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विशेष ट्रेन से रतलाम पहुंचे 900 से ज्यादा मजदूर, 40 बसों से शहर लेकर आए, जांच के बाद घर भेजा

राजकोट से विशेष ट्रेन के जरिए गुजरात में फंसे जिले के 900 से ज्यादा मजदूर मजदूर शुक्रवार को रतलाम पहुंचे। इन सभी को वहां से बस के द्वारा जिले में लाया गया। जलसा गार्डन में स्वास्थ्य परीक्षण किया। भोजन के पैकेट दिए। कलेक्टर अमित तोमर ने बताया प्रत्येक मजदूर की व्यक्तिगत जानकारी नोट कर उन्हें उनके घरों तक बस से पहुंचाया गया। मजदूरों की जानकारी गांव के सरपंच व सचिव से सांझा की जाएगी, ताकि वे 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहना सुनिश्चित करवा सके।
6 माह पहले रोजगार के लिए गए थे गुजरात
पांचपुला दक्षिण निवासी इकराम सरदार 6 माह पहले मजदूरी करने गुजरात के चरखड़ी गए थे। उनके साथ पत्नी कोमाबाई भी थी। इकराम ने बताया वह अपने 6 बच्चों को गांव में ही रिश्तेदारों के यहां छोड़ गया था। गांव के ही गुलसिंह, पत्नी फरकीबाई व दो बच्चों के साथ लौटा। गुलसिंह ने बताया डेढ़ माह से वह गोहद में फंसा हुआ था। इसी तरह सुस्तीखेड़ा निवासी दिलीप बरडे, पत्नी रमबाई व मां चेतरीबाई के साथ मजदूरी करने गुजरात के नेताखंबा गए थे। साथ में उनका छोटा बेटा भी था।

निजी वाहन से पहुंचे कई मजदूर, घर जाने की खुशी में भूले सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

घर लौटने की खुशी में मजदूर सोशल डिस्टेंस का पालन करना भूल गए। वहीं कर्मचारी भी इसका पालन सख्ती से नहीं करा सके। हालांकि वे बार-बार मजदूरों को दूरी बनाने के निर्देश दे रहे थे। शुक्रवार को गुजरात से सैकड़ों मजदूर जीप, लोडिंग वाहन व बसों से पैरामाउंट स्कूल पहुंचे। इन सभी के चेहरे पर बेबसी दिख रही थी। लोडिंग वाहनों में सामान के साथ मजदूर घिरे नजर आए। वहीं जीप में क्षमता से अधिक लोग बैठे थे। इसके चलते वाहनों में भी सोशल डिस्टेंसिंग गायब हो गई।
मजदूरों को अब घर लौटने की खुशी के साथ गांव में रोजगार मिलने की चिंता सता रही है। लॉकडाउन के कारण ये सभी डेढ़ माह से गुजरात में फंसे हुए थे। काम बंद होने के बाद से आर्थिक संकट से जूझ रहे मजदूर वाहनों से घर लौटे है, ताकि गांव में खेती व रोजगार हासिल कर आजीविका चला सके। स्कूल में हाथ धुलवाने के साथ सभी की जानकारी दर्ज कर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस दौरान भीड़ लगी रही। इस कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ। हालांकि यहां मौजूद कर्मचारी व स्वास्थ्य विभाग की टीम बार-बार उन्हें दूरी बनाने के निर्देश दे रही थी, जो घर लौटने की खुशी पर भारी पड़ा।
मोरबी, केसूद से लौटे 5 सौ से अधिक मजदूर
जानकारी अनुसार सुबह से मजदूरों का आना शुरू हो गया था। गुजरात के मोरबी, केसूद, अमराली सहित अन्य जिलों से दोपहर तक 500 से ज्यादा मजदूर लौटे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सर्दी-जुकाम व बुखार की जानकारी लेने के साथ इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया। इसके बाद उन्हें भोजन व नाश्ता देकर बसों से घर भेजा गया। लेकिन अधिक संख्या में आने के कारण सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हुआ।

मेघनगर से आज आएंगे 987 मजदूर, 32 बस भेजी
शनिवार 987 मजदूर ट्रेन से मेघनगर पहुंचेंगे। इन्हें लाने के लिए 32 बस मेघनगर भेजी हैं। शनिवार सुबह 6 बजे ट्रेन मेघनगर आएगी। जिले से 32 बसों को उनके प्रभारी अधिकारियों व नोडल अधिकारियो के साथ सूखा नाश्ता देकर रवाना किया गया। नोडल अधिकारी मजदूरों का ट्रेन से उतरने के साथ स्वास्थ्य परीक्षण करवाएंगे। जिला मुख्यालय आने पर फिर से उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर भोजन करवाकर बस से घर भेजा जाएगा।



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More than 900 laborers reached Ratlam by special train, brought to the city in 40 buses, sent home after investigation




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1090 पहुंचा संक्रमितों का आंकड़ा, अब तक 51 की मौत, तीन थाना क्षेत्रों के चिन्हित इलाकों में कर्फ्यू लगाया

राजधानी जयपुर में कोरोना संक्रमण के केस लगातार बढ़ते जा रहे है। बुधवार रात तक शहर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1090 पहुंच गया। बुधवार को 43 नए केस सामने आए। वहीं, अब तक कोरोना संक्रमित हुए 51 मरीज दम तोड़ चुके है। इस बीच बुधवार को शहर के मुहाना, बजाज नगर व सदर थाना इलाके के चिन्हित क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया। मुहाना इलाके में एक फल कारोबारी कोरोना पॉजिटिव आया है। इसके बाद वहां मंडी को सील कर दिया गया। वहीं, झोटवाड़ा इलाके में निवारु रोड पर बाहर से आईतीन संदिग्ध महिलाओं सहित छह जनों को क्वाइरेंटाइन किया गया। जिनका संबंध तबलीगी जमात से होना बताया जा रहा है। इन इलाकों मेंदमकल की गाड़ियों सेसेनेटाइज करवाया गया।

400 कमांडोज ने परकोटे मेंनिकाला पैदल फ्लैग मार्च

पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव की अगुवाई में 400 हथियारबंदकमांडोज नेशहर के परकोटा क्षेत्र में पैदल फ्लैग मार्च निकाला। शाम 5 बजे फ्लैग मार्च बड़ी चौपड़ से रवाना होकर रामगंज चौपड़ पहुंचा। वहां से सुभाषचौक, गंगापोल, बासबदनपुरा, रामगढ़ रोड, आमेर रोड होकर छोटी चौपड़ की तरफ गुजरा। जहां गंगापोल में स्थानीय लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पुष्पवर्षा की। इस फ्लैग मार्च में ईआरटी, क्यूआरटी, पुलिस, एसटीएफ, हाड़ीरानी, निर्भया स्क्वायड औरआरएसी के जवान शामिल हुए।

33 थाना क्षेत्रों में जारी है कर्फ्यू, बुधवार को तीन जगह और लगाया

अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि जयपुर शहर के 33 थाना इलाकों में पूर्ण व आंशिक कर्फ्यू जारी है। बुधवार को नए केस सामने आने के बाद बजाज नगर, सदर और मुहाना इलाके के चिन्हित एरिया में भी कर्फ्यू लगाया गया। गांधी नगर में गांधी नगर सरकारी आवास क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू की गई। यहां सीएमओ में कार्यरत एक ड्राइवर कोरोना संक्रमित आया था। इसी तरह, सदर इलाके में हसनपुरा लोको कॉलोनी और मुहाना में फलमंडी के आसपास के क्षेत्र में कर्फ्यू लागू किया गया।

अब तक 16 हजार से ज्यादा वाहन जब्त और 840 व्यक्ति गिरफ्तार

अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर लांबा के मुताबिक शहर के 448 स्थानों पर दिन में और 118 प्वाइंट्स पर रात्रिकालीन पुलिस नाकाबंदी जारी है। शहर में शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक आमजन की आवाजाही पर प्रतिबंध लागू है। लॉक डाउन के उल्लंघन के दौरान 111 अनाधिकृत वाहन जब्त किए गए। लॉकडाउन शुरु होने के बाद अब तक 16 हजार 73 वाहनों को जब्त किया गया है। इसी तरह, निषेधाज्ञा और लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर बुधवार को 16 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए। अब तक 840 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।



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400 कमांडोज ने जयपुर शहर के परकोटे में पैदल फ्लैग मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव सहित आला अधिकारी मौजूद रहे।




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लॉकडाउन के कारण जिले में सड़क हादसे 90% घटे, मगर शराब तस्करी 17% बढ़ी

कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए देशभर में जारी लॉकडाउन और लोगों के घरों में रहने से न केवल क्षेत्र की आबाेहवा शुद्ध हुई, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आई है। यह हमारी दिनचर्या के लिए पॉजिटिव संकेत है।देश में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद से लॉकडाउन घोषित है। कोरोना की जंग में आमजन को घरों में ही रहने के निर्देश है।ऐसे में सभी वाहन बंद हो चुके हैं, लोगों की सड़क व बाजारों में अावाजाही न के बराबर हो गई है। यदि सड़क हादसों की बात करें तो जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में मार्च 2019 में 134 दर्ज मामलों में 64 लोगों की जान गई जबकि 136 घायल हुए। वहीं इस साल मार्च माह में यह संख्या 80 रह गई जिसमें 40 लोगों की मौत हुई और 64 जख्मी हुए। इसी प्रकार अप्रैल 2019 में 97 दर्ज मामलों में 57 लोग मरे जबकि 102 घायल हो गए। यही आंकडा इस साल अप्रैल में 21 में सिमट गया। 16 लोगों की मृत्यु हुई और 10 लोग घायल हुए। जयपुर- दिल्ली नेशनल हाइवे पर कोटपूतली व शाहपुरा सर्किल में सड़क हादसों को देखें तो प्रतिवर्ष करीब 350 सड़क हादसे होते है। वर्ष 2017 में 312 सड़क हादसे हुए, 2018 में 310 और 2019 में 338 सड़क हादसे हुए। यानी प्रतिमाह करीब 28 सड़क हादसे हुए। ऐसे में इस नेशनल हाइवे पर कोटपूतली सर्किल में रोज एक हादसा हुआ लेकिन लॉकडाउन के बाद करीब एक माह में सर्किल में केवल 2 सड़क हादसे हुए। सड़क हादसों में करीब 90 फीसदी कमी आई है।



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जयपुर में 1100 मरीजों में 10 प्रतिशत बच्चे,95% में लक्षण नहीं, अब तक कुल 90% से ज्यादा रिकवर

जयपुर में अब तक सामने आए काेराेना पाॅजिटिव 1100 से ज्यादा मामलों में करीब 10% बच्चे हैं। चिंताजनक बात है कि संक्रमित बच्चाें में से 95% में काेराेना के लक्षण नहीं हैं। कुल मरीजों में से 106 बच्चे हैं। एसएमएस अस्पताल में कोविड-19 वार्ड में भर्ती 70 बच्चों में से 65 रिकवर हो चुके हैं। वहीं, 5 का इलाज जारी है। सुखद पहलू हैं कि संक्रमित बच्चों का रिकवरी रेट सबसे ज्यादा है। अब तक कुल 90% से ज्यादा रिकवर हो चुके हैं। अब तक 2 की मौत हो चुकी है।

आंकड़ा बढ़कर 1111 पहुंचा

सुपर स्प्रेडर में संक्रमण जारी है। गुरुवार काे देर रात तक जारी रिपाेर्ट के अनुसार भट्टा बस्ती निवासी एक और सब्जी विक्रेता पॉजिटिव पाया गया है। शहर के अलग-अलग इलाकाें में 21 नए मामले सामने आए। वहीं, मानसराेवर में जरूरतमंदाें काे खाने के पैकेट बांटने वाला एक युवक भी काेराेना संक्रमित पाया गया है। इसके साथ ही शहर में काेराेना पाॅजिटिव मरीजाें का आंकड़ा बढ़कर 1111 पहुंच गया। काेराेना से दाे माैतें भी हुई हैं। शहर में अब तक 53 लाेगाें की जान जा चुकी है। इसके अलावा मेडिकल टीमाें ने शहर के अलग-अलग सात इलाकाें से 1007 लाेगाें की जांच कर सैम्पल लिए हैं। ये सैम्पल रामगंज, फिल्म काॅलाेनी, रेलवे काॅलाेनी, मुरलीपुरा, भट्टाबस्ती, विद्याधर नगर औैर आदर्श नगर से लिए गए हैं।



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(प्रतीकात्मक तस्वीर) 7 से 12 साल के बच्चे सबसे ज्यादा संक्रमित; सबसे छोटी 3 दिन की बच्ची भी पॉजिटिव लिस्ट में है।




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हटाए गए 90 श्रमिक निकालने वाले थे लॉकडाउन में पदयात्रा, प्रबंधन से चर्चा के बाद फैसला वापस

सेक्टर-9 अस्पताल में लॉड्री के नए ठेका को लेकर चल रहा विवाद ने गुरुवार को तूल पकड़ लिया। हटाए गए 90 श्रमिकों ने लॉकडाउन के दौरान सेक्टर-9 चौक से सीईओ से चर्चा के लिए इस्पात भवन पैदल यात्रा का निर्णय लिया। इसकी जानकारी जब बीएसपी प्रबंधन व जिला प्रशासन को मिली, तो अधिकारी श्रमिकों से चर्चा के लिए पहुंच गए। तय किया गया कि 8 मई को प्रशासन की मध्यस्थता में बैठक होगी, इसमें उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। इसके बाद श्रमिकों ने पदयात्रा का निर्णय वापस ले लिया।
श्रमिक नेता योगेश सोनी ने बताया कि जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में वर्षो से कार्यरत 90 श्रमिकों को काम से बैठा दिया गया है। 22 लॉड्री में कार्यरत श्रमिकों के साथ साथ 65 अटेंडेंट शामिल हैं। उनमें ऐसे महिलाएं व पुरुष शामिल है, जिन पर परिवार की सारी जिम्मेदारी है। अचानक काम से बैठा देने के कारण परिवार चलाने का संकट खड़ा हो गया था। प्रबन्धन के तरफ से किसी भी तरह से कोई जवाब नहीं मिलने से उनमें अनिश्चितता बनी हुई थी। इसके बाद श्रमिकों ने निर्णय किया कि नियम कानून का अनुपालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पैदल यात्रा निकाली जाए। सूचना प्रबंधन के तमाम जिम्मेदार अफसरों व प्रशासन को 5 मई को दी जा चुकी है।
श्रमिकों का ठेका एजेंसी पर आरोप: भिलाई प्रशिक्षु व कल्याण समिति को ठेका देने पर सवाल खड़ा करते हुए मजूदूरों ने आरोप लगाया कि अंतिम भुगतान किए बगैर ठेका कैसे दे दिया गया। वही श्रमिकों ने भिलाई प्रशिक्षु के खिलाफ महिलाओं से अभद्रता की शिकायत भी की थी।ठेका मिलते ही 10 से 12 वर्षो से सेक्टर 9 में सेवा दे रहे श्रमिकों की छटनी करने की बात से मजदूरों में आक्रोश बढ़ गया है।

आज बीएसपी व जिला प्रशासन के साथ बैठक
7 मई की सुबह जब बीएसपी प्रबंधन व जिला प्रशासन को मजदूरों के पदयात्रा के लिए एकत्रित होने की जानकारी मिली तो उनकी तलाश की गई। मिलने पर उन्हें समझाया गया। एडीएम गजेंद्र ठाकुर ने हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष जमीन अहमद व महासचिव योगेश सोनी से चर्चा कर बताया कि 8 मई को सुबह 10 बजे से भिलाई निवास में बैठक तय की गई है। बैठक में एडीएम गजेंद्र ठाकुर, बीएसपी प्रबंधन से ईडीपी एसके दुबे सहित श्रम विभाग के अधिकारी रहेंगे।



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90 workers removed were on foot in lockdown, after discussion with management, decision returned




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90 पक्षकारों ने लिया ई-अपाइंटमेंट, 45 ही पहुंच पाए कार्यालय, 43 की हुई रजिस्ट्री

सैंतालीस दिनों बाद जिले के उपपंजीयक कार्यालय शुरू हुए। रजिस्ट्री कराने के लिए आइंटमेंट अनिवार्य होने के कारण 90 लोगों ने ई-अपाइंटमेंट के लिए आवेदन किया था, लेकिन रजिस्ट्री कराने केवल 45 लोग ही पहुंचे। सरकार को इससे पहले ही दिन 16 लाख 69 हजार 930 रुपए राजस्व प्राप्त हुए।
पिछला वित्तीय वर्ष मार्च माह समाप्त होने के अंतिम दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश भर में लॉकडाउन हो गया। वैसे मार्च के अंतिम दिनों में ही रजिस्ट्री अधिक होती है, लेकिन सभी कार्यालय बंद होने के कारण 20 मार्च के बाद से कहीं रजिस्ट्री नहीं हो सकी। इसके बाद 45वें दिन उप पंजीयक कार्यालय खोलने का आदेश हुआ। 4 मई से कार्यालय खुलने थे, लेकिन उप पंजीयक कार्यालयों को भी अ, ब और स श्रेणी में विभाजित कर उनके खुलने के लिए अलग अलग दिन निर्धारित किए गए। अ वर्ग के उप पंजीयक कार्यालय रोज खोले जा रहे हैं वहीं ब वर्ग के लिए दो दिन बुधवार और शुक्रवार निर्धारित किया गया है तथा स वर्ग के उप पंजीयक कार्यालय में केवल एक दिन बुधवार को ही रजिस्ट्री होगी।
अपाइंटमेंट लेकर एक मिनट भी लेट पहुंचने पर नहीं हो सकेगी रजिस्ट्री
जमीन की खरीदी बिक्री के लिए ई आइंटमेंट अनिवार्य किया गया है। विक्रेता को संपूर्ण दस्तावेज के साथ पंजीयक कार्यालय में उनके लिए निर्धारित समय से कम से कम दस मिनट पहले पहुंचना होगा। ताकि उनके दस्तावेजों की जांच की जा सके। इसे ऐसे समझें यदि किसी व्यक्ति को 12 बजे का समय मिला है तो उसे 11:50 बजे तक हर हाल में उपपंजीयक के सामने दस्तावेजों सहित उपस्थित होना पड़ेगा। क्योंकि दस्तावेजों की जांच पहले उप पंजीयक करेंगे, फिर उन पेपर्स की जांच के बाद कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा उसकी स्कैनिंग की जाएगी। इसके बाद फिर रजिस्ट्री का प्रोसेस शुरू होगा, यदि नियत समय पर नहीं पहुंचे तो आइंटमेंट का वह समय स्वयं ही कैंसिल हो जाएगा।
जिले के 7 कार्यालयों में हुई रजिस्ट्री, ये आज भी खुलेंगे
जिले में कुल नौ उप पंजीयक कार्यालय हैं। इनमें से सात जांजगीर, चांपा, अकलतरा, सक्ती, पामगढ़, जैजैपुर और नवागढ़ को रजिस्ट्री की संख्या के आधार पर ब वर्ग में रखा गया है। ये सभी रजिस्ट्रार कार्यालय सप्ताह में दो दिन यानि बुधवार और शुक्रवार को खुलेंगे। वहीं मालखरौदा और डभरा को स वर्ग में रखा गया है। इन दोनों कार्यालयों में केवल बुधवार को ही रजिस्ट्री होगी।
कहां कितनी रजिस्ट्री हुई पहले दिन
तहसील ईअपाइंटमेंट उपस्थित रजिस्ट्री राजस्व
जांजगीर 18 05 05 4,30,440
सक्ती 12 07 07 1, 67, 085
चांपा 02 02 02 1, 06, 280
डभरा 08 06 06 3, 27, 410
पामगढ़ 08 04 04 77,490
मालखरौदा 01 0 0 0
जैजैपुर 19 09 07 1,69,730
नवागढ़ 17 08 08 2,75, 800
अकलतरा 05 04 04 1, 15, 695
डेटा स्त्रोत: जिला पंजीयक कार्यालय
एक-एक कर तीन को ही प्रवेश की अनुमति
जांजगीर के उप पंजीयक अमित शुक्ला ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सरकार के गाइडलाइन के अनुसार सेनिटाइजेशन की पूरी व्यवस्था की गई है। फिजिकल डिस्टेंसिंग के लिए रस्सी भी लगाई गई है। अधिक लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं है। पहले विक्रेता को बुलाया जाता है फिर क्रमश: क्रेता व एक गवाह को ही बारी बारी से प्रवेश की अनुमति है।
लेना होगा ई अपाइंटमेंट, आरोग्य सेतु एप भी जरूरी, तभी हो सकेगी कार्यालय में एंट्री
जिला पंजीयक बीएस नायक ने बताया रजिस्ट्री कराने वाले पक्षकार को विभाग के पोर्टल https://epanjeeyan.cg.gov.in/IGRPortalWeb में जाकर ई आइंटमेंट लेना होगा। कार्यालय में प्रवेश करने वालों केलिए यह भी अनिवार्य है कि वे अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड रखें ताकि उनके स्वास्थ्य की जानकारी हो सके।



