india news

छात्रों की पढ़ाई खराब न हो, इसलिए लेक्चरर सुशील ने गणित के 350 से ज्यादा वीडियो बनाकर यू-ट्यूब पर डाले

लॉकडाउन के कारण ज्यादातर शिक्षक व विद्यार्थी परेशान हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो इस संकट के समय में भी अपने लिए नए लक्ष्य निर्धारित कर उनको पाने में लगे हैं। ऐसे ही हैं एक शिक्षक हैं गणित के लेक्चरर सुशील कुमार। 2019 में इन्होंने सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ यू-ट्यूब पर सुशील सर की पाठशाला के नाम से अकाउंट बनाकर ऑनलाइन वीडियो डालने शुरू किए। लॉकडाउन लागू हुअा तो व्यूवर बढ़ने लगे। अब 1.3 लाख व्यूवर हो चुके हैं। 2600 सब्सक्राइबर हो चुके हैं और 1200 से तो पिछले 28 दिन में बढ़े हैं। अब तक सभी वीडियो को पूरे प्रदेश व देश के छात्र तीन लाख मिनट से ज्यादा बार देख चुके हैं। सुशील कुमार बताते हैं कि छात्र सिर्फ वीडियो देखते ही नहीं कमेंट भी करते हैं। उन्होंने बताया कि सिर्फ यू-ट्यूब ही नहीं उनके वाट्सएप ग्रुप पर भी तीन हजार से ज्यादा विद्यार्थी और शिक्षक जुड़े हुए हैं। वे पिछले कुछ समय में ही 12वीं का पूरा सिलेबस, 11वीं का 50 प्रतिशत, दसवीं के चार चैप्टर और नौवीं के दो चेप्टर पूरे करवा चुके हैं।
एक वीडियो बनाने के लिए कई घंटे लगते हैं : एक 10 से 15 मिनट के वीडियो जो देखने में हमें ऐसे लगता है कि इसको चलते फिरते बना दिया गया होगा, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। सुशील कुमार ने बताया कि 15 मिनट के वीडियो को बनाने में उनके घंटे लग जाते हैं। जो टॉपिक है उसके बारे में गहन अध्ययन जिसमें कई घंटों का समय लग जाता है। रिकॉर्ड करने का टाइम और फिर एक घंटे के केरीब एडिटिंग में लग जाता है।

मोबाइल पाठशाला ने बदला पढ़ाने का चलन
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के जिला प्रधान ईश्वर ढांडा व सचिव सतबीर कौशिक ने कहा कि लॉकडाउन के कारण घर से पढ़ाओ अभियान प्रदेश सरकार द्वारा चलाया जा रहा है। डीईओ और डीईईओ के मार्गदर्शन में हसला ने भी मोबाइल पाठशाला का शुभारंभ कर सभी लेक्चरर को विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए प्रेरित किया और इसकी कमान हसला के पूंडरी ब्लॉक प्रधान सुशील कुमार को दी। उनके अलावा हिंदी के लेक्चरर डाॅ. विजय चावला, सुरेश राणा, अश्वनी कुमार भी ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

लॉकडाउन में छूट से बाजारों में सोशल डिस्टेंस बना चुनौती अब लेफ्ट-राइट व ऑड-इवन फार्मूले से खुलेंगे बाजार

लॉकडाउन के तीसरे चरण में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के मकसद से सरकार ने कई रियायतें दी। डेढ़ माह से बंद पड़े बाजार खोलने का फैसला लिया। चार मई से शहर में बाजार खुल भी गए। बाकायदा रोस्टर बना दिन के अनुसार दुकानें खोलने की मंजूरी दी, लेकिन बाजार खुलते ही भीड़ जुटने लगी। इससे सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने की चुनौती खड़ी हो गई। तमाम प्रयासों के बावजूद सोशल डिस्टेंस नहीं बन पाया। इसे देखते हुए गुरुवार को प्रशासन ने अपना फैसला फिर से बदला। अब दिन के अनुसार नहीं, लेफ्ट राइट व ऑड ईवन फार्मूले से बाजारों में दुकानों को खोला जाएगा। एक दिन लेफ्ट साइड तो दूसरे दिन राइट साइड की दुकानें खुलेंगी। दुकानें सिर्फ पांच ही घंटे खोल सकेंगे। शुक्रवार से नया रोस्टर लागू हो जाएगा। यही नहीं नगरपरिषद की तरफ से बाजारों में लेफ्ट राइट के निशान भी बनवा दिए हैं। लॉकडाउन के नियमों की पालना करनी होगी। नई व्यवस्था को लेकर गुरुवार को विधायक सुभाष सुधा ने व्यापारियों की मीटिंग बुलाकर सहयोग भी मांगा।
इन दिनों में लेफ्ट व ऑड से दुकानें

डीसी धीरेन्द्र खड़गटा ने कहा कि नगर परिषद, नगर पालिका व ग्रामीण क्षेत्रों में अब सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को प्रशासन द्वारा निर्धारित किए लेफ्ट साइड की सभी दुकानें खुलेंगी। इसके साथ-साथ एचएसवीपी, हुडा की ऑड संख्या की दुकानें इन दिनों में खोलने की अनुमति होगी, लेकिन मॉल बंद रहेंगे।

इन दिनों मॉल रहेंगे बंद
राइट साइड की दुकानें मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को खोली जाएंगी। इसके साथ-साथ एचएसवीपी की ईवन संख्या की दुकानें खोली जा सकेंगी। इन दिनों में भी मॉल नहीं खोले जाएंगे।
गोला नहीं, तो दुकान बंद
सोशल डिस्टेंस की पालना करनी होगी। दुकान के सामने 6 फीट की दूरी पर गोले बने हों। दुकान पर हैंड सेनिटाइजर हो। दुकान के काउंटर, डेस्क और कुर्सियों को दिन में दो बार सेनिटाइज किया जाएगा। बाहर वाहन की पार्किंग नहीं होनी चाहिए। दुकान के बाहर सामान नहीं रख सकेंगे। दूध को छोड़कर बाकी दुकानें रविवार को बंद रहेंगी। दुकान में दुकानदार व हेल्पर समेत पांच लोग से ज्यादा न हों। रेस्टोरेंट और अन्य खाद्य पदार्थों वाले स्थानों पर बैठकर खाने की इजाजत नहीं होगी, लेकिन ऐसे संस्थान सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक पैकिंग और होम डिलीवरी कर सकेंगे।'

बाजार में लाल रंग राइट, पीला लेफ्ट साइड
नगर परिषद की तरफ से दाएं और बाएं दुकानों खोलने के लिए बाजारों में लाल और पीले रंग के निशान लगाए जा रहे हैं। विधायक ने नप को निर्देश दिए कि शुक्रवार सुबह तक हरहाल में सभी बाजारों में निशान लग जाएं। लाल रंग के निशान राइट और पीले रंग के निशान लेफ्ट साइड के लिए होगा। मीटिंग में नप ईओ बीएन भारती, नप सचिव केएल बठला, व्यापारी नेता फतेह चंद गांधी, प्रदीप झां, धर्मेन्द्र सचदेवा, रामकरण सैनी,गगन कोहली, श्याम सुंदर तिवारी, राजेश्वर गोयल, राहुल कुमार बाली, मनोज गोयल, तिलकराज सहगल, हरीश अरोडा, राजीव सूरी उपस्थित थे।

10 बजे तक होलसेल
फल एवं सब्जी मंडियों में सुबह 7 से 10 बजे तक होल सेल की जा सकेगी। रिटेल में फल व सब्जियां बेचने की इजाजत नहीं होगी। पेट्रोल पम्प पूरा सप्ताह 24 घंटे खुले रहेंगे। निजी कार्यालय 33 प्रतिशत स्टाफ के साथ सुबह 9 बजे से 2 बजे तक खुलेंगे। दूध व डेयरी उत्पाद से जुड़ी दुकानें रोजाना सुबह 9 से 2 बजे तक खुली रहेंगी। घर-घर दूध की सप्लाई करने वाले दूध विक्रेता सुबह 7 9 बजे तक और सायं 5 बजे से सायं साढे छह बजे तक सप्लाई कर सकेंगे। एसडीएम, डीएसपी निरीक्षण करेंगे। शाम सात से सुबह सात बजे तक कर्फ्यू जैसी स्थिति रहेगी। 65 वर्ष से ज्यादा आयु, गर्भवती महिला, 10 वर्ष से कम के बच्चे व बीमार लोग बाहर नहीं जा सकेंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Rebate in lockdown, social distance becomes a challenge in the markets, now markets will be opened with left-right and odd-even formula




india news

गणेश कॉलोनी में युवक ने पंखे से लगाया फंदा, मौत

पिपली की गणेश कॉलोनी में 22 वर्षीय युवक ने कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, मृतक की शिनाख्त मूलरूप से फर्रुखाबाद यूपी निवासी 22 वर्षीय रजनेश उर्फ रामू के तौर पर हुई है।
रामू पिपली में ही एक सीमेंट के ब्लॉक बनाने की फैक्टरी में काम करता था। वह ठेकेदार के साथ रहता था। गुरुवार को देर शाम मृतक के पिता पहुंचे। पिता राजेश कुमार ने ठेकेदार पर आरोप लगाया कि उनके गांव के ही ठेकेदार श्याम सिंह के पास रामू काम करता था।
पिता का आरोप है रामू ने यह कदम उठाने से पहले बहन को फोन कर बताया था कई दिन से फैक्टरी बंद है, कामकाज बंद होने के कारण उसके पास पैसे नहीं थे। कई दिन से भूखा था। ठेकेदार से ढाई हजार रुपए मांगे थे, लेकिन ठेकेदार ने पैसे देने से मना कर दिया। परेशान होकर रामू ने यह कदम उठाया।
उधर पुलिस का कहना है पिता की शिकायत पर ठेकेदार के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है।

पिता की शिकायत पर पुलिस ने की कार्रवाई
जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया मृतक रामू के पिता की शिकायत पर ठेकेदार श्यामकुमार के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर जांच शुरू की है। उसके कमरे से शराब की बोतल व एक गिलास में शराब भी मिली है। संभवत उसने यह कदम उठाने से पहले शराब पी होगी। शिकायत पर केस दर्ज कर छानबीन कर रहे हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

केयू में वेतन के साथ ही अटके एरियर, कंटिजेंसी और एजुकेशन अलाउंस के पैसे, पेंशनर्स में पेंशन को लेकर बढ़ रही बेचैनी

कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में कर्मचारियों व शिक्षकों का वेतन के साथ ही एरियर, कंटीजेंसी और एजुकेशन अलाउंस का पैसा भी अटका है। दिलचस्प बात तो यह है कि डीए का जो एरियर अब तक कर्मचारियों व शिक्षकों को मिला भी नहीं उसे कर्मचारियों व शिक्षकों की इनकम में जोड़कर उसका टैक्स भी कट चुका है। इसके अलावा मार्च में हर साल प्रत्येक शिक्षक को मिलने वाली 4500 रुपए की कंटीजेंसी ग्रांट और कर्मचारियों व शिक्षकों को बच्चों की पढ़ाई के लिए मिलने वाला एजुकेशन अलाउंस भी नहीं मिला है। इतना ही नहीं कर्मचारियों को गेहूं खरीदने के लिए लोन की सुविधा मिलती थी, लेकिन इस बार गेहूं लोन भी नहीं मिल पाया। इधर कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से सेवानिवृत्त हो चुके पेंशनर्स को भी अपनी पेंशन की चिंता सता रही है।
पेंशन व वेतन का समय पर हो भुगतान : कुंटिया के पूर्व महासचिव भारत भूषण और बलजीत सिंह ने कहा कि पेंशन व वेतन का समय पर कर्मचारियों को भुगतान होना चाहिए। भारत भूषण ने कहा कि कर्मचारी वेतन पर ही आश्रित होत हैं। वेतन के भरोसे ही कर्मचारी जरूरत के समय लोन लेता है। ऐसे में हर माह लोन की किश्त कटती है। इसके अलावा हर महीने के खर्चे भी कर्मचारियों व पेंशनर्स को चलाने होते हैं। बलजीत सिंह ने कहा कि प्रशासन को वेतन व पेंशन की व्यवस्था तो पहले ही करके रखनी चाहिए। ताकि किसी भी तरह की दिक्कत न हो। भारत भूषण ने कहा कि केयू प्रशासन डीए के एरियर का पैसा तो उनकी आमदन में जोड़कर काट भी चुका है लेकिन हकीकत में उन्हें डीए के एरियर का पैसा मिला ही नहीं है।
कुलपति ने दिया है सभी वित्तीय लाभ जल्द देने का आश्वासन

केयू शिक्षक संघ कुटा प्रधान डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि शिक्षकों को हर साल मार्च के महीने में कंटीजेंसी ग्रांट और बच्चों के एजुकेशन अलाउंस का पैसा मिलता है, लेकिन इस बार लॉक डाउन होने के कारण यह पैसा नहीं मिल पाया। डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि वे वेतन व वित्तीय लाभों को लेकर कुलपति से मिले थे। कुलपति ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही वेतन की व्यवस्था करने के साथ ही सभी वित्तीय लाभ भी दिए जाएंगे। कुंटिया प्रधान नीलकंठ शर्मा ने कहा कि कर्मचारियों में वेतन व अन्य वित्तीय लाभ न मिलने के कारण बेचैनी बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि रोजाना कर्मचारी वेतन को लेकर खासतौर पर फाेन करके स्थिति पूछ रहे हैं। नीलकंठ शर्मा ने कहा कि इस मामले को लेकर केयू के प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत हुई है। इसमें अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही वेतन खातों में डाला जाएगा। केयू के जनसंपर्क विभाग के निदेशक प्रो. तेजेंद्र शर्मा ने बताया कि केयू प्रशासन का प्रयास है कि जल्द से जल्द वेतन का भुगतान किया जाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इसके चलते जल्द ही वेतन जारी कर दिया जाएगा। वहीं डीए के एरियर, कंटीजेंसी ग्रांट और एजुकेशन अलाउंस को लेकर उन्होंने कहा कि बजट आते ही सभी वित्तीय लाभ तुरंत जारी किए जाएंगे।

कोरोना से लड़ने की तैयारी : केयू में 12 स्थानों पर लगाए वॉश बेसिन
केयू में कर्मचारी व विद्यार्थी स्वच्छ व सेनिटाइज रहे, इसके लिए 12 सार्वजनिक स्थानों को चिन्हित करके वॉश बेसिन लगाए हैं। इन वॉश बेसिन का उद्घाटन गुरुवार को केयू कुलपति डॉ. नीता खन्ना ने किया। डॉ. नीता ने कहा कि स्वच्छता, सेनिटाइजेशन व सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना से बचाव का रास्ता है। विश्वविद्यालय में आने वाले विद्यार्थी व कर्मचारी अपने हाथों को सेनिटाइज कर सकें, इसके लिए जगह-जगह पर वॉश बेसिन व सोप डिस्पेंसर लगाए हैं। कुलपति ने कहा कि कोरोना महामारी के समय विद्यार्थियों व कैंपस में आने वाले सभी लोगों को स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कुलपति ने कहा कि इस सुविधा से हजारों विद्यार्थियों व कर्मचारियों को लाभ होगा। कुलपति ने सेनिटाइजेशन व हॉर्टिकल्चर विभाग को भी निर्देश दिए हैं कि वे सभी विभागों व कार्यालयों का सेनिटाइज करवाएं। ताकि विश्वविद्यालय को खुलने के लिए तैयार किया जा सके। निर्माण शाखा के एक्सईएन पृथ्वी सैनी ने बताया कि प्रशासनिक ब्लॉक, यूनिवर्सिटी कॉलेज, यूनिवर्सिटी मार्केट, पुस्तकालय, हेल्थ सेंटर, इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ, कॉमर्स विभाग, रोज गार्डन, न्यू मार्केट, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, स्पोर्ट्स ग्रांउंड, शूटिंग रेंज एवं एच टाइप हाउस सहित विभिन्न स्थानों पर वॉश बेसिन की व्यवस्था शुरू की है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
KU's salary as well as arrears, contingency and education allowance money, increasing anxiety among pensioners about pension




india news

अब 1921 नम्बर पर एक मिस्ड कॉल से मिलेगी साधारण फोन पर भी स्वास्थ्य की जानकारी, मिलेगा कोरोना वायरस से अलर्ट

आरोग्य सेतु एप से जहां लोगों को कोरोना संबंधित जानकारी मिल रही है। वहीं अब लोगों को एक मिस्ड कॉल करने पर उनके फोन पर भी स्वास्थ्य संबंधित जानकारी मिलेगी। केंद्र सरकार ने आमजन की सुविधा को देखते हुए अब साधारण फोन पर भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने की योजना बनाई है। इसके लिए सरकार ने आरोग्य सेतु एप की सुविधा से एक कदम ओर आगे बढ़ाते हुए आरोग्य सेतु आईवीआरएस सेवा को शुरू की है। यह सेवा पूरे देश में मिलेगी। बेशक लोगों के पास स्मार्ट फोन की बजाए साधारण फोन हो। डीसी ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्मार्ट फोन के लिए कुछ समय पहले आरोग्य सेतु मोबाइल एप लांच किया था। इस एप के जरिए आम नागरिकों को अपने मोबाईल से ही कोरोना वायरस की स्थिति और आसपास के क्षेत्र में किसी भी आदमी के संक्रमित होने की स्थिति और स्वयं के स्वास्थ्य की जानकारी एप के द्वारा मिल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आरोग्य सेतु एप लांच करने के बाद एक और कदम आगे बढ़ाया है। अब सरकार ने फीचर फोन (साधारण मोबाईल) और लैंडलाइन का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए आरोग्य सेतु आईवीआरएस सेवा शुरू की है। यह सर्विस देशभर में उपलब्ध करवाई गई है।
एसएमस से भेजा जाएगा जवाब
यह एक टोल फ्री सर्विस है, जहां लोगों को 1921 नम्बर पर मिस कॉल करनी होगी। इस नम्बर पर मिस्ड कॉल करने के बाद व्यक्ति को वापस कॉल आएगा। इस कॉल में आपकी सेहत से जुड़े इनपुट लिए जाएंगे। पूछे जाने वाले सवाल आरोग्य सेतु एप की तर्ज पर ही होंगे। व्यक्ति जिस तरह का जवाब देगा उसके आधार पर सम्बन्धित व्यक्ति को एक एसएमस भेजा जाएगा। यह एसएमएस लोगों को उनकी सेहत की जानकारी देगा। अगर हालत गम्भीर लगे तो यह आपको सुधार का अलर्ट भी जारी करेगा। उपायुक्त ने कहा कि अधिक से अधिक लोग इस टोल फ्री सेवा का फायदा उठाए और अपने आपको स्वस्थ्य रखे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

