मुंबई

मुंबई के भाटिया अस्पताल के एक डॉक्टर समेत 6 लोगों में कोरोना की हुई पुष्टि, सभी आईसीयू में भर्ती

शहर के भाटिया अस्‍पताल में बुधवार को एक डॉक्टर समेत 6 कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इन सभी का इलाज अस्पताल के इंटेंसिव केयर यूनिट में चल रहा है। हॉस्पिटल की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि सभी की हाताल स्थिर है। इससे पहले भी यहां के 35 स्टाफकोरोना वायरस की चपेट में आए थे। अब अस्पताल के स्टाफ में से ही 41 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।

इसी तरहपुणे के रूबी हॉल क्लीनिक में 17 नर्स समेत तीन डॉक्टर, वार्ड बॉय के अलावा कुल 25 लोग कोविड-19 संक्रमित पाए गए। अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बोमी नेट ने बताया कि रुबी हॉल में एक हजार लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया था, जिनमें 25 की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।

कोरोना पॉजिटिव महिला ने दिए स्वस्थ बच्चे को जन्म
दक्षिण मुंबई के नानावटी हॉस्पिटल में एक कोरोना पॉजिटिव महिला ने बच्चे को जन्म दिया। खुशी का बात यह है कि डॉक्टर ने जांच कर बताया कि बच्चा स्वस्थ है। गर्भवती महिला को 38वें हफ्ते में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जब महिला को नानावटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया तो उसका टेस्ट किया गया। रिपोर्ट में पता चला कि महिला कोरोना पॉजिटिव है। उसे हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया। महिला के पति ने कहा, 'कोरोना पॉजिटिव आने पर मैं बहुत डर गया था। हमें बताया गया कि पत्नी को शिफ्ट करना होगा। इसके बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।'

गर्भवती महिलाओं के लिए स्पेशल कोविड कॉरिडोर बना है
नानावती हॉस्पिटल की डॉक्टर सुरुची देसाई ने बताया, हॉस्पिटल में मां और बच्चे को सुरक्षित लाने और ले जाने के लिए स्पेशल कोविड कॉरिडोर बनाया गया है। इसके अलावा इसका भी ध्यान रखा जाता है कि मां और बच्चे के बीच में संपर्क न हो।



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इससे पहले भी यहां के 35 स्टाफ कोरोना वायरस की चपेट में आए थे।




मुंबई

महाराष्ट्र 12 अफसरों समेत 64 पुलिसकर्मियों में कोरोना की पुष्टि हुई, सबसे ज्यादा 34 पुलिसवाले मुंबई से

महाराष्ट्र पुलिस के 64 पुलिसकर्मियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें से 12 पुलिस अधिकारी और 52 कॉन्स्टेबल हैं। इनमें सबसे ज्यादा 34 पुलिस कर्मचारी मुंबई से हैं। इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मुंबई स्थित आधिकारिक आवास 'वर्षा' पर तैनात महिला पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं।

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 5 हजार पार कर गई है। कोरना से महाराष्ट्र में कुल 5,218 लोग संक्रमित हैं। 722 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं, वहीं 251 लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में कोविड-19 के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।



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कोरोना संक्रमित सबसे ज्यादा पुलिसवाले मुंबई पुलिस से हैं। फिलहाल सभी की स्थिति स्थिर है।




मुंबई

आज 18 मौतें, मुंबई और पुणे हार्ड रेड जोन में शामिल; होम क्वारैंटाइन में गए मंत्री जितेंद्र आव्हाड अस्पताल में भर्ती

महाराष्ट्र में संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। बुधवार को राज्य में 18 संक्रमितलोगों की मौत हुई है। इसमें 10 मुंबई, पुणे और औरंगाबाद में दो-दो और कल्याण डोंबिवली, सोलापुर और जलगांव में एक-एक की जान गई। मृतकों में 14 पुरुष और 4 महिलाएं हैं। मृतको में 17 की उम्र 40 साल से अधिक है। इनमें से 12 को डायबिटीज, अस्थमा और बीपी जैसी बीमारियां थीं। राज्य में अब तक संक्रमण से 269 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, बुधवार को राज्य में संक्रमण के 431 नए मामले सामने आए। इसे मिलाकर प्रदेश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 5649 हो गई है। वहीं, 67 मरीज ठीक होकर वापस घरगए हैं। ऐसे में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 789 पहुंच गईहै।

इस बीच, राज्य के गृह निर्माण और आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ठाणे केअस्पताल में भर्ती किए गए हैं। उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। उनके स्टाफ के 16 लोग संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद से ही मंत्री होम क्वारैंटाइन थे। उधर,सरकार ने मुंबई और पुणे को हार्ड रेड जोन वाले इलाकों में शामिल कर दिया है। मुंबई में अब तक 3451 और पुणे में 813 संक्रमित पाए गए हैं। मुंबई के भाटिया अस्पताल के स्टाफ के 6 और लोगों में संक्रमण मिला है। स्टाफ में संक्रमितों की संख्या अब 41 हो गई है। शहर के एक अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव महिला ने बच्चे को जन्म दिया, जो कि स्वस्थ है।

प्रवासी मजदूरों को भेजने के लिए गाइडलाइन जारी करें केंद्र: उद्धव

महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने प्रवासी मजदूरों को लेकर केंद्र से जल्द गाइडलाइन जारी करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हमने 6 लाख मजदूरों के लिए आश्रय शिविर खोले हैं, लेकिन ये मजदूर अपने घरों को जाना चाहते हैं। इससे पहले उद्धव ने कहा कि राज्य के ग्रीन और ऑरेंज जोन वाले 26 जिलों में कारोबारी गतिविधियां जारी रहेंगी।

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अशोक चव्हाण ने कोरोना की लड़ाई में जुटे पुलिसकर्मियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।

महाराष्ट्र: सीएम आवास पर तैनात महिला पुलिस अफसरसंक्रमित

  • महाराष्ट्र के सीएम आवास पर भी वायरस ने दस्तक दे दी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सरकारी बंगले 'वर्षा' में तैनात एक महिलापुलिस अधिकारी को मंगलवार को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बादपुलिस अधिकारी कोक्वारैंटाइन कर दिया गया।उनके संपर्क में आए छह अन्य पुलिसकर्मियों कोक्वारैंटाइन किया गया है। इसके अलावा पूरे बंगले को सैनिटाइज करने का काम किया जा रहा है।'वर्षा' अधिकृत मुख्यमंत्री आवास है। हालांकि, उद्धव ज्यादातर वक्त अपने निजी आवास मातोश्री में ही रहते हैं। राज्य में अब तक 12 पुलिस अधिकारी समेत 64 पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा 34 पुलिस कर्मचारी मुंबई से हैं।

  • इससे पहले मंगलवार को 552 कोरोना संक्रमितों के मिले थे। मंगलवार को कुल 19 मरीजों की मौत हुई, जिसमें से 12 सिर्फ मुंबई से हैं। वहीं, तीन पुणे से, दो ठाणे और एक-एक सांगली और पिंपरी चिंचवड़ से था।
  • पुणे के रूबी हॉल क्लीनिक में 17 नर्स समेत तीन डॉक्टर, वार्ड बॉय के अलावा कुल 25 लोग कोविड-19 संक्रमित पाए गए। अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बोमी नेट ने बताया कि रुबी हॉल में एक हजार लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया था, जिनमें 25 की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।
  • राज्य के चार जिलों लातूर, उस्मानाबाद, हिंगोली और वाशिम से राहत भरी खबर आई।इन चारों जिलों में बीते 14 दिन में एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं मिला।
  • बृहन्नमुंबई नगर पालिका यानी बीएमसी के अधिकारियों ने बताया किएक महीने के लॉकडाउन के बावजूद मुंबई में 9 से 20 अप्रैल के बीच निषिद्ध क्षेत्र यानी कंटेनमेंट जोन कीसंख्या 113%बढ़कर 381 से 813 हो गई। 9 अप्रैल को मुंबई में संक्रमितों की कुल संख्या 775 थी।

मुंबई के चूना भट्टी इलाके में सोशलडिस्टेंसिंग के नियम को तोड़ते हुए लोग बाजार में सब्जियां खरीदते नजर आए। मुंबई में देश में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज हैं।

आइसोलेशन सेंटर्स में बिस्तरों की संख्या दो हजार होगी
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को कहा कि मुंबई में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर केंद्रीय समिति ने मुंबई में आइसोलेशन सेंटर्स में बिस्तरों की संख्या 1,200 से बढ़ाकर 2,000 तक करने की सिफारिश की है। कोरोना वायरस प्रकोप से निपटने के लिए राज्य की तैयारियों का आकलन करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल (आईएमसीटी) दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को मुंबई पहुंचा।

दानके लिए पीएमकेयर्स की तर्ज पर महाराष्ट्र सरकार नेखाता खोला

महाराष्ट्र सरकार ने कंपनियों द्वारा कार्पोरेट सामाजिक दायित्व यानी सीएसआरके तहत दान देने के लिए पीएमकेयर्स फंड की तर्ज पर मंगलवार को एक खाता खोला। महाराष्ट्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के नाम से खोला गया है । इससे पहले केंद्र ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए गए दान पर टैक्स सेछूट देने से इनकार कर दिया था। प्राधिकरण का यह खाता भारतीय स्टेट बैंक में खोला गया है। उसका खाता नंबर-39265578866, आईएफएससी कोड SBIN0000572 और एमआईसीआर 400002087 है।

मुंबई से सटे उरण इलाके में सीआईएसएफ के जवानों ने मछुआरों तक खाना पहुंचाने का बीड़ा उठाया। इसी कड़ी में बुधवार को मछुआरों को राशन बांटा गया।

कोरोना संक्रमण को रोकना औरलॉकडाउन हटाना पहली प्राथमिकता: आदित्य ठाकरे
महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता कोविड-19 महामारी के संक्रमण की चेन को तोड़ना औरलॉकडाउन हटाना है ताकि राज्य की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटे। हम फिलहाल संकट के बीच में हैं, जिसे दुनिया ने मानवता के इतिहास में शायद ही कभी देखा हो। बतौर सरकार हम उस आर्थिक पीड़ा के प्रति संवेदनशील हैं, जिससे विभिन्न क्षेत्र गुजर रहे हैं और हमारे लिए प्राथमिकता कोरोना महामारी की शृंखला को तोड़ना है।

तस्वीर बुधवार की मुंबई के मलाड इलाके की है। हार्ड लॉकडाउन के बावजूदलोग इस तरह से सब्जी खरीदते हुए नजर आए। सोशलडिस्टेंसिंग भी नहीं दिखी।


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मुंबई के धारावी में अब तक 189 संक्रमित मिल चुके हैं और 12 लोगों की जान जा चुकी है। बुधवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे धारावी पहुंचे। उन्होंने वहां पर लोगों के ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कराने के अधिकारियों को निर्देश दिए।




मुंबई

मुंबई में अर्णब गोस्वामी पर दो लोगों ने हमला करने की कोशिश की, स्याही भी फेंकी; दो गिरफ्तार

रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ और एंकर अर्णब गोस्वामी पर मुंबई में बुधवार देर रातदो लोगों ने हमला करने की कोशिश की। जब वे इसमें नाकाम रहे तो कार पर स्याही फेंक दी। घटना के वक्त उनकी पत्नी समिया गोस्वामी भी साथ थीं।एमएम जोशी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 341, 504 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है। दोनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है।

इस संबंध मेंएमएम जोशीपुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि घटना गणपतराव कदम मार्ग पर उस समय हुई जब गोस्वामी लोअर परेल में बॉम्बे डायिंग कॉम्प्लेक्स स्थित एक स्टूडियो से लौट रहे थे। अधिकारी ने बताया कि हमलावरों ने गोस्वामी की कार से आगे निकलकर इसे रुकवा लिया। इनमें से एक ने कथित तौर पर अपने हाथों से बार-बार हमला कर गाड़ी का शीशा तोड़ने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि हमलावरों के पास स्याही से भरी एक बोतल थी जो उन्होंने गोस्वामी की कार पर फेंक दी। गोस्वामी के पीछे वाली कार में चल रहे उनके सुरक्षाकर्मियों ने दोनों लोगों को पकड़ लिया और उन्हें एन एम जोशी मार्ग पुलिस को सौंप दिया।

कथित हमले के बाद पोस्ट किए गए एक वीडियो में गोस्वामी ने कहा कि उनके सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बताया कि हमलावर युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं।उधर,सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हम अर्णब गोस्वामी पर हमले की कोशिश की निंदा करते हैं। अगर इस मामले में शिकायत हुई है तो पुलिस को मौजूदा कानून के मुताबिक कार्रवाई करनी चाहिए।

हमले की जानकारी अर्णब ने एक वीडियो जारी कर दी

न्यूज चैनल का ट्वीट

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सोनिया गांधी को लेकर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी

  • अर्णब ने आचार्य प्रमोद कृष्णन से कहा कि अगर किसी पादरी की हत्या होती तो आपकी पार्टी और आपकी पार्टी की ‘रोम से आई हुईइटली वाली’ सोनिया गांधी बिलकुल चुप नहीं रहतीं। अर्णब ने कहा, "सोनिया गांधी तो खुश हैं। वो इटली में रिपोर्ट भेजेंगी कि देखो, जहां पर मैंने सरकार बनाई है, वहां पर हिन्दू संतों को मरवा रही हूं। वहां से उन्हें वाहवाही मिलेगी। लोग कहेंगे कि वाह, सोनिया गांधी ने अच्छा किया। इन लोगों को शर्म आनी चाहिए। क्या उन्हें लगता है कि हिन्दू चुप रहेंगे? आज प्रमोद कृष्णन को बता दिया जाना चाहिए कि क्या हिन्दू चुप रहेंगे? पूरा भारत भी यही पूछ रहा है। बोलने का समय आ गया है।"
  • इस बीच, नागपुर में अर्णब के खिलाफ दंगाउकसाने केआरोप मेंएक केस दर्ज किया गया है।महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने अर्णब की गिरफ्तारी की मांग कीहै। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ' कुछ मीडिया हाउस हमेशा नफरत फैलाने के लिए तैयार रहते हैं और अपने टीवी चैनलों के जरिए समाज को बांटते हैं।'

नागपुर में आईपीसी की 11 धाराओं में अर्नब के खिलाफ भी केस दर्ज
टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पर कथित अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितिन राउत और बालासाहेब थोराट अर्णब गोस्वामी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की बात कही है। इस बीच नागपुर में दंगे भड़काने के आरोप में अर्नब के खिलाफ आईपीसी की धारा 153, 153A, 153B, 295A, 208, 500, 504, 505(2), 506, 120B और 117 में केस दर्ज किया गया है।महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री नितिन राउत ने ट्विटर पर अर्णब की गिरफ्तारी की मांग करते हुए लिखा, कुछ मीडिया हाउस हमेशा नफरत फैलाने के लिए तैयार रहते हैं और अपने टीवी चैनलों के जरिए समाज को बांटते हैं। पहले उन्होंने पालगढ़ को सांप्रदायिक बनाने की कोशिश की। फिर अर्नब ने सोनिया गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की और उन्हीं को इस लिंचिंग के लिए दोषी ठहराया। यह शर्मनाक है।

मंत्री नितिन राउत का ट्वीट...

