india news शराब की दुकानें खुलीं, खजुराहो में महिलाएं भी खरीदने पहुंचीं, लोगों ने महीनेभर का स्टॉक किया, जबलपुर में पीकर बहके लोग By Published On :: Wed, 06 May 2020 16:28:13 GMT राज्य सरकार से शराब कारोबारियों को मिले आश्वासन के बाद बुधवार दोपहर से प्रदेश में शराब की दुकानें खुल गईं। हालांकि दुकानों के खुलने की जानकारी लोगों को तक नहीं पहुंचने से भीड़भाड़ के नजारे आज देखने नहीं मिले हैं। खजुराहो में महिलाओं ने लाइन में लगकर शराब खरीदी तो कई लोग महीनेभर का स्टाॅक खरीदकर ले गए। जबलपुर में शराब पीकर लोग सड़क पर तमाशा करते नजर आए।दो दिन से सरकार और शराब कारोबारियों के बीच तनातनी के बाद अंतत: बुधवार दोपहर से प्रदेश में शराब की दुकानें खुल गई। सरकार से मिले आश्वासन के बाद कारोबारी दुकानें खोलने राजी हुए हैं। मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। सरकार को दो सप्ताह में जवाबदेना है। आज शराब कारोबारियों और आला अधिकारियों की बैठक के बाद दुकानें खोलने का निर्णय हुआ। सरकार ने ठेकेदारों की मांग पर तीन-चार दिन में विचार करने का आश्वासन दिया है। फिलहाल, लॉकडाउन के कारण सरकार ने सिर्फ ग्रीन जोन की दुकानें और ऑरेंज जोन में कंटेनमेंट एरिया के बाहर की दुकानें खोलने की छूट दी है।ठेकेदारों की सरकार से ये है मांगप्रदेश के ग्रीन जोन वाले 24 जिलों में शराब की दुकान खोलने को लेकर शराब ठेकेदार तैयार हो गए हैं। बीते दो दिन से सरकार और शराब ठेकेदारों के बीच बनी तकरार बुधवार को बैठक के बाद खत्म हो गई है। आबकारी विभाग के अफसरों के रुख के बाद शराब ठेकेदारों ने तत्काल शराब दुकान खोलने का फैसला लिया है। शराब ठेकेदारों ने सरकार से इस बात की मांग की थी कि जितना माल बेचा जाए उतनी ही ड्यूटी लगाई जाए। साथ ही बीते दो महीने में जो नुकसान हुआ है उसके कोटे से उन्हें बंधन मुक्त किया जाए। सरकार का आश्वासन मिलते ही ठेकेदारों ने अनुमति वाले सभी इलाकों में तत्काल शराब की दुकानें खोलने का ऐलान कर दिया।ठेकेदारों के सुझाव ठेकेदारों ने आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव और आयुक्त से चर्चा में कहा कि शराब दुकानों से जितनी शराब बिके, सरकार ठेकेदार से उतना ही पैसा ले। यह भी सुझाव दिया गया कि वर्ष 2020-21 में 25 प्रतिशत अधिक बोली लगाई गई है. इसे चालू साल में वापस लिया जाए और वर्ष 2019-20 की लाइसेंस फीस पर शराब बिक्री की अनुमति दी जाए। इसके बाद 2021-22 में शराब का ठेका दो साल के लिए दे दिया जाए और उसमें 25 प्रतिशत या जो भी सरकार बढ़ोतरी करना चाहे वो कर सकती है। ठेकेदारों की ओर से यह भी कहा गया कि जो ठेकेदार दुकान चलाने की स्थिति में नहीं हैं, उन्हें ठेका छोड़ने की अनुमति दी जाए। शराब दुकान खोलने पर शराब की खेप ले जाने और कर्मचारियों के आने-जाने के लिए पास बनाने की अनुमति आबकारी विभाग को दी जाए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today शराब की दुकानों पर लगी खरीदारों की भीड़। Full Article
india news प्रदेश में 3138 संक्रमित और 185 की मौत; ढील वाले 43 जिलों में 2 दिन में ही लोग सोशल डिस्टेंसिंग भूले By Published On :: Wed, 06 May 2020 16:38:14 GMT लॉकडाउन फेज-3 का आज तीसरा दिन है,लेकिनहालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 3138 पर पहुंच गई। 185 की मौत हो चुकी है। इंदौर में 1681 और भोपाल में 627 संक्रमित हैं। हालात सामुदायिक संक्रमणजैसे हैं। जिन 43 जिलों में लॉकडाउन में ढील दी गई, वहां सोशल डिस्टेंसिंग नदारद दिखी। प्रदेश में रोज 3 हजार सैंपललिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अगले हफ्ते से रोज 3500 सैंपल लिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने बीते 5 दिन से पैंडिंग सैंपल कीजानकारी देने वाला कॉलमबुलेटिन में देना बंद कर दिया है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि पैंडिंग सैंपल की संख्या 15 हजार से ज्यादा हो सकती है।भोपाल में बुधवार को 34 नए केस सामने आए, इसमें एक कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत भी शामिल है।इससे पहले मंगलवार को प्रदेश में108 नए संक्रमित मिले और 16 की मौत हो गई। मौतों का यह एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है। भोपाल में 533 सैंपल की रिपोर्ट आई, इनमें36 पॉजिटिव मिले। दो जीएमसी के रेसिडेंट डॉक्टर हैं। एक सीनियर ऑफिसर की रिपोर्ट भी देर रात पॉजिटिव आने की खबर है। चार लोगों की मौत हुई है, इनमें एक मरीज राजगढ़ का था। भोपाल में कोरोना से मृतकों की संख्या 24 हो गई। कोरोना से लगभग मुक्त हो चुके शिवपुरी में 39 दिन बाद एक पॉजिटिव मिला। यहां अब तीन संक्रमित हैं। इनमें दो इलाज लेकर ठीक हो गए। ग्वालियर में पांच दिन बाद मंगलवार को दो नए मरीज मिले। यहां अब तक 11 मरीज संक्रमित हैं। इनमें 6ठीक हो चुके हैं।रायसेन में कोरोना केयर में भर्ती पॉजिटिव मरीज। स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज हुए अन्य लोगों को कुछ इस तरह विदा किया।मई के आखिरी या जून के पहले हफ्ते में हालात चरम पर होंगेकोरोना मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी चौंकाने वाली है,लेकिनअभी मरीजों की यह संख्याचरम पर नहीं मानी जा रही। आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। दिल्ली एम्स के निदेशक प्रो. रणदीप गुलेरिया के अनुसार, देशमें मई के आखिरी या जून के पहले हफ्ते में कोविड-19 चरम पर पहुंच सकता है। लॉकडाउन के कारण अभी मरीज बढ़ने की दर कम रही है। दूसरी तरफ, एम्स के ही कम्युनिटी मेडिसिन के प्रो. संजय राय कहते हैं कि अभी इसी रफ्तार से मरीजों की संख्या बढ़ती रहेगी। सितंबर से अक्टूबर में मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या हो सकती है।अशोकनगर में लॉकडाउन के दौरान बिना मास्क लगाए घर से निकले युवक को सजा देते पुलिसकर्मी।कोरोना अपडेट्स इंदौर: लॉकडाउन और कर्फ्यू कापालन कराने के लिए कलेक्टर ने एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, थाना प्रभारी द्वारा जारीपास निरस्त कर दिए गए हैं। अब सिर्फ कलेक्टर और निगमायुक्त द्वारा जारी पास ही मान्य होंगे। पुलिस आज से इसे लेकर सख्ती बरतेगी और गिरफ्तारी होगी। पुलिस कंट्रोल रूम में मंगलवार को कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र, एसपी सूरज वर्मा और मोहम्मद युसूफ कुरैशी, एडीएम बीबीएस तोमर समेत विभिन्न कई अफसरों की बैठक में कई बड़े फैसलेलिए गए। भोपाल:बुधवार को 34 नए केस सामने आए, इसमें एक कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत भी शामिल है। महिला तलैया थाना क्षेत्र की बताई जा रही हैं।भोपाल में अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 605 हो गई है। वहीं कोरोना संक्रमण सेअब तक 20 मौतें हो चुकी हैं। बुधवार को आए नए कोरोना पॉजिटिव में 13 मामले जहांगीराबाद, 4 मंगलवार, 5 कोहेफिजा के संक्रमितशामिल हैं। शहर के हॉटस्पॉट बने जहांगीराबाद में संक्रमितों की संख्या 100 पार चुकी है। उज्जैन:जिले मेंकोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लगातार मौतें हो रही हैं। लोगों में कोरोना से ज्यादा डर इस बात का है कि उज्जैन में इसकेउपचार में लापरवाही बरती जा रही है। अभिभाषक वीरेंद्र शर्मा ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई है।उन्होंने मांग की है कि शहर में तत्काल प्रभाव से सर्वसुविधायुक्त 500 बेड का अस्पताल या तो निर्माण करवाया जाए या फिर निजी अस्पताल जहां वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाइयों की उपलब्धता हो, उसे लिया जाए। ताकि ज्यादा टेस्ट हो सकें। अशोकनगर: यहांलॉकडाउन मेंदुकान खोलने पर एक प्रतिष्ठान को सील किया गया। दूसरे दिन 143 लोगों से आदेश का उल्लंघनकरने पर कुल 12 हजार रुपए वसूल किए गए। बगैर मास्क लगाए, वाहनों पर दो सवारी या उससे अधिक लोगों पर कार्रवाई की गई। 102 वाहन चालकों सेजुर्माना वसूलते हुए नियमों का पालन करने की समझाइश दी गई। टीम ने सोशलडिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर 41 दुकानदारों पर सांकेतिक तौर पर जुर्माना वसूला। डबरा: किराना दुकानेंखोलेजाने पर प्रशासन की कार्रवाई का कारोबारियोंने विरोध किया। उनकाकहना थाकि दुकानें खोले जाने को लेकर प्रशासन द्वारा स्पष्ट आदेश जारी नहीं किएजा रहे। इसके चलते परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, लॉकडाउन में इलेक्ट्रॉनिक, कपड़ा और अन्य दुकानें भी खोली जा रही हैं। दुकानों पर भीड़ में सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन हो रहा है। मंगलवार को दुकानें खोलने पर कारोबारियों से जुर्माना वसूला गया। दतिया: बाजारों में बिल्कुल सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखी। यहां 4 मई से जिलेभर में कुछ वस्तुओं को छोड़ दें तो शेष सभी दुकानों को सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक खोलने की अनुमति जारी कर दी गई। 4 मई को लोगों को जानकारी नहीं मिलसकी। इसलिए बाजारों में भीड़ कम थी। लेकिन, 5 मईको हालात बेकाबू थे। बाजार में खरीदारी करने के लिए निकले लोग हों या फिर दुकानदार, किसी को सोशल डिस्टेंस की चिंता नहीं थी। मुरैना: चंबल पुलिस रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक राजेश हिंगड़कर ने मंगलवार को मुरैना जिले के कैलारस थाने का निरीक्षण किया। रास्ते में कैलारस कस्बे के समीप मुरैना-सबलगढ़ मार्ग पर स्थित एक ढाबा खुला मिला। इस उन्होंने कैलारस के थाना प्रभारी केएन त्रिपाठी को मौके पर ही निलंबित करने के आदेश दिए। शिवपुरी: यहां थोक सब्जी मंडी में बुधवार सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम ने करीब 200 सब्जी व्रिकेताओं की स्क्रीनिंग की। इसके बाद 10 संदिग्ध विक्रेताओं को अपने साथ लेकर गई। उधर, जिले की नरवर सब्जी मंडी में लोग हजारों की संख्या में एकत्रित हुए। यहांसोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया।गुना में एक डायग्नोस्टिक सेंटर के बाहर लगी लोगों की भीड़।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 3138 संक्रमित: इंदौर 1681, भोपाल 605, उज्जैन 184, जबलपुर 109, खरगोन 79, धार 76, रायसेन 63, खंडवा 50, होशंगाबाद 36, मंदसौर 40, बुरहानपुर 38, बड़वानी-26, देवास 30, मुरैना 17, रतलाम 20, विदिशा 13, आगर मालवा 13, शाजापुर 8, ग्वालियर 7, सागर और छिंदवाड़ा 5-5, नीमच- श्योपुर 4-4, हरदा-अलीराजपुर-शहडोल-टीकमगढ़-अनूपपुर-शिवपुरी में 3-3, रीवा 2, बैतूल, डिंडोरी, अशोकनगर, पन्ना-निवाड़ी, सतना में एक-एक संक्रमित मिला। अन्य राज्य के 2 मरीज हैं। अब तक 185 की मौत: इंदौर 81, उज्जैन 40, भोपाल 20, खरगोन और देवास में 7-7, खंडवा 6, बुरहानपुर-मंदसौर 4-4, जबलपुर-होशंगाबाद-रायसेन में 3-3, धार, आगर मालवा, शाजापुर, छिंदवाड़ा, अशोकनगर, सतना में एक-एक की मौत हो गई। स्वस्थ्य हुए 1099 मरीज: इंदौर 491, भोपाल 317, उज्जैन 26, जबलपुर 15, खरगोन 37, रायसेन 20, धार 26, खंडवा 32, होशंगाबाद 22, मंदसौर-शाजापुर 6-6, बड़वानी 23, देवास 11, रतलाम 12, मुरैना और विदिशा 13-13, आगर मालवा 10, श्योपुर में 4, सागर-5 अलीराजपुर में 3, छिंदवाड़ा-ग्वालियर-शिवपुरी 2-2, बैतूल में 1 मरीज स्वस्थ हुआ। (स्वास्थ्य विभाग द्वारा 6 मई को शाम 6 बजे जारी बुलेटिन के अनुसार) Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today भोपाल में सबसे ज्यादा संक्रमित जहांगीराबाद इलाके में मिले। यहां कैंप लगाकर संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए जा रहे हैं। Full Article
india news हम चाहते हैं कि सिंधिया केंद्र में मंत्री बनें : गोविंद राजपूत By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा है कि हम चाहते हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्र में मंत्री बनें, परंतु इसका निर्णय पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा। राजपूत ने यह बात बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से चर्चा में कही। वे यहां भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मिलने पहुंचे थे। राजपूत ने शर्मा से उपचुनाव को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सिंधिया के नेतृत्व में 24 सीटों पर उपचुनाव जीतना हमारी प्राथमिकता है। प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अधिकार क्षेत्र में है। गौरतलब है कि लॉक डाउन के बाद प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार होना संभावित है। वर्तमान में मंत्रिमंडल में सीएम सहित छह मंत्री हैं। इनमें से राजपूत व तुलसी सिलावट सिंधिया खेमे के हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस के आठ और बागियों के मंत्री बनने की संभावना है।मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष से मुलाकात के बाद केदारनाथ बोले- सौ फीसदी मंत्री बनूंगाभोपाल | सीएम शिवराज सिंह चौहान का पहला मंत्रिमंडल विस्तार भले ही लॉकडाउन तक टल गया है, लेकिन तमाम दावेदारों ने सियासी जोड़तोड़ शुरू कर दिया। सीधी से सीनियर विधायक केदारनाथ शुक्ला ने बुधवार को मुख्यमंत्री और बाद में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुलाकात की। इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि मंत्रिमंडल विस्तार में आपको जगह मिलने की कितनी संभावना है तो शुक्ला बोले-100 फीसदी। शुक्ला के अलावा विंध्य से गिरीश गौतम, नागेंद्र सिंह नागोद और नागेंद्र सिंह गुढ़ के साथ रामलल्लू वैश्य भी दावेदारी कर रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today We want Scindia to become a minister at the Center: Govind Rajput Full Article
india news श्रमिक नहीं... अनुमति के बाद भी नहीं चल पा रहे कारखाने By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप में अब तक 250 से अधिक उद्योगों को उत्पादन शुरू करने की अनुमति दी जा चुकी है, लेकिन श्रमिकों के अभाव में कई उद्योग उत्पादन शुरू नहीं कर पा रहे हैं। 35% श्रमिक क्षमता के साथ भी उत्पादन शुरू करने के लिए इन्हें करीब 20 हजार श्रमिकों की जरूरत है। बड़ी संख्या में मजदूरों के पलायन कर जाने और भोपाल जिले के दायरे में आने वाले क्षेत्रों से श्रमिकों को लाने में लगी बंदिशों के कारण श्रमिकों की उपलब्धता 10 हजार से भी कम है। इसके चलते उद्योग संचालकों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंडीदीप में लॉकडाउन से पहले 60 हजार से अधिक श्रमिक थे। सीमेंट कांक्रीट की यूनिट चलाने वाले सुधीर बंसल कहते हैं कि समरधा मंडीदीप के करीब है, वहां हमारे मजदूर रहते हैं।लेकिन बंदिशों के चलते वे बाइक से नहीं आ सकते। मंडीदीप का ब्रिज पार करते ही भोपाल जिला लग जाता है। वहां से भी मजदूरों को नहीं आने दिया जा रहा है। दाल-चावल की प्रोसेसिंग करने वाली दावत एग्रो कंपनी के प्लांट हेड राजिंदर वाधवान कहते हैं कि लॉकडाउन में सबसे ज्यादा मांग आटा-चावल की है। लेकिन हम मांग पूरी नहीं कर पा रहे। हमें 200 श्रमिकों की जरूरत है। मंडीदीप कहने को तो रायसेन जिले में आता है, लेकिन वह भोपाल से कनेक्टेड है। प्लांट मालिक से लेकर मजदूर तक सब भोपाल से आते जाते हैं। ऐसे में भोपाल से आने पर लगी रोक भी इसके आड़े आ रही है।दिक्कत... सरकारी बंदिशों के चलते भी फैक्ट्रियों तक नहीं पहुंच पा रहे मजदूरसमस्या यह भी... मालिकों को भी प्लांट तक जाना हो रहा मुश्किलआने वाले दिनों में घरेलू मांग बढ़ेगी तो हमें श्रमिकों की जरूरत होगी, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए श्रमिक जुटाना बहुत मुश्किल होगा।एस पॉल, डॉयरेक्टर, वर्धमान यार्नन केवल लेबर कम हैं, बल्कि उनका मेहनताना ज्यादा देना पड़ रहा है। हम बाहर से लेबर नहीं ला सकते। ऐसे में उत्पादन करना खासा चुनौतीपूर्ण है। अभी बहुत परेशानी हो रही है।संजय खंडेलवाल, संचालक, विनिजन पॉलीफेबसमस्या लेबर की नहीं है, मंडीदीप में संचालित सारी कंपनियों के मालिक भी भोपाल में रहते हैं। उन्हें ही प्लांट तक पहुंचने में परेशानी हो रही है।राजीव अग्रवाल, अध्यक्ष, मंडीदीप इंडस्ट्रियल एसो.बेहतर हो कि उद्योग संचालक धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की ओर लौटने की कोशिश करें। सरकार ने ये बंदिशें सभी लोगों के हितों को ध्यान में रखकर लगाई गई हैं।जेएन व्यास, ईडी, एमपीआईडीसी Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने, टॉयलेट में मजदूर को किया क्वारेंटाइन, गरमाई राजनीति By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT राजगढ़ जिले में मजदूर के टॉयलेट में क्वारेंटाइन किए जाने के मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने सामने आ गई है। कांग्रेस के आरोप पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए कहा कि जिस स्कूल के टॉयलेट में मजदूर को क्वारेंटाइन किए जाने की बात कही जा रही है, वह मेरे पूर्व लोकसभा क्षेत्र गुना-शिवपुरी का नहीं, बल्कि राजगढ़ लोकसभा के राघौगढ़ विधानसभा का है।दरअसल, कांग्रेस ने देवीपुरा गांव के स्कूल में मजदूर को क्वारेंटाइन किए जाने को लेकर ट्वीट किया था। इसके तुरत बाद राघौगढ़ से विधायक जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि हमारी तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने तो स्कूलों में टॉयलेट शौच के लिए बनवाए थे। अब सरकार शौच का इस्तेमाल मजदूरों के क्वारेंटाइन में कर रही है, जो उचित नहीं है। सरकार की जिम्मेदारी है कि इस संकट की घड़ी में लौटे मजदूरों का उचित क्वारेंटाइन करे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Congress and BJP face to face, quarantine workers in toilet, hot politics Full Article
