india news इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बर्खास्तगी की कार्रवाई को वैध करार दिया, कहा- फ्रॉड व न्याय एक साथ नहीं रह सकते By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 15:14:19 GMT इलाहाबाद हाईकोर्ट ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के सत्र 2005 की बीएड की फर्जी डिग्री के आधार पर प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की बर्खास्तगी को वैध करार दिया है। इस मामले की जांच एसआईटी ने की थी। हाईकोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा- फर्जी डिग्री से हुई नियुक्ति शून्य व अवैध है। ऐसी नियुक्ति को निरस्त कर बर्खास्तगी के लिए विभागीय जांच की जरूरत नहीं है। क्योंकि, फ्राड और न्यायएक साथ नहीं रह सकते हैं। सरकार फर्जी अध्यापकों से वसूली करने के लिए स्वतंत्र है।जिनकी डिग्री सही, उन्हें मिले वेतनयह आदेश न्यायमूर्ति एसपी केशरवानी ने सहायक अध्यापिका नीलम चौहान सहित 608 अन्य लोगों की याचिकाओं को निस्तारित करते हुए दिया है। न्यायमूर्ति ने कहा- जिनकी डिग्री सही है, उन्हें बहाल कर वेतन भुगतान किया जाए। अदालत ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय को भी इस मामले में छह महीने के भीतर कानून के मुताबिक, संपूर्ण प्रक्रिया पूरी करने और उसे अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया है।जुलाई में खुलेगा स्कूलबेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा- सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 4000 शिक्षकों को निलंबित कर दिया था, जिसमें पाया गया कि बीएड और टीईटी के फर्जी प्रमाण पत्र जमा किए गए थे। उनमें से 2000 शिक्षकों ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। जिसमें आज कोर्ट ने सरकार के निर्णय को सही करार दिया है। मंत्री ने कहा- बेसिक शिक्षा विभाग जुलाई में स्कूल खोलने की योजना बना रहा है, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों के दिशानिर्देशों के अनुसार अंतिम निर्णय लिया जाएगा।क्या है मामला?दरअसल, 2004-05 में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा ने वित्तीय एवं गैर वित्तीय सहायता प्राप्त कॉलेजों में बीएड कोर्स की भर्ती परीक्षा ली। लेकिन कॉलेजों ने स्वीकृत सीटों से अधिक छात्रों का प्रवेश लिया गया। बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर बीएड परिणाम घोषित कर दिया गया। इनमें से हजारों लोगों ने अध्यापक की नौकरी हासिल कर ली। बाद में फर्जी डिग्री की शिकायत पर जांच एसआईटी को सौंपी गई। एसआईटी ने 14 अगस्त 2017 को रिपोर्ट सौंपी। जिसके आधार पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने फर्जी डिग्री पर नौकरी हासिल करने वालों की नियुक्ति रद्द कर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। याचिकाओं में इसी को चुनौती दी गई थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सरकार के निर्णय में हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया। Full Article
india news राशन लेने गया बेटा दुल्हन लेकर लौटा, मां ने कहा- मैं इस शादी को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं, घर से निकाला By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 15:23:58 GMT कोरोनावायरस की चेन तोड़ने के लिए देश्भरमें लागू लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक परिवार के साथ कुछ ऐसा वाकया पेश आया कि, वह इसे कभी नहीं भूल पाएगा। दरअसल, एक युवक सब्जी व राशन का सामान लेने के लिए बुधवार को घर सेबाहर निकला। लेकिन वह जब घर आया तो उसके साथ एक दुल्हन थी। जिसे युवक अपनी पत्नी बता रहा था। यह देख उसकी मां के होश उड़ गए। मां ने उसे घर में घुसने से मना कर दिया। मामला थाने तक पहुंचा। पुलिस के सामने भी मां ने साफ कह दिया कि, उसे यह शादी स्वीकार नहीं है। वह घर में किसी को घुसने नहीं देगी।आखिरकार बेटा अपनी पत्नी के साथ किराए पर रह रहा है।लड़के का दावा- हरिद्वार में की शादीयह मामला साहिबाबाद क्षेत्र का है। अपनी दुल्हन साथ लेकर घर पहुंचने वाले गुड्डू का कहना है कि, उसने दो माह पहले शादी हरिद्वार में एक आर्य समाज मंदिर में की थी। लॉकडाउन के कारण सर्टिफिकेट अभी तक नहीं मिला है। कारण शादी के वक्त गवाह कम थे। हम दोबारा हरिद्वार जाने वाले थे, लेकिन लॉकडाउन लग गया।गुड्डू अपनी पत्नी सविता को क्षेत्र में एक किराए के मकान में रखे हुए था। जहां वह आता-जाता रहता था। उसने कहा था कि लॉकडाउन के बाद घर ले चलूंगा। लेकिन 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद लॉकडाउन फेज दो 18 दिनों का घोषित कर दिया। इसके बाद सविता मकान खाली करने के लिए कह रही थी। इसलिए वह बुधवार को पत्नी को लेकर घर पहुंच गया।मां ने कहा- शादी हुई भी या नहीं, इसका कोई सबूत नहींइसके बाद मां ने थाने में शिकायत की। उसने कहा कि, शादी हुई भी है या नहीं, इस बात का भी कोई सबूत नहीं है। हालांकि पुलिस ने समझा बुझाकर मामले को शांत कराया है। गुड्डू अपनी दुल्हन को लेकर किराए के मकान में चला गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर गाजियाबाद की है। यहां एक युवक लॉकडाउन के बीच राशन खरीदने के लिए घर से बाहर गया था, लेकिन लौटा तो उसके साथ दुल्हन थी। लेकिन मां ने दोनों को घर में घुसने नहीं दिया। Full Article
india news प्रदूषण कम हुआ तो सहारनपुर से दिखने लगीं हिमालय की चोटियां, कैमरे से 200 किमी दूर की तस्वीर ली By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 16:43:28 GMT लॉकडाउन के चलते हर जगह वायु प्रदूषण खत्म सा हो गया है। दृश्यता इतनी बढ़ गई है कि उत्तराखंड के आसपास केजिलों से सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित हिमालय की पहाड़ियां साफ नजर आरही है। कुछ ऐसा ही नजारा यूपी केसहारनपुर में देखने को मिला। जहां कैमरे से अपर रेंज की हिमालयन पहाड़ियों के सुंदर दृश्य कैद किए गए। इन तस्वीरों को पेशे से इनकम टैक्स अफसर दुष्यंत कुमार सिंह ने रविवार को लिया।दुष्यंत ने बताया कि रविवार को बारिश हुई थी। जिसके बाद का दृश्य देख कर मैं चौंक गया। आसमान बिल्कुल साफ था। सामनेबर्फीली पहाड़ियां नजर आ रही थीं। उन्होंने बताया कि चकराता से ऊपर की ओर गंगोत्री यमुनोत्री पर्वत श्रंखला की बंदरपूंछ आदि की पहाड़ियां साफ दिखाई दे रही थीं, जिन्हें उन्होंने अपने कैमरे में कैद कर लिया।सहारनपुर में रविवार को बारिश के बाद कुछ ऐसा नजारा दिखा था।सहारनपुर के फॉरेस्ट कंजर्वेशन अधिकारी ने बताया कि 26 अप्रैल को बारिश के बाद आसमान साफ था। लॉकडाउन की वजह से प्रदूषण भी 35% कम हो गया है। ऐसे में गंगोत्री और त्रिशूल रेंज की हिमालयन पहाड़ियां साफ दिखाई दे रही थीं। हालांकि इन पहाड़ियों की सहारनपुर सेदूरीकरीब 200 किमी है। यमुनोत्री से सहारनपुर की एरियल डिस्टेंस 145 किमीहै, जबकि गंगोत्री से सहारनपुर की एरियल डिस्टेंस 175 किमी।विशेषज्ञों का मानना है कि अगर मौसम पूरी तरह से साफ हो और बीच में कोई पहाड़ न हो, तो इतनी दूरी की पर्वत श्रंखलाओं को ऊंचाई से देखा जा सकता है। खासकर इस समय प्रदूषण में 40 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई70 है।आईएफएस रमेश पांडेय ने फोटो ट्वीट किए Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये नजारा हिमालय की पहाड़ियों का है। बीते रविवार को बारिश के बाद मौसम साफ हुआ तो सहारनपुर के इनकम टैक्स अफसर ने कैमरे में इसे कैद किया। Full Article
india news प्रॉपर्टी विवाद में युवक ने माता-पिता समेत 6 रिश्तेदारों को मार डाला, इनमें 2 बच्चे भी शामिल; पुलिस के सामने सरेंडर किया By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 19:35:18 GMT लखनऊ में गुरुवार शम एक युवक ने माता-पिता, भाई-भाभी और उनके दो बच्चों की धारदार हथियार (गंडासा) से हत्या कर दी। कत्लेआम को अंजाम देने के बाद आरोपी खुद पुलिस के पास पहुंचा और सरेंडर कर दिया। हत्या की वजह परिवार में संपत्ति विवाद बताया जा रहा है।मामला बंथरा थाना क्षेत्र का है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। सभी शवपोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं।वारदात की वजह शकघटनाबंथरा थाना क्षेत्र केगोदौली गांव की है। आरोपी का नाम अजय सिंह है। उसे शक था कि परिजनों ने जमीन बेच दी है। लेकिन, उसे (अजय सिंह) को हिस्सा नहीं दिया गया। उसकी परिवार से कहासुनी हुई। परिवार ने उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। पिता अमर सिंह खेत चले गए। अजय भी वहां पहुंच गया। वहां पर पिता की हत्या की। इसके बाद बाइक से घर लौटा। यहां भाईअरुण को मारा। बचाव केे लिए मां और और अरुण की पत्नी आईं तो उन्हें भी खत्म कर दिया।9 साल के भतीजे सौरभ और 2 साल की भतीजी सारिका को भी नहीं छोड़ा। उनकी भी जान ले ली। कुछ देर बाद अजय बेटे अविनाश के साथ थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया। मामले की जांच जारी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today एक ही परिवार के छह लोगों की हत्या के बाद घटनास्थल पर मौजूद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी। Full Article
india news 3 मई तक टोटल लॉकडाउन के बीच सब्जियों के दाम बढ़े: सख्ती के बीच मिली थोड़ी छूट, जिले 7 नए हॉटस्पॉट बनाए गए By Published On :: Fri, 01 May 2020 03:47:00 GMT स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजदू वाराणसी में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव के 8 नए केस सामने आए। इनमें तीन पुलिसकर्मी, पोस्ट ऑफिस का कर्मचारी और वार्ड बॉय शामिल है। पहली बार गंगा पार इलाके का कोई पॉजिटिव सामने आया है। अब जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 60 हो गई है।वाराणसी में एक हफ्ते से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। रोज ही करीब सौ संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। बीएचयू की वायरोलॉजी लैब से प्रशासन को गुरुवार को दो बार में रिपोर्ट मिली। इसमें सिगरा थाने एवं नगर निगम पुलिस चौकी पर तैनात तीन पुलिसकर्मी समेत कुल आठ लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। रिपोर्ट आते ही स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सभी मरीजों को दीनदयाल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया।बिरदोपुर, महमूरगंज, सिगरा, सुंदरपुर,मडुआडीह, भेलुपर,सरजूनगर समेत तमाम अंदर के इलाकों में दूध की बहुत किल्लत सामने आ रही है।डीएम कौशल राज शर्मा के नए आदेश के अनुसार दूध की दुकानें 3 मई तक 7 से 8 सुबह और दवा की दुकानें 11 से 12 बजे तक ही खुलेंगी।दो दिनों बाद वही शुक्रवार सुबह ही मार्केट से सब्जियां गायब होने लगी।मंडी खुलते ही सब्ज़ियों के दाम बढ़ेलॉकडाउन की सख्ती के बीच सब्जियों के दामों में इजाफा देखने को मिल रहा है। जो आलू 25 रुपये किलो बिक रहा था वो 30 से 40 रुपए, 40 से 50 रुपये किलो भिंडी, 70 से 80, धनिया 180 रुपए किलो पहुंच गया है। कॉलोनियों में सब्जी वाले जा भी नही रहे।30 से टमाटर 35,लौकी 25 से 30 से 35,प्याज 30 से 40 रुपये किलो बिक रहा है।जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि गुरुवार को जिन छह लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है, उसमें जैतपुरा निवासी 50 वर्षीय पावरलूम आपरेट, नगर निगम पुलिस चौकी के दो और सिगरा थाने का एक सिपाही तथा शिवपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत वार्ड बॉय शामिल है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लॉकडाउन में सख्ती के बीच पंचकोशी चौराहे के समीप एक महिला सब्जी बेचने बैठी थी लेकिन पुलिस ने उसे वहां से वापस भेज दिया। Full Article
india news हाईस्कूल और इंटर के छात्रों के लिए दूरदर्शन पर आज से शुरू होगी पढ़ाई, लॉकडाउन खुला तो 5 मई से होगा कॉपियों का मूल्यांकन By Published On :: Fri, 01 May 2020 04:03:00 GMT उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के स्कूलों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए शुक्रवार से दूरदर्शन पर स्वयंप्रभा चैनल पर शैक्षिक प्रसारण शुरू होगा। विद्यार्थी इसकी मदद से आसानी से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि विभिन्न विषयों के शिक्षकों द्वारा सरल भाषा में वीडियो तैयार किए गए हैं। कक्षाएं आधा-आधा घंटे की होंगी। पुन: प्रसारण की व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि अगर किसी विद्यार्थी का कोई क्लास दिन में छूटे तो वह शाम को उसे आसानी से पढ़ सकता है।डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि शैक्षिक प्रसारण हर दिन सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक और फिर इसी का पुन: प्रसारण शाम 4:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक होगा। ऐसे विद्यार्थी जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है और वह ऑनलाइन कक्षाएं नहीं कर पा रहे हैं, इस शैक्षिक प्रसारण की मदद से आसानी से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे।30-30 मिनट की दो क्लासजिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि दूरदर्शन के स्वयंप्रभा चैनल पर सुबह 10 से 12 बजे तक कक्षाओं का प्रसारण होगा। सुबह 30-30 मिनट की दो क्लास हाईस्कूल (10वीं) और 30-30 मिनट की दो क्लास इंटर (12वीं) की चलेंगी। शाम को यही क्लास रिपीट होंगी। डीआईओएस ने बताया कि लॉकडाउन के कारण स्कूल की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए शासन के निर्देशों पर यह पहल की गई है। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के स्टूडियो में इनकी रिकॉर्डिंग की जा रही है।लॉकडाउन हटा तो पांच से जांची जाएंगी यूपी बोर्ड की कॉपियांयूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की कॉपियों के मूल्यांकन को लेकर माध्यमिक शिक्षा विभाग चिंतित है। दरअसल तीन करोड़ कॉपियां जिलों में बने विभिन्न केंद्रों पर रखी हुई हैं। ऐसे में सुरक्षा कारणों से इसका मूल्यांकन जल्द से जल्द करवाने पर जोर दिया जा रहा है। लॉकडाउन में ढील मिलते ही इन्हें जांचा जाएगा। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि अभी जो तैयारियां चल रही हैं, उसके अनुसार पांच मई से मूल्यांकन शुरू हो सकता है। पहले चार मई से ही मूल्यांकन शुरू करने की तैयारी थी।मई के तीसरे हफ्ते में स्नातक की परीक्षाएं शुरू करने की तैयारीडिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कर कापियों का मूल्यांकन शुरू करवाया जाएगा। फिलहाल माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारी तैयारी में जुटे हुए हैं। एक साथ कई विषयों की बजाए दो-दो विषयों की कापियां का मूल्यांकन शुरू किया जाएगा। उधर विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों की परीक्षाएं तीन मई को लॉकडाउन हटने या फिर उसमें जरूरी उपायों के साथ छूट मिलने की स्थिति में मई के तीसरे हफ्ते से शुरू की जा सकती हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कर कापियों का मूल्यांकन शुरू करवाया जाएगा। फिलहाल माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारी तैयारी में जुटे हुए हैं। Full Article
india news उत्तर प्रदेश में बढ़ी वीटीएम किट की डिमांड, सीएसआर के तहत मंगवाई गई 1000 किट By Published On :: Fri, 01 May 2020 04:30:00 GMT उत्तर प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। हॉटस्पॉट के अलावा अन्य जगहों पर भीलोगों की जांच निरंतर जारी है। अधिकारियों का कहना है किजिस ट्यूब में कोरोना पॉजिटिव केस्वैब का सैंपलप्रयोगशाला तक भेजा जाता है। उसकिट की डिमांड निरंतर बढ़ती जा रही है। इसे वायरल ट्रांसपोर्ट मीडियम (वीटीएम) किट कहा जाता है। प्रदेश में यह किट सीएसआर के तहत एचसीएल उपलब्ध करा रहा है। हाल ही में एक हजार किट का आर्डर महाराष्ट्र की कंपनियों को दिया गया। लेकिन अब तक 157 किट ही मेडिकल सप्लाई को भेजी गई है। यहा से विभिन्न जिलों को भेज दी गई है।प्रदेश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 2 हजार का आकड़ा पार कर चुकी है। लोगों की जांच का दायरा भी बढ़ाया गया है। नई लैब स्थापित की जा रही है। हॉटस्पॉट क्षेत्र भी निरंतर बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में वीटीएम किट की डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है। सीएसआर के तहत काफी पहले ही एक हजार किट का मंगवाने का आर्डर दे दिया गया था। यह आर्डर महाराष्ट्र की कंपनी को दिए गए है।दरअसल, यह किट प्रदेश में नहीं बनती है। महाराष्ट्र में ही इसका उत्पाद किया जाता है। ऐसे में वहां से किट आने में देरी होती दिख रही है। अब तक दो बार में कुल 157 किटों की सप्लाई हो सकी है। यह किट मेडिकल सप्लाई के जरिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में भेजी जा रही है। लापरवाही के चलते कई बार सैंपल लेने वाले भी ठीक ढंग से सैंपल नहीं लेते ऐसे में सैंपल लीक हो जाता है। जनपद में भी ऐसा देखा गया करीब 2०० से ज्यादा सैंपल लीक भी हो चुके है। हालांकि दोबारा सैंपल लेकर इनको भेजा गया है।एक किट में होती है 50ट्यूब, एक हजार किट की सप्लाई शुरूवीटीएम की एक किट में 5० ट्यूब होती है। यानी एक किट से 50 लोगों का स्वेब सैंपल लेकर इसे प्रयोगशाला तक भेजा जा सकता है। जिला अस्पताल के पैथोलॉजिस्ट डा. एचएम लवानिया ने बताया कि 24 से 48 घंटे तक ट्यूब में सैंपल को रखा जा सकता है। इसे 2 से 8 डिग्री के तापमान में रख प्रयोगशाला भेजा जाता है।विशेषज्ञों की माने तो इस किट के जरिए तीन दिन तक का समय भी लग जाए तब भी सैंपल सूखता नहीं है साथ ही वह पर्यावरण के संपंर्क में नहीं आता।एक हजार किट महाराष्ट्रसे विभिन्न चरणों में आ जाएंगी ऐसे में कुल 50हजार लोगों के सैंपल लिए जा सकते है। पहले चरण में 157 किट प्रदेश के विभिन्न राज्यों में सप्लाई किए जा चुके है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सीएसआर के तहत 1 हजार किट मंगवाई गई है। विशेषज्ञों की माने तो इस किट के जरिए तीन दिन तक का समय भी लग जाए तब भी सैंपल सूखता नहीं है। Full Article
