india news प्रशासन की सख्ती के बाद आज बनारस में टोटल लॉकडाउन, बिना मेडिकल इमरजेंसी के निकले तो दर्ज होगी एफआईआर By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 04:05:00 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। इस बीच वाराणसी में मंगलवार देर शाम को उस समय अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया जब एक साथ 12 पॉजिटिव मामले सामने आ गए। गंभीरता को देखते हुए शाम को डीएम ने आला अधिकारियों के साथ बैठक की जिसके बाद यह फैसला लिया गया कि काशी को एक दिन के लिए टोटल लॉकडाउन में रखा जाएगा। शहर में अब तक कुल 49 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं जिसमें 8 स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें से एक कीमौत हो चुकी है और 40 केस अभीएक्टिव हैं।अधिकारियों के मुताबिक शहरी सीमा में प्रतिदिन बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए आज एक दिन के लिए टोटल लॉकडाउन लागू रहेगा।इस दौरान सभी प्रकार की दुकानें, मंडी, होम डिलीवरी, व्यावसायिक गतिविधियां बंद रहेंगी। केवल सरकारी कार्य और व्यवस्था में लगे लोग, सामाजिक भोजन के पैकेट देने वाली संस्थाएं, सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल और दूध की होम डिलीवरी और उनसे जुड़े लोगों का आवागमन ही अनुमन्य होगा।इनके अलावा कल के लिए सब प्रकार के पास निलंबित रहेंगे।जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि बुधवार के बाद से दुकानें और अन्य गतिविधियां नए प्रकार से खोलने पर निर्णय लिया जा सकता है। यह आदेश केवल नगर निगम सीमा के लिए है, ग्रामीण क्षेत्र पर लागू नही है। नगर निगम सीमा में मेडिकल कारणों के अलावा घुसना प्रतिबंधित होगा। शहर में जो घर से बाहर बिना मेडिकल इमरजेंसी के निकलेगा उस पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today वाराणसी में पॉजिटिव मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसको देखते हुए एक दिन के लिए टोटल लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। इसके लिए लोगों को सख्त हिदायत दी गई है कि बिना मेडिकल इमरजेंसी के बाहर निकलने वालों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। Full Article
india news संक्रमण फैलाने के आरोप में 8 विदेशी जमातियों को भेजा गया अस्थाई जेल, टूरिस्ट वीजा पर आए थे भारत By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 04:25:00 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण फैलने के पीछे तब्लीगी जमातियों की लापरवाही भी शामिल है। इसकी वजह से यूपी में संक्रमितों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। इस बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर आए शहर आए आठ विदेशी जमातियों पर संक्रमण फैलाने का आरोप है। पुलिस ने 8 विदेशी जमातियों को अस्थाई जेल में शिफ्ट कर दिया है। एलआईयू ने विदेशी जमातियों के पासपोर्ट पहले ही जब्त कर लिए गए थे। मंगलवार को भारी सुरक्षा व्यावस्था के बीच जेल अस्थाई जेल लाया गया।8 विदेशी जमातियों चार आफगानी , तीन ईरानी और एक यूके था। यह विदेशी जमाती टूरिस्ट वीजा लेकर इंडिया आए थे। टूरिस्ट वीजा का गलत इस्तेमाल करते हुए यह सभी दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में चल रहे धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसके साथ ही धार्मिक प्रचार प्रसार में लिए यह सभी बीते 14 मार्च को दिल्ली से कानपुर आए थे। शहर की विभिन्न मस्जिदों में घूमते रहे थे। इन सभी विदेशी जमातियों को दिल्ली वापस लौटना था । लेकिन लॉकडाउन की वजह से नहीं निकल पाए।बाबूपुरवा थाना क्षेत्र स्थित सुफ्फा मस्जिद से पुलिस ने 8 विदेशी नागरिकों को पकड़ा था। पकड़े गए जमातियों को जांच के लिए उर्सला अस्पताल भेजा गया था। सभी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। जिसमें से दो आफगानी नागरिक संक्रमित मिले थे। दोनों संक्रमितों को हैलट के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाकी के 6 विदेशी नागरिकों को क्वारैंटाइन कराया गया था।बेलरोड पर बनी है अस्थायी जेलदरअसल,19 अप्रैल को हैलट के कोविड-19 अस्पताल से 6 जमाती डिस्चार्ज किए गए थे। जिसमें दोनों आफगानी नागरिक भी शामिल थे। डिस्चार्ज होने के बाद दोनों आफगानियों को एक इंजीनियरिंग कॉलेज में क्वारैंटाइन कराया गया था। चौबेपुर थाना क्षेत्र के बेलरोड पर बने विद्या भवन इंजीनियरिंग कॉलेज में जिला प्रशासन ने अस्थाई जेल है।अस्थाई जेल के अंदर और बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। ताकि कोई भी भागने का प्रयास भी न कर सके। इसके साथ ही 24 पैरामेडिकल स्टॉफ भी रखा गया है। यदि किसी प्रकार की कोई दिक्कत हो तो डाक्टर उपचार कर सकें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कानपुर में आठ विदेशी मूल के जमातियों को ठीक होने के बाद अस्थायी जेल में भेजा गया है। उनके उपर आरोप है कि वो टूरिस्ट वीजा पर भारत आए और यहां प्रशासन को जानकारी दिए बिना चारों तरफ घूमते रहे। इनकी वजह से कोरोना का संक्रमण फैला। Full Article
india news संक्रमित महिला के बेटे व देवर की पॉजिटिव आई रिपोर्ट, हॉटस्पॉट में 100 नए सैंपल लिए जाएंगे By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 05:13:00 GMT उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। बुधवार को यहां दो नए केस मिले हैं। 2 दिन पहले एक महिला में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। नई रिपोर्ट में उसका बेटा और देवर भी संक्रमित पाया गया है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र को सील कर दिया है।जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने बताया कि 2 दिन पहले ओरछा गेट की रहने वाली एक 59 वर्षीय महिला में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उसकी अब हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। मंगलवार रात ऑक्सीजन सपोर्ट भी हटा दिया गया। महिला के संपर्क में आने वाले 44 लोगों को चिन्हित कर उनकी जांच की गई। जांच में 42 मामले निगेटिव निकले और दो पॉजिटिव निकले हैं। पॉजिटिव निकलने वालों में से महिला का बेटा और देवर हैं।दोनों नए कोरोना पॉजिटिव मरीजो को भी आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। वहीं, आने वाले 2 दिनों में हॉटस्पॉट एरिया से 100 नए सैंपल और लिए जाएंगे।झांसी मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को 4 जनपदों के 119 नमूने जांच के लिए आए थे। इनमें बांदा से 38, जालौन से 28, ललितपुर व झांसी के 26-26 सैंपल शामिल थे। झांसी के दो सैंपल को छोड़कर शेष सभी निगेटिव पाए गए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today हॉटस्पॉट क्षेत्र गंज को सील कर दिया गया है। नगर निगम कर्मी इलाके को सैनिटाइज करने में जुटे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों की जांच की जा रही है। Full Article
india news प्रयागराज से छात्रों को कुशीनगर लेकर जा रही रोडवेज बस दुर्घटनाग्रस्त, 12 जख्मी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 05:30:00 GMT उत्तर प्रदेश में अध्योध्या के पास छात्र-छात्राओं को ले जा रही एक रोडवेज बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में बस में सवार 12 लोग घायल हो गए। इसमें से ड्राइवर और दो छात्राओं की हालत गंभीर बताई जा रही है। इन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह बस प्रयागराज से कुशीनगर जा रही थी। बस में 27 छात्र-छात्राएं सवार थे। वहीं बस का ड्राइवर के अलावा बस में ड्यूटी पर तैनात सिपाही भी दुर्घटना में घायल हुआ है।बताया जा रहा है कि यह बस प्रयागराज से पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले तक छात्र-छात्राओं ले जा रही थी। अयोध्या के निकट कोतवाली बीकापुर के बिलारी के पास रोडवेज की यह बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया जा रहा है कि रोडवेज बस ने पीछे से ट्रक में टक्कर मार दी। जिसके चलते बस में सवार सभी 27 लोग घायल हो गए।शुरु में घायलों को फस्टएड के लिए बीकापुर के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। इनमें से 11 छात्र छात्राएं जिला अस्पताल में भर्ती करा दी गईं। फिलहाल सभी का इलाज चल रहा है। बस ड्राइवर व 2 छात्राओं की हालत नाजुक बताई जा रही है।15 छात्र छात्राओं को इलाज के बाद मिली छुट्टीडीएम अनुज झा ने जिला अस्पताल में घायलों का हालचाल लिया उन्होंने बताया कि ड्राइबर के घुटने फ्रैक्चर हो गया है। स्टूडेंट्स भी घायल हुए हैं पर गंभीर हालत में नहीं हैं। जैसे-जैसे ठीक रहे हैं उनको उनके घरों को भेजा जा रहा है। 10 छात्र छात्रा समेत 12 लोग जिला अस्पताल में भर्ती हैं। साधारण तौर पर घायल 15 छात्र-छात्राओं को जिला अस्पताल से बस लेकर कुशीनगर रवाना हो गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रयागराज से छात्रों को लेकर जा रही बस बीकापुर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 12 लोग जख्मी हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। Full Article
india news दारुल उलूम देवबंद का फतवा- कोरोनावायरस का टेस्ट कराने से रोजा नहीं टूटेगा, रुई की स्टिक पर कोई दवा या केमिकल नहीं होता By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 05:59:59 GMT दीनी तालीम के सबसे बड़े मरकज दारुल उलूम देवबंद ने अहमफतवा जारी किया है। मंगलवार को आई खबर के मुताबिक,फतवे में कहा गया है किरोजे की हालत में कोरोनावायरस (कोविड-19) का टेस्ट कराना जायज है। जांच के दौरान स्टिक पर कोई केमिकल नहीं लगा होता है। इसलिए, कोरोना का टेस्ट कराने से रोजे पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।दरअसल, बिजनौर के रहने वाले अरशद अली ने दारुल उलूम देवबंद से सवाल किया थाकि, क्या रोजेदारों का टेस्ट करवाना जायज है? इससे कहीं रोजा तो टूट नहीं जाएगा? कारण कि इस बार माह-ए-रमजान कोरोना केसंकट काल में शुरू हुआ है। मुस्लिम धर्मावलंबी 30 दिन रोजा रखते हैं। रोजे के दौरान टेस्ट कराने को लेकर कई तरह की आशंकाएं लोगों के मन में उमड़ रही हैं।फतवे में कहा- टेस्ट करवाने से रोजे पर फर्क नहीं पड़ेगादारुल उलूम देवबंद के मुफ्तियों की खंडपीठ ने फतवे में कहा कि कोरोना टेस्ट के दौरान नाक या हलक (मुंह) में रुई लगी स्टिक डाली जाती है। उस स्टिक पर किसी तरह की कोई दवा या केमिकल नहीं लगा होता है। यह स्टिक नाक या मुंह में सिर्फ एक बार ही डाली जाती है। ऐसे में रोजे की हालत में कोरोनावायरस का टेस्ट कराने के लिए नाक या हलक का गीला अंश देना जायज है। ऐसा करने से रोजे पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।उत्तर प्रदेश में 1993 संक्रमित, इसमें से 1089 जमातीउत्तर प्रदेश में अब तक संक्रमण के1993 मामले सामने आ चुके हैं।इनमें से 1089 लोग तब्लीगी जमात से जुडे़ हुए हैं। संक्रमण से अब तक 33 की जान जा चुकी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह फोटो श्रीनगर की है। कोरोनावायरस के टेस्ट सैंपल इकट्ठा करने के लिए यहां मोबाइल कोविड-19 बूथ बनाए गए हैं। इसमें स्वास्थ्यकर्मी पूरी किट पहनकर अपना काम कर रहे हैं। Full Article
india news 15 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों का आंकड़ा पहुंचा 400 के पार, 2 सब्जी विक्रेता भी पॉजिटिव मिले By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 06:24:55 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। इसमें आगरा पहले नंबर पर है। यहां पिछले 24 घंटे में 15 कोरोना मरीज पाए गए हैं। इनमें एक प्रशासनिक अधिकारी का सुरक्षाकर्मी भी शामिल है। इसके साथ ही आगरा में संक्रमितों का आंकड़ा 404 पर जा पहुंचा है। वहीं, संक्रमण के मामले में आगरा प्रदेश में पहले और देश में 11वें स्थान पर है। हालांकि प्रशासन के अनुसार 46 अन्य लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सभी को आईसोलेशन वार्ड से क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया है। तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सेंटर से उन्हें घर भेजा जाएगा।आगरा में मंगलवार को कोरोनावायरस की दो बार रिपोर्ट आईं। इनमें प्रशासनिक अधिकारी का होमगार्ड पॉजिटिव होने की जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया। होमगार्ड दो अप्रैल को प्रशासनिक अधिकारी को आवंटित किया गया था। लेकिन तबियत खराब होने पर घर भेज दिया गया था। अब उसके साथी कर्मचारियों को होम और परिजनों को क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया है।जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि संक्रमित 46 अन्य लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सभी को आईसोलेशन वार्ड से क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया है। तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सेंटर से उन्हें घर भेजा जाएगा। जारी रिपोर्ट के मुताबिक, न्यू आगरा के कौशलपुर निवासी दो भाई भी संक्रमित मिले हैं। इस इलाके से अब तक 10 से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं। नगला महादेव सेवला जाट में दंपति संक्रमित मिला है। लेडी लॉयल में भर्ती टीला माईथान निवासी प्रसूता की रिपोर्ट भी संक्रमित आई है।दो और सब्जी विक्रेता संक्रमितसंक्रमितों में सदर के नौलक्खा निवासी सब्जी विक्रेता चाचा-भतीजा भी हैं। दोनों सिकंदरा से सब्जी ले जाकर सदर में बेचते थे। इनसे पहले पांच सब्जी विक्रेता संक्रमित मिल चुके हैं। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि उसके घर के पास बैरियर लगाकर आसपास के लोगों को जानकारी दे दी गई है। इसके अलावा सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज का एक और वार्ड ब्वॉय संक्रमित मिला है। इससे पहले एसएन मेडिकल कॉलेज के पांच और वार्ड ब्वॉय संक्रमित हो चुके हैं। यह जूता मंडी शाहगंज का निवासी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आगरा में संक्रमित मरीजों की संख्या 400 के पार पहुंच गई है। इस बीच अधिकारी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरी कोशिश जुटे हुए हैं। Full Article
india news यूपी में निवेश करेंगी कई अमेरिकी कंपनियां, वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान विदेशी उद्यमियों ने जतायी इच्छा By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 06:25:00 GMT उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे विश्व में कोरोनावायरस के असर के चलते बदलते वैश्विक परिवेश में अमेरिका की कई कंपनियां यूपी मेंनिवेश करने की तैयारी में हैं। यूएस-इंडिया स्टेटिजिक पार्टनरशिप फोरम से जुड़े उद्यमियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग संवाद के दौरान मंगलवार को कई अमेरिकी कंपनियों ने मेडिकल इक्यूपमेंट, डिजिटल पेमेंट तथा अन्य क्षेत्रों में निवेश करने में रूचि दिखाई। इस मौके परसूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि कई कंपनियों ने इलेक्ट्रॉनिक्स, खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में अपने निवेश को चीन से यूपी लाने में रुचि दिखाई है।अमेरिकी उद्यमियों ने कोविड-19 से निपटने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उठाए गए कदमों की तारीफ भी की। राज्य के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक कुमार टंडन तथा प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा. नवनीत सहगल ने इस संवाद के दौरान प्रदेश में निवेशकों को दी जा रही सुविधाओं से अमेरिकी उद्यमियों को अवगत कराया। संवाद में अमेरिकी की 100 से ज्यादा कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।उप्र में बेहतर निवेश को लेकर दिया गया प्रजेंटेशनयूपी निवेश के लिए बेहतर है, इससे संबंधित प्रजेंटेशन भी प्रस्तुत किया गया। निवेशकों के लिए राज्य में कई सुविधाएंलोक भवन में आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह कहा कि राज्य में करीब 90 लाख एमएसएमई उद्योग हैं। कुशल कारीगर अच्छी तादाद में उपलब्ध हैं। राज्य की कानून व्यवस्था उद्योगों के अनुकूल है। उद्योगों की स्थापना के लिए पर्याप्त भूमि, जल संसाधन और बेहतर माहौल है।इस अवसर पर एडोब कंपनी के प्रतिनिधि रोहन मित्रा ने उत्तर प्रदेश में एडोब प्लांट की क्षमता बढ़ाने की बात कही। मास्टर कार्ड कम्पनी के प्रतिनिधि ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों की किराना दुकानों में डिजिटल पेमेंट की सुविधा उलपब्ध कराने की इच्छा जताई। दो अग्रिणी लाजिस्टिक कम्पनी यूपीएस और फ्रेडिक्स ने जेवर एयरपोर्ट पर लाजिस्टिक सेंटर बनाने में निवेश की इच्छा जताई। बोस्टन साइंटिक कम्पनी ने उत्तर प्रदेश में मेडिकल एक्यूपमेंट प्लांट लगाने के लिए निवेश की पेशकश की। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि संवाद में अमेरिकी की 100 से ज्यादा कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इसमें इन कम्पनियों ने यूपी में निवेश की इच्छा जतायी। Full Article