india news कॉलोनी की सड़कें व हाउसिंग प्रोजेक्ट पर लगेगा लंबा ब्रेक By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना संक्रमण को रोकने लॉकडाउन की बढ़ती अवधि का साइड इफेक्ट शहर के विकास कार्यों पर भी पड़ेगा। इसका असर यह होगा कि हाउसिंग फॉर अॉल (एचएफए) के तहत निर्माणाधीन मकानों से लेकर गलियारे और मोहल्लों में सड़कें नहीं बन पाएंगी। कांग्रेस सरकार बनने के बाद खास तौर से भोपाल उत्तर, भोपाल मध्य और भोपाल दक्षिण-पश्चिम तीन विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस पार्षदों और विधायकों ने लगभग 150 करोड़ रुपए के सड़क, नाली, पाइपलाइन, ओपन जिम और पार्क जैसे कार्य स्वीकृत कराए थे। एक तो सरकार बदल गई, दूसरा निगम का खजाना खाली है, ऐसे में इन पर ब्रेक लगना तय है।तत्कालीन महापौर आलोक शर्मा की अनुशंसा पर हो रहे विश्राम घाटों के विकास कार्य भी अटके हुए हैं और इनके लिए भी बजट में वास्तविक इंतजाम की संभावना नहीं है। मनुआभान की टेकरी पर भारत माता मंदिर का निर्माण भी होना मुश्किल नजर आ रहा है।हाउसिंग फॉर ऑल के तहत पहले चरण में बन रहे हैं 6 हजार मकानहाउसिंग फॉर ऑल के तहत पहले फेज में शहर में 6 हजार मकान बनाने काम चल रहा है। कोकता ट्रांसपोर्ट नगर, 12 नंबर स्टॉप, श्याम नगर अरेरा हिल्स, गंगा नगर, आराधना नगर कोटरा, राहुल नगर माता मंदिर, भानपुर चौराहा, मालीखेड़ी विदिशा रोड और खजूरीकलां में इनका निर्माण किया जा रहा है। कोकता ट्रांसपोर्ट नगर की साइट पर 2 हजार से ज्यादा फ्लैट बनाए जा रहे हैं। यह काम जुलाई 2020 तक पूरा होने की उम्मीद थी। यहां करीब 70 फीसदी काम पूरा हो गया है। 23 नई लोकेशन पर एचएफए योजना के तहत 18 हजार से ज्यादा नए मकान बनाए जाना हैं। जिन इलाकों में मकान बनने हैं, उनमें खजूरीकलां, बागमुगालिया, हिनोतिया आलम, शाहपुरा, गौतम नगर ज्योतिबा फुले नगर, चूनाभट्टी, धरमपुरी आदि शामिल हैं।400 करोड़ रुपए की देनदारी- दूसरी ओर स्थिति यह है कि बड़े विकास कार्यों से लेकर बिजली बिल और स्वच्छ भारत मिशन के तहत हुए कार्यों से लेकर अन्य को जोड़ा जाए तो नगर निगम पर 400 करोड़ रुपए की देनदारी है।732 करोड़ में से वसूले 250 करोड़ और लॉकडाउन हो गयानिगम को पिछले वित्त वर्ष यानी 31 मार्च तक 732 करोड़ रुपए की वसूली करना थी, लेकिन आंकड़ा 250 करोड़ तक पहुंचा और लॉकडाउन शुरू हो गया। जब आय रुक गई तो पहले से उधारी में चल रहे निगम के लिए डेवलपमेंट के काम जारी रखना भी मुश्किल हो जाएगा।नगर निगम को सरकार से 350 करोड़ मिलने की भी उम्मीद नहींकई सरकारी विभागों, एजेंसियों से निगम को 350 करोड़ लेना है। तत्कालीन प्रशासक कल्पना श्रीवास्तव व निगमायुक्त बी विजय दत्ता ने शासन से इनके बजट में निगम कर के लिए प्रावधान कराने का अनुरोध किया था। शासन भी खर्चों में कटौती कर रहा है, ऐसे में यह राशि मिलने की उम्मीद कम है।निश्चित रूप से कोरोना के कारण वसूली पर असर पड़ा है। इससे निगम की संभावित आय में लगभग 100 करोड़ रुपए का अंतर है, हालांकि पिछले 2018-19 के मुकाबले 40 करोड़ अधिक आय हुई है। हमें उम्मीद है कि राज्य शासन की मदद से विकास कार्य जारी रखे जा सकेंगे । - बी विजय दत्ता, कमिश्नर, नगर निगम) Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The roads and housing projects of the colony will take a long break Full Article
india news हम घर आ गए हैं; वापस जाएंगे या नहीं, बाद में सोचेंगे By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT हम लोग हैदराबाद से यहां आए हैं। खुशी है कि हम अब अपने घर पहुंच गए हैं। वापस जाएंगे या नहीं यह बाद में तय करेंगे। हमसे टिकट का कोई पैसा नहीं लिया गया। यह बात तेलंगाना स्पेशल ट्रेन से हबीबगंज स्टेशन पहुंचे मजदूरों ने कही।बुधवार रात 8.30 बजे 1030 मजदूर व उनके परिजन यहां पहुंचे। यहां इनकी स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद प्रशासनिक अमले, आरपीएफ, जीआरपी सहित स्थानीय थाना पुलिस ने इन मजदूरों को बसों से उनके जिलों में भेजा। एक श्रमिक ने हैदराबाद पुलिस पर मारपीट करने और अभद्रता के आरोप भी लगाए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today We have come home; Go back or not, think later Full Article
india news तीन-चार दिन में बदलेगा मौसम, प्रदेश में कई जगह आंधी के साथ बारिश के आसार By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT तीन-चार दिन में प्रदेश के कई इलाकाें में आंधी और बारिश के आसार हैं। कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। पिछले दाे दिन से ग्वालियर, चंबल, बुंदेलखंड, विंध्य में आंधी और बारिश का कहर जारी है। राजस्थान की सीमा से सटे श्योपुर जिले में आंधी से मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी के बड़ोदा स्थित अति उच्च दाब उपकेन्द्र के 4 टावर डेमेज हो गए। इसके अलावा इसी जिले में 33 केवी क्षमता के 24 फीडर तथा 11 केवी के 64 से अधिक फीडर डेमेज हो गए। 33 केवी क्षमता के 240 से ज्यादा और 11 केवी के 1000 से ज्यादा खंभे धराशायी हो गए।5 सिस्टम एक साथ सक्रिय, इसलिए ऐसा माैसममाैसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस जाते-जाते पांच सिस्टम छाेड़ गया। पश्चिमी राजस्थान और हरियाणा चक्रवाती हवा के घेरे बने हुए हैं। इनके कारण अरब सागर से नमी आरही है। दाे चक्रवाती हवा के घेरे पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार एवं बांग्लादेश मे बने हैं। इनके कारण बंगाल की खाड़ी से नमी आरही है। जबलपुर संभाग के हिस्साें से सटे इलाकाें से विदर्भ हाेती हुई तमिलनाडु तक ट्रफ लाइन बनी है। यह ट्रफ लाइन अपनी ओर नमी खींच रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news अवैध रूप से किराया वसूला तो गाड़ी मालिक पर एफआईआर By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT कुछ माल वाहन मालिक औरउनके ड्राइवर लाकडाउन में मजदूराें की मजबूरी का फायदा उठाकर अवैध रूप से ज्यादा किराया वसूल रहे हैं। श्रमिकों को एक से दूसरे स्थान पर भेजने के नाम पर उनसे हजारों रुपए ऐंठरहे हैं। ऐसी अवैध वसूली पर रोक लगाने के लिए परिवहन विभाग ने एफआईआर दर्ज कराने का फैसला लिया है।ट्रांसपोर्ट कमिश्नर बी. मधुकुमार ने एक आदेश जारी कर सभी परिवहन अधिकारियों, जिला परिवहन अधिकारियों व चैक पोस्ट प्रभारियों से कहा है कि उनके क्षेत्र से गुजरने वाले हर मालवाहक वाहन को चैक करें। यदि कोई मालवाहक वाहन अवैध रूप से मजदूरों को ले जाता पकड़ाए तो उसके खिलाफ संबंधित थाने में तुरंत एफआईआर दर्ज कराएं।पांच मई को एक बस जिसका नंबर एमपी 41पी 0775 द्वारा अवैध रूप से बाहर से लाए जा रहे मजदूराें से प्रति व्यक्ति 2500 रुपए किराया वसूलने की शिकायत मिली थी। इस गाड़ी की एफआईआर संबंधित थाने में दर्ज करवा दी गई है। एेसी कई शिकायतें विभाग काे मिल रही थी। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने अपने निर्देश में कहा है कि चैकिंग लगातार हाेनी चाहिए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news राेशनपुरा में पॉजिटिव मरीज की तलाश में 5 घंटे सर्चिंग, 1800 झुग्गियों में पूछताछ, लेकिन नहीं मिला By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT राजधानी के रोशनपुरा इलाके में कोरोना पॉजिटिव मरीज के नहीं मिलने से सनसनी फैल गई। मरीज के दिए गए पते पर जब पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची तो पता चला कि जो नाम रिपोर्ट में दिया है, उस नाम का कोई व्यक्ति रोशनपुरा झुग्गी बस्ती में नहीं रहता है। करीब 5 घंटे तक पुलिस के जवानाें और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियाें ने संक्रमित 27 साल के युवक की तलाश के लिए 1800 झुग्गियाें में सर्चिंग की।यहां के रहवासियाें से से भी पूछताछ की लेकिन युवक का पता नहीं चला। रहवासी वाहिद लस्करी ने बताया कि बुधवार काे दाेपहर स्वास्थ्य विभाग अाैर पुलिस के जवान यहां पर आए थे। उन्हाेंने कहा कि राेशनपुरा झुग्गी बस्ती में एक युवक काेराेना पाॅजिटिव है। लेकिन उसका पता और न ही माेबाइल नंबर सही है। माेबाइल बंद अा रहा है। एेसे में यह चिंता हाे रही है कि वाे मरीज यहां का रहने वाला है या नहीं। स्वास्थ्य विभाग के अमले के साथ पूरी बस्ती की जांच कर डाली। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news दिन में तपिश, शाम को हवा, बादल और बंूदाबांदी By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT दिन में तपिश, फिर बादल, शाम काे बूंदाबांदी अाैर तेज हवा। पिछले 3- 4 दिन से शहर में माैसम का मिजाज कुछ एेसा ही है। माैसम वैज्ञानिकाें का कहना है कि यह प्री मानसून गतिविधि है।बुधवार काे भी एेसा ही माैसम रहा। दिन का तापमान 40.2 डिग्री दर्ज किया गया। इसमें 1.3 डिग्री की बढ़ाेतरी हुई। इसके बावजूद यह सामान्य से ज्यादा नहीं हाे सका। दिन में तपिश रही, लेकिन शाम 4:30 बजे के बाद माैसम बदल गया। तेज हवा चलने लगी। शाम के वक्त हवा की रफ्तार 40 किमी प्रति घंटे रही।80% नमी भी...मई के पहले हफ्ते में ही बने सिस्टम से बढ़ी गतिविधि माैसम वैज्ञानिकाें का कहना है कि यह प्री मानसून गतिविधि है। मई के पहले हफ्ते में ऐसेसिस्टम बन गए हैं, जिनसे यह गतिविधियां बढ़ गईं।...ये सिस्टम बने थे, जिनसे माैसम में आया बदलावअंडमान सागर में कम दबाव का क्षेत्र बना। इससे आंध्र और ओडिशा से नमी मिली। बांग्लादेश के ऊपर चक्रवाती हवा के घेरे से झारखंड व बिहार से नमी आई। प्रदेश के कई इलाकाें में नमी 80 फीसदी हाे गई थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Heat in the day, wind, clouds and precipitation in the evening Full Article
india news शहर के अब छह ही वार्ड ऐसे जहां लगातार मिल रहे मरीज By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन तीन के शुरुआती दौर में शहर में कोरोना संक्रमण की स्थिति को लेकर राहत के संकेत मिल रहे हैं। एक हफ्ते पहले शहर के 9 वार्ड सुपर हॉट स्पॉट(रेड जोन) में थे। लेकिन अब 6 वार्ड ही एेसे बचे हैं, जहां लगातार बड़ी संख्या में नए मरीज मिल रहे हैं। इन इलाकों के लिए नए सिरे से रणनीति बनाई जा रही है।30 अप्रैल से 7 मई के बीच राजधानी में वार्ड वाइज रेड जोन की संख्या 9 से घटकर 6 पर आ गई है। ये तीन वार्ड अब ऑरेंज जोन में यानी हाई रिस्क (जोखिम) से लो रिस्क की स्थिति में आ गए हैं। वहीं ऑरेंज जोन की संख्या 18 से अब सिर्फ 6 रह गई है। ऑरेंज जोन के 15 वार्ड यलो जोन में शिफ्ट हो गए हैं। इसका मतलब है कि लो रिस्क एरिया से अब ये वार्ड लैस-रिस्क एरिया में आ गए हैं। मरीजों के ठीक होने से एक्टिव पेशेंट की संख्या घट रही है। वहीं, नए पेशेंट मिलने की दर घट रही है। इसके चलते संक्रमण के फैलाव का खतरा भी घटता जा रहा है।रेड जोन :ऐसे वार्ड जहां 10 से ज्यादा कोरोना मरीज निकले हैं, और लगातार इनकी संख्या अब भी धीरे-धीरे बढ़ ही रही है। यहां हालात अब भी काबू में नहीं हैं। इन इलाकों में विशेष निगरानी के साथ रैंडम सैंपलिंग भी की जा रही है।वार्ड संख्या - 8, 9, 20, 32, 34, 42ऑरेंज जोन :ऐसेवार्ड जहां अब तक 6 से लेकर 10 तक कोरोना मरीज मिले हैं। लेकिन फिर संख्या नहीं बढी। हालात लगभग नियंत्रण में। लेकिन संक्रमण के खतरे की आशंका मौजूद है।वार्ड संख्या - 6, 23, 29, 35, 39, 69यलो जोनवार्ड जहां 5 से ज्यादा केस नहीं आए। हालात नियंत्रित हो गए। वार्ड - 1, 2, 4, 7, 10, 11, 13, 14, 15, 17, 19, 21, 24, 25, 26, 27, 30, 31, 33, 36, 37, 38, 40, 41, 43, 44, 45, 46 , 47, 48, 49, 50, 51, 52, 53, 54, 55, 57, 58, 59, 60, 61, 62, 63, 64, 66, 67 ,68, 70, 71, 72, 73, 74, 75 76, 77, 78, 79, 80, 81, 82, 83, 84, 85 ग्रीन जोन- अब तक कोरोना मरीज नहीं मिला। वार्ड - 3, 5, 12, 16,18,22, 28, 56, 65 Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news कुम्हारपुरा की चार फीट चौड़ी गली के 50 मकानों में 31 कोरोना पॉजिटिव... हर दूसरे घर में संक्रमण By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT मंगलवारा इलाके में कुम्हारपुरा की इस गली में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। चार फीट चौड़ी गली में एक महीने में 31 पॉजिटिव केस आ चुके हैं। गली के 50 मकान(250 लोग) हैं। यानी हर दूसरे घर में संक्रमण। ज्यादातर प्रजापति समाज के हैं। पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य अमला खाद्य सामाग्री पहुंचाने में लगा है। यहां संक्रमण का मुख्य कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना है। इधर कोरोना संक्रमण के सबसे बड़े केंद्र जहांगीराबाद में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 127 हो गई है। यहां की एक किमी लंबी चर्च रोड के दोनों तरफ करीब 50 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। जबकि अहीरपुरा में 40 से ज्यादा। दोनों ही इलाकों में पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने से ज्यादातर लोग संक्रमित हुए। यहां पर संक्रमण का एक कारण लॉकडाउन के दौरान भी किराना दुकानों का खुलना भी रहा।सबसे हॉट स्पॉट जहांगीराबाद इलाके में 127 तक पहुंच गई पॉजिटिव केसों की संख्या 127 हो गए हैं जहांगीराबाद इलाके में मरीज 40 से ज्यादा केस अहीरपुरा इलाके में मिले 50 पॉजिटिव मिल चुके हैं चर्च रोड के दोनों ओरकुम्हारपुरा की गली में एक ही परिवार के तीन सदस्य संक्रमितबुधवार को आई रिपोर्ट में कुम्हारपुरा की गली में एक ही परिवार के तीन लोग पॉजिटिव आए हैं। पॉजिटिव मरीजों के परिजनों ने बताया कि लॉकडाउन में घर में ही रहते थे, फिर भी संक्रमित हो गए है। ये समझ में नहीं आ रहा है कि संक्रमण कैसे हुआ।एक महीने से घर से बाहर झांका भी नहीं फिर हो गया संक्रमणचर्च रोड निवासी 21 वर्षीय युवती ने बताया कि उसके पिता सीधी में नौकरी करते हैं। वह मां और भाई के साथ यहां पर रहती हैं। पिछले एक महीने में वो घर से नहीं निकली और न ही उसके घर में कोई आया गया। लेकिन फिर भी घर के लोग संक्रमित हो रहे हैं।गली में सब्जी खरीदने के लिए बाहर निकलते थे तभी हुआ संक्रमणजहांगीराबाद इलाके में बुधवार को एक ही परिवार के चार लोग संक्रमित मिले हैं। परिवार के सदस्य ने बताया कि लॉकडाउन में सब्जियां लेने के लिए ही वो बाहर आते थे, लेकिन उन्हें क्या पता था कि संक्रमण हो जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 31 houses corona positive in 50 houses of four feet wide street of Kumharpura ... infection in every other house Full Article