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मोहनपुरा- जोधपुरा में पॉजिटिव मिलने के बाद 790 घरों में डोर टु जोर जांच

मोहनपुरा- जोधपुरा गांव में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया। गांव में चिकित्सा विभाग की 17 टीमों ने शुक्रवार को 790 घरों की डोर टु डोर स्क्रीनिंग करते हुए 2690 लोगों की जांच की। पॉजीटिव व्यक्ति के संपर्क में आए बेटे, चालक सहित 5 लाेगाें की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। शुक्रवार को एडीएम डॉ. सत्यवीर यादव, एसडीएम नानूराम सैनी, डीएसपी दिनेश यादव, तहसीलदार अनूप सिंह, एसएचओ नरेन्द्र कुमार, सरूंड एसएचओ सुभाष यादव, ब्लाॅक सीएमएचओ डॉ. रामनिवास यादव ने गांव में फ्लैग मार्च करते हुए लोगाें से घरों में ही रहने की अपील की। एसडीएम सैनी ने बताया कि गांव की सभी सीमाओं को सील करते हुए मोहनपुरा धर्मशाला, मोहनपुरा के सरकारी स्कूल, दादूपंथी रोड व मोहनपुरा ग्राम से कल्याणपुरा तिराहे पर 4 नाकों पर बैरिकेड्स लगाते हुए रास्तों को रोक दिया गया। सभी नाकों पर पुलिसकर्मियों के अलावा राजस्व कर्मियों को लगाया गया। गांव में पॉजिटिव केस के कारण दहशत के बीच शुक्रवार सुबह से ही लोग घरों में कैद रहे। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने माइक से अनाउंस कर लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने के लिए पाबंद किया। घरों में कैद लोग गांव में अधिकारियों की गाडी आने पर खिड़की रोशनदान व छतों से छिपकर हालात देखते रहे। उधर, कूजोता की प्रभू की ढाणी में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए है। 11 चेकिंग प्वाइंट बनाते हुए उन पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया।
जुकाम खांसी के मरीजों को घरों में ही रहने के निर्देश
नारेहड़ा सीएचसी प्रभारी डाॅ. राहुल शर्मा ने बताया कि 17 टीमों ने शुक्रवार को 790 घरों का डोर टु डोर सर्वे करते हुए 2609 लोगों की जांच की। इनमें से जुकाम खांसी के 27 मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी।
कई की रिपाेर्ट आना अभी बाकी
मोहनपुरा -जोधपुरा में मिले पॉजिटिव के संपर्क में आए उसके बेटे, चालक व अन्य तीन की रिपोर्ट शुक्रवार को नहीं आई। अस्पताल प्रशासन ने 141 मरीजों की स्क्रीनिंग की। इसके बाद आजादपुर मंडी नई दिल्ली से आए खेडा निहालपुरा निवासी युवक को आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर सैंपल जांच के लिए जयपुर भेजे गए। अब तक 193 मरीजों के सैंपल लिए गए थे जिनमें से 182 की रिपोर्ट निगेटिव, 2 पॉजिटिव व 8 की रिपोर्ट आना बाकी है।



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Door to loud check in 790 houses after getting positive in Mohanpura - Jodhpur




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पौने दो लाख में से 90 हजार ने नहीं कराई गैस रीफिलिंग

उज्जवला गैस कनेक्शनधारियों को अप्रैल, मई व जून महीने तक गैस रिफिलिंग का नि:शुल्क लाभ लेना है तो उन्हें उसके खाते में केंद्र सरकार द्वारा जमा किए गए रुपए से गैस भराना ही होगा। जिन कनेक्शनधारियों ने अभी तक अप्रैल में रिफिलिंग नहीं कराया है, उनके लिए एक सप्ताह का और समय है। वह 10 मई तक अप्रैल में आए रुपए को निकालकर रिफिलिंग करा सकते हैं। इसके बाद उन्हें मई और जून की रिफिलिंग राशि मिलेगी। अभी भी जिले में 90 हजार उज्जवला के कनेक्शनधारी रिफिलिंग नहीं कराए हैं, जबकि उनके खाते में राशि है। 50 प्रतिशत लोगों ने ही इस योजना का लाभ उठाया है।
इंडियन ऑयल के एरिया मैनेज सुनील कुमार का कहना है कि बुकिंग जारी है। लोग धीरे-धीरे करा रहे हैं। 50 प्रतिशत रिफिलिंग हो चुकी है। अभी उनके लिए समय है। वे एक सप्ताह के भीतर रिफिलिंग करा लेते है, तो उन्हें आगे योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने अप्रैल में रिफिलिंग कराई है, उनके खातों में कुछ दिन बाद फिर मई महीने की राशि जमा होगी। जिले में उज्जवला गैस कनेक्शन के एक लाख 76386 कनेक्शनधारी हैं। योजना की शुरुआत के पूर्व केवल 5 से 10 प्रतिशत रिफिलिंग होती है। सिलेंडर के दाम बढ़ते ही उज्जवला कनेक्शनधारियों का मोह गैस सिलेंडर से भंग हो गया है। मंहगाई के बाद से उन्होंने रिफिलिंग कराना छोड़ दिया था।

महिलाओं के खातों में जमा हुए 21 करोड़ रुपए
जनधन योजना के तहत केंद्र सरकार ने फेज-2 में जिले के महिला हितग्राहियों के खाते में 21 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिया है। मंगलवार से इसका वितरण शुरू होगा। इसके लिए सभी बैंकरों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। लॉकडाउन के मद्देनजर केंद्रीय वित्त मंत्री के निर्देश के बाद मई में दूसरे फेज के तहत हितग्राहियों के खाते में जमा हो गई है। लीड बैंक अधिकारी ने बताया कि गरीब कल्याण योजना के तहत केंद्र सरकार से 500 रुपए सीधे खाते में जमा कर रही है।



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अब मौके पर कोरोना जांच, रोज 90 सैंपल जरूरी

राजधानी में अब हेल्थ विभाग का अमला फोन पर मिलनेवाली सूचनाओं और शिकायतों पर मौके पर जाकर कोरोना जांच के लिए स्वाब के सैंपल लेगा। अभी एम्स और मेडिकल कालेज में कोरोना जांच की जा रही है, लेकिन यह जांच उनसे अलग होगी। इसके लिए अलग-अलग टीमें बनाकर रोजाना 90 सैंपल कलेक्ट करना और जांच करवाना हेल्थ अमले के लिए अनिवार्य कर दिया गया है।
यह प्रयोग इसलिए किया जा रहा है, ताकि राजधानी के ज्यादा से ज्यादा लोगों को जांच के दायरे में लाया जा सके और यहां कोरोना का पैनिक कम हो। जिले के सीएमएचओ दफ्तर ने इसके लिए अलग टीमें बनाई हैं, जो अन्य राज्यों से अाए मजदूर, ट्रैवलर्स, मेडिकल स्टाफ और सर्वे करनेवाले स्वास्थ्य कर्मी और पुलिसकर्मियों के साथ-साथ जो भी कोरोना के लक्षण की शिकायत करेंगे, उनका सैंपल लेंगी। टीमों को साफ कर दिया गया है कि उन्हीं के सैंपल लिए जाएं, जिनमें कोई न कोई लक्षण दिखाई दे रहे हों। अफसरों का कहना है कि शहर में तीन कोरोना सैंपलिंग सेंटर हैं, जिनमें से दो जगह लोग खुद जाकर वहां के डाक्टरों को संतुष्ट करने के बाद सैंपल दे सकते हैं। लालपुर टीबी सेंटर में वही सैंपल जांचे जाएंगे, जिन्हें हेल्थ विभाग पहुंचाएगा।
कोरोना की जांच के लिए अलग पैमाने तय
सीएमएचओडॉ. मीरा बघेल ने बताया कि मौके पर जाकर इन टीमों ने प्रयोग के तौर पर आरडी किट से शुक्रवार से जांच शुरू कर दी है। इस जांच में अगर किसी की रिपोर्ट पाजिटिव आए तो उसे फाइनल नहीं माना जाएगा, बल्कि फिर संबंधित का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा। मापदंड यह रखा गया है कि टीमें रोज 40 ऐसे मजदूर या प्रवासियों का आरडी टेस्ट करेंगी, जिनमें कोरोना के लक्षण हों। ऐसेलोगों का टेस्ट करना है जो पिछले कई दिन से सर्दी-खांसी, सांस में तकलीफ और बुखार की शिकायत कर रहे हों। बचे हुए 10 लोगों में 3 लक्षण वाले हेल्थ वर्कर या सर्विस प्रोवाइडर होंगे और बाकी 7 कोई भी हो सकते हैं।ज्यादा टेस्ट होने से फायदा
अभी एम्स और मेडिकल कालेज की लैब में राजधानी के रोजाना औसतन 70 से 80 लोगों के सैंपल जांचे जा रहे हैं। मौके पर होने वाले टेस्ट को मिलाकर रोजाना डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों को जांच के दायरे में लाया जाएगा। ज्यादा टेस्ट होने का फायदा यह होगा कि राजधानी में संक्रमण का फैलाव रोका जा सकेगा। अस्पतालों के अलावा टारगेट के 90 टेस्ट होने से संदिग्ध लोगों की जांच हो पाएगी अौर रिपोर्ट भी जल्दी आएगी।यही नहीं, कई मामलों में अब तक संक्रमण का स्रोत नहीं मिल पाया है, जो इस तरह की जांच से संभव हो सकेगा।



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तेलंगाना के घटकेसर से 905 श्रमिकों को लेकर टाटानगर पहुंचे स्पेशल ट्रेन, स्क्रीनिंग के बाद सभी को भेजा घर

तेलंगाना के घटकेसर स्टेशन से झारखंड के 905 मजदूरों के लेकर गुरुवार को स्पेशल ट्रेन टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंची। प्लेटफॉर्म पर बैरिकेडिंग की गई थी। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए जमीन पर गोला बनाया गया था। इसके बाद सभी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच कर संबंधित जिलों में बस से भेज दिया गया। ट्रेन में रांची के दो, हजारीबाग के आठ, चतरा के 122, गुमला के चार, देवघर के दो, पलामू के 398, गढ़वा के 231, खूंटी के पांच, लातेहार के 92, बोकारो के दो, जामताड़ा के एक और अन्य स्थानों के 38 मजदूर सवार थे।

स्क्रीनिंग के बाद मजदूरों को स्टेशन से जिलावार बाहर निकाला गया। सबसे पहले चतरा के मजदूरों को सुबह 6.30 बजे बस में बैठाया गया और सबसे अंत में सुबह 8 बजे पलामू के मजदूर भेजे गए। पलामू की बस देर से स्टेशन पहुंची इस कारण उन्हें भेजने में देरी हुई। मौके पर डीसी रविशंकर शुक्ला, एसएसपी एम तमिल वाणन समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। आरपीएफ के जवान तड़के तीन बजे से ही मुस्तैद थे।

रेलवे ने टिकट दिया पर नहीं लिया पैसा, 1449 किमी का सफर 28 घंटे में तय हुआ
तेलगांना के घटकेसर रेलवे स्टेशन से ट्रेन के रवाना होने के पहले आरपीएफ के जवानों ने मजदूरों को टाटानगर रेलवे स्टेशन तक का टिकट दिया और उनके पहचान पत्र के साथ उनकी डिटेल रजिस्टर में दर्ज की। लेकिन टिकट के बदले मजदूरों से पैसा नहीं लिया गया। टिकट पर स्लीपर क्लास व सुपर फास्ट ट्रेन लिखा था। घटकेसर से टाटानगर की 1449 किलोमीटर दूरी 28 घंटे में तय कर ट्रेन टाटानगर पहुंची। यात्रियों ने बताया कि रास्ते में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। रेलवे की ओर से नाश्ता, भोजन व पानी की व्यवस्था की गई थी।

घर लौटने की खुशी, लेकिन वेतन नहीं मिलने से थी नाराजगी
मजदूरों में अपने घर लौट की खुशी जरूर थी, लेकिन उन्हें इस बात का मलाल था कि लॉकडाउन के कारण उन्हें वेतन नहीं मिला है। मजदूरों ने बताया कि वे लोग तेलगांना में कंपनी, एयरपोर्ट सहित अन्य स्थानों पर मजदूरी का करते थे। लॉकडाउन के कारण उन्हें वेतन नहीं मिला था।

गुरुवार को टाटानगर स्टेशन पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत स्टेशन के बाहर और फिर बसों तक पहुंचाया गया। बस के अंदर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए श्रमिकों को उनके घरों तक भेजा गया।

प्रशासन ने धारा 144 की मियाद बढ़ाई, 5 से अधिक लोगों के जुटने पर मनाही
लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के लिए प्रशासन ने निषेधाज्ञा (144) की मियाद एक बार फिर दो सप्ताह के लिए बढ़ा दी है। इस संबंध में धालभूम के एसडीएम चंदन कुमार की ओर से आदेश जारी किया गया। प्रशासन ने लॉकडाउन के दौरान शाम सात से सुबह सात बजे तक सड़क पर निकलने वालों के साथ सख्ती से निपटने का आदेश पुलिस व दंडाधिकारियों को दिया है। एक स्थान पर पांच से ज्यादा व्यक्तियों के जमा होने पर रोक लगा दी गई है। बिना मास्क घर से बाहर निकलने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने को कहा गया है। साथ ही 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति, गर्भवती महिला व 10 साल के कम उम्र के बच्चे के घर से बाहर निकलने पर रोक रहेगी। उन्हें सिर्फ चिकित्सा कार्य के लिए बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी।

एमजीएम सहित सभी सरकारी डॉक्टर्स, स्टाफ की छुट्टियां 30 तक रद्द
स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने एमजीएम सहित पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, टेक्निशियन सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां 30 मई तक रद्द कर दी है। स्वास्थ्य सचिव ने इस संबंध में एमजीएम अधीक्षक व सिविल सर्जन को पत्र जारी भेजा है। विभिन्न जिलों से शिकायत मिलने के बाद विभाग ने निर्णय लिया है।

गुरुवार को शहर के कई चौक चौराहों पर बैरिकेडिंग लगायी गई। इस दौरान आने-जाने वालों से सख्ती से पूछताछ की गई। साथ ही ज्यादा जरुरी काम न होने पर घरों से बाहर न निकलने की अपील की गई।

215 सैंपल की हुई जांच सभी की रिपोर्ट निगेटिव
एमजीएम में बुधवार को 215 सैंपल की जांच हुई। इसमें सभी रिपोर्ट निगेटिव आई है। सर्विलांस टीम ने बुधवार को 173 सैंपल डुमरिया, घाटशिला, मुसाबनी, मानगो, कदमा समेत विभिन्न क्षेत्रों से लिया है। इस तरह जिले में अब तक 2069 सैंपल लिए जा चुके हैं, जिसमें 1833 की रिपोर्ट आ चुकी है। 236 सैंपल ऑन प्रोसेस है, जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को आने की संभावना है।

उधर, कोरोना को लेकर एक ओर सरकार किसी भी कर्मचारी को काम से नहीं हटाने की बात कह रही है। वहीं दूसरी ओर एमजीएम अस्पताल में कार्यरत आउटसोर्स एजेंसी शिवा प्रोटेक्शन फोर्स ने कर्मचारियों को हटा दिया है। इसकी शिकायत आउटसोर्स कर्मचारी अजय कुमार ने डीसी से की है। इसकी कॉपी प्रधानमंत्री कार्यालय, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री झारखंड, अधीक्षक एमजीएम को भी भेजा है।

जमशेदपुर में गुरुवार को भी शहर की सड़कों पर बैरिकेडिंग कर पुलिस ने आने-जाने वालों से पूछताछ की। जरुरी कागजात व कारण बताने के बाद ही उन्हें आगे के लिए छोड़ा गया। कारण व कागजात नहीं दिखाने पर वाहन सवारों को घर वापस भेज दिया गया।

शुक्रवार से कोर्ट में ऑनलाइन काम, वकील नहीं आएंगे कोर्ट
जमशेदपुर कोर्ट में 8 मई से काम शुरू होगा। अब सभी काम ऑनलाइन, एप या ई-मेल पर किए जाएंगे। कोर्ट कर्मचारी सुबह 6.30 बजे से 12.00 बजे तक काम करेंगे। जज सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक उपस्थित रहेंगे। कोई भी वकील कोर्ट नहीं जाएंगे। कोर्ट के बाहर दो ड्रॉप बॉक्स लगेंगे। एक बॉक्स में जिला जज और दूसरे में मजिस्ट्रेट जज का आवेदन जमा होगा। सूची तैयार कर मेल के माध्यम से वकील को खबर भेजी जाएगी। नए मामले में फैमिली कोर्ट संबंधी फाइल हो सकते हैं। गवाही की प्रक्रिया चलेगी। वकील ऑनलाइन या ई-मेल पर जमानत, अग्रिम जमानत या फिर किसी भी तरह की अर्जी दाखिल करेंगे। फाइल की गई अर्जी की हार्ड कॉपी ड्रॉप बॉक्स में जमा करेंगे। 24 घंटे में सुरक्षा के साथ बॉक्स खुलेगा। कोर्ट कैंपस के बाहर एफीडिवेट का काम होगा।

दूसरे राज्यों व जिलों के पास के लिए अब ऑनलाइन आवेदन
लॉकडाउन में दूसरे जिला व राज्यों में जाना है, तो वाहन पास के लिए अब ऑनलाइन आवेदन देना होगा। ऑफलाइन आवेदन की प्रक्रिया बंद कर दी गई है। लोगों को पास के प्रशासन की ओर से जारी ई-पास का लिंक http://epassjharkhand.nic.in पर ऑनलाइन आवेदन देना होगा। यह लिंक 24 घंटे चालू रहेगा। इसके जरिए दो पहिया व चार पहिया वाहनों का ई-पास जारी किया जाएगा। लेकिन व्यावसायिक वाहनों के लिए पास नहीं जारी किया जाएगा। ऑनलाइन आवेदन अपने कंप्यूटर व लैपटॉप या प्रज्ञा केंद्र से दे सकते हैं। दूसरे राज्यों में फंसे पूर्वी सिंहभूम जिले के 713 लोगों ने अब तक पास के लिए आवेदन दिया है। इनमें से 72 लोगों का पास जारी किया गया है। साथ ही 20 में से पांच लोगों को एनओसी भी जारी किया गया है। भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।



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गुरुवार सुबह तेलंगाना के घटकेसर से एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन में राज्य के विभिन्न जिलों के श्रमिकों की स्क्रीनिंग की गई और फिर उन्हें उनके घर बसों के जरिए भेज दिया गया।




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ऋषि 1990 में पाकिस्तान में पेशावर वाले पुश्तैनी घर आए थे, लौटते वक्त आंगन की मिट्‌टी साथ ले गए, ताकि विरासत याद रख सकें

लगातार दूसरा दिन है जब किसी बॉलीवुड सितारे की मौत हुई है। सिसकियां सरहद के इस ओर से भी सुनाई दी हैं। एक दिन पहले इरफान खान और आज ऋषि कपूर की मौत का गम पाकिस्तान में भी है।

जहां एक ओर दिलों पर राज करने वाले ऋषि कपूर की इबारत भारतीय सिनेमा में हमेशा के लिए जिंदा रहेगी, वहीं उनके खानदान की विरासत सरहद के इस पार पाकिस्तान में भी खड़ी है। पाकिस्तान में ऋषि कपूर को उनकी अदाकारी के अलावा खैबर पख्तून की राजधानी पेशावर में मौजूद उनके खानदान की जड़ों के लिए भी पहचाना जाता है।

भारतीय सिनेमा के कपूर खानदान की यह मशहूर कपूर हवेली पेशावर के रिहायशी इलाके में हैं।यह कपूर परिवार की कई पुश्तों का घर रहा है। बंटवारे से पहले बनी यह हवेली पृथ्वीराज कपूर के पिता और ऋषि कपूर के परदादा दीवान बशेश्वरनाथ कपूर ने 1918-1922 के बीच बनवाई थी। पृथ्वीराज कपूर फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री लेनेवाले कपूर खानदान के पहले व्यक्ति थे। इसी हवेली में पृथ्वीराज कपूर के छोटे भाई त्रिलोकी कपूर और बेटे राजकपूर का जन्म हुआ था।

हवेली के बाहर लगी लकड़ी की प्लेट के मुताबिक, बिल्डिंग का बनना 1918 में शुरू हुआ और 1921 में यह तैयार हो गई। इस हवेली में 40 कमरे हैं और हवेली के बाहरी हिस्से में खूबसूरत मोतिफ उकेरे हुए हैं। आलीशान झरोखे इस हवेली के ठाठ की गवाही देतेहैं।

यह फिल्म हिना का सीन है जो भारत और पाकिस्तान के बीच नायक-नायिकाओं की एक प्रेम कहानी है। इसकी शूटिंग पाकिस्तान में भी हुई थी।

1947 में बंटवारे के बाद कपूर खानदान के लोग बाकी हिंदुओं की तरह शहर और हवेली छोड़कर चले गए। 1968 में एक ज्वैलर हाजी कुशल रसूल ने इसे खरीद लिया और फिर पेशावर के ही एक दूसरे व्यक्ति को बेच दिया।

फिलहाल हवेली के मालिक हाजी इसरार शाह हैं। वह कहते हैं कि उनके पिता ने 80 के दशक में यह हवेली खरीदी थी। उस इलाके में रहनेवालों के मुताबिक, इस जगह का इस्तेमाल बस शादी ब्याह जैसे जश्न में किया जाता है। पेशावर में ही रहनेवाले वहां पुराने मेयर अब्दुल हाकिम सफी बताते हैं कि ये हवेली पिछले दो दशकों से खाली पड़ी है और इसके मालिक भी कभी कबार हीयहां आते हैं।

राजकपूर के छोटे भाई शशि कपूर और बेटे रणधीर-ऋषिको 1990 में पाकिस्तान के पेशावर वाले अपने पुश्तैनी घर जाने का मौका मिला था। लौटते वक्त वह आंगन की मिट्‌टी साथ ले गए थे, ताकि अपनी विरासत को याद रख सकें।

ऋषि कपूर ने अपनी इस यात्रा का जिक्र एक इंटरव्यू में भी किया था। वह 1990 में फिल्म हिना की शूटिंग के लिए लाहौर, कराची और पेशावर गए थे। इसके डायलॉग राजकपूर के कहने पर पाकिस्तानी लेखक हसीना मोइन ने लिखे थे।

हवेली के पुराने मालिकों ने इस धरोहर की ऊपरी तीन मंजिलों को कई साल पहले गिरा दिया। भूकंप से उनकी दीवारों में दरारें पड़ गईं थीं। अब यह हवेली आसपास से दुकानों से घिरी हुई है, जो इसकी दीवारों पर बोझ बन इसके लिए खतरा पैदा कर रही हैं।

हाल ही में ऋषि कपूर ने पाकिस्तान की सरकार से इसे बचाने के लिएमदद मांगी थी। विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी कहते हैं, ऋषि कपूर ने मुझे फोन किया था। वह चाहते थे कि उनके पारिवारिक घर को म्यूजियम या इंस्टीट्यूट बना दिया जाए। हमने उनका आग्रह मान लिया है।

पाकिस्तान सरकार पेशावर किस्सा ख्वानी बाजार के इसघर को अब म्यूजियम बनाने जा रही है। इसमें आईएमजीसी ग्लोबल एंटरटेंमेंट और खैबर पख्तून की सरकार भी मदद कर रही है। यहपाकिस्तान में बॉलीवुड की सबसे मजबूत धरोहर है।कई विदेशी पर्यटक और स्थानीय लोग इसे देखने आतेहैं।

एक किस्सा यह भी..

