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4 नए मरीज, चाराें नए इलाके के मिले, काेई भी किसी काेराेना पाॅजिटिव के संपर्क में नहीं अाया

काेराेना के 4 नए मरीज देवास में मिले हैं। 3 देवास शहर के हैं, एक टाेंककलां का है। चिंताजनक बात यह है कि चाराें नए इलाके के हैं, जहां पहले काेई मरीज नहीं था। इनमें से काेई भी मरीज किसी काेराेना पाॅजिटिव के संपर्क में नहीं आया है। वायरस किसके जरिए इनके तक पहुंचा है, इसकी काेई स्पष्ट जानकारी नहीं है।


राहत की बात यह है कि मंगलवार रात 55 सैंपल की रिपाेर्ट आई, जिनमें से 51 रिपाेर्ट निगेटिव आई हैं। इस्लामपुरा की 50 साल की महिला ठीक हाे गई हैं। उनके दूसरे रिपीट सैंपल की रिपाेर्ट भी निगेटिव आई, जिसके चलते बुधवार काे उन्हें अमलतास हाॅस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। उन्हें मिलाकर अब तक जिले के 13 काेराेना पाॅजिटिव मरीज ठीक हाे गए हैं। अच्छी खबर यह भी है कि काेराेना पाॅजिटिव सुतार बाखल के युवक और रघुनाथपुरा की महिला के पहले रिपीट सैंपल की रिपाेर्ट निगेटिव आ गई है। उनका दूसरा रिपीट सैंपल भी बुधवार काे भेज दिया है। दाे और पाॅजिटिव मरीजाें का पहला रिपीट सैंपल भी बुधवार काे भेजा गया है। उनमें भी लक्षण चले गए हैं। यानी चार मरीज के और ठीक हाेने की तैयारी है। जिले में अब तक कुल 32 पाॅजिटिव मरीज पाए गए हैं। इनमें 7 की माैत हाे चुकी है। 13 ठीक हाेकर घर जा चुके हैं। 12 का इलाज चल रहा है।

एक मरीज 34 साल का युवक है। अवंतिका मेगा फूड में काम करता है। पता संजय नगर लिखा था, जिसके चलते सुबह टीम ने वहां तलाशा लेकिन वहां नहीं मिला। पता लगा कि वह बिंजाना में रहता है और ड्यूटी पर गया है। टीम ने युवक काे अवंतिका मेगाफूड के गेट के बाहर से सैनिटाइज कर अस्पताल में भर्ती करवाया। युवक ने टीम काे बताया, कंपनी में इलेक्ट्रिक का काम करता हूं और मेरे साथ 5 अन्य साथी भी हैं। एक सप्ताह पहले बच्चे की तबीयत खराब हाेने पर जिला अस्पताल में दिखाने गया था। पता नहीं कहां से वायरस लग गया है। तबीयत खराब हाेने पर साेमवार काे जिला अस्पताल में चेकअप करवाया था, जहां सैंपल लिया था। घर में पत्नी, एक पांच साल व दूसरा डेढ़ साल का बच्चा है। टीम ने जानकारी लेने के बाद युवक काे अमलतास अस्पताल में भर्ती करवाया। उनकी पत्नी, दाेनाें बच्चे और साथ में काम करने वाले 5 साथी कर्मचारियाें काे क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया।

सब्जी बेचने वाले काे काेराेना, तबीयत बिगड़ने के बाद भी गली-गली बेची
घनी बस्ती भवानी सागर में रहने वाले 45 साल के सब्जी विक्रेता की रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई है। दाे दिन पहले खांसी और बुखार आने पर वह जिला अस्पताल गया था, जहां सैंपल लेने के बाद बुधवार काे पाॅजिटिव रिपाेर्ट आई। लाॅकडाउन से पहले युवक मुख्य बस स्टैंड पर फल का ठेला लगाता था। बंद हाेने पर उसने सब्जी बेचना शुरू कर दी थी। एक माह से वह भवानी सागर सहित अासपास के माेहल्लाें में सब्जी बेच रहा था। युवक की पाॅजिटिव रिपाेर्ट आने पर भेरूगढ़ में रहने वाले एक व्यक्ति ने रैपिड रिस्पांस टीम काे फाेन लगाकर कहा, मेरे यहां भी सब्जी के सिलसिले में प्रतिदिन आता था। टीम युवक के घर पहुंची और उसे अमलतास रैफर किया गया। जिन-जिन लाेगाें काे सब्जी बेची है, उनमें हड़कंप मच गया है। युवक तबीयत खराब हाेने के बाद भी सब्जी बेच रहा था, अस्पताल में दिखाने पर सैंपल लेने के बाद बेचना बंद की थी। घर में पत्नी और चार बच्चे हैं।



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4 new patients, fodder found from new area, none of them came in contact with any Karena positive




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40 डिग्री टेम्परेचर में पीपीई किट पहनना तपती भट्‌टी के पास घंटों गुजारने जैसा है, 10 मिनट में शरीर पसीना-पसीना हो जाता है

7 डॉक्टर, 10 नर्स इलाज करते वक्त कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। बचाव का एक ही तरीका-पीपीई किट,लेकिन 40 से 42 डिग्री तापमान में इसे पहनना किसी तपती भट्‌टी के पास घंटों गुजारने जैसा है। इस किट को पहनकर संक्रमण से लड़ाई लड़ना कितना चुनौतीपूर्ण होता है, यह जानने के लिए भास्कर रिपोर्टर ने किट को पहनकरदफ्तर में चार घंटे काम किया। उनका अनुभव बताता है कि कोरोना वॉरियर्स मानवता की सेवा के लिए किन मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।

1. जैसे सिर से पैर तक बांध दिया हो

भास्कर रिपोर्टर नीता सिसौदिया ने पीपीई किट पहनकर 4 घंटे तक दफ्तर में काम किया।

भास्कर रिपोर्टर ने बताया-दोपहर के 12 बज रहे थे और तापमान 40 डिग्री के आसपास था। मैंने पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) किट पहनी। इसके बाद ऐसा लगा जैसे किसी ने मुझे बांध दिया हो। चश्मे-मास्क का दबाव चेहरे पर महसूस हो रहा था। किट पहनकर चलते नहीं बन रहा था। ग्लव्स के कारण मोबाइल पर पकड़ नहीं बन पा रही थी।

2. दस मिनट में ही पसीने से तरबतर

एन-95 मास्क पहनने के बाद लगा कि नाक पर कोई बोझ रख दिया गया हो और मजबूरी ऐसी कि आप चाहकर भी इसे हटा नहीं सकते। 10-15 मिनट में ही सिर पसीने से भर गया और इसकी बूंदें चेहरे की सतह से लुढ़कते हुए मास्क के भीतर जमा होने लगीं। पीपीई किट के अंदर भारी गर्मी का अहसास हो रहा था।

3. बेचैनी, गला सूख गया, असहनीय स्थिति

गला सूख रहा था।कई बार ऐसा लगा कि मास्क निकालकर पानी पी लूं लेकिन नहीं निकाल सकती थी। एक घंटा ही बीता था कि बेचैनी महसूस होने लगी। मास्क के बेल्ट चुभने लगे थे। कानों पर अलग तरह का प्रेशर लग रहा था।

4. चार घंटे में ये हाल, डॉक्टर पूरा दिन पहनते हैं

4 घंटे पीपीी किट पहनने के बाद रिपोर्टर का पसीने से यह हाल हो गया।

पसीने और उमस के अहसास ने परेशान कर दिया। उस पर चिलचिलाती गर्मी। चार घंटे के बाद जब पीपीई किट उतारी तो महसूस हुआ कि कोरोना वॉरियर्स के लिए यह ‘रक्षा कवच’ धारण करना कितना मुश्किल है।

  • 250 डॉक्टररोज पीपीई किट पहनते हैं। दो हजार से ज्यादा नर्स और कर्मचारी भी।
  • छह से आठ घंटेड्यूटी डॉक्टर इसे पहन काम कर रहे हैं। मैदानी टीम यानी सैंपल लेने वालों को दिनभर में कई बार किट बदलना पड़ता है।
  • 35 से 40 डिग्रीतापमान रहता है आईसीयू में। वहां एसी चलता है लेकिन 25 डिग्री से ज्यादा तापमान मेंटेन करना होता है।
  • वार्ड बाॅय, नर्स हो गए थे बेसुधहाल ही में एमवायएच में एक वार्य बॉय और एक नर्स पीपीई किट पहनने के बाद बेसुध हो गए।

परेशानी छोटी, मरीज बड़ा

अरबिंदो अस्पताल के डॉ. प्रकाश जोशी कहते हैं कि वार्ड में डबल लेयर का किट पहनकर जाते हैं। पसीना बहुत आता है। घबराहट होती है। लेकिन मरीजों की जान के आगे यह सब सेकंडरी है।

हार्ट रेट बढ़ा देती है किट

चाेइथराम में पल्मोनोलोजिस्ट डॉ. गौरव गुप्ता कहते हैं इमपरमिबल किट पहनने से मेरी हार्ट रेट एक बार 150 तक पहुंच गई थी। इसे पहन काम करना बेहद तकलीफदायक है।

किट आदत में आ चुकी है

एमटीएच में ड्यूटी कर रहे डॉ. अभिमन्यु निगम बताते हैं कि पहले दिन किट पहनी तो बहुत घुटन महसूस हुई। गर्मी के कारण ऐसा लगा मानो किट निकाल दूं। अब आदत हो गई है।

जयपुर के बाद रिकवरी में इंदौर दूसरे नंबर पर

शहर पॉजिटिव ठीक हुए दर
जयपुर 1074 446 41.52%
इंदौर 1681 628 37.35%
दिल्ली 5104 1468 28.76%
पुणे 2062 528 25.60%
ठाणे 1404 298 21.22%
मुंबई 9945 1605 16.13%
अहमदाबाद 4716 704 14.92%
चेन्नई 2331 319 13.68%
देश में 52247 14781 28.29%


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Wearing PPE kit in 40 degree temperature is like spending hours near the scorching furnace, the body becomes sweaty in 10 minutes.




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350 ई-पास और जारी, अब तक 4050 लोगों को इंदौर से बाहर जाने और आने के लिए अनुमति दी गई

लॉकडाउन के कारण शहर में फंसे अन्य राज्यों के लोगों को इंदौर से बाहर जाने और अन्य स्थानों से इंदौर में आने के लिए ऑनलाइन मंजूरी देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बुधवार तक 3700 लोगों को ई-पास जारी किए गए थे। वहीं, गुरुवार सुबह 350 लोगों को और ई-पास जारी किए गए। इस प्रकार अब तक 4050 लोगों को इंदौर आने एवं इंदौर से जाने के लिए अनुमति प्रदान की गई है।

प्रदेश से अन्य राज्यों में जाने और वहां से इंदौर आने के लिए mapit.gov.incovid-19 पोर्टल पर आवेदन करने पर मंजूरी मिल रही है। इसके साथ ही अब शासन ने निर्देश जारी कर रेड जोन में आए इंदौर, भोपाल, उज्जैन, खरगोन, खंडवा व धार जिलों से भी अन्य जिलों में जाने के लिए ई पास मंजूर करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इन जिलों से अभी तक केवल मेडिकल इमरजेंसी व मृत्यु की स्थिति में ही जारी हो रहे थे।

नोडल अफसर व आईडीए सीईओ विवेक श्रोत्रिय के मुताबिक, सिर्फ उन्हीं लोगों के आवेदन रिजेक्ट हुए, जिन्होंने आईडी नहीं लगाया। वे फिर से आईडी, सदस्य संख्या, वाहन नंबर के साथ आवेदन करें, मंजूरी दी जाएगी। ई-पास के लिएकलेक्ट्रेट या कहीं और भटकने की आवश्यकता नहीं है, अपने मोबाइल या कंप्यूटर से रेजिस्ट्रशन कर घर बैठे ही मोबाइल पर ही पास डाउनलोड कर सकते हैं।

आवेदन में इन बातों का ध्यान रखें

  • आवेदनhttps://mapit.gov.in/covid-19/पर किया जाए
  • अपना आईडी प्रूफ़ अवश्य अपलोड करें
  • वाहन क्रमांकएवं यात्रियों का विवरण अवश्य लिखें
  • आपका ई-पास आपको आपके मोबाइल पे ही भेजा जाएगा


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लॉकडाउन के चलते शहर में फंसे लोग इस तरह से कलेक्टर कार्यालय पर पहुंचकर अनुमति प्राप्त करने का प्रयास कर रहे थे।




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पीथमपुर में गद्दा बनाने वाली फैक्ट्री में आग लगी, 2 कंपनियों तक पहुंची, 4 घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया

धार जिले की औद्योगिक नगरी पीथमपुर में सेक्टर-3 स्थित केटी पॉलीमरगद्दा बनाने कीफैक्ट्री में गुरुवार को भीषण आग लग गई।अज्ञात कारण से लगी आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया। कुछ ही देर में आग ने पास स्थित दो अन्य फैक्ट्रियों को भी चपेट में ले लिया।इसमें कुरकुरे और चिप्स की पैकिंग का रैपर बनाने वाली सतीश प्रिंट पैक कंपनी में लगी आग से यहां रखा लाखोंकामाल जलगया। वहीं, एनबीआर कुलिंग में भी आग से नुकसान हुआ।

आग की सूचना के बाद इंदौर, पीथमपुर और कुछ प्रायवेट कंपनियों कीकरीब 13 दमकल कीगाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड के अनुसार आग से कितने की नुकसानी हुई है। इसका सही आंकलन अभी नहीं हो पाया है। प्रारंभिक जानकारी में लाखों रुपए की नुकसानी का अनुमान है।आग को बढ़ता देख आसपास मौजूद फैक्ट्री संचालकों को भी आगाह कर दिया गया था। लॉकडाउन के कारणफैक्ट्री में मजदूरों की संख्या काफी कम बताई जा रही है।

सबसे पहले केटी पॉलीमर कंपनी में आग लगी।

11 केवी लाइन की चपेट में आया युवक
गुरुवार काे राजाेद निवासी गाेपाल पिता रामचंद्र नायमा समीप ग्राम रामखेड़ा (रावलपाडा) में गेहूं भरने के लिए मिनी ट्रक लेकर जा रहा था। 11 केवी बिजली लाइन के तार नीचे झूल रहे थे। तार नीचे हाेने से मिनी ट्रक से टकरा गए। करंट फैलने से युवक की माैके पर ही माैत हाे गई। मिनी ट्रक के आगे का केबिन व ड्राइवर साइड का टायर भी जल गया। ग्रामीणों ने बताया 11 केवी लाइन को ऊंचा करने के लिए कई बार बिजली कार्यालय में आवेदन दिया,लेकिन काेई सुनवाई नहीं हुई।



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आग का धुआं कई किलोमीटर दूर से नजर आ रहा था। आग बुझाने 13 दमकल की गाड़ियां पहुंचीं।




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आजकोट से आलीराजपुर 400 किमी का 400 रु. लगता था किराया, पंचायत ने प्रति व्यक्ति वसूले 750 रुपए

शासन दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को लाने का दावा कर रहा है लेकिन अभी भी कई मजदूर हैं जो अपने घर तक नहीं पहुंच पाए हैं। रोजगार छिन गया है, लोगों के पास खाने तक को नहीं बचा है। ऐसे में बेसहारा हुए इन लोगों की मदद करने की बजाय उनके साथ धोखाधड़ी की जा रही है। मजदूर उधार लेकर या लोगों के सामने गिड़गिड़ाकर किसी तरह बस अपने घर पहुंचने की आस लगा रहे हैं।


गुजरात के राजकोट जिले की आजकोट पंचायत से गुरुवार को आलीराजपुर पहुंचे 20 मजदूरों ने अपनी पीड़ा बताई। मजदूरों ने कहा कि हम जामली और उदयगढ़ क्षेत्र के रहने वाले हैं। डेढ़ माह पहले गुजरात गए थेए लॉकडाउन में फंस गए। जो काम था वो भी छिन गया। किसी तरह घर पहुंचना चाहते थे। सूचना मिली की आजकोट से एक बस आलीराजपुर जाने वाली है। इसके टिकट पंचायत बनाकर दे रही है। पंचायत में टिकट बनवाने पहुंचे तो उन्होंने एक व्यक्ति का किराया 750 रुपए बताया। जबकि 400 किमी का किराया अब तक 400 रुपए देते आए थे। बच्चों का टिकट नहीं लेते थे। हमारे साथ 8 बच्चे हैं जिनमें कई बच्चे तो 1 से ड़ेढ़ साल के हैं। पंचायत ने इन बच्चों का टिकट भी हमसे लिया गया।

छांव में बैठकर घर जानेका करते रहे इंतजार
आजकोट से आलीराजपुर पहुंचे मजदूरों को अपने निवास स्थान तक जाने के लिए कोई साधन नहीं मिला। मजदूर सुबह करीब 11 बजे बस स्टैंड पहुंचे थे। यहां पैदल घरों की ओर निकले। दोपहर में तेज धूप होने से बच्चे चल नहीं पा रहे थे। खंडवा-बड़ोदरा राजमार्ग पर नगर पालिका के सामने फुटपाथ पर दीवार की आड़ में छांव देखकर बैठ गए।


परिजन को फोन किया, 3 घंटे नहीं आया वाहन
भूख से बिलख रहे बच्चे चल नहीं पा रहे थे। इसलिए मजदूरों ने अपने परिजन को फोन किया और कहा कि कोई वाहन भेजो हम यहां फंसे हुए हैं। परिजन को भी वाहनों की व्यवस्था करने में परेशानी हो रही थी। इस तरह मजदूर करीब 3 घंटे तक यहां परेशान होते रहे।

उधार मांग कर दिया साढ़े सात हजार रुपए किराया
मजदूरों ने बताया कि भाग पर खेती करते थे। लॉकडाउन लगने के कारण कपास बेच नहीं पाए। घर में जो अनाज था उससे थोड़े दिन गुजारा हो गया। रुपए भी नहीं बचे। हमें घर आना था, साथ आने वाले के 10 लोग थे। एक व्यक्ति के 750 रुपए किराया मांगा। 10 लोगों 7 हजार 500 रुपए लग रहे थे। हमने वहां पहचान वालों से रुपए उधार लिए। पहले पंचायत ने हमसे एडवांस रुपए लिए तब हमें बस में बैठने दिया गया।

इधर... विधायक ने सभी जिलों के कलेक्टर को लिखा पत्र
जोबट विधायक कलावती भूरिया ने गुजरात राज्य के सभी जिलों के कलेक्टर को पत्र लिखा कि वे हमारे क्षेत्र के मजदूरों को आने से न रोकें। केंद्र व राज्य सरकार के आदेश अनुसार मजदूरों को ई-पास के जरिए लाया जा रहा है। ई-पास वाले वाहनों को आलीराजपुर जिले की सीमा तक आने से न रोका जाए।



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400 km from Azkot to Alirajpur 400 km. The rent was found to be Rs 750 per person by the Panchayat workers.




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721 पंजीकृत किसानाें में से 469 ने बेचा 25 हजार क्विंटल से अधिक गेहूं, सोनगढ़ और अमोदिया के किसान आना बाकी

आदिम जाति सेवा समिति परिसर में समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूं का परिवहन समय पर नहीं होने से 10 हजार बोरी का स्टॉक हो गया है। परिवहन रुक-रुककर होने से यहां प्रतिदिन गेहूं का स्टॉक बढ़ता ही जा रहा है। संपूर्ण सोसायटी परिसर गेहूं से भर गया है। यदि एक दो दिन में यहां से गेहूं नहीं हटाया गया तो समिति को खरीदी बंद करना पड़ सकती है।


इधर सोसायटी द्वारा खरीफ फसल के लिए किसानों को खाद देेने का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है। समिति प्रबंधक के अनुसार समिति में सभी प्रकार की खाद का भरपूर स्टाक है। समिति में अब तक दो तिहाई से अधिक किसान अपना गेहूं बेच चुके हैं। खरीदी 30 मई तक होना है।


समिति में 15 अप्रैल से खरीदी प्रारंभ होने के बाद अब तक 25 हजार क्विंटल से अधिक गेहूं की खरीदी हो चुकी है जबकि परिवहन करीब 20 हजार क्विंटल ही हुआ है। 5 हजार क्विंटल गेहूं की 10 हजार बोरियां सोसायटी परिसर में आसमान के नीचे खुले में पड़ी है।


यदि बारिश होती है तो गेहूं का नुकसान हो सकता है। प्रबंधक सुनील जायसवाल ने बताया धार जिले के सभी गाेदाम जहां पर गेहूं का परिवहन हो रहा था वे गेहूं से भर गए हैं। अब यहां से मेघनगर रेक पाइंट पर गेहूं का परिवहन होगा।


10 हजार प्लास्टिक के बारदान आए
पूर्व में समिति मेंजूट के बारदान आए थे। अब जबकि समिति में जूट के बारदान खत्म हो चुके हैं। ऐसे में अब प्लास्टिक की थैलियां गेहूं भरने के लिए आई है। जायसवाल ने बताया 10 हजार प्लास्टिक के बारदान आए हैं। इन्हीं में गेहूं भरकर परिवहन किया जा रहा है। इनका वजन 135 ग्राम है। अब लगता हंै खरीदी के आखिर दिनोंतक उन्हें बारदान की आवश्यकता नहीं होगी।


दो तिहाई से अधिक किसान गेहूं समिति में बेच चुके
प्रबंधक के अनुसार समिति में 22 दिनों में कुल पंजीकृत 721 किसानों में से 469 किसान गेहूं बेच चुके हैं। अब केवल 252 किसान बचे हैं। जिनका गेहूं समिति में आना है। इसमें भी सर्वाधिक सोनगढ़ ग्राम के 62 एवं अमोदिया के 61 किसान शेष है। धुलेट के 52, दलपुरा के 41 एवं राजगढ़ के भी 26 किसानों ने अपना गेहूं अभी समिति में नहीं बेचा है। भानगढ़, टीमायची एवं कुमारुंडी के बहुत कम किसान अब बचे हैं। जिनका गेहूं समिति में तुलनाबाकी है।



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Out of 721 registered farmers, 469 sold more than 25 thousand quintals of wheat, farmers of Sonegarh and Amodia and the rest




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20 दिन में काेराेना के सिर्फ 14 मरीज, वृद्धि दर 0.7% प्रतिदिन, पिछले 17 दिन में काेई माैत नहीं

काेराेना संक्रमण काे लेकर जिले में शुरुआती चिंता अब कम हाेने लगी है। यह लाेगाें के व्यवहार में भी नजर आने लगी है। आंकड़े भी यही बताते हैं कि प्रदेश के अन्य जिलाें में जिस तरह से हालात अचानक बिगड़े हैं, वैसा देवास में फिलहाल नहीं है। एक समय प्रदेश में सर्वाधिक 30% मृत्यु दर देवास की थी, जाे अब घट कर 22% रह गई है।


सबसे अच्छी बात यह है कि हमारा रिकवरी रेट 40.6% है, जाे कि इंदाैर, उज्जैन, जबलपुर, धार, रायसेन, मंदसाैर आदि से बेहतर है। भाेपाल, खरगाेन, खंडवा और हाेशंगाबाद का रिकवरी रेट हमसे बेहतर है। एक और अच्छी बात यह है कि पिछले 20 दिनाें में काेराेना के केवल 14 नए मरीज जिले में सामने आए हैं। पिछले 20 दिनाें में काेराेना के मरीजाें की वृद्धि दर 0.7% ही है। 20 दिन पहले जिन जिलाें में ज्यादा मरीज हाे गए थे, उनमें सबसे कम वृद्धि दर हाेशंगाबाद के बाद देवास की ही है।