india news हॉटस्पॉट जिलों में फंसे लोगों को भी मिल सकेगा ई-पास By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना हॉट स्पॉट जिलों में फंसे लोग भी ई-पास लेकर घर जा सकेंगे। स्टेट कंट्रोल रूम के प्रभारी व अपर मुख्य सचिव आईसीपी केशरी ने बुधवार को नए निर्देश जारी किए हैं। अब तक प्रदेश या दूसरे राज्य के हॉट स्पॉट जिलों से आने-जाने की अनुमति नहीं थी। इसके लिए दूसरे राज्य के हॉट स्पॉट जिलों में फंसे लोगों को घर आने के लिए मैप-आईटी के पोर्टल पर अपने वाहन नंबर सहित आवेदन करना होगा। इसी तरह भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार, खंडवा व खरगोन जिले से अन्य जिलों में जाने के लिए मेडिकल इमरजेंसी, मृत्यु व शादी के अलावा कोई ई-पास जारी नहीं किया जा रहा था। इसमें भी छूट दी गई है, अब इन जिलों से भी लोग ई-पास के जरिए प्रदेश के दूसरे जिलों में जा सकेंगे। कलेक्टर इसके लिए अनुमति देंगे।इस पास पर सिर्फ एक बार कर सकेंगे यात्राइस तरह के ई-पास केवल एक बार की यात्रा के लिए ही जारी किए जाएंगे, ताकि उनका दुरुपयोग न हो। जिले में आने वाले व्यक्ति की डॉक्टरी जांच की जाएगी। जांच में संदिग्ध पाए जाने पर 14 दिन के लिए संस्थागत क्वारेंटाइन किया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news 49 जिलों की 2700 से ज्यादा शराब दुकानें खुलीं By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT शराब दुकानें खोलने को लेकर प्रदेश सरकार और ठेकेदारों की तकरार बुधवार को खत्म हो गई। इसके बाद बुधवार दोपहर 2 बजे से 49 जिलों में 2700 से ज्यादा शराब दुकानें खुलीं। इनमें ग्रीन जोन के 24, ऑरेंज के 19 और रेड जोन के भोपाल, इंदौर, उज्जैन को छोड़कर बाकी छह जिलों की दुकानें शामिल हैं। भोपाल, इंदौर उज्जैन में शराब दुकानें नहीं खुलेंगी। पहले दिन सरकार को कितना राजस्व मिला, यहां आंकड़ा गुरुवार को आएगा, लेकिन डिपो से माल उठने, चालान कटने और ड्यूटी पटाने से करीब 150 करोड़ रु. का राजस्व सरकार को तत्काल मिलने लगेगा। एक दिन पहले गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ठेकेदारों को दो टूक कह दिया था कि यदि वे दुकान नहीं खोलते हैं तो दूसरे विकल्पों पर विचार किया जाएगा। प्रदेश में कुल 3605 दुकानें हैं, सरकार के तेवर गर्म देख 2700 दुकानें खुल गई हैं। अब तक चले विवादों के बीच पुराने ठेकेदार सामने आए है।गोपाल बंसल ने कहा कि अगर वित्तीय वर्ष के शराब ठेकेदार दुकानें नहीं खोलना चाहते है तो सरकार पुराने ठेकेदारों को दुकानें सौंप दें। हम छोटे ठेकेदार हैं। पुराने रेट पर 10 प्रतिशत ज्यादा एक्साइज ड्यूटी पर दुकानें लेने को तैयार है।इन तीन मुद्दों पर लड़ाई ठेकेदारों ने मार्च और अप्रैल में दुकानें नहीं खुलने पर शासन को होने वाले 1800 करोड़ के घाटे पर बात रखी है। उनका तर्क है कि जब दुकानें नहीं खुली तो उतनी अवधि की एक्साइज ड्यूटी माफ कर दी जाए। आबकारी एक्ट 1956 के प्रावधानों के मुताबिक जिला प्रशासन चार दिन दुकानें बंद रख सकता है। इससे ज्यादा दिनों तक दुकानें बंद रहेगी तो राज्य शासन से एक्साइज ड्यूटी को लेकर क्षतिपूर्ति मांग सकता है। शराब ठेकेदारों ने शराब की मात्रा की बिक्री के हिसाब से एक्साइज ड्यूटी की मांग उठाई है। ये तर्क है कि पहले से कोटे से शराब उठाने पर स्टॉक बढ़ेगा। लॉकडाउन में कम बिकेगी, लेकिन ठेकेदार को 15 दिन के शेड्यूल पर कम बिक्री पर भी तय भुगतान करना होगा। एकसा नहीं होने पर ठेका निरस्त हो सकता है। शराब दुकानें खुलते ही दुकानों पर भीड़ उमड़ेगी। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन में प्रशासन-आबकारी मदद करें। राज्य और जिलों के स्तर पर कन्ट्रोल रूम बनाया जाए।सीएम से नहीं मिल पाए अफसरों के साथ बैठकठेकेदारों ने बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने की कोशिश की, लेकिन अनुमति नहीं मिलने पर उन्होंने आबकारी अफसरों के साथ बैठक की। मध्यप्रदेश लीकर एसोसिएशन के सचिव राहुल जायसवाल ने बताया कि अफसरों ने हमारी मांगें सुन ली हैं। आबकारी आयुक्त राजेश बहुगुणा ने बताया कि ठेकेदारों से कहा गया है कि पहले दुकानें खोलें, जो भी उचित मांगें होंगी, उन पर विचार किया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news तीन हजार प्रोजेक्ट्स के निर्माण की डेडलाइन सरकार ने 6 महीने बढ़ाई By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना महामारी से छाई आर्थिक मंदी के बीच सरकार ने रियल एस्टेट सेक्टर को बड़ी राहत दी है। मप्र भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) ने बुधवार को एक आदेश जारी किया। इसके मुताबिक वे 3000 प्रोजेक्ट जो 15 मार्च के बाद साल के अंत तक पूरे होने थे, उनके निर्माण की अवधि 6 माह बढ़ा दी है। साथ ही बिल्डर तथा एजेंट द्वारा रिटर्न जमा करने की तारीख भी 30 जून 2020 तक बढ़ा दी गई है। पहले इसकी अंतिम तारीख 31 मार्च थी। दरअसल, बीते डेड़ महीने से प्रदेश में निर्माण संबंधी गतिविधियां ठप हैं। बिल्डरों ने रेरा से अनुराध किया था कि वह प्रोजेक्ट कम्पलीशन की तारीख बढ़ा दे।रेरा चेयरमैन अंटोनी डिसा ने बताया कि निर्माण संबंधी सभी कामकाज पूरी तरह ठप हो गए हैं। यदि अब बिल्डर काम शुरू करेगा तो उसे सीमेंट, गिट्टी, रेत समेत अन्य निर्माण सामग्री इकट्ठा करने और उसे प्रोजेक्ट को पूरा करने में समय तो लगेगा।15 मार्च तक कोई छूट नहींऐसे प्रोजेक्ट जो 15 मार्च तक पूरा होने थे, बिल्डर्स को उन्हें तय समय सीमा में ही पूरा करके देना होगा। इस अवधि में यदि प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ है तो रेरा बिल्डर्स को तय नियमों के हिसाब से दंडित करेगा।इसलिए बढ़ी अवधि: केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने गत 19 फरवरी को कोरोना त्रासदी को फोर्स मेज्योर की श्रेणी मे रखा गया है। आवासीय एवं नगरीय विकास मंत्रालय भारत सरकार के अधीन गठित केंद्रीय सलाहकार समिति ने भी कोरोना त्रासदी के मद्देनजर पंजीकृत प्रोजेक्ट को 6 माह का विस्तार देने की अनुंशसा की है। इसी तारतम्य में अनेक संस्थाओं ने भी प्राधिकरण को राहत देने के आवेदन दिए थे।ऐसे समझें राहत का मतलबमान लीजिए यदि कोई प्रोजेक्ट 31 मार्च तक पूरा होना था तो अब वह 30 सितंबर तक पूरा होगा। इसके आगे की कम्प्लीशन तारीख में छह माह और जुड़ जाएंगे।आर्थिक समिति की अनुशंसा :पैसा जुटाने 20-30 साल के बॉन्ड लाएगी सरकारपॉलिटिकल रिपोर्टर . भोपाल |कोरोना संकट से बिगड़ी अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए सरकार आने वाले दिनों में 20 से 30 साल के लिए बॉन्ड जारी कर अतिरिक्त संसाधन जुटाएगी। इसमें राज्य सरकार की कंपनियां, कॉर्पाेरेशन और बोर्ड शामिल रहेंगे। इससे सरकार गारंटी देकर वित्तीय बोझ से बाहर हो जाएगी। इस संकट से निपटने के लिए गठित आर्थिक सलाहकार समिति ने यह अनुशंसाएं सरकार से की हैं। इन पर काम शुरू हो गया है। मप्र सरकार ने केंद्र सरकार से कहा है कि उनके बाजार से कर्ज लेने की सीमा को वित्तीय वर्ष में 5% किया जाए। वर्ष 2019-20 में यह सीमा 3.5% रही। इससे सरकार को 14 से 15 हजार करोड़ रुपए मिल सकेंगे। अनुसंशाओं में कुछ अहम बिंदु और भी हैं। खासतौर पर केंद्र सरकार से भी मप्र कुछ मदद मांगने जा रही है। इसमें महत्वपूर्ण राहत भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से जुड़ी है। शेष | पेज 4 परआरबीआई ने मप्र सरकार की 2 हजार 560 करोड़ की तदर्थ (एड-हाक या लिमिट) सीमा तय की है। इस राशि पर ब्याज लगता है। मप्र सरकार चाहती है कि इस राशि पर आरबीआई ब्याज न ले। शेष | पेज 4 परसाथ ही ओवर ड्रॉफ्ट होने पर अधिकतम 50 दिन में स्थिति सुधार की सीमा को 72 दिन तक करके राहत दे। इन अहम आर्थिक सुधारों को मप्र सरकार अमल में लाने जा रही है।जुलाई में संभावित बजट में होंगे ये सुधार- राजस्व खर्च में कटौती।- समान दोहरी योजनाओं में से एक को समाप्त करना।- एपीएल के लिए सब्सिडी खत्म करना।प्रमुख अनुशंसा- एमएसएमई को मोरेटोरियम अवधि के ब्याज से मुक्त किया जाए- एमएसएमई को अतिरिक्त ऋण लेने पर स्टांप शुल्क से छूट मिले। साथ ही उनकी आर्थिक मदद की जाए।- पीएम किसान योजना में अतिरिक्त सहायता मिले।- नाबार्ड और आरबीआई एनपीए के वर्गीकरण में छह माह की छूट दे।- पीएम गरीब कल्याण योजना को बढ़ाकर 6 माह करना।- भविष्य निधि अंशदान की शर्त में संशोधन कर 15000 तक वेतन पाने वाले सभी कर्मचारियों को लाभ दिया जाए।- महिलाओं की तरह जन-धन खाताधारकों को भी 500 रुपए की वित्तीय सहायता दी जाए।-शहरी क्षेत्रों की गरीब बस्तियों में मुफ्त खाने की सुविधा के लिए केंटीन सुविधा शुरू की जाए।- सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में वित्तीय स्थिति का आंकलन करके एक्स-ग्रेशिया का भुगतान हो।- किसान किसी भी निजी गोदाम में अपनी उपज रखे और गोदाम संचालक प्रमाण लेकर दे तो उसे उपज का भुगतान किया जाए।-फूड प्रोसेसिंग वालों को किसान के घर से खाद्यान्न खरीदने की अनुमति दी जाए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news किशनपुरा पंचायत में मशीन से हो रहा मनरेगा का काम, मजदूरों में असंतोष By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT ग्राम पंचायत किशनपुरा के सहयोगी गांव बेरखेड़ी में मनरेगा के काम में मशीन चलाने को लेकर किसान मनोज यादव के खेत को बिना नापे मशीन चलाई जा रही थी। इसी बात को लेकर किसान एवं सहायक सचिव के भाई अनिल जो कि कार्य करवा रहा था उसमें कहासुनी एवं मारपीट हो गई।मारपीट को देखते हुए मशीन चालक मशीन लेकर भाग गया एवं वहां पर कार्य बंद हो गया। प्रत्यक्षदर्शी किसान दिनेश गौतम ने बताया की पंचायत द्वारा जो कार्य मजदूरों द्वारा होना थे वहां पर मशीन के द्वारा किए जा रहे हैं। इससे जहां मजदूरों में असंतोष है । वही बिना नापे ही किसी की भी जमीन पर मशीन चलाई जा रही हैं।उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा लाकडाउन के चलते पूरे प्रदेश में मजदूरों के लिए राहत कार्य खोले गए हैं लेकिन इन सब चीज के विपरीत कतिपय सरपंच के द्वारा रातो रात मशीन चला कर कार्य किए जा रहे हैं । इससे गरीब मजदूर अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं । मशीन चलाने के बाद रिकॉर्ड में मजदूर दर्शा कर मजदूरों के नाम पर राशि बैंक से निकली जा रही है । जिसके चलते आए दिन पंचायत में पंचायत प्रतिनिधि और मजदूरों में बैंकों से पैसे निकल जाने पर विवाद होते देखा गया ।जब इस संबंध में सबइंजीनियर सचिन दुबे से मोबाइल पर बात की तो उन्होंने बताया कि मैं अभी राहतगढ़ मैं हूंू मुझे बिना बताए बिना जानकारी दिए काम लगाया गया है और बेरखेड़ी ग्राम में मशीन द्वारा कोई भी कार्य के लिए अनुमति नहीं दी गई है । अगर मशीन के द्वारा मनरेगा में कार्य किया गया है तो इसकी जांच कर कार्यवाही की जाएगी । अगर ऐसा था तो मुझे और किसान को भी इसकी जानकारी दी जानी थी और जगह को पटवारी से नाप कर कार्य किया जाना था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Discontent among laborers, MNREGA work being done in Kishanpura Panchayat Full Article
india news गरीबों को राशन दिलवाने सहित कई अन्य मांगों को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT गरीबों को राशन दिलाने, शहर में कीटनाशक दवा का छिड़काव करने आदि कई मांगों को लेकर नगर पालिका के पूर्व नेता प्रतिपक्ष संजय सिंह ने अन्य पूर्व पार्षदों के साथ एसडीएम अमृता गर्ग को ज्ञापन सौंपा। गौरतलब है कि बुधवार को पूर्व नेता प्रतिपक्ष सहित कई पूर्व पार्षदों के द्वारा नगर पालिका में सुबह 11 बजे से धरना प्रदर्शन का आयोजन था। लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए धरना प्रदर्शन स्थगित कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया है।पूर्व नेता प्रतिपक्ष ठाकुर ने बताया कि एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर गरीब, मजदूर, असहाय जरूरतमंद लोगों को शीघ्र सर्वे कराकर उन्हें पर्याप्त राशन देने, शहर में घर घर कचरा गाड़ी पुनः चलाने, मच्छरों को मारने के लिए फागिंग मशीन चलाने एवं कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने, पूरे शहर को सैनिटाइज करने, स्वाब कलेक्शन बूथ खोलने, सैनिटाइजर कंट्रोल सेंटर शुरू करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है।इसके अलावा उन्होंने एसडीएम को जानकारी देते हुए कहा कि नगर पालिका में करीब 46 लाख 88 हजार की संचित निधि जमा है। जिसका उपयोग सिर्फ महामारी या संक्रमण काल में ही किया जा सकता है। परंतु नगर पालिका में निर्वाचित कमेटी गठित न होने के कारण उक्त राशि का आहरण नहीं हो सका है। अतः प्रशासक होने के नाते उक्त राशि की निकासी की परमिशन लेकर गरीबों को राशन, सैनिटाइजर की व्यवस्था, स्वाब कलेक्शन बूथ का निर्माण एवं कोरोना संकट से निपटने के लिए इस राशि का उपयोग किया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व पार्षद अभिषेक बिलगैंया, मधुर ठाकुर, प्रकाश अहिरवार शामिल रहे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news कहीं फिर न बंद हो जाए शराब की दुकान, इसलिए लोगों ने किया स्टाक, खरीदने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहे By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन में 38 दिन तक शराब दुकान बंद रहने के कारण बुधवार दोपहर करीब पौने 3 बजे अचानक से खुल गई। शराब दुकान खुलने की सूचना शहर में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते शराब की दुकानों पर बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम लग गया। फिर क्या था न मोल किया न भाव कहीं फिर न बंद हो जाए शराब की दुकान इसलिए बड़ी मात्रा में लोगों ने शराब खरीद कर स्टाक कर लिया।शराब खरीदने आए लोग न तो सोशल डिस्टेंस में नजर आए और न ही कोरोना से बचाव करने मास्क लगाए। साथ ही शराब दुकानों के आसपास लोगों के वाहनों का जमावड़ा लग गया। हालात यह बने कि रेलवे वायपास स्थित अंग्रेजी शराब दुकान एवं आगासौद रोड स्थित शराब दुकान पर लग रही भीड़ के कारण आवागमन प्रभावित होने लगा। सोशल डिस्टेंस एवं आवागमन प्रभावित होता देख दुकानों पर पुलिस बल तैनात किया गया। फिर कहीं जाकर कुछ व्यवस्थित तरीके से दुकानें संचालित हुई ।लोगों ने किया स्टाक 38 दिन के बाद दुकानें खुलने के बाद फिर कहीं लॉकडाउन में शराब दुकान बंद न हो जाए। इसे देखते हुए लोगों ने 1 बोतल के स्थान पर कई बोतल शराब खरीद कर स्टाक बनाया। इसी तरह एक व्यक्ति ने आगासौद रोड पर कई बोतल शराब की खरीदी। शराब की मात्रा इतनी थी कि बैग में भरने के बाद उसकी चैन नहीं लग रही थी। यह देख दुकान के बाहर मौजूद पुलिस बल उसे पकड़ लिया और थाने ले गई । जबकि गलती दुकानदार की भी थी कि आखिर इतनी मात्रा में एक व्यक्ति को शराब क्यूं दी गई।शहर की पांचों शराब दुकानों पर लगा जमाबड़ाशहर में शराब की 5 दुकानों में 3 अंग्रेजी एवं 2 देशी शराब दुकानें संचालित है । अंग्रेजी दुकानों में 1 रेलवे वायपास,1 आगासौद रोड एवं 1 छोटी बजरिया एवं देशी शराब दुकानों में 1 झांसी गेट स्थित वायपास वहीं दूसरी पुराना रेलवे बस स्टैंड के पास संचालित है। इनके खुलने की सूचना पर सभी दुकानों पर शराब की खरीदी करने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई। कई दिनों से सूनी पड़ी इन दुकानों पर फिर से चहल पहल नजर आने लगी । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The liquor store should not be closed anywhere else, so people kept stock, stood in line for hours to buy Full Article