india news रामपुर में पुलिस टीम पर हमला; हाथापाई कर दो आरोपियों को छुड़ाया; 10 नामजद पर एफआईआर By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 06:36:00 GMT उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में मंगलवार रात दड़ियाल कस्बे की गलियों में लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस टीम पर शरारती तत्वों ने हमला कर दिया। स्थानीय लोगों ने पुलिस से हाथापाई कर बाइक सवार दो युवकों को जबरन छुड़ा लिया। पुलिस ने बल प्रयोग किया तो भीड़ ने उन पर पथराव किया। प्रशासनिक टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पर काबू पाया। इस मामले में 10 नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बुधवार को पूरे इलाके में सन्नाटा नजर आया। दरअसल, लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराने को लेकर पुलिस व प्रशासनिक अमला दड़ियाल कस्बे की गलियों में देर रात गश्त पर था। इसी दौरान दो बाइक सवार लोगों को आता देख पुलिस ने उन्हें रोका। लेकिन बाइक सवार हंगामा करने लगे। इसी बीच उनको छुड़ाने के लिए महिलाएं भी सड़कों पर आ गईं और उन्होंने उन दोनों बाइक सवारों को पुलिस से जबरन छुड़वा लिया। इसके बाद पुलिस पर पत्थरों से हमला कर दिया। जिसमें सभी लोग बाल बाल बच गए।पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने वा लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला पंजीकृत किया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने कहा- वह लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर किसी भी सूरत में चाहे वह कितना भी रसूखदार व्यक्ति क्यों न हो? किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। फिलहाल पुलिस उन अज्ञात लोगों को भी चिन्हित करने में लगी है। घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर उसी जगह की है, जहां मंगलवार रात पुलिस टीम पर हमला किया गया। प्रशासन ने आज सख्ती की है। इसलिए पूरी रोड पर सन्नाटा छाया रहा। Full Article
india news 6 दिन बाद भी रिपोर्ट न आने से परेशान था रेलकर्मी: क्वारैंटाइन सेंटर में फांसी लगाकर की आत्महत्या By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 06:43:58 GMT उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के क्वारैंटाइन सेंटर से एक भयावाह तस्वीर सामने आई है। कोरोना संदिग्ध रेल कर्मचारी ने कक्ष के अंदर फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। उसका शव कमरे में पंखे पर लटका मिला। मृतक रेलवे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। मृतक कोरोना की रिपोर्ट न आने से परेशान था। वहीं, एक बुजुर्ग की रिपोर्ट मंगलवार रात पॉजिटिव आई है। इस तरह जिले में कोरोना से मृतकों की संख्या दो हो चुकी है।मृतक बुजुर्ग के 11 परिजन क्वारैंटाइन हुएजिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 99 हो गई है। इनमें 87 मामले सक्रिय हैं। यहां मंगलवार की देर शाम एक बुजुर्ग की मौत के बाद उसकी पॉजिटिव रिपोर्ट आई। दरअसल, जलेसर रोड निवासी दंपती का बेटा अमेरिका में रहता है। दंपती दस फरवरी को अमेरिका से लौटे। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 72 वर्षीय वृद्ध को तबियत खराब होने उनके घर वाले 25 अप्रैल को अस्पताल लाए थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। इलाज शुरू होने के कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई। एहतियातन उनका सैम्पल लिया गया और शव को सील करके परिवार वालों के हवाले कर दिया था। मंगलवार को आई रिपोर्ट में वृद्ध कोरोना पॉजिटिव पाए गए। स्वास्थ्य विभाग की टीम और उत्तर थाना प्रभारी नीरज मिश्र फोर्स के साथ मृतक के घर पहुंचे। परिवार के 11 सदस्यों को क्वारैंटाइन किया गया है।एफएच मेडिकल कॉलेज में था रेलकर्मी टूंडला फिरोजाबाद की रेलवे कॉलोनी में रहने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को कोरोना संदिग्ध मानकर 20 अप्रैल को फिरोजाबाद के यूनिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से 23 अप्रैल को उसे टूंडला के एफएच मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। तभी से उसकी जांच रिपोर्ट नहीं आई थी। इसे लेकर वह काफी परेशान था। पहला सैंपल कैंसिल हो जाने के कारण मंगलवार को उसका सैंपल दोबारा भेजा गया था। बुधवार सुबह नाश्ता देने पहुंचे कर्मचारी को उनका शव फंदे पर लटका मिला। इसके बाद से पूरे सेंटर सहित जिला प्रशासन में खलबली मच गई।डिप्रेशन में था कर्मचारी20 अप्रैल को क्वारंटाइन के लिए मेडिकल कॉलेज में लाए गए रेलकर्मी पिछले तीन चार दिनों से डिप्रेशन में चल रहेे थे। क़वारंटाइन सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ पंचशील शर्मा ने बताया कि नाश्ता देने पहुंचे कर्मचारी ने रेल कर्मचारी को सबसे पहले फंदे पर लटके देखा। इसके बाद तत्काल सूचना दी गई है। नगला कुम्हारन के रेलवे अधिकारी के संपर्क में आने के बाद उन्हें क्वारैंटाइन में भेजा गया था।छह दिन बाद भी नहीं आई रिपोर्ट से बाद अवसाद में आए रेलकर्मीरेल कर्मचारी को 22 अप्रैल को क्वारैंटाइन किया गया था। उनके संपर्क वालों से अलग कमरेे में रखा गया था।अगले दिन सैम्पल भेजा गया। तीन दिन बाद पता चला कि सैम्पल फेल हो गया। इसके बाद वह डिप्रेशन में आ गए। उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा लगने लगा था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फिरोजाबाद में एक रेलकर्मी ने बुधवार को क्वारैंटाइन सेंटर में फांसी लगा ली। वह छह दिनों से अपनी रिपोर्ट को लेकर तनाव में था। Full Article
india news बसपा के पूर्व विधायक गुड्डू पंडित पर एफआईआर, लॉकडाउन के उलंघन का आरोप By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 07:24:00 GMT उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अनूपशहर पुलिस ने पूर्व विधायक भगवान दास उर्फ गुड्डू पंडित व उनके 15-16 समर्थकों पर आईपीसी की धारा 188, 269 व 270 के तहत केस दर्ज किया है। उनपर आरोप है कि, मंगलवार को पूर्व विधायक दो साधुओं की हत्या के बाद मौके पर पहुंचे थे। उनके साथ समर्थक भी थे। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा गया। जबकि गुड्डू पंडित ने इसे एक साजिश करार दिया है।पूर्व विधायक पर यह केस अनूपशहर थाना निरीक्षक बृज किशोर द्वारा दर्ज कराया गया है। एफआईआर के अनुसार गुड्डू पंडित और उनके 15-16 अज्ञात समर्थकों ने नोएडा से अनूपशहर पहुंचकर लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का खुला उल्लंघन किया। अनूपशहर के पगोना में शिव मंदिर चौराहे के पास बिना किसी कारण के गुड्डू पंडित केवल मौज-मस्ती के लिए टहल रहा था। जबकि, कोरोनावायरस के मद्देनजर सभी को लॉकडाउन का पालन करने का निर्देश है। आपातकाल में यदि बाहर निकलना भी पड़े तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाए। वहीं, गुड्डू पंडित ने अनूपशहर जाने की बात स्वीकारते हुए दावा किया कि जनपद में दो साधुओं की हत्या हो जाए और वे वहां न जाएं ऐसा नहीं हो सकता। हालांकि पूर्व विधायक ने यह भी दावा किया कि इस दौरान उनकी ओर से सामाजिक दूरी का पूरा ध्यान रखा गया था। मालूम हो कि, भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित बुलंदशहर में बसपा और सपा से दो बार विधायक रह चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पूर्व विधायक गुड्डू पंडित से बात करते पुलिस अफसर। Full Article
india news लॉकडाउन का उल्लंघन और कोरोना योद्धाओं पर हमले करने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाएगी उत्तर प्रदेश सरकार, सात साल की जेल और पांच लाख रुपए तक होगा जुर्माना By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 07:49:44 GMT उत्तर प्रदेश सरकार लॉकडाउन का उल्लंघन करने और कोरोना योद्धाओं पर हमले करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कड़े कानून बनाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदिनाथ ने इस संबंध में अपने वरिष्ठ अफसरों की टीम-11 से चर्चा की है। यहां पुराने एपीडेमिक एक्ट 1897 में संशोधन पर विचार किया जा रहा है। इसके तहत मेडिकल स्टाफ, पारा मेडिकल, क्लीनिंग स्टाफ और पुलिसकर्मियों समेत कोरोना वॉरियर्स की रक्षा के लिए कड़े कानून बनाए जाने की कवायद की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक कोरोना योद्धाओं पर हमले करने और उन पर थूकने जैसी घटनाओं को देखते हुए संशोधित कानून में सजा के कड़े प्रावधान किए जाएंगे।रिपोर्ट के अनुसार नए कानून को यूपी एपीडेमिक डिसीज कंट्रोल एक्ट 2020 के नाम से जाना जाएगा और इसे अध्यादेश के जरिये अमल में लाया जाएगा।सख्त होगी सजासूत्रों के मुताबिक नए कानून में यह सजा का प्रावधान होगा कि जो भी क्वारेंटाइन या आइसोलेशन के दौरान भागेगा या फिर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करेगा उसे जेल के साथ जुर्माना भी लगाया जाएगा। वहीं कोरोना वॉरियर्स पर हमले करने वालों को सात साल की जेल और पांच लाख रुपए तक जुर्माना लगाया जा सकेगा।केंद्र ने भी किया है संशोधनहाल ही में केंद्र ने एपीडेमिक 1897 एक्ट में अध्यादेश के जरिए संशोधन किया है। इसके तहत कोरोना वॉरियर्स की रक्षा के लिए जेल और जुर्माने का प्रावधान किया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यूपी में इस तरह लोगों ने अपने घरों की छतों से कोरोना योद्धाओं पर हमले किए थे। (फाइल फोटो) Full Article
india news लॉकडाउन के बीच महिला ने एक साथ 5 बच्चों को जन्म दिया, सभी स्वस्थ By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 08:39:00 GMT कोरोनावायरस के चलते लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश के बारांबकी के सीएचसी सूरतगंज में एक महिला ने 5 बच्चों को जन्म दिया है। नार्मल डिलीवरी के दौरान तीन लड़की और दो लड़के का जन्म हुआ है। जच्चा व बच्चा स्वस्थ है। इससे पहले गोंडा जिले से ताल्लुक रखने वाली एक महिला ने लखनऊ के अस्पताल में एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया था।मामला जिले के सूरतगंज क्षेत्र का है। यहां के कुतलूपुर निवासी कुंदन की पत्नी अनिता नौ माह की गर्भवती थी। बुधवार की सुबह आठ बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज में दूसरी बार मां बनी है और उसके घर खुशियां आई हैं। इस प्रसूता ने एक साथ पांच बच्चों को जन्म दिया है। हालांकि, पांच बच्चे होने की वजह से नवजातों का वजन सामान्य से कम है। इनमें से दो का वजन 1100 ग्राम है वहीं दो का 900 ग्राम है। जबकि एक का 800 ग्राम है। महिला का यह दूसरा प्रसव है। इससे पहले उसका एक पुत्र भी है।लखनऊ की महिला ने भी एक साथ दिए थे 4 बच्चों को जन्मउत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से ताल्लुक रखने वाली 28 वर्षीय रेहाना ने पिछले साल एक साथ चार बच्चों को जन्मा तो वह हैरान रह गई। लखनऊ के अस्पताल में रेहाना ने अपने चार बच्चों का सफलतापूर्वक जन्म दिया, इनमें से दो लड़के और दो लड़कियां हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बाराबंकी में एक महिला ने बुधवार को पांच बच्चों को जन्म दिया। सभी बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। Full Article
india news बड़े भाई की लाइसेंसी बन्दूक से युवक ने खुद को मारी गोली, फॉरेंसिंक टीम ने शुरू की जांच By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 08:52:19 GMT प्रयागराज के लालापुर थाना क्षेत्र के अमिलिया तरहार गांव में एक युवक ने अपने बड़े भाई की लाइसेंसी दो नाली बंदूक से मंगलवार की रात12 बजे खुद कोगोली मारली। उसका बड़ा भाई आटाचक्की सेअपनी आजीविका चलाता था। पुलिस ने बताया कि वह मानसिक विक्षिप्त था। बन्दूक को कब्जे में लेकर जांच करने के लिए भेज दिया गया।पुलिस ने बताया कि तीन भाइयों मे सबसे छोटा रामभोला द्विवेदी (20) पुत्र स्व.रामसुख द्विवेदी का था। सूचना पर पहुची स्थानीय पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने किया मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे मे लेकर अन्त्य परीक्षण के लिये पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।मौके पर क्षेत्राधिकारी आरपी दोहरे, फॉरेंसिक औरडॉग स्क्वायडकी टीम ने पहुंचकर जांच पड़ताल की।बताया जा रहा है किखुदकुशी के पीछे आशनाई का चक्कर है, जिसे परिजन छिपा रहे हैं। थानाध्यक्ष लालापुर संतोष कुमार सिंह ने बताया की घटना की जांच की जा रही है। अभी कोई तथ्य सामने नहीं आया है। जांच के बाद ही करवाई की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लॉकडाउन के बीच प्रयागराज में एक युवक ने लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। Full Article
india news कानपुर में तीसरी रिपोर्ट आने से पहले मदरसा छात्र को किया डिस्चार्ज; आगरा में संक्रमित चार युवकों को कपड़े लाने के लिए घर भेज दिया By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 09:09:00 GMT उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद एक मदरसा छात्र को डिस्चार्ज कर दिया गया। जबकि, तीसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सीएमओ की टीम मदरसा पहुंची और छात्रा को फिर से अस्पताल लाया गया। इसी तरह आगरा जिले में एसजीआई संस्थान में क्वारैंटाइन किए गए खटीक पाड़ा के चार युवकों को मंगलवार की रात छोड़ दिया। बुधवार को इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ये दो मामले स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की बानगी हैं। इससे पहले मुरादाबाद में निगेटिव की जगह दो कोरोना संक्रमितों को घर भेज दिया गया था।आगरा डीएम बोले- कपड़े लाने के लिए भेजा गया घरथाना हरिपर्वत क्षेत्र के खटीकपाड़ा क्षेत्र के रहने वाले चार युवकों को एसजीआई संस्थान में क्वारैंटाइन किया गया था। लेकिन मंगलवार रात चारों को सेंटर से मुक्त कर दिया गया। सभी अपने परिवार में पहुंचे। इसी बीच बुधवार को इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई तो स्वास्थ्य विभाग ने चारों को दूसरे सेंटर भेज दिया है। डीएम प्रभु नारायण सिंह ने कहा- चारों युवकों की कोविड-19 रिपोर्ट इनडिटरमिनेट (दुविधा) थी। लिहाजा उन्हें घर कपड़े लेने के लिए जाने दिया था। सभी हमारे संपर्क में थे। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद चारों युवकों को दूसरे कोविड सेंटर भेज दिया गया है। बता दें, बुधवार को आगरा में 21 नए केस सामने आए। यहां संक्रमितों की संख्या 425 पहुंच चुकी है।कानपुर में 20 मरीजों को तीसरी रिपोर्ट आने से पहले डिस्चार्ज कियावहीं, कानपुर में सरसौल ब्लॉक सीएचसी में हाईरिस्क कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है। सीएचसी में 21 संक्रमित एडमिट थे। दो दिन पूर्व 27 अप्रैल को सीएमओ अशोक शुक्ला और सीएचसी अधीक्षक डॉ. सीएल वर्मा समेत पैरामेडिकल स्टॉफ की मौजूदगी में 20 संक्रमितों को तालियां बजाकर डिस्चार्ज किया गया था। जिसमें कानपुर के 12, औरैया के 6 और कन्नौज व इटावा के एक-एक रोगी थे। इन सभी की दूसरी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। हालांकि, तीसरी जांच के लिए भी सैंपल भेजा गया था। लेकिन इसके परिणाम का इंतजार किए बगैर 20 को डिस्चार्ज कर दिया गया।स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित छात्र को फिर से भर्ती करायामंगलवार शाम जब तीसरी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के हाथ में आई तो सभी हैरान रह गए। उसमें से एक मदरसा छात्र की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। सीएमओ की टीम मदरसा पहुंची और छात्र को दोबारा लाकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। जानकारी के मुताबिक छात्र की तबियत भी बिगड़ गई थी। सीएमओ अशोक शुक्ला ने कहा- यह चूक कैसे हुई? इसकी जांच कराई जाएगी। छात्र को दोबारा सीएचसी में भर्ती कराया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यूपी में आगरा व कानपुर में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आगरा में 425 व कानपुर में 200 संक्रमित मिल चुके हैं। बावजूद इसके प्रशासन लापरवाही बरत रहा है। Full Article
india news मेरठ में बिजली विभाग के संविदाकर्मी की गोली मारकर हत्या; बदमाशों ने तमंचा जबड़े से सटाकर किया फायर By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 09:43:00 GMT उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में बुधवार सुबह एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह बिजली विभाग में संविदा कर्मचारी था। वह अपने एक सहकर्मी के साथ बिजली घर जा रहा था कि, रास्ते में बाइक सवार बदमाशों ने उसके चेहरे से सटाकर तमंचे से फायर कर दिया। जिससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। गंगानहर थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।रजपुरा गांव का रहने वाला रजत उर्फ मोनू (27 वर्ष) मंगलपांडे नगर बिजलीघर पर संविदा कर्मचारी था। इसी बिजलीघर पर गंगानगर की एक युवती भी कर्मचारी है। मोनू अक्सर इसी यवुती की स्कूटी से बैठकर बिजलीघर जाता था। बुधवार सुबह वह युवती की स्कूटी पर पीछे बैठकर बिजलीघर जा रहा था। बताया गया कि रास्ते में बाइक सवार दो हमलावरों ने अपनी बाइक स्कूटी के सामने अड़ा दी। जिससे युवती ने स्कूटी रोक दी। इससे पहले कि युवती और रजत कुछ समझते बाइक सवार युवकों ने रजत के जबड़े पर सटाकर गोली चला दी। गोली लगने से रजत की मौके पर ही मौत हो गई।वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक सवार दोनों हमलावर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलने पर एएसपी सदर देहात अखिलेश भदोरिया, एसपी देहात अविनाश पांडे और गंगानगर इंस्पेक्टर बृजेश शर्मा मौके पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने घटना को लेकर जानकारी की और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। एएसपी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। दो युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। परिजनों की तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये फोटो रजत उर्फ मोनू की है। इसकी हत्या से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। -फाइल फोटो Full Article