india news अब तक 2230 संक्रमित, इनमें 1113 तब्लीगी जमाती: 551 मरीज स्वस्थ हुए, लखनऊ में पॉजिटिव की संख्या 200 के पार By Published On :: Fri, 01 May 2020 05:05:57 GMT उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में 89 नए पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। अब प्रदेश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 2230 हो गई, जिसमें 1113 लोग तब्लीगी जमात शामिल हैं। प्रदेश में अभी भी कोरोना के 1630 एक्टिव केस हैं। केस बढ़ने वालों में आगरा में 46 सबसे ज्यादा हैं। अब आगरा में 479 संख्या हो गई हैं। केजीएमयू ने लखनऊ में सात मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके बाद यह संख्या बढ़कर 218 हो गई है। मृतकों की संख्या 43 हो गई हैं। अब तक 551 मरीजों को ठीक किया जा चुका है।24 घंटे में इन जिलों में आए नए केस: आगरा में 46, वाराणसी, 8, फिरोजाबाद व नोयडा में 4-4, लखनऊ, मेरठ, अलीगढ़ व कानपुर में तीन-तीन , ग़ाज़ियाबाद, बरेली व सिद्धार्थनगर में दो-दो, बुलंदशहर, महराजगंज, झांसी, बस्ती, प्रयागराज, मुरादाबाद, एटा,देवरिया व गोरखपुर में एक-एक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।कोरोना से कुल 43 मौतें हुईं: अमरोहा, बरेली, बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, लखनऊ, अलीगढ़, अमरोहा, श्रावस्ती व मथुरा में 1-1, फिरोजाबाद में 2, कानपुर में 4, मेरठ में 5, मुरादाबाद में 6, व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 14 मौतें हुईं हैं।551 कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए: आगरा से 91, लखनऊ से 62, गाजियाबाद से 44, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 88, लखीमपुर-खीरी से 4, कानपुर नगर से 17, पीलीभीत से 2, मुरादाबाद से 8, वाराणसी से 8, शामली से 24, जौनपुर से 4, बागपत से 13, मेरठ से 49, बरेली से 6, बुलन्दशहर से 9, बस्ती से 13, हापुड़ से 5, गाजीपुर से 5, आज़मगढ़ से 4, फ़िरोज़ाबाद से 10, हरदोई से 2, प्रतापगढ़ से 6, सहारनपुर से 13, शाहजहांपुर से 1, महराजगंज से 6, हाथरस से 4, मिर्जापुर से 2, औरैय्या से 4, बाराबंकी से 1, कौशाम्बी से 2, बिजनौर से 1, सीतापुर से 17, प्रयागराज से 1, मथुरा से 1, बदायूं से 1, रामपुर से 5, मुजफ्फरनगर से 9, अमरोहा से 6, भदोहीं से 1, इटावा से 1 व कन्नौज से 1 कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ पूर्णतया करवाकर डिस्चार्ज किया गया हैं। पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण:कोरोना पॉजिआगरा में 479, लखनऊ में 218, गाजियाबाद में 62, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 141, लखीमपुर खीरी में 4, कानपुर नगर में 210, पीलीभीत में 3, मुरादाबाद में 110, वाराणसी में 61, शामली में 27, जौनपुर में 8, बागपत में 15, मेरठ में 102, बरेली में 8, बुलन्दशहर में 51, बस्ती में 23, हापुड़ में 26, गाजीपुर में 6, आज़मगढ़ में 8, फिरोजाबाद में 111, हरदोई में 2, प्रतापगढ़ में 7, सहारनपुर में 187, शाहजहांपुर में 1, बाँदा में 4, महराजगंज में 7, हाथरस में 4, मिर्जापुर में 3, रायबरेली में 44, औरैय्या में 10, बाराबंकी में 1 मरीज शामिल है। इसके अलावा कौशाम्बी में 2, बिजनौर में 32, सीतापुर में 20, प्रयागराज में 4, मथुरा में 13 व बदायूं में 16, रामपुर में 24, मुजफ्फरनगर में 23, अमरोहा में 26, भदोहीं में 1, कासगंज में 3 व इटावा में 2, संभल में 18, उन्नाव में 1, कन्नौज में 7, संतकबीरनगर में 23, मैनपुरी में 5, गोंडा में 2, मऊ में 1, एटा में 4, सुल्तानपुर में 3, अलीगढ़ में 35, श्रावस्ती में 5, बहराइच में 9, बलरामपुर में 1, अयोध्या में 1, जालौन में 3, झांसी में 4 व गोरखपुर में 2 व कानपुर देहात में भी 1 पेशेंट की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यूपी में अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है। Full Article
india news पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा- कोरोना संकट के भय से सहमी है जनता, इसको लेकर विशेष सत्र बुलाए सरकार By Published On :: Fri, 01 May 2020 05:06:00 GMT उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुई समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश सरकार को तत्काल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए। लॉकडाउन के कारण एक महीने से अधिक समय से जनता घरों में है। अस्पतालों में अन्य बीमारियों का इलाज नहीं हो पा रहा है। कोरोना इलाज के भय से जनता सहमी हुई है। कोरोना जांच किट की पर्याप्त उपलब्धता न होने के कारण मरीजों की सही संख्या पता नहीं चल पा रही है।सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि प्रशासनिक तालमेल की कमी जगह-जगह दिख रही है। पिछले दिनों आगरा से रात में ही एक बस भर कर कोरोना पॉजिटिव मरीज सैफई अस्पताल भेज दिए गए। किंतु सैफई अस्पताल प्रशासन को सूचना तक नहीं दी गई। यहां मरीज घंटों सड़क पर भर्ती के लिए इंतजार में बैठे रहे।यूपी के सीएम का लोकतंत्र में विश्वास नहीं - अखिलेशकहा- कोरोना के खिलाफ लड़ाई लंबी चलने वाली है। अभी तक राज्य सरकार केवल अधिकारियों के भरोसे है। विपक्ष संकट के समाधान में ऐसे सुझाव दे सकता है जिससे प्रभावी नियंत्रण होने में आसानी हो। इसके लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए। सरकार पहले भी विशेष सत्र बुला चुकी है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास नहीं है। उनका तो पूरा विश्वास नौकरशाही पर है। लॉकडाउन की लंबी अवधि में जनता की तकलीफें बढ़ी हैं। किसान पर बे-मौसम बरसात और ओलावृष्टि की मार पड़ी है। सरकार को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कोरोना संकट को देखते हुए उप्र सरकार से विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। अखिलेश ने कहा है कि अधिकारियों के बीच बेहतर तालमेल का आभाव दिख रहा है। Full Article
india news सिद्धार्थनगर में पहली बार एक साथ दो केस मिले, देवरिया व बस्ती में भी एक-एक संक्रमित सामने आए By Published On :: Fri, 01 May 2020 05:57:00 GMT लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। शुक्रवार को गोरखपुर व बस्ती मंडल में ग्रीन जोन में शामिल देवरिया में एक व सिद्धार्थनगर में दो कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। सिद्धार्थनगर के डीएम दीपक मीणा ने बताया कि, दोनों मरीजों को संतकबीरनगर में आइसोलेट करने के लिए भेज दिया गया है। जबकि बस्ती में एक और कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद वहां संक्रमितों की संख्या 24 हो गई है।डीएम दीपक मीणा ने बताया कि, जिन दो व्यक्तियों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, वे दोनों क्वारैंटाइन थे। उनमें एक मुंबई से लौटा तो दूसरा कानपुर से हाल ही में आया था। दोनों क्वारैंटाइन सेंटरों को सैनिटाइज किया जा रहा है। दोनों सेंटरों में जितने भी लोग हैं, सबका सैंपल लिया जा रहा है। इन दोनों कोरोना मरीजों का किसी से कोई संपर्क नहीं था।गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर गणेश कुमार ने बताया कि, इससे पहले गोरखपुर व महाराजगंज के एक-एक कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आई थी। गोरखपुर की महिला दिल्ली से बीमार पिता के साथ आई थी। उसमें कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नहीं दिखे थे। एहतियातन जांच में वह कोरोना पॉजिटिव निकली। इस महिला को मिलाकर गोरखपुर में दो कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सिद्धार्थनगर के मरीजों को संतकबीरनगर भेजा गया है। वहीं, उनका उपचार किया जाएगा। Full Article
india news प्रतापगढ़ की संक्रमित महिला की हालत बिगड़ी, टीबी रोग से ग्रसित होने के कारण फेपड़ों में बढ़ा संक्रमण By Published On :: Fri, 01 May 2020 06:42:00 GMT एक हफ्ते पहले तक ग्रीन जोन में चल रहे प्रयागराज की स्थिति दिनों दिन बिगड़ती जा रही है। अब तक यहां चार और मंडल में सात कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। जिन्हें कोटवा बनी सीएचसी लेवल एक हॉस्पिटल में रखा गया है। गुरुवार रात यहां एक अधेड़ में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। वह हाल ही में महाराष्ट्र से ही लौटा था। वहांपुरोहिताई का काम करता था। वहीं, प्रतापगढ़ जनपद से दो नए कोरोना पॉजिटिव भी प्रयागराज के कोटवा बनी हॉस्पिटल मेंहैं। जिनमें एक संक्रमित महिला की हालत बिगड़ गई है। गुरुवार की देर रात उसे स्वरूपरानी नेहरु अस्पताल में भर्ती किया गया है।25 अप्रैल को भर्ती हुई थी महिला, टीबी की है रोगीप्रतापगढ़ जनपद के कुंडा कोतवाली की एक महिला को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद सीएचसी कोटवा बनी कोविड लेवल वन अस्पताल में 25 अप्रैल को भर्ती कराया गया था। गुरुवार दोपहर से ही उसके स्वास्थमें बदलाव होने लगा।हालत बिगडने पर देर रात उसे कोविड अस्पताल लेवल थ्री एसआरएन में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि महिला टीबी की मरीज है। इससे पहले प्रयागराज जिले में एक इंडोनेशियाई जमाती, प्रतापगढ के छह जमाती और दो मरीज कौशांबी के भर्ती हुए थे। इलाज के बाद सभी नौ मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है।मुंबई से लौटी थी महिला मुंबई से लौटी प्रतापगढ़ की ये महिला 25 अप्रैल को कोरोना पाजिटिव पाई गई थी। उसे प्रयागराज के कोविड अस्पताल कोटवा में भर्ती कराया गया। गुरुवार शाम को महिला का ब्लड प्रेशर कम होने लगा। सांस लेने में तकलीफ हुई। दवा देने के बाद भी आराम नहीं मिला। महिला टीबी से भी पीड़ितहै, इसलिए फेफड़े में भी तकलीफ बढ़ गई। विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए उसे लेवन-टू बेली अस्पताल भेजा गया। बेली में भी डॉक्टरों ने हालत ज्यादा खराब होने के कारण भर्ती करने के बजाय लेवल-थ्री के अस्पताल एसआरएन रेफर कर दिया। वहां कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड सात नंबर में रखा गया है। करीब आधा दर्जन चिकित्सकीय टीम इलाज में लगे हैं।डॉक्टरों को किया गया अलर्टकोटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. अमृतलाल यादव के मुताबिक गुरुवार शाम में महिला को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और ब्लड प्रेशर लो हो गया। उसे ऑक्सीजन की जरूरत थी इसलिए यहां से रेफर कर दिया गया। वहीं, एसआरएन अस्पताल में कोरोना की पॉजिटिव मरीज आने के बाद डॉक्टरों, नर्स, वार्डब्वाय आदि को अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि अस्पताल में सभी व्यवस्था उपलब्ध है। पुरानी बिल्डिंग खाली करा दी गई, ताकि पाजिटिव मरीज के कारण संक्रमण न फैल पाए। इलाज में लगे डॉक्टरों को भी अस्पताल में ही रहने को कहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रतापगढ़ की संक्रमित महिला को एसएनआर अस्पताल भर्ती कराया गया है। गुरुवार रात उसे बनी सीएचसी से शिफ्ट किया गया। Full Article
india news नोएडा में फंसे छात्र जा सकेंगे घर, ऑनलाइन फॉर्म जारी कर प्रशासन ने मांगी जानकारी By Published On :: Fri, 01 May 2020 06:53:00 GMT योगी सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे हुए यूपी के लोगों की घर वापसी के लिए पहल तेज कर दी है। दूसरे राज्यों के मुख्य सचिवों से संपर्क करके वहां फंसे यूपी के निवासियों की लिस्ट तैयार करने के आदेश दिए गए हैं। इसी के साथ यूपी के जिलों ने अपने यहां फंसे हुए लोगों को उनके घर भेजने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी ने यहां फंसे हुए छात्रों की घर वापसी के लिए ऑनलाइन फॉर्म जारी किया है।इस फॉर्म में छात्रों के नाम, पते के साथ पैरंट्स की डीटेल, कोर्स और यूनिवर्सिटी के अलावा संबंधित राज्य की जानकारी मांगी गई है। नोएडा में लॉकडाउन के चलते फंसे छात्र इस फॉर्म को भर सकते हैं। इसके बाद उनसे ईमेल या फिर एसएमएस के जरिए संपर्क किया जाएगा। फॉर्म को शेयर करते हुए डीएम सुहास एलवाई ने लिखा, 'यूपी सरकार के आदेशों के अनुसार, गौतमबुद्धनगर प्रशासन फंसे हुए छात्रों को घर भेजने के लिए प्रयासरत है।'कई जिलों ने ऑनलाइन फॉर्म जारी किए हैं। इसमें संबंधित जिले के जो लोग दूसरे प्रदेश में फंसे हैं, उन्हें अपना विवरण भरकर अपलोड करने को कहा गया है। इसमें नाम, पता के साथ ही प्रामाणिक पहचान पत्र भी मांगा गया है। वहीं, यूपी सरकार की ओर से सभी राज्यों को पत्र भेजकर अपने निवासियों का भी ब्योरा मांगा गया है। इसमें मेडिकल रिपोर्ट की जानकारी भी शामिल है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today नोएडा जिला प्रशासन ने शहर में फंसे छात्रों की जानकारी मांगी है। ताकि उनकी डिटेल लेकर उनको घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था करायी जा सके। Full Article
india news कुछ तो मंडी में सब्जियों का भाव पूछने आए थे, ऐसे लोगों को पकड़कर अफसरों ने उठक बैठक कराकर चेताया By Published On :: Fri, 01 May 2020 07:30:04 GMT कोरोनावायरस का ग्राफ मुरादाबाद जिले में तेजी से बढ़ रहा है। यहां अब तक 110 संक्रमित मिले हैं। इनमें से सात की मौत हुई, जबकि आठ ठीक हुए हैं। लेकिन लोग सुधर नहीं रहे हैं। शुक्रवार को जिले में लोग बेवजह सड़कों पर निकल पड़े। सोशल डिस्टेंसिंग के नियम भी हवा में उड़ाए गए। जिसे देखकर यहां लोगों से उठक बैठक लगवाकर उन्हें सजा दी गई। इसके बाद उन्हें भविष्य में ऐसी गलती न करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।ये मामला मुरादाबाद के थाना मझोला क्षेत्र स्थित मंडी समिति का है। यहां मंडी में तमाम ऐसे भी लोग थे, जिन्हें खरीददारी करनी नहीं थी। लेकिन वे किसी न किसी के साथ आए थे। शुक्रवार सुबह मीडिया ने मंडी का हाल जानने की कोशिश की। यह बात मंडी समिति के अधिकारियों को पता लग गई तो सभी मुस्तैद हो गए। माइक लेकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाया जाने लगा। मंडी समिति के गेट पर चेकिंग अभियान शुरू किया गया।एसीएम द्वितीय ने बताया कि करीब 12 वाहन चालकों के चालान काटे गए। जो व्यक्ति अनावश्यक घूमता हुआ नजर आया, उसे पकड़कर उठक बैठक कराकर सार्वजनिक तौर पर शर्मिंदा किया गया। उसके बाद सभी को छोड़ दिया गया। जिले में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की कोशिश की जा रही है और जो लोग नहीं मान रहे हैं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर मुरादाबाद की है। यहां मंडी में तमाम लोग बेवजह टहल रहे थे। मंडी सचिव ने उन्हें पकड़कर उठक बैठक करने की सजा दी। Full Article
india news शहर में 13 दिनों में मरीजों की संख्या हुई दोगुनी: जिले में अब तक 496 पॉजिटिव मामले, हॉटस्पॉट इलाकों पर कड़ी नजर By Published On :: Fri, 01 May 2020 08:09:48 GMT उत्तर प्रदेश के आगरा में कोरोनावायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। देश में 11वें नंबर पर आ चुका आगरा प्रदेश में नंबर एक पर है। शहर में बीते 13 दिनों में आगरा के कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या दोगुनी हुई है। शुक्रवार को 17 नए मामलों के सामने आने के बाद आगरा में कोरोना संक्रमित मरीजों कीसंख्या496 तक पहुंच चुकी है।एक दिन पहले ही आगरा के दो पुलिसवाले कोरोना पॉजिटिव मिले थे। इन दो सिपाहियों में से एक चीता मोबाइल में पोस्टेड था और उनकी ड्यूटी डायल 112 में सिकंदरा इलाके में लगी थी। दूसरा कॉन्स्टेबल ऐंटी रोमियो स्क्वॉयड में सिकंदरा थाने में ही तैनात था। दो पुलिसवालों के अलावा ताजगंज के बसई गांव में सात सब्जी विक्रेता भी पॉजिटिव मिले हैं। वहीं 12 केस स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से जुड़े हैं।एक ही गांव के रहने वाले हैं सब्जीवालेअधिकारियों के लिए चिंता का विषय है कि ताजगंज के एक ही गांव में सात सब्जी वाले कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। अधिकारियों ने बताया कि पहले मिले अनुभव के आधार पर प्रशासन ने फैसला लिया था कि सब्जी वालों की पूल टेस्टिंग की जाए ताकि यह पता चल सके कि सब्जीवालों में यह वायरस फैला है कि नहीं। हालांकि अब सात मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी है और ज्यादा से ज्यादा सैंपल लिए जा रहे हैं।आगरा में 39 हॉटस्पॉट पर क़ड़ी नजरसीएमओ मुकेश कुमार वत्स ने कहा कि सभी कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों को आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कर दिया गया है। डॉक्टरों की एक टीम उनके इलाज में लगा दी गई है। उनके संबंधित इलाकों में लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। डीएम प्रभू एन सिंह ने कहा कि 102 लोग ठीक हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। जिले में 39 हॉटस्पॉट हैं जिन पर काम चल रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आगरा में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। शुक्रवार को 17 नए मामलों के सामने आने के बाद आगरा में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 496 तक पहुंच चुकी है। Full Article
