india news

482 कोचों को आइसोलेशन वार्ड बनाने के बाद मध्य रेलवे 25 हजार पीपीई किट बनाने में जुटा, कीमत होगी सिर्फ 422 रुपए

(विनोद यादव).ट्रेनें शुरू होने का इंतजार कर रहे लाखों यात्रियों के लिए मध्य रेलवे की ओर से आंशिक राहत भरी खबर सामने औ है। मध्य रेलवे ने अपने 482 कोचों को आइसोलेशन व क्वारंटीन वार्ड में तब्दील करने का लक्ष्य पूरा कर लिया है। इसके साथ ही उसने बाजार से आधे दाम पर 25 हजार पीपीई किट बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।

422 रुपए में मिलेगा रेलवे का किट
मध्य रेलवे के वरिष्ठ प्रवक्ता अनिल कुमार जैन ने बताया कि बाजार में एक पीपीई किट लगभग 808 रुपए में मिल रहा है। जबकि हमारे मध्य रेलवे के परेल व माटुंगा कारखाने में वैसा ही अतिसुरक्षित पीपीई किट का सैंपल 422 रुपए में तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इन पीपीई किट के इस्तेमाल से फ्रंटलाइन रेलवे कर्मचारी कोरोनावायरस से संक्रमित होने से बच जाएंगे।

रेलवे ने किया है ऑक्सीजन सिलेंडर ट्रॉलियों का भी निर्माण
बता दें कि हाल ही में मध्य रेलवे के ही कारखाने में 50 ऑक्सीजन सिलेंडर ट्रॉलियों का भी निर्माण हुआ था। जिसे मध्य रेलवे के अस्पतालों में सप्लाय किया गया था। जैन ने बताया कि मध्य रेलवे जिन 25 हजार पीपीई किट का निर्माण अपने फ्रंटलाइन कर्मचारियों के लिए करने जा रही है। उसका कच्चा माल सरकार द्वारा मंजूर सप्लायर से लिया जाएगा। इसके अलावा यह किट उत्तर रेलवे द्वारा प्रस्तुत नमूने और डीआरडीओ ने जिन मानकों का अनुमोदन किया है। उसके आधार पर ही होगा।

उद्धव ने उठाई है मजदूरों के लिए स्पेशल ट्रेन शुरू करने की मांग
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने परप्रांतीय मजदूरों को उनके गांव जाने के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों को शुरू करने की मांग केंद्र सरकार से की हुई है। परंतु रेल प्रवासी संघ के सुभाष गुप्ता मध्य रेलवे द्वारा अपने 482 कोचों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करना और कर्मचारियों के लिए 25 हजार पीपीई किट बनाने की तैयारी को रेलवे शुरू करने की पूर्व तैयारी के रूप में नहीं देखते हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे अपनी जिम्मेदारियों को निभाने की कोशिश कर रही है। उसकी तैयारियों को रेल सेवा शुरू करने की पूर्व तैयारी से जोड़कर देखना जल्दबाजी होगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
रेलवे के मुताबिक, पीपीई किट के इस्तेमाल से फ्रंटलाइन रेलवे कर्मचारी कोरोनावायरस से संक्रमित होने से बच जाएंगे।




india news

महाराष्ट्र में पहली बार कोल्हापुर के एक संक्रमित शख्स की होगी प्लाज्मा थैरेपी, 28 अप्रैल को पुणे में होगा यह प्रयोग

कोरोनावायरस के प्रभाव को कम करने के लिए कोल्हापुर के एक मरीज की प्लाज्मा थैरेपी की जाएगी। महाराष्ट्र सरकार इसको लेकर लगातार प्रयासरत थी। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र सरकार के पास एक प्रपोजल भी भेजा था। जिसे आज अनुमति मिल गई है। अब यह थैरेपी 28 अप्रैल को पुणे में कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके व्यक्ति के 550 मिलीलीटर प्लाज्मा की मदद से की जाएगी।


उम्रदराज लोगों को ठीक करने में मिलेगी मदद
मुंबई के संरक्षक मंत्री असलम शेख बताते है कि इससे सरकार उन मरीजों को ठीक कर सकता है जो काफी बीमार है, खासरकर धारावी और दूसरे मुंबई के इलाके में इसके जरिए काफी मदद मिलेगी।

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र ने राज्य सरकार को कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के नमूनों की ‘समूह में जांच’ करने की इजाजत दे दी है। साथ ही, कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के लिए ‘‘प्लाज्मा थैरेपी’’ के उपयोग को भी मंजूरी दी है। मंत्री ने कहा कि यह मंजूरी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और सचिवों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई एक बैठक के दौरान दी।

दिल्ली में भी हुई चार लोगों की प्लाज्मा थैरेपी
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हमने चार मरीजों पर प्लाज्मा थैरेपी आजमाई है। इसके नतीजे उत्साहवर्धक रहे हैं। ये सभी मरीज यहां के लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) में भर्ती हैं। केजरीवाल ने कहा कि एलएनजेपी के 2-3 मरीजों को यह थैरेपी और दी जानी है। अभी केंद्र से कुछ गंभीर मरीजों पर ही यह इलाज आजमाने की अनुमति मिली थी। इसे कुछ और मरीजों पर आजमाया जाना है। इसके बाद अगले हफ्ते सभी गंभीर रोगियों को यह इलाज देने की अनुमति ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने पहले ठीक हो चुके मरीजों से ब्लड प्लाज्मा दान करने की अपील की है।


क्या है प्लाज्मा थैरेपी?
प्लाज्मा थेरेपी में संक्रमण से ठीक हुए मरीजों के रक्त से प्लाज्मा निकालना पड़ता है। ऐसे लोगों में एंटीबॉडीज की अच्छी मात्रा होने की संभावना रहती है। प्लाज्मा लेकर संक्रमित मरीज में इसे चढ़ाना होता है। प्लाज्मा की खुराक के साथ ही जारी दवाओं के कारण मरीज में प्रतिरोधकता बनने लगती है और वह संक्रमण से तेजी से ठीक हो जाता है। यही वजह है कि सरकार ने पहली प्लाज्मा थेरेपी कोल्हापुर के एक संक्रमित व्यक्ति के ऊपर करने का फैसला किया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में चार लोगों पर इस थैरेपी का ट्रायल उत्साहवर्धक रहा है।




india news

मनसे नेता शालनी ठाकरे का सीएम उद्धव को पत्र, लिखा- कोरोना संक्रमित मृतकों के शवों के साथ हो सम्मानजनक व्यवहार

कोरोना संक्रमित मृतकों के शवों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करने को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) नेता शालिनी ठाकरे ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है। इसमें मांग की गई है कि मृत शवों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए।

कूड़े उठाने वाले प्लास्टिक में शव पैक किया गया: शालनी ठाकरे
शालिनी ठाकरे ने कहा है कि बीते रविवार को बीएमसी के सबसे बड़े हास्पिटल केईएम में कोविड शहगृह में शव रखने की जगह कम पड़ गई, जिसके चलते 10 शवों को कोविड कक्ष में रखा गया। दूसरे दिन सोमवार को सुबह 5 शवों को किट में और 5 को कूड़ा (कचरा) विभाग के काम आने वाले प्लास्टिक से सीलबंद किया गया।

मनसे नेता का ट्वीट...

कूपर हॉस्पिटल में लावारिस छोड़ा गया शव
इसी तरह कूपर अस्पताल में बुधवार को दो कोरोना संदिग्धों के शवों को 12 घंटे तक लावारिस छोड़ दिया गया। कोई भी शव के पास जाने के लिए तैयार नहीं था। इस सबंध में अस्पताल के डीन का कहना है कि उस दिन अस्पताल में एक ही चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी कार्यरत होने की वजह से ऐसा हुआ।

हॉस्पिटल पर बढ़ा बोझ
शालिनी ठाकरे ने कहा, वह समझ सकती है कि इस भयानक महामारी में सरकारी अस्पतालों पर काम का बोझ बढ़ गया है क्योंकि प्राइवेट अस्पतालों में आम मरीजों को भर्ती करने से मना किया जा रहा है। दूसरी ओर, मुंबई में कोरोना संक्रमितों की सबसे ज्यादा मौतें हो रही है।

इसलिए सरकार से गुजारिश है कि मृतकों के शवों की अवहेलना न हो। साथ ही, अस्पतालों में मृतदेह को सीलबंद करने के लिए किट की भी व्यवस्था की जाए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
शालनी ठाकरे के मुताबिक, केईएम में कोविड शहगृह में शव रखने की जगह कम पड़ गई, जिसके चलते 10 शवों को कोविड कक्ष में रखा गया।




india news

संक्रमण रोकने के लिए पुणे के एक गांव की महिला सरपंच ने 8 दिनों तक हार्ड लॉकडाउन किया, सैनिटाइजेशन टनल भी बनाई

पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बात करके सरपंच प्रियंका रामदास मेदनकर सुर्खियों में आ गई। प्रियंका पुणे के खेड़ तहसील के तहत आने वाले मेदनकरवाड़ी ग्राम पंचायत की सरपंच हैं। प्रियंका ने गांव में कोरोना की एंट्री को जिस तरह रोका,उसकी प्रधानमंत्री ने भी तारीफ की है। प्रियंका ने अपने गांव में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को लागू करवाया।

गांव के लोगों को मास्क पहनने और सैनिटाइजर के इस्तेमाल के प्रति जागरूक किया। प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान जब प्रियंका ने उन्हें यह सारी बातें बताईं तो वह काफी प्रभावित हुए। मोदी ने प्रियंका से करीब 6 मिनट तक बात की। इस दौरान उन्होंने पीएम को एक कविता भी सुनाई। पुणे में संक्रमण के अब तक 800 से ज्यादा केस मिल चुके हैं।


प्रियंकारामदास मेदनकर सामाजिक कार्यों के लिए कई बार सरकार को आर्थिक मदद पहुंचा चुकी हैं।

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में प्रियंका की कोशिश:
भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़ी रहीं 32 साल की प्रियंकासे बातचीत के बाद मोदीनेकहा- आप जैसी पढ़ी-लिखी सरपंच आधुनिक व्यवस्थाओं को गांव में लागू करवा सकतीहैं। प्रधानमंत्री से बातचीत के बाद प्रियंका ने दैनिक भास्कर से बातचीत की।

  • प्रियंका ने कहा- एक सरपंच के लिए देश के सबसे बड़े व्यक्ति से बात करना एक गौरव का क्षण है। मेरे राजनीतिक जीवन का आज सबसे बड़ा दिन है। मेरे लिए यह एक लाइफ चेंजिंग एक्सपीरियंस था। जब मुझे पता चला कि पीएम मुझसे बात करने वाले हैं तो मैं रात भर सो नहीं सकी। लेकिन रियल में जब बात की तो वे बेहद आसान लगा। प्रधानमंत्री ने एक अभिभावक कीतरह हमारी बातें सुनी और मेरे काम को सराहा। यह मेरे लिए बेहद सुखद अनुभव था।
  • 'मार्चसे जब लॉकडाउन लगाया गया, इसके बाद हमने पूरे गांव को आठदिनों के लिए हार्ड लॉकडाउन कर दिया। अगले ही दिन से हमने पूरा गांव सोडियम डाईपोक्लोराइड से सैनिटाइज किया। इसके बाद दो जगहों पर सैनिटाइजेशन टनल लगाई। जहां पर ज्यादा लोगों की आवाजाही रहती है। इसके अलावा, एक संस्था से जुड़ीमहिलाओं को मास्क बनाने के काम से जोड़ा। लोगों को घरों में मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया।घर-घर सैनिटाइजकरवाया।'
  • 'संक्रमण रोकने के लिए गांव के लोगों का मॉर्निंग और इवनिंग वॉकबंद करवाया। इसे प्रभावी करने के लिए गांव मेंशाम की स्ट्रीट लाइट जल्दी बंद कर दी जाती है। इसका असर भी दिखा और अभी तक कोई भी कोरोना संक्रमित गांव में नहीं मिला है।
  • मैं हर एक-दो दिन में पूरे गांव में लाउडस्पीकर लेकर घूमती हूं और लोगों से कहती हूं कि वे घरों में रहे और लोग मेरी बात मानभी रहे हैं।

वीडियो कॉफ्रेंसिंग के दौरान प्रियंका ने प्रधानमंत्री मोदी को एक कविता भी सुनाई।

दोहजार प्रवासी मजदूरों को के खाने का कराया इंतजाम
प्रियंका ने बताया, 'मैं जिस इलाके में रहती हूं वह औद्योगिक क्षेत्र में आता है। ऐसे मेंइलाके में 70 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जो दूसरे राज्यों या शहरों से आकर बसे हैं। इनमें बड़ी संख्या में मजदूर और फैक्ट्री में काम करने वाले लोग हैं। जिनके पास राशनकार्ड हैं, उन्हें हम सीधे राशन उपलब्ध करवा रहे हैं। वहीं, जिन्हें राशन की दिक्कत है उन्हें स्थानीय लोगों और कंपनियों के सीएसआर फंड का इस्तेमाल कर खाना पहुंचाने का इंतजाम कराया।

प्रियंका और उनके पति सुदर्शन चौधरी भी भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़े रहे हैं।

पिता और पति भी कर रहेंहैं कोरोना सेलड़ाई में प्रियंका का सहयोग
प्रियंका पुणे के एमआईटी कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। कोरोना की इस लड़ाई में उनके पितारामदासमेदनकर और पति सुदर्शन चौधरी भी कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर रहे हैं। उनके पति पास केसोरतापवाड़ी गांव के सरपंच हैं। दोनों अपने गांवके सैनिटाइजेशन से लेकर घर-घर मास्क पहुंचाने का काम कर रहे हैं।

पहले गांव की सफाई की फिर पति ने बांधा था सेहरा
प्रियंका के पति सुदर्शन चौधरी भी भारतीय जनतायुवा मोर्चा से जुड़े हैं। सुदर्शनपीएम मोदी के 'स्वच्छ भारत अभियान' से इस कदर प्रभावित हैं कि उन्होंने शादी की रस्मों में से एक रस्म गांव में सफाई अभियान की रखीथी। प्रियंका बताती हैं किशादी वाले दिन उन्होंने सुबह पहले दो घंटे गांव की सफाई की और फिर दोपहर में सेहरा बांधा था। आज भी वे इस अभियान से जुड़े हुए हैं और हर रविवार को अपने इलाके की सफाई का काम करते हैं।


प्रियंका महाराष्ट्र के सबसे कम उम्र के सरपंचों में से एक हैं। उनके पति भी गांव के सरपंच हैं। उन्होंने पुणे से ही पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरपंचों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। इसमें पुणे की सरपंच प्रियंका रामदास मेदनकर भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री उनके काम से काफी प्रभावित हुए।




india news

कोरोना संक्रमित मां ने वीडियो कॉल के जरिए देखी अपनी बच्ची की पहली झलक, नहीं रोक सकी आंसुओं की धार

यहां कोरोना संक्रमण एक मां और उसकी ममता के बीच में आ गया। मां ने जिस बच्ची को नौ महीने अपने गर्भ में रखा। उसके दुनिया में आने के बाद वह उसकी एक झलक नहीं देख पाई। हालांकि, तकनीक ने मां के दर्द को कुछ कम कर दिया। गुरुवार को जब मां ने वीडियो कॉल के जरिए अपनी बच्ची की पहली झलक देखी तो उसकी आंखों से आंसुओं की धार निकल पड़ी।

यहां चिकलथाना इलाके में स्थित सिविल हॉस्पिटल में एक गर्भवती महिला 16 अप्रैल को भर्ती हुई। महिला मुंबई से आई थी। इसलिए, डॉक्टरों ने उसकी कोरोना जांच की। रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद 18 अप्रैल को महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। क्योंकि, महिला को संक्रमण था, इसलिए तुरंत बच्ची को अलग कर दिया। महिला को कोरोना वार्ड में एडमिट कर दिया गया।

हॉस्पिटल की नर्सों ने की बच्ची की देखभाल
डॉक्टरों ने बच्ची की कोरोना जांच कराई। उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद बच्ची की देखभाल हॉस्पिटल की नर्सों ने की। हॉस्पिटल के सर्जन डॉ. सुंदर कुलकर्णी की महिला की नार्मल डिलीवरी का प्रयास किया गया। लेकिन, शारीरिक जटिलता को देखते हुए उनका ऑपरेशन करना पड़ा। बच्ची के जन्म के बाद पांच दिन बीत चुके थे।महिला ने अपनी बच्ची की झलक तक नहीं देखी थी। वह बार-बार अपनी बच्ची को देखने काकह रही थी।

'पहली झलक पाकर मां की आंखों में आए आंसू'
डॉक्टर कुलकर्णी ने बताया कि इसके बाद मोबाइल से वीडियो कॉल करके मां को बेटी की पहली झलक दिखलाई गई। यह काफी भावुक करने वाला पलथा। कॉल के दौरान मां के भी चेहरे पर मुस्कुराहट दिखाई दी और बच्ची भी खुश दिखी। बच्ची को देख मां अपने आंसू नहीं रोक सकी। यह खुशी के आंसू थे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
तस्वीर औरंगाबाद की है। यहां के सिविल अस्पताल में कोरोना संक्रमित मां ने 18 अप्रैल को स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था। इसके 5 दिन बाद गुरुवार को मां ने वीडियो कॉल के जरिए नवजात को पहली बार देखा। वीडियो कॉल में मां को पहली बार देख मुस्कुराती नजर आई बच्ची, इस दौरान मां आंसू नहीं रोक सकी।




india news

ठाणे में महिला पुलिसकर्मियों ने उतारी लोगों की आरती, पुणे में मॉर्निंग वाक करने वालों की करवाई गई उठक-बैठक

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण विकराल रूप ले चुका है। अब तक राज्य में 232 लोगों की जान जा चुकी है और 4676 संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। मुंबई और पुणे जैसे शहरों को रेड जोन में डालकर सरकार ने यहां कर्फ्यू को प्रभावी ढंग से लागू कर दिया है। इसके बावजूद लोग लगातार कर्फ्यू और लॉक के नियम तोड़ रहे हैं। ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए पुलिसवाले भी अलग-अलग तरह के कदम उठा रहे हैं। कहीं, उनकी आरती उतारी जा रही है, तो कहीं सड़क पर योग करवाया जा रहा है। पुणे में तो मंगलवार को नियम तोड़ने वालों से उठक-बैठक करवाई गई।

ठाणे में महिला पुलिसकर्मियों ने उतारी लोगों की आरती
ठाणे पुलिस लॉकडाउन के दौरान सड़क पर निकल रहे लोगों की पुलिस आरती उतार रही है और उनके सामने ही भजन गा रही है। यहां एक महिला कांस्टेबल ने पहले सड़क पर घूम रहे लोगों को रोका और फिर उनकी आरती उतारी। इस दौरान वहां मौजूद अन्य पुलिसकर्मी भजन गाने लगे. सभी पुलिसकर्मी ताली बजाकर ओम जय जगदीश आरती गाते दिखाई दिए और भगवान से ऐसे लोगों के लिए अक्ल देने की बात कही।

पुणे में पुलिस वालों ने करवाई उठक-बैठक
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कंटेनमेंट जोन घोषित पुणे शहर की सड़कों पर मंगलवार को कुछ लोग मॉर्निंग वाक करते दिखे तो पहले उन्हें पकड़ा गया और बेच सड़क पर योग करवाया गया। इस दौरान पुलिस वालों ने उन्हें लॉकडाउन के नियम भी बताये सजा के तैर पर उठक बैठक भी करवाई।

बारामती में भी पुलिसवालों ने करवाया योग

पुणे से सटे बारामती में भी लॉकडाउन के नियम तोड़ने वालों को सजा देने के लिए पुलिस ने अनूठा तरीका अपनाया है। यहां मॉर्निंग वाक पर निकले लोगों को पकड़कर एक पार्क में घंटों बैठाया गया और पहले योग करवाया गया और फिर सबसे माफ़ी मंगवाई गई।

सोमवार को मिले 101 नए केस
आधिकारिक आंकड़े के अनुसार, पुणे में फिलहाल कोरोना से संक्रमण के कुल 756 केस मिल चुके हैं। सोमवार को पुणे में 101 नए पॉजिटिव केस रिपोर्ट किए गए हैं। वहीं पूरे महाराष्ट्र में सोमवार तक 4666 केस सामने आए हैं। महाराष्ट्र के पुणे और मुंबई शहर यहां कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित जिले बन चुके हैं, जिसे देखते हुए पुणे में 27 अप्रैल तक कर्फ्यू लगाया गया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
ठाणे पुलिस ने कई जगह ऐसे ही लोगों को रोक-रोक कर उनकी आरती उतारी और उन्हें शर्मिंदा किया।




india news

धारावी में कम हुआ कोरोना का प्रकोप, शुक्रवार को मिले सिर्फ 6 केस, सरकार के प्रयासों से हो रही हेल्प

एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी धारावी में कोरोना संक्रमण का कहर थोड़ा कम हुआ है। पछले 24 घंटे में यहां सिर्फ 6 मामले सामने आए हैं। वहीं गुरुवार को यहां पर 25 नए केस पॉजिटिव मिले थे।

2.1 वर्ग किमी के कुल क्षेत्रफल में फैले धारावी में लगभग 5 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। शुक्रवार को धारावी में कोरोना से एक मरीज की मौत हो गई। इस पूरे इलाके में अब तक 220 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं, जबकि 14 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार और बृह्म मुंबई महानगरपालिका(बीएमसी) के अधिकारियों ने धारावी के लिए अगल रणनीति बनाई थी, जिसके बाद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को रोकने में मदद मिल रही है।

धारावी में संक्रमण रोकने के लिए उठाएं ये कदम
एक इंटरव्यू में स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है कि कैसे घनी आबादी में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराएं।बृहन मुंबई महानगरपालिका ने धारावी में कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने और वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए डोर-टू-डोर डिलीवरी के साथ कई उपाय अपनाए हैं। धारावी में हर ​घर में दवाइयां दी जा रही हैं।इसलिए हमने होम क्वारनटीन की जगह अब हाई रिस्क वाले लोगों को संस्थानों में क्वारनटीन करने का फैसला किया है। इसके लिए स्कूल-कॉलेज, होटल या फिर किसी भी संस्थान की आवश्यकता पड़ रही है, हम उसका इंतजाम कर रहे हैं।यहां पर अब तक 50 हजार से अधिक लोगों की जांच की गई है।

