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रेल प्रशासन ने पटरियों के सहारे जा रहे 43 मजदूरों को हटाया

महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के करमाड के पास रेल हादसे में 16 मजदूराें के मौत की घटना से सबक लेते हुए रेल प्रशासन ने रेल लाइन या उसके सहारे सफर कर रहे 43 मजदूरों को वहां से हटा दिया।

इसके बाद ये मजदूर सड़क मार्ग से अपने घरों को रवाना हुए। शनिवार की दोपहर अलवर-मथुरा रेल लाइन पर रेवाडी की तरफ से सफर करते हुए 43 मजदूरों के दो जत्थे रेल्वे स्टेशन पर पहुंचे। यहां रेलवे सुरक्षा बल ने मजदूरों को बृज नगर स्टेशन पर रोक लिया।

मजदूरों ने रेल्वे अधिकारियों को लॉकडाउन का हवाला देकर सड़क मार्ग पर वाहन नहीं मिल पाने की मजबूरी बताई तो रेल प्रशासन ने सुरक्षा को दृष्टिगत रख मजदूरों को कस्बा नगर की तरफ भेज दिया। बाद में मजदूर सड़क मार्ग से डीग की तरफ चले गए। यूपी के जोगियापुर हरदोई निवासी राजेश, मुकेश व शहजादपुर के रामररीत ने बताया कि उक्त लोग मार्च माह में रेवाडी के लिए सरसों कटाई कार्य करने गए थे। लेकिन लॉकडाउन होने से वाहनों के बंद होने पर आवागमन रूक गया। अब 6 मई से घरों को जाने के लिए पैदल सफर करना पड़ रहा है।

सामाजिक संगठन कर रहे है खाने का इंतजाम

अलवर-मथुरा रेल लाइन पर पटरियों के सहारे घर वापिस में जुटे मजदूरों को सामाजिक संगठनों द्वारा नाश्ता व खाने की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही उक्त संगठनों के कार्यकर्ता शारीरिक परेशानी को लेकर प्राथमिक उपचार व कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर मास्क व सेनेटाइजर का वितरण कर रहे है।



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347 में से 313 संदिग्धों की कोरोना जांच निगेटिव, 32 की रिपोर्ट का इंतजार

जिला के लिए राहत की खबर है।शनिवार को जिले के 25 सैंपल का रिपोर्ट निगेटिव आया है। डीएम राहुल कुमार ने बताया कि जिले में अभी तक 347 सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। इसमें से 315 सैंपल की रिपोर्ट मिल चुका है। जिले में अभी सिर्फ दो ही कोरोना पॉजिटिव मरीज हंै। 313 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आया है। 32 लोगों की रिपोर्ट अभी आना बाकी है। साथ ही उन्होंने बताया कि जिले में प्रवासी लोगों का आना लगातार जारी है। जिले में कोटा के अलावा अन्य राज्यों से पहुंच रहे मदरसा के बच्चों को 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाइन में भेजा गया है। अन्य श्रमिकों को 21 दिनों के लिए प्रखंड स्तर पर बने होम क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा जा रहा है।
प्रखंड स्तरीय पर 5435 व पंचायत में 199 लोग क्वारेंटाइन : प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन ने बताया कि जिले में संचालित विभिन्न क्वारेंटाइन कैंपों में बाहर से आए 5435 प्रवासी रह रहे हैं। इनमें पूर्णिया पूर्व प्रखंड के सद्भावना मंडप कैंप में 17 तथा प्रखंड क्वारेंटाइन कैंप, प्रशिक्षण केंद्र में 20, एसबीआई, प्रशिक्षण केंद्र में 49, जवाहर लाल उच्च विद्यालय, गुलाबबाग में 85 एवं जमाना लाल बजाज बालिका उवि, गुलाबबाग में 82 प्रवासी शामिल है।वहीं श्रीनगर प्रखंड के शिक्षण-प्रशिक्षण महाविद्यालय में 99, बीएड काॅलेज, ब्याॅज हाॅस्टल, में 166 एवं बीएड काॅलेजगर्ल्स हॉस्टल में 118 व्यक्ति है। केनगर प्रखंड के मवि, प्रखंड कॉलनी कैंप में 42, आमवि काझा में 88, चंपानगर में 1 एवं विद्या बिहार, स्कूल, परोरा में 60 व्यक्ति को रखा गया है। कसबा प्रखंड के सीमांचल हॉस्पिटल कैंप में 59 एवं मिलिया कॉन्वेंट कसबा में 52 अप्रवासियों को रखा गया है। इसके अलावा जलालगढ़ प्रखंड के कस्तुरबा गांधी प्लस 2 बालिका आवासीय विद्यालय में 58, मॉडल उच्च विद्यालय एनडी रूंगटा, में 7, एनडी रूंगटा,उवि, में 85 एंव आमवि, जलालगढ़ में 68 व्यक्ति है। अमौर प्रखंड के आमवि,अमौर में 73, उउवि, बेलका में 161, मवि सिरोटोल में46 एवं कस्तुरबा गांधी बालिका आवासिय विद्याल ,अमौर में 35, मवि, गरैसा में 70, मवि मच्छट्ठा में 85, मवि, रामनगर में 10, उवि, बालुटोलइस्लामपुर में 18 एवं प्लस 2प्रोजेक्ट बालिका उवि, में 74 व्यक्ति है। प्रशासन के द्वारा बैसा प्रखंड के श्रीहाॅस्पिटल, रौटा कैंप में 19, उवि, रौटा में 64, मविआमबाड़ी में 49, आ0म0वि0 रौटा में 63, मदरसा मल्हारा, शीशाबाड़ी में 150, मदरसा, सिफातुल उलूम औरा नंदनिया में 110, मवि खुशहालपुर रायबेर में85 एवं उवि, मुंगराप्याजी में 90 व्यक्ति है।
डगरूआ प्रखंड के उवि डगरूआ, कैंप में 87, मवि, डगरूआ में 116 व्यक्ति, इंदिरा गांधी मेमोरियल हाई स्कूल,डगरूआ में 112 एवं मदरसा जामेतुल, बनात में 180 अप्रवासियों को रखा गया है। बायसी प्रखंड के उवि बायसी कैंप में 140, मवि, चरैया में 86, मवि बायसी में 63 एवं प्रोजेक्ट कन्या उवि, बायसी में 109 बहार से आए अप्रवासियों को रखा गया है। जिले केधमदाहा प्रखंड के आमवि,अमारी में 141, आमवि, सरसी में 78, बीएनसी डिग्रीकाॅलेज, धमदाहा में 58, आमवि, निरपूर कैंप में 110, संत शिवानी मिशन स्कूल संतमी कैंप में 193, राजकृत उवि, धमदाहा में 66, मवि, संझाघाट में 25, मवि, जमुनिया में 20,गंगा मवि, दमगारा 71 एवं मवि, शरणार्थी टोला रंगपुरा उत्तर में 12 व्यक्ति है।

2882 लोगों को मिला राशन
इसके अलावा शनिवार को आपदा राहत केंद्र और कम्युनिटी किचन के माध्यम से 603 लोगों को भोजन करवाने के साथ-साथ रूपौली प्रखंड में 12, भवानीपुर में10, बनमनखी में193, कसबा में 325, श्रीनगर में195 ,जलालगढ़ में 518, पूर्णिया पूर्व प्रखंड में1592, अमौर में 03 एवं डगरूआ में 34 कुल 2882 सुखा राशन पैकेट का वितरण किया गया।



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उच्च माध्यमिक विद्यालय चरैया में जांच करती मेडिकल टीम।




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आजमगढ़ से 4 दिन में साइकिल से खगड़िया पहुंचे कटिहार के 17 मजदूर

कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन के बावजूद दूसरे प्रदेशों से प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है। एनएच 31 के रास्ते हर रोज मजदूरों के समूह को जाते देखा जा सकता है। शनिवार को साइकिल से मजदूरों का जत्था मानसी बस स्टैंड के समीप रुका। मजदूरों ने बताया कि वे लोग यूपी के आजमगढ़ से चार दिन पूर्व साइकिल से आ रहे हैं और कटिहार तक जाना है। मजदूरों ने बताया कि वे लोग कटिहार जिले के प्राणपुर थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर केवाला के रहने वाले हैं।
प्रवासी मजदूर मो. शफीक उल हक, मो. वसीम अकरम ने बताया कि आजमगढ़ में वे राजमिस्त्री के साथ मजदूरी कर रहे थे। लॉकडाउन हुआ तो काम रोजगार बंद हो गया। हमें पता चला कि लॉकडाउन लंबे समय तक चलेगा इसीलिए साइकिल से ही निकल गए। उन्होंने कहा कि रास्ते में छपरा में उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई, लेकिन कहीं भी खाने-पीने की व्यवस्था नहीं थी।



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आजमगढ़ से साइकिल से खगड़िया पंहुचे कटिहार के मजदूर।




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70 वर्षों बाद हो रहा कोशी कॉलेज के भवन का जीर्णोद्धार एलुमिनाई एसोसिएशन 40 लाख से करवा रहा मरम्मत

कोशी महाविद्यालय जिलेवासियों के लिए एक धरोहर है। इस महाविद्यालय में पढ़े सैकड़ों छात्र-छात्रा आज देश भर में विभिन्न पदों पर काबिज हैं। इस कॉलेज के छात्रों ने जिला ही नहीं देश में विभिन्न क्षेत्रों में खगड़िया का नाम रोशन किया है। इसके बावजूद यह कॉलेज कई दशकों से उपेक्षा का दंश झेलता रहा है। अब 70 वर्षों के बाद इस कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्रों ने इस धरोहर के जीर्णोद्धार की पहल की है। पूर्ववर्ती छात्रों ने 40 लाख की लागत से कॉलेज भवन की मरम्मत का काम शुरू किया है। इसके लिए कॉलेज के नए-पुराने प्राध्यापकों को शामिल करते हुए तीन समितियां बनाई गई है, जिसमें कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष के रूप में डाॅ. विवेकानंद को चुना गया है। पूर्व नगर सभापति मनोहर कुमार यादव को सचिव, डाॅ. रमेश कुमार को कोषाध्यक्ष सहित तीन अन्य सदस्य को इस समिति में शामिल किया गया है।
वहीं क्रय विक्रय समिति में डाॅ. राजकुमार सिंह को अध्यक्ष, डाॅ जयनंदन सिंह को सचिव सहित अन्य चार लोगों को सदस्य बनाया गया है। तीसरी निगरानी समिति में डाॅ. कपिलदेव महतो को अध्यक्ष के साथ तीन अन्य सदस्य शामिल किए गए हैं। बताते चलें कि आगामी 18 एवं 19 अगस्त को नैक मूल्यांकन टीम द्वारा कोशी महाविद्यालय का निरीक्षण किया जाना है।
डाॅ. विवेकानंद व मनोहर कुमार यादव ने बताया कि समिति द्वारा लगभग 40 लाख रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। यह राशि कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्रों से सहयोग के रूप में ली जाएगी।
पूर्ववर्ती छात्रों की बनाई गई है सूची
कोशी महाविद्यालय के लगभग 140 पूर्ववर्ती छात्रों की सूची तैयार की गई है, जिसमें लगभग 15 पूर्ववर्ती छात्रों ने समिति द्वारा निर्धारित 5001 रुपए की सहयोग राशि भेज दी है। डाॅ. विवेकानंद ने बताया कि अब तक 80 हजार रुपए सहयोग राशि प्राप्त हुए हैं। जबकि कॉलेज जीर्णोद्धार में लगभग तीन लाख तक खर्च किया जा चुके हैं।



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कोसी कॉलेज का बदल रहा है रंग और रूप।




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अब 40 मिनट पूर्व मिलेगी वज्रपात की सूचना

वज्रपात से बचाव को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमेरिकी कंपनी के साथ मिलकर सेंसर लगाने व कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। बावजूद हाल में ही बिहार में वज्रपात से दाे दर्जन जानें चली गई। इस त्रासदी को ध्यान में रखकर आपदा प्रबंधन विभाग ने वज्रपात से बचाव के लिए इंद्रवज्र नामक मोबाइल ऐप जारी किया है। इस ऐप की मदद से ठनका गिरने से जान माल की होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है। इंद्रवज्र ऐप खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए काफी लाभकारी साबित होगा।
बता दें कि ठनका गिरने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को जान-माल की क्षति ज्यादा उठानी पड़ती है। वज्रपात मामले के जानकार कर्नल संंजय श्रीवास्तव का मानना है कि मोबाइल ऐप इंद्रवज्र के उपयोग से इस प्रकार की क्षति को काफी हद तक कम किया जा सकता है। क्योंकि इस ऐप की खासियत है कि यह ठनका गिरने से पहले ही हमें सूचनाएं पहुंचा देता है।
अलार्म टोन देकर यूजर को करेगा अलर्ट
इंद्रवज्र मोबाइल ऐप कोई भी स्मार्टफोन यूजर उपयोग कर सकते हैं। मोबाइल ऐप में वज्रपात से 40 मिनट पूर्व ही अलार्म टोन के साथ यूजर को अलर्ट करेगा। साथ ही यह बताएगा कि 20 किलोमीटर की परिधि में ठनका गिरने वाला है। इससे उपयोगकर्ता को ठनका गिरने से पूर्व ही आभास हो जाएगा। जिससे व्यक्ति सुरक्षित स्थान पर जा सकता है। इस ऐप में जीपीएस के माध्यम से ठनका गिरने वाले स्थान के बारे में लोग जान जाएंगे।
मौसम के साथ तापमान भी बताएगा
इंद्रवज्र मोबाइल ऐप मौसम के पूर्वानुमान की भी जानकारी देगा। साथ ही यह स्मार्ट मोबाइल एप अधिकतम और न्यूनतम तापमान भी बताएगा। आपदा प्रबंधन विभाग ने इंद्रवज्र मोबाइल ऐप को तमाम सुविधाओं से लैस किया है। यह हर तरह से उपयोगी है।

ऐसे कर सकते हैं इस ऐप को इंस्टॉल
इंद्रवज्र मोबाइल ऐप कोई भी स्मार्टफोन यूजर आसानी से अपने मोबाइल के प्ले स्टोर से डाउनलोड कर इंस्टॉल कर सकते हैं। उसके बाद इसमें अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें। इसके बाद एक ओटीपी आएगा। फिर एक चित्र दिखेगा ऑल मोबाइल एप्लीकेशन की अनुमति के लिए अलाउ बटन पर क्लिक करें। तत्पश्चात इस ऐप को उपयोग में ला सकते हैं। इसके बाद आपको वज्रपात से संबंधित जानकारियां मिलती रहेंगी।
ठनका से पूर्व की चेतावनी
इंद्रवज्र ऐप ठनका से पूर्व की चेतावनी के साथ इससे बचाव के भी उपाय बताएगा। यदि आपके सिर के बाल खड़े हो जाएं, तो समझ लीजिए कि आपके आसपास ठनका गिरने का खतरा है। अनहोनी से बचने के लिए हाथों से बालों को ढंक कर सिर को घुटने से छुपा लें। आसमान में बिजली चमके तो पेड़ के नीचे खड़े ना हों।