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एडिटर गिल्ड ऑफ इंडिया से इस्तीफा दे चुके हैं अर्णब

अर्णबगोस्वामी ने हाल ही में एक लाइव शो के दौरान ही एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया से त्यागपत्र दे दिया था। अर्णब ने अपने इस्तीफे के लिए एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के गिरते हुए मूल्यों को जिम्मेदार बताया था। उन्होंने कहा था, "एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने व्यक्तिगत पूर्वग्रहों के लिए नैतिकता से समझौता किया है।वह काफी लंबे वक्त से एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के सदस्य हैं, लेकिन अब यह मात्र कुछ लोगों का समूह है, जिनमें फेक खबरों को फेक कहने का दम नहीं है।'



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अर्णब गोस्वामी ने इस घटनाक्रम के लिए एक राजनीतिक पार्टी को जिम्मेदार बताया।




मुंबई

24 घंटे में रिकॉर्ड 778 नए केस आए, संक्रमण से 14 की मौत; विदेशी क्रूज पर फंसे 146 भारतीय मुंबई पोर्ट पर उतरे

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। पिछले 22 घंटे में राज्य में रिकॉर्ड 778 पॉजिटिव मिले। इससे पहले 21 अप्रैल को 552 संक्रमित सामने आए थे। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 6427 पर पहुंच गया है।
उधर, गुरुवार को राज्य में संक्रमण के चलते 14 मौतें हुई। इसमें मुंबई में 6, पुणे में 5 और नंदुरबार, नवी मुंबई और धुले में एक-एक की जान गई। मृतकों में 8 पुरुष और 6 महिलाएं हैं। इनमें तीन की उम्र 40 साल से कम जबकि 11 की उम्र 40 से 70 साल के बीच थी। इसके अलावा, सात को डायबिटीज, हाइपरटेंशन, अस्थमा जैसी बीमारियां थीं। इसे मिलाकर राज्य में अब तक संक्रमण से 283 लोगों की जान जा चुकी है।

विदेशी क्रूज पर समुद्र में फंसे 146 भारतीय मुंबई बंदरगाह पर उतरे

इस बीच, एक विदेशी क्रूज मरीला डिस्कवरी पर समुद्र में फंसे 146 भारतीय गुरुवार को मुंबई बंदरगाह पर उतर गए।मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (एमपीटी) के अध्यक्ष संजय भाटिया ने बताया किसभी को क्वारैंटाइन किया गया है।इनकी कोविड-19 की जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद उन्हें घर भेजने या नहीं भेजने पर फैसला किया जाएगा। बता दें किविदेशी क्रूज पर फंसे भारतीयों कोमुंबई बंदरगाह पर उतरने की अनुमति देने के लिएमुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने खुद केंद्रीय जहाजरानी राज्यमंत्री मनसुख मांडविया से बात की थी। दरअसल, क्रूज को 2 से 6 अप्रैल के बीच कोचीन, न्यू मंगलोर, गोवा और मुंबई जाना था। क्रूज 12 अप्रैल को कोचीन पहुंच गया, लेकिन कोचीन में उतरने की इजाजत नहीं दी गई थी। इसके बाद 14 अप्रैल को क्रूज मुंबई पहुंचा था।

यह तस्वीर विदेशी क्रूज मरीला डिस्कवरी की है। 12 अप्रैल से यह क्रूज मुंबई के समुद तट पर खड़ा हुआ था। इसमें 145 भारतीय थे, जो कि अब मुंबई में उतर गए हैं।

राज ठाकरे की मांग- नैतिकता के मुद्दे पर न फंसे, राजस्व के लिए शराब की दुकानें खुलवाएं

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने लॉकडाउन के कारण खाली होती प्रदेश सरकार की तिजोरी पर चिंता जताई है।गुरुवार को राज ठाकरे ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा कि लॉकडाउन अभी और कितने समय तक रहेगा, यह पता नहीं है। इसलिए सरकार को राज्य में शराब की दुकानों को फिर से शुरू करने का फैसला लेना चाहिए। इससे सरकार को कम से कम राजस्व मिलना शुरू हो सकेगा। राज ने कहा कि सरकार शराब की दुकानों को शुरू करने को लेकर नैतिकता के मुद्दे पर न फंसते हुए इस पर फैसला करें।

मुस्लिम डिलीवरी बॉय से किराना लेने से मना करने पर केस दर्ज
ठाणे के कश्मीरा इलाके मेंमुस्लिम डिलीवरी बॉय से सामान नहीं लेने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारीसंजय हजारे ने बताया कि आरोपीगजानन चतुर्वेदी (51) के खिलाफ आईपीसी की धारा 295 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसनेडिलीवरी बॉय से उसका नाम पूछाफिर सामान लेने से इनकार कर दिया।

महाराष्ट्र: मुंबई और पुणे बड़ी चिंता, इसलिए इन दोनों शहरों को हार्ड रेड जोन में डाला

  • मुंबई में गुरुवार को 522 नए पॉजिटिव मिले। यहां स्थिति बिगड़ती जा रही है। यहां अब कुल संक्रमितों की संख्या 4205 तक पहुंच गई है। इसके अलावा 167 लोगों की जान जा चुकी है। मुंबई के कई इलाके सील करने के बाद भी संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी नहीं आ रही है।
  • कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया किकेंद्रीय टीम का अनुमान है किमुंबई में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 15 मई तक 6.56 लाख तक पहुंच सकती है।साथ ही, 30 अप्रैल तक यह संख्या42 हजार हो सकतीहै।
  • वहीं, पुणे डिवीजन में अब तक 963 संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें67 कीमौते हो चुकी है।सिर्फ पुणे के नगर निगम क्षेत्र में 734 संक्रमित हैं। शहर का भवानी पेठ इलाका कोरोना का हॉटस्पॉट है। यहां171 मरीज हैं।

धारावी मेंअब तक 189 संक्रमित
एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। गुरुवार को यहां25 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 214 तक पहुंच गया है। वहीं, यहांअब तक 13लोगों की जान जा चुकी है। बुधवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्रीय टीम के साथइलाके का दौरा किया था।

मुंबई के धारावी में एक महिला की स्क्रीनिंग करता हुआ स्वास्थ्य कर्मचारी। यहां अब तक 189 संक्रमित केस सामने आ चुके हैं।
यह तस्वीर नांदेड़ की है। यहां कोरोना जांच के लिए लैब को बनाया गया है। बुधवार को इस लैब में जांच हुई तो नांदेड़ में संक्रमण का पहला मामला सामने आया है।
यह तस्वीर जालना की है। यहां कई इलाकों में बाहरी लोग न आ पाए, इसके लिए सड़क को इस तरह से ब्लॉक कर दिया गया।

यह तस्वीर अमरावती जिले के मेलघाट की है। यहां पानी का संकट शुरू हो गया है। बुधवार को एक कुआं पर लोग पानी लेनेके लिए पहुंचे।



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यह तस्वीर नागपुर की है। यहां सरकार ने प्रवासी मजदूरों को आश्रय स्थल पर ठहरा रखा है। उसी स्थल की खिड़कियों के झांकते हुए प्रवासी मजदूर। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मजदूरों से कहा है कि लॉकडाउन खत्म होते ही प्रदेश सरकार उन्हें घर पहुंचाने के लिए समुचित इंतजाम करेगी।




मुंबई

मुंबई में कोरोना संक्रमण से पुलिस कांस्टेबल की मौत, राज्य में कुल 96 पुलिसकर्मी संक्रमित

शनिवार को कोरोना संक्रमण से एक 57 वर्षीय पुलिस कांस्टेबल की मौत हुई है। कोरोना संक्रमण से पुलिस विभाग से जुड़े किसी कर्मचारी की महाराष्ट्र में पहली मौत है। वर्ली नाका इलाके में रहने वाले मृतक कांस्टेबल मुंबई के वकोला इलाके में पोस्टेड थे। यह मुंबई के एचई ईस्ट वार्ड में आता है, जहां सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज हैं। कांस्टेबल अपने पीछे पत्नी और दो बच्चे को छोड़ कर इस दुनिया को अलविदा कह गए।

महाराष्ट्र में 96 पुलिसकर्मियों में कोरोना संक्रमण
महाराष्ट्र में लॉकडाउन की अवधि के दौरान शनिवार तक कुल 96 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें 15 पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, '' महाराष्ट्र में अब तक 15 पुलिस अधिकारियों समेत कुल 96 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।''

अधिकारी ने कहा कि इनमें से तीन पुलिस अधिकारियों और चार पुलिसकर्मियों को स्वास्थ्य में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।



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कोरोना संक्रमण से पुलिस विभाग से जुड़े किसी कर्मचारी की महाराष्ट्र में पहली मौत है।




मुंबई

रमजान के लिए विदेशों से मुंबई आते हैं लोग, मोहम्मद अली रोड कहलाती है इफ्तार पैराडाइज, लेकिन इस बार न सहरी न दावतें बस सन्नाटा

दुआओं, इबादत और बरकतों का महीना रमज़ान जैसा इस दफा है वैसा न कभी किसी ने देखा न सोचा। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सहरी, इफ्तारी, दावतें और नमाज़ ए तरावीह के बाद कि वे महफिलें लॉकडाउन के चलते सन्नाटे में हैं। मुंबई के मुस्लिम इलाकों में मोहम्मद अली रोड एक ऐसी जगह है जहां रमज़ान के चलते विदेशों तक से लोग आते रहे हैं।


लज़ीज़ पकवानों की महक गैर मुस्लिमों को भी यहां की संकरी गलियों में ले आती है। लेकिन इन दिनों रात भर जश्न और रौशनी में नहाए मुस्लिम इलाकों में सन्नाटा पसरा है। इस दफा न तो लड़ियां हैं और न ही चमकीली झालरें। एक अनुमान के अनुसार लॉकडाउन के चलते रमज़ान के दिनों में मुंबई में हर दिन 200 करोड़ के कारोबार का नुकसान हो रहा है।

मुस्लिम इकॉनमी के जानकार और हलाल अथॉरिटी बोर्ड के महासचिव दानिश रियाज़ बताते हैं कि भिंडी बाज़ार, जावेरी बाज़ार से मांडवी तक लगभग पांच किलोमीटर का पैच है, जहां हर दिन 100 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। इतने से इलाके में रिटेल की लगभग तमाम दुकानें मुसलमानों की हैं। इनमें इत्र, मिठाई, बेकरी, मेवा, होटल, गारमेंट और टूअर एंड ट्रेवल का बिज़नेस शामिल है। रमज़ान के चलते अरब देशों से भी व्यापारी यहां आया करते हैं और यहां के होटल उनसे ठसाठस भरे रहते हैं। वे लोग यहां रमज़ान के महीने में बिज़नेस करने आते रहे हैं।

फिर मिनारा मस्जिद वाली गली में ऐसे ऐसे पकवान बनते हैं जिनका ज़ायका विदेशों तक मशहूर है। खाऊ गली खास पकवानों के लिए दुनिया में मशहूर है। नान खताई, अफलातून और यहां के ज़ायकों की दुनिया दीवानी है। फल भी आम दिनों की बजाय इन दिनों महंगे मिलते हैं। इन सब को मिला कर देखा जाए तो रमज़ान में हर दिन 200 करोड़ रुपये का कारोबार होता है जो कि लॉकडाउन के चलते ठप्प हो गया है।

ये तस्वीर मुंबई की हाजी अली दरगाह की है। मुंबई में अब तक साढ़े चार हजार से ज्यादा पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। यह शहर देश के कोरोना हॉट स्पॉट में से एक है।