स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि इसके साथ ही हम उन क्षेत्रों में जहां सबसे ज्यादा कोरोना मरीज आए हैं, वहां क्वारनटीन किए लोगों को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन देने का निर्णय ले चुके हैं। हम अर्ली डिटेक्शन पर काम कर रहे हैं, क्योंकि कई बार संक्रमण की रिपोर्ट मरीज की गंभीर स्थिति में पहुंचने के बाद आती है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
धारावी में कुछ मरीजों की जांच के लिए पहुंची बीएमसी स्वास्थ्य विभाग की टीम। यहां अब तक 200 से ज्यादा केस सामने आए हैं।




india news

अपने क्षेत्र में क्वारैंटाइन सेंटर बंद करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे भाजपा विधायक समीर मेघे

यहां के एक भाजपा विधायक ने अपने क्षेत्र में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए बने क्वारैंटाइन सेंटर को बंद करने और उसके मरीजों को कहीं और ले जाने की मांग की है। इसको लेकर उन्होंने जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन भी किया है। गौरतलब है कि नागपुर प्रशासन की ओर से गुरुवार 23 अप्रैल सेवाना डोंगरी स्थित एक होस्टल में 126 कोरोना संदिग्ध मरीजों को रखा गया है।

विधायक का आरोप-सरकार ने ढाई लाख लोगों की जाना को खतरे में डाला
हिगना के विधायक समीर मेघे ने कहा कि वानादोंगरी के डॉ. बाबासाहब अंबेडकर सरकारी बाल छात्रावास में खोला गया पृथक वास केंद्र बंद किया जाना चाहिए और उसे अन्यत्र ले जाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "वानादोंगगरी 1208 हेक्टेयर में फैला है और वहां मजदूर एवं छोटे व्यापारी रहते हैं। वहां लोग पहले से ही कोरोना वायरस महामारी के कारण डरे हुए हैं। इस विधानसभा क्षेत्र के 2 से ढाई लाख और वानाडोंगरी परिसर के 50 हजार से ज्यादा लोगों की जान खतरे में डालने का काम सरकार ने किया है। छात्रावास में पृथक- वास केंद्र को तत्काल अन्यत्र ले जाया जाना चाहिए।"

धरने पर बैठने से पहले विधायक समीर मेघे ने जिलाधाकरी को एक ज्ञापन सौंप इसे तत्काल बंद करने की मांग की है।

लॉकडाउन में विधायक समीर मेघे का धरना प्रदर्शन
इन संदिग्धो को यहां से हटाने की मांग को लेकर उन्होंने इस लॉकडाउन के बीच नागपुर जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू किया है। विधायक ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि जिलाधिकारी को उन्होंने निवेदन दिया है और मांग की है कि संदिग्धों को यहां से शिफ्ट किया जाए, जब तक उन्हें यहां से हटाया नही जाता, तब तक वे धरना देंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
विधायक समीर मेघे अपने कुछ समर्थकों के साथ धरने पर बैठे हैं। हालांकि, इस दौरान उन्होंने मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम मानने की बात कही है।




india news

पुलिस का दावा-बांद्रा भीड़ मामले में गिरफ्तार विनय दुबे के खाते में जमा हुए लाखों रुपए, 28 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में है आरोपी

स्थानीय अदालत ने सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने के मामले में आरोपी विनय दुबे को 28 अप्रैल तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। दुबे को पिछले दिनों बांद्रा पश्चिम इलाके में प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन तोड़कर गांव जाने के लिए भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद से ही दुबे पुलिस हिरासत में है।

पुलिस का दावा-खाते में जमा हुए लाखों रुपए

पुलिस ने हिरासत आवेदन में दावा किया था कि अभी भी प्रकरण की जांच जारी है। पुलिस अब दुबे के बैंक खाते से जुड़ी जानकारी खंगाल रही है। क्योंकि पुलिस को दुबे के बैंक खाते में पिछले साल लाखों रुपए जमा होने की जानकारी मिली है।

पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर लाखों रुपए उसके खाते में कहां से आए। दुबे के संबंध में पुलिस की ओर से पेश किए गए हिरासत आवेदन पर गौर करने के बाद अदालत ने उसे 28 अप्रैल तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। गौरतलब है कि दुबे पर सोशल मीडिया के जरिए मजदूरों को गांव जाने के लिए भड़काने का आरोप है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मुंबई में अफवाह फैलाने के आरोप में पुलिस ने विनय दूबे को गिरफ्तार किया है। वह एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ एक प्रदर्शन का भी आयोजन कर चुका है। यह तस्वीर उसी सभा के दौरान की है।




india news

अभिनेत्री उर्वशी रौतेला का फेसबुक अकाउंट हैक हुआ, हैकर ने मांगे पैसे, शिकायत दर्ज

एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला ने अपने फेसबुक अकाउंट के हैक होने की ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाई है। यह जानकारी अभिनेत्री ने अपने ट्वीट कर दी है। उर्वशी ने अपने ट्वीट में लिखा,'मेरा फेसबुक हैक कर लिया गया है, कृपया किसी भी संदेश या पोस्ट का जवाब न दें क्योंकि यह मेरे या मेरी टीम द्वारा नहीं किया गया है।"

उर्वशी रौतेला ने मुंबई पुलिस को भेजी शिकायत में कहा है कि हैकर्स उनसे पैसे भी मांग रहे हैं। पुलिस ने उनके ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा: "हमने आपकी शिकायत साइबर पुलिस स्टेशन को भेज दी है।" उर्वशी रौतेला ने उस समय हैक की बात को महसूस किया जब उनके एकाउंट से कुछ अश्लील सामग्री पोस्ट की गई। उर्वशी रौतेला के फेसबुक पर तकरीबन 1.8 करोड़ फॉलोअर हैं। वहीं, इंस्टाग्राम पर 25 मिलियन फॉलोवर को पार करने वाली वे सबसे कम उम्र की बॉलीवुड सेलिब्रिटी बन गई है।

उर्वशी के ट्वीट पर मुंबई पुलिस का जवाब..

##

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
उर्वशी की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने साइबर सेल को जांच सौंप दी है।




india news

कोरोना संक्रमित मरीज का वीडियो सोशल मीडिया में डालने के आरोप में एक शख्स के खिलाफ केस दर्ज

मुंबई के मुलुंड इलाके में कोविड-19 के एक रोगी का वीडियो सोशल मीडिया पर डालने के लिये एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि आरोपी की पहचान भाविन पारिख (30) के रूप में हुई है।

एक अधिकारी ने कहा, 'मंगलवार की रात एक चिकित्सा टीम कोविड-19 से संक्रमित पाए गए व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराने के लिये उसके घर उसे लेने गई थी। उस दौरान पारिख ने अपने मोबाइल फोन से रोगी का वीडियो बना लिया।'

अधिकारी ने बताया कि इसके बाद पारिख ने वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया। मुलुंड थाने के वरिष्ठ निरीक्षक रवि सरदेसाई ने कहा, 'हमने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर उसका मोबाइल फोन जब्त कर लिया है। उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है।'



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Case filed against a man for putting video of corona infected patient on social media




india news

महाराष्ट्र में रजिस्ट्री ऑफिस में शादी के लिए आने वालों को खुद लाना पड़ेगा पेन, मास्क उतारकर फोटो खिंचवा सकते हैं दूल्हा-दुल्हन

कोरोना काल ने जिंदगी के तरीके बदल दिए हैं। संक्रमण से बचने के लिए सरकार सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर मास्क पहनना अनिवार्य करने तक के नियम बना रही है। इसकड़ी में अबमुंबई के रजिस्ट्रार ऑफिस ने शादी के लिए आने वाले जोड़े को अपनी पेन खुद लेकर आने को कहा गया है। साथ ही,यह भी कहा गया है कि शादी के दौरान सिर्फ पांच लोग ही मौजूद रहेंगे। इनमें जोड़ा और उनके साथ आने वाले गवाह ही रहेंगे।

फोटो क्लिक करने के दौरान मास्क उतारने की मंजूरी

मैरिज रजिस्ट्रेशन के नए नियम महाराष्ट्र सरकार की तरफ सेजारी किए गए हैं। इसमें यह भीस्पष्ट किया गया है किलॉकडाउन खत्म होने के बाद ही मैरिज रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। नए नियम में नवविवाहित जोड़ों को फोटो क्लिक कराने के लिए चेहरे से कुछ देर के लिए अपना मास्क उतारने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा एक होमगार्ड वहां मौजूद होगा जो कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराएगा।

हेल्थ स्टाफ के लिए भी नए नियम
इसी तरह दूसरी एजेंसियां भी लॉकडाउन के बाद नए नियमों पर विचार कर रही हैं। केंद्र सरकार की एडवाइजरी नेहेल्थ स्टाफ को पोस्ट लॉकडाउन नियमों की एक लिस्ट जारी की है। इसके अनुसार, घर में घुसने से पहले अपने परिजनों को कॉल कर दें ताकि वे गेट खुला रखें। दरवाजे को न छुएं, अपने हाथों वॉलेट और चाबी को भीसैनिटाइज करें।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मैरिज रजिस्ट्रेशन के नए नियम महाराष्ट्र में इंस्पेक्टर जनरल ऑफ रजिस्ट्रेशन एंड कंट्रोलर ऑफ स्टांप कार्यालय द्वारा जारी किए गए हैं। हालांकि, इसमें यह भी स्पष्ट किया गया है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद ही रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे।




india news

मुंबई में कोरोना संक्रमण से पुलिस कांस्टेबल की मौत, राज्य में कुल 96 पुलिसकर्मी संक्रमित

शनिवार को कोरोना संक्रमण से एक 57 वर्षीय पुलिस कांस्टेबल की मौत हुई है। कोरोना संक्रमण से पुलिस विभाग से जुड़े किसी कर्मचारी की महाराष्ट्र में पहली मौत है। वर्ली नाका इलाके में रहने वाले मृतक कांस्टेबल मुंबई के वकोला इलाके में पोस्टेड थे। यह मुंबई के एचई ईस्ट वार्ड में आता है, जहां सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज हैं। कांस्टेबल अपने पीछे पत्नी और दो बच्चे को छोड़ कर इस दुनिया को अलविदा कह गए।

महाराष्ट्र में 96 पुलिसकर्मियों में कोरोना संक्रमण
महाराष्ट्र में लॉकडाउन की अवधि के दौरान शनिवार तक कुल 96 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें 15 पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, '' महाराष्ट्र में अब तक 15 पुलिस अधिकारियों समेत कुल 96 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।''

अधिकारी ने कहा कि इनमें से तीन पुलिस अधिकारियों और चार पुलिसकर्मियों को स्वास्थ्य में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कोरोना संक्रमण से पुलिस विभाग से जुड़े किसी कर्मचारी की महाराष्ट्र में पहली मौत है।




india news

राज्य में कोरोना की जांच और इलाज मुफ्त; 24 घंटे में 811 कोरोना पॉजिटिव मिले, 22 की मौत, 22 मार्च से अब तक 69374 मामले दर्ज

महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 811 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, इनमें से 602 मरीज सिर्फ मुंबई में ही मिले हैं। महाराष्ट्र में शनिवार को 22 संक्रमित मरीजों की मौत हुई, इनमें 13 मुंबई के हैं। महाराष्ट्र में कुल मरीजों की संख्या 7628 और मृतकों की संख्या 232 हो गई है। इनमें मुंबई में 5049 संक्रमित हैं, जबकि यहां 191 की मौत हो चुकी है।महाराष्ट्र में शनिवार को मृत 22 मरीजों में से 13 मुंबई के, चार पुणे के, एक मालेगांव, एक पुणे ग्रामीण, एक पिंपरी चिंचवड़, एक धुले और एक सोलापुर से है। मृतकों में 16 पुरुष और 6 महिलाएं शामिल हैं। 13 मरीजों को डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, टीवी डिटेक्ट हुआ है।

22 मार्च से अब तक 69374 मामले दर्ज
महाराष्ट्र पुलिस ने 22 मार्च से अब तक 69374 मामले लॉकडाउन के उल्लंघन के दर्ज किया है, जबकि 477 लोगों को पुलिस वालों पर हमले के मामलों में गिरफ्तार किया गया है। राज्य पुलिस का कहना है- 22 मार्च से अब तक 14,955 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, बंद के दौरान प्रतिबंधों के उल्लंघन के लिए 47,168 वाहनों का चालान किया गया है।

महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में कोरोना की टेस्टिंग और इलाज मुफ्त कर दिया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख ने लातूर मेंशुक्रवार शाम को यह ऐलान किया। उन्होंने बताया कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों, डेंटल कॉलेजों और इनसे जुड़े अस्पतालों में कोरोना से संबंधित सभी जांच और इलाज मुफ्त में किया जाएगा। उधर, सरकार ने रामजान के दौरान मुस्लिम बहुल इलाकों में ड्रोन से निगरानी करने के आदेश भी जारी किए। वहीं, नवी मुंबई में लॉकडाउन के दौरान बेवजह घर से बाहर घूमने वालों को छह महीने की सजा होगी।

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मरीजों में लगातार इजाफा हो रहा है। शुक्रवार को 394 नए केस आए। इसके साथ राज्य में मरीजों की संख्या 6817 हो गई है। वहीं, शुक्रवार को 18 लोगों की मौत हुई। अब तक 301 लोगों की जान जा चुकी है।

एक दिन में 117 मरीज ठीक हुए
महाराष्ट्र में शुक्रवार को 117 संक्रमित मरीज ठीक होकर घर गए। राज्य में ठीक होने वाले संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 957 हो गई है। शुक्रवार को संक्रमण के कारण माए गए 18 लोगों में से मुंबई के 11, पुणे के पांच और मालेगांव के दो हैं। इनमें 12 पुरुष और 6 महिलाएं हैं। 18 में से 12 मरीजों में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और किडनी की समस्या थी। महाराष्ट्र में आज कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर 4.4 प्रतिशत तक पहुंच गई है।

मंत्री ने कहा- ज्यादा पैसे खर्च होने के डर से लोग बीमारी छिपा रहे
चिकित्सा शिक्षा मंत्री देशमुख ने कहा, 'कोरोना के मरीजों को आसानी से इलाज उपलब्ध हो सके और इलाज के लिए ज्यादा से ज्यादा संक्रमित मरीज खुद सामने आएं, इसके लिए यह मुफ्त इलाज का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा, 'कई मरीज सिर्फ इसलिए सामने नहीं आ रहे हैं, क्योंकि उन्हें ऐसा लग रहा है कि इसके इलाज पर बहुत पैसा खर्च करना पड़ सकता है। सरकार के इस फैसले से मरीजों की यह दुविधा खत्म हो जाएगी।

रमजान के महीने में ड्रोन से होगी निगरानी
लॉकडाउन के बीच शनिवार से रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया है। इस दौरान लोगों की भीड़ एक जगह जमा न हो इसलिए मुस्लिम बहुल इलाकों की ड्रोन से निगरानी करने का फैसला किया गया है। मुंबई पुलिस उस खबर को सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि रमजान के महीने में पुलिस ने दोपहर 12 से तीन बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति दी है। मुंबई पुलिस प्रवक्ता प्रणय अशोक ने कहा कि मुंबई पुलिस ने इस तरह का कोई भी आदेश नहीं निकाला है।

यह तस्वीर धारावी की है। रमजान महीने के पहले शुक्रवार लोगों ने बाजार से जरूरी समान खरीदा। यहां अब तक 200 से ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं।
जरूरी सामानों की आपूर्ति और सरकारी कर्मचारियों को ऑफिस पहुंचाने के लिए बेस्ट की बसों की सेवाएं ली जा रही हैं। एहतियात के तौर रोज बसों और उनके कर्मचारियों को सैनिटाइज किया जाता है।

नवी मुंबई: बाहर घूमने वालों को होगी 6 महीने की जेल

  • नवी मुंबई में पुलिस और प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। बेवजह घरों के बाहर घूमने वालों और घरों की छतों पर इकट्ठे हो रहे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूरे शहर की निगरानी 16 ड्रोन कैमरों से की जा रही है।
  • लोगों पर कार्रवाई के लिए एक स्पेशल दस्ता गठित किया गया है। इसमें एक पुलिस निरीक्षक, तीन पुलिस कर्मचारी और 15 ड्रोन ऑपरेटर शामिल हैं। दोषी व्यक्तियों को 6 महीने तक की जेल अथवा 1000 रुपए के आर्थिक दंड अथवा दोनों सजा एक साथ भुगतनी पड़ सकती है। अभी तक पुलिस ने 10 आरोपियों और 14 सोसायटियों के विरुद्ध मामला दर्ज भी कर चुकी है।
मुंबई में एक शख्स अपने घर की खिड़की से एक बाज को दाना खिलाता हुआ।

सभी प्राइवेट क्लीनिक फिर से शुरू होंगे

कोरोनावायरस के कारण दूसरी बीमारियों से जूझने वाले मरीजों कोमुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में बीएमसी स्वास्थ्य विभाग ने महनागर के सभी निजी क्लीनिक को फिर से खोलने का निर्देश दिया है। इन्हें कुछ दिन पहले डॉक्टरों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद बंद कर दिया गया था। फिर से क्लीनिक शुरू करने वालों को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क सहित दूसरी जरूरी नियमों का पालन करना होगा।

मुंबई मेंकई इलाकों में हार्ड लॉकडाउन लगा है। इस वजह किराना दुकानों को भी सिर्फ एक से दो घंटे खोलने की मंजूरी दी गई है।

जेलों में बंद 7 हजार कैदियों की पैरोल पर रिहाई होगी
राज्य की विभिन्न जेलों में कैद लगभग 7 हजार कैदियों की पेरोल पर रिहाई जल्द होगी। बॉम्बे हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिए हैं कि वह उन कैदियों और विचाराधीन कैदियों की रिहाई की प्रक्रिया तेज करे, जिन्हें वैश्विक महामारी के चलते अंतरिम जमानत अथवा पैरोल पर अस्थाई रूप से रिहा करने के लिए चिह्नित किया गया है।

मुंबई पुलिस की एक टीम ने शुक्रवार को मीनार मस्जिद इलाके में पैदल मार्च किया है। शहर के कई इलाकों की ड्रोन से निगरानी हो रही है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यह तस्वीर मुंबई की। शनिवार से रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया है, जिसे देखते हुए सुरक्षा और पुख्ता की गई है। पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान लगाने के लिए फेस शील्ड दी गई।




india news

रमजान के लिए विदेशों से मुंबई आते हैं लोग, मोहम्मद अली रोड कहलाती है इफ्तार पैराडाइज, लेकिन इस बार न सहरी न दावतें बस सन्नाटा

दुआओं, इबादत और बरकतों का महीना रमज़ान जैसा इस दफा है वैसा न कभी किसी ने देखा न सोचा। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सहरी, इफ्तारी, दावतें और नमाज़ ए तरावीह के बाद कि वे महफिलें लॉकडाउन के चलते सन्नाटे में हैं। मुंबई के मुस्लिम इलाकों में मोहम्मद अली रोड एक ऐसी जगह है जहां रमज़ान के चलते विदेशों तक से लोग आते रहे हैं।


लज़ीज़ पकवानों की महक गैर मुस्लिमों को भी यहां की संकरी गलियों में ले आती है। लेकिन इन दिनों रात भर जश्न और रौशनी में नहाए मुस्लिम इलाकों में सन्नाटा पसरा है। इस दफा न तो लड़ियां हैं और न ही चमकीली झालरें। एक अनुमान के अनुसार लॉकडाउन के चलते रमज़ान के दिनों में मुंबई में हर दिन 200 करोड़ के कारोबार का नुकसान हो रहा है।

मुस्लिम इकॉनमी के जानकार और हलाल अथॉरिटी बोर्ड के महासचिव दानिश रियाज़ बताते हैं कि भिंडी बाज़ार, जावेरी बाज़ार से मांडवी तक लगभग पांच किलोमीटर का पैच है, जहां हर दिन 100 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। इतने से इलाके में रिटेल की लगभग तमाम दुकानें मुसलमानों की हैं। इनमें इत्र, मिठाई, बेकरी, मेवा, होटल, गारमेंट और टूअर एंड ट्रेवल का बिज़नेस शामिल है। रमज़ान के चलते अरब देशों से भी व्यापारी यहां आया करते हैं और यहां के होटल उनसे ठसाठस भरे रहते हैं। वे लोग यहां रमज़ान के महीने में बिज़नेस करने आते रहे हैं।

फिर मिनारा मस्जिद वाली गली में ऐसे ऐसे पकवान बनते हैं जिनका ज़ायका विदेशों तक मशहूर है। खाऊ गली खास पकवानों के लिए दुनिया में मशहूर है। नान खताई, अफलातून और यहां के ज़ायकों की दुनिया दीवानी है। फल भी आम दिनों की बजाय इन दिनों महंगे मिलते हैं। इन सब को मिला कर देखा जाए तो रमज़ान में हर दिन 200 करोड़ रुपये का कारोबार होता है जो कि लॉकडाउन के चलते ठप्प हो गया है।

ये तस्वीर मुंबई की हाजी अली दरगाह की है। मुंबई में अब तक साढ़े चार हजार से ज्यादा पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। यह शहर देश के कोरोना हॉट स्पॉट में से एक है।

रमज़ान तो है लेकिन रौनकें नहीं होंगी
सांताक्रूज़ में रहने वाले 63 वर्षीय सलीम खान बताते हैं कि सांताक्रूज़ में ही जन्मे, पले बड़े हुए। हमेशा से देखते आए हैं कि इफ्तार के बाद लोग बड़ी तादाद में खाने के लिए निकलते हैं। वह बताते हैं कि मोहम्मद अली रोड को इफ्तार पैराडाइज़ भी कहा जाता है। शवार्मा, कबाब, मुगलई चिकन सूप, मालपुए-रबड़ी, मावा जलेबी, फिरनी, नल्ली निहारी, बिरयानी, बैदा रोटी खाने के लिए उनके साथ उनके गैर मुस्लिम दोस्त भी जाते हैं।

