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बॉर्डर पर 24 नाकों पर अब पूरी सख्ती, पंजाब से सिरसा आ रहे थे 7 जमाती, पुलिस ने वापस भेजे

पंजाब और राजस्थान से आने वाले लोगाें को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस सख्त हो गए हंै। बॉर्डर पर 24 नाके लगाए गए हैं और इन पर पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही जिला में आने वालों को एंट्री मिल पा रही है। ऐसे में बुधवार को पंजाब के मलेरकोटला से सिरसा सीमा में प्रवेश कर रहे 7 जमातियों को जिला और पुलिस प्रशासन ने एंट्री करने से रोक दिया। उन्हें वापस भेज दिया गया।
जिला के गांव मुसाहिबवाला में पंजाब और हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस का नाका है। यहां प्रत्येक आने-जाने वाले की जांच की जा रही है। बुधवार को पंजााब की ओर से एक कार आई जिसमें 7 लोग सवार थे। पुलिस ने पूछताछ की और आने का कारण और परमिट मांगा तो वे नहीं
दिखा पाए। पूछने पर बताया कि वे सभी जमाती हैं और पंजाब के मलेरकोटला में ठहरे थे। उन्होंने बताया कि वे सभी सिरसा के हैं और अब सिरसा आना चाहते हैं। इस पर उनसे परमिट मांगा तो वे नहीं दिखा पाए। पुलिस ने परमिट न होने के कारण उन्हें वापस भेज दिया। उन्हें कहा कि बिना अनुमति जिला की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
पंजाब में कोरोना संक्रमण के बढ़ते हए मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन और सख्त हो गया है। अब पंजाब और राजस्थान से सिरसा में एंट्री करने वालों के लिए बॉर्डर पर पुलिस जांच के साथ-साथ स्क्रीनिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमों को भी तैनात कर दिया है। पूरी जांच के बाद ही केवल आवश्यक कार्यों के लिए आने वालोें काे ही जिला की सीमा में प्रवेश दिया ला रहा है। यहां पुलिस को तैनात किया गया और स्वास्थ्य विभाग की टीमों को भी। जहां एक ओर पुलिस गहनता से पूछताछ करती है वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी थर्मल स्कैनिंग के साथ-साथ स्वास्थ्य जांच भी करती है। इसके बाद यदि आवश्यक कार्य हो तभी पंजाब और राजस्थान से आने वालों को सिरसा की सीमा में एंट्री मिलती है।
पंजाब बॉर्डर पर लगे सूरतिया नाके पर तैनात एएनएम कुंती देवी, संदीप कुमार, प्रकाश सिंह, निर्मल आदि ने बताया कि कोरोना के बढ़ रहे प्रकोप पर काबू पाने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान केवल महत्वपूर्ण कारण के चलते ही आने-जाने की छूट दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि सभी की स्क्रिनिंग कर व उनका पता और मोबाइल नंबर पूछ जाता है। उन्होंने बताया कि किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जा रही ताकि लोगों को सुरक्षित माहौल मिल सके। इसका बाकायदा रिकार्ड भी तैयार किया जाता है और रजिस्टर में एंट्री की जाती है।



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हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर लगाए नाके पर तैनात पुलिस कर्मचारी प्रत्येक आने-जाने वाले से पूछताछ करते हुए।




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जाखल में 40 ट्रक चालकों की स्क्रीनिंग की

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जाखल ट्रक यूनियन में 40 ट्रक चालकों की स्क्रीनिंग की गई। हेल्थ इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया कि ट्रक चालक विभिन्न राज्यों में माल ढोने का काम करते हैं। उनकी कोरोना की चपेट में आने की आशंका ज्यादा रहती है। इस आशंका को देखते हुए विभाग के निर्देशानुसार ट्रक यूनियन कार्यालय में जाकर सभी ट्रक चालकों एवं उनके क्लीनर की स्क्रीनिंग की गई ।

उन्होंने बताया कि हालांकि यह रिपोर्ट अभी निगेटिव पाई गई है, लेकिन उन्हें पूरी तरह से एहतियात बरतने के दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। हेल्थ इंस्पेक्टर ने बताया कि ट्रक चालकों को विशेष तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने व एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवेश करने पर लगातार अपना मेडिकल करवाए जाने के लिए भी आह्वान किया गया है।



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ट्रक यूनियन कार्यालय में ट्रक चालकों की स्क्रीनिंग करते स्वास्थ्य कर्मी।




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40 दिन के बाद खुले ठेके, ग्राहकों की नहीं दिखीं लाइनें

लॉकडाउन के दौरान 40 दिन बाद जिले में शराब के ठेके खोल दिए गए हैं। मगर जिले में पहले ही दिन लोग शराब खरीदते शर्म महसूस कर रहे थे या फिर 40 दिन में उनकी आदत ही बदल गई।
बुधवार को इक्का दुक्का ही लोग शराब खरीदने ठेकों पर पहुंच रहे थे। वहीं सुबह बिना नियम पूरे किए ठेके खुलने शुरू हो गए थे। जिन्हें पुलिस ने बंद करवाते हुए नियम पूरे करने को कहा। जिले में गांव रानीला, गोपालवास व बेरला में पहले दिन शराब ठेके खाली थे और कुछ पर सिर्फ इक्का दुक्का बोतल ही थी। शराब ठेकों का निरीक्षण करने निकले डीएसपी शमशेर सिंह दहिया ने बिना नियम पूरे किए खुले ठेकों को बंद करवा दिया। इसके बाद तुरंत ठेकेदारों ने बास से बैरिगेट बनाए।

32 शराब ठेके खुले

दादरी शहर के अंदर 3 जोन के 6 शराब ठेके ही खुले। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 14 जोन हैं लेकिन 13 जोन के 26 शराब ठेके ही खुले। शहर के 3 व 1 ग्रामीण क्षेत्र का जोन है जो अभी अलॉट नहीं हुआ है। ऐसे में बुधवार को पहले दिन 32 शराब ठेके खुले।

सुबह 8.00 बजे खुले ठेके

पूरे जिले में सिर्फ झोझू कलां कस्बा ऐसा हैं जहां पहले ही दिन शराब ठेके अपने समय पर सुबह 8 बजे खुल गए थे। 8 बजे सिर्फ दो लोग ही शराब लेने पहुंचे। वहीं शराब की बोतल हाथ में लेने के बाद युवक अपने अंदर की खुशी छुपा नहीं पाया।



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दादरी। नियम पूरे होने तक बंद करवाया शराब ठेका तो कारिंदे ने तुरंत बास का बैरिगेट किया तैयार।




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एनसीईआरटी ने 9वीं से 12वीं कक्षा का 4 हफ्ते का एकेडमिक कैलेंडर किया जारी

एनसीईआरटी की ओर से प्राइमरी कक्षाओं के बाद 9वीं से 12वीं का चार हफ्ते का एकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया है। लॉकडाउन में ऑनलाइन कक्षाओं में पढ़ाने के तरीके व तकनीक आदि को शामिल किया गया। कैलेंडर में अनुभव आधारित एजुकेशन के लिए आर्ट, फिजिकल एजुकेशन और योग को भी शामिल किया गया। इसमें बच्चों को तनाव मुक्त और चिंता दूर करने के उपाय बताए जाएंगे।
कैलेंडर में हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू और संस्कृत भाषाओं को जोड़ा गया है। इसमें ई-पाठशाला, एनआरओईआर और दीक्षा पोर्टल पर उपलब्ध स्टडी मैटीरियल अपलोड किया गया है। कैलेंडर में सभी विकल्प सुझाव के तौर पर दिए गए हैं। वहीं स्कूल अपने अनुसार इसमें बदलाव कर सकते हैं।
एनसीईआरटी की ओर से कैलेंडर बनाते समय टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया को प्रमुखता दी गई है। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई के प्रति रूचि बढ़ेगी। इस प्रक्रिया में अभिभावक, टीचर्स और विद्यार्थी को व्हाट्सअप, फेसबुक, टवीट, टेलीग्राम, गूगल मेल और गूगल हैंगआउट के जरिए एक दूसरे से जोड़ सकते हैं। कैलेंडर में दिव्यांग भी शामिल किए हैं।
दिव्यांग बच्चों को ऑडियो बुक्स, रेडियो प्रोग्राम आदि की मदद से संबोधित किया जाएगा।

सीईई के लिए करें 30 मई तक आवेदन
नेशनल कांउसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एवं ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) ने कॉमन एंट्रेंस परीक्षा सीईई के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया को 30 मई तक बढ़ा दिया है। इससे पहले ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि चार मई थी। उम्मीदवार cee.ncert.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन करें। रीजनल इंस्टीयूट ऑफ एजुकेशन द्वारा प्रस्तावित विभिन्न टीचर एजुकेशन प्रोग्राम में प्रवेश के लिए एनसीईआरटी कॉमन एंट्रेंस प्रोग्राम आयोजित करता है। एंट्रेंस से सेलेक्ट एपलीकेंट को दाखिला मिलेगा।



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बच्चों को घर बैठे मिलेगा 48 दिन का मिड डे मील का राशन

कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लॉकडाउन-3 शुुरू हो गया है। स्कूल बंद होने से बच्चों को अप्रैल में मिड डे मील का सूखा राशन पहले ही दिया जा चुका है। अब शिक्षा विभाग पहली से आठवीं तक के बच्चों को मई के साथ जून का राशन देगा। राशन देने के लिए मौलिक शिक्षा निदेेशालय की ओर से पत्र जारी किया गया। जिसमें ये निर्देश दिए गए हैं कि अध्यापक बच्चों के घर जाकर मिड डे मील दें। बीईओ रविंद्र राणा का कहना है कि विभाग की ओर से निर्देश हैं कि मई के साथ जून का मिड डे मील का सूखा राशन बांटा जाएगा। 48 दिन का राशन अध्यापक बच्चों के घर जाकर देंगे। इससे पहले अध्यापकों ने अप्रैल में घर जाकर बच्चों में राशन वितरित किया था।
इसके साथ ही पहली बार बच्चों को घरों में ही अध्यापक मिड डे मील राशन के साथ फ्लेवर चॉकलेट, इलायची व वनिला सूखा दूध हर बच्चे को वितरित करेंगे। इससे पहले कभी बच्चों को जून का मिड डे मील नहीं मिला। जून में स्कूल बंद रहते हैं। इसलिए मिड डे मी नहीं दिया जाता। शिक्षा विभाग ने बच्चों को घर में ही विटामिन व प्रोटीन की सुविधाएं लॉकडाउन के दौरान छात्रों को प्रदान की। इसके साथ ही कोरोना महामारी में शिक्षक मिड डे मील राशन बांटने में अहम भूमिका निभा रहे हैं ।
व्यंजन के लिए सरकार ने बढ़ाई कुकिंग कोस्ट | इस बार बच्चों को अधिक स्वादिष्ट व्यंजन मिलेंगे। मिड डे मील व्यंजन के लिए सरकार ने कुकिंग कोस्ट को बढ़ा दिया है। पहले पहली से पांचवीं तक बच्चों के लिए पकने वाले व्यंजन की कुकिंग कोस्ट प्रति बच्चा चार रुपए 48 पैसे थी, जिसे अब बढ़ाकर चार रुपए 97 पैसे कर दिया गया। इसी तरह छठी से आठवीं तक के बच्चों के लिए पकने वाले व्यंजन की कुकिंग कोस्ट प्रति बच्चा छह रुपए 71 पैसे थी ये अब बढ़ाकर सात रुपए 45 पैसे कर दी गई।
बच्चों के खाते में डाली जाएगी कोस्ट
मिड डे मील के राशन कुकिंग लागत बच्चों के बैंक खातों में अध्यापकों की ओर से डाली जाएगी। इसके अलावा सूखा राशन अध्यापकों की ओर से घरों में जाकर बांटा जाएगा। अप्रैल माह में का राशन भी अध्यापक घर जाकर एक बार बांट चुके हैं।



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46 दिन बाद हिसार से 1200 श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन बिहार के कटिहार रवाना

लॉकडाउन 3.0 के तीसरे दिन यानी 46 दिन बाद बुधवार को हिसार से बिहार के कटिहार के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन दिन में 2:10 बजे रवाना हुई। 24 कोच की इस ट्रेन में 1200 मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया गया। ट्रेन में सवार श्रमिकों के चेहरे पर घर जाने की खुशी थी। श्रमिक स्पेशल ट्रेन को चलाने के लिए मंगलवार से जिला प्रशासन और रेलवे के अधिकारी तैयारी में जुटे थे। बुधवार तड़के ही हांसी, हिसार, बरवाला, नारनौंद में फंसे बिहार के श्रमिकों को लेकर रोडवेज की बसें स्टेशन पहुंचने लगी थीं। डीसी डाॅ. प्रियंका सोनी, एसपी की गंगाराम पूनिया साथ ही अफसरों का अमला भी स्टेशन पर मौजूद रहा। स्टेशन अधीक्षक केएल चौधरी ने बताया कि गुरुवार को भी दोपहर दो बजे हिसार से बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए स्पेशल ट्रेन चलेगी।

फ्री टिकट देकर ट्रेन में डिस्टेंसिंग के साथ बैठाए गए श्रमिक

  • ट्रेन में डिस्टेंस बनाने में 300 से अधिक पुलिसकर्मी लगे।
  • स्क्रीनिंग के बाद श्रमिकों को स्टेशन में प्रवेश मिला ।
  • नि:शुल्क मास्क, भोजन व पानी की बोतल भी दी गई।
  • बच्चों के लिए दूध, खिलाैने, व चाॅकलेट की व्यवस्था थी।
  • 7.68 लाख के टिकट फ्री में दिए गए। 85% खर्च केंद्र व 15% प्रदेश सरकार वहन करेेगी।

सीएम ने मजदूरों से कहा-नीतीश बाबू को हमारा राम-राम कहिएगा

सीएम मनोहर लाल ने मोबाइल पर वीडियो कॉल से मजदूरों का कुशलक्षेम पूछा। सीएम ने पूछा कि पानी, खाना, दवा आदि के लिए पैसे तो नहीं लगे तो श्रमिक ने कहा एक भी पैसा नहीं लगा। मजदूरों को सीएम ने बिहार के सीएम के साथ अपने संबंधों के बारे में बताया और कहा कि नीतीश बाबू को हमारा राम-राम कहिएगा।



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हिसार : सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लाइन में खड़े श्रमिक।




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हरियाणा में 45 साल में 10 मीटर तक नीचे चला गया भू-जल

हरियाणा में भूजल लगातार नीचे जा रहा है। प्रदेश में धान का एरिया भी बढ़ता जा रहा है और पानी की खपत भी बढ़ रही है। सीएम मनोहर लाल ने बुधवार को बुधवार को उन्होंने ‘मेरा पानी, मेरी विरासत कार्यक्रम लांच किया है, ताकि हम भावी पीढ़ियों के लिए पानी की बचत कर सकें। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो प्रदेश में वर्ष 1974 से 2019 तक प्रदेश में भू-जल स्तर 10.65 मीटर नीचे गया है। वर्ष 1984 से 2019 तक यह 10.19 मीटर, वर्ष 1995 से 2019 तक 9.17 मीटर, वर्ष 2008 से 2019 तक 5.22 मीटर, वर्ष 2018-19 तक 0.54 मीटर पानी नीचे गया है। सीजन 2019 जून से अक्टूबर तक 0.23 मीटर पानी में सुधार हुआ है। जून-2019 में जहां प्रदेश का औसतन भू-जल स्तर 20.85 मीटर नीचे था, अक्टूबर 2019 में यह 20.65 मीटर हो गया। चिंता की बात भी है कि प्रदेश का भू-जल स्तर पिछले 45 सालों मंे 10.65 मीटर से 20.65 मीटर हो चुका है। यानी करीब 10 मीटर पानी नीचे की ओर गया है।
हरियाणा में वर्ष 1966 में जहां 1.92 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई होती थी, अब यह करीब सात गुणा से अधिक बढ़ चुका है। अब यह 14 लाख हेक्टेयर से अधिक हो चुका है और हर साल इसमें बढ़ोत्तरी हो रही है। वर्ष 2014 में 12.77 लाख हेक्टेयर, 2015 में 13.53, वर्ष 2016 में 13.86, वर्ष 2017 में 14.22, वर्ष 2018 में 14.47 और वर्ष 2019 में 14.70 लाख हेक्टेयर एरिया में धान की रोपाई की गई थी। हरियाणा में पिछले 67 दिनों में करीब 88 एमएम बरसात हो चुकी है। इस अवधि में अमूमन 22.5 एमएम बरसात होती है।

जल नहीं बचाया तो भावी पीढ़ियों को पेयजल की होगी दिक्कत

सरकार के निर्णय के पीछे ये बड़ा कारण
भू-जल की कमी धान उत्पादक जिलों में सबसे अधिक हो रही है। कुरूक्षेत्र में जहां यह 41.4 मीटर, करनाल में 21.2 मीटर, कैथल में 31.95 मीटर तक नीचे जा चुका है। जबकि महेंद्रगढ़ में भू-जल सबसे अधिक नीचे है, यहां आंकड़ा 47.36 मीटर तक जा चुका है। पिछले साल हरियाणा में मानसून सीजन के दौरान 255 एमएम बरसात हुई है, जो सामान्य से करीब 42 फीसदी कम है।



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फाइल फोटो।




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10 से 30 फीसदी लस्टर लॉस गेहूं में प्रति क्विंटल 4 रुपये 81 पैसे की कटौती

