश अनाउंस करके दी जा रही है लेकिन इस समझाइश का असर लोगों पर दिखाई नहीं दे रहा है। यदि ऐसे में संक्रमण बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है।इन दिनों प्रशासन धीरे-धीरे करके बाजार खोलने के लिए छूट दे रहा है ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े लेकिन लोग इसका गलत फायदा उठा रही है जिसका खामियाजा प्रशासनिक अफसरों के साथ पूरे नगर को भुगतना पड़ेगा। गुरुवार को बाजार जैसे ही छूट की अवधि में बाजार खुला तो ऐसा लग रहा था कि मानों होली दीवाली जैसे त्योहारों की खरीदारी चल रही हो। यही नहीं प्रशासन ने शराब दुकान खोलने के भी आदेश दे दिए हैं जिसके परिणाम भी सामने आने लगे हैं। जहां पिछले 45 दिनों में एक भी अपराध नहीं हुआ वहां गुरुवार को ही एक दिन में 10 अपराध दर्ज हो गए। जिसका सबसे बड़ा कारण शराब है। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर आम जनता गंभीर होती हुई नहीं दिख रही है।गंभीरता प्रतिदिन खुलने वाले बाजार में बड़ी मात्रा में लोगों की भीड़ देखी जा रही है, वहीं प्रत्येक दुकान पर ग्राहक भीड़ की शक्ल में एकत्रित हो जाते हैं। जिसके कारण प्रशासन को सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर दुकानदार भी अपनी दुकान पर बढ़ने वाली ग्राहकों की भीड़ को लेकर किसी प्रकार की न तो समझाइश दे रहे न ही सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे और तो और न स्वयं और दुकान के कर्मचारी मास्क का उपयोग कर कर रहे हैं। विगत तीन दिनों से देखने मे आ रहा है कि बाजार में अचानक से ग्राहकों की भीड़ कुछ इस तरह बढ़ गई हो कि आने वाले दिनों में कोई त्योहार आने वाला हो बाजार में इस बड़ी हुई भीड़ को नियंत्रण करने के लिए प्रशासन के द्वारा नगर के मुख्य बाजार को पूरी तरह बैरिकेड लगाकर बंद तो कर दिया है लेकिन आज आम जनता में जागरूकता के अभाव में प्रशासन की जाने वाली कार्यवाही पर पानी फिरते हुए देखा जा रहा है। जिसके संबंध में प्रशासन के द्वारा सोशल डिस्टेंस एवं बाजार में बढ़ने वाली भीड़ को लेकर सख्त कदम उठाते हुए नई रूपरेखा तैयार की गई है, पुलिस ने नगर परिषद से 20 से 30 कर्मचारियों की मांग की है। प्रभारी कुंवर सिंह मुकाती ने बताया कि लगभग 60 नगर सुरक्षा समिति के जवान इतना ही पुलिस बल एवं नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा अब कड़ाई से सोशल डिस्टेंस का पालन करवाया जाएगा।एक ही दिन में 10 प्रकरण मारपीट के दर्ज5 मई से खुलने वाली शराब दुकान के साथ ही 10 से अधिक लड़ाई झगड़े के प्रकरण थाने में दर्ज किए गए हैं। थाना प्रभारी कुंवर सिंह मुकाती ने बताया कि शराब दुकानों खुलने के कारण अपराधों में इजाफा हुआ है। मंगलवार को दस मुकदमे लड़ाई झगड़े के दर्ज किए गए। वही जब तक शराब दुकान बंद थी तब तक थाना बरेली में लड़ाई झगड़े के मुकदमे नहीं आए थे। वही एक किसान के द्वारा अपने साथ हुई मारपीट एवं पैसे छुड़ाने की शिकायत भी दर्ज कराई गई है।बाहर से शटर बंद कर अंदर से कर रहे व्यापारछूट की अवधि के दौरान कई दुकानदार ऐसे थे जहां न तो सोशल डिस्टेंस का पालन हो रहा था न ही उन्होंने ग्राहकों की सुविधा को लेकर व्यवस्था की थी। जिसको लेकर प्रशासन ने ऐसे दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना शुरू कर दी। यही नहीं अफसरों की नजर दुकानों पर न पड़े इसके लिए बाहर से दुकान बंद कर अंदर व्यापार कर रहे थे। जानकारी लगने पर तहसीलदार राजीव कहार, थाना प्रभारी, कुंवर सिंह मुकाती, नायब तहसीलदार सौरभ मालवीय दल बल के साथ पहुंच और संबधितों पर कार्रवाई की। इस दौरान करीब एक दर्जन दुकानदारों पर अफसरों ने कार्रवाई की। दुकानदार सामने की शटर बंद कर साइट की शटर से एक साथ दुकान में 10, 12 लोगों को अंदर कर व्यापार कर रहे थे जिन पर तहसीलदार राजीव कहार ने 188 की कार्रवाई करवाई। इसके अलावा थाने के सामने लगभग 100 से अधिक बाइक चालकों को रोककर डबल, त्रिपल बैठी हुई देखा तो वाहन थाने में रखवाकर सभी को पैदल यात्रा करवाई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Festivals like opening of markets, increased crime due to opening of liquor shops, 12 cases registered on first day Full Article