डाॅ. श्रीकांत पांडेय, कलेक्टर ने कहा-कंटेनमेंट एरिया भीघट कर 9 रह गए
जिले में 15 लाख लोगों का सर्वे व स्क्रीनिंग कार्य किया जा चुका है। कंटेनमेंट एरिया भी घट कर 9 रह गए है। जिन मरीजों की शुरुआत में मृत्यु हुई है वह कोमोर्बिलिटी के कारण हुई है अर्थात उन्हें कैन्सर, हायपर बीपी या डायबिटीज जैसी बीमारी या 75 वर्ष से अधिक की उम्र आदि कारण रहे हैं।

कृष्णावेणी देसावतु, एसपी ने कहा-शासन की एडवायजरी का पालन करें
कोरोना संक्रमण को गंभीरता से लेना है, इसके लिए यह जरूरी है लोग घर पर रहे और सुरक्षित रहे अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकले। शासन की एडवायजरी का पालन करेंगे, तब ही हम जीत सकेंगे।

रिकवरी रेट बढ़ने के ये हैं कारण

  • अमलतास हाॅस्पिटल में चेस्ट राेग विशेषज्ञ हाेने से मरीजाें का बेहतर इलाज हाे रहा हैं। जिला अस्पताल में अब बेवजह संदिग्ध मरीज काे नहीं रखा जा रहा, शंका हाेने पर सीधे अमलतास भेज रहे।
  • शुरुआत में अधिकतर काेराेना पाॅजिटिव मरीज 50 साल से ज्यादा के आए थे। अब अधिकतर काेराेना पाॅजिटिव 50 उम्र से कम के आ रहे हैं, जाे रिकवर हाे रहे हैं।
  • इलाज में लगी टीम बेहतर काउंसलिंग कर काेराेना के मरीज काे डरने के बजाय लड़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं, ताकि मरीज मानसिक रूप से मजबूत रहे।
  • कर्फ्यू में काेई ढील नहीं दी। वाहन प्रतिबंधित हाेने से बाजार में लगने वाली भीड़ खत्म, साेशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती से।
  • इंदाैर से आने-जाने वाले पहले चाेरी छिपे आसानी से आजा रहे हैं। अब देवास में आने वाले रास्ताें पर चाैकसी कड़ी है।
  • सैंपल लेने के बाद मरीजाें काे हाेम क्वारेंटाइन में रखने के बजाय इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन किया जा रहा, जिससे मरीज इकट्ठे नहीं मिल रहे।


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देवास में एक डॉक्टर सहित दो लोग कोरोना संक्रमित, आंकड़ा बढ़कर 34 हुआ, अब तक 7 की गई जान

देवास में शुक्रवार को कोरोना के दो मामले सामने आए। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। वहीं, इस वायरस से अब तक 7 लोगों की जान जा चुकी है। अच्छी बात यह है कि 34 में से 13 मरीज काेरोना को हराकर अपने घर लौट चुके हैं। सुबह जो मामले सामने आए उनमें एक सिविल लाइन निवासी डॉक्टर है। जबकि दूसरी संक्रमित महिला वासुदेव पूरा की रहले वाली है।

20 दिन में काेराेना के सिर्फ 14 मरीज, वृद्धि दर 0.7% प्रतिदिन, पिछले 17 दिन में काेई माैत नहीं
प्रदेश के अन्य जिलाें में जिस तरह से हालात अचानक बिगड़े हैं, वैसा देवास में फिलहाल नहीं है। एक समय प्रदेश में सर्वाधिक 30% मृत्यु दर देवास की थी, जाे अब घट कर 22% रह गई है। सबसे अच्छी बात यह है कि हमारा रिकवरी रेट 40.6% है, जाे कि इंदाैर, उज्जैन, जबलपुर, धार, रायसेन, मंदसाैर आदि से बेहतर है। भाेपाल, खरगाेन, खंडवा और हाेशंगाबाद का रिकवरी रेट हमसे बेहतर है। एक और अच्छी बात यह है कि पिछले 20 दिनाें मेंकाेराेना के केवल 14 नए मरीज जिले में सामने आए। पिछले 20 दिनाें में काेराेना के मरीजाें की वृद्धि दर 0.7% ही है। 20 दिन पहले जिन जिलाें में ज्यादा मरीज हाे गए थे, उनमें सबसे कम वृद्धि दर हाेशंगाबाद के बाद देवास की ही है।

कंटेनमेंट एरिया भी घट कर 9 रह गए
कलेकटर डाॅ. श्रीकांत पांडेय के अनुसार जिले में 15 लाख लोगों का सर्वे व स्क्रीनिंग कार्य किया जा चुका है। कंटेनमेंट एरिया भी घट कर 9 रह गए है। जिन मरीजों की शुरुआत में मृत्यु हुई है वह कोमोर्बिलिटी के कारण हुई है अर्थात उन्हें कैन्सर, हायपर बीपी या डायबिटीज जैसी बीमारी या 75 वर्ष से अधिक की उम्र आदि कारण रहे हैं।
शासन की एडवायजरी का पालन करें
एसपी कृष्णावेणी देसावतुने कहा - कोरोना संक्रमण को गंभीरता से लेना है, इसके लिए यह जरूरी है लोग घर पर रहे और सुरक्षित रहे अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकले। शासन की एडवायजरी का पालन करेंगे, तब ही हम जीत सकेंगे।
प्रशासन ने ऐसे की वायरस को दूर भगाने की कोशिश

  • इलाज में लगी टीम बेहतर काउंसलिंग कर काेराेना के मरीज काे डरने के बजाय लड़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं, ताकि मरीज मानसिक रूप से मजबूत रहे।
  • शुरुआत में अधिकतर काेराेना पाॅजिटिव मरीज 50 साल से ज्यादा के आए थे। अब अधिकतर काेराेना पाॅजिटिव 50 उम्र से कम के आरहे हैं, जाे रिकवर हाे रहे हैं।
  • सैंपल लेने के बाद मरीजाें काे हाेम क्वारैंटाइन में रखने के बजाय इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन किया जा रहा, जिससे मरीज इकट्ठे नहीं मिल रहे।
  • इंदाैर से आने-जाने वाले पहले चाेरी छिपे आसानी से आजा रहे हैं। अब देवास में आने वाले रास्ताें पर चाैकसी कड़ी है।
  • कर्फ्यू में काेई ढील नहीं दी। वाहन प्रतिबंधित हाेने से बाजार में लगने वाली भीड़ खत्म, साेशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती से।
  • अमलतास हाॅस्पिटल में चेस्ट राेग विशेषज्ञ हाेने से मरीजाें का बेहतर इलाज हाे रहा है। जिला अस्पताल में अब बेवजह संदिग्ध मरीज काे नहीं रखा जा रहा, शंका हाेने पर सीधे अमलतास भेज रहे।


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रसूलपुर फाटे पर तैनात टीआई बाेलीं- कोरोना वायरस तुम्हारा रिश्तेदार है, जो बिना मास्क के घूम रहे हो। इतना कहते ही युवक ने टी शर्ट मुंह तक चढ़ा ली।




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बादशाह काॅम्प्लेक्स की 40 दुकानों में चोरी के मामले में फुटेज के आधार पर तीन संदेही हिरासत में, पूछताछ जारी

जवाहर मार्ग प्रेमसुख टॉकीज के पास स्थित तीन मंजिला बादशाह काॅम्पलेक्स में बुधवार को हुई चोरी की वारदात में पुलिस को कुछ संदेही बदमाशों की जानकारी लगी है। देर रात पुलिस ने साउथ तोड़ा इलाके के तीन संदेही को पूछताछ के लिए उठाया है। पुलिस घटनास्थल से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार अन्य बदमाशों कीभी पहचान कर रही है।


सीएसपी सेंट्रल कोतवाली बीपीएस परिहार ने बताया कि बादशाह काॅम्प्लेक्स में चोरों ने एक साथ पूरे काॅम्प्लेक्स की 40 दुकानों के ताले, दरवाजे तोड़कर चोरी की वारदात की थी। इस घटना की जानकारी बुधवार रात को पुलिस को मिली तो कुछ दुकान व ऑफिसके सीसीटीवी फुटेज चेक करवाए।फुटेजके आधार पर साउध तोड़ा के बदमाशों पर संदेह था। इस लिए एक टीम को सर्चिंग के लिए लगाया था। फुटेज के आधार पर तीन बदमाशों को पूछताछ के लिए लाए हैं। चोरी में सभी दुकानों व ऑफिससे लाखों का माल चोरी हुआ है। इस माल की भी तलाश की जा रही है।



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पुलिस घटना स्थल से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार अन्य बदमाशों से भी पहचान कर रही। (प्रतीकात्मक फोटो)




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कोरोना ने दिया नमकीन उद्योग को 400 करोड़ का झटका, निर्माता बोले- अनुमति मिले तो दुकान खोले बिना कर सकते होम डिलीवरी

देश के साथ ही विदेशों तक में प्रसिद्ध इंदौर के नमकीन पर कोरोनावायरस का बुरा असर पड़ा है। लॉकडाउन और कर्फ्यू के चलते शहर के नमकीन उद्योग को 400 करोड़ रुपए से अधिक का झटका लगा है। परेशान मीठाई और नमकीन निर्माताआें ने प्रशासन से कहा है कि यदि अनुमति मिले तो वे दुकान खोले बगैर होम डिलीवरी की सेवा प्रारंभ कर सकते है।

कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पिछले लगभग 44 दिनों से लागू लॉकडाउन ने इंदौर के नमकीन उद्योग को जोरदार चपत लगाई है। अब तक इस उद्योग को लगभग 400 करोड़ रुपए की चपत लग चुकी है। शहर और आसपास नमकील उत्पादन के 2000 छोटे-बड़े कारखाने है जहां 125 टन प्रतिदिन का उत्पादन किया जाता है। नमकीन के प्रत्यक्ष उत्पादन से 20 हजार लोग जुड़े है। वहीं अप्रत्यक्ष रूप से करीब एक लाख परिवार जुड़ेे हैं। ये सिर्फ नमकीन व्यापारी नहीं, बल्कि कारीगर, मजदूर, सेल्समैन, मार्केटिंग स्टाफ, लोडिंग,परिवहन, फुटकर विक्रेता,ग्रामीण खेरची दुकानदार, दाल, बेसन, तेल, मसाले वाले, पैकिंग इंडस्ट्री वाले,चक्की वाले जैसी लंबी श्रृखंला है।

नमकीन के लिए हो राहत पैकेज की घोषणा

मप्र नमकीन मिठाई एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि तालाबंदी देश के लिए अनिवार्य थी, इसमें कोई दो राय नहीं, लेकिन सरकार को एकाध हफ्ते बाद कम से कम खाद्य उद्योग के बारे में कुछ ऐसी व्यवस्था करना थी, जिससे तैयार माल की खपत कर दी जाती। अब नमकीन जैसे उद्योग को उबारने के लिए किसी पैकेज की घोषणा की जाना चाहिये। साथ ही नमकीन के सीमित कारोबार की अनुमति तो दी ही जाना चाहिए।

प्रशासन ने कहा-होम डिलीवरी पर करेंगे विचार

राशन के साथ ही सब्जियों की होम डिलीवरी प्रशासन द्वारा की जा रही है। इसे देखते हुए मिठाई और नमकीन को व्यापारी एसोसिएशन ने कलेक्टर से चर्चा की है। इसमें उन्होंने मांग रखी है कि कुछ व्यापारियों को होम डिलीवरी को लेकर अनुमति प्रदान की जाए। इसे लेकर प्रशासन के अफसरों ने विचार करने की बात कही है। इंदौर नमकीन मिठाई व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास जैन ने बताया पिछले दिनों एसोसिएशन के पदाधिकारियाें ने दुकान न खोलते हुए होम डिलीवरी शुरू किए जाने को लेकर चर्चा की थी। इसके बाद पदाधिकारियों ने कलेक्टर से चर्चा कर मांग रखी कि प्रशासन अगर हमें होम डिलीवरी की अनुमति देता है तो हम काम शुरू कर सकते हैं। वहीं जिन नमकीन और मिठाई निर्माताओं के कारखाने शहरी सीमा से बाहर हैं, उन्हें भी सशर्त अनुमति दिए जाने की बात कही जा रही है।

  • जिस मालवा की पहचान कभी डग-डग रोटी, पग-पग नीर हुआ करता था, वह अब नमकीन से पहचाना जाता है। इंदौर के साथ रतलाम और उज्जैन भी नमकीन के लिये प्रतिष्ठा प्राप्त हैं।
  • एमएसएमई की एक रिपोर्ट के अनुसार इस क्षेत्र में रोजाना लगभग 100 से 125 टन नमकीन बनता है। इसमें से प्रतिदिन करीब 25 टन माल की खपत इंदौर में होती है, शेष देश भर के बाजार में पहुंचता है। इंदौरी नमकीन औसत डेढ़ सौ रुपए किलो होता है।
  • इंदौर से मुख्य रूप से लंदन, अमेरीका, श्रीलंका, बांग्लादेश, दुबई, कतर, पाकिस्तान, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य अरब देशों में नमकीन का निर्यात किया जाता है।
  • इंदौर से बाहर कोई भी घूमने या रिश्तेदारी में जाने वाला नमकीन जरूर साथ ले जाता है तो इंदौर आने पर मेहमान को नमकीन जरूर भेंट किया जाता है। जो इंदौरी विदेश में बसे हैं , वे यहां आने पर साल,छह महीने का नमकीन साथ ले जाते हैं।
  • तालाबंदी लागू होने से औसत सात दिन का स्टॉक दुकानों, कारखानों पर ही रखा रह गया। ताजा स्थिति के अनुसार यदि 17-18 मई को भी तालाबंदी खुल जाए तब भी तेल, दालें, बेसन,मसाले आदि दो माह तक पड़े रहने के कारण कम ही काम आ पाएंगे।
  • शासन-प्रशासन ने तैयार नमकीन की बिक्री के लिये सवा महीना बित जाने के बावजूद कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए, जिससे रखा माल तो खराब ही होना है।
  • प्रशासन को चाहिये कि किराना, सब्जी, ,दूध वितरण के साथ नमकीन वितरण भी प्रारंभ करे। सीधे नमकीन कारोबारियों को व्यापार की छूट भले न दें, लेकिन किराना चेन से इसे जोड़ सकते हैं। इससे थोड़ा बहुत तैयार नमकीन भी खप जाएगा, जिसकी मियाद दो माह की होती है और कच्चे माल का उपयोग भी हो सकेगा। इसे प्रारंभ करने से थोड़ा बहुत रोजगार भी चालू हो सकेगा और कारोबारी को अपना अस्तित्व बनाए रखने में मदद मिलेगी।


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इंदौर में नमकीन उत्पादन के 2000 छोटे-बड़े कारखाने हैं, इस उद्योग ने सरकार से राहत पैकेज की मांग की है।




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इंडेक्स हॉस्पिटल से 41 और चोइथराम अस्पताल से 2 लोग स्वस्थ होकर घर लौटे, डॉक्टर्स को धन्यवाद दिया

शहर के कोविड-19 अस्पतालों से मरीजों के स्वस्थ होकर घर लौटने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को दो अस्पतालों से 43 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। स्टाफ ने तालीबजाकर उन्हें विदाई दी। सभी ने अपनोंजैसी सेवा करने के लिए डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ को धन्यवाद कहा।
इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से 41 और चोइथराम अस्पताल से 2 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। खजराना निवासी महजबी बेग बताती हैं कि उनका ट्रीटमेंट बहुत अच्छे से किया गया। अस्पताल के समस्त स्टाफ को धन्यवाद दिया। जनता से अपील की कि यदि कोई भी बीमारी के लक्षण आते हैं तो उन्हें छुपाए नहीं तुरंत जांच कराएं। अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं बहुत अच्छी है। मिर्जा मुजफ्फर, दानिश अहमद, नविश मिर्ज़ा ने भी सरकार, प्रशासन एवं अस्पताल के समस्त स्टाफ का शुक्रिया अदा किया। वहीं, चोइथराम अस्पताल से मेघा पटेल और मुन्ना कुमार यादव को डिस्चार्ज किया।

अब तक 706 लोग ठीक होकर घर लौटे

6 मईको एक दिन में सबसे ज्यादा 140 कोरोना मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे थे। इसमें अरबिंदो से 100, इंडेक्स से 21, एमटीएच से 6, चोइथराम से 13 मरीज डिस्चार्ज हुए। सात दिन की बच्ची भी अपनी मां इरम (20) के साथ घर लौटी। इरम पॉजिटिव निकलने के बाद से अरबिंदो अस्पताल में भर्ती थी। 30 अप्रैल को उसने बच्ची को जन्म दिया। बच्ची की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके साथ ही अब तक अलग-अलग अस्पतालों से 706 लोग अपने घर लौट चुके हैं।



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इंडेक्स मेडिकल कॉलेज से ठीक होकर अपने घर लौटते लोग।




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पहली बार जांचे 1407 सैंपल, 1354 निगेटिव 53 नए मरीज मिले यानी 3.76% ही पॉजिटिव

शहर में पहली बार कोरोना संदिग्धों के 1407 सैंपल एक साथ जांचे गए। राहत की बात यह रही कि इनमें 1354 निगेटिव रहे। केवल 53 यानी 3.76 प्रतिशत ही पॉजिटिव आए। एक मरीज की मौत भी हुई।
इधर गोकुलदास अस्पताल में गुरुवार को कुछ घंटे के अंतराल में हुई चार मरीजों की मौत के मामले में तीन सदस्यीय समिति ने जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार को यहां भर्ती 12 मरीजों को शहर के अन्य अलग-अलग अस्पतालों में शिफ्ट किया है। अस्पताल के लाइसेंस को निरस्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने भी नोटिस जारी कर दिया है।
जांच में पता चला कि 1 अप्रैल से अब तक 38 दिन में यहां 348 मरीज भर्ती हुए, करीब 200 मरीज डिस्चार्ज भी हो चुके हैं। 40 कोरोना पॉजिटिव मिले, लेकिन 108 मरीज कहां गायब हो गए, इसकी जानकारी न तो स्वास्थ्य विभाग के पास है और न ही गोकुलदास अस्पताल प्रबंधन के पास है। गुरुवार रात यहां से सीएमएचओ ने जो रिकॉर्ड जब्त किया था, वह एमवायएच अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर की अध्यक्षता में बनी जांच समिति को सौंप दिया। जिन मरीजों के परिजन ने वीडियो जारी कर आरोप लगाए थे, उन्हें भी बयान के लिए बुला सकते हैं। यह भी जांच का विषय है कि 120 बेड वाले अस्पताल में सिर्फ 12 मरीज ही क्यों भर्ती थे। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि मौतों का ऑडिट करवा रहे हैं। समिति ने जांच शुरू कर दी है। कुछ रिकॉर्ड जब्त हो चुका है, कुछ अन्य दस्तावेज के लिए भी जानकारी निकलवा रहे हैं।

मंदसौर जिले से मो. उस्मान पिता गुलाब गोकुलदास अस्पताल आए थे। परिजन ने आरोप लगाया कि इलाज नहीं मिला। मामला स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई तक पहुंचा तो उन्होंने सीएमएचओ को गोकुलदास अस्पताल पर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। विशेष अस्पताल और ईएसआईसी अस्पताल को भी अलग-अलग मामलों में कारण बताओ नोटिस देने को कहा था, पर स्वास्थ्य विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की।

‘ग्रीन’ होने की दौड़, खर्च ज्यादा, स्टाफ की परेशानी अलग

  • प्रशासन के कोरोना मरीजों के लिए रेड व यलो श्रेणी तय करने के बाद गोकुलदास सहित कई अस्पताल इससे मुक्त होने की कोशिश में हैं। पड़ताल में इसकी ये वजहें सामने आईं।
  • कोविड-19 के मरीजों के इलाज में ड्यूटी कर रहा स्टॉफ दोगुना वेतन मांगता है, क्योंकि वे जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं।
  • काम आम दिनों की तुलना में आधा करते हैं, वजह, कर्मचारी को 14 दिन का क्वारेंटाइन देना अनिवार्य है। कई बार स्टाफ कोविड मरीज का सुनने के बाद काम करने ही नहीं पहुंचता।
  • पीपीई किट, मास्क सहित सुरक्षा उपकरण का खर्च भी अस्पतालों को उठाना पड़ता है।
  • जनरल वार्ड में मरीज भर्ती हो तो खर्च भी कम रहता है, इसलिए बिल कम बनता है।
  • जिन मरीजों की राशि सरकार से मिलना है, वह भी समय पर नहीं मिलती।

आरोप गलत, मरीज डिस्चार्ज का निर्णय प्रशासन की कमेटी करती है
-डॉ. संजय गोकुलदास, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, गोकुलदास अस्पताल के मुताबिक, सारे आरोप गलत हैं। मरीज के डिस्चार्ज का फैसला प्रशासन की टीम के डॉ. सुभाष बारोड़, डॉ. अशोक ठाकुर, डॉ. चेतन एरन और डॉ. बलराज झड़बड़े ही करते हैं। न ही हम अस्पताल को ग्रीन जोन में लाने की जल्दी के कारण किसी को डिस्चार्ज करते हैं। सैनिटाइज करना भी एक सामान्य प्रक्रिया है। जिन मरीजों की मौत हुई, वे सभी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। इन पर अस्पताल का 50 हजार से तीन लाख का बकाया है। रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से हम 175 मरीजों का नि:शुल्क इलाज कर चुके हैं। 14 अप्रैल के बाद हमने शुल्क लेना शुरू किया, उसके बाद ऐसी घटनाएं होने लगी।



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शुक्रवार को गोकुलदास अस्पताल में भर्ती 12 मरीजों को अलग-अलग अस्पतालों में शिफ्ट किया गया।




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कोविड काल में महिलाओं को मिला स्वरोजगार, महिलाओं ने 1400 मास्क नपा को दिए, खाते में सीधे होगा भुगतान

कोरोना वायरस महामारी संक्रमण से सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास निगम के अंतर्गत महिलाओं को घर बैठे रोजगार उपलब्ध करने के उद्देश्य से जीवन शक्ति योजना चलाई जा रही है। इसके तहत नगरीय क्षेत्र की महिलाओं को काॅटन मास्क तैयार करना है जो कि निश्चित मापदंड डबल लेयर ट्रिपल फोल्ड होगा। जीवन शक्ति योजना अंतर्गत आलीराजपुर की 25 महिलाओं ने पंजीयन कराया था। इन महिलाओं को शासन ने 200-200 नग मास्क बनाये जाने का कार्य दिया।

योजना के तहत 7 महिलाओं ने कार्य पूर्ण कर 1400 मास्क नपा अध्यक्ष सेना पटेल, उपाध्यक्ष संतोष परवाल एवं सीएमओ संतोष चौहान की उपस्थिति में नपा कार्यालय को सौंपे। महिलाओं को 11 रुपए प्रति मास्क की दर से शासन द्वारा सीधे उनके खाते में भुगतान कर दिया जाएगा। योजना में नपा द्वारा क्रय किए गए मास्क को किसी भी व्यक्तिगत, शासकीय/अशासकीय संस्थाओं द्वारा 11 रुपए प्रति दर से क्रय किया जा सकेगा। स्थानीय पर्यावरण सहयोग संस्था के अध्यक्ष दीपक दीक्षित द्वारा 200 मास्क क्रय कर लिए गए। इस अवसर पर अध्यक्ष सेना पटेल ने अधिक से अधिक महिलाओं से आग्रह किया की वे इस अवसर का लाभ उठाकर परिश्रम से आजीविका प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनें। साथ ही वे महिलाएं जिन्होंने मास्क बनाया है उनके कार्य को भी उन्होंने सराहा।

