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Queen tells Britain 'never give up' in tribute to WW2 generation

Queen Elizabeth led tributes to veterans of World War Two recalling the "never give up, never despair" message of Victory in Europe Day 75 years ago as the coronavirus damped commemorations for the end of the war on the continent.




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Bob Dylan announces first album of new music since 2012

Bob Dylan is releasing his first album of new music in eight years following a spurt of creativity from the man regarded as one of the world's most influential songwriters.




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Worldwide coronavirus cases over 3.96 million, death toll over 273,000

More than 3.96 million people have been reported to be infected by the novel coronavirus globally and 273,974 have died, according to a Reuters tally. Infections have been reported in more than 210 countries and territories since the first cases were identified in China in December 2019.




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कोरोना के नियंत्रण के लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र से मांगा 1200 करोड़ रुपए का राहत पैकेज

प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण औरगृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिएकेन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सेचर्चा की। मिश्रा नेकोविड-19 संक्रमण नियंत्रण के लिये 1200 करोड़ रूपये के राहत पैकेज के प्रस्ताव को अनुमोदित करने का अनुरोध किया है। इसके अलावा, आरएनए एक्स्ट्रेक्शन किट प्रदेश को उपलब्ध कराने की मांग की। मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन थैरेपी से कोरोना की बीमारी के उपचार में मदद मिली है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी उपस्थित थे।

मंत्री मिश्रानेबताया कि चिरायु अस्पताल भोपाल में अब तक 600 मरीज भर्ती हुए हैं, इनमें 250 से अधिक स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। अस्पताल में उपचार के दौरान एक भी मरीज काल-कवलित नहीं हुआ है। ऑक्सीजन थैरे‍पी के उपचार से यह संभव हुआ है।इस तकनीक से एम्स और इंदौर में भी उपचार किया जा रहा है। इससे मध्यप्रदेश में कोरोना संबंधी मृत्यु दर में भी कमी आई है। उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से ग्वालियर जिले को रेड जोन से हटाने की मांग की। उन्होंने बताया कि ग्वालियर में 4 कोरोना मरीज सामने आये थे, जो स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में जिले में कोई भी कोरोना पॉजीटिव मरीज नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिये सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं और उनका सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जा रहा है।

50 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट कराया

  • अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में अब तक 800 पूर्ण स्वस्थ हो चुके है। प्रदेश में अब तक 50 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट कराया जा चुका है। प्रदेश में 3 मई को 50 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आये जबकि 174 मरीज स्वस्थ हुए हैं।
  • केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये समीक्षा करते हुए डॉ. मिश्रा से कहा कि वे निरंतर दूरभाष पर संपर्क में बने रहे। अब तक कोरोना से अप्रभावी जिलों को सुरक्षित रखने के लिये साथ ही रेड जोन के जिलों को ऑरेंज जोन में लाने के लिये सभी आवश्यक प्रबंध करें।
  • ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करवाएं। उन्होंने ऑक्सीजन थैरेपी से उपचार की प्रशंसा की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पल्लवी जैन गोविल, स्वास्थ्य आयुक्त फैज एहमद किदवई भी मौजूद थे।


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स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा।




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एम्स से 12 और चिरायु अस्पताल से 18 कोरोना संक्रमित ठीक होकर डिस्चार्ज हुए

सोमवार की शाम को एम्स अस्पताल से 12 और चिरायु अस्पताल से 18 कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति पूर्णतः स्वस्थ होकर अपने घर की ओर रवाना हुए। इन 18 व्यक्तियों में 5 रायसेन एवं एक व्यक्ति सीहोर से है। भोपाल से कुल 30 व्यक्ति पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपने घर रवाना हुए। चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर अजय गोयनका ने आज डिस्चार्ज हुए सभी व्यक्तियों को घर पर ही 14 दिवस होम क्वॉरेंटाइन की समझाइश दी। उन्होंने होम क्वॉरेंटाइन की अवधि समाप्त होने के पश्चात सभी से अपना प्लाज्मा डोनेट करने की अपील भी की।

आज डिस्चार्ज हुए अमित तिवारी ने जिला प्रशासन और चिरायु अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया डॉक्टरों और स्टाफ ने पूरी सेवा और समर्पण भाव से हमारा इलाज किया जिस कारण आज हम स्वस्थ हुए हैं।13 वर्षीय सुमेला ने बताया कि उन्हें यहां महसूस ही नहीं हुआ कि वह अस्पताल में है। उन्हें घर जैसा माहौल मिला। जितेंद्र सुपे ने बताया कि उन्होंने सोचा नहीं था कि इस तरह की उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उन्हें मिलेगी।



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एम्स से डिस्चार्ज हुए मरीजों को डॉक्टर गेट तक छोड़ने आए।




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होटल्स-रेस्तरां को लगी 200 करोड़ की चपत, शादियों की बुकिंग कैंसिल होने से मई-जून में गंवाएंगे 250 करोड़

राजधानी में 20 हजार से ज्यादा लोगों की रोजी रोटी का जरिया रहे 1000 से ज्यादा होटल्स और रेस्तरां 40 दिन से बंद हैं। इनके 1500 कमरे खाली पड़े हैं। इस सेक्टर को अब तक 200 करोड़ रुपए से अधिक का घाटा लग चुका है। केवल शादियों का सीजन ही खराब होने से इस सेक्टर को मई और जून में 250 करोड़ से अधिक का नुकसान हो सकता है। इस सेक्टर से जुड़े लोगों का मानना है कि अक्टूबर-नवंबर तक लोग होटल्स की ओर शायद ही लौटें। इसके चलते करीब 15-20% बड़े होटल्स, 50% रेस्तरां और करीब 70% रोड साइड रेस्तरां और ईटरीज बंद हो सकती है। सेक्टर से जुड़े लोगों ने सरकार से इस सेक्टर को खासतौर पर अलग से राहत देने की गुहार लगाई है।

कर्ज का बोझ भी... 15 से 20 फीसदी बड़े होटल्स पर बैंकों का बड़ा कर्ज

भोपाल होटल्स एंड रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष तेजकुल पाल सिंह पाली ने बताया कि राजधानी के करीब 15-20% बड़े होटल्स ऐसे हैं जिन पर बैंक का बड़ा कर्ज है। ये होटल्स लंबे समय तक बंद रहने के बाद संभव है कि दोबारा कारोबार शुरू करने की स्थिति में ही न आ पाएं। इसके लिए सरकार वर्किंग कैपिटल के लिए आसान दरों पर कर्ज उपलब्ध कराए, जिसकी अदायगी कम से कम एक साल बाद शुरू हो।

ईएसआई, पीएफ और बिजली के बिल की मार

बड़े 80 होटल्स में ही करीब 8000 से ज्यादा कर्मचारी हैं। इनका हर माह ईएसआई और पीएफ जमा कराना होता है। होटल संचालकों का कहना है कि जब होटल पूरी तरह बंद हैं तो वे ईएसआई और पीएफ की राशि कहां से जमा कराएंगे। हर होटल्स को औसतन 20-25 हजार रुपए की राशि ईएसआई में जमा करानी पड़ रही है। इसके साथ हर होटल्स का बिजली बिल मिनिमम चार्ज के कारण मार्च-अप्रैल के माह में 1 लाख रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक आया है। होटल्स संचालक भी अन्य एमएसएएमई की तरह वास्तविक खपत के आधार पर बिल लेने की मांग कर रहे हैं।



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राजधानी में 20 हजार से ज्यादा लोगों की रोजी रोटी का जरिया रहे 1000 से ज्यादा होटल्स और रेस्तरां 40 दिन से बंद हैं।




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मिश्रा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मांगा 1200 करोड़ का पैकेज

कोरोना संकट से निपटने के लिए स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने केंद्र से 1200 करोड़ रुपए का राहत पैकेज मांगा है। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान यह मांग की। मिश्रा ने राहत पैकेज के प्रस्ताव के अनुमोदन का आग्रह किया। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन थेरेपी से कोरोना वायरस की बीमारी के उपचार में मदद मिली है। भोपाल के चिरायु अस्पताल में इस थेरेपी से इलाज किया जा रहा है और यहां भर्ती हुए 600 मरीजों में से किसी की मृत्यु नहीं हुई है। एम्स व इंदौर में भी इस पद्धति से इलाज किया जा रहा है। केंद्र का कोई दल यहां आकर उस थेरेपी का अध्ययन करे, जिससे उसका लाभ देश के अन्य स्थानों पर भी मिल सके। हर्षवर्द्धन ने तत्काल इसके लिए निर्देशित किया।



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मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा




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अप्रैल में 100 परिवारों में गूंजी किलकारियां, 48 बेटियां और 52 बेटों को प्रसूताओं ने दिया जन्म

अप्रैल माह के 30 दिनों में 52 बालक व 48 बालिकाओं ने जन्म लिया। बालक बालिकाओं का जन्म होते ही अस्पताल परिसर नवजात बच्चों की किलकारियों से गूंज उठा।
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के दिनों में नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। नागरिक कोरोना वायरस के संक्रमण से स्वयं को बचाए जाने के लिए अनेक एहतियात बरत रहे हैं,लेकिन इन सब के बीच नगर के शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव कराने वाली प्रसुति महिलाओं की संख्या में इजाफा हुआ है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र यू तो चिकित्सकों सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। इन सब के बीच अस्पताल स्टाफ के द्वारा उपचार हेतु आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सीमित संसाधनों के बीच उपलब्ध कराई जा रही है। तहसील और आसपास के गांवों से मरीज सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों से विभिन्न बीमारियों का उपचार करा कर स्वस्थ्य हो रहे है। नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसुति सहायता योजना के प्रारंभ होने से लगातार अस्पताल में प्रसव कराने वाली महिलाओं की संख्या में इजाफा हो रहा है। कोरोना वायरस को लेकर लॉक डाउन लगाया गया है। लोग लॉक डाउन का पालन भी कर रहे हैं लेकिन सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने हेतु प्रसुति महिलाओं के आने की संख्या लगातार बढ़ रही है। लॉक डाउन के दौरान अप्रैल माह मे रिकार्ड एक सौ प्रसव महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों के द्वारा अस्पताल आने वाली प्रसुति महिलाओं के कराए गए। अस्पताल के रिकार्ड के अनुसार अप्रैल माह में कुल एक सौ बेटे बेटियों का जन्म होने से अस्पताल परिसर में बच्चों की किलकारियां गंूजी। जन्म लेने वालों में 52 बालक व 48 बालिकाएं शामिल है। प्रसव कराने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों के द्वारा प्रसुति महिलाओं को स्वास्थ्य परीक्षण किया जाकर आवश्यक दवाएं दी जाती है। प्रसव के बाद बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी से भी अवगत कराया जाता है। इसके अतिरिक्त अस्पताल में प्रसव कराने वाली प्रसुति महिलाओं को राज्य सरकार की तय आर्थिक योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ भी दिया जा रहा है।
आवागमन बंद होने से भी बड़ी संख्या : दरअसल लॉकडाउन के कारण आवागमन पूरी तरह से बंद है। न ही नगर के लोगों को सिलवानी से बाहर आने जाने की अनुमति मिल रही है। यही वजह है कि लोग सरकारी अस्पताल में डिलेवरी करवाने में दिलचस्पी ले रहे हैं। इससे पहले कई लोग रायसेन, विदिशा, भोपाल आदि में डिलेवरी करवाने के लिए जाते थे। अस्पताल में ग्रामीण अंचल की महिलाएं भी डिलेवरी करवाती थी।



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In April, 100 families gave birth to buzz killers, 48 daughters and 52 sons by maternity




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गेहूं तुलाई के लिए किसान परेशान, खेत में ढेर लगाकर 2 दिन से कर रहे हैं सुरक्षा

मार्केटिंग सोसायटी ग्राम सेऊ द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में किसानों से भेदभाव किए जाने से रोष है। किसानाें का कहना है छोटे किसानों के गेहूं की तौल नहीं कराई जा रही। जबकि बड़े किसानों का एक पर्ची पर दो-दो दिन तौल कराई जा रही है।
ग्राम मूडरा पीतांबर के रतनसिंह रघुवंशी ने बताया कि वह अस्सी बोरा गेहूं का ढेर लगाकर एक मई से तुलाई का इंतजार रहे हैं। लेकिन उनका गेहूं सोमवार तक तुल पाया। इसी प्रकार ग्राम नरखेड़ा खड्या के जितेंद्र रघुवंशी ने बताया उनका 80 बोरे का ढेर खेत में पड़ा हुआ है। तीन दिन में तौल नहीं हो पायी। जबकि प्रभावी किसानों की एक-एक पर्ची पर 4 से 5 ट्रॉलियों तौली जा रही हैं। सोसायटी द्वारा जिस जगह खरीदी केंद्र बनाया गया है। वहां जगह कम है। इसके कारण दो स्थानों पर ताैल की व्यवस्था की गई है।
एक स्थान पर तीन से चार कांटे पर तौल कराई जा रही है। जबकि दूसरे स्थान पर एक मात्र कांटा लगाया गया है, उस पर भी तौल बंद है। किसान परेशान हैं। रविवार की रात आंधी और पानी के कारण खुले में गेहूं की सुरक्षा के लिए किसानों को परेशान होना पड़ा। किसानों का कहना है कि भेदभाव के चलते समय पर तौल नहीं हो पाई तो उनका गेहूं बारिश से भीगने पर खराब हो सकता है। किसानों का कहना है कि केंद्र प्रभारी गजेंद्र सिंह से भी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन वह सुनने तैयार नहीं हैं।



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Farmers upset for weighing wheat, heaping in the field for 2 days




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तीन ट्रेनों से यूपी निकले 3696 यात्री, 2 ट्रेनों केे यात्रियों को दिया भोजन-पानी

दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों को घर भेजने के लिए रेलवे केे द्वारा ट्रेनों को चालू कर दिया गया है। सोमवार को स्थानीय रेलवे स्टेशन से 3 ट्रेनें यूपी के लिए निकलीं। जिनमें करीब 3696 लोगों ने यात्रा की। स्टेशन पर ट्रेनों का स्टापेज कर ट्रेनों में वाटरिंग कराई गई एवं स्टाफ चेंज कर ट्रेनों को रवाना किया गया। इसके अलावा 2 ट्रेनों में करीब 2508 यात्रियों को भोजन एवं पानी की सप्लाई की गई। ट्रेनों के स्टेशन पर पहुंचने के पहले एवं बाद प्लेटफार्म को सैनिटाइज किया गया। ट्रेनों की सुरक्षा को देखते हुए प्लेटफार्म के दोनों तरफ आरपीएफ एवं जीआरपी स्टाफ मौजूद रहा।


सोमवार को अहमदाबाद से मुज्जफरपुर जा रही 09411 स्पेशल 22 बोगी की ट्रेन सुबह 10 बजकर 47 मिनट पर प्लेटफार्म क्रमांक 2 पर आई। जिसकी प्रत्येक बोगी में 60 लोग यात्रा कर रहे थे। ट्रेन की 22 बोगियों में यात्रा कर रहे 1320 यात्रियों को स्थानीय रेलवे स्टेशन पर भोजन एवं पानी की व्यवस्था की गई। इसके बाद यह ट्रेन 10 बजकर 55 मिनट पर रवाना हुई। इसी तरह बड़ोदा से लखनऊ जा रही ट्रेन क्रमांक 9401 स्पेशल 22 बोगी की ट्रेन सुबह 11 बजकर 17 मिनट पर स्थानीय स्टेशन पर पहुंची। जिसकी प्रत्येक बोगी में 54 लोग यात्रा कर रहे थे। स्टेशन पर करीब 1188 यात्रियों को भोजन-पानी िदया गया। इसके बाद तीसरी ट्रेन साबरमती से जोनपुर जाने वाली स्पेशल ट्रेन क्रमांक 09413 स्पेशल 22 बोगी की प्लेटफार्म क्रमांक 4 पर 12 बजकर 40 मिनट पर बीना पहुंची। जिसका स्टाफ बदल कर एवं ट्रेन में वाटरिंग कर स्टाफ चेंज कर ट्रेन को रवाना कर दिया गया। इस ट्रेन में भोजन एवं पानी की व्यवस्था आगामी स्टेशन पर की जा चुकी थी।


दोनों तरफ लगाया बल
स्टेशन पर आने वाली स्पेशल ट्रेन पर अन्य कोई यात्री स्थानीय स्टेशन से न चढ़ जाए। इसकी सुरक्षा को देखते हुए ट्रेन के दोनों तरफ आरपीएफ बल तैनात किया गया। स्टेशन पर एसएस वीके दुबे, डिप्टी एसएस संजय जैन, डीसीआई सुनील पांडे, सीटीआई पाल, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी विपिन कुमार, जीआरपी थाना प्रभारी एसएन मिश्रा सहित स्टाफ मौजूद रहा।

715 का टिकट लेकर की यात्रा, एंट्री न होने के कारण कुछ यात्रियों को नहीं मिला भोजन
अहमदाबाद से मुजफ्फरपुर की ओर यात्रा करने वाले यात्रियों ने बताया कि वह 715 रुपए का टिकट लेकर यात्रा कर रहे हैं। स्थिति ठीक नहीं थी फिर भी पैसों की व्यवस्था कर अपने घर जा रहे हैं। इन सभी यात्रियों को रेलवे के द्वारा स्टेशन पर मुफ्त भोजन एवं पानी दिया गया। ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों को ट्रेन के दरवाजे पर ही भोजन पैकेट एवं पानी की बाॅटल एक साथ दे दी गई। भोजन वितरण के दौरान कई यात्री तक भोजन नहीं पहुंच सका। भोजन बांटने के दौरान कई यात्रियों के द्वारा एक से अधिक पैकेट रख लिए। कई यात्री अपने साथ बच्चों को भी लिए थे। जिनकी एंट्री नहीं होने के कारण कुछ यात्रियों को भोजन एवं पानी नहीं पहुंच सका। जिस पर यात्रियों ने नाराजगी व्यक्त की।



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समय के बाद दुकान खोलने पर तहसीलदार ने दो दुकानों पर लगाया 2500 रुपए का जुर्माना

लॉकडाउन 3 में हमारा जिला ग्रीन जोन में आने के कारण प्रशासन ने दुकानदारों को कई तरह की छूट दी। इस दौरान तय समय के बाद दुकान खोलने पर तहसीलदार ने दो दुकानों पर 2500 रुपए का जुर्माना लगाया। उन्होंने सभी दुकानदारों को हिदायत देते हुए कहा कि वह लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंस का पालन करें और मुंह पर मॉस्क लगाकर बाहर निकलें।
सोमवार को बाजार खुलने के साथ ही बड़ी संख्या में लोग सामान खरीदने के लिए उमड़ पड़े। शहर में 40 दिन बाद जूते, कपड़े, इलेक्ट्रानिक, इलेक्ट्रिकल की दुकानें खुली थीं। दुकानों में खरीदारी के लिए ग्रामीण अंचल सहित शहर से बड़ी संख्या में लोग पहुंचगए। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान नहीं रखा गया। कुछ दुकानदारों ने निर्धारित समय के बाद भी दुकानें खोलीं। इसको लेकर प्रशासन ने कार्यवाही की। तहसीलदार कमल सिंह मंडेलिया एवं थाना प्रभारी सुरेशचंद नागर ने शहर का निरीक्षण किया तथा अवैध रूप से दुकानें संचालित करते पाए जाने पर एक कूलर पंखे की दुकान पर 2 हजार रुपए और एक किराना दुकान पर चालान बना कर 500 रुपए की राशि वसूली। इससे पहले पुलिस ने सुबह से पूरी बस्ती में इस बात के लिए हिदायत भी दी थी कि लोग भीड़ ने लगाएं। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। दुकानदार निर्धारित समय में ही अपनी दुकानें निर्देशों के पालन करते हुए खोलें।



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Tehsildar imposed fine of Rs 2500 on two shops for opening shop after time




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90% बाजार खुला, नियम तोड़े तो 32 पर जुर्माना

