india news चुटिया के कंटेनमेंट एरिया में पुलिस निगरानी में शुरू हुई जांच By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:19:00 GMT चुटिया थाना क्षेत्र में मिले कोरोना संक्रमित क्षेत्र को अभी भी पूरी तरह से सील रखा गया है। सोमवार को इन क्षेत्रों में पुलिस की निगरानी में उन सभी लोगों की जांच शुरू हुई, जो कोरोना संक्रमित के घर के आसपास रहते हैं। सिटी एमपी सौरभ खुद चुटिया थाना क्षेत्र के उन सभी कंटेनमेंट जोन में पहुंचे, जहां पहले कोरोना संक्रमित मिले हैं। सिटी एसपी ने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया कि जांच के दौरान कोई भी व्यक्ति हंगामा न करे। अगर कहीं भी ऐसी शिकायत मिलती है, तो उन लोगों पर थाना प्रभारी त्वरित कार्रवाई करें। मौके पर चुटिया थाना प्रभारी रवि ठाकुर भी उपस्थित थे। वहीं जांच टीम में शामिल स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि वे 7:30 बजे से ही पीपीई किट पहन कर जांच के लिए तैयार थे, लेकिन उन्हें उन क्षेत्रों तक पहुंचने में काफी देर हुई। कई जगह दिन के 1:00 बजे जांच की प्रक्रिया शुरू हुई, जिसकी वजह से उनको काफी परेशानी भी हुई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Investigation started under police surveillance in Chutia Containment Area Full Article
india news दूर होगा खाद्यान्न संकट; 13 लाख एकड़ जमीन पर कराई जाएगी दाल, चावल, सब्जी की खेती By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:20:00 GMT कोरोना महामारी जानें लील ही रही है। इससे बचाव के लिए लॉकडाउन के उपाय ने रोजी-रोटी का संकट खड़ा कर दिया है। दूसरे राज्य गए मज़दूर अपने घर-गांव लौट रहे हैं। अब उनके सामने भी जीविकोपार्जन की समस्या पैदा होने लगी है। लेकिन खुशखबरी है कि खाद्यान्न संकट को दूर करने के लिए कल्याण विभाग से जुड़े झारखंड ट्राइबल डेवलपमेंट सोसाइटी (जेटीडीएस) ने एक कारगर योजना बनाई है। सरकार को सार्थक सुझाव भी दिया है। योजना है कि दाल, चावल और सब्जी की सालों भर आदिवासी बहुल गांवों में दिक्कत नहीं होगी। इसकी तैयारी भी शुरू हो गई है। जेटीडीएस 14 जनजातीय जिलों में 13 लाख एकड़ जमीन पर खरीफ फसलों की खेती करवाना चाहती है। लगभग साढ़े 7 लाख जनजातीय गांवों तक योजना का लाभ पहुंचाना है।7.5 लाख जनजातीय गांवों को लाभलॉकडाउन के बाद रोजगार के लिए दूसरे राज्य जाना संभव नहीं होगा। गांव पर आबादी का बोझ बढ़ेगा। जबकि आय के स्रोत कम होंगे। खाने-पीने की परेशानी बढ़ेगी। इन सभी संकट के समाधान के लिए विभाग ये कल्याणकारी योजना लेकर आया है। चिह्नित गांव में पहले बीज भेजा जाएगा। योजना के तहत 70-75 हजार एकड़ में धान, 25 हजार एकड़ में मक्का, 25 हजार एकड़ में अरहर, 10-12 एकड़ में मड़ुवा, 20 हजार एकड़ में तिलहन फसल उगाने की योजना है। लोग योजना का फायदा उठा सकें, इसके लिए ग्रामसभा की मदद ली जाएगी।रोजगार के लिए हरित ग्राम योजना :आम, अमरूद व नींबू की होगी मिश्रित बागवानीरांची जिले में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत होने वाली बागवानी को लेकर स्थल चयन की प्रक्रिया रांची जिले में शुरू कर दी गई है। डीडीसी अनन्य मित्तल ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में मनरेगा योजना की समीक्षा के दौरान पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि योजना स्वीकृत कराकर अविलंब कार्य शुरू करें। 20 मई के पहले गड्ढा खुदाई तथा घेराव का कार्य पूरा कराएं। मालूम हो कि बिरसा मुंडा बागवानी योजना के तहत पहले गरीब परिवारों की रैयती जमीन पर आम का पौधा लगाया जाता था। अब आम के अलावा अब अमरूद और नींबू आदि का मिश्रित पौधरोपण किया जा सकता है। डीडीसी ने कहा कि अधिक से अधिक मजदूरों को कार्य उपलब्ध कराएं, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके। मुख्यमंत्री जल समृद्धि योजना के तहत भी प्रखंडों में काम शुरू करें, ताकि लोगों को रोजगार मिले। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Food crisis will be overcome; Pulses, rice, vegetable cultivation will be made on 13 lakh acres of land Full Article
india news चेलंगदाग के खदान की डोजरिंग कर 10 टन कोयला बरामद किया By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:23:00 GMT बड़कागांव पुलिस ने चेलंगदाग गांव स्थित बड़की नदी मांझी ग्वाट के पास अवैध कोयला खदान में छापेमारी की। छापेमारी में पुलिस ने अवैध खदान स्थल से 10 टन डंप किया गया कोयला बरामद किया। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रात में ही जेसीबी मशीन लगाकर अवैध कोयला खदान को डोजरिंग कर भर दिया। थाना प्रभारी स्वप्न कुमार महतो ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले में मुनेश्वर गंझू और सुखदेव गंझू को नामजद आरोपी बनाया गया है। दोनों अवैध ढंग से खदान से कोयले की निकासी कर कालाबाजारी कर रहे थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 10 tons of coal seized by dodging Chelangdag mine Full Article
india news आइसोलेशन वार्ड से मच्छरदानी के सहारे कोरोना का संदिग्ध मरीज भाग निकला By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:24:00 GMT सदर अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड से रविवार की रात एक कोरोना संदिग्ध मरीज भाग गया। मरीज मच्छरदानी के सहारे आइसोलेशन वार्ड के फर्स्ट फ्लोर के नीचे कूदा और फरार होगया, जबकि वहां भर्ती मरीजों की सुरक्षा में पुलिस के जवानों के अलावा एटेंडेंट तैनात हंै। फरार मरीज पटना जिला के शेखपुरा कर रहनेवाला है। संदिग्ध मरीज के भागने के संबंध में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. रंजन कुमार की ओर थाने में मामला दर्ज कराया गया। 35 वर्षीय मरीज में कोरोना का लक्षण दिखने पर उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। चिकित्सकों ने बताया कि उसे 29 अप्रैल को सदर अस्पताल केआइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया था, जहां उसका सैंपल लेने के बाद उसे उसी दिन डोमचांच स्थित आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करा दिया गया था। यहां से मरीज ने एक अप्रैल को भी भागने का प्रयास किया था। इसकी सूचना के बाद उसे सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में लाया गया था, जहां से मरीज रविवार की रात मच्छरदानी के सहारे निकलकर भागने में सफल रहा। मालूम हो कि आइसोलेशन वार्ड में उसे एक अलग कमरे में रखा गया था। इस संबंध में डीएस डाॅ. रंजन ने बताया कि संदिग्ध मरीज के भागने के संबंध में थाना को सूचना दे दी गई है। इधर पुलिस उक्त मरीज को पकड़ने के प्रयास में लगी है, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया है। कोरोना बीमारी को लेकर सदर अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में इससे पूर्व अबतक दो संदिग्ध मरीजों की मौत हो चुकी है। गत एक मई को यहां भर्ती एक कोरोना संदिग्ध वृद्ध की माैत हो गई थी। वृद्ध मरीज को हार्ट की बीमारी थी, जिनका ईलाज रांची से चल रहा था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news मजदूरों का गुलदस्ता देकर किया गया स्वागत By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:25:00 GMT कोविड-19 के वैश्विक महामारी को देखते हुए लाॅक डाउन के दौरान राज्य एवं जिला से बाहर फंसे व्यक्तियों को लाने की दिशा में उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल के दिशा-निर्देश में श्रमिकों काे लाने की दिशा में त्वरित गति से कार्य किया जा रहा है। बस्तर (छतीसगढ़), रायपुर (छतीसगढ़) एवं अंगुल (अाेडिशा) राज्यों के लिए श्रमिकों काे लाने के लिए बस रवाना की गई थी। अंगुल से 12 व्यक्तियों को साेमवार काे सिमडेगा लाया गया। जिसमें 11 व्यक्ति पाकरटांड़ एवं एक व्यक्ति कोलेबिरा के है। सिमडेगा पहुंचने पर एसएस प्लस टू स्कूल में में बनाये गए रिसिविंग सेन्टर में जिला प्रशासन के द्वारा पुष्पगुच्छ देकर इन श्रमिकों का स्वागत किया गया। वहीं जलपान कराते हुए उनका थर्मल स्कैनर मेडिकल जांच कराया गया। सभी 12 व्यक्ति जांचोपरांत स्वस्थ पाए गए। सभी के हाथ में मोहर लगाते हुए होम क्वारेंटाइन के लिए भेजा गया। सिमडेगा पहुंचने के उपरांत सभी व्यक्तियों ने प्रसन्नता व्यक्त की।इधर उपायुक्त के द्वारा जिला में लौट रहे सभी श्रमिक एवं छात्र-छात्राओं से अपील करते हुए कहा गया कि सभी लोग राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन करेंगें। क्वारेंटाइन में सामाजिक दूरी का अनुपालन करें ताकि इस संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके। अनुमंडल पदाधिकारी कुंवर सिंह पाहन ने कहा कि सरकार के आदेशानुसार उपायुक्त सिमडेगा के दिशा-निर्देश में लॉकडाउन के दौरान छह राज्यों में फंसे व्यक्तियों को जिला लाने की दिशा में जिला प्रशासन कृत संकल्पित है। कर्नाटक से रेल के माध्यम से रांची पहुंचने वाले 23 व्यक्तियों काे लाने हेतु बस भेजी जा चुकी है। रायपुर एवं बस्तर वाले राज्यों में फंसे व्यक्ति मंगलवार काे सिमडेगापहुंच जाएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The workers were welcomed with a bouquet Full Article
india news ओडिशा के क्वारेंटाइन सेंटरों से छूटे झारखंड व बिहार के 100 मजदूर पैदल जा रहे थे घर, जलडेगा सीमा पर फंसे By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:27:00 GMT पूरे देश में जब राज्य सरकारें अन्य प्रदेशों में फंसे मजदूरों को वापस लाने और सुरक्षित भेजने में जुटी हैं ऐसे समय मे झारखंड से लगने वाली ओडि़शा सीमा पर बेहद तकलीफदेह स्थिति देखने को मिली। ओडि़शा के विभिन्न जिलों की पंचायतों में बने क्वारेंटाइन केंद्रों से पैदल ही रिलीज कर दिएे गए करीब एक सौ श्रमिक बॉर्डर पर भूखे प्यासे फंसे दिखे। झारखंड-बिहार के इन मजदूरों के लिये वहां न पानी है और न ही भोजन का कोई इंतजाम। इनके पास है सिर्फ वह कागज जो कह रहा है कि इन्होंने क्वारेंटाइन का 2- 3 हफ्ता गुजार लिया है। मुश्किल हालात में क्वारेंटाइन का दिन गुजारने के बाद मुक्त किए जा चुके इन लोगों को रखने के लिए अब ओडि़शा पुलिस प्रशासन तैयार नहीं है और झारखंड पुलिस अपने यहां पैदल घुसने देने को तैयार नहीं है।इन सबके बीच बांसजोर के बीडीओ प्रभाकर ओझा से फोन पर सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि ये लोग कहां क्वारेंटाइन थे और कहां जा रहे हैं यह छानबीन के बाद ही कुछ कह सकेंगे। इस स्थिति में वहां एक भी अधिकारी ऐसा नहीं मिला जो इन्हें यह दिलासा दे सके कि वे कुछ इंतजार करें, रहने और भोजन का इंतजाम हो जाएगा।फंसे मजदूरों ने बताया कि वे रामगढ़, पलामू,बोकारो, डाल्टेनगंज, चक्रधरपुर तथा बिहार के समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, खगड़िया, गोड्डा, दुमका आदि जिलों के हैं। मजदूरों ने बताया कि उन्हें ओडिशा के क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया आज दिन में संबंधित क्षेत्र के मुखिया और बीडीओ ने उन्हें पैदल जाने की इजाजत दे दी। लेकिन सीमा पर रोक लिए गए तथा खाने को कुछ भी नहीं है।13 मार्च को केरल से लौटे युवक की तबीयत बिगड़ी, आइसोलेशन वार्ड में कराया गया भर्तीप्रखंड की हेठमा पंचायत निवासी एक युवक को कुरडेग के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। यह युवक मजदूरी करने के लिए केरल गया था और 13 मार्च को गांव वापस आया था। तबीयत खराब होने पर उसने 14 मार्च को बीरू अस्पताल में इलाज कराया था। उसे दवा देकर घर भेज दिया गया था। अब डेढ़ माह बाद युवक को सांस लेने में परेशानी, गले में ख़राश और बुखार होने की सूचना मिली है। बीडीओ मृत्युंजय कुमार को यह जानकारी मिलने पर युवक को कुरडेग के सीएचसी में लाया गया । जहां डाॅ. जगत बडाईक ने उसकी जांच की। युवक को आइसोलेशन वार्ड में रखते हुए गहन जांच की जा रही है। इधर युवक के परिवारवालों को निर्देश दिया गया है कि वे गांव में इधर- उधर न घूमें और घर में ही रहें। उनकी निगरानी के लिए कर्मचारी की नियुक्ति की गई है।सिमडेगा : कोरोना एक नजर मेंजिल सिमडेगाभेजे गए कुल सैम्पल : 271सैम्पल रिजेक्ट : 05नेगेटिव : 237पॉजिटिव : 02रिपोर्ट पेंडिंग : 27डिस्चार : 01क्वारेंटाइन : 85होम क्वारेंटाइन : 77कंटेनमेंट जोन से मुक्त हुआठेठईटांगरकंटेनमेंट जोन से मुक्त किए जाने के बाद ठेठईटांगर के लोग 21 दिन बाद घरों से निकले। बीडीअाे मनोज कुमार अाैर थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि ठेठईटांगर और गड़गड़बहार निवासियों ने प्रशासन का भरपूर साथ दिया जिसका नतीजा यह हुआ कि प्रखंड में दोबारा कोरोना पॉजिटिव का कोई मामला नहीं आया। ठेठईटांगर वासियों ने कहा अभी भी सतर्कता बरतने की जरूरत है। प्रशासन के गाइड लाइन पर चलना है तभी हमारा क्षेत्र स्वस्थ रहेगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोरोना पर विजय प्राप्त करेंगे।कर्नाटक से आज रांची पहुंचेंगे 23 मजदूर, लाने के लिए भेजी गई बससाेमवार को सरकार की मदद से कर्नाटक से रांची आ रहे सिमडेगा जिला के 23 व्यक्तियों को रांची रेलवे स्टेशन से लाने हेतु सिमडेगा जिला प्रशासन के द्वारा विशेष बस रवाना की गई। जिला के 23 व्यक्ति रेलवे के माध्यम से रांची रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे। जहां उन्हें जिला से प्रतिनियुक्त कर वाहन संग भेजे गए नोडल पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी के द्वारा उपायुक्त के आदेशानुसार सामाजिक दूरी का अनुपालन कराते हुए जिला लाया जाएगा।पाकुड़ जा रही बस को रोका गया, की पूछताछजलडेगा|ओडिशा के झारसुगुड़ा से आ रही एक बस को बांसजोर चेकपोस्ट में रोककर उनके गंतव्य स्थान के बारे पूछताछ की गई। बस में 25 लोग बैठे हुए थे और पाकुड़ जा रहे थे। इन्हें पाकुड़ ले जाने के लिए प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट संजीव कुमार ने बताया कि लॉकडाउन से चार दिन पूर्व ये लोग राजमिस्त्री का काम करने झारसुगुड़ा गए थे। लॉकडाउन लागू होने पर ये वहीं फंस गए थे। सबों का सत्यापन करने के बाद उन्हें जाने दिया गया।कृषक बंधु की ओर से जरूरतमंदों में राशन और बच्चों काे दिए बिस्कुटसिमडेगा | सदर प्रखंड के कोचेडेगा में असहाय लोगों के बीच राशन सामग्री का वितरण किया गया। कृषक बंधु संस्था के सचिव प्रभात कुमार ने राशन वितरण करते हुए सबों से लॉकडाउन और सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील की। कहा, अभी की स्थिति में हर नागरिक को आगे आकर जरूरतमंदों की मदद करने की जरूरत है। लोगों से कहा गया कि वे अंधविश्वास और अफवाह पर ध्यान नहीं दें और पुलिस- प्रशासन के निर्देश का अनुपालन करें। इस अवसर पर छोटे-छोटे बच्चों के बीच बिस्कुट का वितरण किया गया।मजदूर नेता ने मजदूरों के बीच अनाज वितरण कियाझारखंड मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह की अाेर से तामड़ा पंचायत के बिरदोटोली गांव में मजदूरों के बीच में अनाज का वितरण किया गया। मौके पर राजेश कुमार सिंह ने कहा सभी मजदूरों का हित का ख्याल रखना उनका कर्तव्य है और क्षेत्र में किसी भी मजदूर को कोई भी प्रकार की समस्या होती है तो इन समस्याओं को अपनी समस्या समझते हुए दूर करने का प्रयास करूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि लगातार लॉकडाउन के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों में घूम घूमकर अनाज का वितरण किया गया है और आगे भी जारी रहेगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 100 workers of Jharkhand and Bihar, who were left from the quarantine centers of Odisha, were walking home, stranded on the Jaladega border Full Article
