0 सीआरपीएफ ने किया 30 क्विंटल महुआ बरामद By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौर में सीआरपीएफ द्वारा कैमूर पहाड़ी के तराई में एवम झारखण्ड बिहार के सीमा से लगे सोन नदी में चलाया गया नक्सल विरोधी अभियान के दौरान यदुनाथपुर थाना अन्तर्गत मटियांव गांव स्थित सोन नदी के नाव घाट पर 30 क्विंटल महुआ जब्त किया है। ज्ञात हो कि यदुनाथपुर थाना अंतर्गतकैमूर पहाड़ी के तराई एवम सोन नदी में सीआरपीएफ एवं स्थानीय पुलिस नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से छापेमारी अभियान चला रही थी। इसी क्रम में सीआरपीएफ को सोन नदी के मटियांव गांव स्थित सोन नदी के नाव घाट पर 70 बोरा यानी 30 क्विंटल महुआ पर नजर पड़ गया । सीआरपीएफ ने महुआ को जब्त कर यदुनाथपुर पुलिस को सौप दिया।सीआरपीएफ के सहायक समादेष्टा सुभाष चन्द्र झा ने बताया कि इस धंधा के मामला मे एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है। जिसका नाम बद्री साव ग्राम अमहुआ है। इस धंधा के संचालक नन्दा साव नावाडीह कला गांव के निवासी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 एंबुलेंस नहीं मिली तो ज्येष्ठ की दोपहरी में बीमार मां को 10 किमी ठेले पर लेकर पहुंचा अस्पताल By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT फारबिसगंज में शुक्रवार को दोपहर चिलचिलाती धूप में एक ठेला चालक को कुव्यवस्था की मार झेलनी पड़ी। भरगामा प्रखंड सिरसिया हनुमानगढ़ कला पंचायत के एक गरीब ठेला चालक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में ठेला चालक ने बताया कि अस्पताल से एम्बुलेंस नहीं मिलने पर बीमार मां को ठेले पर लेटा 10 किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंचा। एम्बुलेंस के लिए अस्पताल फोन किया लेकिन, अस्पताल में एंबुलेंस की कमी कहकर एंबुलेंस नहीं दिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today If the ambulance was not found, the eldest mother in Jyeshtha's two-wheeler reached the hospital on 10 km handcart. Full Article
0 अब 40 मिनट पूर्व मिलेगी वज्रपात की सूचना By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT वज्रपात से बचाव को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमेरिकी कंपनी के साथ मिलकर सेंसर लगाने व कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। बावजूद हाल में ही बिहार में वज्रपात से दाे दर्जन जानें चली गई। इस त्रासदी को ध्यान में रखकर आपदा प्रबंधन विभाग ने वज्रपात से बचाव के लिए इंद्रवज्र नामक मोबाइल ऐप जारी किया है। इस ऐप की मदद से ठनका गिरने से जान माल की होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है। इंद्रवज्र ऐप खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए काफी लाभकारी साबित होगा। बता दें कि ठनका गिरने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को जान-माल की क्षति ज्यादा उठानी पड़ती है। वज्रपात मामले के जानकार कर्नल संंजय श्रीवास्तव का मानना है कि मोबाइल ऐप इंद्रवज्र के उपयोग से इस प्रकार की क्षति को काफी हद तक कम किया जा सकता है। क्योंकि इस ऐप की खासियत है कि यह ठनका गिरने से पहले ही हमें सूचनाएं पहुंचा देता है।अलार्म टोन देकर यूजर को करेगा अलर्टइंद्रवज्र मोबाइल ऐप कोई भी स्मार्टफोन यूजर उपयोग कर सकते हैं। मोबाइल ऐप में वज्रपात से 40 मिनट पूर्व ही अलार्म टोन के साथ यूजर को अलर्ट करेगा। साथ ही यह बताएगा कि 20 किलोमीटर की परिधि में ठनका गिरने वाला है। इससे उपयोगकर्ता को ठनका गिरने से पूर्व ही आभास हो जाएगा। जिससे व्यक्ति सुरक्षित स्थान पर जा सकता है। इस ऐप में जीपीएस के माध्यम से ठनका गिरने वाले स्थान के बारे में लोग जान जाएंगे।ऐसे कर सकते हैं इस ऐप को इंस्टॉलइंद्रवज्र मोबाइल ऐप कोई भी स्मार्टफोन यूजर आसानी से अपने मोबाइल के प्ले स्टोर से डाउनलोड कर इंस्टॉल कर सकते हैं। उसके बाद इसमें अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें। इसके बाद एक ओटीपी आएगा। फिर एक चित्र दिखेगा ऑल मोबाइल एप्लीकेशन की अनुमति के लिए अलाउ बटन पर क्लिक करें। तत्पश्चात इस ऐप को उपयोग में ला सकते हैं। इसके बाद आपको वज्रपात से संबंधित जानकारियां मिलती रहेंगी।मौसम के साथ तापमान भी बताएगाइंद्रवज्र मोबाइल ऐप मौसम के पूर्वानुमान की भी जानकारी देगा। साथ ही यह स्मार्ट मोबाइल एप अधिकतम और न्यूनतम तापमान भी बताएगा। आपदा प्रबंधन विभाग ने इंद्रवज्र मोबाइल ऐप को तमाम सुविधाओं से लैस किया है। यह हर तरह से उपयोगी है।ठनका से पूर्व की चेतावनीइंद्रवज्र ऐप ठनका से पूर्व की चेतावनी के साथ इससे बचाव के भी उपाय बताएगा। यदि आपके सिर के बाल खड़े हो जाएं, तो समझ लीजिए कि आपके आसपास ठनका गिरने का खतरा है। अनहोनी से बचने के लिए हाथों से बालों को ढंक कर सिर को घुटने से छुपा लें। आसमान में बिजली चमके तो पेड़ के नीचे खड़े ना हों। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियाें के 10 माह का एरियर क्लेम 11 मई को दिया जाएगा By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT मुंगेर विश्वविद्यालय में सातवें वेतनमान के आधार पर शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतनांतर की राशि के भुगतान की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। विवि प्रशासन 10 महीने के एरियर क्लेम को 11 मई को भुगतान करेगा। हालांकि शनिवार तक मात्र 6 कॉलेजों के द्वारा ही एरियर क्लेम का विपत्र विश्वविद्यालय में भेजा गया था। अभी भी 11 कॉलेजों से आना बाकी है। कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि अप्रैल, 2019 से जनवरी 2020 तक कुल 10 महीने का सातवें वेतनमान के आधार पर शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को वेतनांतर की राशि का भुगतान पेंडिंग है। जो 11 मई को पूरा करने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। बताया कि शनिवार तक छह कॉलेजों ने एरियर क्लेम का विपत्र भेज दिया है। शेष बचे 11 कॉलेजों को निर्देश दिया गया है कि वे 11 मई तक हर हाल में बकाए राशि का भी विपत्र बनाकर विश्वविद्यालय को भेज दें। अन्यथा उन्हें बाद में भुगतान होगा। तेजी से प्रक्रिया पूरी की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 उद्यमी योजना के लिए 651 आवेदनों की स्क्रूटनी, चयन होने पर मिलेगा 10 लाख By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT जिले से मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति व जनजाति एवं अति पिछड़ा वर्ग उद्यमी योजना में सभी वर्गों को मिलाकर कुल 651 आवेदकों ने आवेदन किया है। जिसे स्क्रुटनी के लिए भेज दिया गया है। उक्त बातों की जानकारी देते हुए जिला उद्योग केंद्र जीएम संजय कुमार वर्मा ने बताया कि शिक्षित बेरोजगार युवक एवं युवतियों को आत्म निर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार सतत प्रयासरत है। अब तक जिले से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग से कुल 566 आवेदकों ने आवेदन दिया है। जबकि अत्यंत पिछड़ी जाति वर्ग से महज 83 आवेदकों का आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया ऑनलाइन प्राप्त सभी आवेदनों को स्क्रुटनी के लिए संबंधित विभाग पटना को भेज दिया गया है। चयनित लोगों को 10 लाख रुपये तक ऋण सरकार देती है। चयन होने पर आवेदक को मिलेगा 50 प्रतिशत का अनुदान: योजना के बारे में बताते हुए जीएम संजय कुमार वर्मा ने बताया कि इस योजना में आवेदक को उद्योग लगाने के लिए 10 लाख रुपये का ऋण दिया जाता है। जिसमें आवेदक को 50 प्रतिशत का अनुदान भी राज्य सरकार के द्वारा प्राप्त होने का प्रावधान भी है। 10 लाख तक के ऋण में केवल पांच लाख की राशि ही चुकानी होती है। वो भी सात वर्ष के अंदर 84 किस्तों में चुकाने का प्रावधान भी दिया गया है। पहले यह ऋण राज्य के अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को व्यवसाय करने के लिए ही दिया जाता था। किंतु इस योजना में अब अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को भी शामिल कर दिया गया है। ऋण लेेने के लिए बैंकों का चक्कर नहीं लगाना पड़ता है। ऋण सीधे मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लाभुक के खाते में तीन किस्तों में दी जाती है।ऋण लेने के लिए यह हैं पात्रताएं : योजना के तहत ऋण लेने के लिए विभिन्न पात्रताएं आवश्यक हैं। वह व्यक्ति बिहार का स्थाई निवासी हो, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र हों, आयु सीमा- 18 वर्ष से 52 वर्ष तक होना चाहिए, आवेदक के पास अपना पेन कार्ड एवं व्यवसायिक इकाई निबंधित होना चाहिए, शैक्षणिक योग्यता- कम से कम 12 वीं पास होना चाहिए।मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत युवाओं ने इन उद्यमों की शुरुआत के लिए दिया है आवेदननूडल्स उत्पादन, दाल मिल्स, पापड़ एवं बड़ी उत्पादन, पोपर्कोन उत्पादन, अचार मुरब्बा उत्पादन, चुढ़ा उत्पादन, टेंट हाउस, मसाला उद्योग आदि सहित सैकड़ों प्रकार के उद्योग के लिए आवेदकों ने आवेदन दिया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Scrutiny of 651 applications for Entrepreneur Scheme, will get 10 lakhs on selection Full Article
0 चांदी व रजीगंज में सरकारी लाभ से वंचित 100 लोगों को दिया सूखा राशन By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT रानीपतरा स्थित चांदी व रजीगंज पंचायत में जिला पार्षद राजीव सिंह ने सूखा राशन वितरण किया गया। इसमें ऐसे गरीब परिवार थे जो सरकारी योजना के किसी भी लाभ से वंचित है। वैसे निर्धन परिवार को चिह्नित कर उनके बीच सूखा राशन का वितरण किया गया। इस क्रम में शनिवार को चांदी पंचायत रानीपतरा के गुमटी ऋषि टोला, पैकागोला ऋषि टोला और रजीगंज के गरैय्या ऋषि टोला के 100 गरीब परिवारों को सुखा राशन दिया गया है। बता दें की सरकार के द्वारा लॉकडाउन के घोषणा बाद से हीं जिला पार्षद राजीव सिंह, कोरोना महामारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक तो कर हीं रहे है। जरूरतमंदों के बीच अपने निजी कोष से आवश्यक खाद्यान सामग्री भी वितरण कर रहें हैं। इससे अभी तक चांदी, रजीगंज पंचायत से करीब 1600 असहाय परिवार को सूखा राशन दिया जा चुका है। वहीं जिला पार्षद राजीव सिंह ने कहा कि अपनी यथाशक्ति से आने वाले समय में भी जरूरत मंद परिवारों के बीच राशन मुहैय्या करता रहूंगा। वहीं इस अभियान को सफल बनाने के लिए मौके पर यददु ऋषि, दीपक कुमार, दिलीप चौधरी, कन्हैया कुमार, डम्पू साह, निलेश कुमार, सुमित कुमार, गुंजन कुमार, मनोज कुमार, जयंत कुमार, कालो देवी, छितनी देवी आदि मौजूद थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today चांदी व रजीगंज पंचायत में राहत सामग्री बांटते जिला पार्षद सदस्य। Full Article
0 70 वर्षों बाद हो रहा कोशी कॉलेज के भवन का जीर्णोद्धार एलुमिनाई एसोसिएशन 40 लाख से करवा रहा मरम्मत By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT कोशी महाविद्यालय जिलेवासियों के लिए एक धरोहर है। इस महाविद्यालय में पढ़े सैकड़ों छात्र-छात्रा आज देश भर में विभिन्न पदों पर काबिज हैं। इस कॉलेज के छात्रों ने जिला ही नहीं देश में विभिन्न क्षेत्रों में खगड़िया का नाम रोशन किया है। इसके बावजूद यह कॉलेज कई दशकों से उपेक्षा का दंश झेलता रहा है। अब 70 वर्षों के बाद इस कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्रों ने इस धरोहर के जीर्णोद्धार की पहल की है। पूर्ववर्ती छात्रों ने 40 लाख की लागत से कॉलेज भवन की मरम्मत का काम शुरू किया है। इसके लिए कॉलेज के नए-पुराने प्राध्यापकों को शामिल करते हुए तीन समितियां बनाई गई है, जिसमें कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष के रूप में डाॅ. विवेकानंद को चुना गया है। पूर्व नगर सभापति मनोहर कुमार यादव को सचिव, डाॅ. रमेश कुमार को कोषाध्यक्ष सहित तीन अन्य सदस्य को इस समिति में शामिल किया गया है।वहीं क्रय विक्रय समिति में डाॅ. राजकुमार सिंह को अध्यक्ष, डाॅ जयनंदन सिंह को सचिव सहित अन्य चार लोगों को सदस्य बनाया गया है। तीसरी निगरानी समिति में डाॅ. कपिलदेव महतो को अध्यक्ष के साथ तीन अन्य सदस्य शामिल किए गए हैं। बताते चलें कि आगामी 18 एवं 19 अगस्त को नैक मूल्यांकन टीम द्वारा कोशी महाविद्यालय का निरीक्षण किया जाना है।डाॅ. विवेकानंद व मनोहर कुमार यादव ने बताया कि समिति द्वारा लगभग 40 लाख रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। यह राशि कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्रों से सहयोग के रूप में ली जाएगी।पूर्ववर्ती छात्रों की बनाई गई है सूचीकोशी महाविद्यालय के लगभग 140 पूर्ववर्ती छात्रों की सूची तैयार की गई है, जिसमें लगभग 15 पूर्ववर्ती छात्रों ने समिति द्वारा निर्धारित 5001 रुपए की सहयोग राशि भेज दी है। डाॅ. विवेकानंद ने बताया कि अब तक 80 हजार रुपए सहयोग राशि प्राप्त हुए हैं। जबकि कॉलेज जीर्णोद्धार में लगभग तीन लाख तक खर्च किया जा चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोसी कॉलेज का बदल रहा है रंग और रूप। Full Article
0 मंदिर निर्माण समिति ने 500 जरूरतमंदों को बांटा राशन By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना संकट की घड़ी में शहर के पूर्वी कार्यानंद नगर स्थित साई मंदिर निर्माण समिति भी बढ़-चढ़ कर गरीब व भूखों की मदद कर रही है। समिति की ओर से शनिवार को लगभग 500 जरूरतमंदों के बीच सूखे राशन का वितरण किया गया। राशन लेने बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची थी। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी लोग बने गोल घेरे में अपनी बारी का इंतजार करते रहे। साई मंदिर समिति ने कहा कि पूरा साई परिवार मिल कर कोरोना के खिलाफ लड़ रहा है। समिति के सचिव गंगाराम ने बताया कि मंदिर निर्माण समिति की अध्यक्ष व पूर्व विधायक सुनैना शर्मा की देखरेख में लगातार सातवें दिन राशन का वितरण किया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today अपनी बारी का इंतजार करते जरूरतमंद। Full Article
