india news शहीद होने से पहले परिजनों से हुई थी अश्वनी की बात; कहा था- यहां माहौल ठीक नहीं, कोरोना से बचने की भी दी थी हिदायत By Published On :: Tue, 05 May 2020 08:41:09 GMT जम्मू कश्मीर के वनगम इलाके में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार यादव आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गए। अश्वनी ग़ाज़ीपुर जिले के नोनहरा थानाक्षेत्र के चकदाऊद, बभनौलि गांव के रहने वाले थे।अश्वनी का बचपन संघर्षों में बीता। महज 8-9 साल की उम्र में पिता का साया अश्वनी के सिर से उठ गया। मां समेत दो भाइयों की पूरी जिम्मेदारी इतनी कम उम्र में ही अश्वनी ने अपने हाथों में ले ली थी। धीरे-धीरे समय बीतता गया और अश्वनी ने देश सेवा के जज्बे के साथ सीआरपीएफ ज्वाइन करने का फैसला लिया।भाई बोले- हम भी सेना में जाना चाहते हैंसैनिक बनने के लिए उन्होंने गांव के ही खेलकूद के मैदान को अपने ट्रेनिंग का जरिया बना लिया। लगातार अथक मेहनत और लगन के चलते 2005 में अश्वनी सीआरपीएफ में भर्ती हुए।अश्वनी के छोटे भाई अंजनी यादव बताते हैं- "अपने भाई को देश की सेवा करता देख हम गौरव की अनुभूति करते थे। इसी का नतीजा है कि हम दोनों भाई भी सेना में जाकर देश के लिए कुछ करना चाहते हैं। जिसके लिए लगातार भर्ती में जाने की तैयारी हम लोग कर रहे हैं।"छोटे भाई ने कहा- लॉकडाउन के दौरान कोरोना से बचाव की हिदायतें देते रहेउन्होंने बताया कि कोरोनावायरस से बचाव के लिए हमेशा हिदायत देते थे। कहा-"घर से बाहर मत निकलना, महामारी का माहौल है, लॉकडाउन लागू है। उसका पालन करना। यह भी बताते थे कि हम लोग भी अपने ड्यूटी में इस खतरनाक वायरस से बचाव के उपाय अपना रहे हैं।"अंजनी ने बताया- बीती शाम ही उनका फोन आया था।परिवार को बताया था हंदवाड़ा में माहौल ठीक नहींउन्होंने बताया थाकि "हंदवाड़ा में माहौल ठीक नहीं है। हो सकता है नेटवर्क ना मिले और बात ना हो पाए। फोन कटने के बाद ही आतंकी हमले में उनकी शहादत हो गई, जिसकी खबर कल शाम ही हम लोगों को दी गई। पत्नी अंशु देवी ने बताया कि वे बेटी को डॉक्टर बनाना चाहते थे। हमारी सरकार से मांग है कि उनकी इच्छा को पूरी करने में हमारी मदद करें।"तीन भाइयों में सबसे बड़े थे अश्वनीशहीद सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार यादव अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे।जबकि उनके दो छोटे भाई अंजनी और अमन है। शहीद जवान अश्वनी यादव का विवाह 2012 में बलिया की अंशु देवी के साथ हुआ था। अश्वनी की 6 वर्षीया पुत्री परी और 3 वर्षीय पुत्र आदित्य है। सीआरपीएफ जवान अश्वनी यादव की शहादत की सूचना उनकी पत्नी को फोन पर मिली। जिसके बाद से ही शहीद के पैतृक गांव में शोक की लहर है। उनके घर पर लोग शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए पहुंच रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर सीआरपीएफ के जवान अश्वनी कुमार यादव की है जो जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ लड़ते हुए शहीद हो गए। ये उप्र के गाजीपुर जिले के रहने वाले थे। Full Article
india news दरोगा की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद थाने के पुलिसकर्मी क्वारैंटाइन, बैरक को भी सैनिटाइज किया गया By Published On :: Tue, 05 May 2020 09:20:00 GMT उत्तर प्रदेश पुलिस का एक दारोगा कोरोना पॉजिटिव मिला है। दारोगा का रिपोर्ट आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। दारोगा की रिपोर्ट आने के बाद थाने के कई पुलिसवालों को क्वारंटीन में भेज दिया गया है। सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। थाना सेक्टर-20 की बैरक में रहने वाले एक उपनिरीक्षक के कोविड-19 संक्रमित पाए जाने के बाद थाने में तैनात दर्जनभर पुलिसकर्मियों को क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है। संक्रमित उप-निरीक्षक की ड्यूटी पुलिस रेस्पांस व्हीकल (पीआरवी) पर थी।पुलिस उपायुक्त (यातायात) राजेश एस ने बताया कि (पीआरवी) पर तैनात उपनिरीक्षक कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। उनकी ड्यूटी कोरोना संक्रमित जोन सेक्टर-8, 9, 10 क्षेत्र में थी। उन्होंने बताया कि वह थाना सेक्टर-20 के बैरक में रहते थे। उनके साथ जितने भी पुलिसकर्मी बैरक में रहते थे, उन सभी को क्वारैंटाइन में रखा गया है।उन्होंने बताया कि बैरक व थाने को जिला प्रशासन द्वारा सैनिटाइज किया जा रहा है। थाना सेक्टर-20 के बैरक में रहने वाले उपनिरीक्षक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से, थाने में तैनात पुलिसकर्मी अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं।अब तक मिले 179 मरीजनोएडा में सोमवार को 12 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए नए मामले सामने आने के बाद नोएडा में कोरोना वायरस के मामले 179 हो गए हैं। नोएडा में अब तक 3722 सैंपलों की जांच हुई है। 102 मरीज ठीक हो चुके हैं। यहां मरीजों के ठीक होने का रेट 57 परसेंट है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today नोएडा में जांच में लगे दरोगा में ही कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। यह मामला सामने आने के बाद संबंधित थाने के बैरक में रहने वाले सभी पुलिसकर्मियों को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। Full Article
india news श्रमिकों से किराया लिए जाने के आरोप के बीच योगी ने कहा- जो लोग ग़रीबों का रुपए हड़प जाते थे, आज वो लोग बौखला गए हैं By Published On :: Tue, 05 May 2020 09:20:05 GMT उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गैर राज्यों से आ रहे मज़दूरों के किराए को लेकर हो रही सियासत को लेकर विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि देश इस समय बेहद संकट के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में भी कुछ लोग राजनीति से बाज नहीं आ रहे। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार इस समय बिना भेदभाव के सबके साथ खड़ी है। सभी कामगारों को वाहनों से उनके घर पहुंचाया जा रहा है। इसपर राजनीति करने वालों को जनता जरूर जवाब देगी।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार इतना कुछ कर रही है, फिर भी कुछ दल हर मुद्दे पर राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं। जो ग़रीबों का रुपये हड़प जाते थे, आज वह लोग बौखलाकर कर रहे राजनीति। अब तो इनके नकारात्मक रवैये का जवाब जनता स्वयं देगी।विरोधी दल कोरोना के खिलाफ लड़ाई कमजोर कर रहे हैं- योगीयोगी आदित्यनाथ ने आपात काल में निजी स्वार्थ की राजनीति करने वालों की घोर निंदा की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे विरोधी दल कोरोना के खिलाफ देश की इस लड़ाई को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। कहा कि पहली बार देश के अंदर आपदा के समय में गरीबों, मजदूरों, महिलाओं, निराश्रितों के लिए एक लाख 70 हजार करोड़ के रूप में एक बड़ी राहत पीएम गरीब कल्याण पैकेज के रूप में घोषित हुई।कहा- मजदूर, गरीब व कामगारों पर तो जरा भी राजनीति नहीं होनी चाहिए। देश में यह पहली बार हो रहा है कि आपदा के समय एक बड़ा राहत पैकेज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत घोषित हुआ। जो लोग अपने शासन काल में गरीब तथा महिलाओं का कल्याणकारी योजनाओं का पैसा हड़प जाते थे, वह तो कुछ भी बोलने के काबिल नहीं है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज जब पैसा उन गरीबों के खाते में पहुंच रहा है तो उनकी बौखलाहट बिल्कुल स्पष्ट दिखाई देती है।योगी ने दिया प्रदेश सरकार के कामों का ब्यौराप्रदेश सरकार के कामों का ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2 करोड़ 34 लाख किसानों के खाते में दो-दो हजार रुपया की पहली किस्त अप्रैल में और दूसरी किस्त इसी माह भेजी जा रही है। इसके अलावा तीन करोड़ 26 लाख महिलाओं के जनधन खाते में 1630 करोड़ रुपए अप्रैल में और 1630 करोड़ रुपए की धनराशि मई महिने में भेज दी गई है। प्रदेश के एक करोड़ 47 लाख परिवारों को नि:शुल्क रसोई सिलेंडर उपलब्ध कराया गया है।उन्होंने कहा कि इसके साथ ही 18 करोड़ गरीबों को दो बार नि:शुल्क खाद्यान्न वितरित किया गया है, तीसरी बार भी यह वितरण शुरू किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में निराश्रित, गरीब, रोज कमाने वाले, कामगार जैसे 30 लाख से अधिक गरीबों को सरकार ने एक हजार रुपये का भरण पोषण भत्ता और नि:शुल्क खाद्यान्न भी दिया है। इतना ही नहीं मनरेगा मजदूरों को बढ़े हुए पारिश्रामिक से भुगतान किया गया है। 88 लाख से अधिक पेंशन धारकों को दो महीनों की धनराशि एडवांस उपलब्ध करा दी गई है।पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने लगाए थे आरोपकोविड 19 महामारी के बीच दूसरे राज्यों से यूपी के श्रमिक वापस लौट रहे हैं। उनके लिए रेलवे ने विशेष ट्रेने चलवायी हैं। इस दौरान श्रमिकों से ट्रेन का किराया वसूलने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपाई कहते फिर रहे हैं कि सरकार ट्रेन का किराया नहीं ले रही है लेकिन मजदूर लगातार अपनी टिकटें उनको दिखा रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today योगी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि विरोधी बौखलाकर संकट की इस घड़ी में भी ओछी राजनीति कर रहे हैं। Full Article
india news आगरा से भेजे गए 30 मरीजों ने कोरोना को दी मात, बोले- योगा, ध्यान व आयुर्वेदिक काढ़ा इस बीमारी में रामबाण By Published On :: Tue, 05 May 2020 09:25:00 GMT ताजनगरी आगरा द्वारा भेजे गए 70 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 30 लोगों को सैफई चिकित्सा विश्वविद्यालय ने सोमवार रात डिस्चार्ज कर दिया। इनमें 17 पुरुष, 12 महिलाएं और एक11 माह की बच्ची भी थी। इससे पहले भी तीन मरीजों को यहां ठीक कर घर भेजा गया था। इन सभी मरीजों ने कोरोना को मात देकर नई जिंदगी हासिल की है। स्वस्थ्य होने के बाद घर जाने की खुशी मरीजों के चेहरे पर साफ दिख रही थी। मरीजों ने कहा- इलाज करने वाले डॉक्टर उनके लिए ईश्वर के समाान हैं। मजबूत इरादों के साथ योगा,ध्यान व आयुर्वेदिक काढ़ा के नियमित सेवन से इस बीमारी को हराया जा सकता है। मरीजों ने लोगों से लॉकडाउन का पालन करने व सोशल डिस्टेंसिंग के नियम को फॉलो करने की अपील की है।विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसरडा.राजकुमार ने कहा- ये सभी मरीज भी कोरोना वारियर्स हैं, जिन्होंने इलाज के दौरान अनुशासनपूर्वक इलाज के दौरान सहयोग किया। चिकित्सकों एवं हेल्थ केयर वर्कर्स द्वारा बताएगए जरूरी सलाह को माना। यहांसे जाने के बाद मरीज दो हफ्ते सेल्फ क्वारैंटाइन में रहेंगे। बताया कि, वर्तमान में अस्पताल में कुल 43 मरीज आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। इनमें से 38 मरीज आगरा प्रशासन द्वारा भेजे गएशेषहैं। 4 मरीज फिरोजाबाद से भेजे गएहैं, वो सभी आईसीयू में भर्ती हैं।कोरोना को मात देने वाले मरीजों ने कहा- हम यदि आज अपने घर लौट रहे हैं तो इसका पूरा श्रेय डाॅक्टर्स, मेडिकल स्टाफ तथा विश्वविद्यालय कोजाता है, जिन्होंने हमारी इतनी सेवा कर हमें ठीक किया। विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा. रामाकन्त यादव ने कहा- इन सभी मरीजों के स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किएजाने की सूचना आगरा जिला प्रशासन को दे दी गयी है।कुलसचिव सुरेश चन्द्र शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा लिखी गई ‘‘व्यायाम एक आयाम‘‘ नामक पुस्तक, जिसका विमोचन पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री संजय पासवान द्वारा 21 फरवरी को किया गया था, उसकी प्रतियों को इन सभी मरीजों को डिस्ट्रीब्यूट किया गया और व्यायाम के महत्व को समझाया गया। इनके विदाई के समय चिकित्सकों एवं हेल्थ वर्कर्स टीम द्वारा फूल देकर एवं ताली बजाकर भेजा गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर सैफई चिकित्सा विश्वविद्यालय की है। यहां सोमवार रात 30 मरीजों को ठीक होने के बाद कोरोना वॉरियर्स ने विदाई दी। ये सभी मरीज आगरा के रहने वाले हैं। Full Article
india news सीएचसी अधीक्षक समेत 10 नए कोरोना पॉजिटिव मिले, यहां संक्रमितों की संख्या 17 पहुंची By Published On :: Tue, 05 May 2020 09:45:00 GMT जिले में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार को एक साथ नए 10 केस मिलने से लोगों की चिंता बढ़ गई है। इनमें एक चिकित्सक भी शामिल हैं। प्रशासन सभी की ट्रैवेल हिस्ट्री खंगाल रहा है। साथ ही प्रभावित इलाकों को सील कर सैनिटाइजेशन व लोगों को क्वारैंटाइन कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।अब जिले मेंकोरोना पॉजिटिव मरीजो की कुल संख्या 17 हो गई है।राजकीय मेडिकल कॉलेज बांदा के प्रिंसपल डॉक्टर मुकेश यादव ने बताया कि, झांसी मेडिकल कॉलेज ने मंगलवार को दस मरीजों में कोविड-19 कीपॉजिटिव रिपोर्ट दी है। जिसमें तिंदवारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक भी हैं। ये शहर के बंगालीपुरा में कालूकुआ साइड की बस्ती में रहते थे। वह पिछले दिनों गांव माचा में कोरोना संक्रमितों की स्क्रीनिंग करने गए थे। इसके अलावातीन मजदूर चित्रकूट जनपद के हैं। जिनको बांदा में ही भर्ती किया गया है। अचानक 10 मामले आ जाने के बाद बांदा के लोग भी दहशत में है।इससे पहले बांदा में कोरोना के सात मामले थे, जिनमें से तीन स्वस्थ होकर घर जा चुके थे। 4 मामले एक्टिव थे। लेकिन अचानक 10 नए मामले आ जाने के बाद प्रशासन की नींद उड़ गई है। बता दें कि बुंदेलखंड में बड़ी संख्या में मजदूर दिल्ली, सूरत में कमाई करते हैं। अब यह सभी मजदूर धीरे-धीरे वापस लौट रहे हैं। जिसके चलते कोरोना का संकट बुंदेलखंड इलाके में बढ़ गया है।लौटने वाले मजदूर शक के दायरे में आ रहे हैं। इन मजदूरों को क्वारैंटाइन कराना और इनकी जांच कराना प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बांदा में आज से पहले कोरोना के सात केस थे। इनमें से तीन स्वस्थ हो चुके हैं। लेकिन मंगलवार को आई रिपोर्ट से यहां अचानक कोरोना का ग्राफ बढ़ गया है। Full Article
india news पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य ने पकड़ी तेजी: स्वास्थ्य परीक्षण के बाद काम कर रहे मजदूर, सोशल डिस्टेंसिंग का हो रहा पालन By Published On :: Tue, 05 May 2020 10:01:00 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का असर एक तरफ तेजी से फैल रहा है वहीं दूसरी तरफ सरकार की तरफ से निर्माण कार्यों को गति देने की कवायद शुरू हो गई है। लॉकडाउन के बीच पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निर्माण का काम शुरू हो गया है। यहां काम करने वाले मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने के बाद ही उनको काम पर लगाया जा रहा है और इस दोरान सोशल डिस्टेंसिंग के फार्मूले का भी पूरा पालन किया जा रहा है।अधिकारियों का दावा है कि लॉकडाउन के बीच उप्र के तीन बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में काम शुरू हो गया है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे एवं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण फिर से शुरू कर दिया गया है।उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सम्बन्धित जिले के डीएम को इस बात की सूचना दे दी गयी है। निर्माण कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगे हुए कुल मजदूरों की संख्या औसत रूप से 10,000 है, जिसमें से वर्तमान में 4,835 मजदूर इस समय 8 पैकेजों में मौजूद हैं।उन्होंने बताया कि सभी कॉन्ट्रेक्टर्स को यह निर्देश दिए गए हैं कि वह मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण तथा उनके बीच सोशल डिस्टिेंसिंग का पालन कराना सुनिश्चित करें। लॉक डाउन से पूर्व 42 प्रतिशत से अधिक भौतिक कार्य पूर्ण कर लिया गया था। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-731 की कुल लम्बाई 340.824 किमी है।बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य भी प्रारम्भबुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के सभी 6 पैकेजों में से तीन पैकेजों में निर्माण कार्य शुरू हो गया है, जो कि क्रमशः पैकेज-1 (चित्रकूट, बांदा), पैकेज-3 (हमीरपुर), पैकेज-6 (औरैया, इटावा) है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगे हुए कुल मजदूरों की संख्या औसत रूप से 6,000 है, जिसमें से 2,150 मजदूर वर्तमान में मौजूद हैं, जिनके माध्यम से कार्य कराया जाना है।बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट में भरतकूप से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-91 पर कुदरैल गांव के पास समाप्त होगा। यह एक्सप्रेस-वे 04-लेन चौड़ा है, जिसकी लम्बाई 296.07 किमी है।वहीं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के पैकेज-1 (गोरखपुर और संतकबीरनगर) में निर्माण शुरू जा चुका है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए कुल 488 मजदूर मौके पर उपलब्ध हैं, जिनके माध्यम से निर्माण कार्य की शुरुआत की गयी है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 91.35 किमी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today लॉकडाउन के बीच पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का काम तेजी से हो रहा है। अधिकारियों का कहना है कि सोशल डिसेटेंसिंग का पूरी तरह से अनुपालन कराया जा रहा है। Full Article