india news एएनएम की सभी 60 छात्राओं का परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:27:00 GMT मदर टेरेसा एएनएम ट्रेनिंग स्कूल बानो में पढ़ रही चाईबासा की छात्रा बबीता सिंकू ने नर्सिंग प्रथम वर्ष की परीक्षा में पूरे राज्य में तृतीय स्थान प्राप्त कर अपने स्कूल का नाम रोशन किया है। साथ ही द्वितीय वर्ष की परीक्षा में सलबिना मुर्मू ने भी जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। झारखंड नर्सिंग कौंसिल रिम्स रांची द्वारा आयोजित एएनएम की परीक्षा में मदर टेरेसा एएनएम स्कूल की कुल 60 छात्राओं ने भाग लिया था। इसमें सभी छात्राओं ने सर्वोच्च अंक प्राप्त कर पुनः अपने स्कूल का नाम रोशन किया है । इस स्कूल से 12 छात्राएं स्टेट टाॅपर होकर नर्सिंग के क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। निदेशक डाॅ. प्रहलाद मिश्रा, उपनिदेशिका निभा मिश्रा ने बुके देकर बबीता सिंकू को सम्मानित करते हुए उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी। प्राचार्या प्रभा सुरीन, को-आॅर्डिनेटर रविकांत मिश्रा , ट्यूटर्स एवं सभी स्टाफ ने सभी छात्राओं को बधाई देते हुए शुभकामना दी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news चरही का घाटाे माेड़ ब्लैक स्पाॅट के रूप में चिह्नित, जल्द हटाया जाएगा अतिक्रमण By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:32:00 GMT रविवार सुबह का दिन चरही और आस-पास के लोगों के लिए बेहद काला दिन रहा। लोग अभी सो ही रहे थे कि सड़क दुर्घटना की खबर से सभी की नींद खुली। जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया। रविवार देर रात ही सभी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। चरही घाटो मोड़ के पास हुई सड़क दुर्घटना का जायजा उपायुक्त डॉ. भुवनेश प्रताप सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने घाटो मोड़ को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित किया है। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के आलोक में लागू प्रावधान के तहत कार्रवाई की जाएगी। अब तक चरही घाटो मोड़ पर लगभग 50 से ऊपर लोगों की जान जा चुकी है। सभी मृत लोगों की सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब चरही घाटो मोड़ के पास ओवरब्रिज का निर्माण हो और प्रशासन अविलंब चौक पर अतिक्रमित दुकान और ठेले वालों सख्ती से हटाए।उजड़ गई 5 परिवार की दुनियाबैजू ठाकुर उर्फ विजय ठाकुर तीन भाई है। राजेश ठाकुर और बिरजू ठाकुर लेकिन अपने बीमार पिता मंशु ठाकुर जो लंबे समय से किडनी की बीमारी से ग्रसित है उनकी वह दिन-रात सेवा किया करता था। तीनों भाई जो भी कमाते थे, उसका एक बड़ा हिस्सा बीमार पिता की दवाई में लग जाया करता है। वेल्लोर अस्पताल में उनके पिता का इलाज चल रहा है। ऐसी स्थिति में दो भाई ही बचे है अब अपने पिता की देख रेख के लिए। साथ ही बैजू ठाकुर के दो बच्चें है एक 7 साल का बेटा और दूसरा 5 साल का। अब इनकी परवरिश कैसे होगी यह एक बड़ा सवाल है? दोनों भाई भी छोटी-मोटी प्राइवेट नौकरी करते है। अब हजारीबाग उपायुक्त के द्वारा दिए गए आश्वासन, जिसमें पीड़ित परिवार को एक जनवितरण प्रणाली की दुकान, बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा और उचित मुआवजा पर ही परिवार का भविष्य टिका है। वहीं दिलीप कुमार जो चरही चौक पर खैनी की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण किया करता था, जानकी प्रजापति भी शादी विवाह में खाना बनाने का काम कर अपने पूरे परिवार की जीविका चलाता था, राजेन्द्र प्रजापति ठेला पर पानी-पूरी बेच कर परिवार का पेट पालता था, ओम प्रकाश रजक चरही नवल सिंह के पेट्रोल पंप में तेल भरने का काम कर अपने परिवार की जीविका का एक मात्र सहारा था। अब जिला प्रशासन द्वारा मुआवजे, बच्चों की पढ़ाई तथा जनवितरण प्रणाली की दुकान मिलने से ही इन लोगों के परिवार की आगे की जिंदगी की दशा और दिशा तय हो पाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Chardi's loss marked as black spot, encroachment will be removed soon Full Article
india news माेबाइल-लैपटॉप से हाे रही पढ़ाई, पर अभिभावकों को रखना होगा ध्यान By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:34:00 GMT कोविड 19 के बढ़ते कहर के कारण पूरा देश लॉकडाउन है। जिंदगी थम सा गया है। ऐसे में अभिभावकों को अपने बच्चों की पढ़ाई की चिंता है। पूरे राज्य में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। सभी स्कूल ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दिया है। अब स्कूल कॉलेज की पढ़ाई मोबाइल, टैब, लेपटॉप और डेस्कटॉप पर पहुंच गई है। यह पढ़ाई बच्चों के लिए कितना कारगर है । इस बात पर अभिभावक को ध्यान देना जरूरी हो गया है। ऑनलाइन पढ़ाई के बहाने कहीं आपका बच्चा गलत राह पर तो नहीं जा रहा है।ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान साइबर बुलिंग का खतरा रहता है हालांकि थोड़ी सी सावधानी बरत कर आप अपने बच्चों को गलत राहत पर जाने से रोक सकते हैं । इसके लिए अभिभावकों को थोड़ा सचेत रहने की जरूरत है । ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे बच्चों पर नजर रखने के लिए कुछ एप हैं, उसका मदद ले सकते हैं । इस एप से आपको यह जानकारी मिल जाएगी कि आपका बच्चा कौन कौन सा साइट सर्च किया है । वहीं बच्चों को भी नहीं लगेगा कि आप उस पर विश्वास नहीं कर रहे हैं । लॉकडाउन में टेली काउंसिलिंग के माध्यम से अभिभावकों को सलाह दी जा रही है। जहां ऑनलाइन पढ़ाई के लिए सीबीएसई, आईसीएसई स्कूलों को प्रमोट कर रहे हैं, वहीं बच्चों पर नजर रखने के लिए सचेत भी कर रहे हैं । आइए जानते हैं कि किन एप्लीकेशन से बच्चों पर आप नजर रख सकते हैं ।इन एप को मोबाइल में डाउनलोड कर रख सकते हैं नजर एम स्पाई : इसे आसानी से मोबाइल में इंस्टॉल किया जा सकता है। इससे आपको तुरंत पता चल जाएगा कि बच्चे ने नेट पर क्या सर्च किया है। वहीं बच्चा बाहर गया है, तो कहां गया। इसकी भी जानकारी मिल जाएगी । मोबीसिप :इसे भी मोबाइल पर स्टॉल किया जा सकता है। इसके माध्यम से भी बच्चे पर नजर रख सकते हैं। यह एप्लीकेशन आपको सारा कुछ जानकारी दे देगा। फोन सिरेसिश :इसमें टाइमर होता है। अगर आप ऑनलाइन क्लास करने के लिए बच्चों को मोबाइल दे रहे हैं तो उसमें समय सेट कर सकते हैं । जितनी देर समय से करेंगे मोबाइल उतना ही देर चलेगा।पढ़ाई के दौरान दूसरा साइट्स देखने लगते हैं बच्चे : ऐसा देखा गया है कि बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान दूसरा साइट्स खोलने लगते हैं। अभिभावक इस पर ध्यान दें । इसके लिए अभिभावक को तकनीक रूप से मजबूत होने की जरूरत है।क्या कहते हैं हजारीबाग के साइबर एक्सपर्ट :हजारीबाग साइबर सेल प्रभारी अमिता लकड़ा ने बताया कि जरूरत के अनुसार बच्चे पर ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान नजर रखें। नई तकनीक का सहारा लें। बच्चे को अकेले पढ़ाई ना करने दें। अभिभावक विभिन्न एप के जरिए नजर तो रख ही सकते हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Studies are being done from mobile-laptop, but parents have to take care Full Article
india news कोरोना संकट में किसानों को मौसम की मार अधिकारी बोले- राहत की कोई योजना नहीं By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:39:00 GMT पिछले दो मानसून से मौसम बिल्कुल अनिश्चित रूप से चल रहा है। प्रायः प्रमुख ऋुतुओंजाड़ा, गर्मी और बरसात के संबंध में पूर्वानुमान फेल होने लगे हैं। मौसम की अनिश्चितता का असर किसी और क्षेत्र में कम पड़ता हो मगर सबसे ज्यादा प्रभाव कृषि क्षेत्र पर पड़ता है। किसान पूर्वानुमान के आधार पर फसल लगाता है और जब मौसम अनुमान के मुताबिक सही रहता है किसानों को अपनी मेहनत का रिटर्न अच्छा मिलता है लेकिन जब वही मौसम अनुमान के विपरीत होता है तो किसानों की मेहनत और पूंजी सब पानी हो जाता है। संयोग से विगत दो वर्षों से मौसम का व्यवहार किसानों को रुलाता रहा है। हर खरीफ एवं रबी मौसम में कड़ी मेहनत करके खेतों में फसल लगाने वाले किसानों के लिए वर्ष 2019-20 अच्छा नहीं रहा है। अनियमित वर्षा के कारण जिले के 50 प्रतिशत से अधिक किसान धान की रोपनी नहीं कर पाए, जो कुछ किसान किसी तरह लगाए भी उन्हें भी सौ प्रतिशत उपज नहीं मिल पाया। उसी प्रकार रबी मौसम में अकस्मात भारी वर्षा के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ। जिले में आलू की फसल दो-दो बार नष्ट हुई। इधर जब पिछले आघातों से किसान उबरने की कोशिश कर रहे थे, तो एक बार फिर पिछले सप्ताह आंधी पानी और भारी ओलावृष्टि के कारण किसानों को खेती में भारी क्षति हुई। सदर प्रखंड के बैहरी पंचायत के दर्जनों किसान से महाजन से कर्ज लेकर हर सब्जियों के फसल लगाये थे, पिछले सप्ताह की आंधी पानी और ओलावृष्टि में तबाह हो गए है।सरकार को पूंजीपतियों की फिक्र, किसानों की नहीं : मेहताहजारीबाग के पूर्व सांसद व भाकपा के राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि देश के अन्नदाताओं का दुर्भाग्य है कि वर्तमान समय में केंद्र में ऐसी सरकार है जो को देश के भगौड़े और बड़े बड़े पूंजीपतियों का 68 हजार करोड़ रुपये कर्ज का पैसा एक झटके में राइट ऑफ कर सकती है लेकिन अन्नदाताओं को संकट से उबारने के लिए बड़े फैसले नहीं ले सकती।किसानों के लिए फिलहाल कोई योजना नहीं:डीएओखेती में प्रकृति के प्रकोप और किसानों की हालत को देखते हुए उनके राहत के लिए जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार से बात करने पर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह साल किसानों के लिए अच्छा नहीं चल रहा है मगर क्या करें किसानों को राहत पहुंचाने के लिए फिलहाल सरकार की कोई योजना नहीं चल रही है। एक प्रधानमंत्री कृषि सम्मान योजना है, जिसमें वर्ष भर में दो दो हजार रुपये के किस्तों में छह हजार रुपये जाना है, उसी एक-एक किस्त किसानों के खाते में गया था, दूसरा किस्त भी जाएगा। उसके लिए अंचल अधिकारी के कार्यालय में निबंधन होता है। इसके अलावा कोई योजना नहीं है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Farmers in Corona crisis hit the weather, the official said - no relief plan Full Article
india news आइसोलेशन वार्ड से मच्छरदानी के सहारे कोरोना का संदिग्ध मरीज भागा By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:42:00 GMT सदर अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड से रविवार की रात एक कोरोना संदिग्ध मरीज के भाग गया। संदिग्ध मरीज मच्छरदानी के सहारे आइसोलेशन वार्ड के फर्स्ट फ्लोर के नीचे कूदकर भाग निकला। जबकि वहां भर्ती मरीजों की सुरक्षा में पुलिस के जवानों के अलावा एटेंडेंट की प्रतिनियुक्ति की गई है। फरार हुआ मरीज पटना जिला के शेखपुरा कर रहने वाला है। संदिग्ध मरीज के भागे जाने के संबंध में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. रंजन कुमार की ओर थाने में मामला दर्ज कराया गया। 35 वर्षीय मरीज में कोरोना का लक्षण दिखने पर उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। चिकित्सकों ने बताया की उसे 29 अप्रैल को सदर अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया था, जहां उसका स्वाब कलेक्शन करने के बाद उसे उसी दिन डोमचांच स्थित आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करा दिया गया था। यहां से मरीज ने एक अप्रैल को भी भागने का प्रयास किया था, इसकी सूचना के बाद उसे सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में लाया गया था। जहां से मरीज रविवार की रात आइसोलेशन वार्ड से मच्छरदानी के सहारे निकलकर भागने में सफल रहा। मालूम हो कि आइसोलेशन वार्ड में उसे एक अलग कमरे में रखा गया था।इस संबंध में डीएस डाॅ. रंजन ने बताया कि संदिग्ध मरीज के भागे जाने के संबंध में थाना को सूचना दे दी गई है। इधर पुलिस उक्त मरीज को पकड़ने के प्रयास में लगी है। मगर उसका कोई पता नहीं चल पाया है। कोरोना बीमारी को लेकर सदर अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में इसके पूर्व अबतक दो संदिग्ध मरीजों की मौत हो चुकी है। गत एक मई को यहां भर्ती एक कोरोना संदिग्ध वृद्ध की माैत हो गई थी। वृद्ध मरीज को हार्ट की बीमारी थी, जिसका इलाज रांची से चल रहा था। सांस लेने में आई दिक्कत के कारण उसके परिजन सदर अस्पताल उसे इलाज के लिए ले गए थे। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया था और उसका सैंपल लेकर जांच के लिए रांची भेजा था, जिसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आया था। वहीं 19 अप्रैल को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती जयनगर गोहाल निवासी मुकेश भुइयां की मौत हो गई थी। जिसका भी रिपोर्ट निगेटिव आया था। इस मामले में चिकित्सकों की लापरवाही का आरोप परिजनों की ओर से लगाया गया था।क्वारेंटाइन सेंटर से भी भागे थे 4 लोगजिला मुख्यालय स्थित कस्तूरबा विद्यालय में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर से 16 अप्रैल को बिहार राज्य के नवादा के रखे गए चार लोग फरार हो गए थे। जिनमें से पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर दो लोगों को पकड़ने में सफलता पाई थी। वहीं दो लोग अभी भी पकड़ से बाहर है। ये सभी क्वारेंटाइन रखे गए लोग वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों को झासा देकर वहां से फरार हो गए थे। ये सभी लोग नवादा जिला, थाना रजौली के ग्राम सिमरकोल के रहने वाले है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Suspected corona patient escaped from mosquito net from isolation ward Full Article
india news बेमौसम हुई बारिश के बाद तापमान में गिरावट, खलिहान में रखे गेहूं भींगे By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:43:00 GMT सोमवार को मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिला। दोपहर 3 बजे तक कड़ाके की धूप के बाद अचानक आसमान में काले बादल मंडराने लगे और तेज गर्जन के साथ लगभग एक घंटे तक मूसलाधार बारिश होती रही। बारिश से शहर की सड़कों पर जल जमाव का नजारा देखने को मिला। वहीं तापमान में भी काफी गिरावट आई है। सोमवार का तापमान न्यूनतम 23 डिग्री व अधिकतम 29 डिग्री दर्ज की गई है। वहीं बेमौसम हुई बारिश के बाद किसानों में चिंता बढ़ गई है। एक तरफ किसानों के गरमा फसल में फायदा दिख रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ किसानों के खलियान में कट कर रखें गेहूं की फसल बर्बाद होने की आशंका सताने लगी है। किसानों का कहना है कि हाल ही में खेतों से गेहूं की कटाई कर अधिकांश गेहूं खलिहान में रखा गया है।पिछले कई माह से बेमौसम में बारिश के कारण क्षेत्र में पहले ही चना, मसूर, सरसों आदि फसल को काफी नुकसान हुआ है। अब ऐसे में अगर बारिश हो रही है तो किसानों को एक तरफ फायदा हो रहा है, तो दूसरी तरफ नुकसान भी झेलना पड़ रहा है। वहीं बेमौसमी बारिश से खेतों के अलावा सड़कों पर पूरी तरह जलजमाव बन गया है, जिससे लोगों का आवागमन करने में भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिवाकर यादव ने बताया कि बेमौसम बारिश से लोगों को खांसी, सर्दी, बुखार आदि कई तरह का बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है। ऐसी स्थिति में लोग गरम पानी पीयें और गरारा करें, ताकि मौसम बदलाव के कारण खासी सर्दी और बुखार से निजात मिल सके। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today After the unseasonal rain, the temperature drops, the wheat kept in the barn is wet Full Article