india news भोपाल से आए संदिग्ध वृद्ध का नहीं था आधार कार्ड इसलिए साढ़े तीन घंटे तक अस्पताल में नहीं लिया सैंपल By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:15:00 GMT जिन कोरोना वॉरिर्यस की वजह से अब तक हम सुरक्षित हैं। उनकी एक अनदेखी जिले को कभी भी मुश्किल में डाल सकती है। 8 दिन पहले भोपाल से पैदल चलते हुए 60 साल का बुजुर्ग बुधवार को सर्दी, जुकाम, खांसी और सांस लेने की तकलीफ की वजह से जिला अस्पताल पहुंचा। बुजुर्ग के पास आधार कार्ड और मोबाइल नंबर नहीं था, इसलिए उसे 3.5 घंटे तक जिला अस्पताल में सैम्पल का इंतजार करते हुए यहां वहां घूमता रहा। ऐसे में अगर उसका सैंपल टेस्ट पॉजिटिव आता है तो पूरा जिला मुश्किल में आ सकता है।जिला अस्पताल में सुबह 10 बजे भोपाल से 8 दिनों में पैदल चलकर पहुंचे अमरोद गांव के मोहनलाल सोनी उम्र 60 साल ने बताया कि उसका बेटा भोपाल में चांदबड़ में रहता है। लॉकडाउन की वजह से वह तीन माह से वहीं फंस कर रह गया। 8 दिन पहले वह भोपाल से पैदल ही गांव के लिए चल पड़ा। गांवों में रात काटते हुए सुबह जब वह सलमाई पहुंचा तो उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। इस दौरान एक ग्रामीण ने उसकी मदद करते हुए बाइक पर बैठाया और जिला अस्पताल छोड़ दिया। लेकिन सुबह 10 बजे अस्पताल पहुंचे बुजुर्ग का सैम्पल साढ़े 3 घंटे बाद भी नहीं हो सका। जब हमने मौके पर पहुंचकर इसी वजह जानी तो बड़ा आश्चर्य हुआ कि शासन द्वारा बनाए गए नियमों में सैम्पल के लिए मोबाइल नंबर और आधार नंबर डालना अनिवार्य है। इन नंबरों की वजह से बुजुर्ग जिला अस्पताल में ही बैठा रहा।खतरा की ये है वजहबातचीत में बुजुर्ग ने बताया कि जब वह भोपाल से चला था तभी से उसको सर्दी, जुकाम और खांसी थी। लेकिन अब उसको इन दिक्कतों के अलावा सांस लेने में तकलीफ और हाथ पैरों में तेज दर्द है। जिला अस्पताल में 3.5 घंटे तक बुजुर्ग यहां-वहां घूमता रहा। इतना ही नहीं बाहर पहुंचकर उसने 5 रुपए देकर किसी ने चाय भी लेकर पी। इस दौरान उसने हैंडपंप पर पानी भी पीया। ऐसे में अगर मान लिया जाए कि युवक कोरोना पॉजिटिव निकलता है तो ये लापरवाही बड़ी घातक हो सकती है।बड़ा सवाल- किसी व्यक्ति के पास आधार कार्ड नहीं तो उसका नहीं होगा कोरोना टेस्ट3.5 घंटे तक सैंपल न लेने की वजह वहां मौजूद डॉक्टरों ने बुजुर्ग के पास आधार कार्ड और मोबाइल न होना बताया। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि अगर किसी कोरोना संदिग्ध के पास आधार कार्ड और मोबाइल नंबर नही है तो क्या उसकी सैम्पलिंग नहीं होगी। शासन द्वारा निर्धारित किए गए ये नियम भविष्य में जिले के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं, क्योंकि इन दिनों सैकड़ों की संख्या में श्रमिकों का पलायन यहां से वहां चल रहा है।403 सैम्पल भेजे हैं अब तक जिले सेकोरोना वायरस संक्रमण से संबंधित लॉकडाउन के बाद जिले से अब तक 403 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें से 315 सैम्पल की जांच निगेटिव आई है जबकि 38 सैम्पल रिजेक्ट हुए हैं। अभी 50 सैम्पल की रिपोर्ट आना शेष है। बुधवार को 48 व्यक्तियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।^सरकार ने ऑनलाइन फार्म भरने की प्रक्रिया कर दी है। इसमें ओटीपी जनरेट होता है, इसका मैसेज मरीज के मोबाइल पर आता है। तभी उसके सैम्पल को मान्य मानते हैं अन्यथा वह रिजेक्ट हो जाता है। मरीज के साथ कोई अटैंडर भी नहीं था ऐसे में उसको सैम्पल नहीं ले सकते थे। डाॅ. बीएल टैगोर, मेडिकल ऑफिसरमीडिया के हस्तक्षेप से सीएमएचओ ने कराई जांचजब मीडिया ने संबंधित मामले को उठाया और सीएमएचओ डाॅ. जेआर त्रिवेदिया से बातचीत की तो उन्होंने बुजुर्ग का सैम्पल आइसोलेशन वार्ड में करवाने के लिए कहा। इसके बाद वाहन भी उपलब्ध नहीं मिला। बाद में 108 वाहन से बुजुर्ग को आइसोलेशन वार्ड भेजा गया जहां सैम्पल लेकर भर्ती करने की बजाय होम क्वारेंटाइन पर गांव छुड़वाया गया।एक सवाल यह भीदुकानें बंद, फिर कैसे मिली चायचाय की दुकानें लॉकडाउन में बंद हैं। ऐसे में बुजुर्ग को 5 रुपए में कहां से चाय मिली यह भी बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।बाद में हैंडपंप सहित बुजुर्ग जहां बैठा, सभी कराया सैनिटाइजबुजुर्ग अस्पताल में जहां बैठा था उस स्थान को सैनिटाइज करने के बाद बाहर लगे हैंडपंप को भी सैनिटाइज किया गया। इसके बाद मीडिया ने चाय वाले लड़के को खोजा, लेकिन वह नहीं मिला। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The Aadhaar card was not of the old man suspected to have come from Bhopal, so the samples were not taken in the hospital for three and a half hours. Full Article
india news भोजन मिलने की उम्मीद नहीं, इसलिए बोतल में चने साथ लेकर चल रहे लोग By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:23:00 GMT जिले की सड़कों से हर दिन बड़ी संख्या में प्रदेश सहित दूसरे प्रांतों के मजदूरों का पलायन हो रहा है। बुधवार को भी धार जिले से पैदल चलते हुए 1 हजार किमी दूर झारखंड के गड़वा गांव के लिए निकले 10 श्रमिक शहर पहुंचे। इस लंबे सफर में लॉकडाउन की वजह से पिछले दिनों में अनुभव बुरे रहे। इसलिए भूख मिटाने रास्ते से चना लिया और उसको बोतलों में डाल दिया। जब चलते-चलते थकावट के साथ भूख लगती है तो रुककर विश्राम करते हुए इन गले चने को ही खा लेते हैं।10 श्रमिकों के ग्रुप में शामिल नागेन्द्र कुमार ने बताया कि जिस दिन लॉकडाउन लगा था उसके एक दिन पहले ही वे धार काम पर पहुंचे थे। इसके बाद लॉकडाउन खुलने का इंतजार करते रहे। कारखाने बंद होने के बाद जब लॉकडाउन-3 शुरू हो गया और हाथ में जो पैसा था वह खर्च हो गया तो घर की तरफ पलायन कर लिया। श्रमिकों ने बताया कि परिजनों के फोन आ रहे हैं लेकिन वे उनको यह नहीं बता पा रहे कि कब तक घर पहुंच पाएंगे। श्रमिकों ने बताया कि 1 हजार किमी का सफर पूरा करना है। अशोकनगर कलेक्टोरेट में पहुंचकर श्रमिकों ने वाहन व्यवस्था भी मांगी लेकिन उनको कोई वाहन नहीं मिला। हालाकि कुछ समाजसेवियों को इन श्रमिकों की जानकारी लगी तो श्रमिकों के भोजन का प्रबंध कराया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today There is no hope of getting food, so the people carrying the gram in the bottle Full Article
india news शराब दुकान पर लोगों ने किया सोशल डिस्टेंस का पालन By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:25:00 GMT आबकारी विभाग ने मंगलवार को शराब कारोबारी पीएन ग्रुप के दफ्तर के बाहर नोटिस चस्पा किया था। इसके बाद जिले के ठेकेदार घनश्याम राठौर ने प्रेसवार्ता बुलाकर सोशल डिस्टेंसिंग में आने वाली दिक्कतों सहित कोविड-19 संक्रमण से खतरा बताते हुए प्रदेश के हालत सामान्य नहीं होने तक शराब दुकान न खोलने की बात कही थी। लेकिन शासन के दिशा निर्देश पर आबकारी विभाग के दबाव में बुधवार की दोपहर शराब दुकानें खुल गईं।शराब दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए दुकान के बाहर पहले गोल घेरे बना गए। दुकान की सील खुलते ही मौके पर शराब ठेकेदार श्री राठौर सहित स्टाफ ने खड़े होकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया। 40 दिन बाद शराब दुकानें खुली तो शाम 7 बजे तक बड़ी संख्या में लोग गोल घेरे में खड़े नजर आए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today People followed social distance at liquor shop Full Article
india news कुएं में मिला वृद्ध का शव तो बेटा बोला- पापा को तैरना आता था, हत्या की आंशका By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:26:00 GMT चंदेरी से 12 किमी दूर ग्राम सिरसौद में 50 वर्षीय वृद्ध की कुएं में लाश मिली है। लाश को कुएं के पानी को पंप से निकलवाकर बाहर निकाला गया। जिसके सिर के पीछे चोट के निशान थे। जिसका पीएम कर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक कम्मोदी के बेटे राकेश कुशवाह ने बताया कि हम फतेहाबाद नई बस्ती में रहते हैं। पापा सिरसौद में खेत पर सब्जी लगाए हुए हैं वे उधर ही रहते थे। हमें सुबह रिश्तेदारों ने फोन कर बताया कि तुम्हारे पापा रात से दिखाई नहीं दे रहे। कुआं के पार पर खून डला है, तो हम सुबह 10 बजे सिरसौद पहुंचे। जिनको तैरना आता था, जिससे हत्या की आशंका जताई जा रही है।ऐसा बताया जा रहा है कि कुआ पर कुछ लोगों की पार्टी हुई थी और उस दौरान झगड़ा हुआ था। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है। नगर निरीक्षक संजीव तिवारी ने बताया कि अभी एफआईआर नहीं हुई। कुएं पर दो चप्पलें अलग-अलग मिली हैं।जहरीला पदार्थ खाने से मौतअशोकनगर। 35 वर्षीय युवक को जहरीला पदार्थ खाने से गंभीर हालत में जिला अस्पताल में रैफर किया था जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। 1 मई को जितेन्द्र पुत्र मोहर सिंह कटारिया 35 साल निवासी खुटिया बामोरी बहादुरपुर ने 1 मई को जहरीला पदार्थ खा लिया था जिसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा था। 5 मई को युवक की मौत हो गई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news अनियंत्रित होकर पलटा ट्रैक्टर, चालक की मौत By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:27:00 GMT बुधवार को गुन्हेरू से सिहोरा जा रहा ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया, जिससे ट्रैक्टर चालक को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शिशुपाल कलावत ग्राम गुन्हेरू से सिहोरा ट्रैक्टर से जा रहा था।रास्ते में उसका ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया, जिससे वो बुरी तरह घायल हो गया। घायल को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। डॉ.योगेन्द्र सिंह ने बताया कि शिशुपाल की पेट की पसलियां टूट गई थी, जिस कारण उसकी मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने पीएम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया और मर्ग कायम कर ली। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Uncontrolled tractor overturns, driver dies Full Article
india news बिना मास्क एक बाइक पर 2 लोग निकले तो रोका, चालक ने चालान बनवाने के बाद कहा- बाइक घर भेज देना, टीआई ने जमकर फटकारा By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:28:00 GMT साेशल डिस्टेंस का पालन करवाने और मास्क लगवाने के लिए लाेगों को प्रेरित करने अब पुलिस ने मोर्चा संभाला है। पुलिस ने शहर में दिनभर पेट्राेलिंग की और बाइक पर दाे लाेग और बिना मास्क घूमने वालों के चालान बनाए। 650 चालान पुलिस ने बनाए, जिनसे 65 हजार रुपए वसूल किए गए।दरअसल लॉकडाउन के बाद मिली छूट के बाद शहर की बिगड़ रही व्यवस्था को फिर से सुधारने के लिए प्रशासनिक अधिकारियाें से लेकर पुलिस कर्मी भी प्रयास कर रहे हैं। बुधवार काे टीआई पीपी मुदगल सहित पुलिस जवान शहर में पेट्रोलिंग करते देखे गए। शहर मेें कई लोग बिना मास्क लगाए घूमते मिले। साथ ही साेशल डिस्टेंस का पालन न करते हुए एक ही बाइक पर दाे लोग बैठे मिले। जिन्हें पुलिस ने रोककर चालान बनाए ताकि लोग सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन करें।युवक को फटकार लगाईऐसे ही एक बाइक सवार को जब पुलिस ने रोका तो युवक ने 100 रुपए का चालान तो बनवा लिया लेकिन चालान बनवाने के बाद गाड़ी घर पर ही भेजने की बात कहने लगा। जब इस मामले की जानकारी पुलिस कर्मियों ने टीआई काे दी तो उन्होंने युवक को जमकर फटकार लगाई और सोशल डिस्टेंस का पालन करने को कहा।टीआई ने बताया कि 650 चालान बनाए गए जिनसे 65 हजार रुपए वसूल किए गए। इस दौरान एसआई एसआर भगत, एसआई नीरज अहिरवार, देवेन्द्र शर्मा, हेड कांस्टेबल कदीर खान, आरक्षक अतेन्द्र यादव, देवेन्द्र खटीक, सुरेश, कुलदीप शर्मा, श्रीकृष्ण, राजीव सहित नगर रक्षा समिति के सदस्य मौजूद रहे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today When 2 people got out on a bike without a mask, the driver said after making the challan - send the bike home, TI cracked fiercely Full Article
india news मुंगावली में 7 दिन क्वारेंटाइन रहे डबरा के दो श्रमिक निकले कोरोना पॉजिटिव By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:29:00 GMT मुंगावली तहसील में 7 दिन तक क्वारेंटाइन रहकर 4 मई को डबरा गए 7 श्रमिकों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकली है। बुधवार की रात इससे अफरा तफरी मच गई। श्रमिकों को छोड़ने गए वाहन के चालक सहित उनके परिवार को होम क्वारेंटाइन पर रख दिया। अब इन लोगों के संपर्क में आए लोगों की तलाश जारी है। 26 अप्रैल को भोपाल से पैदल गंजबासौदा होते हुए डबरा निवासी 7 श्रमिक मुंगावली पहुंचे। इन श्रमिकों को क्वारेंटाइन पर रखा था। जो श्रमिक भोपाल से मुंगावली पहुंचे उनमें अरविंद पुत्र गब्बर कुशवाह 18 साल निवासी दशमेश नगर भोपाल, पवन पुत्र भोलाराम कुशवाह 16 साल निवासी दशमेश नगर भोपाल,अंकित विश्वकर्मा आंतरी, राजेंद्र विश्वकर्मा आंतरी, प्रदीप विश्वकर्मा दतिया, जयदेव गौड़ ग्वालियर, राजेश्वरी गौड़ चेतावरी डबरा निवासी थे। जिनको मुंगावली छात्रावास में बने क्वारेंटाइन सेंटर पर 7 दिनों तक रखा गया। 4 मई को इन श्रमिकों को मुंगावली से बोलेरो वाहन से छुड़वाया। डबरा में इन श्रमिकों के सैम्पल में से दो श्रमिक अरविंद और पवन की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली।गंजबासौदा से आए थे ट्रक में- मुंगावली में स्क्रीनिंग सभी ठीक श्रमिक थे। क्वारेंटाइन सेंटर में इन श्रमिक के साथ 14 अन्य लोग भी थे। अब उन लोगों के साथ चिकित्सीय स्टाफ की लिस्टिंग कर क्वारेंटाइन पर रखा जाएगा। सीएमएचओ डाॅ. जेआर त्रिवेदिया रात को ही मुंगावली पहुंच गए।क्वारेंटाइन पर श्रमिक ठीक थे। इनको अलग ही कमरे में रखा था। गुरुवार को इनके संपर्क में आए सभी लोगों के सैम्पल लेंगे। लोगों की तलाश की जा रही है। -डाॅ. दिनेश त्रिपाठी, मेडिकल ऑफिसर मुंगावली। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news पाइप लाइन डलने के बाद नहीं मिल रहा नलों से पानी, एक हैंडपंप से पानी भर रहे 150 परिवार By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:31:00 GMT गर्मी बढ़ने के साथ ही क्षेत्र का जलस्तर भी गिरने लगा है। इससे कस्बारेंज पंचायत क्षेत्र के अधिकतर जलस्रोतों में पानी कम हो गया है। इस कारण स्थानीय रहवासियों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। एक तरफ कोरोना महामारी के कारण लोगों को घरों में रहना पड़ रहा है। वहीं ऐसे में लोगों को मजबूरी में पानी भरने के लिए घरों से बाहर जाना पड़ रहा है।कस्बारेंज और चंदेरी रोड के रहवासी पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। कस्बारेंज के रहवासी एक ही हैंडपंप से पानी भर रहे हैं। वहीं चंदरी रोड के लोग एक कुएं से और कस्बारेंज क्षेत्र में एक ही हैंडपंप से लोग पानी भर रहे हैं।एक हैडपंप के भरोसे 150 परिवारकस्बारेंज क्षेत्र में पानी की समस्या कितनी गंभीर है। इसका अंजादा इसी बात से लगाया जा सकता है कि क्षेत्र में एक हैंडपंप से कॉलोनी के 150 से अधिक लोग पानी भर रहे हैं। 150 परिवारों की बस्ती में एकमात्र हैंडपंप लगा है। इसी से स्थानीय रहवासी दिनभर पानी भरते हैं।पाइप लाइन डलने के बाद भी नहीं मिल रहा पानीकस्बारेंज पंचायत क्षेत्र में नगर परिषद ने पाइप लाइन डाल दी है। लेकिन इसके बाद भी आज तक लोगों को पानी नहीं मिल पाया है। इससे लोग परेशान हो रहे हैं। साहू कालोनी निवासी राकेश साहू, मुन्ना रजक, बाबूलाल ने बताया कि इस भीषण गर्मी में हम मोहल्ले के लोग एक ही कुएं से पानी भरने को मजबूर हैं। हमारे यहां नप ने पाइप लाइन डाल दिए हैं। मगर आजतक वह चालू नहीं हो सकी है। इससे पूरे मोहल्ले वासी परेशान हो रहे हैं।पानी भरने में कर रहे सोशल डिस्टेंसिंग का पालनकोरोना महामारी को लेकर पूरे देश में लोग परेशान हैं। इसको लेकर लोगों में धीरे-धीरे जागरुकता बढ़ रही है। कस्बारेंज के रहवासी हैंडपंप पर पानी भरते समय सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे हैं। लोगों द्वारा एक निश्चित दूरी बनाकर पानी भरा जा रहा है। इसी प्रकार चंदेरी रोड पर भी कुएं से पानी भरते समय लोग एक-दूसरे से पर्याप्त दूरी बना रहे हैं। क्षेत्र में लॉकडाउन के चलते एक तरफ लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। वहीं नगर परिषद ने शहर में पाइप लाइन डालने के बाद भी सप्लाई चालू नहीं कर लोगों को परेशान किया जा रहा है। आगामी समय में जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी। वैसे-वैसे पानी की समस्या और बढ़ती जाएगी। इसलिए नगर परिषद को जल्द ही पानी सप्लाई को चालू करना चाहिए।जल्द कराया जाएगा चालूकस्बा रेंज क्षेत्र में बिछाई गई नवीन पाइप लाइन की जल्द टेस्टिंग कराई जाएगी। इसके बाद इसे जल्द चालू कराया जाएगा। इससे लोगों को पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।विनोद उन्नीतान, सीएमओ नगर परिषद मुंगावलीहर साल होती है समस्यानल जल योजना के तहत जब कस्बारेंज में पाइप लाइन डालने का काम शुरू हुआ था तो यहां के रहवासियों में खुशी थी। क्षेत्र के रहवासी वर्षों पुरानी पानी की समस्या को खत्म होते देख रहे थे। लेकिन काम के धीमी गति से चलने के कारण अभी तक लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है। इससे ऐसा लगता है कि इस साल गर्मी के मौसम में भी लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ेगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Water from drains is not available after the pipeline is poured, 150 families are flooded with a hand pump Full Article
