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मायावती ने योगी सरकार पर साधा निशाना, कहा- आठ घंटे की जगह 12 घंटे काम लेने की व्यवस्था दुर्भाग्यपूर्ण

उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण के कारण लॉकडाउन के बाद खुले उद्योगों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के दौरान श्रमिकों से 12-12 घंटा काम कराने के प्रस्ताव के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बिगुल बजा दिया है। मायावती ने शनिवार को चार ट्वीट किया और कहा कि श्रमिकों का शोषण बर्दाश्त नहीं होगा। बसपा प्रमुख ने कहा कि श्रमिकों का पहले ही बुरा हाल है। आठ के स्थान पर 12 घंटे काम लेने की शोषणकारी व्यवस्था पुन: देश में लागू करना अति-दु:खद व दुर्भाग्यपूर्ण है।

मायावती ने कहा कि कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण देश में गरीब, मजदूर, कामगार तथा श्रमिकों की स्थिति बेहद खराब है। यूपी सरकार के श्रम कानून को निलंबित करने असर का श्रमिकों पर पड़ेगा। कोरोना प्रकोप में मजदूरों एवं श्रमिकों का सबसे ज्यादा बुरा हाल है, फिर भी उनसे आठ के स्थान पर 12 घण्टे काम लेने की शोषणकारी व्यवस्था पुन: देश में लागू करना अति-दु:खद व दुर्भाग्यपूर्ण है।

बाब साहब अम्बेडकर की वजह से ओवरटाइम की व्यवस्था में परिवर्तन आया

मायावती ने कहा कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर ने श्रमिकों के लिए प्रतिदिन 12 नहीं बल्कि 8 घण्टे श्रम व उससे ज्यादा काम लेने पर ओवरटाइम देने की युगपरिवर्तनकारी काम तब किया था जब देश में श्रमिकों एवं मजदूरों का शोषण चरम पर था। इसे बदलकर देश को उसी शोषणकारी युग में ढकेलना क्या उचित है। देश में वर्तमान हालात के मद्देनजर श्रम कानून में ऐसा संशोधन करना चाहिये ताकि खासकर जिन फेक्ट्री एवं प्राइवेट संस्थानों में श्रमिक कार्य करते हैं वहीं उनके रूकने आदि की व्यवस्था हो।

बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी स्थिति में वे भूखे ना मरे और ना ही उनन्हें पलायन की मजबूरी हो ऐसी कानूनी व्यवस्था होनी चाहिये। वैसे तो अभी काम का पता नहीं है, परन्तु सरकारें बेरोजगारी व भूख से तड़प रहे करोड़ों श्रमिकों/मजदूरोंके विरुद्ध शोषणकारी आदेश लगातार जारी करने पर तत्पर हैं। उन्होंने यह अति-दु:खद व सर्वथा अनुचित जबकि इस कोरोना के संकट में इन्हें ही सबसे ज्यादा सरकारी मदद व सहानुभूति की जरूरत है।

अखिलेश यादव भी कर चुके हैं आलोचना
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मजदूरों को शोषण से बचाने वाले श्रम कानून के ज्यादातर प्रावधानों को तीन साल के लिए स्थगित किए जाने पर नाराजगी जता चुके हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को गरीबों की नहीं पूंजीपतियों के हितों की चिंता है। भाजपा ने महंगाई बढ़ाने का कुचक्र तो रचा ही है, साथ ही मजदूरों के शोषण के लिए भी रास्ते खोल दिए हैं। भाजपा सरकार के इन जनविरोधी निर्णयों से जनता में गहरा आक्रोश है।



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मायावती ने शनिवार को एक के बाद एक चार टि्वट कर योगी और मोदी सरकार पर निशाना साधा।




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जिला अस्पताल के संविदाकर्मी की मौत; कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, 2 डॉक्टर समेत 26 कर्मचारी क्वारैंटाइन

उत्तर प्रदेश में कोरोना का असर तेजी से फैलता जा रहा है। अब तक यूपी में कोरोना से 60 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं। लॉकडाउन के बीच ललितपुर के जिला अस्पताल में आईसीटीसी डिपार्टमेंट में काउंसलर के पद पर कार्यरत युवक की 8 मई को झांसी मेडिकल कॉलेजमें मौत हो गई थी। शनिवार कोउसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। रिपोर्ट आने के बाद जिला अस्पताल के दो डॉक्टर समेत 26 कर्मचारियों को क्वारैंटाइन किया गया है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रताप सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल में आईसीटीसी में काउंसलर को6 मई को सांस लेने में परेशानी होने के चलते उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसके संपर्क में आने वालों की सूची बनाई जा रही है।

शुक्रवार कोभेजा गया था सैंपल

सीएमओ नेबताया- 7 मई को हालत गम्भीर होने पर रात साढ़े दस बजे उपचार के लिए झांसी मेडिकल कालेज रेफर किया गया था। शुक्रवार को झांसी मेडिकल कालेज में मौत हो गई हैं। उसकी कोरोना जांच 7 मई को भेजी गई थी जो शनिवार कोपॉजिटिव आई है। युवक के मोहल्ले को सील कर सैनिटाइज किया जा रहा है।



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ललितपुर में कोरोना से पहली मौत हुई है। यहां के जिला अस्पताल में काम कर रहे चिकित्साकर्मी की मौत के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। वह लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग का काम करता था।




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कोरोना संक्रमण से नोएडा में दूसरी मौत, संक्रमितों का आंकड़ा पहुंचा 200 के पार

उत्तर प्रदेश में कोरेाना का संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है। इसकेचलते गौतमबुद्धनगर जिले में रहने वाले 65 वर्षीय व्यक्ति की शनिवार को मौत हो गई। कोरोना से मौत का जिले का यह दूसरा मामला है। हालांकि इनके अलावा गाजियाबाद के एक अन्य संक्रमित व्यक्ति की मौत भी नोएडा में इलाज के दौरान हुई थी।

नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) के निदेशक ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि नोएडा में सेक्टर 66 के मामूरा गांव में रहने वाला 65 वर्षीय व्यक्ति गलगोटिया यूनिवर्सिटी में क्वारैंटाइन में रह रहा था। उसे गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया, लेकिन जब उसकी जांच की गई तो वह मृत पाया गया।

डॉ. गुप्ता ने बताया कि गौतमबुद्धनगर में रहने वाले कोविड-19 से संक्रमित यह दूसरे व्यक्ति की मौत है। उन्होंने बताया कि इससे पहले नोएडा के सेक्टर 22 में रहने वाले एक व्यक्ति की शुक्रवार सुबह संक्रमण के कारण मौत हो गई थी। इससे चार दिन पहले सेक्टर 137 स्थित फ्लिक्स अस्पताल में इलाज के दौरान गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी के रहने वाले 47 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी।

नोएडा में कोरोना के 214 मरीज
नोएडा में शुक्रवार शाम तक कोविड-19 की आई जांच रिपोर्ट में 12 और लोग कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं। वहीं यहां के अलग-अलग अस्पतालों से इलाज के दौरान ठीक होने के बाद 10 मरीजों को घर भेज दिया गया है। यहां कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 214 हो गई है और दो व्यक्तियों की मौत भी हुई है।



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नोएडा में कोरोना के संक्रमण से शनिवार को दूसरी मौत हो गई। शहर में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 200 को पार कर गया है।




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1800 एक्टिव केस, इनमें 1399 लोग डिस्चार्ज हुए: अवनीश अवस्थी ने कहा- 20 लाख कामगारों को रोजगार देने के लिए तैयार हो रही कार्ययोजना

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने शनिवार को कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बाहरी राज्यों से आने वाले कामगारों और श्रमिकों के लिए 20 लाख रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से वृहद कार्ययोजना बनाएं। उन्होंने बताया कि श्रम कानून में संशोधन करने का कैबिनेट ने फैसला किया है, जल्द ही आदेश भी जारी कर दिया जाएगा। इस वृहद कार्ययोजना के तहत जो भी हमारे श्रमिक और कामगार बाहर से आ रहे हैं, उन्हें विभिन्न इकोनोमिक सेक्टर्स में रोजगार देने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

यह जानकारी शनिवार को यहां लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में किए गए प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने पत्रकारों को दी। अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि औद्योगिक इकाइयों में वेतन देने की कार्यवाही करते हुए 56,696 इकाइयों में 641 करोड़ रुपए वितरण किए गए हैं। अब तक 31 लाख 23 हज़ार कामगारों को 312 करोड़ की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है।

प्रदेश में 1800 एक्टिव केस, 1399 लोग उपचारित होकर लौटे अपने घर : अमित मोहन प्रसाद

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में इस समय 1800 एक्टिव केस हैं और 1399 लोग उपचारित होकर अपने घर जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि कल 4525 नमूनों की जांच की गई साथ में 334 पूल टेस्टिंग भी कि गई, जिसमें 25 पूल पॉजिटिव पाए गए। अब तक प्रदेश में कुल 1 लाख 24 हज़ार 791 नमूनों की जांच हो चुकी है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन के नियमों का कड़ाई से पालन करें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें, साबुन-पानी से हाथ धोते रहें और मास्क से मुंह को ढककर रखें।

इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान अवनीश अवस्थी ने बताया कि अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रमिकों को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि श्रमिकों को सुरक्षित लाया जाए और कोई किसी भी हाल में पैदल ना निकलें।

अगले दो दिनों में 98 ट्रेने कामगारों को लेकर आएंगी

अवनीश अवस्थी ने बताया किशाम तक कुल मिलाकर 114 ट्रेनों में लगभग 1 लाख 20 हज़ार से अधिक लोग उत्तर प्रदेश पहुंच जाएंगे। इसके अतिरिक्त 98 ट्रेनों की अनुमति आगामी 2 दिवसों के लिए जारी कर दी गई है, यानि एक दिन में 40 से अधिक ट्रेनों को चलाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि पिछले 2 दिनों में हरियाणा से लगभग 5 हज़ार से अधिक लोग और राजस्थान से लगभग 10 हज़ार से अधिक लोगों को लाया गया है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि तृतीय चरण के पहले तक हम 1 लाख 66 हज़ार से अधिक लोगों को प्रदेश ला चुके हैं।

अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि प्रदेश में सबसे अधिक 11 ट्रेनें लखनऊ और गोरखपुर में आई हैं जोकि एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के उतरते ही क्वारैंटाइन सेंटर में सभी का मेडिकल चेकअप किया जाता है और इसके बाद उन्हें अपने-अपने जनपद तक छोड़ दिया जाता है।

अवनीश अवस्थी ने बताया किआयुष कवच मोबाइल ऐप को लोग काफी संख्या में डाउनलोड कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कोविड 19 कि जंग में महामारी से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए सरकारी विभागों, निगमों और अन्य संस्थानों के कर्मियों के कार्य को लेकर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि तीसरे चरण में अब प्रदेश में 18 करोड़ लोगों के लिए राशन कि व्यवस्था कर दी गई है।

उप्र में मरीजों की रिकवरी दर 42 फीसदी

अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मरीजों के रिकवरी प्रतिशत को और मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश का रिकवरी प्रतिशत 42 प्रतिशत है लेकिन अभी इसको और भी अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने 52 हज़ार कोविड अस्पतालों के एल 1, 2, 3 बेड के लक्ष्य को पूरा करने पर संतोष व्यक्ति किया है। उन्होंने इस व्यवस्था को और आगे ले जाने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूल टेस्टिंग में भी हमारा प्रदेश प्रथम स्थान पर है लेकिन इस व्यवस्था को भी मजबूत करने की आवश्यकता है।

अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों में पीपीई किट और मास्क के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने जिलाधिकारी और सीएमओ को भी निर्देश दिया है कि आपातकालीन सेवा देने वाले अस्पतालों को व्यवस्थित रूप से चलाया जाए। उन्होंने कहा कि हॉटस्पॉट क्षेत्रों में मजबूती से कार्य करने की आवश्यकता है।



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उप्र में संक्रमित मरीजों का आंकडा तीन हजार को पार कर गया है। इसमें सबसे अधिक आगरा में 700 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि सीएम ने 20 लाख मजूदरों को रोजगार देने की दृष्टि से कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है।




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Cricket-England must 'make do' with limited T20 chances ahead of World Cup: Morgan

England's players would have to "make do" with limited chances to prepare for the Twenty20 World Cup scheduled for later this year in Australia due to the COVID-19 pandemic, limited-overs skipper Eoin Morgan said.




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Bob Dylan announces first album of new music since 2012

Bob Dylan is releasing his first album of new music in eight years following a spurt of creativity from the man regarded as one of the world's most influential songwriters.




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हरित ग्राम योजना के तहत गड्ढा खोदने और घेराव करने का कार्य 20 मई से पूर्व करें पूरा: डीडीसी

बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत योजना का स्थल चयन, स्वीकृति कराकर अविलंब कार्य शुरू करें। 20 मई के पहले गड्ढा खुदाई तथा घेराव का कार्य को पूर्ण किया जाए। यह निर्देश सोमवार को डीडीसी अनन्य मित्तल ने समाहरणालय सभागार में मनरेगा योजना की समीक्षा के दौरान कही। उन्होंने मुख्यमंत्री जल समृद्धि योजना के तहत ट्रेंच सह बंड, फील्ड बंड, नाला की सफाई, लूज बोल्डर स्ट्रक्चर,सोक पिट (सार्वजनिक स्थान के लिए) योजना को स्वीकृत कर कार्य प्रारंभ कराने का निर्देश सभी प्रखंडों को दिया गया।

अधिक से अधिक मजदूरों को कार्य में लगाने का निर्देश
सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को मनरेगा कार्य में तेजी लाने का निर्देशदिया गया। साथ ही अधिक मजदूरों को कार्य उपलब्ध कराने का निर्देशदिया गया ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके। मालूम हो कि राजधानी में चल रहे मनरेगा योजना के तहत 13 हजार से अधिक मजदूर कार्यरत है।

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य
मजदूरों को सोशल डिस्टेंनसिंग, नाक-मुंह को गमछा से ढंककर एवं हाथ की दूरी के साथ कार्य कराने का निर्देश दिया गया। डीडीसी ने स्पष्ट कहा कि कोरोना को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य है ताकि संक्रमण का खतरा किसी भी स्तर पर ना रहे। बैठक में निदेशक, डीआरडीए, भूमि संरक्षण पदाधिकारी, परियोजना पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जेएसएलपीएस उपस्थित थे। इसके अलावा
बैठक में जिला के सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी उपस्थित थे।



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डीडीसी अनन्य मित्तल ने समाहरणालय सभागार में मनरेगा योजना की समीक्षा की।




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पुलिस की सख्ती और मौसम परिवर्तन ने लोगों को रोका घरों में, शहर को सैनिटाइज करने के लिए उतारे गए 20 वाहन

लॉकडाउन तीन की सोमवार से शुरुआत हो चुकी है। किसी भी क्षेत्र में कोई छूट नहीं दी गई है। रांची रेड जोन में है। ऐसे में यहां पुलिस की सख्ती बरकरार है। सोमवार की सुबह से माैसम परिवर्तन ने भी लोगों को घरों में रोके रहने में मददगार साबित हुआ। सुबह से हो रही बूंदाबांदी की वजह से सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं, शहर को सैनिटाइज करने के लिए 20 वाहनउतारे गए हैं।


राजधानी में चारों ओर कोरोना पॉजिटिव मरीज के मिलने के बाद नगर निगम ने सैनिटाइजेशन का दायरा बढ़ा दिया है। निगम की ओर से अब गली मुहल्लों के अलावा झुग्गी झोपड़ियों को भी सैनिटाइज किया जा रहा है। सोमवार को निगम ने 20 वाहनों को सैनिटाइजेशन अभियान में लगाया। मंगलवार से 28 वाहन और 500 स्प्रे मशीन से शहर के सभी वार्डों को सैनिटाइज करने का अभियान शुरू किया जाएगा।

राजधानी रांची का मौसम सुबह से ही बदला, तेज हवा के साथ हुई बूंदाबांदी
रांची में सुबह तेज हवा के साथ हल्की बूंदाबांदी हुई। ऐसे में सड़कों पर काफी कम वाहन दिखे । सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी ही अधिकतर सड़कों पर नजर आए, जो दफ्तर जा रहे थे। अपर बाजार खाद्य सामग्री की दुकान भी इक्का-दुक्का ही खुली हुई है। चौक चौराहों पर पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है, जो वाहन सवारों को रोककर पूछताछ करने में जुटी हुई है।

हिंदपीढ़ी में सीआरपीएफ को बाहर खड़ा किया, अंदर रांची पुलिस की खुली छूट

वहीं, सीआरपीएफ भी हिंदपीढ़ी में लॉकडाउन पूरी तरह पालन नहीं करा पा रही है। हिंदपीढ़ी को शहर से जोड़नेवाली हर सड़क पर बैरिकेडिंग करके वहां सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है। इसके अलावा यहां 37 सीसीटीवी कैमरे, 7 ड्रोन और एक हजार पुलिस जवान लगाए गए हैं। इसके बावजूद पूर्ण लॉकडाउन का पालन नहीं हो पा रहा है। सीआरपीएफ जवान तो मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहे हैं, लेकिन अंदर गलियों में तैनात जिला पुलिस सुस्त पड़ी हुई है। उसके सामने लोग भीड़ लगा रहे हैं, पर वह उन्हें रोकने के बजाय मूकदर्शक बनी हुई है।

हिंदपीढ़ी में स्क्रीनिंग की रफ्तार तेज हुई
इधर, जिला प्रशासन ने कोरोना हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी के लोगों की स्क्रीनिंग का काम तेज कर दिया है। लगातार तीसरे दिन रविवार को कंटेनमेंट जोन हिंदपीढ़ी में स्वास्थ्य विभाग की 35 टीमें पहुंचीं और डोर-टू-डोर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग की। रविवार को हिंदपीढ़ी के ग्वालटोली, नूर नगर, मुजाहिद नगर, तीसरी गली, बांस पुल और निजाम नगर में स्क्रीनिंग का काम हुआ। इस दौरान मेडिकल टीम में शामिल डॉक्टर, एएनएम एवं सहिया ने घर-घर जा कर लोगों से कोरोना के लक्षणों के बारे में पूछताछ की। साथ ही, इंफ्रारेड थर्मल स्कैनर से बॉडी टेंपरेचर जांची गई।

निगम ने सैनिटाइजेशन के लिए 200 स्प्रे मशीन, 26 टैंकर मंगाए
राजधानी के 53 में से 10 वार्डों में कोरोना फैल चुका है। इससे पूरे शहर के लोगों में हड़कंप है। लोग रोज पूरे शहर को सैनिटाइज कराने की मांग कर रहे थे। इसे देखते हुए नगर निगम ने 4 मई से बड़े पैमाने पर सैनिटाइजेशन अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसके लिए 200 नई स्प्रे मशीनों की खरीदारी की गई है। साथ ही, कुल 26 टैंकर और वाहनों को तैयार किया गया है।

नए राशन कार्ड का आवेदन दिए हैं तो 10 किलो चावल मिलेगा
वहीं, रांची जिले में नया राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन करने वालों को 10 किलो चावल मिलेगा। इसका लाभ लेने के लिए आवेदकों को राशन कार्ड के आवेदन के एक्नॉलेजमेंट नंबर की रसीद और आधार कार्ड संबंधित डीलर को दिखाना होगा। इसके बाद ₹ एक रुपए की दर से आवेदक को 10 किलो चावल दिया जाएगा। रांची जिले के 18 प्रखंड और चार अंचल क्षेत्र में चावल वितरण शुरू हो गया है। अभी तक करीब 617490 केजी चावल बंट गया है।



