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109 साल के इतिहास में पहली बार टली इंडियानापोलिस मोटर रेस, 3 महीने में 17 खेल के 59 टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए सकते हैं

खेल डेस्क. दुनिया के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के कारण अप्रैल तक के सभी खेल टूर्नामेंट को टाला या रद्द किया जा चुका है। जुलाई-अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को भी एक साल के लिए टाल दिया गया है। अब 109 साल के इतिहास में पहली बार अमेरिका की इंडियानापोलिस 500 मोटर रेस को भी टाल दिया गया है। यह रेस 24 मई को होनी थी, जो अब अगस्त में होगी। लगातार बढ़ रहे कोरोना के कारण अब मई, जून और जुलाई में होने वाले 17 खेल के 59 टूर्नामेंट्स पर भी खतरा मंडराने लगा है।

इंडियानापोलिस मोटर रेस पहली बार 1911 में हुई थी। इसके बाद से प्रथम विश्व युध्द के दौरान 1917 और 1918 में टूर्नामेंट नहीं हो सका था। इसके बाद दूसरे वर्ल्ड वॉर के चलते 1941 से 1945 के बीच इसे रद्द कर दिया गया था। यह पहला मौका है, जब इसे टाला गया है।

अमेरिका में सबसे ज्यादा 82,179 संक्रमित, अब तक 150 की मौत
दुनिया के सभी 195 देश कोरोनावायरस की चपेट में हैं। 5 लाख 32 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। 24 हजार 87 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, एक लाख 23 हजार से ज्यादा मरीज ठीक भी हुए हैं। अमेरिका में कोरोनावायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। यहां एक दिन में 150 जानें गईं और करीब 14 हजार नए केस सामने आए हैं। गुरुवार देर रात तक यहां 1,177 लोगों की मौत हुई है। यहां संक्रमितों की संख्या 82,179 हो गई है। यह आंकड़ा चीन से भी ज्यादा है। चीन में 81,285 संक्रमित हैं।

अब तक अन्य बड़े टूर्नामेंट टले या रद्द

  • टोक्यो ओलिंपिक को एक साल के लिए टाल दिया गया, यह पहले जुलाई-अगस्त में होना था।
  • क्रिकेट टूर्नामेंट आईपीएल 15 अप्रैल तक के लिए टला, इस पर अब भी संकट बना हुआ है।
  • यूईएफए फुटबॉल चैम्पियंस लीग और यूरोपा लीग को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया।
  • भारत-दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड के बीच 2-2 वनडे मैच रद्द कर दिए गए।
  • पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) क्रिकेट टूर्नामेंट को टाल दिया गया।
  • टेनिस टूर्नामेंट मायामी ओपन और मोंटेकार्लो मास्टर्स को भी रद्द कर दिया गया।

इन टूर्नामेंट्स पर भी खतरा

  • गोल्फ

यूएस महिला ओपन: 4 से 8 जून तक होंगे
यूएस ओपन: 18 से 21 जून
महिला पीजीए चैम्पियनशिप: 25 से 28 जून
एवियन चैम्पियनशिप: 26 से 26 जुलाई
द ओपन चैम्पियनशिप: 16 से 19 जुलाई

  • फॉर्मूला-1

कनाडियन ग्रां प्री: 12 से 14 जून
फ्रेंच ग्रां प्री: 26 से 28 जून
ऑस्ट्रेलियन ग्रां प्री: 3 से 5 जुलाई
ब्रिटिश ग्रां प्री: 17 से 19 जुलाई
हंगरियन ग्रां प्री: 31 जुलाई से 2 अगस्त

  • मोटो जीपी

स्पेनिश ग्रां प्री: 3 मई
फ्रेंच ग्रां प्री: 17 मई
इटेलियन ग्रां प्री: 31 मई
कैटालोनिया ग्रां प्री: 7 जून
जर्मन ग्रां प्री: 21 जून
डच टीटी: 28 जून
फिनिश ग्रां प्री: 12 जुलाई

  • फॉर्मूला ई

बर्लिन ईप्री: 21 जून
न्यूयॉर्क सिटी ईप्री: 11 जुलाई
लंदन ईप्री: 25 जुलाई

  • हॉर्स रेसिंग

इप्सम डर्बी: 6 जून
रॉयल एस्कॉट: 16 से 20 जून

  • टेनिस

हाले ओपन: 13 से 21 जून
क्वीन क्लब: 15 से 21 जून
बर्लिन ओपन: 15 से 21 जून
बर्मिंघम क्लासिक: 15 से 21 जून
विंबलडन: 29 जून से 12 जुलाई

  • क्रिकेट

द हंड्रेड गेम्स: 17 जुलाई से 15 अगस्त
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज: 4 जून से
इंग्लैड और पाकिस्तान टेस्ट सीरीज: जुलाई-अगस्त में

  • एथलेटिक्स

डायमंड लीग स्टॉकहोम: 24 मई
डायमंड लीग नेपल्स: 28 मई
डायमंड लीग रबात: 31 मई
डायमंड लीग यूजीन: 7 जून
डायमंड लीग ओस्लो: 11 जून
डायमंड लीग पेरिस: 13 जून
डायमंड लीग लंदन: 4 जुलाई
डायमंड लीग मोनाको: 10 जुलाई

  • रग्बी

इंग्लैंड vs बॉर्बरियंस: 21 जून
जापान vs वेल्स: 27 जून
अमेरिका vs इटली: 4 जुलाई
ऑस्ट्रेलिया vs आयरलैंड: 4 और 11 जुलाई
जापान vs इंग्लैंड: 4 और 11 जुलाई
अर्जेंटीना vs फ्रांस: 4 और 11 जुलाई
न्यूजीलैंड vs वेल्स: 4 और 11 जुलाई
दक्षिण अफ्रीका vs स्कॉटलैंड: 4 और 11 जुलाई
कनाडा vs इटली: 11 जुलाई
दक्षिण अफ्रीका vs जॉर्जिया: 18 जुलाई
अर्जेंटीना vs इटली: 18 जुलाई
ऑस्ट्रेलिया vs फिजी: 18 जुलाई
न्यूजीलैंड vs स्कॉटलैंड: 18 जुलाई

  • साइकिलिंग

टूर डी फ्रांस: 27 जून से 19 जुलाई

  • जूडो

यूरोपियन चैम्पियनशिप: 1 से 3 मई

  • सर्फिंग

वर्ल्ड सर्फिंग गेम्स: 6 से 14 जून

  • रॉविंग

यूरोपियन चैम्पियनशिप: 5 से 7 जून

  • टेबल टेनिस

वर्ल्ड टीम चैम्पियनशिप: 21 से 28 जून

  • बास्केटबॉल

एनबीए ड्राफ्ट: 25 जून

  • बॉक्सिंग

एंथोनी जोसुआ vs कुबरत पुलेव: 20 जून



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इंडियानापोलिस मोटर रेस सिर्फ पहले और दूसरे विश्व युद्ध केे दौरान ही रद्द की गई थी। -फाइल फोटो




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पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर मियांदाद 1992 वर्ल्ड कप में अजीब वायरल का शिकार हुए थे, कहा- फाइनल में पसीना-पसीना हो गया था

खेल डेस्क. दुनियाभर को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने एक खुलासा किया है। उन्होंने 25 मार्च, 1992 वर्ल्ड कप के फाइनल को याद करते हुए दावा किया कि मैच के दौरान वे किसी अजीब वायरल के शिकार हो गए थे। तब डॉक्टर को भी उनकी बीमारी का पता नहीं चल सका था। तब पाकिस्तान टीम ने इमरान खान की कप्तानी में एकमात्र खिताब अपने नाम किया था। उस मैच में मियांदाद ने 98 गेंद पर 58 रन की पारी खेली थी, जबकि इमरान ने सबसे ज्यादा 72 रन बनाए थे।

मियांदाद ने यूट्यूब वीडियो में कहा- ‘‘हम इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल खेले थे। मुझे आज भी यकीन नहीं होता कि हम जीते कैंसे। मेरा तब एक ही मकसद था कि पिच पर टिका रहूं। लेकिन तब मुझे पेट की बिमारी हो गई थी, जिससे मुझे दौड़ने में भी तकलीफ हो रही थी। मैं अपने शॉट नहीं खेल पा रहा था। मुझे अजीब वायरस हो गया था। फाइनल में मैं पसीना-पसीना हो गया था। मुझे लग रहा था कि मेरे अंदर जान ही नहीं बची है। मैंने इसके बाद डॉक्टर को भी दिखाया, लेकिन किसी को बीमारी के बारे में पता नहीं चला था।’’

मियांदाद-इमरान ने की 139 रन की साझेदारी
फाइनल में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 249 रन बनाए थे। इसके जवाब में इंग्लैंड 227 रन पर ही सिमट गई थी। मैच में पाकिस्तान के दो विकेट 24 रन पर ही गिर गए थे। इसके बाद इमरान और मियांदाद ने तीसरे विकेट के लिए 139 रन की अहम साझेदारी की थी। मैच में इंजमाम उल हक ने 46 गेंद पर 42 रन और वसीम अकरम ने 18 गेंद पर 33 रनों की पारी खेली थी। जबकि अकरम और मुश्ताक अहमद ने 3-3 विकेट लिए थे। मियांदाद ने पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट में 8832 और 233 वनडे में 7381 रन बनाए हैं।



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जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट में 8832 और 233 वनडे में 7381 रन बनाए हैं।




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टोक्यो गेम्स 2020 के लिए क्वालिफाई खिलाड़ियों की जगह 2021 में भी पक्की

खेल डेस्क. कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलिंपिक-2020 को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है। ओलिंपिक में कुल 11000 खिलाड़ी उतरेंगे। अब तक 57 फीसदी खिलाड़ियों ने ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। इस बीच इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) ने कहा है कि जिन खिलाड़ियों ने 2020 ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया है, उनकी जगह 2021 ओलिंपिक में भी पक्की है। आईओसी और 32 वर्ल्ड फेडरेशन के बीच गुरुवार को टेली कॉन्फ्रेंस से हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में शामिल एक अधिकारी ने कहा, ‘आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक ने सबसे पहले ओलिंपिक टलने के कारणों के बारे में बताया। इसके बाद उन्होंने कहा कि जो खिलाड़ी क्वालिफाई कर चुके हैं, वे 2021 ओलिंपिक में भी उतर सकेंगे।’

अधिकारी ने कहा कि सबसे ज्यादा चिंता बचे हुए क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट को लेकर है। बैठक में यह फैसला हुआ कि बचे हुए कोटे पहले की तरह बरकरार रहेंगे। अब तक नई तारीख के बारे में कोई घोषणा नहीं की गई है। थॉमस बाक ने कहा कि 2021 ओलिंपिक की नई तारीख अगले 4 हफ्ते में घोषित की जाएगी। कुछ स्टेकहोल्डर इसे मई में तो कुछ इसे जून में आयोजित करने के पक्ष में हैं। कुछ फेडरेशन ने परेशानी की वजह से एडवांस में पैसों की मांग की है।

कार्पोरेट स्पॉन्सर्स ने 2.25 लाख करोड़ रु. खर्च किए
कोरोनावायरस के कारण कई बार आयोजकों पर सवाल उठे। हर बार जापान ने खेल को समय से कराने की बात कही। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भी इसे टालने को कहा था। स्पॉन्सर्स के करोड़ों रुपए इन्वेस्ट करने के कारण आयोजक दबाव में थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जापान अब तक आयोजन पर 74 हजार करोड़ रुपए खर्च कर चुका है। आयोजन टलने से उसे अतिरिक्त 20 हजार करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। जापान के कॉर्पोरेट स्पॉन्सर्स की बात की जाए तो वे अब तक 2.25 लाख करोड़ रुपए खर्च कर चुके हैं। आयोजन समिति जल्द सभी पक्षों से इस संबंध में चर्चा करेगी। स्पॉन्सर्स ने कहा कि गेम्स को स्थगित करने से पहले उनसे किसी तरह की चर्चा नहीं की गई। गेम्स के स्थगित होने के बाद भी वे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।



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टोक्यो ओलिंपिक इस साल जुलाई-अगस्त में होना था, जो कोरोना के कारण 1 साल के लिए टला। -फाइल फोटोो




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धोनी के 1 लाख रुपए दान को पत्नी साक्षी ने अफवाह बताया, गुस्साए फैन्स ने कहा था- 800 करोड़ नेट आय होने के बावजूद कितना कंजूस है

खेल डेस्क. कोरोनावायरस के कारण दुनियाभर में रोज कमाने खाने वाले लोग बेरोजगार हो गए हैं। इनकी मदद के लिए दुनियाभर के बड़े लोग सामने आए हैं। इनमें से एक भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी हैं। उन्होंने बेरोजगार लोगों की मदद के लिए पुणे की एक संस्था को 1 लाख रुपए दान दिए हैं। इस छोटी मदद के बाद उनके फैन्स गुस्सा हो गए और आलोचना करते हुए भारतीय क्रिकेटर को कंजूस कहने लगे। वहीं, धोनी की पत्नी साक्षी ने इसे अफवाह बताया है।

साक्षीने ट्वीट किया, ‘‘मेरा सभी मीडिया हाउस से निवेदन है कि वे इस संवेदनशील समय में इन गलत खबरों को रोकें। आप लोगों को शर्म आनी चाहिए। मुझे आश्चर्य है कि जिम्मेदार पत्रकारिता गायब हो गई है।’’

दुनियाभर के 195देश में कोरोनावायरस से शनिवारसुबह तक 27हजार 365 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 5 लाख 97 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। भारत में अब तक 904 मामले सामने आए, जिसमें से 22 की मौत हो गई। देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया है।देश में महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित है और यहां करीब 160से ज्यादा संक्रमित पाए गए हैं।

यूजर ने कहा- 100 परिवार के लिए सिर्फ 1 लाख रुपए

एक ट्विटर यूजर ने कहा, ‘‘महेंद्र सिंह धोनी की नेट आय करीब 800 करोड़ रुपए है, लेकिन उन्होंने पुणे में 100 परिवारों की मदद के लिए महज एक लाख रुपए ही दिए हैं।’’

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एक अन्य यूजर ने लिखा, “धोनी जिनकी आय 800 करोड़ है उन्होंने एक लाख रुपये की भारी मदद की पेशकश की है। किसी ने सही कहा है कि पैसा आपको कंजूस बना देता है। आज यह देखने को मिला।” धोनी के एक प्रशंसक ने लिखा, “मैं धोनी का प्रशंसक हूं लेकिन जब उन्होंने एक लाख रुपये दान दिए तो मैं वह पहला इंसान था जिसे यह सुनकर काफी दुख हुआ।’’

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सचिन ने 50 लाख रुपए दान दिए
वहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कोरोना से लड़ने के लिए 50 लाख रुपए दान दिए हैं। पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने 50 लाख रुपए के चावल डोनेट किए हैं। इनके अलावा सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने भी मदद के लिए 21 लाख रुपए दिए हैं। इनके अलावा पाकिस्तान के लाहौर में अंपायर आलीम डार बेरोजगारों को खाना खिला रहे हैं।



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महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 टी-20 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीता था। -फाइल फोटो




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भारतीय खिलाड़ी 10 महीने से लगातार क्रिकेट खेल रहे, बहुत थकान हो गई थी, लॉकडाउन के कारण अच्छा आराम मिला: कोच शास्त्री

खेल डेस्क.कोरोनावायरस की वजह से दुनिया की एक तिहाई आबादी घरों तक सिमट कर रह गई है। भारत में भी 15 अप्रैल तक लॉकडाउन है। टीम इंडिया के प्लेयर्स भी घर में आराम कर रहे हैं। टीम के हेड कोच रवि शास्त्री के मुताबिक, “टीम 10 महीने से लगातार खेल रही थी। प्लेयर्स को आराम को मौका मिला है।” विश्व कप 2019 के बाद शास्त्री भी सिर्फ 10 दिन घर में रह पाए थे। इसके बाद शेड्यूल काफी बिजी रहा।
कोरोना वायरस के चलते देश और दुनिया में ओलिंपिक और आईपीएल समेत तमाम बड़े खेल आयोजन या तो रद्द कर दिए गए हैं या इनकी तारीख बढ़ा दी गई है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 15 और 18 मार्च को होने वाले दो वनडे भी रद्द कर दिए गए थे।

‘खिलाड़ियों के लिए यह समय तैयार होने का है’
शास्त्री ने पूर्व इंग्लिश कप्तान माइकल आथर्टन औरनासिर हुसैन से स्काय स्पोर्ट्स पोडकास्ट पर बातचीत की। कहा, ‘‘यह आराम गलत नहीं है।न्यूजीलैंड दौरे के बाद खिलाड़ियों को मानसिक थकान के साथ ही फिजिकल फिटनेस पर भी ध्यान देना था।इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते। न्यूजीलैंड में हमारीटीम ने 5 टी-20, 3 वनडे और 2 टेस्ट की सीरीज खेली थी। सभी खिलाड़ियों के पास यह समय फिर तैयार होने का है।’’

‘खिलाड़ियों के लिए लॉकडाउन अच्छा’
शास्त्री ने माना कि लॉकडाउन के दौरान घर पर वक्त बिताना कठिन है, लेकिन खिलाड़ियों के लिए यह अच्छा है। उन्होंने कहा, ‘‘कई ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी-20) खेले हैं। आप सोच सकते हैं कि उनकी क्या हालत होगी। खासकर टी-20 के बाद टेस्ट और फिर लंबा सफर। वर्ल्ड कप के बाद से हमने लगातार सफर किया।वेस्टइंडीज औरदक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होम सीरीज खेली।इसके बाद न्यूजीलैंड दौरा किया।’’

भारतीय टीम 10 महीने में हर दूसरे दिन मैदान पर रही
टीम इंडिया पिछले साल जून से न्यूजीलैंड दौरे के बाद तक इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, अमेरिका और भारत में 25 वनडे, 25 टी-20 और 9 टेस्ट खेल चुकी है। इन सभी मैचों में एक-एक दिन प्रैक्टिस का जोड़ लें तो 10 महीने में इंडिया 154 दिन मैदान पर रही यानी करीब-करीब हर दूसरे दिन। भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड दौरे पर 24 जनवरी से 2 मार्च तक 5 टी-20, 3 वनडे और 2 टेस्ट की सीरीज खेली थी। इसके बाद 12 मार्च को धर्मशाला में 12 मार्च को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक वनडे खेलना था, जो बारिश के कारण नहींं हो सका। बाकि सीरीज को 2 मैच कोरोनावायरस के कारण रद्द हो गए।

कोरोना से दुनिया में अब तक 27,365 मौतें
दुनियाभर के 195देश में कोरोनावायरस से शनिवारसुबह तक 27हजार 365 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 5 लाख 97 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। इटली, स्पेन और फ्रांस में 16,267 लोगों ने जान गंवाई है। यह दुनियाभर में हुई कुल मौतों का लगभग 60% है। भारत में अब तक 933 मामले सामने आए, जिसमें से 24 की मौत हो गई। देश में 15 अप्रैल तक लॉकडाउन है।



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भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री के साथ महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली। (फाइल)




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रोनाल्डो ने 80 करोड़ की बुगाटी ऑर्डर की, दुनिया में ऐसी 10 कार

खेल डेस्क. युवेंटस के सुपरस्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो इस समय अपने गृहनगर मेडेरा (पुर्तगाल) में परिवार के साथ सेल्फ क्वारेंटाइन में हैं। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने बुगाटी की लग्जरी चेंतिडिओची कार ऑर्डर की है। इस कार की कीमत 79.2 करोड़ रुपए है। यह बुगाटी का लिमिटेड एडिशन हैं। ये कार दुनिया में सिर्फ 10 हैं। रोनाल्डो के कार कलेक्शन में पहले से दो बुगाटी हैं। उनके पास 20 करोड़ रुपए की बुगाटी शिरोन और लगभग 15 करोड़ की बुगाटी वेरोन ग्रैंड स्पोर्ट विटेस हैं। यह उनकी सबसे महंगी कार होगी। यह कार सिर्फ 2.4 सेकंड में 100 किमी/घंटे की रफ्तार हासिल कर सकती है।