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कोसी डिवीजन के 10014 छात्र फर्स्ट क्लास से उत्तीर्ण

बीएनएमयू ने पूर्णिया प्रमंडल के डिग्री पार्ट थ्री 2019 का रिजल्ट शनिवार को जारी कर दिया। परीक्षा नियंत्रक डॉ. नवीन कुमार ने बताया कि छात्र-छात्राएं वेबसाइट www.nictpatna.com माध्यम से ऑनलाइन अपना रिजल्ट देख सकते हैं। उप कुलसचिव (परीक्षा) डॉ. शशि भूषण ने बताया कि पूर्णिया डिवीजन के 7066 छात्र फर्स्ट क्लास, 11487 छात्र सेकंड क्लास उत्तीर्ण हुए हैं, वहीं 621 छात्र फेल किए हैं, जबकि 3907 का रिजल्ट पेंडिंग है। शनिवार को जारी रिजल्ट में कोसी डिवीजन के 10014 छात्र फर्स्ट क्लास, 7138 छात्र सेकंड क्लास, 325 फेल तथा 3055 का रिजल्ट पेंडिंग है। इससे पूर्व फरवरी माह में कोसी प्रमंडल के छात्रों का रिजल्ट जारी कर दिया गया था। जबकि पूर्णिया प्रमंडल के छात्रों के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं होने के कारण उस समय रिजल्ट जारी नहीं किया गया था। उप कुलसचिव ने बताया कि कोसी प्रमंडल के डिग्री पार्ट वन व पार्ट टू के मार्क्स के कारण जिनका रिजल्ट पेंडिंग रह गया था, ऐसे छात्रों के रिजल्ट में सुधार किया जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन लागू रहने के कारण प्रेस का काम बंद है। लॉकडाउन खत्म होते ही पेंडिंग छात्रों का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।



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अब तक 497 संदिग्धों की कोरोना जांच में 450 की रिपोर्ट निगेटिव

प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार तक जिले में एक भी कोरोना के संदिग्ध नहीं मिले हैं। फिलहाल जिले में ट्रेसिंग, ट्रैकिंग और टेस्टिंग का कार्य जारी है। जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी अनुसार अब तक कुल 497 संदिग्धाें की सैंपलिंग की गई है। जिनमें 450 रिपोर्ट निगेटिव आए हैं। शुक्रवार को 47 संदिग्धों की सैंपलिंग जांच हेतु डीएमसीएच दरभंगा भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी हैं। सभी संदिग्धों को रिपोर्ट आने तक सदर अस्पताल के क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है।
बीते दिनों से बाहर से आने वाले अप्रवासी मजदूरों की संख्या को देखते हुए सैंपलिंग कार्य में भी तेजी आई है। जिला प्रशासन द्वारा बाहर से आने वाले अब तक कुल 4986 लोगों का पंजीकरण किया गया है। सदर प्रखंड 315, किसनपुर 284, सरायगढ़ भपटियाही 257, पिपरा 155, त्रिवेणीगंज 257, छातापुर 702, राघोपुर 179, प्रतापगंज 154, बसंतपुर 2215, मरौना 347 व निर्मली में 121 हैं। बाहर से आने वाले सभी लोगों को जांचोपरांत उन्हें संबंधित प्रखंड मुख्यालय के क्वांरेटाइन सेंटर में 21 दिनों के लिए क्वाॅरेंटाइन किया जा रहा है। डीएम महेंद्र कुमार ने कहा है कि कोटा से आने वाले ऐसे छात्र जिनमें कोई लक्षण प्रकट नहीं हुए हैं, उन्हें होम क्वारेंटाइन में रखा जा सकता है। बशर्तें छात्रों को निर्धारित अवधि तक स्वेच्छा से सेल्फ आइसोलेशन का कराई से पालन करने का प्रपत्र जमा करना होगा।



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बीएमपी कैंपस में न कोई जाएगा न बाहर आ सकेगा, डीजीपी ने बीएमपी 5, 10 और 14 का किया निरीक्षण

एयरपोर्ट से सटे बीएमपी 5, 10 व 14 कैंपस में अब बाहरी लोगों की इंट्री नहीं होगी। साथ ही जवान-अफसर या उनके परिजन भी अब बेवजह कैंपस से बाहर नहीं निकलेंगे। वहां रहने वाले सभी जवान अफसर व उनके परिवार के सदस्यों की स्क्रीनिंग-जांच होगी। बीएमपी-14 के 5 जवानों के कोरोना संक्रमित होने के बाद शनिवार को बीएमपी परिसर का निरीक्षण करने के दाैरान डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने यह आदेश दिया।

डीजीपी के मुताबिक बहुत जरूरी होने पर इजाजत मिलने के बाद ही बाहरी लोग कैंपस के अंदर जा सकेंगे। इस दाैरान इंट्री गेट पर ही उनके सेनेटाइजेशन की व्यवस्था रहेगी। इसी तरह आवश्यक होने पर ही बीएमपी के स्टाफ या उनके घर के लोग कैंपस के बाहर निकलेंगे। डीजीपी ने कैंपस में बैरक, मेस से लेकर अन्य जगहों का जायजा लिया। इस दाैरान उन्होंने जवान-अफसरों का मनोबल भी बढ़ाया। डीजीपी के साथ बीएमपी के एडीजी आरएस भट्ठी, डीआईजी गरिमा मलिक, डीएम कुमार रवि, एसएसपी उपेंद्र शर्मा व अन्य आला पुलिस व प्रशासनिक अफसर भी माैजूद थे।

गंभीर बीमारियों से पीड़ित जवान-अफसरों की होगी पहचान

डीएम के मुताबिक बीएमपी में उन जवान या अफसरों की पहचान की जा रही है, जो किडनी, कैंसर, हार्ट, डायबिटीज जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं। ऐसे कर्मियों को फ्रंट ड्यूटी से हटा कर हल्के कामों में लगाया जाएगा, जिनमें बाहर निकलने की जरूरत नहीं हो। बीएमपी कैंपस को सेनेटाइज करने का काम शनिवार से शुरू हो गया। बीएमपी के 14 जवानों को फिल्ड ड्यूटी पर रोक लगा दी गई है। डीएम कुमार रवि ने कहा कि बीएमपी 14 के जवानों को जिला में ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी।

संक्रमित जवानों के संपर्क में आने वाले 78 का लिया गया सैंपल

बीएमपी के कोरोना जवानों के संपर्क में आनेवाले 78 लोगों का सैंपल शनिवार को लिया गया। ये सभी लोग बैरक में ही क्वारेंटाइन रहेंगे। बैरक में रहने वाले और करीब 300 लोगों की जांच कराई जाएगी। यह जानकारी सिविल सर्जन ने दी। उन्होंने बताया कि शनिवार को क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे 94 प्रवासी मजदूरों का भी सैंपल जांच के लिए लिया गया है। स्लम के 18 हजार 731 घरों की स्क्रीनिंग का काम पूरा कर लिया गया। इनमें अभी तक कोई कोरोना संदिग्ध नहीं मिला है।

सभी पुलिस लाइन व बटालियनोंका होगा सर्वे

कोरोना के खतरे को देखते हुए सभी जिलों की पुलिस लाइन से लेकर बटालियन तक का स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे कराएगी। अगर कोई संदिग्ध मिला तो उसे क्वारंेटाइन करने के साथ जांच की जाएगी। इसे लेकर पुलिस मुख्यालय ने दिशा-निर्देश दिया है। एसपी काे हर दूसरे दिन पुलिस लाइन का निरीक्षण करने के लिए कहा है।



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No one will go or come out on the BMP campus, DGP inspects BMP 5, 10 and 14




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लाॅकडाउन में दूध-दही की बिक्री 40 फीसदी तक घटी, मगर पेड़ा-रसगुल्ला की खपत में कमी नहीं

(माे. सिकन्दर) लाॅकडाउन व काेराेना संक्रमण का असर डेयरी के धंधे पर भी पड़ा है। पटना डेयरी की राेजाना बिक्री में 40 लाख रुपए तक की गिरावट आई है। दूध, दही, लस्सी समेत अन्य प्राेडक्ट की सप्लाई में राेजाना करीब 40 प्रतिशत की कमी आई है। सर्दी-खांसी हाेने के डर से लोगों ने आइसक्रीम का सेवन करना पूरी तरह बंद कर दिया है। इससे आइसक्रीम की बिक्री जीराे पर आगई है। दूध की बिक्री राेजाना 75 हजार लीटर कम हाे रही है।

अभी 2.25 लाख लीटर ही सप्लाई हाे रही है। दही की खपत राेजाना 8 टन पर आगईहै, जाे पहले 25 टन हुआकरती थी। गर्मी में हर साल डेढ़ लाख पाउच की राेजाना सप्लाई हाेती थी जो अभी मात्र 35 हजार हाे रही है। मट्ठा 5 हजार पाउच से गिरकर एक हजार पर आगया है। पनीर की राेजाना 5 टन सप्लाई हाेती थी, वह गिरकर 3 टन पर आगई है। राहत की बात यह है कि पेड़ा, रसगुल्ला की खपत में कमी नहीं हुई है।

दूध कम बिकने से बन रहा पाउडर
सहकारी समितियाें से पटना डेयरी में राेजाना करीब 3.50 लाख लीटर दूध आरहा है। डेयरी ने किसानाें से दूध लेना बंद नहीं किया है। दूध की सप्लाई 2.25 लाख लीटर है। करीब 40 हजार लीटर के मिल्क प्राेडक्ट बन रहे हैं। शेष बचे 85 लाख लीटर दूध का राेजाना पाउडर बनाया जा रहा है।

ये बोले अधिकारी

  • राेजाना 35 से 40 लाख के राजस्व में कमी आई है। किसान से दूध पहले की तरह ले रहे हैं। दूध का पाउडर बनाया जा रहा है।-एसएन ठाकुर, एमडी, पटना डेयरी
  • हम पहले राेजाना 20 हजार लीटर दूध सप्लाई कर रहे थे अब 30 हजार लीटर कर रहे हैं। दही की खपत लाॅकडाउन से पहले राेजाना 2.5 लाख टन थी अब 3.5 लाख टन हाे गई है। हाेम डिलिवरी बढ़ी है। -हेमंत कुमार, एमडी, नेचुरल डेयरी अमूल


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पनीर की राेजाना 5 टन सप्लाई हाेती थी, वह गिरकर 3 टन पर आ गई है। राहत की बात यह है कि पेड़ा, रसगुल्ला की खपत में कमी नहीं हुई है।




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आर्थिक तंगी से परेशान युवक ने की आत्महत्या, लॉकडाउन में 47 दिनों से बंद था धंधा

शहर के विष्णुपद थाना के नई सड़क उपरडीह मुहल्ले में शनिवार सुबह एक युवक ने आर्थिक तंगी के कारण फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया। घटना की जानकारी के बाद मुहल्ले के लोग सन्न रह गए। सूचना के बाद विष्णुपद थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया।
बताया जा रहा कि 38 वर्षीय राजेश राउत का छोटा-मोटा पेड़ा का कारोबार विष्णुपद मंदिर के समीप चलता था। कोरोना संक्रमण के बाद लॉकडाउन के बीच उसका कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया था। पिछले 47 दिनों से उसका धंधा बंद था तो दूसरी ओर घर चलाने के लिए पैसे की कमी होने लगी थी। एक सप्ताह से तंगी बढ़ने लगी थी, जिससे परिवार के लोग परेशान थे। राजेश ने कई लोगों से मदद मांगी पर किसी ने पांच सौ की भी मदद नहीं की। पति की मौत के बाद पत्नी विभा का बुरा हाल था। वह दहाड़ें मारकर रोते हुए कहे जा रही थी, यदि किसी ने भी मेरे पति को सिर्फ 500 रुपए दे दिए होते तो मेरा पति सलामत होता।

किसी ने नहीं की मदद, बच्चों के दूध के पैसे जुगाड़ नहीं कर पाया तो दे दी जान

मदद नहीं मिलने से राजेश की हताशा बढ़ती ही जा रही थी। पत्नी और बच्चों की उदासी देखी नहीं जा रही थी। डेढ़ माह में जमा रुपए निकल गए थे। खाना तो दूर, बच्चों के लिए दूध तक के पैसे नहीं थे। राजेश ने राशन कार्ड नहीं होने की स्थिति में नाम जुड़वाने के लिए भी काफी हाथ-पांव मारा, तो उसमें भी सफल नहीं हो सका। आखिरकार पंखे से साड़ी को फंदा लगाकर शनिवार को खुदकुशी कर ली।



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Financially strapped youth commits suicide, business was closed for 47 days in lockdown




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सहरसा को चाहिए 50 डॉक्टर, 43 माह में स्वास्थ्य विभाग को भेजे गए 11 पत्र, तैनाती का है इंतजार

जिले के सरकारी अस्पतालों को 50 डॉक्टर चाहिए। इसके वास्ते जिले से स्वास्थ्य विभाग को पिछले 43 महीनों में 11 पत्र भेजे गए। तैनाती का इंतजार है। पहला पत्र 27 सितंबर 2016 को भेजा गया। सिविल सर्जन ने भेजा। डीएम ने 18 नवंबर 2016 को पत्र भेजा। सिविल सर्जन के हालिया पत्र के अनुसार सदर अस्पताल में अधीक्षक, उपाधीक्षक, अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा प्रभारी (गैर संचारी रोग) नहीं हैं। न्यूनतम जरूरत से भी कम डॉक्टर हैं। सेवा देने में कठिनाई है। आईसीयू को व्यवस्थित करने में दिक्कत है।

तत्काल 2 गाइनोकोलॉजिस्ट, एक रेडियोलॉजिस्ट, एक मूर्छक, एक पैथोलॉजिस्ट तथा 5 जनरल डॉक्टर तैनात किए जाएं।’ इधर, श्री उग्रतारा स्थान न्यास समिति के उपाध्यक्ष प्रमील कुमार मिश्र ने बताया कि उन्होंने भी स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया है। बहरहाल, पत्र में सौरबाजार, पचगछिया पीएचसी में 4-4, नवहट्‌टा, सदर में 2-2, सोनवर्षा, सिमरी बख्तियारपुर, महिषी, सलखुआ, बनमा इटहरी व पतरघट पीएचसी में 3-3, रेफरल अस्पताल (नवहट्‌टा) में 3 तथा अनुमंडलीय अस्पताल (सिमरी बख्तियारपुर) में भी पांच डॉक्टरों को देने की चर्चा है।



