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सायलो में उपज बेचने के लिए भीड़ न लगे इसलिए आज से पांच-पांच किसानों को ही भेजे जाएंगे मैसेज

गेहूं खेड़ी में बने अदानी कंपनी के सायलो गोदाम में अनाज की तौल कराना किसानों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। पिछले 5 दिनों में यहां हुए तीन सड़क हादसों में एक किसान की मौत हो चुकी है और 2 घायल हो चुके हैं । यहां एक साथ 17 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं।
प्रत्येक केंद्र के लिए रोजाना 20 किसानों को मैसेज भेजा जाता है लेकिन मैसेज नहीं मिलने वाले किसान भी बड़ी संख्या में अपने ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर रोड पर जमा हो रहे हैं। इस कारण रोजाना यहां 5 से 7 किलोमीटर तक लंबी कतारें लग रही हैं। किसानों को अपने अनाज की तौल के लिए तीन से चार दिनों तक का इंतजार करना पड़ रहा है। किसानों को रास्ते में भोजन पानीका इंतजाम करना भी मुश्किल हो रहा है। इस कारण आज सेसिर्फ 5-5 किसानों को ही मैसेज भेजे जाएंगे।

नंबर आने के इंतजार में हाईवों पर 3 से 4 दिन से कर रहे हैं इंतजार
साइलो गोदाम में अनाज की तौल कराने के लिए किसानों की होड़ लग रही है। किसान बड़ी संख्या में अपने ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर पहुंच रहे हैं। पिछले शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात गैस सिलेंडर से भरे एक टैंकर ने ट्रैक्टर ट्रॉली को टक्कर मार दी थी। इससे ग्राम डोंडा करैया के रहने वाले किसान गोविंद सिंह राजपूत उम्र 22 साल की मौत हो गई थी। 2 अन्य लोग घायल भी हो गए थे। इसके अलावा रविवार और सोमवार को भी इसी रोड पर सड़क हादसे के दौरान दो अलग-अलग किसान घायल हो गए थे। किसान हाईवे किनारे ट्रैक्टर ट्रॉली लगाकर 3 से 4 दिनों तक अपनी तौल का इंतजार करते हैं। इस कारण ऐसे हादसे हो रहे हैं।

3.10 लाख टन अनाज की हो चुकी खरीदी
जिला आपूर्ति अधिकारी रश्मि साहू ने बताया कि 5 मई तक जिले में कुल 199 खरीदी केंद्रों में 45000 किसानों से 3 लाख 10 हजार टन अनाज खरीदा जा चुका है। 1 मई तक 34085 किसान अनाज बेच चुके थे। गेहूंखेड़ी सायलो गोदाम से 17 खरीदी केंद्रों के किसानों को जोड़ा गया है। मंगलवार तक करीब 35000 हजार टन गेहूं का भंडारण किया जा चुका है।
हाईवे से अंदर होंगी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां
कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने बताया कि बुधवार से मैसेज व्यवस्था को रीशेड्यूल किया जा रहा।अब भीड़ को कम करने के लिए सिर्फ 5-5 किसानों को मैसेज भेजे जाएंगे। इसके अलावा अनाज से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को हाईवे पर खड़ा नहीं किया जाएगा। अगले एक-दो दिनों में भीड़ कम हो जाएगी किसानों को परेशानी नहीं होने देंगें।

किसानों से अनुरोध, बिना मैसेज में आए अनाज लेकर

जिला अपूर्ति अधिकारी रश्मि साहू ने बताया कि बुधवार से सायलो गोदाम में तौल के लिए व्यवस्था में बदलाव किया गया है। अब 6 मई बुधवार से प्रत्येक केंद्र के किसानों को सिर्फ पांच -पांच मैसेज भेजें जाएंगे। इससे पहले 20-20 मैसेज भेजे जा रहे थे। इसके अलावा मैसेज अवस्था को बदला गया है। भीड़ कम की जा रही है। किसानों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे बिना मैसेज के सायलो केंद्र में नहीं पहुंचे।ो



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There will be no rush to sell the produce in the silos, so from today onwards only five messages will be sent to the farmers.




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चितौड़गढ़ से 450 किमी पैदल चलकर सिरोंज आए मजदूर, अब झारखंड तक 800 किमी और चलेंगे

राजस्थान के चितौड़गढ़ से 450 पैदल चल कर आ रहे 31 मजदूर मंगलवार को सिरोंज पहुंचे। लटेरी नाका तिराहे पर एक घंटे विश्राम करने के बाद ये लोग फिर पैदल ही रवाना हो गए।राजस्थान के चितौड़गढ़ में सीमेंट प्लांट पर काम करने वाले 31 मजदूर पैदल चलते हुए मंगलवार दोपहर में सिरोंज के लटेरी नाका तिराहे पर पहुंचे। अधिकांश लोगों के पास भारी-भरकम बैग थे तो कईयों के पास बड़े-बडे़ झोला।

ठेकेदार ने मजदूरी भी नहीं दी: मजदूरों के समूह मंे शामिल विनोद सिंह ने और विजय सिंह ने बताया कि सभी चितौड़गढ़ के सीमंेट प्लांट पर काम करने के लिए कुछ महीने पहले ही गए थे। जो ठेकेदार हमें लेकर गया था। उसने लॉकडाउन लगने के बाद मजदूरी देने से मना कर दिया। वाहन नहीं मिला तो पैदल ही निकल गए। रास्ते में लोगों ने ही मदद की और खाना खिलाया। 450 किमी का सफर तय कर हम यहां आए हैं और अभी भी 800 किमी हमें और चलना है।



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Workers who came to Sironj after walking 450 km from Chittorgarh, will now walk another 800 km to Jharkhand




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बाहरी मजदूरों को जबरन ट्रकों पर बैठाकर किया रवाना

सांची रोड स्थित अग्रवाल स्कूल के पास बने पुलिस चेकिंग पॉइंट के पास बाहरी मजदूरों को ट्रकों के ऊपर बैठाकर घरों के लिए रवाना किया गया। चेकिंग प्वाइंट पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने कई मजदूरों को तीन ट्रकों के ऊपर जबरन बिठा दिया गया, जबकि ट्रक चालक यह जोखिम लेने को तैयार नहीं थे। ट्रक चालक मिट्ठू लाल का कहना था कि चिकनी त्रिपाल के ऊपर अधिक संख्या में मजदूरों को ले जाना जोखिम भरा होगा। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखी। ये मजदूर पैदल घर जा रहे थे।



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Outside workers were forced to leave on trucks




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महिलाओं ने घर पर बनाए मास्क लोगों को किए भेंट

मंगलवार को मिर्ची बाजार स्थिति नेकी की दीवार पर सेवाभावी महिलाओं ने लॉकडाउन के दौरान अपने घरों में बनाए मास्क का वितरण किया। नेकी की दीवार पर पिछले 3 सालों से महिला संगठन सेवा कार्य कर रहा है। यह मास्क मीना चौधरी, वीणा गोयल, सविता अग्रवाल, लक्ष्मी खत्री आदि लगातार घर पर मास्क बनाकर निशुल्क उपलब्ध करा रही हैं। साथ ही इन महिलाओं ने घर पर कागज के पैकेट भी बनाकर बांटे जिनमें लोग भोजन पैक करके जरूरतमंद लोगों को बांटा। इससे पहले भी सुती कपड़े ,थैलियों आदि से हजारों मास्क बनाकर निशुल्क वितरित किए जा चुके हैँ।
ग्रीष्मा शाह ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑनलाइन प्रतियोगिता के द्वारा बच्चों व महिलाओं को पूरे समय व्यस्त रखकर भय चिंता से उबारने का प्रयास किया गया और उसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले। इसी श्रृंखला में फ्री ऑनलाइन समर क्लासेस भी शुरू की गई। जिसमें वीणा गोयल द्वारा मास्क, कागज के पैकेट ,सैनिटाइजर से लेकर घरेलू सजावट की चीजें और स्वादिष्ट व्यंजन बनाना सिखाएं।
नगर पालिका सीएमओ प्रदीप शास्त्री को नेकी की दीवार ने पोस्टर भेंट किए। जिसमें कोरोना वायरस के लक्षण, रोकथाम के उपाय और विभिन्न जागरूकता संबंधी जानकारियां थी। इस दौरान अवनी अग्रवाल, प्रक्षाली शाह, तीव्रता शाह, अंबर अग्रवाल शामिल थीं। सभी महिलाओं ने नगर पालिका एवं प्रशासन द्वारा सहयोग और सेवा कार्य के लिए तालियां बजाकर स्वागत किया। वहीं श्री शास्त्री ने भी महिलाओं के इस नेक कार्य की प्रशंसा की और कहा इस तरह के कार्य से यह मास्क सभी लोग तक पहुंचा जाएंगे और सबको सुरक्षित रखने में सहायक सिद्ध होंगे। इस अवसर पर रानी अग्रवाल, रूपल शाह, गोविंद सोनी, दीपक गोयल आदि उपस्थित रहे।



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Women made masks at home and presented to people




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लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले व्यापारियों को चेतावनी

मंगलवार को लॉकडाउन के दौरान पुलिस की सख्ती अधिक देखने को मिली और लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले कई व्यापारियों को पुलिस ने समझाईश देने के साथ ही थाने में ले जाकर बैठाया। इसके साथ बिना मास्क के घूम रहे कई युवक व ग्रामीणों को उन्होंने सबक भी सिखाया।
पुलिस के पास लगातार लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले व्यापारियों के द्वारा अपनी दुकान खोले जाने की शिकायत सामने आ रही थी। जिसके चलते मंगलवार को पुलिस सख्त नजर आई और सुबह से ही लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले व्यापारियों को पुलिस ने समझाईश देकर छोड़ा। अन्य कई व्यापारियों को अपने साथ थाने लेकर आए। हालांकि पुलिस ने इन व्यापारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कि, लेकिन चेतावनी देकर उन्हें समझाईश दी गई।
वहीं दूसरी और लॉकडाउन के दौरान बिना मास्क के घूम रहे कई युवकों को पुलिस ने पकड़कर सबक भी सिखाया। स्थानीय सीहोर नाके के साथ ही बस स्टैंड चौराहे पर पुलिस ने कई युवकों को पकड़ा और बार-बार समझाइश देने के बाद भी यह युवक बिना मास्क के नजर आए तो डंडों से पिटाई लगाई। हालांकि इस दौरान कई युवक पुलिस से बचने के लिए दूर से ही भागते हुए नजर आए।



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सुबह से गर्मी का अहसास, बाजार बंद होने से नहीं मिल रहे गमछा व रूमाल

मई माह के शुरू होते ही धूप की तीखी चुभन पड़ने लगी है। एक तरफ तो तेज गर्मी दूसरी तरफ लॉकडाउन का असर होने से गर्मी की तीव्रता और ज्यादा महसूस की जा रही है।
घरों से न निकलने के बाद भी माह के प्रारंभिक समय में ही गर्मी के तेवर दिखना शुरू कर रही है और धीरे-धीरे गर्मी के कारण तापमान बढ़ रहा है। चारों तरफ हो रहे तीखे गर्मी के एहसास के चलते नगरवासी हलाकान हो चुके हैं। जिस तरह से गर्मी के तेवर पड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। उससे ऐसा लग रहा है कि आगामी समय में गर्मी का यह मौसम तेज धूप के साथ ही गर्म लू के थपेड़ों का एहसास कराएगा। वर्तमान समय में हो रही स्थिति को देखते हुए इस माह में तेज गर्मी का नजारा दिखाई देने लगा है। लॉकडाउन के चलते नगर का बाजार बंद होने के कारण इस समय आम लोगों को गर्मी की तीखी चुभन से राहत देने के लिए गमछे एवं मुंह को ढकने में उपयोग आने वाले रूमाल भी नहींमिल पा रहे हैं।

दिखने लगे गर्मी के तीखे तेवर
गर्मी के तीखे तेवर लगातार बढ़ते जा रहे है और मई के पहले सप्ताह में नगर का पारा 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है। जिससे गर्मी के तेवर पहले की अपेक्षा और अधिक बढ़ गए हैं। सुबह होते ही गर्मी का एहसास शुरू हो जाता है और दोपहर तक तो यह अपना रोद्र रूप धारण कर लेता है। साथ ही सड़कों पर निकलने वाले लोगों के लिए गर्मी तीखी चुभन के रूप में अपना एहसास कराती है। आने वाले सप्ताह में तीखी चुभन और अधिक बढ़ने की संभावना लग रही है। लगातार गर्म हवाओं के कारण ऐसी स्थितियां आगे भी बनने की संभावनाएं दिखाई दे रही है। लोगों के द्वारा इन हवाओं से बचने के लिए पूरे चेहरे को ढक कर बाजारों में निकलने का प्रयास किया जा रहा है।



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स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने किया सिद्धीविनायक अस्पताल का निरीक्षण

स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के कारण इन दिनों निजी अस्पतालों की तानाशाही बढ़ती जा रही है। संकट की इस समय में निजी अस्पताल सर्दी-खांसी के मरीजों का इलाज करने से परहेज करते नजर आ रहे हैं। क्षेत्र के एक निजी अस्पताल की मनमानी की खबर प्रकाशित होने के बाद मंगलवार श्यामपुर ब्लाक के बीएमओ एचपी सिंह, सीहोर से पहुंचे डीएचओ डॉ. टीआर उईके और डीआईओ डॉ. एसके चंदेल ने मरीज के परिजनों के साथ अस्पताल के संचालक आदि से चर्चा की।
मरीज के परिजनों का आरोप है कि लाखों रुपए से संचालित इन प्राइवेट अस्पतालों के संचालकों की तानाशाही के कारण यहां पर जनता परेशान है। आम तौर पर शासकीय अस्पतालों में मरीजों का बेहतर ढंग से इलाज नहीं होने का परिणाम है कि परिजन अपने मरीजों के इलाज के लिए इन निजी अस्पतालों में पहुंचते है। इसके बाद भी यहां पर इलाज नहीं मिलता है।
इस संबंध में डीएचओ डॉ. टीआर उइके ने बताया कि मरीज का निजी अस्पताल में इलाज नहीं मिलने की सूचना पर हम सिद्धी विनायक अस्पताल पहुंचे थे। अस्पताल के प्रबंधन से इस संबंध में चर्चा की गई है। साथ ही हिदायत दी है कि अस्पताल में कोई भी मरीज आए तो पहले उसका प्रायमरी इलाज अवश्य करें, संदिग्ध लगे तो जिला अस्पताल प्रबंधन को सूचित करें।
डॉ.एचपी सिंह, बीएमओ श्यामपुर। के मुताबिक, स्वास्थ्य टीम के द्वारा इस विषय में तत्काल ध्यान में रखते हुए मंगलवार को मरीज के परिजनों और सिद्धि विनायक अस्पताल के प्रबंधन से चर्चा की गई है और मामले की जांच के लिए सीएमएचओ को भेजा गया है।-



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Health Department officials inspected Siddhivinayak Hospital




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फेसबुक की आईडी हैक कर राशि खाते में जमा कराने का किया मैसेज, लिंक फेल होने से पैसे ट्रांसफर नहीं हुए

