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जसलीन मथारू से उड़ी शादी की खबरें तो अनूप जलोटा बोले, 'वो मेरी बेटी जैसी, मैं उसका कन्यादान करूंगा'

बिग बॉस 12 की एक्स-कंटेस्टेंट जसलीन मथारू ने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर चूड़ा पहने और सिंदूर लगाए कुछ तस्वीरें पोस्ट कीं। इन तस्वीरों के बाद यह कयास लगने लगे कि उन्होंने अनूप जलोटा से शादी कर ली है। वायरल होती तस्वीरों पर अब अनूप जलोटा ने अपना रिएक्शन दिया है।

अनूप जलोटा ने दी सफाई:अनूप ने एक इंटरव्यू में कहा, 'फिर से अफवाह! जसलीन से मेरी शादी मेरे लिए भी एक खबर है।मैं और उसके पिता उसके लिए अच्छा लड़का ढूंढ रहे हैं। मैंने उन्हें कनाडा में रहने वाले एक पंजाबी लड़के का नाम सुझाया है लेकिन अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है। वह मेरी बेटी जैसी है और मैं उसका कन्यादान करूंगा। मैंने बिग बॉस से बाहर आने के बाद भी यही बात कही थी और अब भी इसपर कायम हूं।'


जसलीन भी दे चुकीं सफाई: अनूप जलोटा से पहले जसलीन अपनी सिंदूर और चूड़े वाली तस्वीरों पर सफाई दे चुकी हैं। उन्होंने कहा था कि उनका यह गेटअप एक टिकटॉक वीडियो के लिए था और उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह अवतार देखकर फैन्स इतने कन्फ्यूज हो जाएंगे।


'मुझसे शादी करोगे' में दिखी थीं जसलीन: जसलीन कुछ महीनों पहले रियलटी शो मुझसे शादी करोगे में नजर आई।वह कंटेस्टेंट पारस छाबड़ा से शादी करने के लिए शो में पार्टिसिपेट कर रही थीं लेकिन कम वोट मिलने के बाद शो से बाहर हो गई थीं। जसलीन बिग बॉस 12 के दौरान चर्चा में आई थीं। इस शो में वह 37 साल बड़े अनूप जलोटा के साथ गई थीं। दोनों ने दावा किया था कि वह 3 साल से एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं। लेकिन, बिग बॉस के घर से बाहर आने के बाद दोनों ने रिलेशनशिप में होने की बात नकार दी थी।

अनूप जलोटा ने की3 शादियां:अनूप जलोटा की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने पहली शादी गुजराती लड़की सोनाली सेठ से की थी। लंबे समय तक साथ रहने के बाद दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद अनूप ने बीना भाटिया से अरेंज मैरिज की। हालांकि, ये शादी नहीं चल पाई और दोनों अलग हो गए। अनूप ने तीसरी शादी प्रधानमंत्री रहे आईके गुजराल की भतीजी मेधा गुजराल से की। अनूप-मेधा का एक बेटा है आर्यमन, जिसका जन्म 1996 को हुआ था।



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Anup Jalota denies marrying Jasleen Matharu




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चंदन रॉय सान्याल बोले- ऋषि और इरफान दोनों मुझ पर बहुत भरोसा करते थे, 'कमीने' के लिए आज भी तारीफ मिलती है

‘जज़्बा’, 'मंटो’, ‘रंग दे बसंती’, ‘कमीने’, ‘फालतू’, ‘डी-डे', ‘जब हैरी मेट सेजल’, 'जबरिया जोड़ी' जैसी फिल्मों में छोटे-बड़े किरदार निभा चुके चंदन रॉय सान्याल जल्द ही वेब सीरीज 'काली-2' में नजर आएंगे। इससे कुछ ही वक्त पहले उनकी एक अन्य वेब सीरीज 'ढीठ पतंगे' भी रिलीज हुई है।

दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि आने वाला वक्त ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए काफी अच्छा है।वेबसीरीज के बारे में बात करते हुए चंदन ने कहा, 'हां इस लॉक डाउन में सिनेमा थिएटर तो बंद ही हो गए हैं। उम्मीद करते हैं जल्द ही खुल जाए।

फिलहाल ऐसे में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दर्शकों की सक्रियता बढ़ गई है और ऑनलाइन जो वेब सीरीज रिलीज हो रही है, उन्हें फायदा मिल रहा है। यही फायदा 'काली 2' को भी मिलेगा, क्योंकि ऑनलाइन के सब्सक्राइबर डबल हो गए हैं। मुझे लगता है कि लगभग साल भर तक तो फ्यूचर यही है। सभी दर्शक यही मनोरंजन चाहेंगे।'

Q.'ढीठ पतंगे' को कैसा रिस्पॉन्स मिल रहा है?

चंदन- 'इसकी कहानी और सह-कलाकारों के अभिनय को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। इसमें मैंने एक पत्रकार की भूमिका निभाई है। उसके लिए जो रिस्पांस मिल रहा है, उतने की अपेक्षा नहीं थी। कई स्टार्स दोस्त ने कहा कि आप जिस तरह से चरित्र में ढल जाते हैं, वह काबिले तारीफ है। ऐसा लगता है कि हर किरदार के लिए गिरगिट की तरह रंग बदल लेते हो। यह सुनकर अच्छा लगा।'

Q.लॉक डाउन में कौन-सा काम करना नापसंद है?
चंदन- 'मैंने नया घर लिया है। इस घर में शिफ्ट हुए अभी सवा साल ही हुए हैं। व्यस्तता के चलते घर पर ज्यादा रह नहीं पाया हूं। पहली बार इतना वक्त घर पर बिता रहा हूं, सो अच्छा लग रहा है। वैसे तो मुझे साफ-सफाई, बर्तन धोना, झाडू-पोंछा और कुकिंग करना... सभी काम पसंद है, लेकिन जो नापसंद है, वो है अलमारी साफ करना और बेडशीट बदलना। अलमारी साफ करते वक्त हमेशा लगता है कि मेरी एक शर्ट गायब है, जबकि बेडशीट बदलते वक्त लगता है कि एक तरफ कम और दूसरी तरफ ज्यादा हो जा रहा है, जो बिल्कुल पसंद नहीं आता है।'

Q.आप और सिद्धार्थ मल्होत्रा भोजपुरी में बतियाते थे। सच है?
चंदन- 'जी ये बात सच है। यह फिल्म बनते-बनते कई महीने लग गए थे। इस दौरान हम दोनों अच्छे दोस्त बन गए। फिर तो एक-दूसरे को बाबू-बाबू कहकर बुलाने लगे। हमारी जुबान पर भोजपुरी ऐसी चल गई कि रिहर्सल से लेकर खाने की टेबल तक भोजपुरी में बातें होती थीं। हम दोनों तो काफी एंजॉय कर रहे थे। मगर हमें बतियाते देखकर कुछ लोग मुंह ताकते रह जाते थे।'

Q.परिणीति चोपड़ा के साथ कैसा अनुभव था?
चंदन- 'उनके साथ मेरे ज्यादा सीन नहीं थे। फिर भी जितना वक्त साथ में गुजारा, उसमें उन्हें हंसाता रहता था। वे यही कहती थीं कि तुम दूर रहो, पता नहीं क्या-क्या बोलते रहते हो, मेरी हंसी छूट जाती है। उनके साथ काफी मस्ती करता रहता था।'

Q.आपकी चर्चित फिल्म 'कमीने' की कोई खास बात?
चंदन- 'उस समय तो हर किसी से अच्छी प्रतिक्रिया मिली ही थी। लेकिन इस फिल्म को कई साल हो गए हैं और आज भी इसके लिए मैसेज आते रहते हैं। निर्देशक विशाल भारद्वाज जी से पहली बार मिलना और उनका चरित्र के बारे में समझाना, उसके बाद कैमरे के सामने पूरे समर्पण भाव से रोल को निभाना आज भी याद है। विशाल जी जैसा कहते गए, मैं आंख मूंदकर वैसा करता गया। शाहिद कपूर से इसी सेट पर मित्रता हुई और आज भी उनसे बात होती है।'

Q.आगे कौन सेप्रोजेक्ट्स हैं ?
चंदन- 'प्रकाश झा निर्देशित 'आश्रम' वेब सीरीज के अलावा दो बंगाली फिल्में कर रहा हूं। इसके अलावा कुछ प्रोजेक्ट और भी हैं, पर उन पर अभी बात नहीं कर सकता।'

Q.आपने फिल्म 'डी-डे' में इरफान और ऋषि के साथ काम किया, उनकी कोई याद?
चंदन- 'दोनों मुझ पर बहुत विश्वास करते थे। बहुत इंस्पायर करते थे। 'डीडे' करने के बाद एक बार जावेद जाफरी के घर पार्टी थी, जहां इरफान खान से मुलाकात हुई। तब वे सबके सामने मेरे अभिनय की तारीफों के पुल बांधने लगे। दोनों का जाना बहुत बुरा लगा।'



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चंदन रॉय सान्याल ने साल 2006 में राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म 'रंग दे बसंती' से बॉलीवुड डेब्यू किया था।




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महिलाओं को बराबरी का हिस्सा दिलाना चाहती हैं भूमि , बोलीं- 'मेरे लिए सबसे अहम है इन्हें किरदारों में अच्छी तरह पेश करना'

‘दम लगा के हईशा’ फिल्म से बॉलीवुड में एंट्री करने वालीं भूमि पेडनेकर लगातार कई बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा रही हैं। ‘टॉयलेट’, ‘शुभ मंगल सावधान’, ‘बाला’, ‘सांड की आंख’ और ‘सोन चिरैया’ जैसी कई अलग-अलग फिल्मों के जरिए भूमि ने दमदार महिलाओं के किरदारों को दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया है।

अपने किरदारों पर बात करते हुए भूमि ने दैनिक भास्कर को बताया, ‘मेरे लिए सबसे अहम बात यह है कि मैं स्क्रीन पर महिला किरदारों को लोगों के सामने किस तरह प्रस्तुत करती हूं। सिनेमा में लोगों की सोच को बदलने की ताकत है और मुझे लगता है कि हम महिला किरदारों के जरिए समानता और स्वतंत्रता के संदेश को सभी लोगों तक पहुंचा सकते हैं। मैंने हमेशा ऐसे ही किरदारों की तलाश की है और इन किरदारों को पर्दे पर पूरे दिल से निभाया है। मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे ऐसे किरदारों को निभाने का मौका मिला, जो हटकर थे और जिन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई।’

भूमि सिनेमा के जरिए लोगों को इस बात का एहसास कराना चाहती हैं कि आज भी महिलाओं को समाज में बराबरी का दर्जा हासिल नहीं है और उन्हें यह दर्जा हासिल होना ही चाहिए। वह कहती हैं, ‘मैं लगातार ऐसी महिलाओं की तलाश करती रहूंगी, जिनकी कहानियों को मैं पर्दे पर लोगों के सामने प्रस्तुत करना चाहती हूं। मुझे लगता है कि जब लोग ऐसी महिलाओं और उनकी जिंदगी, उनके संघर्ष, उनके दर्द, उनके सपने, और उनकी जीत को देखते हैं, तो इससे लोगों के नजरिए में भी बदलाव आ सकता है’।

आखिरी बार फिल्म पति पत्नी और वो में नजर आ चुकी भूमि जल्द ही अक्षय कुमार की फिल्म 'दुर्गावती' के साथ-साथ, अलंकृता श्रीवास्तव की 'डॉली किट्टी’ और वो ‘चमकते सितारे' में लीड रोल में नजर आएंगी।



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Bhumi Pednekar wants to get women an equal share in society with the best characters, said- 'The most important thing for me is to present these characters well'




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सलमान खान ने गरीबों के लिए चलवाए फूड ट्रक 'बीइंग हैंगरी', मुंबई के इलाकों में बंटवा रहे खाने-पीने का सामान

सलमान खान कोरोनावायरस लॉकडाउन से प्रभावित लोगों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने अपने पनवेल फार्महाउस के आसपास के गांवों में रहने वाले गरीब परिवारों को खाने-पीने का सामान ट्रैक्टरों और बैलगाड़ी में भरकर भेजा था। इसका वीडियो सलमान ने खुद सोशल मीडिया पर शेयर किया था। अब सलमान ने बीइंग हैंगरी नाम से फूड ट्रकचलाए हैं।


मुंबई के इलाकों में बांटा सामान: रिपोर्ट्स के मुताबिक, सलमान के बीइंग ह्युमन फाउंडेशन द्वारा शुरू किए इन फूड ट्रकके जरिए मुंबई के कई इलाकों में रहने वाले गरीब परिवारों को खाने-पीने का सामान वितरित किया जा रहा है। सलमान खान के फैन क्लब ने ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें मुंबई के खार इलाके में फूड ट्रक के जरिए सामान बांटा जा रहा है।


आर्थिक मदद भी कर रहे सलमान: कोरोना के चलते फिल्म इंडस्ट्री के दैनिक वेतन पर काम करने वाले वर्कर्स की मदद भी सलमान कर रहे हैं। अपने बीइंग ह्युमन फाउंडेशन के जरिए उन्होंने फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्ल्यूआईसीई) के 25,000 वर्कर्स के अकाउंट में खुद दो महीने के लिए 6000 रु. ट्रांसफर किए हैं।



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Salman Khan launches his food truck 'Being Haangryy' amid lockdown to help poor people in mumbai




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ऋषि कपूर को मिस कर रहीं बेटी रिद्धिमा, इंस्टाग्राम पर शेयर की 10 साल पुरानी 'खूबसूरत यादें'

ऋषि कपूर के निधन को एक हफ्ता बीतने को है लेकिन कपूर परिवार के सदस्य उनकी यादों में खोए हुए हैं। खासकर उनकी बेटी रिद्धिमा कपूर अपने पिता को बहुत ज्यादा मिस कर रही हैं। यही वजह है कि रिद्धिमा आए दिन सोशल मीडिया पर ऋषि की पुरानी तस्वीरें शेयर कर उन्हें याद कर रही हैं।

