india news ऋषि कपूर को आखिरी विदाई देने बेटी रिद्धिमा दिल्ली से मुंबई नहीं आ सकीं, रणबीर और नीतू के अलावा आलिया और करीना मौजूद रहे By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 17:04:32 GMT ऋषि कपूर का गुरुवार दोपहर चंदनवाड़ी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। यहां उनकी पत्नी नीतू कपूर और बेटे रणबीर कपूर समेत करीब 24 लोग मौजूद थे। उनकी बेटी रिद्धिमा कपूर साहनी दिल्ली में हैं। उन्होंने पहले डीजीसीए से चार्टर प्लेन से जाने की मंजूरी मांगी थी, जो नहीं मिल सकी। अब दिल्ली पुलिस ने उन्हें सड़क के रास्ते जाने की मंजूरी दी है। रिद्धिमा 1400 किमी का सफर सड़क के रास्ते तय करेंगी। इसलिए पिता के अंतिम संस्कार के वक्त वे मुंबई नहीं पहुंच सकीं।पति ऋषि कपूर के अंतिम दर्शन करतीं नीतू कपूर।पिता ऋषि कपूर के अंतिम संस्कार से पहले रणबीर कपूर।ये लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुएनीतू कपूर और रणबीर के अलावा करीना कपूर, अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय बच्चन, उद्योगपति अनिल अंबानी, आलिया भट्ट, रीमा जैन, मनोज जैन, आदर जैन, अनीशा जैन, विमल पारीख, डॉ. टंडन और राहुल रवैल श्मशान घाट पर ऋषि कपूर को आखिरी विदाई देने के लिए मौजूद थे।ऋषि कपूर को आखिरी विदाई देने पहुंचीं आलिया भट्ट (हाथ में मोबाइल लिए)। इससे पहले आलिया बुधवार रात को ही एचएन रिलायंस अस्पताल पहुंची थीं, जहां ऋषि कपूर को भर्ती किया गया था।2 साल पहले कैंसर हुआ था2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था। इलाज के लिए वो अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। पिछले गुरुवार भी उनकी सेहत खराब हुई थी। उन्हें अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था, लेकिन चार घंटे बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था। बाद में चेस्ट इन्फेक्शन, सांस लेने में दिक्कत और बुखार के कारण बुधवार को उन्हें दोबारा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। 67 साल के ऋषि कपूर ने सुबह 8 बजकर 45 मिनट बजे अंतिम सांस ली।अस्पताल में करीना कपूर और सैफ अली खान के साथ रणधीर कपूर भी मौजूद थे।ऋषि कपूर का अस्पताल में रिकॉर्ड वीडियो वायरलऋषि कपूर के निधन के बाद उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो फरवरी 2020 में मुंबई के अस्पताल में रिकॉर्ड किया गया था। सोशल मीडिया पर यहऋषि केआखिरी वीडियो के तौर वायरल हो रहा है। इसमें ऋषि एक युवक से कह रहे हैं कि शोहरत और नाम मेहनत के बाद आते हैं।नीतू कपूर की तरफ से मैसेज- ऋषि कपूर आखिरी वक्त तक डॉक्टरों का मनोरंजन करते रहेऋषि कपूर के निधन के बाद नीतू कपूरकी तरफ से यह मैसेज जारी किया गया- ‘‘दो साल तक ल्यूकेमिया से जंग के बाद हमारे प्यारे ऋषि कपूर का आज सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर निधन हो गया। अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने कहा कि वे आखिर तक उनका मनोरंजन करते रहे।’’##बेटी रिद्धिमा ने कहा- आपको रोज मिस करूंगी पापा##करीना कपूर ने कहा- पापा और चिंटू अंकल, दो बेस्ट बॉयज## Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुंबई के चंदनवाड़ी श्मशान घाट स्थित विद्युत शवदाह गृह पर गुरुवार को ऋषि कपूर के अंतिम संस्कार के दौरान बेटे रणबीर कपूर। Full Article
india news राज्यपाल कोश्यारी ने चुनाव आयोग से विधान परिषद की 9 सीटों पर चुनाव करवाने का आग्रह किया By Published On :: Thu, 30 Apr 2020 17:17:17 GMT महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने गुरुवार शाम चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर आग्रह किया है कि राज्य विधान परिषद की 9 रिक्त सीटों पर जल्द चुनाव करवाया जाए। यह सीटें 24 अप्रैल से खाली हैं। राज्यपाल का यह फैसला सीएम उद्धव ठाकरे को बड़ी राहत दे सकता है। क्योंकि, वे विधानसभा या विधान परिषद में से किसी के सदस्य नहीं हैं और 27 मई तक उनका किसी एक सदन का सदस्य होना जरूरी है।28मई तक उद्धव ठाकरे विधानसभा या परिषद केसदस्य नहीं बने तो उन्हें पद से हटना होगा। इस बीच, राज्य में विधान परिषद की 9 खाली सीटों पर चुनाव के मामले पर भारतीय चुनाव आयोग शुक्रवार को बैठक करेगा।मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक का हिस्सा बनेंगे।पीएम से बात के एक दिन बाद राज्यपाल का फैसलाराज्यपाल ने यह कदम तब उठाया है जब एक दिन पहले यानीबुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर फोन पर बात की थी। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने कहा भी था कि राजभवन तक संकेत सही समय में पहुंच जाएगा।इससे पहले महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने दो बार प्रस्ताव पारित कर राज्यपाल से सिफारिश की थी कि वह उद्धव ठाकरे को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत कर दें। पर राज्यपाल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।12 सीटें गवर्नर के मनोनीत कोटे के तहतमहाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को गवर्नर के मनोनीत कोटे से एमएलसी बनाने के लिए कैबिनेट ने प्रस्ताव भेजा है। राज्य में इससे पहले दत्ता मेघे और दयानंद महास्के को भी मंत्री बनने के बाद राज्यपाल विधान परिषद के लिए मनोनीत कर चुके हैं। आम तौर पर गवर्नर कोटे से एमएलसी मनोनीत करने के लिए कुछ योग्यताएं होनी जरूरी हैं। महाराष्ट्र विधान परिषद की बात करें तो यहां कुल 78 सीटें हैं। इनमें से 66 सीटों पर निर्वाचन होता है, जबकि 12 सीटों के लिए राज्यपाल कोटे से मनोनीत किया जा सकता है।विधान परिषद में ये निर्वाचित सदस्य30 सदस्यों को विधानसभा के सदस्य यानी एमएलए चुनते हैं। 7-7 सदस्य स्नातक निर्वाचन और शिक्षक कोटे के तहत चुने जाते हैं। इनमें राज्य के सात डिविजन मुंबई, अमरावती, नासिक, औरंगाबाद, कोंकण, नागपुर और पुणे डिविजन से एक-एक सीट होती है। इसके अलावा 22 सदस्य स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र के तहत चुने जाते हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today संविधान के मुताबिक, पद पर बने रहने के लिए उद्धव को 6 महीने में विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य होना जरूरी है। -फाइल फोटो Full Article
india news महाराष्ट्र विधानसभा परिषद की 9 सीटों पर चुनाव 21 मई को, मुख्यमंत्री की कुर्सी जाने का खतरा टला By Published On :: Fri, 01 May 2020 08:28:10 GMT महाराष्ट्र विधानसभा परिषद की 9 सीटों के लिए चुनाव 21 मई को होंगे। चुनाव आयोग ने शुक्रवार कोयहघोषणा की। इसकेपहले राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की गुरुवार को चुनाव करवाने की सिफारिश आयोग से की थी। सभी 9 सभी सीटें 24 अप्रैल को खाली हुई थीं।मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए यह चुनाव बेहद अहम है।वे न विधानासभा के और न विधान परिषद के सदस्य हैं। उनका छह महीने का कार्यकाल 28मई को खत्म हो रहा है। इस लिहाज से उनकी कुर्सी को खतरा था। दरअसल, ठाकरे ने 28 नवंबर, 2019 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, वे अभी तक किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। संविधान के मुताबिक- उन्हें छह महीने में विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना जरूरी, अगर ऐसा नहीं होगा तो पद छोड़ना पड़ता।उद्धव ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की थी।कैबिनेट ने दो बार उद्धव को मनोनीत करने का प्रस्ताव भेजा थाराज्यपाल ने चुनाव आयोग से विधान परिषद के चुनाव कराने की सिफारिश गुरुवार को की। इसके पहले महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने दो बार प्रस्ताव पारित कर राज्यपाल से सिफारिश की थी कि वह उद्धव ठाकरे को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत कर दें। लेकिन, राज्यपाल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। उद्धव ठाकरे को गवर्नर के मनोनीत कोटे से विधान परिषद का सदस्य बनाने के लिए कैबिनेट ने राज्यपाल के पास प्रस्ताव भेजा था। राज्य में इससे पहले दत्ता मेघे और दयानंद महास्के को भी मंत्री बनने के बाद राज्यपाल विधान परिषद के लिए मनोनीत कर चुके हैं।विधान परिषद में ये निर्वाचित सदस्य महाराष्ट्र विधान परिषद मेंकुल 78 सीटें हैं। इनमें से 66 सीटों पर निर्वाचन होता है, जबकि 12 सीटराज्यपाल कोटे सेमनोनीत की जाती हैं। 30 सदस्यों को विधानसभा के सदस्य यानी एमएलए चुनते हैं। 7-7 सदस्य स्नातक निर्वाचन और शिक्षक कोटे के तहत चुने जाते हैं। इनमें राज्य के सात डिविजन मुंबई, अमरावती, नासिक, औरंगाबाद, कोंकण, नागपुर और पुणे डिविजन से एक-एक सीट होती है। 22 सदस्य स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र के तहत चुने जाते हैं।उद्धव से पहले 7 नेता बिना चुनाव जीते मुख्यमंत्री बने आर अंतुले पहले ऐसे नेता थे। जून 1980 में मुख्यमंत्री बने। बाद में विधान परिषद के सदस्य बने। वसंतदादा पाटिल एक सांसद के तौर पर इस्तीफा देने के बाद फरवरी 1983 में मुख्यमंत्री बने थे। बाद में विधान परिषद सदस्य बने। शिवाजीराव निलंगेकर-पाटिल जून 1985 में मुख्यमंत्री बने थे। उस वक्त पाटिल किसी सदन के सदस्य नहीं थे। बाद में विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने। शंकरराव चव्हाण मार्च 1986 में मुख्यमंत्री बने। उस वक्त वे केंद्रीय मंत्री थे। बाद में विधान परिषद सदस्य बने। 1993 में मुंबई दंगे की वजह से सुधाकरराव नाइक मुख्यमंत्री पद से हट गए। तब शरद पवार को मुख्यमंत्री बनाया। वे नरसिंह राव सरकार में रक्षा मंत्री थे। बाद में विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने। सुशील कुमार शिंदे 2003 में मुख्यमंत्री बने। तब वे किसी सदन के सदस्य नहीं थे। बाद में वो विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने। 2010 में पृथ्वीराज चव्हाण ने मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद छोड़कर सीएम पद की शपथ ली थी। बाद में विधान परिषद सदस्य बने। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार सुबह राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी। इसके बाद राज्यपाल ने विधान परिषद के चुनाव कराने की सिफारिश चुनाव आयोग से की थी। Full Article
india news मालेगांव में ड्यूटी पर तैनात हिंगोली के एसआरपीएफ के 25 और जवानों में कोरोना की हुई पुष्टि, संख्या 41 तक पहुंची By Published On :: Fri, 01 May 2020 10:59:00 GMT स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स (एसआरपीएफ) के 25 और जवान कोरोना संक्रमित हो गए हैं। इसको लेकर यहां 41 एसआरपीएफ कर्मियों में कोरोना संक्रमण फैल चुका है। इनमें से 20 जवानों को एसआरपीएफ क्वारंटीन सेंटर में रखा गया है जबकि 5 को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती किया गया। जिला सिविल सर्जन किशोर प्रसाद श्रीनिवास ने बताया कि इन सभी जवानों की रिपोर्ट पहले निगेटिव आई थी।33 मालेगांव में बंदोबस्त ड्यूटी पर तैनात थेसिविल सर्जन ने बताया, 'अब तक 41 एसआरपीएफ जवान कोरोना वायरस संक्रमित पाए जा चुके हैं। इनमें से 33 मालेगांव में बंदोबस्त ड्यूटी पर तैनात थे, जबकि 8 मुंबई से हैं।' इसके अलावा हिंगोली में अखाड़ा बालापुर निवासी 25 साल का युवक भी कोरोना पॉजिटिव निकला। वह 23 अप्रैल को नांदेड़ के श्रद्धालुओं को पंजाब छोड़ने गया था और 28 अप्रैल को लौटने के बाद उसे सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेज में क्वारंटीन किया गया था।जिले में अब तक 47 कोरोना संक्रमित मरीज हैंजिले में अब तक कुल 47 पॉजिटिव हो चुके हैं, जिसमें से एक डिस्चार्ज कर दिया गया है। इसके अलावा एक नांदेड़, एक औरंगाबाद के मेडिकल सेंटर में भर्ती किया गया और बाकी 45 को हिंगोली में भर्ती किया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today राज्य में अब तक 100 से ज्यादा पुलिस कर्मियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है और तीन पुलिसवालों की मौत हुई है। Full Article
india news अस्पताल में 20 दिन ड्यूटी के बाद नर्स घर लौटी, सोसाइटी में लोगों ने फूल बरसाए; मोदी ने कहा- यही है स्पिरिट ऑफ इंडिया By Published On :: Fri, 01 May 2020 12:46:43 GMT पिछले 20 दिन से सासून जनरल अस्पताल में कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रहीनर्स राजश्री कानाडे बुधवारशाम अपने घर पहुंचीं। उन्होंने जैसे ही भोसरी स्थित अपनी सोसाइटी में कदम रखा, लोगों ने फूल बरसाकर, ताली-थाली बजाकर और पोस्टरों से उनका स्वागत किया। ऐसा सम्मान देखकर राजश्री अपने आंसू नहीं रोक सकीं। राजश्री ससून हॉस्पिटल के आईसीयू में ड्यूटी कर रही थीं।कोरोना की लड़ाई जीतने के लिए झेलनी होगी तकलीफ- राजश्रीसासून अस्पताल में कोरोना के सबसे ज्यादा 226 संक्रमित मरीज भर्ती हैं और यहां 57 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 46 वर्षीय राजश्री ने बताया, 'अभीमेरी ज्यादा जरुरत हॉस्पिटल को है इसलिए मैं पिछले 20 दिन से वहां रह रही थी। हम अपनी शिफ्ट से ज्यादा ड्यूटी कर रहे थे। मुझे पता है कि अगर हमें यह लड़ाई जीतनी है तो थोड़ी तकलीफें झेलनी होंगी।'मोदी ने भी ट्वीट में राजश्री की तारीफ कीराजश्री के इस प्रयास की सरहाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की है। पीएम नेट्वीट किया-इस तरह के पल दिल को खुशियों से भर देते हैं। यह भारत की आत्मा है। हम साहसपूर्वक COVID-19 से लड़ेंगे। हम फ्रंटलाइन पर काम करने वालों पर गर्व है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पुणे की ट्रिनिटी सोसाइटी में नर्स राजश्री ने जैसे ही कदम रखा, लोगों ने उनपर फूल बरसाए, थाली बजाई और पोस्टर दिखाकर उनका स्वागत किया। Full Article
india news महाराष्ट्र में लॉकडाउन 17 मई तक बढ़ा, रेड जोन में आए 14 जिलों में कड़ाई से होगा नियम पालन, ग्रीन जोन में मिलेगी कई छूट By Published On :: Fri, 01 May 2020 13:24:44 GMT महाराष्ट्र समेत पूरे देश में लॉकडाउन 4 मई से 17 मई तक बढ़ा दिया गया है। यह 3 मई को खत्म हो रहा था। केंद्रसरकार ने बताया कि 14 दिन तक रेड जोन में कोई राहत नहीं दी जाएगी। लेकिन, ऑरेंज और ग्रीन जोन में थोड़ी रियायत दी जाएगी।इससे पहले कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुएसरकार ने अपनी रणनीति में बदलाव किया था। हर जिले में मौजूद कोरोना संक्रमितों की लिस्ट के आधार पर उसे रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन में रखा गया है। महाराष्ट्र के 36 जिलों में से पिछली बार की तुलना में रेड जोन की संख्या 11 से बढ़कर 14 तक पहुंच गई है। वहीं ग्रीन जोन की संख्या 9 से कम होकर 6 तक पहुंची है। इसके अलावा कुछ ऐसे भी जिले हैं, जो पहले रेड जोन में थे और वहां मरीजों की संख्या में हुई कमी के बाद इन्हें ऑरेंज जोन में डाल दिया गया है।इस आधार पर हुआ जिलों का बंटवारास्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना मामलों की संख्या, डबलिंग रेट और परीक्षणों के हिसाब से जिलों की नई सूची तैयार की है। जिसमें बताया गया है कि कौन सा जिला किस जोन में आता है और वहां किस तरह की सख्ती बरती जाएगी। केंद्रीय गृह सचिव प्रीति सूडान ने कहा, 'सभी राज्यों से अनुरोध किया जाता है कि वे चिन्हित किए गए रेड और ऑरेंज जोन जिलों में कंटेनमेंट जोन और बफर जोन का परिसीमन करें और उन्हें सूचित करें। किसी जिले को तब ग्रीन जोन माना जाएगा जब वहां पिछले 21 दिनों में कोरोना का कोई भी नया मामला सामने नहीं आएगा।'सूडान ने कहा, 'एक या अधिक नगर निगमों वाले, निगमों और जिले के अन्य क्षेत्रों को अलग-अलग इकाइयों के रूप में माना जा सकता है। यदि वे रेड या ऑरेंज जोन में आते हैं, यहां इनमें से एक या अधिक में पिछले 21 दिनों में कोई नया मामला दर्ज नहीं होता तो उन्हें आंचलिक वर्गीकरण में एक स्तर कम माना जा सकता है।'उन्होंने आगे कहा, 'बफर जोन में स्वास्थ्य सुविधाओं में आईएलआई/ एसएआरआई मामलों की निगरानी के माध्यम से मामलों की व्यापक निगरानी की जानी चाहिए। राज्यों से अनुरोध किया जाता है कि वे चिन्हित रेड और ऑरेंज जोन जिलों में कंटेनमेंट जोन और बफर जोन का परिसीमन करके उन्हें सूचित करें।'महाराष्ट्र में जोन की स्थितिरेड जोनमुंबई, मुंबई उपनगर, ठाणे, पालघर, नासिक, पुणे, सोलापुर, जलगांव, यवतमाल, सातारा, धुले, अकोला, औरंगाबाद और नागपुर शामिल हैं।ऑरेंज जोनरत्नागिरी, रायगढ़, परभणी, सांगली, बीड, अहमदनगर, नंदुरबार, कोल्हापुर, नांदेड़, जालना, हिंगोली, लातूर, अमरावती, यवतमाल, बुलढाणा, चंद्रपुर और भंडारा।ग्रीन जोनउस्मानाबाद, वासिम, सिंधुदुर्ग, गोंदिया, गढ़चिरौली और वर्धा शामिल हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Mumbai Pune Thane In Maharashtra Red Zone | Check Coronavirus Maharashtra Full List Of Red, Orange and Green Zones Full Article