उपाध्यक्ष परवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री की इस योजना से कोरोना काल में कई महिलाओं को स्वरोजगार का अवसर मिला है तथा उनके जीवन यापन के लिए आय का नया जरिया प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर नपा के सुनील कापड़िया, सवेसिंह चौहान, सुनीता बघेल, अभिषेक वर्मा व अभिषेक शर्मा कोविड 19 के नियमों का पालन एवं सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए उपस्थित रहे।



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Women got self-employment in Kovid period, women gave 1400 masks to NAPA, payment will be directly in the account




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14 दिन में 50 मरीजाें काे ऑपरेशन के लिए बेहाेश करने वाले कुलकर्णी नर्सिंग हाेम के संचालक डाॅक्टर काे काेराेना

शहर के कुलकर्णी नर्सिंग हाेम के संचालक डाॅक्टर की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। वे जिले के पहले डाॅक्टर हैं, जाे काेराेना की चपेट में आ गए हैं। 57 वर्षीय डाॅक्टर शहर के कई अस्पतालाें में ऑपरेशन के लिए मरीज काे बेहाेश करने के लिए एनेस्थिसिया देने जाते थे। पिछले 14 दिन में 50 मरीजाें काे उन्हाेंने एनेस्थिसिया दिया है।उनके अलावा वासुदेवपुरा की 27 साल की एक युवती की रिपाेर्ट भी काेराेना पाॅजिटिव आई है। इन दाे काे मिलाकर जिले में अब कुल मरीजाें की संख्या 34 हाे गई है। 7 की माैत हाे चुकी है, 13 ठीक हाे गए हैं। 14 मरीजाें का इलाज चल रहा है। शुक्रवार काे 39 लाेगाें के सैंपल की रिपाेर्ट आई। बाकी 37 की रिपाेर्ट निगेटिव आई हैं।

तीन दिन से बार-बार बुखार और हल्की सर्दी हाेने पर एनेस्थेटिस्ट ने खुद सैंपल दिया था। अस्पतालाें में काम करना भी बंद कर दिया। शुक्रवार काे 39 लाेगाें की जांच रिपाेर्ट आई, जिसमें वे पाॅजिटिव आए। डाॅक्टर काे पूर्व में वेट लिफ्टिंग में गाेल्ड मेडल मिल चुका है और वे घर में राेजाना एक्सरसाइज भी करते हैं। माना जा रहा है कि उनकी राेग प्रतिराेधक क्षमता अच्छी हाेगी। रिपाेर्ट पाॅजिटिव आने के बाद उन्हें अमलतास हाॅस्पिटल में भर्ती किया है। इधर, वासुदेवपुरा में रहने वाली 27 साल की युवती की तबीयत खराब हाेने पर तीन दिन पहले जिला अस्पताल की ओपीडी में दिखाने गई, उनकी रिपाेर्ट भी पाॅजिटिव आई है। रैपिड रिस्पांस टीम ने युवती और उनकी मां का स्वास्थ्य खराब हाेने पर अमलतास रैफर कर दिया। युवती लाॅकडाउन से पहले इंदाैर में प्रायवेट कंपनी में काम करती थी। दाे भाइयाें का संयुक्त 23 सदस्याें का परिवार एक साथ रहता है और माेहल्ले में ही किराना दुकान संचालित करते हैं। युवती काे ले जाने के बाद पुलिस ने वासुदेवपुरा क्षेत्र काे सील कर लाेगाें का आना-जना बंद कर दिया है। शाम काे फिर रैपिड रिस्पांस टीम वासुदेवपुरा पहुंची और सभी सदस्याें काे क्वारेंटाइन के लिए ले जाया गया। जिले में अब तक कुल 34 पाॅजिटिव मरीज दर्ज हाे चुके हैं, जिसमें से 7 की मृत्यु और 13 अच्छे हाेकर घर जा चुके हैं।

डाॅक्टर की कांटेक्ट हिस्ट्री लंबी, ओटी के स्टाफ और मरीजाें का पता निकाल कर जांच के लिए पहुंचेगी टीम
डाॅक्टर स्वयं के नर्सिंग हाेम सहित 7 अन्य अस्पताल और नर्सिंग हाेम में बतौर एनेस्थेटिस्ट जाते हैं। ऑपरेशन थियेटर से ऑपरेशन खत्म हाेने पर लाैटते हैं। उनके संपर्क में ओटी का स्टाफ रहता है। हालांकि डाॅक्टर सावधानी बरतते हुए गलब्स और चेहरे पर मास्क लगाकर ही रखते और ओटी स्टाफ से दूरी बनाकर रखते थे। उन्हाेंने 14 दिन में 50 से भी अधिक इमरजेंसी मरीजाें काे एनस्थीसिया दिया था। इस तरह से वह मरीज के अलावा स्टाॅफ के संपर्क में आए और स्वयं के नर्सिंग हाेम के स्टाॅफ से भी संपर्क में रहते थे। मरीजाें के भी संपर्क में आए। इस तरह से डाॅक्टर की कांटेक्ट हिस्ट्री काफी लंबी बन रही है। जिला अस्पताल की टीम ने फिलहाल सभी नर्सिंग हाेम के ओटी कर्मचारियाें के सैंपल लेना शुरू कर दिए हैं। इसके बाद संबंधित मरीज का पता निकाल उन तक टीम पहुंचेगी। टीम ने डाॅक्टर की पत्नी जाे खुद डाॅक्टर हैं उनका व दो बच्चों के सैंपल लिए हैं।

डाॅक्टर ने कहा- पता नहीं कहां से संक्रमित हुआ, तबीयत बिगड़ने के बाद नहीं किया इलाज
पता नहीं मैं कहां से संक्रमित हुआ। इमरजेंसी ऑपरेशन के लिए काॅल आने पर पीछे के रास्ते से अपनी कार स्वयं चलाकर अस्पताल तक जाता था। किसी के संपर्क में नहीं आता था। प्रशासन का निर्देश भी था कि आपकाे काम बंद नहीं करना है। मैं इमरजेंसी ऑपरेशन की सूचना आने पर ही जाता था। बुखार और हल्की सर्दी हाेने पर शंका हुई ताे अस्पतालाें में जाना बंद कर दिया था। स्वास्थ्य खराब हाेने पर स्वयं उपचार नहीं करते हुए एक्सपर्ट से बात की ताे उन्हाेंने टेस्ट का बाेला और मैंने सैंपल दे दिए। उसके बाद स्वयं तीन दिन से हाेम आइसाेलेशन में था। मेरे नर्सिंग हाेम में भी किसी कर्मचारी काे भी लक्षण नहीं दिख रहे हैं। अमलतास में भर्ती हूं और एक दम सही हूं। मुझे और अच्छा महसूस हाेगा, यदि मुझसे जुड़े सभी लाेगाें की रिपाेर्ट निगेटिव आ जाए। मैं अस्पताल से पूर्ण रूप से स्वस्थ हाेकर लाैटा ताे फिर फील्ड में पूरी सावधानी के साथ काम करूंगा।



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Indore Dewas Coronavirus News Today Latest Update | Kulkarni Nursing Home Doctor Corona Test Report Positive In Madhya Pradesh Dewas




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मुस्कुराहट बरकरार... 41 मरीजों ने जीती कोरोना से जंग, इंडेक्स अस्पताल से हुए डिस्चार्ज

कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए 41 मरीजों को शुक्रवार को इंडेक्स अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। गुरुवार तक इंदौर में 663 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ हो चुके थे। अब यह संख्या बढ़कर 703 हो गई है।

शुक्रवार को इंडेक्स अस्पताल से स्वस्थ होकर घर जाने वालों में शामिल खजराना निवासी महजबी बेग ने बताया कि अस्पातल में उनका उपचार बहुत अच्छी तरह किया गया, इसके लिए उन्होंने अस्पताल के स्टाफ को धन्यवाद दिया। उन्होंने दूसरे लोगों से भी अपील की कि यदि किसी को कोरोना के कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें छुपाए नहीं बल्कि सरकार पर भरोसा रख कर शीघ्र अपनी जांच कराएं।

उन्होंने भरोसा दिलाया कि, उनका इलाज बहुत अच्छे से हुआ एवं अस्पताल में सभी व्यवस्थाएंबहुत अच्छी है। शुक्रवार को अस्पताल से डिस्चार्ज होने वालों में मिर्जा मुजफ्फर, दानिश अहमद, नविश मिर्जा ने भी सरकार, प्रशासन एवं अस्पताल के समस्त स्टाफ का शुक्रिया अदा किया। वहीं गुरुवार रात आई रिपोर्ट में 28 मरीजों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई जिससे शहर में इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर 1727 हो गई है।



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कोरोनावायरस से जंग जीतकर अपने घर जाने से पहले उत्साहित लोग।




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मुंबई में 9 मार्च तक के लिए धारा-144 लगाई गई, सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही पुलिस

मुंबई.दिल्ली में सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़के दंगों को लेकर महाराष्ट्र पुलिस अलर्ट है। पुलिस ने एहतियात के तौर पर 9 मार्च तक के लिए मुंबई में धारा-144 लागू कर दी है। ऐसे में अब 9 मार्च तक शहर में धरना, रैली, आतिशबाजी या किसी अन्य कार्यक्रम के आयोजन पर पाबंदी रहेगी।

मुंबई पुलिस उपायुक्त (अभियान) के आदेश पर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में धारा-144 को लागू किया गया है। हालांकि, इस दौरान विवाह समारोह, विवाह से संबंधित अन्य समारोह, कंपनियों की बैठकें, सहकारी समितियों की बैठक और क्लबों में कार्यक्रम करने की छूट रहेगी।

यहां नहीं लागू होगी धारा-144
व्यापरिक प्रतिष्ठान, सिनेमाघरों, थिएटरों और सार्वजनिक मनोरंजन के अन्य स्थानों, अदालतों, सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों, कंपनियों, कारखानों, दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों को इससे अलग रखा गया है।

इसलिए लगाई गई धारा-144
मुंबई में पिछले कुछ महीनों में सीएए कानून के विरोध में कई जगह विरोध प्रदर्शन हुए हैं। इन्हीं विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली में हिंसा हुई और दंगे भड़क गए। इसलिए, मुंबई पुलिस अलर्ट मोड पर है। पुलिस मुंबई के संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से भी निगरानी कर रही है। मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया है।

एनपीआर और सीएए को लेकर विधानसभा में कोई प्रस्ताव नहीं: अजित पवार
उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि सीएए और एनआरसी को लेकर राज्य के लोगों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने इस मुद्दे पर ‘गलत सूचना’ फैलाने वालों की आलोचना भी की है। पार्टी के सम्मेलन को संबोधित करते हुए अजित ने कहा कि सीएए और एनपीआर के खिलाफ विधानसभा में किसी तरह के प्रस्ताव लाने की जरूरत नहीं है।



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मुंबई के कई इलाकों में सुरक्षा बढ़ाई गई है-प्रतीकात्मक फोटो




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कोरोना वायरस के डर के बीच ईरान में फंसे कोल्हापुर के 34 लोग, सुप्रिया सुले ने संसद में दी जानकारी

कोल्हापुर. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि कोरोना वायरस के डर के बीच महाराष्ट्र के कोल्हापुर के 34 लोग ईरान में फंस गए हैं और विदेश मंत्री एस जयशंकर को उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करनी चाहिए।

ट्विटर पर मदद की लगाई गुहार
सुले ने फंसे हुए लोगों के नाम और पासपोर्ट का विवरण भी ट्विटर पर साझा किया। सुप्रिया ने सोमवार को कहा, "कोरोना वायरस के संकट के बीच कोल्हापुर और आसपास के क्षेत्रों के 34 लोग ईरान में फंस गए हैं। उनके नाम और पासपोर्ट का विवरण संलग्न है। उन्होंने कहा, "माननीय डॉ एस जयशंकर जी से अनुरोध है कि वह विदेश में फंसे हुए सभी भारतीयों की सुरक्षित घर वापसी में मदद करें।"

राकांपा नेता ने विदेश मंत्रालय से हमेशा मदद मिलने और जल्दी जवाब मिलने के लिए मंगलवार को जयशंकर का आभार भी जताया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में सोमवार को कोरोना वायरस के दो नए मामले सामने आए हैं जिनमें से एक दिल्ली का मामला है। सरकार ने संक्रमण की रोकथाम के लिए कोशिशें बढ़ा दी हैं। इस संक्रमण ने दुनियाभर में 3000 लोगों की जान ले ली है।



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सांसद सुप्रिया सुले-फाइल




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नीरव मोदी के 40 जब्त सामानों की 51.41 करोड़ में नीलामी हुई; 13.4 करोड़ में बिकी हुसैन की पेंटिंग

मुंबई.पीएनबी घोटाले के आरोपी और हीरा कारोबारी नीरव मोदी के घर से जब्त किए गए बेशकीमती सामानों की गुरुवार को मुंबई में नीलामी हुई। इन सामानों को ईडी ने जब्त किया था। इसके बाद ईडी ने सैफरनआर्ट को इन नीलामी की जिम्मेदारी दी थी। इनमें नीरव के घर से जब्त की गई एमएफ हुसैन की एक पेंटिंग 13.4 करोड़ रुपए की कीमत पर बिकी। यह एक रिकॉर्ड है। यह एमएफ हुसैन की सबसे महंगी नीलाम होने वाली पेंटिंग बन गई है।

इस नीलामी में पुराने और आधुनिक भारतीय कलाकारों की कीमती कृतियां, कई डिजाइनर हैंडबैग, लग्जरी घड़ियां और कारें शामिल की गई थीं। तीन और चार मार्च को हुई नीलामी में52 लाख रुपए के सामान की बिक्री का अनुमान था, जबकि इसकेबदले 2.04 करोड़ रुपएजुटाए गए। वहीं, बृहस्पतिवार को 40 वस्तुओं की लाइव नीलामी से 51.41 करोड़ रुपए की रकम जुटाई गई।

हुसैन की'बैटल ऑफ गंगा एंड जमुना महाभारत 12' पेंटिंग
हुसैन की पेंटिंग 'बैटल ऑफ गंगा एंड जमुना महाभारत 12' लाइव ऑक्शन में सेंटर पीस थी। इस पेंटिंग को 13.4 करोड़ रुपए में खरीदा गया, जो हुसैन की किसी भी पेंटिंग का अब तक का सबसे बड़ी कीमत है। इसकी अनुमानित कीमत 12 से 18 करोड़ के बीच रखी गई थी।

अमृता शेरगिल की पेंटिंग ‘बॉयज विद लेमंस’।

अमृता शेरगिल की ‘बॉयज विद लेमंस’पेंटिंग

नीलामी में अमृता शेरगिल की पेंटिंग ‘बॉयज विद लेमंस’ को भी बेचा गया। इसे रिकॉर्ड 15.7 करोड़ रुपए में खरीदा गया। इसकी अनुमानित कीमत 12 से 18 करोड़ के बीच रखी गई थी। शेरगिल की यह पेंटिंग 1935 की थी। इस नीलामी को सैफरनआर्ट ने 'वाइट ग्लव सेल' बताया जिसका मतलब होता है कि नीलामी में शामिल सभी आइटम बिक गए।

मनजीत बावा की 1992 की अनाम पेंटिंग।

वीएस गायतोंडे की 1972 की एक पेटिंग ‘ट्रेंक्विल’ को 9.52 करोड़ रुपए और मनजीत बावा की 1992 की अनाम पेंटिंग को 6.16 करोड़ रुपए में नीलामी में खरीदा गया। इन दोनों पेंटिंग की अनुमानित कीमत 7 से 9 करोड़ के बीच थी।

रॉल्स रॉयस घोस्ट।

नीरवमोदी के लग्जरी कारों में से रॉल्स रॉयस घोस्ट को उसकी अनुमानित दाम 95 लाख रुपए से करीब दोगुने यानी 1.68 करोड़ रुपये का खरीदार मिला।

18 कैरेट का येलो गोल्ड का यह बैग 20 लाख में बिका।

11 लाख में बिका नीरव की पत्नी का बैग

नीरव की पत्नी का हेर्मिस बिर्किन बैग 11 लाख 20 हजार में बिका है। इसकी अनुमानित कीमत दोसे पांच लाख रुपए रखी गई थी। यानी यह अपनी अनुमानित कीमत से दोगुने में बिका है। वहीं, नीरव की एक घड़ी गिरार्ड-पेर्रेगाक्स 'ओपेरा वन' ट्रिपल ब्रिज, टूरबिलोन रिस्टवॉच थी जो 95 लाख रुपएमें बेची गई। इसे अनुमान से 30 गुना अधिक कीमत पर बेचा गया। 18 कैरेट का येलो गोल्ड और डायमंड से बना इवनिंग बैग 20.2 लाख रुपए में बिका है। इसकी अनुमानित कीमत पांच से सात लाख के बीच थी।

अनुमान से ज्यादा हुई कमाई
इस लाइव ऑक्शन में सिर्फ सभी आइटम बिके ही नहीं बल्कि कुल 53.45 करोड़ रुपएभी जुटा लिए गए जो ईडी की ओर से पहले से अनुमानित कीमत 41 करोड़ से भी ज्यादा है। नीरव मोदी का लाइफस्टाइल नीलामी में शामिल सामान को देखकर साफ पता चल रहा था।सैफरनआर्ट के सीईओ दिनेश वजिरानी ने बताया, 'घड़ियों, हैंडबैग्स और गाड़ियों पर लगीं बोलियां उनकी कई गुना ज्यादा कीमत पर खरीदी गईं जिससे लग्जरी आइटम्स की मार्केट में अहमियत का पता चलता है।'



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एमएफ हुसैन की यह पेंटिंग 13.4 करोड़ में बिकी है।
नीरव मोदी की यह घड़ी 95 लाख में बेची गई।
वीएस गायतोंडे की 1972 में बनी पेंटिंग।




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होटल में खाना खाने गए शख्स पर 5 लोगों ने तलवार से हमला किया, 4 गिरफ्तार

पुणे. पिंपरी चिंचवड़ के देहूरोड इलाके में पुराने विवाद में एक शख्स पर 4-5 लोगों ने तलवार से जानलेवा हमला किया। यह मामला एक होटल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गयाहै।पुलिस ने 4लोगों को अब तक गिरफ्तार कर लिया है।

इस घटना में प्रदीप भालेकर नाम का एक शख्स गंभीर रूप से घायल हुआ है। भालेकर की शिकायत पर पुलिस ने रोहित ओव्हाल, डैनी उर्फ रोन्या फाजगे, योगेश, आदित्य कोटनी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मामले में एक अन्य नाबालिग की तलाश जारी है।

ऐसे हुआ जानलेवा हमला
पुलिस निरीक्षक मनीष कल्याणकर ने बताया कि गुरुवार रात को वारदात में शुक्रवार शाम को 4लोगों को पकड़ा गया है। पीड़ित प्रशांत ने पुलिस को बताया कि गुरुवार को वे कुछ दोस्तों के साथ एक होटल में खाना खाने गए थे। यहां वे खाना खा ही रहे थे तभीरोहित ओव्हल, 4 अन्य लोगों के साथ वहां पहुंचा और प्रशांत की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान एक शख्स ने उन पर तलवार से हमला भी किया। इसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए। आरोपी मौके से फरार हो गए। होटल स्टाफ और उनके दोस्तों ने उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। कल्याणकर के मुताबिक, आरोपी और पीड़ित में कई दिनों से लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था।



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यह वारदात मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है।




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मुंबई की अलाना हाउस में बंद हुई नमाज, ईरान से 44 लोगों को वापस भारत लाया गया

मुंबई. कोरोना वायरस के खौफ इस कदर हावी हो रहा है कि मुंबई के कोलाबा के अलाना हाउस में नमाज को बंद कर दिया गया। अलाना हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जब तक वायरस का असर पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता यहां नमाज बंद रहेगी।

काला घोड़ा इलाके में शेयर बाजार और विश्वविद्यालय के पास स्थित अलाना हाउस में दिन में चार जमात की नमाज होती थी। यह नामाज दोपहर एक बजे, डेढ़ बजे, दो बजे और ढाई बजे अता की जाती थी। यहां महिलाओं के लिए एक विशेष नमाज हॉल भी है।

1915 में बनकर तैयार हुआ अलाना हाउस
अलाना हाउस का निर्माण 1910 से 1915 के बीच किया गया था। इमारत के निचले तल पर एक छोटी मस्जिद है। इसके फर्स्ट फ्लोर पर महिलाओं को नमाज पढ़ने के लिए एक खास जगह दी गई है। जहां पुरूषों का जाना बैन है। यहां ज्यादातर कॉरपोरेट ऑफिस में काम करने वाले लोग ही आते हैं। इस वजह से यह हाईप्रोफाइल प्रार्थना स्थल के रुप में भी जाना जाता है। यहां सिया और सुन्नी दोनों वर्गों के मुसलमान नमाज पढ़ने आते हैं। वर्तमान में इसकी देखरेख अलाना परिवार करता है।

ईरान से मुंबई लाए गए 44 भारतीय
ईरान से 44 लोगों को मुंबई लाया गया, सभी को इंडियन नेवी द्वारा घाटकोपर में बनाए आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है। यहां ये तकरीबन 14 दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे।

हेरिटेज संग्रहालय 31 मार्च तक बंद
कोरोना को देखते हुए मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस स्टेशन पर बना हेरिटेज संग्रहालय 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। इसका निर्माण वेल्स के राजकुमार प्रिंस चार्ल्स के भारत दौरे से पहले कुछ उद्योगपतियो और स्थानीय नागरिकों से प्राप्त चंदे से किया गया था। यह मुंबई के फोर्ट विलियम में एल्फिंस्टन कालेज के सामने है। इसके सामने रीगल सिनेमा और पुलिस आयुक्त कार्यालय स्थित है।

सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द
गुरुवार को हुई कोरोना वायरस की समीक्षा बैठक में सरकार ने कई सारे अहम निर्णय लिए हैं। सरकार ने सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द करने तथा आम आदमी से 15-20 दिन के लिए धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रम टालने की अपील की है। जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि टूर आपरेटरों से जानकारियां लें कि उनके कितने पर्यटक कौन से देश में हैं और वे कब वापस आ रहे हैं। साथ ही सरकार ने यह भी अपील की है कि विदेश से लौटे लोग कम से कम 15 दिनों तक अपने घर पर ही रहें।

सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डीएम को दिए निर्देश
गुरुवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जिलाधिकारियों, विभागीय आयुक्त, मनपा आयुक्त के साथ वीडियो कांफ्रेंस कर निर्देश दिए। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार, स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, मुख्य सचिव अजोय मेहता, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डा. प्रदीप व्यास सहित अन्य अधिकारी व मंत्री उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में जो 11 मरीज जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं, उनमें वायरल के हल्के लक्षण हैं।



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मुंबई एयरपोर्ट पर ईरान से लौटे लोगों की जांच करते डॉक्टर।
अलाना हाउस में चार वक्त की नमाज होती है।




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मुंबई समेत 4 शहरों में जिम-पूल और सिनेमाघर बंद, पुणे में स्कूलों को बंद किया; राज्य में 17 लोगों में कोरोना की पुष्टि