रिद्धिमा कीइंस्टाग्राम स्टोरी

हाल ही में इंस्टाग्राम स्टोरीपर रिद्धिमा ने 10 साल पुरानी तस्वीरें शेयर कीं। उन्होंने लिखा, 2010 न्यू ईयर की खूबसूरत यादें। समारा (रिद्धिमा की बेटी) के जन्म से ठीक पहले। इन तस्वीरों में ऋषि कपूर, नीतू कपूर, रिद्धिमा और उनके पति भरत साहनी नजर आ रहे हैं। भरत ने भी इंस्टाग्राम पर यही तस्वीरें शेयर कर पुरानी यादों को शेयर किया।

रिद्धिमा नहीं दे सकी थीं अंतिम विदाई: रिद्धिमा पिता ऋषि कपूर को ज्यादा मिस इसलिए भी कर रही हैं क्योंकि वह उन्हें अंतिम विदाई नहीं दे पाई थीं। दरअसल, 30 अप्रैल को ऋषि के निधन के वक्त रिद्धिमा दिल्ली में थीं। लॉकडाउन के चलते उन्हें दिल्ली से चार्टर फ्लाइट के जरिए मुंबई आने की इजाजत नहीं मिली थी। इसके बाद वह सड़क मार्ग से 2 मई को मुंबई पहुंच पाई थीं। उन्होंने वीडियो कॉल के जरिए पिता का अंतिम संस्कार देखा था।

ल्यूकेमिया से पीड़ित थे ऋषि:ऋषि कपूर (67) को 30 अप्रैल, गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन.रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में निधन हो गया था। ऋषि पिछले साल सितंबर में अमेरिका से भारत लौटे थे। वहां करीब एक साल तक उनका कैंसर ट्रीटमेंट चला। उन्हें ल्यूकेमिया(ब्लड कैंसर) था।



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Daughter Riddhima Kapoor shares ‘beautiful memories’ with dad Rishi Kapoor from 2010




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जब सेट पर खुल गई थी सीरियल 'रामायण' के लक्ष्मण सुनील लहरी की धोती, एक्टर ने खुद सुनाया किस्सा

रामानंद सागर की 'रामायण' की शूटिंग से जुड़े किस्से सुना रहे सुनील लहरी ने गुरुवार को ट्विटर पर नया वीडियो साझा किया। इसमें उन्होंने भगवान राम, लक्ष्मण, भरत शत्रुघ्न की गुरुकुल से महल में वापसी वाली सीक्वेंस के शूट से जुड़ी यादें ताजा की। लक्ष्मण का रोल कर रहे सुनील ने दो किस्से सुनाए, जो उनसे ही संबंधित हैं।

पहला किस्सा: जब सेट पर खुल गई थी सुनील की धोती
सुनील के मुताबिक, यह तब की बात है जब वे अरुण गोविल (राम), संजय जोग (भरत) और समीर राजदा (शत्रुघ्न) के साथ गुरुकुल से महल वापसी वाली सीक्वेंस शूट कर रहे थे। महल के सामने पहुंचने के बाद जब लोग चारों भाइयों का स्वागत कर रहे थे, तभी उनकी धोती खुल गई थी। हालांकि, कमरबंद के चलते यह पूरी नहीं खुल सकी। शूट बहुत जरूरी था। इसलिए वे इसे बीच में नहीं रोकना चाहते थे। सुनील की मानें तो उनकी रिक्वेस्ट पर समीर राजदा तब तक पीछे से उनकी धोती पकड़े रहे, जब तक कि शूट पूरा नहीं हो गया।

दूसरा किस्सा: उबटन के दौरान गुदगुदी से हुए थे परेशान
सुनील का दूसरा किस्सा उस सीन से जुड़ा है, जिसमें चारों भाइयों का उबटन किया जा रहा था। लेकिन उबटन लगाने वालों का हाथ बार-बार सुनील की कांख में जा रहा था और उन्हें गुदगुदी महसूस हो रही थी। उन्हें हंसी आ रही थी और शूट करना मुश्किल हो रहा था। हालांकि, उन्होंने किसी तरह हंसी पर कंट्रोल शूट पूरा किया। लेकिन शूट कम्प्लीट होने के बाद वे ठहाका मारकर हंस पड़े थे।



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वीडियो साभार : सुनील लहरी के ट्विटर हैंडल से।




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जल्द बनेगा 'सोनू के टीटू की स्वीटी' और 'दे दे प्यार दे' फिल्म का सीक्वल, प्रोड्यूसर भूषण कुमार ने किया कन्फर्म

साल 2018 में आई लव रंजन की फिल्म ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ और साल 2019 की फिल्म ‘दे दे प्यार दे’ ने अपने बेहतरीन कॉन्सेप्ट से हर किसी का दिल जीत लिया था। ऐसे में फिल्म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर्स ने इन फिल्मों के सीक्वल की खबरों को भी कन्फर्म कर दिया है।

साल 2018 की हिट फिल्म ‘सोनू की टीटू की स्वीटी’ में कार्तिक आर्यन, सनी सिंह और नुसरत भरुचा की तिकड़ी देखने मिली थी। फिल्म के डायलॉग्स और कॉमेडी ने लोगों की खूब सराहना मिली थी। फैंस को एक लंबे समय से इसके सीक्वल का इंतजार था। मुंबई मिरर को दिए एक इंटरव्यू में प्रोड्यूसर भूषण कुमार ने सोनू के टीटू की स्वीटी के सीक्वल की खबर को कन्फर्म किया है। उन्होंने कहा- ‘हम यकीनन सोनू के टीटू की स्वीटी 2 बनाने वाले हैं। ये आगे ले जाने के लिए एक बेहतरीन फ्रेंचाइजी है’।

इंटरव्यू के दौरान भूषण कुमार ने दे दे प्यार दे के सीक्वल पर बात करते हुए बताया कि लव रंजन के साथ मिलकर उन्होंने इसका सीक्वल भी सोच लिया है। पहले भाग में जहां 25 साल रकुल प्रीत अपनी उम्र से दोगुने आदमी अजय के घर वालों से मिलने पहुंचती हैं वहीं अंदाजा लगाया जा रहा है कि सीक्वल में रकुल अजय को अपने परिवार से मिलवाने लेकर जाएंगी। पहली फिल्म भी इसी हिंट के साथ खत्म हुई थी।

साउथ फिल्मों का भी बनेगा रीमेक: लॉकडाउन के दौरान प्रोड्यूसर भूषण कुमार रीमेक बनाने के लिए साउथ फिल्मों में अपनी नजर जमाए हुए हैं। उन्होंने कहा, हमनें कुछ फिल्मों को शॉर्टलिस्ट किया है। जैसे ही सब नॉर्मल हो जाए हम इन फिल्मों के राइट्स खरीदेंगे।

लॉकडाउन से रुकी है शूटिंग: लॉकडाउन के चलते भूषण कुमार की फिल्म ‘भुज: द प्राइड ऑफ नेशन’ की शूटिंग रुक गई है। वहीं दूसरी ओर टी सीरीज की फिल्म सत्यमेव जयते 2 की रिलीज भी टलने का आशंका है। उनका कहना है कि लोग लॉकडाउन खुलने के बाद भी थिएटर तक आएंगे या नहीं इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता।



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Bhushan Kumar confirms 'Sonu Ke Titu Ki Sweety' and 'De De Pyaar De' sequel




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पर्यावरण की रक्षा के लिए सोनाक्षी ने लिया 'समाजस्कोप चैलेंज', लाइफस्टाइल में तीन बदलाव कर उसे करेंगी पूरा

लॉकडाउन के बीच एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा ने पर्यावरण बचाने के लिए एक खास पहल की है। जिसके बारे में उन्होंने गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए बताया। उन्होंने कहा कि वे बेहद खुशी के साथ 'समाजस्कोप' चैलेंज को स्वीकार कर रही हैं, जिसे पूरा करते हुएवे अपनी लाइफस्टाइल में तीन ऐसे बदलाव करेंगी, जिनसे पर्यावरण की रक्षा करने में मदद मिलेगी। उन्होंने सभी लोगों से इस चैलेंज में हिस्सा लेनेके लिए कहा।

अपने वीडियो में सोनाक्षी ने बताया कि इस चैलेंज को पूरा करने के लिए उन्होंने (1) बिजली बचाने (स्विच ऑफ करना व एसी का लिमिट में उपयोग करना), (2) पानी बचाने (ब्रश करते, हाथ धोते, नहाते और अन्य कामों में पानी का मिनिमम यूज करना) और (3) प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने का फैसला लिया है। उनके मुताबिक ये सभी काम वे पहले से करती आ रही हैं, लेकिन अब वे इसे आगे भी जारी रखने का संकल्प लेती हैं।

सोनाक्षी ने दिया खुला चैलेंज

इस वीडियो को शेयर करते हुए सोनाक्षी ने लिखा, ''समाजस्कोप' चैलेंज के लिए मुझे नोमिनेट करने पर शजा मोरानी और जहीर इकबाल आपको धन्यवाद। ये हैं वो बदलाव जिन्हें करने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं और आप सबको भी मैं इसके लिए खुला चैलेंज दे रही हूं। यदि आप इसे स्वीकार करते हैं तो नीचे टिप्पणियां करते हुए मुझे भी उनके बारे में बताइये।'

वीडियो में नहीं है प्लास्टिक की बॉटल

आगे उन्होंने लिखा, 'आप अपने वीडियोज, मुझे और समाजस्कोप को टैग कर सकते हैं और इस चैलेंज को अपने परिवार और दोस्तों के साथ आगे भी बढ़ा सकते हैं। इसे पृथ्वी की तरह लगातार आगे घुमाते रहें दोस्तों। (वीडियो में मैंने जो बॉटल उठाई है वो प्लास्टिक की नहीं है, मैंने उसे इसलिए उठाया है ताकि मैं बता सकूं कि मैं पहले से प्लास्टिक का उपयोग नहीं कर रही हूं।)'



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सोनाक्षी सिन्हा ने पर्यावरण बचाने के लिए 'समाजस्कोप' चैलेंज स्वीकार किया है। जिसके तहत वे बिजली, पानी और प्लास्टिक का सीमित उपयोग करेंगी। इनमें से प्लास्टिक बॉटल का उपयोग वे बिल्कुल नहीं करेंगी।




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वेंटिलेटर पर शो 'महाभारत' के लेखक राही मासूम रजा के बेटे नदीम, पत्नी बोलीं- डॉक्टर्स को होश में आने का इंतजार

गिरने के बाद चोटिल हुए मशहूर सिनेमैटोग्राफर नदीम खान की हालत गंभीर बनी हुई है। इस बात की जानकारी उनकी पत्नी पार्वती ने दी। उन्होंने कहा, "वे आईसीयू में वेंटिलेटर पर हैं। फिलहाल अचेत हैं। डॉक्टर्स उनके होश में आने का इंतजार कर रहे हैं।"

नदीम प्रसिद्ध उपन्यासकार और पटकथा लेखक राही मासूम रजा के बेटे हैं, जिन्होंने 1988 का हिट शो 'महाभारत' का स्क्रीनप्ले लिखा था। सोमवार को सीढ़ियों से गिरने के बाद उनके सिर, कंधे और सीने में चोट आई थी और उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को उनके दिमाग का ऑपरेशन किया गया।

कोरोनावायरस महामारी के चलते इलाज में देरी हुई
पार्वती की मानें तो कोरोनावायरस महामारी के चलते नदीम के इलाज में देरी हुई है। बकौल पार्वती, "जब हम आए तो चोट इतनी गंभीर नहीं थी। लेकिन बाद में हालत बिगड़ गई। डॉक्टर्स कोरोनावायरस जांच के नतीजे का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने इन्हें कोविड -19 आईसीयू में संदिग्धों के साथ रखा था।"

पार्वती ने आगे कहा, "वे दो महीने से घर में बंद थे और किसी से मिले भी नहीं। उनका टेस्ट जल्दी करके आपात सर्जरी की जा सकती थी, लेकिन डॉक्टर्स ने पूरी प्रक्रिया में देरी कर दी।" उनके मुताबिक, वे अस्पताल या डॉक्टर्स पर उंगली नहीं उठा रहीं। लेकिन कोरोनावायरस से हटकर आपात मरीजों को भी जल्दी देखना चाहिए।

40 से ज्यादा फिल्मों के सिनेमैटोग्राफर रहे नदीम
नदीम खान ने बतौर सिनेमैटोग्राफर 40 से ज्यादा फिल्मों के लिए काम किया है। इनमें 'आवारगी', 'गुनाह', 'गैंग', 'खलनायिका' और 'डिस्को डांसर' शामिल हैं। इसके अलावा मशहूर शो 'चंद्रकांता' में भी नदीम खान ने अपना योगदान दिया है।



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Cinematographer Nadeem Khan Is Still In ICU of Lilavati hospital, confirmed Wife Parvati




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रामायण से जुड़ी एक गलती पर परेशान हैं सोनाक्षी सिन्हा, कहा-बुरा लगता है कि लोग एक गलती पर मुझे अब तक ट्रोल करते हैं'

अपने रामायण ज्ञान को लेकर सोनाक्षी सिन्हा पिछले काफी समयसे ट्रोल हो रही हैं। दरअसल, पिछले साल सोनाक्षी शो कौन बनेगा करोड़पति में पहुंची थीं जहां वह एक सवाल का जवाब नहीं दे पाई थीं।शो के होस्ट अमिताभ बच्चन ने सोनाक्षी से पूछा था कि हनुमान संजीवनी बूटी किसके लिए लाए थे। सोनाक्षी को इसका जवाबनहीं पता था जिसके बाद वह जमकर ट्रोल हुई थीं और यह सिलसिला अभी तक जारी है।


ट्रोलिंग पर बोलीं सोनाक्षी: आर्ट ऑफ़ लिविंग के फाउंडर श्री श्री रवि शंकर के साथ एक ऑनलाइन सेशन में सोनाक्षी ने ट्रोलिंग को लेकर कई बातें कही हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने कंटेस्टेंट रूमा देवी के साथ शो में हिस्सा लिया था। हमसे संजीवनी बूटी को लेकर एक सवाल पूछा गया था जिसे सुनकर हम कुछ समय के लिए ब्लैंकहो गए थे।

ईमानदारी से कहूं तो यह थोड़ा एम्बरेसिंग था क्योंकि हम रामायण को देखकर और सुनकर बढ़े हुए हैं।लेकिन इस बात को बहुत समय बीत गया। हमारी लाइफ में कई बार ऐसे मौके आते हैं जब हम ब्लैंक हो जाते हैं। तब से पांच या छह महीने हो चुके हैं और यह देखकर दुःख होता है कि लोग मेरी एक गलती पर मुझे अभी तक इतना ट्रोल करते हैं।'