रमज़ान तो है लेकिन रौनकें नहीं होंगी
सांताक्रूज़ में रहने वाले 63 वर्षीय सलीम खान बताते हैं कि सांताक्रूज़ में ही जन्मे, पले बड़े हुए। हमेशा से देखते आए हैं कि इफ्तार के बाद लोग बड़ी तादाद में खाने के लिए निकलते हैं। वह बताते हैं कि मोहम्मद अली रोड को इफ्तार पैराडाइज़ भी कहा जाता है। शवार्मा, कबाब, मुगलई चिकन सूप, मालपुए-रबड़ी, मावा जलेबी, फिरनी, नल्ली निहारी, बिरयानी, बैदा रोटी खाने के लिए उनके साथ उनके गैर मुस्लिम दोस्त भी जाते हैं।

सलीम खान के अनुसार, जिनसे सालभर मिलना नहीं हो पाता, रमज़ान में हम उनसे मिलते हैं। इफ्तार की दावतों पर एक दूसरे के यहां जाते हैं। दावतें होती हैं। लॉकडाउन की वजह से रमज़ान के महीने का वो सामाजिक- सांस्कृतिक तानाबाना पूरी तरह टूट गया है। सलीम खान के अनुसार रमज़ान में दो-चार दावतें तो हर वर्ग के मुसलमान के घर रहती ही थीं। सामाजिक-राजनीतिक स्तर पर इफ्तार पार्टियों का आयोजन होता था। जो इस दफा नहीं होगा। सलीम खान के अनुसार, रमज़ान तो है लेकिन रौनक नहीं। और चारों ओर हालात भी ऐसे हैं कि मन बहुत अच्छा भी नहीं है।

तरावीह के बाद की महफिलों का लुत्फ नहीं होगा
मुंबई में मोहम्मद अली रोड के अलावा जोगेश्वरी, मीरा रोड, मिल्लत नगर, कुर्ला, बांद्रा ईस्ट-वेस्ट, वाशी, नेरुल, मुंबरा, भाइकल्लां, मालवानी भी मुस्लिम बहुल इलाके हैं। सभी का यही हाल है। मिल्ली काउंसिंल मुंबई के अध्यक्ष राशिद अज़ीम बताते हैं कि मुबई में नमाज़ ए तरावीह के बाद महफिलों का दौर होता है। चाय पर चाय चलती है। तरावीह की नमाज़ के बाद की महफिल का लुत्फ नहीं होगा इस बार।


अज़ीम के अनुसार मस्जिदों में एक साथ इबादत, सजदा करने में जो मज़ा है, एक साथ रोजा खोलने में जो मज़ा है, वो नहीं होगा इस दफा। रमज़ान में मस्जिदों में नमाज़ियों की तादाद दोगुनी हो जाती है। घर में महिलाओं की महफिल भी रहती हैं। दुआएं हो रही होती हैं, नमाज़ें हो रही होती हैं। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के चलते इस दफा ऐसा कुछ नहीं होगा।

तस्वीर मुंबई के एक मुस्लिम परिवार की है, जिसने रमजान के पहले दिन घर पर ही इफ्तारी की। मुंबई पुलिस ने भी वीडियो जारी कर लोगों से अपील की है कि वह रमजान के दौरान किसी भी परंपरा के लिए इकट्ठा न हो और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

इबादत का मौक़ा ज्यादा मिलेगा
कुछ लोग लॉकडाउन में भी सकारात्मक रवैया अपनाए हुए हैं। कुर्ला के रहने वाले असलम गाज़ी बताते हैं कि पहले सारा दिन भर दफ्तर में निकल जाता था। शाम में इफ्तारी और फिर ईशा की नमाज़ के बाद बाज़ार। चहल-पहल और दावतों का दौर ही चलता रहता था, लेकिन इस दफा घर में सारा दिन क़ुरान पढ़ने और दुआएं करने का वक्त मिलेगा। सारा दिन परिवार के साथ इबादत में गुज़ारेंगे। बच्चों को रस्मों रवायतें बताएंगे।

असलम गाज़ी के अनुसार हालांकि महाराष्ट्र सरकार ने सहरी के वक्त से लेकर 12 बजे तक दुकाने खोलने की इजाज़त दी है लेकिन रोज़े के वक्त कौन कितनी खरीदारी कर पाएगा, पता नहीं। गरीबों के हालात सोच सकते हैं कि कैसे होंगे क्योंकि ठीक-ठाक आर्थिक स्थिति वाले लोग भी इस बार खरीदारी सोच समझ कर कर रहे हैं। कारोबार बंद है,बिज़नेस ठप हैं। कैश नहीं है। दुआ है कि ईद तक लॉकडाउन खुल जाए।

कई सौ साल पुराना सामाजिक तानाबाना उधड़ा
मुंबई में बाकी शहरों की तरह इफ्तार पार्टी तो रहती ही है लेकिन बीते कई सालों से यहां सहरी पार्टी भी होने लगी थी। भाजपा के नेताओं ने इसकी शुरूआत की थी और ज्यादातर भाजपा के नेता सहरी पार्टी ही करते थे। सहरी-इफ्तारी में हिंदु-मुस्लिम दोनों बराबर शरीक होते हैं। यह आयोजन एक तरह से समाज को और मज़बूत करते थे। इस लॉकडाउन में रमज़ान की वजह से होने वाले वो सामाजिक ताना बाना उधड़ गया, जो कई सौ सालों से मज़बूत बुना हुआ था।



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250 साल में पहली बार मोहम्मद अली रोड़ की दुकानें बंद रहेंगी,जो खानेपीने के शौकीनों के लिए मक्का है।ये इलाका 1993 के बम ब्लास्ट के बाद भी खुला रहा था।




मुंबई

डॉक्टर, अफसर हों या गरीब, सब को रोज खाना खिला रहे हैं शिशिर, कराची की रहने वाली मुंबई की बहू गरीबों को दे रही खाना

मनीषा भल्ला.अंधेरी के रहने वाले शिशिर जोशी ने 1700 डॉक्टरों को खाना पहुंचाने से शुरुआत की थी। मांग बढ़ी तो महाराष्ट्र सरकार के दफ्तरों और मंत्रालयों तक पहुंच गई। आज वे कर्मचारियों और अफसरों के लिए भी खाना पहुंचा रहे हैं। उनकी मुहिम का नाम है- खाना चाहिए। खाने में दिया जाता है-खिचड़ी, केला और बिस्किट का पैकेट। शहर के छह अलग-अलग सेंटर्स पर खाना तैयार किया जा रहा है। उनके साथ 2,000 वाॅलेंटियर भी काम कर रहे हैं। क्राउड फंडिंग से इसका खर्च जुटाया जा रहा है।

प्रोजेक्ट मुंबई संस्था के सीईओ शिशिर ने भास्कर को बताया कि डॉक्टरों के लिए खाना पहुंचाने के लिए फिल्म प्रोड्यूसर राॅनी स्क्रूवाला ने खर्च उठा रहे हैं। हम केईएम, कामा, जेजे, सायन और सेंट जॉन्स अस्पतालों में खाना पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा वेस्टर्न हाइवे के 25 किलोमीटर क्षेत्र मंे रहने वाले गरीब लोगों के लिए भी भोजन के पैकेट भेज रहे हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि मदद देने वालों के हाथ बहुत बड़े हैं। फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई लोगों ने मदद की है। कई लोगों ने अपने हाेटल-रेस्त्रां दे दिए हैं, जहां खाना तैयार हो रहा है। खाने के अलावा कुछ लोग ग्रॉसरी की मांग कर रहे हैं, तो हम उन्हें राशन भी दे रहे हैं। शिशिर आज हम लगभग 70 हजार लोगों को रोजाना भोजन मुहैया करवा रहे हैं।

150 लोगों के भोजन से शुरुआत, अब 64 रसोई

पाकिस्तान के कराची की रहने वाली और मुंबई की बहू निखत अशरफ मोहम्मदी का आजकल दिन-रात बराबर है। वे लाइफ कोच और इंवेस्टमेंट एडवाइजर हैं। उनके पति अशरफ मोहम्मदी भी फाइनेंशियल एडवाइजर हैं और लाॅकडाउन के कारण इन दिनों से पुणे में फंसे हैं। निखत बताती हैं कि लॉकडाउन के कुछ दिन बाद सामान लेकर क्राफ्ट मार्केट स्थित घर लौट रही थी तो मैंने एक बच्चे से पूछा कि खाना खाया है? उसने जवाब दिया कि 24 घंटे से नहीं खाया है।

मैंने पूछा कि तुम कितने लोग हो, तो उसने कहा- करीब 150। बस, तभी से उन सभी के लिए खाना बनवाने लगी। आस-पास के लोग काे पता चला तो वे भी मदद करने लगे। कुछ दिनों में ही 3500 लोगों के लिए दाल-पुलाव या सब्जी-पुलाव जाने लगा। और लोग भी जुड़ते गए। कोई कहता है- दस हजार रुपए मेरी तरफ से लो, तो कोई 2000 रुपए की मदद करता है। ऐसे ही कारवां बढ़ा, तो खाना बनाने का काम कैटरर को दे दिया। आज मोहम्मद अली रोड, भिंडी बाजार, मलाड, बांद्रा, जोगेश्वरी तक खाना जा रहा है। इसके लिए दो टेम्पो रखे हैं। अब 64 जगहों पर रसोई बनाई है, जहां खाना बनता है। इस काम के लिए लोगों ने तिजोरियां खोल दी हैं। दान देने वालों में हिंदू-मुस्लिम सब हैं और खाने वालों में भी हर प्रदेश और धर्म के लोग हैं। अब सब मिलकर रोजाना करीब 60 हजार लोगों को खाना दे रहे हैं। टारगेट 5 लाख को रोज खिलाने का है।



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शिशिर जोशी और निखत अशरफ मोहम्मदी​​​​​​​ अपने-अपने स्तर पर जरुरतमंद लोगों तक खाना पहुंचा रहे हैं।




मुंबई

अक्षय कुमार ने मुंबई पुलिस फाउंडेशन को दो करोड़ रुपये का सहयोग दिया, पहले पीएम फंड में दिए थे 25 करोड़ रुपए

कोरोना वायरस से मुकाबले में देश का सहयोग करते हुए अभिनेता अक्षय कुमार ने मुंबई पुलिस फाउंडेशन को दो करोड़ रुपये दान किए हैं। मुंबई पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने ट्वीट कर अक्षय कुमार को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। अक्षय कुमार नेइसके पहले पीएम-केयर्स में 25 करोड़ रुपये का सहयोग दिया था।

परमबीर सिंह का ट्वीट..

परमबीर सिंह ने लिखा, “मुंबई पुलिस फाउंडेशन में दो करोड़ रुपये के सहयोग के लिए मुंबई पुलिस अक्षय कुमार को धन्यवाद देती है। आपका सहयोग शहर की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध महिला एवं पुरुष पुलिस कर्मियों के जीवन में काफी मददगार साबित होगा।”

अभिनेता अक्षय कुमार का जवाब

ट्वीट के जवाब में अक्षय कुमार ने कोविड-19 से संक्रमित होकर अपनी जान गंवाने वाले हेड कांस्टेबल चंद्रकांत पेंडूरकर और संदीप सुर्वे को श्रद्धांजलि दी और अपने प्रशंसकों से फाउंडेशन में योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने ट्वीट किया, "मैं मुंबई पुलिस के हेड कांस्टेबल चंद्रकांत पेंडूरकर और संदीप सुर्वे को सलाम करता हूं जिन्होंने कोरोना से लड़ते हुए अपने जीवन का बलिदान दे दिया। मैंने अपना काम कर दिया है, आशा करता हूं आप भी करेंगे। हमें भूलना नहीं चाहिए कि हम उनकी वजह से सुरक्षित और जिंदा हैं।"

अभिनेता अक्षय कुमार का ट्वीट..