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शहर के विभिन्न हिस्सों को सैनिटाइज करने का काम जारी है।




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बयानबाजी चलती रही... केरल-बेंगलुरु से झारखंड लौटे 3529 श्रमिकों से रेलवे ने वसूल लिया 31 लाख रु. किराया

लॉकडाउन 3.0 में मिली छूट के बाद अलग-अलग राज्यों से अपने घरों को लौट रहे श्रमिकों को ला रही ट्रेनों के किराये पर अब पूरे देश में बहस छिड़ गई है। सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि इस मुश्किल वक्त में केंद्र सरकार और रेलवे मजदूरों से किराया वसूल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राज्य इकाइयां इन मजदूरों का किराया भरेंगी। उनके इस बयान के बाद झारखंड में रामेश्वर उरांव ने भी घोषणा कर दी कि मजदूरों का किराया कांग्रेस देगी। उधर, भाजपा नेताओं का कहना था कि मजदूरों के किराये में रेलवे 85% सब्सिडी दे रहा है, जबकि 15% किराया राज्य सरकारों को देना है। रेलवे ने भी आधिकारिक तौर पर कहा कि ट्रेनें राज्य सरकारों की मांग पर चलाई जा रही हैं, अत: किराया भी सरकारों को ही देना है। मगर तमाम बयानबाजी के बावजूद घर लौट रहे श्रमिकों को ही किराया देना पड़ रहा है। मंगलवार को तीन ट्रेनों से 3529 मजदूर झारखंड पहुंचे। बेंगलुरु से हटिया आए 1225 श्रमिकों को 900 रुपए का टिकट लेना पड़ा। दो ट्रेनों में 2304 श्रमिक केरल से लौटे। इनमें जस्सीडीह तक गई ट्रेन में श्रमिकों को 875 और धनबाद तक गई ट्रेन में 860 रुपए का टिकट कटाना पड़ा। यानी तमाम बयानबाजियों के बीच रेलवे ने इन मजदूरों से 31 लाख रुपए किराये में वसूल भी लिए।

रेलवे ने कहा था-राज्य किराया एकत्रित कर हमें देंगे...अब किराया वसूलने पर चुप्पी

रेलवे ने 2 मई के आदेश में कहा है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना करते वक्त यात्रियों की संख्या के मुताबिक गंतव्य के लिए टिकट प्रिंट करके राज्य सरकार को सौंपे जाएंगे। राज्य के अधिकारी यात्रियों को टिकट देंगे। राज्य के अधिकारी टिकटों का किराया एकत्रित कर रेलवे को सौंपेंगे। इस आदेश में यह स्पष्ट नहीं है कि किराया किससे वसूला जाएगा। रेलवे के कार्यकारी निदेशक राजेश दत्त बाजपेई का कहना है कि रेलवे की ओर से इस संबंध में एक गाइड लाइन पहले ही जारी की जा चुकी है, जिसमें राज्यों की मांग पर रेल मंत्रालय ट्रेन चलाएगा और राज्य सरकार उसका भुगतान रेलवे को करेंगी। मगर अब मजदूरों से किराया वसूले जाने पर अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। कोविड-19 रेलवे के झारखंड नोडल अधिकारी रांची रेल मंडल के डीआरएम नीरज अंबष्ठ ने कहा कि मजदूरों से वसूला गया किराया मामला पॉलिसी मैटर है। इसमें हम कुछ नहीं बोल सकते हैं।

रामेश्वर उरांव बोले-राज्य सरकार की अंडरटेकिंग पर ट्रेन चला रहा है रेलवे
वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि रेलवे, राज्य सरकार की अंडरटेकिंग के बाद ही ट्रेन चला रहा है। अंडरटेकिंग का मतलब है कि किराया राज्य सरकार को भरना है। सूचना आ रही है कि रेलवे राज्यों से 15% राशि लेगा। विधिवत सूचना नहीं मिली है। ऐसा होता है तो राज्य शेष राशि ही जमा करेगा। आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि 15% राशि भी कांग्रेस पार्टी राज्य सरकार को देगी।

उद्धव ने कहा- किराया नहीं ले केंद्र; बिहार में क्वारेंटाइन के बाद रिफंड
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने केंद्र से आग्रह किया कि मजदूरों से ट्रेन का किराया न वसूला जाए। वहीं, बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार छात्राें के लिए सीधे रेलवे काे किराया दे रही है। वहीं, श्रमिकाें काे 21 दिन का क्वारेंटाइन पूरा करने के बाद यात्रा खर्च रिफंड किया जाएगा। साथ में 500 रुपए और दिए जाएंगे। दूसरी तरफ, साेनिया की घाेषणा के बाद राजस्थान अाैर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियाें ने घाेषणा की कि घर जाने वाले प्रवासियाें के लिए राज्य सरकार रेलवे काे भुगतान करेगी।

सीएम हेमंत बोले- छात्रों व मजदूरों से आने का नहीं लिया जाएगा कोई किराया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि प्रवासी मजदूरों और छात्रों को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इनका झारखंड अाना प्रारंभ भी हो गया है। जब तक वे सुरक्षित अपने घरों तक नहीं पहुंच जाते, तब तक किसी छूट पर सरकार का ध्यान ही नहीं है। जब तक मजदूर, छात्र सुरक्षित अपने घर तक नहीं पहुंच जाते, तब तक झारखंड में लॉकडाउन यथावत रहेगा। सरकार का स्पष्ट निर्णय है कि छात्रों और मजदूरों से किराया नहीं लिया जाएगा।



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The rhetoric kept going ... The Railways recovered 31 lakh rupees from 3529 workers who returned from Kerala-Bengaluru to Jharkhand. The rent




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कंटेनमेंट जोन हिंदपीढ़ी के 2 चेहरे: सन्नाटे की गलियां या सड़कों पर मेला...फैसला करें आप

रांची पुलिस ने सोमवार को कंटेनमेंट जोन हिंदपीढ़ी की एक तस्वीर जारी की। इसमें कुर्बान चौक सीआरपीएफ के जवानों के साये में है और गलियां सुनसान हैं। कंटेनमेंट जोन की यही तस्वीर होनी चाहिए। पर, उसी हिंदपीढ़ी के सेंट्रल स्ट्रीट की तस्वीर दैनिक भास्कर के फोटो जर्नलिस्ट ने भी दोपहर दो बजे खींची। उसमें मेला सा नजारा है। दोनों तस्वीरें रांची की जनता की अदालत में है। फैसला आपका है...क्योंकि एक इलाके के दो चेहरे नहीं हो सकते। कंटेनमेंट जोन का तो एक ही चेहरा होना चाहिए। घरों में लोग और सुनसान गलियां-बाजार। जबकि रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता का कहना है कि सोमवार को दिन भर सीआरपीएफ के जवानों के साथ रांची पुलिस यहां गलियों और मोहल्लों में गश्त करती रही। जवान नाला रोड, ग्वालाटोली रोड, तिवारी स्ट्रीट, सेंट्रल स्ट्रीट, लाह फैक्ट्री रोड, नूर नगर, निजाम नगर, खेत मोहल्ला, मोती मस्जिद समेत अन्य जगहों पर घूमते रहे और उनकी सख्ती से लोग घरों में दुबके रहे।



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2 faces of the Containment Zone Hindpiri: Fair streets or fair on the streets ... decide you




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23 राज्यों के ऑनलाइन पोर्टल में 13 के एड्रेस गलत

अन्य राज्यों में अलग-अलग कारणों से लॉकडाउन में फंसे प्रवासी बिहारियों की आखिरी उम्मीद के रूप में रविवार को बिहार सरकार ने जिन 23 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के ऑनलाइन पोर्टल / वेबसाइट के लिंक की पुष्टि की, उनमें 13 एड्रेस बेकार हैं। सरकार की ओर से जारी चंडीगढ़ की साइट पर प्रवासियों के लिए कोई लिंक नहीं है, जबकि दिल्ली के लिए जारी दिल्ली पुलिस की साइट पर एनसीआर के वाहन पास की ही व्यवस्था है। गुजरात, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, राजस्थान और यूपी में फंसे बिहारियों के लिए जारी वेब एड्रेस पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। उड़ीसा और कर्नाटक की साइट पर होगी भी तो स्थानीय भाषा लिपि समझना संभव नहीं है। केरल का ऑनलाइन पता वहां लौटने वालों के लिए हैं। लद्दाख की साइट पर भी वाहन पास ही संभव है। महाराष्ट्र वाले पर कोरोना के सर्वे की व्यवस्था है। तेलंगाना का ऑनलाइन एड्रेस अत्यधिक दबाव के कारण ठप है। यह साइट सोमवार सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू होगी। अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, तामिलनाडु, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल के ऑनलाइन पते सही निकले।

10 पतों पर ढूंढ़ने से मिला लिंक, ऐसे दो और लिंक मिले

पड़ताल में 13 ऑनलाइन पते पर प्रवासी झारखंडियों के लिए कोई सुविधा नहीं

मुसीबत : झारखंड में फंसे प्रवासी मजदूरों की सुध लेने वाला कोई नहीं

सभी राज्यों की सरकारें अपने प्रवासी मजदूरों को बुला रही हैं। इसके लिए विशेष श्रमिक ट्रेनें भी चल रही हैं। लेकिन कई ऐसे भी प्रवासी मजदूर हैं, जो झारखंड में काम करने आए थे और लॉकडाउन में यहां फंस गए हैं। अब ना तो अपने राज्य लौट पा रहे हैं और ना ही यहां इन्हें सुविधा मिल रही है। रांची में ही ऐसे हजारों मजदूर हैं। अब ये लोग जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें भी वापस भेजने का इंतजाम किया जाए। सरकार का दावा है कि थानों में प्रवासी लोगों के खाने की व्यवस्था है, लेकिन हकीकत यह है कि पुलिस प्रवासी मजदूरों को अपने राज्य लौट जाने की सलाह दे रही है।
भोपाल से छह माह पहले कमाने के लिए रांची आए थे... स्टेशन रोड स्थित एक होटल में छोटे-छोटे बच्चों के साथ 32 लोग पिछले 40 दिनों से फंसे हुए हैं। ये लोग भोपाल के रोनाया गांव के रहने वाले हैं। छह माह पहले कमाने के लिए रांची आए थे। यहां लोहे के औजार बनाकर बेचते थे। इन्हें जिस दिन लौटना था, उसी दिन पूरे देश में लॉकडाउन हो गया। अब इनके सब्र का बांध टूट गया है। अपने गांव लौटने के लिए मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन से लगातार गुहार लगा रहे हैं।



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Address of 13 in 23 state online portals incorrect




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अनजान नंबर से फोन कर कहा- फोन-पे की ओर से आपको 5999 का अवॉर्ड मिला है, फिर 22 हजार की ठगी

जिला ग्रामीण विकास विभाग में तैनात जिला प्रशिक्षक समन्वयक से साइबर अपराधियों ने 22 हजार रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित ने इस बाबत सदर थाना में लिखित शिकायत दर्ज करायी है। उधर, मामला दर्ज करने के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है।

पीड़ित चंद्रशेखर यादव ने बताया कि वे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए मोबाइल एप फोन-पे का यूज करते हैं। सोमवार की शाम को साइबर अपराधी ने उन्हें 7699751101 मोबाइल नंबर से फोन किया। अपराधी ने खुद को फोन-पे कस्टमर केयर से फोन करने की बात कही। उसने पूछा कि क्या आप फोन-पे यूज करते हो? इसके बाद चंद्रशेखर ने हां कहा...। फिर साइबर अपराधी ने कहा कि आपको फोन-पे कंपनी की ओर से 5999 रुपए का अवार्ड मिला है। इस राशि का यूज आप मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल भुगतान आदि के लिए कर सकते हैं।

इसके बाद अपराधी ने फोन-पे एप पर लॉगिन करने को कहा। फिर 5999 रुपए के संबंध में आए हुए लिंक को फारवर्ड करने को कहा। चंद्रशेखर ने बताया कि लिंक फारवर्ड करते ही उसने पर्सन पासवर्ड भी मांगा। उन्होंने बिना सोचे समझे पासवर्ड दे दिया। थोड़ी देर के बाद उनके अकाउंट से 22 हजार रुपए कट गए। उन्होंने बताया कि वे गोड्डा के रहनेवाले हैं और उनका सैलरी अकाउंट भी गोड्डा के ब्रांच में है। उधर, इस संबंध में पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है।



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पीड़ित ने इस बाबत सदर थाना में लिखित शिकायत दर्ज करायी है। उधर, मामला दर्ज करने के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है।




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गुजरात से तीन दिनों में बस से मांडर पहुंचे 37 मजदूर, एक लाख 92 हजार रुपए दिया किराया

वैसे तो दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को राज्य सरकार कीपहल पर ट्रेन से वापस लाया जा रहा है। लेकिन कुछ मजदूर खुद से भी हजारों किलोमीटर की यात्रा कर घर पहुंच रहे हैं। मंगलवार को तीन दिनों की बस यात्रा कर मांडर ब्लॉक के कुरकुरा के रहने वाले 37 मजदूर अपने घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बस को कुल एक लाख 92 हजार रुपए किराया देना पड़ा। वहीं, मांडर पहुंचने पर रेफरल अस्पताल में सभी की थर्मल स्कैनर से जांच की गई। इसके बाद भौजन का पैकेट देकर उन्हें होम क्वारैंटाइन के लिए भेज दिया गया।

बिजुपाड़ा से ट्रैक्टर में बैठ मजदूर अपने घर पहुंचे। तीन दिनों तक बस में यात्रा करने के बाद भी गांव पहुंचते ही उनकी सारी थकान मिट गई। घर आने की खुशी उनके चेहरे पर साफ दिखाई पड़ रही थी। गुजरात से मांडर लौटे अमुस सुरजीत कुजूर ने बताया कि वे लोग सूरत स्थित विभीन्न कपड़ा मील में मजदूरी करते थे। पहली बार 21 दिनों के लॉकडाउन में मील मालिक ने उन्हें खाना के साथ वेतन भी दिया। लेकिन इसके बाद लॉकडाउन की बढ़ती मियाद के कारण उसने पैसा व खाना देने से मना कर दिया। इसके बाद सभी मजदूर अपने-अपने स्तर से घर जाने के लिए जुगाड़ लगाने लगे।

पहले ऑफलाइन पास बनाकर आने का प्रयास किया तो उन्हें वापस भेज दिया गया। इसके बाद मांडर विधायक बंधु तिर्की के पहल पर ऑनलाइन पास बना, तब जाकर वे घर पहुंचे। बस में 37 मजदूर चान्हो के और 18 मजदूर चतरा के सवार थे। मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण सभी होटल और ढाबा बंद रहने के कारण उन्हें रास्ते में चना और बिस्किट खाकर घर आना पड़ा। वापस लौटे मजदूरों का कहना था कि सरकार रोजगार की व्यवस्था करेगी तो हमलोग कभी भी बाहर काम करने नहीं जाएंगे। मांडर सीओ शंकुर कुमार विद्यार्थी ने बताया कि सभी की जांच करने के बाद उन्हें हाेम क्वारैंटाइन मेंरहने को कहा गया है। साथ ही स्थानीय प्रशासन की नजर इनलोगों पर है।

इधर रांची से पैदल घर जाने वाले मजदूरों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को आधा दर्जन मजूदर पैदल ही पांकी (पलामू) के लिए रवाना हुए। उन्होंने बताया कि वे लोग रांची में पुल-पुलिया निर्माण कार्य में मजदूरी करते थे। काम बंद हो गया, खाने पीने के लाले पड़ गए। इसलिए पैदल ही घर जाना पड़ रहा है। उनका कहना था कि सरकार मजदूरों को घर भेजने के नाम पर मजाक कर रही है। हम जैसे अनपढ़ मजदूरों को कहीं से काेई सहारा और सहायता नहीं मिला है।



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बिजुपाड़ा से ट्रैक्टर में बैठ मजदूर अपने घर पहुंचे।




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लॉकडाउन के बाद सरकारी स्कूलों में 23 हजार शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया होगी शुरू : जगरनाथ महतो

राज्य के युवा जो शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं उनके लिए अच्छी खबर है। जल्द ही सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया राज्य सरकार शुरू करने जा रही है। यह जानकारी राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने दी। मंगलवार बिष्टुपुर स्थित परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के करीब 23 हजार पद खाली हैं। लॉकडाउन समाप्त होने के बाद इन पदों को भरने के लिए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस नियुक्ति प्रक्रिया में अधिक से अधिक स्थानीय युवाओं को नौकरी मिलेगी। इसके लिए नए सिरे से स्थानीय नीति लागू की जाएगी। इसके लिए एक कमेटी का गठित की जाएगी जो अपनी रिपोर्ट देगी।

पूर्व की रघुवर सरकार द्वारा बनाई गई स्थानीय नीति पर उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने बिना किसी आधार के 1985 के पहले राज्य में आने वाले लोगों को शामिल कर स्थानीय नीति बना दी जो सही नहीं है। इसकी वजह से झारखंड के लोगों को नियुक्ति में पूरी हिस्सेदारी नहीं मिल पा रही है। राज्य बनने का यही उद्देश्य था कि यहां के अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके। इसके लिए 1932 या 1964 के खतियान को आधार बनाना चाहिए था। ताकि यहां के लोगों को नौकरियों में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित हो सके।

जेपीएससी छठी सिविल सेवा परीक्षा में गड़बड़ी की होगी जांच
झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा छठी सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम के कट ऑफ मार्क्‍स में त्रुटि का मामला सामने आने के बाद शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने इसकी जांच कराने की बात कही है। किसी भी परीक्षार्थी को इस परीक्षा के रिजल्ट को लेकर कोई शिकायत है तो वह सीधे मुझसे संपर्क कर सकता है। मालूम हो कि रिजल्ट आने के साथ ही इस पर सवाल उठ रहे हैं और इसमें कई स्तर पर गड़बड़ी की बात कही जा रही है। छात्रों का कहना है कि जेपीएससी ने क्वालिफाइंग पेपर हिंदी और इंग्लिश के मार्क्स को जोड़कर मुख्य परीक्षा का रिजल्ट निकाल दिया गया है।

कोर्स पूरा करने के लिए 5 घंटे की जगह 7 घंटे चलेंगे स्कूल
शिक्षा मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक कार्य पूरी तरह बाधित हुआ है। ऐसे में स्कूल खुलने पर इसे कैसे पूरा किया जाएगा, इसे लेकर कार्य योजना तैयार की गई है। सरकारी स्कूलों में पहले पांच घंटे पढ़ाई होती थी। लेकिन अब 7 घंटे होगी। कोई हाफ डे नहीं होगा। हर दिन फूल डे पढ़ाई होगी। सत्र शुरू होने के साथ ही बच्चों को किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि सिलेबस पूरा किया जा सके।

लॉकडाउन अवधि की फीस मांगने वाले निजी स्कूलों की अभिभावक करें शिकायत, होगी कार्रवाई : शिक्षा मंत्री
राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि लॉकडाउन अवधि का फीस और बस भाड़ा निजी स्कूलों को नहीं लेने का निर्देश सरकार ने दिया है। इसका स्कूलों को हर हाल में पालन करना होगा। अगर कोई स्कूल सरकार के आदेश की अवहेलना करती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह रोक एक महीने के लिए लगाई गई है। इसका मूल्यांकन करने के लिए कमेटी का गठन किया गया जो अपनी रिपोर्ट जल्द देगी। इसके आधार पर नया निर्देश जारी किया जाएगा। तब तक स्कूल अभिभावकों से फीस नहीं मांग सकते हैं।