बिग बी ने भी लगाई थी क्लास: शो में जब सोनाक्षी इस सवाल का जवाब नहीं दे पाई थीं तो बिग बी ने भी उनकी क्लास लगाई थी क्योंकि सोनाक्षी के घर का नाम रामायण है, पिता का नाम भगवान राम के भाई शत्रुघ्न पर रखा गया है। उनके दोनों भाईयों के नाम राम के बेटों लव और कुश से प्रेरित हैं। ऐसे में सोनाक्षी तब से ट्रोल होती ही आ रही हैं। लॉकडाउन के समय शो रामायण के पुनः प्रसारण के दौरान भी सोनाक्षी को ट्रोल करने का सिलसिला नहीं रुका था।



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Sonakshi Sinha on Ramayana blunder: ‘Disheartening that people still troll me over one honest mistake’




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सोनू निगम ने 30 साल पुराने वीडियो शेयर किए, टीचर की पार्टी से लेकर याद-ए-रफी में गाते आए नजर

सोनू निगम इन दिनों दुबई में हैं। लॉकडाउन के कारण देश वापस न लौट पाए सोनूपिछले एक हफ्ते से लगातार अपने पुराने वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर कर रहे हैं। जिसमें उनके 30 साल पुराने और स्कूल टाइम में परफॉर्म किए गए सॉन्ग्स के वीडियो शामिल हैं। स्कूल टीचर के घर की पार्टी हो या फिर याद-ए-रफी में दी गई प्रस्तुति,इन वीडियोज में साेनू की आवाज आज की तरह ही सुनाई दे रही है।

किस्से भी शेयर कर रहे हैं सोनू : हर वीडियो के साथ सोनू निगम उससे जुड़े किस्से भी शेयर कर रहे हैं। एक वीडियो के साथ सोनू ने लिखा- 1988 में 10वीं क्लास में थे, उनकी टीचर के घर पर एक पार्टी थी, जिसमें उन्होंने पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा गाना गाया था। इसके अलावा दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होने वाले याद-ए-रफी इवेंट में भी उनके गाए गीतों के वीडियो शामिल हैं।



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सोनू निगम के इंस्टाग्राम से साभार




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करण की तिजोरी को बच्चों ने समझ लिया वॉशिंग मशीन, जब यश ने पूछा 'इसका क्या करते हैं' तो मिला मजेदार जवाब

करण जौहर लॉकडाउन के बाद से ही अपने बच्चों यश और रूही की मजेदार वीडियो शेयर कर रहे हैं। एक छोटे से ब्रेक के बाद करण फिर अपने फैंस के लिए लॉकडाउन विद जौहर्स लेकर आए हैं। हाल ही में उन्होंने अपने क्यूट बच्चों का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें यश करण की तिजोरी को वॉशिंग मशीन बता रहे हैं।

करण ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से यश और रूही का नया वीडियो शेयर किया है। इसमें दोनों फिर एक बार करण के क्लोसेट में नजर आ रहे हैं। इस दौरान यश करण से कहते हैं कि क्लोसेट में वॉशिंग मशीन है मगर वो छुपी हुई तिजोरी की तरफ इशारा करते हैं। करण उन्हें समझाते हैं कि ये वॉशिंग मशीन नहीं बल्कि तिजोरी है।

आगे यश उनसे पूछते हैं कि वो इस तिजोरी का क्या करते हैं। इसका जवाब देते हुए करण ने कहा, ‘फिलहाल की इकोनॉमिक सिचुएशन के चलते मैं इसका कुछ भी नहीं कर रहा हूं। काश ये वॉशिंग मशीन होती तो शायद इसका ज्यादा इस्तेमाल हो पाता’।

लॉकडाउन से अटक गईं फिल्में: करण जौहर फिल्म ‘सूर्यवंशी’ के को-प्रोड्यूसर हैं जो 24 मार्च को रिलीज होने वाली थी मगर लॉकडाउन के चलते इसे पोस्टपोन कर दिया गया है। इसके अलावा करण की फिल्म ब्रह्मास्त्र की भी शूटिंग लॉकडाउन में रुकी हुई है।



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Karan johars's kids misundertan his locker with washing machine, Yash got hillarious answer when ask what he do with it




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सलमान की 'राधे' की ओटीटी रिलीज की खबरों से हलचल, सिंगल और मल्टीप्लेक्स स्क्रीन वालों ने दी चेतावनी

सलमान खान की फिल्म राधे कीडिजिटल रिलीज (ओटीटी प्लेटफॉर्म) की खबरों से इंडस्ट्री में एक अलग माहौल है। सिनेमा हॉल संचालकों का कहना है कि यह दुनियाभर में माने जा रहे निर्देशोंका उल्लंघन है जिसमें कहा गया है कि फिल्मों की रिलीज पहले सिनेमाघरों में होगी जिसके 8 हफ्ते के बाद ही इसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज संभव है। इससे फिल्म व्यवसाय से जुड़े सभी स्टैकहोल्डर के हितों की रक्षा होती है। इसके निर्देश कंपटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (सीसीआई)ने जारी किए हैं।

एसोसिएशन ने दी सख्त चेतावनी: मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एमएआई) के अधिकारियों का कहना है कि इस बारे में सलमान खान से बात की जाएगी। कौन से प्रोड्यूसर इस संकट की घड़ी में बने रहेंगे या सिचुएशन के सामने हथियार डाल देंगे, इसपर कुछ नहीं कहा जा सकता है। अगर सलमान डायरेक्ट ओटीटी पर जाते हैं तो यह तय है कि उनकी फिल्म की सिनेमा वैल्यू नहीं रहेगी। साथ ही आगे के सालों में जब उनकी फिल्म आएगी तो फिर उस वक्त जरूर करारा जवाब दिया जाएगा।

250 करोड़ का ऑफर मिलना मुश्किल

अधिकारियों ने आगे कहा, ‘ओटीटी वाले सिनेमा वालों के सामने कम नंबर्स में हैं। लिहाजा यह भी तकरीबन मुश्किल काम है कि राधे को कोई ओटीटी ढाई सौ से 300 करोड़ तक का ऑफर दे, क्योंकि उतने की रिकवरी हो पाना संभव नहीं’।

सलमान को थिएटर में देखना चाहते हैं फैंस

डिस्ट्रीब्यूटर और ट्रेड एनालिस्ट अक्षय राठी भी मल्टीप्लेक्स इस मुद्दे पर सहमति जताते हुए दैनिक भास्कर से कहा, ‘अगर किसी भी फैन से पूछा जाए कि सलमान को मोबाइल में शर्ट उतारते देखना पसंद करेंगे या सिनेमाघर के बड़े पर्दे पर तो हर कोई सिनोमाघर ही चुनेगा। सलमान के स्टारडम का सीधा नाता सिनेमाघरों से है।

इस तथ्य को भी नहीं नकारा जा सकता है कि फिल्मों के कुल कलेक्शन में 60% हिस्सेदारी सिनेमाघरों की है। 40% में डिजिटल सेटेलाइट और बाकी मीडियम की हिस्सेदारी है’।अगर सलमान खान चाहते हैं कि वह स्टार बने रहें तो उन्हें अपने फैंस को सही जगह पर एंटरटेन करना होगा। यह डर बेबुनियाद है कि सिनेमाघर खुलेंगे तो लोग नहीं आएंगे।

बीते दिनों में लोग देख चुके हैं कि शराब की दुकानें खुली तो लोग किस तरह से टूट पड़े तो दर्शकों के आने की चिंता ना की जाए। सिनेमाघरों के संदर्भ में अगर सुरक्षा के उपाय हैं तो लोग यकीनन सिनेमाघर आएंगे।

कम से कम बड़े बजट और स्टार तो रुकें

ट्रेड एक्सपर्ट, डिस्ट्रीब्यूटर और सिनेमाघर संचालक राज बंसल का कहना है, ‘इटली स्पेन हांगकांग में अब लोग रेस्टोरेंट में भी जा रहे हैं। बाजारों में भी जा रहे हैं। मॉल्स भी खुलने लगे हैं। डर दूर हो रहा है। यह बिल्कुल निश्चित है कि सितंबर तक हम लोग कोरोना से मुक्त हो जाएंगे या डर का माहौल खत्म हो जाएगा और दिवाली से पिक्चरें रिलीज होनी शुरू हो जाएंगी। तब तक कम से कम बड़े बजट और स्टार तो रुक ही सकते हैं’।



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Stirred by news of Salman Khan's 'Radhey' release on OTT platform, single and multiplex screens members issued warning




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शादी की दूसरी सालगिरह से पहले ही आनंद ने दिया सोनम कपूर को स्पेशल गिफ्ट, बोलीं- 'मुझे बहुत अच्छे से जानते हैं'

सोनम कपूर और आनंद आहुजा लॉकडाउन के बाद से ही दिल्ली में क्वालिटी टाइम स्पेंड करते नजर आ रहे हैं। कुकिंग और वर्क आउट वीडियोज के बाद सोनम ने अब अपनी शादी की दूसरी सालगिरह से पहले ही गिफ्ट लेते हुए वीडियो शेयर किया है। इसमें वो आनंद आहूजा से गिफ्ट पाकर काफी एक्साइटेड होती दिख रही हैं।

'जोया फैक्टर' एक्ट्रेस सोनम कपूर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उनके हाथों में नाइनटेंडो ब्रांड का वीडियो गेम नजर आ रहा है। इस वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, 'आनंद आहुजा मुझे बहुत अच्छे से जानते हैं। लव यू सो मच'।

सोनम के अलावा आनंद ने भी इंस्टाग्राम से स्टोरी शेयर करते हुए उन्हें बेवकूफ कहा है। उन्होंने गिफ्ट पाकर खुश हो रहीं सोनम का वीडियो री शेयर करते हुए लिखा, 'मेरी छोटी सी मूर्ख, बेवकूफ, कॉम्पेटेटिव, खरगोश, क्वीन। हैप्पी लगभग एनिवर्सरी'।

आनंद आहूजा की इंस्टा स्टोरी।

सोनम ने 8 मई 2018 में बिजनेसमैन आनंद आहूजा से शादी की थी।सिख रीति रिवाज से मुंबई में हुई शानदारवेडिंग में बॉलीवुड की तमाम बड़ी हस्तियां शामिल हुई थीं। शादी के बाद दोनों लंदन में ही रहते हैं मगर लॉकडाउन से पहले ही दोनों दिल्ली आ चुके हैं।



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Anand gave a special gift to Sonam Kapoor On second wedding anniversary, actress said- 'you know me very well'




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'पीकू' की रिलीज को पांच साल पूरे हुए, दीपिका ने इमोशनल पोस्ट शेयर कर इरफान को याद किया

फिल्म 'पीकू' को रिलीज हुए शुक्रवार को पांच साल पूरे हो गए। फिल्म में अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण के अलावा इरफान खान ने अहम भूमिका निभाई थी। इस मौके पर दीपिका ने इरफान को खास अंदाज में याद करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने इसी फिल्म के एक गाने 'लम्हें गुजर गए' के भावुक बोल शेयर करते हुए उन्हें याद किया।

दीपिका ने अपनी पोस्ट में गाने के बोल लिखने के बाद आखिरी में लिखा, 'आपकी आत्मा को शांति मिले मेरे प्रिय मित्र #राणा'। बता दें कि 'पीकू' में इरफान द्वारा निभाए गए किरदार का नाम 'राणा' ही था।अपनी पोस्ट के साथ दीपिका ने फिल्म की शूटिंग के दौरान लिया गया एकफोटो भी शेयर किया।शूजित सरकार द्वारा निर्देशित ये फिल्म 8 मई 2015 को रिलीज हुई थी और बॉक्स ऑफिस पर बेहद सफल साबित हुई थी।

दीपिका ने लिखे ये बोल...

'''लम्हें गुज़र गये
चेहरे बदल गये
हम थे अंजानी राहो में... पल में रुला दिया
पल में हंसा के फिर
रह गये हम जी राहों में थोड़ा सा पानी है रंग है
थोड़ी सी छांव है

चुभती है आँखो में धूप
ये खुली दिशाओं में... और दर्द भी मीठा लगे
सब फ़ासले ये कम हुए
ख्वाबों से रस्ते सजाने तो दो
यादों को दिल में बसाने तो दो

लम्हें गुज़र गये
चेहरे बदल गये
हम थे अंजानी राहो में... थोड़ी सी बेरूख़ी जाने दो
थोड़ी सी ज़िंदगी
लाखों सवालों में ढूंढूं क्या
थक गयी ये ज़मीन

जो मिल गया ये आसमां
तो आसमां से मांगू क्या
ख्वाबों से रस्ते सजाने तो दो
यादों को दिल में बसाने तो दो -Piku''



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'पीकू' 8 मई 2015 को रिलीज हुई थी, और बॉक्स ऑफिस पर काफी सफल साबित हुई थी। (फोटो/वीडियो साभारः दीपिका के सोशल मीडिया अकाउंट से)




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खाली समय में पत्नी सुनीता के साथ कैरम खेलते दिखे अनिल कपूर, सोनम ने लिखा-'आपको बहुत मिस कर रही हूं'

अनिल कपूर इन दिनों लॉकडाउन का समय अपने परिवार के साथ बिता रहे हैं। हाल ही में उन्होंने इन्स्टाग्राम पर वाइफ सुनीता के साथ कैरम खेलते हुए तस्वीरें शेयर की हैं। उन्होंने इन्हें शेयर करते हुए लिखा, और विनर है..जाहिर तौर मैं। अनिल ने अपनी सोलो तस्वीर के लिए सुनीता को क्रेडिट दिया जिसमें वह रानी पर निशाना लगाते दिख रहे हैं जबकि दूसरी तस्वीर को उनकी बेटी रिया ने क्लिक किया है।


सोनम ने किया कमेंट: सोनम जो इस वक्त पति आनंद आहूजा के साथ दिल्ली में हैं, उन्होंने तस्वीरों को देखकर कमेंट किया, आप दोनों को बहुत मिस कर रही हूं और आपसे मिलने के लिए और इंतजार नहीं कर सकती। अनिल कपूर को स्लीपर्स में देखकर जूतों का बिजनेस करने वाले उनके दामाद आनंद आहूजाने चुटकी लेते हुए कमेंट में लिखा, अच्छे शूज हैं। वहीं, शिल्पा शेट्टी ने लिखा, वाह!! आप बॉल पर जिस तरह से बैलेंस बनाकर बैठे हैं, वह काबिलेतारीफ है। क्या बात है।