india news कानपुर में वाटर कूलर से ठंडा पानी भरने को लेकर आपस में भिड़ीं महिलाएं, पुलिस ने भांजी लाठियां By Published On :: Fri, 01 May 2020 08:40:04 GMT उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में पानी भरने के विवाद में महिलाओं के दो गुटों में पथराव का वीडियो सामने आया है। मामला गोविंद नगर थाना क्षेत्र के रेवले ग्राउंड का है। यहां गुरुवार दोपहर बाद वाटर कूलर से पानी भरने को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि सड़क पर दोनों पक्ष आपस में एक दूसरे पर ईंट-पत्थर फेंकने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रही महिलाओं पर लाठियां भांजी है। महिलाओं ने पुलिस के सामने भी हंगामा किया। फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों से कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।गोविंद नगर थाना क्षेत्र स्थित रेलवे ग्राउंड के पास बड़ी संख्या में मूर्ति बनाने वाले परिवार रहते हैं। लॉकडाउन की वजह से यह सभी परिवार अपने गांवों को नहीं लौट सके। गुरुवार को पराग दूध डेरी चौके में लगे वाटर कूलर में महिलाएं पानी भरने के लिए गई थीं। इसी दौरान महिलाएं आपस में भिड़ गईं। इसके बाद दोनों महिलाओं ने झगड़े की बात अपने घर में बताई और फिर दोनों तरफ से एक दूसरे के घरों पर पथराव शुरू कर दिया।मौके पहुंची पुलिस जब महिलाओं को थाने ले जाने के लिए जीप में बैठाने लगी तो महिलाओं ने पुलिस के सामने ही हंगामा करना शुरू कर दिया। महिला पुलिस कर्मी ने लाठियां बरसाना शुरू कर दिया। इसके बाद भी महिलाएं नहीं मानी तो थाने के सेकेंड अफसर शैलेन्द्र सिंह यादव ने महिलाओं को लाठियों से पीट दिया।सीओ गोविंद नगर मनोज गुप्ता ने कहा- गोविंद नगर क्षेत्र का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसकी जांच की जा रही है। ये वीडियो लगभग 2 बजे का है। मूर्तिकारों के परिवार रहते हैं, जो बहुत ही गरीब हैं। ये परिवार किसी बात को लेकर आपस मे भिड़ गए थे, जिसमें पुलिस दो महिलाओं को पकड़ने के लिए गई थी। उन महिलाओं को बचाने के लिए कुछ पुलिस पर झपटी थीं, जांच में जो भी तथ्य आएंगे उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर कानपुर की है। यहां झगड़े को सुलझाने पहुंची पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी। मामले का वीडियो वायरल है। Full Article
india news अखिलेश के विशेष सत्र बुलाने की मांग पर यूपी सरकार ने दिया जवाब, कहा- ऐसा करने पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन संभव नहीं होगा By Published On :: Fri, 01 May 2020 08:44:53 GMT उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के विधानसभा सत्र बुलाए जाने के सवाल पर प्रतिक्रिया दी है। सुरेश खन्ना ने कहा कि मौजूदा समय में सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना संक्रमण से बचाव का सही तरीका है।अखिलेश ने कहा था कि कोरोना संकट को लेकर जनता पूरी तरह से भयभीत है और प्रशासनिक अधिकारी भी बेहतर तालमेल के साथ काम नहीं कर रहे हैं। लिहाजा इस मामले को लेकर सरकार को विशेष सत्र बुलाना चाहिए।उन्होंने कहा, अगर विधानसभा सत्र बुलाया जाता है तो इसका मतलब होगा लोगों का जमावड़ा। ऐसा करने से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन होगा। हम सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार नहीं रख पाएंगे। सुरेश खन्ना ने कहा कि हम नेताओं के लगातार संपर्क में हैं, मेरा मानना है कि सरकार ने सभी स्तरों पर सतर्कता और ईमानदारी दिखाई है। आवश्यकता पड़ने पर निर्णय लिए गए। जरूरतमंदों की मदद की जा रही है। गेहूं की फसल की कटाई की जा रही है। कोरोना का मुकाबला करने के लिए सरकार सभी प्रयास कर रहीअखिलेश यादव ने की थी विशेष सत्र बुलाने की मांगउत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुई समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश सरकार को तत्काल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए। लॉकडाउन के कारण एक महीने से अधिक समय से जनता घरों में है। अस्पतालों में अन्य बीमारियों का इलाज नहीं हो पा रहा है। कोरोना इलाज के भय से जनता सहमी हुई है। कोरोना जांच किट की पर्याप्त उपलब्धता न होने के कारण मरीजों की सही संख्या पता नहीं चल पा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कोरोना संकट को देखते हुए विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी जिसे यूपी सरकार ने यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि इससे लोगों का जमावड़ा होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पाएगा। Full Article
india news गांव में छिपा तेंदुआ पिंजरे में कैद हुआ, इलाज के बाद जंगल में छोड़ा जाएगा By Published On :: Fri, 01 May 2020 08:59:11 GMT उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ के रिहायशी क्षेत्रों में पिछले करीब तीन महीने से दहशत बना कर रखे हुए तेंदुए को वनकर्मियों ने जद्दोजहद के बाद शुक्रवार की सुबह पिंजरे में कैद कर लिया।गोसाईगंज क्षेत्र के नूरपुर बेहटा गांव के पास गुरुवार शाम कुछ ग्रामीणाें ने तेंदुए को देखा। भीड़ को देखकर तेंदुआ किसान पथ के पास एक पाइप में जाकर छिप गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। इसके बाद वन कर्मियों ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया। रातभर उसे पकड़ने के लिए कोशिश की जाती रही। आखिरकार सुबह तेंदुआ पिंजरे में जा फंसा।चार साल की उम्र, स्वस्थ होने पर जंगल में छोड़ेंगेलखनऊ स्थित नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान के निदेशक आरके सिंह ने बताया, यह तेंदुआ करीब तीन महीने से मोहनलालगंज, गोसाईगंज और आसपास के इलाकों में देखा जा रहा था। हालांकि, उसने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। उन्होंने बताया, तेंदुआ करीब चार साल का है। रेस्क्यू के दौरान उसे खरोंचें आई हैं और उसका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया, तेंदुए के स्वस्थ होने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फाइल फोटो Full Article
india news मुम्बई से लौटे 4 युवक कोरोना पॉजिटिव पाए गए: सभी को सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, सम्पर्क में आने वाले क्वारैंटाइन By Published On :: Fri, 01 May 2020 09:03:41 GMT पूर्वांचल से महानगरों में कमाने गए युवक चोरी-छिपे वापसी के बाद जाने-अनजाने में कोरोना की महामारी लेकर आ रहे हैं। गुरुवार को संतकबीरनगर व सिद्धार्थनगर जिले के दो-दो युवकों में कोरोना संक्रमण पाया गया। ये चारों युवक रोजी-रोजी के लिए मुंबई गए थे। कोरोना से संक्रमित चारों युवकों को सीएचसी खलीलाबाद एल वन हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती करा दिया गया है।संतकबीरनगर के सीएमओ डॉक्टर हरगोविंद सिंह ने बताया कि गुरुवार की रात आई रिपोर्ट में जिले के दो और लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। डीएम रवीश गुप्त ने बताया कि जिले के निघुरी गांव के रहने वाले 25 वर्षीय और 42 वर्षीय युवक जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। दोनों मुबंई से लौटे थे।इनके बारे में पूरी जानकारी जुटाकर इनके संपर्क में आए लोगों को भी क्वारैंनटाइन कराते हुए जांच को नमूना मेडिकल कॉलेज भिजवाया गया है। अब तक जिले में 25 लोग कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। पॉजिटिव पाए गए लोगों को सीएचसी ख़लीलाबाद एलवन हॉस्पिटल में रखवाया जाएगा।सिद्धार्थनगर में दो कोरोना पॉजिटिव पाए गएजिले में भी दो लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। सिद्वार्थनगर सीएमओ डॉक्टर मोहन झा ने बताया कि गुरुवार की रात को आई रिपोर्ट में मुंबई से 29 अपैल को आए युवकों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। जिला अस्पताल में क्वारैंनटाइन किए इन युवकों का नमूना लेकर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज जांच भेजा गया था।ये युवक पॉजिटिव मिले है। यह युवक सिद्धार्थनगर जिले के रहने वाले हैं। जिसमे 32 वर्षीय युवक बांसी इलाके का और दूसरा 24 वर्षीय लोटन इलाके का है। इन युवकों को संतकबीनगर जिले के खलीलाबाद एलवन हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुम्बई से आए चार युवकों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। ये लोग हाल ही में मुम्बई से लौटे थे। Full Article
india news डीपीएस इटावा के बच्चों ने लॉकडाउन में तैयार किया 'मुस्कुराएगा इंडिया' गीत; अपने-अपने घर रहकर किया अभिनय By Published On :: Fri, 01 May 2020 10:24:44 GMT हाल ही में कोरोनावायरस के विरुद्ध बॉलीवुड व खेल सितारों ने मुस्कुराएगा इंडिया गीत फिल्माया था। अब उसी गाने की तर्ज पर डीपीएस इटावा के बच्चों ने अपने घरों में ही रहकर कोरोना वॉरियर्स के उत्साहवर्द्धन के लिए मुस्कुराएगा इंडिया गीत गाकर समर्पित किया है। इस गाने को फिल्माने में सोशल डिस्टेंसिंग का बखूबी पालन किया गया। बच्चों ने अपने-अपने घरों से ही इस गाने के लिए अभिनय किया है।कोरानावायरस बीमारी को देश से उखाड़ फेंकने की मुहिम में डीपीएस के बच्चों ने एक मिसाल कायम की है।देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्टे होम, स्टे सेफ (घर में रहें, सुरक्षित रहें) के सिद्धांत पर कोविड-19 के खिलाफ जंग में देशवासियों का सहयोग मांगा था। जिससे प्रेरित होकर डीपीएस इटावा के बच्चों ने इस जंग में लगे कोरोना वॉरियर्स (पुलिस, स्वास्थ्य, सफाई, प्रशासन व मीडिया कर्मियों) की हौसला अफजाई के लिए एक गीत तैयार किया।खासबात यह कि इन बच्चों ने यह गीत लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने घरों में रहकर ही तैयार किया है। इस गीत को डीपीएस के फेसबुक पेज पर न सिर्फ डेढ़ लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं, बल्कि प्रेरित होकर बहुत सारे लोग इसे शेयर भी कर चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर डीपीएस इटावा के एक छात्र की है। बच्चों द्वारा बनाए गए प्रेरणास्पद गीत में सभी आयु वर्ग के बच्चों ने सहभागिता की है। Full Article
india news पिता के शव के पास असहाय लेटी थी विकलांग बेटी; फरिश्ता बनकर पहुंची पुलिस, कराया अंतिम संस्कार By Published On :: Fri, 01 May 2020 10:48:34 GMT कोरोनावायरस के चलते लॉकडाउन में मृतकों का अंतिम संस्कार करना भी कठिन हो गया है। संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को अपने घरों में बंद रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान कहीं अपनों के अंतिम दर्शन के लिए परिजन घर नहीं पहुंच पा रहे हैं तो कहीं मृतको की अंतिम यात्रा के लिए कंधों की ही कमी पड़ रही है। ऐसा ही एक मामला मथुरा में सामने आया है।पिता की मौत के बाद हाथ और पांव से विकलांग बेटी लाचारी में मदद के लिए रास्ता निहार रही थी, तभी दो पुलिसकर्मी वहां किसी फरिश्ते की तरह उसकी मदद के लिए पहुंच गए। जानकारी के मुताबिक, पिता की मौत के बाद हाथ-पांव से विकलांग बेटी पेट के बल शव के पास लेटी थी और मदद के लिए किसी मददगार का रास्ता देख रही थी। इस बीच किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पीआरवी पर तैनात कॉन्स्टेबल नितिन मलिक और होमगॉर्ड रोहिताश मौके पर पहुंचे।पुलिसकर्मी ने कहा- मानवता के नाते की मददनितिन ने बताया कि जब वह वहां पहुचे तो देखा कि मृतक की इकलौती बेटी जमीन पर पेट के सहारे लेटी है। नितिन ने बताया कि इसके बाद उन्होंने मानवता के नाते तुरंत ई-रिक्शा का इंतजाम किया और कुछ लोगों की मदद से शव को उस पर लाद श्मशान घाट पर ले गए। घाट पर पुलिस ने अपनी मौजूदगी में मृतक का रीति-रिवाजों के साथ विधिवत् अंतिम संस्कार कराया। पुलिस के इस काम की लोग जमकर सराहना कर रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today दिव्यांग बेटी के पिता का पुलिसकर्मियों ने कराया अंतिम संस्कार। एसएसपी ने भी दोनों पुलिसकर्मियों के इस काम की तारीफ करते हुए उन्हें सम्मानित किया। Full Article
india news लॉकडाउन के बीच गैर राज्यों से आए तीन श्रमिकों समेत चार कोरोना पॉजिटिव, यहां अब मरीजों की संख्या 9 पहुंची By Published On :: Fri, 01 May 2020 10:53:00 GMT संगम नगरी प्रयागराज में शुक्रवार को कोरोना के महाराष्ट्र व इंदौर से आएचार नए संक्रमित मिले हैं।इनमें तीन गंगापार के और एक शहर का रहने वाला है। एक साथ 4 नए मरीजों के मिलने से पूरे जनपद में हड़कंप मच गया है। सभी चारों मरीजों को कोविड 19 लेवल वन हॉस्पिटल कोटवा बनी भेजा गया है।अब यहां पर संक्रमितों कीसंख्या 9हो गई है। यहां एक जमाती कोरोनावायरस से ठीक हो चुका है।अब तेजी से बढ़ रहा संक्रमितों का ग्राफप्रयागराज में बीते 1 हफ्ते के दौरान हुई टेस्टिंग में 9मरीज सामने आने से लोगों की चिंता बढ़ गई है।सबसे पहले 24 अप्रैल को मुंबई से लौटे दो युवकों के करोना पॉजिटिवहोने के बाद उसी दिन शहर के शंकरघाट शिवकुटी का एक युवक भी संक्रमित पाया गया था। इन तीनों को कोटवा बनी हॉस्पिटल में आइसोलेट किया गया था। इनके बारे में कुछ अच्छी रिपोर्ट आती कि उससे पहले ही 30 अप्रैल की शाम को महाराष्ट्र के नासिक से लौटे कौंधियारा के एक पुरोहित की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई। जिसे 27 अप्रैल से नैनी कोतवाली क्षेत्र के एक क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया था।110 लोगो की जांच में 106 की रिपोर्ट आई निगेटिवशुक्रवार को110 सैंपलिंग की जांच रिपोर्ट आई। जिसमें से 106 निगेटिव पाए गए, जबकि 4 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। जिनमें से तीन मरीज लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से लौटे हैं। तबीयत बिगड़ने पर उनकी कोरोना की जांच की गई और सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ये तीनो मरीज प्रयागराज के हंडिया, बरौत और सैदाबाद इलाके के रहने वाले हैं। जबकि एक शहर का निवासी है। बताया जा रहा है कि देहात के तीनों संक्रमित मुंबई, नासिक और इंदौर से हाल ही में प्रयागराज लौटे थे। कोरोना के लक्षण दिखने पर उनके सैंपल टेस्ट के लिए भेजे गए थे। शहर का मरीज खुल्दाबाद के लूकरगंज मोहल्ले का रहने वाला है। यह कोरोना से कैसे संक्रमित हुआ है, इस बारे में अभी पता लगाया जा रहा है।प्रभावित क्षेत्र के सैनिटाइजेशन में जुटी टीमेंएडीएम प्रशासन ने बताया कि चारों संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान की जा रही है। उन्हें क्वावंरटाइन किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर सबकी कोरोना टेस्टिंग कराई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम जिला प्रशासन के साथ मिलकर इनके इलाकों को सैनिटाइज भी करेगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बीते एक हफ्ते से प्रयागराज में अचानक बढ़ने लगा कोरोना संक्रमितों का ग्राफ। Full Article
india news घंटेभर के लिए खुले मेडिकल स्टोर तो लगी दो किमी लंबी लाइन, प्रशासन ने भीड़ देख तीन बजे तक दुकानें खोलने की छूट दी By Published On :: Fri, 01 May 2020 10:59:36 GMT तमाम प्रयासों के बावजदू वाराणसी में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। बीते 48 घंटे में8 नए केस सामने आए। इनमें तीन पुलिसकर्मी, पोस्ट ऑफिस का कर्मचारी और वार्ड बॉय शामिल है। अब जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 61हो गई है। इसके बाद प्रशासन ने लॉकडाउन में सख्ती की। दो दिन पूर्ण बंदी के बाद शुक्रवार को दूध की दुकानों को सुबह सात से आठ और दवा की दुकानों को 11 से 12 बजे दोपहर तक ही खुलने की छूट दी गई,जिससे दवा की दुकानों पर लोगों की खासी भीड़ देखने को मिली।तपती धूप में रोड पर खड़े मिले लोगमडुआडीह, नदेसर आदि क्षेत्रों में शुक्रवार की दोपहर मेडिकल स्टोर्स पर दवा खरीददारों की लंबी लाइन नजर आई। कई जगह पर पुलिस भी मुस्तैद दिखी, जो लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा रही थी। तपती धूप में लोग लाइन लगाकर दवा के लिए रोड पर खड़े थे। लेकिन एक घंटा कम पड़ गया। कुछ लोगों को मायूस होकर घर लौटना पड़ा। जब यह बात डीएम कौशलराज शर्मा को पता चली तो उन्होंने दवा की दुकानों के खोलने में थोड़ी और ढील दी है। अब दुकानें 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक खुलेंगी।6 तस्वीरों में देखिए काशी के अलग-अलग हिस्सों का हालसबसे पहले पहले कबीर चौरा इलाके में भीड़ देखने को मिली। सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर यहां पुलिस द्वारा लगातार एनाउंस किया जा रहा है।कबीरचौरा में दवा के लिए लगी लाइन।दूसरी तस्वीर मडुआडीह की है। यहां लोगों को पता चली कि दवा की दुकानें सिर्फ एक घंटे तक खुलेंगी तो रोड पर लंबी लाइन लग गई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने लोगों को हटाया है।सोशल डिस्टेंसिंग का नियम तोड़ा।कैंट नदेसर स्थित मेडिकल स्टोरों पर भी दवा के लिए लंबी लाइननजर आई।लोगों का कहना था कि कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। दुकानें कब फिर बंद हो जाएं, कोई नहीं जानता।दवा दुकानों पर लगी भीड़।लोगो का यह आरोप है कि,डॉक्टरों की लिखी पर्चियों की दवाइयां सामान्य मेडिकल स्टोर पर नहीं मिल रही हैं। लाईन में लगने के बाद मायूसी हो रही है।कई लोग मायूस होकर लौटे।दो पहिया वाहन से फायर ब्रिगेड शहर के कई इलाकों में कीटनाशक दवा का छिड़काव कर रहा है। कबीर चौरा, मैदागिन, सिगरा समेत तमाम इलाको में कई टीमें लगी हैं।नगर निगम कीटनाशक का छिड़काव करा रहा है।लक्सा इलाके में भी लोग दवाइयों को लेने के लिए सड़कों पर निकले। रविन्द्र गुप्ता ने बताया कि दवा की दुकानों के खुलने का समय बढ़ाया गया, जो स्वागत योग्य है। दिक्कतों से जूझकर जीतना है।प्रशासन ने अब दवा दुकानों के खुलने का समय बढ़ाया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर वाराणसी में कबीरचौरा की है। यहां शुक्रवार की दोपहर दवा की दुकानों पर खासी भीड़ देखने को मिली। Full Article