india news नवलशाही का साप्ताहिक हाट जमुनियाटांड में शिफ्ट By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:45:00 GMT लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन को लेकर सोमवार को नवलशाही के साप्ताहिक हाट को जमुनियाटांड में शिफ्ट कराया गया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी मनीष कुमार व नवलशाही थाना प्रभारी अब्दुल्लाह खान साप्ताहिक हाट में सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर पूरी तरह मुस्तैद दिखे। बाजार लगाने के पूर्व पदाधिकारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बनाए गए गोल घेरे में विक्रेता और खरीदार को लाइन लगाकर सब्जी की खरीदारी कराई गई। साथ ही इस बाजार में आने वाले सभी लोगों को मास्क पहनने का निर्देश दिया। बिना मास्क वाले को बाजार के अंदर प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। बीडीओ ने बताया की भीड़ को कम करने के लिए सप्ताह में एक दिन के बजाए दो दिन सोमवार व गुरुवार को हाट लगाए जाएंगे इसकी जानकारी लिए विक्रेताओं के बीच पत्र भी बांटा गया है जो व्यापारी सोमवार की हाट में अपनी दुकान लगाएंगे, वो गुरुवार की हाट में अपनी दुकान नही लगाएंगे । इस मौके पर मौजूद थाना प्रभारी सीओ के अलावा ए एस आई मुन्ना हांसदा,उमेश प्रसाद समेत कई पुलिस कर्मी मौजूद थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Naval Shahi's weekly hot shift in Jamunandand Full Article
india news अभी नहीं मिलेगी छूट, सड़क पर बिना कारण निकलने वाले 47 लाेगाें काे नाेटिस By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:47:00 GMT चार मई से लॉक डाउन 3.0 लागू हो गया है। इसके साथ ही पलामू पुलिस और भी सख्त हो गई हैं। लाख समझाने के बाद भी लॉक डाउन का मजाक उड़ाने वालों पर पलामू पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। लॉक डाउन 3.0 के पहले दिन सदर एसडीपीओ संदीप कुमार गुप्ता के नेतृत्व में चले अभियान में छहमुहान पर 150 दो पहिया वाहनों की जांच की गई। इसमें सही कारण से शहर में आने वालों को छोड़ दिया गया तथा बिना कारण मटरगश्ती करने वाले 47 लोगों को धारा 188 के तहत नोटिस दिया गया। नोटिस मिलने के 24 घंटे के अंदर वाहन चालकों को अपना स्पष्टीकरण देना होगा। अगर स्पष्टीकरण सही और जायज़ पाया गया तो कार्रवाई नहीं होगी अन्यथा लॉक डाउन के बाद विशेष न्यायालय में सुनवाई के उपरांत करवाई होगी। अभियान में दण्डाधिकारी अमरेन्द्र कुमार, ट्रैफिक इंचार्ज रुद्रनंद सरस, एएसआई एसके गुप्ता, जगनमोहन बांद्रा, हवलदार शलवंती डोगो, सहायक पुलिस अंकेश कुमार,शैलेन्द्र कुमार,धर्मेन्द्र कुमार, राकेश कुमार, शीतल प्रजापति,किरण गुप्ता आदि शामिल थे।शहर में जगह-जगह बैरिकेडिंग कर हाे रही है चेकिंगशहर में कई जगहों पर पुलिस बैरिकेडिंग कर दी है। रेड़मा चौक, बैरिया चौक, छहमुहान समेत कई जगहों पर कार और बाइक से जाने वालों को पुलिस रोक रही है। यही नहीं घर से बाहर निकलने का कारण भी लोगों से पूछ रही है। जो बिना वजह के निकले हैं, उनको लौटने के लिए बोला जा रहा है। कुछ लोग दवा का बहाना बना रहे है तो पुलिस उनको डॉक्टर की पर्ची दिखाने के लिए बोल रही हैं। सोमवार को पकड़े गए अधिकांश लोग शहर में दवा लेने के लिए आए हुए थे।गौरतलब है कि करोना वायरस एक संक्रामक बीमारी है इसका फैलाव एक दूसरे के संपर्क में आने से होता है । इसे देखते हुए पलामू जिला प्रशासन ने जिलेभर में धारा 144 लागू कर चार या चार व्यक्ति से ज्यादा लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बिना कारण घर से बाहर निकलने से भी मनाही की गई है । पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ केएन सिंह का कहना है कि यदि कोई अनावश्यक सड़कों में घूमेंगे तो वायरस के चैनल को पनपने का मौका मिलेगा और वे भी इसे प्रभावित होंगे। इस कारण लोगों को खतरा मोल नहीं लेना चाहिए।बाइक सवारों के खिलाफ चलता रहेगा अभियानसदर एसडीपीओ संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि लॉकडाउन लोगों की सुरक्षा के लिए लगाया गया है लेकिन कुछ लोग इसका मजाक बनाने में लगे हैं। ऐसे लोगों के साथ पुलिस सख्ती के साथ पेश आ रही है। शहर में निजी गाड़ियों के परिचालन पर पूरी तरह से रोक है। धारा 144 लागू है। ऐसे में सड़कों पर बेवजह गाड़ियों को निकालने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई भी कर रही है।श्रमिकाें काे लाने वाली ट्रेन डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन पर भी रुकेगीमेदिनीनगर|दूसरे राज्यों से प्रवासी मजदूरों के लाने वाली विशेष ट्रेन अब डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर भी रुकेगी। जहां से स्टेशन पर स्क्रीनिंग के पश्चात उन्हें दूसरे जिला हो जिला में भेजा जाएगा। राज्य सरकार के दिशा निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन ने ट्रेन आने पर स्टेशन पर स्क्रीनिंग व अन्य तैयारियों को अंजाम देने के लिए बैठक की। बैठक में आवश्यक दिशा निर्देश सभी अधिकारियों को उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि ने दी। जानकारी के अनुसार रांची रेलवे स्टेशन पर ज्यादा ट्रेन आने से भीड़ होने की संभावना के मद्देनजर ऐसा निर्णय लिया गया है कि दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों की विशेष ट्रेन को पलामू में पलामू के डालटनगंज रेलवे स्टेशन लाया जाए। जहां से राज्य के विभिन्न जिलों में स्क्रीनिंग के पश्चात उन्हें सुरक्षित वाहनों के द्वारा भेजा जा सके। इसके आलोक में जिला प्रशासन ने मेडिकल स्क्रीनिंग टीम का गठन कर दिया है साथ ही पुलिस प्रशासन व अन्य अधिकारियों की को भी जिम्मेवारी सौंपी है। एसपी अजय लिंडा ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के उद्देश्य से और रांची में ज्यादा भीड़ ना बढ़े इस वजह से पलामू को भी सेंटर बनाया गया है। यहां प्रवासी मजदूरों की विशेष ट्रेन पहुंचने के बाद सबसे पहले स्टेशन पर उनका स्क्रीनिंग किया जाएगा। स्क्रीनिंग के पश्चात सुरक्षित वाहन से संबंधित जिला के अधिकारी उन्हें गंतव्य तक ले जाएंगे। इसके बाद संबंधित जिला में भी उन सभी का स्क्रीन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए विशेष बैठक पलामू उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई है जिसमें अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने इसके लिए पूरी तैयारी करने में जुटा है।कड़ी सुरक्षा में गढ़वा रोड पर रुकी श्रमिक स्पेशल ट्रेनमहाराष्ट्र के कई हिस्से में कोरोना वैश्विक महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के वजह से फंसे झारखंड प्रदेश के कई जिले के 1200 मजदूर को लेकर नादेड़ से श्रमिक स्पेशल ट्रेन बरकाकाना जाने के क्रम में सोमवार अपराह्न दो बजे गढ़वा रोड मॉडल स्टेशन पर कॉशन के लिए रुकी। यहां जिला प्रशासन के निर्देश पर पूरे रेलवे स्टेशन क्षेत्र को जिला पुलिस व आरपीएफ पुलिस बल ने पूरी तरह से नाकेबंदी कर रखी थी, ताकि ट्रेन में बैठे कोई भी श्रमिक यहां उतर नहीं सके। इसको लेकर रेहला व विश्रामपुर थाना तथा नावाडीहकला ओपी के प्रभारी सहित दर्जनभर एसआई व एएसआई तथा बड़ी संख्या में सशस्त्र पुलिसबल 24 डिब्बेवाले श्रमिक स्पेशल को उसके आने के पूर्व व आने के पांच मिनट बाद खुलने तक कवच बनाए पूरे प्लेटफॉर्म को कब्जे में रखे हुए थे। विश्रामपुर थाना प्रभारी श्रीभगवान सिंह व ओपी प्रभारी अनंत सिंह तथा रेहला थाना प्रभारी लालजी यादव के साथ बतौर रेल अधिकारी गढ़वा रोड स्टेशन प्रबंधक सतीश कुमार व सीएलआई सह गढ़वा रोड रनिंग रूम इंचार्ज एचके सिंह पूरे वक़्त मौजूद रहकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन को पूर्ण सुरक्षित तरीके से यहां से गंतव्य को रवाना कराए। रेल यातायात निरीक्षक ने बताया कि बरकाकाना में ट्रेन की यात्रा पूरी हो जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Not getting any discounts now, 47 will be brought on the road for no reason Full Article
india news 16 साल से बिछड़ा युवक लॉकडाउन में परिवार से मिला, जाने से पहले परिजन बोले- शुक्रिया भास्कर By Published On :: Tue, 05 May 2020 01:50:00 GMT लॉकडाउन के दौरान बरवाडीह 10+2 विद्यालय में क्वारेंटाइन की अवधि पूरा करने के बाद मध्यप्रदेश का रहनेवाला देव सिंह सोमवार को अपने परिजनों के साथ वापस अपने घर लौट गया है। उसे वापस मध्यप्रदेश ले जाने के लिए सोमवार को बरवाडीह पहुंचे उसके भाई शिवकरण कचनारे, सूरज नायक व ओम यादव ने बताया कि वर्ष 2003 से मानसिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण वह घर से लापता था, जिसे ढूंढ़ने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन वह नहीं मिला। 16 साल बाद बरवाडीह पुलिस से जब देवी सिंह के बारे में जानकारी मिली और दैनिक भास्कर में छपी खबर देखी ताे खुशी का ठिकाना न रहा। बता दें कि लापता देव सिंह के क्वारेंटाइन सेंटर में रखे जाने की खबर को दैनिक भास्कर ने 03 मई, 2020 के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद देवी सिंह के परिजन मध्यप्रदेश और झारखंड सरकार की अनुमति के बाद सड़क मार्ग से बरवाडीह पहुंचे और कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद देवी सिंह को अपने साथ ले गए।विदाई के दौरान परिजन बोले- कल्पना नहीं थी कि देवी मिलेगाइस मौके पर बरवाडीह थाना प्रभारी दिनेश कुमार, सअनि महादेव उरांव, पंचायत सेवक बद्री प्रसाद, मुखिया सुनीता टोप्पो, आंगनबाड़ी सेविका मीना देवी, मानमती देवी ने देवी सिंह को शॉल भेंट करके उन्हें विदा किया। देवी के परिजन शिवकरण कचनारे, सूरज नायक व ओम यादव ने कहा कि कल्पना नहीं की थी कि उनका भाई देव सिंह अब दोबारा मिलेगा, लेकिन झारखंड पुलिस और दैनिक भास्कर की पहल से आज यह संभव हो पाया है, जिसका हमलोग जिंदगीभर शुक्रगुजार रहेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The boy, who was separated for 16 years, met the family in lockdown, before leaving, the family said - thank you Bhaskar Full Article
india news आकाशीय बिजली गिरने से पलामू में तीन व गुमला में एक बच्चे की मौत, एक घायल By Published On :: Tue, 05 May 2020 05:38:22 GMT झारखंड में आकाशीय बिजली गिरने से चार बच्चाें की माैत हाे गई। वहीं, चार लाेग झुलस गए। साेमवार की सुबह 6.45 बजे माैसम बदला और घना अंधेरा छा गया। अचानक तेज हवा के साथ बारिश हाेने लगी। पलामू में चैनपुर के खुरा खुर्द गांव के बच्चे आंधी में आम चुनने गए थे। इसी दाैरानआकाशीय बिजली गिरी। गांव के जगदीश उरांव के बेटे आकाश (12), बिगन उरांव की बेटी मोहिता (11) की मौत हो गई, जबकि जगदीश उरांव का बेटा रामू झुलस गया। उसे सदर अस्पताल मेदिनीनगर में भर्ती कराया गया है। खुरा कला गांव के वीरेंद्र ठाकुर के बेटे विकास ठाकुर (13) की भी आकाशीय बिजली गिरने से जान चली गई। सभी तीसरी और चाैथी क्लास में पढ़ते थे।इधर, गुमला में भरनो प्रखंड के मारासिली अम्बेराटोली गांव में आकाशीय बिजली गिरने से बंधना उरांव के बेटे सूरज उरांव (12) की घटनास्थल पर मौत हो गई। वह सुबह 8 बजे अपने घर के पास खड़ा था, तभी बारिश होने लगी। इसी दाैरान आकाशीय बिजली गिरी और सूरज की माैत हाे गई। वह तीसरी क्लास का छात्र था।आकाशीय बिजली गिरने से घर में लगी आग।आकाशीय बिजली गिरने से घर में लगी आग, एक घायलवहीं, लातेहार के सदर थाना क्षेत्र के सोतम गांव के मंगरा तुरी के घर में अचानक गिरे आकाशीय बिजली के कारण आग लग गई। इस घटना में घर में रखा सामान जलकर राख हो गया। गनीमत यह रही कि जिस समय घर में वज्रपात हुआ, उस समय घर में कोई सदस्य नहीं था। घर पर ताला लगा हुआ था। इधर, आकाशीय बिजली गिरने से पास में ही सोतम गांव के त्रिवेणी यादव जख्मी हो गया। वो अपने घर में ही बिजली का कार्य कर रहा था। इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरी और उसे भी झटका लगा। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रतीकात्मक फोटो। Full Article
india news केरल से सात मजदूर घाघरा पहुंचे, होम क्वारैंटाइन के लिए घर पहुंचा दिया गया By Published On :: Tue, 05 May 2020 08:18:47 GMT सात मजदूर केरल से मंगलवार को घाघरा पहुंचे। यहां पहुंचते ही सातों को ब्लॉक क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया। यहां खाना खिलाने के बाद सभी को होम क्वारैंटाइन के लिए वाहन से अपने-अपने घर पहुंचा दिया गया है। बताते चलें कि ये मजदूर ट्रेन से सोमवार कोधनबाद स्टेशन पहुंचे थे। वहां से फिर इन्हें बस के माध्यम से गुमला के घाघरा तकपहुंचाया गया।इस दौरान क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजिस्ट्रेट के रूप में मौजूद अजीत पांडे ने बताया कि सभी मजदूरों को होम क्वारैंटाइन के लिए घर पहुंचाया गया। साथ ही सभी मजदूरों को एक सर्टिफिकेट दिया गया है, जिसमें सभी मजदूरों ने शपथ लेने के तौर पर कहा है कि हम सभी घर में ही क्वारैंटाइन होकर रहेंगे, बाहर नहीं निकलेंगे। साथ ही घर के किसी भी सदस्य के संपर्क में नहीं आएंगे। यदि ऐसा नहीं करते हुए हमें पकड़ा गया तोहम पर प्रशासन कानूनी कार्रवाई कर सकती है। इस मौके पर मजदूर लालदेव उरांव ने बताया केरल से सरकार के द्वारा चलाए गए ट्रेन से वह सभी सकुशल कुशल पहुंचे हैं। उन्होंने सरकार के साथ-साथ प्रशासन को आभार व्यक्त किया है।अन्य राज्यों से बिशुनपुर पहुंचे सात प्रवासी मजदूरइधर, लॉकडाउन के बाद केरल, बंगलुरु, तमिलनाडु व अन्य राज्यों में फसे बिशुनपुर प्रखंड के 7 प्रवासी मजदूरों को लेकर गुमला से बस बिशुनपुर पहुंची। जहां पर बीडीओ चंदा भट्टाचार्य के नेतृत्व में सातों प्रवासी मजदूरों को बिशुनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। यहां पर उनकी जांच करने के बाद ब्लॉक क्वारैंटाइन में सुरक्षा की दृष्टि से रखा गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today केरल से धनबाद पहुंची ट्रेन बीच में सोमवार को बोकारो स्टील सिटी स्टेशन पर रुकी। जहां लोगों ने ताली बजाकर मजदूरों का स्वागत किया। Full Article
india news अनजान नंबर से फोन कर कहा- फोन-पे की ओर से आपको 5999 का अवॉर्ड मिला है, फिर 22 हजार की ठगी By Published On :: Tue, 05 May 2020 09:47:00 GMT जिला ग्रामीण विकास विभाग में तैनात जिला प्रशिक्षक समन्वयक से साइबर अपराधियों ने 22 हजार रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित ने इस बाबत सदर थाना में लिखित शिकायत दर्ज करायी है। उधर, मामला दर्ज करने के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है।पीड़ित चंद्रशेखर यादव ने बताया कि वे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए मोबाइल एप फोन-पे का यूज करते हैं। सोमवार की शाम को साइबर अपराधी ने उन्हें 7699751101 मोबाइल नंबर से फोन किया। अपराधी ने खुद को फोन-पे कस्टमर केयर से फोन करने की बात कही। उसने पूछा कि क्या आप फोन-पे यूज करते हो? इसके बाद चंद्रशेखर ने हां कहा...। फिर साइबर अपराधी ने कहा कि आपको फोन-पे कंपनी की ओर से 5999 रुपए का अवार्ड मिला है। इस राशि का यूज आप मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल भुगतान आदि के लिए कर सकते हैं।इसके बाद अपराधी ने फोन-पे एप पर लॉगिन करने को कहा। फिर 5999 रुपए के संबंध में आए हुए लिंक को फारवर्ड करने को कहा। चंद्रशेखर ने बताया कि लिंक फारवर्ड करते ही उसने पर्सन पासवर्ड भी मांगा। उन्होंने बिना सोचे समझे पासवर्ड दे दिया। थोड़ी देर के बाद उनके अकाउंट से 22 हजार रुपए कट गए। उन्होंने बताया कि वे गोड्डा के रहनेवाले हैं और उनका सैलरी अकाउंट भी गोड्डा के ब्रांच में है। उधर, इस संबंध में पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पीड़ित ने इस बाबत सदर थाना में लिखित शिकायत दर्ज करायी है। उधर, मामला दर्ज करने के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है। Full Article