0 अब 40 मिनट पूर्व मिलेगी वज्रपात की सूचना By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT वज्रपात से बचाव को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमेरिकी कंपनी के साथ मिलकर सेंसर लगाने व कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। बावजूद हाल में ही बिहार में वज्रपात से दाे दर्जन जानें चली गई। इस त्रासदी को ध्यान में रखकर आपदा प्रबंधन विभाग ने वज्रपात से बचाव के लिए इंद्रवज्र नामक मोबाइल ऐप जारी किया है। इस ऐप की मदद से ठनका गिरने से जान माल की होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है। इंद्रवज्र ऐप खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए काफी लाभकारी साबित होगा। बता दें कि ठनका गिरने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को जान-माल की क्षति ज्यादा उठानी पड़ती है। वज्रपात मामले के जानकार कर्नल संंजय श्रीवास्तव का मानना है कि मोबाइल ऐप इंद्रवज्र के उपयोग से इस प्रकार की क्षति को काफी हद तक कम किया जा सकता है। क्योंकि इस ऐप की खासियत है कि यह ठनका गिरने से पहले ही हमें सूचनाएं पहुंचा देता है।अलार्म टोन देकर यूजर को करेगा अलर्टइंद्रवज्र मोबाइल ऐप कोई भी स्मार्टफोन यूजर उपयोग कर सकते हैं। मोबाइल ऐप में वज्रपात से 40 मिनट पूर्व ही अलार्म टोन के साथ यूजर को अलर्ट करेगा। साथ ही यह बताएगा कि 20 किलोमीटर की परिधि में ठनका गिरने वाला है। इससे उपयोगकर्ता को ठनका गिरने से पूर्व ही आभास हो जाएगा। जिससे व्यक्ति सुरक्षित स्थान पर जा सकता है। इस ऐप में जीपीएस के माध्यम से ठनका गिरने वाले स्थान के बारे में लोग जान जाएंगे।मौसम के साथ तापमान भी बताएगाइंद्रवज्र मोबाइल ऐप मौसम के पूर्वानुमान की भी जानकारी देगा। साथ ही यह स्मार्ट मोबाइल एप अधिकतम और न्यूनतम तापमान भी बताएगा। आपदा प्रबंधन विभाग ने इंद्रवज्र मोबाइल ऐप को तमाम सुविधाओं से लैस किया है। यह हर तरह से उपयोगी है।ऐसे कर सकते हैं इस ऐप को इंस्टॉलइंद्रवज्र मोबाइल ऐप कोई भी स्मार्टफोन यूजर आसानी से अपने मोबाइल के प्ले स्टोर से डाउनलोड कर इंस्टॉल कर सकते हैं। उसके बाद इसमें अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें। इसके बाद एक ओटीपी आएगा। फिर एक चित्र दिखेगा ऑल मोबाइल एप्लीकेशन की अनुमति के लिए अलाउ बटन पर क्लिक करें। तत्पश्चात इस ऐप को उपयोग में ला सकते हैं। इसके बाद आपको वज्रपात से संबंधित जानकारियां मिलती रहेंगी।ठनका से पूर्व की चेतावनीइंद्रवज्र ऐप ठनका से पूर्व की चेतावनी के साथ इससे बचाव के भी उपाय बताएगा। यदि आपके सिर के बाल खड़े हो जाएं, तो समझ लीजिए कि आपके आसपास ठनका गिरने का खतरा है। अनहोनी से बचने के लिए हाथों से बालों को ढंक कर सिर को घुटने से छुपा लें। आसमान में बिजली चमके तो पेड़ के नीचे खड़े ना हों। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 मुख्य डाकघर में अब तक 1.30 करोड़ का भुगतान, बेहतर कार्य वाले होंगे सम्मानित By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT डाक विभाग ने एक दिन में 1.55 लाख लोगों को राशि का भुगतान कर देश में नया रिकॉर्ड बनाया है। डाक विभाग के बिहार सर्किल ने पूरे देश में पहला स्थान बनाया है। लखीसराय के सहायक डाक अधीक्षक उमाशंकर कुमार ने बताया कि मुंगेर डाक प्रमंडल में लखीसराय ने 1.30 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। सिर्फ एक दिन में शुक्रवार को 26 लाख रुपए का भुगतान किया गया। लखीसराय मुख्य डाकघर द्वारा शहरी क्षेत्र में चलंत आधार डाक का परिचालन किया जा रहा है। घूम-घूम कर जरूरतमंदों को राशि का भुगतान किया जा रहा है। मुख्य डाकघर में पोस्टमास्टर मनीष कुमार आनंद ने बताया कि समाजसेवा से जुड़े डाक कर्मियों को अच्छे कार्यों के लिए पुरस्कृत किया जाना है। अनिमेश कुमार, सुजीत कुमार, अरविंद सिंह, रंजीत कुमार, मो. शमीम, सोनू कुमार, अनुराग कुमार, सदन सिंह, सुमित कुमार, अशोक कुमार, अमरनाथ झा एवं फूलचंद को सराहनीय कार्य के लिए डाक विभाग द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 मजदूरों को खाने में मिला सिर्फ 100 ग्राम चूड़ा अधिकारियों पर लगाया भूखा रखने का आरोप By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT आंध्र प्रदेश से आए अजगैवा गांव निवासी राजेश साह, फुलौत बड़ीखाल निवासी सुनील कुमार, रविन्द्र मंडल तथा दिलीप कुमार ने बताया कि गुरुवार की रात करीब आठ बजे वे मधेपुरा पहुंचे। रात में उन लोगों को खाना नहीं दिया गया। सुबह केवल 100 ग्राम सूखा चूड़ा दिया गया। 12 बजे दिन से जांच कराने के लिए लाइन में खड़े हैं। दो बजने चला है। अब तक खाना नहीं मिला है। भूख से वे लोग खड़े रहने के लायक नहीं है। सरकार उन लोगों को कोरोना वायरस से क्या बचाएेगी। पहले तो वे लोग भूखे- प्यासे ही मर जाएंेगे। उन्होंने बताया कि जांच कराकर एक घंटा से इंतजार में हैं जहां उन लोगों को रखना है ले जाए और उसे खाना खिलाया जाए। ड्यूटी पर अस्पताल के डॉक्टर से कहते हैं तो उनका कहना है कि सीओ उन लोगों को कहां रखने का इंतजाम किए हैं इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। स्वास्थ्य जांच के बाद सभी लोगों को 21 दिनों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया। जब सीओ से बात करने का प्रयास किया गया तो बात नहीं हो सकी।साइकिल चलाकर सोनीपत से मधेपुरा पहुंचे मजदूरहरियाणा के सोनीपत से लंबी दूरी तय कर मजदूरों का एक जत्था साइकिल से 10 दिनों का सफर तय करते हुए शुक्रवार की रात मधेपुरा पहुंचे। मधेपुरा से बस द्वारा साइकिल सवार सहित 50 लोगों को चौसा पीएचसी में मेडिकल टीम ने स्क्रीनिंग कर सभी लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया। प्रवासी मजदूर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश सहित दूसरे प्रदेशों से पहुंच रहे हैं। मेडिकल टीम ने बताया कि इसमें प्रखंड मुख्यालय के विभिन्न पंचायतों के लोग शामिल हैं।वहीं मधेपुरा से बस से 44 लोगों और दिल्ली से तीन बाइक पर सवार आधा दर्जन लोगों को जांच कर बाबा विशु राउत क्वारेंटाइन सेंटर भेजा गया। बाहर से आए फुलौत पूर्वी और फुलौत पश्चिमी, मोरसंडा, चिरौरी, पैना, लौआलगान पश्चिमी और लौआलगान पूर्वी, अरजपुर पूर्वी व अरजपुर पश्चिमी, घोषई, रसलपुर धुरिया, चौसा पश्चिमी व चौसा पूर्वी पंचायत सहित करीब चार दर्जन से अधिक लोगों को मेडिकल जांच कर 21 दिनों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today हरियाणा के सोनीपत से साइकिल चलाकर पहुंचे प्रवासी मजदूर। Full Article
0 यूपी बॉर्डर से करीब 1000 प्रवासी मजदूरों को बसों से लाया गया, ट्रांजिट प्वाइंट बना भोजपुर By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT देश के विभिन्न राज्यों से प्रवासी बिहारियों को लाने और पहुंचाने में भोजपुर जिला का आरा शहर ट्रांजिट प्वाइंट बना हुआ है। देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले बिहार के कई जिलों के प्रवासियों को सरकारी मदद से एक दर्जन से अधिक बसों के माध्यम से आरा शहर लाया गया। इस क्रम में जैन कॉलेज अवस्थित आइसोलेशन सेंटर में मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। इसके बाद ऐसे प्रवासी लोगों को उनके मूल जिला में बसों के माध्यम से भेजा जा रहा है। इस लिहाज से आरा शहर प्रवासियों के लिए ट्रांजिट प्वाइंट बन गया है।शुक्रवार की रात से शनिवार शाम तक कई जिलों के लगभग 800 प्रवासियों को आरा शहर लाया गया। यह सिलसिला रात तक जारी रहा। शनिवार देर रात तक यह आंकड़ा एक हजार तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा था। इन प्रवासियों में लगभग आधी संख्या भोजपुर जिले के प्रवासियों की थी। इन प्रवासियों को बिहार- यूपी बॉर्डर पर कैमूर जिला अवस्थित मोहनिया सीमा से बसों में बैठा कर लाया गया। दूसरी तरफ गोपालगंज जिले से बिहार-यूपी बॉर्डर से भी बसों में बैठाकर प्रवासी लोगों को लाया गया। इस सिलसिले में सहरसा जिले से आंध्र प्रदेश में सैनिक स्कूल में पढ़ने वाले बक्सर जिले के छात्रों को भी लाया गया। भागलपुर से भी प्रवासियों को लाने की सूचना है। खास बात यह कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रवासियों को बसों में सोशल डिस्टेंस के लिए कम संख्या में बैठा कर लाया जा रहा है। ताकि संक्रमण का खतरा कम रहे।बॉर्डर पर रिकॉर्ड और मेडिकल के बाद लाए जा रहे हैं प्रवासी: माधवजिला परिवहन पदाधिकारी माधव कुमार सिंह ने बातचीत में बताया कि डीएम रोशन कुशवाहा के निर्देश पर प्रवासियों को लाने और पहुंचाने में परिवहन विभाग तत्परता से जुटा हुआ है। कोरोना वायरस के संकट काल में लोगों को सरकारी व परिवहन विभाग की सुविधा मिले इसके लिए भरपूर सहायता की जा रही है। प्रवासियों को को लाने और पहुंचाने में बसों की कमी नहीं हो रही है। बॉर्डर पर लाने के वक्त इन प्रवासियों का ब्योरा दर्ज किया जाता है। मेडिकल चेकअप की जाती है। इसके बाद इनको बसों से लाया जाता है। आरा में लाने के बाद इनको जैन स्कूल के आइसोलेशन सेंटर में पहुंचाया जाता है। जहां इनकी मेडिकल चेकअप होती है।कोरोना से बचाव के लिए सभी लोगों को सजगता और आपसी सहयोग करने की जरूरत है।अगिआंव प्रखंड में पहला कोरोना पॉजीटिव मरीज मिलने से दहशतअगिआंव क्वारन्टीन सेंटर में एक कोरोना पोजेटिव मरीज मिलने से इलाके में हड़कम्प मच गई। कोरोना पोजेटिव मरीज स्थानीय प्रखण्ड इलाके का चालीस वर्षीय युवक है। वह तीन मई को सूरत से अपने गांव आया था। जिसे पहले से ही अधिकारियों द्वारा चिन्हित कर अगिआंव स्थित राजकीय बुनियादी विद्यालय में बने क्वारन्टीन सेंटर में रखा गया था। जिसका शुक्रवार को जिला द्वारा गठित मेडिकल टीम ने सत्रह क्वारन्टीन हुए संदिग्ध का सैम्पल स्वाब टेस्ट के लिए आईजीएमएस भेजा गया था। उसकी मेडिकल पाॅजीटिव रिपोर्ट पोजेटिव आई है। अगिआंव प्रखंड में कोरोनावायरस मरीज मिलने का यह पहला मामला है। इससे इलाके सनसनी फैल गयी। स्थानीय प्रशासन इस सिलसिले में सजग हो गया है और विशंभरा गांव सहित 3 किलोमीटर की एरिया को कंटेंटमेंट जोन घोषित कर इलाके को सील करने की तैयारी शुरू हो गई है। पहले के सभी मरीजों के स्वस्थ होने 1 घंटे बाद ही रिपोर्ट आयी कि अगिआंव क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। बताते चलें कि पहला मरीज भोजपुर जिले में बड़हरा क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला मिला था।शनिवार को भी 43 कोरोनावायरस संदिग्धों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया पटनासदर अस्पताल के स्थान पर अब महाराजा कॉलेज में कोरोना से जुडा स्वाब टेस्ट संक्रमित मरीजों का लिया जा रहा है। शनिवार को भी 43 संदिग्ध का जांच के लिए स्वाब टेस्ट लिया गया। इसके बाद देर शाम उसे पटना भेज दिया गया। दो दिनो में यह रिपोर्ट आने की बात कही जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Nearly 1000 migrant laborers were brought by buses from UP border, Bhojpur became transit point Full Article
0 कोसी डिवीजन के 10014 छात्र फर्स्ट क्लास से उत्तीर्ण By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT बीएनएमयू ने पूर्णिया प्रमंडल के डिग्री पार्ट थ्री 2019 का रिजल्ट शनिवार को जारी कर दिया। परीक्षा नियंत्रक डॉ. नवीन कुमार ने बताया कि छात्र-छात्राएं वेबसाइट www.nictpatna.com माध्यम से ऑनलाइन अपना रिजल्ट देख सकते हैं। उप कुलसचिव (परीक्षा) डॉ. शशि भूषण ने बताया कि पूर्णिया डिवीजन के 7066 छात्र फर्स्ट क्लास, 11487 छात्र सेकंड क्लास उत्तीर्ण हुए हैं, वहीं 621 छात्र फेल किए हैं, जबकि 3907 का रिजल्ट पेंडिंग है। शनिवार को जारी रिजल्ट में कोसी डिवीजन के 10014 छात्र फर्स्ट क्लास, 7138 छात्र सेकंड क्लास, 325 फेल तथा 3055 का रिजल्ट पेंडिंग है। इससे पूर्व फरवरी माह में कोसी प्रमंडल के छात्रों का रिजल्ट जारी कर दिया गया था। जबकि पूर्णिया प्रमंडल के छात्रों के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं होने के कारण उस समय रिजल्ट जारी नहीं किया गया था। उप कुलसचिव ने बताया कि कोसी प्रमंडल के डिग्री पार्ट वन व पार्ट टू के मार्क्स के कारण जिनका रिजल्ट पेंडिंग रह गया था, ऐसे छात्रों के रिजल्ट में सुधार किया जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन लागू रहने के कारण प्रेस का काम बंद है। लॉकडाउन खत्म होते ही पेंडिंग छात्रों का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 जविप्र विक्रेता से 50 हजार रंगदारी मांगने के आराेप में तीन गिरफ्तार By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT थाना क्षेत्र अंतर्गत थरिया में जन वितरण प्रणाली के विक्रेता भूपेंद्र कुमार से रंगदारी मांगे जाने के आरोप में निर्मली थाना पुलिस ने शनिवार को तीन युवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति निर्मली थाना क्षेत्र के बेला सिंगार मोती पंचायत के वार्ड-05 निवासी मो. आजाद, किशनपुर थाना क्षेत्र के मो. नदीम व सुपौल सदर थाना क्षेत्र निवासी मो. अकबर बताया जा रहा है। मामले को लेकर जन वितरण प्रणाली विक्रेता द्वारा निर्मली थाना में आवेदन दिया गया है। दिए गए आवेदन में कहा गया है कि शनिवार की सुबह में वह अपने दरवाजे पर बैठा था। उसी वक्त बाइक पर सवार होकर तीन लोग उनके दरवाजे पर आए। जिस घर में जन वितरण प्रणाली की दुकान चल रही थी। इस दाैरान अपने आप को मीडियाकर्मी बताते हुए सभी तीन युवक दुकान में घुस गए और उनसे स्टॉक रजिस्टर एवं जन वितरण की यूनिट पंजी दिखाने को कहा। तीनों अपने डायरी पर पंजी से कुछ नोट करते हुए डीलर को हस्ताक्षर करने के लिए कहा।