india news कैंसर पीड़ित इलाज कराने साइकिल से निकल पड़ा, समाजसेवियों ने उपलब्ध कराया वाहन By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना महामारी के बीच चल रहे लॉकडाउन में परिवहन की सेवाएं पूरी तरह से बंद है, ऐसे में अति आवश्यक काम के लिए जाने के लिए शासन प्रशासन स्तर पर आने जाने की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई है। ऐसे में निर्धन तबके के लोगो को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।ऐसा ही एक मामला गुरूवार को सामने आया है जब एक कैंसर पीड़ित मरीज ने अपना इलाज कराने 125 किमी की यात्रा साइकिल से प्रारंभ कर दी। हालांकि रास्ते में समाजसेवियों को जानकारी मिलने पर उसे वाहन उपलब्ध कराया गया। मुख्यालय गैरतगंज से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम करहौला के निवासी राकेश यादव 40 वर्ष लंबे समय से मुंह के कैंसर से पीड़ित है। उनका भोपाल के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में इलाज चल रहा है। देश में चले रहे लॉकडाउन के खुलने की आस लिए बैठे लंबे समय से इंतजार कर रहे राकेश को जब आवागमन सेवाएं प्रारंभ होते नही दिखी तो उसने खुद के इलाज के लिए भोपाल जाने का मन बनाया।और स्वयं की साइकिल से यात्रा प्रारम्भ कर दी। राकेश की माली हालात ठीक नही है कैंसर से जूझ रहे राकेश के परिवार में पत्नी समेत 4 बेटियां एवं 1 बेटा है। वर्तमान में आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। ऐसे में उसने अपने इलाज के लिए ऑनलाइन ई पास तो हासिल कर लिया। लेकिन भोपाल तक जाने के लिए प्राइवेट वाहन व्यवस्था में खर्च करने की उसकी स्थिति नही थी। ऐसे में उसने ग्राम करहौला से भोपाल स्थित अस्पताल तक लगभग 125 किमी की यात्रा साइकिल से ही तय करने की ठानी। गुरुवार को अपने घर से साइकिल पर एक बैग एवं पानी की बोतल बांधकर घर से निकल पड़ा। राकेश ने अभी 25 किमी का सफर ही तय किया था कि रास्ते में नगर के समाजसेवियों नवीन व्यास, राम माहेश्वरी, जितेन्द्र मालवीय, राकेश गौर, राजेश श्रीवास्तव, हर्ष मेडिकल के संचालक शैलेष श्रीवास्तव एवं पैथोलॉजी के संचालक अमित श्रीवास्तव को पूरे मामले की जानकारी का पता चला। तो उन्होंने राकेश की हर संभव मदद की। भोपाल जाने के लिए राकेश को चार पहिया वाहन उपलब्ध कराया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news किसानों की मांगों को लेकर संगठनों ने अलग-अलग सौंपे ज्ञापन By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रीय मजदूर महासंघ ने एसडीएम व स्टेट बैंक शाखा प्रबंधक को अलग अलग मांग पत्र सौंप कर मांग पत्र में वर्णित किसानों की मांगों का निराकरण किए जाने का आग्रह किया। स्टेट बैंक व एसडीएम कार्यालय पहुंचे,किसान महासंघ के पदाधिकारियों ने मांग पत्र में उल्लेख किया कि तहसील में चना व मसूर उपज के 7 उपार्जन केंद्र खोले जाएं ताकि इन उपार्जन केंद्रों पर किसान अपनी फसल की तुलाई करा सके।सिलवानी तहसील में चना का रकबा अधिक है, इस कारण 7 उपार्जन केंद्र प्रारंभ किए जाएं। गेहूं उपार्जन केंद्रों पर बड़े किसानों के पास गेहूं तुलाए जाने के एसएमएस नहीं आ रहे है जबकि छोटे किसानों के पास एसएमएस आ रहे है बड़े किसानों के पास भी एसएमएस डाले जाए। खरीफ फसल बीमा वर्ष 2018 की राशि राष्ट्रीयकृत बैंकों में आ चुकी है जबकि जिला सहकारी बैंक की शाखा में बीमा राशि नहीं आई है। शीघ्र ही जिला सहकारी बैंकों की शाखाओं में बीमा की राशि जमा कराई जाए। कुछ किसान एेसे है जिनके द्वारा गांव के पास के गेहूं उपार्जन केंद्र पर गेहूं तुलाए जाने का पंजीयन कराया गया था लेकिन प्राप्त हो रहे एसएमएस गांव से कई किलो मीटर दूर बनाए गए उपार्जन केंद्र में गेहूं की तौल कराए जाने के एसएमएस आ रहे है। पंजीयन अनुसार एसएमएस दिए जाए। शासन ने कोरोना वायरस को लेकर सभी बैंकों की ऋण की राशि की वसूली स्थगित कर दिए जाने की घोषणा की जा चुकी है,लेकिन जिला सहकारी बैंक की सिलवानी शाखा के द्वारा किसानों से ऋण राशि वसूली जा रही है। गेहूं खरीदी केंद्रों पर किसानों से गेहूं