बीते 40 दिन में सोमवार को सबसे कम पाबंदियों के साथ बाजार खुला। लगभग 90 फीसदी दुकानें खुल गई। जो बची हैं उनमें, शराब व गुटका कारोबारियों काे छोड़ बाकी ने पाबंदियां हटाने की मांग उठाना शुरू कर दी। पहले दिन बाजार में त्याेहारी सीजन जैसी खरीददारी हुई। कई चीजोंं की खरीददारी 40 दिन से लंबित पड़ी थी। अभी जो अनिश्चितता बनी है उसे देखते हुए लोगों को यह आशंका भी है कि कहीं दोबारा लॉकडाउन न हो जाए। इसलिए अभी दो-तीन दिन बाजार में भीड़ ज्यादा रह सकती है।
इसके बावजूद लोग सावधान दिखे। ज्यादातर दुकानदारों ने मास्क लगा रखा था। वहीं खरीददार भी किसी न किसी कपड़े या मास्क से अपना चेहरा ढंके हुए थे। जो लोग लापरवाही दिखा रहे थे उन पर पुलिस व नपा की टीम नजर रखे हुए थे। इसलिए पूरे दिन में 32 चालान बनाए गए। रविवार को कलेक्टर एस. विश्वनाथन ने जो आदेश जारी किया, उसमें कई दुकानों को शामिल नहीं किया गया। जूते-चप्पल, फोटोग्राफी और सैलून की दुकानदारों ने उनके कारोबार काे खोलने की मांग की।

नपा व पुलिस की कड़ी नजर : 11 हजार 200 का जुर्माना वसूला
पाबंदियों में मिली छूट के दौरान हालात बेकाबू न हो जाएं, इसके लिए पुलिस और नपा की टीम दिनभर बाजार में घूमती रहीं। वे यह सुनिश्चित कर रही थीं कि कोई सार्वजनिक स्थल पर न थूके और सोशल डिस्टेंस के नियम का उल्लंघन न हो। इसलिए नपा और पुलिस की संयुक्त टीम ने सचिन स्टील सौलत गली, इंडिया बूट हाउस, राजीव मार्ट जैसी बड़ी दुकानों पर कार्रवाई की। शहर में आज की गई जुर्माने की कार्रवाई में छह व्यक्तियों पर सार्वजनिक स्थल पर थूकने के चालान बनाए गए और 32 लोगों को बगैर मास्क लगाने पर जुर्माना किया गया इस तरह से कुल 32 लोगों पर 11200 का जुर्माना लगाया गया।

पाबंदियां हटने से इन जगहों पर बढ़ी चिंता

भगत सिंह चौक : शास्त्री पार्क सब्जी मंडी बंद रहने की वजह से अब सारे दुकानदार भगत सिंह चौक और बोहरा मस्जिद रोड के आसपास जमा होने लगे हैं। लोगों का मानना है कि इन सब्जी वालों को वापस मंडी में शिफ्ट किया जाना चाहिए। वहां उन्हें दूर-दूर बिठाने का इंतजाम होना चाहिए। नियम तोड़ने पर सख्त जुर्माना लगाया जाए तो लोग अपने आप सुधर जाएंगे।
सदर बाजार : यहां दुकानों पर सोशल डिस्टेंस का पालन कराना आसान नहीं होगा। यहां सड़क पर घेरे बनाकर वहां ग्राहकों को खड़ा भी नही किया जा सकता। अगर ऐसा करने की कोशिश की गई तो बाजार में जाम लग जाएगा। अगर यहां वाहनों की आवाजाही को रोका जाए तो स्थिति बेहतर हो सकती है। यह मौका है जब बापू पार्क में पार्किंग की व्यवस्था लागू की जा सकती है। इसके अलावा वन वे लागू करके भी स्थिति ठीक की जा सकती है।
हाट रोड : यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग की समस्या खड़ी हो गई। ठेले वाले फिर से सड़क के दोनों आकर खड़े हो गए। जबकि पुरानी गल्ला मंडी में उन्हें शिफ्ट करके यह समस्या हल की जा सकती है। इन दुकानदारों पर भी कड़ाई की जाए तो स्थिति में सुधार होने की संभावना है।

यातायात बढ़ने से एबी रोड पर लगे बेरीकेड हटाए
सोमवार को लगभग पूरा बाजार खुलने की वजह से सड़कों पर वाहनों की संख्या भी बढ़ गई। इसलिए लॉकडाउन के दौरान लगाए गए बेरिकेड्स हटान का काम भी शुरू कर दिया गया। एबी रोड पर जयस्तंभ चौराहे पर लगाई गईं रुकावटों को हटा दिया गया। हालांकि बाजार में अब भी बेरिकेड लगे हुए हैं और उन्हें तुरंत हटाए जाने की संभावना कम ही है।

ठेकेदार शराब दुकान खोलने के खिलाफ
कोरोनाकाल में जहां ज्यादा से ज्यादा कारोबारी यह उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उनकी दुकानें व संस्थान को खोलने की अनुमति मिल जाए। वहीं शराब कारोबारी इसके ठीक उलटी मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनकी दुकानों को बंद रखा जाए। ऐसा नहीं है कि यह मांग सिर्फ गुना में उठ रही है बल्कि पूरे प्रदेश में यही हालत है। जिले के शराब कारोबारी विनोद राठौर ने बताया कि प्रदेश के सभी ठेकेदारों ने मिलकर तय किया है कि हम अपनी दुकान नहीं खोलेंगे। यही सवाल जब हमने आबकारी विभाग के जानकारों से पूछा तो उनका कहना था कि कोरोना काल में दुकानों की आमदनी घटेगी। क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग नियम और दुकान खोलने का समय कम रहेगा। वहीं कारोबारियों को तय ड्यूटी तो भरना ही होगी। उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि गुना जिले का ठेका 1.62 लाख में गया है। इस लिहाज से हर माह 13 करोड़ से ज्यादा ड्यूटी सरकार को मिलना चाहिए। ठेकेदारों को लग रहा है कि इस समय इतनी आमदनी मुश्किल है। उन्होंने बताया कि इस बार वैसे भी ठेके बहुत ज्यादा राशि पर गए हैं।



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90% market opened, rules broken, fine imposed on 32




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दुकानदार, ग्राहक भूले सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, 4 दुकानें सील, 46 दुकानों व 28 वाहनों से वसूला 39600 रु. जुर्माना

लॉकडाउन में 43 दिन बाद मिली छूट से बाजार में गदर मच गया। जहां देखों वहां भीड़ ही भीड़ दिखाई दी। सुबह से बाजार में दीपावली पर खरीदारी का दृश्य जैसा दिखाई दिया। दोपहर बाद कलेक्टर डाॅ मंजू शर्मा ने निरीक्षण किया तो बाजार में ग्राहक, दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते मिले। कई दुकानदार और बाइक चालकों पर जुर्माना वसूलते हुए 4 दुकानों को सील किया गया। सोमवार को बाजार में दृश्य को देखने के बाद वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए नए प्लान बनने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
लॉकडाउन में मिली छूट और ग्राहकों की भीड़ देखकर सोमवार को दुकानदार भी कोरोना संक्रमण को भूल गए। दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर की बात, कई दुकानदार खुद मास्क लगाए नजर नहीं आए। लॉकडाउन में छूट कुछ शर्तों के आधार पर मिली थी जिसका पालन कम ही दुकानदारों ने किया। दोपहर को जब कलेक्टर डाॅ. शर्मा बाजार में निकली तो भीड़ इतनी थी कि उनका वाहन भी फंस गया। पैदल घूमकर बाजार का भ्रमण करने के बाद कलेक्टर ने अधिकारियों की टीम को सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं उन्होंने इस दृश्य को देखने के बाद सोशल डिस्टेंस बना रहे, इसके लिए शीघ्र ही नया प्लान बनाए जाने की संभावना है। फिलहाल प्लान तैयार कर जनप्रतिनिधियों की सलाह और उनके परामर्श के बाद ही लागू होगा।

वे कारण, जिनसे उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां
1.सब्जी, फल विक्रेता- शहर में सब्जी, फल विक्रेताओं को दोपहर 12 बजे तक की परमिशन लॉकडाउन में घूमकर सब्जी बेचने की थी। लेकिन सोमवार को 4 बजे तक परमिशन होने की वजह से कई स्थानों पर स्थाई खड़े होकर झुंड में सब्जी, फल बेचते रहे।
2.बाइक और वाहन- शहर में सोमवार को दोपहिया वाहनों की बाढ़ आ गई। सुबह से चारों तरफ बाइक, स्कूटर के अलावा ऑटो, टैक्सी, कारें भी सड़कों पर दौड़ती रहीं। इस दौरान शर्तों का उल्लंघन करते हुए बाइक पर दो से तीन लोग घूमते नजर आए।
3.दुकानदारों ने नहीं किया पालन- एक दिन में अधिक कमाने की वजह से दुकानदार 5 से अधिक लोगों को न बुलाने की शर्त भी भूल गए। दुकानों के अंदर भीड़ खड़ी रही। बाहर सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने के लिए गोले तक नहीं बनाए।
4. एक साथ सभी दुकानें खुलना- सोमवार को एक साथ ही सभी दुकानें खुल गईं। इस बीच मंडी भी चालू रही। वहीं 6 मई को तगड़ी लग्न होने की वजह से दुकानें खुलने का इंतजार कर रहे लोग भी बाजार में टूट पड़े। एक साथ पूरा बाजार खुलना और शादी-विवाह का सीजन भी एक बड़ा कारण रहा।

शर्तें न मानी तो इन सुविधाओं पर लग सकती है रोक

  • सप्ताह में दुकानों को रोस्टर के अनुसार खोलने के निर्देश जारी किए जा सकते हैं।
  • दाेपहिया वाहनों के शहर में चलाने पर प्रतिबंध लग सकता है।
  • सब्जी, फिल विक्रेताओं को फिर 12 बजे तक ही बेचने की परमिशन मिलने की संभावना।
  • किराना, मेडिकल दुकानों को भी नंबरिंग के आधार पर खोलने की बन सकती है योजना।

लोग माने नहीं, फिर किया जुर्माना
जब सुबह 9 से 1 बजे तक भी लोग नहीं माने तो कलेक्टर के निर्देश पर प्रशासनिक टीम ने कार्रवाई शुरू की। इस दौरान लवली फुट वियर, सांवरिया किराना, जिंद बाबा ऑटो पार्टस, श्रीराम कृषि सेवा केन्द्र की दुकानों को सील कर दिया। वहीं 46 दुकानों को शर्तों का उल्लंघन करने और 28 वाहनों पर कार्रवाई करते हुए 39600 का जुर्माना वसूला।
शर्तों का उल्लंघन देखकर कलेक्टर बोलीं, मान गए तो ठीक नहीं तो नया प्लान करेंगे लागू
सोमवार को बाजार की स्थिति खुद आंखों से देखने के बाद कलेक्टर डाॅ. मंजू शर्मा ने भास्कर से बातचीत में कहा कि हम ग्रीन जोन के लिए सोच रहे हैं, लेकिन ऐसी स्थिति तो संकट में डाल सकती है। उन्होंने कहा कि अगर मंगलवार को यही स्थिति रही तो जनप्रतिनिधियों की सलाह और सहमति से नया प्लान लागू करेंगे। उन्होंने दुकानदारों से अपील की वे स्वयं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और ग्राहकों से करवाएं। अन्यथा की स्थिति में उन्होंने आर्डर बदलने की चेतावनी भी दी है।



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Shopkeepers, customers forgot social distancing, 4 shops sealed, 46 shops and 28 vehicles recovered Rs. 39600. Penalty




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खेल अकादमियों में छंटनी की तैयारी, करीब 20% खिलाड़ी बाहर होंगे, नए खिलाड़ियों की भर्ती मुश्किल

खेल एवं युवा कल्याण मप्र शासन द्वारा प्रदेश में संचालित 18 खेलाें की 19 अकादमियों में करीब 1000 खिलाड़ी प्रशिक्षण लेते हैं, इनमें से करीब 20% खिलाड़ियों पर छंटनी की तलवार लटक रही है। ये खिलाड़ी प्रदर्शन के आधार पर बाहर किए जाएंगे। 40 दिन के लाॅकडाउन के दौरान अकादमियों के सभी प्रशिक्षकों कोनिर्देशित किया गया था कि वर्क फ्रॉम होम के तहत घर बैठकर अपनी अपनी अकादमियाें के खिलाड़ियों की परफार्मेंस के आधार पर लिस्ट तैयार करें।

प्रशिक्षकों नेलिस्ट तैयार करके विभागीय अधिकारियों को भेज दी है, इसमें करीब 20% खिलाड़ी पिछले सत्र में किए गए प्रदर्शन के आधार पर बाहर होंगे। यह प्रक्रिया हर साल अप्रैल माह में पूरी कर ली जाती है, लेकिन इस साल कोरोनावायरस औरलॉकडाउन के कारण ऐसा नहीं हो सका। हर साल बाहर हुए खिलाड़ियों की जगह नई खिलाड़ियों की भर्ती की जाती रही है, लेकिन इस साल भर्ती प्रक्रिया के लिए अब समय नहीं बचा है। हर साल नया सत्र जुलाई में शुरू हो जाता है, इसलिए इस वर्ष नए खिलाड़ियों की भर्ती नहीं होगी।

इन खेलों की है अकादमी भोपाल में : पुरुषों हॉकी, घुड़सवारी, शूटिंग, वाटर स्पोर्ट्स, बॉक्सिंग, जुडो, कराते, कुश्ती, तलवारबाजी, ताइक्वांडो, एथलेटिक्स। जबलपुर: तीरंदाजी, होशंगाबाद: तैराकी, ग्वालियर: बैडमिंटन, महिला हॉकी, शिवपुरी: क्रिकेट।



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तस्वीर मध्य प्रदेश शूटिंग अकादमी की है, जहां पर देशभर से शूटर प्रशिक्षण के लिए आते हैं। इस वक्त खेल गतिविधियां बंद हैं। - फाइल फोटो




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कोरोना को मात देकर 17 लोग स्वस्थ होकर घर लौटे; रायसेन के कोविड केयर सेंटर से 12 और चिरायु से 5 डिस्चार्ज

यहां मंगलवार को12 लोग कोरोना संक्रमणसे स्वस्थ होने के बाद अपने घर चले गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.शशि ठाकुर के अनुसार, सभी लोगों की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। इन लोगों को कोविड केयर सेंटर इंडियन चौराहे से घर भेजा गया। वहीं, 5 लोगों को चिरायु अस्पताल भोपाल से छुट्टी मिल गई है।रायसेन में इस समय कर्फ्यू लगा है।

इस तरह 12 घंटे के अंदर 17 मरीज कोरोना से मुक्त हो गए हैं। तीन लोग पहले ही ठीक हो चुके है। कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 20 हो गई। जिलेमें कोरोना से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 63 है। जबकि 2 लोगोंकी कोरोना से मौत हो गई। अब कुल 41 एक्टिव केसहैं। इन सभी लोगों का रायसेन और भोपाल में इलाज चल रहाहै।रायसेन में अग्रवाल परिवार में दो सगे भाईयों की मौत हो गई थी।इसके बाद उनका तीसरा भाई, तीन बहुएं, माता-पिता और तीन बच्चे कोरोना से संक्रमित हुए। इन सभी का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

मरीजों ने कहा- हमें अस्पताल आने के बाद नहीं लगा डर

डिस्चार्ज होने वाले मरीजों ने अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ का आभार जताया। कहा- कोरोना पॉजिटिव होने के बाद डर ज्यादा लगा, लेकिन यहां आने के बाद हमारा डर चला गया और अब स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे हैं। अस्पताल में हमें कभी परेशानी नहीं आई। डिस्चार्ज होने पर मेडिकल स्टॉफ ने मरीजों के लिए ताली बजाई और उनका सम्मान किया।



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रायसेन के कोरोना कोविड केयर सेंटर से आज 12 मरीजों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया।




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नर्मदा नदी में नहाने गए 5 की डूबने से मौत; रायसेन में 3 युवक और सीहोर में 2 बच्चे डूबे

लॉकडाउन के दौरान मध्य प्रदेश के दो जिलों मेंबड़ेहादसेहुए। सीहोर और रायसेन में नर्मदा नदी मेंडूबने से 5 लोगों की मौत हो गई है। ये सभी नहाने गए थे। रायसेन में 3 युवकों और सीहोर में 2बच्चों की मौत हुई है।बताया जा रहा है कि इन्हें तैरना नहीं आता था और यह गहरे पानी में चले गए थे। प्रशासन ने रायसेन में 2शव निकाले हैं, तीसरे की तलाश की जा रही है।वहीं, सीहोर में गोताखोरों की मदद से बच्चों के शव पानी सेनिकाले गए।


रायसेन:दो युवकों के शव निकाले, एक लापता

जिले में नर्मदा नदी में नहाने गए 3 युवकों की डूबने से मौत हो गई। घटना देवरी स्थित नर्मदा घाट की है। पुलिस ने नदी से 2 युवकों का शव निकाल लिया है। तीसरे की तलाश जारी है। युवकों की पहचान साहिल लोधी (18) उसका भाई साहब लोधी (22) और कृष्णपाल (22) रुप में हुयी है। थाना प्रभारी अनिरुद्ध गौर ने बताया कि यहां सोकलपुर घाट पर नहाने गए थाला गांव के 3 युवक डूब गए। इनमें दो युवक थाला दीघावन एक रमखिरिया गांव का निवासी है। बताया जा रहा है कि नहाते हुए तीनों गहरे पानी में चले गए और डूब गए।

सीहोर:दो बच्चे डूबे, साइकिल से नहाने आए थे

जिले के नीलकंठ घाट पर दो बच्चे साइकिल से नर्मदा में नहाने गए थे।गहरे पानी में चले जाने से दोनों डूब गए। पुलिस ने रेस्क्यू चलाकर गोताखोरों की मदद से दोनों का शव निकाला। दोनों राधेश्याम कॉलोनी के रहने वाले हैं। दोनों की उम्र 12-15 साल के बीच बताई गई। एसडीओपी प्रकाश मिश्रा ने कहा कि रोहित पवार और सौरभ यदुवंशी की नर्मदा नदी के नीलकंठ घाट में डूबने से मौत हुईहै। सूचना के बाद पुलिस-प्रशासन की टीमें वहां पहुंचीं।स्थानीय गोताखोरों की मदद से बच्चों को मृत अवस्था में निकाला गया।



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रायसेन और सीहोर में नर्मदा नदी में नहाने गए तीन युवक और दो बच्चे डूब गए। रायसेन में एक युवक का शव नहीं मिल रहा है, जिसकी तलाश की जा रही है।




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जिंसों पर व्यापारियों को देना होगा 2 प्रतिशत अधिक शुल्क

कृषि उपज मंडी में बुधवार से कुछ जिंसों की खरीद पर व्यापारियो को 2 प्रतिशत अधिक शुल्क देना होगा।विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यालय ने मंगलवार को अधिनियम में संशोधन करते हुए,मंडी अधिनियम में नई धारा 17 ए को जोड़ा गया है। इस धारा के जोड़े जाने के बाद राज्य में कृषक कल्याण फीस 2 प्रतिशत की दर का प्रावधान किया गया है । जिसे तत्काल प्रभाव से 2 प्रतिशत की दर से कृषक कल्याण फीस मंडी क्षेत्र में आने वाली विक्रय या क्रय होने वाले कृषि जिंसों पर लिया जाएगा।

इस प्रकार वसूला जाएगा शुल्क
मंडी अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में विभिन्न जिंसों पर अलग-अलग शुल्क व्यापारियों से वसूला जाता है। जैसे ज्वार, बाजार, मक्का व जौ पर व्यपारियो से आधा प्रतिशत शुल्क वसूला जाता था, जहां नए आदेश के बाद अब 2.50 प्रतिशत मंडी शुल्क वसूला जाएगा। इसी प्रकार रायड़ा, तारामीरा, सोयाबीन व तिल पर पूर्व मे 1 प्रतिशत शुल्क के स्थान पर अब व्यापारियों को 3 प्रतिशत शुल्क जमा करवाना होगा। वही मूंग, मोठ, दहलन, गेहूं, कपास, गुड़, शक्कर व घी पर 1.6 प्रतिशत शुल्क की जगह 3.60 प्रतिशत शुल्क देना होगा।

वही मंडी शुल्क मे हुई बढ़ोतरी पर व्यपारियों ने रोष जताया है, उनका कहना है कि कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडॉउन की वजह से पहले ही व्यापार मंदा चल रहा था,ऐसे मे शुल्क में बढ़ोतरी से व्यपारियो को ओर नुकसान उठाना पड़ेगा।

