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लखनऊ के सबसे बड़े हॉटस्पॉट में पुलिस टीम पर हमला, एक सिपाही घायल, आरोपियों की तलाश जारी

राजधानी लखनऊ में कोरोना के सबसे बड़े हॉटस्पॉट बने कैंट थाना क्षेत्र में बुधवार की दोपहर लॉकडाउन तोड़कर जुटे 10-15 युवाओं को हटाने के दौरान लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। जिसमें एक सिपाही को गंभीर चोटें लगी हैं। सूचना पाकर पहुंची फोर्स ने हमलावरों को खदेड़ा दिया है। इंस्पेक्टर कैंट ने स्थानीय पार्षद को बुलाकर लोगों को घर में वापस जाने की अपील कराई। तनाव को देखते हुए पुलिस बल मौके पर तैनात है। बता दें कि, राज्य में अब तक कोरोना के 1343 संक्रमित मरीज मिले हैं, जिसमें 1166 एक्टिव केस हैं। इनमें लखनऊ के 181 संक्रमित हैं। 89 मरीज इसी सदर क्षेत्र से हैं।

राजधानी लखनऊ में 22 हॉटस्पॉट चिन्हित हैं। इनमें सदर थाना क्षेत्र एक है। इस क्षेत्र को प्रशासन ने सील कर दिया है। बावजूद इसके बुधवार दोपहर लॉकडाउन का नियम तोड़ते हुए कुछ लोग रेलवे क्रॉसिंग पारकर दूसरे क्षेत्रों में जा रहे थे। जबकि कसाइबाड़ा मोहल्ले में युवाओं की भीड़ एक जगह पर जुटी थी। उन लोगों के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया जा रहा था। पुलिस की गश्ती टीम ने उन्हें घर जाने के लिए समझाया गया। लेकिन लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। जिसमें एक सिपाही घायल हुआ है।

इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। यह देख पुलिस ने स्थानीय पार्षद को बुलाया और लोगों से घरों में रहने की अपील कराई। लोग घरों में चले गए हैं। पुलिस बल की सतर्कता की बढ़ा दी गई है। इंस्पेक्टर कैंट ने किसी भी प्रकार की झड़प से इंकार किया हैं। कहा कि, थाना क्षेत्र के हॉटस्पॉट इलाके में लोग बाहर निकले थे। उन्हें समझा बुझाकर घर भेज दिया गया है। इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

वहीं, पुलिस उपायुक्त पूर्वी सोमेंद्र वर्मा ने कहा कि, पुलिस गश्त पर थी, एक जगह 10 से 15 लोग थे। पुलिस टीम ने हिदायत दी तो 12 लोग चले गए, लेकिन दो तीन लड़को ने पुलिस से झड़प कर ली। जिसमें एक सिपाही को चोट आई हैं। पुलिस विधिक कार्यवाही कर रही है।



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सदर थाना क्षेत्र में पुलिस बल की सक्रियता बढ़ा दी गई है।




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मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद अब नोएडा- दिल्ली बार्डर को सील किया गया, केवल जरूरी लोगों को ही प्रवेश की मिलेगी इजाजत

नोएडा में कोरोना के मामले रुकते नहीं दिख रहे। दिल्ली में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दिल्ली से सटा गौतमबुद्धनगर जिला भी हॉटस्पॉट जोन की श्रेणी में आता है। ऐसे में संक्रमण फैलने के खतरे को देखते हुए गौतमबुद्धनगर प्रशासन ने दिल्ली से लगी सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया है।केवल मीडियाकर्मियों, डॉक्टरों, सैनिटाइजेशन के काम में शामिल लोगों और फल-सब्जी ले जाने वाले वाहनों को ही आवाजाही की अनुमति मिलेगी। ऐसे लोग जिनके पास प्रशासन द्वारा जारी किए गए पास हैं, उन्हें भी अनुमति मिलेगी।

इसपर अब डीएम सुहास एलवाई ने सख्त आदेश देते हुए बॉर्डर को सील कर दिया। गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना मरीजों की संख्या मंगलवार तक 102 पहुंच गई थी। इसमें से 43 ठीक हो चुके हैं। डीएम ने बताया था कि नए केसों में से कुछ का दिल्ली लिंक मिला, इसलिए दिल्ली से आवाजाही बंद रहेगी। बुधवार सुबह नोएडा बॉर्डर पर ऐसी ही सख्ती देखने को मिली। पुलिस बिना चेकिंग के किसी वाहन को वहां से निकलने नहीं दे रही थी।

बिना आईडी के नहीं मिल रही प्रवेश की इजाजत

नोएडा पुलिस सुबह से ही दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर सख्त दिखी। पुलिस इस बात का पूरा ख्याल रख रही थी कि बिना आईडी चेकिंग एक भी वाहन बॉर्डर पार न जाए। दिल्ली से नोएडा की तरफ अब सिर्फ वही लोग जा सकते हैं जिनके पास पास होगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा मीडिया कर्मी, डॉक्टर, सफाई कर्मचारी, फल-फ्रूट ले जा रहे वाहनों को नोएडा में सख्त लॉकडाउन के दौरान मेडिकल सेवाओं को छूट है। जैसे ऐंबुलेंस आ सकती है। इमर्जेंसी की स्थिति में नहीं रोका जाएगा।



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बुधवार सुबह से ही दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर सख्त दिखी। पुलिस इस बात का पूरा ख्याल रख रही थी कि बिना आईडी चेकिंग एक भी वाहन बॉर्डर पार न जाए। दिल्ली से नोएडा की तरफ अब सिर्फ वही लोग जा सकते हैं जिनके पास पास होगा।




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वाराणसी के पितरकुंडा में 3 नए पॉजिटिव मरीज सामने आए, 5 दिन पहले ही एक संक्रमित व्यापारी के सम्पर्क में आए थे

उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बुधवार को तीन और कोरोना से संक्रमित लोगों की पुष्टि हुई है। जिले में अब कोरोना मरीजों की संख्या 19 पहुंच गई है। पांच दिन पहले पितरकुंडा में जिस सुपारी व्यापारी में कोरोना की पुष्टि हुई थी, उसके संपर्क में आने से ही तीनों मरीज संक्रमित हुए हैं। सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है।

पांच दिन के भीतर पितरकुंडा का यह चौथा मामला है। इधर आईएमएस बीएचयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग से पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। जिस तरह से एक के बाद एक बनारस में संक्रमित मरीज मिलते जा रहे हैं, उससे स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ गई है।

व्यापारी के संपर्क में आने वालों का सैंपल 19 अप्रैल को स्वास्थ विभाग की टीम ने लेकर माइक्रोबायोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजा था। इधर बीएचयू से बुधवार को दोपहर रिपोर्ट जारी होने के बाद उसे डीएम और स्वास्थ्य विभाग को भेजी जा चुकी है।

व्यापारी के परिजनों के साथ ही आसपास के 10 लोगों के सैंपल लिए गए थे
जानकारी के अनुसार इसमें व्यापारी की बहू, पोता और पोती की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सुपारी व्यापारी के परिजनों के साथ ही आसपास के कुल 15 लोगों के सैंपल लिए गए थे। इसके साथ ही अब जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। अब तक 6 लोग ठीक हो चुके हैं, दो क्वारंटीन में हैं और एक की मौत हो गई है। 10 मरीज आइसोलेशन में भर्ती हैं।

डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि पितरकुंडा में तीन और लोगों मे कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 19 हो गई है, जिसमें 10 भर्ती हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम पितरकुंडा पहुंच गई है।



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वाराणसी में कोरोना के आज तीन नए मामले सामने आए हैं। जानकारी मिलते ही डीएम ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को इलाके में पहुंचने का निर्देश दिया। इसके साथ ही यहां संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है।




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एटा में पेड़ से लटके मिले नाबालिग प्रेमी युगल के शव, पास पड़ी थी सिंदूर की डिबिया व अधजली मोमबत्ती

उत्तर प्रदेश में एटा जिले के बागवाला थाना क्षेत्र के एक गांव में बुधवार सुबह नाबालिग प्रेमी व प्रेमिका के शव एक फंदे से लटकते मिले। प्रेमी युगल रिश्ते में चचेरे भाई-बहन थे। मंगलवार रात से दोनों लापता थे। सुबह गांव के बाहर एक पेड़ से दोनों के शव लटके मिले। पास ही सिंदूर की डिब्बी व एक अधजली मोमबत्ती पड़ी थी। जिससे कयास लगाए जा रहे हैं जलती मोमबत्ती के सात फेरे लिए गए ओर सिंदूर भरने के बाद दोनों ने खुदकुशी कर ली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अभी इस मामले में पुलिस को कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है।

बागवाला थाना क्षेत्र के खड़ौआ गांव के बाहर बुधवार सुबह कुछ बच्चे बकरी चराने गए थे। तभी ट्यूबबेल के पास एक पेड़ पर एक युवक और युवती की लटकती हुई लाश को देखकर बच्चे डर गए। सभी शोर मचाते हुए गांव की तरफ भागे। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने मृतकों की शिनाख्त की। पुलिस को भी बुलाया गया। पुलिस ने शवों को पेड़ से उतारकर विधिक प्रक्रिया शुरू करते हुए तफ्तीश आगे बढ़ाई।

जानकारी के अनुसार, मृतक नाबालिग थे। दोनों एक ही विद्यालय में पढ़ते थे और दोनों के बीच प्रेम संबंध काफी दिनों से थे। मृतक के पिता ने बताया कि, दोनों शाम को अपने घर में लेटे थे, फिर पता नहीं क्या हुआ कब बाहर चले गए? कुछ पता नहीं है। गांव वाले ऑनर किलिंग की संभावना जता रहे हैं। हालांकि, एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह का कहना है कि ये ऑनर किलिंग का मामला नहीं लगता। पूरी जांच और पोस्टमार्टम के बाद ही सच्चाई का पता चल सकेगा।



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पेड़ से लटके मिले प्रेमी युगल के शव।




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25 की टीम पर 20 लीटर मिला पानी; नहाने के लिए एक वॉशरूम, वीडियो जारी कर डॉक्टर ने कहा- हमें पिकनिक नहीं, सुरक्षा तो मिले 

लॉकडाउन के बावजूद देश में कोरोना से संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इससे हमारे कोरोना वॉरियर्स भी अछूते नहीं है। इस बीच रायबरेली जिले में 43 कोरोना संक्रमितों के इलाज में लगे डॉक्टरों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यहां बछरावां में बने आइसोलेशन सेंटर के डॉक्टर ने बुधवार को वीडियो जारी किया। आरोप लगाया कि, उन्हें न तो सही भोजन दिया जा रहा न ही पर्याप्त पानी। 25 की टीम पर 20 लीटर पानी मिल रहा है। सेंटर का बाथरूम चोक है। एक बाथरूम में 25 लोगों को नहाना पड़ रहा है। पीपीई किट भी संक्रमण रोक पाने में अक्षम है। डॉक्टरों ने साफ कहा कि, वे यहां पिकनिक मनाने नहीं आए हैं। लेकिन हमें सुरक्षा तो जरूर चाहिए। यदि कोई एक पॉजिटिव हो गया तो पूरी टीम संक्रमित हो जाएगी। आरोप है कि, शिकायत करने के बाद भी सुविधाएं नहीं दी गई हैं।

उठाए सवाल- क्या हमें पॉजिटिव करने के लिए यहां भेजा गया
डाक्टर ने बताया कि सोने की व्यवस्था ऐसे दी गई है कि एक स्कूल है। जिसमे बड़े-बड़े क्लास रूम हैं और उसमें चार बेड लगाकर दे दिए गए हैं। इसके अलावा यहां तीन जेंट्स वाशरूम हैं, और तीनो चोक हैं। शिकायत पर एक सचल शौचालय बाहर खड़ा कर दिया गया है। नहाने के लिए बाथरूम नहीं है। रात भर लाइट नहीं थी, सुबह से नाश्ता पानी कुछ नहीं आया। पीने का पानी नहीं है। एक बॉटल पानी 20 लीटर का 11:30 बजे दिया गया। कहा गया कि, 25 लोगों के स्टाफ पर प्रतिदिन इतना ही दिया जाएगा।

लाल पॉलीथीन में खाने के पैकेट लपेट दिया जा रहा।

डॉक्टर ने सवाल उठाते हुए कहा- हम जानना चाहते हैं कि हम लोग अगर मरीज को देख रहे हैं तो क्या एक्टिव क्वारैंटाइन के लिए यही मानक हैं? प्रशासन क्या हम लोगों की लाइफ से खिलवाड़ करना चाहता है या वो चाहता है कि डाक्टर जाए ड्यूटी करें, पाजिटिव होंगे तो हम बाद में इलाज कर लेंगे।

खाने में सूखी रोटी व सब्जी।

डाक्टर ने कहा कि जब हम लोगों ने प्रशासन के सामने ये बात रखी तो कहा गया कि हम इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते। यहां फर्श पर बड़े-बड़े गढ्ढे हैं। उसको छिपाने के लिए दरी बिछा दी गई है। इस पर सैनिटाइजेशन हो ही नहीं सकता। सेनेटाइजेशन के मानक हैं हर तीन घंटे में सैनिटाइज किया जाए। आज कुछ लोग बाहर और कुछ मोबाइल टायलेट में गए हैं। प्रिंसिपल का आफिस है। वहां एक बाथरूम है। जिसमे 25 लोग नहाते हैं। पीपीई किट पर्याप्त नहीं है। एक तो ये प्लास्टिक का नहीं झिल्ली दार है। चश्मे भी जो मिले हैं वो छोटे साइज के हैं। शू कवर छोटा दिया गया है।

जिस कमरे में डॉक्टरों को ठहराया गया है, उसका ये हाल।

सीडीओ ने खड़े किए हाथ: डॉक्टर का आरोप

डॉक्टर ने कहा- मंगलवार की रात में एक रेड कलर की झिल्ली में पूड़ी डालकर उसे बांध दिया गया था। उसी तरह रेड झिल्ली में पेपर में सब्जी बांध दी गई थी। सुबह से 11 बजे तक चाय नहीं मिली। किंग जार्ज मेडकिल यूनिवर्सिटी से जारी डाक्टरों के चार्ट का वन पर्सेंट भी फालो नहीं हो रहा है। हमें फाइव स्टार व्यवस्था नहीं चाहिए, हम अपनी सुरक्षा मांग रहे हैं, हम यहां पिकनिक मनाने नहीं आए हैं। डाक्टर ने कहा के जब हम लोगों ने सीडीओ अभिषेक गोयल से मांग की तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। हालांकि इस मामले पर कोई अधिकारी अब कुछ बोलने को तैयार नहीं है।



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रायबरेली में कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रहे डॉक्टर ने वीडियो जारी कर बयान की प्रशासनिक उदासीनता।




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नियम तोड़ने वालों की वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आरती उतारकर बाहर न निकलने की अपील की

उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस को लेकर पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है। इस बीच कानपुर में सख्त रवैये के बाद भी बड़ी संख्या में लोग लॉकडाउन तोड़कर घरों से निकल रहे है। लॉकडाउन का उल्लंघनकरने वालों के साथपुलिस ने गांधीगीरी करना शुरू कीहै। बेवजह घरों से निकलने वालों को पुलिस ने लाइन में खड़ाकर थाल सजाकर वैदिक मंत्रोचारण के साथ उनकी आरती उतारी। उन पर फूल बरसाए और केले भी दिए। पुलिस ने ऐसे लोगों से अपील की है कि घरो पर ही रहे खुद को परिवार और समाज को सुरक्षित रखने में भागीदार बने।

चौकी इंचार्ज ने किया मंत्रोच्चार, दरोगा ने आरती की

लॉकडाउन-2 के आठवें दिन पुलिस ने बेवज घूमने वालों को पीटा नहीं बल्कि उनको लाइन में खड़ा कर दिया। दरोगा देवेंद्र कुमार एक थाली सजाकर लाए जिसमें फूल थे और कपूर जल रहा था। लॉकडाउन तोड़ने वालों की दरोगा देवेंद्र कुमार ने आरती उतारी। उनके पीछे चल रहे रहे किदवई नगर चौकी इंचार्ज अशोक मिश्रा वैदिक मंत्रोच्चार कर रहे थे।

कानपुर में 79 लोग संक्रमित

शहर में जमात और उनके संपर्क में आए लोग बड़ी संख्या में संक्रमित पाए जा रहे है। संक्रमितों की संख्या में शहर में 79 पहुंच गई है। जिसमें से दो संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 7 लोग हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रशासन ने शहर के 18 स्थानों को हॉटस्पॉट घोषित किया है। दिनरात पुलिसकर्मी और जिला प्रशासन के अधिकारी काम रहे हैं।

पहले मुर्गा बनाकर उठक-बैठक करा चुकी पुलिस

पुलिस पर सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराने का आदेश है। लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों , चौराहों और गलियों में जमकर लाठिया भांजी है । इसके साथ ही बेवहज सड़क पर घूमने वालों को मुर्गा बनाने और कान पकड़कर उठक बैठक की तस्वीरें और वीडियों भी सामने आ चुके है। वहीं पुलिस जनता के फोन पर लोगों को लंच पैकेट, दवा और बच्चो के बर्थडे पर केक लेकर घर पहुंचा रही है। पुलिस के इतने रूप देखकर सभी उनके कार्यो की सराहना कर रहे है।



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कानपुर में लॉकडाउन के दौरान लोगों को घरों में रखने के लिए पुलिस ने नया तरीका खोजा है। पुलिस अब बाहर निकलने वालों की माला फूल के साथ उनकी आरती उतार रही है। पुलिस लोगों से ऐसा कर लोगों से घरों में ही रहने की अपील कर रही है।




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राज्य के 10 जनपद कोरोना मुक्त; प्रयागराज व झांसी में जल्द शुरू होगी पूल टेस्टिंग

लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से अपने पांव पसार रहा है। बुधवार की शाम तक राज्य के 53 जिलों में 1412 लोगों के टेस्ट कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। इनमें 1226 एक्टिव केस हैं। अब तक 21 की जान गई है। हालांकि, राहत की बात है कि अब तक 165 मरीज ठीक होकर अस्पतालों से छुट्टी पा चुके हैं। दस जनपद कोरोना फ्री हो गए हैं। यहां अब एक भी एक्टिव केस नहीं है।

कहीं भी लॉकडाउन में नहीं मिलेगी ढील

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा- टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक मेडिकल टेक्नीशियन की ट्रेनिंग कराई जाएगी। 10 जनपद कोरोना मुक्त हो चुके हैं, लेकिन यहां लॉकडाउन में कोई ढील दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि, पूरे प्रदेश में 77 फीसदी गेहूं की कटाई हो चुकी है। गन्ना व गेहूं की कटाई के लिए श्रमिकों की कोई दिक्कत नहीं है। अब तक 30 लाख क्विंटल गेहूं खरीदा जा चुका है, जो कुल लक्ष्य का 62 फीसदी है। राज्य में 119 चीनी मिल हैं, इनमें 96 अभी चल रही हैं। उन्होंने कहा- रमजान माह में डोर स्टेप डिलीवरी की जाएगी। लेकिन इफ्तार व सहरी के समय भीड़ इकट्ठा नहीं होनी चाहिए। वरना कठोर कार्रवाई की जाएगी।