पुणे/मुंबई. महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर राज्यसरकार ने मुंबई, पुणे, नासिक और नागपुर में सभी जिम, स्विमिंग पूल, सिनेमाघर और थियेटर को बंद रखने का आदेश दिया है।इसके अलावा पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ में सभी स्कूलों को भी अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। हालांकि, जिन स्कूलों में 10वीं और 12वीं की परीक्षा चल रही है वह खुले रहेंगे। सीएम उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को विधानसभा में यह जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस सेडरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया किलोकल ट्रेन और बस सर्विसजारी रहेगी। हालांकि, सीएम के बाद स्वास्थ मंत्री राजेश टोपे मीडिया के सामने आये और कहा कि किसी भी मॉल या मल्टीप्लेक्स को बंद नहीं किया गया है।

राज्य में अब तक 17 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य मेंकोरोना संक्रमण के5 नए मामले सामने आएहैं। इसमें एक पुणे, तीन नागपुर और एक ठाणे में हैं। ऐसे में अब राज्य में कोरोना संक्रमण कीपीड़ितों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है। पुणे में अमेरिका से लौटे युवक कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसके बाद उन्हेंनायडू हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। अन्य लोगदुबई और फ्रांस से आए हैं।

सार्वजनिक कार्यक्रमों पर पाबंदी, कैदियों के लिए मास्क मंगाए गए

उद्धव ने यह भी बताया कि वे कंपनियों को कह रहे हैं कि वे अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की मंजूरी दें। इसके अलावा पब्लिक गेदरिंग पर भी पाबंदी लगाने की बात कही है।पुणे में जेल प्रशासन ने जेल में बंद कैदियों के लिएभी सुरक्षाइंतजाम शुरू कर दिए हैं। पुणे जेल प्रशासन ने कैदियों के लिएकरीब दो हजार मास्क मंगाएहैं। इसके अलावा जेल के गेट पर सेनिटाइजर रखा गया है। हर कैदी जेल से बाहर जाते समय और अंदर आते समय इसका इस्तेमाल कर रहा है।

डीएम को कोरोनावायरस होने की झूठी अफवाह
पिछले दो दिन से अफवाह थी किनागपुर के जिलाधिकारी रविंद्र ठाकरे कोरोनासे ग्रसित हैं। सोशल मीडिया में उनके छींकने और खासने को वजह बताते हुए ऐसे दावे किए जा रहे थे। शुक्रवार कोमीडिया के सामने आएऔर बताया कि उन्हें कोरोना संकम्रणनहीं है। उनकी सेहत को लेकर झूठी अफवाह फैलाई जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफकड़ी कार्रवाई की जाएगी।



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प्रतीकात्मक फोटो।




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सामना में शिवसेना ने पूछा- क्या पुणे में भी वुहान जैसी नाकेबंदी होनी चाहिए, धारा 144 लगाने की सोच रहा है प्रशासन

मुंबई. शिवसेना के मुखपत्र सामना केसोमवार के संपादकीय में कोरोना को लेकर केंद्र सरकार की तैयारियों पर सवालियानिशान लगाया गया है। शिवसेना ने सामना में लिखा है- इस महामारी के आगे देश-विदेश के सबसे ताकतवर नेता असहाय हो गए हैं। महासत्ता के नाम से घूमनेवालों की मस्ती एक विषाणु ने उतार दी है। महाराष्ट्र के पुणे में अब तक 16 मामले सामने आ चुके हैं। इस पर संपादकीय में लिखा गया- 'चीन के वुहान प्रांत की तरह पुणे की भी संपूर्ण नाकाबंदी की जाए क्या? इस पर निर्णय लेना आवश्यक है।

इस समय हिंदुस्तान में कोरोनावायरस दूसरे चरण का है। इसमें केवल कोरोनाग्रस्त देश से आए हुए व्यक्ति और उनके संपर्क में आए हुए मरीजों का समावेश है। कोरोना के संक्रमण को इसी चरण में रोकना जरूरी है। इसके आगे 30 दिन कोरोना को रोक कर रखना महत्वपूर्ण है। एक बार कोरोना संक्रमित रोगों की तरह फैलने लगा तो स्थिति हाथ से बाहर निकल जाएगी। इसलिए शासन को सख्त से सख्त उपाय करने की आवश्यकता है।

प्रशासनधारा 144 लगाने का सोच रहा है

कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए पुणे में जिला प्रशासन सीआरपीसी की धारा 144 लागू करने पर विचार कर रहा है। पुणे के मंडलायुक्त दीपक म्हाईसेकर ने कहा कि प्रशासन ने कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिए अपनी रणनीति बदलने का फैसला किया है।सीआरपीसी की धारा 144 के तहत किसी भी राज्य या क्षेत्र के कार्यकारी मजिस्ट्रेट एक क्षेत्र में चार या अधिक लोगों के एकत्र होने को प्रतिबंधित करने का आदेश जारी कर सकते हैं। मंडलायुक्त ने कहा कि पुणे में कम से कम चार मामलों में संक्रमण का कारण प्रथम संपर्क है। उनमें से किसी ने विदेश यात्रा नहीं की थी।

नाना पाटेकर की फिल्म का डायलॉग दोहराया
संपादकीय में लिखा-"नाना पाटेकर का एक डायलॉग इस समय सबको याद आ रहा होगा, एक मच्छर आदमी को ... बना देता है!" संपादकीय में आगे लिखा गया है कोरोना वायरस मतलब मच्छर नहीं लेकिन इस वायरस ने सभी को असहाय और निराश कर दिया है। ट्रंप से लेकर मोदी तक सभी बेचैन और अस्थिर हो गए हैं। यह अस्थिरता संसार को कहां ले जाएगी?" सामना में आगे लिखा है, "यह संकट महामारी है। कोरोना का मुकाबला करने के लिए महामारी कानून का उपयोग करना पड़ रहा है। यह कानून अंग्रेजों का था। प्लेग से मुकाबला करने के लिए इसी कानून का उपयोग हुआ था।' महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस से संक्रमित लोग हैं। हालांकि, किसी भी मरीज की हालत गंभीर नहीं बताई जा रही है लेकिन अखबार के संपादकीय में लिखा है कि कोरोना से भागने के लिए जमीन कम पड़ रही है।

लोग कैसे कमाएंगे, क्या खाएंगे: सामना
अखबार में राज्य सरकार की रणनीति के बारे में ज़िक्र करते हुए कहा गया है कि सतर्कता बरतते हुए उपायस्वरूप 31 मार्च तक राज्य के विद्यालय, कॉलेज, मॉल, थिएटर बंद कर दिए हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन न करने का आह्वान किया है। देश में कोरोना की प्रचंड दहशत फैली है। लोगों को उनकी जान प्यारी है लेकिन अंत में ऐसे बंद वगैरह लंबे समय तक चलता रहा तो लोग कमाएंगे कैसे? खाएंगे कैसे? यह समस्या है। कोरोना से तो बचाव होगा लेकिन भूख से लोग मर जाएंगे।



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प्रतीकात्मक फोटो




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अपहरण कर पांच लोगों ने डंडे से बुरी तरह से पीटा, युवक आईसीयू में भर्ती; 4 आरोपी गिरफ्तार

पुणे.रविवार को पुलिस ने एक मामले में कार्रवाई करते हुए चार लोगो को गिरफ्तार किया है, वहीं 1 अन्य आरोपी फरार है। घटना हड़पसर की है। 12 मार्च को युवक के कुछ लोगों ने जमकर पिटाई कर दी थी। इस दौरान युवक बुरी तरह घायल हो गया था। इसके बाद उसे शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया था। मामले में पीड़ित की मां ने पुलिस में शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों के खिलाफ अपहरण और जान से मारने की कोशिश का केस दर्ज किया है।

शिवाजी जयंती पर एक कार्यक्रम में शामिल होने गया था

हड़पसर पुलिस स्टेशन से मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले में विनीत सूर्यकांत बिरादर(19), शुभम राजाभाऊ जाधव(19), देवीदास ऊर्फ देवा घनश्याम पाहणे(21), भारत विशाल राठोड़(21) को गिरफ्तार किया गया है। जांच में सामने आया है कि मार खाने वाला युवक 12 मार्च को शिवाजी महाराज की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गया था। देर रात तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो उसकी मां ने पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई। आधी रात को पुलिस को पता चला कि एक युवक मंजरी रेलवे स्टेशन के पास पटरियों के ठीक बगल में बेसुध हाल में पड़ा हुआ है।

सामने आया पिटाई का वीडियो
इसके बाद पुलिस ने उसे ससून हॉस्पिटल में भर्ती करवाया, जहां आज भी वह आईसीयू में एडमिट है। इस घटना का एक वीडियो भी समाने आया।इसमें कुछ लोग युवक को डंडे से पीटते हुए नजर आ रहेहैं। मां ने आरोपियों में से एक की पहचान की और फिर इस मामले में पांच लोगों की पहचान हुई। इस मामले में चार लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। फिलहाल मामले में जांच जारी है।



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युवक को बुरी तरह से पीटने के बाद उसे मारा हुआ समझ रेलवे ट्रैक के किनारे फेंक दिया गया।




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जांच में नेगिटिव हुए लोगों को महाराष्ट्र सरकार ने 14 दिनों के लिए किया होम क्वारंटाइन, पहचान के लिए हाथ में लगाएं खास निशान

मुंबई. कोरोनावायरस से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एक अनूठा तरीका निकाला है। सरकार ने टेस्टिंग के बाद नेगिटिव हुए लोगों को भी 14 दिनों तक अपने घरों में क्वारंटाइन करने निर्देश दिया है। इन लोगों की पहचान आसानी से हो सके इसलिए सरकार ऐसे लोगों की बाएं हाथ की हथेली पर काले रंग का एक निशान बना रही है। यह निशान 14 दिनों तक मिटाया नहीं जा सकता। इस बात की पुष्टि मंगलवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने की है।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए राजेश टोपे ने कहा-यह कदम जनता की भलाई के लिए उठाया गया है। सरकार द्वारा होम क्वारंटाइन किए गए लोगों पर नजर रखी जा रही है। इसके बावजूद अगर कोई संदिग्ध मरीज बाहर घूमता है तो जनता उसे पहचान लेगी और उससे दूरी बना लेगी। इसमें मरीज के हाथ पर वह तारीख भी लिखी गई है जब तक उसे होम क्वारंटाइन रहना है।

ग्रेटर मुंबई म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ने जारी किया आदेश
सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक हुई थी, जिसमें लिए गए इस फैसले को सावधानी के नाते उठाया गया। इसके बाद सोमवार देर शाम को ग्रेटर मुंबई म्यूनिसिपल कमिश्नर प्रवीण परदेशी ने अस्पतालों और एयरपोर्टों पर तैनात सभी अधिकारियों को आदेश जारी कर घरों में क्वारैन्याइन किए गए संदिग्ध मरीजों के बाएं हाथ की हथेली की पुश्त पर ऐसी स्याही से आइसोलेशन में रखे जाने की तारीख समेत मुहर लगाने के लिए कहा गया, जो 14 दिन तक मिट नहीं पाए।



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इस तरह के स्टांप हाथों में लगाएं जा रहे हैं।




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कोरोना वायरस से राज्य में हुई पहली मौत, निमोनिया और हाई ब्लड प्रेशेर की शिकायत के बाद कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती हुए 64 वर्षीय की हुई मौत

मुंबई.महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से पहली मौत मुंबई में हुई है। मुंबई के कस्तूरबा हॉस्पिटल में 13 मार्च से एडमिट 64 वर्षीय बुजुर्ग की मौत मंगलवार सुबह 7 बजे हुई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि मृतक के परिवार के अन्य सदस्यों की जांच भी की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक, 5 मार्च को दुबई से लौटने के बाद जांच में उनके अंदर कोरोना की पुष्टि नहीं हुई थी।डॉक्टर के मुताबिक, उनमें निमोनिया और हाइपरटेंशन की शिकायत के बाद पहले हिंदुजा हॉस्पिटल में एडमिट थेबाद में इन्हें कस्तूरबा में शिफ्ट किया गया।

महाराष्ट्र के बुलढाणा में भी एक बीमार बुजुर्ग ने दम तोड़ा था, लेकिन बाद में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी।मुंबई के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे कई बड़े उद्योगपतियों के साथ कोरोना को लेकर बैठक कर रहे हैं।

स्कूल-कॉलेज बंद

राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज, निजी क्लासेस, परीक्षाएं टालने का भी आदेश दिया गया है। जिम और स्वीमिंग पूल बंद करने का आदेश दिया है। किसी भी तरह के धार्मिक या सामाजिक आयोजन पर सरकार ने पाबंदी लगा दी है। राज्य के कई मंदिरों को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है। हाई कोर्ट में आज से सिर्फ दो घंटे और जिला अदालतों में तीन घंटे ही काम होगा। पुणे में सबसे ज्यादा 16 मरीज मिलने के बाद अब यहां के शनिवारवाड़ा किले को भी अनिश्चित काल के लिए बंद है।

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के 39 मामलों की पुष्टि
सोमवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि कोरोना पीड़ितों की संख्या राज्य में बढ़कर 39पहुंच चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा 16 मामले पुणे में हैं। वहीं, मुंबई में 6, नागपुर में 4, यवतमाल में 3, नवी मुंबई में 3, कल्याण 3, ठाणे, अहमदनगर, रायगढ़ और औरंगाबाद में एक-एक मामले सामने आए हैं। ताजा मामला यवतमाल जिले का है। यहां दुबई से लौटे व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला है।

सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
इस बीमारी से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए नैशनल हेल्पलाइन नंबर 1075 जारी किया है। सभी तरह के सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक और पारिवारिक कार्यक्रमों में 50 से ज्यादा लोगों के जमा होने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, ये नियम शादी समारोह में लागू नहीं होंगे।



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कस्तूरबा हॉस्पिटल में बुजुर्ग, उसकी पत्नी और बेटे का इलाज जारी था।




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कोरोना के डर के बीच नागपाड़ा में डटी हैं नागरिकता कानून का विरोध करने वाली महिलाएं, शहर में लागू है धारा 144

मुंबई. कोरोना को लेकर मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में लोगों को भीड़भाड़ से बचने और सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल न होने की अपील की जा रही है। टूर और पिकनिक पर धारा 144 के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी जा रही है, वहीं दूसरी ओर नागपाड़ा इलाके में अब भी नागरिकता कानून के खिलाफ धरना जारी है। सड़क पर कई दर्जन महिलाएं डटी हुईं हैं। पुलिस कई बार उनसे धरना खत्म करने की अपील कर चुकी है। बुधवार सुबह तक महाराष्ट्र में कोरोना के 41 मामले सामने आ चुके हैं।

कोरोना से बचने के लिए उपाय कर रहे आयोजक
आयोजकों का दावा है कि धरना जारी रहेगा लेकिन बीमारी से बचने के लिए जरूरी एहतियात बरती जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता फिरोज मिठीबोरवाला ने कहा कि हम देश के लिए आंदोलन कर रहे हैं तो अपनी जिम्मेदारी भी समझते हैं। मुंबई में भी दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर धरना जारी रहेगा। लेकिन एहतियातन यहां सैनेटाइजर, हैंडवाश और मास्क के इंतजाम किए गए हैं।

बातचीत के जरिए हल निकलने के प्रयास में जुटी पुलिस
करीब 50 महिलाएं यहां अब भी धरने पर बैठी हैं। लोगों को बीमारी से बचाने के लिए उन्हें एक दूसरे से सुरक्षित दूरी पर भी बिठाया जा रहा है। वहीं मुंबई पुलिस के प्रवक्ता और पुलिस उपायुक्त प्रणय अशोक ने दावा किया कि पुलिस धरना खत्म करने के लिए लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा हम इसके लिए बातचीत के जरिए रास्ता निकालने की कोशिश कर रहे हैं।

बार और पब पर पाबंदी
लोगों की भीड़भाड़ रोकने के लिए मुंबई में डांस बार, आर्केस्ट्रा बार, डिस्कोथेक, पब, डीजे, लाइव बैंड आदि पर रोक लगा दी है। मंगलवार को इससे जुड़ा आदेश जारी किया गया। महानगर के सभी पुलिस उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि 31 मार्च तक वे अपने इलाकों में होने वाले सार्वजनिक मनोरंजन की जगहों पर कार्यक्रमों की इजाजत न दें।

कैदी तैयार कर रहे मास्क
कोरोना की वजह से मास्क की किल्लत को देखते हुए जेलों में बंद कैदी मास्क तैयार करने में जुट गए हैं। राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख की योजना पर राज्य की सभी मध्यवर्ती जेलों में कैदी मास्क तैयार करने में जुटे हैं। क्योंकि अचानक मांग बढ़ने से मास्क की किल्लत पैदा हो गई है। आज से राज्य के 60 हजार कैदियों की स्क्रीनिंग शुरू हो रही है। जिनमें कोरोना के लक्षण मिलेंगे उनके जांच के नमूने लैब में भेजे जाएंगे और उन्हें आइसोलेशन में रखा जाएगा।



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ये महिलाएं जनवरी महीने से धरने पर बैठी हैं।




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जांच आयोग ने राकांपा प्रमुख शरद पवार को 4 अप्रैल को पेश होने को कहा, हिंसा को लेकर दिए गए बयान पर हो सकती है पूछताछ

पुणे. 1 जनवरी 2018 को पुणे के भीमा कोरेगांव में हुई हिंसा की जांच कर रहे आयोग ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार को समन भेजा है। उन्हें चार अप्रैल को आयोग के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। पवार की गवाही को लेकर आयोग के सामनेअर्जी लगाई गई थी, जिसे आयोग ने स्वीकार कर लिया था।शरद पवार की तरफ से भी अक्टूबर 2018 में हिंसा को लेकरहलफनामा दायर किया गया था।

इसलिए पवार से हो रही है पूछताछ
साल 2018 मेंसामाजिक समूह विवेक विचार मंच के सदस्य सागर शिंदे ने आयोग कोएक आवेदन दिया था।इसमें 2018 में हुई जातिगत हिंसा को लेकर 18 फरवरी को दिए गएशरद पवार के बयान कोआधार बनाकर उन्हें तलब करने की मांग की गई थी। आवेदन के मुताबिक, पवार ने प्रेस मीट में आरोप लगाया था कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं मिलिंद एकबोटे और संभाजी भिड़े ने पुणे शहर के बाहरी इलाके में स्थित कोरेगांव-भीमा और इसके आसपास के क्षेत्र में हिंसा के लिए माहौल बनाया था।


याचिका में यह भी कहा गयाकिपवार ने पुणे शहर के पुलिस आयुक्त की भूमिका संदिग्ध होने का आरोप लगाते हुए इसकी जांच की मांग की थी। आवेदक ने कहा कि उसे विश्वास हैकि पवार के पास इस घटना के बारे मेंअतिरिक्त जानकारी है। आवेदन में यह भी कहा गया किपवार ने भी अपने हलफनामे मेंहिंसा के बारे में जानकारी दीहै।


बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में बना है आयोग
भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा के कारणों क जांच के लिए यह आयोग बनाया गया था।इसकी अध्यक्षता बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जेएनपटेल कर रहे हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य सचिव सुमित मुलिक इसके सदस्य हैं। महाराष्ट्र में भाजपा सरकार के दौरान आयोग का गठन किया गया था। शिवसेना की अगुवाई वाली वर्तमान सरकार ने इस महीने की शुरुआत मेंआयोग का कार्यकाल 8 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया था।

महाराष्ट्र सरकार ने हिंसा संबंधी348 केस वापस लिए
महाराष्ट्र में राकांपा-शिवसेना-कांग्रेस के गठबंधन की सरकारबनने के बाद भीमा-कोरेगांवहिंसा को लेकरदर्ज हुए 649 में से 348 केस वापस ले लिए गएहैं। सरकार में शामिल राकांपा काफी समय से इसकी मांग कर रही थी।

1 जनवरी 2018 को पुणे में हुई थी हिंसा
31 दिसंबर 2017 को यलगार परिषद ने सम्मेलन का आयोजन किया था। इसकेअगले दिन 1 जनवरी 2018 को पुणे जिले के भीमा-कोरेगांव युद्ध स्मारक के पास हुईहिंसा में एक युवक की जान चली गई थी। इसके चलते करोड़ों की सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान भी हुआ था।



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राकांपा प्रमुख शरद पवार-फाइल




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कोरोना संक्रमितों की संख्या 42 हुई, अब तक 800 लोगों का हुआ टेस्ट; सबसे ज्यादा पुणे में 18 मामले

मुंबई. राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार शाम 5 बजे तक यहां 42 मामले सामने आ चुके हैं। ताजा मामला पुणे से आया है, यहां एक महिला में देर रात कोरोना संक्रमणकी पुष्टि हुई है। फिलहाल उसका इलाज नायर हॉस्पिटल में जारी है। अब तक पुणेमें सबसे ज्यादा 18 मामले (9 पुणे और 10 पिंपरी) सामने आ चुके हैं।

सिर्फ 50 प्रतिशत सरकारी कर्मचारी आएंगे दफ्तर

महाराष्ट्र में कोरोनावाइरस संक्रमित मरीजों की संख्या को बढ़ने से रोकने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सरकारी कार्यालयों में अब 50 प्रतिशत ही कर्मचारियों को आने का महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। इसके साथ ही रेलवे, सरकारी व प्राइवेट बसों और मेट्रो जैसे सार्वजनिक यातायात व्यवस्था को भी महज 50 फीसदी यात्री क्षमता से चलाने का प्रयत्न करने का निर्देश जारी किया है।

मुख्यमंत्री ठाकरे ने मुंबई मनपा की बेस्ट परिवहन बसों में खड़े होकर यात्रा करने पर रोक लगाने का आदेश दिया है। इतना ही नहीं बस के भीतर भी यात्रियों को दूर-दूर बैठने की सूचना अब दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना वाइरस के प्रभाव को रोकने के लिए उसे फैलने से रोकना बेहद जरूरी है। यह सिर्फ भीड़ नियंत्रित करके ही संभव है। इसके लिए कुछ ऐतियातन कदम उठाने जरूरी हैं।

मुंबई में अब दुकानें अलग-अलग समय पर खुलेंगीः-

मुंबई में कोरोनावाइरस संक्रमित मरीजों की संख्या 8 हो गई है। जिसकी वजह से राज्य सरकार ने मुंबई सहित कुछ प्रमुख शहरों में दुकाने सुबह के वक्त अलग-अलग समय पर खोलने का निर्देश जारी किया है। इसके अलावा बाजार और भीड़-भाड़ वाले रास्तों को एक दिन बंद और एक दिन खुला रखने या फिर समय में बदलाव कर संचालित करने का विचार चल रहा है।

महारष्ट्र में खुलेंगी 8 जांच लैब
पुणे पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा,'राज्य में राज्य में 8 स्थानों पर जांच के लिए लैब का निर्माण किया जाएगा। राज्य में अभी तक 42 मामले सामने आये हैं। मुंबई में बी.जे मेडिकल कॉलेज में भी कोरोना पीड़ितों को उपचार के लिए रखा जाएगा। धुले, औरंगाबाद, सांगली और सोलापुर में भी जांच लैब खोली जाएगी। यहां एनआईवी की सहायता से मरीजों की जांच की जायेगी।

पुणे में कहां, कितने मरीज एडमिट
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पुणे के नायडू हॉस्पिटल में 8 पेशेंट और 22 सस्पेक्टेड एडमिट हैं। वहीं वाईसीएम हॉस्पिटल में 10 पेशेंट और 11 सस्पेक्टेड एडमिट हैं। शहर के सरकारी ऑफिस में सिर्फ 50 प्रतिशत लोगों को बुलाया जा रहा है। पुणे की सभी आईटी कंपनियों में ज्यादातर कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं।