सोनम, आनंद और शिल्पा के कमेंट


अनिल ने लॉकडाउन में बनाई बॉडी: इससे पहले 63 साल के अनिल कपूर ने सोशल मीडिया कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए बताया था कि उन्होंने लॉकडाउन में खाली समय का इस्तेमाल करते हुए अपनी फिटनेस पर ध्यान दिया और बॉडी बनाई। तस्वीरों में अनिल अपने बाइसेप्स दिखाते नजर आए थे।

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Anil Kapoor and wife Sunita play carrom amid lockdown




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अभिषेक ने शेयर किया पिता के साथ 39 साल पुराना वीडियो, स्टेज शो में बच्चों का परिचय कराते दिखे अमिताभ

अभिनेता अभिषेक बच्चन ने 'फ्लैशबैक फ्राइडे'के तहत इस बार अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर करीब 39 साल पुराना एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उनके पिता अमिताभ बच्चन स्टेज शो के दौरान अपने दोनों बच्चों का परिचय कराते दिखे।इस वीडियो के साथ अभिषेक ने एक बड़ी सी पोस्ट भी लिखी, जिसमें उन्होंने इन स्टेज शोज के बारे विस्तार से बताया। उनके मुताबिक इन शोज में अभिनेताओं के जाने का चलन उनके पिता ने ही शुरू किया था।

अभिषेक ने जो वीडियो शेयर किया, उसमें अमिताभ बच्चन अपने बच्चों का परिचय लोगों से कराते हुए कहते हैं, 'मेरे दो बच्चे भी यहां आए हुए हैं, मैं आप सबको उनसे मिलवाना चाहता हूं। इनका नाम अभिषेक हैं, सबको हैलो कहो। ये मेरी बेटी हैं, इनका नाम श्वेता है।' पिता के कहने पर दोनों बच्चे लोगों से हैलो भी करते हैं।

अभिषेक ने अपनी पोस्ट में लिखा...

'#यादोंवालाशुक्रवार 1981 में मेरे पिता ने भारतीय फिल्म एक्टर्स द्वारा स्टेज शो करने और अपने गानों पर परफॉर्म करने का चलन शुरू किया था। इससे पहले तक केवल पार्श्व गायकों ने ही ऐसा किया था।'
'मेरे पास अलग-अलग शहरों की ऐसी बहुत सी यादें हैं, जिनमें वे, उनके सह-कलाकार और महान कल्याणजी-आनंदजी और उनका 40 सदस्यों वाला आर्केस्ट्रा जिसका संचालन एक युवा विजू शाह (कल्याण जी के बेटे और भविष्य के बड़े संगीतकार) कर रहे थे, शामिल रहे। रिहर्सल्स, साउंड चैक्स, शो के बाद मेरे माता-पिता के सुइट में आधी रात को होने वाला डिनर, जहां गुजराती खाने के टिफिन (जिन्हें बड़े प्यार से आयोजकों के रिश्तेदारों और दोस्तों द्वारा तैयार किया जाता था या क्रू सदस्यों द्वारा स्थानीय स्तर पर बनाया जाता था, चाहे वे किसी भी शहर में परफॉर्म कर रहे हों) सभी कलाकारों और संगीतकारों को परोसे जाते थे। वहां हर कोई शो के बारे में चर्चा करता रहता, फिर वहां एक युवा, अपेक्षाकृत अज्ञात (तब) और भविष्य का स्टैंडअप कॉमेडियन आता और घंटों तक लोगों को मंत्रमुग्ध करके बैठाए रखता, फिर उसकी मिमिक्री और कॉमेडी तब तक चलती रहती, जब तक कि अगले शहर की फ्लाइट पकड़ने के लिए एयरपोर्ट निकलने का वक्त नहीं आ जाता था। उस कॉमेडियन का नाम जॉनी लीवर था।'
'उड़ान के दौरान हर कोई इकोनॉमी क्लास लेता था और फ्लाइट में सभी सीटों को आगे की तरफ झुका लेते थे, ताकि एक विशाल गद्दे जैसी व्यवस्था बन जाए। इसके बाद संगीतकार, गायक और पापा झूमते-गाते थे, ताकि कोई नया गाना बन जाए जिसे उसी रात को अगले शहर में परफॉर्म किया जा सके। ये रुटीन सीधे 3 दिनों तक चला। मुझे ठीक से याद नहीं लेकिन उन सप्ताहांतों में वे कुल मिलाकर 2 घंटे सोए होंगे। विशुद्ध रूप से उन्होंने एड्रेनालाइन पर काम किया और सप्ताह के दौरान आराम किया। इसके बाद यही रुटीन शुक्रवार से फिर शुरू हो गया।'
'वो भी क्या दौर था। एक बच्चा सपनों को संजोए, विस्मय और आश्चर्य के साथ शो को देख रहा था। उस समय इस बात का अहसास नहीं था कि मैं भाग्यशाली था जो इन लीजेंड्स को लाइव परफॉर्म करते देख रहा हूं। एकबार जब मैं बड़ा हो गया तो एकबार मैंने गुपचुप खुद के स्टेज पर होने की कल्पना की। जैसा कि आप इस वीडियो से देख सकते हैं, मेरी बहन ने मंच से उतरने के लिए इंतजार नहीं किया, और मैं जो करना चाहता था, सिर्फ उसी के आसपास चिपके रहना चाहता था।'


'इस वीडियो को मुझ तक पहुंचाने के लिए मोसेस सापिर आपका धन्यवाद। इसने कई अद्भुत यादों को वापस ला दिया।'



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अभिषेक बच्चन के मुताबिक जब वे छोटे थे, तो अपने पिता के साथ स्टेज शो के सिलसिले में उनके साथ अलग-अलग शहरों में जाया करते थे। (फोटो/वीडियो साभारः अभिषेक बच्चन के सोशल मीडिया अकाउंट से)




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83, लक्ष्मी बॉम्ब, कुली नंबर वन की शूटिंग पूरी : पोस्ट प्रोडक्शन रुका, राधे की शूटिंग भी बाकी

फिल्म इंडस्ट्री को लॉकडाउन हुए करीब 51 दिन हो चुके हैं।जनता कर्फ्यू से पहले से चल रहे लॉकडाउन के कारण इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में फिल्मों और टीवी शो की शूटिंग रुकी हुई है। इनमें अक्षय, सलमान, वरुण और रणवीर सिंह की चार बड़ी फिल्में भी शामिल हैं। इनकी शूटिंग, रिलीज डेट और प्लेटफॉर्म को लेकर कई कयास लग रहे हैं।

तरण आदर्श ने किया अपडेट

इन सभी फिल्मों के बारे में ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने एक पोस्ट किया है, जिसमें इन सभी की मौजूदा स्थिति बताई है।तरण लिखते हैं- बहुत सारे लोग जो फिल्म इंडस्ट्री में और उसके बाहर हैं, वो ये जानना चाहते हैं कि आने वाली बड़ी फिल्मों कीस्थिति क्या है। कई सारे अनुमान भी लगाए जा रहे हैं।

  1. 83 :रणवीर सिंह स्टारर भारतीय क्रिकेट टीम के पहले वर्ल्डकप की जीत पर बनी फिल्म 83 की शूटिंग, एडिटिंग और डबिंग कम्पलीट हो चुकी है। फाइनल मिक्सिंग बाकी है। पोस्ट प्रोडक्शन का काम भी बाकी है।
  2. राधे :सलमान खान, दिशा पाटनी की यह फिल्म अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। दो गानों की शूटिंग और कुछ सीन शूट होने बाकी हैं। इतना ही नहीं शूटिंग रुकने से डबिंग, वीएफएक्स, पोस्ट प्रोडक्शन काम भी नहीं हो पाया है।
  3. लक्ष्मी बॉम्ब : अक्षय कुमार - किआरा आडवाणी के लीड रोल और राघव लॉरेंस के डायरेक्शन में बन रही लक्ष्मी बॉम्ब की शूटिंग पूरी हो चुकी है। रफ एडिटिंग हो गई है। पोस्ट प्रोडक्शन वर्क डबिंग, बैकग्राउंड स्कोर, वीएफएक्स सभी का ना बाकी है।
  4. कुली नंबर वन :वरुण धवन और सारा अली खान की यह फिल्म पूरी हो चुकी है। एडिटिंग और डबिंग जैसे जरूरी काम भी निपट गए हैं। वीएफएक्स भी लगभग पूरा हो गया है। डेविड धवन की इस रीमेक फिल्म का केवल पोस्ट प्रोडक्शन वर्क मिक्सिंग ही बाकी रह गई है।


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Taran Adarsh: Trade Analyst Taran Adarsh Bollywood Movie Releases News Update On Ranveer Singh 83, Laxmmi Bomb Akshay Kumar and Salman Khan starrer Radhe




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करीना कपूर को आई पुराने दिनों की याद, ग्रुप फोटो शेयर कर बोलीं- 'सोशल डिस्टेंस नहीं सिर्फ प्यार था मगर अब दो गज की दूरी'

करीना कपूर खान इंस्टाग्राम पर एंट्री लेते ही इंस्टा क्वीन बन चुकी हैं। शेयर की गई तस्वीरों के साथ उनके मजेदार कैप्शन भी लोगों का खूब ध्यान खींच रहे हैं। लॉकडाउन में एक लंबे समय से घर में बंद एक्ट्रेस ने पुरानी ग्रुप फोटो के साथ पुराने दिनों को याद किया है।

करीना ने शुक्रवार को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'अच्छे पुराने दिन, कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं सिर्फ प्यार। मगर अभी के लिए दो गज की दूरी और घर पर रहना। तस्वीर में करीना सरसो के खेतों में नजर आ रही हैं, उनके साथ उनकी मेकअप और स्टाइलिंग टीम भी पोज करती दिख रही है।

लॉकडाउन के पहले करीना फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' की चंडीगढ़ में शूटिंग कर रही थीं मगर लॉकडाउन के चलते शूटिंग रोक दी गई थी। तस्वीरों में नजर आ रहे खेत और करीना के लुक को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये उसी फिल्म की शूटिंग की तस्वीरें हैं। फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' को क्रिसमस के मौके पर रिलीज किया जाएगा जो कि हॉलीवुड फिल्म 'फॉरेस्ट गम्प' की रीमेक है।



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Kareena Kapoor remembers the old days, shared a group photo and said -'no social distancing only love. But for now do gaj ki doori'




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रामानंद की पड़पोती साक्षी चोपड़ा बोलीं- सागर परिवार से होने का दबाव नहीं, दूरदर्शन पर नहीं देखी 'रामायण'

कोरोनावायरस की वजह से देश में लागू लॉकडाउन के बीच सरकार ने रामानंद सागर की 'रामायण' का दूरदर्शन पर दोबारा प्रसारण किया। अब यह शो स्टार प्लस पर दिखाया जा रहा है। दैनिक भास्कर ने रामानंद सागर की पड़पोती साक्षी चोपड़ा से बात की, जो अमेरिका के लॉस एंजिलिस में म्यूजिक सीख रही हैं। उनसे हुई बातचीत के अंश:-

रामानंद सागर परिवार से होने का कोई दबाव?
कोई दबाव नहीं। मुझे लगता है कि हम सभी अपने मतभेदों से जीवन में बढ़ते हैं। मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही है।
क्या दूरदर्शन पर 'रामायण' का कोई एपिसोड देखा?
जी नहीं। लेकिन हां, मैंने यूट्यूब परकुछ एपिसोड देखे हैं, जिसके लिए मैं आभारी हूं।
लॉस एंजिलिस में क्या कर रही हैं?
मैं काफी समय से लॉस एंजिलिस में हूं और अपने पहले एल्बम पर काम कर रही हूं। लंबे समय से मेरे अंदर कई इमोशंस हैं। ऐसी कई विचार हैं, जिन्हें मैं लोगों के सामने अपने म्यूजिक के जरिए लाना चाहती हूं। इसे बनाने के लिए अलग-अलग म्यूजिक कम्पोजर्स के साथ रिकॉर्डिंग कर रही हूं। इसे लेकर मैं बहुत एक्साइटेड हूं।
कोरोना महामारी के बीच लॉस एंजिलिस में माहौल कैसा है?
यहां किसी तरह का आधिकारिक लॉकडाउन लागू नहीं किया गया है। लेकिन मैं पूरी सावधानी बरत रही हूं। अपना पूरा समय घर में ही बिता रही हूं। अपना ज्यादातर समय म्यूजिक और डांस को दे रही हूं। अपनी जिंदगी को एन्जॉय कर रही हूं। जितना हो सके, उतना पॉजिटिव रहती हूं।
परिवार से कैसे जुड़ी हुई हैं?
हमने व्हाट्सअप पर एक फैमिली ग्रुप बनाया है, जिसमे मैं काफी एक्टिव रहती हूं। अपनी दिनचर्या से जुड़ी सभी बातें उस ग्रुप में शेयर करती हूं। ग्रुप के बाकी सदस्य भी अपनी बातें वहां साझा करते हैं, जिससे मैं सभी से कनेक्टेड फील करती हूं। साथ ही हम फेस टाइम के जरिए भी जुड़े रहते हैं। यहां मैं अपने परिवार वालों को बहुत मिस करती हूं। लेकिन टेक्नोलॉजी ने हमें जोड़ रखा है।
सोशल मीडिया पर मिल रहीं आलोचनाओं को कैसे फेस करती हैं?
मेरा मानना है कि किसी की भी नफरत मुझे नहीं तोड़ सकती। न ही किसी का प्यार मुझे बना सकता है। मुझे इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि कौन मेरे बारे में क्या सोचता है? मैं बस अपने जीवन का एक डॉक्यूमेंट बना रही हूं, जिसे मेरे जाने के बाद भी याद किया जाए। मेरे पास बस यही है, मेरे पीछे छोड़ने के लिए। मैं सिर्फ खुद को एक्सप्रेस करती हूं और मेरे लिए यह क्षणिक है।



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Ramanand Sagar's Great Granddaughter Sakshi Chopra Is Preparing For Her First Music Album In Los Angeles




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Class of 2020 graduates with 'robot ceremony'

Arizona State University's Thunderbird School of Global Management utilizes robots to give its students a virtual graduation ceremony. Freddie Joyner has more.