india news यूपी के ग्रीन और ऑरेंज जोन वाले जिलों में छूट देने की तैयारी में योगी सरकार, रेड जोन वालों को करना होगा इंतजार By Published On :: Fri, 01 May 2020 11:29:42 GMT उत्तर प्रदेश में तीन मई के बाद कौन से जिले किस जोन में शामिल किए जाएंगे। इसकी गाइडलाइन जारी कर दी गई है। उत्तर प्रदेश के 19 जिले रेड जोन, 36 जिले ऑरेंज जोन और 20 जिले ग्रीन जोन में रखा गया हैं। केंद्र की ओर से जारी की गई लिस्ट का हर सप्ताह आकलन किया जाएगा। इससे पहले सीएम योगी ने भी कहा था कि तीन मई के बाद शर्तों के साथ ही ग्रीन और ऑरेेंज जिलों में लोगों को छूट दी जा सकती है।केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ओर से जारी पत्र के अनुसार अब 28 दिन की बजाय 21 दिन तक कोरोना वायरस से संक्रमित का नया केस नहीं आने पर जिले को रेड जोन से ग्रीन जोन में कर दिया जाएगा। अभी तक 14 दिन तक नया केस नहीं आने पर जिले को रेड से आरेंज और फिर अगले 14 दिनों तक केस नहीं आने पर ग्रीन जोन जिलों में रखा जाता था। जोनवार जिलों की श्रेणीरेड जोन के जिले : आगरा, लखनऊ, सहारनपुर, कानपुर नगर, मुरादाबाद ,फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, मेरठ, रायबरेली, वाराणसी, बिजनौर, अमरोहा, संत कबीर नगर, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मथुरा, बरेली हैं।आरेंज जोन :- गाजियाबाद, हापुड़, बदायूं, बागपत, बस्ती ,शामली, औरैया, सीतापुर, बहराइच, कन्नौज, आजमगढ़, मैनपुरी, श्रावस्ती, बांदा, जौनपुर, एटा, कासगंज, सुल्तानपुर, प्रयागराज, जालौन, मिर्जापुर, इटावा, प्रतापगढ़, गाजीपुर, गोंडा, मऊ, भदोही, उन्नाव, पीलीभीत, बलरामपुर, अयोध्या, गोरखपुर, झांसी, हरदोई, कौशांबी हैं।ग्रीन जोन :बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हाथरस, महाराजगंज, शाहजहांपुर, अंबेडकर नगर ,बलिया ,चंदौली ,चित्रकूट, देवरिया, फर्रुखाबाद ,फतेहपुर, हमीरपुर, कानपुर देहात, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा, सिद्धार्थ नगर, सोनभद्र, अमेठी हैं।रेड और आरेंज जोन में अंतर: रेड और आरेंज जोन में अंतर हैं कि रेड जोन में वे इलाके शामिल हैं, जहां कोरोना के हॉटस्पॉट हैं। जबकि आरेंज जोन में कोई भी हॉटस्पॉट एरिया नहीं है। रेड जोन को भी दो भागों में बांटा गया है। रेड जोन में कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां कोरोना का आउटब्रेक हुआ है। इसके अलावा कुछ रेड जोन वाले जिले में कोरोना के बहुत सारे मरीज सामने आए हैं। वहां कलस्टर बन गए हैं।रेड जोन वाले इलाके में घर-घर होगा सर्वे: जहां रेड जोन वाले इलाके में घर-घर सर्वे कर कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच की जाती है और पूरे इलाके को पूरी तरह सील कर किसी को आने-जाने की इजाजत नहीं दी जाती है। लेकिन ऑरेंज जोन में आर्थिक गतिविधियों पर रोक साथ जरूरी सेवाओं को चालू रखने की इजाजत दी जाती है। ऑरेंज जोन में सर्दी-खांसी, जुकाम और बुखार वाले मरीजों पर विशेष ध्यान रखा जाता है और उनका कोरोना टेस्ट किया जाता है।ग्रीन जोन में भी किया जाएगा कोरोना टेस्ट : रेड और आरेंज जोन के अलावा सरकार ने ग्रीन जोन में भी कोरोना पर नजर रखने का फैसला किया है। ग्रीन जोन वाले इनफ्लुएंजा या सांस से संबंधित बीमारी से गंभीर रूप से ग्रसित मरीजों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। ऐसे मरीजों की पहचान कर उन्हें कोरोना अस्पताल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को दी गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Lockdown Relaxation | Yogi Adityanath Govt On Uttar Pradesh Coronavirus/Corona Orange & Green Zones Lockdown Relaxation Full Article
india news लॉकडाउन में अफसरों ने चित्रकूट में मंदिर का ताला खुलवाकर बजरंगबली के दर्शन किए, बंदरों को बांटे केले By Published On :: Fri, 01 May 2020 11:45:17 GMT लॉकडाउन के बावजूद देश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। देश में यातायात के सभी साधन बंद हैं। मठ-मंदिर, मस्जिद व अन्य धार्मिक स्थलों में आम आदमी के प्रवेश पर रोक है। लेकिन शुक्रवार को चित्रकूट में जिम्मेदार अधिकारी की लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का उलंघन करते नजर आए। यहां बराहा के हनुमान मंदिर का ताला खुलवाकर पूजा अर्चना की गई। जबकि बंदरों को केले खिलाए गए। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया।मंदिर के इर्द-गिर्द थे सैकड़ो लोगदरअसल, चित्रकूट धाम मंडल के कमिश्नर गौरव दयाल व डीआईजी दीपक रावत व सतना के डीएम अजय कटे शेरिया अपने काफिले के साथ शुक्रवार को चित्रकूट पहुंचे। यहां मंदाकिनी नदी की सफाई का काम चल रहा है। अफसरों ने यहां बराहा के हनुमानजी के मंदिर में पूजा अर्चना की और इसके बाद वहां परिक्रमा में रहने वाले साधुओं को खाद्य सामग्री वितरण किया। लेकिन कमिश्नर और डीआईजी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भूल गए। इस मौके पर कमिश्नर डीआईजी सहित चित्रकूट के डीएम व सतना के डीएम चित्रकूट के एसपी सहित सैकड़ों लोग आस-पास मौजूद रहे।सोशल डिस्टेंसिंग के नियम टूटे।इस तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि, किस तरह कमिश्नर गौरव दयाल और डीआइजी दीपक रावत एक साथ पास पास खड़े होकर बंदरों को केला खिला रहे हैं। लेकिन अपने साथ इस भीड़ को देखना वह भूल गए।अफसरों साधी चुप्पी, सतना डीएम ने जनता को दी नसीहतवहीं, जब इस मामले में सतना के जिलाधिकारी अजय कटे शेरिया से बात की गई तो उन्होंने जनता को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की नसीहत दी। लेकिन जब खुद पर इसे किस तरह लागू किया जा रहा है, तो उन्होंने चुप्पी साध ली। वहीं, चित्रकूट धाम मंडल के कमिश्नर और डीआईजी ने भी कैमरे के सामने से कुछ भी बोलने से मना कर दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today हनुमान मंदिर से बाहर आते सतना जिले के डीएम व चित्रकूट के डीआईजी दीपक। Full Article
india news अब तक 2230 संक्रमित: काशी में 2 दिन सख्ती के बाद थोड़ी छूट; 10वीं और 12वीं के छात्र दूरदर्शन की मदद से पढ़ाई कर सकेंगे By Published On :: Fri, 01 May 2020 11:47:05 GMT उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में 93 नए पॉजिटिव मिले।आगरा में सबसे ज्यादा 46 केस सामने आए। यहांकुल 479 संक्रमित हो गए। लखनऊ में 7 केस मिले। यहां कुल संक्रमित अब 218 संक्रमित हैं। पूरे प्रदेश में अब तक 2230 संक्रमित मिले हैं। 1113 का तब्लीगी जमात से कनेक्शन रहा है। 1630 एक्टिव केस हैं।मरने वालों की संख्या 43 हो गई है। इसी दौरान 551 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। वाराणसी में दो दिनबाद थोड़ी छूट दीगई।योगी सरकार ने तय किया है किहाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों कीअब दूरदर्शन के माध्यम से पढ़ाई कराई जाएगी।24 घंटे में प्रदेश मेंआगरा 46, वाराणसी8,लखनऊ 7, फिरोजाबाद औरनोएडा 4-4, मेरठ, अलीगढ़ औरकानपुर में तीन-तीन, गाजियाबाद, बरेली औरसिद्धार्थनगर में दो-दो, बुलंदशहर, महाराजगंज, झांसी, बस्ती, प्रयागराज, मुरादाबाद, एटा, देवरिया औरगोरखपुर में एक-एक कोरोना संक्रमित पाए गए।यूपी सरकार ने प्रयागराज में फंसे मजदूरों को बसों के जरिए उनके गृह जनपदों के लिए रवाना किया है।अपडेट्सवाराणसी: दो दिनबाद लोगों को टोटल लॉकडाउन से थोड़ी राहत मिली। सब्जियां महंगी बिकीं और दूध की भी किल्लत रही। जिले में आठ नए केसों के साथ संक्रमितों की संख्या 60 पहुंच गई। कुल 23 हो गए हैं।डीएम कौशल राज शर्मा के मुताबिक, दूध की दुकानें 3 मई तक सुबह 7 से 8 बजेऔर दवा की दुकानें सुबह 11 से 12 बजे तक ही खुलेंगी।तस्वीर लखनऊ की है। कुछ लोग गर्मी से राहत पाने के लिए नहर में नहा रहे हैं। इससे संक्रमण का खतरा है।लखनऊ:यूपी बोर्डके स्कूलों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट छात्रों के लिए शुक्रवार से दूरदर्शन के स्वयंप्रभा चैनल पर शैक्षिक प्रसारण शुरू होगा। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि शैक्षिक प्रसारण हर दिन सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक और फिर इसी का पुन : प्रसारण शाम 4:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक होगा। जिन स्टूडेंट के पास स्मार्टफोन नहीं हैं और वह ऑनलाइन क्लासेस में हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं। इस टेलिकास्ट से उन्हें मदद मिल सकेगी।आगरा: संक्रमण के मामले मेंआगरा राज्य में एक और देश में 11वें नंबर पर आ चुका है। 13 दिनमें मरीजों की संख्या दोगुनी हुई है। गुरुवार को 46 नए पॉजिटिव केस मिले। कुल मामले 479 हो गए। 15 लोगों की मौत हो चुकी है।यूपी के आगरा में सबसे अधिक संक्रमण के मामले सामने आए हैं। यहां कई सब्जी बेचने वाले भी पॉजिटिव आ चुके हैं।मेरठ: यहां संक्रमितों की संख्या105 हो गई। 5 की मौत हो चुकी है। 48 स्वस्थ भी हुए। रिकवर होने वाले सभी मरीजों का 14 दिन क्वारैंटाइन में रहना जरूरी है।अब तक 2230 कोरोना संक्रमित: आगरा में 479, लखनऊ में 218, कानपुर नगर में 210, सहारनपुर में 187, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 141, फिरोजाबाद में 111, मुरादाबाद में 110, मेरठ में 102, गाजियाबाद में 62, वाराणसी में 61, बुलंदशहर में 51, रायबरेली में 44, अलीगढ़ में 35, बिजनौर में 32, हापुड़-अमरोहा में 26-26, शामली में 27, रामपुर में 24, बस्ती-मुजफ्फरनगर-संतकबीरनगर में 23-23, सीतापुर में 20, संभल में 18, बदायूंमें 16, बागपत में 15, मथुरा में 13, औरैया में 10, बहराइच में 9, बरेली-जौनपुर-आजमगढ़ में 8-8, प्रतापगढ़-महाराजगंज-कन्नौज में 7-7, गाजीपुर में 6, मैनपुरी-श्रावस्ती में 5-5, हाथरस-लखीमपुर खीरी-प्रयागराज-झांसी-बांदा-एटा में 4-4, मिर्जापुर-जालौन-कासगंज-पीलीभीत-सुल्तानपुर में 3-3, कौशाम्बी, इटावा-गोंडा-हरदोई-गोरखपुर में 2-2,बलरामपुर, उन्नाव, शाहजहांपुर, मऊ, अयोध्या, भदोही, बाराबंकी, कानपुर देहात में भी एक-एक संक्रमित मिला। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Agra Lucknow (UP) Corona Cases Update | Uttar Pradesh Novel Coronavirus Cases Live Agra Kanpur Lucknow Firozabad Meerut Rae Bareli Corona Case Today Latest News यह तस्वीर वाराणसी की पंचकोशी सब्जी मंडी की है। टोटल लॉकडाउन के बाद शुक्रवार को थोड़ी राहत दी गई। टोटल लॉकडाउन 3 मई तक रहेगा। Full Article
india news पुलिस पर पथराव करने वाले अब तक 20 आरोपी गिरफ्तार, सबपर गैंगस्टर व एनएसए लगा By Published On :: Fri, 01 May 2020 11:47:17 GMT उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में बीते बुधवार को बजरिया इलाके में शौकत अली पार्क हॉटस्पॉट में कोरोना संदिग्ध 9 लोगों को क्वारैंटाइन कराने के विरोध में पुलिस पर पथराव के मामले में कार्रवाई तेज हो गई है। पुलिस ने अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। जिनमें पुलिस ने आरोपियों की पिटाई की है।डीएम ब्रह्मदेव तिवारी ने बताया कि, इन आरोपियों पर आपदा प्रबंधन एक्ट, महामारी अधिनियम, एनएसए व आईपीसी की कई धाराओं को लगाया गया है। बता दें, इस घटना का मुख्यमंत्री योगी ने संज्ञान लिया था। उन्होंने उपद्रवियों पर एनएसए लगाने के साथ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था।पुलिसकर्मियों पर फेंकी गई थी तेजाब की बोतलेंइस घटना के संबंध में थाना प्रभारी राममूर्ति यादव ने एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें लिखा है कि, कांशीराम ट्रामा सेंटर में आइसोलेट हुए शौकत अली पार्क निवासी दो कोरोना संक्रमितों के घर वालों को प्रशासन के निर्देश पर क्वारैंटाइन कराने के लिए पुलिस व हेल्थ की टीम गई थी। टीम ने 9 लोगों को इलेक्ट्रिक लोको शेड ट्रेनिंग सेंटर में क्वारैंटाइन करा दिया। लेकिन तभी स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। तेजाब से भरी व खाली कांच की बोतलें फेंकी गई। और फोर्स के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। लेकिन दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।पुलिस ने पथराव करने वाले आरोपियों की पहचान सार्वजनिक की है।अब तक 35 आरोपियों की हुई पहचानसीओ सीसामऊ त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि, एफआईआर में 100-125 लोगों का जिक्र है, उनमें 35 की पहचान हो चुकी है। 10 आरोपियों को गुरुवार सुबह गिरफ्तार किया गया था। दस आरोपी आज गिरफ्तार किए गए हैं। सभी को जेल भेज दिया गया है। सभी आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर और एनएसए लगाया गया है।आरोपियों की पहचान सार्वजनिक की गई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कानपुर पुलिस की गिरफ्त में उपद्रव करने वाले आरोपी। इन पर एनएसए लगाया गया है। Full Article
india news निजी स्कूलों ने अपने स्टाफ को वेतन दिए जाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से लगाई गुहार, कहा- बिना ब्याज की राशि भी लेने को तैयार By Published On :: Fri, 01 May 2020 12:28:09 GMT लाॅकडाउन के दौरान अभिभावकों को फीस के लिए बाध्य नहीं करने और परिवहन शुल्क नहीं वसूलने के उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले के बाद निजी स्कूलों ने स्टाफ के वेतन भुगतान के लिए सरकार से मदद की गुहार लगाई है।निजी स्कूलों के संगठन एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्ज के अध्यक्ष अतुल कुमार ने शुक्रवार को कहा, निजी स्कूलों को केवल मासिक फीस लेने और फीस जमा नहीं होने की स्थिति में किसी बच्चे को ऑनलाइन क्लासेज से वंचित नहीं करने के आदेश से निजी स्कूल पसोपेश में हैं, क्योंकि सरकार के फैसले के बाद ज्यादातर अभिभावक फीस देने में आनाकानी कर रहे हैं। इस तरह के आदेश से निजी स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया जाना संभव नहीं होगा।बुनियादी सुविधाएं देना मुश्किलउन्होंने कहा कि इस आदेश के कारण अधिकतर अभिभावकों ने विद्यालय में फीस जमा नहीं की है। जो फीस आई भी है, वे इतनी कम हैं कि उससे शिक्षकों को वेतन देना तो दूर रहा, उससे स्कूल के संचालन के लिए जरूरी बुनियादी सुविधाएं भी प्राप्त नहीं की जा सकती हैं। निजी विद्यालयों के आय का एकमात्र साधन फीस ही है, जिसके प्राप्त नहीं होने पर निजी विद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन भुगतान नहीं किया जा सकता है। इसके चलते प्रदेश के एक बहुत बड़े शिक्षक समुदाय के परिवारों को भुखमरी का सामना तक करना पड़ सकता है।राज्य सरकार बगैर ब्याज के भी दे सकती है राशिकुमार ने बताया कि लाॅकडाउन अवधि की ट्रांसपोर्ट फीस लेने पर भी सरकार द्वारा रोक लगाई गई है, जो न्यायसंगत नहीं है। वास्तव में लाॅकडाउन की अवधि में केवल ईंधन के रूप में खर्च की जाने वाली धनराशि की ही बचत हो रही है, जो फीस की लगभग 20 से 25 प्रतिशत ही होती है। ऐसे में अगर लाॅकडाउन अवधि का पूरा ट्रांसपोर्ट फीस माफ कर दिया गया तो स्कूल के ड्राइवरों और सहायकों का भुगतान कैसे किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों के फीस लेने के सम्बन्ध में सरकार द्वारा जारी आदेश उत्तरप्रदेश स्ववित्त पोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क निर्धारण) एक्ट 2018 में दिए गए प्रावधानों के अनुरूप नहीं है। वास्तव में कोई भी कार्यकारी आदेश अधिनियम में दिए गए प्रावधानों के अन्तर्गत ही जारी किया जा सकता है। वस्तुतः राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम में भी स्कूल फीस का कहीं उल्लेख नहीं है। कुमार ने कहा कि निजी स्कूलों की मांग है कि आपदा की इस घड़ी में अध्यापकों और अन्य स्कूल स्टाफ के वेतन भुगतान का इंतजाम सरकार अपनी ओर से करे। वह चाहे तो इस राशि को ऋण के रूप में दे सकती है जिसका भुगतान सामान्य परिस्थितियों मे बगैर ब्याज अदायगी के किया जा सकता है। उन्हें उम्मीद है कि संकट की इस घड़ी में सरकार निजी स्कूलों के साथ भी न्याय करेगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लॉकडाउन के वजह से बंद निजी स्कूल संचालक भी परेशान हो रहे हैं। (डेमो फोटो) Full Article