india news बीएमसी के 55 साल से अधिक उम्र के कर्मियों को घर से काम करने की छूट मिली By Published On :: Fri, 01 May 2020 14:53:00 GMT बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर, 55 साल से अधिक उम्र के अपने कर्मियों को घर से काम करने या फील्ड ड्यूटी पर नहीं आने को कहा तथा पहले से ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित कर्मियों को दो सप्ताह की छुट्टी दी है।अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। महानगर पालिका के एक अधिकारी ने बताया कि यह सुविधा जिन्हें दी जा रही है उनमें डॉक्टर, नर्स और अर्धचिकित्सा कर्मी आदि शामिल हैं। बीएमसी प्रवक्ता ने कहा, "55 साल से अधिक उम्र के जिन आपात कर्मियों को पहले से ही उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हृदय एवं गुर्दे की बीमारी हैं, उन्हें दो सप्ताह तक घर पर ही रहने को कहा गया है।"अधिकारियों के अनुसार, लेकिन अन्य सभी कर्मियों की कार्यालयों एवं फील्ड ड्यूटी पर मौजूदगी बिल्कुल अनिवार्य है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today BMC personnel over 55 years of age are allowed to work from home Full Article
india news संक्रमित मरीजों तक खाना और दवाइयां पहुंचाने के लिए सिर्फ 7 दिन में बना डाला रोबोट, खर्च आया सिर्फ 50 हजार रुपए By Published On :: Fri, 01 May 2020 15:35:45 GMT राज्य में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमितों के इलाज में जुटे स्वास्थ्यकर्मी भी पॉजिटिव पाए गए हैं। हॉस्पिटल के स्टाफ में संक्रमण न फैले इसको लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में पुणे के एक हॉस्पिटल में रोबोट का इस्तेमाल मरीजों तक खाना पहुंचाने के लिए शुरू हुआ है। इसे पुणे कैंटोनमेंट बोर्ड ने आईटीआई(ITI) के प्रोफेसरों के साथ मिलकर तैयार किया है। ऐसे आया रोबोट बनाने का आइडियापुणे कैंटोनमेंट बोर्ड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर अमित कुमार ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए बताया, 'हमारे स्वास्थ्य कर्मी, जिनमें वार्ड बॉय और नर्स शामिल हैं, दिन-रात कोरोना संक्रमितों के इलाज में जुटे हुए हैं। संक्रमण के खतरों के बीच वे मरीजों तक दवाइयां और खाना पहुंचा रहे हैं। ऐसे लोग हमारे लिए सच्चे कोरोना योद्धा हैं। इस खतरे से इन्हें बचाने के लिए ही हमने एक ऐसा रोबोट बनाया है, जो मरीजों तक दिन में तीन बार खाना-पानी और दवाइयां पहुंचाता है।'यह रोबोट एक बार के चार्ज में तकरीबन 8 घंटे तक चलता है। लगातार इसे 2 घंटे तक इस्तेमाल किया जा सकता है।बनाने में आया सिर्फ 50 हजार रुपए का खर्चसीइओ अमित कुमार ने बताया, 'आईटीआई के प्रिंसिपल विजय चौहान और दो अन्य प्रोफेसरों की टीम ने इस रोबोट को बनाने में सिर्फ 7 दिन का समय लिया। वे दिन में 10 से 12 घंटे काम करते थे। पूर्ण रूप से देसी तकनीक पर बने इस रोबोट के निर्माण में सिर्फ 50 हजार रुपए का खर्च आया है। खास यह है कि यह 50 हजार रुपए भी एक कांट्रेक्टर की ओर से स्वैक्षिक तौर पर दिए गए हैं।' अमित कुमार ने बताया कि मैंने इस कांसेप्ट पर कुछ लोगों से चर्चा की और उनमें से एक कांट्रेक्टर ने आगे आकर हमें सहियोग किया।इसपर पाथ फाइंडर कैमरा और टू वे कम्युनिकेशन के लिए माइक्रोफोन और स्पीकर लगा है।इस रोबोट की खासियतइसके निर्माण से जुड़े आईटीआई के प्रिंसिपल विजय चौहान ने बताया,'यह एक बैट्री ऑपरेटिंग रोबोट है। एक बार के चार्ज में यह 8 घंटे तक चल सकता है। इसे एक रिमोट से कंट्रोल किया जाता है। इस रोबोट पर ट्रे बना हुआ है, जिसमें खाने और दवाइयों के पैकेट रखे जाते हैं। रिमोट कंट्रोल से हर मरीज के पास इसे भेजा जाता है और मरीज उस ट्रे से खाने का पैकेट लेता हैं। इस रोबोट को इस्तेमाल में लाने के बाद पूरी तरह से इसे सैनिटाइज किया जाता है।' विजय ने आगे बताया,'इसपर पाथ फाइंडर कैमरा और टू वे कम्युनिकेशन के लिए माइक्रोफोन और स्पीकर लगा है। जिसके सहारे मरीज और डॉक्टर आपस में बात कर सकते हैं।'स्क्रीनिंग रोबोट बनाने की तैयारी में जुटा संस्थानसीईओ अमित कुमार ने बताया, 'फिलहाल हमने एक रोबोट का निर्माण एक्सपेरिमेंट के तौर पर किया है। अगर प्रयोग सफल रहा तो अन्य हॉस्पिटल्स में भी इस तरह के रोबोटो का इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही हम अब प्रयास कर रहे हैं कि ऐसे रोबोट का निर्माण करें जो लोगों की स्क्रीनिग भी कर सकें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इसपर लगी ट्रे पर खाना और दवाइयां रखकर मरीजों तक पहुंचाया जाता है। इसे फिलहाल एक हॉस्पिटल में इस्तेमाल किया जा रहा है। Full Article
india news शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के 751 नये मामले, कुल पॉजिटिव बढ़कर 7,625 हुए By Published On :: Fri, 01 May 2020 16:42:00 GMT देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 751 नये मामले सामने आये। यहां किसी एक दिन में कोविड-19 का यह सर्वाधिक मामला है। नगर निकाय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को शहर में संक्रमण के 751 नये मामले आने से कोविड-19 के कुल मामले बढ़ कर 7,625 हो गये हैं। उन्होंने बताया कि आज कोविड-19 के पांच मरीजों की मौत हुई। यहां अब तक कुल 295 संक्रमित व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 95 मरीजों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई।इसी अवधि के दौरान कोविड-19 के 484 संदिग्ध मरीजों को अस्पतालों में भर्ती किया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आज 484 संदिग्ध मरीजों को अस्पतालों में भर्ती किया गया। Full Article
india news राज्य में 83 फीसदी मरीजों में बीमारी के लक्षण नहीं, 20 फीसदी स्वस्थ हुए By Published On :: Fri, 01 May 2020 16:48:00 GMT महाराष्ट्र में कोविड-19 के करीब 83 फीसदी मरीज ऐसे हैं, जिनमें बीमारी के लक्षण नहीं हैं और इनमें से 20 फीसदी स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।टोपे ने कहा कि राज्य में इस महामारी से मृतकों की दर कम होकर 3.5 फीसदी पर आ गई है, जबकि संक्रमण के मामले दोगुने होने की औसत दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है। उन्होंने जालना में संवाददाताओं से कहा कि महाराष्ट्र के 36 में से 14 जिले रेड जोन में हैं, 16 ओरेंज और छह जिले ग्रीन जोन में हैं।राज्य में 2 बिस्तर का हॉस्पिटल तैयारटोपे ने कहा कि मुंबई में एक 2,000 बिस्तरों का अस्पताल तैयार किया गया है, जहां घनी आबादी क्षेत्र में रहने वाले ऐसे बुजुर्ग नागरिकों को स्क्रीनिंग के बाद पृथक-वास में रखा जा सकेगा जोकि अन्य बीमारियों से ग्रसित हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्यभर में 733 निषिद्ध क्षेत्र हैं। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 10,000 के पार पहुंच चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today महाराष्ट्र के 36 में से 14 जिले रेड जोन में हैं, 16 ओरेंज और छह जिले ग्रीन जोन में हैं। Full Article
india news राज्य में अब तक 227 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित, तीन की मौत By Published On :: Fri, 01 May 2020 17:13:34 GMT महाराष्ट्र में 30 अधिकारियों सहित 227 पुलिसकर्मियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इनमें से 66 पुलिसकर्मी बृहस्पतिवार से शुक्रवार के बीच संक्रमित हुए हैं। अधिकारी ने बताया कि संक्रमित पुलिस कर्मियों में नासिक जिले में अधिक संक्रमित स्थान (हॉटस्पॉट) के तौर पर चिह्नित मालेगांव में सुरक्षा के लिए तैनात रिजर्व पुलिस के जवान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 227 संक्रमित पुलिसकर्मियों में 22 आरक्षी और आठ पुलिस अधिकारी संक्रमण मुक्त हो चुके हैं जबकि 172 आरक्षी और 22 अधिकारियों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं तीन पुलिस अधिकारियों की मौत हुई है। ये सभी अधिकारी मुंबई के हैं।राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 10 हजार के पार हो चुकी है। अधिकारी ने बताया कि महामारी को नियंत्रित करने के लिए पुलिस कर्मी 24घंटे काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस पर हमले की 167 घटनाएं सामने आई हैं और इन मामलों में 627 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।अधिकारी ने बताया कि राज्य में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (सरकारी अधिकारी के कानूनी आदेश की अवेहलना) के तहत 87,391 मामले दर्ज किए गए हैं और 17,632 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान 1,240 मामले गैर कानूनी ढंग से ढुलाई करने के मामले में दर्ज किया है और 50,827 अधिक वाहनों को जब्त किया है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में तीन करोड़ दस लाख रुपये बतौर जुर्माना वसूला गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पुलिस कर्मियों में नासिक जिले में अधिक संक्रमित स्थान (हॉटस्पॉट) के तौर पर चिह्नित मालेगांव में सुरक्षा के लिए तैनात रिजर्व पुलिस के जवान शामिल हैं Full Article
india news महाराष्ट्र के निषिद्ध क्षेत्रों से आवागमन अभी शुरू नहीं होगा, सरकार ने जारी किया आदेश By Published On :: Fri, 01 May 2020 17:14:00 GMT महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को एक आदेश जारी कर कहा कि लॉकडाउन के दौरान मुंबई महानगर क्षेत्र, पुणे और पिंपरी चिंचवड़ के लोगों को तब तक शहर से बाहर कहीं आने जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी जब तक इन क्षेत्रों के निकाय आयुक्त निषिद्ध क्षेत्रों (कन्टेनमेंट जोन) की सीमाओं पर कोई निर्णय नहीं लेते।आदेश में कहा गया कि मुंबई महानगर क्षेत्र, पुणे और पिंपरी चिंचवड़ से दूसरे जिलों में जाने के लिए बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह तब तक शुरू नहीं किया जाएगा जब तक निकाय आयुक्त निषिद्ध क्षेत्रों की सीमा निर्धारित नहीं कर लेते।आदेश के अनुसार संक्रमण से अधिक प्रभावित क्षेत्रों जैसे मालेगांव, सोलापुर, अकोला, अमरावती, यवतमाल, औरंगाबाद और नागपुर से आवागमन की अनुमति देने से पहले बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तब तक शुरू नहीं किया जाएगा जब तक निकाय आयुक्त निषिद्ध क्षेत्रों की सीमा निर्धारित नहीं कर लेते Full Article
india news सीएम उद्धव ने दिए संकेत, 3 मई के बाद कई जिलों में बढ़ेगी छूट की सीमा, लॉकडाउन को बताया स्पीड ब्रेकर By Published On :: Fri, 01 May 2020 17:23:58 GMT महाराष्ट्र दिवस के मौके पर जनता से फेसबुक के माध्यम से संवाद कर रहे सीएम उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में 3 मई के बाद से कई जिलों में शर्तों के साथ लॉकडाउन के नियम में ढील दी जाएगी। उनका इशारा राज्य के ऑरेंज और ग्रीन जोन में आने वाले जिलों की ओर था। इस दौरान उन्होंने लॉकडाउन के लिए कहा कि यह सिर्फ एक स्पीड ब्रेकर है और जल्द स्थितियां सामान्य हो जाएंगी।लोगों को घबराने की जरुरत नहीं हैसीएम ने कहा,'3 मई के बाद हम राज्य में शर्तों के सात कई जगह ढील देने जा रहे हैं। लेकिन सतर्क रहें और सहयोग करें, अन्यथा पिछले कुछ दिनों में हमने जो कुछ भी हासिल किया है वह हम खो देंगे। इसलिए, हम धैर्य और सावधानी के साथ आगे बढ़ेंगे।' उन्होंने आगे कहा,'मैं चाहता हूं कि लोग कोरोना से घबराएं नहीं। यह केवल समय पर उपचार शुरू करने के बारे में है। कुछ दिनों के बीच छोटे बच्चों से लेकर 83 साल के लोग इससे ठीक होकर घर गए हैं। वेंटिलेटर पर रहने वाले लोग भी ठीक हो गए हैं।'यह लॉकडाउन नहीं स्पीड ब्रेकर है: उद्धवउद्धव ने कहा, 'आपके आशीर्वाद के लिए धन्यवाद, मैं इस राज्य का सीएम हूं और आप अपनी हिम्मत, ताकत, बहादुरी और समर्थन के साथ मेरी मदद करते रहें। इसे लॉकडाउन कहने के बजाय मैं इसे स्पीड-ब्रेकर कहूंगा। पीएम मोदी जी ने इसे 'सर्किट ब्रेकर' कहा है।' उन्होंने आगे कहा,'हां, संख्या बढ़ रही है, लेकिन हम कांटेंमेंट क्षेत्रों को सील कर रहे हैं। हम कांटेक्ट ट्रेसिंग कर रहे हैं, इस कारण संख्या में लगातार वृद्धि हुई है।'राज्य में 10 हजार लोग कोविड योद्धा बनने के लिए तैयारसीएम उद्धव ठाकरे ने कहा,'हम अब झुग्गियों में घर-घर जा रहे हैं। ऑक्सीमीटर से 2 लाख से अधिक लोगों की जांच की गई है। इसके अलावा, अब उनके स्वास्थ्य संबंधी पृष्ठभूमि पर हमारी नजर है। 10,000 लोगों ने कोविड योद्धा बनने की हमारी अपील का जवाब दिया है और उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है। मेयर किशोरी पेडनेकर और कल्याण मेयर विनीता राणे दोनों ने कहा है कि वे नर्सों के साथ अस्पतालों में वापस जाने के लिए तैयार हैं। दोनों नर्सिंग में प्रशिक्षित हैं।"रेड जोन में काम करें वालों को कहा धन्यवादरेड जोन में काम करने वाले डॉक्टर लगातार हमारी टास्क फ़ोर्स के संपर्क में हैं। हम उनका धन्यवाद करना चाहते हैं कि वे इस जोखिमे में काम आकर रहे हैं।महाराष्ट्र दिवस पर बाला साहब को याद कियाराज्य की जनता को महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा,'मुझे अपने पिता बालासाहब ठाकरे द्वारा बताई गई सभी कहानियां याद हैं। मैं आज सुबह हुतात्मा चौक गया और वहां से मैं झंडा फहराने के लिए मंत्रालय गया।' उन्होंने आगे बताया,'मेरे दादा महाराष्ट्र निर्माण को लेकर हुए संघर्ष का हिस्सा रहे हैं। बतौर सीएम मेरे लिए उन्हें श्रद्धांजलि देने का विशेष दिन था। मैं इसे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता।'कोरोना के कारण बड़े पैमाने पर नहीं मना रहे यह दिनसीएम ने आगे कहा,'हमने उनके प्रयासों की बदौलत मुंबई जीता। मुंबई और महाराष्ट्र के लिए अपना बलिदान देने वाले सभी लोगों को मैं नमन करता हूं।' उन्होंने आगे बताया,' आज आंदोलन की 60वीं वर्षगांठ है। जब हमारी सरकार सत्ता में आई थी, हमने तय किया था कि हम इस दिन को बड़े पैमाने पर मनाएंगे। दुर्भाग्य से, आज की स्थिति में यह संभव नहीं है।''महाराष्ट्र के लोग साथ लड़ें तो सब कुछ संभव है'उन्होंने बताया, 'हमें इससे पहले के महाराष्ट्र दिवस के उत्सव याद हैं जब मेरे पिता स्वर्गीय बाला साहब थे। जिस ग्राउंड में लता दीदी ने एक गाना था, आज उसी जगह हमने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए एक हेल्थकेयर सेंटर बनाया है। यह कहानियां बताने के पीछे का मकसद यह है कि अगर महाराष्ट्र के लोग अपना मन बनाते हैं, तो कुछ भी हासिल करना संभव है। आज महाराष्ट्र में कोविड-19 से छुटकारा पाने के लिए एक साथ लड़ रहा है। महाराष्ट्र शायद सिर्फ 60 साल पुराना है लेकिन इसकी बहादुरी की दास्तां बहुत पुरानी है।' Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सीएम उद्धव ठाकरे फेसबुक लाइव के माध्यम से प्रदेश की जनता को संबोधित कर रहे थे। Full Article