india news गुजरात से तीन दिनों में बस से मांडर पहुंचे 37 मजदूर, एक लाख 92 हजार रुपए दिया किराया By Published On :: Tue, 05 May 2020 11:03:13 GMT वैसे तो दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को राज्य सरकार कीपहल पर ट्रेन से वापस लाया जा रहा है। लेकिन कुछ मजदूर खुद से भी हजारों किलोमीटर की यात्रा कर घर पहुंच रहे हैं। मंगलवार को तीन दिनों की बस यात्रा कर मांडर ब्लॉक के कुरकुरा के रहने वाले 37 मजदूर अपने घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बस को कुल एक लाख 92 हजार रुपए किराया देना पड़ा। वहीं, मांडर पहुंचने पर रेफरल अस्पताल में सभी की थर्मल स्कैनर से जांच की गई। इसके बाद भौजन का पैकेट देकर उन्हें होम क्वारैंटाइन के लिए भेज दिया गया।बिजुपाड़ा से ट्रैक्टर में बैठ मजदूर अपने घर पहुंचे। तीन दिनों तक बस में यात्रा करने के बाद भी गांव पहुंचते ही उनकी सारी थकान मिट गई। घर आने की खुशी उनके चेहरे पर साफ दिखाई पड़ रही थी। गुजरात से मांडर लौटे अमुस सुरजीत कुजूर ने बताया कि वे लोग सूरत स्थित विभीन्न कपड़ा मील में मजदूरी करते थे। पहली बार 21 दिनों के लॉकडाउन में मील मालिक ने उन्हें खाना के साथ वेतन भी दिया। लेकिन इसके बाद लॉकडाउन की बढ़ती मियाद के कारण उसने पैसा व खाना देने से मना कर दिया। इसके बाद सभी मजदूर अपने-अपने स्तर से घर जाने के लिए जुगाड़ लगाने लगे।पहले ऑफलाइन पास बनाकर आने का प्रयास किया तो उन्हें वापस भेज दिया गया। इसके बाद मांडर विधायक बंधु तिर्की के पहल पर ऑनलाइन पास बना, तब जाकर वे घर पहुंचे। बस में 37 मजदूर चान्हो के और 18 मजदूर चतरा के सवार थे। मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण सभी होटल और ढाबा बंद रहने के कारण उन्हें रास्ते में चना और बिस्किट खाकर घर आना पड़ा। वापस लौटे मजदूरों का कहना था कि सरकार रोजगार की व्यवस्था करेगी तो हमलोग कभी भी बाहर काम करने नहीं जाएंगे। मांडर सीओ शंकुर कुमार विद्यार्थी ने बताया कि सभी की जांच करने के बाद उन्हें हाेम क्वारैंटाइन मेंरहने को कहा गया है। साथ ही स्थानीय प्रशासन की नजर इनलोगों पर है।इधर रांची से पैदल घर जाने वाले मजदूरों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को आधा दर्जन मजूदर पैदल ही पांकी (पलामू) के लिए रवाना हुए। उन्होंने बताया कि वे लोग रांची में पुल-पुलिया निर्माण कार्य में मजदूरी करते थे। काम बंद हो गया, खाने पीने के लाले पड़ गए। इसलिए पैदल ही घर जाना पड़ रहा है। उनका कहना था कि सरकार मजदूरों को घर भेजने के नाम पर मजाक कर रही है। हम जैसे अनपढ़ मजदूरों को कहीं से काेई सहारा और सहायता नहीं मिला है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बिजुपाड़ा से ट्रैक्टर में बैठ मजदूर अपने घर पहुंचे। Full Article
india news राजस्थान में फंसे 350 मजदूरों को रामगढ़ स्टेशन से लाया गया गढ़वा, 14 दिन क्वारैंटाइन में भेजा By Published On :: Tue, 05 May 2020 12:30:00 GMT कोविड- 19 कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में घोषित लॉकडाउन के दौरान राजस्थान में फंसे 350 मजदूरों को मंगलवार को गढ़वा लाया गया। सभी मजदूर विशेष ट्रेन से राजस्थान के नागौर से झारखंड के बरकाकाना स्टेशन पहुंचे थे। जहां से जिला प्रशासन ने बसें भेज कर मजदूरों को जिला मुख्यालय स्थित एसएसजेएस नामधारी महाविद्यालय परिसर में लाया गया। उपायुक्त हर्ष मंगला के निर्देश पर सभी लोगों का स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य की जांच कराई गई और मजदूरों को होम क्वॉरेंटाइन का मुहर लगाया गया।सदर एसडीओ प्रदीप कुमार ने कहा कि 4 मई को सभी श्रमिक मजदूरों को स्पेशल ट्रेन से रामगढ़ स्थित बरकाकाना स्टेशन लाया गया था। जहां सभी की थर्मल स्क्रीनिंग और मेडिकल जांच की गई थी। मजदूरों को गढ़वा लाने के लिए कुल 16 बसें भेजी गई थी। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रत्येक बस में 24-25 लोगों को बैठाकर रामगढ़ से गढ़वा लाया गया। राजस्थान के नागौर के प्रवासी मजदूरों के अलावा छत्तीसगढ़ के कोरिया, ओडिसा के सुंदरगढ़ एवं कर्नाटक के श्रमिक मजदूर, विद्यार्थी एवं श्रद्धालुओं को भी जिला प्रशासन द्वारा गढ़वा में लाया गया। यात्रा के दौरान बस में सैनिटाइजर, मास्क, पानी की बोतल व नाश्ता की भी व्यवस्था प्रशासन द्वारा किया गया था। एसएसजेएस नामधारी महाविद्यालय के परिसर में सभी के लिए कुर्सियां लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठने की व्यवस्था की गई थी। मजदूरों को भोजन कराया उन्हें घर भेजा गया। स्वास्थ्य जांच में सभी स्वस्थ और सामान्य पाए गए।वहीं जांच के दौरान एक व्यक्ति में हल्का बुखार पाया गया। जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया। इसके बाद हाथ पर अमिट स्याही से होम क्वारैंटाइन की स्टैंपिंग की गई। एसडीओ ने कहा कि सभी श्रमिक मजदूरों, श्रद्धालुओं एवं विद्यार्थियों को अपने-अपने प्रखंडों के लिए छोटे वाहन से रवाना कर दिया गया। गढ़वा जिला के विभिन्न प्रखंडों के श्रमिकों, श्रद्धालुओं एवं विद्यार्थियों में गढ़वा प्रखंड के लिए 22 व्यक्ति, मेराल प्रखंड के 88, डंडई के 47, रमना के 25, बिशुनपुरा के 43, बंशीधर नगर के 13, सगमा के 2, खरौंधी 40, भवनाथपुर 27, केतार 14, मंझिआंव 38, कांडी 14, बरडीहा, चिनिया व रंका के 6-6, रमकंडा से 19, बड़गड़ के एक, भंडरिया के 4 और धुरकी प्रखंड के 20 लोगों को उनके अपने-अपने प्रखंडों में भेजा गया। लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा छोटी-छोटी वाहनों की व्यवस्था की गई थी। वापस अपने गृह जिला पहुंचे लोगों ने जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया है।पुलिस प्रशासन ने सभी लोगों को अपने-अपने घरों में 14 दिनों तक होम क्वारैंटाइन रहने की अपील किया। वहीं नियम का पालन नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई। विदित हो कि 4 मई 2020 को राजस्थान के नागौर से अपने गृह राज्य झारखंड आ रहे श्रमिक मजदूरों को रामगढ़ से गढ़वा लाने के लिए नोडल पदाधिकारी डीआरडीए के डायरेक्टर ओनिल क्लेमेंट ओड़िया को नियुक्त किया गया था। जबकि सहायक नोडल पदाधिकारी के रूप में कार्यपालक दंडाधिकारी सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अरुण उरांव को नियुक्त किया गया था। सभी को रामगढ़ से गढ़वा लाने के लिए गढ़वा जिला के विभिन्न प्रखंडों से विशेष रूप से 16 कर्मी रोजगार सेवक, कनीय अभियंता, प्रखंड समन्वयक आदि को दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया था। जिनकी देखरेख में सभी श्रमिक मजदूरों को गढ़वा लाया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पुलिस प्रशासन ने सभी लोगों को अपने-अपने घरों में 14 दिनों तक होम क्वारैंटाइन रहने की अपील किया। वहीं नियम का पालन नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई। Full Article
india news हर उस कड़ी को जोड़ने में लगा हूं जिससे रोजगार के अवसर पैदा हों: हेमंत सोरेन By Published On :: Tue, 05 May 2020 12:58:00 GMT मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लॉक डाउन पीरियड में मंगलवार को नामकुम स्थित भारतीय रॉल और गोंद संस्थान परिसर का भ्रमण किया। प्रयोगशालाओं का अवलोकन किया। वहां लाह पर किए जा रहे अनुसंधान के बारे में जानकारी हासिल की। अधिकारियों के साथ लगभग एक घंटे तक भ्रमण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में यह एक अलग तरह का केंद्र है। यहां लाह पर रिसर्च होता है। एक समय लाह के नाम पर झारखंड दुनिया में अपना अलग पहचान बनाता था। यह आय का एक बहुत बड़ा जरिया रहा है। पर सीधे तौर पर यह विलुप्त होने लगा है, जिससे ग्रामीण सीधे तौर पर जुड़े होते थे। यह उनके आय का स्रोत हुआकरता था। वह कारण जानने में लगे हैं कि अचानक ऐसा क्यों हो गया।मुख्यमंत्री ने कहा कि वह लगातार वैल्यू एडिशन, रोजगार से जोड़ने और यहां के आंतरिक संसाधनों का बेहतर उपयोग करने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसके अलावा और क्या-क्या संभव है, उसे एक-एक कर देख रहे हैं। सोमवार को ही रोजगार सृजन को लेकर तीन योजनाएं शुरू की गई हैं। इस कड़ी को और कैसे जोड़ा जाए, उस पर काम कर रहे हैं। क्योंकि इस तरह की अनगिनत कड़िया हैं, जिसे बेहतर तरीके से जोड़ा जाए तो राज्य की आर्थिक गतिविधि और रोजगार की असीम संभावनाएं पैदा होंगी। फिर यहां के नौजवानों को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसीलिए हर उस कोने को देखने में लगा हूं जहां से रोजगार सृजन हो सके।प्रवासियों के आवगमन पर ममता बनर्जी से बात हुई हैपश्चिम बंगाल बोर्डर पर झारखंड के मजदूरों के फंसे होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात हुई है। उन्होंनेसहमति दी है। इसके बाद उन्होंने अपने प्रधान सचिव और अन्य अधिकारियों को समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया है ताकि प्रवासियों को झारखंड लाया जा सके। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि वह लगातार वैल्यू एडिशन, रोजगार से जोड़ने और यहां के आंतरिक संसाधनों का बेहतर उपयोग करने की दिशा में काम कर रहे हैं। Full Article
india news कोविड अस्पताल में भर्ती कोरोना पीड़ित मरीज की दूसरी रिर्पोट निगेटिव, मरीज को भेजा गया घर By Published On :: Tue, 05 May 2020 14:16:00 GMT जिला के कोविड अस्पताल होली फैमिली में भर्ती कोरोना पीड़ित मरीज की दूसरी रिर्पोट आर-2 के निगेटिव आने के बाद मंगलवार को उसे डिस्चार्ज किया गया। मौके पर उपायुक्त रमेश घोलप, एसपी एतेहशाम वकारिब, डीडीसी आलोक त्रिवेदी, सीएस पार्वती कुमारी नाग के अलावा अन्य पदाधिकारियों ने कोरोना पीड़ित मरीज को ताली बजाकर व पुष्पवर्षा कर विदाई दी। स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट रहे युवक ने बेहतर इलाज की सुविधा के लिए जिला प्रशासन सहित चिकित्सकों के प्रति आभार जताया। युवक ने बताया की उसे आज काफी खुशी है की वह स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट रहा है।मौके पर उपायुक्त घोलप ने मरीज को स्वस्थ होने पर बधाई देते हुए कोविड अस्पताल के सभी स्वास्थ्य कर्मियों व जिला के सभी स्वास्थ कर्मियों और जिला प्रशासन की टीम को भी बधाई दी है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में हमें और भी सतर्क रहने की जरूरत है, चूंकि अन्य राज्यों से प्रवासी मजदूर व अन्य लोगों का जिला में आगमन हो रहा है। ऐसे लोगों का जांच करके 28 दिनों के लिए होम क्वारैंटाइन के लिए भेजा जा रहा है। मौके पर उपायुक्त ने लोगों से अपील की कि क्वारैंटाइन के लिए दिए गये निर्देशों का अनुपालन करें और अन्य राज्यों व अन्य जिलों से आए लोगों की जानकारी जिला प्रशासन को दें। वहीं होम क्वारैंटाइन का उल्लंघन करने वालों के बारे में भी जानकारी दें।11 अप्रैल को रिर्पोट पॉजिटिव आने के बाद किया गया था भर्तीजिलेमें एक मात्र कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज कोविड अस्पताल होली फैमिली में 11 अप्रैल से किया जा रहा था। पॉजिटिव मरीज गिरिडीह जिला के राजधनवार प्रखंड अंतर्गत ग्राम जहनाडीह के निवासी है। इस मरीज का कोरोना पॉजिटिव गत 11 अप्रैल को आया था, जिसके बाद कोडरमा अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड से उसे कोविड अस्पताल होली फैमिली में भर्ती किया गया था। इसका पहला आर-1 निगेटिव रिपोर्ट 2 मई को आया था। वहीं आर-2 का रिपोर्ट 4 मई की शाम निगेटिव आई थी।23 मार्च को मुंबई से लौटा थाकोरोना पॉजिटिव मरीज गिरिडीह जिला के ग्राम जहनाडीह निवासी है, जो मुंबई से 23 मार्च को अपने घर पहुंचा था। उसमें खांसी, सर्दी, बुखार के लक्षण दिखाई देने के बाद मरकच्चो बंधन चौक स्थित एक झोलाछाप चिकित्सक से अपना इलाज कराया था। स्थिति बिगड़ने पर वे अपने एक अन्य साथी के साथ स्कूटी से मरकच्चो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए गया। जहां पर चिकित्सकों द्वारा कोरोना के लक्षण को देखते हुए उसे 4 अप्रैल को एम्बुलेंस से सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जहां उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था और उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था।11 अप्रैल की सुबह उसका रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे कोविड अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था। उसके पूरे परिवार को जांच कराकर क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया था और सभी परिवार के लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया। उसकी मां की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी, जिसे गिरिडीह कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जबकि बाकि सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आयी थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today जिले में एक मात्र कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज कोविड अस्पताल होली फैमिली में 11 अप्रैल से किया जा रहा था। Full Article
india news शराब के नशे में धुत दारोगा ने बेटी को अस्पताल में भर्ती कराकर लौट रहे पिता की बेरहमी से पिटाई की By Published On :: Tue, 05 May 2020 14:24:27 GMT लॉकडाउन के दौरान तिलैया पुलिस का अमानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है। सोमवार की रात तिलैया पुलिस के एक दारोगा ने अपनी बेटी को अस्पताल में भर्ती कराकर लौट रहे एक व्यवसायी की बेरहमी से पिटाई कर डाली। घटना सोमवार की रात करीब 11.30 बजे की है। घटना के सबंध में पीड़ित किराना व्यवसायी मनोज मोदी ने बताया कि वे रात को अपनी पुत्री को आर्यन हॉस्पिटल में भर्ती कराकर बाइक से वापस घर लौट रहे थे। इसी दौरान तिलैया थाना के समीप जांच कर रहे थाना के एसआई अखिलेश सिंह के द्वारा उन्हें रोककर पूछताछ के दौरान बेरहमी से उनकी पिटाई की गई।पीड़ित ने बताया कि वे पुलिस से बार-बार कहते रहे कि वह हॉस्पिटल से लौट रहे हैं, लेकिन तिलैया थाना के पदाधिकारी नशे में थे और वे उनकी एक नहीं सुनी तथा उसके शरीर पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसानी शुरू कर दी। घटना के बाद पीड़ित ने अपने पुत्र को मौके पर बुलाया, जिसके बाद वे घर पहुंचे। घटना को लेकर पीड़ित के पुत्र सूरज कुमार ने ट्वीटर के जरिए जिला के पुलिस अधीक्षक सहित मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी दी।पीड़ित के पुत्र सूरज ने बताया कि घटना के बाद जब वे अपने पिता को लाने गए तो देखा कि उक्त पुलिस पदाधिकारी थाने में नशे की हालत में बैठे थे। वहीं सोशल मीडिया में मामला सामने आने के बाद एसपी डॉक्टर एहतेशाम बकारिब ने दारोगा को लाईन हाजिर कर दिया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच में थाना प्रभारी के द्वारा दारोगा के शराब पीकर ड्यूटी किए जाने की जानकारी दी गई है। उक्त दारोगा पर आगे की कार्रवाई भी की जा रही है।19 अप्रैल को एक दुकानदार का मारकर हाथ तोड़ दिया थालॉकडाउन के दौरान इसके पूर्व तिलैया पुलिस द्वारा मास्क लगाए जाने को लेकर गत 19 अप्रैल को शहर के खुदरा पट्टी स्थित बुजुर्ग ताराटांड निवासी दारोगी लाल दुकानदार के साथ मारपीट कर उसका हाथ तोड़ दिया था। इसके अलावा कई अन्य लोगों के साथ भी बेरहमी से पिटाई की गई थी। इस मामले की जानकारी लोगों ने ट्वीट के जरिए डीजीपी सहित पुलिस मुख्यालय व सीएम हेमंत सोरेन को दी गई थी, जिसके बाद डीजीपी के निर्देश पर एसडीपीओ को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today एसपी ने कहा कि मामले की जांच में थाना प्रभारी के द्वारा दारोगा के शराब पीकर ड्यूटी किए जाने की जानकारी दी गई है। उक्त दारोगा पर आगे की कार्रवाई भी की जा रही है। Full Article