india news बस्ती के बीच चल रहे ईंट भट्ठों से गर्मी में आगजनी का खतरा By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:34:00 GMT कस्बे में पिछले दो-तीन साल से ईंट भट्टे का व्यवसाय फैल रहा है। पहले ईंट भट्टे कस्बे से दूर लगाए जाते थे। लेकिन अब कस्बे में दर्जनों जगह बस्ती के बीच में लगा लिया गया है। इससे गर्मी के मौसम में इनसे बस्ती में आगजनी का खतरा लगा रहता है। खास बात है कि बहादुरपुर कस्बे में कहां-कहां कितने ईंट भट्ठा लगाए गए इसकी जानकारी सदर पटवारी को भी नहीं है।दरअसल, क्षेत्र में लगाए गए सभी भट्ठे अवैध हैं। इन्हें लगाने के लिए किसी भी प्रकार की अनुमति विभिन्न विभागों से नहीं ली गई है। ईंट बनाने में प्रयुक्त की जाने वाली मिट्टी अवैध खनन कर लाई जाती है। पिछले दस वर्षों में ईंट बनाने वालों ने कैथन नदी के किनारे खोद दिए हैं, जिससे बरसात के दिनों में बाढ़ का पानी बस्ती के अंदर भर जाता है। इसी तरह भट्ठों में ईंट पकाने के लिए लकड़ी भी जंगलों से लाई जा रही है। पटवारी राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हें यहां का चार्ज मिले अभी दो महीने हुए हैं। उसी में से कुछ समय करीला मेला की तैयारियों में तो बाकी समय कोरोना के चलते लॉक डाउन में चला गया। उन्होंने ईंट भट्ठों के बारे में जानकारी जुटाकर नोटिस जारी कराने की बात कही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The danger of arson in the summer from the brick kilns running between the slums Full Article
india news जरूरतमंदों को बांटा 250 क्विंटल आटा, तेल और साबुन By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:35:00 GMT कोरोना संकट के कारण काम धंधे बंद होने से लोगों को अपने परिवार का पालन पोषण करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए कई समाजसेवियों और संस्थाओं ने लोगों को भोजन के पैकेट और खाद्यान्न सामग्री बांटकर उनकी मदद की।इसके तहत पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुशीला साहू और उनके पति पहलवान साहू जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आए। उन्होंने जरूरतमंद लोगों को 240 क्विंटल आटा, नमक, मिर्ची, तेल, साबुन के पैकेट वितरित किए। पूर्व नपाध्यक्ष सुशीला साहू ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा था कि हमारी संस्कृति में मानवता ही धर्म है। हमारी वस्तु का उपयोग करना प्रकृति है। दूसरों से छीनकर उपयोग करना विकृति है, जबकि अपनी वस्तु राशन या अन्य चीज देना संसकृति है। मोदी जी की इसी भावना का पालन करते हुए हमने लोगों को खाद्यान्न सामग्री वितरित की। उल्लेखनीय है कि नपाध्यक्ष सुशीला साहू एवं उनके पति 4 अप्रैल से जरूरतमंद लोगों को खाद्यान्न सामग्री वितरित करने का कार्य कर रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Distribute 250 quintals of flour, oil and soap to the needy Full Article
india news ‘इंदौर गए भाई को एक परिवार शरण नहीं देता तो क्या होता, रोज बात करता हूं तो आंख भर आती है’ By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:38:00 GMT लॉकडाउन में फंसे 3 हजार से ज्यादा लोगों ने अपने घर वापस लौटने के लिए ई-पास मांगा है लेकिन इसमें से सिर्फ 1 हजार लोगों को ही अनुमति मिल पाई है। इससे कई लोगों में नाराजगी है। उनका कहना है कि उनके रिश्तेदार रेड जोन में फंसे हैं, उन्हें लाना है लेकिन अनुमति न मिलने से आ-जा नहीं पा रहे हैं। वहीं ग्रीन जोन से ग्रीन जोन में आने-जाने को लेकर भी कई अनुमतियां रद्द की गई हैं। डिप्टी कलेक्टर नेहा सोनी ने बताया कि रात 2 बजे तक भी हमने ई-पास जारी किए हैं जिन मामले में बहुत ही जरूरी है, उस पर पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उनके मुताबिक डेथ मामले और मेडिकल इमरजेंसी के लिए अब तक किसी को आने-जाने के लिए नहीं रोका है। उन्हें अनुमतियां दी गई है लेकिन अगर कोई रेड जोन में फंसा है और ग्रीन जोन में आ रहा है तो उसे ई-पास जारी नहीं किया।अपनों से ना मिल पाने का दर्दइंदौर में 43 दिन से फंसे भाई से बात होते ही आंखें भर आती हैं: जीनघर निवासी अनीस खान का कहना है कि उनका छोटा भाई इंदौर में फंसा हुआ है। वह कारोबार के सिलसिले में गया था लेकिन वहां फंस गया। एक परिवार ने उन्हें शरण दे रखी है। 43 दिन से वह दूसरों के यहां भोजन आदि कर रहा है। वह कब तक उसे रखें। रोज बात होती है तो आंखें भर आती हैं। हमे भाई को लाने के लिए अनुमति नहीं मिल रही है।कई चक्कर लगाए नहीं हुई सुनवाई : बमोरी के मथुरालाल चक में रहने वाले बब्लू का कहना है कि उसके भाई लॉकडाउन के बाद से ही रतलाम और उज्जैन में फंसे हैं। यह दोनों वहां पर होटल में काम करते थे लेकिन अब वह घर नहीं लौट पा रहे हैं। कई जगह चक्कर लगाए, लेकिन अनुमति नहीं मिल पा रही है।बहु को नहीं ला पा रहे: गुना निवासी रहीस खान भी अपनी बहु को लाने के लिए परेशान हैं। उनका कहना है कि लॉकडाउन से पहले ही उनके बेटे की शादी हुई थी। 2 दिन बाद बहु मायके चली गई। फिर लॉकडाउन लग गया। बहु अशोकनगर के चंदेरी में मायके में फंसी है। मजदूर हर जोन से आ रहे हैं तो हमें अनुमति क्यों नहींई-पास न मिलने से कई लोग नाराज हैं, उनका कहना है कि रेड, आरेंज और ग्रीन जोन तक से मजदूरों को निकाल कर अपने-अपने घर भेजा जा रहा है तो ई-पास मांगने वालों को क्यों अनुमति नहीं दी जा रही है। लोगों का कहना है कि वह नियम का पूरा पालन कर अपने घर लौटना चाहते हैं। लेकिन सुनवाई नहीं हो रही।हर हाल में घर लौटने की कसक : ऑटो से नासिक से उप्र की ओर निकले दो परिवारसंकट के दौरान हर कोई अपने घर और अपने लोगों के बीच लौटना चाहता है। कई लोग पैदल निकल पड़े तो कुछ साइकिल से चले जा रहे हैं। बुधवार को नासिक (महाराष्ट्र) से ऑटो में बैठक दो परिवार उप्र जा रहे थे। अपनी तरह का यह पहला मामला था। यह ऑटो जब बीनागंज से गुजर रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें रोका। पूछताछ में पता चला कि एक ऑटो खराब हो गया था इसलिए उसे सुधरवाने के लिए वे लोग कस्बे के बीच से गुजर रहे थे। उन्होंने बताया कि नासिक में वे ऑटो चलाकर ही परिवार को पाल रहे थे। आज उन्हीं से वे वापस लौट रहे हैं। उनके पास बाकायदा अनुमति भी थी। हालांकि यह सवाल है कि ऑटो को शहरी या जिले के बाहर ले जाने की इजाजत कैसे मिल सकती है? आमतौर पर उन्हें एक सीमित इलाके का ही परमिट मिलता है। पर नासिक से यहां तक उन्हें कहीं नहीं रोका गया तो यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि वापस लौटते हुए मजदूरों के मामले में अब नियम कायदों की जगह व्यवहारिकता पर जोर दिया जा रहा है। इन दोनों परिवारों को उप्र में अपने घर तक पहुंचने में कम से कम 2 दिन और लग जाएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 'If a family does not give shelter to a brother who has gone to Indore, what happens if I talk everyday Full Article
india news पाबंदियां हटने के बाद भीड़ बनी चिंता; बाजार में दुकानें खुलने के अलग-अलग दिन हो सकते हैं तय By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:41:00 GMT लॉकडाउन 3 के दौरान शहर को पाबंदियों में मिली छूट के बाद बाजारों में अचानक बढ़ी भीड़ को लेकर अब प्रशासन व पुलिस की चिंता बढ़ने लगी है। प्रशासन के सामने अब यह चुनौती है कि आर्थिक गतिविधियों को चलाए रखने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य नियम कायदों को किस तरह लागू कराए जाएं।दूसरी चुनौती बाहर से आ रहे लोगों को लेकर है, जिनसे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है। इस पर बुधवार से ही विचार मंथन शुरू हो गया। कलेक्टर एस. विश्वनाथन व एसपी तरुण नायक ने शाम को आपात बैठक की। इसमें बीते कुछ दिन के दौरान बने हालातों पर विचार हुआ। इस बात पर सहमति बनी अब कुछ कदम उठाने होंगे। इसलिए यह भी तय हुआ कि अगली रणनीति बनाने के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट समिति की बैठक बुलाई जाए। बैठक गुरुवार को रखी गई है। इसमें सभी जनप्रतिनिधियों एवं समाज के विभिन्न तबकों के लोगों से विचार किया जाएगा।शराब दुकान: जहां सबसे ज्यादा चिंता थी वहां कायम रहे नियमशराब दुकानों के खुलने को लेकर सबसे बड़ी चिंता यह थी कि वहां सोशल डिस्टेंसिंग का क्या हाल होगा। लंबी-लंबी लाइन लगेंगी तो उन्हें कैसे व्यवस्थित कराएंगे। पर बुधवार को जब दुकानें खुली तो ऐसा कुछ नहीं हुआ। 43 दिन खुली इन दुकानों पर भीड़ नहीं टूटी।पाबंदियां कम होने का यह मतलब नहीं कि नियम लागू करने में सख्ती न की जाए: पाबंदियों में छूट के दौरान कोरोना संक्रमण को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों और नियम कायदों का पालन कराने में ढिलाई शुरू हो गई थी। इसे लेकर अब तय किया गया है कि नियम तोड़ने वालों पर किसी तरह की रियायत नहीं दी जाना चाहिए। अधिकारियों को कहा गया है कि वे यह देखें कि दुकानों में सैनिटाइजर, मास्क आदि का इंतजाम है कि नहीं। अगर ऐसा न हो तो कार्रवाई की जाए।प्रशासन के सामने ये चुनौतियां और उनके संभावित रास्तों पर आज जनप्रतिनिधियों के साथ होगी चर्चाबाजार : सबसे बड़ी चिंता शहर के बाजारों को लेकर है। संकरी सड़कों और बड़ी संख्या में लोगों के आने से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना मुश्किल हो रहा है। बुधवार बेरिकेड्स हटा लिए गए।रणनीति : भीड़ को नियंत्रित करने के मामले में एसपी ने कहा कि बाजार में अलग-अलग तरह की दुकानों के खुलने के दिन अलग-अलग कर दिए जाएं। इसके अलावा ऑड-ईवन जैसा कोई नियम लागू कर दिया जाए। इन सभी के क्रियान्वयन को लेकर ही गुरुवार को बैठक बुलाई गई है।सब्जी मंडी : सब्जी मंडी में उमड़ रही भीड़ भी बड़ी चिंता बनकर सामने आई है। हाट रोड और शास्त्री पार्क की सब्जी मंडियों में पाबंदियों में छूट के बाद से हालात और खराब हुए हैं। शास्त्री पार्क मंडी के सभी दुकानदार बोहरा मस्जिद रोड के किनारे खड़े होने लगे हैं। यहां बहुत भीड़ भाड़ हो जाती है।रणनीति : पुरानी गल्ला मंडी में बुधवार से ही एसडीएम शिवानी गर्ग ने दुकानदारों को व्यवस्थित कराने की कोशिश शुरू कर दी है। दुकानदारों के लिए जो लाइनिंग की गई थीं, उसे अमल में लाया जा रहा है।बाहरी लोग : बुधवार काे पुलिस व प्रशासन की संयुक्त बैठक में इस बात पर बड़ी चर्चा हुई। दरअसल बीते 43 दिन के दौरान गुना में कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है। सबसे ज्यादा खतरा बाहरी लोगों को लेकर है। एसपी ने बताया कि अब भी बाहर से लोग वाहनों से या जंगलों के रास्ते आ रहे हैं।रणनीति : नगर पालिका एवं जनपद पंचायत के अधिकारियों को कहा गया है कि वे गांव व शहर के स्तर पर अपना सूचना तंत्र बनाएं। निगरानी समितियां बनेंजो क्वारेंटाइन किए गए व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण करे।गल्ला मंडी : बुधवार को नानाखेड़ी मंडी में रिकॉर्ड तोड़ भीड़ रही। दरअसल किसानों के बीच यह सूचना फैल गई कि मंडी में डाक शुरू हो गई है। इसलिए अचानक भीड़ बढ़ गई। ।रणनीति : मंडी में भीड़ को काबू करने के लिए गुरुवार से ही प्रयास शुरू हो जाएंगे। यहां हर जिंस की डाक के लिए अलग दिन तय कर दिए गए हैं। बुधवार को ही मंडी में यह घोषणा कर दी गई कि गुरुवार को गेहूं की ट्रॉलियां न लाई जाएं। सौदा पत्रक या डाक से उनकी बिक्री नहीं होगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The crowd became worried after the restrictions were lifted; There may be different days to open shops in the market Full Article
india news 4 दिन में तीसरी बार आंंधी-बारिश, 80 गिरा दिन का पारा By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:43:00 GMT बुधवार को एक बार फिर शाम को मौसम ने यू टर्न लिया। दिन में तेज गर्मी के बाद शाम को अचानक तेज आंधी के साथ बारिश हुई। शहर के अलावा बमोरी में भी कई जगहों पर मौसम में ऐसे ही रंग दिखाए। मई में यह तीसरी बार बारिश हुई है। इससे पहले 3 व 4 मई को जबरदस्त आंधी के साथ पानी व कई जगहों पर ओले गिरे। इन दो दिन के दौरान डेढ़ सेमी बारिश रिकॉर्ड हुई। बारिश व उसके बाद चली ठंडी हवा से मौसम पूरी तरह बदल गया। शाम साढ़े 5 बजे तक तापमान 37 डिग्री था। ढाई घंटे बाद इसमें 8 डिग्री की गिरावट आई और यह 29 पर आ गया। हालांकि दिन का अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो पिछले दिन के मुकाबले एक डिग्री अधिक रहा। वहीं रात का तापमान भी मंगलवार के मुकाबले एक डिग्री बढ़कर 23.6 पर पहुंच गया।क्यों हुई बारिश : हरियाणा के ऊपर बना चक्रवात अब राजस्थान की ओर शिफ्ट हाे गया है। साथ ही पूर्वी मप्र के ऊपर एक चक्रवाती घेरा बना है। इसी के साथ एक ट्रफ लाइन दक्षिण भारत तक जा रही है। इस वजह से अंचल में लगातार नमी आ रही है। वहीं दिन में तेज गर्मी रहती है। इसलिए शाम को मौसम में अचानक बदलाव आता है और गरज-चमक के साथ बारिश हो जाती है।आगे क्या : 2 दिन बाद फिर आंधी-बारिशमौसम में बदलाव का सिलसिला आने वाले दिनों में भी जारी रहने की संभावना है। 9 से 11 मई के बीच गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। इन हालात को देखते हुए यह तय है कि मई के पहले पखवाड़े में तीखी गर्मी पड़ने की उम्मीद कम है। हालांकि निजी मौसम एजेंसियों के मुताबिक 11 से 15 मई के बीच तापमान 44 से 45 डिग्री के बीच जा सकता है। उसके बाद बारिश से इसमें तेज गिरावट की संभावना है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today For the third time in 4 days, it rained, 80 days of mercury dropped Full Article