india news शराब पीकर हंगामा कर रहे थे दो युवक; बुजुर्ग ने टोका तो तमंचे से गोली मारकर की हत्या By Published On :: Tue, 05 May 2020 10:19:00 GMT कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन फेज तीन 17 मई तक लागू है। लेकिन इस फेज में गृह मंत्रालय के दिशा निर्देश पर प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन में कुछ रियायतें भी दी है। इसी क्रम में प्रदेश में शराब की एकल दुकानों को सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक खुलने की अनुमति दी गई है। सोमवार को पहले दिन शराब की दुकानों पर खूब भीड़ रही। लेकिन इसका साइड इफेक्ट भी समाज में दिखने लगा है। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में सोमवार रातएक बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बुजुर्ग ने शराब पीकर हंगामा कर रहे दो युवकों को टोका था। पुलिस फरार दोनों आरोपियों की तलाश कर रही है।ये मामला पलानी थाना क्षेत्र के निवाईच गांव का है।जहां गांव के दो युवक सोमवार रातअपने घर के सामनेबैठकर शराब पी रहे थे और आपस में गाली गलौचकर रहे थे। पड़ोसी बहोरी लाल (50) ने काफी देर तक शोर सुनकर भी उसे अनसुना किया। लेकिन जब शराबियों की हदें पार होने लगी तो बहोरी ने उन्हें शांत होने की बात कही। लेकिन यह बात युवकों को नागवार गुजरी और बुजुर्ग पर फायर झोंक दिया। जिससे बहोरी गंभीर रुप से जख्मी हो गए।फायरिंग की आवाज सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे। गांव वालों की भीड़ जुट गई। आनन फानन में बुजुर्ग को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही मामला दर्ज करते हुए फरार आरोपियों की तलाश शुरू की है।अपर पुलिस अधीक्षक लाल भरत कुमार पाल का कहना है कि मामले को दर्ज कर लिया गया है। दोनों युवकों की तलाश जारी है। दोनों पर जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today हत्या के बाद रोते बिलखते परिजन। Full Article
india news गर्भवती पत्नी की अर्थी के लिए नहीं मिले चार कंधे, 27 हजार रुपए कर्ज लेकर 1137 किमी सफर तय कर गांव लाया शव By Published On :: Tue, 05 May 2020 11:13:25 GMT सनातनी परंपरा में मान्यता है कि यदि कोई किसी की अंतिम यात्रा में शामिल होता है, अर्थी को कंधा देता है तो उसे पुण्य की प्राप्ति होती है। लेकिन कोरोनावायरस के संकट काल में इसके मायने बदल गए हैं। कुछ ऐसा ही उत्तर प्रदेश केबलरामपुर के रहने वाले दद्दन के साथ हुआ। वह रोजी रोटी की तलाश में लुधियाना गया था। जहां उसकी 9 माह की गर्भवती पत्नी की मौत हो गई। डॉक्टरों ने कोविड-19 की जांच कराई तो रिपोर्ट निगेटिव आई। लेकिन, लोगों ने महिला के शव को कंधा देने से मना कर दिया। आखिरकार दद्दन को 27 हजार रुपए कर्ज लेकर 1,137 किमी दूर एंबुलेंस से पत्नी का शव गांव लाना पड़ा। लुधियाना में परिवार के साथ रहता था दद्दनबलरामपुर के कठौवा गांव निवासी दद्दन अपनी पत्नी गीता और तीन बच्चों के साथ लुधियाना में रहकर मजदूरी करता था। वह पीओपी यानीप्लास्टर ऑफ पेरिस के काम में माहिर है। इसलिए, परदेश में भी रोजी रोटी चल रही थी। उसकी पत्नी 9 माह के गर्भ से थी। पत्नी को वह गांव लाना चाहता था, लेकिन लॉकडाउन के बीच लुधियाना में ही फंस गया। इस बीच 26 अप्रैल को अचानक उसकीपत्नी की तबियत खराब हो गई। वह उसे अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने एहतियातन पत्नी की कोविड-19 संक्रमण की जांच के लिए सैंपल लैब को भेजा। इसके साथ ही शव को अपनी कस्टडी में ले लिया।चार दिनों तक अस्पताल व घर के चक्कर लगाता रहाचार दिनों तक दद्दन अपने मासूम बच्चों को लेकर अपना दर्द समेटे घर और अस्पताल के बीच भटकता रहा। 30 अप्रैल को कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने गीता का शव उसे सौंपा। लॉकडाउन के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे दद्दन ने पहले शव का अंतिम संस्कार लुधियाना में करने का निर्णय लिया। लेकिन पड़ोसियों ने कोरोना और लॉकडाउन के कारण शव को कंधा देने से हाथ खड़े कर दिए। अब उसे यह समझ नहीं आ रहा था कि, वह क्या करे? कुछ देर तक सोचने समझने के बाद उसे पत्नी का अंतिम संस्कार अपनेगांव में करने का निर्णय लिया। लेकिन उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह पत्नी का शव गांव तक ला सके। इसके लिए दद्दन ने अपने कुछ संबंधियों से 27 हजार रुपए कर्ज लिए और एम्बुलेंस का इंतजाम किया।दद्दन की पत्नी गीता। -फाइल20 घंटे का सफर मुश्किलों भरा थाएंबुलेंस का इंतजाम होने पर वह पत्नी का शव लेकर 1137 किलोमीटर का सफर तय करने के लिये अपने गांव निकल पड़ा। ये सफर जितना लंबा था, उससे कहीं अधिक पत्नी से जुदाई का गम था। चिरनिद्रा में लीन गीता को देखकर बच्चे पिता से पूछते थे कि मां को क्या हुआ है? इसका जवाब दद्दन के पास नहीं था। वह आंखों में आंसू लिए बच्चों को ढांढस बंधाता रहा। 20 घंटे लगातार सफर के बाद बीते शुक्रवार को दद्दन अपने गांव कठौवा पहुंचा। जहां उसने पत्नी के शव का अंतिम संस्कार किया।कामगार दद्दन के बच्चे।तीनों बच्चों के साथ दद्दन क्वारैंटाइन किया गयादद्दन को परिवार के बीच रहने को नहीं मिला। बूढ़े मां-बाप को दद्दन अभी ये भी ठीक से बता नहीं पाया था कि, वे जिस अजन्मे बच्चे को लेकर कई तरह के सपने संजो रहे थे वह अब नहीं है। उसे 9 माह तक अपने गर्भ में पालने वाली उनकी बहू भी अब कभी नहीं लौटेगी। ग्राम प्रधान ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को प्रवासी मजदूर के गांव आने की सूचना दी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दद्दन और उसके तीन मासूम बच्चों मधु (7) सुमन (6) और शिवम (5) को गांव में बने क्वारैंटाइन सेंटर में भेज दिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर बलरामपुर के रहने वाले दद्दन की है। वह परिवार के साथ लुधियाना में रहता था। बीते 26 मार्च को उसकी गर्भवती पत्नी की मौत हो गई। लेकिन शव को चार कंधे नहीं मिले तो 27 हजार का कर्ज लेकर वह एंबुलेंस से पत्नी का शव लेकर गांव पहुंचा। Full Article
india news हेल्थ टीम को चकमा देकर क्वारैंटाइन सेंटर से भागे दो मरीज, एक घंटे में पुलिस ने पकड़ा, गर्भवती महिला समेत दो नए केस मिले By Published On :: Tue, 05 May 2020 11:22:00 GMT जिले में मंगलवार को कोरोनावायरस से संक्रमित दो और केस मिले। इनमें एक गर्भवती महिला भी है। दोनों नए मरीज अलग-अलग निजी नर्सिंग होम में इलाज कराने आए थे। जिन्हें डॉक्टरों ने कोरोना की जांच कराने की सलाह दी थी। संक्रमण की पुष्टि के बाद जिला प्रशासन ने नर्सिंग होम को सील कर दिया है। वहीं, मेडिकल कॉलेज में बने क्वारैंटाइन सेंटर से दो संदिग्ध फरार हो गए। जिन्हें पुलिस ने एक घंटे के अंतराल में पकड़कर दोबारा क्वारैंटाइन कराया है। इन दोनों के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।भाग रहे संदिग्ध ने पुलिसकर्मी पर डंडा लहरायादरअसल, मेडिकल काॅलेज परिसर में स्थित जिला महिला अस्पताल को क्वारैंटाइन सेंटर बनाया गया है। मंगलवार को स्वास्थ्य टीम यहां संदिग्धमरीजों के सैंपल लेने के लिए वार्ड में पहुंची। वार्ड का गेट खुलते ही पहले दो मरीज भाग निकले। यह देखचिकित्साकर्मियों ने शोर मचाया तो बाहर सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी अलट हो गए। लेकिनएक मरीज हाथ में डंडा लेकर हमला करने की मुद्रा में बढ़ा फिर मौका पाकर भाग निकला। इसकी सूचना नगर कोतवाल आरपी यादव को दी गई। पुलिस ने करीब एक घंटे की खोजबीन के बाद एकडिगिहा तिराहे से तो दूसरे को चांदपुरा चैराहे से घेराबंदी के बाद पकड़ा गया। सूचना पर सीडीओ अरविंद चैहान व एसपी विपिन मिश्रा ने क्वारैंटाइन सेंटरका निरीक्षण कर दिशा सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।संक्रमितों की संख्या 17 पहुंची, नर्सिंग होम सीलशहर के इंदिरा स्टेडियम के समीप एक नर्सिंगहोम में गर्भवती महिला दिखाने आई थी। डॉक्टर ने फोन से ही उसे कोरोना की जांच कराने की बात कही। वहीं दूसरी ओर शहर के झिंगहाघाट के पास एक प्राइवेट नर्सिंगहोम में एक मरीज ऑपरेशन कराने के लिए पहुंचा था। डाॅक्ट ने मरीज को जांच कराने के बाद ही ऑपरेशन करने की सलाह दी। गर्भवती महिला व मरीज दोनोंकी रिपोर्ट मंगलवार को पाॅजिटिव आ गई। सीएमओ डाॅ. सुरेश सिंह ने बताया कि महिला आठ माह की गर्भवती थी। महिला व युवक की रिपोर्ट पाॅजीटिव आई है। दोनों मरीजों कीकॉल हिस्ट्रीको खंगाला जा रहा है। दोनों नर्सिंगहोम को सील करने की कार्रवाई की जा रही है। 14 दिन तक नर्सिंगहोम बंद रहेंगे।जिले में दो कोरोना मरीज मिलने से मरीजों की संख्या बढकर 17 हो गई।क्या बोले जिम्मेदार- सैंपल लेने गई थी टीम: सीएमएस डॉक्टर डीके सिंह ने कहा- स्वास्थ्य टीमक्वारैंटाइन सेंटर में भर्ती मरीजों का सैंपल लेने टीम वार्ड में गई थी। वार्ड का दरवाजा खुलते ही मौका पाकर दो मरीज भाग गए। वार्ड के मुख्य गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने के लिए डंडा लहराया था। दोनों के खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा। पकडे गए दोनों मरीज:एसपी विपिन मिश्रा ने बताया कि,क्वारैंटाइन सेंटर से दो मरीजोंके भागने की सूचना पर सभी चौक-चैराहोंपर नाकाबंदी करवा दी गई थी। एक को डिगिहा तिराहे व दूसरे को चांदपुरा चैराहे से पकड़लिया गया है। भागे हुए दोनों मरीजों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाकर क्वारैंटाइन करा दिया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर बहराइच जिला महिला अस्पताल में बने क्वारैंटाइन सेंटर की है। मंगलवार को दो संदिग्ध मरीजों के फरार होने की घटना के बाद पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है। Full Article
india news संक्रमित मरीजों की संख्या 2829, इसमें 1862 एक्टिव केस: सरकार ने कहा- अब तक 65 हजार लोगों को अलग-अलग प्रदेशों से लाया गया By Published On :: Tue, 05 May 2020 11:31:35 GMT उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। योगी सरकार हर संभव संक्रमण को रोकने के प्रयास में जुटी हुई है। इस बीच राज्य के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थीने कहा है कि सीएम ने टीम 11 की बैठक में केंद्र सरकार की गाइडलाइन के आधार पर शुरू करने का निर्देश जारी किया है। यूपी में संक्रमित मरीजों की संख्या अब 2829 तक पहुंच गई है जिसमें 1862 एक्टिव हैं। इनमें से 944 मरीज डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। पूरे प्रदेश में 20 लैब में टेस्ट किए जा रहे हैं। अब क प्रदेश में 53 लोगों की मौत हो चुकी है।अवस्थी ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह बातें कही। उन्होंने कहा कि उद्योगों को गति देने के लिए नई नीति पर सरकार काम कर रही है। लेबर रिफार्म पर भी काम किए जाने का निर्देशदिया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक 65 हजार लोगों को अलग-अलग प्रदेशों से लाया गया है। दूसरे देशों में फंसे यूपी के नागिरकों को भी यहां लाने के लिए राज्य सरकार लगातार केंद्र सरकार से सम्पर्क बनााए हुए है।लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए अब तक 35500 वाहन सीज किए गए हैं।पॉजिटिव केसों का जिले वार विवरण: आगरा में 628, कानपुर नगर में 266, लखनऊ में 226,सहारनपुर में 205, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 180,फिरोजाबाद में 158, मेरठ में 139, मुरादाबाद में 116, गाज़ियाबाद में 94, वाराणसी में 64, बुलंदशहर में 55, रायबरेली, हापुड़ में 44, अलीगढ़ में 42, मथुरा में 31, अमरोहा, बस्ती में 32, बिजनौर में 34, शामली में 27 , रामपुर में 25, संतकबीरनगर में 26, मुज़फ़्फरनगर में 24, सीतापुर में 20, संभल में 19, बागपत में 17 और बदायू में 16 पॉजिटिव मरीजहैं।वहीं बहराइच में 15, प्रतापगढ़-एटा में 11, औरैय्या में 12, बरेली, प्रयागराज, में 10-10, झांसी, में 9, जौनपुर, आजमगढ़ में 8-8 पाए गए। बाँदा-कन्नौज-मैनपुरी-हाथरस-श्रावस्ती-महराजगंज में 7-7, गोंडा-ग़ाज़ीपुर में 6-6, लखीमपुरखीरी- इटावा में 4, पीलीभीत-मिर्जापुर-कासगंज-जालौन-गोरखपुर-सुल्तानपुर, में 3-3, हरदोई-कौशाम्बी, गोंडा-सिद्धार्थनगर-भदोही-उन्नाव-बाराबंकी-महोबा-कानपुर देहात-देवरिया में दो-दो, शाहजहांपुर-मऊ-बलरामपुर- अयोध्या में एक-एक कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।944 कोरोना स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए: आगरा से 113, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 102, लखनऊ से 71,मेरठ से 53,मुरादाबाद से 51, गाज़ियाबाद से 50, फ़िरोज़ाबाद से 33, शामली से 25, बिजनौर से 21,कानपुर नगर से 19, सीतापुर से 17, सहारनपुर से 16, बागपत से 14, बुलंदशहर,बस्ती से 13-13, अमरोहा से 12, मुज़फ़्फरनगर से 9, वाराणसी से 8, रामपुर से 7, बरेली-हापुड़-महाराजगंज-प्रतापगढ़ से 6- 6, जौनपुर-गाजीपुर से 5-5 , लखीमपुर-खीरी-आज़मगढ़-हाथरस-मथुरा-औरैयासे 4-4, बादा-मैनपुरी-कन्नौज-पीलीभीत से 3-3, हरदोई-बदायूं- कौशाम्बी से 2-2, शाहजहांपुर-बाराबंकी-कासगंज-प्रयागराज-भदोही-सम्भल-इटावा से 1-1, कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ पूर्णतया करवाकर डिस्चार्ज किया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यूपी में संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले छह दिनों में यहां 200 से अधिक मरीज सामने आए हैं। हालात बेकाबू होते देख आज केंद्र की एक टीम आगरा का दौरा करेगी। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि केंद्र की गाइडलाइन के आधार पर उद्योगों को चालू कराने का काम किया जाएगा। Full Article
india news बुंदेलखंड की सूखी दो बीघा भूमि पर किसान ने उगाया 35 लाख की केसर; खेती में गोबर खाद का किया इस्तेमाल By Published On :: Tue, 05 May 2020 12:10:14 GMT केसर (जाफरान) की खेती अमूमन कश्मीर की ठंडी वादियों में होती है, लेकिन अब इसके फूलों की खुशबू उत्तर प्रदेश में सूखे की मार झेल रहेबुंदेलखंडके मैदानी इलाकों में भी फैलने लगी है। यहां जालौन जिले के रहने वाले किसान रामबलीसिंह ने साबित कर दिखाया है कि, अगर इरादे मजबूत हों तो इंसान कुछ भी कर सकता है। किसान ने दो बीघा जमीन पर 35 लाख रुपए की केसर पैदा की है। जिसे देखकर हर कोई चकित है। दावा है कि, केसर उगाने में ऑर्गेनिक खाद का प्रयोग किया गया। बिक्री से पहले केसर की गुणवत्ता की जांच दिल्ली के स्टैंडर्ड एनालिटिकल लैब में होगी।जालौन के माधौगढ़ तहसील के सिरसा दोगढी गांव निवासी रामबली सिंह ने बताया कि, उन्होंने अपनी दो बीघा जमीन पर केसर की खेती की। जिसमें करीब डेढ़ कुंतल केसर पैदा हुई है।केसर की खेती के जानकारों कीमानें तो बाजार में इसकी कीमत करीब 35 लाख रुपए है। किसान लॉकडाउन के बीच काफी उत्साहित हैं। बताया कि, केसर को ऑर्गैनिक तरीके से उगाया गया है।इसमें गोबर की खाद डाली गई है।केसर को दिखाता किसान।भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने कहा- किसान ने केसर की खेती करके सबको चकित कर दिया है। इस परिवार ने बुंदेलखंड के किसानी की आन बान शान को बढ़ाया है।हम सरकार से मांग करते है कि अगर बुंदेलखंड में किसानों की हालत को सुधारना है, ऐसे लोगों को बीज और बाजार उपलब्ध कराना चाहिए।जिससे बुंदेलखंड का किसान वो करके दिखाएगा जो दुनिया देखेगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर केसर के खेत की है। किसान सुंदर सिंह का परिवार अपनी उपज को देखकर काफी उत्साहित है। कभी कश्मीर की ठंडी वादियों में फूलने-फलने वाली केसर अब मैदानी इलाके में भी किसानों को मालामाल कर रही है। Full Article