कोरोनावायरस से लड़ने के लिए भी रोनाल्डो आगे आए हैं। उन्होंने अपने शहर के अस्पताल को वेंटिलेटर दान किए हैं। साथ ही उन्होंने अपने दो होटल को अस्थाई अस्पताल में बदल दिया है। उन्होंने लिस्बन और फुंचाल के अपने दोनों सीआर7 होटल को अस्पताल में बदला है।

अस्पताल बने होटल में लोगों का फ्री इलाज
स्पेनिश अखबार मार्का की रिपोर्ट के अनुसार, यहां वायरस से संक्रमित लोगों का मुफ्त इलाज किया जाएगा। इसके अलावा डॉक्टरों और नर्स को सैलरी भी उनका फाउंडेशन देगा। मरीज और मेडिकल स्टाफ का रहने, आने-जाने, खाने-पीने और दवाइयों का पूरा खर्च उनका फाउंडेशन उठाएगा। रोनाल्डो के ये दोनों होटल फोर-स्टार हैं। लिस्बन के होटल में एक रात का किराया 18 हजार और फुंचाल के होटल में एक रात का किराया 15 हजार रुपए है।



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क्रिस्टियानो रोनाल्डो के पास पहले से दो बुगाटी कार हैं।




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लक्ष्मण की 281 रन की पारी स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ सबसे बेहतरीन 2 पारियों में से एक: इयान चैपल

खेल डेस्क. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने वीवीएस लक्ष्मण की 281 रन की पारी को स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ सबसे बेहतरीन दो पारियों में से एक बताया है। लक्ष्मण ने यह पारी2001 में ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वॉर्न के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेली थी। इस मैच में फॉलोआन खेलने के बावजूद लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ की 180 रन की पारी के बदौलत भारत ने जीत हासिल की थी। दूसरी पारी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डग वॉल्टर्स की शतकीय पारी है, जिन्होंने 1969 में मद्रास माइनफील्ड में ईरापल्ली प्रसन्ना की बेहतरीन ऑफ-स्पिन के खिलाफ खेली थी।

चैपल ने क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो पर लिखे अपने कॉलम में कहा, ‘‘कोरोनावायरस महामारी के कारण क्रिकेट नहीं खेला जा रहा है। ऐसे समय में मैंने उन बेहतरीन बल्लेबाजोंके बारे में सोचा, जिन्होंने शानदार फुटवर्क का इस्तेमाल कर बेहतरीन स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ बड़ी पारियां खेली हैं। इसमें दो पारियां सबसे बेहतरीन हैं। पहली भारत के लक्ष्मण की और दूसरी ऑस्ट्रेलिया के डग वाल्टर्स की।’’

चैपल ने वॉल्टर्स को स्पिन के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाज बताया

उन्होंने लिखा, ‘‘मैंने अभी तक बेहतरीन लेग स्पिन के खिलाफ जो पारियां देखी हैं, उसमें 2001 में लक्ष्मण की कोलकाता में खेली गई 281 रन की पारी सर्वश्रेष्ठ थी। उस सीरीज के बाद मैंने शेन वार्न से पूछा था कि उन्हें क्या लगता है कि उन्होंने कैसी गेंदबाजी की थी। तब वॉर्न ने कहा- मुझे नहीं लगता कि मैंने इतनी बुरी गेंदबाजी की थी। लेकिन मैंने (चैपल) जवाब दिया था- तुमने ऐसा नहीं किया था। ’’ चैपल ने वॉल्टर्स को स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ सबसे बेहतरीन बल्लेबाज बताया है।

स्पिन के खिलाफ लक्ष्मण का फुटवर्क शानदार

चैपल ने कहा, ‘‘यदि लक्ष्मण क्रीज से 3 कदम आगे आकर स्पिन के खिलाफ बेहतरीन ऑन-ड्राइव शॉट खेलता है और उसके बाद अगली गेंद को तुम थोड़ा ऊंचा और शॉर्ट फेंककर एक और ड्राइव करने का मौका देते हो, जिस पर वह बैकफुट पर जाकर तेजी से पुल कर देता है, तो यह बुरी गेंदबाजी नहीं है। बल्कि, यह अच्छा फुटवर्क है। लक्ष्मण ने 452 गेंद की पारी में लगातार अच्छा फुटवर्क दिखाया। लक्ष्मण की शानदार पारी का राज था कि उसने मैदान के चारों ओर शॉट लगाए।’’



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लक्ष्मण (बाएं) ने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता में 281 रन की पारी खेली थी।




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रोनाल्डो समेत साथी फुटबॉलर्स ने वेतन के 753 करोड़ रु. दिए, क्रिकेटर गंभीर और खेल मंत्री रिजिजू का 1-1 करोड़ रु. डोनेशन

खेल डेस्क. दुनियाभर के सभी 195 देश को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस से बचाव के लिए खेल जगत के दिग्गजों ने मदद के हाथ आगे बढ़ाए हैं। इटली के फुटबॉल क्लब युवेंटस से खेलने वाले क्रिस्टियानो रोनाल्डो, कोच मॉरिजियो सारी और अन्य खिलाड़ियों ने क्लब की मदद के लिए 100 मिलियन यूरो ( करीब 753 करोड़ रुपए) छोड़ दिए हैं। वहीं, भारत में बीसीसीआई, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और सुरेश रैना के बाद पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और खेल मंत्री किरण रिजिजू ने 1-1 करोड़ रुपए दान दिए हैं। जबकि अजिंक्य रहाणे ने 10 लाख रुपए की मदद की है।

दुनिया के सभी 195 देश को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के कारण रविवार सुबह तक 30,873 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 6 लाख 63 हजार 541 संक्रमितों की पुष्टि हुई। यूरोप में मौतौं का आंकड़ा 20 हजार से ज्यादा हो गया है। वहीं, भारत में संक्रमण के 1029 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 24 लोग जान गंवा चुके हैं।

गंभीर गरीबों को मुफ्त में खाना खिला रहे
भाजपा सांसद गंभीर ने सांसद निधि से 1 करोड़ रुपए प्रधानमंत्री फंड में जमा कराए हैं। साथ ही अपने एक महीने का वेतन भी दान दिया है। गंभीर की सामाजिक संस्था गरीबों को मुफ्त में खाना खिला रही है। खेल मंत्री रिजिजू ने ट्वीट किया, मैं प्रधानमंत्री फंड में सांसद निधि से एक करोड़ रुपए दान के जमा करा रहा हूं। प्रधानमंत्री ने सभी भाजपा सांसदों से 1-1 करोड़ रुपए देने के लिए अपील की है।

कोरोना में इटली में 10 से ज्यादा की मौत
रोनाल्डो ने अकेले ही अगले तीन महीने का वेतन 10 मिलियन यूरो (करीब 84 करोड़ रु.) क्लब के लिए छोड़ दिया है। हाल ही में डेनीले रुगानी, ब्लेज मतूदी और पाओलो दिबाला कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। फिलहाल, दिबाला ठीक हो गए हैं, जबकि अन्य दो खिलाड़ी क्वारैंटाइन हैं। इटली में करीब 1 लाख लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। जिनमें से 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।



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पुर्तगाल के फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपने 2 चार स्टार होटल को अस्पताल में बदला। -फाइल
भाजपा सांसद गौतम गंभीर और खेल मंत्री किरण रिजिजू (दाएं)।




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इंफाल में बनी देश की पहली ट्रांसजेंडर फुटबॉल टीम, 14 खिलाड़ियों ने 2 टीम बनाकर आपस में मैच खेला

खेल डेस्क. भारतीय फुटबॉल टीम भले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी, लेकिन इस खेल में देश को अब एक नई उपलब्धि मिली है। दरअसल, मणिपुर की राजधानी इंफाल में देश की पहली ट्रांसजेंडर फुटबॉल टीम बनी है। इस टीम में 14 खिलाड़ी हैं, जिन्होंने आपस में दो टीम बांटकर एक मैच भी खेला। यह टीम एक एनजीओ ने बनाई, जिसका नाम ‘या ऑल’ रखा है।टीम का कप्तान स्ट्राइकर निक को बनाया गया, जबकि दूसरे स्ट्राइकर चाकी को उपकप्तानी सौंपी गई।

इस एनजीओ को एलजीबीटीक्यू समुदाय के लोग चलाते हैं। उन्होंने इस संगठन को 2017 में बनाया था। इस टीम को 5 दिवसीय योशांग फेस्टिवल के दौरान 8 मार्च को बनाया गया था। लेकिन इस पहले मैच के साथ ही इसे आधिकारिक तौर पर लॉन्च कर दिया गया है। योशांग मणिपुर में होली पर मनाया जाने वाले एक तरह का त्योहार है।

चाकी ने सबसे पहले टीम बनाने की इच्छा जताई थी
उपकप्तान चाकी को फुटबॉल खेलना पसंद था। हालांकि, उन्हें महिला और पुरुष दोनों ही टीम में जगह नहीं मिलती थी। इस कारण चाकी ने ही सबसे पहले टीम बनाने की इच्छा जताई थी। उनका टीम बनाने का उद्देश्य है कि सभी खिलाड़ी खेल का मजा ले सकें और दुनिया को दिखा दें कि हम मिलकर क्या कर सकते हैं। चाकी ने सभी बड़ी फुटबॉल टीम से मदद की अपील की। उन्होंने कहा कि इससे किन्नरों के प्रति समाज की सोच में परिवर्तन आएगा।

पहली ट्रांसजेंडर टीम

  • स्ट्राइकर- निक (कप्तान), चाकी (उपकप्तान), लेम
  • मिडफील्डर- नेली, मैक्स, थोई और सैंतोई
  • डिफेंडर- केके, लाला, क्रिस्टीना, थोई एस और मिलर
  • गोलकीपर- पूजा और सिलेबी


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खिलाड़ियों को महिला-पुरुष टीम में जगह नहीं मिलती थी, इसलिए नई टीम बनाई।




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आलोचना के बाद कोहली बोले- मैं और अनुष्का लगातार मदद कर रहे; मनु भाकर और 16 साल की रिचा ने 1-1 लाख रु. दिए

खेल डेस्क. भारत समेत आज दुनिया के सभी 195 देश कोरोनावायरस की महामारी से जूझ रहे हैं। देश में इस संकट के समय में बीसीसीआई, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, गौतम गंभीर और अजिंक्य रहाणे समेत कई खिलाड़ी आगे आए हैं। जबकि विराट कोहली सिर्फ संदेश ही देते रहे थे। महेंद्र सिंह धोनी ने भी एक लाख रुपए ही दान दिया था, जिसे बाद में उनकी पत्नी ने अफवाह बताया। कोहली और धोनी की जमकर आलोचना हो रही थी। इसके जवाब में कोहली ने ट्वीट किया कि वे और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहायता कोष में लगातार मदद कर रहे हैं। हांलाकि, उन्होंने कितनी राशि दान दी है, इसका खुलासा नहीं किया।

कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘अनुष्का और मैं प्रधानमंत्री और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में लगातार मदद कर रहे हैं। देश में जो संकट का समय चल रहा है, उसे देखकर हमारा दिल दुख रहा है। उम्मीद है कोरोनावायरस से लड़ाई में हमारी मदद कारगर साबित होगी और लोगों को दुख दूर होगा।’’

भारत में अब तक 32 की मौत
चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना के कारण दुनियाभर के 195 देशों में सोमवार सुबह तक 33 हजार 993 लोगों की मौत हो चुकी है। 7 लाख से ज्यादा संक्रमित हैं। यूरोप में इटली और फ्रांस सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। रविवार को इटली में 756 और स्पेन में 821 लोगों की मौत हुई है। वहीं, भारत में संक्रमितों की संख्या 1200 से ज्यादा हो गई है। जबकि 32 लोगों की मौत हो चुकी है।

टी-20 वर्ल्ड कप खेलने वाली रिचा ने भी 1 लाख रु. की मदद की
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की युवा ऑलराउंडर रिचा घोष ने पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रुपए देने की घोषणा की। रिचा ने कहा कि कोरोना से लड़ने में मदद का यह सही समय है और देश की नागरिक होने के नाते उनका फर्ज बनता है कि वह इस मुश्किल समय में अपना कुछ योगदान दें। वहीं, महिला निशानेबाज मनु भाकर ने हरियाणा मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रुपए की मदद देने का फैसला किया है।

भाकर ने ट्वीट किया, ‘‘यह ऐसा समय है जब लोगों की जान सबसे ज्यादा मायने रखती है। हम सभी को वह करना चाहिए, जिससे हम जिंदगियां बचा सकें। मैं 1 लाख रुपए की मदद का ऐलान करती हूं और उम्मीद करती हूं कि आप भी इस आपदा में कुछ न कुछ योगदान देकर देश की मदद करेंगे।’’



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विराट कोहली ने ट्वीट किया- देश में फैली महामारी को देखकर मेरा और अनुष्का शर्मा का दिल दुख रहा। -फाइल




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आईपीएल का रद्द होना तय, बीसीसीआई को वीजा प्रतिबंध और लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार; 2021 में मेगा ऑक्शन भी नहीं होगा

खेल डेस्क. कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाला इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का रद्द होना तय है। 15 अप्रैल को देश में लगा 21 दिन का लॉकडाउन खत्म होगा। इससे पहलेबीसीसीआई और फ्रेंचाइजी आईपीएल को लेकर अंतिम फैसला लेंगे। इससे पहले, बोर्ड ने केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए यात्रा और वीजा प्रतिबंधों के कारण लीग को 15 अप्रैल तक टाल दिया था। आईपीएल से जुड़े सूत्र ने एक अंग्रेजी अखबारको बताया कि अब आईपीएल अगले साल ही होगा। हमें पता है कि अभी देश में कैसे हालात हैं, ऐसे में कोई भी खतरा नहीं उठाएगा। स्टेडियम में सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल नहीं हो सकता। ऐसे में लीग अगले साल हो, यही अच्छा है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगले साल लीग के लिए मेगा ऑक्शन (खिलाड़ियों की नीलामी) भी नहीं होगी। यानी ज्यादातर खिलाड़ी मौजूदा टीम के साथ ही रहेंगे। हालांकि, अगर कोई फ्रेंचाइजी किसी खिलाड़ी को खरीदना चाहेगी तो ऐसा कर सकेगी।

बोर्ड आधिकारिक बयान से पहले विदेशी खिलाड़ियों के वीजा पर केंद्र सरकार के फैसले का इंतजार कर रहा है। 15 अप्रैल के बाद बीसीसीआई इसपर फ्रेंचाइजियों से बात करेगा। तब तक 21 दिन का लॉकडाउन भी खत्म हो जाएगा। शेड्यूल के मुताबिक, 2021 में मेगा ऑक्शन होना था।

गांगुली ने टूर्नामेंट छोटा होने की बात कही थी, फ्रेंचाइजी विदेश में कराना चाहती

बता दें कि 14 मार्च को बीसीसीआई की सभी फ्रेंचाइजी के साथ कोविड-19 को लेकर बैठक हुई थी। इसके बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने उम्मीद जताई थी कि लीग छोटी होगी। दूसरी तरफ, फ्रेंचाइजी 2009 में दक्षिण अफ्रीका में हुए आईपीएल की तरह टूर्नामेंट कराना चाहती थी। तब लोकसभा चुनाव की वजह से लीग विदेश में हुई थी और 37 दिन में मैच हुए थे। हालांकि, गांगुली ने साफ कर दिया था कि लोगों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता है। हालात की समीक्षा के बाद ही किसी तरह के फॉर्मूले पर विचार होगा।

सरकार ने 15 अप्रैल तक वीजा प्रतिबंध लगाए, आईपीएल भी तब तक के टला
इससे पहले, केंद्र सरकार ने कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बाद यात्रा और वीजा से जुड़े कुछ प्रतिबंध लगाए थे। इसके तहत भारत आने वाले विदेशी नागरिकों के वीजा 13 मार्च से 15 अप्रैल तक के लिए सस्पेंडहैं। सिर्फ डिप्लोमैटिक, ऑफिशियल, यूएन और अंतरराष्ट्रीय संस्थान, प्रोजेक्ट और एम्प्लॉयमेंट वीजा को ही छूट है। आईपीएल में आने वाले विदेशी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को बिजनेस वीजा मिलता है। ऐसे में उन्हें भी देश में आने की अनुमति नहीं है।आईपीएल की 8 टीमों में 189 खिलाड़ी हैं। इनमें 64 विदेशी खिलाड़ी हैं। सरकार के वीजा प्रतिबंधों की वजह से इनपर 15 अप्रैल तक भारत आने पर प्रतिबंध है।

भारत में कोरोनावायरस के 1 हजार से ज्यादा मरीज
इस बीच, भारत में कोरोनावायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वायरस से संक्रमितों की संख्या 1 हजार के पार पहुंच गई है, जबकि मरने वालों का आंकड़ा भी 30 से ऊपर पहुंच गया है।



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आईपीएल 29 मार्च से शुरू होना था, पहले मैच में मुंबई का मुकाबला चेन्नई से था।




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विराट के बाद रोहित भी मदद को आगे आए, 80 लाख रुपए दान करेंगे; सानिया ने 1.25 करोड़ रु. जुटाए

खेल डेस्क. विराट कोहली के बाद वनडे टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा ने भी कोरोना पीड़ितों के लिएमदद का हाथ बढ़ाया है। रोहित ने 80 लाख रुपये दान देने का फैसला किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा- हम देश को अपने पैरों पर खड़े होते देखना चाहते हैं और इसकी जिम्मेदारी हम सब पर है। मैंने अपनी ओर से मदद का फैसला किया। मैं 45 लाख रुपए पीएम-केयर्स फंड और 25 लाख रुपए सीएम रिलीफ फंड में दूंगा। 5 लाख रुपये फीडिंग इंडिया और 5 लाख रुपये वेलफेयर ऑफ स्ट्रे डॉग्स के लिए भी दान करूंगा। इस लड़ाई में महिला खिलाड़ी भी मददगार बनी हैं। सानिया मिर्जा ने 1.25 करोड़ रुपए तो भारतीय महिला वनडे टीम की कप्तान मिताली राज ने 10 लाख रुपए देने की घोषणा की।इनके अलावा क्रिकेटर पूनम यादव और दीप्ति शर्मा भी कोरोना से जंग में सरकार का साथ देंगी। दीप्ति 1.5 लाख रुपए दान करेंगी।

सानिया ने ट्वीट पर कहा-बीते हफ्ते हमने हजारों परिवारों को खाना पहुंचाने की छोटी सी कोशिश की और लोगों की मदद से 1.25 करोड़ रुपए जुटाए। इससे करीब 1 लाख लोगों को हममदद पहुंचा पाएंगे। यह कोशिश आगे भी जारी रहेगी।

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इससे पहले, मुक्केबाज और राज्यसभा सांसद मैरीकॉम ने भी अपनी एक महीने की सैलरी पीएम रिलीफ केयर फंड में दी थी। इसके अलावा वे सांसद निधि से 1 करोड़ रुपए दे चुकी हैं। वहीं,

भारतीय स्प्रिंटर हिमा दास ने भी कोरोनावायरस से निपटने के लिए अपनी एक महीने की सैलरी दान करने का फैसला किया है। हिमा असम के कोविड-19 राहत कोष में अपना वेतन दान करेंगी। 15 साल की भारतीय शूटर ईशा सिंह भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में 30 हजार रुपए दान करेंगी।

स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कर्मचारियों ने 3 तीन की सैलरी दान की