ये जिले हुए कोरोना फ्री

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि, पीलीभीत, लखीमपुरखीरी, हाथरस, बरेली, प्रयागराज, महाराजगंज, शाहजहांपुर, बाराबंकी, हरदोई और कौशांबी कोरोना मुक्त हो चुका है। उन्होंने बताया कि,पूल टेस्टिंग का काम लगतार चल रहा है।मेरठ और इटावा में भी पूल टेस्टिंग शुरू हो चुकी है।बहुत जल्द प्रयागराज व झांसी में भी पूल टेस्टिंग शुरूहोगी। अभी इस बीमारी की न कोई वैक्सीन है न दवा, बचाव ही सुरक्षा है।



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प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन ने कहा- मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूल टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाने के लिए पैरा मेडिकल स्टॉफ को ट्रेनिंग दी जाएगी।




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अलीगढ़ में बाजार बंद कराने गए पुलिसकर्मियों पर हमला, एक जवान जख्मी; प्रयागराज में 30 जमातियों को नैनी सेंट्रल जेल भेजा गया

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पुलिस और दुकानदारों के बीच बुधवार को झड़प हो गई। सर्कल अधिकारी के मुताबिक, दुकानें बंद कराने के वक्तकुछ सब्जी बेचने वाले आपस में झगड़ रहे थे। जब पुलिस ने झगड़ा रोकने की कोशिश की, तो इनलोगों ने उन पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इस दौरानएक जवान जख्मी हो गया।

इस बीच,बुधवार सुबह राज्य में12 नए मरीज मिले। इनमेंलखनऊ केपांच और आगराके 7 मरीज शामिल हैं। उत्तरप्रदेश में संक्रमितों की संख्या 1343 हो चुकी है।उधर,प्रयागराज की अब्दुल्लाह मस्जिद औरमुसाफिर खाने में31 मार्च को मिले 30 तब्लीगी जमातियों कोसेंट्रल जेल नैनी भेज दिया गया।इनमें7 इंडोनेशियाई नागरिक शामिल हैं।

प्रयागराज में पकड़े गए विदेश नागरिकों और जमातियों को मंगलार देर रात नैनी सेंट्रल जेल में भेज दिया गया। इनके खिलाफ जानकारी छुपाने का केस दर्ज किया गया था।

कोरोना अपडेट्स

  • आगरा:शहर में पिछले सात दिन(15 से 21 अप्रैल) में मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई। इस दौरान 158 संक्रमित मिले। औसत देखा जाए तो रोज 22 से अधिक मरीज मिले।हर घंटे में लगभग एक मरीज। इससे पहले (दो मार्च से 14 अप्रैल तक) 45 दिनमें 150 मरीज थे। अब तक कुल 4289 सैंपल लिए गए। इनमें 235 रैपिड किट टेस्ट हैं।
  • सुल्तानपुर: जिले में कोरोना पॉजिटिव का दूसरा मरीज सामने आया। यह सूडानी नागरिक है। 32 साल का अब्दुल्ला जैम नाम का यह व्यक्तिनिजामुद्दीन कीतब्लीगी जमात में शामिल हुआ था।जैम 31 मॉर्च से फरीदीपुर सेंटर में क्वारैंटाइन था।
  • वाराणसी: शहरमें मंगलवार को16वां कोरोना पॉजिटिव केस मिला है।30 साल का यहव्यक्ति बड़ी मस्जिद मदनपुरा के सामने रहताहै। इसका सैंपल 17 अप्रैल को लिया गया था। बताया गया कि दीनदयाल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड भर्तीपहलेमिले कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति का यहरिश्तेदार है। इसके साथ वाराणसी में एक्टिव केस बढ़कर 7 हो गए,इनमे छह डीडीयू और एक बीएचयू में एडमिट है।
  • नोएडा:जिला प्रशासन नेदिल्ली से जुड़ी सभी सीमाओं को सील कर दिया है। जिला प्रशासन का कहना है कि यहां मिले ज्यातादर पॉजिटिव केस काकनेक्शन दिल्ली से मिला।इसलिए यह फैसला लिया गया है। जिले में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए प्राधिकरण भाप (पानी और सैनिटाइजर) तकनीक का प्रयोग करेगा। इस तकनीक के जरिए ऑफिसऔरइमारतों के अंदर कमरों को सैनिटाइज किया जा सकता है।

उत्तरप्रदेश में अभी भी कोरोना के 1166 एक्टिव केस
कोरोना वायरस को लेकर उत्तरप्रदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में अब तक 13 हजा 130 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण आए गए हैं। 53 जनपदों में अब तक कुल 1343 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इनमें 814 लोग तब्लीगी जमात के हैं।

  • पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण: अभी तक उत्तरप्रदेश के आगरा में 308, लखनऊ में 181, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 102, मेरठ में 81, मुरादाबाद में 73, सहारनपुर में 72, फिरोजाबाद में 59, गाजियाबाद में 46, रायबरेली में 35, बिजनौर में 28, बुलंदशहर में 21, अमरोहा में 18, सीतापुर में 17, रामपुर में 16, बदायूं में 13, औरैया में 9, संभल-आजमगढ में 7-7, प्रतापगढ़-बरेली-गाजीपुर-मथुरा-कन्नौज में 6-6 मरीज, मुजफफरनगर-जौनपुर में पांच-पांच, लखीमपुर-हाथरस-मैनपुरी में चार-चार, कासगंज-एटा-मिर्जापुर-बांदा में तीन-तीन, पीलीभीत-हरदोई-कौशांबी-इटावा-अलीगढ़ में दो-दो, शाहजहांपुर-भदोही-उन्नाव-प्रयागराज-संतकबीरनगर-गोंडा-मऊ-सुल्तानपुर में एक-एक मरीज सामने आए हैं।
  • 162 डिस्चार्ज, 21 की हो चुकी हैं मौत: अब तक प्रदेश के विभिन्न जनपदों से 162 कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए। गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 43, आगरा से 18, मेरठ से 17, गाजियाबाद से 13, लखनऊ से 9, वाराणसी-बरेली-महराजगंज-सीतापुर से 6-6, गाजीपुर से 5, लखीमपुर खीरी-जौनपुर-हाथरस से 4, प्रतापगढ़-फ़िरोज़ाबाद से 3-3, हरदोई-पीलीभीत-शामली-बुलन्दशहर-कौशाम्बी से 2-2, प्रयागराज-शाहजहांपुर-कानपुर नगर-मुरादाबाद-बाराबंकी से 1-1 कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ करवाकर डिस्चार्ज किया गया। प्रदेश में अब तक कोरोना से कुल 21 मौतें हुईं हैं। इनमें बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, कानपुर, लखनऊ, फिरोजाबाद व अलीगढ़ में 1-1, मेरठ में 3, मुरादाबाद में 5 व आगरा में 6 मौतें हुईं है।
नोएडा में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए नोएडा- दिल्लाी बार्डर सील कर दिया गया है। वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।


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यह तस्वीर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में ली गई है। संक्रमण का खतरा है, लेकिन इन हालात में लाचार मां को छोड़ना संभव नहीं। इसलिए यह व्यक्ति उसे कंधे पर बैठाकर ले जा रहा है।
अलीगढ़ के सर्कल अधिकारी के मुताबिक, दुकानें बंद कराने के समय कुछ सब्जी बेचने वाले आपस में झगड़ रहे थे। पुलिस ने झगड़ा रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए।




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अयोध्या में लॉकडाउन तोड़ने के आरोप में पीएसी व पुलिस में भिड़ंत; थाने में धावा बोलकर दो जवानों को छुड़ाया

उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में बुधवार की दोपहर सादी वर्दी में बिना हेलमेट लगाए पीएसी के दो जवानों को नागरिक पुलिस द्वारा पकड़ने के मामले ने तूल पकड़ लिया। मामला रौनाही थाना क्षेत्र है। दरअसल, रौनाही थाने के दरोगा कपिलदेव यादव ने पीएसी के दो जवानों को लॉकडाउन के उलंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया। जब यह बात साथियों को पता चली तो दो ट्रकों में भरकर पीएसी के जवान थाने पहुंच गए। आरोप है कि, पुलिस से भिड़ंत कर जबरन दोनों जवानों को मुक्त कराया गया। जब यह बात अफसरों को पता चली तो पूरे थाने को सील कर दिया गया और जांच शुरू की गई है।

अफसरों ने मामले को सुलझाने की कोशिश की

बुधवार को सुचितागंज बाजार में सादी वर्दी में पीएसी के दो जवान जयशकंर यादव व शाबान बिना हैलमेट व मास्क लगाए टहलते हुए मिले। उनका कहना है कि वे दवा लेने निकले थे। जिन्हें एसआई कपिलदेव यादव ने लॉकडाउन तोड़ने के आरोप में पकड़ा तो यादव व दोनों पीएसी के जवानों के बीच विवाद शुरू हो गया। दोनों पीएसी के जवानों को पुलिस रौनाही थाने ले गई। जिसकी खबर जब आरडी इंटर कालेज में ठहरे पीएसी कैंप में पहुंची तो जवाबी कार्रवाई में पीएसी के जवानों का दल दो ट्रकों में थाने पहुंचा और थाने पर धावा बोलकर दोनों को छुड़ा लाया। जब इस घटना की जानकारी अधिकारियों को हुई तो थाना परिसर को सील कर दिया गया। मामले को एसएसपी, सीओ पीएसी के डिप्टी कमांडेंट संजय कुमार व अन्य अधिकारियों ने सुलझाने का प्रयास किया है। लेकिन अभी कोई बात नहीं बनी है।

थाने में बैठे पुलिस व पीएसी के अफसर।

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी आशीष तिवारी ने पूरे प्रकरण पर जांच बैठा दी है। एसएसपी ने बताया कि सीओ सदर वीरेंद्र विक्रम को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिनकी जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन होगा। एसएसपी के मुताबिक पीएसी के दो जवान सुचितागंज बाजार में सादी वर्दी मे टहल रहे थे, जो हेलमेट नहीं लगाए हुए थे। जिन्हे पुलिस ने चेक किया। जिसको लेकर पुलिस व पीएसी के जवानो में विवाद हो गया।


पुलिस से नाराज थे पीएसी के जवान
जानकारी के मुताबिक, दो दिन पहले एमएस नाज इंटर कॉलेज परिसर में ठहरे पीएसी की टुकड़ी से भी पुलिस वालों से विवाद हुआ था। जिसको लेकर पहले से पुलिस से पीएसी के जवान नाराज थे। इस मामले मे कोई केस अभी दर्ज नहीं किया गया है।



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थाने में पीएसी के जवानों की हुई परेड।




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11 घंटे के बाद पकड़ा गया तेंदुआ, ट्रेंकुलाइज करने के लिए महाराजगंज से मंगाई गई थी गन

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में लॉकडाउन के बीच बुधवार सुबह नोनहरा थाना क्षेत्र के शक्करपुर गांव में तेंदुआ दिखाई दिया। जिससे लोगों में दहशत मच गई। सूचना पाकर वनविभाग की टीम मौके पर पहुंची। ड्रोन कैमरे से तेंदुए के मूवमेंट पर नजर रखी गई। उसे पकड़ने के लिए वनकर्मियों ने जाल लगाया, जिसमें तेंदुआ फंसा। लेकिन उसके बाद वह जाल से निकलकर आबादी के बीच पहुंच गया। ट्रेंकुलाइज करने के लिए महाराजगंज से गन मंगाई गई। शाम करीब चार बजे तेंदुए को पकड़ लिया गया।बता दें हाल ही में इसी थाना क्षेत्र के सुसुंडी गांव में दो ग्रामीणों पर हमले के बाद लोगों ने एक तेंदुए को पीट-पीटकर मार डाला था।

नोनहरा क्षेत्र के शक्करपुर गांव के लोग बुधवार सुबह करीब पांच बजे खेतों की तरफ गए थे। तभी उन्हें गेहूं के खेतों में तेंदुए की हलचल दिखाई दी। यह देख किसान मौके से भाग निकले और वन विभाग को सूचना दी। मौके पर मौजूद वन विभाग की टीम ने ड्रोन कैमरे से देखे जाने के बाद तेंदुआ होने की पुष्टि की। तेंदुए के मूवमेंट के आसपास जाल बिछाया गया। जिसमें तेंदुआ करीब तीन घंटे तक फंसा रहा। लेकिन ट्रेंकुलाइज करने की व्यवस्था न होने के कारण वनकर्मी पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके।

इसके बाद तेंदुआ जाल से निकलकर शक्करपुर गांव की तरफ चला गया। इसके बाद गांव वाल अपने घरों में दुबक गए। फिलहाल मौके पर मौजूद प्रशासन की टीम डटी रही। मौके पर डीएम ओमप्रकाश आर्य, एसडीएम व क्षेत्राधिकारी फोर्स के साथ मौके पर मौजूद रहे। जिस इलाके से तेंदुआ गुजरा है, उसके चारों तरफ नाकाबंदी कर दी गई है। ग्रामीण कोचौकन्ना कर दिया गया।डीएफओ गिरीश चंद ने बताया कि तेंदुए को पकड़ लिया गया है। जिसका मेडिकल चेकअप करने के बाद उसे सुरक्षित स्थान पर भेजा जाएगा।



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वनकर्मियों ने 11 घंटे की मशक्कत के बाद तेंदुए को पकड़ लिया है।
वनकर्मियों के द्वारा खेत के चारों तरफ बिछाए गए जाल में फंसा तेंदुआ। लेकिन कुछ देर बाद वह आबादी की तरफ मूव कर गया। उसके पकड़ने के लिए वनकर्मी कॉबिंग कर रहे हैं।




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यूपी के अलीगढ़ और लखनऊ में पुलिस पर पथराव और धक्का-मुक्की; एमपी के धार में रात में गश्त कर रही टीम पर फायरिंग

कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसवालों और डॉक्टरों के साथ अभद्रता और उन पर हमले रुक नहीं रहे हैं। देश के 5 राज्यों में बुधवार को इन कोरोनावॉरियर्स के साथ बदसलूकी की घटनाएं सामने आईं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और अलीगढ़ में पुलिसटीम पर हमला किया गया। मध्य प्रदेश के धार में भी रात में पेट्रोलिंग कर रहे पुलिसकर्मियों पर चोरों ने फायरिंग कर दी। राजस्थान के जोधपुर में भी पुलिस जवान पर छत से पत्थर फेंके गए।

लखनऊ के कैंट इलाके में सबसे ज्यादा संक्रमित मिले हैं। यहां बुधवार को पुलिस टीम पर लोगों ने हमला बोल दिया।

उत्तर प्रदेश: भीड़ के हमले में जवान को गंभीर चोटें आईं
अलीगढ़:
जिले के भुजपुरा में पुलिस की टीम सब्जी के ठेलों को हटवा रही थी। इसी दौरान उस पर पथराव कर दिया गया। लॉकडाउन की अवधि खत्म हो गई थी। इसके बाद टीम ठेले हटवाने पहुंची थी। पथराव के चलते भगदड़ की स्थिति बन गई थी।
लखनऊ: शहर का कैंट थाना क्षेत्र हॉटस्पॉट है। यहां लॉकडाउन तोड़ने वाले करीब 20 युवाओं को हटाने के लिए पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। एक सिपाही को गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाने के लिए स्थानीय पार्षद को बुलाया और भीड़ से अपने घरों में वापस जाने को कहा। लखनऊ में 181 संक्रमित हैं। इनमें 89 मरीज कैंट में ही हैं।

मध्यप्रदेश के धार में रात के वक्त गश्त के दौरान गोली लगने से घायल हुआ सिपाही।

मध्य प्रदेश: सर्वे करने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को खदेड़ा
श्योपुर:
इंदौर से आए युवक की स्क्रीनिंग करने श्योपुर के गसवानी कस्बे में पहुंची स्वास्थ्य और पुलिस टीम पर पथराव कर दिया गया। सिर में पत्थर लगने से एक एएसआई श्रीराम अवस्थी घायल हो गए। श्योपुर पुलिस ने स्क्रीनिंग टीम पर हमले को लेकर एक महिला सहित चार लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा, पथराव व आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज कर ली है।

रायसेन: जिले के अल्ली गांव में सोमवार को 10 कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। यहां पर बुधवार को स्वास्थ्य महकमे की टीम पहुंची। लेकिन, ढाई घंटे तक टीम को सर्वे नहीं करने दिया गया। टीम ने बताया कि अगर हम गांव में घुसने की कोशिश करते तो हम पर हमला भी किया जा सकता था।
धार: जिले के राजगढ़ में रात में गश्त पर निकले पुलिस जवानों पर चोरों ने फायरिंग कर दी। यहां 15 दिन में चोरों ने ऐसी दूसरी घटना को अंजाम दिया है। इससे पहले सोनगढ़ रोड पर प्याज की रखवाली कर रहे किसान पिता-पुत्र की गोली मार कर हत्या की जा चुकी है।

महाराष्ट्र: आशा कार्यकर्ता ने कहा- लोग पत्थर मारते हैं
नागपुर:
आशा कार्यकर्ता ऊषा ठाकुर ने कहा कि जब हम सर्वे करने जाते हैं तो लोग हमें पत्थर मारते हैं और गालियां देते हैं। उन्होंने बताया कि लोग हमसे सवाल करते हैं कि सर्वे करने के लिए क्यों आ रही हो। जब लोगों को समझाओ कि यह सब आपकी बेहतरी के लिए है तो अभद्रता का शिकार होना पड़ता है।

राजस्थान: एसडीआरएफ जवान पर पथराव
जोधपुर: मंगलवार देर रात गश्त कर रहे एक एसडीआरएफ जवान रामलेख गुर्जर पर घास मंडी में एक मकान की छत से दो भाइयों ने पत्थरों से हमला कर दिया। हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। शहर के 7 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है।

झारखंड: होमगार्ड जवान के साथ धक्का-मुक्की
गोड्डा जिले के ललमटिया थाना क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड के एक जवान के साथ धक्का-मुक्की की गई थी। जवान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रहा था। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।



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रायसेन जिले के अल्ली गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांववालों ने गांव में दाखिल नहीं होने दिया। ढाई घंटे समझाने के बाद टीम वापस लौट आई।




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टीम गरूण का थीम सांग बढ़ा रहा काशीवासियों का मनोबल; लोग बोले- डर के आगे जीत

कोरोनावायरस से जंग के लिए नगर निगम ने चेन्नई की गरुण एरो स्पेस कंपनी को शहर में ड्रोन से सैनिटाइजेशन के लिए बुलाया है। इन दिनों इनका थीम डांस चर्चा का विषय बना हुआ। खुद को बूस्टअप और लोगों के मोटीवेट करने के लिए टीम डांस भी करती है।टीम मेम्बर रोहन ने बताया कि बुधवार को विकास भवन के आसपास सैनिटाइजेशन किया गया। टीम सुबह से शाम तक मेहनत करती है। डांस एक पॉजिटिव एनर्जी जनरेट करती है। जिस स्पॉट पर हम काम खत्म करते है, वहां थीम डांस करते हैं।


स्थानीय निवासी मनोहर चंद्र का कहना है कि ये बहुत ही बेहतरीन एप्रोच है। लोग डरे हुए हैं। इनको देखकर लोगों मे हौसला आएगा कि हमारे लिए ये लोग कोरोना से जंग भी लड़ रहे हैं और मोटिवेट भी कर रहे हैं। दरअसल, पेट्रोल से चलने वाला ये ड्रोन एक बार में 10 लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइड का घोल लेकर आधे घंटे उड़ान भरेगा। दरअसल हवाई मार्ग से सैनिटाइजेशन के लिए नगर निगम, स्मार्ट सिटी लिमिटेड और गरुड़ एयरोस्पेस चेन्नई के बीच करार हुआ है।

नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बताया कि ड्रोन गरुड़ से हॉटस्पॉट के अलावा क्वारैंटाइन सेंटर, शेल्टर होम और आइसोलेशन वार्ड में भी सैनिटाइजेशन का कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह मेकैनिकल प्रोजेक्ट है। इसलिए हमारी कार्यदायी संस्था के सात व्यक्ति इसमें मौजूद रहेंगे। नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी एरिया मैपिंग के लिए साथ में मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि इस ड्रोन गरुड़ का प्रति एकड़ 700 रुपए का खर्च है, जो इससे संबंधित कार्य के अन्य साधनों पर होने वाले व्यय का 20वां हिस्सा है। इससे हॉटस्पॉट एरियों का सैनिटाइजेशन दिन में दो बार करेंगे।



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ड्रोन के साथ थीम सांग पर डांस करते कर्मी।




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ड्यूटी पर जा रहे स्वास्थ्यकर्मी को सिपाही ने पीटा, मामूला तूल पकड़ते देख फूलों का गुलदस्ता देकर मांगी माफी 

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में सीएचसी पर ड्यूटी करने जा रहे एक स्वास्थ्य कर्मी को पुलिसकर्मियों ने लॉकडाउन के उलंघन के आरोप में पीट दिया। जबकि, स्वास्थ्यकर्मी अपना पहचान पत्र आदि दिखाता रहा। इस घटना के बाद नाराज सहकर्मियों ने आरोपी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग करते हुए कार्य बहिष्कार कर ऐलान कर दिया। सीएमओ को भी अवगत कराया गया। हालांकि, मामला बिगड़ता देख आरोपी सिपाही ने पीड़ित स्वास्थ्यकर्मी को फूल देकर माफी मांग ली। इसके बाद मामले का पटाक्षेप हो गया। हालांकि, इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।

मैनपुरी के कथोली गांव निवासी कन्हैया दुबे वर्तमान में सौरिख सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आईएचआईपी (कम्प्यूटर ऑपरेटर) पद पर कार्यरत हैं और वह कैम्पस में ही रह रहते हैं। मंगलवार को कन्हैया ग्राम भारानगला में आशा सुमन से मिलकर वापस आ रहा था। आरोप है कि बेहटा के पास बैरिकेडिंग पर तैनात पुलिस कर्मी ने उसे रोक लिया। कन्हैया ने अपना परिचय देते हुए पहचान पत्र दिखाया। लेकिन उसकी एक नहीं सुनी गई और उसको पीटना शुरू कर दिया।

इसके बाद उसने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की जानकारी अपने चिकित्सा अधिकारी अजहर सिद्दीकी को दी। जिसपर स्वास्थ्य कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच कर उसे स्वास्थ्य केन्द्र ले आए और मामले की जानकरी सीएमओ कृष्ण स्वरुप को दी। सीएमओ ने मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी और दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की बात रखी। हालांकि, सिपाही ने ऑपरेटर से माफी मांगी और फूलों का गुलदस्ता भेंट किया। एसडीएम गौरव शुक्ला ने बताया कि बैरियर पर कहासुनी हो गई थी। सिपाही के माफी मांगने पर ऑपरेटर ने माफ कर दिया।



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पुष्पगुच्छ देकर सिपाही अपनी करतूत पर हुआ शर्मिंदा।




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106 साल जनसंघी भुलई भाई को पीएम ने किया फोन, पूछा हालचाल, लिया आशीर्वाद

कोरोना संकट काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार अपने पुराने नेताओं, कोरोना वॉरियर्स व कोरोना फाइटर्स से फोन पर बातकर उनका हालचाल जान रहे हैं। इसी कड़ी में पीएम ने 106 साल के बुजुर्ग भाजपा नेता व जनसंघ के पूर्व विधायक श्रीनारायण उर्फ भुलई भाई से बात की और उनका हाल जाना। पीएम ने उनसे आशीर्वाद भी लिया। इसके बाद से पूर्व विधायक भुलई भाई काफी खुश नजर आ रहे हैं।

देवरिया के संघ प्रचारक भी रहे

दरअसल, कुशीनगर जिले में रामकोला थाना क्षेत्र के पगार छपरा निवासी श्रीनारायण 106 साल हैं। वे जनसंघ पार्टी से साल 1974 से 1980 तक तत्कालीन विधानसभा क्षेत्र नौरंगिया से विधायक रहे। वर्तमान में यह विधानसभा 2012 में परिसीमन के बाद खड्डा विधानसभा के नाम से जानी जाती है। श्रीनारायण संघ के देवरिया के जिला प्रचारक भी रह चुके हैं। साथ ही भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी थे।

आइए जानते हैं क्या बात हुई?

पीएम: हैलो...हैलो।
श्रीनारायण: (पूर्व विधायक के पाते ने फोन पकड़ाते हुए कहा पीएम साहब हैं) अच्छा अच्छा प्रणाम।
पीएम: नारायण जी प्रणाम।
श्रीनारायण: आप की कृपा से सबकुछ सही चल रहा है।
पीएम: आपने तो शताब्दी पूरी कर ली?
श्रीनारायण: हां 106 हो गया।
पीएम: बस यूं ही मन कर गया कि, चलिए आपने इतने शताब्दी देखा है। सोचा संकट के समय आशीर्वाद ले लूं।
श्रीनारायण: बहुत बहुत धन्यवाद। भगवान सबकुछ ठीक करें। जब तक आप स्वस्थ्य रहें, तब तक देश का नेतृत्व करें।
पीएम: आप का आशीर्वाद है। अच्छा करूं, आप लोगों से जो सीखा है वह देश काम आए बस यही बात है।
श्रीनारायण: बहुत अच्छा।
पीएम: तबियत अच्छी रहती है?
श्रीनारायण: बहुत अच्छा।
पीएम: पांच पीढी देखी होगी?
श्रीनारायण: जी।
पीएम: परिवार को प्रणाम कहिएगा। बहुत साल हो गए आपको देखा नहीं। अच्छा जी नमस्कार।
श्रीनारायण: नमस्कार।

इससे पहले पीएम ने काशी व आगरा के लोगों से बात की थी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पूर्व अपने संसदीय क्षेत्र के महापौर समेत सात भाजपा नेताओं से बात की थी। उन्होंने मास्क न मिलने पर गमछे से चेहरे को ढंकने की सलाह दी थी। इसके अलावा उन्होंने अपने मन की बात कार्यक्रम में आगरा के कोरोना फाइटर्स के पिता से बात की थी।



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पीएम ने 106 साल के बुजुर्ग भाजपा नेता व जनसंघ के पूर्व विधायक श्रीनारायण उर्फ भुलई भाई से बात की।




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गांवों में लॉकडाउन का असर देखने निकले डीएम; खेत में किसानों के बीच बैठकर खाया खाना; सोशल डिस्टेंसिंग का रखा ख्याल

कोरोनावायरस से जंग में पीलीभीत फतेह हासिल कर चुका है। यहां अब कोई भी एक्टिव केस नहीं है। जिले में उमरा कर लौटी महिला व उसके बेटे में कोरोना का संक्रमण मिला था, लेकिन दोनों ठीक होकर घर पहुंच चुके हैं। कोरोना की लड़ाई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीलीभीत को प्रदेश का मॉडल जिला घोषित किया था। ऐसे में अब डीएम वैभव श्रीवास्तव लोगों को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में जुट गए हैं। अब वे गेहूं के खेत तक पहुंच रहे हैं। उनका खेत के बीच बैठकर लंच करने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई है।

दरअसल, जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव नेबुधवार को पीलीभीत के बीसलपुर तहसील क्षेत्र की मंडी समेत क्षेत्र में कई जगह लॉकडाउन की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान वे गौहनियां गांव के पास खेत में गेहूं की कटाई कर रहे किसानों के पास पहुंचे। उन्होंने खुले आसमान तले बैठकर कम्युनिटी किचन में बने भोजन का भी लुत्फ उठाया। उन्होंने किसानों से बात की। कुछ जानकारी ली। इसके बाद उन्हें लंच पैकेट बांटे। यहां गेहूं बेचने आने वाले किसानों को कम्युनिटी किचेन के जरिए खाना भी दिया जा रहा है।

डीएम ने कहा- कोरोना फ्री होने के बाद जिले में गेहूं की कटाई व उपज की खरीद प्रशासन के लिए चुनौती है। उन्होंने कहा- किसानों को समझाया जा रहा है कि सामाजिक दूरी बनाकर काम किया जाए। संक्रमण से बचने का पाठ पढ़ाया जा रहा है।



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पीलीभीत के डीएम वैभव श्रीवास्तव इन दिनों गेहूं की कटाई व उपज खरीद का जायजा ले रहे हैं। बुधवार को उन्हें क्षेत्र में किसानों के बीच बैठकर उन्हें कोरोना से बचाव का उपाय सुझाया और उनके साथ कम्युनिटी किचेन में बने खाने का लुत्फ उठाया।




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रोड पर फर्राटा भर रही लड़कियों को पुलिस ने रोका तो काटा हंगामा, सड़क पर फेंक दिया कागजात, गाड़ी का चालान 

कोरोनावायरस को मात देने के लिए तीन मई तक देश में लॉकडाउन है। लोगों के घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी है। सिर्फ उन्हीं लोगों को बाहर निकलने की छूट हैं, जो इमरजेंसी सेवाओं से जुड़े हुए हैं। लेकिन कुछ लोग इसका उलंघन कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला बुधवार को राजधानी लखनऊ में देखने को मिला। यहां गौतमपल्ली थाना क्षेत्र में लोहिया पथ पर फर्राटा भर रही रईसजादी लड़कियों को पुलिस ने रोका तो उन्होंने जमकर हंगामा किया। लड़कियों ने गाड़ी के कागजात पुलिसवाले की तरफ फेंक दिया और गाड़ी से उतरकर सड़क पर बैठकर रोने लगीं। पुलिस ने गाड़ी का चालान कर दिया है।

दरअसल, बुधवार को गौतमपल्ली थाने की पुलिस लोहिया पथ पर बैरिकेडिंग कर आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी बीच एक कार आई तो पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया। गाड़ी में तीन लड़कियां बैठी थीं। जबकि, लॉकडाउन के बीच चौपहिया वाहनों पर सिर्फ दो लोगों के बैठने की अनुमति दी है। पुलिस ने लड़कियों से कागजात व पास मांगे। यह बात कार चला रही लड़की को इतना नागवार गुजरी कि, उसने कागजात पुलिसकर्मी की तरफ सड़क पर फेंक दिया और कहा कि, कर लो कागज चेक।

फिर गाड़ी से नीचे उतरकर काफी देर हंगामा किया। एक लड़की रोते राते बीच सड़क पर बैठ गई। हालांकि, पुलिसकर्मियों ने उसे वहां से गाड़ी में बैठने के लिए कहा। तब जाकर वह गाड़ी में बैठी। पुलिस का कहना है कि एक बैरियर पर पुलिस ने रोका था लेकिन वह बिना रुके फरार हो गई। जिसके बाद फोन पर सूचना के बाद अगले नाके पर लोहिया पथर पर पुलिस ने रोका। फिलहाल ट्रैफिक रुल के नियमों के तहत गाड़ी का चालान कर दिया गया और लड़कियों को जाने दिया गया।



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पुलिसकर्मी से बहस करती लड़की। इस बहसबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।




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नेपाल की रहने वाली महिला समेत 8 के टेस्ट पॉजिटिव; ट्रेवेल हिस्ट्री खंगालने में जुटा प्रशासन

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भी कोरोना वायरस ने दस्तक दी है। यहां गुरुवार को 20 सैंपल में से 8 की रिपोर्ट की पॉजिटिव आई है। इनमें एक नेपाल की रहने वाली 54 वर्षीय महिला भी शामिल है। डीएम शंभू कुमार ने सीएमओ, सीएमएस व सीडीओ के साथ आपातकालीन बैठक की है। राहत की बात है कि, इन संक्रमितों को संदिग्ध मानकर जिला प्रशासन ने पहले ही क्वारैंटाइन कर रखा था।

छह को जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती

जिला प्रशासन ने आठ रोगियों में से छह लोगों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। जबकि, एक महिला को उसके घर में ही आइसोलेट किया गया है। वह कुछ दिनों पहले गाजियाबाद से ऑपरेशन कराकर लौटी थी। वहीं, एक युवक अभी भी शेल्टर होम में आइसोलेट है। स्वास्थ विभाग अब सबकी हिस्ट्री खंगालने में जुटा हुआ है। रिपोर्ट आने के बाद बहराइच शहर के दरगाह थाने के एसएचओ विनय सरोज ने कोरोना पॉजिटिव महिला के परिजनों से उनकी ट्रेवेल हिस्ट्री की जानकारी ली व उनके ड्राइवर के घर पहुंचकर उसकी भी जानकारी प्राप्त की।

संक्रमितों में अधिकतर प्रवासी मजदूर

संक्रमित मरीजों में कई प्रवासी मजदूर हैं, जो दिल्ली से चलकर बहराइच स्थित अपने घर पहुंचे थे, जो काफी समय तक अपने गांव में अपने घर पर भी रुके थे। 8 मरीजों में एक युवक लगभग 20 दिन पहले से अपने गांव वजीरपुर में रह रहा था। जिसे कुछ दिन पहले बुखार आने पर गांव वालों ने सूचना देकर अस्पताल में आइसोलेट कराया था। जहां उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिले से भेजे गए 382 सैंपल में 260 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है। लेकिन एकाएक 8 लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से जिला प्रशासन की नींद उड़ गई है। सीएमएस डॉक्टर डीके सिंह ने बताया कि, टीम ने पीड़ित के परिवारों को भी क्वारैंटाइन करा रही है।



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एक साथ आठ केस पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन की नींद उड़ गई है। अभी तक ये जिला कोरोना फ्री था। प्रशासन ने आपातकालीन बैठक बुलाकर संक्रमितों का हर ब्यौरा जुटाने का प्रयास शुरू किया है।




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आगरा एक्सप्रेस वे पर हुए अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई कार, हादसे में दरोगा की मौत

आगरा में तैनात दरोगा की कार फिरोजाबाद के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में दरोगा की मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि उनकी कार अनियंत्रित होकर दूसरी साइड चली गई थी। हादसा बुधवार रात्रि करीब साढ़े आठ बजे माइलस्टोन 44.8 किलोमीटर आगरा की ओर हुआ। मटसेना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

मटसैना थाना इलाके में हुआ हादसा
कन्नौज के नंदपुर गांव निवासी विजय सिंह (48) की आगरा के पाय चौकी में बतौर इंचार्ज तैनाती थी। जानकारी के अनुसार वे किशोरी के अपहरणकर्ता की तलाश में कार से फिरोजाबाद जा रहे थे। लेकिन आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे फिरोजाबाद के मटसैना थाना क्षेत्र में गांव दतावली के पास अचानक कार के सामने एक मवेशी आ गया। जिससे दरोगा की कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराते हुए दूसरी तरफ से आ रही एक कार से टकरा गई। हादसे की सूचना पर पुलिस व यूपीडा की गाडियां मौके पर पहुंची और दरोगा को अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

स्वयं कर रहे थे ड्राइव

दरोगा विजय सिंह अपनी कार खुद ही ड्राइव कर रहे थे। दरोगा विजय सिंह साल 1989 बैच के सिपाही थे। प्रोन्नत पाकर 2015 में दरोगा बने थे। उन्होंने दो माह पहले बेटी की शादी की थी।



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मृतक दरोगा विजय सिंह।- फाइल




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काशी में बच्चियों ने कॉलोनी को किया लॉकडाउन; बैरिकेडिंग कर लोगों का आना-जाना किया बंद

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में सिगरा थाना क्षेत्र के अशोक नगर कॉलोनी के बच्चों ने लॉकडाउन का शति प्रतिशत पालन कराने के लिए मुहिम छेड़ी है। बच्चों ने कॉलोनी की मुख्य सड़क पर बैरिकेडिंग कर दी है। बच्चों का कहना है कि, कॉलोनी के तमाम लोग बेवजह बाहर जाते थे। सब्जी वाले भी मोहल्ले का चक्कार लगाते थे। जिससे भीड़ जुटती है। सोशल डिस्टेंसिंग भी फॉलो नहीं किया जाता था। बच्चों की इस मुहिम में बड़े भी साथ दे रहे हैं। अब वही लोग बाहर निकल रहे हैं, जिन्हें किसी चीज की सख्त जरुरत होती है।

अब तक 19 टेस्ट पॉजिटिव

वाराणसी में अब तक 19 टेस्ट पॉजिटिव आ चुके हैं। इनमें छह को डिस्चार्ज कर दिया गया है। प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। प्रशासन ने नगर में विद्युत उपकरणों की खरीद एवं मरम्मत कार्य के लिए कुल 65 दुकानों को चिन्हित किया है, जो होम डिलीवरी के रूप में विद्युत उपकरणों के साथ-साथ घरों पर इलेक्ट्रीशियन भेजकर मरम्मत का कार्य भी कराएंगे।दुकानें सुबह 10 बजे तक ही खुली रहेंगी।

बच्चों ने कहा- लॉकडाउन का पालन करिए

  • तान्या ने बताया कि, कॉलोनी के लोग लॉकडाउन का पालन नहीं करते थे। भीड़ लगाकर बातचीत किया करते थे। दूसरे लोग भी इधर से जाते आते थे। सरकार, पुलिस, डॉक्टर, नर्स, सफाईकर्मी जान पर खेल कर जंग लड़ रहे हैं। हम लोगों ने सीख के नाते ऐसा किया है। लोग शर्म के मारे फालतू न घूमें।
  • नंदिनी मौर्या ने बताया कि, लाकडाउन का फॉलो करना सभी का दायित्व है। बाहरी लोगों को समझना चाहिए कि वायरस कितनी तेजी से फैल रहा है। कालोनी के बाहर के लोगों का प्रवेश वर्जित है। हम सभी को सुरक्षित रखना चाहते हैं। हमें भी सभी का सपोर्ट चाहिए, ताकि लोग लाकडाउन फॉलो करें।


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काशी में अशोक नगर के बच्चों ने मोहल्ले को लॉकडाउन किया।




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संगमनगरी में कोरोना कैरियर बने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर की घेराबंदी शुरु, खूफिया एजेंसियां खंगाल रही कुंडली

दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात में शामिल होकर लौटे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद की कुंडली खंगाल रही पुलिस जल्द से जल्द उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है। वहीं, इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन भी प्रोफेसर शाहिद पर कार्रवाई करने की फाइल तैयार कर रहा है। फिलवक्त 7 सात इंडोनेशियाई और 9 थाईलैंड के नागरिकों समेत 29 लोगों के साथ केंद्रीय कारागार नैनी के महिला बैरक में रखे गए प्रोफेसर शाहिद पर महामारी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज है। मुख्यमंत्री के आदेश पर प्रयागराज पुलिस प्रशासन सभी तब्लीगी जमातियों को सेंट्रल जेल नैनी से हटाकर यमुनापार के घूरपुर इलाके में स्थित ग्रीन फील्ड स्कूल में बनाई गई अस्थाई जेल में रखे जाने की तैयारी में जुटे हुए हैं।