india news लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले आरोपी को पकड़ने के बाद 4 पुलिसकर्मी हुए कोरोना संक्रमित, संख्या बढ़कर पहुंची 103 By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 09:52:00 GMT फिरोजाबाद में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले एक आरोपी को पकड़ने वालेचार पुलिसकर्मी भी कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। इसके चलते जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 103 पर पहुंच गई है। एक्टिव केस अभी भी 90 हैं। सभी कोरोना पॉजीटिव पुलिसकर्मी एक ही थाने में तैनात थे।लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले एक आरोपी को पुलिसकर्मियों ने पकड़ा। बाद में वह संक्रमित पाया गया था। हालांकि बाद में उसे छोड़ दिया गया था।रामगढ़ थाना क्षेत्र का मामलाफिरोजाबाद के रामगढ़ थाने में पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले एक आरोपी को पकड़ा था। बाद में जिसे छोड़ दिया गया था। जांच में आरोपी कोरोना संक्रमित पाया गया था। जिसके चलते थाने के 27 पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन कराते हुए रिपोर्ट जांच को भेजी गई थी। आज उनकी जांच रिपोर्ट आई जिसमें एक एसएसआई सहित तीन सिपाही कोरोना संक्रमित पाए गए।एडीजी पहुंचे फिरोजाबादइस मामले को लेकर एडीजी अजय आनंद फिरोजाबाद के टूंडला पहुंचे। जहां उन्होंने बताया कि थाने में आरोपी के संपर्क में आने से पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन कराया गया था। चार पुलिसकर्मियों में कोरोना की पुष्टि हुई है। उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने जनता से अपील की कि वह लॉक डाउन का पालन करें और घर से बाहर न निकलें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फिरोजाबाद में चार पुलिसकर्मियों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद यहां का आंकड़ा 100 को पार कर गया है। Full Article
india news खुद को हिंदू बताकर सब्जी बेच रहा था मुस्लिम शख्स, भाजपा विधायक बृजभूषण राजपूत ने मोहल्ले में न दिखने की धमकी दी By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 10:36:30 GMT कोरोनावायरस का संक्रमण देश में तेजी से बढ़ रहा है। बावजूद इसके कुछ लोग हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला महोबा के चरखारी से भाजपा विधायक बृजभूषण राजपूत का है। बुधवार को उनका एक वीडियो सामने आया, जिसमें वे एक सब्जी वाले को भगाते नजर आए। आरोप है कि, सब्जी वाले मुस्लिम था, बावजूद इसके वह हिंदू नाम बताकर सब्जी बेच रहा था। विधायक ने हड़काकर सब्जी वाले को भगायाभाजपा विधायक बृजभूषण राजपूत अपने लखनऊ में गोमती नगरस्थित आवास पर थे। तभी विधायक ने एक सब्जी विक्रेता को गली में प्रवेश करते हुए देखा। उसके हाथ में न दस्ताने थे और न ही चेहरे पर मास्क लगा रखा था। विधायक ने सब्जी वाले से नाम पूछा तो उसने राजकुमार बताया। इस पर विधायक सब्जी वाले को हड़काने लगे। पिटाई की भी धमकी दी। सब्जी वाले के साथ उसका बेटा भी था। विधायक ने लड़के से नाम पूछा तो उसने अपने पिता का नाम अजीजुर्रहमान बताया। भाजपा विधायक ने सब्जी वाले को मोहल्ले में दोबारा न दिखने की दी धमकी देते हुए मौके से भगा दिया।विधायक बृजभूषण ने कहा- हां मैंने उसे फटकारा था, क्योंकि वह झूठ बोल रहा था। उसने अपना नाम राजकुमार बताया था, जबकि उसका नाम रेहमुद्दीन है। उसने मास्क और दास्ताने नहीं पहने थे। उन्होंने यह भी कहा कि, कानपुर, लखनऊ व आगरा में कई सब्जी विक्रेता कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए हैं।देवरिया विधायक ने की थी विवादित बयानबाजीइससे पहले देवरिया से भाजपा विधायक सुरेश तिवारी ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि लोग मुस्लिम सब्जीवालों से सब्जी ना खरीदें। क्योंकि वे अपनी सब्जी पर पहले थूकते हैं और फिर उस बेचते हैं। क्षेत्र में जब मैं दौरा कर रहा था, तब यह सारी बातें मुझे पता चलीं और इसके बाद मैंने लोगों को मुस्लिमों से सब्जी खरीदने को मना किया। इसके बाद मैंने लोगों को मुस्लिम सब्जीवालों से खरीदारी ना करने की बात कही। अब लोग कह रहे हैं कि विधायक ने ऐसा कहा है, हम लोगों को क्या करना चाहिए? मैंने गलत क्या कहा है? इतना बड़ा मुद्दा क्यों बना रहे हैं? उन्होंने कहा कि ऐसा करने से लोग कोरोनावायरस के संक्रमण से बचे रहेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने सुरेश तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today भाजपा विधायक बृजभूषण राजपूत। Full Article
india news संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 2115, इनमें 1602 एक्टिव केस: सरकार ने कहा- स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 11:16:52 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है।उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि उप्र में अब तक 2115 संक्रमित मरीज पाए गए हैं,इनमें एक्टिव मरीज की संख्या 1602 है। अभी तक60 ज़िलों में संक्रमण फैल चुका है और 7 ज़िलों में अभी कोई एक्टिव संक्रमित मरीज नहीं हैं। अभी तक 477 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं जबकि 36 लोगों की हो चुकी है।अवस्थी ने पत्रकारों को बताया कि अबतक यूपी में 33000 एफआईआर दर्ज की गई है। सरकार ने तय किया है कि यदि स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला होगा तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए सरकार अध्यादेश लाने जा रही है।उन्होंने बताया कि सीएम ने निर्देश दिया है कि अस्पतालों में बेड की क्षमता बढाकर 52000 की जाए। स्वास्थ्य विभाग में 17000 और चिकित्सा स्वास्थ्य में 35000 बेड बढ़ाए जाएंगे।अवस्थी ने कहा कि सीएम ने कहा है कि अधिकारी ये तय करें कि कहीं भी आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी न होने पाए। सीएम ने रेड जोन, ऑरेंज जोन ओर ग्रीन जोन की भी समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि रेड जोन को ऑरेंज में बदलने के साथ ही ग्रीन जोन में बदलने का काम करें।इससे पहले बुधवार सुबह केजीएमयू की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में 20 पॉजिटिव पाये गए थे।जिसमें लखनऊ के 4, आगरा में 9 और फ़िरोज़ाबाद 7 नए मरीज मिले हैं। प्रदेश के विभिन्न जनपदों से 462 कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। यूपी मेंअब तक 34 लोग की मौतें हुई हैं जिसमेंबस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, लखनऊ, फिरोजाबाद, अलीगढ़ व श्रावस्ती में 1-1, मुरादाबाद में 6, मेरठ में 5, कानपुर में 4 व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 12 मौतें शामिल हैं।यूपी में डॉक्टरों से मारपीट पर सात साल की सजा : केंद्र की तर्ज पर यूपी में भी कोविड-19 अस्पतालों में क्वॉरेंटाइन के दौरान डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों व अन्य देखभाल करने वालों के साथ मारपीट और तोड़फोड़ अब दंडनीय अपराध होगा। प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश महामारी कोविड-19 विनियमावली में पहला संशोधन कर दिया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू हो गया हैं। इसमें आरोपी को दो लाख रुपये का जुर्माना बमव सात साल की सजा का प्रावधान है।7 जनपद कोरोना मुक्त: लखीमपुर-खीरी, शाहजहांपुर, हाँथरस, हरदोई, महराजगंज, बाराबंकी और कौशाम्बी के कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए, वर्तमान में इन जनपदों में एक भी कोरोना पेशेंट नहीं हैं। प्रदेश में 90,916 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की हैं। प्रदेश में कुल 1,24,808 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 11,487 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन में रखा गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यूपी में कोरोना से अब तक 34 लोगों की मौत हो गई है जबिक संक्रमित मरीजों का आंकडा दो हजार को पार कर गया है। Full Article
india news जौनपुर में 2 हादसे, 5 की मौत, इनमें चार एक ही परिवार के; महिलाओं के चीत्कार से गूंज उठा गांव By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 11:20:00 GMT उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में बुधवार को हुए दो हादसे में एक परिवार के चार लोगों समेत पांच की मौत हो गई। मृतकों में दो सगे भाई-बहन थे। एक साथ पांच मौतों से हर तरफ चीत्कार व क्रंदन की आवाज सुनाई दे रही थी। यह हादसा बरसठी थाना क्षेत्र सरसरा गांव का है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बरसठी थाना क्षेत्र के सरसरा गांव निवासी ननकू सरोज के घरवाले पड़ोसी के मकान से सटी जमीन से बुधवार सुबह नींव खुदाई कर रहे थे। अचानक पड़ोसी के मकान की दीवार भरभराकर ढह गई। जिसमें ननकू का बेटा अखिलेश सरोज (24 वर्ष) व मजदूर पंकज बिंद (27 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए। जबकि, बेटी कपूरा देवी (39 वर्ष) के पैर में चोट आई। परिजन अखिलेश व पंकज को बोलेरो पर लादकर दोनों को भदोही जिला अस्पताल ले गए।जबकि, बहन कपूरा को परिवार के लक्ष्मीशंकर (26) व ऊषा देवी (35) बाइक पर बैठाकर मियांचक इलाज के लिए जा रहे थे। लेकिन रास्ते में विपरीत दिशा से आ रही सरकारी खाद्यान्न लदी पिकअप (यूपी 62 एटी 9913) ने बाइक को टक्कर मार दिया। जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।उधर, दीवार के मलबे में दबकर घायल हुए अखिलेश व एक अन्य मजदूर पंकज बिंद (27) ने भी दम तोड़ दिया। पुलिस ने पांचों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गांव में मातम का माहौल है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर जौनपुर के बरसठी थाने की है। यहां शव पहुंचे तो महिलाओं के विलाप से पूरा थाना गूंज उठा। Full Article
india news लाइन हाजिर हुए दरोगा ने फूल माला पहन ली शाही विदाई, हवा में उड़ाए लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग के नियम, एसपी ने किया निलंबित By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 11:56:14 GMT जिस खाकी पर लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने की जिम्मेदारी है, वही नियम तोड़ने लगे तो क्या कहेंगे? कुछ ऐसा ही मामला बुधवार को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में सामने आया। यहां अपने कारनामों के चलते चांदा थाने के एसओ प्रवीण यादव को एसपी शिवहरि मीणा ने बुधवार को लाइन हाजिर कर दिया। लेकिन कुछ घंटो बाद क्षेत्र में उन्हें लोगों ने शाही अन्दाज में विदाई दी। फूल मामला पहने दरोगा हाईवे पर पैदल ही निकल पड़े। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग व लॉकडाउन का खूब उलंघन किया गया। इस खबर का दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से प्रकाशन किया, जिसका संज्ञान लेकर एसपी ने दरोगा को निलंबित कर दिया है।कार्यों में लापरवाही पड़ी भारीएसपी शिवहरि मीणा ने बुधवार कोचांदा थाने के एसओ प्रवीण यादव को कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोपों के तहत लाइन हाजिर कर दिया। उनके स्थान पर एसपी आफिस में पेशकार रहे चंद्रभान को चांदा कोतवाली की कमान सौपी। इसी क्रम में लाइन में आने से पहले विभागीय कार्रवाईका शिकार हुए दरोगा प्रवीण कुमार की विदाई हुई। जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ीं। हाईवे पर दरोगा वर्दी पहनकर पैदल निकल पड़ेऔर फिर जमकर फूल-मामला पहना और शाही अंदाज में विदाई ली।लॉकडाउन में इस थाने की टीम पर हुआ था हमला15 दिनपूर्व चांदा क्षेत्र के रामपुर बाजार में एक किराने की दुकान पर लगी भीड़ को तितर-बितर करने के दौरान दरोगा ने हल्का बल प्रयोग किया था, जिसमें हिस्ट्रीशीटर अरुण उर्फ लोहा सिंह ने अपने परिजनों के साथ मिलकर चांदा थाने पर तैनात दरोगा सुरेश कुमार पर जानलेवा हमला कर दिया था। हमले में लोहा सिंह की पत्नी व दो बेटे भी शामिल थे। थाने के वाहन चालक व अन्य हमराह सिपाहियों ने दरोगा की जान बचाने का प्रयास किया तो लोहा सिंह व उसके परिजनों ने उनको भी लाठी-डंडे से जमकर पीटा था। दरोगा सुरेश कुमार, हमराही सिपाही व वाहन चालक के साथ जीप से भागकर थाने पहुंचे थे। यहां चांदा थाने में उक्त मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। इस क्रम में बीते गुरुवार को पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया था, जिनकी पहचान विनोद सिंह, सुनील सिंह के रूप मे हुई थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today दरोगा प्रवीण यादव के फेयरवेल में उमड़ी भीड़। लोगों ने फूल माला व गमछा पहनाकर उन्हें विदाई दी। लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा गया। लॉकडाउन का उलंघन हुआ। Full Article
india news कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 हजार पार; स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए अध्यादेश लाएगी सरकार By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 12:04:06 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का असर 60 जिलों में है। बुधवार सुबह लखनऊ केकेजीएमयू कीरिपोर्ट में 20 पॉजिटिव पाए गए।इनमें लखनऊ में 4, आगरा में 9 और फिरोजाबाद में 7 नए मरीज मिले।बीते 24 घंटे में 70 नए मरीज मिले। राज्य में अभी तक कुल 2115 कोरोना पॉजिटिव हैं। इनमें जमातियों और उनके संपर्कमें आने वालों की संख्या 1053 हैं,जबकि 462 कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए। प्रदेश में 24 घंटे में 63 लोगों कोस्वस्थ होने पर घर भेजा गया।राज्य मेंकोरोना से 34 लोगों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना के अभी 1564 एक्टिव केस हैं। मंगलवार को राज्य में कुल 66 मामले सामने आए थे।उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा- सरकार ने तय किया है कि यदि स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला होगा तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वही, बरेली में संक्रमित मरीज की बुधवारसुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। यहांहजियापुर के रहने वाले 35 साल के व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफके चलते सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।जांच के बाद पता चला कि पीड़ित कोरोना पॉजिटिव है।इसके बाद उसे निजी अस्पताल में एडमिट कराया गया।उसके परिवार के सभी 6 सदस्यों को भी निजी अस्पताल में क्वारैंटाइन किया गया है।आगरा:15 नए पॉजिटिव सामने आएआगरा में लगातार कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। जिले में अब तक 400 केस मिले हैं। आला अधिकारी स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।आगरा में 15 कोरोना मरीज और मिले हैं। इनमें एक प्रशासनिक अधिकारी का सुरक्षाकर्मी भी शामिल है। शहरमें संक्रमितों का आंकड़ा 404 पर पहुंच गया है।संक्रमण के मामले में आगरा प्रदेश में पहले और देश में 11वें स्थान पर है। बुधवार सुबह 12 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई,जबकि 3 लोगों की मंगलवार देर शाम रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। अधिकारियों ने कई अस्पतालों के इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षणकर मरीजों को मिल रही सुविधाओं का जायजा भी लिया।मेरठ: मुस्लिमों नेहिंदू की अर्थी को कंधा दियामेरठ में मंगलवार को एक हिंदू बुजुर्ग की मौत हो गई। इस दौरान वहां रहने वाले मुस्लिमों ने भाइचारे की मिसाल कायम की और बुजुर्ग की अर्थी को कंधा दिया।कौमी एकता की यह तस्वीर कई सांप्रदायिक दंगे देख चुके मेरठ के लिए किसी सुखद आश्चर्य से कम नहीं है।शाहपीर गेट स्थित कायस्थ धर्मशाला में नीचे भगवान चित्रगुप्त का ऐतिहासिक मंदिर है। धर्मशाला के प्रथम तल पर मंदिर के पुजारी रमेशचंद माथुर (68) परिवार के साथ रहते थे। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे। मंगलवार कोउनका निधन हो गया। घर पर पत्नी रेखा माथुर और छोटा बेटा चंद्रमौलि थे। बड़ा बेटा दिल्ली में था। लॉकडाउन के चलते नहीं पहुंच सका। अर्थी को चार कंधों की जरूरत थी। ऐसे में शाहपीरगेट के मुस्लिम आगे आए और अंतिम संस्कार से पहले की रस्में पूरी कराने के साथ अर्थी को कंधा भी दिया।वाराणसी: एक दिन के लिए पूरा शहरसीलजिले में बढ़ते संक्रमण कोदेखते हुए प्रशासन नेएक दिन के लिए काशी पूरी तरह बंद करने का निर्णय लिया है। केवल मेडिकल इमरजेंसी के अलावा कोई मिला तो उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। शहर में मंगलवार शाम को 12 केस मिलने से जिलाधिकारीकौशल राज ने बुधवार को संपूर्ण लाॅकडाउन का आदेश जारी किया। किसी भी मंडी और दुकानों के खुलने के आदेश को एक दिन के लिए रद्द किया गया है। सभी पास भी कैंसिल हैं। सुबह से ही बंदी का व्यापक असर देखने को मिला। चौक इलाका, सदर बाजार औरसारनाथ सब्जी मंडी पूरी तरह से बंद दिखीं।प्रदेश में अब तक 2073 संक्रमित: आगरा 405, लखनऊ 205, गाजियाबाद 60, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) 134, लखीमपुर खीरी 4, कानपुर नगर 205, पीलीभीत 3, मुरादाबाद 109, वाराणसी 50, शामली 27, जौनपुर 8, बागपत 15, मेरठ 94, बरेली 7, बुलंदशहर 50, बस्ती 23, हापुड़ 26, गाजीपुर 6, आज़मगढ़ 8, फिरोजाबाद 100, हरदोई 2, प्रतापगढ़ 7, सहारनपुर 181, शाहजहांपुर 1, बांदा 4, महाराजगंज 6, हाथरस 4, मिर्जापुर 3, रायबरेली 44, औरैया 10, बाराबंकी 1, कौशाम्बी 2, बिजनौर 31, सीतापुर 20, प्रयागराज 4, मथुरा 12, बदायूं 16, रामपुर 21, मुजफ्फरनगर 18, अमरोहा 25, भदोही 1, कासगंज 3, इटावा 2, संभल 14, उन्नाव 1, कन्नौज 7, संतकबीरनगर 23, मैनपुरी 5, गोंडा 2, मऊ 1, एटा 3, सुल्तानपुर 3, अलीगढ़ 24, श्रावस्ती 5, बहराइच 9, बलरामपुर 1, अयोध्या 1, जालौन 3, झांसी 1 और गोरखपुर में भी 1 पेशेंट की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अब तक 34 मौतें : आगरा में 12, मुरादाबाद में 6, मेरठ में 5, कानपुर में 4, बस्ती, वाराणसी, बुलंदशहर, लखनऊ, फिरोजाबाद, अलीगढ़ और श्रावस्ती में एक-एक व्यक्ति की कोरोना से मौत हुई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बनारस की सड़कों पर पसरा सन्नाटा है। मंगलवार को यहां 12 पॉजिटिव केस सामने आए। इसके बाद एक दिन के लिए पूरा शहर सील कर दिया गया। Full Article