अगर किसी स्कूल ने ऐसा किया है तो अभिभावक सीधे मुझे शिकायत करें, मैं हमेशा फोन पर उपलब्ध रहता हूं। ऐसे स्कूल के खिलाफ त्वरित कार्रवाई होगी। इस दौरान स्कूलों को शिक्षकों को पूरी तनख्वाह भी देनी होगी। जब स्कूलों ने बच्चों को कुछ पढ़ाया ही नहीं तो फीस किस चीज की मांग रहे हैं। यह स्कूलों को खुद सोचना चाहिए। वहीं जब पूछा गया कि स्कूल ऑनलाइन क्लास चलाने का हवाला देकर फीस मांग रहे हैं तो शिक्षा मंत्री ने कहा कि सबको पता है, ऑनलाइन क्लास कितना चलता है। मंत्री ने कहा कि निजी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार व विभाग के पास पर्याप्त कानून हैं।

सब फ्री फिर भी सरकारी की जगह निजी स्कूलों में बच्चों का जाना चिंता का विषय
अपने जमशेदपुर दौरा के दौरान शिक्षा मंत्री ने परिसदन में जिले के शिक्षा पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें अलग-अलग योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि जब सरकारी स्कूलों में मुफ्त की पढ़ाई के साथ ही खाना, ड्रेस व किताबें भी मुफ्त में दी जा रही हैं तो इसके बाद भी सरकारी स्कूलों की जगह अभिभावक अपने बच्चों का नामांकन निजी स्कूलों में क्यों करा रहे हैं। हालांकि अधिकारी इसका कोई ठोस जवाब नहीं दे पाए।

इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगली बैठक में फिर इस स्थिति की समीक्षा करूंगा और तब मुझे इसका जवाब चाहिए। उन्होंने सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन एजुकेशन उपलब्ध कराने की भी समीक्षा की। इसमें यह बात सामने आई कि अधिकतर अभिभावकों के पास स्मार्टफोन का न होना और ग्रामीण क्षेत्रों में नेट कनेक्टिविटी की समस्या बड़ी बाधा बन रही है। शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को इसका समाधान ढूंढने को कहा।

जल्द शुरू होगा मैट्रिक व इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन
शिक्षामंत्री ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से मैट्रिक व इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य जल्द शुरू होगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। मूल्यांकन के बाद रिजल्ट भी समय पर जारी किया जाएगा। वहीं लॉकडाउन के दौरान बच्चों की शिक्षा बाधित न हो इसके लिए टीवी चैनलों व डीटीएच कंपनियों से बात की जा रही है। दूरदर्शन की मदद भी ली जा रही है, ताकि बच्चों को उनके घरों तक टीवी के माध्यम से शैक्षणिक मैटेरियल उपलब्ध कराया जा सके। गिरीडीह में इस मॉडल का ट्रायल भी किया जा चुका है।

कोरोना के इस महासंकट में शिक्षकों का वेतन भुगतान करें कॉलेज : शिक्षा मंत्री
झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय इंटरमीडिएट शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव राकेश कुमार पांडेय ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो से मिलकर इंटरमीडिएट शिक्षकों के मानदेय भुगतान और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन में भी इन शिक्षकों को शामिल करने की मांग की। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना संकट में किसी का मानदेय रोकना अपराध है। संबंधित लोग यथाशीघ्र मानदेय का भुगतान करें। उन्होंने कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में भी शामिल करने के लिए जैक सचिव और अध्यक्ष से बात करेंगे।



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शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना संकट में किसी का मानदेय रोकना अपराध है। संबंधित लोग यथाशीघ्र मानदेय का भुगतान करें।




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10 और संदिग्धों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि, आठ रांची के हिंदपीढ़ी और दो दुमका से; राज्य में अब तक 126 पॉजिटिव केस

राज्य में मंगलवार को 10 नए कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई है। इनमें आठ मरीज रांची के हिंदपीढ़ी जबकि दो दुमका के निवासी हैं। कोरोना संक्रमित जिलों में दुमका की नयी एंट्री हुई है।नए मरीज मिलने के बाद रांची में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 92 हो गई है। वहीं राज्य में कुल आकड़ा बढ़कर 126 हो गया है।मंगलवार काे दुमका में दाे मरीज मिलने के साथ ही राज्य के 12 जिले अब काेराेना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं।


स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डाॅ. नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया कि मंगलवार काे एमजीएम जमशेदपुर में छह, रिम्स रांची में दाे और पीएमसीएच धनबाद में दाे पाॅजिटिव मरीज मिले। रांची के जिन आठ लाेगाें में काेराेना की पुष्टि हुई है, उनमें तीन महिलाएं, चार पुरुष और एक सात साल का बच्चा है। हिंदपीढ़ी के हैदरी अपार्टमेंट में रहने वाले इस बच्चे के माता-पिता सहित परिवार के तीन लाेग पहले ही पाॅजिटिव मिले थे, जिनका रिम्स के काेविड सेंटर में इलाज चल रहा है। यह बच्चा रिम्स के आइसाेलेशन वार्ड में भर्ती था। उधर, दुमका में काेराेना पाॅजिटिव मिलने के बाद यह ग्रीन से ऑरेंज जाेन में आ गया है। इसके साथ ही ग्रीन जाेन के जिलाें की संख्या बढ़कर 11 हाे गई है।

वहींरिम्स के कोविड-19 सेंटर से मंगलवार को सात जबकि कोडरमा के कोविड-19 सेंटर से एकमरीज ठीक होकर अपने घर लौटे।राज्य में कोरोना पर विजय पाने वाले कुल मरीजों की संख्या अब 35 हो गई है।राज्य में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 4 की मौत हो चुकी है।बता दें कि पिछले दो दिन रविवार और सोमवार को कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया था। इससे पहले राज्य में 21 अप्रैल को अंतिम बार ऐसा हुआ था कि एक दिन की जांच में कोई भी संक्रमित मरीज नहीं मिला था।

वहीं राज्य में महामारी के सर्विलांस में लगे इंटिग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) की रिपोर्ट का आकलन है कि आने वाले 14-15 दिन काफी अहम होंगे। रिपोर्ट के अनुसार अगले 14-15 दिनों में कोरोना केस की संख्या तीन गुनी हो सकती है। जो कि करीब 350 के आसपास होगी।

उधर, रेड जोन रांची के हॉट स्पॉट हिंदपीढ़ी व सटे इलाकों की हेल्थ स्क्रीनिंग फिर से शुरू हुई है। मेडिकल टीम घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रही है। डीसी राय महिमापत रे ने बताया कि 6 मई तक यहां स्क्रीनिंग का लक्ष्य रखा गया है। बरियातू के जोड़ा तालाब रोड स्थित लेक व्यू हॉस्पिटल के सभी 54 डॉक्टरों और कर्मचारियों की दूसरी जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। जोड़ा तालाब के मधुमति अपार्टमेंट में रहने वाले पूर्व डीडीसी की मौत के बाद लेक व्यू हॉस्पिटल हॉस्पिटल को सील कर दिया गया था। यहां के स्टाफ और कर्मचारियों को हॉस्पिटल में ही क्वारैंटाइन किया गया था।

  • राज्य में कुल 126 संक्रमित: रांची के 92, बोकारो 10, पलामू 03, हजारीबाग 03, गढ़वा 03, धनबाद 02, गिरिडीह, 02, सिमडेगा 02, देवघर 04, जामताड़ा में 02, दुमका में 02 और गोड्डा में 01 मरीज में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।
  • राज्य में अब तक 04 की मौत: रांची में तीन जबकि बोकारो के एक मरीज की मौत हो चुकी है।
  • राज्य में स्वस्थ्य हुए 35 मरीज: रांची में 10, बोकारो में छह, धनबाद में दो, हजारीबाग में दो, देवघर में दो, सिमडेगा-कोडरमामें एक-एक जबकि राज्य के अन्य जिलों से संक्रमित मरीजों में 04 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।


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राज्य में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 4 की मौत हो चुकी है। राज्य में कोरोना पर विजय पाने वाले कुल मरीजों की संख्या अब 27 हो गई है।




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राज्य में 10 और नए पॉजिटिव केस, अब तक 126 संक्रमण के मामले; कोविड-19 सेंटर से आठ और मरीज ठीक होकर लौटे घर

झारखंड में मंगलवार शाम 10 और संदिग्धों में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।नए मरीजों में आठ रांची के हिंदपीढ़ी के जबकि दो दुमका के निवासीहैं। कोरोना संक्रमित जिलों में दुमका की नयी एंट्री हुई है। उधर, कोडरमा के कोविड-19 सेंटर से एक जबकिरिम्स के कोविड-19 सेंटर से आज सात मरीज ठीक होकर अपने घर चले गए। राज्य में अब कोरोनावायरस के पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 126 हो गई है। इनमें से 4 की मौत हो चुकी है। 35 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं।

उधर, राज्य में महामारी के सर्विलांस में लगे इंटिग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) की रिपोर्ट का आकलन है कि आने वाले 14-15 दिन काफी अहम होंगे। रिपोर्ट के अनुसार अगले 14-15 दिनों में कोरोना केस की संख्या तीन गुनी हो सकती है,जो कि करीब 350 के आसपास होगी।

गुमला शहर के पालकोट रोड पर मंगलवार को सब्जी और फल दुकानों के पास लोगों की भीड़ जुटी।इस दौरान लोगों ने न तो सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटन किया और न ही एतिहात के तौर पर मास्क वगैरह का प्रयोग किया।

कोरोना से लड़ रहे निगम कर्मियों का भी होगा 50 लाख रुपए का बीमा
कोरोना संकट में जंग लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ-साथ अब शहरी नगर निकाय कर्मियों को भी 50 लाख का जीवन बीमा कर दिया गया है। यह 30 मार्च से 30 जून तक प्रभावी रहेगा। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने इस संबंध में सोमवार को राज्य के सभी डीसी और सिविल सर्जन को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज योजना के तहत कोरोना की रोकथाम और इलाज में लगे लगभग 22.12 लाख सरकारी, निजी और अनुबंध पर काम कर रहे लोग दायरे में आएंगे। इनमें सरकारी स्वास्थ्य प्रदाता, सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मी, निजी अस्पताल कर्मी, सेवानिवृत्त स्वैच्छिक कर्मी, स्थानीय शहरी निकाय, 108 एंबुलेंस कर्मी, अनुबंध कर्मी, दैनिक मजदूर, एडहॉक, आउटसोर्सिंग कर्मचारी, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और यूएनडीपी के कर्मचारी शामिल हैं।

कोरोना अपडेट्स

  • रांची: राज्य के रेड जोन में शामिल जिले में 92 लोगों में कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है। हिंदपीढ़ी व सटे इलाकों की हेल्थ स्क्रीनिंग फिर से शुरू हुई है। मेडिकल टीम घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रही है। डीसी राय महिमापत रे ने बताया कि 6 मई तक यहां स्क्रीनिंग का लक्ष्य रखा गया है। बरियातू के जोड़ा तालाब रोड स्थित लेक व्यू हॉस्पिटल के सभी 54 डॉक्टरों और कर्मचारियों की दूसरी जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है।
  • बोकारो: जिले में अब तक 10 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें एक की मौत हो चुकी है जबकि छह स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं। कोटा से बोकारो लौटनेवाली तीन छात्राओं की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव निकली है। ये छात्राएं रविवार को कोटा से धनबाद पहुंची थीं। तीन छात्राओं को फीवर होने के कारण धनबाद में ही रोककर जांच के लिए स्वाब लिया गया था। सोमवार को लॉकडाउन में केरल ,राजस्थान और महाराष्ट्र में फंसे बोकारो के 156 मजदूर स्पेशल ट्रेन से यहां पहुंचे जिनमें से चार को क्वारैंटाइन सेंटर जबकि अन्य को होम क्वारैंटाइन कर दिया गया।
  • धनबाद: जिले में अब तक मिले दो संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। सोमवार को 809 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। अब तक 417 लोगों को होम क्वारैंटाइन में रखा गया है। इनमें 44 संदिग्धों को सदर अस्पताल, 37 लोगों को पीएमसीएच, 18 लोगों को एसएसएलएनटी, एक को रेलवे अस्पताल जबकि 49 लोगों को निरसा पॉलिटेक्निक में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है। वहीं अब तक 1290 लोगों का सैंपल लिया जा चुका है। इनमें 1028 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आया है जबकि 262 लोगों का सैंपल आना बाकी है।
  • जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय व उसके सभी अंगीभूत कॉलेज मंगलवार से खुल गए, लेकिन यहां पढ़ाई नहीं होगी। विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, विभागाध्यक्ष व कॉलेजों के प्रिंसिपल अपने अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों में से 35% का रोस्टर बनाकर कार्यालय से संबंधित आवश्यक कार्यों को करेंगे। कर्मचारियों और पदाधिकारियों को हर हाल में मास्क व ग्लब्स पहनना होगा। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब में सोमवार को कुल 190 सैंपल की जांच हुई। जांच में सभी रिपोर्ट निगेटिव पाया।
  • हजारीबाग: जिले में अबतक तीन लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। तीनों स्वस्थ्य भी हो चुके हैं। जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में सोमवार को कुल 91 लोगों का स्क्रीनिंग की गई। सोमवार को हुई स्क्रीनिंग में दो लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।84 लोग होम क्वारैंटाइन किए गए हैं। वहीं 106 लोगों का फैसिलटी क्वारैंटाइन क्लॉज किया गया। सोमवार को एक भी होम क्वारैंटाइन क्लोज नहीं हुआ।
  • कोडरमा: 4 मई तक जिला में 11 हजार 931 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।अब तक कुल 169 लोगों का सैंपल लिया गया, जिसमें 121 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं 1 मरीज का रिपोर्ट पॉजिटिव आया था, मरीज का आर-2 का सैंपल लेकर भेजा गया है, रिपोर्ट का इंतजार है। जबकि 48 लोगों कीरिपोर्ट पेंडिंग है। होम क्वारैंटाइन में 6730 लोगों को रखा गया है, जबकि 7056 लोगों का 14 दिनों का होम क्वारैंटाइन पूरा हो गया है। क्वारैंटाइन सेंटर में 216 को रखा गया है। डोमचांच में बने कोविड केयर सेंटर में 44 लोगों को भर्ती किया गया है।
  • गढ़वा: जिले में अब तक 290 लोगों का सैंपल कोरोना संक्रमण की जांच के लिए इटकी के प्रयोगशाला में भेजा गया। इसमें 266 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव आया है। उपायुक्त शशि रंजन ने बताया कि गुमला जिले से संदिग्धों का सैंपल नियमित रूप से भेजा जा रहा है। जहां भी ऐसे संदिग्धों के लक्षण की सूचना प्राप्त होती है उसका सैंपल एकत्र कर लैब में भेजी जा रही है।
  • सिमडेगा: जिले में अब तक 271 संदिग्धों के सैंपल भेजे जा चुके हैं जिसमें 237 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव जबकि दो रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, एक कोरोना संक्रमित स्वस्थ्य होकर घर लौट चुका है। फिलहाल, 27 संदिग्धों की रिपोर्ट आनी बाकी है। अब तक जिले में 85 लोगों को क्वारैंटाइन जबकि 77 लोगों को होम क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है।
  • पलामू: चार मई से लॉक डाउन 3.0 लागू हो गया है। इसके साथ ही पलामू पुलिस और भी सख्त हो गई हैं। जिले के लेस्लीगंज में अब तक तीन कोरोना संक्रमण के मरीज मिल चुके हैं। तीनों को इलाज के लिए कोविड-19 सेंटर में भर्ती किया गया है। कोरोना पॉजिटिव के परिवार, रिश्तेदारों और उसके साथ क्वारैंटाइन में रहने वाले सभी का सैंपल निगेटिव आया है। जिले में 44 चेकनाका बनाया गया है जहां पुलिस निरंतर आने जाने वालों पर नजर रखे हुए हैं।
  • गिरिडीह: जिले में अब तक दो कोरोना संक्रमण के केस मिल चुके हैं। दोनों का इलाज कोविड-19 सेंटर में चल रहा है। जिले के कोरोना पीड़ित महिला का स्वाब लेकर जांच के लिए पीएमसीएच धनबाद भेजा गया। जिले में अब तक 317 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं जिनमें से दो रिपोर्ट पॉजिटिव जबकि 276 रिपोर्ट निगेटिव आई है। 41 रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं, कुल 358 संदिग्धों को होम क्वारैंटाइन किया गया है।
  • देवघर: जिले में शनिवार को दो नए कोरोना संक्रमित की पुष्टि हुई। कुल चार पॉजिटिव केस में से पहले के दो पॉजिटिव मरीजों के ठीक होने के बाद रविवार को उन्हें घर भेज दिया गया। अब तक जिले में 350 से ज्यादा संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं जिसमें 228 की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है 116 लोगों की रिपोर्ट भी जल्द ही आ जाएगी।
  • जामताड़ा: जिले में अब तक दो संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। दोनों का कोविड-19 सेंटर में इलाज चल रहा है। प्लस टू हाई स्कूल नाला क्वारैंटाइन सेंटर के पास 200 मीटर का एरिया सील किया गया है। साथ ही बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी है। रेड जोन चिह्नित इलाके की दुकानों को भी बंद कराया गया है। केंद्र और राज्य सरकार की पहल के बाद लॉकडाउन की वजह से केरल में फंसे झारखण्ड के कुल 22 जिलों के 1129 मजदूर सोमवार को स्पेशल ट्रेन से तिरूअनंतपुरम से जसीडीह स्टेशन पहुंचे। स्टेशन परिसर में स्वास्थ्य परीक्षण हेतु बनाए गए काउंटर में थर्मल स्कैनिंग व स्वास्थ्य जांच संबंधी अन्य सभी प्रक्रिया पूरी की गई। सभी को 14 दिनों तक होम क्वारैंटाइन का पालन करने का निर्देश दिया।
सिविक एक्शन प्लान के तहत सीआरपीएफ की 154वीं बटालियन ने गिरिडीह के पारसनाथ पहाड़ की तराई में बसे उग्रवाद प्रभावित खुट्टा व खेजवाली गांव में मंगलवार को ग्रामीणों के बीच अनाज, मास्क, सैनिटाइजर, साबुन का वितरण किया।

राज्य में कुल 126 संक्रमित: रांची के 92, बोकारो 10, पलामू 03, हजारीबाग 03, गढ़वा 03, धनबाद 02, गिरिडीह, 02, सिमडेगा 02, देवघर 04, जामताड़ा में 02, दुमका में 02 और गोड्डा में 01 मरीज में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।

राज्य में अब तक 04 की मौत: रांची में तीन जबकि बोकारो के एक मरीज की मौत हो चुकी है।

राज्य में स्वस्थ्य हुए 35मरीज: रांची में 10, बोकारो में छह, धनबाद में दो, हजारीबाग में दो, देवघर में दो, सिमडेगा में एक जबकि राज्य के अन्य जिलों से संक्रमित मरीजों में 04 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।



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गुमला शहर के मुख्य बाजार में मंगलवार को लगे साप्ताहिक सब्जी मंडी में लोगों की भीड़ उमड़ी। लॉकडाउन फेज वन से लेकर अब तक इस बाजार की ऐसी ही तस्वीरें सामने आती रही है।




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केरल से 55, बेंगलुरु से 25 और रायपुर से 12 मजदूर अपने घर लौटे