सलीम खान के अनुसार, जिनसे सालभर मिलना नहीं हो पाता, रमज़ान में हम उनसे मिलते हैं। इफ्तार की दावतों पर एक दूसरे के यहां जाते हैं। दावतें होती हैं। लॉकडाउन की वजह से रमज़ान के महीने का वो सामाजिक- सांस्कृतिक तानाबाना पूरी तरह टूट गया है। सलीम खान के अनुसार रमज़ान में दो-चार दावतें तो हर वर्ग के मुसलमान के घर रहती ही थीं। सामाजिक-राजनीतिक स्तर पर इफ्तार पार्टियों का आयोजन होता था। जो इस दफा नहीं होगा। सलीम खान के अनुसार, रमज़ान तो है लेकिन रौनक नहीं। और चारों ओर हालात भी ऐसे हैं कि मन बहुत अच्छा भी नहीं है।

तरावीह के बाद की महफिलों का लुत्फ नहीं होगा
मुंबई में मोहम्मद अली रोड के अलावा जोगेश्वरी, मीरा रोड, मिल्लत नगर, कुर्ला, बांद्रा ईस्ट-वेस्ट, वाशी, नेरुल, मुंबरा, भाइकल्लां, मालवानी भी मुस्लिम बहुल इलाके हैं। सभी का यही हाल है। मिल्ली काउंसिंल मुंबई के अध्यक्ष राशिद अज़ीम बताते हैं कि मुबई में नमाज़ ए तरावीह के बाद महफिलों का दौर होता है। चाय पर चाय चलती है। तरावीह की नमाज़ के बाद की महफिल का लुत्फ नहीं होगा इस बार।


अज़ीम के अनुसार मस्जिदों में एक साथ इबादत, सजदा करने में जो मज़ा है, एक साथ रोजा खोलने में जो मज़ा है, वो नहीं होगा इस दफा। रमज़ान में मस्जिदों में नमाज़ियों की तादाद दोगुनी हो जाती है। घर में महिलाओं की महफिल भी रहती हैं। दुआएं हो रही होती हैं, नमाज़ें हो रही होती हैं। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के चलते इस दफा ऐसा कुछ नहीं होगा।

तस्वीर मुंबई के एक मुस्लिम परिवार की है, जिसने रमजान के पहले दिन घर पर ही इफ्तारी की। मुंबई पुलिस ने भी वीडियो जारी कर लोगों से अपील की है कि वह रमजान के दौरान किसी भी परंपरा के लिए इकट्ठा न हो और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

इबादत का मौक़ा ज्यादा मिलेगा
कुछ लोग लॉकडाउन में भी सकारात्मक रवैया अपनाए हुए हैं। कुर्ला के रहने वाले असलम गाज़ी बताते हैं कि पहले सारा दिन भर दफ्तर में निकल जाता था। शाम में इफ्तारी और फिर ईशा की नमाज़ के बाद बाज़ार। चहल-पहल और दावतों का दौर ही चलता रहता था, लेकिन इस दफा घर में सारा दिन क़ुरान पढ़ने और दुआएं करने का वक्त मिलेगा। सारा दिन परिवार के साथ इबादत में गुज़ारेंगे। बच्चों को रस्मों रवायतें बताएंगे।

असलम गाज़ी के अनुसार हालांकि महाराष्ट्र सरकार ने सहरी के वक्त से लेकर 12 बजे तक दुकाने खोलने की इजाज़त दी है लेकिन रोज़े के वक्त कौन कितनी खरीदारी कर पाएगा, पता नहीं। गरीबों के हालात सोच सकते हैं कि कैसे होंगे क्योंकि ठीक-ठाक आर्थिक स्थिति वाले लोग भी इस बार खरीदारी सोच समझ कर कर रहे हैं। कारोबार बंद है,बिज़नेस ठप हैं। कैश नहीं है। दुआ है कि ईद तक लॉकडाउन खुल जाए।

कई सौ साल पुराना सामाजिक तानाबाना उधड़ा
मुंबई में बाकी शहरों की तरह इफ्तार पार्टी तो रहती ही है लेकिन बीते कई सालों से यहां सहरी पार्टी भी होने लगी थी। भाजपा के नेताओं ने इसकी शुरूआत की थी और ज्यादातर भाजपा के नेता सहरी पार्टी ही करते थे। सहरी-इफ्तारी में हिंदु-मुस्लिम दोनों बराबर शरीक होते हैं। यह आयोजन एक तरह से समाज को और मज़बूत करते थे। इस लॉकडाउन में रमज़ान की वजह से होने वाले वो सामाजिक ताना बाना उधड़ गया, जो कई सौ सालों से मज़बूत बुना हुआ था।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
250 साल में पहली बार मोहम्मद अली रोड़ की दुकानें बंद रहेंगी,जो खानेपीने के शौकीनों के लिए मक्का है।ये इलाका 1993 के बम ब्लास्ट के बाद भी खुला रहा था।




india news

पूछताछ से लगातार बच रहे डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वाधवान को सीबीआई ने हिरासत में लिया

डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वाधवान को सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है। उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया चल रही है। रविवार को महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्हें सतारा से मुंबई लाया जा रहा है। सीबीआई की मांग पर सतारा पुलिस ने सीबीआई को पूरा सहयोग दिया। इससे पहले 22 अप्रैल को गृहमंत्री ने कहा था कि वाधवान समूह के लोगों का क्वारैंटाइन का समय खत्म हो रहा है। सीबीआई और ईडी ने हमसे उनकी हिरासत की मांग की थी। हमने मंजूरी दे दी है।

लॉकडाउन तोड़ने को लेकर चर्चा में आया था वाधवान परिवार

कोरोना संकट के चलते लॉकडाउन के दौरान वाधवान परिवार तब चर्चा में आया था, जब महाबलेश्वर तक जाने के लिए गृह विभाग के प्रधान सचिव (विशेष) आईपीएस अमिताभ गुप्ता ने इमरजेंसी पास जारी करवाया था। इसी पास की मदद से सीबीआई और ईडी से बचने के लिए खंडाला में छिपे वाधवान परिवार के 21 लोग के साथ 5 गाड़ियों में 8 अप्रैल को महाबलेश्वर स्थित अपने फार्महाउस जा रहे थे। यहां पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। लापरवाही के मामले में आईपीएस गुप्ता को अनिवार्य छुट्टी पर भेजा गया है। परिवार के खिलाफ लॉकडाउन तोड़ने पर केस दर्ज किया। सभी लोग एक बिल्डिंग में क्वारैंटाइन कर दिए गए थे।

पहले भी वाधवान बंधु सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए
जांच में सामने आया कि वाधवान बंधुओं ने कोरोनावायरस को अपनी ढाल बनाकर ईडी और सीबीआई से बचने का प्रयास किया था। यस बैंक धोखाधड़ी मामले में उन्हें सीबीआई ने 7 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वे नहीं गए। सीबीआई के सामने पेश नहीं होने पर उनके खिलाफ स्थानीय अदालत ने गैर-जमानती वारंट जारी किया था। जांच एजेंसियों से बचने के लिए वे मुंबई से बाहर भाग निकले। पूरा परिवार पिछले कई दिनों से खंडाला के एक गेस्टहाउस में छिपा हुआ था। लॉकडाउन के बाद से गेस्टहाउस का संचालक इन पर लगातार कमरे खाली करने का दबाव बना रहा था। इसके बाद ये लोग 8 अप्रैल को अमिताभ गुप्ता के पत्र को लेकर महाबलेश्वर की ओर निकले। सातारा पुलिस ने उन्हें महाबलेश्वर से कुछ किलोमीटर पहले पकड़ लिया।

आईपीएस गुप्ता ने वाधवान परिवार को पारिवारिक मित्र बताया था

अमिताभ गुप्ता ने वाधवान परिवार के लिए जारी पास में लिखा था- ‘‘निम्नलिखित (व्यक्तियों) को मैं अच्छी तरह से जानता हूं, क्योंकि वे मेरे पारिवारिक मित्र हैं और परिवार में इमरजेंसी के कारण वह पुणे के खंडाला से सातारा के महाबलेश्वर तक की यात्रा कर रहे हैं। इन्हें गंतव्य तक पहुंचने में सहयोग किया जाए।’’ इस पत्र में वाधवान परिवार के 5 वाहनों की डिटेल भी दी गई थी। हालांकि उनके इस कदम से मुख्यमंत्री ठाकरे नाराज हो गए। गुप्ता को अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया। भाजपा समेत विपक्षी दलों ने भी इस मामले पर उद्धव सरकार को घेरा था।

वाधवान परिवार के पड़ोसी हैं गुप्ता
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी अमिताभ गुप्ता एडीजी रैंक के अफसर हैं। उन्होंने ही अभिनेता शाइनी आहूजा को नौकरानी के साथ दुष्कर्म केस में गिरफ्तार किया था। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले 51 साल के गुप्ता इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक हैं और वर्तमान में मुंबई के बांद्रा में वाधवान परिवार के पड़ोस में रहते हैं।

क्या है डीएचएफएल घोटाला
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के प्रमोटरों ने 31 हजार करोड़ रुपए का घोटाला किया। डीएचएफएल ने शेल कंपनियों को लोन-एडवांस देने और दूसरे गलत तरीकों से सार्वजनिक पैसों का अपने लिए इस्तेमाल किया। आरोप यह भी है कि डीएचएफएल के प्रमोटरों ने संदिग्ध कंपनियों के जरिए पैसा जमा किया और इसे विदेशी संपत्ति हासिल करने के लिए भारत के बाहर भेज दिया। इस मामले पर ईडी ने डीएचएफएल और इससे जुड़ी कंपनियों के 12 ठिकानों पर पिछले दिनों छापेमारी भी की थी। हालांकि, डीएचएफएल इन आरोपों से इनकार करता रहा है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वाधवान (तस्वीर में) और धीरज वाधवान ईडी और सीबीआई से बचने का प्रयास कर रहे थे। लॉकडाउन के दौरान इमरजेंसी पास बनवाकर महाबलेश्चर जा रहे थे, इसी दौरान सतारा में पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया था।




india news

आज संक्रमण से 19 की मौत; उद्धव ठाकरे ने कहा- ट्रेनें नहीं चलेंगी, लेकिन मजदूरों को घर भेजने का रास्ता निकाल रहे हैं

महाराष्ट्र में संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। रविवार को संक्रमण के चलते 19 लोगों की मौत हुई। इनमें मुंबई में 12, पुणे में तीन, जलगांव से दो, सोलापुर और लातूर में एक-एक की जान गई। मृतकों में 17 की उम्र 40 साल से ज्यादाथी जबकि दो की उम्र 40 साल से कम थी। 11 मृतकों को डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग जैसी बीमारियां थीं, जबकि आठ मृतकों की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कुछ नहीं बताया गया। राज्य में अब तक संक्रमण से 342 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, रविवार को राज्य में संक्रमण के 440 नए केस सामने आए।

उद्धव ठाकरे ने कहा- मजदूरों को घर भेजने का रास्ता निकाल रहे हैं

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को बताया कि हम प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने का हरसंभव रास्ता निकाल रहे हैं। इसके लिए हम केंद्र से बात कर रहे हैं। एक बात साफ है कि ट्रेनें नहीं चलेंगी। हम नहीं चाहते कि भीड़ जमा हो। नहीं तो लॉकडाउन को आगे बढ़ाना पड़ेगा। ठाकरे ने बताया कि हमें इस बातका दुख है कि इस लड़ाई में हमारे दो पुलिसकर्मियों की जान चली गई। हम उनके परिवार की सरकार की नीतियों के तहत मदद करेंगे।

दरअसल, पिछले दिनों मुंबई के बांद्रा में हजारों की तादाद में मजदूर जमा हो गए थे। इनकी मांग की थी उन्हें अपने-अपने गृह राज्य जाने दिया जाए।हालांकि, पुलिस का कहना था कि यह एक अफवाह की वजह से हुआ था।मुंबई समेत राज्य के दूसरे इलाकों से भी मजदूर घर जाने की मांग कर रहे हैं। इस बीच, कई मजदूर और कामगारों की महाराष्ट्र से अपने राज्य जाने की खबरेंभी आ रही हैं।

80% मरीज ऐसे हैं, जिनके लक्षण सामने ही नहीं आए:ठाकरे

ठाकरे ने बताया, 'राज्य में 80% मरीज ऐसे हैं, जिनके लक्षण सामने ही नहीं आए। उन्हें संक्रमण का पता नहीं चला। 20% को कोरोना के हल्के, गंभीर और अतिगंभीर लक्षण हैं। हमारी कोशिश है कि ये सभी जल्द स्वस्थ हो जाएं। जो लोग अपनी बीमारी को छिपा रहे और टेस्ट नहीं करा रहे हैं, उनसे भी अपील है कि लक्षण दिखने पर जांच कराएं।'

मुंबई मेंसंक्रमितोंकी संख्या 100 गुना से ज्यादा बढ़ी

महाराष्ट्र में कोरोनालगातार बढ़ता जा रहा है।लॉकडाउन के एक महीने मेंमुंबई मेंसंक्रमितोंकी संख्या 100 गुना से ज्यादा बढ़ी है। 25 मार्च को सिर्फ 43 मरीजथे और2 लोगों की मौत हुई थी। एक महीने बाद यह तादाद4,589 हो गई, जबकि मौतों की संख्या 179 तक जा पहुंची। देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने की यह सबसे तेज रफ्तार है।

लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन और पुणे संभाग में लॉकडाउन 18 मई तक बढ़ाया जा सकता है। इसके संकेत राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने शनिवार शाम कोकहा, 'कोरोना का संक्रमण बढ़ने से रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है। यदि यह कम नहीं होता है तो लॉकडाउन बढ़ाने के अलावा कोई चारा नहीं है। जरूरत पड़ीतो 3 मई के बाद मुंबई-पुणे के कंटेनमेंट जोन में 15 दिनका और लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा।'

बंद प्राइवेट नर्सिंग होम और हॉस्पिटल पर होगी कार्रवाई
बृह्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) कमिश्नर प्रवीण परदेशी ने कहा है कि यदि बार-बार निर्देश के बावजूद मुंबई में नर्सिंग होम आम मरीजों के लिए नहीं खोले जाते हैं, तो उनके लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे। अगर प्राइवेट हॉस्पिटलके डॉक्टर्स काम पर न आएंतो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

मुंबई के एक कंटेनमेंट जोन को सैनिटाइज करते दमकल विभाग के कर्मचारी। शहर में अब तक 4 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।

कोरोनाअपडेट्स

  • मुंबई में53 पत्रकार भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अब अच्छी खबर यह है कि इनमें से 31 पत्रकारों की दूसरी रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है, जिसके बाद सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया है। हालांकि, इन सभी को 14 दिन तक क्वारैंटाइन में रहने की सलाह दी गई है।
  • मुंबई में पुलिस के 52 वर्षीय हेड कांस्टेबल की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। मुंबई पुलिस ने ट्वीट में बताया कि पीड़ित कई दिन से इस संक्रमण से जूझ रहा था। महाराष्ट्र में संक्रमण के कारण किसी पुलिसकर्मी की मौत का यह दूसरा मामला है। इससे पहले, शनिवार को 57 वर्षीय कांस्टेबल की संक्रमण के कारण मौत हुई थी।
  • पुणे में शनिवार को कोरोना के 90 और मामले सामने आए।5लोगों की मौत हो गई। शहर में कुल 1184 संक्रमित हो गए, जबकि73 लोगों की मौत हो चुकी।
  • मुंबई:सबसे बड़े स्लम धारावी में कोरोनावायरस का कहर जारी है। पिछले 24 घंटेमें यहां 21 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। यहां संक्रमितों का आंकड़ा 241 हो गया है। धारावी में कोरोनावायरस के संक्रमण से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है।

महाराष्ट्रभाजपा ने शुरू कीकोविड-19 हेल्पलाइन

पूर्व मुख्यमंत्रीदेवेंद्र फडणवीस ने भारतीय जनता पार्टी की कोविड-19 हेल्पलाइन की शुरुआत की। इस हेल्पलाइन से लोगों को महानगरपालिका द्वारा नामित कोविड डॉक्टर, क्वारैंटाइन सेंटर, कोविड के लिए आरक्षित हॉस्पिटल, नॉन कोविड हॉस्पिटल, नॉन कोविड जनरल क्लिनिक, पुलिस स्टेशन, राशन शॉप, मंत्रालय कंट्रोल रूम, वार्ड कंट्रेल रूम, हेल्थ ऑफिसर औरएंबुलेंस से संबंधित सहायता, सुविधा औरसेवाओं के बारे में आवश्यक जानकारी मिलेगी।

महाराष्ट्र के रत्नागिरी में बच्चा कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर वापस घर गया। उसे विदाई देने के लिए हॉस्पिटल का पूरा स्टाफ फूल लेकर पहुंचा था।
अमरावती में पुलिस मुख्यालय पर काम शुरू करने से पहले सभी कर्मचारी हर दिन योग करते हैं। शनिवार को इस कार्यक्रम में बाल कल्याण मंत्री यशोमती ठाकुर भी शामिल हुईं।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यह तस्वीर मुंबई की है। हेल्थ वर्कर्स घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रहे हैं। शहर में संक्रमितों की संख्या चार हजार से ज्यादा हो गई है।




india news

डॉक्टर, अफसर हों या गरीब, सब को रोज खाना खिला रहे हैं शिशिर, कराची की रहने वाली मुंबई की बहू गरीबों को दे रही खाना

मनीषा भल्ला.अंधेरी के रहने वाले शिशिर जोशी ने 1700 डॉक्टरों को खाना पहुंचाने से शुरुआत की थी। मांग बढ़ी तो महाराष्ट्र सरकार के दफ्तरों और मंत्रालयों तक पहुंच गई। आज वे कर्मचारियों और अफसरों के लिए भी खाना पहुंचा रहे हैं। उनकी मुहिम का नाम है- खाना चाहिए। खाने में दिया जाता है-खिचड़ी, केला और बिस्किट का पैकेट। शहर के छह अलग-अलग सेंटर्स पर खाना तैयार किया जा रहा है। उनके साथ 2,000 वाॅलेंटियर भी काम कर रहे हैं। क्राउड फंडिंग से इसका खर्च जुटाया जा रहा है।

प्रोजेक्ट मुंबई संस्था के सीईओ शिशिर ने भास्कर को बताया कि डॉक्टरों के लिए खाना पहुंचाने के लिए फिल्म प्रोड्यूसर राॅनी स्क्रूवाला ने खर्च उठा रहे हैं। हम केईएम, कामा, जेजे, सायन और सेंट जॉन्स अस्पतालों में खाना पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा वेस्टर्न हाइवे के 25 किलोमीटर क्षेत्र मंे रहने वाले गरीब लोगों के लिए भी भोजन के पैकेट भेज रहे हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि मदद देने वालों के हाथ बहुत बड़े हैं। फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई लोगों ने मदद की है। कई लोगों ने अपने हाेटल-रेस्त्रां दे दिए हैं, जहां खाना तैयार हो रहा है। खाने के अलावा कुछ लोग ग्रॉसरी की मांग कर रहे हैं, तो हम उन्हें राशन भी दे रहे हैं। शिशिर आज हम लगभग 70 हजार लोगों को रोजाना भोजन मुहैया करवा रहे हैं।

150 लोगों के भोजन से शुरुआत, अब 64 रसोई

पाकिस्तान के कराची की रहने वाली और मुंबई की बहू निखत अशरफ मोहम्मदी का आजकल दिन-रात बराबर है। वे लाइफ कोच और इंवेस्टमेंट एडवाइजर हैं। उनके पति अशरफ मोहम्मदी भी फाइनेंशियल एडवाइजर हैं और लाॅकडाउन के कारण इन दिनों से पुणे में फंसे हैं। निखत बताती हैं कि लॉकडाउन के कुछ दिन बाद सामान लेकर क्राफ्ट मार्केट स्थित घर लौट रही थी तो मैंने एक बच्चे से पूछा कि खाना खाया है? उसने जवाब दिया कि 24 घंटे से नहीं खाया है।

मैंने पूछा कि तुम कितने लोग हो, तो उसने कहा- करीब 150। बस, तभी से उन सभी के लिए खाना बनवाने लगी। आस-पास के लोग काे पता चला तो वे भी मदद करने लगे। कुछ दिनों में ही 3500 लोगों के लिए दाल-पुलाव या सब्जी-पुलाव जाने लगा। और लोग भी जुड़ते गए। कोई कहता है- दस हजार रुपए मेरी तरफ से लो, तो कोई 2000 रुपए की मदद करता है। ऐसे ही कारवां बढ़ा, तो खाना बनाने का काम कैटरर को दे दिया। आज मोहम्मद अली रोड, भिंडी बाजार, मलाड, बांद्रा, जोगेश्वरी तक खाना जा रहा है। इसके लिए दो टेम्पो रखे हैं। अब 64 जगहों पर रसोई बनाई है, जहां खाना बनता है। इस काम के लिए लोगों ने तिजोरियां खोल दी हैं। दान देने वालों में हिंदू-मुस्लिम सब हैं और खाने वालों में भी हर प्रदेश और धर्म के लोग हैं। अब सब मिलकर रोजाना करीब 60 हजार लोगों को खाना दे रहे हैं। टारगेट 5 लाख को रोज खिलाने का है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
शिशिर जोशी और निखत अशरफ मोहम्मदी​​​​​​​ अपने-अपने स्तर पर जरुरतमंद लोगों तक खाना पहुंचा रहे हैं।




india news

केंद्रीय मंत्री ने कहा- लोगों में शराब पीने की आदत खत्म हो रही, इससे महिलाएं भी खुश हैं; इसलिए दुकानों को न खोला जाए

केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री औरआरपीआईअध्यक्ष रामदास आठवले ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से शराब की दुकानों को शुरू करने के लिए अनुमति नहीं देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा,'मुझे विश्वास है कि मुख्यमंत्री मेरी मांग को मानेंगे।' आठवले ने कहा- मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य सरकार का राजस्व बढ़ाने के लिए शराब की दुकानें खोलने की मांग की है। लेकिन लॉकडाउन के दौरान शराब पीने वालों की शराब छूट गई है।