india news संक्रमण के एक दिन में सबसे ज्यादा 1008 मामले सामने आए, 26 लोगों की जान गई By Published On :: Fri, 01 May 2020 17:31:30 GMT महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण से शुक्रवार को रिकॉर्ड 1008 मामले सामने आए। इसे मिलाकर राज्य में कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 11,506 पहुंच गया। इससे पहले महाराष्ट्र में 25 अप्रैल को संक्रमण के 811 मामले सामने आए थे। इसके अलावा, शुक्रवार को राज्य में संक्रमण से 26 लोगों की मौत हुई। इनमें पुणे में 11, मुंबई में 6, जलगांव में 3, सिंधुदुर्ग, भिवंडी, ठाणे, नांदेड़, औरंगाबाद और परभणी में एक-एक की जान गई। मृतकों में 18 पुरुष और 8 महिलाएं हैं। 25 मृतकों की उम्र 40 से 60 साल के बीच थी, जबकि एक की उम्र 40 से कम थी। इसे मिलाकर राज्य में मृतकों की संख्या 485 पहुंच गई है।मुख्यमंत्री ने फेसबुक के जरिए जनता से बात कीमुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को महाराष्ट्र दिवस के मौके पर जनता से फेसबुक के जरिए बातचीत की। उन्होंने कहा कि राज्य में 3 मई के बाद से कई जिलों में शर्तों के साथ लॉकडाउन के नियम में ढील दी जाएगी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन सिर्फ एक स्पीड ब्रेकर है और जल्द स्थितियां सामान्य हो जाएंगी।लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि तीन मई के बाद हम राज्य में शर्तों के सात कई जगह ढील देने जा रहे हैं। लेकिनऑरेंज और ग्रीन जोन के लोगभीसतर्क रहें और सहयोग करें, अन्यथा पिछले कुछ दिनों में हमने जो कुछ भी हासिल किया है, वह हम खो देंगे। इसलिए, हमधैर्य और सावधानी के साथ आगे बढ़ेंगे। उन्होंने आगे कहा कि मैं चाहता हूं कि लोग कोरोना से घबराएं नहीं। यह केवल समय पर उपचार शुरू करने के बारे में है। कुछ दिनों के बीच छोटे बच्चों से लेकर 83 साल के लोग इससे ठीक होकर घर गए हैं। वेंटिलेटर पर रहने वाले लोग भी ठीक हो गए हैं।'हालांकि, शुक्रवार शाम को गृहमंत्रालय ने दो हफ्ते लॉकडाउन और बढ़ाने की घोषणा कर दी। लेकिन, इस बारऑरेंज और ग्रीन जोन में कई तरह की छूट रहेगी।राज्य में अब तक 227 पुलिसकर्मी संक्रमितमहाराष्ट्र में 30 अधिकारियों सहित 227 पुलिसकर्मियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इनमें से 66 पुलिसकर्मी गुरुवार से शुक्रवार के बीच संक्रमित हुए हैं। 227 संक्रमित पुलिसकर्मियों में 22 आरक्षी और आठ पुलिस अधिकारी संक्रमण मुक्त हो चुके हैं जबकि 172 आरक्षी और 22 अधिकारियों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।प्लाज्मा थैरेपी के जरिए इलाज करवा रहे शख्स की हुई मौतप्लाज्मा थैरेपी के जरिए इलाज करवा रहे 53 साल के मरीज की इन्फेक्शन के बाद मौत हो गई है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह कोरोना से संक्रमित था। उसकी हालत काफी नाजुक थी।मुंबई के कांदिवली इलाके में सड़क पर निकले एक शख्स से पूछताछ करते पुलिसकर्मी।बीएमसी स्वास्थ्यकर्मियों के मानधन में बढ़ोतरीअपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की सेवा करने वाली स्वास्थ्य स्वयंसेविकाओं के मानधन में प्रतिमाह 4000 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। इस तरह स्वयंसेविकाओं को अब हर महीने 9000 रुपये मानधन मिलेगा। इन्हें यह लाभ सितंबर 2019 से मिलेगा। साथ ही कोविड -19 के कारण जारी लॉकडाउन के दौरान जितने दिन यह स्वयंसेविकाएं काम करेंगी, उस हिसाब से प्रतिदिन 300 रुपएका अतिरिक्त मानधन मिलेगा। यह रकम मई में दी जाएगी।कुछ मजदूर मुंबई से कानपुर के लिए हैं। उनमें से एक ये महिला है।नागपुर जेल में भी हुआ लॉकडाउन, 7 जेल पहले से ही हैं बंद कोरोना संक्रमण सेकैदियों को बचाने के लिए नागपुर सेंट्रल जेल को भी बंद कर दिया गया है। इस फैसले के बाद अब बाहर के किसी व्यक्ति को जेल के अंदर दाखिल होने की इजाजत नहीं मिलेगी साथ ही यहां तैनात अधिकारी और कर्मचारी भी बाहर नहीं जा सकेंगे। राज्य की सात जेलों को पहले ही बंद किया जा चुका है। गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि कोरोना प्रभावित इलाकों में स्थित मुंबई मध्यवर्ती कारागृह, ठाणे मध्यवर्ती कारागृह, येरवडा मध्यवर्ती कारागृह, भायखला जिला कारागृह, कल्याण जिला कारागृह, औरंगाबाद और नाशिक जेल में पहले ही लॉक डाउन का फैसला किया जा चुका था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर मुंबई की है। यहां लोग गुरुवार को सिलेंडर के लिए लाइन में दिखे। मुंबई संक्रमितों की संख्या 2 हजार से ज्यादा हो गई है और 250 से ज्यादा मौतें हो गई हैं। Full Article
india news मातोश्री में ड्यूटी पर तैनात 3 पुलिसवाले पॉजिटिव, 130 को क्वारैंटाइन किया गया; राज्य में अब तक 227 पुलिसकर्मी संक्रमित By Published On :: Sat, 02 May 2020 07:53:37 GMT कोरोनावायरस मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरेके आवासमातोश्रीतक पहुंच गया है। यहांसुरक्षा ड्यूटी पर तैनात तीन पुलिसवालेकोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद यहां तैनात 130 अन्य पुलिसवालों को सांताक्रूज में एक क्वारैंटाइन सेंटर भेज दिया गया है। सभी की कोरोना जांच भी करवाई जा रही है। आज शाम तक इनकी रिपोर्ट भी आ सकती है।पहले एक चायवालासंक्रमण हुआ थाइससे पहले मुख्यमंत्री के घर के बाहर चाय का स्टॉल लगाने वाला एक शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। मातोश्री पर तैनात पुलिसकर्मी वहां चाय पीते रहते थे। इसी को देखते हुए मातोश्री पर तैनात 130 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से हटाकर क्वारैंटाइन किया गया था। हालांकि, इसके बाद बीएमसी ने पूरे इलाके को सैनिटाइज करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया था।चायवाले के संक्रमित मिलने के बाद पूरे इलाके को सील करकेसैनिटाइजेशन का काम किया गया था।राज्य के 30 पुलिस अधिकारियों समेत 227 पुलिसवालों में कोरोनामहाराष्ट्र में 30 अधिकारियों समेत 227 पुलिसकर्मी कोरोनावायरस से संक्रमित हुए हैं। इनमें 66 पुलिसकर्मी गुरुवार से शुक्रवार के बीच संक्रमित हुए। अधिकारी ने बताया कि संक्रमित पुलिस कर्मियों में नासिक जिले में अधिक संक्रमित स्थान (हॉटस्पॉट) के तौर पर चिह्नित मालेगांव में सुरक्षा के लिए तैनात रिजर्व पुलिस के जवान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 227 संक्रमित पुलिसकर्मियों में 22 आरक्षी और आठ पुलिस अधिकारी संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।जबकि 172 आरक्षी और 22 अधिकारियों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं, तीन पुलिस अधिकारियों की मौत हुई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today संक्रमण से बचने के लिए पुलिस के जवानों को ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड दिया जा रहा है। इसके बावजूद अब तक 227 पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं। Full Article
india news वाइस नेवी चीफ ने कहा; आईएनएस आंग्रे में मिले हैं 38 कोरोना पॉजिटिव, इनके अलावा कोई नहीं संक्रमित By Published On :: Sat, 02 May 2020 08:18:00 GMT शहर के तटीय इलाके में स्थित भारतीय नौसेना के कैंपस आईएनएस आंग्रे में अब तक कोरोना संक्रमण के 38 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें से 12 पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। फिलहाल कोरोना प्रभावित आईएनएस आंग्रे के परिसर को सील कर दिया गया है और यहां पॉजिटिव मिले सभी लोगों को कोलाबा के नेवल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।अभी तक सिर्फ 38 कोरोना पॉजिटिव मिलेनेवी के वाइस चीफ वाइस ऐडमिरल जी.अशोक कुमार ने शनिवार को बताया कि आईएनएस आंग्रे में अभी तक 38 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा नेवी की किसी भी यूनिट, वॉरशिप या सबमरीन में कोरोना का कोई मामला नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि पॉजिटिव मिले के इन कर्मियों में से 12 पूरी तरह ठीक होकर डिस्चार्ज भी हो चुके हैं।उन्होंने कहा, 'पूर्वी और पश्चिमी कमान ने हर संभव कोशिश की कि हमारी किसी भी शिप पर संक्रमण न फैले। वायरस की रोकथाम के लिए किसी शिप को डिप्लॉय करने से पहले एक प्रक्रिया तय की गई है जिससे इसे फैलने से रोका जा सके। हम अपने जवानों की सेहत से कोई समझौता नहीं करेंगे।'लॉकडाउन की वजह से खाड़ी देशों में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए 14 युद्धपोत तैयारनेवी चीफ वाइस मार्शल एडमिनल जी अशोक कुमार ने कहा है कि कोरोना संकट के कारण खाड़ी देशों में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए 14 जंगी जहाज तैयार हैं। इनमें से 4 वेस्टर्न नेवल कमांड, 4 ईस्टर्न नेवल कमांड और 3 साउदर्न नेवल कमांड के युद्धपोत हैं।आईएनएस-आंग्रे इंडियन नेवी का एक बेस डिपो हैआईएनएस आंग्रे मूल रूप से भारतीय नौसेना की एक तटीय इकाई है। मुंबई में वेस्टर्न नेवल कमांड का हिस्सा आईएनएस-आंग्रे इंडियन नेवी का एक बेस डिपो है। यह पश्चिमी नौसैनिक कमान को लॉजिस्टिक और प्रशासनिक सपोर्ट प्रदान करता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोरोना मरीजों की पहचान के लिए नेवी ने बनाई इन्फ्रारेड सेंसर गन, कीमत सिर्फ एक हजार रुपए है। Full Article
india news गिरफ्तार आरोपियों में से एक में मिला कोरोना वायरस का संक्रमण, 23 पुलिसवालों समेत 43 लोगों की जांच By Published On :: Sat, 02 May 2020 08:54:28 GMT महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में गिरफ्तार 115 आरोपियों में से एक में कोरोनावायरस मिला है। इसके बाद उनके संपर्क में आने वाले 43 लोगों, जिनमें 23 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं कि जांच की जा रही है।पालघर ग्रामीण अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ दिनकर गावित ने बताया कि पालघर लिंचिंग केस में 55 साल का एक आरोपी पॉजिटिव पाया गया है। इसे 17 अप्रैल को पकड़ा गया था और यह वाड़ा पुलिस थाने में लॉकअप में बंद था। संक्रमित दहानु में दिव्य-वाकीपाड़ा का रहने वाला है। संक्रमित होने के बाद अब इसकी ट्रेवल हिस्ट्री खंगाली जा रही है और परिवार को भी होम क्वारैंटाइन किया गया है।14 मई तक पुलिस कस्टडी में था आरोपीइस कोरोना संक्रमित आरोपी को दहानु कोर्ट में पेश किया गया था और अन्य 114 आरोपियों के साथ 14 मई तक पुलिस कस्टडी की मांग की गई थी। अन्य सभी आरोपियों को वाडा, दहानू, कासा, विक्रमगढ़, तलासरी और अन्य पुलिस थानों में लॉकअप में रखा गया है ताकि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण भीड़भाड़ से बचा जा सके।जेजे हॉस्पिटल के जेल वार्ड में किया जा रहा शिफ्टडॉ. गावित ने कहा कहा कि 28 अप्रैल की सुबह आरोपी के गले का स्वाब टेस्ट लिया गया, जिसमें वह नेगेटिव पाया गया। मगर शनिवार सुबह एक और टेस्ट किया गया और इसमें वह कोरोना पॉजिटिव निकला। उसे आरएच में भर्ती कराया गया था, मगर उच्च अधिकारियों से अनुमति लेने के बाद आरोपी मरीज को मुंबई के जेजे अस्पताल के जेल वार्ड में स्थानांतरित किया जा रहा है।संक्रमित में नहीं है कोरोना के कोई भी लक्षणउन्होंने कहा कि आरोपी में कोरोना वायरस के अब तक कोई लक्षण नहीं दिखे हैं, मगर हम किसी तरह का कोई चांस नहीं ले सकते हैं। पालघर जिले में अब तक 170 कोरोना के मामले सामने आए हैं और 10 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इस कोविड-19 से 59 लोग उबर भी चुके हैं।ऐसे हुई थी दो साधुओं और ड्राइवर की हत्या16 अप्रैल को मुंबई से सूरत जाने वाले दो साधुओं की कार को 200 से अधिक लोगों की भीड़ द्वारा रोका गया था। चोर होने के संदेह पर इस भीड़ ने कार पर हमला कर दिया और पत्थर एवं डंडों से हमला किया, जिसमें दोनों साधुओं की जान चली गई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पालघर हिंसा में मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर भी पथराव हुआ था। फिलहाल इस मामले में 115 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। Full Article
india news घर वापसी की मांग को लेकर चंद्रपुर में एक हजार श्रमिकों का प्रदर्शन, शुरू की गई घर भेजने की तैयारी By Published On :: Sat, 02 May 2020 10:14:36 GMT जिले में करीब 1,000 प्रवासी मजदूर शनिवार को सड़कों पर उतर आए और उन्होंने मांग की कि उन्हें उनके पैतृक स्थानों पर वापस भेजने की व्यवस्था की जाए। इनमें से ज्यादातर भारत के उत्तरी हिस्सों के रहने वाले हैं।पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना जिले के बल्लारपुर में सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुई। उन्होंने बताया, '1,000 से अधिक श्रमिक, जिनमें से अधिकतर सरकारी मेडिकल कॉलेज के एक निर्माण स्थल में रह रहे थे, सड़कों पर उतर आए और मांग की कि उनके गृह राज्यों में उनकी वापसी के लिए प्रबंध किए जाएं। उन्होंने राजमार्ग को अवरूद्ध करने की कोशिश की और रेलवे स्टेशन की तरफ जाने लगे।'अधिकारी ने कहा, 'श्रमिक उत्तर प्रदेश और बिहार में अपने-अपने घर लौटना चाहते थे। इनमें से कुछ पश्चिम बंगाल से थे। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उनके आय के स्रोत बंद हो गए हैं।'श्रमिकों के लिए की जा रही है ट्रेन की व्यवस्थाइसकी सूचना मिलने पर, रामनगर पुलिस थाने के कर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया। उन्होंने कहा, 'पुलिस कर्मियों ने श्रमिकों को बताया कि अगर वे अपने गृह राज्य लौटना चाहते हैं तो उन्हें उचित प्रक्रिया का पालन करना होगा क्योंकि विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की जा रही है। उन्हें स्पेशल ट्रेन में जगह पाने के लिए आवेदन फॉर्म भरने होंगे।' अधिकारी ने बताया कि उन्हें भोजन मुहैया कराया गया और बाद में श्रमिक अपने स्थानीय आवास पर लौट गए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today श्रमिकों के आने के बाद रामनगर पुलिस थाने के कर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया। Full Article
india news पुणे में तेज हवा के साथ शहर में हुई भारी बारिश ; बिलबोर्ड और मोबाइल टावर धराशायी By Published On :: Sat, 02 May 2020 12:58:18 GMT शहर के कई इलाकों मेंशुक्रवार शाम से रुक-रुक शुरू हुई बारिशशनिवार को भी जारी है। शनिवार को कई इलाकों मेंतेज हवाओं के साथ भारी बरसात भी हुई। बारिश सेसेइसके चलते गणेशखिंद रोड पर संचेती अस्पताल के पास एक विशाल ट्रैफिक साइन गैंट्री बिलबोर्ड और मंगलवर पेठ की एक इमारत के ऊपर लगा सेल फोन सर्विस टॉवर शुक्रवार को गिर पड़ा। आज इसका वीडियो सामने आया है, जिसको देखकरतूफान की तीव्रता का अंदाजा लगाया जा सकता है।पुणे नगर निगम की ओर से मिली जानकारी के अनुसार फायर ब्रिगेड को अलग-अलग हिस्सों से 60 से ज्यादा पेड़ों के गिरने के जानकारी मिली है। अभी भी शहर के कई हिस्सों में तेज हवा के साथ बारिश हो रहीहै। हालांकि, सड़कों पर ट्रैफिक नहीं होने के कारण लोगों को ज्यादा दिक्कत नहीं हो रही है। दमकल विभाग के एक अधिकारियों ने कहा कि मोबाइल टावर के गिरने की घटना में कोई घायल नहीं हुआ है।30 मिनट में 19.7 मिलीमीटर बारिश हुईशिवाजीनगर में स्थित भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की वेधशाला में शुक्रवार शाम 7 बजे, 30 मिनट के भीतर 19.7 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालांकि, पूर्वी तट को कवर करने वाले लोहगांव वेधशाला में केवल 0.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि तीसरी वेधशाला पाषाण में औसत दर्जे की बारिश हुई है।गणेशखिंद रोड पर संचेती अस्पताल के पास एक विशाल ट्रैफिक साइन गैंट्री बिलबोर्ड गिर पड़ा। सड़क पर ट्रैफिक नहीं होने की वजह से एक बड़ी दुर्घटना टल गई।आईएमडी के मौसम पूर्वानुमान प्रभाग के प्रमुख अनुपम कश्यप ने बताया, ‘गर्मी के बाद उत्पन्न नमी की वजह से राज्य के कई हिस्सों और आसपास के क्षेत्र में बारिश हो रही है।’उन्होंने कहा, गरज के साथ 36 किमी प्रति घंटे की गति से गरज के साथ तेज़ हवाएं चल रही हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मंगलवर पेठ की एक इमारत के ऊपर लगा सेल फोन सर्विस टॉवर तेज हवा के चलते गिर पड़ा। इसमें किसी को चोट नहीं आई है। Full Article
india news लॉकडाउन का पालन करवाने गए पुलिस उपनिरीक्षक पर हमला, एक पर केस दर्ज By Published On :: Sat, 02 May 2020 14:09:44 GMT मध्य मुंबई के कुर्ला इलाके में लॉकडाउन का पालन करा रहे पुलिस उप निरीक्षक पर हमलेके आरोपी केखिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब आरोपी की तलाश कर रही है।घटना 29 अप्रैल की है।यहांपाइप रोड पर बफाती लेन के पासउप निरीक्षक के नेतृत्व में पुलिस टीम बेवजह घूमने वालों कोघर जाने की हिदायत दे रही थी, तभीआरोपी रिजवान जुबेर मेमन टुंडा ने एसआई के साथ दुर्व्यवहार किया। टुंडा ने धौंस जमाईकि वह एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) में काम करता है और अगर पुलिस अधिकारियों ने इलाके की दुकानें बंद कराईं तो वह उन्हें नौकरी से निकलवा सकता है।आरोपी ने लोगों को उकसाकर पुलिस टीम को घेराइस दौरान मौके परभीड़ जमा होनी शुरू हो गई। टुंडा अपने घर कीदूसरी मंजिलसे उतरकर आया और पुलिस अधिकारी पर हमला कर दिया। एक अधिकारी ने कहा कि जब और पुलिसकर्मी वहां पहुंचे तो वह वहां से भाग गया। फिलहाल, आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई।पुलिस के साथ ऐसा बर्ताव उचित नहीं: संबित पात्राभाजपाके प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस घटना का वीडियो शेयर किया। कहा-मुंबई में स्थिति गंभीर है। पुलिस लॉकडाउन को पालनकराने का प्रयास कर रही है।उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज उचित नहीं है।इस वीडियो को देखकर दुख होता है।संबित पात्रा का ट्वीट ... Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। हालांकि उसकी पुष्टि नहीं हुई है। Full Article