(जगसीर शर्मा)जिले में बरसात से लस्टर लॉस यानि चमक रहित दाने की श्रेणी में आई गेहूं के दाम में अब कटौती की जाएगी। मंडियों में जांच के बाद जिस गेहूं में 10 से 30 फीसदी लस्टर लॉस होगा, उस किसान को 4 रुपये 81 पैसे प्रति क्विंटल की चपत लगने वाली है। पिछले दिनों जिला की कुछ मंडियों में लस्टर लॉस की शिकायत आई थी, जिसके बाद सरकार ने यह फैसला लेते हुए खरीद एजेंसी प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं। जबकि 10 प्रतिशत से कम लस्टर लॉस वाली गेहूं को निर्धारित सरकारी दाम पर खरीदा जाएगा।
पिछले तीन सप्ताह से अचानक बेमौसमी बरसात ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। कटाई सीजन के दौरान खड़ी गेहूं की फसलें बारिश की चपेट में आई थी। जिससे कुछ इलाकों में गेहूं लस्टर लॉस की श्रेणी में आने से किसानों को परेशानी आने लगी हैं। मंडियों में किसानों की गेहूं को खरीद एजेंसियां रिजेक्ट कर देती थी। जिसके बाद लस्टर लॉस गेहूं की सैंपलिंग करवाई गई, तो सरकार ने 10 से 30 फीसदी लस्टर लॉस गेहूं को 4 रुपये 80 पैसे प्रति क्विंटल कटौती से खरीदने के निर्देश खरीद एजेंसियों को दिए हैं। जबकि 10 प्रतिशत से कम लस्टर लॉस पाया जाता है, तो किसान को गेहूं का पूरा दाम खरीद एजेंसी को देना होगा।

अधिकारियों की लापरवाही से अटकी किसानों की पेमेंट

जिले में 25 दिनों में 54 लाख 15 हजार 736 क्विंटल गेहूं खरीदी है, जबकि मंडियों में 24 लाख 14 हजार 809 क्विंटल उठान पेंडिंग है। वहीं पिछले दिनों खरीद एजेंसियों की लापरवाही से 20 लाख क्विंटल गेहूं खुले आसमान तले बरसात में भीग गया था। उन गेहूं की बोरियों को मजदूर सुखाने में जुटे हैं, लेकिन नमी की मात्रा ज्यादा होने से स्टोरेज में दिक्कतें बरकरार हैं। जिसके चलते लोडिंग गाड़ियां वापस लौटाई जाती हैं। जिससे मंडियों से उठान में देरी किसानों की मुश्किलें बढ़ाएगी। उधर दी आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान हरदीप सरकारिया ने गेहूं स्टोरेज के दौरान गोदामों में सरेआम रिश्वतखोरी चलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जो पैसा देता है उसकी गाड़ियां बिना चेकिंग के अनलोड की जाती हैं। जबकि जो रिश्वत नहीं देता उसकी गाड़ियों में कुछ बोरियां नमी ज्यादा बता वापस लौटा दी जाती हैं। इसके अलावा अधिकारियों की लापरवाही से किसानों की पेमेंट समयानुसार नहीं मिल पाती है। सरकारिया ने बताया कि 5 मई को उनके किसानों की पेमेंट आनी थी, लेकिन तीन दिनों बाद उसके खाते में किसानों का पैसा नहीं आया है। जोकि अधिकारियों ने प्राइवेट बैंकों में खाते खुलवाए हैं और वह पेमेंट का ब्याज खाने के लिए आढ़तियों को देरी से किसानों की पेमेंट करते हैं।
गेहूं बेचने के इंतजार में हैं 50 हजार से ज्यादा किसान
जिले में 3 लाख 2 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती है। सालाना सवा करोड़ क्विंटल से ज्यादा गेहूं की आवक होती है। वर्ष 2019 में गेहूं खरीद का यह आंकड़ा 1 करोड़ 24 लाख 22 हजार क्विंटल तक पहुंचा था। 7 मई तक 1 करोड़ 10 लाख क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी थी। लेकिन इस बार सिर्फ 54 लाख क्विंटल गेहूं खरीद हो पाई है। कोरोना संक्रमण से बचाव के चलते मंडियों में गेहूं की 40 प्रतिशत आवक भी नहीं हो पाई है। जिससे 50 हजार से ज्यादा किसानों को अपनी गेहूं फसल बेचने का इंतजार है।

कटौती के साथ खरीदी जाएगी लस्टर लॉस गेहूं
गेहूं में लस्टर लॉस यानि चमक रहित दाने की श्रेणी में आए अनाज को पहले खरीदा नहीं जाता था, लेकिन अब सरकार ने 10 से 30 फीसदी लस्टर लॉस वाली गेहूं को 4 रुपये 81 पैसे कटौती के साथ किसानों से खरीदने के निर्देश दिए हैं। जबकि 10 प्रतिशत से कम लस्टर लॉस की गेहूं पूरे दाम में खरीदी जाएगी।'' - प्रदीप कुमार, मैनेजर एफसीआई, सिरसा।



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सिरसा| अनाज मंडी में उठान न होने के कारण पड़ी गेहूं की बोरियां।




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मेडिकल कॉलेज अग्रोहा में एक ही दिन में एक पॉजिटिव सहित 14 नए संदिग्ध मरीज भर्ती, सभी के लिए गए सैंपल

महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा में गुरुवार को एक नया पॉजिटिव मरीज भर्ती किया गया, अब मेडिकल कॉलेज में सात पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। मेडिकल कॉलेज के नोडल अधिकारी एवं डीएमएस डाॅ. राजीव चौहान ने बताया कि बुधवार को कोविड हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में 6 पॉजिटीव सहित 21 संदिग्ध लोग उपचाराधीन थे। जिनमें से पांच लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी और उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था और 16 लोगों का उपचार चल रहा था, लेकिन गुरुवार को मेडिकल कॉलेज अग्रोहा एक पॉजिटिव मरीज सहित 14 संदिग्ध लोगों को भर्ती किया गया। अब आइसोलेशन वार्ड में 7 पॉजिटिव सहित संदिग्ध 30 लोग का इलाज किया जा रहा है मेडिकल कॉलेज के अिधकारियों के अनुसार पॉजिटिव मरीजों की हालत में काफी सुधार है। गुरूवार को पॉजिटिव मरीज फतेहाबाद के नागरिक अस्पातल से रेफर होकर आया है। वहीं आदमपुर खंड के गांव दड़ौली में शनिवार 25 अप्रैल को मिले कोरोना संक्रमित युवक की तीसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ चुकी है। युवक के इलाज के लिए मेिडकल कॉलेज की टीम सतर्क है ।

आइसोलेशन वार्ड में भर्ती पांच पॉजिटिव मरीजों के शनिवार को भेजे जाएंगे दोबारा सैंपल

नोडल अधिकारी डाॅ. चौहान ने बताया कि दड़ौली निवासी युवक की रिपोर्ट तीसरी बार पॉजिटिव आ चुकी है अब शनिवार को जांच के लिए दोबारा सैंपल भेजा जाएगा। वहीं आइसोलेशन वार्ड में भर्ती अन्य सभी संदिग्ध लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जिनकी रिपोर्ट आनी बाकि है। गुरूवार को को कोविड ओपीडी में 70 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई और चार लोगों को क्वारेंटाइन होम में रहने के लिए भेजा गया है। इधर, मरीजों के उपचार को लेकर मेडिकल कॉलेज की टीम सतर्क है।

पॉजिटिव मरीजों के परिवार के 42 लोगों को अग्रोहा धाम में बने क्वारेंटाइन होम में रखा गया
डीएमएस डाॅ. संदीप राणा ने बताया कि अग्रोहा धाम के क्वारेंटाइन होम में 42 लोगों को 14 दिनों के लिए रखा गया है। वे लगभग पॉजिटिव मरीजों के परिवार के लोग है। जिनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आ चुकी है। उन्हें 14 दिन बाद घर भेज दिया जाएगा। इसके अलावा उन्हें सोशल डिस्टेस बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और उन्हें सुबह शाम योग भी कराई जा रही है ताकि वे अन्य बीमारियों से भी बच सकें।



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हांसी सब्जी मंडी में 50, बरवाला में 43, हिसार में 8 की सैंपलिंग

प्रदेश के कई जिलों की सब्जी मंडी से कोरोना मरीज मिले हैं। ये हालात हिसार में पैदा न हो, इसको लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। विभाग का मुख्य फोकस भी सब्जी-मंडियों के साथ जनता से सीधे जुड़े दुकानदार, हॉकर्स और वेंडर्स पर है। कोरोना पर नियंत्रण के लिए रेंडम सैंपलिंग जारी है।
हिसार के बाद हांसी और बरवाला सहित अन्य इलाकों की मंडियों में अलसुबह 5.30 बजे मोबाइल हेल्थ टीमें आढ़तियाें, ट्रक चालकों, क्लीनर्स, सब्जी विक्रेताओं के सैंपल लेने जा रही हैं। दंत सर्जन बंसीलाल और एलटी वेदव्रत जाखड़ की टीम ने हांसी की सब्जीमंडी में जाकर 50 सैंपल लिए। वहीं, डॉ. रवि चौहान की टीम ने बरवाला सब्जी मंडी में जाकर आढ़तियों, पल्लेदारों, सब्जी विक्रेताओं व खरीदारों के 43 सैंपल लेकर उन्हें कोरोना से बचाव एवं रोकथाम के प्रति जागरूक भी किया। इधर, हिसार शहर में डॉ. पुलकित की टीम ने फव्वारा चौक से कैंप चौक के बीच जनता से जुड़ी सुपर मार्केट में 2, एक वीटा बूथ संचालक, 4 केमिस्ट के अलावा 2 सब्जी विक्रेता, 2 किरयाना स्टोर, जिंदल चौक स्थित स्वीट्स शॉप से 1, कैमरी रोड स्थित फूड शोरूम से 2, दिल्ली रोड स्थित सैनी स्वीट्स से 1, कैंप के पास किरयाणा स्टोर से 1, कैंप चौक के पास फूड स्टोर से 2 सहित कुल 18 सैंपल लिए हैं। वहीं सिविल अस्पताल के फ्लू क्लीनिक में शाम 6 बजे तक स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंचे 101 लोगों में इनफ्लूएंजा इलनेस के लक्षण देखते हुए सैंपल लिए हैं। इधर, एनआरसीई लैब से राहत की खबर है कि 152 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।



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78.10 करोड़ रुपए का बजट, 54.23 करोड़ वेतन का खर्च, विकास के लिए सिर्फ 4.21 करोड़

लाॅकडाउन के चलते नगर निगम पहली बार बजट की मीटिंग ऑनलाइन करेगा। निगम ने बजट मीटिंग 8 मई काे रखी है। मीटिंग में 78.10 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। यह पिछले साल से 20 करोड़ अधिक है। वर्ष 2019-20 का बजट 58 करोड़ रुपये का रखा गया था। ऑनलाइन मीटिंग के लिए निगम अधिकारियों की तरफ से सभी पार्षदाें, दाे विधायकों व तीनाें सांसदों तथा डिप्टी स्पीकर काे लेटर भेजकर इस बार जूम एप्लीकेशन के माध्यम से बजट की मीटिंग अटेंड करने बारे सूचना भेजी है। साेशल डिस्टेंसिंग काे ध्यान में रखते हुए घर से ही जूम एप्लीकेशन पर ऑनलाइन मीटिंग में ही हाउस की सहमति बजट पर ली जाएगी। मीटिंग ठीक 11 बजे शुरू हाेगी। शहर के विकास के लिए मदाें से हाेने वाली आय में से 4.21 करोड़ रुपये बजट रखा गया है।

हाउस टैक्स-स्टांप ड्यूटी

निगम अधिकारियों ने साल 2021 का बजट में मुख्य इनकम हाउस टैक्स और स्टांप ड्यूटी की दिखाई है। हाउस टैक्स के ~24 करोड़ की इनकम प्रपाेज की गई है। वहीं स्टांप ड्यूटी की 21 करोड़ की इनकम प्रपाेज की गई है। निगम की दुकानाें के किराये से करीब डेढ़ करोड़ रुपये की इनकम दिखाई गई है। एमटैक्स से 13 करोड़ की इनकम दिखाई है। बजट में रखा गया है कि सालभर में 54.23 करोड़ रुपये कर्मचारियाें के वेतन, पेंशन तथा अन्य भत्ताें पर खर्च हाे जाएगा। वहीं जाे दुकानें 20 साल से ज्यादा समय से किराये पर हैं उनकाे बेचा जाएगा। कलेक्टर रेट के आधार पर ये दुकानें दी जाएंगी।

पिछले साल की बजाय इस बार 20 करोड़ अधिक बजट

पार्षद उतरे विराेध में...

जुनेजा बाेले करूंगा बहिष्कार, जूम से नहीं हाे पाएगी मीटिंग, साेशल डिस्टेंसिंग का पालन कर लेते बुलानी चाहिए थी मीटिंग पार्षद महेंद्र जुनेजा ने बजट की मीटिंग काे लेकर बहिष्कार की घाेषणा की है।

पिछले साल की बजाय इस बार 20 करोड़ अधिक बजट



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एसडीएम सहित 41 की रेपिड किट से जांच की

नागरिक अस्पताल की टीम ने एसडीएम व उनके कार्यालय के स्टाफ सदस्यों के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र व दिल्ली से आने वालों सहित 41 की रेपिड किट से जांच की। एलटी दलीप सेन ने बताया कि उन्होंने एलटी राजेश कुमार व संजय कुमार के साथ एसडीएम नवीन कुमार सहित उनके स्टाफ के 9 सदस्यों की जांच की। जिनकी सभी की रिपोर्ट निगेटिव मिली है।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा नागरिक अस्पताल में गुरूवार को 31 लोगों की रेपिड जांच की गई। जिनमें एक व्यक्ति गुजरात के भड़ौली से, महाराष्ट्र से आया एक वाहन चालक, दिल्ली से आया एक सीए सहित नागरिक अस्पताल के 23 स्टाफ सदस्यों की भी जांच की गई। एसएमओ डॉ. एचएस सागु ने बताया कि अस्पताल में अब रेपिड किट से जांच की जा रही है।



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नप ने शहर को बांटा 4 जोन में, दुकानदार व लोग नियमों का पालन कर रहे या नहीं टीमें रखेंगे नजर

लॉकडाउन छूट के बाद बाजार खुलने लगे हैं। बाजारों में दुकानदाराें व लोग सोशल डिस्टेंस, मास्क व सेनिटाइजर के नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं, इस पर नजर रखने के लिए नगर परिषद की ओर से टीमों का गठन किया गया है। जिसके तहत शहर को 4 जोन में बांटा गया है। जिसमें नगर परिषद की टीमें जोन के हिसाब से बाजार का चक्कर लगाकर निगरानी रखेंगे। लोगों व दुकानदारों समझाते रहेंगे।
नगर परिषद की ओर से शहर को 4 जोनों में बांटा गया है। हर जोन में अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्ति की है। इसके अनुसार, नप अभियंता सुमित चौपड़ा, नप कर्मी जयप्रकाश, हीरालाल, प्रताप व मोती के साथ जीटी रोड, भट्टू रोड, बीघड़ रोड, शिवालय मार्केट, अनाज मंडी रोड, सिरसा चुंगी का पहला जोन देखेंगे।

वहीं जोन नंबर-2 के लिए जेई प्रवीन कुमार चौहान नप कर्मियों प्रदीप कुमार, राजेश कुमार, सचिन, संजय कुमार के साथ लालबत्ती से जवाहर चौक, पालिका बाजार, मोबाइल मार्केट, हंस मार्केट, धर्मशाला मार्केट का जायजा लेंगे। इसी प्रकार जोन नंबर-3 में मुख्य सफाई निरीक्षक मुकेश कुमार शर्मा, नप कर्मी विरेन्द्र कुमार, ईश्वरदत्त शर्मा, संजय कुमार व अनिल कुमार शहर के मेन बाजार, तहसील चौक, तुलसीदास चौक, वाल्मीकि चौक, विचार आश्रम रोड व रतिया चुंगी पर नजर रखेंगे। जोन नंबर-4 में सफाई निरीक्षक औंकार, नप के कर्मचारी जगदीश चंद्र, जयबीर सिंह, दीपक के साथ डीएसपी रोड, माजरा रोड, खेमा खाती रोड, भूना रोड व ऑटाे मार्केट का दौरा करती रहेंगी।

एसडीएम की ओर से बाजारों में लॉकडाउन के तहत नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं, इस पर निगरानी रखने के लिए टीमें बनाने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद टीमों का गठन कर दिया गया है।'' -जितेन्द्र कुलडिय़ा, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद।



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22 देशों से घर वापिस आएंगे 115 लोग, गुरुग्राम से लेकर आएंगी बसें, होटल में 14 दिन के लिए किया

कोरोना वैश्विक महामारी के चलते विश्व के कई देशों में संकट की स्थित बनी हुई। इसी के चलते 22 देशों में रह रहे जिले के 115 लोग विदेश से जल्द ही जिले में वापिस आएंगे। उक्त सभी 115 लोगों ने जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए नंबरों पर फोन कर घर वापिस आने की इच्छा जाहिर की थी। विदेश से आने वाले इन सभी 115 लोगों को जिला प्रशासन रोडवेज बसों में गुरुग्राम से लेकर आएगा तथा यहां होटलों में इनके क्वारिन्टाइन की व्यवस्था की जाएगी। इन लोगों के आने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी सभी की स्क्रीनिंग करेगा तथा इन्हें 14 दिन तक क्वारेंटाइन किया जाएगा। इस संबंध में सरकार ने जिला प्रशासन को पत्र जारी की विदेश से आने वाले नागरिकों के रहने आदि की व्यवस्था करने को कहा है। जैसे ही विदेशों से कोई फ्लाइट आएगी जिला प्रशासन को सूचना मिलने के बाद यहां से बसें भेजी जाएंगी।
विदेश से वापिस आने वाले इन लोगों को वापिस लाने तथा इनके रहने की व्यवस्था करने के लिए डीसी रवि प्रकाश गुप्ता ने जिला राजस्व अधिकारी राजेश ख्यालिया को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
धर्मशाला की बजाय, होटल में किया जाएगा क्वारेंटाइन