तीनों युवक में से एक ने दुकान की वीडियोग्राफी भी कीइतना ही नहीं, उसी तीनों युवक में से एक युवक के द्वारा जन वितरण प्रणाली की दुकान की वीडियोग्राफी भी की गई। मना करने पर तीनाें युवक उग्र होते हुए गाली-गलौज करने लगे और धमकी देते हुए रंगदारी के रूप में 50 हजार रुपए देने को कहा। इससे पूर्व भी ये लोग उनके दुकान का चोरी-छिपे वीडियो बनाकर मेरे व्हाट्सएप पर भेज कर मुझसे 10 हजार की मांग किया कर रहे थे। लेकिन उनके द्वारा यह कहा गया कि कोई गलत काम नहीं कर रहा हूं। इसलिए आप लोगों को रुपया नहीं दूंगा। आपको जो करना है कीजिए। इस बात पर ये लोग धमकी भी दिए थे। शनिवार को घटी घटना को गांव के कई ग्रामीणों ने भी देखा। वहीं, थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि डीलर के द्वारा थाना प्राप्त आवेदन के आधार पर थाना में केस दर्ज कर लिया गया है। तीनाें आराेपियाें काे जेल भेजने की प्रक्रिया की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 20 तक करें कृषि इनपुट अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन, वेबसाइट की गई जारी By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT जिले में अप्रैल में बेमौसम आंधी, ओलावृष्टि व बारिश के कारण लगभग 6 हजार एकड़ खेतों में लगी गेहूं, मक्का, मौसमी सब्जी तथा फलदार पौधों को नुकसान हुआ है। नुकसान के मुआवजा के लिए विभाग ने ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वैसे किसान जिसका फसल नुकसान हुआ है, वह विभाग के वेबसाइट पर ऑनलाइन अावेदन कर सकते हैं। जिला कृषि पदाधिकारी प्रवीण कुमार झा ने बताया कि अप्रैल माह में हुई फसल क्षति की मुआवजा के लिए किसानाें के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू है। अगर किसी किसान को अप्रैल माह में आई आपदा के कारण फसल की क्षति हुई है तो वे अाॅनलाइन आवेदन कर मुआवजा का दावा कर सकते हैं। मालूम हो कि जिले में मक्का की खेती किए किसानों को काफी नुकसान हुआ है। कई किसान तो कर्ज लेकर खेती किए थे।विभाग के वेबसाइट पर करना होगा आवेदन : मुआवजा के लिए किसान राज्य सरकार की वेबसाइट www.krishi.bih.nic.in पर दिए गए लिंक DBT in Agriculture पर अप्रैल माह के लिए दिए गए लिंक पर आवेदन कर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यह अनुदान प्रति किसान केवल दो हेक्टेयर के लिए ही देय होगा। सूत्रों का कहना है कि ऑनलाइन आवेदन विभाग के वेबसाइट पर 20 मई तक ही ली जाएगी। हालांकि विभागीय अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं।किसानों के अनुदान की राशि तय : विभागीय सूत्रों के अनुसार सिंचित क्षेत्र के लिए प्रभावित किसानों को 6800 तथा असिंचित क्षेत्र के लिए 13,500 रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा मिलेगा। इसके अलावा खड़ी या खेतों में काटी गई फसल के लिए 18,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा देने का प्रावधान है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 अभाविप ने प्रधानमंत्री केयर फंड में डाला 6660 रुपए By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना महामारी से बचाव को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समय-समय पर विभिन्न तरह की अभियान चला रही है। इसी क्रम में अभाविप ने प्रखंड क्षेत्र के सिमराही बाजार में शनिवार को मुहिम चलाई। जिसके अंतर्गत प्रधानमंत्री केयर फंड में आर्थिक सहयोग करने के लिए छात्र-छात्राओं से अपील किया गया। जिसके तहत प्रति छात्र 100 रुपए का सहयोग दिया। जानकारी देते नगर इकाई सिमराही के नगर मंत्री अरुण जायसवाल ने बताया कि यह अभियान 26 अप्रैल से 3 मई तक चलाया गया है। जिसके तहत कुल 6660 रुपए इकट्ठा किया गया। बताया कि जमा राशि पीएम केयर फंड में भेज दिया गया है। इसके लिए नगर इकाई के सभी कार्यकर्ता धन्यवाद दिया है। वहीं जिला एसएफएस संयोजक शंकर कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान अभाविप के कार्यकर्ता द्वारा मोहल्ले के लोगों को पीएम केयर फंड में राशि दान करने के लिए अपील किया गया है। इस अभियान को सफल बनाने में जिला कला मंच संयोजक मयंक वर्मा, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य प्रो रामकुमार कर्ण, नगर सहमंत्री सुमन गुप्ता, अंकित पांडेय, ओम प्रकाश कुमार, शुभम, आदित्य, मुकेश मयंक गुप्ता का सहयोग सराहनीय है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 अब तक 497 संदिग्धों की कोरोना जांच में 450 की रिपोर्ट निगेटिव By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार तक जिले में एक भी कोरोना के संदिग्ध नहीं मिले हैं। फिलहाल जिले में ट्रेसिंग, ट्रैकिंग और टेस्टिंग का कार्य जारी है। जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी अनुसार अब तक कुल 497 संदिग्धाें की सैंपलिंग की गई है। जिनमें 450 रिपोर्ट निगेटिव आए हैं। शुक्रवार को 47 संदिग्धों की सैंपलिंग जांच हेतु डीएमसीएच दरभंगा भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी हैं। सभी संदिग्धों को रिपोर्ट आने तक सदर अस्पताल के क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। बीते दिनों से बाहर से आने वाले अप्रवासी मजदूरों की संख्या को देखते हुए सैंपलिंग कार्य में भी तेजी आई है। जिला प्रशासन द्वारा बाहर से आने वाले अब तक कुल 4986 लोगों का पंजीकरण किया गया है। सदर प्रखंड 315, किसनपुर 284, सरायगढ़ भपटियाही 257, पिपरा 155, त्रिवेणीगंज 257, छातापुर 702, राघोपुर 179, प्रतापगंज 154, बसंतपुर 2215, मरौना 347 व निर्मली में 121 हैं। बाहर से आने वाले सभी लोगों को जांचोपरांत उन्हें संबंधित प्रखंड मुख्यालय के क्वांरेटाइन सेंटर में 21 दिनों के लिए क्वाॅरेंटाइन किया जा रहा है। डीएम महेंद्र कुमार ने कहा है कि कोटा से आने वाले ऐसे छात्र जिनमें कोई लक्षण प्रकट नहीं हुए हैं, उन्हें होम क्वारेंटाइन में रखा जा सकता है। बशर्तें छात्रों को निर्धारित अवधि तक स्वेच्छा से सेल्फ आइसोलेशन का कराई से पालन करने का प्रपत्र जमा करना होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 दो महीने में शुरू होगी व्यवस्था डाक से लोगों के घरों तक पहुंचेगा नक्शा By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:50:00 GMT राज्य में अब सर्वे और चकबंदी के नक्शा की होम डिलीवरी होगी। जल्द ही डाक के जरिए लोगों को घरों तक नक्शा पहुंचने लगेगा। नक्शा लेने वाले को नक्शा की फीस के साथ-साथ डाक का खर्च भी देना होगा। नई व्यवस्था के लागू होने के बाद नक्शा के लिए सर्वे आफिस का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। ऑनलाइन आवेदन और फीस जमाकर लोग घर बैठे नक्शा मंगा सकेंगे।राजस्व भूमि सुधार विभाग नक्शा लेने में लोगों को होने वाली परेशानी को देखते हुए नई व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जय सिंह ने बताया कि इसके लिए वेंडर का चयन किया जाएगा और अगले दो महीने में लोगों को घर बैठे नक्शा मिलने लगेगा। उन्होंने बताया कि गुलजारबाग स्थित बिहार सर्वेक्षण कार्यालय से डाक द्वारा नक्शा की आपूर्ति की जाएगी।विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक सिंह ने बताया कि अभी राज्य के 32 जिलों में प्लॉटर के जरिए नक्शा की आपूर्ति की जा रही है। इसके अतिरिक्त राज्य के बाहर मुंबई के बिहार फाउंडेशन और दिल्ली के बिहार भवन में प्लॉटर लगाया गया है, जिसके जरिए डिजिटाइज्ड मानचित्रों की आपूर्ति की जा रही है।अभी मुफ्त डाउनलोड करने की है सुविधाअभी भू-अभिलेख और परिमाप निदेशालय http://dlrs.bihar.gov.in/ वेबसाइट के जरिए ए फोर साइज में सर्वे और चकबंदी के नक्शाें को मुफ्त में उपलब्ध करा रहा था। लेकिन इसके व्यवसायिक इस्तेमाल की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद विभाग एनआईसी के माध्यम से इसके व्यू में बदलाव कर रहा है। ताकि इसपरप्रभावी तरीके से रोक लगाया जा सके।ए फोर साइज की की कीमत 150 रुपएजमीन की खरीद बिक्री, खेसरों की मापी और मौजों के निर्धारण के लिए नक्शा की जरूरत होती है। सर्वे कार्यालय से अभी रैयतों के इस्तेमाल के लिए ए फोर साइज का नक्शा 150 रुपए में मिलता है। लेकिन ऑनलाइन व्यवस्था के तहत नक्शा मंगाने पर हर सीट के लिए 150 रुपए देना होगा, साथ ही रैयत को ही डाक खर्च वहन करना होगा। ये नक्शा कैडेस्टल सर्वे, रीजनल सर्वे और चकबंदी से संबंधित हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today जमीन की खरीद बिक्री, खेसरों की मापी और मौजों के निर्धारण के लिए नक्शा की जरूरत होती है। Full Article
0 बीएमपी कैंपस में न कोई जाएगा न बाहर आ सकेगा, डीजीपी ने बीएमपी 5, 10 और 14 का किया निरीक्षण By Published On :: Sun, 10 May 2020 00:57:00 GMT एयरपोर्ट से सटे बीएमपी 5, 10 व 14 कैंपस में अब बाहरी लोगों की इंट्री नहीं होगी। साथ ही जवान-अफसर या उनके परिजन भी अब बेवजह कैंपस से बाहर नहीं निकलेंगे। वहां रहने वाले सभी जवान अफसर व उनके परिवार के सदस्यों की स्क्रीनिंग-जांच होगी। बीएमपी-14 के 5 जवानों के कोरोना संक्रमित होने के बाद शनिवार को बीएमपी परिसर का निरीक्षण करने के दाैरान डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने यह आदेश दिया।डीजीपी के मुताबिक बहुत जरूरी होने पर इजाजत मिलने के बाद ही बाहरी लोग कैंपस के अंदर जा सकेंगे। इस दाैरान इंट्री गेट पर ही उनके सेनेटाइजेशन की व्यवस्था रहेगी। इसी तरह आवश्यक होने पर ही बीएमपी के स्टाफ या उनके घर के लोग कैंपस के बाहर निकलेंगे। डीजीपी ने कैंपस में बैरक, मेस से लेकर अन्य जगहों का जायजा लिया। इस दाैरान उन्होंने जवान-अफसरों का मनोबल भी बढ़ाया। डीजीपी के साथ बीएमपी के एडीजी आरएस भट्ठी, डीआईजी गरिमा मलिक, डीएम कुमार रवि, एसएसपी उपेंद्र शर्मा व अन्य आला पुलिस व प्रशासनिक अफसर भी माैजूद थे।गंभीर बीमारियों से पीड़ित जवान-अफसरों की होगी पहचानडीएम के मुताबिक बीएमपी में उन जवान या अफसरों की पहचान की जा रही है, जो किडनी, कैंसर, हार्ट, डायबिटीज जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं। ऐसे कर्मियों को फ्रंट ड्यूटी से हटा कर हल्के कामों में लगाया जाएगा, जिनमें बाहर निकलने की जरूरत नहीं हो। बीएमपी कैंपस को सेनेटाइज करने का काम शनिवार से शुरू हो गया। बीएमपी के 14 जवानों को फिल्ड ड्यूटी पर रोक लगा दी गई है। डीएम कुमार रवि ने कहा कि बीएमपी 14 के जवानों को जिला में ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी।संक्रमित जवानों के संपर्क में आने वाले 78 का लिया गया सैंपलबीएमपी के कोरोना जवानों के संपर्क में आनेवाले 78 लोगों का सैंपल शनिवार को लिया गया। ये सभी लोग बैरक में ही क्वारेंटाइन रहेंगे। बैरक में रहने वाले और करीब 300 लोगों की जांच कराई जाएगी। यह जानकारी सिविल सर्जन ने दी। उन्होंने बताया कि शनिवार को क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे 94 प्रवासी मजदूरों का भी सैंपल जांच के लिए लिया गया है। स्लम के 18 हजार 731 घरों की स्क्रीनिंग का काम पूरा कर लिया गया। इनमें अभी तक कोई कोरोना संदिग्ध नहीं मिला है।सभी पुलिस लाइन व बटालियनोंका होगा सर्वेकोरोना के खतरे को देखते हुए सभी जिलों की पुलिस लाइन से लेकर बटालियन तक का स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे कराएगी। अगर कोई संदिग्ध मिला तो उसे क्वारंेटाइन करने के साथ जांच की जाएगी। इसे लेकर पुलिस मुख्यालय ने दिशा-निर्देश दिया है। एसपी काे हर दूसरे दिन पुलिस लाइन का निरीक्षण करने के लिए कहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today No one will go or come out on the BMP campus, DGP inspects BMP 5, 10 and 14 Full Article
0 लाॅकडाउन में दूध-दही की बिक्री 40 फीसदी तक घटी, मगर पेड़ा-रसगुल्ला की खपत में कमी नहीं By Published On :: Sun, 10 May 2020 01:09:00 GMT (माे. सिकन्दर) लाॅकडाउन व काेराेना संक्रमण का असर डेयरी के धंधे पर भी पड़ा है। पटना डेयरी की राेजाना बिक्री में 40 लाख रुपए तक की गिरावट आई है। दूध, दही, लस्सी समेत अन्य प्राेडक्ट की सप्लाई में राेजाना करीब 40 प्रतिशत की कमी आई है। सर्दी-खांसी हाेने के डर से लोगों ने आइसक्रीम का सेवन करना पूरी तरह बंद कर दिया है। इससे आइसक्रीम की बिक्री जीराे पर आगई है। दूध की बिक्री राेजाना 75 हजार लीटर कम हाे रही है।अभी 2.25 लाख लीटर ही सप्लाई हाे रही है। दही की खपत राेजाना 8 टन पर आगईहै, जाे पहले 25 टन हुआकरती थी। गर्मी में हर साल डेढ़ लाख पाउच की राेजाना सप्लाई हाेती थी जो अभी मात्र 35 हजार हाे रही है। मट्ठा 5 हजार पाउच से गिरकर एक हजार पर आगया है। पनीर की राेजाना 5 टन सप्लाई हाेती थी, वह गिरकर 3 टन पर आगई है। राहत की बात यह है कि पेड़ा, रसगुल्ला की खपत में कमी नहीं हुई है।दूध कम बिकने से बन रहा पाउडरसहकारी समितियाें से पटना डेयरी में राेजाना करीब 3.50 लाख लीटर दूध आरहा है। डेयरी ने किसानाें से दूध लेना बंद नहीं किया है। दूध की सप्लाई 2.25 लाख लीटर है। करीब 40 हजार लीटर के मिल्क प्राेडक्ट बन रहे हैं। शेष बचे 85 लाख लीटर दूध का राेजाना पाउडर बनाया जा रहा है।ये बोले अधिकारी राेजाना 35 से 40 लाख के राजस्व में कमी आई है। किसान से दूध पहले की तरह ले रहे हैं। दूध का पाउडर बनाया जा रहा है।-एसएन ठाकुर, एमडी, पटना डेयरी हम पहले राेजाना 20 हजार लीटर दूध सप्लाई कर रहे थे अब 30 हजार लीटर कर रहे हैं। दही की खपत लाॅकडाउन से पहले राेजाना 2.5 लाख टन थी अब 3.5 लाख टन हाे गई है। हाेम डिलिवरी बढ़ी है। -हेमंत कुमार, एमडी, नेचुरल डेयरी अमूल Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today पनीर की राेजाना 5 टन सप्लाई हाेती थी, वह गिरकर 3 टन पर आ गई है। राहत की बात यह है कि पेड़ा, रसगुल्ला की खपत में कमी नहीं हुई है। Full Article