आठवले ने कहा- 'खुश हैं घर की महिलाएं'
आठवाले ने कहा, 'शराब की दुकानें बंद होने के कारण लोगों को शराब नहीं मिल पा रही है। इससे लोग शराब नहीं पी रहे हैं। इससे घर-घर की महिलाएं बहुत खुश हैं कि उनके पति ने शराब छोड़ दी है। अगर शराब की दुकानें शुरू होंगी तो फिर से लोग शराब पानी शुरू कर देंगे। उन्होंने यह भी कहा किशराब के आबकारी शुल्क से मिलने वाले राजस्व के आधार पर शराब की दुकानें शुरू की जाती हैं तो उसका नुकसान हर परिवार को हो सकता है।

राज ठाकरे ने की थी शराब की दुकान शुरू करने की मांग
इससे पहले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने राज्य सरकार से शराब की दुकानों को शुरू करने की मांग की थी। इसके बाद शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना में राज की मांग पर कटाक्ष किया था। आठवले ने कहा कि लॉकडाउन 3 मई तक है लेकिन महाराष्ट्र में शायद लॉकडाउन बढ़ाने की नौबत आ सकती है। इसलिए जब तक लॉकडाउन है तब तक शराब की दुकानें शुरू नहीं करनी चाहिए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि शराब के आबकारी शुल्क से मिलने वाले राजस्व के आधार पर शराब की दुकानें शुरू की जाती हैं तो उसका नुकसान हर परिवार को हो सकता है।




india news

पालघर हिंसा में सोनिया गांधी के खिलाफ टिप्पणी का मामला, एनएम जोशी मार्ग पुलिस स्टेशन में अर्णब गोस्वामी से पूछताछ

पालघर हिंसा में कांग्रेस अध्यक्षसोनिया गांधी के खिलाफ टिप्पणी के बाद नागपुर में दर्ज केस में पूछताछ के लिए संपादक अर्णब गोस्वामी आज मुंबई के एनएम जोशी मार्ग पुलिस स्टेशन पहुंचे।यहां उनसे तकरीबन 5 घंटे तकपूछताछ की गई। इस दौरान उनके वकील भी उनके साथ थे। पुलिस स्टेशन जाने के दौरान अर्णब विक्ट्री का साइन दिखाते हुए नजर आए।

12 घंटे में मुंबई पुलिस ने भेजा दो नोटिस
इससे पहले रविवार को मुंबई पुलिस ने 12 घंटे में उन्हें पूछताछ के लिए दो नोटिस भेजे थे। पुलिस ने गोस्वामी को सीआरपीसी की धारा 41 के तहत सोनिया पर बयान देने वाले मामले की जांच में शामिल होने के लिए कहा। यह एफआईआर कांग्रेसी मंत्री नितिन राऊत ने दर्ज करवाई है। नागपुर में दर्ज इस एफआईआर को मुंबई में ट्रांसफर कर दिया गया है। टीवी पत्रकार ने अपने खिलाफ पुलिस कीकार्रवाई पर कहा है,'मुंबई पुलिस को मुझ पर हुए हमले की जांच में भी तेजी दिखानी चाहिए।'

अर्णब ने कहा- मेरे ऊपर हुए हमले की जांच में भी पुलिस दिखाए तेजी

पूछताछ में जाने से पहले अर्णब ने बयान जारी कर कहा है, 'सोनिया पर बयान वाले केस में मुंबई पुलिस मुझसे पूछताछ करना चाहती है…ये कहते हुए मुझे उसने 12 घंटों में दो नोटिस भेजे हैं। कानून के तहत बाध्य नागरिक होने के नाते मैं जांच में सहयोग करूंगा। साथ ही अपील है कि पुलिस ऐसी ही तेजी मुझ पर और मेरी पत्नी पर हुए हमले (23 अप्रैल को) के केस में भी दिखाए।'

रिपब्लिक टीवी के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका
सोनिया गांधी पर कथित विवादित टिप्पणी के बाद अर्णब गोस्वामी की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। कांग्रेस नेताओं ने अब मुंबई हाईकोर्ट में रिपब्लिक टीवी के खिलाफ याचिका दायर की है, जिसमें कहा गया है कि रिपब्लिक टीवी को बंद करने का आदेश दिया जाए।

गिरफ्तारी पर तीन हफ्ते की रोक
अर्णब गोस्वामी को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन हफ्ते तक अग्रिम जमानत याचिका दायर करने का मोहलत दिया गया है। गोस्वामी ने लगातार एफआईआर दर्ज होने के बाद सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें यह आंशिक राहत दी थी। साथ ही कोर्ट ने कहा था कि सभी एफआईआर को एक जगह किया जाएऔर वहीं से जांच की जानी चाहिए।

क्या है पूरा विवाद?
मुंबई के पालघर में दो साधुओं सहित तीन लोगों की हत्या के बाद अर्णब गोस्वामी ने अपने टीवी शो में45 मिनट का एक डिबेट कराया। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि उसी डिबेट में अर्णब गोस्वामी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने कई राज्यों अर्णब गोस्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
एनएम मार्ग पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए पहुंचे अर्णब गोस्वामी विक्ट्री का साइन दिखाते हुए नजर आये।




india news

अपने 18 दिन के बेटे को गोद में लेने के लिए बेचैन हैं कश्मीर के डोडा जिले के डीएम, सात अप्रैल को पुणे में हुआ है जन्म

(मंगेश फल्ले).एक महीने से ज्यादा वक्त से चल रहालॉकडाउन खत्म होने को लेकर सब बेसब्र है। लेकिन, जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के कलेक्टरसागर डोईफोड़े की बेसब्री कुछ ज्यादा ही है। आखिरहोभी क्यों न। दरअसल, सात अप्रैल को सागर की पत्नी सोनाली ने पुणे में बेटे को जन्म दिया। लेकिन उससे मिलने, उससे करीब से देखने की चाहत को लॉकडाउन का ग्रहण लगा हुआ है।

उधर, संक्रमण को रोकने औरलॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने की सबसे ज्यादा जिम्मेदारी कलेक्टरों पर है।2014 बैच के आईएएस अधिकारी सागर डोईफोड़े मूल रूप से महाराष्ट्र केबारामती के निंबोडी गांव के रहने वाले हैं। कुछ साल पहले उनका परिवार पुणे में शिफ्ट हो गयाथा। बीडीएस, एमए, एमफिल की पढ़ाई के बाद कुछ समय तक सागर ने डॉक्टरी भी की। लेकिन यूपीएससी क्लीयर होने के बाद जिंदगी बदल गई। हसीन वादियों औरमुश्किल चुनौतियों के बीचकश्मीर में पोस्टिंग हुई। इस बीच सोनाली गर्भवती हुई और पिछले साल ही वह परिवार के पास पुणे आ गई थी। सागर का यह दूसरा बेटा है। वह 18 दिन का है। सागर काबड़ा बेटा साढ़े तीन साल का है।

आईएएस अधिकारी सागर डोईफोड़े का बेटा सिर्फ 18 दिन का है। उनकी पत्नी वर्तमान समय में पुणे में रह रही हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालयभी कर चुका हैसागर केकाम की तारीफ

कश्मीर केडोडा में कोरोना संक्रमण के दौरान बेहदकम समय में इलाज के लिए व्यवस्थाएं और राशनजुटाना आसान नहीं था। देश-विदेश से आए पर्यटकों को उनके घर भेजना, वहीं हज के लिए जिले से गए नागरिकों की सकुशल और सुरक्षित वापसी का जिम्मा भी उनके ऊपर था। 700-800 लोग हज के लिए गए थे,उनसे संपर्क किया। करीब 50 लोग तब्लीगी मरकज में दिल्ली गए थे। सभी को तलाशा और उन्हें क्वारैंटाइन किया गया। किस्मत अच्छी थी कि किसी की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई। इसी तरह बाहरी राज्यों व जिलों सेलौटे 250 विद्यार्थियों की जांच भी की गई। जिले की सीमा सील की गई। एक रात में 300 बेड के अस्पताल को तैयार किया गया। स्थानीय टेलर की मदद से मास्क बनाने, 10 हजार पीपीई किट का उत्पादन भी स्थानीय लोगों को प्रोत्साहन देकर किया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी उनके काम की तारीफकी है।

दो महीने से पत्नी से नहीं हुई मुलाकात

सागर की पत्नी सोनाली उनके साथ डोडा में ही रहती थी। लेकिन, डिलीवरी के लिए वह परिवार के पास पुणे लौट आई थी। दोनों की मुलाकात को करीब दो महीने हो गए हैं। सागर कहते हैं कि अब तक डोडा में तीन हजार लोगों को क्वारैंटाइन किया गया। ढाई हजार क्वारैंटाइन बेड की सुविधा जिले में विकसित की गई है। काम में इतना व्यस्त हूं कि समय कब चला जाता है, पता नहीं चलता। फिर भी मौका निकालकर बेटे को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर देख लेता हूं। अक्सर सोते हुए मेरी उससेमुलाकात होती है। अब तो लॉकडाउन खत्म होने और हालात सुधरने का इंतजार है, ताकि मैं अपने बेटे से मिल सकूं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सागर की पत्नी सोनाली उनके साथ डोडा में ही रहती हैं। डिलीवरी के लिए परिवार के पास गृहनगर पुणे लौट गई थीं।




india news

तब्लीगी जमात से जुड़े इंडोनेशिया के 10 सदस्यों हुए गिरफ्तार, 22 दिनों तक बांद्रा में छिपे रहने का था आरोप

दिल्ली में मार्च में निजामुद्दीन मरकज में आयोजित एक धार्मिक जलसे में हिस्सा लेने वाले तब्लीगीजमात के इंडोनेशिया के दस सदस्यों का क्वारैंटाइन पूरा होने के बाद आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। ये दस सदस्य इंडोनेशिया के 12 तब्लीगी सदस्यों के समूह का हिस्सा हैं, जो दिल्ली से वापस लौटने के बाद बांद्रा पश्चिम में एक अपार्टमेंट में 29 मार्च से रह रहे थे। इनमें छह महिलायें शामिल हैं।

मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को इंडोनेशिया के इन लोगों के बारे में एक अप्रैल को पता चला था कि ये लोग बांद्रा में रह रहे हैं । उन्होंने बताया, 'हमें यह पता चला कि वे दो जत्थे में 29 फरवरी एवं तीन मार्च को भारत आये थे और बाद में जलसे में शामिल होने के लिये मरकज पहुंचे ।'

22 दिनों तक छिपते रहे ये लोग
अधिकारी ने बताया कि ये विदेशी नागरिक सात मार्च को मुंबई पहुंचे और 29 मार्च को अपार्टमेंट में रहने लगे। इसका मतलब यह हुआ कि वह 22 दिन तक घूमते रहे। उन्होंने बताया, 'चिकित्सीय जांच में 12 में से दो लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। इसके बाद दस अन्य को 20 दिन के क्वारैंटाइन कक्ष में भेज दिया गया।' अधिकारी ने बताया कि उन्हें 23 अप्रैल को अदालत में पेश कर बांद्रा पुलिस ने रिमांड में लिया गया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
दिल्ली से वापस लौटने के बाद ये बांद्रा पश्चिम में एक अपार्टमेंट में रह रहे थे।




india news

अक्षय कुमार ने मुंबई पुलिस फाउंडेशन को दो करोड़ रुपये का सहयोग दिया, पहले पीएम फंड में दिए थे 25 करोड़ रुपए

कोरोना वायरस से मुकाबले में देश का सहयोग करते हुए अभिनेता अक्षय कुमार ने मुंबई पुलिस फाउंडेशन को दो करोड़ रुपये दान किए हैं। मुंबई पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने ट्वीट कर अक्षय कुमार को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। अक्षय कुमार नेइसके पहले पीएम-केयर्स में 25 करोड़ रुपये का सहयोग दिया था।

परमबीर सिंह का ट्वीट..

परमबीर सिंह ने लिखा, “मुंबई पुलिस फाउंडेशन में दो करोड़ रुपये के सहयोग के लिए मुंबई पुलिस अक्षय कुमार को धन्यवाद देती है। आपका सहयोग शहर की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध महिला एवं पुरुष पुलिस कर्मियों के जीवन में काफी मददगार साबित होगा।”

अभिनेता अक्षय कुमार का जवाब

ट्वीट के जवाब में अक्षय कुमार ने कोविड-19 से संक्रमित होकर अपनी जान गंवाने वाले हेड कांस्टेबल चंद्रकांत पेंडूरकर और संदीप सुर्वे को श्रद्धांजलि दी और अपने प्रशंसकों से फाउंडेशन में योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने ट्वीट किया, "मैं मुंबई पुलिस के हेड कांस्टेबल चंद्रकांत पेंडूरकर और संदीप सुर्वे को सलाम करता हूं जिन्होंने कोरोना से लड़ते हुए अपने जीवन का बलिदान दे दिया। मैंने अपना काम कर दिया है, आशा करता हूं आप भी करेंगे। हमें भूलना नहीं चाहिए कि हम उनकी वजह से सुरक्षित और जिंदा हैं।"

अभिनेता अक्षय कुमार का ट्वीट..

##



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
अभिनेता अक्षय कुमार ने कुछ दिन पहले कोरोना की लड़ाई में जुड़े पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए दिल से थैंक्यू कैम्पेनिंग की शुरुआत की थी।




india news

वैक्सीन का ट्रायल-उत्पादन एक साथ शुरू करेगी पुणे की कंपनी, ट्रायल सफल हुआ तो अक्टूबर तक बाजार में आ सकती है दवा

कोरोना संकट के बीच उम्मीद की एक किरण नजर आई है। पुणे की दवा कंपनी सीरम इंस्टीट्यूटऑफ इंडिया मई-जूनमें कोरोना के इलाज में कारगर एक वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल और उत्पादन एक साथ शुरू कर सकती है। कंपनी इस वैक्सीनका निर्माण पुणे स्थित प्लांट से शुरू करेगी। अगर ट्रायल सफल रहा तो दवाई सितंबर-अक्टूबर के बीच में उपलब्ध हो जाएगी।

'देश की मौजूदा स्थिति देखते हुएकंपनी ले रही रिस्क'

हालांकि, बिनाट्रायल सफल हुए कंपनी दवा का उत्पादनक्यों शुरू कर रही है? इस सवाल के जवाब में कंपनी की ओर से कहा गया कि कंपनीदेश की मौजूदा स्थिति को देखते हुएएक बड़ा रिस्क ले रहीहै। इसलिए, ट्रायल और इसे बनाने की प्रक्रिया लगभगएक साथ शुरू करने जा रहीहै। अगर ट्रायल सफल रहा तो दवाई सितंबर-अक्टूबर के बीच में उपलब्ध हो जाएगी। इस वैक्सीन को कंपनी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथमिलकर बनाएगी। दवा कंपनी सीरम दुनियाभर में सबसे अधिक टीके और उसके डोज बनाने के लिए जाने जाती है।

एक हजार रुपए हो सकती है वैक्सीन की कीमत
कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में बताया, 'हमें मई से भारत में ट्रायल शुरू कर देने की उम्मीद है। ट्रायल के सफल रहने पर सितंबर-अक्टूबर तक काफी संख्या में वैक्सीन तैयार हो जाएगी। हम भारत में एक हजार रुपएकी अफॉर्डेबल कीमत पर इस वैक्सीन को तैयार करने की दिशा में काम कर रहे हैं।'

सितंबर तक 2 से 4 करोड़ वैक्सीन का लक्ष्य
पूनावाला ने बताया, 'कोविड-19 के लिए पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध हो जाए, इसलिए उत्पादन शुरू करने का निर्णय लिया गया है। क्लीनिकल ट्रायल सफल होने की स्थितिमें हम पहले छह महीनों तक 40 से 50 लाख डोज हर महीने तैयार करने के लक्ष्य के साथ काम करेंगे। उसके बाद उत्पादन एक करोड़ कर दिया जाएगा। इस हिसाब से सितंबर-अक्टूबर तक 2 से 4 करोड़ वैक्सीन की डोज तैयार हो जाएगी।'

अन्य वैक्सीन का उत्पादन होगा बंद
उन्होंने बताया, 'यह वैक्सीन पुणे स्थित सीरम कंपनी में ही तैयार की जाएगी। नया प्लांट तैयार करने में 3 हजार करोड़ और 2 साल का समय लगेगा। इसके लिए हम यहां बाकी सभी वैक्सीन का उत्पादन बंद कर देंगे। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर इस प्रॉजेक्ट में 15 करोड़ डॉलर का खर्च आएगा। हमें उम्मीद है कि सरकार भी पार्टनर बनेगी, जिससे कि हम खर्चे को रिकवर कर सकेंगे।'

दुनिया में सबसे ज्यादा 1.5 अरब डोज सीरम इंस्टीट्यूटमें बनते हैं
वैक्सीन के डोज के उत्पादन और दुनियाभर में बिक्री के लिहाज से सीरम इंस्टीट्यूट, पुणे दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन कंपनी है। 53 साल पुरानी यह कंपनी हर साल 1.5 अरब डोज बनाती है। कंपनी के दो बड़े प्लांट पुणे में हैं। हालांकि, कंपनी के नीदरलैंड्स और चेक रिपब्लिक में भी छोटे प्लांट्स हैं। इस कंपनी में करीब 7,000 लोग काम करते हैं।

165 देशों को दवा सप्लाई करती है
सीरम कंपनीडेंगू और निमोनियाजैसी बीमारियों से लड़ने के लिए वैक्सीन बना चुकी है। इसके अलावा कंपनी 165 देशों को करीब20 तरह की वैक्सीन की सप्लाई करती है। यहां निर्मितकुल वैक्सीन का करीब 80% हिस्सा निर्यात किया जाता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कंपनी 165 देशों को 20 अलग-अलग तरह की वैक्सीन सप्लाई करती है।




india news

राज्य में संक्रमण से सोमवार को 27 की मौत, मजदूरों को उनके राज्य भेजने की तैयारी शुरू, उद्धव बोले- अभी ट्रेन नहीं चलेंगी

सोमवार को मुंबई में 27 कोरोना संक्रमित की मौत हो गई। आंकड़ा बढ़कर 369 तक पहुंच गया है। महारष्ट्र में 522 नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव केस 8590 तक पहुंच गए हैं। सोमवार को मरने वाले 27 मरीजों में से 15 मुंबई, 6 अमरावती, 4 पुणे, एक औरंगाबाद और एक जलगांव का है। संक्रमण से जान गंवाने वाले 22 लोगों को डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग और किडनी की समस्या थी।

महाराष्ट्र सरकार 6 अन्य प्रदेशों के प्रवासियों को उनके राज्यों में वापस भेजने पर विचार कर रही है। प्रदेश के मुख्य सचिव अजॉय मेहता ने इस संबंध में यूपी समेत कई प्रदेशों के अधिकारियों से बात की है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी सोशल मीडिया में लाइव आकर ऐसी ही कुछ जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, ‘अभी ट्रेन सेवा बहाल नहीं होगी, क्योंकिभीड़ से महामारी तेजी से फैलेगी। इस मुकाम पर हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते।’ उन्होंने प्रवासी मजदूरों को भरोसा दिया कि उन्हें घर भेजने के लिए बस का इंतजाम किया जाएगा। इसके लिए केंद्र के साथ राज्य सरकार से बातचीत जारी है।

ओडिशा के सीएम ने उद्धव से बातकी
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार को उद्धव ठाकरे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। उन्होंने ठाकरे से अनुरोध किया कि वे महाराष्ट्र में फंसे ओडिशा के लोगों की सुरक्षित वापसी की व्यवस्था करें। इस दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी दिल्ली से चर्चा में शामिल हुए।

मुंबई में माटुंगा स्टेशन के पास पटरियों पर बैठे रहवासी। लॉकडाउन की वजह से लोगों के बेवजह सड़क पर निकलने की पाबंदी है।

लॉकडाउन में छूट पर फैसला 3 मई के बाद: सीएम
उद्धव ठाकरे ने यह साफ कर दिया है कि महाराष्ट्र में लॉकडाउन में लगाई गई पाबंदियों में रियायत का फैसला3 मई के बाद लिया जाएगा। उन्होंने कहा किपाबंदियों में रियायत देने के बाद भीड़ उमड़ना तय है। ऐसा हुआ तो सारी तपस्या बेकार चली जाएगी। उन्होंने कहा कि लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। कोरोना वायरस एक छुपा हुआ दुश्मन है, जिसे संयम से ही मारा जा सकता है।

लॉकडाउन के बीच औरंगाबाद में जालना के बाजार में मटके खरीदने पहुंचे लोग। यहां कोरोना संक्रमण के सिर्फ 2 मामले सामने आए हैं।

नांदेड़ में फंसे 100 सिखों का पहला जत्था पंजाब रवाना
इस बीच महाराष्ट्र के नांदेड़ में फंसे 3 हजार 800 सिखों में से 100 लोगों का पहला जत्था रविवार शाम को पंजाब के लिए रवाना हो गया। ये सभी तख्त हजूर साहब के दर्शन के लिए मार्च में यहां आए थे और लॉकडाउन के बाद से फंस गए थे। इन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से संपर्क किया था। सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से बात की और इन्हें लाने के लिए पंजाब से 80 बसों को रवाना किया।

महाराष्ट्र के नांदेड़ में 100 सिखों का पहला जत्था पंजाब रवाना हुआ। इनके लिए पंजाब सरकार ने 80 बसें भेजीं।

बेस्ट की बसों को एम्बुलेंस के रूप में बदला जा रहा
मुंबई में कोरोना मरीजों की तुलना मे एंबुलेंस की कमी है। ऐसे में अबबेस्ट की मिनी बसों को एम्बुलेंस के रूप में बदला जा रहाहै। ये सभी एसी बसें हैं।अब तक 20 बसों कोएम्बुलेंस के रूप में बदला गया है।

लॉकडाउन के बीच मुंबई पुलिस के जवान सड़कों पर ड्यूटी के लिए जाते हुए। यहां अब तक 5 हजार से ज्यादा संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं।