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अभिनेता अक्षय कुमार ने कुछ दिन पहले कोरोना की लड़ाई में जुड़े पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए दिल से थैंक्यू कैम्पेनिंग की शुरुआत की थी।




मुंबई

नर्स की ड्रेस में मुंबई के एक हॉस्पिटल में पहुंची बीएमसी की मेयर किशोरी पेडणेकर, बढ़ाया नर्सों का हौसला

कोरोनावायरस का कहर देश में लगातार बढ़ते जा रहा है। इस बीच मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर नर्स की ड्रेस में नजर आईं। वह बृहन्मुंबई महानगरपालिका के नायर अस्पताल पहुंची। जहां उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को हौसला बढ़ाया।

छात्राओं को दिया लेक्चर
मुंबई में तेजी से बढ़ते कोविड-19 के वायरस के मद्देनदर बीएमसी सर्तक हो गया है। कोरोना के कारण मेडिकल स्टाफ पर काम का ज्यादा तनाव है। नर्स की पढ़ाई कर रही छात्राओं का हौसला बढ़ाने के लिए मेयर किशोरी पेडणेकर हॉस्पिटल पहुंची थी। पेडणेकर ने अस्पताल में नर्सिग का कोर्स कर रही छात्राओं को लेक्चर भी दिया।

आदित्य ठाकरे ने की सराहना

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने भी मेयर के इस प्रयास की सराहना की है।आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर लिखा,' कोरोना के खिलाफ हम लड़ाई जीतने वाले हैं। मुंबई की मेयर किशोरीपेडणेकर आज नर्स के रूप में नायर हॉस्पिटल में पहुंची थीं।'

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पेशे से नर्स है किशोरी पेडणेकर
महापौर किशोर पेडणेकर खुद भी पेश से नर्स हैं। राजनीति में आने पहले किशोरी मुंबई के अस्पताल में नर्स का काम करती है। बता दें कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र है। यहां अबतक 342 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि संक्रमितों की संख्या आठ हजार के पार हो गई है।

किशोरीपेडणेकर का राजनीतिक सफर
नर्स का काम करते-करते और मरीजों की सेवा करते हुए ही किशोरी ने समाज सेवा करने का फैसला लिया था और शिवसैनिक के तौर पर उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया। साल 2002 में मुंबई के वर्ली इलाके से पहली बार शिवसेना के टिकट पर पेडणेकर ने जीत दर्ज की और बतौर पार्षद बीएमसी पहुंची। पेडणेकर 22 नवंबर 2019 को मुंबई की मेयर पद पर विराजमान हुईं। शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे और उनकी माता, रश्मि ठाकरे के करीबी के तौर पर भी किशोरी पेडणेकर की पहचान है। पिछले 25 सालों से बीएमसी पर शिवसेना की सत्ता है। ऐसे में पेडणेकर को कई अलग-अलग समिति में काम करने का मौका मिला।



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महापौर किशोर पेडणेकर खुद भी पेश से नर्स हैं।




मुंबई

55 साल से ऊपर के पुलिसवालों को मुंबई में ड्यूटी पर नहीं किया जाएगा तैनात, मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार देगी 50 लाख रुपए

दिनों-दिन बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मुंबई पुलिस ने एक बड़ा फैसला लिया है। पुलिस कमिश्नर ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार, अब 55 साल की उम्र से ज्यादा के पुलिसकर्मियों को आउटडोर ड्यूटी पर तैनात नहीं किया जाएगा। पिछले 4 दिनों के दौरन मुंबई में 3 पुलिस कांस्टेबलों की कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु हुई है। तीनों की उम्र 50 साल से ज्यादा की थी। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना वायरस से 20 अधिकारियों सहित कम से कम 107 पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर पुलिसकर्मी मुंबई के हैं।

ऐडवाइरी जारी करते हुए पुलिस कमिश्नर संजय बर्वे की ओर से कहा गया,'जिनकी उम्र 55 साल से ज्यादा है, वो बंदोबस्त में ना आए। साथ ही ऐसे पुलिसकर्मी जिनकी उम्र 52 साल से अधिक है और जिन्हें शुगर, बीपी, हृदय या अन्य मेडिकल संबंधी समस्याएं हैं, उनको भी घर पर रहना चाहिए।' कमिश्नर ऑफिस से ऐसे लोगों को छुट्टी पर जाने के लिए कहा गया है।

रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाइयां दी जा रही
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए 20,000 पुलिसकर्मियों को मल्टी-विटामिन और प्रोटीन सप्लीमेंट दिए जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) की गोलियां 12,000 कर्मियों को डॉक्टरों की देखरेख में दी जा रही हैं। पुलिसकर्मियों के लिए विशेष अस्पताल नामित किए जा रहे हैं।

मृतकों के परिजनों को मिलेंगे 50 लाख रुपए
राज्य सरकार ने मृतक पुलिसकर्मियों के परिवारों को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की है। मुंबई के सभी कोविड-19 अस्पतालों में पुलिस कर्मियों के लिए बेड सुरक्षित हैं। इसके अलावा, सभी पुलिस कर्मियों को पर्याप्त संख्या में पीपीई, फेस मास्क, हैंड सैनिटाइजर, दस्ताने, फेस शील्ड प्रदान किए गए हैं। भोजन के पैकेट, राशन, गर्म पानी के बोतल, चेक प्वाइंट पर पंडाल भी पुलिस कर्मियों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।



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मुंबई पुलिस ने अपने सभी पुलिसकर्मियों के लिए ग्लव्स, मास्क और फेस शील्ड का इंतजाम किया है।




मुंबई

देश में एक दिन में सबसे ज्यादा 2200 टेस्ट मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में होंगे; राज्य में अब सिर्फ 3 ग्रीन जोन

महाराष्ट्र में कोरोनाका कहर बढ़ता जा रहा है। राज्य में मंगलवार कोकोरोना संक्रमण के कुल 729 नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं। इसी के साथ राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 9318 तक पहुंच गई है। वहीं, राज्य मेंकुल 31 मौतें हुई हैं। मृतकों में 25 मुंबई से , चार जलगांव से और दो पुणे से हैं। मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 400 तक पहुंच गया है।बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा 395मामले मुंबई में सामने आए, जबकि 15 लोगों की मौत हुई है। मुंबई में कोरोना के कुल 5589 केस हैं। वहीं,अब तक 219 लोगों की मौत हुई है।

देश में सबसे ज्यादा 2200 टेस्ट मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में होंगे
कोरोना के खतरे को कम करने के लिए बीएमसी की ओर से महाराष्ट्र के सबसे बड़े जेजे हॉस्पिटल में एक दिन में 2200 टेस्ट करनेकी तैयारी की जा रही है। इतनी बड़ी संख्या में टेस्ट सुविधा वाला यह संभवतः देश का सबसे बड़ा सेंटर होगा। इसके लिए हॉस्पिटल को एक नई मशीन मिली है, जो रोज 2 हजार सैम्पल टेस्ट कर सकती है।फिलहाल, अस्पताल के लैब में रोज 200 सैम्पल की जांच होती है।

महाराष्ट्र में हर दिन 8-10 हजार लोगों की जांच हो रही
महाराष्ट्र में अब तक 1 लाख से अधिक लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है, जो देश में सबसे ज्यादा है।राज्य में 48 सरकारी और निजी लैब हैं, पिछले कुछ दिनों में रोजाना करीब 8-10 हजार लोगों की जांच हो रही है। जेजे हॉस्पिटल में 2200 जांच शुरू होने के बाद यह संख्या बढ़कर 12 हजार तक पहुंच जाएगी।

मुंबई के धारावी में खाना लेने के लिए जमा हुई भीड़। यहां करीब 250 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।

ग्राउंड में बनाया जाएगा क्वारैंटाइन सेंटर
बृहन मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) को आशंका है कि टेस्टिंग के बाद मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। इसलिए उन्हें रखने के लिए बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के एमएमआरडीए ग्राउंड पर 1000 बेड का क्वारैंटाइन सेंटर बनाया जाएगा, जिसमें ऑक्सीजन की सुविधा भी होगी।

मुंबई के 25 प्रतिशत नर्सिंग होम के लाइसेंस रद्द होंगे
बीएमसी के बार-बार कहने पर भी मुंबई के 25 प्रतिशत नर्सिंग होम नहीं खुले, जिससे कोरोना संकट का सामना कर रहे मुंबई के लोगों को कठिनाई झेलनी पड़ रही है। बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि ऐसे नर्सिंग होम का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई शुरू की जाए।

कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए हर कोई अपने तरीकों से प्रयास कर रहा है। मुंबई के एक चौराहे पर लगी वारकरी दिंडी के पुतलों को मास्क पहनाया गया है।

कामा हॉस्पिटल का कैंसर सेंटर सील
कामा हॉस्पिटल के स्टाफ में दो कोरोना मरीजों की पुष्टि होने के बाद अस्पताल केकैंसर विभाग सील कर दिया गया है। अस्पताल की दूसरी सुविधाएं फिलहाल जारी हैं। हॉस्पिटल के सुपरिटेंडेंट इंचार्ज डॉ. तुषार पालवे ने कहा कि यहां डिलीवरी समेत दूसरे मरीजों का इलाज हो रहा है।

मुंबई के दो हॉस्पिटल्स में प्लाज्मा थैरेपी शुरू हुई
कोरोना को हराने के लिए मुंबई के लीलावतीऔर सेवनहिल्स हॉस्पिटल में प्लाज्मा थैरेपी की शुरुआत की गई। अभी तक दोनों हॉस्पिटलमें एक-एक मरीज को प्लाज्मा चढ़ाया गया है। इन दोनों की हालत काफी खराब थी। फिलहाल, इनकी मॉनिटरिंग की जा रही है।

मुंबई के कई इलाकों को पुलिस ने इसी तरह सील कर दिया है। जरूरी सामान के लिए सिर्फ एक व्यक्ति के आने-जाने लायक जगह छोड़ी गई है।

राज्य में अब सिर्फ तीन जिले ही ग्रीन जोन में बचे
राज्य के सिर्फ 3 जिले ही ग्रीन जोन में हैं, जबकि 14 ऑरेंज और 18 जिले रेड जोन में है। इन 18 जिलों में ही 8000 से ज्यादा कोरोनावायरस के मरीज हैं। जाहिर है कि इन इलाकों में सरकार लॉकडाउन खत्म करने का खतरा मोल नहीं लेगी।सरकार यहां लॉकडाउन बढ़ाने पर विचार कर रही है।

कोटा में फंसे छात्रों को लाने के लिए 100 बसें भेजेगी सरकार
महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने लॉकडाउन की वजह से राजस्थान के कोटा में फंसे लगभग 2000 छात्रों को वापस लाने के लिए वहां 100 बसों को भेजने का फैसला किया है। परब ने सोमवार देर रात कहा कि महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बसों को अगले दो दिनों में कोटा भेजा जाएगा। विभिन्न प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए महाराष्ट्र के छात्र कोटा में रह कर पढ़ाई कर रहे हैं।

अब तक तीन पुलिसकर्मियोंकी मौत, 100 से ज्यादा संक्रमित
सोमवार को एक और पुलिसकर्मी की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई। राज्य में अब तकतीन कोरोना पॉजिटिव पुलिसकर्मी जान गंवा चुके हैं। पुलिस के अनुसार, कुर्ला ट्रैफिक डिविजन में तैनात 56 साल के पुलिस हवलदार का सोमवार को अस्पताल में निधन हो गया, वे कोरोना संक्रमित थे। इससे पहले नवी मुंबई निवासी एक 53 साल के हवलदार ने भी कोरोना से रविवार को दम तोड़ा था। वे रोजाना कमोठे से दक्षिण मुंबई स्थित ऑफिस बस से आते थे। शनिवार को भी वाकोला पुलिस में तैनात 57 साल के एक हवलदार की कोरोना से मौत हो गई थी। वे नायर अस्पताल में भर्ती थे और वर्ली स्थित पुलिस आवास में परिवार के साथ रहते थे। राज्य में वर्तमान समय में 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हैं।

मुंबई के एक कंटेनमेंट जोन में कीटनाशक का छिड़काव करने पहुंचा बीएमसी कर्मचारी।

मीरा-भायंदरमें बढ़ा 100% लॉकडाउन
मीरा-भायंदरमें 100% लॉकडाउन की अवधि 28 अप्रैल को पूरी हो रही है। लेकिन कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसे आगे भी बढ़ाया गया है। इस पर महापौर-आयुक्त के बीच हुई बैठक में अंतिम फैसला लिया गया है। हालांकि, इसका आधिकारिक ऐलान होना बाकी है। इसके तहत राशन, दूध, सब्जी-फल आदि की दुकानें बंद रहेंगी और लोग इन्हें ऑनलाइन बुकिंग और होम डिलीवरी के जरिए मंगा सकते हैं।

पुणे: पूरा शहर 3 मई तक कंटेनमेंट जोन, सख्ती बढ़ाई गई
संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद पूरे पुणे शहर को 3 मई तक कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। महानगरपालिका पालिका के आयुक्त शेखर गायकवाड़ द्वारा जारी आदेश के बाद मंगलवार को पुलिस ने पहले से लागू प्रतिबंध को और सख्त कर दिया है। मांजरी की सब्जी मंडी को बंद कर दिया गया है। सोमवार को पुणे में कोरोना के 84 मामले सामने आए। कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,384 हो गई। कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 80 हो गई। पुलिस संयुक्त आयुक्त रवींद्र शिस्वे ने कहा- ‘कोरोना को फैलने से रोकने के लिए हमने पुणे शहर में पहले से ही कर्फ्यू लागू किया है।’ यहां भवानी पेठ इलाके में अब तक 245 कोरोना संक्रमित मिले हैं। राज्य में मुंबई के बाद पुणे सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है।

पुणे: बाहर टहलने से रोकने पर बाप-बेटों ने पुलिसवाले पर हमला किया, तीन गिरफ्तार
पिंपरी-चिंचवाड़ के कालेवाडी इलाके में सोमवार शाम को ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट के आरोप में तीन लोगों को मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया गया है। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ लोग एक पुलिसवाले संग हाथापाई करते देखे जा रहे हैं। आरोपियों की पहचान युनुस अत्तार (50), उसके 28 वर्षीय बेटे मतिन और 24 वर्षीय बेटे मोइन के रूप में हुई है। ये कोलेवाड़ी इलाके के रहने वाले हैं। आरोप है कि ये तीनों लॉकडाउन का नियम तोड़कर सड़क पर टहल रहे थे।



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बॉम्बे एक्जीबिशन सेंटर को क्वारैंटाइन सेंटर बनाने की तैयारी में जुटे बीएमसी कर्मचारी। यहां करीब 500 बेड लगाए जाने हैं।




मुंबई

मुंबई की मेयर दिनभर स्लम में राशन-दवाइयां बंटवाती हैं, रात में नर्स बन सरकारी अस्पतालों में मरीजों की देखभाल करती हैं