0 सहरसा को चाहिए 50 डॉक्टर, 43 माह में स्वास्थ्य विभाग को भेजे गए 11 पत्र, तैनाती का है इंतजार By Published On :: Sun, 10 May 2020 01:26:00 GMT जिले के सरकारी अस्पतालों को 50 डॉक्टर चाहिए। इसके वास्ते जिले से स्वास्थ्य विभाग को पिछले 43 महीनों में 11 पत्र भेजे गए। तैनाती का इंतजार है। पहला पत्र 27 सितंबर 2016 को भेजा गया। सिविल सर्जन ने भेजा। डीएम ने 18 नवंबर 2016 को पत्र भेजा। सिविल सर्जन के हालिया पत्र के अनुसार सदर अस्पताल में अधीक्षक, उपाधीक्षक, अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा प्रभारी (गैर संचारी रोग) नहीं हैं। न्यूनतम जरूरत से भी कम डॉक्टर हैं। सेवा देने में कठिनाई है। आईसीयू को व्यवस्थित करने में दिक्कत है।तत्काल 2 गाइनोकोलॉजिस्ट, एक रेडियोलॉजिस्ट, एक मूर्छक, एक पैथोलॉजिस्ट तथा 5 जनरल डॉक्टर तैनात किए जाएं।’ इधर, श्री उग्रतारा स्थान न्यास समिति के उपाध्यक्ष प्रमील कुमार मिश्र ने बताया कि उन्होंने भी स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया है। बहरहाल, पत्र में सौरबाजार, पचगछिया पीएचसी में 4-4, नवहट्टा, सदर में 2-2, सोनवर्षा, सिमरी बख्तियारपुर, महिषी, सलखुआ, बनमा इटहरी व पतरघट पीएचसी में 3-3, रेफरल अस्पताल (नवहट्टा) में 3 तथा अनुमंडलीय अस्पताल (सिमरी बख्तियारपुर) में भी पांच डॉक्टरों को देने की चर्चा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 समनपुरा में बिजनसमैन के घर से 10 लाख की चोरी, लॉकडाउन में परिवार गया था गांव, चोरों ने खंगाल दिया घर By Published On :: Sun, 10 May 2020 01:40:00 GMT लॉकडाउन में चोरी की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। शातिर अब बंद घरों को निशाना बना रहे हैं। शातिर चोरों ने समनपुरा के दानिश अपार्टमेंट में रहने वाले एक बिजनस मैन के घर से करीब दस लाख की ज्वेलरी, कैश और अन्य कीमती सामान की चोरी कर ली। अपार्टमेंट के 301 फ्लैट में रहने वाले अमजद हुसैन दिल्ली में बिजनस मैन है। लॉकडाउन में वे अपने गांव गए थे और इधर शातिरों ने उनका घर खंगाल दिया। शातिरों ने उनके घर से 50 हजार नगद, लगभग बीस तोला सोने का जेवर, एक महंगा कैमरा और अन्य कीमती सामान की चोरी कर ली। अमजद के साले रेहान अहसन के लिखित बयान पर शास्त्रीनगर थाने में मामला दर्ज हुआ है। शास्त्रीनगर थानेदार बिमलेंदु ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है। छानबीन की जा रही है।तीन कमरे और दो आलमीरा से सब सामान गायब कियाअमजद लॉकडाउन से पहले राजगीर अपने गांव आए थे। इसके बाद वहीं फंस गए। उनका साला रेहान भी इसी अपार्टमेंट में रहता है। रेहान ने कहा कि मैं जब अपने फ्लैट से नीचे उतर रहा था तब देखा कि 301 नंबर का ताला टूटा हुआ है। तीनों कमरों का ताला टूटा हुआ था। कमरों में दो आलमीरा था उसका ताला तोड़कर भी सबकुछ शातिरों ने निकाल लिया था। पूरा घर बिखरा हुआ था। रेहान ने कहा कि अपार्टमेंट का सीसीटीवी कैमरा खराब है और गार्ड छुट्टी पर गया हुआ था। इस कारण कौन आया गया इसकी जानकारी हमलोगों को नहीं है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 24 घंटे में 50 नए केस आए, संक्रमितों का आंकड़ा पहुंचा 629; 37 जिले कोरोना की चपेट में By Published On :: Sun, 10 May 2020 06:22:17 GMT बिहार में पिछले तीन दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। शनिवार दोपहर से रविवार सुबह तककोरोना के 50 मामले सामने आए हैं। इसमें 32 प्रवासी मजदूर हैं जो दूसरे राज्यों से लौटे हैं। शनिवार को 32 केस सामने आए थे। रविवार को 18 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इसमें सहरसा और मधेपुरा के 7-7, दरभंगा के दो और बेगूसराय-अररिया के एक-एक मरीज शामिल हैं। अच्छी खबर ये है कि पिछले 24 घंटे में 51 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं।37 जिलों में फैला संक्रमणबिहार के 37 जिलों में कोरोनावायरस का संक्रमण फैल गया है। शनिवार को मुजफ्फरपुर में भी कोरोना के तीन मामलों की पुष्टि हुई है। सिर्फ जमुई ही ऐसा जिला बचा है जहां अब तक कोरोना के मरीज नहीं मिले हैं।ये तस्वीर बिहार के जमुई जिले की है जहां अब तक कोरोना का संक्रमण नहीं फैला है। यहां करीब दो सौ लोग आहर में मछली पकड़ने आए हैं।रिकवरी में बिहार चौथे नंबर परबिहार के लिए अच्छी बात यह है कि कुल संक्रमित मरीजों में से 54% इस वायरस को हराने में सफल रहे हैं। यह राष्ट्रीय औसत से अधिक है। राष्ट्रीय औसत 29 फीसदी है। शनिवार को राज्य के 51 लोगों ने कोरोना को मात दी। अभी तक 318 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।बक्सर-कैमूर में तेजी से ठीक हो रहे मरीजपिछले दिनों बक्सर और कैमूर में तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही थी। लेकिन, अब दोनों जिलों में मरीज तेजी से रिकवर हो रहे हैं। बक्सर के 56 में से 54 और कैमूर के 32 में से 27 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। बिहार का गया ही एकमात्र जिला हैजहां अब तक सभी मरीज ठीक हो चुके हैं। यहां अब तक 6 केस आए और सभी स्वस्थ हो गए।पटना के बीएमपी-5 में निरीक्षण करने पहुंचे डीएम कुमार रवि और एसएसपी उपेंद्र शर्मा। यहां जवान कोरोना संक्रमित हो गए हैं।आरा: नया मरीज मिलने से डर कायमआरा जिले में अब तक 18 केस मिले जिसमें सभी लोग स्वस्थ हो गए। शनिवार को नया केस मिलने के बाद फिर हड़कंप मच गया। अगिआव प्रखंड में नया केस सामने आया है। एक ओर जहां जिले के सभी मरीजों के स्वस्थ होने से लोग राहत में थे वहीं, नया मरीज मिलने से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।हॉट स्पॉट मुंगेर: 24 घंटे में दो नया केसहॉट स्पॉट मुंगेर में पिछले 24 घंटे में दो नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इससे पहले तीन दिनों तक यहां कोई नया केस सामने नहीं आया था। जो दो नए केस सामने आए हैं वे खड़गपुर के क्वारैंटाइन सेंटर में पिछले दो दिनों से रह रहे थे। जिले में दूसरे राज्यों से आए लोगों से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। मुंगेर में अब तक कोरोना के 104 मरीज मिले जिसमें 43 ठीक होकर घर लौट गए और 58 का इलाज चल रहा है।बक्सर: कंटेंटमेंट एरिया नया भोजपुर में 63 लोगों पर केस दर्जबक्सर के कंटेंटमेंट एरिया नया भोजपुर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 63 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस दिन भर सभी इलाकों में गश्त कर रही है और सख्ती से लॉकडाउन का पालन करा रही है। जिले में अब तक 56 मरीज मिले हैं जिसमें 54 ठीक हो गए।कोरोना से प्रभावित टॉप 10 जिले- जिला मरीज ठीक हुए मौत मुंगेर 104 43 1 रोहतास 59 40 1 बक्सर 56 54 0 नालंदा 40 35 0 सीवान 33 26 0 कैमूर 32 27 0 बेगूसराय 26 8 0 मधुबनी 24 0 0 गोपालगंज 18 17 0 भोजपुर 19 10 0 Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today ये तस्वीर पटना के कंटेंटमेंट जोन खाजपुरा की है जहां कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को भी खाजपुरा के पांच नए मरीज मिले थे। Full Article
0 विभिन्न प्रांताें से अब तक लाैट चुके हैं 10 हजार से अधिक लोग By Published On :: Sun, 10 May 2020 02:03:00 GMT प्रवासियों के आगमन के साथ ही एक तरफ जहां कोरोना का खतरा लोगों में बढ़ गया है। खासकर मुंबई से लौट रहे गावां के झिलुआ गांव के एक प्रवासी की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के साथ लोगों के हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि रांची पहुंचते ही उक्त युवक को रिपोर्ट मिल गई और वह खुद रांची रिम्स में भर्ती हो गया है। इधर गिरिडीह जिले में अब तक करीब 10 हजार प्रवासियों का आगमन गुजरात, दिल्ली, तेलंगाना, मुंबई, राजस्थान आदि प्रदेशों से हो चुका है। जबकि करीब 25 हजार से अधिक और प्रवासी आने वाले हैं। जिसमें कुछ लोग ट्रेन से आ रहे हैं तो कुछ लोग रिजर्व बसों के सहारे घर पहुंच रहे हैं। इस बीच जिला प्रशासन पूरी तरह से हाई अलर्ट मोड में आ गया है, ताकि कहीं से कोई चूक न हो जाए। यानि लॉकडाउन की व्यवस्था जो पहले से है उससे और सख्त करने का निर्देश उपायुक्त राहुल सिन्हा ने दिया है। सभी पंचायतों के मुखिया को हिदायत दी गई है कि उनके पंचायत व गांव में आने वाले प्रवासियों पर विशेष नजर रखें, किसी भी प्रवासी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।स्वास्थ्य कैंपों से जो निर्देश मिला है, उसका पालन सभी को करने की हिदायत दी गई है। 14 दिनों तक क्वारेंटाइन में रहना सभी प्रवासियों के लिए अनिवार्य किया गया है। स्थानीय ग्रामीणों से अपील की गई है कि यदि कोई निर्देशों का उल्लंघन करते हैं तो उसकी सूचना फौरन स्थानीय बीडीओ व थाना प्रभारी को दें। इसके अलावा विभिन्न प्रखंडों में जागरूकता वाहन के माध्यम से लोगों से अपील की गई कि जो भी लोग बाहर के राज्य से जिले में वापस लौट रहे हैं वे होम क्वॉरेंटाइन का अक्षरश: अनुपालन करेंगे। हालांकि वापस लौटे प्रवासियों से गांव के लोग भी पूरी तरह से अलर्ट हैं, उनके हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। गििडीह जिले में हर दिन 1200 से 1500 प्रवासी रेल, बस अथवा अन्य माध्यमों से लौट रहे हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 750 लाभुक नहीं ले रहे हैं तीन महीने से राशन By Published On :: Sun, 10 May 2020 02:16:00 GMT जिला आपूर्ति पदाधिकारी कंचन कुमारी भूदोलिया की अध्यक्षता में एमओ, राइस मिल संचालक तथा पीडीएस डीलरों की बैठक शनिवार को आयोजित हुई। मौके पर डीएसओ कंचन ने कहा कि राशन वितरण में शामिल कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार की कोताही न बरतें। कहा कि डीलर, निर्धारित समय पर ही राशन का वितरण करना सुनिश्चित करें। बैठक में डीएसओ ने खाद्यान्न वितरण, उठाव, ससमय राशन वितरण आदि विषयों पर चर्चा किया। जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा कि विभाग से निर्देश प्राप्त हुआ है कि सीएमआर एफसीआई में पुराने बोरे में जाएगा। जिसके लिए उन्होंने सभी पीडीएस डीलरों को निर्देश दिया कि सभी डीलरों के पास जितने भी पुराना बोरा है वे लोग सभी पुराने बोरे को दोनों राइस मिल रामेश्वर राइस मिल तथा छपोली राइस मिल को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। कहा कि जिस राशन कार्ड पर लाभुकों द्वारा विगत 3 माह से राशन उठाव नहीं किया गया है, उसके स्थान पर दूसरे लाभुकों को लाभ दिया जाएगा। कहा कि जिले में करीब 750 ऐसे कार्ड हैं जिस पर विगत 3 महीने से राशन का उठाव नहीं किया गया है। इसलिए उक्त सभी राशन कार्ड को रद्द करते हुए उसके स्थान पर नए लाभुकों को आच्छादित किया जाएगा।इसके लिए उन्होंने पीडीएस डीलरों को ऐसे लाभुकों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। ताकि ऐसे कार्ड को रद्द कर नए लाभुकों को जोड़ा जा सके। डीएसओ ने कहा कि समय पर राशन वितरण, सामाजिक दूरी का पालन करते हुए किया जाना है। कहा कि वैश्विक महामारी के इस दौर में सभी लोग ईमानदारी पूर्वक सेवा भाव से अपने दायित्वों का निर्वहन करें, ऐसी व्यवस्था करें जिससे सभी कार्ड धारकों को समय पर राशन मिले। सार्वजनिक जन वितरण प्रणाली की दुकानों पर अनावश्यक रूप से भीड़ भाड़ न लगे तथा सामाजिक दूरी का अनिवार्य रूप से पालन हो सके। बैठक में मुख्य रूप से मोहन भैया, महावीर मोदी, देव कुमार साव, निरू जैन के अलावा अन्य पीडीएस डीलर, राइस मिल अन्य लोग मौके पर उपस्थित थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 750 beneficiaries are not taking ration for three months Full Article