विदेश से आने वाले सभी 115 लोग अलग-अलग समय पर आएंगे। इन सभी को जिला प्रशासन होटल में क्वारेंटाइन करेगा। यहां बता दें कि इससे पहले जिले में दूसरे राज्यों से आए हुए लोगों को क्वारेंटाइन करने के लिए जिला प्रशासन ने उपमंडल स्तर पर धर्मशालाओं को क्वारेंटाइन होम बनाया हुआ है जहां संदिग्धों को 14दिन तक रखा जाता है। लेकिन विदेश से आने वाले सभी लोगों के लिए विशेष तौर पर होटल बुक करवाए जाएंगे।
रोडवेज ने डिपो में बुलाए 30 फीसदी कर्मचारी

विदेश से जिले के नागरिकों के आने की सूचना के बाद रोडवेज मुख्यालय ने भी जिला रोडवेज को डिपो के 30 फीसदी कर्मचारियों को राेजाना ड्यूटी पर आने के आदेश दिए हैं। रोडवेज जीएम आरएस पूनियां ने बताया कि जिला प्रशासन को किसी भी समय रोडवेज की बसों की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में मुख्यालय के आदेशों पर राेजाना 70 चालकों व इतने ही परिचालकों को बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बसें भी तैयार रखी गई हैं। हालांकि उन्होंने यह भी स्पषट किया की अबतक जिला प्रशासन ने बसों की मांग नहीं की है।

इन देशों से आएंगे एक-एक नागरिक

उक्त के अलावा 8 देश ऐसे हैं जहां से एक-एक नागरिक जिले में वापिस आएग। इन 8 देशों में अबूधाबी, इंग्लैंड,जर्मन,हांगकांग, इटली, कातर, यूजे बेकिस्तान व यूनाइटेड किंगडम शामिल है।

सभी को करेंगे क्वारेंटाइन:सीएमओ

विदेश से आने वाले सभी लोगों की आते ही स्क्रीनिंग करने के बाद उन्हें क्वारेंटाइन कर दिया जाएगा। इसके बाद सभी की टेस्टिंग करेंगे। सभी लोगों को 14 दिनों तक क्वारेंटाइन होम में रखा जाएगा।'' -डा. मुनीष बंसल, सीएमओ, फतेहाबाद।

डीआरओ को लगाया है नोडल अधिकारी: डीसी

विदेश से जिले में आने के लिए कई लोगों ने प्रशासन को फोन पर सूचना दी थी तथा कुछ लोग जहां रह रहे हैं वहां की सरकार के माध्यम से भी आ सकते हैं। आने वाले नागरिकों को लाने व उनके लिए क्वारेंटाइन होम बनाने के लिए डीआरओ को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।'' -रवि प्रकाश गुप्ता, डीसी, फतेहाबाद।



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फ़तेहाबाद। अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हरियाणा पर्यटन विभाग के महानिदेशक राजीव रंजन।




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विद्यानगर के 350 मकानों में रहने वाले 1500 लोगों की स्क्रीनिंग कर 46 के लिए सैंपल

विद्यानगर निवासी बीएसएफ जवान की संदिग्ध परिस्थितियों में उपचार के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में हुई मौत पर एहतियात के तौर स्वास्थ्य विभाग का सर्वे अभियान अभी भी जारी है। अभी तक विभाग की टीमें विद्यानगर में मृत जवान के मकान के आसपास के 350 घरों में सर्वे कर 1500 लोगों की स्क्रीनिंग कर चुकी है और परिवार के सदस्यों समेत 46 लोगों के कोरोना से संबंधित सैंपल लिए गए है। जवान के परिवार के सभी सदस्यों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव मिली है।

सिविल सर्जन डॉ. जितेन्द्र कादयान ने बताया कि गुरुवार को विभाग ने 80 व्यक्तियों के कोरोना से संबंधित सैंपल लिए है जिनमें से 52 लोगों के सैंपल जांच के लिए रोहतक पीजीआई भेजे हैं जबकि 28 सैंपल की जांच रैपिड किट से की गई है। इनमें से सभी 28 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव मिली है। अभी रोहतक पीजीआई से 45 व्यक्तियों की सैंपल रिपोर्ट आनी बाकी है। अभी सामान्य अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में 9 व्यक्तियों को रखा गया है। विभाग जिले में अभी तक 1016 व्यक्तियों के सैंपल ले चुका है। 468 ऐसे व्यक्ति हैं जिनका 28 दिन का निगरानी समय पूरा हो चुका है।



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भिवानी। विद्या नगर में नागरिकों की स्वास्थ्य जांच करते स्वास्थ्य विभाग टीम सदस्य।




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पंजाब बॉर्डर बंद होने के कारण अभी कपड़ा मार्केट और सर्राफा बाजार में लाेकल ग्राहक ही पहुंच रहा, 40% काम पटरी पर लौटा

वीरवार काे कपड़ा मार्केट में लेफ्ट-राइट फार्मूला के साथ दुकानें खुली। दुकानें खुलने के तीसरे दिन मार्केट में राैनक रही। दुकानाें पर ग्राहक खरीददारी करते नजर अाए। हालांकि इंटरस्टेट बंद हाेने से हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा के विभिन्न जिलाें से ग्राहक न पहुंचने से 60 प्रतिशत काराेबार अभी भी प्रभावित है। अभी सिर्फ लाेकल ग्राहक ही मार्केट में पहुंच रहे हैं। जिससे 40 प्रतिशत काम ही चल पाया है। वहीं दूसरी तरफ हाेलसेल काम बढ़ने से व्यापारियाें का उत्साह बढ़ा है। तीन दिन लेफ्ट ताे तीन दिन राइट की तरफ दुकानें खुलेंगी, जबकि रविवार काे सभी दुकान बंद रहेंगी। दी हाेलसेल क्लाॅथ मार्केट एसाेसिएशन प्रधान विशाल बतरा ने बताया कि मार्केट में 40 प्रतिशत काम चल पड़ा है। ग्राहक और दुकानदार साेशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और सेनिटाइजेशन काे लेकर भी व्यवस्था की जा रही है। लाेगाें की समझ में सिस्टम आने लगा है।

वहीं, सर्राफा बाजार में अभी दुकानें कम ही खुल रही हैं। जिन दुकानदाराें के पास पहले से ऑर्डर आए हैं। वह अपने ऑर्डर तैयार करने में लगे हैं, जबकि मार्केट में अभी ग्राहक कम ही पहुंच रहे हैं। सर्राफ एसाेसिएशन के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश लूथरा ने बताया कि मार्केट में अभी काम नहीं है। दुकानदार अभी सिस्टम समझने में लगे हैं कि कैसे वह काम करेंगे। कई दुकानदार लाॅकडाउन के बाद दुकानें खाेलने चाहते हैं ताे कई सिर्फ काम अाने पर ही दुकान खाेल रहे हैं। धीरे-धीरे स्थिति सुधरने के बाद ही बाजार में राैनक आएगी। दूसरे राज्य और जिला से भी ग्राहक नहीं पहुंच रहे।

नियम तोड़ दुकान खोलने पर 6 के किए चालान

प्रशासन ने दुकानों को खोलने के लिए अल्टरनेट डे बनाए हुए हैं। वीरवार को राइट साइड की दुकानें खोलने का दिन था, लेकिन लेफ्ट साइड के दुकानदार भी दुकानें खोलकर बैठे हुए थे। नगर निगम ने ऐसे 6 दुकानदारों को 3 हजार रुपए का जुर्माना किया। बता दें कि नगर निगम कमिश्नर को शिकायतें मिल रही थी कि दुकानदार रोजाना दुकानें खोले रहेे हैं। कमिश्नर ने एक्सइएन सुखविंद्र सिंह, रमन कुमार, राजेंद्र मेहता, सिटी प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनिल राणा, हरीश कुमार व सेनेटरी इंस्पेक्टर नरेश की टीम बनाई। टीम ने ओल्ड सिविल अस्पताल रोड, मानव चौक, कचहरी चौक व हरि मंदिर रोड पर छापामारी की। टीम ने बॉम्बे स्वीट्स, उप्पल स्टोर, राजन रेडिएटर वर्क्स, आइडिया सर्विस सेंटर, आनंद सरिया स्टोर आदि पर कार्रवाई की। इन दुकानदारों को 500-500 रुपए जुर्माना किया है।



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टिकटॉक बनाने वाली 14 साल की लड़की ने किया सुसाइड, मां-बाप बाहर से लौटे तो फंदे से लटका मिला शव

टिकटॉक पर वीडियो बनाकर शेयर करने वाली 14 वर्षीय लड़की ने घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। हालांकि वजह अभी तक सामने नहीं आई लेकिन परिजन दबी जुबान में ये कह रहे थे कि बेटी नया मोबाइल दिलाने के लिए कह रही थी। पुलिस एफआईआर में इस बात का कहीं जिक्र नहीं किया गया। हादसे के वक्त माता-पिता घर पर नहीं थे, वे दोनों डॉक्टर के पास गए हुए थे। वापिस लौटे तो बच्ची फंदे से लटकी मिली। मृतका माता-पिता की इकलौती संतान थी।

विष्णुनगर निवासी वीरेंद्र एक स्क्रैप कारोबारी के पास पास काम करता है। गुरुवार दोपहर बाद उसकी पत्नी को पेट दर्द की शिकायत हुई। इस पर वह उसे दवाई दिलाने के लिए मार्केट लेकर गया। इस दौरान घर पर बेटी अकेली थी। शाम को जब वे वापस लौटे, तो उन्होंने देखा कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद है। वीरेंद्र ने जब खिड़की से झांककर देखा, तो उनकी बेटी फंदे से लटकी हुई थी।

यह देखते ही परिजनों में हड़कंप मच गया। शोर शराबा सुनकर पड़ोसी पहुंचे। वीरेंद्र ने पड़ोसियों की मदद से खिड़की तोड़ी और अंदर पहुंचा। इसके बाद दरवाजा खोला गया। उसने बेटी को फंदे से नीचे उतारा। लेकिन त‌ब तक उसकी मौत हो चुकी थी। वीरेंद्र का कहना है कि पता नहीं बेटी ने ऐसा क्यों किया। वह पढ़ाई में भी होशियार थी। वे भी उससे बहुत प्यार करते थे। जब वह घर से गए, तब कोई ऐसी बात नहीं थी।

बच्ची के सुसाइड की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर फर्कपुर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं बरामद हुआ। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।



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मृतक बच्ची यमुनानगर के विष्णु नगर की रहने वाली थी। वह टिकटॉक पर हररोज वीडियो अपलोड करती थी।




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476 प्रवासी श्रमिकों को रोहतक और अम्बाला से ट्रेन में बैठा घरों को किया रवाना

लॉकडाउन शुरु होने के साथ ही जिले में कई जगह शेल्टर होम बनाए गए। जहां कई प्रवासियों को ठहराया गया है। वहीं विभिन्न साइट पर भी कई श्रमिक फंसे हुए हैं। अब इन सभी को उनके राज्यों में भेजा जा रहा है। जहां शेल्टर होम से साढ़े 300 से ज्यादा लोगों को कुछ दिन पहले यूपी भेजा गया था। वहीं अब जिले से 476 श्रमिकों को उनके घर भेज दिया गया है।

एसडीएम अश्वीन मलिक ने कहा कि कृषि क्षेेत्र में काम करने वाले श्रमिकों को नियमानुसार पुलिस लाइन बुलाया गया। पुलिस लाइन से हरियाणा रोडवेज की बसों से इन श्रमिकों को रवाना किया गया। इससे पहले डीसी धीरेंद्र खड़गटा के आदेशानुसार शुक्रवार को सुबह 4 बजे हरियाणा रोडवेज की बसें और संबंधित अधिकारी पुलिस लाइन पहुंच गए थे। यहां पर श्रमिकों के लिए व्यवस्थाएं की गई । उन्होंने बताया कि 280 श्रमिकों को रोहतक रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया। यह श्रमिक रोहतक से विशेष ट्रेन के माध्यम से अररिया पहुंचेंगे और 196 श्रमिकों को बसों के माध्यम से अम्बाला रेलवे स्टेशन तक पहुंचाया गया। यह श्रमिक अम्बाला से भागलपुर जाने वाली विशेष ट्रेन पश्चिमी चम्पारण में जाएंगे। इन श्रमिकों के लिए प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई है।



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बाबैन | राधास्वामी सत्संग घर बिन्ट से प्रवासियों को घरों को भेजने से पूर्व कागजी कार्रवाई पूरी करते थाना प्रभारी हरप्रीत सिंह व बसों मे बैठकर कुरुक्षेत्र पुलिस लाइन के लिए जाते प्रवासी मजदूर।




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देरी से शुरू हुआ सीजन और लंबा चलेगा, जिला की मंडियों में पहुंचा 5 लाख 69 हजार 914 एमटी गेहूं

कोरोना वायरस के मद्देनजर सरकार द्वारा लागू किए लॉकडाउन के चलते इस बार मंडियों में जिस प्रकार गेहूं की खरीद देरी से शुरू हुई थी उसी प्रकार सीजन और लंबा चलेगा। जिला की मंडियों में पिछले वर्ष 2019 में सात मई तक जिला की मंडियों में 7 लाख 29 हजार 397 एमटी की आवक हुई थी, वहीं इस बार इस तिथि तक कुल 5 लाख 69 हजार 914 एमटी गेहूं की आवक हो पाई है। जबकि गेहूं आवक में इस बार पिछले रिकॉर्ड ताेड़ने का अनुमान कृषि विशेषज्ञों द्वारा लगाया जा रहा है। मंडियों में आवक अधिक है लेकिन उठान बहुत कम है। फिलहाल मंडियों से 3 लाख 25 हजार 960 एमटी गेहूं की लिफ्टिंग एजेंसियों द्वारा कराई गई है। आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान जोगध्यान गोयल का कहना है कि अभी सीजन और चलेगा।
खरीद में अब हैफेड ने फूड सप्लाई को पछाड़ा : जिला की मंडियों में गेहूं खरीद मामले में अब हैफेड ने फूड सप्लाई एजेंसी को पछाड़ दिया है। डीसी सुजान सिंह ने बताया कि गेहूं की कुल खरीद में से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 2 लाख 9 हजार 939 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 2 लाख 24 हजार 613 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 73 हजार 730 मीट्रिक टन, हरियाणा वेयर हाउस द्वारा 61 हजार 632 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद गई है।
किस एजेंसी ने कहां से कितनी की खरीद : कैथल मंडी में कुल 96 हजार 630 मीट्रिक टन आवक में से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 26 हजार 813 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 38 हजार 40 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 11 हजार 695 मीट्रिक टन, हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 20 हजार 82 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। चीका मंडी में कुल 87 हजार 55 मीट्रिक टन आवक में से खाद्य एंव आपूर्ति विभाग द्वारा 49 हजार 5 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 38 हजार 50 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। कलायत मंडी में कुल 56 हजार 762 मीट्रिक टन गेहूं आवक में से खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 13 हजार 98 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 16 हजार 941 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 17 हजार 982 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा 8 हजार 741 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। इसी प्रकार पूंडरी मंडी कुल 48 हजार 784 मीट्रिक टन आवक में से खाद्य एंव आपूर्ति विभाग द्वारा 24 हजार 74 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 20 हजार 202 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 4 हजार 452 मीट्रिक टन, हरियाणा वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा 56 मीट्रिक टन, राजौंद में कुल 17 हजार 626 मीट्रिक टन में से एफसीआई द्वारा 15 हजार 447 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 2 हजार 179 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया।
 सीवन मंडी में कुल 15 हजार 362 में से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 7 हजार 667 मीट्रिक टन एवं हरियाणा वेयर हाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 7 हजार 695 मीट्रिक टन, अंगौध में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 5 हजार 77 मीट्रिक टन, बाबालदाना में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 13 हजार 926 मीट्रिक टन, बड़सिकरी खुर्द में हैफेड द्वारा 10 हजार 334 मीट्रिक टन, बालू में कुल 9 हजार 519 मीट्रिक टन में से खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 9 हजार 519 मीट्रिक टन एवं हैफेड द्वारा 6 हजार 80 मीट्रिक टन, बरटा में हरियाणा वेयर हाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 8 हजार 128 मीट्रिक टन, बाउपुर में हैफेड द्वारा 1 हजार 269 मीट्रिक टन, भागल में हैफेड द्वारा 5 हजार 529 मीट्रिक टन, भूसला में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 4 हजार 705 मीट्रिक टन, डीग में हैफेड द्वारा 3 हजार 374 मीट्रिक टन, ढांड में कुल 38 हजार 970 मीट्रिक टन मेें से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 18 हजार 470 मीट्रिक टन तथा हैफेड द्वारा 20 हजार 500 मीट्रिक टन, फ्रांसवाला में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 5 हजार 34 मीट्रिक टन, गोहरां में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 7 हजार 605 मीट्रिक टन, गुहणा में हैफेड द्वारा 2615 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया।
 हाबड़ी में एफसीआई द्वारा 8 हजार 634 मीट्रिक टन, जाखौली में हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 7 हजार 611, कैलरम में हैफेड द्वारा 5 हजार 766 मीट्रिक टन, कमहेड़ी में हैफेड द्वारा 380 मीट्रिक टन, कांगथली में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 4 हजार 172 मीट्रिक टन, करोड़ा में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 8 हजार 168 मीट्रिक टन, कौल में हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 1199 मीट्रिक टन, क्योड़क में हैफेड द्वारा 7 हजार 371 मीट्रिक टन, किठाना में हैफेड द्वारा 18 हजार 841 मीट्रिक टन, पाड़ला में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 8 हजार 17 मीट्रिक टन, पाई में हैफेड द्वारा 9 हजार 738 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 4 हजार 455 मीट्रिक टन, रामथली में हैफेड द्वारा 14 हजार 928 मीट्रिक टन, रसीना में हैफेड द्वारा 6 हजार 524 मीट्रिक टन, सजूमा में हैफेड द्वारा 3 हजार 184 मीट्रिक टन, सांघन में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 6 हजार 248 मीट्रिक टन, सेरधा में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 4 हजार 421 मीट्रिक टन, सोलूमाजरा में एफसीआई द्वारा 10 हजार 803 मीट्रिक टन, टीक में एफसीआई द्वारा 262 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है।