मुंबई के सायन अस्पताल में इन दिनों एक नई नर्स दौड़ भाग कर रही है। यह दूसरों से अलग इसलिए है क्योंकि यह मुंबई की मेयर भी हैं। मेयर किशोरी पेडनेकर अपने बैग में अब दूसरे ज़रूरी सामान की तरह नर्स की यूनिफॉर्म भी रखती हैं। वह कहती हैं ‘पता नहीं कि किस अस्पताल से कब फोन आ जाए।


किशोरी पेडनेकर दिन में मेयर होने की जिम्मेदारी निभाती हैं और रात में उन्होंने नर्स बनकर कोरोना मरीजों की देखभाल करने का फैसला लिया है। वह बताती हैं कि उन्होंने दो तीन दिन पहले ही दक्षिण मुंबई के अस्पतालों में बतौर नर्स सेवाएं देने के लिए आग्रह किया था। मंगलवारको दिन में ही सायन अस्पताल से फोन आ गया था। जब दैनिक भास्कर की उनसे बात हुई तो वह इसी अस्पताल में थी। किशोरी ने बताया किरात में वह मुंबई के नायर अस्पताल में आठ घंटे की डयूटी करने वाली हैं। जिस भी अस्पताल से फोन आएगा,डयूटी करने जाऊंगी।

किशोरी मेयर होने के नाते अपने कार्यकर्ताओं और स्थानीय अधिकारियों के साथ स्लम और बाकी इलाकों की व्यवस्था देखने जाती हैं। मुंबई में 28 अप्रैल तक 219 लोगों की मौत हुई, जबकि 5 हजार 776 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

किशोरी ने 1979 में एएनएम का कोर्स किया था
दिन में वह मेयर होने के नाते सारे काम निपटाती हैं। जिसमें स्लम एरिया में खाने की व्यवस्था से लेकर दवाईंया और बाकी जरूरतें मुहैया कराना शामिल है।किशोरी शादी से पहले नर्स की नौकरी किया करती थी। वह बताती हैं कि 1979 में थाणे से एएनएम का कोर्स किया था। पिता दशरथ कावले मिल वर्कर थे और मां चारुशिलाघर का कामकाज संभालती थीं। पेडनेकर के अनुसार, चार बहनों और एक भाई का खर्च बहुत ज्यादा था। इसलिए पिता ने हम लोगों की आगे की पढ़ाई रोक दी। एएनएम का कोर्स करने के बादजवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट अस्पताल में नौकरी शुरूकर दी।

किशोरी बताती हैं कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने अपील कि थी कि जिसे भी मेडिकल फील्ड का काम आता है, वह मैदान में आए।कोरोना एक जंग है जिसे हमें जीतना है। महाराष्ट्र को जरूरत है, तब मैदान में नहीं आएंगे, तो कब आएंगे। जब मुझे नर्स का काम आता है तो सीएम की अपील और अस्पतालों में जरूरत को देखते हुए मैं किसी हालत में घर पर नहीं रह सकती।

बचपन में परिवार की जिम्मेदारियों और कमजोर आर्थिक स्थितियों के चलते किशोरी ने नर्सिंग का कोर्स किया था। एक अस्पताल में नौकरी भी करती थीं।

किशोरी के पति उनकी पूरी मदद करते हैं। यहां तक कि शादी के बादपति ने पढ़ाई पूरी करवाई। उसके बाद किशोरी शिवसेना की फायर फाइटर मंदाकिनी चौहान के साथ समाजसेवा के काम में लग गई और वहीं से राजनीतिक सफर की शुरुआत हुई।


मुंबई में नर्सिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स भी काम कर रहे हैं। किशोरी के अनुसार, मैं पहले भी इन बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए अस्पताल जाती थीं, लेकिन अब यूनिफॉर्म में जाऊंगी तो उनका हौसला और बढ़ेगा। मुंबई की फर्स्ट सिटिजन किशोरी यह भी कहती है कि पहाड़ भी आ जाए, तो टकरा जाएंगे। डॉक्टर और नर्स होने का सुख और किस्मत भगवान हर किसी के नसीब में नहीं लिखता।



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The mayor of Mumbai distributes ration-medicines in the slums throughout the day, takes care of patients in government hospitals by becoming nurses at night




मुंबई

नवी मुंबई से साइकिल पर झारखंड के लिए निकले 57 मजदूरों पर केस दर्ज, साइकिल बेचने वालों पर भी हुई कार्रवाई

नवी मुंबई से तकरीबन 1700 किलोमीटर झारखंड के लिए साइकिल से निकले 57 मजदूरों के खिलाफ गुरुवार को केस दर्ज किया गया है। लॉकडाउन के दौरान इन प्रवासी मजदूरों को साइकिलें बेचने वाले तीन दुकान मालिकों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।

गश्त पर निकले कुछ पुलिसकर्मियों ने बुधवार तड़के नवी मुंबई में महापे के पास लोगों के एक समूह को साइकिलों से जाते देखा।मामले की जांच कर रहे अधिकारीवरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सचिन राणे नेबताया कि पूछताछ किए जाने पर मजदूरों ने बताया कि रोजगार नहीं रहने और खाने-पीने का सामान खत्म होने के बाद वे नवी मुंबई के तुर्भे और आसपास के इलाके से उत्तरप्रदेश, बिहार और झारखंड में अपने घर जाने के लिए निकले हैं।

साइकिल बेचने वाले दुकानदारों पर भी केस
मजदूरों ने बताया कि तुर्भे और पास के इलाके में तीन दुकानों से इन लोगों ने साइकिलें खरीदी थी। सचिन राणे नेकि इसके बाद 57 प्रवासी मजदूरों को तुर्भे थाने ले जाया गया और आईपीसी की धारा 188 (लोक सेवक के आदेश की अवहेलना) के तहत मामला दर्ज किया गया। उनकी साइकिलें जब्त कर ली गईं।वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सचिन राणे ने बताया कि बाद में मजदूरों को नवी मुंबई में अपने घर जाने दिया गया और उन्हें पर्याप्त खाना और अनाज भी मुहैया कराया गया है।



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मजदूरों ने तीन दुकानदारों से 57 साइकिलों को खरीदा था और इसी से 1700 किलोमीटर का सफर करने वाले थे।




मुंबई

ऋषि कपूर को आखिरी विदाई देने बेटी रिद्धिमा दिल्ली से मुंबई नहीं आ सकीं, रणबीर और नीतू के अलावा आलिया और करीना मौजूद रहे

ऋषि कपूर का गुरुवार दोपहर चंदनवाड़ी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। यहां उनकी पत्नी नीतू कपूर और बेटे रणबीर कपूर समेत करीब 24 लोग मौजूद थे। उनकी बेटी रिद्धिमा कपूर साहनी दिल्ली में हैं। उन्होंने पहले डीजीसीए से चार्टर प्लेन से जाने की मंजूरी मांगी थी, जो नहीं मिल सकी। अब दिल्ली पुलिस ने उन्हें सड़क के रास्ते जाने की मंजूरी दी है। रिद्धिमा 1400 किमी का सफर सड़क के रास्ते तय करेंगी। इसलिए पिता के अंतिम संस्कार के वक्त वे मुंबई नहीं पहुंच सकीं।

पति ऋषि कपूर के अंतिम दर्शन करतीं नीतू कपूर।
पिता ऋषि कपूर के अंतिम संस्कार से पहले रणबीर कपूर।

ये लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए
नीतू कपूर और रणबीर के अलावा करीना कपूर, अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय बच्चन, उद्योगपति अनिल अंबानी, आलिया भट्ट, रीमा जैन, मनोज जैन, आदर जैन, अनीशा जैन, विमल पारीख, डॉ. टंडन और राहुल रवैल श्मशान घाट पर ऋषि कपूर को आखिरी विदाई देने के लिए मौजूद थे।

ऋषि कपूर को आखिरी विदाई देने पहुंचीं आलिया भट्‌ट (हाथ में मोबाइल लिए)। इससे पहले आलिया बुधवार रात को ही एचएन रिलायंस अस्पताल पहुंची थीं, जहां ऋषि कपूर को भर्ती किया गया था।

2 साल पहले कैंसर हुआ था
2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था। इलाज के लिए वो अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। पिछले गुरुवार भी उनकी सेहत खराब हुई थी। उन्हें अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था, लेकिन चार घंटे बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था। बाद में चेस्ट इन्फेक्शन, सांस लेने में दिक्कत और बुखार के कारण बुधवार को उन्हें दोबारा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। 67 साल के ऋषि कपूर ने सुबह 8 बजकर 45 मिनट बजे अंतिम सांस ली।

अस्पताल में करीना कपूर और सैफ अली खान के साथ रणधीर कपूर भी मौजूद थे।

ऋषि कपूर का अस्पताल में रिकॉर्ड वीडियो वायरल

ऋषि कपूर के निधन के बाद उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो फरवरी 2020 में मुंबई के अस्पताल में रिकॉर्ड किया गया था। सोशल मीडिया पर यहऋषि केआखिरी वीडियो के तौर वायरल हो रहा है। इसमें ऋषि एक युवक से कह रहे हैं कि शोहरत और नाम मेहनत के बाद आते हैं।

नीतू कपूर की तरफ से मैसेज- ऋषि कपूर आखिरी वक्त तक डॉक्टरों का मनोरंजन करते रहे
ऋषि कपूर के निधन के बाद नीतू कपूरकी तरफ से यह मैसेज जारी किया गया- ‘‘दो साल तक ल्यूकेमिया से जंग के बाद हमारे प्यारे ऋषि कपूर का आज सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर निधन हो गया। अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने कहा कि वे आखिर तक उनका मनोरंजन करते रहे।’’

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बेटी रिद्धिमा ने कहा- आपको रोज मिस करूंगी पापा

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करीना कपूर ने कहा- पापा और चिंटू अंकल, दो बेस्ट बॉयज

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मुंबई के चंदनवाड़ी श्मशान घाट स्थित विद्युत शवदाह गृह पर गुरुवार को ऋषि कपूर के अंतिम संस्कार के दौरान बेटे रणबीर कपूर।




मुंबई

डीसीपी देंगे जिले से बाहर जाने की अनुमति, मुंबई और पुणे में जारी रहेगा प्रवेश निषेध

महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को कहा कि पुलिस कमिश्नरी वाले शहरों में संबंधित पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अंतर-राज्यीय या अंतर-जिला यात्रा की अनुमति दे सकते हैं। सरकार ने को कहा कि राज्य के अन्य हिस्सों के लोगों को मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण और पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के तहत आने वाले क्षेत्रों में आने-जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

राज्य सरकार की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "बहरहाल, इन दोनों प्राधिकरण क्षेत्रों से महाराष्ट्र से बाहर जाने की (विशेष रूप से प्रवासी श्रमिकों को) अनुमति दी गई है।"

यात्रा की अनुमति के लिए कोई भी नजदीकी पुलिस थाने में आवश्यक जानकारी और एक मेडिकल प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर आवेदन कर सकता है। बयान के अनुसार, आवेदन संबंधित डीसीपी को भेज दिया जाएगा और आवेदन की जांच और कोविड-19 महामारी की स्थिति पर विचार करने के बाद निर्णय किया जाएगा।



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मीरा भायंदर में अकोला के लिए पैदल निकले मजदूर।




मुंबई

इंडियन एयरफोर्स के फाइटर प्लेन ने मरीन ड्राइव पर किया फ्लाई पास्ट, मुंबई के नेवी हॉस्पिटल पर भी हुई पुष्प वर्षा

देश में एक तरफ कोरोना वॉरियर्स पर हमले हो रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इन योद्धाओं का सम्मान भी किया जा रहा है। आर्म्ड फोर्सेस ने रविवार को कोरोना वारियर्स को सम्मान देने की तैयारी की थी। इसी कड़ी में रविवार को मुंबई के मरीन ड्राइव पर तीन डियन एयरफोर्स के Su30s लड़ाकू विमान ने फ्लाई पास्ट किया। इसके अलावा मुंबईमें भारतीय वायुसेना ने 'कोरोना योद्धाओं' के प्रति आभार प्रकट करने के लिएनेवी अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों पर फूल बरसाए गए। वहीं, 1:15 बजे मरीन ड्राइव में C130 परिवहन विमान फ्लाई पास्ट करेगा।

मरीन ड्राइव पर फ्लाई पास्ट करते फाइटर जेटSu30s लड़ाकू विमान।

पुणे में स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान में सेना ने काटा केक, बांटी मिठाइयां

पुणे शहर में भी सदन कमांड की और से मिठाई बांटकर और केक काटकर स्वास्थ्यकर्मियों का सम्मान किया गया।मेजर जनरल नवनीत कुमार ने कहा किइंडियन आर्मी अपने स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान में यह विशेष दिन सेलिब्रेट कर रही है। हम उनकी मदद के लिए हर संभव प्रयास में जुटे हुए हैं।

मेजर जनरल नवनीत कुमार ने पुणे पुलिस कमिश्नर के व्यंकटेशन के साथ मिलकर केक काटा।

आज के कार्यक्रम को लेकर राज्य के अलग-अलग हिस्सों में इंडियन आर्मी, इंडियन एयरफोर्स और इंडियन नेवी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाले डॉक्टर्स का सम्मान करने की खास तैयारी की है। इंडियन एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट फ्लाइट पास्ट करेंगे तो वहीं आर्मी के बैंड परफॉर्म कर कोरोना वॉरियर्स को धन्यवाद कहेंगे। इंडियन एयरफोर्स फ्लाई पास्ट के दौरान अस्पतालों पर फूलों की बारिश करेंगे। ये फ्लाई पास्ट इंडियन एयरफोर्स के ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और फाइटर जेट से होगा।