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रेड जोन में शामिल सूरत से स्पेशल ट्रेन से गया पहुंचे बिहार के 1343 प्रवासी, दो संदिग्ध मिले

देश भर में कोरोना संक्रमण को लेकर रेड जोन में शामिल सूरत, जहां 855 संक्रमित वहां से श्रमिक स्पेशल ट्रेन 16:30 बजे ( शाम साढ़े चार) में गया जंक्शन पहुंची। ट्रेन से बिहार के विभिन्न जिलों के 1343 प्रवासी उतरे। इसमें गया जिला के 145 लोग शामिल थे। प्लेटफॉर्म एक पर रुकी ट्रेन से उतरे सभी प्रवासियों को कतारबद्ध कर थर्मल स्क्रीनिंग, हाथ पर क्वारेंटाइन मुहर व पंजीकरण के बाद प्लेटफॉर्म से बाहर निकाला गया। जांच के दौरान दो संदिग्ध मिले वहीं 25 लोगों का रैंडम सैंपलिंग ली गई।

जंक्शन परिसर में खड़ी बसों से बिहार के विभिन्न जिलों में उनके गंतव्य के लिए भेजा गया। लौटने वालों में काफी संख्या में महिलाएं व बच्चे शामिल थे। वहीं जिला प्रशासन की ओर से प्लेटफॉर्म से बाहर निकलने पर श्रमिकों को फूड पैकेट व पानी उपलब्ध कराया गया। व्यवस्था के लिए बनाए गए वरीय स्टेशन प्रभारी सह नगर निगम आयुक्त सावन कुमार के अलावे स्टेशन डायरेक्टर जेपी भरती, स्टेशन प्रबंधक केके त्रिपाठी, आरपीएफ सहायक सुरक्षा आयुक्त मनोज सिंह चौहान, रेल पुलिस डीएसपी सुनील कुमार आदि शामिल थे।

145 यात्री गया जिले के थे, सभी को क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा गया

गुजरात के सूरत से शनिवार की शाम आई ट्रेन के यात्रियों का स्क्रीनिंग स्वास्थ्य टीम की ओर से की गई। इस टीम के नोडल पदाधिकारी डॉ. उदय मिश्रा ने बताया कि स्क्रीनिंग में दो यात्री संदिग्ध पाए गए। इन संदिग्धों को नमूना लेकर उसे जंक्शन परिसर में स्थित होटल अर्णव में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। इसके अलावा यात्रियों में 25 यात्रियों का रैंडम सैंपलिंग भी किया गया। सभी सैंपल को जांच के लिए पीएमसीएच पटना भेज दिया गया है। डॉ. मिश्रा ने बताया कि ट्रेन से कुल 145 यात्री गया जिले के थे जिन्हें बोधगया स्थित क्वारेंटीन सेंटर में भेज दिया गया है।



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1343 migrants from Bihar arrived by special train from Surat in Red zone, two suspects found




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24 घंटे में 50 नए केस आए, संक्रमितों का आंकड़ा पहुंचा 629; 37 जिले कोरोना की चपेट में

बिहार में पिछले तीन दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। शनिवार दोपहर से रविवार सुबह तककोरोना के 50 मामले सामने आए हैं। इसमें 32 प्रवासी मजदूर हैं जो दूसरे राज्यों से लौटे हैं। शनिवार को 32 केस सामने आए थे। रविवार को 18 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इसमें सहरसा और मधेपुरा के 7-7, दरभंगा के दो और बेगूसराय-अररिया के एक-एक मरीज शामिल हैं। अच्छी खबर ये है कि पिछले 24 घंटे में 51 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं।

37 जिलों में फैला संक्रमण
बिहार के 37 जिलों में कोरोनावायरस का संक्रमण फैल गया है। शनिवार को मुजफ्फरपुर में भी कोरोना के तीन मामलों की पुष्टि हुई है। सिर्फ जमुई ही ऐसा जिला बचा है जहां अब तक कोरोना के मरीज नहीं मिले हैं।

ये तस्वीर बिहार के जमुई जिले की है जहां अब तक कोरोना का संक्रमण नहीं फैला है। यहां करीब दो सौ लोग आहर में मछली पकड़ने आए हैं।

रिकवरी में बिहार चौथे नंबर पर
बिहार के लिए अच्छी बात यह है कि कुल संक्रमित मरीजों में से 54% इस वायरस को हराने में सफल रहे हैं। यह राष्ट्रीय औसत से अधिक है। राष्ट्रीय औसत 29 फीसदी है। शनिवार को राज्य के 51 लोगों ने कोरोना को मात दी। अभी तक 318 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।

बक्सर-कैमूर में तेजी से ठीक हो रहे मरीज
पिछले दिनों बक्सर और कैमूर में तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही थी। लेकिन, अब दोनों जिलों में मरीज तेजी से रिकवर हो रहे हैं। बक्सर के 56 में से 54 और कैमूर के 32 में से 27 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। बिहार का गया ही एकमात्र जिला हैजहां अब तक सभी मरीज ठीक हो चुके हैं। यहां अब तक 6 केस आए और सभी स्वस्थ हो गए।

पटना के बीएमपी-5 में निरीक्षण करने पहुंचे डीएम कुमार रवि और एसएसपी उपेंद्र शर्मा। यहां जवान कोरोना संक्रमित हो गए हैं।

आरा: नया मरीज मिलने से डर कायम
आरा जिले में अब तक 18 केस मिले जिसमें सभी लोग स्वस्थ हो गए। शनिवार को नया केस मिलने के बाद फिर हड़कंप मच गया। अगिआव प्रखंड में नया केस सामने आया है। एक ओर जहां जिले के सभी मरीजों के स्वस्थ होने से लोग राहत में थे वहीं, नया मरीज मिलने से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।

हॉट स्पॉट मुंगेर: 24 घंटे में दो नया केस
हॉट स्पॉट मुंगेर में पिछले 24 घंटे में दो नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इससे पहले तीन दिनों तक यहां कोई नया केस सामने नहीं आया था। जो दो नए केस सामने आए हैं वे खड़गपुर के क्वारैंटाइन सेंटर में पिछले दो दिनों से रह रहे थे। जिले में दूसरे राज्यों से आए लोगों से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। मुंगेर में अब तक कोरोना के 104 मरीज मिले जिसमें 43 ठीक होकर घर लौट गए और 58 का इलाज चल रहा है।

बक्सर: कंटेंटमेंट एरिया नया भोजपुर में 63 लोगों पर केस दर्ज
बक्सर के कंटेंटमेंट एरिया नया भोजपुर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 63 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस दिन भर सभी इलाकों में गश्त कर रही है और सख्ती से लॉकडाउन का पालन करा रही है। जिले में अब तक 56 मरीज मिले हैं जिसमें 54 ठीक हो गए।

कोरोना से प्रभावित टॉप 10 जिले-

जिला मरीज ठीक हुए मौत
मुंगेर 104 43 1
रोहतास 59 40 1
बक्सर 56 54 0
नालंदा 40 35 0
सीवान 33 26 0
कैमूर 32 27 0
बेगूसराय 26 8 0
मधुबनी 24 0 0
गोपालगंज 18 17 0
भोजपुर 19 10 0


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ये तस्वीर पटना के कंटेंटमेंट जोन खाजपुरा की है जहां कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को भी खाजपुरा के पांच नए मरीज मिले थे।




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सोशल डिस्टेंसिंग भूला प्रशासन; बस में 44 तो पिकअप वैन में 28 सवारियां

पिछले करीब डेढ़ माह से जेम्काे में फंसे बिहार के गया और औरंगाबाद के 44 लाेगाें काे शनिवार काे बस से वापस उनके घर भेजा गया। ये लाेग शादी समाराेह में भाग लेने 22 मार्च काे आए थे। लेकिन लाॅकडाउन के कारण फंस गए। विधायक सरयू राय के प्रयास से जिला प्रशासन ने इन्हें बिहार भेजने के लिए एक बस का पास जारी किया था। 50 सीटर बस में सभी 44 लाेग ठूंस कर भेजे गए। एक सीट पर दाे लाेग बैठे थे।
इसमें साेशल डिस्टेंसिंग का तनिक भी ख्याल नहीं रखा गया। आम लाेगाें काे साेशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाने वाले प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी पास जारी करते समय इसे भूल गए। पास पर बाकायदे 45 लाेग (44 और एक ड्राइवर) लिखा हुआथा, लाेगाें के फंसे हाेने की सूचना सरयू राय काे मिली। उन्हाेंने पास और बस की व्यवस्था कराई। लाेगाें काे लेकर बस शाम करीब छह बजे जेम्काे चाैक से खुली।

जेएनएसी ने दिया सामुदायिक भवन में ठहरने का परमिशन

इन लाेगाें काे वधू पक्ष ने जेम्काे आजाद बस्ती स्थित सामुदायिक भवन में ठहराया था। विधायक के समर्थकाें ने इसके लिए जेएनएसी से अनुमति ली थी। सरयू राय की पार्टी भाजमाे के रामनारायण शर्मा ने बताया कि कार्यकर्ताओंके सहयाेग से लाेगोंके ठहरने से लेकर भाेजन आदि की व्यवस्था की गई।

आजाद बस्ती मानगो में खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़

मानगो आजादबस्ती रोड नंबर दो में बाजार में खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा। कोरोना से बचाव के लिए मुस्तैद रहने वाले पुलिस के जवान कहींं नहीं दिखे। रमजान का महीना शुरू हुआ है तब से इलाके की दुकानें खुल रही हैं।

407 में भरकर पटमदा से पुरुलिया गए लोग

पोटका से 407 वाहन पर सवार होकर 28 लोग पुरुलिया जा रहे थे। साकची में कीनन स्टेडियम के पास चेकपोस्ट पर पुलिस ने उन्हें थोड़ी देर के लिए रोका। फिर पूछताछ कर छोड़ दिया। इस तरह का नजारा शहर के प्राय: हर चेकपोस्ट पर देखने को मिल रहा है, लेकिन अधिकारी मौन हैं।

लाेगाें के फंसे हाेेने की सूचना पर कराई व्यवस्था
जेम्काे में शादी समाराेह में भाग लेने आए लाेगाें के डेढ़ माह से फंसे हाेने की सूचना मिली थी। इसके बाद जिला प्रशासन से बात कर उन्हें बिहार भेजने के लिए पास की व्यस्था कराई गई। एक बस से कुल 44 लाेग भेजे गए।
-सरयू राय, विधायक, जमशेदपुर पूर्वी



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Social Distancing Forgotten Administration; 44 in a bus and 28 in a pick-up van




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लाॅकडाउन से देश के 40 कराेड़ मजदूराें की हालत खराब: फुरकान

पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन के फैसले से लगभग 40 करोड़ मजदूरों की हालत सबसे खराब हो गई है और भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।लॉकडाउन में किसको फायदा और किसको सबसे ज्यादा नुकसान हुआ इसकी आकलन करने की आवश्यकता है। लॉकडाउन का सबसे ज्यादा मार गरीबों पर पड़ा है। मजदूर संसाधन के अभाव में पैदल ही अपने घर गांव के लिए निकल पड़े हैं। कई लोग तो रास्ते में ही दम तोड़ दिए हैं और औरंगाबाद की घटना ने तो सब के रोंगटे खड़े कर दिए। जब 16 मजदूर की मौत ट्रेन से कटकर हो गई। मोदी सरकार ने मजदूरों को लाने के लिए कोई भी ठोस निर्णय नहीं लिया। जिस कारण लोगों की जान जा रही है। अमीर लोगों को लाने के लिए जहाज भेजते हैं और गरीबों को ट्रेन से कटने के लिए सड़क पर छोड़ देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की यह पुरानी नीति है। पूर्व में भी नोटबंदी के समय पूरे देश के लोगों को सड़क पर ला दिया जिसका मार सिर्फ गरीबों पर पड़ा। आज इस लॉक डाउन में भी सिर्फ गरीब वर्ग त्राहिमाम हैं।



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40 वर्ष पूर्व बना कंकराला माइनर आरडी 9 पर टूटा, 35 फीट के कटाव से बिजाई की वरीयता बाधित

आईजीएनपी की पूगल ब्रांच से निकलने वाला 40 साल पुराना कंकराला माइनर जर्जर होकर शुक्रवार रात को टूट गया। इससे आरडी 9 के आस-पास के खेतों में पानी भर गया। माइनर में करीब 35 फीट का कटाव आ गया। हालांकि खेतों में सरसों, चना व गेहूं की फसलें निकालने के बाद कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन आगामी फसलों की बिजाई के लिए तैयार की गई जमीन खराब हो गई। कई किसानों की बिजाई की वरीयता टूट गई। किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों व क्षेत्रीय विधायक गोविंदराम मेघवाल को माइनर टूटने की जानकारी दी। इसके बाद शनिवार को विभागीय अधिकारी व खाजूवाला प्रधान सरिता चौहान मौके पर पहुंची। टूटे माइनर को सही करने का कार्य प्रारंभ किया गया। वहीं दूसरी ओर किसान मुमताज खान पड़िहार ने माइनर टूटने से बाधित हुई वरीयता का पानी दुबारा देने की मांग की है। माइनर की पूर्ण मरम्मत की मांग भी उठाई है। माइनर की मरम्मत के लिए विधायक गोविंदराम मेघवाल ने दो लाख रुपए स्वीकृत किए हैं।



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40 years ago on Kankrala Minor Rd 9 broken, 35 feet erosion interrupted sowing preference




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अब जिले के 14 थाना क्षेत्राें में हाॅट-स्पाॅट

अजमेर जिले में लगातार काेराेना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से पुलिस और जिला प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। अब तक जिले में करीब 14 थाना क्षेत्रों में हाॅट-स्पाॅट बन चुके हैं।

शनिवार काे शहर में जो पॉजिटिव केस सामने आए, उनमें से आदर्श नगर, अजयनगर, परबतपुरा, बड़ल्या, पंचशील और मानसिंह होटल के क्वारेंटाइन सेंटर के लोग हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए अजमेर में अजयनगर के एक किमी क्षेत्र में और आदर्शनगर थाना क्षेत्र के कुछ इलाकाें में कर्फ्यू लगा दिया गया है। केकड़ी में भी कर्फ्यू लगा दिया गया हैं।