कोविड-19 के महामारी में लाॅकडाउन के दौरान राज्य के बाहर फंसे झारखण्ड वासियों को सरकार के मदद से केरल, बेंगलुरू तथा रायपुर से 92 मजदूराें काे जिला प्रशासन के द्वारा सिमडेगा लाया गया। एसएस प्लस टू हाई स्कूल में बनाए गए रिसिविंग सेंटर में सबाें काे बस से लाया गया। जहां प्रशासन के पदाधिकारियों ने मजदूरों का स्वागत किया। केरल से 55 मजदूर धनबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे थे, बेंगलुरू से 25 मजदूर रांची रेलवे स्टेशन पहुंचे थे तथा रायपुर से 12 मजदूर सिमडेगा पहुंचे। उपायुक्त सिमडेगा मृत्युंजय कुमार बरणवाल के दिशा-निर्देश पर जिला प्रशासन के द्वारा धनबाद, रांची तथा रायपुर बसों को भेजकर मजदूरों को सिमडेगा लाया गया।


सिमडेगा आने के पश्चात मजदूरों की एस एस प्लस टू हाई स्कूल सिमडेगा में बनाए गए रिसिविंग सेन्टर में चिकित्सकों के द्वारा मेडिकल स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान चिकित्सकों की टीम के द्वारा इंफ्रारेड थर्मामीटर के माध्यम से मजदूरों के बॉडी टेंपरेचर को नापा गया। साथ ही साथ खांसी, बुखार जैसे लक्षण की भी स्क्रीनिंग की गई। जांचोपरांत ठीक पाए जाने पर मजदूरों के हाथों में होम क्वारेंटाइन का मोहर लगा उन्हें होम क्वारेंटाइन में भेजा गया। होम क्वारेंटाइन में मजदूरों को 14 दिनों तक रहने का निर्देश दिया गया है। एसएस प्लस टू सिमडेगा में दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों के लिए विभिन्न सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन हो इसके लिए उपायुक्त के निर्देश पर सभी काउंटरों के आगे सामान दूरी पर चेयर लगाए गए है। मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद मजदूरों को संबंधित रिसिविंग सेन्टर में बनाये गए सुविधा काउन्टर में भेजा जा रहा है। जहां श्रमिकों का बायोटाडा लेते हुए उन्हें 14 दिनों के बाद मनरेगा से रोजगार मुहैया कराने की दिशा में पहल की गई। वहीं इस दिशा में श्रमिकों की राय भी ली गई।



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200 जरूरतमंद परिवारों के बीच सीआरपीएफ ने बांटे अनाज

कोरोना महामारी में नक्सल अभियान के साथ-साथ सीआरपीएफ जरूरतमंद लोगों के घरों तक भोजन पहुंचाने का अभियान चला रही है। इसी कड़ी में सीआरपीएफ की 11वीं बटालियन के कमांडेंट विनय कुमार त्रिपाठी के निर्देश पर बरवाडीह थाना क्षेत्र के मंगरा पंचायत अंतर्गत चंद्रदहा विद्यालय में मंगलवार को सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत कंपनी कमांडर रूपेश सिंह के नेतृत्व में जरूरतमंद परिवारों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। इस दौरान 200 जरूरतमंद परिवारों के बीच चावल, दाल और आटा का पैकेट बनाकर वितरण किया गया। अनाज पाकर ग्रामीण खुश दिखे। मौके पर मौजूद कंपनी कमांडर रूपेश सिंह ने मौजूद ग्रामीणों को सोशल डिस्टेंस का पाठ पढ़ाते हुए लॉकडाउन का पालन करने की भी नसीहत दी। मौजूद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए रुपेश सिंह ने कहा कि देश में संकट की घड़ी में जरूरतमंद परिवारों के समक्ष भुखमरी न हो, इसके लिए सीआरपीएफ के वरीय अधिकारियों द्वारा खाद्य सामग्री वितरण करने का कार्यक्रम चलाया जा रहा है।



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CRPF distributes grains among 200 needy families




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बेंगलुरु से हुसैनाबाद आए 21 मजदूर, रहेंगे हाेम क्वारेंटाइन में

राज्य व केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयास से बंगलुरु से हटिया, मेदिनीनगर होते हुए 21 मजदूर मंगलवार को सुबह 9 बजे हुसैनाबाद पहुंचे। उन्हें हटिया से बस द्वारा मेदिनीनगर लाया गया था।, जहां उनकी स्क्रीनिंग के बाद बस से हुसैनाबाद भेजा गया है। उनके हुसैनाबाद पहुंचने पर उनकी स्क्रीनिंग हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी डॉ रत्नेश कुमार के मौजूदगी में डॉ. शशिभूषण ने की। स्क्रीनिंग के बाद उन्हें अपने अपने घर भेजने के पहले कुछ सावधानियां रखने की हिदायत दी गई है। उन्हें बताया गया है कि वह 14 दिनों तक घर में ही क्वारेंटाइन रहेंगे। किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधित परेशानी होने पर स्थानीय सहिया, एएनएम या आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से सूचना देने का काम करेंगे।

बंगलुरु से अपने घर पहुंचे मजदूरों में काफी खुशी है। उन्होंने राज्य व केंद्र सरकार को धन्यवाद किया है। हुसैनाबाद आने वाले मजदूरों ने बताया कि उन्हें बहुत ही अच्छी तरह से खाने पीने के साथ लाया गया है। उन्होंने बताया कि उनके लिए आज का दिन सबसे खास है। उन्होंने सोचा भी नहीं था की वह लाॅकडाउन के दरम्यान घर पहुंच पाएंगे। छात्रों की बस को रिसीव करने बीडीओ इमानुएल जय बिरस लकड़ा, थाना प्रभारी राजदेव प्रसाद, एसआई सच्चितानंद चौधरी, बीरबहादुर सिंह, बीपीओ अमन कुमार, डॉ. पीएन सिंह, कार्यक्रम प्रबंधक विभूति गुप्ता, स्वास्थ्य कर्मी समेत कई अधिकारी मौजूद थे।



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केरल, राजस्थान अाैर कर्नाटक से पलामू लौटे 271 मजदूर, अभी 14 दिनों तक रहेंगे हाेम क्वारेंटाइन में

सरकार की मदद से मंगलवार की सुबह कोझीकोड (केरल), नागौर (राजस्थान) तथा कोलार (कर्नाटक) से 271 मजदूर अपने घर पलामू पहुंचे। जीएलए कॉलेज में बनाए गए सहायता केंद्र में मौजूद जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने मजदूरों का स्वागत किया। बताते चलें कि कोझीकोड, केरल से 19 मजदूर धनबाद के रास्ते, नागौर (राजस्थान) से 162 मजदूर बरकाकाना के रास्ते तथा कोलार (कर्नाटक) से 90 मजदूर हटिया के रास्ते पलामू पहुंचे। उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा क्रमशः धनबाद, बरकाकाना तथा हटिया स्टेशन पर बसों को भेजकर मजदूरों को पलामू लाया गया।

पलामू आने के पश्चात मजदूरों की जीएलए कॉलेज में बनाए गए सहायता केंद्र में चिकित्सकों द्वारा मेडिकल स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान चिकित्सकों की टीम के द्वारा इंफ्रारेड थर्मामीटर के माध्यम से मजदूरों के बॉडी टेंपरेचर को नापा गया। साथ ही साथ खांसी, बुखार जैसे लक्षण की भी स्क्रीनिंग की गई। जांच उपरांत ठीक पाए जाने पर मजदूरों के हाथों में होम क्वारेंटाइन का मोहर लगा उन्हें घर भेजा गया। होम क्वारेंटाइन में मजदूरों को 14 दिनों तक रहने का निर्देश दिया गया है। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आफताब आलम ने बताया कि जीएलए कॉलेज में बनाए गए सहायता केंद्र में दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों के लिए विभिन्न सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन हो इसके लिए उपायुक्त के निर्देश पर सभी काउंटरों के आगे सामान दूरी पर सर्किल बनाकर चिह्नित किया गया है।

सबसे ज्यादा सदर के 40 व पांडू के 28 मजदूर आए थे
मंगलवार अहले सुबह पलामू पहुंचे 271 प्रवासी मजदूरों में सबसे ज्यादा सदर मेदिनीनगर के 40 हैं। लेस्लीगंज के 8, तरहसी के 9, पांकी के 25, मनातू के 14, पाटन के 17, पंडवा के 2, छत्तरपुर के 26, नौडीहा बाजार के 1, विश्रामपुर के 9, उंटारी रोड के 4, पाण्डु के 28, हरिहरगंज के 10, नाव बाजार के 1, पिपरा के 3, हुसैनाबाद के 21, हैदरनगर के 16, मोहम्मदगंज के 6, चैनपुर के 14, रामगढ़ के 9 तथा सतबरवा के 8 मजदूर भी आने वालाें में शामिल हैं।

काउंटर पर मजदूरों से कराया गया आरोग्य सेतु एप डाउनलोड
मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद मजदूरों को संबंधित प्रखंडों के काउंटर भेजा जा रहा था। वहां मजदूरों को उनके प्रखंड जाने वाले वाहनों का नंबर बताया जा रहा था। इसके अलावा प्रखंड के काउंटरों पर मजदूरों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड तथा इंस्टॉल कराया गया। तत्पश्चात सभी मजदूरों को उनके प्रखंडों में जिला प्रशासन के द्वारा पहुंचाया गया। इसके लिए जिला प्रशासन के द्वारा 13 बसों का इस्तेमाल किया गया।



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271 laborers returned to Palamu from Kerala, Rajasthan and Karnataka, will stay in Ham Quarantine for 14 days




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लॉकडाउन का पॉजिटिव इफेक्ट... 20 साल में पहली बार मई का पारा 400 के नीचे

काेराेना महामारी पर रोक लगाने के लिए जिले में 23 मार्च से लॉकडाउन हैं। इसके कारण 20 सालों में पहली बार प्रकृति में ऐसा बदलाव देखने को मिला है कि रैनशैडो जिला पलामू में मई माह में पारा 40 डिग्री सेल्सियस को पार नहीं किया है। पिछले 20 सालों में देखा जाए तो मई माह में जिले का 45 से ऊपर तापमान हो जाता था। लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण प्रकृति में बदलाव से जिले का तापमान 40 डिग्री से भी कम हो गया है। 5 मई दिन मंगलवार को करीब सुबह 6 बजे से 9 बजे तक जमकर गर्जन के साथ बारिश हुई। जिससे पारा में गिरावट तो नहीं हुई लेकिन गर्म हवा नहीं चली।

इससे लोगों को गर्मी का अहसास नहीं हुआ। सुबह में बारिश के समय ठंड का अहसास होने से मानो लोगों को ऐसा लगा रहा था कि गर्मी का मौसम अभी शुरू ही नहीं हुआ हो। इसके पहले 4 मई को दोपहर में भी हल्की बारिश हुई थी।गौरतलब है कि रैनशैडो एरिया होने के कारण मई माह में लोगों को सबसे ज्यादा गर्मी का अहसास होने लगता था। बीते 20 सालों में जिले में मई माह में तापमान 45 डिग्री से भी ऊपर चला जाता था लेकिन इस बार मई माह शुरू हो गया है और गर्मी का लोगों को ज्यादा अहसास नहीं हो रहा है। क्योंकि लॉकडाउन की वजह से इस बार तापमान में भारी गिरावट हुई है और तापमान 40 डिग्री से भी नीचे गिरा हुआ है, जिससे लोगों को इस बार मई माह में भी गर्मी का अहसास नहीं हो रहा है। हाल यह है कि मेदिनीनगर का अधिकतम तापमान 1 मई को 35.4, 2 मई को 33.8, 3 मई को 36.4, 4 मई को 32.2 और 5 मई को 36.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

9 मई तक हल्के दर्जे की बारिश के आसार
बंगाल की खाड़ी में विक्षोभ बनने से मई माह की शुरुआत से ही आसमान में बादलों का डेरा लगा रहा। चार मई को दोपहर में हल्के दर्जे की बारिश हुई। उसके बाद पांच मई को सुबह में भी बारिश हुई। एक बार तो ऐसा लगा कि आज बारिश ही नहीं खुलेगी। लेकिन दस बजे के करीब मौसम खुल गया। मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के निदेशक एसडी कोटाल के अनुसार, लॉकडाउन से प्रकृति में हुए बदलाव से मई माह में भी बारिश ने मौसम खुशनुमा बना दिया है, जिससे अभी तक गर्मी का नामोनिशान नहीं है। उन्होंने कहा कि 9 मई तक आसमान में बादल छाए रहेंगे। इस दरम्यान कहीं कहीं तेज हवा चलने के साथ हल्के दर्जे की बारिश भी हो सकती है।

लॉकडाउन की वजह से तापमान में गिरावट
जिले के तापमान में गिरावट का असर लॉकडाउन भी हो सकता है। 23 मार्च से लॉकडाउन होने के कारण ग्रामीण जंगल नहीं जा रहे हैं। पेड़ों की कटाई के साथ जंगल में आग लगने की घटनाएं भी इस वर्ष नहीं के बराबर हुई हैं। शहरों, कस्बों में प्रदूषण कम हुआ है, जिससे वहां का पर्यावरण सुधरा है। इसका असर जंगली क्षेत्र में भी देखने को मिल रहा है। इससे जंगल एक बार फिर हरा भरा नजर आ रहा है।जंगल हरा भरा होने के कारण और प्रकृति में बड़ा परिवर्तन होने के कारण प्रदूषण की मात्रा में भारी कमी आई है। जिससे सभी जंगल हरे भरे होने के कारण मौसम में ठंडक आ गई है। जिससे तापमान में भारी कमी आई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आगे भी बारिश व बादलों का मौसम बने रहने की संभावना है।



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Positive effects of lockdown ... May's mercury below 400 for the first time in 20 years




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दूसरे राज्यों में रह गए 12 मजदूर वापस टंडवा पहुंचे

देश मे लगे लॉकडाउन के बाद दूसरे राज्यों मे फंसे प्रखंड के दर्जन भर मजदूर सकुशल अपने घर पहुंचे। जिसमे पिपरवार क्षेत्र के होशिर गांव के तथा धनगडा, बीरबीर आदि जगहों के दस प्रवासी मजदूर तेलंगाना केरल तथा छत्तीसगढ से आए हैं। वहीं टंडवा का एक छात्र कोटा से वापस घर आया है। इनके घर आते ही परिजनों मे खुशी की लहर दौड़ गई। बीडीओ प्रताप टोप्पो ने बताया कि सभी लोगों को सकुशल घर भेज दिया। सभी लोगो की स्वास्थ जांच की गई है। जो सभी लोग स्वस्थ हैं। फिर एहतियात के तौर पर उन्हें चौदह दिनों के लिए होम क्वारेंटाइन मे रहने को कहा गया है।



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महान दार्शनिक, विचारक कार्ल मार्क्स की 202वीं जयंती पर सीपीएम ने दी श्रद्धांजलि

महान दार्शनिक, विचारक कार्ल मार्क्स की 202वीं जयंती पर सीपीएम की ओर से याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
मौके पर कार्ल मार्क्स के चित्र पर पुष्पांजलि करते माकपा के राज्य सचिव मंडल सदस्य संजय पासवान ने कहा कि पुरी दुनिया में मजदूरों का राज कायम हो, मानव के द्वारा मानव का शोषण न हो और एक शोषण मुक्त समाजवादी व्यवस्था का निर्माण मार्क्सवाद का मूल सिद्धांत है।

उन्होंने कहा कि पीएम केयर फंड मे हजारों करोड़ रुपये जमा है, प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने मे इस फण्ड का इस्तेमाल किया जाना चाहिए और प्रवासी मजदूरों व राज्य सरकारों से भाड़ा नहीं वसूलना जाना चाहिए। केन्द्र सरकार आंखें खोले और राशन कार्ड की अनिवार्यता खत्म कर सभी को अनाज दे। इनकम टैक्स देने वाले लोगों को छोड़कर सभी के खातों मे दस दस हजार का राहत पैकेज दे। कोरोना महासंकट मे बीमारी को कम करने व समाप्त करने की दिशा मे केरल मे तीन माह मे सिर्फ चार ही व्यक्ति की कोरोना से मौत हुई है। आज केरल मॉडल को पूरे देश मे लागू करने की आवश्यकता है।



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केरल से कोडरमा जिला आए 24 प्रवासी मजदूरों को 28 दिनों के होम क्वारेंटाइन में घर भेजा गया

केरल से आए 24 प्रवासी मजदूरों की सोमवार की रात सदर अस्पताल कोडरमा में स्क्रीनिंग की गई। दो अलग अलग बसों में सवार होकर ये सभी लोग कोडरमा पहुंचे। पहली बस सोमवार की रात 8 बजे धनबाद से आई, जिसमें कुल 14 मजदूर सवार थे। वहीं दूसरी बस रात 10 बजे जसीडीह स्टेशन से आई जिसमें 10 लोग सवार थे। अलग अलग प्रखंडों से सभी लोगोें को जिला प्रशासन के द्वारा जांच के उपरांत उनके घर तक छोड़ा गया। जांच में सभी यात्री स्वस्थ पाए गए। किन्हीं में कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं था। सभी को 28 दिनों के होम क्वारेंटाइन में घर भेजा गया। स्क्रीनिंग में डा. सुरेंद्र कुमार, सीएचओ रतन सिंह, मीना, दीपेश कुमार मौजूद थे। वहीं वरीय दंत चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ. शरद कुमार के नेतृत्व में दोनों स्क्रीनिंग का कार्य किया गया।



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फोन पे का अवाॅर्ड जीतने के नाम 22 हजार रुपए की कर ली ठगी

गुमला|जिला ग्रामीण विकास अभिकरण विभाग के प्रशिक्षक चंद्रशेखर यादव के फोन पे से साइबर अपराधियों द्वारा 22 हजार रुपए ठगी कर लिया गया है। ठगी का शिकार होने के बाद चंदशेखर ने सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज
कराई है।दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि उनका सैलेरी अकाउंट एसबीआई गोड्डा में है। वे अपने मोबाइल में गूगल फोन पे का उपयोग कर रहे है। 4 मई को शाम करीब 5:10 बजे जब वे ड्यूटी से वापस घर लौटे तभी उनके मोबाइल में एक अज्ञात नम्बर 91..7699751101 फोन आया।

फोन करने वाला व्यक्ति खुद को फोन पे कस्टमर केअर का व्यक्ति बताया। कहा गया कि आप फोन पे यूज करते हो। इसलिए फोन पे कंपनी की ओर से आपको 5999 रुपए का अवार्ड आया है। इस अवार्ड राशि को आप मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल आदि में पेमेंट कर सकते है। इसके बाद मुझे फोन पे एप लॉगइन करने को कहा और पर्सनल पासवर्ड डालते ही खाता से 22 हजार रुपए कट गया।



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ऐसी गलती न करें... राज्य में 126 पॉजिटिव मरीज, फिर भी गुमलावासी बेफिक्र

राज्य में मंगलवार के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण के 126 पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद भी जिले में लोगों के बीच जागरूकता में भारी कमी दिख रही है। शहर के बाजार टांड में प्रत्येक शनिवार व मंगलवार को लगने वाले साप्ताहिक हाट में लॉकडाउन वन से लेकर थ्री के शुरूआत में भी अभी तक सोशल डिस्टेंसिंग उल्लंघन करने वाली तस्वीर उभर कर सामने आरही है।
कोरोना वायरस के बीच बाजार में उमड़ने वाली भीड़ की स्थिति देख कभी भी किसी मामले के सामने आने के बाद इसके घातक परिणाम से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। इस बात से लोगों को अब चौकाने नहीं बल्कि चौकन्ना रहने की जरूरत है।
इधर बाजार टांड के अलावा शहर के विभिन्न मार्गों में प्रशासनिक आदेशों के बावजूद शहर के दुकानदार अब अपनी आदेशों पर चल रहे है। अहले सुबह 5 बजे से ही मेन रोड, सिसई रोड, थाना रोड, पालकोट रोड,जशपुर रोड, मधुबाला गली, लोहरदगा रोड समेत कई स्थानों में दुकानदार चोरी छुपे दुकानदारी करते नजर आते है।