अतिरिक्त शुल्क किसान कल्याण कोष में जमा होगा
^ मुख्यालय ने आदेश जारी कर मंडी शुल्क मे 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है। यह अतिरिक्त शुल्क किसान कल्याण कोष में जमा होगा।
महेश शर्मा, सचिव, कर्षि उपज मंडी, ब्यावर



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Traders will have to pay 2 percent more duty on commodities




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27 गांवों में जाकर 1500 से अधिक लोगों के स्वास्थ्य की जांच की और इलाज किया

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रेहटी के डॉक्टर गांव-गांव घूमकर बाहर से आने वाले लोगों की जांच व इलाज कर रहे हैं। ताकि सीहोर जिला कोरोना से अछूता रहे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. मेहरबान सिंह अपनी टीम के साथ प्रतिदिन गांव-गांव जाकर बाहर से आने वाले लोगों का इलाज कर रहे हैं। जिन लोगों को सर्दी जुखाम है उन लोगों का भी इलाज गांव पर ही कर रहे हैं। वहीं बाहर से आने वाले लोगों को 14 दिन के लिए परिवार से अलग रहने की हिदायत दे रहे हैं। डॉक्टर सिंह के साथ डॉ. इमरान खान, नितेश वर्मा, स्टाफ नर्स, सुपरवाइजर, एएनएम भी गांव-गांव जाकर बाहर से आने वाले लोगों को उनकी जांच करने वाली टीम में शामिल हैं।
डॉक्टर सिंह ने बताया कि अभी तक रेहटी क्षेत्र के 27 गांव का भ्रमण कर चुके हैं। जिसमें डॉक्टरों की टीम ने 1500 से अधिक मरीजों की जांच की है। डॉक्टर व स्वास्थ्य विभाग की टीम अपनी जान की परवाह किए बिना प्रतिदिन गांवों का भ्रमण कर रहे हैं ताकि रेहटी क्षेत्र में कोरोना महामारी न पहुंच पाए। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

दो माह से नहीं गए घर
डॉ. सिंह और उनकी टीम की सराहना पूरे नगर में की जा रही है। डॉक्टर सिंह 2 माह से अपने घर भी नहीं गए और रात दिन कोरोना महामारी से बचाने के लिए लोगों की जांच कर रहे हैं। गांव गांव के भ्रमण के दौरान में जिन मरीजों को जो भी समस्या होती है उस बीमारी का इलाज भी मौके पर कर रहे हैं ताकि ग्रामीण अंचलों के लोगों को रेहटी अस्पताल आने की नौबत नहीं आए। अस्पताल में रात में इमरजेंसी आने के बाद उन मरीजों को भी संभाल रहे हैं। यही वजह है कि जगह जगह उनका स्वागत कर उनका उत्साह बढ़ाया जा रहा है।

आस पास के गांव में सर्दी खांसी के मरीज के कारण था भय
नगर व आसपास के गांव में इस समय कहीं कहीं सर्दी खांसी के मरीज देखने को मिल रहे हैं। इस कारण लोगों भय रहता है, लेकिन डॉक्टरों की टीम ने इनका इलाज समय पर पहुंचकर करने के कारण यह ठीक हो चुकी हे। जिले में अभी तक कोई भी मरीज नहीं मिला है। अस्पताल के डॉक्टरों की सतर्कता से क्षेत्र के लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
अभी तक सर्दी जुकाम के 1500 से अधिक मरीज हो चुके हैं ठीक
डॉ. सिंह का कहना है कि जब तक कोरोना महामारी चलेगी प्रतिदिन गांव में भ्रमण कर बाहर से आने वाले लोगों की जांच कर उन्हें उचित सलाह दी जाएगी। अभी तक हमारी टीम ने 1500 से अधिक मरीजों को सर्दी जुकाम के थे वह पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।



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Visited and treated the health of more than 1500 people in 27 villages




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सीवन के पानी का टीडीएस 400 से 250 पर आया, 150 में होगा पीने योग्य

पिछले 42 दिनों से लोग घरों में ही रह रहे हैं। इसका फायदा पर्यावरण भी शुद्ध हुआ है। शासकीय उत्कृष्ट उमावि सीहोर की ग्लोबल लैब में सीवन नदी के अलग-अलग क्षेत्रों में पानी की जांच की गई। इसमें सीवन का पानी पहले 400 टीडीएस ( टोटल डिसोल्व सॉलिड) रहता था जो कि लॉकडाउन में घटकर औसतन 250 से 300 तक रह गया है।

उत्कृष्ट स्कूल ग्लोबल लैब के प्रभारी डॉ. देवेंद्र साहू ने बताया कि टोटल डिसोल्व सॉलिड यानि पानी में घुलित ठोस पदार्थ हैं। इसमें खनिज, धातु, अनाज या अन्य पदार्थ शामिल होते हैं। पूर्व में सीवन नदी के पानी का अध्ययन किया गया था। इसमें स्कूल के किनारे सीवन नदी के पानी में सामान्यत: टीडीएस 300 से 400 मिलीग्राम प्रति लीटर मिलती थी। तीसरे चरण के लॉक डाउन में 5 मई को टीडीएस मीटर से परीक्षण करने पर यह मात्रा 250 से 300 मिलीग्राम प्रति लीटर प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि ये जितना कम होता है, पानी उतना ही शुद्ध माना जाता है। पीने योग्य पानी का टीडीएस 100 से 150 के बीच होना चाहिए। इसी तरह स्कूल के बोर का टीडीएस जांच किया गया तो इसकी मात्रा 275 मिलीग्राम प्रति लीटर प्राप्त हुई है।
पीएच मान 7 से 9 तो पानी अच्छा : स्कूल प्राचार्य आरके बांगरे ने बताया कि स्कूल में पानी की टंकी का निर्माण कर उसमें 16 नल सहित आरओ वॉटर कूलर लगाया गया है। जिसका टीडीएस 150 अंकित किया गया है जोकि शीतल व शुद्ध पेय जल है। इसी तरह पीएच मीटर द्वारा सीवन नदी का पीएच 8-9 मिलीग्राम प्रति लीटर और स्कूल के बोर का पीएच 7-9 प्राप्त हुआ है। जो कि अच्छा माना जाता है। पीएच 7 से कम होने पर पानी का अम्लीय और 7 से अधिक होने पर पानी का क्षारीय होनादर्शाता है।

इन कारणों से सीवन में प्रदूषण
डॉ. साहू ने बताया कि एक अध्ययन के अनुसार लॉक डाउन में बीओडी भी आधी हो गई है। वहीं कुल घुलित पदार्थ भी कम हो गए हैं। इन नतीजों से साफ है कि नदी में कचरा फेंकने, कामर्शियल सीवेज, घाट पर कपड़े धोने, नदी में नहाने से पानी प्रदूषित हो रहा था। बीओडी ( बायो केमिकल ऑक्सीजन डिमांड) नदियों में ऑर्गेनिक वेस्ट, सीवेज मिलने से बीओडी का स्तर बढ़ता है। विद्यालय के रेड क्रॉस प्रभारी संतोष सोनी ने सेच्ची डिक्स द्वारा नदी के जलस्तर की गुणवत्ता का अध्ययन किया।



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TDS of suture water comes from 400 to 250, 150 will be potable




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257 में से 235 रिपोर्ट निगेटिव, 32 हजार में से 26 हजार की क्वारेंटाइन अवधि पूरी

मंगलवार को भी 7 जांच रिपोर्ट आई, ये सभी निगेटिव हैं। यह अच्छी खबर है कि अभी तक लिए 257 सैंपल में से 235 की रिपोर्ट आ चुकी हैं जो सभी निगेटिव हैं। पिछले 24 घंटों की बात करें तो बाहर के जिलों व राज्यों से आने वाले लोगों की संख्या 525 है। इन सभी की स्क्रीनिंग की गई है। सभी को होम क्वारेंटाइन किया गया। अभी तक 32 हजार से अधिक लोगों को होम क्वारेंटाइन किया जा चुका है।
स्वास्थ्य विभाग की 38 टीमें गांवों और शहरी क्षेत्रों में जाकर सर्वे का काम कर रही हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान जिले में अन्य राज्यों व जिलों से आए हुए करीब 525 लोगों की पहचान व पता लगाकर उनकी तत्काल स्क्रीनिंग की गई। उन्हें होम क्वारेंटाइन किया गया है। सीहोर जिले में अन्य जिलों अथवा राज्यों से लौटे हुए यात्रियों की संख्या अब तक कुल 32 हजार 520 हो गई है। उन्हें होम क्वारेंटाइन से संबंधित गाइड लाइन की जानकारी देकर सख्त हिदायत दी गई है कि गाइड लाइन का कड़ाई से पालन करें।
24 घंटे में 483 लोग क्वारेंटाइन से बाहर : सीएमएचओ डॉ. सुधीर डेहरिया ने बताया कि जिले में अन्य देशों से सीहोर पहुंचे कुल लोगों की संख्या 232 है जिनमें से 184 लोगों की अब तक स्क्रीनिंग की जा चुकी है। पिछले 24 घंटों में होम क्वारेंटाइन की अवधि से 483 लोग बाहर आ चुके हैं जबकि अब तक कुल 26 हजार 689 लोगों की अवधि पूरी हो चुकी है। जिले से अब तक कुल 257 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 235 की रिपोर्ट अब तक निगेटिव आई है। मंगलवार को एक सैंपल भेजा है।



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235 out of 257 reports negative, out of 32 thousand 26 thousand completed the quarantine period




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हवा में नमी बढ़ने से दिन का पारा 1 डिग्री और रात का 2 डिग्री लुढ़का

सोमवार के बाद मंगलवार को भी दिन में बादलों की आवाजाही और हवा में नमी की मात्रा बढ़ने से गर्मी से मामूली राहत मिली है। स्थिति यह है कि दिन के तापमान में एक और रात में दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को अधिकतम तापमान 40.5 और न्यूनतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग का मानना है कि यह पूरा सप्ताह बादल युक्त रहेगा। अगले 24 घंटे दिन तेज हवा, गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
बादलों और हवा के कारण लगातार दूसरे दिन भी एक-एक दिन और रात के तापमान में एक-एक डिग्री की गिरावट दर्ज हुई। रविवार को जहां अधिकतम तापमान 42.2 और न्यूनतम तापमान 32 डिग्री दर्ज किया गया था। सोमवार को अधिकतम तापमान लुढ़ककर 41.5 और न्यूनतम तापमान लुढ़ककर 31.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अफगानिस्तान के ऊपर एक किमी ऊंचाई पर पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ लाइन के रूप में सक्रिय है। इससे हरियाणा और बांग्लादेश के ऊपर मजबूत चक्रवात बना हुआ है। इन दोनों के बीच से उत्तर मप्र से होते हुए एक ट्रफ लाइन गुजर रही है, जिससे आने वाले 24 घंटे क्षेत्र में 20 किमी प्रति घंटा से अधिक रफ्तार से तेज आंधी, ओलावृष्टि और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।

हरियाणा व बांग्लादेश के ऊपर मजबूत चक्रवाती घेरा बनने से आ रही आंधी
मौसम विभाग के अनुसार अफगानिस्तान के ऊपर एक किमी ऊंचाई पर पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ लाइन के रूप में सक्रिय है। इससे हरियाणा और बांग्लादेश के ऊपर चक्रवाती घेरा बना हुआ है। साथ इन दोनों के बीच से एक ट्रफ लाइन उत्तरी मध्यप्रदेश के ऊपर से गुजर रही है। इसके साथ ही अंडमान सागर में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी आ रही है, जिससे तेज आंधी का झोंका आने के साथ गरज-चमक के साथ बारिश होगी।



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वार्ड 2 के गरीबों ने कलेक्टर से राशन सामग्री देने की मांग की

वार्ड क्रमांक 2 के पार्षद धर्मेंद्र भिलाला ने क्षेत्र के गरीब परिवारों के साथ मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर मांग पत्र सौंपा। इसमें बताया कि क्षेत्र गरीब, मजदूर नागरिक जो कि मजदूरी पर ही निर्भर हैं। लॉकडाउन के चलते इनके सामने भोजन की समस्या खड़ी हो गई है। ऐसे गरीब परिवारों की मदद कर राशन सामग्री उपलब्ध कराई जाए।
पार्षद ने कहा कि लॉकडाउन में मजदूरों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गई है। यह लोग अपने परिवार के लिए राशन आदि की व्यवस्था भी नहीं कर पा रहे हैं। उक्त समस्या के चलते क्षेत्रीय नागरिकों में काफी आक्रोश है। पार्षद श्री भिलाला के साथ क्षेत्रवासियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मांग की। साथ ही शीघ्र पर्याप्त मात्रा में राशन सामग्री व राहत राशि प्रदान कराने की मांग की। उन्होंने बताया कि एपीएल, आधार कार्ड, समग्र आईडी धारकों, जिनके पास बीपीएल का राशन कार्ड नहीं हैं। ऐसे नागरिकों को भी राशन सामग्री व राहत राशि प्रदान कराई जाए। इस मौके पर मंजू गोलिया, कोशल्या बाई, चंपा बाई, धन्नी बाई, रेखा प्रजापति, नीलम मेवाड़ा, गिरजा, प्रेमबाई, उमरी बाई, केशर बाई, जमना बाई, रेखा, गायत्री, सरोज, संगीता, प्रियंका आदि महिलाएं उपस्थित थीं।



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Ward 2 poor demanded collector to provide ration material




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लॉकडाउन के उल्लंघन पर 500 लोगों के चालान बनकार पुलिस ने वसूला 21500 रुपए का जुर्माना

कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के मद्देनजर जिला पुलिस राजगढ़ द्वारा लॉकडाउन का पालन कराने हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। एसपी प्रदीप शर्मा द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कड़ी दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
निर्देशों के परिपालन में लॉक डाउन के दौरान दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों में अनावश्यक घूमने वालों के विरुद्ध पुलिस की कार्रवाई जारी है। इसी के तहत दोपहिया वाहन में बैठकर अनावश्यक रूप से घूमने वालों को समझाइश देते हुए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत विभिन्न धाराओं में चलानी कार्रवाई भी की जा रही है।
चालानी कार्रवाई करते हुए जिले में लगभग 500 चालान बनाकर कुल 21500 समन शुल्क वसूला गया है। साथ ही बिना मास्क लगा, दोपहिया एवं चार पहिया वाहनों में घूमने वालों के विरुद्ध सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है तथा गाड़ियों के नंबर प्लेट व वाहन चालक की पहचान की जाकर संबंधित को नोटिस भी भेजे जा रहे है साथ ही चालानी कार्रवाई की जा रही है।



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देर रात चली आंधी से कई जगह बिजली गुल, रात का 5 डिग्री और दिन का पारा 2 डिग्री गिरा

उत्तर भारत मे बने चक्रवात के कारण सोमवार देर रात क्षेत्र में आंधी चली और हल्की बारिश भी हुई। आंधी चलने से शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र की बिजली सप्लाई बंद हो गई। शहर में करीब एक घंटे बाद सप्लाई दोबारा शुरू हो सकी, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में मंगलवार दोपहर तक भी सप्लाई शुरू नहीं हो सकी थी।
इस सप्ताह की शुरूआत में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। सोमवार को दिन का मौसम साफ था, लेकिन रात 10 बजे के बाद क्षेत्र में आंधी तूफान के साथ हल्की बारिश भी हुई है। इसके साथ ही मंगलवार को उत्तर-पश्चिम की हवा चलने लगी। इससे दिन का 5 व रात के तापमान में 2 डिग्री की कमी आई है। दिन का अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस अाैर रात में न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रहा। मौसम में हुए परिवर्तन के चलते मंगलवार को दिनभर आसमान में बादल छाए रहे।

चार दिन से हाे रही तापमान में बढ़ाेतरी: पिछले चार दिनों से तापमान में बढ़ोतरी हो रही थी। मौसम विभाग के आरएस गोयल के अनुसार सोमवार को न्यूनतम तापमान 31 डिग्री था, जो मंगलवार को 5 डिग्री की गिरावट के साथ 26 डिग्री पर जा पहुंचा। इसी तरह सोमवार को दिन का अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री था जो मंगलवार को 2 डिग्री की गिरावट के साथ 38.4 डिग्री जा पहुंचा।



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सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक की छूट मिलने पर खूब बिकी वैवाहिक सामग्री

कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में 22 मार्च से अभी तक जो दुकानें नहीं खुली थी उनमें से कुछ को छोड़कर शेष दुकानें खोलने के शासन के निर्णय के बाद सुबह से ही बाजारों में लोग टूट पड़े और कपड़ा, रेडीमेड, गोदरेज, फ्रिज, कूलर, गद्दे रजाई फर्नीचर आदि जो वैवाहिक सामग्री थी उसे खरीदने के लिए गांव गांव से किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर खरीदारी करते तो अन्य वाहनों से ले जाते नजर आए। वहीं जनरल स्टोर, टेलरिंग मटेरियल, टेलरिंग दुकान के अलावा किराना, फल, सब्जी, बर्तन, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि की दुकानों पर भी खरीदारी होती नजर आई। वहीं प्रशासनिक अधिकारी घूमघूम कर सोशल डिस्टेंस का पालन कराते माइक से एलान करते नजर आए। एसडीएम संजय उपाध्याय, एसडीओपी ओपी त्रिपाठी, टीआई घनश्याम शर्मा, तहसीलदार निकिता तिवारी, नायब तहसीलदार सपना झिलोरिया, एसआई अरूण कुशवाहा, एमएल पवार, एएसआई अरविंद पांडे, सहित अन्य पुलिस व राजस्व अधिकारी, नगर रक्षा समिति सदस्य बराबर व्यवस्थाओं पर नजर रखे रहे ताकि लॉक डाउन का पालन भी हो ओर दो मीटर की दूरी का सोशल डिस्टेंस का पालन होता रहे। नगर के पुराना स्टैंड, नया बस स्टैंड, गांधी बाजार रोड, गर्ल्स स्कूल रोड, हदाईपुर, फर्सी रोड, लखेरापुरा, किला, काजी मोहल्ला, पक्का फाटक रोड आदि की दुकानों पर खरीदारों का जमावड़ा रहा। वहीं शहर के अंदरूनी हिस्सों में सब्जी व फल की दुकानें संचालित हुई।



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गुजरात से श्रमिकों को यूपी लेकर निकलीं तीन ट्रेन, प्रत्येक ट्रेन में 12 सौ यात्रियों ने किया सफर

दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों को घर भेजने के लिए रेलवे केे द्वारा ट्रेनों को शुरु किया गया है। मंगलवार को गुजरात में फंसे श्रमिकों को लेकर 3 श्रमिक ट्रेनें स्थानीय स्टेशन से होकर यूपी के लिए रवाना हुईं। इन ट्रेनों को स्थानीय स्टेशन पर रोक कर वाटरिंग कराई गई। साथ ही ट्रेन के स्टाफ को बदल कर ट्रेनों को चलाया गया। केवल एक ट्रेन में स्थानीय स्टेशन पर यात्रियों को भोजन के पैकेट एवं पानी की बाॅटल उपलब्ध कराई गई।