रावलपिंडी में रहनेवाले सिनेमा एक्सपर्ट आतिफ खालिद कहते हैं, कपूर पेशावर के जानेमाने पठान थे। वे पृथ्वीराज कपूर का जिक्र करते हुए कहते हैं कि जब सब इंस्पेक्टर बशेश्वरनाथ का बेटा (पृथ्वीराज) पेशावर से बांबे फिल्मों में काम करने गया तो भारत में तब की सबसे बड़ी फिल्म मैगजीन के एडिटर बाबूराव ने लिखा था - जो पठान ये सोचते हैं कि वह एक्टर बन जाएंगे तो उनकी यहां कोई जगह नहीं है। लेकिन कपूर खानदान ने वहां जो नाम कमाया, वैसा और किसी के हिस्से नहीं आया।

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यह पुश्तैनी हवेली पेशावर में है जहां ऋषि कपूर के दादा पृथ्वीराज कपूर और पिता राज कपूर का जन्म हआ था।




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मानसरोवर में 90 और अमरनाथ में 45 किमी की चढ़ाई, 12 साल में एक बार होने वाली नंदा देवी यात्रा में 280 किमी का सफर 3 हफ्ते में

नेशनल लॉकडाउन के कारण अमरनाथ यात्रा से लेकर कैलाश मानसरोवर तक की यात्राओं पर संशय के बादल हैं। केदारनाथ के कपाट खुल चुके हैं लेकिन अभी वहां जाने पर रोक है। अमरनाथ, केदारनाथ और मानसरोवर तीनों ही दुर्गम यात्राएं मानी जाती हैं। यहां पहुंचना आसान नहीं है। पर्वतों के खतरों से भरे रास्तों से गुजरना होता है। लेकिन, ये तीन ही अकेले ऐसे तीर्थ नहीं हैं। दर्जन भर से ज्यादा ऐसे कठिन रास्तों वाले तीर्थ हैं, जहां पहुंचना हर किसी के बूते का नहीं है। कुछ स्थान तो ऐसे हैं, जहां पहुंचने में एक दिन से लेकर एक हफ्ते तक का समय लग सकता है।

ऊंचे पर्वत क्षेत्रों के मंदिर आम भक्तों के लिए कब खोले जाएंगे, ये स्पष्ट नहीं है। हाल ही में केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनौत्री धाम के कपाट खुल गए हैं, बद्रीनाथ के कपाट भी खुलने वाले हैं, लेकिन यहां आम भक्त अभी दर्शन नहीं कर पाएंगे। भारत के 14 ऐसे दुर्गम तीर्थों जहां हर साल लाखों भक्त पहुंचते हैं, लेकिन इस साल ये यात्राएं अभी तक बंद हैं...

अमरनाथ यात्रा

सबसे कठिन तीर्थ यात्राओं में से एक है अमरनाथ की यात्रा। से कश्मीर के बलटाल और पहलगाम से अमरनाथ यात्रा शुरू होती है। ये तीर्थ अनंतनाग जिले में स्थित है। अमरनाथ की गुफा में बर्फ से प्राकृतिक शिवलिंग बनता है। यहां पहुंचने का रास्ता चुनौतियों से भरा है। प्रतिकूल मौसम, लैंडस्लाइड, ऑक्सीजन की कमी जैसी समस्याओं के बावजूद लाखों भक्त यहां पहुंचते हैं। शिवजी के इस तीर्थ का इतिहास हजारों साल पुराना है। यहां स्थित शिवलिंग पर लगातार बर्फ की बूंदें टपकती रहती हैं, जिससे 10-12 फीट ऊंचा शिवलिंग निर्मित होता है। गुफा में शिवलिंग के साथ ही श्रीगणेश, पार्वती और भैरव के हिमखंड भी निर्मित होते हैं।

हेमकुंड साहिब

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित हेमकुंड साहिब सिखों का प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहां बर्फ की बनी झील है जो सात विशाल पर्वतों से घिरी हुई है, जिन्हें हेमकुंड पर्वत भी कहते हैं। मान्यता है कि हेमकुंड साहिब में सिखों के दसवें गुरु गुरुगोबिंद सिंह ने करीब 20 सालों तक तपस्या की थी। जहां गुरुजी ने तप किया था, वहीं गुरुद्वारा बना हुआ है। यहां स्थित सरोवर को हेम सरोवर कहते हैं। जून से अक्टूबर तक हेमकुंड साहिब का मौसम ट्रैकिंग के लिए अनुकूल रहता है। इस दौरान अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम तापमान -4 डिग्री तक हो जाता है। यहां पहुंचने के लिए ग्लेशियर और बर्फ से ढंके रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है।

कैलाश मानसरोवर

शिवजी का वास कैलाश पर्वत माना गया है और ये पर्वत चीन के कब्जे वाले तिब्बत में स्थित है। ये यात्रा सबसे कठिन तीर्थ यात्राओं में से एक है। यहां एक सरोवर है, जिसे मानसरोवर कहते हैं। मान्यता है कि यहीं माता पार्वती स्नान करती हैं। प्रचलित कथाओं के अनुसार ये सरोवर ब्रह्माजी के मन से उत्पन्न हुआ था। इसके पास ही कैलाश पर्वत स्थित है। इस जगह को हिंदू धर्म के साथ-साथ बौद्ध धर्म में भी बहुत पवित्र माना जाता है। मानसरोवर का नीला पानी पर्यटकों के लिए आकर्षण और आस्था का केंद्र है। यह यात्रा पारंपरिक रूप से लिपुलेख उत्तराखंड रूट और सिक्किम नाथुला के नए रूट से होती है।

वैष्णोदेवी

जम्मू के रियासी जिले में वैष्णोदेवी का मंदिर स्थित है। ये मंदिर त्रिकुटा पर्वत पर स्थित है। यहां भैरव घाटी में भैरव मंदिर स्थित है। मान्यता के अनुसार यहां स्थित पुरानी गुफा में भैरव का शरीर मौजूद है। माता ने यहीं पर भैरव को अपने त्रिशूल से मारा था और उसका सिर उड़कर भैरव घाटी में चला गया और शरीर इस गुफा में रह गया था। प्राचीन गुफा में गंगा जल प्रवाहित होता रहता है। वैष्णो देवी मंदिर तक पहुंचने के लिए कई पड़ाव पार करने होते हैं। इन पड़ावों में से एक है आदि कुंवारी या आद्यकुंवारी।

केदारनाथ

बुधवार, 29 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं। बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग केदारनाथ है। ये मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। मान्यता है कि प्राचीन समय में बदरीवन में विष्णुजी के अवतार नर-नारायण इस क्षेत्र में पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा करते थे। नर-नारायण की भक्ति से प्रसन्न होकर शिवजी प्रकट हुए थे। केदारनाथ मंदिर का निर्माण पाण्डव वंश के राजा जनमेजय द्वारा करवाया गया था और आदि गुरु शंकराचार्य ने इस मंदिर का जिर्णोद्धार करवाया था। गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए 16 किमी की ट्रेकिंग शुरू होती है। मंदाकिनी नदी के किनारे बेहद खूबसूरत दृश्य दिखाई देते हैं। एक यात्रा गुप्तकाशी से भी होती है। नए रूट में सीतापुर या सोनप्रयाग से यात्रा शुरू होती है। गुप्तकाशी रूट पर ट्रैकिंग ज्यादा करना होती है।

श्रीखंड महादेव

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में श्रीखंड महादेव शिवलिंग स्थित है। यहां शिवलिंग की ऊंचाई करीब 75 फीट है। इस यात्रा के लिए जाओं क्षेत्र में पहुंचना होता है। यहां से करीब 32 किमी की ट्रेकिंग है। मार्ग में जाओं में माता पार्वती का मंदिर, परशुराम मंदिर, दक्षिणेश्वर महादेव, हनुमान मंदिर स्थित हैं। मान्यता है शिवजी से भस्मासुर को वरदान दिया था कि वह जिसके सिर पर हाथ रखेगा वह भस्म हो जाएगा। तब भगवान विष्णु ने भस्मासुर को इसी स्थान पर नृत्य करने के लिए राजी किया था। नृत्य करते-करते भस्मासुर ने खुद का हाथ अपने सिर पर ही रख लिया था, जिससे वह भस्म हो गया।

नंदादेवी यात्रा

उत्तराखंड के चमोली क्षेत्र में हर 12 साल में एक बार नंदादेवी की यात्रा होती है। नंदा देवी पर्वत तक जानेवाली यह यात्रा छोटे गांव और मंदिरों से होकर गुजरती है। इसकी शुरूआत कर्णप्रयाग के नौटी गांव से होती है। 2014 में ये यात्रा आयोजित हुई थी। मान्यता है कि हर 12 साल में नंदा मां यानी देवी पार्वती अपने मायके पहुंचती हैं और कुछ दिन वहां रूकने के बाद भक्तों के द्वारा नंदा को घुंघटी पर्वत तक छोड़ा जाता है। घुंघटी पर्वत को शिव का निवास स्थान और नंदा का सुसराल माना जाता है।

मणिमहेश

हिमाचल के चंबा जिले में स्थित है मणिमहेश। यहां शिवजी मणि के रूप में दर्शन देते है। मंदिर भरमौर क्षेत्र में है। भरमौर मरु वंश के राजा मरुवर्मा की राजधानी थी। मणिमहेश जाने के लिए भी बुद्धिल घाटी से होकर जाना पड़ता है। यहां स्थित झील के दर्शन के लिए भक्त पहुंचते हैं।

शिखरजी

झारखंड के गिरीडीह जिले में जैन धर्म का प्रमुख तीर्थ शिखरजी स्थित है। ये मंदिर झारखंड की सबसे ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस क्षेत्र में जैन धर्म के 24 में से 20 तीर्थंकरों ने मोक्ष प्राप्त किया था।

यमनोत्री

यमुनादेवी का ये मंदिर उत्तराखंड के चारधामों में से एक है। यमुनोत्री मंदिर उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है। ये यमुना नदी का उद्गम स्थल है और ऊंची पर्वतों पर स्थित है। हनुमान चट्टी से 6 किमी की ट्रेकिंग करनी होती है और जानकी चट्टी करीब 4 किमी ट्रेकिंग करनी होती है।

फुगताल या फुक्ताल

लद्दाख के जांस्कर क्षेत्र में स्थित है फुगताल यानी फुक्ताल। यहां 3850 मीटर ऊंचाई पर बौद्ध मठ स्थित है। ये मंदिर 12वीं शताब्दी का माना जाता है।

तुंगनाथ

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में तुंगनाथ शिव मंदिर स्थित है। मंदिर के संबंध में मान्यता है कि ये हजार साल पुराना है। यहां मंदाकिनी नदी और अलकनंदा नदी बहती है। इस क्षेत्र में चोपटा चंद्रशिला ट्रेक पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

गौमुख

उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री स्थित है। यहां से करीब 18 किमी दूर गौमुख है। यहीं से गंगा का उद्गम माना जाता है। इस क्षेत्र में गंगा को भागीरथी कहते हैं। ये क्षेत्र उत्तराखंड के चार धामों में से एक है।

रुद्रनाथ

रुद्रनाथ मंदिर उत्तराखंड के गढ़वाल में स्थित है। यहां शिवजी का मंदिर है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 3,600 मीटर है। मान्यता है कि रुद्रनाथ मंदिर की स्थापना पांडवों द्वारा की गई थी। सभी पांडव यहां शिवजी की खोज में पहुंचे थे। महाभारत युद्ध में मारे गए यौद्धाओं के पाप के प्रायश्चित के लिए पांडव यहां आए थे।



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Pilgrimage in India | 14 Famous Pilgrimage in India Full List Updates; Amarnath Yatra to Kailash Mansarovar




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फोर्स दोगुना किया, 90 कॉलोनी में बनी टीमें, सेहरी-इफ्तारी में पेट्रोलिंग बढ़ाई

(गौरव शर्मा)कोरोना को लेकर इंदौर देश के हॉट स्पॉट में से है। यहां 1466 मरीज मिल चुके हैं, जिनमें सबसे ज्यादा खजराना में110 से ज्यादा हैं। यहां चार मौतें भी हो चुकी हैं। मरीजों के मामले में इसके बाद टाटपट्टी बाखल (37) औरअहिल्या पल्टन (35 केस) हैं। खजराना भी क्वारेंटाइन इलाका घोषित है। चारों तरफ से सील। खजराना क्षेत्र में संक्रमण के खतरनाक संकेत उसी दिन मिल गए, जब यहां एक ही परिवार के नौ लोग पॉजिटिव निकले थे। इतनी स्थिति बिगड़ने के बाद खजराना में अब चल क्या रहा है? बचाव के लिए रहवासी कितने जागरूक हुए? लॉकडाउन में लोग घर से नहीं निकले,
इसके लिए पुलिस-प्रशासन ने क्या किया, यही देखने भास्कर इस हॉट स्पॉट में पहुंचा।
हर चौराहे पर कर रहे अनाउंसमेंट
रमजान में लोग घर से निकलकर सड़क पर नहीं आएं, यह सबसे बड़ी चुनौती है। इन्हें रोकने के लिए पुलिस ने सेहरी के दौरान रात ढाई से सुबह पांच और इफ्तारी के दौरान शाम पांच से सात बजे तक पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। एएसपी राजेश रघुवंशी ने बताया क्षेत्र में पहले 85 जवानों का पुलिस बल था, जिसे अब 190 का कर दिया। नगर सुरक्षा समिति के सदस्य भी हर चौराहे पर खड़े रहते हैं। थाने के अनाउंसमेंट सिस्टम को बढ़ाया, ताकि ज्यादा से ज्यादा घरों तक जानकारी पहुंचे। थाने के पुलिसकर्मियों का ड्यूटी समय भी बढ़ाया है। कई मौकों पर 12-12 घंटे ड्यूटी भी की।
48 लोग क्वारेंटाइन होकर घर लौटे
कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि क्षेत्र के लोग पूरी तरह से पुलिस, प्रशासन और मेडिकल टीम का सपोर्ट कर रहे हैं। यहां के जिन लोगों की क्वारेंटाइन अवधि पूरी हो गई, उनमें से 48 लोग सेंटर से अब घर भी लौट चुके हैं।

पुलिस ने रहवासियों की मदद की, समझाया भी
रहवासी अन्नू पटेल का कहना है कि क्षेत्र की सभी 65 मस्जिदों से ऐलान किया जा रहा है कि लोग घरों में ही रहें। पुलिस-प्रशासन ने जो एक्शन प्लान पर काम किया, उससे फायदा हुआ। सभी 90 कॉलोनियों में लोगों की टीम बनाई, जिन्होंने घर-घर जाकर समझाइश दी। रहवासी शफी शेख कहते हैं कि यहां पुलिस की भूमिका सबसे अहम है। यहां सख्ती की गई लेकिन इसके साथ ही लोगों को समझाइश भी दी गई। जिन परिवारों को परेशानी थी या उन्हें कोई जरूरत थी तो वहां पुलिस ने रहवासियों की मदद की।

टाटपट्‌टी बाखल... 22 मरीज मिले, तीन से ज्यादा टीमें कर रही जांच, 500 से ज्यादा सैंपल लिए

इंदौर की अदब की गली। 450 से ज्यादा परिवारों के इस इलाके में काेराेना के 22 मरीज मिले थे। संक्रमण से एक मौत भी, पर अब कई लोग अस्पतालाें से ठीक होकर घर लौट रहे हैं। तीन से ज्यादा टीमें यहां जांच में लगी हैं। अब तक 500 से ज्यादा लाेगाें के सैंपल लिए जा चुके हैं। डोर-टू-डोर सर्वे किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण से ठीक होकर घर आए वसीम खान कहते हैं कि हमारी गली अदब की गली के नाम से देशभर में पहचानी जाती थी। डॉक्टरों को पत्थर मारे जाने की घटना ने न सिर्फ हमारे क्षेत्र, बल्कि इंदौर का नाम खराब किया। हमें इसका अफसोस है। मेडिकल टीमें 24 घंटे रहवासियों के लिए जान की बाजी लगाकर जुटी हुई हैं। सही समय पर हमें और अन्य लोगों को इलाज के लिए भेजा। इससे क्षेत्र में संक्रमण नहीं फैला। क्वारेंटाइन सेंटर भेजी गईं फिरोज बी कहती हैं कि पुरानी बातें भूलकर हम अपने क्षेत्र और मेडिकल टीम की बेहतरी के लिए जो कर सकते हैं, वो कर रहे हैं। आगे भी करेंगे। मेडिकल टीम के साथ पहले दिन से साथ रहे तहसीलदार चरणजीतसिंह हुड्डा कहते हैं कि रहवासियों को अहसास है कि कुछ लोगों की वजह से क्षेत्र का नाम खराब हुआ। अब अब यहां के लोग हमें, मेडिकल टीम को परिवार की तरह मानने लगे हैं। रहवासियों को हमने मास्क से लेकर फूड, राशन पैकेट उपलब्ध करवाए। शहर काजी डॉ. मो. इशरत अली कहते हैं कि विश्वास बढ़ने और सकारात्मक रवैये से यह संभव हुआ।



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एक तरफ हजारों रहवासी, पुलिस, प्रशासन संक्रमण रोकने की कोशिश कर रहे हैं, इधर चंद लोग इस तरह की नादानी कर रहे हैं।




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कोरोना के आंकड़ों में 29 जून तक होगा सुधार, 31 जुलाई बाद 90% कम होगी मृतकों की संख्या : ऋषभचंद्र