जिसके कारण सड़कों में बेवजह भीड़ उमड़ रही है। साथ ही लॉकडाउन का उलंघन हो रहा है। लोगों की ये लापरवाही हजारों लोगों की जान को मुश्किल मेंं डाल सकती है। किसी कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने से इसके तेजी से प्रवाह होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है।

भीड़ वाली दुकानाें काे एसडीओने किया चिह्नित, कार्रवाई होगी
मंगलवार को ऐसे ही चोरी छुपे दुकान खोलने की सूचना के बाद सदर एसडीओ, बीडीओ ने सशस्त्र बल के साथ कई इलाकों में पहुंचकर दुकानों को चिह्नित किया। वहीं कई ट्रांसपोर्टर कंपनी भी राडार पर रहे। इसके बावजूद अधिकारियों ने भी ग्राहकों को रोक कर उनके हाथ मे पकड़े सामानों के आधार पर उसी दुकान के सामने खड़ा करते हुए कई दुकानों का वीडियो व फोटो ग्राफी की। इस कार्रवाई के बाद लोगों के बीच मे हड़कंप मच गया। इसके बाद लोग अपनी दुकानदारी बंद की।



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Do not make such a mistake ... 126 positive patients in the state, yet Gumlawasi is unaware




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अब तक 128 कोरोना पॉजिटिव केस; राज्य के 12 जिलों में पहुंचा कोरोना संक्रमण, रिम्स की नर्स में संक्रमण की पुष्टि

बुधवार को रांची के दो मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें से एक हिंदपीढ़ी व दूसरी रिम्स की नर्स शामिल है। नर्स,रिम्स कोविड वार्ड में ड्यूटी पर थी। दोनों नए पॉजिटिव केस आने के बाद झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर128हो गई है। जबकि रांची में कोरोना के मामले बढ़कर 94 हो गए हैं। वायरस का संक्रमण राज्य के 12 यानी 50 फीसदी जिलों में पहुंच चुका है। नए जिलों में दुमका की एंट्री हुई है।

उधर, दुमका में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद यह ग्रीन से ऑरेंज जोन में आ गया है। इसके साथ ही ग्रीन जोन के जिलों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।राज्य के कुल कोरोना संक्रमितों में से 4 की मौत हो चुकी है। 33 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी में मंगलवार शाम आठ नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी।

जमशेदपुर के साकची मेन सड़क पर बुधवार को सुबह 10 बजे पसरा सन्नाटा। यहां पुलिस की सख्ती के बाद एक-दो वाहन सड़क पर दिखे।

उधर, बुधवार सुबह तीन श्रमिक ट्रेन दूसरे राज्यों से झारखंड के अलग-अलग जिलों में पहुंची। इन ट्रेनों में एक धनबाद, एक पलामू के डालटनगंज जबकि एक रांची के हटिया स्टेशन पहुंची है। इनमें सवार श्रमिकों की स्वास्थ्य विभाग की ओर से थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद सभी को बसों के जरिए घर भेजा जाएगा।

टेक्नीशियन हड़ताल पर, विभाग अब सैंपल जांचेगा, कलेक्शन नहीं करेगा
रांची के रिम्स में टेक्नीशियन के संक्रमित हो जाने के तीन दिनों बाद मंगलवार को माइक्रोबायोलॉजी लैब खुली। जांच शुरू हुई। लेकिन, आउटसोर्सिंग के 22 टेक्नीशियन चौथे दिन भी हड़ताल पर रहे। उनका कहना है कि जब तक स्थाई नियुक्ति नहीं होगी, तब तक ड्यूटी पर नहीं जाएंगे। फिलहाल लैब 12 परमानेंट तकनीशियनों के सहारे चल रहीहै। माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि विभाग की जिम्मेवारी अब केवल कलेक्टेड सैंपलों की जांच करने की है। सैंपल कलेक्शन कराने कि जिम्मेवारी रिम्स अधीक्षक और टास्क फोर्स की टीम की है।

गुजरात के सूरत से श्रमिक स्पेशल ट्रेन बुधवार सुबह धनबाद पहुंची जिसमें करीब 1200 मजदूर सवार थे। सभी को स्टेशन से गोल्फ ग्राउंड ले जाया गया जहां से बसों के जरिए उनके घर भेजा गया।

कोरोना अपडेट्स

  • रांची: राज्य के रेड जोन में शामिल जिले में 94लोगों में कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है। हिंदपीढ़ी व सटे इलाकों की हेल्थ स्क्रीनिंग फिर से शुरू हुई है। मेडिकल टीम घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रही है। लगभग 12 हजार घरों के लोगो की स्क्रीनिंग हो चुकी है। सिविल सर्जन डॉ. विजय बिहारी प्रसाद ने बताया कि स्क्रीनिंग में घरवालों का डेटाबेस बनाया जा रहा है। लक्षण मिलने पर सैंपलिंग के लिए भेजा जा रहा है। अभी हिंदपीढ़ी, चुटिया, कांटाटोली, हरमू, बेड़ो, बुंडू, कांके में स्क्रीनिंग हो रही है।
  • बोकारो: जिले में अब तक 10 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें एक की मौत हो चुकी है। जबकि छह स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं। मंगलवार को जिले के कुल 80 संदिग्धों की रिपोर्ट आई। सभी रिपोर्ट निगेटिव रही। अभी तक कुल 550 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। उनमें से 10 कोरोना पॉजिटिव सहित कुल 492 सैंपलों की रिपोर्ट आ चुकी है। 482 रिपोर्ट नेगेटिव और 10 पॉजिटिव रही। ओडिशा के अंगुल, जगतसिंहपुर, क्योंझर और सुंदरगढ़ में फंसे 212 प्रवासी श्रमिकों व यात्रियों को सुरक्षित उनके गृहजिला बोकारो लाने के लिए मंगलवार को 10 बसों को रवाना किया गया।
  • धनबाद: जिले में अब तक मिले दो संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। केरल से लौटे 14 मजदूरों की जांच रिपोर्ट मंगलवार को आई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव है। सभी को होम क्वारैंटाइन किया गया है। मंगलवार को कुल 67 लोगों का स्वाब जांच के लिए लिया गया। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पांच अस्पतालों में अभी कुल 130 लोग क्वारैंटाइन हैं। पीएमसीएच में जिले में लिए गए 62 सैंपल की जांच की गई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। वहीं, दुमका के दो मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि प्राचार्य डॉक्टर शैलेंद्र कुमार ने की। पीएमसीएच में मंगलवार को धनबाद समेत अन्य जिलों के कुल 146 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली है।
  • जमशेदपुर: एमजीएम अस्पताल में कोरोना जांच के लिए आम लोगों की हो रही भीड़ को देखते हुए उसके लिए रजिस्ट्रेशन के समय में बदलाव किया गया है। बुधवार से सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। उपायुक्त कार्यालय के जनसुविधा केंद्र और जिला परिवहन पदाधिकारी कार्यालय में पास के लिए आवेदन जमा हो रहा है। डीसी ऑॉफिस के अलावा मानगो नगर निगम, जमशेदपुर अक्षेस कार्यालय, जुगसलाई नगर परिषद व घाटशिला अनुमंडल कार्यालय में आवेदन जमा होगा। भीड़ न हो इसलिए ऐसी व्यवस्था की है।
  • हजारीबाग: जिले में अबतक तीन लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। तीनों स्वस्थ्य भी हो चुके हैं। जिले में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर मंगलवार को 390 लोगों की प्रारंभिक जांच की गई। जिले में अब तक 958 लोगो का कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। जिसमें 917 लोगों के जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। फिलहाल जिले में एक भी कोरोना के पॉजिटिव केस नहीं है।
  • कोडरमा: जिला के कोविड अस्पताल होली फैमिली में भर्ती कोरोना पीड़ित मरीज की दूसरी रिपार्ट आर-2 के निगेटिव आने के बाद मंगलवार को उसे डिस्चार्ज किया गया। अन्य राज्यों से प्रवासी मजदूर व अन्य लोगों का जिला में आगमन हो रहा है। ऐसे लोगों का जांच करके 28 दिनों के लिए होम क्वारैंटाइन के लिए भेजा जा रहा है। अब तक जिले में कुल 12136 लोगों की फ्लू कॉर्नर के माध्यम से कोरोना बीमारी के प्रारंभिक लक्षणों की जांच की गई है। मंगलवार को कुल 205 मरीजों की जांच की गई।
रांची के चान्हो स्थित हुटार बाजार में बुधवार को सोशल डिस्टेंसिंग को दरकिनार कर लोग खरीदारी करते रहे। इस दौरान उन्होंने एहतिहात के तौर पर मास्क भी नहीं लगाया। इस दौरान पुलिस-प्रशासन बाजार में नहीं दिखी।
  • गढ़वा: पिछले एक सप्ताह के दौरान कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। वहीं पहले व उनसे संबंधित लोगों की दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
  • सिमडेगा: जिले में अब तक 287 संदिग्धों के सैंपल भेजे जा चुके हैं जिसमें 245 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव जबकि दो रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, एक कोरोना संक्रमित स्वस्थ्य होकर घर लौट चुका है। फिलहाल, 35 संदिग्धों की रिपोर्ट आनी बाकी है। अब तक जिले में 42 लोगों को क्वारैंटाइन जबकि 257 लोगों को होम क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है।
  • पलामू: चार मई से लॉक डाउन 3.0 लागू हो गया है। इसके साथ ही पलामू पुलिस और भी सख्त हो गई हैं। जिले के लेस्लीगंज में अब तक तीन कोरोना संक्रमण के मरीज मिल चुके हैं। कोरोना पॉजिटिव के परिवार, रिश्तेदारों और उसके साथ क्वारैंटाइन में रहने वाले सभी का सैंपल निगेटिव आया है।
  • गिरिडीह: पड़ोसी कोडरमा जिला में करीब एक महीने से इलाजरत कोरोना पीड़ित अब घर लौट आया है। जिले में अब तक 317 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं जिनमें से दो रिपोर्ट पॉजिटिव जबकि 276 रिपोर्ट निगेटिव आई है। 41 रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं, कुल 358 संदिग्धों को होम क्वारैंटाइन किया गया है।
  • दुमका: उपराजधानी दुमका में दो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। दुमका में कोरोना मरीज मिलने का यह पहला मामला है। दोनों मरीज गुड़गांव से लौटे थे। जिस क्वारैंटाइन सेंटर में दोनों मरीज रह रहे थे उसे सील कर दिया गया है। दोनों मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। जानकारी के अनुसार दोनों मरीज जिले के सरैयाहाट प्रखंड अंतर्गत डुमरथर गांव के रहने वाले हैं।
  • देवघर: जिले में शनिवार को दो नए कोरोना संक्रमित की पुष्टि हुई। कुल चार पॉजिटिव केस में से पहले के दो पॉजिटिव मरीजों के ठीक होने के बाद रविवार को उन्हें घर भेज दिया गया। अब तक जिले में 350 से ज्यादा संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं जिसमें 228 की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है 116 लोगों की रिपोर्ट भी जल्द ही आ जाएगी।
  • जामताड़ा: जिले में अब तक दो संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। दोनों का कोविड-19 सेंटर में इलाज चल रहा है। प्लस टू हाई स्कूल नाला क्वारैंटाइन सेंटर के पास 200 मीटर का एरिया सील किया गया है। साथ ही बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी है। रेड जोन चिह्नित इलाके की दुकानों को भी बंद कराया गया है।
बुधवार को जमशेदपुर यूटिलिटीज एंड सर्विसेज कंपनी लिमिटेड (जुस्को)श्रमिक यूनियन की ओर से सफाई कर्मियों को सम्मानित किया गया।

राज्य में कुल 128संक्रमित: रांची के 94, बोकारो 10, पलामू 03, हजारीबाग 03, गढ़वा 03, धनबाद 02, गिरिडीह, 02, सिमडेगा 02, देवघर 04, जामताड़ा में 02, दुमका में 02 और गोड्डा में 01 मरीज में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।

राज्य में अब तक 04 की मौत: रांची में तीन जबकि बोकारो के एक मरीज की मौत हो चुकी है।

राज्य में स्वस्थ्य हुए 33 मरीज: रांची में 15, बोकारो में छह, धनबाद में दो, हजारीबाग में दो, देवघर में दो, सिमडेगा में एक जबकि राज्य के अन्य जिलों से संक्रमित मरीजों में 04 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।



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जमशेदपुर शहर के मानगो पुल पर बुधवार को भी जाम जैसी स्थिति हो गई। स्वर्णरेखा नदी पर बना यह पुल मानगो और जमशेदपुर के साकची इलाके को जोड़ता है। इस पुल पर रोजाना सुबह ऐसी स्थिति हो जाती है।




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दीदी किचन में जिले के 2.75 लाख गरीबों मिला भोजन

कोरोना महामारी के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान जिले में किसी भी गरीब, बेसहारा व अनाथ की भोजन के अभाव में मौत न हो, इसके लिए पंचायतों में निर्बाध रूप से दीदी किचन का संचालन किया जा रहा है। जानकारी अनुसार पिछले 3 अप्रैल से 5 मई तक जिले के विभिन्न पंचायतों में संचालित कुल 169 दीदी किचन के माध्यम से 2 लाख 75 हजार 688 लोगों की भोजन की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध कराया गया है।


जेएसएलपीएस के डीपीएम सुरेश सिंह के अनुसार सरकार के आदेशानुसार पूर्व में किचन के संचालन की समय सीमा 3 मई तक निर्धारित की गई थी। लेकिन लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के कारण सरकार स्तर से इसके संचालन की तिथि अगले 17 मई तक बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया कि दीदी किचन के माध्यम से प्रतिदिन 10 हजार से अधिक लोग भोजन की सुविधा का फायदा उठा रहे हैं।



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2.75 lakh poor got food in district in Didi Kitchen




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जिले में 309 लोगों की स्क्रीनिंग... 11 को आइसोलेशन, 52 किए गए कवारेंटाइन

जिले में बुधवार को विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कुल 309 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इनमें 60 लोग राज्य के विभिन्न शहरों से आए हुए और 249 लोग दूसरे राज्य के महानगरों से आने वाले शामिल हैं। स्क्रीनिंग के बाद 11 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है, जबकि 52 लोग फैसिलिटी क्वारेंटाइन में रखे गए हैं, वहीं 246 लोगों को होम क्वारेंटाइन किया गया। बुधवार को जिन स्वास्थ्य संस्थानों में स्क्रीनिंग की गई उनमें एचएमसीएच अस्पताल हजारीबाग में 39 लोग, बरही में 42, बरकट्ठा में 89, बड़कागांव में छह, चौपारण में 54 चुरचू में 10, इचाक में 10, कटकमसांडी में 14 ,केरेडारी में 12, विष्णुगढ़ में 25 और सदर सीएचसी 3 लोग शामिल हैं। इनमें रांची से वापस लौटे एक युवक और मुंबई से अपनी गाड़ी से लौटने वाले 3 लोग सहित गुजरात, सूरत से लौटने वाले शामिल हैं। बताया गया कि रांची के कांटा टोली में रहकर कैटरिंग का काम करने वाला चतरा जिले के पत्थलगडा निवासी युवक वापस लौटा था। इसकी सूचना प्रशासन को मिलने के बाद उसे स्क्रीनिंग के लिए एचएमसीएच अस्पताल भेजा गया। जहां स्क्रीनिंग के बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। इनके अलावा 3 ऐसे लोग हैं जो हजारीबाग पेलावल ओपी क्षेत्र के रहने वाले हैं वे मुंबई में रहकर अपनी गाड़ी चलाया करते थे।



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गुजरात से आए 42 लोगों को एचएमसीएच में स्क्रीनिंग, प्रखंडों में किए गए क्वारेंटाइन

हजारीबाग एचएमसीएच अस्पताल को कोविड-19 सेंटर बनाए जाने के बाद यहां के लेबर रूम को डेमोटांड़ स्थित श्रीनिवासन अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। जहां प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं को भर्ती किया जाता रहा है। लेकिन वैसे गर्भवती महिलाएं जो कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध हों या फिर कोविड-19 पाॅजिटिव पाए गए हैं। उनके प्रसव के लिए एचएमसीएच अस्पताल के लेबर रूम में विशेष व्यवस्था की गई है। जहां सारे सुरक्षा संसाधनों का उपयोग करते हुए महिलाओं का प्रसव कराया जाएगा।

इसी क्रम में गुजरात से 42 लोग हजारीबाग पहुंचे। जिनका स्क्रीनिंग एचएमसीएच अस्पताल में किया गया। इनमें एक दंपति भी शामिल है। बताया गया कि महिला गर्भवती है इसलिए उसे एचएमसीएच के विशेष रूप से बनाए गए लेबर रूम में भर्ती कर क्वारेंटाइन किया गया है, जबकि बाकी सभी बाहर से आए पुरुष मजदूर को नीलांबर-पितांबर स्थित फैसिलिटी क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। इन सभी का स्वाब सैंपल लेकर जांच के लिए रिम्स भेजा जाएगा। अगर महिला के प्रसव की स्थिति बनी तो एचएमसीएच के लेबर रूम में ही सुरक्षित तरीके से उसका प्रसव भी कराया जाएगा। अगर स्वाब जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव भी आती है तो प्रसव कराने में लगे चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमण का खतरा नहीं होगा। महिला सूरत से पति के साथ आई है। दोनों पति-पत्नी क्वारेंटाइन में हैं।



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42 people from Gujarat screened at HMCH, Quarantine done in blocks




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छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश से 21 और केरल से लोहरदगा पहुंचे 12 प्रवासी मजदूर

जिले में प्रवासी मजदूरों को लाने को लेकर बनाए गए अलग अलग सेंटरों में कुल 33 मजदूरों को बुधवार शाम तक लाया गया। इस क्रम में 21 मजदूरों को छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश से बीएस कॉलेज स्टेडियम एवं सेन्हा में बनाए गए स्क्रीनिंग सेंटर पर स्क्रीनिंग किया गया। उनमें 10 सेन्हा के,1पेशरार, 7 लोहरदगा के और 2 किस्को और एक कुडू के थे। वहीं केरल से जिले के 12 मजदूरों को कुडू स्थित बनाए गए स्क्रीनिंग सेंटर पर लाया गया। उनमें कुडू के 10, कैरो के 01 तथा लोहरदगा के 01 शामिल थे। एमपी व छत्तीसगढ़ से लाए गए मजदूरों की जांच के क्रम में अपर समाहर्ता अंजनी मिश्रा, जिला परिवहन पदाधिकारी अमित बेसरा, नजारत उप समाहर्ता परमेश कुशवाहा, अवर निबंधक मनोजित प्रसाद, जिला योजना पदाधिकारी राजीव रंजन, नारायण राम सहित अन्य मेडिकल टीम व सुरक्षा बल उपस्थित थे। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा डॉ शम्भू चौधरी के साथ सभी मजदूरों की स्वास्थ्य की जानकारी ली गई तथा टीम द्वारा थर्मल गन से तापमान की माप व अन्य स्क्रीनिंग की गई।

उन्हें मास्क उपलब्ध कराई गई। इस दौरान पदाधिकारियों ने सभी मजदूरों से घर जाने के बाद अनिवार्य रूप से 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहने को कहा गया। वहीं केरल से कुडू सेंटर लाए गए मजदूरों को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जांच की गई तथा टीम द्वारा स्क्रीनिंग की गई। स्क्रीनिंग होने के बाद सभी मजदूरों को पदाधिकारियो एवं कर्मियों द्वारा अलग-अलग वाहनों से उनके घरों तक सुरक्षित उन्हें पहुंचाया गया।