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कोरोना की जांच के लिए राजौंद व जाखौली से लिए 49 लोगों के सैंपल

नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में राजौंद व जाखौली के लगभग 49 लोगों के सैंपल लेकर कोरोना की जांच के लिए भेजे गए। एसएमओ डाॅ. रजनीश मल्होत्रा ने बताया कि राजौंद व जाखौली तथा आसपास के गांव के उन लोगों के सैंपल लिए गए जो अन्य किसी शहर में गए हुए थे।

जांच के लिए कैथल से डाॅ. नमीता के नेतृत्व के दो टीमें जांच के लिए आई थी जिसमें एक टीम ने गांव जाखौली से 17 और दूसरी टीम ने राजौंद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 32 लोगों के सैंपल लिए। इन सभी लोगों के सैंपलों की जांच करनाल कल्पना चावला में की जाएगी । सभी लोगों को होम क्वारेंटाइन किया गया है और प्रतिदिन सभी जांच स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की जा रही है।



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किस्त न मिलने से कैंट में 2400 परिवारों के शौचालय अधर में लटके, नप ने ओडीएफ के तहत सर्वे शुरू किया

कैंट में 2400 परिवार ऐसे हैं, जिन्हें स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण की दूसरी किस्त नहीं मिली है। नगर परिषद कैंट इन परिवारों का दोबारा सर्वे करने में जुट गया है ताकि स्पष्ट हो जाए कि किन परिवारों ने किस्त न मिलने पर अपना शौचालय अधर में छोड़ा हुआ है और किन परिवारों ने तैयार कर लिया है।
इसको लेकर आधार कार्ड, बैंक अकाउंट और पते को दोबारा कंफर्म किया जा रहा है। नगर परिषद सदर जोन कैंट के सभी दरोगा सर्वे करने में जुट गए हैं। स्वच्छ भारत अभियान के तहत जुटी टीम का कहना है कि एक मई से बैंकिंग सिस्टम में बदलाव हुए हैं।
कुछ बैंक दूसरे बैंकों में मर्ज हो चुके हैं। इसके अलावा कुछ लोगों के आधार कार्ड भी अपडेट नहीं थे।
कोरोना वायरस संक्रमण से कंटेनमेंट जोन में दिक्कत: नप कार्यालय से पहले ऐसे परिवारों से संपर्क किया जाता है और उसके बाद सर्वे करने के लिए संबंधित वार्ड का दरोगा जाएगा। कुछ घर ऐसे हैं जो कंटेनमेंट जोन में आ रहे हैं। इसलिए ऐसे परिवारों का सर्वे न होना भी एक चुनौती बना हुआ है। स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि दरोगा के तसदीक के बाद सफाई ब्रांच के सफाई निरीक्षक, जेई और अंत में एमई वेरिफाई करेंगे। कंटेनमेंट जोन बनने से अब सर्वे कब तक पूरा होगा, अभी यह साफ नहीं है। इसलिए दूसरी किश्त मिलने के लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ेगा।

2019 में 98 प्रतिशत ओडीएफ घोषित
अप्रैल 2019 में जिला प्रशासन अम्बाला अर्बन को 98 प्रतिशत ओडीएफ घोषित कर चुका है, लेकिन प्रशासन के दावों की पोल नप की ओर से दोबारा से शुरू किया सर्वे खोल रहा है। कैंट में जहां 2400 तो सिटी में 4 हजार परिवारों को स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण का पूरा पैसा नहीं मिल पाया है। प्रशासन ने करीब 4750 लोगों को मिशन के तहत 6 हजार और 12 हजार रुपए की राशि प्रदान की है। करीब पांच हजार परिवार ऐसे हैं, जिन्होंने अपने स्तर पर राशि खर्च कर शौचालय बनवा लिए हैं। कैंट और सिटी में बहुत से परिवार ऐसे हैं जहां पर अभी भी शौचालय का निर्माण नहीं हुआ है। ऐसे में सर्वे में अम्बाला अर्बन एरिया की पूरी स्थिति साफ हो जाएगी।

नगर परिषद कैंट और नगर निगम सिटी में बहुत से परिवार ऐसे हैं जहां पर दूसरी किस्त नहीं मिली है। इसलिए सर्वे का काम शुरू किया गया है। सर्वे के बाद पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। हमारे पास 2400 परिवार के आवेदन हैं, जिन्हें वेरिफाई किया जा रहा है।- रितु शर्मा, कोऑर्डिनेटर, स्वच्छ भारत मिशन, नगर परिषद कैंट।



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लुधियाना से पैदल अम्बाला पहुंचे 400 प्रवासी श्रमिक, पुलिस के कहने पर भी न रुके तो बल प्रयोग किया, वापस पंजाब बॉर्डर पर छोड़े

6 दिन में 110 किलोमीटर पैदल चलकर लुधियाना से अम्बाला पहुंचे प्रवासी श्रमिकों को जंडली पुल के पास पुलिस ने रोकने की कोशिश की। श्रमिक नहीं रुके तो पुलिस ने लाठियां अड़ाई। इससे हाइवे पर भगदड़ मच गई। कई मजदूर ताे हाइवे के पास गंदे पानी के खदान में उतरकर बचे। कई मजदूरोंं काे चाेटें अाई अाैर मजदूरोंं के जूते-चप्पल हाइवे पर रह गए। मजदूरोंं काे नंगे पांव ही हाइवे पर पुलिस ने भगाया। जग्गी सिटी सेंटर के पास ले जाकर पुलिस ने हाइवे से जा रहे ट्रकों काे हाथ देकर रूकवाया। उन ट्रकों में भरकर मजदूरोंं काे पंजाब बॉर्डर के पास ही उतार कर चलता कर दिया गया। कई मजदूर रेल पटरी से हाेते हुए वापस जाने लगे। एक युवक के कान पर लाठी लगने से खून बह रहा था ताे एक युवक सड़क किनारे बैठकर ही राेने लगा। मजदूरोंं का कहना था कि उन्हें गाेली मार दाे या उनके घर छाेड़ दाे। यह मजदूर पंजाब के लुधियाना से उत्तर प्रदेश के लिए जा रहे थे। एसपी अभिषेक जाेरवाल ने कहा कि यह लेबर बॉर्डर के साथ लगती जगहों अाैर खेतों से हाेते हुए अंदर दाखिल हाे रही हैं। इन प्रवासी मजदूरोंं काे भी भेजने के लिए दाे-तीन दिन में बसें चलने की उम्मीद है।



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अम्बाला सिटी | मजदूराें काे राेकते पुलिस कर्मी काे धक्का देती युवती। फोटो : राजेश कश्यप




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लोकडाउन में सिस्टम बनाने का प्रयास, 4 दिन में 5 बार बदले आदेश, अब सुबह 7 से शाम 7 तक खुलेंगी दुकानें

लॉकडाउन में रियायतें तो सरकार ने दी हैं। बाजार भी खोले जा रहे हैं। लेकिन भीड़ के चलते सोशल डिस्टेंस बनाना चुनौती बना है। सिस्टम सही करने को प्रशासन कसरत कर रहा है। 4 मई से 8 मई तक बाजारों में दुकानें खोलने को लेकर 5 बार आदेश बदले जा चुके हैं। अब शुक्रवार रात को फिर नया रोस्टर जारी किया। अब शनिवार से सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक दुकानें खुल सकेंगी। लेकिन हफ्ते में तीन ही दुकान खोल सकेंगे।
सब्जी मंडी दस बजे तक | इसके साथ फल एवं सब्जी मंडियों में सुबह 7 बजे से लेकर सुबह 10 बजे तक होल सेल की जा सकेगी। मंडी में रिटेल में फल व सब्जियां बेचने की इजाजत नहीं होगी। निजी कार्यालयों को 33 प्रतिशत स्टाफ के साथ सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक खोलने की इजाजत दी गई है। जिले में स्थित सभी पेट्रोल पम्प पूरे सप्ताह 24 घंटे खुले रहेंगे।
अब रोज खुलेंगी दूध, मिठाईयों की दुकान | गुरुवार तक दूध व मिठाई की दुकान रोज खोलने के आदेश थे। लेकिन शुक्रवार को इन्हें भी लेफ्ट राइट सिस्टम से खोलने दिया। हालांकि अब ये दुकानें रोज खुलेंगी। डीसी ने कहा कि नई समय सारणी के अनुसार दूध, डेयरी उत्पाद, मिठाईयों की दुकान, टी-स्नैक्स स्टाल, सब्जी-फल, दवाईयों की दुकान, मेडिकल, करियाना, बेकरी, कान्फेक्शरी, पेस्टीसाईड, बीज, कृषि उत्पाद, स्टेशनरी, फोटो स्टेट,फार्म, वीटा बूथ, ड्राई क्लीनर की दुकाने रोजाना सुबह 7 बजे से लेकर सायं 5 बजे तक खुली रहेंगी।

ये खुलेंगी सोम, बुध व शुक्र को
जरनल स्टोर, जुते-चप्पल की दुकानें, कपड़े की दुकाने, रेडीमेड गारमेंटस, हैंडलूम्स, गिफ्ट, क्रोकरी, ज्वैलरी, ओप्टिकल, बार्बर व सैलून 3 दिन सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को सुबह 7 बजे से सायं 5 बजे तक खुलेंगी। बार्बर व सैलून रविवार को भी खुले रहेंगे।
ये खुलेंगी मंगल, वीर व शनि को
आयरन स्टोर, हार्डवेयर, प्रिंटिंग प्रेस, सेनेटरी, शटरिंग मैटिरियल, बिल्डिंग निर्माण सामग्री, स्टोन, टाईल्स, इलेक्ट्रिक व इलेक्ट्रोनिक गुडस, मोबाइल, कम्पयूटर, फर्नीचर, टाल, आॅटोमोबाइल की दुकानें 3 दिन मंगलवार, वीरवार व शनिवार को 7 बजे से सायं 5 बजे तक खुलेंगी।



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तहसील में एक दिन में केवल 45 रजिस्ट्रियां होंगी

तहसील परिसर बिलासपुर में रजिस्ट्रेशन व अन्य कार्य सुचारू रूप से शुरू हो गया है। पब्लिक के कार्य सुबह 10 से शाम 4 बजे के बीच में किए जाएंगे। शुक्रवार को सभी कार्य सुचारू रूप से निपटाए गए। तहसील में कार्य शुरू होनेे से आमजन काे राहत मिली है। बिलासपुर तहसीलदार तरुण सहोता ने बताया कि तहसील परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्य किया जा रहा है।
मेन गेट पर ही लोगों के हाथ सेनिटाइज करवाए जा रहे हैं। उसके बाद ही कार्यालय परिसर में एंट्री दी जा रही है। उन्होंने बताया कि एक दिन में 45 रजिस्ट्री की अनुमति है। रजिस्ट्रेशन के अलावा फरद, जमाबंदी, इंतकाल, प्रमाण पत्र सहित अन्य सभी जरूरी कार्य सुचारू रूप से किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि समय-समय पर तहसील परिसर का दौरा कर कर्मचारियों व लोगों को नियमों का पालन करने की हिदायत दी जाती है। कार्यस्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए अपना मुंह मास्क या रूमाल से ढक कर रखें। किसी भी काउंटर पर भीड़ जमा न होने दें। रजिस्ट्रेशन के लिए संदीप भारद्वाज, मनिंद्र सिंह व विजेंद्र राणा की ड्यूटी लगाई गई है।



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47 दिन से लाॅकडाउन में परेशान प्रवासी मजदूरों के ट्रेन में बैठते ही खिले चेहरे, बोले-मदद के लिए थैंक्यू हरियाणा

प्रदेश के 9 जिलों से 1204 प्रवासी मजदूर श्रमिक स्पेशल ट्रेन से शुक्रवार को राेहतक रेलवे स्टेशन से बिहार भेजे गए। श्रमिकों के मेडिकल चेकअप और रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्कैनिंग के बाद शाम 5 बजे श्रमिक स्पेशल ट्रेन रोहतक से रवाना हुई। इसमें राेहतक के 308 श्रमिक रहे। यात्रा के लिए श्रमिकों को सेनिटाइजर, मास्क, खाने के पैकेट व पेयजल उपलब्ध करवाया गया। डीसी आरएस वर्मा ने बताया कि रेल यात्रा का पूरा खर्च सरकार की ओर से वहन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुछ मजदूर बिना शेड्यूल के रेलवे स्टेशन पर आ गए थे। उन सभी मजदूरों के लिए शेल्टर होम में रहने की व्यवस्था की गई है। रेलवे स्टेशन पर पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने स्वयं मौके पर मौजूद रहकर व्यवस्था की निगरानी की। इस दौरान प्रवासी मजदूरों व कामगारों की मूलभूत सुविधाओं के नोडल अधिकारी एवं उपमंडलाधीश राकेश कुमार ने लगातार रेलवे स्टेशन पर स्टाफ के साथ मौजूद रहकर सभी प्रबंधों व सुविधाओं की समीक्षा की। राेहतक से लगभग 27 हजार श्रमिकाें ने अपने घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। वहीं, 3 हजार के करीब श्रमिक व अन्य लाेग राेहतक अपने घर वापस अाना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि 10 मई को बिहार के अररिया और 12 मई को कटिहार के लिए ट्रेन जाएगी। फाइनल शेड्यूल अभी जारी नहीं हुआ है। जिन लोगों का रजिस्ट्रेशन है, उन्हें ही इसमें जगह मिलेगी। प्रशासन रजिस्ट्रेशन वाले श्रमिकों को पहले ही सूचित कर देगा।

केवल कानपुर और मुगलसराय में ही रुकेगी स्पेशल ट्रेन
कोरोना संकट से प्रदेश के विभिन्न जिलों में फंसे प्रवासी मजदूरों में से 1204 लोगों का अपने घर जाने का इंतजार खत्म हुआ। शुक्रवार की शाम 5 बजे उनको लेकर 1347 किलोमीटर दूर श्रमिक स्पेशल बिहार के कटिहार के लिए रवाना हुई। ट्रेन में सवार होते ही कई श्रमिक भावुक हो उठे। बोले-जीवन में पहली बार ऐसी आफत झेलनी पड़ी। लॉकडाउन के दौरान 47 दिन तक उनको जहां बेरोजगार होना पड़ा, वहीं पैसे खत्म होने के चलते भोजन-आवास के लिए भी मुश्किल उठानी पड़ी। अब तो 24 घंटे बाद घर पहुंचकर उनको सुकून मिलेगा। मजदूरों ने सहयोग के लिए जिला व पुलिस प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं का आभार भी जताया। ट्रेन नॉन स्टाप अपना सफर पूरा करेगी। क्रू स्टाफ चेंज करने के लिए पहला स्टाॅप कानपुर और दूसरा मुगलसराय उत्तरप्रदेश होगा। सभी मजदूर यात्रियों को प्रशासन की ओर से सामान्य श्रेणी का टिकट दिया गया। हालॉकि 24 कोच वाली विशेष ट्रेन में 22 कोच स्लीपर और 2 कोच एसएलआर हैं। ग्रीन सिग्नल मिलते ही गाजियाबाद हेडक्वार्टर के ड्राइवर विनोद कुमार व सर्वेश कुमार ने ट्रेन चला दी। प्लेटफार्म छोड़ते समय मजदूर हाथ हिलाकर अधिकारियों व कर्मचारियों का अभिभावन कर रहे थे। उनमें से कईयों ने मोबाइल से वीडियो भी बनाई और कहते गए कि घर पहुंचकर मदद और अच्छा व्यवहार करने वालों के बारे में परिजनों को बताएंगे।

पुलिस ने ड्राेन से भी स्टेशन की निगरानी की

ट्रेन से मजदूरों को भेजने की देखते हुए शुक्रवार सुबह से ही स्टेशन पर रेलवे और राज्य पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गोले बनाए गए। विभिन्न जिलों से रोडवेज बसों से आने वाले श्रमिकों को पहले स्टेशन परिसर में बैठाकर हाजिरी लगाई गई। इसके बाद उनको प्लेटफार्म नंबर एक पर भेजा जाने लगा। इस दौरान हर मजदूर की थर्मल स्कैनिंग की गई और उनको मास्क, सेनिटाइजर, भोजन-पानी दिया गया। पुलिस ने स्टेशन के बाहर ड्राेन के जरिये भी जांच की।

मजदूरी मिली नहीं, मकान मालिक ने किराया भी ले लिया
बिहार के अररिया जिला निवासी प्रवासी श्रमिक मिथुन कुमार व रेखा ने बताया कि वे दो माह पहले 8 साथियों के साथ चिड़ी गांव में गेहूं की फसल काटने के लिए आए थे। उन्होंने किसानों के यहां काम भी किया, लेकिन कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन होते ही किसानों ने उनकी मजदूरी रोक ली। मकान मालिक ने एक की जगह दो माह का किराया काट लिया। मजदूरी में उन्हें खाली हाथ गांव लौटना पड़ रहा है।