ठाणे के कई इलाकों में सब्जी, दूध और किराना की दुकानें भी बंदहुईं
ठाणे शहर के वागले इस्टेट प्रभाग समिति के अंतर्गत कोरोना के फैलाव को देखते हुए एहतियातन अधिकतर स्थानों पर 3 मई तक सब्जी, दूध और किराना की बिक्री पूरी तरह से बंद कर दी गईहै। इनमें किशन नगर, भटवाडी, गणेशचौक, शिवटेकडी, किसननगर नंबर 2 और 3, वागले एस्टेट रोड नंबर 16 और22 शामिल हैं। हालांकि, मेडिकल और अस्पताल को इस बंद से अलग रखा गया है।

औरंगाबाद में जालना की मुख्य सब्जी मंडी में लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियम तोड़ते हुए नजर आए। यह जिला संक्रमण के ऑरेंज जोन में है।

शरद पवार ने केंद्र से एक लाख करोड़ का पैकेजमांगा

राकांपा प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर महाराष्ट्र के लिए एक लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की मांग की है।पवार ने अपने पत्र में उन पश्चिमी देशों का हवाला भी दिया है, जिन्होंने अपनी जीडीपी का 10 फीसदी हिस्सा राज्यों को देने की व्यवस्था की है। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र का सालाना बजट 3 लाख 47 हजार करोड़ रुपये का है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से राज्य की सारी आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं। लॉकडाउन की वजह से राज्य को 1 लाख 40 हजार करोड़ रुपये का राजस्व घाटा हो रहा है, इसलिए केंद्र सरकार महाराष्ट्र को एक लाख करोड़ रुपये का आर्थिक पैकेज दे।

लॉकडाउन के बीच सड़क पर निकले एक बुजुर्ग को समझाते मुंबई पुलिस के जवान। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस कई जगह सख्ती कर रही है।

मुंबई एयरपोर्ट पर यात्रियों के बीच 1.5 मीटर की दूरी अनिवार्य हुई
मुंबई एयरपोर्ट से सफर करने के लिए हर यात्री को दूसरे यात्री से 1.5 मीटर की दूरी बनाए रखना अनिवार्य होगा। मुंबई एयरपोर्ट प्रबंधन ने लॉकडाउन खत्म होने के बाद परिचालन शुरू करने के लिए मानक परिचालन नियमों (एसओपी) की घोषणा की है। साथ ही कड़ाई से थर्मल स्क्रीनिंग करना और एयरपोर्ट को सैनिटाइज करने का निर्णय लिया है। विमान पर चढ़ने के लिए गेट पर, फूड कोर्ट औरलाउंज एरिया मेंसोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए निशान बनाए जाएंगे।

नर्स का आरोप-ड्यूटी पर जाने के बाद बच्चे को पीटते हैं पड़ोसी
जेजे अस्पताल में काम करने वाली नर्स पल्लवी वाघले ने ट्वीट करके बताया कि जब भी वह हॉस्पिटल के लिए निकलती हैं, उनके पड़ोसी उन पर तंज कसते हैंऔर कई बार गालियां तक देते हैं। उनका बच्चा पड़ोसियों के घर में न जाए, इसके लिए उसे पीटते भी हैं। इसी तरह, एक अन्य अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टर रोहन सालुंके ने बताया, ‘हमारी बिल्डिंग और पास की बिल्डिंग के लोगों ने सोसाइटी के सामने बैरिकेडिंग कर रखी थी, ताकि न कोई बाहर जा सके और न ही अंदर आ सके।’



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मुंबई में एक संस्था ने रमजान के मौके पर क्रॉफर्ड मार्केट में रहने वाले लोगों को फल बांटे।




india news

मुख्यमंत्री उद्धव को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करने के लिए मंत्रिमंडल ने फिर पास किया प्रस्ताव

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करने के संबंध में सोमवार को दोबारा प्रस्ताव पारित किया गया है। इससे पहले नौ अप्रैल को उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय का प्रस्ताव पारित कर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास भेजा गया था।

राज्यपाल को भेजा स्मरण पत्र
उद्धव को विधान परिषद सदस्य नियुक्त किए जाने जाने की मांग पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा सोमवार तक कोईनिर्णय नहीं लिया गया। इसको लेकरमंत्रिमंडल ने उन्हें दोबारा पत्र लिखा है। ठाकरे ने 28 नवंबर को सूबे के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली थी। और वे अभी तक विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं।

फिर से हुई बैठक में उद्धव के चयन का तर्क
सोमवार को पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि उद्धव ठाकरे राज्य में कोरोना संकट का सामना कर रहे हैं। यह संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में राज्य में की राजनीतिक अस्थिरता नहीं आनी चाहिए। इसलिए राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में विधान परिषद की रिक्त एक जगह के लिए उद्धव को मनोनीत करने की सिफारिश की जाती है। साथ ही, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से निवेदन किया गया है कि वह इस संबंध में शीघ्र कदम उठाएं।

28 मई से पहले विधानपरिषद या विधानसभा की सदस्य बनना जरूरी
उद्धव ठाकरे फिलहाल विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। 28 नवंबर 2019 को शपथ ग्रहण के दौरान ही राज्यपाल कोश्यारी ने उन्हें छह महीने के अंदर विधानमंडल के किसी भी सदन का सदस्य बनने के लिए कहा था। आगामी 27 मई को बतौर मुख्यमंत्री उनका छह महीने पूरे हो जाएंगा। ऐसे में 28 मई से पहले विधायक नहीं बनने पर उनके सामने संवैधानिक संकटखड़ा हो सकता है जिसके चलते उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा भीदेनापड़ सकता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को सूबे के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली थी-फाइल फोटो।




india news

संत समाज के साथ मिलकर आज साधुओं के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करेगा आरएसएस

पालघर में 17 अप्रैल को दो साधुओं और एक ड्राइवर की करीब 200 लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। आज इसी मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, साधु समाज राज्य के अलग-अलग शहरों में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करने जा रहा है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बीते दिनों अपने संबोधन में भी पालघर मॉब लिंचिंग का जिक्र किया था और पुलिस के रोल पर सवाल खड़े किए थे। जिसके बाद हिन्दू धर्म आचार्य सभा की ओर से एक श्रद्धांजलि सभा के आयोजन की बात कही गई। आरएसएस की ओर से इसका समर्थन किया गया। इस दौरान धार्मिक स्थलों, संत समाज के स्थानों पर दीप जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।

संघ प्रमुख ने भी उठाया था सवाल
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कहा था कि पालघर की घटना को लेकर बयानबाजी हो रही है। ये कृत्य होना चाहिए क्या? कानून व्यवस्था को हाथ में लेना चाहिए क्या? ऐसा जब होता है तो पुलिस को क्या करना चाहिए? ये सारी बातें सोचने की बातें हैं. पुलिस उस दौरान क्या कर रही थी?

संत समिति ने की थी सीबीआई जांच की मांग
दूसरी ओर अखिल भारतीय संत समिति ने पालघर मॉब लिंचिंग के मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच करने की अपील की थी, जबकि आरोप लगाया था कि साधुओं की हत्या चर्च मिशनरियों और नक्सलियों के गठजोड़ का परिणाम है। पत्र में दावा किया गया कि हत्यारोपी प्राथमिकी के मुताबिक चार व्यक्ति माकपा और एक व्यक्ति सत्ताधारी एनसीपी का कार्यकर्ता है, ऐसे में राज्य में निष्पक्ष जांच होना मुश्किल है। इसीलिए साधुओं की हत्या की सीबीआई जांच होनी चाहिए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने संबोधन में पालघर हिंसा में पुलिसवालों पर गंभीर आरोप लगाए थे।




india news

नर्स की ड्रेस में मुंबई के एक हॉस्पिटल में पहुंची बीएमसी की मेयर किशोरी पेडणेकर, बढ़ाया नर्सों का हौसला

कोरोनावायरस का कहर देश में लगातार बढ़ते जा रहा है। इस बीच मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर नर्स की ड्रेस में नजर आईं। वह बृहन्मुंबई महानगरपालिका के नायर अस्पताल पहुंची। जहां उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को हौसला बढ़ाया।

छात्राओं को दिया लेक्चर
मुंबई में तेजी से बढ़ते कोविड-19 के वायरस के मद्देनदर बीएमसी सर्तक हो गया है। कोरोना के कारण मेडिकल स्टाफ पर काम का ज्यादा तनाव है। नर्स की पढ़ाई कर रही छात्राओं का हौसला बढ़ाने के लिए मेयर किशोरी पेडणेकर हॉस्पिटल पहुंची थी। पेडणेकर ने अस्पताल में नर्सिग का कोर्स कर रही छात्राओं को लेक्चर भी दिया।

आदित्य ठाकरे ने की सराहना

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने भी मेयर के इस प्रयास की सराहना की है।आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर लिखा,' कोरोना के खिलाफ हम लड़ाई जीतने वाले हैं। मुंबई की मेयर किशोरीपेडणेकर आज नर्स के रूप में नायर हॉस्पिटल में पहुंची थीं।'

##


पेशे से नर्स है किशोरी पेडणेकर
महापौर किशोर पेडणेकर खुद भी पेश से नर्स हैं। राजनीति में आने पहले किशोरी मुंबई के अस्पताल में नर्स का काम करती है। बता दें कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र है। यहां अबतक 342 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि संक्रमितों की संख्या आठ हजार के पार हो गई है।

किशोरीपेडणेकर का राजनीतिक सफर
नर्स का काम करते-करते और मरीजों की सेवा करते हुए ही किशोरी ने समाज सेवा करने का फैसला लिया था और शिवसैनिक के तौर पर उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। साल 2002 में मुंबई के वर्ली इलाके से पहली बार शिवसेना के टिकट पर पेडणेकर ने जीत दर्ज की और बतौर पार्षद बीएमसी पहुंची। पेडणेकर 22 नवंबर 2019 को मुंबई की मेयर पद पर विराजमान हुईं। शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे और उनकी माता, रश्मि ठाकरे के करीबी के तौर पर भी किशोरी पेडणेकर की पहचान है। पिछले 25 सालों से बीएमसी पर शिवसेना की सत्ता है। ऐसे में पेडणेकर को कई अलग-अलग समिति में काम करने का मौका मिला।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
महापौर किशोर पेडणेकर खुद भी पेश से नर्स हैं।




india news

अमेरिका में फंसे पिता ने बेटे के जन्मदिन पर पुलिस से मांगी मदद, केक लेकर बर्थडे सेलिब्रेट करने पहुंचे पुलिसवाले

लॉकडाउन की वजह से अमेरिका में फंसे एक पिता ने पिंपरी-चिंचवाड़ में रह रहे अपने 15 साल के बेटे के जन्मदिन पर उस तक केक पहुंचाने के लिए पुलिस से सहियोग मांगा। पुलिस ने भी उनकी भावनाओं को समझा और बेटे तक केक लेकर पहुंचे और अपनी टीम के साथ मिलकर उसका सरप्राइज जन्मदिन मनाया। पिंपरी चिंचवाड़ पुलिस का यह प्रयास सोशल मीडिया में खूब सराहा जा रहा है।

पिंपरी चिंचवाड़ के रहने वाले राजीव लोचन मार्च के शुरू में किसी काम से अमेरिका गए थे। अचानक लॉकडाउन की घोषणा के बाद वे वहीं फंस गए। रविवार को उनके बेटे का 15वां जन्मदिन था। लोचन ने बेटे वात्सल्य को सरप्राइज देने के लिए शुक्रवार को पिंपरी चिंचवाड़ के पुलिस आयुक्त से मेल के जरिए संपर्क किया। पुलिस ने भी उन्हें मायूस नहीं किया और वात्सल्य तक केक पहुंचाया।

बेटे में पिंपरी पुलिस का धन्यवाद कहा

पुलिस टीम द्वारा केक पहुंचाने के बाद वात्सल्य ने कहा, मेरे लिए यह जन्मदिन बेहद खास हो गया है। ऐसा सरप्राइज मैं कभी नहीं भूल सकता हूं। मैं सभी पुलिसवालों का धन्यवाद देना चाहूंगा। वे यहां आए और मेरे साथ बर्थडे मनाया मेरे लिए इससे बड़ा दिन नहीं हो सकता।'



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
रविवार रात को पुलिस उसे सरप्राइज करने के लिए पहुंची और मिलकर केक काटा।




india news

पूरे शहर कंटेनमेंट जोन घोषित, सख्ती बढ़ाई जाएगी; अब तक 1384 संक्रमित, 80 की जान गई

संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद पूरे पुणे शहर को 3 मई तक कन्टेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। पुणे महानगरपालिका पालिका के आयुक्त शेखर गायकवाड़ द्वारा जारी आदेश के बाद मंगलवार को पुलिस ने पहले से लागू प्रतिबंध को और कड़ा कर दिया है। मांजरी की सब्जी मंडी को बंद कर दिया गया है। सोमवार को पुणे में कोरोना वायरस के 84 मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,384 हो गई और बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 80 हो गई।

पुणे के झुग्गी बस्ती वाले इलाकों में खास एतिहात

पुलिस संयुक्त आयुक्त रवींद्र शिस्वे ने कहा, 'कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए हमने पुणे शहर में पहले से ही कर्फ्यू लागू किया है।' दिन में कुछ समय के लिए प्रतिबंध में ढील दी गई थी, ताकि लोग आवश्यक वस्तुएं खरीद सकें। हालांकि, लोग मान नहीं रहे हैं इसलिए अब कड़ाई और ज्यादा बढ़ा दिया गया है। घनी आबादी वाले इलाकों जैसे भवानी पेठ, कस्बा, शिवाजी नगर, ढोले पाटिल रोड और येरवडा इन सभी में झुग्गी बस्तियां बड़ी संख्या में हैं। जिसके बाद यहां खास एतिहात बरता जा रहा है। भवानी पेठ इलाके में अब तक 245 कोरोना संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं। राज्य में मुंबई के बाद पुणे सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
After 1384 infected patients, the entire city was declared a contention zone, so far there have been more than 80 deaths.




india news

औरंगाबाद में सामूहिक नमाज पढ़ने जा रहे 100 लोगों को रोकने गई पुलिस टीम पर पथराव, तीन पुलिसकर्मी घायल

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में सामूहिक नमाज में शामिल होनेजा रहे लोगों को रोकने गई पुलिस टीम पर पथराव किया गयाहै। इसमें तीनपुलिसवाले घायल हुए हैं। इनमें एक अधिकारी और दो कांस्टेबल हैं। घायलों को जिले के घाटी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। तनाव को देखते हुए इलाके में कर्फ्यू लगाया गया है। मामले में 15 से ज्यादा लोगों कोहिरासत में लियागयाहै।

100 से ज्यादा लोग नमाज पढ़ने जा रहे थे

सोमवार रात 8 बजे 100 से ज्यादा की संख्या में लोग शहर की संभाजी मार्ग पर स्थित एक मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जा रहे थे। उन्होंने रोकने के लिए औरंगाबाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची। टीम ने लॉकडाउन का हवाला देकरसभी को अपने घर जाने की अपील की। इसी दौरानभीड़ में कुछ लोग भड़क गए और पुलिस से विवाद करने लगे।कुछ लोगों नेपुलिसवालों पर पथराव कर दिया। इससे वहां भगदड़ मच गई।

शहर में अब तक 95 संक्रमित

औरंगाबाद मेंसंक्रमित मरीजों को संख्या बढ़कर 95 तक पहुंच गई। इसके बाद इसे रेड जोन में रखागया है। सामूहिक नमाज पढ़ने पर रोक लगी है। पिछले 24 घंटे के दौरान 42 नए पॉजिटिव केस सामने आए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
औरंगाबाद में भीड़ के हमले में एक पुलिस अधिकारी और दो कांस्टेबल घायल हो गए। सभी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।




india news

बाहर टहलने से रोकने पर बाप-बेटों ने किया पुलिसवाले पर हमला, तीन गिरफ्तार

पिंपरी-चिंचवाड़ के कालेवाडी इलाके में सोमवार शाम को ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी के साथमारपीट करने के आरोप में तीन लोगों को मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया गया है। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ लोग एक पुलिसवाले संग हाथापाई करते हुए नजर आ रहे हैं। तीनों को मंगलवार दोपहर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है।

बाहर घूमने को लेकर शुरू हुआ विवाद
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान युनुस अत्तार (50) और उसके 28 वर्षीय बेटे मतिन और24 वर्षीय बेटे मोइन के रूपमें हुई है। ये कालेवाड़ी इलाके के रहने वाले हैं। आरोप है कि ये तीनों लॉकडाउन का नियम तोड़कर सड़क पर टहल रहे थे। इसी दौरान अतिक्रमण दस्ते में तैनात कांस्टेबल शंकर कलकुटे ने इन्हें अपने घरों में जाने के लिएकहा। इसपर युनुस अत्तार नाराज हो गए और पुलिसवाले से बहस करने लगे। कुछ ही देर में नौबत मारपीट की आ गई। इसके बाद तीनों ने मिलकर कांस्टेबल पर डंडे से प्रहार किया, जिसमें वे घायल हो गए।

कैमरे में कैद हुई वारदात
इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है,जिसमें आरोपी पुलिसवाले से बहस करते हुए और मारपीट करते हुए नजर आ रहे हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यह वीडियो मौके पर मौजूद किसी शख्स ने अपने कैमरे से बनाया है। तीनों आरोपी एक दिन की पुलिस कस्टडी में हैं।




india news

55 साल से ऊपर के पुलिसवालों को मुंबई में ड्यूटी पर नहीं किया जाएगा तैनात, मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार देगी 50 लाख रुपए

दिनों-दिन बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मुंबई पुलिस ने एक बड़ा फैसला लिया है। पुलिस कमिश्नर ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार, अब 55 साल की उम्र से ज्यादा के पुलिसकर्मियों को आउटडोर ड्यूटी पर तैनात नहीं किया जाएगा। पिछले 4 दिनों के दौरन मुंबई में 3 पुलिस कांस्टेबलों की कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु हुई है। तीनों की उम्र 50 साल से ज्यादा की थी। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना वायरस से 20 अधिकारियों सहित कम से कम 107 पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर पुलिसकर्मी मुंबई के हैं।

ऐडवाइरी जारी करते हुए पुलिस कमिश्नर संजय बर्वे की ओर से कहा गया,'जिनकी उम्र 55 साल से ज्यादा है, वो बंदोबस्त में ना आए। साथ ही ऐसे पुलिसकर्मी जिनकी उम्र 52 साल से अधिक है और जिन्हें शुगर, बीपी, हृदय या अन्य मेडिकल संबंधी समस्याएं हैं, उनको भी घर पर रहना चाहिए।' कमिश्नर ऑफिस से ऐसे लोगों को छुट्टी पर जाने के लिए कहा गया है।

रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाइयां दी जा रही
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए 20,000 पुलिसकर्मियों को मल्टी-विटामिन और प्रोटीन सप्लीमेंट दिए जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) की गोलियां 12,000 कर्मियों को डॉक्टरों की देखरेख में दी जा रही हैं। पुलिसकर्मियों के लिए विशेष अस्पताल नामित किए जा रहे हैं।

मृतकों के परिजनों को मिलेंगे 50 लाख रुपए
राज्य सरकार ने मृतक पुलिसकर्मियों के परिवारों को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की है। मुंबई के सभी कोविड-19 अस्पतालों में पुलिस कर्मियों के लिए बेड सुरक्षित हैं। इसके अलावा, सभी पुलिस कर्मियों को पर्याप्त संख्या में पीपीई, फेस मास्क, हैंड सैनिटाइजर, दस्ताने, फेस शील्ड प्रदान किए गए हैं। भोजन के पैकेट, राशन, गर्म पानी के बोतल, चेक प्वाइंट पर पंडाल भी पुलिस कर्मियों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मुंबई पुलिस ने अपने सभी पुलिसकर्मियों के लिए ग्लव्स, मास्क और फेस शील्ड का इंतजाम किया है।




india news

भीड़ को गुमराह करने के आरोप में गिरफ्तार विनय दुबे को 15 हजार रुपए के मुचलके पर मिली जमानत

मंगलवार को लॉकडाउन के बीच बांद्रा रेलवे स्टेशन पर उमड़ी भीड़ के आरोप में गिरफ्तार विनय दुबे को 15,000 रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी गई। उसपर 14 अप्रैल को बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर प्रवासियों को उकसाने का आरोप है। लॉकडाउन के पहले चरण के अंतिम दिन 14 अप्रैल को खासी संख्या में प्रवासी बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास एकत्र हो गए थे और उन्होंने अपने पैतृक स्थानों पर जाने के लिए ट्रेनों की मांग की थी।

आरोपी विनय दुबे पर यह है आरोप
पुलिस ने दावा किया कि दुबे के वीडियो और फेसबुक पोस्ट ने प्रवासियों को उकसाया क्योंकि उन्हें एक वीडियो में यह कहते हुए सुना गया था कि सरकार को प्रवासी मजदूरों के लिए 18 अप्रैल तक ट्रेनें चलानी चाहिए या उन्हें आंदोलन या रैली शुरू करनी होगी। दुबे पर भारतीय दंड संहिता तथा महामारी रोग अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।

विनय के वकील दीपक मिश्रा ने दावा किया कि दुबे पर आरोप लगाने में पुलिस ने गलती की। उन्होंने कहा, 'दुबे ने वीडियो में कहा था कि आंदोलन 18 अप्रैल से शुरू होगा। हालांकि, प्रवासी 14 अप्रैल को ही एकत्र हो गए। इसलिए मेरे मुवक्किल को इसके लिए कैसे दोषी ठहराया जा सकता है?" उन्होंने अदालत से यह भी कहा कि पुलिस और राज्य की विफलता के कारण लॉकडाउन के बावजूद प्रवासी इतनी बड़ी संख्या में स्टेशन पर एकत्र हो गए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
आरोपी विनय दुबे खुद को एक समाजसेवी बताता है। वह विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है।




india news

राज्य में 8,500 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव, यह संख्या 174 देशों में मिले संक्रमितों की तादाद से ज्यादा