नगर के कृष्णपालसिंह उर्फ पप्पू यादव की फेसबुक आईडी हैक कर राशि मांगने का मामला सामने अाया है। ठाकुर को इसकी सूचना पड़ोसी राहुल सोनी ने देते हुए बताया कि आपके यहां कौन बीमार है। आपको पैसे की आवश्यकता क्याें है। इसके बाद ठाकुर ने आईडी देखी तो पता चला उनकी आईडी हैक कर पैसे की मांग की जा रही है। सक्रियता व जागरूकता दिखाते हुए लोगों काे वाट्सएप व फोन से सूचना देकर आईडी हैक कर राशि व जानकारी देने से मना किया। पुलिस काे भी सूचना दी। कुछ लोगों ने पैसे डाल भी दिए थे। किंतु लिंक फेल होने से पैसे ट्रांसफर नहीं हुए।


पप्पू और अक्षय भंडारी ने बताया पप्पू भैया की फेसबुक आईडी किसी ने हैक कर ली। एक रिश्तेदार से पैसे की मांग करने पर रिश्तेदार ने 3500 रु. उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए। किसी कारणवश वह पैसे ट्रांसफर नहीं हो सके। सायबर एक्सपर्ट शादाब एहमद खिलजी ने बताया हैकर ने पासवर्ड एवं मोबाइल नंबर भी चेंज कर लिया था। काफी मशक्कत के बाद आईडी रिकवर की। ठाकुर का टू फैक्टर ऑथेंटिफिकेशन इनेबल किया और अाईडी को सुरक्षित कर दूसरी सभी डिवाइस में आईडी को लॉगआउट किया। आप किसी भी डिवाइस में अपना फेसबुक लॉगिन करके नहीं छोड़ें। फिर भी आईडी हैक हो जाती है तो सबसे पहले फेसबुक की सेटिंग्स में सिक्योरिटी एवं लॉगिन ऑप्शन में जाकर देखना है के फिलहाल आप कितनी डिवाइस में लॉगिन है। अपने डिवाइस को छोड़कर अन्य सभी लाॅगिन को तुरंत लॉगआउट कर तुरंत पासवर्ड चेंज कर टू फैक्टर ऑथेंटिफिकेशन में जाकर इनेबल करें। इससे जब भी कोई आपकी आईडी को लॉग इन करने की कोशिश करेगा तो आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा और वह ओटीपी डालने पर ही आईडी लॉगिन होगी।



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शराब और मादक पदार्थों की बिक्री प्रदेश में हो प्रतिबंधित: इंजीनियर

वर्तमान समय ने सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हमारी प्राथमिकताएं है और क्या आवश्यकता है। हम न सिर्फ बुरी आदतों से दूर रहे वरन उनकी पुनरावर्ती और स्रोतों को भी खत्म करने का प्रयास करें। मध्यप्रदेश सरकार से आग्रह है कि वह शराब और मादक पदार्थों की बिक्री भी अन्य राज्यों की तरह पूर्ण रूप से मध्यप्रदेश में प्रतिबंधितकर रोक लगाए।
उक्त बात जिला पंचायत सदस्य गोपाल सिंह इंजीनियर ने भाजपा सरकार से विज्ञप्ति जारी कर कहीं। उन्होंने कहा कि सरकार शराब बिक्री पर अधिक ध्यान दे रही है। गुजरात, बिहार, नागालैंड, मिज़ोरम आदि प्रदेशों की तरह मप्र में भी शराब पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाए। आज जहाँ प्रदेश का गरीब तबका रोज़ी रोटी को मोहताज है और दो रोटी के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है और याचना कर रहा है कि जल्द से जल्द इस महामारी से
छुटकारा मिले।
ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार को दूरदृष्टि रखते हुए सहायता करने के साथ-साथ आम जनता और गरीब लोग जो कि इस क्षेत्र का बड़ा उपभोक्ता है। शराब पीने के लिए कहीं से भी पैसे लेकर आता है और नशा करने के लिए चाहे वो इसके लिये चोरी करे, घर का सामान बेचे,या घर के बच्चे परिवार भूखे रहे वो शराब पियेगा और मादक पदार्थें का सेवन करता है। इस दुख और संकट की घड़ी में मध्यप्रदेश सरकार से निवेदन है कि जनता के स्वास्थ्य और उनकी पेट की मज़बूरी को देखते हुये शीघ्र शराब और मादक पदार्थें की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए।



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आवश्यक प्रकरणों में वीडियो कांफ्रेंस से सुना जाएगा पक्षकारों का बयान

उच्च न्यायालय मध्यप्रदेश जबलपुर ने मंगलवार को आदेश जारी कर भोपाल, इंदौर, उज्जैन के न्यायालयों के अतिरिक्त प्रदेश के समस्त अधीनस्थ न्यायालयों को अति आवश्यक प्रकरणों की सुनवाई के लिए अतिरिक्त उन प्रकरणों को भी सुनवाई में लिए जाने के आदेश दिए गए हैं जो अंतिम प्रकरणआर्थिक अंतिम तर्क, निर्णय केलिए लंबित है।
साथ ही रिमांड प्रकरण आपराधिक पुनरीक्षण एवं सिविल अपीलों में भी दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं की सहमति से वीडियो कांफ्रेंस, इलेक्ट्रानिक संसाधनों से सुनवाई किए जाने के आदेश दिए गए है। उच्च न्यायालय मध्यप्रदेश जबलपुर के उक्त परिपत्र के परिक्षेप मे जिला एवं सत्र न्यायाधीश सीहोर राज्यवर्धन गुुप्ता द्वारा विधिक आदेश जारी कर सीहोर जिले के समस्त न्यायालयों को सुबह 11 बजे से 2 बजे के बीच वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ऐसे मामलों में सुनवाई किए जाने के आदेश दिए गए है। जोकि निर्णय आदेश अंतिम तर्क की अवस्था में हैं तथा रिमांड जमानत आपराधिक पुनरीक्षण सिविल अपील जो अंतिम तर्क की अवस्था में हैं।
ऐसे मामले जो बिना मौखिक साक्ष्य के मात्र दोनों पक्ष के अधिवक्ता के तर्क सुने जाने के उपरांत निराकृत किए जा सकते हैं। जिन पक्षकारगण, अधिवक्तागण के पास वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा नहीं है उसकी सुनवाई के लिए सिविल न्यायालय आष्टा में रिमोट पाइंट वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम स्थापित किया गया है। जिसमें ऐसे पक्षकारगण अधिवक्तागण न्यायालय परिसर में केंद्र/ राज्य सरकार तथा उच्च न्यायालय की ओर से समय समय पर प्राप्त दिशा निर्देशों के अंतर्गत सामाजिक दूरी बनाए रखे हुए हैं, मास्क लगाए हुए हैं, सैनिटाइजेशन संबंधी निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करते हुए अपने उपरोक्त प्रकृति के प्रकरणों में सुनवाई करा सकते हैं।
यह जानकारी अपर सत्र न्यायधीश सरिता वाधवानी ने दी। प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश द्वारा यह भी बताया गया कि किसी भी पक्षकारगण को प्रकरण में आगामी तिथि की जानकारी के लिए परिसर में उपस्थित होना अनिवार्य नहीं है। इस संबंध में वह अपने अधिवक्ता के माध्यम से सीआईएस साफ्टवेयर का प्रयोग कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।



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27 गांवों में जाकर 1500 से अधिक लोगों के स्वास्थ्य की जांच की और इलाज किया

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रेहटी के डॉक्टर गांव-गांव घूमकर बाहर से आने वाले लोगों की जांच व इलाज कर रहे हैं। ताकि सीहोर जिला कोरोना से अछूता रहे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. मेहरबान सिंह अपनी टीम के साथ प्रतिदिन गांव-गांव जाकर बाहर से आने वाले लोगों का इलाज कर रहे हैं। जिन लोगों को सर्दी जुखाम है उन लोगों का भी इलाज गांव पर ही कर रहे हैं। वहीं बाहर से आने वाले लोगों को 14 दिन के लिए परिवार से अलग रहने की हिदायत दे रहे हैं। डॉक्टर सिंह के साथ डॉ. इमरान खान, नितेश वर्मा, स्टाफ नर्स, सुपरवाइजर, एएनएम भी गांव-गांव जाकर बाहर से आने वाले लोगों को उनकी जांच करने वाली टीम में शामिल हैं।
डॉक्टर सिंह ने बताया कि अभी तक रेहटी क्षेत्र के 27 गांव का भ्रमण कर चुके हैं। जिसमें डॉक्टरों की टीम ने 1500 से अधिक मरीजों की जांच की है। डॉक्टर व स्वास्थ्य विभाग की टीम अपनी जान की परवाह किए बिना प्रतिदिन गांवों का भ्रमण कर रहे हैं ताकि रेहटी क्षेत्र में कोरोना महामारी न पहुंच पाए। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

दो माह से नहीं गए घर
डॉ. सिंह और उनकी टीम की सराहना पूरे नगर में की जा रही है। डॉक्टर सिंह 2 माह से अपने घर भी नहीं गए और रात दिन कोरोना महामारी से बचाने के लिए लोगों की जांच कर रहे हैं। गांव गांव के भ्रमण के दौरान में जिन मरीजों को जो भी समस्या होती है उस बीमारी का इलाज भी मौके पर कर रहे हैं ताकि ग्रामीण अंचलों के लोगों को रेहटी अस्पताल आने की नौबत नहीं आए। अस्पताल में रात में इमरजेंसी आने के बाद उन मरीजों को भी संभाल रहे हैं। यही वजह है कि जगह जगह उनका स्वागत कर उनका उत्साह बढ़ाया जा रहा है।

आस पास के गांव में सर्दी खांसी के मरीज के कारण था भय
नगर व आसपास के गांव में इस समय कहीं कहीं सर्दी खांसी के मरीज देखने को मिल रहे हैं। इस कारण लोगों भय रहता है, लेकिन डॉक्टरों की टीम ने इनका इलाज समय पर पहुंचकर करने के कारण यह ठीक हो चुकी हे। जिले में अभी तक कोई भी मरीज नहीं मिला है। अस्पताल के डॉक्टरों की सतर्कता से क्षेत्र के लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
अभी तक सर्दी जुकाम के 1500 से अधिक मरीज हो चुके हैं ठीक
डॉ. सिंह का कहना है कि जब तक कोरोना महामारी चलेगी प्रतिदिन गांव में भ्रमण कर बाहर से आने वाले लोगों की जांच कर उन्हें उचित सलाह दी जाएगी। अभी तक हमारी टीम ने 1500 से अधिक मरीजों को सर्दी जुकाम के थे वह पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।



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Visited and treated the health of more than 1500 people in 27 villages




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जो बिजली बिल जमा नहीं कर पाए, उनसे कंपनी 15 मई तक नहीं लेगी सरचार्ज

अप्रैल में शहर के करीब 26 हजार उपभोक्ताओं से बिजली कंपनी बिल नहीं वसूल सकी है। उपभोक्ताओं से पिछले महीने का करीब 2 करोड़ 50 लाख रुपए वसूल करना था, लेकिन उपभोक्ताओं ने केवल 1 करोड़ 18 लाख रुपए ही जमा किया है। ऐसे में उपभोक्ताओं पर अभी भी 1 करोड़ 32 लाख रुपए बकाया है, जिसकी वसूली के लिए कंपनी ने इन बकायादार उपभोक्ताओं को राहत देते हुए 15 मई तक उक्त बकाया राशि जमा करने पर सरचार्ज नहीं लेने की घोषणा की है।ऑफलाइन काउंटर की सुविधा भी कंपनी कार्यालय में
शुरू की है।



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सीवन के पानी का टीडीएस 400 से 250 पर आया, 150 में होगा पीने योग्य

पिछले 42 दिनों से लोग घरों में ही रह रहे हैं। इसका फायदा पर्यावरण भी शुद्ध हुआ है। शासकीय उत्कृष्ट उमावि सीहोर की ग्लोबल लैब में सीवन नदी के अलग-अलग क्षेत्रों में पानी की जांच की गई। इसमें सीवन का पानी पहले 400 टीडीएस ( टोटल डिसोल्व सॉलिड) रहता था जो कि लॉकडाउन में घटकर औसतन 250 से 300 तक रह गया है।

उत्कृष्ट स्कूल ग्लोबल लैब के प्रभारी डॉ. देवेंद्र साहू ने बताया कि टोटल डिसोल्व सॉलिड यानि पानी में घुलित ठोस पदार्थ हैं। इसमें खनिज, धातु, अनाज या अन्य पदार्थ शामिल होते हैं। पूर्व में सीवन नदी के पानी का अध्ययन किया गया था। इसमें स्कूल के किनारे सीवन नदी के पानी में सामान्यत: टीडीएस 300 से 400 मिलीग्राम प्रति लीटर मिलती थी। तीसरे चरण के लॉक डाउन में 5 मई को टीडीएस मीटर से परीक्षण करने पर यह मात्रा 250 से 300 मिलीग्राम प्रति लीटर प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि ये जितना कम होता है, पानी उतना ही शुद्ध माना जाता है। पीने योग्य पानी का टीडीएस 100 से 150 के बीच होना चाहिए। इसी तरह स्कूल के बोर का टीडीएस जांच किया गया तो इसकी मात्रा 275 मिलीग्राम प्रति लीटर प्राप्त हुई है।
पीएच मान 7 से 9 तो पानी अच्छा : स्कूल प्राचार्य आरके बांगरे ने बताया कि स्कूल में पानी की टंकी का निर्माण कर उसमें 16 नल सहित आरओ वॉटर कूलर लगाया गया है। जिसका टीडीएस 150 अंकित किया गया है जोकि शीतल व शुद्ध पेय जल है। इसी तरह पीएच मीटर द्वारा सीवन नदी का पीएच 8-9 मिलीग्राम प्रति लीटर और स्कूल के बोर का पीएच 7-9 प्राप्त हुआ है। जो कि अच्छा माना जाता है। पीएच 7 से कम होने पर पानी का अम्लीय और 7 से अधिक होने पर पानी का क्षारीय होनादर्शाता है।

इन कारणों से सीवन में प्रदूषण
डॉ. साहू ने बताया कि एक अध्ययन के अनुसार लॉक डाउन में बीओडी भी आधी हो गई है। वहीं कुल घुलित पदार्थ भी कम हो गए हैं। इन नतीजों से साफ है कि नदी में कचरा फेंकने, कामर्शियल सीवेज, घाट पर कपड़े धोने, नदी में नहाने से पानी प्रदूषित हो रहा था। बीओडी ( बायो केमिकल ऑक्सीजन डिमांड) नदियों में ऑर्गेनिक वेस्ट, सीवेज मिलने से बीओडी का स्तर बढ़ता है। विद्यालय के रेड क्रॉस प्रभारी संतोष सोनी ने सेच्ची डिक्स द्वारा नदी के जलस्तर की गुणवत्ता का अध्ययन किया।



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TDS of suture water comes from 400 to 250, 150 will be potable




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अब मेन लाइन में लीकेज, गर्मियों के लिए रिजर्व पानी फालतू बहा