यहां काजीपुरा क्षेत्र से एक कोरोना संक्रमित पॉजिटिव आया है। शनिवार काे यहां पुलिस अधीक्षक कुंवर राषट्रदीप ने दौरा भी किया। नसीराबाद शहर एवं अजमेर उपखण्ड के जाटिया गांव व आसपास के क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है। नसीराबाद शहर का सम्पूर्ण सीमा क्षेत्र ‘जीरो मोबिलिटी एरिया’ घोषित किया गया है।

जाटिया गांव व आसपास भी कर्फ्यू लगाया गया है तथा आदर्श नगर थाना क्षेत्र के कुछ इलाकों में प्रशासन ने सख्ती से कर्फ्यू लागू करने तथा इस दौरान आमजन को राहत देने के लिए राशन, दूध व सब्जी वितरण की पूरी तैयारी कर ली है।

अजयनगर कालाेनी के आसपास इन इलाकाें में कर्फ्यू

अजयनगर कॉलोनी के चारों ओर एक किलोमीटर के क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू की गई है। यह क्षेत्र अब जीरो मोबिलिटी जोन में होगा। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर विशाल दवे ने बताया कि अजयनगर कॉलोनी को केंद्र बिन्दु मानते हुए इसके चारों ओर के एक किलोमीटर के दायरे को जीरो मोबिलिटी क्षेत्र घोषित किया गया है।

इसे लॉकिंग एरिया मानते हुए जन साधारण का सख्ती से आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। पीर बाबा की मजार का क्षेत्र, झूलेलाल कॉलोनी, साई बाबा कॉलोनी, यूआईटी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, संस्कार कॉलोनी, बाढ़ पीडित कॉलोनी, विवेकानंद कॉलोनी, अजयनगर चौराहा, जीवतराम कॉलोनी और सांसी बस्ती से भगवानगंज स्कूल तक दांयी तरफ का क्षेत्र कर्फ्यू में शामिल किया गया है।

उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों के व्यक्ति कोई आवागमन नहीं करेंगे। चिकित्सा सेवाओं को छोड़कर सभी औद्योगिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठान, सामूहिक मानवीय आवागमन प्रतिबंधित रहेगी। इस क्षेत्र के एंट्री प्वाइंट्स पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था रहेगी। दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति जिला रसद अधिकारी द्वारा डोर-टू-डोर डिलेवरी के माध्यम से ही कराई जाएगी।

यह भी बन गए हाॅट-स्पाॅट

पॉजिटिव पंचशील गणेश ग्वाडी क्षेत्र में भी पाए जाने से क्रिश्चियन गंज पुलिस थाना क्षेत्र भी इसकी जद में आ गया है। पूर्व में अजमेर के कोतवाली, क्लाक टावर, गंज, दरगाह पुलिस थाना क्षेत्रों में ही कर्फ्यू लगा हुआ था। इस दौरान अलवर गेट व रामगंज क्षेत्र में कर्फ्यू जैसी ही सख्ती की गई थी। अब गणेश ग्वाली क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मिलने से क्रिश्चियन गंज थाना क्षेत्र में भी सख्ती बढ़ा दी गई है।

पंचशील नगर गणेश गुवाड़ी क्षेत्र में महिला के पॉजिटिव मिलने से अब क्रिश्चियनगंज पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में दुकानें बंद करवा दी हैं। वैशाली नगर में हाेटल मानसिंह में क्वारेटाइन सेंटर में एक व्यक्ति पाॅजीटिव पाया गया है, चूंकि यह पहले से ही क्वारेंटाइन था, इसलिए आसपास के लाेगाें का इसका संपर्क नहीं हुआ, इसलिए इस क्षेत्र में जीराे माेबिलिटी की जरूरत नहीं मानी जा रही है।

जिले के 14 थाना क्षेत्र में कर्फ्यू जैसे हालत हैं। इन इलाकाें में दुकानें बंद कराई गई है और लोगों को घरों पर ही आवश्यक वस्तुएं सप्लाई किए जाने की व्यवस्था की गई है। आदर्शनगर थाना क्षेत्र में नसीराबाद राेड से बालूपुरा राेड पर तिरूपति वाॅटर केम्पर के दाहिनी तरफ मकान नंबर 81 से 84 ए तक और बाएं और मकान संख्या 86 से 90 तक सतगुरु प्राेविजन स्टाेर तक के इलाके काे कर्फ्यू ग्रस्त घाेषित किया गया है।



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Now hot-spots in 14 police station areas of the district




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45 डिग्री पारे में रेगिस्तान के जहाज का भी गला सूखा, रुककर तर किया

रेगिस्तान में तपती रेत और लू के थपेड़ों का असर इंसानों के साथ पशुओं पर भी दिखने लगा है। फलौदी में शनिवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री दर्ज किया गया। ऐसी तपिश में पीने को पानी मिल जाए तो मानो यहीं समंदर है। इसी जद्दोजहद में शनिवार को प्रतापसर के देवराजगढ़ गांव में लगे एयरवॉल पर अपने सूखे कंठ को तरबतर करने की कोशिश में करता दिखा रेगिस्तान का जहाज़ ऊंट।



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The desert ship was also strangled in 45 degree Hg, halted and drenched




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गर्मी के तीखे तेवर, पारा 42.6 डिग्री

शहर में शनिवार को पारा 42.6 डिग्री पर पहुंच गया। गर्मी के तीखे तेवराें ने शहरवासियों का हाल-बेहाल कर दिया। न्यूनतम पारे में 4.8 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई।

दोपहर में धूप की तेजी ने शहर को तपा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शनिवार को अधिकतम पारा 42.6 तथा न्यूनतम पारा 30.4 डिग्री रहा।

शुक्रवार को अधिकतम पारा 42.3 तथा न्यूनतम पारा 25.6 डिग्री रहा। शनिवार को सुबह की आर्द्रता 33 और शाम की आर्द्रता 10 प्रतिशत रही। शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को अधिकतम पारे में 0.3 और न्यूनतम पारे में 4.8 डिग्री की बढ़ोतरी हुई।



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Hot summer heat, mercury 42.6 degrees




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1.54 करोड़ की लागत से सुधरेगी रतनगढ़ शहर की सड़कों की हालत

नगरपालिका प्रशासन एक करोड़ 54 लाख रुपए खर्च कर शहर के 35 वार्डों की क्षतिग्रस्त प्रमुख सड़कों को दुरुस्त करेगी। पालिका प्रशासन ने गुरुवार से यह काम शुरू कर दिया है। सभी सड़कों की मरम्मत मानसून सत्र से पूर्व करवा दी जाएगी। पालिकाध्यक्ष लीटू कल्पनाकांत ने बताया कि 22-22 लाख रुपए सात पैकेज इस कार्य के लिए बनाए गए हैं तथा शहर की वे समस्त सड़कें, जो क्षतिग्रस्त है, उनकी मरम्मत की जा रही। जिन सड़कों पर पैचवर्क की आवश्यकता होगी, वहां पैचपर्क और जहां रिकारपेट की जरूरत है, वहां रिकारपेट किया जाएगा। गुरुवार को स्टेशन रोड पर पुलिस चौकी से लेकर वेद विद्यालय की सड़क पर रिकारपेट का कार्य शुरू कर दिया गया है।



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The condition of Ratangarh city roads will improve at a cost of 1.54 crores




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जनूथर से अपनाघर को भेजा 45 क्विंटल गेहूं

जनूथर की अपना घर सेवा समिति सदस्यों ने जनसहयोग से एकत्रित रसद सामग्री को अपनाघर आश्रम भरतपुर भेजा। रसद सामग्री से भरे तीन वाहनों को नायब तहसीलदार कैलाश मीणा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर सेवा समिति के ब्लॉक संयोजक चन्द्रभान शर्मा एवं समिति डीग अध्यक्ष मान सिंह यादव मौजूद रहे। जानकारी के अनुसार रसद सामग्री के रूप में 45क्विंटल गेहूं, 13कट्टा चीनी, 14 कट्टा चावल, 2 कट्टा सूजी, 8 पीपा सरसों का तेल,चने की दाल व आटा सहित अन्य खाद्य सामग्री भेजी गई है। चन्द्रभान शर्मा ने बताया कि इस मौके पर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी की गई।



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अब तक 10 हजार 244 लोग हुए लाभान्वित

जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि लॉकडाउन के चलते कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों का उपचार करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुरू की गई मोबाइल ओपीडी वैन आम रोगियों के वरदान साबित हो रही है। इस मोबाइल ओपीडी सुविधा से कंटेन्मेंट जोन तथा अन्य प्रभावित क्षेत्रों में आमजन को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो रही है।

उन्होनें बताया कि लॉकडाउन में आमजन को जांच एवं दवा वितरण की सेवाएं मोबाइल ओपीडी वैन के मध्यम से दी जा रही है. धौलपुर जिले के 6 उपखंडों में वर्तमान में 11मोबाइल मेडिकल ओपीडी वैन संचालित की जा रही है.जिनमे गत 23 तारीख से शुरू हुए मोबाइल ओपीडी सुविधा के दौरान प्रारम्भ में 6 मोबाइल ओपीडी संचालित थी। जिन्हें बढ़ाकर 11 कर दिया है। मोबाइल मेडिकल ओपीडी वैन से शहरी क्षेत्रा और सभी उपखण्डों में विभिन्न स्थलों पर लोगों की जांच एवं उपचार किया जा रहा है, जिनमें पुरूष, महिला व बच्चे भी शामिल हैं।

इस मोबाइल मेडिकल ओपीडी वैन में नियुक्त चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ सर्दी, जुकाम, बुखार, मधुमेह, हाईपरटेंशन की जांच एवं उपचार के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच कर रहे हैं.अब तक जिले में कुल 10 हजार 244 लोगों को निःशुल्क जाँच व उपचार की सुविधा उपलब्ध हो चुकी है। उन्होनें सीएमएचओ को निर्देश दिए है कि अधिक से अधिक लोगों तक मोबाइल ओपीडी सुविधा का लाभ पहुंचना चाहिए।



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नेहरू युवा केंद्र ने 400 घरों में होम्योपैथिक दवा बांटी

कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, आयुष मंत्रालय के निर्देशानुसार भारत सरकार युवा मामले एवं खेल मंत्रालय, नेहरू युवा केंद्र की आर से लोगों की रोग प्रतिकारक शक्ति को बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक दवा का वितरण किया गया। इस दौरान भटार सर्वोदय सोसाइटी एवं अन्य इलाको के 400 परिवारों के 2000 लोगों में दवा बांटी गई।

इसके अलावा लोगों को आरोग्य सेतु एप, सोशल डिस्टेंस के बारे में समझाया गया। इस दौरान जिला युवा समन्वयक सचिन शर्मा, युवा सलाहकार समिति के दीपक जायसवाल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक जीवन राजपूत और सामाजिक कार्यकर्ता उम्मेद वर्मा, आशीष पटेल मौजूद थे।



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Nehru Yuva Kendra distributed homeopathic medicine in 400 homes




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प्रवासियाें का आगमन शुरू, 30 राज्यों से 18 हजार लोग करा चुके पंजीयन, 14 दिन रहना होगा क्वारेंटाइन