india news लखनऊ में सोमवार को एक भी केस सामने नहीं आया, बिजनौर में संक्रमित डॉक्टर और झांसी में बुजुर्ग की मौत By Published On :: Tue, 05 May 2020 12:10:15 GMT उत्तर प्रदेश में सोमवार दोपहर से मंगलवार सुबह तक 130 नए मरीज आए हैं।इसके साथ राज्य में मरीजों की संख्या2829 तक पहुंच गई है।लखनऊ से भी अच्छीखबर आई। यहां 24 घंटे में एक भी केस नहीं मिला।बिजनौर में सोमवार देर रातकोरोना संक्रमित एक डॉक्टर और झांसी में एक बुजुर्ग की मौत हो गई। दोनोंजिलोंमें यह पहली मौत है। वहीं, सोमवार को शराब की दुकानें खुलने से कानपुर में एक दिन में 2.24 लाख लीटर शराब बिकी।कोरोना अपडेट्स आगरा: शहर में सोमवार को24 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। अब कुल संक्रमितों की संख्या 628 हो गई है। प्रशासन का दावा है कि अब तक 208 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। कानपुर:लॉकडाउन में 40 दिनों बाद सोमवार को शराब की दुकानें खुलने के बाद शाम तक लोगों की भीड़ लगी रही। अफसरों का कहना है- मात्र 9 घंटों में शहर के लोग 4 करोड़ 25 लाख की शराब बिकी। एक दिन में 86 हजार लीटर देशी शराब, 56 हजार अंग्रेजी शराब की बोतलें और 82 हजार लीटर बीयर बिकी।एक दिन में हुई रिकॉर्डबिक्री से आबकारी विभाग भी हैरान है। सोमवार को शहर में 548 अंग्रेजी, देशी और बीयर की दुकानें खोली गई थीं। मेरठ: शहर मेंसोमवार को 24 कोरोनामरीज मिले हैं। अब मेरठ में मरीजों की संख्या बढ़कर 166 हो गई है। झांसी:मंगलवार सुबह शहर कोतवाली क्षेत्र में एक 63 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। आज ही इसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसे डायबिटीज और अन्य बीमारियांभी थीं। बिजनौर:शहर में सोमवार को चांदपुर निवासी एक डॉक्टर की मौत हो गई। बिजनौर जिले में यह मौत का पहला मामला है। चिकित्सक की पत्नी और उनका बेटा भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वाराणसी: वाराणसी जिले के लालपुर के लमही स्थित सब्जी मंडी में मंगलवार सुबह 3 बजे लोगों की भारी भीड़ देखी गई। गौतमबुद्धनगर:जिले में कोरोनावायरस के 12 नए मामले सामने आए हैं। जिले मे अब तक 3722 सैंपल लिए गए हैं, इनमें से 180 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। अब तक 102 संक्रमित ठीक हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल से छुट्टी हो गई है। जिले में इस समय 77 एक्टिव मामले हैं।ये फोटो मथुरा के नेशलन हाइवे की है। सरकार प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए बसें और ट्रेनों की व्यवस्था करा रही है, लेकिन कई मजदूर ऐसे हैं, जिन्हें इसका लाभ नहींं मिल पा रहा है और वह पैदल ही अपने घर जाने के लिए मजबूर हैं।अब तक 2829 पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण: आगरा में 628, कानपुर नगर में 266, लखनऊ में 226, सहारनपुर में 205, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 180, फिरोजाबाद में 158, मेरठ में 139, मुरादाबाद में 116, गाजियाबाद में 94, वाराणसी में 64, बुलन्दशहर में 55, रायबरेली, हापुड़ में 44, अलीगढ़ में 42, मथुरा में 31, अमरोहा, बस्ती में 32, बिजनौर में 34, शामली में 27 , रामपुर में 25, संतकबीरनगर में 26, मुजफ्फरनगर में 24, सीतापुर में 20, संभल में 19, बागपत में 17 और बदायूं में 16 है। बहराइच में 15, प्रतापगढ़, एटा में 11, औरैया में 12, बरेली, प्रयागराज, में 10-10, झांसी में 14, जौनपुर, आजमगढ़ में 8-8 पाए गए। बांदा, कन्नौज, मैनपुरी, हाथरस, श्रावस्ती, महराजगंज में 7-7, गोंडा, ग़ाज़ीपुर में 6-6, लखीमपुर खीरी, इटावा में 4, पीलीभीत मिर्जापुर, कासगंज, जालौन, गोरखपुर, सुल्तानपुर, में 3-3, हरदोई, कौशाम्बी, गोंडा, सिद्धार्थनगर, भदोही, उन्नाव, बाराबंकी, महोबा, कानपुर देहात, देवरिया में दो-दो, शाहजहांपुर, मऊ, बलरामपुर, अयोध्या, में एक-एक कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं।ये फोटो लखनऊ का है। सोमवार शाम यहां बारिश हुई तो बच्चे घर से निकलकर खेलने लगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर वाराणसी के लालपुर इलाके में स्थित लमही सब्जी मंडी की है। लोग यहां मंगलवार सुबह में सब्जी खरीदने के लिए भारी तादाद में पहुंचे। Full Article
india news गुजरात से स्पेशल ट्रेन 1250 श्रमिकों को लेकर पहुंची कानपुर; वडोदरा स्टेशन पर एक टिकट के वसूले गए 500 रुपए By Published On :: Tue, 05 May 2020 12:14:00 GMT कोरोना संकट काल मेंगुजरात में फंसे 1250 श्रमिकों को लेकर मंगलवार को एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची। यात्रियों के चेहरे पर अपने प्रदेश वापसी की खुशी साफ दिख रही थी। लेकिन इस दौरानटिकट के लिए हुई वसूली को लेकर उनमें आक्रोश भी था। श्रमिकों ने कहा- उनसे वडोदरा से कानपुर की बीच सफर के लिए 500 रुपए का टिकट दिया। श्रमिकों को आठ वर्गों में बांटकर उनकी थर्मल स्कैनिंग कराई जा रही है। इसके बाद प्रदेश के अलग अलग जिलों को उन्हें भेजा जाएगा।लॉकडाउन में अन्य प्रांतों में फंसे मजदूरों का उनके घरों तक पहुंचाने का काम प्रदेश सरकार द्वाराकिया जा रहा है। मंगलवार को कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचे श्रमिकों कोप्लेटफार्म नंबर 9 पर उतारा गया। इसके बाद उन्हें लंच पैकेट और मिनरल वाटर की बोतल दी गई। श्रमिक राज्य के 36 जिलों के रहने वाले हैं। सभी को श्रमिकों को परिवहन की बसों से उनके घरों तक भेजा जाएगा।श्रमिक अब्दुल कादिर और मोहम्मद इमरान ने कहा- हम बड़ोदरा गुजरात से आ रहे हैं। हमसे 500 रुपए लेकर टिकट दिया गया। बड़ोदरा में कहा गया था कि यह पैसा तुम्हारी सरकार को जाएगा। हम लोगों को मुज्जफरनगर जाना है, बीच रास्ते में हमें खाने के लिए दिया गया था। हम लोग तो मजबूर थे, जिसे फायदा उठाना था उसने फायदा उठा लिया। हम लोग क्या करते? इधर आना था तो देना पड़ा। इमरान ने बताया कि हमें शामली जाना था। जहां से हम लोग बैठे है, वहां पर टिकट के पांच सौ रुपए लिए गए हैं।टिकट दिखाता श्रमिक।सिटी मजिस्ट्रेट हिमांशु गुप्ता ने कहा- 1250 लोगों कोगोधरा से स्पेशल ट्रेन से लाया गया है।डॉक्टरों की टीम और मजिस्ट्रेट की टीम लगी है। यहां पर आठ काउंटर लगाए गए है। आठ हिस्सों में डिवाईड करके थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद इनकी डिटेल नोट करके बाहर खड़ी 42 बसों से सोशलडिस्टेंसिंग का मानक पूरा करते हुए बसों में भेजा जाएगा। सभी को अपने-अपने जिलों में रवाना किया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर मंगलवार को गुजरात से कानपुर स्टेशन पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन की है। यहां जब प्लेटफार्म पर ट्रेन पहुंची तो यात्री कुछ इस तरह नजर आए। इन्हें बसों से उनके घर तक भेजा जाएगा। Full Article
india news निर्दलीय विधायक अमनमणि निजी मुचलके पर रिहा, मगर अभी 14 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा By Published On :: Tue, 05 May 2020 12:48:00 GMT महाराजगंज जिले की नौतनवा विधानसभा से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी को बिजनौर पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। जहां उन्हें छह अन्य साथियों के साथ 20-20 हजार के निजी मुचलके पर जमानत मिल गई। हालांकि, वे अभी अपने घर नहीं जा पाएंगे। बिजनौर में ही विधायक व उनके साथियों को 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन किया जाएगा।बद्रीनाथ जाते समय पुलिस ने पकड़ा थादरअसल, नौतनवा विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने सीएम योगी के पिता स्वर्गीय आनंद सिंह बिष्ट के पितृ कार्य के नाम पर उत्तराखंड मेंलॉकडाउन का उल्लंघन किया। जहां उन्हें बीते रविवार रात विधायक को उनके 10 अन्य साथियों के साथ मेंटिहरी जिले के मुनीकीरेती थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया। हालांकि, इसके बाद उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। आरोप है कि, विधायक ने तब पुलिस को एक पास दिखाते हुए कहा कि,वे यूपी के सीएम योगी के स्वर्गीय पिता के पितृ कार्य के निमिद्ध बद्रीनाथ जा रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने आगे जाने नहीं दिया। कुछ देर हंगामा करने के बाद विधायक खुद लौट गए। ये पासउत्तराखंड के अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश व देहरादून के अपर जिलाधिकारी रामजी शरण के हस्ताक्षर से जारी हुए थे।वहां से लौटते समय सोमवार कोबिजनौर पुलिस ने विधायक व उनके 6साथियों को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को सभी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया।विधायक अमनमणिपूर्वांचल के बाहुबली नेता अमरमणि त्रिपाठी के बेटे हैं। मधुमिता हत्याकांड मेंअमरमणि वर्तमान में जेल में हैं।विधायक ने कहा- महाराज हमारे गार्जियनइस मामले में विधायक अमन मणि का कहना है कि एडमिनिस्ट्रेशन का आपस मेंकोई कंफ्यूज़न है। उन्होंने उत्तराखण्ड में पास के बारे में बताया कि उनके पास बद्रीनाथ, केदारनाथ जाने की अनुमति थी। लेकिन उसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिताजी की तेहरवीं का भी जिक्र था।महाराज (योगी आदित्यनाथ) हमारे गार्जियनहैं। वो हमारे घर के कार्यक्रमोंमें आते रहे हैं।ऐसे में हमारी भी कुछ नैतिक जिम्मेदारी है।योगी का नाम जुड़ने से सरकार ने दी थी सफाईसोमवार को यह मामला तूल पकड़ने के बाद योगी सरकार ने सफाई दी थी। कहा था कि,अमनमणि अपने कृत्यों के लिए स्वयं जिम्मेदार हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य सरकार की तरफ से उन्हें कोई पास अधिकृत नहीं किया गया।उनके तथ्यों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ जोड़ना आपत्तिजनक है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पुलिस ने मंगलवार को महाराजगंज जिले में नौतनवा सीट से विधायक अमनमणि को कोर्ट में पेश करने के बाद क्वारैंटाइन कराने के लिए ले जाते हुए। Full Article
india news टाटा समूह नोएडा में बनाएगा 250 बेड का कोविड अस्पताल, यहां दरोगा के संक्रमित होने से 50 से अधिक पुलिसकर्मी क्वारैंटाइन By Published On :: Tue, 05 May 2020 13:32:00 GMT कोरोनावायरस मरीजों के इलाज के लिए टाटा समूह ने गौतमबुद्धनगर के जिला अस्पताल को अब कोविड-19 अस्पताल में तब्दील करने का निर्णय लिया है। यह अस्पताल सेक्टर 39 में है। टाटा समूह ने इस अस्पताल का अधिग्रहण कर लिया है। यहां 250 मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था होगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक ओहरी ने बताया कि अस्पताल के निर्माण में लगभग दो सप्ताह का समय लगेगा। इस दौरान कोरोना के मरीजों का चाइल्ड पीजीआई और शारदा अस्पताल में इलाज चलेगा। अस्पताल में बेहतर तकनीक के उपकरण लगाए जा रहे हैं और आईसीयू वार्ड की संख्या बढ़ाई जाएगी। इलाज के साथ सैंपल कलेक्शन भी किया जाएगा।प्लाज्माडोनेशन का बनेगा सबसे बड़ा केंद्रस्वास्थ्य विभाग के सूत्रों कि मानें तो सेक्टर 30 स्थित चाइल्ड पीजीआई को अनुमति मिली है कि वे कोरोना मरीजों का प्लाज्मा लेकर अन्य संक्रमितों का इलाज करें। वहीं, टाटा समूह के विशेषज्ञों ने भी जिला स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव दिया है कि उनके पास एक बेहतर टीम है, जो प्लाज्मा से कोरोना मरीजों का इलाज करेगी। इसलिए अस्पताल में अलग से प्लाज्मा कलेक्शन सेंटर भी बनेगा, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा केंद्र होगा।जिले को मिल जाएंगे दो कोविड-19 अस्पतालजिले के लिए राहत भरी खबर यह है कि नोएडा में अब दो कोविड 19 के अस्पताल हो जाएंगे। इससे मरीजों की संख्या बढ़ने पर आसानी से इलाज किया जा सकेगा। वहीं, कोरोना के लक्षण दिखने वालों को होम क्वारैंटाइन पर ही रखा जाएगा। चाइल्ड पीजीआई के डॉ. बीपी सिह ने बताया कि वर्तमान में यहां कोरोना के लक्षण दिखने वाले लोगों के लिए ओपीडी चलाई जा रही है। सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी चलाई जा रही है।13 और मामले बढ़े, संक्रमितों की संख्या 192 पहुंचीमंगलवार को 13 नए मामलों के साथ यहा संक्रमितों की संख्या बढ़कर 192 पहुंच गई है। 109 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। 297 अभी भी क्वारैंटाइन सेंटर में है। दरअसल, मंगलवार को 52 रिपोर्ट प्राप्त हुई। नए संक्रमितों में सेक्टर-7 में एक, सेक्टर-8 में दो बिसरख सेक्टर-1 में चार, सेक्टर 31 में दो संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा अल्फा-1, जिम्स अस्पताल, शारदा अस्पताल में एक-एक व सेक्टर-137 अजनारा डेफोडिल में एक महिला कोरोना संक्रमित मिली है। आज शारदा अस्पताल से सात मरीज ठीक होकर घर भी गए।दरोगा की रिपोर्ट पॉजिटिव, 50 से अधिक पुलिसकर्मी क्वारैंटाइनसेक्टर 8 में तैनात रहे एक दारोगा की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। पुलिस अधिकारी भी सकते में आ गए हैं। दारोगा की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 50 से अधिक पुलिसकर्मी क्वारैंटाइन हो गए हैं। दारोगा को गाजियाबाद के एक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मंगलवार को नोएडा में सात मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। यहां चाइल्ड पीजीआई में अब हर दिन सुबह आठ बजे से दो बजे तक कोरोना के संदिग्ध मरीजों के लिए ओपीडी चालू होगी। Full Article
india news डीरेका ने केंद्रीय अस्पताल के लिए बनाया रिमोट नियंत्रित ट्राली, कोरोना संक्रमित मरीज व डॉक्टर के बीच सेतु का करेगी काम By Published On :: Tue, 05 May 2020 13:49:00 GMT कोरोना संक्रमितों का इलाज करने वाले तमाम कोरोना वॉरियर्स भी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में तमाम चिकित्सक क्वारैंटाइन हो रहे हैं। जिससे दक्षस्टॉफ की भी कमी हो रही है। इस बीच कोरोना वॉरियर्स की मदद के लिएडीजल रेल इंजन कारखाना के लोको डिवीजन ने रिमोट नियंत्रित मेडिकल ट्राली (मेडबूट) का निर्माण किया है। जिसका मंगलवार को केंद्रीय अस्पताल में सफल परीक्षण किया गया।इस ट्रॉली को लोको डिवीजन द्वारा इन-हाउस डिजाइन और निर्मित किया गया है। इसे रिमोट द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। यह कैमरे एवं माइक से सुसज्जित है। मुख्य जन संपर्क अधिकारी नितिन मेहरोत्रा ने बताया कि, लॉकडाउन के दौरान कोविड-19 के खिलाफ लड़ने के लिए डीरेका ने इस उपकरण का निर्माण करके अनुकरणीय कार्य कर दिखाया है। यह ट्रॉली मरीजों को दवाइयां, पानी, भोजन, चादर आदि दे सकती है और इसके द्वारा मरीज डॉक्टर से बात भी कर सकते हैं।मेहरोत्रा ने बताया कि,रिमोट द्वारा संचालित यह ट्रॉली मरीजों और चिकित्सकों के बीच दूरी बनाने में सहायक होगी। ट्रॉली में और सुधार किया जा रहा है, ताकि मोबाइल ऐप के माध्यम से यह ट्रॉली रिश्तेदारों और रोगियों के बीच दूर से बातचीत का माध्यम बन सके। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today डीरेका ने रिमोट चालित ट्राली का किया सफल परीक्षण। Full Article
india news राज्य के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश, ओले गिरने से गेहूं, आम व सब्जी की फसलों को नुकसान By Published On :: Tue, 05 May 2020 14:42:41 GMT मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार मंगलवार की दोपहर अचानक राजधानी लखनऊ समेत राज्य के कई जिलों मेंतेज हवाओं के साथ मूसलाधारबारिश हुई। इस दौरान दिन में ही अंधेरा छा गया।साथ ही रुक-रुक ओले भी गिरे। लखनऊके गोमतीनगर में आकाशीय बिजली भी गिरी। बैशाख महीने में अषाढ़ जैसी स्थिति से गेहूं, आम व सब्जी की फसलों की खेती करने वाले किसानों पर वज्रपात टूटा है। इससे पहले सोमवार को भी राज्य के 19 जिलों में धूल भरी आंधी के साथ बारिश हुई थी।इससे तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।8 मई तक ऐसा ही मौसम रहने का अनुमानआंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता बताते हैं किये बेमौसम बारिशपश्चिमी विक्षोभ की वजह से हो रही है।उत्तर पश्चिम के ऊपर दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संभावना जताई जा रही है कि, अभी लोगों को आठ मई तक बेमौसम बारिश का सामना करना पड़ेगा।अगले 24 से 48 घंटों तक राज्य के अलग अलग हिस्सों में तेज बारिश के बीव ओलावृष्टि हो सकती है।अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के अनुसार बीते 24 घंटों में अधिकतम तापमान 36.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा।बारिश के बीच गिरे ओले।अन्नदाताओं पर मौसम की मारमौसम की दगाबाजी बार-बार अन्नदाता की उम्मीदों पर पानी फेर रही है। मार्च में रिकॉर्ड तोड़ बारिश और अप्रैल-मई में ओलावृष्टि ने किसानों का गणित ही बिगाड़ दिया है। मंगलवार की दोपहर करीब ढाई बजे केबाद राजधानी लखनऊ और उसके आसपास जिलों में अचानक मौसम बदल गया। आसमान को काले बादलों ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। तेज गड़गड़ाहट के साथ कुछ ही देर में ओले गिरने लगे। इस आंधी-पानी से रबी फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। आम की फसल भी चौपट हो गई है। ऐसे में कोरोना वायरस को लेकर लागू लॉकडाउन की मार झाल रहे किसान को चौतरफा विपदा का सामना करना पड़ रहा है।लखीमपुरखीरी में बारिश से भीगी गेहूं की फसल।आम की फसल बर्बादराज्य में करीब 90 फीसदी गेहूं की फसल कट चुकी है। करीब 10 फीसदी फसल खेतों में कटकर ढेर लगी थी। लेकिन बारिश के वजह से भीग गई। अब उनके अंकुरित होने का डर सता रहा है। वहीं,आम की फसल भी चौपट हो गई। आंधी-पानी के कारणबागों में पेड़ों से अमिया टूटकर गिर गई।सोमवार और मंगलवार को तेज हवाओं के साथ बारिश और ओला ने नुकसान को दोगुना कर दिया।लखनऊ के मलीहाबाद क्षेत्र में बाग में गिरीं अमिया को बीनते किसान।वैज्ञानिक बोले- जो बच गए आम, उनमें रोग लगने की संभावना कमउप कृषि निदेशक डॉ. सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि माल, मलीहाबाद और काकोरी में तेज हवा के साथ बारिश और ओले पड़े। आम और फूलों की खेती को नुकसान हुआ है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया कि आम में काले धब्बे और काली मक्खी रोग लगने लगा था। इसे रोकने के लिए कीटनाशक के साथ ही बाग की सिंचाई जरूरी है। बारिश होने से आम की फसल को फायदा हुआ है। रोग की आशंका कम होगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर लखीमपुर जिले की है। मंगलवार की दोपहर बाद अचानक राजधानी लखनऊ व उसके आसपास के जिलों में मौसम बदल गया। दिन में ही अंधेरा छा गया। फिर तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। ओले भी गिरे। जिससे फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। Full Article