स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया(साई) के सभी कर्मचारियों ने अपनी 3 दिन की सैलरी पीएम केयर फंड में दान दी है। यह राशि करीब 76 लाख रुपए है। खेल मंत्री किरन रिजिजू ने साई के इस कदम की तारीफ की। उन्होंने ट्वीट किया- मुझे यह जानकारी देते हुए खुशी हो रही है कि स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के ग्रुप-ए के कर्मचारी अपनी 3 दिन की सैलरी, ग्रुप-बी 2 दिन और बाकी सभी कर्मचारियों ने 1 दिन की सैलरी पीएम केयर फंड में दान की है। कुल राशि करीब 76 लाख रुपए है। इससे पहले रिजिजू ने अपनी सांसद निधि से एक करोड़ रुपए इस फंड में जमा किए थे।

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भूटिया मजदूरों के रहने के लिए अपना मकान देंगे

भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी बाईचुंग भूटिया ने भी मदद के हाथ बढ़ाए हैं। उन्होंने सिक्किम लौट रहे मजदूरों के रहने के लिए अपना निर्माणाधीन मकान देने का फैसला किया है। भूटिया ने कहा- लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित वह मजदूर हैं, जो अपने घर लौट रहे हैं। ऐसे में मैंने गंगटोक में अपना निर्माणाधीन मकान इन्हें देने का फैसला किया है। इसमें करीब 100 लोग रुक सकते हैं। हम इन्हें राशन भी मुहैया कराएंगे। मुश्किल घड़ी में हम इनके साथ हैं।

बीसीसीआई51 करोड़ रुपए दान कर चुकी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भी प्रधानमंत्री केयर फंड में 51 करोड़ रुपए दान किए हैं। इसके अलावा पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर ने 50 लाख, सुरेश रैना ने 52 लाख रुपए इस फंड में दान कर चुके।



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रोहित शर्मा ने स्ट्रे डॉग्स की मदद के लिए भी 5 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
सानिया मिर्जा ने कहा- इस राशि से हम 1 लाख लोगों तक जरूरी मदद पहुंचा पाएंगे।




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दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार विंबलडन रद्द, 75 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ; अब 2021 में खेला जाएगा

कोरोनावायरस के कारण विंबलडन टेनिस चैम्पियनशिप रद्द हो गई है। दूसरे विश्व युद्धके बाद ऐसा पहली बार हुआ, जब ग्रास कोर्ट के इस टूर्नामेंट को कैंसिल करना पड़ा। अब यह ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट 2021 में 28 जून से 11 जुलाई तक खेला जाएगा। ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब (एईएलटीसी) ने बुधवार को इसकी घोषणा की।
क्लब ने एक बयान जारी कर कहा- बहुत अफसोस के साथ यह बताना पड़ रहा है कि ऑल इंग्लैंड क्लब के मुख्य बोर्ड और चैंपियनशिप की प्रबंधन समिति ने कोविड-19 से जुड़ी स्वास्थ्य चिंताओं की वजह से इस साल टूर्नामेंटको रद्द करने का फैसला किया। अब 134वीं चैंपियनशिप का आयोजन 28 जून से 11 जुलाई 2021 तक किया जाएगा। समिति ने कहा जिन लोगों ने इस टिकट खऱीद लिए हैं, उन्हें राशि रिफंड की जाएगी।इस साल विम्बलडन का आयोजन 29 जून से 12 जुलाई तक होना था।इससे पहले, आयोजकों ने विंबलडन को खाली स्टेडियम में करवाने से इनकार कर दिया था। 3 बार के चैम्पियन बोरिस बेकर ने मंगलवार को आयोजकों से इंतजार करने की अपील की थी। उन्होंने ट्वीट किया था- मुझे पूरा विश्वास है कि आयोजन समिति फैसला करने से पहले अप्रैल के आखिर तक इंतजार करेगी।

फ्रेंच ओपन को 20 सितंबर तक के लिए टाल दिया गया था

विंबलडन को रद्द करने से पहलेफ्रेंच ओपन को 20 सितंबर तक के लिएटाल दिया गया था। यह ग्रैंड स्लेम इस साल 24 मई से 7 जून तक होना था। लेकिन अब 20 सितंबर से शुरू होकर 4 अक्टूबर तक चलेगा। फ्रेंच ओपन की नई तारीख यूएस ओपन के सिर्फ एक हफ्ते बाद तय की गई है।



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इससे पहले, फ्रेंच ओपन को 20 सितंबर तक के लिए टाल दिया गया था। इसके बाद से ही विंबलडन के रद्द होने की आशंका बढ़ गई थी। आखिरकार बुधवार को इसे 1 साल के लिए आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया।




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दुनिया के 67 खिलाड़ी 100+ इंटरनेशनल गोल कर चुके, इनमें 5 भारतीय खिलाड़ियों का नाम भी

हॉकी को ओलिंपिक में 1908 गेम्स में पहली बार शामिल किया गया था। इसके बाद से हॉकी खेल सभी ओलिंपिक में शामिल रहा। इस दौरान गोल के कई रिकॉर्ड बने। दुनिया के 67 खिलाड़ी 100+ गोल कर चुके हैं। इसमें 45 पुरुष और 22 महिला खिलाड़ी हैं। भारत के चार पुरुष, एक महिला खिलाड़ी ऐसा कर चुके हैं। सबसे ज्यादा गोल 346 गोल पाकिस्तान के सोहेल अब्बास ने किया है।

राशिद जूनियर और फिएकी सबसे पहले 100+ गोल के रिकॉर्ड तक पहुंचे
पुरुष कैटेगरी में सबसे पहले 100 गोल करने का रिकॉर्ड पाक के राशिद जूनियर के नाम है। 1976 में बेल्जियम के खिलाफ यह कारनामा किया। महिला वर्ग में यह रिकॉर्ड नीदरलैंड की फिएकी बोएहॉर्स्ट के नाम है। 1984 में बेल्जियम के खिलाफ ऐसा किया।

  • पुरुष कैटेगरी में 13 देश के 45 खिलाड़ियों ने 100+ गोल किए हैं। सबसे ज्यादा 10 खिलाड़ी नीदरलैंड के हैं। ऑस्ट्रेलिया के 7 खिलाड़ी हैं।
  • भारत की ओर से संदीप सिंह (138), वीआर रघुनाथ (132), रुपिंदरपाल सिंह (125) और धनराज पिल्ले (121) ने ऐसा किया है।
  • महिला वर्ग में 10 देशों की 22 खिलाड़ियों ने 100+ गोल का कारनामा किया है। सबसे ज्यादा 5 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की हैं।
  • अर्जेंटीना की 4 जबकि नीदरलैंड-जर्मनी की 3-3 खिलाड़ियों ने ऐसा किया है। भारत की ओर से रानी रामपाल (138) ने ऐसा किया है।

पाकिस्तान के सोहेल 300+ गोल करने वाले एकमात्र खिलाड़ी


टॉप-5 पुरुष खिलाड़ी

खिलाड़ी देश गोल
सोहेल अब्बास पाकिस्तान 346

लिट्जेंंस

नीदरलैंड 267
ड्वायर ऑस्ट्रेलिया 243
निकोल द. अफ्रीका 236
लॉम्बी अर्जेंटीना 231


टॉप-5 महिला खिलाड़ी

खिलाड़ी देश

गोल

कोएटजी द. अफ्रीका 282
क्रासनिकोवा रूस 220
केलर जर्मनी 204
एनान ऑस्ट्रेलिया 166
एमर अर्जेंटीना 162


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भारतीय महिला टीम की कप्तान रानी रामपाल ने करियर मेंं अब तक 138 गोल दागे हैंं। -फाइल फोटो




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ओलिंपिक क्वालिफाई करने की आखिरी तारीख 29 जून 2021, फीफा अध्यक्ष ने कहा- नहीं पता फुटबॉल कब शुरू होगा

इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) ने क्वालिफिकेशन की नई समय-सीमा तय कर दी। टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने की आखिरी तारीख 29 जून 2021 है। सभी खेलों के इंटरनेशनल फेडरेशन को अपने ओलिंपिक क्वालिफायर इस तारीख से पहले करने होंगे। पहले ओलिंपिक इस साल 24 जुलाई से 9 अगस्त तक होने थे। लेकिन कोरोनावायरस के कारण अब ये अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। आईओसी ने कहा, ‘इंटरनेशनल फेडरेशन को अपनी क्वालिफिकेशन डेडलाइन अगले साल 29 जून से पहले रखनी होंगी। वहीं, खेलों की एंट्री की डेडलाइन पांच जुलाई रखी गई है।’

आईओसी पहले ही कह चुका है कि जो खिलाड़ी ओलिंपिक कोटा हासिल कर चुके हैं, उनका कोटा बरकरार रहेगा। आईओसी ने कहा कि खेलों की तारीख और वेन्यू बताना अभी मुश्किल है। कोरोना का प्रभाव कम होने और यात्रा प्रतिबंध खत्म होने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।

‘हमारी दुनिया और खेल अलग-अलग होने वाले हैं’
फुटबॉल की वर्ल्ड बॉडी फीफा के अध्यक्ष गियानी इनफेंटिनो ने कहा कि खेल दोबारा कब शुरू होगा। इसके बारे में किसी को नहीं पता। जब यह फिर से शुरू होगा तब स्थिति बदली होगी। कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया में फुटबॉल प्रभावित हुआ है। इनफेंटिनो ने साउथ अमेरिका के फुटबॉल प्रमुखों से कहा, ‘हम सभी चाहते हैं कि हम कल से खेलें। लेकिन यह संभव नहीं है। आज कोई भी नहीं जानता कि हम पहले की तरह खेल पाएंगे। जब हम सामान्य स्थिति में लौटेंगे तो हमारी दुनिया और हमारा खेल अलग-अलग होने वाला है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि फुटबॉल जीवित रहे और यह एक बार फिर से समृद्ध हो सके।’



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इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को कोरोनावायरस के कारण एक साल के लिए टाला। अब यह गेम्स अगले साल जुलाई-अगस्त में होंगे। -फाइल फोटो




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भारत में पहली बार होने वाला अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप अनिश्चितकाल के लिए टला, कोलकाता समेत 5 जगह मैच होंगे

भारत में पहली बार होने जा रहा अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। टूर्नामेंट की नई तारीखों का जल्द ही ऐलान किया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को फेडरेशन इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा) ने दी। यह टूर्नामेंट 2 से 21 नवंबर के बीच देश में 5 जगह कोलकाता, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अहमदाबाद और नवी मुंबई में खेला जाना था।

कोरोनावायरस से दुनियाभर में शनिवार सुबह तक 59 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमितों की संख्या 10 लाख 98 हजार पहुंच गई है। वहीं, भारत में संक्रमितों की संख्या 2 हजार 547 तक पहुंच गई है। इनमें से 62 लोगों की मौत हो गई।

कोरोना के खतरे के चलते फैसला: फीफा

अंडर-17 वर्ल्ड कप में विश्व की 16 टीमें शामिल होंगी। मेजबान होने के कारण भारतीय टीम को क्वालिफाई करने की जरूरत नहीं पड़ी। टीम को सीधीएंट्री मिली। भारत में होने वाले इस टूर्नामेंट की घोषणा इसी साल फरवरी में की गई थी। वर्ल्ड कप का फाइनल नवी मुंबई में होना था। फीफा ने कहा कि टूर्नामेंट टालने का फैसला कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए लिया गया है। हमारे लिए खेल से पहले लोगों कीजिंदगी ज्यादा जरूरी है।

अंडर-20 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप भी टला
फीफा की गवर्निंग बॉडी ने इसी साल होने वाले अंडर-20 महिला वर्ल्ड कप को भी टाल दिया है। यह टूर्नामेंट पनामा/कोस्टारिका में अगस्त से सितंबर के बीच खेला जाना था। वहीं, कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण दुनियाभर में जुलाई तक के सभी खेल टूर्नामेंट्स टाल या रद्द कर दिए गए। इसमें टोक्यो ओलिंपिक, क्रिकेट टूर्नामेंट आईपीएल और टेनिस ग्रैंडस्लैम विंबलडन शामिल हैं। ओलिंपिक अब अगले साल जुलाई-अगस्त में होंगे, जबकि 15 अप्रैल तक टले आईपीएल पर अब भी खतरा मंडरा रहा है।

‘अगले साल वर्ल्ड कप होने की पूरी उम्मीद है’
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने न्यूज एजेंसी से कहा कि उन्हें ऐसी आशंका पहले से ही थी। कुशल ने कहा, ‘‘जिस तरह से कोरोना के कारण बाकी सभी खेल टूर्नामेंट्स टाल दिए गए, तो ऐसे में वर्ल्ड कप भी टलना ही था। हमने इस फैसले को सर्वसम्मति से माना है। टूर्नामेंट के लिए यूरोप, अफ्रीका समेत अन्य जगहों पर होने वाले क्वालिफाई मुकाबलों को भी टाल दिया गया है। अगले साल वर्ल्ड कप होने की पूरी उम्मीद है।’’

‘कोरोना के कारण दुनियाभर में फुटबॉल प्रभावित’
फुटबॉल की वर्ल्ड बॉडी फीफा के अध्यक्ष गियानी इन्फेंटिनो ने कहा कि खेल दोबारा कब शुरू होगा,इसके बारे में किसी को नहीं पता। जब यह फिर से शुरू होगा, तब स्थिति बदली होगी। कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया में फुटबॉल प्रभावित हुआ है। इन्फेंटिनो ने दक्षिण अमेरिका के फुटबॉल प्रमुखों से कहा, ‘‘हम सभी चाहते हैं कि हम कल से खेलें,लेकिन यह संभव नहीं। आज कोई भी नहीं जानता कि हम पहले की तरह खेल पाएंगे। जब हम सामान्य स्थिति में लौटेंगे तो हमारी दुनिया और हमारा खेल अलग-अलग होने वाला है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि फुटबॉल जीवित रहे और यह एक बार फिर से समृद्ध हो सके।’’



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मेजबान होने के कारण भारतीय टीम को क्वालिफाई करने की जरूरत नहीं पड़ी। टीम को सीधे एंट्री मिली है। -फाइल फोटो




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हॉकी इंडिया ने एक करोड़ दिए, गांगुली ने 10 हजार लोगों को भोजन कराया; वसीम अकरम बैट-बॉल नीलाम करेंगे

कोरोनावायरस से लड़ने में हॉकी इंडिया (एचआई) ने एक बार फिर मदद का हाथ बढ़ाया है। एक अप्रैल को 25 लाख देने की घोषणा करने वाली एचआई ने 75 लाख रुपए और डोनेट करने का फैसला किया है। अब कुल राशि एक करोड़ रुपए हो गई है। वहीं, पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज वसीम अकरम और इंग्लैंड के डैरेन गॉफ भी मदद के लिए आगे आए हैं। दोनों ने फंड जुटाने के लिए अपनी यादगार चीजों को नीलामी के लिए देने का फैसला किया है। अकरम ने नीलामी के लिए अपना ऑटोग्राफ किया बल्ला और गेंद देने का फैसला किया है। इंग्लैंड के लिए वनडे के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज गॉफ नीलामी के लिए ऑटोग्राफ्ड गेंद देंगे।

इस बीच, गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी ने पीएम केयर्स फंड में 7 लाख रुपए दान किए हैं। वहीं, पूर्व वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद और कोनेरू हंपी सहित कई भारतीय शतरंज खिलाड़ी फंड जुटाने के लिए ऑनलाइन एग्जिबीशन गेम खेलेंगे।

गांगुली ने कोलकाता के इस्कॉन मंदिर की मदद की
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कोलकाता के इस्कॉन मंदिर की मदद कर करीब 10 हजार लोगों के भोजन का इंतजाम किया है। कोलकाता इस्कॉन रोज करीब दस हजार लोगों को भोजन दे रहा था। अब वह 20 हजार लोगों के भोजन का इंतजाम कर सकेगा।

स्टेडियम को अस्पताल और टेस्टिंग सेंटर में बदला
अमेरिका का बीजेके नेशनल टेनिस सेंटर और जर्मनी का इडुना पार्क स्टेडियम कोरोनावायरस महामारी में मदद के लिए आगे आया है। यूएस ओपन ग्रैंड स्लैम के क्वींस स्टेडियम को अस्थाई हॉस्पिटल में बदल दिया है। आर्मस्ट्रांग स्टेडियम को डिस्ट्रिब्यूशन सेंटर में बदल दिया है। यहां रोजाना 25 हजार खाने के पैकेट तैयार किए जा रहे हैै। इस बीच, जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमंड के स्टेडियम का इस्तेमाल कोरोना टेस्टिंग सेंटर के रूप में होगा।

महिला खिलाड़ी 3 महीने की सैलरी में कटौती कराएंगी
इंग्लैंड के पुरुष और महिला क्रिकेटर सैलरी कटौती की बात पर सहमत हो गए हैं। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले पुरुष खिलाड़ियों ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को पांच लाख पाउंड (लगभग 4.71 करोड़ रुपए) देने की पेशकश की है। कोरोनावायरस के खिलाफ मदद के लिए खिलाड़ियों ने ऐसा किया है। ईसीबी ने खिलाड़ियों की सैलरी में 20 प्रतिशत की कटौती का प्रस्ताव रखा था। वहीं महिला क्रिकेटरों ने अप्रैल, मई और जून की सैलरी में कटौती का प्रस्ताव रखा है। बयान में कहा गया कि इंग्लैंड के कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त पुरुष खिलाड़ी बातचीत के बाद ईसीबी को दान देने पर सहमत हुए हैं। इसमें कहा गया कि पूरी जानकारी अगले सप्ताह दी जाएगी। कुछ क्रिकेटर व्यक्तिगत तौर पर भी योगदान दे चुके हैं। विकेटकीपर जोस बटलर अपनी 2019 वर्ल्ड कप की जर्सी की नीलामी कर रहे हैं जबकि महिला टीम की कप्तान हीथर नाइट नेशनल हेल्थ सर्विस से जुड़ी हुई हैं। नाइट ने कहा कि सभी खिलाड़ी सैलरी कटौती के पक्ष में हैं।



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जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमंड के स्टेडियम का इस्तेमाल कोरोना टेस्टिंग सेंटर के रूप में होगा।




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थाईलैंड-मलेशिया पर  3 और 1 साल का प्रतिबंध, इन देशों के वेटलिफ्टर टोक्यो ओलिंपिक में नहीं जा पाएंगे

इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (आईडब्ल्यूएफ) ने थाई एमेच्योर वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन (टीएडब्ल्यूए) पर 3 और मलेशियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (एमडब्ल्यूएफ) पर 1 साल का प्रतिबंध लगाया है। दोनों देशों पर कई सारे डोपिंग आरोप लगने के कारण आईडब्ल्यूएफ शनिवार को यह प्रतिबंध लगाया है। इसके कारण अब थाईलैंड और मलेशिया के वेटलिफ्टर टोक्यो ओलिंपिक में शामिल नहीं पाएंगे। कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाले टोक्यो गेम्स को एक साल के लिए टाल दिया गया है। अब यह ओलिंपिक अगले साल 24 जुलाई से 8 अगस्त के बीच होंगे।

इंटरनेशनल फेडरेशन ने कहा है कि टोक्यो ओलिंपिक चाहे जब भी हों, इन दोनों देशों के खिलाड़ी इसमें हिस्सा नहीं ले सकेंगे। इसके अलावा इटनेशनल फेडरेशन ने थाई फेडरेशन पर दो लाख डॉलर (करीब 1.53 करोड़ रुपए) का जुर्माना भी लगाया है। थाई फेडरेशन ने 2018 वर्ल्ड चैम्पियनशिप में अपने 9 वेटलिफ्टरों के डोपिंग में फंसने के बाद खुद ही ओलिंपिक से नाम वापस ले लिया था।

मलेशिया के 3 खिलाड़ी डोप टेस्ट में फेल
वहीं, मलेशिया की बात करें तो एक कैलेंडर ईयर में उसके तीन खिलाड़ियों को डोप टेस्ट में फेल हो के कारण सजा मिल चुकी है। आईडब्ल्यूएफ ने मलेशिया के सभी खिलाड़ियों पर 5 महीने का अतिरिक्त प्रतिबंध लगाया है, क्योंकि कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाले लगभग सभी इवेंट टाले या रद्द किए जा चुके हैं। थाईलैंड और मलेशियाई संस्था 1 अप्रैल से 21 दिन के अंदर कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में इस प्रतिबंध के खिलाफ अपील कर सकते हैं।