खरीदी की 50 प्रतिशत राशि काटी जा रही है। किसानों के द्वारा खाद, बीज क्रय किए जाने के लिए सहकारी समितियों के माध्यम से बीते सालों में ऋण लिया गया था। उस ऋण की राशि का समायोजन किया जा रहा है किसानों मांग पत्र में ऋण राशि की वसूली को तत्काल ही स्थगित किए जाने की मांग की है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news सोशल डिस्टेंस बनी रहे इसलिए सराफा व्यापारी चैनल लगाकर कर रहे व्यापार By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT इन दिनों कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रशासन अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रहा है। वहीं व्यापारी भी जागरुक होकर सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए अपना व्यापार कर रहे हैं। इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है। इसलिए बाजार खुलते ही गुरुवार को सर्राफा दुकानों पर भी भीड़ देखी गई। लेकिन यहां पर अधिकतर व्यापारियों ने सोशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखा ताकि नगर में कोरोना वायरस की दस्तक नगर में न हो सके। पूर्व अध्यक्ष एवं सराफा व्यापारी महेंद्र कुमार सोनी ने बीमारी के बचाव हेतु एवं लोगों को जागरूक करने के लिए अपने चैनल गेट लगाकर व्यापार कर रहे हैं उन्होंने बताया कि इन दिनों बीमारी के चलते लोगों को शादी कार्यक्रमों के लिए आभूषण एवं अन्य कार्य करना है इसके चलते दुकान पर ग्राहकों का आना जाना है। मगर उन लोगों को जागरूक एवं दूर रहकर हाथों में सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं जिससे कि हमारे नगर में बीमारी प्रवेश न कर सके। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से बाहर दो कर्मचारी लगा रखे हैं साथ ही कैमरों से भी निगरानी की जा रही है।मेहर समाज जागृति मंच ने बांटी राहत सामग्रीबुधवार को मेहर समाज जागृति मंच के अध्यक्ष मनोहर मेहरा ने सलामतपुर क्षेत्र के लगभग 50 गरीब लोगों में राहत सामग्री का वितरण किया। नगर के राजीव नगर, सलामतपुर, रातातलाई में गरीब वृद्ध व विकलांगों लोगों को कच्चा राशन आटा, चावल, दाल, शकर, चाय पत्ती, मीठा तेल, धनिया, मिर्च, हल्दी, साबुन, मास्क आदि का वितरण किया। राहत सामग्री वितरण के समय एक दूसरे से दूरी बनाते हुए सोशल डिस्टेंस का भी पालन कराया। इस दौरान उन्होंने लोगों से कहा कि घरों में रहें मास्क और रूमाल का प्रयोग हमेशा करें। सेनेटाइजर या साबुन से हाथ धोएं व सरकार के आदेशों का पालन करें। राहत सामग्री वितरण कार्यक्रम में तुलसीराम मेहरा, सुरेंद्र मेहरा (बब्लू), चक्रेश जैन, हरि मेहरा, उमेश मेहरा, विजय परिहार, उमाशंकर शर्मा सलाम मंसूरी, हरिसिंह मीणा सहित आदि लोग उपस्थित थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Business should be done through bullion merchant channel so that social distance remains Full Article
india news जूतों से नहीं फैलता कोरोना, जैसे दूसरी दुकानें खुल गईं उसी तरह हमारी भी खुलवाई जाएं: गगन दुबे By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT नगर के फुटवियर विक्रेता यूनियन ने एक ज्ञापन विधायक लीना जैन और व्यापार महासंघ के अध्यक्ष मनोज डागा को ज्ञापन सौंपा और बोले जूतों से कोरोना संक्रमण नहीं फैलता। जैसे दूसरी दुकानें खुल गईं उसी तरह हमारी भी खुलवाई जाएं।फुटवेयर संघ के अध्यक्ष गगन दुबे ने बताया की नगर में सभी फुटवियर विक्रेताओं ने अपनी-अपनी दुकानें 22 मार्च से शासन प्रशासन के निर्देश अनुसार बंद कर रखी हैं। शासन के दिशा निर्देशों का पालन भी कर रहे हैं। परंतु इस व्यापार को करने वालों में 80 फीसदी लोग गरीब तबके के हैं। पिछले डेढ़ माह से जारी लॉकडाउन के कारण आर्थिक रूप से परेशानी का सामना करने लगे हैं। इस साल फरवरी में ग्रीष्मकालीन सीजन को देखते हुए व्यापारियों ने भरपूर स्टाक रख लिया था। वह स्टाक बिक्री न होने के कारण खराब होने लगा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Corona does not spread with shoes, we should be opened in the same way as other shops opened: Gagan Dubey Full Article