india news आगरा से दुनिया को मिलेगा वैश्विक महामारी का इलाज; नैमिनाथ कॉलेज ने मरीजों पर होम्योपैथिक दवा का परीक्षण शुरू किया By Published On :: Tue, 05 May 2020 15:17:47 GMT वैश्विक महामारी कोरोनावायरस अब धीरे-धीरे पूरे भारत में अपने पांव पसार रहा है। इस महामारी के बचाव व निवारण के लिए देश व प्रदेश की सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसके बचाव, उपचार के लिए नए अन्वेषणों की बात करते आए हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश में ताजनगरी आगरा से एक सुखद खबर आई। आयुष मंत्रालय व इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने कोविड-19 के इलाज पर शोध करने के लिए कुबेरपुर स्थित नैमिनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज को अनुमति प्रदान की है। इसके तहत मंगलवार से कोरोना मरीजों पर होम्योपैथिक दवाओं का परीक्षण शुरू किया गया। पहले दिन 30 मरीजों को होम्योपैथी की दवा दी गई। दो बार इन मरीजों का परीक्षण भी किया गया।दवाएं तैयार, 200 मरीजों पर होगा परीक्षणकॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर प्रदीप गुप्ता ने बताया कि पूरे भारत में केवल नेमिनाथ कॉलेज को ही इस तरह की अनुमति मिली है। हमने आयुष मंत्रालय और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के निर्देशानुसार कोरोना के मरीजों का इलाज करने के लिए दवाएं तैयार कर ली हैं। इन दवाओं की अनुमति भी हमें आईसीएमआर से मिल चुकी है।उन्होंने स्पष्ट किया कि एत्मादपुर स्थित कोविड-19 के हॉस्पिटल एफएच मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना के मरीजों पर इनका परीक्षण किया जा रहा है। कुल 200 मरीजों पर यह परीक्षण किया जाएगा। दवा के बाद इन मरीजों की जांच साइंटिफिक पैथोलॉजी द्वारा निशुल्क की जाएगी। फिर यह रिपोर्ट आयुष मंत्रालय और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च को भेजी जाएगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो बहुत जल्द आगरा से पूरी दुनिया को कोरोना का उपचार मिल सकेगा।इस संबंध में आगरा व सूरत के प्रमुख समाजसेवी अशोक गोयल ने नेमिनाथ कॉलेज के प्रबंधन से वार्ता की, उनको बधाई दी और अपनी ओर से सहयोग का प्रस्ताव दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगरा से शीघ्र ही कोविड-19 का सहज, सरल व सस्ता इलाज दुनिया को मिलेगा।फेसबुक पेज पर पोस्ट कर साझा की जानकारी Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर प्रदीप गुप्ता ने कहा- पूरे भारत में केवल नैमिनाथ कॉलेज को ही इस तरह की अनुमति मिली है। Full Article
india news घटा प्रदूषण तो यमुना की बदली सूरत; दुर्लभ पक्षियों के कलरव से गूंज रहा नदी का तट By Published On :: Tue, 05 May 2020 15:45:21 GMT कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए संपूर्ण देश में लॉकडाउन है। इसका सीधा असर आम जनजीवन पर पड़ रहा है। लेकिन उत्तर प्रदेश के इटावा जिले से एक सुखद खबर सामने आई है। देश की सबसे प्रदूषित यमुना नदी का सूरत-ए-हाल बदल गया है। यहां इन दिनों दुर्लभ प्रजाति के प्रवासी पक्षियों के कलरव की गूंज सुनाई देती है। नदी के तट पर तमाम पक्षियों ने अपना आशियाना जमा लिया है। पर्यावरणविद डॉक्टर राजीव चौहान कहते हैं कि, कई दशकों मेंकरोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी यमुना स्वच्छ नहीं हो सकी, लेकिन लॉकडाउन ने कुछ ही दिनों में ऐसा कर दिया। इस पर शोध की आवश्यकता है।इटावा में यमुना का 110 किमी फैलावपश्चिमी हिमालय से निकलने वाली यमुना का प्रयागराज में गंगा नदी से संगम होता है। 1370 किमी लंबी यमुना इटावा में जसवंतनगर तहसील के ग्राम बाउथ से पचनदा में जाकर मिल जाती है। यहां इसका फैलाव करीब 110 किलो मीटर है।लॉकडाउन से पहले यमुना नदी की स्थिति ऐसी थी लोग आचमन करने से परहेज करते थे। लेकिन 40 दिन गुजरने के बाद अब इस नदी के पानी का नकेवल लोग नहाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैंबल्कि सेवन करने के योग्य भी माना जा सकता है।इन प्रजातियों के पक्षियों ने बनाया आशियानाशायद यही वजह है कि, इन दिनों ब्लेक नेक्ड स्टार्क, वूली नेक्ड स्टार्क, पेंटिंड स्टार्क, स्कवेजर वल्चर, डॉरटर कॉरमोरेंट, लिटिल रिंग प्लोवर आदि पक्षी आज दिख रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि, इससे पहले यहां यहां इतनी संख्या में प्रवासी पक्षियों को नहीं देखा गया।युमना नदी में मगरमच्छ, घड़ियाल ओर डॉल्फिनों को भी देखा जा रहा है।30 साल पुराने रुप में पहुंची यमुनापर्यावरण विशेषज्ञ डॉ.राजीव चौहान ने कहा- यमुना नदी दुनिया की प्रदूषित नदियों में से एक है। औद्योगिक कचरे के कारण यमुना नदी नहीं बल्कि नाले के रुप में दिखती है, जो विभिन्न प्रकार की बीमरियों का कारण भी बन रही है। यमुना एक्शन प्लान के नाम पर करोडों रुपए नदी को साफ करने के लिए खर्च भी किया जा चुका है, लेकिन इस बार लाॅकडाउन ने यमुना को साफ कर दिया। जिस पर किसी को हकीकत में यकीन नहीं हो रहा है। वैसे दिल्ली से आगरा तक यमुना नदी की बदहाली किसी से छुपी नहीं थी। लेकिन अब इसकी सूरत बदल रही है। लेकिन फिर भी असल पता तभी लगेगा जब लाॅक डाउन के बाद इस पर अगर शोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि, आज जैसी यमुना नदी की सूरत दिखाई दे रही है, ऐसी स्थिति90 के दशक से पहले ही दिखाई दिया करती थी। लॉक डाउन के असर के चलते यमुना में गिरने वाले डोमेस्टिक और इंडस्ट्रीज प्रदूषण बंद हो गया। जिसके चलते यमुना एक बार फिर से 30 साल पहले जैसी दिखने लगी है और यही वजह है कि आज यमुना कई तरह की प्रजातियों की चिड़िया निरंतर यमुना नदी पर अठखेलिया करती नजर आ रही हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर इटावा में यमुना नदी के तट की है। यहां प्रदूषण कम होने के कारण प्रवासियों पक्षियों की आमद शुरू हो गई है। लोगों का कहना है कि, लॉकडाउन का असर यमुना पर साफ दिख रहा है। Full Article
india news उपचार के दौरान मरीज की मौत के बाद हंगामा; परिजनों का आरोप- कोरोना संदिग्ध बताकर डॉक्टरों ने अस्पताल में अंदर जाने नहीं दिया By Published On :: Wed, 06 May 2020 04:23:00 GMT उत्तर प्रदेश के झांसी में मेडिकल कॉलेज में एक मरीज की मंगलवार को उपचार के दौरान मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि प्रशासन ने यह कहकर उनको अस्पताल में जाने नहीं दिया कि कोरोना संदिग्ध के तौर पर उसका शव अस्पताल में रखा गया है। अब 24 घंटें बाद मृतक की रिपोर्ट निगेटिव आयी है जिसके बाद परिजनों ने जमकर बुधवार सुबह जमकर हंगामा किया।मंगलवार सुबह मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान एक मरीज की मौत हो गई। परिजनों भूख और प्यास की वजह मौत का कारण बता रहे हैं। लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने बुधवार को जेल चौराहे पर जमकर हंगामा किया। जैसे तैसे पुलिस ने हंगामा शांत कराया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।मिली जानकारी के मुताबिक, जनपद के प्रेम नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले सेल्समैन भगवान दास साहू(58) कि 2 दिन पहले तबीयत खराब हो गई थी. उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। मंगलवार सुबह तकरीबन 10 बजे उनकी मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा काटा।जेल चौराहे के पास शराब बिक्री को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा रहे पुलिसकर्मियों के परिजनों ने पैर पकड़ लिए और रो-रो कर मृतक की आपबीती सुनाने लगे। परिजनों के मुताबिक मृतक मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान 2 दिन से भूखे और प्यासे थे वे फोन पर लगातार अपने घर वालों को हाल बता रहे थे। परिजनों ने मिलने की कोशिश की तो मेडिकल कॉलेज में उन्हें भगा दिया। पुलिस ने जैसे-तैसे उन्हें सांत्वना देकर कार्रवाई का आश्वासन देकर Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today झांसी मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। कोरोना संदिग्ध बताकर अस्पताल ने शव को रोक लिया था। 24 घंटे बाद आज सुबह मृतक की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर जेल चौराहे पर जमकर हंगामा किया। Full Article
india news कोरोना संक्रमित मृतक इंजीनियर की परिजन भी हैं संक्रमित, संक्रमण की ट्रेवल हिस्ट्री अभी तक नहीं खोज पाया स्वास्थ्य विभाग By Published On :: Wed, 06 May 2020 04:23:10 GMT उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में वैश्विक महामारी कोरोनावायरस संक्रमण से मंगलवार देर रात पहली मौत हो गई। बिना किसी ट्रैवल हिस्ट्री के कोरोना पॉजिटिव मिले आर्किटेक्ट इंजीनियर विरेंद्र सिंह ने शहर के लेवल 3 हॉस्पिटल एसआरएन में देर रात दम तोड़ दिया। उनके साथ भर्ती कोरोना पॉजिटिव उनकी पत्नी की हालत स्थिर बनी हुई है।शहर के लूकरगंज मोहल्ले में रहने वाले वीरेंद्र सिंह कोरोना संक्रमण की चपेट में कैसे आए फिलहाल इसका पता नहीं चल रहा है। आशंका है कि लॉकडाउन में ज़रूरतमंदों की मददगार बनाना ही आर्किटेक इंजीनियर वीरेंद्र सिंह के लिए अभिशाप बन गया और आखिरकार वह कोरोना की जंग में हार गए। मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह ने इसकी पुष्टि की है। छह दिन पहले यानि 30 अप्रैल को तबीयत खराब होने पर इंजी. वीरेंद्र सिंह की जांच कराई गई थी।रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें पहले कोटवां-बनी स्थित कोविड-19 लेवल-1 हॉस्पिटल ले जाया गया था लेकिन सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें पहले लेवल -2 बेली हॉस्पिटल और फिर लेवल-3 हॉस्पिटल स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय रेफर कर दिया गया था।परिजनों को नहीं दिया जाएगा शव, आज होगा अंतिम संस्कारइंजीनियर के परिवार में चार और लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। तीन की रिपोर्ट मंगलवार को ही आई थी। कोरोना के नोडल ऑफिसर डॉ. ऋषि सहाय ने बताया कि उनका शव उनके परिजनों को नहीं दिया जाएगा। बुधवार को प्रोटोकॉल के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाएगा।संक्रमण के सोर्स की नहीं मिली जानकारीइंजीनियर वीरेंद्र सिंह को यह बीमारी कैसे हुई इसके सोर्स का पता स्वास्थ्य विभाग आज तक नहीं लगा सका है। वह 28 अप्रैल को कांलिंदीपुरम स्थित इंस्टीट्यूशन क्वारैंटाइनसेंटर खुद ही गए और अपनी जांच कराई। रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उन्हें कोटवां-बनी स्थित कोविड19 हॉस्पिटल भेज दिया गया था। वहां सांस लेने में तकलीफ हुई तो उन्हें दो मई को एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। मंगलवार दोपहर में अचानक बिगड़ी तबियत, शाम को रखे गए वेंटिलेटर पर, देर रात हो उनकी मौत हो गई।पत्नी, सास, भाई और भाभी भी है संक्रमितइंजीनियर वीरेंद्र के शव को चिकित्सकीय प्रोटोकॉल के मुताबिक बुधवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।एसआरएन चिकित्सालय में उनके साथ उनकी पत्नी भी कोरोना वार्ड में भर्ती हैं। जबकि सास, भाई और भाई की पत्नी कोटवा-बनी लेवल-1 हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है।अब तक 1 संक्रमित हुआ स्वस्थ, 12 का इलाज जारीप्रयागराज में कोरोना संक्रमण की चपेट में अब तक 14 लोग आये हैं। जिनमें एक इंडोनेशियाई नागरिक स्वस्थ होकर कानूनी अभिरक्षा में है, जबकि 12 लोगों का अभी इलाज चल रहा है। जिनमें 5 कोरोना पॉजिटिव मंगलवार यानि 05 मई को ही सामने आए है। जिसमें मृत इंजीनियर वीरेंद्र सिंह की पत्नी सबसे ज्यादा गंभीर बताई जा रही है। हालाकी अभी उनकी स्थिति उनके पति से काफी बेहतर है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रयागराज में कोरोना से पहली मौत के बाद प्रशासन अब सख्त हो गया है। नगर निगम की गाड़ियां शहर को सैनिटाइज करने में जुटी हुई है। जगह जगह दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। Full Article
india news आंधी पानी के बीच टिकटॉक वीडियो बनाने के लिए पानी की टंकी पर चढे़ दो युवक, अब पुलिस कर रही इनकी तलाश By Published On :: Wed, 06 May 2020 04:53:00 GMT कानपुर में टिकटॉक वीडियों बनाने के लिए युवा पीढी जान की परवाह नहीं कर रही है। मंगलवार को आंधी-पानी के बीच दो युवक टिकटॉक वीडियो बनाने के लिए पानी की टंकी पर चढ़ गए। वीडियो शूट करने के बाद वो पानी की टंकी से खिसकते हुए नहीं उतरे। यदि बीच यदि कोई हादसा हो जाना तो दोनों की जान भी जा सकती थी। टंकी पर चढे़ युवकों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस दोनो युवकों की तलाश कर रही है ।बर्रा थाना क्षेत्र स्थित बर्रा दो में बनी पानी की टंकी बनी है। दरअसल मंगलवार शाम तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई । इसी दो युवक पानी की टंकी पर चढ़ गए। दोनों युवक टंकी की छत पर चढ़ कर कई वीडियो शूट किए । आसपास के लोगों ने आवाज लगाकर उन्हे रोकने का प्रयास भी किया। लेकिन दोनों युवकों ने किसी की परवाह किए बगैर अपनी जान पर खेल कर वीडियो शूट किए।इसी बीच किसी ने अपने घर की बालकली से युवकों की इस करतूत को मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया। इसके बाद इस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस वीडियो पर लोग तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे है। जब यह वीडियो पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस का कहना है कि वीडियो के अधार पर दोनो युवकों की तलाश की जा रही है । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर कानपुर की है। मंगलवार देर शाम यहां आंधी और बारिश के बीच दो युवक टंकी पर चढ़कर टिक टॉक वीडियो बनाने लगे। बाद में इनका वीडियो वायरल हो गया जिसके बाद पुलिस इनकी तलाश कर रही है। Full Article
india news अब तक 2900 पॉजिटिव, इनमें 1152 तब्लीगी जमाती: 987 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे, लखनऊ में आज से खुलेंगी दुकानें By Published On :: Wed, 06 May 2020 05:31:00 GMT उत्तर प्रदेश में संक्रमण के लगातर मामले बढ़ते जा रहे हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 2900 तक पहुंच गए हैं। यूपी के 66 जिलों में कोरोनावायरस का असर फैल चुका है जिसमें एक्टिव केस 1845 हो गए हैं। इसमें 1152 जमातियों की संख्या शामिल हैं। पूरे राज्य में मृतकों की संख्या 57 तक पहुंच गई हैं। अब तक 987 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं।लखनऊ में आज आए खुलेंगी दुकानें: राजधानी में बुधवार से नाई की दुकानों, ब्यूटी पार्लर, मॉल, रेस्टोरेंट को छोड़कर अन्य दुकानें खुलेंगी। बस शर्त यहीं है कि, ये दुकानें एकल हों, बाज़ार में न हों और हॉटस्पॉट इलाकों में न हों। बाई, प्लम्बर, धोबी को भी काम करने के लिए अनुमति दे दी गई है।हालाकिं स्कूल-कॉलेज, कोचिंग, ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, होटल, रेस्टोरेंट, सिनेमा हॉल, सभी धार्मिक संस्थानों पर प्रतिबंध जारी रहेगा।अब तक 2900 पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण: आगरा में 640, कानपुर नगर में 276, लखनऊ में 233, सहारनपुर में 205, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 193, फिरोजाबाद में 165, मेरठ में 163, मुरादाबाद में 116, गाज़ियाबाद में 104, वाराणसी में 68, बुलन्दशहर में 56, रायबरेली में 46, हापुड़ में 44, अलीगढ़ में 42, मथुरा, अमरोहा, बस्ती में 32, बिजनौर में 34, शामली में 29 , रामपुर में 25, संतकबीरनगर में 26, मुज़फ़्फरनगर में 24, सीतापुर में 20, संभल में 19, बागपत में 17 और बदायूं में 16 मरीज सामने आए हैं।वहीं बहराइच में 15, सिद्धार्थ नगर में 14, प्रतापगढ़-औरैय्या में 13, एटा में 11,बरेली-प्रयागराज में 10-10, झांसी, में 9, जौनपुर-मैनपुरी-आजमगढ़ में 8-8 पाए गए। बांदा-कन्नौज-हाथरस-श्रावस्ती-महाराजगंज में 7-7, गोंडा-ग़ाज़ीपुर में 6-6, लखीमपुर खीरी-इटावा में 4, पीलीभीत-मिर्जापुर-कासगंज-जालौन-गोरखपुर-सुल्तानपुर में 3-3, हरदोई- कौशाम्बी-गोंडा-भदोही-उन्नाव-बाराबंकी-महोबा-कानपुर देहात- देवरिया में दो-दो, शाहजहांपुर-मऊ-बलरामपुर- अयोध्या-अमेठी-कुशीनगर में एक-एक कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाए गए हैं।987 कोरोना स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए: आगरा से 208, मुरादाबाद से 116,गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 109, लखनऊ से 71,सहारनपुर से 79, मेरठ से 55, गाजियाबाद से 50, कानपुर नगर से 34, फ़िरोज़ाबाद से 33, शामली से 27, बिजनौर से 21, सीतापुर से 17, बागपत से 14, बुलन्दशहर-वाराणसी-बस्ती से 13-13, अमरोहा से 12,मुजफ्फरनगर से 9, रामपुर से 7, बरेली-हापुड़-महराजगंज-प्रतापगढ़ से 6- 6, जौनपुर- गाजीपुर से 5-5 , लखीमपुर खीरी- आज़मगढ़-हाथरस-मथुरा-औरैया से 4-4, बांदा- मैनपुरी-कन्नौज-पीलीभीत से 3-3,हरदोई-बदायूं-कौशाम्बी से 2-2, शाहजहांपुर-बाराबंकी-कासगंज- प्रयागराज-भदोही-सम्भल-इटावा से 1-1, कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ पूर्णतया करवाकर डिस्चार्ज किया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यह आंकडा 2900 तक पहुंच गया है। अब तक यूपी में 57 लोगों की मौत हो चुकी है। Full Article