पैदल जा रहे मजदूरों को रास्ते में मनाने पहुंचीं तहसीलदार

कोरोना के चलते पैदा हुए आर्थिक संकट के कारण अब मजदूरों का सब्र जवाब देने लगा है। इसी को लेकर अरुणाय रोड पर सरकारी बिल्डिंगों का काम शुरू न होने से परेशान मजदूरों ने पैदल ही पलायन शुरू कर दिया। जैसे ही प्रशासन को इसकी भनक लगी तो तहसीलदार चेतना चौधरी मजदूरों को मनाने पहुंची। तहसीलदार ने रास्ते में उन्हें रोककर समझाया। उनके ठहरने व खाने का इंतजाम किया। तब जाकर मजदूर यहां रुकने को राजी हुए।

सुबह प्रशासन को सूचना मिली थी कि अरुणाय रोड के निकट बाइपास पर कुछ लोग साइकिलों पर व पैदल ही घरों के लिए निकले हैं। जब तहसीलदार चेतना चौधरी मौके पर पहुंची तो देखा कि महिलाएं छोटे बच्चों को गोद में लेकर पैदल ही चल रही थी। मजदूर लाखन, मोहन लाल, देसराज, राजू, बबलू, गोबिंद, संगीता, मालती,ममता, पूजा आदि ने बताया कि वे मूलरूप से यूपी के रहने वाले हैं। यहां निर्माणाधीन सरकारी अस्पताल में मजदूरी करते थे। लॉकडाउन के बाद काम बंद हो गया।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पिहोवा : पैदल जा रहे मजदूरों को समझाती तहसीलदार चेतना चौधरी।




india news

मास्क बनाने व बेचने में प्रदेश में पहले स्थान पर है हमारी आईटीआई

कोरोना वायरस से संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए अब हरियाणा औद्योगिक संस्थानों को अच्छी गुणवत्ता वाले कपड़े के मास्क बनाने का जिम्मा सौंपा है। जिस पर आईटीआई कुरुक्षेत्र भी मास्क बनाने में जुटा है। यही नहीं स्टूडेंट मास्क बनाकर कमाई भी कर रहे हैं। संस्थान में विद्यार्थियों ने अब तक 17 हजार 105 सिंगल और टू-लेयर के मास्क तैयार किए हैं। इनमें से 10 हजार 220 मास्क की सेल भी की जा चुकी है। आईटीआई संस्थान ने हरियाणा की मुख्य सचिव को भी टू-लेयर के 1500 मास्क दिए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए हरियाणा के आईटीआई संस्थानों को मास्क बनाने के आदेश दिए थे। इतना ही नहीं सरकार ने आईटीआई संस्थानों को मास्क बेचने की भी अनुमति दी है। डीसी धीरेन्द्र खड़गटा ने आईटीआई कुरुक्षेत्र के सभी संस्थानों के प्रतिनिधियों की बैठक लेकर अच्छी गुणवत्ता वाले मास्क बनाने की हिदायत दी। जिस पर आईटीआई कुरुक्षेत्र, आईटीआई कुरुक्षेत्र की महिला विंग, आईटीआई शाहाबाद व आईटीआई पिहोवा में विद्यार्थियों के माध्यम से मास्क बनाने का काम शुरू किया गया।
चारों आईटीआई में बन रहे मास्क : आईटीआई उमरी कुरुक्षेत्र के प्राचार्य भूपेन्द्र पाल सिंह के मुताबिक कुरुक्षेत्र में आईटीआई के चारों संस्थानों में मास्क बनाए जा रहे हैं। इस कार्य में आईटीआई उमरी में करीब 8 से 10 विद्यार्थी लगे हैं। इस संस्थान के विद्यार्थियों ने आईटीआई उमरी में 11 हजार 500, वुमन विंग ने 1600, आईटीआई शाहाबाद की महिला विंग ने 3 हजार, आईटीआई पिहोवा ने 1005 सहित कुल 17105 मास्क तैयार करे हैं। इनमें से 10 हजार 220 मास्क सेल कर दिए गए। इसमें से 1500 मास्क हरियाणा की मुख्य सचिव, 2 हजार मास्क विधायक सुभाष सुधा, 2 हजार मास्क ज्ञान गंगा संस्थान, 1 हजार मास्क युवराज संस्थान कैथल, 2 हजार मास्क गुरु सिंह सभा गोबिंदगढ़ के साथ-साथ जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, एचडीएफसी बैंक सहित कई अन्य संस्थानों ने खरीदे हैं।

सात हजार टू लेयर मास्क
इन मास्क में 7 हजार मास्क टू-लेयर के तैयार किए हैं। इन्सट्रक्टर सुरेन्द्र ने 1625 और निर्मल पनेजा ने भी 1625 मास्क तैयार किए। बाकी सभी मास्क विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए। यह संस्थान हरियाणा प्रदेश में सबसे ज्यादा मास्क बनाने और सेल करने में प्रथम स्थान पर है।
आईटीआई में बनने वाले मास्क के दाम तय : राज्य सरकार की तरफ से आईटीआई में कोविड-19 से बचाव के लिए बनने वाले मास्क के रेट लेयर के हिसाब से तय किए हैं। सिंगल लेयर कपड़े मास्क का रेट 10 रुपए, डबल लेयर कॉटन क्लॉथ मास्क का रेट 16 रुपए प्रति मास्क रखा गया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कुरुक्षेत्र : हरियाणा औद्योगिक संस्थान में छात्र बना रहे मास्क।




india news

मेरा पानी मेरी विरासत योजना से रुकेगा गिरता भूजल स्तर, मक्का बीजने पर मिलेंगे 7 हजार

हरियाणा सरकार ने जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना लांच की है। इससे गिरते भूजल स्तर को रोकने में मदद मिलेगी। विधायक रामकरण काला ने कहा कि इस योजना को लेकर क्षेत्र के लोगों को जागरूक किया जाएगा।
सरकार किसानों से अपील कर रही कि वे जिस प्रकार आने वाली पीढ़ी के लिए अपनी जमीन को विरासत के रूप में छोड़ कर जाते हैं। उसी प्रकार पानी को भी विरासत मान कर चले। तभी जमीन भावी पीढ़ी के लिए उपयोगी होगी इसके लिए राज्य सरकार की ओर से मेरा पानी-मेरी विरासत योजना की घोषणा की है। काला ने कहा कि इस सीजन में धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसल की खेती करने वाले किसानों को 7 हजार रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
जहां 35 मीटर, वहां नहीं लगेगी धान : काला ने कहा कि आज प्रदेश का कुछ हिस्सा डार्क जोन में है। इसमें 36 ब्लॉक ऐसे हैं, जहां पिछले 12 वर्षों में भू-जल स्तर में पानी की गिरावट दोगुनी हुई है। जहां पहले पानी की गहराई 20 मीटर थी, वो आज 40 मीटर हो गई है। उन्होंने कहा कि पंचायत के अधीन भूमि, जहां भूमि जल स्तर 35 मीटर से ज्यादा है, उन ग्राम पंचायतों को पंचायती जमीन पर धान लगाने की अनुमति नहीं होगी। प्रोत्साहन राशि पंचायत को दी जाएगी। किसान धान के स्थान पर कम पानी से तैयार होने वाली अन्य वैकल्पिक फसलें जैसे कि मक्का, अरहर, उड़द, ग्वार, कपास, बाजरा, तिल व ग्रीष्म मूंग (बैशाखी मूंग) की बुआई करने के प्रति अपना मन बनाएं। इससे भावी पीढ़ी के लिए पानी की उपलब्धता भी सुनिश्चित कर सकेंगे।
कहा कि मक्का की बिजाई के लिए आवश्यक कृषि यंत्रों की भी व्यवस्था की जाएगी। किसान सूक्ष्म सिंचाई व टपका सिंचाई प्रणाली अपनाते हैं तो 80 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है। उन्होंने कहा कि किसानों को मक्का के उत्तम गुणवत्ता के बीज उपलब्ध करवाने के लिए कुछ कंपनियों को सूचीबद्ध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की इस योजना की अधिक से अधिक किसानों को जानकारी मिले। इसके लिए इस योजना का प्रचार-प्रसार किया जाएगा और एक वेब पोर्टल भी बनाया जाएगा जिस पर कठिनाइयों को हल करने के लिए जानकारी दे सकेंगे। इस मौके पर जजपा शहरी प्रधान डा. प्रवीण शर्मा, हल्काध्यक्ष सुबे सिंह त्यौड़ी, पूर्व सरपंच विष्णु भगवान गुप्ता, जगबीर मोहड़ी, प्रभजीत सिंह जीता, रिंकू कठवा तथा मलकीत बीबीपुर मौजूद थे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

अस्पतालों में बढ़ने लगी मरीजों की संख्या, ओपीडी पहुंची दोगुनी

लाॅकडाउन के दाैरान शहर में प्रशासन ने ढील दे दी। प्रशासन की ढील का लाेग गलत फायदा उठाने लगे हैं। जहां बाजारों में जाम के हालात बनने लगे हैं, वहीं अस्पतालों में भी मरीजों की भरमार हाेने लगी है। प्रशासन ने सेामवार काे लॉकडाउन में ढील दे दी।

चार दिनाें से ही अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़कर दोगुना हाे गई है। अस्पतालों में चिकित्सकों को दिखाने के लिए मरीजों का तांता लगने लगा है। शो सल डिस्टेंसिंग को ताक पर रखकर मरीज चिकित्सकों से दवा ले रहे हैं। इस दौरान अस्पताल प्रशासन व मरीजों की ओर से बरती गई छोटी सी लापरवाही विकराल रूप ले सकती है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला अस्पताल में फिजिशियन, बाल राेग विशेषज्ञ व गायनी की ओपीडी चल रही थी, लेकिन प्रशासन ने हाल ही में अन्या ओपीडी काे भी सूचारू किया है। जिससे अस्पताल में करीब 700 मरीज ईलाज के लिए पहुंचरहे हैं। वहीं सप्ताहभर पहले अस्पताल में 300 से 350 की ओपीडी चल रही थी। वहीं आम दिनों में जिला अस्पताल में दो हजार की ओपीडी पहुंचती थी। अस्पताल में इससमय सबसे ज्यादा मरीज मेडिसन के पहुंच रहे हैं।
मरीजों को नहीं होने दिया जाएगा परेशान

सिविल सर्जन डॉ. सुखबीर सिंह ने कहा कि लॉकडाउन मेंमिली ढील के कारण अन्य चिकित्सकों की ओपीडी भी खोली गई है। मरीजों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहिया कराई जाएंगी।

मरीजों को ईलाज में हो रही थी परेशानी
ओपीडी सेवा बंद होने से आम मरीजों को इलाज करवाने में काफी परेशानी हो रही थी। अस्पताल में मरीजों को तीन चिकित्सकों की ही सुविधा मिल रही थी। अब सरकार ने अन्य ओपीडी को भी खोलने के आदेश दिए हैं जिससे आमजन को राहत मिली है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

विधायक ने मीटिंग बुला दुकानदारों से मांगा सहयोग, सेक्टर-10 व 17 खोलने की रखी मांग

कोरोना के चलते तीसरे चरण के लॉकडाउन में प्रशासन ने बाजार खोलने की छूट दी है, लेकिन बाजारों में तमाम प्रयासों के बावजूद सोशल डिस्टेंस की पालना नहीं हो पा रही। इस चुनौती से पार पाने को प्रशासन अब दुकानदारों सहयोग मांग रहा है। गुरुवार को विधायक सुभाष सुधा की अध्यक्षता में नगरपरिषद में दुकानदारों की मीटिंग हुई। विधायक सुधा ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए प्रत्येक नागरिक को अपनी सुरक्षा खुद करनी होगी। जब प्रत्येक नागरिक जागरूक होकर इस गम्भीर विषय पर फोकस करेगा तो निश्चित ही कुरुक्षेत्र इस कोरोना वायरस के प्रकोप से बचा रहेगा। इस वायरस से बचाव के लिए प्रशासन दिन-रात काम कर रहा है। अब प्रत्येक नागरिक और दुकानदार का फर्ज बनता है कि कम से कम घरों से बाहर निकलें और दुकानों पर सोशल डिस्टेंस की पालना करें। विधायक ने विभिन्न व्यापारियों के प्रतिनिधियों और सदस्यों से फीडबैक रिपोर्ट ली। सोशल डिस्टेंस को बनाने के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए। इन सुझावों पर काफी मथन किया गया ।
सेक्टर दस व 17 खोलने की मांग

जिस दौरान सेक्टर-17 और 10 के व्यापारियों ने भी अपनी समस्या रखी। इन सेक्टरों में दुकानों को नियमानुसार खोलने के लिए तुरंत मुख्य सचिव और उपायुक्त से बातचीत की है। विधायक ने कहा कि सभी दुकानदार और आम नागरिक कुरुक्षेत्र को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए प्रशासन का हर संभव सहयोग करें। यह सहयोग तभी किया जा सकता है जब लोग किसी जरूरी कार्य के लिए ही घर से बाहर निकले और दुकानों और बाजारों में भीड ना करके सोशल डिस्टेंस बनाकर रखें। इतना ही नहीं प्रत्येक दुकानदार ग्राहक को सेनिटाइज करने के बाद ही अंदर आने की इजाजत दें। स्वयं भी मास्क और ग्लब्स का प्रयोग करें। इसके साथ ही कोई भी दुकानदार अपनी दुकान पर किसी भी व्यक्ति को बैठकर खाने की अनुमति न दें।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कुरुक्षेत्र | बाजारों में नहीं दिखा सोशल डिस्टेंस।




india news

एसडीएम ने किया बाजार का निरीक्षण, सोशल डिस्टेंस न रखने वाले दुकानदारों को लगाई फटकार

गुरुवार को लाडवा एसडीएम अनिल यादव ने लॉकडाउन के नियमों का पालन न करने वाले दुकानदारों को लताड़ लगाई। गुरुवार को एसडीएम अनिल यादव व उनकी टीम ने बाजार का निरीक्षण किया। एसडीएम ने कहा कि शेड्यूल के अनुसार दुकानें खोलने वाले दुकानदारों को मास्क व सेनिटाइजर का प्रयोग करने को कहा गया था। उन्होंने कहा कि बार-बार चेतावनी देने के बाद भी कुछ दुकानदार प्रशासन की बात नहीं मान रहे। जिसके कारण सख्ती से पेश आना पड़ रहा है। उन्होंने बिना मास्क लगाए बाजार में घूमने वाले कई लोगों व युवकों से उठक-बैठक भी करवाई और उन्हें चेतावनी दी कि अगर दोबारा इस प्रकार बाजार के अंदर घूमते नजर आए तो बख्शा नहीं जाएगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
लाडवा के बजाजा बाजार का दौरा करते एसडीएम अनिल यादव।




india news

प्याज की कीमत गिरने से किसानों को हजारों का नुकसान

बाबैन अनाज मंडी में प्याज की आवक तेज हो गई है, लेकिन कोरोना वायरस को लेकर देश में जारी लॉकडाउन की मार का प्याज की कीमतों पर असर पड़ा है। पिछले साल जहां किसानों का प्याज 1300 से 1600 रुपए प्रति क्विंटल तक बिका था। वहीं इस बार प्याज का रेट मात्र 600 से 900 के बीच में ही सिमट कर रह गए हैं। लॉकडाउन की मार के चलते प्याज की कीमतों में आई भारी गिरावट से किसानों को गत वर्ष के मुकाबले इस साल 60 से 80 हजार रुपए प्रति एकड़ का नुकसान उठाना पड़ रहा है। अनाज मंडी बाबैन में प्याज बेचने आए शीषन पाल पटाकमाजरा, जसविन्द्र सिंह जमालपुर, धर्मपाल बंसत पुर, केसर सिंह मनकी, अवतार सिंह धर्मगढ़ का कहना है कि इस बार कोरोना को लेकर देश में जारी लॉकडाउन का प्याज की कीमतों पर बहुत ही बुरा असर पड़ा है। किसानों का कहना है कि गांवों व शहरों में लोगों द्वारा अपने स्तर पर की गई नाकेबंदी से लोग गांवों में रेहड़ी-खच्चर, ट्रैक्टर-ट्रालियों में प्याज बेचने वालों को लोग गांवों में जाने से रोक रहे हैं। किसानों का कहना है कि गांवों प्याज न बिकने से प्याज की खपत घट गई है जिससे मंडियों में प्याज के खरीदार कम रह गए हैं। मंडियों में प्याज के खरीदार कम आने का असर प्याज की कीमतों में देखने को मिला है। किसानों ने सरकार से मांग की गांवों में प्याज बेचने की अनुमति प्रदान की जाए ताकि किसानों के प्याज के रेट बढ़ सके और किसानों को कोई आर्थिक नुकसान न उठाना पड़े।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

कोविड अस्पताल में एक और मरीज की मौत, उधर, पांचों कोरोना मरीजों के संपर्क में आए सभी लोगों की रिपाेर्ट निगेटिव

बुखार और कमजोरी को देखते हुए कोविड अस्पताल में भर्ती किए गए गांव टोपरा निवासी अख्तर अली की मौत हो गई। उसका बुधवार को ही कोरोना जांच के लिए सैंपल भेजा गया है। फिलहाल उसकी रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद क्लियर होगा कि मौत की वजह क्या है। कोविड अस्पताल में यह अब तक की तीसरी मौत है। इससे पहले वहां पर भर्ती किए गए दो लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि दोनों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। जो दो लोग इससे पहले मरे हैं, वे कुछ घंटे ही अस्पताल में रह पाए थे। उधर, वीरवार को सिविल अस्पताल में कोरोना के खौफ की एक तस्वीर और देखने को मिली। यहां तीन घंटे तक एंबुलेंस में एक महिला का शव पड़ा रहा। महिला की कैंसर से मौत हो गई थी, लेकिन परिवार को किसी ने गुमराह कर दिया कि संस्कार तभी हो पाएगा अगर उसकी कोरोना जांच होगी। महिला की बेटी और पिता एंबुलेंस में ही शव लिए तीन घंटे तक वहां पर खड़े रहे, लेकिन बाद में उन्हें वहां से ऐसे ही भेज दिया गया।