india news डीसीपी देंगे जिले से बाहर जाने की अनुमति, मुंबई और पुणे में जारी रहेगा प्रवेश निषेध By Published On :: Sat, 02 May 2020 14:36:22 GMT महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को कहा कि पुलिस कमिश्नरी वाले शहरों में संबंधित पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अंतर-राज्यीय या अंतर-जिला यात्रा की अनुमति दे सकते हैं। सरकार ने को कहा कि राज्य के अन्य हिस्सों के लोगों को मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण और पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के तहत आने वाले क्षेत्रों में आने-जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।राज्य सरकार की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "बहरहाल, इन दोनों प्राधिकरण क्षेत्रों से महाराष्ट्र से बाहर जाने की (विशेष रूप से प्रवासी श्रमिकों को) अनुमति दी गई है।"यात्रा की अनुमति के लिए कोई भी नजदीकी पुलिस थाने में आवश्यक जानकारी और एक मेडिकल प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर आवेदन कर सकता है। बयान के अनुसार, आवेदन संबंधित डीसीपी को भेज दिया जाएगा और आवेदन की जांच और कोविड-19 महामारी की स्थिति पर विचार करने के बाद निर्णय किया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मीरा भायंदर में अकोला के लिए पैदल निकले मजदूर। Full Article
india news मुख्यमंत्री के आवास मातोश्री के बाहर तैनात 3 जवान कोरोना पॉजिटिव; चंद्रपुर में एक हजार प्रवासी मजदूरों ने घर वापसी के लिए प्रदर्शन किया By Published On :: Sat, 02 May 2020 15:34:26 GMT महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के बाहर तैनात तीन पुलिस के जवानों को कोरोना हो गया। इन्हें आइसोलेट कर दिया गया है। इसके बाद पूरे इलाके को सैनिटाइज किया जाएगा। बताया जा रहा है कि उनके साथ ड्यूटीमें तैनात 130 जवानों को भी क्वारैंटाइन किया गया है। इसके पहले अप्रैल में मातोश्री के बाहर एक चाय वाला कोरोना संक्रमित पाया गया था।इस बीच, चंद्रपुर में शनिवार को एक हजार प्रवासी मजदूरों ने प्रदर्शन किया।इनकी मांग है कि उन्हें अपने घर जाने दिया जाए। उधर,सरकार ने संकेत दिए कि मुंबई, पुणे, नागपुर और नासिक जैसे कोरोना के रेड जोन वाले इलाकों में लॉकडाउन से किसी तरह की छूट नहीं मिलेगी। साथ ही प्रवासियों और मजदूरों की घर वापसी के लिए पुणे और मुंबई से कोई ट्रेन नहीं चलाई जाएगी।महाराष्ट्र में शनिवार को 790 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 12296 हो गई है। शनिवार को कोरोना के 36 मरीजों की मौत हुई है। राज्य में मरने वालों की संख्या 521 हो गई है। मरने वालों में 27 मुंबई से , 3 पुणे से, 3 अमरावती से , वसई विरार से 1, औरंगाबाद से 1 है। 23 मरीजों में डायबिटीज , हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग की समस्या थी।सातारा जिले के कराड में एक हॉस्पिटल के बाहर खड़े स्वास्थ्यकर्मी। यहां अब तक 6 अस्पतालकर्मी संक्रमित हो चुके हैं।कोरोना अपडेट्स नासिक: जिले में फंसे मजदूरों और प्रवासियों को घर भेजने के लिए यहां से दो ट्रेनें भोपाल और लखनऊ के लिए रवाना की गईं। श्रमिक एक्सप्रेस के नाम से चलने वाली इन ट्रेनों में महाराष्ट्र से फिलहाल नासिक को शामिल किया गया। भोपाल के लिए 347 और लखनऊ के लिए 839 यात्रियों को रवाना किया गया। यात्रा के दौरान मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य किया गया। पुणे: कोटा से 74 छात्रों को लेकर देर रात 12 बजे दो बसें पुणे पहुंचीं। सभी को स्वारगेट बस स्टैंड पर उतारा गया और स्क्रीनिंग की गई। बाद में होम क्वारैंटाइन करने के लिए छात्र-छात्राओं के हाथों पर मुहर लगाई गई। मुंबई: बृहन मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के अनुसार, 55 साल से ज्यादा उम्र के जिन आपातकर्मियों को पहले से ही उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हृदय और गुर्दे की बीमारी है, उन्हें एक माह तक घर पर ही रहने को कहा गया है। बीएमसी के मेडिकल स्टाफ के रिटायर होने का समय एक साल बढ़ा दिया है। इनमें डॉक्टर्स, हेल्थ वर्कर्स और मेडिकल टीचर शामिल हैं।बीएमसी ने काम पर 50 प्रतिशत कर्मचारी मौजूद रहने के पिछले आदेश को रद्द करते हुए 100 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य कर दी है। इस आदेश का पालन न करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ महामारी एक्ट की धारा 188 के तहत कार्रवाई का आदेश दिया है।यह तस्वीर मुंबई की है। यहां शुक्रवार को एक राजनीतिक दल की तरफ से खाने के पैकेट बांटे गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रोटेक्टिव सूट पहना।मुंबई के उपनगर मीरा-भायंदर में रहने वाले कुछ मजदूर शुक्रवार को अकोला के लिए पैदल रवाना हुए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर मुंबई के वर्सोवा के एक राहत शिविर की हैं। लॉकडाउन की वजह से सैकड़ों प्रवासी मजदूर रह रहे हैं। इनके खाने-पीने का इंतजाम सरकार की ओर से किया जा रहा है। Full Article
india news इंडियन एयरफोर्स के फाइटर प्लेन ने मरीन ड्राइव पर किया फ्लाई पास्ट, मुंबई के नेवी हॉस्पिटल पर भी हुई पुष्प वर्षा By Published On :: Sun, 03 May 2020 11:24:36 GMT देश में एक तरफ कोरोना वॉरियर्स पर हमले हो रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इन योद्धाओं का सम्मान भी किया जा रहा है। आर्म्ड फोर्सेस ने रविवार को कोरोना वारियर्स को सम्मान देने की तैयारी की थी। इसी कड़ी में रविवार को मुंबई के मरीन ड्राइव पर तीन डियन एयरफोर्स के Su30s लड़ाकू विमान ने फ्लाई पास्ट किया। इसके अलावा मुंबईमें भारतीय वायुसेना ने 'कोरोना योद्धाओं' के प्रति आभार प्रकट करने के लिएनेवी अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों पर फूल बरसाए गए। वहीं, 1:15 बजे मरीन ड्राइव में C130 परिवहन विमान फ्लाई पास्ट करेगा।मरीन ड्राइव पर फ्लाई पास्ट करते फाइटर जेटSu30s लड़ाकू विमान।पुणे में स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान में सेना ने काटा केक, बांटी मिठाइयांपुणे शहर में भी सदन कमांड की और से मिठाई बांटकर और केक काटकर स्वास्थ्यकर्मियों का सम्मान किया गया।मेजर जनरल नवनीत कुमार ने कहा किइंडियन आर्मी अपने स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान में यह विशेष दिन सेलिब्रेट कर रही है। हम उनकी मदद के लिए हर संभव प्रयास में जुटे हुए हैं।मेजर जनरल नवनीत कुमार ने पुणे पुलिस कमिश्नर के व्यंकटेशन के साथ मिलकर केक काटा।आज के कार्यक्रम को लेकर राज्य के अलग-अलग हिस्सों में इंडियन आर्मी, इंडियन एयरफोर्स और इंडियन नेवी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाले डॉक्टर्स का सम्मान करने की खास तैयारी की है। इंडियन एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट फ्लाइट पास्ट करेंगे तो वहीं आर्मी के बैंड परफॉर्म कर कोरोना वॉरियर्स को धन्यवाद कहेंगे। इंडियन एयरफोर्स फ्लाई पास्ट के दौरान अस्पतालों पर फूलों की बारिश करेंगे। ये फ्लाई पास्ट इंडियन एयरफोर्स के ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और फाइटर जेट से होगा।नेवी हॉस्पिटल में स्वास्थ्यकर्मियों पर चेतकहेलीकॉप्टर से फूल बरसाया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today नेवी हॉस्पिटल के स्वास्थ्यकर्मियों पर चेतक हेलीकॉप्टर से हुई फूलों की बारिश। Full Article
india news अलग-अलग शहरों में फंसे थे दूल्हा-दुल्हन के पिता; पुणे पुलिस ने शादी का इंतजाम किया और अफसर ने कन्यादान By Published On :: Sun, 03 May 2020 11:49:24 GMT शहर में लॉकडाउन के बीच 2 मई को अमोनोरा क्लब में एक अनोखी शादी हुई। इसमें स्थानीय पुलिसवाले न सिर्फ बाराती बने, बल्किएक पुलिसवाले ने लड़की का कन्यादान भी किया। खास यह है कि लड़के और लड़की के पिता दोनों सेना में कार्यरत हैं और दोनों लॉकडाउन की वजह से इस शादी में शामिल नहीं हो सके।दूल्हा इंजीनियर और दूल्हन डॉक्टर, दोनों पुणे में नौकरी करतेपुणे में रहने वाले आईटी इंजीनियर आदित्य सिंह बिष्ट और पुणे की डॉक्टर नेहा कुशवाहा ने रविवार को शादी कर ली। लड़के के पिता देवेंद्र सिंह सेना में कर्नल हैं और उनकी पोस्टिंग देहरादून मेंहै।जबकि लड़की के पिता अरविंद सिंह कुशवाहा भी सेना में डॉक्टर हैं और नागपुर में सेना के मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य के तौर पर कार्यरत हैं।लड़का और लड़की ने शादी में लॉकडाउन का ख्याल रखा। यहां दोनों के हाथों मेंसैनिटाइजर देखा गया।सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया पूरा ध्यानलॉकडाउन के कारण दोनों तरफ के माता-पिता शादी में शामिल नहीं हो पाए। नेहा और आदित्य की सगाई फरवरी में हो चुकी है।2 मई को उनकी शादी तय की गई थी। दोनों के माता-पिता लॉकडाउन में फंसे होने से उन्होंने स्थानीय पुलिस से लड़की का कन्यादान करने का अनुरोध किया। सेना के अधिकारियों के अनुरोध का सम्मान करते हुए हड़पसर के पुलिस निरीक्षक प्रसाद लोणारी ने इस अनूठी शादी का आयोजन किया और लड़की का कन्यादान भी किया। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंगका उल्लंघन न हो, इसका पूरा ध्यान रखा गया।इस शादी के सभी बाराती भी पुलिसवाले ही थे। सभी ने सोशलडिस्टेंसिंग के सभी नियमों का पालन किया।पुणे पुलिस पहले भी करवा चुकी है ऐसी शादीइससे पहले भी पुणे पुलिस एक ऐसी अनोखी शादी की गवाह बनी है। कोरोना महामारी में शहर रेड जोन और ग्रीन जोन में बंटा है। इस दौरान पुलिस ने शादी के लिए दूल्हे औरउसके परिवार को ग्रीन जोन से रेड जोन में जाने की परमिशन दी।दरअसल, वेलनेस कोच रेशमा नानवारे (33) कोंढवा में रहती हैं, जो कि बढ़ते मामलों के कारण शुरुआत से ही रेड जोन में है। वहीं, धनकवड़ी के उद्यमी हर्षल पवार (34) का इलाका ग्रीन जोन में आता है। इस कारण से दोनों का मिलना नामुमकिन हो गया था। इसके बाद दूल्हे के परिवार ने दोनों की शादी के लिए पुलिस से रेड जोन में जाने की इजाजत मांगी थी। पुलिस ने दोनों परिवारों को शादी के लिए इजाजत दे दी। हालांकि, सबसे पहले उनका तापमान चेक किया गया और उनके सैनिटाइजर दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पुणे के अमोनोरा क्लब में पुलिस की तरफ से शादी की सभी तैयारियां की गई थीं। इस दौरान बाराती भी पुलिसवाले थे। Full Article
india news राज्य में सभी नागरिकों को मिलेगा कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस, आज 27 मरीजों ने दम तोड़ा और संक्रमण के 678 नए मामले सामने आए By Published On :: Sun, 03 May 2020 17:02:00 GMT महाराष्ट्र में रविवार को संक्रमण से 27 मरीजों की मौत हो गई। इनमें 21 मुंबई से, 4 पुणे से, एक भिवंडी से और एक नवी मुंबई से है। मृतकों में 16 पुरुष और 11 महिलाएं हैं। इनमें से 14 की उम्र 60 साल से ज्यादा है जबकि10 की उम्र 40 से 60 साल के बीच और तीन की उम्र 40 साल से कम है। राज्य में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 548 तक पहुंच गया है।वहीं, राज्य में संक्रमण के 678 केस सामने आए। इनमें मुंबई के 441 और धारावी के 94 मरीज शामिल हैं। अब मुंबी में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 8613 पर पहुंच चुका है। राज्य में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 12,974 तक पहुंच गई है।कल से शराब की दुकानें भी खुलेंगीमहाराष्ट्र सरकार ने ऐसेक्षेत्रों में सोमवार से शराब समेत गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है, जहां पिछले 1 महीने से कोरोना संक्रमण का नया मामला सामने नहीं आया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी भूषण गगरानी ने रविवार को पत्रकारों को यह जानकारी दी। गगरानी ने कहा, ''रेड ज़ोन में आने वाले जिलों में, कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां बीते एक महीने से कोरोना वायरस संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। इन क्षेत्रों को गैर-निषिद्ध क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। ऐसेक्षेत्रों में कुछ छूट देते हुए कपड़े, जूते, शराब, स्टेशनरी जैसी गैर जरूरी वस्तुओं की बिक्री वाली दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है।''सभी नागरिकों को निशुल्क स्वास्थ्य बीमा देगी राज्य सरकारराज्य सरकार सभी नागरिकों को निशुल्क स्वास्थ्य बीमा देने जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक, राज्य के सभी नागरिकों को महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना के तहत यह सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंनेकहा, 'वर्तमान में राज्य की 85 प्रतिशतMJPJAYके तहत कवर है। ये फायदा बाकी बची 15 प्रतिशत आबादी को भी दिया जाएगा। सरकारी, अर्द्धसरकारी कर्मचारियों और सफेद राशन कार्डधारकों को भी इसमें शामिल करने के लिए एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, ताकि निजी अस्पताल रोगियों से अधिक पैसे नहीं वसूल सकें।'प्रवासी मजदूर एमएसआरडीसी सेंटर में स्नान करते हुए। हालांकि, यहां सोशल डिस्टेंसिग मार्क बनाए गए हैं।कोटा से छात्रों की वापसीराजस्थान के कोटा में अटके महाराष्ट्र के 1186 छात्रों की वापसी हो गई है। इसकेे लिए 72 बसें बुधवार को कोटा भेजी गईं थीं। शनिवार तक सभी छात्रअपने-अपने जिले पहुंच गए।शिरडी के कालिकानगर में राशन लेने पहुंचे लोगों की लंबी कतार नजर आई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हुआ।मुंबई और पुणे मेंराहत नहींकोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों मुंबई और पुणे रीजन के अलावा पिंपडी-चिंचवड़ और मालेगांव में किसी तरह की रियायत नहीं मिलेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया-जहां लॉकडाउन का कड़ाई से पालन नहीं किया जा रहा हैं, वहां पर अर्द्धसैनिक बल तैनात करने के बारे में भी विचार किया जा रहा है। लॉकडाउन से संबंधित नई गाइडलाइनसरकार ने जारी कर दी हैं। जहांमरीज कम हुए हैं, या नहीं हैं।वहां कुछ शर्तों के साथ रियायत दी गई है।हजारों की संख्या में दिहाड़ी प्रवासी मजदूर धारावी में अपना रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे। यहां तकरीबन 300 संक्रमित सामने आ चुके हैं।लॉकडाउन में वापस अपने घर जाने वालों के लिए गाइडलाइन गांव जाने के लिए पुलिस के माध्यम से मंजूरी मिलेगी। इसके लिए सभी डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी) को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। https://covid19.mhpolice.in/registration पर ऑनलाइन तरीके से आवेदन पत्र भर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। लोकल पुलिस स्टेशन में ऑफलाइन भी फॉर्म भरकर दिया जा सकता है। समूह में जाने वाले लोगों को अपने लीडर (मुख्य आदमी) का चुनाव करना होगा। सभी सदस्यों के नाम, आधार कार्ड नंबर, यात्रा कहां से कहां तक करनी है, निजी वाहन या बस/ट्रेन से जाने का जिक्र, पंजीकृत डॉक्टर से मेडिकल रिपोर्ट और मोबाइल नंबर देना अनिवार्य है। प्रशासकीय स्तर पर आपके फॉर्म की मंजूरी मिलने के बाद आपको पास जारी करने की हरी झंडी दी जाएगी। इस बारे में संबंधित व्यक्ति को ई-मेल या मोबाइल नंबर से सूचना दी जाएगी। जिस राज्य में आप जाना चाहते हैं, वहां के भी अधिकारी को इसकी सूचना दी जाएगी और उसी अनुसार भेजने की तैयारी होगी। आपको यात्रा की सूचना भी विभिन्न माध्यमों से प्रशासन द्वारा दी जाएगी। तब तक आपको घर पर ही रहना होगा। आपको निजी वाहन से जाने की अनुमति भी इसी तरह मिल सकती है। इसके लिए भी तय प्रक्रिया में आवेदन करना होगा, जिसमें गाड़ी का नंबर और ड्राइवर की जानकारी भी देनी होगी।प्राइवेट दफ्तरों को परमिशन नहींसरकार की गाइडलाइन में कहा गया है कि 33 फीसदी स्ट्रेंथ के साथ भी प्राइवेट दफ्तरों को खोलने की अनुमति नहीं है।मुंबई में तो बिलकुल भी नहीं। हालांकि, राज्य सरकार ने यह भी कहा है कि कुछ दिनों के बाद 10 पर्सेंट स्ट्रेंथ के साथ कुछ दफ्तरों को खोलने की अनुमति दी जा सकती है। इसमें भी शर्त यह होगी कि कर्मचारी अपनी गाड़ी से आएं।रेड जोन में शराब की दुकाने बंद, ग्रीन और ऑरेंज जोन में कुछ छूटरेड जोन वाले इलाकों में शराब की दुकानें नहीं खोली जाएंगी। राज्य में सरकारी, देसी और आईएमएफएल स्टोर्स को मिलाकर कुल 4200 शराब दुकानें हैं। इनमें से 1400 दुकानें सिर्फ रेड जोन क्षेत्रों में हैं। इनके अलावा बाकी जिलों में डीएम और एक्साइज डिपार्टमेंट के अधिकारी स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार फैसला लेकर दुकानें खुलवा सकते हैं।घरेलू काम करने वालों को नहीं मिली छूटकेंद्र सरकार ने घरेलू काम करने वालों को अनुमति दे दी लेकिन राज्य सरकार ने अभी इसपर कोई राय नहीं दी है। घरेलू काम के लिए जाने वालों को अभी भी कलेक्टर या पुलिस से परमिशन लेनी होगी। राज्य सरकार मानती है कि मेड्स जरूरी सर्विसेज का हिस्सा नहीं हैं। ऐसे में अगर वे गैर-कंटेनमेंट जोन से भी आती हैं, तब भी उन्हें अनुमति नहीं दी जाएगी।भिवंडी से गोरखपुर के लिए निकली स्पेशल ट्रेनभिवंडी रेलवे स्टेशन से गोरखपुर जिले के मजदूरों को ले जाने के लिए एक विशेष ट्रेन की व्यवस्था की गई थी। शनिवार रात तकरीबन 1:00 बजे 1200 मजदूरों को लेकर भिवंडी शहर से गोरखपुर के लिए यह ट्रेन रवाना हुई। इस ट्रेन की जानकारी मिलते ही भिवंडी शहर में उत्तर भारत के लोगों का हुजूम इकट्ठा हो गया। 1200 की जगह पर 4 से 5 हजार लोग इकट्ठा हो गए, ऐसे में पुलिस प्रशासन के लिए यह एक बहुत बड़ी चुनौती थी कि इन तमाम लोगों को रेलवे स्टेशन पर जाने से रोका जाए। इन लोगों को भिवंडी के अंजुर फाटा में बिठाया गया। सबकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today शिरडी में राशन के लिए लाइन में लगे ग्रामीण। यहां साईं संस्थान समेत कई संगठन राशन का वितरण कर रहे हैं। Full Article