india news ढोंगी साधू के रोल के लिए चिलम पीना सीख रहे थे इरफान, एक बाबा ने असली गांजा पिलाया तो शूटिंग कैंसिल करनी पड़ी थी By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 12:29:37 GMT बॉलीवुड के जानेमाने एक्टर इरफान खान का मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में बुधवार को निधन हो गया। वह 53 साल के थे। इरफान के साथ एक फिल्म और एक धारावाहिक बना चुकेएक्टर-डायरेक्टर राजा बुंदेला ने दैनिक भास्कर के साथ उनसे जुड़े संस्मरण साझा किए। राजा कहते हैं- इरफान बेहतरीन कलाकार होने के साथ एक अच्छे इंसान भी थे। अपने किरदार को जीते थे। हिंदू-मुस्लिम की चर्चा होने पर दुखी हो जाते थे। इरफान के साथ राजा की अगली फिल्म खजुराहो इस साल के अंत में शुरू होनी थी। आइएजानते हैं इरफान से जुड़े संस्मरण राजा बुंदेला की जुबानी...अपने हर रोल को जीते थे इरफानराजा बताते हैं- "साल 2001 में हम ललितपुर में फिल्म प्रथा की शूटिंग कर रहे थे। यह मेरी डायरेक्टर के तौर पर पहली फिल्म थी। इरफान भी पहली बार किसी फिल्म में मेन विलेन का रोल कर रहे थे। वह ढोंगी साधू बने थे। इसमें उन्हें चिलम पीना था। वह साधू के गेट अप में नाराहट गांव के एक मंदिर में बाबा के पास पहुंच गए। बाबा को मैंने बताया था कि एक एक्टर चिलम पीना सीखने आएगा। बाबा को सौ रुपए भी दिए थे। इरफान को साधू के गेटअप में देख बाबा समझ नहीं पाया और गांजा भरी असली चिलम पिला दी। इरफान को इतना नशा हुआ कि उस दिन वह शूटिंग नहीं कर पाए।"रोल के लिए प्रॉपर होमवर्क करते थे"इरफान ढोंगी साधू का रोल कर रहे थे। उनसे एक शॉट के लिए पालती मारकर बैठने को कहा तो वे बोले- पद्मासन में शांत चित साधु बैठते हैं। ढोंगी बाबा नहीं। मुझे तो बार-बार अपना आसन बदलना पड़ेगा, तभी असली क्रिमिनल माइंडेड शातिर साधू लगूंगा। उनकी यह बात सुनकर मैं भी सोच में पड़ गया। मेरे पूछने पर उन्होंने बताया कि स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद से ही साधुओं के बारे में पढ़ना शुरू कर दिया था"खुद बन गए थे कैमरामैन"एक दिन शूटिंग में कैमरामैन आने में लेट हो गए। उनके स्टाफ ने कैमरा सेटअप कर लिया था। शूट रेडी था, बस कैमरा मैन का इंतजार हो रहा था। उस समय ललितपुर जिले में मोबाइल नहीं थे। काफी देर हुई तो इरफान ने कैमरामैन के असिस्टेंट को समझाया और शूटिंग शुरू कराई। बाद में पूछने पर उन्होंने बताया कि स्टेज का कलाकार सब जानता है और उसे सब जानना पड़ता है।"हिंदू-मुस्लिम की चर्चा होने पर दुखी हो जाते थे"इरफान मस्तमौला स्वभाव के थे, लेकिन जब भी हिंदू-मुस्लिम की चर्चा होती थी तो दुखी हो जाते थे। प्रथा फिल्म की शूटिंग के दौरान भी यह विवाद हुआ कि मुस्लिम इरफान हिंदू साधु का रोल कैसे कर रहे हैं। इससे दुखी इरफान ने लोगों को समझाते थे- हिंदू-मुस्लिम बाद में बन लेना, पहले इंसान बन लो। इरफान शूटिंग के लिए मंदिर जाते तो वहां विराजमान शिवलिंग को प्रणाम भी करते थे।"इरफान के पिता कहते थे- तेरी आंखें नहीं नशे के दो प्याले हैंराजा बताते हैं- "एक बार मैंने इरफान से कहा- यार तुम्हारी आंखें बड़ी नशीली हैं। तो इरफान ने रिप्लाई किया- यार कोई नई बात कहो। ये तो मेरे पिता भी कहते हैं। वह कहते हैं कि मेरी आंखें नहीं नशे के दो प्याले हैं।"खजुराहो के लिए करना था साइनराजा बुंदेला खजुराहो नाम की फिल्म बना रहे हैं। इस फिल्म की मुख्य भूमिका के लिए वह इरफान को साइन करने गए थे। इरफान को स्क्रिप्ट भी दी, लेकिन कुछ ही दिनों बाद लॉकडाउन लग गया। राजा को उम्मीद थी कि इस साल के अंत तक फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी, लेकिन अब इरफान के जाने के बाद मुख्य किरदार के लिए नए चेहरे को तलाश करना होगा। राजा कहते हैं- हीरो तो बहुत मिल जाएंगे, लेकिन इरफान जैसा कोई नहीं मिलेगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Irrfan Khan Dead: Bollywood Actor Was 53 | Raja Bundela Mourns Death Of Actor Full Article
india news इलाज के अभाव में सात माह के बच्चे की मौत, परिजन बोले-चार अस्पतालों की लगाई दौड़ पर कोरोना के कारण किसी ने नहीं देखा By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 12:51:46 GMT उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में कोरोना वायरस के 425 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। इसका खामियाजा सामान्य रोगियों को भुगतना पड़ रहा है। बुधवार को इलाज के अभाव में सात माह के बच्चे की मौत हो गई। जिला अस्पताल व दो प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर लगा चुके परिजन जब एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो कागजी कार्रवाई में हुई देरी बच्चे के जिंदगी पर भारी पड़ी। जब डॉक्टरों ने बच्चे की नब्ज टटोली तो वह जिंदगी की जंग हार चुका था। मृतका की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवारीजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।थाना रकाबगंज क्षेत्र के छीपीटोला तेलीपाड़ा निवासी सबा का बेटा हमजा गौरी (07 माह) के नाक से सुबह करीब दस बजे खून आ रहा था। जब परिजनों की नजर उस पर पड़ी तो जिला अस्पताल लेकर भागे। परिजन इरफान गौरी ने बताया कि, जिला अस्पताल में कोरोनों के मरीजों के आने की बात कहकर एसएन मेडिकल कॉलेज जाने के लिए कह दिया गया। लेकिन वहां जाने से पहले डॉक्टर एससी अग्रवाल व खेरिया मोड़ स्थित डॉक्टर कोहली के यहां बच्चे को लेकर पहुंचे।लेकिन ये दोनों क्लीनिक लॉकडाउन के चलते बंद थी। यहां से निकलकर एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो गार्ड ने पहले पर्चा बनवाने की बात कही। जिसको लेकर विवाद भी हुआ कि, पहले इलाज शुरू हो जाए, बच्चे की हालत नाजुक है। लेकिन पर्चा बनवाने के बाद ही इलाज शुरू हुआ। इस बीच 15 मिनट निकल गए। लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। परिवार के लोग उसकी मौत के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि समय रहते अगर बच्चे को इलाज मिल जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पीड़ित परिवार के घर पुलिस भी पहुंची है। बच्चे का अंतिम संस्कार सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए किया जाएगा। Full Article
india news ग्रामीणों ने क्वारैंटाइन सेंटर बनाने का किया विरोध, बदसलूकी के बाद कोरोना वॉरियर्स पर किया पथराव; एक हिरासत में By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 13:18:00 GMT पूरा देश जहां कोरोनावायरस को मात देने के लिए संकल्पबद्ध है तो वहीं कुछ लोगों को कोरोना वॉरियर्स के साथ बदसलूकी व मारपीट कर रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले का है। बुधवार को यहां क्वारैंटाइन सेंटर का चयन करने पहुंचे लेखपाल व ग्राम विकास अधिकारी को पीटने के लिए ग्रामीणों ने दौड़ा दिया। उन पर भी पथराव किया गया। दोनों कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है। दरअसल, ग्रामीणों को डर था कि, उनके बीच क्वारैंटाइन सेंटर बन जाने से ये बीमारी उनको भी लग जाएगी। मौके पर फोर्स तैनात है।दरअसल, योगी सरकार ने हर जिले में 10 से 15 हजार क्षमता वाले क्वारैंटाइन सेंटर बनाने के लिए निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में हर जिले में क्वारैंटाइन सेंटर के लिए जगह चिन्हित की जा रही है। ज्यादातर स्कूल-कॉलेजों को लिया जा रहा है। रायबरेली में सदर तहसील के मुलिहामउ गांव में लेखपाल व ग्राम विकास अधिकारी कर्मयोगी डिग्री कॉलेज पहुंचे। ग्रामीणों को जब यह जानकारी हुई कि उनके गांव में क्वारैंटाइन सेंटर बनने जा रहा है तो उन्होंने दोनों कर्मचारियों का घेराव कर लिया। उनके साथ गाली-गलौच शुरू कर दी।कॉलेज के समीप तैनात फोर्स।तभी भीड़ में से किसी ने कर्मियों पर पथराव भी शुरू कर दिया। यह देख दोनों कर्मचारी मौके से भाग निकले और पुलिस को सूचना दी। आनन-फानन में स्थानीय भदोखर पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को तितर-बितर किया। फिलहाल मौके पर कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है और घटना में शामिल एक युवक को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कर्मयोगी कॉलेज के बाहर जुटे ग्रामीण। इनकी मांग की है कि, यहां क्वारैंटाइन सेंटर न बनाया जाए। Full Article
india news हॉटस्पॉट एरिया में संक्रमित के परिवार को क्वारैंटाइन कराने गए कोरोना वॉरियर्स पर पथराव, पीएसी ने किया फ्लैग मार्च By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 13:58:23 GMT शहर के हॉटस्पॉट एरिया गुलाब घोसी मस्जिद के पास एक कोरोना पॉजिटिव मरीज के परिवार को क्वारैंटाइन कराने के लिए घर से लेने गई पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया। पुलिस ने बचते बचाते हुए स्वास्थ्य विभाग व संक्रमित मरीज के परिवार को किसी तरह हॉटस्पॉट से बाहर निकाला। इसके बाद पथराव कर रहे लोगों को खदेड़कर स्थिति पर काबू पाया। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। तनाव को देखते हुए पीएसी ने इस क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया है। वहीं, पुलिस पथराव करने वालों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी में जुट गई है। सीएम योगी ने पत्थरबाजों पर एनएसए लगाने का निर्देश दिया है।यह है पूरा मामलाकानपुर में अब तक 200 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। यहां चमनगंज थाना क्षेत्र हॉटस्पॉट एरिया घोषित है। बुधवार को गुलाब घोषी मस्जिद के पास स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम एक कोरोना संक्रमित मरीज के परिवार के सदस्यों को क्वारैंटाइन कराने के लिए लेने के लिए गई थी। स्वास्थ्य टीम संक्रमित मरीज के परिवार के सदस्यों को साथ लेकर चलने लगी तो 30 से 35 लोग घरों से बाहर निकल आए। सभी परिवार के सदस्यों को ले जाने का विरोध करने लगे। जब पुलिस ने उन्हे रोकने का प्रयास किया तो पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने किसी तरह से स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके से निकाल दिया। इसके बाद कई थानों के फोर्स को बुलाकर पत्थरबाजों को खदेड़ दिया। घटना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।सीओ त्रिपुरारी पांडेय ने कहा- एक शख्स कोरोना पॉजिटिव निकला था, जिसको हम लोग पहले ही क्वारैंटाइन करा चुके हैं। उसके परिवार वालों को चिन्हित किया गया था। बुधवार को स्थानीय पुलिस और मेडिकल टीम मौके पहुंची और परिवार को लेकर चली गई। उसके 15 मिनट बाद आसपड़ोस के लोग 50 से 60 की संख्या में आए और पत्थरबाजी करने लगे। इसमें कुछ लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। उनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जा रही है। किसी को किसी प्रकार की चोट नहीं आई है।मुख्यमंत्री ने कहा- कोरोना योद्धाओं पर हमले बर्दाश्त नहींइस मामले का मुख्यमंत्री योगी ने संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा- हमला करने वालों को चिन्हित कर उन पर एनएसए व गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो। कोरोना योद्धाओं पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर कानपुर में हॉटस्पॉट गुलाब घोसी मस्जिद के पास की है। यहां तनाव को देखते हुए पुलिस बल की मुस्तैदी बढ़ा दी गई है। Full Article
india news मुख्यमंत्री योगी बोले- कोरोना वॉरियर्स पर हमला अक्षम्य अपराध, ऐसा करने वालों को होगी सात साल की जेल, लगेगा 5 लाख का जुर्माना By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 14:09:08 GMT लॉकडाउन का उल्लंघन करने और कोरोना योद्धाओं पर हमले करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने महामारी कोविड-19 विनियमावली में पहला संशोधन कर दिया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। इसके तहत मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ, स्वच्छता और पुलिसकर्मियों समेत अन्य कोरोना वॉरियर्स पर हमला करने वालों पर पांच लाख रुपए का जुर्माना व सात साल की सजा का प्रावधान है।कोरोना वॉरियर्स पर हमला व्यवस्था को चुनौती देनामुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश मजबूती से लड़ रहा है। लाखों की संख्या में कोरोना वॉरियर्स जनता की सेवा में लगे हुए हैं। ऐसे समय में कोरोना वॉरियर्स पर हमला व्यवस्था को चुनौती देने जैसी स्थिति है। इससे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। कुछ लोग कोरोना कैरियर बन रहे हैं। कुछ लोग कोरोना वॉरियर्स पर हमले कर रहे हैं।अराजकता कतई स्वीकार नहीं की जाएगीयोगी ने कहा- आज भी कानपुर में कुछ लोगों ने दुस्साहसिक कार्य किया है। इन पर एपीडेमिक एक्ट, आपदा एक्ट के अलावा गैंगस्टर व एनएसए के तहत कार्रवाई होगी। इस प्रकार की अराजकता कतई स्वीकार नहीं की जाएगी। यह तब है जब कोई एक टीम अपनी जान हथेली पर लेकर युद्ध स्तर काम कर रही है, उसे मुट्ठी भर लोग प्रभावित कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर बहुत सख्त कार्रवाई होगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोरोना संकट काल में मेडिकल, पैरामेडिकल, पुलिसकर्मी, स्वच्छताकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा कर रहे हैं। बावजूद इसके कुछ लोग इन पर हमला करते हैं। इसलिए प्रदेश सरकार ने ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटने के लिए एपीडेमिक एक्ट में संशोधन कर दिया है। -प्रतीकात्मक फोटो। Full Article
india news कनिका कपूर ने पुलिस को दर्ज कराया अपना बयान; खुद को बताया निर्दोष By Published On :: Wed, 29 Apr 2020 16:53:59 GMT बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर ने वकील के जरिए अपने बयान दर्ज कराए हैं। कनिका कपूर ने महानगर अपार्टमेंट आवास पर बुधवार दोपहर पुलिस को वकील के जरिए अपने बयान दर्ज कराए हैं। उनके बयान में में कनिका कपूर ने खुद को निर्दोष बताया हैं। कनिका ने बयान में कहा 10 मार्च को वह यूके से आई और 18 मार्च को यूके से आने वालों के लिए क्वारैंटाइन में जाने की एडवाइजरी जारी हुई थी, इसलिए वह निर्दोष हैं।एसीपी कृष्णानगर दीपक कुमार सिंह का कहना हैं- बुधवार दोपहर घर जाकर कनिका कपूर का बयान दर्ज किया। कनिका ने वही बयान दर्ज कराया हैं जो उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा था। कनिका को दी गई नोटिस में 30 अप्रैल 11 बजे तक बयान दर्ज कराने का समय दिया गया था।26 अप्रैल को इंस्टाग्राम पर बयान जारी किया था बयान26 अप्रैल को कनिका इंस्टाग्राम पर बयान जारी किया था। उन्होंने कहा- जिन भी लोगों के संपर्क में मैं आई थी, वे सभी जांच में निगेटिव पाए गए। मैंने एक भी पार्टी आयोजित नहीं की। मुझे यदि बीमारी के बारें में पता होता, तो ऐसा बिल्कुल न करती। मुझे जैसे ही समस्या हुई तो मैंने टेस्ट कराया। टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल चली गई।मैं इसलिए नहीं चुप थी, क्योंकि गलत थी: कनिकाकनिका ने लिखा- मुझे पता है कि, मेरे बारें में कई कहानियां बनाईं गई हैं। कुछ तो इस वजह से ज्यादा बढ़ी क्योंकि, मैं अब तक चुप रही। मैं इसलिए चुप नहीं थी, क्योंकि मैं गलत थी। मुझे पता था लोगों को गलत जानकारी दी गई। मैं बस इंतजार कर रही थी कि लोग खुद सच को समझें। मैं अपने परिवार, दोस्त व प्रशंसकों का बहुत धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने ऐसे वक्त में मुझे समझा। लेकिन, अब मैं आपको सही बातें बताना चाहूंगी।जब लक्षण दिखे तो टेस्ट कराया थाकनिका ने लिखा- वह इस समय अपने लखनऊ वाले घर में हैं। माता-पिता के साथ क्वालिटी टाइम बिता रही हैं। जब 10 मार्च को वह लंदन से मुंबई आई थी, तब एयरपोर्ट पर जांच भी की गई थी।उस समय क्वारैंटाइन में रहने के संबंध में कोई एडवायजरी नहीं थी। इसके बाद जब वह मुम्बई से लखनऊ आईं, तब भी उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं था। न ही एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की गई थी। उस समय स्वास्थ्य की कोई समस्या नहीं थी, इसलिए कुछ कार्यक्रमों में गई थी। खुद कोई पार्टी आयोजित नहीं की। 17 मार्च को जब उन्हें कुछ समस्या लगी, तब खुद से कोरोनावायरस टेस्ट कराने को कहा था।20 मार्च को दर्ज की गई थी एफआईआरआईपीसी धारा 188,269 और 270 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया था। कनिका के खिलाफ लखनऊ के सरोजिनी नगर थाने में एफआईआर दर्ज हैं। लंदन से वापस आने के बाद उन्होंने अपना चेकअप नहीं कराया और वे लखनऊ में कई लोगों से मिलीं। वापस आने के बाद कनिका ने रविवार को गैलेंट अपार्टमेंट में एक पार्टी ऑर्गनाइज की थी। पार्टी में वसुंधरा राजे, दुष्यंत सिंह समेत कई बड़ी हस्तियां मौजूद थीं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कनिका कपूर ने पुलिस को जो बयान दर्ज कराया है, उसे वह पहले अपने इंस्टाग्राम पेज पर पोस्ट कर चुकी हैं। Full Article