0 लाॅकडाउन से देश के 40 कराेड़ मजदूराें की हालत खराब: फुरकान By Published On :: Sun, 10 May 2020 02:27:00 GMT पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन के फैसले से लगभग 40 करोड़ मजदूरों की हालत सबसे खराब हो गई है और भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।लॉकडाउन में किसको फायदा और किसको सबसे ज्यादा नुकसान हुआ इसकी आकलन करने की आवश्यकता है। लॉकडाउन का सबसे ज्यादा मार गरीबों पर पड़ा है। मजदूर संसाधन के अभाव में पैदल ही अपने घर गांव के लिए निकल पड़े हैं। कई लोग तो रास्ते में ही दम तोड़ दिए हैं और औरंगाबाद की घटना ने तो सब के रोंगटे खड़े कर दिए। जब 16 मजदूर की मौत ट्रेन से कटकर हो गई। मोदी सरकार ने मजदूरों को लाने के लिए कोई भी ठोस निर्णय नहीं लिया। जिस कारण लोगों की जान जा रही है। अमीर लोगों को लाने के लिए जहाज भेजते हैं और गरीबों को ट्रेन से कटने के लिए सड़क पर छोड़ देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की यह पुरानी नीति है। पूर्व में भी नोटबंदी के समय पूरे देश के लोगों को सड़क पर ला दिया जिसका मार सिर्फ गरीबों पर पड़ा। आज इस लॉक डाउन में भी सिर्फ गरीब वर्ग त्राहिमाम हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 कड़ैल में 150 बच्चों को घरों में कराई जाएगी पढ़ाई By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT लॉकडाउन के दौरान आर्य सेवा समिति नजदीकी ग्राम कड़ैल के 150 बच्चों को उनके घरों में पढ़ाई कराने की व्यवस्था करेगी।समिति के संयोजक वीर प्रकाश सोनी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण स्कूलें बंद है। समिति व शिक्षिका रोशन श्रीमाली ने कड़ैल पंचायत क्षेत्र के बच्चों को घर-घर पढ़ाने का निर्णय किया है।समिति ने पहले चरण में 150 बच्चों को पढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। इन बच्चों को समिति व शिक्षिका की ओर से नोटबुक, पेंसिल व स्कूल बैग भी उपलब्ध कराए जाएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 2000 महिलाओं ने 10 हजार टन खाद्यान्न जुटाया, बस्तियों में बांटा By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT हिंदुस्तान जिंक की सखी परियेाजना से जुड़ी 26 हजार से अधिक महिलाएं प्रदेश के पांच जिलाें में लॉकडाउन के ऐसे समय में कच्ची बस्ती में रहने वाले लाेगाें के लिए अन्नपूर्णा बनकर सामने आई हैं।प्रदेश के पांच जिलाें में यह महिलाएं दाे हजार से अधिक सहायता समूह चला रही हैं। इन सहायता समूह ने एक विशेष प्रकार का बैंक तैयार किया है, जिसमें नाेटाें की बजाए अनाज एकत्र हाेता है।यह अनाज भी महिलाएं अपने स्तर पर एकत्र करती हैं, जाे ऐसे विपरीत समय में गरीबों व अन्य की मदद के काम लिया जाता है। इस बैंक में अभी 10 हजार टन से अधिक खाद्यान्न सामग्री एकत्रित है। इस बैंक के जरिए प्रदेश के विभिन्न जिलें की बस्तियों में वितरण कराया जा रहा है।लाॅकडाउन के समय में आत्मनिर्भरता के लिए महिलाओं ने एक लाख से अधिक मास्क बनाकर वितरित कर दिए हैं। यह महिला समूह काेराेना कर्मवीर बनकर आत्मनिर्भरता व सहयोग भावना की मिसाल पेश कर रहा है।जिले में छह गांव में दौड़ रही याेजनाहिंदुस्तान जिंक की इस योजना में अजमेर जिले के 145 समूह जुड़े हुए हैं। जिसमें 1800 साै महिलाएं काम कर रही हैं। यह समूह कायड़, घूघरा, गगवाना, चाचियावास, लाेहागल और माकड़वाली में काम कर रहा है। इस समूह ने 4 क्विंटल ग्रेन बैंक में अनाज जमा किया है।पीपीई की पूर्ति में भी सहयोगखाद्यान्न और भोजन के साथ इस समूह की महिलाएं पीपीई मास्क भी बना रही है। अब तक सवा लाख मास्क बनाए जा चुके हैं। यह मास्क पुलिस, आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं और कोरोना वाॅरियर्स काे निशुल्क दे रहे हैं। अब तक 150 से अधिक महिलाओं ने 8 लाख से अधिक के मास्क बेच दिए हैं।बैंकाें से भी मिली सहायतासखी परियोजना से जुड़ी महिलाओं के काैशल काे निखारने के लिए बैंकों से सहायता भी दी जा रही है। अप्रैल तक परियोजना में 2161 स्वयं सहायता समूहों की 26 हजार 560 महिलाओं ने जुड़कर 9 कराेड़ 35 लाख रुपए की बचत के साथ 26 कराेड़ 94 लाख रुपए की संचयी अंतर ऋण राशि और बैंकों से ली गई 41 कराेड़ 5 लाख रुपए की क्रेडिट सुविधा प्राप्त की।इन जिलाें में संचालित किया जा रहा है सखी समूहहिंदुस्तान जिंक का प्रोजेक्ट उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और अजमेर सहित उत्तराखंड के पंतनगर में सखी परियोजना के तहत संचालित किया जा रहा है। प्रोजेक्ट में शामिल महिलाओं को मंजरी फाउंडेशन के सहयोग से रूचि के अनुसार प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।क्या है ग्रेन बैंक, कैसे करता है कामपांच से छह गांवों के बीच की महिलाओं का एक समूह बनाया जाता है। इस समूह में हर वर्ग की महिला शामिल रहती है। यह महिला अपने खेत पर हाेने वाले अनाज का कुछ भाग इस बैंक में समय-समय पर जमा कराती रहती हैं। इस बैंक में अनाज एकत्र हाेने के बाद ऐसे ज़रुरतमंद लाेगाें काे चिह्नित किया जाता है जिन्हें इनकी सबसे अधिक जरूरत रहती है। इस समूह ने अपना एक व्हाट्सएप ग्रुप बना रखा है। ये महिलाएं गांवों में जानकारी एकत्र कर ऐसे लाेगाें काे खाद्यान्न की कच्ची सामग्री और अपनी रसाेई योजना से पका हुआ भाेजन भी मुहैया करवाती हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 40 वर्ष पूर्व बना कंकराला माइनर आरडी 9 पर टूटा, 35 फीट के कटाव से बिजाई की वरीयता बाधित By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT आईजीएनपी की पूगल ब्रांच से निकलने वाला 40 साल पुराना कंकराला माइनर जर्जर होकर शुक्रवार रात को टूट गया। इससे आरडी 9 के आस-पास के खेतों में पानी भर गया। माइनर में करीब 35 फीट का कटाव आ गया। हालांकि खेतों में सरसों, चना व गेहूं की फसलें निकालने के बाद कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन आगामी फसलों की बिजाई के लिए तैयार की गई जमीन खराब हो गई। कई किसानों की बिजाई की वरीयता टूट गई। किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों व क्षेत्रीय विधायक गोविंदराम मेघवाल को माइनर टूटने की जानकारी दी। इसके बाद शनिवार को विभागीय अधिकारी व खाजूवाला प्रधान सरिता चौहान मौके पर पहुंची। टूटे माइनर को सही करने का कार्य प्रारंभ किया गया। वहीं दूसरी ओर किसान मुमताज खान पड़िहार ने माइनर टूटने से बाधित हुई वरीयता का पानी दुबारा देने की मांग की है। माइनर की पूर्ण मरम्मत की मांग भी उठाई है। माइनर की मरम्मत के लिए विधायक गोविंदराम मेघवाल ने दो लाख रुपए स्वीकृत किए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 40 years ago on Kankrala Minor Rd 9 broken, 35 feet erosion interrupted sowing preference Full Article
0 जोधपुर जिले के 200 किमी एरिया के गांवों में टिड्डी पहुंची By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT जिले में कलाऊ से प्रवेश करने वाली टिडि्डयां अब सवा सौ से डेढ़ सौ किमी एरिया में पहुंच गई है। शनिवार को कलाऊ से लेकर बावड़ी के बिराई गांव तक टिडि्डयां पेड़ों पर जम गई। टिडडी नियंत्रण विभाग काबू करने का प्रयास कर रहा है लेकिन वह रोजाना नए एरिया में ठिकाना बना रही है। मथानिया क्षेत्र के जुड़ गांव में टिडि्डयां आई। प्रगतिशील किसान मोहनराम बिश्नोई ने ओसियां एसडीएम रतनलाल रेगर को इसकी जानकारी दी। वहीं, बिराई गांव व आसपास के क्षेत्र में लोगों ने ढोल थाली उड़ाया।इधर, ओसियां के मांडियाई व गोपासरिया की तरफ से टिड्डियों के बड़े-बड़े दल नेवरा रोड़ में घुसे। नेवरा रोड़ से टिड्डी दल रिनीया,किरमसरिया, खुडियाला होते हुए वापस मुड़कर थोब, हरिपुरा, सिरमण्डी, श्रीरामनगर, खाबड़ा होते शेरगढ़ की तरह निकल गई। तिंवरी क्षेत्र के गगाडी, चण्डालिया, घेवड़ा में स्प्रे किया। कृषि विभाग के उप निदेशक वीरेन्द्रसिंह सोलंकी ने बताया कि यहां से नागौर जिले में प्रवेश करने के समाचार है। इधर, देर शाम 7 बजे के बाद लोहावट के कुशलावा गांव क्षेत्र में टिडि्डयां आ पहुंची। ग्रामीण यहां धुआं करके उड़ाने में लगे थे ताकि पड़ाव नहीं करे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Locust reached villages in 200 km area Full Article
0 जिले में पहले 100 पाॅजिटिव 25 दिन में मिले, दूसरे 100 महज 17 दिन में बढ़े By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT अजमेर जिले में शनिवार को 14 और काेराेना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इनमें 4 प्रसूताएं भी शामिल हैं। बीते 24 घंटे में छह प्रसूताएं संक्रमित हो चुकी हैं, इसमें से एक प्रसूता ने शनिवार काे नवजात काे जन्म दिया है।शनिवार को 14 नए मामले सामने आने के साथ ही अजमेर जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 213 पहुंच गई है। क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती पांच लाेगाें की रिपोर्ट भी शनिवार को पॉजिटिव मिली है। बीते 48 घंटों पर गौर करें तो जिले में 29 काेराेना पॉजिटिव सामने आए हैं।अजमेर जिले में पहला कोरोना पॉजिटिव 27 मार्च को मिला था। 25 दिन बाद यानी, 22 अप्रैल को संक्रमितों की संख्या 100 के पार पहुंच गई। वहीं 17 दिन बाद यानी, 9 मई को जिले में पॉजिटिव 213 हो गए। आंकड़ाें के अनुसार जिले में पहले 100 पॉजिटिव मरीज जहां 25 दिन में सामने आए, वहीं दूसरे 100 पॉजिटिव महज 17 दिन में ही हो गए।पिछले एक सप्ताह में 4 लोगों की मौत भी हो चुकी है। बीते 24 घंटे के आंकड़े देखें ताे अजमेर के आदर्श नगर, पर्वतपुरा बाइपास, वैशाली नगर, पंचशील, अजयनगर, नसीराबाद, किशनगढ़ शहर नए काेराेना क्षेत्र बनकर सामने आए हैं। चिकित्सा विभाग ने शनिवार काे 108 लाेगाें के सैंपल लिए हैं।एक ने बच्चे का जन्म दियाआदर्श नगर स्थित सेटेलाइट अस्पताल में भर्ती 6 गर्भवती पॉजिटिव हाे चुकी हैं। शुक्रवार काे दाे और शनिवार काे चार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसमें से जेएलएन में भर्ती एक गर्भवती ने शनिवार काे नवजात काे जन्म दिया। देवपुरी व कृष्णापुरी नए हॉटस्पाॅट| अरांई से सटे देवपुरी में एक महिला, किशनगढ़ शहर के कृष्णापुरी में युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।सेटेलाइट अस्पताल गए लाेग रहें अलर्टबीते 48 घंटों में यदि काेई सेटेलाइट अस्पताल जाकर आए ताे वह अलर्ट रहें। इन लाेगाें काे अपने अाप काे हाेम क्वारेंटाइन कर लेना चाहिए। घर पर भी अपने मुंह पर मास्क लगाकर रहें। यदि बुखार, खराश, खांसी की स्थिति है ताे तुरंत चिकित्सकों काे दिखाकर जांच करवाएं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today The first 100 positives were met in 25 days in the district, the second 100 grew in just 17 days, Full Article
0 जैसलमेर में पहली बार होगी कपास की खेती इसलिए दिया 1500 क्यूसेक पानी By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT मूंगफली की फसल से खरीद की बिजाई शुरू करने वाले जैसलमेर के किसान पहली बार कपास की खेती का स्वाद भी चखना चाहते हैं। इसीलिए कुछ दिन पहले वहां के किसानों ने सिंचाई के पानी की मांग की जो पहले उनको नहीं दिया जा रहा था। क्योंकि पूर्व में कभी भी वहां के किसानों ने कपास की बिजाई नहीं की। इस बार 4 समूह में पानी मिलने के बाद वहां के किसान भी कपास की बिजाई शुरू करने लगे हैं। इसको देखते हुए इंदिरा गांधी नहर अभियंताओं ने 15 सौ क्यूसेक पानी जैसलमेर जॉन को देना शुरू कर दिया है। इस 1500 क्यूसेक पानी में से 200 क्यूसेक पानी पीने के काम आता है और शेष 1300 क्यूसेक पानी खेती के काम आएगा। अमूमन वहां के किसान मूंगफली की फसल से खरीफ की बिजाई शुरू करते थे ट्यूबवेल मानसून की बारिश के पानी मिलने के बाद से बिजाई शुरू होती थी भीषण तपिश और मई-जून में किसान कम ही बिजाई करते थे लेकिन अब हनुमानगढ़ और बीकानेर जॉन की देखा देखी वहां के किसान भी खेती में रुचि लेने लगे हैं और इस बार कपास की बिजाई जैसलमेर तक पहुंच गई है। रेगुलेशन विंग के मुख्य अभियंता विनोद चौधरी का कहना है कि जैसलमेर में 1563 पानी की खपत होना इस बात का संकेत है कि वहां अभी बिजाई शुरू हो गई है क्योंकि पीने के लिए 200-300 क्यूसेक पानी की ही जरूरत होती है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Cotton cultivation will be done for the first time in Jaisalmer so 1500 cusecs of water Full Article
0 20 हजार जाने काे तैयार, खाने का इंतजाम कर राेका, काम-दाम मिलने पर ही हाेगी तसल्ली By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT लाॅकडाउन में फंसे प्रवासी श्रमिकाें के सब्र का बांध अब टूट रहा है। शनिवार काे एक बार फिर बिहार-झारखंड के प्रवासी श्रमिक सड़क पर उतर आए। लक्ष्मीनाथ मंदिर क्षेत्र जत्थे के रूप में रवाना हाे गए। कलेक्ट्रेट के पास तक पहुंच गए जहां महिला मंडल स्कूल के आगे पहुंचे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियाें ने इन्हें राेका। एसडीएम रिया केजरीवाल, सीओ पवन भदाैरिया आदि ने समझाया। खाने का बंदाेबस्त कर एकबारगी वापस भेजा। यह लगातार दूसरा दिन है जब श्रमिक सड़क पर उतरे हैं। इससे पहले शुक्रवार काे गंगाशहर क्षेत्र में भी एेसे ही हालात हुए।हालांकि लाॅकडाउन शुरू हाेते ही श्रमिकाें ने यहां से रवानगी में रुचि दिखाई और लगभग 20 हजार लोगाें ने जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिए। इनमें से ज्यादातर श्रमिक वे हैं जाे दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। मसलन, शादी-ब्याह, पार्टियाें में वेटर से लेकर, बर्तन मांजने और रसाेइये से लेकर डेकाेरेशन तक के काम में लगे हैं। कुछ श्रमिक घराें, भवनाें में सफाई का काम करने वाले हैं ताे कई लाेग दुकानाें, कारखानाें में भी काम करते हैं। सबके हाथ से काम छूट गया। ऐसे में इन्हें अब घर जाने के अलावा काेई रास्ता नहीं दिखा रहा। चूंकि इन्हें लाॅकडाउन में फंसे स्ट्रेंडेड श्रमिक मानकर भेजा नहीं जा सकता। ऐसे में प्रशासन-सरकार काे ऐसे कामकाज तलाशने हाेंगे जहां से राेटी के साथ राेजगार मिल सके।भास्कर अपील... अभी ना जाओचिलचलाती धूप। सिर पर गठरी। महिला के गाेद में और पुरुष की अंगुली थामे बच्चा। कभी पानी खत्म ताे कभी खाने का इंतजाम नहीं। बसें-ट्रेनें बंद। जगह-जगह नाकाबंदी। ऐसे में बगैर बंदाेबस्त रवाना हुए ताे तकलीफ-परेशानी और अनहाेनी की आशंका का यह सफर कहां खत्म हाे इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। इसलिए अभी जाना ठीक नहीं।क्याेंकि हर जगह काेराेना-लाॅक डाउन हैप्रशासन-सरकारें अभी काेई पुख्ता व्यवस्था नहीं कर पाई है। जहां जाना चाहते हैं वहां की सरकारें भी लेने काे तैयार नहीं है। काेराेना लगभग सब जगह हैं, इस लिहाज से देखें ताे बीकानेर अब तक देश के सुरक्षित शहराें में से एक हैं। राेजगार-धंधे वहां भी बंद हैं जहां जाना चाहते हैं। ऐसे में सिर्फ अपने लिए ही नहीं परिवार, बच्चाें, बुजुर्गाें की सलामती के लिए सलाह है कि अभी ना जाओ।उद्याेग, श्रम, प्रशासन के अधिकारियाें की एक टास्क फाेर्स बनाई है। रविवार से यह उद्यमियाें से बात करने के साथ ही विभिन्न औद्याेगिक संस्थाओं का मुआयना भी करेगी। वहां मजदूराें की माैजूदगी, आवश्यकताओं का आकलन करेगी। इसके अलावा राेजगार के दूसरे संसाधनाें, कामकाज के बारे में भी कार्ययाेजना बन रही है। वैसे अभी जाे लाेग माैजूद हैं उनके रहने-खाने के बंदाेबस्त स्वयंसेवी संगठनाें के सहयाेग से पूरे कर दिए गए हैं।कुमारपाल गाैतम,जिला कलेक्टर बीकानेर Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 20 thousand ready to go, making arrangements for food, will be satisfied only after getting work Full Article