सीवन नदी पुल पर भगवानपुरा तालाब से आ रही पानी की मेन सप्लाई लाइन में लीकेज हो गया है। इससे काफी पानी बर्बाद हो रहा है। मंगलवार को भी सुबह से ही यहां पर लीकेज से सड़क पर काफी पानी भर गया था। ऐसी ही स्थिति कई जगह मेन लाइन के लीकेज से हो रही है। काहिरी बंधान से आ रही लाइन में भी इसी तरह कई जगह लीकेज हो रहे हैं। लंबे समय से शहर में पानी की सप्लाई लाइन में लीकेज की समस्या से लोग परेशान हो रहे हैं। हालत यह है कि रोज सैकड़ों लीटर पानी की बर्बादी हो रही है जिससे आने वाले दिनों में पानी का संकट हो सकता है। भगवानपुरा तालाब से अस्पताल गेट के आगे बने पार्क में स्थित पानी की टंकी के लिए मेन लाइन आ रही है। इस मेन लाइन में नदी पुल पर लीकेज हो गया है।
काहिरी बंधान से आ रही लाइन में भी यही समस्या

25 किमी लंबी काहिरी बंधान से सीहोर शहर की प्रमुख पानी की टंकी तक आ रही मुख्य लाइन में भी लीकेज की समस्या है। इस लाइन में करीब चार जगहों पर पानी का रिसाव हो रहा है। ऐसा नहीं है कि इनकी मरम्मत न हीं की जाती है लेकिन इस लाइन पर कई गांव पड़ते हैं। कई जगह ग्रामीण ज्वाइंट के पास से छेद कर लीकेज कर देते हैं। ऐसे में वहां पर पानी निकलना शुरू हो जाता है। इससे मवेशियों के अलावा पीने के लिए भी लोग पानी भरते हैं। इस संबंध में नगर पालिका के सीएमओ संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि नदी चौराहा पर यदि पाइप लाइन के ज्वाइंट से पानी का रिसाव हो रहा है तो उसे ठीक कराया जाएगा।



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Now leakage in main line, reserve water for summer shed excess




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घर में सो रही मां-बेटी की हत्या, मृतका की 4 साल की बेटी बोली-छाती पर बैठकर मम्मी को मार रहे थे पापा

सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात बिलकिसगंज के पास वीरपुर डैम रोड स्थित फ्रीगंज में आरोपी ने घर में सो रही मां-बेटी की हत्या कर दी। हत्या किन कारणों से की गई यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन पुलिस जांच में जुटी है। मृतिका बेटी के पति को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। हालांकि पति का कहना है कि वह रात के समय घर गया ही नहीं। वहीं मृतका सुमन की बेटी का कहना है कि पापा मम्मी की छाती पर बैठकर मार रहे थे। फिलहाल पुलिस के लिए यह हत्या पहेली बनी हुई है। पुलिस के संदेह की सुई मृतिका के पति की तरफ घूम रही है।
मंगलवार सुबह 9.30 डायल 100 पर सूचना मिली थी कि बिलकिसगंज के पास फ्रीगंज मोहल्ला में दो लोगों की हत्या हो गई। सूचना के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि बाहर वाले कमरे में 26 साल की सुमन पत्नी राजमल राठौर मृत अवस्था में पड़ी है। वहीं अंदर वाले कमरे में सुमन की मां 44-45 साल की लीलाबाई का शव पड़ा है। लीलाबाई की गर्दन पर बांई तरफ कुल्हाड़ी से हमला करने का घाव था। पुलिस ने पंचनामा बनाकर दोनों शवों को अंतिम परीक्षण के लिए भेजा और यहां पड़ोसियों से घटना को लेकर पूछताछ की। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। हालांकि पुलिस ने संदेह के आधार पर मृतिका सुमन के पति राजमल राठौर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है, लेकिन देर शाम तक पुलिस हत्या की वजह नहीं बता सकी है। बताया जाता है कि सुबह के समय राजमल का भाई दूध लेकर वहां गया था, जिसने सबसे पहले देखा कि घर में दोनों की हत्या हो गई। इसके बाद उसने राजमल और अन्य को बताया। तब कहीं जाकर डायल 100 को सूचना दी गई और पुलिस मौके पर पहुंची।
मृतका की बेटी घर में थी और बेटे पास के गांव पर
बताया जाता है कि मृतका सुमन के कुल तीन बच्चे हैं। इनमें से उसकी एक बेटी फ्रीगंज में ही उसके घर पर थी। मंगलवार को जब पुलिस पहुंची तो बच्ची बहुत डरी और सहमी हुई थी। जबकि मृतका सुमन के दो अन्य बेटे अपने पिता के साथ पास ही अपने गांव गए थे। मृतका के घर के आसपास के लोगों ने बताया कि फ्रीगंज में यह मकान राजमल ने अपनी सास लीलाबाई के सहयोग से बनाया था। लेकिन अक्सर राजमल अपने गांव पर रहता था और फ्रीगंज में सुमन और उसकी मां रहते थे। सूत्रों के अनुसार मृतिका सुमन की बेटी का कहना है कि पापा छाती पर बैठकर मार रहे थे। वहीं पुलिस के अनुसार राजमल राठौर का कहना है कि वह रात के समय घर नहीं गया।
अभी जांच की जा रही है
-समीर यादव, एडि. एसपी सीहोर के मुताबिक, सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची है, पुलिस हर पक्ष पर बारीकी से जांच कर रही है। मृतिका के पति से भी पूछताछ की जा रही है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।



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Killing of mother and daughter sleeping in the house, 4-year-old daughter of deceased was sitting on her chest and killing her mother




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257 में से 235 रिपोर्ट निगेटिव, 32 हजार में से 26 हजार की क्वारेंटाइन अवधि पूरी

मंगलवार को भी 7 जांच रिपोर्ट आई, ये सभी निगेटिव हैं। यह अच्छी खबर है कि अभी तक लिए 257 सैंपल में से 235 की रिपोर्ट आ चुकी हैं जो सभी निगेटिव हैं। पिछले 24 घंटों की बात करें तो बाहर के जिलों व राज्यों से आने वाले लोगों की संख्या 525 है। इन सभी की स्क्रीनिंग की गई है। सभी को होम क्वारेंटाइन किया गया। अभी तक 32 हजार से अधिक लोगों को होम क्वारेंटाइन किया जा चुका है।
स्वास्थ्य विभाग की 38 टीमें गांवों और शहरी क्षेत्रों में जाकर सर्वे का काम कर रही हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान जिले में अन्य राज्यों व जिलों से आए हुए करीब 525 लोगों की पहचान व पता लगाकर उनकी तत्काल स्क्रीनिंग की गई। उन्हें होम क्वारेंटाइन किया गया है। सीहोर जिले में अन्य जिलों अथवा राज्यों से लौटे हुए यात्रियों की संख्या अब तक कुल 32 हजार 520 हो गई है। उन्हें होम क्वारेंटाइन से संबंधित गाइड लाइन की जानकारी देकर सख्त हिदायत दी गई है कि गाइड लाइन का कड़ाई से पालन करें।
24 घंटे में 483 लोग क्वारेंटाइन से बाहर : सीएमएचओ डॉ. सुधीर डेहरिया ने बताया कि जिले में अन्य देशों से सीहोर पहुंचे कुल लोगों की संख्या 232 है जिनमें से 184 लोगों की अब तक स्क्रीनिंग की जा चुकी है। पिछले 24 घंटों में होम क्वारेंटाइन की अवधि से 483 लोग बाहर आ चुके हैं जबकि अब तक कुल 26 हजार 689 लोगों की अवधि पूरी हो चुकी है। जिले से अब तक कुल 257 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 235 की रिपोर्ट अब तक निगेटिव आई है। मंगलवार को एक सैंपल भेजा है।



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235 out of 257 reports negative, out of 32 thousand 26 thousand completed the quarantine period




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हवा में नमी बढ़ने से दिन का पारा 1 डिग्री और रात का 2 डिग्री लुढ़का

सोमवार के बाद मंगलवार को भी दिन में बादलों की आवाजाही और हवा में नमी की मात्रा बढ़ने से गर्मी से मामूली राहत मिली है। स्थिति यह है कि दिन के तापमान में एक और रात में दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को अधिकतम तापमान 40.5 और न्यूनतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग का मानना है कि यह पूरा सप्ताह बादल युक्त रहेगा। अगले 24 घंटे दिन तेज हवा, गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
बादलों और हवा के कारण लगातार दूसरे दिन भी एक-एक दिन और रात के तापमान में एक-एक डिग्री की गिरावट दर्ज हुई। रविवार को जहां अधिकतम तापमान 42.2 और न्यूनतम तापमान 32 डिग्री दर्ज किया गया था। सोमवार को अधिकतम तापमान लुढ़ककर 41.5 और न्यूनतम तापमान लुढ़ककर 31.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अफगानिस्तान के ऊपर एक किमी ऊंचाई पर पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ लाइन के रूप में सक्रिय है। इससे हरियाणा और बांग्लादेश के ऊपर मजबूत चक्रवात बना हुआ है। इन दोनों के बीच से उत्तर मप्र से होते हुए एक ट्रफ लाइन गुजर रही है, जिससे आने वाले 24 घंटे क्षेत्र में 20 किमी प्रति घंटा से अधिक रफ्तार से तेज आंधी, ओलावृष्टि और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।

हरियाणा व बांग्लादेश के ऊपर मजबूत चक्रवाती घेरा बनने से आ रही आंधी
मौसम विभाग के अनुसार अफगानिस्तान के ऊपर एक किमी ऊंचाई पर पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ लाइन के रूप में सक्रिय है। इससे हरियाणा और बांग्लादेश के ऊपर चक्रवाती घेरा बना हुआ है। साथ इन दोनों के बीच से एक ट्रफ लाइन उत्तरी मध्यप्रदेश के ऊपर से गुजर रही है। इसके साथ ही अंडमान सागर में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी आ रही है, जिससे तेज आंधी का झोंका आने के साथ गरज-चमक के साथ बारिश होगी।



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आज से मॉल, शॉपिंग काॅम्प्लेक्स, रेस्टोरेंट, सैलून ढाबे छोड़कर सभी दुकानें 4 घंटे के लिए खुलेंगी

भास्कर संवाददाता. सीहोर
सीहोर जिला ग्रीन जोन में है इसलिए एक बार फिर से यहां पर लॉक डाउन के समय कुछ और दुकानों को खोलने की छूट मिली है। अब केवल प्रतिबंधित श्रेणी के व्यवसायों पर ही रोक रहेगी। शेष बाजार की सभी दुकानें सुबह दी जाने वाली 4 घंटे की छूट में खुलेंगी। इससे कई व्यापारियों को राहत मिलेगी। इसके लिए दो दिन पहले व्यापारी विधायक से मिले थे और अपनी समस्या से अवगत कराया था। आदेश के बाद भी जिले में शराब की दुकानें नहीं खुलीं।
बुधवार को प्रतिबंधित श्रेणी को छोड़ शेष सभी तरह की दुकानें खुलना शुरू हो जाएंगी। इसके लिए कलेक्टर अजय गुप्ता ने आदेश जारी कर दिया है। इसमें कहा गया है कि क्योंकि गाइड लाइन के मुताबिक सीहोर जिला ग्रीन जोन में है। इसलिए उक्त छूट दी जा रही है। रविवार को दिन में व्यापारी विधायक सुदेश राय से मिले थे। इस दौरान व्यापारियों ने अपनी समस्याओं से विधायक को अवगत कराया था। व्यापारियों ने कहा था कि हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है। कुछ दुकानों को जहां छूट दे दी गई है तो वहीं हमें इससे वंचित रखा गया है। इस पर विधायक श्री राय ने व्यापारियों को आश्वासन दिया था कि वह इस संबंध में सीएम और प्रशासन से चर्चा कर इसका समाधान कराने का प्रयास करेंगे।

ऑडिटोरियम, स्वीमिंग पूल और पार्क भी प्रतिबंधित श्रेणी में शामिल किए गए

समस्त सिनेमा हाल, मॉल, शापिंग काम्पलेक्स, जिम, स्पोटर्स काम्पलेक्स, स्वीमिंग पुल, मनोरंजक पार्क, पार्क, थियेटर, बार, आडिटोरियम, असेंबली हाल, मैरिज हाल आगामी आदेश तक बंद रहेंगे। इनको किसी भी तरह की छूट नहीं दी गई है।
इसी तरह सभी तरह के स्कूल, कॉलेज, प्रशिक्षण संस्थान, कोचिंग सेंटर और समस्त शैक्षणिक संस्थानों पर भी रोक रहेगी।
जिले में सभी होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट नहीं खुलेंगे। इसी तरह बार पर भी रोक लगी रहेगी।
हेयर कटिंग की दुकानों को भी नहीं खोला जा सकेगा। सैलून, स्पा, ब्यूटी पार्लर भी बंद रहेंगे।

लॉक डाउन में इन्हें रहेगी छूट
मार्केट एरिया में सभी दुकानें प्रतिबंधित श्रेणी को छोड़ते हुए सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक खुलेंगी। इसमें दो गज की दूरी बनाने को कहा गया है। सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा।

दो दिन से सोशल डिस्टेंस का नहीं हो पा रहा पालन
एक तरफ खरीदी के लिए प्रशासन सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक की छूट दे रहा है तो दूसरी तरफ बाजारों में इस कदर भीड़ हो रही है कि सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो पा रहा है। पुलिस सोशल डिस्टेंस का पालन कराने के लिए चौराहों पर लोगों को रोक रही है लेकिन फिर भी लोग सहयोग नहीं कर रहे हैं। जो कि गलत है। यदि हमें और दी गई छूट का उपयोग करना है तो हमें प्रशासन का सहयोग करना होगा ताकि हम ग्रीन जोन में भी बने रहें।
नियमों का पालन नहीं करने पर दुकान सील होगी

  • सभी तरह की सेवाओं के संचालन के लिए सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य सुरक्षा नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
  • सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य गाइड लाइन का पालन नहीं करने वाले किसी भी प्रतिष्ठान या उद्योग को तहसीलदार, थाना प्रभारी व अन्य अधिकारी द्वारा सील किया जा सकेगा।


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From today onwards, all shops will open for 4 hours except the mall, shopping complex, restaurant, saloon dhaba




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11 मजदूराें ने 6 साइकिल खरीदीं और अलवर से चल पड़े अपने गांव

सरकार के भरोसे रहकर कब तक इंतजार करते। खाने पीने की परेशानी और ऊपर से लाॅकडाउन और बढ़ने का डर। गांव भी जाना पर कैसे जाएं। गेहूं कटाई में जो कुछ कमाया, आगे काम भी नहीं मिला तो हम 11 मजदूरों ने 6 नई साइकिलें खरीदीं और राजस्थान के अलवर शहर से अपने हरदा जिले में अपने गांव के लिए निकल पड़े। यह तकलीफ बयां की सोमवार रात को अलवर से सायकिल से आ रहे 11 मजदूराें ने। ये मजदूर रात में यहां पहुंचे थे। कुछ समय रुक कर अपनी लंबी यात्रा की थकान दूर की और फिर एक-एक साइकिल पर दो व्यक्ति बैठकर निकल पड़े।
लाॅकडाउन के पहले हरदा जिले के 11 मजदूर फसल कटाई के लिए अलवर गए थे। इस दौरान उनके गांव जाने वाले रास्ते बंद हो गए। मजदूर मुकेश, गोली विष्णु ने बताया कि अलवर से ही 6 नई साइकिलें खरीदीं। एक पर दो व्यक्ति बैठकर छह दिन पहले चल पड़े। कई बार उनकी जांच हुई, लोगों ने रास्ते भर उनके भोजन की व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि जहां भी रुकते पुलिस के साथ गांव के लोगों ने सहायता प्रदान की।