खुफिया एजेंसियां खंगाल रहीं प्रोफेसर की कुंडली

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में वर्ष 1988 में तत्कालीन कुलपति वहीदउद्दीन मलिक के कार्यकाल में प्रोफेसर शाहिद की नियुक्ति से लेकर अब तक की कुंडली खुफिया एजेंसियों ने खंगाल ली है। उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि से लेकर करीबियों की भी फाइल तैयार हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक परिवार के पांच सदस्यों तथा चार छात्रों समेत मो. शाहिद के 28 करीबियों को रडार पर रखकर उनके संपर्कों को भी खंगाला जा रहा है। प्रोफेसर चार मोबाइल प्रयोग करते थे। सभी कनेक्शन उनके नाम है। पुलिस उनके सभी नम्बरों की भी कॉल हिस्ट्री निकाल कर खंगाल रही है।


अंतिम बार दिसंबर महीने में विदेश गए थे प्रोफेसर

खुफिया एजेंसियों ने यह ब्यौरा भी जुटा लिया है कि प्रोफेसर शाहिद इथोपिया, सोमालिया, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, उज्बेकिस्तान, टर्की समेत कई देशों की यात्रा कर चुके हैं। वहां मुस्लिम संगठनों के कार्यक्रमों में हिस्सा ले चुके हैं। उन संगठनों के बारे में छानबीन के लिए भारतीय दूतावासों समेत अन्य एजेंसियों की भी मदद ली जा रही है। खासतौर पर इथोपिया की राजधानी अदीस अबाबा स्थित मुस्लिम संगठनों को खास टारगेट पर रखा गया है। दरअसल, प्रो. शाहिद अदीस अबाबा में मुस्लिम संगठनों के दो जलसे में एक-एक हफ्ते के लिए जा चुके हैं। अंतिम बार वह दिसंबर 2019 में आठ दिन के लिए अदीस अबाबा गए थे।

पॉलिटिकल कनेक्शन पर भी है पुलिस की नजर

इस्लामिक पॉलिटिकल थॉट, इस्लामिक डायसपोरा इन द वर्ल्ड के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले प्रोफेसर के निजामुद्दीन शहर के उच्च मुस्लिम वर्ग में विशेष पहचान है। कई सफेदपोश से भी उनके नजदीकी रिश्ते हैं। पुलिस उनका पॉलिटिकल कनेक्शन भी तलाश रही है।

मुस्लिम यूनिवर्सिटीज की तरफ था ज्यादा झुकाव

प्रोफेसर शाहिद का मुस्लिम विश्वविद्यालयों, शिक्षकों और छात्र-छात्राओं की तरफ झुकाव अधिक था। मूलरूप से मऊ जनपद के दक्षिण टोला कोतवाली स्थित बुलाकी का पूरा निवासी प्रोफेसर वर्ष 1988 में इविवि के राजनीति विज्ञान विभाग में लेक्चरर नियुक्त हुए। 2003 में जेएनयू से पीएचडी की उपाधि हासिल करने के बाद 2004 में वह रीडर के पद पर पदोन्नत हुए। 2015 में प्रोफेसर नियुक्त किए गए। एएमयू, जेएनयू और जम्मू विवि में इनकी पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है। वहां के शिक्षकों को अक्सर वह बुलाते भी थे। प्रो. शाहिद के बड़े भाई प्रो. एसए अंसारी इविवि में वाणिज्य विभाग में और भांजा डॉ. कासिफ उर्दू विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं।

आईजी ने कहा- कई अहम तथ्य सामने आए, चल रही जांच

आइजी रेंज प्रयागराज केपी सिंह ने बताया कि प्रोफेसर को जेल भेजने के बाद उनकी स्थानीय गतिविधियों को लेकर पुलिस तथा सर्विलांस टीमें जांच कर रही हैं। उनके विदेश कनेक्शन की जांच खुफिया एजेंसियां कर रही हैं। कई अहम तथ्य सामने आए हैं। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।



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ये तस्वीर प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद की है। इन्होंने प्रयागराज में जमातियों को शरण दी थी। पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज किया है।




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8 नए केस: संक्रमितों की संख्या 335 पहुंची, इनमें 62 मरीज सैफई मेडिकल कॉलेज शिफ्ट

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में संक्रमितों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार को यहां 8 नए संक्रमित मिले। इससे अब संक्रमितों की संख्या 335 पहुंच गई है। इनमें 6 की मौत हो चुकी है। जबकि 30 पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। इसी के साथ यहां हॉटस्पॉट की संख्या भी 84 हो गई है। मेडिकल कॉलेज में एक लैब टेक्नीशियन भी संक्रमित मिला है। यहां कोरोना का सबसे बड़े हॉटस्पॉट पारस अस्पताल को प्रशासन ने दोबारा सील किया है। जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने बताया कि, यहां से 62 संक्रमित मरीजों को बेहतर इलाज के लिए सैफई पीजीआई शिफ्ट किया गया है।

प्रशासन ने यहां नेशनल हाइवे 2 स्थित हिंदुस्तान कॉलेज कैंपस को नया क्वारैंटाइन सेंटर बनाया है। यहां 600 संक्रमितों को रखने की व्यवस्था है। जिसमें कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था की गई है। अभी तक कई जगहों पर कोरोना संदिग्ध रखे गए थे। जिन्हें संभालने में प्रशासन को कठिनाई आ रही थी। प्रशासन के मुताबिक, जिले में अब तक 500 ज्यादा लोगों को इंस्टिट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा जा चुका है।

एसएन मेडिकल कॉलेज का एक लैब टेक्नीशियन भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। टेक्नीशियन कोरोना संदिग्धों के सैंपल लेते हुए वक्त संक्रमित हुआ है। अब तक मेडिकल कॉलेज के चार डॉक्टर समेत छह स्टाफ संक्रमित हो चुके हैं। इससे पहले एक एंबुलेंस ड्राइवर भी संक्रमित मिला था। इसके बाद से अब मेडिकल स्टॉफ में भय है। गुरुवार को माइक्रोबायोलॉजी लैब में टेक्नीशियनों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है।



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नेशनल हाइवे 2 स्थित हिंदुस्तान कॉलेज कैंपस को नया क्वारैंटाइन सेंटर बनाया गया है।




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आज 24 नए केस; तब्लीगी जमात के संक्रमितों की संख्या 1000 के पार, मुरादाबाद में 35 पुलिसवाले क्वारैंटाइन

उत्तरप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1473 हो गई है। गुरुवार को 24 रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। इनमेंकानपुर में14, आगरा में8 और लखनऊ में2 मरीजमिले। कुलसंक्रमितों मेंतब्लीगी जमातियों की संख्या 1004 है।राज्य में संक्रमितों की संख्या1473 हो गई है। इनमें से 1279 का इलाज चल रहा है। 173 मरीज ठीक हुए हैं, जबकि 21 की मौत हुई है।राहत की बात यहहै कि11 जिले कोरोना मुक्त हो चुके हैं।

प्रदेश में 472 की रिपोर्ट आना बाकी
संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में सबसे ज्यादा 327 मरीज आगरा में हैं। इसके बाद लखनऊ में 182 मरीजहैं। यूपी में 42192 लोगों के सैम्पलजांच के लिए लैब में भेजे गए।इनमें से 40255 की रिपोर्ट निगेटिव आई। 472 मरीजों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। प्रतापगढ़, पीलीभीत, हाथरस, प्रयागराज, महाराजगंज, बरेली, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, शाहजहांपुर, हरदोई और कौशांबी जिले कोरोना मुक्त हो गए हैं।

कोरोना से संबंधित अहम अपडेट

  • मुरादाबाद:यहां 35 पुलिसकर्मियों को अलग-अलग होटलों मेंक्वारैंटाइन किया गया है। दरअसल,जिले में 15 अप्रैल को कोरोना से मारे गए व्यक्तिके परिजनको क्वारैंटाइन कराने गई स्वास्थ्य टीम पर हमला किया गया था। इस मामले में पुलिस ने 18 लोगों को हिरासत में लिया था। इनमें पांच लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
  • गौतम बुद्ध नगर:दिल्ली-नोएडा बॉर्डर सील कर दिया गया है। आपातकालीन सेवा में लगे वाहनों को ही आवाजाही की मंजूरी है। 20 अप्रैल को लॉकडाउन में सशर्त छूट दिए जाने के बाद यहां लोग सड़कों पर निकल आएथे। बॉर्डर पर जाम की स्थिति पैदा हो गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बॉर्डर सील करने का निर्देश दिया था।
  • बहराइच:जिले में गुरुवार को कोरोनावायरस के 8टेस्ट पॉजिटिव पाए गए। जिलाधिकारीने अफसरों के साथ इमरजेंसी मीटिंगकी। संक्रमितों में से 6 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि,एक को शेल्टर होम और एक को घर पर आइसोलेट किया गया है।
  • आगरा: जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मिलने से प्रशासन औरशहरवासियों की चिंताएं बढ़गईहैं। बुधवार देर शाम कोराना के 19 नए मामले सामने आए। यहां संक्रमितों की संख्या 327 हो गई है। बताया जा रहा है किइनमें सब्जी वाले, दूध बेचने वाले, मेडिकल वाले और एंबुलेंस कर्मी भी शामिल हैं।
वाराणसी में गुरुवार सुबह किराना स्टोर पर ग्राहकों की लाइन लग गई। यहां लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दिखे।

तीन नई लैब खोलने के लिए 13 करोड़ रुपए रिलीज
योगी सरकार ने अलीगढ़, मुरादाबाद और सहारनपुर में मॉलिक्युलर लैब खोलने के लिए 13 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की है। इससे पहले 12 लैब खोलने के लिए 54 करोड़ रुपए मंजूर किए जा चुके हैं। राज्स में 15 लैब में पहले से ही कोरोना की जांच हो रही है।

प्रदेश में अब1473कोरोना पॉजिटिव

आगरा327, लखनऊ 182, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) 103, सहारनपुर 98,मुरादाबाद 94, कानपुर नगर 91, मेरठ 82, फिरोजाबाद 65, गाजियाबाद 48, रायबरेली 43, बिजनौर 28, शामली 26, अमरोहा 23, बुलन्दशहर 22, बस्ती 20, वाराणसी 19, हापुड़ 18, सीतापुर 17, रामपुर 16, बागपत 15, बदायूं 13, मुजफ्फरनगर 12, औरैया9, बहराइच 8, संभल, आज़मगढ़ और मथुरा 7-7,महाराजगंज, प्रतापगढ़, गाजीपुर, कन्नौज औरबरेली 6-6,जौनपुर औरअलीगढ़ 5, एटा, लखीमपुर खीरी, हाथरस, मैनपुरी 4-4, मिर्जापुर, बांदा,कासगंज 3-3,पीलीभीत, कौशाम्बी, सुल्तानपुर,हरदोई, इटावा में2-2, भदोही, उन्नाव, शाहजहांपुर, संतकबीरनगर, गोंडा, मऊ, बाराबंकी,प्रयागराजमें एक-एककी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

  • 173 डिस्चार्ज किएगए:आगरा 18, लखनऊ 9, गाजियाबाद 13, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) 44, लखीमपुर-खीरी 4, कानपुर नगर 1, पीलीभीत 2, मुरादाबाद 1, वाराणसी 6, शामली 2, जौनपुर 4, मेरठ 17, बरेली6, बुलन्दशहर 2, गाजीपुर 5, आजमगढ़ 3, फिरोजाबाद 3, हरदोई 2, प्रतापगढ़ 6, शाहजहांपुर 1, महाराजगंज 6, हाथरस 4, बाराबंकी 1, कौशाम्बी 2, सीतापुर 6, प्रयागराज 1 औररामपुर 4 कोरोना मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है।
  • अब तक 21 हो चुकी मौत: बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, कानपुर, लखनऊ, फिरोजाबाद और अलीगढ़ में 1-1, मुरादाबाद में 5, मेरठ में 3 औरआगरा में कोरोना से अब तक कुल 6 मौतें हुईं। 90,248 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की है। प्रदेश में कुल 62,946 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 11,826 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है।


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20 अप्रैल को लॉकडाउन में रियायत के बाद दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर जाम लग गया था। इसके बाद योगी सरकार के निर्देश पर इस सीमा को सील कर दिया गया है।




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महामारी छिपाने वालों की खैर नहीं; 34 जिलों में बनी अस्थाई जेल; यहां 288 लोगों को रखा गया, आगरा में बिगड़े हालात

उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। गुरुवार को 24 नए मामले सामने आए। जिनमें लखनऊ के दो, कानपुर के 14 और आठ मामले आगरा के हैं। अब तक राज्य में 1473 संक्रमित हो गए हैं। जबकि, 1279 एक्टिव केस हैं। बुधवार देर रात तक 112 नए केस पॉजिटिव मिले थे। इनमें नेपाल मूल की एक महिला समेत 8 रोगी बहराइच के थे। वहीं, संक्रमित तब्लीगी जमातियों की संख्या 1004 होगई है। राहत की बात यह है कि 11 जिले कोरोना मुक्त हो चुके हैं। अब तक 173 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है। प्रदेश के 34 जिलों में अस्थाई जेल का निर्माण किया गया है।


अस्थाई जेलों में बंद हुए 156 विदेशी समेत 288 लोग
कोरोना महामारी छिपाने के आरोप में राज्य में कई कार्रवाई भी हुई है। राज्य सरकार ने प्रदेश के 34 जिलों में अस्थाई जेलों का निर्माण किया है। इन अस्थाई जेलों में अब तक 156 विदेशी नागरिकों समेत 288 लोगोंको रखा गया है। विदेशियों में फ्रांस, मोरक्को, मलेशिया, थाईलैंड, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, बांग्लादेश, सूडान, फिलिस्तीन, सीरिया, माली के नागरिक शामिल हैं। लखनऊ के कश्मीरी मोहल्ला म्युनिसिपल गर्ल्स इंटर कॉलेज को अस्थाई जेल बनाया गया है। यहां 19 पुरुष और 4 महिला विदेशी नागरिक रखे गए हैं। विदेशियों में मलेशिया के 2, किर्गिस्तान के 23, कजाकिस्तान के 2, बांग्लादेश के 54, इंडोनेशिया के 41, सूडान के 4, थाईलैंड के 13 विदेशी नागरिक शामिल हैं। लखनऊ व बुलंदशहर की अस्थाई जेल में 4-4 विदेशी महिला नागरिकों को रखा गया है।


कोरोना पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण-

ये है आंकड़े: अभी तक उत्तरप्रदेश के आगरा में 327, लखनऊ में 182, गाजियाबाद में 48, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 103, लखीमपुर खीरी में 4, कानपुर नगर में 91, पीलीभीत में 2, मुरादाबाद में 94, वाराणसी में 19, शामली में 26, जौनपुर में 5, बागपत में 15, मेरठ में 82, बरेली में 6, बुलन्दशहर में 22, बस्ती में 20, हापुड़ में 18, गाजीपुर में 6, आज़मगढ़ में 7, फिरोजाबाद में 65, हरदोई में 2, प्रतापगढ़ में 6, सहारनपुर में 98 व शाहजहांपुर में 1, बांदा में 3, महराजगंज में 6, हाथरस में 4, मिर्जापुर में 3, रायबरेली में 43, औरैय्या में 9, बाराबंकी में 1, कौशाम्बी में 2, बिजनौर में 28, सीतापुर में 17, प्रयागराज में 1, मथुरा में 7 व बदायूं में 13, रामपुर में 16, मुजफ्फरनगर में 12, अमरोहा में 23, भदोहीं में 1, कासगंज में 3 व इटावा में 2, संभल में 7, उन्नाव में 1, कन्नौज में 6, संतकबीरनगर में 1, मैनपुरी में 4, गोंडा में 1, मऊ में 1, एटा में 3 व सुल्तानपुर में 2, बहराइच में 8,श्रावस्ती के 3व अलीगढ़ में 5 की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

173 डिस्चार्ज किए गए: आगरा से 18, लखनऊ से 9, गाजियाबाद से 13, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 44, लखीमपुर-खीरी से 4, कानपुर नगर से 1, पीलीभीत से 2, मोरादाबाद से 1, वाराणसी से 6, शामली से 2, जौनपुर से 4, मेरठ से 17, बरेली से 6, बुलन्दशहर से 2, गाजीपुर से 5, आज़मगढ़ से 3, फिरोजाबाद से 3, हरदोई से 2, प्रतापगढ़ से 6, शाहजहांपुर से 1, महराजगंज से 6, हाथरस से 4, बाराबंकी से 1, कौशाम्बी से 2, सीतापुर से 6, प्रयागराज से 1 व रामपुर से 4 कोरोना मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है।

21 हो चुकी मौत: बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, कानपुर, लखनऊ, फिरोजाबाद व अलीगढ़ में 1-1, मुरादाबाद में 5, मेरठ में 3, व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 6 मौतें हुईं। वहीं 90,248 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की है। प्रदेश में कुल 62,946 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 11,826 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है।



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यूपी में महामारी छिपाने के आरोप में अब तक विदेशियों में मलेशिया के 2, किर्गिस्तान के 23, कजाकिस्तान के 2, बांग्लादेश के 54, इंडोनेशिया के 41, सूडान के 4, थाईलैंड के 13 विदेशी नागरिकों को अस्थाई जेल में रखा गया है। 




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रायबरेली में कोरोना वॉरियर्स को मिला गेस्ट हाउस; सीडीओ बोले- करना होगा कोविड प्रोटाकॉल का पालन

उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में कोरोना संक्रमितों के इलाज में जुटे डॉक्टरों को लिए अब एक गेस्ट हाउस की व्यवस्था की गई है। इससे पहले ये सभी बछरावां में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में थे। लेकिन बुधवार को वीडियो जारी कर सेंटर की दुर्दशा का जिक्र किया था। साथ ही खुद को असुरक्षित बताया था। जिसका दैनिक भास्कर ने 'कोरोना वॉरियर्स का छलका दर्द / 25 की टीम पर 20 लीटर मिला पानी; नहाने के लिए एक वॉशरूम, वीडियो जारी कर डॉक्टर ने कहा- हमें पिकनिक नहीं, सुरक्षा तो मिले' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिसका संज्ञान लेकर सीडीओ खुद मौके पर पहुंचे और गेस्ट हाउस की व्यवस्था कराई है।

पहले फटकारा बाद में बदले सुर
मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल बुधवार रात आइसोलेशन सेंटर पहुंचे। सीडीओ ने कोरोना वॉरियर्स से पूछा कि वॉशरूम के अलावा आपको क्या चाहिए? जवाब मिला बाथरूम। थोड़ी देर बातचीत के बाद सीडीओ ने कहा देखिए समझ लीजिए जो हमारे पास फैसिलिटीज है, वही हम दे सकते हैं। इस पर कोरोना वॉरियर्स ने रोज घर आने जाने की बात कही तो सीडीओ प्रोटोकाल का हवाला दिया। कहा 'जो प्रोटोकाल है, आप लोग इसी परिधि मे रहेंगे वही हम लोग फालो कर रहे हैं।' इसके बाद मेडिकल स्टाफ ने अपनी सुरक्षा से सम्बंधित कई मुद्दे उठाए तो सीडीओ के सुर बदल गए। कहा कि 'आप लोग जिस तरह से बात कर रहे वो सही नही है।' लंबी बातचीत के बाद सीडीओ उसी बिल्डिंग मे एक्टिव क्वारैंटाइन के लिए अड़े थे और मेडिकल स्टॉफ कह रहा था कि ये नही हो सकता है।