नेवी हॉस्पिटल में स्वास्थ्यकर्मियों पर चेतकहेलीकॉप्टर से फूल बरसाया गया।


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नेवी हॉस्पिटल के स्वास्थ्यकर्मियों पर चेतक हेलीकॉप्टर से हुई फूलों की बारिश।




मुंबई

पाबंदी के बावजूद मुंबई और पुणे में शराब की दुकानों के बाहर लगीं लंबी कतारें, पुलिस को भांजनी पड़ीं लाठियां

रेड और कंटेनमेंट जोन को छोड़कर पूरे राज्य में शराब की दुकानें सोमवार से फिर से खुल गईं हैं। इसके बाद महाराष्ट्र के कई शहरों में सुबह से ही शराब लेने के लिए सड़कों पर लंबी-लंबी कतार नजर आई। मुंबई और पुणे का हाल कुछ अलग था। यहां शराब की दुकानें तो बंद थी, लेकिन लोगों कंफ्यूजन में दुकानों के बाहर खड़े दिखे। इसके बाद पुणे और मुंबई में लोगों को भगाने के लिए पुलिस को लाठियां भी चटकानी पड़ी हैं।

पुणे में भी दुकान बंद होने के बावजूद लोग यहां लंबी लाइन लगाकर खड़े हुए नजर आए।

भीड़ को भगाने के लिए पुणे में चलीं लाठियां
पुणे के सिंहगड रोड, पुणे-अहमदनगर नगर महामार्ग, बावधन, पिंपरी चिंचवाड़ में लोग सड़कों पर दुकान खुलने की आस में सुबह 6 बजे से ही लाइन में लगे दिखे। हालांकि, भीड़ बढ़ने के बाद स्थानीय पुलिस की टीम पुणे के कई इलाकों में पहुंची और लोगों पर लाठियां भांजकरउन्हें भगाया।

मुंबई में भी शराब की दुकान के खुलने का इंतजार कर रहे लोग।

राज्य में नहीं मिली है शराब की दुकानें खोलने की मंजूरी

राज्य के आबकारी आयुक्त कांतिलाल उमाप और अन्य शीर्ष अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि शराब की दुकानें खोलने की अनुमति अभी तक नहीं दी गई है। उन्होंने लोगों से खुदरा शराब विक्रेताओं की दुकान के बाहर एकत्र नहीं होने की अपील की है।मुंबई, ठाणे, पुणे, नागपुर, नाशिक, रत्नागिरी और अन्य शहरों में कई शराब की दुकानों के बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखी गयीं।दक्षिण मुंबई के कमाठीपुरा (रेडलाइट इलाके) में बड़ी संख्या में लोगों को शराब की दुकान के बाहर कतारबद्ध देखा गया। कुछ घंटों के बाद पुलिस वहां पहुंची और लोगों को बताया की दुकान खोलने की अनुमति अभी तक नहीं मिली है और सबसे वापस जाने की अपील की।

शराब की दुकानों को लेकर यह है नियम
सरकार ने एकल दुकानों पर शराब बेचने की अनुमति दी है। मतलब जो शराब की दुकानें बाजार से हटकर हैं उन्हें खोलने की छूट दी गई है। सरकार ने कहा है कि जिन दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है, उन्हें सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा। शराब की दुकानें सुबह 10से शाम 6 बजे तक खुली रहेंगी। शराब की दुकानों में सिर्फ 50 फीसदी स्टाफ ही काम करेंगे।

शराब खरीदने वालों की भीड़ नहीं लगनी चाहिए। एक बार में कतार में 5 लोग से ज्यादा खड़े नहीं हो सकते हैं। लाइन में लगने वाले हर कस्टमर का बॉडी टेम्प्रेचरनापा जाएगा। दुकान के स्टाफ को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही अंदर जाने की इजाजत होगी। हैंड सैनिटाइजर का लगातार इस्तेमाल किया जाएगा। दुकान के आसपास के इलाकों को लगातार सैनिटाइज करना होगा।

आज से ग्रीन और ऑरेंज जोन में है छूट
महाराष्ट्र सरकार ने भी आज से कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्रों को छोड़कर बाकी इलाकों में जरूरी चीजों के साथ-साथ गैर जरूरी चीजों की दुकानों को खोलने की इजाजत दे दी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार देर शाम इसकी घोषणा की और कहा कि गैर-निषिद्ध क्षेत्र में आने वाले इलाकों में आज से शराब समेत गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है।



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मुंबई में एक दुकान के बाहर खड़े लोगों को भगाता पुलिसकर्मी। रेड जोन में आने वाली मुंबई में कंटेनमेंट जोन में शराब की दुकानें बंद हैं।




मुंबई

मुंबई एयरपोर्ट पर तैनात सीआईएसएफ के 55 वर्षीय हेड कांस्टेबल की कोरोनावायरस मौत, राज्य में अब तक 487 पुलिसकर्मी हुए संक्रमित

गुरुवार को मुंबई एयरपोर्ट पर तैनात एक 55 वर्षीय सीआईएसएफ के हेड कांस्टेबल की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई है। कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद उन्हें बुधवार को मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सीमा सुरक्षा बल में दो और केंद्रीय रिजर्व पुलिस में एक अर्धसैनिक बलों के बीच यह चौथी मौत है।

राज्य में487 पुलिसकर्मी कोविड-19 से संक्रमित

इससे पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बृहस्पतिवार को कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन लागू होने के बाद से राज्य में 487 पुलिसकर्मी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। देश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 24 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था और इसे 17 मई तक बढ़ा दिया गया है।

देशमुख ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, "लॉकडाउन के बाद से अब तक 487 पुलिसकर्मी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस हेल्पलाइन नंबर 100 पर कोविड-19 से संबंधित कॉल्स की संख्या बढ़ी है। मंत्री ने बताया कि इस नंबर पर अब तक 85,309 कॉल्स आई हैं।

2.24 लाख लोगों कोक्वारैंटाइन किया गया

गृह मंत्री ने यह भी कहा कि आवश्यक सेवा प्रदाताओं और आपात स्थिति में फंसे लोगों को अब तक 3,10,694 से पास जारी किए गए हैं। मंत्री ने बताया कि राज्य में 2,24,219 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है और 649 लोग क्वारैंटाइन नियम का उल्लंघन करते हुए पाए गए।

उन्होंने ट्वीट किया, "राज्य सरकार 4,738 राहत शिविर चला रही है जहां 4,35,030 प्रवासी मजदूरों को भोजन के साथ शरण मुहैया कराई गई। अवैध परिवहन के 1,281 मामले दर्ज किए गए हैं।"

उन्होंने बताया कि लॉकडाउन लागू होने के बाद से भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत 96,231 मामले दर्ज किए हैं जिससे 18,858 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 53,330 वाहनों को जब्त किया गया।देशमुख ने कहा, "कुल मिलाकर उल्लंघनकर्ताओं से 3,56,81,994 रुपये का जुर्माना वसूला गया। पुलिसकर्मियों पर हमले की 189 घटनाएं दर्ज की गई।"

महाराष्ट्र में अब तक हुई5 पुलिसवालों की मौत

महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में 58 वर्षीय एक सहायक उप निरीक्षक की मौत कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हो गई। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि इसके साथ ही राज्य में अब तक पांच पुलिसकर्मियों की मौत इस खतरनाक संक्रमण से हो चुकी है। सहायक उप निरीक्षक सोलापुर के एमआईडीसी पुलिस थाने में तैनात थे और कोरोना वायरस संक्रमित होने की वजह से उन्हें मंगलवार को सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया। अधिकारी ने बताया कि बुधवार को इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई।

राज्य पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ पुलिस महानिदेशक समेत महाराष्ट्र पुलिस के सभी रैंक के अधिकारियों ने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है।’’ पिछले महीने मुंबई पुलिस के तीन कर्मी और पुणे पुलिस के एक कर्मी की मौत कोविड-19 की वजह से हो गई थी। राज्य में अब तक 42 अधिकारियों समेत 456 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।

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तकरीबन 300 संक्रमित पुलिसकर्मी सिर्फ मुंबई में हैं। सभी का राज्य के अलग-अलग हॉस्पिटल्स में इलाज जारी है।




मुंबई

राज्य में संक्रमितों की संख्या 18 हजार पार, 24 घंटे में 43 की मौत; मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में 77 कैदी कोरोना पॉजिटिव मिले

महाराष्ट्र में आज कोरोना संक्रमितों की संख्या 18 हजार के पार पहुंच गई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि गुरुवार को 1,362 नए मामले आए हैं। अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 18 हजार 120 हो गई है। राज्य में अब तक 651 लोगों की जान कोरोना के चलते गई है। वहीं, मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में 77 कैदी कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। जेल के 26 कर्मचारी भी संक्रमित हैं। कुल 144 लोगों का टेस्ट किया गया था।
इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने शाम को सर्वदलीय बैठक की। इसमें राज्य में कोरोना से लड़ने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई और उपायों पर चर्चा भी की गई।

मुंबई में 24 घंटे में 680 नए संक्रमित, 25 की मौत

मुंबई में 24 घंटे में कोरोना पॉजिटिव 680 नए केस मिले, जबकि 25 मरीजों की मौत हुई। मुंबई में अब तक कुल संक्रमित 11394 और 437 मौत हो चुकी हैं। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 1216 पॉजिटिव केस मिले। पिछले 24 घंटे में 43 मरीजों की मौत हुई। महाराष्ट्र में अब तक कुल कोरोना मरीज 17974 और 694 मरीजों की मौत हो चुकी है। मृतकों में 24 पुरुष और 19 महिलाएं शामिल हैं। 29 मरीजों में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग और किडनी की परेशानी थी।

मजदूरों की घर वापसी पर मंत्री ने उठाए सवाल
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रवासी मजदूर अपने मूल स्थानों पर लौटना चाहते हैं, उन्हें अब मेडिकल सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है। उनकी सिर्फ थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों के क्लीनिक के बाहर बड़ी कतार से बचने के लिए यह फैसला लिया गया है।
राज्य कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाया है। भुजबल ने कहा कि महाराष्‍ट्र से मजदूरों के पलायन की तस्वीरें राज्य सरकार के लिए अशोभनीय हैं। लॉकडाउन के संबंध में प्रशासन के विरोधाभासी आदेशों के कारण अफरा-तफरी का माहौल है।

दादर के स्लम इलाके में सरकार की तरफ से जरूरी सामान बांटा गया।

पश्चिम रेलवे को 716 करोड़ रुपए का नुकसान

लॉकडाउन में ट्रेनेंबंद होने से पश्चिम रेलवे को अब तक लगभग 716 करोड़ रुपए का नुकसानहुआ है। इसमें लंबी दूरी और मुंबई लोकल दोनों के नुकसान का आंकड़ा शामिल है।पश्चिम रेलवे को करीब 237 करोड़ रुपए रिफंड करने हैं। अकेले मुंबई डिवीजन से115 करोड़ रुपए का रिफंड किया जाएगा। पश्चिम रेलवे में अब तक 37.18 लाख यात्रियों के टिकट रद्द हुए हैं।

धारावी में लॉकडाउन के बीच बुधवार को यहां के बाजार में भीड़ नजर आई। यहां अब तक 700 से ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं।

धारावी में 700 से ज्यादा कोरोना संक्रमित, अब तक 21 की मौत

  • एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी में बुधवार को कोरोना मरीजों का आंकड़ा 700 को पार कर गया। 6 मई को धारावी में कोरोना के 68 नए केस पाए गए। इस तरह यहां कोरोना मरीजों की संख्या 733 तक पहुंच गई। जबकि एक व्यक्ति की मौत होने सेयहां कोरोना से मरने वालोंकी संख्या 21 हो गई।
बीएमसीके स्वास्थ्यकर्मी गुरुवार को नायक नगर इलाके मेंजांच के लिए पहुंचे। यहां छह दिनों से लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही।

कल्याण-डोंबिवली, अंबरनाथ से मुंबई जा सकेंगे लोग

कल्याण-डोंबिवली, उल्हासनगर, अंबरनाथ, बदलापुर महानगरपालिका ने रोजानामुंबई जाकर काम करने वाले लोगों केशाम कोवापस आने पर रोक लगाने का फैसला रद्द कर दिया है। यह आदेश 8 मई से लागू होनाथा। फैसले पर विवाद खड़ा होने परमनपा अधिकारियों ने कहा है कि मुंबई में काम करने वाले लोगों के रहने की वहां अभीव्यवस्था नहीं हो पाई है। इस कारण से आदेश कोफिलहाल वापस लिया जाता है।

मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) के सेवरी मडफ्लैट्स पर फ्लेमिंगो पक्षी बड़ी संख्या में देखे जा रहे हैं। आमतौर पर इन दिनों मेंं इनकी संख्या यहां कम ही नजर आती है।

ऑनलाइन देख सकेंगे चिड़ियाघर

मुंबई में लॉकडाउन के बीच भायखला स्थित वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान (रानीबाग) ने एक बड़ी पहल की है। अब आप यहां रहने वाले जानवरों, पक्षियों और प्रकृति का घर बैठे आनंद ले सकते हैं। इसके लिए प्राणी उद्यान प्रशासन अपना यूट्यूब चैनल और ट्विटर लिंक जारी करेगा।