india news मुख्यमंत्री योगी बोले- तब्लीगियों ने राज्य में संक्रमण को बढ़ाया; अब तक एक हजार से ज्यादा संक्रमितों का कनेक्शन जमात से By Published On :: Fri, 01 May 2020 12:53:00 GMT उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एक टीवी कार्यक्रम मेंकहा कि, तब्लीगी जमातियों के चलते राज्य में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला है। कहा- निजामुद्दीन मरकज में जो तब्लीगी गए थे, उन्हें यह बात पता थी कि जो विदेश से आए तब्लीगी हैं वे कोरोना पॉजिटिव हैं। बावजूद इसके उन लोगों ने बीमारी को छिपाई। ये कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जमात से जुड़े तमाम लोगों को पकड़कर पुलिस ने क्वारैंटाइन कराया है। उन्होंने यह भी कहा कि, प्रदेश में यदि किसी ने यदि शरारतन या जानबूझकर कोरोना का संक्रमण फैलाया तो उस पर आपराधिकमुकदमा दर्ज होगा।मेडिकल इंफेक्शन को हर हाल में रोकना होगावहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कोविड-19 की टीम इलेवन के साथ बैठक में कोरोनावायरस सेचिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ को बचाने के लिए भी ठोस कदम उठाने की बात कही है।प्रदेश के कोविड अस्पतालों में पीपीई किट और एन 95 मास्क की उपलब्धता समय से पूरी हो सके, इसके लिए मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया कि जरूरत पड़े तो सुरक्षा उपकरणको पहुंचाने में स्टेट हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करें। योगी ने कहा- कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए हमें मेडिकल इंफेक्शन को हर हाल में रोकना होगा।प्रदेश में अब तक 2281 केस, 41 की मौतस्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि, अब तक प्रदेश में 2281 संक्रमित मिले हैं। इनमें 1685 एक्टिव केस हैं। संक्रमितों में1113 का तब्लीगी जमात से कनेक्शन रहा है।राहत की बात है कि, 555 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। राज्य में 41 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि, पूल टेस्टिंग का लाभ प्रदेश को मिल रहा है। गुरुवार को 4177 सैंपल की पूल टेस्टिंग की गई। इन्हें 349 पूल में बांटा गया था। 1649 सैंपल टेस्टिंग के लिए लगाए गए हैं। इनमें से आठ पूल पॉजिटिव पाए गए। उन्होंने बताया कि, कानपुर व आगरा में बढ़ते संक्रमण के मामले को देखते हुए डेडिकेटेड टीम भेजी जाएगी।इससे पहले योगी सरकार ने कोरोना वॉरियर्स के लिए उठाए अहम कदमबता दें कि, इससे पहले योगी सरकार स्वास्थ्यकर्मियों के हितों के लिए कई अहम फैसले कर चुकी है। योगी सरकार ने स्वास्थकर्मियों पर हुए पथराव पर तत्काल संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए थे। यही नहीं सीएम योगी ने हॉटस्पॉट एरिया में जांच या इलाज के लिए जाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को पुलिस प्रोटेक्शन भी दिया है। हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने में जुटे कोरोना वारियर्स (पुलिस, सफाईकर्मी, डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ) की सुरक्षा की दिशा में बड़ा फैसला लिया है। एपिडेमिक डिजीज एक्ट (महामारी बीमारी कानून), 1897 में बदलाव कर दंड को और सख्त कर दिया है। दोषियों को अब 7 साल की सजा और 5 लाख तक का जुर्माना भी भुगतना होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लोकभवन में कोविड-19 टीम इलेवन में बैठक करते सीएम योगी। Full Article
india news गौतमबुद्धनगर में आज 17 नए केस, दो को अस्पताल से मिली छुट्टी; अब यहां 155 पहुंची संक्रमितों की संख्या By Published On :: Fri, 01 May 2020 13:42:00 GMT दिल्ली से सटेगौतमबुद्धनगर (नोएडा/ग्रेटर नोएडा) जिले में शुक्रवार को 17 नए केस सामने आए हैं। जिसके बाद जनपद में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 155 हो गई है। वहीं, दो मरीजों को ठीक होने पर डिस्चार्ज भी किया गया। इसके साथ यहां अब तक कुल 90 मरीज ठीक हो चुके हैं। 65 मरीजों का इलाज अलग-अलग आइसोलेशन वार्ड में किया जा रहा है।सेक्टर आठ में दस एक साथ संक्रमितशुक्रवार को 333 मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त हुई। जिनमें से 316 रिपोर्ट निगेटिव आई।जबकि 17 रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इन मरीजों में सेक्टर-10 स्थित जेजे कॉलोनी में रहने वाला 25 वर्षीय युवक, सेक्टर-8 में रहने वाले 10 लोगों (पुरुष, बच्चे व महिलाएं), सेक्टर-9 में रहने वाला युवक, सेक्टर-150 स्थित ऐस गोल्फ सोसायटी में रहने वाले 71 वर्षीय बुजुर्ग, सेक्टर-55 में रहने वाले 76 वर्षीय बुजुर्ग, सेक्टर- 76 स्थित स्काईटेक माटरॉट सोसायटी में रहने वाला युवक, ग्रेटर नोएडा के पाई फर्स्ट स्थित एडवोकेट कॉलोनी में रहने वाले 55 वर्षीय बुजुर्ग और बिसरख गांव के 27 वर्षीय युवक शामिल हैं।697 को क्वारैंटाइन किया जा चुकाजिला सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर में 17 और संदिग्धों की रिपोर्ट में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। जिसके बाद जनपद में संक्रमित मरीजों की संख्या 155 हो गई है। वहीं दो मरीजों के ठीक होने पर उन्हें घर भेजा गया है। जिनमें 9 साल की बच्ची और 39 वर्षीय युवक शामिल हैं। इसके साथ ही अभी तक 90 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। फिलहाल 65 एक्टिव केस हैं। अभी तक 3618 सैंपल स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिए गए हैं। वहीं 697 संदिग्धों को क्वारैंटाइन किया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today गौतमबुद्धनगर जनपद में अभी तक 3618 सैंपल स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिए गए हैं। वहीं 697 संदिग्धों को क्वारैंटाइन किया गया है। Full Article
india news मध्य प्रदेश से प्रयागराज लाए गए 1200 मजदूर; कई घंटे भूख-प्यास के बाद जब मिले बिस्कुट केले तो लेने के लिए टूट पड़े लोग By Published On :: Fri, 01 May 2020 14:03:18 GMT उत्तर प्रदेश में क्वारैंटाइन सेंटर भेजे जा रहे संदिग्धों के साथ दुर्व्यहार के मामले थम नहीं रहे हैं। आगरा के बाद शुक्रवार को संगम नगरी प्रयागराज से जो तस्वीर सामने आई है, वो वाकई शर्मसार करने वाली है। दरअसल, यहांमजदूरों को उनके घर वापस भेजने के लिए कलेक्शन सेंटर बनाया गया है। जिसमें करीब 1200 मजदूर हैं। आरोप है कि, यहां मजदूरों को काफी देर तक भूखे प्यासे रखा गया। जब प्रशासन ने बिस्किट व केला मंगाया तो उसे लेने की होड़ मच गई। इस दौरान उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का भी कोई ध्यान नहीं रहा। मौके पर मौजूद अधिकारी भी इस अव्यवस्था को दूर करने के बजाय दूर खड़े होकर मातहतों को निर्देश देने में ही लगे रहे।सीएवी इंटर कॉलेज में बनाया गया कलेक्शन सेंटरशहर के सीएवी इंटर कॉलेज में कलेक्शन सेंटर बनाया गया है। यहां मध्य प्रदेश से 39 बसों से लाएगए लगभग 1200 मजदूरों को रखा गया है।आरोप है कि, उन्हें कई घंटों तक भूखेप्यासे ही रखा गया है। पिछले कई घंटे से भूखे प्यासे मजदूरों के लिए प्रशासन की ओर से जब बिस्किट और केला मंगाया गया तो उसे लेने के लिए मजदूरों में होड़ सी मच गई। भूखे प्यासे मजदूर पार्क के अंदर से ही बिस्किट और केला पाने के लिए टूट पड़े। इस दौरान उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का भी कोई ध्यान नहीं रहा।इस मामले का वीडियो भी सामने आया है। जिस पर डीएम प्रयागराज भानुचन्द्र गोस्वामी ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि ये क्वारैंटाइनसेंटर नहीं है, बल्कि सीएवी इंटर कालेज में प्रवासी मजदूरों के लिए कलेक्शन सेंटर बनाया गया है। जहां पर मध्य प्रदेश से आएमजदूरों को उनके गृह जिलों में भेजे जाने के पहले रोका गया है। उन्होंने कहा है कि भीड़ जुटने पर केले और बिस्किट वितरित करने का कार्य भी रोक दिया गया है और बसों में बैठने के बाद उन्हें खाने पीने के सामान मुहैया कराये गए हैं।आगरा में दूर से फेंककर दिया गया था पानी बिस्कुटइससे पहले आगरा जिले में स्थित हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंटके क्वारैंटाइन सेंटर में संक्रमण के डर सेपीपीई किट पहनकर सरकारी कर्मचारी पानी की बोतल, बिस्किट लोगों को फेंकते नजर आए थे।यहां क्वारैंटाइन किए गए व्यक्ति चैनल गेट के भीतर से हाथ बाहर निकालकर खाने पीने की चीजों पर टूट पड़े थे।डीएम प्रभु नारायण सिंह ने इसका वीडियो सामने आने पर जांच के निर्देश दिए। जिसके बाद नोडल अधिकारी आलोक कुमार ने जांच में प्राथमिक तौर पर दोषी पाए गए बीडीओ मनीष को सस्पेंड करने का निर्देश दिया था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर प्रयागराज के सीएवी इंटर कॉलेज की है। यहां मध्य प्रदेश से आए मजदूरों को रखा गया है। शुक्रवार की दोपहर बाद जब मजदूरों को खाने के लिए कुछ सामान मिला तो वे इसे लेने के लिए टूट पड़े। सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल नहीं रखा गया। कुछ ऐसी ही तस्वीर पिछले दिनों आगरा से भी आई थी। Full Article
india news लॉकडाउन में दिल्ली से बिहार जा रहे मजदूर की मौत, साइकिल से 1300 किमी के सफर पर छह साथियों के साथ निकला था By Published On :: Fri, 01 May 2020 14:25:17 GMT आज मजदूर दिवस है। लेकिन उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से एक ऐसी खबर आई, जो झकझोर देने वाली है। लॉकडाउन से रोजी रोटी छिन जाने के बाद भी 34 दिन जैसे तैसे गुजार लिए, लेकिन जब लगा कि ये संकट काल एक अंधेरी सुरंग सरीखा है तो दिल्ली से बिहार तक 1300 किमी लंबे सफर पर सात मजदूर टोली बनाकर निकल पड़े। यह सफर अभी तो एक तिहाई ही पूरा हो पाया था कि शाहजहांपुर जिले में एक की मौत हो गई। उसकेसाथियों का कहना है कि मृतक अभी तो28 साल का था। उसे कोई बीमारी भी नहीं थी। फिलहाल,प्रशासन ने मृतक का सैंपल जांच के लिए भेज दिया है।वहीं, उसके साथियों को क्वारैंटाइन कर दिया है। बिहार के खगड़िया का रहने वाला था मृतक मजदूरमृतक का नाम धर्मवीर (28) है। वह बिहार के खगड़िया जिले के खरैता गांव का रहने वाला था।अपने जिले के रहने वाले अन्य मजदूरों के साथ ही दिल्ली में रहकर दिहाड़ी मजदूरी करताथा। कभी रिक्शा चलाताथातो कभी राजगीर का काम कर लेताथा। लेकिन लॉकडाउन के बाद इनका रोजगार छिन गया। कुछ पैसे जोड़े थे तो उससे राशन खरीद लिया। यह राशन करीब 10 दिन चला। इसके बाद आसपड़ोस से मांगकर पेट भरा गया।कई दिनों मांगकर खाना खाया, भूखे भी रहेमृतक के साथी मजदूर रामनिवास उर्फ छोटू ने बताया किदिल्ली सरकार से भी कोई मदद नहीं मिली। कई दिनों तक बिस्कुट खाकर पेट भरा। लेकिन जब लगा कि ये दिन कैसे गुजरेंगे? इससे बेहतर है किअपनों के बीच चला जाए। यहां रहे तो बीमारी से मरेया न मरेभूख से जरूर मर जाएंगे। मजबूरन 27 अप्रैल को धर्मवीर के साथ हम छह लोग साइकिल से अपने घर के लिए निकल पड़े। भूखे प्यासे चार दिन साइकिल चलाकर गुरुवार की रात शाहजहांपुर पहुंचे। यहां बरेली मोड़ स्थित एक होटल के बाहर ठहर गए।रास्ते में किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली। शाहजहांपुर आने के बाद एक मंदिर से कुछ खाना मिल गया। शुक्रवार सुबह उनके साथी मजदूर धर्मवीर की हालत बिगड़ गई। उसे मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां उसने दम तोड़ दिया।'कोई बीमारी नहीं थी'हालांकि, धर्मवीर की मौत का कारण क्या है? यह बात किसी को समझ नहीं आ रही है। उसके साथियों ने बताया कि उसे कोई बीमारी नहीं थी। दिल्ली से आए मजदूर की मौत की सूचना पर प्रशासन के अधिकारीमेडिकल कॉलेज पहुंचे। मृतक के बारे में साथियों से जानकारी ली। उसका शव पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल अभय कुमार ने बताया कि शव सेसैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है। साथी मजदूरों को क्वारैंटाइन किया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर शाहजहांपुर में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर की है। ये मजदूर मृतक धर्मवीर के साथी हैं, जो साइकिल से दिल्ली से बिहार के लिए निकला था। लेकिन शाहजहांपुर में मौत हो गई। Full Article
india news लॉकडाउन के बीच हुई मुठभेड़: डेढ़ लाख का इनामी बदमाश पकड़ा गया, गोली लगने से थानाध्यक्ष भी हुए घायल By Published On :: Sat, 02 May 2020 04:04:00 GMT उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर के टांडा थाना इलाके के धौरहरा गांव के पास शुक्रवार देर रातपुलिस मुठभेड़ में डेढ़ लाख का इनामी बदमाश लईक पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। वहीं मुठभेड़ के दौरान भाग रहे लईक के दूसरे साथ कलीम को पुलिस ने दौड़ाकर दबोच लिया। करीब आधे घन्टे तक चली इस कार्रवाईमें थानाध्यक्ष टांडा भी घायल हो गए। अपराधी लईक टांडा में हुई आईसीआई बैंक में लूट का मुख्य आरोपित था। इसके ऊपर कानपुर व लखनऊ में लूट व हत्या का आरोप है।लईक 2005 से फरार चल रहा था। मुठभेड़ के बाद तलाशी में लईक के पास असलहा व 20 लाख रुपया बरामद हुआ है।पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार शाम को स्वाट टीम प्रभारी संजय सिंह को मुखबिर से सूचना मिली कि टांडा में आईसीआई बैंक के लूट का मुख्य आरोपित अकबरपुर थाना इलाके के शहजादपुर निवासी लईक अपने साथी के किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने जा रहा है। सूचना पर एसपी के निर्देश पर एडिशनल एसपी अवनीश कुमार मिश्र,सीओ टांडा अमर बहादुर,थानाध्यक्ष टांडा संजय पांडेय व स्वाट टीम ने इलाके की घेराबंदी कर सर्च अभियान शुरू किया।पुलिस ने रोका तो बदमाश ने शुरू कर दी फायरिंगचेकिंग के दौरान रात करीब 10 बजे बाइक पर आ रहे दो लोगों को पुलिस ने इशारे से रोकना चाहा तो बाइक पर सवार अपराधी लईक ने पुलिस पार्टी पर फायर झोंक दिया। गोली थानाध्यक्ष टांडा संजय पांडेय को छूकर निकल गई। इसकी वजह से वह जमीन पर गिर पड़े। थानाध्यक्ष को गोली लगते ही पुलिस ने अपराधियों पर जबाबी फायरिंग शुरू कर दिया। करीब आधे घन्टे चले मुठभेड़ के बाद बदमाश लईक पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया।जबकि मौके से भाग रहे उसके दूसरे साथी इलाहाबाद निवासी कलीम को पुलिस ने दबोच लिया।एसपी ने बताया कि लाइक के पास से कई असलहे व 20 लाख रुपए बरामद हुआ है।लईक 2005 से चल रहा था फरारस्वाट टीम प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि लईक शातिर अपराधी था।जरायम की दुनिया लईक को खूब जचता था।फिर चाहे लखनऊ चौक में व्यापारी से लूट का मामला रहा हो या फिर टांडा आईसीआई बैंक में दिनदहाड़े लूट रही हो लईक दोनों हाथों से फायरिंग कर अपने साथियों का मनोबल बढ़ाता था।एसपी आलोक प्रियदर्शी के मुताबिक अकबरपुर थाना इलाके के शहजादपुर के रहने वाले लईक ने कई जिलों में लूट व हत्या का वारदात कर चुका है।लईक कानपुर के चकेरी थाना में 2005 हुई एक लूट के बाद फरार चल रहा था।इलाज के लिए बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया गया। थानाध्यक्ष टांडा को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।सराहनीय काम करने वाली स्वाट टीम वइस ऑपरेशन में शामिल सभीको इनाम दिया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today टांडा में पुलिस और अपराधियों के बीच शुक्रवार देर रात मुठभेड़ हो गई। इसमें थानाध्यक्ष टांडा गोली लगने से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। Full Article
india news रेडजोन में शहर; संक्रमितों की संख्या 221 पहुंची, सैनिटाइजर पीने वाले संक्रमित युवक की मौत By Published On :: Sat, 02 May 2020 04:37:00 GMT उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में शुक्रवार देर रात तक 12 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। शहर में तेजी से संक्रमितों की संख्या बढती जा रही है । उत्तर प्रदेश में आगरा के बाद कानपुर में सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव पेसेंट है। प्रदेश सरकार ने कानपुर को रेडजोन में रखा है। शहर के हालात लागतार बिगड़ते जा रहे हैं। प्रदेश सरकार कानपुर में अतिरिक्त मेडिकल टीम भेजने पर भी विचार कर रही है। कानपुर में संक्रमित मरीजों की सख्या 221 पहुंच गई है। जिसमें 17 मरीज डिस्चार्ज हो चुके है और चार संक्रमितों की मौत हो चुकी है। वहीं शुक्रवार को सैनिटाइजर पीने वाले संक्रमित युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई है। मृतक युवक झारखंड कर रहने वाला था।जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 लैब से शुक्रवार शाम 287 सैंपल की रिपोर्ट आई। जिसमें से 12 लोगों में संक्रमण की पुष्टी हुई है और 275 निगेटिव पाए गए हैं। सकंमित पाए गए लोग हॉटस्पॉट एरिया के पाए गए हैं। जिसमें 7 संक्रमित कर्नलगंज और तीन सकंमित महिलाएं बजरिया के है। इसके साथ ही बजरिया थाने के एक सिपाही में संक्रमण की पुष्टी हुई है। शहर में 13 पुलिसकर्मी संक्रमित पाए जा चुके हैं। सभी संक्रमितों को कोविड-19 हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।सैनिटाइजर पीने वाले कोरोना संक्रमित युवक की हैलट कोविड-19 अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। युवक के शव को अस्थाई मर्चुरी में रखा गया है। मृतक झारखंड का रहने वाला था उसके परिजनों को घटना की जानकारी देदी गई है। 28 वर्षीय मृतक मूलरूप से झारखंड के साहिबगंज जिले में भदोही झारकन गांव का रहने वाला था। जनपद कानपुर देहात की भोगनीपुर पुलिस ने रास्ते से पकड़कर एहतिहातन पास के क्रैंटाइन सेंटर में भर्ती कराया था।बुखार और सांस लेने में दिक्कत के बाद भर्ती हुआ था मरीजक्वारैंटाइन सेंटर में भर्ती युवक की बीते 26 अप्रैल की सुबह तबियत खराब होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे बुखार और सांस लेने में दिक्कत थी। डाक्टरों ने युवक के सैंपल लेकर कानपुर मेडिकल कॉलेज जांच के लिए भेजा था। 27 अप्रैल दिन बुधवार की देर रात युवक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने 28 अप्रैल तड़के सुबह संक्रमित युवक को कानपुर के सरसौल सीएचसी कोविड-19 हॉस्पिटल रिफर किया गया था।हैलट अधीक्षक आरके मौया के मुताबिक संक्रमित होने की वजह से उसके शव को सील कर दिया गया है। पूरे वार्ड को सैनिटाइज कराया जा रहा है। वहीं सरसौल सीएचसी के अधीक्षक एसएल वर्मा का कहना है कि युवक को मिर्गी का दौरा आता था। उसने वार्ड में रखे सैनिटाइजर पी लिया था। उसे हैलट अस्पताल रिफर किया गया था। जहां शुक्रवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कानपुर में संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहेे हैं। यूपी में आगरा के बाद सबसे अधिक मामले कानपुर में ही सामने आए हैं। यहां मरीजों की संख्या 200 को पार कर गई है। शुक्रवार को सैनिटाइजर पीने वाले एक संक्रमित युवक की मौत हो गई। Full Article