india news 22 नए पॉजिटिव सामने आने के बाद आंकडा पहुंचा 455, अब तक 74 लोग हो चुके हैं डिस्चार्ज By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 03:55:00 GMT आगरा में कोरोनावायरस का असर तेजी से फैलता जा रहा है। गुरुवार को संक्रमितों की संख्या में फिर इजाफा हुआ है। जांच रिपोर्ट में 22 नए संक्रमित पाए गए। अबतक 455 लोग संक्रमित हो चुके हैं। प्रशासन ने दावा किया है कि 74 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। देश में अगरा 11वें स्थान पर है। अप्रैल में लगातार 30 वें दिन आगरा में 22 संक्रमित मिले हैं। ताजनगरी में संक्रमण की रफ्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मार्च के 31 दिनों में संक्रमित मरीजों का जो आंकड़ा 12 था, वो 30 अप्रैल तक बढ़कर 455 हो गया। यानी 30 दिनों में 443 संक्रमित मिले। इस दौरान औसतन हर दिन 15 मरीज मिले हैं, जो चिंताजनक है।कारोबारी से सब्जीवाले तक फैला संक्रमणजिले में कारोबारी से लेकर सब्जी वाले तक संक्रमण की जद में आ रहे हैं। मंगलवार को मिले कोरोना संक्रमितों में सदर क्षेत्र के नौलक्खा निवासी सब्जी विक्रेता चाचा-भतीजा भी शामिल हैं। इनसे पहले पांच सब्जी विक्रेता संक्रमित मिल चुके हैं।एसएन मेडिकल कॉलेज का एक और वार्ड ब्वॉय भी पॉजिटिव मिला है। वो शाहगंज में जूता मंडी के पास का निवासी है।एसएन मेडिकल कॉलेज से यह छठा वार्ड ब्वॉय है, जो संक्रमित मिला है। इससे पहले दवा कारोबारी भी संक्रमित मिल चुके हैं।पुलिस महकमे में भी वायरस घुस चुका है। पुलिस लाइन मेस के दो रसोइया संक्रमित मिले हैं। इनके संपर्क में आने वालों को सैंपल लेकर क्वारैंटाइन में रखा गया है। कलक्ट्रेट में एसीएम दफ्तर में तैनात एक होमगार्ड भी संक्रमित निकला है Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today जिले में कारोबारी से लेकर सब्जी वाले तक संक्रमण की जद में आ रहे हैं। मंगलवार को मिले कोरोना संक्रमितों में सदर क्षेत्र के नौलक्खा निवासी सब्जी विक्रेता चाचा-भतीजा भी शामिल हैं। Full Article
india news शहर में कोरोना पॉजिटिव का चौथा मामला आया सामने: आज से शुरू होगी बीएसएल-3 लैब, हर रोज 400 सैंपल की होगी जांच By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 04:50:15 GMT झांसी में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के चलते जनपद प्रशासन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक जनपद में कोरोनावायरस की 4 रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी हैं। यह मरीज शहर कोतवाली क्षेत्र ओरछा गेट बाहर की रहने वाली महिला है। ऐसे में अब सैंपल लेने की स्पीड को और तेज किया जाएगा। महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में आज से बीएसएल-3 लैब शुरू हो जाएगी।मिली जानकारी के मुताबिक, पहली कोरोना पॉजिटिव मिली महिला की पड़ोसन में संक्रमण की पुष्टि हुई है। प्रथम संक्रमित महिला के जेठ और बेटे में कल पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में जिला प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए पूरे इलाके को सील करके सैनिटाइज शुरू कर दिया है।आज से मेडिकल कॉलेज में शुरू होगी बीएसएल-3 लैबवहीं, कोरोना संक्रमण की जांच के लिए आज से मेडिकल कॉलेज में बीएसएल-3 लैब शुरू हो जाएगी। जिसमें हर रोज 400 सैंपल की जांच की जाएगी। पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ प्रशासन की टीमों ने लोगों के सैंपल लेने का काम तेज कर दिया है। प्रयोगशाला की श्रेणी बायो सेफ्टी लेवल (बीएसएल)-2 रखी जाती थी। सुरक्षा की दृष्टि से प्रयोगशाला को अब अपग्रेड कर बीएसएल-3 बनाया जाने लगा है। इससे लैब में कार्य करने वाले पैरामेडिकल स्टाफ की सुरक्षा में बढ़ोतरी हो जाती है।जानकारी देते हुए डीएम आंद्रा वामसी बताते हैं कि मेडिकल कॉलेज में बीएसएल-3 लैब को बृहस्पतिवार से शुरू कर दिया जाएगा। अभी इसे मंडल भर के सैंपलों की जांच के लिए तैयार किया गया है। लेकिन इसमें प्राथमिक तौर पर झांसी महानगर में लिए जा रहे सैंपल जाचे जाएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर झांसी की है जहां आपातकालीन हेल्पडेस्क बनाया गया है। लोग जरुरत पड़ने पर यहां से मदद ले सकते हैं। Full Article
india news अब तक 2145 संक्रमित: आगरा में 22 नए केस मिले, यहां सबसे ज्यादा 455 कोरोना पॉजिटिव, कानपुर पथराव मामले में 5 गिरफ्तार By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 05:33:33 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का असर तेजी से फैलता जा रहा है।24 घंटे में 88 नए मामले सामने आए हैं। सबसे ज्यादा आगरा में 22, जबकि कानपुर देहात में पहला मामला सामने आया। राज्य में 2145 कोरोना संक्रमित हो गए। 52 जिलों में अभी भी कोरोना के 1590 एक्टिव केस हैं। इनमें 1090 जमातियों की संख्या शामिल है। प्रदेश में अब तक 39 लोगों की जान जा चुकी है। 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी संक्रमित हैं। वहीं डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने पुलिस कोरोना सहायता इकाई का गठन किया है। 8 जनपद कोरोना मुक्त होने का दावा : लखीमपुर-खीरी, शाहजहांपुर, हाथरस, हरदोई, महराजगंज, बाराबंकी और कौशाम्बी के बाद भदोही भी कोरोना मुक्त हो गया। इन सभी जनपदों से कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिए गए। वर्तमान में इन जनपदों में एक भी कोरोना पेशेंट नहीं है। प्रदेश में 91,182 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की है। प्रदेश में कुल 1,31,404 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 11,748 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है। पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण: आगरा में 455, कानपुर नगर में 207, लखनऊ में 205, सहारनपुर में 182, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 137, फिरोजाबाद में 110, मुरादाबाद में 109, मेरठ में 97, गाजियाबाद में 61, वाराणसी में 53, बुलन्दशहर में 50, रायबरेली में 44, बिजनौर-अलीगढ़ में 32-32, शामली में 27, हापुड़ में 26, अमरोहा में 25, रामपुर में 24, बस्ती-मुजफ्फरनगर-संतकबीरनगर में 23-23, सीतापुर में 20, संभल में 18, बदायूं में 16, बागपत में 15, मथुरा में 13, औरैया में 10, बहराइच में 9, जौनपुर-बरेली-आज़मगढ़ में 8-8, प्रतापगढ़-कन्नौज में 7, महराजगंज-गाजीपुर में 6-6, मैनपुरी-श्रावस्ती में 5-5, झांसी-प्रयागराज-बांदा-लखीमपुर खीरी-हाथरस में 4-4, पीलीभीत-मिर्जापुर-कासगंज-एटा-सुल्तानपुर में 3-3, हरदोई-कौशाम्बी-इटावा-गोंडा में 2-2, अयोध्या-शाहजहांपुर-बाराबंकी-भदोही-उन्नाव-मऊ-बलरामपुर-गोरखपुर में 1-1 पेशेंट की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं।कोरोना अपडेट्स कानपुर: जिले के बजरिया थाने के गुलाब घोसी मस्जिद इलाके में पुलिसऔर स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तारकिया गया है। पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) अनिल कुमार ने बताया कि बुधवार शाम कोविड-19 संक्रमितमरीज के संपर्क में आए9 लोगों को लेने के लिए पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों की टीम पहुंची थी। जब स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मी वहां से जाने लगे तो मोहल्ले के लोगों ने उन पर पथराव शुरू कर दिया। हमले के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।जबकि 10 अन्य को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है । आगरा: जिले में कोरोनावायरस का प्रकोप थम नहीं रहा है। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि जांच रिपोर्ट में बुधवार देर रात 29 नए संक्रमित मिलेथे। सुबह 22 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। प्रशासन ने दावा किया है कि 74 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। कोरोना संक्रमण मेंदेश में आगरा 11वें स्थान पर है। आगरा में गुरुवार सुबह एक साथ 22 नए मामले मिले। यहां के जिलाधिकारी लगातार अधिकारियों के साथ स्थिति का जाएजा ले रहे हैं। बुधवार को उन्होंने कोविड-19 हॉस्पिटल में व्यवस्थाएं देखीं।गोरखपुर: बुधवार देर रात जिले में एक और कोरोना मरीज मिला। बांसगांव की रहने वाली एक महिला पॉजिटिव पाई गई। उधर,गोरखनाथ एरिया के साकेतनगर में कानपुर से लौटे परिवार को क्वारैंटाइन किया गया है। बांसगांव एरिया काएक परिवारमंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से अपने गांव आई। उस परिवार के एक व्यक्ति के लीवर में संक्रमण है, जिसका दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा था। यह मरीजकई साल से परिवार समेत दिल्ली में रह रहा था। सफदरजंग अस्पताल में इलाज के बाद हालत में सुधार न होने पर परिजनने 23 हजार रुपए में एंबुलेंस बुककी और मंगलवार को गांव आ गए थे।वाराणसी में लगातार पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं। शहर को टोटल लॉकडाउन किया गया है। बाहर निकलने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। वाराणसी:जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 52 हो गई। जिलाधिकारी कौशल राज ने 3 मई तक शहर को टोटल लॉकडाउनका आदेश दिया है।सब्जी, राशन, दवा के लिए होम डिलीवरी होगी।इसके लिए दर्जनों नम्बर जारी किए गए हैं। काशी में अब तक 16 हॉटस्पॉट बनाएगए। उन्होंने बताया कि दवा व्यवसायी से संक्रमित लोगों की संख्या 11 पहुंच गई।4 दिन की बंदीके लिए फैंटम दस्ता, पुलिस की जीप लगातार अनाउंस भी कर रही है। मेडिकल इमरजेंसी के अलावा कोई भी सड़कों पर निकला तो एफआईआरदर्ज कीजाएगी। गाजियाबाद:जिले में बुधवार को 2 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। इनमें एक मरीज शांबी के निजी अस्पताल में भर्ती था। प्रशासन ने अस्पताल के संबंधित हिस्से को तीन दिन के लिए सील कर दिया है, जबकि मरीज का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर समेत 5 लोगों का सैंपल लेकर होम क्वारैंटाइन किया है। दूसरा मामला डासना का है। यहां रहने वाली एक महिला में मेरठ मेडिकल कॉलेज में डिलिवरी के बाद कोरोना संक्रमण मिला। गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग महिला के संपर्क में आने वालों की तलाश में जुटा है। हालांकि विभाग अभी इस संबंध में अधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। अब गाजियाबाद में कन्फर्म केस की संख्या 62 हो गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कानपुर में बुधवार देर शाम बजरिया थाना क्षेत्र में कुछ उपद्रवियों ने पुलिस और स्वास्थ्य टीम पर हमला कर दिया। अब पुलिस ने इस मामले में देर रात पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। Full Article
india news शहर में 5 नए पॉजिटिव मामले सामने आए; संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 102, जिन इलाकों मरीज मिले उन्हें हॉटस्पॉट बनाया गया By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 05:42:00 GMT मेरठ में बुधवार को पांच और कोरोना पॉजिटिव मिलेहैं। जनपद में अब कोरोना के मरीजों की कुल संख्या 102 हो गई है। शहर में एक मरीज की पुष्टि एक निजी लैब से हुई, जबकि चार की पुष्टि मेडिकल कॉलेज की लैब में हुई है। इनमें जागृति विहार के रहने वाले फार्मासिस्ट के भाई और जेल चुंगी की रहने वाली महिला के परिवार का एक सदस्य भी कोरोना संक्रमित निकला।कोतवाली के गेट पर डाला हथकड़ी का ताला, अब अंदर प्रवेश नहीं कर सकेंगे फरियादी मेरठ में कोरोना के मरीजों की संख्या 102 तक पहुंच गईहै। इनमें से पांच की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 48 लोगों की अस्पताल से छुट्टी हो गई है। मंगलवार को दो मरीजों की अस्पताल से छुट्टी हुई थी।मेरठ के सदर चाणक्यपुरी में एक व्यक्ति को कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद देर रात चाणक्यपुरी को हॉटस्पॉट बना दिया गया। रात में ही सब्जी मंडी और दाल मंडी के व्यापारियों से बातचीत कर दोनों मंडी को फिलहाल बंद रखने के लिए कहा गया।चाणक्यपुरी हॉटस्पॉट घोषितएसओ सदर बाजार विजय गुप्ता के मुताबिक चाणक्यपुरी से दाल मंडी सटी हुई है। इसको देखते हुए दाल मंडी और सब्जी मंडी को पूरी तरह से बंद रहने पर सहमति जताई गई है। पुलिस ने रात में चाणक्यपुरी में माइक से एलान किया है कि पूरा इलाका हॉटस्पॉट बना दिया गया है। यहां पर किसी को आने-जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने देर रात चाणक्यपुरी और दोनों मंडियों का निरीक्षण किया। पूरे इलाके को रात में ही सील कर दिया गया और पुलिस फोर्स लगा दी गई है। फिलहाल मेरठ में 24 हॉटस्पाट बन गए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मेरठ में पांच पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद पुलिस की सख्ती बढ़ गई है। यहां जिन इलाकों में संक्रमण मिला है उन्हें सील कर दिया गया है। Full Article
india news शहर में कोरोना का दूसरा मरीज आया सामने, दिल्ली से किराए पर एंबुलेंस लेकर गोरखपुर पहुंची महिला पॉजिटिव पायी गई By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 06:02:00 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। इस बीच गोरखपुर में बुधवार की देर रात जिले में एक और कोरोना मरीज मिलने से हड़कंप मचा रहा। बांसगांव की रहने वाली एक महिला पॉजिटिव पाई गई है। वहींबांसगांव एरिया की एक फैमली मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से अपने गांव आई। उस परिवार के एक व्यक्ति के लीवर में संक्रमण है, जिसका दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा था। यह मरीज, कई साल से परिवार समेत दिल्ली में रह रहा था।सफदरजंग अस्पताल में इलाज के बाद हालत में सुधार न होने पर परिजनों ने 23 हजार रुपए में एंबुलेंस तय किया। मंगलवार को अपने गांव आ गए।एंबुलेंस में मरीज के साथ उसकी पत्नी, दो बेटी और तीन साल का पोता भी था। ये लोग जब गांव पहुंचे तो वहां लोगों ने विरोध किया।जानकारी होने पर प्रधान सभी को बांसगांव सीएचसी ले गए, जहां से उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया। उसी एंबुलेंस से सभी लोग जिला अस्पताल पहुंच गए। जिला अस्पताल में जांच के बाद सबको नंदानगर स्थित 100 बेड टीबी अस्पताल में क्वारैंटाइन किया गया। जांच के लिए उनका सैंपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भेजा गया। इनमें से एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिले में अभी तक दिल्ली से लौटे दो लोगों को पॉजिटिव पाया गया। दोनों का जुड़ाव सफदरगंज से है।साकेत नगर के 6 लोग क्वारैंटाइन, जांच की मांगगोरखनाथ एरिया के साकेत नगर में एक परिवार के 6 लोग क्वारैंटाइन किया गया है। उनकी कोरोना जांच कराने के लिए पुलिस ने हेल्थ डिपार्टमेंट को पत्र भेजा है। उस परिवार की रिश्तेदारी कानपुर में है जहां की एक महिला कोरोना पॉजिटिव है। उससे मिलने परिवार के लोग गए थे। उनके लौटने पर पुलिस को जानकारी हुई। अब सबकी निगाहें उस परिवार की रिपोर्ट पर टिकी हैं। फिलहाल सभी को होम क्वारैंटाइनकिया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today गोरखपुर में एक परिवार दिल्ली से एंबुलेंस कर पहुंचा था। यहां पहुंचने के बाद गांव वालों ने विरोध किया तो प्रधान ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी। जांच के दौरान एक महिला में कोरोना की पुष्टि हुई। Full Article