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Exotic dance club pivots with 'Food 2 Go-Go'

The Lucky Devil Lounge in Portland, Oregon has found an unusual way to stay afloat in uncertain times - home food delivery courtesy of its exotic dancers.




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Social media's newest stars: Dr. Birx's scarves

U.S. coronavirus task force coordinator Dr. Deborah Birx is best-known for her calm, authoritative briefings at the daily White House press conferences. But she has also become a pop culture phenomenon for her scarves.




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Buon appetito! Italy's pizzerias reopen

Pizzerias were finally able to open their doors again this week after almost two months in lockdown - and Italians were savouring every bite.




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Spain's Economy Minister, Nadia Calviño, speaks to Reuters

Minister of Economy, Nadia Calviño, only the second woman to hold the position in Spanish history, speaks to Breakingviews Global Editor Rob Cox as Spain prepares to hold parliamentary elections on Nov. 10 for the second time in a year.




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Tories and Labour 'peddling fantasies', says Blair

Former British Prime Minister Tony Blair argued that the two major UK parties, Conservative and Labour, are 'peddling fantasies' ahead of the upcoming election.




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'No-deal Brexit not off the table' warns Blair

Former British Primer Minister Tony Blair cast doubt on that timetable for Brexit negotiations and said there was still a risk that Britain could exit the EU in a year's time without having struck a deal with its biggest trading partner.




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Britain must rebuild 'sensible politics' says Blair

Former British Prime Minister Tony Blair called on the UK to 'rebuild sensible mainstream politics' in the future.




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'Revolutions always end badly' says Blair

Former British Prime Minister Tony Blair said his party was now controlled by its "Marxist-Leninist wing" and that its leader Jeremy Corbyn was promising a revolution, but warned 'revolutions always end badly'.




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Don't hold breath for UK-U.S. trade deal - Blair

Former British Prime Minister Tony Blair said on Monday that a UK-U.S. trade deal would be very difficult to agree, saying protectionist sentiment worldwide was making trade agreements harder to negotiate.




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304 मरीज जिन्होंने सैंपलिंग में गलत पता दिया... उन्हें ढूंढने में पुलिस को घंटों लग गए

राहत भरी खबरों की बीच एक बड़ी चिंता भी सामने आई है। 6 मई तक आए 1075 मरीजों में से 304 मरीज यानी 28% ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना के डर से टेस्ट तो कराया लेकिन अपना पता या फोन नंबर सही नहीं दिया। ताकि अस्पताल में भर्ती न होना पड़े। हालांकि केस पॉजिटिव मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस को जानकारी दी और इनका पता लगाकर अस्पतालों मेंभर्ती कराया गया, लेकिन तब तक ये ‘कोरोना बम’ बाहर ही रहे। यही नहीं कई लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने कोई जानकारी दिए बिना ही टेस्ट करा लिया या फाॅर्म में पता नहीं भरा। रैंडम सैंपलिंग के समय भी मरीज से कोई एड्रेस प्रूफ नहीं लिया जा रहा। ऐसे में मरीज के पॉजिटिव मिलते ही पुलिस को उसे ढूंढने में काफी समय लग जाता है। तब तक कई लोगों तक संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। चिकित्सा विभाग ने ऐसे 304 लोगों को अन्य की सूची में डाला। इनमें से 121 सही हो चुके हैं। शेष अस्पतालों में भर्ती हैं।
इस बारे में सीएमएचओ डॉ. नरोत्तम शर्मा का कहना है कि पॉजिटिव आने के बाद तुरंत संबंधित व्यक्ति व उसके संपर्क में आए लोगों को क्वारेंटाइन कर दिया जाता है। कोई गलत एड्रेस या फोन नंबर भरता है और पॉजिटिव आता है तो उसकी सूचना पुलिस को दी जाती है। पुलिस उसे वेरीफिकेशन करती है और सूचना देती है। इसके बाद केस को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। सरकार और उच्चाधिकारी पूरे मामले पर नजर रखे हैं।
भास्कर अपील- इंदौर की तर्ज पर सैंपल के लिए आधार जरूरी हो
इंदौर में 11 मरीज ऐसे थे जिन्होंने सैंपल देते समय पता गलत लिखाया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो पुलिस को ऐसे लोगों को ढूंढने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसलिए अब इंदौर प्रशासन ने सैंपल के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है। यही नहीं एक माेबाइल एप भी लॉन्च किया है जिसमें सैंपल लेने से पहले मरीज की सारी जानकारी भरी जाती है। जयपुर में भी प्रशासन को सैंपल लेने के लिए आधार अनिवार्य करना चाहिए। क्योंकि यहां सैंपल देते समय गलत जानकारी भरने वाले मरीजों की संख्या एक तिहाई से भी अधिक है।



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304 patients who gave incorrect address in sampling ... police took hours to find them




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लॉकडाउन-2.0 में मिले 4 केस, लॉकडाउन-3 में 7 केस , 2.0 के मुकाबले चार गुना तेजी से बढ़े संक्रमित

सावधान रहे... लॉकडाउन-2 के मुकाबले लॉकडाउन-3 में संक्रमण चार गुना ज्यादा तेजी से सामने आ रहा है। शुक्रवार को तीन नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं, ये सभी शिवनगर में 8 दिन पहले मिले पॉजिटिव के पड़ोसी है। इधर, खतरा इसलिए बरकरार है क्योंकि शिवनगर का पॉजिटिव युवक अपने दो दोस्तों के साथ रहता था, उनका अब तक पता नहीं चल सका है।
शिवनगर में 1 मई को एक 25 वर्षीय युवक पॉजिटिव मिला था। युवक के आसपास रहने वालों का सैंपल लिया तो शुक्रवार को तीन नए संक्रमित सामने आए। तीनों संक्रमित एक ही परिवार से है। पूछताछ में नए पॉजिटिव ने बताया कि पहले संक्रमित मिला युवक उनके घर पर आता-जाता रहता था। कई बार वह घर पर खाना खाता था। इधर, नया खुलासा यह भी हुआ है कि 1 मई को पॉजिटिव मिले युवक के साथ दो दोस्त रहते थे। हालांकि, वह कौन है... अब स्वास्थ्य विभाग इसकी तलाश में जुट गया है।

लॉकडाउन-2 में सबसे कम 21 % की दर से बढ़ रहा था संक्रमण
लॉकडाउन-3 की शुरुआत 4 मई से हुई है। इस दौरान अब तक 7 कोरेाना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इधर, लॉकडाउन-2 में सबसे कम 4 केस सामने आए है। इसमें 19 दिनों में संक्रमण 21 प्रतिशत की दर से सामने आया है, जोकि सबसे कम है। लॉकडाउन-1 में 12 पॉजिटिव मामले सामने आए थे, इन 21 दिनों में 57 प्रतिशत की दर से संक्रमित मिले थे। इधर, लॉकडाउन-3 में 6 मई को 4 पॉजिटिव केस तो वहीं 8 मई को 3 पॉजिटिव केस आए है, इस मान से अब तक 87 प्रतिशत की दर से संक्रमित मिले हैं।



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33 कंटेनमेंट क्षेत्रों में बीएसएफ के 130 जवान तैनात होंगे, बेवजह बाहर न निकलें

लॉकडाउन 3.0 का सख्ती से पालन कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाएगी। इसके लिए बुधवार शाम को विशेष विमान से बीएसएफ की दो कंपनियां बुलाई गईं। बीएसएफ के जवान शहर के कोरोना कंटेनमेंट तथा रेड जोन में तैनात किए जाएंगे, ताकि बेवजह बाहर निकलने वालों को रोका जा सके। पुलिस आयुक्त आरबी ब्रह्मभट्ट ने बताया कि शहर में बीएसएफ की दो कंपनियां बुलाई गई हैं। ये जवान कंटेनटमेंट और रेड जोन में तैनात किए जाएंगे। दोनों कंपनियों में 100 से 130 जवान शामिल हैं। लॉकडाउन का पालन और सख्ती से किया जा सके इसके लिए इस विशेष फोर्स को बुलाया गया है। हालांकि इससे पहले शुरू से ही पुलिस के साथ शहर में सीआईएसएफ और एसआरपी बल तैनात है।

अब ज्यादा सख्ती बरती जाएगी। शहर में कुल 33 क्षेत्र कंटेनमेंट अथवा रेड जोन घोषित हैं। इन इलाकों के पुलिस स्टेशनों को हमने 13 से 14 बीएसएफ के जवान दिए हैं जो लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाएंगे। इसमें कुछ नया नहीं होगा। ये लोग भी पुलिस की तरह बेवजह बाहर निकलने वालों पर नजर रखेंगे। उनसे पूछताछ करेंगे और कारण नहीं बता पाने पर वापस घर भेज देंगे। आयुक्त ने कहा कि हमारे पास पर्याप्त जवान नहीं हैं इसीलिए हर पुलिस स्टेशन को कुछ ही बीएसएफ तथा सीआईएसएफ के जवान मुहैया कराए गए हैं इससे रेड जोन तथा कंटेनमेंट इलाकों में ज्यादा सख्ती से लॉकडाउन का पालन करवाया जा सकेगा।

  • 33 इलाके कंटेनमेंट अथवा रेड जोन घोषित
  • 13-14 बीएसएफ जवान एक इलाके में तैनात
  • 100-130 जवान दो कंपनियों में शामिल


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कोरोना से मुक्ति के लिए हजारों जैन परिवार कर रहे हैं लगातार 13 घंटे णमोकार महामंत्र का अखंड पाठ

विश्व में कोरोना वायरस के महासंकट की घड़ी में जब संपूर्ण विश्व इसके खौफ में है। ऐसे में इस महामारी से बचाव व मुक्ति के लिए हजारों जैन परिवार घरों में 13 घंटे लगातार णमोकार महामंत्र के अखण्ड पाठ कर रहे हैं। जैन परिवार सुबह 8 बजे से पाठ शुरू करते हैं। फिर बारी-बारी से परिवार के सदस्य अखण्ड पाठ रात 9.00 बजे तक करते हैं। आरती के बाद पाठ सम्पन्न करते हैं। इस पाठ की शुरुआत से पहले प्रातः 7.55 बजे 13 घंटे के लिए कलश स्थापित करने के बाद लगातार जलने वाला दीपक प्रज्वलित किया गया।
सभी दम्पति सदस्य परिवार तय समय से 5 मिनट ज्यादा पाठ करते हैं। ताकि पाठ करने की अखण्डता बनी रहे। अखण्ड पाठ के समापन पर रात्रि 9.00 बजे पंचपरमेष्ठी एवं भगवान महावीर की सामूहिक आरती सभी घरों पर एक साथ की गई। पाठ में जैन सोश्यल ग्रुप मेट्रो जयपुर के 100 से अधिक परिवारों, दिगंबर जैन महासमिति मानसरोवर द्वितीय संभाग के अंतर्गत एसडीसी इकाई परिवारों सहित शहर के हजारों घरों में ये अखंड पाठ किए गए।



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Thousands of Jain families are doing uninterrupted recitation of Namokar Mahamantra for 13 hours continuously for the liberation from Corona




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कोरोना के 33 मरीज डिस्चार्ज, रिकवरी रेट 49.5% तक पहुंचा 30 नए केस, एक मौत, टेस्ट कराने पहुंचे ओडिशा के 500 श्रमिक

शुक्रवार को कोरोना के 30 नए केस आए। इनमें शहर के 26 और ग्रामीण के 4 मरीज शामिल हैं। इन नए मामलों को मिलाकर अब तक कुल 855 पॉजिटिव मामले अा चुके हैं। इनमें 47 ग्रामीण के शामिल हैं। शुक्रवार को 7 बच्चों सहित 33 कोरोना पॉजिटिव मरीज डिस्चार्ज हुए। इससे अब तक 424 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं। इसमें 18 मरीज ग्रामीण के भी हैं। एक मरीज की मौत भी हुई। जानकारी के अनुसार लिंबायत के कमरू नगर निवासी 64 वर्षीय बिस्मिल्लाह खान पठान की सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें 6 मई को गंभीर हालत में सिविल में एडमिट किया गया था जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। वह पहले से डायबिटीज के मरीज थे। अब तक कोरोना से 38 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें एक मरीज ग्रामीण का है।

अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाले 33 मरीजों में सात बच्चे भी शामिल
सिविल अस्पताल में इस समय 290 से ज्यादा पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। 20 से ज्यादा मरीजों की हालत नाजुक है। कोविड 19 अस्पताल में ग्राउंड फ्लोर पर कोरोना संदिग्ध मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि पहली और दूसरी मंजिल पर पॉजिटिव मरीज भर्ती हैं।

कोविड-19 अस्पताल में लगी श्रमिकों की कतार

ओडिशा सरकार ने श्रमिकों को मेडिकल टेस्ट करवाने के बाद ही राज्य में आने के आदेश दिए हैं। इससे शुक्रवार को सिविल अस्पताल के कोविड 19 अस्पताल में ओडिशा मूल के 500 से अधिक लोग जांच के लिए पहुंच गए। इससे अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई। कुछ लोगों की प्राइमरी टेस्ट यानी स्क्रीनिंग की गई। बाद मरीजों के इलाज में बाधा आने लगी तो अस्पताल प्रशासन ने टेस्टिंग प्रक्रिया बंद कर दी। प्रबंधन ने कहा कि इससे इलाज में व्यवधान आया।



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33 patients of corona discharge, recovery rate reaches 49.5%, 30 new cases, one death, 500 workers of Odisha arrived for test




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लॉकडाउन 3.0 में श्रेणीवार खोली जा रही हैं दुकानें, सदर बाजार अभी बंद

वैश्विक कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए चल रहा है। तीसरे चरण के लॉकडाउन के पांचवें दिन शहरवासी जिला प्रशासन द्वारा लॉकडाउन में दी गई राहत का लाभ उठाते दिखाई दे रहे हैं। शहर के मुख्य सदर बाजार, शॉपिंग माल्स आदि को छोड़कर शहर के विभिन्न क्षेत्रों की दुकानें खुली दिखाई दीं, जिन पर लोग अपनी आवश्यकतानुसार खरीददारी करने के लिए भी पहुंचे।