india news फेज-3 में भी नहीं मिलेगी छूट: 17 मई तक जिले की सीमाएं रहेंगी सील, नया केस नहीं आने पर ही बनेगी आगे की कार्ययोजना By Published On :: Sat, 02 May 2020 05:17:00 GMT उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन-3 की घोषणा के साथ ही तीन मई के बाद की कार्ययोजना बनाने में जिला प्रशासन जुट गया है। फिलहाल लॉकडाउन-3 में भी वर्तमान व्यवस्था ही लागू रहेगी। शहर की सीमाएं 17 मई तक पूरी तरह सील रहेंगी और मेडिकल कारण के बिना किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।दुकानों को पूरी तरह बंद रखा जाएगा और होम डिलीवरी की सुविधा को प्रभावी बनाया जाएगा।कोरोना संक्रमण की आशंका के चलते प्रशासन लॉकडाउन-3 में किसी तरह की ढील नहीं देगा। मास्क लगाना अनिवार्य होगा और सोशल डिस्टेसिंग के पालन के लिए सख्ती की जाएगी।गृह मंत्रालय की ओर से लॉकडाउन-3 की घोषणा के साथ ही प्रशासन भी आगे की कार्ययोजना बनाने में जुट गया है।दरअसल, आठ दिन में 42 केस सामने आने के बाद प्रशासन ने पूरे शहर में टोटल लॉकडाउन लागू किया है। प्रशासन की ओर से इसी टोटल लॉकडाउन को 17 मई तक लागू करने की योजना है।इस दौरान संक्रमण को पूरी तरह रोकने के लिए कवायद होगी और नए केस नहीं आने पर शासन की गाइडलाइन पर आगे कार्ययोजना बनेगी। फिलहाल लॉकडाउन-3 में भी सरकारी व प्राइवेट अस्पताल और उनकी फार्मेसी 24 घंटे खुलेंगी। इसके अलावा पेट्रोल पंप, बैंक, सरकारी कार्यालयों को खोला जाएगा। इसके अलावा किसी अन्य दुकान और संस्थान को खोलने की अनुमति नहीं होगी।बिना मास्क के निकलने पर होगी कार्रवाईकोई भी बिना मास्क और आरोग्य एप डाउनलोड किये यदि घर से बाहर निकलेगा तो ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। शहर में होम डिलिवरी को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देने के लिए और व्यापारियों को जोड़ा जाएगा। केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण के लिहाज से जिलों को तीन भागों में बांटा है।वाराणसी को रेड जोन में रखा गया है। नौ दिन पहले तक वाराणसी इस कैटेगरी के लिहाज से आरेंज जोन में था। मगर, इस दौरान 41 कोरोना के नए मरीज सामने आने के बाद स्थिति विकराल हो गई है। और वाराणसी रेड जोन में चला गया है।होम डिलेवरी का दावा फेल साबित हो रहा हैकाशी में होम डिलिवरी के दावे बहुत हद तक फेल साबित हो रहा है। लोगों का यह भी कहना है कि सब्जियां महंगी, ब्रेड गायब, तो दवाइयां भी पर्चियीं वाली नहीं मिल रही हैं। दालमंडी, नई सड़क, पातालेश्वर, पांडेय हवेली समेत दर्जनों इलाके में सब्जियां नही पहुंच रही,न राशन की दुकानें खुल रही है। मनोज सैनी ने बताया कि ब्रेड बिल्कुल नहीं मिल रहा,सब्जियां भी गलियों में नहीं आ रही हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today वाराणसी में 3 मई तक टोटल लॉकडाउन है। उसके अनुपालन के लिए पुलिसकर्मियौं और अधिकारियों ने शहर के के मैदागिन चौराहे के पास पैदल मार्च किया। Full Article
india news मुम्बई से एंबुलेंस से आए व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि, शहर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3 तक पहुंची By Published On :: Sat, 02 May 2020 05:57:00 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। गोरखपुर के एक और मरीज में संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं शुक्रवार शाम को एक और नए कोरोना मरीज की पुष्टि हुई है। वह मुंबई से गुरुवार को गोरखपुर पहुंचा था। प्रशासन ने एंबुलेंस ड्राइवर सहित पूरे परिवार को टीबी अस्पताल में क्वारैंटाइन में रखा गया है। वहीं जांच में एक व्यक्ति पॉजिटिव निकला, जिसके बाद गोरखपुर में कोविड -19 मरीजों की संख्या 3 हो गई है। मूलतः नेपाल का रहने वाला यह परिवार कई वर्षों से गोरखपुर के बिछिया के सर्वोदय नगर में मकान बनाकर रहता है।पॉजिटिव व्यक्ति रेलवे में नौकरी करता है और मौजूदा समय में समस्तीपुर में तैनात है। दरअसल 28 फरवरी को यह व्यक्ति अपने पिता के कैंसर का इलाज कराने के लिए मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल गया था। वहीं इलाज के दौरान ही लॉकडाउन लग जाने के कारण यह परिवार मुंबई में फंस गया। करीब एक महीने से अधिक समय मुंबई में बिताने के बाद यह परिवार 65 हजार रुपये में एक प्राइवेट एंबुलेंस बुक कराकर गोरखपुर पहुंचा था।परिवार को क्वारैंटाइन किया गयागोरखपुर पहुंचने के बाद पहले इस परिवार को जिला अस्पताल लाया गया और फिर वहां से टीबी अस्पताल में क्वारैंटाइन कर दिया गया। देर रात प्रशासन के लोगों ने पॉजिटिव व्यक्ति के सर्वोदय नगर मकान को भी सील कर दिया। बीते पांच दिनों में दिल्ली और मुंबई से एंबुलेंस से आए लोगों में से 3 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है।सुबह लगभग 4:20 बजे डॉ0 द्विवेदी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने गोरखपुर जिले में कोरोना सेल के प्रभारी प्रवीण सिंह को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंचे कोरोना प्रभारी प्रवीण सिंह और इंस्पेक्टर एलआईयू ने निर्णायक भूमिका निभाते हुए परिवार समेत एम्बुलेंस के चालक व परिचालक को क्वारैंटाइन में भेज दिया गया। सबका नमूना लिया गया और एक व्यक्ति को छोड़कर सबकी रिपोर्ट निगेटिव आयी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुम्बई से गोरखपुर एंबुलेंस से पहुंचे एक परिवार का कोरोना टेस्ट कराया गया जिसमें एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। बाकी सदस्यों को भी क्वारैँटाइन कर दिया गया है। Full Article
india news आगरा में एक साथ 25 मामले सामने आए; संक्रमित मरीजों की संख्या 526 हुई, अभी तक 130 लोग हुए स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए By Published On :: Sat, 02 May 2020 07:10:04 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। पूरे यूपी में संक्रमित मरीजों की संख्या 2300 के आंकड़े को पार कर गई है जिसमें अकेले आगरा के 500 से अधिक मरीज शामिल हैं।आगरा में एक बार फिर कोरोना के मरीजो में हुआ इजाफा है। यहां संक्रमितों की संख्या 501 से बढ़कर हुए 526 पहुंच गई है। मंगलवार को एक साथ 25 नए मामले सामने हैं। इनमें से 396 मरीज एक्टिव हैं और 130 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं। अब तक जिले में14 कोरोना के मरीजों की मौत हो चुकी है। आगरा में अब तक 10 से अधिक सब्जीवालों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है।ताजनगरी में कोरोना संक्रमण से साथ कोरोना से जंग जीतने की दर भी तेज है। शुक्रवार को चार और ठीक होकर घर चले गए। इन्हें खंदौली में रखा गया था। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि अब तक 126 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। 15 संक्रमित मरीजों की मौत भी हो चुकी है।शुक्रवार को मिले नए कोरोना मरीजों में सब्जी विक्रेता, केबिल ठीक करने वाले मैकेनिक और रिक्शा चालक शामिल हैं। पूल टेस्टिंग में ऑटो चालक की बेटी भी संक्रमित मिली है। संक्रमित सब्जी विक्रेताओं में बसई मंडी के चार और एक सिकंदरा सब्जी मंडी का है।हॉटस्पॉट में सामने आ रहे मामलेआगरा में 500 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं। यहां रोज संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इसको लेकर पुलिस भी अब पहले से अधिक सख्त हो गई है।आगरा में कोरोना वायरस के 39 हॉटस्पॉट और 175 एपीसेंटर हैं। जो नये मामले सामने आए हैं, वे हॉटस्पॉट इलाकों से संबंधित हैं और करीबी संपर्क वाले व्यक्ति के संक्रमण का शिकार हुए हैं। एस एन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में कार्यरत एक कर्मी की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है। यहां की नर्सिंग स्टाफ और वार्ड ब्वाय की रिपोर्ट भी पॉजीटिव है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आगरा में शुक्रवार देर रात तक संक्रमण के 22 मामले सामने आने के बाद यहां पॉजिटिव मरीजों की संख्या 500 को पार कर गई है। डीएम प्रभु एन सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि नए मामले हॉटस्पॉट वाले इलाकों में सामने आ रहे हैं। Full Article
india news मिर्जापुर में 95 मेहमानों की खातिरदारी के लिए लेनी पड़ी पुलिस की मदद, सुल्तानपुर से कोलकाता दुल्हन लेने गया दूल्हा फंसा By Published On :: Sat, 02 May 2020 07:21:53 GMT उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में कोरोनावायरस को लेकर हुए लॉकडाउन के बीच लोगों की दुशवारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। लॉकडाउन की मार सीजन में होने वाली शादियों पर भी पड़ी है। उप्र में दो ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें शादियों के दौरान दुल्हन लेने गई बारात वहीं फंस गई। एक वाकया मिर्जापुर का है जहां बिहार से आईबारात लॉकडाउन में ही फंस गई। हालत यह हुई कि शादी में आए मेहमानों को खाना खिलाने के लिए धुनिया मास्टर को पुलिस की मदद लेनी पड़ी तो सुल्तानपुर से कोलकाता अपनी दुल्हन लाने गया दूल्हा वहीं फंस गया।गरीब परिवार के लिए लॉकडाउन ने बढ़ाईमुसीबतलॉकडाउन में एक गरीब परिवार की मुसीबत उस समय बढ़ गई, जब शादी के लिए आई बारात वहीं फंस गई। मेहमानों को भोजन कराने में नाकाम होने के बाद उसने पुलिस की सहायता ली। इसके बाद पुलिस ने बारातियों को वापस भिजवाने का इंतजाम करवाया।लॉकडाउन के बीच डेढ़ माह तक शादी में आए मेहमानों की खातिरदारी करने के लिए धुनिया मास्टर को गांव वालों के साथ ही पुलिस की मदद लेनी पड़ी। तब कहीं जाकर वह मेहमानों का पेट भर पाया। लॉकडाउन के दौरान गरीबों के सामने महामारी ने विकट समस्या खड़ी कर दी है। ऐसे दौर में भारी-भरकम लोगों की रोज व्यवस्था करना मुसीबत बन गया था।एसडीएम मडिहान विमल कुमार दुबे के अभिभावक की भूमिका में आने के बाद मेहमानों को करीब डेढ़ माह बाद उनके घरों के लिए विदा किया गया। मेहमानों से भरी दो बसों को बहरछठ गाँव से हरी झंडी दिखाकर बिहार के लिए एसडीएम ने रवाना किया।दरअसल,मड़िहान थाना क्षेत्र के पटेहरा बहरछठ गांव निवासी मुस्तफा उर्फ धुनिया मास्टर के परिवार में एक युवकऔर दो युवतियोंकी शादी थी। लड़के का निकाह 18 मार्च तो दोनों लड़कियों का 22 एवं 23 मार्च को था। शादी में शरीक होने के लिए बिहार से 95 की संख्या में मेहमान जुटे थे। इस बीच 24 तारीख की आधीरात से लॉकडाउन हो गया। आवागमन के साधन बंद होने से उनके सामने जाने की और बुलाने वाले के सामने दो वक्त के भोजन कराने की समस्या खड़ी हो गई।गरीब परिवार के लिए लॉकडाउन मुसीबत बन गया। जानकारी लगने पर एसडीएम ने सभी का जांच कराया। उन्हें एक ही जगह प्रवास करने की बात कहकर समुचित व्यवस्था किया।बिहार से शादी में आकर फंसे मुस्तफा के 95 रिश्तेदार 45 दिनों बाद अपने घर पहुंचेंगे। 24 मार्च की रात्रि में लागू लॉकडाउन की वजह से बिहार नहीं लौट सके थे। सभी बहरछठ गांव निवासी मुस्तफा के दो नातिनों की शादी में शामिल होने 17 मार्च को आए थे।मुस्तफा के पहली नातिन की 17 व दूसरे की 23 मार्च को शादी थी। रिश्तेदारों ने सोचा था कि एक दिन और रुककर 25 मार्च को घर निकलेंगे,लेकिन 24 मार्च की रात्रि में लॉकडाउन लागू होने से सभी रिश्तेदार फंस गए। इधर रिश्तेदारों को खाना खिलाना भी मुस्तफा को भारी पड़ने लगा और बजट की हालत खस्ता हो गई। गांववालों ने उसकी तकलीफ को एसडीएम मड़िहान तक पहुंचाई। जिस पर उन्होंने सभी बारातियों के भोजन का प्रबंध किया। एसडीएम मड़िहान विमल कुमार दुबे ने शुक्रवार को दो बसों से सभी को बिहार भेजवाया।सुल्तानपुर; बंगाल से दुल्हनिया लाने गया दूल्हा लॉकडाउन में फंसासुल्तानपुर से कोलकाता दुल्हन लाने गया एक परिवार लॉकडाउन की वजह से वहीं फंस गया।कोलकाता से दुल्हनिया लेने गया जिले का एक दूल्हा लॉकडाउन के चलते वहीं फंस गया। हालांकि, जैसे-तैसे सादगी के साथ चंद लोगों के बीच निकाह हुआ और मुस्लिम रीति रिवाज के साथ शादी सम्पन्न हो गई है। जिले के कोतवाली इलाके के शास्त्री नगर निवासी सहबान हाशमी 23 मार्च को देशभर में शुरू हुए लॉकडाउन से ठीक एक सप्ताह पूर्व कोलकाता गए थे। वहां की राशदा हाशमी से 31 मार्च को उसकी शादी तय थी।सहबान अपनी मां और छोटे भाई के साथ कोलकाता गया था। शादी में शामिल होने के लिए अन्य रिश्तेदारो को भी जिले से कोलकाता जाना था, लेकिन लॉकडाउन के चलते ट्रेने बंद हो गई, इसलिए यहां से कोई शादी में शामिल नहीं हो सका। उधर 31 मार्च को तय तारीख पर लड़की के घर पर ही सहबान, उसका भाई मां और बहन व जीजा बारात लेकर पहुंचे। सादगी के साथ मुफ्ती साहब ने निकाह पढ़ा और शादी की रस्में अदा कर दी गई।सहबान ने बताया कि एक ही बहन है वो भी भाग्य अच्छा था कि वो कोलकाता में ब्याही थी और शादी में शामिल हो गई। सहबान बताते हैं,बिजनेस और रिश्तेदारियों के चलते उनका कोलकाता बराबर का आना-जाना है। इसलिए दोस्त यार भी उनके वहां पर बहुत हैं,जिसे देखते हुए उसने वलीमे की रस्म वहां ही रख दिया, एक मैरेज लॉन बुक किया था और 150-200 दोस्तों को आमंत्रित किया था। लेकिन लॉकडाउन के चलते इसे स्थगित करना पड़ा। अब दोस्त ताने दे रहे हैं कि जब खिलाना नहीं था तो बुलाया क्यूं था? Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर मिर्जापुर की है। यहां लॉकडाउन से पहले ही बिहार से आई बारात शादी के बाद यहीं फंस गई थी। डेढ़ महीने बाद अब पुलिस ने बसों का इंतजाम करवाकर उन्हें वापस भिजवाया। Full Article
india news 24 घंटे के भीतर 10 पॉजिटिव मामले सामने आए, मेरठ के रहने वाले कोरोना संक्रमित की दिल्ली में मौत By Published On :: Sat, 02 May 2020 07:31:00 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। इस बीच मेरठ में 24 घटें के भीतर कोरोना के 10 नए मरीज मिले हैं, जिनमे से एक की मौत हो गई है। मेरठ में कोरोना के मरीजों की संख्या 115 हो गई है। इनमें से 53 की छुट्टी हो चुकी है, जबकि छह की मौत, बाकी 56 का इलाज चल रहा है। नए मरीजों में 57 साल के व्यक्ति हैं, जो खरखौदा खासपुर के हैं। दिल्ली में भर्ती थे। इनकी आज सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई।जानकारी के मुताबिक, मेरठ में एक दिन पहले कोरोना संक्रमित आया व्यक्ति लॉकडाउन में भी बिरयानी बेचता रहा। तबीयत खराब होने पर हफ्तेभर पहले उसने बिरयानी का ठेला लगाना बंद किया। आशंका है कि संक्रमित होने के बावजूद उसने कई दिन तक बिरयानी बेची होगी। रोजाना इस ठेले पर बिरयानी खाने वाले सैकड़ों लोगों में अब दहशत की स्थिति है। उधर, स्वास्थ्य विभाग ने इसके संपर्क में आने वाले 32 लोगों को क्वारंटाइन कर दिया है।ब्रह्मपुरी क्षेत्र में भूमिया पुल निवासी एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट गुरुवार रात पॉजिटिव आई है। उसका इलाज मेरठ मेडिकल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने ट्रेवल हिस्ट्री जुटानी शुरू की तो चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई। पता चला कि वह मेट्रो प्लाजा पर अन्नपूर्णा छोले-भटूरे वाले के पास ठेला लगाकर वेज बिरयानी बेचता था। लॉकडाउन होने के बाद उसने ठेला गौतमनगर सब्जी मंडी स्थित गली के बाहर खड़ा करना शुरू कर दिया।पुलिस की सख्ती के बाद गली में लगाता था ठेलापिछले दिनों पुलिस सख्ती हुई तो उसने ठेला गली के भीतर लगा लिया। कुल मिलाकर लॉकडाउन में वह लगातार वेज बिरयानी बेचता रहा। बताया कि एक सप्ताह पहले अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। इसके बाद से ही ठेला लगना बंद हुआ। पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बिरयानी विक्रेता के चार परिजनों को क्वारंटाइन कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग मान रहा है कि किसी ग्राहक या सब्जी मंडी में वह संक्रमित हुआ है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोरोना संक्रमण के मामले मेरठ में लगातर बढ़ते जा रहे हैं। यहां पर पिछले 24 घंटों के में 10 लोग पॉजिटिव पाए गए। Full Article