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मुंबई के धारावी में एक क्लीनिक के बाहर प्रवासी मजदूरों की भीड़। ये सभी फिटनेस सर्टिफिकेट लेने यहां आए थे।




मुंबई

दाे दिन पहले मुंबई से आया कराेली गांव का युवक पाॅजिटिव, 3 किमी की परिधि में कर्फ्यू, ट्रक में साथ में आए थे 8 लोग

खमनाेर क्षेत्र के कराेली गांव में मुंबई से दाे दिन पहले आए 31 साल के एक युवक में काेराेना पाॅजिटिव आया है। शनिवार शाम काे इसकी पुष्टि हाेते ही जिला प्रशासन, चिकित्सा विभाग तथा पुलिस में हड़कंप मच गया। पता चला है कि यह युवक सात अन्य लाेगाें के साथ 23 अप्रैल काे ट्रक में बैठकर यहां आए थे। पाॅजिटिव मिले युवक और उसके एक साथी काे कराेली गांव के स्कूल में क्वारेंटाइन में साथ-साथ रखा था। हालांकि उसके साथी की रिपाेर्ट निगेटिव आई है। युवक मुंबई के कुर्ला में ऑटाे चलाता है। बताया जा रहा है कि दाे दिन पहले ही वह चार लाेगाें के साथ एक ट्रक में बैठकर यहां तक पहुंचा था। इसके बाद भाइर् के साथ बाइक पर नाथद्वारा अस्पताल गया था। जहां सैंपल लेकर उसे वापस स्कूल में क्वारेंटाइन सेंटर पर भेज दिया गया था। जानकाराें का यह भी कहना है कि युवक काे पत्नी दाे दिन से खाना खिलाने के लिए आ रही थी।

परिवार के लाेग तथा गांव के कुछ लाेग भी उससे मिले थे। चिकित्सा विभाग तथा प्रशासन की टीम ने युवक की ट्रेवल हिस्ट्री निकालना शुरू कर दिया है। कलेक्टर अरविंदकुमार पाेसवाल ने बताया कि कराेली से सटे 3 किमी के गांवाें में कर्फ्यू लगा दिया है। कराेली गांव काे सील कर दिया है। इनके साथ चारभुजा क्षेत्र के चार युवक और भी आए थे, उन्हें भी क्वारेंटाइन कर दिया है। उल्लेखनीय है कि भीलवाड़ा से सटा हाेने के बावजूद प्रशासन अब तक मुस्तैदी रखकर जिले काे संक्रमण से बचाए हुए थे, लेकिन पहला पाॅजिटिव केस सामने आ गया है। पाॅजिटिव सामने आते ही कुछ दिन से दी गई ढील काे वापस लेते हुए प्रशासन अब फिर सख्ती कर सकता है।

युवक की पाॅजिटिव रिपोर्ट आने के बाद 3 किमी के दायरे में कफ्र्यू लगा दिया है। नाथद्वारा पुलिस डिप्टी रोशन पटेल ने बताया कि 3 किमी के दायरे में कफ्र्यू रहेगा। देर शाम को क्षेत्र में पुलिस का जाब्ता लगा दिया गया। केसूली, घोडाघाटी, शिशवी आदि 3 किमी के दायरे में आने वाले गांवों में कफ्र्यू रहेगा। यहां लाेगाें की बाहर अावाजाही नहीं हाे सकेगी। चिकित्सा विभाग की टीमें युवक की काेंटेक्ट हिस्ट्री बनाने में जुट गई है। डाॅ. शिवनारायण पाटीदार ने बताया कि युवक के आने से लेकर अब तक संपर्क में आने वालाें की जानकारी जुटाई जा रही है। युवक जिनसे भी मिला, उन्हें क्वारेंटाइन करने का प्रयास देर शाम काे ही शुरू कर दिया। युवक के संपर्क में आए शिक्षा विभाग के कर्मियों का पता लगाया जा रहा है। सीएमएचओ डाॅ. जेपी बुनकर ने बताया कि मरीज जिनसे भी मिला था, उनका पता लगा रहे हैं। 3 किमी दायरे में प्रत्येक घर में लाेगाें की स्वास्थय जांच के लिए सर्वे किया जाएगा।



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The day before, the youth of Kareli village, who came from Mumbai, were positive, curfew in the radius of 3 km, 8 people came in the truck.




मुंबई

चारभुजा क्षेत्र के चार युवक मुंबई से आए, केलवा के पास एक होटल पर रुके, खाना भी खाया, होटल सीज

तीन दिन पूर्व महाराष्ट्र के कुर्ला से ट्रक में सात युवक राजसमंद आए, जिसमें खमनोर के करोली का एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया। वहीं चारभुजा के चार अन्य युवक जो रास्ते में केलवा के पास एक होटल पर रुके थे। चारों युवकों को संदिग्ध मानते हुए होटल को प्रशासन ने रविवार दिन में सीज कर दिया। वहीं होटल के मालिक और स्टाफ को होम क्वारेंटाइन में रखा गया है।
जानकारी के अनुसार 15 दिन पूर्व चारों युवक मुम्बई से अपने दोस्त के यहां अहमदाबाद आ गए। अहमदाबाद में चारों 15 दिनों रुकने बाद ट्रक में राजसमंद के लिए रवाना हुए। ट्रक में दो युवक खमनोर के करोली के भी सवार थे। जो नाथद्वारा के समीप घोड़ाघाटी उतर गए।

इनको उतारने के बाद ट्रक केलवा के पास नेशनल हाईवे पर खाना खाने के लिए रुका। जहां चारों युवकों ने स्नान कर खाना खाया। वहीं से अपने रिश्तेदार जो ऑटो चलाता है, को बुलाकर सीधे चारभुजा सीएचसी गए। चारों युवकों की जांच के बाद होम क्वारेंटाइन में भेज दिया। चारों युवकों में से एक युवक टाड़ावाडा़, गुजरान पंचायत के मोराणा गांव धोली मगरी, तीन युवक मानावतों का गुड़ा के गांव बोरड़ों की भागल एवं उपला घाटड़ा के रहने वाले हैं। उसी दरमियान पुलिस ने ट्रक को ट्रेप कर लिया। उसके बाद पुलिस ने चारभुजा क्षेत्र के चारों युवकों को शनिवार रात को ही आरके अस्पताल भेज दिया। वहीं गांव मोराणा धोली मगरी, मानावतों का गुड़ा पंचायत के गांव बोरड़ा की भागल, उपला घाटड़ा, आवली भागल को सील कर आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी।
कुंभलगढ़ | चारभुजा क्षेत्र में चार संदिग्ध युवकों के आने के बाद प्रशासन ने गांवों को सील कर दिया। एसडीएम परसारम टांक ने बताया कि मानावतों का गुड़ा, टाड़ावाड़ा में चार युवकों ने करौली के पॉजिटिव युवक के साथ यात्रा करने पर मानावतों का गुड़ा, टाड़ावाड़ा पंचायत का दौरा कर दोनों पंचायतों को सील कर दिया। वहीं एसडीएम परसाराम टांक, डीएसपी नरपत सिंह, चारभुजा तहसीलदार पर्वतसिंह, चारभुजा थानाधिकारी योगेन्द्र व्यास दोनों पंचायतों में किसी भी बाहरी व्यक्ति को नहीं आने देने व ग्रामीणों को कहीं भी बाहर नहीं जाने देने को पाबंद किया।



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Four youths from Charbhuja region came from Mumbai, stayed at a hotel near Kelwa, ate food, hotel seas




मुंबई

पॉजिटिव युवक की कॉन्टैक्ट हिस्ट्री नहीं, मुंबई से आकर सीधे क्वारैंटाइन सेंटर में जाने से संक्रमण फैलने का खतरा कम

कराेली के काेराेना पॉजिटिव युवक की कोई कॉन्टैक्ट हिस्ट्री नहीं है। 23 अप्रेल दोपहर करीब 1 बजे पॉजिटिव युवक और साथी ट्रक में बैठ कर देलवाड़ा जिले की बॉर्डर पर पहुंचे थे। ट्रक से वे घोड़ाघाटी उतरे थे। घोड़ाघाटी से वे अपने गांव करोली जा रहा था, तब पॉजिटिव युवक नेे अपने भाई और उपसरपंच को फोन कर आने की सूचना दी। इस पर प्रशासन की तरफ से लगाई गई टीम भी मौके पर पहुंच गई। दोपहर करीब 3 बजे पॉजिटिव युवक के भाई की मोटरसाइकिल पर साथी औरपॉजिटिव युवक को नाथद्वारा अस्पताल भेजा गया।

दोनों को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। 24 को दोनों के सैम्पल लिए गए। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर युवक को उदयपुर और साथी को को राजसमंद आरके अस्पताल भेजा गया। हिस्ट्री के तहत अस्पताल से जांच के बाद और रिपोर्ट आने तक वह करौली के स्कूल में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में रहा। यहां पर अध्यापकों, पंचायत कर्मियों की ड्यूटी लगी थी, सभी को आइसोलेट कर दिया है। वहीं खाना लेकर आने वाली पत्नी को भी आइसोलेट कर सभी के सैम्पल लिए गए। पॉजिटिव युवक ने खाना लाने वाली पत्नी को भी अपने पास नहीं आने दिया। वह खुद गांव के किसी आदमी से नहीं मिला, इससे अन्य लोगों में संक्रमण का खतरा कम दिखाई दे रहा है।



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मुंबई

मुंबई से आए युवक को क्वारैंटाइन किया गया

मुंबई से एक युवक के पीपली नगर आने पर निगरानी दल ने उसे पीपली नगर के क्वारैंटाइन सेंटर भेज दिया। जानकारी के अनुसार सोमवार को बग्गड़ निवासी एक युवक मुम्बई से आया था। निगरानी दल के सदस्य मोहम्मद युसुफ भाटी ने युवक को घर पर पहुंचने से पहले ही पीपली चौराहा पर रोककर डॉ. अंकित शर्मा के पास जांच करवाने ले गए। जांच के बाद क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया।



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The young man from Mumbai is quarantined




मुंबई

50 ट्रक बदलकर मुंबई से गांव पहुंचा युवक, क्वारैंटाइन सेंटर में बदला गया

गलवा के उच्च माध्यमिक स्कूल में रात को मुंबई से काबरी का युवक देवेंद्र गिरि 50 ट्रक चेंज कर जुगाड़ करता हुआ गांव पहुंचा और सरपंच को सूचित कर गलवा पीएससी में आइसोलेट करवाया। डॉ. आदित्य आचार्य ने आइसोलेट करने के बाद निगरानी दल के प्रधानाचार्य महावीर प्रसाद मीणा, टीना वैष्णव, किशनलाल कुमावत ने स्कूल के कमरे में क्वारेंटाइन किया। काबरी के देवेंद्र गिरि ने बताया कि मुंबई ठाणा से 5 दिन पहले सवा 3 बजे निकला था। वहां से 15 किलोमीटर रिक्शा में चला, 10 किलोमीटर पैदल तलासरी से वापी ट्रक में आया। किसी ट्रक में वह मुंबई से राजस्थान आने में करीब 50 ट्रकें चेंज कर दी। किसी ट्रक में 5 किलोमीटर, किसी में 15 किलोमीटर, किसी ने 50 किलोमीटर तक लेकर आई हैं। रास्ते में चैकिंग के दौरान कोई पुलिस मिलती तो वह ट्रक में सोकर छुप जाता था। यही नहीं उसके मुंबई से निकलने के बाद ही पिता को सूचना भी दी।



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50 trucks replaced, youth reached village from Mumbai, converted to quarantine center




मुंबई

बाइक पर मुंबई से पहुंचे 5 राहगीरों को कुंवारिया पुलिस ने करवाया चाय नाश्ता, क्वारैंटाइन में रहने की दी हिदायत

मुम्बई से मोटरसाइकिल पर सवार होकर शुक्रवार दोपहर को आए लोगों को कुंवारिया पुलिस ने रोका और उनके नाम पते लिखे। संबंधित निगरानी दल के कर्मचारियों को सूचित किया। उन्हें अपने सर्कल के स्कूल में क्वारेंटाइन रहने की हिदायत दी। हेड कांस्टेबल उदय सिंह ने बताया कि 5 महिला-पुरुष आए। उन्हें रोककर पुलिस ने चाय और नाश्ता करवाया। बागपुरा निवासी कैलाश चंद्र अाैर पत्नी काली देवी 3 दिन पहले मोटरसाइकिल पर मुंबई से रवाना हुए, जो शुक्रवार को दोपहर के समय कुंवारिया पहुंचे थे।

उन्हें गलवा पीएचसी पर स्क्रीनिंग कराने के लिए कहा फिर क्वारेंटाइन में रहने की हिदायत दी। उनके साथ दूसरी बाइक पर नाथूलाल पुत्र मांगीलाल लोहार रावों का खेड़ा उनकी पत्नी कंचन देवी, उनके बच्चे कैलाश और कन्हैया भी पहुंचे। उनके साथ भोली खेड़ा के लोभ चन्द, पत्नी सविता भी पहुंची। सभी को अपने अपने सर्कल के अस्पताल में स्क्रीनिंग करने की चेतावनी दी और स्कूलों में 14 दिन क्वारेंटाइन रहने की हिदायत दी। इस दौरान कांस्टेबल कमलेश शर्मा, रोशन लाल शर्मा, होमगार्ड गोपाल माली, रामलाल, रमेशचंद्र, भोली राम आदि तैनात थे।