जिला प्रशासन ने विभिन्न वस्तुओं की बिक्री करने वाली दुकानों को चार श्रेणियों में बांटा हुआ है। किरयाना, मेडिकल स्टोर, खाद-बीज व अन्य आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को ए श्रेणी में रखा गया है। इस प्रकार की दुकानें प्रतिदिन खोली जा रही हैं। अन्य श्रेणियों की दुकानों को सप्ताह में दो दिन खोलने के आदेश दिए गए हैं। इनके भी दिन निश्चित कर दिए गए हैं।

लापरवाह लोग आग्रह नहीं मान रहे

जिला प्रशासन ने यह आदेश भी दिए हुए हैं कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सामाजिक दूरी का पूरा पालन किया जाए, लेकिन कुछ स्थानों पर लोग सामाजिक दूरी की धज्जियां उड़ाते नजर आए। हालांकि दुकानदार ग्राहकों से सामाजिक दूरी का पालन करने का आग्रह भी कर रहे हैं और उन्होंने अपनी दुकानों के सामने गोल घेरे बनाकर ग्राहकों की दूरियां निश्चित भी की हैं, लेकिन कुछ लापरवाह लोग उनके आग्रह को मान ही नहीं रहे हैं। जिला प्रशासन का कहना है कि फेस मास्क पहनना व हाथों को सेनिटाइज करना जरूरी है साथ ही सामाजिक दूरी का पालन भी करना है। यदि कोई व्यक्ति इनका पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही भी की जाएगी। लेकिन कोई कार्रवाई भी होती नहीं दिखाई दे रही है।

शहर के कंटेनमेंट क्षेत्रों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों मे कोई प्रतिबंध दिन के समय नहीं है, लेकिन बेवजह लोग शहर में घूमते दिखाई दे रहे हैं। गुड़गांव के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते लोगों की संख्या जिला प्रशासन व शहरवासियों के लिए भी चिंताजनक बनती जा रही है। पिछले सप्ताह में काफी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।

खुदरा व्यापारियों को पास भी जारी किए गए हैं

शहर की खांडसा रोड स्थित सब्जी मंडी में कोरोना पॉजिटिव मिलने से मंडी को बंद कर दिया गया था। शनिवार को खांडसा रोड मंडी फिर से खुल जाएगी। जिला प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। इसके लिए आढ़तियों व खुदरा व्यापारियों को पास भी जारी किए गए हैं। सब्जी मंडी बंद होने से जहां सब्जी व फलों की आपूर्ति बाधित हो गई है, वहीं उनके दाम भी आसमान छूते नजर आ रहे हैं। उधर देश की राजधानी दिल्ली से लगती गुड़गांव की सभी सीमाओं को सील किया हुआ है। बिना वैध पास के लोगों को दिल्ली से गुड़गांव में प्रवेश नहीं होने दिया जा रहा है। जिला प्रशासन का कहना है कि सीमाओं पर सख्ती जारी रहेगी।

तावडू मेन रोड की दुकानें खुलीं

तावडू में लॉकडाउन के दौरान मिली छूट के चलते शुक्रवार को पहले दिन शहर की मेन रोड की दुकानें ऑड-ईवन नंबर के तहत खुली। दुकानदारों ने सोशल डिस्टेंसिंग व सरकारी आदेशों का पालन किया। वहीं शहर के बैंकों के आगे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गईं, जहां उपभोक्ताओं की भारी भीड़ देखी गई। शुक्रवार को जहां मेन रोड के दुकानदारों में खुशी का माहौल देखा गया।

पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने नियमों का पालन न करने वाले कुछ दुकानदारों को नियमों के अनुसार दुकानें खोलने को कहा और पालन न करने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी। सरकार ने ग्रीन व ऑरेंज जोन में कुछ छूट दी है और तावडू जिला नूंह ऑरेंज जोन का हिस्सा होने के कारण शुक्रवार से तावडू में भी सरकार के नियमानुसार लॉकडाउन में छूट दी है।

कुछ दुकानदारों ने अपना नंबर न होने पर भी दुकानें खोली थीं। लेकिन पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने इन दुकानदारों को अपने नंबर पर दुकान खोलने को कहा और नियमों का पालन न करने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी। बाजार खुलने से मेन रोड के दुकानदार खुश नजर आ रहे थे। प्रशासन ने शहर का मेन बाजार संकरा होने के कारण उसे खोलने की अनुमति नहीं दी। वहीं तावडू पटौदी चौक से सोहना रोड की दुकानें भी प्रशासन के आदेशानुसार नहीं खुली। एसडीएम सतीश यादव ने बताया कि शुक्रवार को पहले दिन तावडू मेन रोड की दुकानें ओड-इवन के तहत दुकानें खोली गई हैं और पहला दिन ठीक रहा। उन्होंने बताया कि सभी दुकानदारों को सरकार की हिदायतों की जानकारी दी गई है।



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Category-wise shops are being opened in Lockdown 3.0, Sadar Bazar is now closed




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केंदूडीह पहुंचे 6 मजदूरों और 3 बच्चों को किया गया होम क्वारेंटाइन

कटक से श्यामसुंदरपुर के केंदूडीह टोला पहुंचे छह मजदूर तथा तीन बच्चों को होम क्वारेंटाइन किया गया। मजदूरों ने बताया कि वह ईंट-भट्ठों पर काम करने के लिए अाेडिशा के कटक गए थे। बस द्वारा जमशेदपुर पहुंचे थे। जहां उनको जांच के लिए जादूगोड़ा ले जाया गया। जादूगोड़ा से बस द्वारा उन्हें शाम को पिताजुड़ी बस स्टैंड में छोड़ दिया गया। जबकि गुड़ाबांदा प्रखंड के छह मजदूरों को श्यामसुंदरपुर में छोड़ा गया था। इधर ग्रामीणों ने उन्हें गांव में घुसने से रोक दिया। जिस पर प्रशासन ने श्यामसुंदरपुर के छह तथा गुड़ाबांदा के छह मजदूरों को श्यामसुंदरपुर पंचायत भवन में में ठहराया।



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जून में सरकारी स्कूल में होगी 33 हजार शिक्षकों की नियुक्ति

हाईस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूल (वर्ग एक) में शिक्षकों के 19600 पद और मिडिल स्कूल (वर्ग दो)में शिक्षकों के 5600 पदों के साथ आदिम जाति कल्याण विभाग के वर्ग एक के 2200 व वर्ग दो के 5600 शिक्षक पदों के लिए डाॅक्यूमेंट वेरीफिकेशन शुरू किया जाएगा। प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन शिक्षकों को प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में ज्वॉइन कराया जाएगा। गौरतलब है कि चयनित आवेदकों ने अपने डाॅक्यूमेंट के साथ जिलों की च्वाॅइस फिलिंग कर एमपी ऑनलाइन को पहले ही भेज दी है।
ये भी संयोग
इस परीक्षा का विज्ञापन वर्ष 2017-18 में भाजपा की शिवराज सिंह सरकार ने जारी किया था। इसके बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने इन दोनों परीक्षाओं का आयोजन कराया। जब रिजल्ट व मेरिट जारी होने के बाद पोस्टिंग की बारी आई तो फिर से भाजपा सरकार आ गई है।
14 जून तक स्कूल बंद, सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बनेगा प्लान
मप्र के सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में एक मई से 14 जून 2020 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया है। स्कूल शिक्षा के अफसरों के अनुसार सात जून से शिक्षकों को स्कूल आना है, जिससे क्लास में बच्चों के बैठने की व्यवस्था बनाई जा सकें। अफसरों के अनुसार अभी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्लान फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन यह तय है कि क्लासेज में बच्चों की संख्या निर्धारित की जाएगी। जगह कम होने पर रोस्टर के आधार पर बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा। इसी के साथ मास्क, सेनेटाइजर की व्यवस्था स्कूलों को करनी होगी तथा लक्षणों के आधार पर बच्चों को अवकाश देना होगा।

20 अप्रैल को होना थी प्रक्रिया
पहले डाॅक्यूमेंट वेरीफिकेशन 20 अप्रैल को होना था, लेकिन लॉकडाउन के कारण प्रक्रिया नहीं हो पाई। इसी बीच एमपी ऑनलाइन की वेबसाइट से चयनित आवेदकों की सूची हटा ली गई, जिससे आवेदक घबरा गए कि कहीं ज्वाॅइनिंग अटक नहीं जाए।
लॉकडाउन के बाद शुरू होगी प्रक्रिया
जयश्री कियावत, आयुक्त लोक शिक्षण, मप्र के मुताबिक,लॉकडाउन खत्म होते ही शिक्षकों के डाॅक्यूमेंट वेरीफिकेशन शुरू किए जाएंगे। एमपी ऑनलाइन में चयनित आवेदकों की लिस्ट अपलोड कर दी गई है। शिक्षकों की भर्ती से प्रदेश के स्कूलों में खाली पड़ी पोस्ट भर सकेंगी, वहीं स्टूडेंटस को नए सत्र से और भी बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।



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1 और मरीज डिस्चार्ज, 36 में से 24 हो गए ठीक, 7 दिन से नया केस नहीं

कोरोना को हराकर घर लौटने वाले अब 24 लाेग हाे गए हैं। कस्तूरबा नगर में जिझौतिया भवन के पास रहने वाली रेशमा खान (32) काे शुक्रवार काे पवारखेड काेविड वार्ड से डिस्चार्ज कर दिया गया। 25 अप्रैल को रेशमा की रिपाेर्ट काेराेना पाॅजिटिव आई थी। हाॅटस्पाॅट इटारसी में कोरोना के 36 पॉजिटिव केस में अब 24 मरीज ठीक हो चुके है। इटारसी का रिकवरी रेट 67 प्रतिशत हाे गया है। इटारसी के अब 9 मरीज ऐसे हैं जिन्हें अपनी दोनों जांच रिपोर्ट निगेटिव आने का इंतजार है। इनमें एक मरीज जीन मोहल्ले के 72 वर्षीय बुजुर्ग भोपाल के चिरायु हॉस्पिटल में इलाज करवा रहे हैं जबकि 8 मरीज पवारखेड़ा के कोविड केयर सेंटर में हैं। इनमें सबसे कम उम्र का 7 साल का बच्चा है। हालांकि 3 की मौत हुई है।


इम्युनिटी के लिए दी दवा
पवारखेड़ा कोविड केयर सेंटर से शुक्रवार की शाम रेशमा पति शेर खान को लेकर एंबुलेंस डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल पहुंची। डॉक्टरों ने महिला मरीज की थर्मल स्क्रीनिंग की। इम्युनिटी के लिए जरूरी दवाइयां दी और 14 दिन क्वारेंटाइन रहने काे कहा। महिला ने भी यही भरोसा दिलाया।



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अहमदाबाद से लौटे 19 लोगों में चार पाॅजिटिव बाइक-कार से पहुंचे...34 के संपर्क में आए थे

जिले में शुक्रवार काे एक महिला सहित चार व्यक्ति काेराेना पाॅजिटिव मिले। चिकित्सा विभाग के अनुसार काेराेना संक्रमित मिले महिला सहित चाराें व्यक्ति गुजरात के अहमदाबाद में काम करते थे और पिछले दिनाें अपनी बाइक और कार से भीलवाड़ा आए थे। चार संक्रमिताें में करेड़ा क्षेत्र के गाेमा का बाड़िया का एक व्यक्ति व सेणूंदा की महिला, रायला के छीपाें का बाड़िया और रायपुर के कुम्हार माेहल्ले का एक-एक व्यक्ति भी हैं। जिले में अब तक 43 मरीज सामने आ चुके हैं।
गाेमा का बाड़िया और रायपुर का व्यक्ति हाेटल में जबकि बाकी दाे हाेम क्वारेंटाइन में थे। चाराें के पाॅजिटिव आने की सूचना के बाद इनकाे एमजी हाॅस्पिटल के आइसाेलेशन वार्ड में भर्ती कराया है। चाराें गांवाें के 19 लाेग जिले में आए थे। इनमें से चार पाॅजिटिव मिले। ये अब तक 34 व्यक्तियों के संपर्क में आ चुके हैं।


चिंता : 18 दिन में 14 पाॅजिटिव राेगी मिले, इनमें 10 लाेग बाहर से आए और एक युवक के दाे रिश्तेदार उसके संपर्क में आने से संक्रमित हुए...