0 3 गांवों में पशुओं के लिए 50 क्विंटल तरबूज भेजे By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की प्रेरणा से लगातार गोशालाओं में खाद्य सामग्री भेजी जा रही है। इसी कड़ी में शनिवार को विधायक आवास से जिला प्रमुख हरलाल सहारण ने 50 क्विंटल तरबूज ग्राम पोस्ट श्योपुरा, खारिया और सूरतपुरा के लिए गाड़ियों को रवाना किया। इस अवसर पर जिला प्रमुख हरलाल सहारण, पूर्व जिलाध्यक्ष बसंत शर्मा, डाॅ. वासुदेव चावला, विधानसभा संयोजक पदमसिंह राठौड़, चंद्रप्रकाश आदि मौजूद थे।छापर | कोलकाता प्रवासी गोभक्त गोपाल, पुष्पादेवी व सावित्रीदेवी करनाणी ने कस्बे की श्रीरामशंकर गोशाला की गायों को 25 क्विंटल तरबूज खिलाया गया। गोशाला अध्यक्ष हुलास सारड़ा ने भामाशाहों का आभार जताया। समाजसेवी कालूराम नाई, जयराम जांगिड़, राधेश्याम मूंधड़ा, गोपाल नाई,अरुण खटीक, विद्याप्रकाश सारडा़ व निर्मल स्वामी आदि ने सहयोग किया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Send 50 quintal watermelons to animals in 3 villages Full Article
0 बिहारीलाल ने सीएचसी के लिए दिए 500 मास्क By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT वार्ड पांच निवासी बिहारीलाल स्वामी ने सीएचसी के लिए 500 मास्क चिकित्सा प्रभारी डॉ. धर्मवीर स्वामी को प्रदान किए। स्वामी ने बताया कि कोरोना महामारी तक सीएचसी में कोरोना की जांच करवाने आने वाले सभी संदिग्ध लोगों के साथ ही टीबी रोगियों को भी वे निशुल्क मास्क उपलब्ध करवाएंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Bihari Lal gave 500 masks for CHC Full Article
0 दो पॉजिटिव मिलने के बाद 10 वार्डों के 25 हजार लोग कंटेनमेंट जोन में, अब बाहर से आने वालों को पहले करेंगे क्वारैंटाइन, फिर सैंपलिंग By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT चूरू शहर को दो कोरोना संक्रमित मिलने का खामियाजा 10 वार्डों के 25 हजार लोगों को भुगतना पड़ेगा। इन वार्डों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया गया है। दोनों संक्रमित वार्ड 9 व 17 ( पुराने वार्ड 7 व 12) के हैं। अब प्रशासन ने 7, 8, 9, 10, 11, 12, 16, 17, 18 एवं 26 को कंटेनमेंट जोन में शामिल किया है। इस बीच चूरू में 25 दिन बाद शुक्रवार को दो नए संक्रमित मिलने के बाद प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग की आंखें खुल गई है। अब ये तय किया गया है कि दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिकों को बस से उतरते ही पहले क्वारेंटाइन किया जाएगा, इसके बाद उनकी सैंपलिंग होगी। सैंपल निगेटिव होने पर ही उन्हें होम आइसोलेट किया।खतरा टला नहीं, दो संदिग्धों पर नजरबीसीएमओ डॉ. अहसान गौरी ने बताया कि दो बस से आए संक्रमितों से खतरा टला नहीं है। एक व्यक्ति संक्रमित के साथ स्लीपर बस में साथ सोते हुए आया, जबकि वार्ड 16 के एक व्यक्ति ने 53 वर्षीय संक्रमित के साथ चूरू आने के बाद घर में साथ भोजन किया। दोनों के सैंपल लिए गए हैं। ये दोनों संदिग्ध हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today After getting two positive, 25 thousand people of 10 wards in the container zone, now they will quarantine those coming from outside, then sampling Full Article
0 10 से ज्यादा मार्केट के व्यापारी बाेले, काेराेना राेगी नहीं ताे बाजार खाेलने में क्या दिक्कत By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT अग्रसेन बाजार, गांधी चाैक, आर्य समाज राेड, दवा मार्केट, जीएमए, क्लाॅथ मार्केट, शिवाजी मार्केट, भैरू गली और माेरी के हनुमान मंदिर के व्यापारी काफी परेशान हैं। इनका कहना है कि जब से लाॅकडाउन हुआ है और राेगी सामने आया है तब से वे कर्फ्यू मेंजी रहे हैं। उनका काराेबार पूरी तरह से ठप पड़ा है। दुकानाें मेंसामान खराब हाेने लगा है। यह सब किसी ने किसी चीज के हाेलसेल मार्केट हैं, इनकी वजह से शहर की दुकानाें पर भी काफी सारा सामान खत्म हाे गया है। इन मार्केट वालाें के सामने अब आर्थिक संकट भी पैदा हाेने लगा है। ऐसे में इनका कहना है कि जहां ये मार्केट हैं, उन इलाकाें मेंकाेई राेगी सामने नहीं आया है। ऐसे मेंयहां के मार्केट लाॅकडाउन के नियम के तहत खाेलने दें ताे उनके परिवाराें के साथ यहां काम करने वाले 3 हजार से अधिक श्रमिकाें काे राेजगार मिलेगा साथ ही शहर में हाे रही चीजोंकी परेशानियां भी नहीं हाेगी। काेटा व्यापार महासंघ इस बारे में कई बार प्रशासन से इसकी मांग कर चुका है। जीएम प्लाजा के पदाधिकारी भी इसके लिए प्रशासन से बात कर चुके हैं और आश्वासन दे चुके हैं कि वे मार्केट खाेलेंगे ताे पूरी सुरक्षा भी रखेंगे। लेकिन अभी तक इस समस्या पर किसी ने काेई ध्यान नहीं दिया। व्यापारी परेशान हाे चुके हैं और उन्हें समझ मेंनहीं आ रहा है कि आखिर करें भी ताे क्या करें।करीब 5 हजार के राेजगार का सवाल है, प्रशासन गंभीरता से विचार करेयहां करीब दस बड़े मार्केट ऐसे हैं, जहां पर काेई राेगी सामने नहीं आया है। केवल वे उन इलाकोंके नजदीक हाेने का खामियाजा भुगत रह हैं, जबकि कुछ ताे काफी दूर हैं, लेकिन थाना क्षेत्र मेंआते हैं, इसलिए शुरुआत से ही कर्फ्यू लगाया हुआ है। ऐसे मेंकरीब 1000 दुकानदार और सीधे रूप से 4 हजार कर्मचारी राेजगार से दूर हैं। इसमेंदवा, किराना,जनरल मार्केट शामिल हैं। इन मार्केट मेंसशर्त खाेलना चाहिए। इससे व्यापारी और शहर काे बड़ी राहत मिलेगी। इसके लिए हम कई बार बात कर चुके हैं, लेकिन काेई नहीं सुन रहा है। - क्रांति जैन, अध्यक्ष व्यापार महासंघजीएमए और आसपास के बाजार ताे बेवजह ही बंद कर दिएहमने इसके लिए कई बार प्रशासन से बात की और बताया कि यहां के मार्केट के आसपास काेई रियाइशी इलाका नहीं है। यहां करीब चार बड़े मार्केट हैं। ऐसे में यहां 500 से अधिक दुकानें प्रभावित हाे रही हैं। इनकाे खाेलने से हाड़ाैती भर में जनरल आइटम और आवश्यक चीजें आसानी से मिलने लगेंगी, लेकिन अभी तक काेई निर्णय नहीं हाे पाया है। जबकि हम सुरक्षा के हर कदम उठाने के लिए भी तैयार है। सेनेटाइज करवाएंगे और बिना मास्क के सामान नहीं देंगे। हर आदमी काे सेनेटाइज करवाया जाएगा। लेकिन अब समय रहते मार्केट खाेलने चाहिए, नहीं ताे व्यापारी और कर्मचारियाें काे हालात खराब हाेगी।- राकेश जैन, अध्यक्ष जीएमए प्लाजादुकानाें मेंसामान खराब हाेने लगा है, कितना नुकसान उठाएगा एक व्यापारीजहां राेगी आ रहे हैं, वहां से गांधी चाैक का मार्केट काफी दूर है। यहां के बाजार काे बेवजह ही बंद किया हुआ है। यहां अभी तक एक राेगी भी नहीं आया है। उसके बाद भी ऐसा क्याें किया जा रहा है । यहां कर्फ्यू हटाकर केवल लाॅक डाउन ही रखना चाहिए। क्याेंकि अब ज्यादा समय हाे गया है। दुकानाें मेंसामान खराब हाेने की स्थिति मेंआ जाएगा। एक व्यापारी कितना नुकसान सहन करपाएगा। इससे आने वाले समय मेंआर्थिक स्थिति बदतर हाे जाएगी। इसलिए प्रशासन सही निर्णय लेकर जाे बाजार दूर हाे, उन्हें नियमाें से खुलने की अनुमति दे।-ज्ञानचंद जैन, अध्यक्ष गांधी चाैक व्यापार संघ Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 यूपी के 150 यात्रियों को लेकर आईं 3 बसों को रारह बॉर्डर से लौटाया By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT यूपी के रारह बॉर्डर पर पैदल जा रहे प्रवासी मजदूरों के हंगामा करने के बाद यूपी पुलिस ने सीमाएं सील कर दी है। इसके चलते जयपुर से यूपी के 150 प्रवासी मजदूरों को लेकर बॉर्डर पहुंची राजस्थान रोडवेज की तीन बसों को पुलिसकर्मियों ने वापस लौटा दिया।बस चालक ने यात्रियों को लोहागढ़ स्टेडियम में उतार दिया। इन प्रवासी मजदूरों को जयपुर के बस्सी क्षेत्र से लाया गया था और ये मजदूर यूपी के पीलीभीत, कानपुर, मुरादाबाद आदि जिलों के निवासी हैं। वहीं, प्रवासी मजदूरों के राजस्थान से यूपी और यूपी से राजस्थान आने का सिलसिला तीसरे दिन धीमा नजर आया।शनिवार को राजस्थान रोडवेज की 25बसें यूपी के श्रमिकों को लेकर रारह बॉर्डर पहुंची, जबकि लोहागढ़ स्टेडियम से मात्र एक बस ही यात्रियों को लेकर जालौर के लिए रवाना हुई। वहीं लोहागढ़ स्टेडियम में भोजन नहीं मिलने पर बाहर से आए चालक-परिचालकों ने हंगामा किया। बाद में जिला प्रशासन ने पैकेट उपलब्ध कराए।लोहागढ़ आगार के कार्यवाहक मुख्य प्रबंधक महेश गुप्ता ने बताया कि शनिवार को राजस्थान रोडवेज की एक बस से 22 प्रवासी मजदूरों को जालौर के लिए भेजा गया। जबकि 25 बसों से यूपी के श्रमिकों को रारह बॉर्डर तक छोड़ा गया। अब तक यूपी के कुल 8632 श्रमिकों को 228 बसों से यूपी की सीमा तक लाया गया।दूसरी ओर दोपहर तक जिला प्रशासन की ओर से भोजन के पैकेट नहीं भेजने जाने से बाहर से आए चालक-परिचालकों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान करीब एक घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। प्रबंधक प्रशासन राजेंद्र शर्मा ने बताया कि रोडवेजकर्मियों ने इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया। बाद में प्रशासन की ओर से खाने की व्यवस्था किए जाने के बाद हंगामा शांत हुआ।चैक पोस्ट पर ही रोकनी पड़ी बसेंगुजरात और राजस्थान के विभिन्न जिलों से पैदल आ रहे यूपी, बिहार और अन्य राज्यों के श्रमिकों को रारह बॉर्डर हंगामा करने के चलते प्रवासी मजदूरों को छोड़ने जा रही राजस्थान रोडवेज की बसों को रास्ते में ही कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। चैकपोस्ट पर तैनात रोडवेज कर्मी दलवीर सिंह ने बताया सुरक्षा की दृष्टि से चालक-परिचालकों ने बसों को सड़क के किनारे खड़ा कर लिया था। बाद में स्थिति सामान्य होने पर संचालन शुरू हो गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 आरटीई के तहत एडमिशन में अभिभावकों की इनकम का दायरा 1 से 2.50 लाख बढ़ाया By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT राज्य सरकार की ओर से प्राइवेट स्कूलों में 25 फ़ीसदी आरटीई के तहत एडमिशन के लिए इनकम का दायरा बढ़ाने से स्टूडेंट्स की संख्या में इजाफा के साथ एडमिशन के लिए कंपटीशन बढ़ेगा। शुक्रवार को सीएम अशोक गहलोत ने पिछली सरकार के समय एक लाख रुपए सालाना इनकम को आरटीई में बढ़ाकर ढाई लाख रुपए तक कर दिया है। इससेे आरटीई एडमिशन लेने वाले बच्चों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है, जबकि शुरुआत में वर्ष 2011 में सेंट्रल गवर्नमेंट ने इसकी सीमा ढाई लाख रुपए ही रखी थी।पिछली सरकार द्वारा एक लाख रुपए की राशि से बढ़ाकर अब राज्य सरकार ने सीमा बढ़ा दी है। शिक्षा विभाग की ओर से प्राइवेट स्कूलों में आरटीई के तहत एडमिशन की प्रोसेस का टाइम फ्रेम जल्द जारी होने की उम्मीद है। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के महामंत्री संजय शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार ने आरटीई के तहत सालाना इनकम में बढ़ोतरी की है यह एक सराहनीय कदम है।^सरकार की ओर से आरटीई के तहत सालाना इनकम ढाई लाख रुपए कर दी है। विभागीय गाइडलाइन के अनुसार एडमिशन संबंधी प्रोसेस की जाएगी। जिन स्कूलों का आरटीई का बकाया भुगतान है। इस संबंध में प्रोसेस चल रहा है। - द्रौपदी मेहर, डीईओ प्रारंभिक मुख्यालय Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 चंबल से राेज आ रहा है 20 एमएलडी पानी, फिर भी प्यास बुझाने के लिए काटनी पड़ रही बिजली By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT गर्मी बढ़ने के साथ पानी की डिमांड बढ़ गई है, लेकिन गर्मी से पहले शहर को जितना पानी मिल रहा था, उतना ही पानी अभी आ रहा है। चंबल से पानी आने के बाद शहर में पेयजल व्यवस्था सुधारनी चाहिए, लेकिन सप्लाई व्यवस्था और गड़बड़ा रही है।हर 3-4 दिन में शहर के किसी एक हिस्से की सप्लाई को काटा जा रहा है। रखरखाव के नाम पर बिजली कटाैती से व्यवस्था और चरमरा जाती है। इसका सीधा असर पानी के समयचक्र पर पड़ रहा है। देरी से हो रही सप्लाई के कारण आमजन परेशान हाे रहा है। शहर के कई हिस्सों में पर्याप्त पानी नहीं आने से टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार शहर को चंबल से प्रतिदिन 20 एमएलडी पानी दिया जा रहा है। फ्लो मीटर नहीं होने से यह कह पाना मुश्किल है कि वास्तव में कितना पानी आ रहा है, क्योंकि जो पानी आ रहा है, उससे डिमांड पूरी नहीं हो पा रही है। पहले 14 टंकियां भर रहे थे, अब 20 टंकियां भरी जा रही है। इसी के कारण हर 3-4 दिन में सप्लाई काटनी पड़ रही है। गर्मी बढ़ने के साथ ही पानी की डिमांड भी बढ़ गई है।कर्मचारी सो गया, नहीं भर पाई टंकीकर्मचारी की लापरवाही के कारण शुक्रवार रात की मालीपाड़ी की टंकी नहीं भर पाई। इससे शनिवार को पुरोहित गली, सोत्यापाड़ा, कालामहलों की गली, आचार्य गली में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई। जिस कर्मचारी को टंकी भरने के लिए रखा हुआ था, उसकी लापरवाही से टंकी रात के समय नहीं भर पाई। अधिकारियों ने कर्मचारी को हटाकर उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए एसई को पत्र भेजा है।कंटीजेंसी प्लान तैयारनगर परिषद द्वारा शहर में पेयजल संकट के हालात से निबटने के लिए कंटीजेंसी प्लान तैयार किया है। आवश्यकता पड़ने पर टैंकरों से सप्लाई की जा सकेगी। यहां तक कि सप्लाई में टेक्निकल फाल्ट आता है तो भी शहर में टैंकर से सप्लाई की जाएगी। कंटीजेंसी प्लान तैयार कर लिया गया है। आवश्यकता पड़ने पर शहर में टैंकर चलाए जा सकेंगे। बिजली व्यवधान से भी शहर की जलापूर्ति व्यवस्था पर असर पड़ता है।