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मलेशिया के वेटलिफ्टर मोहम्मद अज्निल बिदिन ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में स्वर्ण जीता था।




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पूर्व अंडर-12 चैम्पियन चहल फिर शतरंज खेलते नजर आए, कहा- इस खेल ने मुझे क्रिकेट में संयम रखना सिखाया

शतरंज चैम्पियन से क्रिकटर बने भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल लॉकडाउन के दौरान फिर से चेस खेलते नजर आए हैं। उन्होंने रविवार को चेस.कॉम के ऑनलाइन ब्लिट्ज टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। गेम से पहले उन्होंने ग्रैंडमास्टर अभिजीत गुप्ता और अंतरराष्ट्रीय मास्टर राकेश कुलकर्णी से बातचीत की। चहल ने कहा कि शतरंज ने उन्हें क्रिकेट के कठीन समय में धीरज रखना सिखाया है। दरअसल, कोरोनावायरस के कारण भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है। इस दौरान खेल जगत के कई दिग्गज घर में प्रैक्टिस कर रहे हैं या फिर सोशल मीडिया पर चैटिंग के साथ ऑनलाइन गेमिंग खेल रहे हैं।

चहल ने कहा, ‘‘शतरंज ने मुझे संयम रखना सिखाया है। जिस तरह टेस्ट मैच में किसी दिन आपको अच्छी गेंदबाजी करने के बावजूद विकेट नहीं मिलता। लेकिन आप अगले दिन जब फ्रैश मूड में मैदान पर उतरते हैं, तब आपको संयम की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इस मामले में शतरंज ने मेरी काफी मदद की है। मैं संयम रखते हुए गेंदबाजी करता हूं और बल्लेबाज को आउट कर देता हूं।’’

आईपीएल में बेंगलुरु के लिए खेलेंगे चहल
उन्होंने चैटिंग के दौरान क्रिकेट को शतरंज से ज्यादा रोमांचक बताया। चहल ने कहा, ‘‘एक समय मुझे शतरंज और क्रिकेट में से किसी को चुनना था। इस बारे में पिता ने मुझसे कहा कि यह मेरी मर्जी है कि मैं किसे चुनता हूं। मुझे क्रिकेट ज्यादा पसंद है, इसलिए मैंने इसे चुना।’’ चहल ने अब तक 52 वनडे में 91 और 42 टी-20 में 55 विकेट हासिल किए हैं। वे आईपीएल में विराट कोहली की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलेंगे। चहल ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वार्न को अपना आदर्श बताया।

कोरोनावायरस को लेकर चहल ने अपील की, ‘‘आपसे निवेदन की घर पर ही रहें। यह मौका आपके पास हीरो बनने का है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हम सभी को एकजुट होना है। आपके पास लॉकडाउन का यह समय नई चीजें सीखने का है। आप अच्छा पढ़ सकते हो, डांस सीख सकते हो और खाना बनाने की कला भी जान सकते हो।’’



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कोरोनावायरस के कारण 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन के दौरान युजवेंद्र चहल घर में परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। -फाइल फोटो




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सुशील ने कहा- लोगों को मेरी दावेदारी खारिज करने की आदत, मैं अभी संन्यास नहीं लूंगा; 2021 में होने वाले ओलिंपिक की तैयारियों में जुटा

रेसलर सुशील कुमार ने साफ कर दिया कि वे अभी संन्यास नहीं लेने वाले हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी को दिए इंटव्यू में कहा कि लोगों को मेरे खेल के खत्म होने के बारे में लिखने की आदत है। लेकिन इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। सुशील ने कहा कि मैं अभी कहीं नहीं जा रहा हूं। 1 साल ओलिंपिक टलने का मतलब मुझे चौथी बार इन खेलों के लिए क्वालिफाई करने का अच्छा मौका मिला है। अधिक समय का मतलब बेहतर तैयारी होता है।

सुशील ने कहा- कुश्ती ऐसा खेल है कि अगर आप चोट से बचे रहते हैं, और लक्ष्य तय कर तैयारी करते हैं तो उसे हासिल कर सकते हैं। मैं अभी रोज दो बार प्रैक्टिस करता हूं। मैं मैट पर नहीं उतर रहा हूं, लेकिन खुद को फिट रखने की पूरी कोशिश कर रहा हूं। भगवान ने चाहा तो ओलिंपिकके लिए जरूर क्वालिफाई करूंगा। इस पहलवान ने आगे कहा कि 2011 में भी लोग मेरे बारे में यही बात कर रहे थे। मुझे पता कि इसे कैसे संभालना है। यह मेरा रोज का काम है। 9 साल पहले भी आलोचक यह आशंका जता रहे थे कि सुशील बीजिंग के प्रदर्शन को नहीं दोहरा पाएंगे। हालांकि, उन्होंने 2012 के लंदन ओलिंपिक में सिल्वर जीतकर सबकी बोलती बंद कर दी थी।

नरसिंह यादव दोबारा चुनौती पेश कर सकते हैं

ओलिंपिक 1 साल टलने की वजह से सुशील के पुराने प्रतिद्धंदीनरसिंह यादव भी ओलिंपिक रेस में शामिल हो गए हैं। उन पर लगा 4 साल का बैन इसी साल जुलाई में खत्म हो रहा है। इसके बाद वे भी ओलिंपिक क्वालिफिकेशन के लिए दावा पेश कर सकते हैं। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया पहले ही यह कह चुका है कि वे नरसिंह को वापसी का मौका देंगे। फेडरेशन ने 2016 के रियो गेम्स में सुशील की जगह नरसिंह को तरजीह दी थी। हालांकि, बाद में डोप टेस्ट में वे फेल हो गए। तब सुशील की ट्रायल की मांग को फेडरेशन के साथ-साथ दिल्ली हाई कोर्ट ने भी ठुकरा दिया था और उन पर नरसिंह के खिलाफ साजिश तक का आरोप लगा था।

नरसिंह को दोबारा करियर शुरू करने की बधाई देता हूं: सुशील

इस बार नरसिंह से मुकाबला होने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि जब वक्त आएगा, तब इसे देखेंगे। फिलहाल, मैं उन्हें दोबारा करियर शुरू करने कीबधाई देता हूं। सुशील 74 किलो वर्ग में दावेदारी पेश करते हैं। इसमें अभी तक किसी भी भारतीय पहलवान ने ओलिंपिक कोटा हासिल नहीं किया है। नरसिंह भी इसी भार वर्ग में ही उतरेंगे।



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ओलिंपिक में 2 मेडल जीत चुके सुशील कुमार 74 किग्रा भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं, जिसके लिए भारत ने ओलिंपिक कोटा हासिल नहीं किया था। उन्हें नरसिंह यादव से चुनौती मिल सकती है।




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10 मी एयर राइफल की महिला-पुरुष कैटेगरी में भारतीय टॉप पर, दिव्यांश और एलावेनिल पहले नंबर पर

भारत के निशानेबाज पिछले कुछ सालों में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। पहले टोक्यो ओलिंपिक के लिए 15 कोटा दिलाए। अब आईएसएसएफ रैंकिंग में भी सर्वश्रेष्ठ साबित हो रहे हैं। शूटिंग की वर्ल्ड बॉडी इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन ने अप्रैल की नई वर्ल्ड रैंकिंग जारी की। इसके 12 इवेंट में से 5 में भारत के 9 खिलाड़ी टॉप-10 में शामिल हैं। 10 मीटर एयर राइफल की दोनों कैटेगरी में टॉप पर भारतीय निशानेबाज हैं। पुरुष कैटेगरी में दिव्यांश सिंह पंवार और महिला कैटेगरी में एलावेनिल वलारिवान पहले नंबर पर हैं। 18 साल के दिव्यांश के 866 पॉइंट हैं। उन्होंने रैंकिंग में एक स्थान का सुधार किया है।

वहीं, 20 साल की एलावेनिल के 1323 पॉइंट हैं और वे पहले नंबर पर बनी हुई हैं। दिव्यांश ओलिंपिक कोटा दिला चुके हैं। भारत की 5 महिला खिलाड़ी अलग-अलग इवेंट के टॉप-10 में हैं। इसमें से तीन सिर्फ 10 मी एयर राइफल और दो 10 मी एयर पिस्टल में हैं।

मनु और यशस्वनी की रैंकिंग में सुधार
मनु भाकर और यशस्वनी की रैंकिंग में एक-एक स्थान का सुधार हुआ है। मनु तीसरे से दूसरे और यशस्वनी पांचवें से चौथे नंबर पर आ गई हैं। मनु ने पिछले साल मई में म्यूनिख वर्ल्ड कप में 10 मी एयर पिस्टल में चौथे स्थान पर रहकर ओलिंपिक कोटा हासिल किया था। यशस्वनी ने रियो वर्ल्ड कप 2019 में गोल्ड जीतकर ओलिंपिक कोटा दिलाया।



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मनु भाकर की रैंकिंग में एक स्थान का सुधार हुआ है। वे तीसरे से दूसरे नंबर पर आ गई हैं। -फाइल फोटो




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कोरोना के कारण रद्द हो सकती है इंग्लिश प्रीमियर लीग, सभी 20 क्लबों को 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान होगा

कोरोनावायरस के कारण यूरोपियन फुटबॉल की पांच प्रमुख लीग मार्च से ही स्थगित हैं। इनके भी शुरू होने की उम्मीद नहीं दिख रही है। सबसे ज्यादा कमाई करने वाली इंग्लैंड की प्रीमियर लीग की बात करें तो यह अप्रैल तक के लिए स्थगित है। मौजूदा हालात में इसके स्टेक होल्डर्स आशंका जता रहे हैं कि लीग का मौजूदा सीजन शायद ही पूरा हो। अभी लीग की सभी 20 टीमों के 9-10 मैच बाकी हैं। अगर लीग का बाकी सीजन कैंसिल हो गया तो इसके क्लबों को कमाई में घाटा हो सकता है। इन्हें 10 हजार 77 करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। सबसे ज्यादा घाटा तो मैनचेस्टर यूनाइटेड का हो सकता है। आशंका है कि उसे 116.4 मिलियन पाउंड (करीब 1080 करोड़ रुपए) कम कमाई होगी।

वहीं, कोरोनावायरस महामारी के बाद पहली बार मंगलवार को सभी जर्मन फुटबॉल क्लब ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है। 13 मार्च से लीग के मुकाबले नहीं हो रहे हैं। सभी टीमें छोटे-छोटे ग्रुप में ट्रेनिंग कर रही हैं। फ्रेंकफर्ट के खिलाड़ी सिर्फ तीन के ग्रुप में ट्रेनिंग कर रही हैं। क्योंकि यहां के खिलाड़ी पॉजिटिव पाए गए थे।

दोनों मैनचेस्टर क्लब अपने स्टाफ को पूरी सैलरी दे रहे
हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि लॉकडाउन के कारण लीग के कुछ क्लब स्टाफ को सैलरी नहीं देंगे या फिर सैलरी कम कर देंगे। लिवरपूल ने कहा था कि वह नॉन-प्लेइंग स्टाफ को अस्थाई छुट्‌टी पर भेज देगा, ताकि सैलरी न देनी पड़े। उसके इस कदम की फैंस ने काफी अालोचना की थी। इसके बाद लीग में टॉप पर चल रहे क्लब लिवरपूल ने सरकार की जॉब रिटेंशन स्कीम के तहत स्टाफ को 80% सैलरी देने का फैसला किया। वहीं, मैनचेस्टर के दोनों क्लब सिटी और यूनाइटेड अपने स्टाफ को पूरी सैलरी दे रहे हैं। आर्सनल ने भी अप्रैल तक की पूरी सैलरी देने का फैसला किया है। इसके बाद जैसी भी परिस्थिति होगी, वैसा निर्णय लेगा। वाटफोर्ड, वेस्टहैम, बर्नले, क्रिस्टल पैलेस सहित कई क्लब अपने स्टाफ को पूरी सैलरी दे रहे हैं।



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कोरोनावायरस महामारी के बाद पहली बार मंगलवार को सभी जर्मन फुटबॉल क्लब बायर्न म्यूनिख ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है।




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डीडी स्पोर्ट्स पर रोज दिखाए जाएंगे भारत में खेले गए 20 साल के 20 बेहतरीन मैच, लक्ष्मण की 281 रन की पारी भी देख सकेंगे

कोरोनावायरस के कारण भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा है। इस दौरान 7 अप्रैल से हर रोज डीडी स्पोर्ट्स चैनल पर भारत समेत कुछ अन्य यादगार क्रिकेट मैच के हाइलाइट्स दिखाए जाएंगे। यह फैसला भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और भारत सरकार ने किया है। इस दौरान क्रिकेट फैन्स वीवीएस लक्ष्मण की 2001 में ऑस्ट्रेलियाई के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में खेली गई 281 रन की पारी भी देख पाएंगे। यह टेस्ट मैच 13 अप्रैल को दिखाया जाएगा। आखिरी दिन 14 अप्रैल को भारत-श्रीलंका के बीच 2005 में खेला गया वनडे दिखाया जाएगा।

लॉकडाउन के दौरान 8 दिनों में डीडी स्पोर्ट्स पर कुल 20 मैच दिखाए जाएंगे। यह सभी मैच भारत में खेले गए थे। इनमें 19 वनडे और एकमात्र कोलकाता में खेला गया यादगार टेस्ट मैच है। इस टेस्ट में भारत ने फॉलोऑन खेलने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को हराया था। मैच में लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने 180 रन की साझेदारी की थी।

2003 ट्राई-सीरीज के फाइनल में भारत डकवर्थ-लुईस नियम से हारा था
मंगलवार को भारत-ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड 2003 ट्राई-सीरीज के 3 मैचों के हाइलाइट्स दिखाए जाएंगे। सीरीज में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया दूसरा वनडे सबसे पहले दिखाया जाएगा। इस मैच में टीम इंडिया 37 रन से जीता था। इस मैच में लक्ष्मण ने सबसे ज्यादा 102 और सचिन तेंदुलकर ने 100 रन की पारी खेली थी। हालांकि सीरीज के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया डकवर्थ-लुईस नियम से 37 रन से जीता था।



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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 कोलकाता टेस्ट में वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने 180 रन की साझेदारी की थी।




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10 दिन में खेल जगत में 5वीं मौत; स्विट्जरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो का निधन, 100 से ज्यादा मैच खेल चुके

दुनियाभर के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) का कहर खेल जगत में भी जारी है। इसके कारण 10 दिन में 5 दिग्गजों की मौत हो चुकी है। बुधवार को स्विट्जरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो का निधन हो गया। वे 79 साल के थे। 1964 विंटर ओलिंपिक खेल चुके शैपो ने अपने देश के लिए 100 से ज्यादा मैच खेले हैं। इससे पहले फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60), इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71), फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) और पाकिस्तान के स्क्वैश लीजेंड आजम खान (95) भी दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।

इंटरनेशनल आइस हॉकी फेडरेशन (आईआईएचएफ) ने कहा, ‘‘शैपो दो हफ्ते पहले ही अस्पताल में भर्ती कराए गए थे। यहां उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव निकला था। तबीयत में सुधार होने के बाद 1 अप्रैल को ही उन्हें घर लाया गया था। फिर अचानक उनकी हालत गंभीर हो गई और उनका निधन हो गया।’’ शैपो 60 के दशक में बेस्ट सेंटर खिलाड़ी थे। वे 1964 में स्विस क्लब एचसी विलर्स के लिए खेलते थे। इस सीजन में उन्होंंने स्विस लीग में सबसे ज्यादा गोल दागे थे।

इंग्लिश फुटबॉलर जिम्मी कोरोना से संक्रमित
80 साल के इंग्लिश फुटबॉल लेजेंड जिम्मी ग्रीवेस भी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। उन्हें हालत गंभीर बनी हुई है। जिम्मी देश और सभी क्लब के लिए 357 गोल करने वाले पहले इंग्लिश खिलाड़ी हैं। साथ ही वे इंग्लैंड टीम के लिए 57 मैच में 44 गोल करने वाले चौथे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले वायने रूनी, बॉबी कॉर्टन और गेरी लिनेकेर ने यह उपलब्धि हासिल की है।

बर्नार्ड ने डिप्रेशन के कारण सुसाइड किया
रीम्स क्लब के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज कोरोना से संक्रमित होने के बाद डिप्रेशन में आ गए थे। इसके बाद उन्होंने 5 अप्रैल को सुसाइड कर लिया था। बर्नार्ड ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उन्होंने खुद के कोरोना संक्रमित होने की बात लिखी थी। बर्नार्ड 20 साल से क्लब के साथ जुड़े हुए थे।

सबसे पहले आजम खान की मौत हुई
कोविड-19 के कारण 31 मार्च को डेविड हॉजकिस और फ्रांस के पेप दिऑफ की मौत हुई थी। इससे पहले 28 मार्च को पाकिस्तानी स्क्वैश लेजेंड आजम खान का निधन हो गया था। आजम ने 1959 से 1962 के बीच लगातार 4 बार ब्रिटिश ओपन खिताब जीता था। आजम को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्क्वैश खिलाड़ियों में गिना जाता था। उन्होंने 1962 में पहली बार सबसे अहम हार्डबॉल टूर्नामेंट यूएस ओपन भी जीता था।



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रोजर शैपो 1964 में स्विस क्लब एचसी विलर्स के लिए खेलते थे। इस सीजन में वे लीग में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी थे।




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कोहली के दबदबे को खत्म कर स्टोक्स लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर बने, 15 साल बाद इंग्लैंड के किसी खिलाड़ी को यह सम्मान मिला

इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स भारतीय कप्तान विराट कोहली की 3 साल की बादशाहत को खत्म कर 2019 के लिए विजडन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुने गए। 15 साल बाद इंग्लैंड के किसी खिलाड़ी को यह सम्मान मिला। पिछली बार 2005 में विजडन नेएंड्रयू फ्लिंटॉफ को साल का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर चुना था।कोहली 2016, 2017 और 2018 में लगातार तीन साल लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुने गए थे।हालांकि, इस बार किसी भी भारतीय को इस लिस्ट में जगह नहीं मिली है।

28 साल केस्टोक्स ने 2019 में इंग्लैंड की वनडे वर्ल्ड कप जीत में अहम भूमिका निभाई थी। स्टोक्स के नाबाद 135 रन की बदौलत इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को हेडिंग्ले में तीसरे एशेज टेस्ट में एक विकेट से हराया था।स्टोक्स ने 2019 में टेस्ट में 821, जबकि वनडे में 719 रन बनाए।

ऑस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ियों को सम्मान मिला

महिलाओं में यह सम्मान ऑस्ट्रेलिया की एलिसा पैरी को मिला। पैरी को विजडन के साल के पांच क्रिकेटरों में भी जगह मिली है। पैरी ने पिछले वर्ष ऑस्ट्रेलिया की इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज जीत में सबसे ज्यादा रन बनाने के साथ सर्वाधिक विकेट भी लिए थे। वे 2016 में भी साल की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर चुनी गईं थीं। पैरी इस सूची में शामिल तीन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में से एक हैं। उनके अलावा मार्नस लबुशाने, पैट कमिंस को भी विजडन ने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ीचुना है।

कमिंस ने 2019 में टेस्ट में सबसे ज्यादा 59 विकेट लिए

कमिंस ने 2019 में टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लिए थे। उन्होंने 12 टेस्ट में 59 विकेट लिए, जबकि लाबुशाने ने 11 मैच में सबसे ज्यादा 1104 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत भी 65 के करीब रहा।



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बेन स्टोक्स से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली को लगातार तीन साल यह अवॉर्ड मिला था। (फाइल)