सन् 1720 में महामारी प्लेग थी, 1820 में कालरा थी, 1920 में स्पेनिश फ्लू था और अब 2020 में कोविड-19 है। हर 100 वर्ष में कोई न कोई प्रकृति जन्य रोग होते हैं। कोरोना के आंकड़ों में 29 जून तक राहत के आंकड़े सुधरेंगे। 31 जुलाई के बाद इस रोग से मरने वालों की संख्या में 90% गिरावट आएगी। भूंकप जैसी विपदाएं भी अनेक देश देखेंगे। आचार्य विजय ऋषभचंद्र सूरि ने ज्योतिष के मुताबिक यह बताया। सोशल मीडिया के माध्यम से जारी पत्र में उन्होंने बताया ज्योतिष विज्ञान के रचयिता आचार्य भद्रबाहु स्वामी की रचना भद्रबाहु संहिता में कहा गया है कि शुक्र सूर्य के साथ असमय उदय हो तो महामारी फैलती है। 25 मार्च भारतीय संवत्सर से 31 जुलाई तक शुक्र
वृषभ राशि में उदय-अस्त-वक्री मार्गी 125 दिन एक राशि
में आगे-पीछे रहेगा, जो सामान्य रूप से 27 से 30 दिन ही किसी भी राशि में गोचर रहता है।
आंधी-तूफान, ओलावृष्टि होगी तो खत्म होने की ओर बढ़ेगी महामारी : ऋषभचंद्रजी के अनुसार मेरा ज्योतिष अनुमान है कि 30 अप्रैल से 15 मई तक आंधी-तूफान, ओलावृष्टि और बरसात होती है तो यह रोग समाप्ति की दिशा में तेजी से आगे बढ़ेगा और जनमानस आंकड़ों में राहत महसूस करेगा। 29 जून तक राहत के आंकड़े सुधरेंगे। 31 जुलाई के बाद इस रोग से मरने वालों की संख्या में 90 प्रतिशत गिरावट आएगी।



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ऋषभचंद्




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जिले में 90% हुआ मूल्यांकन, ओएमआर शीट भरने का काम हुआ 20%

वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के चलते माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा कक्षा 10वीं-12वीं की वार्षिक परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का गृह मूल्यांकन कराया जा रहा है। कॉपिया जांचने की लिए 10 दिन की समयसीमा दी गई थी, हालांकि पूरा मूल्यांकन होने में अभी करीब एक सप्ताह और लग सकता है।जिले में 90 प्रतिशत कॉपियों का मूल्यांकन हो चुका है। चूंकि लॉकडाउन 17 मई तक आगे बढ़ा दिया गया है। लिहाजा जिस तरह शिक्षकों के घर-घर कॉपियां मूल्यांकन के लिए भेजी गई हैं, वैसे ही जमा भी कराई जाएंगी। सहायक समन्वयक एमके खुराना ने बताया प्रत्येक मूल्यांकनकर्ता शिक्षक से लगातार संपर्क हैं। रोजाना चैक होने वाली कॉपियों की गणना कर प्रतिदिन की अपडेट रिपोर्ट ली जा रही है। कॉपियां जांचने के लिए झाबुआ सहित राणापुर, पेटलावद, रामा, मेघनगर व थांदला विकासखंड के शिक्षकों को दी गई है। पूरी कॉपी जंचने में करीब एक सप्ताह और लग सकते हैं। इसके बाद इन्हें जमा करने का सिलसिला शुरू होगा। गौरतलब है कि लॉकडाउन 17 मई तक आगे बढ़ा दिया गया है। इस दौरान सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। इस कारण जिस तरह शिक्षकों के घरों में कॉपियां भेजी गई थी, उसी तरह जमा भी कराई जाएंगी।

शुरू हुआ ओएमआर शीट भरने का काम
झाबुआ विकासखंड में किए जा रहे मूल्यांकन कार्य के बाद ओएमआर शीट भरने का काम भी शुरू कर दिया गया है। शीट भरने का काम सभी विकासखंड के शिक्षकों को समन्वयक संस्था उत्कृष्ट विद्यालय झाबुआ आकर ही करना होगा। इसे प्रारंभिक अंक सूची भी कह सकते हैं। इसमें शिक्षकों को अंक भरना होंगे। ओएमआर शीट भरने का काम 20 प्रतिशत हो चुका है। खुराना ने बताया जांच गई कॉपी में से 10 प्रतिशत का मूल्यांकन डिप्टी हेड करेंगे। इसके अलावा शून्य अंक और 90 अंक व अधिक वाली कॉपियों का भी डिप्टी हेड को पुन: परीक्षण करना होगा।



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जिले में 90% हुआ मूल्यांकन, ओएमआर शीट भरने का काम हुआ 20%

वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के चलते माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा कक्षा 10वीं-12वीं की वार्षिक परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का गृह मूल्यांकन कराया जा रहा है। कॉपिया जांचने की लिए 10 दिन की समयसीमा दी गई थी, हालांकि पूरा मूल्यांकन होने में अभी करीब एक सप्ताह और लग सकता है।जिले में 90 प्रतिशत कॉपियों का मूल्यांकन हो चुका है। चूंकि लॉकडाउन 17 मई तक आगे बढ़ा दिया गया है। लिहाजा जिस तरह शिक्षकों के घर-घर कॉपियां मूल्यांकन के लिए भेजी गई हैं, वैसे ही जमा भी कराई जाएंगी। सहायक समन्वयक एमके खुराना ने बताया प्रत्येक मूल्यांकनकर्ता शिक्षक से लगातार संपर्क हैं। रोजाना चैक होने वाली कॉपियों की गणना कर प्रतिदिन की अपडेट रिपोर्ट ली जा रही है। कॉपियां जांचने के लिए झाबुआ सहित राणापुर, पेटलावद, रामा, मेघनगर व थांदला विकासखंड के शिक्षकों को दी गई है। पूरी कॉपी जंचने में करीब एक सप्ताह और लग सकते हैं। इसके बाद इन्हें जमा करने का सिलसिला शुरू होगा। गौरतलब है कि लॉकडाउन 17 मई तक आगे बढ़ा दिया गया है। इस दौरान सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। इस कारण जिस तरह शिक्षकों के घरों में कॉपियां भेजी गई थी, उसी तरह जमा भी कराई जाएंगी।

शुरू हुआ ओएमआर शीट भरने का काम
झाबुआ विकासखंड में किए जा रहे मूल्यांकन कार्य के बाद ओएमआर शीट भरने का काम भी शुरू कर दिया गया है। शीट भरने का काम सभी विकासखंड के शिक्षकों को समन्वयक संस्था उत्कृष्ट विद्यालय झाबुआ आकर ही करना होगा। इसे प्रारंभिक अंक सूची भी कह सकते हैं। इसमें शिक्षकों को अंक भरना होंगे। ओएमआर शीट भरने का काम 20 प्रतिशत हो चुका है। खुराना ने बताया जांच गई कॉपी में से 10 प्रतिशत का मूल्यांकन डिप्टी हेड करेंगे। इसके अलावा शून्य अंक और 90 अंक व अधिक वाली कॉपियों का भी डिप्टी हेड को पुन: परीक्षण करना होगा।



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जिले में 90% हुआ मूल्यांकन, ओएमआर शीट भरने का काम हुआ 20%

वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के चलते माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा कक्षा 10वीं-12वीं की वार्षिक परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का गृह मूल्यांकन कराया जा रहा है। कॉपिया जांचने की लिए 10 दिन की समयसीमा दी गई थी, हालांकि पूरा मूल्यांकन होने में अभी करीब एक सप्ताह और लग सकता है।जिले में 90 प्रतिशत कॉपियों का मूल्यांकन हो चुका है। चूंकि लॉकडाउन 17 मई तक आगे बढ़ा दिया गया है। लिहाजा जिस तरह शिक्षकों के घर-घर कॉपियां मूल्यांकन के लिए भेजी गई हैं, वैसे ही जमा भी कराई जाएंगी। सहायक समन्वयक एमके खुराना ने बताया प्रत्येक मूल्यांकनकर्ता शिक्षक से लगातार संपर्क हैं। रोजाना चैक होने वाली कॉपियों की गणना कर प्रतिदिन की अपडेट रिपोर्ट ली जा रही है। कॉपियां जांचने के लिए झाबुआ सहित राणापुर, पेटलावद, रामा, मेघनगर व थांदला विकासखंड के शिक्षकों को दी गई है। पूरी कॉपी जंचने में करीब एक सप्ताह और लग सकते हैं। इसके बाद इन्हें जमा करने का सिलसिला शुरू होगा। गौरतलब है कि लॉकडाउन 17 मई तक आगे बढ़ा दिया गया है। इस दौरान सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। इस कारण जिस तरह शिक्षकों के घरों में कॉपियां भेजी गई थी, उसी तरह जमा भी कराई जाएंगी।

शुरू हुआ ओएमआर शीट भरने का काम
झाबुआ विकासखंड में किए जा रहे मूल्यांकन कार्य के बाद ओएमआर शीट भरने का काम भी शुरू कर दिया गया है। शीट भरने का काम सभी विकासखंड के शिक्षकों को समन्वयक संस्था उत्कृष्ट विद्यालय झाबुआ आकर ही करना होगा। इसे प्रारंभिक अंक सूची भी कह सकते हैं। इसमें शिक्षकों को अंक भरना होंगे। ओएमआर शीट भरने का काम 20 प्रतिशत हो चुका है। खुराना ने बताया जांच गई कॉपी में से 10 प्रतिशत का मूल्यांकन डिप्टी हेड करेंगे। इसके अलावा शून्य अंक और 90 अंक व अधिक वाली कॉपियों का भी डिप्टी हेड को पुन: परीक्षण करना होगा।



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कलेक्टाेरेट में 900 लीटर खाद्य तेल और 1.25 क्विंटल दिया सूखा मसाला, ताकि मंडी में भाेजन पैकेट बनते रहें

शहर से लेकर ग्रामाें में गरीब, बेसहारा और जरूरतमंदाें की मदद के लिए जन सहास संस्था लाॅकडाउन के पहले दिन से जिला प्रशासन के सहयाेग से मदद करती आ रही, जाे 17 मई तक जारी रहेगी। इसी कड़ी में बुधवार काे संस्था ने खाद्य तेल और सूखे मसाले कृषि उपज मंडी में बन रहे भाेजन पैकेट के लिए कलेक्टाेरेट में दिए गए।


संस्था के द्वारा गरीब असहाय, प्रवासी कामगार मजदूरों के लिए सतत गरीब बस्तियों और गावों में जाकर जरूरतमंदाें तक मदद पहुंचा रहे हैं। सूखे राशन में दाल, चावल, आटा, साबुन, चायपत्ती, सेनेटरी पेड, तेल, मास्क, सैनिटाइजर, ग्लब्स आदि सामग्री का वितरण किया गया। लॉकडाउन के बाद से सतत आज तक 363 टन सूखा राशन शहर सहित जिले के गांवाें में वितरित किया जा चुका है। कलेक्टर श्रीकांत पांडेय, एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी के आग्रह पर बुधवार काे जन साहस ने 900 लीटर खाद्य तेल और 1.25 क्विंटल सूखा मशाला मंडी प्रशासन की खाना बनाने की सेवा को निरंतर जारी रखने के लिए कलेक्टोरेट कार्यालय में दिया गया। डायरेक्टर आशिफ शेख, थीमेटिक डायरेक्टर करन राठौर, टीम साथी जितेंद्र सुनारतीय व विक्रम अटेडिया उपस्थित थे।



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900 liters of edible oil and 1.25 quintal of dry seasoning in the collectorate, so that packet packets are made in the market




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बैंक में पैसा जमा करने जा रहे मैनेजर काे बाइक सवाराें ने राेककर लूट ली 2.90 लाख रुपए की सिल्लक

क्षेत्र के छड़ाैदा निवासी पेट्राेल पंप के मैनेजर के साथ गत दिवस लूट की बड़ी घटना हाे गई। वह ग्राम गिराेता के आगे स्थित एक पंप से सिल्लक लेकर बैंक में जमा करने जा रहा था। इस दाैरान बीच रास्ते में दाे बाइक सवार बदमाशाें ने उसे रास्ता पूछने के बहाने राेका और आंखाें में मिर्ची झाेंककर 2.90 लाख रूपयाें से भरा बैग लूटकर फरार हाे गए।

यह घटना ग्राम छड़ाैदा निवासी भगवतीप्रसाद पिता निर्भयसिंह नागर के साथ हुई। वह गिराेता स्थित जय अंबे पेट्रोल पंप मैनेजर पद पर कार्यरत है। राेज की तरह वह गत दिवस छडोदा से गिरोता पंप के लिए निकला। वहां से दाेपहर एक बजे करीब पंप की सिल्लक के 2.90 लाख रुपए से भरा बैग लेकर चंद्रावतीगंज स्थित यूको बैंक में उक्त राशि जमा कराने को निकला। इसी दौरान पारदाखेड़ा से अजनारा मार्ग के बीच बाइक पर सवार दो बदमाशों ने रास्ता पूछने के बहाने भगवती की गाड़ी रुकवाई। इसी दौरान पीछे बैठे एक बदमाश ने भगवती की आंख में मिर्ची झोंक दी और रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। वह अपनी आंखें साफ करता उससे पहले ही लुटेरे भाग चुके थे। भगवती ने तुरंत घटना की जानकारी भेरूगढ़ थाना उज्जैन को दी। वहां के थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और छानबीन में जुटे। रात तक सीएसपी अश्विनी नेगी व अन्य पुलिस अधिकारी भी मौके उपस्थित थे। उन्हाेंने माैके पर पूरी घटना के बारे में जानकारी ली। लॉकडाउन में दिनदहाड़े इतनी बड़ी लूट का यह पहला मामला है। घटना के बाद आसपास के थानों को भी अलर्ट कर दिया गया है।


जगह-जगह तलाश शुरू कर दी गई है...
उज्जैन सीएसपी नेगी ने बताया डाॅयल 100 पर लूट की जानकारी मिली थी। दो बदमाशों ने आंखों मिर्ची फेंक कर पेट्राेल पंप मैनेजर से रुपयों से भरा बैग लूटा था। पुलिस की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की गई है। क्षेत्र में चेकिंग व जगह-जगह तलाश भी की जा रही है। फरियादी व अन्य लाेगाें से पूछताछ जारी है। जल्द ही मामले का खुलासा होगा।



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The biker of the manager who is going to deposit money in the bank robbed him of Rs 2.90 lakh




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महाराष्ट्र के किसानों के 13.88 लाख खातों में 9035 करोड़ जमा

मुंबई. महात्मा जोतिराव फुले किसान कर्जमुक्ति योजना की दूसरी सूची जारी होने के बाद पिछले पांच दिनों में 15 लाख 45 हजार किसानों को सत्यापित करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इनमें से 13 लाख 88 हजार खातों में सरकार ने 9035 करोड़ रुपए जमा करा दिए हैं। राज्य सरकार ने गुरूवार को यह जानकारी दी।

सिर्फ दो से तीन मिनट में हो रहा है किसानों का सत्यापन
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सहकारिता विभाग को निर्देश दिए हैं कि किसानों की शिकायतों को तुरंत हल किया जाए। सहकारिता विभाग की प्रधान सचिव आभा शुक्ला ने बताया कि सभी जिलों में जिला प्रशासन ने लाभान्वित किसानों के नामों की सूची प्रकाशित की है और आधार प्रमाणित करने का काम किया जा रहा है। राज्य के सभी जिलों में यह काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। हर जिले में स्थित 'आपले सरकार सेवा केंद्रों' और बैंकों की शाखाओं में आने वाले किसानों का सत्यापान दो से तीन मिनट में हो रहा है, इससे किसान भी खुश और उत्साहित हैं।

सत्यापित करने के बाद किसानों के कर्ज खाते की रकम मान्य हो अथवा अमान्य उन्हें कंप्यूटर से निकली रसीद दी जाती है। सत्यापित करने के दौरान जिन किसानों के आधार कार्ड और कर्जखातों में दिखाई गई रकम अमान्य की गई है उस पर जिलास्तरीय समिति के जरिए तुरंत कार्रवाई की जा रही है। प्रमाणीकरण के बाद लाभार्थी किसानों के बैंकों में स्थित खातों में 24 घंटे में जबकि जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकों में स्थित खातों में 48 घंटों में कर्ज की रकम जमा की जा रही है।



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प्रतीकात्मक फोटो




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कोरोनावायरस के सबसे ज्यादा 26 रोगी महाराष्ट्र में, देश में 90 के पार पहुंचा आंकड़ा

मुंबई. महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के दो और मामले सामने आएहैं। दोनों महाराष्ट्र के यवतमाल के रहने वाले हैं और कुछ दिन पहले ही दुबई से लौटे हैं। इसी के साथ राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या 22 हो गई है। इस हिसाब से महाराष्ट्र देश का ऐसा राज्य बन गया है, जहां सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमितहैं। यवतमाल के जिलाधिकारी एमडी सिंह ने बताया कि दोनों संक्रमितोंको आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।

राज्य में कहां-कहां कोरोना के मरीज
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक- 10 पुणे से, 5 मुंबई,4 नागपुर, 2 यवतमाल से तथा एक-एक ठाणे, कमोठे, नवी मुंबई, कल्याण और अहमदनगर से लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हैं। शुक्रवार शाम तक कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 17 थी।

सभी स्कूल-कॉलेज बंद, परीक्षाएं जारी रहेंगी

महाराष्ट्र सरकार ने सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूल-कॉलेजों में 31 मार्च तक छुट्‌टी करने का आदेश दिया है। 10वीं, 12वीं और यूनिवर्सिटी की परीक्षा अपने शेड्यूल के अनुसार जारी रहेंगी।

मनसे ने गुडी पड़वा रैली को रद्द किया
कोरोनावायरस के प्रकोपको देखते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने 25 मार्च को राज्य के अलग-अलग इलाकों में होने वाली अपनी रैली को रद्द कर दिया है। हालांकि, पार्टी प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को कहा था कि सरकार लोगों में कोरोना का डर फैला रही है।

कई शहरों में सार्वजिनक स्थल बंद
कोरोनावायरस के खतरे के मद्देनजर राज्य सरकार ने शुक्रवार को मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, नागपुर, पुणे और पिंपरी-चिंचवड में 30 मार्च तक सिनेमा थिएटरों, जिमखानों, स्विमिंग पूल और पार्कों को बंद करने का आदेश दिया है। सरकार के फैसले के अनुसार, पुणे और पड़ोसी औद्योगिक शहर पिंपरी तथा चिंचवड में स्कूल तथा कॉलेज अगले आदेश तक बंद रहेंगे। हालांकि, जहां परीक्षा चल रही हैं वहां स्कूलों को खोला जाएगा।

एमसीए ने सभी मैच 31 मार्च तक किए स्थगित
महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के हालात को देखते हुए मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने अपने सभी मैच 31 मार्च तक निलंबित करने का फैसला किया। शहर की क्रिकेट संस्था की शीर्ष परिषद के एक सदस्य ने कहा- 'मुंबई क्रिकेट संघ ने कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों से उत्पन्न हुई स्थिति को देखते हुए 14 से 31 मार्च 2020 के बीच होने वाले सभी मैचों को अपने सारे क्रिकेट मैचों को स्थगित करने का फैसला किया है।'



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Coronavirus Mumbai Nagpur | Coronavirus Corona COVID-19 Outbreak Maharashtra Mumbai Yavatmal Nagpur Pune Ahmednagar Cases Today Latest News Updates




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अन्ना हजारे ने तोड़ा मौन व्रत, चारों दोषियों को फांसी देने की मांग को लेकर 90 दिन से मौन व्रत पर थे

पुणे. शुक्रवार को निर्भया के चारों दोषियों कोमुकेश (32), अक्षय (31), विनय (26) और पवन (25) को दिल्ली की तिहाड़ जेल मेंफांसी दे दी गई। इसके बाद समाजसेवी अन्ना हजारे ने अपना मौन व्रत तोड़ दिया। वेनिर्भया को न्याय दिलाने की मांग को लेकर पिछले 90 दिनों से मौनव्रत में थे। चारों दोषियों कोफांसी की खबर मिलते ही अन्ना हजारे ने शुक्रवार को संत यादव बाबा का दर्शन किया और जल पीकर अपना मौन व्रततोड़ा।

20 दिसंबर से मौन व्रत पर थेअन्ना

अन्ना 20 दिसंबर से मौन व्रत में थे। सुप्रीम कोर्टद्वारा निर्भया के दोषियों की फांसी की सजा बरकरार रखने के बाद अन्नामौन व्रत पर चले गए थे कि जब तक दोषियों कोफांसी नहीं दी जाती तब तक मौन व्रत रखेंगे। अन्ना ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की थी कि अपराधियों के मन मेंडर बैठे, इसके लिए महिला सुरक्षा से जुड़े और सख्तकानून बनाया जाए।

अब तक 12 बार मौन व्रत पर रह चुके हैं अन्ना
इसके पहले अन्ना ने 12 बार मौन व्रत आंदोलन किया है। अन्ना के सहयोगी संजय पठाडे ने बताया कि 1990 में अन्ना ने44 दिन का मौन व्रत किया था।लेकिन इस बार अन्ना 90 दिन तक मौन व्रत रखे। इस दौरान वह कागज पर अपनी बात लिखकरबात करते थे।



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अन्ना हजारे अब तक 12 बार मौन व्रत कर चुके हैं।




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190 साल पुराने अमृतांजन ब्रिज को जमींदोज किया गया, तीन साल से चल रही थी गिराने की तैयारी