india news कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पुलिस हुई सख्त: सार्वजनिक स्थान पर थूकते पकड़े गए 3 लोग, 1500 रुपए जुर्माना लगाया By Published On :: Wed, 06 May 2020 05:56:00 GMT उत्तर प्रदेश के नोएडा में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज़ों का आंकडा 200 के आंकड़े को भी पार कर गया है। संक्रमण को देखते हुए सार्वजनिक स्थान पर थूकने पर प्राधिकरण की तरफ से अब जुर्माना लगाया जाने लगा है। मंगलवार देर शाम को प्राधिकरण ने तीन लोगों पर 500-500 रुपए यानी कुल 1500 रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही उनको हिदायत भी दी गई साथ ही कोविड-19 के प्रति जागरूक भी किया गया। ऐसा करते हुए पहली बार पकड़े गए इसलिए 500 रुपए का जुर्माना लगाया गया। दोबारा पकड़े जाने पर 1000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।जन स्वास्थ्य के वरिष्ठ परियोजना अभियंता एससी मिश्रा ने बताया कि ककराला में सलीम पर 500 रुपए का जुर्माना लगाया गया यहा ब्रह्मपाल सिंह की टीम ने उन्हे सार्वजनिक स्थान पर थूकते हुए पकड़ा। इसी तरह राहुल कुमार निवासी चौड़ा सेक्टर-21ए स्टेडियम के पास थूकते मिले इन पर राजेंद्र सिंह ने 500 रुपए का जुर्माना लगाया।वहीं, राजू कुमार निवासी नंगला गांव में थूकते हुए पकड़े गए इन पर ब्रह्मपाल ने 500 रुपए का जुर्माना लगाया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी के निर्देश पर सार्वजनिक स्थानों पर पहली बार थूकने पर 500 रुपए और दूसरी बार थूकने पर 1000 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today नोएडा में फैलते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पुलिस अब सख्त हो गई है। सार्वजनिक जगहों पर थूकने वालों से 500 रुपए जुर्माना वसूला जा रहा है। Full Article
india news शहर में 2 सगे भाइयों समेत 3 पॉजिटिव पाए गए, जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 8 पहुंची By Published On :: Wed, 06 May 2020 06:22:00 GMT उत्तर प्रदेश के जालौन में 1 दिन में 3 कोरोना पॉजीटिव मरीज मिलने के बाद जिला प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गई हैँ। कोरोना पॉजिटिव की अब संख्या बढ़कर 8 हो गई है। आज जो तीन कोरोनो पॉजिटिव पाये गये उसमें दो सगे भाई है। जबकि तीसरा पीएल कमला नर्सिंग होम में डिलेवरी कराने आई महिला का पति है। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित लोगों के सम्पर्क में आए लोगों की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है।दरअसल, पहला कोरोना पॉजिटिव का मामला 25 अप्रैल को आया था, जहां जिला अस्पताल के चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे, बाद में उनकी पत्नी पॉजिटिव पाई गई थी। उसके बाद पीएल कमला नर्सिंग होम का ओटी मैनेजर भी चिकित्सक के संपर्क में आने के कारण कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इसके अलावा चौथा मरीज कान्हा डायलिसिस में डायलिसिस कराने वाला युवक निकला था।बाद में जिला प्रशासन की टीम को सूचना मिली थी कि कृष्णा नगर में एक महिला को कई दिन से बुखार आ रहा है, जिसके बाद टीम द्वारा उसका और उसके परिवार का खून का नमूना लिया था, जिसमें महिला की रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई थी और जनपद में कुल 5 पॉजिटिव मरीज हो गये थे। वही उनके बच्चों की रिपोर्ट आनी शेष थी। आज उनकी भी रिपोर्ट आ गयी जिसमें महिला की पुत्री और पुत्र की रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव पाई गई, इसके अलावा पीएल कमला नर्सिंग होम में डिलेवरी कराने आई महिला का पति ओटी मैनेजर के संपर्क में आने के कारण कोरोना पॉजीटिव पाया गया।तीनों मरीजों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गयाजनपद में एक साथ 3 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद जिला प्रशासन में अफरा तफरी मच गई है। प्रशासन ने सभी लोगों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है जिनका इलाज शुरू करा दिया गया है इसके अलावा उनके संपर्क में आए अन्य लोगों को भी क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। जिला प्रशासन ने बताया कि महिला की पुत्री नोएडा से आई हुई थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यूपी के जालौन में कोरोना के तीन और मरीज सामने आने के बाद यहां संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर आठ तक पहुंच गई है। Full Article
india news अस्थायी जेल में रखे गए जमात प्रमुख की हुई मौत, पुलिस ने जानकारी छुपाने का केस दर्ज किया था By Published On :: Wed, 06 May 2020 06:37:44 GMT उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के जमात प्रमुख नसीम अहमद (65) का मंगलवार की रात इंतकाल हो गया। तब्लीगी मरकज से लौटे बांग्लादेशी नागरिकों को शरण दिलाने और उनकी जानकारी छिपाने के आरोप में उन पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया था। शहर के फिरोसेपुर निवासी नसीम को दो अप्रैल को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह क्वारैंटाइन सेंटर और फिर अस्थायी जेल में रखे गए थे।एक सप्ताह पूर्व तबीयत खराब होने पर नसीम को जिला अस्पताल लाया गया था, जहां से बीएचयू रेफर कर दिया गया था। हालत में सुधार होने पर दोबारा अस्थायी जेल में रख दिया गया था।मंगलवार की रात करीब डेढ़ बजे नसीम की तबीयत फिर खराब हो गई। आनन-फानन में जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर परिजन भी जिला अस्पताल पहुंच गए।एसडीएम सदर व अस्थायी जेल के अधीक्षक नीतीश कुमार सिंह ने बताया कि जेल में रखे गए बंदी नसीम की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। उन्हें हार्ट की बीमारी थी। पोस्टमार्टम के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा। जांच कराई जा रही है।उपचार के बाद अस्थायी जेल में ही रखे गए थे ठीक हुए तीन कोरोना मरीजनसीम अहमद जिले में जमात प्रमुख थे। जमात में आने वाले उनसे संपर्क के बाद ही अन्यत्र जाते थे। 29 मार्च को लाल दरवाजा क्षेत्र से पकड़े गए 14 बांग्लादेशी समेत 16 जमातियों को बड़ी मस्जिद से निकालकर लाल दरवाजा क्षेत्र के एक मकान में शरण दिलाने का उन पर आरोप था। इन्हीं 16 में से 2 जमातियों में कोरोना की पुष्टि होने पर वाराणसी भेज दिया गया।उपचार के बाद स्वस्थ होने पर उन्हें जौनपुर लाने के बाद अस्थायी जेल में शिफ्ट किया गया था। बदलापुर के वार्ड नम्बर 8 से पकड़े गए पुरानी दिल्ली निवासी कोरोना संक्रमित जमाती को भी वाराणसी में उपचार के बाद ठीक होने पर इसी जेल में रखा गया था। उनके साथ रहे जमात प्रमुख की मौत से लोग सहम गए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर जौनपुर के जमात प्रमुख नसीम की है। मंगलवार की रात करीब डेढ़ बजे नसीम की तबीयत फिर खराब हो गई। आनन-फानन में जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। Full Article
india news कटऑफ अंक पर हाईकोर्ट ने सरकार के पक्ष में सुनाया फैसला; तीन माह में भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने का आदेश By Published On :: Wed, 06 May 2020 06:50:04 GMT इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने बुधवार को उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती के कटऑफ अंक विवाद पर अपना अहम फैसला सुनाया है। न्यायमूर्ति पंकज कुमार जायसवाल व न्यायमूर्ति करुणेश सिंह पवार की अध्यक्षता वाली बेंच ने सरकार द्वारा तय किए गए मानकों पर अपनी मुहर लगाई है। बेंच ने तीन माह के भीतर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने का आदेश दिया है। यह भर्ती प्रक्रिया बीते डेढ़ साल से अटकी थी। प्रदेश के करीब 4 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी निर्णय का इंतजार कर रहे थे।4,10,440 परीक्षार्थियों ने दी थी परीक्षादरअसल, सूबे के परिषदीय विद्यालयों में 69 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए 5 दिसंबर 2018 को शासनादेश जारी कर ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई थी। छह दिसंबर से 20 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन लिए गए। इसके बाद छह जनवरी 2019 को राज्य के 800 परीक्षा केंद्रों पर 4,10,440 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। 21 हजार 26 परीक्षार्थी गैर हाजिर रहे।यह तय किया गया था कटऑफभर्ती विज्ञापन में न्यूनतम कटऑफ अंक की बात तो की गई थी, लेकिन कटऑफ कितने प्रतिशत होगा, इसका जिक्र शासनादेश में नहीं किया गया था। लिखित परीक्षा के अगले दिनन सात दिसंबर 2019 को न्यूनतम कटऑफ की घोषणा की गई। इसके तहत सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को 150 में से 97 (65 फीसदी) और आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को 150 में 90 अंक (60 फीसदी) लाने होंगे। इसी कटऑफ को लेकर परीक्षार्थियों ने हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर की थी। जिसकी सुनवाई के बाद 3 मार्च 2020 को फैसला सुरक्षित रख लिया गया था।अभ्यर्थियों की यह थी मांगदरअसल, सितंबर 2018 में 68,500 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में सामान्य व ओबीसी वर्ग के लिए 45 और आरक्षित वर्ग के लिए 40 फीसदी कटऑफ अंक तय हुआ था। अभ्यर्थियों का एक वर्ग पुराने कटऑफ अंक लागू करने की मांग कर रहा था तो वहीं कई अभ्यर्थी शासन की ओर से जारी कटऑफ अंक के पक्ष में थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today न्यायमूर्ति पंकज कुमार जायसवाल व न्यायमूर्ति करुणेश सिंह पवार की अध्यक्षता वाली बेंच ने सरकार द्वारा तय किए गए मानकों पर अपनी मुहर लगाई है। Full Article
india news एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कैंसर पीड़िता को नहीं मिला इलाज, सोते समय पैर को चूहों ने कुतरा, पति ने खोली इलाज की पोल By Published On :: Wed, 06 May 2020 06:52:47 GMT ताजनगरी आगरा कोरोनावायरस का केंद्र बनता जा रहा है। यहां बुधवार को 13 नए केस सामने आए। अब यहां संक्रमितों की संख्या 653 हो चुकी है। 16 मरीजों की मौत हो चुकी है। यहां 241 मरीज ठीक होकर अस्पतालों से छुट्टी पा चुके हैं। इस बीच एसएन मेडिकल कॉलेज में एक शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां एक कैंसर पीड़त महिला के पैर को चूहों ने कुतर दिया। उसे 9 दिन पहले मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। आरोप है कि, इस बीच उसका इलाज नहीं हुआ। चूहों के कुतरने के बाद उसके पैरों के जख्मों पर मरहम पट्टी भी नहीं की गई। महिला के पति ने वीडियो वायरल कर स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोली है। डीएम प्रभु नारायण सिंह ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है।प्राइवेट डॉक्टर से चल रहा था इलाजलोहामंडी निवासी सर्राफ इंद्र खंडेलवाल ने बताया कि, उनकी 40 वर्षीय पत्नी साक्षी को एक साल पहले कैंसर हो गया था और थाना न्यू आगरा क्षेत्र में प्रैक्टिस करने वाले कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय गुप्ता से इलाज चल रहा था। लेकिन लॉकडाउन शुरू होने के बाद सभी निजी हॉस्पिटल बंद हो गए तो ऐसे में पत्नी की तबीयत बिगड़ने पर 27 अप्रैल को वे डाक्टर अजय गुप्ता के हॉस्पिटल गए थे। हॉस्पिटल में स्टाफ ने 500 रुपए जमा कराने के बाद डॉ. अजय गुप्ता से फोन पर बात कराई थी। मगर वे इस दौरान मरीज को देखने नहीं आए और फोन पर ही एडमिट करने से इंकार कर दिया।बीते रविवार को पैरों को चूहों ने कुतरापरेशान होकर इंद्र खंडेलवाल ने पत्नी साक्षी को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया तो वहां सबसे पहले कोविड-19 की जांच कराई गई। जांच की रिपोर्ट निगेटिव आने पर डॉक्टरों ने उनकी रेडियोथैरेपी कर दी। इसके बाद तबियत में सुधार न होने पर भी दूसरी बार रेडियोथैरेपी नहीं की। दो दिन पूर्व रविवार रात में सोते समय साक्षी के पैर को चूहों ने कुतर दिया। जिससे पैरों से खून बहने लगा। आरोप है कि, इंद्र खंडेलवाल ने मरहम पट्टी के लिए काफी मिन्नतें की, लेकिन कोई कर्मचारी उनकी हालत देखने नहीं आया और उन्होंने खुद पैर की पट्टी कर ली। जिसके बाद उन्हें डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया।रेडियोथेरेपी के लिए तैयार नहीं कोईपरिवार ने निजी अस्पतालों में इलाज की गुहार लगाई मगर कोई रेडियोथैरेपी करने के लिए तैयार नहीं है। उनकी पत्नी की हालत लगातार बिगड़ रही है। इस मामले में प्रधानाचार्य डॉ. जीके अनेजा से संपर्क साधने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद जिलाधिकारी प्रभु नारायण ने जानकारी कर पीड़िता को मदद दिलाने की बात कही है। पीड़िता साक्षी के पति ने वीडियो बनाकर अपनी पूरी व्यथा सोशल मीडिया पर वायरल की है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today सर्राफ कारोबारी इंद्र खंडेलवाल ने वीडियो वायरल किया। Full Article
india news मायावती ने कहा-महिला अधिकारी के सम्मान को लेकर खट्टर सरकार चुप क्यों? By Published On :: Wed, 06 May 2020 07:15:14 GMT उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने हरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर मामले को लेकर खट्टर सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा है कि आखिर एक महिला अफसर के सम्मान को लेकर राज्य सरकार चुप क्यों है?मायावती ने ट्वीट किया-हरियाणा कैडर की 2014 बैच की आईएएस रानी नागर ने 4 मई को चंडीगढ़ में कर्फ्यू हटते ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के पीछे कारण सरकारी डयूटी पर व्यक्तिगत सुरक्षा को बताया गया है। उन्होंने ईमेल से मुख्य सचिव हरियाणा को इस्तीफा भेजा था।इसकी प्रति राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, संबंधित विभागों के प्रधान सचिव व निदेशकों को भेजी थी।रानी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के नियमों का हवाला देते हुए इस्तीफा स्वीकार करने का आग्रह किया है।पद से इस्तीफा देने के बाद रानी नागर सोमवार को ही बहन रीमा नागर के साथ अपने पैतृक नगर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद लौटी थीं।इसकी जानकारी उन्हें अपने ट्वीट के जरिए दी थी।## Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मायावती ने हरियाणा की महिला आईएएस अधिकारी के इस्तीफे को लेकर खट्टर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार महिला अधिकारी के सम्मान को लेकर चुप क्यों है। Full Article
india news भाजपा सांसद ने शराब के ठेके खुलने का किया विरोध, योगी को पत्र लिखकर कहा- 40 दिनों की मेहनत पर फिर जाएगा पानी By Published On :: Wed, 06 May 2020 07:51:00 GMT देश के कई राज्यों में शराब बिक्री शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश में भी सोमवार से शराब के ठेके खुल गए। कानपुर के भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने शराब केठेके खुलने का विरोध किया है। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर रेड जोन में शराब की बिक्री बंद करने का अनुरोध किया है।उन्होंने कहा है कि जो रेड जोन वाले जिले हैं वहां अभी शराब की दुकानें न खोली जाएं।कानपुर से बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी ने योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कहा है कि लॉकडाउन में शराब की दुकानों में भीड़ एकत्र हो रही है। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। सांसद ने सरकार की 40 दिनों की मेहनत खराब होने की आंशका भी व्यक्त की है।40 दिन के लॉकडाउन के परिणाम पर संकटमंत्री सत्यदेव पचौरी ने लिखा कि यूपी में जिस तरह कोविड-19 पर नियंत्रण पाया जा रहा है वह प्रशंसनीय है। शराब की बिक्री को लेकर छूट दी गई है, सुबह से ही शराब की दुकानों में जिस तरह भीड़ लग रही है, लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं उससे 40 दिनों के लॉकडाउन के परिणाम पर संकट गहराता नजर आ रहा है।सांसद ने लिखा, 'मेरा आपसे आग्रह है कि रेड जोन में आने वाले जिलों में लॉकडाउन के दौरान तक शराब की दुकानों पर पूर्व की भांति पूर्ण बंदी लागू की जाए। मैं कानपुर नगर की जनता की ओर से आपकी कर्मठता, योग्यता और क्षमता के लिए आपका बहुत-बहुत साधुवाद और अभिनंदन करता हूं।' Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उप्र में कानपुर से सांसद सत्यदेव पचौरी ने सीएम योगी को पत्र लिखकर कहा है कि सरकार रेड जोन में शामिल जिलों में शराब की दुकानें न खोले। Full Article