खौफ... कोरोना टेस्ट के लिए तीन घंटे शव एंबुलेंस में पड़ा रहा
रामनगर कॉलोनी निवासी उर्मिला देवी की कैंसर से मौत हो गई। उसका इलाज पंजाब के संगरूर में एक अस्पताल में चल रहा था। पटियाला में उसका मायका है। वहीं वहां पर इलाज करा रहे थे। वीरवार अल सुबह वहां पर मौत हो गई। परिवार के लोग संस्कार के लिए शव यमुनानगर ले आए। इसी दौरान किसी ने कह दिया कि पहले शव का कोरोना टेस्ट होगा, तब संस्कार कर सकेंगे। इस पर परिवार के लोग शव को एंबुलेंस में लेकर सिविल अस्पताल पहुंच गए। यहां पर तीन घंटे तक शव एंबुलेंस में रखा रहा। परिवार के लोग यहां पर डॉक्टर्स को पोस्टमार्टम करने को कहते रहे, लेकिन डॉक्टर भी पशोपेश में थे कि ऐसे कैसे पोस्टमार्टम करें। बाद में एक बजे परिवार के लोग शव वहीं से लेकर चले गए।

काेराेना मरीजाें के संपर्क में आए संक्रमण से बचे

वीरवार को 151 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट आई। इसमें ज्यादातर उन लोगों की रिपोर्ट है जोकि कोरोना पॉजिटिव पाए गए पेशेंट के परिवार और उनके संपर्क में आए हैं। ये भी रिपोर्ट निगेटिव हैं। इससे यह राहत की बात है क्योंकि इस बात का डर था कि पॉजिटिव पाए गए लोगों के संपर्क में आए लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। लेकिन वे संक्रमण की चपेट में आने से बच गए। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर वागेश गुटैन ने बताया कि वीरवार शाम तक आई सभी रिपोर्ट निगेटिव हैं। वहीं जो कोरोना पेशेंट कोविड अस्पताल में भर्ती हैं, उनकी हालत भी ठीक है।
दोबारा भेजे गए पॉजिटिव मरीजों के सैंपल
डॉक्टर वागेश गुटैन ने बताया कि यमुनानगर जिले में इस समय कोरोना के पांच एक्टिव केस हैं। एक महिला पेशेंट सरोनी कॉलोनी की है। वहीं एक युवक कालिंदी कॉलोनी, एक व्यक्ति मॉडर्न कॉलोनी, एक महिला दुर्गा गार्डन और एक व्यक्ति गांव कुटीपुर का है। इन सभी का वीरवार को दोबारा कोरोना जांच के लिए सैंपल भेजा गया है। इनकी शुक्रवार या शनिवार को रिपोर्ट आएगी।

कई दिन से बुखार था, बुधवार को अस्पताल लाए : साजिद
गांव टोपरा निवासी अख्तर अली को कई दिन से बुखार था। वह काफी कमजोर हो चुका था। उसके भाई साजिद अली ने बताया कि पहले तो प्राइवेट अस्पताल में एडमिट कराया। डॉक्टर ने कहा कि ज्यादा कमजोरी है और कहीं ले जाना पड़ेगा। डॉक्टर ने ईएसआई अस्पताल में बनाए कोविड अस्पताल में भेज दिया। बुधवार को ही उनका कोरोना टेस्ट किया था। वीरवार सुबह मौत हो गई। उनका कहना है कि भाई मजदूरी करता था और उसे सिर्फ बुखार था। मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया है। जब तक रिपोर्ट नहीं आती, तब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं होगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यमुनानगर| कैंसर से हुई महिला की मौत। परिवार करोना के डर में पोस्टमार्टम कराने पहुंच गया। शव कई घंटे तक एंबुलेंस में ही पड़ा रहा।




india news

ओवरलोड पर कार्रवाई के लिए टीम सहित पहुंचीं एडीसी, वाट्सएप ग्रुप में सूचना पहले ही हो गई वायरल, वाहन छोड़ खिसके चालक

ग्राम पंचायतों सहित अन्य सामाजिक संस्थाएं ओवरलोड का विरोध जता रही हैं। ओवरलोड की शिकायतों पर गुरुवार को एडीसी प्रतिमा चौधरी ने आरटीओ विभाग के अधिकारियों की टीम के साथ खनन क्षेत्र गुमथला का दौरा किया लेकिन अधिकारियों के आने की सूचना पहले ही रैकी ग्रुप द्वारा वाहन चालकों के ग्रुप में दे दी गई।
ओवरलोड वाहन चालकों से जुड़ा प्रशासन की रैकी करने वाला ग्रुप आज भी क्षेत्र में सक्रिय है। गुमथला मार्ग पर प्रशासन की टीम पहुंचने की सूचना जैसे ही वायरल हुई, तो ओवरलोड वाहन चालक अपने-अपने वाहनों को छोड़ इधर उधर खिसक लिए। रैकी ग्रुप में पल-पल की अपडेट जारी रही। ग्रुप से जुड़े वाहन चालक भी अपनी-अपनी सुविधा अनुसार ग्रुप से जानकारी जुटाते रहे।
जब तक अधिकारियों की टीम क्षेत्र में रही तो ओवरलोड का पहिया थमा रहा लेकिन टीम के जाने के बाद फिर से ओवरलोड वाहन नियमों को रौंदते हुए आगे बढ़ने लगे। रैकी ग्रुप एक बार फिर से प्रशासन की कार्रवाई पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है। अभी तक प्रशासन इस ग्रुप पर नकेल कसने में कामयाब नहीं हुआ है। केवल एक बार इस प्रकार के ग्रुप को चला रहे लोगों के खिलाफ प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई थी लेकिन उसके बाद फिर से प्रशासन का सुस्त रवैया इस ग्रुप को पनपने में मदद कर रहा है।

पुलिस नाके से गुजरते रहते हैं ओवरलोड वाहन

क्षेत्रवासी वरयाम सिंह, सर्वजीत, सोनू, विनोद कुमार, अमरजीत, शेर सिंह व पंकज ने कहा कि ओवरलोड वाहन राष्ट्र संपत्ति सड़काें को नुकसान पहुंचा रहे है। ओवरलोड का मुद्दा लंबे समय से उठा रहे हैं। ओवरलोड वाहन क्षेत्र में लगे पुलिस नाकों से होकर गुजरते हैं लेकिन किसी भी नाके पर इन्हें रोका तक नहीं जाता लेकिन फिर भी प्रशासनिक अधिकारी इससे अंजान बने हुए हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

परिजन गए थे दवा लेने, किशोरी ने घर में फंदा लगाकर दी जान

हर दिन टिक टॉक पर नए-नए वीडियो बनाकर शेयर करने वाली 14 साल की लड़की ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। उसने यह सब तब किया जब घर पर कोई नहीं था माता-पिता दवाई लेने गए हुए थे। वापस आए तो देखा बेटी ने अंदर से दरवाजा बंद किया हुआ था और फंदे पर जुड़ी हुई थी। मृतका अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी।
 बताया जा रहा है कि वह माता-पिता से नए मोबाइल की मांग कर रही थी। हालांकि यह क्लियर नहीं है इस ने सुसाइड क्यों किया। पुलिस के अनुसार विष्णुनगर निवासी वीरेंद्र एक स्क्रैप कारोबारी के पास पास काम करता है। वीरवार दोपहर बाद उसकी पत्नी को पेट दर्द हुआ। वह उसे दवा दिलाने के लिए मार्केट लेकर गया। इस दौरान घर पर उसकी 14 वर्षीय बेटी अकेली थी। शाम को जब वे वापस लौटे, तो उन्होंने देखा कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद है। जब खिड़की से झांककर देखा, तो उनकी बेटी फंदे से लटकी हुई थी। वीरेंद्र ने पड़ोसियों की मदद से खिड़की तोड़ी और अंदर पहुंचा। उसने बेटी को फंदे से नीचे उतारा।
लेकिन त‌ब तक उसकी मौत हो चुकी थी। वीरेंद्र का कहना है कि पता नहीं बेटी ने ऐसा क्यों किया। वह पढ़ाई में भी होशियार थी। वे भी उससे बहुत प्यार करते थे। जब वह घर से गए, तब कोई ऐसी बात नहीं थी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर फर्कपुर पुलिस मौके पर पहुंची। जांच के दौरान कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं बरामद हुआ। फर्कपुर थाना प्रभारी मुकेश का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखवाया दिया गया है। शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। सुसाइड के कारणों का पता नहीं चला है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
जगाधरी वर्कशॉप|बेटी की मौत पर विलाप करती मां।




india news

पैसे के लेनदेन के विवाद को निपटाने को हुई पंचायत में झगड़ा, पत्थर और लाठियां चलीं, कई लोग घायल

गांव कैल में पैसे के लेनदेन को लेकर हुई पंचायत में विवाद हो गया। आरोप है कि एक पक्ष ने अपने साथियों को बुलाकर पंचायत में पहुंचे लोगों पर हमला करा दिया। इस दौरान उन पर जमकर पथराव किया गया। लाठियां बरसाई गई।
हालांकि मारपीट दोनों पक्षों की तरफ से हुई है इसलिए हमले में दोनों पक्ष के लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने फिलहाल एक पक्ष के बयान पर केस दर्ज कर लिया है। गांव कैल निवासी अंकित ने सदर जगाधरी पुलिस को शिकायत दी है कि वह पंचायती जाट धर्मशाला में विमल उर्फ नोनी और बिंदर के आपसी पैसे के लेन-देन के विवाद को निपटाने के लिए पंचायत हुई थी। उस पंचायत में गांव के काफी मौजिज लोग थे। उसी समय विमल उर्फ नोनी पंचायत में गालियां देने लगा। वहां मौजूद लोगों ने उसे समझाया और उसे घर भेज दिया। विमल वहां पर यह कहकर गया कि वह थाने में जा रहा है। कुछ देर बाद वह अपने परिवार के सदस्य विक्की, टोनी, सुमेर, जयकिशन, सुखविंद्र बंटी, रामकुमार, सतपाल, बलराम और 8-10 अन्य लोग आ गए। उन्होंने हमला कर दिया। हमला करने वालों ने वहां पथराव किया। वहीं हथियारों से हमला किया। वहां मौजूद शक्ति, मोंटी, राहुल, हरपाल व जोनी को भी चोटें मारी। इस दौरान आवाज सुनकर गांव के अन्य लोग वहां पहुंच गए। इस हमले में विमल को भी चोट लगी है। बाद में उसके साथ आए लोग उसे वहां से ले गए। जाते समय वह धमकी देकर फरार हो गया। घायलों को अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने शिकायत पर हमला करने वालों पर केस दर्ज कर लिया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

ट्रैक्टर की टक्कर से दो बाइक सवार जख्मी ट्रामा सेंटर रेफर, आरोपी चालक हिरासत में

रादौरी रोड पर वीरवार की दोपहर को ट्रैक्टर चालक ने बाइक सवार दो लोगों को जोरदार टक्कर मार दी। उन्हें सरकारी अस्पताल मेें ले जाया गया जहां युवक की हालत गंभीर होने पर उसे ट्राॅमा सेंटर यमुनानगर रेफर किया गया। ट्रैक्टर चालक ने और भी कुछ लोगों को टक्कर मारकर घायल किया। लोगों ने चालक को रावल चौक पर धर दबोचा। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। ट्रैक्टर को कब्जे में लेकर पुलिस ने चालक को हिरासत में लिया।
घेसपुर निवासी प्रदीप व सुमित गांव बुबका से बाइक पर रादौर आ रहे थे। इसी दौरान रादौरी रोड पर गांव ठसका निवासी कुक्कू रादौरी गांव की ओर से आ रहा था, जिसने लापरवाही से ट्रैक्टर चलाते हुए बाइक सवार लोगों को टक्कर मार दी। टक्कर लगने से बाइक पर सवार गांव घेसपुर निवासी प्रदीप कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया जबकि उसके साथी सुमित को भी चोटें आई। दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां प्रदीप की हालत गंभीर होने पर उसे ट्राॅमा सेंटर यमुनानगर रेफर किया गया। थाना रादौर प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि पुलिस घायलों के बयान लेकर आगामी कार्रवाई करेगी। ट्रैक्टर को कब्जे में लेकर व चालक को हिरासत में लेकर कार्रवाई की जा रही है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

पंसारी बाजार में दुकानदार के पास मिले जानवरों के अंग, जांच के लिए भेजे

सांसद एवं पर्यावरण कार्यकर्ता मेनका गांधी की सोसाइटी के सदस्यों ने वाइल्ड लाइफ की टीम के साथ जगाधरी पंसारी बाजार में एक दुकान पर रेड की। सूचना मिली थी कि इस दुकान में जानवरों के प्रतिबंधित अंग बेचे जाते हैं। इस सूचना पर जब टीम ने रेड की तो वहां से कुछ अंग मिले हैं। जो जांच के लिए भेजे गए हैं। फिलहाल इसे लेकर कोई भी शिकायत पुलिस को नहीं दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि अंगो की जांच के बाद जो भी रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया सांसद मेनका गांधी की सोसाइटी जानवरों के संरक्षण को लेकर काम कर रही है। सोसायटी के सदस्यों को सूचना मिली थी कि जगाधरी में एक दुकानदार जानवरों के अंग बेचता है। इस सूचना पर टीम ने वहां पर रेड की। वहां पर कुछ जानवरों के अंग मिले हैं।

जांच के बाद करेंगे कार्रवाई : सुनील
जिला वन्य प्राणी अधिकारी सुनील कुमार ने बताया एक दुकान पर जाकर जांच की गई थी। वहां से कुछ जानवरों के अंग मिले हैं। इन अंगों को जांच के लिए भेजा गया है। ताकि यह क्लियर हो सके यह अंग आर्टिफिशियल है या फिर असली है। उसकी रिपोर्ट के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

कई दुकानदारों ने नहीं माने ऑड-इवन फाॅर्मूले पर दुकानें खोलने के आदेश

लॉकडाउन में बाजार खुलने की छूट मिलने के दूसरे दिन जाकर अधिकारी ऑड-इवन फाॅर्मूला बना पाए। बुधवार को इसके ऑर्डर जारी हुए, लेकिन ऑर्डर जारी होते ही यह लागू नहीं हो पाया। वीरवार को बाजार खुला तो कहीं पर प्रशासन का फाॅर्मूूला नहीं चला, दुकानदारों की मनमर्जी ही चली। इससे सोशल डिस्टेंसिंग काे बनाना बेहद मुश्किल रहा। हालांकि पुलिस घूमती रही, लेकिन दुकानें बंद नहीं कराई। अब अधिकारी कह रहे हैं कि शुक्रवार से ऑड-इवन फॉर्मूला लागू किया जाएगा। दुकानों पर मार्किंग की जाएगी कि यह दुकान नंबर एक है और यह नंबर दो, लेकिन यह शुक्रवार को भी लागू हो पाएगा या नहीं, यह देखने वाली बात है। खेड़ा बाजार एक दिन में एक ही साइड खुलेगा लेकिन यहां वीरवार को दोनों साइड की कई दुकानें खुली हुईं थीं।
यह फॉर्मूला बनाया है प्रशासन ने| जिलाधीश मुकुल कुमार ने आदेश जारी किए हैं कि यमुनानगर में एक तरह की दुकानें आम जनता के लिए सुबह 8 से दोपहर बाद 4 बजे तक खुली रहेंगी। डेयरी और अन्य संबंधित कार्यकलाप सुबह 7 से सायं 7 बजे तक खुली रहेंगी। सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को खेड़ा मोहल्ला बाजार और मीरा बाई बाजार की दाईं ओर दुकानें खुलेंगी और मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को खेड़ा मोहल्ला बाजार और मीरा बाई बाजार की बाईं ओर दुकानें खुलेंगी। एमसी यमुनानगर, एमसी साढौरा, एमसी रादौर, सरस्वती नगर की ग्राम पंचायत, छछरौली, प्रतापनगर और लेदी की चिहिंत (1 मार्क) दुकानें सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को सभी दुकानें सुबह 8 से शाम 4 बजे तक खुली रहेंगी और उपरोक्त चिह्नित (2) मंगलवार, वीरवार और शनिवार को खुली रहेंगी।
सब्जी मंडी तीन दिन और रहेगी बंद| सब्जी आढ़ती के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने यमुनानगर और जगाधरी सब्जी मंडी को चार दिन के लिए यानी 7 मई तक बंद कर दिया था लेकिन वीरवार को उसे अब तीन दिन के लिए और बंद करने के आदेश दिए गए हैं। हालांकि आढ़तियों ने कहा कि जब कोरोना पॉजिटिव मिले आढ़ती के संपर्क में आए लोगों और मंडी से अन्य आढ़तियों के सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है तो फिर मंडी को आगे तीन दिन और बंद करने का फैसला गलत है।
शुक्रवार से लागू करेंगे फार्मूला| नगर निगम कमिश्नर धर्मवीर सिंह ने बताया कि बाजार खोलने के लिए ऑड-इवन फार्मूला बनाया गया है। इसे शुक्रवार से लागू करेंगे। दुकानों पर शुक्रवार से ही मार्किंग की जाएगी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

एनसीईआरटी के नौवीं से 12वीं में योग, आर्ट व फिजिकल एजुकेशन शामिल की

एनसीआईआरटी ने प्राइमरी कक्षाओं के बाद नौवीं से 12वीं तक के चार सप्ताह का एकेडमिक कैलेंडर जारी किया है। लॉकडाउन में ऑनलाइन कक्षाओं में पढ़ाने के तरीके व तकनीक को शामिल किया गया है। कैलेंडर में अनुभव आधारित एजुकेशन लिए आर्ट, फिजिकल एजुकेशन और योग को भी शामिल किया गया। इसमें बच्चों को तनाव मुक्त और चिंता दूर करने के उपाय बताए जाएंगे। कैलेंडर में हिंदी, अंग्रेजी व उर्दू के साथ संस्कृत को जोड़ा गया है। इसमें ई पाठशाला, एनआईआर और दीक्षा पोर्टल पर उपलब्ध स्टडी मटीरियल को अपलोड किया गया है। कैलेंडर में सभी विकल्प सुझाव के तौर पर दिए गए हैं। स्कूल अपने अनुसार इसमें बदलाव भी कर सकते हैं। छात्रों की पढ़ने में बढ़ेगी रुचि एनसीईआरटी की ओर से कैलेंडर बनाते समय टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया को प्रमुखता दी गई है। इसमें अभिभावक टीचर्स, छात्र को वाट्सएप, फेसबुक, ट्वीट, टेलीग्राम, गूगल मेल और गूगल हैंगआउट के जरिए एक-दूसरे से जोड़ सकते हैं। दिव्यांग बच्चों को ऑडियो बुक्स, रेडियो प्रोग्राम की मदद से संबोधित किया जाएगा।