महाराष्ट्र में मंगलवार तक कोरोना संक्रमितों की संख्या8,590 तक पहुंच गई। महाराष्ट्र में पूरी दुनिया के 174 देशों से ज्यादा संक्रमित मरीज हैं। वहीं, राजधानी मुंबई में दुनिया के 164 देशों से ज्यादा संक्रमित मरीज हैं। देश की बात की जाए तो मंगलवार को कुल संक्रमितों की संख्या 29 हजार 680 तक पहुंच गई। देश में948 लोगों की जान कोरोना से गई, इनमें369 मृतक महाराष्ट्र के हैं।

ऑस्ट्रेलिया, द. अफ्रीका, थाईलैंड जैसे देशों से आगे महाराष्ट्र

कोरोना के दुनियाभर के आंकड़े देने वाले वाली वेबसाइटवर्ल्डो मीटर के मुताबिक, महाराष्ट्र की तुलना जिन 174 देशों से की गई है, उनमें से 14 देशों में 10 से कम संक्रमित मिले हैं।52 ऐसे देश हैं, संक्रमितों की संख्या10 से 100 के बीच है। बचे हुए 102 देशों में संक्रमितों की तादाद 100 से 8,500 के बीच है। ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, थाईलैंड, फिलीपींस, बांग्लादेश, मलेशिया और कोलंबिया जैसे देशों में संक्रमितों की संख्या महाराष्ट्र से कम है। दुनिया में 37 देशहैं, जहां संक्रमितों की संख्यामहाराष्ट्र से ज्यादा है। इनमें सबसे ज्यादा 10 लाख संक्रमितअमेरिका में हैं। इसके बाद स्पेन, इटली, फ़्रांस, जर्मनी और ब्रिटेनका नंबर है।

महाराष्ट्र में मृतकों की संख्या भी 142 देशों से ज्यादा

महाराष्ट्र में संक्रमण से मौतों का आंकड़ा भीदुनिया के 142 देशों से ज्यादा। इन 142 देशों में61 देशों में मृतकों की संख्या 10 से कम है। 60 ऐसे देश हैं, जहां 10 से 99 के बीच संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। 21 देशों में मृतकों की संख्या 100 से लेकर 337 के बीच है। दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें अमेरिका में हुई है। यहां अब तक 56 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। 41 ऐसे देश हैं, जहां एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है।

ग्राफ से समझिए महाराष्ट्र में मृतकों का आंकड़ा

पूरे देश की तुलना में महाराष्ट्र में मौत का ग्राफ थोड़ा कम जरूर नजर आ रहा है, लेकिन अन्य राज्यों की तुलना में हर दिन यहां सबसे ज्यादा मौत हुई है। नारंगी कलर महाराष्ट्र में हुई मौतों का दर्शा रहा है जबकि नीला रंग देश में हुई मौतों का आंकड़ा दर्शा रहा है।

दुनिया मेंमृत्युदर6.90% और महाराष्ट्र में 4.30%

महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक,28 अप्रैल की सुबह तक भारत समेत पूरी दुनिया में 28 लाख 78 हजार 196 संक्रमित मरीज थे और 1 लाख 98 हजार 668 लोग अपनी जान गंवा चुके थे। भारत में यह संख्या 29 हजार 435 थी और यहां 934 लोगों की मौत हो चुकी है। मृत्यदर की बात करें तो पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमितों की मृत्यु दर 6.90% है, वहीं महाराष्ट्र में यह दर 4.30% है।

174 देशों में से 20 ऐसे देश, जहां संक्रमितों की संख्या महाराष्ट्र से कम

देश संक्रमित मौतें
सर्बिया 8275 162
फिलीपींस 7777 511
नॉर्वे 7599 205
चेक रिपब्लिक 7449 223
ऑस्ट्रेलिया 6,725 84
डोमिनिकन गणराज्य 6293 282
पनामा 6021 167
बांग्लादेश 5913 152
मलेशिया 5,820 99
कोलम्बिया 5597 253
दक्षिण अफ्रीका 4,793 90
मिस्र 4782 337
फिनलैंड 4695 193
मोरक्को 4,120 162
अर्जेंटीना 4003 197
लक्समबर्ग 3729 88
अल्जीरिया 3,517 432
माल्डोवा 3481 102
कुवैत 3,288 22
कजाकिस्तान 2,982 25

महाराष्ट्र:सात दिन में दोगुने होरहे हैंकेस

  • राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक,यहां एक सप्ताह में संक्रमित मरीज दोगुना हो रहे हैं। 20 अप्रैल को यहां 4200 मरीज थे जो 27 अप्रैल को लगभग दोगुनेहोकर 8,590 तक पहुंच गए। सातदिनों के दौरान राज्य में 4,390 नए केस मिले हैं। सिर्फ सोमवार को राज्य में 522 नए केस मिले हैं।
  • 9 मार्च को पहला मामला सामने आने के बाद में 1000 तक संक्रमित मरीजों का आंकड़ा पहुंचने में कुल 29 दिन का समय लगा। हालांकि, इसके बाद सिर्फ 6 दिन यानि 14 अप्रैल तक यह दोगुनाहोकर 2000 तक पहुंच गया। इससे 6 दिन बाद यह 4 हजार के पार पहुंचा और सिर्फ 4 दिन में 6000 तक संक्रमित मरीज पूरे महाराष्ट्र में थे।

पूरे देश में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 1,282 पेशेंट ठीक हुए

  • कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ राज्य में इस बीमारी से ठीक होने वाले भी बढ़ रहे हैं। सोमवार को राज्यभर से 94 नए पेशेंट ठीक होकर अपने घर लौटे हैं। पूर प्रदेश में अब तक 1,282 पेशेंट नेगटिव हो चुके हैं।
  • राज्य में 1 लाख 45 हजार 677 लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया है, जबकि 9,399 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है। हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक, राज्य में अब तक कोरोना के सबसे ज्यादा मामले आने का बड़ा कारण यहां दूसरे राज्यों की तुलना में अधिक टेस्ट कराना भी है। राज्य में अब तक 1,21,562 लोगों का टेस्ट किया है।
  • महाराष्ट्र में 21 से 30 साल के बीच के लोग सबसे ज्यादा संक्रमित हुए हैं। डॉक्टर इसका कारण इस उम्र के लोगों का घर से ज्यादा बाहर निकलना मानते हैं। सिर्फ 1 संक्रमित 101-110 साल के बीच के हैं। ग्राफ से इस ट्रेंड को समझ सकते हैं।
संक्रमितों में सबसे ज्यादा 71830 की उम्र 21 से 30 साल है जबकि इसके बाद 31 से 40 की उम्र के 1697 लोग संक्रमित हुए हैं। नीचे उम्र है।


राज्य में 1,677 कोरोना डेडिकेटेड हॉस्पिटल

  • मंगलवार सुबह तक राज्य में 1,677 कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल तैयार कर लिए गए हैं। इनमें 1,76,357 आइसोलेशन बेड, 7,248 आईसीयू मौजूद हैं। इन हॉस्पिटल्स को तीन कैटेगरी में विभाजित किया गया है। एसिम्टोमैटिक (जिनमें कोरोना के एक भी लक्षण नहीं है), माइल्ड (जिनमें करोना का मामूली लक्षण हैं) और सीरियस (कोरोना संक्रमण के कारण जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है)।
  • राज्य में मंगलवार सुबह तक 572 कंटेंनमेंट जोन घोषित किए गए हैं। इसके अलावा 7,861 सर्वे टीम पूर राज्य में 32.28 लाख से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग कर चुकी है। वर्तमान समय में राज्य में 9,399 कोरोना संदिग्ध अलग-अलग सेंटर में क्वारैंटाइन किए गए हैं। इसके अलावा 1,45,677 को होम क्वारैंटाइन किया गया है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मुंबई के वर्ली इलाके में जाने से पहले सुरक्षा सूट पहनकर तैयार होते स्वास्थ्यकर्मी। वर्ली मुंबई का सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका है।




india news

बॉम्बे हाई कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता ने ली शपथ, सीएम उद्धव भी समारोह में हुए शामिल

न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता ने मंगलवार को बॉम्बे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राजभवन में उन्हें पद की शपथ दिलाई। कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उच्च न्यायालय के कुछ न्यायाधीश समेत सीमित लोग ही समारोह में उपस्थित थे। दत्ता ने भूषण धर्माधिकारी की जगह ली है, जो सोमवार को मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवानिवृत्त हो गए।

न्यायमूर्ति दत्ता का जन्म नौ फरवरी 1965 को हुआ था। उन्होंने 16 नवंबर 1989 को वकालत के लिए पंजीकरण कराया। वह 22 जून 2006 को कलकत्ता उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश नियुक्त हुए। वह कलकत्ता उच्च न्यायालय, गुहावाटी उच्च न्यायालय, झारखंड उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में भी वकालत कर चुके हैं। वह केंद्र सरकार के वकील के तौर पर भी काम कर चुके हैं और पश्चिम बंगाल विश्वविद्यालय और पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग के प्रभारी वकील पद पर भी रह चुके हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्य न्यायाधीश को शपथ ग्रहण करवाया।




india news

गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा-पुलिसवालों पर हमले किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं, होगी कड़ी कार्रवाई

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मंगलवार को कहा कि लॉकडाउन का पालन करा रहे पुलिसकर्मियों पर हमले बर्दाश्त नहीं किये जाएंगे और ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एक दिन पहले ही औरंगाबाद जिले के बिदकिन गांव में एक धर्मस्थल पर धार्मिक कार्यक्रम की खबर की पुष्टि करने गये पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया था। उसी घटना की पृष्ठभूमि में देशमुख का बयान आया है।

सोमवार की घटना में एक पुलिस अधिकारी मामूली रूप से घायल हो गये जिसके बाद 27लोगों को हिरासत में लिया गया। देशमुख ने ट्वीट किया, "पुलिस कोरोना वायरस के मद्देनजर कड़ाई से लॉकडाउन और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करा रही है। गृह मंत्रालय पुलिस पर बढ़ते हमलों पर करीब से नजर रख रहा है।"

उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में अब तक पुलिसकर्मियों पर हमलों की 159 घटनाओं के सिलसिले में 535 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा, "ऐसे हमलावरों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिये गये हैं।"



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
गृह मंत्री अनिल देशमुख ने औरंगाबाद हिंसा मामले में कार्रवाई की बात कही है।




india news

देश में एक दिन में सबसे ज्यादा 2200 टेस्ट मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में होंगे; राज्य में अब सिर्फ 3 ग्रीन जोन

महाराष्ट्र में कोरोनाका कहर बढ़ता जा रहा है। राज्य में मंगलवार कोकोरोना संक्रमण के कुल 729 नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं। इसी के साथ राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 9318 तक पहुंच गई है। वहीं, राज्य मेंकुल 31 मौतें हुई हैं। मृतकों में 25 मुंबई से , चार जलगांव से और दो पुणे से हैं। मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 400 तक पहुंच गया है।बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा 395मामले मुंबई में सामने आए, जबकि 15 लोगों की मौत हुई है। मुंबई में कोरोना के कुल 5589 केस हैं। वहीं,अब तक 219 लोगों की मौत हुई है।

देश में सबसे ज्यादा 2200 टेस्ट मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में होंगे
कोरोना के खतरे को कम करने के लिए बीएमसी की ओर से महाराष्ट्र के सबसे बड़े जेजे हॉस्पिटल में एक दिन में 2200 टेस्ट करनेकी तैयारी की जा रही है। इतनी बड़ी संख्या में टेस्ट सुविधा वाला यह संभवतः देश का सबसे बड़ा सेंटर होगा। इसके लिए हॉस्पिटल को एक नई मशीन मिली है, जो रोज 2 हजार सैम्पल टेस्ट कर सकती है।फिलहाल, अस्पताल के लैब में रोज 200 सैम्पल की जांच होती है।

महाराष्ट्र में हर दिन 8-10 हजार लोगों की जांच हो रही
महाराष्ट्र में अब तक 1 लाख से अधिक लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है, जो देश में सबसे ज्यादा है।राज्य में 48 सरकारी और निजी लैब हैं, पिछले कुछ दिनों में रोजाना करीब 8-10 हजार लोगों की जांच हो रही है। जेजे हॉस्पिटल में 2200 जांच शुरू होने के बाद यह संख्या बढ़कर 12 हजार तक पहुंच जाएगी।

मुंबई के धारावी में खाना लेने के लिए जमा हुई भीड़। यहां करीब 250 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।

ग्राउंड में बनाया जाएगा क्वारैंटाइन सेंटर
बृहन मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) को आशंका है कि टेस्टिंग के बाद मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। इसलिए उन्हें रखने के लिए बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के एमएमआरडीए ग्राउंड पर 1000 बेड का क्वारैंटाइन सेंटर बनाया जाएगा, जिसमें ऑक्सीजन की सुविधा भी होगी।

मुंबई के 25 प्रतिशत नर्सिंग होम के लाइसेंस रद्द होंगे
बीएमसी के बार-बार कहने पर भी मुंबई के 25 प्रतिशत नर्सिंग होम नहीं खुले, जिससे कोरोना संकट का सामना कर रहे मुंबई के लोगों को कठिनाई झेलनी पड़ रही है। बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि ऐसे नर्सिंग होम का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई शुरू की जाए।

कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए हर कोई अपने तरीकों से प्रयास कर रहा है। मुंबई के एक चौराहे पर लगी वारकरी दिंडी के पुतलों को मास्क पहनाया गया है।

कामा हॉस्पिटल का कैंसर सेंटर सील
कामा हॉस्पिटल के स्टाफ में दो कोरोना मरीजों की पुष्टि होने के बाद अस्पताल केकैंसर विभाग सील कर दिया गया है। अस्पताल की दूसरी सुविधाएं फिलहाल जारी हैं। हॉस्पिटल के सुपरिटेंडेंट इंचार्ज डॉ. तुषार पालवे ने कहा कि यहां डिलीवरी समेत दूसरे मरीजों का इलाज हो रहा है।

मुंबई के दो हॉस्पिटल्स में प्लाज्मा थैरेपी शुरू हुई
कोरोना को हराने के लिए मुंबई के लीलावतीऔर सेवनहिल्स हॉस्पिटल में प्लाज्मा थैरेपी की शुरुआत की गई। अभी तक दोनों हॉस्पिटलमें एक-एक मरीज को प्लाज्मा चढ़ाया गया है। इन दोनों की हालत काफी खराब थी। फिलहाल, इनकी मॉनिटरिंग की जा रही है।

मुंबई के कई इलाकों को पुलिस ने इसी तरह सील कर दिया है। जरूरी सामान के लिए सिर्फ एक व्यक्ति के आने-जाने लायक जगह छोड़ी गई है।

राज्य में अब सिर्फ तीन जिले ही ग्रीन जोन में बचे
राज्य के सिर्फ 3 जिले ही ग्रीन जोन में हैं, जबकि 14 ऑरेंज और 18 जिले रेड जोन में है। इन 18 जिलों में ही 8000 से ज्यादा कोरोनावायरस के मरीज हैं। जाहिर है कि इन इलाकों में सरकार लॉकडाउन खत्म करने का खतरा मोल नहीं लेगी।सरकार यहां लॉकडाउन बढ़ाने पर विचार कर रही है।

कोटा में फंसे छात्रों को लाने के लिए 100 बसें भेजेगी सरकार
महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने लॉकडाउन की वजह से राजस्थान के कोटा में फंसे लगभग 2000 छात्रों को वापस लाने के लिए वहां 100 बसों को भेजने का फैसला किया है। परब ने सोमवार देर रात कहा कि महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बसों को अगले दो दिनों में कोटा भेजा जाएगा। विभिन्न प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए महाराष्ट्र के छात्र कोटा में रह कर पढ़ाई कर रहे हैं।

अब तक तीन पुलिसकर्मियोंकी मौत, 100 से ज्यादा संक्रमित
सोमवार को एक और पुलिसकर्मी की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई। राज्य में अब तकतीन कोरोना पॉजिटिव पुलिसकर्मी जान गंवा चुके हैं। पुलिस के अनुसार, कुर्ला ट्रैफिक डिविजन में तैनात 56 साल के पुलिस हवलदार का सोमवार को अस्पताल में निधन हो गया, वे कोरोना संक्रमित थे। इससे पहले नवी मुंबई निवासी एक 53 साल के हवलदार ने भी कोरोना से रविवार को दम तोड़ा था। वे रोजाना कमोठे से दक्षिण मुंबई स्थित ऑफिस बस से आते थे। शनिवार को भी वाकोला पुलिस में तैनात 57 साल के एक हवलदार की कोरोना से मौत हो गई थी। वे नायर अस्पताल में भर्ती थे और वर्ली स्थित पुलिस आवास में परिवार के साथ रहते थे। राज्य में वर्तमान समय में 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हैं।

मुंबई के एक कंटेनमेंट जोन में कीटनाशक का छिड़काव करने पहुंचा बीएमसी कर्मचारी।

मीरा-भायंदरमें बढ़ा 100% लॉकडाउन
मीरा-भायंदरमें 100% लॉकडाउन की अवधि 28 अप्रैल को पूरी हो रही है। लेकिन कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसे आगे भी बढ़ाया गया है। इस पर महापौर-आयुक्त के बीच हुई बैठक में अंतिम फैसला लिया गया है। हालांकि, इसका आधिकारिक ऐलान होना बाकी है। इसके तहत राशन, दूध, सब्जी-फल आदि की दुकानें बंद रहेंगी और लोग इन्हें ऑनलाइन बुकिंग और होम डिलीवरी के जरिए मंगा सकते हैं।

पुणे: पूरा शहर 3 मई तक कंटेनमेंट जोन, सख्ती बढ़ाई गई
संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद पूरे पुणे शहर को 3 मई तक कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। महानगरपालिका पालिका के आयुक्त शेखर गायकवाड़ द्वारा जारी आदेश के बाद मंगलवार को पुलिस ने पहले से लागू प्रतिबंध को और सख्त कर दिया है। मांजरी की सब्जी मंडी को बंद कर दिया गया है। सोमवार को पुणे में कोरोना के 84 मामले सामने आए। कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,384 हो गई। कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 80 हो गई। पुलिस संयुक्त आयुक्त रवींद्र शिस्वे ने कहा- ‘कोरोना को फैलने से रोकने के लिए हमने पुणे शहर में पहले से ही कर्फ्यू लागू किया है।’ यहां भवानी पेठ इलाके में अब तक 245 कोरोना संक्रमित मिले हैं। राज्य में मुंबई के बाद पुणे सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है।

पुणे: बाहर टहलने से रोकने पर बाप-बेटों ने पुलिसवाले पर हमला किया, तीन गिरफ्तार
पिंपरी-चिंचवाड़ के कालेवाडी इलाके में सोमवार शाम को ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट के आरोप में तीन लोगों को मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया गया है। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ लोग एक पुलिसवाले संग हाथापाई करते देखे जा रहे हैं। आरोपियों की पहचान युनुस अत्तार (50), उसके 28 वर्षीय बेटे मतिन और 24 वर्षीय बेटे मोइन के रूप में हुई है। ये कोलेवाड़ी इलाके के रहने वाले हैं। आरोप है कि ये तीनों लॉकडाउन का नियम तोड़कर सड़क पर टहल रहे थे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
बॉम्बे एक्जीबिशन सेंटर को क्वारैंटाइन सेंटर बनाने की तैयारी में जुटे बीएमसी कर्मचारी। यहां करीब 500 बेड लगाए जाने हैं।




india news

अभिनेता इरफान खान की तबीयत बिगड़ी, कोकिलाबेन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया

बॉलीवुड एक्टरइरफान खानमंगलवार सुबहबाथरूम में गिर गए थे। उन्होंने अचानक कमजोरी की शिकायत की। इसके बाद उन्हेंहॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती करवाया गया। इरफान के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा किहां, यह सही है कि इरफान को कोलन इंफेक्शन के चलते मुंबई के कोकिलाबेन में आईसीयू में भर्ती कराया गया है। हम सभी को अपडेट रखेंगे। वह डॉक्टरों की देखरेख में हैं। उनकी ताकत और साहस उनकी मदद कर रहा है। हमें पूरा विश्वास है कि उनकी जबरदस्त इच्छाशक्ति और शुभचिंतकों के प्यार की वजह से वह जल्द ठीक हो जाएंगे।

पिछले दिनोंइरफान की मांसईदा बेगम का जयपुर मेंइंतकाल हो गया था। मगरलॉकडाउन और तबीयत खराब होने के कारण इरफान मां के जनाजे में भी शामिल नहीं हो पाए थे।उन्होंने जयपुर में परिजन से वीडियो कॉल पर बात की थी।

दो साल पहले बीमारी के बारे में इरफान को पता चला

दो साल पहले मार्च 2018 में इरफान को अपनी बीमारी का पता चला था। उन्होंने खुद फैंस के साथ यह खबर साझा की थी।उन्होंने ट्वीट किया था, 'जिंदगी में अचानक कुछ ऐसा हो जाता है, जो आपको आगे लेकर जाताहै। मेरी जिंदगी के पिछले कुछ दिन ऐसे ही रहे हैं। मुझे न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी हुई है। लेकिन, मेरे आसपास मौजूद लोगों के प्यार और ताकत ने मुझमें उम्मीद जगाई है।' बीमारी का पता लगने के बादइरफान खान इलाज कराने लंदन गए थे। वहां वे करीब एक साल रहे और फिरअप्रैल 2019 में भारत लौटे।

2019 में इलाज करवा कर लौटे थे इरफान

वापसी के बाद उन्होंने अपनी फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' की शूटिंग राजस्थान में शुरू की और फिर आगे के शेड्यूल के लिए लंदन चले गए थे, जहां वे डॉक्टर्स के संपर्क में भी रहे। हालांकि, लॉकडाउन के चलते यह फिल्म सिर्फ दो दिन ही सिनेमाघरों में चल पाई। फिल्म के ट्रेलर रिलीज से पहले इरफान ने फैन्स के लिए यू-ट्यूब पर अपना इमोशनल मैसेज छोड़ा था। उन्होंने कहा था, "हैलो भाइयों-बहनों, नमस्कार। मैं इरफान। मैं आज आपके साथ हूं भी और नहीं भी। खैर, ये फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' मेरे लिए बहुत खास है। सच...यकीन मानिए, मेरी दिली ख्वाहिश थी कि इस फिल्म को उतने ही प्यार से प्रमोट करूं, जितने प्यार से हम लोगों ने बनाया है। लेकिन, मेरे शरीर के अंदर कुछ अनवॉन्टेडमेहमान बैठे हुए हैं। उनसे वार्तालाप चल रहा है। देखते हैं किस करवट ऊंट बैठता है। जैसा भी होगा आपको इत्तिला कर दी जाएगी।"