india news लॉकडाउन के बाद सरकारी स्कूलों में 23 हजार शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया होगी शुरू : जगरनाथ महतो By Published On :: Tue, 05 May 2020 14:53:00 GMT राज्य के युवा जो शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं उनके लिए अच्छी खबर है। जल्द ही सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया राज्य सरकार शुरू करने जा रही है। यह जानकारी राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने दी। मंगलवार बिष्टुपुर स्थित परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के करीब 23 हजार पद खाली हैं। लॉकडाउन समाप्त होने के बाद इन पदों को भरने के लिए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस नियुक्ति प्रक्रिया में अधिक से अधिक स्थानीय युवाओं को नौकरी मिलेगी। इसके लिए नए सिरे से स्थानीय नीति लागू की जाएगी। इसके लिए एक कमेटी का गठित की जाएगी जो अपनी रिपोर्ट देगी।पूर्व की रघुवर सरकार द्वारा बनाई गई स्थानीय नीति पर उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने बिना किसी आधार के 1985 के पहले राज्य में आने वाले लोगों को शामिल कर स्थानीय नीति बना दी जो सही नहीं है। इसकी वजह से झारखंड के लोगों को नियुक्ति में पूरी हिस्सेदारी नहीं मिल पा रही है। राज्य बनने का यही उद्देश्य था कि यहां के अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके। इसके लिए 1932 या 1964 के खतियान को आधार बनाना चाहिए था। ताकि यहां के लोगों को नौकरियों में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित हो सके।जेपीएससी छठी सिविल सेवा परीक्षा में गड़बड़ी की होगी जांचझारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा छठी सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम के कट ऑफ मार्क्स में त्रुटि का मामला सामने आने के बाद शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने इसकी जांच कराने की बात कही है। किसी भी परीक्षार्थी को इस परीक्षा के रिजल्ट को लेकर कोई शिकायत है तो वह सीधे मुझसे संपर्क कर सकता है। मालूम हो कि रिजल्ट आने के साथ ही इस पर सवाल उठ रहे हैं और इसमें कई स्तर पर गड़बड़ी की बात कही जा रही है। छात्रों का कहना है कि जेपीएससी ने क्वालिफाइंग पेपर हिंदी और इंग्लिश के मार्क्स को जोड़कर मुख्य परीक्षा का रिजल्ट निकाल दिया गया है।कोर्स पूरा करने के लिए 5 घंटे की जगह 7 घंटे चलेंगे स्कूलशिक्षा मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक कार्य पूरी तरह बाधित हुआ है। ऐसे में स्कूल खुलने पर इसे कैसे पूरा किया जाएगा, इसे लेकर कार्य योजना तैयार की गई है। सरकारी स्कूलों में पहले पांच घंटे पढ़ाई होती थी। लेकिन अब 7 घंटे होगी। कोई हाफ डे नहीं होगा। हर दिन फूल डे पढ़ाई होगी। सत्र शुरू होने के साथ ही बच्चों को किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि सिलेबस पूरा किया जा सके।लॉकडाउन अवधि की फीस मांगने वाले निजी स्कूलों की अभिभावक करें शिकायत, होगी कार्रवाई : शिक्षा मंत्रीराज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि लॉकडाउन अवधि का फीस और बस भाड़ा निजी स्कूलों को नहीं लेने का निर्देश सरकार ने दिया है। इसका स्कूलों को हर हाल में पालन करना होगा। अगर कोई स्कूल सरकार के आदेश की अवहेलना करती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह रोक एक महीने के लिए लगाई गई है। इसका मूल्यांकन करने के लिए कमेटी का गठन किया गया जो अपनी रिपोर्ट जल्द देगी। इसके आधार पर नया निर्देश जारी किया जाएगा। तब तक स्कूल अभिभावकों से फीस नहीं मांग सकते हैं।अगर किसी स्कूल ने ऐसा किया है तो अभिभावक सीधे मुझे शिकायत करें, मैं हमेशा फोन पर उपलब्ध रहता हूं। ऐसे स्कूल के खिलाफ त्वरित कार्रवाई होगी। इस दौरान स्कूलों को शिक्षकों को पूरी तनख्वाह भी देनी होगी। जब स्कूलों ने बच्चों को कुछ पढ़ाया ही नहीं तो फीस किस चीज की मांग रहे हैं। यह स्कूलों को खुद सोचना चाहिए। वहीं जब पूछा गया कि स्कूल ऑनलाइन क्लास चलाने का हवाला देकर फीस मांग रहे हैं तो शिक्षा मंत्री ने कहा कि सबको पता है, ऑनलाइन क्लास कितना चलता है। मंत्री ने कहा कि निजी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार व विभाग के पास पर्याप्त कानून हैं।सब फ्री फिर भी सरकारी की जगह निजी स्कूलों में बच्चों का जाना चिंता का विषयअपने जमशेदपुर दौरा के दौरान शिक्षा मंत्री ने परिसदन में जिले के शिक्षा पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें अलग-अलग योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि जब सरकारी स्कूलों में मुफ्त की पढ़ाई के साथ ही खाना, ड्रेस व किताबें भी मुफ्त में दी जा रही हैं तो इसके बाद भी सरकारी स्कूलों की जगह अभिभावक अपने बच्चों का नामांकन निजी स्कूलों में क्यों करा रहे हैं। हालांकि अधिकारी इसका कोई ठोस जवाब नहीं दे पाए।इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगली बैठक में फिर इस स्थिति की समीक्षा करूंगा और तब मुझे इसका जवाब चाहिए। उन्होंने सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन एजुकेशन उपलब्ध कराने की भी समीक्षा की। इसमें यह बात सामने आई कि अधिकतर अभिभावकों के पास स्मार्टफोन का न होना और ग्रामीण क्षेत्रों में नेट कनेक्टिविटी की समस्या बड़ी बाधा बन रही है। शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को इसका समाधान ढूंढने को कहा।जल्द शुरू होगा मैट्रिक व इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकनशिक्षामंत्री ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से मैट्रिक व इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य जल्द शुरू होगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। मूल्यांकन के बाद रिजल्ट भी समय पर जारी किया जाएगा। वहीं लॉकडाउन के दौरान बच्चों की शिक्षा बाधित न हो इसके लिए टीवी चैनलों व डीटीएच कंपनियों से बात की जा रही है। दूरदर्शन की मदद भी ली जा रही है, ताकि बच्चों को उनके घरों तक टीवी के माध्यम से शैक्षणिक मैटेरियल उपलब्ध कराया जा सके। गिरीडीह में इस मॉडल का ट्रायल भी किया जा चुका है।कोरोना के इस महासंकट में शिक्षकों का वेतन भुगतान करें कॉलेज : शिक्षा मंत्रीझारखंड अंगीभूत महाविद्यालय इंटरमीडिएट शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव राकेश कुमार पांडेय ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो से मिलकर इंटरमीडिएट शिक्षकों के मानदेय भुगतान और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन में भी इन शिक्षकों को शामिल करने की मांग की। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना संकट में किसी का मानदेय रोकना अपराध है। संबंधित लोग यथाशीघ्र मानदेय का भुगतान करें। उन्होंने कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में भी शामिल करने के लिए जैक सचिव और अध्यक्ष से बात करेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना संकट में किसी का मानदेय रोकना अपराध है। संबंधित लोग यथाशीघ्र मानदेय का भुगतान करें। Full Article
india news दूसरे दिन शहर में बढ़ी चहलकदमी, चौक-चौराहे पर जांच भी धीमा; आठ नए संक्रमित मरीज मिले By Published On :: Tue, 05 May 2020 14:59:35 GMT कोरोनावायरस की चेन तोड़ने के लिए सरकार ने तीसरी बार लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई है। यह 17 मई तक लागू रहेगा। लेकिन लॉकडाउन फेज 3 में कई जगह पर लापरवाही दिख रही है। आम लोगों से लेकर पुलिस प्रशासन की लापरवाही भी साफ दिख रही है। इसका असर शहर में साफदिखा। मंगलवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों का मूवमेंट काफी ज्यादा दिखाई दिया। इधर, दो दिनों बाद मंगलवार को रांची से आठकोरोना संक्रमित मरीज मिले। सभीहिंदपीढ़ी के रहने वाले हैं। वहीं, काेरोना संक्रमणसे सात मरीज स्वस्थ होने के बाद उन्हेंशाम कोरिम्स के कोविड-19 सेंटर से छुट्टी दे दी गई।उधर, आम दिनों में जाम रहने वाला रातू रोड का न्यू मार्केट चौराहा लॉकडाउन होने के बाद से लगातार खाली रहता था लेकिन मंगलवार को यहां काफी संख्या में वाहनोंका आवागमन देखा गया।इधर, लोगों की बढ़ती लापरवाही से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़नी शुरू हो गई है। अगर इसे जल्द ही कंट्रोल नहीं किया गया तो संक्रमण का भी दायरा बढ़ सकता है।लेक व्यू के 54 डॉक्टर-कर्मी की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव क्वॉरेंटाइन से बाहर निकलेबरियातू के जोड़ा तालाब रोड स्थित लेक व्यू हॉस्पिटल के सभी 54 डॉक्टरों और कर्मचारियों की दूसरी जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। जोड़ा तालाब के मधुमति अपार्टमेंट में रहने वाले पूर्व डीडीसी की मौत के बाद लेक व्यू हॉस्पिटल हॉस्पिटल को सील कर दिया गया था। यहां के स्टाफ और कर्मचारियों को हॉस्पिटल में ही क्वारैंटाइन किया गया था। हॉस्पिटल स्टाफ की सैंपल जांच की गई थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today रातू रोड चौराहे पर वाहनों का आवागमन अन्य दिनों की अपेक्षा मंगलवार को ज्यादा देखी गई। Full Article
india news अवैध संबंध बनाने से मना करने पर भतीजे ने की चाची की गला रेतकर हत्या By Published On :: Tue, 05 May 2020 15:22:26 GMT सदर थाना क्षेत्र के सासंग गांव के तुरीटोला में भतीजे ने अपनी चाची की गला रेतकर हत्या कर दी। वो अवैध संबंध बनाना चाहता था पर महिला ने इसका विरोध किया। इसपर युवक ने महिला की हत्या कर दी। घटना मंगलवार की सुबह की है। पुलिस ने आरोपी कला भुइयां को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया है।जानकारी के अनुसार तुरीटोला निवासी केशो भुइयां अपने घर से बाहर गया हुआ था। उसकी पत्नी मांगो देवी घर पर अकेली थी। इसी मौका का फायदा उठाकर उसका भतीजा कला भुइयां उसके घर पहुंचा और अपनी चाची के साथ जबरन अवैध संबंध बनाने की कोशिश करने लगा, जिसपर मांगो देवी ने विरोध किया। इससे नाराज भतीजा कला भुइयां ने गुस्सा में आकर पसूल व हसुआ से अपनी चाची की गला रेतकर हत्या कर दी।ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना सदर थाना पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वीरेंद्र राम व पुलिस निरीक्षक सह थानेदार अमित कुमार गुप्ता घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली।पुलिस ने पोस्टमाॅर्टम के बाद शव को उसके परिजनों को शव सौंप दिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रतीकात्मक फोटो। Full Article
india news 10 और संदिग्धों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि, आठ रांची के हिंदपीढ़ी और दो दुमका से; राज्य में अब तक 126 पॉजिटिव केस By Published On :: Tue, 05 May 2020 15:45:58 GMT राज्य में मंगलवार को 10 नए कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई है। इनमें आठ मरीज रांची के हिंदपीढ़ी जबकि दो दुमका के निवासी हैं। कोरोना संक्रमित जिलों में दुमका की नयी एंट्री हुई है।नए मरीज मिलने के बाद रांची में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 92 हो गई है। वहीं राज्य में कुल आकड़ा बढ़कर 126 हो गया है।मंगलवार काे दुमका में दाे मरीज मिलने के साथ ही राज्य के 12 जिले अब काेराेना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं।स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डाॅ. नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया कि मंगलवार काे एमजीएम जमशेदपुर में छह, रिम्स रांची में दाे और पीएमसीएच धनबाद में दाे पाॅजिटिव मरीज मिले। रांची के जिन आठ लाेगाें में काेराेना की पुष्टि हुई है, उनमें तीन महिलाएं, चार पुरुष और एक सात साल का बच्चा है। हिंदपीढ़ी के हैदरी अपार्टमेंट में रहने वाले इस बच्चे के माता-पिता सहित परिवार के तीन लाेग पहले ही पाॅजिटिव मिले थे, जिनका रिम्स के काेविड सेंटर में इलाज चल रहा है। यह बच्चा रिम्स के आइसाेलेशन वार्ड में भर्ती था। उधर, दुमका में काेराेना पाॅजिटिव मिलने के बाद यह ग्रीन से ऑरेंज जाेन में आ गया है। इसके साथ ही ग्रीन जाेन के जिलाें की संख्या बढ़कर 11 हाे गई है।वहींरिम्स के कोविड-19 सेंटर से मंगलवार को सात जबकि कोडरमा के कोविड-19 सेंटर से एकमरीज ठीक होकर अपने घर लौटे।राज्य में कोरोना पर विजय पाने वाले कुल मरीजों की संख्या अब 35 हो गई है।राज्य में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 4 की मौत हो चुकी है।बता दें कि पिछले दो दिन रविवार और सोमवार को कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया था। इससे पहले राज्य में 21 अप्रैल को अंतिम बार ऐसा हुआ था कि एक दिन की जांच में कोई भी संक्रमित मरीज नहीं मिला था।वहीं राज्य में महामारी के सर्विलांस में लगे इंटिग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) की रिपोर्ट का आकलन है कि आने वाले 14-15 दिन काफी अहम होंगे। रिपोर्ट के अनुसार अगले 14-15 दिनों में कोरोना केस की संख्या तीन गुनी हो सकती है। जो कि करीब 350 के आसपास होगी।उधर, रेड जोन रांची के हॉट स्पॉट हिंदपीढ़ी व सटे इलाकों की हेल्थ स्क्रीनिंग फिर से शुरू हुई है। मेडिकल टीम घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रही है। डीसी राय महिमापत रे ने बताया कि 6 मई तक यहां स्क्रीनिंग का लक्ष्य रखा गया है। बरियातू के जोड़ा तालाब रोड स्थित लेक व्यू हॉस्पिटल के सभी 54 डॉक्टरों और कर्मचारियों की दूसरी जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। जोड़ा तालाब के मधुमति अपार्टमेंट में रहने वाले पूर्व डीडीसी की मौत के बाद लेक व्यू हॉस्पिटल हॉस्पिटल को सील कर दिया गया था। यहां के स्टाफ और कर्मचारियों को हॉस्पिटल में ही क्वारैंटाइन किया गया था। राज्य में कुल 126 संक्रमित: रांची के 92, बोकारो 10, पलामू 03, हजारीबाग 03, गढ़वा 03, धनबाद 02, गिरिडीह, 02, सिमडेगा 02, देवघर 04, जामताड़ा में 02, दुमका में 02 और गोड्डा में 01 मरीज में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। राज्य में अब तक 04 की मौत: रांची में तीन जबकि बोकारो के एक मरीज की मौत हो चुकी है। राज्य में स्वस्थ्य हुए 35 मरीज: रांची में 10, बोकारो में छह, धनबाद में दो, हजारीबाग में दो, देवघर में दो, सिमडेगा-कोडरमामें एक-एक जबकि राज्य के अन्य जिलों से संक्रमित मरीजों में 04 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today राज्य में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 4 की मौत हो चुकी है। राज्य में कोरोना पर विजय पाने वाले कुल मरीजों की संख्या अब 27 हो गई है। Full Article