लॉकडाउन-3 प्रशासन और आमजन के लिए दोहरी चुनौती बन गया है। मात्र 15 दिन में ही जिले में कोरोना पॉजिटिव केस 126 पार हो गए। दूसरी ओर इन्हीं दिनों में अन्य राज्यों से प्रवासियों का आना भी शुरू हो गया। अन्य राज्यों में रह रहे श्रमिकों के बाद अब अन्य कारणों से अटके अन्य प्रवासियों को भी लाने की कवायद चल रही है। करीब 18 हजार प्रवासियों ने जिले में आने के लिए पंजीयन कराया है।
सीएम अशोक गहलोतकी मंशा और सरकार केनिर्देश के बाद जिलाप्रशासन इनकी तैयारी मेंभी जुटा है। गृह राज्य वजिले में आने के लिएआन लाइन पंजीयन जरूरी है। भास्कर की जानकारी में सामने आया कि करीब 30 राज्यों से अब तक 18 हजार लोग जिले में आने के लिए पंजीयन करा चुके हैं। विभिन्न वाहनों से आने का क्रम एक सप्ताह से शुरू भी हो चुका है।
कलेक्टर चेतन देवड़ा ने इसके लिए मातहत अधिकारियों को निर्देश जारी कर रखे हैं। प्रभारी अधिकारी सीईओ नेएसडीएम, तहसीलदारों वबीडीओ को गाइडलाइन जारी की। जिले में आने के इच्छुक लोगों का गुरुवार रात 8 बजे तक आंकड़ा 14265 था, जो दो दिन में बढ़कर 18325 पहुंच गया। हमारे जिले के सबसे ज्यादा लोग बिहार, गुजरात, झारखंड, एमपी, यूपी, पश्चिम बंगाल में फंसे हैं।
ये 790 लोग ट्रेन से यहां आना चाहते हैं
प्रशासन के पास आए ऑनलाइन आवेदन के अनुसार जिले के 790 लोग ट्रेन से आना चाहते हैं। इसमें सबसे अधिक बिहार से 543, महाराष्ट्र से 26, आंधप्रदेश 15, कर्नाटक 2, केरला 7, तमिलनाडु 10, जम्मू-कश्मीर 4, गोवा 2, हिमाचल प्रदेश 1, उत्तराखंड 3, छतीसगढ 2, तेलंगाना 3, वेस्टबंगाल 66, झारखंड 89, मणिपुर 3, ओडिसा 11, मेघालय व आसाम 3-3 है।
जानिए किन राज्यों में हमारे जिले के कितने लोग फंसे हैं
मध्यप्रदेश 1812, उत्तरप्रदेश 3969, बिहार 3350, गुजरात 735, झारखंड 1210, दिल्ली 55, कर्नाटक 179, केरला 84, महाराष्ट्र 842, मणिपुर 15, मेघालय 6, नागालैंड 10, ओडिसा 166, पंजाब 157, सिक्कम 6, तमिलनाडु 147, तेलंगाना 169, त्रिपुरा 4, उत्तराखंड 68, वेस्टबंगाल 716, अंडमाननिकोबार 1, आंध्रप्रदेश 220, आसाम 30, चंडीगढ 8, छत्तीसगढ 101, दादर एंड नागरहवेली 14, दमन-दीप 3, गोवा 13, हरियाणा 91, हिमाचलप्रदेश 20, जम्मू कश्मीर में 23 लाेग अटके हैं।
केरल से लेकर सीमा पार नेपाल तक फंसे हैं हमारे जिले के लोग
महाराष्ट्र के चंद्रपुर,तेलंगाना, गुजरात केअहमदाबाद, भावनगर व गांधीनगर, केरल केकुडुपी एयरपोर्ट रोड,नेपाल में कपडेटी जिला बुरबल ईरा भट्टी, हरियाणा के कैथल,महाराष्ट्र के जलकी बोर्डर,आंध्रप्रदेश के चितुर,तमिलनाडु के वैलूर, गोवा के करौली, महाराष्ट्र के ठाणे, पूणे व मुंबई सहित कई जगह जिले के ऐसे सैकडों लोग फंसे है, जो आइसक्रीम या अन्य छोटे मोटे काम करते हैं। एआईसीसी सदस्य पूर्व विधायक सुरेंद्रसिंह जाड़ावत ने कहा कि ज्यादातर प्रवासी राजस्थानी मजदूर वर्ग से हैं। इनकी स्थिति कमजोर है। इसलिए कुछ प्रोत्साहन राशि व भोजन सामग्री के किट भी बनवाकर दिए जाएं।
बाॅर्डर चेक पोस्ट पर पंजीयन के साथ आरोग्य सेतु एप भी डाउनलोड करने को कहा... कलेक्टर चेतन देवड़ा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले की बार्डर चेकपोस्ट पर प्रवासियोंका मेडिकल चेकअप व पंजीयन हर हाल में किया जाएं। प्रवासी के मोबाइलपर rajcovidinfo app एवं आरोग्य सेतु एपडाउनलोड करवाएं। जिनमें कोई लक्षण नहीं है या स्वस्थ है, उनको 14 दिन होम क्वारेंटाइन किया जाए।
एकीकृत काॅल सेंटर और मोबाइल एप पर पंजीयन ... अधिकारियों के अनुसार राजस्थान के श्रमिकों या प्रवासियों को राज्य में लाने के लिए एकीकृत काॅल सेंटर लगाया है। आॅनलाइन नाम आने के बाद दोनों राज्यों की सरकार निर्णय करेगी। मोबाइल एप भी पंजीयनके लिए जारी किया है।
आने के बाद 14 दिन क्वारंटाइन रहना होगा... प्रवासियों को जिले में आने के बाद 14 दिन होम क्वारंटाइन रहना होगा। सभी एसडीओ, बीडीओ और बीसीएमओ इस पर नजर रखेंगे। संक्रमण प्रभावित जगह से आने वालाें काे एंबुलेंस से हाईवे से ही पिकअप कर निर्धारित अस्पताल लाने की व्यवस्था करेंगे। किसी भी परिस्थिति में प्रवासी को पीएचसी या सीएचसी नहीं भेजा जाना है।
प्रवासी राजस्थानियों वश्रमिकों को लाने के लिए राज्य सरकार की गाइडलाइन अनुसार कार्य किया जा रहा है। ऑनलाइन पंजीयन और स्वीकृति का प्रोसेस है। दोनों राज्यों की इसमें सहमति होगी। तबही लोग रिलीज हो पाएंगे। प्रशासन ने तैयारियां कर रखी हैं। लोगों के आते ही क्वारंटाइन सेंटरों में ले लिया जाएं। - मुकेश कलाल एडीएम प्रशासन
एमपी बाॅर्डर चेक पोस्ट से एक सप्ताह में 21 हजार लोग राजस्थान आ चुके
राजस्थान व मध्यप्रदेश सरकार के सामंजस्य के बाद दोनों स्टेट की बाॅर्डर चेकपोस्ट खोली गई तो एक सप्ताह में ही हजारों लोग इधर-उधर हुए। निंबाहेड़ा के पास एमपी बाॅर्डर की जलिया चेकपोस्ट पर 28 अप्रैल से अब तक 18721 लोग राजस्थान से एमपी जा चुके हैं। एमपी से राजस्थान आने वालों की संख्या 21 हजार से अधिक है।इसमें से 3700 लोगों को रोडवेज बसों से पहुंचाया गया। जबकि 17 हजार लोग निजी वाहनों से निकले हैं। अब आवागमन पर रोक है, लेकिन 6 मई तक जारी हो चुके पास वाले लोगों को आने दिया जा रहा। एक माह में बिना पंजीयन कराए पैदल या अन्य साधनों से जो हजारों लोग निकले वो अलग हैं।



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महाराणा प्रताप की 480वीं जयंती पर जिले भर में दीप जलाए, श्रद्धा सुमन अर्पित किए

भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया के नेतृत्व में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती सादगी के साथ मनाई गई।

जानकारी देते हुए भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष एवं जिला प्रवक्ता कमल कांत शर्मा ने बताया कि जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया, सांसद नरेंद्र खीचड़, विधायक सुभाष पूनिया ने महाराणा प्रताप की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर धूप दीप जला कर सोशल डिस्टेंस की पालना करते हुए सादगी के साथ महाराणा प्रताप को याद किया।

इधर, शार्दुल कॉलोनी में प्रताप के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान रविंद्र सिंह तोलासरिया, शक्ति सिंह कल्याणपुरा, मेनपाल सिंह महनसर, तुषार सिंह शेखावत, गोपाल सिंह आदि मौजूद थे।

खिराेड़ के टीकम सिंह की देखरेख में हुए कायर्क्रम में महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माला अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। इस माैके पर किशन लाल गुर्जर, राकेश स्वामी ने प्रताप के जीवन पर प्रकाशा डाला। बसावा गांव में प्रताप जयंती मनाई गई। कायर्क्रम में समाजसेवी पुनीत पारीक, आनंद सिंह, देवेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, अमित सिंह, रमन सिंह, महीपाल सिंह, गाेपाल सिंह, संदीप सिंह आदि माैजूद थे।



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श्रीगंगानगर में दिन का पारा 44.30 डिग्री पहुंचा, बढ़ गई गर्मी

इलाके में गर्मी अब परवान चढ़ने लगी है। शनिवार काे दाेपहर में प्रचंड गर्मी के कारण लॉकडाउन में छूट के बावजूद इक्का दुक्का वाहन भी दिखाई नहीं दिए। इससे पहले सुबह का तापमान भी राेजाना से ज्यादा रिकाॅर्ड किया गया। भीषण गर्मी शुरू हाेते ही बेसहारा पशु, श्रमिक दाेपहर में छांव की तलाश शुरू कर दी। आमताैर पर अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में भीषण गर्मी दस्तक दिया करती है, लेकिन बार बार माैसम के यू टर्न लेेने के कारण गर्मी देर से शुरू हुई है। शनिवार काे पहली बार तापमान 44 डिग्री का आंकड़ा पार कर 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जाे शुक्रवार के मुकाबले 2.4 डिग्री सेल्सियस अधिक था। शुक्रवार दिन का तापमान 41.9 डिग्री दर्ज किया गया था।



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48 दिनों से लॉकडाउन में फंसी, रोजाना 30 किमी पैदल चल रही हूं, पैरों में छाले पड़े...पर अपने बच्चे पर आंच नहीं आने दी

मेरा नाम सुनीतादेवी है। ठाकरांवाली की रहने वाली हूं। अपने मासूम बच्चे के साथ 48 दिनाें से लाॅकडाउन में फंसी हुई हूं। बीकानेर में जीरे की फसल काटने गए थे। लॉकडाउन के बाद अावागमन बंद हाे गया। तब से मैं और पूरा परिवार रास्ताें पर ही भटक रहा है। इस चिलचिलाती धूप में भी कई किलाेमीटर पैदल चली, ताकि अपने घर पहुंच सकूं। चार साल का बेटा मेरी गोद में ही रहा। उसे एक पल के लिए अपनी गोद से नहीं उतारा।

चलते-चलते मेरे पैरों में छाले पड़ गए, लेकिन उसे एक आंच तक नहीं आने दी...क्योंकि मैं मां हूं। रास्ते में मैंने महसूस किया कि मेरे जैसी न जाने कितनी माताएं सड़क पर ऐसे ही अपने बेटे को गोद में उठाए चले जा रही थी। कोरोना बीमारी भी ऐसी है, जिसने अपनों को अपनों से ही दूर कर दिया। कोई मदद करने को तैयार नहीं। हम तो मजबूर हैं, लेकिन मैं घर बैठी हर मां से अपील करती हूं कि वे घर ही रहें। अनावश्यक घर से न निकलें और अपने बच्चों का ख्याल रखें।



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Stuck in lockdown for 48 days, walking 30 km daily, blisters on feet ... but did not let my baby get hurt




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45 श्रमिक भीलवाड़ा रवाना बोले- अच्छा है श्रीगंगानगर

जम्मू-कश्मीर से दो दिन पहले शहर पहुंचे 45 श्रमिकों का इंतजार शनिवार रात आखिर खत्म हुआ। मंजूरी आने के बाद 45 श्रमिकों को प्रशासन ने बस की व्यवस्थ करके भीलवाड़ा के लिए रवाना कर दिया। रवाना होते समय श्रमिक बोले- ‘श्रीगंगानगर बहुत अच्छा है। यहां के लोग भी अच्छे हैं। सभी का धन्यवाद’। ये श्रमिक गुरुवार को श्रीगंगानगर पहुंचे थे। शुक्रवार को रीको में रहे। शनिवार को टांटिया यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अपने यहां अस्थायी निवास बनाकर सभी को ठहराया और इनके खाने-पीने की व्यवस्था की। वहीं भाजपा नेता रजत स्वामी व मोहन सोनी भी इनकी वापसी के लिए आसींद विधायक जब्बरसिंह के संपर्क में थे। उन्हाेंने भी शनिवार को प्रवासियों के लिए 7 किलो दूध उपलब्ध करवाया। आसींद विधायक ने इन मजदूरों की घर वापसी को लेकर प्रभारी मंत्री अर्जुन बामणिया से भी वीसी के माध्यम से चर्चा की। इससेे प्रशासन हरकत में आया और इनकी घर वापसी के लिए रास्ता साफ हुअा। शनिवार रात बस को रवानगी देते समय एसडीएम उम्मेद सिंह रतनू, तहसीलदार संजय अग्रवाल एवं डीटीओ सुमन डेलू भी उपस्थित रहे।



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45 workers said to leave for Bhilwara - good is Sriganganagar




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गुजरात से 40 श्रमिक रोडवेज बस से अलवर आए

राजस्थान राेडवेज की एक बस से शनिवार काे गुजरात से 40 श्रमिक अलवर आए। इनमें एक श्रमिक मालाखेड़ा और 39 श्रमिक रामगढ़ क्षेत्र के थे।

रामगढ़ क्षेत्र के श्रमिकाें काे रोडवेज बस से अलवर से नाैगांवा भेजे गए जबकि मालाखेड़ा का श्रमिक अपने साधन से चला गया। ये श्रमिक कपास की कटाई के लिए गुजरात गए थे लेकिन लाॅकडाउन में वहां फंस गए।

शुक्रवार रात काे राेडवेज की एक बस से 25 श्रमिक शाहजहांपुर और दूसरी बस से 10 श्रमिक थानागाजी भेजे गए। एक बस से 17 श्रमिक यूपी से अलवर आए।



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40 workers from Gujarat came to Alwar by roadways bus




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करनाल के 3 चावल निर्यातकों पर 411 करोड़ की धोखाधड़ी का केस दर्ज, सीबीआई में दर्ज हुआ मामला

एसबीआई ने रामदेव इंटरनेशनल के 3 चावल निर्यातकों के खिलाफ सीबीआई में मामला दर्ज करवाया है। ये आरोपी भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अगुवाई वाले 6 बैंकों के गठजोड़ के साथ 411 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के बाद देश से फरार हो चुके हैं। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि एसबीआई द्वारा इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराए जाने से पहले ही ये देश से भाग चुके हैं।

सीबीआई ने हाल में पश्चिम एशियाई देशों और यूरोपीय देशों को बासमती चावल का निर्यात करने वाली कंपनी और उसके निदेशकों नरेश कुमार, सुरेश कुमार और संगीता के खिलाफ एसबीआई की शिकायत पर मामला दर्ज किया था। आरोप है कि इन लोगों ने उसको 173 करोड़ रुपये का चूना लगाया है।
एसबीआई ने कहा है कि कंपनी की करनाल जिले में 3 चावल मिलें, 8 छंटाई और ग्रेडिंग इकाइयां हैं।

करनाल की कंपनी ने व्यापार के लिए सऊदी अरब और दुबई में कार्यालय भी खोले हुए हैं। कंपनी को ऋण देने वाले बैंकों में केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आईडीबीआई, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और कॉरपोरेशन बैंक शामिल हैं।



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Haryana news Karnal 411 crore export fraud cases registered against 3 rice exporters




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सीजन में पहली बार पारा 44 डिग्री पर पहुंचा

तीखी धूप से इस सीजन ने गर्मी के रिकॉर्ड तोड़ दिए। पारा पहली बार 44 डिग्री पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान भी पिछले 24 घंटे में 4.3 डिग्री उछलते हुए पहली बार 29.3 डिग्री पर पहुंच गया। तेज धूप के बाद आज मौसम करवट बदलेगा और जिले में बारिश होगी।
ज्ञात रहे शनिवार को जिले में भीषण गर्मी रही। सुबह से ही पारा चढ़ने लगा और दोपहर 2 बजे 44.0 डिग्री पर पहुंच गया, जो इस सीजन का सबसे ज्यादा तापमान है। एक दिन पहले शुक्रवार को यह पारा 43.3 डिग्री दर्ज किया गया था। इसी प्रकार न्यूनतम तापमान भी एक दिन पहले 25.0 डिग्री से बढ़कर सीधे 29.3 डिग्री पर पहुंच गया। यह तापमान भी इस सीजन का सबसे ज्यादा रहा है। मौसम विशेषज्ञ सत्येंद्र धनोतिया ने बताया कि गर्मी के बाद आज यानी रविवार को मौसम बदलेगा। आसमान में बादल छाएंगे और जिले में कहीं कहीं गरज चमक के साथ बारिश होगी। इधर, भीषण गर्मी के दौरान शनिवार को लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। इसके कारण सड़कें भी सुनसान दिखाई दी।



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The mercury reached 44 degrees for the first time in the season




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रतलाम में 1500, मेघनगर में 2400 मजदूर उतरे, आज तीन ट्रेनें आएंगी

रोजी-रोटी की तलाश में गुजरात जाकर लॉकडाउन में फंसे लगभग 3900 मजदूरों को लेकर शनिवार को मंडल में तीन श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंची। इसमें एक रतलाम, जबकि दो ट्रेन मेघनगर आई। राजकोट से रतलाम आई ट्रेन में 1500, जबकि जूनागढ़ और पोरबंदर से मेघनगर आई ट्रेन से 2400 मजदूरों की घर वापसी हुई। डीआरएम विनीत गुप्ता के अनुसार रविवार को तीन ट्रेन और आएगी। पहली सुबह 5.45 बजे मोरबी से रतलाम तथा दूसरी सुबह जूनागढ़ से और तीसरी शाम को पोरबंदर से मेघनगर पहुंचेगी। इन दोनों का टाइम आना बाकी है।