राज्य में कहां-कितने मामले
कोरोना के पिंपरी- 10,पुणे- 8,मुंबई- 7,नागपुर-4,नवी मुंबई-3,यवतमाल-3,कल्याण-3,ठाणे-1,औरंगाबाद-1,अहमदनगर-1,रायगढ़-1 मामले सामने आ चुके हैं।

पुणे के सभी बार और शराबखाने 31 मार्च तक रहेंगे बंद
कोरोना के फैलाव को देखते हुए पुणे के जिलाधिकारी नवलकिशोर राम ने आदेश दिया है कि पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ के सभी बार और शराबखाने बुधवार शाम से 31 मार्च तक बंद रहेंगे। बता दें कि 18 से 20 मार्च तक शहर के सभी होटल्स और बार को बंद रखने का स्वैक्षिक निर्णय पुणे होटल and रेस्ट्रोरेंट एसोसिएशन की ओर से लिया गया है।

अब तक 800 लोगों का टेस्ट हुआ
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए बताया- ‘हम ने अब तक 800 लोगों का टेस्ट किया, जिसमें से 42 लोग पॉजिटिव मिले हैं। हमने चार शहरों में लैब शुरू की है। राज्य में अब तक 760 लोगों का टेस्ट निगेटिव रहा है। विदेश से आने वाले उन्हीं लोगों का टेस्ट किया जा रहा है, जिसमें कोरोना जैसे लक्षण हैं। मैं आज नेशनल वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट, पुणे जा रहा हूं। इस मामले को लेकर वहां के वैज्ञानिकों से बात करूंगा।’

पुणे में 584 बसों को रद्द किया गया
पुणे में 1714 बसों में से 584 सिटी बसों को अगले आदेश तक रद्द करने का फैसला पुणे महानगर पालिका की ओर से लिया गया है। महाराष्ट्र में यह पहली बार है जब किसी शहर में सरकारी बसों को रद्द किया गया है।

मुंबई में सड़क पर थूकने पर 1000 रुपए जुर्माना
बृहन मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने कोरोना से निपटने के लिए एक कड़ा कदम उठाया है। अब मुंबई में सड़कों पर या किसी भी सार्वजनिक जगह पर थूकने पर 1000 रुपएका जुर्माना वसूला जाएगा। इसके लिए मार्शल सड़कों पर निगरानी रखेंगे। इससे पहले महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते 64 साल के एक बुजुर्ग की मौत हो गई है। इस शख्स का बेटा और पत्नी भी कोविड 19 से संक्रमित है।

कोई भी सरकारी ऑफिस नहीं हुआ बंद
कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के लेकर उद्धव सरकार कैबिनेट की मंगलवार बैठक हुई। बैठक में यह तय हुआ कि फिलहाल किसी भी सरकारी ऑफिस की छुट्टी नहीं की जाएगी और न ही कोई बस या लोकल ट्रेन रोकी जाएगी। हालांकि, सीएम ने यह कहा कि प्रयास किया जा रहा है कि सिर्फ 50 फीसदी लोग ही ऑफिसों में काम करने जाएं। ठाकरे ने कहा- ‘मुंबई में सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक परिवहन को बंद नहीं किया जाएगा। अगर लोगों ने संयम नहीं बरता और गैर जरूरी यात्रा करने से परहेज नहीं किया तो हम कड़े फैसले लेने पर बाध्य हो जाएंगे।’



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Coronavirus Mumbai Pune | Coronavirus Maharashtra Today Total Case Updates; Mumbai Pune Nagpur Corona Covid-19 Positive Cases Death Toll




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महाराष्ट्र में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 11 नए मामले सामने आए, संख्या बढ़कर 63 हुई; मुंबई, पुणे समेत चार शहरों में सन्नाटा

मुंबई.महाराष्ट्र में पिछले24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 11 नए मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित की संख्या 63 पहुंच गई है।स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को बताया- 'शुक्रवार शाम से अब तक 11 नए मामले सामने आए हैं। इनमेंमुंबई में 10 लोग कोरोना से पीड़ित हैं। हम अभी भी स्टेज-2 पर हैं। इसमें ज्यादातर लोग विदेश से यहां आने वाले हैं।'

इससे पहले शुक्रवार कोमुंबई, पुणे, नागपुर और पिंपरी चिंचवाड़ कोरात से लॉकडाउन कर दिया गया है। यह शहर 31 मार्च तक बंद रखे जाएंगे। चारों शहरों में किराना और मेडिकल स्टोर छोड़कर सभी दुकानों को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही, इन चारों शहरों में सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 25 प्रतिशत कर्मचारी ही आएंगे। बसें, लोकल ट्रेन, ओला और उबर भी चलता रहेगा। पुणे में 2800 होमगार्ड की अतरिक्त तैनाती की गई है। ये शहर के हर बड़े चौराहे और बाजार पर नजर रखेंगे।

मुंबई मेंलोकल ट्रेन के साथ-साथ बसों में भी यात्रियों की संख्या गिरी

मुंबई में बेस्ट परिवहन की बसों में भी यात्रियों की लगातार कम हो रही है। गुरुवार को 22 लाख यात्रियों ने सफर किया। सामान्य दिनों में 32 लाख यात्री रोजाना सफर करते हैं। बेस्ट की बसों में सीटों की क्षमता से अधिक यात्रियों की अनुमति नहीं दी जा रही है।

सड़कों से लगभग गायब हुई टेक्सी
लगातार अपील के बाद लोगों की आवाजाही बहुत कम हुई है। लंबी दूरी से ट्रेनों और एयरपोर्ट से सवारी लेने वाले टैक्सी वालों का कहना है कि सवारी नहीं मिल रही है और बहुत टैक्सीवाले भीड़ वाले इलाकों में जाना भी नहीं चाहते हैं। सीएसएमटी से सवारी लेने वाले राधेश्याम मिश्रा बताते हैं कि धंधे में 70-80 प्रतिशत गिरावट हुई है।

ट्रेन और बसों को नहीं किया जा सकता बंद: उद्धव
शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया के माध्यम से महाराष्ट्र की जनता को संबोधित किया था। उन्होंने लोगों की घरों में ही रहने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘मुंबई की लोकल ट्रेनों और बसों को बंद नहीं किया जा सकता, क्योंकि ये शहर की लाइफलाइन है।

राशन की दुकानों पर बढ़ रही है भीड़
कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों और दुकानों के बंद होने की आशंका के चलते लोगों में दहशत का माहौल है। मुंबई, पुणे समेत अन्य शहरों मेंघबराए लोगों ने अपने घरों में राशन व जरूरी सामान इकट्‌ठा करनाशुरू कर दिया है। नतीजा यह हो रहा है कि राशन की दुकानों पर भारी भीड़है।

पहली से 8वीं तक की परीक्षा हुई रद्द

महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने शनिवार को बताया कि10 बोर्ड की सोमवार को होने वाली भूगोल की परीक्षा को अगले आदेश तक रद्द कर दिया गया है। इससे पहले शुक्रवार को कक्षा 1 से 8 तक की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और बिना परीक्षा के ही छात्रों को अगली क्लास में प्रमोट किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि 9वीं से 11 वीं तक की परीक्षाएं 15 अप्रैल के बाद करवाई जाएंगी।



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मुंबई में शनिवार को सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है।




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कर्फ्यू का आज दूसरा दिन, सड़कों से भीड़ गायब, अब तक 122 केस पॉजिटिव, 14 केस नेगेटिव की स्टेज पर

मुंबई. कोरोनावायरस के चलते महाराष्ट्र मेंकर्फ्यू का आज दूसरा दिन है। बुधवार को कुछ अलग हाल नजर आ रहे हैं। आज पुणे-मुंबई में सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। हालांकि, अभी भी दूध और बेकरी की दुकानों पर भीड़ लगी है। इस बीच महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 122तक पहुंच गई है।इसमें 14से ज्यादा लोग नेगेटिव स्टेज पर हैं। हालांकि, अभी तक इन्हें डिस्चार्ज नहीं किया गया है। बुधवार को सांगली से पांच कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। ये सभी एक ही परिवार से हैं।

स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने ट्वीट कर यह जानकारी साझा की है।

लोग लगातार तोड़ रहे हैं नियम: मंत्री राजेश टोपे
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि लोग कर्फ्यू का पूरी तरह पालन करें। कर्फ्यू के बावजूद फल-सब्जियों, राशन और दवाओं की दुकानों में भीड़ देखी जा रही है। कई धार्मिक स्थलों पर लोग जमा हो रहे हैं। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कररहे हैं। कोई भी इन नियमों को न तोड़े। जरूरी सामान खरीदने के लिए भीड़ न करें। सरकार ऐसे सामान की सप्लाई में कोई कमी नहीं आने देगी। लोग शांति से घरों में रहें। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टनसिंग बनाए रखने के लिए और किसी तरह की पहल के बारे में वह मुख्यमंत्री से बात करेंगे।

ठीक हो रहे हैं मरीज: टोपे
स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा- ‘कोरोना के मरीज ठीक हो रहे हैं। लोगों को कोरोना से घबराने की नहीं, बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है। घर में रहें और बाहर नहीं निकलें। इसी तरीके से इस वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।’

पुणे के पहले 2केस नेगेटिव
2 हफ्ते पहले कोरोना से पॉजिटिव पाए गए पुणे के एक दंपतीकी रिपोर्ट2बार नेगेटिव आईहै। दोनों को आज अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। ये महाराष्ट्र में कोरोना के पहले 2 मामले थे। इनके कारण इनकी बेटी और एक ड्राइवर को भी कोरोना संक्रमण हुआ था। फिलहाल, ये दोनों नायडू हॉस्पिटल में भर्ती हैं।

कई डॉक्टरों ने बंद की डिस्पेंसरी
कोरोनावायरस के चलते मुंबई और महाराष्ट्र में कई डॉक्टरों ने डिस्पेंसरियां बंद कर दी हैं। सरकार ने डॉक्टरों से अपील की है कि वे डिस्पेंसरी कतई बंद न करें। टोपे ने कहा कि डॉक्टर अपनी डिस्पेंसरी बंद नहीं करें, बल्कि और ज्यादा समय के लिए खुली रखें, ताकि लोगों का इलाज होता जारी रहे।

पुणे , मुंबई में उमड़ी किराना और मेडिकल स्टोर पर भीड़
मंगलवार रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा करते ही पुणे, मुंबई, नागपुर, औरंगाबाद और नासिक समेत पूरे राज्य में सड़कों पर भीड़ जमा होना शुरू हो चुकी है। शहर के लगभग हर किराना स्टोर और मेडिकल स्टोर पर लोग जमा थे। हालांकि, कुछ जगहों पर लोग कतारों में लगे हुए हैं और एक-दूसरे से 1 मीटर की दूरी बनाने का प्रयास कर रहे थे। महाराष्ट्र खाद्य आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने कहा है कि वह किसी भी हाल में किराना या मेडिकल की दुकानों को बंद नहीं करेंगे। लोगों को पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं है।



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सब्जी वालों ने कोरोना रोकने के लिए कुछ इस तरह का तरीका खोजा है।




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महाराष्ट्र में अब तक 128 संक्रमित, 10 लोगों को डिस्चार्ज किया गया, नियम तोड़ने वाले मुंबई के 141 लोगों पर केस

मुंबई.महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के अब तक 128 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। राज्य में कोरोना के 15 नए मामलोंमें 9 केवल मुंबई से हैं।पिछले 2 दिन में बीमारी से पूरी तरह रिकवर होने के बाद राज्य में 10 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। बुधवार को पुणे के जिन 2मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी मिली, वे राज्य के पहले मामले थे। ये दोनों मरीज कपल हैं और फरवरी के आखिरी महीने में दुबई से घूम कर आए थे।आज भी कुछ मरीजों को छुट्टी मिल सकती है।

महाराष्ट्र में कर्फ्यू का आज तीसरा दिन है। इस बीच सड़कों से वाहन गायब हैं, लेकिन लगभग सभी सब्जी मंडियों में सुबह से ही भीड़ जमा है। पुणे, मुंबई के कई इलाकों में सब्जी-फल मंडियों, किराना और दवा की दुकानों पर भीड़ उमड़ी रही। अस्पताल, नर्सिंग होम, राशन, दूध, साग-सब्जी की दुकानें, मेडिकल स्टोर्स, सीएनजी, एलपीजी, लैबोरेटरी, अंडे, मांस-मछली की दुकानें ही खुली रखी जाएंगी। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल अतिआवश्यक सेवाओं में लगे लोगों को ही मिलेगा।

नियम उल्लंघन के आरोप में 141 लोगों पर केस दर्ज

कोरोनावायरस के संक्रमण और फैलाव को देखते हुए मुंबई पुलिस ने बुधवार को मुंबई में धारा 188 का उल्लंघन करने के आरोप में 141 मामले दर्ज किए हैं। इनमें सबसे अधिक मामले नॉर्थ मुंबई से सामने आए हैं। मुंबई पुलिस के अनुसार, बुधवार शाम तक साउथ और नॉर्थ मुंबई से करोना से संबंधित कानून का उल्लंघन करने का एक-एक मामला, जबकि सार्वजनिक जगहों पर भीड़ जमा करने के आरोप में नॉर्थ और वेस्टर्न रीजन से 11-11 मामले दर्ज किए गए हैं।धारा 188 के तहत किसी आदेश को नहीं मानने वाले को सजा देने का प्रावधान किया गया है। इसमें 6 महीने तक की कैद या 1000 रुपए तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।

ट्रांसपोर्टरों के लिए सरकार ने गाइडलाइनजारी की
मुंबई सहित राज्य के कई हिस्सों में अतिआवश्यक खाद्य पदार्थों की आपूर्ति करने वालों के लिए सरकार ने कुछ गाइडलाइंस जारी की हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अतिआवश्यक खाद्य पदार्थो की आपूर्ति करने वाले ट्रांसपोर्टरों से कहा है कि वे अपने वाहनों पर स्टिकर लगाकर चलें और उनके पास बिल सहित सभी कागजात होने चाहिए।

अतिआवश्यक वस्तुओं की राज्य में नहीं है कोई कमी
बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में खाद्य वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। भरपूर मात्रा में खाद्य पदार्थ उपलब्ध हैं। किसी को भी खाद्य वस्तुओं को अतिरिक्त मात्रा में जमा करने की आवश्यकता नहीं है।

कोरोना से लड़ने के लिए 22,118 कमरे तैयार
संक्रमण के फैलाव को देखते हुए राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग ने राज्यभर में 22,118 कमरे तैयार किए हैं जिनमें 55,707 बेड्स लगाए जा सकेंगे। बुधवार को राज्य के लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि कोरोना वायरस के हर परिस्थितियों का सामना करने के लिए सरकार तैयार है।

लॉकडाउन में जुहू बीच खामोश

जुहू बीच भी आज खामोश है। इसकी वजह है लॉकडाउन। कभी इस बीच पर चहल-पहल रहा करती थी और आज रेगिस्तान सी खामोशी है।



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मुंबई के मीरा रोड इलाके में राशन की दुकान के बाहर अपनी बारी का इंतजार करते लोग।




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भारतीय अब स्मार्टफोन पर 6% और टीवी पर 8% ज्यादा वक्त बिता रहे, 14 साल से कम उम्र के बच्चों का टीवी देखना 20% बढ़ा

मुंबई. कोरोनावायरस संकट की वजह से घरों में लॉकडाउन लोग अब 6% ज्यादासमय स्मार्टफोन पर और 8% ज्यादासमय टीवी देखने में बिताने लगे हैं। बीएआरसी इंडिया और नीलसन ने संयुक्त रूप से कोरोनावायरस संकट के दौरान टीवी और स्मार्टफोन उपभोक्ताओं के व्यवहार में आए बदलाव की सर्वे रिपोर्ट जारी की है। कोरोनावायरस संकट से पहले सप्ताह भर में व्यक्ति औसतन 23 घंटे 6 मिनट समय स्मार्टफोन पर बिताताथा, जिसमें अब 6%की वृद्धि हो गई है। देश में कोरोनावायरस का संकट बढ़ने पर लोगों ने औसतन सप्ताह भर में 25 घंटे समय बिताना शुरू किया है।

पीएम के लॉकडाउन की घोषणा को 19.7 करोड़ लोगों ने देखा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को 21 दिनके लॉकडाउन की घोषणा की। इस दिन उन्हें 19.7 करोड़ लोगों ने टीवी परदेखा और सुना। यह आईपीएल फाइनल मैच के यूनिक 13.3 करोड़ के व्यूवरशिप से 6.4 करोड़ अधिक रहा।रिपोर्ट बताती है कि 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री के नोटबंदी केऐलानको 5.7 करोड़, 8 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 को खत्म करने के भाषण को 16.3 करोड़, 19 मार्च 2020 के जनता कर्फ्यू की अपील को 19.1 करोड़ लोगों ने टीवी पर देखा था।


अब हम रोजाना 3 घंटे 51 मिनट टीवी देख रहे हैं
देश में 11 जनवरी से 31 जनवरी के दौरान जब कोरोनावायरस का संकट नहीं था। तब औसतन सप्ताह भर में लोग 88,700 करोड़ (887 बिलियन) मिनट्सटीवी देखा करते थे। मगर 14 मार्च से 20 मार्च कोरोनावायरस का संकट बढ़ने पर जैसे ही लोग घरों में लॉकडाउन होना शुरू हुए,टीवी व्यूवरशिप में 8%की वृद्धि हो गई। अब औसतन लोग सप्ताह भर में 95,900 करोड़ (959 बिलियन) मिनट्सटीवी देख रहे हैं। इस तरह अब औसतन प्रति दिन व्यक्ति 3 घंटे 51 मिनट टीवी देख रहा है।

मेट्रो शहरों में 6%अधिक स्मार्टफोन पर बिताया जा रहा वक्त
कोरोनावायरस की वजह से देश भर में लोगों का घर से बाहर निकलना लगभग बंद है। इसकी वजह से मेट्रो शहरों में 6, मिनी मेट्रो में 8, टियर-1 शहरों में 2%और टियर-2 शहरों में 6% प्रतिशत अधिक समय स्मार्टफोन पर बिता रहे हैं। इसमें भी 35 से 44 वर्ष के लोग सर्वाधिक 11 मिनट स्मार्टफोन पर बिता रहे हैं। इसी प्रकार कोरोना संकट की वजह से लोगों ने सोशल मीडिया पर 25%अधिक समय बिताना शुरू किया है। इसमें फेसबुक पर 23%, वॉट्सअप पर 27%, इंस्ट्राग्राम पर 25%और टीक-टॉक पर 20%पहले से अधिक समय बिताया जा रहा है।इसी तरह प्रमुख टेलिविजन रेटिंग एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल इंडिया (बीएआरसी इंडिया) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील लुल्ला और डॉली झा (कंट्री लीडर नीलसन ग्लोबल मीडिया, दक्षिण एशिया) ने शुक्रवार को कोरोनावायरस के इंपैक्ट पर सर्वे रिपोर्ट जारी की।



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Mumbai Coronavirus Lockown Update: Over 6 Percent Maharashtra Mumbai People More Time On Smartphones TV, All You Need To Know




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किराना और मेडिकल स्टोर 24 घंटे खुले रखने के आदेश का असर, दोपहर बाद मुंबई और पुणे के बाजारों से गायब हुई भीड़

मुंबई.कोरोनावायरस से जंग जारी है। देश21 दिनों के लॉकडाउन पर हैं। हालांकि, महाराष्ट्र में सोमवार से हीकर्फ्यू लगा था। इसके बावजूद बाजार, सब्जी मंडी और किराना स्टोर पर भीड़ हो रही थी। इसे देखते हुए मुख्यमंत्रीउद्धव ठाकरे ने गुरुवार देर रात कहा कि राज्य में सभीजनरल स्टोर, किराना स्टोर और मेडिकल स्टोर अब 24 घंटे खुले रहेंगे। इसका असरशुक्रवार को नजर आया। दुकानों में ज्यादा भीड़ नहीं होरही है।

राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों कीसंख्या बढ़कर 153 हो गई है। शुक्रवार को सांगली में 15नए पॉजिटिव मिले। यह पहले संक्रमित पाए गए व्यक्ति के परिवार या उससेसंपर्क में आए थे। वहीं, शुक्रवार तक मुंबई में संक्रमित पांच लोगों की मौत हो गई। संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए राज्य सरकार ने हर जिले में कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड और 25 वेंटीलेटर का अस्पताल खोलने का फैसला कियाहै। कोरोना संकट को देखते हुए शिवसेना के सभी सांसद और विधायक अपने एक महीने की तनख्वाह मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में जमा करेंगे।

लोग सेना को बुलाने पर मजबूर न करें: डिप्टी सीएम

वहीं, गुरुवार को कुछ जगहों पर लॉकडाउन का पालन करा रही पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से बदसलूकी की खबरें आईं। इससे नाराजडिप्टी सीएम अजित पवार ने ऐसा करने वाले लोगोें कोचेतावनी दी है। उन्होंनेकहा कि लोग सेना को बुलाने पर मजबूर न करें। जिन लोगों ने भी पुलिस पर हमला या बदसलूकी की,उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

पवार ने यह भी बताया किजीवन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने के बाद खाली लौट रहे ट्रकों को भी रोका नहीं जाएगा। बाजारों में भीड़भाड़ प्रशासन के लिए चिंता का विषय है। हम जनता को यह भरोसा दिलाना चाहते हैं कि राज्य में जरूरी सामान की सप्लाई में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी। पूरे राज्य में जरूरी सेवाएं चालू हैं।

दुकानों से भीड़ गायब
सरकार के 24 घंटे दुकान खोलने केफैसले का असरशुक्रवार कोअब मुंबई, पुणे समेत कई शहरों में दिखने लगा है। ज्यादातर दुकानों से लोग गायब हैं। दुकानदारों का कहना है कि जनता भी आश्वस्त है किअब दुकानें 24 घंटे खुलेंगी, इसलिएज्यादा पैनिक नहीं है।

नवी मुंबई में एक बाजार में सब्जी लेने पहुंचे लोग।

मुंबई के मुंबा देवी मंदिरआम लोगों के लिए बंद है। इसके बावजूद लोग मंदिर के बाहर जमा हुएऔर एक-दूसरे से दूरी बनाते हुए सुबह की आरती में शामिल हुए।

मुंबा देवी मंदिर के बाहर जमा भीड़।

पुणे में राकांपा कार्यकर्ताओं ने झुग्गियों में जाकर वहां रहने वाले लोगों को खाना बांटा। पुणे में 7 दिन से लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में यहां गरीब तबके के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

पुणे में झुग्गियों में खाना बांटा गया।

राज्य में जारी कर्फ्यू के बीच क्राइम ब्रांच टीम ने शुक्रवार सुबह पुणे के सोमवार पेठ इलाके से चारलाख मास्क रिकवर किए। ये एक गोदाम में छिपा कर रखे गए थे। जांच में पता लगा कि इन्हें कुछ दिनों बाद बाजार में बेचने की तैयारी थी।दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।

सोमवार पेठ के एक गोदाम पर छापा मारा गया।

कम्युनिटी किचन पर हो रहा विचार
डिप्टी सीएम के मुताबिक, सरकार निजी कंपनियों, सामाजिक संस्थाओं और एनजीओ के सहयोग से शहर में कम्युनिटी किचन योजना पर विचार कर रही है। इसके तहत ‘रेडी टू कुक’ और ‘रेडी टू ईट’ खाना दिया जाएगा। इस योजना का लाभअकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों, गरीबों और बेघर लोगों को मिलेगा।

जेल से रिहा किए जाएंगे 11 हजार कैदी
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने जेलों में भीड़ कम करने के लिए 11 हजार सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदियों को आपात पेरोल और फर्लो देने का आदेश दिया है।