india news अब तक 2900 पॉजिटिव, इनमें 1845 एक्टिव केस; प्रयागराज में कोरोना से पहली मौत, लखनऊ में एक साथ 45 मरीज डिस्चार्ज By Published On :: Wed, 06 May 2020 08:08:18 GMT उत्तर प्रदेश में मंगलवार देर रात तक 118 नए कोरोना संक्रमितमिले।प्रदेश में अब तक2900 केसहो गए हैं। इसमें1845एक्टिव हैं। कुल मरीजों में 1152 जमाती हैं।राज्य में मृतकों की संख्या 56 हो गई। अब तक 987 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। प्रयागराज में कोरोना से एक इंजीनियर की मंगलवार देर रात मौत हो गई, जबकि लखनऊ में एक साथ 45 लोगों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया।लखनऊ में आज आए खुलेंगी दुकानेंराजधानी मेंबुधवार से सैलून, ब्यूटी पार्लर, मॉल, रेस्टोरेंट को छोड़कर अन्य दुकानें खुलेंगी। बस शर्त यहीहोगी कि ये दुकानें किसी शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में न हों। फिलहाल,हॉटस्पॉट जोन में दुकानें नहीं खुलेंगी। इधर,प्लम्बर, धोबी को भी काम करने की अनुमति दी गई हैं। हालांकि,स्कूल-कॉलेज, कोचिंग, ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, होटल, रेस्टोरेंट, सिनेमा हॉल के अलावासभी धार्मिक संस्थाएं अभी नहीं खुलेंगी।कोरोना अपडेट्सप्रयागराज:लॉकडाउन में जरूरतमंदों की मददगार बने लूकरगंज के इंजीनियर वीरेंद्र सिंह कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हार गए। मंगलवार देर रात उन्होंने स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में दम तोड़ दिया। शहर में कोरोना से यह पहली मौत है। 6दिन पहले उनकी तबियत खराब होने पर जांच कराई गई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पहले कोटवां-बनी स्थित कोविड-19 लेवल-1 हॉस्पिटल ले जाया गया था। लेकिन सांस लेने में तकलीफ होने पर स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय रेफर कर दिया गया था।लखनऊ:राजधानी के लिए मंगलवार का दिन राहत भरा रहा। यहां एक साथ 45 लोग स्वस्थ होने परडिस्चार्ज किए गए। इनमें लखनऊ के 14, सहारनपुर के 8, दिल्ली के 7, असम के 3 औरअण्डमान निकोबार का 1 और एकमरीज भी शामिल है।वाराणसी:जिले में अब तक 68 कोरोना मरीज मिले हैं। अभी लखनऊ केजीएमयू से 154 मरीजों की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। बुधवार सुबह से ही पुलिस यहां पुलिस सक्रिय नजर आने लगी। हरआने-जाने वालेसे पूछताछ की जा रही है।राशन की दुकानें भी रोजमर्रा की तरह खुलने लगी हैं। सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि 22 हॉटस्पॉट इलाकों में 6753 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। 33 हजार से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग इन इलाकों में हो चुकी है। 3 संदिग्ध मिले हैं।वाराणसी में एक बार फिर कोरोना के तीन संदिग्ध मिले, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस बीच, पुलिस ने भी लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया लिया है।शायर मुनव्वर राणा ने की मीट की दुकानें खोलने की अपीललॉकडाउन के तीसरे फेजमें शराब की दुकानें खुलने के बाद अब नॉनवेज की चाहत रखने वालों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। मशहूर शायर मुनव्वर राना ने मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ से गुजारिश की है कि मीट की दुकानों को खोला जाए।राणा का ट्वीट-अब तक 2900 पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण: आगरा में 640, कानपुर नगर में 276, लखनऊ में 233, सहारनपुर में 205, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 193, फिरोजाबाद में 165, मेरठ में 163, मुरादाबाद में 116, गाज़ियाबाद में 104, वाराणसी में 68, बुलन्दशहर में 56, रायबरेली में 46, हापुड़ में 44, अलीगढ़ में 42, मथुरा, अमरोहा, बस्ती में 32, बिजनौर में 34, शामली में 29 , संतकबीरनगर में 26, रामपुर में 25, मुज़फ़्फरनगर में 24, सीतापुर में 20, संभल में 19, बागपत में 17 और बदायूं में 16 मरीज सामने आए हैं।इसके अलावा बहराइच में 15, सिद्धार्थ नगर में 14, प्रतापगढ़-औरैया में 13, एटा में 11, बरेली-प्रयागराज में 10-10, झांसी, में 9, जौनपुर-मैनपुरी-आजमगढ़ में 8-8 पाए गए। बांदा-कन्नौज-हाथरस-श्रावस्ती-महाराजगंज में 7-7, गोंडा-ग़ाज़ीपुर में 6-6, लखीमपुर खीरी-इटावा में 4, पीलीभीत-मिर्जापुर-कासगंज-जालौन-गोरखपुर-सुल्तानपुर में 3-3, हरदोई- कौशाम्बी-गोंडा-भदोही-उन्नाव-बाराबंकी-महोबा-कानपुर देहात- देवरिया में दो-दो, शाहजहांपुर-मऊ-बलरामपुर- अयोध्या-अमेठी-कुशीनगर में एक-एक कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाए गए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रयागराज में मंगलवार देर रात कोरोना संक्रमित मरीज ने दम तोड़ दिया। शहर में यह पहली मौत है। प्रयागराज के हॉटस्पॉट इलाकों में पुलिस गाड़ियों को भी सैनिटाइज करने में जुटी हुई है। Full Article
india news मथुरा में जल्द खुलेगी कोविड-19 टेस्टिंग लैब, मिलेगी त्वरित रिपोर्ट, संक्रमित मरीज का जल्द शुरू किया जा सकेगा इलाज By Published On :: Wed, 06 May 2020 08:39:22 GMT उत्तर प्रदेश के मथुरा में जल्द ही कोरोना वायरस (कोविड-19) की टेस्टिंग लैब में जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।सूबे की कबीना मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने बुधवार को बताया कि दीनदयाल वेटेरिनरी यूनिवर्सिटी मथुरा में यह लैब तैयार हो रही है।उन्होंने बताया कि कोविड-19 वायरस के संक्रमण से निजात दिलाने के लिए इसकी त्वरित चिकित्सा आवश्यक होती है। जांच रिपोर्ट के आए बिना चिकित्सा शुरू नहीं की जा सकती, इसलिए इसकी त्वरित जांच रिपोर्ट आना आवश्यक है।प्रयोगशालाओं को वॉट्सएप ग्रुप से जोड़ा गयाचौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 वायरस की टेस्टिंग की 19 प्रयोगशालाएं स्थापित करा दी हैं, कुछ पर और भी काम चल रहा है। इन सभी प्रयोगशालाओं को वॉट्सएप ग्रुप से जोड़ने की व्यवस्था की गई है, जिससे कहीं पर काम अधिक होने पर उसे ऐसी प्रयोगशाला में भेजा जा सके, जिसमें काम कम है। इस व्यवस्था से टेस्ट की रिपोर्ट जल्दी आ सकेगी और संक्रमित व्यक्ति का इलाज जल्दी शुरू हो सकेगा। उन्होंने बताया कि अभी तक मथुरा के कोविद-19 के नमूनों की जांच जे.एन.मेडिकल कालेज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हो रही थी, लेकिन वहां पर जांच की संख्या बढ़ने के कारण प्रायः जांच रिपोर्ट अति विलम्ब से आती थी,जिससे जहां एक ओर मरीज का इलाज शुरू होने में विलम्ब हो जाता था, दूसरी ओर कभी कभी असहज की स्थिति पैदा हो जाती थी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today मथुरा में दीनदयाल वेटेरिनरी यूनिवर्सिटी, जहां तैयार किया जा रहा है लैब। (फाइल फोटो) Full Article
india news योगी सरकार ने देशी व विदेशी मदिरा के दाम 20 से 400 रुपए बढ़ाए; वित्त मंत्री ने कहा- इससे 2,350 करोड़ का राजस्व मिलेगा By Published On :: Wed, 06 May 2020 09:29:29 GMT उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बुधवार कोशराब के साथ पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी की है। सरकार ने वैट बढ़ाते हुए पेट्रोल की कीमत में दो रुपए प्रति लीटर व डीजल का दाम एक रुपए प्रति लीटर बढ़ाया है। इसके अलावा देशी व विदेशी शराब के मूल्य में 20 से 400 रुपए की बढ़ोत्तरी की गई है।शराब बंदी में लोगों ने सैनिटाइजर पी लिया, इसलिए बढ़ाए दामवित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा- लॉकडाउन के बीच प्रदेश में शराब बंदी रही। नतीजा कानपुर में 3 लोगों ने सैनिटाइजर पी लिया। जिससे उनकी मौत हो गई। इसी को देखते हुए आबकारी विभाग में भी वृद्धि की गई है। शराब पर बढ़े दाम से 2,350 करोड़ का राजस्व उत्तर प्रदेश सरकार को मिलेगा।डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने से2,070 करोड़ का होगा फायदाउन्होंने बताया कि, सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके चलते पेट्रोल का दाम 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ा है। वहीं, डीजल के दाम में 1 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि की गई है। उन्होंने बताया कि, राज्य में पेट्रोल 73.91 रुपए प्रति लीटर और डीजल 63.86 रुपए में प्रति लीटर मिलेगा। यह नई दरें बुधवार रात 12 बजे से लागू होगी। बताया कि, राज्य में 470 करोड़ लीटर पेट्रोल व 1130 करोड़ लीटर डीजल की खपत हो रही है। दाम मेंवृद्धि होने से 2,070 करोड़ रुपए का राजस्व अधिक सरकार को प्राप्त होगा।शराब के दामों में इतने रुपए बढ़े- रेगुलर प्रीमियम विदेशी 180 एमएल तक 20 रुपए 180 एमएल तक 20 रुपए 180 एमएल तक 100 रुपए 500 एमएल तक 30 रुपए 500 एमएल तक 30 रुपए 500 एमएल तक 200 रुपए 500 एमएल से अधिक पर 50 रुपए 500 एमएल से अधिक पर 50 रुपए 500 एमएल से अधिक पर 400 रुपए दिल्ली सरकार ने 70 फीसदी कोरोना सेस लगाया थादरअसल, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीते सोमवार से लॉकडाउन फेज-तीन में शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति प्रदान की है। यह दुकानें सुबह दस बजे से शाम सात बजे खुलेंगी। लेकिन शराब के लिए दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियम भी हवा में उड़े। जबकि, हिदायत दी गई थी कि कंटेनमेंट को छोड़कर जहां भी शराब की दुकानें खुलेंगी वहां सोशल डिस्टेंसिंग का नियम पालन करना होगा। पांच से अधिक लोग इकट्ठा नहीं होंगे। वहीं,राजधानी में अरविंद केजरीवाल सरकार ने मंगलवार से शराब पर 70% अतिरिक्त टैक्स वसूलना शुरू कर दिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने शराब, पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी की जानकारी दी। Full Article
india news संक्रमित सब्जी व्यापारी ने दम तोड़ा, दो दिन पहले सांस लेने में तकलीफ होने पर मेडिकल कॉलेज में हुआ था भर्ती By Published On :: Wed, 06 May 2020 09:37:00 GMT उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में मंगलवार रात कोरोना संक्रमित एक शख्स की मौत हो गई। दो दिन पूर्व हालत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। लेकिन मंगलवार रात उसकी अचानक हालत बिगड़ गई। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। लेकिन उसने दम तोड़ दिया। जिले में कोरोना वायरस से ये 9वीं मौत है।सब्जी कारोबारी था मृतकसदर थाना क्षेत्र के रवींद्रपुरी का रहने वाला 54 वर्षीय एक शख्स सब्जी कारोबारी था।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 4 मई को हालत खराब होने पर उसे मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.राजकुमार ने बताया कि मरीज को खांसी और बुखार की समस्या के कारण भर्ती कराया गया था, उसे सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी।आज दोपहर आई पॉजिटिव रिपोर्टसांस लेने में दिक्कत होने पर उसे आक्सीजन दी गई। लेकिन मंगलवार रात करीब 12 बजे उसकी हालत और अधिक खराब होने पर वेंटीलेटर पर रखा गया।डॉक्टरों ने सभी जरूरी इलाज किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। रात करीब पौने दो बजेउसकी मौत हो गई। उसके सैंपल की रिपोर्ट बुधवार को कोरोना पॉजिटिव आयी है। मृतक का अंतिम संस्कार कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत कराया जाएगा।प्रदेश में अब तक 58 की जान गईप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 2900 तक पहुंच गए हैं। यूपी के 66 जिलों में कोरोनावायरस का असर फैल चुका है जिसमें एक्टिव केस 1845 हो गए हैं। इसमें 1152 जमातियों की संख्या शामिल हैं। पूरे राज्य में मृतकों की संख्या 58 तक पहुंच गई हैं। अब तक 987 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। वहीं, मेरठ में अब तक163 संक्रमित मिल चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today दो दिन पूर्व हालत बिगड़ने पर सब्जी व्यापारी को मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया था। लेकिन मंगलवार रात उसकी अचानक हालत बिगड़ गई। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। लेकिन उसने दम तोड़ दिया। Full Article
india news लापरवाही के आरोप में कोरोना पाजिटिव डाक्टर और स्टाफ के विरुद्ध केस दर्ज, जांच में जुटी पुलिस By Published On :: Wed, 06 May 2020 09:52:00 GMT उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में कोरोना पाजिटिव चाइल्ड केयर क्लीनिक चलाने वाले बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पर प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बुधवार को जिला प्रशासन के निर्देश पर डाक्टर समेत स्टाफ के विरुद्ध कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि 29 अप्रैल को संक्रमित डॉक्टर ने जिला अस्पताल में आयोजित प्रशिक्षण में हिस्सा लिया था, जिसमें शहर के तमाम डॉक्टर शामिल हुए थे। इन डॉक्टरों के संक्रमित होने का भय था जिसकी वजह से 56 डॉक्टरों को प्रशासन ने होम क्वारैंटाइन किया था।कोतवाल अतुल सिंह ने बताया कि कोरोना पाजिटिव निजी चिकित्सक और उनके स्टाफ के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ है। कोतवाल ने बताया कि पुलिस ने जहानाबाद चौकी इंचार्ज की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है।दरअसल, मधुबन स्थित आस्था चाइल्ड केयर क्लीनिक चलाने वाले बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की रिपोर्ट रविवार रात पाजिटिव आई थी।इसके बाद आनन फानन में प्रशासन ने संक्रमित डॉक्टर की क्लीनिक को सील कर इलाके को हॉटस्पॉट किया था। वहीं स्वास्थ्य टीम ने मौके पर पहुंचकर डॉक्टर उनकी पत्नी समेत परिवार के अन्य पांच सदस्यों को दयानंद पीजी कॉलेज में बने क्वारैंटाइन सेंटर में शिफ्ट कराया था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यह तस्वीर रायबरेली की है जहां एक डॉक्टर पर ही लापरवाही बरतने का आरोप लगा है। जिला प्रशासन के निर्देश पर डाक्टर समेत स्टाफ के विरुद्ध कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। Full Article
india news कोरोना वॉरियर्स पर हमले को लेकर सख्त हुई योगी सरकार: कैबिनेट ने महामारी रोग नियंत्रण अध्यादेश को मंजूरी दी, यूपी में पेट्रोल-डीजल हुआ महंगा By Published On :: Wed, 06 May 2020 10:02:29 GMT उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना वारियर्स की सुरक्षा संबंधी अध्यादेश को मंजूरी प्रदान कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई कैबिनेट बैठक में एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश लोकस्वास्थ्य एवं महामारी रोग नियंत्रण अध्यादेश 2020 को मंजूरी दे गई,वहीं दूसरी ओरकोविड 19 के कारण जारी लॉकडाउन से पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था में फिर से जान फूंकने के लिए यूपी कैबिनेट ने पेट्रोल व डीजल का दाम बढ़ा दियाहै।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कैबिनेट की बैठक की।बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने मीडिया से बातचीत में कैबिनेट में हुए फैसलों की जानकारी दी। उन्होंने कहा किलॉकडाउन के कारण हमारा टैक्स कलेक्शन बहुत गिरा है। हमारी आर्थिक स्थिति इस महीने कमजोर रही है। इसे ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है। हमारे लिए संसाधन जुटाना अति आवश्यक था।कोरोना वॉरियर्स की सुरक्षा के लिए अध्यादेश को मंजूरीनए कानून के तहत डॉक्टर्स, स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस कर्मियों और स्वच्छता कर्मियों के साथ ही शासन की तरफ से तैनात किसी भी कोरोना वारियर्स से की गई अभद्रता या हमले पर छह माह से लेकर सात साल तक की सजा का प्रावधान और पचास हजार से लेकर 5 लाख तक का जुर्माना हो सकता है।नए कानून में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मियों, स्वच्छता कर्मी और सरकार द्वारा तैनात किसी भी कोरोना वारियर से अभद्रता या हमला करने वाले के लिए सात साल तक कैद और पांच लाख तक के जुर्माने की सजा का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही राज्य और जिला स्तर पर महामारी नियंत्रण प्राधिकरण गठित करने का निर्णय लिया गया है। राज्य स्तर पर मुख्य सचिव और जिले में जिलाधिकारी प्राधिकरण के अध्यक्ष होंगे।चिकित्सकों, सफाई कर्मियों, पुलिस कर्मियों एवं किसी भी कोरोना वारियर्स पर थूकने या गंदगी फेंकने पर और आइसोलेशन तोड़ने पर भी इस कानून के तहत कड़ी कार्रवाई होगी। इस कानून के तहत कोरोना वारियर्स के खिलाफ समूह को उकसाने या भड़काने पर भी कार्रवाई हो सकती है। इसके तहत दो वर्ष से पांच वर्ष तक की सजा का और पचास हजार से 2 लाख तक का जुर्माने का प्रवाधान है।सीएम की अध्यक्षता में बनेगा महामारी नियंत्रण प्राधिकरणइस नए अध्यायदेश के अनुसार मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य महामारी नियंत्रण प्राधिकरण बनेगा, जिसमें मुख्य सचिव सहित सात अन्य अधिकारी सदस्य होंगे। दूसरा तीन सदस्यीय जिला महामारी नियंत्रण प्राधिकरण होगा, जिसका अध्यक्ष डीएम होगा। राज्य प्राधिकरण महामारी के रोकथाम नियंत्रण से संबंधित मामलों में सरकार को परामर्श देगा, जबकि जिला प्राधिकरण जिले में विभिन्न विभागों के क्रियाकलापों के साथ समन्वय स्थापित करेगा।क्वारैंटाइन का उल्लंघन करने पर एक लाख तक का जुर्मानाकोरोना महामारी को देखते हुए क्वारैंटाइन का उल्लंघन करने पर एक से तीन साल की सजा और जुर्माना दस हजार से एक लाख तक का होगा। अस्पताल से भागने वालों के खिलाफ एक वर्ष से तीन वर्ष सजा और जुर्माना दस हजार एक लाख तक होगा। अस्पतालों और क्वारंटाइन सेंटरों में अश्लील एवं अभद्र आचरण करने पर एक से तीन साल की सजा और पचास हजार से एक लाख तक का जुर्माना होगा। इसमें लॉकडाउन तोड़ने और इस बीमारी को फैलाने वालों के लिए भी कठोर सजा का प्रावधान है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today योगी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में महामारी नियंत्रण प्राधिकरण के गठन का निर्णय सरकार ने लिया। बैठक में एक अहम अध्यादेश को भी मंजूरी प्रदान की गई। Full Article