बेटे को अच्छे स्कूल में दाखिले की उम्मीद टूटी
कुरुक्षेत्र में गैस की पाइप लाइन बिछाने के प्रोजेक्ट में काम करने वाले मोहम्मद शौकत बिहार में अररिया जिला के तारन गांव निवासी है। उसने बताया कि 27 श्रमिकों के साथ वह अप्रैल 2019 में काम की तलाश में कुरुक्षेत्र आया था। घर पर रह रहे 8 वर्षीय अपने बेटे अशद का एडमिशन अच्छे स्कूल में कराने के लिए वह पैसे जुटा रहा था। लेकिन कोरोना संकट ने उम्मीद पर पानी फेर दिया। अब तो गांव मायूसी की हालत में न चाहते हुए लौटना पड़ रहा है।

पैदल घर जाने लगा तो पुलिस ने शेल्टर होम में भेजा
पिहोवा में 15 मार्च को मजदूरी करने आए बिहार के अररिया जिला में धनगवां निवासी मोहम्मद नुरुद्दीन ने कहा कि आते ही कोरोना की आफत गले पड़ गई। 3 दिन ही काम मिला, तब तक कोरोना संकट के चलते पहले जनता कर्फ्यू और उसी के साथ 21 दिन का लॉकडाउन चालू हो गया। इस दौरान खाने-रहने की दिक्कत शुरू हो गई। पैदल ही घर जाने की तैयारी की तो पुलिस ने पकड़कर शेल्टर होम पहुंचा दिया। कमाई का और जरिया नहीं होने से उधर घर वाले परेशान हैं। अपना भी हाथ खाली होने से नुरुद्दीन घर वालों की कोई आर्थिक मदद भी नहीं कर पाया।



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विदेश से आने वाले 146 लोगों को 22 होटलों में 28 दिन ठहराएंगे, देना होगा बिल

लॉकडाउन के दौरान दूसरे देशों में फंसे लोगों को लाने की पूरी तैयारियां कर ली है। पहली फ्लाइट में कोई भी रोहतक मूल का विदेशी अभी तक नहीं आया है। अब सोमवार को अगली फ्लाइट आने का इंतजार चल रहा है। इसके लिए होटलों में क्वाॅरेंटाइन करने की व्यवस्था कर दी गई है। इसके साथ अब क्वाॅरेंटाइन की अवधि भी 28 दिन तक के लिए कर दी गई है। इसके लिए जिले के 22 हाेटल काे पेड क्वाॅरेंटाइन सेंटर के ताैर पर रिजर्व किया है। इनमें 211 लाेगाें की रूम की व्यवस्था है। इनकी तीन कैटेगरी बनाई गई है, यानि विदेश से आने वाले लोगों को क्वाॅरेंटाइन के लिए निर्धारित भुगतान करना होगा। डीसी आरएस वर्मा की अध्यक्षता में जिले की होटल एसोसिएशन के साथ बैठक की गई। इसमें गृह मंत्रालय भारत सरकार से जारी किए गए दिशा-निर्देशानुसार देश के बाहर फंसे भारतीय नागरिकों और विदेश यात्रा करने वाले लोगों के लिए तय मानक परिचालन प्रोटोकॉल अनुसार आदेशों की पालना करने के लिए निर्देश जारी किए गए। बैठक में एडीसी महेंद्रपाल केे नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया गया। इस कमेटी ने विभिन्न होटलों के किराया और भोजन आदि के रेट तय किए।
क्वाॅरेंटाइन की समयावधि 28 दिन होगी : डीसी
डीसी आरएस वर्मा ने जिले में कोविड-19 के सामुदायिक संक्रमण को रोकने के लिए क्वाॅरेंटाइन की अवधि बढ़ाकर 28 दिन कर दी है। सिविल सर्जन की अाेर से मॉडल जिला कंटेनमेंट योजना तैयार की है। इसमें कंटेनमेंट व बफर जोन में अंतिम पुष्टि किए गए मामले को आइसोलेट करने अाैर उसके सम्पर्क में रहने वाले व्यक्तियों के 28 दिन निगरानी रखने के लगभग चार सप्ताह तक यदि किसी अन्य लेबोरेट्री की अाेर से कोविड-19 मामले की पुष्टि नहीं होती है तो कंटेनमेंट अाॅपरेशन को कम कर दिया जाएगा।

इन्हें नोडल अधिकारी नियुक्त किया

डॉ. रोहताश सिंह, डीडीए को इस कार्य के लिए नोडल कम लाइजन अधिकारी नियुक्त किया है। जो विभिन्न होटलों और विदेश मंत्रालय के ऑफिशियल के साथ समन्वय कर जिला प्रशासन और होटलों में आने वाले मेहमानों की संख्या और पहुंचने के समय के बारे में बताएंगे। सुबीर सांगवान, पीओ एडीसी कार्यालय, करतार सिंह एपीओ एडीसी कार्यालय इस संबंध में डीडीओ रोहताश की सहायता करेंगे।

ये हाेटल हैं शामिल :

पेड क्वाॅरेंटाइन सेंटर केे तौर पर ए कैटेगरी के छह होटल तय किए गए हैं। इनमें सागर विला, हरजाई गार्डन, होटल रिवोली, रमाया, लेवेनियर, महाराजा होटल शामिल हैं। {बी कैटेगरी के तौर पर होटल काेकून, होटल लगन, प्लेटिनम प्लाजा, शंगरिला, किंग, जय, अप्सरा बैंक्वेट शामिल है। {सी कैटेगरी के होटल में करण, मार्क, सनशाइन, फ्रेंड्स, स्काई हॉक, स्टार, प्लाजा, सूर्या और पैंकर शामिल हैं।

रेट और सुविधाएं होटल अथॉरिटी की ओर से दिए जाएंगे

गृह मंत्रालय के आदेशानुसार देश के बाहर फंसे भारतीय नागरिकों को क्वाॅरेंटाइन किया जाएगा। इसके लिए जिले की सीमा में आने वाले विभिन्न प्राइवेट होटलों में समिति की ओर से तय की गई दरों पर सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। ए कैटेगरी के होटल के कमरे का किराया बिना स्यूट के जीएसटी सहित 1800 रुपए होगा। बी कैटेगरी के होटल के कमरे का किराया बिना स्यूट के जीएसटी सहित 1100 रुपए होगा। सी कैटेगरी कैटेगरी के होटल के कमरे का किराया बिना स्यूट के जीएसटी सहित 900 रुपए होगा। इन बताए गए रेट और सुविधाएं होटल अथॉरिटी की ओर से प्रदान किए जाएंगे। होटल की पेमेंट वास्तविक लाभार्थी की ओर से की जाएगी। बशर्ते अग्रिम भुगतान के लिए मनाही होगी।



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विद्यानगर में 449 घरों के 1909 लोगों की स्क्रीनिंग

स्वास्थ्य विभाग ने विद्यानगर निवासी बीएसएफ जवान के घर के आस-पास के 449 घरों में रहने वाले 1909 व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की है। शुक्रवार को विभाग ने 18 लोगों के काेरोना से संबंधित सैंपल लिए है।
गुरुवार को विद्यानगर के 350 घरों में रहने वाले करीब 1500 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई तथा 46 लोगों के सैंपल लिए थे। शुक्रवार को 99 मकानों में ओर सर्वे कर स्क्रीनिंग की गई है। अभी तक विभाग काॅलोनी में 449 घरों में रहने वाले 1909 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग कर चुका है। काॅलोनी के सभी घरों में रहने वाले लोगों की स्क्रीनिंग करवाने का उद्देश्य यह हैं कि अगर किसी व्यक्ति में किसी प्रकार के कोरोना के लक्षण मिले तो विभाग उसको तुरंत आइसोलेशन वार्ड में रख कर महामारी को फैलने से रोक सके। अभी तक की जांच में विद्यानगर कालोनी में किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण नहीं मिले है। सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कादयान ने बताया कि शुक्रवार को 18 सैंपल लिए गए, इनमें से 12 सैंपल रोहतक पीजीआई जांच के लिए भेजे गए है जबकि 6 सैंपल की जांच रैपिड किट से की गई। रैपिड किट से जांच में सभी छह सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अभी तक 78 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। शुक्रवार तक कुल 1036 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए थे। सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में 12 व्यक्तियों को रखा गया है।



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भट्टूकलां में अब 4 घंटे खुलेगा बाजार, मॉडल टाउन काे 3 बार किया सेनिटाइज, युवती के संपर्क में आए 7 लोगों की रिपोर्ट आई निगेटिव

भट्‌टूकलां व रतिया में पॉजिटिव केस मिलने के बाद प्रशासन ने दोनों जगहों पर स्क्रीनिंग तेज कर दी है। भट्टूकलां में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार व एसडीएम संजय बिश्नोई ने मॉडल टाउन में लगाए गए पुलिस नाकों का निरीक्षण किया। जिला प्रशासन ने भट्टू मंडी में दुकानें खोलने के समय में बदलाव किया है।
हालांकि अनाजमंडी में फसल खरीद का काम पूरा दिन चलता रहेगा। दूसरी ओर दूसरे राज्यों व शहरों में रह रहे लोगों का जिले में आने का सिलसिला जारी है। फतेहाबाद पहुंचे यूपी के 9 मजदूरों के सैंपल लेकर उन्हें धर्मशाला में क्वारेंटाइन किया गया है। वहीं दूसरी ओर रतिया के सामुदायिक केंद्र में रह रहे नांदेड़ से आए लोगों के दोबारा से सैंपल लिए गए हैं।

भट्‌टूमंडी में पूरे दिन हुई गेहूं की खरीद

भट्टूमंडी में दुकानें व फल - सब्जियों की रेहड़ियों के लिए 4 घंटे का समय निर्धारित कर दिया गया है। शनिवार से सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक ही बाजार खुला रहेगा। दूध, डेयरी व मेडिकल की दुकान पूर्व की तरह दिन में खुली रहेगी। वहीं अनाज मंडी में फसलों की खरीद का काम पूरे दिन चलता रहेगा। इसमें कोई बदलाव नहीं किया है।

6 परिजनों व चालक का लिया था सैंपल

मॉडल टाउन को 3 दिनों से सेनिटाइज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की 10 टीमें 261 घरों में 1208 लोगों की स्क्रीनिंग कर चुकी हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीज के परिजन व उनके सम्पर्क में आए 7 लोगों के सैंपल लिए थे। जिनमें 6 परिजन और कार चालक शामिल हैं। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। प्लाटों की रजिस्ट्री पर भी रोक है।

रतिया में अब तक 3 हजार लोगों की स्क्रीनिंग

रतिया में अब तक 3 हजार लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा चुकी। विभिन्न बीमारियों से पीडि़त लोगों का अलग से डाटा तैयार किया है। सामुदायिक केंद्र में रह रह नांदेड़ से आए एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को बाकी लोगों से फिर से सैंपल लिए। पॉजिटिव मिले व्यक्ति को अग्रोहा मेडिकल रेफर कर दिया।



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लॉकडाउन में अब तक 76 केस दर्ज 145 गिरफ्तार, 304 वाहन इंपाउंड

कोरोना वायरस महामारी को लेकर देश में तीसरा लॉक डाउन शुरू हो चुका है। पहले दो फेजों में जिस प्रकार पुलिस ने लगातार सख्ती दिखाई अब भी वो जारी है। लोग बेवजह घरों से निकलने से बाज नहीं आ रही तो वहीं पुलिस इन्हें रोकने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। पहले जहां पुलिस द्वारा सालभर में चालान की राशि वसूली जाती है उतनी राशि को करीबन डेढ़ महीने में ही वसूल कर ली।
पुलिस प्रवक्ता सुमित सांगवान ने बताया कि पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा के लॉकडाउन के तहत जारी किए गए दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू करने में जिला पुलिस निरंतर प्रयास कर रही है। जिला पुलिस ने लॉकडाउन के तहत जारी किए गए आदेशों की अवेहलना करने पर 76 मामले दर्ज किए है। जिसमें 145 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
नाकाबंदी और गश्त पर विशेष नजर

पुलिस ने प्रभावी रुप से नाकाबंदी व गश्त करते हुए जिले में 2 हजार 186 वाहनों के चालान किए है। 304 वाहनों को इंपाउंड जब्त भी किया गया। चालान किए गए वाहन चालकों पर 55 लाख 33 हजार 900 रुपये जुर्माना लगाया गया है। आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जिला पुलिस द्वारा कुल 49 मामले दर्ज किए है। इनमें 53 आरोपियों को गिरफ्तार करके 4 हजार 422 बोतल देशी शराब, 768 बोतल अंग्रेजी शराब व 70 बीयर की बोतल अवैध शराब पकड़ी गई है।

अपने घरों पर रहे, सुरक्षित रहें

जिला पुलिस की तरफ से आमजन से अपील है कि लॉक डाउन के तहत जारी आदेशों का सख्ती से पालन करें। अपने घरों पर रहे, सुरक्षित रहें। अपने नजदीकी दुकानों से ही राशन, दूध, फल, सब्जियों, दवाइयां आदि जरुरत का सामान खरीदें। सामान खरीदते वक्त एक दूसरे से दूरी बनाकर खड़े हो। बेवजह घरों से बाहर न निकलें। लॉक डाउन को सफलतापूर्वक लागू करने में पुलिस व जिला प्रशासन का सहयोग करें। अफवाहों से बचे। बगैर जांच के कोई भी मैसेज सोशल मीडिया पर साझा न करें। आदेशों की अवेहलना करने वालों के खिलाफ जिला पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है।



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भट्टूकलां में अब 4 घंटे खुलेगा बाजार, मॉडल टाउन काे 3 बार किया सेनिटाइज, युवती के संपर्क में आए 7 लोगों की रिपोर्ट आई निगेटिव

भट्‌टूकलां व रतिया में पॉजिटिव केस मिलने के बाद प्रशासन ने दोनों जगहों पर स्क्रीनिंग तेज कर दी है। भट्टूकलां में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार व एसडीएम संजय बिश्नोई ने मॉडल टाउन में लगाए गए पुलिस नाकों का निरीक्षण किया। जिला प्रशासन ने भट्टू मंडी में दुकानें खोलने के समय में बदलाव किया है।
हालांकि अनाजमंडी में फसल खरीद का काम पूरा दिन चलता रहेगा। दूसरी ओर दूसरे राज्यों व शहरों में रह रहे लोगों का जिले में आने का सिलसिला जारी है। फतेहाबाद पहुंचे यूपी के 9 मजदूरों के सैंपल लेकर उन्हें धर्मशाला में क्वारेंटाइन किया गया है। वहीं दूसरी ओर रतिया के सामुदायिक केंद्र में रह रहे नांदेड़ से आए लोगों के दोबारा से सैंपल लिए गए हैं।

भट्‌टूमंडी में पूरे दिन हुई गेहूं की खरीद

भट्टूमंडी में दुकानें व फल - सब्जियों की रेहड़ियों के लिए 4 घंटे का समय निर्धारित कर दिया गया है। शनिवार से सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक ही बाजार खुला रहेगा। दूध, डेयरी व मेडिकल की दुकान पूर्व की तरह दिन में खुली रहेगी। वहीं अनाज मंडी में फसलों की खरीद का काम पूरे दिन चलता रहेगा। इसमें कोई बदलाव नहीं किया है।

6 परिजनों व चालक का लिया था सैंपल

मॉडल टाउन को 3 दिनों से सेनिटाइज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की 10 टीमें 261 घरों में 1208 लोगों की स्क्रीनिंग कर चुकी हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीज के परिजन व उनके सम्पर्क में आए 7 लोगों के सैंपल लिए थे। जिनमें 6 परिजन और कार चालक शामिल हैं। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। प्लाटों की रजिस्ट्री पर भी रोक है।

सब्जी मंडी में आए ट्रक चालकों के लिए सैंपल

शहर में 8-9 यूपी के मजदूर यहां आए हैं। उनके सैंपल लेकर अग्रवाल धर्मशाला में क्वारेंटाइन किया गया है। इसके अलावा फतेहाबाद की सब्जीमंडी में राजस्थान व अन्य प्रदेशों से सब्जियां लेकर आए 4 ट्रक चालकों के भी सैंपल लिए गए हैं। साथ ही गुड़गांव से आए 4 लोगों के सैंपल लेकर उनको होम क्वारेंटाइन किया गया है।

रतिया में अब तक 3 हजार लोगों की स्क्रीनिंग

रतिया में अब तक 3 हजार लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा चुकी। विभिन्न बीमारियों से पीडि़त लोगों का अलग से डाटा तैयार किया है। सामुदायिक केंद्र में रह रह नांदेड़ से आए एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को बाकी लोगों से फिर से सैंपल लिए। पॉजिटिव मिले व्यक्ति को अग्रोहा मेडिकल रेफर कर दिया।



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पहली बार रिकॉर्ड तोड़ 324 सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे, फ्लू क्लीनिक में लिए 150 सैंपल