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लॉकडाउन में नंबर-1 खिलाड़ी ड्राई शूटिंग कर रहे हैं ताकि एकाग्रता बढ़े, कहा- ट्रेनिंग का तरीका बदला, लेकिन लक्ष्य नहीं

जब देशभर में लॉकडाउन चल रहा है, तब भी शूटर ओलिंपिक की तैयारी में जुटे हैं। दुनिया के नंबर-1 राइफल शूटर दिव्यांश सिंह पंवार और एलावेनिल वलारिवान एकेडमी तो जा नहीं सकते, इसलिए घर पर ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। दोनों इन दिनों ड्राई शूटिंग कर रहे हैं। खिलाड़ी कहते हैं- कोरेानावायरस के कारण हमारी ट्रेनिंग का तरीका बदला है, लेकिन लक्ष्य नहीं।

ड्राई शूटिंग और उसके फायदे
ड्राई शूटिंग में निशानेबाज अपने हाथ में वैपन लेकर दीवार के किसी प्वाइंट पर टारगेट करता है, लेकिन गन खाली होती है। यहां निशानेबाज टारगेट सेट करता है और निशाना लगाता है। इससे एकाग्रता बढ़ती है। निशाना भी पक्का होता है। वैपन और बॉडी के बीच संतुलन स्थापित होता है। लंबे समय तक वैपन होल्डिंग में मदद मिलती है।

एलावेनिल स्पोर्ट्स साइकाइट्रिस्ट के सेशन ले रहीं
वर्ल्ड रैंक हासिल होने से आत्मविश्वास बढ़ता है। नंबर-1 बनने का सफर आसान नहीं रहा। एकेडमी की पूरी टीम, मेंटर गगन नारंग सर और कोच नेहा हर कदम पर मेरे साथ थे। वायरस की वजह से तैयारी का प्रोसेस जरूर बदल गया है, लेकिन लक्ष्य अब भी वही है- ओलिंपिक। मैं खुशनसीब हूं कि शेड्यूल मेरे मेंटर, कोच ने तय किया। मुझे तो सिर्फ उस शेड्यूल को फॉलो करना था। इन दिनों मैं योग, फिजिकल वर्कआउट के साथ-साथ मेंटल ट्रेनिंग और ड्राई शूटिंग कर रही हूं। मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए स्पोर्ट्स साइकाइट्रिस्ट के सेशन भी ले रही हूं। एक खेल के तौर पर शूटिंग आपको अकेला महसूस करा सकता है। फायरिंग लाइन में आप अकेले ही होते हो। हर शॉट के लिए खुद जिम्मेदार। इस लॉकडाउन ने मुझे वक्त दिया कि मैं अपने रूटीन को थोड़ा ठीक करूं और ट्रेनिंग शेड्यूल पर लौटने के लिए तैयार रहूं। मेरा शेड्यूल ऐसा प्लान किया गया है कि उसमें रिकवरी और रेस्ट दोनों के लिए गुंजाइश है।’

दिव्यांश फिटनेस के लिए बैडमिंटन और खो-खो खेलते हैं
वर्ल्ड नंबर-1 रैंकिंग दो साल की मेहनत का नतीजा है। मैं सुबह 5 बजे उठकर 7 बजे तक फिजिकल वर्कआउट करता। इसके बाद 9 से 2 बजे तक शूटिंग की ट्रेनिंग। इसमें रोज का शेड्यूल अलग-अलग होता। शाम में फिटनेस के लिए बैडमिंटन खेलता था। नंबर-1 रैंकिंग हासिल करने से ज्यादा मुश्किल इसे बरकरार रखना है। फिलहाल आेलिंपिक की तैयारी में जुटा हूं। लॉकडाउन के कारण सभी शूटिंग रेंज बंद हैं। ऐसे में घर में ही कोच दीपक दुबे की देखरेख में ट्रेनिंग करता हूं। वे घर के पास रहते हैं। अभी गन होल्डिंग टेक्नीक (ड्राई शूटिंग) पर फोकस कर रहा हूं। फिटनेस के लिए अपार्टमेंट मेें नीचे ही बैडमिंटन और खो-खो जैसे गेम खेलता हूं। ओलिंपिक टलने से मुझे मेहनत और प्रदर्शन में सुधार करने का और ज्यादा समय मिल गया है। लॉकडाउन से 30 फीसदी प्रदर्शन डाउन होगा। लेकिन सही तरीके से ट्रेनिंग लेकर उसे ठीक किया जा सकता है। मैं मानसिक थकान दूर करने के लिए रोजाना डेढ़-दो घंटे गिटार बजाता हूं।’



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आईएसएसएफ वर्ल्ड रैंकिंग 20 साल की एलावेनिल वलारिवान के 1323 पॉइंट हैं। वे पहले नंबर पर बनी हुई हैं। -फाइल फोटो




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गोल्फ चंद्रमा पर खेला जा चुका है, 1971 में अमेरिकी एस्ट्रोनॉट ने ऐसा किया था

गोल्फ एकमात्र खेल है, जो चंद्रमा पर खेला जा चुका है। अमेरिकी एस्ट्रोनॉट और शौकिया गोल्फर एलन शीफर्ड चंद्रमा की सतह पर इसे खेलने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। उन्होंने 6 फरवरी 1971 को चंद्रमा की सतह पर गोल्फ बॉल हिट की थी। वे अपोलो-14 मिशन में शामिल थे। उन्होंने 6-आयरन क्लब के हेड (गोल्फ स्टिक के हेड, जिससे शॉट जमाते हैं) को मॉडिफाई करके चांद की सतह से मिट्‌टी के सेंपल कलेक्ट करने वाली डिवाइस में अटैच कर लिया था। जब उन्होंने पहला शॉट जमाया तो गेंद पास में ही गिर गई थी। लेकिन दूसरी गेंद 182 मीटर ऊपर हवा में उछलकर गिरी थी।

मिशन अपोलो-14 के तहत चांद पर जाने वाली एस्ट्रोनॉट की इस जोड़ी ने सबसे ज्यादा चलने का भी रिकॉर्ड बनाया था। इस जोड़ी ने चांद की सतह पर खोज में 9 घंटे से ज्यादा वक्त बिताया था, जो पिछले किसी भी मिशन से ज्यादा था। शीफर्ड ने चंद्रमा पर इस्तेमाल हुआ आयरन क्लब गोल्फ एसोसिएशन के म्यूजियम को डोनेट कर दिया है।

आधिकारिक तौर पर चांद पर पहला साइंटिफिक मिशन था अपोलो-14
अपोलो-14 आधिकारिक तौर पर चांद पर पहला साइंटिफिक मिशन था और कई मायनों में ये सफल भी रहा था। चांद की सतह पर उतरने और धरती पर लौटने की तमाम तकनीकी कठिनाइयों के बावजूद नासा वैज्ञानिकों का ध्यान चांद की उत्पत्ति से जुड़े डाटा जुटाने पर था। शेफर्ड और उनके साथी अतंकरिक्ष यात्री एगर मिटशेल चांद से करीब 4,500 मिलियन साल पुराना क्रिस्टेलाइन रॉक का नमूना भी लेकर आए थे, जो बिल्कुल सफेद रंग का था।



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अमेरिकी एस्ट्रोनॉट और शौकिया गोल्फर एलन शीफर्ड चंद्रमा की सतह पर इसे खेलने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। उन्होंने 6 फरवरी 1971 को चंद्रमा की सतह पर गोल्फ बॉल हिट की थी।




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हॉकी वर्ल्ड कप विजेता अशोक दीवान अमेरिका में फंसे, भारत से मदद मांगी; 1976 ओलिंपिक में खेल चुके

कोरोनावायरस के कारण दुनिया की एक तिहाई आबादी घरों में कैद है। भारत में भी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन और वीजा प्रतिबंध लगा है। ऐसे में भारत के पूर्व हॉकी खिलाड़ी अशोक दीवान (65) अमेरिका में फंस गए हैं। दीवान ने भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा से मदद की गुहार लगाई है। वे 1976 ओलिंपिक गेम्स और 1975 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य भी रह चुके हैं। दीवान हाई ब्लड प्रैशर के कारण अमेरिका के अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें 20 अप्रैल को भारत आना है, लेकिन ऐसा संभव होता नहीं दिख रहा है।

कोरोना से विश्व में 88 हजार लोगों की मौत
दुनियाभर में कोरोनावायरस से गुरुवार शाम तक 88 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। 15 लाख 17 हजार संक्रमित हैं, जबकि तीन लाख 30 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अमेरिका में मौतों का आंकड़ा 14 हजार 795 हो गया है, जबकि चार लाख 35 हजार संक्रमित हो चुके हैं। भारत में कुल संक्रमितों की संख्या 6 हजार 245 हो गई है। इनमें से 472 मरीज ठीक हुए हैं, जबकि 205 की मौत हो चुकी है।

मेरी हालत गंभीर है: दीवान
दीवान ने लिखा, ‘‘मैं इन दिनों अच्छा महसूस नहीं कर रहा हूं। मेरे पास कोई बीमा भी नहीं है। आप जानते हैं कि यहां मेडिकल संबंधी खर्चे काफी ज्यादा हैं। मैं आपसे अपील करता हूं कि आप मेरे संदेश को खेल मंत्री और विदेश मंत्री तक पहुंचा दें ताकि वे सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास से मेरी अस्पताल की जांच में मदद करा सकें। साथ ही संभव हो सके तो मुझे भारत बुला सकें। यहां मेरी हालत गंभीर है।’’

चेस चैम्पियन विश्वनाथन आनंद जर्मनी में फंसे
इससे पहले भारतीय ग्रैंडमास्टर और 5 बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन विश्वनाथन आनंद जर्मनी में फंसे हुए हैं। उन्हें 16 मार्च को ही लौटना था। आनंद बुंदेसलीगा चेस टूर्नामेंट खेलने के लिए फरवरी में जर्मनी गए थे। बढ़ते कोरोना प्रकोप के चलते उन्होंने खुद को आइसोलेशन में रखा है। आनंद की पत्नी अरुणा ने 16 मार्च को कहा था, ‘‘मैं बहुत बुरा अनुभव कर रहीं हूं, क्योंकि वे वहां (जर्मनी) फंसे हैं। हालांकि, हमें इसके लिए भी आभारी होना चाहिए कि उनकी स्थिति अन्य फंसे हुए लोगों से बेहतर है। हम उन्हें हर रोज याद करते हैं और उन्हें याद दिलाते हैं कि अच्छा खाना खाएं और हाथ बार-बार धोएं। उम्मीद है कि वे महीने के आखिर में लौट आएंगे।’’



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खेल मंत्री किरण रिजिजू ने पिछले साल पूर्व भारतीय हॉकी खिलाड़ी अशोक दीवान (दाएंं) का सम्मान किया था। रिजिजू ने यह फोटो ट्विटर पर शेयर की।




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राजीव शुक्ला ने कहा- 15 अप्रैल से भी आईपीएल होना मुमकिन नहीं, क्योंकि लॉकडाउन और वीजा पर प्रतिबंध बढ़ सकता है

पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) का खतराक्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर भी मंडराने लगा है। आईपीएल के पूर्व चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि कोरोना के कारण 15 अप्रैल से भी टूर्नामेंटहोना संभव नहीं है। उन्होंने देश में 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन की तारीख बढ़ने की आशंका जताई है। दरअसल, इस बार आईपीएल 29 मार्च से होना था, लेकिन वायरस और वीजा प्रतिबंध के कारण बीसीसीआई ने इसे 15 अप्रैल तक टाल दिया था।

राजीव ने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘मुझे कोई तैयारी नहीं दिख रही है। हमारी प्राथमिकता कोरोनावायरस से लड़ना और लोगों की जान बचाना है। फिलहाल, सबकुछ सरकार के फैसले पर ही निर्भर है। देखते हैं सरकार लॉकडाउन, वीजा प्रतिबंध और कोरोना को लेकर क्या फैसला करतीहै। हम भी सरकार के आदेश के हिसाब से ही काम करेंगे।’’

वीजा प्रतिबंध की तारीख भी बढ़ सकती है
पूर्व चेयरमैन ने कहा, ‘‘हमने सुना है कि 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन की तारीख बढ़ सकती है। ऐसी स्थिति में यदि आप 15 अप्रैल से आईपीएल कराने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह बिल्कुल ही नामुमकिन है।’’ विदेशी खिलाड़ियों के आईपीएल खेलने के सवाल पर राजीव ने कहा कि ऐसी स्थित में तो यह भी संभव नहीं है। उनके मुताबिक, भारत सरकार वीजा प्रतिबंध की तारीख भी बढ़ा सकती है, जो अभी 15 अप्रैल है।

दुनियाभर में कोरोना से 95,722 मौतें
कोरोनावायरस से दुनिया भर में शुक्रवार सुबह तक 16 लाख से ज्यादा संक्रमित मिले हैं और 95 हजार 722 मौतें हुई हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें इटली में हुई हैं। यहां अब तक 18 हजार 279 लोगों की मौत हो गई। यहां 1 लाख 43 हजार 626 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। वहीं, भारत में कुल संक्रमितों की संख्या 6 हजार 412 बताई है। इनमें से 5 हजार 218 का इलाज चल रहा है। 477 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 169 की मौत हुई।



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आईपीएल के पूर्व चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि सब कुछ केंद्र सरकार के फैसले पर ही निर्भर है। -फाइल फोटो




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2011 में वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया के ट्रेनर रहे रामजी बोले- वेट ट्रेनिंग को लेकर कभी सचिन को ऑब्सेस नहीं देखा

टीम इंडिया ने जब 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी, तब रामजी श्रीनिवासन ने धोनी की टीम को ट्रेनिंग दी थी। 2011 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान भी रामजी ने टीम इंडिया को तैयार किया था। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में आप घर पर भी फिटनेस बनाए रख सकते हैं। बस आपके शरीर को जानने की जरूरत है। मुझे वेट ट्रेनिंग का जुनून नहीं है। हां, यह कुछ एथलीटों के लिए काम करता है। मैं भारतीय टीम के साथ रहा हूं।

मैंने कभी सचिन, धोनी, सहवाग या रोहित शर्मा को वेट ट्रेनिंग काे लेकर ऑब्सेस नहीं देखा था। सभी जिम आते थे। सचिन कलाई और कंधों पर बहुत काम करते थे। धोनी को अलग रखें क्योंकि मेरा मानना ​​है कि वे एक स्वाभाविक व्यक्ति थे। सहवाग स्मार्ट थे। उन्हें पता था कि वे क्या चाहते हैं। उन्होंने बहुत सारी कोर एक्सरसाइज की। रोहित ने भी ऐसा किया। मैंने युवराज को भी भारी वेट उठाते हुए कभी नहीं देखा।



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सचिन जिम में वेट ट्रेनिंग नहीं करते थे। वे कलाई और कंधों पर काम करते थे।




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क्लार्क का बयान हमारी जीत कम नहीं कर सकता, कोहली ने 2018 टेस्ट सीरीज में शानदार कप्तानी की थी

ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्वकप्तानमाइकल क्लार्क ने दावा किया कि 2018-19 टेस्ट सीरीज टीम इंडिया ने इस कारण जीती, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट के कारण कोहली के खिलाफ स्लेजिंग नहीं की। क्लार्क ने कप्तान टिम पेन को लेकर तल्ख टिप्पणियां की। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम आईपीएल के कारण अपना सामान्य खेल नहीं दिखा सकी। क्लार्क ने कहा कि इंटरनेशनल लेवल पर भारत फाइनेंशियल तौर पर शक्तिशाली है। टिम पेन ने क्लार्क की बात का खंडन किया।

पेन ने कहा कि हम कोहली को उकसाना नहीं चाहते थे। ऐसे में वह अच्छा खेल दिखाता है, तो क्लार्क या पेन कौन सही है। मुझे लगता है कि क्लार्क मजबूत, कठोर, टकराव वाले माने जाते थे। लेकिन पेन सरल स्वभाव के हैं। द. अफ्रीका दौरे पर बॉल टेम्परिंग के कारण स्मिथ और वार्नर पर बैन लगा। इससे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को काफी अपमानित होना पड़ा। भारतीय सीरीज के पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम मैदान पर आक्रमक थी। पेन टीम के नए कप्तान थे। जबकि कोहली बड़ा नाम था। इसका प्रभाव दिखा। बड़े खिलाड़ी दबाव में हमेशा अच्छा खेल दिखाते हैं।

भारत को पहली बार जीत मिली
क्लार्क का बयान अनुचित था, क्योंकि कोहली ने अच्छी कप्तानी कर टीम को पहली बार जीत दिलाई। कोहली ने हालांकि बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया जैसा उन्होंने इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किया था। ऑस्ट्रेलिया को उम्मीद नहीं थी कि पुजारा अच्छा प्रदर्शन करेंगे, जो अंत में निर्णायक साबित हुआ। यह, वास्तव में उस सीरीज की वास्तविक कहानी है, जिसे बताया और लगातार बताया जाना चाहिए।



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माइकल क्लार्क ने दावा किया कि 2018-19 टेस्ट सीरीज टीम इंडिया ने इस कारण जीती, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट के कारण विराट कोहली के खिलाफ स्लेजिंग नहीं की।




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सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम ओनर्स में मुकेश अंबानी दूसरे नंबर पर फिसले; उनसे 1.20 लाख करोड़ की ज्यादा नेटवर्थ वाले बॉलमर टॉप पर

दुनिया के 20 सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम मालिकों की फोर्ब्स की लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी पहले से दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। अंबानी आईपीएल की टीम मुंबई इंडियंस के मालिक हैं। इस लिस्ट में अब माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व सीईओ और बास्केटबॉल टीम लॉस एंजिलिस क्लिपर्स के मालिक स्टीव बॉलमर पहले स्थान पर आ गए हैं। उनकी नेटवर्थ 52.7 अरब डॉलर यानी 3.95 लाख करोड़ रुपए है।
पिछले साल बॉलमर की नेटवर्थ 41.2 अरब डॉलर थी, जो इस साल बढ़कर 52.7 अरब डॉलर हो गई है। यानी उनकी कमाई में करीब 11.5 अरब डॉलर यानी 86 हजार 250 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है।
बॉलमर की संपत्ति में 28 फीसदी का इजाफा
फोर्ब्स के मुताबिक पिछले साल की तुलना में बॉलमर की संपत्ति में 28 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसके दम पर वे दुनिया के सबसे अमीरों की सूची में भी 11वें स्थान पर हैं। पिछले साल मुकेश अंबानी 50 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ फोर्ब्स की लिस्ट में सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम ओनर थे। दुनियाभर में आई मंदी की वजह से इस साल तेल और गैस से जुड़ी उनकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट हुई है। इसी वजह से उनकी नेटवर्थ 13 अरब डॉलर घटकर 36.8 अरब डॉलर यानी 2.76 लाख करोड़ रुपए रह गई है और वे लिस्ट में दूसरे नंबर पर चले गए हैं।

बॉलमरऐसे बने दुनिया की सबसे अमीर टीम के मालिक
पिछले एक साल में दुनिया के कई शेयर बाजारों में 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इसके बावजूद सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के शेयर में 30 फीसदी का इजाफा हुआ। क्लाउड कम्प्यूटिंग से जुड़े बिजनेस में कंपनी को काफी मुनाफा हुआ। इसी वजह से कंपनी के पू्र्व सीईओ बॉलमर की संपत्ति 11 अरब डॉलर यानी 82 हजार 500 करोड़ रुपए बढ़ गई। 2014 में उन्होंने डोनाल्ड स्टर्लिंग से 2 अरब डॉलर यानी 15 हजार करोड़ रुपए में बास्केटबॉल टीम क्लिपर्स खरीदी थी। स्पोर्ट्स बिजनेस में यहीं से उनकी शुरुआत हुई। इसके बाद से वे इस टीम में काफी पैसा लगा रहे हैं।बॉलमर ने हाल में दो खिलाड़ियों कावी लियोनार्ड और पॉल जॉर्ज को मोटा पैसा देकर टीम से जोड़ा है।