ट्रेनों के स्टेशन पर पहुंचने से पहले एवं बाद में प्लेटफार्म काे सैनिटाइज किया गया। ट्रेनों की सुरक्षा को देखते हुए प्लेटफार्म के दोनों तरफ आरपीएफ एवं जीआरपी स्टाफ काे तैनात किया गया। मंगलवार को स्थानीय रेलवे स्टेशन से 3 श्रमिक स्पेशल ट्रेन निकाली गई। पहली ट्रेन सुबह 8 बज कर 25 मिनट पर प्लेट फार्म नंबर 4 पर गोधरा से कानपुर स्पेशल ट्रेन आई जो 10 मिनट रुकने के बाद 8 बज कर 35 मिनट पर रवाना हुई। इसी तरह इसी प्लेट फार्म पर सुबह 9 बज कर 43 मिनट पर दूसरी ट्रेन पहुंची जो 5 मिनट रुकने के बाद 9 बज कर 52 मिनट पर यहां से रवाना हुई। इन ट्रेनों में केवल वाटरिंग सप्लाई की गई और स्टाफ को बदल कर ट्रेन को चलाया गया। इसके बाद दोपहर 12 बज कर 25 मिनट पर तीसरी ट्रेन साबरमती से मुजफ्फरपुर स्पेशल ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 2 पर पहुंची। जहां ट्रेन में यात्रा कर रहे 12 सौ यात्रियों को भोजन के पैकेट एवं पानी की बॉटल वितरित की गई। बाद में 12 बज कर 35 मिनट पर ट्रेन को रवाना किया गया। स्पेशल ट्रेन आने पर अन्य कोई यात्री स्थानीय स्टेशन से ट्रेन में न चढ़े सके। सुरक्षा को देखते हुए ट्रेन के दोनों तरफ आरपीएफ बल तैनात किया गया।इस मौके पर एसएस वीके दुबे, डिप्टी एसएस संजय जैन, डिप्टी एसएस एसएन सक्सेना, डीसीआई सुशील पांडे, सीटीआई पाल, सीटीआई आरके गोस्वामी, सीटीआई नरेंद्र जाटव, सीटीआई डीके लवानिया, टीटी संग्राम सिंह, टीटी शशिभूषण, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी विपिन कुमार, जीआरपी थाना प्रभारी एसएन मिश्रा एवं अफसर अली आदि उपस्थित रहे।


जरूरतमंदों की सहायता की: पटना बुजुर्ग। मध्यांचल ग्रामीण बैंक पटना बुजुर्ग के मैनेजर केके गौतम द्वारा गरीब असहाय एवं मजदूर वर्ग के 200 लोगों को खाना के पैकेट बांटे। बैंक मैनेजर गौतम ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते लाॅकडाउन होने के कारण लोग परेशान हो रहे हैं। इसलिए जरूरतमंदों की सहायता की है। उन्होंने बैंक उपभोक्ताओं से कहा है कि बैंकों में भीड़ नहीं करें। सोशल डिस्टेंस का पालन करें एवं मास्क लगाकर आएं। इस मौके पर धनराज रजक एवं राजेश प्रजापति भी शामिल हुए।



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कोरोना से 12 मरीजों ने जीती जंग, बोले- नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों की देखभाल से ही वे स्वस्थ हो पाए हैं

कोरोना वायरस के जिलेभर में अब तक 63 मरीज मिल चुके हैं। अब सुखद बात यह है कि पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आ रहा है और उनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आ रही है। डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की मेहनत से इंडियन चौराहा स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती 12 मरीज ठीक हो गए है, उनकी तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मंगलवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई। इस तरह जिले भर के 20 कोरोना पॉजिटिव मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं।
मंगलवार को जब इन मरीजों की छुट्टी हुई तो उन्होंने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के साथ ही प्रशासन को धन्यवाद दिया। उनका कहना था कि जब वे यहां पर आए थे, तब उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वे इस रोग से मुक्त हो पाएंगे, लेकिन यहां के डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने लगातार उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा। उन्हें यहां पर लगा ही नहीं कि वे अस्पताल में भर्ती है। उन्हें ठीक होने के लिए जो उत्साह वर्धन और मार्गदर्शन मिला, हम उसी के बल पर यहां पर ठीक हो पाए हैं। जब इन मरीजों की छुटटी हुई तो उनका उत्साह वर्धन करने के लिए एसडीएम मिशा सिंह, तहसीलदार अजय पटेल, जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. विनोद परमार, मेडिकल ऑफिसर डॉ. एमएल अहिरवार और कोतवाली टीआई जगदीश सिंह सिद्दू मौजूद रहे, जिन्होंने तालियां बजाकर उन्हें घर जाने के लिए रवाना किया।

ओबेदुल्लागंज के 12 लोगों की रिपोर्ट आई निगेटिव

ओबेदुल्लागंज के बीएमओ डॉ. अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि शहर के वार्ड क्रमांक 5 में कोरोना का नया मरीज मिलने के बाद उनके परिजन और संपर्क में आए 12 लोगों के सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए थे, उनकी रिपोर्ट निगेेटिव प्राप्त है।

16 लोगों के सैंपल भेजे
क्वारेंटाइन और कोविड केयर सेंटर, लैब टेक्नीशियन सहित 12 लोगों के सैंपल मंगलवार को जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें उनके सैंपल भी शामिल है, जिनके सैंपल भेजने के बाद रिजेक्ट हो गए थे। कोविड केयर सेंटर में 24 कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती है।

7 मई को मिलेगी कर्फ्यू में ढील, सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक खुलेंगी दुकानें

कलेक्टर ने 7 मई गुरुवार को सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी है। कर्फ्यू में ढील के दौरान दूध, फल, सब्जी और किराने की दुकानें खुलेंगी। दवा दुकानें पूर्वानुसार खुली रहेंगी। जबकि ढील कंटेनमेंट एरिया को नहीं मिलेगी।

पॉलीटेक्निक कॉलेज के सेंटर से 5 लोग हुए डिस्चार्ज
पॉलीटेक्निक कॉलेज के क्वारेंटाइन सेंटर से भी पांच संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। एक दिन पहले यहां से 43 लोगों की छुट्टी हुई थी।
14 दिन घर में रहना होगा क्वारेंटाइन : इन मरीजों को अभी 14 दिन तक घर में अपने परिवार से दूर रहकर सावधानी रखना होगी। कपड़े, जूते-चप्पल, बिस्तर का उपयोग अलग ही करना होगा।



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12 patients from Corona won the battle, said - They have been able to recover only through the care of nursing staff and doctors.




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बिना मास्क, नशे में घूम रहे 2 युवकों पर पुलिस ने किया मामला दर्ज, सड़क पर अनावश्यक घूम रहे थे युवक

पुलिस ने अलग अलग स्थानों से 2 युवकों को पकड़ कर लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया है। यह दोनों युवक बिना मास्क लगाए, शराब के नशे सड़क पर अनावश्यक कार्य से घूम रहे थे।


पुलिस ने बताया कि एक मामले में गंगाधर पिता रामस्वरुप रैकवार उम्र 25 वर्ष निवासी रेता मुहासा वहीं दूसरे मामले में विजय पिता रमेश अहिरवार उम्र 35 वर्ष निवासी रेता मुहासा के खिलाफ धारा 188,269,270 ता हि 51 आपदा प्रबंधन के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी बिना मास्क,शराब के नशे की हालत में सड़क पर बिना कारण घूम रहे थे। कारण पूछा गया लेकिन इन के द्वारा कोई उचित कारण नही बताया गया।



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2 माह से कंजिया जामा मस्जिद में रुके एक जमाती के सीने में दर्द, किया गया सागर रैफर

कंजिया जामा मस्जिद में करीब 2 माह से रुके 18 जमातियों में से एक के सीने में मंगलवार की दोपहर दर्द उठ गया। जिन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल लाया गया बाद में प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें जिला अस्पताल सागर रैफर किया गया है। जानकारी अनुसार कंजिया में रुके 2 माह से जमातियों में से एक 58 वर्षीय जमाती को मंगलवार को सीने में दर्द हुआ। जिसकी सूचना एसडीएम अमृता गर्ग को दी गई । एसडीएम ने सिविल अस्पताल प्रभारी संजीव अग्रवाल को जानकारी दी। सूचना मिलते ही प्रभारी ने अपनी टीम कंजिया भेजी । टीम जब तक वहां पहुंचती उससे पहले ही उन्हें सिविल अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया । जहां पर प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें इलाज के लिए सागर रैफर किया गया है । डॉक्टर अग्रवाल ने बताया कि पहले से अब वह ठीक है,मरीज का इलाज सागर में चल रहा है ।



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मध्यप्रदेश में 70 हजार श्रमिक लाये गये, आगामी दिनों में 22 ट्रेनों से आएंगे मजदूर

कोरोना संक्रमण के कारण विभिन्न प्रदेशों में फंसे श्रमिकों को वापस लाने का कार्य बड़े स्तर पर जारी है। अभी तक करीब 70 हजार श्रमिक प्रदेश में वापस लाये जा चुके हैं। अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल-रूम आईसीपी केशरी ने जानकारी दी है कि मुख्य रूप से आज गुजरात से 2 हजार लोग लाये गये हैं। वापस लाये गये श्रमिकों के स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उनके गृह स्थानों में भेजा जा रहा है।


केशरी ने बताया है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में फंसे मध्यप्रदेश के ही करीब 45 हजार श्रमिकों को पिछले 10 दिनों में उनके गृह स्थान पहुंचाया गया है। महाराष्ट्र से श्रमिकों को लेकर 5 मई को एक ट्रेन रवाना हुई है। महाराष्ट्र से ही 6 मई को 3 ट्रेन और केरल से एक ट्रेन रवाना होगी। महाराष्ट्र से कुल 22 ट्रेन मध्यप्रदेश आयेंगी। तेलंगाना से 2 ट्रेन आयेंगी। हरियाणा से 2 ट्रेन और दिल्ली से एक ट्रेन 7 मई को रवाना होगी। शेष ट्रेनों को भी शीघ्र चलवाने के प्रयास किये जा रहे हैं।

रेलवे को एक करोड़ रुपए की राशि दी गई

अपर मुख्य सचिव आई.सी.पी. केसरी ने बतायाकि अन्य राज्यों से श्रमिकों की वापसी का कार्य निरंतर चल रहा है । इसके लिए रेलवे को एक करोड़ रुपए की राशि प्रदान की गई है। कुछ ट्रेंस अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश के लिए आने वाले 3 दिन में रवाना की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश के श्रमिकों से किसी भी स्थिति में किराए की राशि नहीं ली जाए। बैठक में बताया गया पंजाब और तेलंगाना राज्यों ने श्रमिकों का किराया खुद वहन करने की सहमति दी है। प्रदेश के लगभग 70,000 श्रमिक द्वितीय चरण में इस सप्ताह वापस लौटेंगे। प्रथम चरण में करीब 70,000 श्रमिक मध्य प्रदेश वापस आ चुके हैं।



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कई स्थानों पर अभी भी बड़ी संख्या में पैदल ही मजदूर आ रहे हैं।




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प्रदेश में 3138 संक्रमित और 185 की मौत; ढील वाले 43 जिलों में 2 दिन में ही लोग सोशल डिस्टेंसिंग भूले

लॉकडाउन फेज-3 का आज तीसरा दिन है,लेकिनहालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 3138 पर पहुंच गई। 185 की मौत हो चुकी है। इंदौर में 1681 और भोपाल में 627 संक्रमित हैं। हालात सामुदायिक संक्रमणजैसे हैं। जिन 43 जिलों में लॉकडाउन में ढील दी गई, वहां सोशल डिस्टेंसिंग नदारद दिखी। प्रदेश में रोज 3 हजार सैंपललिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अगले हफ्ते से रोज 3500 सैंपल लिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने बीते 5 दिन से पैंडिंग सैंपल कीजानकारी देने वाला कॉलमबुलेटिन में देना बंद कर दिया है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि पैंडिंग सैंपल की संख्या 15 हजार से ज्यादा हो सकती है।

भोपाल में बुधवार को 34 नए केस सामने आए, इसमें एक कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत भी शामिल है।इससे पहले मंगलवार को प्रदेश में108 नए संक्रमित मिले और 16 की मौत हो गई। मौतों का यह एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है। भोपाल में 533 सैंपल की रिपोर्ट आई, इनमें36 पॉजिटिव मिले। दो जीएमसी के रेसिडेंट डॉक्टर हैं। एक सीनियर ऑफिसर की रिपोर्ट भी देर रात पॉजिटिव आने की खबर है। चार लोगों की मौत हुई है, इनमें एक मरीज राजगढ़ का था। भोपाल में कोरोना से मृतकों की संख्या 24 हो गई। कोरोना से लगभग मुक्त हो चुके शिवपुरी में 39 दिन बाद एक पॉजिटिव मिला। यहां अब तीन संक्रमित हैं। इनमें दो इलाज लेकर ठीक हो गए। ग्वालियर में पांच दिन बाद मंगलवार को दो नए मरीज मिले। यहां अब तक 11 मरीज संक्रमित हैं। इनमें 6ठीक हो चुके हैं।

रायसेन में कोरोना केयर में भर्ती पॉजिटिव मरीज। स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज हुए अन्य लोगों को कुछ इस तरह विदा किया।

मई के आखिरी या जून के पहले हफ्ते में हालात चरम पर होंगे

कोरोना मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी चौंकाने वाली है,लेकिनअभी मरीजों की यह संख्याचरम पर नहीं मानी जा रही। आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। दिल्ली एम्स के निदेशक प्रो. रणदीप गुलेरिया के अनुसार, देशमें मई के आखिरी या जून के पहले हफ्ते में कोविड-19 चरम पर पहुंच सकता है। लॉकडाउन के कारण अभी मरीज बढ़ने की दर कम रही है। दूसरी तरफ, एम्स के ही कम्युनिटी मेडिसिन के प्रो. संजय राय कहते हैं कि अभी इसी रफ्तार से मरीजों की संख्या बढ़ती रहेगी। सितंबर से अक्टूबर में मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या हो सकती है।

अशोकनगर में लॉकडाउन के दौरान बिना मास्क लगाए घर से निकले युवक को सजा देते पुलिसकर्मी।

कोरोना अपडेट्स

  • इंदौर: लॉकडाउन और कर्फ्यू कापालन कराने के लिए कलेक्टर ने एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, थाना प्रभारी द्वारा जारीपास निरस्त कर दिए गए हैं। अब सिर्फ कलेक्टर और निगमायुक्त द्वारा जारी पास ही मान्य होंगे। पुलिस आज से इसे लेकर सख्ती बरतेगी और गिरफ्तारी होगी। पुलिस कंट्रोल रूम में मंगलवार को कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र, एसपी सूरज वर्मा और मोहम्मद युसूफ कुरैशी, एडीएम बीबीएस तोमर समेत विभिन्न कई अफसरों की बैठक में कई बड़े फैसलेलिए गए।
  • भोपाल:बुधवार को 34 नए केस सामने आए, इसमें एक कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत भी शामिल है। महिला तलैया थाना क्षेत्र की बताई जा रही हैं।भोपाल में अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 605 हो गई है। वहीं कोरोना संक्रमण सेअब तक 20 मौतें हो चुकी हैं। बुधवार को आए नए कोरोना पॉजिटिव में 13 मामले जहांगीराबाद, 4 मंगलवार, 5 कोहेफिजा के संक्रमितशामिल हैं। शहर के हॉटस्पॉट बने जहांगीराबाद में संक्रमितों की संख्या 100 पार चुकी है।
  • उज्जैन:जिले मेंकोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लगातार मौतें हो रही हैं। लोगों में कोरोना से ज्यादा डर इस बात का है कि उज्जैन में इसकेउपचार में लापरवाही बरती जा रही है। अभिभाषक वीरेंद्र शर्मा ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई है।उन्होंने मांग की है कि शहर में तत्काल प्रभाव से सर्वसुविधायुक्त 500 बेड का अस्पताल या तो निर्माण करवाया जाए या फिर निजी अस्पताल जहां वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाइयों की उपलब्धता हो, उसे लिया जाए। ताकि ज्यादा टेस्ट हो सकें।
  • अशोकनगर: यहांलॉकडाउन मेंदुकान खोलने पर एक प्रतिष्ठान को सील किया गया। दूसरे दिन 143 लोगों से आदेश का उल्लंघनकरने पर कुल 12 हजार रुपए वसूल किए गए। बगैर मास्क लगाए, वाहनों पर दो सवारी या उससे अधिक लोगों पर कार्रवाई की गई। 102 वाहन चालकों सेजुर्माना वसूलते हुए नियमों का पालन करने की समझाइश दी गई। टीम ने सोशलडिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर 41 दुकानदारों पर सांकेतिक तौर पर जुर्माना वसूला।
  • डबरा: किराना दुकानेंखोलेजाने पर प्रशासन की कार्रवाई का कारोबारियोंने विरोध किया। उनकाकहना थाकि दुकानें खोले जाने को लेकर प्रशासन द्वारा स्पष्ट आदेश जारी नहीं किएजा रहे। इसके चलते परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, लॉकडाउन में इलेक्ट्रॉनिक, कपड़ा और अन्य दुकानें भी खोली जा रही हैं। दुकानों पर भीड़ में सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन हो रहा है। मंगलवार को दुकानें खोलने पर कारोबारियों से जुर्माना वसूला गया।
  • दतिया: बाजारों में बिल्कुल सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखी। यहां 4 मई से जिलेभर में कुछ वस्तुओं को छोड़ दें तो शेष सभी दुकानों को सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक खोलने की अनुमति जारी कर दी गई। 4 मई को लोगों को जानकारी नहीं मिलसकी। इसलिए बाजारों में भीड़ कम थी। लेकिन, 5 मईको हालात बेकाबू थे। बाजार में खरीदारी करने के लिए निकले लोग हों या फिर दुकानदार, किसी को सोशल डिस्टेंस की चिंता नहीं थी।
  • मुरैना: चंबल पुलिस रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक राजेश हिंगड़कर ने मंगलवार को मुरैना जिले के कैलारस थाने का निरीक्षण किया। रास्ते में कैलारस कस्बे के समीप मुरैना-सबलगढ़ मार्ग पर स्थित एक ढाबा खुला मिला। इस उन्होंने कैलारस के थाना प्रभारी केएन त्रिपाठी को मौके पर ही निलंबित करने के आदेश दिए।
  • शिवपुरी: यहां थोक सब्जी मंडी में बुधवार सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम ने करीब 200 सब्जी व्रिकेताओं की स्क्रीनिंग की। इसके बाद 10 संदिग्ध विक्रेताओं को अपने साथ लेकर गई। उधर, जिले की नरवर सब्जी मंडी में लोग हजारों की संख्या में एकत्रित हुए। यहांसोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया।
गुना में एक डायग्नोस्टिक सेंटर के बाहर लगी लोगों की भीड़।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 3138 संक्रमित: इंदौर 1681, भोपाल 605, उज्जैन 184, जबलपुर 109, खरगोन 79, धार 76, रायसेन 63, खंडवा 50, होशंगाबाद 36, मंदसौर 40, बुरहानपुर 38, बड़वानी-26, देवास 30, मुरैना 17, रतलाम 20, विदिशा 13, आगर मालवा 13, शाजापुर 8, ग्वालियर 7, सागर और छिंदवाड़ा 5-5, नीमच- श्योपुर 4-4, हरदा-अलीराजपुर-शहडोल-टीकमगढ़-अनूपपुर-शिवपुरी में 3-3, रीवा 2, बैतूल, डिंडोरी, अशोकनगर, पन्ना-निवाड़ी, सतना में एक-एक संक्रमित मिला। अन्य राज्य के 2 मरीज हैं।

  • अब तक 185 की मौत: इंदौर 81, उज्जैन 40, भोपाल 20, खरगोन और देवास में 7-7, खंडवा 6, बुरहानपुर-मंदसौर 4-4, जबलपुर-होशंगाबाद-रायसेन में 3-3, धार, आगर मालवा, शाजापुर, छिंदवाड़ा, अशोकनगर, सतना में एक-एक की मौत हो गई।
  • स्वस्थ्य हुए 1099 मरीज: इंदौर 491, भोपाल 317, उज्जैन 26, जबलपुर 15, खरगोन 37, रायसेन 20, धार 26, खंडवा 32, होशंगाबाद 22, मंदसौर-शाजापुर 6-6, बड़वानी 23, देवास 11, रतलाम 12, मुरैना और विदिशा 13-13, आगर मालवा 10, श्योपुर में 4, सागर-5 अलीराजपुर में 3, छिंदवाड़ा-ग्वालियर-शिवपुरी 2-2, बैतूल में 1 मरीज स्वस्थ हुआ। (स्वास्थ्य विभाग द्वारा 6 मई को शाम 6 बजे जारी बुलेटिन के अनुसार)


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भोपाल में सबसे ज्यादा संक्रमित जहांगीराबाद इलाके में मिले। यहां कैंप लगाकर संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए जा रहे हैं।




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49 जिलों की 2700 से ज्यादा शराब दुकानें खुलीं