जिला स्वास्थ्य विभाग की हेल्थ टीमों ने गुरुवार को रिकॉर्ड तोड़ 324 सैंपल लिए थे। यह अभी तक की सैंपलिंग रिपोर्ट का सर्वाधिक आंकड़ा है। इनमें से अधिकांश सैंपल जांच के लिए एनआरसीई लैब और बाकी सैंपल्स की टेस्टिंग पीजीआई रोहतक में होगी। बता दें कि इससे पहले 4 मई को 255, 5 मई को 158, 6 मई को 186 सैंपल लिए थे। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना पर नियंत्रण के लिए रेंडम सैंपलिंग पर ज्यादा ध्यान दिया हुआ है। शुक्रवार को डॉ. पुलकित की टीम ने 24 सैंपल लिए। इनमें सेंट्रल जेल टू के 11 बंदी, 13 एचएयू में क्वारेंटाइन्स शामिल हैं। पैथोलॉजिस्ट डॉ. मनीष पचार की टीम ने दड़ौली पॉजिटिव रोगी की पत्नी व मां सहित हिसार शहर में रहने वाले रिश्तेदारों के सैंपल लिए हैं।



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24 में से 21 सेंटर सूने, फिर भी बाहर से आए लोगों को कर रहे होम क्वारेंटाइन, वजह- प्रशासन पर खर्च नहीं

कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जिले में भले ही 24 क्वारेंटाइन सेंटर के अलावा कोविड केयर सेंटर और कोविड हेल्थ सेंटर बना दिए गए हैं। लेकिन इनमें लोगों को ठहराने में कंजूसी बरती जा रही है। वजह यह है कि प्रशासन अब इन क्वारेंटाइन सेंटर का खर्चा नहीं उठा पा रहा है। स्थिति यह है कि पिछले 24 घंटे में दूसरे शहरों से जिले में 2700 लोगों ने प्रवेश किया। लेकिन प्रशासन ने इनमें से 1314 को होम क्वारेंटाइन कर दिया गया। जबकि जिले में 24 में से 21 क्वारेंटाइन सेंटर सूने पड़े हैं। हालांकि शुक्र है कि ग्वालियर में कोरोना संक्रमित मिले व्यक्ति के साथ आए 19 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है।
देश के विभिन्न राज्यों से भिंड जिले में लोगों के आने का दौर जारी है। अब तक जिले में 67 हजार से ज्यादा लोग आ चुके हैं। वहीं आजमगढ़ और इलाहबाद से आए 27 लोगों के साथ ग्वालियर उतरे एक युवक के कोरोना संक्रमित निकलने के बाद लोगों की धड़कनें बढ़ गई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इनमें से 19 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। हालांकि उनके सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। बावजूद इसके गुरुवार को दूसरे शहरों से आए लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती न कर प्रशासन अभी भी होम क्वारेंटाइन पर जोर दे रहा है। यह स्थिति तब है जब प्रशासन के सामने बाहर से कोरोना संक्रमण के आने का खतरा सामने आ चुका है। यह लापरवाही जिलेवासियों पर भारी पड़ सकती है।

यह जांच है या कोरोना फैलाने की तैयारी... स्क्रीनिंग में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं
भिंड शहर में बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग रोडवेज बस स्टैंड पर की जा रही है लेकिन यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। गुरुवार की दोपहर जब दैनिक भास्कर टीम यहां पहुंची तो बस स्टैंड पर बाहर से आने वाले लोगों की काफी भीड़ थी। महिलाएं और बच्चे सोशल डिस्टेंसिंग भूलकर आपस में काफी सटकर खड़े और बैठे हुए थे, जबकि जिम्मेदार अफसर इस ओर ध्यान ही नहीं देख रहे।

खाने में दे रहे पतली दाल और कच्ची रोटी
शहर आईटीआई क्षेत्र में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में बुधवार को 85 लोग भर्ती थे। वे पिछले दो दिनों से खाने पीने को लेकर हंगामा कर रहे थे। गुरुवार को उन्हें घर भेज दिया गया। भर्ती लोगों का कहना था कि उन्हें पतली दाल और कच्ची रोटियां परोसी जा रही हैं। यही स्थिति फूप के दो क्वारेंटाइन सेंटर की थी, जहां एक में 47 और दूसरे में 10 लोग बुधवार को भर्ती थे लेकिन गुरुवार को यह भी खाली करा दिए गए। जिले में वर्तमान में क्वारेंटाइन सेंटर में मात्र 100 लोग और हेल्थ सेंटर में 14 व केयर सेंटर में 39 लोग भर्ती हैं जबकि क्वारेंटाइन सेंटर में कुल क्षमता 1450 पलंग की है।

21 सैंपल और भेजे... नीमच में संक्रमित मिले हम्माल के चार साथियों के भिंड में लिए सैंपल

गुरुवार को नीमच में एक हम्माल कोरोना संक्रमित निकला है। उसके साथ के चार लोग भिंड एक ट्रक से आए थे। यह सूचना जैसे ही नीमच कलेक्टर द्वारा भिंड कलेक्टर को दी गई तो आनन फानन में इन लोगों को ट्रैक कर उनके सैंपल लिए गए। उन्हें जिला अस्पताल में आईसोलेट किया गया। इसके अलावा हॉट स्पॉट क्षेत्र से आए या कोरोना काल में ड्यूटी कर रहे 11 पुलिस जवानों के भी रेंडम सैंपल लिए गए। इस प्रकार से गुरुवार को कुल 21 लोगों के सैंपल लिए गए हैं।



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21 out of 24 centers listened, yet home quarantine is done to people from outside, reason - no expenditure on administration




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43 दिन बाद बाजार खुला, कम आए ग्राहक

गोरमी का बाजार गुरुवार को खोल दिया गया है। दुकानें खुलते ही बाजार में रौनक फिर से लौट आई। पुलिस प्रशासन द्वारा सोशल डिस्टेंस न बिगड़े, इसके लिए व्यापारियों को सख्त हिदायत दी गई। बाजार में चाय, गुटखा, पान मसाला, पानी पूड़ी, नाश्ता, हेयर सैलून और कोल्डड्रिंक की दुकान को छोड़कर बाकी सभी प्रतिष्ठानों को खोला गया। लॉकडाउन के कारण डेढ़ महीने बाद खुले बाद खुले बाजार में पहले दिन कम ही लोग नजर आए। ग्रामीण इलाकों से भी इक्का दुक्का खरीदार पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने भी बाजार में लगातार गश्त लगाकर स्थिति का जायजा लिया।
बैठक में बताए गए निर्देशों के अनुसार व्यापारियों ने दुकानों के सामने गोल घेरे बनाकर डिस्टेंस का पालन किया। साथ ही प्रत्येक दुकान को बाहर हाथ धोने के प्रबंध भी करने हैं। नायब तहसीलदार शिवदत्त कटारे का कहना है कि बाजार में दुकानों को खोला गया है लेकिन व्यापारी डिस्टेंस का उल्लंघन करते हैं तो कार्रवाई कर दुकानें बंद करा दी जाएंगी। इसके साथ ही पुलिस भी लगातार गश्त करते हुए बाजार में जायजा लेगी। कोरोना को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।



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Market opened after 43 days, less customers came




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कोरोना को हराकर घर पहुंचा वजीर, 14 दिन घर में ही रहना होगा सलामती के लिए बच्चे और पत्नी ने रखे रोजे, बोले- दुआ कुबूल हुई

रमजान के महीने के दूसरेे जुमा से एक दिन पहले गुरुवार को कोरोना को हराकर पिछोर कस्बे के वार्ड क्रमांक दस में रहने वाले वजीर खान अपने घर पहुंच गए। 18दिनों बाद परिजनों से मिलकर न केवल उनकी आंखें छलक उठीं, बल्कि परिजन भी खुशी के मारे रो पड़े।
पति की सलामती के लिए पत्नी फरजाना, के साथ बेटा अल्ताफ व पुत्री फिजा ने रोजे भी रखे। वजीर के सही सलामत घर पहुंचने पर परिजनों का कहना था उनकी दुआ कुबूल हो गई। अब शुक्रवार को जुमा के दिन अल्लाताला की इबादत कर शुक्रिया अदा करेंगे। पिछोर कस्बे के वार्ड दस में रहने वाले ट्रक ड्राइवर वजीर खान पुत्र वशीर खान 4 अप्रैल को जबलपुर से पानीपत ट्रक लेकर गया और 12 अप्रैल को लौटकर अपने गांव लखनपुरा आया। इसके बाद 16 अप्रैल को पिछोर में आया। सूचना मिलने पर प्रशासन ने उसकी जांच कराई है और 17 को ग्वालियर में क्वारेंटाइन में रखा। 20 अप्रैल को रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। साथ ही वजीर के गांव और िपछोर कस्बे को पूरी तरह सील कर गहन जांच पड़ताल की गई।
वजीर के घर पहुंचने से पहले गली की सेनेटाइज
25 मई को दूसरी व 5 मई को तीसरी जांच निगेटिव आने के बाद गुरुवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। देर शाम 108एंबूलेंस से वह घर आया। छोटी मस्जिद से उतरकर वह सीधे घर पहुंचा। इस दौरान नायब तहसीलदार आनंद गोस्वामी व थाना प्रभारी सुरेंद्र कुशवाह भी मौजूद थे। इस दौरान पूरी गली को सेनेटाइज किया गया। वजीर को हिदायत दी गई कि वह 14दिन तक घर में ही रहे और परिजनों से दूर रहे। अस्पताल से जो निर्देश दिए गए हैं उसका पालन करे।
अस्पताल में रहकर हमेेशा बच्चों की याद सताती थी
वजीर ने बताया ट्रक में सवारी बैठाने पर अच्छा किराया मिलता था, लेकिन यह पता नहीं था कि कोरोना हो जाएगा। कोरोना का पता चला तो काफी घबराहट थी और एक ही बात दिमाग में आ रही थी बच्चों का क्या होगा। अस्पताल में भी पहुंचा तो बच्चों व घरवालों की याद आती रहती थी। वीडियो कॉलिंग के जरिए उनसे बात करता रहता था और बच्चे भी दिलासा देते रहते थे कुछ नहीं होगा। उन्हीं की दुआएं काम आईं। अस्पताल में भी सभी ने पूरा ख्याल रखा।



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Wazir reached home after defeating Corona, 14 days will have to stay at home, child and wife fasts for protection;




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रात में तेज आंधी से मौसम ठंडा, दिन का तापमान तीन डिग्री गिरकर 38.4 डिग्री पर

बुधवार को रात 8 बजे से 12 बजे तक तेज आंधी ने काफी तबाही मचाई। रात में तापमान भी तीन डिग्री गिर गया और रात के मौसम का असर दिन में भी दिखा। गुरुवार को सुबह धूप तो निकली लेकिन धूप में नरमी थी और उमस भी गरमी का अहसास करा रही थी। जिससे अधिकतम तापमान दो डिग्री गिरकर 38.4 डिग्री रिकार्ड किया गया। हालांकि शुक्रवार से तापमान बढ़ने की उम्मीद है। तापमान चार डिग्री तक उछल सकता है।

रात का तापमान 21.8 डिग्री दर्ज किया गया

चार मई से लगातार प्रतिदिन मौसम बिगड़ रहा है। पूरे दिन धूप निकलती है और शाम होते ही मौसम बिगड़ना शुरू हो जाता है। बादलों में आकाशीय बिजली चमकती है, बादल गरजते हैं और बारिश के साथ तेज आंधी चलती है। तेज आंधी के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो जाता है। बिजली गुल हो जाती है और रात-रात भर बिन बिजली के रहना पड़ता है। बुधवार को भी शाम के समय कुछ यही हाल रहा। भांडेर और बसई क्षेत्र के अलावा जिगना व आसपास गांव में जोरदार बारिश हुई। जबकि शहरी क्षेत्र में केवल बूंदाबांदी होकर रह गई। हालांकि मौसम ठंडा हो गया। बुधवार को अधिकतम तापमान 40.2 आैर न्यूनतम तापमान 24 डिग्री दर्ज किया गया था। गुरुवार को अधिकतम तापमान दो डिग्री गिरकर 38.4 और न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री दर्ज किया गया। आगामी दिनों में भी मौसम का रुख स्पष्ट नहीं है। तापमान बढ़ने के साथ ही रात के समय पुन: आंधी और बारिश की संभावना है। दिलचस्प बात यह है कि इस बार मई माह के शुरुआती दिनों में इस तरह का मौसम देख लोग आश्चर्यचकित हैं कि मौसम किस तरफ जा रहा है। इन दिनों में तेज गर्मी पड़ती है वर्तमान में तापमान काफी नीचे चल रहा है। अब केवल नौ तपा के दिनों में ही ज्यादा गर्मी पड़ सकती है।



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खेत में छुपाई 24 नग सागौन सिल्लियां पकड़ी

लॉकडाउन में भी जंगल के अंदर पेड़ों की कटाई चल रही है। वन विभाग की टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि केलपानी गांव में स्थित एक खेत में सागौन की सिल्लियां छिपाई गई है। सूचना मिलने पर टीम ने गांव के आता पिता भायला के खेत में दबिश देकर छुपाई गई 24 सागौन की सिल्लियां जब्त की। इन सिल्लियों की कीमत 50 हजार रुपए बताई गई। आता के खिलाफ केस दर्ज कर सिल्लियों को जब्त किया गया। कार्रवाई में डिप्टी रेंजर विशाल यादव, विशाल वास्कले, मुकेश वर्मा, कृष्णपालसिंह झाला, रितेश जमरा, महेंद्र मराठा मौजूद रहे।



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24 pieces of teak ingots caught in field




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गुड़गांव से पैदल आए 48 मजदूर, रेलवे स्टेशन पर खाना और वाहन के लिए होते रहे परेशान

दिल्ली से आए मजदूरों को तो जिला प्रशासन ने खाना और वाहन सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराईं। वहीं दूसरी ओर हरियाणा के गुड़गांव से पैदल आए यात्रियों को खाना तक प्रशासन ने उपलब्ध नहीं कराया। इस कारण पन्ना जिले के 48 मजदूर सुबह 7 बजे से 12 बजे तक परेशान होते रहे।


जानकारी के अनुसार पन्ना जिले में अमानगंज कस्बे के 48 मजदूर शुक्रवार की सुबह हरियाणा राज्य के गुड़गांव से पैदल होते हुए जा रहे थे। इस दौरान जिला प्रशासन ने इन मजदूरों को पन्ना रोड स्थित रेलवे स्टेशन पर रोकते हुए एक किनारे बैठा दिया। सुबह 7 बजे से स्टेशन परिसर में बैठे यह परिवार अपने बच्चों के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से खाने की मांग करते रहे, पर किसी ने इन मजदूरों की नहीं सुनी। स्टेशन के अंदर लंच पैकेट मिलने की जानकारी लगने पर अमनगंज का वीरेंद्र चौधरी, रामलाल कुर्मी और राजू चौधरी वहां तक गए, पर किसी ने खाने के पैकेट नहीं दिए। इस कारण इन मजदूरों के साथ मौजूद छोटे-छोट बच्चों को साथ में रखा बासी खाना खाना पड़ा।


इस दौरान एक समाजसेवी ने पहल करते हुए जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को इसकी सूचना दी। अधिकारियों ने दिल्ली के यात्रियों को रवाना करने के बाद इन्हें खाना और वाहन उपलब्ध कराने की बात कही। जब दिल्ली से आए सभी मजदूर बसों से रवाना हो गए। तब प्रशासन ने इन मजदूरों को लंच पैकेट उपलब्ध करते हुए बस के माध्यम से पन्ना के लिए रवाना किया। संयुक्त कलेक्टर विनय द्विवेदी ने बताया कि दिल्ली से आए मजदूरों को रवाना करने के बाद पन्ना जिले के सभी मजदूरों को खाना उपलब्ध करते हुए बस से उनके गांव के लिए रवाना कर दिया गया है। अब यह मजदूर अपने-अपने गांव पहुंचने वाले होंगे।



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दिल्ली से आई पहली ट्रेन, इसमें छतरपुर जिले के 248 मजदूर लौटे, बाकी अन्य जिलों के

छतरपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों के मजदूर लॉकडाउन होने के बाद से दिल्ली में फंसे हुए हैं। इनमें से प्रदेश के 1005 मजदूरों को दिल्ली सरकार ने स्पेशल ट्रेन के माध्यम से शुक्रवार की सुबह साढ़े 6 बजे छतरपुर रेलवे स्टेशन पहुंचाया। यहां पहुंचे मजदूराें की मेडिकल जांच की गई। साेशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लंच पैकेट दिए गए। पांच घंटे तक चली पूरी प्रक्रिया के बाद सभी मजदूराें काे 33 बसों की मदद से उनके घराें के लिए रवाना किया गया। महोबा (उप्र) के सात मजदूरों को साइकिल से जाना पड़ा क्योंकि प्रशासन ने सिर्फ मप्र के मजदूरों को बसों से पहुंचाया।


कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने मार्च माह के अंतिम सप्ताह में देश भर में लॉकडाउन घोषित कर दिया। तब से दिल्ली में विभिन्न प्रदेशों के हजारों मजदूर फंसे हुए हैं। केंद्र सरकार की अनुमति मिलने के बाद दिल्ली सरकार ने मध्य प्रदेश के 1005 मजदूरों को गुरुवार की रात 8 बजे स्पेशल ट्रेन से छतरपुर के लिए रवाना किया। यह ट्रेन शुक्रवार की सुबह साढ़े 6 बजे शहर के पन्ना रोड स्थित रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां पहुंचे मजदूरों की स्वास्थ विभाग की 17 टीमों द्वारा जांच की गई। इसके बाद इन यात्रियों को लंच पैकिट देते हुए स्टेशन के बाहर भेजा गया। परिसर में मौजूद राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों की टीमाें ने मजदूरों की जिलावार लिस्टिंग करते हुए 33 बसों में बैठाते हुए रवाना किया। इस स्पेशल ट्रेन के माध्यम से छतरपुर जिले में राजनगर, नौगांव, बड़ामलहरा और लवकुशनगर के 248 मजदूरों को 10 बसों के माध्यम से उनके गांव तक पहुंचाया गया। वहीं पन्ना, टीकमगढ़, इंदौर, सागर और सतना के 757 मजदूरों को 23 बसों के माध्यम से उनके जिला मुख्यालय तक पहुंचाया गया। इस दौरान कलेक्टर शीलेंद्र सिंह, एसपी कुमार सौरभ, आरटीओ सुनील राय सक्सेना, सीएमएचओ डॉ. विजय पथौरिया, संयुक्त कलेक्टर विनय द्विवेदी सहित जिले भर के एसडीएम, पुलिस, नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।