india news राज्य में 10 और नए पॉजिटिव केस, अब तक 126 संक्रमण के मामले; कोविड-19 सेंटर से आठ और मरीज ठीक होकर लौटे घर By Published On :: Tue, 05 May 2020 15:46:31 GMT झारखंड में मंगलवार शाम 10 और संदिग्धों में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।नए मरीजों में आठ रांची के हिंदपीढ़ी के जबकि दो दुमका के निवासीहैं। कोरोना संक्रमित जिलों में दुमका की नयी एंट्री हुई है। उधर, कोडरमा के कोविड-19 सेंटर से एक जबकिरिम्स के कोविड-19 सेंटर से आज सात मरीज ठीक होकर अपने घर चले गए। राज्य में अब कोरोनावायरस के पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 126 हो गई है। इनमें से 4 की मौत हो चुकी है। 35 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं।उधर, राज्य में महामारी के सर्विलांस में लगे इंटिग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) की रिपोर्ट का आकलन है कि आने वाले 14-15 दिन काफी अहम होंगे। रिपोर्ट के अनुसार अगले 14-15 दिनों में कोरोना केस की संख्या तीन गुनी हो सकती है,जो कि करीब 350 के आसपास होगी।गुमला शहर के पालकोट रोड पर मंगलवार को सब्जी और फल दुकानों के पास लोगों की भीड़ जुटी।इस दौरान लोगों ने न तो सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटन किया और न ही एतिहात के तौर पर मास्क वगैरह का प्रयोग किया।कोरोना से लड़ रहे निगम कर्मियों का भी होगा 50 लाख रुपए का बीमाकोरोना संकट में जंग लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ-साथ अब शहरी नगर निकाय कर्मियों को भी 50 लाख का जीवन बीमा कर दिया गया है। यह 30 मार्च से 30 जून तक प्रभावी रहेगा। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने इस संबंध में सोमवार को राज्य के सभी डीसी और सिविल सर्जन को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज योजना के तहत कोरोना की रोकथाम और इलाज में लगे लगभग 22.12 लाख सरकारी, निजी और अनुबंध पर काम कर रहे लोग दायरे में आएंगे। इनमें सरकारी स्वास्थ्य प्रदाता, सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मी, निजी अस्पताल कर्मी, सेवानिवृत्त स्वैच्छिक कर्मी, स्थानीय शहरी निकाय, 108 एंबुलेंस कर्मी, अनुबंध कर्मी, दैनिक मजदूर, एडहॉक, आउटसोर्सिंग कर्मचारी, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और यूएनडीपी के कर्मचारी शामिल हैं।कोरोना अपडेट्स रांची: राज्य के रेड जोन में शामिल जिले में 92 लोगों में कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है। हिंदपीढ़ी व सटे इलाकों की हेल्थ स्क्रीनिंग फिर से शुरू हुई है। मेडिकल टीम घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रही है। डीसी राय महिमापत रे ने बताया कि 6 मई तक यहां स्क्रीनिंग का लक्ष्य रखा गया है। बरियातू के जोड़ा तालाब रोड स्थित लेक व्यू हॉस्पिटल के सभी 54 डॉक्टरों और कर्मचारियों की दूसरी जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। बोकारो: जिले में अब तक 10 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें एक की मौत हो चुकी है जबकि छह स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं। कोटा से बोकारो लौटनेवाली तीन छात्राओं की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव निकली है। ये छात्राएं रविवार को कोटा से धनबाद पहुंची थीं। तीन छात्राओं को फीवर होने के कारण धनबाद में ही रोककर जांच के लिए स्वाब लिया गया था। सोमवार को लॉकडाउन में केरल ,राजस्थान और महाराष्ट्र में फंसे बोकारो के 156 मजदूर स्पेशल ट्रेन से यहां पहुंचे जिनमें से चार को क्वारैंटाइन सेंटर जबकि अन्य को होम क्वारैंटाइन कर दिया गया। धनबाद: जिले में अब तक मिले दो संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। सोमवार को 809 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। अब तक 417 लोगों को होम क्वारैंटाइन में रखा गया है। इनमें 44 संदिग्धों को सदर अस्पताल, 37 लोगों को पीएमसीएच, 18 लोगों को एसएसएलएनटी, एक को रेलवे अस्पताल जबकि 49 लोगों को निरसा पॉलिटेक्निक में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है। वहीं अब तक 1290 लोगों का सैंपल लिया जा चुका है। इनमें 1028 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आया है जबकि 262 लोगों का सैंपल आना बाकी है। जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय व उसके सभी अंगीभूत कॉलेज मंगलवार से खुल गए, लेकिन यहां पढ़ाई नहीं होगी। विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, विभागाध्यक्ष व कॉलेजों के प्रिंसिपल अपने अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों में से 35% का रोस्टर बनाकर कार्यालय से संबंधित आवश्यक कार्यों को करेंगे। कर्मचारियों और पदाधिकारियों को हर हाल में मास्क व ग्लब्स पहनना होगा। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब में सोमवार को कुल 190 सैंपल की जांच हुई। जांच में सभी रिपोर्ट निगेटिव पाया। हजारीबाग: जिले में अबतक तीन लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। तीनों स्वस्थ्य भी हो चुके हैं। जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में सोमवार को कुल 91 लोगों का स्क्रीनिंग की गई। सोमवार को हुई स्क्रीनिंग में दो लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।84 लोग होम क्वारैंटाइन किए गए हैं। वहीं 106 लोगों का फैसिलटी क्वारैंटाइन क्लॉज किया गया। सोमवार को एक भी होम क्वारैंटाइन क्लोज नहीं हुआ। कोडरमा: 4 मई तक जिला में 11 हजार 931 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।अब तक कुल 169 लोगों का सैंपल लिया गया, जिसमें 121 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं 1 मरीज का रिपोर्ट पॉजिटिव आया था, मरीज का आर-2 का सैंपल लेकर भेजा गया है, रिपोर्ट का इंतजार है। जबकि 48 लोगों कीरिपोर्ट पेंडिंग है। होम क्वारैंटाइन में 6730 लोगों को रखा गया है, जबकि 7056 लोगों का 14 दिनों का होम क्वारैंटाइन पूरा हो गया है। क्वारैंटाइन सेंटर में 216 को रखा गया है। डोमचांच में बने कोविड केयर सेंटर में 44 लोगों को भर्ती किया गया है। गढ़वा: जिले में अब तक 290 लोगों का सैंपल कोरोना संक्रमण की जांच के लिए इटकी के प्रयोगशाला में भेजा गया। इसमें 266 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव आया है। उपायुक्त शशि रंजन ने बताया कि गुमला जिले से संदिग्धों का सैंपल नियमित रूप से भेजा जा रहा है। जहां भी ऐसे संदिग्धों के लक्षण की सूचना प्राप्त होती है उसका सैंपल एकत्र कर लैब में भेजी जा रही है। सिमडेगा: जिले में अब तक 271 संदिग्धों के सैंपल भेजे जा चुके हैं जिसमें 237 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव जबकि दो रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, एक कोरोना संक्रमित स्वस्थ्य होकर घर लौट चुका है। फिलहाल, 27 संदिग्धों की रिपोर्ट आनी बाकी है। अब तक जिले में 85 लोगों को क्वारैंटाइन जबकि 77 लोगों को होम क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है। पलामू: चार मई से लॉक डाउन 3.0 लागू हो गया है। इसके साथ ही पलामू पुलिस और भी सख्त हो गई हैं। जिले के लेस्लीगंज में अब तक तीन कोरोना संक्रमण के मरीज मिल चुके हैं। तीनों को इलाज के लिए कोविड-19 सेंटर में भर्ती किया गया है। कोरोना पॉजिटिव के परिवार, रिश्तेदारों और उसके साथ क्वारैंटाइन में रहने वाले सभी का सैंपल निगेटिव आया है। जिले में 44 चेकनाका बनाया गया है जहां पुलिस निरंतर आने जाने वालों पर नजर रखे हुए हैं। गिरिडीह: जिले में अब तक दो कोरोना संक्रमण के केस मिल चुके हैं। दोनों का इलाज कोविड-19 सेंटर में चल रहा है। जिले के कोरोना पीड़ित महिला का स्वाब लेकर जांच के लिए पीएमसीएच धनबाद भेजा गया। जिले में अब तक 317 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं जिनमें से दो रिपोर्ट पॉजिटिव जबकि 276 रिपोर्ट निगेटिव आई है। 41 रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं, कुल 358 संदिग्धों को होम क्वारैंटाइन किया गया है। देवघर: जिले में शनिवार को दो नए कोरोना संक्रमित की पुष्टि हुई। कुल चार पॉजिटिव केस में से पहले के दो पॉजिटिव मरीजों के ठीक होने के बाद रविवार को उन्हें घर भेज दिया गया। अब तक जिले में 350 से ज्यादा संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं जिसमें 228 की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है 116 लोगों की रिपोर्ट भी जल्द ही आ जाएगी। जामताड़ा: जिले में अब तक दो संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। दोनों का कोविड-19 सेंटर में इलाज चल रहा है। प्लस टू हाई स्कूल नाला क्वारैंटाइन सेंटर के पास 200 मीटर का एरिया सील किया गया है। साथ ही बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी है। रेड जोन चिह्नित इलाके की दुकानों को भी बंद कराया गया है। केंद्र और राज्य सरकार की पहल के बाद लॉकडाउन की वजह से केरल में फंसे झारखण्ड के कुल 22 जिलों के 1129 मजदूर सोमवार को स्पेशल ट्रेन से तिरूअनंतपुरम से जसीडीह स्टेशन पहुंचे। स्टेशन परिसर में स्वास्थ्य परीक्षण हेतु बनाए गए काउंटर में थर्मल स्कैनिंग व स्वास्थ्य जांच संबंधी अन्य सभी प्रक्रिया पूरी की गई। सभी को 14 दिनों तक होम क्वारैंटाइन का पालन करने का निर्देश दिया।सिविक एक्शन प्लान के तहत सीआरपीएफ की 154वीं बटालियन ने गिरिडीह के पारसनाथ पहाड़ की तराई में बसे उग्रवाद प्रभावित खुट्टा व खेजवाली गांव में मंगलवार को ग्रामीणों के बीच अनाज, मास्क, सैनिटाइजर, साबुन का वितरण किया।राज्य में कुल 126 संक्रमित: रांची के 92, बोकारो 10, पलामू 03, हजारीबाग 03, गढ़वा 03, धनबाद 02, गिरिडीह, 02, सिमडेगा 02, देवघर 04, जामताड़ा में 02, दुमका में 02 और गोड्डा में 01 मरीज में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।राज्य में अब तक 04 की मौत: रांची में तीन जबकि बोकारो के एक मरीज की मौत हो चुकी है।राज्य में स्वस्थ्य हुए 35मरीज: रांची में 10, बोकारो में छह, धनबाद में दो, हजारीबाग में दो, देवघर में दो, सिमडेगा में एक जबकि राज्य के अन्य जिलों से संक्रमित मरीजों में 04 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today गुमला शहर के मुख्य बाजार में मंगलवार को लगे साप्ताहिक सब्जी मंडी में लोगों की भीड़ उमड़ी। लॉकडाउन फेज वन से लेकर अब तक इस बाजार की ऐसी ही तस्वीरें सामने आती रही है। Full Article
india news अवैध शराब के धंधेबाजों के दर्ज कराएं प्राथमिकी : डीसी By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT ई-मुलाकात के माध्यम से उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, अंचलाधिकारियों सहित जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। डीसी ने कहा कि अवैध शराब की चुलाई एवं बिक्री करने वाले व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए शराब नष्ट करें। अवैध शराब की चुलाई एवं बिक्री करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ क्षेत्रों में सघन छापामारी अभियान चलाएं। बैठक में डीसी ने कहा कि आकस्मिक सुविधा हेतु प्रखंड स्तर पर उपलब्ध कराई गई ड्राई फूड चुड़ा, गुड, चना का जरूरत मंदों के बीच वितरण करें। बैठक में डीसी ने कहा कि ठेठईटांगर प्रखंड में पाए गए कोविड-19 पॉजिटिव केस नेगेटिव पाए जाने तथा उनके सम्पर्क में आने वाले परिजन व व्यक्तियों का भी मेडिकल जांच नेगेटिव पाए जाने एवं 28 दिन पूर्ण होने पर किसी भी प्रकार की संक्रमित स्थिति नहीं पाए जाने पर संबंधित एरिया को कंटेंमेंट जोन से मुक्त किया जा चुका है। उपायुक्त ने इस क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरते हुए हाट-बाजार लगाने की बात कही।छूटे हुए सुयोग्य लाभुकों को जनवितरण प्रणाली से जोड़ने की दिशा में उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को विशेष सर्वे करने का निर्देश दिया।जिसमें वैसे कार्डधारी एवं सदस्य जिनकी मृत्यु हो चुकी हो, जिला से बाहर रहते है व अन्य कारणवश लम्बे समय से पीडीएस दुकान से राशन का उठाव नहीं कर रहे हैं, वैसे कार्डधारियों को सूचीबद्ध करते हुए उनके स्थान पर छूटे हुए सुयोग्य लाभुकों को जोड़ते हुए योजना से अच्छादित करने का निर्देश दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Register FIR for illegal liquor businessmen: DC Full Article
india news अवैध शराब के धंधेबाजों के दर्ज कराएं प्राथमिकी : डीसी By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT ई-मुलाकात के माध्यम से उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, अंचलाधिकारियों सहित जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। डीसी ने कहा कि अवैध शराब की चुलाई एवं बिक्री करने वाले व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए शराब नष्ट करें। अवैध शराब की चुलाई एवं बिक्री करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ क्षेत्रों में सघन छापामारी अभियान चलाएं। बैठक में डीसी ने कहा कि आकस्मिक सुविधा हेतु प्रखंड स्तर पर उपलब्ध कराई गई ड्राई फूड चुड़ा, गुड, चना का जरूरत मंदों के बीच वितरण करें।बैठक में डीसी ने कहा कि ठेठईटांगर प्रखंड में पाए गए कोविड-19 पॉजिटिव केस नेगेटिव पाए जाने तथा उनके सम्पर्क में आने वाले परिजन व व्यक्तियों का भी मेडिकल जांच नेगेटिव पाए जाने एवं 28 दिन पूर्ण होने पर किसी भी प्रकार की संक्रमित स्थिति नहीं पाए जाने पर संबंधित एरिया को कंटेंमेंट जोन से मुक्त किया जा चुका है। उपायुक्त ने इस क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरते हुए हाट-बाजार लगाने की बात कही।छूटे हुए सुयोग्य लाभुकों को जनवितरण प्रणाली से जोड़ने की दिशा में उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को विशेष सर्वे करने का निर्देश दिया।जिसमें वैसे कार्डधारी एवं सदस्य जिनकी मृत्यु हो चुकी हो, जिला से बाहर रहते है व अन्य कारणवश लम्बे समय से पीडीएस दुकान से राशन का उठाव नहीं कर रहे हैं, वैसे कार्डधारियों को सूचीबद्ध करते हुए उनके स्थान पर छूटे हुए सुयोग्य लाभुकों को जोड़ते हुए योजना से अच्छादित करने का निर्देश दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Register FIR for illegal liquor businessmen: DC Full Article
india news बिना राशन कार्ड वाले गरीबों को डेढ़ माह में मिला सिर्फ 10 किलो चावल By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT प्रखंड के कई गरीब परिवारों को राशन नहीं मिलने के मामले में कांग्रेस महामंत्री अशफाक आलम ने विधायक विक्सल कोंगाडी को आवेदन दिया है। गरीब परिवारों को चावल मिलना चाहिए मगर इसके पास राशन कार्ड भी नहीं है। अशफाक आलम ने यह भी बताया कि इन्हें जब से लॉक डाउन हुआ है तब से मात्र इन्हें एक बार 10 किलो चावल मुखिया द्वारा दिया गया था। जबकि सरकार द्वारा जिनके पास राशन कार्ड है उनको तीन-तीन माह का राशन दे दे देने के बावजूद अब दो 2 महीने का राशन एक साथ प्रत्येक कार्ड धारी को यानी कि कार्ड धारी में जितने लोग का नाम है सभी मेंबर को 10 - 10 केजी चावल दिया जा रहा है। जिस घर में 10 लोग हैं उस परिवार को एक कार्ड में 1 क्विंटल चावल दिया गया इस तरह से 3 माह का चावल पहले ही उन्हें प्रत्येक मेंबर को 15 -15 केजी दिया गया था। इस तरह से राशन कार्ड वालों के घर चावल भरपूर है जबकि जिनको नहीं है उन्हें मात्र 5 केजी से 10 केजी चावल देखकर मुखिया ने अपना कर्तव्य पूरा कर लिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news अवैध शराब कारोबारी के घर छापामारी, एक क्विंटल जावा महुआ और शराब किया नष्ट By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT चायत के कुम्हारटोली में महुआ शराब के अवैध कारोबार की गुप्त सूचना मिलने पर कार्रवाई की गई। बीडीओ मृत्युंजय कुमार और थाना प्रभारी मोहन बैठा ने टीम बनाकर छापामारी की। कारोबारी के घर से काफी मात्रा में शराब और एक क्विंटल जावा महुआ बरामद कर इसे नष्ट कर दिया गया। शराब बनाने में प्रयुक्त समानों को भी नष्ट किया गया।लॉकडाउन के दौरान सरकारी शराब दुकान को सील कर दिया गया है। कहीं भी भीड़ नहीं लगाने की हिदायत दी जा रही है। लेकिन अवैध शराब के धंधेबाज बाज नही आ रहे हैं। छापामारी में बीसीईओ सुरेश नाथ साहदेव,एसआई उपेंद्र कुमार यादव, एसआई सतन राम और पुलिस जवान शामिल थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Illegal liquor baron's house raided, one quintal of Java mahua and liquor destroyed Full Article