10 जिलों की ओर रवाना हुई 37 बसें
शनिवार को राजकोट से दूसरी श्रमिक स्पेशल सुबह 7 बजे प्लेटफाॅर्म चार पर पहुंची। 201 मजदूर ज्यादा आए। प्रशासन को 10 जिलों के 1299 के आने की सूचना थी ट्रेन से उतरे 1500 मजदूर। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्क्रीनिंग, मेडिकल चेकअप किया तो नगर निगम ने भोजन के पैकेट, पानी, मास्क सैनिटाइजर और छाछ दी। पूरी प्रक्रिया में सभी को पौन तीन घंटे में ही स्टेशन से बाहर लाकर 37 बसों से रवाना कर दिया गया।

फूल बरसाकर स्वागत किया
शनिवार को ट्रेन से उतरने वाले मजदूरों को अधिकारियों ने फूल बरसाकर स्वागत किया। वहीं कलेक्टर रुचिका चौहान और एसपी गौरव तिवारी, एसडीएम लक्ष्मी गामड़, तहसीलदार गोपाल सोनी, कमिश्नर एसके सिंह, स्टेशन अधीक्षक राजेश श्रीवास्तव, सीएमआई संजय वशिष्ठ आदि अधिकारी पूरे स्टेशन एरिया में भ्रमण करते हुए इंतजाम में कसावट लाते रहे। वापसी में ट्रेन का रैक खाली रवाना हुआ।
इन जिलों के मजदूर आए : भिंड, मुरैना, दतिया, रीवा, पन्ना, सतना, उज्जैन, आगर, आलीराजपुर, झाबुआ व अन्य।



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1500 in Ratlam, 2400 laborers landed in Meghnagar, today three trains will come




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43 डिग्री तापमान, डेढ़ हजार किमी लंबा पैदल सफर फिर भी चेहरे पर घर जाने की खुशी

महाराष्ट्र के नासिक सहित अन्य शहरों की फैक्ट्रियों में काम करने वाले सैकड़ों मजदूर रोज 43 डिग्री तापमान में पैदल आ रहे हैं। करीब डेढ़ हजार किलोमीटर पैदल सफर होने के बावजूद इन मजदूरों के चेहरों पर चिलचिलाती धूप में भी घर जाने की खुशी दिखाई दे रही है। अधिकांश मजदूर उत्तर प्रदेश और प्रदेश के रीवा-सतना जिलों के हैं। खंडवा आने के बाद प्रदेश के मजदूरों को तो राहत मिल रही है लेकिन यूपी के लोगों को पैदल ही यात्रा करना पड़ रहा है।
शनिवार दोपहर 2.40 बजे मुंबई से आए श्याम सुंदर मांझी, संतोष मांझी, दीपक केवट, अनुपम कुमार, चंदन कनौजिया, दिलीप कुमार, रमेश कुमार, विनोद कुमार का दल सिविल लाइंस क्षेत्र में दिखाई दिया। मजदूरों ने कहा कि कंपनी ने लौटा दिया है। कोई साधन नहीं होने के कारण पैदल ही अपने घर जा रहे हैं। परिस्थिति कैसी भी हो लेकिन हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। इसीलिए यात्रा के दौरान आपस में चर्चा करते हुए खुशी-खुशी अपने घर जा रहे हैं। पीछे ही कुछ दूरी पर गोविंद यादव, राजू दीवाकर सहित 10 लोग सतना जाने के लिए खंडवा तक आए। किसी के हाथ में रास्ते के लिए नाश्ता तो किसी के सिर पर जरुरी सामान का बैग दिखाई दिया। तेज धूप में ये मजदूर तेजी से पैदल चलते नजर आए।



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43 degree temperature, 1.5 thousand km long walk, yet the joy of going home




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43 डिग्री तापमान में 101 वर्ष की वृद्ध महिला रख रही हैं रोजा

निमाड़ क्षेत्र में भीषण गर्मी से लोगों के पसीने छूट रहे हैं लेकिन स्थानीय निवासी हज्जानी फातिमा बैगम हाजी अब्दुल रहमान लोहार 101 साल की आयु में करीब 42 से 43 डिग्री तापमान में पवित्र माह रमजान के पूरे रोजे रख रही है।
उन्होंने बताया जब से होश संभाला है तब से करीब 13 वर्ष की आयु से ही वह लगातार रमजान माह के रोजे रखती आ रही है। फातिमा बैगम इस उम्र में अपनी दिनचर्या के सभी कार्य खुद ही करती है। आंखों से साफ देखने व कानों से बखूबी सुनने में उन्हें कोई तकलीफ महसूस नहीं होती। कोरोना महामारी व लॉक डाउन के कारण दु:खी है। इससे पहले उन्होंने ऐसा दौर कभी नहीं देखा। जब पूरी दुनिया थम सी गई हो। वह अल्लाह से प्रतिदिन पांचों वक्त की नमाज में दुआ करती है। इस महामारी पूरी दुनिया के लोगों को राहत मिले। उनके पुत्र न्याज मोहम्मद ने बताया वह बचपन से ही अपनी वालिदा को रमजान के रोजे रखते हुए देख रहे हैं। पोते मुजफ्फर हुसैन अगवान ने बताया सुबह सेहरी में वह सिर्फ चाय पीती है और एक पान खाती है। इफ्तार के बाद रात में खाना भी बहुत कम खाती है।



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101 year old woman is keeping Roja in 43 degree temperature




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546 लोगों को बांटी आयुष औषधी

नगर परिषद के वार्ड 9 वृंदावन कॉलोनी के 108 परिवारों के 546 सदस्यों को जीवन अमृत योजना के तहत त्रिकुट काढ़े के पैकेट बांटे गए। डॉ. प्रमोद शर्मा ने बताया इस दवाई से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। आयुष विभाग के डॉ. महेंद्र कवचे, डॉ वीरेंद्र भोंसले, मोहन वर्मा, गायत्री ठाकुर, शिवकरण रोकड़े व समाजसेवी मनोज पाटीदार का सहयोग रहा।



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Aayush medicine distributed to 546 people




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4 दिन पहले नासिक से पैदल निकलीं गर्भवती महिला, रास्ते में बालिका को दिया जन्म, फिर सतना के लिए चल दिए कदम

प्रदेश के सतना जिले में रहने वाली महिला 4 दिन की नवजात को उठाकर परिवार के साथ पैदल ही महाराष्ट्र से गांव जा रही थी। प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने पर पुलिसकर्मियों की नजर पड़ी तो वाहन से भेजने की व्यवस्था कवायद शुरू की। रात 8 बजे महिला सहित परिवार को जामली क्वारेंटाइन सेंटर भेजा। नवजात को उठाकर महाराष्ट्र की ओर से आ रही महिला बिजासन घाट पर मप्र की सीमा में बनी जांच चौकी के पास रुकी। ग्रामीण थाना टीआई विश्वदीप सिंह परिहार और बिजासन चौकी प्रभारी कविता कनेश ने बात की तो महिला ने बताया उसका नाम शकुंतला (35) पति राकेश कोल है। सतना जिले की रहने वाली है। परिवार के 16 लोग नासिक से पैदल घर के लिए निकले। उस समय 8 माह का गर्भ था। 4 दिन पहले पलगांव के पास रोड किनारे डिलीवरी हुई। साड़ी की आड़ में बालिका को जन्म दिया। इसके एक घंटे बाद फिर चल पड़े।

गभर्वती ननद भी चलीं पैदल
धुलिया गुरुद्वारा से कपड़े व राशन दिया और भोजन करवाया। एक रात गुरुद्वारा में रूके। शनिवार शाम 6 बजे बिजासन पहुंचे। 6 दिन में 230 किमी में से 130 से अधिक किमी पैदल चले। पहले 4 बच्चे दो लड़के व दो लड़कियां है। वहां सेंटिंग का काम करते थे। खाने-पीने की समस्या होने से घर के लिए निकले। महाराष्ट्र में कोई सुविधा नहीं मिली। साथ में ननद नइया(25)पति फूलचंद कोल है। वो भी गर्भवती है। ग्रामीण टीआई परिहार ने बताया महिला और उसके परिवार के सदस्यों को रात 8 बजे जामली क्वारेंटाइन सेंटर भेजा गया। रविवार को प्रशासन के सहयोग से उसे सतना जिले में भेजा जाएगा।

3 बेटियों व पति के साथ अहमदनगर से पैदल चल जामली पहुंचीं गर्भवती महिला

लॉकडाउन में फंसे प्रदेश के मजदूरों का आना जारी है। शनिवार को एक गर्भवती महिला अपनी 3 बेटियों और पति के साथ पैदल चलकर जामली क्वारेंटाइन सेंटर पहुंची। उन्होंने सेंटर पर लगे कर्मचारियों से कहा- हमें बस से हमारे जिले तक पहुंचा दो, आपका बड़ा उपकार होगा। अधिकारियों ने उन्हें ठहरने के लिए कहा। रीवा जिले के उल्ही गांव निवासी आरती पति रजनीश साकेत आठ माह से गर्भवती है। वह उसके तीन बेटियां दीपांजलि (6), अंजली (4), माही (2) और पति रजनीश के साथ अहमदनगर से पैदल चलकर उनके गांव जा रही है। महाराष्ट्र में लोहे की फेक्टरी में काम करते थे। वहां काम बंद होने से खाने की बहुत परेशानी हुई। पैसे खत्म होने से दिक्कत होने पर पैदल ही निकले थे। किसी भी वाहन के चालक ने गाड़ी नहीं रोकी। किसी ने बताया जामली क्वारेंटाइन सेंटर से प्रदेश के मजदूरों को बस से भेजा जा रहा है। इसलिए यहां पर आए है। आरआई वीके यादव से बस से भेजने की गुहार लगाई। उनके साथ 36 लोग रीवा जिले के क्वारेंटाइन सेंटर पर पहुंचे थे। उन्हें रुकवाया गया।



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4 days ago, a pregnant woman walked on foot from Nashik, gave birth to a girl on the way, then proceeded to Satna




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मुंबई से निकले 49 लोग रास्ता भटककर पहुंचे बिस्टान

मुंबई व नासिक से निकला मप्र, उत्तरप्रदेश व बिहार के 49 मजदूरों का दल रास्ता भटककर शनिवार शाम यहां पहुंचा। पुलिस ने थाना परिसर में इन्हें रोककर स्वास्थ्य परीक्षण करवाया। एएनएम नरेश जाटव व वार्डबॉय अरविंद भावसार ने स्क्रीनिंग की। आरक्षक रोशनी परिहार, मनीषा सोलंकी, ब्रजलता शर्मा, चंदरसिंह कनासे, प्रधानारक्षक बालू पाटिल, अमजद खान आदि ने 600 रुपए का स्वल्पाहार बुलाकर इन्हें खिलाया। पन्ना के राजकुमार पिता अर्जुन ने बताया वे ट्रक से आ रहे थे। किराया देने के बाद भी ट्रक चालक उन्हें भुसावल के पास ही छोड़कर चला गया। जौनपुर उत्तरप्रदेश के गौरवचंद्र प्रसाद व झारखंड के अशोक पिता महानंद ने बताया कुछ लोगों ने बिस्टान में नेशनल हाइवे होना बताया।



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49 people came out of Mumbai wandering the way




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एक और संक्रमित ठीक होकर लौटी घर, अब तक 26 में से 24 को भेजा घर, 2 बाकी

शनिवार का दिन जिले के लिए एक और खुश खबर लेकर आया। आशाग्राम में बनाए कोविड केयर सेंटर से एक और कोरोना संक्रमित की इलाज के बाद छुट्‌टी हो गई। सेंधवा निवासी फरीदा इकबाल खत्री की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आने पर शनिवार को अस्पताल से छुट्‌टी मिल गई। उन्होंने डाॅक्टरों व पैरामेडिकल स्टॉफ के सदस्यों का शुक्रिया अदा किया। जिले में अब तक 26 संक्रमितों में से 24 मरीजों की छुट्‌टी हो चुकी है।
वहीं शनिवार शाम 46 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इस तरह अब तक जिले में 648 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। जिले से 756 सैंपल भेजे गए। 53 और लोगों की रिपोर्ट आना बाकी है। जबकि 25 सैंपल रिजेक्ट हुए हैं। सीएमएचओ डॉ. अनीता सिंगारे ने होम क्वारंटाइन पूरा कर शुक्रवार की शाम को ड्यूटी ज्वाइन कर ली। शनिवार को सुबह 11 बजे से डिस्ट्रीक मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में कलेक्टोरेट पहुंचने पर कलेक्टर अमित तोमर व जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम ने उनका स्वागत तालियां बजाकर किया। उन्होंने बताया अब मात्र 2 कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा है। बड़वानी व इंदौर के अस्पताल में 1-1 मरीज भर्ती है। इनकी रिपोर्ट भी जल्द आने की संभावना है। उम्मीद है कि दो दिन में दोनों मरीजों की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आएगी और उन्हें अस्पताल से छुट‌्टी मिलेगी।



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पुलिस से विवाद करने वाले 4 युवक गिरफ्तार

चंदन नगर की रानी पैलेस कॉलोनी में बाइक पर जा रहे तीन युवकों को रोकने पर पुलिस से विवाद करने वाले चार आरोपियों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें जेल भेजा जाएगा। चंदन नगर टीआई योगेश सिंह तोमर के अनुसार सिपाही विशाल भिलावेकर, गोविंद और प्रवीण से विवाद करने वाले आरोपी जावेद मुनीरुद्दीन, अकरम पिता जफर मंसूरी और दो अन्य को गिरफ्तार किया है। यहां की घटना का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें दिख रहा है कि भीड़ ने पुलिस को घेर रखा है। लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया। किसी छत से यह वीडियो बना रहे बच्चे गालियां दे रहे हैं। नीचे कुछ युवक पुलिसकर्मियों से विवाद कर रहे हैं। पुलिसकर्मी जैसे-तैसे अपना बचाव कर रहे हैं।



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भीड़ से घिरे पुलिस जवान, बच्चे दे रहे गाली




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46 दिन बाद किराना व्यापार 3 दिन बंद, शेष दुकानें आज से खुलेंगी