17 मेडिकल टीमों ने की यात्रियों की जांच
स्पेशन ट्रेन द्वारा दिल्ली से छतरपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे 1005 मजदूरों की जांच स्वास्थ विभाग की 17 टीमों ने शुक्रवार की सुबह एक घंटे से भी कम समय में कर दी। कोविड-19 के शहरी नोडल अधिकारी डॉ. अरुण देव शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देश के आधार पर मजदूराें की जल्द जांच कराने के निर्देश दिए गए थे। इसके लिए अधिक से अधिक टीमें गठित करने काे कहा गया था। इसलिए जिला कोरोना वायरस अधिकारी के निर्देशन में गुरुवार की शाम 17 टीमों का गठन किया गया। इन सभी टीमों ने मिलकर शुक्रवार की सुबह एक घंटे के अंदर ही सभी यात्रियों की जांच पूरी कर दी।


काम खत्म करके पुलिस अधिकारियों ने लिया गीत-संगीत का आनंद
इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचने के लिए जिले भर के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी विभाग द्वारा लगाई गई। शुक्रवार की सुबह 10 बजे काम खत्म होने के बाद सीएसपी उमेश चंद्र शुक्ला, आरआई योगेंद्र भाटी, सिटी कोतवाली टीआई जीतेंद्र वर्मा, ओरछा रोड टीआई अरविंद सिंह दांगी सहित अन्य पुलिस अधिकारी एक पंडाल में बैठे हुए थे। इस दौरान एक पुलिस अधिकारी ने गाना गाते हुए अधिकारियों की काम की थकान मिटाने मनोरंजन किया।

26 जिलाें के मजदूर आए सबसे अधिक 252 टीकमगढ़ जिले के
शुक्रवार की सुबह छतरपुर पहुंची मजदूरों की स्पेशल ट्रेन से मप्र के 26 जिलाें के मजदूर पहुंचे हैं। इनमें टीकमगढ़ जिले के 252, छतरपुर के 247, पन्ना के 92, दमोह के 76, दतिया के 76, सागर के 39, मुरैना के 28, ग्वालियर के 24, कटनी के 24, भोपाल के 22, भिंड के 21, सतना के 13, इंदौर के 11, जबलपुर के 11, निवाड़ी के 9, शहडोल के 8, छिंदवाड़ा के 6, शिवपुरी के 6, रीवा के 5, उज्जैन के 5, होशंगाबाद के 3, खरगोन के 2, धार का 1, शाजापुर का 1, बैतूल का 1, मंदसौर का 1 सहित प्रदेश भर के 26 जिलों के 1005 मजदूर आए हैं।

सबसे अधिक बड़ामलहरा क्षेत्र भेजे गए
छतरपुर जिले में दिल्ली से आए मजदूराें में सबसे अधिक संख्या बड़ामलहरा भेजे गए मजदूराें की है। बड़ामलहरा क्षेत्र के 52 मजदूर लाैटकर आए हैं। इनके साथ ही बिजावर के 32, ईशानगर और नौगांव के 38-38, राजनगर के 27, लवकुशनगर के 24, बकस्वाहा के 8, सटई के 7 और गौरिहार के 16 मजदूरों को घर भेजा गया, जबकि छतरपुर तहसील के 6 प्रवासी मजदूर भी घर पहुंच गए हैं।

त्तर प्रदेश के 7 मजदूर बने प्रशासन का सिर दर्द
दिल्ली सरकार ने जिले के 248 मजदूरों को शुक्रवार की सुबह स्पेशल ट्रेन के माध्यम से छतरपुर रेलवे स्टेशन पहुंचाया। पर इनमें उप्र के महोबा जिले में अजनगर के 7 मजदूर अपना पता छतरपुर जिले का पता बताते हुए ट्रेन पर सवार होकर पहुंच गए। प्रशासन ने सिर्फ प्रदेश भर के मजदूरों को उनके गांव तक पहुंचाने का प्रबंध किया था। अचानक महोबा उप्र के 7 मजदूर ट्रेन में निकल आने के बाद यह यात्री जिला प्रशासन का सिरदर्द बन गए। जब जिला प्रशासन ने महोबा प्रशासन से इन यात्रियों के पहुंचने की जानकारी दी तो उन्होंने इन मजदूरों के लिए काेई इंतजाम नहीं किए। काफी समय तक यह यात्री स्टेशन पर वाहन के इंतजार में बैठे रहे। पर जब बात नहीं बनी तो यह लोग साइकिलों पर सवार होकर अपने गांव की ओर निकल गए।



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First train arrived from Delhi, 248 laborers returned from Chhatarpur district, in other districts




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गुड़गांव से पैदल आए 48 मजदूर, रेलवे स्टेशन पर खाना और वाहन के लिए होते रहे परेशान

दिल्ली से आए मजदूरों को तो जिला प्रशासन ने खाना और वाहन सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराईं। वहीं दूसरी ओर हरियाणा के गुड़गांव से पैदल आए यात्रियों को खाना तक प्रशासन ने उपलब्ध नहीं कराया। इस कारण पन्ना जिले के 48 मजदूर सुबह 7 बजे से 12 बजे तक परेशान होते रहे।


जानकारी के अनुसार पन्ना जिले में अमानगंज कस्बे के 48 मजदूर शुक्रवार की सुबह हरियाणा राज्य के गुड़गांव से पैदल होते हुए जा रहे थे। इस दौरान जिला प्रशासन ने इन मजदूरों को पन्ना रोड स्थित रेलवे स्टेशन पर रोकते हुए एक किनारे बैठा दिया। सुबह 7 बजे से स्टेशन परिसर में बैठे यह परिवार अपने बच्चों के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से खाने की मांग करते रहे, पर किसी ने इन मजदूरों की नहीं सुनी। स्टेशन के अंदर लंच पैकेट मिलने की जानकारी लगने पर अमनगंज का वीरेंद्र चौधरी, रामलाल कुर्मी और राजू चौधरी वहां तक गए, पर किसी ने खाने के पैकेट नहीं दिए। इस कारण इन मजदूरों के साथ मौजूद छोटे-छोट बच्चों को साथ में रखा बासी खाना खाना पड़ा।


इस दौरान एक समाजसेवी ने पहल करते हुए जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को इसकी सूचना दी। अधिकारियों ने दिल्ली के यात्रियों को रवाना करने के बाद इन्हें खाना और वाहन उपलब्ध कराने की बात कही। जब दिल्ली से आए सभी मजदूर बसों से रवाना हो गए। तब प्रशासन ने इन मजदूरों को लंच पैकेट उपलब्ध करते हुए बस के माध्यम से पन्ना के लिए रवाना किया। संयुक्त कलेक्टर विनय द्विवेदी ने बताया कि दिल्ली से आए मजदूरों को रवाना करने के बाद पन्ना जिले के सभी मजदूरों को खाना उपलब्ध करते हुए बस से उनके गांव के लिए रवाना कर दिया गया है। अब यह मजदूर अपने-अपने गांव पहुंचने वाले होंगे।



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26 केंद्रों पर 3 हजार 842 किसानों से खरीदा 190134.97 क्विं. गेहूं

जिले में 26 केंद्रों पर 15 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी जारी है। जिला आपूर्ति अधिकारी बीके कोष्ठा ने बताया अभी तक 3842 किसानों से 190134.97 क्विंटल गेहूं खरीदा गया है।



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विशेष ट्रेन से रतलाम पहुंचे 900 से ज्यादा मजदूर, 40 बसों से शहर लेकर आए, जांच के बाद घर भेजा

राजकोट से विशेष ट्रेन के जरिए गुजरात में फंसे जिले के 900 से ज्यादा मजदूर मजदूर शुक्रवार को रतलाम पहुंचे। इन सभी को वहां से बस के द्वारा जिले में लाया गया। जलसा गार्डन में स्वास्थ्य परीक्षण किया। भोजन के पैकेट दिए। कलेक्टर अमित तोमर ने बताया प्रत्येक मजदूर की व्यक्तिगत जानकारी नोट कर उन्हें उनके घरों तक बस से पहुंचाया गया। मजदूरों की जानकारी गांव के सरपंच व सचिव से सांझा की जाएगी, ताकि वे 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहना सुनिश्चित करवा सके।
6 माह पहले रोजगार के लिए गए थे गुजरात
पांचपुला दक्षिण निवासी इकराम सरदार 6 माह पहले मजदूरी करने गुजरात के चरखड़ी गए थे। उनके साथ पत्नी कोमाबाई भी थी। इकराम ने बताया वह अपने 6 बच्चों को गांव में ही रिश्तेदारों के यहां छोड़ गया था। गांव के ही गुलसिंह, पत्नी फरकीबाई व दो बच्चों के साथ लौटा। गुलसिंह ने बताया डेढ़ माह से वह गोहद में फंसा हुआ था। इसी तरह सुस्तीखेड़ा निवासी दिलीप बरडे, पत्नी रमबाई व मां चेतरीबाई के साथ मजदूरी करने गुजरात के नेताखंबा गए थे। साथ में उनका छोटा बेटा भी था।

निजी वाहन से पहुंचे कई मजदूर, घर जाने की खुशी में भूले सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

घर लौटने की खुशी में मजदूर सोशल डिस्टेंस का पालन करना भूल गए। वहीं कर्मचारी भी इसका पालन सख्ती से नहीं करा सके। हालांकि वे बार-बार मजदूरों को दूरी बनाने के निर्देश दे रहे थे। शुक्रवार को गुजरात से सैकड़ों मजदूर जीप, लोडिंग वाहन व बसों से पैरामाउंट स्कूल पहुंचे। इन सभी के चेहरे पर बेबसी दिख रही थी। लोडिंग वाहनों में सामान के साथ मजदूर घिरे नजर आए। वहीं जीप में क्षमता से अधिक लोग बैठे थे। इसके चलते वाहनों में भी सोशल डिस्टेंसिंग गायब हो गई।
मजदूरों को अब घर लौटने की खुशी के साथ गांव में रोजगार मिलने की चिंता सता रही है। लॉकडाउन के कारण ये सभी डेढ़ माह से गुजरात में फंसे हुए थे। काम बंद होने के बाद से आर्थिक संकट से जूझ रहे मजदूर वाहनों से घर लौटे है, ताकि गांव में खेती व रोजगार हासिल कर आजीविका चला सके। स्कूल में हाथ धुलवाने के साथ सभी की जानकारी दर्ज कर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस दौरान भीड़ लगी रही। इस कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ। हालांकि यहां मौजूद कर्मचारी व स्वास्थ्य विभाग की टीम बार-बार उन्हें दूरी बनाने के निर्देश दे रही थी, जो घर लौटने की खुशी पर भारी पड़ा।
मोरबी, केसूद से लौटे 5 सौ से अधिक मजदूर
जानकारी अनुसार सुबह से मजदूरों का आना शुरू हो गया था। गुजरात के मोरबी, केसूद, अमराली सहित अन्य जिलों से दोपहर तक 500 से ज्यादा मजदूर लौटे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सर्दी-जुकाम व बुखार की जानकारी लेने के साथ इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया। इसके बाद उन्हें भोजन व नाश्ता देकर बसों से घर भेजा गया। लेकिन अधिक संख्या में आने के कारण सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हुआ।

मेघनगर से आज आएंगे 987 मजदूर, 32 बस भेजी
शनिवार 987 मजदूर ट्रेन से मेघनगर पहुंचेंगे। इन्हें लाने के लिए 32 बस मेघनगर भेजी हैं। शनिवार सुबह 6 बजे ट्रेन मेघनगर आएगी। जिले से 32 बसों को उनके प्रभारी अधिकारियों व नोडल अधिकारियो के साथ सूखा नाश्ता देकर रवाना किया गया। नोडल अधिकारी मजदूरों का ट्रेन से उतरने के साथ स्वास्थ्य परीक्षण करवाएंगे। जिला मुख्यालय आने पर फिर से उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर भोजन करवाकर बस से घर भेजा जाएगा।



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More than 900 laborers reached Ratlam by special train, brought to the city in 40 buses, sent home after investigation




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भाजपा पार्षद के बेटे सहित 4 युवकों ने दीवार तोड़ दुकान से चुराई थी शराब

लॉकडाउन में उमरखरी रोड स्थित सरकारी देशी शराब दुकान में चोरी करने का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामले में भाजपा पार्षद के बेटे सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एक दिन की रिमांड के बाद शुक्रवार को चारों को जेल भेजा है। मामले में पुलिस ने शराब व उपयोग किया वाहन जब्त नहीं किया है।
जानकारी के अनुसार 27 अप्रैल को रात में उमरखली रोड स्थित लाल माटी स्थित शराब दुकान के पिछले हिस्से में दीवार में छेदकर 1 लाख से ज्यादा की शराब चोरी हो गई थी। सुबह दुकान संचालक राजेश चौकसे के कर्मचारी संजय मालवीय ने दुकान पर पहुंचकर देखा। इसके बाद पुलिस व आबकारी को सूचना दी गई। आबकारी उपनिरीक्षक सचिन भास्करे ने पंचनामा बनाया था। इसमें 1 लाख 20 हजार की शराब बताई जा रही है। कर्मचारी संजय ने उसी दौरान कहा कि वाहन से चोरी हुई है। इतनी सारी पेटियां ले जाना आसान नही है। पुलिस को भी शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दुकान संचालक राजेश चौकसे ने इंदौर व भोपाल में अफसरों को शिकायत की। इसके बाद मामले में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हुआ। जांच अधिकारी एसआई अरविंद गौर ने जांच की। इसमें 1 लाख की शराब व उपयोग में लाया वाहन जब्त नहीं किया है।

मुखबीर व सीसीटीवी फुटेज से लगा सुराग
पुलिस ने बताया मामले में मुखबिरों से सूचना व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी आशीष उर्फ भूपेंद्र पिता प्रतापसिंह रघुवंशी (30) निवासी चार रास्ता मोतीपुरा को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अन्य साथियों के नाम बताए। इसमें पार्षद राजेंद्र पटेल के बेटे संदीप पटेल (32), रवि पिता गजानन पाल (21) व राहुल पिता शिवशंकर पाल (27) तीनों निवासी मोतीपुरा को पकड़ा। पूछताछ में आरोपी ने चोरी करना कबूल किया।



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4 youths, including son of BJP councilor, stole liquor from shop by breaking wall




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छह दिन बाद पारा फिर 41.7 डिग्री पर पहुंचा

राजस्थान से गर्म हवा आने का सिलसिला शुक्रवार से शुरू हो गया। शुक्रवार को सुबह से ही तेज धूप थी। दोपहर में लोगोंने गर्म हवा चलने का अहसास किया। साथ ही पिछले दिन की तुलना में शुक्रवार को दिन का पारा 3.9 डिग्री सेल्सियस बढ़त के साथ 41.7 डिग्री दर्ज किया गया। ऐसा 6 दिन बाद हुआ है जब अधिकतम तापमान 41 डिग्री के पार पहुंचा है। इससे पहले 2 मई को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को भी तापमान बढ़ेगा। साथ ही रात मंे भी गर्मी बढ़ेगी। लेकिन रविवार को बूंदाबांदी होने के साथ तेज हवा चल सकती हैं।

पिछले दिन की तुलना में हर तीन घंटे में चढ़ा पारा
गुरुवार की तुलना में शुक्रवार को हर तीन घंटे में पारा चढ़ा। सुबह 8:30 बजे गुरुवार को तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ था। वहीं शुक्रवार को 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह दोपहर 2:30 बजे का तापमान पिछले दिन की तुलना में 4.8 डिग्री सेल्सियस बढ़त के साथ दर्ज हुआ। शाम 6 बजे तक तापमान 40 डिग्री दर्ज दिया गया। पिछले दिन की तुलना में अधिकतम तापमान 3.9 डिग्री बढ़त के साथ 41.7 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 0.3 डिग्री अधिक रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 1 डिग्री बढ़त के साथ 22.6 डिग्री दर्ज किया गया।



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4 सिंचाई परियोजना को मिलेगी रफ्तार, वन विभाग को 58 हेक्टेयर भूमि सिंगोली में मिलेगी