india news 19 मजदूरों काे लॉकडाउन तोड़ने के आराेप में जेल भेजा जाना उचित नहीं : विधायक By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT बोलबा प्रखंड प्रशासन द्वारा 19 मजदूरों के खिलाफ लॉकडाउन तोड़ने का मामला दर्ज करा जेल भिजवाए जाने को लोग उचित नहीं मान रहे हैं। जिले में 2 दिनों से सोशल मीडिया में इसकी खूब चर्चा है और मंगलवार को इस मामले से हुसैनाबाद के विधायक कमलेश सिंह द्वारा सीएम को अवगत कराए जाने के बाद यह और चर्चा में आ गया है। इससे पूर्व भी बोलबा प्रखंड में ही 5 लोगों को ऐसे ही मामले में जेल भेजा गया था। जबकि अन्य प्रखंड में लॉकडाउन तोड़ने के आरोपियों पर कुछ नरमी रखते हुए उन्हें क्वारेंटिंन किया गया था, जेल नहीं भेजा गया। सोशल मीडिया में इसे दोहरा मापदंड बताया जा रहा है।हुसैनाबाद विधायक कमलेश कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट कर सिमडेगा जेल में बंद हुसैनाबाद क्षेत्र के 5 मजदूरों के अलावा बिहार और उत्तरप्रदेश के कुल 19 मजदूरों को रिहा करने का आग्रह किया। विधायक को दैनिक भास्कर में छपी खबर से उक्त मामले की जानकारी मिली थी। उन्होंने सीएम को लिखा है कि ओडि़शा के झारसुगड़ा में भूषण स्टील प्लांट में मजदूरी करने वाले 19 मजदूर जो झारखण्ड के हुसैनाबाद, बिहार और उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं। ये लोग साइकिल से अपने घर जा रहे थे । इन लोगों को सिमडेगा के बोलबा प्रखंड में हिरासत में लेकर लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में जेल भेज दिया गया था। सिंह ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इन सभी मजदूरों को रिहा किया जाए और केस वापस लिया जाए।मजदूरों ने खाने पीने की कमी के कारण मजबूरी में सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने घर साइकिल से जाने का निश्चय किया था। इनके ऊपर केस दर्ज कर जेल भेजने को उन्होंने ज्यादती कहा है। साथ ही कहा कि जब पूरे भारत के राज्यों से मजदूर पैदल या साइकिल से अपने घर जा रहे हैं । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news पीडीएस डीलर पर लगा दो लाख 16 हजार का जुर्माना By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT अपर समाहर्ता सह जिला आपूर्ति पदाधिकारी अमरेन्द्र कुमार सिन्हा ने सदर प्रखंड के बेन्दोजोर करंजटोली की राशन डीलर ईमानदनी कुजूर का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। कार्यपालक दण्डाधिकारी द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन का अवलोकन करते हुए संबंधित डीलर को कम खाद्यान्न वितरण करने के जुर्म में निलंबित करते हुए कटौती किए गए अनाज का मूल्य प्रति किलाे 40 रुपए की दर से कुल 2 लाख 16 हजार 800 रुपए जुर्माना राशि जमा करने का सख्त निर्देश दिया गया। दो दिनों में जुर्माना राशि नहीं जमा करने की स्थिति में अनुज्ञप्ति संख्या को रद्द करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी।डीएसओने बताया कि डीलर कुजूर के द्वारा कार्डधारियों के बीच निर्धारित मात्रा से राशन की कटौती करते हुए कार्डधारियों के बीच कम खाद्यान्न वितरण किए जाने की शिकायत मिली थी। इस शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच कार्यपालक दण्डाधिकारी के द्वारा कराई गई। जांचोपरांत पाया गया कि डीलर द्वारा राशन कार्डधारियों के बीच 54 क्विंटल 20 किलाे कम खाद्यान्न का वितरण किया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today PDS dealer fined two lakh 16 thousand Full Article
india news केरल से 55, बेंगलुरु से 25 और रायपुर से 12 मजदूर अपने घर लौटे By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT कोविड-19 के महामारी में लाॅकडाउन के दौरान राज्य के बाहर फंसे झारखण्ड वासियों को सरकार के मदद से केरल, बेंगलुरू तथा रायपुर से 92 मजदूराें काे जिला प्रशासन के द्वारा सिमडेगा लाया गया। एसएस प्लस टू हाई स्कूल में बनाए गए रिसिविंग सेंटर में सबाें काे बस से लाया गया। जहां प्रशासन के पदाधिकारियों ने मजदूरों का स्वागत किया। केरल से 55 मजदूर धनबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे थे, बेंगलुरू से 25 मजदूर रांची रेलवे स्टेशन पहुंचे थे तथा रायपुर से 12 मजदूर सिमडेगा पहुंचे। उपायुक्त सिमडेगा मृत्युंजय कुमार बरणवाल के दिशा-निर्देश पर जिला प्रशासन के द्वारा धनबाद, रांची तथा रायपुर बसों को भेजकर मजदूरों को सिमडेगा लाया गया।सिमडेगा आने के पश्चात मजदूरों की एस एस प्लस टू हाई स्कूल सिमडेगा में बनाए गए रिसिविंग सेन्टर में चिकित्सकों के द्वारा मेडिकल स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान चिकित्सकों की टीम के द्वारा इंफ्रारेड थर्मामीटर के माध्यम से मजदूरों के बॉडी टेंपरेचर को नापा गया। साथ ही साथ खांसी, बुखार जैसे लक्षण की भी स्क्रीनिंग की गई। जांचोपरांत ठीक पाए जाने पर मजदूरों के हाथों में होम क्वारेंटाइन का मोहर लगा उन्हें होम क्वारेंटाइन में भेजा गया। होम क्वारेंटाइन में मजदूरों को 14 दिनों तक रहने का निर्देश दिया गया है। एसएस प्लस टू सिमडेगा में दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों के लिए विभिन्न सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन हो इसके लिए उपायुक्त के निर्देश पर सभी काउंटरों के आगे सामान दूरी पर चेयर लगाए गए है। मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद मजदूरों को संबंधित रिसिविंग सेन्टर में बनाये गए सुविधा काउन्टर में भेजा जा रहा है। जहां श्रमिकों का बायोटाडा लेते हुए उन्हें 14 दिनों के बाद मनरेगा से रोजगार मुहैया कराने की दिशा में पहल की गई। वहीं इस दिशा में श्रमिकों की राय भी ली गई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news धनबाद, रांची और रायपुर से सिमडेगा के मजदूरों को बसों से लाया गया, 14 दिनों तक सभी होम क्वारेंटाइन में रहेंगे By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन के दौरान जब प्रवासी मजदूरों का अपने शहर-गांव वापसी शुरू हुई है तब सिमडेगा से होकर हर रोज दर्जनों लोग गुजर रहे हैं। ओडि़शा और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों से सड़क मार्ग से लौटने का रास्ता सिमडेगा होने के कारण झारखंड के अलावा बिहार और उत्तरप्रदेश के गरीब मजदूर फंसते-रुकते, भूखे प्यासे और गिरते-उठते यहां से गुजरते मिल रहे हैं। अपनी संवेदनशीलता के लिये हमेशा पहचान बनाने वाले सिमडेगा वासी कोरोना संकट की इस कठिन घड़ी में हर रोज सेवा की कई मिसाल पेश कर रहे हैं।मंगलवार की सुबह 5 बजे सेवा भावना का यह सिलसिला शुरू हुआ। रामजानकी मंदिर पथ निवासी आनंद जैन जब सुबह घर से निकले तो उन्होंने साइकिल से 19 लोगों को आते देखा। ये लोग ओडि़शा के विभिन्न शहरों से निकल पलामू जिले के विभिन्न गांव जा रहे थे। पूछने पर पता चला कि रास्ते में खाने के लिये बहुत तकलीफ रही। जैन ने एक दुकान खुलवाकर सभी को बिस्किट और ब्रेड आदि दिया और रास्ते के लिये भी कुछ सामान दिए।पैदल ही आसनसोल जा रहे थे 10 मजदूर सिमडेगा के लोगों ने की मदद, नाश्ता कराया शाम साढ़े 4 बजे आनन्द भवन के निकट पैदल पहुंचे 10 लोगों की मदद आसपास के लोगों ने की। ये लोग ओडि़शा से आसनसोल जा रहे हैं। पिंटू अग्रवाल, मनोज अग्रवाल और गणेश कुलुकेरिया आदि युवकों ने इन्हें शीतल पेय और नाश्ता देने के बाद अंचलाधिकारी से संपर्क करके इनके लिये वाहन की व्यवस्था कराई। जिनके पास किराया देने के लिये पैसे नहीं थे उनके किराए का इंतजाम भी किया।सिमडेगा : कोरोना एक नजर में भेजे गए कुल सैम्पल 287 सैम्पल रिजेक्ट 05 नेगेटिव 245 पॉजिटिव 02 रिपोर्ट पेंडिंग 35 डिस्चार्ज 01 क्वारंटाइन 42 होम क्वारंटाइन 257 केरल से कुरडेग लौटे 5 मजदूरों को होम क्वारेंटाइन में भेजा गयारोजगार के सिलसिले में केरल गए पाँच लोगों की वापसी के बाद उनकी स्वास्थ्य जाँच करते हुए उन्हें अपने घर भेजा गया।प्रखंड के विभिन्न गांवों से ये युवक मजदूरी करने केरल गए थे। कोरोना संकट के कारण देश व्यापी लॉक डाऊन में वे 40 दिनों तक फंसे रहे। सरकार द्वारा सभी मजदूरों को राँची तक लाया गया। सिमडेगा जिला प्रशासन द्वारा गाड़ी से सभी मजदूरों को कुरडेग पहुँचाया गया । बी डी ओ मृत्युंजय कुमार की उपस्थिति में सी एच सी में डाक्टर जगत बड़ाईक द्वारा सभी मजदूरों की स्वास्थ्य जाँच की गई। सभी को स्वस्थ पाया गया। इनके हाथ मे मोहर लगाकर होम क्वारेंटाइन में भेजा गया। बी डी ओ ने कहा कि सभी लोग 14 दिनों तक अपने घर में ही रहें। उन्हें इधर -उधर नही घूमना है।अगर ऐसा करते पाया गया तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Workers from Simdega from Dhanbad, Ranchi and Raipur were brought by buses, all the houses will remain in quarantine for 14 days Full Article
india news पतरातू से 15 मजदूर पैदल देवघर के लिए हुए रवाना By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT पीवीयूएनएल पतरातू में काम कर रही हाईग्रे कंपनी के 15 मजदूर लॉकडाउन के दौरान पैसे की कमी, खाने पीने में दिक्कत और बढ़ती परेशानी से तंग आकर मंगलवार की सुबह पैदल हीं देवघर के लिए रवाना हो गए। इन मजदूरों का कहना था कि कंपनी की ओर से न वेतन दिया जा रहा था और न खाने-पीने की कोई सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही थी। ऐसे में लंबे समय तक रहना मुश्किल हा़े गया था। अब वे लोग अपने घर जा रहे हैं। वहां खेती और अन्य काम कर अपना गुजारा कर सकेंगे। मजदूर सुबह चार बजे पीटीपीएस के जनता नगर से मेन रोड होते हुए निकले। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 15 workers from Patratu leave for Deoghar Full Article
india news बिना भक्तों के आज मनेगी मां छिन्नमस्तिका की जयंती By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT सदियों से वैशाख शुक्ल चतुर्दशी तिथि को मनाए जाने वाले माता छिन्नमस्तिका की जयंती बुधवार को पहली बार बिना भक्तों की मौजूदगी के आयोजित की जाएगी। यह स्थिति कोरोना के कारण जारी लॉकडाउन-3 से उत्पन्न हुई है। जिला प्रशासन के निर्देश पर पिछले 20 मार्च से ही सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित छिन्नमस्तिका मंदिर का पट आम श्रद्धालुओं के लिए बंद है। आम श्रद्धालुओं के लिए पट बंद होने के बाद मंदिर प्रक्षेत्र में पिछले 46 दिनों से सन्नाटा पसरा है। स्थानीय पुजारियों द्वारा यहां सिर्फ दैनिक पूजा, मंगल आरती, दोपहर में भोग और संध्या आरती ही हो रही है। इसमें आम श्रद्धालुओं का प्रवेश पूरी तरह से निषेध है।मंदिर के पट खुलने के साथ ही होगी मां छिन्नमस्तिका की विशेष पूजाअन्य दिनों की तरह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए स्थानीय पुजारियों द्वारा सुबह चार बजे मंदिर का पट खुलने के साथ ही पांच पुजारियों की मौजूदगी में माता का विशेष पूजा होगी। इसके बाद दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ हवन और जाम और माता छिन्नमस्तिका का विशेष पूजा अर्चना का आयोजन कर भोग लगाया जाएगा। शाम 7:00 बजे संध्या आरती होगी।''असीम पंडा, पुजारी, छिन्नमस्तिका मंदिर रजरप्पा।मान्यता : वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को हुआ था मां का प्रादुर्भाव मां छिन्नमस्तिका की जयंती के बारे में स्थानीय पुजारियों ने बताया कि जब राजा दक्ष द्वारा विराट यज्ञ का आयोजन किया गया था, उस यज्ञ में राजा दक्ष ने भगवान शिव को निमंत्रण देना भूल गए। इससे नाराज भोलेनाथ ने यज्ञ में आना पसंद नहीं किया। लेकिन, राजा दक्ष की पुत्री मां दुर्गा यज्ञ में जाने के लिए जिद पर उतर आई। इससे नाराज मां दुर्गा ने भगवान भोलेनाथ को विराट नौ रूप दिखाया। इसमें छठे स्वरूप में छिन्नमस्तिका नजर आई। जिस दिन मां छिन्नमस्तिका छठे स्वरूप को धारण किया, वह तिथि वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी थी। स्थानीय पुजारी असीम पंडा के अनुसार, उस दिन से मां छिन्नमस्तिका की जयंती मनाई जा रही है। हालांकि इस बार वो बात नहीं है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Mother Chinnamastika's birth anniversary will be celebrated without devotees today Full Article
india news कोरोना वॉरियर्स सफाई कर्मी सम्मानित By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT रामगढ़ जागरुक युवा मंच की ओर से कोरोना वॉरियर्स सफाई कर्मियों को सम्मानित किया गया। मंगलवार को शहरी क्षेत्र के वार्ड 3 के नेताजी सुभाषचंद्र बोस रोड(दुसाध मुहल्ला) में कैंटोनमेंट बोर्ड के सफाई कर्मियों को सम्मान दिया गया। यहां, मंच के संयोजक मुकेश कुमार नायक ने सफाई कर्मियों को अंगवस्त्र (गमछा) प्रदान कर सम्मानित किया । इस दौरान मंच के पदाधिकारी, सदस्य और लोगों ने ताली बजाकर स्वागत किया । वहीं, सभी के बीच मास्क वितरण किया गया । संयोजक मुकेश कुमार नायक ने कोरोना वॉरियर्स को सैल्यूट कर कहा कि सफाई कर्मी जान जोखिम में डाल कर शहर को संक्रमण से बचाने के लिए स्वच्छ बनाने में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी में कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी,पुलिस कर्मी, मीडिया कर्मी के योगदान को देश नहीं भूलेगा, और इन लोगों की सेवा कार्य को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने, लोगों से लॉकडाउन में घर में रहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क लगाने और साबुन से हाथ धोने की अपील की । मौके पर संतोष नायक, जितेंद्र सिंह,अजय पांडेय, सल्लू सोनी, निरंजन महतो, नीलू वर्मा, सूरज साव, आलोक शर्मा, दिलीप नायक, रूपेश पासवान,विवेक अग्रवाल मौजूद थे । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Corona Warriors cleaning worker honored Full Article
india news गरीबों के बीच फूड पैकेट बांटे By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT हिंदू रक्षा दल रामगढ़ की ओर से लॉकडाउन में ज़रुरतमंद व गरीबों को खाना खिलाया जा रहा है । इसके तहत मंगलवार को भी शहर के विकास नगर, करमाली टोला, रेलवे फाटक क्षेत्र,चाणक्यपुरी सहित कई क्षेत्रों में गरीबों के बीच पुड़ी व सब्जी का फूड पैकेट बांटा गया। हिन्दू रक्षा दल के किशन राम अकेला और दीपक मिश्रा ने बताया कि लॉकडाउन तक गरीबों के बीच फूड पैकेट वितरण किया जाएगा । इस सेवा कार्य में दल के किशन राम अकेला, दीपक मिश्रा के अलावा सदस्य सत्यजीत चौधरी, राहुल पासवान, रॉकी यादव, मोनू गुप्ता, पप्पू सोनी, प्रथम कुमार, अभिषेक गुप्ता, लालू गुप्ता, आयुष यादव, सुमिरन सिंदेरिया, अजय रॉकी, रोहित कुमार, राजेश, नितेश, राकेश कुमार सहयोग प्रदान कर रहे है । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Food packets distributed among the poor Full Article