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मुंबई के अंधेरी में सड़कों को संक्रमण रहित करते नगर पालिका कर्मचारी।
राज्य में लॉकडाउन का आज 7वां दिन है। लोग घरों में ही बंद हैं।




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कर्फ्यू के नियमों का पालन करवाने के चक्कर में ग्रामीणों से पिटे पुलिसवाले, 14 लोग गिरफ्तार

पुणे.डिप्टी सीएम अजित पवार के गृह नगर बारामती में लॉकडाउन के नियमों का पालन करवाने का प्रयास कर रहे 10 पुलिसकर्मियों की स्थानीय लोगों ने जमकर पिटाई कर दी। इसमें दो पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें भी आई हैं। पुलिस ने मामला दर्ज करके 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 4 महिलाएं भी शामिल हैं।

ऐसे शुरू हुआ विवाद

घटना गुरुवार देर शाम की है। सड़क पर बेवजह घूम रहे कुछ लोगों को पुलिसवालों ने घर जाने के लिए कहा। इससे नाराज युवकों और दो पुलिसकर्मियों के बीच बहस हो गई। कुछ देर में मामला बड़ा हो गया और 25 से 30 गांववाले मौके पर पहुंचे और पुलिसकर्मियों पर लाठी-डंडे और पत्थर से हमला कर दिया।इसमें 5 वरिष्ठ अधिकारी और 9 महिला कर्मियों सहित लगभग 9 पुलिस अधिकारी घायल हो गए। पुलिस ने दो दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर 14 लोगों को अब तक पकड़ लिया है। अन्य की तलाश जारी है।



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इसमें दो महिला पुलिसकर्मियों के सिर में चोटें आईं हैं।




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मुंबई में सड़क किनारे सो रहे मजदूरों को टैंपो ने कुचला, 4 की मौत; कर्नाटक में दुर्घटना में घर लौट रहे 6 लोगों की जान गई

मुंबई. कोरोनावायरस का डर अब लोगों की जिंदगी निगल रहा है। मुंबई के उपनगर वसई में शनिवार तड़के एक तेज रफ्तार टैंपो ने सड़क किनारे सो रहे सात मजदूरों को कुचल दिया। हादसे में चार मजदूरों की मौत हो गई, जबकि तीन की हालत गंभीर है। हादसा वसई इलाके में हुआ।उधर, कर्नाटक में भी एक हादसा हुआ। इसमें एक ट्रक ने लॉरी को टक्कर मार दी। इनमें से एक में 30 मजदूर सवार थे। इन्हें हैदराबाद से कर्नाटक ले जायारहा था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार से कर्फ्यू लगा दिया है। इसके चलते सभी काम बंद होगए हैं। ऐसे में दूसरे राज्यों के मजदूरों के सामने खाने का संकट खड़ा हो गया है। सभी तरह के ट्रांसपोर्ट बंद होने के चलते अब मजदूर पैदल ही अपने घरों के लिए निकल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, जो सातों मजदूर हादसे का शिकार हुए,वेसभी मुंबई से गुजरात पैदल जा रहे थे। ये सभी शुक्रवार दोपहर मुंबई से गुजरात जाने के लिए निकले थे। वसई इलाके में यह रात होने पर यह सड़क किनारे सो गए थे। महाराष्ट्र में अब तक 159 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।

ट्रक में 30 मजदूर सवार थे
कर्नाटक में शनिवार सुबह हुए हादसे में ड्राइवर और एक युवती समेत छह की मौत हो गई। छह अन्य जख्मी हैं। पुलिस ने बताया, हादसा पेड्‌डा गोलकुंडा गांव के नजदीक हुआ। पांच लोगों ने मौके पर दम तोड़ दिया है, जबकि एक ने उस्मानिया अस्पताल में आखिरी सांस ली।



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यह फोटो कर्नाटक हादसे की है। पुलिस ने बताया, दुर्घटना पेड्‌डा गोलकुंडा गांव के नजदीक हुई।
हादसे का शिकार हुए सभी मजदूर सड़क किनारे सो रहे थे। यह फोटो उसी जगह का है।




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देश में कोरोना का एपिसेंटर बना मुंबई, अब तक 4 डॉक्टरों समेत 110 लोग संक्रमित; 200 कैंसर पेशेंट फंसे

मुंबई. देश में कोरोना का एपिसेंटर मुंबई बना हुआ है। शहर में रविवार सुबह तक चार डॉक्टरों समेत 110 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। रविवार सुबह मुंबई में कोरोना संक्रमित एक 40 साल की महिला की मौत हो गई। महिला को शनिवार को सांस लेने में दिक्कत के बाद हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। महिला को हाइपरटेंशन की शिकायत भी थी। इससे पहले शनिवार को 85 साल के सर्जन की भी मौत हुई थी। मुंबई में अब तक संक्रमण से सात लोगों की मौत हो चुकी है।

मुंबई में शनिवार से अब तक यानी 24 घंटे में संक्रमण के 26 नए मामले मुंबई में आए हैं। नए मामलों में से 16 क्लोज कॉन्टैक्ट, जबकि छह लोग विदेश से आए हुए हैं। शहर के कई हिस्सों को सैनिटाइज करने का काम शनिवार से जारी है।

मुंबई में 4 डॉक्टर कोरोना संक्रमित
शहर में जिन 110 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है उनमें 4 डॉक्टर भी शामिल हैं। कथित तौर पर मरीजों के इलाज के दौरान ही डॉक्टर इस वायरस से संक्रमित हो गए। महाराष्ट्र मेडिकल काउन्सिल के अध्यक्ष डॉक्टर शिवकुमार उत्तुरे ने कहा, 'बड़े पैमाने पर सेफ्टी सामानों की खरीद नहीं होने से डॉक्टरों को खतरा हो गया है।' उन्होंने बताया कि आईएमए की तरफ से डॉक्टरों को क्लिनिक खोलने और अपॉइंटमेंट लेकर ही मरीजों को देखने को कहा है। साथ ही, टेलिफोन पर मरीजों को सलाह देने की व्यवस्था भी की गई है।

सर्जन की मौत, डॉक्टर बेटा संक्रमित
शनिवार को मुंबई के सैफी अस्पताल में काम करने वाले एक बड़े सर्जन की संक्रमण से मौत हो गई थी। इसके बाद जांच में उनके बेटे और पोते में भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इसके बाद मुंबई के सैफी हॉस्पिटल के कई हिस्सों को सील कर दिया गया है। जिन मरीजों का डॉक्टर ने ऑपरेशन या इलाज किया गया था, उन्हें भी आइसोलेशन में भेजा गया है।

मुंबई में फंसे झारखंड के 200 मरीज
लॉकडाउन के कारण देशभर से मुंबई आने वाले मरीज यहां फंस गए हैं। उनके साथ उनके रिश्तेदार भी हैं। झारखंड से इलाज के लिए मुंबई आए मरीज राजिथ ने बताया कि वह यहां इलाज के लिए आए थे और 23 मार्च को उसकी वापसी की टिकट बुक थी। लेकिन लॉकडाउन की वजह से सब बंद हो गया और वो यहीं फंस गए हैं। उन्होंने बताया कि हमारे जैसे लगभग 200 लोग हैं जो यहां फंसे हुए हैं। हम किराया भी नहीं दे सकते और परिवहन की कमी के कारण अपने हम घर भी नही जा सकते। इसलिए, हम सड़कों पर रह रहे हैं, कुछ स्थानीय लोग हमारे लिए भोजन की व्यवस्था करते हैं।'

कोरोना से जिन सात की मौत हुई, उनमें से छह को डायबिटिज और एक को हाइपरटेंश की शिकायत थी
मुंबई में कोरोना संक्रमित सात लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से छह को डायबिटिज की शिकायत थी, जबकि एक महिला को हाइपरटेंशन की मरीज थी।

तारीख देश में मौत उम्र
17 मार्च पहली मौत 63 साल (महिला)
21 मार्च दूसरी मौत 63 साल
24 मार्च तीसरी मौत 65 साल
26 मार्च चौथी मौत 65 साल
27 मार्च पांचवीं मौत 65 साल (महिला)
28 मार्च छठवीं मौत 85 साल
29 मार्च सातवीं मौत 40 साल (महिला)


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मुंबई में अब तक 110 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं।




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बुलढाणा में 45 साल की महिला की जान गई, देश में अब तक सबसे ज्यादा 8 मौतें महाराष्ट्र में हुईं

मुंबई.देश में कोरोनावायरस से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा आठ मौतें महाराष्ट्र में हुई। रविवार को महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित दो लोगों की मौत की खबर सामने आई। पहले सुबह मुंबई में एक 45 साल की संक्रमित महिला की मौत हो गई। उसे हाइपरटेंशन की शिकायत थी। वहीं, शनिवार को बुलढाणा में एक 45 साल के व्यक्ति की मौत हो गई थी। रविवार को आई उसकी रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।इन्हें पहले निमोनिया की शिकायत बताई गई थी। यह महाराष्ट्र में मुंबई से बाहर पहली मौत है।इससे पहले सात मौत मुंबई में हुई थीं।वहीं, राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या रविवार दोपहर तक 196 तक पहुंच गई है। इसमें 110 संक्रमित मुंबई में हैं।

शनिवार को डॉक्टर की मौत के बाद हॉस्पिटल को किया गया सील

इससे पहले शनिवार को मुंबई केमुंबई के सैफी अस्पताल में काम करने वाले 85 साल केएक बड़े सर्जन की संक्रमण से मौत हो गई थी। इसके बाद जांच में उनके बेटे और पोते में भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इसके बाद मुंबई के सैफी हॉस्पिटल के कई हिस्सों को सील कर दिया गया है। जिन मरीजों का डॉक्टर ने ऑपरेशन या इलाज किया गया था, उन्हें भी आइसोलेशन में भेजा गया है।

बेवहज लॉकडाउन ब्रेक न करें: उद्धव

राज्य में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीचरविवार को फिर एक बार फेसबुक लाइव के जरिए लोगों से जुड़े। उन्होंने बेवहज लॉकडाउन ब्रेक करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। उद्धव ने कहा-मैं यह कहना चाहता हूं कि वह हमें कड़ी कार्यवाही पर मजबूर नकरें। साथ ही पुलिस को सपोर्ट करें। उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में रहने वाले बाहरी राज्यों के लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार उनकी हर संभव सहायता के लिए तैयार है। वह किसी भी हाल में महाराष्ट्र नछोड़ें। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया किमहाराष्ट्र में अब तक 34 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। इसमें से 14 लोग मुंबई, 15 पुणे, एक नागपुर, एक औरंगाबाद और तीन यवतमाल के हैं।

महाराष्ट्र में आठ मौतें हुईं, सभी की मेडिकल हिस्ट्री:

पहली मौत(17 मार्च):मुंबई में 64 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा। वह उसी टैक्सी में बैठे थे, जिसमें सवार5 लोग पहले ही संक्रमित थे। 64 साल के बुजुर्ग दुबई से लौटे थे और मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें हिंदुजा से कस्तूरबा अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था। मृतक की पत्नी और बेटे की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव थी। बुजुर्ग को हाइपरटेंशन और डायबिटीज था।

दूसरी मौत( 21 मार्च):मुंबई में शनिवार रात 63 साल के एक मरीज ने दम तोड़ा। उन्हें डायबीटीज, हाई ब्लडप्रेशर और दिल की बीमारी थी। उन्हें 19 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया था। 21 मार्च की रात करीब 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। हालांकि, इसकी कोई भी विदेश यात्रा की हिस्ट्री नहीं थी।

तीसरी मौत(24 मार्च):65 वर्षीय एक मरीज को खांसी और सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। स्थिति खराब होने के कारण उसकी सोमवार को ही देर रात मौत हो गई। कोरोना के अलावा उसे डायबीटीज और उच्च रक्तचाप की भी शिकायत थी। हाल ही में यह मरीज यूएई से मुंबई लौटा था और कुछ दिन के लिए अहमदाबाद भी गया था।

चौथी मौत(26 मार्च):65 वर्षीय गोवंडी की एक महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत के बाद नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उसकी मौत हो गई, गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट के अनुसार महिला कोरोना पॉजिटिव थी।

पांचवी मौत(27 मार्च):65 वर्षीय एक अन्य महिला को 23 मार्च को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया था। महिला को सांस लेने में तकलीफ के साथ ही बुखार और खांसी की समस्या थी। इलाज के दौरान गुरुवार को इस महिला की भी मौत हो गई। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत थी।

छठवीं मौत(28 मार्च):85 वर्षीय सर्जन की 26 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मौत हो गई थी। प्राइवेट लैब से आई रिपोर्ट में उसमें कोरोना के लक्षण थे, हालांकि बीएमसी ने सरकारी लैब से उसकी फिर से जांच करवाई और 28 मार्च को घोषित किया कि डॉक्टर की मौत कोरोना के कारण हुई है। उन्हें भी डायबिटीज की शिकायत थी और सांस लेने में दिक्कत के बाद हॉस्पिटल मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था।

सातवीं मौत(29 मार्च):40 वर्षीय महिला ने दम तोड़ा। इसे सीने में दर्द की शिकायत के बाद महानगरपालिका हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। महिला को हाइपरटेंशन की समस्या थी। उसे पिछले तीन दिनों से सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द हो रहा था।



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बुलढाणा में जिस व्यक्ति की मौत हुई उसे पहले निमोनिया की शिकायत थी- प्रतीकात्मक फोटो




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मुंबई में 12 घंटे में 72 संक्रमित मिले, शहर में आंकड़ा 164 पहुंचा; अब कम्युनिटी ट्रांसमिशन की आशंका

मुंबई.देश की आर्थिक राजधानीमुंबई अब देश में कोरोना संक्रमण का एपिसेंटर बन गई है।मंगलवार को यहां संक्रमण के 72 मामले सामने आए। यहां संक्रमितों का आंकड़ा अब 164 पर पहुंच गया है। यह देश में किसी शहर में संक्रमितों की सबसे बड़ी संख्या है। वहीं, महाराष्ट्र में संक्रमितों की कुल संख्या 302 हो गई है। राज्य में अब तक संक्रमण से 10 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 8 लोगों की मौत हो गई है। संक्रमण के कई माले मुंबई के कोलावडी इलाके में मिले हैं, जिसे अब सील कर दिया गया है। विशेषज्ञों को मुंबई में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा नजर आ रहा है। मुंबई में मिले मामलों में अधिकांश कीट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।

शहर के गोरेगांव इलाके को बीएमसी कर्मचारियों ने सैनेटाइज किया।

कोरोना वायरस प्रभावित इलाकों की जीआईएस मैपिंग
बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने शहर में कोरोना वायरस प्रभावित इलाकों की जीआईएस मैपिंग शुरू कर दी है। संक्रमण की निगरानी के लिए ‘वॉर रूम’ भी बनाया है। बीएमसी के आयुक्त प्रवीण परदेसी ने बताया कि जिन इलाकों में कोरोना संक्रमण के मामले ज्यादा हैं,उनकी जीपीएस मैपिंग करके बीएमसी की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी, ताकि शहर के लोगों को इसकी जानकारी मिल पाए और वह उन इलाकों में जाने से बचे। उन्होंने कहा कि इससे संक्रमण वाले इलाकों में रहने वालेनिवासी सतर्क रहकर ज्यादा एहतियात बरत सकेंगे। वहीं, उद्धव ठाकरे ने दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों अश्विनी भिंडे और डॉ. रामास्वामी एन को प्रतिनियुक्ति पर बीएमसी भेजा है ताकि मुंबई में संक्रमण की चेन को रोका जा सके।

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई के कई इलाकों में पुलिस वालों को खाना बांटा।

सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए मुंबई के घाटकोपर पंतनगर की नगरसेवक राखी जाधव ने सब्जी वालों को बिल्डिंग के नीचे से हटाकार ग्राउंड में सब्जी बेचने को कहा। यहां सुबह 9 से 11 बजे तक सब्जी बेची जाएगी।

कुछ संगठन एलटीटी स्टेशन के बाहर जमा लोगों को खाना दे रहे हैं।

मुंबई पुलिस ने साकीनाका इलाके में आज छापा मारकर नकली हैंड सैनिटाइजर बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।

यहां से तकरीबन 5 लाख का सामान बरामद हुआ है।


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बीएमसी के कर्मचारी शहर के कई इलाकों को सैनिटाइज कर कर रहे हैं।




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महाराष्ट्र सरकार ने कहा- लोग नहीं माने तो 14 अप्रैल के बाद भी जारी रहेगा लॉकडाउन, इसलिए नियमों का उल्लंघन न करें

लॉकडाउन के दौरान नियम तोड़ने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के लोग अगर अनुशासन में नहीं रहेंगे और कोविड-19 के मामले बढ़े तो राज्य में सरकार 14 अप्रैल को लॉकडाउन नहीं हटाएगी। टोपे ने लोगों से अनुरोध किया कि वे सख्त अनुशासन का पालन करें जिससे इस महामारी के मामलों में गिरावट आए, जिससे लॉकडाउन को हटाया ज सके।

चरणबद्ध तरीके से हटेगा लॉकडाउन
उन्होंने यह भी कहा- बंद भी लॉकडाउन हटाया जाएगा वह चरणबद्ध तरीके से होगा, ताकि सभी लोगों को एक साथ सड़क पर आने की इजाजत नहीं मिले। लोगों को सख्ती से अनुशासन बनाए रखना चाहिए। लेकिन अगर वे ऐसा नहीं करते हैं और मरीजों की संख्या बढ़ती है तब कोई और विकल्प नहीं बचेगा और लॉकडाउन को बढ़ाना होगा।इसलिए, लोगों को अनुशासन बनाए रखना चाहिए। अगर वे ऐसा करते हैं तो मरीजों की संख्या घटेगी तथा तब हम लॉकडाउनहटा सकते हैं।

हॉस्पिटल्समें 1500 वेंटीलेटर की व्यवस्था की गई
टोपे ने कहा,'हमने 25 हजार पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट(पीपीई) और 25 लाख एन95 मास्क का भंडारण किया है। इसके अलावा सरकारी हॉस्पिटल में 1500 की व्यवस्था की गई है। राज्य में शनिवार को कोविड-19 के 47 और मामले सामने आए। इससेसंक्रमित मरीजों की कुल संख्या 537 हो गई। राज्य में इस बीमारी से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है।

राज्य में 6.94 लाख क्विंटल अनाज वितरित किया गया: भुजबल
राज्य के मंत्रीछगन भुजबल ने बताया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए बुधवार से प्रदेश के 28.61 साथ राशन कार्ड धारकों को करीब 6.94 लाख क्विंटल अनाज वितरित किया गया।

लॉकडाउन के दौरान 2.82 करोड़ की शराब पकड़ी गई
कोरोना संकट के बीच शुरू हुए लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार के एक्साइज डिपार्टमेंट ने 1221 केस दर्ज कर 2.82 करोड़ की शराब जब्त की है। इस मामले में कुल 472 लोगों को गिरफ्तार कर 36 गाड़ियों को सीज किया गया है।



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यह मुंबई के धारावी की तस्वीर है। यहां तीन संक्रमित मिले हैं। इलाके को सील कर दिया गया है। लेकिन अंदरूनी इलाके में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं।




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आज 6 मौतें हुई, अब तक 32 की जान गई; सरकार ने कहा- लोग नहीं माने लोग तो 14 अप्रैल से आगे बढ़ेगा लॉकडाउन

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। शनिवार को राज्य में संक्रमण से6 मौतें हुईं। इसमें पांचमुंबई जबकि एक अमरावती में हुई है। राज्य में अब तक 32 की जान जा चुकी है। इससे पहले शुक्रवार को भी छह लोगों की मौत हुई थी।वहीं, शनिवार शाम तक राज्य मेंसंक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 635 तक पहुंच गया है, जिसमें अकेले मुंबई में 454 मरीज हैं।इनमें सीआईएसएफ के 11 जवान भीशामिल हैं।

संकट के दौर में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मौत होने पर 50 लाख रुपए की मदद का ऐलान किया है। वहीं, अभिनेता शाहरुख खान ने अपने ऑफिस की 4 मंजिला बिल्डिंग को क्वारैंटाइन सेंटर बनाने की पेशकश की है। इस पर बीएमसी ने उन्हें शुक्रिया कहा।

लोग नहीं माने तो 14 अप्रैल के बाद भी जारी रहेगा लॉकडाउन: राजेश टोपे

लॉकडाउन के दौरान नियम तोड़ने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग अगर अनुशासन में नहीं रहेंगे और कोविड-19 के मामले बढ़े तो राज्य में सरकार 14 अप्रैल को लॉकडाउन नहीं हटाएगी। टोपे ने लोगों से अनुरोध किया कि वे सख्त अनुशासन का पालन करें।

बीएमसी ने संवेदनशील इलाकों का मैप जारी किया

संकमण की चेन को तोड़ने के लिए मुंबई में बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने हाई रिस्क वाले इलाकों का एक मैप वेबसाइट वेबसाइट पर अपलोड किया। इन इलाकों में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसमें मालाड, वरली, घाटकोपर, भायखला और शिवाजी नगर गोवंडी शामिल है। इससे पहले बीएमसी ने कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद मुंबई के 200 से ज्यादा इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया था।

बीएमसी ने कोरोना को लेकर संवेदनशील इलाकों का मैप जारी किया है। दूसरे इलाके के लोगों से इन इलाकों में न जाने की अपील भी की है।


कोरोनाधारावी में बड़ी चुनौती बना
एशिया की सबसे बड़ी स्लम एरिया धारावी सरकार और बीएमसी के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। यहां अब तक तीन कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। 15 लाख की आबादी वाली इस झोपड़पट्टी में एक संक्रमित की मौत हो चुकी है। जो दो संक्रमित हुए हैं उनमें एक डॉक्टर और एक सफाईकर्मी है। ऐसे में संक्रमण रोकने के लिए धारावी के 300 फ्लैट्स और 50 दुकानों को सील किया जा चुका है। जबकि 100 से ज्यादा लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया है। यहां घनी बस्ती है। कई लोगों एक ही शौचालय का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करा पाना यहां बेहद मुश्किल है।

दादर में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सब्जी मंडी को अब नजदीक के एक मैदान में शिफ्ट कर दिया गया है ।

सीआईएसएफ के 11 जवान कोरोना पॉजिटिव
नवी मुंबई के खारघर में सीआईएसएफ के 6जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इससे पहले बुधवार को मुंबई एयरपोर्ट पर तैनात पांच सीआईएसएफ के जवानों में कोरोना का संक्रमण मिला था। इसके बाद यहां सीआईएसएफ के 146 अधिकारियों और कर्मचारियों को हॉस्पिटल में आइसोलेशन में भर्ती कराया गया है।

मुंबई के 20 क्लिनिक को बीएमसी का नोटिस
कोरोना के डर से मुंबई के कई प्राइवेट डॉक्टर्स ने अपने क्लिनिक बंद रखे हैं। ऐसे में बीएमसी ने मुंबई के 20 क्लिनिक चलाने वाले डॉक्टरों को एपिडेमिक डिजीज एक्ट का उल्लंघन करने के आरोप में नोटिस भेजा गया है। बीएमसी ने डॉक्टरों से क्लीनिक बंद रखने का कारण पूछा है। हालांकि, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश के प्रसिडेंट डॉ. अविनाश भोंडे ने बीएमसी के इस फैसले पर विरोध किया है। उन्होंने कहा कि निजी प्रैक्टिस करने वालों को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) नहीं मिल रहा। इसके कारण उनमें बीमारी बढ़ने की संभावना अधिक है।इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ने भी निजी डॉक्टरों से क्लीनिक बंद नहीं करने की अपील की थी।

नवी मुंबई पुलिस ने पैदल मार्च निकालकर लोगों को कोरोनावायरस के प्रति जागरूक किया।

मुंबई में शताब्दी हॉस्पिटल के 26 स्टाफ की रिपोर्ट निगेटिव
जानकारी के अनुसार, 26 मार्च को किडनी की समस्या के कारण एक मरीज शताब्दी हॉस्पिटल आया था। यहां उसे 26-28 मार्च तक भर्ती किया गया था। 31 मार्च को डायलिसिस के लिए उसे एक निजी सेंटर पर भेजा गया था। जहां मरीज में बुखार और अन्य लक्षण दिखने पर उसका कोरोना टेस्ट किया गया। अगले दिन उसमें कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद गुरुवार को 40 स्टाफ को क्वारैंटाइन कर इनकी भी कोरोना जांच करवाई गई। इसमें 26 रिपोर्ट अब तक आई है और सभी अभी तक निगेटिव हैं।

यह तस्वीर महाराष्ट्र के चंद्रपुर की है। यहां पुलिस ने सड़कों पर जगह-जगह संदेश भी लिखवाएं हैं। इसमें लिखा है- आप बेवजह आप बाहर घूम रहे हैं क्या। अगर ऐसा है तो आप अपने परिवार व शहर के लिए खतरनाक हैं।
पुणे में गैस एजेंसी के बाहर सिलेंडरों कोसैनिटाइज किया जा रहा है।


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यह तस्वीर मुंबई के धारावी की है। यहां तीन कोरोना पॉजिटिव मिले। इस इलाके को अब पूरी तरह से सील कर दिया गया है। हालांकि, अंदरूनी इलाके में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। सड़कों पर काफी भीड़ है।




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सिर्फ 24 घंटे में पुणे में तीन मौतें, कुल संख्या हुई पांच, मरने वाले तीनों मरीजों को डायबिटीज था

महाराष्ट्र में कोरोनावायरस विकराल रुप धारण करता जा रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान सिर्फ पुणे में तीन मरीजों की मौत हो गई है। मरने वालों में दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। जिनकी उम्र 52, 60 और 69 साल की है। इन सभी के दो दर्जन से ज्यादा रिश्तेदार पहले से अलग-अलग हॉस्पिटल और घरों में क्वारैंटाइन हैं।

आज हुई तीन मौतें ..