india news आज एक साथ 9 पॉजिटिव मामले सामने आए, शहर में संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 77 By Published On :: Wed, 06 May 2020 10:23:00 GMT उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बुधवार को भी कोरोना वायरस से नौ और लोग संक्रमित मिले हैं। इस तरह जिले में अब कोरोना मामलों की संख्या 77हो गई है। राहत की बात यह भी है कि पहले से ही भर्ती 10 मरीजों की दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें बुधवार को ही डिस्चार्ज किया जाएगा।बुधवार को जो नए मरीज मिले हैं, उसमें जैतपुरा निवासी एक मरीज के संपर्क आए छह और मदनपुरा से जमातियों के संपर्क में आने वाले दो और लल्लापुरा में एक नए मरीज में कोरोना की पुष्टि हुई है।डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि संक्रमित एक मरीज के संपर्क में आए 6 लोगों समेत नौ और लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद अब जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 77हो गई है, जिसमें एक्टिव केस बढ़कर 63हो गए हैं।सीएमओ डॉ वीबी सिंह ने बताया कि केजीएमयू से मिली रिपोर्ट के अनुसार कुल नौ मरीज संक्रमित मिले हैं। सभी को आईशोलेशन वार्ड में भर्ती कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 10 मरीजों को डिस्चार्ज करने की तैयारी भी चल रही है।नौ मरीजों के मिलने से जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 77हो गई है औरवर्तमान में 63का अस्पताल में इलाज चल रहा है। जिसमें 13 ठीक हो गए हैं, जबकि एक की मौत हो चुकी है।जिले में 25 हॉटस्पॉट बन चुके हैंवाराणसी के बाग बरियार, मदनपुरा, बजरडीहा, रेवड़ी तालाब, महमूरगंज का सूर्या विला, लोहता का अलावल, गंगापुर, नक्खी घाट, पितरकुंडा, काजीपुरा खुर्द सोनिया, मड़ौली, अर्जुनपुर, संजय नगर कालोनी, जेरगुलर, सप्तसागर, हरतीरथ, काशीपुरा, छोटी पियरी, चोलापुर, दानगंज और सुजाबाद हॉटस्पाट क्षेत्र बनाए जा चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today वाराणसी में संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को भी जैतपुरा में एक साथ 9 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। Full Article
india news कहीं आलसी न हो जाएं इसलिए हर दिन व्यायाम कर खुद को रिचार्ज कर रहे जीआरपी जवान By Published On :: Wed, 06 May 2020 10:49:05 GMT कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश में 17 मई तकलॉकडाउन है। इस दौरान यातायात का सबसे बड़ा साधन रेलगाड़ीबंद हैं। सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़ीमालगाड़ियों को संचालित किया जा रहा है। ऐसे में जीआरपी व आरपीएफ के जवानों के पास ड्यूटी सिर्फ औपचारिकता भर रह गई है। ऐसे में महकमे को चिंता होने लगी थी कहीं इन जवानों की सेहत न बिगड़ने लगे। इसके लिए मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर प्रदूषण मुक्त रेलवे के प्लेटफार्मों को व्यायाम व योग प्रशिक्षण केंद्र बना दिया गया है। सुबह-शाम यहां जवान कसरत करते नजर आते हैं।जीआरपी थाना प्रभारी उदय शंकर कुशवाहा ने बताया किसामान्य दिनों में गाड़ियों की आवाजाही के बीच जवान ड्यूटी करते रहते थे। लेकिन कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में ट्रेनों का परिचालन ठप है और प्लेटफार्म खाली है। ऐसे में जवानों को चुस्त-दुरुस्त और स्वस्थ बनाए रखने के लिए प्रतिदिन भोर होते ही व्यायाम और योग कराया जा रहा है क्योंकि कहा गया है कि बेकार न बैठोनौजवानों कुछ न कुछ किया करो।खाली बैठने से अच्छा है कुछ किया जाए। क्योंकिरचनात्मक कार्य और साकारात्मक गतिविधियों को करके ही हम समाज को शुभ संकेत देने के साथ ही भरपूर सेवा कर सकते हैं। जवान अपने आपको नई ऊर्जा से ओतप्रोत कर सकते हैं।कसरत करते मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर तैनात जीआरपी के जवान।उन्होंने कहा-खाली घर शैतान का डेरा होता है। उसमें आलस्य और खुराफातकरने की इच्छा प्रबल होती है। एक जिम्मेदार नागरिक और सेवक होने के नाते लोगों की अपेक्षा ज्यादा रहती है। जन मानस की भावना के अनुरूप खरा उतरने का दायित्व बढ़ जाता है। इसलिए प्रतिदिन भोर होते ही सभी जवान स्टेशन पर आ जाते हैं। इससे एक पंथ दो काज होता है। दौड़ के दौरान एक तरफ वह व्यायाम कर लेते हैं तो दूसरी तरफ दौड़ते हुए ही संपूर्ण प्लेटफार्म का निरीक्षण भी हो जाता है। इसके बाद योग की कक्षा चलती है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग और पीटी किया जाता है। ताकि लाक डाउन के दौरान सभी जवान स्वस्थ और चुस्त-दुरुस्त बनेरहें। कोरोना को स्वस्थ और सोशल डिस्टेंसिंगका पालन करके ही परास्त किया जा सकता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर मिर्जापुर रेलवे स्टेशन की है। यहां वर्तमान में रेलगाड़ियों का आवागमन ठप है। ऐसे में जीआरपी के जवान अपने को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए हर दिन सुबह योगा व व्यायाम करते हैं। Full Article
india news वीजा उल्लंघन के आरोप में श्रीलंका के दो जमातियों समेत 13 को भेजा गया अस्थाई जेल By Published On :: Wed, 06 May 2020 11:23:00 GMT उत्तर प्रदेश में तब्लीगी जमातियों पर कार्रवाई जारी है। बुधवार को कन्नौज में 11 और अलीगढ़ में श्रीलंका मूल के दो विदेशी जमातियों को कोर्ट में पेश करने के बादअस्थाई जेल भेज दिया गया। इन दोनों पर वीजा टूरिस्ट के उल्लंघन का आरोप है। इन सभी पर जमात में शामिल होने की जानकारी छिपाने व बीमारी फैलाने का भीआरोप है।कन्नौज: शामली के रहने वाले हैं जमाती20 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन मे मरकज में शामिल होने के बाद 11 जमाती कालिंदी एक्सप्रेस द्वारा कन्नौज पहुंचे थे, जो शहर की हाजी गंज में स्थित मक्का मस्जिद में ठहरे थे। यह सभीशामली के रहने वाले हैं। जिला प्रशासन ने इनको तिर्वा सीएचसी में मेडिकल जांच कराकर क्वारैंटाइन कर दिया था। 1 अप्रैल को पुलिस ने सदर कोतवाली में इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। अब 34 दिन बाद बुधवार कोजिला अस्पताल में सभी कामेडिकल कराया गया और उसके बाद मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर पुलिस ने सभी जातियों को शहर में पुलिस लाइन के पास सेंट जेवियरहायर सेकेंडरी इंटर कॉलेज में बनाएगएअस्थाई जेल में भेजा गया। पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद सिंह नेबताया कि अस्थाई जेल के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।अलीगढ़: श्रीलंका के दो जमाती को हुई जेलजिले में अभियान चलाकर तब्लीगी जमातियों की खोज की गई थी।इस दौरान नगर कोतवाली पुलिस ने रंगरेजान मस्जिद में मिले दो श्रीलंकाई मूल के जमाती मोहम्मद मुर्शीद वएमजे हपलूरहमानसहित 13 जमातियों को क्वारैंटाइन कर दिया था। विदेशी जमातियों के पासपोर्ट भी जब्त कर दूतावास को रिपोर्ट भेजी गई थी। दोनों टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे।2 दिन दिल्ली मरकज में शामिल होने के बाद ये दोनों 1 मार्च को अलीगढ़ पहुंच गए थे। जहांपहले ये शाहजमाल पहुंचे, फिर रंगरेजान मस्जिद आए थे। इन विदेशियों ने फार्म सी भी नहीं भरा था। क्वारैंटाइन अवधि पूरे होने पर दोनों को अस्थाई जेल भेज दिया।पुलिस ने श्रीलंका दूतावास को भी सूचित कर दिया है।एसपी सिटी अभिषेक ने बताया कि इन विदेशीजमातियों के अलावा पूरे जिले में72 जमाती पकड़े गए थे। इन्हें मस्जिदों में ही क्वारैंटाइन किया गया था। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर कन्नौज की है। यहां बुधवार को 11 जमातियों को जेल भेज दिया गया है। इन सभी पर बीमारी को छिपाने का आरोप है। Full Article
india news कोरोना की दहशत के बीच संक्रमित महिला ने बेटे को दिया जन्म; 24 घंटे पहले रिपोर्ट आई थी पॉजिटिव By Published On :: Wed, 06 May 2020 13:25:00 GMT वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से जंग लड़ रही बहराइच की एक महिला ने बुधवार को बच्चे को जन्म दिया।जिला महिला अस्पताल में तीन डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन कर महिला की गोद में उसके बच्चे को रखकरखुशियों की सौगात दी। करीब आधे घंटे चले ऑपरेशन के बाद जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं।महिला में मंगलवार को संक्रमण की पुष्टि हुई थी। अब नवजात का भी सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा।दरगाह थाना क्षेत्र के मोहल्ला बख्शीपुरा निवासी एकमहिला 9 माह की गर्भवती थी। वह अपना इलाज शहर के एक प्राइवेटक्लीनिक से कर रही थी। प्रसव का समय नजदीक होने पर महिला डॉक्टर को दिखाने पहुंची तो उसे कोरोना की जांच कराने की सलाह दी गई। मंगलवार को रिपोर्ट आई तो महिला संक्रमित निकली।महिला को अस्पताल में भर्ती करने के बाद क्लीनिक को सील कर दिया। मोहल्ले को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया। बुधवार को महिला अचानक प्रसव पीड़ा से कराहनी लगी। उसे जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला की हालत ठीक न होने के कारण ऑपरेशनकराने की सलाह दी।परिवार की रजामंदी के बाद डॉ.ओपी पांडेय के नेतृत्व में गाइनकोलॉजिस्ट डॉ.आरके मिश्र, डॉ.प्रमोद कुमार ने महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। डॉ.पांडेय ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। चिकित्सकों की देख-रेख में उन्हें रखा गया है। नवजात के कोरोना संक्रमण की जांच को लेकर उच्चाधिकारी तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, सैंपल कब भेजा जाएगा, इस पर अभी संशय बना हुआ है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर बहाराइच जिले में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर की है। इस जिले में अब तक कोरोनावायरस से 17 मरीजों सामने आए हैं। Full Article
india news शर्तिया इलाज की गारंटी देने के बावजूद ठीक नहीं हुआ मर्ज, रोगी ने शिकायत की तो डॉक्टर ने लोहे की रॉड से पीटा By Published On :: Wed, 06 May 2020 13:45:20 GMT जिले में एक झोलाछाप डॉक्टरकी गुंडई का वीडियो सामने आया है। यहां बलरामपुर-गोंडा हाईवे पर दो दिन पूर्व एक शख्स ने अपने मरीज व उसके भाई की लाठी-डंडे व लोहे की रॉड से पिटाई की। जिससे मरीज को गंभीर चोटें आई हैं। जबकि, उसके भाई के हाथ-पांव टूट गए। दोनों घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने आरोपी झोलाछाप डॉक्टरव उसके तीन सहयोगियों पर केस दर्ज किया है। आरोपी फरार हैं।ये मामला कोतवाली नगर के चीनी मिल गेट के सामने का है। यहां रहने वाला सलमान ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले दाद, खाज व खुजलीके रोगियों को दवा देने का काम करता है। वह अपनी दवासे मर्ज के शर्तिया इलाज की गारंटी भी लेता है। खरगूपुर थाना क्षेत्र के रमनगरा निवासीअजय कुमार ने भी सलमान से दवा ली थी। सलमान ने शर्तिया इलाज की गारंटी देते हुए पांच हजार रुपए लिए थे।लेकिन काफी दिन बाद भी कोई फायदा नहीं हुआ। जिस पर अजय अपने चचेरे भाई हरिशंकर के साथ शिकायत करने के लिए सलमान के पास पहुंचा।जिससे सलमान भड़क गया और अपने कई साथियों के साथ मिलकर अजय व हरिशंकरको सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर लोहे की रॉड और डंडेसे पीटना शुरू कर दिया। स्थानीयलोगों के शोर मचाने पर दोनों भाइयों की जान बच सकी। घटना के फौरन बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। आसपास के लोगों ने एंबुलेंस के जरिएदोनों को जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां दोनों का इलाज जारी है। पीड़ित के पिता की तहरीर पर कोतवाली नगर की पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है।अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा ने बताया कि बलरामपुर चीनी मिल गेट के पास एक चिकित्सक जो चर्म रोग का इलाज करता है। उसका एक गन्ना किसान के बीच इस बात को लेकर विवाद हो गया किचिकित्सक की दवा फायदा नहीं कर रही थी। मामले में कार्रवाई चल रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर बलरामपुर जिला अस्पताल की है। यहां पिटाई से घायल रोगी को भर्ती किया गया है। पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर उसका बयान लिया है। Full Article
india news लॉकडाउन के बीच गुजरात में फंसे 1191 श्रमिकों को लेकर गोरखपुर पहुंची ट्रेन, जांच के बाद भेजा गया घर By Published On :: Wed, 06 May 2020 13:53:00 GMT कोरोनावायरस को लेकर केंद्र सरकार ने 17 मई तक लॉकडाउन के फेज तीन को लागू किया है। इस बीच गैर राज्यों में फंसे श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने का काम योगी सरकार द्वारा किया जा रहा है। बुधवार कोगुजरात के सूरत से 1,191 श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन गोरखपुर पहुंची। यहां सोशल डिस्टेंसिंग काध्यान रखते हुए थर्मल स्क्रीनिंग और मेडिकल फिटनेस की जांच हुई।इसके बाद अलग-अलग जिलों के यात्रियों को बसों के माध्यम से उनके घर भिजवाने की व्यवस्था की गई।इस दौरान उन्हें खाने के लिए लंच पैकेट और बिस्किट, फल और पानी भी उपलब्ध कराया गया।एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव ने बताया कि,सूरत से श्रमिक स्पेशल ट्रेन शाम 4:30 बजे गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर पहुंची। उन्होंने बताया कि, ट्रेन से आए 1191 यात्री अपना 14 दिनों का क्वारैंटाइन पीरियड पूरा कर चुके हैं। उन सभी के नाम, पता व अन्य डिटेल लिया गया है। श्रमिकों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे, इसके लिए हर एक बोगी में महज 50 श्रमिक थे। उन्होंने बताया कि, ये चौथी ट्रेन जो अन्य राज्यों से श्रमिकों को लेकर आई है। अब तक करीब 4500श्रमिक गोरखपुर आ चुके हैं।ये श्रमिक गोरखपुर के अलावा कुशीनगर, देवरिया, महाराजगंज समेत आसपास जिलों के हैं। इन सभी की स्टेशन पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जांच की गई। इसके बाद बसों से उन्हें घर भेजा गया। इस दौरान श्रमिकों को मास्क भी वितरित किया गया। सभी को घर पर क्वारैंटाइन रहने की हिदायत दी गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर गोरखपुर रेलवे स्टेशन की है। यहां बुधवार की शाम सूरत से स्पेशल ट्रेन पहुंची। जिसमें श्रमिक सवार थे। Full Article
india news शहीद अश्वनी को 4 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि, 6 साल की बेटी ने सलामी दी, पत्नी ने ताली बजाकर पति की वीरता को प्रणाम किया By Published On :: Wed, 06 May 2020 14:23:32 GMT जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी हमले में शहीद हुए गाजीपुर के रहने वाले सीआरपीएफजवान अश्वनी कुमार यादव का अंतिम संस्कारबुधवार को उनके पैतृक गांव चकदाउद में पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया गया। शहीद अश्वनी के चार साल के बेटे आदित्य ने उन्हें मुखाग्नि दी। दूर खड़ी उनके 6 साल की बेटी आयशा ने उन्हें सलामी दी। ये दृश्य देखकर लोगों की आंखें भर आईं।अश्वनी यादव के 4 साल साल के बेटे आदित्य ने अपने चाचा के साथ पिता की अंतिम क्रिया की।अश्वनी अपनी बेटी आयशा को डॉक्टर बनाना चाहते थे।पति की शहादत को सलाम कियाशहीद अश्वनी की पत्नी अंशुजब पति के पार्थिव शरीर के पास पहुंची तो वह कुछ देर तक शांत रही। फिर उसने ताली बजाकर अपने पति की वीरता का स्वागत किया। यह देख अन्य लोगों ने भी ताली बजाई। गांव की महिलाओं ने अंशु को मालाएं पहनाईं। उन्होंने कहा- आपके पति ने देश के लिए प्राण न्याैछावर करके हमारा मान बढ़ाया है।शहीद अश्वनी के अंतिम दर्शन करतीं उनकी पत्नी अंशु देवी।शहीद की पत्नी ने कहा- बेटी को डॉक्टर बनाना चाहते थे, अब मुझे उसकी चिंताशहीद की पत्नी ने कहा,'मेरे पति बेटी को डॉक्टर बनाना चाहते थे। मुझे अब उसकी चिंता है।' इस दौरानसीआरपीएफ केअफसरों ने परिवार की मदद काआश्वासन दिया।वहीं, पत्नी ने कहा- मैं चाहती हूं कि मुझे अपने बच्चों के जीवन यापन के लिए आधार दिया जाए। मुझे अपने बच्चों को आगे ले जाना है।तीन भाइयों में सबसे बड़े थे अश्वनीशहीद सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार तीन भाइयों में सबसे बड़े थे, जबकि उनके दो छोटे भाई अंजनी और अमन है। शहीद जवान अश्वनी यादव की शादी2012 में हुई थी।उनके 6 साल की बेटी परी और 3 साल का बेटाआदित्य है।शहीद के परिवार को आर्थिक सहयोगयूपीसरकार ने शहीद के परिवार को50 लाख रुपए और परिवार के एकसदस्य कोनौकरी देने का ऐलान किया है। इसमें से 25 लाख का सहयोग दे दिया गया। डीएम व एसपी ने शहीद को श्रद्धांजलि देने के बाद उनकीपत्नी को 20 लाख औरमां को 5 लाख रुपए का चेक सौंपा है।ये तस्वीर वाराणसी एयरपोर्ट की है। बुधवार सुबह चार्टर्ड प्लेन से जवान का पार्थिव शरीर लाया गया। फिर सड़क मार्ग से गांव तक ले जाया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए जवान अश्वनी कुमार यादव के पार्थिव देह को उनके चार साल के बेटे आदित्य ने मुखाग्नि दी। उनकी छह साल की बेटी आयशा दूर खड़ी उन्हें अंतिम सलामी दे रही थी। Full Article