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21 migrant laborers from Chhattisgarh, Madhya Pradesh and 12 from Kerala reached Lohardaga




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मेडिकल टीम ने रांची जिले के 10,218 घरों में स्क्रीनिंग की

रांची जिले के हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी सहित सभी माइक्रो कंटेनमेंट जोन में हाउस-टू-हाउस सर्वे का काम बुधवार को पूरा कर लिया गया। कुल 10,218 घरों में जाकर मेडिकल टीम ने स्कीनिंग की। इसमें 52,344 लोगों के हेल्थ की जांच की गई। हिंदपीढ़ी में 30 स्थानों पर सर्वे हुआ, जिसमें कुल 7175 घरों में मेडिकल टीम ने जाकर 38,643 लोगों की स्क्रीनिंग की। इसके अलावा शहर के 11 माइक्रो कंटेनमेंट जोन के 415 घरों में रहनेवाले 6673 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में बेड़ो प्रखंड के मोरो, केशा व करंजी, कांके प्रखंड के अरसंडे व बुंडू प्रखंड के ताऊ में मेडिकल टीम ने सर्वे किया। इन क्षेत्रों में 1628 घरों के 7028 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। जिनमें कोरोना के लक्षण मिले हैं, उन्हें चिह्नित किया गया है। उनकी स्वाब टेस्टिंग की जाएगी।

निगम ने मशीनें बढ़ाईं, मच्छर मारने के लिए दूसरी टीम होगी

रांची में कोरोना का फैलाव बढ़ने के बाद विभिन्न क्षेत्रों को सेनिटाइज किया जा रहा है। निगम हिंदपिढ़ी, कांटाटोली व बरियातू सहित अन्य क्षेत्रों को लगातार सेनिटाइजेशन करा रहा है। एटीएम और बैंक की शाखाओं को भी सेनिटाइज किया जा रहा है। बुधवार को वार्ड नंबर 26 के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित बैंक, एटीएम व पेट्रोल पंप सेनिटाइज किए गएा। नगर निगम ने सेनिटाइजेशन जे करनेे के लिए वाहनों की संख्या बढ़ा दी है, अब 25 वाहनों से काम लिया जा रहा है। इसके अलावा सभी वार्डों में 10-10 स्प्रे मशीनें भी दी गई हैं। इधर, नगर आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि बहुत जल्द सेनिटाइजेशन और मच्छर मारने के लिए अलग-अलग टीम काम करेगी। मानसून से पहले शहर के नाले-नालियों की सफाई के लिए भी युद्धस्तर पर काम शुरू किया जाएगा।



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4 जेलाें में शिफ्ट किए जाएंगे 200 कैदी

कारा महानिरीक्षक ने जेलाें में भीड़ कम करने के लिए चार जेलाें से 200 से अधिक कैदियों को स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। इनमें सेंट्रल जेल पलामू से सेंट्रल जेल रांची में 60 कैदी, मंडल कारा चतरा से धनबाद में 69 कैदी, मंडल कारा साहिबगंज से उपकारा राजमहल में 26 कैदी अाैर मंडल कारा चाईबासा से उपकारा घाटशिला में 60 कैदियों को स्थानांतरित किया जा रहा है।



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रांची नगर निगम ने 26 वाहनों को सैनिटाइजेशन में लगाया तो एक साथ 26 वार्ड हुए सैनिटाइज

कोरोना पॉजिटिव केस का हॉटस्पॉट बने राजधानी में रांची नगर निगम ने सैनिटाइजेशन का दायरा बढ़ा दिया है। गुरुवार को निगम ने एक साथ 26 वाहनों को शहर में उतारा,जिससे शहर के 26 वार्डोंको सैनिटाइज किया गया। इस दौरान वार्ड के एक-एक गली- मुहल्लों में स्थित घरों दुकानों को सैनिटाइज किया गया। निगमकर्मियों ने 1% सोडियम हाइपोक्लोराइट की घोल से प्रत्येक स्थान को सैनिटाइज किया ताकि विषाणु का नाश हो।


प्रथम पाली में वार्ड नंबर 42 ,34, 36, 48 ,50, 53 में ट्रैक्टर द्वारा सैनिटाइजेशन का कार्य किया गया। वहीं, वार्ड नंबर 2, 4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22 24, 26, 28, 30, 32,38, 40, 44, 46 इत्यादि वार्डों में ऑटो से यह अभियान चलाया गया। इसके अलावा वाटर टैंकर से वार्ड नंबर 8, 17, 50 के विभिन्न मुहल्लों के अलावा रिम्स, सदर हॉस्पिटल हिंदपीढ़ी के वार्ड, गांधीनगर स्थित क्वारैंटाइनसेंटर, सर्ड एवं दलादाली में बने हुए क्वारैंटाइन सेंटर को सैनिटाइज किया गया। साथ ही कांटा टोली स्थित बस टर्मिनल और निगम के 4 एमटीएस को भी सैनिटाइज किया गया।



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कांटा टोली स्थित बस टर्मिनल और निगम के 4 एमटीएस को भी सैनिटाइज किया गया।




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राज्य में कोरोना संक्रमण के मिले पांच नए मामले; सिमडेगा से एक और बोकारो से तीन मरीज ठीक हो घर लौटे, तीन स्पेशल ट्रेन से 3264 मजदूर पहुंचे झारखंड

झारखंड में कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। गुरुवार को आई कोरोना जांच रिपोर्ट के आधार पर पांच लोगों में संक्रमण की पुष्टि की गई। पांचों ही पलामू के रहने वाले हैं। इनमें सेमनातू व नौडीहा से दो-दो और पाटन की एक महिला शामिल है। इसके साथ ही पलामू में आठ वराज्य में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 133 हो गईहै। वायरस का संक्रमण राज्य के 12 यानी 50 फीसदी जिलों में पहुंच चुका है। राज्य के कुल कोरोना संक्रमितों में से 4 की मौत हो चुकी है। 42मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। वहीं रिम्स से गुरुवार शाम नौ ठीक हो चुके मरीजों को छुट्टी दी गई।

वहीं, गुरुवार को बोकारोसे राहत भरी खबर आई। यहां बोकारो जनरल अस्पताल (बीजीएच) में भर्तीबाकी तीन कोरोना पॉजिटिव भी स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए।बताते चलें कि बोकारो में 10 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इनमें से एक की मौत हो चुकी है और स्वस्थ होने पर 6 को पहले ही अस्पताल से छुट्‌टी दी जा चुकी थी। वहीं सिमडेगा में भी एक मरीज की तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे घर भेज दिया गया। मरीज को 14 दिन होम क्वारैंटाइन में रहने को कहा गया है।

स्पेशल ट्रेन से धनबाद पहुंचे 1198 श्रमिक

इधर,लॉकडाउन फेज-3 के चौथे दिन गुरुवार को भी प्रवासी मजदूरों की झारखंड वापसी जारी रही। आज तीन श्रमिक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से करीब 3264 मजदूरों को झारखंड लाया गया।इनमें सूरत-धनबाद,तेलंगाना के घटकेसर-जमशेदपुर व लुधियाना-पलामू के डालटनगंज आने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनशामिल है। गुजरात के सूरत से स्पेशल ट्रेन के जरिए 1198 श्रमिक धनबाद स्टेशन पहुंचे।सूरत से 22 बोगियों के साथ धनबादआने वाली स्पेशल श्रमिक ट्रेन में झारखंड के गिरिडीह, देवघर, कोडरमा, हजारीबाग, जामताड़ा, सिमडेगा, सरायकेला, पलामू, लातेहार, गढ़वा तथा चतरा जिले के प्रवासी मजदूर सवार थे। बुधवार सुबह भी तीन श्रमिक ट्रेन दूसरे राज्यों से झारखंड के अलग-अलग जिलों में पहुंची थी। इन ट्रेनों में एक धनबाद, एक पलामू के डालटनगंज जबकि एक रांची के हटिया स्टेशन पर पहुंची थी। इनमें सवार सभीश्रमिकों की स्वास्थ्य विभाग की ओर से थर्मल स्क्रीनिंग की गई फिर बसों से उनके घर भेज दिया गया। जहां उन्हें होम क्वारैंटाइन किया गया है।

गुरुवार सुबह तेलंगाना के घटकेसर से एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन में राज्य के विभिन्न जिलों के श्रमिकों की स्क्रीनिंग की गई और फिर उन्हें उनके घर बसों के जरिए भेज दिया गया।

ग्रीन जोन जिलों की संख्या हुई 13
राज्य में कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों के ठीक होने की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बुधवार को पांच और मरीज ठीक हुए। इसके साथ ही ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 38 हो गई। पांच मई तक 33 मरीज ठीक हो चुके थे। कोडरमा के बाद बुधवार को गिरिडीह भी ग्रीन जोन में आ गया। राज्य में अब ग्रीन जोन जिलों की संख्या 13 हो गई है। कोडरमा में 10 अप्रैल को मिला मरीज मंगलवार जबकि गिरिडीह में 13 अप्रैल को मिला मरीज बुधवार को ठीक हो गया।झारखंड में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का ग्रोथ रेट 2.52% है।

बोकारो के चास इलाके में गुरुवार को पुलिस ने बेवजह बाहर निकलने वालों को अनोखी सजा दी। पुलिस ने बाइक रुकवाकर पूछताछ की। फिर कारण न बता पाने पर बाइक सवारों से दौड़ लगवायी गई।

कोरोना अपडेट्स

  • रांची: राज्य के रेड जोन में शामिल जिले में 94 लोगों में कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है। रांची जिले के हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी सहित सभी माइक्रो कंटेनमेंट जोन में हाउस-टू-हाउस सर्वे का काम पूरा कर लिया गया। कुल 10,218 घरों में जाकर मेडिकल टीम ने स्कीनिंग की। इसमें 52,344 लोगों के हेल्थ की जांच की गई। हिंदपीढ़ी में 30 स्थानों पर सर्वे हुआ, जिसमें कुल 7175 घरों में मेडिकल टीम ने जाकर 38,643 लोगों की स्क्रीनिंग की। इसके अलावा शहर के 11 माइक्रो कंटेनमेंट जोन के 415 घरों में रहनेवाले 6673 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में 1628 घरों के 7028 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। जिनमें कोरोना के लक्षण मिले हैं, उन्हें चिह्नित किया गया है। उनकी स्वाब टेस्टिंग की जाएगी।
  • बोकारो: जिले में अब तक 10 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं, जिनमें एक की मौत हो चुकी है। यहां बचे तीन मरीजों की भी लगातार दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद इन्हें गुरुवार को घर भेज दिया गया। डीसी मुकेश कुमार ने कहा कि यह सही है जिले में अब एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला नहीं है और न ही पिछले कई दिनों से कोई नया केस आ रहा, लेकिन बावजूद इसके हम अभी कोरोना मुक्त बोकारो होने की घोषणा नहीं कर सकते। जिस तरह से इस महामारी ने पूरी दुनिया को परेशान कर रखा है, वैसी स्थिति में अप्रिय संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता। बाद में भी केस आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि यहां की टीम ने बड़ी मेहनत कर सभी नौ कोरोना मरीजों का इलाज कर उन्हें ठीक कर भेज दिया। इनमें से 75 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति का भी ठीक होना एक प्रेरणादायक उपलब्धि है। यह राहत और सुकून देने वाली बात है।
  • धनबाद: जिले में अब तक मिले दो संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। बुधवार को सदर अस्पताल में 97 और पीएमसीएच में 30 संदिग्ध का स्वाब लिया गया। वहीं, सूरत से लौटे धनबाद के दो लोगों को हॉस्पिटल क्वारैंटाइन में रखा गया। बुधवार को 159 संदिग्धों को क्वारैंटाइन पर रखा गया है। इधर, कोविड-19 अस्पताल में भर्ती दो संक्रमित मरीजों की देखभाल व इलाज में लगाए गए 17 डॉक्टर्स व अन्य कर्मियों की रिपोर्ट निगेटिव मिली है। धनबाद पीएमसीएच लैब से बुधवार को जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार कुल 155 सैंपलों की जांच की गई। इनमें सभी सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
  • जमशेदपुर: लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के लिए प्रशासन ने धारा 144 की मियाद एक बार फिर दो सप्ताह के लिए बढ़ा दी है। शाम सात से सुबह सात बजे तक सड़क पर निकलने वालों के साथ सख्ती से निपटने का आदेश पुलिस व दंडाधिकारियों को दिया गया है। बिना मास्क घर से बाहर निकलने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने को कहा गया है। साथ ही 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति, गर्भवती महिला व 10 साल के कम उम्र के बच्चे के घर से बाहर निकलने पर रोक रहेगी। उन्हें सिर्फ चिकित्सा कार्य के लिए बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी। जिले में अब तक 2069 सैंपल लिए जा चुके हैं, जिसमें 1833 की रिपोर्ट आ चुकी है। 236 सैंपल ऑन प्रोसेस है, जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को आने की संभावना है।
  • हजारीबाग: जिले में अबतक तीन लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। तीनों स्वस्थ्य भी हो चुके हैं। बुधवार को विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कुल 309 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इनमें 60 लोग राज्य के विभिन्न शहरों से आए हुए और 249 लोग दूसरे राज्य के महानगरों से आने वाले शामिल हैं। स्क्रीनिंग के बाद 11 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है, जबकि 52 लोग फैसिलिटी क्वारैंटाइन में रखे गए हैं, वहीं 246 लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया।
जमशेदपुर में गुरुवार को भी शहर की सड़कों पर बैरिकेडिंग कर पुलिस ने आने-जाने वालों से पूछताछ की। जरूरी कागजात व कारण बताने के बाद ही उन्हें आगे के लिए छोड़ा गया। कारण व कागजात नहीं दिखाने पर वाहन सवारों को घर वापस भेज दिया गया।
  • कोडरमा: बुधवार को जिले में सूरत सहित अन्य जगहों से आए लगभग 80 लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिसमें 19 लोगों को जांच के दौरान कोरोना बीमारी के मिले लक्षण के कारण उन्हें आइसोलेट किया गया है। जांच के लिए भेजे गए 45 सैंपल की रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। बुधवार को कुल 160 लोगों की जिले में सदर अस्पताल सहित विभिन्न सरकारी अस्पतालों में संचालित फ्लू कॉर्नर में जांच की गई। जांचोपरांत घर भेजे गए लोगों को 14 दिनों तक होम क्वारैंटाइन की सलाह दी गई है। जिले में फिलहाल एक भी कोरोना के पॉजिटिव केस नहीं हैं।
  • गढ़वा: पिछले एक सप्ताह के दौरान कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। वहीं, पहले व उनसे संबंधित लोगों की दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। उपायुक्त हर्ष मंगला ने कहा कि जिले में बाहर से आने वाले गढ़वा वासियों की संख्या बढ़कर अभी तक 1790 हो गई हैं। इनमें मुख्य रूप से ट्रेन और बस भेजकर लाये गए लोग शामिल हैं। अब तक तेलंगाना, कोटा, चित्तौरगढ़ व नागौर (राजस्थान), केरल, सोनभद्र, (उप्र) कोरिया, दुर्ग (छग), सुंदरगढ़ (ओड़िसा) से लोग आए हैं। इसके अलावा रायगढ़, मयूरभंज, झारसुगड़ा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा से बस भेजकर लोगों को लाने के लिए संबंधित जिलाधिकारी से सहमति मांगी गई है। 7 मई को इन जिलों के लिये बस रवाना कर दी जाएगी। बुधवार को भी 9 बसें टाटानगर, 4 बसें देवघर तथा 6 बस रांची भेज दी गई हैं। जहां से लोगों को लाने की तैयारी की जा रही है।
  • सिमडेगा: जिले में मिले दूसरे कोरोना पॉजिटिव युवक की तीसरी जांच रिपोर्ट कोरोना निगेटिव पाई गई है। गुरुवार शाम कोयुवक को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। गौरतलब है कि सिमडेगा जिले में पिछले 17 दिनों से कोई कोरोना पॉजीटिव केस सामने नहीं आया है। आगामी कुछ दिनों में यदि पॉजीटिव केस नहीं आते हैं तो सिमडेगा ऑरेंज जोन से निकलकर ग्रीन जोन में तब्दील हो सकता है। जिले में अब तक 312 संदिग्धों के सैंपल भेजे जा चुके हैं जिसमें 260 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव जबकि दो रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, एक कोरोना संक्रमित स्वस्थ्य होकर घर लौट चुका है। फिलहाल, 45 संदिग्धों की रिपोर्ट आनी बाकी है। अब तक जिले में 38 लोगों को क्वारैंटाइन जबकि 340 लोगों को होम क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है।
  • पलामू: जिला के पांच लोगों में गुरुवार को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनसे पहले मिले तीनकोरोना पॉजिटिव मरीजोंका दूसरा सैंपल जांच में निगेटिव निकला है। अब तीनों का तीसरा सैंपल जांच के लिए रिम्स भेजा जाएगा। इस जांच रिपोर्ट के निगेटिव रहने पर ही तीनों को कोरोना मुक्त माना जाएगा अन्यथा जांच रिपोर्ट पॉजिटिव रहने पर सात दिन बाद फिर से जांच के लिए भेजा जाएगा। गौरतलब है कि लेस्लीगंज के मुंदरिया क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती तीन लोगों का सैंपल 25 अप्रैल को जांच में पॉजिटिव मिला था। उसके बाद तीनों को इलाज के लिए नवजीवन अस्पताल तुंबागढ़ में भर्ती किया गया। सेंटर में रहने वाले 19 लोगों, उनके संपर्क में आने वाले रिश्तेदार और परिजनों का सैंपल भी निगेटिव मिला।
  • गिरिडीह: जिले के दोनों कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। जिले में अब तक 419 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं जिनमें से दो रिपोर्ट पॉजिटिव जबकि 277 रिपोर्ट निगेटिव आई है। 142 रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं, कुल 107 संदिग्धों को क्वारैंटाइन सेंटर जबकि 358 लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया है।
  • दुमका: जिले के सरैयाहाट प्रखंड के कोरोना संक्रमित मरीज के गांव को कंटेनमेंट जॉन घोषित कर सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। सरैयाहाट प्रखंड के जिस क्वारैंटाइन सेंटर में दो कोरोना मरीज रखे गए थे उस सेंटर को सैनिटाइज किया गया। उपायुक्त ने कहा कि सभी एसओपी का पालन करते हुए पूरे गांव को सैनिटाइज किया जा रहा है। ग्रामीणों को बिल्कुल भी डरने की जरूरत नहीं है। आप अपने घरों में रहें, बेवजह घर से नहीं निकलें। सभी ग्रामीणों का हेल्थ स्क्रीनिंग किया जाएगा
  • देवघर: जिले में शनिवार को दो नए कोरोना संक्रमित की पुष्टि हुई। कुल चार पॉजिटिव केस में से पहले के दो पॉजिटिव मरीजों के ठीक होने के बाद रविवार को उन्हें घर भेज दिया गया। अब तक जिले में 350 से ज्यादा संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं जिसमें 228 की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है 116 लोगों की रिपोर्ट भी जल्द ही आ जाएगी।
  • जामताड़ा: जामताड़ा में 27 अप्रैल को पश्चिम बंगाल से आए एक युवक व 29 अप्रैल को पश्चिम बंगाल से आए एक युवक जो बिहार के बांका का रहने वाला था में संक्रमण का पता चला था। जिले में अब तक 2 लोगों में कोविड-19 है। अब तक 272 सैंपल जिले से लिया गया है। इनमें से अधिकांश की रिपोर्ट आ गई है।
गुरुवार को रांची के सिल्ली क्षेत्र में बाजारों में भीड़ दिखी। इस दौरान लोगों ने एतिहात के तौर पर मास्क वगैरह भी नहीं लगाया था और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दिखे।