india news दस किलाे कम राशन दे रहे डीलर By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT एक तरफ सरकार गरीबों को हरसंभव मदद करने का प्रयास कर रही है तो दूसरी तरफ राशन दुकानदार मौका का फायदा उठाने में जुटे हैं। ऐसा ही एक मामला मनिका प्रखंड के अति नक्सल प्रभावित पंचायत बड़काडीह के हुमामारा गांव का आया है। यहां आरती महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा चलाए जा रहे राशन दुकान पर कार्डधारियों ने 10 किलो तक राशन कम देने का आरोप लगाया है। यह दुकान समूह के अध्यक्ष के पति महेंद्र सिंह और मोहन ठाकुर द्वारा चलाया जाता है।राशन कार्डधारी रमेश सिंह ने बताया कि हमारी मां के नाम से राशन कार्ड है, जिसमें आठ सदस्यों का नाम अंकित है। इसके हिसाब से एक माह का 40 किलो राशन होता है, लेकिन डीलर द्वारा 30 किलो ही राशन मुझे दिया गया है। वहीं, दूसरे लाभुक गुर्जर सिंह ने बताया कि मेरे कार्ड में मेरा और मेरी पत्नी का नाम अंकित है। ऐसे में हमें एक माह का दस किलो राशन देना चाहिए था, लेकिन तौलने पर आठ किलो ही राशन निकला। वहीं, पीला कार्डधारी धर्म सिंह ने बताया कि पीला कार्डधारी को 35 किलो राशन देना है, लेकिन डीलर द्वारा मुझे 25 किलो राशन दिया जाता है।पीडीएस दुकान का लाइसेंस निलंबितलातेहार | एसडीओ सागर कुमार ने राशन वितरण में अनियमितता बरतने वाले मनिका प्रखंड के मतनाग गांव के तारा स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित जन वितरण प्रणाली दुकान के अनुज्ञप्ति को निलंबित कर दिया है। समूह संचालक से एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब भी मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर अनुज्ञप्ति रद्द करते हुए नियम के तहत कार्रवाई करने की बात कही है।मैं मामले की जांच करता हूं। दोषी किसी भी हालत में बख्शे नहीं जाएंगे।एनके राम, सीओ, मनिका।यह मामला गंभीर है। मैं एमओ से मामले की जांच कराता हूं। यदि मामला सत्य पाया गया तो दोषी डीलर पर हर हाल में कार्रवाई होगी।सागर कुमार, एसडीओ, लातेहार। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news दीदी किचन केंद्र में मिल रहा लोगों को मुफ्त भोजन By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT झालसा रांची के निर्देश पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विष्णुकांत सहाय के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव कमला कुमारी ने सदर प्रखंड के परसही पंचायत के होटवाग ग्राम में चल रहे मुख्यमंत्री दीदी किचन केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में सचिव ने पाया कि इस केंद्र में राहगीरों एवं आसपास के गांवों के जरूरतमंदों को सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। सचिव कमला ने केंद्र संचालक को आसपास स्वच्छता रखने एवं सामाजिक दूरी बनाकर लोगों के बीच भोजन परोसने का निर्देश दिया। उन्होंने लोगों को कोरोना महामारी को देखते हुए मास्क या साफ कपड़ा से अपने चेहरे को ढंकने तथा सैनिटाइजर या साबुन से समय-समय पर हाथ धोने की सलाह दी। लाॅकडाउन के शर्तों के पालन करने का भी निर्देश दिया गया। मौके पर पीएलवी रविंद्र कुमार तथा मिथिलेश कुमार उपस्थित थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news बेंगलुरु से सकुशल वापस बरवाडीह पहुंचे 11 मजदूर By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस विश्वव्यापी महामारी से बचाव को लेकर पूरे देशभर में लॉकडाउन लगा हुआ है, जिसकी वजह से बरवाडीह के भी दिहाड़ी मजदूर दूसरे राज्य में फंसे हुए थे। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर बेंगलुरू से 11 दिहाड़ी मजदूर मंगलवार को बरवाडीह पहुंचे। इसके बाद प्रशासन ने संबंधित पंचायत के मुखिया को सौंप दिया। सभी 11 मजदूर बेतला पंचायत के हैं। इनमें बेतला गांव नौ और पोखरीखुर्द के दो मजदूर शामिल हैं। पंचायत की मुखिया माया देवी ने सभी मजदूरों को उनके परिजनों को सौंप दिया है और उन्हें 14 दिन तक होम क्वारेंटाइन में रहने का निर्देश दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने, हमेशा चेहरे पर मास्क लगाने तथा कोरोना से बचाव के लिए कई सलाह दी गयी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 11 laborers from Bangalore safely return to Barwadih Full Article
india news 200 जरूरतमंद परिवारों के बीच सीआरपीएफ ने बांटे अनाज By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना महामारी में नक्सल अभियान के साथ-साथ सीआरपीएफ जरूरतमंद लोगों के घरों तक भोजन पहुंचाने का अभियान चला रही है। इसी कड़ी में सीआरपीएफ की 11वीं बटालियन के कमांडेंट विनय कुमार त्रिपाठी के निर्देश पर बरवाडीह थाना क्षेत्र के मंगरा पंचायत अंतर्गत चंद्रदहा विद्यालय में मंगलवार को सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत कंपनी कमांडर रूपेश सिंह के नेतृत्व में जरूरतमंद परिवारों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। इस दौरान 200 जरूरतमंद परिवारों के बीच चावल, दाल और आटा का पैकेट बनाकर वितरण किया गया। अनाज पाकर ग्रामीण खुश दिखे। मौके पर मौजूद कंपनी कमांडर रूपेश सिंह ने मौजूद ग्रामीणों को सोशल डिस्टेंस का पाठ पढ़ाते हुए लॉकडाउन का पालन करने की भी नसीहत दी। मौजूद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए रुपेश सिंह ने कहा कि देश में संकट की घड़ी में जरूरतमंद परिवारों के समक्ष भुखमरी न हो, इसके लिए सीआरपीएफ के वरीय अधिकारियों द्वारा खाद्य सामग्री वितरण करने का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today CRPF distributes grains among 200 needy families Full Article
india news 8 मजदूरों का धैर्य टूटा तो कटिहार व साहेबगंज के लिए निकल पड़े पैदल By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना संक्रमण के मामले को बढ़ते देख पूरे देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद बाहर रह रहे प्रवासी मजदूरों का अब धैर्य टूटता जा रहा है। अब वे किसी तरह अपने घर-परिवार के बीच पहुंचना चाह रहे हैं। मंगलवार को कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। पलामू के पोलपोल से पैदल कटिहार और साहेबगंज के लिए पैदल जा रहे आठ मजदूर हेरहंज पहुंचे थे। सभी मजदूर लॉकडाउन के बढ़ते समय और कोरोना के संक्रमण के भय से किसी तरह घर पहुंचना चाह रहे थे। पोलपोल से पैदल जा रहे मजदूरों ने बताया कि हम सभी मार्च महीने में नहर में काम करने आये थे। मात्र एक सप्ताह ही काम कर पाए, जिसके बाद लॉकडाउन लागू हो गया। हमलोग वहां पर रुक गए। इसके बाद लॉकडाउन की तिथि बढ़ती चली गई और काम करा रहे पेटी कांट्रैक्टर ने भी हमलोगों को अपने घर जाने को कह दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news ओडिशा में फंसे 136 प्रवासी मजदूर पहुंचे घर, खुशी के आंसू छलके By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT देशव्यापी लाॅकडाउन के दौरान ओडिशा में फंसे जिले के 136 प्रवासी मजदूर मंगलवार को बस से लातेहार पहुंचे। लातेहार की धरती में कदम रखते ही उनके आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। चंदवा प्रखंड के बालदेव गंझू व सुरेन्द्र गंझु, बारियातू के यमुना गंझु, लातेहार के ललन पासवान, राजेन्द्र पासवान समेत कई प्रवासी मजदूरों ने लॉक डाउन के दौरान ओडिसा में गुजारे 40 दिन के दर्द को बयां किया। कहा, सरकार एवं जिला प्रशासन ने हमें नई जिंदगी दी है। इस एहसान को हमलोग कभी नहीं भूलेंगे।इससे पहले उपायुक्त जिशान कमर समेत जिले के कई पदाधिकारियों ने जिला खेल स्टेडियम में प्रवासी मजदूरों का स्वागत किया। यहां मेडिकल टीम द्वारा सभी के स्वास्थ्य की जांच की गई।जांच में सभी स्वस्थ पाए गए। सभी को चावल, दाल, सैनिटाइजर समेत जरूरत के अन्य सामान दिए गए। उपायुक्त कमर में प्रवासी मजदूरों से कहा शासन व प्रशासन अपना फर्ज निभाया है। इसी तरह आप सभी 14 दिनों तक अपने अपने घर में होम क्वारेंटाइन रहकर अपना फर्ज निभाएं। इसके बाद सभी प्रवासी मजदूरों को छोटे वाहन से घर के लिए रवाना किया गया। मौके पर अपर समाहर्ता आलोक शिकारी कच्छप, डीटीओ बंधन लांग, नगर पंचायत पदाधिकारी अमित कुमार, स्थापना उपसमाहर्ता कयूम अंसारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कंडुलना, रितेश पाण्डेय, आशीष पाण्डेय, कलंदर आजाद समेत कई पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे।दूसरे जिले के 5 मजदूर भी भेजे गए अपने घरलाॅक डाउन में फंसे 136 प्रवासी मजदूरों को जिला प्रशासन द्वारा छह बस से लातेहार लाया गया। इसमें पलामू जिला के तीन, गुमला के एक व चतरा जिले का एक मजदूर शामिल थे। स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें भी सुरक्षित वाहन से संबंधित जिला भेजा गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 136 migrant laborers stranded in Odisha reach home, tears of joy spread Full Article
india news डाॅक्टर बाेले- लाॅकडाउन में हताश न हाें, तनाव से बचें By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन के कारण आम लोग काफी परेशान व तनावपूर्ण माहौल में आ गए हैं। इस दौरान घरेलू हिंसा व आत्महत्या की घटनाएं भी बढ़ी हैं। ऐसे में मनोचिकित्सक औऱ चिकित्सकों के द्वारा निशुल्क टेलीकांफ्रेंसिंग के जरिए परामर्श देने के लिए आगे आना समाज हित में है। इसका लाभ आम नागरिक ले रहे हैं। लॉक डाउन के कारण घरों में बंद लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्या के समाधान के लिए कई डॉक्टर आ गए हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विकास चंद्र अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रशासन के दिशा निर्देश के आलोक में 12:00 से 2:00 तक निशुल्क काउंसलिंग की सुविधा है जहां कोई भी अभिभावक अपने बच्चों से संबंधित किसी भी समस्या के बारे में बातचीत कर सकता है टेलीफोन के माध्यम से उसे उचित सलाह व मार्गदर्शन दिया जाएगा।उन्होंने बताया कि कोविड-19 से पूरा देश लड़ रहा है ऐसे में डॉक्टरों का भी परम कर्तव्य है कि वे चाहे जिस रूप में भी हो आम लोगों की मदद करें। डॉ. विकास चंद्र अग्रवाल ने परामर्श के लिए एक नंबर-94311 59452 को जारी किया है। दूसरी ओर मनोचिकित्सक सह क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट नीना अग्रवाल ने भी बताया कि घर में बंद रहने के कारण लोग कई तरह की मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं ऐसे में उन्हें उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता महसूस हो रही होगी इसलिए वे परामर्श देने के लिए 9334602506 नंबर पर 12:00 बजे से 2:00 बजे तक प्रतिदिन उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि कोई भी नागरिक उनसे मार्गदर्शन प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि धैर्य पूर्वक रहने की जरूरत है। हर समस्या का समाधान है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी पर रोक लगाने के लिए प्रदेश में 23 मार्च से लॉकडाउन है। लॉकडाउन के एक माह बीत जाने के बाद उसके साइड इफेक्ट्स नजर आने लगे हैं। लॉक डाउन में कोरोना की वजह से लोगों में मानसिक समस्या जैसे भय, घबराहट, बेचैनी, अनिंद्रा का शिकार, गुस्सा, भविष्य को लेकर अनिश्चितता, बेकारी, बेरोजगारी के कारण लोगों में आत्म हत्या की प्रवृति बढ़ रही है। जिले में अब तक दो से अधिक लोग सुसाइड कर चुके हैं इस तरह की प्रवृत्ति ना बढ़े। इसको देखते हुए मनोचिकित्सकों एवं काउंसलर के माध्यम से टेली काउंसलिंग दी जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Doctor Belle - Do not get frustrated in the lockdown, avoid stress Full Article
india news विश्रामपुर : रेहला जलाशय का पानी किया गया शुद्ध By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT डंडिलाकला में एनएच75 पथ से सटे नौका जलाशय के एक सप्ताह पूर्व गोल्डन ट्रांसपोर्ट के टैंकर के बहाए रासायनिक द्रव से दूषित हुए पानी का मंगलवार को शुद्ध किया गया। रेहला ग्रासिम औद्योगिक संस्थान प्रबंधन ने स्थानीय पुलिस-प्रशासन के आग्रह पर बड़ी मात्रा में पोटाश एलम फायर टेंडर के जरिये जलाशय में डालकर पानी में मौजूद जहरीले असर को निरस्त करने का कार्य घंटाें चलाया गया। इस शुद्धिकरण अभियान के नेतृत्व कर रहे संस्थान के प्रशासनिक पदाधिकारी ज्योति जंग सिंह के साथ वरीय सुरक्षा पदाधिकारी जयपाल सिंह राठौर व फायर ऑफिसर श्रीखण्डे ने फायर टेंडर से पोटाश एलम के घोल को तेज धार से जलाशय में चारों तरफ से छिड़काव कराया। एओ जेजे सिंह ने कहा कि अब जलाशय का पानी मवेशी के पीने सहित पटवन व अन्य जरूरी कार्य में स्थानीय निवासी काम में ले सकते हैं। इस मौके पर रेहला थाना प्रभारी लालजी यादव पूरे समय तक मौजूद रहे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Vishrampur: Water in Rehla reservoir purified Full Article
india news साेशल डिस्टेंसिंग के लिए दूसराें काे भी प्रेरित करें By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT भारत ज्ञान विज्ञान समिति पलामू के तत्वावधान में हैदरनगर, मोहम्मद गंज व हुसैनाबाद के प्रखंड समिति के पदाधिकारियों की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंगलवार को हुई। बैठक की अध्यक्षता शशि कला कुमारी एवं संचालन संजय कुमार रवि ने किया। बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। साथ ही भारत ज्ञान विज्ञान समिति निर्मित प्रचार सामग्री को व्यापक पैमाने पर लोगों तक पहुंचाने, कोरोना वायरस से बचाव हेतु खुद भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन व अन्य लोगों को प्रेरित करने, खाद्यान्न वितरण योजना के तहत राशन उठाव के लिए लोगों में जागरूकता फ़ैलाने, पंचायत स्तर पर संचालित दीदी किचन के सफलता पूर्वक संचालन में सहयोग करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा प्रवासी मजदूर व छात्र जो दूसरे राज्यों में फंसे हैं, उनकी वापसी के लिए सम्बन्धित एप में पंजीकरण कराने में सहयोग करने के अलावा लॉक डाउन के बाद लोगों का भावी जीवन कैसा होगा, इसके प्रति जागरूकता अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में ज्ञान विज्ञान समिति के राज्य अध्यक्ष शिव शंकर प्रसाद, उपाध्यक्ष रामा अनुग्रह सिंह व पलामू जिला सचिव अजय साहू ने भाग लिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
india news मेदिनीनगर : किसानों के धान का उठाव करने की मांग By Published On :: Tue, 05 May 2020 23:30:00 GMT बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति, सदर प्रखंड के अध्यक्ष सुशील कुमार सिंह ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी को ज्ञापन देकर एफसीआई के द्वारा धान उठाव नहीं करने की शिकायत की हैं। ज्ञापन में जिक्र किया गया है कि बैरिया बाजार समिति स्थित धान अधिप्राप्ति केंद्र के द्वारा धान का उठाव नहीं किया जा रहा है, जिससे कई किसान प्रभावित है। धान लेकर पहुंचने के बाद केंद्र संचालक के द्वारा वजन नहीं कराया जा रहा है। वजन नहीं कराए जाने से किसानों को धान लेकर वापस अपने घर लौटना पड़ रहा है। वहीं कई किसानों ने अपने ध्यान को अधिप्राप्ति केंद्र के बाहर ही छोड़ दिया है। मौसम के बदलाव बेमौसम वर्षा से बाहर रखे किसानों के धान के सड़ने की सम्भावना है। इस संबंध में सूचना देने के लिए एफसीआई के गोदाम प्रबंधक को फोन भी किया गया लेकिन उनके द्वारा कॉल रिसीव नहीं किया जाता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article