पुणे. रविवार शाम को रायगढ़ जिले में स्थित ऐतिहासिक अमृतांजन ब्रिज को विस्फोटक से उड़ा दिया गया। मुंबई और पुणे को जोड़ने वाले लोनावाला के पास खंडाला में स्थित इस ब्रिज को करीब 190 साल पहले 1830 में अंग्रेजी शासन काल में बनाया गया था। रायगढ़ जिला कलेक्टर ने महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) को 2 से 14 अप्रैल के बीच इस ब्रिज को हटाने की अनुमति दी थी।

10 किलोमीटर का ट्रैफिक डायवर्जन किया गया
लॉकडाउन के चलते मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक बेहद कम हो गया है। इस बीच सही मौका देखकर प्रशासन ने पुल को गिराने के लिए हरी झंडी दी थी। मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर दोनों लेन के लिए 10 किमी का एक ट्रैफिक डायवर्जन बनाया गया। पुल को गिराने का प्रोजेक्ट 3 साल से लंबित था। पिछले साल जून में एमएसआरडीसी ने पुल को गिराने के लिए दूसरा टेंडर जारी किया था। 2017 में जब पहली बार पुल के गिराने का प्लान बनाया गया तो इसका भारी विरोध भी हुआ था।

कई साल से बंद है अवागमन
अमृतांजन पुल की खराब हालत को देखते हुए पिछले कई सल से आवागमन के लिए बंद कर दिया गया था। एमएसआरडीसी ने इससे पहले इस पुल के संरक्षक रेलवे को भी लिखा था और पुल गिराने की अनुमति मांगी थी। जिला कलेक्टर और स्टेट हाईवे पुलिस से भी सुरक्षा और ट्रैफिक डायवर्जन करने की मांग की थी।

गिराने की जरूरत क्यो?
पुल के खंभे सड़क को कई हिस्सों में बांटते हैं। यह जर्जर हो चुके हैं। इन मोटे-मोटे खंभों की वजह से यहां सड़क की चौड़ाई कम है और अकसर जाम लगता है। कई बार हादसे भी हो चुके हैं।



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विस्फोटक लगाकार इस ब्रिज को जमींदोज किया गया।




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590 तक पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या, 2 नए मामले धारावी में सामने आए, ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल की एक नर्स में मिला वायरस

बुधवार सुबह तक कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या मुंबई में 590 तक पहुंच गई है। वहीं यहां मृतकों का आंकड़ा 40 पर पहुंचा है। बुधवार को दो नए कोरोना संक्रमित एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी यानि धारावी में मिले हैं। इसी के साथ यहां मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 9 तक पहुंच गया। संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इस इलाके का दौरा भी किया है। मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एक नर्स में कोरोनावायरस मिला है, जिसके बाद अब पूरे हॉस्पिटल स्टाफ की स्क्रीनिग की जाएगी।

हॉस्पिटल के सभी स्टाफ की हो रही है कोरोना जांच
ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल से मिली जानकारी के अनुसार, अस्पताल के हर स्टाफ की जांच कराई जा रही है। इससे पहले इसी अस्पताल का एक टेक्नीशियन कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। अस्पताल ने यहां नए लोगों को भर्ती करना बंद कर दिया है और बीते हफ्ते टेक्नीशियन के पॉजिटिव पाये जाने के बाद ओपीडी बंद कर दी गई थी। बता दें कि टेक्नीशियन ने एक 85 वर्षीय शख्स का सीटी स्कैन किया था। उसे यह पता नहीं था कि बुजुर्ग कोरोनापॉजिटिव है। इससे पहले जसलोक और वॉकहॉर्ट की भी एक नर्स कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी।

धारावी पूरी तरह से लॉकडाउन हुई
एशिया का सबसे बड़ा झोपड़पट्टी कहलाने वाले धारावी को पूरी तरह से लॉक डाउन कर दिया गया है। धारावी में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 9 मामले सामने आ चुके हैं। झुग्गी झोपड़ियों में इतने मामले सामने आने के बाद बीएमसी ने अब इस पूरे इलाके को लॉक डाउन कर दिया है। विशेषज्ञों ने पहले ही कहा था कि अगर कोरोना का संक्रमण मुंबई के झोपड़ियों में फैलता है तो ये प्रशासन के किये काफी बड़ा सिरदर्द साबित हो सकता है।

धारावी में बढ़ सकता है संक्रमित लोगों का आंकड़ा
5 लाख आबादी वाले धारावी में अब तक 9 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। इन मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। ये सभी किसी कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं, जो कि सबसे बड़ी चिंता की बात है। बीएमसी हेल्थ डिपार्टमेंट ने कहा है कि यदि धारावी में कोरोना संक्रमण रोकने के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए, तो समस्या काफी गंभीर हो सकती है, क्योंकि यहां जिस तरह से झोपड़ों की सघन बनावट है, वह संक्रमण बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो सकती है। इस बीच बीएमसी के आला अधिकारी हरकत में आ गए हैं। अब वे कार्यालय में बैठकर रणनीति बनाने के साथ-साथ विभिन्न इलाकों में जाकर तैयारियों का जायजा भी ले रहे हैं।

मुंबई के 4 वॉर्ड में सबसे ज्यादा मरीज
मुंबई के 24 वॉर्ड में से 4 वॉर्डों में सर्वाधिक 209 कोरोना मरीज पाए गए हैं। इसमें जी साउथ वॉर्ड में सर्वाधिक 78 कोरोना मरीज हैं। इसके बाद ई वॉर्ड में 48 और तीसरे नंबर पर डी-वार्ड है, जहां 43 मरीज मिले हैं। इसमें मुंबई का जी-साउथ इलाका टॉप पर है। लेकिन ई-वॉर्ड में 48 घंटे के भीतर सबसे तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है। इस वॉर्ड में 48 घंटों के भीतर 29 नए कोरोना मरीज मिले हैं। यहां 4 अप्रैल को कोरोना के 19 मरीज थे। मुंबई के जी साउथ वॉर्ड के अंतर्गत वरली, प्रभादेवी और दादर के कुछ इलाके आते हैं। यहां 48 घंटों में 20 कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिले हैं।

हाई अलर्ट पर 'मातोश्री'
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के निजी निवास 'मातोश्री' के बाहर एक चायवाले के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद से दहशत फैल गई है। सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को हटाकर क्वारंटीन किए जाने के बाद घर के कामों में लगे जरूरी स्टाफ को छोड़कर बाकी को छुट्टी दे दी गई है। सीएम ने अपने ड्राइवर को भी छुट्टी दे दी है।



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मुंबई में इस तरह से स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिसकर्मियों के सेंपल कोरोना जांच के लिए ले रही है।




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90 साल की महिला ने कोरोना को दी मात, डॉक्टर बोले- बुजुर्ग का बीमारी से लड़ने का जज्बा देखने लायक था

महाराष्ट्र केठाणे में एक 90 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना वायरस को मात दी। मंगलवार को महिला को यहां केसिविल अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। महिला का इलाज करने वालेडॉक्टर कैलाश पवार ने कहा, 'इतनी ज्यादा उम्र की होने के बावजूद उनमें कोरोना से लड़ने का जज्बा देखने लायक था।' महिला कोउनके पति को अपने पोते-पोतियों से यह संक्रमण हुआ था।

बुजुर्ग महिला को22 अप्रैल को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उनकी दो बार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें घर भेज दिया। हालांकि, उनके पोते-पोतियों मेंकी रिपोर्ट अभीपॉजिटिव है। इसलिए अभी भी वे हॉस्पिटल में रहेंगे। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के दौरान महिला ने नाम आंखों से डॉक्टर्स का शुक्रिया अदा किया।

इसके अलावा,ठाणे जिले के मीरा भायंदर नगर में सात महीने के बच्चे के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा दो परिवार के कुल 10 लोगों समेत 16 संक्रमित मरीज मंगलवार को ठीक होकर वापस अपने घर गए हैं। ठाणे जिला सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर और नर्सों ने सभी का तालियां बजाकर विदाई दी।


पांच पुलिस कर्मी हुए संक्रमित
वहीं, कल्याण डोम्बीवली में मंगलवार को आए 11 मामलों में पांच पुलिस कर्मी हैं। कल्याण डोम्बीवली के निगम आयुक्त विजय सूर्यवंशी ने बताया किइलाके में रहने वाले और मुंबई में काम करने वाले निवासियों को आठ मई से कल्याण से जाने या प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। यह फैसला कोविड-19 के बढ़ते मामलों की वजह से किया गया है।



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महिला की विदाई के दौरान डॉक्टर्स ने गाना गाकर उन्हें विदा किया।




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90 साल पुरानी बीसीजी की दवा के कोविड मरीजों पर क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी, पुणे में किया जाएगा परीक्षण

देश में कोरोना संकट के बीच एक राहत की उम्मीद नजर आई है। कोरोना के इलाज के लिए 90 साल पुरानी बीसीजी की दवा के क्लीनिकल ट्रायल को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। यह ट्रायल महाराष्ट्र में पुणे के ससून हॉस्पिटल में किया जाएगा। मुंबई के परेल स्थित हाफकिन इंस्टीट्यूट में इस दवाई पर रिसर्च की जा रही है।

फ्रैंच बैक्टीरियालॉजिस्ट अल्बर्ट काल्मेट और कैमिल गुरीन को इस वैक्सीन को बनाने में 1908 से 1921 के बीच 13 साल का वक्त लगा था। अब तक इसका इस्तेमाल टीबी के मरीजों के लिए किया जाता है। नतीजे बेहतर रहे तो कोविड-19 के खिलाफ भी ये वैक्सीन बड़ा हथियार बन सकती है।


पुणे के ससून हॉस्पिटल के अलावा बीजे मेडिकल कॉलेज में भी इस दवा का ट्रायल किया जाएगा। हालांकि, डब्लूएचओ ने कहा है कि अभी तक इसके कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि बीसीजी का टीका कोविड-19 के लिए कारगार है या नहीं। बीजे मेडिकल कॉलेज और ससून जनरल हॉस्पिटल्स के डीन डॉ. मुरलीधर ताम्बे ने कहा, 'वैक्सीन का अगले सप्ताह से कोविड -19 रोगियों परक्लिनिकल ट्रायल शुरू किया जाएगा।'

मध्यम संक्रमित मरीजों पर किया जाएगा ट्रॉयल

डॉ. ताम्बे ने आगे बताया कि इसका परीक्षण केवल मध्यम असर वाले रोगियों पर किया जाएगा। गंभीर या हल्के संक्रमण वाले रोगियों को इससे बाहर रखा गया है।ऐसे रोगियों में खांसी, बुखार और जुकाम जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। मध्यम रोगियों पर इसकेक्लिनिकल ट्रायल के पीछे का मकसद यह है कि हम बीमारी की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती होने की अवधि और इलाज के परिणामों की बारीकी से निगरानी कर सकें।

हाफकीन के विशेषज्ञों के साथ एक मीटिंग और होगी

डॉ. मुरलीधर ताम्बे ने आगे बताया, 'ट्रायल की अनुमति ड्रग कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया ने हाफकीन इंस्टिट्यूट को दी थी। इसके बाद हाफकीन के अधिकारियों ने रविवार को बीजे मेडिकल कॉलेज का दौरा किया और दो मीटिंग के बाद यहां पर इसके ट्रायल को मंजूरी दी गई है। गुरुवार यानी आज हम हाफकीन विशेषज्ञों के साथ एक और चर्चा करेंगे ताकि रोगियों की वास्तविक संख्या तय की जा सके जो परीक्षण में शामिल होंगे।'

1899 में स्थापित हुए था हाफकीन इंस्टीट्यूट
हाफकीन इंस्टीट्यूट देश के सबसे पुराने बायोमेडिकल रिसर्च संस्थानों में से एक है। यह 1899 में स्थापित किया गया था और इसका नाम वैज्ञानिक (डॉ. वाल्डेमर मोर्दकै हफकाइन) के नाम पर रखा गया था जिन्होंने प्लेग के टीके का आविष्कार किया था। तब से, हाफकीन संस्थान संक्रामक रोगों के विभिन्न पहलुओं के प्रशिक्षण, अनुसंधान और परीक्षण में लगे एक बहु-आयामी संस्थान के रूप में उभरा है।



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पुणे के दो हॉस्पिटल्स में शुरुआती दौर में इस दवाई का ट्रायल किया जाएगा। अगर असर सकारात्मक रहे तो इसका इस्तेमाल अन्य हॉस्पिटल्स में भी किया जाएगा-फाइल फोटो।




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आरके अस्पताल से 24 और नाथद्वारा से 28 सैंपल जांच के लिए भेजे, अब तक 590 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव

कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चिकित्सा विभाग मुस्तैद हो गया है। बाहर से आने वाले प्रवासियों के स्वास्थ्य जांच के साथ ही लगातार सैंपल लिए जा रहे हैं। आरके अस्पताल से बुधवार को 24 और नाथद्वारा अस्पताल से 28 संदिग्ध लोगों के सैंपल लेकर उदयपुर भेजे गए हैं। गौरतलब है कि नाथद्वारा के पास कराेली गांव के मुंबई से आए युवक में कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उसके संपर्क में आए परिजनों और साथ में ट्रक में सफर करने वाले सभी लोगों के सैंपल जांच किए जा चुके हैं। सभी के सैंपल निगेटिव अाए हैं। सीएमएचओ डॉ. जेपी बुनकर ने बताया कि जिले से अब तक 724 संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। इनमें से करौली गांव के एक युवक का पॉजिटिव आया था, जबकि 590 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 134 लोगों की रिपोर्ट आना अभी शेष है। रेपिड रिस्पांस टीम की तरफ से डिप्टी सीएमएचओ डॉ. राजकुमार खोलिया और एपिडिमोलॉजिस्ट डॉ. हरीश कुमार लगातार रेंडम सैंपल ले रहे हैं। फरारा में 40 और देवगढ़ के पास पार्टी डांगली में 41 रेंडम सैंपल लिए गए। आरके अस्पताल के पीएमओ डॉ. ललित पुरोहित ने बताया कि आरके अस्पताल से 24 नए संदिग्ध रोगियों के सैंपल लिए हैं जबकि चार पुराने रोगियों के रिपीट सैंपल लिए हैं। आरके अस्पताल में 30 मरीज जबकि नाथद्वारा अस्पताल में 60 संदिग्ध मरीज आइसोलेशन में भर्ती है। 252 रोगी होम आइसोलेशन में है।
सांचौर से 50 प्रवासियों को लाए, संबंधित पंचायताें के क्वारेंटाइन सेंटर भेजा : प्रवासियाें की घर वापसी के निर्देश के बाद जिला प्रशासन बाहर से आने वाले प्रवासियों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर में व्यवस्थाओं के लिए जुट गया है। मंगलवार देर रात जालौर जिले के सांचौर क्षेत्र से आए 50 प्रवासियों को राजसमंद लाया गया। जालौर जिला प्रशासन की तरफ से ही उनके लिए बसों का प्रबंध किया था। देर रात को प्रवासियों के राजसमंद आने के बाद उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके बाद उन्हें अपनी-अपनी पंचायताें में क्वारेंटाइन सेंटर पर भेज दिया गया। जहां उन्हें 14 दिन के लिए रखा जाएगा।
एसडीएम सुशील कुमार ने बताया कि प्रवासियाें में रेलमगरा, भीम आदि क्षेत्र के लाेग हैं। गौरतलब है कि मंगलवार सुबह भी गुजरात बॉर्डर पर फंसे 79 प्रवासियों को राजसमंद लाया गया था।



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24 samples sent from RK Hospital and 28 from Nathdwara for investigation, so far 590 sample reports are negative




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काेराेना संक्रमण से बचाने के लिए देश का सबसे लंबा कश्मीर में दंगों के कारण 1990 में 175 दिन, 2016 में 52 दिन रहा था कर्फ्यू

काेराेना वायरस की महामारी में संक्रमण से बचने के लिए भीलवाड़ा में चल रहा कर्फ्यू देश का सबसे लंबा कर्फ्यू बन गया है। शुक्रवार काे भीलवाड़ा में कर्फ्यू काे रिकाॅर्ड 50 दिन पूरे हाे गए। जनता पिछले 50 दिन से घराें में है। 4 मई काे जिला प्रशासन ने एक दिन के लिए कर्फ्यू में कुछ शर्ताें के साथ ढील दी, लेकिन बाजार में भीड़ बढ़ने से चार घंटे बाद ही छूट खत्म कर दी। काेराेना महामारी में देश का सबसे लंबा कर्फ्यू भीलवाड़ा में हाे गया, लेकिन देश में अब तक लगे कर्फ्यू की जानकारी करने पर सामने आया कि 50 दिन के कर्फ्यू से भी अधिक समय के लिए दाे बार कर्फ्यू लग चुके हैं। दाेनाें सबसे लंबे कर्फ्यू का रिकाॅर्ड कश्मीर के नाम है। भीलवाड़ा और कश्मीर के कर्फ्यू में अंतर है। भीलवाड़ा में काेराेना वायरस से बचाने के लिए कर्फ्यू है जबकि कश्मीर में दाेनाें समय दंगा भड़कने से कर्फ्यू लगाए थे। देश का पहला सबसे लंबा कर्फ्यू कश्मीर में 1990 में 175 दिन का था और इसके बाद दूसरा सबसे लंबा कर्फ्यू 2016 में 52 दिन के लिए भी जम्मू कश्मीर में ही लगा था। भीलवाड़ा में 20 मार्च काे छह पाॅजिटिव राेगी पर पहले ही िदन कर्फ्यू लगाया था।
भीलवाड़ा 30 अप्रैल से ऑरेंज जाेन में
30 अप्रैल काे भीलवाड़ा ऑरेंज जाेन में आ गया। लाेगाें का कहना है भीलवाड़ा में पहले दिन से ही कर्फ्यू लगने से ही संक्रमण ज्यादा नहीं फैला। 43 में से 30 मरीज ठीक हो चुके हैं। हालांकि लाेगाें की यह भी राय है कि ऑरेंज जाेन में आने से कंटेंटमेंट एरिया काे छाेड़कर बाकी एरिया में कुछ समय के लिए दुकान खाेलने की अनुमति देनी चाहिए। यहां के चार प्रमुख औद्याेगिक संगठनाें ने सात मई काे मुख्यमंत्री के साथ हुई वीसी में टेक्सटाइल मार्केट और कपड़ा फैक्ट्री शुरू करने की मांग उठाई। उनका कहना है कंटेंटमेंट एरिया काे छाेड़कर टेक्सटाइल मार्केट व कपड़ा फैक्ट्रियाें काे शुरू करना चाहिए ताकि यहां की अर्थव्यवस्था पटरी पर लाैट सके।

जनता काे धैर्य रखना हाेगा। लाेगाें काे यह ध्यान में रखना चाहिए अब तक के अनुशासन के कारण ही हम सभी ने मिलकर जिले में काेराेना का संक्रमण फैलने से राेका है। चार मई काे कर्फ्यू में ढील दी थी लेकिन मार्केट में ज्यादा भीड़ आ जाने से छूट निरस्त करनी पड़ी। यदि जनता ने धैर्य और अनुशासन रखा ताे फिर कर्फ्यू में छूट दे सकते हैं। संक्रमण नहीं फैले इसलिए हम सभी के लिए यह जरुरी है। -राजेंद्र भट्ट, कलेक्टर
1990 : 175 दिन तक कर्फ्यू : कश्मीर पंडिताें के विस्थापन के समय लगा...कश्मीरी पंडितों काे जनवरी 1990 में जम्मू कश्मीर से घर छाेड़ने के लिए कहा गया था। कई कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से पलायन करना पड़ा। उस दौरान कश्मीर में जनवरी से लेकर आगे करीब 175 दिनों तक कर्फ्यू लगा था। यह देश में अब तक का सबसे अधिक दिनों का कर्फ्यू है।
2016: 52 दिनों का कर्फ्यू : आतंकी बुरहान वानी की माैत के कारण लगा... हिज़्बुल मुजाहिदीन के कमांडर आतंकी बुरहान वानी की मुठभेड़ में मौत हाे गई थी। उसकी मौत के बाद दंगे भड़के। पत्थरबाजी, हिंसा और विरोध प्रदर्शन में कई लाेगाें की जानें गई। उस दौरान घाटी में करीब 52 दिन तक कर्फ्यू लगाया गया था। यह देश का दूसरा सबसे लंबा कर्फ्यू है।



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होशंगाबाद से खंडवा तक 190 किमी सड़क होगी चौड़ी, जल्द बनाया जाएगा प्लान