जिले की मनासा व जावद तहसील क्षेत्र की चार बढ़ी सिंचाई परियोजनाएं में आ रही वन विभाग की जमीन के कारण करीब 16 साल से रुकी हुई है। इस वर्ष सभी समस्याओं का निराकरण होने पर अगले वर्ष तक इनका काम शुरू हो जाएगा। चारों डैम बनने से करीब तीन हजार से अधिक किसानों को सिंचाई का लाभ मिलेगा।
चारों परियोजना में वन विभाग की 58 हेक्टेयर जमीन डूब में आ रही है। इसके बदले विभाग को सिंगोली तहसील में इतनी ही जमीन आवंटित की जाएगी। इसके लिए रविवार को तहसीलदार, राजस्व व जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में सीमांकन किया जाएगा। इसके बाद विभाग ऑनलाइन इसको अपलोड कर प्रदेश सरकार व वन विभाग मंत्रालय को भेज देगा। जहां से प्रक्रिया पूरी होने के बाद इनकी टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।
क्षेत्र की बहुप्रतिक्षित कालिया खो सिंचाई परियोजना किसानों के लिए सपना बन गई थी। सब कुछ ठीक रहता तो अगले वर्ष तक इस योजना में टेंडर प्रक्रिया के बाद निर्माण शुरू हो जाएगा। भाजपा शासन में परियाेजना स्वीकृत हाेने पर 3जून 2006 काे तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. सुंदरलाल पटवा ने शिलान्यास किया था। इसके बाद डैम निर्माण के लिए चयनित जमीन पर करीब 20 हेक्टेयर भूमि वन विभाग की डूब क्षेत्र में आरही थी। इससे याेजना ठंडे बस्ते में चली गई। कांग्रेस सरकार के समय इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। प्रदेश में फिर से कांग्रेस सरकार बनने पर योजना की फाइल फिर से बाहर निकाली। लेकिन केंद्र में कांग्रेस की सरकार होने से भूमि की एनओसी नहीं मिली। इधर परियोजना की लागत बढ़ती गई। लंबे इंतजार के बाद दोनों विधानसभा क्षेत्र की कालिया खो, बाणदा डैम, पगारा डैम व परवानी डैम परियोजना को फिर से रफ्तार मिलने की संभावना है। इन योजना में वन विभाग की 58 हेक्टेयर भूमि डूब क्षेत्र में आ रही है। इसके बदले प्रशासन विभाग को दूसरी जगह भूमि आवंटित करेगा। इसकी तैयारी पूरी हो गई है।

कालिया खो: करीब 200 हेक्टेयर मे सिंचाई होगी। कुकड़ेश्वर सहित क्षेत्र के 15 हजार किसानों को इसका लाभ मिलेगा।

विधायक की सक्रियता का मिला फायदा

लंबे समय से फाइलों में दबी चारों परियोजना को मूर्तरूप दिलाने के लिए विधायक माधव मारू ने फिर से प्रयास किए। चुनाव में उनके द्वारा जनता को इन योजनाओं का लाभ दिलाने का वादा किया था। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई। इससे जिले को तवज्जो नहीं दी जा रही थी। डेढ़ साल में फिर से सत्ता परिवर्तन हुआ और भाजपा हाथ में कमान आते ही शिवराजसिंह चौहान मुख्यमंत्री बने। इसके बाद विधायक ने चारों परियोजना के लिए प्रयास तेज किए। इसी का परिणाम है कि कालिया खो सहित चारों डैम के डूब क्षेत्र में आ रही वन विभाग की भूमि के बदले दूसरी जगह भूमि आवंटन की तैयारी तेज हो गई। आरक्षित की गई भूमि का रविवार को सीमांकन काम भी हो जाएगा। इसके बाद शासन की स्वीकृति मिलते ही भूमि हस्तांतरण के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। बांध का काम जल्द शुरू हो इसके लिए विधायक मारू मुख्यमंत्री व जल संसाधन मंत्री से भी चर्चा करेंगे।

राजस्व की 58 हेक्टेयर जमीन दी जाएगी
चार परियोजना में वन विभाग की करीब 58 हेक्टेयर जमीन डूब में आ रही है। इसमें कुकड़ेश्वर क्षेत्र के कालिया खो डैम में 20 हेक्टेयर, पगारा डैम में 3.50 हेक्टेयर व सिंगोली के बाणदा डैम में 25 हेक्टेयर, परवानी डैम में 9 हेक्टेयर जमीन है। इनके बदले प्रशासन द्वारा सिंगोली क्षेत्र में राजस्व की 58 हेक्टेयर जमीन आरक्षित की है। इस संबंध में कलेक्टर ने वन विभाग को पत्र भी जारी कर दिया है। एक-दो रोज में राजस्व व जलसंसाधन विभाग के अधिकारी मिलकर सीमांकन कर फाइल भोपाल भेजेंगे। वहां से प्रक्रिया पूरी होने के बाद चारों स्थान पर डैम का निर्माण शुरू हो सकेगा। इसमें अभी करीब एक वर्ष तक का समय लग सकता है।
जीएस डावर, जिला अधिकारी, जल संसाधन विभाग, नीमच



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4 irrigation project will get speed, forest department will get 58 hectare land in Singoli




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कृषि उपज मंडी में 4 गांव के किसानों को बुलाया लेकिन 2 गांव के ही आए

कृषि उपज मंडी में गांववार किसानों को बुलाकर नीलामी कार्य किया जा रहा है। प्रत्येक दिन 4 गांव के किसान अपनी उपज गेहूं लेकर आ रहे हैं। शुक्रवार को आकली शिवदास, नारिया बुजुर्ग, कुंडला खुर्द, खाकरी गांव के किसान आए। इसमें नारिया बुजुर्ग से दो और आकली शिवदास से 2 किसान तीन ट्रैक्टर लेकर गेहूं लेकर आए। व्यापारियों एवं मंडी कर्मचारियों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नीलामी की प्रक्रिया सुबह 11 बजे चालू की। इसमें 1679 से लेकर 1600 गेहूं के वहीं तीनों ट्राॅलियों का वजन 80 बोरी आया। 10 मिनट में ही नीलामी का कार्य पूर्ण हुआ। मंडी सचिव अरविंदसिंह दीक्षित ने बताया 4 गांव के किसान अपनी उपज गेहूं को लेकर मंडी में आ रहे हैं। शनिवार और रविवार को अवकाश रहेगा। मंडी में इसके बाद सोमवार को भी 4 गांव के किसानों को बुलाया जाएगा।



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Farmers of 4 villages were called in agricultural produce mandi but 2 came from village




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46 दिन से अनजान व्यक्तियों को नहीं दे रहे हैं गांव में प्रवेश

कोरोना से बचाव को लेकर ग्राम आकोदड़ा के युवाओं व बुजुर्गों ने अनजान व्यक्ति के ग्राम में प्रवेश पर रोक लगा रखा है। ग्रामीणों ने 46 दिन से गांव में किसी अनजान व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया है। कुछ परिस्थितियों में प्रवेश दिया भी है तो उस व्यक्ति का नाम, पता, मोबाइल नंबर व उसकी ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी ली जा रही है। इसी तरह नंदावता में भी युवाओं द्वारा बाहर के लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। गांव के शिक्षक महेंद्र जोशी ने बताया कि इसका उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं है बल्कि बाहरी व्यक्तियों की जानकारी एकत्र कर डाटा तैयार करना है। वहीं अनावश्यक प्रवेश पर रोक लगाई जा सकती है। इस कार्य में उपसरपंच दिनेश भूत, वरिष्ठ शिक्षक राजेन्द्रसिंह पाटीदार, बालकृष्ण पाटीदार, रामनिवास पाटीदार, पूनमचंद पाटीदार, प्रदीप जोशी पंच, रामेश्वर पाटीदार सहित कई युवा लगे हैं।



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For 46 days, unknown people are not giving entry in the village




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सीजन का सबसे गर्म दिन रहा मई का दूसरा शुक्रवार, पारा @ 43.2 डिग्री

शुक्रवार गर्मी के सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। 24 घंटे में अधिकतम तापमान 4.8 डिग्री चढ़ कर 43.2 डिग्री पर पहुंच गया। रात का तापमान भी 1.8 डिग्री चढ़ कर 23.6 डिग्री पर पहुंचा। आने वाले 2 दिन यानि 10 मई तक मौसम साफ रहेगा। तापमान में वृद्धि होगी। हवा में नमी कम हो जाने से गर्म हवा का अहसास होगा। 11 मई से एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ का सिस्टम बनेगा। अंचल में बादल छाएंगे। तेज हवाओं के साथ पानी की बौछारें गिरेगी। तापमान में गिरावट होने से गर्मी से राहत मिलेगी।
मई माह गर्मी के मामले में सबसे अधिक तपन भरा माना जाता है। लेकिन इस साल लगातार बन रहे पश्चिमी विक्षोभ के सिस्टम के कारण माह के 8 दिन में से 4 दिन राहत भरे रहे। तापमान 40 डिग्री या इससे कम रहा। शेष 4 दिन में भी तापमान 1 मई को 42 डिग्री को पार कर 42.4 डिग्री पर पहुंचा था। 8 दिन में से 2 दिन बारिश होने, शाम के समय तेज हवाएं चलने से लोगों को गर्मी से राहत रही। शुक्रवार को पहली बार तापमान अधिकतम तापमान ने 43 डिग्री का आंकड़ा पार किया। जिससे लोगों को तेज गर्मी व तपन का अहसास हुआ। तेज धूप के कारण हवा में नमी का स्तर कम हो जाने से दोपहर के समय गर्म धूप का अहसास हुआ। आने वाले दो दिन यानि शनिवार व रविवार को मौसम साफ रहेगा।

सोमवार से फिर राहत
ग्वालियर मौसम केन्द्र के वैज्ञानिक सीपी उपाध्याय कहते है कि दो दिन मौसम साफ रहेगा। तापमान में वृद्धि होगी। 11 मई से क्षेत्र में फिर से सिस्टम सक्रिय होगा। जिससे तेज हवाओं के साथ पानी की बौछारें गिरेगी। आसमान में बादल भी छाएंगे। जिससे तापमान पर लगाम कसेगी। लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।



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The second Friday of May was the hottest day of the season, mercury @ 43.2 degrees




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4 घंटे की छूट बाजार में उमड़े लोग, भूले सोशल डिस्टेंस

शहर में दो दिन में छह पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद प्रशासन ने दो दिन कर्फ्यू लगाकर स्थिति को नियंत्रित किया। चार क्षेत्र कंटेनमेंट बनाए। घरों में बंद लोगों को खरीदी के लिए राहत देते हुए प्रशासन ने शुक्रवार सुबह 4 घंटे की छूट दी। जनता से अपील की गई कि संयम रखें, बाजार में भीड़ नहीं करें। लेकिन लोगों ने अपील को नजर अंदाज कर दिया। यहीं लापरवाही शहर में और संक्रमण बढ़ा सकती है। लॉकडाउन में सुबह के समय खरीदी के लिए जो छूट दी जा रही थी वह पॉजिटिव मरीज मिलते ही वापस ले ली थी। दो दिन बाद गुरुवार शाम को कलेक्टर जितेंद्रसिंह राजे ने लोगों को राहत देते हुए सुबह 11 बजे तक खरीदी के लिए जरूरी दुकानें खोलने की अनुमति दी। शुक्रवार को बाजार में दुकानें खुली तो लोग गाइडलाइन को भूल गए। किराना
दुकानों पर भीड़ लगी, फल-सब्जी विक्रेता चौराहे-चाैराहे पर खड़े नजर आए। सभी जगह सोशल डिस्टेंस नहीं दिखा। कई जगह दुकानदार व ग्राहक बिना मास्क के ही दिखाई दिए। पुलिस व सुरक्षा कर्मी लोगांे व दुकानदारों को समझाइश देते रहे।
कंटेनमेंट क्षेत्र में ऑर्डर पर पहुंचाई खाद्य सामग्री : शहर के चारों कंटेनमेंट क्षेत्र में प्रशासन द्वारा घर-घर दूध उपलब्ध करवाया जार हा है। गुरुवार रात को खाद्य सामग्री मांग अनुरूप पहुंचाई। शुक्रवार सुबह दूध, 1-1 किलो पैंकिग में आलू, प्याज पहुंचाया। ऑर्डर पर अन्य खाद्य सामग्री पहुंचाई।



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4 hours of relaxation, people gathered in the market, forgotten social distance




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दबिश देकर पुलिस ने पकड़ी 42 हजार रुपए की अवैध शराब

पुलिस ने लाॅक डाउन में अवैध शराब बिक्री पर शुक्रवार काे बड़ी कार्रवाई की। गांव बुरानाबाद में दबिश देकर पुलिस ने 42 हजार रुपए की अवैध शराब जब्त कर एक आराेपी काे गिरफ्तार किया है। प्रेस वार्ता में प्रभारी थाना प्रभारी केके द्विवेदी ने बताया एसडीओपी अरविंद सिंह कुशवाह के मार्गदर्शन में ग्राम बुरानाबाद में शांतिलाल पिता दयाराम घर पर दबिश दी गई थी। यहां दबिश में 14 पेटी अवैध शराब मिली। 126 बल्क लीटर शराब की कीमत 42 हजार रुपए है। शराब जब्त कर आराेपी पर आबकारी एक्ट में प्रकरण दर्ज किया गया है। दबिश में हरिओम यादव, मोहरसिंह, मुकेश गोयल, नरेंद्र सिसाैदिया, प्रेमसिंह सिंगारे, रवि बैरागी, आरती व्यास, कृष्णा बैरागी, उमेदराम डिगा की भूमिका रही।



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34 वैगन में भरी थी 2610 टन गैस, आग न लगे इसलिए बंद की स्टेशन की बिजली

एलपीजी गैस से भरे वैगन ले जा रही मालगाड़ी शुक्रवार को खंडवा जंक्शन पर रेलवे गुड्स गार्ड की सतर्कता से हादसे का शिकार होते-हाेते बच गई। 34 वैगन की मालगाड़ी में 2610 टन एलपीजी गैस भरी थी। इसके एक वैगन में लगभग 40 टन एलपीजी थी। जिससे लगभग 20 हजार घरेलू गैस सिलेंडर भर सकते हैं। इधर, स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-2 पर देर रात इंदौर पीथमपुर से पहुंचे गैस कंपनी के इंजीनियर लीकेज को ठीक करने में जुटे रहे।
कोंकण रेलवे के थोरूर डिपो से बकनिया भोपाल जा रही मालगाड़ी शाम 4.50 बजे खंडवा पहुंची। मालगाड़ी के पहुंचने पर जब स्टाफ बदला तो गार्ड आलोक द्विवेदी ने इंजन से वैगन का निरीक्षण शुरू किया। गार्ड को वैगन क्रमांक डब्ल्यूआर-4208961158 से गैस की महक व सीटी की आवाज सुनाई दी। गार्ड ने शाम 5.25 बजे मालगाड़ी के वैगन से लीक हो रही गैस की सूचना डिप्टी स्टेशन मैनेजर एसके शर्मा व एसके मंडल को दी। दोनों अधिकारियों ने तत्काल रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना देकर शाम 6 बजे ओवर हेड लाइन सहित स्टेशन परिसर में बिजली की सप्लाई बंद कराई। अधिकारियों नए फुट ओवर ब्रिज पर लोगों की आवाजाही रोकने के लिए आरपीएफ-जीआरपी के जवान तैनात किए। इधर, स्टेशन पहुंची कलेक्टर तन्वी सुंद्रियाल, एसपी शिवदयाल सिंह ने स्टेशन मैनेजर जीएल मीणा, आरपीएफ टीआई महेंद्र कुमार खोजा, जीआरपी टीआई हेमंत श्रीवास्तव से स्टेशन परिसर की सुरक्षा पर चर्चा की। कलेक्टर ने अकोला से खंडवा आ रही 1400 मजदूरों की श्रमिक एक्सप्रेस के यात्रियों की सुरक्षा एवं मालगाड़ी से दूरी पर भी अधिकारियों से जानकारी ली।

गार्ड की सतर्कता से टला हादसा : मालगाड़ी की 12वीं वैगन के ढक्कन से लीक हो रही थी गैस, स्टाफ बदले के दौरान गार्ड ने सीटी की आवाज व गैस की गंध से पकड़ा लीकेज, टला हादसा

रात 10.30 बजे यार्ड ले गए मालगाड़ी को
रात 10.30 बजे मालगाड़ी को बैक कर यार्ड ले जाया गया। जहां पर उसकी रिपेयरिंग हुई। पीथमपुर से आई टीम ने रात करीब 1.05 बजे लीकेज रिपेयरिंग का काम पूरा किया। जल्द ही इस ट्रेन को रवाना किया जाएगा।

डरे लोग : स्टेशन से सटे सूरजकुंड कॉलोनी व मालीकुआं तक बदबू
प्लेटफार्म पर शाम 4.50 से खड़ी मालगाड़ी के वैगन से लीक हाे रही एलपीजी गैस की गंध सूरजकुंड कॉलोनी, मालीकुआं, रविंद्र नगर तक पहुंची। रात 10 बजे स्टेशन परिसर से लगे सूरजकुंड कॉलोनी में तो लोगों ने घर खाली करना शुरू कर दिए। वहीं मालीकुआं के लोगों ने गैस के गंध की शिकायत की।

सतर्कता : सुरक्षा के लिए बंद किए ओएचई की सप्लाई
गैस लीकेज से आग नहीं लगे इसके लिए इलेक्ट्रिक इंजन के लिए ट्रैक पर की जाने वाली ओएचई लाइन व स्टेशन परिसर में बिजली की सप्लाई बंद कर दी। लीक हो रहे वैगन की सुरक्षा के लिए आरपीएफ-जीआरपी के जवान तैनात रहे।
-जीएल मीणा, स्टेशन मैनेजर

वैगन से आ रही थी स्मैल व आवाज, तत्काल डिप्टी एसएस को सूचना दी
चार्ज लेने के बाद मालगाड़ी की सुरक्षा के लिए जब मैं और मेरे सहयोग नीलेश चवरिया वैगन की जांच कर रहे थे, तब हमें गैस की स्मैल व सिटी की आवाज आई। जब नए फुट ओवर के पास खड़ी वैगन के पास पहुंचे तो वहां स्मैल तेज हो गई। हमने वैगन की जांच की तो उसके ऊपर लगे ढक्कन के वाल्व से गैस लीक हो रही थी। हमने तुरंत इसकी सूचना डिप्टी एसएस कार्यालय में लिखित रूप में दी। जिसके बाद सुरक्षा के तहत ट्रैक के ऊपर ओएचई व स्टेशन परिसर में बिजली की सप्लाई बंद कर दी गई।



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3410 wagons were filled with 2610 tonnes of gas, so there was no fire.