सीएमओ ने अपनी रिपोर्ट में आइसोलेशन सेंटर को अनुपयुक्त माना
सीएमओ संजय कुमार शर्मा ने बताया कि मैंने भी उस जगह का निरीक्षण किया तो वो स्थल संतोषजनक नहीं लगा। प्रशासन के सहयोग से गीतांजलि गेस्ट हाउस में अब एक्टिव क्वारैंटाइन की व्यवस्था कराई गई है। अब वहां पर उनको ताजा और बढ़िया खाना उपलब्ध हो सके, इसके लिए भी मैंने व्यवस्था करा दी है। ताकि रहने और खाने के लिए मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ असंतुष्ट था वो न रहे और पूरी तरह से संतुष्ट होकर के वो अपने कार्य मे जुटे।


यह है मामला?
बुधवार को बछरावां में बने आइसोलेशन सेंटर से कोरोना वॉरियर्स का एक वीडियो सामने आया था। आरोप लगाया था कि, उन्हें न तो सही भोजन दिया जा रहा न ही पर्याप्त पानी। 25 की टीम पर 20 लीटर पानी मिल रहा है। सेंटर का बाथरूम चोक है। एक बाथरूम में 25 लोगों को नहाना पड़ रहा है। पीपीई किट भी संक्रमण रोक पाने में अक्षम है। डॉक्टरों ने साफ कहा कि, वे यहां पिकनिक मनाने नहीं आए हैं। लेकिन हमें सुरक्षा तो जरूर चाहिए। यदि कोई एक पॉजिटिव हो गया तो पूरी टीम संक्रमित हो जाएगी। आरोप है कि, शिकायत करने के बाद भी सुविधाएं नहीं दी गई हैं।



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सीएमओ ने बछरावां में बने आइसोलेशन सेंटर का निरीक्षण किया था। उन्होंने भी इसे अनुपयोगी बताया था। इसके बाद प्रशासन ने नई जगह ठहरने की व्यवस्था कराई है।




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उर्सला हॉस्पिटल में खुले में फेंके जा रहे यूज्ड पीपीई किट; कर्मी बोले- इससे संक्रमण की फैलने की संभावना, सीएमओ कर रहे नजरअंदाज

कोरोनावायरस को मात देने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है। लेकिन, कानपुर के उर्सला अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा प्रयोग की जा रही पीपीई किट, मास्क व ग्लब्स आवासीय परिसर में फेंके जा रहे हैं। स्वास्थ्यकर्मियों ने इस बाबत कई बार सीएमओ से शिकायत की, लेकिन अभी महकमा लापरवाही बना हुआ है। इससे कर्मियों में कोरोनावायरस से संक्रमित होने का भय है।

उर्सला अस्पताल में बनाया गया कंट्रोल रूम

जिला अस्पताल उर्सला में कोविड-19 का कांट्रोल रूम बनाया गया है। कोविड-19 से संबधित जब कोई भी कॉल आती है तो उर्सला अस्पताल से एंबुलेंस और डाक्टरों की टीम को भेजा जाता है। कोरोना संदिग्धों और संक्रमितों के सैंपल लिए जाते हैं। इसके साथ ही संक्रमितों को एडमिट भी किया जाता है। मेडिकल स्टॉफ कोरोना मरीजों का इलाज पीपीई किट, मास्क और ग्लब्स पहन कर करते हैं। इसके बाद उसी पीपीई किट, ग्लब्स और मास्क को उर्सला के अवासीय परिसर में फेंक दिया जाता है। इसके साथ ही संक्रमित मरीजों को लाने वाली एंबुलेंस को भी अवासीय परिसर में धुला जाता है।

आवासीय परिसर के इर्द-गिर्द पड़े मेडिकल कचरा।

कर्मी ने कहा- परिवार में संक्रमण फैलने का खतरा

अवासीय परिसर में रहने वाले लोगों को इस बात का संदेह है कि इस तरह से यूज किए गए मास्क और पीपीई किट खुले में फेके जाएंगे तो उन्हें भी संक्रमण भी का खतरा हो सकता है। बल्कि यह ऐसा मेडिकल कचरा है, जिसको नष्ट किया जाए चाहिए। इसे खुले में नहीं फेंकना चाहिए। परिसर में रहने वाले स्वास्थ्यकर्मी मोहम्मद रईश ने कहा- मैं उर्सला हॉस्पिटल कैंपस में रहता हूं। लेकिन, यहां खुले में पीपीई किट फेंके जाने से परिवार को संक्रमित होने का खतरा है। बताया कि, सीएमओ अशोक शुक्ला से इस बात की शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। सीएमओ इस संबंध में कुछ भी कहने तैयार नहीं हैं। वह फोन भी रिसीव नहीं कर रहे हैं।



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ये तस्वीर कानपुर के उर्सला अस्पताल की है। यहां आवास में रहने वालों में खुले में फेंके जाने वाले पीपीई किट से संक्रमित होने का भय है।




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तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद के फार्म हाउस पर दिल्ली की क्राइम ब्रांच टीम ने छापेमारी की; डेढ़ घंटे छानबीन के बाद वापस लौटी

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने गुरुवार सुबह निजामुद्दीन मरकज के प्रमुखमौलाना मोहम्मद साद कंधालवी के शामली स्थित फार्म हाउस पर छापेमारी की।सुरक्षा के लिहाज से क्राइम ब्रांच टीम ने पीपीई किट पहना था। करीब डेढ़ घंटे छानबीन के बाद टीम वापस दिल्ली लौट गई है। टीम ने मौलाना साद के परिजनों से भी पूछताछ की है।उत्तर प्रदेश में तब्लीगी जमातियों के चलते कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। अब तक मिले 1473 पॉजिटिव केस में 1004 जमाती हैं। कई जमाती अभी भी जांच के लिए सामने नहीं आ रहे हैं। बीते दिनों आजमगढ़-कानपुर में पुलिस और जौनपुर में डीएमने जमातियों पर इनाम भी घोषित किया था। फिलहाल, पुलिस कोमौलाना साद की भी तलाश है।

कांधला थाना एसएचओ कर्मवीर ने बताया कि, दिल्ली क्राइम ब्रांच की पांच सदस्यीय टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से मौलाना साद के फार्म हाउस पर छापेमारी की। करीब डेढ़ घंटे तक क्राइम ब्रांच ने उनके परिजनों से बात की है। हालांकि, क्राइम ब्रांच के हाथ क्या लगा? इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है। टीम वापस दिल्ली जा चुकी है।

जमात में शामिल हुए थे पांच हजार से ज्यादा लोग
दिल्ली के निजामुद्दीदन मरकज में 1 से 15 मार्च के बीच हुए कार्यक्रम में देश-विदेश के 5 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे, लेकिन इसके बाद भी करीब 2000 लोग यहां रुके रहे, जबकि ज्यादातर लॉकडाउन से पहले अपने घरों को लौट गए। मौलाना पर इस आयोजन में शामिल लोगों को कोरोना पर गुमराह करने और लोगों की जान खतरे में डालने का आरोप है। दिल्ली की क्राइम बांच अब तक दो बार उसे नोटिस जारी कर चुकी है। वहीं, यूपी सरकार ने भी मौलाना साद की गिरफ्तारी के लिए 5 टीमें गठित की हैं।

22 राज्यों में संक्रमण का खतरा बढ़ा
मरकज से संक्रमण उत्तर प्रदेश समेत देश के 22 राज्यों तक पहुंचा। इनमें तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, असम, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, पुडुचेरी, कर्नाटक, अंडमान निकोबार, आंध्रप्रदेश, श्रीनगर, दिल्ली, ओडिशा, प.बंगाल, हिमाचल, राजस्थान, गुजरात, मेघालय, मणिपुर, बिहार, केरल और छत्तीसगढ़ शामिल हैं।

यूपी में अब तक 1400 से अधिक जमाती पकड़े गए
मरकज मामला सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को जामातियों को ढूंढकर तुरंत क्वारैंटाइन करने काआदेश दिया था। मरकज में संक्रमण का खुलासा होने के बाद केंद्र ने देशभर के 10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में कोरोना के 16 हॉटस्पॉट चिह्नित किए। ये वो इलाकेहैं, जहां संक्रमण का सामुदायिक फैलाव (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) हो सकता है। वहीं, यूपी में अब तक 1400 से ज्यादा जमाती खोजे जा चुके हैं। इनमें 355 से अधिक विदेशी जमाती हैं। जिन पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। इनके वीजा रद्द किए जा चुके हैं।



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निजामुद्दीन मरकज मामले की आरोपी मौलाना साद का फार्म हाउस यूपी के शामली जिले में है।




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बहराइच में किसान पर हमले के बाद घर में छिपा तेंदुआ; घेराबंदी कर ग्रामीणों ने पीट पीटकर मार डाला

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में लॉकडाउन के बीच कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग से सटे क्षेत्रों में वन्यजीवों के हमले बढ़ गए है। गुरुवार को सुजौली वन रेंज के धनियाबेली गांव में तेंदुए ने किसान पर हमला कर उसे घायल कर दिया। उसके शोर मचाने पर जब लोग दौड़े तो तेंदुआ आबादी में जाकर एक मकान में छिप गया। इसके बाद ग्रामीणों ने घेराबंदी कर करते हुए उसे लाठी-डंडों से पीट कर मार डाला। वनकर्मियों ने मृत तेंदुए के शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

एक साल की उम्र का था तेंदुआ
दरअसल, गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे खेत में गेहूं काट रहे धनियाबेली निवासी किसान राजू (20 वर्ष) गुरुवार सुबह अपने खेत में गेहूं की कटाई कर रहे थे। तभी तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। राजू ने मदद के लिए शोर मचाया तो आसपास खेतों में काम कर रहे अन्य किसानों ने लाठी लेकर तेंदुए की तरफ दौड़े। जिस पर तेंदुआ छोटेलाल के मकान में घुस गया। जहां ग्रामीणो ने उसे बुरी तरह पीटा।ग्रामीणों ने वन विभाग को घटना की जानकारी दी। तेंदुए की उम्र करीब एक साल बताई जा रही है।

फील्ड डायरेक्टर दुधवा ने जताई नाराजगी
सूचना मिलते ही सुजौली रेंज के वनकर्मी व पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंच भीड़ को नियंत्रित किया। वनकर्मी तेंदुए को वापस जंगल में भगाने का प्रयास करने लगी। भीड़ को देख गुस्साए तेंदुए ने घर से निकल फॉरेस्ट गार्ड पवन शुक्ला पर हमला किया। इसके बाद तेंदुआ गांव के समीप गन्ने के खेत में चला गया। जहां उसकी मौत हो गयी। तेंदुए के मौत की खबर पाकर मौके पर पहुंचे फील्ड डायरेक्टर दुधवा संजय पाठक भी पहुंचे। घायलों को अस्पताल भेजा गया है। फील्ड डायरेक्टर ने ग्रामीणों पर कार्रवाई के लिए निर्देश दिया है।



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वनकर्मियों ने मृत तेंदुए के शव को अपनी अभिरक्षा में लिया।




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15 जिलों में 1 हफ्ता कैंप करेंगे नोडल अफसर, प्रशासनिक व चिकित्सकीय खामियों की बनाएंगे रिपोर्ट

कोरोना के खिलाफ जारी जंग में गुरुवार को योगी सरकार ने 20 या उससे अधिक संक्रमितों वाले जिलों में दो नोडल अधिकारी तैनात करने का निर्णय लिया है। इसमें सीनियर आइएएस और मेडिकल अफसर शामिल होंगे। आइएएस अफसर जिले की प्रशासनिक खामियों को दूर करते हुए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएगा, जबकि मेडिकल अफसर स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करेंगे। संबंधित जिले में अपने आकलन के आधार पर शासन को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इस तरह राज्य के 15 जिलों में नोडल अधिकारी भेजे जाएंगे। ये वहां एक हफ्ते कैंप करेंगे।

माल वाहक गाड़ियों में बैठे मिले लोग तो होगी कार्रवाई

गुरुवार को टीम इलेवन के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराने का निर्देश दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर मिली रही शिकायतों पर सीएम ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा-शहरों के घनी आबादी वाले क्षेत्र व मंडी क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। उन्होंने डीएम व एसएसपी को हर हाल में सामाजिक दूरी का पालन कराए जाने का निर्देश दिया है। फील्ड में तैनात सभी अधिकारी नियमित पेट्रोलिंग करें। यह सुनिश्चित करें कि आवश्यक सप्लाई चैन से जुड़ी गाड़ियों को चेक किया जाए, अनाधिकृत रूप से ट्रकों में लोगों को बैठाने पर ट्रक जब्त कर लिया जाएगा मालवाहक गाड़ियों मेंकेवल ड्राइवर और क्लीनर गाड़ी में रहेंगे।यह भी कहा कि, क्वारैंटाइन सेंटर में पूल टेस्टिंग भी कराई जाए।

187 मरीज डिस्चार्ज, 21 की मौत

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन ने बताया कि, प्रदेश के 56 जिलों में अब तक 1507 टेस्ट पॉजिटिव मिले हैं। जिनमें 1299 एक्टिव केस हैं। 11 जिलों में अब कोई भी कोरोना का एक्टिव केस नहीं है। 187 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। 21 की मौत हुई। जबकि, तब्लीगी जमाती व उनके संपर्क में आए 1004 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें 938 एक्टिव केस हैं। बताया कि, 3737 सैंपल बुधवार को लिए गए हैं। इनमें 3955 की जांच की गई। पूल टेस्टिंग भी लगातार हो रही है।



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स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव अमित मोहन ने कहा- जनसंख्या के लिहाज से प्रदेश की हालत बेहतर है।




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क्रिकेट आयोजित कराने के आरोप में बाराबंकी के भाजपा नेता समेत 29 पर एफआईआर

कोरोनावायरस को मात देने के लिए संपूर्ण भारत में लॉकडाउन है। लोग घरों में कैद हैं। बावजूद इसके कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला बाराबंकी जिले का है। यहां लॉकडाउन के बीच टिकैतनगर थाना क्षेत्र के पानापुर गांव में क्रिकेट खेलने के आरोप में पुलिस ने भाजपा नेता समेत 9 नामजद व 20 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह कार्रवाई दरोगा जवाहर पाल की तहरीर पर हुई है।

दरअसल, कोरोनावायरस को लेकर बाराबंकी जिले में धारा 144 लागू है। लेकिन टिकैत नगर थाना क्षेत्र के पानापुर गांव में दर्जनों की संख्या में लोग क्रिकेट खेल रहे थे। ग्रामीणों ने क्रिकेट मैच खेल रहे लोगों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद टिकैतनगर थाना के दरोगा जवाहर पाल हमराही सिपाहियों के साथ पानापुर गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से पूछताछ की। मामला सही पाए जाने पर वीडियो दिखाकर उसमें शामिल लोगों की पहचान कराई गई। इसके बाद भाजपा नेता सुधीर कुमार सिंह समेत 9 नामजद व 20 अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है।

बाराबंकी यूपी के 11 कोरोना मुक्त जिलों में शामिल है। यहां अब वर्तमान में कोई एक्टिव कोरोना का मामला नहीं है। इसी के चलते इसे कोरोना मुक्त जनपद घोषित किया गया है। हालांकि, जिला अधिकारियों को राज्य सरकार द्वारा सावधानी बरतने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि लोग उन सभी सलाह का पालन करें। जिससे कोरोनावायरस के प्रसार को रोका जा सके। शहर की पुलिस ने सभी चौराहों पर बैरिकेडिंग कर दी है और आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों को केवल सड़क पर आने दिया जा रहा है।



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बाराबंकी जनपद कोरोना मुक्त हो चुका है। बावजूद इसके यहां एहतियातन शहर में पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है। लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है।




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नेपाल से पैदल रामपुर पहुंचे 16 मजदूरों को पुलिस ने पकड़ा; दो अवैध अस्पताल सीज

उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में गुरुवार को नेपाल से पहुंचे 16 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने सभी को क्वारैंटाइन कराया है। जहां सभी का मेडिकल चेकअप होगा। इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने तहसील स्वार के नरपतनगर में फर्जी तरीके से चल रहे नर्सिंग होम व बिजारखता में एचबीएल हेल्थकेयर को सील कर दिया गया है। ये दोनों केंद्र बिना लाइसेंस के अवैध तरीके से संचालित कर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे थे।

मेडिकल टीम करेगी चेकअप

दरअसल, रामपुर में शहजादनगर पुलिस लॉकडाउन में गुरुवार को जीरो पॉइंट पर चेकिंग कर रही थी। इस दौरान पुलिस ने पैदल आ रहे 16 लोगों को हाईवे पर पकड़ लिया। पुलिस सभी को थाने ले आई। इसकी सूचना मेडिकल टीम को दी गई। जिसके बाद सभी को क्वारैंटाइन किया गया है। शहजादनगर प्रभारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि यह लोग अजीमनगर, भोट और मिलक खानम थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। इसमें 7 पुरुष और 9 महिलाएं हैं।

जंगल रास्ते पैदल पहुंचे रामपुर
सभी नेपाल के बर्दिया जिले के जमनीपुर गांव स्थित एक ईंट भट्टे पर मजदूरी करते हैं। वहीं, पैदल आ रहे लोगों ने बताया कि लॉकडाउन के चलते काम बंद हो गया था। जब भट्टा मालिक से पैसे मांगे तो उसने मना कर दिया। जिसके बाद राशन की व्यवस्था के लिए स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई थी। मगर दो दिन तक राशन न मिलने पर 19 अप्रैल को जंगल के रास्ते पैदल घर के लिए निकल पड़े। रास्ते में कई जगह वाहनों का सहारा लेते हुए शहजादनगर जीरो पॉइंट पहुंचे थे।

नर्सिंग होम पर चेकिंग करते एसडीएम।

नर्सिंग होम संचालक पर एफआईआर
उपजिलाधिकारी राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि, गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ नरपत नगर स्थित नर्सिंग होम पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। जहां मानकों को दरकिनार कर नर्सिंग होम का संचालन किया जाना पाया गया। इस दौरान नर्सिंग होम में बैठे मरीजो में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया जा रहा था। नोडल अधिकारी देवेश कुमार चौधरी ने बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग होम का संचालन किया जा रहा था। रजिस्ट्रेशन नहीं होने पर अस्पताल को सील करते हुए नर्सिंग होम संचालिका के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। वहीं, बिजारखता में एचबीएल हेल्थकेयर को सील किया गया है।




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नेपाल से आए मजदूरों को पुलिस ने क्वारैंटाइन कराया है।




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कानपुर में ब्रश कारोबारी के पिता की मौत के तीसरे दिन पॉजिटिव आई रिपोर्ट; संक्रमितों की संख्या 94 पहुंची

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में तीन दिन पहले ब्रश कारोबारी के 72 साल के पिता का निधन हो गया था। गुरुवार को उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। उनका बेटा भी संक्रमित है। उसका हैलट के कोविड-19 वार्ड में इलाज चल रहा है। यह बीते 26 दिन में कोरोनावायरस से 22वीं मौत है। बीते 29 मार्च को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बस्ती के रहने वाले 25 वर्षीय युवक ने दम तोड़ा था।

मंगलवार को हुई थी कारोबारी के पिता की मौत
कुली बाजार निवासी ब्रश कारोबारी की रिर्पोट बीते सोमवार को पॉजिटिव आई थी। उसे हैलट के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम को बीते मंगलवार को ब्रश कारोबारी के परिजनों के सैंपल लेने थे। लेकिन इससे पहले ही कारोबारी के 72 वर्षीय पिता की मौत हो गई थी। बुजुर्ग को सांस और हार्ट की बीमारी थी। परिजन उनका अंतिम संस्कार करने के लिए भैरवघाट पहुंच गए थे। इस बात की जानकारी जब स्वास्थ्य विभाग को हुई तो फौरन मौके पर पहुंच कर मृतक बुजुर्ग समेत 30 लोगों के सैंपल लिए थे।