india news संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 2145, इनमें 1590 एक्टिव केस: अब तक 39 लोगों की मौत, पुलिसकर्मियों के लिए हेल्पडेस्क का गठन By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 06:48:06 GMT उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में 88 नए मामले मिलने से प्रदेश में संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 2145 हो गई है। 52 जनपदों में अभी भी कोरोना के 1590एक्टिव केस हैं। इनमें 1090 जमातियों की संख्या शामिल हैं। प्रदेश में अब तक 39 लोगों की जान जा चुकी हैं। वहीं 30 से ज्यादा पुलिस कर्मियों के कोरोना संक्रमित होने के वाद डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने पुलिस कोरोना सहायता इकाई का गठन किया है।उत्तरप्रदेश के 60 जनपदों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका लेकिन 15 जिलोंमें आज तक कोई भी संक्रमण नहीं पाया गया है। प्रदेश में अब तक 24,436 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण मिले हैं। कोरोना से ग्रसित 60 जनपदों में भी अब 8 जनपद कोरोना मुक्त, भदोहीं बीते 24 घंटे पहले कोरोना मुक्त होने का दावा किया गया हैं।पुलिस कोरोना सहायता इकाईका गठन: डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने पुलिसकर्मियों के कोरोना के चपेट में आने की स्थिति को देखते हुए "पुलिस कोरोना सहायता इकाई" का गठन किया हैं। कोरोना की रोकथाम में फ्रंट लाइन में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों के लिए इकाई बनाई गई हैं। फ्रंट लाइन में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों को परामर्श और मार्गदर्शन के लिए गठित की गई हैं। अपर पुलिस अधीक्षक साधना सिंह इकाई की नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया हैं। पुलिसकर्मी अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य और अन्य कठिनाइयों के विषय मे इकाई को जानकारी दे सकेंगे। 8 जनपद कोरोना मुक्त होने का दावा:लखीमपुर-खीरी, शाहजहांपुर, हाथरस, हरदोई, महराजगंज, बाराबंकी और कौशाम्बी के बाद भदोही भी कोरोना मुक्त हो गया। इन सभी जनपदों से कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिए गए। वर्तमान में इन जनपदों में एक भी कोरोना पेशेंट नहीं है। प्रदेश में 91,182 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की है। प्रदेश में कुल 1,31,404 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 11,748 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है। पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण:आगरा में 455, कानपुर नगर में 207, लखनऊ में 205, सहारनपुर में 182, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 137, फिरोजाबाद में 110, मुरादाबाद में 109, मेरठ में 97, गाजियाबाद में 61, वाराणसी में 53, बुलन्दशहर में 50, रायबरेली में 44, बिजनौर-अलीगढ़ में 32-32, शामली में 27, हापुड़ में 26, अमरोहा में 25, रामपुर में 24, बस्ती-मुजफ्फरनगर-संतकबीरनगर में 23-23, सीतापुर में 20, संभल में 18, बदायूं में 16, बागपत में 15, मथुरा में 13, औरैया में 10, बहराइच में 9, जौनपुर-बरेली-आज़मगढ़ में 8-8, प्रतापगढ़-कन्नौज में 7, महराजगंज-गाजीपुर में 6-6, मैनपुरी-श्रावस्ती में 5-5, झांसी-प्रयागराज-बांदा-लखीमपुर खीरी-हाथरस में 4-4, पीलीभीत-मिर्जापुर-कासगंज-एटा-सुल्तानपुर में 3-3, हरदोई-कौशाम्बी-इटावा-गोंडा में 2-2, अयोध्या-शाहजहांपुर-बाराबंकी-भदोही-उन्नाव-मऊ-बलरामपुर-गोरखपुर में 1-1 पेशेंट की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से लगातार मौतें हो रही हैं। यूपी में अब तक 39 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है और संक्रमित मरीजों का आंकडा दो हजार को पार कर गया है। Full Article
india news कोरोना संक्रमित मरीज ने पिया सैनिटाइजर, गंभीर हालत में हैलट अस्पताल में भर्ती By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 07:14:13 GMT कानपुर में बुधवार देर रात कानपुर देहात के जिला अस्पताल से एक कोरोना संक्रमित को सरसौल सीएचसी में रेफर किया गया था। संक्रमित युवक ने बेड के बगल रखा सैनिटाइजर पी लिया। यह देखकर पैरामेडिकल स्टॉफ के हाथ-पैर फूल गए। उसकी हालत बिगड़ने पर पैरामेडिकल स्टॉफ ने पेसेंट को हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया। संक्रमित को वेंटिलेटर पर रखा गया है डाक्टरों की देखरेख में उपचार चल रहा है।मूलरूप से झारखंड का रहने वाला 31 साल का युवक में बुधवार देर रात संक्रमण की पुष्टिहुई थी। संक्रमित युवक को जनपद कानपुर देहात के जिला अस्पताल में भर्ती था। बुधवार देर रात ढाई बजे युवक को कानपुर के सरसौल सीएचसी रिफर किया गया था। जैसे ही संक्रमित युवक सीएचसी पहुंचा तो उसे मिर्गी का दौरा पड़ गया और वो फर्श पर गिर पड़ा। जब उसका मिर्गी का दौरा शांत हुआ तो उसे आइसोलेशन वार्ड ले जाया गया।मिर्गी का दौरा खत्म होने के बाद पी गया सैनिटाइजरबेड के बगल में रखी सैनिटाइजर की बोतल खोलकर पी गया। वहां मौजूद वार्ड ने किसी तरह से सैनिटाइजर की शीशी को छीन लिया। इसके बाद उसकी हालत फिर से बिगड़ गई। युवक की इस हरकत से पैरामेडिकल स्टाफ भी घबरा गया। फौरन उसे हैलट कोविड-19 अस्पताल के लिए रेफर किया गया।सीएचसी सरसौल के पैरामेडिकल स्टाफ ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि सरसौल सीएचसी का कोविड-19 अस्पताल लेबल-01 का अस्पताल है। ऐसे मरीजों को लेबल-01 अस्पताल के लिए रेफर नहीं करना चाहिए था। गंभीर मरीजों के लिए हैलट के लेबल-03 कोविड-19 अस्पताल रिफर करना चाहिए था। इसके बाद कानपुर देहात के जिला अस्पताल के डॉक्टरों को देर रात फोन किया गया तो किसी ने फोन नहीं उठाया।सरसौल सीएचसी अधीक्षक एसएल वर्मा के मुताबिक कानपुर देहात के सीएमओ से मेडिकल हिस्ट्री में पता चला कि संक्रमित युवक मानसिक रूप से स्वस्थ्य नहीं है उसे झटके आते हैं। उसकी पूरी रिर्पोट कानपुर देहात के जिला अस्पताल से मंगाई गई है । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कानपुर में संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस बीच गुरुवार को एक मरीज ने पास में रखे सैनिटाइजर के बोतल को पी लिया। जिसके बाद आनन फानन में उसे हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया। Full Article
india news लॉकडाउन के बीच प्यार की मददगार बनी पुलिस, घरवालों को राजी कर थाने में कराई शादी By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 07:21:09 GMT उत्तर प्रदेश के कानपुर में लड़की के अपने प्रेमी के घर जाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने दोनों के परिजन को मनाकर प्रेमी जोड़े की शादी करा दी। यह शादी पुलिस ने अपनी देखरेख में थाने में ही करवाई। पुलिस ने दोनों के परिवारों को राजी किया। लॉकडाउन के कारण आयोजनों पर लगी रोक के चलते पुलिस ने थाने में ही इस जोड़े की शादी भी करा दी। दोनों के परिजन ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नवविवाहत जोड़े को आशीर्वाद दिया।मामला कानपुर के चकेरी स्थित अहरिवां चौकी का है। 18 अप्रैल से युवती अपने प्रेमी के घर रह रही थी। लड़की के घरवालों ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने मामले की पूरी जानकारी की। जब प्रेम-प्रसंग के बारे में पता चला तो पुलिस ने पहले तो एक प्रेमी जोड़े के स्वजनों को राजी किया। उसके बाद सामाजिक दूरी का पालन कराते हुए चौकी के अंदर ही उनका विवाह कराया।दोनों वयस्क थे इसलिए कराई गई शादीअहिरवां चौकी प्रभारी विजय शुक्ला ने बताया कि बीबीपुर निवासी 24 वर्षीय प्रमोद उर्फ गोलू का इलाके में रहने वाली 20 वर्षीय बेटी तन्नू उर्फ तान्या के साथ प्रेम-संबंध थे। लॉकडाउन के दौरान 18 अप्रैल को युवती अपने प्रेमी के घर रहने चली गई। जिसके बाद युवती के स्वजनों ने चौकी में शिकायत की।पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि दोनों बालिग हैं और एक-दूसरे से प्रेम करते है। जिसके बाद उन्होंने दोनों के स्वजनों को समझाकर राजी किया। इसके बाद उन्होंने प्रेमी युगल के साथ उनके स्वजनों को चौकी बुलाया। जहां बने मंदिर में सामाजिक दूरी के साथ प्रेमी जोड़े की हिंदू-रीति रिवाज के साथ विवाह कराया गया। दोनों के स्वजनों के साथ चौकी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें सफल वैवाहिक जीवन के लिए आशीर्वाद दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर कानपुर की है। लॉकडाउन की वजह से इन दोनों की शादी नहीं हो पा रही थी। पुलिस को जब पता चला तो इसकी जांच की और दोनों के वयस्क पाए जाने के बाद थाने में ही इनकी शादी करा दी गई। Full Article
india news 20 जून तक लागू रहेगी निषेधाज्ञा, नहीं कर पाएंगे सार्वजनिक कार्यक्रम By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 07:30:59 GMT उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिला प्रशासन ने साफ किया है कि जिले में आगामी 20 जून तक निषेधाज्ञा लागू रहेगी और किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाएगी।जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने गुरुवार को कहा कि बुद्धपूर्णिमा और ईद-उल-फितर मनाए जाने के अलावा नागरिक संशोधन अधिनियम के विरोध की आशंका के मद्देनजर जिले मे लोक व्यवस्था बनाए रखना बेहद जरूरी है।जुलूस, मीटिंग, प्रदर्शन की नहीं होगी अनुमतिउन्होंने कहा, कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण की मौजूदा स्थिति को देखते हुए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के अतंर्गत निषेधाज्ञा जारी की गई है, जो अगले माह 20 जून तक लागू रहेगी। निषेधाज्ञा की अवधि में कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार का जुलूस, प्रदर्शन, मीटिंग या जनसभा बिना सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के नहीं करेगा।पांच या इससे अधिक व्यक्ति एक जगह नहीं एकत्रित होंगेजिले में सभी प्रकार के सामाजिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक जुलूस, खेल संबंधी, व्यापारिक प्रदर्शनी, रैली तथा इस प्रकार के अन्य सभी कार्यक्रम प्रतिबन्धित रहेंगे। पांच या अधिक व्यक्ति समूह के रूप में एक स्थान पर एकत्रित नहीं होंगे। कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत शवयात्रा में 20 व्यक्तियों से अधिक व्यक्ति सम्मिलित नही होंगे। रमजान के दौरान सामूहिक रूप से मस्जिदों/अन्य स्थलों पर नमाज अदा करना प्रतिबन्धित रहेगा।प्रतिबंधित रहेंगे ये सामान ले जानाकोई भी व्यक्ति किसी भी भवन पर ईंट, पत्थर के टुकड़ों को जमा नहीं करेगा, किसी भी स्थान पर गली या सड़क पर लाठी, डंडा, तलवार, भाला या आग्नेयास्त्र, विस्फोटक पदार्थ, तेजाब या अन्य चीज जो हथियार के रूप में प्रयोग की जाती हो या जिसमें जान-माल का नुकसान हो सकता है, स्वयं या किसी सवारी आदि में न ले जाएगा और न किसी को ले जाने के लिए प्रेरित करेगा। यह प्रतिबंध सिक्खों के परम्परागत कृपाण/भाला लेकर चलने पर लागू नहीं होगा।अफवाह वाली पोस्ट पर होगी कार्रवाईउन्होंने कहा, कोई भी व्यक्ति रेलवे प्रतिष्ठान, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, शिक्षा संस्थान, दुकान, अथवा सार्वजनिक स्थल /प्रतिष्ठान को जबरदस्ती बंद नहीं कराएगा और न तोड़फोड़ करेगा और न ही किसी को ऐसा करने के लिए प्रेरित करेगा। कोई भी व्यक्ति इस अवधि में पड़ने वाले किसी पर्व के अवसर पर किसी नई परम्परा को कायम नहीं करेगा और न ही किसी को नई परम्परा कायम करने के लिए प्रेरित करेगा। सोशल मीडिया पर ग्रुप एडमिन का उत्तरदायित्व होगा कि ग्रुप से जुड़ा कोई भी व्यक्ति भड़काऊ अथवा अफवाह फैलाने संबंधित कोई पोस्ट नही करेगा। यदि कोई भी ऐसा पोस्ट करता है तो ग्रुप एडमिन उसे तत्काल डिलीट कराते हुए संबंधित व्यक्ति को ग्रुप से बाहर करेगा और स्थानीय पुलिस को सूचित करेगा।संक्रमण की सूचना तत्काल देनी होगीजिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित किसी भी व्यक्ति की जानकारी होने पर तत्काल इसकी सूचना चिकित्सा विभाग/हॉस्पिटल को दी जाएगी और संक्रमित व्यक्ति जांच/मेडिकल के लिए स्वयं उपस्थित होगा। किसी भी प्रकार से इस तथ्य को छुपाया नहीं जाएगा। इसका उल्लंघन भारतीय दंड संहिता की धारा 188, 269, 270 के अतंर्गत दण्डनीय अपराध होगा। हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में आम नागरिकों का आवागमन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। यहां कोई भी धार्मिक /सांस्कृतिक /राजनीतिक अथवा सार्वजनिक कोई भी आयोजन नहीं किया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुरादाबाद जिला अधिकारी कार्यालय (फाइल फोटो) Full Article
india news वाराणसी में एक पुलिसकर्मी समेत 6 लोग कोरोना पॉजिटिव, संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 58 By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 09:28:00 GMT वाराणसी में लगातार कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। गुरुवार को जिले में छह कोरोना मरीज मिले हैं। अब जिले में मरीजों की संख्या 58हो गई है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। नगर निगम पुलिस चौकी पर तैनात एक पुलिसकर्मी समेत छह लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि मरीजों को दीनदयाल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराने की तैयारी चल रही है। साथ ही कुछ और जगहों पर हॉटस्पॉट भी जल्द ही बनाए जा सकते हैं।आईएमएस बीएचयू से इनकी रिपोर्ट आने के बाद सभी को दीनदयाल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया जा रहा है। इन मरीजों के साथ अब जिले में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 58 हो गई है। एक के बाद एक कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं।जैतपुरा और सिगरा में नए मामले सामने आएगुरुवार को जिन 6 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है, उसमें जैतपुरा निवासी 50 वर्षीय पावर लूम ऑपरेटर, सिगरा थाने का पुलिसकर्मी और सीएचसी शिवपुर में कार्यरत 50 वर्षीय वार्ड बॉय, दवा कारोबारी के वहां काम करने वाला सूजाबाद निवासी कर्मचारी(24), पुलिसकर्मियों के संपर्क में आने वाले सिगरा के चंदुआ छितुपुर निवासी 40 वर्षीय डाक कर्मचारी और गोसाईपुर मोहाव के रहने वाला 20 वर्षीय ट्रक चालक संक्रमित मिला है।वाराणसी में अब तक जो इलाके हॉटस्पॉट बनाए जा चुके हैं। जिनमें मदनपुरा, लोहता, गंगापुर, बजरडीहा, नक्खीघाट, पितरकुंडा, मढौली, सप्तसागर, मुकीमगंज, काशीपुरा, रेवड़ी तालाब, काजीपुरा खुर्द, संजय नगर पहड़िया क्षेत्र शामिल हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today वाराणसी में 6 नए लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इन इलाकों को भी हॉटस्पॉट बनाकर सील किया जा रहा है। Full Article
india news पिता की दवा लेने के लिए बेटे ने 160 किमी साइकिल चलाई, कहीं बीमार बेटे को अस्पताल पहुंचाने के लिए पिता ने 18 किमी ठेला चलाया By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 09:55:28 GMT लॉकडाउन ने देश में संक्रमण को काबू में रखने में मदद तो की है, लेकिन इसके चलते साधनों और पैसों की जो दिक्कतें खड़ी हुई हैं, उनके चलते लोगों को दुश्वारियों का सामना भी करना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश के तीन शहरों में ऐसी ही दुश्वारियों की 4 कहानियां मिली हैं। कहीं बीमार पिता की दवा लाने के लिए बेटे को 160 किलोमीटर साइकिल चलानी पड़ी तो कहीं बीमार बेटे को अस्पताल पहुंचाने के लिए पिता ने ही 18 किलोमीटर तक ठेला खींचा। 3 शहर, 3 कहानियां...बलरामपुर: बीमार बेटे को18 किलोमीटर दूर ठेले से पहुंचाया अस्पतालसोनपुर गांव में रहने वाले अंगनू के 15 साल के बेटे राजाराम की मंगलवार को तबीयत बिगड़ गई। पड़ोसियों ने एंबुलेंस के लिए टोल फ्री नंबर पर फोन किया, लेकिन कॉल नहीं लगी। बेटे की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी, ऐसे में अंगनू उसे ठेले पर लादकर 18 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां कुछ स्टाफ था, लेकिन उन्होंने कहा कि बच्चे को संयुक्त चिकित्सालय ले जाओ। अंगनू यहां से बेटे को लेकर दूसरे अस्पताल पहुंचा। इस अस्पताल से भी अंगनू के बेटे को बहराइच मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। अंगनून ने बताया कि बलरामपुर अस्पताल में डॉक्टरों ने भर्ती करने से मना कर दिया, एंबुलेंस की सुविधा भी नहीं मिली।सीएमएस एनके बाजपेई ने कहा कि मरीज को बेहोशी हालत में संयुक्त हॉस्पिटल लाया गया था। स्थिति गंभीर लगी इसलिए उसे बहराइच रेफर कर दिया गया था। इसके लिए उसके परिजन भी तैयार हो गए थे। उस वक्त एंबुलेंस की सुविधा भी दी गई।बलरामपुर निवासी अंगनू (तस्वीर में नहीं हैं) अपने बीमार बेटे व पत्नी को ठेले पर लादकर अस्पताल लाए।हरदोई: पिता की दवा लेने के लिए 160 किलोमीटर साइकिल चलाईरसूलपुर गांव निवासी राजेश कुमार के पिता स्वामी दायल (60) दिमागी तौर पर अस्वस्थ हैं। 20 साल से उनका बरेली से इलाज चल रहा है। लॉकडाउन के दौरान उनकी दवाएं खत्म हो गईं। बेटा राजेश हरदोई और सीतापुर की मेडिकल शॉप्स के चक्कर काटता रहा। राजेश से कहा गया कि दवाएं सिर्फ बरेली में मिलेंगी। राजेश को जब कोई साधन नहीं मिला तो वह साइकिल से ही 160 किलोमीटर दूर बरेली पहुंचा। पूरा दिन साइकिल चलाकर दवा उसे मिल गई। जब दवा विक्रेता दुर्गेश खटवानी को पता चला कि राजेश इतना लंबा सफर साइकिल से तय करके आया है, तो उन्होंने दवा के आधे पैसे लिए और खाने-पीने की भी व्यवस्था कर दी।हरदोई निवासी राजेश पिता की दवा लेने के लिए साइकिल से बरेली पहुंचे।बलरामपुर: सरकारी अस्पताल में पैसे लेकर डिलीवरी करवाई, नवजात ने दम तोड़ाबलरामपुर जिले के हरिहरगंज बाजार में रहने वाले गौतम सोनी ने पत्नी को प्रसव पीड़ा रहोने पर बुधवार सुबह करीब 9 बजे जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया। गौतम ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्यकर्मियों ने ऑपरेशन के लिए 10 हजार रुपए मांगे। ऑपरेशन कराने से इनकार कर दिया तो 35 सौ रुपए में नॉर्मल डिलीवरी करवाई। डिलिवरी के बाद नवजात रोया नहीं। प्रसूता को लेबर रूम से बाहर कर दिया गया और बेड भी नहीं दिया गया। गौतम की पत्नी अस्पताल के गेट पर तड़पती रही। नवजात का शरीर भी धीरे-धीरे नीला पड़ने लगा। स्वास्थ्यकर्मियों ने उसका इलाज नहीं किया और बच्चे की मौत हो गई।जिला महिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ पीके मिश्रा ने कहा- डिलीवरी के बाद करीब 24 घंटे हम मरीज को अंडर ऑब्जर्वेशन रखते हैं। उसे अस्पताल से बाहर निकालने का कोई मतलब ही नहीं है। अगर किसी ने डिलीवरी के नाम पर पैसे लिए हैं तो उसकी लिखित शिकायत मेरे पास की जाए। दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।बलराम पुर में नवजात की मौत के बाद अस्पताल परिसर में बैठी प्रसूता (बीच में) और उसके परिजन। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लॉकडाउन में एंबुलेंस न मिलने के कारण बलरामपुर निवासी अंगनू ने बीमार बेटे को अस्पताल पहुंचाने के लिए 18 किमी ठेलिया खींची। Full Article