-अरुणेश शर्मा, कार्यवाहक आयुक्त, नगर परिषद Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 अब तक 10 हजार 244 लोग हुए लाभान्वित By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि लॉकडाउन के चलते कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों का उपचार करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुरू की गई मोबाइल ओपीडी वैन आम रोगियों के वरदान साबित हो रही है। इस मोबाइल ओपीडी सुविधा से कंटेन्मेंट जोन तथा अन्य प्रभावित क्षेत्रों में आमजन को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो रही है।उन्होनें बताया कि लॉकडाउन में आमजन को जांच एवं दवा वितरण की सेवाएं मोबाइल ओपीडी वैन के मध्यम से दी जा रही है. धौलपुर जिले के 6 उपखंडों में वर्तमान में 11मोबाइल मेडिकल ओपीडी वैन संचालित की जा रही है.जिनमे गत 23 तारीख से शुरू हुए मोबाइल ओपीडी सुविधा के दौरान प्रारम्भ में 6 मोबाइल ओपीडी संचालित थी। जिन्हें बढ़ाकर 11 कर दिया है। मोबाइल मेडिकल ओपीडी वैन से शहरी क्षेत्रा और सभी उपखण्डों में विभिन्न स्थलों पर लोगों की जांच एवं उपचार किया जा रहा है, जिनमें पुरूष, महिला व बच्चे भी शामिल हैं।इस मोबाइल मेडिकल ओपीडी वैन में नियुक्त चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ सर्दी, जुकाम, बुखार, मधुमेह, हाईपरटेंशन की जांच एवं उपचार के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच कर रहे हैं.अब तक जिले में कुल 10 हजार 244 लोगों को निःशुल्क जाँच व उपचार की सुविधा उपलब्ध हो चुकी है। उन्होनें सीएमएचओ को निर्देश दिए है कि अधिक से अधिक लोगों तक मोबाइल ओपीडी सुविधा का लाभ पहुंचना चाहिए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 नरेगा में एक दिन में 2058 श्रमिक बढ़े, विधायक बोले - 15 मई तक 15 हजार तक पहुंचाएं संख्या By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT शनिवार को बसेडी विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा ने बसेड़ी पंचायत समिति सभागार में उपखंड स्तरीय विभागो के अधिकारियों की बैठक आयोजित कर कोरोना वायरस सहित बिजली, पानी व मनरेगा के कार्यों की समीक्षा की।विधायक ने संबन्धित विभागो के अधिकारियो को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी के साथ साथ आमजन को राहत देने के लिए बिजली, पानी की व्यवस्था दुरूस्त की जावे वही अधिक से अधिक श्रमिको को मनरेगा से जोडकर रोजगार मुहैया कराया जावे।विधायक ने कहा कि बिजली, पानी की शिकायतो का त्वरित निस्तारण किया जावे। साथ ही एसडीएम को सुझाब देते हुए कहा कि उपखंड कार्यालय में बिजली, पानी की समस्याओ के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया जावे वही मोबाइल नम्बर सर्कृलेट कर ग्रामीणो की समस्या इंद्राज की जावे जिससे आमजन को राहत मिल सके। विधायक ने बिजली, पानी की समस्याओ में लापरवाही मिलने पर सख्त कार्यवाही करने की नसीहत दी। विधायक ने मनरेगा की समीक्षा करते हुए श्रमिको की संख्या बढाने पर बल दिया। विकास अधिकारी गिर्राजसिह ने बताया कि मनरेगा के तहत शनिवार को बसेडी व सरमथुरा उपखंड में 8758 श्रमिक को मनरेगा के तहत रोजगार दिया गया है।शुक्रवार को श्रमिकों की संख्या 6700 थी। विधायक ने 15 मई तक मनरेगा में 15 हजार श्रमिको को रोजगार देने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया। वही प्रत्येक रेवन्यू विलेज में मनरेगा के तहत कार्य कराने के निर्देश दिए।इसीप्रकार विधायक ने कोविड 19 के तहत मोडीफाइड लाॅकडाउन 3 की समीक्षा करते हुए प्रवासी श्रमिको के लिए ठहराव व खानपान की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। बसेड़ी विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा ने कहा कि लाॅकडाउन की अवधि में प्रशासनिक अधिकारियों ने भामाशाहो का सहयोग लेते हुए व्यवस्थाओं को सुचारु रखा उसके लिए सभी का आभार व्यक्त करता हूं।एसडीएम को सुझाब देते हुए कहा कि बसेडी में कोरोना वाॅरियर्स बनकर डॉक्टर, मेलनर्स, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी, पटवारी, एंबुलेंसकर्मी आदि ने अपने जीवन को संकट में डालकर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने पर रोक लगाई ऐसे कोरोना वाॅरियर्स का हौसला बढाने के लिए उपखंडस्तर पर सम्मानित किया जावे। इस मौके पर एसडीएम प्यारेलाल सोठवाल, विकास अधिकारी गिर्राजसिह, जेईएन अवधेश कुमार, पूर्व लाखनसिंह खिडोरा, ब्लॉक अध्यक्ष रविंद्रसिंह परमार, अरुण जैन, शुशांक कौशिक मौजूद थे।विधायक ने दिए लाइनमैन और ठेका कर्मी को हटाने के निर्देशबसेडी विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा ने गर्मी में आमजन को राहत पहुंचाने के लिए सबसे अधिक ध्यान बिजली, पानी पर केन्द्रित किया। बैठक में हरजूपुरा जीएसएस पर तैनात लाइनमैन देवेन्द्र व बसेडी जीएसएस पर ठेका पर तैनात कार्मिक भोलू द्वारा बिना कारण बिजली काटने की शिकायत मिलने पर नाराजगी जताते हुए लाइनमैन व कार्मिक को तुरंत हटाने के निर्देश निगम के अधिकारियो को दिए। विधायक ने कहा कि अघोषित कटौती कतई बर्दाश्त नही की जाएगी। इस दौरान विधायक बैरवा ने पिछले दिनों आए अंधड से प्रभावित गांवो में तुरंत विद्युत आपूर्ति शुरू करने के निर्देश निगम अधिकारियों को दिए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 70 पउआ अवैध देशी शराब ले जाते एक व्यक्ति गिरफ्तार By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:30:00 GMT एसपी मृदुल कच्छावा के निर्देशन व एएसपी राजेन्द्र वर्मा एवं सीओ मनियां वासुदेव सिंह के सुपरीवीजन में कोरोना महामारी के लिए चल रहे लॉक डाउन का उल्लंघन कर अवैध देशी शराब बेचने को ले जा रहे एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।जिले में एसपी मृदुल कच्छावा के निर्देशन में पुलिस लगातार लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही कर रही है। एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया है कि शनिवार को उप निरीक्षक अभिजीत कुमार सिंह थानाधिकारी थाना दिहौली को जरिए मुखबिर थाना इलाके में एक व्यक्ति के लॉक डाउन का उल्लंघन कर अवैध शराब बेचने की सूचना मिली।सूचना मिलने पर थानाधिकारी थाना दिहौली ने एक विशेष टीम गठित कर मुताबिक मुखबिर की सूचना पर रवाना किया तो उक्त पुलिस टीम ने मुताबिक मुखबिर सूचना कार्यवाही करते हुए मुल्जिम श्रीकृष्ण उर्फ श्री पुत्र शिवसिंह ठाकुर निवासी ग्राम दिहौली थाना दिहौली जिला धौलपुर को देशी शराब के 70 पउआ के साथ गिरफ्तार किया है। जिसके विरूद्ध आबकारी अधिनियम में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान व पूछताछ कराई जा रही है।पुलिस ने हत्या के दो आरोपी पकड़ेसरमथुरा। खोखला मे युवक की हत्या करने के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। डीएसपी प्रवेन्द्र सिंह महला ने बताया कि खोखला मे युवक की हत्या करने मे शामिल रामरूप पुत्र छोटे, हुकम सिंह पुत्र छोटे दोनों भाइयों को पकडऩे मे पुलिस ने कामयाबी हासिल की है। डीएसपी ने बताया कि पुलिस ने रामरूप को 6 मई व हुकम सिंह को शनिवार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में लगी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 नेहरू युवा केंद्र ने 400 घरों में होम्योपैथिक दवा बांटी By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:50:00 GMT कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, आयुष मंत्रालय के निर्देशानुसार भारत सरकार युवा मामले एवं खेल मंत्रालय, नेहरू युवा केंद्र की आर से लोगों की रोग प्रतिकारक शक्ति को बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक दवा का वितरण किया गया। इस दौरान भटार सर्वोदय सोसाइटी एवं अन्य इलाको के 400 परिवारों के 2000 लोगों में दवा बांटी गई।इसके अलावा लोगों को आरोग्य सेतु एप, सोशल डिस्टेंस के बारे में समझाया गया। इस दौरान जिला युवा समन्वयक सचिन शर्मा, युवा सलाहकार समिति के दीपक जायसवाल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक जीवन राजपूत और सामाजिक कार्यकर्ता उम्मेद वर्मा, आशीष पटेल मौजूद थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Nehru Yuva Kendra distributed homeopathic medicine in 400 homes Full Article
0 नगर परिषद के खाते में 80 कराेड़ रुपए...लेकिन जारी किए 318 कराेड़ के टेंडर By Published On :: Sat, 09 May 2020 23:57:00 GMT टेंडर में गड़बड़ी से अक्सर विवादाें में रहने वाली नगर परिषद एक बार फिर विवादाें में है। इस बार लाॅकडाउन अवधि में टेंडर करने का विवाद है। काेराेना वायरस के कारण चल रहे लाॅकडाउन में राज्य सरकार ने सभी तरह के कामाें पर प्रतिबंध लगाकर खर्च पर राेक लगा रखी है, लेकिन नगर परिषद ने राज्य सरकार के आदेशाे की अवहेलना कर कराेड़ाें के टेंडर जारी कर दिए।परिषद ने 101 काम के लिए करीब 318 कराेड़ रुपए के टेंडर जारी किए हैं। ऐसी स्थिति में टेंडर जारी किए हैं जब नगर परिषद के खाते में ही करीब 80 कराेड़ रुपए ही हैं। यह 80 कराेड़ रुपए का बजट भी नगर परिषद व राज्य सरकार की सभी याेजनाओं काे मिलाकर है, लेकिन लाॅकडाउन की अवधि में करीब 318 कराेड़ रुपए के टेंडर हाेने से ये संदेह के घेरे में आ गए हैं।नगर परिषद के पीडी अकाउंट में ताे महज 30 कराेड़ रुपए का ही बजट है। लाॅकडाउन अवधि में किए गए टेंडर की शिकायत शनिवार काे मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत और कलेक्टर राजेंद्र भट्ट काे की गई है। ऑनलाइन जारी की गई निविदा के नंबर 01/2020-21 है। इसमें 101 काम हैं। ऑनलाइन निविदा की काॅपी लेने की तारीख 14 से 26 मई है। 27 मई काे टेंडर खुलेंगे। नगर परिषद टेंडर के मामले में कई बार विवादाें में रह चुकी है। इसलिए कई टेंडर निरस्त भी करने पड़े थे।ये भी लापरवाही...110 ऐसे प्रोजेक्ट हैं, जिनके टेंडर हो गए, लेकिन अभी तक वर्क ऑर्डर जारी नहीं किए101 टेंडर में सीसी राेड, सड़क निर्माण, पेवर सड़क, व्यायामशाला और धार्मिक स्थल पर हाॅल बनाना, भाेजनशाला निर्माण, पार्क, डब्ल्यूबीएम सड़क निर्माण, विश्रांति गृह, इंटरलाॅकिंग टाइल्स लगाना, टीनशेड, सुरक्षा एवं स्वागत द्वारा बनाना, सेनेट्री गलियाें की रिपेयरिंग, चारदीवारी बनाने के काम हैं। मुख्यमंत्री व कलेक्टर काे की गई शिकायत में कहा है कि ये ऐसे काम हैं, जिनकाे अभी नहीं किया जाए ताे भी इतना जरुरी नहीं है लेकिन लाॅकडाउन में निर्माण कार्याें पर राेक हाेने के बावजूद टेंडर किए जा रहे हैं। इसलिए इसमें गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है।पहले की निविदा में नहीं आ रहे ठेकेदार, बार-बार बढ़ा रहे हैं अवधि... नगर परिषद में पहले जारी एक निविदा में भी ठेकेदार रुचि नहीं ले रहे हैं। इस कारण उसमें काॅपी डालने की अवधि बार-बार बढ़ानी पड़ रही है। अब तक दाे बार अवधि बढ़ा चुके हैं। इस बीच 101 नए काम के टेंडर की निविदा जारी कर दी गई।पिछले कई काम अधूरे पड़े, शुरू करने की मांग...नगर परिषद में पिछले कई काम अधूरे हैं। पहले इनकाे कराना जरुरी है। नगर परिषद बिल्डर एसोसिएशन ने शुक्रवार काे सभापति को ज्ञापन देकर शहर में रुके हुए काम शुरू करने की स्वीकृति दिलाने की मांग की थी। एसोसिएशन के अध्यक्ष तेजेंद्र गुर्जर ने बताया कि काम बंद होने से मजदूर बेरोजगार हाे गए हैं और आर्थिक संकट में हैं। महामंत्री महेंद्र मीणा ने बताया कि लॉकडाउन के पहले निर्माण सामग्री कार्य स्थल पर डाल दी थी। इससे लोगों को आवागमन में भी परेशानी हो रही है। उन्हाेंने बताया कि जिला प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार लॉकडाउन की पालना करते हुए निर्माण कार्य किए जाएंगे।110 काम के वर्क ऑर्डर नहीं दिए...नगर परिषद में 110 काम की एक निविदा ऐसी है जिसके टेंडर हाे गए हैं, लेकिन अभी तक वर्क ऑर्डर ही नहीं दिए हैं। ये काम करीब 15-15 लाख रुपए के हैं। इसके बाद जारी 35 काम की एक निविदा में ठेकेदाराें से काॅपी लेने के लिए तीन बार तारीख आगे बढ़ा चुके हैं।राज्य सरकार की गाइडलाइन है कि लाॅकडाउन की अवधि में काेई भी नए काम के टेंडर नहीं कर सकते हैं। इसलिए नगर परिषद के नए टेंडर निरस्त किए जाएंगे। पुराने जाे काम अधूरे हैं। उनकी भी समीक्षा की जाएगी। समीक्षा में प्राथमिकता के आधार पर जरुरी काम ही शुरू करने की अनुमति दी जाएगी। राजेंद्र भट्ट, कलेक्टर Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 ऊपर से गाेल टैंकर पर बैठकर एमपी से राजस्थान में आए 50 लाेग...साइकिल से भी आ रहे प्रवासी By Published On :: Sun, 10 May 2020 00:04:00 GMT काेराेना लाॅकडाउन में फंसे मजदूर घर लाैटने के लिए हर खतरा उठाने काे मजबूर हैं। इसकी तस्वीर दिखी लाडपुरा-बिजाैलिया रोड पर। एक फ्लाई एस टैंकर पर करीब 50 श्रमिक बैठकर पहुंचे। टैंकर ऊपर से गाेलाकार है जिस पर बैठना आसान नहीं हाेता लेकिन घर आने की मजबूरी में यह खतरा भी उठा लिया। ड्राइवर ने बताया ये लाेग मध्यप्रदेश से आए हैं जाे भीलवाड़ा, टाेंक व काेटा जिलाें के हैं। कई लाेग ताे साइकिलाें से भी आ रहे थे। इन्हाेंने बताया कि परिवहन के साधन नहीं मिल रहे। लाडपुरा, आरोली व बिजाैलिया में बनी चैक पाेस्ट पर जाेगणिया शक्तिपीठ की ओर से प्रवासी श्रमिकाें के लिए भाेजन व्यवस्था की गई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 50 people coming to Rajasthan from MP sitting on the Gael tanker from above ... also migrants coming from bicycle Full Article