होशंगाबाद से खंडवा तक 190 किलोमीटर सड़क का चाैड़ीकरण किया जाएगा। अभी तक सड़क करीब 7 मीटर है, जिसे 10 मीटर चाैड़ी किया जाएगा। कृषि विकास व किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने सड़क के चाैड़ीकरण के निर्देश शुक्रवार को मंत्रालय में मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड के महाप्रबंधक सुदाम खाड़े को दिए। उन्हाेंने कहा कि जल्द प्रक्रिया शुरू की जाए। होशंगाबाद से टिमरनी तक और हरदा से खंडवा तक अभी सिंगल सड़क ही थी। इससे आवागमन में दिक्कतें हाे रही थी। सड़क 10 मीटर चौड़ी होगी। कृषि विकास व किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि होशंगाबाद से खंडवा तक 190 किमी की सड़क का निर्माण बीओटी (बिल्ड ऑपरेट एंड ट्रांसफर) के अंतर्गत किया जाएगा। इसमें खंडवा से हरदा तक 109 कि.मी. और टिमरनी से होशंगाबाद तक 81 कि.मी.की सड़क निर्मित होगी। कमिश्नर रजनीश श्रीवास्तव ने बताया सर्वे किया जाएगा। इसमें साफ हाेगा कि कितनी जमीन अधिगृहित हाेना है और कितने पेड़ आ रहे हैं। प्लान जल्द बनाया जाएगा।


कुछ दिन पहले डीपीआर मांगा गया था
एमपीआरडीसी के प्रबंधक प्रवीण निमजे ने बताया विभाग की ओर से सड़क का डीपीआर मांगा गया था। डीपीआर भोपाल मुख्यालय भेज दिया गया था। होशंगाबाद से हरदा और हरदा से खंडवा तक सड़क निर्माण की प्रक्रिया काफी पहले से चल रही थी। कार्रवाई शासन स्तर पर आगे बढ़ी हो, फिलहाल अधिकृत जानकारी नहीं है।



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कोविड महमारी से चीन में 8 करोड़ लोगों की नौकरी गई, अभी 90 लाख लोगों की नौकरी पर खतरा

कोविड महामारी का असर दुनिया के लगभग सभी देशों में हुआ है। चीन भी इससे बच नहीं सका। भले ही चीन की अर्थव्यवस्था की गाड़ी दूसरे देशों की तुलना में जल्दी पटरी पर लौट चुकी हो, लेकिन इस बीच यहां लाखों नहीं बल्कि करोड़ों लोग जॉबलेस हो चुके हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च महीने में चीन की बेरोजगारी दर 5.9 फीसदी रही। इस दर का मतलब है कि पिछले दिनों करीब 2.70 करोड़ लोगों की जॉब चली गई होगी।

वहीं, एक्सपर्ट के मुताबिक चीन में बेरोजगारी का आंकड़ा 80 मिलियन (करीब 8 करोड़) को पार कर चुका है। ये अभी 9 मिलियन (करीब 90 लाख) और बढ़ सकता है। यानी चीन की कुल आबादी के लगभग 10 फीसदी लोगों के पास रोजगार नहीं है। हालांकि, कितने लोगों की नौकरियां गई हैं, इसे पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता। इसे लेकर कोई पक्का आंकड़ा नहीं है। चीन में आधिकारिक तौर पर बेरोजगारी का आंकड़ा रखने वाली एजेंसी सिर्फ शहरों का आंकड़ा रखती है। पिछले वर्षों में ये 4 प्रतिशत से 5 प्रतिशत हुआ है।

स्टार्टअप बंद, नौकरी भी गई
सीएनएन को नाम ना बताने की शर्त पर वांग (परिवर्तित नाम) ने बताया कि कोरोनावायरस की वजह से अब उनके पास जॉब नहीं है। वे नहीं चाहते कि उनकी बेरोजगारी के बारे में उनके परिवार या दोस्तों को पता चले। उन्होंने ये भी बताया कि उनकी तरह कई लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। वहीं, कुछ लोगों के मन में नौकरी जाने का डर बना हुआ है।

दूसरी तरफ, एक 26 वर्षीय टेक वर्कर ने पिछले साल अपना स्टार्टअप शुरू किया था, क्योंकि वो नौकरी को लेकर चिंतित थे। हालांकि, इसी साल बीजिंग के एक इंटरनेट कंपनी ने उन्हें फिर से नौकरी पर रखा था, तब उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं थी कि आने वाले दिनों में इतनी मुश्किल हो जाएगी।

चीन में 29 करोड़ प्रवासी मजदूर
चीन एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज के एक अर्थशास्त्री झैंग बिन द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक चीन में करीब 29 करोड़ प्रवासी मजदूर हैं। ये कंस्ट्रक्शन, मैन्युफैक्चरिंग और दूसरे तरह के प्रोडक्शन कामों से जुड़े हैं। कहने को ये लो इनकम ग्रुप वाले लोग हैं, लेकिन चीन की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में इनका बड़ा रोल होता है। रिपोर्ट के मुताबिक इन सभी को मिलाकर चीन में मार्च के आखिर तक करीब 8 करोड़ लोगों की नौकरी जा चुकी है।

ग्रेजुएट होने वाल युवाओं के सामने भी समस्या
कोविड महामारी ने चीन में 1976 के जैसे हालात बना दिए हैं। उस वक्त चीन की अर्थव्यवस्था डगमगा गई थी। चीन के युवाओं के सामने भी बेरोजगारी संकट पैदा हो सकता है। दरअसल, आने वाले हफ्तों में बीजिंग से करीब 87 लाख लोग कई कॉलेजों और यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होकर निकलेंगे। ऐसी स्थिति में उनके सामने जॉब का संकट खड़ा हो सकता है।

कोरोनावायरस से चीन में मौतें

चीन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 82,887 हो गई है। इनमें 78,046 संक्रमित ठीक हो गए हैं। वहीं, कोरोना से मरने वालों की संख्या 4,633 है। ये आंकड़े covid19world.org के अनुसार हैं। लिस्ट में चीन 11वें स्थान पर है। हालांकि, अब यहां पर कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो रही है।



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चीन में आधिकारिक तौर पर बेरोजगारी का आंकड़ा रखने वाली एजेंसी सिर्फ शहरों का आंकड़ा रखती है।




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गैलेक्सी स्मार्ट वॉच एक्टिव-2 का 4जी वैरिएंट भी लॉन्च किया, कीमत 35,990 रुपए

गैजेट डेस्क. सैमसंग ने गैलेक्सी वॉच एक्टिव2 के 4जी वैरिएंट को सोमवार को लॉन्च किया। इसे 4एमएम स्टील डॉयल के साथ सिल्वर, ब्लैक और गोल्डन फिनिश में पेश किया गया है। इसकी कीमत 35,990 रुपए है।

वॉच में ऑटो ट्रैकिंग एक्टिविटी के साथ ही वॉकिंग, रनिंग, साइकलिंग, रोविंग, इलिप्टिकल ट्रेनर, डायनमिक वर्कआउट और स्विमिंग एक्टिविटी मिलती है। लेटेस्ट वॉच में आपको रनिंग कोच एक्टिविटी मिलेगी, जो दौड़ने के दौरान आपको गाइड करेगी।

गैलेक्सी वॉच एक्टिव 2 4जी ई-सिम कनेक्टिविटी के साथ आती है, जो कंज्यूमर को वॉच से कॉलिंग की सुविधा देती है। साथ ही यूजर वॉच से ही सोशल मीडिया के पोस्ट शेयर कर सकते है और वीडियो देखने सकते हैं।



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4G variant of Galaxy Smart Watch Active-2 also launched, price Rs 35,990




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एमजी मैक्सस 90 नाम की फुल फ्लेज्ड एसयूवी भारत में लॉन्च करेगी

नई दिल्ली. एमजी मोटर्स हेक्टर का 6-सीटर वर्जन लाने की तैयारी में है। इसके अलावा कंपनी एमजी मैक्सस90 नाम की फुल फ्लेज्ड एसयूवी भारत में लॉन्च करेगी। यह एसयूवी टोयोटा फॉर्च्यूनर और फोर्ड एंडेवर से ज्यादा पावरफुल होगी।

एमजी मैक्सस डी90 एसयूवी अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2.0-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन के साथ आती है। लेकिन भारत में यह 7-सीटर एसयूवी डीजल इंजन के साथ आएगी। एमजी मोटर्स ने हाल में चीन में हुए ऑटो शो में मैक्सस डी90 को 2.0 लीटर डीजल इंजन में पेश किया है।



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MG Maxus 90 will launch a full-fledged SUV named as India




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14,990 रु. में लॉन्च हुआ ओप्पो A5 2020 का 6GB रैम वैरिएंट, पावर बैंक का भी काम करता है ये स्मार्टफोन

गैजेट डेस्क. चीनी स्मार्टफोन कंपनी ओप्पो ने A5 2020 स्मार्टफोन का नया 6 जीबी रैम वैरिएंट लॉन्च कर दिया है। इसकी कीमत 14,990 रुपए है। इसे ऑफलाइन स्टोर्स से खरीदा जा सकेगा। नए वर्जन में 6 जीबी रैम के साथ 128 जीबी स्टोरेज मिलेगा। इससे पहले भारतीय बाजार में ओप्पो A5 2020 के सिर्फ 3 जीबी रैम और 4 जीबी रैम वैरिएंट ही उपलब्ध थे। ओप्पो ए-सीरीज कंपनी की पहली ऑफलाइन सीरीज है।

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डायमंड शेप रियर कैमरे वाला वीवो S1 प्रो स्मार्टफोन लॉन्च, 19990 रु. है कीमत, मिलेगा 48MP का प्राइमरी कैमरा

गैजेट डेस्क. चीनी कंपनी वीवो ने शुक्रवार को भारत में वीवो S1 प्रो स्मार्टफोन को लॉन्च कर दिया है। फोन में डायमंड शेप रियर कैमरा सेटअप मिलेगा। फोन को 8 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज के सिंगल वैरिएंट में लॉन्च किया गया है। इसकी कीमत 19,990 रुपए है। फोन तीन कलर ऑप्शन में अवेलेबल है। इसकी बिक्री शुरू हो चुकी है, इसे ऑफलाइन-ऑनलाइन दोनों तरह से खरीदा जा सकता है।

वॉटरड्रॉप नॉच डिस्प्ले वाले इसे स्मार्टफोन में 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा मिलेगा। इसके बैक पैनल पर चार कैमरे दिए गए हैं जिसमें 48 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर है। इसकी 4500 एमएएच बैटरी 18 वॉट डुअल इंजन फास्ट चार्जिंग सपोर्ट करती है। सिक्योरिटी के लिए इसमें इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है। इसके कैमरे में इलेक्ट्रॉनिक इमेज स्टेबलाइजेशन सपोर्ट मिलता जो वीडियो में शेक और जर्क नहीं आने देता।

वीवो ए1 प्रो


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7 फीट लंबी OTG केबल के साथ एडकॉम हेडफोन लॉन्च, ऑफर प्राइस 1590 रुपए

गैजेट डेस्क. एडकॉम कंपनी ने भारतीय बाजार में अपना नया गेमिंग हेडफोन एडकॉम विजन लॉन्च किया है। इसकी कीमत 1,790 रुपए है, लेकिन लॉन्चिंग ऑफर के चलते इसे 1,590 रुपए में सेल किया जा रहा है। ग्राहक इसे स्टील ग्रे कलर वैरिएंट में खरीद पाएंगे। कंपनी इस पर एक साल की रिप्लेसमेंट वारंटी भी दे रही है।

इस हेडफोन में 50mm हाई-फाई व्हाइट मेगनेट बास ड्राइवर्स और ओमिनी-डायरेक्शनल माइक दिया है। ये बैकग्राउंड नॉइस कैंसिलेशन फीचर के साथ आता है। साथ ही, इसकी वॉयस क्वालिटी एकदम क्लियर है। यानी गेमिंग के दौरान यूजर को बाहर का साउंड डिस्टर्ब नहीं करेगा। इसमें लेदर पेडेट कुशन हेडबैंड्स और ईयरपैड्स दिए हैं। इसके माइक्रोफोन को एडजेस्ट किया जा सकता है।

एडकॉम विजन के फीचर्स

> 50mm हाई-फाई व्हाइट मेगनेट बास ड्राइवर्स
> ओमिनी-डायरेक्शनल माइक
> हाई टेन्सल स्ट्रेंथ
> एंटी-वाइंडिंग ब्राइडेड केबल
> 7 फीट लंबी OTG कनेक्टिंग केबल
> एडजेस्टेबल वॉयस/वॉल्यूम कंट्रोल
> LED पावर इंडीकेटर

ये हेडफोन 7.1 ट्रू सराउंड साउंड, प्लग एंड प्ले यूएसबी ऑडियो को सपोर्ट करता है। इसका वजन 322 ग्राम है। कंपनी के मुताबिक ये गेमिंग के लिए आइडल वजन है। इसे पीसी, लैपटॉप, टैबलेट, माबाइल फोन, गेमिंग कंसोल, प्ले स्टेशन, एक्सबॉक्स के साथ कई दूसरे डिवाइस से भी कनेक्ट कर सकते हैं।



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ADCOM Vision gaming headphones launched in India at Rs 1590




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बेंगलुरु की कंपनी ने लॉन्च किया अथर 450X इलेक्ट्रिक स्कूटर, शुरुआती कीमत 99000 रुपए

गैजेट डेस्क. बेंगलुरु स्थित अथर एनर्जी ने भारतीय बाजार में अपना नया इलेक्ट्रिक स्कटूर अथर 450X लॉन्च कर दिया है। कंपनी के मुताबिक ये पुराने मॉडल 450 को रिप्लेस करेगा। अथर 450X को दो वैरिएंट 450X प्लस और 450X प्रो में लॉन्च किया गया है। इस अपडेटेड स्कूटर में कई एडवांस फीचर्स के साथ बेहतर माइलेज और पावरफुल परफॉर्मेंस मिलेगा। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 99,000 रुपए से शुरू है। वहीं, दिल्ली में इसकी एक्स-शोरूम कीमत 85,000 रुपए होगी।

अथर 450X के वैरिएंट की कीमत

वैरिएंट कीमत मंथली EMI
450X प्लस 1.49 लाख 1,699 रुपए
450X प्रो 1.59 लाख 1,999 रुपए

दिल्ली में 450X प्लस की कीमत 1.35 लाख रुपए और 450X प्रो की कीमत 1.45 लाख रुपए होगी। दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल पर जो नीति तैयार की है उसी वजह से इनकी कीमतें यहां कम हुई हैं।

बैटरी और रेंज

अथर 450X में 2.9kwh बैटरी पैक दिया है। इसमें 6kW की इलेक्ट्रिक मोटर दी है, जो 8bhp का पावर और 26Nm टॉर्क जनरेट करती है। कंपनी का कहना है कि बैटरी को फुल करके 85Km तक की दूरी तय की जा सकती है। इसमें राइड और ईको के दो ड्राइविंग मोड दिए हैं। ईको मोड में ये 85 किमी और राइड मोड में 75 किमी तक चलता है। इसकी टॉप स्पीड 85km/h है। ये 0-40 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड 3.3 सेकंड में पकड़ लेता है।

इसमें एंड्रॉयड बेस्ड यूजर इंटरफेस दिया है। इसमें डार्क मोड और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी फीचर दिया गया है, जिससे राइडर मोबाइल पर आने वाले कॉल को रिसीव या कैंसल कर पाएगा। इसे मैट ग्रे और मिंट ग्रीन कलर में खरीदा जा सकता है। कंपनी ने इसकी बुकिंग शुरू कर दी है। वहीं, डिलिवरी जुलाई 2020 से शुरू होगी।



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Ather 450X Electric Scooter Launched In India; Prices Start At Rs. 85,000 in Delhi




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BS6 सुजुकी बर्गमैन स्ट्रीट लॉन्च, कीमत 77900 रुपए, पहले से 7 हजार रुपए महंगा हुआ

ऑटो डेस्क. नए एमिशन नॉर्म्स को देखते हुए सोमवार को सुजुकी मोटरसाइकिल ने अपनी पॉपुलर मैक्सी स्कूटर सुजुकी बर्गमैन स्ट्रीट के बीएस6 वैरिएंट को लॉन्च किया। इंजन के अलावा कंपनी ने इसके फीचर्स में भी कई सारे अपडेशन किए हैं। बीएस6 इंजन से लैस बर्गमैन की एक्स शोरूम कीमत 77,900 रुपए है, यानी यह पहले से 7 हजार रुपए तक महंगा हो गया है। कंपनी ने हाल ही में इसे ऑटो एक्सपो 2020 में भी शोकेस किया था।

सुजुकी बर्गमैन स्ट्रीट में पहले की तरह ही 125 सीसी का इंजन मिलेगा लेकिन यह बीएस6 होगा यानी नए एमिशन नॉर्म्स को फॉलो करेगा। सुजुकी ने इसमें कार्ब्युरेटर की जगह फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम का इस्तेमाल किया है। इसमें पहले जितना ही 8.7 पीएस का पावर मिलेगा लेकिन 10 एनएम का टॉर्क जो पहले 10.2 एनएम था।

कंपनी ने इसके फीचर्स में भी कई सारे अपग्रेडेशन किए हैं। अब इसमें इंजन किल स्विच समेत नया मैटेलिक मैट बोर्डिऑक्स रेड कलर ऑप्शन मिलेगा। इसमें मैटेलिक मैट फिबरॉइन ग्रे, पर्ल मिराज व्हाइट और मैटेलिक मैट ब्लैक कलर भी मिलेगा, जो पहले भी अवेलेबल थे। ऑटो एक्सपो 2020 में कंपनी ने इसके मोटोजीपी कलर स्कीम को भी पेश किया था लेकिन फिलहाल कंपनी ने इसे बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं कराया है।



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BS6 Suzuki Bergman Street launched at price 77900 rupees know features price and latest updates




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बीएस6 पैशन प्रो और ग्लैमर लॉन्च, शुरुआती कीमत 64990 रुपए, पहले से ज्यादा पावरफुल और स्टाइलिश

ऑटो डेस्क. हीरो मोटोकॉर्प ने मंगलवार को मोस्ट पॉपुलर कम्यूटर मोटरसाइकिल हीरो पैशन प्रो और ग्लैमर के बीएस6 मॉडल को लॉन्च किया। पैशन प्रो की एक्स शोरूम कीमत 64,990 रुपए है जबकि इसके फ्रंट डिस्क अलॉय व्हील वाले वैरिएंट की कीमत 67,190 रुपए है। वहीं बीएस6 ग्लैमर के ड्रम ब्रेक वाले वैरिएंट की कीमत 68,900 रुपए और डिस्क ब्रेक वैरिएंट की कीमत 72,400 रुपए है। इवेंट में कंपनी ने बीएस6 कंप्लेंट ऑल न्यू एक्सट्रीम 160 को भी शोकेस किया, जिसे अगले महीने तक बाजार में उतारा जाएगा।

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BS6 Hero Passion Pro and BS6 Glamour FI 125 Price | BS6 Hero Passion Pro: BS6 Glamour FI 125 Launched; Key Specifications Features, and Latest Colours Pictures, BS6 Hero Xtreme 160R Unveiled
बीएस6 हीरो पैशन प्रो
बीएस6 ग्लैमर एफआई 125
ऑल न्यू हीरो एक्सट्रीम 160 आर




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A31 का नया मॉडल लॉन्च, 12 मेगापिक्सल का ट्रिपर रियर कैमरा मिलेगा; 6GB वैरिएंट की कीमत 13,990 रुपए

गैजेट डेस्क. चीनी स्मार्टफोन कंपनी ओप्पो ने भारतीय बाजार में अपने लो बजट स्मार्टफोन ओप्पो A31 (2020) को लॉन्च कर दिया है। इसमें रैम और स्टोरेज के दो अलग वैरिएंट आएंगे। वहीं,फोन में ट्रिपल रियर कैमरा के साथ वॉटरड्रॉप नॉच डिस्प्ले स्क्रीन मिलेगी। फोन की बिक्री 29 फरवरी से शुरू होगी। बता दें कि कंपनी ने अपने A31 हैंडसेट को 2015 में लॉन्च किया था।

ओप्पो A31 (2020) की कीमत

वैरिएंट कीमत
4GB+64GB 11,490 रुपए
6GB+128GB 13,990 रुपए

ओप्पो A31 (2020) के स्पेसिफिकेशन

डिस्प्ले 6.5-इंच HD+ (720x1,600 पिक्सल)
रैम/रोम 4GB+64GB, 6GB+128GB
प्रोसेसर ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो P35
कैमरा 12+2+2MP रियर, 8MP फ्रंट
ओएस एंड्रॉयड 9 बेस्ड कलरओेएस 6.1.2
बैटरी 4,230mAh
चार्जिंग 1.5 घंटे में फुल चार्ज
एआई सपोर्ट कैमरा, गेमिंग, प्रोसेसर

इस स्मार्टफोन से जुड़े 5 सवाल जो आपके मन में होंगे?