इतना ही नहीं, अपनी टीम क्लिपर्स के लिए अलग से स्टेडियम और एंटरटेनमेंट सेंटर बनाने के लिए उन्होंने एक कंपनी से 40 करोड़ डॉलर यानी 3 हजार करोड़ रुपए में जगह खरीदी है। यह स्टेडियम बनाने पर करीब 1 अरब डॉलर खर्च होंगे।

कोरोनावायरस की वैक्सीन की शोध में जुटी टीम को 75 करोड़ रुपए दान किए

बॉलमर सिर्फ कमाई के मामले में ही आगे नहीं हैं, बल्कि कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में भी वे दिल खोलकर दान कर रहे हैं। उन्हें कोरोना के वैक्सीन पर काम कर रही यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन को रिसर्च के लिए 10 मिलियन डॉलर (75 करोड़ रुपए) दान किए हैं।

दुनिया के 20 सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम चलाने वालों में ज्यादातर बास्केटबॉल से जुड़े
स्पोर्ट्स टीमें चलाने वाले दुनिया के टॉप-20 अमीरों की फोर्ब्स की लिस्ट में बॉलमर के अलावा 6 और ऐसे व्यक्ति हैं, जो अमेरिकी बास्केटबॉल लीग एनबीए की टीमों के मालिक हैं। इसमें डेनवर नगेट्स के स्टेनली क्रोएनके (10 अरब डॉलर), ब्रूकलिन नेट्स के जोसेफ साई (10 अरब डॉलर), मेम्फिस ग्रिजलिज के रॉबर्ट पेरा (7 अरब डॉलर), क्लीवलैंड कैवेलियर्स के डेनिएल गिल्बर्ट (6.5 अरब डॉलर), डेट्रॉयट पिस्टन्स के टोम गोरेस (5.7 अरब डॉलर), मियामीहीट के मिकीएरिसन (5.1 अरब डॉलर) शामिल हैं।

फोर्ब्स कीसबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम ओनर्स की लिस्ट

नाम टीम नेटवर्थ(रुपए में)
स्टीव बॉलमर लॉस एंजिलिस क्लिपर्स 3.95 लाख करोड़
मुकेश अंबानी मुंबई इंडियंस 2.76 लाख करोड़
फ्रैंकोइस पिनॉल्ट एंड फैमिली स्टेड रेनेस एफसी 2.02 लाख करोड़
डिएट्रिच माटेशिट्ज रेड बुल रेसिंग 1.23 लाख करोड़
हासो प्लैटनर एंड फैमिली सैन जोन्स सार्क 93 हजार करोड़
डेविड टेपर कैरोलीना पैंथर्स 90 हजार करोड़
रोमन अब्रमोविच चेल्सी एफसी 84 हजार 750 करोड़
फिलिप एनशूट्ज लॉस एंजिलिस किंग्स 82 हजार 500 करोड़
स्टेनली क्रोएन्के डेनवर नगेट्स 75 हजार करोड़
जोसेफ साई ब्रूकलिन नेट्स 75 हजार करोड़
जेरी जोन्स डलास कॉउबॉयज 60 हजार करोड़ रुपए
शाहिद खान जैक्सनविले जैगुआर्स 58 हजार 500 करोड़
स्टीफन रॉस मायमी डॉलफिन्स 57 हजार करोड़
रॉबर्ट पेरा मेम्फिस ग्रिजलिज 52 हजार 500 करोड़
रॉबर्ट क्राफ्ट न्यूलैंड पेट्रियट्स 51 हजार 750 करोड़

60 अरबपतियों के पास 80 स्पोर्ट्स टीमें
फोर्ब्स के मुताबिक, अभी 60 अरबपति ऐसे हैं, जिनका दुनिया की बड़ी स्पोर्ट्स लीग की 80 टीमों पर मालिकाना हक है। हालांकि, कोरोनावायरस की वजह से इनकी नेटवर्थ में गिरावट दर्ज की गई है। बीते 5 हफ्तों में इनकी नेटवर्थ 455 अरब डॉलर से घटकर 383 अरब डॉलर हो गई है।



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Los Angeles Clippers Steve Ballmer unseats India’s Mukesh Ambani as the world’s richest sports team owner in forbes list




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टोक्यो ओलिंपिक के सीईओ बोले- 2021 में भी वायरस का खतरा हो सकता है, गेम्स के होने पर सस्पेंस

टोक्यो ओलिंपिक कोरोनावायरस के कारण एक साल के लिए स्थगित किया जा चुका है। अब यह 2021 में होगा। इस बीच आयोजन समिति ने 2021 में भी गेम्स के आयोजन पर संशय जताया है। टोक्यो ओलिंपिक आयोजन समिति के सीईओ तोशिरो मुतो ने कहा कि अभी कोई यह कहने की स्थिति में नहीं है कि वायरस पर अगले साल तक नियंत्रण पाया जा सकेगा। हम इस बारे में सही उत्तर देने की स्थिति में नहीं हैं। हमने गेम्स को एक साल के लिए स्थगित किया है। ऐसे में हमें गेम्स को कराने के लिए काफी मेहनत करनी होगी।

किसी दूसरे प्लान के सवाल पर मुतो ने कहा कि अभी सिर्फ कोरोनावायरस से लड़ने पर ध्यान दे रहे हैं। ओलिंपिक के एक साल के लिए टलने के बाद आयोजन के खर्च में करोड़ों रुपए की बढ़ोत्तरी होगी। इस पर उन्होंने कहा कि हमने बीमा पॉलिसी ली है। लेकिन देखना होगा कि क्वालिफायर इसमें शामिल हैं या नहीं।

ईपीएल शुरू करने से पहले सभी खिलाड़ियों का टेस्ट हो
इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) मैनेजर्स एसोसिएशन के चीफ एग्जीक्यूटिव रिचर्ड बेवन का कहना है कि ईपीएल के शुरू होने से पहले सभी खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट होना चाहिए। इससे पहले खिलाड़ियों को मैदान पर उतारने को वो बड़ा रिस्क मानते हैं। मैचों के शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को कम से कम 3 हफ्ते की ट्रेनिंग करनी पड़ेगी। बेवन ने कहा, ‘‘मैच कब शुरू होंगे, इसका अनुमान अप्रैल के अंत से पहले नहीं लगाया जा सकता है। जर्मनी में मई में फुटबॉल के वापस आने के बारे में चर्चा हो रही है क्योंकि वे एक दिन में 50 हजार टेस्ट कर रहे हैं। हमारे देश में एक दिन में 10 हजार टेस्ट हो रहे हैं।’’



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टोक्यो ओलिंपिक आयोजन समिति के सीईओ तोशिरो मुतो ने कहा कि अभी कोई यह कहने की स्थिति में नहीं है कि वायरस पर अगले साल तक नियंत्रण पाया जा सकेगा।




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वर्ल्ड नंबर-1 रह चुके किदांबी बोले- यह दौर बहुत निराशाजनक, इस जबरदस्ती के आराम से खुश नहीं हूं

वर्ल्ड नंबर-1 रह चुके भारतीय बैडमिंटन स्टार किंदाबी श्रीकांत ने इस दौर को काफी निराशाजनक बताया है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस के कारण उन्हें जो जबरदस्ती का आराम मिला है, इससे वे खुश नहीं हैं। दरअसल, कोरोना के कारण दुनियाभर में जुलाई तक के सभी खेल टूर्नामेंट को रद्द या टाल दिया गया है। सबसे बड़े खेल इवेंट टोक्यो ओलिंपिक भी एक साल टल गया है। भारत में कोरोना के कारण 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा है। इसकी अवधि बढ़ने की पूरी संभावना है।

श्रीकांत ने पिछली बार मार्च में ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप में खेले थे। उन्हें इस चैम्पियनशिप के पहले ही राउंड में चीन के चेन लोंग के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। श्रीकांत ने एक अंग्रेजी अखबार के लिए लिखे में कहा, ‘‘मैं इस जबरदस्ती के आराम से बिल्कुल भी खुश नहीं हूं। हम खिलाड़ी के तौर पर लगातार हो रहे टूर्नामेंट के तनाव से बचने के लिए आराम लेते हैं। इस दौरान ट्रेनिंग भी करते हैं और फिर टूर्नामेंट खेलना होता है।’’

‘जैसा आप चाहते हैं, यह वैसा आराम नहीं’
किंदाबी अब तक टोक्यो ओलिंपिक का कोटा हासिल नहीं कर सके हैं। शटलर ने कहा, ‘‘मैं कह रहा हूं कि यह वह आराम नहीं है, जैसा आप चाहते हैं। आप उस स्थित में कभी नहीं होना चाहेंगे, जहां आप ट्रेनिंग भी नहीं कर सकते। यह दौर बहुत ही निराशाजनक है। न तो आप कहीं बाहर जा सकते हैं और न ही आपके पास ट्रेनिंग या मजेदार करने के लिए कुछ है। हमारे पास समय काफी ज्यादा है, लेकिन करने के लिए कुछ भी नहीं है। मैं 12 से 14 घंटे सोकर ही दिन निकाल रहा हूं। कुछ करने के लिए बहुत कम समय होता है।’’



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भारतीय बैडमिंटन स्टार किदांबी श्रीकांत ने पिछली बार मार्च में ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप में खेले थे। उन्हें इस चैम्पियनशिप के पहले ही राउंड में चीन के चेन लोंग के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। -फाइल फोटो




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शोएब अख्तर ने कहा- धोनी अभी बीच में लटके हैं, उन्हें 2019 वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था

पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भारत के पूर्वकप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बयान दिया। अख्तर ने कहा कि वे किसी के कद को नहीं माप रहे, लेकिन धोनी का करियर काफी लंबाखिंच गया है।वे बीच में लटक गएहैं। धोनी के पास 2019 वर्ल्ड कप के बाद हीआदरपूर्वक संन्यास लेने का सही समय था। अख्तर ने उम्मीद जताई है कि धोनी को उनकी चुप्पी के रूप में शानदार विदाई मिलेगी। दरअसल, धोनी वर्ल्ड कप के बाद से ही टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने पिछला मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल खेला था।

धोनी आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के कप्तान हैं। कोरोनावायरस के कारण 29 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक टाल दिया था, लेकिन अब भी इस पर संकट छाया हुआ है। भारतीय चयनकर्ता और मुख्य कोच रवि शास्त्री कई बार कह चुके हैंकि धोनी के पास टी-20 वर्ल्ड कप में वापसी के लिए आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन ही एकमात्र मौका है। यह वर्ल्ड कप अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया में खेला जाएगा।

‘धोनी की जगह मैं होता तो संन्यास ले लेता’
अख्तर ने इस्लामाबाद से ही भारतीय न्यूज एजेंसी को इंटरव्यू दिया। उन्होंने कहा, ‘‘उस खिलाड़ी (धोनी) ने अपनी योग्यता के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उसे सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए। मुझे समझ नहीं आता कि क्यों उसने अपने करियर को इतना लंबा खींचा है। उसे वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था। यदि मैं उसकी जगह होता तो अपने जूते उतारकर टांग (संन्यास ले लेता) देता। मैं तीन-चार साल छोटे फॉर्मेट में खेल सकता था, लेकिन मैंने (2011 वर्ल्ड कप के बाद) संन्यास ले लिया, क्योंकि मैं अपने खेल में 100 प्रतिशत नहीं था तो क्यों लंबा खींचता?’’

अख्तर ने कहा, ‘‘जब वह (धोनी) वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में (न्यूजीलैंड के खिलाफ) मैच फिनिश कर टीम को नहीं जिता पाया था। तब मुझे महसूस हुआ कि वह संन्यास ले लेगा, लेकिन उसने ऐसा क्यों नहीं किया, इसका जवाब वही दे सकता है। मुझे लगता है कि वह वर्ल्ड कप के बाद अपनी विदाई स्वरूप एक आखिरी सीरीज खेलना चाह रहा है।’’

‘मध्यक्रम में भारत को मैच विनर चाहिए’
भारतीय टीम ने 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी से अब तक कोई आईसीसी खिताब नहीं जिता है। तब फाइनल में इंडिया ने इंग्लैंड को 5 रन से हराया था।इसको लेकर अख्तर ने कहा कि भारतीय टीम को मध्यक्रम में एक मैच विनर की काफी जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘टूर्नामेंट जीतना और टॉप पर बने रहना दोनों अलग-अलग बात है। भारतीय टीम टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर है। जबकि वह सीमितओवरों के फॉर्मेट की टॉप टीमों में शामिल है। ऐसे में हमें टीम इंडिया की काबिलियत को सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट्स के प्रदर्शन के आधार पर नहीं आकना चाहिए। बिल्कुल उन्हें आईसीसी इवेंट जीतने चाहिए और वह जीतेगी भी।’’

अख्तर ने कहा, ‘‘भारतीय टीम में टॉप के 4 बल्लेबाज जब बेहतर प्रदर्शन करते हैं, तो टीम को जीत मिलती है। हालांकि, टॉप ऑर्डर फ्लॉप होने पर हार मिलती है। मैंने यह नोटिस किया है कि मौजूदा टीम को मध्यक्रम में युवराज सिंह और धोनी की तरह मैच जिताने वाला खिलाड़ी चाहिए।’’



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शोएब अख्तर ने कहा- महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी योग्यता के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उसे सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए। -फाइल फोटो




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सचिन ने 12 हजार डॉक्टरों से ऑनलाइन बात की, खेल से जुड़ी सभी चोट और समस्याओं के अनुभव शेयर किए

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने लॉकडाउन के दौरान देश के 12 हजार डॉक्टरों के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव चैटिंग की। इस दौरान सचिन ने खेल से जुड़ी चोटों और अन्य समस्याओं पर अपने अनुभव शेयर किए। दरअसल, पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है। जुलाई तक के सभी खेल टूर्नामेंट्स रद्द या टाल दिए गए हैं। ऐसे समय में सभी खिलाड़ी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लाइव चैटिंग कर समय बिता रहे हैं।

हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधीर वारियर ने सचिन को बताया था कि कई युवा डॉक्टर खेलों से जुड़ी चोटों पर जानकारी चाह रहे हैं। उनकी रिक्वेस्ट पर सचिन ने सभी से डॉक्टर से लाइव वेबिनार के जरिए बात की। दो दशक से भी ज्यादा समय क्रिकेट को देने वाले सचिन कई चोटों से गुजरे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा टेनिस एल्बो की चोट ने उन्हें परेशान किया है। उन्होंने अपने करियर में 200 टेस्ट और 463 वनडे खेले हैं।2012 में वनडे से संन्यास लेने वाले सचिन के नाम 49 शतक समेत 18,426 रन हैं।

‘खिलाड़ियों की चोट आम लोगों की चोट से अलग’
यह लाइव वेबिनार शनिवार डॉ. वारियर ने डॉ. नितिन पटेल के साथ मिलकर किया। नितिन भारतीय क्रिकेट टीम और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के फिजियो हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस चर्चा के दौरान सचिन ने सभी युवा डॉक्टरों को बताया कि किस तरह से खिलाड़ियों की चोट आम लोगों की चोट से काफी अलग होती है। सचिन ने यह वेबिनार अपने अनुभव को युवाओं के साथ शेयर करने के लिए जॉइन किया था, ताकि डॉक्टरों के जीवन में यह काम आ सके।



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सचिन तेंदुुलकर ने अपने करियर में 200 टेस्ट और 463 वनडे खेले हैं। 2012 में वनडे से संन्यास लेने वाले सचिन के नाम 49 शतक समेत 18,426 रन हैं। -फाइल फोटो




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हैरी केन कर सकते हैं 1900 करोड़ रुपए की सबसे बड़ी डील, टॉटेनहम से यूनाइटेड जा सकते हैं

हैरी केन मौजूदा सीजन में टॉटेनहम छोड़कर मैनचेस्टर यूनाइटेड से जुड़ सकते हैं। टॉटेनहम के चेयरमैन डेनियल लेवी ने इसकी मंजूरी दे दी है। हैरी केन लगभग 1900 करोड़ रुपए में यूनाइटेड से जुड़ सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह रिकॉर्ड डील होगी। इसके पहले 2017 में पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) ने बार्सिलोना से नेमार को 1880 करोड़ रुपए में खरीदा था। कोरोनावायरस के कारण इंग्लिश प्रीमियर लीग के मुकाबले अभी स्थगित हैं।

लॉकडाउन के कारण टॉटेनहम आर्थिक रूप से परेशानी में हैं। नए स्टेडियम के लिए टॉटेनहम ने लगभग 6 हजार करोड़ रुपए का लोन भी लिया है। लेवी हैरी केन के उस बयान से भी नाराज हैं, जिसमें उन्होंने जून तक लीग के पूरा नहीं होने पर इसे खत्म करने की बात कही थी। केन ने कुछ दिन पहले कहा था कि यदि वे क्लब की ओर से ट्रॉफी नहीं जीत पाते हैं तो उसे छोड़ देंगे।



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टॉटेनहम के हैरी केन ने कुछ दिन पहले कहा था कि यदि वे क्लब की ओर से ट्रॉफी नहीं जीत पाते हैं तो उसे छोड़ देंगे। -फाइल फोटो




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जून से खेली जा सकती है फ्रेंच लीग-1, जबकि इंटरनेशनल मैच अगले साल तक के लिए टाले जा सकते हैं

फुटबॉल की वर्ल्ड संस्था फीफा के उपाध्यक्ष विक्टर मोंटेगलियानी ने कहा है कोरोनावायरस के कारण इंटरनेशनल मैच को 2021 तक के लिए टाला जा सकता है। मोंटेगलियानी फीफा के उस समिति के प्रमुख हैं, जिसे वर्ल्ड में फुटबाल गतिविधियों पर रोक के बाद योजना तैयार करने का जिम्मा मिला है। फीफा पहले ही मार्च और अप्रैल में होने वाले मैचों को रद्द कर चुका है। मोंटेगलियानी ने कहा है कि सितंबर से नवंबर के बीच होने वाले मैचों को भी रद्द किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘यह मेरी निजी राय है कि केवल स्वास्थ्य कारणों से ही नहीं बल्कि इंटरनेशनल ट्रेवल बैन के कारण भी यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण होगा। घरेलू फुटबॉल प्राथमिकता होगी। अगर हमें फुटबॉल मैच खेलने की अनुमति मिल भी जाती है तो मुझे संदेह है कि पहला मैच प्रशंसकों की मौजूदगी में खेला जाएगा। मुझे लगता है कि इंटरनेशनल मैचों के लिए मार्च 2021 का समय सही होगा।’ इसके पहले यूरो कप और कोपा अमेरिका कप को एक साल तक के लिए टाल दिया गया है। कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलिंपिक को भी एक साल के लिए टाल दिया गया है।

2 अगस्त तक चलेगी फ्रेंच लीग-1
फ्रेंच फुटबॉल लीग-1 के मुकाबले जून में शुरू हो सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लीग के मुकाबले 17 जून से शुरू होंगे। यदि मुकाबले 17 जून से शुरू होते हैं तो सभी टीम को हर तीसरे दिन मुकाबले खेलने होंगे। यह 25 जुलाई तक चलेगा। रेलिगेशन और प्रमोशन प्लेऑफ के मुकाबले 2 अगस्त तक पूरे होंगे।पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी) पिछले 2 बार से फ्रेंच लीग-1 खिताब जीतता आ रहा है। इस बार भी 27 मैच में 68 पॉइंट के साथ शीर्ष पर है।



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पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी) पिछले 2 बार से फ्रेंच लीग-1 खिताब जीतता आ रहा है। इस बार भी 27 मैच में 68 पॉइंट के साथ शीर्ष पर है। -फाइल फोटो




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सभी खेलों को पटरी पर लाना होगा, 14 साल पुराने बेसबॉल मैच देखकर थक गया: डोनाल्ड ट्रम्प