राज्य में कुल 128 संक्रमित: रांची के 94, बोकारो 10, देवघर 04, पलामू में 8, हजारीबाग-गढ़वा में3-3, धनबाद-गिरिडीह-सिमडेगा- जामताड़ा-दुमका में 2-2और गोड्डा में 1 मरीज में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।

राज्य में अब तक 04 की मौत: रांची में तीन जबकि बोकारो के एक मरीज की मौत हो चुकी है।

राज्य में स्वस्थ्य हुए 42मरीज: रांची में 19, बोकारो में 9, धनबाद में दो, हजारीबाग में दो, देवघर में दो, गिरिडीह में दो, सिमडेगा में दो जबकि राज्य के अन्य जिलों से संक्रमित मरीजों में 04 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।



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धनबाद रेलवे स्टेशन पर गुरुवार सुबह एक ट्रेन गुजरात के सूरत से पहुंची। ट्रेन में करीब 1200 मजदूर सवार थे। सभी की हेल्थ स्क्रीनिंग के बाद घरों की ओर रवाना कर दिया गया। साथ ही होम क्वारैंटाइन में रहने को कहा गया है।




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थर्मल पावर प्लांट का काम बंद होने पर रेल लाइन के सहारे घर काे निकले 22 मजदूर

पतरातू के नव निर्माणाधीन थर्मल पावर में कॉन्ट्रैक्टर के अधीन कार्य कर रहे मजदूर कार्य बंद होने के कारण पतरातू से पैदल रेलवे लाइन पकड़ कर यूपी पलामू व गढ़वा के लिए निकल पड़े हैं।बुधवार को मजदूरों का जत्था 22 की संख्या में चंदवा पहुंचा।जहां मारवाड़ी युवा मंच के कार्यकर्ताओं ने सबों को भोजन कराया। इस संबंध में मजदूरों ने बताया कि हम लोग उक्त पावर प्लांट के निर्माण कार्य में ठेकेदार आनंद सिंह के अधीन में काम कर रहे थे। लॉक डाउन होने बाद काम बंद हो गया। हम लोगों के समक्ष समक्ष भुखमरी की स्थिति हो गई। ठेकेदार के द्वारा तीन महीने का मजदूरी भी भुगतान नहीं किया गया है।मजदूरी मांगने पर मारने की धमकी दे रहा था। भुखमरी की स्थिति होने के कारण हम लोगों ने वहां से पैदल ही घर की ओर निकल पड़े हैं। अब ईश्वर जाने हम लोगों का क्या हाल होगा कब कैसे किस हालत में घर पहुचेंगे, यह भगवान ही जाने।



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20 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजा गया

प्रवासी मजदूरो के घर वापसी की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही कोरोना महामारी को लेकर संदिग्ध लोगों की सैंपलिंग की संख्या भी बढ़ने लगी है। गुरूवार को दूसरे राज्यों से आए कुल 20 लोगों को आइसोलेट करते हुए उनके सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए भेजा गया। एसीएमओ डा. अभय भूषण ने बताया कि जिन 16 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे वह निगेटिव आया है। अब तक कुल 208 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए है, जिसमें 49 लोगों के रिपोर्ट पेंडिंग है। फिलहाल जिले में एक भी पॉजिटिव केस नहीं है। उन्होंने बताया कि बाहर से आए लोगों की विभिन्न सरकारी अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर के माध्यम से स्क्रीनिंग की जा रही है, जिसके तहत 348 लोगों की जांच की गई। जिनमें सबसे अधिक जयनगर सीएचसी में 124 लोगों की जांच की गई। वहीं सतगावां में 68, मरकच्चो में 38, कोडरमा में 3 व सदर अस्पताल में 115 लोगों की गई स्क्रीनिंग शामिल है। जिले के सरकारी क्वारेंटाइन में वर्तमान में कुल 206 लोगों को रखा गया है। वहीं 1322 लोग होम क्वारेंटाइन में है।



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26 प्रवासी मजदूरों व छात्रों की सूची नगर पंचायत कार्यालय को सौंपी

नगर पंचायत वार्ड नंबर-8 के वार्ड पार्षद ज्योति भारती ने 26 प्रवासी मजदूरो व छात्रों की सूचि नगर पंचायत कार्यालय में जमा की है और उन्हें जीवकोपार्जन के लिए सहायता राशि उपलब्ध कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी को लेकर लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरो व छात्रों को काफी परेशानी हो रही है। जीवकोपार्जन के लिए अपने परिवार को छोड़कर लोग दूसरे राज्यों में काम कर रहे है और छात्र अपने जीवन संवारने को लेकर दूसरे राज्यों में रह रहे है, जो लॉकडाउन के कारण फंस गए है। उन्होंने प्रवासी मजदूरो व छात्रों की वापसी के पूर्व व्यवस्था करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अपने वार्ड से संबंधित 26 प्रवासी मजदूरो व छात्रों की सूचि नगर पंचायत कार्यालय में जमा की है, ताकि उन्हें समय पर सहायता राशि उपलब्ध कराया जा सके।



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आज 12 बसों में मप्र, छत्तीसगढ़ ओडिशा से 300 मजदूर आएंगे

लॉक डाउन के दौरान दूसरे व अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरो की घर वापसी को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सरकार के निर्देशानुसार कई राज्यों में बस भेज कर उन्हें वापस लाए जाने की व्यवस्था की गई है। इसे लेकर उपायुक्त रमेश घोलप ने गुरूवार को समाहरणालय परिसर से बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया । बसो में उसकी क्षमता के अनुसार मात्र 50 प्रतिशत सीटें की इस्तेमाल किये जाने के निर्देश दिए गए हैं।


यात्रियों को बीच सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उपायुक्त द्वारा बताया गया कि प्रथम चरण के लिए 6 राज्यों को चयनित किया गया है, जिसमें से आज मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के लिए बसों को रवाना किया गया। जहां से लगभग 300 प्रवासी मजदूरों को वापस लाया जाएंगा। उन्होंने बताया कि प्रवासी मजदूरो के घर वापसी को लेकर जिले में छह सेल बनाये गये है। इसमें प्रतिनियुक्त किये गये नोडल पदाधिकारी को दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाने के लिये वहां के प्रशासन से बात करने के निर्देश दिए गए है।
प्रशासन लगातार उनसे संपर्क बनाने के प्रयास में लगी है। उपायुक्त ने बताया कि जिले के अंदर भी क्वॉरेंटाइन सहित अन्य जगहों पर फंसे लोंगों को उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। फिलहाल जिले में बनाये गये क्वारेंटाइन में बंगाल के 91 व नेपाल के 9 लाेग रह रहे है। मौके पर पुलिस अधीक्षक डॉ. एहतेशाम वकारिब, उप विकास आयुक्त आलोक त्रिवेदी, अपर समाहर्ता अनिल तिर्की, निदेशक डीआरडीए नेलसम एयोन बागे, कार्यपालक दण्डाधिकारी नरेश कुमार रजक, गोपनीय प्रभारी जयपाल सोय, जिला योजना पदाधिकारी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार व अन्य लोग मौजूद थे।


सेनेटाइजर, मास्क, मेडिकल किट की व्यवस्था
बाहरी राज्यों में फंसे कोडरमा के व्यक्तियों को लाने हेतु जा रही बसों में सेनेटाइजर, प्रचुर मात्रा में मास्क व खाद्यान्न सामग्री व मेडिकल किट की व्यवस्था है। बस में सभी लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा।
बसों में मजिस्ट्रेट व पुलिस बल की तैनाती
बसों में नोडल पदाधिकारी व पुलिस बल की तैनाती रहेगी। इन्हें निर्देशित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि समय-समय पर बसों की रुट के बारे में जानकारी देना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवाना सुनिश्चित करेंगे।


जिलास्तरीय नोडल पदाधिकारी की नियुक्ति
कोडरमा जिले के लोगों को दूसरे राज्य से लाने हेतु जिले से एक-एक नोडल पदाधिकारी की नियुक्ति की गई है। जिसमें उत्तर प्रदेश हेतु निदेशक डीआरडीए, पश्चिम बंगाल हेतु अपर समाहर्ता, छत्तीसगढ़ हेतु कार्यपालक दण्डाधिकारी, मध्य प्रदेश हेतु जिला योजना पदाधिकारी (डीपीओ), बिहार के लिए श्रम अधीक्षक और उड़ीसा राज्य के लिए अनुमंडल पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी के रुप में नियुक्त किया गया है। उपायुक्त महोदय ने सभी नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बाहरी राज्यों से लाये जा रहे प्रवासी मजदूर, छात्र व अन्य लोगो का डाटाबेस तैयार करना करना सुनिश्चित करेंगे।



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Today, 300 workers will come from Madhya Pradesh, Chhattisgarh, Odisha in 12 buses




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127 प्रवासियों की जांच कर किया क्वारेंटाइन

सूरत, छत्तीसगढ़, मुंबई, बंगलौर, यूपी राज्यों से आए कुल 127 प्रवासियों को गुरुवार को हजारीबाग लौटने के उपरांत संत कोलंबस मैदान में बनाये गए कैंप में सभी प्रवासियों का स्वाब सैंपल,थर्मल जाँच व स्टंप लगाते हुए प्रखंडों के विभिन्न पंचायतों,गांवों में होम क्वारेंटाइन के लिए भेज दिया गया। जिसमे सूरत से 81, मुंबई से 3,उत्तर प्रदेश से 2, हैदराबाद से 8, बंगलौर से 26 तथा छत्तीसगढ़ से 7 सहित 127 प्रवासी है। सभी लोगों की व्यक्तिगत जानकारी लेने के बाद श्रमिकों के हाथों में ठप्पा लगाकर होम क्वारेंटाइन भेज दिया गया। साथ ही जिनके घरो में सुविधाओं की कमी है उन्हें विभिन्न प्रखंडों में बने क्वारेंटाइन सेंटर में भेजने का निर्देश उपायुक्त ने मुखिया को दिया।



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4 शराब भट्ठी, 2 ड्रम जावा महुआ नष्ट, दो लाेग गिरफ्तार, गए जेल

ईचाक थाना क्षेत्र के उग्रवाद प्रभावित गांव कारीचट्टान, महुवारी और लुदरू में बुधवार की रात अवैध रूप से चलाए जा रहे शराब भट्ठी के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया गया। इस दौरान चार भट्ठी को ध्वस्त किया एवं दो ड्राम जावा महुआ को भी नष्ट कर दिया गया। वहीं 90 लीटर देसी शराब को जब्त कर कारोबारी साहेब राम मांझी ग्राम कारीचट्टान एवं लुंदरू निवासी जितेंद्र पासवान को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया। इस दौरान पुलिस ने 4 हांडी, 3 ड्राम एवं शराब बनाने के कई अन्य उपकरण को भी जब्त कर थाना लाया।

थाना प्रभारी नंदकिशोर दास ने बताया कि इस सम्बन्ध में इचाक थाना में कांड संख्या 89/20 के तहत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जिसमें साहेब राम मांझी ,जितेंद्र पासवान के अलावा राजेश मांझी ग्राम कारीचट्टान, वीरेंद्र मेहता ग्राम चंदा, तुलसी मांझी, पंडरा मांझी ग्राम महुवरी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। छापामारी अभियान का नेतृत्व इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी नंदकिशोर राम कर रहे थे। मौके पर एएसआई गोपाल प्रसाद व पुलिस बल के जवान शामिल थे।



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4 liquor furnaces, 2 drums java mahua destroyed, two people arrested, jailed




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25 साल के बाद गर्मी में तालाब लबालब लगातार बारिश से खेती में जुट गए किसान

कोरोना महामारी के दौर में जहां एक ओर लोगों में भय व्याप्त हो गया है। वहीं इस लॉकडाउन की अवधी में इसका पॉजिटिव इफेक्ट भी देखने को मिल रहा है। सरकार द्वारा लॉक डाउन 3 की घोषणा के बाद अब फिर 17 मई तक नहीं बढ़ाए गए छूट के दायरे के बीच लोगों घरों पर ही रह रहे है। ऐसे में आवश्यक कार्यों को छोड़ लोग ज्यादातर घरों पर ही समय बीता रहे है। ऐसे में कुछ लोगों को छोड़ लगभग लोग अपने ही शहर के विभिन्न जगहों को पिछले कई दिनों से नहीं देख पाए है। ऐसे में लगातार बारिश व लॉकडाउन के पॉजिटिव असर प्रकृति में देखने को मिल रहा है।


धूल गंदगी से निजात मिलते ही नदी, तालाब व बाग-बगिचाें का दृश्य मनोरम दिखने लगा है। शहर के ऐतिहासिक तालाब जो अपना अस्तित्व खोता जा रहा था पुनः इसकी खूबसूरती में चार चांद लग गई है। ऐसे में आस पास के रहने वाले लोग यहां मछली मारने भी पहुंच रहे है। बीते लंबे समय से निरंतर हो रही बारिश से तालाब में पानी लबालब भर गया है। तालाब के पूर्वी छोर से पश्चिमी छोर का दृश्य अति लुभावन हो गया है। जिसका कारण तालाब के पीछे स्थित बगडू हिल का होना है। शाम के वक्त सूर्यास्त के दौरान सूर्य की बिखरती लाली सीधे तालाब पर पड़ती है। जिससे इसका दृश्य और भी मनोरम हो जाता है। वहीं निरंतर बारिश से मई माह में मौसम में बने ठंडक के बीच किसानों को खेती किसानी कार्य करने में आसानी हो रही है। किसान भाई अपने खेतों पर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए खेती कार्य कर रहे है। लगातार बारिश से मिट्टी में नमी बनी है। जिससे किसानों को खेती कार्य में पटवन से राहत मिली है।



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After 25 years, the farmers got engaged in farming due to continuous rain in the pond in summer




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पोकला में समाजसेवी ने 25 जरूरतमंदों में राहत सामग्री बांटी

लाॅकडाउन लागू किये जाने के बाद से प्रखंड क्षेत्र में लोगों की हो रही परेशानियों को देखते हुये विभिन्न स्वंयसेवी संस्था व सरकार द्वारा गरीब,असहायों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है। वहीं कामडारा प्रखंड क्षेत्र के गांव पोकला मे समाजसेवी राजेन्द्र हरिहर के पुत्र अमित हरिहर ने बगैर कोई मदद के अपने स्तर से पोकला गांव के कुल 25 अत्यंत गरीब व असहायों के बीच पांच-पांच किलो चावल आटा, आलू, तेल, सोयाबिन, हल्दी -मसाला व अन्य सूखा राहत सामग्री का वितरण किया। ग्रामीणों ने अमित के द्वारा वितरण किये गये राहत सामग्री को पाकर काफी खुश नजर आए वहीं क्षेत्र मे उसके दरियादिली व नेक कार्य को काफी सराहा जा रहा है। वहीं अमित हरिहर ने कहा कि गरीबों की मदद करने से मुझे काफी आत्मसंतुष्टि मिलती है।



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चेतमा व कुंदा से 5.50 लाख कीमत की 28 किलो अफीम बरामद, दो गिरफ्तार

सदर थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के चेतमा गांव से 20 किलो 500 ग्राम अफीम व 20 किलो डोडा के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्कर कैलाश गंझू चेतमा गांव का ही रहने वाला है। कुंदा से 8 किलो अफीम के साथ एक व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ा है। गीले अफीम की बाजार की कीमत साढ़े पांच लाख रुपए है। शुक्रवार को सदर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में एसडीपीओ वरुण रजक ने बताया कि एसपी ऋषभ कुमार झा को सूचना प्राप्त हुई थी कि थाना क्षेत्र के चेतमा में रामलाल गंझू व कैलाश गंझू के घर में काफी मात्रा में अफीम व डोडा रखा है। सूचना पर एक टीम का गठन किया गया। गठित टीम में सदर थाना प्रभारी प्रमोद कुमार पांडेय, पुअनि अनिल कुमार, प्रकाश सेठ, विद्यानंद शर्मा, हवलदार पप्पू कुमार यादव, रामदेव यादव, आरक्षी श्याम सुंदर पासवान व अजय कुमार को शामिल किया गया। टीम में शामिल अधिकारी व जवान शुक्रवार की सुबह चेतमा गांव पहुंचे और कैलाश गंझू व रामलाल गंझू के घर में छापेमारी किया।



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लॉकडाउन उल्लंघन में 208 व्यक्तियों पर प्राथमिकी

लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में पलामू जिले के तीनों अनुमंडल मेदिनीनगर, छतरपुर व हुसैनाबाद में अबतक 208 व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। वहीं 431 वाहनों को जब्त करने एवं 1448 व्यक्तियों के खिलाफ शो-कॉज नोटिस जारी करने संबंधी कार्रवाई की गयी है। पलामू जिला प्रशासन की ओर से आईपीसी की धारा-188 के तहत कार्रवाई की गयी है। अपर समाहर्ता-सह-लॉक डाउन क्रियान्वयन कोषांग के वरीय पदाधिकारी प्रदीप कुमार प्रसाद ने बताया कि जिले के तीनों अनुमंडल क्षेत्र मेदिनीनगर सदर, छतरपुर एवं हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र में लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा-188 के तहत निरंतर कार्रवाई जारी है। कोटपा एक्ट के तहत पलामू में अबतक कार्रवाई कार्रवाई करते हुए 50 हजार रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है। उल्लेखनीय है कि सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पादन अधिनियम (कोटपा)-2003 की धरा-4 के तहत अनुसार सभी सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान प्रतिबंधित है। इसका उल्लंघन करने पर 200 रुपए तक का जुर्माना लगाने का प्रावधान है। कोरोना वायरस से बचाव एवं जन स्वास्थ्य की रक्षा के लिए पलामू जिले के सभी सरकारी/गैर सरकारी कार्यालय एवं परिसर, सभी स्वास्थ्य संस्थान एवं परिसर, सभी शैक्षणिक संस्थान एवं परिसर तथा सभी थाना एवं परिसर में किसी भी प्रकार का तम्बाकू पदार्थ का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित है।



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केरल, उड़ीसा और धनबाद से 298 मजदूर वाया जसीडीह पहुंचे पलामू