india news कोरोना संकट के बीच अस्पताल में गूंजी किलकारी; महिला ने स्वस्थ बेटे को दिया जन्म, 48 घंटें बाद होगी सैंपल की जांच By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 09:57:00 GMT कोरोनावायरस के फैलते संक्रमण के बीच डॉक्टर भगवान बनकर सामने आ रहे हैं। इस बीच आगरा के एस एन मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित प्रसूताओं के प्रसव कराए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमित चौथी डिलीवरी हुई है। महिला ने बेटे को जन्म दिया है। इससे पहले तीन और कोरोना संक्रमित महिलाओंके ऑपरेशन हो चुके हैं। नवजात को प्रसूता से स्पर्श नहीं करने दिया है, जिससे वह संक्रमण से बच जाए। चिकित्सकों ने नवजात को परिजनों को सौंप दिया।माईथान निवासी 28 वर्षीय गर्भवती महिला का लेडी लॉयल में इलाज चल रहा था। परिवार उन्हें विगत 24 अप्रैल को हरीपर्वत क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में ले गया लेकिन, यहां से उन्हें कोरोना की जांच कराने के लिए भेज दिया। मंगलवार को कोरोना की पुष्टि होने के बाद एसएन मेडिकल कॉलेज में महिला को भर्ती कराया गया।प्रसव पीड़ा होने के बाद डॉक्टरों की टीम ने सिजेरियन डिलीवरी कराई, महिला ने बेटे को जन्म दिया है।वहीं 48 घंटे बाद नवजात के सैंपल जांच को भेजे जाएंगे।डॉ. शिखा सिंह के निर्देशन में डॉ. अंकिता मीना और डॉ. दीपा सिंह ने सिजेरियन डिलीवरी कराई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर आगरा की है, जहां एक कोरोना संक्रमित महिला ने एक बेटे को जन्म दिया। डॉक्टरों का कहना है कि 48 घंटे के बाद बच्चे का सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा। Full Article
india news कोर टीम की बैठक में योगी ने कामगारों को वापस लाने पर किया मंथन, कहा- श्रमिक धैर्य रखें, सबको वापस लाने के एजेंडे पर काम कर रही सरकार By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 09:57:18 GMT राजस्थान के कोटा में फंसे कोचिंग के छात्र-छात्राओं को उनके घर तक पहुंचाने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ की वरीयता में देश के अन्य राज्यों में फंसे प्रदेश के मजदूर तथा गरीब लोग हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज बैठक में सभी राज्यों में फंसे यूपी के कामगारों और श्रमिकों से भावुक अपील भी की। उन्होंने कहा कि अभी तक आप लोगों ने जिस धैर्य का परिचय दिया है उसे बनाए रखें। हम संबंधित राज्यों की सरकारों से संपर्क कर सभी को घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर रहे हैं।सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज लोकभवन में टीम-11 के साथ बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने के उपाय के साथ ही लोगों के उपचार तथा निदान की प्रगति की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों एवं श्रमिकों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाने में सरकार के अभियान की प्रगति को परखा।बारी बारी से सभी प्रदेशों से श्रमिकों को वापस लाया जाएगायोगी ने कहा कि प्रदेश में हरियाणा से लगभग पूरे मजदूर तथा गरीब लोग प्रदेश में अपने-अपने जिलों में पहुंच गए हैं। आज यानी गुरुवार को मध्य प्रदेश में प्रदेश के कामगारों और श्रमिकों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। आज मध्य प्रदेश से प्रदेश के श्रमिक कामगार लाए जाएंगे। इसके बाद शुक्रवार को गुजरात से श्रमिक तथा कामगार को वापस लाया जाएगा। कहा-हरियाणा से चंद रोज पहले ही श्रमिक तथा कामगार आए हैं। हरियाणा और राजस्थान से भी 50 हजार लोगों को घरों तक पहुंचाया गया है। आज भी हरियाणा से 13 हजार लोगों को भी लाया जा रहा है।प्रयागराज से भी छात्रों को घर पहुंचाने में जुटी है सरकारप्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे प्रदेश के विभिन्न जनपदों के 15 हजार छात्रों को सरकार सुरक्षित घरों तक पहुंचा चुकी है। राजस्थान के कोटा में फंसे 11,500 छात्र-छात्राओं को भी सरकार सुरक्षित घरों तक पहुंचा चुकी है। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी की थी।वहीं योगी ने बैठक में छह लाख लोगों के लिए क्वारंटीन सेंटर, शेल्टर होम और कम्युनिटी किचेन का राजस्व विभाग से ब्यौरा भी मांगा। कोरोना से हर तरह से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने लेवल - 1, लेवल - 2 और लेवल -3 के कोविड अस्पतालों की क्षमता विस्तार करके 52 हजार बेड तैयार करने का भी ब्यौरा प्राप्त किया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोर टीम के साथ बैठक में गैर राज्यों में फंसे श्रमिकों को वापस लाने पर मंथन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार सभी राज्यों के सरकारों से संपर्क में है। वहां फंसे यूपी के लोगों को वापस लाया जाएगा। Full Article
india news पूजा की थाली लेकर घर से बाहर निकले अधेड़ को पुलिस ने बैठकर मंदिर तक पहुंचने की दी सजा, थानेदार सस्पेंड By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 10:02:24 GMT उद्योग नगरी कानपुर में अब तक कोरोनावायरस के 200 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। चार की जान गई है। ऐसे में पुलिस लॉकडाउन का उलंघन करने वालों से कभी सख्ती तो कभी उन्हें शर्मिंदा कर तरह तरह की सजा दे रही है। लेकिन लोग बेवजह घरों से निकलने से बाज नहीं आ रहे हैं। बुधवार को पनकी थाना क्षेत्र में पुलिस ने पूजा थाल लेकर निकले एक अधेड़ को रोक लिया। इसके बाद करीब 200 मीटर की दूरी बैठकर चलते हुए पूरी करने की सजा दी। इस दौरान अधेड़ की आंखों से आंसू छलक पड़े। पुलिस ने उन्हें दोबारा घर से बाहर न निकलने की हिदायत देकर छोड़ दिया। वहीं इस मामले का संज्ञान लेकर आईजी जोन ने थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया है।यह पूरा मामला पनकी थाना क्षेत्र के पॉवर हाउस मार्केट का है। यहां बुधवार सुबह पास पुलिस गस्त पर थी। इसी दौरान एक अधेड़ पूजा की थाली लेकर मंदिर के पास लगे पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने के लिए जा रहे थे। पुलिस ने उन्हे रोक लिया और पूछा कि कहां जा रहे हो? अधेड़ ने जवाब दिया कि, पूजा करने जा रहे हैं। पुलिस ने पूजा की थाली पर रखे लोटे का पानी थाली पर डाल दिया।इसके बाद उन्हे कंकरीट से भरी सड़क पर पैर के पंजों के बल बैठा दिया और मंदिर तक जाने की सजा दी। इसके साथ ही अधेड़ से यह भी कहा गया कि यह कहते जाओ कि पीपल देवता मैं आ रहा हूं। अधेड़ लगभग 200 मीटर की दूरी तक करते हुए पीपल के पेड़ तक पहुंचा। इस दौरान अधेड़ की आंखों से आंसू झलक पड़े। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today रोड पर बैठकर मंदिर तक जाने की सजा मिली। Full Article
india news अब 3 मई तक काशी में रहेगा टोटल लॉकडाउन, अब तक शहर में 60 पॉजिटिव पाए गए By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 10:46:49 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण 60 जिलों में फैल गया है। इस बीच वाराणसी में भी तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए वाराणसी में तीन मई तक टोटल लॉकडाउन रहेगा। पुराने सभी आदेश निरस्त कर तीन मई की रात तक शहर में सभी तरह की दुकानों के खुलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। राशन, सब्जी, गैस, दूध, दवाई की होम डिलीवरी प्रतिदिन शाम छह बजे तक कराई जा सकेगी।अब तक बनारस में कुल 60 मरीज सामने आ चुके हैं इनमें 8 ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। अब तक एक कि मौत हो चुकी है।अधिकारियों के अनुसार पहले से जारी होम डिलीवरी दुकानों और होम डिलिवरी मैन के पास मान्य होंगे। दूध की आपूर्ति के लिए सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक दुकान का शटर बंद कर कैरेट बाहर रखकर बिक्री की जा सकेगी। किसी अन्य सामान की बिक्री पर दुकान सीज होगी।दवा और फोर्मेसी ही 24 घंटे खुली रहेंगीजिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि शहर में एक मई से आठ सब्जी मंडियां खोली जाएंगी। शहर में सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पताल खुले रहेंगे। इसके साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में स्थित दवा की दुकानें व फार्मेसी भी 24 घंटे खुल सकती हैं।बैंक, सरकारी कार्यालय जिनको खोलने के लिए अधिकृत किया गया है या जो आवश्यक कार्य कर रहे हैं, वे खुले रहेंगे। पेट्रोल पंप, भोजन पैकेट देने वाली सामाजिक संस्थाएं, सरकारी कार्य और व्यवस्था में लगे लोग प्रतिबंध से बाहर होंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today वाराणसी में लगातार मिल रहे पॉजिटिव मामलों की वजह से प्रशासन ने टोटल लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया है। इस दौरान दवा और फार्मेसी की दुकाने ही 24 घंटे खुली रहेंगी। Full Article
india news ...जब मणिकर्णिका घाट पर जलते शवों को निहारते रह गए थे बॉलीवुड के लवर बॉय, कहा था- यहां जैसी शांति कहीं नहीं By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 10:51:03 GMT उत्तर प्रदेश मेंवाराणसी रोलर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश डोगरा बॉलीवुड के लवर बॉय रहे ऋषि कपूर की मौत से मर्माहत हैं। जब से उन्होंने ऋषि कपूर के निधन की खबर सुनी है तो उनके साथ बिताए पलों को यादकर भावुक हो उठते हैं। दैनिक भास्कर ने राजेश से बात की। उन्होंने ऋषि कपूर व काशी से जुड़े पांच किस्से सुनाए। कहा- उनमें एक सादगी थी। उन्हें कोई पहचान न पाए, इसलिए वे बिना किसी सुरक्षा के एक आम आदमी की तरह काशी की गलियों में घूमे थे।किस्सा 1: पहचान नहीं पाए थे शटर की चाभीराजेश डोगरा कहते हैं-"बात 1996 की है, शरद पूर्णिमा पर ऋषि कपूर अपने भाई रणधीर कपूर के साथ धार्मिक अनुष्ठान के लिए काशी आए थे। हमारे गुरु अशोक द्विवेदी के यहां वो आए थे। उन्होंने उनके घर पर शटर की बड़ी चाभी (भुनासी) को देखकर अचरज में पड़ गए थे। उसे हाथों में लेकर ऋषि कपूर ने पूछा कि ये क्या चीज है? जब उन्हें बताया गया कि ये चाभी है, जिसे काशी में भुनासी कहा जाता है। यह सुनते ही ऋषि खूब हंसे।"किस्सा 2: मणिकर्णिका पर जलते शवों को देखते रह गए थे"अगले दिन ऋषि ने नौका विहार किया था। अस्सी घाट से नाव पर सवार होकर गंगा बिहार मणिकर्णिका होते राज घाट तक गए थे। मणिकर्णिका घाट पर जलते शवों को देखकर वे कुछ देर चुप रहे। बाद में उन्होंने कहा- ये अद्भुत लगता है। बनारस इसीलिए पर्यटन का केंद्र हैं। यहां की इमारतें कुछ न कुछ कहानी बयां करती हैं। गंगा के साथ इतनी इमारतों का दृश्य कहीं और देखने को नहीं मिल सकता है।"ये तस्वीर सारनाथ की है। यहां ऋषि कपूर व उनके भाई रणधीर कपूर को लोगाें को पहचान लिया तो उन्होंने सभी से मुलाकात कर उनका अभिवादन स्वीकार किया था। बेहद सादगी से उन्होंने यहां कुर्ता पजामा में भ्रमण किया।- फाइल फोटोकिस्सा 3: एंबेसडर गाड़ी से घूमी थी काशी की गलियां"धार्मिक अनुष्ठान के अगले दिन ऋषि ने काशी घूमने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा था कि, हमें कोई पहचान न पाए इसलिए सुरक्षा गार्ड नहीं रहेंगे। एक गाड़ी से हम लोग घूमेंगे। इसके लिए एक एंबेसडर गाड़ी का इंतजाम किया गया था। वे किसी साधारण व्यक्ति की तरह काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे थे। पंडित अशोक द्विवेदी ने उनका रुद्राभिषेक कराया था।"किस्सा 4: मन को भा गई थी बिरहा की संगीत"शाम का वक्त था। ऋषि होटल ताज से कार में सवार होकररविन्द्रपुरी से गुजर रहे थे। तभी उन्हें लाउड स्पीकर पर बिरहा संगीत की आवाज सुनाई दी। उन्होंने कार को धीमे करवाकर पूछा कि ये क्या हो रहा है? जब उन्हें बताया कि ये बिरहा है, जिसे इधर की लोक संगीत कहा जाता है तो वे बड़े खुश हुए। कहने लगे कि, इसको फिल्मों में भी जोड़ना चाहिए। इस कला का बड़े पर्दे पर भी प्रदर्शन होना चाहिए।"0किस्स 5: काशी जैसी शांति कहीं नहीं"इसके बाद वहां से सारनाथ हम लोग चले गए। वहां मंदिरों में दर्शन पूजन के बाद धम्मेका स्तूप को बहुत देर तक देखा गया। यहां कुछ लोगों ने उन्हें पहचान लिया तो भीड़ उमड़ पड़ी। बावजूद इसके उन्होंने किसी भी सुरक्षा से मना कर दिया था। सिर्फ एक सिपाही साथ था। यहां बेहद सादगी से ऋषिने लोगों से मुलाकात की और एयरपोर्ट निकल गए। जाते समय यही कहा था कि दुनिया में कहीं शांति है तो वह काशी है।" Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये फोटो वाराणसी में आचार्य पंडित अशोक द्विवेदी के आवास रविंद्रपुरी की है। रणधीर कपूर व ऋषि कपूर के साथ जेश डोगरा (बीच में)। - फाइल फोटो Full Article
india news संक्रमण से मृत पति के शव को सुनाती रही पहली मुलाकात के किस्से; गाना गाया- तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती नजारे हम क्या देखें By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 11:20:46 GMT कोरोनावायरस से संक्रमण व मौत का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इस बीच कुछ ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं जो दिलों को झकझोर देने वाली हैं। कुछ ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में आया है। यहां कोरोनावायरस संक्रमित वजीर अहमद (35) की बुधवार को मौत हो गई थी। उसका शव वार्ड में ही कफन में रखा दिया था। इस बीच दूर खिड़की के बाहर खड़ी वजीर अहमद की पत्नी आंखों में आंसू लिए उसे अपनी पहली मुलाकात के किस्से सुना रही थी। वह गीत भी गाया, जो उसके पति वजीर ने उसे देखकर गाया था। जिसने भी ये दृश्य देखा, उसकाकलेजाकांप उठा।मौत की खबर वजीर अहमद के परिजन अस्पताल पहुंचे थे। लेकिन, पास जाने की मनाही थी तो खिड़की की जाली से वजीर के शव को लोग निहार रहे थे। वजीर की पत्नी भी पहुंची थी। वह आंखों में आंसू व रुंधे गले से कहती है कि, उठकर जल्दी आ जाओ... रात में तुम्हें कहीं इधर-उधर लिटा देंगे... इतने दिन तुम्हे मुझसे दूर रखा। कैसे मैने बर्दाश्त किया है? एक-एक पल कैसे कटा है? मुझसे पूछो।परिजन उसे खिड़की से हटाना चाहते हैं, लेकिन वह कुछ और पल रुकने की मिन्नत करती है। वह कहती है कि, मैं बात कर लूं। ध्यान कर लूं सब। मैं उनकी बीवी हूं। बीवी सबसे ज्यादा करीब होती है। वह वजीर के शवसे सवाल करती- लोग कहते हैं तुम्हे कोरोना हुआ है? मैं तुम्हारी बीवी हूं, तो मुझे नहीं हुआ? बच्चों को नहीं हुआ? बेटी तो गोद में बैठी थी तुम्हारे। तुम्हे खाना खिलाया था।वह रह-रहकर कहती है कि हमारी लव मैरिज हुई थी। रोते-रोते गाना गाती है कि, तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती नजारे हम क्या देखें, यह सुनते ही लोग रो पड़ते हैं। चांद सी महबूबा हो, हां मे बिल्कुल वैसी हूं जैसा तुमने सोचा था। पहली बार मिले थे तो यही गाना सुनाया था न? अस्पताल में मिले थे। मेरी तबियत खराब हो गई थी। इन्होंने मेरी जान बचाई थी। पहली नजर में ही प्यार हो गया था। इन्होंने अपने पापा को मेरे घर भेजा था। ये पुराने गानों के बहुत शौकीन हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर बरेली की है। खिड़की के उस पर अस्पताल के वार्ड की गली में संक्रमित का शव रखा है। इस तरह खड़ी पत्नी उसे निहारती है। उसे अपनी लव स्टोरी सुनाती है। जिसने भी यह दृश्य देखा वही फफक कर रो पड़ा। Full Article