30 तक हो सकते हैं आवेदन
नेशनल कांउसिल और एजुकेशनल रिसर्च एवं ट्रेनिंग एनसीईआरटी ने कॉमन एंट्रेस परीक्षा सीईई के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया को 30 मई तक बढ़ा दिया है। पहले ऑनलाइन आवेदन चार मई तक किए जाने थे। आवेदनकर्ता ece.ncrt.gov.in ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

महात्मा बुद्ध ने दिया अहिंसा का संदेश : कंवरपाल

बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर वीरवार को प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने अशोका एडिट पार्क टोपरा कला का दौरा किया। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने पार्क में स्थित अशोक चक्र पर दिया जला कर विश्व शांति की कामना की। इसके अलावा रादौर के पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा,सपरंच टोपरा कला मुनीष नेहरा व अन्य ग्रामीणों ने अशोक चक्र पर दीप जला दुनिया को कोरोना वॉयरस की बीमारी से बचाने की भगवान से प्रार्थना की।इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि महात्मा बुद्ध ने दुनिया को अहिंसा का संदेश दिया था। हमंे उनके बताए मार्ग पर चलकर देश व दुनिया मे अहिंसा का संदेश फैलाना चाहिए।तभी हम मानवता की सच्ची सेवा कर सकते हैं।इस अवसर पर रामरतन नेहराव व अन्य ग्रामीण मौजूद थे

बोधि वृक्ष के नीचे सिद्धार्थ को मिला बुद्धत्व ज्ञान : शुक्ल
श्री राधा कृष्ण मंदिर के महंत आचार्य भगवती प्रसाद शुक्ल ने बुध पूर्णिमा पर कहा कि वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं। यह गौतम बुद्ध की जयंती है। उनका निर्वाण दिवस भी। इसी दिन भगवान बुद्ध को बुद्धत्व की प्राप्ति हुई थी। विश्व करोड़ों लोग इस दिन को धूमधाम से मनाते हैं। हिंदू धर्मावलंबियों के लिए बुद्ध विष्णु के नौवें अवतार हैं। हिंदुओं के लिए भी यह दिन पवित्र माना जाता है। गृह त्याग के पश्चात सिद्धार्थ सात वर्षों तक वन में भटकते रहे। कठोर तप के बाद वैशाख पूर्णिमा के दिन बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे उन्हें बुद्धत्व की प्राप्ति हुई। तभी से यह दिन बुद्ध पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
बोधि वृक्ष के नीचे सिद्धार्थ को मिला बुद्धत्व ज्ञान : शुक्ल रादौर | श्री राधा कृष्ण मंदिर के महंत आचार्य भगवती प्रसाद शुक्ल ने बुध पूर्णिमा पर कहा कि वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं। यह गौतम बुद्ध की जयंती है। उनका निर्वाण दिवस भी। इसी दिन भगवान बुद्ध को बुद्धत्व की प्राप्ति हुई थी। विश्व करोड़ों लोग इस दिन को धूमधाम से मनाते हैं। हिंदू धर्मावलंबियों के लिए बुद्ध विष्णु के नौवें अवतार हैं। हिंदुओं के लिए भी यह दिन पवित्र माना जाता है। गृह त्याग के पश्चात सिद्धार्थ सात वर्षों तक वन में भटकते रहे। कठोर तप के बाद वैशाख पूर्णिमा के दिन बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे उन्हें बुद्धत्व की प्राप्ति हुई। तभी से यह दिन बुद्ध पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है।




india news

डीसी व एसपी ने प्लाईवुड मेटल इंडस्ट्री का दौरा किया, नियमों से काम करते मिले श्रमिक

डीसी मुकुल कुमार व एसपी हिमांशु गर्ग ने प्लाईवुड व मैटल इंडस्ट्री का दौरा किया। प्रदेश सरकार के नियमानुसार स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर की अनुपालना में फैक्ट्री का संचालन करते हुए पाया गया। उपायुक्त ने स्वयं थर्मल स्कैनर से जांच करवाकर देखा। फैक्ट्री मालिकों द्वारा मेन गेट पर सेनिटाइजर्स व हाथ धोने के लिए पानी व साबुन की व्यवस्था के साथ थर्मल स्कैनर से जांच करने के बाद ही श्रमिकों को फैक्ट्ररी में प्रवेश करने की अनुमति दी जाती है।
सोशल डिस्टेंंसिंग की पालना की जा रही है। सभी श्रमिक मास्क व ग्लब्स लगाकर ही कार्य कर रहे हैं। दोनों फैक्ट्रियों का बारीकी से निरीक्षण किया। फैक्ट्ररी में काम करने वाले कर्मियों को वहीं पर सोने या नजदीक की फैक्ट्ररी में सोने के लिए प्रबंध फैक्ट्री मालिक द्वारा किया जाएगा।

फैक्ट्री संचालक इस वेबसाइट पर कर सकते हैं आवेदन
जिले के अन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों के संचालन पास के लिए सरल हरियाणा पोर्टल की वेबसाइट पर सरल हरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पर पास के लिए आवेदन कर सकता है। सभी उद्योगों व औद्योगिक प्रतिष्ठानों में सोशल डिस्टेंस की पालना करने व कार्यस्थल को नियमित सेनिटाइजर करने व मास्क पहनने की अनिवार्यता की पालना करने के निर्देश दिए। सरकार श्रमिकों के प्रति सचेत व प्रतिबद्ध है। फैक्ट्रियों का संचालन करवाकर श्रमिकों को काम दिया जा रहा है जिससे वे अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें। डीसी ने श्रमिकों से बातचीत भी की।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यमुनानगर|प्लाईवुड इंडस्ट्री का दौरा करते डीसी मुकुल कुमार व एसपी हिमांशु गर्ग।




india news

मंदिर के सामने नहीं, अब दूसरी साइड पर खोला ठेका, लोगों ने लगाया था जाम

श्री हनुमान मंदिर रामपुरा के सामने खोला गया शराब का ठेका श्रद्धालुओं के विरोध के चलते बंद कर दिया गया है। मंदिर के आचार्य शारदा मिश्रा ने बताया कि मंदिर के सामने बीकानेर मिष्ठान के पास शराब का ठेका खोला गया था।
 ठेका खोले जाने से श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंच रही थी। इसी के चलते इस ठेके को बंद करवाने को लेकर नगर निगम मेयर मदन चौहान और पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर पवन बिट्टू से संपर्क साधा गया। जिस पर उन्होंने हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। इसके बावजूद जब शराब का ठेका बंद नहीं हुआ तो श्रद्धालु ठेका संचालकों के पास ठेके को बंद करवाने को लेकर मिलने गए। ठेका संचालकों ने बात करने की वजह श्रद्धालुओं के साथ बदतमीजी करनी आरंभ कर दी। इस पर मजबूरन श्रद्धालुओं को विरोध प्रदर्शन करना पड़ा। बाद में मंदिर कमेटी की तरफ से जिला प्रशासन और जिला आबकारी विभाग प्रमुख को पत्र देकर ठेके को बंद करवाने का आग्रह किया गया। विभागीय अधिकारियों को पत्र के माध्यम से बताया गया कि किसी भी धार्मिक स्थल के 100 मीटर घेरे में शराब का ठेका नहीं खोला जा सकता इसलिए यह ठेका गलत खोला गया है, जिसे बंद करवाया जाए।
पंडित शारदा ने बताया कि अधिकारियों ने मंदिर सभा द्वारा दिए गए पत्र पर संज्ञान लेते हुए ठेका संचालकों को यहां से ठेका बंद कर अन्य जगह स्थानांतरित करने के आदेश दिए जिसके चलते अब शराब के ठेके को यहां से बंद करके अन्य स्थान पर खोला जा रहा है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

ऑनलाइन शिक्षा को लेकर अधिकारी 20 अभिभावकों और बच्चों से फोन पर करेंगे बात, विभाग को देंगे रिपोर्ट

लॉकडाउन के दौरान अप्रैल से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों को घरों में ही वाट्सएप व टीवी चैनलों से ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है। सभी छात्रों तक ऑनलाइन शिक्षा पहुंचे, इसलिए बच्चों को दी जा रही ऑनलाइन शिक्षा के कार्य में आ रही समस्याओं को लेकर शिक्षा विभाग ने पत्र जारी कर सभी कर्मचारियों, अधिकारियों, स्कूल मुखिया, बीआरपी, एबीआरसी, बीईओ, फैकल्टी, ऑफ डाइट, प्रोग्राम ऑफिसर रोज 20 माता-पिता और बच्चों से फोन करसंपर्क करेंगे।
प्रसारण के समय को लेकर पठन-पाठन ऑनलाइन कार्यक्रम को लेकर अवलोकन करेंगे। इसी माह सीएसआरटी द्वारा पाठ्यक्रम की मासिक बांट अनुसार प्रत्येक विषय के दो से चार पाठ कराए जाने हैं। ऑनलाइन शिक्षा का अवलोकन किया जाएगा। इस पर्यवेक्षण के लिए जिलों के लिए निदेशालय का कार्यक्रम अधिकारी और सहायक निदेशक समय सारणी व अन्य दायित्वों के लिए उत्कर्ष सोसाइटी से समन्वय बनाएंगे। डीईओ, डीईईओ, डीपीसी, प्रिंसिपल डाइट के संपर्क में रहेंगे। अधिकारियों को प्रतिदिन छात्रों की कक्षा अनुसार रिपोर्ट एक्सल सीट पर विभाग की ईमेल पर अपलोड करनी है। जिले में ये जिम्मेदारी प्रोग्राम आॅफिसर उमा को विभाग की ओर से दी गई। खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र राणा का कहना है कि विभाग की अच्छी योजना है।
इससे ये पता चल सकेगा, छात्र ऑनलाइन पढ़ाई में कितनी रुचि ले रहे हैं। विभाग की ओर से आदेश हैं कि ऑनलाइन शिक्षा को लेकर हर रोज मूल्यांकन हो। इसके लिए सभी अधिकारियों को 20 अभिभावकों व बच्चों से रिपोर्ट लेकर विभाग को देनी है। इससे छात्रों की ऑनलाइन शिक्षा में आ रही समस्याखत्म हो सकेगी।

अभिभावकों से पूछे जाने वाले सवाल
क्या आपके बच्चे को अध्यापक टीवी, प्रसारण एजुसेट का स्वयं प्रभा की समय सारिणी मिली है। क्या अध्यापक द्वारा ई संचार के माध्यम फोन, मेल, वाट्सएप, पड़ोसी सहपाठी के माध्यम से गृह कार्य अभ्यास दिया जा रहा है। क्या आप द्वारा बच्चों को टीवी प्रसारण एजुसेट व स्वयं प्रभा चैनल देखने का समुचित समय व वातावरण दिया जा रहा है। क्या आप अभिभावक व छात्र की समस्या का समाधान चाहते हैं। या कोई सुझाव देना चाहेंगे जिससे ऑनलाइन पढ़ाने में और सुधार हो सके, जिससे अधिक से अधिक बच्चे लाभान्वित हो सकें।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

पहले आईटीआई में जो मास्क 8 रुपए में बन रहा था, वह अब 16 में बन रहा

कोरोना महामारी में अगर किसी चीज की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ी है तो वह सेनिटाइजर और मास्क हैं। डिमांड बढ़ने से इन दोनों की कालाबाजारी शुरू हुई तो सरकार को रेट अपने नियंत्रण में लेने पड़े। सरकार ने पहले जो रेट तय किए थे। डिमांड बढ़ने के साथ अब उन्हें भी बदलना पड़ा। पहले जो कपड़े का डबल लेयर मास्क 8 रुपए में तैयार कराया जा रहा था, अब उसका रेट 16 रुपए हो गया है। हालांकि बीच में उसका रेट 8 से दस रुपए भी किया गया था। गवर्नमेंट आईटीआई में बड़ी मात्रा में मास्क तैयार किए जा रहे हैं। 30 अप्रैल से मास्क के रेट में बड़ा बदलाव किया गया। सिंगल लेयर के मास्क का रेट 10 रुपए और डबल का 16 रुपए तय किया गया है। अब तक आईटीआई में बने करीब 12 हजार मास्क बिक चुके हैं और यहां पर मास्क बनाने का सिलसिला जारी है। आईटीआई प्रिंसिपल डीपी लूथरा ने बताया कि कई कंपनियों, संस्थाओं, सरकारी ऑफिसों में उनके यहां पर बनाए मास्क दिए गए हैं। आगे भी मास्क बनाने का काम जारी है। 30 अप्रैल के बाद से डबल लेयर के मास्क का रेट 16 रुपए हो गया है। अब उसी रेट में ऑर्डर लेकर बनाए जा रहे हैं।
सेल्फ हेल्प ग्रुप को 17 हजार मास्क का ऑर्डर, अब इन्हीं से खरीद रही सरकारी एजेंसियां| सरकार ने मास्क का काम सेल्फ हेल्प ग्रुपों को दिया है। उन्हीं से मास्क बनवाए जाएंगे। इन्हें 17 हजार मास्क का ऑर्डर आया है जोकि तैयार हो चुके हैं। सरकार इस मौके पर सेल्फ हेल्प ग्रुपों को काम देना चाहती है ताकि उनकी आमदनी हो सके। इसके साथ ही सेनिटाइजर भी इन्हीं के माध्यम से लिया जा रहा है। इसमें भी उनकी अच्छी आमदनी हो रही है।
मेडिकल मास्क की बजाए कपड़े के वॉश होने वाले मास्क की मांग बढ़ी
शुरुआत में मास्क की डिमांड बढ़ी तो मेडिकल मास्क और एन-95 मास्क लोगों ने मेडिकल स्टोर से खूब खरीदे। इस पर उन्होंने भी मौके को भुनाते हुए मनमाने रेट में मास्क बेचे। लोगों की भी खरीदना मजबूरी थी, लेकिन इसी दौरान घर-घर में मास्क बनने लगे। सिलाई का काम करने वाली महिलाएं मास्क बनाने पर लग गई। सामाजिक संस्थाएं मास्क बनाने में जुट गई। इस तरह से बाजार से मास्क की किल्लत खत्म हुई और मेडिकल स्टोर पर मनमाने रेट पर मिलने वाला मास्क से ज्यादा लोग घरों में बनाए गए मास्क लेने गए क्योंकि ये मास्क बार-बार यूज किए जा सकते हैं। इन्हें धोकर कई बार यूज किया जा सकता है जबकि मेडिकल मास्क की लाइफ कुछ ही घंटे की है।
सरकार ने अनिवार्य कर दिया मास्क, मास्क न लगाने पर कई पर हो चुका केस
सरकार ने मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। बिना मास्क लगाकर घर से निकलने वालों पर केस भी दर्ज होने लगे हैं। यमुनानगर जिला पुलिस कई लोगों पर बिना मास्क लगाए सड़क पर घूमने पर केस दर्ज कर चुकी है। वहीं बहुत से लोग समझदारी दिखाते हुए बिना मास्क के घर से निकलते भी नहीं। हर व्यक्ति अब एक नहीं, दो से तीन मास्क ले रहा है इसलिए मास्क की डिमांड बढ़ रही है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यमुनानगर|साढौरा आईटीआई में मास्क बनातीं युवती।




india news

लॉकडाउन ने बचाई 300 लोगों की जान, चोरियां 82 फीसदी तक घटी

(सुशील भार्गव)लॉकडाउन ने आर्थिक रूप से बड़ा नुकसान पहुंचाया है। वहीं, इससे सड़क हादसे घट गए हैं। बड़ा कारण सड़कों पर वाहनों की कमी है। हालांकि इसके बावजूद प्रदेश में एक से 30 अप्रैल तक लॉकडाउन की अवधि में 202 सड़क हादसे हुए हैं। इन हादसों में 100 लोगों की जान चली गई। वहीं 144 लोग घायल हुए हें। वर्ष 2019 से तुलना की जाए तो 329 कम मौत हुई हैं। हादसों के कई कारण हैं, लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद नियमों का पालन करना चाहिए, जिससे हादसे कम हो सकते हैं और जान बच सकती हैं। इससे न केवल हम खुद की, बल्कि दूसरों की जिंदगी भी बचा सकते हैं। प्रदेश में हर साल सड़क हादसों में करीब 5000 लोगों की जान चली जाती है। जबकि हजारों घायल हो जाते हैं। दूसरी ओर प्रदेश में चोरियाें का ग्राफ भी काफी कम हुआ है। चोरी की घटनाओं में 82 फीसदी तक की कमी आई है। लॉकडाउन से पर्यावरण में प्रदूषण भी न के बराबर रह गया था।

लॉकडाउन में 732 सड़क हादसे हुए कम
यदि वर्ष 2019 के अप्रैल के सड़क हादसों से अप्रैल-2020 के हादसों से तुलना की जाए तो प्रदेश में 732 सड़क हादसे कम हुए हैं। यानी अप्रैल 2019 में प्रदेश में 934 सड़क हादसे हुए थे, अबकी बार यह आंकड़ा 202 तक ही पहुंचा है। पिछले साल इसी अवधि में 429 लोगों की मौत हो गई थी, अबकी बार 100 की मौत हुई है, यानी 329 लोगों की कम मौत हुई है। अप्रैल 2019 में 817 लोग सड़क हादसों में घायल हुए थे, अबकी बार यह आंकड़ा 144 तक पहुंचा है और 673 कम लोग घायल हुए हैं।
मार्च से साढ़े तीन गुना कम हादसे

वर्ष 2020 के मार्च महीने में हरियाणा में 764 सड़क हादसे हुए हैं। इनमें 337 लोगों की मौत हो गई, जबकि 645 लोग घायल हुए हैं। वर्ष 2019 में सालभर में 10944 सड़क हादसे हुए थे, इनमें 9362 लोग घायल हो गए थे, जबकि 5057 लोगों की मौत हो गई थी। खास बात यह है कि अप्रैल में लोग पहाड़ों की वादियों में घूमना जाने शुरू हो जाते हैं और यह सिलसिला जून के अंत तक चलता है। अबकी बार लाॅकडाउन होने से यह संख्या लगभग शून्य ही है।