इधर... कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए राजस्थान सीमा पर सेवाएं दे रहे कर्मचारियों का किया सम्मान

लाॅकडाउन में काेराेना संक्रमण से बचाने समीप के गोघटपुर मप्र राजस्थान सीमा पर पुलिस प्रशासनिक टीम, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सभी अधिकारियों एवं कर्मचारी 24 घंटे सेवाएं दे रहे हैं ऐसे कर्मचारियों का भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं से स्वागत सम्मान किया। इस मौके पर लोकसभा सांसद रोडमल नागर, पूर्व विधायक हजारीलाल दांगी, जिला महामंत्री ज्ञानसिंह गुर्जर, रामगोपाल खंडेलवाल, मंडल अध्यक्ष हनुमान पाटीदार, विष्णुसिंह पवांर, अर्जुनसिंह पवांर, प्रकाश पाटीदार, अनिल मोदी, विजय गुप्ता, अंतर सिंह बना आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।



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11 Majduras bought 6 bicycles and walked from Alwar to their villages




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डॉक्टर का निधन, रिपाेर्ट निगेटिव आने के बाद खुला बाजार, फल-सब्जी खरीदने लग रही लोगों की भीड़

नगर के यूनानी चिकित्सक डाॅ. इकबाल अंसारी की कोरोना टेस्ट से संबंधित रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। भोपला में उनका निधन होने के बाद सुपुर्दे खाक किया गया। वहीं नगर में बाजार एवं विभिन्न स्थानों पर लगाए गए बैरिकेड्स हटा लिए गए और आवागमन सुचारू कर दिया। रास्तों एवं मोहल्लों में संक्रमण की अाशंका सील किए मार्ग खोल दिए गए गए।
बाजार में मंगलवारा सुबह दुकानें खुल गई थीं, जिसे पुलिस प्रशासन ने बंद करा दिया गया। आवागमन एवं रास्ते सील होने की वजह से नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। दोपहर में 12 बजे के बाद नगर में कपड़े, ज्वेलरी, पंखे, कूलर एवं इलेक्ट्रॉनिक, जूते, चप्पल आदि दुकानें बाजार में खुल गईं थी। जिस पर लोग खरीदी करते देखे गए।



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Doctor dies, open market after report negative, crowd of people started buying fruits and vegetables




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छूट के दूसरे दिन भी नहीं लगाए मास्क, न दुकानों काे सैनिटाइज किया गया, जगह-जगह भीड़ लगाते रहे लाेग

लाॅकडाउन के दाैरान दी जाने वाली छूट के दूसरे दिन मंगलवार काे भी बाजार में पहले जैसी ही स्थिति रही। अब तक शहर में मास्क नहीं लगाने काे लेकर प्रशासन ने काेई प्रकरण नहीं बनाया है। जबकि केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार बाजार में दुकानदार और ग्राहक, दाेनाें का मास्क लगाए रखना जरूरी है। इसके अलावा बैंकाें और राशन की दुकानाें के सामने सुबह से ही लाेगाें ने भीड़ लगानी शुरू कर दी थी। इसमें भी साेशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा गया। न ही दुकानाें काे सैनेटाइज किया जा रहा है। पूरी अव्यवस्था काे देखकर कई लाेगाें ने घर से बाहर निकलना ही बंद कर दिया है। सबसे ज्यादा दिक्कत ग्रामीण क्षेत्र के लाेगाेें की वजह से अा रही है, जाे बड़ी संख्या में बाजार में अाते हैं अाैर देर तक दुकानाें, बैंकाें के अागे झुंड बनाए खड़े रहते हैं। इनसे संक्रमण की अाशंका सबसे ज्यादा है। क्याेंकि फिर ये समूहाें में ही वापस गांवाें के लिए लाैटते भी हैं।
इन गांवाें के लाेगाें काे जागरूक कर चुके हैं इकराम: झाड़ला, झूमका, अांवली, हीकमी, सुकलिया, पीपल्या जिया, कंडाराकाेटरी, हूलखेड़ी, माेतीपुरा, ताजीपुरा, तुर्कीपुरा, बाेरखेड़ा, खेरखेड़ी, धनखेड़ी, लूलाखाल, मेंगलादीप, साहूखेड़ी, मानपुरा गुजराती, मस्तूखेड़ी, अगवानी, कलाली, मुगलखेड़ी अादि समेत 50 से ज्यादा गांव।

पहले भाेजन वितरण किया, अब खाली कैन पाैधाें की सिंचाई के लिए दीं

लाॅकडाउन के दूसरे दाैर के खत्म हाेने तक कैमिस्ट एसाेसिएशन ने प्रतिदिन 800 से 1 हजार के लगभग जरूरतमंदाें काे प्रतिदिन निशुल्क भाेजन वितरण किया। उस दाैरान उपयाेग में लिए गए खाद्य तेल की 30 खाली कैन एसाेसिएशन की ओर से मंगलवार काे पर्यावरणीय संस्था आईआररई-जंगल काे उपलब्ध करवाई गईं। जाे गणेश चाैक समेत अन्य स्थानाें पर पाैधाें की सिंचाई के काम में आएंगी।

शिक्षक ने अपने समुदाय काे जागरूक करने का दायित्व लिया
काेराेना महामारी के विरुद्ध अपने समुदाय काे जगाने का दायित्व पिछले डेढ़ महीने से एक मुस्लिम शिक्षक ने लिया है। काेटरीकलां गांव के शासकीय मिडिल स्कूल के शिक्षक इकराम उल हक ने देश में काेराेना की दस्तक के साथ ही अपना दायित्व पूरा करना शुरू कर दिया था। खुद इकराम के शब्दाें में- जब बीमारी शुरू हुई ताे मैंने देखा कि इसकी चपेट में वे लाेग ज्यादा आ रहे हैं जाे शिक्षित या जागरूक नहीं हैं। इनमें मुस्लिम समुदाय का भी एक बड़ा वर्ग था। जाे देश के काेने-काेने में इस बीमारी से प्रभावित हाे रहा था। इसलिए मैंने लाेगाें काे जगाने का निश्चय किया। खुद ही काेराेना के विरुद्ध प्रचार सामग्री तैयार कर पंप्लेट बनाए अाैर बाइक पर अपने बेटे काे बैठाकर सबकाे जागरूक करने निकल पड़ा। जिस गांव में मस्जिद हाेती है, वहां मस्जिद के माइक से एेलान करवाके काेराेना की राेकथाम के तरीके बताता हूं। जहां मस्जिद नहीं हाेती, वहां अपनी बाइक में लगे बैटरी वाले माइक से लाेगाें काे काेराेना से बचाव के तरीके बताता हूं। इकराम ने यह भी बताया कि मुझे जागरूकता की प्रेरणा अपने गुरू दिवंगत मंसूरी सर अाैर शिक्षा विभाग के सुरेंद्र सिंह भदाैरिया, सलिल सक्सेना से मिली है। प्रचार के दाैरान इकराम लाेगाें काे यह भी बताते हैं कि हर कहीं नहीं थूकना है। चेहरे पर मास्क लगाना है अाैर हाथाें काे बार-बार धाेना है। घराें पर रहकर ही पूजा-इबादत करनी है।



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Do not put masks on the second day of discounts, nor shops are sanitized, you will keep crowding from place to place.




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नगर के देवता भगवान नृसिंह का प्राकट्योत्सव आज, नृसिंह मंदिर में हाेगी पूजा

भगवान विष्णु के चाैथे अवतार नृसिंह भगवान का प्राकट्योत्सव बुधवार काे मनाया जाएगा। इस माैके पर थावरिया क्षेत्र में स्थित प्राचीन नृसिंह मंदिर में पूजा-अभिषेक का अायाेजन भी हाेगा। शहर के लिए यह पर्व खास है, क्याेंकि यह नगर के कुलदेवता का प्राकट्योत्सव है। नृसिंह भगवान के नाम पर ही सन 1681 में पाटन रियासत के बंटवारे के बाद रावत परशुरामजी ने नरसिंहगढ़ नगर की स्थापना की अाैर अपने इष्ट अाैर कुलदेवता का मंदिर बना कर पूरा नगर उन्हीं काे समर्पित किया।

नेपाली शैली में बनी, 280 किलाे वजनी अष्टधातु की है प्रतिमा, ढाई फीट है ऊंचाई
मंदिर में लगभग ढाई फिट ऊंची और 280 किलाे वजनी अष्टधातु की नृसिंह प्रतिमा हर मायने में खास है। इसे नेपाली शैली में बनाया गया है अाैर मंदिर की दिवंगत पुजारी दुर्गादेवी बैरागी बताती थीं कि प्रतिमा की स्थापना के साथ ही इसके मूर्तिकार का देहांत हाे गया था। इस तरह की प्रतिमाएं अासानी से नहीं मिलतीं, क्याेंकि इसमें हिरण्यकश्यप दैत्य का चेहरा हिरण की तरह बनाया गया है। वरिष्ठ पुराविद डाॅ जितेंद्रदत्त त्रिपाठी बताते हैं कि यह भी एक अनाेखी बात है। हिरण्यकश्यप का इस तरह का चित्रण बहुत ही दुर्लभ स्थितियाें में देखने काे मिलता है। चूंकि प्रतिमा नेपाल के मूर्तिकार ने बनाई थी ताे इसके पीछे जरूर काेई न काेई तांत्रिक या अध्यात्मिक रहस्य रहा हाेगा। क्याेंकि नेपाल तंत्रक्षेत्र का प्राचीन गढ़ है।

भक्ति की रक्षा और अधर्म का नाश करने प्रकट हुए थे
नृसिंह अवतार भगवान विष्णु का आवेश अवतार है। वे सतयुग में भक्त प्रह्लाद की भक्ति की रक्षा और उनके दुष्ट, अधर्मी पिता हिरण्यकश्यप दैत्य का संहार करने के लिए प्रकट हुए थे। एक वरदान की वजह से हिरण्यकश्यप दैत्य की मृत्यु बेहद कठिन थी। इसलिए उसे मारने के लिए भगवान ने अाधे मनुष्य अाैर अाधे सिंह का अवतार लिया अाैर अपने नाखूनाें से चीरकर उसका वध किया। उन्हें नगर का कुल देवता माना जाता है।



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Lord Narsingh's worship festival will be held in the city, worship will be done in Narsingh temple




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शिकायत मिलने पर खरीदी केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचीं नायब तहसीलदार

समर्थन मूल्य पर तौले जा रहे गेहूं तुलाई में किसानों ने यहां पर काम कर रहे किसानों ने भेदभाव का आरोप लगाया जा रहा है। लाड़कुई में किसानों ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा है कि हम रात भर ट्रैक्टर ट्राली लेकर इंतजार करते हैं वही उपार्जन केंद्र पर पदस्थ कर्मचारियों अपने परिचित किसानों को पहले बुलाकर उनका गेहूं तुलवाया रहे हैं। वहीं मजदूरों ने भी मजदूरी नहीं देने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमें समय पर मजदूरी नहीं दी जा रही है। यदि मजदूरी दी जा रही है तो वह भी कम दी जा रही है। जिससे हमारा गुजारा नहीं हो रहा है। जिसको लेकर नायब तहसीलदार रमा कालबा ने उपार्जन केंद्र का निरीक्षण किया और यहां की व्यवस्थाओं को देखकर जरूरी निर्देश दिए।



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Naib Tehsildar arrived to inspect the procurement center after receiving the complaint




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स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने किया सिद्धीविनायक अस्पताल का निरीक्षण

स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के कारण इन दिनों निजी अस्पतालों की तानाशाही बढ़ती जा रही है। संकट की इस समय में निजी अस्पताल सर्दी-खांसी के मरीजों का इलाज करने से परहेज करते नजर आ रहे हैं। क्षेत्र के एक निजी अस्पताल की मनमानी की खबर प्रकाशित होने के बाद मंगलवार श्यामपुर ब्लाक के बीएमओ एचपी सिंह, सीहोर से पहुंचे डीएचओ डॉ. टीआर उईके और डीआईओ डॉ. एसके चंदेल ने मरीज के परिजनों के साथ अस्पताल के संचालक आदि से चर्चा की।
मरीज के परिजनों का आरोप है कि लाखों रुपए से संचालित इन प्राइवेट अस्पतालों के संचालकों की तानाशाही के कारण यहां पर जनता परेशान है। आम तौर पर शासकीय अस्पतालों में मरीजों का बेहतर ढंग से इलाज नहीं होने का परिणाम है कि परिजन अपने मरीजों के इलाज के लिए इन निजी अस्पतालों में पहुंचते है। इसके बाद भी यहां पर इलाज नहीं मिलता है।
इस संबंध में डीएचओ डॉ. टीआर उइके ने बताया कि मरीज का निजी अस्पताल में इलाज नहीं मिलने की सूचना पर हम सिद्धी विनायक अस्पताल पहुंचे थे। अस्पताल के प्रबंधन से इस संबंध में चर्चा की गई है। साथ ही हिदायत दी है कि अस्पताल में कोई भी मरीज आए तो पहले उसका प्रायमरी इलाज अवश्य करें, संदिग्ध लगे तो जिला अस्पताल प्रबंधन को सूचित करें।
स्वास्थ्य टीम के द्वारा इस विषय में तत्काल ध्यान में रखते हुए मंगलवार को मरीज के परिजनों और सिद्धि विनायक अस्पताल के प्रबंधन से चर्चा की गई है और मामले की जांच के लिए सीएमएचओ को भेजा गया है।-डॉ.एचपी सिंह, बीएमओ श्यामपुर।



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Health Department officials inspected Siddhivinayak Hospital




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मुंबई से इलाहबाद तक पैदल तय कर रहे सफर

40 डिग्री तापमान में मुंबई कल्याण से चलकर इलाहबाद जा रहा 10 से 12 मजदूरों एक जत्था नगर की सड़क से गुजरा और वह विगत 10 दिनों से लगातार पदयात्रा कर रहे हैं। उन्हें अपने घर पहुंचने की जल्दी है। जब इन मजदूरों को रोका और पानी व नाश्ते की व्यवस्था देते हुए इन से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि वह मुंबई कल्याण से आ रहे है और लगातार 10 दिनों से चल रहे हैं।
फैक्ट्री बंद होने से बढ़ी समस्या: मजदूरों ने बताया कि वह मुंबई कल्याण में एक प्राइवेट फैक्ट्री में काम करते हैं और लॉकडाउन लगने के दौरान जब फैक्ट्रियां बंद हो गई तो उनके सामने नौकरी और खाने की समस्या खड़ी हो गई। उन्होंने कई दिनों तक इंतजार किया, लेकिन लॉकडाउन खुलने का नाम नहीं ले रहा था। ऐसे में मजदूरों ने अपने मन में ठानी और अपने शहर इलाहबाद के लिए निकल पड़े।
नगर में कराया भोजन: 10 दिनों से भी अधिक का सफर वह तय कर चुके यह मजदूर अभी कई किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय करनी है। इन मजदूरों के लिए नगर के युवा वर्गों ने भोजन उपलब्ध कराया गया और उनकी रुकने की व्यवस्था भी की, लेकिन उन मजदूरों ने भोजन किया और वापस अपने लक्ष्य की और पैदल चल पड़े।