शराब दुकानें खोलने को लेकर प्रदेश सरकार और ठेकेदारों की तकरार बुधवार को खत्म हो गई। इसके बाद बुधवार दोपहर 2 बजे से 49 जिलों में 2700 से ज्यादा शराब दुकानें खुलीं। इनमें ग्रीन जोन के 24, ऑरेंज के 19 और रेड जोन के भोपाल, इंदौर, उज्जैन को छोड़कर बाकी छह जिलों की दुकानें शामिल हैं। भोपाल, इंदौर उज्जैन में शराब दुकानें नहीं खुलेंगी। पहले दिन सरकार को कितना राजस्व मिला, यहां आंकड़ा गुरुवार को आएगा, लेकिन डिपो से माल उठने, चालान कटने और ड्यूटी पटाने से करीब 150 करोड़ रु. का राजस्व सरकार को तत्काल मिलने लगेगा। एक दिन पहले गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ठेकेदारों को दो टूक कह दिया था कि यदि वे दुकान नहीं खोलते हैं तो दूसरे विकल्पों पर विचार किया जाएगा। प्रदेश में कुल 3605 दुकानें हैं, सरकार के तेवर गर्म देख 2700 दुकानें खुल गई हैं। अब तक चले विवादों के बीच पुराने ठेकेदार सामने आए है।गोपाल बंसल ने कहा कि अगर वित्तीय वर्ष के शराब ठेकेदार दुकानें नहीं खोलना चाहते है तो सरकार पुराने ठेकेदारों को दुकानें सौंप दें। हम छोटे ठेकेदार हैं। पुराने रेट पर 10 प्रतिशत ज्यादा एक्साइज ड्यूटी पर दुकानें लेने को तैयार है।

इन तीन मुद्दों पर लड़ाई

  • ठेकेदारों ने मार्च और अप्रैल में दुकानें नहीं खुलने पर शासन को होने वाले 1800 करोड़ के घाटे पर बात रखी है। उनका तर्क है कि जब दुकानें नहीं खुली तो उतनी अवधि की एक्साइज ड्यूटी माफ कर दी जाए। आबकारी एक्ट 1956 के प्रावधानों के मुताबिक जिला प्रशासन चार दिन दुकानें बंद रख सकता है। इससे ज्यादा दिनों तक दुकानें बंद रहेगी तो राज्य शासन से एक्साइज ड्यूटी को लेकर क्षतिपूर्ति मांग सकता है।
  • शराब ठेकेदारों ने शराब की मात्रा की बिक्री के हिसाब से एक्साइज ड्यूटी की मांग उठाई है। ये तर्क है कि पहले से कोटे से शराब उठाने पर स्टॉक बढ़ेगा। लॉकडाउन में कम बिकेगी, लेकिन ठेकेदार को 15 दिन के शेड्यूल पर कम बिक्री पर भी तय भुगतान करना होगा। एकसा नहीं होने पर ठेका निरस्त हो सकता है।
  • शराब दुकानें खुलते ही दुकानों पर भीड़ उमड़ेगी। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन में प्रशासन-आबकारी मदद करें। राज्य और जिलों के स्तर पर कन्ट्रोल रूम बनाया जाए।

सीएम से नहीं मिल पाए अफसरों के साथ बैठक
ठेकेदारों ने बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने की कोशिश की, लेकिन अनुमति नहीं मिलने पर उन्होंने आबकारी अफसरों के साथ बैठक की। मध्यप्रदेश लीकर एसोसिएशन के सचिव राहुल जायसवाल ने बताया कि अफसरों ने हमारी मांगें सुन ली हैं। आबकारी आयुक्त राजेश बहुगुणा ने बताया कि ठेकेदारों से कहा गया है कि पहले दुकानें खोलें, जो भी उचित मांगें होंगी, उन पर विचार किया जाएगा।



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बिना मास्क एक बाइक पर 2 लोग निकले तो रोका, चालक ने चालान बनवाने के बाद कहा- बाइक घर भेज देना, टीआई ने जमकर फटकारा

साेशल डिस्टेंस का पालन करवाने और मास्क लगवाने के लिए लाेगों को प्रेरित करने अब पुलिस ने मोर्चा संभाला है। पुलिस ने शहर में दिनभर पेट्राेलिंग की और बाइक पर दाे लाेग और बिना मास्क घूमने वालों के चालान बनाए। 650 चालान पुलिस ने बनाए, जिनसे 65 हजार रुपए वसूल किए गए।
दरअसल लॉकडाउन के बाद मिली छूट के बाद शहर की बिगड़ रही व्यवस्था को फिर से सुधारने के लिए प्रशासनिक अधिकारियाें से लेकर पुलिस कर्मी भी प्रयास कर रहे हैं। बुधवार काे टीआई पीपी मुदगल सहित पुलिस जवान शहर में पेट्रोलिंग करते देखे गए। शहर मेें कई लोग बिना मास्क लगाए घूमते मिले। साथ ही साेशल डिस्टेंस का पालन न करते हुए एक ही बाइक पर दाे लोग बैठे मिले। जिन्हें पुलिस ने रोककर चालान बनाए ताकि लोग सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन करें।
युवक को फटकार लगाई
ऐसे ही एक बाइक सवार को जब पुलिस ने रोका तो युवक ने 100 रुपए का चालान तो बनवा लिया लेकिन चालान बनवाने के बाद गाड़ी घर पर ही भेजने की बात कहने लगा। जब इस मामले की जानकारी पुलिस कर्मियों ने टीआई काे दी तो उन्होंने युवक को जमकर फटकार लगाई और सोशल डिस्टेंस का पालन करने को कहा।
टीआई ने बताया कि 650 चालान बनाए गए जिनसे 65 हजार रुपए वसूल किए गए। इस दौरान एसआई एसआर भगत, एसआई नीरज अहिरवार, देवेन्द्र शर्मा, हेड कांस्टेबल कदीर खान, आरक्षक अतेन्द्र यादव, देवेन्द्र खटीक, सुरेश, कुलदीप शर्मा, श्रीकृष्ण, राजीव सहित नगर रक्षा समिति के सदस्य मौजूद रहे।



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When 2 people got out on a bike without a mask, the driver said after making the challan - send the bike home, TI cracked fiercely




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जरूरतमंदों को बांटा 250 क्विंटल आटा, तेल और साबुन

कोरोना संकट के कारण काम धंधे बंद होने से लोगों को अपने परिवार का पालन पोषण करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए कई समाजसेवियों और संस्थाओं ने लोगों को भोजन के पैकेट और खाद्यान्न सामग्री बांटकर उनकी मदद की।
इसके तहत पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुशीला साहू और उनके पति पहलवान साहू जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आए। उन्होंने जरूरतमंद लोगों को 240 क्विंटल आटा, नमक, मिर्ची, तेल, साबुन के पैकेट वितरित किए। पूर्व नपाध्यक्ष सुशीला साहू ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा था कि हमारी संस्कृति में मानवता ही धर्म है। हमारी वस्तु का उपयोग करना प्रकृति है। दूसरों से छीनकर उपयोग करना विकृति है, जबकि अपनी वस्तु राशन या अन्य चीज देना संसकृति है। मोदी जी की इसी भावना का पालन करते हुए हमने लोगों को खाद्यान्न सामग्री वितरित की। उल्लेखनीय है कि नपाध्यक्ष सुशीला साहू एवं उनके पति 4 अप्रैल से जरूरतमंद लोगों को खाद्यान्न सामग्री वितरित करने का कार्य कर रहे हैं।



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Distribute 250 quintals of flour, oil and soap to the needy




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जेल में पहरा देते समय महिला बंदी की नींद लगी तो सोते से उठाकर पीटा, 2 महिला प्रहरी निलंबित

जिला जेल में महिला बंदी के साथ मारपीट किए जाने के मामले में 2 महिला प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है। यह घटना 3 मई की है, जेल में बंद एक महिला की पहरा देने में ड्यूटी लगाई थी। इसी दौरान उसकी रात में नींद लग गई। यहां पदस्थ महिला प्रहरी ने देखा कि महिला तो आराम से सो रही है तो उसे जगाने के बाद जमकर मारपीट की गई।
महिला बंदी ने सुबह होने पर जेलर को पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद एक लिखित में शिकायत भी की। महिला के शरीर पर चोट के निशान थे। जेलर ने जेल अधीक्षक का प्रभार संभाल रहे एसडीएम आरोन केएल यादव को सूचना दी। उन्होंने तुरंत ही जांच के आदेश दिए।
महिला का मेडिकल कराया गया। इसमें चोट भी पाई गई। इस घटना के बाद जेल में कैदियों ने नाराजगी छा गई। उन्होंने एसडीएम को बताया कि जेल में बेवजह अक्सर किसी को भी पीटा जाता है। इसलिए इस पर रोक लगाई जाए।
एसडीएम ने की बंदी से बात
एसडीएम आरोन केएल यादव बुधवार सुबह जेल पहुंचे। इसके बाद उन्होंने महिला बंदी से चर्चा की। उसने पूरा घटनाक्रम बताया और कहा कि रोस्टर के अनुसार उसका नंबर रात में पहरा देने के लिए नंबर आया था। 3 मई की रात पहरा देते समय अचानक थकान की वजह से नींद आ गई तो वह सो गई। इसके बाद महिला प्रहरी प्रियंका भार्गव और रीना मिश्रा आईं। इन दोनों ने मारपीट शुरू कर दी।

हाथ जोड़ती रही फिर भी नहीं आया रहम
महिला बंदी जेल प्रहरी के सामने हाथ जोड़ती रही, बोली की वह थकने की वजह से सो गई थी। लेकिन दोनों महिला प्रहरी ने उसकी पिटाई लगा दी। इससे उसे चोट आई। रात में पिटाई की आवाज से अन्य कैदी भी जाग गए। उन्होंने भी यह पूरा घटनाक्रम देखा।



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आज सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक ढील, दूध-सब्जी और किराना की दुकानें खुलेंगी, चिंता... फिर 1 पॉजिटिव मिला

कोरोना संक्रमण के मरीज जिलेभर में लगातार बढ़ते जा रहे है। बुधवार को फिर एक महिला मरीज पॉजिटिव पाई गई। इसके साथ की पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 64 पर पहुंच गई है। आज जो महिला पॉजिटिव पाई गई है, वह बेगमगंज की रहने वाली है, जो भोपाल में इलाज करवा रही है, जो एक साल से बेगमगंज में नहीं है, लेकिन उसका पता बेगमगंज होने से वह रायसेन के पॉजिटिव मरीजों की सूची में शामिल हो गई है।
रायसेन में कोरोना संक्रमण का रोकने के लिए रायसेन शहर में 26 अप्रैल से कर्फ्यू लगा हुआ है, इस कर्फ्यू में दूसरी बार गुरुवार को सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक ढील दी जाएगी। इस दौरान दूध, सब्जी के साथ किराने की दुकानें खुलेंगी। जबकि मेडिकल की सेवा पहले भी भांति बनी रहेगी। हालांकि इस छूट से पहले ही बैंकों में जनधन खातों में आई राशि निकालने के लिए बुधवार को अच्छी खासी भीड़ देखी गई, जिससे कई जगह सोशल डिस्टेंस टूटती नजर आई। पुलिस को पहुंच कर लोगों को दूर-दूर खड़ा करवाना पड़ा। पुलिस के जाते ही स्थिति वैसी की वैसी ही नजर आई। इस तरह शहर में कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा बना हुआ है। जिले भर में कोरोना वायरस के 64 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं, जिनमें से तीन लोगों की मौत भी हुई है। इतना ही नहीं 20 लोग स्वास्थ्य होकर अपने घर भी पहुंच चुके है।
कर्फ्यू में ढील: बाजार में सोशल डिस्टेंस से ही करें खरीदारी
रायसेन में कोरोना के मरीज बढ़ने के बाद जिला प्रशासन ने 26 अप्रैल को कर्फ्यू लगा दिया था, जो 11 दिन से लगातार जारी है। इसमें एक बार 3 मई को ढील दी गई थी। ढील मिलते ही लोग बाजार में बड़ी संख्या में खरीदारी करने के लिए उमड़ पड़े थे। खतरे को भांप कर कलेक्टर 4 मई से कर्फ्यू फिर लागू कर दिया। इस कर्फ्यू में अब 7 मई गुरुवार को सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक ढील दी जा रही है, लेकिन लोगों से प्रशासन ने अपील की है कि वे बाजार में खरीदारी के दौरान सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखे।

राहत : 20 लोगों की रिपोर्ट आई निगेटिव
कोरोना पॉजिटिव मरीजों से संबंधित 20 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिसमें 11 महिलाएं और 9 पुरुष शामिल है। इस रिपोर्ट में खासकर बरेली का मरीज और ओबेदुल्लागंज के पॉजिटिव मरीज के परिजन भी शामिल है। इसके अलावा वे स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल है, जो संदिग्ध लोगों के सैंपल लेने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे है।

भोपाल में भर्ती है बेगमगंज की कोरोना पॉजिटिव महिला, 1 साल से बाहर
बुधवार को आई रिपोर्ट में बेगमगंज की एक महिला पॉजिटिव पाई गई है। यह महिला भोपाल में भर्ती है, जिसे डायलिसिस के लिए भोपाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकेे सैंपल जांच के लिए भेजने के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। बताया जा रहा है कि यह महिला एक साल से बेगमगंज नहीं आई है। इसलिए बेगमगंज के लोगों को खतरे की आशंका नहीं है। वह एक साल से बाहर ही थी।

20 लोगों के सैंपल जांच के लिए एम्स भोपाल भेजे
बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा 20 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जो जांच के लिए एम्स भेजे गए हैं। गुरुवार को टिफिन संचालक के परिजनों के सैंपल फिर से लेकर उन्हें जांच के लिए भेजे जाएंगे।

टिफिन संचालक ने कोरोना को हराया, स्वस्थ होकर लौटे

शहर के टिफिन संचालक ने कोरोना को हरा दिया है, वे स्वस्थ्य होने के बाद बुधवार को अपने घर लौट आए हैं। हालांकि उनके दो बेटों की मौत कोरोना से हो चुकी है, जबकि उनका 10 सदस्यीय परिवार कोरोना से जंग लड़ रहा है। घर लौटकर आए व्यापारी ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में रहे और स्वास्थ्य रहे। घर में रहकर ही कोरोना से बचे रह सकते हैं।



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Relaxation, milk-vegetable and grocery shops will open from 7 to 2 o'clock this morning, worry ... then got 1 positive




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भोपाल में 46 नए पॉजिटिव, चार मौतें भी, 27 ठीक होकर घर लौटे

प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार को 98 नए पॉजिटिव मरीज मिले। इनमें 46 भोपाल के हैं। राजधानी में यह एक दिन में नए संक्रमितों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इनमें एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर शामिल हैं। हालांकि उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। 27 मरीज डिस्चार्ज भी हुए।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, लगातार दूसरे दिन 4 कोरोना मरीजों ने दम तोड़ा है। इनमें एक मरीज हमीदिया, एक चिरायु और एक एम्स में भर्ती था। जबकि एक अन्य महिला की मौत 2 दिन पहले हो गई थी, उनकी रिपोर्ट अब पॉजिटिव आई है। दूसरी आेर, सुपर हॉट स्पॉट जहांगीराबाद में 13 और संक्रमित मिले हैं। यहां अब तक 127 लोगों में संक्रमण फैल चुका है।

हर दिन नए घरों से मरीज मिल रहे हैं। वहीं दूसरे सुपर हॉटस्पाॅट मंगलवारा में 4 नए मरीज मिले। यहां अब 42 संक्रमित हैं। आजाद नगर बरखेड़ा के एक ही परिवार के चार सदस्यों में संक्रमण पाया गया है। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। लगातार हॉटस्पॉट बने क्षेत्रों में लोगों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है।

37% की दर के साथ इंदौर रिकवरी में देश में दूसरा

18 नए पॉजिटिव, 2 मौत, 1174 सैंपल लिए :भास्कर न्यूज. इंदौर| इंदौर में बुधवार को 556 सैंपल में से 18 मरीज मिले, जबकि 2 की मौत हो गई। यहां एक दिन में सबसे ज्यादा 1174 सैंपल लिए गए। बाकी की रिपोर्ट आना बाकी है। दूसरी ओर इंदौर में मरीजों के ठीक होने की रिकवरी दर पहले 6.50 फीसदी थी, जो बढ़कर 37.35 फीसदी हो गई है। एक हजार से अधिक कोविड मरीजों वाले शहरों में रिकवरी रेट में जयपुर (41.52 फीसदी) के बाद इंदौर दूसरे स्थान पर आ गया है, जबकि राष्ट्रीय औसत 28.29 फीसदी है।

उज्जैन: 14 संक्रमित मिले, सीएमएचओ और प्रभारी सिविल सर्जन को हटाया
उज्जैन जिले में 14 पॉजिटिव मिले, जिनमें दो की मौत हो चुकी है। नए मरीजों में बड़नगर के वेद परिवार के 3 सदस्य हैं। जबकि विधायक मुरली मोरवाल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। संक्रमण की बिगड़ती स्थिति से नाराज शासन ने सीएमएचओ डॉ. अनुसुइया गवली और प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा को हटा दिया है। नीमच में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएल मालवीय को उज्जैन सीएमएचओ बनाया गया है।

नीमच और झाबुआ में कोरोना की एंट्री, मंदसौर में एक परिवार में 13 संक्रमित
अब तक ग्रीन जोन में रहे नीमच और झाबुआ में भी संक्रमण फैल गया है। झाबुआ जिले में पेटलावद के पास नाहरपुरा गांव में एक महिला संक्रमित मिली। वह जैसलमेर से 29 अप्रैल को जिस बस से गांव लौटी, उसमें दाहोद का 11 लोगों का परिवार था। दाहोद के इसी परिवार के नीमच में रहने वाले 82 रिश्तेदारों के सैंपल लिए गए ताे 4 पॉजिटिव मिले। वहीं मंदसौर में एक ही दिन में 13 नए संक्रमित मिले हैं।

अफसर का 24 घंटे में3 बार कोरोना टेस्ट, एक पॉजिटिव, दो निगेटिव

सिटी रिपोर्टर. भोपाल| आम लोगों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट सैंपल लेने के दो से तीन या फिर इससे भी ज्यादा दिन बाद आ रही हैं, लेकिन एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर के 24 घंटे में तीन बार सैंपल लिए गए और तीनों रिपोर्ट आ भी गईं। पहली रिपोर्ट में वह पॉजिटिव मिले, जबकि दो अन्य रिपोर्ट निगेटिव आईं। उन्होंने बताया कि मैंने खुद को क्वारेंटाइन कर लिया है। उन्हें हल्की खांसी है।
सूत्रों के अनुसार, पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वह मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। उनकी शाखा का कुछ स्टाफ जहांगीराबाद क्षेत्र में भी रहता है। इसलिए संभव है कि किसी स्टाफ के संपर्क में आने के कारण उन्हें संक्रमण हुआ हो। उन्होंने चौथा सैंपल एम्स में दिया है, जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है। ऐसा ही वाकया करीब महीनेभर पहले एक युवा आईपीएस अफसर के साथ भी हो चुका है। उनकी स्क्रीनिंग रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी, लेकिन फाइनल रिपोर्ट निगेटिव।

सरकारी कर्मियों में कोरोना
अब तक स्वास्थ्य विभाग के 115 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 28 डॉक्टर हैं। 47 पुलिसकर्मी और दो आईएएस अफसरों को भी कोरोना हुआ है।



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बुधवार को भाेपाल के काटजू अस्पताल के बाहर से एक बस छतरपुर-रीवा के लिए रवाना की गई। लेकिन, जिस प्रशासन पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की जिम्मेदारी है, उसी की अनदेखी में इस 52 सीटर बस में करीब 68 लाेगों को बैठा दिया गया। कुछ सीटों पर चार लोग बैठे, जबकि कुछ यात्री फर्श पर भी बैठे दिखे।




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जिले को ग्रीन जोन आने में 2 दिन शेष