गुरुवार को आई रिपोर्ट में 6 संक्रमित कर्नलगंज के और 2 कुली बाजार के हैं और 3 संक्रमित अनवरगंज के हैं। सभी को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनकी ट्रेवेल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। इसके बाद अब शहर में संक्रमितों की संख्या 94 पहुंच गई है। जिसमें से 7 लोगों को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। इसके साथ ही अब मृतकों की संख्या तीन हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग हॉटस्पॉट क्षेत्रों में होने वाली मौतों को संदिग्ध मान रहा है। मौतों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किया जाएगा।

आज 8 नए मामले
शहर में कोरोना संक्रमण से पहली मौत बीते 13 अप्रैल को कर्नलगंज के तिकुनिया पार्क निवासी रेडिमेड कारोबारी की हुई थी। दूसरी मौत रोशन नगर निवासी 52 प्रॉपर्टी डीलर की हुई थी। मौत के एक दिन बाद मृतक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। तीसरी मौत संक्रमित ब्रश कारोबारी के पिता की हुई है। सीएमओ अशोक शुक्ला ने बताया कि, जांच के लिए 132 सैंपल भेजे गए थे। इनमें 8 पॉजिटिव मिले हैं।



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कानपुर में लगातार बढ़े रहे संक्रमण के मामलों से प्रशासन सतर्क है। हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में सैनिटाइजेश किया जा रहा है।




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भाजपा विधायक ने कहा- अरे ताली व शंख बजाकर कोरोना भगाओगे? मूर्खता का रिकॉर्ड तोड़ दिया, ऑडियो वायरल होने पर नोटिस जारी

उत्तर प्रदेश के सीतापुर सदर सीट से भाजपा विधायक राकेश राठौर को पार्टी शीर्ष नेता के निर्देश पर गुरुवार को महामंत्री विद्या सागर सोनकर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दरअसल, सोशल मीडियर पर विधायक का एक ऑडियो वायरल है। जिसमें दावा किया गया है कि, ऑडियो विधायक राकेश राठौर व बदायूं के उझानी इलाके के नेता जेपी साहू के बीच हुई बातचीत का है। बातचीत में विधायक ने कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में ताली-थाली बजाने को गलत करार दिया। जबकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कोरोना योद्धाओं के सम्मान में ताली-थाली बजाने का आह्वान किया था।

फोन पर बातचीत के दौरान शुरुआत में बदायूं के नेता ने विधायक से लाइसेंस बनवाने के लिए डीएम को फोन करने की बात कही। इसके बाद विधायक ने कहा- लाइसेंस लिखे नहीं जा रहे हैं। आपका तो विशेष रुप से नहीं बनेगा। कोई उच्च जाति का होता तो उसका लिखा भी जाता। लेकिन आप लोग तो भक्त बने हुए हैं। विधायक ने पूछा कि, क्या आपने ताली बजाई थी? साहू ने कहा कि उनके इलाके में खूब ताली बजी। शंख भी खूब बजा था। यह सुनते ही विधायक ने कहा- आप थाली बजाइए क्योंकि आप सिर्फ ताली बजाने वाले ही बचेंगे।

उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि, क्या ताली थाली बजाने से कोरोनावायरस भागेगा? कहा- जिमनास्ट में दुनिया जितने पदक पाती है, उतना चीन अकेले पाता है। चीन को नहीं मालूम कि, ताली थाली बजाकर कोरोना भगाया जाता है।इस मामले का भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने संज्ञान लिया है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के निर्देश पर विधायक को नोटिस जारी किया गया है। एक हफ्ते के भीतर स्पष्टीकरण देने का समय दिया गया है।आपको बता दें कि राकेश राठौर पूर्व में बसपा में रहे हैं। 2017 में भाजपा से टिकट पाकर विधायक बने थे।



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भाजपा विधायक राकेश राठौर।




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बेवजह घर निकले लोग तो पुलिस ने किसी को तपती सड़क पर लुढ़काया तो किसी ने एक-दूसरे का कान पकड़ लगाई उठक-बैठक 

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में गुरुवार को लॉकडाउन के बीच घरों से बेवजह बाहर निकलने वालों को पुलिस ने पकड़कर अनोखी सजा दी। पुलिस ने लॉकडाउन तोड़ने वालों को कड़ी धूप में रोड पर लुढ़कने का फरमान सुनाया। साथ ही एक-दूसरे के कान पकड़कर उठक बैठक कराई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।

गुरुवार को कोविड-19 लैब से आई रिपार्ट में 11 लोग संक्रमित पाए गए हैं। शहर में संक्रमितो की संख्या 94 पहुंच गई है। हालांकि, राहत की बात है कि, इनमें सात लोगों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है। जबकि, 2 संक्रमितों की मौत भी हुई है। शहर के 20 एरिया को हॉटस्पॉट घोषित किया जा चुके हैं। कोरोना का संक्रमण अब घनी अबादी वालों इलाकों में पैर पसार रहा है। इसके बावजूद लॉकडाउन तोड़कर लोग बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकल रहे हैं।

गुरूवार को पनकी पुलिस ने लॉकडाउन तोड़ने वालों को तपती धूप में सड़क पर लेटाकर लुढ़ककर चलने की सजा दी। पुलिस ने बुजुर्गो और अधेड़ उम्र वालों के साथ तो कुछ रहम दिखाया। लेकिन बेवजह बाहर निकने वालों युवाओं को सड़क पर जमकर लुढ़काया। तपती धूप में सड़क भट्टी का काम कर रही थी। इसके साथ ही शहर के कई हिस्सों में पुलिस ने एक दूसरे के कान पकड़कर उठक बैठक कराई तो कहीं पर राहगीरों हाथ उपर कर खड़े रहने की सजा दी गई। बाइक पर सवार डबल सवारी घूम रहे युवकों पर पुलिस ने लाठियां भांजी।



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ये तस्वीर कानपुर में पनकी क्षेत्र की है। घर से बाहर निकले युवक को पुलिस ने धूप में तपती सड़क पर लुढ़कने की सजा दी।




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भाजपा महानगर अध्यक्ष के सहायक के पिता की मौत; संक्रमितों की संख्या 86 पहुंची

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में गुरुवार देर रात एक और 55 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव की मौत हो गई। मृतक भाजपा महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल के सहायक (पीएसओ) के पिता थे। मेरठ में कोरोनावायरस से ये चौथी मौत है। संक्रमण के चलते उन्हें मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उनके बाद जांच में उनके दोनों बेटे भी पॉजिटिव पाए गए थे। इनमें से एक भाजपा महानगर अध्यक्ष का सहयोगी है। जिले में अब संक्रमितों की संख्या 86 हो गई है।

दस साल से शुगर व ब्लड प्रेशर कारोगी था मृतक

जिला ​सर्विलांस अधिकारी डॉ. विश्वास चौधरी ने बताया कि, मृतक की हिस्ट्री खंगाली गई थी तो पता चला कि, वे दस साल से शुगर व ब्लड प्रेशर के रोगी थे। ऐसे रोगियों की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। 21 अप्रैल को भर्ती होने के बाद से ही उनकी हेल्थ बिगड़ने लगी थी। शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा गिरती जा रही थी। गुरुवार शाम उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। लेकिन वे मल्टीऑर्गन फेल्योर में चले गए। कई अंगों के काम न करने के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया।

डॉक्टर विश्वास ने बताया कि, गुरुवार को 280 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें एक में पॉजिटिव मिला है। चार सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। संक्रमित व्यक्ति को सुभारती से पांचली स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर दिया गया। उधर, गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों समेत 140 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।

प्रदेश में 1555 रोगी, 25 की गई जान
बीते 24 घंटे के भीतर उप्र में 98 नए केस सामने आए और तीन की मौत भी हुई है। इनमें मेरठ, कानपुर व नोएडा के 1-1 संक्रमित शामिल हैं। राज्य में संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 25 पहुंच गया है। वहीं, यूपी में अब तक 1555 संक्रमित मिल चुके हैं। इस बीच योगी सरकार ने आमजनों को सहूलियत देने के लिए आईसीएमएआर से तय निजी लैब से टेस्ट करवाने का शुल्क तय किया है। यदि केस निगेटिव आए तो लैब अब सिर्फ 1500 रुपए ही वसूल पाएंगे।



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गुरुवार को मेरठ मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को 280 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें एक में पॉजिटिव मिला। चार सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है।




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कोरोनावायरस से जंग के लिए 7 मंडल के 15 जिलों में नोडल अफसर नियुक्त; यहां 20 से अधिक संक्रमण के मामले

लॉकडाउन के बावजूद उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से अपने पांव पसार रहा है। नतीजा अबतक 1555 संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें एक्टिव कुल केस 1299 में 946 एक्टिव तब्लीगी जमाती हैं। राज्य के 56 जिलों में संक्रमण के मामले सामने आए हैं। लेकिन सात मंडलों के 15 जिलों का हाल सबसे ज्यादा खराब है। यहां 20 से अधिक संक्रमण के केस पुष्ट हो चुके हैं। सबसे ज्यादा केस 342 आगरा में व सबसे कम केस अयोध्या में एक है। योगी सरकार ने इन 15 जिलों में नोडल अधिकारी तैनात कर दिए हैं।

सात मंडलों में नोडल अफसर नियुक्त-

मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर 20 या 20 से अधिक काेरोना संक्रमित मामलों वाले जिलों के लिए7 मंडलों के 15 जिलों में नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं।अफसर जिले की प्रशासनिक खामियों को दूर करते हुए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएंगे।संबंधित जिले में अपने आकलन के आधार पर शासन को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। ये वहां एक हफ्ते कैंप करेंगे।

शहर नोडल अधिकारी
आगरा आलोक कुमार- प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास
फिरोजाबाद अनिल कुमार- प्रमुख सचिव, होमगार्ड विभाग
लखनऊ दीपक कुमार- प्रमुख सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन
रायबरेली मुकेश कुमार मेश्राम- मंडलायुक्त, लखनऊ
मेरठ टी. वेंकटेश- प्रमुख सचिव, सिंचाई एवं जल संसाधन
गाजियाबाद सुधीर गर्ग- प्रमुख सचिव वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन
गौतमबुद्धनगर नरेंद्र भूषण- मुख्य कार्यपालक अधिकारी, ग्रेटर नोएडा
बुलंदशहर अनीता मेश्राम- मंडलायुक्त, मेरठ
कानपुर नगर सुरेश चंद्रा- प्रमुख सचिव, श्रम एवं सेवायोजन विभाग
मुरादाबाद मनोज सिंह- प्रमुख सचिव, समाज कल्याण विभाग
बिजनौर अजय चौहान- आवास आयुक्त
अमरोहा सेंथिल पांडियन सी- प्रबंध निदेशक, उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम
सहारनपुर पी. गुरुप्रसाद- आबकारी आयुक्त
शामली संजय कुमार- मंडलायुक्त,सहारनपुर
बस्ती धीरज साहू- परिवहन आयुक्त

11 जनपद कोरोना फ्री-

जिले का नाम

पीलीभीत, लखीमपुर-खीरी, शाहजहांपुर, हाथरस, बरेली, हरदोई, प्रतापगढ़, महराजगंज, बाराबंकी, कौशाम्बी और प्रयागराज मेंअब कोई भी एक्टिव केस नहीं हैं। पीलीभीत में बीते 14 दिनों के भीतर कोई भी नया केस नहीं आया है।

कोरोना संक्रमितों का विवरण जिलेवार-

अभी तक उत्तरप्रदेश के आगरा में 342, लखनऊ में 174, गाजियाबाद में 52, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 103, लखीमपुर खीरी में 4, कानपुर नगर में 96, पीलीभीत में 2, मुरादाबाद में 97, वाराणसी में 19, शामली में 26, जौनपुर में 5, बागपत में 15, मेरठ में 85, बरेली में 6, बुलन्दशहर में 22, बस्ती में 20, हापुड़ में 18, गाजीपुर में 6, आज़मगढ़ में 7, फिरोजाबाद में 66, हरदोई में 2, प्रतापगढ़ में 6, सहारनपुर में 98 व शाहजहांपुर में 1, बांदा में 3, महराजगंज में 6, हाथरस में 4, मिर्जापुर में 3, रायबरेली में 43, औरैय्या में 10, बाराबंकी में 1, कौशाम्बी में 2, बिजनौर में 29, सीतापुर में 17, प्रयागराज में 1, मथुरा में 7 व बदायूँ में 13, रामपुर में 16, मुजफ्फरनगर में 12, अमरोहा में 23, भदोहीं में 1, कासगंज में 3 व इटावा में 2, संभल में 8, उन्नाव में 1, कन्नौज में 6, संतकबीरनगर में 2, मैनपुरी में 4, गोंडा में 1, मऊ में 1, एटा में 3 व सुल्तानपुर में 2 व अलीगढ़ में 8, श्रावस्ती में 3, बहराइच में 8, बलरामपुर और अयोध्या में भी 1 पेशेंट की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

206 मरीज ठीक होकर घर पहुंचे-

अब तक प्रदेश के विभिन्न जनपदों से 206 कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए हैं। इसमें आगरा से 18, लखनऊ से 9, गाजियाबाद से 14, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 54, लखीमपुर-खीरी से 4, कानपुर नगर से 7, पीलीभीत से 2, मोरादाबाद से 1, वाराणसी से 6, शामली से 2, जौनपुर से 4, मेरठ से 31, बरेली से 6, बुलन्दशहर से 2, गाजीपुर से 5, आजमगढ़ से 3, फिरोजाबाद से 3, हरदोई से 2, प्रतापगढ़ से 6, शाहजहांपुर से 1, महराजगंज से 6, हाथरस से 4, बाराबंकी से 1, कौशाम्बी से 2, सीतापुर से 8, प्रयागराज से 1 व रामपुर से 4 कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ करवाकर डिस्चार्ज किया गया हैं।

प्रदेश में अब तक कोरोना से कुल 24 मौतें:बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, लखनऊ, फिरोजाबाद व अलीगढ़ में 1-1, मुरादाबाद में 5, मेरठ में 3, कानपुर में 3 व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 7 मौतें हुई हैं। वहीं, प्रदेश में 90,369 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की है। प्रदेश में कुल 77,616 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 12,032 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है।



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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रतिदिन सुबह 11 बजे कोविड-19 के लिए बनी टीम इलेवन के साथ बैठक करते हैं। शुक्रवार को सीएम ने लॉकडाउन, डोर स्टेप डिलीवरी व टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाने पर मंथन किया है।




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खाद्यान्न वितरण ड्यूटी में लगे 2 लेखपालों को दारोगा ने पीटा, एक का फट गया सिर, साथियों में आक्रोश

उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में कोरोना वॉरियर्स के रुप में ड्यूटी कर रहे दो लेखपालों की दरोगा ने पिटाई कर दी। यह घटना मोठ थाना क्षेत्र की है। पिटाई से एक लेखपाल बुरी तरह जख्मी और लहूलुहान हो गया। दोनों लेखपाल ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्यान्न वितरण की ड्यूटी में लगाए गए थे।सीओ मोठ अभिषेक राहुल ने कहा- घटना के संबंध में दरोगा के खिलाफ शिकायत मिली है। जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल, क्षेत्र में खाद्यान्न वितरण कराने जाते समय लेखपाल मनमोहन नामदेव और दिव्यांशु मिश्रा को ग्राम बम्हरौली के निकट चेक पोस्ट पर तैनात सब इंस्पेक्टर ने लॉकडाउन के उलंघन में लाठी डंडों से पीट दिया। पीड़ित लेखपाल मनमोहन नामदेव ने बताया कि चौराहे पर पुलिस ने उन्हें यह कहकर रोका कि एसएसपी और अन्य अफसर आ रहे हैं। अफसरों की गाड़ी निकल गई तो हम भी वहां से जाने लगे। इस पर चेक पोस्ट पर तैनात सब इंस्पेक्टर ने हमें डंडा फेंक कर मार दिया।

घटना के बाद एसडीएम मोठ ने सीओ मोठ को पत्र लिखकर मारपीट के दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा है। सीओ मोठ अभिषेक राहुल ने बताया कि घटना के सम्बंध में दारोगा के खिलाफ प्रार्थना पत्र मिला है। जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।



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घायल लेखपाल ने एसडीएम को घटना की जानकारी दी।




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मुश्किल में थी युवक की जान; मसीहा बनकर पहुंचा ट्रालीमैन, लोगों ने किराया पूछा तो बोला- इंसानियत मुझमे भी है

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में एक ट्रालीमैन अपनी दरियादिली के चलते चर्चा में है। दरअसल, गुरुवार की सुबह करीब 9 बजे पंचगंगा घाट क्षेत्र में 30 वर्षीय व्यक्ति अचानक गली की सड़क पर गिरकर छटपटाने लगा। मुंह से झाक निकल रहा था। भीड़ जुटी तो एंबुलेंस का इंतजाम होने लगा। लेकिन एंबुलेंस सकरी गली में नहीं पहुंच सकती थी। तबतक जमीन पर गिरे युवक के पिता भी मौके पर आ चुके थे। इसी बीच वह एक ट्रालीमैन प्रेम पहुंचा। गली से सड़क की दूरी डेढ़ किमी व बीएचयू 10 किमी दूर था। उसने अपनी ट्राली पर युवक को लदवाया और अस्पताल तक पहुंचाने में मदद की। इसके बाद जब लोग किराना पूछने लगे तो उसने कहा- इंसानियत मेरे अंदर भी है।


ट्रालीमैन का साथ अन्य युवाओं अमन, निक्कू, गोविंद, घूरे ने भी दिया। ये सभी सुबह से शाम तक बीएचयू में बीमार अनिल का इलाज करवाने में लगे थे। समाजसेवी अमन ने बताया कि हम लोगों की मदद बीएचयू के पूर्व एमएस डॉ. वीएन मिश्रा ने भी की। उन्होंने तत्काल संबंधित डॉक्टर को फोन कर दिया था।

पीड़ित युवक को अस्पताल ले जाता ट्रालीमैन प्रेम।

अमन ने बताया कि शाम 7 बजे हम लोगों ने प्रेम की ट्रॉली से दोनों लोगों को घर छोड़ दिया। अपने कुछ पैसों से अनिल के लिए दवा का इंतेजाम भी करा दिया। ट्रालीमैन प्रेम की दिलेरी रही कि पूरा समय भूखे वो हम लोगो के साथ रहा। सुबह अनिल के इलाज के लिए घर पर ही ड्रिप चढ़वाने की व्यवस्था कर दी गयी है। अब उसकी स्थिति ठीक है। डॉक्टरों द्वारा उसके न्यूरो का इलाज चल रहा है।



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ट्रालीमैन अन्य मददगारों की भांति पूरे दिन अस्पताल में ही रहा। उसकी ये संवेदनशीलता काशी में चर्चा का विषय बनी है।




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13 मदरसा छात्र व अनवरगंज थाने का हेड कांस्टेबल संक्रमित; 2 दरोगा व 12 सिपाही क्वारैंटाइन