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Traveling from Mumbai to Allahabad




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वार्ड 2 के गरीबों ने कलेक्टर से राशन सामग्री देने की मांग की

वार्ड क्रमांक 2 के पार्षद धर्मेंद्र भिलाला ने क्षेत्र के गरीब परिवारों के साथ मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर मांग पत्र सौंपा। इसमें बताया कि क्षेत्र गरीब, मजदूर नागरिक जो कि मजदूरी पर ही निर्भर हैं। लॉकडाउन के चलते इनके सामने भोजन की समस्या खड़ी हो गई है। ऐसे गरीब परिवारों की मदद कर राशन सामग्री उपलब्ध कराई जाए।
पार्षद ने कहा कि लॉकडाउन में मजदूरों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गई है। यह लोग अपने परिवार के लिए राशन आदि की व्यवस्था भी नहीं कर पा रहे हैं। उक्त समस्या के चलते क्षेत्रीय नागरिकों में काफी आक्रोश है। पार्षद श्री भिलाला के साथ क्षेत्रवासियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मांग की। साथ ही शीघ्र पर्याप्त मात्रा में राशन सामग्री व राहत राशि प्रदान कराने की मांग की। उन्होंने बताया कि एपीएल, आधार कार्ड, समग्र आईडी धारकों, जिनके पास बीपीएल का राशन कार्ड नहीं हैं। ऐसे नागरिकों को भी राशन सामग्री व राहत राशि प्रदान कराई जाए। इस मौके पर मंजू गोलिया, कोशल्या बाई, चंपा बाई, धन्नी बाई, रेखा प्रजापति, नीलम मेवाड़ा, गिरजा, प्रेमबाई, उमरी बाई, केशर बाई, जमना बाई, रेखा, गायत्री, सरोज, संगीता, प्रियंका आदि महिलाएं उपस्थित थीं।



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Ward 2 poor demanded collector to provide ration material




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लॉकडाउन के उल्लंघन पर 500 लोगों के चालान बनकार पुलिस ने वसूला 21500 रुपए का जुर्माना

कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के मद्देनजर जिला पुलिस राजगढ़ द्वारा लॉकडाउन का पालन कराने हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। एसपी प्रदीप शर्मा द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कड़ी दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
निर्देशों के परिपालन में लॉक डाउन के दौरान दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों में अनावश्यक घूमने वालों के विरुद्ध पुलिस की कार्रवाई जारी है। इसी के तहत दोपहिया वाहन में बैठकर अनावश्यक रूप से घूमने वालों को समझाइश देते हुए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत विभिन्न धाराओं में चलानी कार्रवाई भी की जा रही है।
चालानी कार्रवाई करते हुए जिले में लगभग 500 चालान बनाकर कुल 21500 समन शुल्क वसूला गया है। साथ ही बिना मास्क लगा, दोपहिया एवं चार पहिया वाहनों में घूमने वालों के विरुद्ध सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है तथा गाड़ियों के नंबर प्लेट व वाहन चालक की पहचान की जाकर संबंधित को नोटिस भी भेजे जा रहे है साथ ही चालानी कार्रवाई की जा रही है।



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मजदूरों को मिलेगी 1000 की प्रवासी मजदूर सहायता

लॉकडाउन में प्रदेश के अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री प्रवासी सहायता योजना शुरू की गई है। इसके क्रियान्वयन के लिए राज्य शासन ने राजगढ़ सहित प्रदेश के कलेक्टर्स को दिशा निर्देश जारी किए हैं।
योजना में प्रवासी मजदूरों की जानकारी, पता, मोबाइल नंबर आदि की जानकारी एकत्रित कर तात्कालिक आवश्यकता भोजन, दवा आदि के लिए उन्हें 1000 रुपए दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने 15 अप्रैल को इस योजना की शुरुआत की है। अभी तक अन्य राज्यों में फंसे प्रवासियों की मोबाइल नंबर सूची अपडेट की जा रही है। प्रदेश के सभी कलेक्टरों को भेजे गए विस्तृत परिपत्र में योजना के क्रियान्वयन के लिए दिशा निर्देश दिए हैं।
योजना का लाभ उन प्रवासी मजदूरों को मिलेगा, जो मप्र के मूल निवासी होने के साथ योजना के लागू होने की दिनांक तक अन्य राज्यों में प्रवासी मजदूर हों। सभी कलेक्टर योजना के पात्र मजदूरों की जानकारी विभिन्न स्रोतों से एकत्र करेंगे। यह जानकारी राहत आयुक्त को दी जाएगी। इसके अलावा राज्यस्तरीय कॉल सेंटर में सीधे ऐसे प्रवासियों की जो जानकारी आएगी, उसे मैप आईटी को हस्तांतरित किया जाएगा।
जानकारी सत्यापित होने पर खाते में आएगी राशि: कलेक्टर को जैसे-जैसे सत्यापित जानकारी प्राप्त होगी वैसे-वैसे संबंधित व्यक्ति के बैंक खातों में राशि जमा करवाएंगे या किसी ई-वॉलेट जैसे पेटीएम, फोन-पे, योनो आदि से भुगतान करेंगे। राज्य स्तरीय समन्वयक अपने-अपने निर्धारित जिलों में इसकी निगरानी करेंगे। कलेक्टर यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक पात्र मोबाइल नंबर पर एक ही भुगतान किया जाए। साथ ही एक ही व्यक्ति को एक से अधिक बार भुगतान न हो।
सभी जिलों में वितरित की गई राशि के संबंध में हितग्राही का संपूर्ण विवरण, बैंक अकाउंट नंबर, वितरण दिनांक आदि की सभी जानकारी का संधारण जिला स्तर पर अनिवार्य रूप से करने को कहा गया है। राज्य सरकार द्वारा ऐसे प्रवासी श्रमिकों के संबंध में समन्वय स्थापित करने के लिए तय किए गए। राज्य स्तरीय समन्वयक अपने-अपने निर्धारित जिलों में इसकी निगरानी करेंगे।

कलेक्टर मैप आईटी डाटा के आधार पर लोगों की जानकारी करेंगे एकत्रित, सत्यापन के बाद देंगे राशि
इस प्रक्रिया में सहायता प्रदान करने के लिए मोबाइल नंबरों का डी डुप्लीकेशन, उपलब्ध मोबाइल नंबरों की मोबाइल टॉवर के आधार पर लोकेशन पता लगाना और राज्य के बाहर के नंबरों को सूचीबद्ध किया जाएगा। सूचीबद्ध मोबाइल नंबरों को जिलेवार विभाजित किया जाएगा। इसके बाद मैप आईटी द्वारा जो सूची कलेक्टर को उपलब्ध करवाई जाएगी, उन मोबाइल नंबर पर कॉल करवाकर संबंधित का नाम, पिता का नाम, पूरा पता, ग्राम, निकाय, ब्लाक, तहसील और जिला, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, समग्र आईडी, बैंक अकाउंट विवरण आईएफसी सहित जहां व्यक्ति फंसे हैं, वहां क्या व्यवसाय कर रहे थे यह जानकारी एकत्र की जाएगी। सत्यापन हाेने के बाद राशि उपलब्ध कराई जाएगी।



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रात को दुकान खोलकर महंगी बेच रहे थे शराब, केस दर्ज

लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें बंद कराने के बाद आबकारी विभाग द्वारा जब्ती में ली गई शराब में से ठेकेदार के मुनीम और कर्मचारियों ने 2500 लीटर शराब चोरी छुपे दुकान खोलकर बेच दी। इसका खुलासा तब हुआ जब रात की गश्त में पुलिस ने शराब की दुकान खुली मिलने पर इसकी सूचना आबकारी विभाग को दी थी। इसके बाद आबकारी विभाग की जांच के बाद उसके प्रतिवेदन पर मलावर थाना पुलिस ने लखनवास की देशी शराब के ठेकेदार सहित अन्य के खिलाफ अमानत में खयानत का प्रकरण दर्ज किया है।
मलावर थाना प्रभारी रामगोपाल साहू ने बताया कि लखनवास कस्बे में बीती 3- 4 मई कर दरमियानी रात देशी शराब की दुकान खोलकर कुछ लोगों को जब्ती की शराब बेची जा रही थी, तभी वहां गश्त करते हुए पहुंचे फोर्स ने दुकान खुली देखी तो ठेकेदार का स्टाफ दुकान खुली छोड़कर भाग खड़ा हुआ। पुलिस ने इसकी सूचना आबकारी विभाग के ब्यावरा वृत्त के प्रभारी संजीव लुहानी को इसकी सूचना दी।
स्टॉक में कम मिली 2500 लीटर शराब

जिला आबकारी अधिकारी वीरेंद्रसिंह धाकड़ ने बताया कि जांच के लिए पहुंचे एसआई श्री लुहानी ने जाकर स्टॉक चेक किया तो उसमें 200 पेटी में रखी 2500 लीटर देशी प्लेन मदिरा कम पाई गई। इसके बाद विभाग ने इसका प्रस्ताव बनाकर पुलिस को दिया। इस पर मलावर थाना पुलिस ने भोपाल की फर्म मंजू शिवहरे के पति हरीश शिवहरे सहित अन्य कर्मचारियों के खिलाफ अमानत में खयानत का प्रकरण दर्ज किया है। जिला आबकारी श्री धाकड़ ने बताया कि बीती 31 मार्च को दुकान सील कराने के दौरान दुकान में 325 पेटी स्टॉक था, जबकि निरीक्षण में 200 पेटी कम में पाया गया जिसमें 2500 लीटर शराब थी।



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देर रात चली आंधी से कई जगह बिजली गुल, रात का 5 डिग्री और दिन का पारा 2 डिग्री गिरा

उत्तर भारत मे बने चक्रवात के कारण सोमवार देर रात क्षेत्र में आंधी चली और हल्की बारिश भी हुई। आंधी चलने से शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र की बिजली सप्लाई बंद हो गई। शहर में करीब एक घंटे बाद सप्लाई दोबारा शुरू हो सकी, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में मंगलवार दोपहर तक भी सप्लाई शुरू नहीं हो सकी थी।
इस सप्ताह की शुरूआत में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। सोमवार को दिन का मौसम साफ था, लेकिन रात 10 बजे के बाद क्षेत्र में आंधी तूफान के साथ हल्की बारिश भी हुई है। इसके साथ ही मंगलवार को उत्तर-पश्चिम की हवा चलने लगी। इससे दिन का 5 व रात के तापमान में 2 डिग्री की कमी आई है। दिन का अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस अाैर रात में न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रहा। मौसम में हुए परिवर्तन के चलते मंगलवार को दिनभर आसमान में बादल छाए रहे।

चार दिन से हाे रही तापमान में बढ़ाेतरी: पिछले चार दिनों से तापमान में बढ़ोतरी हो रही थी। मौसम विभाग के आरएस गोयल के अनुसार सोमवार को न्यूनतम तापमान 31 डिग्री था, जो मंगलवार को 5 डिग्री की गिरावट के साथ 26 डिग्री पर जा पहुंचा। इसी तरह सोमवार को दिन का अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री था जो मंगलवार को 2 डिग्री की गिरावट के साथ 38.4 डिग्री जा पहुंचा।



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ज्येष्ठ माह में ज्येष्ठ बेटे बेटी के नहीं होते विवाह, फिर दिवाली बाद ही होंगे

काेराेना वायरस के संक्रमण के कारणा रखे जा रहे साेशल डिस्टेंस और लॉकडाउन का असर वैवाहिक कार्यक्रमों पर भी हो रहा है। सबसे अधिक समस्या परिवार में ज्येष्ठ पुत्र-पुत्रियों के विवाह में अा गई है। 8 मई से ज्येष्ठ का महीना शुरू हो जाएगा। इस महीने में ज्येष्ठ यानी सबसे बड़े लड़के और लड़की का विवाह नहीं हो पाएगा। जिन ज्येष्ठ युवक-युवती के विवाह मुहूर्त ज्येष्ठ माह के बाद नहीं है, उनके विवाह फिर देव उठनी एकादशी या उसके बाद हो पाएंगे। इसी को लेकर एेसे परिवार चिंता में है क्योंकि अनुमति लेकर वह शादी करते हैं तो दूल्हा-दूल्हन के मामा-मामी, चाचा-चाची, नाना-नानी तो दूर भैया-भाभी भी शामिल नहीं हो सकेंगे। असल में विवाह के आयोजन के लिए एक पक्ष से केवल चार लोगों की अनुमति मिलेगी और अनुमति नहीं लेते है तो अगले साल शादियां होगी। वहीं विवाह समाराेह आधारित व्यवसायाें से जुड़े लोगों को रोजगार की चिंता सताने रही है।विवाह आयोजन के व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि इस सीजन मेंवे कारोबार करके सालभर के लिए राश जुटा लेते थे।

क्षेत्र में ऐसी ही मान्यता, 8 मई से शुरू होगा ज्येष्ठ
पंडित राधारमण त्रिपाठी के अनुसार 8 मई से ज्येष्ठ का महीना शुरू हो जाएगा। मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ पुत्र व ज्येष्ठ पुत्री का विवाह ज्येष्ठ महीने में नहीं होता है। आषाढ़ में विवाह मुहूर्त सीमित होने के कारण देव उठनी एकादशी या अगले साल तक ऐसे वर-वधु के विवाह नहीं हो पाएंगे। क्षेत्र में तो पूरे जेष्ठ के महीने में शादियां नहीं होती है, लेकिन कुछ समाज के लोग फिर भी यह आयोजन करते है, लेकिन बड़ों की शादियां फिर भी नहीं होती है।
हलवाई से लेकर टेंट वाले तक प्रभावित
हलवाई से लेकर बैंड-बाजा, ढोल, टेंट सहित अन्य छोटे-मोटे कारोबारी मांगलिक कार्य नहीं हो पाने के चलते रोजगार के लिए भटक रहे है। केटरिंग संचालक दीपक गुप्ता ने बताया कि इस साल 10 लोगों के विवाह का एडवासं जमा था पर सभी काे लाैटा दिया, क्योंकि कोई आयोजन करने तैयार नहीं है। मेरे साथ काम करने वाले 100 लोगों की रोजीरोटी भी प्रभावित हुई है। टेंट व्यवसायी रितेश सांकला ने बताया कि अगले आठ महीने तक हमारे पास कोई काम नहीं रहेगा। इससे बैंक से ऋण लेकर व्यवसाय करने वाले छोटे टेंट व्यवसायियों के सामने समस्या खड़ी हो जाएगी।



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डॉक्टर की रिपोर्ट निगेटिव, पर अंतिम संस्कार गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार भोपाल में किया