india news बहराइच मेडिकल कॉलेज में सफाई में जुटे कर्मियों में संक्रमित होने का भय, किट की मांग को लेकर किया प्रदर्शन By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 11:45:00 GMT कोरोनावायरस से जंग में कई कोरोना वॉयिरर्स भी संक्रमित हो चुके हैं। इसको लेकर लोगों में भय है। गुरुवार को बहराइच मेडिकल कॉलेज में सफाईकर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया। यह बात जैसे ही बड़े अधिकारियों को हुई तो मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया गया। कर्मचारियों ने कहा कि, जिनको कोरोना योद्धा कहा जा रहा है, जिनके सम्मान के लिए फूलों की बारिश की जा रही है, उन्ही की जान से विभाग खिलवाड़ कर रहा है।पूरा देश कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है। इस महामारी को भगाने में सबसे अधिक योगदान डॉक्टर्स व सफाईकर्मियों का है। पीएम नरेद्र मोदी ने भी इनके लिए ताली व थाली बजवाकर इनका उत्साहवर्धन किया था, लेकिन वहीं सफाई कर्मचारी उपेक्षा का शिकार हो रहे है। मेडिकल कालेज में तैनात सफाईकर्मियों ने गुरूवार को प्रदर्शन कर अस्पताल प्रबंधन की बड़ी कमियों को उजागर किया।सफाईकर्मियों का आरोप है कि वह जान जोखिम में डालकर आइसोलेशन वार्ड सहित कोरोना वार्ड की सफाई करते हैं। इसके बावजूद उन्हें वायरस से बचने के लिए कोई किट नहीं दिया गया है और न ही उन्हें सैलरी ही दी गई है। जो सैलरी तय की गई है, उसमें से भी भारी कटौती की जा रही है। लिहाजा सफाईकर्मियों ने विरोध जताते हुए सफाई करने से इंकार कर दिया है। सफाई कर्मचारियों के इस विरोध प्रदर्शन के बाद अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बना रहा।अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि इन सफाईकर्मियों को 95 मास्क उपलब्ध करवाने के लिए मंगवाया गया है। इसी के साथ पीपीई किट उपलब्ध होने पर सभी को दिया जाएगा। वहीं सैलरी पर सफाई देते हुए अस्पताल के सीएमएस डॉ डीके सिंह ने कहा कि 7200 रूपए सैलरी में से पीएफ काटकर 5500 सभी को दिया जा रहा है। सैलरी हड़पने का आरोप निराधार है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Coronavirus/Corona In Bahraich Medical College Latest News Update On COVID Sanitization; Wordker Demand Kit Full Article
india news लॉकडाउन के बीच मांगा किराया, कुछ दिन इंतजार करने की बात कहने पर दुकान मालिक ने महिलाओं को पीटा By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 12:03:00 GMT कोरोनावायरस जैसी वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए लॉकडाउन जारी है। ऐसे में लोग बेरोजगार हो गए हैं। जिससे लोगों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। लेकिन उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में गुरुवार को किराएदारी वसूलने के विवाद में दुकान मालिक ने दो महिलाओं समेत तीन को लाठी-डंडों से जमकर पीटा। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने कार्रवाई में जुटी है।ये घटना थाना मिर्जापुर के जरियनपुर चौराहे के पास की है। यहां नीलम गुप्ता ने मेघनाथ यादव से कुछ दुकानें किराए पर ली थी। जिसे उन्होंने ढाबा बनाया था। लेकिन लॉकडाउन होने के चलते ढाबा बंद है। नीलम व उसका परिवार ढाबे में ही रहता है। गुरुवार को मेघनाथ ने दुकानों का किराया मांगा। जिस पर नीलम ने लॉकडाउन खुलने तक इंतजार करने की बात कही। कमाई न होने का हवाला दिया। इस बात से नाराज दुकान मालिक ने उस पर लाठी डंडे से हमला कर दिया। दबंगों ने दो महिलाओं समेत तीन की जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद मौके से फरार हो गए।दुकान मालिक ने अपने गुर्गों के साथ ढाबे पर की तोड़फोड़।सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया है। घायल नीलम गुप्ता ने कहा- लॉकडाउन होने के कारण किराया देने में दिक्कतें आ रही हैं। हमने मालिक से कहा था कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद किराया दे देंगे। इसी बात से नाराज होकर मालिक ने हमारे घर पर आकर जमकर लाठी-डंडे से पीटना शुरू कर दिया। जिसमे दो महिलाओं समेत तीन लोग घायल हुए हैं।एसओ मिर्जापुर दिलीप यादव ने कहा- किराए को लेकर मालिक और किराएदार के बीच विवाद हुआ था। जिसमें मालिक ने किराएदार पर हमला कर दिया। घायलों को मेडिकल के लिए भेज दिया गया है। तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पुलिस ने पिटाई में घायल महिलाओं का मेडिकल कराया है। Full Article
india news रणबीर की तारीफ सुनकर नीतू सिंह ने ली थी ऋषि के गाल पर चुटकी; कहा था- मेरा ये बच्चा भी अच्छा काम कर रहा है By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 12:09:37 GMT यूपी की राजधानी लखनऊ में शूट हुई ऋषि कपूर की फिल्ममुल्क फिल्म का जब ट्रायल हुआ था,उस दिन उनकी पत्नी नीतू सिंह भी आई थीं। तब तक उनके बेटे रणबीर कपूर की फिल्म संजू आ चुकी थी, जोकि जबरदस्त चली थी। मुल्क में सह अभिनेता रहे अतुल तिवारी नेनीतू सिंह से कहा- आपके पति और बच्चा अच्छा काम कर रहे हैं। कैसा महसूस कर रही हैं।वह हंसी और ऋषि कपूर के गाल पर चुटकी काटकर बोलीं- मैं इस वाले के काम से ज्यादा खुश हूं। मेरा बेटा (रणबीर) तो बड़ा हो गया है, लेकिन मै ऋषि के लिए बहुत खुश हूं।फिल्म मुल्क ऋषि कपूर के करियर की कुछ आखिरी फिल्मों में से एक है। वे इसमें एक मुस्लिम वकील के रोल में थे। यह फिल्म लखनऊ में ही शूट हुई थी। यहां से ताल्लुक रखने वाले कलाकार डॉक्टर अनिल रस्तोगी औरअतुल तिवारी ने ऋषि कपूर के साथ कई दिनों तक काम किया था। करीब एक माह में यह पूरी फिल्म शूट हो गई थी। साल 2018 में रिलीज हुई। ऋषि कपूर के निधन से अनिल व अतुल काफी दुखी हैं। इन सभी से फोन पर बात हुई। इन कलाकारों ने जैसा बताया वैसा ही लिखा गया है...डॉ. अनिल रस्तोगी (मुल्क फिल्म में ऋषि कपूर के दोस्त रस्तोगी का किरदार)ऋषि कपूर लीजेंड एक्टर हैं। उनका जाना वाकई तकलीफदेह है। मैं उनके साथ दूसरी फिल्म कर रहा था। इससे पहले मैंने चिंटू जी में काम किया था और दूसरी फिल्म मुल्क थी। दोनों में ही मेरा उनके साथ अच्छा रोल था। जब चिंटू जी फिल्म हम शूट कर रहे थे तब उनके बेटे रणवीर कपूर की पहली फिल्म सांवरिया रिलीज होने वाली थी। वह उसे लेकर काफी उत्साहित थे। शूट पर उन्होंने सबको मिठाई खिलाई थी और रणबीर की फिल्म लांच कराने के लिए उन्होंने उस समय दो-तीन दिन का ऑफ भी लिया था।अनिल रस्तोगी कई फिल्मों में कैरेक्टर रोल निभा चुके हैं।जब सालों बाद मुल्क फिल्म की शूटिंग के लिएवह लखनऊ आए। इतना बड़ा स्टार होने के बाद भी हम लोगों को भूलेनहीं थे। सेट पर मिलते ही बोले अरे रस्तोगी कैसे हो? वह चिंटूजी फिल्म के सेट पर बिताए दिन याद करने लगे। चूंकि चिंटूजी फिल्म में लखनऊ के चार कलाकार काम कर रहे थे तो उन्होंने उन साथियों के बारे में भी पूछा।उन्हें नॉनवेज बहुत पसंद था। मुझे मुल्क फिल्म का शुरूआती सीन याद आ रहा है। जिसमें ऋषि कपूर के घर में मीट की दावत होती है। उस मीट को मैं पका रहा होता हूं तो वह मुझसे कहते हैं कि आज तो आपका धर्म भ्रष्ट होगा। आपको बताऊं कि उस दिन दावत का सीन करने के लिए लगभग 7-8 किलो बकरे का मीट पकाया गया था और सीन के बाद खाने में ऋषि ने वही मीट खाया। उन्हें लखनऊ का नॉनवेज भी बहुत पसंद था।ऋषि का एक किस्सा है। लखनऊ के ही कलाकार देशराज सिंह फिल्म में नोडल अफसर की भूमिका निभा रहे थे। वह उनके घर में रेड मारते हैं। चूंकि काफी जूनियर थे तो वह जब ऋषि से मिलने गए तो वह बहुत ही अच्छे से मिले और देशराज से बोला 'लखनऊ नायाब शहर है, बरखुरदार काम करते रहो रास्ते खुद मिलते जाएंगे'। इतने बड़े कलाकार होने के बावजूद कभी भी उन्होंने सेट पर हम लोगों को अहसास नहीं होने दिया। वह अपना सीन खत्म करने के बाद भी बहुत कम वैनिटी वैन में जाते थे। सेट पर स्टाफ से बात किया करते थे।अतुल तिवारी (मुल्क फिल्म में ऋषि के दोस्त चौबे की भूमिका में)मेरा और ऋषि कपूर का बहुत ही पुराना और गर्म रिश्ता था। मेरा और उनका संबंध राहुल रवैल की वजह से था। राहुल उनके बचपन के दोस्त थे। हम लोग पृथ्वी थियेटर में मिलते थे। वहां साल में दो पार्टियां होती थी। जिसमें हम लोग साथ में खाने से ज्यादा साथ में पीते थे। मुल्क फिल्म में जब मैं पहले दिन सेट पर ऋषि को नमस्ते करने गया तो उन्होंने मुझे देखते ही कहा यार यहां खाना अच्छा नहीं मिलता है। हमने कहा अरे खाना आपका कहां से आ रहा है? उस वक्त खाना बड़े फाइव स्टार होटल से आ रहा था, मैं नाम नही लूंगा। तो मैंने कहा आप बताइए क्या खाएंगे? कल से मैं आपके लिए टिपिकल अवधी खाना मंगवाता हूं। मैंने गोमतीनगर से एक अवधी होटल से खाना मंगाया। अगले दिन खाना आया और ऋषि जी की वैन में गया तो उन्होंने मुझे और प्रोडक्शन वाले को बुलाया और कहा अब खाना यहीं से आएगा। तकरीबन डेढ़ महीने वह रुके और खाना वहीं से आता रहा। शूटिंग पर वह बिना मेरे खाते नहीं थे। हालांकि, अजीब लगता था कि पूरी टीम के साथ नहीं खाना होता था। मेरा ऋषि के साथ ही खाना होता था। ऋषि का मुल्क फिल्म में मुख्य किरदार था तो वह घूमने नहीं जाते थे और इतना ज्यादा मेकअप था कि उन्हें टाइम भी नही मिलता था। अतुल तिवारी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फिल्म मुल्क की शूटिंग के दौरान अभिनेता ऋषि कपूर के साथ डॉक्टर अनिल रस्तोगी के साथ तस्वीर।- फाइल Full Article
india news मजदूरों को रोजगार दिया व भूखे बच्चों को दूध, कुछ ऐसा है इस कोरोना वॉरियर का आईडिया By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 13:39:14 GMT (रवि श्रीवास्तव).कोरोनावायरस को लेकर जारी लॉकडाउन में जरुरतमंदों की मदद करने वाले कोरोना वॉरियर्स की लंबी फेहरिस्त है। उनमें से ही एक लखनऊ के रहने वाले संजीव कुमार भी एक हैं। संजीव देश के लीडिंग सोशल एंटरप्रेन्योर्स में शामिल है और इन्हें अशोका फेलोशिप से सम्मानित किया जा चुका है। संजीव पिछले कई सालों से 'द गोट ट्रस्ट' नामक संस्था चला रहे हैं। वे कहते हैं, लॉकडाउन में कुछ दिन गुजारने के बाद लगा कि कुछ मुझे भी करना चाहिए। मैं तो घर में पेट भर खाना खा रहा हूं, लेकिन कुछ लोगों को वह भी नहीं मिल रहा होगा। इसके लिए मैंने अपनी टीम से बात की और फिर हमारा काम शुरू हो गया।दूध खरीदकर बच्चों को पिलाने का उठाया बीड़ासंजीव कुमार ने लॉकडाउन में भी कुछ करने के लिए सोचा तो बकरी को ही माध्यम बनाया। संजीव कुमार यूपी छोड़कर 16 राज्यों में सरकार के साथ काम कर रहे हैं। वह मूलतः बिहार के रहने वाले हैं। लेकिन पिछले कई वर्षों से लखनऊ में रह रहे हैं। फिलहाल लॉकडाउन के दौरान अपनी जेब से दूध खरीदकर बच्चों को पिलाने का खर्च उठा रहे हैं। उन्होंने यह मुहिम लॉकडाउन के दौरान शुरू की है। बकरी का दूध निकालता पशुपालक।संजीव कुमार अपनी टीम के साथ मिलकर लखनऊ से 30 किमी दूर 5 से 6 गांवों में बकरी पालकों से दूध लेते हैं और फिर आसपास के कुपोषित बच्चों को वही दूध मुफ्त पिलाते हैं। संजीव बताते हैं कि, बुजुर्गों को पता है कि बकरी का दूध बच्चों और बड़ों के लिए कितना फायदेमंद होता है। लेकिन इस भागती दौड़ती जिंदगी में यह कहीं पीछे छूट गया है। यही नहीं, बकरी पलने के और भी फायदे हैं। कभी आपको रूपए की इमरजेंसी पड़ती है तो आप बकरी बेचकर पैसे भी पा सकते हैं। जबकि आपकी जमीन तुरंत नहीं बिकेगी। उन्होंने बकरी के दूध के फायदे बताते हुए बताया कि इसमें शरीर के लिए जरूरी कार्बोहाइड्रेट, लिपिड, विटामिन, न्यूट्रीशन, आयरन इत्यादि मिलता है। संजीव की टीम लखनऊ से सटे गांव बड़ा अनौरा, जामनशी, मदारपुर, अमराई और छोटा अनौरा के बकरी पालकों से दूध लेकर उसे डब्बों में बंद कर सामान ढोने वाली गाड़ियों से लेकर लखनऊ के फैजाबाद रोड स्थित गांव पर, जोकि चिनहट और देवा में स्थित है, वहां पहुंचाते हैं। संजीव बताते हैं कि मुश्किल तब आती है जब लॉकडाउन के दौरान हमें चेकिंग के लिए रोका जाता है। क्योंकि देर होने पर दूध खराब होने की समस्या रहती है।दूध निकालने से लेकर उसकी पैकिंग में सफाई का विशेष ख्याल रखा जाता है।कुपोषित श्रेणी के गांव को मुफ्त दूध वितरण के लिए चुनासंजीव ने बताया कि चिनहट के गोयला और ढाबा तकिया, जबकि बाराबंकी के देवा में प्रेम नगर, अचरीपुरवा और बड़ा ताल में अभी बच्चों के लिए दूध पहुंचा रहे हैं। इन गांव के बच्चे कुपोषित की श्रेणी में आते हैं। इसलिए हमने यह गांव चुना है। हमने शुरुआत 20 बच्चों से की थी जोकि अब 270 बच्चों से ज्यादा तक पहुंच गयी है। उन्होंने बताया कि हम बकरी पालकों से 50 रूपए लीटर दूध लेते हैं, जोकि 50 लीटर से ज्यादा होता है। फिर उसे बच्चों को एक एक गिलास बांटते हैं। इस एवज में बच्चों से कोई पैसा नहीं लिया जाता है।संजीव कुमार।दूध बेचकर कमाई हुई, बेटियों को मिल रहा मुफ्त दूधमदारपुर के रामतेज बताते हैं कि, हमारे पास कभी कभार बकरी के दूध की मांग आती थी, लेकिन अब रोज 4 लीटर दूध जाता है और उसका हर हफ्ते 50 रूपए लीटर के हिसाब से पेमेंट हो जाता है। वहीं, बड़ा ताल गांव के रहने वाले अजय कुमार की दो बेटियां आकांक्षा और आंचल हैं। दोनों को ही बहुत पौष्टिक भोजन नहीं मिल पाता है। पिता मजदूरी करते हैं, जोकि लॉकडाउन के समय बंद है। ऐसे में यह दूध बच्चों के लिए अमृत सामान होता है। अजय बताते हैं कि लगभग 7 से 8 के बीच गाड़ी आ जाती है और बच्चे गिलास लेकर खड़े हो जाते हैं। इनका पेट भर जाता है तो सुकून मिल जाता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लॉकडाउन में बच्चों की इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए संजीव के द्वारा उन्हें बकरी का मुफ्त दूध पिलाया जा रहा है। Full Article
india news लॉकडाउन के बीच घर से निकले शख्स ने गले में टांगी तख्ती; लिखा- ऑपरेशन हुआ है, ड्रेसिंग करवाने जा रहा हूं By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 14:07:05 GMT उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में कोरोनावायरस से बढ़ते मामले प्रशासन के लिए चुनौती साबित हो रहे हैं। ऐसे में प्रशासन ने लॉकडाउन को सख्ती से पालित कराने का निर्देश जारी किया है। इस बीच रोड पर बेवजह निकलने वालों को पुलिस कड़ा सबक भी दे रही है। ऐसे में यदि किसी को कोई इमरजेंसी है तो वह ठोस वजह लेकर निकल रहा है। यहां एक शख्स ने हाल ही में ऑपरेशन कराया है। अब उन्हें ड्रेसिंग की जरुरत थी। लेकिन घर के बाहर पुलिस का पहरा था। ऐसे में उन्होंने गले में तख्ती टांग ली। जिसमें लिखा था- 'ऑपरेशन हुआ है, ड्रेसिंग करवाने जा रहा हूं।'पुलिस मेरी भावनाओं को समझती हैगले में तख्ती टांगने वाले शख्स मोटर ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष राम मोहन श्रीवास्तव हैं। वे कहते हैं कि, मेरी इमरजेंसी है, मेरा आपरेशन हुआ है। मुझे रोज ड्रेसिंग कराने अस्पताल जाना पड़ता है। इसलिए मैंने ऐसा किया। मैं अपने देश के कानून का पालन कर हूं और मेरी पुलिस बहुत अच्छा काम कर रही है। मैं रोज निकलता हूं। पुलिस मेरी भावनाओं को समझती है। निरंतर आठ दिन से मैं अपनी ड्रेसिंग कराने जाता हूं। इसी तरह आता जाता हूं।दूसरों को भी मिले सबकतख्ती लटकाने के सवाल पर उन्होंने कहा- ये गले में इसलिए लगाया हूं कि कम से कम पुलिस तस्दीक करे कि मैं इमरजेंसी में जा रहा हूं। ये जो जबरदस्ती सड़कों पर घूमने वाले लोग जो जबरदस्ती लाकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। उनको बताना चाहता हूं के आपकी मजबूरी हो तभी लाकडाउन में निकले अन्यथा अपने घरों में रहें। बता दें कि जिले में अब तक कोरोना के 44 पाजिटिव मरीज मिल चुके हैं। इसके चलते प्रशासन ने यहां चाक चौबंद बढ़ा दिया है। ऐसे में कोई सड़क पर बिना परमीशन निकल नही सकता। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अपने घर से बाहर निकलने की वजह की तख्ती टांगकर सड़क पर निकला शख्स। Full Article
india news मुंबई से लौटा अधेड़ संक्रमित निकला, तीन दिन पहले किया था क्वारैंटाइन By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 14:55:00 GMT शुरूआती दौर में ग्रीन जोन में चल रहे यूपी के प्रयागराज की स्थिति गड़बड़ होती जा रही है। बुधवार को यहां पांचवा कोरोना पाजिटिव मिलने से हडक़ंप मच गया है। इस बार शहर से सटे नैनी के काजीपुर रोड पर स्थित फोर्ट स्कूल एंड कॉलेज में बने क्वारैंटाइनसेंटर में रखे गए एक अधेड़ की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। उसे 27 अप्रैल को यहां लाकर रखा गया था। वह 26 अप्रैल को महाराष्ट्र के नासिक से अपने घर आया था।66 लोगों के साथ क्वारैंटाइन था संक्रमितनैनी के काजीपुर रोड स्थित फोर्ट स्कूल एंड कालेज में क्वारैंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां66 संदिग्धों को 26 अप्रैल कोक्वारैंटाइन किया गया था। 28 अप्रैल को सभी का सैंपललेकर जांच के लिए भेजा गया था। गुरुवारको वहां के दो दर्जन से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट आई। जिसमें नासिक से लौटे कौंधियारा के 55 वर्षीय अधेड़ ग्रामीणकी रिपोर्ट पाजिटिव आई है। आनन-फानन में उसे लेवल वन हास्पिटल कोटवा बनी भेज दिया गया और यहां उसके साथ रह रहे लोगों की जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।डीएम प्रयागराज भानूचंद्र गोस्वामी ने बताया कि नासिक, महाराष्ट्र से आए एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह स्वस्थहै।पहला पॉजिटिव हो चुका है ठीकइससे पहले प्रयागराज में एक इंडोनेशियाई नागरिक कोरोना पॉजिटिव मिला था,जो दिल्ली के निजामुद्दीनक मरकज में हुई जमात में शामिल होकर यहां लौटा था। हालांकि वह ठीक हो चुका है और इस समय अपने साथियों के साथ पुलिस हिरासत में है।छह दिन पहले मिले थे तीन पॉजिटिव24 अप्रैल को शंकरगढ़ में मुंबई से लौटे दो युवक और शहर के शिवकुटी अंतर्गत शंकरघाट में वाराणसी से आया युवक कोरोना संक्रमित पाया गया था।अभी उन तीनों को लेवल वन हॉस्पिटल कोटवा बनी में आइसोलेटकिया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रशासन ने संक्रमित मिले शख्स को अस्पताल में भर्ती करवाया है। Full Article