30 अप्रैल तक लॉकडाउन में 24.25 करोड़ रुपए का लगाया जुर्माना

लॉकडाउन में 30 अप्रैल तक प्रदेश में हरियाणा पुलिस द्वारा 13182 वाहन जब्त किए गए हैं, 7636 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 5398 एफआईआर भी दर्ज हुई हैं। यही नहीं 24.25 करोड़ रुपए जुर्माना लगाया गया है।
यातायात के नियमों का पालन करें
हमें यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। हमेशा इनका पालन करें, तो सड़क हादसे नहीं होंगे। ट्रैफिक एवं हाइवे द्वारा प्रदेश के लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए लगातार कार्यक्रम किए जाते हैं। लॉकडाउन में सड़क हादसे काफी कम हुए हैं।-डॉ. राजश्री सिंह, आईजी, ट्रैफिक एवं हाइवे, हरियाणा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Lockdown saved 300 lives, theft by 82%




india news

गृहमंत्री बोले-पुलिस-एक्साइज स्टाफ की मिलीभगत के बिना नहीं जा सकती शराब, बड़े अफसरों तक आएगी जांच की आंच

सोनीपत में हुए शराब घोटाले की आंच अब कई अफसरों तक आएगी। गृह विभाग की ओर से गठित की जाने वाली एसआईटी को जांच में पूरी छूट दे दी गई है। चाहे कोई कितना भी बड़ा प्रभावी व्यक्ति हो, यदि संदेह है, तो उसे भी जांच में शामिल किया जाएगा, क्योंकि संभावना जताई जा रही है कि इतना बड़ा मामला किसी बड़े अधिकारी या प्रभावशाली की मिलीभगत से हो सकता है। गोदामों में दूसरे राज्यों में बनी शराब भी रखी हुई थी। ऐसे ब्रांड की शराब मिली है, जो हरियाणा में बनती नहीं है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन गोदामों से शराब की तस्करी दूसरी जगह होती थी। गोदामों को ट्रांजिट सेंटर बनाया गया।
गृहमंत्री विज ने माना कि पुलिस और एक्साइज डिपार्टमेंट के कर्मचारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता। इनके बिना शराब की एक बोतल कहीं नहीं बिक सकती। मामले की बड़ी बात यह है कि शराब रखने के लिए पुलिस और एक्साइज डिपार्टमेंट के दो गाेदाम बने हुए हैं। इनमें दोनों की तरफ से बरामद शराब रखी है। पुलिस के गोदाम में चोरी की एफआईआर दर्ज हो चुकी है। परंतु एक्साइज डिपार्टमेंट अभी नींद में सोया हुआ है। उसकी ओर से अभी केस दर्ज नहीं कराया है। परंतु गठित की जा रही एसआईटी दोनों ही गोदामों के मामलों की जांच करेगी।
चौंकाने वाली बात यह है कि जिस गोदाम में शराब रखी गई थी, वह जमीन वक्फ बोर्ड की है और एक महिला के नाम से लीज पर है और उसके पति भूपेंद्र के खिलाफ शराब तस्करी के कई मामले दर्ज हैं। यानि शराब की तस्करी करने के आरोपी गोदाम में ही शराब रख दी गई। गृह मंत्री का कहना है कि बड़ा सवाल यह भी है उक्त व्यक्ति के गोदाम में ही शराब रखने को किसने कहा था। उनका कहना है कि शराब चोरी होने और गोदामों में दूसरे राज्यों में बनी शराब मिलने से इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि गोदामों को तस्करी का अड्‌डा बना लिया गया। बता दें कि इन गोदामों में पुलिस और एक्साइज की ओर से अवैध रूप से तस्करी की जा रही पकड़ी गई शराब 2019 में रुखी गई थी, जो करोड़ों रुपए की थी।

एसआईटी के लिए दुष्यंत से कोई बात नहीं हुई,मैंने दिए आदेश : विज
शराब घोटाला सामने आने के बाद इसकी चर्चा भी हुई। कैबिनेट भी मामला उठा। जिसके बाद डिप्टी सीएम दुष्यंत ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री अनिल विज से मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का आग्रह किया है। परंतु गुरुवार को विज ने कहा कि उनकी डिप्टी सीएम से कोई बात नहीं हुई।

एसआईटी इन बिंदुओं पर करेगी जांच

  • जिस व्यक्ति के खिलाफ शराब तस्करी के केस, उसके गोदाम में ही शराब क्यों रखी गई।
  • शराब चोरी हुई तो पता क्यों नहीं लगा।
  • जिसके गोदाम में शराब रखी गई, उसे इसकी जानकारी कैसे नहीं मिली।
  • गोदाम की दीवार तोड़ दी गई। फिर भी किसी ने ध्यान क्यों नहीं दिया।
  • क्या शराब चोरी में पुलिस-एक्साइज डिपार्टमेंट के कर्मचारी शामिल थे।
  • क्या इस पूरे मामले में कोई प्रभावशाली व्यक्ति शामिल रहा।
  • अन्य जिलों की स्थिति का भी हो सकता है आंकलन।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Home Minister said - liquor cannot go without the connivance of police-excise staff, investigation will come to the top officers




india news

पांचों वक्त की नमाज अदा करने के साथ शिव मंदिर में पूजा के साथ आरती में शामिल होता है सफी मोहम्मद का परिवार, मंदिर बनवाने में निभा रहा भूमिका

(महबूब अली)विनोद नगर में रहने वाले बाइक मैकेनिक सफी मोहम्मद का परिवार आपसी साैहार्द की अनूठी मिसाल कायम कर रहा है। सफी और उनका परिवार रमजान में राेजे रखने और पांचों वक्त की नमाज अदा करने के साथ-साथ पड़ोस के शिव मंदिर निर्माण करवाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
सफी के परिवार के सदस्य न सिर्फ पुजारी के साथ आरती कराने, बल्कि पूजा करने में भी आगे रहता है। इनकी आस्था काे देखते हुए उन्हें मंदिर समिति का कोषाध्यक्ष भी बनाया गया है। परिवार के सदस्य मंदिर की साफ-सफाई में भी अहम भूमिका निभाते हैं।

शिव मंदिर सेवा समिति विनोद नगर के प्रधान श्याम सुंदर सैनी ने बताया कि सफी वाकई सामाजिक एकता की अनूठी मिसाल कायम कर रहे हैं। सफी के अलावा उसका बेटा इमराज, बेटी आशमा, पत्नी रितू मंदिर की साफ-सफाई के अलावा पूजा करने में आगे रहते हैं। हालांकि लाॅकडाउन के कारण सुबह और शाम हाेने वाली आरती में ही पुजारी रामू के साथ इमरान, आशमा शामिल हाे पाते हैं। यहीं नहीं यदि पुजारी नहीं हाेते हैं ताे इमरान और उसकी बहन आशमा खुद ही सुबह और शाम आरती करते हैं। हर काेई परिवार की सराहना कर रहा है।

शिव मंदिर सेवा समिति के प्रधान श्याम सुंदर सैनी और सहसंरक्षक रंजीत सैनी ने बताया कि सफी मंदिर के कोषाध्यक्ष भी हैं। इसलिए मंदिर में हाेने वाले सभी काम का ब्याेरा उन्हीं के पास रहता है। यहीं नहीं हर साल शिवरात्रि पर लगाएं जाने वाले भंडारे में भी सफी के परिवार की अहम भूमिका रहती है। शिवभक्ताें काे प्रसाद बंटवाने में परिवार आगे रहता है।

हिंदू मुस्लिम, अल्लाह-शिव भगवान एक

सफी उनके बेटे इमरान औैर बेटी आश्मा का कहना है कि हिंदू हाे या फिर मुसलमान सभी एक है। अल्लाह काे याद करें या फिर भगवान काे सभी एक ही है। सभी लाेगाें काे भेदभाव भुलाकर आपसी प्यार व साैहार्द्र के साथ रहना चाहिए। मंदिर में आरती औैर पूजा अर्चना से उन्हें जाे संतुष्टि मिलती है, उसे शब्दाें में बयां नहीं किया जा सकता है। आसंमा कुरान ए पाक की तिलावत भी करती है।

गायत्री मंत्र से लेकर कई तरह की आरती का ज्ञान

इमरान, आशमा औैर परिवार के अन्य सदस्याें काे गायत्री मंत्र से लेकर शिव औैर अन्य कई आरती का भी बखूबी ज्ञान है। ईद पर जहां माेहल्ले के हिंदू समुदाय के लाेग सफी के घर पर पहुंचते है वहीं दीपावली, हाेली पर सफी औैर उसका परिवार हिंदू परिवाराें के साथ जश्न मनाता है।
11 साल पूर्व शुरू कराया था मंदिर का निर्माण

मंदिर समिति के प्रधान श्याम सुंदर सैनी ने बताया कि विनोद नगर की जन संख्या करीब 1500 है। करीब 11 साल पू्र्व कालाेनी के सभी लाेगाें ने मिलकर मंदिर का निर्माण कराया था। हालांकि अभी भी निर्माण कार्य चल रहा है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

21वें जिले महेंद्रगढ़ में भी दाे पॉजिटिव, सिर्फ रेवाड़ी सेफ, 30 नए केस आए, पानीपत में दूसरी मौत

कोरोनावायरस अब हरियाणा के 21वें जिले महेंद्रगढ़ में भी पहुंच गया है। यहां दो मरीज मिले हैं। अब सिर्फ रेवाड़ी ही एक मात्र जिला बचा है, जहां कोरोना का कोई केस नहीं है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 30 नए केस मिलने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 629 पर पहुंच गई है। साथ ही काेरोना से पानीपत में एक युवक की मौत हो गई है। समालखा के झट्‌टीपुर के 28 साल के युवक की बुधवार 6 मई को मौत हो गई थी। वह टीबी से भी ग्रसित था। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव निकली।

पानीपत में कोरोना से यह लगातार दूसरी मौत है। मंगलवार को शहर की दीनानाथ कॉलोनी में 24 साल की युवक की मौत हो गई थी। नए केसों में गुड़गांव में सबसे ज्यादा 13 नए मरीज मिलने से यहां आंकड़ा 117 पर पहुंच गया है। फरीदाबाद में छह, सोनीपत और झज्जर में तीन-तीन, पानीपत में दो और फतेहाबाद में एक केस मिला है। जबकि गुरुवार को कोई भी मरीज ठीक नहीं हुआ है। राज्य में नौ मौतों के बाद 360 मरीजों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। अब तक 260 मरीज ठीक हुए हैं। इधर, चरखी दादरी, कुरुक्षेत्र, कैथल और भिवानी में कोरोना का अब कोई केस नहीं है। यहां मिले मरीज ठीक हो चुके हैं।

3271 की रिपोर्ट निगेटिव
राज्य में पिछले 24 घंटे में 3271 संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि 3216 नए संदिग्ध मरीज मिले भी हैं, जिनके सैंपल लिए गए हैं। इसके अलावा 396 लोगों का सर्विलांस का समय पूरा हो गया है। जबकि 31 नए सर्विलांस पर आए हैं।

जानिए... आज तक की स्थिति

  • 22063 लोगों का सर्विलांस का समय पूरा।
  • 15375 लोग अभी भी हैं सर्विलांस पर।
  • 46495 लोगों के लिए गए हैं सैंपल।
  • 41495 सैंपल आ चुके हैं निगेटिव।
  • 4007 की रिपोर्ट का अभी इंतजार है।

रिकवरी रेट 41.60 फीसदी

  • 1.47 प्रतिशत है पॉजिटिव रेट
  • 41.60 प्रतिशत है रिकवरी रेट
  • 1.12 प्रतिशत है फैटेलिटी रेट
  • 9 दिन में अब डबल हो रहे मरीज


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
21 positive in 21st district Mahendragarh, only Rewari safe, 30 new cases, second death in Panipat




india news

21 जिलों तक पहुंचा कोरोना, दिल्ली से नारनौल आए जीआरपी के दो जवान पॉजिटिव मिले

हरियाणा के 21वीं जिले में कोरोना ने दस्तक दे दी है। महेंद्रगढ़ के नारनौल में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के दो जवानों में कोरोना की पुष्टि हुई है। ये जवान दिल्ली से एक सप्ताह की छुट्टी के बाद यहां आए थे। इनमें से एक राजस्थान का रहने वाला है। स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें क्वारैंटाइन कर दिया है। वहीं प्रदेश में कुल मरीजों का आंकड़ा 600 पार करते हुए 626 पहुंच गयाहै। गुरुवार को 31 नए मरीज आए। इनमें सबसे ज्यादा गुड़गांव में 13, फरीदाबाद में 6, सोनीपत, झज्जर और जींद में 3-3, महेंद्रगढ़ में 2 और पानीपत में 1 नया मरीज आया है। हरियाणा में अब कुल 358 एक्टिव मरीज हैं। वहीं रिकवरी रेट गिरकर 41.60 प्रतिशत पर आ गया है। हरियाणा में गुरुवार को एक भी मरीज को अस्पताल से छुट्टी नहीं मिली।

दिल्ली से कोरोना टेस्ट करवाकर नारनौल में हुए थे क्वारैंटाइन

  • प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिल्ली दयाबस्ती में तैनात जीआरपी के तीन कर्मचारियों को लगातार ड्यूटी करने के बाद एक सप्ताह की छुट्टी मिली थी। तीनों में से एक महेंद्रगढ़ के सुरानी गांव का रहने वाला है, एक राजस्थान के पचेरी का रहने वाला है जबकि एक चरखी दादरी के एक गांव का रहने वाला है। तीनों ने दिल्ली से निकलते वक्त बीते मंगलवार को एक प्राइवेट लैब में अपना कोरोना टेस्ट करवाया था। वे सैंपल देकर नारनौल आ गए थे।
  • दरअसल राजस्थान के रहने वाले जीआरपी कर्मचारी की नारनौल में ससुराल है। उसने पहले से ससुराल में बात कर रखी थी कि उन्होंने कोरोना टेस्ट करवा रखा है। एक सप्ताह के लिए क्वारैंटाइन होना है। इस वजह से उसके ससुरालवालों ने अपने मकान की सबसे ऊपरी मंजिल उनके लिए खाली कर दी थी। वे वहां रह रहे थे। उनका संपर्क किसी से नहीं था। इस बीच बुधवार शाम को उनकी रिपोर्ट आ गई। राजस्थान के रहने वाले और नारनौल के रहने वाले दोनों कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जबकि चरखी दादरी के कर्मी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके बाद वे सभी नारनौल के सिविल अस्पताल में पहुंचे। जहां उन्होंने फिर से कोरोना टेस्ट करवाया। अब स्वास्थ्य विभाग ने उनके सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं और उन्हें वहीं अस्पताल में क्वारैंटाइन कर दिया है।

बढ़ते मरीजों के कारण गुरुग्राम जिला प्रशासन ने 6 निजी अस्पतालों का अधिग्रहण किया

  • बढ़ते मरीजों की संख्या के मद्देनजर गुड़गांव जिला प्रशासन अलर्ट पर है। यहां के 6 निजी अस्पतालों का जिला प्रशासन ने अधिग्रहण कर लिया है। इन अस्पतालों में 600 आईसोलेशन बेड की व्यवस्था कर ली गई है। अब यहां कोरोना संक्रमितों को उपचार के लिए भर्ती किया जाएगा। डीसी अमित खत्री ने गुरुवार को बताया कि ये अस्पताल जिला स्वास्थ्य विभाग के अधीन कर दिए गए हैं।
  • बता दें कि 1 मई की सुबह गुड़गांव रेड जोन से अॉरेंज जोन में शामिल किया गया था। यानी यहां कोरोना का खतरा कम आंका गया था। उसी दिन शाम को ही यहां पर कोरोना के कई केस सामने आए। उस दिन ही नहीं बल्कि उस दिन के बाद से लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अब यहां पर कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। यह बड़ा खतरा बन रहा है। इसी के मद्देनजर प्रशासन ने बड़ा और अहम निर्णय लेते हुए यहां के 6 अस्पतालों का अधिग्रहण करके वहां 600 आईसोलेशन बेड तैयार करवाए हैं।
  • बतौर जिलाधीश आदेश जारी करते हुए डीसी अमित खत्री ने कहा है कि डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के लिए मानेसर मिडियोर अस्पताल को निर्धारित किया गया था, लेकिन तकनीकी कारणों से इस अस्पताल को कार्यान्वित होने में समय लग रहा है। इसलिए अब मेट्रो अस्पताल, नारायणा अस्पताल, सिग्नेचर अस्पताल, डब्ल्यू प्रतीक्षा अस्पताल, कोलंबिया एशिया अस्पताल व पार्क अस्पताल को सारे स्टाफ व मेडिकल सुविधाओं सहित अधिग्रहित कर लिया गया है। साथ ही इन्हें सिविल सजन को अलॉट कर दिया है।

हरियाणा में 626 पहुंचा पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा

  • हरियाणा में अब तक गुड़गांव में 117, फरीदाबाद में 84, सोनीपत में 84, झज्जर में 73, नूंह में 59, अम्बाला में 41, पलवल में 36, पानीपत में 34, पंचकूला में 18, जींद में 14, करनाल में 14, यमुनानगर में 8, सिरसा में 6, फतेहाबाद में 6, हिसार, रोहतक में 4-4, भिवानी में 3. महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र और कैथल में 2-2, चरखी दादरी में एक पॉजिटिव मिला। इसके अलावा, मेदांता अस्पताल गुड़गांव में 14 इटली के नागरिकों को भी भर्ती करवाया गया था, जिन्हें हरियाणा ने अपनी सूची में जोड़ा है।
  • प्रदेश में अब कुल 260 मरीज ठीक हो गए हैं। नूंह में 53, गुड़गांव में 51, फरीदाबाद में 43, पलवल 32, पंचकूला में 17, अम्बाला में 11, करनाल और पानीपत में 5-5, सिरसा और सोनीपत में 4-4, यमुनानगर, भिवानी और हिसार में 3-3, कैथल, कुरुक्षेत्र, रोहतक में 2-2, चरखी दादरी, फतेहाबाद 1-1 मरीज ठीक होने पर घर भेजा गया। 14 मरीज इटली के भी ठीक हुए हैं। इनके समेत कुल आंकड़ा 241 हो जाता है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
जींद के नरवाना में संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए सदस्यों को जांच के लिए लेकर जाते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम।




india news

आईएएस रानी नागर का इस्तीफा सीएम मनोहर लाल ने किया नामंजूर

सरकारी नौकरी में खुद की सुरक्षा पर खतरा बताकर इस्तीफा देने वाली आईएएस रानी नागर का इस्तीफा सरकार ने नामंजूर कर दिया है। नागर का काडर भी हरियाणा से उनके गृह राज्य करने की सिफारिश भी केंद्र से कर दी है। इसकी सूचना केंद्रीय राज्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने अपने ट्विटर हैंडल पर दी है। उन्होंने इसे लेकर दो ट्वीट किए। जिन्हें मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी रिट्वीट किया है। केंद्रीय मंत्री ने पहले ट्वीट में लिखा-मैं एक खुशी का समाचार सांझा कर रहा हूं कि हरियाणा काडर की आईएएस अधिकारी रानी नागर का इस्तीफा सीएम ने नामंजूर कर दिया है। इसके लिए मैं उनका आभार प्रकट करता हूं।