india news राजकोट से 1296 लोगों को लेकर बलिया पहुंची श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन, इसमें सवार 68 लोगों का टेंपरेचर 100 डिग्री से ज्यादा By Published On :: Wed, 06 May 2020 14:55:18 GMT गुजरात के राजकोट से बुधवार को उत्तर प्रदेश के बलिया पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार 68 कामगार बीमार मिले हैं। इससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। वहीं, एक श्रमिक की हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल में आइसोलेट किया गया है। जबकि, बाकी को क्वारैंटाइन सेंटर भेज दिया गया है। सभी की सैंपलिंग की जाएगी।एडिशनल सीएमओ डॉक्टर केडी प्रसाद ने बताया कि, सुबह करीब आठ बजे 32 जिलों के 1296 श्रमिक बलिया में ट्रेन से उतरे। यह कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी होते हुए बलिया पहुंची थी। जिनकी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान 68 मजदूरों का तापमान 100 डिग्री फॉरेनहाइट से अधिक था। जबकि, एक श्रमिक की तबियत ज्यादा खराब होने के कारण उसे जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है। शेष 67 मजदूरों को जयपुरिया स्कूल में क्वारैंटाइन कर दिया गया है।एसीएमओ प्रसाद ने बताया कि, जिला अस्पताल में भर्ती मरीज की सैंपलिंग कर ली गई है। उसे जांच के लिए भेज दिया गया है। वहीं, क्वारैंटाइन किए गए मजदूरों की भी सैंपलिंग की जा रही है। उनकी स्वास्थ्य विभाग द्वारा निगरानी भी हो रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर बलिया रेलवे स्टेशन की है। यहां चेकिंग के बाद जो श्रमिक स्वस्थ मिले, उन्हें बसों से उनके घर भेज दिया गया। Full Article
india news आगरा में कोरोना संक्रमित महिला सिपाही की मौत; चार दिन पहले बिटिया को दिया था जन्म; रिपोर्ट आने के बाद अपनों ने शव से बनाई दूरी By Published On :: Wed, 06 May 2020 17:37:09 GMT आगरा में कोरोनावायरस से संक्रमित महिला सिपाही की बुधवार को मौत हो गई। चार दिन पहले उसने बेटी को जन्म दिया था। तभी उसकी सैंपलिंग हुई थी। मौत के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद महिला के शव को कोई छूने के लिए तैयार नहीं है। उसका शव दोपहर से ही घर के बाहर गाड़ी में पड़ा है। मौत की जानकारी पाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम रवाना हुई है। कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत उसका अंतिम संस्कार कराने के साथ परिवार के अन्य लोगों को क्वारैंटाइन व उनकी सैंपलिंग की जाएगी। मृतका की ट्रैवेल हिस्ट्री भी खंगाली जा रही है।सिकंदरा थाना क्षेत्र के ककरेठा के ईश्वर नगर निवासी रवि जीवन प्राइवेट नौकरी करते हैं। उनकी पत्नी विनीता चौधरी (27) की कानपुर जिले के बिल्हौर थाने में तैनाती थी। वह गर्भवती थी, इसलिए 5 अप्रैल को छुट्टी लेकर वह इन दिनों अपनी ससुराल में थी। विनीता का मायका मैनपुरी जिले में है। चार दिन पहले दो मई को विनीता ने लेडी लॉयल अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया। प्रसव पूर्व उसकी कोरोना जांच हुई थी।बुधवार सुबह अचानक तबियत बिगड़ी। जिस पर उसे परिजनों ने रेनबो हॉस्पिटल पहुंचाया। आरोप है कि, अस्पताल कर्मियों ने इलाज करने से मना कर दिया। इसी बीच दोपहर साढ़े 12 बजे के आसपास सिपाही ने दम तोड़ दिया। वहीं, सिपाही की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। जैसे ही यह बात लोगों को पता चली तो लोगों ने दूरी बना ली। कोई भी महिला के शव को हाथ लगाने के लिए तैयार नहीं है। शव गाड़ी में ही पड़ा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today बीते पांच अप्रैल को मृतका कानपुर से आगरा अपनी ससुराल आई थी। वह कोरोना से कैसे संक्रमित हुई, इसकी जानकारी जुटाने में प्रशासन जुट गया है। Full Article
india news राज्य में फिर बिगड़ा मौसम का मिजाज, लखनऊ समेत कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ हुई बारिश By Published On :: Thu, 07 May 2020 03:44:00 GMT उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गुरुवार सुबह तेज आंधी के साथ काले बादल घिर आए। कई स्थानों पर छिटपुट बारिश हुई तो कई जगह तेज बादल गड़गड़ा कर निकल गए। राजधानी लखनऊ में इतने काले बादल आसमान में छा गए कि लगा सुबह में ही रात हो गई। गोंडा में भी तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज कुछ ऐसा ही रहेगा।देश के दो स्थानों पर बने ऊपरी हवाओं में चक्रवात के प्रभाव के साथ पश्चिम बंगाल और अरब सागर की ओर से नम हवाएं आ रही हैं। इस कारण से मौसम का रुख बदल गया है। मौसम के बदले रुख का एक कारण लॉकडाउन भी है।मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि डेढ़ महीने से कारखाने, व्यवसायिक प्रतिष्ठान और 75 फीसदी से ज्यादा वाहनों का संचालन बंद है। इस कारण कार्बन उत्सर्जन 60 से 70 फीसदी तक कम हो गया है। वायुमंडल में कार्बन डाईआक्साइड की मात्रा घटने से ग्रीन हाउस प्रभाव भी घटा है और इसी कारण मौसम में बदलाव हो रहे हैं।प्रदूषण कम होने से पश्चिमी विक्षोभ का पैटर्न बदल रहा हैमौसम वैज्ञानिकों की मानें तो प्रदूषण कम होने की वजह से पश्चिमी विक्षोभ का पैटर्न भी बदल रहा है। पहले जहां मार्च की महीने तक ही पश्चिमी विक्षोभ आता था, वहीं अब तक इस बार मई तक आ रहा है।मई का पहला हफ्ता भी बारिश-बदली और आंधी के बीच गुजरेगा। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के कारण शहर समेत प्रदेश भर में आंधी-बारिश के आसार हैं। शहर में आने वाले दिनों में भी बादल छाए रहेंगे। कई जगह बारिश भी हो सकती है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today यूपी में गुरुवार सुबह एक बार फेर तेज आंधी के साथ बारिश हुई। यह बारिश राज्य के कई जिलों में दर्ज की गई। Full Article
india news एक दिन में 15 संक्रमित आए सामने; 17 मरीज हुए डिस्चार्ज, मदरसा छात्र बोले डॉक्टर हमारे लिए फरिश्तें हैं By Published On :: Thu, 07 May 2020 04:05:00 GMT उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के हैलट के मैटरनिटी विंग के कोविड-19 वार्ड से 17 मरीजों को बुधवार देर रात डिस्चार्ज कर दिया गया। पैरामेडिकल स्टॉफ ने तालियां बजाकर उनकों विदाई दी। इस दौरान स्वस्थ्य हुए मदरसा छात्रों ने सभी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि यह डॉक्टर नहीं फरिश्ते हैं। असल तालीम इन फरिश्तों ने हासिल की है। इसके साथ ही बुधवार को 15 नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं। सभी संक्रमितों को कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शहर में संक्रमितों की संख्या बढकर 288 पहुंच गई है। वहीं 6 संक्रमितों की मौत हो चुकी है और 51 मरीज डिस्चार्ज हो चुके है ।शहर में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। हॉटस्पॉट एरिया से संक्रमितों का आना जारी है। इसके साथ ही संक्रमण शहर अन्य स्थानों और ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ बढ़ रहा है। बुधवार को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की कोविड-19 लैब और लखनऊ के केजीएमयू से आई रिपोर्ट में 15 लोग सक्रमित पाए गए है। 15 में से 10 संक्रमित हॉटस्पॉट एरिया से पाए गए है। वहीं एक कपड़ा व्यापारी का तीन साल का बच्चा और उसके परिजनों में संक्रमण की पुष्टी हुई है।कोरोना के खिलाफ इस जंग में कानपुर का हैलट अस्पताल सबसे बेहतर काम कर रहा है। कानपुर बुंदेलखंड के सबसे बड़े हैलट अस्पताल में सबसे अधिक भार भी है। बुधवार को हैलट अस्पताल के मैटरनिटी विंग के कोविड-19 वार्ड से 17 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। डिस्चार्ज किए गए पेसेंटों की दो कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। 17 पेसेंटों में कुली बाजार , मछरिया , जाजमऊ मदरसा के छात्र समेत कर्नलगंज , किदवई नगर और कुलीबाजार की महिलाएं और पुरूष थे। शहर में अलग-अलग कोविड-19 अस्पतालों से 51 पेसेंट डिस्चार्ज किए जा चुके है। जिसमें से 39 पेसेंट सिर्फ हैलट अस्पताल से डिस्चार्ज हुए है। 11 पेसेंट सरसौल सीएचसी से और एक पेसेंट उर्सला अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं।युवक के संक्रमित पाए जाने के बाद उसके दोस्तों की नींद उड़ीकानपुर में एक बड़ा ही अनोखा मामल सामने आया है। दोस्त की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के जानकारी दूसरे दोस्तों को हुई तो सभी में हड़कंप मच गया। संक्रमित युवक का एक दोस्त तो घर छोड़कर भाग गया । पुलिस ने उसे सर्विलांस के माध्यम से जंगलों के बीच पकड़कर लाना पड़ा। दरसल सूरत में काम करने वाले 12 दोस्त बीते 2 मई को एक साथ ट्रक से लौटे थे। कानपुर देहात के मनेथू निवासी में संक्रमित पाया गया तो दोस्तों में खलबली मच गई।बिधनू के बाबीपुरवा में रहने वाला युवक घर से भाग गया। पुलिस को सर्विलांस की मदद लेनी पड़ी। पुलिस ने भागे हुए युवक को जंगल से बरामद किया। युवक ने बताया कि मेरे साथ ट्रक में बिधनू के करौली गांव के 10 और रमईपुर के एक युवक ट्रक में शामिल थे। फिलहाल पुलिस ने सभी को नारायणा कॉलेज में क्वारैंटाइन कराया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कानपुर में एक साथ 15 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। यहां संक्रमित मरीजों का आंकड़ा लागतार बढ़ता जा रहा है। Full Article
india news अब तक 3159 पॉजिटिव पाए गए, इसमें एक्टिव केस 1824: आगरा में संक्रमितों का आंकड़ा 600 के पार पहुंचा By Published On :: Thu, 07 May 2020 04:49:00 GMT उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में 155 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। इसके साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 3159 हो गई है। इसमें एक्टिव केस 1824 हैं और1152 जमाती शामिल हैं। दो कोरोना संक्रमित की मौत होने के बाद यह आंकड़ा 60 पहुंच गया है। वहीं यूपी सरकार ने 25 मार्च को पान मसाला पर प्रतिबंध लगाए जाने का फ़ैसला वापस लेते हुए केवल (निकोटिन) तंबाकू की बिक्री पर रोक जारी रखी है। तम्बाकू एवं निकोटीन युक्त पान मसाला व गुटखा पर प्रतिबंध जारी रहेगा।उत्तर प्रदेश में अब तक60 लोगों की मौत हो चुकी हैं।कोरोना की चपेट में सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बनेआगरा में 16, मेरठ में 8, मुरादाबाद में 7, कानपुर में 5, मथुरा में चार, फिरोजाबाद में तीन, ग़ाज़ियाबाद, अलीगढ़ में 2-2 और कानपुर देहात, श्रावस्ती1, एटा, मैनपुरी, अमरोहा, प्रयागराज, बिजनौर, बस्ती, बुलंदशहर, बरेली में 1-1 मौत अब तक हुई हैं।अब तक 3159 पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण: आगरा में 655, कानपुर नगर में 292, लखनऊ में 269,सहारनपुर में 205, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 193,फिरोजाबाद में 177, मेरठ में 174, मुरादाबाद में 116, गाजियाबाद में 110, वाराणसी में 77, अलीगढ़ में 50, बुलन्दशहर में 57, रायबरेली में 46, हापुड़ में 47, मथुरा, अमरोहा, बस्ती में 36, बिजनौर में 34, संतकबीरनगर में 30, शामली में 29 , रामपुर में 25, मुजफ्फरनगर में 24, सीतापुर में 20, संभल में 19, सिद्धार्थनगर , बागपत में 17- 17 और बदायूं में 16 पॉजिटिव पाए गए हैं।वहीं प्रयागराज-बहराइच में 15-15, बांदा-प्रतापगढ़ में 14, औरैय्या में 13, एटा में 12,बरेली में 10, मैनपुरी- झांसी, में 9-9, श्रावस्ती- जालौन-जौनपुर-आजमगढ़ में 8-8 पाए गए। कन्नौज- हाथरस- महराजगंज में 7-7, गोंडा-ग़ाज़ीपुर में 6-6, लखीमपुर खीरी- इटावा में 4, पीलीभीत-मिर्जापुर-कासगंज-चित्रकूट-गोरखपुर-सुल्तानपुर में 3-3, हरदोई- कौशाम्बी-गोंडा-भदोही-उन्नाव- बाराबंकी- महोबा- कानपुर देहात-कुशीनगर- देवरिया में दो-दो, शाहजहांपुर-मऊ- बलरामपुर-अयोध्या-अमेठी,में एक-एक कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं।1130 कोरोना स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए: आगरा से 208, लखनऊ से 161, मुरादाबाद से 116,गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 111, सहारनपुर से 79, मेरठ से 55, गाजियाबाद से 50, कानपुर नगर से 34, फ़िरोज़ाबाद से 33 , अमरोहा से 26, शामली से 27, बस्ती से 20, बुलन्दशहर, बिजनौर से 21-21, मुजफ्फरनगर से 19, रामपुर से 16, सीतापुर से 17, बागपत से 14, , वाराणसी, से 13-13, , मुजफ्फरनगर से 9, बरेली-हापुड़-सम्भल-महराजगंज-प्रतापगढ़ से 6- 6, जौनपुर-गाजीपुर से 5-5, लखीमपुर- खीरी-मैनपुरी-कन्नौज-आज़मगढ़-हाथरस-मथुरा-औरैया-अलीगढ़ से4-4, बांदा-एटा-मैनपुरी-कन्नौज-पीलीभीत से 3-3, हरदोई-बदायूं-कौशाम्बी से 2-2, शाहजहांपुर-बाराबंकी-कासगंज-प्रयागराज-मऊ-उन्नाव-भदोही-सम्भल-इटावा से 1-1, कोरोना मरीज को स्वस्थ पूर्णतया करवाकर डिस्चार्ज किया जा चुका है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today उत्तर प्रदेश में कोविड -19 से संक्रमित मरीजों का आंकडा तीन हजार को पार कर गया है। इससे अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे अधिक आगरा में 600 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। Full Article
india news दो पुलिसकर्मी सहित 3 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए, शहर में 18 पहुंची संक्रमित मरीजों की संख्या By Published On :: Thu, 07 May 2020 05:24:00 GMT उत्तर प्रदेश में झांसी मिले में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा हर हैं। जिले में 3 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से 2 पुलिसकर्मी और एक ग्रामीण शामिल है। कुल मामलों की संख्या 18 पहुंच चुकी है। इनमें से एक बुजुर्ग की मौत भी ही चुकी है। दोनों पुलिसकर्मियों की पैरामेडिकल कॉलेज स्थित क्वारैंनटाइनसेंटर में ड्यूटी लगाई गई थी। वे पुलिसकर्मी भी कोरोना पॉजिटिव निकले। फिलहाल सभी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। नए मरीजों की संपर्क हिस्ट्री चेक की जा रही है। नए हॉटस्पॉट एरिया को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। यहां सैनिटाइज का काम कराया जा रहा है।जानकारी के अनुसार जिले के गरौठा थाना क्षेत्र के जलालपुर गांव के रहने वाले एक व्यक्ति को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती किया गया था। उस व्यक्ति की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने से कोरोना संक्रमण की आंच ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंच गई। अब जनपद में दो हॉटस्पॉट एरिया हो गए।राजस्थान से श्रमिकों को लेकर आज आएंगी बसेंजिले में बृहस्पतिवार को राजस्थान से श्रमिकों की घर वापसी होगी। इसे लेकर जिले सेरोडवेज बसों को मथुरा भेजा गया है। जहां से श्रमिकों को लेकर बसें झांसी समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए रवाना होंगी।लॉकडाउन के दौरान बाहरी प्रदेशों से श्रमिकों की घर वापसी का सिलसिला चल रहा है। अब सरकार ने राजस्थान में फंसे श्रमिकों की घर वापसी के लिए राजस्थान सरकार से करार करते हुए मथुरा को केंद्र बनाया है। सीडीओ रोडवेजबसें मथुरा रवाना की गई हैं। जो राजस्थान से आ रहे श्रमिकों को लेकर झांसी और अन्य जिलों में पहुचेंगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today झांसी में दो पुलिसकर्मियों समेत 3 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है, जिससे आंकड़ा बढ़कर 18 तक पहुंच गया है। सभी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। Full Article
india news योगी ने राज्य सरकारों से मांगी प्रवासी कामगारों की जिलेवार सूची, कहा- वापस आए सभी श्रमिकों को रोजगार देने की व्यवस्था होगी By Published On :: Thu, 07 May 2020 05:55:00 GMT उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश सरकार अपने राज्य के सभी श्रमिकों को लाना चाहती है। इसके लिए संबंधित राज्य सरकारें यूपी के प्रवासी कामगारों की जनपदवार सूची उपलब्ध करायें। जो राज्य सरकारें सूची उपलब्ध कराएं ताकिउन्हें लाने की व्यवस्था हम तत्काल दे सकें।उन्होंने कहा है कि अभी तक दूसरे प्रदेशों से प्मगारों को लेकर 37 ट्रेनें आ चुकी हैं। इससे क़रीब 30 हज़ार से अधिक प्रवासी श्रमिक कामगार आए हैं। इसके अलावा पिछले सप्ताह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी बसों से तीस हज़ार से अधिक श्रमिक एक लाए गए हैं।योगी ने कहा कि श्रमिकों को लेकर आज 20 ट्रेनें आ रही हैं। कल भी 25 से 30 ट्रेनें प्रवासीकामगारों को लेकर प्रदेश में आएंगी। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की 10,000 से ज्यादा बसें लगाई गई हैं। हम यहाँ आने वाले हर श्रमिक को जांच के लिए क्वारैंटाइन सेंटर में रखने और उन्हें सुरक्षित घरों तक पहुँचाने की व्यवस्था कर रहे हैं। साथ ही प्रत्येक कामगार को खाद्यान्न और एक हज़ार रुपए का भरण पोषण भत्ता भी दे रहे हैं।यूपी में क्वारेंटाइन सेंटरों की क्षमता 12 लाख से ज्यादासीएम योगी ने बताया कि प्रदेश के क्वारैंटाइन सेंटरों की क्षमता अब 12 लाख से ज़्यादा की हो गई है। सभी के चेकअप के लिए 50 हज़ार से अधिक लोगों की मेडिकल टीमें लगाई गई हैं।योगी ने ज़िला प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे सभी प्रवासी कामगारों से सहानुभूति पूर्ण सम्मान जनक व्यवहार करते हुए उन्हें समय से खाद्यान्न, भरण पोषण भत्ता व नौकरी रोज़गार उपलब्ध कराया जाए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today योगी ने सभी राज्यों की सरकारों से यूपी के कामगारों की जिलेवार सूची मांगी है। योगी ने कहा है कि उनकी सूची तत्काल उपलब्ध कराएं ताकि उनको वापस बुलाया जा सके। Full Article