india news कोरोना संक्रमित मरीज ने डॉक्टर पर लगाया यौन शोषण का आरोप, केस दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को घर में किया क्वारैंटाइन By Published On :: Mon, 04 May 2020 07:48:58 GMT कोरोनावायरस के इलाज से जुड़े एक डॉक्टर पर यौन शोषण का आरोप लगा है। मामला मुंबई के एक नामचीन हॉस्पिटल से जुड़ा हुआ है। पीड़ित एक 44 साल का पुरुष है। इस मामले में 34 वर्षीय डॉक्टर पर केस दर्ज कर लिया गया है।पुलिस को शंका है कि आरोपीडॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव हो सकता है। ऐसे में उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है बल्किघर में ही क्वारैंटाइन कर दिया गया है।पीड़ित के मुताबिक, आईसीयू वार्डमें डॉक्टर ने किया यौन शोषणपीड़ित की तरफ से दर्ज कराई गईएफआईआर के मुताबिक, एक मई को सुबह के वक्तआरोपीडॉक्टर 10वें फ्लोर पर आईसीयू में दाखिल हुआ। अंदर जाते ही इसने पीड़ितको छूने की कोशिश की और फिर उसे सेक्सुअली असॉल्ट किया। मरीज ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन वो नहीं माना। तुरंत उसने अलार्म बजाया, जिससे हॉस्पिटल के स्टाफ वहां पहुंच गए और डॉक्टर ने उस मरीज को छोड़ दिया। डॉक्टर के खिलाफ आईपीसी की धारा 377, 269 और 270 के तहत मामला दर्ज किया गया है।हॉस्पिटल ने आरोपी डॉक्टर को सस्पेंड कियामामला सामने आने के बादहॉस्पिटल ने भी कार्रवाई करते हुए आरोपीडॉक्टर को सस्पेंड कर दिया। हॉस्पिटल के मुताबिक, डॉक्टर ने एक दिन पहले ही ज्वाइंन किया था। डॉक्टर नेनवी मुंबई के एक कॉलेज से एमडी की पढ़ाईपूरी की है। इसके बाद 28-29 अप्रैल को हॉस्पिटल में इंटरव्यू हुआ था। 30 अप्रैल को इस डॉक्टर की ज्वाइनिंग हुई। जबकि यौन शोषण की यह घटना 1 मई सुबह 9:30 बजे की है।हॉस्पिटल के 80 स्टाफ कोरोना संक्रमित हो चुके हैंबता दें कि इस हॉस्पिटल के 80 मेडिकल स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। हॉस्पिटल को कुछ दिनों के लिए सील कर दिया गया था। पिछले महीने 23 अप्रैल को इसे दोबारा खोला गया। हॉस्पिटल में युवा डॉक्टरों को काम पर इसलिए रखा जा रहा है। क्योंकि हॉस्पिटल ने अपनी पॉलिसी बदली है। अब 60 से ज्यादा उम्र के डॉक्टरों को ड्यूटी पर नहीं लगाया जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today डॉक्टर ने एक दिन पहले ही हॉस्पिटल में जॉइनिंग ली थी। फिलहाल, डॉक्टर के संक्रमित होने की आशंका के चलते उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है- प्रतीकात्मक फोटो। Full Article
india news मास्क नहीं लगाने का विरोध करना पड़ा भारी, आवाज उठाने वाले शख्स के दो भाइयों पर तलवार और चाकू से हुआ हमला By Published On :: Mon, 04 May 2020 08:21:43 GMT शहर के तिलक नगर इलाके में मास्क न पहनने का विरोध करने पर एक शख्स के दो भाइयों पर चाकू और तलवार से जानलेवा हमला हुआ है। फिलहाल दोनों का इलाज राजवाड़ी हॉस्पिटल में जारी है। इस बीच आरोपियों की तलाश के लिए एक टीम गठित की गई है। सभी आरोपी अभी फरार हैं।पुलिस के मुताबिक, रविवार की सुबह कुछ लोग बिना मास्क लगाए और बिना सोशल डिस्टेनसिंग के सब्जी खरीद रहे थे। इस पर नवनीत राणा नाम के शख्स ने आपत्ति जताई। इससे नाराज कुछ लोगों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी।रोकटोक करने वाले शख्स के भाइयों पर किया हमलाइस घटना के बाद रविवार शाम करीब 8 बजे कुछ लोग हाथों में तलवार और चाकू लेकर नवनीत राणा के घर पहुंच गए। हालांकि, घर पर नवनीत नहीं था, लेकिन इन लोगों ने नवनीत के दो भाइयों पर हमला कर दिया है। इस हमले में दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें राजावाड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इस हमले में दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। Full Article
india news सीएम उद्धव ठाकरे ने केंद्र को लिखा पत्र, प्रवासी कामगारों से ट्रेन की टिकट का किराया नहीं लिया जाए By Published On :: Mon, 04 May 2020 08:33:40 GMT महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र से अनुरोध किया है कि वह कोरोनावायरस लॉकडाउन के दौरान ट्रेन से अपने गृह स्थान की यात्रा करने वाले प्रवासी कामगारों से किराया न लें। ठाकरे ने केंद्र को भेजे गए एक पत्र में रविवार देर रात कहा कि राज्य के विभिन्न केंद्रों में 40 दिनों तक करीब पांच लाख प्रवासी कामगारों को खाना और रहने की जगह दी गई और अब उन्होंने मौजूदा हालात को देखते हुए अपने घर जाने की इच्छा व्यक्त की है।मुख्यमंत्री ने कहा, "इन लोगों के पास बीते कुछ हफ्तों से आय का कोई स्रोत नहीं है। इसलिये मानवीय आधार पर केंद्र को उनसे यात्रा का किराया नहीं लेना चाहिए।"कई गैर सरकारी संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता टिकट का खर्च उठाने के लिये तैयारसीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कई गैर सरकारी संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता आदि को प्रवासी कामगारों की ट्रेन टिकटों का खर्च उठाने के लिये आगे आ रहे हैं। ठाकरे ने संबंधित प्रदेश अधिकारियों से भी कहा कि अगर केंद्र मुंबई, ठाणे और पुणे जैसे शहरों से प्रवासी कामगारों को उनके घर भेजने के लिये ट्रेन चलाने का फैसला करता है तो उन्हें बड़े पैमाने पर प्रवासी कामगारों के समूहों को संभालने के लिये तैयार रहना होगा।महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने पहले ही रेल मंत्रालय से अनुरोध किया था कि वह प्रवासी कामगारों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाने में आने वाले खर्च को वहन करे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today नासिक और नागपुर से तीन ट्रेनों को उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों के लिए रवाना किया गया था। Full Article
india news पाबंदी के बावजूद मुंबई और पुणे में शराब की दुकानों के बाहर लगीं लंबी कतारें, पुलिस को भांजनी पड़ीं लाठियां By Published On :: Mon, 04 May 2020 12:26:05 GMT रेड और कंटेनमेंट जोन को छोड़कर पूरे राज्य में शराब की दुकानें सोमवार से फिर से खुल गईं हैं। इसके बाद महाराष्ट्र के कई शहरों में सुबह से ही शराब लेने के लिए सड़कों पर लंबी-लंबी कतार नजर आई। मुंबई और पुणे का हाल कुछ अलग था। यहां शराब की दुकानें तो बंद थी, लेकिन लोगों कंफ्यूजन में दुकानों के बाहर खड़े दिखे। इसके बाद पुणे और मुंबई में लोगों को भगाने के लिए पुलिस को लाठियां भी चटकानी पड़ी हैं।पुणे में भी दुकान बंद होने के बावजूद लोग यहां लंबी लाइन लगाकर खड़े हुए नजर आए।भीड़ को भगाने के लिए पुणे में चलीं लाठियांपुणे के सिंहगड रोड, पुणे-अहमदनगर नगर महामार्ग, बावधन, पिंपरी चिंचवाड़ में लोग सड़कों पर दुकान खुलने की आस में सुबह 6 बजे से ही लाइन में लगे दिखे। हालांकि, भीड़ बढ़ने के बाद स्थानीय पुलिस की टीम पुणे के कई इलाकों में पहुंची और लोगों पर लाठियां भांजकरउन्हें भगाया।मुंबई में भी शराब की दुकान के खुलने का इंतजार कर रहे लोग।राज्य में नहीं मिली है शराब की दुकानें खोलने की मंजूरीराज्य के आबकारी आयुक्त कांतिलाल उमाप और अन्य शीर्ष अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि शराब की दुकानें खोलने की अनुमति अभी तक नहीं दी गई है। उन्होंने लोगों से खुदरा शराब विक्रेताओं की दुकान के बाहर एकत्र नहीं होने की अपील की है।मुंबई, ठाणे, पुणे, नागपुर, नाशिक, रत्नागिरी और अन्य शहरों में कई शराब की दुकानों के बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखी गयीं।दक्षिण मुंबई के कमाठीपुरा (रेडलाइट इलाके) में बड़ी संख्या में लोगों को शराब की दुकान के बाहर कतारबद्ध देखा गया। कुछ घंटों के बाद पुलिस वहां पहुंची और लोगों को बताया की दुकान खोलने की अनुमति अभी तक नहीं मिली है और सबसे वापस जाने की अपील की।शराब की दुकानों को लेकर यह है नियमसरकार ने एकल दुकानों पर शराब बेचने की अनुमति दी है। मतलब जो शराब की दुकानें बाजार से हटकर हैं उन्हें खोलने की छूट दी गई है। सरकार ने कहा है कि जिन दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है, उन्हें सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा। शराब की दुकानें सुबह 10से शाम 6 बजे तक खुली रहेंगी। शराब की दुकानों में सिर्फ 50 फीसदी स्टाफ ही काम करेंगे।शराब खरीदने वालों की भीड़ नहीं लगनी चाहिए। एक बार में कतार में 5 लोग से ज्यादा खड़े नहीं हो सकते हैं। लाइन में लगने वाले हर कस्टमर का बॉडी टेम्प्रेचरनापा जाएगा। दुकान के स्टाफ को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही अंदर जाने की इजाजत होगी। हैंड सैनिटाइजर का लगातार इस्तेमाल किया जाएगा। दुकान के आसपास के इलाकों को लगातार सैनिटाइज करना होगा।आज से ग्रीन और ऑरेंज जोन में है छूटमहाराष्ट्र सरकार ने भी आज से कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों को छोड़कर बाकी इलाकों में जरूरी चीजों के साथ-साथ गैर जरूरी चीजों की दुकानों को खोलने की इजाजत दे दी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार देर शाम इसकी घोषणा की और कहा कि गैर-निषिद्ध क्षेत्र में आने वाले इलाकों में आज से शराब समेत गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुंबई में एक दुकान के बाहर खड़े लोगों को भगाता पुलिसकर्मी। रेड जोन में आने वाली मुंबई में कंटेनमेंट जोन में शराब की दुकानें बंद हैं। Full Article
india news वायरस से संक्रमित 57 वर्षीय पुलिसकर्मी की मौत, अब तक यहां 12 पुलिसवाले हुए हैं पॉजिटिव By Published On :: Mon, 04 May 2020 12:46:50 GMT पुलिस के57 वर्षीय एक सहायक उप निरीक्षक की सोमवार को एक निजी अस्पताल में कोरोनावायरस संक्रमण से मौत हो गई। पुणे में अब तक 12 पुलिसवाले कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। राज्य में तकरीबन 300 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। पुणे में कोरोना संक्रमण से हुई किसी पुलिसकर्मी की मौत का यह पहला मामला है।पुणे के संयुक्त पुलिस आयुक्त रवींद्र शिसेवे ने बताया था कि अप्रैल के आखिरी सप्ताह में उनमें कोरोना संक्रमण पॉजिटिव मिला था। आज दोपहर एक बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। भारती अस्पताल के एक बयान में कहा गया था कि एएसआई मोटापे और उच्च रक्तचाप से पीड़ित था और 12 दिनों से वेंटिलेटर पर था।पुणे में हुई अबतक 112 लोगों की मौतकोरोना संक्रमण के चलते रेड जोन में रहे समस्त पुणे जिले में रविवार को कोरोना ग्रस्तों का आंकड़ा 1912 तक पहुंच गया। इनमें से अब तक जिले में से 112 मरीजों की मौत हो चुकी है। पूरे पुणे संभाग (पुणे, सातारा, सोलापुर, कोल्हापुर, सांगली जिला) में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 2147 तक पहुंच गया है। इनमें से 463 मरीज कोरोना मुक्त हुए हैं, उन्हें इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज दिया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today राज्य में अब तक तकरीबन 300 पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा मुंबई से हैं। Full Article
india news बॉम्बे हाईकोर्ट में सिर्फ अत्यावश्यक मामलों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी सुनवाई By Published On :: Mon, 04 May 2020 14:47:00 GMT बॉम्बे उच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने के बाद अगले आदेश तक वह सीमित घंटों तक काम करना जारी रखेगा और केवल अत्यावश्यक मामलों की ही वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुनवाई की जाएगी।उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और प्रशासनिक समिति के अन्य न्यायाधीशों ने सोमवार को बैठक की और एक सर्कुलर जारी कर कहा कि उच्च न्यायालय और नागपुर, औरंगाबाद तथा गोवा की पीठें और राज्य भर की सभी जिला और मजिस्ट्रेट अदालतों में काम उसी तरह से होगा जिस प्रकार अभी हो रहा है। केवल अत्यंत जरूरी मामलों की ही सुनवाई होगी।केंद्र और राज्य के दिशानिर्देश पर किया जाएगा कामसर्कुलर में कहा गया है कि काम के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के संबंध में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करना आवश्यक है। परिपत्र के अनुसार सभी अदालत परिसरों के प्रवेश द्वारों पर अधिवक्ताओं और वादियों से पहचान पत्र मांगे जाएंगे तथा वहां रजिस्टर रखे जाएंगे जिनमें सभी आंगुतकों के नाम दर्ज किए जाएंगे।आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गयासर्कुलर में सभी वकीलों और वादियों को आरोग्य सेतु मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करने की सलाह दी गयी है। परिपत्र में कहा गया है कि परिसर कक्ष, लिफ्ट और अन्य विभागों सहित अदालत परिसरों में आवश्यक सामाजिक दूरी का पालन किया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बॉम्बे हाईकोर्ट में वर्तमान समय में भी सिर्फ जरुरी मामलों की सुनवाई ही हो रही है।-फाइल फोटो Full Article
india news पांच हजार लोगों ने महाराष्ट्र से घर वापसी की मांगी मदद, सीएम ने उद्धव काे लिखा पत्र By Published On :: Mon, 04 May 2020 16:26:13 GMT महाराष्ट्र में काेराेना संक्रमण के बढ़ते मामलाें काे देखते हुए वहां फंसे पांच हजार से अधिक हिमाचल वासियों ने घर वापसी के लिए सरकार से मदद मांगी है। लाेगाें के आग्रह पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे काे पत्र लिख कर वहां फंसे हिमाचल के लोगों की मदद करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि महाराष्ट्र में फंसे हिमाचलियों द्वारा सरकार काे आवश्यक सहायता उपलब्ध करवाने के लिए कई काॅल्स आ रहे हैं।इनमें बहुत से लोग अपने घर वापिस आना चाहते हैं। लाॅकडाउन के कारण उत्पन्न हालाताें काे देखते हुए मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से वहां फंसे हिमाचलियों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं, आश्रय और खाद्य वस्तुएं सुनिश्चित करवाने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल में फंसे अन्य राज्यों के लोगों को हर संभव सहायता कर रही है।एक हजार से अधिक लाेग वॉट्सएप पर मांग चुके हैं मददफाेन काॅल्स के अलावा एक हजार से अधिक लाेग नाेडल अधिकारी के वाॅट्सएप पर मैसेज करके भी सरकार से मदद मांग चुके है। लाॅकडाउन के कारण वहां उत्पन्न हालाताें का हवाला दे कर लाेग घर वापिस आना चाह रहे हैं। कई लाेग सरकार से खाने की डिमांड कर रहे हैं, कई लाेग पैसे खत्म हाेने के कारण घर वापिस आना चाहते हैं तो कई लाेगाें का कहना है कि लाॅकडाउन के कारण उनकी नाैकरी पर संकट खड़ा हाे गया है, इसलिए वह घर आना चाहते हैं। इस स्थिति से निपटना अब सरकार के लिए बड़ी चुनाैती बन चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिर भी राज्य सरकार बाहरी राज्यों में फंसे प्रदेश के लोगों की हर संभव सहायता कर रही है।ट्राईसिटी से सोमवार को 1239 लोगों को हिमाचल लायाट्राईसिटी में फंसे हिमाचल के चार जिलों के 1239 लोगों को 49 बसों के माध्यम से आज वापिस लाया गया। प्रदेश में वापिस लाए गए इन लोगों में 622 मंडी जिला, 365 बिलासपुर जिला, 191 कुल्लू जिला और 61 लाहौल-स्पिति जिला से संबंधित हैं। वापिस बुलाए गए सभी लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी, ताकि उनमें जुकाम जैसी बीमारी के लक्षणों का पता लगाया जा सके और उसके उपरांत उन्हें होम क्वारेंटाइन में रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहरी राज्यों विशेष कर रेड या ऑरेंज जोन से वापिस हिमाचल आने वाले लोगों को होम क्वारेंटाइन में रहना होगा। इसके अलावा, वे अपने परिजनों के साथ भी उचित दूरी बनाएं रखें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today फाेन काॅल्स के अलावा एक हजार से अधिक लाेग नाेडल अधिकारी के वाॅट्सएप पर मैसेज करके भी सरकार से मदद मांग चुके है,लाॅकडाउन के कारण वहां उत्पन्न हालाताें का हवाला दे कर लाेग घर वापिस आना चाह रहे हैं Full Article