वैसे इरफानडॉक्टरों की राय लेने के लिए लंदन आते-जाते रहते हैं मगर पिछले डेढ़ महीने से जारी लॉकडाउन के चलतेसभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स रद्द हैं। इसलिए, वे मुंबई से बाहर नहीं जा पाए।

इरफान खान की चुनिंदा फिल्में और सम्मान
इरफान ने 'मकबूल', 'लाइफ इन अ मेट्रो', 'द लंच बॉक्स', 'पीकू', 'तलवार' और 'हिंदी मीडियम' जैसी शानदार फिल्मों में काम किया है। उन्हें 'हासिल' (निगेटिव रोल), 'लाइफ इन अ मेट्रो' (बेस्ट एक्टर), 'पान सिंह तोमर' (बेस्ट एक्टर क्रिटिक) और 'हिंदी मीडियम' (बेस्ट एक्टर) के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। 'पान सिंह तोमर' के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिया गया था। कला के क्षेत्र में उन्हें देश का चौथा सबसे बड़ा सम्मान पद्मश्री भी मिल चुका है।

आप जल्दी स्वस्थ होकर लौटें- सपना भावनानी

सेलेब्रेटी हेयर स्टाइलिस्ट सपना भावनानीने ट्विटर पर इरफान खान के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए लिखा, 'हम आपको बहुत सारा प्यार भेज रहे हैं।आप जल्दी स्वस्थ होकर घर लौट आयें। हम आपको मिस कर रहे हैं।'



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
दो साल पहले मार्च-2018 में इरफान को अपनी बीमारी का पता चला था। उन्होंने खुद अपने फैंस को यह खबर दी थी। -फाइल फोटो




india news

मुंबई की मेयर दिनभर स्लम में राशन-दवाइयां बंटवाती हैं, रात में नर्स बन सरकारी अस्पतालों में मरीजों की देखभाल करती हैं

मुंबई के सायन अस्पताल में इन दिनों एक नई नर्स दौड़ भाग कर रही है। यह दूसरों से अलग इसलिए है क्योंकि यह मुंबई की मेयर भी हैं। मेयर किशोरी पेडनेकर अपने बैग में अब दूसरे ज़रूरी सामान की तरह नर्स की यूनिफॉर्म भी रखती हैं। वह कहती हैं ‘पता नहीं कि किस अस्पताल से कब फोन आ जाए।


किशोरी पेडनेकर दिन में मेयर होने की जिम्मेदारी निभाती हैं और रात में उन्होंने नर्स बनकर कोरोना मरीजों की देखभाल करने का फैसला लिया है। वह बताती हैं कि उन्होंने दो तीन दिन पहले ही दक्षिण मुंबई के अस्पतालों में बतौर नर्स सेवाएं देने के लिए आग्रह किया था। मंगलवारको दिन में ही सायन अस्पताल से फोन आ गया था। जब दैनिक भास्कर की उनसे बात हुई तो वह इसी अस्पताल में थी। किशोरी ने बताया किरात में वह मुंबई के नायर अस्पताल में आठ घंटे की डयूटी करने वाली हैं। जिस भी अस्पताल से फोन आएगा,डयूटी करने जाऊंगी।

किशोरी मेयर होने के नाते अपने कार्यकर्ताओं और स्थानीय अधिकारियों के साथ स्लम और बाकी इलाकों की व्यवस्था देखने जाती हैं। मुंबई में 28 अप्रैल तक 219 लोगों की मौत हुई, जबकि 5 हजार 776 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

किशोरी ने 1979 में एएनएम का कोर्स किया था
दिन में वह मेयर होने के नाते सारे काम निपटाती हैं। जिसमें स्लम एरिया में खाने की व्यवस्था से लेकर दवाईंया और बाकी जरूरतें मुहैया कराना शामिल है।किशोरी शादी से पहले नर्स की नौकरी किया करती थी। वह बताती हैं कि 1979 में थाणे से एएनएम का कोर्स किया था। पिता दशरथ कावले मिल वर्कर थे और मां चारुशिलाघर का कामकाज संभालती थीं। पेडनेकर के अनुसार, चार बहनों और एक भाई का खर्च बहुत ज्यादा था। इसलिए पिता ने हम लोगों की आगे की पढ़ाई रोक दी। एएनएम का कोर्स करने के बादजवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट अस्पताल में नौकरी शुरूकर दी।

किशोरी बताती हैं कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने अपील कि थी कि जिसे भी मेडिकल फील्ड का काम आता है, वह मैदान में आए।कोरोना एक जंग है जिसे हमें जीतना है। महाराष्ट्र को जरूरत है, तब मैदान में नहीं आएंगे, तो कब आएंगे। जब मुझे नर्स का काम आता है तो सीएम की अपील और अस्पतालों में जरूरत को देखते हुए मैं किसी हालत में घर पर नहीं रह सकती।

बचपन में परिवार की जिम्मेदारियों और कमजोर आर्थिक स्थितियों के चलते किशोरी ने नर्सिंग का कोर्स किया था। एक अस्पताल में नौकरी भी करती थीं।

किशोरी के पति उनकी पूरी मदद करते हैं। यहां तक कि शादी के बादपति ने पढ़ाई पूरी करवाई। उसके बाद किशोरी शिवसेना की फायर फाइटर मंदाकिनी चौहान के साथ समाजसेवा के काम में लग गई और वहीं से राजनीतिक सफर की शुरुआत हुई।


मुंबई में नर्सिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स भी काम कर रहे हैं। किशोरी के अनुसार, मैं पहले भी इन बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए अस्पताल जाती थीं, लेकिन अब यूनिफॉर्म में जाऊंगी तो उनका हौसला और बढ़ेगा। मुंबई की फर्स्ट सिटिजन किशोरी यह भी कहती है कि पहाड़ भी आ जाए, तो टकरा जाएंगे। डॉक्टर और नर्स होने का सुख और किस्मत भगवान हर किसी के नसीब में नहीं लिखता।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
The mayor of Mumbai distributes ration-medicines in the slums throughout the day, takes care of patients in government hospitals by becoming nurses at night




india news

तीन और पुलिसकर्मियों को किया गया सस्पेंड, अब तक कुल 5 पर हुई कार्रवाई और 110 से ज्यादा आरोपी हुए गिरफ्तार

पालघर में दो साधुओं समेत तीन लोगों की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर की गई हत्या के मामले में बुधवार को तीन और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इनमें एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और 2 हेड कॉन्स्टेबल शामिल हैं, जो कि कासा पुलिस स्टेशन में तैनात थे।

16-17 अप्रैल की रात मुंबई से सूरत की ओर जा रहे दो साधुओं और एक ड्राइवर की पालघर के गडचिंचले गांव में पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अब तक 110 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, राज्य सरकार की ओर से सबसे पहले दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था, वे एक थाना के इनचार्ज थे। वहीं, बीती रात करीब 35 पुलिसकर्मियों का एक साथ तबादला कर दिया गया था।

गौरतलब है कि इस मामले को लेकर लगातार राजनीतिक बयानबाजी हुई थी और उद्धव सरकार विपक्ष के निशाने पर थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
इसी गाड़ी में तीनों को बचाकर पुलिसवाले पुलिस स्टेशन तक ले जाना चाह रहे थे। ग्रामीणों ने उन्हें भी घेरकर गाड़ी में तोड़फोड़ की और पुलिसवालों के साथ मारपीट की।




india news

हासिल फिल्म की शूटिंग के दौरान इरफान प्रयागराज में स्कूटर पर घूमे, पतंग उड़ाई और विरोध करने वाले छात्र नेताओं को बना लिया था दोस्त

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति कीपृष्ठभूमि पर बनी फिल्म 'हासिल' से बॉलीवुड की सुर्खियों में आए अभिनेता इरफान खान अब हमारे बीच नहीं रहे हैं। प्रयागराज (इलाहाबाद) के कई मोहल्लों में इस फिल्म और इरफान से जुड़ी यादें आज भी जिंदा हैं। साल 2000 में करीब20-25 दिनों तक 'हासिल' फिल्म कीशूटिंग हुई थी। फिल्म के ज्यादातर सीन इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, पब्लिक लाइब्रेरी और कंपनी गार्डन में शूट किए गए थे।इरफान करीब 20 दिनों तक प्रयागराज में रहे थे और इस दौरान बाइक पर मुहल्ले-मुहल्ले घूमने से लेकर सड़कों पर चाय पीना, चाट खाना और पतंग उड़ाने जैसे कई शौक पूरे किए। शहर के कई लोगों से उनकी दोस्ती हो गई थी। आज जब इरफान दुनिया को अलविदा करके चले गए तो उनके इन दोस्तों के पास उनकी यादें और किस्से हैं। कई इरफान के साथ बिताए लम्हों को याद करके भावुक हो गए। चलिए, आपको भी20 साल पुरानी उन यादों के पिटारे में ले चलते हैं।


'इरफान को अपनी स्कूटर पर बैठकर कई मुहल्लों में घुमाया'

थिएटर से जुड़े रहे प्रयागराज के रहने वाले मोनूखान ने 'हासिल' में एक इंस्पेक्टर का रोल निभाया था। उन्होंने बताया, 'इरफान साहब फिल्म की शूटिंग शुरू होने के कुछ दिन पहले ही यहां आ गए थे। वे शहर को जानना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने मुझ से यहां के मुहल्ले घुमाने की गुजारिश की थी। मैं उनको लेकर यूनिवर्सिटी से सटे कटरा इलाके में गया। उस दौर में वहां सबसे ज्यादा छात्र रहते थे। हमने कई छात्रों से बात की और इरफान ने हमारे साथ चाय और बन-मक्खन भीखाया था। शूट के बाद इरफान कई बार मेरी स्कूटर पर बैठकर चौक और लोकनाथ भी गए थे। प्रयागराज में उस दौर में भीड़ बहुत ज्यादा नहीं थी, इसलिए उन्होंने कहा था कि बाबुओं का यह शहर मेरा फेवरेट बन गया है।'

'तीन बार घर से बिरयानी मंगाकर इरफान ने खाई थी'

मोनू ने आगे बताया,'इरफान साहब घर के खाने के बहुत शौकीन थे। एक दिन उन्होंने मुझ से घर की बिरयानी खाने की गुजारिश की और मैं उनके लिए अम्मी के हाथों से बनी बिरयानी लेकर गया। उन्हेंवह इतनी पसंद आई कि उन्होंने प्रयागराज में रहने के दौरान तीन बार मुझ से बिरयानी मंगाई। उनका जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है।'

फिल्म हासिल के एक सीन में इंस्पेक्टर की भूमिका में मोनू खान और इरफान खान एक दूसरे से बहस करते हुए।

दोस्त से कई महीने तक सीखी इलाहाबादी बोली
फिल्म में इरफान के गैंग से जुड़े करीबी का किरदार निभाने वाले ज्ञानेश कमल ने बताया, 'इरफान से मेरी दोस्ती उनके प्रयागराज आने से पहले से थी। इरफान और मैं अक्सर मुंबई के पृथ्वी थिएटर के पास एक स्पॉट पर मिला करते थे। मैंने उन्हें इलाहाबादी बोली, यहां के कल्चर और मजाक में दी जाने वाली गालियां भी सिखाई थीं।

कमल ने बताया, 'हासिल इरफान के जीवन की एक बड़ी फिल्म होने जा रही थी, यह उन्हें बखूबी पता था। इसलिए वे सीरियल 'चंद्रकांता' की शूटिंग के बाद लगभग हर रोज मुझ से मिलने आते थे और हम घंटों इलाहाबादी बोली में एक दूसरे से बातें करते थे। फिल्म में उनके कहने पर ही मैंने उनके साथी का रोल निभाया था।' उनके जाने से भावुक हुए ज्ञानेश कमल ने कहा, 'इरफान जीवन को जीता जागता रंगमंच कहते थे। उनकी कला दृष्टी कल्पना से नहीं जिन्दगी से किरदार को जिंदा करती थी।'

हासिल के एक सीन में नाराज इरफान खान को रोकते हुए ज्ञानेश कमल। ज्ञानेश और इरफान मुंबई में रहने के दौरान भी एक दूसरे के मित्र थे।

'इरफान को पतंगबाजी का बहुत शौक था, चाट उनकी फेवरेट थी'

हासिल में ज्योतिष की भूमिका में नजर आ चुके प्रयागराज केमालवीय नगर के रहने वाले आकाश पांडा ने बताया, 'इरफान खान को वेजीटेरियन खाना और पतंग उड़ाना बहुत पसंद था। वे शूट के दौरान दो बार मेरे घर पर भी आएथे और हमने तकरीबन एक घंटे तक छत पर पतंग उड़ाई थी। इरफान के कहने पर ही फिल्म में पतंगबाजी का दृश्य डाला गया था। वे मेरे साथ लोकनाथ की गली में चाट खाने भी गए थे। जब वे मेरे यहां आए थे तो मैंने उन्हें हरी के समोसेभी दिए थे।' बता दें कि प्रयागराज में लोकनाथ की चाट और हरी के समोसे काफी फेमस हैं।

आकाश पांडा ने हासिल फिल्म में एक ज्योतिष की भूमिका निभाई थी। इस दौरान उन्होंने एक सीन में इरफान की पूजा भी करवाई थी।

विरोध करने वाले छात्र नेता बन गए थे दोस्त

फिल्म हासिल की शूटिंग के दौरान एक बड़ा विवाद भी हुआ था। इरफान खान फिल्म में छात्रनेता रणविजय सिंह और आशुतोष राणा उनके विरोधी गौरी शंकर पांडे के किरदार में थे। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष संजय तिवारी ने बताया, 'मेरा छात्रसंघ के महामंत्री पद का कार्यकाल खत्म ही हुआ था। हमें पता चला कि फिल्म में आशुतोष राणा का किरदार को पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मी शंकर ओझा के रूप में पेश किया जा रहा है। वे एक कर्मठ नेता थे और उनकी नकारात्मक छवि हम बर्दाश्तनहीं कर सकते थे। इसलिए हमने इसका विरोध किया था। हालांकि, बाद में मेरी और इरफान, आशुतोष से अच्छी दोस्ती हो गई और एक दिन मैं उन्हें कॉफी हाउस पर डोसा खिलाने के लिए भी ले गया था।'

हासिल की शूटिंग खत्म होने की इलाहाबाद में पार्टी हुई थी। इसमें ज्ञानेश कमल(बाएं), कैमरा मैन रैफे(बीच में), इरफान खान, डायरेक्टर तिग्मांशु धूलिया (दाएं)।

'कैमरा लेकर चेक करते थे शूट किए सीन'

उस दौर में प्रयागराज के एक मात्र नेशनल टीवी जी न्यूज के पत्रकार छत्रपति शिवाजी ने बताया, 'इरफान की फिल्म 'हासिल' का निर्माण हमारे ग्रुप के सहयोग से हो रहा था। इस वजह से हम लगभग हर रोज वहां जाते थे और फिल्म के कुछ सीन शूट करते थे। शूटिंग खत्म होने के बाद इरफान अक्सर उनके कैमरे को लेकर अपने सीन को रिवर्स करके देखते थे।' वहीं, लोकलटीवी चैनल पीटीएन में काम करने वाले पुनीत मालवीय ने बताया कि इरफान को ज्यादा सिगरेट पीने की लत थी। पुनीत ने इरफ़ान का तीन बार इंटरव्यू किया था और कई बार वे बीच इंटरव्यू में ही सिगरेट के एक दो कश लगा लेते थे।

शूटिंग खत्म होने के बाद पूरी टीम ने प्रयागराज के यात्रिक होटल में पार्टी की थी। इस दौरान इरफान ने डांस भी किया था।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
साल 2000 की इस तस्वीर में इरफान खान फिल्म हासिल की शूटिंग से पहले तैयार होकर अपने कुछ दोस्तों के साथ खड़े हैं। इस फिल्म की 25 दिन की शूटिंग प्रयागराज में हुई थी।




india news

कपिल और धीरज वधावन की सीबीआई हिरासत एक मई तक बढ़ी, महाबलेश्वर से दोनों हुए थे गिरफ्तार

यस बैंक घोटाले के सिलसिले में कारोबारी बंधुओं कपिल और धीरज वधावन की सीबीआई हिरासत यहां एक विशेष अदालत ने एक मई तक के लिये बढ़ा दी है। कपिल और धीरज वधावन दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) और आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स के प्रवर्तक हैं। उन्हें रविवार को महाराष्ट्र में सतारा जिले के एक पृथक-वास से गिरफ्तार किया गया था।

यस बैंक के पूर्व सीईओ एवं सह-संस्थापक राणा कपूर की संलिप्तता वाले करोड़ों रुपये के घोटाले में इससे (गिरफ्तारी से) करीब 50 दिन पहले इन दोनों को नामजद किया गया था। बुधवार को दोनों भाइयों को यहां एक विशेष अदालत में पेश किया गया क्योंकि उनकी रिमांड की अवधि खत्म हो गई थी। सीबीआई ने आगे के लिये उनकी हिरासत मांगते हुए कहा कि आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।

सीबीआई की यह थी दलील
जांच एजेंसी ने यह भी कहा कि साजिश का खुलासा करने के लिये और कपूर के साथ उनके संबंधों का पता लगाने के लिये आगे भी छानबीन करने की जरूरत है। बचाव पक्ष के वकील सुबोध देसाई ने दलील दी कि अपराध की प्रकृति को देखते हुए उन्हें हिरासत में सौंपे जाने की जरूरत नहीं है। हालांकि, अदालत ने उनकी सीबीआई हिरासत एक मई तक के लिये बढ़ा दी।

यह है दोनों भाइयों पर आरोप
अधिकारियों ने बताया कि वधावन बंधुओं को कपूर और अन्य द्वारा की गई बैंकिंग धोखाधड़ी के सिलसिले में सीबीआई की प्राथमिकी में नामजद किया गया है। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि कपूर (62) ने खुद को और अपने परिवार को उनके मालिकाना हक वाली कंपनियों के मार्फत अनुचित फायदा पहुंचाने के एवज में यस बैंक के जरिये डीएचएफएल को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई थी। सीबीआई की प्राथमिकी के मुताबिक यह घोटाला अप्रैल से जून 2018 के बीच हुआ था, जब यस बैंक ने घोटाला प्रभावित डीएचएफएल के अल्प अवधि के ऋणपत्र में 3,700 करोड़ रुपये निवेश किये थे। इसके एवज में वधावन ने कथित तौर पर कपूर और उनके परिवार के सदस्यों को ऋण के रूप में 600 करोड़ रुपये की कथित तौर पर रिश्वत दी थी। सीबीआई के अलावा प्रवर्तन निदेशालय भी यस बैंक घोटाले के सिलसिले में दोनों भाइयों की भूमिका की जांच कर रहा है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
अदालत में पेशी के लिए जाते हुए धीरज और कपिल बधावन। इन्हें महाबलेश्वर से सीबीआई ने गिरफ्तार किया था।




india news

आज राज्य में संक्रमण से सबसे ज्यादा 32 की जान गई, 4 कर्मचारियों में कोरोना की पुष्टि के बाद मंत्रालय बंद

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। बुधवार को राज्य में संक्रमण से 32 मौतें हुई हैं। यह एक दिन में मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इनमें 26 मौतें मुंबई में जबकि 3 पुणे में हुई। वहीं, सोलापुर, औरंगाबाद और पनवेल में संक्रमण से एक-एक की जान गई। मृतकों में 25 पुरुष और 7 महिलाएं हैं। मृतकों की उम्र 40 से 60 साल के बीच की है। मृतकों में से 18 में डायबिटीज, हाइपरटेंशन और हार्ट की प्रॉब्लम थी। इससे पहले मंगलवार को राज्य में 31 की जान संक्रमण से गई थी।इसी के साथ राज्य में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 432 तक पहुंच गया है।वहीं, राज्य में बुधवार को 597 नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं। इसे मिलाकर राज्य में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 9915 तक पहुंच गई है।


मालेगांव में 24 घंटे में 48 नए मरीज मिले
पिछले 24 घंटे के दौरान मालेगांव तहसील में कोरोना के 48 नए मामले सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। पूरे शहर को सुपर रेड जोन में डाल दिया गया है। यहां मेडिकल को छोड़कर बाकी सभी दुकानें बंद कर दी गई हैं। नए संक्रमितों में 2 पुलिसवाले भी शामिल हैं। अब तक यहां 193 लोगो में संक्रमण की पुष्टि हुई है।

4 कर्मचारियों में कोरोना की पुष्टि के बाद 2 दिन के लिए मंत्रालय बंद
कोरोना का संक्रमण यहां मंत्रालय में भी पहुंच गया है। मंत्रालय के 4 कर्मचारी कोरोना पॉजेटिव पाए गए हैं। इसके बाद अगले 2 दिन के लिए मंत्रालय बंद कर दिया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग का कहना है किमंत्रालय सैनिटाइजेशन के लिए 29 और 30 अप्रैल को बंद रहेगा। वैसे भी लॉकडाउन की वजह से मंत्रालय में न्यूनतम कर्मचारियों के साथ काम किया जा रहा है।

मुंबई में कोरोना अपडेट:

  • एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में मंगलवार को कोरोना के 42 मरीज सामने आए। धारावी में एक दिन में कोरोना के नए मरीजों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। यहां अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है।