सारंगपुर के यूनानी डॉक्टर इकबाल अंसारी का सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात निधन हो गया। उन्हें तीन दिन पहले भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्हें बुखार के साथ साथ सांस लेने में तकलीफ बनी हुई थी, जिला मुख्यालय से उन्हें चिरायु रेफर किया गया था, जहां उनकी कोरोना संक्रमित होने की आशंका के चलते जांच भी की गई थी, हालांकि जांच रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बावजूद डॉ. इकबाल का अंतिम संस्कार भोपाल में ही किया गया, बताया गया कि गृह मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन करना आवश्यक था।
बीएमओ सारंगपुर डॉ. शेख जलालुद्दीन खान ने बताया कि कोरोना वायरस जनित बीमारी के बचाव एवं रोकथाम के उपाय के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा गाइडलाइन जारी की गई है। किसी भी मरीज या व्यक्ति की मृत्यु रेड क्षेत्र में होने पर उसका अंतिम संस्कार उसी नगर में कराए जाने के लिए जिला प्रशासन को अधिकृत किया गया है। डॉ. इकबाल की भोपाल रेड क्षेत्र में मृत्यु होने से भोपाल जिला प्रशासन ने भोपाल महानगर में दफनाए जाने की व्यवस्था करने की अनुमति दी। हालांकि सारंगपुर में अब बाजार खोल दिए गए हैं।

सांस लेने में तकलीफ, आक्सीजन की कमी थी
बीएमओ श्री खान ने बताया कि नगर से प्रायवेट चिकित्सक इकबाल अंसारी को कोरोना के सामान्य लक्षण दिखने के उपरांत भोपाल चिरायु अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। उनकी कोरोना की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। भोपाल से मिली जानकारी के अनुसार सांस लेने की तकलीफ, ऑक्सीजन की कमी के कारण एवं वृद्धावस्था होने से सोमवार की रात में उनका निधन हो गया। भोपाल जिला प्रशासन द्वारा जहांगीराबाद कब्रिस्तान में उनको दफनाया गया। बीएमअाे ने लाेगाें से अनुरोध किया कि वे धैर्य रखें किसी भी प्रकार की भ्रामक अफवाह न फैलाएं।

सुपुर्दे खाक में शामिल परिजनों को लौटने पर रखेंगे होम क्वारेंटाइन में
एसडीएम प्रथम कौशिक ने बताया कि जो परिजन सारंगपुर से भोपाल डॉ. इकबाल के अंतिम संस्कार की क्रिया में शामिल होने गए थे, जब वे लौटकर आएंगे तो उन्हें 14 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन किया जाएगा। वहीं अन्य परिजन जो सारंगपुर में हैं और जिन्हें एक दिन पहले क्वारेंटाइन किया गया था, अब उन्हें आगे क्वारेंटाइन नहीं करेंगे क्योंकि डॉ इकबाल की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
नरसिंहगढ़: आरोग्य सेतु एप को गंभीरता से नहीं ले रहे लोग
4 दिनों से आरोग्य सेतु एप पर लगातार कोविड-19 संक्रमित रोगी की उपस्थिति दिख रही है। मंगलवार को भी यही हुआ, लेकिन अब ज्यादातर लोगों ने इसे गंभीरता से लेना बंद कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग भी यह कह चुका है कि यह एप की कोई तकनीकी त्रुटि है। शुरू के 2 दिनों तक स्वास्थ्य और राजस्व विभाग की टीम ने एप की लोकेशन के आधार पर बारी गादिया गांव के आसपास सर्चिंग की थी लेकिन वहां कोई भी नहीं मिला। अब यही माना जा रहा है कि एप में ही कोई त्रुटि है। हालांकि बड़ी संख्या में लोग अभी भी इसे लेकर संशय में हैं। उनका कहना है कि प्रशासन को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर वास्तव में एप की त्रुटि है तो इसे सुधारना चाहिए। क्योंकि जब तक ऐसा नहीं होगा तब तक लोगों के बीच भ्रम की स्थिति बनी ही रहेगी कि उनके बीच में कोई संक्रमित व्यक्ति घूम रहा है।

करनवास : अभी भी नहीं मिली लोकेशन: आरोग्य सेतु ऐप करनवास में लोकेशन आने पर ग्रमीण सहित प्रशासनिक अधिकारी भी परेशान हो रहे हंै। ऐप की लोकेशन के आधार पर पांच सौ मीटर की दूरी या 1 से 3 किलोमीटर 5 किलोमीटर दूर दिखता है पर कोई मिलता नहीं।

पचोर : युवक ने एप पर फीड कर दी थी गलत जानकारी: आरोग्य सेतु ऐप पर बीते दो दिनों से एक काेराेना पॉजिटिव मरीज की उपस्थिति बताई जा रही थी। संयुक्त टीम ने आनंदनगर में एक युवक को अपनी अभिरक्षा में लिया प्रारम्भिक जांच सामान्य रही। पता चला उसने एप में गलत जानकारी फीड की थी।

आगर मालवा : 10 कोरोना पॉजिटिव स्वस्थ होकर लौटे घर,तालियां बजाकर किया स्वागत: जिले के 10 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक होने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। जिले के पॉजिटिव मरीजों में 6 व्यक्ति हाटपुरा निवासी, 3 व्यक्ति नलखेड़ा एवं एक ग्राम पायली सुसनेर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर इन्हें आॅर्डी गार्डी अस्पताल उज्जैन में भर्ती करवाया गया था। जहां पूर्ण रूप से स्वस्थ्य होने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है।



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Doctor's report negative, but funeral performed in Bhopal as per guidelines of Ministry of Home Affairs




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ब्यावरा में सब्जी मंडी में भीड़, राजगढ़ में राशन लेने में टूटा सोशल डिस्टेंस

काेराेना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन-3 में दी गई ढील में बाजार और सार्वजनिक जगहाें पर लाेगाें की लापरवाही सामने आ रही है। ब्यावरा में शहर और आसपास के गांवाें के लाेगाें की भीड़ राेकने के लिए एक दिन पहले सोमवार को साप्ताहिक हाट बाजार निरस्त कर बाजार काे पूरी तरह से बंद रखा गया लेकिन अगले ही दिन मंगलवार को बाजार में हाट-बाजार से ज्यादा भीड़ उमड़ पड़ी। इस भीड़ काे रोकने के लिए न तो पुलिस- प्रशासन का अमला तैनात रहा और न ही लोगों ने समझदारी दिखाई। व्यापारियों ने भी अपनी दुकान पर अाए लाेगाें के बीच सामाजिक दूरी बनाने कोई उपाय नहीं किए। सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन करती ब्यावरा अाैर राजगढ़ की यह तस्वीरें बाजार, राशन दुकानों और बैंक के पास दिखाई देना अब जैसे आम बात है।



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Crowd in vegetable market in Biaora, broken social distance in getting ration in Rajgarh




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कोरोना वायरस का डर, बाजार में सोशल डिस्टेंस के साथ कर रहे खरीदारी, व्यापारी भी दे रहे ध्यान

नगर के बाजारों में तहसील के एक पचास से अधिक गांवों के लोग खरीदारी करने आते है। रोजाना बाजार में सुबह से दोपहर तक भीड़ का माहौल बना रहता है। लेकिन नागरिक अब कोरोना वायरस को लेकर जागरुक होते जा रहे है।
लोगों के जागरुक होने से बाजार में भीड़ होने के बावजूद भी लोगों ने समझदारी का परिचय देते हुए सोशल डिस्टेंस का पालन कर आवश्यक सामग्री की खरीदी की। ताकि वे स्वयं कोरोना वायरस से सुरक्षित रहें और अन्य लोगो को भी इससे खतरा नहीं होने दे। लॉकडाउन के तीसरे फेस में होटल, रेस्टोरेंट, चाय, पान व सैलून की दुकानें बंद रखे जाने व अन्य सभी सामग्री की दुकानें सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक खोले जाने के आदेश से लोग बड़ी संख्या में बाजारों में आवश्यक सामग्री की खरीददारी करने निकल रहे है। चूंकि सभी दुकानों पर ग्राहकंो की भीड़ देखी जा रही हैं, लेकिन नागरिक दुकानों पर सामाजिक दूरी का पालन कर रहे है। दुकानदार भी ग्राहकों से सोशल डिस्टेंस बनाए रखने का आग्रह कर रहे हैं। ग्राहक एक मीटर की दूरी बना कर गोले में खड़े होकर खरीदारी कर रहे है। पचास से अधिक गांवों के के लोग सिलवानी के बाजारों में आकर किराना, कपड़ा, ज्वेलरी, इलेक्ट्रानिक, भवन निर्माण सामग्री सहित अन्य सामग्री की खरीदारी करने के साथ ही बैंक, तहसील, जनपद आदि कार्यालयों के कार्य भी निपटाते है। मंगलवार को बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खरीदारी करने से लोगों की जागरुकता स्पष्ट रुप में नजर आई। पुलिस को भी सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए मशक्कत नहीं करना पड़ रही है,लोग स्वयं ही सामाजिक दूरी बना रहे है। हालांकि पुलिस चौक, चौराहों, बाजारों सहित अन्य स्थानों पर बनाए गए प्वॉइंटों पर तैनात रहती है। सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक कुल 7 घंटे का समय बाजर खेलने का तय किए जाने से लोगो को खरीदारी करने के लिए पूर्व की अपेक्षा अधिक समय मिल रहा है। अधिक समय होने के कारण नागरिक सामग्री क्रय करने बाजार आने में जल्दबाजी नहीं कर रहे है।



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मजदूरों को घर भेजने की योजना का नहीं मिल रहा फायदा

जहां एक ओर शासन श्रमिकों को उनके घर भेजने व दूसरे प्रांतों में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किए हुए है और बसों के जरिए लोगो को भेजा जा रहा है। बावजूद इसके प्रतिदिन दर्जनों श्रमिक पैदल यात्रा कर लम्बा सफर तय करते हुए अपने घरों की ओर जाते हुए दिखलाई दे रहे है। शासन की योजना का लाभ इन्हें नहीं मिल पा रहा है। नागपुर से कानपुर जा रहा एक परिवार जिसमें दो साल की बच्ची भी शामिल थी जो करीब एक सप्ताह पहले से पदयात्रा करते हुए बेगमगंज पहुंचा।
वहीं मुंबई से आए करीब 50 श्रमिक जो प्रदेश के सतना जिला व उत्तर प्रदेश जा रहे थे। जिन्हें लोहामील पर समाज सेवी बाबूलाल पंथी की आरामशीन पर भोजन कराया गया उनके स्नान आदि की व्यवस्था भी की गई। नागपुर से आ रहे कुलदीप अपनी दो वर्षीय बेटी लक्ष्मी बाई व पत्नी और देवर आदि के साथ एक सप्ताह पहले नागपुर से पैदल रवाना हुए चिलचिलाती धूप से बच्ची को बचाने के लिए छाते का सहारा लिए निकले जिन्हें देखकर सुरेन्द्र कुशवाहा आदि ने उन्हें नाश्ते के पैकिट प्रदान किए। कुलदीप ने बताया कि रास्ते में किसी भी वाहन ने उन्हें लिफ्ट नहीं दी वह पैदल ही अपने घर जा रहे है कोरोना से तो नहीं लेकिन भूख से मर जाते यह सोचकर कि मरना ही है तो घर परिवार में जाकर ही मरे इसलिए पैदल निकल लिए। रास्ते में जरूर लोग नाश्ता भोजन आदि करवा रहे है। इसी तरह मुम्बई से चले 50 मजदूर रज्जन प्रसाद, अमरजीत, सुनील कुमार, राजकमल, लवकुश प्रसाद आदि ने बताया कि रास्ते में कई जगह दस बीस किमी के लिए वाहन चालकों ने लिफ्ट दी लेकिन कहीं भी शासकीय सहायता बस आदि की नहीं मिली ताकि वे अपने घर सतना या उत्तर प्रदेश पहुंच सके। सुबह शाम में 50किमी पैदल चलते हैं।



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The plan to send laborers home is not beneficial




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थाना प्रभारी इंद्रराज सिंह लाइन अटैच एसआई आरएस ठाकुर को दिया प्रभार

गो हत्या के मामले में सोमवार शाम कलेक्टर उमाशंकर भार्गव और आईजी अरविंद सक्सेना ने हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों से चर्चा कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला ने तत्काल कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी इंद्राज सिंह को लाइन अटैच कर दिया है। वहीं थाने का प्रभार एसआई आरएस ठाकुर को दिया गया है। उल्लेखनीय है कि 27 मार्च को गौ हत्या के मामले में विगत 2 दिनों से हिंदू उत्सव समिति और व्यापार महासंघ के तत्वाधान में बाजार पूरी तरह बंद था। इनकी मांग थी कि 27 अप्रैल को गो हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए और कार्रवाई ना करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाए। आईजी के आश्वासन पर हिन्दू संगठनों और व्यापारियों बाजार खोलने का निर्णय लिया। मंगलवार को बाजार में खासी चहल-पहल दिखाई दी विभिन्न हिंदू संगठनों ने तत्काल गौ हत्या के हत्यारों को पकड़ने की मांग की है।



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लॉकडाउन में पुलिस चौराहों पर मुस्तैद, लेकिन दोपहिया वाहनों पर बैठ रही हैं तीन सवारी

लॉकडाउन को लेकर दो पहिया वाहनों पर मात्र एक ही व्यक्ति के बैठे जाने का नियम प्रदेश सरकार के द्वारा बनाया गया है। लेकिन दो पहिया वाहन चालक इस नियम का मखौल उड़ा रहे है। बाइक पर 3 सवारी बैठा कर फर्राटे से सड़कों पर दौड़ रहे है। कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए लॉकडाउन का असर देखा जा रहा है। नागरिक व व्यापारी सहित अन्य लोग लॉकडाउन के नियमों का पूरी तरह पालन कर रहे है। लेकिन दो पहिया वाहन चालक यातायात के नियमों के साथ ही प्रदेश सरकार के द्वारा लागू किए गए नियमों का भी पालन ना कर बाइक पर 3 सवारी बैठा रहे है।
मंगलवार को सुबह के समय करीब 11 बजे बजरंग चौराहा पर एेसा ही देखने को मिला जब एक बाइक पर 3 लोग बैठ कर निकले। हालांकि इस दौरान चौराहे पर तैनात पुलिस के द्वारा बाइक चालक को रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फर्राटे के साथ निकल गया और पुलिस हाथ मलती रही। एेसा नहीं है लॉकडाउन समय में ही बाइक चालक यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है बल्कि रोज ही बाइक पर तीन सवारी बैठना आम बात हो गई है। नगर की सड़कों पर वाहनों की गति सीमा निर्धारित ना होने से तेज रफ्तार से दौड़ने वाले वाहन पैदल चलने वाले राहगीरों के अलावा अन्य दूसरे वाहनो के लिए भी घातक होते है। यातायात नियमों की भी लगातार अनदेखी की जा रही है। बाइक पर तीन व तीन से अधिक लोगों को बैठा कर वाहन चलाते हुए कभी भी देखा जा सकता है। टीआई आशीष धुर्वे ने वाहन चेकिंग व यातायात को लेकर समय समय पर पुलिस के द्वारा कार्रवाई की जाती है। जिसमें यातायात के नियमों का पालन न करने वाले वाहन चालकों पर चालानी कार्रवाई की जाती है।