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दुनियाभर में खेलों को फिर से शुरू करना चाहते हैं। फिलहाल, कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण दुनियाभर में जुलाई-अगस्त तक के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द या टाल दिया गया है। ट्रम्प ने मंगलवार को कहा, ‘‘हमें अपने सभी खेलों को पटरी पर लाना होगा। मैं 14 साल पुराने बेसबॉल मैच देखकर थक चुका हूं।’’ वहीं, अमेरिका की प्रमुख बेसबॉल, फुटबॉल, रग्बी और हॉकी लीग के प्रमुख कोरोना को लेकर चिंतित हैं।

नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन (एनबीए) की यूटा जैज टीम के खिलाड़ी रूडी गोबेर्ट 11 मार्च को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। तभी से अमेरिका में एनबीए, नेशनल हॉकी लीग, फुटबॉल लीग और बेसबॉल लीग समेत सभी टूर्नामेंट्स को टाल दिया गया। विश्व की बात करें तो जापान में होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को 1 साल और भारत में होने वाले क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया।

खाली स्टेडियम में बेसबॉल लीग कराने का विकल्प खुला है
बेसबॉल लीग की 30 टीमों को एरिजोना या फिर एरिजोना और फ्लोरिडा में जुटाने पर विचार किया जा रहा है। साथ ही इस सीजन के बाकी बचे मैचों को खाली स्टेडियमों में मैच कराने का विकल्प खुला रखा है। मेजर लीग सॉकर (एमएलबी) आयुक्त रोब मेनफ्रेड ने एक टीवी चैनल से कहा, ‘फिलहाल, हमारे पास कोई योजना नहीं है। काफी सारी योजनाओं पर विचार किया जा रहा है। इनमें से कौन सी चीजें नतीजों में बदलती हैं, यह इस पर निर्भर करेगा कि क्या छूट दी जाती हैं। हमारे लिए लोगों की जान सबसे ज्यादा जरूरी है।’

अमेरिका में कोरोना से 26 हजार से ज्यादा मौत
अमेरिका में बुधवार सुबह तक कोरोनावायरस के कारण मरने वालों की संख्या 26 हजार से ज्यादा हो गई है। यहां 24 घंटे में दो हजार 407 लोगों की जान गई है। अमेरिका में संक्रमितों की संख्या 6 लाख 14 हजार से ज्यादा हो गई है। वहीं, दुनियाभर में कोरोनावायरस से अब तक 19 लाख 97 हजार 906 लोग संक्रमित हो चुके हैं। एक लाख 26 हजार 604की मौत हो चुकी है।



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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पिछले साल बेसबॉल टूर्नामेंट वर्ल्ड सीरीज गेम-5 का फाइनल देखने पहुंचे थे।




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भारतीय टीम ने 2021 वनडे वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई किया, 3 सीरीज रद्द होने के बाद पॉइंट्स के आधार पर फैसला

भारतीय महिला टीम ने 2021 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई कर लिया है। आईसीसी की टेक्नीकल कमेटी ने महिला चैम्पियनिशप की तीन सीरीज को कैंसिल कर दिया। भारत-पाकिस्तान के बीच पिछले साल 3 मैच की सीरीज भी दोनों देशों के बीच तनाव के कारण नहीं हो सकीथी। चैम्पियनशिप के बाद ऑस्ट्रेलिया 37 पॉइंट के साथ टॉप पर रही। इंग्लैंड (29) दूसरे, दक्षिण अफ्रीका (25) तीसरे और भारत (23) चौथे पर रही।

इसके अलावा मेजबान न्यूजीलैंड को भी जगह मिल गई है। अन्य तीन टीम का फैसला क्वालिफायर से होगा। यह वर्ल्ड कप न्यूजीलैंडमें अगले साल 6 फरवरी से 7 मार्च के बीच खेला जाना है।

कोरोना के कारण क्वालिफायर्स रद्द

आईसीसी वर्ल्ड कप क्वालीफायर्स श्रीलंका में 3 से 19 जुलाई के बीच खेला जाना था। इसमें श्रीलंका, पाकिस्तान, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, आयरलैंड, थाईलैंड, जिम्बाब्वे, पापुआ न्यू गिनी, अमेरिका और नीदरलैंड को खेलना था, लेकिन कोरोनावायरस के कारण इस चैम्पियनशिप को टालना पड़ा। इसके बाद अब भारत के अलावा चार अन्य टीमों को इस विश्व कप के लिए सीधे एंट्री मिल गई है।



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भारतीय महिला टीम टी-20 वर्ल्ड कप 2020 में पहली बार फाइनल तक पहुंची थी। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ने टीम को हराकर खिताब जीत लिया था।




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भारत एशिया का नंबर-1 स्पोर्ट्स टेक देश बना, उसके 41.1% स्टार्टअप खेल के; बेंगलुरू 10.8% के साथ शीर्ष पर

भारत एशिया का नंबर-1 स्पोर्ट्स टेक देश बन गया है। स्पोर्ट्सटेकएक्स डॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 41.1 प्रतिशत स्टार्टअप खेल के हैं। ये स्टार्टअप दो सब-सेक्टर फेंटेसी स्पोर्ट्स, बुकिंग और स्पोर्ट्स मैच मेकिंग पर काम करते हैं।

अगर एशिया के टॉप-10 स्पोर्ट्स टेक शहरों की बात की जाए तो इसमें 4 भारत के हैं। देश की सिलिकॉन वैली कहे जाने वाले बेंगलुरू में 10.8 प्रतिशत स्पोर्ट्स स्टार्टअप हैं।

वियरेबल और इक्विपमेंट स्टार्टअप सबसे ज्यादा
42.1 प्रतिशत स्टार्टअप एक्टिविटी के हैं। इसमें वियरेबल और इक्विपमेंट के स्टार्टअप का 21.2 प्रतिशत है। 41.1 प्रतिशत स्टार्टअप फैंस और उनके कंटेंट, 16.8 प्रतिशत न्यूज कंटेंट और 11.2 प्रतिशत फेंटेसी स्पोर्ट्स, बेटिंग के हैं। 16.8 प्रतिशत स्टार्टअप मैनेजमेंट और ऑर्गनाइजेशन के हैं। इसमें 3.3 प्रतिशत मीडिया, कमर्शियल पार्टनर्स स्टार्टअप।



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भारत एशिया का नंबर-1 स्पोर्ट्स टेक देश बन गया है। स्पोर्ट्सटेकएक्स डॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। -प्रतीकात्मक फोटो




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भारत-पाकिस्तान के बीच 12 साल से रिश्ते खराब, मैच नहीं होने से पीसीबी को 690 करोड़ रु. का नुकसान

पीसीबी को भारत के खिलाफ सीरीज नहीं होने से 90 मिलियन डॉलर (690 करोड़ रुपए से ज्यादा) का नुकसान हुआ है। भारत-पाक के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट रिश्ते 2008 के बाद से बंद हैं। पिछले कुछ सालों में भारत सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ खेला है। सूत्रों के अनुसार, पीसीबी का पिछला पांच साल का मीडिया करार इस महीने खत्म हुआ। इसमें भारत के खिलाफ दो घरेलू सीरीज शामिल थीं। 149 मिलियन डॉलर (1145 करोड़ रु.) के कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने वाले ब्रॉडकास्टर की सिर्फ एक शर्त थी कि सीरीज भारत के खिलाफ आयोजित की जाएगी।

दुर्भाग्य से पाकिस्तान समझौते के अंतर्गत भारत के खिलाफ दो घरेलू सीरीज नहीं खेल पाया। टेन स्पोर्ट्स और पीटीवी ने समझौते के तहत कुल राशि में से 90 मिलियन डॉलर की राशि काट ली।

पाकिस्तान यूएई के साथ मिलकर मेजबानी चाहता है
पीसीबी यूएई के साथ मिलकर आईसीसी इवेंट्स का आयोजन करना चाहता है। चेयरमैन एहसान मनी ने बताया कि बोर्ड 2023 से 2031 के बीच होने वाले 6 आईसीसी इवेंट में 5 के लिए दावेदारी पेश करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इसमें एक या दो की मेजबानी मिल सकती है। उन्होंने कहा, ‘मैंने पहले ही अमीरात बोर्ड के साथ बात शुरू कर दी है। ताकि मेजबानी की संभावना बढ़ सके।’

दोनों टीमों के बीच पिछला मैच वर्ल्ड कप 2019 में हुआ था
मैच की बात करें तो दोनों टीमों के बीच पिछले साल ही वनडे वर्ल्ड कप में मुकाबला हुआ था। इस मैच में भारतीय टीम ने हर बार की तरह वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ जीत हासिल की थी। टीम इंडिया यह मैच 89 रन से जीती थी।



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द्विपक्षीय सीरीज छोड़कर भारतीय टीम आईसीसी टूर्नामेंट में पाकिस्तान से मैच खेलती रही है। पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 89 रन से हराया था।




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ब्रिटेन के 99 साल के पूर्व सैनिक ने 100 कदम चलकर 153 करोड़ रु. जुटाए, दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान भारत और म्यांमार में काम किया था

ब्रिटेन के पूर्व सैनिक टॉम मूर दूसरे विश्व युद्ध के नायक थे। अब मूर 99 साल की उम्र में कोरोनावायरस (कोविड-19) को हराने के लिए आगे आए हैं। उनके जज्बे के आगे युवा भी पस्त हैं। कोरोना को हराने की जिद लिए टॉम ने गॉर्डन में 100 कदम चलकर 16 मिलियन पाउंड (करीब 153 करोड़ रुपए) जुटाए हैं। यह रुपए नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) फंड में जमा होगा। टॉम ने इंग्लैंड के बड़े खिलाड़ियों की चुनौती पर यह दौड़ पूरी की है।

टॉम 30 अप्रैल को ही 100 साल के होने वाले हैं। उन्होंने अपने सभी मेडल से सजेएक ब्लेजर पहनकर व्हीलचेयर की मदद से 100 कदम चले। इस दौरान उन्होंने 25 मीटर (82 फीट) की दूरी तय की। टॉम के साथ उनके परिवार के लोग भी थे।

टॉम को 1 लाख रुपए की ही उम्मीद थी

टॉम का लक्ष्य सिर्फ 1000 पाउंड (करीब 1 लाख रुपए) जुटाने का था, लेकिन उनके प्रशंसकों ने दिल खोलकर दान दिया। चुनौती पूरी करने के बाद टॉम ने कहा, ‘‘मुझे इतनी राशि जमा होने की उम्मीद बिल्कुल भी नहीं थी। आज मुझे गर्व हो रहा है। मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं। उम्मीद है आपको भी बेहतर लग रहा होगा। यह संकट के बाद छट जाएंग और नया सूरज फिर उदय होगा।’’ प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन ने भी टॉम की तारीफ की।

बर्मा के नाम से भी फेमस हैं टॉम।

टॉम दूसरे विश्व युद्ध में इंग्लैंड की सेना में भर्ती होने से पहले सिविल इंजीनियर थे। इसके बाद उन्हें कैप्टन बनाया गया। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान टॉम ने भारत और म्यांमार में भी काम किया था। उन्हें बर्मा के नाम से भी जाना जाता है।

बेन स्टोक्स समेत कई खिलाड़ियों नेचुनौती स्वीकारी
कोरोना के खिलाफ जंग के लिए शुरू हुई इस चुनौती में फुटबॉल क्लब लीवरपूल के कप्तान जॉर्डन हेंडरसन, मैनचेस्टर यूनाइटेड टीम के मार्कस रशफोर्ड, पूर्व टेनिस वर्ल्ड नंबर-1 एंडी मरे, इंग्लैंड रग्बी टीम के कप्तान ओवेन फारेल के अलावा क्रिकेटर बेन स्टोक्स भी शामिल हुए हैं। स्टोक्स पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप विजेता टीम के हीरो रहे थे। उन्हें 2019 के लिए विजडन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी चुना गया था।



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टॉम मूर ने अपने सभी मेडल से सजी एक ब्लेजर पहनकर व्हीलचेयर की मदद से 100 कदम चले। इस दौरान उन्होंने 25 मीटर (82 फीट) की दूरी तय की।




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पूर्व इंग्लिश फुटबॉलर नॉर्मन का निधन, वे 1966 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रह चुके; खेल जगत में 8वीं मौत

इंग्लैंड के पूर्व फुटबॉलर नॉर्मन हंटर की कोरोनावायरस के कारण मौत हो गई। वे 76 साल के थे। डिफेंडर हंटर 1966 की वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 10 अप्रैल को हंटर का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। खेल जगत में तीन हफ्ते के अंदर यह 8वें दिग्गज की मौत है। सबसे पहले 28 मार्च को इंग्लैंड में ही पाकिस्तान के स्क्वैश लेजेंड आजम खान की कोरोना से मौत हो गई थी। 1959 से 1962 के बीच लगातार 4 बार ब्रिटिश ओपन खिताब जीतने वाले आजम 95 साल के थे।

नॉर्मन हंटर अपने करियर में पहली बार लीड्स फुटबॉल क्लब से जुड़े थे। इस क्लब के लिए हंटर ने 14 साल में 726 मैच खेले हैं। उन्होंने लीड्स को दो बार प्रीमियर लीग चैम्पियन भी बनाया। वहीं, इंग्लिश क्लब लीवरपूल के ही लेजेंड केनी डगलिश कोरोना को हराकर अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं। फिलहाल, वे सेल्फ आइसोलेशन में हैं।

खेल जगत के यह 6 दिग्गज दुनिया को अलविदा कह चुके
इससे पहले इटली के पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर जफर सरफराज (50), धावक दोनातो साबिया (56), स्विट्जरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो (79), फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60), इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71) और फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।

बर्नार्ड ने डिप्रेशन के कारण सुसाइड किया
रीम्स क्लब के डॉक्टर गोंजालेज कोरोना से संक्रमित होने के बाद डिप्रेशन में आ गए थे। इसके बाद उन्होंने 5 अप्रैल को सुसाइड कर लिया था। बर्नार्ड ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उन्होंने खुद के कोरोना संक्रमित होने की बात लिखी थी। बर्नार्ड 20 साल से क्लब के साथ जुड़े हुए थे।



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इंग्लैंड ने बॉबी मूर की कप्तानी में 1966 में फीफा वर्ल्ड कप जीता था। तब डिफेंडर नॉर्मन हंटर विजेता टीम के सदस्य थे। -फाइल फोटो




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चीन में 13 हजार करोड़ रु. में तैयार हो रहा कमल के आकार का दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम, 1 लाख होगी दर्शक क्षमता; ऐसे 3 स्टेडियम और बनाने की तैयारी

चीन में कोरोनावायरस की वजह से बिगड़े हालात अब काबू में आने लगे हैं। वुहान, जहां से कोरोनावायरस पूरी दुनिया में फैला, उसे भी अब खोल दिया गया है। इस बीच, अपनी ताकत दिखाने के लिए चीन का एक रियल स्टेट ग्रुप एवरग्रांड दुनिया का सबसे बड़ा फुटबॉल स्टेडियम बनाने जा रहा है। इसके निर्माण में 1.7 बिलियन डॉलर( करीब 13 हजार करोड़) रुपए खर्च होंगे। इसकी दर्शक क्षमता 1 लाख होगी। फिलहाल, बार्सिलोना का कैम्प नाऊ दुनिया का सबसे बड़ा क्लब फुटबॉल स्टेडियम है। इसमें 99,354 दर्शक बैठ सकते हैं।

ग्वांगझू में तैयार हो रहा स्टेडियम 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा। बीते गुरुवार कोग्वांगझू में इसका निर्माण कार्य भी शुरू हो गया। यह चीन के फुटबॉल क्लब ग्वांगझू एवरग्रांडका होम ग्राउंड होगा।निर्माण कार्य में जुटी रियल स्टेट कंपनी एवरग्राउंड के अध्यक्ष शिया हुजैन ने बताया कि हमारा लक्ष्य ऐसी इमारत बनाना है, जिसकी तुलना सिडनी के ओपेरा हाउस और दुबई के बुर्ज खलीफा से हो। यह स्टेडियम दुनिया में चीनी फुटबॉल की नई पहचान बनेगा। मुझे उम्मीद है कि 2023 के एशियन कप की ओपनिंग सेरेमनी इसीमें होगी। फिलहाल एवरग्रांड क्लब का घरेलू मैदान तियान्हे स्टेडियम है। इसकी दर्शक क्षमता 60 हजार है। टीम 2011 से यहां प्रैक्टिस कर रही है।

कमल के आकार का है फुटबॉल स्टेडियम

ग्वांगझू को फ्लावर सिटी कहा जाता है। इसलिए इस स्टेडियम का आकार कमल के फूल जैसा रखा गया है। इसे शंघाई के अमेरिकी डिजाइनर हसन सईद ने तैयार किया है। इसका कंस्ट्रक्शन एरिया करीब 3 लाख स्क्वायर मीटर होगा। इसमें कुल 16 वीवीआईपी रूम, 152 प्राइवेट रूम, फीफा सदस्यों और एथलीट्स के लिए अलग से एरिया और मीडिया रूम होगा।

एवरग्रांड1 लाख दर्शक क्षमता वाले और स्टेडियम बनाएगा

ईएसपीएन के मुताबिक, रीयल स्टेट ग्रुप एरवग्रांड चीन में ऐसे 3 और स्टेडियम बनाने की प्लानिंग कर रही है। इनकी दर्शक क्षमता भी 80 हजार से 1 लाख होगी। इस तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर के दम पर चीन भविष्य में फुटबॉल वर्ल्ड कप की मेजबानी का दावा कर सकता है। हालांकि, इसी साल चीन में फीफा क्लब वर्ल्ड कप होना था। लेकिन कोरोना की वजह से इसे 1 साल के लिए टाल दिया गया।

ईएसपीएन के मुताबिक, रियल स्टेट कंपनी एरवग्रांड चीन में ऐसे 3 से 5 और स्टेडियम बनाने की प्लानिंग कर रही है। इनकी दर्शक क्षमता भी 80 हजार से 1 लाख होगी

ग्वांगझू एवरग्राउंड क्लब ने 8 बार चाइनीज सुपर लीग जीता

ग्वांगझू एवरग्रांडचीन और एशिया के सबसे सफल फुटबॉल क्लबों में से एक है। इस टीम ने 8 बार चाइनीज सुपर लीग और 2 बार एशियन चैम्पियंस लीग का खिताब जीता है। ऐसा करने वाला चीन का यह इकलौता क्लब है। इस साल भी इसे लीग का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। लेकिन 22 फरवरी से शुरू होने वालाटूर्नामेंट कोविड-19 की वजह से रद्द कर दिया गया।

यह तस्वीर ग्वांगझू की उसी कंस्ट्रक्शन साइट की है, जहां ये फुटबॉल स्टेडियम तैयार हो रहा है। इसमें सैंकड़ों की संख्या में ट्रक खड़े नजर आ रहे हैं।

दुनिया के बड़े स्टेडियम
वैसे दर्शक क्षमता के लिहाज से उत्तर कोरिया का रुंगराडो सबसे बड़ा स्टेडियम है। 51 एकड़ में फैले इस स्टेडियम की दर्शक क्षमता 1 लाख 14 हजार से ज्यादा है। हालांकि, यह केवल फुटबॉल के लिए नहीं बल्कि दूसरे खेलों के लिए भी इस्तेमाल होता है। जबकि चीन में तैयार हो रहा स्टेडियम सिर्फ फुटबॉल के लिए होगा।

  • एफएनबी स्टेडियम: दक्षिण अफ्रीका का यह फुटबॉल स्टेडियम बाहर से ज्यादा बड़ा नजर नहीं आता है। लेकिन इसकी दर्शक क्षमता 94,736 है। 2010 में हुए फीफा वर्ल्ड कप का यह मेन वेन्यू था। इसी स्टेडियम में देश की फुटबॉल टीम प्रैक्टिस करती है।
  • वेम्बले स्टेडियम: इंग्लैंड के वेम्बले स्टेडियम की दर्शक क्षमता भी 90 हजार है। हालांकि, इसमें भी फुटबॉल के अलावा एनएफएल और कई तरह कॉन्सर्ट भी होते हैं।
  • मोटेरा स्टेडियम: गुजरात के अहमदाबाद में तैयार हुआ यह दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है। इसकी दर्शक क्षमता 1 लाख 10 हजार है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया का मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड यानी एमसीजी दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम था। इसमें 1 लाख दर्शक बैठ सकते हैं। मोटेरा के नएस्टेडियम के निर्माण में करीब 700 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।