केंद्र से काडर बदलने के लिए सिफारिश की
अपने दूसरे ट्वीट में कंवरपाल गुर्जर ने जानकारी दी कि रानी नागर का आईएएस काडर हरियाणा से उनके गृह राज्य में बदलने की भी सिफारिश केंद्र सरकार से की है। इसके अलावा उन्होंने लिखा कि हमने पहले भी आश्वस्त किया था कि हरियाणा सरकार बेटियों के हितों के लिए संवेदनशील है और रानी नागर के हितों पर किसी किस्म की आंच नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए हरियाणा सरकार में शीर्ष स्तर से लगातार बातचीत की जा रही थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
रानी नागर यूपी के गाजियाबाद की रहने वाली है। वे 2014 बैच की हरियाणा काडर की आईएएस हैं। उन्होंने जान को खतरा बताते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।




india news

टिकटॉक बनाने वाली 14 साल की लड़की ने किया सुसाइड, मां-बाप बाहर से लौटे तो फंदे से लटका मिला शव

टिकटॉक पर वीडियो बनाकर शेयर करने वाली 14 वर्षीय लड़की ने घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। हालांकि वजह अभी तक सामने नहीं आई लेकिन परिजन दबी जुबान में ये कह रहे थे कि बेटी नया मोबाइल दिलाने के लिए कह रही थी। पुलिस एफआईआर में इस बात का कहीं जिक्र नहीं किया गया। हादसे के वक्त माता-पिता घर पर नहीं थे, वे दोनों डॉक्टर के पास गए हुए थे। वापिस लौटे तो बच्ची फंदे से लटकी मिली। मृतका माता-पिता की इकलौती संतान थी।

विष्णुनगर निवासी वीरेंद्र एक स्क्रैप कारोबारी के पास पास काम करता है। गुरुवार दोपहर बाद उसकी पत्नी को पेट दर्द की शिकायत हुई। इस पर वह उसे दवाई दिलाने के लिए मार्केट लेकर गया। इस दौरान घर पर बेटी अकेली थी। शाम को जब वे वापस लौटे, तो उन्होंने देखा कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद है। वीरेंद्र ने जब खिड़की से झांककर देखा, तो उनकी बेटी फंदे से लटकी हुई थी।

यह देखते ही परिजनों में हड़कंप मच गया। शोर शराबा सुनकर पड़ोसी पहुंचे। वीरेंद्र ने पड़ोसियों की मदद से खिड़की तोड़ी और अंदर पहुंचा। इसके बाद दरवाजा खोला गया। उसने बेटी को फंदे से नीचे उतारा। लेकिन त‌ब तक उसकी मौत हो चुकी थी। वीरेंद्र का कहना है कि पता नहीं बेटी ने ऐसा क्यों किया। वह पढ़ाई में भी होशियार थी। वे भी उससे बहुत प्यार करते थे। जब वह घर से गए, तब कोई ऐसी बात नहीं थी।

बच्ची के सुसाइड की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर फर्कपुर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं बरामद हुआ। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मृतक बच्ची यमुनानगर के विष्णु नगर की रहने वाली थी। वह टिकटॉक पर हररोज वीडियो अपलोड करती थी।




india news

रेवाड़ी के महिला महाविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर ने घर में लगाया फांसी का फंदा

रेवाड़ी के सेक्टर-18 स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर ने बुधवार की रात को संदिग्ध हालात में अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उनके पति भी प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। खोल थाना पुलिस ने घटना के संबंध में मृतका के पिता की शिकायत पर उनके पति सहित चार लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज किया है।

पति चार-पांच दिन से गुड़गांव में ही थे
डहीना चौकी प्रभारी एसआई बीरेंद्र सिंह ने मृतका माया देवी के पति भी गुड़गांव में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है। लॉकडाउन के कारण वे भी पिछले चार-पांच दिनों से घर नहीं आए थे। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है। पिता ने आरोप लगाए हैं, जिसके आधार पर दहेज हत्या का केस दर्ज किया गया है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह से फांसी आई है। परिवार के सदस्यों ने भी किसी तरह के झगड़े से इंकार किया है।

भिवानी के कैरू गांव की थी, वर्ष 2011 में हुई थी शादी
खोल थाना पुलिस ने बताया कि गांव मूंदी निवासी एवं गुड़गांव कॉलेज में बतौर प्रोफेसर कार्यरत संदीप की पत्नी एवं असिस्टेंट प्रोफेसर माया देवी ने बुधवार रात को अपने घर में ही फांसी लगा ली। सुबह परिजन उठे तो छत पर बने कमरे में उन्हें फांसी के फंदे पर लटके पाया। मामले की जानकारी उनके पति के साथ पीहर पक्ष को दी। सूचना मिलने के बाद जिला भिवानी के गांव कैरू निवासी डूंगरसिंह अपने परिजनों के साथ मूंदी पहुंच गए। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल भिजवा दिया।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Rewari (Haryana) Suicide In Corona Lockdown News Updates; Women College Professor Hanged Herself To Death




india news

मुस्लिम डूम जाति के लोगों ने तोड़ी 300 साल पुरानी परंपरा, हिंदू पद्धति से किया महिला बुजुर्ग का दाह संस्कार

हिसार के गांव बिठमड़ा में अनुसूचित जाति से संबंधित महिला के निधन होने पर उनके परिवार ने 300 वर्ष पुरानी परंपरा तोड़ते हुए पार्थिव शरीर का हिंदू पद्धति से दाह संस्कार किया। यह परिवार मुस्लिम डूम समुदाय से है। उनके संस्कार करने पर सोशल मीडिया पर धर्म परिवर्तन की अफवाहें फैल गई। जिसका परिवार ने खंडन किया।

गांव के लोगों ने अंतिम संस्कार पद्धति का स्वागत किया

बिठमड़ा गांव के 30 परिवार मुस्लिम डूम बिरादरी के हैं। अब तक इस परिवार में मृतकों को कब्रिस्तान में दफनाया जाता था, लेकिन फूली देवी की मृत्यु के बाद मौजूदा हालात को देखते हुए परिवार ने अंतिम संस्कार पर सहमति बनाई। गांव के लोगों ने भी डूम परिवार द्वारा मृतक की अंतिम संस्कार की पद्धति में परिवर्तन करने का स्वागत किया है।

मृतका के पुत्र प्रकाश ने कहा, 'गांव में 30 परिवार डूम बिरादरी के हैं। हमारे बुजुर्ग पुराने समय से मृतकों का दफनाने की प्रक्रिया से अंतिम संस्कार करते आ रहे हैं। यह सही है कि औरंगजेब काल में हमारे पूर्वजों नेहिन्दू से मुस्लिम धर्म अपनाया था।लेकिन,आजादी के बाद से ही हमारा भाईचारा हिंदुओं से है, हमारे समाज में हिंदू पद्धति (गंधर्व विवाह) से बच्चों का विवाह होता है।'

उन्होंने कहा,'हम निकाह नहीं करते और नही खतना करते हैं, सिर्फ अंतिम संस्कार की पद्धति दफनाने की थी, इसलिए ग्रामीण हमें मुस्लिम समझते थे। परंतु 18 अप्रैल को हमारे परिवार में जींद जिले के दनौदा गांव में एक मौत हुईथी। वहां भी अंतिम संस्कार अग्नि प्रक्रिया से किया गया था। हमारी मां को भी हमने कब्रिस्तान में दफनाने की बजाय स्वर्ग आश्रम में अग्नि प्रथा से संस्कार कर परंपरा बदलने का काम किया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
महिला के अंतिम संस्कार के बाद मौजूद परिजन आपस में बातचीत करते हुए।




india news

अपने ही घर से 1 सोने के बिस्किट समेत 530 ग्राम सोना किया चोरी, दोस्त और सुनार को बेच डाला

सिरसा जिले के मोचीवाली गांव में 6 मई की रात को एक घर में हुई लाखों रुपये के सोने की चोरी के मामले को डिंग थाना पुलिस ने सुलझा लिया है। इस मामले में आरोपी उसी का बेटा निकला है, जिसके घर में चोरी हुई थी। दरअसल उसने नशे की लत में घर में रखे 1 सोने के बिस्किट समते 530 ग्राम सोना चोरी कर लिया औरएक सुनार व अपने दोस्त को बेच दिया। थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपी युवक रविकांत पुत्र घनश्याम उसके दोस्त इंद्रपाल पुत्र ओमप्रकाश निवासी डिंग मंडी व मोचीवाली निवासी सुनार मोहनलाल पुत्र किशोरी लाल को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर लाखों रूपये का 393 ग्राम सोना बरामद कर लिया है ।

थाना प्रभारी ने बताया कि प्रांरभिक पूछताछ में पता चला है कि पकड़ा गया युवक रविकांत नशे का आदी है और नशे की पूर्ति के लिए ही उसने अपने पिता घनश्याम के घर से उक्त वारदात को अंजाम दिया था। थाना प्रभारी ने बताया कि इस संबंध में घनश्याम की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी।

जांच के दौरान महत्तवपूर्ण सुराग जुटाते हुए घटना को चन्द घंटो में सुलझा लिया। उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार कर लाखों रूपये का सोना बरामद किया गया है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है जो भी इस मामले में संलिप्त पाया गया उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पुलिस गिरफ्त में आरोपी युवक रविकांत (बायें) व मोचीवाली निवासी सुनार मोहनलाल (दायें)। आरोपी ने कुछ सोना अपने दोस्त को तो कुछ सुनार को बेच दिया था।




india news

मजदूरों की घर वापसी के बीच हीरो मोटर ने भी काम शुरू किया, मारुति ने कर्मचारियों से काम पर वापस आने के लिए कहा

हरियाणा में लॉकडाउन फेज-3 का 5वां दिन है। लॉकडाउन में ढील के बाद प्रदेश में कामकाज धीरे-धीरे शुरू होने लगा है। पूरी तरह काम पटरी पर लौटने में टाइम लगेगा। एक अच्छी खबर ये है कि गुड़गांव में मारुति के बाद अब दोपहिया वाहन कंपनी हीरो मोटर कॉर्प ने वाहनों का निर्माण शुरू कर दिया है। इसी के साथ गुड़गांव और आसपास के क्षेत्रों में करीब 800 से अधिक औद्यौगिक संस्थानों ने लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए काम शुरू कर दिया है। वहीं, मारुति कंपनी ने अपने कर्मचारियों को काम पर वापस लौटने को कहा है। इधर, कोरोना के भय से अधिकांश कर्मचारी अपने घरों को वापस लौट चुके हैं। मजदूर भी घरों से बाहर निकलने को राजी नहीं हैं।

हरियाणा में मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 626
हरियाणा के 21 वीं जिले में कोरोना ने दस्तक दे दी है। गुरुवार को महेंद्रगढ़ के नारनौल में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के दो जवानों में कोरोना की पुष्टि हुई। ये जवान दिल्ली से एक सप्ताह की छुट्टी के बाद यहां आए थे। इनमें से एक राजस्थान का रहने वाला है। स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें क्वारैंटाइन कर दिया है। वहीं प्रदेश में कुल मरीजों का आंकड़ा 600 पार करते हुए 626 पहुंच गया है। गुरुवार को 31 नए मरीज आए। पानीपत में कोरोना से दूसरी जबकि प्रदेश में 9वीं मौत हुई।

हरियाणा में शराब के ठेके खुल गए हैं। इसके बाद शराब बनाने वाली कंपनियां भी शुरू हो गई है। करनाल के जिला उपायुक्त एक शराब कंपनी में जाकर निरीक्षण करते हुए।

पानीपत के झट्टीपुर गांव का रहने वाला है मृतक, टीबी और खांसी भी थी
पानीपत में कोरोना की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 2 पहुंच गया है। समालखा के झट्‌टीपुर के 28 साल के युवक की 6 मई को मौत हो गई थी। गुरुवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिवआई। बिहार के सिवान का रहने वाले इस युवक को टीबी था। कोरोना से यह दूसरी मौत है। मंगलवार को दीनानाथ कॉलोनी में 24 साल की युवक की मौत हो गई थी। उसकी रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव निकली थी।

हरियाणा में मौत का आंकड़ा 9 पहुंचा
हरियाणा में अब तक संक्रमण से कुल 9 लोगों की मौत हो चुकी है। पहली मौत 2 अप्रैल को अम्बाला के 67 वर्षीय बुजुर्ग की हुई थी। इन्होंने चंडीगढ़ पीजीआई में दम तोड़ा था। इसके बाद दूसरी मौत 3 अप्रैल को हुई थी जब रोहतक की कोरोना पॉजिटिव महिला ने दिल्ली में दम तोड़ा था। तीसरी मौत 5 अप्रैल को करनाल के बुजुर्ग की हुई थी। उनकी मौत चंडीगढ़ पीजीआई में हुई थी। चौथी मौत 28 अप्रैल को फरीदाबाद में हुई थी। यहां 68 वर्षीय बुजुर्ग ने ईएसआई अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पांचवीं मौत 2 मई को हुई। जब 63 वर्षीय कोरोना पीड़ित एक महिला ने चंडीगढ़ पीजीआई में दम तोड़ दिया था। छठी मौत 3 मई रात को रोहतक पीजीआई में हुई। यहां गुरुग्राम के सेक्टर-18 के रहने वाले 45 वर्षीय व्यक्ति की रोहतक पीजीआई में दम तोड़ा। 7वीं मौत 4 मई को फरीदाबाद में हुई थी। 8वीं मौत भी 4 मई को पानीपत में एक युवक की हुई थी लेकिन उसकी कोरोना होने की पुष्टि 6 मई को हुई। 9वीं मौत 6 मई को पानीपत के झट्टीपुर गांव में एक 28 वर्षीय युवक की हुई, जिसे टीबी, खांसी और बुखार भी था। उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है।

हरियाणा में 633 पहुंचा पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा

  • हरियाणा में अब तक गुड़गांव में 117, फरीदाबाद में 87, सोनीपत में 84, झज्जर में 73, नूंह में 59, अम्बाला में 41, पलवल में 36, पानीपत में 35, पंचकूला में 18, जींद में 17, करनाल में 14, यमुनानगर में 8, सिरसा में 6, फतेहाबाद में 6, हिसार, रोहतक में 4-4, भिवानी में 3. महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र और कैथल में 2-2, चरखी दादरी में एक पॉजिटिव मिला। इसके अलावा, मेदांता अस्पताल गुड़गांव में 14 इटली के नागरिकों को भी भर्ती करवाया गया था, जिन्हें हरियाणा ने अपनी सूची में जोड़ा है।
  • प्रदेश में अब कुल 270 मरीज ठीक हो गए हैं। नूंह में 53, गुड़गांव में 51, फरीदाबाद में 49, पलवल 32, पंचकूला में 17, अम्बाला में 11, सोनीपत में 9, पानीपत में 6, करनाल में 5, सिरसा में 4, यमुनानगर, भिवानी और हिसार में 3-3, कैथल, कुरुक्षेत्र, रोहतक में 2-2, चरखी दादरी, फतेहाबाद 1-1 मरीज ठीक होने पर घर भेजा गया। 14 मरीज इटली के भी ठीक हुए हैं। इनके समेत कुल आंकड़ा 241 हो जाता है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
करनाल में लॉकडाउन की ढील के बाद बाजारों में लोगों की भीड़ बढ़ गई है। बहुत से लोग सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कर रहे हैं लेकिन कुछ धज्जियां भी उड़ा रहे हैं।




india news

एसआईटी के लिए गृह मंत्री ने तीन आईएएस के नाम सीएम के पास भेजे, इनमें अशोक खेमका का नाम भी

सोनीपत के खरखौदा बाईपास पर शराब गोदाम में से 5500 पेटी शराब गायब हो जाने के मामले में गृह विभाग द्वारा गठित एसआईटी में गतिविधियां शुरू हो गई है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने एसआईटी के लिए तीन अधिकारियों के नाम का चयन करके सीएम मनोहर लाल खट्टर के पास भेज दिया है। अब वहां से एक आईएएस का नाम तय होते ही इस मामले की जांच शुरू हो जाएगी। इन आईएएस मेंअशोक खेमका, संजीव कौशल और टीसी गुप्ता कानाम शामिल है।

गृहमंत्री अनिल विज बताया कि पुलिस के गोदाम से 5500 पेटी शराब चोरी हुई है। जिसकी एफआईआर दर्ज हो चुकी है। पुलिस की तरफ से एडीजीपी सुभाष यादव, आबकारी एवं कराधान विभाग की तरफ से अतिरिक्त आयुक्त विजय सिंह को एसआईटी सदस्य के रूप में फाइनल किया गया है। उन्होंने आईएएस अशोक खेमका, संजीव कोशल वटीसी गुप्ता का नाम भेजा है। एक नाम तय होते ही जांच शुरू हो जाएगी।लॉकडाउन के दौरान सोनीपत के खरखौदा में बने गोदाम से करोड़ों रुपये की शराब गायब हुई थी। पुलिस ने यह गोदाम उस आदमी के घर में बना रखा था, जिस पर पहले से शराब तस्करी के मामले दर्ज हैं। गृहमंत्री अनिल विज ने सोनीपत के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जिलों की भी जांच करवाने की बात कही है। क्योंकि सोनीपत के अलावा फतेहाबाद में भी शराब कम मिली है।

बड़े लोगों की मिली भगत हो सकती है
सूत्र ये भी बता रहे हैं कि गृह विभाग की ओर से गठित की जाने वाली एसआईटी को जांच में पूरी छूट दे दी गई है। चाहे कोई कितना भी बड़ा प्रभावी व्यक्ति हो, यदि संदेह है, तो उसे भी जांच में शामिल किया जाएगा, क्योंकि संभावना जताई जा रही है कि इतना बड़ा मामला किसी बड़े अधिकारी या प्रभावशाली की मिलीभगत से हो सकता है। गोदामों में दूसरे राज्यों में बनी शराब भी रखी हुई थी। ऐसे ब्रांड की शराब मिली है, जो हरियाणा में बनती नहीं है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन गोदामों से शराब की तस्करी दूसरी जगह होती थी। गोदामों को ट्रांजिट सेंटर बनाया गया। गृहमंत्री विज ने माना कि पुलिस और एक्साइज डिपार्टमेंट के कर्मचारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने शराब घोटाले में एसआईटी गठित कर दी है। जो इस मामले की गहराई से जांच करेगी।




india news

किसान से रिश्वत लेते ब्याना पुलिस चौकी इंचार्ज का वीडियो आया सामने, इंचार्ज और हैंड कांस्टेबल सस्पेंड