गुरुवार को जिले में कोरोनावायरस के छह नए मामले सामने आए। ये सभी कुलीबाजार व उसके आसपास क्षेत्र के हैं। वहीं, गुरुवार देर रात केजीएमयू और जीएसवीएम से आई रिपोर्ट में 24 लोग संक्रमित पाए गए थे। इनमें अनवरगंज थाने में तैनात एक हेड कांस्टेबल व कुली बाजार के एक मदरसे के 13 छात्र भी शामिल हैं। हेड कांस्टेबल के संक्रमित मिलने के बाद थाने को सील कर दिया गया है। जबकि, दो दरोगा व 12 सिपाहियों को क्वारैंटाइन किया गया है। अब यहां संक्रमितों की संख्या 113पहुंच गई है। इनमें तीन की मौत हो चुकी है। सात को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। वहीं, हैलट अस्पताल के बाल रोग विभाग में 18 माह की बच्ची की मौत के बाद इमरजेंसी ओपीडी को बंद कर दिया गया है। बच्ची में कोरोना के लक्षण थे। जांच के लिए उसका सैंपल भेजा गया है।

केजीएमयू व जीएसवीएम से आई रिपोर्ट
स्वास्थ्य विभाग ने 136 सैंपल लखनऊ के केजीएमयू जांच के लिए भेजे थे। इसमें 8 टेस्ट पॉजिटिव आए। वहीं, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 लैब में 178 नमूनों की रिपोर्ट दो चरणों में आई। जिसमें 16 लोग संक्रमित पाए गए। एक दिन में 24 लोग संक्रमित पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हलचल तेज हो गई है। संक्रमितों को कांशीराम ट्रामा सेंटर और हैलट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं, शुक्रवार को छह नए मामले सामने आए।

कुली बाजार का हॉटस्पॉट बना डेंजर जोन
इस हॉटस्पॉट एरिया से 53 कोरोना संक्रमित लोग पाए गए हैं। गुरूवार को देर रात आई रिपोर्ट में कुली बाजार के एक मदरसा के 13 छात्र पॉजिटिव मिले। यह सभी छात्र बिहार के हैं। इसके साथ ही कोरोना संक्रमित ब्रश कारोबारी के मृतक पिता की रिपोर्ट पॉजिटिव आई और उनका एक रिश्तेदार भी संक्रमित पाया गया। वहीं, कोरोना संक्रमण से मरे रोशन नगर के प्रापर्टी डीलर के 6 रिश्तेदार संक्रमित मिले हैं।

हॉटस्पॉट में ड्यूटी करना पड़ा भारी
अनवरगंज थाने में तैनात सिपाही की ड्यूटी हॉटस्पॉट एरिया कुली बाजार में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ लगाई गई थी। 6 सिपाहियों के रैंडम सैंपल लिए गए थे। जिसमें हेडकॉस्टेबल पॉजिटिव पाया गया। जानकारी पाकर डीआईजी अंनतदेव तिवारी और डीएम ब्रह्मदेव राम तिवारी थाने पहुंचे। थाने को 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया है। फिलहाल थाने को कुली बाजार चौकी में शिफ्ट किया गया है। पूरे थाने को कई बार सैनिटाइज कराने के आदेश दिए गए हैं।

डीआईजी अंनत देव ने बताया- संक्रमित सिपाही के संपर्क में आने वाले दो दरोगा व 12 सिपाहियों को एक होटल में क्वारैंटाइन किया गया है। मेडिकल टीम ने थाने के इंस्पेक्टर, सीओ समेत 56 पुलिस कर्मियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। डीआईजी ने आदेश दिया है कि जिनके सैंपल लिए गए हैं वो पुलिसकर्मी 48 घंटे तक अपने घरों को नहीं जाएगें और परिवार के किसी सदस्य से नहीं मिलेंगे। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे तय किया जाएगा कि क्या करना है?
18 माहीने की कोरोना संदिग्ध बच्ची की मौत
गुरूवार को हैलट अस्पताल के बालरोग विभाग की इमरजेंसी में 18 माह की बच्ची को एडमिट कराया गया था। बच्ची को एक हफ्ते से बुखार आ रहा था और उसे सांस लेने में दिक्कत थी। इमरजेंसी में उस दौरान 9 बच्चे और भर्ती थे। इमरजेंसी विभाग के डॉक्टरों को बच्ची में कोरोना जैसे लक्षण समझ आए तो उसे शिफ्ट करने की तैयारी कर रहे थे। उसी दौरान बच्ची की मौत हो गई। डाक्टरों ने बच्ची के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है।

डॉक्टर, नर्स व बच्ची के परिजन क्वारैंटाइन
बालरोग विभागाध्यक्ष्य प्रोफेसर यशवंतराव ने कहा- रायपुरवा से एक बच्ची आई थी। जिसकी मौत हुई है। बच्ची के सैंपल को टेस्ट के लिए भेजा गया है। शुक्रवार को रिपोर्ट आएगी। फिलहाल बालरोग विभाग की इमरजेंसी को बंद कर दिया गया है और दूसरी जगह शिफ्ट की गई है। इमरजेंसी में इलाज करने वाले तीन जूनियर डाक्टर, दो स्टॉफ नर्स, वार्ड ब्वाय और स्वीपर और बच्ची के माता-पिता को क्वारैंटाइन किया गया है।



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ये तस्वीर कानपुर के अनवरगंज थाने के समीप की है। यहां हेड कांस्टेबल के संक्रमित पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने थाने में तैनात सभी पुलिसकर्मियों के सैंपल लिए हैं।




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झांसी में खेलने के दौरान बच्चों से झोपड़ी में लगी आग, जिंदा जले भाई-बहन

उत्तर प्रदेश में झांसी के सिया गांव में खेल-खेल में बच्चों से झोपड़ी में आग लग गई। इसकी चपेट में आकर मासूम भाई और बहन की जलकर मौत हो गई है। तहसीलदार मनोज कुमार ने परिजनों ने सरकार से हर संभव मदद दिलाने का वादा किया है।

ग्रामीण क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राहुल मिठास ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार दोपहर सिया गांव में करनपाल सिंह के बच्चे संजना (4), सिम्मी (3) और विशाल (2) घर से कुछ दूरी पर खेत में बनी झोपड़ी में खेल रहे थे। इसी दौरान वहां रखी माचिस की तीली बच्चों ने जला दिया, जिससे झोपड़ी में आग लग गई।

इस बीच संजना (4) मचान से कूदकर अपने परिजनों को बताने चली गई, लेकिन तब तक झोपड़ी आग की लपटों से घिर गई और सिम्मी (3) व उसका दो साल का भाई विशाल आग में बुरी तरह से झुलस गया। उन्होंने बताया कि परिजन दोनों बच्चों को अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है। दोनों मृत बच्चों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए गए हैं और घटना की जांच करवाई जा रही है।



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आग में किसान की पूरी गृहस्थी जलकर राख हो गई। राजस्व अधिकारी ने नुकसान का सर्वे किया है। पीड़ित को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया है।




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अपने पुराने मरीजों को टेलीमेडिसिन की सुविधा देगा एम्स; फोन कर घर बैठे 13 विभागों से ली जा सकती है मदद

लॉकडाउन में मरीजों की समस्या दूर करने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में टेलीमेडिसिन सुविधा देने की शुरूआत की गई है। एम्स की तरफ से नंबर भी जारी किए गए हैं। लेकिन नंबरों पर उन मरीजों को ही सुविधा मिलेगी, जिनका रजिस्ट्रेशन पहले से हैं। नए मरीजों के लिए यह सुविधा नहीं होगी। इमरजेंसी में भी इन नंबरों से कोई मदद नहीं मिल सकेगी।

ऑनलाइन ओपीडी का समय निर्धारित

ऐसा नहीं है कि मोबाइल नंबर के जरिए कभी भी सुविधा मिल सकेगी। बल्कि टेलीमेडिसीन के जरिए सोमवार से लेकर शुक्रवार के बीच सुबह नौ बजे से लेकर एक बजे तक ही डॉक्टर्स उपलब्ध रहेंगे। उसी समय पर आने वाली कॉल पर जानकारी दी जाएगी। संपर्क करने के लिए एम्स की तरफ से 0551-2205501, 0551-2205585 नंबर जारी किया गया है।


इन विभागों में शुरू की है सुविधा

मनोरोग चिकित्सा,सामान्य चिकित्सा,हड्डी रोग, श्वसन रोग,नाक, कान, गला रोग विभाग,शिशु रोग,स्त्री एवं प्रसूति रोग,नेत्र एवं चिकित्सा,त्वचा रोग,दंत चिकित्सा,शारीरिक चिकित्सा एंव पुर्नवास विभाग,विकिरण चिकित्सा,सामुदायिक मेडिसीन एवं फैमिली मेडिसीन विभाग के लिए यह सुविधा शुरू की गई है।

कैंसर रोगियों के लिए भी हुई व्यवस्था

गीता वाटिका स्थित हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर हॉस्पिटल एवं शोध संस्थान में भी लॉकडाउन की वजह से ओपीडी बंद है। इसलिए मरीजों की सुविधा के लिए टेलीमेडिसिन की सुविधा दी जा रही है। संस्थान के सचिव उमेश कुमार सिंहानियां की तरफ से बताया गया कि सिर्फ गंभीर मरीजों का इमरजेंसी में उपचार किया जाएगा। इसके लिए सुबह 10 बजे तक पंजीकरण होगा। अन्य कैंसर रोगी सुबह 10 बजे से लेकर दो बजे तक 9369106142 और 9721526805 नंबर पर संपर्क कर सलाह ले सकते हैं।



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टेलीमेडिसिन की सुविधा देने के लिए एम्स की तरफ से 0551-2205501, 0551-2205585 नंबर जारी किया गया है। 




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मेरठ में किसान की गोली मारकर हत्या; खेत की मेढ़ के विवाद पिता-पुत्र ने वारदात को दिया अंजाम

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में जानी थाना क्षेत्र के गांव भूपगढ़ी में शुक्रवार की सुबह खेत की मेढ़ को लेकर हुए विवाद में पड़ोसी पिता-पुत्र द्वारा एक किसान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आरोपी फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस जुटी है।

भूपगढ़ी निवासी 52 वर्षीय संजय पु​त्र कृष्णपाल शुक्रवार की सुबह गांव के बाहर स्थित अपने खेत में काम करने गया था। परिजनों के अनुसार संजय खेत की नाली की सफाई कर रहा था। आरोप है, इसी दौरान पड़ोस में स्थित खेत के मालिक हेमंत और उसका बेटा वहां पहुंचे और संजय के साथ मेढ़ को लेकर कहासुनी करने लगे। इसी दौरान पिता-पुत्र ने मिलकर संजय के साथ मारपीट भी की। जिसके बाद वहां काम कर रहे दूसरे ग्रामीणों ने समझा-बुझाकर दोनों को अलग कर दिया।

आरोप है कि इसके कुछ देर बाद हेमंत और उसका पुत्र अपने घर से तमंचा लेकर खेत पर पहुंचे। आरोपियों ने खेत में काम कर रहे संजय को निशाना बनाते हुए गोली दाग दी। सीने पर गोली लगने से घायल लहूलुहान संजय जमीन पर गिर गया और आरोपी तमंचा लहराते मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक गोली लगने से घायल संजय दम तोड़ चुका था। जानकारी के बाद सीओ सरधना पंकज सिंह थाने की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस के मुताबिक आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।



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पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर पड़ताल की है।




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लॉकडाउन में गैर राज्यों में फंसे श्रमिकों को वापस लाएगी सरकार; कोटा से छात्रों को लाने के बाद विपक्ष ने उठाए थे सवाल

दिल्ली, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को राज्य सरकार वापस लाएगी। शुक्रवार को कोविड-19 की टीम इलेवन के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विस्तृत कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया है। तय हुआ है कि, 14 दिन का क्वारैंटाइन पूरा करने चुके अपने प्रदेश के मजूदरों को चरणबद्ध तरीके से लाया जाएगा। स्क्रीनिंग व टेस्टिंग के बाद उन्हें बस से जिलों में भेजा जाएगा। जिस जिले में ये श्रमिक जाएंगे, वहां भी 14 दिन क्वारैंटाइन में रहना होगा। दरअसल, इसके पूर्व में योगी सरकार राजस्थान के कोटा से 10 हजार से अधिक छात्रों को वापस ला चुकी है। जिसके बाद विपक्षने श्रमिकों को वापस लाने की मांग उठाई थी।

सपा-बसपा-कांग्रेस ने उठाई थी मांग
कोरोना की चेन तोड़ने के लिए संपूर्ण देश में लॉकडाउन है। लॉकडाउन के फेज 1 के दौरान तमाम मजदूर दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर जुट गए थे। जिन्हें योगी सरकार ने बसों के जरिए उन्हें उनके जिला मुख्यालयों तक पहुंचाया था। इन मजदूरों को 14 दिनों तक क्वारैंटाइन रखा गया। इसके बाद योगी सरकार ने कोटा में कोचिंग कर रहे मेडिकल व इंजीनियरिंग के 10 हजार छात्रों को बसों के जरिए उनके घरों तक पहुंचाया। सभी की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग की गई। इसके बाद उन्हें होम क्वारैंटाइन कर दिया गया। लेकिन इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधीने गैर राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाए जाने की मांग उठाई थी।

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क्वारैंटाइन पूरा कर चुके लोगों को राशन किट व एक हजार भत्ता मिले
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कोरोनावायरस के नियंत्रण व लाकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। कहा कि प्रदेश में कोरोना प्रभावित क्षेत्रों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित करते हुए संक्रमण से बचाव के लिए अपनायी जा रही रणनीति अत्यन्त प्रभावी सिद्ध हो रही है। हॉटस्पॉट का यह यूपी मॉडल काफी लोकप्रिय हुआ है। यह निरन्तर सुनिश्चित किया जाए कि हॉटस्पॉट क्षेत्रों में केवल मेडिकल, सेनिटेशन तथा होम डिलीवरी टीमें ही जाएं।यह भी कहा-14 दिन की संस्थागत क्वारैंटाइन पूरी करने वालों को राशन की किट व एक हजार रुपए के भरण-पोषण भत्ते के साथ होम क्वारैंटाइन के लिए घर भेजने की व्यवस्था की जाए।



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सीएम योगी ने कहा- गैर राज्यों में रहने वाले श्रमिकों सूची तैयार की जाए, जिसमें सम्बन्धित राज्य में स्थित प्रदेश के मजदूरों का विवरण दर्ज हो। ऐसे लोगों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग कराते हुए सम्बन्धित राज्य सरकार को इन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया प्रारम्भ करनी होगी।




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बाग की रखवाली करने खेत गए किसान की सिर कुचलकर हत्या; पुलिस के हाथ नहीं लगे कोई ठोस सुराग

उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में नलकूप में सो रहे बुजुर्ग किसान की हत्या कर दी गई। वह नलकूप में रहकर अमरूद व कटहल के बाग की रखवाली करता था। सुबह घर वाले खाना लेकर पहुंचे तो शव देख हैरान रह गए। किसान के सिर पर किसी भारी वस्तु से कई बार हमला किया गया था। यह मामला पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव का है। मौके पर पहुंची पुलिस ने साक्ष्य जुटाए हैं।


फतेहपुर गांव के रहने वाले इंद्र नारायण पांडेय उर्फ बब्बू पंडित (65) रोज की तरह घर से गुरुवार की रात 8 बजे खाना खाकर नलकूप में सोने गए। नलकूप के पास ही उनकी अमरूद व कटहल का बाग है। जिसकी रखवाली वह हमेशा किया करते थे। सुबह इंद्र नारायण घर नहीं पहुंचे तो परिवार के लोगों को चिंता हुई। नलकूप पहुंच कर देखा तो वे मृत अवस्था में चारपाई पर खून से लथपथ मिले।

घटना की सूचना घरवालों ने पूरामुफ्ती पुलिस को दी। एसपी, एडिशनल एसपी, सीओ पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। अफसरों ने मौके पर फिंगर एक्सपर्ट, डॉग स्क्वॉयड की टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए। परिवार के लोगों ने किसी से रंजिश होने से इंकार किया है। ग्रामीणों का कहना है कि इंद्र नारायण बेहद सीधा-साधा व्यक्ति था। कोई दुश्मनी किसी से नहीं थी। परिवार में उसके दो बेटे गुजरात में कमाते हैं और उनका एक बेटा घर पर ही रहकर मां-पिता की देख-भाल करता है।

एसपी अभिनन्दन ने बताया कि, घटना स्थल का मुआयना किया गया है। हत्या के पीछे प्रारंभिक जांच में कोई भी ठोस कारण खुल कर सामने नहीं आया है। फॉरेंसिक टीम व स्थानीय पुलिस जांच कर रही है। जल्द ही मौके से मिले साक्ष्यों व बयानों का विश्लेषण कर घटना का खुलासा करेंगे।



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ये तस्वीर घटनास्थल की है। शुक्रवार सुबह बुजुर्ग किसान इसी चारपाई पर मृत हालत में पड़ा मिला। फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस ने दावा किया कि, जल्द घटना का खुलासा किया जाएगा।




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मुजफ्फरनगर में बिजली कर्मी की गोली मारकर हत्या; घात लगाए बदमाशों ने वारदात को दिया अंजाम

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में बसेड़ा बिजलीघर पर तैनात कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ये घटना गुरुवार शाम की है। कर्मचारी ड्यूटी करने के बाद अपने घर लौट रहा था, तभी रास्ते में घात लगाए बैठे दो बदमाशों ने उसे गोली मार दी। पुलिस ने कर्मचारी को जिला अस्पताल पहुंचाया। लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं है न ही कोई आरोपी अभी पुलिस के हाथ लगा है।

भोपा थाना क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर निवासी अंकित (26) पांचाल छपार क्षेत्र के गांव बसेड़ा स्थित बिजलीघर में तैनात था। गुरुवार की शाम वह ड्यूटी के बाद बाइक से बसेड़ा-भोकरहेड़ी मार्ग से होते हुए घर सिकंदरपुर लौट रहा था। जैसे ही वह बसेड़ा चौकी के पास स्थित एक पब्लिक स्कूल के पास पहुंचा, तभी सड़क किनारे पहले से घात लगाए खड़े दो युवकों ने उस पर गोली चला दी। पीठ में गोली लगते ही अंकित जमीन पर गिर गया, जिसके बाद हमलावर फरार हो गए।

गोली चलने की आवाज सुनकर मौके पर ग्रामीण पहुंचे। पुलिस को सूचित किया गया। घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन डॉक्टरों ने अंकित को मृत घोषित कर दिया। बिजली कर्मी की हत्या की खबर पाकर एसपी सिटी सतपाल अंतिल, सिटी मजिस्ट्रेट अतुल कुमार, सीओ सदर कुलदीप सिंह ने घटना की जानकारी ली।एसपी सिटी ने बताया कि अभी हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।



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ये तस्वीर मृतक अंकित की है। पुलिस ने उसके हत्यारों की तलाश के लिए लगातार दबिश दे रही है।




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ताजनगरी आगरा के एक पार्क में पड़े थे 10, 50 व 100 के नोट, उठाने की हिम्मत किसी की नहीं, बुलानी पड़ी पुलिस

ताजनगरी आगरा में अबतक 343 कोरोना केस मिल चुके हैं। जिससे लोगों में भय का माहौल है। इसका उदाहरण शुक्रवार को सुगह आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर 8 में एक पार्क में देखने को मिला। पार्क में 10, 50 व 100 के नोट पड़े थे। लेकिन किसी ने उन रुपयों को उठाने की हिम्मत नहीं की। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस रुपए साथ ले गई और मामले की छानबीन कर रही है।