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Police set up at intersections in lockdown, but three rides are sitting on two-wheelers




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वन विभाग के अफसरों ने पक्षियों के लिए टांगे जलपात्र आैर बांटे मास्क

वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी न सिर्फ वनों की सुरक्षा में लगे हुए है बल्कि कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में भी अपना योगदान दे रहे है। वन परिक्षेत्राधिकारी जितेन्द्र सिंह तोमर के साथ डिप्टी रेंजर, नाकेदार और वनकर्मियों ने गांवों में जाकर जगह-जगह पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए जल पात्र टांगे और उनमें पानी भरने के लिए लोगों को प्रेरित किया। गर्मियोंं में पक्षियों को भी समय पर पीने के लिए पानी मिले और वह अपनी प्यास बुझा सकें। इसलिए जलपात्रों को टांगकर उनमें पानी भरने की जिम्मेदारी ग्रामीणों को दी है। इसके अलावा वन अफसरों ने गांव में मास्क का वितरण कर सैनिटाइज का नि:शुल्क वितरण भी किया। इन दौरान वन रक्षक प्रताप ग्रेवाल, प्रदीप लोधी, सद्दाम खान, गोपाल सिंह आदि ने ग्राम मवई, करहोला, रजपुरा जमुनिया आदि में ऐसे स्थानों पर जहां पक्षियों का आना अधिक होता है वहां पर मिट्टी के जल पात्र टांगे तथा ग्रामीणों को जिनके पास मास्क नहीं थे उन्हें मास्क दिए तथा सैनिटाइजर भी प्रदान किए। वन परिक्षेत्राधिकारी जितेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि न सिर्फ जल पात्र टांगे जा रहे है बल्कि वन क्षेत्र में जंगली जानवरों के लिए पानी की व्यवस्था के लिए नालों आदि में बंधान के माध्यम से पानी भी रोकने का कार्य किया जा रहा है ताकि जंगली जानवर पानी की तलाश में गांव का रूख न कर सके।



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Forest Department officials donned sails and distributed masks for birds




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सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक की छूट मिलने पर खूब बिकी वैवाहिक सामग्री

कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में 22 मार्च से अभी तक जो दुकानें नहीं खुली थी उनमें से कुछ को छोड़कर शेष दुकानें खोलने के शासन के निर्णय के बाद सुबह से ही बाजारों में लोग टूट पड़े और कपड़ा, रेडीमेड, गोदरेज, फ्रिज, कूलर, गद्दे रजाई फर्नीचर आदि जो वैवाहिक सामग्री थी उसे खरीदने के लिए गांव गांव से किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर खरीदारी करते तो अन्य वाहनों से ले जाते नजर आए। वहीं जनरल स्टोर, टेलरिंग मटेरियल, टेलरिंग दुकान के अलावा किराना, फल, सब्जी, बर्तन, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि की दुकानों पर भी खरीदारी होती नजर आई। वहीं प्रशासनिक अधिकारी घूमघूम कर सोशल डिस्टेंस का पालन कराते माइक से एलान करते नजर आए। एसडीएम संजय उपाध्याय, एसडीओपी ओपी त्रिपाठी, टीआई घनश्याम शर्मा, तहसीलदार निकिता तिवारी, नायब तहसीलदार सपना झिलोरिया, एसआई अरूण कुशवाहा, एमएल पवार, एएसआई अरविंद पांडे, सहित अन्य पुलिस व राजस्व अधिकारी, नगर रक्षा समिति सदस्य बराबर व्यवस्थाओं पर नजर रखे रहे ताकि लॉक डाउन का पालन भी हो ओर दो मीटर की दूरी का सोशल डिस्टेंस का पालन होता रहे। नगर के पुराना स्टैंड, नया बस स्टैंड, गांधी बाजार रोड, गर्ल्स स्कूल रोड, हदाईपुर, फर्सी रोड, लखेरापुरा, किला, काजी मोहल्ला, पक्का फाटक रोड आदि की दुकानों पर खरीदारों का जमावड़ा रहा। वहीं शहर के अंदरूनी हिस्सों में सब्जी व फल की दुकानें संचालित हुई।



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On getting discounts from 7 am to 2 pm, a lot of matrimonial items are sold




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कूलर व पंखे को सुधारने में ले रहे दोगुने रुपए, नए आयटम भी महंगे बिक रहे

तापमान में वृद्धि होने के कारण तेज गर्मी का अहसास होने लगा है जिसके चलते लोग घरों में बंद पड़े कूलर, पंखे और इलेक्ट्रॉनिक आयटमों को सुधरवाने के लिए मैकेनिकों को खोजने में लगे हुए हैं। जिन्हें मेंकेनिक मिल रहे है वह मुंह मांगे दाम ले रहे हैं वहीं बाजार में दुकानों पर भी नया सामान भी पिछले साल की अपेक्षा दो गुने रेट में मिल रहा है। जिसके चलते उपभोक्ता जमकर लुट रहे हैं और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लॉकडाउन के कारण लोग नया सामान के साथ पुराने कूलर पंखे को सुधरवाने में दिलचस्पी ज्यादा ले रहे हैं।
वहीं मैकेनिक भी कम होने के कारण एक घंटे में सुधरने वाली मोटर को दो से तीन दिन में सुधारकर दिया जा रहा है। हालत यह है कि जिनके घर के पंखे, कूलर व अन्य इलेक्ट्रिक सामान खराब पड़े हैं। रिपेयरिंग की दुकानें बंद होने के कारण लोगों को मैकेनिक ढूंढ़े नहीं मिल रहे दिन प्रतिदिन झुलसा देने वाली गर्मी और बढ़ने वाले लॉकडाउन के कारण नगर और क्षेत्र के लोगों को करना पड़ रहा है परेशानी का सामना। वहीं कूलर, पंखे रिपेयरिंग करने वाले लोगों को भी तगड़ा झटका लग रहा है। लॉकडाउन से वे पूरी तरह धंधा चौपट हो गया है।
वहीं दूसरी ओर कूलर, पंखे और ठीक करने का काम करने वाले ज्यादातर मैकेनिक रिपेयरिंग का सामान जैसे बुश, सॉफ्ट पंखुड़ी, कपलर, ग्रिल, पेड एल्युमुनियम एवं कॉपर वायर सहित अन्य बारीक सामान नहीं मिलने के कारण भी काम नहीं कर पा रहे यदि कहीं रिपेयरिंग का सामान मिल भी रहा है तो दुकानदार दूनी कीमत में दे रहे हैं ऐसी स्थिति में मैकेनिक अपनी मेहनत क्या लेगा और सामान की कीमत क्या लेगा। जिससे ग्राहक मजबूरी में दोगुनी राशि देकर काम करवा रहे हैं।
लॉकडाउन के कारण लोगों के खराब पंखे,कूलर की मरम्मत नहीं हो पा रही है। ऐसे में घर रहकर लॉक डाउन का पालन करने वालों को गर्मी सता रही है इस झुलसाती गर्मी के कारण अब लोगों को कूलर, पंखों की अधिक आवश्यकता महसूस होने लगी है, खासतौर से दोपहर में तपन अधिक रहती है। वही प्रतिदिन 2 बजे से अधिकतर व्यवसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद हो जाते हैं ऐसी स्थिति में अधिकतर लोग अपने-अपने घर पहुंच जाते हैं ।
अधिक पैसे लेने के कारण खुद सुधार रहे
मैकेनिकों के पास समय न होने और दुगने रुपए लेने के कारण लोग स्वयं ही मैकेनिक बनकर सुधारने में लग गए हैं। कुल पंखे की छोटी मोटी समस्या कर चालू करने लायक बना रहे हैं। जैसे आयल डालना, डोरी बदलना या अन्य छोटी समस्याओं को खुद हल कर रहे है। लेकिन यदि कोई बड़ा फाल्ट आ जाता है तो ऐसी स्थिति में मैकेनिक ही कूलर पंखों को सही कर सकता है जिसके कारण अधिकांश लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।
नया माल नहीं आने के कारण बढ़े दाम
गर्मी शुरू होते ही नगर में बड़ी मात्रा में कूलर का व्यवसाय होता है जिसमें कंपनी के साथ-साथ नागपुरी कूलर की यहां ज्यादा मांग रहती है, कुछ व्यापारी यहीं कूलर तैयार करवाते हैं तो कुछ भोपाल और होशंगाबाद से बुलवा कर बेचते हैं। नगर में गर्मी शुरू होते ही लगभग 1 दर्जन से अधिक दुकानों पर कूलर की बिक्री प्रारंभ हो जाती है लेकिन इस बार न तो व्यापारी बाहर से कूलर बुलवा पाए हैं और न ही स्वयं यहां पर तैयार करवा पाए हैं। ऐसी स्थिति में जो कूलर बिक रहे है वह भी डेढ़ से दुगुनी अधिक कीमत पर बेचे जा रहे हैंं। नया माल न आने के कारण पुराने कूलर पंखों की जरुरत पूरी करने दोगुने दामों पर बेचा जा रहा है।

मैकेनिक बोल- हमारी मजबूरी
कूलर, पंखा मैकेनिक इस्माइल खान ने बताया कि बंद से पहले बाइंडिंग वायर 450 किलो मिलता था, वही अब 750 किलो दिया जा रहा है। 50 लीटर से ज्यादा कूलर के पेड पहले 50 के मिलते थे वही पेड आज 150 के दे रहे हैं ऐसी स्थिति में कैसे कूलर पंखा की रिपेयर की जाए। जिनकी कर रहे है तो दोगुनी राशि लेना पड़ रही है ताकि उनको भी पड़ता पड़ जाए।
शिकायत करें संबधित के खिलाफ करेंगे एफआईआर
बृजेंद्र रावत, एसडीएम बरेली के मुताबिक, यदि इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदारों के द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक में कूलर पंखे बेचे जा रहे है तो सभी दुकानदारों की बैठक लेकर समझाईश दी जाएगी। बावजूद इसके यदि किसी ग्राहक के पास निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य में खरीदे गए सामान के पक्के बिल है तो वह मुझे शिकायत कर सकता है उक्त दुकानदार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई जाएगी।



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ये बहुत जरूरी है... कोरोना वॉरियर्स का किया सम्मान

हमारा भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। इस भयंकर बीमारी को लेकर हमारे स्वास्थ्य कर्मी 24 घंटे कार्य कर रहे हैं। साथ ही उनका कंधे से कंधे मिलाकर हमारे पुलिस कर्मचारी एवं पत्रकार बंधु भी अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ सेवा का कार्य कर रहे हैं। इसी क्रम में नगर सिलवानी की वॉइस आॅफ सिलवानी ग्रुप द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिलवानी पहुंचकर मौजूद सभी डॉक्टरों का नर्सों का और उपस्थित कर्मचारियों का फूल और श्रीफल से स्वागत किया गया। इसके अलावा पुलिस कार्यालय एवं नगर परिषद पहुंचकर हमारे ग्रुप के लोगों ने उपस्थित सभी पुलिसकर्मियों एवं नगर परिषद के कर्मचारियों आइसोलेशन सेंटर पर ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों का भी स्वागत किया। यह कोरोना योद्वा अपना घर और परिवार छोड़कर देश और समाज के लिए लगे हुए हैं। गोविंद नामदेव, राशिद पेंटर, मनीष मालवीय, अक्षय पाल, नीलू चौरसिया, सचिन नामदेव, आशीष, वेदराज, शुभम शर्मा, रागिनी बघेल आदि लोगों ने स्वागत किया। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि यह कोरोना महामारी से हमारा भारत और पूरा विश्व मुक्त हो और हम पहले की भांति अपना कार्य खुलकर कर सके ऐसी कामना के साथ ऐसी आशा के साथ हम लोगों ने सभी लोगों का स्वागत किया है।



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आंधी के बीच में किया जा रहा मेंटेनेंस, जिम्मेदार बोले- लॉकडाउन के दौरान नहीं मिली अनुमति

शहर का तापमान इन दिनों 41 से 42 डिग्री के बीच चल रहा है। ऐसे में बार-बार हो रही बिजली गुल के कारण शहरवासी परेशान हैं। बीती रात भी काफी देर तक बिजली गुल रही। इसके अलावा आंधी के कारण रायसेन ग्रामीण बेगमगंज क्षेत्र में 40 से अधिक बिजली के खंभे गिरने के बात सामने आई हैं। शहर में तेज हवा व मेंटेनेंस के कारण बिजली बंद करना पड़ रही है।
इस बार मेंटेनेंस पूरे एक महीने देरी से शुरु किया गया है। यदि यही काम समय पर कर लिया जाता तो शहरवासियों को तेज गर्मी में बार-बार होने वाली बिजली गुल के कारण परेशान नहीं होना पड़ता। हालांकि इसके लिए बिजली कंपनी के अधिकारी लॉकडाउन को दोषी ठहरा रहे हैं। इसके कारण वे समय पर शहर में मेंटेनेंस का काम नहीं कर पाए। इन सब के चलते तेज गर्मी के बीच होने वाली बिजली गुल से शहर के लोग परेशान हो रहे हैं। बताया गया है कि शहर के 5 फीडरों में से तीन का मेंटेनेंस पूरा कर लिया गया है और अभी 2 फीडरों को मेंटेनेंस किया जाना बाकी हैं।
अप्रैल में होने वाला मेंटेनेंस का काम मई में शुरू हुआ
शहर में सबसे अधिक बिजली गुल सड़कों के किनारे लगे पेड़ों की शाखाएं के बिजली के तारों से टकराने से होती हैं। इसके लिए समय रहते बिजली कंपनी द्वारा पेड़ों की छटाई की जाती हैं। इससे टहनियां बिजली के तारों से न टकराएं। लेकिन इस बार यह काम अप्रैल में नहीं किया गया। अब जब तेज हवाएं चलने लगी हैं तो बार-बार बिजली गुल होने लगी हैं। अप्रैल में किया जाने वाला काम बिजली कंपनी द्वारा मई किया जा रहा है।

तेज आंधी में गिरे 40 खंभे
डीई राजेश दुशाद के मुताबिक लॉकडाउन के चलते मेंटेनेंस के काम में देरी हुई है। वहीं तेज आंधी के कारण रायसेन ग्रामीण और बेगमगंज क्षेत्र में 40 से अधिक बिजली के खंभे गिर गए हैं। वहां बिजली सप्लाई चालू कराने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। इस तरह शहर में भी 5 फीडरों में से 3 का मेंटेनेंस काम पूरा कर लिया गया है। दो का और किया जाना है।



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Maintenance being done in the midst of storm, responsible said - permission not received during lockdown




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शेष बची दुकानों को खोलने की मांग, समस्त व्यापारी संघों ने विधायक को सौंपा ज्ञापन

वैश्य महासम्मेलन मप्र ईकाई बीना के नेतृत्व में समस्त व्यापारी संघ अध्यक्षों ने विधायक महेश राय को ज्ञापन सौंप कर बीना तहसील में लघु एवं मध्यम वर्गीय दुकानदार और फुटपात पर बैठकर रोजगार चलाने वाले दुकानदार की दुकानें समय सीमा में खुलवाने की मांग की है ।