  • कोरोना संक्रमितों की संख्या मुंबई में तेजी से बढ़ रही है, लेकिन मरीज बड़ी संख्या में ठीक भी हो रहे हैं। मंगलवार को 219 लोगों की इलाज के बाद अस्पताल से छुट्‌टी की गई। मुंबई में अब तक कुल 1,234 मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं।
  • कोरोना वायरस से मुंबई में सबसे ज्यादा प्रभावित वर्ली, बीडीडी चॉल, लोअर परेल और करी रोड में बीएमसी ने मोबाइल वैन डिस्पेंसरी सेवा शुरू की है। इसके जरिए डॉक्टर घर-घर जाकर लोगों की जांच करके जरूरी होने पर दवाई दे रहे हैं।
  • मुंबई के नायर हॉस्पिटल में कोविड-19 संक्रमित 16 गर्भवती महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी कराई गई। जांच में सभी बच्चों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। हॉस्पिटल के डीन डॉ. मोहन जोशी ने बताया कि हम संक्रमण से बचाव के लिए एहतियात बरत रहे हैं, इसलिए किसी भी नवजात में इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

कोटा में फंसे छात्रों को लेने के लिए 100 बसें रवाना हुईं
राजस्थान के कोटा में फंसे राज्य के विद्यार्थियों को लाने के लिए महाराष्ट्र सरकार की 100 बसें रवाना हो गई हैं। राज्य के परिवहन मंत्री अनिल परब ने बताया कि ये बसें मध्यप्रदेश के रास्ते कोटागई हैं। जिस रूट से बसें गई हैं, उसी रूट से वापस आएंगी। महाराष्ट्र में आने के बाद विद्यार्थियों का पहले टेस्ट किया जाएगा। इसके बाद 14 दिन के लिए उन्हें अलग रखा जाएगा। फिर दोबारा टेस्ट कराकर ही घर भेजा जाएगा।

विदर्भ में धान खरीदी 30 अप्रैल तक होगी
विदर्भ में धान खरीदी करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से 30 अप्रैल तक समय दिया गया है। प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने यह जानकारी दी। भुजबल ने कहा कि विदर्भ में 30 अप्रैल तक धान बेचने वाले किसानों को राज्य सरकार की ओर से दिए जाने वाले प्रोत्साहन अनुदान का लाभ दिया जाएगा। धान के लिए 1800 रुपए प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य और 700 रुपए प्रोत्साहन अनुदान राशि दी जाएगी।

55 साल से ऊपर वाले पुलिसकर्मी रहेंगे घर पर
कोरोना महामारी के चलते मुंबई के पुलिस कमिश्नर ने बड़ा अहम फैसला लिया है। उन्होंने मुंबई पुलिस के वरिष्ठ कर्मचारियों को घर पर ही रहने का आदेश दिया है। उनका कहना है कि जिनकी उम्र 55 साल से ज्यादा है वे बंदोबस्त में नआएं। साथ ही उन्होंने ऐसे पुलिसकर्मियों जिनकी उम्र 52 साल से अधिक है और जिन्हें शुगर, बीपी, हृदय या अन्य मेडिकल संबंधी समस्याएं हैं, उनको भी घर पर रहने के निर्देश दिए हैं। पिछले दिनों कोरोना महामारी से मुंबई पुलिस के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई थी, जिसके बाद मुंबई पुलिस कमिश्नर ने यह आदेश दिया।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
बीएमसी स्वास्थ्यकर्मी फुल बॉडी सूट पहनकर शास्त्री नगर इलाके में कोरोना संक्रमितों की जांच के लिए पहुंचे। यहां 10 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं।




india news

सरकार का आदेश: मरीजों की जांच से मना करने वाले अस्पतालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई

किसी भी निजी हॉस्पिटल में इलाज के लिए गए मरीज को अगर मना किया जाता है तो उक्त हॉस्पिटल या डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर महाराष्ट्र के मुख्य सचिव अजय मेहता की ओर से बृहस्पतिवार को एक आदेश जारी किया गया है। नया आदेश दो मई से लागू होंगे।

राज्य में कोविड-19 के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए मुख्य सचिव ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को किसी भी परिस्थिति में मरीजों को बिना जांच के नहीं लौटाने का निर्देश दिया है। इसके मुताबिक, हॉस्पिटल को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि कोविड-19 के नमूने लिए जाने के 12 घंटे के अंदर जांच के परिणाम आ जाए और 30 मिनट के भीतर मृत मरीजों के शवों को अस्पताल के वार्ड से हटाया जाए।

48 घंटे में आ रहे हैं जांच के परिणाम
हालांकि, आदेश के पालन में दिक्कत हो रही है क्योंकि कोविड-19 की जांच के नमूने लिए जाने के 48 घंटे बाद परिणाम आ रहे हैं और ऐसे भी मामले सामने आए हैं जब मृतक मरीजों का शव वार्ड में चार घंटे से भी ज्यादा समय तक रखा रहा। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख भी पूर्व में इन मुद्दों को उठा चुके हैं ।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
धारावी में जांच के लिए जाने से पहले तैयारी करते स्वास्थ्यकर्मी। यहां से सटे एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भी कई डॉक्टर और नर्स कोरोना संक्रमित मिले थे।




india news

महाराष्ट्र में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों और पर्यटकों को उनके घर भेजने के तैयारी शुरू, कार्यालय बना और गाइडलाइन हुई जारी

उद्धव सरकार के दिशानिर्देशों में कहा गया है,'जिन लोगों को भेजा जाना है, उनकी पहले स्क्रीनिंग की जाएगी। केवल उन व्यक्तियों को जिनमें कोरोना के कोई भी लक्षण नहीं दिखते हैं, उन्हें सरकारी पत्र के साथ वापस भेजा जाएगा। वहीं जिसमें लक्षण मिलेंगे उन्हें अलग से रखा जाएगा। इससे पहलेबुधवार को गृह मंत्रालय ने कहा कि फंसे हुए प्रवासी कामगारों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों को लॉकडाउन के दौरान शर्तों के साथ जाने की अनुमति दी जाएगी। जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से यह गाइडलाइन जारी की गई है।

नियमों में कहा गया है...

  • तय प्रारूप' में दूसरे राज्य से मंजूरी भी जरूरी है।
  • इन लोगों को ले जाने वाली बसों को ट्रांजिट पास जारी किया जाएगा।
  • महाराष्ट्र में आने वाले सभी लोगों की वहां स्क्रीनिंग होगी जहां से उन्हें भेजा जाएगा।
  • जो लोग राज्य में वापस लौटेंगे यहां भी उनकी स्क्रीनिंग होगी और उन्हें 14 दिन के होम क्वारैंटाइन रखा जाएगा।
  • अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें संस्थागत तरीके से क्वारैंटाइन किया जाएगा।

10 हजार बसों का बेड़ा तैयार हुआ
महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा कि राज्य सड़क परिवहन की 10 हजार बसें प्रवासी मजदूरों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए तैयार हैं। सरकार की तरफ से निर्देश मिलते ही एसटी की बसों से प्रवासी मजदूरों को भेजने की व्यवस्था की जाएगी।

लॉकडाउन में फंसे लोगों के लिए सरकार ने बनाया कार्यालय

सरकार ने लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों मे फंसे राज्य के प्रवासी कामगारों, श्रद्धालुओं, छात्रों और पर्यटकों की सहायता के लिए यहां एक कार्यालय स्थापित किया है। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र आपदा मोचन प्राधिकरण के निदेशक अभय यवलकर की देखरेख में कार्यालय का गठन किया गया है। उन्होंने फेसबुक के जरिए अपने संबोधन में कहा कि लोग मदद के लिए कार्यालय के सहायता नंबर 022-22027990, 022-22023039, 9821107565 और 8007902145 पर संपर्क कर सकते हैं।

सीएम उद्धव ठाकरे ने प्रवासी मजदूरों को घर भेजने की बात कही थी

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल ही में कहा था कि वह प्रवासियों को उनके गांव भेजने के लिए रास्ता निकाल रहे हैं। जैसे ही कोई रास्ता निकलेगा प्रवासी मजदूरों को उनके गांव रवाना कर दिया जाएगा। इसके बाद महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह ने राज्यपाल से मिलकर यह मांग की थी जबकि मुंबई भाजपा के महामंत्री अमरजीत मिश्र एवं यूपी डेवलपमेंट फोरम ने भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की थी कि महाराष्ट्र के प्रवासियों को उके घर भेजने की व्यवस्था की जाए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
नागपुर के एक शेल्टर होम में फंसे मजदूर। इन्हें जिला प्रशासन की ओर से खाना और अन्य सुविधाओं को दिया जा रहा है।




india news

नवी मुंबई से साइकिल पर झारखंड के लिए निकले 57 मजदूरों पर केस दर्ज, साइकिल बेचने वालों पर भी हुई कार्रवाई

नवी मुंबई से तकरीबन 1700 किलोमीटर झारखंड के लिए साइकिल से निकले 57 मजदूरों के खिलाफ गुरुवार को केस दर्ज किया गया है। लॉकडाउन के दौरान इन प्रवासी मजदूरों को साइकिलें बेचने वाले तीन दुकान मालिकों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।

गश्त पर निकले कुछ पुलिसकर्मियों ने बुधवार तड़के नवी मुंबई में महापे के पास लोगों के एक समूह को साइकिलों से जाते देखा।मामले की जांच कर रहे अधिकारीवरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सचिन राणे नेबताया कि पूछताछ किए जाने पर मजदूरों ने बताया कि रोजगार नहीं रहने और खाने-पीने का सामान खत्म होने के बाद वे नवी मुंबई के तुर्भे और आसपास के इलाके से उत्तरप्रदेश, बिहार और झारखंड में अपने घर जाने के लिए निकले हैं।

साइकिल बेचने वाले दुकानदारों पर भी केस
मजदूरों ने बताया कि तुर्भे और पास के इलाके में तीन दुकानों से इन लोगों ने साइकिलें खरीदी थी। सचिन राणे नेकि इसके बाद 57 प्रवासी मजदूरों को तुर्भे थाने ले जाया गया और आईपीसी की धारा 188 (लोक सेवक के आदेश की अवहेलना) के तहत मामला दर्ज किया गया। उनकी साइकिलें जब्त कर ली गईं।वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सचिन राणे ने बताया कि बाद में मजदूरों को नवी मुंबई में अपने घर जाने दिया गया और उन्हें पर्याप्त खाना और अनाज भी मुहैया कराया गया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मजदूरों ने तीन दुकानदारों से 57 साइकिलों को खरीदा था और इसी से 1700 किलोमीटर का सफर करने वाले थे।




india news

राज्यपाल ने भारतीय चुनाव आयोग से कहा- विधान परिषद की खाली सीटों के लिए चुनाव घोषित करवाए जाएं

महाराष्ट्र केराज्यपाल बीएस कोश्यारी ने गुरुवार को चुनाव आयोग से अपील की है कि महाराष्ट्र विधान परिषद की खाली पड़ी 9 सीटों के लिए आयोग को चुनाव घोषित करें। इससे पहले मुख्यमंत्रीउद्धव ठाकरे ने विधान परिषद का सदस्य मनोनीत होने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से मदद मांगी थी। दरअसल,27 मई को उन्हें सीएम बने 6 महीने पूरे हो जाएंगे।वो अब तक विधानसभा और विधान परिषद के सदस्य नहीं बन पाए हैं। संविधान के मुताबिक, पद पर बने रहने के लिए उन्हें 6 महीने में विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य होना जरूरी है। 9 और 28 अप्रैल को इस बारे में राज्यपाल को प्रस्ताव भेजे गए। हालांकि, राजभवन ने अब तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया।


न्यूज एजेंसी के मुताबिक, उद्धव ने प्रधानमंत्री को फोन करके सहायता मांगी थी। इस पर मोदी ने उन्हें मुद्दे पर विचार का भरोसा दिलाया। अगर राज्यपाल ठाकरे को सदस्य मनोनीत नहीं करते हैं तो संवैधानिक संकट खड़ा हो जाएगा। उद्धव को इस्तीफा देना पड़ेगा।

##

राज्यपाल को दो बार पत्र भेेजा गया
राज्य मंत्रिमंडल ने 9 के बाद 28 अप्रैल को राज्यपाल को उद्धव को मनोनीत किए जाने के संबंध में स्मरण पत्र भेजा था। गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी की तरफ से इसका जवाब नहीं आया है। ठाकरे 28 नवंबर को सीएम बने थे।

कोरोना संकट के बीच मुश्किल
महाराष्ट्र कैबिनेट ने सोमवार को भेजे प्रस्ताव में कहा था कि उद्धव राज्य में कोरोना संकट का सामना कर रहे हैं। यह बढ़ता जा रहा है। इन हालात में राजनीतिक अस्थिरता नहीं आनी चाहिए। इसलिए, विधान परिषद की एक खाली सीट पर उद्धव को मनोनीत करने की सिफारिश की जाती है।

28 मई से पहले विधानपरिषद या विधानसभा की सदस्य बनना जरूरी
उद्धव फिलहाल, विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। 28 नवंबर 2019 को शपथ ग्रहण के दौरान ही राज्यपाल कोश्यारी ने उन्हें छह महीने के अंदर विधानमंडल के किसी भी सदन का सदस्य बनने के लिए कहा था। आगामी 27 मई को बतौर मुख्यमंत्रीछह महीने पूरे हो जाएंगे। उन्हें 28 मई तक दोनों में से किसी एक सदन का सदस्य बनना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं होता तोसंवैधानिक तौर पर वो सीएम नहीं माने जाएंगे।इस्तीफा देना होगा।

वो नेता जो सदन के सदस्य नहीं थे पर मुख्यमंत्री बने

  • जून 1980 में मुख्यमंत्री बनने वाले अंतुले राज्य में ऐसे पहले नेता थे। बाद मेंविधान परिषद सदस्य बने।
  • वसंतदादा पाटिल एक सांसद के तौर पर इस्तीफा देने के बाद फरवरी 1983 में मुख्यमंत्री बने थे।बाद मेंविधान परिषद सदस्य बने।
  • निलांगेकर पाटिल जून 1985 में मुख्यमंत्री बने थे। उस वक्त पाटिल किसी सदन के सदस्य नहीं थे। बाद में विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने।
  • शंकरराव चव्हाण मार्च 1986 जब मुख्यमंत्रीबने। उस वक्त वो केंद्रीय मंत्री थे।बाद मेंविधान परिषद सदस्य बने।
  • नरसिंह राव सरकार में पवार तब रक्षा मंत्री थे लेकिन मुंबई में दंगे के बाद सुधाकरराव नाइक के इस पद से हटने के बाद मार्च 1993 में पवार मुख्यमंत्री बने थे। बाद में विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने।
  • 2003 में जब सुशील कुमार शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री बने तब वो किसी सदन के सदस्य नहीं थे। बाद में वो विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने।
  • 2010 में पृथ्वीराज चव्हाण ने मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद छोड़कर सीएम पद की शपथ ली थी।बाद मेंविधान परिषद सदस्य बने।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
उद्धव ठाकरे अब तक विधानसभा या विधान परिषद के सदस्य नहीं हैं। वो 28 नवंबर को सीएम बने थे। राज्य में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी की गठबंधन सरकार है। -फाइल फोटो




india news

शरद पवार को उम्मीद, 3 मई के बाद ग्रीन जोन में शुरू हो सकती हैं औद्योगिक गतिविधियां

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि जिन जगहों पर कोरोना वायरस क असर नहीं है, वहां जल्द ही औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। फेसबुक लाइव पर शरद पवार ने चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना वायरस हॉटस्पॉट मुंबई और पुणे के मामले में अलग फैसले लिए जा सकते हैं।

उद्योग शुरू होने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाए

कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन घोषित किया गया है। लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई है कि पीएम मोदी लॉकडाउन खत्म होने के बाद ग्रीन जोन औद्योगिक गतिविधियों को शुरू करने की मंजूरी दे देंगे। पवार ने कहा कि जिस जगह भी काम करने की छूट दी जाए, सब जगह सोशल डिस्टेसिंग का खासतौर से ध्यान रखना चाहिए। ताकि इस जनलेवा बीमारी से सभी दूर रहें।

शरद पवार ने किसानों को दिए लोन के ब्याज में छूट की मांग की

महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रसार को देखते हुए उन्होंने कहा कि जो भी कोरोना का प्रसार हो रहा है वो घनी बस्तियों में अधिक हो रहा है। पवार ने कृषि पर जोर देते हुए कहा कि किसानों को जो भी लोन दिए जाएं उन सब में ब्याज में छूट दी जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को फसल पर लोन लेने के लिए ब्याज दर शून्य होनी चाहिए।

शरद पवार ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते जो बेरोजगारी आई है, उसका भी कुछ हल निकालनानिकालना चाहिए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
फेसबुक लाइव पर शरद पवार ने चर्चा करते हुए यह बाते कहीं हैं।




india news

राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 10 हजार के पार, 24 घंटे में 27 की मौत; कोरोना के इलाज में प्रदेश की पहली प्लाज्मा थैरेपी सफल

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। गुरुवार को राज्य में583 नए केस सामने आए। इसके साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा 10 हजार पार करके 10,498 तक पहुंच गया। वहीं,महाराष्ट्र में गुरुवार को संक्रमण से 27 लोगों की मौत हुई है। मृतकों में 20 मुंबई से, तीन पुणे से, दो ठाणे से और एक-एकनागपुर और रायगढ़ से हैं। इनमें 19 पुरुष और 8 महिलाएं हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इनमें से 14 की उम्र 60 साल से अधिक, 13 की उम्र 40 से 60 साल के बीच है। इसे मिलाकर राज्य में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 459 तक पहुंच गया है।


प्रवासी मजदूरों को भेजनेके लिए 10 हजार बसें तैयार
महाराष्ट्र में फंसे मजदूरों को उनके राज्योंमें भेजने के लिए महाराष्ट्र परिवहन विभाग की 10 हजार बसेंतैयार हैं। मजदूरों को भेजने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार से भी गुजारिश की थी। दूसरी ओर कोटा में फंसे महाराष्ट्र के ढाई हजार छात्रों को लाने के लिए भी बुधवार को 100 बसें रवाना हुई थीं।

धारावी के मुकुंद नगर में एक बुजुर्ग की स्क्रीनिंग करती स्वास्थ्यकर्मी। यहां 250 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं।

प्लाज्मा थैरेपी का पहला इलाज रहा सफल
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक, कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्रायोगिक तौर पर शुरू की गई प्लाज्मा थैरेपी का पहलीट्रायल सफल रहीहै। ये ट्रायल मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती मरीज पर की गई।दूसरीट्रायल जल्द ही नायर अस्पताल में कीजाएगी।

मुंबई के माहिम इलाके में स्वास्थ्यकर्मी डोर-टू-डोर जांच कर रहे हैं। रेड जोन में आने वाले इस इलाके में सुपर लॉकडाउन घोषित किया गया है।

कोरोना से बीएमसी कर्मचारी की मौत का पहला मामला
बृहन मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के 49 साल के कर्मचारी की बुधवार को मौत हो गई। मिशन धारावी ऑपरेशन से जुड़ा कर्मचारीबीएमसी के असेसमेंट डिपार्टमेंट में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थाऔर राशन बांटने वाली टीम में शामिल था। 23 अप्रैल को बोरिवली के एक निजी क्लीनिक में न्यूमोनिया का इलाज कराया था। हालत बिगड़ने पर सोमवार को सैंपल लिए गए। बुधवार को कस्तूरबा अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई।

रेड जोन वाली मुंबई में साइकिल से जाता एक शख्स। यहां फोर व्हीलर और बाइक पर घूमने पर पाबंदी है।

पुणे में कोरोना मरीजों को रोबोट की मदद से खाना दिया जा रहा
सरदार वल्लभ भाई पटेल कंटेंनमेंट जनरल हॉस्पिटल में कोरोनावायरस मरीजों को दिन में तीन बार खाना परोसने के लिए रोबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है। अस्पताल के प्रमुख डॉक्टर वीडी गायकवाड़ ने बताया कि उन्हें ये आइडिया आईटीआई के छात्रों ने दिया। 45 हजार रुपए खर्च करकंटेंनमेंट बोर्ड के आईटीआई कॉलेज के प्रोफेसर विजय चौहान ने छात्रों की मदद से रोबोट तैयार किया।

मुंबई के धारावी इलाके में कई मोहल्लों को पूरी तरह सील कर दिया गया है। इसके बावजूद लोग नियम तोड़कर बैरिकेड से बाहर आ-जा रहे हैं।

लॉकडाउन खत्म होने के बाद होंगी यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं
राज्य में यूनिवर्सिटी और कॉलेज की परीक्षाएं लॉकडाउन खत्म होने के बाद होंगी। बुधवार को प्रदेश के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि मई महीने के आखिर तक परीक्षाएं हो पाएंगी। सामंत ने कहा कि परीक्षाओं के आयोजन के संबंध में यूजीसी से अगले दो से चार दिनों में दिशा निर्देश मिल जाएंगे।

शहर के कांदीवली इलाके में पुलिस वैन के पास से गुजरता व्यक्ति। कोरोना के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मुंबई पुलिस अपनी गाड़ियों पर भी बैनर लगा रही है।

राज्य में बीसीजी से कोरोना के इलाज के लिए क्लिनिकल ट्रायल होगा
हॉफकिन रिसर्च इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिक यहां मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट (एमईडी) के साथ मिलकर बीसीजी से कोरोना के इलाज के क्लिनिकल ट्रायल की तैयारी कर रहे हैं। इस ट्रायल के जरिए यह पता लगाया जाएगा कि क्या इससे कोरोना के इन्फेक्शन को ठीक किया जा सकता है? 121 साल पुरानाहॉफकिन रिसर्च इंस्टीट्यूट यह ट्रायल कम संक्रमित लोगों पर करेगा। उन्हीं सरकारी मेडिकल कॉलेजों में यह ट्रायल किया जाएगा, जिनमेंराज्य सरकार और इंस्टीट्यूशलन एथिक्स कमिटी ने ट्रायल की इजाजत दी है।

मुंबई में एक व्यक्ति बाज को खाना खिलाते हुए।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
धारावी में स्वास्थ्य कर्मी डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग कर रहे हैं। इस दौरान पूरी तरह एहतियात बरता जा रहा है। मुकुंद नगर इलाके में बीएमसी के स्वास्थ्यकर्मी कुछ इस अंदाज में स्क्रीनिंग करते देखे गए।