जिले के सभी कोरोना संक्रमित 13 मरीज नेगेटिव आने के बाद अब विदिशा जिला 8 मई के बाद ऑरेंज जोन से ग्रीन जोन में आ सकता है। इससे पहले 10 अप्रैल को एक साथ 11 पॉजिटिव मरीज मिलने के
बाद विदिशा जिला रेड जोन में आ गया था।
रेड जोन में आने के बाद लॉक डाउन में सख्ती हो गई थी । इसके अलावा 12 कंटेनमेंट एरिया भी घोषित कर दिए गए थे। साथ ही कर्फ्यू भी जिला प्रशासन ने लगाया था। अब चूँकि विदिशा जिले के सभी 13 कोरोना पॉजिटिव मरीज नेगेटिव आ चुके हैं इसलिए विदिशा पहले 4 मई को ऑरेंज जोन में आ गया था लेकिन अब आखिरी पॉजिटिव मरीज मिलने के 28 दिन बाद 8 मई से जिला ग्रीन जोन में आ सकता है। यदि ग्रीन जोन में विदिशा जिला आता है तो 8 मई के बाद जिले के अंदर लोगों की सुविधाओं में और इजाफा हो सकता है। इसके अलावा लॉक डाउन में भी राहत मिलने की संभावना है। कपड़ा, सर्राफा, जनरल स्टोर और फुटवियर की दुकानें भी खुल सकती हैं।

व्यापारियों ने प्रशासन कोे 3 दिन में बाजार में कारोबार चालू करने का दिया अल्टीमेटम

सर्राफा कारोबार को भी भारी नुकसानः लॉक डाउन के चलते शहर का सर्राफा कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है । शहर में छोटा सराफा, बड़ा सराफा सहित गलाई की कुल 200 से अधिक दुकानें हैं। इन सभी में कारोबार बंद पड़ा हुआ है। रोजाना लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। लोग नए आभूषण नहीं खरीद पा रहे हैं। जिन लोगों के आभूषण पहले से दुकानों में रखे हुए हैं वह भी उन्हें नहीं उठा पा रहे हैं। इस कारण सराफा बाजार खुलता है तो लोगों को काफी सहूलियत मिल सकेगी।
जनरल और फुटवियर स्टोर भी 40 दिन से बंदः लॉक डाउन के कारण शहर के 200 से अधिक जनरल स्टोर और 125 से अधिक फुटवेयर स्टोर भी बंद पड़े हुए हैं । लॉक डाउन के कारण अभी तक इस व्यवसाय को अनुमति नहीं मिली है। कारोबारियों ने जल्द ही प्रशासन से अनुमति देने की मांग की है।

ग्रीन जोन में आने के लिए 28 नहीं 21 दिन की है गाइडलाइनः बलेचा
विदिशा व्यापार महासंघ के महामंत्री चेतन बलेचा ने बताया कि बुधवार को कलेक्टर के साथ विदिशा व्यापार महासंघ और गंजबासौदा व्यापार महासंघ के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक हुई है। इसमें प्रशासन को अगले 3 दिन में बाजार में बंद कारोबार को चालू करने का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि शनिवार तक बाजार में सभी प्रकार के कारोबार चालू नहीं होते हैं तो सोमवार से अगली रणनीति पर विचार किया जाएगा। केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिले को ग्रीन जोन में आने के लिए 28 दिन नहीं बल्कि 21 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिला ग्रीन जोन में आ चुका है लेकिन अभी तक घोषित नहीं किया गया है। बैठक में व्यापारमहासंघ के अध्यक्ष मुन्ना भैया , पूर्व अध्यक्ष राजेश जैन आदि व्यापारी शामिल थे।

ग्रीन जोन का निर्णय करेगी सरकार
कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन ने कहा कि विदिशा, गंजबासौदा के व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ उनकी बैठक हुई है ।चूंकि अभी विदिशा जिला ऑरेंज जोन में है। इस कारण केवल अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़ी दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी गई है। कलेक्टर डॉ.पंकज जैन ने कहा कि केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक हालांकि ग्रीन जोन के लिए 21 दिन का नियम है लेकिन उसका निर्णय सरकार स्वयं करेगी ।जिला प्रशासन इसका निर्णय नहीं करेगा।

जिले में आखिरी कोरोना पॉजिटिव मरीज 10 अप्रैल को मिला था
कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन के मुताबिक विदिशा जिले को ऑरेंज जॉन से ग्रीन जोन में लाने के लिए 28 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। यानी जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मिलने की तिथि से अगले 28 दिन तक कोई नया संक्रमित मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो जिला ग्रीन जोन में आ सकता है । विदिशा जिले में विगत 10 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव आखिरी मरीज मिला था। 10 अप्रैल के बाद 8 मई तक कोई नया मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि विदिशा जिला ग्रीन जोन में आता है तो इससे नागरिक सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सकेगी।
जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना, बसें चलने लगेगी
आगामी 8 मई के बाद विदिशा जिला यदि ग्रीन जोन में आता है तो जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना बढ़ जाएगी। निजी वाहनों के अलावा जिले के अंदर एक से दूसरे स्थानों तक जाने के लिए बसों की सुविधा भी मिल सकेगी। अभी जिले के अंदर आवागमन सुविधा पूरी तरह से बंद है । 22 मार्च से ही बसों का संचालन भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। ग्रीन जोन में आने के बाद यदि बसें चलती है तो कुल क्षमता की 50% सवारियों के साथ आवागमन की सुविधा को मंजूरी मिल सकेगी। जिससे सभी को फायदा होगा, लेकिन सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा।
कपड़ा और रेडीमेड व्यवसाय को भी मिल सकती अनुमति
वस्त्र और रेडीमेड रेडीमेड वस्त्र व्यापार को भी अनुमति मिल सकती है। विदिशा शहर में करीब 300 वस्त्र और रेडीमेड वस्त्रों की दुकानें हैं । पिछले 40 दिनों से वस्त्र व्यवसाय पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। कपड़े नहीं मिलने से जिन घरों में शादी हो रही हैं उन्हें भी असुविधा का सामना करना पड़ा है। वरिष्ठ व्यापारी घनश्याम बंसल बताते हैं कि अप्रैल और मई महीने में शादियों के कई शुभ मुहूर्त थे लेकिन लॉक डाउन के कारण वस्त्र कारोबार शुरू नहीं हो सका । इस संबंध में पीएम को भी पत्र लिखकर छोटे-मझोले व्यापारियों की समस्याओं से अवगत कराया गया है ।



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जिले को ग्रीन जोन आने में 2 दिन शेष

जिले के सभी कोरोना संक्रमित 13 मरीज नेगेटिव आने के बाद अब विदिशा जिला 8 मई के बाद ऑरेंज जोन से ग्रीन जोन में आ सकता है। इससे पहले 10 अप्रैल को एक साथ 11 पॉजिटिव मरीज मिलने के
बाद विदिशा जिला रेड जोन में आ गया था।
रेड जोन में आने के बाद लॉक डाउन में सख्ती हो गई थी । इसके अलावा 12 कंटेनमेंट एरिया भी घोषित कर दिए गए थे। साथ ही कर्फ्यू भी जिला प्रशासन ने लगाया था। अब चूँकि विदिशा जिले के सभी 13 कोरोना पॉजिटिव मरीज नेगेटिव आ चुके हैं इसलिए विदिशा पहले 4 मई को ऑरेंज जोन में आ गया था लेकिन अब आखिरी पॉजिटिव मरीज मिलने के 28 दिन बाद 8 मई से जिला ग्रीन जोन में आ सकता है। यदि ग्रीन जोन में विदिशा जिला आता है तो 8 मई के बाद जिले के अंदर लोगों की सुविधाओं में और इजाफा हो सकता है। इसके अलावा लॉक डाउन में भी राहत मिलने की संभावना है। कपड़ा, सर्राफा, जनरल स्टोर और फुटवियर की दुकानें भी खुल सकती हैं।

व्यापारियों ने प्रशासन कोे 3 दिन में बाजार में कारोबार चालू करने का दिया अल्टीमेटम

सर्राफा कारोबार को भी भारी नुकसानः लॉक डाउन के चलते शहर का सर्राफा कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है । शहर में छोटा सराफा, बड़ा सराफा सहित गलाई की कुल 200 से अधिक दुकानें हैं। इन सभी में कारोबार बंद पड़ा हुआ है। रोजाना लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। लोग नए आभूषण नहीं खरीद पा रहे हैं। जिन लोगों के आभूषण पहले से दुकानों में रखे हुए हैं वह भी उन्हें नहीं उठा पा रहे हैं। इस कारण सराफा बाजार खुलता है तो लोगों को काफी सहूलियत मिल सकेगी।
जनरल और फुटवियर स्टोर भी 40 दिन से बंदः लॉक डाउन के कारण शहर के 200 से अधिक जनरल स्टोर और 125 से अधिक फुटवेयर स्टोर भी बंद पड़े हुए हैं । लॉक डाउन के कारण अभी तक इस व्यवसाय को अनुमति नहीं मिली है। कारोबारियों ने जल्द ही प्रशासन से अनुमति देने की मांग की है।

ग्रीन जोन में आने के लिए 28 नहीं 21 दिन की है गाइडलाइनः बलेचा
विदिशा व्यापार महासंघ के महामंत्री चेतन बलेचा ने बताया कि बुधवार को कलेक्टर के साथ विदिशा व्यापार महासंघ और गंजबासौदा व्यापार महासंघ के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक हुई है। इसमें प्रशासन को अगले 3 दिन में बाजार में बंद कारोबार को चालू करने का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि शनिवार तक बाजार में सभी प्रकार के कारोबार चालू नहीं होते हैं तो सोमवार से अगली रणनीति पर विचार किया जाएगा। केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिले को ग्रीन जोन में आने के लिए 28 दिन नहीं बल्कि 21 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिला ग्रीन जोन में आ चुका है लेकिन अभी तक घोषित नहीं किया गया है। बैठक में व्यापारमहासंघ के अध्यक्ष मुन्ना भैया , पूर्व अध्यक्ष राजेश जैन आदि व्यापारी शामिल थे।

ग्रीन जोन का निर्णय करेगी सरकार
कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन ने कहा कि विदिशा, गंजबासौदा के व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ उनकी बैठक हुई है ।चूंकि अभी विदिशा जिला ऑरेंज जोन में है। इस कारण केवल अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़ी दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी गई है। कलेक्टर डॉ.पंकज जैन ने कहा कि केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक हालांकि ग्रीन जोन के लिए 21 दिन का नियम है लेकिन उसका निर्णय सरकार स्वयं करेगी ।जिला प्रशासन इसका निर्णय नहीं करेगा।

जिले में आखिरी कोरोना पॉजिटिव मरीज 10 अप्रैल को मिला था
कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन के मुताबिक विदिशा जिले को ऑरेंज जॉन से ग्रीन जोन में लाने के लिए 28 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। यानी जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मिलने की तिथि से अगले 28 दिन तक कोई नया संक्रमित मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो जिला ग्रीन जोन में आ सकता है । विदिशा जिले में विगत 10 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव आखिरी मरीज मिला था। 10 अप्रैल के बाद 8 मई तक कोई नया मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि विदिशा जिला ग्रीन जोन में आता है तो इससे नागरिक सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सकेगी।
जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना, बसें चलने लगेगी
आगामी 8 मई के बाद विदिशा जिला यदि ग्रीन जोन में आता है तो जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना बढ़ जाएगी। निजी वाहनों के अलावा जिले के अंदर एक से दूसरे स्थानों तक जाने के लिए बसों की सुविधा भी मिल सकेगी। अभी जिले के अंदर आवागमन सुविधा पूरी तरह से बंद है । 22 मार्च से ही बसों का संचालन भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। ग्रीन जोन में आने के बाद यदि बसें चलती है तो कुल क्षमता की 50% सवारियों के साथ आवागमन की सुविधा को मंजूरी मिल सकेगी। जिससे सभी को फायदा होगा, लेकिन सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा।
कपड़ा और रेडीमेड व्यवसाय को भी मिल सकती अनुमति
वस्त्र और रेडीमेड रेडीमेड वस्त्र व्यापार को भी अनुमति मिल सकती है। विदिशा शहर में करीब 300 वस्त्र और रेडीमेड वस्त्रों की दुकानें हैं । पिछले 40 दिनों से वस्त्र व्यवसाय पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। कपड़े नहीं मिलने से जिन घरों में शादी हो रही हैं उन्हें भी असुविधा का सामना करना पड़ा है। वरिष्ठ व्यापारी घनश्याम बंसल बताते हैं कि अप्रैल और मई महीने में शादियों के कई शुभ मुहूर्त थे लेकिन लॉक डाउन के कारण वस्त्र कारोबार शुरू नहीं हो सका । इस संबंध में पीएम को भी पत्र लिखकर छोटे-मझोले व्यापारियों की समस्याओं से अवगत कराया गया है ।



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जिले को ग्रीन जोन आने में 2 दिन शेष

जिले के सभी कोरोना संक्रमित 13 मरीज नेगेटिव आने के बाद अब विदिशा जिला 8 मई के बाद ऑरेंज जोन से ग्रीन जोन में आ सकता है। इससे पहले 10 अप्रैल को एक साथ 11 पॉजिटिव मरीज मिलने के
बाद विदिशा जिला रेड जोन में आ गया था।
रेड जोन में आने के बाद लॉक डाउन में सख्ती हो गई थी । इसके अलावा 12 कंटेनमेंट एरिया भी घोषित कर दिए गए थे। साथ ही कर्फ्यू भी जिला प्रशासन ने लगाया था। अब चूँकि विदिशा जिले के सभी 13 कोरोना पॉजिटिव मरीज नेगेटिव आ चुके हैं इसलिए विदिशा पहले 4 मई को ऑरेंज जोन में आ गया था लेकिन अब आखिरी पॉजिटिव मरीज मिलने के 28 दिन बाद 8 मई से जिला ग्रीन जोन में आ सकता है। यदि ग्रीन जोन में विदिशा जिला आता है तो 8 मई के बाद जिले के अंदर लोगों की सुविधाओं में और इजाफा हो सकता है। इसके अलावा लॉक डाउन में भी राहत मिलने की संभावना है। कपड़ा, सर्राफा, जनरल स्टोर और फुटवियर की दुकानें भी खुल सकती हैं।

व्यापारियों ने प्रशासन कोे 3 दिन में बाजार में कारोबार चालू करने का दिया अल्टीमेटम

सर्राफा कारोबार को भी भारी नुकसानः लॉक डाउन के चलते शहर का सर्राफा कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है । शहर में छोटा सराफा, बड़ा सराफा सहित गलाई की कुल 200 से अधिक दुकानें हैं। इन सभी में कारोबार बंद पड़ा हुआ है। रोजाना लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। लोग नए आभूषण नहीं खरीद पा रहे हैं। जिन लोगों के आभूषण पहले से दुकानों में रखे हुए हैं वह भी उन्हें नहीं उठा पा रहे हैं। इस कारण सराफा बाजार खुलता है तो लोगों को काफी सहूलियत मिल सकेगी।
जनरल और फुटवियर स्टोर भी 40 दिन से बंदः लॉक डाउन के कारण शहर के 200 से अधिक जनरल स्टोर और 125 से अधिक फुटवेयर स्टोर भी बंद पड़े हुए हैं । लॉक डाउन के कारण अभी तक इस व्यवसाय को अनुमति नहीं मिली है। कारोबारियों ने जल्द ही प्रशासन से अनुमति देने की मांग की है।

ग्रीन जोन में आने के लिए 28 नहीं 21 दिन की है गाइडलाइनः बलेचा
विदिशा व्यापार महासंघ के महामंत्री चेतन बलेचा ने बताया कि बुधवार को कलेक्टर के साथ विदिशा व्यापार महासंघ और गंजबासौदा व्यापार महासंघ के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक हुई है। इसमें प्रशासन को अगले 3 दिन में बाजार में बंद कारोबार को चालू करने का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि शनिवार तक बाजार में सभी प्रकार के कारोबार चालू नहीं होते हैं तो सोमवार से अगली रणनीति पर विचार किया जाएगा। केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिले को ग्रीन जोन में आने के लिए 28 दिन नहीं बल्कि 21 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। नई गाइडलाइन के मुताबिक विदिशा जिला ग्रीन जोन में आ चुका है लेकिन अभी तक घोषित नहीं किया गया है। बैठक में व्यापारमहासंघ के अध्यक्ष मुन्ना भैया , पूर्व अध्यक्ष राजेश जैन आदि व्यापारी शामिल थे।

ग्रीन जोन का निर्णय करेगी सरकार
कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन ने कहा कि विदिशा, गंजबासौदा के व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ उनकी बैठक हुई है ।चूंकि अभी विदिशा जिला ऑरेंज जोन में है। इस कारण केवल अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़ी दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी गई है। कलेक्टर डॉ.पंकज जैन ने कहा कि केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताबिक हालांकि ग्रीन जोन के लिए 21 दिन का नियम है लेकिन उसका निर्णय सरकार स्वयं करेगी ।जिला प्रशासन इसका निर्णय नहीं करेगा।

जिले में आखिरी कोरोना पॉजिटिव मरीज 10 अप्रैल को मिला था
कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन के मुताबिक विदिशा जिले को ऑरेंज जॉन से ग्रीन जोन में लाने के लिए 28 दिन की मियाद पूरी होना जरूरी है। यानी जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मिलने की तिथि से अगले 28 दिन तक कोई नया संक्रमित मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो जिला ग्रीन जोन में आ सकता है । विदिशा जिले में विगत 10 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव आखिरी मरीज मिला था। 10 अप्रैल के बाद 8 मई तक कोई नया मरीज नहीं मिलना चाहिए। यदि विदिशा जिला ग्रीन जोन में आता है तो इससे नागरिक सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सकेगी।
जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना, बसें चलने लगेगी
आगामी 8 मई के बाद विदिशा जिला यदि ग्रीन जोन में आता है तो जिले के अंदर आवागमन शुरू होने की संभावना बढ़ जाएगी। निजी वाहनों के अलावा जिले के अंदर एक से दूसरे स्थानों तक जाने के लिए बसों की सुविधा भी मिल सकेगी। अभी जिले के अंदर आवागमन सुविधा पूरी तरह से बंद है । 22 मार्च से ही बसों का संचालन भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। ग्रीन जोन में आने के बाद यदि बसें चलती है तो कुल क्षमता की 50% सवारियों के साथ आवागमन की सुविधा को मंजूरी मिल सकेगी। जिससे सभी को फायदा होगा, लेकिन सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा।
कपड़ा और रेडीमेड व्यवसाय को भी मिल सकती अनुमति
वस्त्र और रेडीमेड रेडीमेड वस्त्र व्यापार को भी अनुमति मिल सकती है। विदिशा शहर में करीब 300 वस्त्र और रेडीमेड वस्त्रों की दुकानें हैं । पिछले 40 दिनों से वस्त्र व्यवसाय पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। कपड़े नहीं मिलने से जिन घरों में शादी हो रही हैं उन्हें भी असुविधा का सामना करना पड़ा है। वरिष्ठ व्यापारी घनश्याम बंसल बताते हैं कि अप्रैल और मई महीने में शादियों के कई शुभ मुहूर्त थे लेकिन लॉक डाउन के कारण वस्त्र कारोबार शुरू नहीं हो सका । इस संबंध में पीएम को भी पत्र लिखकर छोटे-मझोले व्यापारियों की समस्याओं से अवगत कराया गया है ।



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आईपीएस अफसर के 24 घंटे में 4 बार कोरोना टेस्ट, 1 पॉजिटिव, 2 निगेटिव और 1 रिपोर्ट एम्स से आना बाकी

आम लोगों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट सैंपल लेने के दो से तीन या फिर इससे भी ज्यादा दिन बाद आ रही हैं, लेकिन एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर के 24 घंटे में तीन बार सैंपल लिए गए और तीनों रिपोर्ट आ भी गईं। पहली रिपोर्ट में वह पॉजिटिव मिले, जबकि दो अन्य रिपोर्ट निगेटिव आईं। उन्होंने बताया कि मैंने खुद को क्वारेंटाइन कर लिया है। उन्हें हल्की खांसी है।

सूत्रों के अनुसार, पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वह मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। उनकी शाखा का कुछ स्टाफ जहांगीराबाद क्षेत्र में भी रहता है। इसलिए संभव है कि किसी स्टाफ के संपर्क में आने के कारण उन्हें संक्रमण हुआ हो। उन्होंने चौथा सैंपल एम्स में दिया है, जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है। ऐसा ही वाकया करीब महीनेभर पहले एक युवा आईपीएस अफसर के साथ भी हो चुका है। उनकी स्क्रीनिंग रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी, लेकिन फाइनल रिपोर्ट निगेटिव।