1. फोन का स्क्रीन कितनी बेहतर है?
जवाब: स्मार्टफोन में 6.5-इंच की आईपीएस एलसीडी टचस्क्रीन दी है। जो दूसरे स्मार्टफोन की तरह 16 मिलियन कलर्स को सपोर्ट करती है। स्क्रीन और बॉडी का रेशिया 82.4% है। इसका रेजोल्यूशन 720 x 1600 पिक्सल है। इसकी पिक्सल डेनसिटी 270ppi है, जो सूर्य की रौशनी में दिखने वाले डिस्प्ले के हिसाब से काफी कम है। बड़ी स्क्रीन होने से वीडियो और गेमिंग का एक्सपीरियंस बेहतर मिलेगा।

2. क्या कैमरा से रात में भी तस्वीरें बेहतर आती हैं?
जवाब:
फोन में 12 मेगापिक्सल का ट्रिपल रियर कैमरा दिया है। जो 2 मेगापिक्सल के मैक्रो और 2 मेगापिक्सल के डेप्थ लेंस के साथ आता है। वहीं, सेल्फी के लिए इसमें 8 मेगापिक्सल का कैमरा मिलेगा। ऐसे में सेल्फी लवर्स को थोड़ा निराश होना पड़ सकता है। क्योंकि दूसरी कंपनियां 14 हजार रुपए वाले स्मार्टफोन में 16 से 32 मेगापिक्सल तक का कैमरा दे रही हैं। इस फोन से रात की तुलना में दिन की रौशनी में फोटो बेहतर आएंगे।

3. प्रोसेसर कितना फास्ट है, फोन स्लो तो नहीं होगा?
जवाब:
फोन में ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो P35 प्रोसेसर दिया है। इस फोन की कीमत को देखते हुए प्रोसेसर ठीक है, लेकिन इतनी कीमतमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन प्रोसेसर भी मिल सकता था। फोन में ग्राफिक्स के लिए पावर वीआर GE8320 भी मिलेगा। स्मार्टफोन में ऑनलाइन हैवी गेम जैसे पबजी खेलते हैं, तब फोन थोड़ा स्लो हो सकता है। हालांकि, 6GB रैम वाले वैरिएंट में इस प्रॉब्लम को फेस नहीं करना होगा।

4. स्टोरेज में कितना डेटा रख पाएंगे?
जवाब:
ये फोन दो स्टोरेज 64GB और 128GB वैरिएंट में आता है। यानी यूजर अपनी जरूरत के हिसाब से स्टोरेज ले सकता है। अच्छी बात है कि इसमें 256GB स्टोरेज वाला मेमोरी कार्ड भी लगा सकते हैं। यानी फोन में 300GB से भी ज्यादा स्टोरेज मिलेगा। इतने स्टोरेज में आप HD क्वालिटी के 48 घंटे वाले वीडियो या 10 घंटे के 4K वीडियो रख सकते हैं। इतने स्टोरेज में आप 5MB साइज वाला 51,200 गाने स्टोर कर सकते हैं।

5. बैटरी कितनी देर में चार्ज होगी और कितनी चलेगी?
जवाब:
इसमें 4,230mAh की बैटरी दी है, जो फोन के दूसरे हार्डवेयर स्पेसिफिकेशन को देखते हुए परफेक्ट है। कंपनी का दावा है कि सिंगल फुल चार्ज में ये एक दिन का बैकअप आसानी से देती है। इसके साथ 10 वॉट का चार्जर मिलता है, जिससे फोन करीब 1.5 घंटे में फुल चार्ज हो जाएगा।



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Oppo A31 (2020) With Triple Rear Cameras, Helio P35 SoC and 4,230mAh Battery Launched in India: Price, Specifications and more




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44MP डुअल पंच-होल सेल्फी कैमरा वाला दुनिया का पहला स्मार्टफोन लॉन्च, कीमत 29990 रुपए से शुरू

गैजेट डेस्क. चीनी कंपनी ओप्पो ने भारतीय बाजार में अपनी रेनो सीरीज का नया स्मार्टफोन रेनो 3 प्रो लॉन्च कर दिया है। ये दुनिया का पहला ऐसा स्मार्टफोन है जिसमें 44 मेगापिक्सल का डुअल पंच-होल सेल्फी कैमरा दिया है। फोन को दो स्टोरेज वैरिएंट में लॉन्च किया गया है। इसके 128GB स्टोरेज और 8GB रैम वैरिएंट की कीमत 29,990 रुपए है। वहीं, 256GB स्टोरेज और 8GB रैम वैरिएंट की कीमत 32,990 रुपए है। फोन में ऑरेल ब्लू, स्काई व्हाइट और मिडनाइट ब्लैक कलर्स मिलेंगे।

ओप्पो रेनो 3 प्रो स्पेसिफिकेशन

इसमें 6.4-इंच का सुपर एमोलेड डिस्प्ले दिया है, जो फुल HD+ रेजोल्यूशन 1920X1080 पिक्सल को सपोर्ट करता है। इसके डिस्प्ले में डुअल पंच-होल सेल्फी कैमरा दिया है। जिसमें प्राइमरी लेंस 44 मेगापिक्सल और सेकंडरी लेंस 2 मेगापिक्सल (डेप्थ सेंसर) है।

फोन में मीडियाटेक हीलियो P95 चिपसेट ऑक्टा-कोर प्रोसेसर और ग्राफिक्स के लिए पावर VR GM 9446 जीपीयू दिया है। प्रोसेसर के साथ 8GB रैम का कॉम्बिनेशन मिलेगा। इसमें 64 मेगापिक्सल का क्वाड कैमरा सेटअप किया गया है। जो 8 मेगापिक्सल के अल्ट्रावाइड शूटर, 13 मेगापिक्सल के मोनो लेंसऔर 2 मेगापिक्सल के डेप्थसेंसर के साथ आता है। सभी लेंस को वर्टिकल सेटअप किया है। इसमें डुअल LED फ्लैश भी मिलेगा। रेनो सीरीज के दूसरे स्मार्टफोन की तरह ये 20X जूम को सपोर्ट करता है।

इसमें 4,025mAh की बैटरी दी है, जो 30 वॉट वूश फ्लैश चार्ज 4.0 को सपोर्ट करती है। कंपनी का ऐसा दावा है कि बैटरी 0 से 50 प्रतिशत सिर्फ 20 मिनट में चार्ज हो जाती है। वहीं, फुल चार्ज होने में घंटे भर का वक्त लगता है। ये एंड्रॉयड 10 बेस्ड कलरओएस 7 पर रन करता है।



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Oppo Reno 3 Pro with 44MP Selfie Camera, 8GB RAM and 4,025mAh battery with 30W VOOC Flash Charge Support Launched in India; Know Price, Specifications




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जीपीएस नेविगेशन फीचर से लैस फिटबिट चार्ज 4 बैंड लॉन्च, खरीदने से पहले 90 दिन का ट्रायल ले सकेंगे ग्राहक

गैजेट डेस्क. वियरेबल डिवाइस बनाने वाली अमेरिकन कंपनी फिटबिट ने भारत में नया फिटबिट चार्ज 4 लॉन्च कर दिया है। इसका डिजाइन पहले जैसे ही है लेकिन इसमें कईलेटेस्ट और एडवांस्ड फीचर देखने को मिलेंगे। इसकी खासियत यह है कि यह जीपीएस फंक्शनैलिटी से लैस है। कंपनी का कहना है कि सिंगल चार्ज में यह 7 दिन तक चलेगा। यह तीन कलर में अवेलेबल है और इसका स्पेशल एडिशन ब्लैक क्लासिक बैंड के साथ आएगा। इसे एरोस्पेस ग्रेड एल्युमिनियम से बनाया गया है। इसमें स्लीप ट्रैकिंग और फिटबिट-पे जैसे फीचर्स भी मिलेंगे।

फिटबिट चार्ज 4: कीमत और उपलब्धता
फिटबिट चार्ज 4 के ब्लैक, रोजवुड और स्टॉर्म ब्लैक/ब्लू कलर वैरिएंट की कीमत 14999 रुपए है। इसके स्पेशल एडिशन ग्रेनाइट रिफ्लेक्टिव/ब्लैक वुवन कलर वैरिएंट की कीमत 16999 रुपए है। लॉकडाउन को देखते हुए फिलहाल इसकी बिक्री की तारिख तय नहीं की गई है लेकिन इसे इसी महीने से ऑनलाइन और ऑफलाइन स्टोर से खरीदा जा सकेगा। प्रेस रिलीज के मुताबिक, इसके प्रीमियम कस्टमर्स को 90 दिन का ट्रायल भी दिया जाएगा। इसे 819 रुपए मासिक या 6999 रुपए सालाना की किश्त पर भी ले सकते हैं।

फिटबिट चार्ज 4: फीचर्स और स्पेसिफिकेशन

  • बैंड में OLEDटचस्क्रीन है। कंपनी का दावा है कि सिंगल चार्ज में यह 7 दिन तक चलेगा। लगातारजीपीएसचलाने पर यह 5 घंटे तक काम करेगा। चार्ज होने में यह दो घंटे का समय लेता है।
  • यह ब्लूटूथ 4.0 कनेक्टिविटी से लैस है। यह वॉटर रेजिस्टेंट है और 50 मीटर गहरे पानी में भी काम करताहै। इसमें 24x7 हार्ट रेट मॉनिटरिंग फीचर भी मिलता है।
  • इसमें 3-एक्सिस एक्सीरेलोमीटर, ऑप्टिकल हार्ट रेट मॉनिटर, जीपीएस, एनएफसी और एल्टीमीटर जैसे सेंसर मिलते हैं। इसमें वाइब्रेशन मोटर भी है।
  • बैंडसे स्पॉटिफाई ऐप पर चल रहाम्यूजिक भी कंट्रोल किया जा सकेगा। इसपर कॉल्स, मैसेज, रिमाइंडर समेतकई नोटिफिकेशन अलर्ट मिलेंगे।
  • डिजिटल पेमेंट के लिए इसमें फिटबिट पे फीचर भी मिलता है, इसमें यूजर अपनेक्रेडिट या डेबिट कार्ड को फिटबिट वॉलेट से कनेक्ट कर सकेंगे।


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Fitbit Charge 4 price| Fitbit Charge 4 launched in india With Built-in GPS, 24/7 Heart Rate Monitor at starting price 14999 rupees




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संकट से जूझ रही ऑटो इंडस्ट्री की लॉकडाउन ने बढ़ाई मुसीबत, मार्च में मारुति सुजुकी की बिक्री में 47% की भारी गिरावट, अशोक लीलैंड की सेल्स 90% गिरी

ऑटो इंडस्ट्री पिछले करीब एक साल से बिक्री के मोर्च पर गंभीर संकट का सामना कर रही है। आर्थिक सुस्ती के बीच ऑटो इंडस्ट्री को बीएस4 से बीएस6 उत्सर्जन मानक में शिफ्ट करना पड़ा। इसकी वजह से वाहन बिक्री में हर माह गिरावट दर्ज की जा रही थी। फिर कोरोना वायरस की वजह से देश में जारी लॉक डाउन ने तो ऑटो इंडस्ट्री की कमर ही तोड़कर रख दी है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी की मारूति सुजुकी की मार्च माह की बिक्री में 47 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।

मार्च की बिक्री 47 फीसदी गिरी
कंपनी की मार्च में वाहन बिक्री 83,792 यूनिट रही। यह आंकड़ा एक साल पहले मार्च 2019 में 1.58 लाख यूनिट का था। मार्च 2020 में मारुति की कुल घरेलू बिक्री 46.4 फीसदी घटकर 79,080 यूनिट रही है। वहीं, मार्च 2019 में कंपनी की कुल घरेलू बिक्री 1.47 लाख यूनिट रही थी। अगर मारुति सुजुकी के निर्यात की बात करें, तो इस साल मार्च में मारुति के वाहनों का निर्यात 55 फीसदी घटकर 4,712 यूनिट रह गया, जो मार्च 2019 में 10,463 यूनिट था। मारुति के पैसेंजर व्हीकल बिक्री मार्च 2020 में 47.4 फीसदी घटकर 76,420 यूनिट रही है। वहीं, मार्च 2019 में कुल पैसेंजर व्हीकल बिक्री 1.45 लाख यूनिट थी।

अशोक लीलैंड की बिक्री में 90 फीसदी की गिरावट
हिंदुजा समूह के अशोक लीलैंड ने बुधवार को मार्च की बिक्री में 90 फीसदी गिरावट दर्ज की। मार्च 2020 में कंपनी के कुल 2,179 वाहनों की बिक्री की। पिछले साल इसी दौरान कपनी ने 21,535 वाहनों की बिक्री की थी। इस दौरान कुल घरेलू बिक्री 1,787 यूनिट थी, जो पिछले साल मार्च माह में 20,521 यूनिट थी। अगर मीडियम और हैवी कमर्शियल व्हीकल बिक्री की बात करें, तो इसमें भी पिछले साले के मुकाबले करीब 90 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।



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Auto industry sales report| lockdown increased trouble in auto industry, Maruti Suzuki sales down by 47% in March, Ashok Leyland's sales down by 90%




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पायनियर ने लॉन्च किया मल्टीपर्पज टैबलेट कोम्बो; कीमत 33890 रुपए, कार के अंदर और बाहर दोनों जगह इस्तेमाल कर सकेंगे

कार का म्यूजिक सिस्टम बनाने वाली कंपनी Pioneer (पायनियर) ने डिटेचेबल मल्टीपर्पज टैबलेट कोम्बो लॉन्च किया है। इसकी कीमत 33,890 रुपए है। इसमें SDA-835TAB टैबलेट और SPH-T20BT रिसीवर शामिल है। इसे खासतौर से ऐसे लोगों के लिए डिजाइन किया गया है, जो सफर के दौरान क्वालिटी एंटरटेनमेंट पसंद करते हैं। यह एंड्रॉयड ओएस पर काम करता है साथ ही यह हाई रेजोल्यूशन डिस्प्ले से लैस है। कंपनी का दावा है कि इसमें बढ़िया क्वालिटी का साउंड, हाई-एंड सेफ्टी फीचर्स समेत नेवीगेशन और एंटरटेनमेंट बेस्ड कई प्री-लोडेड ऐप्स मिलेंगे।

इसमें 8 इंच का एचडी डिस्प्ले मिलेगा
इसमें SDA-835TAB टैबलेट है, जो 8 इंच के हाई रेजोल्यूशन टच स्क्रीन डिस्प्ले से लैस है। कंपनी का कहना है कि यह अपनी तरह का पहला मल्टी पर्पज टैबलेट है, जिसे कार के अंदर और बाहर दोनों जगह इस्तेमाल किया जा सकता है। टैब एंड्ऱॉयड ओएस पर काम करता है। इसमें कई प्री-इंस्टॉल ऐप्स मिलेंगी जिसमें गूगल मैप, यूट्यूब, जीमेल और पायनियर की यूनिक ऐप पायनियर स्मार्ट सिंक ऐप समेत कई ऐप शामिल हैं। नेटवर्क से कनेक्ट रहने पर यह ऐप ऑटोमैटिक अपडेट होती है। इसमें पारंपरिक रेडियो और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के जरिए म्यूजिक सुनने की बजाए अन्य म्यूजिक स्ट्रीमिंग ऐप से भी गाने सुनने की सुविधा मिलती है। इसे रेगुलर इन-कार इंफोटेनमेंट सिस्टम की तरह इस्तेमाल करने के लिए टैबलेट को SPH-T20BT रिसीवर से ब्लूटूथ के जरिए कनेक्ट करनी की जरूर पड़ती है।

रियर कैमरा का भी काम करेगा
डिस्प्ले की बात करें तो SDA-835TAB टैबलेट में 1280*800 आईपीएस डिस्प्ले है। लॉग्न ड्राइव के दौरान इस पिछली सीट से भी यूज किया जा सकता है। इसमें 4000 एमएएच बैटरी है। यह रियर व्यू कैमरे से कनेक्टेड है, जिसमें कार रिवर्स करते समय पीछे का व्यू दिखता है।



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Pioneer tablet combo price| Pioneer multipurpose tablet combo launched at price 33890 rupees will be able to use both inside and outside the car




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लेनोवो का गेमिंग स्मार्टफोन लीजन, 90W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट वाला दुनिया का पहला फोन, बैटरी को 30 मिनट से कम समय में फुल चार्ज करेगा

टेक कंपनी लेनोवो जल्द ही अपने लीजन गेमिंग स्मार्टफोन को लॉन्च करने की तैयारी में है। इसकी खासियत यह है कि इसमें 90W अल्ट्रा फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलेगा। हाल ही में कंपनी ने चीनी सोशल नेटवर्किंग साइट वीबो पर पोस्टर जारी कर इसकी जानकारी दी। यह दुनिया का पहला स्मार्टफोन होगा, जिसमें इतनी दमदार पावर सप्लाई मिलेगी। हालांकि वीवो और श्याओमी भी 100W/120W चार्जिंग सपोर्ट वाले स्मार्टफोन पर काम कर रही है, लेकिन दोनों ही कंपनियां इन्हें इस साल लॉन्च नहीं करेंगी।

कंपनी ने जारी किया पोस्टर

हालांकि लेनोवो ने फिलहाल यह जानकारी नहीं दी है कि 90 वॉट फास्ट चार्जिंर कितने समय में बैटरी को फुल चार्ज करेगा। बाजार में पहले से उपलब्ध ओप्पो रेनो ऐस स्मार्टफोन में 65 वॉट सुपरVOOC फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलता है, जो 4000 एमएएच बैटरी को 30 मिनट में 0 से 100 फीसदी चार्ज करता है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि लेनोवो लीजन गेमिंग फोन का चार्जर सिर्फ 20 मिनट में बैटरी को फुल चार्ज करेगा।

मिलेगा स्नैपड्रैगन 865 प्रोसेसर
कंपनी ने यह भी कंफर्म किया कि लेनोवो का अपकमिंग लीजन स्मार्टफोन क्वालकॉम के लेटेस्ट प्रोसेसर स्नैपड्रैगन 865 से लैस होगा। यही चिपसेट ब्लैक शार्क 3 और ब्लैक शार्क 3 प्रो गेमिंग स्मार्टफोन में मिलता है। इसके अलावा कंपनी ने यह भी बताया कि फोन ग्राउंड ब्रेकिंग कूलिंग टेक्नोलॉजी से लैस होगा। यानी समझा जा सकता है कि कंपनी अपने यूजर्स को मजबूत और स्मूद गेमिंग एक्सपीरियंस देना चाहती है।

मिल सकती है 5050 एमएएच बैटरी
कयास लगाए जा रहे हैं कि फोन में 144 हर्ट्ज रिफ्रेश्ड रेट वाला डिस्प्ले मिलेगा, जो नुबिया रेड मैजिक 5जी स्मार्टफोन में भी मिलती है। इसमें 5050 एमएएच की बड़ी बैटरी मिल सकती है। इसके अलावा इसमें ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप, यूएसबी टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट भी मिलने की उम्मीद है। बाजार में लीजन स्मार्टफोन का मुकाबला ब्लैक शार्क, नुबिया, आईकू और आसुस के गेमिंग स्मार्टफोन से देखने को मिलेगा।



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Lenovo Legion Gaming Phone Price| Lenovo's gaming smartphone Legion, the world's first phone with 90W fast charging support, will have full charge battery in 20 minutes




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भारत में 3990 रु. में मिलेगा वनप्लस वार्प 30 चार्जर, कंपनी का दावा- वनप्लस 8 प्रो फोन को 29 मिनट में 0-50% चार्ज करेगा

चीनी कंपनी वनप्लस ने भारत में अपने नए वनप्लस वार्प चार्ज 30 वायरलेस चार्जर की कीमत का ऐलान कर दिया है। इसे 3990 रुपए में खरीदा जा सकेगा। फिलहाल यह वनप्लस 8 सीरीज फोन की तरह बिक्री या प्री-बुकिंग के लिए उपलब्ध नहीं है। कंपनी लॉकडाउन खत्म होने के बाद इसकी घोषणा कर सकती है। कंपनी का दावा है कि यह वायरलेस चार्जर 4510 एमएएच बैटरी से लैस वनप्लस 8 प्रो स्मार्टफोन को 29 मिनट में 0 से 50 फीसदी तक चार्ज करेगी। कंपनी ने वनप्लस 8 सीरीज की भारत में कीमत के ऐलान के बाद ही इसे ऑफिशियल साइट पर लिस्ट कर दिया था।

वनप्लस वार्प चार्ज 30 वायरलेस चार्जर: कीमत और उपलब्धता

  • चार्जर को सिर्फ व्हाइट कलर मेंउपलब्ध होगा। इसकी कीमत 3990 रुपए है। देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से फिलहाल कंपनी ने इसकी उपलब्धता के बारे में कोई ऐलान नहीं किया है। हालांकि ऑफिशियल साइट पर नोटिफाई-मी ऑप्शन के जरिए ग्राहक इसकी अपडेट्स ई-मेल के जरिए पा सकते हैं।
  • यूएस की तुलना में वनप्लस 8 सीरीज की तरह चार्जर की कीमत भी भारत में कम है। यूएस में इसे 5300 रुपए में बेचा जा रहा है यानी 1300 रुपए ज्यादा महंगा।
  • रिपोर्ट्स के मुताबिक, वनप्लस 8 सीरीज स्मार्टफोन की बिक्री मई में शुरू की जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि चार्जर को भी इसी के साथ बेचा जाएगा।