21 अप्रैल काे नई दिल्ली से आए युवक-युवती पाॅजिटिव मिले थे। 22 अप्रैल काे जयपुर से सब्जी के ट्रक में छिपकर गुलाबपुरा आया एक युवक पाॅजिटिव मिला। इस युवक से इसके दाे रिश्तेदार भी संक्रमित हाे गए। तीनाें अभी एमजी हाॅस्पिटल के स्टेप डाउन वार्ड में भर्ती हैं। 22 अप्रैल काे मांडल क्षेत्र के गाेविंदपुरा का एक व्यक्ति मुंबई पैदल ही गांव आ गया। जब उसकी जांच कराई ताे रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई।

5 मई: सूरत से आए करेड़ा क्षेत्र के आमलदा गांव के दाे व्यक्तियाें की रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई। आठ 8 मई काे अहमदाबाद से अलग-अलग गांवाें में आए एक महिला सहित चार व्यक्ति पाॅजिटिव मिले।
गाेमा का बाड़िया गांव : पोहे बेचता है, बाइक से गांव पहुंचे दाे युवक...संक्रमित मिला इस गांव का युवक अहमदाबाद में कांकरिया पार्क के बाहर पाैहे का ठेला लगाता था। उसके साथ रायपुर का एक और व्यक्ति भी था। दाेनाें बाइक से दाे मई काे अहमदाबाद से रवाना हुए और चार मई काे यहां पहुंचे।
सेणूदा गांव : कमठाने पर मजदूरी करती है महिला...इस गांव की महिला अपनी दाे बेटियाें के साथ अहमदाबाद के प्रेमनगर में रहती थी। यह महिला वहां पर कमठाने पर मजदूरी करती थी। चार मई काे तीनाें मां-बेटी और भानजा अहमदाबाद से गांव पहुंचे थे।
छीपाे का बाड़ा : धाेबी का काम करता था, परिवार सहित कार से लाैटा...रायला के इस क्षेत्र में रहने वाला व्यक्ति अहमदाबाद के सहारन में रहता था। वह वहां पर धाेबी का काम करता था। पांच मई काे वह व्यक्ति पत्नी, दाे बेटियाें व बेटे के साथ कार से यहां आए।
रायपुर : 8 लाेग 2 बाइक पर गांव पहुंचे, टाइल्स का काम करता है... कुम्हार माेहल्ले का व्यक्ति अहमदाबाद में मकानाें में टाइल्स लगाता है। वह पत्नी दाे बच्चाें और एक अन्य व्यक्ति सहित 8 लाेगाें के साथ गांव पहुंचे। ये 8 लाेग दाे बाइक से 2 मई काे अहमादाबाद से रवाना हुए 3 काे गांव पहुंचे।



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Out of 19 people who returned from Ahmedabad, four positive bike-cars arrived… 34 were in contact




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गृह जिलों के लिए रवाना हुए 37 प्रवासी श्रमिक, बस से रोहतक भेजा, वहां से ट्रेन से जांएगे बिहार

लॉकडाउन के बाद से जिले में रह रहे 37 प्रवासी श्रमिकों को शुक्रवार को रोहतक रेलवे स्टेशन के लिए बसों द्वारा रवाना किया गया, रोहतक से उनके गृह जिलों में भेजने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गई। रोहतक से वे अपने गंतव्य सहरसा (बिहार) की ओर ट्रेन से रवाना होंगे। कृषि क्षेत्र से जुड़े प्रवासी श्रमिकों को उनके घर भेजने की व्यवस्था की गई है, पलवल से पहले चरण में शुक्रवार को 37 प्रवासी श्रमिकों को पूरे स्वास्थ्य जांच उपरांत बसों में खाद्य पदार्थ की उपलब्धता के साथ रवाना किया गया।
डीसी नरेश नरवाल ने बताया कि जिले में प्रवासी श्रमिकों को भेजने के लिए नोडल अधिकारी के रूप में एडीसी वत्सल वशिष्ठ को लगाया गया है। साथ ही जिला के सभी एसडीएम अपने उपमंडल से संबंधित संपूर्ण जानकारी रिकॉर्ड सहित नोडल अधिकारी को देंगे। गृह राज्य में जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिक, नागरिक व छात्र आदि केंद्रीकृत लिंक पर अपना पंजीकरण करवाएं
इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया ध्यान
रोहतक स्टेशन के लिए बसों द्वारा रवाना किए गए प्रवासी श्रमिकों को रवाना करने से पूर्व सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखा गया। बसों में तीन की सीट पर दो श्रमिकों को ही बिठाया गया। श्रमिकों के लिए हर सुविधा मुहैया कराई गई, उन्हें बिना किसी खर्चे के उनके अपनों के बीच भेजा जा रहा है। प्रवासी श्रमिकों को भेजने की पूरी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग स्वंय सीएम कर रहे हैं।



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लॉकडाउन-3.0: दुकानदारों की मनमानी, बिना आदेश खुल गए बाजार और दुकानें, अधिकारियों को पता ही नहीं

लॉकडाउन पार्ट थ्री में सरकार ने थोड़ी राहत क्या दी दुकानदारों ने तो मनमानी ही शुरू कर दी है। बिना आदेश के बाजार एवं गैर जरूरी सामान की दुकानें धड़ल्ले से खुल गई हैं। डीसी ने एनआईटी, बल्लभगढ़ और ओल्ड फरीदाबाद मार्केट की दुकानों को अभी नहीं खोलने का आदेश दिया था, लेकिन आलम यह है कि वहां दुकानें खुल गई हैं। यही नहीं किसी भी दुकान में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं हो रहा है। कई जगह तो बाइक व कार शोरूम तक खुल गए है। ऐसे में दुकानदारों एवं अधिकारियों की यह लापरवाही कहीं भारी न पड़ जाए। क्योंकि फरीदाबाद में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। एक सप्ताह से लगातार संक्रमित मरीज आ रहे हैं। अभी तक दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है। पुलिस की लापरवाही का आलम यह है कि सड़कों पर ट्रैफिक बेतहाशा गति से बढ़ रहा है। सड़कों की तस्वीरों को देखकर ऐसा नहीं लगता कि अभी यहां लॉकडाउन लागू है।
प्रशासन ने इन दुकानों को खोलने की अनुमति दी
केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार डीसी यशपाल यादव ने लॉकडाउन पार्ट थ्री में जो राहत दी है उसमें दूध, फल, सब्जी, किराना, मेडिकल स्टोर, पंचर की दुकानें, इलेक्ट्रिकल की दुकानें समेत अन्य जरूरी सामान वाली दुकानें खोली जा सकती है। लेकिन शहर के प्रमुख बाजार खासकर एनआईटी एक, दो, तीन, पांच, ओल्ड फरीदाबाद और बल्लभगढ़ की मेन मार्केट, मार्केट काम्पलेक्स अथवा शोरूम अभी खोलने की इजाजत नहीं दी है।
ऐसी भी क्या जल्दबाजी...अपनी मनमर्जी से खोलनी शुरू कर दी हैं दुकानें

प्रशासन के आदेश के बावजूद शहर के प्रमुख बाजारों में दुकानदारों ने एक-दूसरे की देखा देखी दुकानें खोलनी शुरू कर दी है। नगर निगम की टीमों ने एक-दो दिन इन्हें बंद कराया। इसके बाद फिर खुलनी शुरू हो गईं। एनआईटी पांच, ओल्ड फरीदाबाद और बल्लभगढ़ की मार्केट का हाल देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि दुकानदार किस तरह प्रशासन के आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं। शुक्रवार को ओल्ड फरीदाबाद की मार्केट में नगर निगम की टीम जब गैरजरूरी वस्तुओं की दुकानों को बंद कराने के लिए पहुंची तो दुकानदारों ने दुकान बंद करने से मना कर दिया। हालांकि निगम की टीम म्युनिसिपल कॉरपोरेशन एक्ट 1994 की धारा 381 के तहत कार्रवाई कर सकती थी लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। जेडटीओ अनिल रखेजा के अनुसार उन्होंने इसकी शिकायत एसडीएम से की है। यही हाल एनआईटी पांच और बल्लभगढ़ का है।



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फरीदाबाद। ओल्ड फरीदाबाद मार्केट में खुली गैरजरूरी सामान की दुकानें।




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अमेरिका में बेरोजगारी की दर बढ़कर 14.7 फीसदी पर पहुंची, 1933 की महामंदी के बाद सबसे खराब हालत

कोरोनावायरस के कारण अमेरिका में बेरोजगारी की दर अप्रैल में बढ़कर 14.7 फीसदी पर पहुंच गई। यह 1933 की महामंदी के बाद सबसे खराब आंकड़ा है। श्रम मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वायरस को फैलने से रोकने के लिए कारोबारी गतिविधियों पर रोक लगाए जाने के कारण अमेरिका में अप्रैल में 2.05 लोग बेरोजगार हो गए हैं। करीब एक दशक में अमेरिका में जितना रोजगार बढ़ा था, वह सब सिर्फ एक महीने में बर्बाद हो गया। इससे पहले अगस्त 1932 में बेरोजगारी की दर 25.5 फीसदी दर्ज की गई थी। बेरोजगारी की ताजा दर 2007-09 के संकट के दिनों में दर्ज की गई बेरोजगारी दर के मुकाबले करीब दोगुनी है।


3.5 % बेरोजगारी दर के स्तर पर फिर से आने में अमेरिका को लगेंगे कई साल
मार्च और अप्रैल के दौरान अमेरिका के राष्ट्र्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कई प्रांतीय व स्थानीय नेताओं ने लॉकडाउन के कदम उठाए थे, ताकि नए कोरोनावायरस (कोविड-19) को फैलने से रोका जा सके। इसके कारण कंपनियों ने अचानक लाखों लोगों को नौकरी से निकाल दिया। विश्लेषकों का अनुमान है कि फरवरी 2020 की 3.5 फीसदी बेरोजगारी दर के स्तर पर फिर से आने में अमेरिका को कई साल लग सकते हैं। ट्रंप ने शुक्रवार को एक साक्षात्कार में कहा कि अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार होगा। जल्द ही सबको नौकरी मिल जाएगी।


2021 में भी बेरोजगारी की दर करीब 10 फीसदी रहने की आशंका
अमेरिका के विभिन्न प्रांतों के गवर्नर इस बात पर बहस कर रहे हैं कि उनके प्रांत की अर्थव्यवस्था को कब से खोला जाए। माना जा रहा है कि जल्दी अर्थव्यवस्था को खोल देने से लोगों को नौकरी मिलनी शुरू हो जाएगी। लेकिन बेरोजगारी का स्तर इतना व्यापक है कि सभी कर्मचारियों के तुरंत वापस काम पर आ जाने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। स्टीफेल के मुख्य अर्थशास्त्री लिंडसे पिग्जा ने कहा कि 2021 में भी बेरोजगारी की दर करीब 10 फीसदी रह सकती है।


भोजन के लिए लाखों लोग फूड बैंक्स पर हुए आश्रित
अचानक बेरोजगारी बढ़ने से लाखों लोग भोजन के लिए फूड बैंक्स पर आश्रित हो गए हैं और पहली बार सरकारी सहायता की मांग कर रहे हैं। कई लाख लोगों ने किराया देना बंद कर दिया है। कइयो का स्वास्थ्य बीमा बंद हो गया है और कई लाख लोग घर बेचने के लिए मजबूर हो गए हैं।


आतिथ्य उद्योग में 77 लाख लोग बेरोजगार हुए
बेरोजगारी की शुरुआत आतिथ्य सेक्टर से हुई। आतिथ्य सेक्टर में अप्रैल में 77 लाख लोग बेरोजगार हुए। अन्य उद्योग भी बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। रिटेल सेक्टर में 21 लाख लोगों की नौकरी चली गई। मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में 13 लाख लोग बेरोजगार हुए। व्हाइट कॉलर श्रमिक और सरकार कर्मचारियों को भी बेरोजगारी का सामना करना पड़ा। इस तरह की कंपनियों ने 21 लाख लोगों को नौकरी से निकाल दिया है। प्रांतीय और स्थानीय सरकारों ने करीब 10 लाख को नौकरी से हटा दिया है। आने वाले समय में सरकारी क्षेत्र में और नौकरियां जा सकती हैं, क्योंकि अधिकारियों को बजट में कमी का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भी पिछले महीने 14 लाख कर्मचारी बेरोजगार हो गए।


अर्थशास्त्रियों के मुताबिक वास्तविक बेरोजगारी सरकारी आंकड़े से अधिक है
अप्रैल की बेरोजगारी का आंकड़ा हालांकि भयावह है, लेकिन अर्थशास्त्रियों का मानना है कि सरकारी आंकड़ा वास्तविकता से काफी कम है। श्रम मंत्रालय ने कहा कि जिन कर्मचारियों ने कहा है कि वे किसी अन्य वजह से काम पर नहीं पहुंच पा रहे हैं, यदि उन्हें भी बेरोजगार मान लिया जाए, तो बेरोजगारी की दर करीब 20 फीसदी है।


महिलाओं में बेरोजगारी की दर पुरुषों के मुकाबले 3 फीसदी अंक ज्यादा
इतना स्पष्ट है कि हस्पैनिक्स, अफ्रीकन-अमेरिकन और रेस्तरां व रिटेल सेक्टरों में कम मजदूरी पर काम करने वाले लोग बेरोजगारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। हस्पैनिक समुदाय में बेरोजगारी की दर अप्रैल में बढ़कर 18.9 फीसदी पर पहुंच गई। अफ्रीकी-अमेरिकी समुदायर में यह दर 16.7 फीसदी रही। श्वेत लोगों में बेरोजगारी की दर 14.2 फीसदी दर्ज की गई। महिला वर्ग में बेरोजगारी की दर पुरुषों की बेरोजगारी के मुकाबले करीब 3 फीसदी अंक ज्यादा है।


कम शिक्षितों में रिकॉर्ड 21.2 फीसदी बेरोजगारी
उच्च शिक्षित सफेद कॉलर श्रमिक तो घर से काम कर रहे हैं, लेकिन कम मजदूरी वाले लोगों के पास यह सुविधा नहीं है। जिन श्रमिकों के पास हाई स्कूल से नीचे की डिग्री है, उनमें बेरोजगारी की दर 21.2 फीसदी पर पहुंच गई। यह दर महामंदी के बाद दर्ज की गई दर से भी ज्यादा है। अमेरिकी कांग्रेस ने करीब 3 लाख करोड़ डॉलर की राहत योजना को मंजूरी दी है, लेकिन इसका लाभ बहुत लोगों तक नहीं पहुंच पाया है। वेबसाइट के फेल होने और टेलीफोन लाइन व्यस्त होने से लाखों लोग बेरोजगारी भत्ता हासिल नहीं कर पा रहे हैं।


अर्थव्यवस्था में तुरंत तेजी नहीं आने वाली
विशेषज्ञों के बीच आम सहमति बन रही है कि अर्थव्यवस्था में तुरंत तेजी नहीं आने वाली है। रिचमोंड के फेडरल रिजर्व के प्रेसिडेंट थोमस बार्किन ने गुरुवार को कहा कि तेज गिरावट के बाद तेज उछाल वाली स्थिति नहीं है। यह तेज गिरावट और धीमे-धीमे उछाल वाली स्थिति है। डार्टमाउथ में इकॉनोमिक्स के प्रोफेसर डैनी ब्लैंशफ्लावर ने कहा कि यह बहुत बड़ी विभीषिका है। जब पहाड़ी की ऊंचाई से कुछ गिरता है, तो तुरंत नहीं संभलता है।



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अगस्त 1932 में बेरोजगारी की दर 25.5 फीसदी दर्ज की गई थी। बेरोजगारी की ताजा दर 2007-09 के संकट के दिनों में दर्ज की गई बेरोजगारी दर के मुकाबले करीब दोगुनी है। विश्लेषकों का अनुमान है कि फरवरी 2020 की 3.5 फीसदी बेरोजगारी दर के स्तर पर फिर से आने में अमेरिका को कई साल लग सकते हैं




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ओड़िशा को छोड़ अन्य राज्यों के लिए 30 से अधिक विशेष रेलगाड़ियों का संचालन