लॉकडाउन के 46 दिन बाद बाजार में कुछ दुकानों को छोड़कर अन्य सभी दुकानों को 3 दिनों के लिए सुबह 10 से शाम 6 बजे तक खोला जा रहा है। पहली बार किराना व्यापार 3 दिनों के लिए बंद रहेगा। अभी तक लॉकडाउन में किराना व्यापारको ही अनुमति प्रदान की जाती रही है। डेयरी सुबह 6 बजे से 9 बजे तक प्रतिबंध से मुक्त रहेगी। इसके अलावा सब्जी मार्केट पूर्व की तरह डोर टू डोर ही विक्रय किया जाएगा।
इन पर रहेगी पाबंदी- आज खुलने वाले बाजार में होटल, चाय दुकान, सोना-चांदी व्यवसाय, काेल्ड्रिंक्स, आइस्क्रीम, सेलून,ब्यूटी पार्लर की दुकानें बंद रहेगी, शेष दुकानें खुली रहेगी।
जिला कलेक्टर द्वारा आदेश जारी होने के बाद शनिवार को एसडीएम मनीष जैन ने सभी व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की। साथ ही उन्हें प्रशासन के आदेश और निर्देश के बाद जानकारी दी गई। बैठक में तहसीलदार ओशीन विक्टर, सीएमओ हरिवल्लभ शर्मा आदि मौजूद थे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, दुकान पर आने वाले ग्राहक को मास्क बंधे होना, दुकान पर दूरी बनाकर ग्राहकों से व्यापार करना, दुकान के अंदर अगर कोई ग्राहक आता हैं तो उसके हाथों को सैिनटाइजर से साफ करवाना, दुकानों के आगे गोले में रहकर ग्राहकों से व्यापार करना आदि नियमों का पालन करना होगा।
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार अगर इन 3 दिन की छूट में अगर सोशल डिस्टेसिंग का पालन सही तरीके से हुआ तो आगामी 3 दिन बाद फिर से प्रशासन छूट देगा। अगर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया तो फिर प्रतिदिन के लिए दुकानें खोलने की छूट दे दी जाएगी।
सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य नियमों का पालन करना होगा
कुछ दुकानों को छोड़कर आज से अन्य दुकानें खोली जा रही है। इन 3 दिन में किराना दुकानें बंद रहेगी। इस दौरान व्यापारियों को सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य नियमों का पालन करना होगा।
-मनीष जैन, एसडीएम सुसनेर



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Grocery business closed for 3 days after 46 days, remaining shops will open from today




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क्षमता से पांच गुना एसएमएस भेजे, 48 घंटे कतार में लगे, तब बिका गेहूं

समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए किसानों को 48 से 72 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। शनिवार को पंचक्रोशी मार्ग पर खरीदी केंद्र के बाहर कतार में लगे किसानों की माने तो वे दो दिन से कतार में लगे हैं। गांव पास में है इसलिए वहां से भोजन मंगवा लेते हैं। इसी तरह 14 सोसायटियों के खरीदी केंद्र मानपुर सायलो की कतार एक तरफ नागझिरी तो दूसरी ओर शंकरपुरा तक पहुंच गई है।
किसानों का कहना है कि गेहूं बेचने के लिए तपती धूप में ट्रैक्टर-ट्रॉली के पास खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। न जाने कब आगे की ट्राॅली चल पड़े और अपनी ट्रॉली को आगे करना पड़े। उन्हें जिस दिन गेहूं बेचने के एसएमएस भेजे गए हैं वे उसी दिन केंद्र पर पहुंच रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें दो से तीन दिन इंतजार करना पड़ रहा है। लॉकडाउन के कारण मंडियां बंद हैं। किसानों की मांग पर सरकार ने 22 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी शुरू तो करवा दी लेकिन केंद्र तक पहुंचने वाले किसानों को अब भी कोई राहत नहीं है। भास्कर टीम ने किसानों से चर्चा तो उन्होंने बताया-वे 48 से 72 घंटे तक कतार में लगे हैं। नंबर कब आएगा, उन्हें पता नहीं है।

किसान बोले- जितनी क्षमता उतने एसएमएस भेजने थे
गांव से भाई को बुलाना पड़ा
शुक्रवार सुबह 10 बजे से कतार में लगे हैं। उन्हें पता था कि आज नंबर नहीं आएगा। रात को कितनी बजे नंबर आए, इसका भी कोई अंदाजा नहीं है। रास्ते में पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं है। बड़े भाई ट्रैक्टर लेकर आए थे। शनिवार सुबह तक वे खड़े रहे। फिर मोबाइल कर मुझे बुलाया। अब मुझे भी पता नहीं की आज रात तक गेहूं की तुलाई हो जाएगी या नहीं।
-गोविंद सिंह, साहिब खेड़ी
अफसरों ने आकर देखा तक नहीं
एसएमएस से खरीदी का सिस्टम एकदम सही है लेकिन इसका संचालन भोपाल एनआईसी से होता है। वहां बैठे कंप्यूटर ऑपरेटरर्स को पता ही नहीं कि यहां जमीनी स्तर पर क्या हो रहा है। वे आंखें मूंदकर एसएमएस भेज रहे हैं। पहले एक केंद्र पर छह किसानों से तुलाई का नियम था। अब उसे बढाकर 40 कर दिया है। उन्हें यह पता नहीं कि यहां क्या व्यवस्था है।
- कमलसिंह चौहान, सेमल्या

एसएमएस भोपाल से भेजे जा रहे हैं : जिला आपूर्ति अिधकारी एमएल मारू ने बताया एनआईसी भोपाल से एसएमएस भेजे जा रहे हैं। इसमें स्थानीय स्तर पर कंट्रोल नहीं किया जा सकता। खरीदी केंद्रों पर ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है।
गेहूं तुलवाने पहुंच रहे किसानों को लगवा रहे चक्कर

किसानों को गेहूं तुलवाने में परेशानी आ रही है। खरीदी केंद्रों पर कम मात्रा के एसएमएस भेजे जा रहे हैं जिससे किसानों को ज्यादा वाहन लेकर पहुंचना पड़ रहै। पूर्व मंडी उपाध्यक्ष शेरू पटेल ने कलेक्टर आशीष सिंह को इस संबंध में अवगत कराया। उन्होंने बताया किसानों को गेहूं तुलवाने के लिए सोसायटियों से केवल 10 से 20 क्विंटल के मैसेज आ रहे हैं जो बहुत कम हैं, इन्हें बढ़ाया जाए क्योंकि हर किसान के पास ट्रैक्टर-ट्राली नहीं है। नागझरी स्थित साइलो केंद्र पर किसानों को पीने का शुद्ध पानी, बैठने की उचित व्यवस्था, 5 दिन में पेमेंट करने आिद सुविधा करने का एक ज्ञापन भी सौंपा।



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Send SMS five times the capacity, queue 48 hours, then wheat sold




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ऑनलाइन ठग गिरोह से मिला इंदौर के 334 लोगों के डेबिट-क्रेडिट कार्ड का डेटा

बैंक खाते से बिना ओटीपी लिए रुपए निकालने वाले ऑनलाइन ठग गिरोह के पकड़ाए पांच बदमाशों के पास से मप्र के तीन हजार लोगों का डेटा मिला है। इनमें इंदौर के 334, भोपाल के 750, उज्जैन के 450, ग्वालियर के 650 और जबलपुर के 600 लोगों का डेटा है। देशभर के 13 हजार लोगों के डेटा इनके पास हैं, जो इन्होंने विदेशी वेबसाइट्स से खरीदे। बदमाश डेबिट वक्रेडिट कार्डधारक के नंबर व सीवीवी कोड हैक कर धोखाधड़ी करते थे। ठगी बिना ओटीपी के करते थे। एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया उज्जैन की एक महिला से बदमाश मो. शादाब अली, मतीउल्ला खान, फिरोज आलम, फैजल मोहम्मद, फिरोज खान ने बिना ओटीपी के खाते से 49 हजार रुपए निकाले थे। मार्च में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इन्होंने विदेशीहैकरों से ये डेटा 8 से 10 डॉलर में खरीदे थे। ये इंटरनेशनलसाइट से लाखों के इलेक्ट्रॉनिक आइटम खरीद चुके हैं।

द्वारकापुरी थाने के सिपाही का फेसबुक अकाउंट किया हैक

अब पुलिस हैकरों के निशाने पर है। शुक्रवार को किसी ने द्वारकापुरी थाने के कांस्टेबल विकास पांडे का फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया। उसके परिचित गोलू सोलंकी व अन्य रिश्तेदार, दोस्तों से 10 हजार तो किसे से पांच हजार रुपए ले लिए। इस तरह 30 हजार से ज्यादा की ठगी की। कांस्टेबल ने क्राइम ब्रांच में शिकायत की है। इसके पहले सराफा टीआई, संयोगितागंज थाने के एएसआई के साथ भी ऐसा हो चुका है।



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Debit-credit card data of 334 people of Indore found from online thugs gang




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30 साल के लड़के से हो रहा था 14 वर्षीय बालिका का विवाह, टीम ने रोका

विशेष किशोर पुलिस इकाई ने मालथौन के हरिपुर गांव में 14 वर्षीय बालिका के साथ होने जा रही 30 साल के लड़के की शादी रोक दी है। इकाई की ज्योति तिवारी ने बताया कि शनिवार को दोपहर के वक्त मुखबिर ने मालथौन थाने के तहत आने वाले हरिपुर गांव में एक 14 साल की लड़की का विवाह रचाए जाने की सूचना दी थी।
सूचना मिलते ही टीम पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के निर्देश पर मौके पर रवाना हो गई। टीम जब गांव पहुंची तब लड़की को हलदी लगाने की रस्म अदा की जा रही थी। टीम ने परिवार से लड़की की उम्र संबंधी दस्तावेज मांगे। जांच करने पर लड़की की उम्र 14 वर्ष निकली। चूंकि लड़का भी गांव का ही था। लिहाजा टीम उसके घर भी पहुंची। दस्तावेज जांचने पर उसकी उम्र 30 वर्ष पाई गई। टीम ने लड़की पक्ष के लोगों को बुलाकर यह विवाह राेकने की बात कही। काफी मशक्कत के बाद दोनों पक्ष शादी रोकने तथा बालिग होने के बाद लड़की का ब्याह करने के लिए तैयार हुए। टीम में अविनाश रजक, भानु प्रताप, कल्याण सिंह लोधी तथा अन्य शामिल थे।
मजदूरों को राशन बांटा
इसी दौरान टीम ने जन साहस विकास युवा मंडल की मदद से खुरई ब्लॉक में पलायन कर आए मजदूरों के परिवारों को 1 माह का राशन बांटा। टीम ने ग्राम अंडेला, खिमलासा, पथरिया जेगन में अलग-अलग स्थानों पर मिले आदिवासी व गरीब वर्ग के लोगों को एक बोरी आटा, 10 किलो चावल, 5 किलो दाल, 3 किलो शक्कर, 5 लीटर तेल, नमक, हल्दी तथा साबुन दिया।



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असम से आए 25 छात्र 14 दिन तक घर में रहेंगे

जवाहर नवोदय विद्यालय में शनिवार को असम के सोडलपुर जवाहर नवोदय विद्यालय से जिले के लगभग 25 छात्र आए। यहां आने के बाद प्रशासन व डॉक्टरों की टीम ने सभी बच्चों का परीक्षण किया। साथ ही जिस बस से वह आए थे उसे तथा पूरे सामान को सेनेटाइज किया। इसके बाद बच्चों को उनके घर पहुंचाने के साथ होम क्वारेंटाइन किया जाएगा।
जवाहर नवोदय विद्यालय पिछोर डबरा से 21 बच्चों को लेकर 6 मई को बस असम के लिए रवाना हुई थी। इसके बाद असम से शनिवार को ग्वालियर जिले के 25 बच्चे जवाहर नवोदय विद्यालय पिछोर वापस आए। बस से वापस आए कृष्ण कुमार चौबे, विवेक रावत, लव-कुश लोधी, किरण पाल, अंजलि राठौर, उन्नति कुशवाह, सरिता भगत, करिया, मुस्कान सहित 17 बालक एवं 8 बालिका जवाहर नवोदय विद्यालय वापस आए। डॉक्टर उदयभान कुशवाह ने बच्चों एवं साथ में आने वाले शिक्षकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया। इस मौके पर आनंद गोस्वामी, प्राचार्य अजय राज सिंह, नेतराम पचौरी, विनोद तिवारी, सुरेंद्र कुशवाह मौजूद थे।



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सीजन में पहली बार पारा 44 डिग्री पर पहुंचा, पिछले साल का रिकार्ड टूटा

गर्मी अब अपना असर दिखाने लगी है। दिन में निकल रही तेज धूप के कारण दिन का पारा तीन दिन से बढ़त बनाए हुए है। शनिवार को दिन का पारा पिछले दिन की अपेक्षा 2 डिग्री बढ़कर 44 डिग्री पर पहुंच गया,जो कि इस सीजन में सबसे अधिक दर्ज किया गया। पारे में आई इस बढ़ोत्तरी की वजह से तेज गर्मी का अहसास हुआ और लोग गर्मी से परेशान नजर आए।
पिछले दो दिनों की तरह शनिवार को भी सुबह से ही मौसम में तेज गर्माहट बनी हुई थी। धूप निकलते ही गर्माहट ओर बढ़ गई और पारा तेजी से बढ़ता गया। दोपहर 12 बजे तक ही पारा 40 डिग्री पर पहुंच गया था, उसके दो घंटे बाद ही पारा 4.3 डिग्री और बढ़कर 44.3 पर पहुंच गया था। यह अधिकतम पारा इस सीजन में सबसे अधिक दर्ज किया गया। जबकि पिछले दिन शुक्रवार को दिन का अधिकतम पारा 42.3 डिग्री दर्ज किया गया था। लगातार गर्मी से लोग बेहाल होने लगे हैं। मौसम विभाग गर्मी तेज होने की बात कह रहा है।

गहराने लगा जलसंकट
गर्मी बढ़ने के साथ जलसंकट गहराने लगा है। ग्रामीण अंचलों में लोग पानी के लिए परेशान हो रहे। वहीं 3 मई 40, 4-5 मई को 37, 6-7 मई को 40.3 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज हुआ

रात में 230 रहा पारा
हालांकि रात के न्यूनतम पारे में 1 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, रात का न्यूनतम पारा 23 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि इससे पिछली रात का न्यूनतम पारा 24 डिग्री दर्ज किया गया था।