पहली मौत: पुणे में आज मृत हुई 60 वर्षीय महिला कई दिन पहले नायडू हॉस्पिटल में इलाज के लिए आई थी। इलाज के दौरान उसमें कोरोना के लक्षण दिखे, जिसके बाद उसकी जांच करवाई गई और कोरोना नेगेटिव आया। जिसके बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। शुक्रवार को पुणे के यरवदा इलाके की रहने वाली इस महिला की तबियत फिर बिगड़ गई और उसे ससून हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां शनिवार को उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद महिला का फिर से कोरोना टेस्ट करवाया गया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई। महिला को डायबिटीज की शिकायत भी थी।

ससून अस्पताल के अधिष्ठाता डॉ. अजय चंदनवाले ने कहा, 'शनिवार तड़के महिला को ससून अस्पताल लाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। यह पता चलने के बाद कि वह नायडू अस्पताल गई थीं, जहां उसकी कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी थी हमने ताजा नमूने लिये और उसे जांच के लिए भेजा। रिपोर्ट में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई।'

दूसरी मौत: पुणे में आज मृत हुई एक अन्य 69 वर्षीय महिला का औंध के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज जारी था। उसे एक्यूट कैलकुलस कोलेसिस्टिटिस नाम की बिमारी थी। इलाज के दौरान महिला के टेस्ट करवाए गए और उसमें कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद आज वेंटीलेटर पर महिला ने दम तोड़ दिया।


तीसरी मौत: पुणे के भवानी पेठ इलाके के रहने वाले एक 52 वर्षीय शख्स ने भी शनिवार रात पुणे के ससून हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। डॉ. चंदनवाले ने कहा, "उसके नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए। जांच रिपोर्ट शनिवार देर शाम आयी जिसमें कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई। वह मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित था।" इससे पहले कोरोना के संक्रमण से ग्रस्त 53 वर्षीय पुरूष और 46 वर्षीय महिला की मौत हुई है। इस हिसाब से पुणे में मरने वालों का आंकड़ा 5 तक पहुंच गया है।

पुणे से 21 मरीजों ठीक होकर घर गए
पुणे जिले में अब तक कोरोना के कुल 88 मरीज मिले हैं, जिनमें से पुणे शहर के 60, पिंपरी चिंचवड़ के 21 और ग्रामीण क्षेत्र के सात मरीज शामिल हैं। पुणे में अब तक 9 और पिंपरी चिंचवड़ में 12 मरीजों को इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी मिल गई है।

रविवार को एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 26 और केस आए हैं, जिसके साथ ही संख्या 661 पहुंच गई।



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पुणे में पहली बार एक दिन में तीन मौतें कोरोना के चलते हुईं हैं-सिंबॉलिक फोटो




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सिर्फ दो घंटे में पुणे के ससून हॉस्पिटल में हुई तीन मौतें, अबतक हुई 8 की मौत 146 संक्रमित

मुंबई के बाद अब पुणे में भी कोरोनावायरस अपने पैर पसार रहा है। आज सिर्फ दो घंटे में शहर के ससून जनरल हॉस्पिटल में तीन कोरोना पीड़ितों की मौत हुई है। तीन में से दो मरीज में किडनी, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर था। इसी के साथ पुणे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 8 तक पहुंच गई है। दोपहर 12 बजे तक शहर में चार नए कोरोना संक्रमित रोगी भी मिले थे। पुणे में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 146 तक पहुंच गई है।

मरने वाले तीनों की उम्र 60 साल से ऊपर

पुणे के जिलाधिकारी नवलकिशोर राम ने बताया,"शहर में सुबह 9 से 11 बजे के बीच तीन मरीजों की ससून हॉस्पिटल में मौत हुई है। तीनों में कोरोना संक्रमण था। शहर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 8 तक पहुंच गया है। आज जिन तीन लोगों की मौत हुई है उनमें पार्वती इलाके के रहने वाले 67 वर्षीय एक बुजुर्ग शामिल हैं। इनमें 2 अप्रैल को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। इन्हें किडनी संबंधित बिमारी थी।

वहीं 3 अप्रैल को पुणे के एक प्राइवेट हॉस्पिटल से रेफर होकर ससून हॉस्पिटल में भर्ती हुए 65 वर्षीय बुजुर्ग ने भी दम तोड़ दिया है। इनमें 4 अप्रैल को कोरोना की पुष्टि हुई थी। यह शख्स पुणे के भवानी पेठ इलाके का रहने वाला था। इनके अलवा ताड़ीवाला रोड़ इलाके के रहने वाले 65 वर्षीय शख्स ने भी किडनी की बिमारी के बाद दम तोड़ दिया है। इसे हाइपरटेंशन भी था।

पहले हुई थी पांच मौतें
इससे पहले रविवार को भी पुणे में तीन मरीजों की मौत हुई थी। उनमें 69 और 60 साल की दो महिलाएं और 52 साल का एक व्यक्ति शामिल था। इनमें दो को डायबिटिज की शिकायत थी, जबकि 69 साल की महिला को अन्य बीमारी थी। इससे पहले पुणे में 60 वर्षीय महिला और 52 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी। दोनों की मौत के बाद हुई जांच में कोरोना वायरस का संक्रमण होने की पुष्टि हुई थी।



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ससून हॉस्पिटल में वर्तमान समय में 50 से ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं।




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मुंबई में 9 और पुणे में 7 की मौत के बाद मृतकों की संख्या 97 तक पहुंची, अब तक 1364 हो चुके हैं संक्रमित

कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या महाराष्ट्र में लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार शाम तक राज्य में 1364 लोग इस बिमारी की चपेट में आ चुके हैं।महाराष्ट्र में बढ़ती संख्या के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा,'हमें सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में स्टेट रिज़र्व पुलिस फोर्स(एसआरपीएफ) की तैनाती की प्लानिंग कर रहे हैं।वहीं मरने वालों का आंकड़ा भी लगातार विकराल रुप ले रहा है। गुरुवार शाम तक पुणे में 7 और मुंबई में 9 लोगों ने दम तोड़ दिया। इसके अलावा मालेगांव और रत्नागिरी में भी एक-एक शख्स की मौत हुई है।इसी के साथ राज्य में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 97 तक पहुंच गया है। इस हिसाब से आज राज्य में कुल 18 लोगों की मौत हुई है।

गरुवार को मुंबई में तीन महिलाओं और छह पुरुषों की मौत की पुष्टि हुई हैं। इनकी उम्र 35 से लेकर 101 साल के बीच है। लगभग सभी को डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी। इन मौतों को मिलाकर मुंबई में मृतकों की संख्या 54 पहुंच गई है। वहीं पुणे में 3 महिलाओं और चार पुरुषों ने दम तोड़ दिया है। इनकी उम्र 42 से 65 साल के बीच है। इनमें पांच को डायबिटीज की शिकायत थी, जबकि दो को अन्य बीमारियां थी। इसे मिलाकर पुणे में मृतकों का आंकड़ा 23 तक पहुंच गया है।

महाराष्ट्र में हुईं इनकी मौतें

  1. मुंबई के भाभा हॉस्पिटल में 4 अप्रैल को भर्ती हुई 38 वर्षीय महिला ने 7 अप्रैल को दम तोड़ दिया। आज महिला में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी। डॉक्टरों के मुताबिक, महिला को डायबिटीज भी था।
  2. मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में 1 अप्रैल को भर्ती हुए 62 वर्षीय पुरुष ने 9 अप्रैल की रात को दम तोड़ दिया। इसे डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी।
  3. मुंबई के राजावाड़ी हॉस्पिटल में भर्ती 60 वर्षीय महिला ने 7 अप्रैल को दम तोड़ दिया। महिला को डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी।
  4. मुंबई के बीडी. बीए हॉस्पिटल में 7 अप्रैल को भर्ती हुए 52 वर्षीय पुरुष ने 8 अप्रैल की रात को दम तोड़ दिया। इसे शख्स को गंभीर अस्थमा की परेशानी थी।
  5. मुंबई के सायन अस्पताल में भर्ती 45 वर्षीय पुरुष ने 8 अप्रैल की रात को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस शख्स को हाइपरटेंशन की परेशानी थी।
  6. 5 अप्रैल को मुंबई के सैफई अस्पताल में भर्ती हुए 71 वर्षीय पुरुष ने 8 अप्रैल की सुबह हॉस्पिटल के बेड पर अंतिम सांस ली। इन्हें हृदय संबंधित कई गंभीर बीमारियां थी।
  7. मुंबई के कूपर अस्पताल में 6 अप्रैल को भर्ती हुए 52 वर्षीय पुरुष ने 7 अप्रैल की दोपहर दम तोड़ दिया। इन्हें डायबिटीज , हाइपरटेंशन और अस्थमा की परेशानी थी।
  8. मुंबई के साइन अस्पताल में भर्ती हुए 35 वर्षीय पुरुष ने 4 अप्रैल की रात को दम तोड़ दिया। इन्हें एपिलेप्सी की परेशानी थी।
  9. मुंबई में आज एक 101 वर्षीय बुजुर्ग महिला कोरोना के चलते इस दुनिया से अलविदा हो गईं। महिला को हाइपरटेंशन की शिकायत थी और उन्हें 2 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उन्होंने 6 अप्रैल की रात अंतिम सांस ली।
  10. पुणे के सहाद्री हॉस्पिटल में भर्ती 42 वर्षीय पुरुष ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उन्हें एल्कोहलिक लिवर और डायबिटीज की समस्या थी।
  11. ससून अस्पताल में भर्ती 63 वर्षीय महिला की आज निमोनिया और किडनी की बिमारी के बाद मृत्यु हुई है।
  12. ससून अस्पताल में भर्ती 60 वर्षीय पुरुष की मृत्यु किडनी और निमोनिया की वजह से हुई है।
  13. ससून अस्पताल में भर्ती 65 वर्षीय कोरोना संक्रमित पुरुष की मृत्यु आज निमोनिया और डायबिटीज की वजह से हुई है।
  14. नोबेल हॉस्पिटल में भर्ती 62 वर्षीय पुरुष की कोरोना के चलते मृत्यु हुई है। उसे डायबिटीज और अन्य कई बीमारियां थी।
  15. पुणे के जहांगीर हॉस्पिटल में भर्ती 62 वर्षीय कोरोना संक्रमित महिला की इलाज के दौरान मृत्यु हुई है। महिला को ह्रदय संबंधित बिमारी और हाइपरटेंशन की समस्या थी।
  16. ससून हॉस्पिटल में भर्ती 58 वर्षीय कोरोना पीड़ित महिला की इलाज के दौरान मृत्यु हुई है, महिला को निमोनिया और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी।


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संक्रमितों की संख्या 1574 हुई; 9 दिन में 80% मामले सामने आए; लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 27 हजार पर केस

देशव्यापी लॉकडाउन का आज 17वां दिन है।मुंबई में शुक्रवार को 12 लोगों की संक्रमण के चलते मौत हुई। मुंबई में 10, पनवेल और वसई विरार में एक-एक कोरोना संक्रमित की जान गई। इनकी उम्र 46 से 75 साल के बीच की है। मृतकों में 6 पुरुष और चार महिलाएं हैं। इसमें 9 को डायबिटीज, हाइपरटेंशन व अन्य बीमारी से जुड़ी समस्याएं थीं। जबकि 45 साल की एक महिला की सायन हॉस्पिटल में मौत हुई है। उनकी कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं है। महाराष्ट्र में इसे मिलाकर मौत का आंकड़ा 110पर पहुंच गयाहै। वहीं, महाराष्ट्र में शुक्रवार को संक्रमण के 210 नए मामले सामने आए। इसे मिलाकर राज्य में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1574 पर पहुंच गया। इससे पहलेगुरुवार को सबसे ज्यादा 229 नए केस सामने आए।संक्रमितों और मौतों की संख्या के मामले मेंमहाराष्ट्र देश में अव्वल है। गुरुवार को भी प्रदेश में संक्रमण से25 लोगों की मौत हुई थी।

मुंबई: धारावीमें 5 नए केस, अब तक 22 हुई संख्या

  • एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी यानीधारावी में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार सुबह यहां 5 नए केस सामने आए। इनमें से दो मरीजों का तब्लीगी जमात से कनेक्शन मिला है। इसी के साथ यहां कुल संक्रमितों की संख्या 22 हो गई। यहां रहने वाले तीन की संक्रमण से मौत हो चुकी है।
  • धारावी के लिए सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं,क्योंकियहां छोटे-छोटे कमरों में 10-15 लोग रहते हैं। ऐसे में इलाके में स्थित कई बिल्डिंग को आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है। इसके साथ ही, पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। कुछ जगहों पर पैरामिलिट्री फोर्स भी लगवाई गई है। बीएमसी यहां अब घर-घर स्क्रीनिंग कर रही है।
  • मुंबई में कर्फ्यू लागू होने के बाद भी प्रशासन को कोरोना को नियंत्रित करने में सफलता नहीं मिल रही है। कोरोना केंटोनमेंटजोन में तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले सप्ताह मुंबई में 146 कंटेनमेंट जोन थे। ये बढ़कर 381 हो गए हैं। इन्हें सील कर दिया गया है।

कोरोना का ट्रेंड: राज्य में8 दिन में 80% नए मामले
महाराष्ट्र में पिछले एक महीने में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला है। यहां एक महीने में सबसे ज्यादा 1,297 मामले सामने आए। कोरोना ट्रेंड को देखने से पता चलता है किइनमें से 80 प्रतिशत से ज्यादा मामले अप्रैल के महज आठ दिन में आए हैं। राज्य में 31 मार्च तक कोरोना पॉजिटिव 220 थे। एक से आठ अप्रैल के बीच 915 मामले आए। राज्य में 9मार्च को कोरोना वायरस संक्रमण के तीन मामलों की पुष्टि हुई थी।

लॉकडाउन: महाराष्ट्र केप्रमुख सचिव (विशेष)को छुट्टी पर भेजा गया

राज्य में जारीलॉकडाउन के बीच यस बैंक मामले से जुड़े डीएचएफएल के प्रमोटर्स कपिल वाधवानऔर उनका परिवार महाबलेश्वर पहुंच गया। इस मामले को राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गंभीरता से लिया और गृह मंत्री अनिल देशमुख को निजी तौर पर इसे देखने के लिए कहा। इसके बादगृह विभाग में तैनात प्रधान सचिव (विशेष) अमिताभ गुप्ता को छुट्टी पर भेज दिया गया है। गुप्ता ने ही वाधवान परिवार के लिएपास जारी किए थे।

बीएमसी ने नेशनल स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया में क्वारैंटाइन सेंटर तैयार किया है।

कर्फ्यू उल्लंघन पर 27 हजारपर केस

महाराष्ट्र में कर्फ्यू का उल्लंघन करने के 27,432 मामले दर्ज किए गए हैं। इन लोगों के 12,420 वाहन जब्त किए हैं। इसके अलावा95 लाख 56 हजार रुपए जुर्माने के तौर पर वसूल किए गए हैं।राज्यभर में पुलिस ने 1,886 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। राज्य के गृह विभाग के अनुसार, दर्ज किए कुल मामलों में पुणे शहर पहले नंबर पर हैं, जहां 3,255 मामले दर्ज किए गए। दूसरे नंबर पर सोलापुर शहर है, जहां 2,594 मामले और तीसरे नंबर पर अहमदनगर में 2,449 मामले और चौथे नबंर पर नागपुर शहर है, जहां 1,919 मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा पिंपरी-चिंचवाड में 1,933 मामले दर्ज किए गए।

पालघर के वालीव पुलिस स्टेशन के बाहर इस तरह की टनल तैयार की गई है।

होम क्वारैंटाइन का पालन नहीं करने वाले483 के खिलाफ केस दर्ज

प्रदेश मेंपुलिस होम क्वारैंटाइन का पालन नहीं करने वालों के खिलाफकार्रवाई कर रही है। राज्य में ऐसे 483 लोगों पर मामले दर्ज किए गए हैं, जो होम क्वारैंटाइन का पालन नहीं किया।

नांदेड़ के विधायक प्रतापराव पाटील चिखलीकर ने लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियम बताएं और राशन बांटा।

महाराष्ट्र: अब तक 30 हजार सैंपल की जांच
गुरुवार को राज्यभर में403 कोरोना संदिग्ध मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया। इनकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा किगुरुवार तक कुल 30,766 लोगों के सैंपल की जांच हुई है।इसमें से 1,364 पॉजिटिव मिले और बाकीनिगेटिव पाए गए। इसके अलावा36,533 लोगहोम क्वारैंटाइन हैं जबकि4,731 लोगों को सरकार की तरफ से तैयार किए गए क्वारैंटाइन सेंटर पर रखा गया है।

औरंगाबाद सड़कों पर कोरोना से बचाव के लिएलिखा गया संदेश।

बीएमसी ने आज मुंबई के कई इलाकों की एरियल फोटो जारी की

फेक न्यूज को लेकर महाराष्ट्र सरकार की गाइडलाइन
फेक न्यूज को लेकर महाराष्ट्र साइबर सेल ने जरूरी गाइडलाइन जारी की है।इन्हें न मानने पर फेक न्यूज पोस्ट करने वाले के साथ ग्रुप एडमिन पर भी कानूनी कार्रवाई होगी। इसके मुताबिक, वॉट्सऐप ग्रुप के ऐडमिन यह सुनिश्चित करें कि उन्होंने जिसे भी ग्रुप में जोड़ा है, वह भरोसेमंद है। वह सिर्फ पुष्ट और सही सूचनाओं को ही शेयर कर रहा है या करेगा। एडमिन इस बारे में सभी सदस्यों को सूचित भी करें। अगर सदस्य आपत्तिजनक पोस्ट करें, तो उन्हें चेतावनी दें। वह ग्रुप में पोस्ट होने वाले कॉन्टेंट को मॉनिटर करें।



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मुंबई के धारावी इलाके में हेल्थ टीम अब घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रही है। यहां अब तक संक्रमण के 22 मामले सामने आ चुके हैं।




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राज्य में कोरोना संक्रमण से अब तक 110 लोगों की मौत, पूरे देश में 42% लोगों की जान यहीं गई

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत का आंकड़ा 100 पार कर गया। शुक्रवार को मुंबई में 12 लोगों की मौत हुई। इसी के साथ राज्य में मौतों का आंकड़ा 110 हो गया।वहीं, राज्य में संक्रमितों की संख्या 1574 तक पहुंच गई है। राज्य में संक्रमण से पहली मौत 17 मार्च को हुई थी। लेकिन दो अप्रैल के बाद मौत के आंकड़ों में बेहद तेजी रही। जहां 17 मार्च से एक अप्रैल तक यानी 14 दिन में संक्रमण से 13 लोगों की मौत हुई। वहीं, दो अप्रैल से 10 अप्रैल यानी 9 दिनों में 98 लोगों की जान गई।

देश के संक्रमण में महाराष्ट्र की स्थिति-
देश में संक्रमण के करीब सात हजार मामले हैं। वहीं, महाराष्ट्र में संक्रमितों का आंकड़ा 1500 से ज्यादाहै। यानी हर पांचवां मरीज महाराष्ट्र से है। राज्य के 36 में से 22 जिलों तक कोरोना का संक्रमण फैल चुका है।
देश में मौत का आंकड़ा 255है। महाराष्ट्र में 108 मौत हो चुकी है। यानी हर 10 में चार मौत महाराष्ट्र में हुई है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मौत मुंबई और पुणे में हुई है। मुंबई में अब तक 74 जबकि पुणे में 25 की मौत हो चुकी है।

देश के 20% संक्रमित महाराष्ट्र में
देश के कुल संक्रमित मामलों में करीब 20%जबकि कुल मौतों में से 42% मामले महाराष्ट्र के हैं।राज्य में कोरोना संक्रमितों की मृत्युदर (सीएफआर) 7.11% है जबकि देश में यह 3.10% है। हालांकि, मृत्यु दर के मामले में महाराष्ट्र, पंजाब और गुजरात से पीछे है। यहां क्रमशः 7.92 और 7.69% मृत्यु दर रही है। वहीं सबसे खास यह है कि केरल, जहां कोरोना का पहला मामला सामने आया वहां अब तक सिर्फ 2 मौतें हुई और वहां मृत्यु दर सिर्फ 0.56% है।

पुणे में तेजी से बढ़ा मृतकों का आकंड़ा, सिर्फ दो दिन में हुई 18 मौतें
राज्य में हुई 108 मौतों में से 74 यानिकी तकरीबन 70% मौतें मुंबई में हुई हैं।इसके बाद दूसरा नंबर पुणे का आता है। यहां अब तक 27 लोगों की जान जा चुकी है। खास यह है कि पुणे में मंगलवार के बाद से मृतकों के आकड़ों में तेजी से वृद्धि हुई है। मंगलवार को यहां मृतकों की संख्या सिर्फ 6 थी जो गुरुवार शाम तक बढ़कर 25 हो गई। यानि सिर्फ दो दिन में पुणे में 19 लोगों की मौत हुई है। पुणे में सबसे ज्यादा मौतें ससून हॉस्पिटल और मुंबई में कस्तूरबा हॉस्पिटल में हुईं हैं।