india news 771 नए संक्रमित मरीजों के साथ आंकड़ा 14,541 तक पहुंचा, एक पुलिसवाले समेत 35 लोगों की हुई मौत By Published On :: Mon, 04 May 2020 19:03:45 GMT सोमवारको महाराष्ट्र मेंसंक्रमण के 771 नए मामले आए। इसको लेकरकुल संक्रमितों काआंकड़ा 14,541 हो गया। 24 घंटे में 35और लोगों की मौत हुई है। इसे मिलकरकुल 583लोगों की मौत अबतक हुई है।पुणे में कोरोना से एक पुलिसवाले की मौत हुई है। कोरोना संक्रमण से महाराष्ट्र में चौथे पुलिसकर्मी की मौत है।मुंबई में 510 नए मामले दर्ज किए गए और18 मौतें भी हुई हैं। पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 9123 हो गई है, मरने वालों की संख्या 361 हो गई है।धारावी में 42 नए पॉजिटिव मामले सामने आए। धारावी में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 632 हो गई, जिसमें 20 मौतें भी शामिल हैं।पुणे में तैनात उप-निरीक्षक की मौतसोमवार को महाराष्ट्र पुलिस ने श्रद्धांजलि देते हुए बताया है कि दिलीप पोपट लोंढे (57) की कोरोना से लड़ते हुए मृत्यु हो गई। वह पुणे के फरसाना पुलिस स्टेशन में सहायक पुलिस उप-निरीक्षक थे।शराब की दुकानों के बाहर जमा लोगों पर हुआ लाठी चार्जलॉकडाउन फेज तीन में राज्य सरकार ने मुंबई और पुणे को छोड़कर पूरे महाराष्ट्र में शराब की दुकानें खोलने का निर्णय लिया था। इसके बावजूद पुणे और मुंबई में भारी संख्या में लोग शराब की दुकानों के बाहर नजर आये। भीड़ बढ़ती देख मुंबई, पुणे समेत कई शहरों में पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।पुणे और मुंबई में प्राइवेट ऑफिस और उद्योग भी पूरी तरह बंद थे। सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 33 फीसदी कर्मचारी को आने की मंजूरी दी गई थी। जिन इमारतों, गलियों यामोहल्लों में संक्रमित हैं, उन्हें सील कर दिया गया है। इन्हें कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। राज्य के अन्य जिलों में कहां और क्या छूट मिलेगी, ये वहां के कलेक्टर तय करेंगे।मुंबई पुलिस के चेक पॉइंट्स पर सैनिटाइजेशन कराया गया। शुरुआत सिद्धिविनायक पुलिस चौकी से हुई।शराब की दुकान खोलने का विरोधऔरंगाबाद से एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने शराब की दुकानें खोलने का विरोध किया है। उन्होंने कहा, “औरंगाबाद में अगर शराब की दुकानें खोली गई तो हम इन दुकानों को बंद कर देगें। यह शराब बेचने औरसमस्याएं पैदा करने का समय नहीं है।”धारावी में रहने वाली प्रवासी मजदूर फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए प्राइवेट क्लिनिक के बाहर कतार में लगे हुए।पुणे-मुंबई में पूरी तरह बंद रहेंगे उद्योग और प्राइवेट ऑफिसराज्य के 14 जिले रेड जोन में हैं। इसमें शामिल एमएमआर (मुंबई) रीजन, पीएमआर (पुणे) रीजन, पिंपरी चिंचवड़ और मालेगांव महानगरपालिका क्षेत्र में उद्योग शुरू नहीं हो सकेंगे। प्राईवेट ऑफिसपूरी तरह बंद रहेंगे। सरकारी दफ्तरों में 33 प्रतिशत कर्मचारी काम करेंगे। ग्रीन और ऑरेंज जोन में आने वाले निजी दफ्तरों को 100 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ काम करने की इजाजत दी गई है।।25 प्रवासी मजदूरों को लेकर एक बस मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से राजस्थान के लिए रवाना हुई।लॉकडाउन 3.0 में यहबदलावमुंबई में कई कंटेनमेंट जोन होने के कारण यहां से दूसरे राज्यों के लिए फिलहाल कोई ट्रेन नहीं चलाईजाएगी। इलेक्ट्रॉनिक, मोबाइल, स्टेशनरी, कपड़े, चप्पल-जूते और शराब सहित अन्य सामान की दुकानें खोली जा सकेंगी। एक लेन में सिर्फ पांच दुकानों को खोलने की अनुमति होगी। ये पांच दुकानें जरूरी चीजों के अलावा होंगी।ई-कॉमर्स को इजाजतरेड जोन में कंटेंटमेंट एरिया को छोड़कर बाकी सभी जोन में ई-कॉमर्स कंपनियों को जरूरी चीजों की डिलीवरी करने की इजाजत दी गई है। शॉपिंग मॉल, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, होटल, रेस्टोरेंट और सलून/ पार्लर खोलने नहीं खुलेेंगे। जिन रेड जोन में निर्माण कार्य को इजाजत दी गई है। उनमें निर्माण मजदूरों को उनकी साइट पर ही रहने की व्यवस्था करनी होगी।चीन की तर्ज पर बांद्रा में 1000 बेड के हॉस्पिटल का निर्माणमुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स में चीन की तर्ज पर 1000 बेड वाला कोविड-19 अस्पताल बनाने का काम शुरू हो गया है। राज्य सरकार का दावा है कि अस्पताल महज 15 दिन में तैयार कर लिया जाएगा। यह अस्पताल सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जो कोविड-19 के इलाज के लिए जरूरी हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सोमवार को मुंबई में लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकान खुलने की अफवाह के बाद भीड़ वाइन शॉप के बाहर जमा हो गई। भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। Full Article
india news 10 मंजिला इमारत के 6वें फ्लोर पर लगी भीषण आग, दो महिलाओं को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया By Published On :: Tue, 05 May 2020 07:45:12 GMT शहर के नापेन सी रोड इलाके में स्थित एटलस बिल्डिंग के 6वें फ्लोर पर मंगलवार सुबह करीब 5 बजे भीषण आग लग गई है। मौके पर दमकल की 9गाड़ियां पहुंची। इसके बाद करीब 4 घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। बिल्डिंग में लगी आग पर काबू पाने के बादकूलिंग की गई। फिलहाल, हादसे मेंकिसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। बिल्डिंग में से दो महिलाएं ऊपरी फ्लोर में फंस गई थी, जिन्हेंसुरक्षित रेस्क्यू किया गया।आग सुबह 5 बजे के करीब लगी थी। इसपर काबू करने के लिए तकरीबन 4 घंटे का समय लगा।मुख्य अग्निशमन अधिकारी पी. राहंगडेल ने कहा, 'दो महिलाएं इमारत की ऊपरी मंजिलों पर फंसी हुई थीं। उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। बिल्डिंग में पानी डालकर उसे ठंडा किया जा रहा है।बिल्डिंग में आग लगने के बादलॉकडाउन की वजह से पुलिस ने आसपास रहने वाले लोगों को बाहर नहीं आने की हिदायत दी थी।इसके साथ ही, आग 6वें फ्लोर में लगी थी, ऐसे में बिल्डिंग में रहने वाले ज्यादातर लोग पहले ही बाहर निकल आए थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today आग इमारत के 6वें फ्लोर पर लगी थी और इसपर काबू पाने में पूरे 4 घंटे का समय लगा। Full Article
india news एक महीने के दौरान मालेगांव में हुई 580 लोगों की मौत बनी पहेली, प्रशासन का दावा- कोरोना से यहां 12 की गई है जान By Published On :: Tue, 05 May 2020 09:00:38 GMT महाराष्ट्र के मालेगांव में पिछले महीने यानीअप्रैल में हुई 580 मौतें एक बड़ी पहेली बनकर सामने आईं हैं। हालांकि, आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, यहां सिर्फ 12 मौतें कोरोना संक्रमण के चलते हुई है। नासिक जिले के मालेगांव में 8 अप्रैल को कोरोना संक्रमण का पहला केस सामने आया था। इसके बाद अब तक यहां 229 केस सामने आ चुके हैं। प्रशासन के अनुसार मालेगांव में 27 अप्रैल के बाद एक भी कोरोना संक्रमित की मौत नहीं हुई है।अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मालेगांव में पिछले साल अप्रैल में 277 लोगों की मौत दर्ज हुई थी। लेकिन इस बार अप्रैल में 580 लोगों की मौत हुई है। संदेह जताया जा रहा है कि इनमें से कई कोरोनावायरस संक्रमित भी हो सकते हैं। ऐसा हुआ तो मृतकों के परिजनों में भी कोरोना के वायरस हो सकते हैं।हालांकि, जिला प्रशासन का कहना है कि लॉकडाउन के कारण निजी अस्पतालों के बंद रहने से संभवतऐसा हुआ हो। वहीं, मामला सामने आने के बादराज्य सरकार ने मालेगांव में 10 अप्रैल के बाद मरने वाले लोगों के परिवार वालों की पहचान कर उनकी कोविड-19 जांच करने का निर्णय लिया है।गुरुवार को दफनाए गए 9 शवइंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मालेगांव के बड़ा कब्रिस्तान में गुरुवार को दो घंटे के अंदर 9 लोगों के शव दफनाए गए हैं। बड़ा कब्रिस्तान के एडमिनिस्ट्रेटर रईस अहमद अंसारी के अनुसार सामान्य दिनों में यहां प्रतिदिन 6 से 7 लोगों के शव दफनाए जाते थे। लेकिन गुरुवार से पहले के तीन दिनों से प्रतिदिन ये आंकड़ा बढ़कर 30 शवों का हो गया है। इस साल अप्रैल में यहां 457 शवदफनाएगए। पिछले साल अप्रैल में यह संख्या 140 ही थी।प्रशासन ने जांच की बात कहीइस मामले पर मालेगांव में कोविड 19 महामारी से निपटने के लिए बनाए गए इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर की निगरानी कर रहे आईएएस अफसर पंकज आशिया ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, 'अप्रैल में मालेगांव में मौतों की संख्या बढ़ी है। बिना पूरी जांच पड़ताल किए ये नहीं कहा जा सकता है कि ये मौतें कोविड 19 के कारण हुई हैं। हम 10 अप्रैल के बाद मरने वाले सभी लोगों के परिवारों की मेडिकल जांच कराएंगे।' Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मालेगांव के बड़े कब्रिस्तान में सिर्फ गुरुवार को 9 लोगों को दफनाया गया है। पिछले साल अप्रैल में 277 लोगों को दफनाया गया था। Full Article
india news बीएमसी ने 7 दिनों के लिए बीडीडी चॉल को किया बंद, यहां मिले हैं 40 से ज्यादा संक्रमित मरीज By Published On :: Tue, 05 May 2020 09:08:48 GMT शहर के सबसे ज्यादा प्रभावित वर्ली इलाके में स्थित बीडीडी चॉल इमारतों को अगले सात दिनों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। चॉल की इमारतों में अब तक 40 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं, साथ ही पूरे वर्ली इलाकेमें अब तक 817 कोरोना मरीज संक्रमित हैं,जिसके बाद मुंबई बीएमसी के असिटेंट कमिश्नर शरद उघडे ने मुंबई पुलिस को खत लिखकर इसे बंद करने की मांग की थी।वर्ली और एनएम जोशी मार्ग मुंबई का सबसे अधिक कोरोना प्रभावित इलाका है। बीडीडी चॉल में रहने वाले लॉकडाउन के बावजूद सड़कों पर घूम रहे थे,इसलिए इस इमारत को बंद करने की नौबत आई है। नियम को कड़ाई से पालन करवाने के लिए पुलिस का सहारा बीएमसी की ओर से लिया जा रहा है।वर्ली में हैं तकरीबन 121 बीडीडीचॉलवर्ली, नायगांव और एन एम जोशी (परेल) में स्थित कुल 195 बीडीडी चॉल 86.98 एकड़ क्षेत्र में फैले हुए हैं, जिसमें वर्ली बीडीडी चॉलों का क्षेत्रफल 59.68 एकड़ है। 195 बीडीडी चॉल्स में से, सबसे अधिक 121 चॉल वर्ली में हैं।वर्ली में है तकरीबन 100 कंटेनमेंट जोनइस इलाके को बंद करने से पहले मेयर किशोरी पेडणेकर ने इलाके में जाकर सैनिटेशन करवाया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे वर्ली सीट से ही विधायक हैं। लिहाजा कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच राज्य सरकार का पूरा महकमा यहां नियंत्रण करने में दिन-रात जुटा है। इस वार्ड में करीब 100 कंटेनमेंट जोन हैं।कोरोना कंट्रोल करने 42 हजार से अधिक की स्क्रीनिंगसहायक मनपा आयुक्त शरद उघडे बताते हैं कि वर्ली कोलीवाड़ा के 9000 से अधिक घरों के 34 हजार से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की गई। यहां शुरू में 10 दिनों में मरीज संख्या दोगुनी हो रही थी, अब 18 दिन लग रहे हैं। आदर्श नगर के 2 हजार से अधिक घरों के 8,700 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। जीजामाता नगर समेत अन्य इलाकों में भी स्क्रीनिंग हो रही है। उन्होंने बताया कि यदि कोई कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसे क्वारैंटाइन कर दिया जाता है। इसके बाद उसके संपर्क में आए लोगों की तलाश कर अलग रखा जाता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुंबई के वर्ली इलाके में 121 बीडीडी चाल में कई हजार लोग रहते हैं। Full Article
india news शिवसेना ने मुखपत्र सामना में लिखा, हंदवाड़ा मुठभेड़ के बाद केंद्र को करनी चाहिए सर्जिकल स्ट्राइक By Published On :: Tue, 05 May 2020 10:24:50 GMT शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सुरक्षा बल के पांच जवानों का बदला लेने के लिए बिना हो-हल्ला मचाए सर्जिकल स्ट्राइक किया जाना चाहिए। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा कि बहादुर सैनिकअपनी ही धरती पर शहीद हो गए और यह वैसे समय में हुआ जब केंद्र में मजबूत सरकार है। सामना में लिखा गया, 'देश कोविड-19 की वजह से उपजी जंग जैसी स्थिति से ‘कश्मीर वॉर’ को भूल गया, लेकिन पाकिस्तान नहीं भूल पाया।'कश्मीर में शहीद हुए इन लोगों पर भी होनी चाहिए फूलों की बारिशशिवसेना ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष कर रहे पुलिसकर्मियों, डॉक्टरों और नर्सों की प्रशंसा किया जाना बरकरार रहेगा, लेकिन कश्मीर को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। बिना किसी पार्टी या सरकार का नाम लिए शिवसेना ने कहा कि हंदवाड़ा मुठभेड़ में शहीद हुए इन जवानों के परिवारों पर भी फूल बरसाए जाने चाहिए थे।कश्मीर में नहीं बंद हो रहीघुसपैठमुखपत्र में कहा गया, "पिछले साल अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद से कश्मीर में बंद है और इसके बाद भी घुसपैठिए हमले कर रहे हैं।" शिवसेना ने कहा कि यह स्वीकार किए जाने की जरूरत है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की मजबूत इच्छाशक्ति की वजह से अनुच्छेद हटा, लेकिन वहां भारतीय जवानों का शहीद होना जारी है।देश में नहीं होनी चाहिए हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर राजनीति‘सामना’ में कहा गया है कि देश के लिए सर्वोच्च कुर्बानी देने वाले जवानों में एक मुस्लिम जवान भी था, इसलिए जो भी हिंदू-मुस्लिम राजनीति कर रहे हैं, उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए। उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा क्षेत्र में दो दिन पहले आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के एक कर्नल और एक मेजर समेत सुरक्षा बल के पांच जवान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। शहीद हुए जवानों में 21 राष्ट्रीय रायफल के कमांडिंग अधिकारी कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, नायक राजेश और लांस नायक दिनेश तथा जम्मू-कश्मीर पुलिस के उप निरीक्षक शकील काजी शामिल हैं। शिवसेना ने कहा कि कर्नल शर्मा की बेटी ने एक मई को अपना जन्मदिन मनाया था और शर्मा देश की रक्षा करते हुए तीन मई को शहीद हो गए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कश्मीर के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। Full Article