india news बहराइच में एक पुलिस चौकी का ‘इनचार्ज’ बना 14 साल का लड़का, लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन नहीं करने की दे रहा समझाइश By Published On :: Sat, 02 May 2020 08:31:00 GMT यहां एक पुलिस चौकीपर 14 साल का एक लड़का हाथ में डंडालेकर लोगों को यह समझा रहा है कि लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं करें और फालतू घरों से नहीं निकलें। गमछा, रूमाल या फिर मास्क अपने चेहरे पर लगाएं और साबुन व सैनेटाइजर का बार-बार इस्तेमाल करें।नियमों का उल्लंघन करने वालों को जेल भेजूंगासौम्या अग्रवाल बताते हैं, लॉकडाउन का पालन किया जाना चाहिए। यदि कोई लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करता है तो मैं इस पुलिस चौकीका ‘इनचार्ज’ हूं, मैं उसके खिलाफ केस रजिस्टर करूंगा और अपराधीको जेल भेजा जाएगा।लोग मानते हैं सौम्य की अपीलमीठीपुरवा निवासी सौम्य की लीडरशिप क्वालिटी को देखकर पुलिस ने उसे यहां के थाने के‘इनचार्ज’ के रूप में पेश कियाहै। जब यह किशोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कहे गए वाक्य दो गज दूरी बहुत जरूरी है को दोहराते हैं तो उसकी इस स्टाइल को यहां के लोग पसंद करते हैं और गंभीरता से लेते हैं।सफल प्रयोगपुलिस अधीक्षक विपिन मिश्रा कहते हैं, यह कम्युनिटी पुलिसिंग का जमाना है....हम नरमी बरत रहे हैं और अपने आपको लोगों को एक मददगारके रूप में भी बता रहे हैं। मोतीपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ जेपी शुक्ला कहते हैं, मीठीपुरवा पुलिस आउटपोस्ट के इनचार्ज अजय तिवारी को यह मालूम हुआ कि सौम्य पुलिस फोर्स ज्वाइन करना चाहता है तो उन्होंने यह प्रयोग किया। सौम्य को मीठीपुरवा पुलिस आउटपोस्ट का इनचार्ज घोषित किया गया था। अजय तिवारी की जगह सौम्य के साथ पुलिस टीम भेजी जाती है। अजय तिवारी ने कहा, प्रयोग सफल साबित हो रहा है और लोग लॉकडाउन नियमों का पालन कर रहे हैं।लोग लॉकडाउन के महत्व को समझेंगेबहराइच के सांसद अक्षयवर लाल इस प्रयोग की प्रशंसा करते हुए कहते हैं, इससे लोग लॉकडाउन के महत्व को समझेंगे। वे सौम्य की भी प्रशंसा करते हैं और उसे सलाह दी है कि वे अपना ख्याल भी रखें और अपनी पढ़ाई पर भी फोकस रखें। इससे वे पुलिस फोर्स में जाने के अपने सपने को पूरा कर सकेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today डेमो फोटो Full Article
india news युवक-युवती ने मालगाड़ी के सामने कूदकर दी जान, घरवालों ने जताई थी नाराजगी By Published On :: Sat, 02 May 2020 10:04:57 GMT यहां चौरा क्षेत्र में एक रेलवे क्रॉसिंग के पास मालगाड़ी के सामने कूदकर युवक-युवती ने खुदकुशी कर ली। पुलिस ने बताया, दोनों के शव कांधी रेलवे क्रॉसिंग के पास से बरामद कर लिया है। चौरी पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने बताया, दंपति की पहचान जौनपुर जिले के हीरापट्टी गांव के रहने वाले 22 साल के संदीप राजभर और काजल के रूप में की गई है।लड़की के घरवालों ने किया था विरोधबताया गया कि दोनों के संबंधों पर परिवार के सदस्यों ने विरोध जताया था। शुक्रवार को दोनों फोन पर बात कर रहे थे, उसी समय लड़की के घर वालों ने मोबाइल फोन छीन लिया था। इसके बाद दोनों ने शुक्रवार की दोपहर घर छोड़ दिया और मालगाड़ी के सामने कूदकर जान दे दी। दोनों के पास से तीन मोबाइल फोन मिले हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Couple commits suicide jumping in front of goods train in UP's Bhadohi Full Article
india news नासिक से लौटे व्यक्ति में कोरोनो की पुष्टि, जिले में पॉजिटिव मामलों की संख्या 5 हुई By Published On :: Sat, 02 May 2020 10:34:00 GMT उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कोरोना का एक और मामला सामने आया है। नासिक से लौटे एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। 27 अप्रैल को लौटने के बाद प्रशासन ने इसे नैनी स्थित एक क्वारैंटाइन सेंटर पर रखा था। गुरुवार को रिपोर्ट आने के बाद उसे कोटवा स्थित एल1 हॉस्पिटल में भेज दिया गया है।इस मामले के साथ ही जिले में कोरोना पॉजिटिव के 5 मामले हो गए हैं। इनमें से एक की रिपोर्ट इलाज के बाद नेगेटिव आने पर उसे डिस्चार्ज किया जा चुका है। अब जिले में 4 मरीजों का इलाज चल रहा है।मध्य प्रदेश के छात्रों को प्रयाग से भेजा गयाप्रयागराज आकर पढ़ाई करने वाले दूसरे राज्य के छात्र-छात्राओं को भी उनके गृह जनपद भेजे जाने की कवायद शुरू हो गई है। शुक्रवार को मध्य प्रदेश के 137 विद्यार्थियों को उनके घर भेजा गया। रवानगी शाम को एंग्लो बंगाली इंटर कालेज परिसर से हुई।प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में बाहर से आकर पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को उनके घर भेजने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में पहले उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के करीब 16 हजार विद्यार्थियों को गृह जनपद भेजा गया।इसके बाद शुक्रवार को मध्य प्रदेश के विद्यार्थियों को भेजा गया। घर जाने के इच्छुक विद्यार्थियों को कंट्रोल रूम में फोन करके नाम, पता आदि डिटेल नोट कराने के लिए कहा गया था। फिर सभी को एंग्लो बंगाली में एकत्रित किया गया। वहां से उन्हें मध्य प्रदेश भेजा गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रयागराज में नासिक से आए एक शख्स में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। अब तक यहां पांच पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। Full Article
india news उत्तर प्रदेश की सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती 72 मरीजों को दी जा रही है एलोपैथिक के साथ आयुर्वेदिक दवा By Published On :: Sat, 02 May 2020 11:25:30 GMT उत्तर प्रदेश के इटावा स्थित सैफई मेडिकल यूनीवसिर्टी के कुलपति डॉ. राजकुमार ने कहा है कि कोविड-19 के मरीजों के इलाज में एलोपैथिक के साथ आयुर्वेदिक दवाओं का समायोजन कारगर साबित हो सकता है।डॉ.राजकुमार ने शनिवार को यहां बताया कि सैफई मेडिकल यूनीवर्सिटी स्थित कोविड-19 अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 72 मरीजों को एलोपैथ और आयुर्वेदिक के समायोजन से कारगर इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के मरीजों के इलाज में एलोपैथिक चिकित्सा के साथ-साथ आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली को भी समाहित किया जा रहा है। उसके लिए रिस्क फैक्टर्स या मॉडरेट सिम्टम वाले मरीजों में ट्रायल बेसिस पर इसको आजमाया जाएगा। कोविड-19 पाॅजिटिव मरीजों को प्रतिदिन आयुर्वेदिक काढ़ा दिन में दो समय सुबह 11 बजे और सायं चार बजे दिया जा रहा है।सकारात्मक परिणाम मिलेकुलपति ने बताया कि इस आयुर्वेदिक काढ़े में सोंठ, अदरक, हल्दी, दालचीनी, लौंग, इलायची, तुलसी और चीनी का मिश्रण किया गया है। उन्होंने बताया, अस्पताल में भर्ती 72 मरीजों में 67 एसिम्प्टमेटिक, चार मरीजों को माइल्ड सिम्टम और एक मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत थी। आठ मरीज ही माइल्ड सिम्टम वाले हैं। किसी भी मरीज में मॉडरेट या सीवियर सिम्टम डेवलप नहीं हुए हैं और कोई भी मरीज ऑक्सीजन या वेंटीलेटर पर नहीं है। उन्होंने बताया, आयुर्वेदिक काढ़े के उपयोग से सकारात्मक परिणाम मिले हैं। जबकि गाइड लाइन के अनुसार मरीजों को एलोपैथ दवाइयां भी दी जा रही हैं। वह न्यूरो सर्जन होने के साथ न्यूरो आयुर्वेद में पीएचडीधारक आयुर्वेदाचार्य भी हैं। कोविड-19 अस्पताल के सुचारू संचालन के लिए गठित हॉस्पिटल मैनेजमेंट कमिटी, आइसोलेशन कमिटी, सेनिटेशन कमिटी, क्वारंटाइन कमिटी, लाॅजिस्टिक कमिटी पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है। मरीजों के लिए तीनों टाइम पौष्टिक भोजन एवं सुबह-शाम आयुर्वेदिक काढ़ा के साथ ही अन्य सभी जरूरी व्यवस्थाएं मुहैया कराई जा रही हैं। मरीजों को ध्यान और जरूरी कुछ योगासन भी एक्सपट्स द्वारा कराए जा रहे हैं।200-250 मरीज रोज देखे जा रहे हैंकुलपति ने बताया कि कोरोना कन्ट्रोल रूम वर्तमान में 24 घंटे कोरोना-19 अस्पताल के हर व्यवस्था का संचालन गहनता से कर रहा है। कोविड-19 के मरीजों को सुबह-शाम व्यायाम और योगासन कराए जा रहे हैं। इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि किसी भी गतिविधि में मरीज को शारीरिक थकावट व सांस की गति में वृद्धि न हो। मरीज मास्क पहने रहते हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की इमरजेंसी ट्रामा व ट्रायज भी प्रतिदिन काम कर रही है। 200 से 250 मरीज प्रतिदिन देखे जा रहे हैं। हेड इंजरी वार्ड में 15 मरीज मेडिकल आइसीयू में, 17 बर्न वार्ड में, 47 गंभीर मरीजों का इलाज चल रहा है। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग द्वारा प्रतिदिन 20 मरीजों की डिलीवरी की जा रही है। इस समय चिकित्सा टीम के 10 सदस्य क्वारेंटाइन में भी हैं।यूनिवर्सिटी में 800 बेड तैयार किए गए हैंप्रोफेसर राजकुमार ने बताया कि लाॅकडाउन के बावजूद विश्वविद्यालय में 800 बेड कोरोना से लड़ने के लिए युद्धस्तर पर तैयार किए गए हैं, जिनमें की कोविड-19 अस्पताल के लिए 200 बेड्स (आइसोलेशन वार्ड, ट्रायज, एवं आईसीयू मिलाकर) रिआर्गेनाइज किए गए हैं। इसके अलावा पेसेन्ट क्वारेंटीन के लिए 50 बेड तैयार किए गए हैं और हेल्थ केयर वर्कस क्वारंटीन के लिए 550 बेड्स तीन बिल्डिंग्स में बाथरूम समेत व्यवस्था अस्पताल प्रशासन द्वारा दिन-रात काम करके तैयार किए गए हैं। अन्य जरूरी संसाधनों जैसे फ्लू ओपीडी, कोविड-19 मरीजों के लिए अलग लाउन्ड्री व मार्चुरी इत्यादि की भी व्यवस्था की गई है। लाॅकडाउन के पाबन्दियों और तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों को झेलते हुए नाना प्रकार के व्यवधानों के बावजूद एक महीने के समय में विश्वविद्यालय ने कोविड-19 का एल-3 लेवल सेन्टर तैयार कर दिखाया है। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में अब तक करीब 4627 मरीजों के सेम्पल का आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा चुका है, जिनमें 146 पाॅजिटिव पाए गए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फाइल फोटो Full Article
india news कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का सरकार पर हमला, कहा- जनता त्राहिमाम कर रही, सरकारी महकमा पीएम केयर फंड के लिए पैसे वसूल रहा By Published On :: Sat, 02 May 2020 11:32:03 GMT उत्तर प्रदेश ही नहीं देशभर में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के दूसरे चरण 3 मई को खत्म होने से पहले शुक्रवार की शाम को तीसरे चरण का ऐलान कर दिया है। इस बीच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि जनता त्राहिमाम कर रही है और सरकार पीएम केयर फंड के लिए सौ-सौ रुपए वसूल रही है।भदोही में कोविड-19 के लिए सरकारी महकमा द्वारा पीएम केयर में सौ सौ रुपए फंड जुटाने को लेकर उन्होंने हमला किया है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट के जरिए लिखा, ''एक सुझाव: जब जनता त्राहिमाम कर रही है। राशन, पानी, नकदी की किल्लत है और सरकारी महकमा सबसे सौ-सौ रुपए पीएम केयर के लिए वसूल रहा है। तब हर नजरिए से उचित रहेगा कि पीएम केयर की सरकारी ऑडिट भी हो?जिलाधिकारी भदोही के आदेश पर 100-100 रुपए जमा करने का फरमानजिलाधिकारी भदोही के आदेश के बाद मंगलवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह अपने विकास खंड के हर व्यक्ति को आरोग्य ऐप डाउनलोड कराने के साथ ही 100 रूपये पीएम केयर फंड के लिए सहयोग राशि भी देना सुनिश्चित करे। आदेश की एक प्रतिलिपि जिलाधिकारी भदोही को भी प्रेषित की गई है।17 मई तक बढ़ाया गया है लॉकडाउनतीसरे चरण का लॉकडाउन दो सप्ताह के लिए बढ़ाया गया है। यानी 4 मई से 17 मई तक लॉकडाउन रहेगा। देश के विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूर व छात्रों की संख्या काफी ज्यादा है। कई राज्यों में प्रवासियों को खाने समेत तमाम तरह की दिक्कतें हो रही हैं। हालांकि हर राज्य सरकारों का दावा है कि वह मजदूरों को खाना व रहने की जगह उपलब्ध करा रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कांग्रेस की नेता प्रिंयका गांधी ने कहा है कि यूपी सरकार के अधिकारी पीएम केयर फंड में 100-100 रुपए जमा करने का फरमान जारी कर रहे हैं। अब तक पीएम केयर फंड का भी ऑडिट होना चाहिए। Full Article
india news महाराष्ट्र से सरकारी बसों में बस्ती पहुंचे 7 मजदूर कोरोना पॉजिटिव; अन्य राज्यों से आ रहे श्रमिकों को रोजगार देना चुनौती By Published On :: Sat, 02 May 2020 11:48:54 GMT उत्तरप्रदेश के बस्ती में शनिवार को सात मजदूर पॉजिटिव मिले। ये उन लोगों में शामिल थे, जिन्हें सरकारी बसों में महाराष्ट्र से लाया गया है।इसके पहले,गुरुवार देर शाम तक मेरठ, आगरा और झांसी में नए पॉजिटिव मिले। यूपी में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 2455तक पहुंच गई।अभी तक 655 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। प्रदेश में 43 लोगों की मौत हो चुकी है।गैर राज्यों में रह रहे श्रमिक बड़ी संख्या में यूपी आ रहे हैं। ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना भी एक बड़ी चुनौती है। इसको देखते हुए सरकार कार्ययोजना बनाने में जुट गई है। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने शनिवार को कहा कि यूपी में 15 से 20 लाख रोजगार के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा- प्रदेश में कुल हॉटस्पॉट की संख्या 433 पहुंच गई है। पहली ट्रेन नासिक से शनिवार सुबह 845 श्रमिकों को लेकर ट्रेन चली है, जो झांसी-कानपुर के रास्ते रविवार को लखनऊ आ जाएगी। गुजरात समेत अन्य राज्यों से चर्चा कर ट्रेनों से श्रमिकों को लाया जाएगा।कोरोना अपडेट्स आगरा में शुक्रवार सुबह 17 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि शहर में अब तक 126 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। 15 संक्रमित मरीजों की मौत भी हो चुकी है। शुक्रवार को मिले नए कोरोना मरीजों में सब्जी विक्रेता, केबल ठीक करने वाले मैकेनिक और रिक्शा चालक शामिल हैं। पूल टेस्टिंग में ऑटो चालक की बेटी भी संक्रमित मिली। संक्रमित सब्जी विक्रेताओं में बसई मंडी के चार और एक सिकंदरा सब्जी मंडी का है। वाराणसी:वाराणसी के रेड जोन में आने से चिंताएं बढ़ गई हैं। बीएचयू की एक महिला वैज्ञानिक भी पॉजिटिव मिली है। इसके साथ शहर में संक्रमितों की संख्या 61 हो गई है। उधर, शहर में अब तक 8 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं, एक मरीज जान गंवा चुका है।इधर, वाराणसी में टोटल लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।कई इलाकों में फ्लैग मार्च निकालकर लोगों को चेतावनी दी गई। इस बीच आगरा में एक साथ 22 मामले सामने आने के बाद यहां मरीजों की की संख्या बढ़कर 507 हो गई। यह तस्वीर वाराणसी के मैदागिन चौराहे की है। लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस ने शनिवार सुबह शहर के कई इलाकों में मार्च किया। यह तस्वीर वाराणसी के पंचकोशी सब्जी मंडी की है। शनिवार सुबह यहां सन्नाटा देखा गया। सुबह से ही पुलिस भीड़ रोकने के लिए मुस्तैद दिखी। झांसी: शहरमें लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। यहां 21 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। शुक्रवार शाम को इनमें से पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सभी संक्रमित पहली कोरोना पॉजिटिव 59 साल की महिला के पड़ोसी हैं। अब यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है। बहराइच: शहर में शुक्रवार को एक साथ पांच पॉजिटिव मिले। यह पांचों मरीज मुंबई से आए थे। इन्हें रिसिया में क्वारैंटाइन किया गया। बहराइच में अब कुल कोरोना पाॅजीटिव मरीज की संख्या बढ़कर 14 हो गई। वहीं, श्रावस्ती में एक पाॅजीटिव मिलने से संख्या 6 हो गई। श्रावस्ती में एक कोरोना पाॅजीटिव मरीज की लखनऊ में इलाज के दौरान मौत भी हो चुकी।अब तक 2455 पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण:आगरा में 507, कानपुर नगर में 222, लखनऊ में 217, सहारनपुर में 192, फिरोजाबाद में 124, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 154, मेरठ में 105, मुरादाबाद में 110, गाजियाबाद में 65, वाराणसी में 61, बुलन्दशहर में 51, रायबरेली में 44, अलीगढ़ में 35, हापुड़ में 33, बिजनौर में 32, शामली में 27, अमरोहा, संतकबीरनगर 26-26, बस्ती में 25, मुजफ्फरनगर में 23, रामपुर में 24, सीतापुर में 20, संभल में 19, बागपत और बदायूं में 16-16, मथुरा में 13, औरैया में 10, प्रतापगढ़, बहराइच, झांसी, एटा में 9-9, बरेली, जौनपुर, आजमगढ़ में 8-8, बांदा, कन्नौज, महराजगंज में 7-7, ग़ाज़ीपुर में 6, प्रयागराज, श्रावस्ती, मैनपुरी, हाथरस में पांच-पांच, लखीमपुर खीरी में 4, पीलीभीत मिर्जापुर, कासगंज, जालौन, सुल्तानपुर, में 3-3, हरदोई, कौशाम्बी, गोंडा, सिद्धार्थनगर, भदोही, उन्नाव, इटावा, गोरखपुर में दो-दो, शाहजहांपुर,बाराबंकी, मऊ, बलरामपुर, अयोध्या, कानपुर देहात,देवरिया में एक-एक कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर मथुरा की है। मजदूर और कामगार को बसों से उनके घर भेजने से पहले स्क्रीनिंग की जाती है। Full Article