महाराष्ट्र में कब कितनी हुई मौतें

तारीख कितने की हुई मौत
17 मार्च 1
21 मार्च 1
25 मार्च 2
27 मार्च 4
29 मार्च 2
31 मार्च 2
1 अप्रैल 1
2 अप्रैल 7
3 अप्रैल 6
4 अप्रैल 6
5 अप्रैल 13
6 अप्रैल 7
7 अप्रैल 12
8 अप्रैल 16
9 अप्रैल 17

मृतकों में सबसे ज्यादा 62% पुरुष

गुरुवार शाम तक संक्रमितों में 840 यानि 62% पुरुष और38% महिलाएं महिलाएं हैं। वहीं मृतकों में भी पुरुषों की संख्या सबसे ज्यादा 66 है। प्रतिशत की बात करें तो 68% पुरुष और 32 प्रतिशत महिलाओं की मौत हुई है। महिलाओं की मृत्यु दर जहां 5.94% है, वहीं पुरुषों की 7.89% है।

21- 30 साल के बीच के लोग ज्यादा हुए संक्रमित
21 से 30 साल के बीच के लोग ज्यादा संक्रमित हुए हैं। डॉक्टर इसका कारण इस उम्र के लोगों का घर से ज्यादा बाहर निकालना मानते हैं। ऐसे में संक्रमण का एक कारण यह भी हो सकता है। वहीं, सबसे कम 91-100 साल के बीच हैं। माना जा सकता है कि इस उम्र के लोग घरों में रहते हैं। ऐसे में संक्रमण से बचे रहे। 33 ऐसे भी मरीज हैं, जिनकी उम्र 1 से 10 साल के बीच है।

उम्र(साल) मरीजों की संख्या
1-10 33
11-20 85
21-30 283
31-40 256

41-50

273
51-60 212
61-70 142
71-80 51

81-90

91-100

16

03

ज्यादा परीक्षण किए जाने के कारण सामने आए ज्यादा मामले
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक, राज्य में लोगों का ज्यादा से ज्यादा परिक्षण हो रहा है, इसलिए यहां मरीजों की संख्या भी ज्यादा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मरने वालों में ज्यादातर देरी से हॉस्पिटल पहुंचे। इसलिए कोरोना की पुष्टि के कुछ ही दिनों या घंटों में उनकी मौत हो गई। कुछ मरीज तो ऐसे थे कि जिनमें मृत्यु के बाद कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। फिलहाल कहां चूक रह गई इस मामले की पड़ताल जारी है।

महाराष्ट्र में अधिक मामले मिलने का कारण
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी में चेन्नई के वैज्ञानिक तरुण भटनागर ने कहा, 'तार्किक व्याख्या यह है कि जितना ज्यादा परीक्षण होगा, उतने अधिक मामले मिलेंगे।’उन्होंने कहा कि जो राज्य वर्तमान दिशा-निर्देशों के साथ अधिक संख्या में संदिग्ध मामलों का परीक्षण कर रहे हैं, वे अधिक मामले पाएंगे। महाराष्ट्र ने मंगलवार तक 20,877 परीक्षण किए थे, जो भारत के कुल नमूनों का 16.8 प्रतिशत था। पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रोफेसर लाइफकोर्स महामारी विज्ञान गिरिधर आर बाबू के विश्लेषण से पता चलता है कि महाराष्ट्र ने प्रति 10 लाख लोगों पर 92.4 परीक्षण किए हैं।

ज्यादा मौतों के लिए यह कारक हैं जिम्मेदार
हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो ज्यादा मौतों के लिए एक से ज्यादा बीमारी, उम्र, बीमारी की गंभीरता, देर से अस्पताल ले जाना और खराब स्वास्थ्य सुविधांए जिम्मेदार होती हैं।मुंबई में कई मामलेअस्पताल से संबंधित संक्रमणके हैं, जिन रोगियों को अन्य बीमारियों के लिए भर्ती कराया गया। बाद में उनकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद संक्रमणस्वास्थ्य कर्मचारियों के बीच फैल रहा।बुधवार की प्रेस वार्ता में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि यदि मामलों का देर से पता चलता है तो यह अधिक संख्या में मौतों में एक भूमिका निभा सकते हैं।यही कारण है कि मामलों की प्रारंभिक पहचान महत्वपूर्ण है।



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महाराष्ट्र में संक्रमितों का आंकड़ा 1500 से ज्यादा है। राज्य के 36 में से 22 जिलों तक कोरोना का संक्रमण फैल चुका है। राज्य में संक्रमण से 110 मौतें हो चुकी हैं।




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अब तक मिले कुल 47 मरीज और 5 की हुई है मौत, सबसे बड़े स्लम को बचाने बीएमसी ने बनाया एक्शन प्लान

एशिया की सबसे बड़ी स्लम बस्ती यानि धारावी में कोरोना वायरस विकराल रुप धारण करता जा रहा है। सोमवार सुबह यहां फिर एक शख्स की मौत कोरोनावायरस के चलते हुई है। इसी के साथ यहां मरने वालों का आकड़ा बढ़कर 5 और संक्रमित मरीजों की संख्या 47 तक पहुंच गई है।

आज भी सामने आए तीन नए संक्रमित मरीज
बीएमसी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया,'सोमवार सुबह नेहरु नगर के रहने वाले एक 60 वर्षीया शख्स की कोरोना के चलते मुंबई के सायन हॉस्पिटल में मौत हुई है। बढ़ते मामलों को देखते हुए धारावी में हाईरिस्क कांटेक्ट ट्रेसिंग का काम जारी है। आज ही मदीना नगर, जनता कोआपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी और गुलमोहर चाल में तीन नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं।

धारावी की सड़क पर पसरा सन्नाटा। आम दिनों में यहां लंबा जाम लगता है।

धारावी के इन इलाकों में सबसे ज्यादा मरीज
यह मरीज धारावी के 16 अलग-अलग इलाकों से हैं। बता दें कि धारावी में 5 लाख से ज्यादा लोग घनी बसी बस्तियों में रहते हैं। धारावी के मुकुंद नगर में कोरोना के सबसे ज्यादा 9 मरीज पाए गए हैं। वहीं, सोशल नगर में 6 और डॉ. बालिंगा नगर में 5 मरीज मिले हैं। बाकी मरीज धारावी के अन्य हिस्सों में मिले हैं।

धारावी को बचाने के लिए ऐक्शन प्लान
धारावी को कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए बीएमसी ने स्पेशल ऐक्शन प्लान बनाया है। इसमें डॉक्टर, नर्स और मेडिकल डिपार्टमेंट शामिल हैं। ऐसी 10 टीमों में विभिन्न प्राइवेट हॉस्पिटल्स के 24 डॉक्टर भी शामिल हैं, जो डोर टू डोर जाकर धारावी के रहनेवालों की जांच करेंगे। हर टीम में 2 डॉक्टर, एक एएनएम और दो सीएचपीएस शामिल होंगी। जी नॉर्थ वॉर्ड के ऑफिसर किरण दिघावकर ने बताया कि धारावी के पांच इलाकों में दो-दो टीम लोगों की जांच करेगी। इसमें कल्याणवाड़ी, मुकुंद नगर, सोशल नगर, मुस्लिम नगर और मदीना नगर शामिल हैं।


मुंबई का सबसे खतरनाक हॉटस्पॉट है धारावी, ड्रोन से हो रही निगरानी
धारावी को मुंबई का सबसे खतरनाक हॉटस्पॉट माना जा रहा है, इसलिए धारावी के कई इलाकों को कन्टेनमेन्ट एरिया और बफर जोन में बांटा गया है। 150 डाक्टरों और नर्सों की टीम के साथ राज्य सरकार धारावी में डोर टू डोर चेकअप करवा रही है। वहीं पुलिस लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए पूरे इलाके की ड्रोन से निगरानी कर रही है। पुलिस ने क्वॉरंटीन किए गए इलाक़ों के साथ तंग गलियों में भी ड्रोन तैनात किए हैं। जैसे ही किसी जगह पर लोग घर से बाहर दिखते हैं वैसे ही ड्रोन में लगे स्पीकर के जरिए उनको चेतावनी दी जाती है। इसके अलावा मुंबई के हॉटस्पॉट वाले इलाक़ों को निगरानी के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।



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संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए धारावी में सैनिटाइजेशन का काम जारी है।




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30 दिन तक नौसेना के क्वारैंटाइन सेंटर में रहने के बाद ईरान से आए 44 लोगों को वापस घर भेजा गया

घाटकोपर के भारतीय नौसेना की क्वारैंटाइन सुविधा केंद्र में ईरान से बचाए गए 44 लोग को नेगेटिव पाए जाने के बाद 30 दिन तक क्वारैंटाइन रखा गया था और रविवार शाम को सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया। इन्हें इंडियन एयरफोर्स के स्पेशल प्लेन से श्रीनगर रवाना किया गया। इनमें 22 महिलाएं भी शामिल थीं। यहां से जाने से पहले एक बार फिर सभी की स्क्रीनिंग नेवी के डॉक्टरों की ओर से की गई।

नौसेना केक्वारैंटाइन सेंटर में एक मरीज की जांच करती नेवी की महिला डॉक्टर्स।

नेवी के एक अधिकारी ने बताया कि सभी में 28 मार्च को कोविड-19 जांच में निगेटिव पाया गया था। नौसेना के चिकित्सा स्टाफ की एक टीम ने इनके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की। इन्हें एक खास क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया था। सभी के लिए पुस्तकालय, टीवी कक्ष, इनडोर स्पोर्ट्स, एक छोटा व्यायामशाला और सीमित क्रिकेट किट उपलब्ध करवाई गई थी।

इनमें से कुछ लोग लद्दाख के रहने वाल भी हैं। श्रीनगर पहुंचने के बाद सेना की एक टीम उन्हें उनके घरों तक पहुंचाने का काम करेगी। वापसी की यात्रा से पहले सभी को पैक भोजन, जलपान और दो-दो हाथ से सिले मास्क दिए गए थे।



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ईरान से लौटे 44 लोगों के ग्रुप में 22 महिलाएं शामिल हैं। श्रीनगर भेजने से पहले सभी की स्वास्थ्य जांच की गई।




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देश में मुंबई पहला ऐसा शहर जहां 100 मौतें हुई; यहां 1549 कोरोना पॉजीटिव मरीज आ चुके हैं

सोमवार को कोरोना की वजह से मुंबई में 9 मरीजों की मौत हो गई है। इनमें से 7 में डायबिटीज और हाइपरटेंशन की समस्या थी, जबकि दो में अन्य बीमारियां थी। पिछले 96 घंटे में यहां 46 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मृतकों का आंकड़ा बढ़कर मुंबई में बढ़कर 100 तक पहुंच गया है।मुंबई देश का पहला ऐसा शहर बन गया है जहां 100 से ज्यादा मौतें हुईं हैं। वर्तमान समय में यहांकुल 80 स्क्रीनिंग सेंटर चल रहे हैं।

बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार- सोमवार को कोरोना के 150 नए मामले मुंबई में दर्ज हुए हैं। यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1549 हो गई है। सोमवार को जिनमरीजों की मौत हुई, उनमें सबसे कम की उम्र 42 साल और सबसे ज्यादा की 87 साल है। इनमें से 6 महिलाएं और तीन पुरुष हैं।

बीएमसी ने जारी की एडवाइजरी
बीएमसी ने एक एडवाइजरी जारी कर कहा है- जिन्हें भी डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हॉर्ट की बीमारी है वह घर में ही रहे। बीएमसी की ओर से कहा गया है कि बुजुर्गों और जिनमें बुखार और खांसी के लक्षण हैं, वे तुरंत पास के जांच केंद्र में जाकर अपनी जांच करवाएं। बीएमसी की ओर से बताया गया है कि 87 परसेंट मौतें डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारी के कारण ही हुई हैं। जबकि 7 से 8 परसेंट मौतें, हार्ट डिजीज और उम्र संबंधित बीमारियों के कारण हुई हैं।

मुंबई के हॉस्पिटल बने कोरोना के हॉटस्पॉट

मुंबई में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ ही अब यहां के अस्पताल कोरोना के गढ़ बनते जा रहे हैं। मुंबोई के ताड़देव स्थितभाटिया अस्पतालमें रविवार को 11 और स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। यहां अब तक कुल 25 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। मुंबई केवॉकहार्ट अस्पतालके बाद भाटिया दूसरा कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है। वॉकहार्ट से अब तक 52 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जिसके बाद उसे सील कर दिया गया था।

अब ताजा मामला सेवन हिल्स हॉस्पिटल का है, जहां 2 डॉक्टरों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके अलावा सायन हॉस्पिटल के डॉक्टर को भी कोरोनावायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है। सायन हॉस्पिटल के डीन और सेवन हिल्स हॉस्पिटल के वर्तमान इंचार्ज डॉक्टर मोहन जोशी ने बताया कि शनिवार से रविवार तक सेवन हिल्स अस्पताल में दो डॉक्टरों में कोरोना की पुष्टि हुई है।

मुंबई के किस हॉस्पिटल में कितने मरीज?

अस्पताल कोविड-19 मरीज
वॉकहार्ट अस्पताल 52
भाटिया अस्पताल 25
नूर अस्पताल 1
साबू सिद्धीकी अस्पताल 1
नायर अस्पताल 1
सैफी अस्पताल 1
सेवन हिल्स अस्पताल 2
सायन अस्पताल 1


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मुंबई में मृतकों की संख्या बढ़कर 100 के पार पहुंच चुकी है।




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24 घंटे में 11 मौतें, संक्रमण के सबसे ज्यादा 352 नए केस सामने आए; बीएमसी में 4 और आईएएस तैनात किए

महाराष्ट्र में संक्रमण के चलते मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमवार को राज्य में संक्रमण से 11 की मौत हुई। इसमें 10 मुंबई और इसके आसपास के इलाके में हुई जबकि एक की जान पुणे में गई है। इसके साथ ही राज्य में संक्रमण से होने वाली मौतों का आंकड़ा 160 पर पहुंच गया है। इसमें 100 मौतें मुंबई में हुई है। वहीं, राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शनिवार को संक्रमण के 352 नए केस सामने आए हैं। यह राज्य में एक दिन में सामने आए संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले हैं। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 2334 पर पहुंच गई है।


इसी बीच, राज्य के आवास मंत्री जितेन्द्र आव्हाडने खुद को किया क्वारैंटाइन कर लिया है। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर खुद दी। मंत्री ने कहा कि उनके संपर्क में रहने वााले एक पुलिस अधिकारी में संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने खुद की जांच कराई तो रिपोर्ट निगेटिव आई है। लेकिन, एहतियात के तौर पर वह 14 दिन होम क्वारैंटाइन रहेंगे।

राज्य सरकार ने चार अतिरिक्त अफसर तैनात किए

मुंबई संक्रमण का एपिसेंटर बना हुआ है। मुंबई में संक्रमण पर काबू पाने के लिए बीएमसीमें9 आईएएस अफसरों को तैनात किया गया है। आमतौर पर बीएमसी में पांच आईएएस होते हैं। लेकिन, उद्धव सरकार ने चार अतिरिक्त अफसरों को यहां तैनात किया है।

नागपुर में एक दिन में 17 पॉजिटिव मिले

उधऱ,नागपुर में रविवार को 17 नए पॉजिटिव मिले। शहर में एक दिन में मिले संक्रमितों की यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। सभी मरीज आइसोलेशन वार्ड मेंथे।शहर में अब44 संक्रमित हो गए हैं। इनमें से 8 इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं जबकिएक की मौत हुई है।

बीएमसी ने बुजुर्ग मरीजों को घर पर रहने की हिदायत दी

मुंबई में जिन अफसरों के पास मुंबई को संक्रमण से बचाने की जिम्मेदरी है उनमें,बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी, एडिशनल कमिश्नर की जिम्मेदारी संभाल चुकीं मनीषा म्हैसकर, अश्विनी भिड़े, एम. रामास्वामी, सुरेश काकानी, आशुतोष सलिल, पी. वेलूरासू, ए. जरहाड, जयश्री भोज हैं।इस बीच, बीएमसी ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि जिन्हें भी डायबिटीज, हाइपरटेंशन औरदिल की बीमारी है वह घर में ही रहे। बीएमसी के मुताबिक शहर में 87% मृतकों को डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारी थी। जबकि 7-8% दिल और उम्र संबंधित बीमारियों से पीड़ित थे। उधर,पुणे के ससून हॉस्पिटल में एक महिला और एक पुरुष की सोमवार को कोरोना से मौत हो गई। महिला मरीज की उम्र 40 जबकि पुरुष 50 साल का था। महिला को डायबिटीज और पुरुष को किडनी संबंधित बीमारी थी। महाराष्ट्र में आज कुल 11 मौतें हो चुकी हैं।

30 दिन पहले ईरान से भारत लाए गए 44 लोगों को घाटकोपर के एक आइसोलेशन सेंटर में रखा गया था। रविवार को इन्हें एयरफोर्स के विमान से जम्मू-कश्मीर भेजा गया। सभी इसी राज्य के निवासी हैं।

अपडेट्स:

  • मुंबई मेंएशिया की सबसे बड़ी स्लम बस्ती धारावी में सोमवार को एक और संक्रमित की मौत हुई। यहां मृतकों का आंकड़ा पांच हो गया। 15 नए मरीज हैं। अब कुल संक्रमित 47 हो गए हैं। पूरी बस्ती को सील कर दिया है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
  • इंडियन नेवी द्वारा ईरान से लाए गए 44 भारतीयअपने राज्य जम्मू-कश्मीर लौट गए हैं। ये सभी 30 दिन से घाटकोपर के क्वारैंटाइन सेंटर में थे। इनमें से 22 महिलाएं हैं। सभी को वायुसेना के विशेष विमान सेश्रीनगर भेजा गया।
  • मुंबई मेंहिंदमाता ब्रिज के नीचे कैंप बना कर रखे गए टाटा हॉस्पिटल के मरीजों और उनके अटेंडेंट्स को अंधेरी के होटल कैपिटल भेज दिया गया। मेयर किशोरी पेडणेकर ने बताया, ‘मैंने वहां का दौरा किया और लोगों को भरोसा दिया कि उनके रहने-खाने का उचित प्रबंध किया जाएगा।’

  • मुंबई मेंवर्ली स्थित पोद्दार कॉलेज में शहर के पहले डिसइंफेक्शन चैंबर को शुरू किया गया है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने रविवार को धारावी में पांच हजार लोगों को राशन मुहैया कराया।

तीन पत्रकार पॉजिटिव
मुंबई में बड़े अखबार समूह से जुड़े तीन पत्रकार संक्रमित हो गए हैैं।ये सभी उस 40 सदस्यों की टीम के सदस्य थे जो बांद्रा के एक होटल में रुके हुए थे और हर दिन यहीं से ऑफिस जा रहे थे।घटना के बाद अन्य 37 लोगों को बांद्रा के एक होटल में क्वारैंटाइन कर दिया गया है।।

मास्क की अहमियत समझा रही पुलिस

वीजा नियमों का उल्लंघन : 156 विदेशियों पर एफआईआर

दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में शामिल हुए जिन 156 विदेशियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, उन पर वीजा नियमों के उल्लंघन के आरोप में भी कार्रवाई की गई है। गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि इन लोगों के खिलाफ 5 एफआईआर दर्ज की गई हैं। सभी आरोपी पर्यटन वीजा परभारत आए थे। इसका उल्लंघन कर तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए।

केंद्र की तरह राज्यों को भी चाहिए सीएसआर
प्रधानमंत्री राहत कोष को दरकिनार कर बनाए गए 'पीएम केयर फंड' में सीएसआर का पैसा जमा कराए जाने की अनुमति दिए जाने के बाद राज्यों ने भी मुख्यमंत्री राहत कोष को सीएसआर का पैसा दिए जाने की मांग की है। राकांपा विधायक रोहित पवार ने कहा है कि 'पीएम केयर फंड' को अनुमति देना और मुख्यमंत्री राहत कोष को अनुमति न देना भेदभावपूर्ण फैसला है। नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सीएसआर कानून कांग्रेस सरकार ने बनाया था।

तस्वीर अहमदनगर की है। सोमवार सुबह यहां सब्जी मंडी में काफी भीड़ नजर आई। इस दौरान लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया।

12 कंपनियां बनाएंगी किट

राज्य की 12 कंपनियों को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई) और एन-95 मास्क का उत्पादन करने की अनुमति मिल गई है। जल्द ही कंपनियां उत्पादन शुरू करेंगी, जिससे आने वाले दिनों में राज्य में पीपीई और मास्क के लिए हो रही दिक्कत में कमी आ सकती है। कोरोना से लड़ाई में अकेलेबीएमसी यानी मुंबई में हीरोजाना 5 हजार पीपीई की जरूरत है।

पालघर : फैक्ट्री मेें ब्लास्ट, दो लोगों की मौत

महाराष्ट्र के पालघर के तारापुर केमिकल जोन की एक फैक्ट्री में सोमवार को ब्लास्ट हो गया। दो लोगों की मौत हो गई जबकिएक घायल है। केमिकल जोन में 105 कर्मचारी और अधिकारी मौजूद थे। इस फैक्ट्र में साबुन, डिटर्जेंट के साथ ही सैनिटाइजरबनाया जा रहा था। सरकार ने लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामान बनाने वाली फैक्ट्रियों में काम की मंजूरी दे रखी है। जनवरी में तारापुर के इसी केमिकल जोन की एक अन्य फैक्ट्री में भी विस्फोट हुआ था। तब 6 लोगों की मौत हुई थी।



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तस्वीर मुंबई के हिंदमाता ब्रिज के नीचे रविवार को ली गई। यहां टाटा हॉस्पिटल में चेकअप कराने आए मरीज और उनके अटेंडेंट्स रुके हुए थे। ये सभी लॉकडाउन के चलते मुंबई में फंस गए थे। इसकी जानकारी जब मेयर को हुई तो उन्होंने सभी को अंधेरी के होटल में शिफ्ट कराया।




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डिप्टी सीएम अजित पवार ने खाद्य भंडार को 7.74 लाख मीट्रिक टन तक बढ़ाया, प्रभारी मंत्रियों से जल्द गरीबों में वितरित करने को कहा

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को सभी प्रभारी मंत्रियों से कहा कि वे लॉकडाउन के दौरान गरीबों को सुचारू रूप से अनाज वितरण सुनिश्चित करें, ताकि सरकार को अनावश्यक रूप से कोई बदनामी नहीं झेलनी पड़े।

राज्य का खाद्य भंडार 7.74 लाख मीट्रिक टन किया गया
शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार ने प्रभारी मंत्रियों को पत्र लिखकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के लाभार्थियों की शिकायतों को तुरंत हल करने की हिदायत दी है। मंत्रियों को लिखे पत्र में पवार ने कहा कि पीडीएस के तहत खाद्य भंडार 3.87 लाख मीट्रिक टन से बढ़ाकर 7.74 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया है।

शिकायत का तुरंत निवारण होना चाहिए: अजित पवार

उन्होंने कहा कि 1.52 लाख मीट्रिक टन अनाज जरूरतमंदों के लिए उपलब्ध कराया गया है। पवार ने पत्र में कहा, "यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि गरीबों को पर्याप्त मात्रा में अनाज मिले और उन्हें सुव्यवस्थित तरीके से वितरित किया जाए ताकि कोई भी भूखा नहीं रहे।"

पवार ने कहा कि अनाज वितरण में कोई अनियमितता नहीं होनी चाहिए और यदि कोई शिकायत है तो उसका तुरंत निवारण किया जाना चाहिए।



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उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को खाद्य वितरण के लिए संबंधित मंत्रियों को आदेश दिया है-फाइल फोटो।