india news मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलटी कार, 15 फीट गहरी खाई में गिरी By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:44:00 GMT जामनेर के अलीगढ़ गांव से कुंभराज के केकड़ा गांव जा रही एक कार जामनेर की गोचा नदी के मोड़ पर अनियंत्रित होकर 15 फीट गहरी खाई में पलट गई। गनीमत यह रही कि दुर्घटना में चालक और उसमें सवार व्यक्ति को कोई गंभीर चोट नहीं लगी।प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार गोचा नदी के मोड़ पर उक्त कार आई और देखते-देखते अनियंत्रित होकर खाई की ओर चली गई। जहां 15 नीचे खाई में जाकर उलटी हो गई। घटना में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। जामनेर थाना प्रभारी कृपाल सिंह ने बताया कि इस दौरान वहां मौजूद ग्रामीणों की मदद से कार सवार लोगों को उपचार के लिए पहुंचाया गया। कार सवार दोनों व्यक्तियों को मामूली चोटें आई हैं। यह दोनों व्यक्ति कुंभराज के केकड़ा गांव जा रहे थे कि अचानक मोड़ पर गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The car overturned uncontrollably at the turn, fell into a 15 feet deep moat Full Article
india news जेल में पहरा देते समय महिला बंदी की नींद लगी तो सोते से उठाकर पीटा, 2 महिला प्रहरी निलंबित By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:45:00 GMT जिला जेल में महिला बंदी के साथ मारपीट किए जाने के मामले में 2 महिला प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है। यह घटना 3 मई की है, जेल में बंद एक महिला की पहरा देने में ड्यूटी लगाई थी। इसी दौरान उसकी रात में नींद लग गई। यहां पदस्थ महिला प्रहरी ने देखा कि महिला तो आराम से सो रही है तो उसे जगाने के बाद जमकर मारपीट की गई।महिला बंदी ने सुबह होने पर जेलर को पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद एक लिखित में शिकायत भी की। महिला के शरीर पर चोट के निशान थे। जेलर ने जेल अधीक्षक का प्रभार संभाल रहे एसडीएम आरोन केएल यादव को सूचना दी। उन्होंने तुरंत ही जांच के आदेश दिए।महिला का मेडिकल कराया गया। इसमें चोट भी पाई गई। इस घटना के बाद जेल में कैदियों ने नाराजगी छा गई। उन्होंने एसडीएम को बताया कि जेल में बेवजह अक्सर किसी को भी पीटा जाता है। इसलिए इस पर रोक लगाई जाए।एसडीएम ने की बंदी से बातएसडीएम आरोन केएल यादव बुधवार सुबह जेल पहुंचे। इसके बाद उन्होंने महिला बंदी से चर्चा की। उसने पूरा घटनाक्रम बताया और कहा कि रोस्टर के अनुसार उसका नंबर रात में पहरा देने के लिए नंबर आया था। 3 मई की रात पहरा देते समय अचानक थकान की वजह से नींद आ गई तो वह सो गई। इसके बाद महिला प्रहरी प्रियंका भार्गव और रीना मिश्रा आईं। इन दोनों ने मारपीट शुरू कर दी।हाथ जोड़ती रही फिर भी नहीं आया रहममहिला बंदी जेल प्रहरी के सामने हाथ जोड़ती रही, बोली की वह थकने की वजह से सो गई थी। लेकिन दोनों महिला प्रहरी ने उसकी पिटाई लगा दी। इससे उसे चोट आई। रात में पिटाई की आवाज से अन्य कैदी भी जाग गए। उन्होंने भी यह पूरा घटनाक्रम देखा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news लोगों को कोरोना से भय मुक्त रहने के तरीके बताकर कर रहे जागरूक By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:47:00 GMT कोरोना महामारी के संक्रमण काल में पूरा प्रशासन बचाव कार्य में जुटा है। इस दौर में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अपनी भूमिका सबसे प्रभावी ढंग से निभाकर मिसाल पेश कर रहे हैं। कई कर्मचारी तो महीने भर से बिना अवकाश के कोरोना के खात्मे का बीड़ा उठाए हुए हैं।कोरोना से भयभीत लोगों को किया जागरुक : कोरोना महामारी के चलते 22 मार्च से निरंतर मेडिकल मोबाइल टीम में तो कभी टोल नाके पर अपनी सेवाएं दे रहे एएनएम मुकेश शर्मा ने टोल नाके पर बाहर से आए हुए कई भयभीत लोगों को कोरोना से बचाव एवं भय मुक्त रहने के कई तरीके बता कर लोगों को जागरूक किया। अगर लोगों के पास मास्क भी नहीं है तो उन्हें तौलिया या अपने रुमाल से मुँह ढकने की सलाह दी और कइयों को तो अपनी बनियान तक से मुँह ढकवाया टोल नाके पर आने वाले कई लोगों को तो ढाबे पर पानी गर्म करवा कर पिलवाया और खुद ने ही सबके ऊपर सैनिटाइजर छिड़क-छिड़क कर उनका डर दूर किया।सैंपलों को लैब तक पहुंचाने का किया कार्यस्वास्थ्य विभाग में इसरार खान और खलक सिंह वाहन चालक के पद कर कार्यरत हैं। वैसे तो इनका काम विभाग के वाहन चलाना है, पर कोरोना से जंग में सच्चे कोरोना फाइटर की भूमिका निभा रहे हैं। यह दोनों जिले के संदिग्ध कोरोना मरीजों के लिए गए सेंपल को प्रतिदिन समय से जांच के लिए लैब तक पहुंचा रहे हैं। विभाग द्वारा दिए गए इस काम को दोनों ही पूर्ण निष्ठा और जिम्मेदारी से बखूबी निभा रहे हैं। सेंपल ले जाते समय विभाग के द्वारा तय सभी सावधानियां का नियमानुसार पालन करते हैं फिर कार्य तो जोख़िम भरा है, जब इन जोखिमों के बारे में इनसे बात की गई तो इनका कहना है कि कार्य भले ही जोखिम भरा है। परिवार के सदस्यों की भी खतरे से बचाने की चिंता होती है। सबकी सुरक्षा के साथ हमारी और हमारे परिवार की सुरक्षा जुड़ी है।आगे जीत हमारी होगीनिखिलश्री सिंह, स्टाफ नर्स का कहना है कि कोविड-19 में काम करते हुए मैं अपने आप आप को सौभाग्यशाली समझती हूं कि मुझे मरीजों की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ। मैं आगे भी इसी लगन के साथ सेवा करना पसंद करूंगी।कर रहे स्क्रीनिंग का कार्यकैंट डिस्पेंसरी में पदस्थ अतुल भार्गव फार्मासिस्ट कोरोना संक्रमण के चलते उनकी ड्यूटी मोबाइल मेडिकल टीम में 29 मार्च से लगी हुई है। बिना अवकाश के अतुल भार्गव अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। मोबाइल मेडिकल टीम का जब भी कोई कॉल आता है तो वहां पहुंचकर लोगों की स्क्रीनिंग कर कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय लोगों को बताते हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Making people aware by telling them how to remain fear free from corona Full Article
india news समर्थन मूल्य पर उपज बेचने वाले किसानों को अब बैंक से भुगतान होने में हो रही देरी By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:49:00 GMT समर्थन मूल्य पर गेहूं की उपज बेचने वाले किसानों को अब भुगतान के लिए परेशान होना पड़ रहा है। किसानों को नगद भुगतान 30 हजार रुपए किया जा रहा है। वहीं शेष राशि बैंक के खाते में डाली जा रही है।इससे किसानों को बार-बार बैंक के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। यह नजारा बमोरी के सेवा सहकारी बैंक में देखने को मिला। उपज बेचने वाले अधिकतर किसानों के खाते सहकारी बैंक में हैं, जबकि सहकारी बैंक इन दिनों कैश की किल्लत से जूझ रही हैं। ऐसे में खाते में पैसा आने के बाद भी किसानों को 8 से 10 दिन तक नकदी के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।किसानों ने अपना पंजीयन गेहूं की उपज खरीदी केंद्र पर डालने के लिए कराया। बमोरी तहसील में अभी तक लगभग 20 हजार क्विंटल गेहूं की खरीदी हो गई है। वहीं के तहसील में खरीदी केंद्रों पर पड़ी उपज का 80 प्रतिशत परिवहन भी हो गया है। जिलेभर के 90 प्रतिशत किसानों का भुगतान उनके खाते में भी पहुंच गया है, लेकिन इस राशि का बैंक से भुगतान नहीं हो पा रहा है।इसका कारण यह है कि समर्थन मूल्य पर उपज बेचने वाले अधिकतर किसानों के सहकारी बैंक में खाते हैं। ऐसे में सरकार ने उनके खातों में इलेक्ट्रॉनिक मनी ट्रांसफर तो कर दी है, लेकिन सहकारी बैंकों में कैश की किल्लत के चलते किसानों को नकदी नहीं मिल पा रही है।किसान बार-बार बैंकों के चक्कर लगा रहे हैं। परिणामस्वरूप किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। जिला सहकारी बैंक की जिला मुख्यालय सहित कई शाखाएं हैं। इन शाखाओं में प्रतिदिन कैश की डिमांड है, लेकिन इतना कैश जिला सहकारी बैंक को भारतीय स्टेट बैंक गुना से मिल नहीं पा रहा है।नहीं मिल रहा भुगतानकिसान नारायण सिंह, रामभरोसा, गणेशराम ने बताया कि समर्थन मूल्य पर सात दिन पहले गेहूं बेचा। उनके खाते में रुपए आ गए हैं, लेकिन खाते से उसका भुगतान नहीं हो पा रहा है। स्थिति यह है कि वे पिछले एक सप्ताह से बैंक के लगातार चक्कर काट रहे हैं, लेकिन भुगतान नहीं हो पा रहा है।वहीं किसानों ने बैंक के एक कर्मचारी द्वारा अभद्रता करने की शिकायत भी की। किसानों का कहना था कि बैंक कर्मचारी उनके साथ अभद्रता से पेश आता है। वहीं बैंक के बाहर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता नहीं दिखा।प्रतिदिन 150 किसानों को कर रहे भुगतानपिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार गेहूं की खरीदी अधिक हुई है। 150 किसानों को प्रतिदिन भुगतान किया जा रहा है। जिला सहकारी बैंक गुना को एसबीआई से भुगतान मिलता है। किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हाेने दी जाएगी। -संतोष पंत, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Farmers selling produce on support price are now getting delayed in payment from the bank Full Article
india news दुकानों पर बिना मास्क लगाए घूम रहे नागरिकों के पुलिस ने काटे चालान By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:52:00 GMT लोकडाउन में छूट मिलने के बाद बाजार में पहले की तरह चहल पहल शुरू हो चुकी है। अचानक बढ़ी भीड़ में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सतर्कता बहुत जरूरी है। इसके लिए बीनागंज चौकी प्रभारी अरुण सिंह तोमर ने नगरपरिषद के कर्मचारियों के साथ मिलकर बाजार में 10-12 दुकानों पर बिना मास्क लगाए घूम रहे लोगों और दुकानदारों पर चालानी कार्रवाई की।इस कार्रवाई के तहत 200-200 रुपए के चालान काटें और लोगों को दुकानों में, चौराहों पर भीड़ न लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दी। प्रशासन की ओर से सतर्कता रखते हुए और लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार बाजार में गस्ती की जा रही है। जहां भी लोग भीड़ लगाते हुए मिले वहां पुलिस और कर्मचारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने की चेतावनी दी। इसके साथ ही लोगोंे को समझाइश दी गई कि कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए नियमों का पालन करें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Police cut challans of citizens walking around without putting masks on shops Full Article
india news बैंक में आधार लिंक कराने लगी महिलाओं की भीड़, नहीं किया सोशल डिस्टेंसिंग का पालन By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:53:00 GMT नगर में जन-धन के साथ किसान सम्मान निधि, मनरेगा व निराश्रित पेंशन की राशि खाताधारकों के खाते में जमा होने की जानकारी मिलने के बाद से नगर के बैंकों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है। जिनका बैंकों में पैसा जमा नहीं हुआ है वे भी पहुंच रहे हैं। वहीं कई आधार लिंक कराने पहुंचे।बैंकाें में पहुंचने वालाें ने लॉकडाउन सहित सोशल डिस्टेंसिंग की पालन नहीं किया। इसके चलते शासन की सारे बनाए गए नियम की धज्जियां उड़ रही हैं। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने हर जगह सोशल डिस्टेंस पर जोर दिया जा रहा है। लेकिन कस्बे में सरकारी बैंक, स्टेट बैंक आफ इंडिया के बाहर, कियोस्क शाखाओं पर भारी भीड़ देखी जा रही है। वहीं बाजार में भी भीड़ देखी जा रही है।लोग भी सोशल डिस्टेसिंग को लेकर लापरवाह बने हुए हैं। अपने ग्राहकों की सुरक्षा को लेकर बैंक में कोई उपाय नहीं हैं।संक्रमण के खतरे को देखते हुए मिली हुई छूट में लोगों को परेशानी से बचाने और उन तक जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने चुनिंदा प्रतिष्ठानों को सीमित समय के लिए खोलने की इजाजत है।नहीं हो रहा सोशल डिस्टेंस का पालन : प्रशासन के सोशल डिस्टेंस का पालन करने के निर्देश के बाद नगर के दुकानदारों ने अपनी दुकान के बाहर गोल घेरा बनाकर लोगों को एक तय दूरी से आने कहा है। लेकिन यह सब महज खानापूर्ति नजर आ रहा है। लोगों की भीड़ वहां भी देखी जा रही है। इसी तरह से सब्जी बाजार में भी सोशल डिस्टेंस का पालन हो रहा है। बैंकों ने भी गोल घेरा बनाया है, लेकिन उसे पालन कराने के लिए गंभीर नहीं है। इसके चलते इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।कुछ बैंकों ने पंफ्लेट लगाकर की खानापूर्तिनगर के कुछ बैंकों ने एक समय में बैंक के भीतर 5 लोगों से ज्यादा के नहीं रहने संबंधी पंपलेट बैंक के बाहर लगाकर सिर्फ औपचारिकता पूरी की है। हकीकत यह है कि बैंक के बाहर लोग सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाने मजबूर हैं। बैंक प्रबंधन ग्राहकों को दूरी बनाकर रखने संबंधी कोई उपाय नहीं कर रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today A crowd of women started providing Aadhaar link in bank, did not follow social distancing Full Article
india news 15 मिनट की बारिश से तुलाई के इंतजार में देवनगर खरीदी केंद्र पर रखा 3 हजार क्विंटल गेहूं भीगा By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:59:00 GMT शहर सहित जिले में कई जगह बुधवार की शाम तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। शहर में भी सवा छह बजे करीब 15 मिनट बारिश हुई, इसके चलते सड़कें भीग गईं। वहीं देवनगर खरीदी केंद्र पर तुलाई के इंतजार में रखा 3 हजार क्विंटल गेहूं भीग गया।किसान शैतान धाकड़, रुपसिंह यादव, राजू, कपिल और बृजेश ने बताया कि वे एसएमएस मिलने के बाद अपना गेहूं देवनगर खरीदी पर लेकर आए थे। अचानक तेज बारिश होने से पूरा गेहूं भीग गया। गेहूं को बचाने के लिए किसानों ने जतन भी किया, लेकिन तेज बारिश के कारण उन्हें मौका ही नहीं मिल पाया। इस केंद्र पर 3000 क्विंटल से अधिक गेहूं खुले आसमान के नीचे खरीदी केंद्र पर पड़ा हुआ है। लेकिन अचानक मौसम बदलने से बारिश ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दीं। समिति प्रबंधक लक्ष्मीनारायण रघुवंशी ने बताया कि उनके केंद्र पर अभी तक 35 हजार क्विंटल गेहूं की खरीदी की जा चुकी है। इसमें 30 हजार क्विंटल गेहूं का परिवहन भी किया जा चुका है। जबकि किसानों का गेहूं अधिक मात्रा में पड़ा हुआ है। इसी तरह जिले भरी में 157 खरीदी केंद्रों पर गेहूं की खरीदी की जा रही है। वहां खरीदा गया गेहूं और तुलाई के लिए किसानों द्वारा लाया गया गेहूं बड़ी मात्रा पर खरीदी केंद्रों पर पड़ा हुआ है। बारिश ने सभी को परेशान कर दिया है। इसके अलावा देवरी में भी करीब 20 मिनट बारिश हुई है। गैरतगंज, सिलवानी, जैथारी, दीवानगंज सहित कई जगह हल्की बारिश हुई है। जबकि रायसेन में हुई बारिश से सड़कें तरबतर हो गई।हवा और बारिश से गिरा दिन का तापमानशहर सहित जिले में हवा और बारिश से दिन और रात के तापमान मेें गिरावट आई है। बुधवार को शहर में दिन का तापमान 2.2 डिग्री गिरकर 38 डिग्री पर आ गया। जबकि एक दिन पहले ही दिन का तापमान 40.2 डिग्री दर्ज किया गया था। इसी तरह रात का तापमान 0.4 डिग्री गिरकर 27.2 से 26.8 डिग्री पर आ गया।आगे क्या : आगामी 24 घंटे में भी हल्की बारिशमौसम के जानकार एसएस तोमर के मुताबिक आगामी 24 घंटे में भी तेज हवा के साथ बारिश की संभावना बनी हुई हैं। वहीं 9 मई तक तेज हवा और गरज चमक के साथ हल्की बारिश की स्थिति बनी रहेगी। पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश हो रही हैं। अभी पश्चिम दिशा से हवा चल रही है। आगामी दिनों में पश्चिम, पूर्व और बाद में उत्तर से हवा चलना शुरू हो जाएगी। तेज हवा के कारण ओलावृष्टि की संभावना भी बनी रहेगी। इसलिए खरीदी केंद्रों पर उचित प्रबंध करने की जरूरत है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Waiting for weighing 15 minutes of rain, 3 thousand quintals of wheat kept at Devnagar procurement center soaked Full Article