ओड़िशा हाई कोर्ट की ओर से गुजरात से प्रवासी मजदूरों में कोरोना संक्रमण की पूरी जांच के बिना नहीं भेजे जाने के फैसले के बाद आज राज्य से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान और मध्य प्रदेश के लिए 30 से अधिक श्रमिक विशेष रेलगाड़ियां चलायी जा रही हैं। इसके साथ ही गत दो मई से अब तक इस पश्चिमी राज्य से चलने वाली ऐसी रेलगाड़ियाें की संख्या 120 से अधिक हो गयी हैं। पूरे देश में अब तक ऐसी 218 ट्रेने ही चली हैं।

गुजरात से केवल ट्रेन से ही एक लाख 45 हजार से अधिक श्रमिकों को उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड अौर ओड़िशा जैसे राज्यों में भेजा जा चुका है। यह पूरे देश में इस मामले में अब तक सबसे अव्वल है। गुजरात से ही अब तक ऐसी सर्वाधिक श्रमिक विशेष रेलगाड़ियां चली हैं। श्रम एवं नियोजन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा श्रमिकों की वापसी के लिए नोडल अधिकारी विपुल मित्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आज भी लगभग 36 हजार श्रमिकों को लेकर ट्रेने रवाना हो रही हैं।



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डाकघर बना मददगार...रोज दवाओं के 30-35 पार्सल की होम डिलीवरी

लॉकडाउन में लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, जिसके कारण दूसरे शहरों में मिलने वाली दवाइयों को हासिल करने को लेकर लोगों को खासी मशक्कत करना पड़ रही है लेकिन संकट के समय डाक विभाग अपनी सेवाओं के माध्यम से जरूरतमंदाें तक दवाइयां पहुंचा रहा है।
शहर के लिए आने वाले पार्सल में प्रतिदिन 30 से 35 पार्सल दवाओं के हैं। प्रवर अधीक्षक (डाकघर) एसएन कुमावत ने बताया डाक कर्मियों के माध्यम से दवाओं के यह पार्सल संबंधित लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं। आवश्यक सेवाओं के अंतर्गत अब तक लॉकडाउन में भी डाकघर खुले हैं। डाक घर में सभी कार्य भी धीरे-धीरे शुरू हो गएहैं। एमएल नगर सहित अन्य डाकघर एवं उपडाकघर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोगों के कार्य किए जा रहे हैं। उज्जैन के अंतर्गत 56 डाकघर के अलावा ग्रामीण इलाकों के 311 डाक घर हैं। शहर में 3 डिलीवरी पोस्ट ऑफिस के अलावा 9 पोस्ट ऑफिस हैं, जहां ट्रांजेक्शन आदि कार्य होते हैं। प्रवर अधीक्षक कुमावत ने बताया सोशल डिस्टेंसिंग के अंतर्गत डाक घरों में 50 प्रतिशत अधिकारी-कर्मचारियों की रोटेशन के आधारपर ड्यूटी लगाई गई है।

दिल्ली-गुजरात तक से आ रही हैं दवाइयां
उज्जैन में दवाइयों के पार्सल कई दूसरे शहरों से आ रहे हैं। इंदौर, भोपाल के अलावा नईदिल्ली, गाजियाबाद, अहमदाबाद से भी पार्सल प्राप्त हो रहे हैं। ऋषिनगर के पीएल शर्मा ने बताया पत्नी की स्किन ट्रीटमेंट की दवाएं इंदौर में मिल पाती हैं। ऑर्डर देने पर दो से तीन दिन में पार्सल घर बैठे मिल रहा है। वसंत विहार के साहा परिवार में भी अर्जेंट दवाओं का पार्सल उज्जैन आया। तीन दिन पहले मेडिकल कॉलेज के एक डॉक्टर को भी पीपीई किट का पार्सल उपलब्ध कराया गया।



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The post office became helpful ... home delivery of 30-35 parcels of daily medicines.




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खेड़ा गांव में शॉर्ट सर्किट से लगी आग, दमकल की 3 गाड़ियों से काबू पाया

खंड फिरोजपुर झिरका के गांव खेड़लाकलां में बिजली के शार्ट सर्किट से आग लग गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू तो पा लिया मगर जब तक भूसे से भरे दर्जनों बोंगा व ईंधन जल कर राख हो गया। दर्जनों हरे पेड़ भी आग की चपेट में आकर झुलस गए।

गांव खेड़लाकला में शुक्रवार दोपहर एक बजे दलित बस्ती में शार्ट सर्किट से आग गई। खंबे में लगे दो मीटर जलकर राख हो गए। लगभग डेढ़ घंटे के अरसे में बिजली के शार्ट सर्किट से ही गांव के फिरनी के रास्ते के पास ग्रामीणों के भूसा से भरे बोंगा आग से जलकर राख हो गए। लगभग आधा घंटे के बाद फायर ब्रिगेड पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन कुछ देर बाद ही फायर मशीन का पानी खत्म हो गया। मशीन का ज्यों ही पानी खत्म हुआ हवा ने भी अपनी रफ्तार बढ़ा दी, हवा का रुख भी गांव की तरफ हो गया, आग इतनी भयंकर थी की लोगों को दिखाई देना ही बंद हो गया।

घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। साहापुर की बिजली टंकी से जाने वाली बिजली की लाइन जर्जर हालात में है, कई बार हल्की आंधी से ही तार टूटकर जमीन पर गिर जाते हैं। फिर दोबारा उन्हीं को जोड़कर लाइन चालू कर दी जाती है। जल्द ही तार नहीं बदले गए तो कोई और भी बड़ा हादसा घटित हो सकता है।



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Short circuit fire in Kheda village, 3 fire engines were controlled




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पानीपत में तीसरी मौत, रेवाड़ी में पहली बार 3 केस, राज्य में अब तक 10 की जान गई, 28 नए पॉजिटिव

राज्य में कोरोना संकट गहराता जा रहा है। शुक्रवार को पानीपत में 20 साल की युवती की मौत हो गई। जिले में कोरोना से यह तीसरी मौत है, जबकि राज्य में 10वीं। 24 घंटे में 28 नए केस सामने आने के साथ अब संक्रमितों का आंकड़ा 657 पर पहुंच गया है। हालांकि राहत की बात यह भी है कि तीन दिन बाद हरियाणा में 24 मरीज ठीक होकर घर भी लौटे हैं। नए मामलों में गुड़गांव के 9, फरीदाबाद-सोनीपत में 4-4, रेवाड़ी-जींद में3-3, फतेहाबाद में दो, पानीपत, झज्जर व रोहतक का एक-एक केस शामिल है। जबकि फरीदाबाद से 11, झज्जर से पांच, नूंह से चार, सोनीपत से तीन और पानीपत में एक मरीज ठीक हुआ है। राज्य में ठीक होने वालों की संख्या 284 हो गई है। बता दें कि दिल्ली से सटे गुड़गांव में अब तक 126, फरीदाबाद में 88, सोनीपत में 76, झज्जर में 74 और नूंह में 41 अन्य जिलों की अपेक्षा सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं।

24 घंटे का अपडेट
राज्य में 24 घंटे में 3251 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए गए हैं। जबकि 431 लोगों ने अपना सर्विलांस का समय पूरा कर लिया है। सर्विलांस पर 21 नए लोगों को लिया गया है। राज्य में 2479 की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

जानिए... आज तक की स्थिति

  • 22063 का सर्विलांस पूरा।
  • 15375 लोग हैं सर्विलांस पर।
  • 46495 के लिए गए हैं सैंपल।
  • 41495 सैंपल आए निगेटिव।
  • 657 हो चुकी है पॉजिटिव केसों की संख्या।
  • 5125 की रिपोर्ट का इंतजार है।

रिकवरी रेट 43.12 फीसदी

  • 1.45 प्रतिशत है पॉजिटिव रेट
  • 43.12 प्रतिशत है रिकवरी रेट
  • 1.24 प्रतिशत है फैटेलिटी रेट
  • 1 मीलियन पर हो रही 1962 लोग की टेस्टिंग
  • 8 दिन में डबल हो रहे मरीज

हरियाणा में सिर्फ दो पेशेंट ऑक्सीजन पर: विज

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि यह सही है कि कुछ दिनों से केस बढ़े हैं। इनकी बड़ी वजह दिल्ली है। लेकिन, अभी हमारे सिर्फ दो मरीज ऐसे हैं जो ऑक्सीजन पर हैं। बाकी सभी की हालत ठीक है। कुछ दिन लगेंगे। रिकवरी रेट सुधरेगा। अभी रैपिड टेस्ट किट को लेकर किए गए प्रयोग की रिपोर्ट सीएमओ से ली जा रही है।



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रोहतक : पीजीआईएमएस में 42 दिन से बंद चल रही ओपीडी 11 मई से शुरू होगी। शुक्रवार को न्यू ओपीडी ब्लाॅक के ग्राउंड, फर्स्ट और सेकंड फ्लोर पर मार्किंग की गई।




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31 स्वयंसेवकों ने रक्तदान किया, इनमें तीन महिलाएं भी शामिल

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रकल्प सेवा भारती और स्व. भैया चैन्ने स्मृति सेवा न्यास इटारसी द्वारा शुक्रवार को रक्तदान शिविर लगाया गया। आयोजन नर्मदापुर नगर में शुक्रवार रेडक्रास पर किया गया। इसमें 31 स्वयंसेवकों ने रक्तदान किया। समें 3 मातृशक्ति भी थी। वहीं 50 से अधिक स्वयंसेवकों की रक्तदान के लिए सूची तैयार की गई, जो आवश्यकता पड़ने पर रक्तदान करेंगे। शिविर में संघ के नगर सेवा प्रमुख अधिवक्ता एसएस बमनाथ ने अपनी पत्नी के साथ विवाह की 17 वी वर्षगांठ पर दोनों ने साथ रक्तदान किया। इस आयोजन में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया। इस अवसर पर डॉ. रविंद्र गंगराड़े सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय होशंगाबाद, एसडीएम आदित्य रिछारिया, शैलेंद्र बडो़निया तहसीलदार होशंगाबाद, डॉ. रवि शर्मा रक्त कोष अधिकारी, डॉ. प्रवीण शर्मा पैथोलॉजिस्ट, आरएसएस के विभाग संपर्क प्रमुख डॉ. अतुल सेठा, जिला कार्यवाह पिपरिया जीवन दुबे, जिला कार्यवाह नर्मदापुर देवी सिंह मीणा एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। स्वसंसेवकाें ने बताया कोरोना महामारी और अन्य बीमारी से पीड़ित मरीज की मदद के लिए रक्तदान किया है।



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जालाेर से चार दिन पहले हुए रवाना, 200 किलोमीटर पैदल चलकर रायपुर पहुंचे 34 श्रमिक, यहां से ट्राेले से पहुंचेंगे उत्तरप्रदेश

42 वर्ष के मुकेश ने बताया कि जालाेर में स्थाई नौकरी कर रहे थे और वे 18000 रुपए प्रति माह कमाते थे, लेकिन इस महामारी के कारण उनकी नौकरी चली गई। आय का कोई साधन नहीं होने के कारण से जालाेर से यूपी के लिए पैदल ही निकल पड़े। पुलिस ने उन्हें बीच में पकड़ लिया और सरकारी स्कूल में पहुंचा दिया। यह कहते हुए मुकेश रो पड़ते हैं कि उनके बच्चे उनके घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं और उन्हें बच्चों के पास जाना है वे अब जालाेर में नहीं रहना चाहते है। काम ताे यूपी मेंही मिल जाएगा। किसी तरह अपना परिवार का पेट पाल लेंगे।
कोरोना के बीच फैक्ट्रियों में काम करने वाले कारीगर दो वक्त की रोटी की तलाश में घरों की तरफ निकल पड़े हैं। कोई पैदल चल रहा है, तो कोई साइकिल या ठेले पर अपनों का बोझ उठा रहा है। मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश व जालाेर से आने वाले लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है। जालाेर से 4 दिन पैदल चलने के बाद यूपी के 34 श्रमिक रायपुर पहुंचे।



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Four days ahead of Zailer, 34 workers reach Raipur after walking 200 km, Uttar Pradesh will arrive from here




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जालोर और सायला से यूपी के लिए नौ बसों से 381 मजदूरों को किया रवाना

शहर में ग्रेनाइट मजदूरी करने वाले उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को शुक्रवार को बसों से रवाना किया गया। जालौर उपखंड क्षेत्र से 101 और सायला उपखंड से करीब 280 श्रमिकों को उनके राज्य के लिए रवाना किया गया। ये मजदूर पिछले काफी दिनों से अपने राज्य उत्तर प्रदेश जाने के लिए बेताब थे। लेकिन यूपी सरकार की ओर से हरी झंडी नहीं मिलने के कारण अभी तक उन्हें रवाना नहीं किया गया था। अब यूपी सरकार की ओर से परमिशन मिलने के बाद इन श्रमिकों को शुक्रवार को बसों से रवाना किया गया। जालोर उपखंड अधिकारी चंपालाल जीनगर ने बताया कि जालोर से 101 मजदूरों को बसों से रवाना किया गया। वहीं सायला उपखंड अधिकारी गोमती शर्मा ने बताया कि करीब 280 मजदूरों को शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के लिए रवाना किया गया। बसें रवाना होते समय पटवारी कैलाश माली, ग्रेनाइट एसोसिएशन के संरक्षक नरेन्द्र बालू, नूर मोहम्मद समेत मौजूद रहे। इस दौरान जालोर से 2 व सायला से 7 बसें रवाना हुई।जीवाणा | उप तहसील मुख्यालय से शुक्रवार को रवाना की गई। आरआई परबतदान ने बताया कि जीवाणा क्षेत्र के आसपास के गांवो मे मजदूरी करनें के लियें आए यूपी के मजदूरों को शुक्रवार को उनके गांव के लिये रवाना किया गया। राज्य के फंसे हुए मजदूर बेरोजगार हो गये है। इसके चलते राजस्थान सरकार ने इनको अपनें अपनें घर भेजने के लिये राजस्थान रोडवेज की बसें चलाई हैं। जिसमे पहले चरण में 30 मजदूरों को रवाना किया गया। उस समय सरपंच प्रतिनिधि जितेन्द्र सिंह पटवारी, दयाराम, रमेश राणा आदी मौजुद थे।



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