वनप्लस वार्प चार्ज 30 वायरलेस चार्जर: स्पेसिफिकेशन

  • जैसे की नाम से पता चलता है कि वनप्लस वार्प चार्ज 30 वायरलेस चार्जर 30 वॉट चार्जिंग को सपोर्ट करता है। यह अभी तक का इकलौता वायरलेस चार्जर है जो वनप्लस 8 प्रो को फुल 30 वॉट प्रदान करता है। हालांकि नॉन वन प्लस स्मार्टफोन को यह 10 वॉट तक वायरलेस चार्ज प्रदान करता है।
  • कंपनी का दावा है कि यह चार्जर वनप्लस 8 प्रो स्मार्टफोन को 29 मिनट में 0 से 50 फीसदी चार्ज करेगा। यह तब भी काम करेगा जब फोन का प्रोटेक्टिव केस 8 एमएम मोटा हो।
  • इसमें बेड टाइम मोड का ऑप्शन भी मिलता है, जो यूजर द्वारा तय किए गए समय पर ऑटोमैटिक चार्जर ऑफ कर देता है। 300 ग्राम वजनी ये चार्जर का डायमेंशन 74x118x77.9 एमएम है।


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चार्जर को सिर्फ व्हाइट कलर में उपलब्ध है, लॉकडाउन खत्म होने की बाद इसकी बिक्री का ऐलान हो सकता है




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भारत में 19990 रुपए हो सकती है हुवावे वॉच GT2e की कीमत, यूरोपीय बाजार में 16500 रुपए में उपलब्ध है

टेक कंपनी हुवावे भारतीय बाजार में हुवावे वॉच GT2e लॉन्च करने की तैयारी में है। ऑफिशियल लॉन्चिंग से पहले ही फ्लिपकार्ट पर इसकी कीमत की जानकारी सामने आ गई है। जिसके मुताबिक भारत में इसे 19990 रुपए में बेचा जाएगा। यूरोपीयन बाजार में इसकी कीमत लगभग 16500 रुपए है यानी भारत में यह वॉच लगभग 3500 रुपए तक महंगी मिलेगी। हालांकि कंपनी की तरफ से भारत में इसकी कीमत को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। हुवावे इंडिया ने इसका डेडिकेटेड पेज भी जारी किया है, जिसमें इसके फीचर्स और स्पेसिफिकेशन डीटेल्स दी गई है। इसे मार्च में ग्लोबली लॉन्च हुए हुवावे पी-40 सीरीज स्मार्टफोन के साथ लॉन्च किया गया था। कंपनी का दावा है कि सिंगल चार्ज में यह 14 दिन तक चलेगी। इसे हुवावे वॉच GT2 के अपग्रेड वर्जन के तौर पर लॉन्च किया है।

हुवावे वॉच GT2e: भारत में इतनी हो सकती है कीमत

फ्लिपकार्ट पर जारी हुवावे वॉच GT2e की कीमत, हालांकि अब पेज नहीं खुल रहा है
  • फ्लिपकार्ट के मुताबिक, हुवावे वॉच GT2e की कीमत 19990 रुपए रखी गई है। साइट पर एक्टिव और स्पोर्ट वैरिएंट लिस्टेड है और यह ग्रेफाइट ब्लैक, आइसी व्हाइट और मिंट ग्रीन कलर में अवेलेबल है। हालांकि इनकी उपलब्धता के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है।
  • यूरोपीयन मार्केट में इसकी कीमत 16500 रुपए है। इसे ब्लैक स्टेनलेस स्टील और स्टेनलेस स्टील ऑप्शन समेत तीनों कलर में अवेलेबल है।


हुवावे वॉच GT2e: फीचर्स एंड स्पेसिफिकेशन

  • वॉच में 1.39 इंच का 454x454 पिक्सल रेजोल्यूशन से लैस राउंड एमोलेड डिस्प्ले मिलेगा, जो स्लाइड और टच सपोर्ट करेगा।
  • इसमें 4 जीबी का इंटरनल स्टोरेज मिलेगा। यह वॉटर रेजिस्टेंट है, इसकी बॉडी 5ATM सर्टिफाइड है।
  • इसमें 15 प्रोफेशनल वर्कआउट मोड सपोर्ट मिलेगा, जिसमें क्लाइम्बिंग, साइकिलिंग, आउटडोर रनिंग और स्वीमिंग शामिल हैं।
  • यह इनकमिंग कॉल्स, एसएमएस और ईमेल के रियल टाइम नोटिफिकेशन मिलते हैं।
  • इसमें एक्सीरेलोमीटर, एयर प्रेशर सेंसर, जायरोस्कोप, जियोमैग्नेटिग सेंसर, ऑप्टिकल हार्ट रेट सेंसर, एम्बियंट लाइट सेंसर और कैपेसिटिव सेंसर मिलते हैं।
  • इसमें SpO2 सेंसर भी मिलता है, जो यूजर की बॉडी का ऑक्सीजन लेवल बताता है। रियल टाइम ट्रैकिंग के लिए इसमें जीपीएस सपोर्ट भी मिलता है।
  • कंपनी का दावा है कि सिंगल चार्ज में यह 14 दिन की बैटरी लाइफ मिलती है। यह एंड्रॉयड 4.4 और आईओएस 9.0 या उससे लेटेस्ट वर्जन वाले डिवाइस के साथ काम करेगी।


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हुवावे वॉच GT2e को मार्च में ग्लोबली लॉन्च हुए हुवावे पी-40 सीरीज स्मार्टफोन के साथ लॉन्च किया गया था




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संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 2145, इनमें 1590 एक्टिव केस: अब तक 39 लोगों की मौत, पुलिसकर्मियों के लिए हेल्पडेस्क का गठन

उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में 88 नए मामले मिलने से प्रदेश में संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 2145 हो गई है। 52 जनपदों में अभी भी कोरोना के 1590एक्टिव केस हैं। इनमें 1090 जमातियों की संख्या शामिल हैं। प्रदेश में अब तक 39 लोगों की जान जा चुकी हैं। वहीं 30 से ज्यादा पुलिस कर्मियों के कोरोना संक्रमित होने के वाद डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने पुलिस कोरोना सहायता इकाई का गठन किया है।

उत्तरप्रदेश के 60 जनपदों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका लेकिन 15 जिलोंमें आज तक कोई भी संक्रमण नहीं पाया गया है। प्रदेश में अब तक 24,436 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण मिले हैं। कोरोना से ग्रसित 60 जनपदों में भी अब 8 जनपद कोरोना मुक्त, भदोहीं बीते 24 घंटे पहले कोरोना मुक्त होने का दावा किया गया हैं।

पुलिस कोरोना सहायता इकाईका गठन: डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने पुलिसकर्मियों के कोरोना के चपेट में आने की स्थिति को देखते हुए "पुलिस कोरोना सहायता इकाई" का गठन किया हैं। कोरोना की रोकथाम में फ्रंट लाइन में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों के लिए इकाई बनाई गई हैं। फ्रंट लाइन में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों को परामर्श और मार्गदर्शन के लिए गठित की गई हैं। अपर पुलिस अधीक्षक साधना सिंह इकाई की नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया हैं। पुलिसकर्मी अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य और अन्य कठिनाइयों के विषय मे इकाई को जानकारी दे सकेंगे।

  • 8 जनपद कोरोना मुक्त होने का दावा:लखीमपुर-खीरी, शाहजहांपुर, हाथरस, हरदोई, महराजगंज, बाराबंकी और कौशाम्बी के बाद भदोही भी कोरोना मुक्त हो गया। इन सभी जनपदों से कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिए गए। वर्तमान में इन जनपदों में एक भी कोरोना पेशेंट नहीं है। प्रदेश में 91,182 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की है। प्रदेश में कुल 1,31,404 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 11,748 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है।
  • पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण:आगरा में 455, कानपुर नगर में 207, लखनऊ में 205, सहारनपुर में 182, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 137, फिरोजाबाद में 110, मुरादाबाद में 109, मेरठ में 97, गाजियाबाद में 61, वाराणसी में 53, बुलन्दशहर में 50, रायबरेली में 44, बिजनौर-अलीगढ़ में 32-32, शामली में 27, हापुड़ में 26, अमरोहा में 25, रामपुर में 24, बस्ती-मुजफ्फरनगर-संतकबीरनगर में 23-23, सीतापुर में 20, संभल में 18, बदायूं में 16, बागपत में 15, मथुरा में 13, औरैया में 10, बहराइच में 9, जौनपुर-बरेली-आज़मगढ़ में 8-8, प्रतापगढ़-कन्नौज में 7, महराजगंज-गाजीपुर में 6-6, मैनपुरी-श्रावस्ती में 5-5, झांसी-प्रयागराज-बांदा-लखीमपुर खीरी-हाथरस में 4-4, पीलीभीत-मिर्जापुर-कासगंज-एटा-सुल्तानपुर में 3-3, हरदोई-कौशाम्बी-इटावा-गोंडा में 2-2, अयोध्या-शाहजहांपुर-बाराबंकी-भदोही-उन्नाव-मऊ-बलरामपुर-गोरखपुर में 1-1 पेशेंट की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं।


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उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से लगातार मौतें हो रही हैं। यूपी में अब तक 39 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है और संक्रमित मरीजों का आंकडा दो हजार को पार कर गया है।




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अब तक 2900 पॉजिटिव, इनमें 1152 तब्लीगी जमाती: 987 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे, लखनऊ में आज से खुलेंगी दुकानें 

उत्तर प्रदेश में संक्रमण के लगातर मामले बढ़ते जा रहे हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 2900 तक पहुंच गए हैं। यूपी के 66 जिलों में कोरोनावायरस का असर फैल चुका है जिसमें एक्टिव केस 1845 हो गए हैं। इसमें 1152 जमातियों की संख्या शामिल हैं। पूरे राज्य में मृतकों की संख्या 57 तक पहुंच गई हैं। अब तक 987 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं।

लखनऊ में आज आए खुलेंगी दुकानें: राजधानी में बुधवार से नाई की दुकानों, ब्यूटी पार्लर, मॉल, रेस्टोरेंट को छोड़कर अन्य दुकानें खुलेंगी। बस शर्त यहीं है कि, ये दुकानें एकल हों, बाज़ार में न हों और हॉटस्पॉट इलाकों में न हों। बाई, प्लम्बर, धोबी को भी काम करने के लिए अनुमति दे दी गई है।हालाकिं स्कूल-कॉलेज, कोचिंग, ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, होटल, रेस्टोरेंट, सिनेमा हॉल, सभी धार्मिक संस्थानों पर प्रतिबंध जारी रहेगा।


अब तक 2900 पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण: आगरा में 640, कानपुर नगर में 276, लखनऊ में 233, सहारनपुर में 205, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 193, फिरोजाबाद में 165, मेरठ में 163, मुरादाबाद में 116, गाज़ियाबाद में 104, वाराणसी में 68, बुलन्दशहर में 56, रायबरेली में 46, हापुड़ में 44, अलीगढ़ में 42, मथुरा, अमरोहा, बस्ती में 32, बिजनौर में 34, शामली में 29 , रामपुर में 25, संतकबीरनगर में 26, मुज़फ़्फरनगर में 24, सीतापुर में 20, संभल में 19, बागपत में 17 और बदायूं में 16 मरीज सामने आए हैं।

वहीं बहराइच में 15, सिद्धार्थ नगर में 14, प्रतापगढ़-औरैय्या में 13, एटा में 11,बरेली-प्रयागराज में 10-10, झांसी, में 9, जौनपुर-मैनपुरी-आजमगढ़ में 8-8 पाए गए। बांदा-कन्नौज-हाथरस-श्रावस्ती-महाराजगंज में 7-7, गोंडा-ग़ाज़ीपुर में 6-6, लखीमपुर खीरी-इटावा में 4, पीलीभीत-मिर्जापुर-कासगंज-जालौन-गोरखपुर-सुल्तानपुर में 3-3, हरदोई- कौशाम्बी-गोंडा-भदोही-उन्नाव-बाराबंकी-महोबा-कानपुर देहात- देवरिया में दो-दो, शाहजहांपुर-मऊ-बलरामपुर- अयोध्या-अमेठी-कुशीनगर में एक-एक कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाए गए हैं।

987 कोरोना स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए: आगरा से 208, मुरादाबाद से 116,गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 109, लखनऊ से 71,सहारनपुर से 79, मेरठ से 55, गाजियाबाद से 50, कानपुर नगर से 34, फ़िरोज़ाबाद से 33, शामली से 27, बिजनौर से 21, सीतापुर से 17, बागपत से 14, बुलन्दशहर-वाराणसी-बस्ती से 13-13, अमरोहा से 12,मुजफ्फरनगर से 9, रामपुर से 7, बरेली-हापुड़-महराजगंज-प्रतापगढ़ से 6- 6, जौनपुर- गाजीपुर से 5-5 , लखीमपुर खीरी- आज़मगढ़-हाथरस-मथुरा-औरैया से 4-4, बांदा- मैनपुरी-कन्नौज-पीलीभीत से 3-3,हरदोई-बदायूं-कौशाम्बी से 2-2, शाहजहांपुर-बाराबंकी-कासगंज- प्रयागराज-भदोही-सम्भल-इटावा से 1-1, कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ पूर्णतया करवाकर डिस्चार्ज किया गया।



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उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यह आंकडा 2900 तक पहुंच गया है। अब तक यूपी में 57 लोगों की मौत हो चुकी है।




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अब तक 2900 पॉजिटिव, इनमें 1845 एक्टिव केस; प्रयागराज में कोरोना से पहली मौत, लखनऊ में एक साथ 45 मरीज डिस्चार्ज

उत्तर प्रदेश में मंगलवार देर रात तक 118 नए कोरोना संक्रमितमिले।प्रदेश में अब तक2900 केसहो गए हैं। इसमें1845एक्टिव हैं। कुल मरीजों में 1152 जमाती हैं।राज्य में मृतकों की संख्या 56 हो गई। अब तक 987 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। प्रयागराज में कोरोना से एक इंजीनियर की मंगलवार देर रात मौत हो गई, जबकि लखनऊ में एक साथ 45 लोगों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया।

लखनऊ में आज आए खुलेंगी दुकानें

राजधानी मेंबुधवार से सैलून, ब्यूटी पार्लर, मॉल, रेस्टोरेंट को छोड़कर अन्य दुकानें खुलेंगी। बस शर्त यहीहोगी कि ये दुकानें किसी शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में न हों। फिलहाल,हॉटस्पॉट जोन में दुकानें नहीं खुलेंगी। इधर,प्लम्बर, धोबी को भी काम करने की अनुमति दी गई हैं। हालांकि,स्कूल-कॉलेज, कोचिंग, ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, होटल, रेस्टोरेंट, सिनेमा हॉल के अलावासभी धार्मिक संस्थाएं अभी नहीं खुलेंगी।

कोरोना अपडेट्स

प्रयागराज:लॉकडाउन में जरूरतमंदों की मददगार बने लूकरगंज के इंजीनियर वीरेंद्र सिंह कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हार गए। मंगलवार देर रात उन्होंने स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में दम तोड़ दिया। शहर में कोरोना से यह पहली मौत है। 6दिन पहले उनकी तबियत खराब होने पर जांच कराई गई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पहले कोटवां-बनी स्थित कोविड-19 लेवल-1 हॉस्पिटल ले जाया गया था। लेकिन सांस लेने में तकलीफ होने पर स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय रेफर कर दिया गया था।

लखनऊ:राजधानी के लिए मंगलवार का दिन राहत भरा रहा। यहां एक साथ 45 लोग स्वस्थ होने परडिस्चार्ज किए गए। इनमें लखनऊ के 14, सहारनपुर के 8, दिल्ली के 7, असम के 3 औरअण्डमान निकोबार का 1 और एकमरीज भी शामिल है।

वाराणसी:जिले में अब तक 68 कोरोना मरीज मिले हैं। अभी लखनऊ केजीएमयू से 154 मरीजों की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। बुधवार सुबह से ही पुलिस यहां पुलिस सक्रिय नजर आने लगी। हरआने-जाने वालेसे पूछताछ की जा रही है।राशन की दुकानें भी रोजमर्रा की तरह खुलने लगी हैं। सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि 22 हॉटस्पॉट इलाकों में 6753 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। 33 हजार से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग इन इलाकों में हो चुकी है। 3 संदिग्ध मिले हैं।

वाराणसी में एक बार फिर कोरोना के तीन संदिग्ध मिले, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस बीच, पुलिस ने भी लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया लिया है।

शायर मुनव्वर राणा ने की मीट की दुकानें खोलने की अपील

लॉकडाउन के तीसरे फेजमें शराब की दुकानें खुलने के बाद अब नॉनवेज की चाहत रखने वालों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। मशहूर शायर मुनव्वर राना ने मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ से गुजारिश की है कि मीट की दुकानों को खोला जाए।

राणा का ट्वीट-

अब तक 2900 पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण: आगरा में 640, कानपुर नगर में 276, लखनऊ में 233, सहारनपुर में 205, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 193, फिरोजाबाद में 165, मेरठ में 163, मुरादाबाद में 116, गाज़ियाबाद में 104, वाराणसी में 68, बुलन्दशहर में 56, रायबरेली में 46, हापुड़ में 44, अलीगढ़ में 42, मथुरा, अमरोहा, बस्ती में 32, बिजनौर में 34, शामली में 29 , संतकबीरनगर में 26, रामपुर में 25, मुज़फ़्फरनगर में 24, सीतापुर में 20, संभल में 19, बागपत में 17 और बदायूं में 16 मरीज सामने आए हैं।

इसके अलावा बहराइच में 15, सिद्धार्थ नगर में 14, प्रतापगढ़-औरैया में 13, एटा में 11, बरेली-प्रयागराज में 10-10, झांसी, में 9, जौनपुर-मैनपुरी-आजमगढ़ में 8-8 पाए गए। बांदा-कन्नौज-हाथरस-श्रावस्ती-महाराजगंज में 7-7, गोंडा-ग़ाज़ीपुर में 6-6, लखीमपुर खीरी-इटावा में 4, पीलीभीत-मिर्जापुर-कासगंज-जालौन-गोरखपुर-सुल्तानपुर में 3-3, हरदोई- कौशाम्बी-गोंडा-भदोही-उन्नाव-बाराबंकी-महोबा-कानपुर देहात- देवरिया में दो-दो, शाहजहांपुर-मऊ-बलरामपुर- अयोध्या-अमेठी-कुशीनगर में एक-एक कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाए गए हैं।



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प्रयागराज में मंगलवार देर रात कोरोना संक्रमित मरीज ने दम तोड़ दिया। शहर में यह पहली मौत है। प्रयागराज के हॉटस्पॉट इलाकों में पुलिस गाड़ियों को भी सैनिटाइज करने में जुटी हुई है।




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69000 सहायक शिक्षक भर्ती मामला: योगी ने कहा - एक सप्ताह में सुनिश्चित कराएं 69 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि कोर्ट के निर्णय के क्रम में एक सप्ताह के भीतर 69000 शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया सुनिश्चित कराएं। सीएम योगी ने कहा कि कोर्ट के निर्णय से शिक्षकों की भर्ती का मार्ग प्रशस्त हुआ है।उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश के विद्यालयों को योग्य शिक्षक मिलेंगे। यह भी स्पष्ट हुआ है कि शिक्षक भर्ती के प्रकरण में राज्य सरकार का पक्ष और रणनीति सही थी। दरअसल हाईकोर्ट नेकोर्ट ने सरकार के फैसले को सही बताया है साथ ही तीन माह में भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया है।


परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने कहा कि उच्च न्यायालय का ऑर्डर वेबसाइट पर अपलोड नहीं हुआ है। ऑर्डर मिलने के बाद 69000 भर्ती मामले में आगे की कार्यवाही शुरू की जाएगी।


यह है मामला

हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती मामले में अपना अहम फैसला सुनाते हुए राज्य सरकार द्वारा बढ़ाए गए कटऑफ (सामान्य के लिए 65 फीसदी व आरक्षित के लिए 60 फीसदी अंक) पर मुहर लगा दी है। इससे योगी सरकार को बड़ी राहत मिली है।


न्यायमूर्ति पंकज कुमार जायसवाल व न्यायमूर्ति करुणेश सिंह पवार की खंडपीठ ने बुधवार को सरकार द्वारा तय किए गए मानकों पर मुहर लगाते हुए राज्य सरकार समेत अन्य अभ्यर्थियों की अपील पर फैसला सुनाया। कोर्ट ने सरकार के फैसले को सही बताया है साथ ही तीन माह में भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया है।महाधिवक्ता राघवेंद्र सिंह ने सरकार का पक्ष रखते हुए कोर्ट को बताया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षकों के चयन के लिए कटऑफ बढ़ाए गए थे।



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69000 शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया के मामले को लेकर सीएम योगी ने कहा है कि हाईकोर्ट के फैसले से यह साबित हो गया है कि सरकार ने जो कदम उठाया था वह सही था।