व्यापारियों ने बताया कि 22 मार्च से जनता कर्फ्यू एवं लॉकडाउन के कारण शहर की दुकानें बंद है। जबकि बीना में कोई भी कोरोना का संक्रमित मरीज नहीं मिला है। लगातार दुकानें बंद होने के कारण दुकानदार मानसिक एवं आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में छोटे और मध्यम दुकानदारों को अपने परिवार के भरण पोषण करने में किसी प्रकार का अन्य रोजगार नहीं है। जो पूंजी थी वह भी लॉकडाउन के चलते खत्म हो गई है। व्यापारियों ने विधायक को ज्ञापन सौंप कर मप्र सरकार पुनः विचार कर दुकानें खोलने की अनुमति प्रदान करने की मांग की है । इसके अलावा ज्ञापन प्रधानंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री, सागर कलेक्टर सहित अन्य स्थानों पर भी भेजा गया है ।


व्यापारियों ने ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि सागर जिले की सभी तहसील में जिस तरह ग्रामीण क्षेत्र में सभी तरह की दुकानों को खोलने की अनुमति प्रदान की गई है उसी तरह जिले की सभी तहसील एवं नगर निकाय की अलग से नीति बना कर दुकानें खुलवाए । उन्होंने गमछा जो कि मास्क का स्वरुप है, जूता चप्पल एवं लकडी के कारीगर, पटवा, फोटोग्राफर, फोटो काफी, मोबाइल रिपेयरिंग, बिल्डिंग मटेरियल, प्रिटिंग प्रेस, बर्तन दुकानदार, सुनार, मंगलसूत्र, पायल बिछिया बनाने वाले,छोटे गारमेंट्स, जरनल स्टोर आदि को समय सीमा में खुलवाने की मांग की है । ज्ञापन सौपने वालों में वैश्य महासम्मेलन मप्र की ईकाई बीना के तहसील प्रभारी मनोज अग्रवाल,अध्यक्ष मुकेश जैन,लोहा सीमेंट एवं सेनेट्री व्यापारी संघ अध्यक्ष राजेश साहनी,मोबाइल एसोसिएशन अध्यक्ष गोल्डी अरोरा,किराना कंफेक्शनरी,पान मशाला व्यापारी संघ अध्यक्ष अरविंद बरया आदि उपस्थित रहे।



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Demand to open the remaining shops, all trade unions submitted memorandum to MLA




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नहीं सुधरे सायलो बैग केंद्र के हालात, फिर लगी चार किमी लंबी ट्रैक्टर-ट्रॉली की कतार

समर्थन मूल्य गेहूं खरीदी के लिए स्थापित सायलो बैग केन्द्र पर तुलाई में लंबे इंतजार के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां किसानों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है।
मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी तुलाई के लिए किसानों की ट्रेक्टर ट्राली वाहन की चार किमी लंबी कतार इस केंद्र पर देखी गई। किसान संगठन एवं कांग्रेस कमेटी ने इस पर अपना विरोध जताया है तथा केंद्र किसानों को सुविधाएं देने व जल्द तुलाई कराने की मांग की है। किसानों को तुलाई के इंतजार व सुविधाओं के अभाव में भीषण गर्मी की परेशान होना पड़ रहा है। मंगलवार को किसानों की उपज भरकर लाई गई ट्रेक्टर ट्राली की लगभग चार किमी लंबी लाइन इस केंद्र पर दिन भर लगी रही, वहीं बीती रात क्षेत्र में तेज पानी गिरने के दौरान भी किसानों को परेशान होना पड़ा। सोमवार को भी इसी तरह के हालात इस केंद्र पर थे। किसान संगठन और कांग्रेस कमेटी ने इस तरह से परेशान होने पर कड़ा एतराज जताया है तथा प्रदर्शन की चेतावनी दी है। कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालजी ठाकुर, किसान संगठन के मुकेश धाकड़, गगन गौर, हरनाम लोधी, हेमंत गुर्जर आदि ने बताया कि इस केंद्र पर सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। यहां तक की पीने के पानी और छाया की व्यवस्था तक नहीं कराई गई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और केंद्र प्रबंधन तत्काल व्यवस्था सुधारे अन्यथा हमें प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ेगा। इस भीषण गर्मी में भी सायलो बैग प्रबंधन इन समस्याओं को ठीक करने की तरफ कोई ध्यान नही दे रहा है। इस संबंध में एसडीएम प्रियंका मिमरोट ने बताया कि प्रबंधन को समय सीमा में तुलाई करने एवं व्यवस्था ठीक रखने के निर्देश दिए गए हैं



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गजंदा गांव में तेंदुए की दहशत अफसर बोले दिलवाएंगे मुआवजा

कस्बा से तीन किलोमीटर दूरी पर स्थित सिलवानी पश्चिम वन में गजंदा ग्राम में जो कि जंगल से लगा हुआ है जिसमें इन दिनों तेंदुआ की दहशत फैली है ।
यही वजह है कि लोग अपने घरों से नहीं निकल पा रहे हैं। तेंदुआ को ग्रामीणों ने कई बार देखा है और उनकी बकरा, बकरी का शिकार कर चुका है अजहर खा की बकरी और रामभगत की बकरी ओर बकरा राशिद खा का बकरा एवं कल्याण की बकरी इन सभी का शिकार कर चुका है। लोग इतनी दहशत में की अपना रोजमर्रा का सामान लाने के लिए खौफ खा रहे है। इस संबंध में रेंजर संजय राजपूत ने बताया कि हमने पंचनामा बना लिया है और जांच चल रही है ग्रामीणों के जो भी बकरा बकरी का नुकसान हुआ है हम उनको उचित मुआवजा दिलवाएंगे।



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अपने घर जा रहे युवक की बाइक घाटी पर हुई अनियंत्रित, गंभीर रूप से हुआ घायल

स्टेट हाईवे 45 पर मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर जूनिया पुल के पास वन विभाग डिपो के सामने रात 10:30 बजे एक बाइक चालक अनियंत्रित होकर गिर गया जिसमें 1 युवक घायल हो गया।
जिसे प्राथमिक उपचार के बाद रेफर किया गया।एस आई सीएम मर्सकोले ने बताया कि श्रवण गौर पुत्र तखत सिंह गौर उम्र लगभग 35 वर्ष निवासी सिमरिया (गढ़ी) जो कि सिलवानी से अपने घर जा रहा था। घाटी पर बाइक अनियंत्रित हो गई। जिससे उसे सिर में गंभीर चोट आई। सूचना पर मौके पर पहुंच कर घायल को सरकारी अस्पताल लाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद रायसेन रेफर कर दिया गया।



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क्वारेंटाइन सेंटर के सभी 6 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव, होम क्वारेंटाइन किया

जिला मुख्यालय के दरगाह शरीफ से गढ़ी मदरसा में क्वारेंटाइन किए गए सभी 6 लोगो की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके बाद प्रशासन ने उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर से मुक्त कर उनके घर वापिस कर दिया है। इसके पहले इन्ही क्वारेंटाइन लोगो में से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके चलते क्षेत्र में हडकंप मच गया था।
दरगाह शरीफ रायसेन से बीते एक पखवाड़े पहले 7 लोगो को तहसील के कस्बा गढ़ी स्थित मदरसा में क्वारेंटाइन किया गया था। इन लोगो में से एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद शेष 6 लोगो की जांच के सेम्पल दोबारा भेजे गए थे। मंगलवार को इन सभी 6 लोगो की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई। प्रशासन ने इसके बाद कदम उठाते हुए इन सभी लोगो को उनके निवास रायसेन एवं अंडोल वापिस भेजकर उनके घरों में होम क्वारेंटाइन के आदेश किए है। एसडीएम प्रियंका मिमरोट ने बताया कि मंगलवार को सभी की रिपोर्ट आने के बाद यह कदम उठाया गया है।



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अगर शिवाजी नगर का पुल नहीं बना तो बारिश में दो भागों में बंट जाएगा नगर

स्टेट हाईवे 44 पर स्टेट बैंक के पास मुख्य मार्ग पर एमपीआरडीसी के निर्माण एजेंसी के द्वारा शिवाजी नगर से निकले स्टेट हाईवे 44 पर नए पुल का निर्माण करवा रही है,लेकिन निर्माण कार्य की गति धीमी होने के कारण बारिश तक पुल का निर्माण कार्य पूर्ण होना संभव नहीं लग रहा है।
जिसके चलते आने वाली बारिश के दिनों में नगर दो भागों में विभाजित हो जाएगा जिससे नगर की करीब डेढ़ लाख आबादी को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। नदी के एक तरफ सभी शासकीय कार्यालय है तो दूसरी तरफ बाजार है ऐसे में बारिश के दिनों में पुल निर्माण नहीं हुआ तो दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। निर्माण एजेंसी ने नए पुल निर्माण के लिए पुराने पुल को तोड़ दिया है और आवागमन के लिए नदी में से बैकल्पिक रुप से कच्चा रास्ता बना दिया गया है। इस कच्चे रास्ते से ही वाहनों के साथ ही राहगीरों का आवागमन हो रहा है। एमपीआरडीसी के द्वारा स्टेट हाईवे 44 स्थित आमापानी कॉलोनी से नगर के बजरंग चौराहा तक फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य जो कि करीब एक किलो मीटर का है इस कार्य की लागत 13 करोड़ बताई जा रही है। एक किलो मीटर लंबाई के इस फोरलेन सडक निर्माण में दो पुलिया तथा एक पुल को भी शामिल किया गया है।
दो पुलिया तथा एक पुल की निर्माण राशि करीब पांच करोड़ बताई जा रही है। एमपीआरडीसी के द्वारा निर्माण एजेंसी से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। लेकिन निर्माण एजेंसी के द्वारा कछुआ चाल से निर्माण कार्य किया जा रहा है। सड़क व पुल का निर्माण अलग अलग निर्माण एजेंसी के द्वारा किया जा रहा है। पुल निर्माण एजेंसी के द्वारा निर्माण कार्य में लगातार लापरवाही बरती जा रही है। नवीन पुल का निर्माण किए जाने के लिए पुराने पुल को तोड़ा जा रहा है। जिस कारण पुल पर से आवागमन पूर्णत: बंद कर दिया गया है।पुल के बगल में नदी में से कच्चा रास्ता बना कर आवागमन को प्रारंभ किया गया है।

40 दिन शेष, अभी तक डले सिर्फ पिलर
निर्माण एजेंसी के द्वारा निर्माण कार्य में लगातार मनमानी बरत रही है। यह बजह है कि अभी तक नवीन पुल निर्माण के लिए मात्र दो पिलर ही डाले गए है। जबकि अभी तक पुल का काम अंतिम चरणों में होना था। चूंकि निर्माण की समय अवधि में अब 40 दिन का समय ही शेष बचता है। अमूमन जून के द्वितीय सप्ताह में बारिश प्रारभ हो जाती है। बरसात प्रारभ होने तक पुल का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाना संभव नहीं लग रहा है। अभी तक 10 प्रतिशत काम ही हुआ है। इसी मार्ग से इंदौर, भोपाल, रायसेन, गैरतगंज, बेगमगंज, विदिशा आदि नगरों के लिए यात्री बसों का संचालन होता है। स्टेट हाईवे होने के कारण दिनरात के समय सैंकड़ों की संख्या में लोडिंग अनलोडिंग वाहन पुल पर से निकलते है। बताया जा रहा है कि करीब 3 साल पूर्व सरकार के द्वारा क्षेत्रीय विधायक व तत्कालीन लोनिवि मंत्री रामपाल सिंह राजपूत के प्रयासों से आमापानी कॉलोनी से बजरंग चौराहा तक फोरलेन सड़क निर्माण स्वीकृत 13 करोड़ की राशि भी स्वीकृत की गई थी।



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If the bridge of Shivaji Nagar is not built, then the city will be divided into two parts in the rain.




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बिना सोशल डिस्टेंस के शराब लेने उमड़ी भीड़

जिला प्रशासन द्वारा मंगलवार से शराब दुकानें खोले जाने के आदेश के बाद नगर में शराब दुकानों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान सोशल डिस्टेंस की जमकर धज्जियां उड़ी। नगर के मुख्य बस स्टैंड पर देशी व अंग्रेजी शराब की दुकानों पर मंगलवार को भारी भीड़ रही। शराब ठेकेदार ने भी नियमों की परवाह किए बिना फुटकर के साथ थोक में भी शराब बेंची।
इस संबंध में थाना प्रभारी डीडी आजाद का कहना है कि नियमानुसार दुकान संचालन के निर्देश ठेकेदार को दिए गए है। यदि कही नियमों का पालन नहीं हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी।



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Crowd gathered to get alcohol without social distance




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आरक्षक से लेकर निरीक्षक तक को किया जा रहा प्रोत्साहित

दाे चरण का लॉकडाउन पूरा हो गया हैं, अब लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो गया है। पुलिस कर्मचारी हों या अधिकारी कोरोना संक्रमण के कठिन संयम से गुजर रहे हैं। इसके बाद भी जिले की सीमाओं पर बने 15 चेकपोस्ट और जिले के सभी नगरों में के अंदर बने नाकों पर वे मुस्तैदी से काम कर रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच वे काम में जुटे हैं। उनके साथ कोटवार, शहर और ग्रामीण सुरक्षा समिति के सदस्य भी पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। इन सबका मनोबल बनाए रखने के लिए उनको प्रोत्साहन राशि, लिखित प्रशंसा, अथवा प्रमाण पत्र देकर हौसला अफजाई की जा रही है। एसपी मोनिका शुक्ला ने मंगलवार को दरगाह रोड पर पहुंचकर सुरक्षा समिति के सदस्यों को प्रमाण पत्र सौंपे।

चेक पोस्ट से कोविड केयर सेंटर तक तैनात हैं पुलिस
जिले में 1036 पुलिस कर्मचारी और 300 से अधिक सुरक्षा समिति के सदस्य काम कर रहे हैं। ये पुलिस कर्मचारी हर जगह अपना काम जिम्मेदारी से निभा रहे हैं, जहां आम आदमी खड़े होने की भी हिम्मत नहीं कर सकता। उनमें कोविड केयर सेंटर जहां कोरोना संक्रमित मरीजों को रखा जाता हैं। चेक पोस्ट जहां से हर तरह के लोग गुजरते हैं। पता नहीं उनमें से कौन कोरोना संक्रमित हो। इसके अलावा क्वारेंटाइन सेंटर जहां कोरोना संक्रमित संदिग्ध लोगों का रखा जाता है। इस तरह से हर जगह में रिस्क में काम कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही 57 पुलिस कर्मचारियों को शहर में क्वारेंटाइन करना पड़ गया था।

इस तरह से किया दिया जा रहा प्रोत्साहन

जिले में राजपत्रित पुलिस अधिकारियों को लिखित प्रशंसा की जा रही है। इससे ये उनकी सीआर में दर्ज हो सके। इसके अलावा आरक्षक से लेकर निरीक्षक तक प्रोत्साहन राशि देने का काम चल रहा है।



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Being encouraged from constable to inspector