india news आज सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक ढील, दूध-सब्जी और किराना की दुकानें खुलेंगी, चिंता... फिर 1 पॉजिटिव मिला By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:00:00 GMT कोरोना संक्रमण के मरीज जिलेभर में लगातार बढ़ते जा रहे है। बुधवार को फिर एक महिला मरीज पॉजिटिव पाई गई। इसके साथ की पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 64 पर पहुंच गई है। आज जो महिला पॉजिटिव पाई गई है, वह बेगमगंज की रहने वाली है, जो भोपाल में इलाज करवा रही है, जो एक साल से बेगमगंज में नहीं है, लेकिन उसका पता बेगमगंज होने से वह रायसेन के पॉजिटिव मरीजों की सूची में शामिल हो गई है।रायसेन में कोरोना संक्रमण का रोकने के लिए रायसेन शहर में 26 अप्रैल से कर्फ्यू लगा हुआ है, इस कर्फ्यू में दूसरी बार गुरुवार को सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक ढील दी जाएगी। इस दौरान दूध, सब्जी के साथ किराने की दुकानें खुलेंगी। जबकि मेडिकल की सेवा पहले भी भांति बनी रहेगी। हालांकि इस छूट से पहले ही बैंकों में जनधन खातों में आई राशि निकालने के लिए बुधवार को अच्छी खासी भीड़ देखी गई, जिससे कई जगह सोशल डिस्टेंस टूटती नजर आई। पुलिस को पहुंच कर लोगों को दूर-दूर खड़ा करवाना पड़ा। पुलिस के जाते ही स्थिति वैसी की वैसी ही नजर आई। इस तरह शहर में कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा बना हुआ है। जिले भर में कोरोना वायरस के 64 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं, जिनमें से तीन लोगों की मौत भी हुई है। इतना ही नहीं 20 लोग स्वास्थ्य होकर अपने घर भी पहुंच चुके है।कर्फ्यू में ढील: बाजार में सोशल डिस्टेंस से ही करें खरीदारीरायसेन में कोरोना के मरीज बढ़ने के बाद जिला प्रशासन ने 26 अप्रैल को कर्फ्यू लगा दिया था, जो 11 दिन से लगातार जारी है। इसमें एक बार 3 मई को ढील दी गई थी। ढील मिलते ही लोग बाजार में बड़ी संख्या में खरीदारी करने के लिए उमड़ पड़े थे। खतरे को भांप कर कलेक्टर 4 मई से कर्फ्यू फिर लागू कर दिया। इस कर्फ्यू में अब 7 मई गुरुवार को सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक ढील दी जा रही है, लेकिन लोगों से प्रशासन ने अपील की है कि वे बाजार में खरीदारी के दौरान सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखे।राहत : 20 लोगों की रिपोर्ट आई निगेटिवकोरोना पॉजिटिव मरीजों से संबंधित 20 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिसमें 11 महिलाएं और 9 पुरुष शामिल है। इस रिपोर्ट में खासकर बरेली का मरीज और ओबेदुल्लागंज के पॉजिटिव मरीज के परिजन भी शामिल है। इसके अलावा वे स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल है, जो संदिग्ध लोगों के सैंपल लेने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे है।भोपाल में भर्ती है बेगमगंज की कोरोना पॉजिटिव महिला, 1 साल से बाहरबुधवार को आई रिपोर्ट में बेगमगंज की एक महिला पॉजिटिव पाई गई है। यह महिला भोपाल में भर्ती है, जिसे डायलिसिस के लिए भोपाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकेे सैंपल जांच के लिए भेजने के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। बताया जा रहा है कि यह महिला एक साल से बेगमगंज नहीं आई है। इसलिए बेगमगंज के लोगों को खतरे की आशंका नहीं है। वह एक साल से बाहर ही थी।20 लोगों के सैंपल जांच के लिए एम्स भोपाल भेजेबुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा 20 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जो जांच के लिए एम्स भेजे गए हैं। गुरुवार को टिफिन संचालक के परिजनों के सैंपल फिर से लेकर उन्हें जांच के लिए भेजे जाएंगे।टिफिन संचालक ने कोरोना को हराया, स्वस्थ होकर लौटेशहर के टिफिन संचालक ने कोरोना को हरा दिया है, वे स्वस्थ्य होने के बाद बुधवार को अपने घर लौट आए हैं। हालांकि उनके दो बेटों की मौत कोरोना से हो चुकी है, जबकि उनका 10 सदस्यीय परिवार कोरोना से जंग लड़ रहा है। घर लौटकर आए व्यापारी ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में रहे और स्वास्थ्य रहे। घर में रहकर ही कोरोना से बचे रह सकते हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Relaxation, milk-vegetable and grocery shops will open from 7 to 2 o'clock this morning, worry ... then got 1 positive Full Article
india news मंगलवार को कुएं में मिला था शव, परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर एक घंटे लगाया जाम By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:03:00 GMT वार्ड नंबर 12 गैरतपुर में बीते मंगलवार को एक युवक की कुएं में डूबने से मौत के मामले में परिजनों ने नामजद आरोपियों पर हत्या का आरोप लगाया है। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों एवं वार्डवासियों ने गैरतगंज-सिलवानी सड़क मार्ग पर शव को रखकर जाम लगा दिया। लगभग एक घंटे तक मृतक के परिजन सड़क पर डटे रहे। बाद में प्रशासन एवं पुलिस की समझाइश पर परिजन माने, तब मृतक का अंतिम संस्कार हो सका। पुलिस ने 4 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।गैरतपुर में रहने वाले प्रहलाद सिलावट के पुत्र गौरव की संदिग्ध परिस्थितियों में कुएं में डूबने से मौत हो गई थी। परिजनों ने हत्या की आशंका जताकर संदिग्ध लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। परंतु जब दूसरे दिन कोई कार्रवाई नहीं की गई तो परिजनों ने जाम लगा दिया। एसडीओपी ओपी त्रिपाठी, तहसीलदार अंबर पंथी, टीआई डीडी आजाद मौके पर पहुंचे।पिता ने कहा-बेटे को शराब पिलाकर मार डालामृतक के पिता प्रहलाद सिलावट ने बताया कि वार्ड के ही कुछ युवक मंगलवार की दोपहर उनके बेटे को घर से बुलाकर ले गए थे। उन्होंने शराब पिलाकर बेटे की हत्या कर दी है। उन्होंने यह भी बताया कि उनका बेटा पानी में तैरना जानता था, फिर वह कैसे डूब सकता है।4 युवकों को हिरासत में लेकर कर रहे पूछताछपरिजनों द्वारा जताए संदेह एवं लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस ने गैरतपुर वार्ड निवासी अजय अहिरवार, राहुल बंसल, छोटू बंसल एवं शुभम शर्मा को हिरासत में लिया है। टीआई डीडी आजाद ने बताया कि परिजनों की शंका के आधार पर इन सभी लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Dead body was found in a well on Tuesday, family members jammed for an hour alleging murder Full Article
india news 8 कराेड़ 43 लाख से ढाई एकड़ में बन रहा आईटीआई भवन, समय सीमा निकलने के बाद भी 30% काम शेष By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:04:00 GMT आईटीआई कर अपना भविष्य निर्माण की राह देख रहे छात्रों को इस साल भी सरकारी आईटीआई का लाभ नहीं मिल पाएगा। मजबूरन प्राइवेट कॉलेजों में मोटी फीस देकर छात्रों को आईटीआई करना पड़ेगा या फिर नई राह चुनना पड़ेगी। क्योंकि नगर में लंबे समय से आईटीआई कॉलेज की मांग की जा रही है। जिसकी स्वीकृति के बाद निर्माण कार्य भी चालू हो गया था। लेकिन निर्माण एजेंसी की धीमी गति के कारण भवन समय सीमा में बनकर तैयार नहीं हो पाया है। 30 प्रतिशत निर्माण कार्य अभी भी शेष है जिसको करने में अभी भी तीन से चार माह का समय लग सकता है। लेकिन शासन से निर्माण कार्य की अनुमति मिलने के बाद भी निर्माण एजेंसी ने अभी काम शुरु नहीं किया है। जिससे इस साल सरकारी आईटीआई भवन का लाभ नगर के छात्रों को नहीं मिल पाएगा।ठेकेदार की लापरवाही के कारण स्टूडेंट्स को कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण के लिए नवीन भवन का लाभ नहीं मिल पाएगा। करीब दस साल पहले स्वीकृति मिली लेकिन जगह के अभाव में आईटीआई बरेली चली गई। बाद में फिर प्रयास किए गए और राजस्व अमले ने क्षेत्रीय विधायक ठाकुर रामपाल सिंह के प्रयासों से ढाई एकड़ जमीन आवंटित की और आईटीआई का निर्माण गिर्राज कंस्ट्रक्शन के द्वारा शुरू किया गया है। दिसम्बर में ठेकेदार द्वारा बताया गया था कि भवन में थोड़ा सा काम रह गया है फरवरी में विधिवत भवन का उद्घाटन कराया जाएगा। लेकिन चार माह बाद भी लेकिन भवन बनकर तैयार नहीं हो सका। अप्रैल माह में लॉकडाउन शुरू हो गया तो काम और पिछड़ गया। अब स्थिति यह है कि भवन की बाउंड्री का मुख्य द्वार का काम शुरू कर दिया गया है,भवन की डेंटिंग-पेंटिंग भी अधूरी है। मप्र राज्य सहकारी आवास संघ के द्वारा मप्र शासन कौशल विभाग योजनांतर्गत ढाई एकड़ जगह में चारों ओर बाउंड्री वाल के साथ पानी निकासी के लिए नाले का निर्माण भी अभी पूरा नहीं हो सका है। इस परिसर में एक आईटीआई भवन बनाकर जिसमें कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण दिया जा सकेगा। वहीं अधिकारियों स्टाफ आदि के रहवास के लिए एफ टाइप क्वाटर्स का निर्माण तथा छात्र-छात्राआें के लिए अलग-अलग छात्रावास भवन का निर्माण किया गया है। जिसमें करीब 50-50 छात्र छात्राएं यहां रहकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेगें। वहीं भवनों तक पहुंचने के लिए मार्ग भी बनाए जा रहे है पार्किंग के लिए भी स्थान सुनिश्चित किया गया है जिसके रंग रोगन का काम अभी बाकी है।अभी भवन को तैयार होने में लगेगा तीन माह का अतिरिक्त समय8 करोड़ 43 लाख की लागत से ढाई एकड़ परिसर में चार भवनों सहित बाउंड्री वॉल,नाला निर्माण पेयजल स्थल आदि का निर्माण गिर्राज कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जा रहा है। भवन को तैयार होने में अभी भी करीब तीन माह का अतिरिक्त समय और लग जाएगा। जिससे इस साल आईटीआई में प्रवेश लेना मुश्किल होगा। अभी क्षेत्र के लोग प्राइवेट आईटीआई में प्रवेश लेकर फीस अदाकर प्रशिक्षण ले रहे है जबकि शासकीय आईटीआई संचालित है उसमें कम ही बच्चे प्रशिक्षण ले रहे है। लोगों को उम्मीद थी कि भवन तैयार होते ही आसपास के कस्बों सहित क्षेत्र के युवा प्रशिक्षण हासिल कर सकेंगे लेकिन ठेकेदार की लापरवाही ने लोगों की उम्मीद पर पानी फेर दिया है।जल्द से जल्द करवाएंगे भवन निर्माणसंबंधित निर्माण एजेंसी और अफसरों से चर्चा कर आईटीआई भवन निर्माण में तेजी लाने के निर्देश देंगे। ताकि भवन का जल्द से जल्द निर्माण हो सके और नगर के छात्रों को नए भवन का लाभ मिल सके और नए सत्र से प्रवेश लेकर अपना भविष्य बना सकें।संजय उपाध्याय,एसडीएमछात्र बोले- जल्द हो निर्माण, कर सकें पढ़ाईकौशल प्रशिक्षण लेकर लोगो को अपनी सेवाएं देने की इच्छा अपने दिल में रखने वाले युवा संदीप कुमार, शादाब मंसूरी, यशवंत ठाकुर, जय कुमार, महेन्द्र सिंह, विक्की जैन, शुभम श्रीवास्तव, मोहनी शर्मा, रागनी लोधी, सरिता शर्मा, मेहनाज खान, अरूषी यादव आदि का कहना है कि क्षेत्र के पढ़े लिखे युवाओं को यह उम्मीद थी कि इस वर्ष से उन्हें भवन तैयार मिलने से लोग एडमिशन लाभ उठा सकेंगे । लेकिन भवन अभी अधूरा होने से इस बार फिर प्राइवेट आईटीआई में ही प्रवेश लेना पड़ेगा क्योंकि शासकीय आईटीआई के पास व्यवस्थित भवन नहीं है। जिसके चलते छात्र सरकारी आईटीआई में प्रवेश लेने से कतराते हैं। इस संबंध में गिरिराज कंस्ट्रक्शन के सुपरवाइजऱ मुकेश परिहार ने बताया कि कार्य प्रगति पर है फरवरी में कार्य पूरा कराकर विभाग को सौंपना था लेकिन अभी काम अधूरा रह गया है बाद में लॉकडाउन के चलते काम बंद रहा अब काम शुरु किया है जल्द ही भवन तैयार कर विभाग को सौंप दिया जाएगा। इस नवीन सत्र से भवन में आईटीआई शुरू हो जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 8 crores ITI building being built in 43 to 2.5 acres, 30% work remaining even after the deadline Full Article
india news गुजरात से 13 घंटे में 740 किलोमीटर का सफर बाइक से तय कर रोसरारानी गांव पहुंचे रामजानकी मंदिर के पुजारी By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:07:00 GMT बाइक से 740 किलोमीटर का सफर 13 घंटे में पूर्ण कर सिलवानी आए मंदिर के पुजारी ने बताया कि वह बगैर कहीं रुके नॉनस्टाप सिलवानी आए। हालांकि रास्ते में दो, तीन स्थानों पर पुलिस के द्वारा रोक कर पूछताछ की गई लेकिन बाद में जाने दिया गया।रोसरा गांव स्थित श्रीराम जानकी मंदिर के पुजारी संजय दास त्यागी ने बताया कि वह निजी कार्य से गुजरात प्रदेश के खेड़ा जिला स्थित लॉली गांव गए हुए थे इसी बीच कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर केंद्र सरकार के द्वारा लॉकडाउन लगाए जाने की घोषणा कर दी गई। लॉकडाउन लगते ही वह लॉली गांव में ही रुक गए। वापिस आने के लिए प्रशासन के द्वारा अनुमति नहीं दी जा रही थी। लेकिन केंद्र सरकार के द्वारा अन्य प्रदेशों में फंसे लोगों को उनके निज निवास घर तक जाने हेतु ई-पास जारी किए जाने की घोषणा पर उनके द्वारा ई- पास के लिए प्रयास किया गया। ई-पास के बनते ही वह गुजरात प्रदेश के लॉली गांव से सिलवानी के रोसरारानी गांव के लिए बाइक से रवाना हुए। उनके द्वारा 740 किलो मीटर का सफर बाइक से 13 घंटे में पूर्ण किया गया। सिलवानी आकर उन्होंने सबसे पहले सरकारी अस्पताल में अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today In 13 hours from Gujarat, the priest of Ramjanaki temple reached the village of Rosarani after traveling 740 km by bike Full Article
india news भोपाल में 46 नए पॉजिटिव, चार मौतें भी, 27 ठीक होकर घर लौटे By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:24:47 GMT प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार को 98 नए पॉजिटिव मरीज मिले। इनमें 46 भोपाल के हैं। राजधानी में यह एक दिन में नए संक्रमितों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इनमें एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर शामिल हैं। हालांकि उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। 27 मरीज डिस्चार्ज भी हुए।स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, लगातार दूसरे दिन 4 कोरोना मरीजों ने दम तोड़ा है। इनमें एक मरीज हमीदिया, एक चिरायु और एक एम्स में भर्ती था। जबकि एक अन्य महिला की मौत 2 दिन पहले हो गई थी, उनकी रिपोर्ट अब पॉजिटिव आई है। दूसरी आेर, सुपर हॉट स्पॉट जहांगीराबाद में 13 और संक्रमित मिले हैं। यहां अब तक 127 लोगों में संक्रमण फैल चुका है।हर दिन नए घरों से मरीज मिल रहे हैं। वहीं दूसरे सुपर हॉटस्पाॅट मंगलवारा में 4 नए मरीज मिले। यहां अब 42 संक्रमित हैं। आजाद नगर बरखेड़ा के एक ही परिवार के चार सदस्यों में संक्रमण पाया गया है। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। लगातार हॉटस्पॉट बने क्षेत्रों में लोगों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है।37% की दर के साथ इंदौर रिकवरी में देश में दूसरा18 नए पॉजिटिव, 2 मौत, 1174 सैंपल लिए :भास्कर न्यूज. इंदौर| इंदौर में बुधवार को 556 सैंपल में से 18 मरीज मिले, जबकि 2 की मौत हो गई। यहां एक दिन में सबसे ज्यादा 1174 सैंपल लिए गए। बाकी की रिपोर्ट आना बाकी है। दूसरी ओर इंदौर में मरीजों के ठीक होने की रिकवरी दर पहले 6.50 फीसदी थी, जो बढ़कर 37.35 फीसदी हो गई है। एक हजार से अधिक कोविड मरीजों वाले शहरों में रिकवरी रेट में जयपुर (41.52 फीसदी) के बाद इंदौर दूसरे स्थान पर आ गया है, जबकि राष्ट्रीय औसत 28.29 फीसदी है।उज्जैन: 14 संक्रमित मिले, सीएमएचओ और प्रभारी सिविल सर्जन को हटायाउज्जैन जिले में 14 पॉजिटिव मिले, जिनमें दो की मौत हो चुकी है। नए मरीजों में बड़नगर के वेद परिवार के 3 सदस्य हैं। जबकि विधायक मुरली मोरवाल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। संक्रमण की बिगड़ती स्थिति से नाराज शासन ने सीएमएचओ डॉ. अनुसुइया गवली और प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा को हटा दिया है। नीमच में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएल मालवीय को उज्जैन सीएमएचओ बनाया गया है।नीमच और झाबुआ में कोरोना की एंट्री, मंदसौर में एक परिवार में 13 संक्रमितअब तक ग्रीन जोन में रहे नीमच और झाबुआ में भी संक्रमण फैल गया है। झाबुआ जिले में पेटलावद के पास नाहरपुरा गांव में एक महिला संक्रमित मिली। वह जैसलमेर से 29 अप्रैल को जिस बस से गांव लौटी, उसमें दाहोद का 11 लोगों का परिवार था। दाहोद के इसी परिवार के नीमच में रहने वाले 82 रिश्तेदारों के सैंपल लिए गए ताे 4 पॉजिटिव मिले। वहीं मंदसौर में एक ही दिन में 13 नए संक्रमित मिले हैं।अफसर का 24 घंटे में3 बार कोरोना टेस्ट, एक पॉजिटिव, दो निगेटिवसिटी रिपोर्टर. भोपाल| आम लोगों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट सैंपल लेने के दो से तीन या फिर इससे भी ज्यादा दिन बाद आ रही हैं, लेकिन एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर के 24 घंटे में तीन बार सैंपल लिए गए और तीनों रिपोर्ट आ भी गईं। पहली रिपोर्ट में वह पॉजिटिव मिले, जबकि दो अन्य रिपोर्ट निगेटिव आईं। उन्होंने बताया कि मैंने खुद को क्वारेंटाइन कर लिया है। उन्हें हल्की खांसी है।सूत्रों के अनुसार, पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वह मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। उनकी शाखा का कुछ स्टाफ जहांगीराबाद क्षेत्र में भी रहता है। इसलिए संभव है कि किसी स्टाफ के संपर्क में आने के कारण उन्हें संक्रमण हुआ हो। उन्होंने चौथा सैंपल एम्स में दिया है, जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है। ऐसा ही वाकया करीब महीनेभर पहले एक युवा आईपीएस अफसर के साथ भी हो चुका है। उनकी स्क्रीनिंग रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी, लेकिन फाइनल रिपोर्ट निगेटिव।सरकारी कर्मियों में कोरोनाअब तक स्वास्थ्य विभाग के 115 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 28 डॉक्टर हैं। 47 पुलिसकर्मी और दो आईएएस अफसरों को भी कोरोना हुआ है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बुधवार को भाेपाल के काटजू अस्पताल के बाहर से एक बस छतरपुर-रीवा के लिए रवाना की गई। लेकिन, जिस प्रशासन पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की जिम्मेदारी है, उसी की अनदेखी में इस 52 सीटर बस में करीब 68 लाेगों को बैठा दिया गया। कुछ सीटों पर चार लोग बैठे, जबकि कुछ यात्री फर्श पर भी बैठे दिखे। Full Article