शाम 7 बजे 420 रहा
पारे में आई इस बढ़ोत्तरी की वजह से लोग गर्मी के कारण बेहाल हो गए, शनिवार शाम 7 बजे तक भी पारा 42 डिग्री पर बना हुआ था, जिससे शाम को भी गर्मी से राहत नहीं मिली। शाम के वक्त लोग घरों की छतों पर भी गर्मी से राहत पाने पहुंचे, लेकिन खासी गर्मी का अहसास रहा।
पिछले वर्ष 410 था
पिछले वर्ष 9 मई को दिन का अधिकतम पारा 41 डिग्री और रात का न्यूनतम पारा 25 डिग्री दर्ज किया गया था। इस तरह पिछले वर्ष का अधिकतम पारा 4 डिग्री कम रहा। हालांकि न्यूनतम पारा पिछले वर्ष 9 मई को 2 डिग्री अधिक रहा था। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अभी पारा इसी तरह बना रहेग, गर्मी और बढ़ेगी।



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The mercury reached 44 degrees for the first time in the season, breaking the previous year's record




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मां.. छोटा बेटा 4 माह का तब हो गई पति की मौत; रसाेइयन का काम कर चारों बच्चों को पढ़ाया, दो को बनाया टीचर

(पवन सिंह ठाकुर) पति की मौत के बाद चार बच्चों की जिम्मेदारी मां के कांधे पर आ गई। इसके बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी। छात्रावास में रसोईया का काम करके किसी तरह अपने बच्चों को पढ़ाया। इनमें से दो बेटे अब शिक्षक हैं।
भौंरा निवासी गोस्वामी परिवार की बुजुर्ग महिला सदस्य रमादेवी गोस्वामी त्याग और संघर्ष की मिसाल हैं, जिनके संघर्ष से वाकिफ भौंरा के लोग उनके अागे श्रद्धा से नतमस्तक होने में अपने को गौरवान्वित महसूस करते हैं। 1975 में पति की मृत्यु के बाद 4 बच्चों की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई। यहीं से उनके संघर्ष की शुरुआत हुई।
रमादेवी गोस्वामी ने एक छात्रावास में रसोइया के रुप में काम करते हुए अपने बच्चों को पढ़ाया और उनके विवाह कराकर गृहस्थी को संवारा। लगभग 81 साल की आयु में भी वे परिवार का संबल हैं।
छोटे पुत्र विपिन गोस्वामी ने बताया हमारी मां का कर्ज हम कभी नहीं उतार सकते। उन्होंने बताया कि मेरी आयु 4 माह की थी, तब पिता की मृत्यु हो गई थी। मां ने रसोइया का काम करते हुए सभी को पढ़ाकर 3 भाइयों एवं बहन का विवाह कराया। 1975 से 1990 तक उन्होंने बिना थके परिश्रम किया आज 81 साल की आयु में भी वे परिवार का छत्र हैं। बड़े बेटे द्वारका प्रसाद एवं बबलू गोस्वामी का कहना है मां से ही हमारी पहचान है, हमें उन पर गर्व है।
शाहपुर के पूर्व जनपद उपाध्यक्ष अशोक सिरोठिया जो भौंरा में सरपंच भी रह चुके हैं ने बताया कि रमादेवी का संघर्ष एक मिसाल हैं। उन्होंने कर्मयोगी का जीवन जिया है। वास्तव में वे ऐसी माता हैं जो वंदन योग्य हैं।



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रमादेवी गोस्वामी बेटों के साथ।




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40 किमी लंबे सड़क मार्ग का डामर उखड़ा, सिर्फ गिट्टी और पत्थर बचे

सहसराम-पहाड़गढ़ सड़क मार्ग की हालत दयनीय स्थिति में पहुंच गई है। हालत यह है कि अब सड़क पर डंपर कुछ ही जगह रह गई है, जबकि 40 किलोमीटर का यह मार्ग अधिकांश जगह उखड़कर केवल पत्थर गिट्टी बची है। यह सड़क मार्ग प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनाया गया था।
उक्त सड़क मार्ग जंगल से होता हुआ 40 किलोमीटर लंबा होकर पांच पंचायतों के 25 गांव कस्बों से होकर सीधे शिवपुरी ग्वालियर मोहना से हाईवे सड़क मार्ग पर निकलता है। इस मार्ग से काफी संख्या में माल वाहनों का हर रोज आना जाना होता है, वहीं यह सड़क मार्ग यहां के जंगली क्षेत्र गांवों को तहसील जिला मुख्यालय से जोड़ता है। यह मार्ग अब पूरी तरह वाहनों के न चलने योग्य हो चुका है। कन्हार गांव में 14 जनवरी 2020 को तत्कालीन प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव ने सड़क को तत्काल बनवाए जाने के लिए घोषणा कर आश्वासन दिया था और कलेक्टर प्रियंका दास के समक्ष यह घोषणा की थी, मगर गत बीते रोज कलेक्टर प्रियंका दास कन्हार गांव में पुनः इसी खराब मार्ग से पहुंची। वहां कोरोना बीमारी के तहत आदिवासियों को राशन आदि वितरण करने पहुंची। तब भी उनके आगे वहां के वासीयो ने यही मांग की कि जंगल में हमें पीने को पानी और आवागमन के लिए सड़क दे दो।



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40 km long road asphalt uprooted, only ballast and stones remain




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3 साल का बच्चा था मरीज, अस्पताल में14 दिन साथ रहने पर भी मां को नहीं हुआ संक्रमण

जिले के सबसे कम उम्र के काेराेना पाॅजिटिव 3 साल के मुमताज की मां साहिबा संक्रमित नहीं थीं। 14 दिन तक अपने बच्चे के साथ रहीं और उसे काेराेना के जाल से निकाल लाईं। काेराेना उनकी ममता काे छू न सका, क्याेंकि बच्चे के साथ रहने के बाद भी उनकी जांच रिपाेर्ट निगेटिव ही आई। बच्चे काे ठीक हुए एक सप्ताह हाे चुका है और अब वह घर में मुस्कान बिखेर रहा है।
साहिबा जिला अस्पताल में बिताए उन 14 दिनाें काे याद करते हुए बताती हैं- जब बच्चे की रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई और कहा गया कि बच्चे काे लेकर मुझे परिवार से अलग एक कमरे में रहना पड़ेगा ताे घबरा गई थी लेकिन बच्चे की जान बचाने के लिए यह जरूरी था। डाॅक्टर ने कहा बच्चे काे खुद से दूर रखाे लेकिन इतने छाेटे बच्चे काे कैसे दूर रख सकती थी। पूरे समय मास्क लगाती थी, हाथ में ग्लब्ज पहने रखती थी। बच्चा बड़ी मुश्किल से मास्क पहनता, क्याेंकि उसकी साइज बड़ी थी। फिर सिस्टर अपने घर से बच्चे के लिए उसकी साइज का छाेटा मास्क बना कर लाई।
वीडियाे काॅलिंग कर परिवार से बात कराती थी
मुमताज को जब याद आजाती, बाेलता- पापा के पास चलाे, दादा के पास चलाे। वीडियाे काॅलिंग कर उनसे बात कराती। कभी उसके पापा, कभी दादा-दादी, कभी बुअा वीडियाे काॅल कर बात कर उसका समय काटते। दिन में उसे बहलाकर सुला देती। दाे-तीन घंटे एेसे निकल जाते थे। माेबाइल में पाेयम सुनाती, बाेलता था मम्मी जाॅनी-जाॅनी यस पापा वाली सुनाअाे। लूडाे गेम खेलने के लिए माेबाइल दे देती ताे उसमें समय बीतता। कभी जिद करने लगता ताे बाेलती थी, बाहर पुलिस है। यह डर ताे कभी रहा ही नहीं कि इससे मुझे भी काेराेना हाे जाएगा।
चाॅकलेट दी ताे सिस्टर काे कहने लगा दादी
साहिबा बताती हैं- बच्चा एक जैसा खाकर कई बार बाेर हाे जाता था। एक बार ताे डाॅक्टर से ही बाेल दिया कि राेज राेज दाल खिलाते हाे, कभी पनीर नहीं खिलाते हैं। सिस्टर ने चाॅकलेट लाकर दी ताे उन्हें दादी कहने लगा। स्टाफ कभी बिस्किट, कभी चाॅकलेट, कभी अंगूर लाकर देते थे।



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3-year-old child was a patient, mother did not get infection even after 14 days stay in hospital




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4 नए मरीज, भवानी सागर के सब्जी बेचने वाले के बेटे-बेटी काे भी काेराेना

देवास में काेराेना के 4 नए मरीज शनिवार काे मिले हैं। इनमें से दाे पहले से इलाजरत काेराेना के मरीज भवानीसागर के सब्जी विक्रेता के बेटा और बेटी हैं। एक शांतिपुरा का युवक और एक महाेसीनपुरा के बुजुर्ग हैं। अब जिले में काेराेना के कुल 38 मरीज हाे गए हैं।
राहत की बात यह है कि शनिवार काे तीन और मरीज ठीक हाेकर घर भी लाैटे। दाे अमलतास हाॅस्पिटल से और एक इंदाैर के अरबिंदो हाॅस्पिटल से। इन तीन काे मिलाकर अब ठीक हाेने वाले मरीजाें की संख्या 16 हाे गई है। अब तक 7 लाेगाें की माैत हुई है। यानी शेष 15 मरीजाें का इलाज चल रहा है। शनिवार काे 34 लाेगाें की जांच रिपाेर्ट आई। 4 पाॅजिटिव आए। 2 सैंपल रिजेक्ट हाे गए।

भवानी सागर के सब्जी विक्रेता के पाॅजिटिव आने पर उनके घर के सदस्याें के सैंपल लिए गए थे। इसमें उनका 14 साल का बेटा व 18 साल की बेटी पाॅजिटिव आई है। पत्नी और दाे अन्य बच्चाें की रिपाेर्ट निगेटिव आई है। दाे अन्य मरीज में से एक 45 साल के पुरुष शांतिपुरा से हैं। वे प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। लाॅकडाउन के बाद से कंपनी बंद पड़ी है। एक अन्य मरीज माेहसीनपुरा से हैं। वे राेडवेज के चालक के पद पर थे। 66 साल की उम्र है। इन दाेनाें मरीज का पहले से अमलतास अस्पताल में चल रहा है। सब्जी वाले के परिवार काे टीम ने आशीर्वाद गार्डन में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में रखा था। दाे बच्चाें की पाॅजिटिव रिपाेर्ट अाने पर उन्हें अमलतास अस्पताल में रैफर किया गया। दाेनाें दिखने में एकदम स्वस्थ लग रहे हैं।



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4 new patients, son and daughter of Bhavani Sagar's vegetable seller




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उज्जैन में 2 और कोरोना संक्रमित मिले, आंकड़ा बढ़कर 237 हुआ, अब तक 45 की जान गई

यहां रविवार काे दाे और काेराेना संक्रमित सामने आए। इसके साथ ही संक्रमिताें का आंकड़ा बढ़कर 237 हाे गया। वहीं, मृतकोंकी संख्या 45 हाे गई है। इसके पहले शनिवार को 16 और कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे। इनमें दो की मौत हो गई है। आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी दे रहे 36 साल के डॉक्टर को भी कोरोना संक्रमण मिला है। उन्हें मरीजों से यह संक्रमण हुआ। डॉक्टर का घर आगर रोड पर शिवांश पैराडाइज सिटी में है। प्रशासन उस क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया बनाया है। लगातार कोरोना मरीजों के सामने आने के बाद अब रविवार सुबह से पूरे शहर का सर्वे शुरू किया गया। इसके लिए शनिवार को सर्वे टीम को नानाखेड़ा स्टेडियम में प्रशिक्षण दिया था।

कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया इससे घबराने की जरूरत नहीं है, मरीज सामने आएंगे तो उनका इलाज होगा। संक्रमण और ज्यादा फैलने से रुकेगा। सर्वे होने से बीमार मरीज सामने आएंगे। इससे अगले एक सप्ताह में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 320 पार होने के आसार हैं। इधर, राहत इस बात की है कि11 मरीज और ठीक हो गए हैं। जिनकी मौत हुई, उनमें अब्दालपुरा निवासी 62 वर्षीय पुरुष और केडी गेट निवासी 43 वर्षीय महिला शामिल हैं। जिले में अब तक 45 मरीजों की मौत हो चुकी है।

वेद परिवार के 24 सदस्य कोरोना पॉजिटिव
मध्यप्रदेश के सबसे ज्यादा संक्रमित सदस्यों वाले परिवार ने कोरोना के खिलाफ आधी जंग जीत ली है। बड़नगर के वेद परिवार के 24 सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए थे। इनमें से चार की मौत हो चुकी है। शनिवार को दो सदस्य ठीक होकर घर लौटे। इससे पहले 7 सदस्य डिस्चार्ज हो चुके हैं। इनमें 20 माह का बच्चा भी है। बाकी 11 सदस्य इंदौर के अरबिंदो मेडिकल कॉलेज में भर्ती है, जिनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। यहां उन्हें 10 दिन हो गए हैं। अगले छह-सात दिन में उनके भी ठीक होने की उम्मीद है।

परिवार के सदस्य की जुबानी, कोरोना से जंग की कहानी...

हमारा परिवार कई दशकों से बड़नगर के शिवाजी रोड पर रहता है। हम 250 सदस्य है। परिवार में सोना-चांदी, जरनल स्टोर्स, नमकीन, मिठाई के व्यापारी और डॉक्टर, इंजीनियर, बैंककर्मी, सेल टैक्स अफसर, वैज्ञानिक हैं। बड़नगर के अलावा इंदौर, मुंबई और विदेश में भी कुछ सदस्य रहते हैं। हमारे घर कोरोना इतनी चालाकी से घुसा कि पता ही नहीं चला। 30 मार्च को परिवार के बुजुर्ग व मेरे बड़े पापा रमेश वेद उम्र 72 साल का निधन हो गया। इनकी कोरोना जांच नहीं हुई। अभी इन्हें खोने का गम था ही कि 9 दिन बाद 8 अप्रैल को रमेश जी के लड़के नीलेश वेद उम्र 44 साल का निधन हो गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम आई, सैंपल लिए। दो दिन बाद रिपोर्ट निगेटिव आई तो राहत की सांस ली कि कोरोना का कहर नहीं है, लेकिन 20 अप्रैल को मेरे एक और बड़े पापा डॉ. पुष्पेंद्र वेद उम्र 70 साल का निधन हो गया। इन्हें इंफेक्शन था, कोरोना जांच नहीं कराई। इनके अंतिम संस्कार के कुछ घंटे बाद ही काका राजकुमार वेद उम्र 62 साल की तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई।



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बड़नगर का वेद परिवार: प्रदेश के सबसे ज्यादा संक्रमित सदस्यों वाले परिवार के सदस्य अब स्वस्थ हो रहे हैं। शनिवार को दो लोग डिस्चार्ज हुए।