india news उद्धव ठाकरे और नीलम गोरे होंगी विधान परिषद में शिवसेना की उम्मीदवार, जल्द आधिकारिक ऐलान संभव By Published On :: Tue, 05 May 2020 11:55:00 GMT शिवसेना ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र विधान परिषद के आगामी द्विवार्षिक चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। यह चुनाव नौ सीटों के लिए होना है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पार्टी ने नीलम गोहरे को भी उम्मीदवार बनाया है। नीलम गोरे, विधान परिषद में वर्तमान में उपाध्यक्ष हैं।चुनावी राजनीति में आने वाले ठाकरे परिवार के दूसरे सदस्य बने उद्धवइसी के साथ चुनावी राजनीति में उतरने वाले उद्धव ठाकरे, ठाकरे परिवार के दूसरे सदस्य बन जाएंगे। इस चुनाव के लिए महाराष्ट्र विधानसभा के 288 सदस्य निर्वाचक मंडल का काम करेंगे, यानी वोट देंगे। बीते अक्टूबर में उनके बेटे आदित्य ठाकरे वरली विधानसभा सीट से विधानसभा का चुनाव जीते थे। वर्तमान में वह राज्य सरकार में पर्यावरण व पर्यटन मंत्री हैं।27 मई तक विधानमंडल के सदस्य के रूप में निर्वाचन जरुरीउद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के रूप में 28 नवंबर को शपथ ली। उन्होंने शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस के महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के प्रमुख के तौर पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उद्धव ठाकरे किसी भी विधानमंडल के सदस्य नहीं हैं। ऐसे में कोविड-19 महामारी के दौरान संभावित संवैधानिक संकट के मद्देनजर उनका 27 मई तक निर्वाचित होना अनिवार्य है।इन 9 लोगों का कार्यकाल हो रहा है समाप्तराज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के आग्रह पर भारतीय निर्वाचन आयोग ने चुनाव के लिए चार मई को अधिसूचना जारी कर दी और अगर मतदानन जरूरी हुआ तो यह 21 मई को होगा और पूरी चुनावी प्रक्रिया 26 मई तक पूरी हो जाएगी। विधान परिषद की नौ सीटें 24 अप्रैल को रिक्त हुईं। लेकिन निर्वाचन आयोग ने तीन अप्रैल को कोरोना महामारी के मद्देनजर सभी चुनावों को टाल दिया था। सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों में नीलम गोरे, चंद्रकांत रघुवंशी, हेमंत टकले, किरन पावस्कर, आनंद ठाकुर, स्मिता वाघ, पृथ्वीराज देशमुख, अरुण अडसड, हरिसिंह राठौड़ शामिल हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के रूप में 28 नवंबर को शपथ ली थी। Full Article
india news शराब खरीदने के लिए लाइन में लगे लोगों पर मधुमक्खियों ने किया हमला, एक की हुई मौत, दुकान बंद होने पर मधुमक्खी के छत्ते पर मार दी थी ईंट By Published On :: Tue, 05 May 2020 12:55:55 GMT शहर के बाहरी देहू गांव इलाके में सोमवार शामको शराब खरीदने के लिए लाइन में लगे कुछ लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इसमें एक शख्स बुरी तरह से घायल गो गया और आज सुबह उसने एक प्राइवेट हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया है। इस घटना के बाद से नाराज लोगों ने इलाके की सभी शराब की दुकानों को आज बंद करवा दिया है।जानकारी के मुताबिक, पुणे के देहू गांव में सोमवार को बड़ी संख्या में लोग शराब की दुकान के बाहर लाइन लगाकर खड़े थे। कई घंटों तक लाइन लगाए रहने के कारण लोग थक गए और धक्कामुक्की-कहासुनी शुरू हो गई है। इसके बाद लोगों ने पुलिस को बुलाया। इस बीच दुकान मालिक ने शटर गिरा दिया। शराब की दुकान बंद होते ही लोग गुस्सा हो गए। इसी बीच किसी ने मधुमक्खी के छत्ते पर ईंट मार दिया है।इसके बाद मधुमक्खियों ने दुकान पर खड़े सभी लोगों पर हमला कर दिया। मधुमक्खियों के हमले के बाद अफरा-तफरी मच गई और पांच लोग बुरी तरह से घायल हो गए। घायलों में41 वर्षीय एक शख्स की इलाज के दौरान एक प्राइवेट अस्पताल में मौत हो गई। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today दुकानें बंद होने के बावजूद शहर के कई इलाकों में शराब ठेकों के बाहर लंबी-लंबी कतार नजर आई। Full Article
india news नई योजनाएं नहीं, स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग को छोड़कर सभी विभागों में प्रस्तावित नई भर्ती भी रुकी By Published On :: Tue, 05 May 2020 13:07:29 GMT (विनोद यादव). कोरोनावायरस महामारी ने महाराष्ट्र सरकार की आर्थिक सेहतबिगाड़कर रख दी है। राज्य सरकार को इस आर्थिक वर्ष में 3.47 लाख करोड़ रुपए का राजस्व मिलने की उम्मीद थी, परंतु कोविड-19 की वजह से आर्थिक स्वास्थ्य खराब होते ही राज्य सरकार ने नईयोजनाओं और नई भर्तीको प्रस्तावित करने पर रोक लगा दी है।सिर्फ स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा व औषधि विभाग, खाद्य आपूर्ति, मदद व पुनर्वसनविभाग को ही कोरोना नियंत्रित करने के लिए प्राथमिकता से खर्च का निर्देश जारी किया गया है।राज्य सरकार को बीते वर्ष में 3.14 लाख करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद थी, परंतु आर्थिक सुस्ती की वजह से 3.09 लाख करोड़ की प्रत्यक्ष रूप में मिले। इस वर्ष सरकार को 3.47 लाख करोड़ रुपए का अनुमानित राजस्व मिलने की भी संभावना कम ही नजर आ रही है। उसने सभी विभागों को बजट में प्रस्तावित निधि में से सिर्फ 33 प्रतिशत निधि ही देने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा व औषधि विभाग को छोड़ कर अन्य सभी विभागों में नईभर्ती पर रोक लगा दी है। सरकार ने फिजूल खर्ची रोकते हुए फर्नीचर मरम्मत, झॅरोक्त मशीन, कंप्यूटर, सेमिनार और कार्यालय किराए पर लेने पर भी अस्थायी रोक लगाई है। इतना ही नहीं सभी विभागों को शख्ती के साथ बता दिया गया है कि वित्त विभाग की पूर्व अनुमति के बिना किसी भी प्रकार का कोई खर्च न करें।1.15 लाख करोड़ रुपए की प्रस्तावित थी वार्षिक कार्य योजनाएंइस वर्ष महाराष्ट्र सरकार की 1.15 लाख करोड़ रुपए की वार्षिक कार्य योजनाएं प्रस्तावित हैं। इसमें सामाजिक व सामूहिक सेवा पर 42.59 हजार करोड़, कृषि व संलग्न सेवा पर 16.33 हजार करोड़, ग्राम विकास पर 5.12 हजार करोड़, विशेष क्षेत्र कार्यक्रम पर 160 करोड़, सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण पर 11.89 हजार करोड़, ऊर्जा पर 9.11 हजार करोड़,उद्योग व खान पर 843 करोड़, परिवहन पर 16.85 हजार करोड़, विज्ञान, तकनीकी ज्ञान व पर्यावरण पर 381 करोड़, सामान्य आर्थिक सेवा पर 1.87 हजार करोड़, सामान्य सेवा पर 7.56 हजार करोड़ और अन्य कार्यों पर 2.18 हजार करोड़ खर्च करने की योजना बजट में प्रस्तावित की गई थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today इस वर्ष महाराष्ट्र सरकार की 1.15 लाख करोड़ रुपए की वार्षिक कार्य योजनाएं प्रस्तावित हैं। Full Article
india news राज्य में 48 पुलिस अधिकारी समेत 457 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित, अब तक 4 पुलिसवालों की हुई मौत By Published On :: Tue, 05 May 2020 13:39:18 GMT राज्य में कोरोना संक्रमित पुलिसवालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सोमवार शाम तक पूरे राज्य में 48 पुलिस अधिकारी और 409 पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके थे। इनमें 100 से ज्यादा पॉजिटिव पुलिसकर्मी मुंबई में ही हैं। वहीं इस महामारी की चपेट में आकर 4 पुलिसकर्मी अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं।मुंबई में एक आईपीएस अधिकारी भी कोरोना की चपेट में आ गया है। इस आईपीएस अधिकारी के साथ काम करने वाले कुछ स्टाफ भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस पुलिस अधिकारी में कोरोना के कोई लक्षण नहीं (एसिंप्टोमेटिक) पाए गए हैं। कई आईपीएस अधिकारियों और उनके स्टाफ का कोरोना टेस्ट किया गया है और रिपोर्ट का अभी इंतजार है।जेजे पुलिस स्टेशन के 48 पुलिसकर्मी भी हुए संक्रमितअभी हाल में दक्षिण मुंबई के जेजे पुलिस थाने में 12 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इनमें 6 अधिकारी हैं जबकि 6 पुलिसकर्मी हैं जिनमें कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके अलावा 6 अधिकारियों और 48 पुलिसकर्मियों को क्वारनटीन किया गया है। इससे पहले भी कई पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं।धारावी और शाहूनगर थाने के कई पुलिस अधिकारी और कर्मियों में कोरोना की पुष्टि हुई है। मृतकों का आंकड़ा देखें तो महाराष्ट्र पुलिस में कोरोना से अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें 3 मुंबई से जबकि 1 पुणे से है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कई आईपीएस अधिकारियों और उनके स्टाफ का कोरोना टेस्ट किया गया है और रिपोर्ट का अभी इंतजार है। Full Article
india news भाजपा का आरोप, देवेंद्र फडणवीस समेत कई नेताओं को सोशल मीडिया में मिली धमकियां, शिकायत दर्ज By Published On :: Tue, 05 May 2020 14:43:54 GMT कोरोना संक्रमण काल के बीच भाजपा की ओर से आरोप लगाया गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को ट्रोल सोशल मीडिया में धमकियां दे रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर नागपुर के नगर भाजपा अध्यक्ष प्रवीण दटके और अन्य ने नागपुर पुलिस आयुक्त के पास एक कंप्लेंट दर्ज करवाई है। इसमें यह भी कहा गया है कि भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे केस दर्ज किए जा रहे हैं। ऐसी ही एक शिकायत पार्षद प्रसाद लाड ने मंगलवार को रत्नागिरि के पुलिस अधीक्षक से की है।प्रवीण दटके ने आरोप लगाया कि विधानसभा में नेता विपक्ष फडणवीस जब भी सोशल मीडिया पर कोरोना संक्रमण की स्थिति के बारे में बात करने के लिए आते हैं, उन्हें मुठभेड़ की धमकी दी जाती है। उन्होंने कहा, "जब नेता विपक्ष को इस तरह की धमकी दी जा रही है तो महाराष्ट्र में आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेगा?"नागपुर से ही ताल्लुक रखनेवाले भाजपा नेता एवं विधान पार्षद अनिल सोल ने कहा कि भाजपा के नेताओं को पिछले कुछ दिन से लगातार ट्रोल (परेशान) किया जा रहा है। उन्होंने कहा,"अनेक टिप्पणियां बहुत ही निजी प्रकार की और निकृष्ट हैं।"इन मंत्रियों को भी किया जा रहा है परेशानफडणवीस के अतिरिक्त पूर्व मंत्रियों-चंद्रशेखर बावनकुले, सुधीर मुनगंटीवार और विनोद तावडे को भी सोशल मीडिया पर कथित तौर पर परेशान किया गया। मुनगंटीवार ने कहा कि भाजपा को निशाना बनाने के लिए ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "मुझे मेरे फेसबुक लाइव के दौरान तथा अन्य भाजपा नेताओं को परेशान करने वालों का डेटा हासिल कर लिया है। मैंने पाया कि अनेक ऑनलाइन एकाउंट में एक ही नाम हैं जिसका मतलब है कि कुछ लोग इरादतन हमें ट्रोल कर रहे हैं।" Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today भाजपा का आरोप है कि पूर्व सीएम को तब धमकियां दी गई जब वे फेसबुक पर लाइव थे। Full Article
india news मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का निर्देश- चाहे जितनी सख्ती बरतनी पड़े, 31 मई तक पूरा राज्य कोरोनामुक्त होना चाहिए By Published On :: Tue, 05 May 2020 17:18:49 GMT महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में तेजी से बढ़ते कोरोनासंक्रमण पर सख्त रूख कायम कर लिया है। उन्होंने सोमवार को सभी जिलों के अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की और उन्हें हर हाल में 31 मार्च तक राज्य को कोरोना मुक्त करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर अफसर को अपना इलाका ग्रीन जोनमें लाना होगा, भले चाहे इसके लिए कितनी भी सख्ती क्यों न करनी पड़े। उन्होंने कहा किकलेक्टर स्थानीय स्तर पर हर जरूरी फैसला ले सकते हैं, लेकिन कोरोनाको नियंत्रित करने में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।मंगलवार कोसंक्रमण से 34 की मौतवहीं,महाराष्ट्र में मंगलवार को संक्रमण से 34 लोगों की मौत हुई। इनमें मुंबई में 26, पुणे में 6 और औरंगाबाद और कोल्हापुर में एक-एक की जान गई। मृतकों में 24 पुरुष और 10 महिलाएं हैं। इनमें से 14 की उम्र 60 साल से अधिक, 16 की उम्र 40-60 साल के बीच और 4 की उम्र 40 साल से कम है। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमण से अब तक617 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, मंगलवार को संक्रमण के 984 नए पॉजिटिव केस मिले। राज्य में अब संक्रमितों का आंकड़ा 15 हजार पार करके 15,525 पर पहुंच गया है।मुंबई के दादर रेलवे स्टेशन के पास कॉन्ट्रैक्ट वर्कर ने स्टेशन की सफाई की। इस दौरान उसने आंखों पर चश्मा लगा रखा था।मुंबई: बीडीडी चॉल अगले सात दिनों के लिए बंद की गईमुंबई के सबसे ज्यादा संक्रमण प्रभावित वर्ली इलाके में स्थित बीडीडी चॉल इमारतों को अगले सात दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। इन इमारतों में अब तक 40 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। पूरे वर्ली में 817 संक्रमित हैं। वर्ली और एनएम जोशी मार्ग मुंबई का सबसे अधिक कोरोना प्रभावित इलाका है। बीडीडी चॉल में रहने वाले लोग लॉकडाउन के बावजूद सड़कों पर घूम रहे थे।अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रहीकोरोना के गंभीर मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या देखते हुए बृहन्मंबई म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) ने अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है। स्वास्थ्य विभाग अलग-अलग अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या 3 हजार से बढ़ाकर 4 हजार 750 करने की योजना पर काम कर रहा है। इसके तहत केईएम, नायर, सेंट जॉर्ज और सेवन हिल्स अस्पताल में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जाएगी।बीएमसी ने शुरू कीबुजुर्गों की जांचकोरोना की चपेट में बड़ी संख्या में बुजुर्गों के आने के बाद बीएमसीने घर-घर जाकर वरिष्ठ नागरिकों की जांच करनी शुरू की है। स्वास्थ्य कर्मियों ने अब तक झुग्गी बस्तियों में3 लाख 43 हजार 717 घरों में पहुंचकर 42 हजार 752 बुजुर्गों की जांच की।यह तस्वीर मुंबई की है। यहां कुछ लोग लकड़ी के फ्रूट बॉक्स अपने साथ ले जाते देखे गए। शहर के कई इलाकों में सुपर लॉकडाउन लगाया गया है।यह तस्वीर दादर रेलवे स्टेशन की है। यहां एक पुलिसकर्मी ने वॉल पेंटिंग बनाई। इस पेंटिंग का उद्देश्य कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करना है।मुंबई पहुंचा 3 लाख 61 हजार मीट्रिक टन सामानलॉकडाउन के 34 दिनों में समुद्र के रास्ते 3 लाख 61 हजार मीट्रिक टन सामान मुंबई पहुंचा। मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के अनुसार, लॉकडाउन के बाद से पोर्ट पर 110 से अधिक कार्गो जहाज पहुंचे हैं। इन जहाजों के माध्यम से शक्कर, बेस ऑइल कंटेनर, गाड़ियां, लोहे के एंगल और लोहे के कोइल समेत अन्य सामान मुंबई में उतरे हैं। कोरोनावायरस के प्रभाव की वजह से पोर्ट पर यात्री जहाज की आवाजाही पर रोक लगी है।मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस चौकी पर अपने प्रदेश जाने के लिए नाम दर्ज करवाने पहुंचे दिहाड़ी मजदूर। मजदूरों को रजिस्ट्रेशन के बाद एक टोकन नंबर दिया जा रहा है।जेजे मार्ग पुलिस स्टेशन में 12 पुलिसकर्मीकोरोना संक्रमितमुंबई केजोन 1 स्थित जेजे मार्ग पुलिस स्टेशन में कार्यरत 6 पुलिस अधिकारी और6 सिपाही भी कोरोना की चपेट में आ गए। इसके अलावा 6 अधिकारियों और 48 कर्मचारियों को क्वारैंटाइन किया गया है। अभी तक मुंबई पुलिस के 211 पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हुए हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक, डीसीपी रैंक केएक अधिकारी भी संक्रमण का शिकार हो गए हैं।मुंबई में कोरोना जांचके लिए मोबाइल बस तैयार की गई है। इस बस को अलग-अलग इलाकों में ले जाकर संक्रमितों की जांच की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लॉकडाउन के बीच मुंबई की एक बस्ती में घर के दरवाजे से झांकती बच्ची। यहां अब तक 9000 से ज्यादा संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं। Full Article
india news प्राइवेट डॉक्टर्स और हॉस्पिटल को तैयार कर रही है बीएमसी, नए नियम नहीं मानने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई By Published On :: Wed, 06 May 2020 08:55:51 GMT राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे खतरे को देखते हुएमुंबई के सभी लाइसेंस प्राप्त डॉक्टरों (प्राइवेट) को ड्यूटी करनेके लिए कहा गया है। अगर कोई भी डॉक्टर ड्यूटी करने से इनकार करता है तो उसका लाइसेंस कैंसिल कर दिया जाएगा। राज्य सरकार की तरफ से कहा गया है कि कम से कम डॉक्टर्स को 15 दिन की ड्यूटी अलग-अलग हॉस्पिटल मेंकरनी होगी। हालांकि, 55 साल से अधिका उम्र के डॉक्टरों को लिए इसमें छूट दी गई है।अपनी इच्छा से चुन सकते हैं हॉस्पिटलराज्य सरकार ने ये सुविधा दी है कि 25,000 पंजीकृत डॉक्टर अपनी इच्छा और पसंद की जगह पर काम करने के बारे में बता सकते हैं। बीएमसीकमिश्नर प्रवीण परदेशी ने एक ऑर्डर जारी कर मुंबई के सभी 24 वॉर्डों के असिस्टेंट कमिश्नर को अधिकार दिया है कि वह मुंबई के प्राइवेट हॉस्पिटल्स एवं नर्सिंग होम को कोविड-19 से लड़ाई के लिए तैयार करें। कमिश्नर ने अपने ऑर्डर में साफ जिक्र किया है कि महानगर में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है।नियम उल्लंघन करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाईबीएमसी हॉस्पिटल्स एवं सरकारी हॉस्पिटल्स में मरीजों का इलाज हो रहा है। और बड़ी संख्या में मरीज ठीक भी हो रहे हैं। इसके बावजूद भविष्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका है। इसलिए असिस्टेंट कमिश्नर अपने-अपने वॉर्ड में ऐसे प्राइवेट हॉस्पिटल्स एवं नर्सिंग होम चिन्हित करें और उन्हें कोविड-19 से लड़ाई के लिए तैयार करें। कमिश्नर ने ऑर्डर में कहा है कि यदि कोई इसका विरोध करता है या नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाए।बीएमसी को अंदेशा आने वाले समय में बढ़ सकते हैं केसकई प्राइवेट हॉस्पिटल भी कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का इलाज कर रहे हैं, इसके बावजूद बीएमसी को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। बीएमसी को आशंका है कि आने वाले समय में मुंबई में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। इससे निपटने के लिए बीएमसी नेस्को ग्राउंड गोरेगांव में 1240 बेड, एमएमआरडीए ग्राउंड में 1000 बेड ऑक्सिजन सहित क्वारंटीन सेंटर बनवा रही है।जबकि, 300 बेड का आइसोलेसन वॉर्ड महालक्ष्मी रेसकोर्स में, 100 वरली के नेहरू सेंटर में और 200 बेड नेहरू प्लेनेटोरियम और 200 बेड का आइसोलेसन वॉर्ड रिचर्डसन ऐंड क्रुडास में बनवा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मुंबई के एक हॉस्पिटल में ड्यूटी के लिए जाने से पहले तैयार होकर खड़े हुए कुछ स्वास्थ्यकर्मी। Full Article