कहीं कोरोना न हो जाए, इसलिए नहीं उठाए रुपए

दरअसल, आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर 8 में शुक्रवार तड़के एक युवक अपने मकान के बाहर टहल रहा था। तभी उसकी नजर कॉलोनी के पार्क की दीवार के पास पड़ी। वहां पर 10, 50 और 100 के नोट पड़े हुए थे। पहले तो युवक को लगा कि वह किसी के गिर गए होंगे, लेकिन कॉलोनी में आसपास पूछने पर भी नोटों के बारे में कोई कुछ नहीं बता सका। इस पर उस पर किसी साजिश का अंदेशा हुआ तो उसने पुलिस को सूचना दी।

मौके पर पहुंची पुलिस ने कॉलोनीवासियों से जानकारी ली, लेकिन कोई कुछ बता नहीं सका। पुलिसकर्मियों ने पहले नोटों को जलाने का निर्णय लिया। आशंका थी कि छूने से कहीं कोरोना न हो जाएं, लेकिन बाद में लोगों ने रुपए साथ ले जाने के लिए कहा। जिस पर पुलिसकर्मी एक पॉलिथिन में नोटों को रख कर ले गए। रुपए पार्क में कहां से आए हैं और किसके हैं? इस बारे में पुलिस छानबीन कर रही है।


आगरा में 342 केस, एसएन मेडिकल कॉलेज का डॉक्टर संक्रमित
उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से अपने पांव पसार रहा है। अब तक 1374 केस मिले हैं। अब तक 206 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। 24 की मौत हुई है। आगरा में अब तक 342 केस सामने आ चुके हैं। शुक्रवार को सहारनपुर में 12, कानपुर में छह,फिरोजाबाद में सात, बस्ती में तीन, मथुरा में एक नया पॉजिटिव केस मिले। वहीं, एसएन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। चिकित्सक 18 अप्रैल को मैनपुरी के करहल स्थित अपने आवास पहुंचे थे। तभी उनकी तबियत बिगड़ी थी। जिसके बाद जांच कराई गई। रिपोर्ट आने के बाद परिवार को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। चिकित्सक को अस्पताल में भर्ती किया गया है।



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कूड़े के साथ कॉलोनी में पड़े रुपए।




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अपनों ने ठुकराया तो मुस्लिम युवकों ने अर्थी को दिया कंधा; हिंदू रीति रिवाज किया अंतिम संस्कार

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में लॉकडाउन के बीच गंगा-जमुनी तहजीब की एक शानदार तस्वीर सामने आई है। यहां मुस्लिम युवकों ने एक बुजुर्ग का हिंदू रीतिरिवाज से अंतिम संस्कार किया। दरअसल, बुजुर्ग की मौत के बाद उसके अपनों ने ही अंतिम संस्कार और और कंधा देने से मना कर दिया था। इसकी जानकारी पड़ोस में रहने वाले मुस्लिम युवकों को हुई तो उन लोगों ने कुछ हिंदुओं के साथ मिलकर अर्थी को सजाया और राम नाम सत्य बोलते हुए कंधा दिया। बुजुर्ग का बुढ़िया घाट पर वैदिक मंत्रोचारण के बीच दफन कर अंतिम संस्कार किया गया।

छावनी के नरौना रोड स्थित बंगला नंबर 72 के पास एक 70 वर्षीय बुजुर्ग झोपड़ी बनाकर रहता था। बुजुर्ग रिक्शा चलाकर दो वक्त की रोटी कमाता था। गुरूवार की दोपहर बुजुर्ग की मौत गई थी। बुजुर्ग की पत्नी और बेटे की मौत हो चुकी थी। बड़ी बेटी की शादी सीतापुर में हुई है, उसे जब पिता की मौत की जानकारी दी गई तो उसने लॉकडाउन में नहीं आ पाने की बात कह कर फोन डिस्कनेक्ट कर दिया। वहीं बुजुर्ग के पोते को बाबा की मौत की खबर दी गई तो उसने अंतिम संस्कार में शामिल होने से इंकार कर दिया।

इसकी जानकारी जब स्थानीय लोगों को हुई तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अंतिम संस्कार करने का फैसला किया। इस फैसले पर कुछ हिंदू समाज के लोग भी शामिल हो गए। दरसल बुजुर्ग की तीन दिन पहले तबियत खराब हुई थी तो स्थानीय लोगों ने उन्हे उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन वो बुधवार को अस्पताल से भाग कर घर आ गए थे। इसके बाद गुरूवार को उनकी मौत हो गई।

मुस्लिमों ने बुजुर्ग की अर्थी सजाई।

मुस्लिम समुदाय के लोग सर्वधर्म समभाव की मिसाल पेश करते हुए राम नाम सत्य बोलते हुए अर्थी को कंधे पर लेकर बुढ़िया घाट तक पैदल पहुंचाया। जहां पुरोहित को बुलाकर अंतिम संस्कार की रस्म अदा कराई। बुढिया घाट पर बने कब्रिस्तान में दफना दिया गया।



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मुस्लिमों ने हिंदू बुजुर्ग की अर्थी को दिया कंधा। पुरोहित को बुलाकर कराया अंतिम संस्कार।




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सेफ जोन में रहे प्रयागराज में 1 साथ 3 पॉजिटिव केस, लखनऊ में चंदन हॉस्पिटल में दो मरीज संक्रमित मिले

अभी तक सेफ जोन में रहे प्रयागराज में शुक्रवार को कोरोनावायरस के एक साथ तीन केस सामने आए। इससे पहले यहां इंडोनेशिया का एक जमाती पॉजिटिव पाया गया था, जो अब ठीक हो चुका है। प्रशासन ने संक्रमितों के घर के आसपास एक किमी क्षेत्र को सील करते हुए सैनिटाइजेशन व अन्य प्रक्रिया शुरू की है। वहीं, राजधानी लखनऊ में अयोध्या हाईवे पर स्थित चंदन अस्पताल में डायलिसिस कराने पहुंचे दो मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सील नहीं किया है।

चंदन अस्पताल में मिला एक श्रावस्ती जिले का

राजधानी लखनऊ में अब कोरोनावायरस गोमती नगर विस्तार तक पहुंच गया है। शुक्रवार को यहां अयोध्या हाईवे पर स्थित चंदन हॉस्पिटल में दो पॉजिटिव मरीज चिन्हित किए गए। इसमें एक मरीज गोमतीनगर विस्तार का है। जबकि दूसरा श्रावस्ती जिले का है। दोनों किडनी के मरीज हैं और डायलिसिस के लिए आए थे। अस्पताल ने एक निजी पैथॉलजी में मरीजों का कोविड टेस्ट करवाया। स्वास्थ्य विभाग को संबंधित पैथॉलजी की ओर से पहले ही सूचित किया गया। इसके बाद अस्पताल को सूचना मिली। सीएमओ डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने एक टीम अस्पताल भेजी है। हालांकि, अभी अस्पताल को बंद करने का आदेश सीएमओ द्वारा नहीं दिया गया है। अस्पताल को सैनिटाइज किया जा रहा है। अस्पताल के 35 कर्मियों की जांच होगी।

प्रयागराज में एक साथ मिले तीन पॉजीटिव
वहीं, प्रयागराज में शुक्रवार को गांव व शहर से पॉजिटिव केस सामने आए। जिसके बाद प्रशासन की नींद उड़ गई। जांच के लिए भेजे गए सैंपल में दो शंकरगढ़ व शिवकुटी क्षेत्र से एक युवक की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। एक साथ तीन नए केस आने के बाद प्रशासन पूरी सख्ती के साथ लॉकडाउन के नियमों का पालन करवाने में जुट गई है। अभी तक प्रयागराज ग्रीन जोन में माना जा रहा था। मगर अब संगम नगरी में पाबंदियां बढ़ाई जा सकती हैं। डीएम प्रयागराज भानुचन्द्र गोस्वामी ने बताया कि, संक्रमितों के आसपास का क्षेत्र सील कर दिया गया है। परिवारीजनों के भी सैंपल लिए जाएंगे। इससे पहले प्रयागराज में इंडोनेशिया के एक जमाती में संक्रमण मिला था। वह अब ठीक हो चुका है।


उप्र में 1604 केस, आगरा में सबसे अधिक 342 संक्रमित
उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से अपने पांव पसार रहा है। अब तक 1604 केस मिले हैं। अब तक 206 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। 24 की मौत हुई है। आगरा में अब तक 342 केस सामने आ चुके हैं। शुक्रवार को वाराणसी में छह, सहारनपुर में 19, कानपुर में 19,अमरोहा में एक, फिरोजाबाद में सात, बस्ती में तीन, मथुरा में एक नया पॉजिटिव केस मिले। वहीं, एसएन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। चिकित्सक 18 अप्रैल को मैनपुरी के करहल स्थित अपने आवास पहुंचे थे। तभी उनकी तबियत बिगड़ी थी। जिसके बाद जांच कराई गई। रिपोर्ट आने के बाद परिवार को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। चिकित्सक को अस्पताल में भर्ती किया गया है।



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राजधानी लखनऊ के चंदन अस्पताल में मिले दोनों मरीजों को पीजीआई शिफ्ट किया गया है।




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गैर राज्यों में फंसे श्रमिकों को वापस लाएगी सरकार, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का काम शुरू

दिल्ली, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को राज्य सरकार वापस लाएगी। शुक्रवार को कोविड-19 की टीम इलेवन के साथ बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विस्तृत कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया है। तय हुआ है कि, 14 दिन का क्वारैंटाइन पूरा करने चुके अपने प्रदेश के मजूदरों को चरणबद्ध तरीके से लाया जाएगा। स्क्रीनिंग व टेस्टिंग के बाद उन्हें बस से जिलों में भेजा जाएगा। जिस जिले में ये श्रमिक जाएंगे, वहां भी 14 दिन क्वारैंटाइन में रहना होगा। दरअसल, इसके पूर्व में योगी सरकार राजस्थान के कोटा से 10 हजार से अधिक छात्रों को वापस ला चुकी है। जिसके बाद विपक्ष ने श्रमिकों को वापस लाने की मांग उठाई थी।

प्राइवेट लैब से टेस्ट का रेट तय

राज्य सरकार ने लोगों को राहत देने के लिएनिजी लैब से कोरोनाटेस्ट करवाने की फीस को दो भागों में बांट दिया है। मरीज कोपहले टेस्ट के 1500 रुपए और उसमें पॉजिटिव आने परकन्फर्म टेस्ट के 3000 रुपए देने होंगे।अगर कोई पहले टेस्ट में ही निगेटिव आए तो सिर्फ1500 रुपए देने होंगे।आईसीएमआर ने दोनों टेस्ट की फीस4500 रुपए तय की है। जो लोग सिंगल किट से टेस्ट कर रहे हैं, उसके लिए वे 2500 रुपए से ज्यादा नहीं वसूल सकते।

कोरोना अपडेट्स...

  • अयोध्या: जिले में 25 साल की गर्भवती महिला कोरोना पॉजिटिव मिली है। डीएम अनुज कुमार झा ने बताया कि यह टेस्ट प्राइवेट लैब में हुआ था। अबमहिला को क्वारैंटाइन कर उसकी दोबारा जांच करवाई जा रही है।
  • बहराइच: गुरुवार को जिले में 8 संक्रमित मिले थे। इसमेंएक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। गुलामअलीपुरा मोहल्ला निवासी एक महिला ने गाजियाबाद से लौटने के बाद घर में पार्टी दी थी, जिसमें 50 लोग शामिल हुए थे। अब प्रशासन ने पार्टी में शामिल हुएऔर उनके संपर्क में आए लोगों की तलाश शुरू कर दी है। महिला के संपर्क में आए24 लोगों की जानकारी मिल गई है।
  • आजमगढ़: आजमगढ़ के छतरपुर गांव में एक युवती की 23 मार्च को राजस्थान के गंगापुर जिले के हनुमानगढ़ निवासी युवक से शादी हुई थी। लॉकडाउन के कारण दूल्हा शादी के बाद ससुराल में ही रुक गया था। 14 अप्रैल को वह दुल्हन के साथ राजस्थान के लिए रवाना हो गया। 18 अप्रैल को राजस्थान की सीमा पर सुरक्षाकर्मियों ने उनका मेडिकल चेकअप किया। इसमें दोनों कोरोना पॉजिटिव मिले। अबलड़की के परिवारवालोंके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। छतरपुर गांव में भी स्वास्थ्य विभाग कीटीम तैनात कर दी गई है।
  • कानपुर:अनवरगंज थाने में तैनात हेड कांस्टेबल संक्रमित मिला है। इसके बाद कांस्टेबल के संपर्क में आए थाना प्रभारी, दो दरोगा समेत 14 पुलिसवालों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अनवरगंज को कटेंनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।
  • झांसी:मोंठ थाना क्षेत्र में गुरुवार को पुलिस ने कोरोना वाॅरियर्स के रूप में ड्यूटी निभा रहे दो लेखपालों की पिटाई कर दी। घटना में एक लेखपाल को गंभीर चोटें आई हैं। घटना के बाद एसडीएम ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
  • वाराणसी: लॉकडाउन में विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का काम शुरू कर दिया गया है। सीईओविशाल सिंह ने बताया कि इस काम में 150 मजदूरऔर 10 इंजीनियर लगाए गए हैं। ये मजदूर जनवरी से ही यहीं रह रहे हैं। तीन शिफ्ट में काम चल रहा है। मटेरियलभी अंदर ही रखा गया है। यहां बाहरी लोगों की आवाजाही पर रोक है।
वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का काम शुरू हो गया है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान दिया जा रहा है।

भाजपा नेता के पीएसओ के पिता की संक्रमण सेमौत
मेरठ में भाजपा नगर अध्यक्ष के पीएसओ के पिता की गुरुवार की देर रात अस्पताल में मौत हो गई। दो दिन पहले उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। प्रशासन का कहना है किइस व्यक्ति के दो बेटे भी संक्रमित हैं। अब भाजपा नगर अध्यक्ष और उनके परिवार को क्वारैंटाइन कर दिया गया है।इसके अलावा सांसद, विधायक और पार्टी के अन्य कई नेता होम क्वारैंटाइन हो गए हैं।



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मथुरा में शुक्रवार को लॉकडाउन के दौरान अपने जन धन खाते से 500 रुपये निकालने के लिए बैंक के बाहर कतार में बैठी महिलाएं।




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आज सात नए केस; तब्लीगी जमाती के संपर्क में आए छह टेस्ट पॉजिटिव, अब यहां रोगियों की संख्या 26 पहुंची

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में शुक्रवार को कोरोनावायरस के सात नए पॉजिटिव केस आए हैं। इनमें से छह लोग मदनपुरा हॉटस्पॉट के हैं। ये दिल्ली के निजामुद्दीनक मरकज से लौटे एक जमाती के संपर्क में आए थे। जबकि सातवां मरीज मंडौली का है। अबतक यहां 26 टेस्ट पॉजिटिव मिल चुके हैं। जबकि 8 स्वस्थ हुए हैं। एक की मौत हुई है।


दरअसल, दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज का मामला सामने आने के बाद मदनपुरा में 55 वर्षीय जमाती का सैंपल लेकर कोरोना टेस्ट कराया गया था। लेकिन रिपोर्ट निगेटिव आई थी। लेकिन 14 बाद जब दोबारा सैंपल लिया गया तो वह संक्रमित मिला। स्वास्थ्य विभाग ने जमाती के संपर्क में आए लोगों को तलाशा तो मस्जिद में नमाज पढ़ने वाले व अन्य को मिलाकर कुल 41 व्यक्तियों की सूची बनाई गई। उन्ही के सैंपल में से ये 6 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। जमाती व्यक्ति पहले से डीडीयू के आइसोलेशन वार्ड में है।मदनपुरा हॉट स्पॉट में पहले से 7 कोरोना पॉजिटिव लोग हैं।अब नए केस को मिलाकर इस हॉटस्पॉट के 13 लोग पॉजिटव हो गए हैं।

इसके अतिरिक्त एक थाना क्षेत्र मडुआडीह के मंडौली में 29 वर्षीय युवक का टेस्ट पॉजिटिव आया है। यह दवा व्यवसायी है।यह व्यक्ति डीडीयू अस्पताल में जांच के लिए आया था, उस समय उसे खांसी, बुखार था। सीएचसी शिवपुर में सैंपल 20 अप्रैल को लिया गया था।पूर्व के 6 हॉटस्पॉट के साथ अब एक और 7वां हॉट स्पॉट मंडौली बनाया जा रहा है।



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वाराणसी में मदनपुरा इलाका सील है। यहां अब तक 13 संक्रमित मिल चुके हैं।




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पिता की दुकान बंद तो मास्क बेचकर परिवार का खर्च उठा रही गुलशफा; कोरोना योद्धाओं के लिए फ्री उसकी ये सेवा

कहते हैं बेटी लक्ष्मी का रूप होती है और जिस घर में बेटी होती है वह घर स्वर्ग से सुंदर होता है। मुरादाबाद में भी एक बिटिया अपने नन्हें कदमों से परिवार का खर्च उठा रही है। दरअसल, लॉकडाउन के चलते उसके टेलर पिता का काम बंद हुआ तो वे मास्क बनाने लगे। अब उनकी बेटी गुलशफा रोज सुबह और शाम घर से साइकिल पर निकलकर घर पर बनाए मास्क को गली मोहल्लों में बेचकर 50 से 100 रुपए कमा लेती है। इस दौरान वह कोरोना से जंग लड़ रहे कोरोना योद्धाओं को मास्क फ्री में देती है, लेकिन उसके इस जज्बे को देकर कोई भी मास्क फ्री में नहीं लेता। गुलशफा एक मास्क 10 रुपए में बेचती है। उसका तिरंगा वाला मास्क सबसे अधिक बिक रहा है।

गली मोहल्लों में मास्क बेचती है गुलशफा

मझोला थाना क्षेत्र के मीना नगर की रहने वाले 10 साल की गुलशफा के पिता इंतजार हुसैन टेलर हैं। लेकिन लॉकडाउन की वजह से सिलाई का काम ठप है। जिसके चलते परिवार के आगे आर्थिक संकट मंडराने लगा है। परिवार का पालन पोषण करने के लिए इन्तजार हुसैन अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ घर में मास्क तैयार कर रहे हैं। मास्क को बाजार में बेचने का जिम्मा बेटी गुलसफा के कंधों पर है। गुलसफा प्रत्येक दिन सुबह शाम गली मोहल्लों में साइकिल पर सवार होकर मास्क बेचती है। गुलसफा भले ही 10 साल की है, लेकिन वह यह जानती है कि सड़क पर खड़े कोरोना योद्धा कितनी मेहनत कर रहे हैं। इसलिए वह इन कोरोना योद्धाओं को मास्क फ्री देती है।

दो मास्क की कीमत 15 रुपए

गुलशफा ने कहा- पापा का सिलाई का काम बंद हो गया तो परिवार में बहुत परेशानी हो रही है। पापा, मम्मी और दो बहनें पिछले एक हफ्ते से घर पर ही मास्क तैयार कर रहे हैं और मैं बाजार में जाकर बेचती हूं। एक मास्क दस रुपए का है, लेकिन अगर कोई दो मास्क लेता है तो उनको 15 रुपए में बेच देते हैं। 50 से 100 रूपए दिन भर में आ जाते हैं। वह रूपए लाकर पापा को देती हूं। गुलशफा के पिता इन्तजार हुसैन ने कहा- बेटी मजबूरी में काम कर रही है। जिससे चाय, नाश्ता और दवाई का खर्च निकल जाता है। इस समय हालात बहुत खराब हो गए हैं।



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मुरादाबाद की गुलशफा के पिता व अन्य घर पर मास्क बनाते हैं और वह गली मोहल्लों में उसे बेचती है। इस दौरान वह कोरोना योद्धाओं को फ्री में मास्क देती है।