करनाल के इंद्री एरिया की ब्याना पुलिस चौकी के इंचार्ज एएसआई राजेंद्र सिंह और हैड कांस्टेबल सुखचैन सिंह को एक किसान से रिश्वत लेने के आरोप में एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है । इसकी मामले की जांच इंद्री के डीएसपी को दी गई है । डीएसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी । वीडियो में चौकी इंचार्ज पैसे लेते हुए साफ दिखाई दे रहा है और हैड कांस्टेबल की पैसे लेने की आवाज क्लीयर है । पुलिस की इस कार्रवाई के बाद पूरे महकमें में हड़कंप मच गया ।

कलसौरा गांव के किसान संदीप, कर्मबीर, दिनेश ने आरोप लगाया कि उनकी जमीन पर कोर्ट की तरफ से स्टे है । पुलिस को स्टे की ऑर्डर कॉपी दे दी गई। इसके बावजूद दूसरे पक्ष के लोगों ने गेहूं काट ली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन आरोपियों को पकड़ लिया। आरोप है कि पुलिस ने फसल काटने वाले आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की और मामला दबा दिया।

पीड़ित पक्ष ने कार्रवाई करने के लिए दो बार चौकी इंचार्ज को 10-10 हजार रुपये दिए। इसके अलावा हैड कांस्टेबल को भी दो हजार रुपए दिए हैं। इनकी वीडियो भी बनाते गए। पुलिसकर्मी वीडियो में रिश्वत लेते नजर आ रहे हैं। प्राथमिक दृष्टि से साफ नजर आ रहा है कि पुलिस सरेआम रिश्वत का पैसा ले रही है। पीडि़तों की मांग है कि जिन्होंने उनकी फसल को काटा है उन पर भी कार्रवाई हो और जिन पुलिस कर्मचारियों ने पैसे लेकर भी कार्रवाई नहीं की, उन पर भी कानूनी कार्रवाई की जाए ।

इस पर कार्रवाई करते हुए करनाल एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने ब्याना पुलिस चौकी के इंचार्ज एएसआई राजेंद्र सिंह और हैड कांस्टेबल सुखचैन सिंह को सस्पेंड करके कार्रवाई शुरू कर दी है । इंद्री डीएसपी मामले की जांच करके रिपोर्ट सौपेंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पुलिसकर्मी को रिश्वत देते हुए किसान। किसान ने दो बार 10-10 हजार रुपये रिश्वत देने का आरोप लगाया है।




india news

22 नए मरीज आए, करनाल में मिठाई, बेकरी और रेस्टोरेंट 8 से 2 बजे तक खोलने की छूट दी

हरियाणा में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में शुक्रवार को फिर इजाफा हो गया। 22 नए मरीजों के साथ आंकड़ा 647 पहुंच गया है। शुक्रवार को गुड़गांव में 9, फरीदाबाद में 4, जींद में 3, फतेहाबाद और सोनीपत में 2-2, झज्जर व पानीपत में 1-1 मरीज मिला है। वहीं ठीक होने वालों की संख्या में 14 का इजाफा हुआ। अब कुल आंकड़ा 279 पहुंच गया है। फरीदाबाद से 11, नूंह में 4, सोनीपत से 3 और पानीपत से 1 मरीज को छुट्टी मिली। इसके बाद अब रिकवरी रेट 43.12 प्रतिशत आ गया है। करनाल जिला प्रशासन ने मिठाई, बेकरी और रेस्टोरेंट को सुबह 8 बजे से 2 बजे तक खोलने की छूट दे दी है। हालांकि सुबह 8 बजे से 9 बजे तक वे होम डिलिवरी कर सकेंगे।

गुड़गांव की अलग-अलग कॉलोनियों से मिल रहे मरीज
गुड़गांव में मई महीने में बढ़ी कोरोना वायरस के पेशंट की रफ्तार थम नहीं रही है। शुक्रवार को यहां कुल केस की संख्या बढ़कर 126 तक पहुंच गई है। हालांकि यहां पर अब तक 51 पेशंट ठीक हो चुके हैं, जबकि 75 पेशंट का ईलाज अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा है। मई महीने में गुड़गांव में शहर की अलग-अलग कालोनियों में कोरोना वायरस के पेशंट बढ़ गए हैं। पिछले आठ दिन में गुड़गांव में 69 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि शुक्रवार को गुड़गांव में आठ केस पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें खांडसा मंडी से एक जबकि राजीव नगर, एम3एम शाइन वुड सोसायटी, चार मरला, मोहित हॉस्पिटल और सरहौल गांव से कुल सात केस पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं पिछले तीन दिन में पॉजिटिव केस जिन क्षेत्रों से मिले हैं, इन क्षेत्रों को पूरी तरह सील कर दिया गया है।

मृतक अज्ञात वृद्ध की रिपोर्ट नगेटिव आई
पानीपत के सेठी चौक के पास से थाना किला पुलिस ने करीब 70 साल के अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया था। पुलिस ने कोरोना संबंधी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए पानीपत के सिविल अस्पताल में भिजवाया था, गुरुवार देर रात सैंपल लिए गए थे। उसकी रिपोर्ट अब निगेटिव आई है।

दुकानदारों ने बाजार बंद रखने की घोषणा की
पानीपत में प्रशासन ने बाजार में एक दिन राइट और अगले दिन लेफ्ट साइड के बाजार खोलने की अनुमति मंगलवार को दी थी, वहीं बुधवार से बाजार खुलने शुरू हो गए थे, इधर, पानीपत में कोरोना से दो लोगों की मौत व कोरोना के 29 रनिंग केस होने के चलते नागरिकों में दहशत का माहौल है और हालात को ध्यान में रख कर पानीपत के अधिकतर बाजारों की एसोसिएशनों के प्रधानों ने अपनी कार्यकारिणी के साथ विचार विमर्श करने के बाद बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है। इससे पहले टेक्सटाइल बाजारों की एसोसिएशनों ने 17 मई तक लॉक डाउन की पालना करने की घोषणा पहले ही कर रखी है। इधर, विधायक प्रमोद विज ने जनहित में लिए गए दुकानदारों के निर्णय का स्वागत किया है।

फरीदाबाद में कोरोना से मरने वाले सिक्युरिटी गार्ड के संपर्क में आई रिसेप्शनिस्ट संक्रमित

  • फरीदाबाद में शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव दो मामले मिलने के बाद यहां पॉजिटिव की संख्या 87 हो गई है । पॉजिटिव मरीजों में एक गर्भवती महिला भी शामिल है। इनमें एक अल्ट्रासाउंड सेंटर की रिसेप्शनिस्ट भी शामिल है जो फरीदाबाद के 2 एच ब्लॉक में रहती है। इस अल्ट्रासाउंड केंद्र पर 55 वर्षीय ओमप्रकाश निवासी बोर्ड मोहल्ला बतौर सिक्युरिटी गार्ड काम करता था। उसकी 4 मई को कोरोना से मौत हो गई थी, उसके संपर्क में आने से यह युवती पॉजिटिव हुई है।
  • दूसरा मामला डबुआ कॉलोनी से बताया गया है जो कि एक महिला है वह भी गर्भवती बताई गई है। दोनों मरीजों को उपचार के लिए एनएच-3 स्थित ईएसआई अस्पताल में दाखिल करवाया गया है, जबकि ग्रीन फील्ड की रहने वाली एक गर्भवती महिला ने कोरोना से जंग जीत ली है, उसे उपचार के बाद आज छुट्टी दे दी गई है। ग्रीन फील्ड व डबुआ कॉलोनी दोनों ही कंटेनमेंट जोन में शामिल है और यहां से लगातार मामले बढ़ रहे हैं स्वास्थ्य विभाग की दिक्कतें बढ़ रही है।

हरियाणा में 647 पहुंचा पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा

  • हरियाणा में अब तक गुड़गांव में 126, फरीदाबाद में 88, सोनीपत में 86, झज्जर में 74, नूंह में 59, अम्बाला में 41, पलवल में 36, पानीपत में 35, पंचकूला में 18, जींद में 17, करनाल में 14, यमुनानगर में 8, सिरसा में 6, फतेहाबाद में 7, हिसार, रोहतक में 4-4, भिवानी में 3. महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र और कैथल में 2-2, चरखी दादरी में एक पॉजिटिव मिला। इसके अलावा, मेदांता अस्पताल गुड़गांव में 14 इटली के नागरिकों को भी भर्ती करवाया गया था, जिन्हें हरियाणा ने अपनी सूची में जोड़ा है।
  • प्रदेश में अब कुल 279 मरीज ठीक हो गए हैं। नूंह में 57, गुड़गांव में 51, फरीदाबाद में 54, पलवल 32, पंचकूला में 17, अम्बाला में 11, सोनीपत में 9, पानीपत में 6, करनाल में 5, सिरसा में 4, यमुनानगर, भिवानी और हिसार में 3-3, कैथल, कुरुक्षेत्र, रोहतक में 2-2, चरखी दादरी, फतेहाबाद 1-1 मरीज ठीक होने पर घर भेजा गया। 14 मरीज इटली के भी ठीक हुए हैं। इनके समेत कुल आंकड़ा 241 हो जाता है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कुरुक्षेत्र में ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मी लोगों को मास्क लगाने के लिए जागरुक भी कर रहे हैं और जिन्होंने मास्क नहीं लगा रखा है, उन्हें मास्क दे भी रहे हैं।




india news

476 प्रवासी श्रमिकों को रोहतक और अम्बाला से ट्रेन में बैठा घरों को किया रवाना

लॉकडाउन शुरु होने के साथ ही जिले में कई जगह शेल्टर होम बनाए गए। जहां कई प्रवासियों को ठहराया गया है। वहीं विभिन्न साइट पर भी कई श्रमिक फंसे हुए हैं। अब इन सभी को उनके राज्यों में भेजा जा रहा है। जहां शेल्टर होम से साढ़े 300 से ज्यादा लोगों को कुछ दिन पहले यूपी भेजा गया था। वहीं अब जिले से 476 श्रमिकों को उनके घर भेज दिया गया है।

एसडीएम अश्वीन मलिक ने कहा कि कृषि क्षेेत्र में काम करने वाले श्रमिकों को नियमानुसार पुलिस लाइन बुलाया गया। पुलिस लाइन से हरियाणा रोडवेज की बसों से इन श्रमिकों को रवाना किया गया। इससे पहले डीसी धीरेंद्र खड़गटा के आदेशानुसार शुक्रवार को सुबह 4 बजे हरियाणा रोडवेज की बसें और संबंधित अधिकारी पुलिस लाइन पहुंच गए थे। यहां पर श्रमिकों के लिए व्यवस्थाएं की गई । उन्होंने बताया कि 280 श्रमिकों को रोहतक रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया। यह श्रमिक रोहतक से विशेष ट्रेन के माध्यम से अररिया पहुंचेंगे और 196 श्रमिकों को बसों के माध्यम से अम्बाला रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया गया। यह श्रमिक अम्बाला से भागलपुर जाने वाली विशेष ट्रेन पश्चिमी चम्पारण में जाएंगे। इन श्रमिकों के लिए प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
बाबैन | राधास्वामी सत्संग घर बिन्ट से प्रवासियों को घरों को भेजने से पूर्व कागजी कार्रवाई पूरी करते थाना प्रभारी हरप्रीत सिंह व बसों मे बैठकर कुरुक्षेत्र पुलिस लाइन के लिए जाते प्रवासी मजदूर।




india news

3 मई से नहीं पहुंच रही झुग्गी-झोपड़ी वालों तक मदद

भास्कर न्यूज | पूंडरी
पूंडरी की चीमा काॅलोनी में झुग्गी डाले पड़े लगभग 35 परिवारों तक 3 मई से कोई भी सरकारी मदद व भोजन नहीं पहुंच रही है। सरकार व प्रशासन जरूरतमंदों तक राशन व भोजन पहुंचाने के दावे भी खोखले साबित हो रहे है।
 सरकार द्वारा जबकि नगरपालिका के माध्यम से जरूरतमंदों के लिए राशन पहुंचाया जा रहा है, लेकिन सवाल ये उठता है कि पात्र लोगों तक राशन न पहुंचकर आखिर ये राशन जा कहां रहा है। इस प्रकार की समस्याएं लॉकडाउन के दौरान पहले भी सामने आ चुकी है। अधिकारियों से पूछा जाता है तो वो रिकार्ड बनाने से लेकर भरपूर राशन पहुंचाने का दावा करते है। हकीकत जाने के लिए पात्र परिवारों से संपर्क किया जाता है तो उनके पास राशन के नाम पर कुछ होता ही नहीं है। ये सब जांच का विषय है। लॉकडाउन के चलते काम धंधा छोड़े झोपड़ियाें में उतराखंड व पहले से बैठे मुस्लिम, सिकलिगर व मदारी का काम करने वाले परिवार जब से लॉक डाउन हुआ है तब से लेकर अब तक प्रशासन व सामाजिक संस्थाओं के सहारे अपना जीवन निर्वाह कर रहे है।
 लॉक होने से लेकर अब तक इनके पास सुखा राशन व संस्थाओं द्वारा बनाए जाने वाला भोजन दो टाइम पहुंचता रहा है, लेकिन अब जब से तीसरे चरण का लॉक डाउन शुरू हुआ है तब से उनकी किसी ने भी सुध नही ली है।
 परिवार सदस्या दर्शना देवी, बबली, सपना, मंजू, जीतो, परमजीत, बादल, किरण, काजल, नसीबो, रीमा, मनजीत, अबदूल व काली ने बताया कि वे मांगकर, तमाशा आदि दिखाकर अपना जीवन यापन कर लेते थे, लेकिन अब सब कुछ बंद हो गया है। लॉक डाउन के चलते वे ग्रामीण क्षेत्रों में मांग भी नहीं सकते है। ऐसे में उनके सामने रोटी का संकट पैदा हो गया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें या तो उनके राज्य पहुंचाने का प्रबंध किया जाये या फिर उन्हें भोजन उपलब्ध करवाया जाए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

पूंडरी मंडी में लोडिंग के इंतजार में पड़े 3.65 लाख गेहूं के कट्टे

अनाज मंडी पूंडरी के आढ़तियों का समय पर गेहूं के कट्टों का उठान न होने के चलते करोड़ों रुपए की चपत लग सकती है। गेहूं का सीजन लगभग समाप्ति के कगार पर है और मंडी में आवक भी घटकर लगभग 8 हजार क्विंटल की रह गई है, लेकिन मंडी में जितने कट्टे अभी तक आए हैं, उनमें से लगभग आधे अब भी लोडिंग के इंतजार में पड़े हुए है।
 मंडी में तीन खरीद एजेंसी हैफेड, डीएफएससी व एफसीआई द्वार गेहूं खरीद की गई। मंडी में गुरुवार तक कुल 7.25 लाख कट्टे आए हैं जिसमें लोडिंग के लिए
अब भी 3.65 लाख कट्टे पड़े हुए हैं जिसमें से हैफेड के 1.90 लाख, डीएफएससी के 1.70 लाख व एफसीआई के मात्र 5 हजार कट्टे लोडिंग के लिए पड़े हुए है। जो आढ़तियों के लिए भी सिरदर्द
बने हुए हैं। मंडी आढ़ती सुरजा सिंह, नरेश कुमार, भूषण, सुभाष चंद, राजेश कुमार व कृष्ण कुमार ने बताया कि समय पर लोडिंग न होने की वजह से अब अचानक बारिश होने पर गेहूं के कट्टे पानी में भीग गए।
 इसके चलते आढ़तियों को पहले तो गेहूं डैमेज होने से बचाने के लिए उनकी पल्लेदारों को 1.50 रुपया प्रति कट्टा देकर डांग लगवानी पड़ी। दस दिनों तक कट्टे न उठने की वजह से गेहूं सूख गई और अब घटती आ रही है, कई जगह पानी भर जाने से जो कट्टे पानी में खड़े रहे, उनमें गेहूं डैमेज हो चुकी है जिसकी भरपाई अब खरीद एजेंसियां आढ़ती से कर रही हैं। अब जब खरीद एजेंसियों द्वारा गेहूं का उठान करवाया जाता है तो आढ़ती द्वारा लोड किए गए कट्टों को गोदामों में उतरवाने की बजाए अधिकारियों द्वारा उनमें नमी, डैमेज या अन्य बहाना बनाकर वापस भेज दिया जाता है जिससे आढ़ती को ट्रक के किराए से लेकर, लोडिंग की मजदूरी तक वहन करनी पड़ रही है। आढ़तियों का कहना है कि ऐसे में किसान गेहूं बेचकर चला गया, एजेंसी द्वारा खरीद कि गई समय पर एजेंसी नहीं उठाती है तो गेहूं के खराब होने की स्थिति में उसकी भरपाई आढ़ती से की जा रही है जबकि सरकार गेहूं की पेमेंट व लोडिंग 72 घंटे के अंदर-अंदर करवाने की दावे करती है। हकीकत ये है कि 20 अप्रैल को गेहूं की खरीद शुरू की गई थी और अभी तक 25 अप्रैल तक की खरीद की ही पेमेंट दी गई है। समय पर पेमेंट और लोडिंग न होने का खमियाजा भी आढ़तियों को भुगतना पड़ रहा है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