india news महाराष्ट्र में फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए क्लिनिक और रजिस्ट्रेशन के लिए पुलिस स्टेशन के बाहर लाइन में लगे हजारों मजदूर By Published On :: Wed, 06 May 2020 09:27:59 GMT लॉकडाउन के बीच सरकार ने प्रवासी मजदूरों को वापस उनके राज्यों तक पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी है। इसी कड़ी में सोमवार और मंगलवार से राज्य के अलग-अलग शहरों में मजदूरों की भारी भीड़ प्राइवेट क्लिनिक के सामने फिटनेस सर्टिफिकेट लेने के लिए उमड़ी है। इसके अलावा भीड़ पुलिस स्टेशनों पर भी नजर आ रही है। क्योंकि, फिटनेस सर्टिफिकेट लेने के बादमजदूरों को पुलिस स्टेशन या जिला मुख्यालय पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके बाद ही वे ट्रेन या बस से अपने राज्यों तक जा सकते हैं। मुंबई में करीब 7 लाख से अधिक लोग हैं, जिन्हें दूसरे राज्यों में जाना है। एक बार सर्टिफिकेट जारी करने के बाद कितने दिन तक उसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इस पर भी क्लियरिटी नहीं है।ठाणे बस स्टैंड पास और फिटनेस सर्टिफिकेट लेकर पहुंचे हजारों मजदूर।फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए500 रुपए वसूलने का आरोपघर वापसी के लिए लगने वाले दस्तावेजों में हेल्थ सर्टिफिकेट अनिवार्य है। इसके लिए सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी क्लिनिक के सामने प्रवासी मजदूरों की कतार लगी हुई है। कुछ लोग मौके का फायदा उठा 500 रुपए तक सर्टिफिकेट के लिए शुल्क ले रहे हैं। ऐसे में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने महाराष्ट्र के डॉक्टरों से अपील की है कि 100 से अधिक शुल्क हेल्थ सर्टिफिकेट के लिए न लिया जाए।10 मिनट में एक सर्टिफिकेटडॉक्टरों के अनुसार, सही तरीके से सर्टिफिकेट जारी करने में एक व्यक्तिपर 10 मिनट लग रहा। पहले उनका बॉडी टेम्प्रेचर लिया जाता है। फिर सर्दी-जुकाम या बुखार की हिस्ट्री ली जाती है, उसके बाद ही सर्टिफिकेट जारी किया जाता है।जानकारी का अभाव बनी मजदूरों की सबसे बड़ी चुनौतीधारावी में रहने वाले राधेश्याम मिश्रा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले हैं। वे एक पाइप बनाने वाली कंपनी में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम कर रहे थे। लॉकडाउन के बाद से उनके ठेकेदार ने भी उनकी मदद नहीं की और अब वे पूरे परिवार के साथ वापस उत्तर प्रदेश जाना चाह रहे हैं। शुरू के दो दिनों में उन्हें पता ही नहीं चला कि लॉकडाउन में घर लौटने की क्या प्रक्रिया है। कुछ स्थानीय लोगों ने पूरी प्रक्रिया समझाई तो पूरे दिन खड़े रहने के बाद मंगलवार शाम को उन्हें डॉक्टर से फिटनेस सर्टिफिकेट मिला है। अब उनके सामने एक और चुनौती है धारावी पुलिसस्टेशन से घर जाने का पास लेने की। राधेश्याम की तरह ही कई हजार मजदूर अभी भी मुंबई में फंसे हुए हैं।मंगलवार शाम को पुणे के वारजे मालवाड़ी इलाके में प्रदर्शन करने पहुंचे हजारों मजदूरों को पुलिस नेहटाया।राज्य के अलग-अलग शहरों का हाल मुंबई: कई हजार मजदूर पिछले दो दिनों से धारावी जैसे इलाकों में प्राइवेट क्लिनिक के सामने फिटनेस सर्टिफिकेट की लाइन में लगे हुए हैं। बीएमसी क्षेत्र से आने वाले इलाकों से अभी तककिसी भी मजदूर को नहीं भेजा गया है। फिलहाल सरकार मजदूरों का रजिस्ट्रेशन कर उन्हें पास देरही है। पालघर:दो ट्रेनें मंगलवार को पालघर और भिवंडीसे राजस्थान के प्रवासी श्रमिकों को लेकर जयपुर पहुंचीं। रेलवे के शेड्यूल के अनुसार एक ट्रेन पालघर (महाराष्ट्र) से सुबह करीब 8:30 बजे और दूसरीट्रेन भिवंडी (महाराष्ट्र) से सुबह 11.30 बजे जयपुर स्टेशन पहुंची। ठाणे: महाराष्ट्र के ठाणे में कई जगहों पर प्रवासी मजदूर टेस्ट की जांच के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लग गए हैं। ठाणे के डोंबिवली शहर में निजी मेडिकल क्लीनिकों के बाहर लंबी-लंबी कतारों में आज प्रवासी श्रमिकों को देखा गया। यहां का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मजदूर धक्कामुक्की कर कतार में लगे हैं। इनमें से कइयों ने मास्क भी नहीं पहना है पुणे:वारजे मालवाड़ी इलाके में मंगलवार शाम को मजदूरों की भारी भीड़ सड़कों पर उतर आई और वापस अपने घर भेजने की मांग करने लगी। इस दौरान लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई। भीड़ बढ़ती देख पुलिस को यहां लाठी चार्ज भी करना पड़ा।धारावी पुलिस स्टेशन के बाहर कतार में लगे प्रवासी मजदूर। ये सभी फिटनेस सर्टिफिकेट लेकर यहां पहुंचे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today धारावी के कई प्राइवेट क्लीनिकों पर हर दिन ऐसी ही लंबी-लंबी लाइन फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए लग रही है। Full Article
india news गृह मंत्री ने कहा- मजदूरों के किराए को लेकर नहीं मिला है कोई आधिकारिक आदेश, रेलवे स्थिति स्पष्ट करे By Published On :: Wed, 06 May 2020 11:05:31 GMT महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को बताया कि राज्य सरकार ने रेलवे से यह स्पष्ट करने के लिये कहा है कि लॉकडाउन के कारण फंसे प्रवासी श्रमिकों को वापस उनके घर भेजने में रेल यात्रा में आने वाली लागत का 85 फीसदी वह वहन करेगा या नहीं। गृह मंत्री अनिल देशमुख ने एक वीडियो संदेश में कहा कि इन श्रमिकों के पास नौकरी नहीं है और इन लोगों से रेलवे को किराया नहीं वसूलना चाहिए।भाजपा ने उठाई थी सरकार से किराया देने की मांगभारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को कहा था कि रेलवे ने प्रवासी श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के लिए चलाईजाने वाली विशेष ट्रेनों के किराये में 85 प्रतिशत सबसिडी दे रही है और बाकी बचे 15 फीसदी किराये का भुगतान राज्य सरकार को करना चाहिए।रेलवे की तरफ से नहीं दी गई आधिकारिक जानकारीइस पर अनिल देशमुख ने कहा, 'महाराष्ट्र सरकार की ओर से, मैं भारतीय रेल से इसमें स्पष्टता चाहता हूं कि वह टिकट का 85 प्रतिशत वहन कर रहा है या नहीं। अब तक रेलवे से इस बारे में आधिकारिक आदेश प्राप्त नहीं हुआ है।'उन्होंने बताया किया कि हर व्यक्ति यह जानता है कि इन प्रवासी श्रमिकों के पास पिछले 40 दिन से नौकरी नहीं है और वे अपने घर वापस जाने के लिए बेचैन हैं।अब तक तकरीबन 36 हजार श्रमिकों को उनके घर भेजा गया एक अधिकारी ने बताया कि अबतक, करीब 36 हजार प्रवासी श्रमिक महाराष्ट्र से अपने गृह स्थान के लिए निकल चुके हैं । कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को कहा था कि उनकी पार्टी की राज्य इकाई कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों में फंसे जरूरतमंद प्रवासी श्रमिकों के टिकट का खर्च वहन करेगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले की है। यहां भारी संख्या में प्रवासी मजदूर रहते हैं और पिछले 40 दिनों से अलग-अलग संस्थाओं की ओर से दिए जा रहे खाने पर आश्रित हैं। Full Article
india news ठाणे के भिवंडी में एक केमिकल गोदाम में भीषण आग, दमकल की 6 गाड़ियां आग बुझाने पहुंची By Published On :: Wed, 06 May 2020 11:23:04 GMT ठाणे के भिवंडी के रहनल गांव में बुधवार दोपहर एक केमिकल गोदाम में भीषण आग लग गई। मौके पर आधा दर्जन फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची हुई है। इसमें अभी तक किसी भी तरह की जनहानि की खबर नहीं है। आग की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गोदाम से निकलने वाला धुंआ कई किलोमीटर दूर से देखा जा सकता है।गोदाम में भारी मात्रा में केमिकल के ड्रम रखे हुए हैं, इसलिए इसपर काबू करने में फायर ब्रिगेड कर्मियों को दिक्कत हो रही है।आग लगने के कारणों का भी पता नहीं चल पाया है। आसपास के लोग और फायर बिग्रेड के कर्मचारियों की मदद से आग को बुझाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, आसपास स्थित फैक्ट्री में काम बंद रहने के कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई मौके तक पहुंचने के लिए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today गोदाम से निकलने वाले धुंए को कई किलोमीटर दूर से देखा जा सकता है। Full Article
india news कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने केंद्रीय एजेंसीज से मांगी आईसीयू बेड बढ़ाने की मदद By Published On :: Wed, 06 May 2020 13:10:46 GMT कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार ने रेलवे, सेना और अन्य केंद्रीय उपक्रमों के अस्पतालों से आग्रह किया है कि वे राज्य में मौजूद अपनी सुविधाएं सरकार के लिए उपलब्ध करवाएं। राज्य सरकार मामले बढ़ने के साथ ही गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) के बेड की संख्या में इजाफा करना चाहती है।मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कोविड-19 मरीजों के इलाज और आईसीयू बेड की चिंता को लेकर निजी तौर पर उच्च अधिकारियों से चर्चा की है। बयान के मुताबिक, 'योजना के तहत, राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में रेलवे, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट, भारतीय सेना, नौसेना और केंद्र सरकार के अन्य उपक्रमों के अस्पतालों, संस्थानों और इमारतों की सुविधाएं उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।'परिक्षण की संख्या में वृद्धि से बढ़ी मरीजों की संख्याराज्य सरकार ने कहा कि वह पिछले कुछ महीनों से कोरोना वायरस से निपटने में जुटे हैं और इसकी रोकथाम के लिए कई उपाय किए गए हैं। बयान के मुताबिक, 'परीक्षणों की संख्या में व्यापक वृद्धि की गई है, ऐसे में मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। स्वस्थ होने वाले और अस्पताल से छुट्टी पाने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।'अब तक तकरीबन 3 हजार मरीज ठीक होकर घर पहुंचेराज्य सरकार के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा था कि कुल 2,819 मरीज विभिन्न अस्पतालों से ठीक होकर जा चुके हैं। बयान में कहा गया, 'केंद्र ने मई में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी होने का अनुमान लगाया है, राज्य सरकार ने मुंबई और पुणे में आइसोलेशन और आईसीयू सुविधाएं तैयार की हैं।' Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today महाराष्ट्र में पिछले एक सप्ताह से हर दिन तकरीबन 700 से ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आए हैं। Full Article
india news 90 साल की महिला ने कोरोना को दी मात, डॉक्टर बोले- बुजुर्ग का बीमारी से लड़ने का जज्बा देखने लायक था By Published On :: Wed, 06 May 2020 13:30:34 GMT महाराष्ट्र केठाणे में एक 90 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना वायरस को मात दी। मंगलवार को महिला को यहां केसिविल अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। महिला का इलाज करने वालेडॉक्टर कैलाश पवार ने कहा, 'इतनी ज्यादा उम्र की होने के बावजूद उनमें कोरोना से लड़ने का जज्बा देखने लायक था।' महिला कोउनके पति को अपने पोते-पोतियों से यह संक्रमण हुआ था।बुजुर्ग महिला को22 अप्रैल को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उनकी दो बार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें घर भेज दिया। हालांकि, उनके पोते-पोतियों मेंकी रिपोर्ट अभीपॉजिटिव है। इसलिए अभी भी वे हॉस्पिटल में रहेंगे। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के दौरान महिला ने नाम आंखों से डॉक्टर्स का शुक्रिया अदा किया।इसके अलावा,ठाणे जिले के मीरा भायंदर नगर में सात महीने के बच्चे के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा दो परिवार के कुल 10 लोगों समेत 16 संक्रमित मरीज मंगलवार को ठीक होकर वापस अपने घर गए हैं। ठाणे जिला सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर और नर्सों ने सभी का तालियां बजाकर विदाई दी।पांच पुलिस कर्मी हुए संक्रमितवहीं, कल्याण डोम्बीवली में मंगलवार को आए 11 मामलों में पांच पुलिस कर्मी हैं। कल्याण डोम्बीवली के निगम आयुक्त विजय सूर्यवंशी ने बताया किइलाके में रहने वाले और मुंबई में काम करने वाले निवासियों को आठ मई से कल्याण से जाने या प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। यह फैसला कोविड-19 के बढ़ते मामलों की वजह से किया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today महिला की विदाई के दौरान डॉक्टर्स ने गाना गाकर उन्हें विदा किया। Full Article
india news केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य को दिया हर संभव मदद का आश्वासन, संक्रमण रोकने के लिए सुझाए कई तरीके By Published On :: Wed, 06 May 2020 14:32:00 GMT केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बुधवार को गुजरात और महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्रियों से बात करके उन्हें कोरोना वायरस‘कोविड-19’ के संक्रमण से लड़ने में केन्द्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।डॉ हर्षवर्धन ने वीडियाे कांफ्रेंसिंग के जरिए कहा, “आइए हम सभी को मिलकर जल्द से जल्द मरीजों का पता लगाना है और उनका समय पर उपचार करना है ताकि मौतों की दर को कम किया जा सके।”डॉ हर्षवर्धन ने स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के साथ गुजरात के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री नितिन भाई पटेल और महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में समय रहते कोेरोना संक्रमितों का पता लगाने और इनसे निपटने की तैयारियों पर चर्चा की।प्रभावी सर्विलांस, लोगों के संपर्क सूत्रों का पता लगाने की आवश्यकता है: डॉ हर्षवर्धनदोनों राज्यों में कोराेना की स्थिति और इससे निपटनेे के लिए किए जा रहे उपायों पर प्रस्तुति करण देखने के बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों के कुछ जिलों में उच्च मृत्यु दर पर चिंता जताते हुए कहा कि उन्हें प्रभावी सर्विलांस,लोगों के संपर्क सूत्रों को पता लगाने और रोग के जल्द निदान पर ध्यान केन्द्रित करने की आवश्यकता है ताकि लोगों की मौतों को राेका जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि अचानक से हुए गंभीर श्वसन तंत्र संक्रमण (एसएआरआई) और इंफ्लूूएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) के मामलों की उपयुक्त जांच, परीक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि इन्हेें अन्य क्षेत्रों में फैलने से रोका जा सके।‘कंटेनमेंट रणनीति को लागू करने की आवश्यकता है’उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों को अपने यहां हो रही मौतों को कम करने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में उपयुक्त ‘कंटेनमेंट’ रणनीति को लागू करने की आवश्यकता है तथा इसे प्राथमिकता के तौर पर लिया जाना चाहिए। इसके अलावा चरणबद्ध तरीके से समग्र प्रयास किए जाने की भी जरूरत है और दोनों राज्यों को केन्द्र सरकार की तरफ से जारी किये गये प्रोटोेकॉल का पालन करने की आवश्यकता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today डॉ हर्षवर्धन गुजरात और महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे और उन्होंने दोनों राज्यों द्वारा इस लड़ाई के खिलाफ की जा रही तैयारियों का प्रेजेंटेशन देखा। Full Article