0 निंबाहेड़ा में डेढ़ साल के बच्चे सहित 10 और पॉजिटिव, जिले में संक्रमितों का आंकड़ा 137 By Published On :: Sun, 10 May 2020 00:09:00 GMT कोरोना हॉट स्पॉट निम्बाहेड़ा में शनिवार को भी 10 नए पॉजीटिव केस निकले। इन्हें मिलाकर अकेले निम्बाहेड़ा में 136 और जिले में संक्रमितों का आंकडा 137 हो गया। जिनमें से दो की मौत हो गई थी। जो नए केस मिले, उनमें एक डेढ़ साल का मासूम बच्चा भी है।भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज से शनिवार दोपहर से शाम तक तीन बार निम्बाहेड़ा की रिपोर्टस आई। जिनमें क्रमश: 4, 3 व 3 पॉजीटिव केस आए। कंघी मोहल्ला निवासी कांग्रेस पार्षद का 12 वर्षीय पुत्र और 23 वर्षीय रिश्तेदार संक्रमित मिले। पार्षद का एक भाई, रिश्तेदार व पडौसी पहले भी संक्रमित मिल चुके थे। शनिवार को इनके अलावा इंद्रा कालोनी निवासी डेढ़ वर्षीय बालक और 75 वर्षीय बुजुर्ग पॉजीटिव आए। इस बच्चे के माता-पिता पहले संक्रमित हो चुके थे। इनके साथ दो और केस इंद्रा कालोनी व एक केस माहेश्वरी मोहल्ला से है। शाम को आई रिपोर्ट के तीनों केस हॉट स्पॉट नया बाजार क्षेत्र से है। जिनमें सलावटी मोहल्ला निवासी 53 वर्षीय महिला, नया बाजार के 55 वर्षीय व 57 वर्षीय पुरुष है। महिला का पुत्र पहले पॉजीटिव आ गया था।यह अच्छी खबर... दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आने के बाद 6 मरीजों को छुट्टीनिम्बाहेड़ा व जिले के लिए शनिवार को एक अच्छी खबर यह रही कि उदयपुर में उपचाररत 6 संक्रमितों की लगातार दूसरी रिपोर्ट भी नेगेटिव आ चुकी है। जिसके बाद उनको वहां से चित्तौड़गढ़ के लिए डिस्चार्ज कर दिया गया। मंत्री उदयलाल आंजना के निर्देश पर कलेक्टर चेतन देवड़ा ने इनको लाने के लिए एंबुलेंस भेजी। जिसके बाद ये सभी चित्तौड़गढ़ रवाना हो गए। डाक्टरों की गाइड लाइन अनुसार इनको फिलहाल घर भेजने की बजाय चित्तौड़गढ़ के समीप एक रिसोर्ट में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर पर रखा जाएगा। गौरतलब है कि इनमें से दो को तो गुरुवार शाम को ही डिस्चार्ज कर दिया गया था पर एंबुलेंस का इंतजाम नहीं होने से ये दिनभर अस्पताल में ही इंतजार करते रह गए। शनिवार को चार और मरीज डिस्चार्ज हो गए, तब तक भी यही समस्या बनी रही। छुटटी किए मरीजों में लखारा गली निवासी कांग्रेस पार्षद का छोटा भाई, चचेरा भाई, नया बाजार निवासी एक मृतक का पुत्र शामिल है। इनके कहने पर आंजना ने एंबुलेंस से लाने के लिए कलेक्टर से बात की।अब तक 2526 सैंपल भेजे, जेके सीमेंट में सभी की सैंपलिंग हो रहीपीएमओ डाॅ. मंसूर खान के अनुसार निंबाहेड़ा से शनिवार शाम पांच बजे तक 2526 लोगों के सैंपल भेजे जा चुके। अब तक 136 पॉजीटिव में से दो की मौत हुई। शेष का उदयपुर और निम्बाहेड़ा में उपचार चल रहा। अब तक 577 की रिपोर्ट बाकी हैं। जबकि 134 सैंपल रिजेक्ट हुए है। जेके सीमेंट की निंबाहेड़ा एवं मांगरोल यूनिट में कार्यरत अधिकारियों एवं श्रमिकों की जांच के लिए ऑफिसर्स कॉलोनी में कैंप लगाया गया। जेके के डॉ चौधरी ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन अनुसार सभी अधिकारियों एवं श्रमिकों की सैंपलिंग कराई जा रही। ताकि नियमित काम के दौरान कोई खतरा न हो।हॉट स्पॉट और क्वारेंटाइन सेंटरों का लिया जायजाकोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए केन्द्रीय टीम ने शनिवार को नगर का जायजा लिया। महामारी विज्ञान विभाग अध्यक्ष प्रो जयंतकुमा रदास, डॉ दीपेन्द्र बनर्जी एवं प्रजनन शिशु स्वास्थ्य विभाग राजस्थान के अतिरिक्त निदेशक लक्ष्मणसिंह ओला ने एडीएम मुकेश कलाल, विशेष अधिकारी हेमेन्द्र नागर, एसडीएम पंकज शर्मा, सीएमएचओ इन्द्रजीतसिंह, बीसीएमएचओ पीयूष दूबे के साथ क्वारंटाइन सेन्टरों का निरीक्षण किया। हॉट स्पॉट बनी लखारा गली, माहेश्वरी मोहल्ला, नया बाजार क्षेत्र का भी अवलोकन किया। चित्तौड़ी गेट पर खाद्य आपूर्ति व्यवस्था की जानकारी ली। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today In Nimbahera, 10 more positive, including one and a half year old children, 137 infected in the district Full Article
0 भदेसर में लिए सभी 50 सैंपल दूसरी बार भी फेल By Published On :: Sun, 10 May 2020 00:15:00 GMT निंबाहेड़ा के बाद जिले के दूसरा कोराेना संक्रमण प्रभावित क्षेत्र भदेसर में भी सिस्टम गड़बड़ा रहा है। राज्य सरकार ने यहां अचानक एसडीएम पद पर अंशुल आमेरिया की जगह अंजु शर्मा को लगा दिया। दूसरी ओर यहां पहला पॉजीटिव केस सामने आने के बाद लिए गए 50 सैंपल दूसरी बार भी फेल हो गए। यह चिकित्सा विभाग की बड़ी चूक मानी जा रही।कार्मिक विभाग के संयुक्त शासन सचिव आशीष मोदी की ओर से जारी आदेश अनुसार आरएएस अंजु शर्मा को तुरंत प्रभाव से भदेसर एसडीएम के पद पर लगाया जाता है। जहां आरएएस अंशुल आमेरिया नियुक्त थी। हालांकि उनका प्रोबेशन काल 31 मार्च को पूरा हो गया था पर कोराना आपदा के चलते उनको यथावत रखा गया। इसी बीच कुछ दिन पूर्व चित्तौडगढ एसडीएम आईएएस तेजस्वी राणा के अचानक तबादले से यहां का अतिरिक्त चार्ज भी अंशुल को दिया गया था। ऐसे में अंशुल अब चित्तौड़गढ़ का काम भी देखेगी या नहीं और उनको भदेसर से क्यों हटाया? इसे लेकर चर्चाएं है। एक कारण दो दिन पूर्व सांवलियाजी में निम्बाहेड़ा के लोगों को क्वारेंटाइन करने आई बसों का बैरंग लौटना माना जा रहा। सूत्रों के अनुसार सांवलियाजी वासियों के विरोध के साथ भदेसर के अधिकारी भी सहमत नहीं थे। उनका कहना था कि यहां भी एक पॉजीटिव केस निकल आया। ऐसे में ये स्थान यहां के लिए ही सुरक्षित रहने चाहिए? इधर, निम्बाहेड़ा के लोगों को इस तरह भटकाने पर वहां के जनप्रतिनिधि प्रशासन से बुरी तरह खफा हुए। प्रशासनिक स्तर पर भी गतिरोध व हास्यास्पद स्थिति बनी। इधर, चित्तौड़ में तेजस्वी राणा की जगह एसडीएम पद पर बाद में सरकार ने आरएएस सुरेंद्र कुमार को लगाया लेकिन वे अब तक ज्वाइन करने नहीं आए। ऐसे में चित्तौड़ का चार्ज भी अंजु शर्मा देखेगी या फिर यहां अंशुल आमेरिया को ही जिम्मेदारी देंगे। यह साफ होना बाकी है। सीनियर आरएएस अंजू शर्मा अभी एपीओ चल रही थी।भदेसर तहसील के बरखेड़ा गांव में संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आए लोगों की स्थिति क्या है? प्रशासन और ग्रामीण चार दिन बाद भी यह जान नहीं पा रहे। यहां 5 मई रात को पॉजीटिव केस आते ही चिकित्सा टीम ने अगले दिन सुबह प्राकटय स्थल पर क्वारेंटाइन सेंटर बनाते हुए 50 सैंपल लिए थे। जो भीलवाड़ा की लैब ने रिजेक्ट कर दिए। सकते में आए विभाग ने सभी के दोबारा सैंपल लेकर भेजे। भादसोड़ा के शुक्रवार को भेजे गए सभी 55 सैंपल भी रिजेक्ट यानी जांच से पहले ही फेल हो गए। यह संबंधित टीम सहित विभाग की गंभीर चूक मानी जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 प्रवासियाें का आगमन शुरू, 30 राज्यों से 18 हजार लोग करा चुके पंजीयन, 14 दिन रहना होगा क्वारेंटाइन By Published On :: Sun, 10 May 2020 00:21:00 GMT लॉकडाउन-3 प्रशासन और आमजन के लिए दोहरी चुनौती बन गया है। मात्र 15 दिन में ही जिले में कोरोना पॉजिटिव केस 126 पार हो गए। दूसरी ओर इन्हीं दिनों में अन्य राज्यों से प्रवासियों का आना भी शुरू हो गया। अन्य राज्यों में रह रहे श्रमिकों के बाद अब अन्य कारणों से अटके अन्य प्रवासियों को भी लाने की कवायद चल रही है। करीब 18 हजार प्रवासियों ने जिले में आने के लिए पंजीयन कराया है।सीएम अशोक गहलोतकी मंशा और सरकार केनिर्देश के बाद जिलाप्रशासन इनकी तैयारी मेंभी जुटा है। गृह राज्य वजिले में आने के लिएआन लाइन पंजीयन जरूरी है। भास्कर की जानकारी में सामने आया कि करीब 30 राज्यों से अब तक 18 हजार लोग जिले में आने के लिए पंजीयन करा चुके हैं। विभिन्न वाहनों से आने का क्रम एक सप्ताह से शुरू भी हो चुका है।कलेक्टर चेतन देवड़ा ने इसके लिए मातहत अधिकारियों को निर्देश जारी कर रखे हैं। प्रभारी अधिकारी सीईओ नेएसडीएम, तहसीलदारों वबीडीओ को गाइडलाइन जारी की। जिले में आने के इच्छुक लोगों का गुरुवार रात 8 बजे तक आंकड़ा 14265 था, जो दो दिन में बढ़कर 18325 पहुंच गया। हमारे जिले के सबसे ज्यादा लोग बिहार, गुजरात, झारखंड, एमपी, यूपी, पश्चिम बंगाल में फंसे हैं।ये 790 लोग ट्रेन से यहां आना चाहते हैंप्रशासन के पास आए ऑनलाइन आवेदन के अनुसार जिले के 790 लोग ट्रेन से आना चाहते हैं। इसमें सबसे अधिक बिहार से 543, महाराष्ट्र से 26, आंधप्रदेश 15, कर्नाटक 2, केरला 7, तमिलनाडु 10, जम्मू-कश्मीर 4, गोवा 2, हिमाचल प्रदेश 1, उत्तराखंड 3, छतीसगढ 2, तेलंगाना 3, वेस्टबंगाल 66, झारखंड 89, मणिपुर 3, ओडिसा 11, मेघालय व आसाम 3-3 है।जानिए किन राज्यों में हमारे जिले के कितने लोग फंसे हैंमध्यप्रदेश 1812, उत्तरप्रदेश 3969, बिहार 3350, गुजरात 735, झारखंड 1210, दिल्ली 55, कर्नाटक 179, केरला 84, महाराष्ट्र 842, मणिपुर 15, मेघालय 6, नागालैंड 10, ओडिसा 166, पंजाब 157, सिक्कम 6, तमिलनाडु 147, तेलंगाना 169, त्रिपुरा 4, उत्तराखंड 68, वेस्टबंगाल 716, अंडमाननिकोबार 1, आंध्रप्रदेश 220, आसाम 30, चंडीगढ 8, छत्तीसगढ 101, दादर एंड नागरहवेली 14, दमन-दीप 3, गोवा 13, हरियाणा 91, हिमाचलप्रदेश 20, जम्मू कश्मीर में 23 लाेग अटके हैं।केरल से लेकर सीमा पार नेपाल तक फंसे हैं हमारे जिले के लोगमहाराष्ट्र के चंद्रपुर,तेलंगाना, गुजरात केअहमदाबाद, भावनगर व गांधीनगर, केरल केकुडुपी एयरपोर्ट रोड,नेपाल में कपडेटी जिला बुरबल ईरा भट्टी, हरियाणा के कैथल,महाराष्ट्र के जलकी बोर्डर,आंध्रप्रदेश के चितुर,तमिलनाडु के वैलूर, गोवा के करौली, महाराष्ट्र के ठाणे, पूणे व मुंबई सहित कई जगह जिले के ऐसे सैकडों लोग फंसे है, जो आइसक्रीम या अन्य छोटे मोटे काम करते हैं। एआईसीसी सदस्य पूर्व विधायक सुरेंद्रसिंह जाड़ावत ने कहा कि ज्यादातर प्रवासी राजस्थानी मजदूर वर्ग से हैं। इनकी स्थिति कमजोर है। इसलिए कुछ प्रोत्साहन राशि व भोजन सामग्री के किट भी बनवाकर दिए जाएं।बाॅर्डर चेक पोस्ट पर पंजीयन के साथ आरोग्य सेतु एप भी डाउनलोड करने को कहा... कलेक्टर चेतन देवड़ा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले की बार्डर चेकपोस्ट पर प्रवासियोंका मेडिकल चेकअप व पंजीयन हर हाल में किया जाएं। प्रवासी के मोबाइलपर rajcovidinfo app एवं आरोग्य सेतु एपडाउनलोड करवाएं। जिनमें कोई लक्षण नहीं है या स्वस्थ है, उनको 14 दिन होम क्वारेंटाइन किया जाए।एकीकृत काॅल सेंटर और मोबाइल एप पर पंजीयन ... अधिकारियों के अनुसार राजस्थान के श्रमिकों या प्रवासियों को राज्य में लाने के लिए एकीकृत काॅल सेंटर लगाया है। आॅनलाइन नाम आने के बाद दोनों राज्यों की सरकार निर्णय करेगी। मोबाइल एप भी पंजीयनके लिए जारी किया है।आने के बाद 14 दिन क्वारंटाइन रहना होगा... प्रवासियों को जिले में आने के बाद 14 दिन होम क्वारंटाइन रहना होगा। सभी एसडीओ, बीडीओ और बीसीएमओ इस पर नजर रखेंगे। संक्रमण प्रभावित जगह से आने वालाें काे एंबुलेंस से हाईवे से ही पिकअप कर निर्धारित अस्पताल लाने की व्यवस्था करेंगे। किसी भी परिस्थिति में प्रवासी को पीएचसी या सीएचसी नहीं भेजा जाना है।प्रवासी राजस्थानियों वश्रमिकों को लाने के लिए राज्य सरकार की गाइडलाइन अनुसार कार्य किया जा रहा है। ऑनलाइन पंजीयन और स्वीकृति का प्रोसेस है। दोनों राज्यों की इसमें सहमति होगी। तबही लोग रिलीज हो पाएंगे। प्रशासन ने तैयारियां कर रखी हैं। लोगों के आते ही क्वारंटाइन सेंटरों में ले लिया जाएं। - मुकेश कलाल एडीएम प्रशासनएमपी बाॅर्डर चेक पोस्ट से एक सप्ताह में 21 हजार लोग राजस्थान आ चुकेराजस्थान व मध्यप्रदेश सरकार के सामंजस्य के बाद दोनों स्टेट की बाॅर्डर चेकपोस्ट खोली गई तो एक सप्ताह में ही हजारों लोग इधर-उधर हुए। निंबाहेड़ा के पास एमपी बाॅर्डर की जलिया चेकपोस्ट पर 28 अप्रैल से अब तक 18721 लोग राजस्थान से एमपी जा चुके हैं। एमपी से राजस्थान आने वालों की संख्या 21 हजार से अधिक है।इसमें से 3700 लोगों को रोडवेज बसों से पहुंचाया गया। जबकि 17 हजार लोग निजी वाहनों से निकले हैं। अब आवागमन पर रोक है, लेकिन 6 मई तक जारी हो चुके पास वाले लोगों को आने दिया जा रहा। एक माह में बिना पंजीयन कराए पैदल या अन्य साधनों से जो हजारों लोग निकले वो अलग हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
0 महाराणा प्रताप की 480वीं जयंती पर जिले भर में दीप जलाए, श्रद्धा सुमन अर्पित किए By Published On :: Sun, 10 May 2020 00:32:00 GMT भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया के नेतृत्व में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती सादगी के साथ मनाई गई।जानकारी देते हुए भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष एवं जिला प्रवक्ता कमल कांत शर्मा ने बताया कि जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया, सांसद नरेंद्र खीचड़, विधायक सुभाष पूनिया ने महाराणा प्रताप की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर धूप दीप जला कर सोशल डिस्टेंस की पालना करते हुए सादगी के साथ महाराणा प्रताप को याद किया।इधर, शार्दुल कॉलोनी में प्रताप के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान रविंद्र सिंह तोलासरिया, शक्ति सिंह कल्याणपुरा, मेनपाल सिंह महनसर, तुषार सिंह शेखावत, गोपाल सिंह आदि मौजूद थे।खिराेड़ के टीकम सिंह की देखरेख में हुए कायर्क्रम में महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माला अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। इस माैके पर किशन लाल गुर्जर, राकेश स्वामी ने प्रताप के जीवन पर प्रकाशा डाला। बसावा गांव में प्रताप जयंती मनाई गई। कायर्क्रम में समाजसेवी पुनीत पारीक, आनंद सिंह, देवेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, अमित सिंह, रमन सिंह, महीपाल सिंह, गाेपाल सिंह, संदीप सिंह आदि माैजूद थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article