सरकार की तरफ से प्रवासी मजदूरों को झारखंड लाने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को कुल 298 प्रवासी मजदूर पलामू पहुंचे। जहां स्थानीय चियांकी एयरफील्ड पर जिला प्रशासन द्वारा उनका स्वागत किया गया। इससे पूर्व 163 मजदूर केरल से स्पेशल ट्रेन के माध्यम से देवघर के जसीडीह स्टेशन पहुंचे। वहां से पलामू जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध बस पर सवार होकर सभी मजदूर चियांकी पहुंचे। इसी तरह उड़ीसा के मयूरभंग से बस के माध्यम से 35, उड़ीसा के ही क्योंझर जिले से 65 एवं धनबाद से 35 मजदूर चियांकी पहुंचे। इस दौरान चियांकी हवाई अड्डे में बनाए गए सहायता केंद्र में मौजूद प्रशासन के पदाधिकारियों ने मजदूरों का स्वागत किया।
बसों के माध्यम सभी मजदूर पहुंचे पलामू
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि के निर्देश पर जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा विभिन्न पड़ोसी राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को लाने हेतु बसों की व्यवस्था की गई है। सभी मजदूर इन्हीं बसों से चियांकी पहुंचे।चियांकी पहुंचते ही इन सभी को पानी व बिस्किट दिया गया। इसके अलावे भी मजदूरों के लिए अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई थी। सामाजिक दूरी के पालन हेतु सभी काउंटर्स के आगे सर्किल बनाकर चिह्नित किया गया था।
चिकित्सकों ने की मजदूरों की मेडिकल स्क्रीनिंग
चियांकी स्थित सहायता केंद्र में मजदूरों की स्क्रीनिंग के लिए कई काउंटर्स पर चिकित्सकों की टीम को लगाया गया था। चिकित्सकों द्वारा सभी मजदूरों की जांच की गई एवं मास्क भी उपलब्ध कराया। चिकित्सकों द्वारा मजदूरों में सर्दी, बुखार जैसे लक्षणों की जांच की गई।जांच के बाद ठीक पाए जाने पर मजदूरों के हाथों में होम क्वारेंटाइन का मोहर लगा उन्हें होम क्वारेंटाइन में भेजा गया। सभी मजदूरों को 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहने को कहा। साथ ही साथ काउंटर पर मजदूरों से आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल कराया गया।



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क्वारेंटाइन पूरी होने पर 22 मजदूर बस से भेजे गए घर

इटखोरी नंगवा रेफरल अस्पताल में क्वारेंटाइन किए गए लातेहार बालूमाथ के 22 दिहाड़ी मजदूरों की क्वारेंटाइन की अवधि शुक्रवार को समाप्त हो गई।इसके बाद उन्हें इटखोरी प्रशासन द्वारा उनके गंतव्य स्थान तक छोड़ दिया गया है। ये मजदूर पिछले 19 अप्रैल को कोलकाता से पैदल चलकर इटखोरी चौक पहुंचे थे। यहां इटखोरी प्रशासन की नजर उन पर पड़ी और प्रशासन ने इन दिहाडी मजदूरों से पूछताछ की।इसके बाद इन्हें इटखोरी चौक स्थित दाल भात केंद्र में भोजन करवाए।फिर इन्हें समझा-बुझाकर अगले 14 दिनों के लिए नंगवा रेफरल अस्पताल में क्वारेंटाइन करवा दिए थे।जंहा इन मजदूरों का शुक्रवार को क्वारेंटाइन की अवधि समाप्त हो गई थी।जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने गृह जिला चतरा द्वारा उपलब्ध कराए गए बस सेवा से इन मजदूरों को इनके अपने-अपने घर लातेहार बालूमाथ भेज दिया गया है।इनमें अधिकांश दिहाड़ी मजदूर गंझू समाज के थे।



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आंध्र प्रदेश के कुन्नूर से बरकाकाना पहुंचे 1128 प्रवासी श्रमिक, 12 अन्य राज्यों के शामिल

लॉकडाउन मेंदूसरे राज्यों में फंसे लोगों को ट्रेन के माध्यम से झारखंड लाने की मुहीम तेज हो गई है। आंध्र प्रदेश के कुन्नूर स्टेशन से 1140 प्रवासी मजदूरों को लेकर एकस्पेशल ट्रेन शनिवार की सुबह बरकाकाना जंक्शन पहुंची। ट्रेन से 19 जिलों के श्रमिक पहुंचे। जबकि इनके साथ 12 श्रमिक अन्य राज्यों के भी थे।श्रमिकों को प्लेटफॉर्म से सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए स्टेशन के बाहर पार्किंग में लाया गया। उनकी स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद यहां से 55 बसों में बैठाकर उन्हें गृह जिले की ओर रवाना कर दिया गया। स्टेशन पहुंचने वालों में बच्चों के साथ कई महिलाएं भी शामिल रहीं।


पलामू के 400 और रामगढ़ के 18 शामिल
बसों में ही श्रमिकों को मास्क, सैनिटाइजर और नाश्ते का पैकेट उपलब्ध कराया गया। इस दौरान माइक के जरिए एसपी प्रभात कुमार अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते रहे। बरकाकाना पहुंचे प्रवासी श्रमिकों में रामगढ़ जिले के 18, बोकारो के 22, चतरा के 11, देवघर के 52, धनबाद 31, दुमका के 14, पूर्वी सिंहभूम के 13, गढ़वा के 398, गिरीडीह के आठ, गुमला के 17, हजारीबाग के 28, रांची के 16, कोडरमा के चार, लातेहार के 75, लोहरदगा के पांच, पाकुड़ के छह, पलामू के 400 औरसाहेबगंज के 12 शामिल थे।

नोडल अधिकारी सुनिश्चित करेंगे स्क्रीनिंग: एसपी
रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने कहा कि ट्रेन से पहुंचे श्रमिकोंकी हर सुविधा का ध्यान रखा गया है। संक्रमण न हो इसके लिए प्रशासन पूरी तरह से सजग है। स्टेशन परिसर और बसों को सैनिटाइज किया जा रहा है। विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सभी जिलों के नियुक्त नोडल पदाधिकारी अपने नागरिकों की स्क्रीनिंग सुनिश्चित कराएंगे।



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श्रमिकों को बसों के माध्यम से उनके संबंधित जिलों में भेजा गया।




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रिम्स से पहली बार 23 और पलामू से तीन कोरोना संक्रमित हुए ठीक, राज्य में अब तक 155 पॉजिटिव केस

रांची रिम्स के कोविड-19 सेंटर से शनिवार को अच्छी खबर आई।यहां एक साथ 23 कोरोना संक्रमित ठीक हुए हैं। इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ट्वीट कर जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा किएक खुशखबरी हैं, रिम्‍स में एक साथ 23 कोरोना मरीज ठीक हुए हैं जो एक बड़ी उपलब्धि हैं। मुझे पूरा यकीन है कि हम सब मिलकर इस बीमारी से लड़कर जीतेंगे। राज्य के सभी स्वास्थ्य कर्मियों और कोरोना योद्धाओं को बधाई, ये सभी ठीक हुए मरीज आगे भी दिए गए निर्देशों का पालन करें। ये जंग जीतेंगे हम।

उधर, पलामू जिले के तीन कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक हो जाने के बाद शनिवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। तीनों कोरोना संक्रमितों की जांच रिपोर्ट 25 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी जिसके बाद उनकातुंबागढ़ नवजीवन अस्पताल में इलाज चल रहा था।तीनों कोरोना पॉजिटिव की तीसरी रिपोर्ट शनिवार को निगेटिव आई। वहीं जिले के पांच कोरोना संक्रमितों का कोविड-19 सेंटर में इलाज जारी है।

उधर, गढ़वा जिले में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की मदद से क्वारैंटाइन सेंटर में रखे गए 20 कोरोना संक्रमित मजदूरों को मेराल के कोविड-19 सेंटर में भर्ती किया गया। सभी मजदूर सूरत से लौटे है जिन्हें बंशीधरनगर में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया था। शुक्रवार देर रात इनकी जांच रिपोर्ट आई थी जिसमें इन्हें पॉजिटिव बताया गया था। एक साथ 20 संदिग्धों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद गढ़वा राज्य का दूसरा रेड जोन बन गया है। यहां पहले से तीन मरीज थे जिनमें से दो घर लौट चुके हैं जबकि तीसरा भी कोरोना मुक्त हो गया है। फिलहाल, उसे किडनी की समस्या थी जिसके बाद उसे रांची के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, वहीं कोडरमा में भी देर रात दो लोगों में संक्रमण की पुष्टि के बाद शनिवार सुबह दोनों को कोविड-19 सेंटर में भर्ती किया गया है।

गढ़वा के मेराल में बनाया गया कोविड-19 हॉस्पिटल। शुक्रवार को मिले 20 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को यहां शनिवार सुबह शिफ्ट किया गया है। साथ ही जिले में प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है।

अब राज्य में कुल पॉजिटिव केस बढ़कर 155 हो गए हैं। राजधानी रांची में अकेले 94 कोरोना संक्रमण का मामला अब तक सामने आ चुका है। वहीं कोरोना संक्रमित चार मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है जबकि राज्य के विभिन्न जिलों के केविड-19 सेंटर से 52 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। वायरस का संक्रमण राज्य के 13 जिलों में पहुंच चुका है।

आंध्र प्रदेश के कर्नूल से विशेष ट्रेन से करीब 1000 प्रवासी शनिवार को रामगढ़ के बरकाकाना रेलवे स्टेशन पहुंचे। प्रवासियों के लौटने के बाद सभी तरह के एतिहात बरतते हुए प्रशासन ने सभी को घर पहुंचाया और होम क्वारैंटाइन में रहने को कहा।

शनिवार को आंध्रप्रदेश से 1000 प्रवासी पहुंचे रामगढ़ स्टेशन
शनिवार सुबह करीब एक हजार प्रवासियों को आंध्रप्रदेश से लेकर एक ट्रेन शनिवार सुबह रामगढ़ के बरकाकाना स्टेशन पहुंची। यहां से सड़क मार्ग के जरिए प्रवासियों को उनके गृह जिला भेजा गया। इससे पहले ट्रेन से उतारने और स्टेशन से बाहर बस तक प्रवासियों को ले जाने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। साथ ही सभी प्रवासियों की स्क्रीनिंग भी की गई।


डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्‌टी 30 जून तक रद्द
राज्य भर के डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टी 30 जून तक रद्द कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने अादेश में कहा है कि सभी चिकित्सा पदाधिकारी, निदेशक प्रमुख, प्राचार्य, अधीक्षक, जूनियर रेजिडेंट, स्वास्थ्य कर्मी, एनआरएचएम के तहत ठेका पर कार्यरत कर्मचारियों की छुट्टी रद्द की गई है। अध्ययन और मातृत्व अवकाश दायरे से बाहर हैं। विशेष परि‍स्थिति और चिकित्सा कारणों से डीसी की मंजूरी से छुट्टी ली जा सकती है।

तस्वीर गढ़वा के बंशीधरनगर में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर की। यहां सूरत से लाए गए श्रमिकों को रखा गया था। शनिवार को क्वारैंटाइन सेंटर को सैनिटाइज्ड किया गया।

लॉकडाउन में छूट का निर्णय समय, परिस्थिति व संक्रमण देखकर : हेमंत
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्पष्ट किया है कि झारखंड में लॉकडाउन में छूट का निर्णय समय, परिस्थिति और संक्रमण की स्थिति पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि पहले भी कहा है कि प्रवासियों के आने के बाद चुनौतियां बढ़ेंगी। संक्रमितों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। हेमंत ने कहा कि केवल आने का ही सवाल नहीं है। झारखंड में फंसे लोगों को उनके गृह राज्य भेजने की भी व्यवस्था करनी है।

कोरोना अपडेट्स

रांची: राज्य के रेड जोन में शामिल जिले में 94 लोगों में कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है। रांची जिला में प्रवेश करने वाले बाहरी जिला और अन्य राज्य से आने वाले लोगों के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन सख्ती से कराने की तैयारी जिला प्रशासन ने की है। जो लोग रेड जोन से आएंगे, उनकी स्वाबिंग की जानी अनिवार्य होगी। स्वाबिंग के बाद उन्हें क्वारैंटाइन किया जाएगा।

बोकारो: जिले में अब तक 10 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं, जिनमें एक की मौत हो चुकी है। अन्य 9 मरीजों के ठीक होने के बाद प्रशासन ने उन्हें घर भेज दिया है। जिले में 20 हजार से अधिक मजदूर दूसरे राज्यों से आएंगे। अभी तक रेड जोन से 600, ऑरेंज जोन से 500 और बाकी मजदूर ग्रीन जोन से आए हैं। रेड जोन से आ रहे मजदूरों पर विशेष नजर रखी जा रही है। बाहर से आए सभी मजदूरों व छात्रों को 14 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन में रखा गया है।

धनबाद: जिले में अब तक मिले दो संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। कोविड-19 से बचाव और नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन ने शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक पूरे जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। एसडीएम ने बताया कि दंड प्रक्रिया की संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा अगले आदेश तक जारी रहेगी। चिकित्सा कार्य को छोड़कर कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं निकलेंगे। जिले में अब तक कोरोना जांच के लिए 1747 सैंपल लिए, 1229 की रिपोर्ट निगेटिव है जबकि 518 की रिपोर्ट पेंडिंग है।

तस्वीर जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन के पास की। यहां शनिवार को ओड़िशा के महागढ़ में ईंट भट्टे पर काम करने वाले मजदूर पैदल धनबाद के लिए निकले। रास्ते में किसी भी चेक पोस्ट पर न तो इन्हें रोका गया और न ही इनकी जांच की गई।

जमशेदपुर: एमजीएम वायरोलाजी लैब में शुक्रवार को 330 सैंपल की जांच हुई और सभी रिपोर्ट निगेटिव पाए गए। दो दिन में 663 लोगों के सैंपल की जांच हो चुकी है। वहीं पूर्वी सिंहभूम जिले से शुक्रवार को कुल 283 संदिग्ध मरीजों का नमूना एमजीएम, टेल्को, बहरागोड़ा, मुसाबनी, कदमा सहित अन्य जगहों से लिया गया। जिले में अबतक 2279 लोगों का नमूना लिया है। इसमें 2069 का रिपोर्ट निगेटिव है। बाकि 210 का रिपोर्ट शुक्रवार को आने की संभावना है।

हजारीबाग: जिले में अबतक तीन लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। तीनों स्वस्थ्य भी हो चुके हैं। कोविड-19 महामारी के संक्रमण की रोकथाम के लिए गृह मंत्रालय ने कई आदेश राज्यों को दिए हैं। गृह मंत्रालय द्वारा प्रदत अनुदेशों को देखते हुए उपायुक्त डॉक्टर भुवनेश प्रताप सिंह ने संपूर्ण हजारीबाग जिला में 144 निषेधाज्ञा लागू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि महामारी को नियंत्रित करने के उद्देश्य से पूरे जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है, जो 17 मई तक प्रभावी रहेगा।

कोडरमा: शुक्रवार की देर रात यहां दो लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की गई। पॉजिटिव पाए गए लोगों में एक युवक डोमचांच का रहने वाला है, जो हाल ही में बनारस से लौटा था। जबकि, दूसरा युवक तिलैया डैम का रहने वाला है, जो सूरत से लौटा है। इससे पहले कोडरमा अपने एकमात्र संक्रमित मरीज की अस्पताल से छुट्‌टी के बाद ग्रीन जोन में आ गया था, मगर अब वह वापस ऑरेंज जोन में चला गया है।

तस्वीर जमशेदपुर के मानगो आजाद नगर ओल्ड पुरुलिया रोड की। लॉकडाउन के चलते कई दिनों से मजूदरी करने वालों का काम बंद है। शनिवार को कई मजदूर यहां आकर इक्ट्ठा हो गए। कई लोग इन्हें काम के लिए भी ले गए।

गढ़वा: यहां 20 लोगों में कोरोना का संक्रमण पाया गया है। सभी को शनिवार को कोविड-19 सेंटर में भर्ती कराया गया है। इनसे अलग पहले मिले तीनों कोरोना संक्रमित मरीज की तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। तीनों में से एक मरीज के किडनी में समस्या थी, जिसके बाद उसे बेहतर इलाज के लिए रांची के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि दूसरे और तीसरे मरीज को अस्पताल से शुक्रवार को छुट्टी दे दी गई है।

सिमडेगा: जिले के दोनों कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। उन्हें 14 दिनों तक होम क्वारैंटाइन में रहने को कहा गया है। जिले में अब तक 454 लोगों के सैंपल कोरोना टेस्ट के लिये लिये जा चुके हैं जिसमें से 282 की रिपोर्ट आ चुकी है। 165 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है। अब तक यहां 29 लोगों को क्वारैंटाइन जबकि 632 लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया है।

पलामू: पलामू जिले में कोरोना के अब तक आठ केस मिले हैं। इनमें से तीन ठीक हो चुके हैं। शनिवार को तीनों ठीक हो चुके लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।सभी को पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया है। शुक्रवार को 750 प्रवासी मजदूरों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया। बताया गया कि अब तक पलामू जिले से कुल 2039 सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है। इसमें से 1330 निगेटिव और 8 पॉजिटिव निकला है। शेष सैंपल का रिपोर्ट आना अभी बाकी है।

गिरिडीह: जिले के दोनों कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। जिले में अब तक 705 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं जिनमें से दो रिपोर्ट पॉजिटिव जबकि 289 रिपोर्ट निगेटिव आई है। 415 रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं, कुल 96 संदिग्धों को क्वारैंटाइन सेंटर जबकि 2459 लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया है।

तस्वीर धनबाद के कतरास स्थित लोयाबाद सब्जी मंडी की। शनिवार को सब्जी मंडी में लोगों की भीड़ जुटी रही। इस दौरान कोरोना से बचाव के लिए किसी भी तरह का एतिहात न तो सब्जी विक्रेताओं ने बरता और न ही खरीदादों ने।

राज्य में कुल 155 संक्रमित: रांची के 94, गढ़वा 23, बोकारो 10, पलामू 08, देवघर 04, हजारीबाग में 3, धनबाद 02, गिरिडीह 02, सिमडेगा 02, जामताड़ा 02, दुमका 02, कोडरमा 02 और गोड्डा में 1 मरीज में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।

राज्य में अब तक 04 की मौत: रांची में तीन जबकि बोकारो के एक मरीज की मौत हो चुकी है।

राज्य में स्वस्थ्य हुए 52 मरीज: रांची में 27, बोकारो में 9, धनबाद में दो, हजारीबाग में तीन, देवघर में दो, गिरिडीह में दो, सिमडेगा में दो, गढ़वा में 02 जबकि राज्य के अन्य जिलों से संक्रमित मरीजों में 03 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।



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तस्वीर गुमला के साप्ताहिक बाजार की। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसके बावजूद गुमला के बाजारों की स्थिति लॉकडाउन फेज-1 से ऐसी ही बनी हुई है। बाजारों में भीड़ कोरोना से बचाव को लेकर किसी भी तरह का एतिहात भी नहीं बरतती दिखती।




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रिम्स से कोरोना के 23 मरीज ठीक होकर निकले, जिला प्रशासन ने दी शुभकामनाएं

रिम्स के कोविड वार्ड से शनिवार को 23 मरीज ठीक होकर निकले। ये सभी होम क्वारैंटाइन में रहेंगे।इन सभी की रिपोर्ट लगातार निगेटिव आई है। इसकी जानकारी मिलने के बाद मरीजों के परिवार वालों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। बताते चलें कि रिम्स में पहली बार ऐसा हुआ है कि एक साथ 23 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

शनिवार को रिम्स से यह खबर आई कि एक साथ 23 मरीजों की कोविड-19 सैंपल रिपोर्ट लगातार नेगेटिव आई है और उन्हें कोरोना मुक्त घोषित किया गया। रिम्स के कोरोना वार्ड में तैनात डॉक्टरों की टीम ने यह खुशखबरी दी। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए किसी जीत से कम नहीं है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जीत की तरफ हमारे कदम बढ़ रहे हैं। जल्द ही पूरी रांची से कोरोना को खत्म कर सकेंगे।

इधर, डीसी राय महिमापत रे ने कहा यह हमारे जिला के लिए एक अच्छी एवं पॉजिटिव खबर है। हम सभी कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में जीत हासिल करेंगे और जनजीवन पटरी पर लौट आएगी। डीसी ने रांची वासियों से अपील कि है कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग जरूर अपनाएं। ठीक हो कर लौटने वाले मरीजों के साथ किसी भी प्रकार का सामाजिक दुर्व्यवहार न करें।



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रिम्स से स्वस्थ होने के बाद घर जाते लोग।