india news हैलट अस्पताल के पैरामेडिकल स्टॉफ ने लगान फिल्म के गाने पर जमकर किया डांस, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल By Published On :: Sat, 02 May 2020 12:24:21 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का असर तेजी से फैलता जा रहा है। इस बीच कोरोना के खिलाफ जंग में जुटे कोरोना वॉरियर्स का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल के पैरामेडिकल स्टॉफ का है, इसमें मेडिकल ने स्टॉफ आमिर खान की मशहूर मूवी लगान के गाने हमसे कोई हमसे जीत न पावे चले चलो पर डांस किया।वायरल हो रहा वीडियोवीडियो वायरल होते ही लाखों लोगों ने इसे देखा। सोशल मीडिया पर इन कोरोना वॉरियर्सकी जमकर तारीफ हो रही है,जिसने भी यह वीडियो एक बार देखा वो कई बार देखने को मजबूर हो गए। हैलट अस्पताल में लेबल-03 का कोविड-19 हॉस्पिटल तैयार किया गया है। इसमें बड़ी संख्या में संक्रमितों का इलाज चल रहा है।कानपुर में 221 संक्रमित, इनमें चार की मौतकानपुर में संक्रमितों की संख्या 221 पहुंच गई है,जिसमें 17 पेसेंट स्वस्थ होकरडिस्चार्ज किए जा चुके है और चार की मौत हो चुकी है। हैलट अस्पताल के इस वायरल वीडियो में एक डॉक्टर पीपीई किट पहन कर लगान मूवी के सांग पर हाथ धुलने के तरीके को बताते हुए नजर आते हैं। इसके बाद दो महिला डॉक्टर मास्क और हाथों में ग्लब्स पहन कर आती है और डांस करती है। इसी बीच प्रतीकात्मक कोरोना की एंट्री होती है जिसे महिला डॉक्टर मार कर भगाती है। इस वीडियों ने सभी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर कानपुर की है। यहां कोरोना की जंग में जुटा पैरामेडिकल स्टॉफ तनाव दूर करने के लिए लगान फिल्म के गाने पर डांस करता नजर आया। Full Article
india news नासिक से श्रमिकों को लेकर सुबह लखनऊ पहुंचेगी स्पेशल ट्रेन, 65 बसों के माध्यम से उन्हें गृह जिलों में भेजने की तैयारी By Published On :: Sat, 02 May 2020 12:39:05 GMT कोरोनावायरस का असर पूरे देश में फैला हुआ है। इसको लेकर यूपी के रहने वाले कामगार कई राज्यों में फंसे हुए हैं। इस बीच केंद्र सरकार की पहलके बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन नासिक से चारबाग रेलवे स्टेशन पर आएगी। यह ट्रेन नासिक से शनिवार को रवाना हो चुकी है। रविवार सुबह करीब 5.30 बजे आने की संभावना है। ट्रेन से उत्तर प्रदेश के फंसे हुए करीब 847 लोगों को 17 कोच में जिलेवार बिठाकर रवाना किया गया। इसको लेकर स्टेशन पर तैयारियां तेज हो गई हैं।रेल अधिकारियों के मुताबिक स्टेशन पर ट्रेन के आने के बाद लोगों को दो भाग में बांटकर कॉनकोर्स प्रथम व द्वितीय से दो लाइन बनाकर निकाला जाएगा। सोशल डिस्टेंसिन्ग का पालन कराने के लिए रेलवे ने यहां पर एक-एक मीटर पर मार्किंग की है जिससे एक एक कर लोगों को स्टेशन के बाहर स्कैनिंग कर सीधे बसों में बैठाया जाएगा।ज़िला प्रशासन ने कराया बसों का इंतजामजीआरपी से मिली जानकारी के मुताबिक यहां ट्रेन से आने वाले लोगों के लिए जिला प्रशासन की ओर से बसें लगाई जा रही हैं। प्रदेश के अलग अलग जिलों में भेजने के लिए करीब 60 से 65 बसों के आने का अनुमान है। जिलेवार यात्रियों की सूचना नगर आयुक्त और ज़िला प्रशासन को पहले ही भेज दी गई है। इसी आधार पर यात्रियों को बाहर निकाला जाएगा। स्कैनिंग के बाद यात्रियों को यहां पर जिला प्रशासन की ओर से खाने के पैकेट भी वितरित किये जायेंगे।नासिक से यात्रियों को कोच में जिलेवार बैठाकर लाया जा रहा है। इसके ज़िला प्रशासन को लोगों को बसों में भेजना आसान होगा। वहीं, ट्रेन कोच में 108 सीटों पर 52 से 54 यात्रियों को ही एक कोच से लाया जा रहा है। चारबाग स्टेशन पर तैयारियों का जायजा लेने के लिए सुबह एडीआरएम अमित श्रीवास्तव ने दौरा किया और जरूरी निर्देश जारी किए जबकि की भी स्थिति से निपटने के लिये पूर्वोत्तर रेलवे डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने भी स्टेशन का दौरा कर व्यवस्थाएं परखीं।अन्य जगहों से भी लखनऊ आएगी ट्रेनेंरेल अधिकारियों के मुताबिक नासिक के बाद लखनऊ में भी ट्रेनों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। सूत्रों के मुताबिक दो दिन बाद दूसरी ट्रेन नागपुर से लखनऊ आएगी और फिर दिल्ली से श्रमिकों और छात्रों को लेकर ट्रेन लखनऊ आएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यूपी के श्रमिकों को लेकर नासिक से एक स्पेशल ट्रेन लखनऊ के लिए रवाना हो गई है। यह ट्रेन सुबह चारबाग स्टेशन पर पहुंचेंगी जहां से उन्हें रोडवेज बसों के माध्यम से गृहजनपदों में भेज दिया जाएगा। Full Article
india news अब तक 2455 संक्रमित, इनमें 1756 एक्टिव केस ; सरकार ने कहा- गैर राज्यों से आने वाले कामगारों के लिए व्यापक कार्य योजना तैयार की जा रही By Published On :: Sat, 02 May 2020 12:55:12 GMT गैर राज्यों में रह रहे यूपी के श्रमिक बड़ी संख्या में यूपी आ रहे हैं। ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना भी एक बड़ी चुनौती है। इसको देखते हुए सरकार कार्ययोजना बनाने में जुट गई है। उप्र के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने शनिवार को कहा कि यूपी में 15 से 20 लाख रोजगार के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने कहा कि यूपी में आज अब तक2455 संक्रमित मरीज सामने आए हैं इनमें 1756 एक्टिव केस हैं। आजकुल127 नए मामले आए हैं। अभी तक656 मरीज डिस्चार्ज हुएहैं जबकि 43 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।अब तक 4431 सैंपल का परीक्षण किया गया है।उन्होंने कहा किप्रदेश में 286 थाने में कुल हॉटस्पॉट की संख्या 433 पहुंच गई है।फेक न्यूज़ पर भी लगतार कार्रवाई की जा रही है।कोई भी फेक न्यूज़ न चलाये। अवस्थी ने बताया कि पहली ट्रेन नासिक से आज सुबह 845 श्रमिकों को लेकर ट्रेन चली है जोगा झांसी कानपुर के रास्ते कल लखनऊ आ जाएगी।अवस्थी ने बताया कि गुजरात समेत अन्य राज्यों से चर्चा कर ट्रेनों से श्रमिकों को लाया जाएगा पर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी श्रमिकों की सूची और उनकी स्क्रीनिंग कर उन्हें स्वस्थ होने का प्रमाण पत्र भी सरकारों के अधिकारियों से मांगा गया है। अवैध रूप से अंतर राज्य व अंतर्जनपदीय आवागमन को भी हर हाल में रोकने के निर्देश दिए हैं। ऐसे सभी श्रमिकों का डाटा दर्ज किया जाएगा, जो दूसरे राज्यों से आ रहे हैं वह किस कार्य में दक्ष है इसके भी आंकड़े दुरुस्त कर भविष्य में उन्हें काम देने का कार्य शुरू कर दिया जाए।हॉटस्पॉट एरिया में खुल सकती हैं ये दुकानें: मुख्य सचिव आर के तिवारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में हॉटस्पॉट क्षेत्रों के बाहर ग्रामीण क्षेत्रों व छोटे कस्बों में स्थित दुकानें विशेष रूप से निर्माण सामग्री यथा ईंट, सीमेंट, मौरंग, बालू, सरिया, हार्डवेयर आदि तथा मोबाइल रिपेयर करने वाली दुकानों को सशर्त खोले जाने की अनुमति दी जाएगी। इन दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग व सैनिटाइजेशन के प्रावधानों तथा गृह मंत्रालय के निर्देशों का अनुपालन किया जाएगा।श्रमिकों के काम के घंटे और वेतन तय करेगी सरकारआधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सरकार अन्य राज्यों से लौटे श्रमिकों को रोजगार देने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। काम के दौरान इन्हें शोषण से बचाने के लिए अब प्रदेश सरकार जल्द ही एक अध्यादेश लाने की तैयारी में है। इसके जरिए श्रमिकों के काम के घंटे और वेतन तय किए जाएंगे। सीएम योगी ने जल्द ही अध्यादेश को तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है।कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए बनाई गई टीम-11 के साथ शनिवार को हुई बैठक में सीएम योगी बाहर से आए श्रमिकों को रोजगार देने की योजना पर चर्चा कर रहे थे। कोरोना लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के करीब 15 लाख श्रमिक गृह राज्य वापस आ रहे हैं। इनमें से कुछ पहले ही बसों के जरिए आ चुके हैं। सीएम योगी ने सरकारी आवास पर टीम-11 के साथ लॉकडाउन की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि श्रमिकों के लिए एक अध्यादेश तैयार कर लें, जिसमें उनका वेतन और उनके कार्य करने का समय निर्धारित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि 15 लाख लोगों को रोजगार दिलाने का कार्य प्रारंभ कर देना चाहिए।समीक्षा बैठक में योगी ने दिया कार्ययोजना बनाने के निर्देशसमीक्षा बैठक में सीएम योगी ने कहा कि जिस प्रकार से चीनी मिल और ईंट भट्टों को चालू किया गया है, ठीक वैसे ही अन्य उद्योगों को चलाने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की जाए। उद्योगों को सावधानीपूर्वक शुरू किया जाए, साथ ही उद्योगों का प्रोटोकॉल भी निर्धारित किया जाए। उन्होंने कहा कि गृह विभाग राज्य सरकारों से बात करके ये स्पष्ट कर ले कि जिनका नाम उनके द्वारा भेजी गई सूची में नहीं होगा, उनको प्रवेश देना संभव नहीं होगा। मंडियों मे सोशल डिस्टेसिंग का पालन सुनिश्चित कर लें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उप्र सरकार के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने शनिवार को कहा कि गैर राज्यों से आने वाले श्रमिकों का वहां की सरकारों से फिटनेस प्रमाण पत्र भी लिया जाएगा। भारी संख्या में यूपी आ रहे श्रमिकों के रोजगार के लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार की जा रही है। Full Article
india news लॉकडाउन के बीच जिला कारागार में खूनी संघर्ष: एक कैदी की धारदार हथियार से गोदकर हत्या, 6 जख्मी By Published On :: Sat, 02 May 2020 13:57:16 GMT कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन के बाद भी अपराध की गतिविधियां कम नहीं हो रही हैं। बागपत जिला जेल में शनिवार को दिन में बंदियों के बीच बवाल में एक ऋषिपाल की हत्या कर दी गई। बवाल में आधा दर्जन से अधिक घायल हैं। इस बीच डीजी जेल आनंद कुमार ने कहा है कि डीआईजी जेल लव कुमार को जांच के लिए तत्काल मौके पर भेजा जा रहा है जांच की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही तय की जाएगी।जेल में बंदियों के दो गुटों में संघर्ष में ऋषिपाल पर साथी बंदियों ने चम्मचों से हमला बोल दिया। खूनी संघर्ष में नुकीले चम्मचों के हमले से घायल ऋषिपाल ने दम तोड़ दिया। अन्य घायलों का जेल के अस्पताल में इलाज चल रहा है।ऋषिपाल पर नुकीली वस्तु से ताबड़तोड़ प्रहार किया गया था। दो गुटों के संघर्ष में घायल अमित पुत्र सुरेशपाल जौनमाना गांव का रहने वालाहै।बीते दिनों पूर्व प्रधान ओमपालव ऋषिपाल पक्ष के बीच गोलीबारी हुई थी। इसी मामले में दोनों पक्ष के एक दर्जन लोग बंद थे। बागपत जिला जेल में शनिवार को दिन में बंदियों के बीच बवाल में ऋषिपाल की हत्या कर दी गई। बवाल में आधा दर्जन से अधिक घायल हैं।जिला कारागार में हुई थी मुन्ना बजरंगी की हत्याइससे पहले बागपत जिला जेल में माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या की अभी सीबीआई जांच जारी है, इसी बीच शनिवार को यहां एक और बंदी की हत्या को अंजाम दिया गया है। बागपत जेल में बंदी की हत्या से यहां की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद बागपत जेल में आज एक बार फिर से हत्या की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया है। बागपत जेल में बंद कुख्यात सुनील राठी ने पेशी पर आए मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी थी। अब इस मामले की सीबीआई जांच चल रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बागपत जिला कारागार में शनिवार को कैदियों के दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हुआ जिसमें एक कैदी की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही डीआईजी खुद घटनास्थल पर पहुंचे। Full Article
india news संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 2499, इनमें 1765 एक्टिव केस; 24 घंटे में 180 मरीज सामने आए, अब तक 698 लोग स्वस्थ हुए By Published On :: Sun, 03 May 2020 05:42:00 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 180 नए मरीज विभिन्न जिलों में बढ़े हैं। अब तक प्रदेश में 2499 मामले सामने आए हैं जिसमें 1765 एक्टिव केस शामिल हैं। इसमें 1129 लोग तब्लीगी जमात से सम्बंधित हैं। आंकडों के अनुसार अब तक प्रदेश में 43 मौतें हो चुकी हैं। अधिकारियों के मुताबिक यूपी के 64 जिलों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका है।कोरोना से अब तक कुल 43 मौतें हुईं: गाजियाबाद, अमरोहा, बरेली, बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, लखनऊ, अलीगढ़, श्रावस्ती व मथुरा में 1-1, फिरोजाबाद में 2, कानपुर में 4, मेरठ में 6, मुरादाबाद में 7, व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 14 मौतें हुईं हैं।698 कोरोना स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए पेसेंट: आगरा से 104, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 94, लखनऊ से 69, गाजियाबाद से 44, लखीमपुर-खीरी से 4, कानपुर नगर से 19, पीलीभीत से 2, मुरादाबाद से 45, वाराणसी से 8, शामली से 25, जौनपुर से 5, बागपत से 14, मेरठ से 53, बरेली से 6, बुलन्दशहर से 13, बस्ती से 13, हापुड़ से 6, गाजीपुर से 5, आज़मगढ़ से 4, फ़िरोज़ाबाद से 33, हरदोई से 2, प्रतापगढ़ से 6, सहारनपुर से 16, शाहजहांपुर से 1, बांदा से 3, महराजगंज से 6, हाँथरस से 4, मिर्जापुर से 2, औरैय्या से 4, बाराबंकी से 1, कौशाम्बी से 2, बिजनौर से 21, सीतापुर से 17, प्रयागराज से 1, मथुरा से 4, बदायूं से 2, रामपुर से 7, मुजफ्फरनगर से 9, अमरोहा से 12, भदोहीं से 1, कासगंज से 3, इटावा से 1, संभल से 1, कन्नौज से 3 व मैनपुरी से भी 3 कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ पूर्णतया करवाकर डिस्चार्ज किया गया।अब तक 2499 पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण: आगरा में 536, लखनऊ में 222, कानपुर नगर में 227,सहारनपुर में 202, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 159, फिरोजाबाद में 137, मेरठ, मुरादाबाद में 113, गाजियाबाद में 68, वाराणसी में 61, बुलन्दशहर में 54, रायबरेली में 44, अलीगढ़ में 41, अमरोहा में 30, बस्ती में 32, हापुड़ में 35, बिजनौर में 34, संतकबीरनगर-शामली में 27-27 , रामपुर में 25, मुजफ्फरनगर में 23, मथुरा में 22, सीतापुर में 20, संभल में 19, बागपत में 17 और बदायूं में 16 मामले सामने आए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उप्र में कोरोवायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। यूपी में अब तक संक्रमण से 43 लोगों की मौत हो चुकी है और 64 जिलों में संक्रमण फैल चुका है। Full Article
india news स्पेशल ट्रेन से 21 घण्टे की यात्रा कर लखनऊ पहुंचे 847 प्रवासी मजदूर, थर्मल स्कैनिंग के बाद बसों से घरों के लिए हुई रवानगी By Published On :: Sun, 03 May 2020 05:55:48 GMT उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में लॉकडाउन को 17 मई तक बढ़ा दिया गया है। इस बीच श्रमिक स्पेशल ट्रेन से नासिक से 21 घंटे के सफ़र के बाद यूपी लौटे 847 प्रवासी मजदूरों का चेहरा खिला हुआ दिखा। लॉकडाउन के दौरान फंसे प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए रेलवे ने नासिक से शनिवार सुबह 10:22 मिनट पर यह स्पेशल ट्रेन लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर रविवार सुबह 5:50 मिनट पर पहुंचे। कुल 17 डिब्बों वाली इस ट्रेन में 847 प्रवासी मजदूर सवार थे। इनमें पांच साल से कम उम्र के 11 बच्चे भी शामिल रहे।अधिकारियों के मुताबिक करीब 42 दिन बाद चारबाग स्टेशन पर कोई यात्री ट्रेन आई हैं। आखिरी बार 22 मार्च को यहां ट्रेन आई थी। वहीं लखनऊ के ऐशबाग स्टेशन से 23 मार्च को सुबह आखिरी ट्रेन गुजरी थी। नासिक से आए 847 प्रवासी मजदूरों की एक-एक करके थर्मल स्कैनिंग की जांच की गई हैं। नाम-पता मोबाइल नम्बर के साथ नोट किया जा रहा हैं। साथ ही जिला पूछकर इन्हें बसों में भेजा जा रहा है।चारबाग रेलवे स्टेशन से बाहर निकलते श्रमिक। इनको जिलेवार अलग अलग कोच में रखा गया था। इनकी पूरी तरह से जांच की गई। उसके बाद भेजा गया।17 रूटों के 38 जिलों को जाएंगे बसें: स्पेशल ट्रेनों से आने वाले प्रवासियों के लिए 17 रूटों पर परिवहन निगम बसों की व्यवस्था की गई थी। करीब 30 जिले बस से कवर होंगे जहां पर मजदूरों को छोडा जाएगा हालांकि इनमें अधिकतर बहराइच, श्रावस्ती और सिद्धार्थनगर के रहने वाले हैं। सभी की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। हर बस में एक होमगार्ड और एक यूपी पुलिस के सिपाही को भी भेजा जाएगा। स्पेशल ट्रेन लखनऊ पहुंचने के बाद इसका खाली रैक मध्य रेलवे को वापस भेज दिया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर चारबाग रेलवे स्टेशन की है। यूपी के श्रमिक विशेष ट्रेन से नासिक से आज सुबह चारबाग स्टेशन पहुंचे। यहां उनकी थर्मल जांच की गई। इसके बाद उन्हें उनके घरों को भेजा गया। Full Article