सरकारी कर्मियों में कोरोना
अब तक स्वास्थ्य विभाग के 115 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 28 डॉक्टर हैं। 47 पुलिसकर्मी और दो आईएएस अफसरों को भी कोरोना हुआ है।



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पुलिस मुख्यालय भोपाल




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महाराष्ट्र के पनवेल से मध्य प्रदेश के 1200 मजदूर स्पेशल ट्रेन से हबीबगंज पहुंचे, बसों से अपने जिले भेजे जाएंगे

महाराष्ट्र के पनवेल से मध्य प्रदेश के 1200 मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुरुवार को दोपहर करीब 12 बजे भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पहुंची। यहां पर सुबह से ही जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां कर ली थीं। मजदूरों को दूसरे जिलों में ले जाने के लिए बसें भी आ गई थीं। मजदूरों के लिए भोजन, पानी और स्क्रीनिंग दल भी पहुंच गया था। मजदूरों को बसों से उनके घरों के लिए भेजा जा रहा है। इसके पहले मजदूरों को भोजन कराया गया और उनकी हेल्थ स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद एक बस में 30 मजदूरों को बिठाया जाएगा। यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा। इसके लिए करीब 50 बसों का इंतजाम किया गया है।

मजदूर डेढ़ महीने से लॉकडाउन के कारण पनवेल में फंसे हुए थे, इस दौरान वहां पर फंसे मजदूरों का पैसा, राशन सब खत्म हो गया था। हबीबगंज स्टेशन पर मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग में खड़ा किया गया, यहां पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके बाद इनके गृह जिलों के लिए बसों से रवाना किया जा रहा है। मजदूरों को 14 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा। मजदूरों के साथ उनके छोटे-छोटे बच्चे और परिवार भी हैं। अब तक मध्य प्रदेश सरकार दूसरे राज्यों में फंसे करीब 90 हजार प्रवासी मजदूरों को मध्य प्रदेश लाया जा चुका है।

मजदूरों की स्क्रीनिंग के लिए स्टेशन पर स्वास्थ्य अमला मौजूद रहा।

सीएम शिवराज ने किराया वहन करने की घोषणा की थी

मजदूरों को यहां पर लाए जाने के बदले 15 फीसदी किराया केंद्र सरकार और 85 फीसदी राज्य सरकारें वहन कर रही हैं। हालांकि कुछ दिन पहले नासिक से भोपाल आई श्रमिक स्पेशल ट्रेन में मजदूरों से किराया वसूला गया था और इसे लेकर काफी हंगामा भी मचा था। बाद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि मजदूरों से कोई किराया नहीं वसूला जाएगा। इसे राज्य सरकार वहन करेगी।

हालांकि मजदूरों का कोरोना टेस्ट कराया गया या नहीं, इसकी जानकारी नहीं दी गई है।

कटनी 997 मजदूरों को लेकर हैदराबाद से कटनी आई श्रमिक ट्रेन
मध्य प्रदेश के 997 मजदूरों को गुरुवार को करीब 1 बजे स्पेशल ट्रेन हैदराबाद से कटनी स्टेशन पहुंची। वहां पर सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग की जा रही है। उनके खाने-पीने का इंतजाम किया गया है। इसके बाद उनके जिलों के लिए रवाना करने के लिए करीब 40 बसों का इंतजाम किया गया है।

दिल्ली से मजदूरों को लेकर छतरपुर रात 8 बजे आएगी ट्रेन
एक ट्रेन दिल्ली से छतरपुर लाया जाएगा। यहां भी करीब 12 सौ की संख्या होगी। दिल्ली के अलग-अलग मजदूरों को ठहराया गया है। श्रमिक स्पेशल ट्रेन होंगे। प्रवासी मजदूरों को लेकर आएंगे।श्रमिकों को लेकर तीन ट्रेन मध्यप्रदेश आएंगी। ट्रेन इस बीच में कहीं नहीं रुकेगी। सीधे छतरपुर में रुकेगी।



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महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश के 1200 मजदूरों को स्पेशल ट्रेन भोपाल पहुंची है। यहां से इन मजदूरों को उनके जिलों के लिए रवाना किया जा रहा है।




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अब तक 3255 कोरोना संक्रमित; इंदौर में 1699 और भोपाल में 656 मरीज, जबलपुर में 3 महीने की बच्ची की मौत

कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। बुधवार देर रात तक मध्यप्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 3 हजार 255 पहुंच गई। इंदौर में 1 हजार 699 और भोपाल में 656 मरीज हो गए हैं। अब तक 190 की मौत हो चुकी। बुधवार को प्रदेश में 116 नए पॉजिटिव मरीज मिले, जबकि 7 लोगों की मौत हुई। जबलपुर मेंतीन महीनेकी बच्ची की जान चली गई।

झाबुआ और नीमच ग्रीन से ऑरेंज जोन में आए

उज्जैन में 7 महीने के बच्चे समेत 14 नए मरीज मिले। ग्रीन जोन में शामिल झाबुआ और नीमच कोरोना पॉजिटव मरीज मिलने से ऑरेंज जोन में आ गए। पेटलावद के पास नाहरपुरा गांव में एक महिला पॉजिटिव पाई गई। मुरैना, ग्वालियर और जबलपुर में 5-5 नए मरीज मिले। नए मरीज दूसरे शहरों से कुछ दिन पहले ही वापस आए थे।

मध्य प्रदेश के मजदूर बुधवार देर रात तेलंगाना से विशेष ट्रेन से भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पहुंचे।

जबलपुर में 5 नए केस, अब तक 115 संक्रमित

जबलपुर मेंबुधवार को कोरोना संक्रमित 5 नए मरीज मिले। 132 सैंपल की रिपोर्ट में अन्ना मोहल्ला निवासी 24 सालका युवक पॉजिटिव मिला।ग्वालियर से देर रात जारी 137 की जांच रिपोर्ट में 4 और मरीज सामने आए। जबलपुर में मरीजों की संख्या 115 हो गई। अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी।

अशोकनगर में कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

इंदौर:पॉजिटिव कम आ रहे, 556 सैंपल में 18 मरीज मिले

लॉकडाउन फेज-1में इंदौर में मरीजों के ठीक होने की दर सिर्फ 6.50 फीसदी थी, जो बढ़कर 37.35 फीसदी हो गई है। एक हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों वाले शहरों में रिकवरी रेट में जयपुर (41.52 फीसदी) के बाद इंदौर दूसरे नंबर पर आ गया, जबकि राष्ट्रीय औसत 28.29 फीसदी है। सैंपलिंग के लिए प्रशासन ने 25 टीमें बनाकर तेजी ला दी है। पहले 450 के आसपास सैंपल लिए जा रहे थे, जो मंगलवार को 723 और बुधवार को 1174 हो गए।

भोपाल के मंगलवारा इलाके की कुम्हार गली में 250 लोग रहते हैं। यहां करीब 35 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। कई लोग एक ही परिवार के हैं।

भोपाल: 46 नए पॉजिटिव, 4 मौतें, 27 ठीक होकर घर लौटे
भोपाल में बुधवार को 46 पॉजिटिव मरीज मिले।राजधानी में यह एक दिन में नए संक्रमितों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इनमें एक वरिष्ठ आईपीएस शामिल हैं। हालांकि,उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आई हैं।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, लगातार दूसरे दिन 4 कोरोना मरीजों ने दम तोड़ा। इनमें एक मरीज हमीदिया, एक चिरायु और एक एम्स में भर्ती था। जबकि एक महिला की मौत 2 दिन पहले हो गई थी, रिपोर्ट अब पॉजिटिव आई है।दूसरी ओर, सुपर हॉटस्पॉट जहांगीराबाद में 13 और संक्रमित मिले। यहां अब तक 127 लोगों में संक्रमण फैल चुका है।

ग्वालियर: 44 दिन में पहली बार एक ही दिन में 5 नए संक्रमित मिले

पिछले 44 दिन में जिले में बुधवार को पहली बार एक ही दिन में 5 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। इनमें एक ही परिवार के तीन लोग शामिल हैं।

भोपाल में साधन नहीं मिलने की वजह से मजदूरों के पैदल जाने का सिलसिला थम नहीं रहा।

मुरैना: 2 नर्सों औरचेन्नई से लौटे पिता-पुत्र समेत 5 संक्रमित

जिला अस्पताल में 2 स्टाफ नर्स समेत चेन्नई से ट्रक में बैठकर लौटे पिता-पुत्र औरअहमदाबाद से लौटा एक युवक कोरोना संक्रमित मिले। नर्सेंजिला अस्पताल के कोरोना वार्ड औरक्वारैंटाइन सेंटर में ड्यूटी कर रही थीं।

भोपाल से मजदूरों के लिए बुधवार रात एक बस छतरपुर और रीवा भेजी गई। 52 सीटर बस में 68 लोगों को भेजा गया।

अपडेट्स

  • इंदौर: तिलकपथ निवासी 36 साल के युवक की मंगलवार शाम कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। उसके संंक्रमण की जानकारी परिजन को भी नहीं थी। युवक खुद ही मेडिकल से दवा खाकर इलाज कर रहा था। उसने स्वास्थ्य विभाग को खबर नहीं की।2 मई को अस्पताल में भर्ती हुआ। बताया जा रहा है कि तबीयत खराब होने से पहले तक युवकघर-घर जाकर सिलेंडरों की होम डिलीवरी कर रहा था।
  • उज्जैन: जिले में 14 पॉजिटिव मिले, इनमें से 2की मौत हो चुकी। नए मरीजों में बड़नगर के एक परिवार के3 सदस्य हैं।विधायक मुरली मोरवाल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। संक्रमण की बिगड़ती स्थिति से नाराज शासन ने सीएमएचओ डॉ. अनुसुइया गवली और प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा को हटा दिया।
  • सीहोर:जिले में गुरुवार को एक महिला भोपाल में कोरोना पॉजिटिव पाई गई। उसकी हालत गंभीर है। उसे हमीदिया अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा है। सीएमएचओ सुधीर डेहरिया ने बताया कि बुधवार रात महिला को जिला अस्पताल लाया गया था, हालत गंभीर होने के चलतेभोपाल भेजा गया।गुरुवार सुबह महिला के सैंपल की रैपिड किट से जांच की गई, इसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई।

  • महाराष्ट्र के पनवेल से मध्य प्रदेश के 1200 मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पहुंची। यहां जिला प्रशासन द्वारा मजदूरों को दूसरे जिलों में ले जाने के लिए 50 बसों का इंतजाम किया गया था। मजदूरों को उनके घर भेजा गया।मजदूरों के लिए भोजन, पानी और स्क्रीनिंग दल भी मौजूद था।

  • मध्यप्रदेश और देश के अन्य राज्यों में फंसे करीब 600 कश्मीरी छात्रों को अपने घर जाकर ईद मनाने की अनुमति मिल गई है। यह मांग पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने की थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसकी अनुमित प्रदान कर दी है। इन छात्रों को 9 मई को कश्मीर भेजा जाएगा। गुरुवार को पहले फेज में हरियाणा और चंडीगढ़ में फंसे छात्रों को भेजा जा रहा है।

  • दिल्ली और महाराष्ट्र से श्रमिकों को लेकर तीन ट्रेनें आज भोपाल, जबलपुर और छतरपुर के लिए रवाना होंगी। अब तक करीब 70 हजार से अधिक मजदूर प्रदेश में लाए गए हैं। बुधवार रात को भी हैदराबाद से हबीबगंज 1030 मजदूर श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लाए गए। 3500 से अधिक श्रमिकों को लेकर ट्रेनें नई दिल्ली, अकोला, अहमदनगर से मध्य प्रदेश के लिए आज रवाना होंगी। इन तीनों ट्रेनों के विभिन्न स्टेशनों पर देर रात या शुक्रवार सुबह पहुंचने की संभावना है।



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    गुना में शराब की दुकानें खुलते ही लोगों की भीड़ लग गई। कई इलाकों में लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान भी नहीं रखा।




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    भोपाल में तेज धूप ने गर्मी बढ़ाई; खरगोन में 44 डिग्री तापमान, आगामी 24 घंटे में ग्वालियर-चंबल के जिलों में बारिश की संभावना

    देश के कई हिस्से में मौसम की गतिविधियों को प्रभावित करने वाले सिस्टम बनने के कारण मध्यप्रदेश में कुछ जिलों मेंबुधवार को हुई हल्की बारिश के बीच अगले 24 घंटों के दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों के अलावा करीब आधा दर्जन स्थानों पर हल्की बारिश होने का अनुमान है।

    राजधानी भोपाल में गुरुवार कोसुबह से ही मौसम शुष्क बना रहा। सूरजकी तेज किरणों के प्रभाव से दिन में गर्मी बनी रही। तापमान 41.4 डिग्री दर्ज किया गया है।यहांशुक्रवार को भीमौसम का मिजाज बदलेगा विशेषकर शाम के समय आंशिक रुप से बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। प्रदेश में मौसम की गतिविधियों को प्रभावित करने वाले नमी के कारणराज्य के कई स्थानों पर आंशिक बादल छाए रहे और कई स्थानों पर शाम के पहर के बाद तेज गति से हवाएं चली हैं।

    आज नहीं बनाकोई सिस्टम
    भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक उदय सरवटे ने बताया कि गुरुवार कोराज्य में मौसम को प्रभावित करने वाला कोई सिस्टम नही बना है। बल्कि नमी के प्रभाव के कारण चंबल संभाग में आने वाले जिलों के अतिरिक्त उमरिया, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़, शिवपुरी, ग्वालियर तथा दतिया जिले में कहीं-कहीं हल्की बारिश के आसार हैं। इन स्थानों पर कहीं-कहीं गरज-चमक तथा बौछारें पड़ सकती हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी संभावना है कि इन स्थानों पर हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की दर सेचल सकती है।

    खरगोन में सबसे ज्यादा 44 डिग्री रहा तापमान
    सरवटे ने बताया कि प्रदेश में मौसम का रुख फिलहाल एक दो दिन तक ऐसा ही बना रह सकता है। इस बीच मौसम की गतिविधियों में विशेष परिवर्तन होने के आसार नहीं है।मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के दूसरे स्थानों पर बने चक्रवात के प्रभाव के चलते बीत 24 घंटों के दौरान रीवा, सागर, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, उज्जैन, होशंगाबाद, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई है। शेष स्थानों पर मौसम का रुख शुष्क बना रहा है। राज्य के ग्वालियर संभाग के जिलों में अधिकतम तापमान काफी बढ़ा और बाकी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नही हुआ। प्रदेश में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस खरगोन में रिकार्ड किया गया है।



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    तस्वीर बड़ा तालाब में दोपहर करीब 12 बजे की है। तेज हवा के कारण तालाब का पानी हिचकोले खा रहा है।




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    भोपाल में आज 24 नए कोरोना संक्रमित मिले, इनमें जहांगीराबाद के 11 और मंगलवारा के 6 पॉजिटिव; अब तक कुल 680 केस

    राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार दोपहर 24 नए संक्रमित मरीज मिले। भोपाल में मरीजों की संख्या 680 पर पहुंच गई। देर शाम या रात तक कुछ रिपोर्ट और आने परइनकी संख्या में इजाफा हो सकता है।आज मिले संक्रमितों में 11 जहांगीराबाद इलाके के हैं। अब यहां 141 संक्रमित मरीज हो गए हैं। 6 संक्रमित मंगलवारा इलाके के हैं। यहां मरीजों की संख्या 48 पर पहुंच गई है। वहीं, दोलोगों की मौत भी हुई है।

    उधर, रायसेन में एक रिटायर्ड जेलर समेत दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। दो नए केस सामने आने के बाद यहां मरीजों की संख्या 66 पर पहुंच गई। बताया जा रहा है कि जेलर रिटायर होने के बाद अनाज का व्यापार करने लगे थे। अनाज की खरीदी शुरू होने पर कई दिन से रायसेन मंडी जा रहे थे। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मंडी के 20 हम्मालों और रिटायर्ड जेलर के संपर्क में आए करीब दो दर्जन अन्य लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।

    पॉजिटिव मरीज की तलाश में 5 घंटे सर्चिंग, लेकिन नहीं मिला

    • राजधानी के रोशनपुरा इलाके में कोरोना पॉजिटिव मरीज के नहीं मिलने से सनसनी फैल गई। मरीज के दिए गए पते पर जब पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची तो पता चला कि जो नाम रिपोर्ट में दिया है, उस नाम का कोई व्यक्ति रोशनपुरा झुग्गी बस्ती में नहीं रहता है। करीब 5 घंटे तक पुलिस के जवानों और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने संक्रमित 27 साल के युवक की तलाश के लिए 1800 झुग्गियों में सर्चिंग की। यहां के रहवासियों से से भी पूछताछ की लेकिन युवक का पता नहीं चला।
    • रहवासी वाहिद लस्करी ने बताया कि दोपहर स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के जवान यहां पर आए थे। उन्होंने कहा कि रोशनपुरा झुग्गी बस्ती में एक युवक कोरोना पॉजिटिव है। लेकिन उसका पता और न ही मोबाइल नंबर सही है। मोबाइल बंद आ रहा है। ऐसे में यह चिंता हो रही है कि वो मरीज यहां का रहने वाला है या नहीं। स्वास्थ्य विभाग के अमले के साथ पूरी बस्ती की जांच कर डाली।


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    स्वास्थ्य विभाग की टीम जहांगीराबाद इलाके में घर-घर जाकर सर्वे कर रही है।




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    मध्य प्रदेश में दुकानें सुबह 6 से रात 12 बजे तक खुलेंगी, मजदूरों की ड्यूटी के घंटे बढ़े, अब 8 के बजाए 12 घंटे होंगे

    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि कि कोरोना से प्रदेश में उत्पन्न आर्थिक संकट से निपटने के लिए श्रम कानूनों में संशोधन किया गया है। चौहान ने फेसबुक लाइव के माध्यम से श्रम कानूनों में किए गए बदलावोंकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि बंद आर्थिक गतिविधियों को गति देने की ऐसी अभिनव पहल करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। कोरोना संकट के बाद उद्योगों को जरूरी रियायतें देने औरफैक्ट्री मालिकों और मजदूरों के बीच सहयोग का वातावरण बनाने के लिए श्रम कानून में संशोधन किए गए हैं।

    शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना ने सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व से परिचित करा दिया है। बाजारों में भीड़ न हो इस उद्देश्य से प्रदेश की दुकानों के खुले रहने का समय सुबह 8 से रात्रि 10 के स्थान पर सुबह 6 से रात्रि 12 बजे तक रहेगा। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गयी है। कारखानों में काम की पाली 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे कर दी गई है। कारखाना मालिक अब खुद शिफ्ट परिवर्तित कर सकेंगे। हालांकि 8 घंटे के बाद बशर्ते श्रमिक श्रमिक काम करना चाहे। साथ ही अब सप्ताह में 72 घंटे ओवरटाइम कर सकेंगे, लेकिन इसका नियमानुसार मजदूरों को भुगतान करना होगा। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गयी है। रजिस्ट्रेशन के लिए अब 30 दिन के बजाए एक दिन में किया जाएगा। रिन्यूअल के नियम को खत्म कर दिया गया है, अब एक बार ही रजिस्ट्रेशन होगा और वह भी ऑनलाइन होगा।

    दुकानें सुबह 6 बजे से से रात को 12 बजे तक खुलेंगी
    मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में आर्थिक गतिविधियों की पुन: शुरूआत की गयी है। नए उद्योगों को अनुकुल वातावरण उपलब्ध करवाया जा रहा है। श्रम सुधारों के पीछे मुख्य उद्देश्य अन्य स्थानों से शिफ्ट हो रहे उद्योगों और नए उद्योगों को आकर्षित करना है। प्रदेश में सरलता से नए उद्योग लग सकेंगे, लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और मजदूरों के हित सुरक्षित हो सकेंगे।

    रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस30 दिन के बजाए 1 दिन में मिलेगा
    मुख्यमंत्री ने विस्तारपूर्वक श्रम सुधारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस का काम 30 दिन में होने के बजाए एक दिन में होगा। इससे कारखानों, दुकानों, ठेकेदारों, बीड़ी निर्माताओं, मोटर परिवहन कर्मकार, मध्यप्रदेश भवन तथा अन्य संनिर्माण कर्मकार अधिनियम में आने वाली निर्माण एजेंसियों का रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस एक दिन में मिलेगा। साथ ही कारखाना लाइसेंस रिन्यूअल अब एक साल की बजाय दस साल में कराने का प्रावधान किया गया है। ठेका श्रम अधिनियम में एक कैलेंडर वर्ष की जगह ठेका की पूरी अवधि के लिए लाइसेंस जारी किया जाएगा।

    किसान घर बैठे बेच सकेंगे उपज
    शिवराज सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में मंडी अधिनियम में परिवर्तन कर किसानों को घर बैठे फसल बेचने की सुविधा दी गई है, निजी मंडियों में फसल बेचने जैसे विकल्प उपलब्ध करवाए गए हैं। प्रतिस्पर्धा बढ़ने से किसानों को अच्छे दाम मिलेंगे। प्रदेश में श्रमिकों के हित से कोई समझौता नहीं होगा। श्रम कानूनों में जो संशोधन किए गए हैं, इसके बाद प्रदेश को आगे बढ़ाने में सहयोग मिलेगा।



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    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फेसबुक लाइव के जरिए मध्य प्रदेश में किए गए श्रम सुधारों की जानकारी दी।




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    कारखानों में आठ के बजाय 12 घ‌ंटे की शिफ्ट, 72 घंटे का ओवरटाइम

    कोरोना से उद्योग जगत में छाई मंदी से निपटने के लिए मप्र सरकार ने बड़ी पहल की है। कारखानों 6 को बड़ी राहत देते हुए 8 घंटे की शिफ्ट को 12 घंटे और ओवरटाइम को बढ़ाकर 72 घंटे कर दिया है। इसके साथ ही तीन माह तक फैक्ट्री इंस्पेक्टर के निरीक्षण पर रोक रहेगी और 61 रजिस्टर रखने व 13 रिटर्न भरने की व्यवस्था को भी बदलकर एक-एक ही कर दिया है।
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर रूबरू होते हुए ये घोषणाएं कीं। माना जा रहा है कि इससे औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी, रोजगार के अवसर पैदा होंगे, नया निवेश आएगा और श्रमिकों के हितों की रक्षा होगी। यह सुधार करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है।मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है, जिससे दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बाजारों में अनावश्यक भीड़ न बढ़े, इसके लिए ग्रीन जोन में दुकानें अब सुबह 8 से रात 10 बजे की बजाए सुबह 6 से रात 12 बजे तक खुली रहेंगी। इससे अनावश्यक भीड़ नहीं रहेगी।

    पंजीयन और लाइसेंस सिर्फ एक दिन में मिलेगा
    पंजीयन और लाइसेंस बनाने में 30 दिन लगते थे, अब यह काम एक दिन में होगा। इससे कारखानों, दुकानों, ठेकेदारों, बीड़ी निर्माताओं, मोटर परिवहन से जुड़े लोगों को फायदा मिलेगा। मध्यप्रदेश भवन तथा अन्य संनिर्माण कर्मकार अधिनियम में आने वाली निर्माण एजेंसियों काे पंजीयन/लाइसेंस एक दिन में मिलेगा। कारखाने का लाइसेंस नवीनीकरण एक साल की बजाए दस साल में कराए जाने का प्रावधान किया गया है। इसकी ऑनलाइन व्यवस्था होगी। स्टार्टअप उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सिर्फ एक बार पंजीयन जरूरी होगा। फैक्ट्री मालिक थर्ड पार्टी निरीक्षक से कारखाने का निरीक्षण करवा सकेंगे। पहले पंजीयन का कार्य मुंबई से होता था, अब यह अधिकार श्रमायुक्त मध्यप्रदेश को होगा। इसी तरह 50 से कम श्रमिकों को नियोजित करने वाली संस्थाओं को अलग-अलग श्रम कानूनों में निरीक्षण की परिधि से बाहर कर दिया गया है।

    महिलाएं रात में कर सकेंगी काम
    औद्योगिक विवाद अधिनियम अब 100 मजदूरों वाली स्थापना की जगह 300 मजदूरों वाली स्थापना पर लागू किया गया है। उद्योगों और स्थापना में कॉन्ट्रैक्ट कर्मियों को फिक्स टर्म एम्प्लॉयमेंट की सुविधा दी गई है। महिला श्रमिकों को कारखानों में तथा आईटी उद्योगों में रात्रिकालीन में कार्य की अनुमति होगी।

    कोरोना से लड़ें या भूख से...

    इंदौर में हाईवे पर दिन भर ऐसे लोगों की भीड़ है जो 500 से 900 किमी तक यात्रा कर घर लौटने की काोशिश में हैं। ट्रक में ठूंसे ये 50 लोग महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी से 555 किमी का सफर कर लौट रहे थे। युवक अनीस ने बताया- मैनेजर ने इन्हें यह कह रवाना कर दिया कि कामकाज बंद है, बैठे-बैठे खिला नहीं सकते। ये लोग उप्र के फैजाबाद जाएंगे।



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    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर रूबरू होते हुए ये घोषणाएं कीं। माना जा रहा है कि इससे औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी, रोजगार के अवसर पैदा होंगे, नया निवेश आएगा और श्रमिकों के हितों की रक्षा होगी।




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    बाजार खुलते ही त्योहारों जैसी भीड़, शराब दुकान खुलने से बढ़े अपराध, पहले ही दिन 12 मामले हुए पंजीबद्ध

    संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासन के द्वारा की जा रही तमाम कोशिशें नाकाम साबित होते दिखाई दे रही हैं। आम जनता को प्रशासनिक अफसर और पुलिस सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाकर खरीदारी करने की समझाइश अनाउंस करके दी जा रही है लेकिन इस समझाइश का असर लोगों पर दिखाई नहीं दे रहा है। यदि ऐसे में संक्रमण बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
    इन दिनों प्रशासन धीरे-धीरे करके बाजार खोलने के लिए छूट दे रहा है ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े लेकिन लोग इसका गलत फायदा उठा रही है जिसका खामियाजा प्रशासनिक अफसरों के साथ पूरे नगर को भुगतना पड़ेगा। गुरुवार को बाजार जैसे ही छूट की अवधि में बाजार खुला तो ऐसा लग रहा था कि मानों होली दीवाली जैसे त्योहारों की खरीदारी चल रही हो। यही नहीं प्रशासन ने शराब दुकान खोलने के भी आदेश दे दिए हैं जिसके परिणाम भी सामने आने लगे हैं। जहां पिछले 45 दिनों में एक भी अपराध नहीं हुआ वहां गुरुवार को ही एक दिन में 10 अपराध दर्ज हो गए। जिसका सबसे बड़ा कारण शराब है। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर आम जनता गंभीर होती हुई नहीं दिख रही है।
    गंभीरता प्रतिदिन खुलने वाले बाजार में बड़ी मात्रा में लोगों की भीड़ देखी जा रही है, वहीं प्रत्येक दुकान पर ग्राहक भीड़ की शक्ल में एकत्रित हो जाते हैं। जिसके कारण प्रशासन को सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर दुकानदार भी अपनी दुकान पर बढ़ने वाली ग्राहकों की भीड़ को लेकर किसी प्रकार की न तो समझाइश दे रहे न ही सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे और तो और न स्वयं और दुकान के कर्मचारी मास्क का उपयोग कर कर रहे हैं। विगत तीन दिनों से देखने मे आ रहा है कि बाजार में अचानक से ग्राहकों की भीड़ कुछ इस तरह बढ़ गई हो कि आने वाले दिनों में कोई त्योहार आने वाला हो बाजार में इस बड़ी हुई भीड़ को नियंत्रण करने के लिए प्रशासन के द्वारा नगर के मुख्य बाजार को पूरी तरह बैरिकेड लगाकर बंद तो कर दिया है लेकिन आज आम जनता में जागरूकता के अभाव में प्रशासन की जाने वाली कार्यवाही पर पानी फिरते हुए देखा जा रहा है। जिसके संबंध में प्रशासन के द्वारा सोशल डिस्टेंस एवं बाजार में बढ़ने वाली भीड़ को लेकर सख्त कदम उठाते हुए नई रूपरेखा तैयार की गई है, पुलिस ने नगर परिषद से 20 से 30 कर्मचारियों की मांग की है। प्रभारी कुंवर सिंह मुकाती ने बताया कि लगभग 60 नगर सुरक्षा समिति के जवान इतना ही पुलिस बल एवं नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा अब कड़ाई से सोशल डिस्टेंस का पालन करवाया जाएगा।

    एक ही दिन में 10 प्रकरण मारपीट के दर्ज
    5 मई से खुलने वाली शराब दुकान के साथ ही 10 से अधिक लड़ाई झगड़े के प्रकरण थाने में दर्ज किए गए हैं। थाना प्रभारी कुंवर सिंह मुकाती ने बताया कि शराब दुकानों खुलने के कारण अपराधों में इजाफा हुआ है। मंगलवार को दस मुकदमे लड़ाई झगड़े के दर्ज किए गए। वही जब तक शराब दुकान बंद थी तब तक थाना बरेली में लड़ाई झगड़े के मुकदमे नहीं आए थे। वही एक किसान के द्वारा अपने साथ हुई मारपीट एवं पैसे छुड़ाने की शिकायत भी दर्ज कराई गई है।

    बाहर से शटर बंद कर अंदर से कर रहे व्यापार
    छूट की अवधि के दौरान कई दुकानदार ऐसे थे जहां न तो सोशल डिस्टेंस का पालन हो रहा था न ही उन्होंने ग्राहकों की सुविधा को लेकर व्यवस्था की थी। जिसको लेकर प्रशासन ने ऐसे दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना शुरू कर दी। यही नहीं अफसरों की नजर दुकानों पर न पड़े इसके लिए बाहर से दुकान बंद कर अंदर व्यापार कर रहे थे। जानकारी लगने पर तहसीलदार राजीव कहार, थाना प्रभारी, कुंवर सिंह मुकाती, नायब तहसीलदार सौरभ मालवीय दल बल के साथ पहुंच और संबधितों पर कार्रवाई की। इस दौरान करीब एक दर्जन दुकानदारों पर अफसरों ने कार्रवाई की। दुकानदार सामने की शटर बंद कर साइट की शटर से एक साथ दुकान में 10, 12 लोगों को अंदर कर व्यापार कर रहे थे जिन पर तहसीलदार राजीव कहार ने 188 की कार्रवाई करवाई। इसके अलावा थाने के सामने लगभग 100 से अधिक बाइक चालकों को रोककर डबल, त्रिपल बैठी हुई देखा तो वाहन थाने में रखवाकर सभी को पैदल यात्रा करवाई।



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    Festivals like opening of markets, increased crime due to opening of liquor shops, 12 cases registered on first day




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    कंटेनमेंट एरिया में आने से सहकारी केंद्रीय बैंक बंद, 2 हजार किसानों का नहीं हो पा रहा भुगतान

    महामाया चौक स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की रायसेन शाखा कंटेनमेंट एरिया में आने से बंद पड़ी है, जिससे इस बैंक में जिन किसानों का खाता है, उन किसानों का भुगतान अटक गया है, वे अपने भुगतान के लिए परेशान हो रहे है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी किसानों की समस्या का कोई निराकरण नहीं हो पाया है।
    महामाया चौक पर रहने वाले टिफिन संचालक के दो बेटों की मौत के बाद इस एरिया को कंटेनमेंट एरिया में शामिल कर प्रशासन ने उसके रास्ते को सील कर रखा है। इसी स्थान पर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की रायसेन शाखा है, जिसमें करीब 6 हजार से अधिक किसानों के खाते हैं, जो किसान अपना गेहूं सोसायटी बेचते जा रहे है, उनका भुगतान खातों में पहुंच रहा है, लेकिन बैंक बंद होने से किसान राशि नहीं निकाल पा रहे है। यह बैंक 26 अप्रैल से बंद चल रही है। ऐसी स्थिति में किसानों को अपनी राशि निकलना तक मुश्किल हो गया है।
    बैंक बंद होने से नहीं निकाल पा रहे राशि
    किसान चैन सिंह मीणा, विष्णु मीणा, करोड़ीलाल मिरैया, खेमचंद लोधी और भीकम सिंह मीना ने बताया कि गेहूं बेचे 15- 20 दिन से ज्यादा का समय हो गया है। खाते में राशि आने का मैसेज भी आ गया है, लेकिन रायसेन के महामाया चौक स्थित सहकारी बैंक कंटेनमेंट एरिया में आने से बंद पड़ी है, इस कारण उनका भुगतान अटक गया है। जबकि उन्हें लोन व अन्य जरुरतों की पूर्ति के लिए राशि की आवश्यकता है।
    सोमवार तक बैंक खुलने की है उम्मीद
    - बुंदेल सिंह चंदेल, शाखा प्रबंधक जिला सहकारी बैंक रायसेन के मुताबिक, महामाया चौक पर कोरोना पॉजिटिव दो मरीजों की मौत होने के बाद बैंक का एरिया कंटेनमेंट एरिया में आ गया था, इस कारण यहां पर बैंक में लेन देन बंद करना पड़ा है। ऐसी उम्मीद है कि सोमवार तक कंटेनमेंट एरिया से यह क्षेत्र मुक्त हो जाएगा। बैंक खुलने पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करातेे हुए किसानों को भुगतान करने की व्यवस्था की जाएगी।



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    Co-operative central bank closed due to coming into container area, 2 thousand farmers are not getting paid




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    लापरवाही की हद : इंदौर से 22 अप्रैल काे आए सिपाही को क्वारेंटाइन नहीं किया, 28 को भर्ती पर 5 मई को भेजा सैंपल

    लॉकडाउन के 47 दिन बाद जिले में काेविड 19 का पहला पॉजिटिव केस गुरुवार को आया । बीनागंज के पास बापचा लहरिया गांव में रहने वाले एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। तबीयत बिगड़ने के बाद उसे 28 अप्रैल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जबकि 5 मई को उसका सैंपल भेजा गया था। वह इंदौर से 22 अप्रैल को अपने गांव आया था। वह वहां पर पुलिस विभाग में कुक के पद पर कार्यरत है।
    यह खबर मिलते ही पूरे जिले में हड़कंप मच गया है। इस मामले में चिंता की बात यह है कि उक्त युवक अस्पताल लाए जाने से पहले 6 दिन तक अपने परिवार के बीच रहा। गांव के एक सूत्र ने बताया कि इस दौरान वह व उसके परिवार के लोग गांव में घूमते रहे। अब आशंका यह है कि वे बीनागंज भी गए होंगे। इस दौरान उनका कई लोगों से संपर्क भी हुआ होगा। यानि एक परिवार की लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण की एक पूरी चेन सक्रिय होने की आशंका बनने लगी है। इसी को लेकर बापचा लहरिया गांव को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है क्योंकि जब मरीज रेड जोन इंंदौर से आया तो उसको क्वारेंटाइन क्यों नहीं किया गया। इसके बाद जब उसके 28 अप्रैल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया तो फिर सैंपल इतनी देरी से क्यों भेजा गया।

    कई स्तरों पर लापरवाही सामने आई
    सबसे बड़ी लापरवाही हाईवे के नाके पर तैनात अमले की है। जब इंदौर से कोई शख्स आया हो तो उसे सीधे तौर क्वारेंटाइन किया जाना चाहिए था। इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी जाना थी। इस मामले में 6 दिन तक किसी भी तरह की कोई सूचना नहीं दी गई। इस बात की संभावना है कि उसके पुलिस बल में होने की वजह से संभवत: उसे रियायत दे दी गई हो। गांव के लोग बताते हैं कि उसे व परिवार को क्वारेंटाइन नहीं किया गया था। न ही किसी तरह का चेतावनी बोर्ड लगाया गया था।

    आइसोलेशन वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव
    स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक जिस आइसोलेशन वार्ड में उक्त युवक को रखा गया था, उसमें तीन अन्य मरीज भी थे। उनके सैंपल भी भेजे गए थे। पर सभी की रिपोर्ट निगेटिव आने की सूचना है। हालांकि आधिकारिक रूप से अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

    इंदौर पुलिस में कुक है पॉजिटिव युवक
    हैरानी की बात यह है कि पाॅजिटिव पाया गया युवक पुलिस बल में आरक्षक है। वह कुक के पद पर है और इंदौर के नेहरू नगर का रहने वाला बताया जाता है। पुलिस बल के जिम्मेदार पद पर रहने के बावजूद उसने इतनी बड़ी लापरवाही कर दी, यह बात हैरान करती है।

    अाज से दूध की दुकानें सुबह 6 से 9 बजे तक खुलेंगी, मेडिकल स्टोर दिनभर खुलेंगे, बाकी दुकानें बंद रहेंगी
    गुना जिले में मरीज मिलने के बाद रात 10 बजे पुलिस ने मुनादी कराई कि आज से दूध की दुकानें सुबह 6 से 9 बजे तक खुलेंगी। बाकी दुकानें बंद रहेगी, सिर्फ मेडिकल स्टोर दिनभर खुलेंगे। इसके अलावा बापचा लहरिया गांव के पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है। आज बाजार को लेकर निर्णय होगा।

    बाजार को लेकर सुबह ये आए थे सुझाव

    वन वे : बाजार में वन वे व्यवस्था लागू करने पर जोर दिया गया। जनप्रतिनिधियों ने कहा सदर बाजार और नई सड़क में यह व्यवस्था लागू करने से भीड़ को काबू करने में बड़ी मदद मिलेगी।
    लेफ्ट-राइट :वन वे : बाजार में वन वे व्यवस्था लागू करने पर जोर दिया गया। जनप्रतिनिधियों ने कहा सदर बाजार और नई सड़क में यह व्यवस्था लागू करने से भीड़ को काबू करने में बड़ी मदद मिलेगी।
    लेफ्ट-राइट : एक सुझाव यह भी आया कि बाजार में एक दिन सड़क के बाईं यानि लेफ्ट साइड वाली दुकानों को खोला जाए। दूसरे दिन राइट साइड वाली दुकान खोली जा सकती हैं। जिस साइड की दुकान बंद रहेंगी, वहां पार्किंग रखी जा सकती है, जिससे सड़क पर लोग दूरी को बनाए रख सकेंगे।
    क्रम : अनाज मंडी की तरह क्रम व्यवस्था को लागू करने का सुझाव भी आया। इसके तहत हर तरह की दुकान के खुलने का एक दिन तय कर दिया जाए। मसलन किसी दिन जनरल स्टोर खोले जाएं तो किसी दिन जूते-चप्पल या कपड़ा दुकानें।
    पार्किंग : कुछ लोगों का मानना था कि बाजारों वाहनों की वजह से ज्यादा भीड़ भाड़ होती है। इसलिए इन पर पूरी रोक लगाई जाए। यह सही मौका है कि नगर पालिका पार्किंग व्यवस्था को प्रभावी तरीके से लागू करा सकती है। त्यौहार के दौरान ऐसा होता भी है। वाहनों को बापू पार्क, हायर सेकंडरी स्कूल, पशु चिकित्सालय व पुराने आरटीओ परिसर में खड़ा करवाया जाए।

    पार्किंग : कुछ लोगों का मानना था कि बाजारों वाहनों की वजह से ज्यादा भीड़ भाड़ होती है। इसलिए इन पर पूरी रोक लगाई जाए। यह सही मौका है कि नगर पालिका पार्किंग व्यवस्था को प्रभावी तरीके से लागू करा सकती है। त्यौहार के दौरान ऐसा होता भी है। वाहनों को बापू पार्क, हायर सेकंडरी स्कूल, पशु चिकित्सालय व पुराने आरटीओ परिसर में खड़ा करवाया जाए।
    सभी का सहयोग जरूरी है

    एस. विश्वनाथन, कलेक्टर,बाजार में भीड़ नियंत्रित करने के लिए कई सुझाव आए हैं। इसे लेकर हम जल्द ही फैसला लेंगे। यह बहुत जरूरी है, हमारी जरा सी लापरवाही हमें रेड जोन में धकेल देगी।



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    Extent of negligence: The soldier who came from Indore on 22 April did not quarantine, 28 was sent a sample on 5 May for recruitment.