india news तहसीलदार की जीप में लगी आग, मचा हड़कंप By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:26:00 GMT स्थानीय तहसील कार्यालय परिसर में खड़ी तहसीलदार की जीप में बुधवार की दोपहर अचानक आग लग गई। जिससे परिसर में चारों ओर धुआं ही धुआं दिखाई देने लगा, जिससे आसपास हड़कंप मच गया। वाहन चालक सहित अन्य लोगों ने तत्परता से आग बुझाई अाैर बड़ा नुकसान होने से बच गया।जानकारी के अनुसार बुधवार की दोपहर तहसीलदार अंबर पंथी की जीप तहसील परिसर में खड़ी हुई थी तभी अचानक उनकी गाड़ी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई और भारी मात्रा में धुआं निकलने लगा। जिसके चलते बड़ी संख्या में लोग जीप के पास पहुंच गए। वाहन चालक एवं अन्य लोगों ने आग पर काबू किया। घटना की जानकारी मिलने पर कार्यालय में बैठे एसडीएम, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी अपने कक्षों से बाहर निकल आए। और आग लगने का कारणा पता किया। तत्परता से आग पर काबू हो जाने से बड़ा हादसा होने से बच गया। तहसीलदार अम्बर पंथी ने बताया कि जीप में किसी तकनीकी खराबी की वजह से अचानक आग लग गई। परन्तु कोई बड़ा नुकसान नही हुआ है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Fire in Tehsildar's jeep created a stir Full Article
india news आप घर में सुरक्षित रहें... हम दिखाते हैं, शहर के आसपास के प्रकृति के नजारे By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:28:00 GMT पिछले करीब सवा माह से ज्यादा समय से जारी लॉकडाउन के बीच प्राकृतिक बदलाव भी देखने में आ रहे हैं। आप भले ही एक माह से घर से बाहर नहीं निकले हैं, लेकिन हम आपको तस्वीरों के बता रहे हैँ कि हमारे जिले की सबसे बड़ी परियोजना मोहनपुरा डैम और आसपास प्राकृतिक नजारे इस समय कैसे दिख रहे हैं।मोहनपुरा डैम अभी लगभग 300 मिलियन घन मीटर पानी भरा हुआ है। इस मई माह के अंतराल में यहां मछली पकड़ने का काम जोरों पर चलना था, इसके लिए प्रादेशिक स्तर पर ठेका हुआ था, मछली पकड़ने गांधी सागर, बिहार, जबलपुर से मछुआरे आए हुए थे, लेकिन उन्हें लॉकडाउन के चलते यह काम रोकना पड़ा। करीब 70 नावें किनारे पर खड़ी हैं।झूम के नाच रही प्रकृति : तेज गर्मी के बाद जैसे ही बादल छाए, मोर नाच उठा Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today You stay safe at home ... We show, nature's views around the city Full Article
india news छापीहेड़ा, जीरापुर में बिना लाइसेंस के चल रहे 15 क्लीनिक सील, पचाेर में दो दुकानो में लगाए ताले By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:30:00 GMT कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर जिले में जारी लॉकडाउन-3 के बीच बुधवार को जिला प्रशासन सख्त नजर आया। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर संक्रमण से बचाव को लेकर जिले के अलग-अलग हिस्सों में कार्रवाई की गई। जीरापुर और छापीहेड़ा में बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के चल रहे करीब 15 निजी क्लीनिक सील करवाए गये, वहीं पचोर में कपड़े की दो दुकानों पर भीड़ अधिक उमड़ने की स्थिति में दुकानों में ताले जड़े गये, ब्यावरा में भी कार्रवाई की गई। इधर, बुधवार देर शाम जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक अब तक कुल 49 हजार 480 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। अब तक कुल 353 लोगों की रिपोर्ट प्राप्त हुई, सभी की रिपोर्ट निगेटिव है जबकि 12 मरीजों की रिपोर्ट अभी भोपाल से आना शेष है।रापुर में अनधिकृत रूप से संचालित तीन प्राइवेट क्लीनिक पर प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्रवाई की। इस दौरान इन अवैध क्लीनिक को सील भी किया है। बुधवार दोपहर को ब्लाक मेडिकल आफिसर डाॅ. विवेक दुबे, तहसीलदार सौरभ शर्मा सहित स्वास्थ विभाग के कर्मचारी-अधिकारियों द्वारा चहक क्लीनिक डाॅ. मुमीना ख़ानम, आलम क्लीनिक व अमजद खान क्लीनिक पर छापामार कार्रवाई की। जो बिना अनुमति व रजिस्ट्रेशन के संचालित किए जा रहे थे। कार्रवाई के दौरान क्लीनिकों से मेडिसिन भी जब्त की गई। बीएमओ डॉ विवेक दुबे ने बताया कि नगर में तीन क्लीनिक अवैध रूप से संचालित हो रहे थे।हेल्थ बुलेटिन... अब एेसी है जिले की स्थिति विदेश से आए व्यक्ति जिन्हे होम क्वारेन्टाइन में रखागया : 20 विदेशी यात्री जिनका क्वारेन्टाइन पूरा हो गया: 19 अब तक स्क्रीनिंग : 49480 जिला चिकित्सालय में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज : 06 कुल इततने मरीजाें के सैंपल लिए : 365 बुधवार काे इतने मरीजों के सैंपल लिए: 05 प्राप्त रिपोर्ट : 353 (सभी निगेटिव) पाजीटिव: 00 लैबाेरेटरी में पेंडिंग सैंपल: 12छापीहेड़ा में मास्क नहीं लगाने वालों पर जुर्मानापुलिस-प्रशासन ने दुकानदारों को सख्त हिदायत देने के साथ ही मास्क नहीं लगाने वाले लोगों के खिलाफ जुर्माना और चालान करने की कार्रवाई की। नगर में बस स्टैंड अस्थाई चौकी के सामने सहित अन्य स्थलों पर दोपहर बाद तक पुलिस ने यह अभियान चलाया। थाना प्रभारी उमाशंकर मुकाती ने बताया 24 मोटरसाइकिल के चालान 250 रुपए के हिसाब से बनाए है। वहीं आगे से मास्क लगाने के लिए भी हिदायत दी है।छापीहेड़ा में भी मंगलवार सील किए थे क्लीनिकमंगलवार देर शाम छापीहेड़ा में भी प्रशासन की टीम ने बिना लाइसेंस के संचालित किए जा रहे क्लीनिक सील कर दिए। इस दौरान नायब तहसीलदार मोहित सीनम, चिकित्सा अधिकारी मोहित गुप्ता, थाना प्रभारी उमाशंकर मुकाती, नगर परिषद के सीएमओआरसी वर्मा एवं पुलिस, राजस्व, नप एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।इधर... आगर मालवा जिले में एक संक्रमित युवक मिलाबड़ोद में 25 वर्षीय युवक कोरोना पाॅजिटिव मिला। अभी तक जिले में 13 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे, जिसमें से एक की मौत हेा गई। वहीं 10 लोगों की तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उन्हे एक दिन पहले डिस्चार्ज किया जा गया है। इसी बीच बड़ोद का एक युवक संक्रमित मिला है। इसके संपर्क में आने वाले लोगों की एक बार फिर संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ सकती है।पड़ाना | इंदौर से आए लोगों को किया क्वारेंटाइन: निशाना गांव में इंदौर से आए चार लोगोंको गांव में ही क्वारेन्टाइन किया है। जानकारी के अनुसार ग्रामीण कामकाज के लिए आए दिन बाहर जाते है। इसी दौरान इंदौर से चार लोग गांव में आए। जिन्हें समझाइश देकर स्वास्थ्य परीक्षण कराया।बिना लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन के क्लीनिक चल रहे थे, उन्हें बंद करवाया गया है। ऐसे क्लीनिक पर लोग चले जाते हैं इलाज कराने और उनकी स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती है। लॉकडाउन के बीच ऐसी खबरें आ रही थीं, ऐसे क्लीनिक भी खुलने लगे हैं उनको बंद किया जाना जरूरी था, इसलिए यह कार्रवाई की गई है।-नीरज कुमार सिंह, कलेक्टरतय समय सीमा के बाद भी खोली किराने की दुकान, व्यापारी पर मामला दर्जब्यावरा। ग्रीन जोन में शामिल राजगढ़ जिले में प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के दौरान दी गई सुबह 7 से शाम 4 बजे तक बाजार खोलने की छूट के बाद भी कई व्यापारी ज्यादा देर तक दुकानें खोल रहे हैं। इन्हें सबक सिखाने के लिए पुलिस द्वारा इनके खिलाफ प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं। ऐसे ही शहर के अहिंसाद्वार पर निर्धारित समय से ज्यादा देर तक किराने की दुकान खोलकर बैठे व्यापारी मोरजा अली सैफी पुत्र अकबर अली के खिलाफ शहर थाना पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन में प्रकरण दर्ज कर व्यापारी को गिरफ्तार किया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 15 clinics seals running without license in Chhapihera, Jeerapur, locks in two shops in Pacher Full Article
india news 40 किमी पैदल पहुंचे मजदूरों को बस से वापस भेजा By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:33:00 GMT आगर जिले के नलखेड़ा के पास कुंडालिया डेम सिंचाई परियोजना के तहत नहर निर्माण का कार्य कर रहे झारखंड राज्य के 24 से ज्यादा मजदूर घर जाने के लिए लम्बे समय से इंतजार कर रहे थे। परिवहन के साधन न हाेने और मजदूरों को अपने घरों तक पहुंचाए जाने के लिए अनुमति नहीं मिलने से ये मजदूर रुके हुए थे। मंगलवार काे वे अपने घर पर जाने के लिए पैदल ही चल पड़े। सिर पर भारी भरकम बोझ लादे मजदूर 40 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर जीरापुर पहुंचे। वहां प्रशासन को इसकी जानकारी लगने पर गांव मान्याखेडी के नजदीक पुलिस ने मजदुरो को रोक कर उन्हें देर शाम वापस नलखेड़ा कंपनी के प्लांट पर पहुंचा दिया।मजदूरों अनुज, रामपूरण, रामचंद्रन और मुरारी आदि ने गिड़गिड़ाते हुए बताया कि बच्चे और परिवार महीने से परेशानी उठा रहे हैं। हमें पैसे भी पूरे नहीं दिए गए हैं कई बार ठेकेदार से बोला पर अनुमति नहीं होने की बात कहकर रोके रखा।रात 8 बजे मजदूरों को लेकर बस प्लांट पर पहुंची। जहां कंपनी के लेबर इंजीनियर कृष्णा भार्गव ने समझाइश दी, पर मजदूर घर जाने की ज़िद पर अड़े रहे। उन्होेंने कहा कि झारखंड सरकार अपने लोगों को वापस बुला रहीं हैं। वे अपनी मर्जी से पैदल जा रहे हैं। इसी प्लांट से मजदूरों का एक समूह ओर पैदल राजगढ़ पहुंच गया जिसे वही रोका गया है। कुंडालिया डैम परियोजना के एसी अजय गुप्ता ने कहा मजदूरों के जाने की व्यवस्था कराएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 40 km on foot workers sent back by bus Full Article
india news पुलिस पर हमले की आरोपी महिला को कोर्ट ने जेल भेजा By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:35:00 GMT शहर के मातामंड क्षेत्र में लॉकडाउन का पालन कराने के दौरान बीती 14 अप्रैल की रात चीता स्क्वाड सवार पुलिस कर्मियों पर हमला करने वाले आरोपियों में से पांचवीं महिला आरोपी को शहर थाना पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। यहां से कोर्ट ने महिला को जेल भेज दिया है।शहर थाना प्रभारी रविंद्र चावरिया ने बताया कि पुलिस जवानाें पर हमले के आरोपियों में से बल्ली पुत्री शेरू खान निवासी मातामंड फरार चल रही थी। उसे गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट में पेश किया था। यहां से मजिस्ट्रेट ने जमानत नामंजूर करते हुए आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जबकि इस मामले में पुलिस मुख्य आरोपी शहीद उर्फ गोलू पुत्र रज्जाक खान व उसके पिता राजू उर्फ रज्जाक खान पुत्र मोहम्मद अली, मुश्ताक पुत्र मोहम्मद अली, सोनू पुत्र रज्जाक खान सभी निवासी मातामंड टाल मोहल्ला को बीती 16 अप्रैल को गिरफ्तार कर पहले ही कोर्ट में पेश कर चुकी है, यहां ये उन्हें जेल भेजा था।ये हैं मामला: बीती 14 अप्रैल की रात 8 बजे शहर थाने के दो आरक्षक बलवीर मीणा, बलराम मीणा चीता स्क्वाड से मातामंड क्षेत्र के शीतला माता मंदिर के पीछे टाल मोहल्ला में राउंड लेने गए थे। वहां मुख्य आरोपी सहित करीब 10 से 12 असामाजिक तत्व झुंड बनाकर खड़े थे।पुलिस कर्मियों ने इन्हें घर जाने की बात कही तो वे भड़क गए थे और पुलिस कर्मियों पर हमलाकर दिया था। इसमें आरोपियों ने पुलिस कर्मियों पर पथराव भी किय था। पुलिस ने मुख्य आरोपी गोलू खान व एक महिला समेत 5 को आरोपी बनाकर सभी के खिलाफ 8 धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news ढाबे के पास मृत मिला पुणे से ट्रक पर बैठकर इटावा लौट रहा मजदूर By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:36:00 GMT महाराष्ट्र से ट्रक के ऊपर बैठकर अपने उत्तर प्रदेश के इटावा में अपने घर लौट रहे मजदूरों में से एक मजदूर का शव संदिग्ध हालत में ढाबे के पास नाले में फंसा हुआ मिला है। मजदूर ट्रक पर बैठकर इंदौर से आ रहे थे। बाद में ट्रक लेकर चालक वाहन भाग निकला। पुलिस ने सूचना देकर उसे रुठियाई चौकी में पकड़वाकर खड़ा करवाया है। शहर थाना प्रभारी रविंद्र चावरिया ने बताया कि इटावा निवासी 22 वर्षीय प्रशांत पुत्र अरविंद सिंह चौहान मुरैना के शिशुपाल जाटव के साथ महाराष्ट्र के बीड़ शहर के एक आईटीआई में काम करता था। दाे माह वहा फंसे रहने के बाद वे अपने घर के लिए निकले थे। जैसे- तैसे वे इंदौर आए और वहां से ट्रक के ऊपर बैठकर ग्वालियर तक जा रहे थे। रास्ते में ट्रक चालक बुधवार दोपहर को ब्यावरा के कांचरी गांव के पास शिवा ढाबे पर खाना खाने रुका था। यहां ट्रक स्टाफ व उसके ऊपर बैठे दोनों मजदूरों ने खाना और कुछ देर के लिए आराम करने रुके थे। शाम करीब 4 बजे प्रशांत की लाश नाले में मिली। साथी मजदूर शिशुपाल ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो ट्रक चालक वाहन लेकर वहां से भाग निकला। गुरुवार सुबह शव का पीएम कराकर परिजनों को सौंपा जाएगा।महाराष्ट्र से उप्र जा रहे थे दंपती, वाहन की टक्कर से गंभीर घायल, रैफर : डेढ़ महीने से महाराष्ट्र में फंसे यूपी के दंपती को बाइक से घर लौटते वक्त अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें गंभीर हालत में भोपाल रैफर किया गया है। सिविल अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार झांसी के रहने वाला राममूर्ति व उनकी पत्नी शारदाबाई पुणे में मजदूरी करने थे। विधिवत अनुमति लेकर बाइक से वापस अपने घर लौट रहे थे, तभी बुधवार को नाईपुरिया गांव के पास किसी अज्ञात वाहन ने बाइक में टक्कर मार दी जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article