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ग्वांगझू शहर को फ्लावर सिटी कहा जाता है। इसलिए इस स्टेडियम का आकार कमल के फूल जैसा रखा गया है।




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विश्वनाथन आनंद और गैरी कास्परोव जैसे दिग्गज खेलेंगे ऑनलाइन नेशंस कप, 5 से 10 मई तक होगा टूर्नामेंट

कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण खेल जगत में जून तक के लगभग सभी टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए जा चुके हैं। इस महामारी के बीच सिर्फ शतरंज ही एक ऐसा खेल है, जो घर में और ऑनलाइन खेला जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) और चेस.कॉम ने ऑनलाइन नेशंस कप कराने जा रहा है। इसमें भारत, रूस, अमेरिका, चीन समेत 6 टीमें शामिल होंगी। इस टूर्नामेंट में भारत के लिए पूर्व वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद खेलेंगे।

इसकी इनामी राशि 180,000 डॉलर (करीब 1.38 करोड़ रुपए) है। संन्यास ले चुके दिग्गज गैरी कास्परोव और व्लादिमीर भी इस टूर्नामेंट में शामिल होंगे। जो क्रमशः यूरोप और भारतीय टीम के कप्तान होंगे। कभी इन दोनों के प्रतिद्वंद्वी रहे आनंद भारत की तरफ से पहले बोर्ड पर खेलेंगे।5 बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन आनंद कोरोना और उड़ान सेवाएं रद्द होने के कारण जर्मनी में फंसे हैं। आनंद बुंदेसलीगा चेस टूर्नामेंट खेलने के लिए फरवरी में जर्मनी गए थे।

‘महिला खिलाड़ियों ने भी टूर्नामेंट खेलने की इच्छा जताई’
इनके अलावा भी टूर्नामेंट में कई दिग्गज शामिल होंगे। पहले चरण में 6 टीमें डबल राउंड रोबिन में एक दूसरे से भिड़ेंगी। यह मुकाबले 9 मई तक खेले जाएंगे। इसके बाद अंक तालिका में शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें 10 मई को सुपर फाइनल खेलेंगीं। हर एक खिलाड़ी को 25 मिनट और एक्स्ट्रा टाइम के तौर पर 10 सेकंड दिए जाएंगे। वहीं, फिडे के जनरल डायरेक्टर इमिल सुतोव्स्की ने कहा है कि टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए दुनिया की कई दिग्गज महिला खिलाड़ियों ने भी अपनी इच्छा जताई है।



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भारतीय ग्रैंडमास्टर और 5 बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन विश्वनाथन आनंद कोरोनावायरस और उड़ान सेवाएं रद्द होने के कारण जर्मनी में फंसे हैं। आनंद बुंदेसलीगा चेस टूर्नामेंट खेलने के लिए फरवरी में जर्मनी गए थे। -फाइल फोटो




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रोहित ने कहा-  हम एक टीम के तौर पर आने वाले 3 में से 2 वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब हों, यही मेरा लक्ष्य

भारत के सीमित ओवर के कप्तान रोहित शर्मा ने अगले तीन में से दो वर्ल्ड कप जीतने के लक्ष्य को लेकर बात की। उन्होंने पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह से इंस्टाग्राम पर लाइव चैट की। इस दौरान रोहित ने कहा, ‘‘मेरा व्यक्तिगत लक्ष्य है कि हम एक टीम के तौर पर आने वाले 3 में से 2 वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब हों।’’ दरअसल, इस साल ऑस्ट्रेलिया और अगले साल भारत में टी-20 वर्ल्ड कप होना है। इसके बाद 2023 में वनडे वर्ल्ड कप होगा। भारतीय टीम 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद से कोई आईसीसी इवेंट नहीं जीत सका।

इस बार टी-20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक खेला जाएगा। हालांकि, टूर्नामेंट पर कोरोनावायरस (कोविड-19) का संकट मंडरा रहा है। इस महामारी के कारण खेल जगत में जून तक के लगभग सभी टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए जा चुके हैं। 29 मार्च से होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को भी अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।रोहित शर्मा ने 32 टेस्ट में 2141, 224 वनडे में 9115 और 108 टी-20 में 2773 रन बनाए हैं। उन्होंने आईपीएल के 188 मैच में 4898 रन बनाए हैं।

‘जल्दी विकेट नहीं गंवाते तो सेमीफाइनल जीत जाते’
भारतीय टीम वनडे वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारकर बाहर हो गया था। इस पूरे टूर्नामेंट में रोहित शर्मा ने रिकॉर्ड 5 शतक लगाए थे। उन्होंने लगातार तीन मैच में शतक लगाए थे। 3 दोहरे शतक लगाने वाले रोहित ने इस वर्ल्ड कप में अपने खेल को थोड़ा बदला था। उन्होंने बड़े शतक लगाने की जगह टिककर बल्लेबाजी की थी। सेमीफाइनल को लेकर रोहित ने कहा, ‘‘यदि हम शुरुआती आधे घंटे तक कोई विकेट नहीं गंवाते तो भारतीय टीम यह मैच जीत सकती थी। शुरुआती 10 ओवर काफी अहम होते हैं।’’

‘कोच और कप्तान पर दबाव होता है’
उन्होंने कहा, ‘‘हम टीम में खिलाड़ियों की वापसी पर भी बात करते रहते हैं, ताकि वे अपनी जगह पक्की कर सकें। कप्तान और कोच पर किसी खिलाड़ी को मौका देने और वापसी कराने को लेकर काफी दबाव होता है। यह बहुत जरूरी है कि खिलाड़ियों को पर्याप्त मौके दिए जाएं। हमने सुना है कि किस तरह दादा (सौरव गांगुली) ने आपको (हरभजन) और यूवी (युवराज सिंह) को किस तरह समर्थन किया और टीम में वापसी कराई। इसी प्रक्रिया को मौजूदा समय में भी अपनाना चाहिए।’’



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रोहित शर्मा ने 32 टेस्ट में 2141, 224 वनडे में 9115 और 108 टी-20 में 2773 रन बनाए हैं। उन्होंने आईपीएल के 188 मैच में 4898 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो




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पाकिस्तान की सना मीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा; 15 साल पहले किया था डेब्यू, 137 मैच में कप्तान रहीं

पाकिस्तान की पूर्व कप्तान सना मीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। 34 साल की सना को पाकिस्तान ही नहीं बल्कि दुनिया की महिला क्रिकेट में बेहतरीन ऑफ स्पिनर्स में से एक माना जाता है। 2005 में उन्होंने डेब्यू किया था। उस दौर में पाकिस्तान जैसे देश में महिलाओं का क्रिकेटर होना बड़ी बात मानी जाती थी। तमाम मुश्किलों के बावजूद सना ने इंटरनेशनल क्रिकेट में जगह बनाई।

बेहतरीन कप्तान
सना को महिला क्रिकेट की सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में ही नहीं बल्कि शानदार कप्तान का रुतबा भी हासिल है। उन्होंने कुल 226 मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया। 137 में वो कप्तान रहीं। 2005 में उन्होंने डेब्यू किया था। दाएं हाथ की इस ऑफ स्पिनर और मिडल ऑर्डर बल्लेबाज ने मैदान के बाहर भी पहचान बनाई। वो कई चैरिटी से जुड़ी रहीं।

रिकॉर्ड की बात
सना ने 120 वनडे में 151 विकेट लिए। इस दौरान उनका एवरेज 24.27 रहा। 89 टी20 भी खेले। इनमें 106 विकेट लिए। उनके अलावा निदा डार ने सबसे ज्यादा 98 विकेट लिए। इस लिस्ट में भारत की झूलन गोस्वामी (225), ऑस्ट्रेलिया की अनीसा फिट्जपैट्रिक (180) और एलिस पैरी (152) सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की लिस्ट में शामिल हैं। पाकिस्तान की तरफ से सर्वाधिक वनडे रन बनाने वालों की सूची में वो तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 1630 रन बनाए हैं। उन्होंने कुल 100 टी20 मैच खेले। दो साल पहले वो आईसीसी वुमन वनडे रैंकिंग में टॉपर रही थीं। सना ने आखिरी पिछले साल टी20 के रूप में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। इसके बाद कहा था- मैं क्रिकेट से अनिश्चकालीन अ‌वकाश लेना चाहती हूं। मुझे परिवार और जिंदगी के बारे में कुछ अहम फैसले करने हैं।

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सना ने 2005 में डेब्यू किया था। 2018 में उन्हें वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। (फाइल)




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भारत की 10 खेल हस्तियों ने कहा- स्पोर्ट्स इवेंट्स जब दोबारा शुरू होंगे तो कुछ बदलाव जरूर देखने मिलेंगे

कोरोनावायरस की वजह से दुनिया थम सी गई है। अजीब सा खालीपन और सन्नाटा है। दो लाख से ज्यादा लोग महामारी से मारे जा चुके हैं। भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन और पाबंदियों को एक महीने से ज्यादा हो गया है। बात खेलों की कर लेते हैं। प्लेयर्स भी घर में हैं। उन्हें लंबा ब्रेक मिल गया। लेकिन, सवाल ये कि खेल जब दोबारा शुरू होंगे तो नजारा पहले जैसा होगा? फैन्स आएंगे? स्टेडियम खचाखच भरे होंगे या खाली रहेंगे। खिलाड़ी क्या ऐहतियात बरतेंगे?
इन्हीं या इन जैसे सवालों को इस रिपोर्ट में पिरोया गया है। देश की 10 नामी खेल हस्तियां इन पर अपनी राय दे रही हैं।


सचिन तेंडुलकर (पूर्व क्रिकेटर)
“इसमें कोई शक नहीं कि दुनिया सबसे बड़े संकट का सामना कर रही है। मुझे लगता है कि खिलाड़ी गेंद चमकाने में थूक के इस्तेमाल से झिझकेंगे। क्योंकि, कुछ वक्त तक उनके दिमाग में दूसरी ही चीजें चलती रहेंगी। हाई फाइव और आपस में गले मिलने से भी दूरी देखने मिल सकती है। खेल जब फिर शुरू होगा तो शायद सोशल डिस्टेंसिंग भी देखने मिले।”

अभिनव बिंद्रा (ओलिंपिक गोल्ड मेडेलिस्ट शूटर)

“खेल दुनिया को जोड़ते हैं। मैं इस बात को बिल्कुल मानता हूं कि खेल जब शुरू होंगे तो कुछ वक्त सेफ्टी प्रोटोकॉल्स फॉलो किए जाएंगे। खिलाड़ी ऐहतियात बरतेंगे। लेकिन, खेलों का आकर्षण कम नहीं होगा। आम लोग भी भी सेहत के प्रति ज्यादा सावधान रहेंगे। वो फिटनेस के लिए खेलों की तरफ जाएंगे। भारतीय खिलाड़ियों के लिए तो यह मौका है कि वो खुद को ज्यादा बेहतर बनाएं।”

बजरंग पूनिया (पहलवान)
“रेसलिंग कॉन्टेक्ट स्पोर्ट है। ये जब भी फिर शुरू होगी तो आप फिजिकल कॉन्टेक्ट से कैसे बचेंगे? मुझे नहीं लगता कि किसी को कोई हिचकिचाहट होगी। इसलिए मैं नहीं मानता कि खेल में कोई बदलाव होंगे। एक बात तय है। जब खेल फिर शुरू होंगे तो मुकाबले काफी मुश्किल होंगे। खिलाड़ियों के इतने लंबे ब्रेक की आदत नहीं होती। खाली वक्त में वो एक-दूसरे की खूबियों और खामियों का विश्लेषण कर रहे होंगे। प्लेयर्स अब ज्यादा तैयार और फ्रेश होकर उतरेंगे।”

एमसी. मेरिकॉम (बॉक्सर)
“हम सब आशा कर रहे हैं कि दुनिया पहले की तरह होगी। कोरोना तो दुश्मन है। बहरहाल, खेल जब फिर शुरू होंगे तो बदलाव नजर आएंगे। मैं भी कॉन्टेक्ट स्पोर्ट्स में हूं। चिंता है कि आगे क्या और कैसे होगा? मैं अपनी ट्रेनिंग कर रही हूं। दर्शक भी आएंगे। लेकिन, एक बात तय है कि सफाई और सुरक्षा बिल्कुल नए अंदाज में होंगे। जब तक वैक्सीन डेवलप नहीं होगा तब तक फिक्र है। यात्रा कम होगी और टूर्नामेंट्स में भी चेंज दिखेगा।”

विजेंदर सिंह (बॉक्सर)
“मुझे लगता है कि अब फैन्स बहुत आसानी से मुकाबले देखने नहीं आएंगे। लेकिन, भारत में कुछ भी हो सकता है। लोग बहुत लंबे वक्त घर में रहे हैं। वो स्टेडियम जाकर मैच देखना चाहेंगे। हां, ये बात सही है कि अब वो ज्यादा सावधान रहेंगे। विदेश में ट्रेनिंग भी अब पहले जैसी आसान नहीं होगी। खिलाड़ियों के बारे में फिलहाल कुछ भी नहीं कहा जा सकता।”

बाईचुंग भूटिया (फुटबॉलर)
“यह टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स वाली दुनिया है। स्टेडियम में दर्शकों की कमी का असर खेलों से होने वाली कमाई पर नहीं पड़ेगा। इसकी कमी टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से पूरी होगी। खेल आयोजन धीरे-धीरे पटरी पर लौटेंगे। जब तक वैक्सीन नहीं आता तब तक लोग कम आएंगे। क्योंकि, फिलहाल खतरा तो रहेगा।”

बी. साई प्रणीत (बैडमिंटन प्लेयर)
“हम काफी सफर करते हैं। लेकिन, अब खेल शुरू होने पर प्लेयर्स चीन या कोरिया और यहां तक कि यूरोपीय देशों में जाने से कतरा सकते हैं। संक्रमण का खतरा कहीं न कहीं दिमाग में जरूर चलता रहेगा। फिर चाहे आप रेस्टोरेंट्स में खाना खा रहे हों या मैच खेल रहे हों। शटल को प्लेयर भी छूते हैं और रेफरी भी। पसीने में शर्ट भी चेंज करनी होती है। जब तक वैक्सीन नहीं आता। चिंता रहेगी। आप लोगों को मास्क लगाए देखेंगे।”

महेश भूपति (टेनिस प्लेयर)
“साफ तौर पर और संक्षेप में कहूं तो खेल नहीं बदलेंगे। जैसे ही कोविड-19 का खतरा टलेगा। खेलों की दुनिया पहले जैसी ही हो जाएगी।”
सरदार सिंह (हॉकी)
“ओलिंपिक के लिहाज से देखें तो प्लेयर्स को तैयारी का अब ज्यादा वक्त मिलेगा। लेकिन, ये भी सही है कि उन्हें नए प्लान बनाने होंगे। खेल जब शुरू होंगे तो आपको यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग देखने मिलेगी। देखना होगा कि बॉक्सिंग, रेसलिंग और हॉकी में क्या बदलाव आएंगे। क्योंकि यहां फिजिकल कॉन्टेक्ट होते हैं।”

डी. हरिका (शतरंज)
“इसमें कोई दो राय नहीं कि खेलों पर कुछ असर पड़ेगा। ट्रैवल को लेकर खासतौर पर। खिलाड़ियों पर भी असर होगा। लेकिन, मुझे भरोसा है कि छह महीने से एक साल में सब पहले जैसा हो जाएगा।”



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सचिन तेंडुलकर के मुताबिक, क्रिकेट जब दोबारा शुरू होगी तो प्लेयर्स गेंद चमकाने के लिए थूक के इस्तेमाल में सहज नहीं होंगे। (फाइल)




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हिमा ने कहा- कभी मैंने अपने सस्ते जूतों पर हाथ से एडिडास लिखा था, आज वही ब्रांड मेरे नाम के जूते बनाता है 

भारतीय एथलीट हिमा दास ने रविवार को खुलासा किया कि करियर के शुरुआती दौर में वे साधारण जूतों पर अपने हाथों से एडिडास लिखती थीं। लेकिन अब कंपनी खुद उनकी जरूरत के हिसाब से जूते तैयार करती है, जिस पर उनका नाम लिखा होता है। हिमा ने क्रिकेटर सुरेश रैना से इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान यह बात कही।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में मैं नंगे पांव दौड़ती थी। जब पहली बार नेशनल्स में हिस्सा ले रही थी, तब पिता मेरे लिए साधारण स्पाइक्स वाले जूते लाए थे। इन जूतों पर मैंने खुद हाथ से एडिडास लिख दिया था। आप कभी नहीं जानते कि भविष्य में भाग्य कैसा होगा, आज यही ब्रांडमेरे नाम के जूते बनाता है।

हिमा अंतरराष्ट्रीय ट्रैक इवेंट में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय

हिमा ने फिनलैंड में 2018 में हुई अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में 400 मीटर दौड में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा था। वे अंतरराष्ट्रीय ट्रैक इवेंट में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय हैं। इसके बाद जर्मनी की जूते बनाने वाली कंपनी ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था। कंपनी ने उनकी जरूरत के हिसाब से जूते बनाए, जिसमें एक तरफ उनका नाम और दूसरी तरफ ‘इतिहास रचें’ लिखा है।

2018 एशियन गेम्स के बाद लोगों की एथलेटिक्स में रुचि बढ़ी
बीस साल की इस एथलीट ने रैना से बातचीत के दौरान कहा कि इंडोनेशिया में हुए 2018 एशियन गेम्स के बादलोगों में एथलेटिक्स को लेकर रूचि बढ़ीहै।इन खेलों में हिमा ने 400 मीटर रेस में सिल्वर जीतने के अलावा महिलाओं की 400 मीटर रिले और 400 मीटर मिक्स्ड रिले में भी गोल्ड जीता था। उनके मुताबिक, अब फैंस बार-बार आपका नाम पुकारते हैं। इससे आपको प्रेरणा मिलती है।

हिमा लॉकडाउन में फिटनेस पर काम कर रहीं

हिमा फिलहाल पाटियाला के नेशनल स्पोर्ट्स इंस्टिट्यूट (एनआईएस) में हैं और खुद को फिट रखने में जुटी हैं। ताकि लॉकडाउन खत्म होने पर ट्रैक पर लौटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहें। अपनी तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि मैं लॉकडाउन को सकारात्मक रूप से ले रही हूं। हमें मैदान पर जाने की इजाजत नहीं है। इसलिए मैं अपने कमरे में ही वर्कआउट करती हूं। मैं योगा करती हूं ताकि शरीर में खून का संचार अच्छा बना रहे। साथ ही डाइट का भी खास ध्यान रख रही हूं। मैं इस दौरान ज्यादा फल खा रही हूं। मैं अपनी चोट से पूरी तरह उबर चुकी हूं और अब फिट हूं। बस यही सोच रही हूं कि खुद को फिट रखना है, ताकि लॉकडाउन हटते ही ओलिंपिक की तैयारियों में जुट जाऊं।

सचिन से पहली बार मिलने पर आंसू निकल आए थे
हिमा ने लाइव चैट के दौरान रैना को सचिन तेंदुलकर से हुई पहली मुलाकात के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि सचिन मेरे रोल मॉडल रहे हैं। मुझे आज भी याद है जबमैंने उन्हें देखा तो रोने लग गई। मेरे लिए यह जिंदगी का सबसे खूबसूरत पल था। अपने रोल मॉडल से मिलना हर किसी के लिए बड़ा खास होता है।



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हिमा दास ने सुरेश रैना से हुई लाइव चैट के दौरान बताया कि सचिन तेंदुलकर उनके रोल मॉडल हैं और उनसे हुई पहली मुलाकात आज भी याद है।