डीए फ्रिज करना और टीएलसी बंद करना कर्मचारियों के हितों से खिलवाड़: एसकेएस

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ब्लॉक गुहला की विरोध दिवस गेट मीटिंग ब्लॉक प्रधान बलजिंदर सीड़ा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। मीटिंग का संचालन ब्लॉक सचिव पवन शर्मा ने किया। ब्लॉक प्रधान ने कोरोना वायरस महामारी के दौर में सरकार द्वारा कर्मचारियों पर किए जा रहे कुठाराघात की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए बताया कि सरकार द्वारा राज्य कर्मचारियों का डी ए फ्रिज कर देना, टीएलसी बंद करना, नई भर्तियों पर रोक लगाना और कच्चे कर्मचारियों को छंटनी करना गलत है। महामारी के दौर में राज्य का प्रत्येक कर्मचारी आज कोरोना वायरस योद्धा बनकर लड़ रहा है जबकि राज्य सरकार कर्मचारियों का साहस तोड़ रही है।
 सरकार द्वारा कर्मचारियों पर नए-नए फरमान लागू किए जा रहे हैं। जब प्रदेश सरकार से संघ के नेताओं की बातचीत हुई तो उन्होंने कोरोना महामारी में आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए सरकार को सुझाव दिए थे। जिसमें कर्मचारियों की नई पेंशन स्कीम को बंद करके पुरानी पेंशन स्कीम लागू कर दी जाए। जिससे खाते में जो धन इकट्ठा होगा वह आर्थिक संकट से उबरने के लिए प्रयोग में लाया जा सके प्रदेश में कार्य कर रहे कच्चे कर्मचारियों के बीच से ठेकेदार को हटाकर विभाग के रोल पर रखा जाए। जिससे ठेकेदार को दिया जाने वाला भारी कमीशन एवं जीएसटी सीधा सरकार के खाते में जाए परंतु मुख्यमंत्री ने इन सुझावों पर कोई विचार नहीं किया।
 यूनियन के राज्य कमेटी नेता अभिषेक शर्मा ने बताया की आर्थिक स्थितियों को सुधारने की बजाएं सरकार पूंजी पतियों को लाभ पहुंचाने के विषय पर ज्यादा जोर दे रही है। कोरोना वायरस की आड़ में सरकार बिजली अमेंडमेंट बिल 2020 लेकर आ रही है। जिससे बिजली विभाग को प्राइवेट हाथों में सौंपने का रास्ता बनाया जा रहा है। ब्लॉक सचिव पवन शर्मा ने बताया की पब्लिक हेल्थ में कार्यरत पंचायतों के कर्मचारियों को 6 महीने से मानदेय नहीं दिया गया है। और ठेके पर लगे कर्मचारियों को भी 2 महीनों से वेतन नहीं दिया गया जो महामारी के दौर में सरकार का एक निंदनीय कदम है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

देरी से शुरू हुआ सीजन और लंबा चलेगा, जिला की मंडियों में पहुंचा 5 लाख 69 हजार 914 एमटी गेहूं

कोरोना वायरस के मद्देनजर सरकार द्वारा लागू किए लॉकडाउन के चलते इस बार मंडियों में जिस प्रकार गेहूं की खरीद देरी से शुरू हुई थी उसी प्रकार सीजन और लंबा चलेगा। जिला की मंडियों में पिछले वर्ष 2019 में सात मई तक जिला की मंडियों में 7 लाख 29 हजार 397 एमटी की आवक हुई थी, वहीं इस बार इस तिथि तक कुल 5 लाख 69 हजार 914 एमटी गेहूं की आवक हो पाई है। जबकि गेहूं आवक में इस बार पिछले रिकॉर्ड ताेड़ने का अनुमान कृषि विशेषज्ञों द्वारा लगाया जा रहा है। मंडियों में आवक अधिक है लेकिन उठान बहुत कम है। फिलहाल मंडियों से 3 लाख 25 हजार 960 एमटी गेहूं की लिफ्टिंग एजेंसियों द्वारा कराई गई है। आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान जोगध्यान गोयल का कहना है कि अभी सीजन और चलेगा।
खरीद में अब हैफेड ने फूड सप्लाई को पछाड़ा : जिला की मंडियों में गेहूं खरीद मामले में अब हैफेड ने फूड सप्लाई एजेंसी को पछाड़ दिया है। डीसी सुजान सिंह ने बताया कि गेहूं की कुल खरीद में से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 2 लाख 9 हजार 939 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 2 लाख 24 हजार 613 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 73 हजार 730 मीट्रिक टन, हरियाणा वेयर हाउस द्वारा 61 हजार 632 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद गई है।
किस एजेंसी ने कहां से कितनी की खरीद : कैथल मंडी में कुल 96 हजार 630 मीट्रिक टन आवक में से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 26 हजार 813 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 38 हजार 40 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 11 हजार 695 मीट्रिक टन, हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 20 हजार 82 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। चीका मंडी में कुल 87 हजार 55 मीट्रिक टन आवक में से खाद्य एंव आपूर्ति विभाग द्वारा 49 हजार 5 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 38 हजार 50 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। कलायत मंडी में कुल 56 हजार 762 मीट्रिक टन गेहूं आवक में से खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 13 हजार 98 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 16 हजार 941 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 17 हजार 982 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा 8 हजार 741 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। इसी प्रकार पूंडरी मंडी कुल 48 हजार 784 मीट्रिक टन आवक में से खाद्य एंव आपूर्ति विभाग द्वारा 24 हजार 74 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 20 हजार 202 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 4 हजार 452 मीट्रिक टन, हरियाणा वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा 56 मीट्रिक टन, राजौंद में कुल 17 हजार 626 मीट्रिक टन में से एफसीआई द्वारा 15 हजार 447 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 2 हजार 179 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया।
 सीवन मंडी में कुल 15 हजार 362 में से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 7 हजार 667 मीट्रिक टन एवं हरियाणा वेयर हाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 7 हजार 695 मीट्रिक टन, अंगौध में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 5 हजार 77 मीट्रिक टन, बाबालदाना में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 13 हजार 926 मीट्रिक टन, बड़सिकरी खुर्द में हैफेड द्वारा 10 हजार 334 मीट्रिक टन, बालू में कुल 9 हजार 519 मीट्रिक टन में से खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 9 हजार 519 मीट्रिक टन एवं हैफेड द्वारा 6 हजार 80 मीट्रिक टन, बरटा में हरियाणा वेयर हाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 8 हजार 128 मीट्रिक टन, बाउपुर में हैफेड द्वारा 1 हजार 269 मीट्रिक टन, भागल में हैफेड द्वारा 5 हजार 529 मीट्रिक टन, भूसला में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 4 हजार 705 मीट्रिक टन, डीग में हैफेड द्वारा 3 हजार 374 मीट्रिक टन, ढांड में कुल 38 हजार 970 मीट्रिक टन मेें से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 18 हजार 470 मीट्रिक टन तथा हैफेड द्वारा 20 हजार 500 मीट्रिक टन, फ्रांसवाला में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 5 हजार 34 मीट्रिक टन, गोहरां में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 7 हजार 605 मीट्रिक टन, गुहणा में हैफेड द्वारा 2615 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया।
 हाबड़ी में एफसीआई द्वारा 8 हजार 634 मीट्रिक टन, जाखौली में हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 7 हजार 611, कैलरम में हैफेड द्वारा 5 हजार 766 मीट्रिक टन, कमहेड़ी में हैफेड द्वारा 380 मीट्रिक टन, कांगथली में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 4 हजार 172 मीट्रिक टन, करोड़ा में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 8 हजार 168 मीट्रिक टन, कौल में हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 1199 मीट्रिक टन, क्योड़क में हैफेड द्वारा 7 हजार 371 मीट्रिक टन, किठाना में हैफेड द्वारा 18 हजार 841 मीट्रिक टन, पाड़ला में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 8 हजार 17 मीट्रिक टन, पाई में हैफेड द्वारा 9 हजार 738 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 4 हजार 455 मीट्रिक टन, रामथली में हैफेड द्वारा 14 हजार 928 मीट्रिक टन, रसीना में हैफेड द्वारा 6 हजार 524 मीट्रिक टन, सजूमा में हैफेड द्वारा 3 हजार 184 मीट्रिक टन, सांघन में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 6 हजार 248 मीट्रिक टन, सेरधा में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 4 हजार 421 मीट्रिक टन, सोलूमाजरा में एफसीआई द्वारा 10 हजार 803 मीट्रिक टन, टीक में एफसीआई द्वारा 262 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

यमुनानगर मिल में डाला जाएगा शाहाबाद का गन्ना ट्राॅली के दोनों तरफ लगाना होगा किसानों को कोड

शाहाबाद शुगर मिल बंद होने के बाद से किसानों के समक्ष परेशानी खड़ी है। गन्ना उत्पादक किसान कैथल मिल जाने को तैयार नहीं हैं। जबकि भादसों की मिल बंद हो चुकी है। भादसों मिल बंद होने के बाद ही शाहाबाद के गन्ना उत्पादकों को कैथल मिल में गन्ना डालने के निर्देश थे। लेकिन किसान इस पर राजी नहीं हुए। अब शाहाबाद शुगर मिल के गन्ना किसान यमुनानगर मिल में गन्ना डालेंगे। इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारियों व विधायक ने भी बातचीत की।
बता दें कि शाहाबाद शुगर मिल के कैमिस्ट के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद मिल को बंद किया गया है। पहले मिल तीन दिन बंद की थी। लेकिन बाद में मिल के सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को घरों में क्वारेंटाइन कर दिया गया जिसके चलते मिल पर भी संकट खड़ा हो गया। ऐसे में मिल को बंद करने का फैसला लिया गया। अभी शाहाबाद मिल के तहत करीब छह क्विंटल गन्ना बाकी खड़ा है। इसके बाद किसानों को भादसों व यमुनानगर मिल में गन्ना डालने के लिए कहा गया। कुछ दिन पहले भादसों मिल भी बंद हो गई।
विधायक ने किया मिल का दौरा : विधायक रामकरण काला ने बताया कि शाहबाद क्षेत्र के किसानों का गन्ना यमुनानगर शुगर मिल में डाला जाएगा। उन्होंने बताया कि आज उन्होंने यमुनानगर शुगर मिल का दौरा किया। किसानों के गन्ना डालने की समस्या का समाधान करने के लिए शुगर मिल के अधिकारियों से बात की। बताया कि इस समस्या का समाधान हो गया है। शाहबाद क्षेत्र के किसानों का गन्ना यमुनानगर शुगर मिल में डाला जाएगा।
ट्राॅली पर लगाना होगा कोड : विधायक ने बताया कि मिल से किसानों के मोबाइल पर मैसेज भेजे जा रहे हैं। शुगर मिल की तरफ से मैसेज में जो कोड आएगा, किसानों को वह कोड अपनी गन्ने की भरी हुई ट्राॅली के दोनों तरफ लगाना होगा। उन्होंने यमुनानगर शुगर मिल के जीएम धर्मपाल सिंह से चर्चा की। विधायक ने बताया कि किसानों के गन्ने की एक-एक पोरी खरीदी जाएगी। उन्हें किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

रेलवे अंडर पास में अब नहीं भरेगा बरसाती पानी, रेलवे विभाग यहां टीन की छत बनवाएगा

स्थानीय जींद रोड पर बना रेलवे अंडर पास में अब बरसाती पानी जमा होने की समस्या नहीं रहेगी। इस समस्या के हल के लिए रेलवे विभाग अब अ अंडर पास के खुले हिस्से पर टीन की छत बनाएगा। जिसके बाद यहां बरसाती पानी नहीं आ सकेगा। यह काम आज से आरंभ किया गया है। करीब एक माह में यह काम पूरा होगा। यहां पर छत बनवाने की मांग को लेकर रेल यात्री कल्याण समिति करीब चार साल से संघर्ष कर रही थी।
 इस मुददे को प्रशासनिक स्तर से लेकर रेलवे विभाग के उच्चाधिकारियों के समक्ष भी उठाया गया था। जिसका आज परिणाम मिला है। रेल यात्री कल्याण समिति के उपप्रधान लाजपत राय सिंगला ने बताया कि अंडर पास पर छत बनना सुखद है। इससे वाहन चालकों सहित प्रत्येक व्यक्ति को यहां से आने-जाने में अब परेशानी का सामना नहीं करना होगा। उन्होंने इस समय स्थिति यह है कि थोड़ी सी बरसात होते ही अंडर पास होते ही यहां पर पानी भर जाता था। जिस कारण यहां से आने-जाने वाले राहगीरों को परेशानी होती थी। वहीं पानी कई-कई दिनों तक खड़ा रहता था। जिससे अंडर पास की सडक़ पूरी तरह से टूटी चुकी है। गडढों के कारण वाहन चालक गिर कर चोटिल हो रहे हैं। दो दिन पहले आई बरसात का पानी भी यहां अभी तक जमा है। छत का निर्माण करने के लिए पहुंचे मोहित ने बताया कि एक माह के समय में यहां काम पूरा कर दिया जाएगा। रेलवे विभाग की ओर से यहां काम करवाया जा रहा है, ताकि अंडर पास में पानी न भरे। इस अवसर पर चेयरमैन सतपाल गुप्ता, करमचंद जिंदल, बलवंत जाटान, अश्वनी हृतवाल, डॉ. संजय, सुरेंद्र अरोड़ा भी उपस्थित रहे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

लॉकडाउन में रक्त की कमी को पूरा कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ता

लॉकडाउन के दौरान जिले में रक्त की कमी न पड़े, इसके लिए छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एबीवीपी के सदस्य निरंतर रक्तदान कर रहे हैं। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने ब्लड बैंक सेक्टर 17, एलएनजेपी अस्पताल, शाहाबाद, लाडवा और पिहोवा में पहुंचकर रक्तदान किया।
जिला प्रमुख सौरभ त्रिखा ने बताया कि संगठन द्वारा निर्धारित दिनों में कार्यकर्ता ब्लड बैंक में पहुंचते हैं और रक्तदान करते हैं।
सेक्टर-17 में स्थापित ब्लड बैंक में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने रक्तदान किया। रक्तदान के साथ-साथ एबीवीपी कार्यकर्ता जरुरतमंद बच्चों तक स्टेशनरी का सामान भी पहुंचा रहे हैं। केयू संयोजक हिमांशु ठाकुर ने कहा कि इस समय कुरुक्षेत्र में स्थित ब्लड बैंक ब्लड की कमी से जूझ रहे हैं। इसी को देखते हुए कार्यकर्ता रक्तदान कर रहे हैं। नगर मंत्री पवन कौशिक ने कहा कि रक्तदान करने का कार्य आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा। इस अवसर पर विभाग प्रमुख सुभाष कलसाना, नगर मंत्री पवन कौशिक, गौरव, गौरव सैनी, संजीव और सुमित मौजूद रहे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

दानी सज्जनों का एक-एक पैसा जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए होगा प्रयोग: सुधा

विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के दौरान दानी सज्जनों द्वारा राहत कोष में दी गई राशि से जरूरतमंद लोगों की मदद होगी। इस समय जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए प्रत्येक नागरिक को आगे आने की जरूरत है।
वे शुक्रवार को देर सायं सेक्टर 7 आवास कार्यालय पर दानी सज्जनों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले डाॅ. ओम प्रकाश ललित ने 11 हजार रुपए हरियाणा राहत कोष और 51 हजार रुपए प्रधानमंत्री राहत कोष, आर्य समाज थानेसर के प्रधान धर्मपाल गुप्ता, रत्न सिंह, मान सिंह, डाॅ. ललित संतोष ने 21 हजार रुपए हरियाणा राहत कोष, सचिन गुप्ता ने 11 हजार रुपए का चेक हरियाणा राहत कोष के लिए विधायक को सौंपा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

अग्रवाल वैश्य समाज ने पुलिस कर्मियों को किया सम्मानित

अग्रवाल वैश्य समाज के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने कोरोना योद्धाओं को सैल्यूट किया। पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस कर्मचारियों को सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ाया।
अग्रवाल वैश्य समाज की महिला इकाई की प्रदेश उपाध्यक्ष निशि गुप्ता, समाज के प्रदेश महासचिव राजेश सिंगला, संगठन सचिव कपिल मित्तल सहित बिट्टू मित्तल, विपिन गर्ग, बलजीत सिंह, नीलम रानी व सुमन इत्यादि ने थाना शहर के इंस्पेक्टर जसपाल सिंह, सूरज चावला, कृष्णा गेट पुलिस चौकी इंचार्ज राज कुमार, सुभाष मंडी पुलिस चौकी इंचार्ज धर्मवीर, यातायात प्रभारी राजबीर, एसआई जगदीश को विधिवत सम्मानित किया। निशी गुप्ता ने बताया कि समाज की ओर से कोरोना योद्धाओं का उत्साह बढ़ाया गया है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव में लगे पुलिस कर्मचारियों की जितनी सराहना की जाए, कम है। उन्होंने कहा कि पुलिस दिनरात लोगों की जान व माल की रक्षा के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि वे घर पर ही रहें और बिना वजह घर से बाहर न निकलें।
इस मौके पर अग्रवाल वैश्य समाज की ओर से पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तुलसी के गमले तथा नारियल देकर माल्यार्पण एवं पुष्प वर्षा करते हुए सम्मानित किया। पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मास्क एवं सेनिटाइजर भी भेंट किए गए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




india news

प्रशासन ने धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों पर पुष्प वर्षा कर मनाया विश्व रेडक्राॅस दिवस

शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय के प्रांगण में विश्व रेडक्राॅस दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि एसडीएम डाॅ. किरण सिंह सहित सभी अधिकारियों ने धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं की पदाधिकारियों पर पुष्प वर्षा कर उनका धन्यवाद किया।
 गौरतलब है कि लगभग 46 दिनों से नगर की सभी संस्थाएं कोरोना वायरस के विरुद्ध लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर प्रशासन का साथ दे रही हैं। इस अवसर पर एसडीएम डाॅ. किरण सिंह ने कहा कि रेडक्राॅस की स्थापना 1920 में की गई थी। रेडक्राॅस के संस्थापक सर जीन हेनरी ड्यूनेंट का जन्म 8 मई 1828 को जेनेवा, स्विट्जरलैंड में हुआ। उनके जन्मदिवस को विश्व रेडक्राॅस दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1910 में उन्होंने फ्रेडरिक पासी के साथ मिलकर पहले नोबल शांति पुरस्कार प्राप्त किया जिससे हेनरी ड्यूनेंट को पहली स्विस नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। एसडीएम ने कहा कि जिला रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा विभिन्न जनकल्याणकारी कार्य किए गए हैं। इस अवसर पर डीएसपी सुरेंद्र मांझू ने कहा कि रेडक्राॅस कुरुक्षेत्र द्वारा समय समय पर दिव्यांग मूल्यांकन और वितरित शिविरों का आयोजन किया जाता है जिसमें जरूरतमंद दिव्यांगों को तिपहिया रिक्शा, व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र, बैसाखी इत्यादि प्रदान किए जाते हैं। कार्यक्रम में संस्थाओं के पदाधिकारियों ने अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर तहसीलदार टीके गौतम, नायब तहसीलदार परमिंद्र सिंह संधू, खंड विकास
एवं पंचायत अधिकारी सुमित बख्शी, एसडीएम कार्यालय की अधीक्षक दीपिका वाही सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today