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मुंबई

पहले वाले मरीज के गांव से 7 किमी दूर रठूंजना में मिला दूसरा पाॅजिटिव, मुंबई से भाई और 6 लाेगाें के साथ ट्रक में आया था

खमनोर क्षेत्र की नेगड़िया पंचायत के रठूंजना गांव का 31 वर्षीय एक युवक कोरोना पॉजिटिव आया है। वह अपने भाई और जिले के छह लाेगाें के साथ ट्रक में बैठकर 25 अप्रैल रात काे यहां आया था। हालांकि परिवार वालाें ने जागरूकता दिखाते हुए पहले से प्रशासन काे सूचित कर दिया था। ऐसे में दाेनाें भाइयाें काे नेगड़िया के स्कूल में ही क्वारैंटाइन कर लिया था। बाद में परिवार वाले भी मिलने नहीं गए थे। ऐसे में संक्रमण दूसराें में फैलने का खतरा कम हाे गया।

हालांकि दाेनाें भाई स्कूल के क्वारेंटाइन सेंटर के एक ही कमरे में रह रहे थे, लेकिन युवक के भाई की रिपाेर्ट निगेटिव आईहै। पाॅजिटिव युवक काे उदयपुर के एमबी अस्पताल भेजा है। वह नाथद्वारा के उपजिला अस्पताल के कोरोना आइसोलेशन वार्ड में भर्ती था। चिकित्सा तथा स्वास्थ्य विभाग ने युवक के संपर्क में आने वाले लोगों की कांटेक्ट हिस्ट्री निकालते हुए सैंपल लेने का काम शुरू कर दिया है। रठूंजना गांव के तीन किमी दायरे में कर्फ्यू लगा दिया गया है। यहां पर चिकित्सा विभाग की 10 टीमाें काे सर्वे के लिए लगाया है। जाे तीन दिन में रठूंजना सहित आसपास के गांवाें में सर्वे करेगी। जिले में अब दाे मरीज पाॅजिटिव हाे चुके हैं।

युवक के साथ आए छह लाेगाें में से दाे घाेड़च, तथा नाथद्वारा, रामा के क्रमश: एक-एक युवक थे। इनकी जांच अब हाेगी, सभी काे नाथद्वारा अस्पताल ले आए हैं।युवक 25 अप्रैल को 6 लोगों के साथ ट्रक में मुंबई से यहां आया था। रात 2 बजे वह जिले की सीमा पर उतरा था। उसके साथ उसका भाई और 4 अन्य लोग थे। दोनों भाइयाें को नेगड़िया के स्कूल में क्वारैंटाइन सेंटर में और अन्य 4 में से 2 को घोड़च, 1 को नाथद्वारा और 1 को रामा गांव भेजा गया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम पहले से ही घर-घर सर्वे कर रही थी। करोली में कोरोना मरीज मिलने के बाद से 7 किमी क्षेत्र में सर्वे चल रहा था। इसके तहत नेगड़िया में भी सर्वे हुआ था। शनिवार को मरीज के गांव रठूंजना में सर्वे होगा। इसके बाद 2 बार और सर्वे होगा। नेगड़िया काे जाेड़ने वाले रास्ते सील कर दिए। दोपहर को एसपी, डिप्टी सहित थानाधिकारी ने मय जाब्ते के करोली और नेगड़िया का दौरा किया।

जिले में बाहर से प्रवासियाें का आना तेज हाे गया है। बाहर से आने वालाें संदिग्धाें काे अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। आरके अस्पताल के पीएमओ डाॅ. ललित पुराेहित ने बताया कि आरके अस्पताल में 35 संदिग्ध मरीज आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। इनमें 24 लाेग शुक्रवार काे नए भर्ती किए गए, जाे मुंबई, ब्यावर, अहमदाबाद, उज्जैन से आए हैं जबकि 9 मरीज पुराने ही भर्ती हैं। नए भर्ती लाेगाें में गोगाथला निवासी एक ही परिवार के पति-पत्नी, तीन बच्चे मुम्बई से गुरुवार को आए थे। भीम के कालेसरिया निवासी दम्पती, दो बच्चे ब्यावर से आए, तीन युवक एमडी, दो कुम्हारिया खेड़ा के अहमदाबाद से आए। महासतियों की मादड़ी निवासी दंपती शुक्रवार काे उज्जैन से आए। झौर निवासी 13 साल का बालक डूंगरपुर से आया। आमेट के दो, मझा नांदोड़ा से एक, देवरीखेड़ा से एक, पड़ासली से एक संदिग्ध मरीज काे भर्ती किया गया, जाे अलग-अलग प्रांताें से अाए।



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The second positive, found in Rathunjana, 7 km from the village of the first patient, came in a truck from Mumbai with brother and 6 people.




मुंबई

केलवा में दाे युवक पाॅजिटिव, 3 दिन पहले मुंबई से ट्रक में आए थे, परिजन और संपर्क में आने वाले 18 लाेग आइसोलेशन में भर्ती

कस्बे में धाेलीबावड़ी क्षेत्र के दो युवकों की काेराेना पॉजिटिव रिपाेर्ट आई है। धाेली बावड़ी क्षेत्र सहित 3 किमी दायरे में कर्फ्यू लगा दिया है। बाजार बंद रहे। कस्बे काे जाेड़ने वाले रास्ताें काे सील कर दिया है। दोनों युवक मुंबई में कपड़े की दुकान पर काम करते हैं। जहां से दोनों ट्रक में बैठ कर 1 मई को उदयपुर उतरे थे। इनमें से 20 साल का एक युवक ट्रक में बैठ कर सीधे ही केलवा उतरकर अस्पताल पहुंचा था। 19 साल के दूसरे युवक को लेने के लिए उसके पिता और पड़ाेसी दो मोटरसाइकिल लेकर देलवाड़ा के पास नेगड़िया टोल नाका पहुंचे थे।

जहां पर एक मोटरसाइकिल तो मुंबई से आए युवक को दे दी और पिता तथा पड़ाेसी युवक दूसरी मोटरसाइकिल पर वापस केलवा आए थे। हालांकि दाेनाें युवकाें ने सावधानी बरती और घर नहीं जाकर सीधे केलवा सीएचसी पहुंचे थे। जहां पर दोनों युवकों की डाॅ. सुरेन्द्र सिंह निठारवाल ने जांच की और लक्षण दिखने के बाद इन्हें 104 एंबुलेंस से आरके अस्पताल भेजा था।

आरके अस्पताल से दाेनाें के स्वाब लेकर जांच के लिए उदयपुर के आरएनटी मेडिकल काॅलेज भेजे गए थे। जिले में अब संक्रमित चार केस हाे गए हैं। देलवाड़ा पंचायत समित के कराेली और नेगड़िया में एक-एक पाॅजिटिव आए थे। युवकाें की रिपाेर्ट सुबह पाॅजिटिव आने पर राजसमंद एसडीएम सुशील कुमार सहित जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग का लवाजमा केलवा में पहुंचा। सभी घरों के बाहर सेनेटाइजर का छिड़काव कराया गया। दाेनाें 15 मार्च काे ही केलवा से मुंबई गए थे। इसके बाद 22 मार्च से लॉकडाउन शुरू हाेने से मुंबई में फंसे हुए थे।



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two youth positive in Kelwa, 3 days ago came in truck from Mumbai, family and coming in contact with 18 people isolation




मुंबई

मुंबई से बिना बताए आकर रहने वालाें काे उनके गांव भेजा

कस्बे में उदयपुर रोड पर एक दुकान के ऊपर गोदाम में मुंबई में काम करने वाले लाेगाें के आकर रुकने पर माेहल्लावासियाें के विराेध पर प्रशासन ने उन्हें पाबंद कर गांव भेज दिया।
माेहल्लावासियाें ने बताया कि इस दुकान पर मुंबई में काम में काम करने वाले भीलवाड़ा जिले के लोगों को मुंबई से लाकर यहां दुकान के ऊपर दो दिन से रखा था। ये लोग अंदर रहने की बजाय बाहर निकल कर बाजार में फिर रहे थे तथा बाजार से जरूरत के सामान भी खरीद रहे थे। इस पर मोहल्ले वालों को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने एसडीएम को शिकायत की तथा बाहरी लोगों को यहां रखने का विरोध किया। इस पर एसडीएम रमेश सीरवी ने बताया कि भीलवाड़ा जिले के लोग मुंबई से आकर यहां रह रहे थे। उन्हें उनके घर भेजा गया है।



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मुंबई

चारभुजा में क्वारैंटाइन सेंटर फुल, दाे दिन में मुंबई से 326 लाेग पहुंचे

क्षेत्र की पन्द्रह पंचायतों के प्रवासियाें के आने पर कस्बे में माहेश्वरी सेवा सदन, अंजली पैलेस, पूर्णिमा हॉउस, हिमाचल सूरी धर्मशाला में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर प्रवासियों से भर गए हैं। व्यवस्थाओं, ठहराव को लेकर बुधवार को कुंभलगढ़ एसडीएम परसाराम टांक, चारभुजा तहसीलदार पर्वतसिंह राठौड़ ने चारों क्वारेंटाइन सेंटरों पर भोजन, पानी, साबुन, चाय-नाश्ता, तेल, आवास व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। एसडीएम टांक ने बताया कि 5, 6 मई को क्षेत्र के 316 प्रवासी चारभुजा पहुंच गए। इन्हें चारों क्वारेंटाइन सेंटरों पर रखा है।
मास्क नहीं पहनने पर किया जुर्माना : बिना वजह वाहनों पर घूमने, मास्क नहीं लगाने को लेकर चारभुजा पुलिस ने बुधवार को 20 लोगाें के चालान बनाकर जुर्माना वसूला। चालान तहसीलदार पर्वतसिंह राठौड़ ने बनाए। टीम में हेड कांस्टेबल प्रतापसिंह, कांस्टेबल सुरेश सारस्वत, भगवानलाल,देवीसिंह थे।



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मुंबई

मुंबई से आए दंपती को क्वारैंटाइन सेंटर भेजा, सुविधा नहीं मिलने पर रात में घर आया, मोहल्लेवासियों के विरोध पर वापस सेंटर भेजा

मुंबई से बुधवार शाम को मोटरसाइकिल पर नाथद्वारा आए दंपती को प्रशासन ने क्वारेंटाइन सेंटर भेजा था। क्वारेंटाइन सेंटर लेउवा पटेल धर्मशाला में सुविधा नहीं मिलने से पति-पत्नी रात को ही होम क्वरेंटाइन में रहने आ गए। इस पर गुरुवार सुबह नई हवेली चौक में मोहल्लेवासी उनके विरोध में उतर गए। इसके बाद दंपती को वापस क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया।
शहर के नई हवेली निवासी युवक मुंबई में ज्वैलरी का व्यापार करता हैं। लॉकडाउन से वे पत्नी के साथ मुंबई से मोटरसाइकिल पर नाथद्वारा आए। प्रशासन ने दंपती को लेउवा पटेल धर्मशाला में क्वारेंटीन किया। क्वारेंटाइन सेंटर पर अलग रूम सहित अन्य सुविधा नहीं मिलने पर वे होम आइसोलेशन के लिए नई हवेली स्थित घर आ गए। सुबह मोहल्लेवासियों को दंपती के मुंबई सेे आने की सूचना मिली। मोहल्लेवासी नई हवेली चौक में एकत्रित हो गए।

इस दौरान वार्ड पार्षद ललिता काबरा, भाजपा नगर अध्यक्ष और पार्षद प्रदीप काबरा, पार्षद शीतल पालीवाल, पूर्व पार्षद राजेंद्र सनाढ्य सहित मोहल्लेवासियों ने चिकित्सा विभाग को सूचना दी। एंबुलेंस आने के बाद युवक घर से बाहर आया और मोहल्लेवासियों से उलझ गया। युवक का कहना था कि क्वारेंटाइन सेंटर में सुविधा नहीं है। खाने को भी नहीं मिल रहा है। युवक को एंबुलेंस से क्वारेंटाइन सेंटर भेजा गया।
45 इंस्टीट्यूशनल सेंटर में 554 ग्रामीण में और 252 शहर में : प्रशासन की तरफ से कुल 45 इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। इनमें 41 पंचायतों पर 44 और नाथद्वारा में 1 सेंटर बनाया गया है। इनमें ग्रामीण सेंटर में 554 और शहर के एकमात्र सेंटर में 252 लोग रह रहे हैं।



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Couple from Mumbai sent to Quarantine Center, came home at night due to lack of facilities, sent back to center after opposition from local residents




मुंबई

आयशा टाकिया और उनके पति फरहान आजमी ने मुंबई में क्वारेंटाइन सेंटर बनाने के लिए दिया अपना होटल

देश में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच एक्ट्रेस आयशा टाकिया और उनके पति फरहान आजमी भी मदद के लिए आगे आए हैं। दोनों ने साउथ मुंबई में स्थित अपना होटल गल्फ बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) को क्वारेंटाइन सेंटर बनाने के लिए दे दिया है। फरहान ने इस बारे में अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी जानकारी दी।

उन्होंने लिखा, 'गल्फ होटल एक स्टैंडिंग ओवेशन का हकदार है क्योंकि यह हर बार मुसीबत के समय काम आता है। 1993 के दौरान हुए दंगे में धारावी, प्रतीक्षा नगर और दूसरे क्षेत्र के लोग यहां ठहरे और आज कोरोना के संकट के समय यह कई लोगों के काम आ रहा है।' फरहान सपा नेता अबू आजमी के बेटे हैं।

सोनू सूद ने भी दिया होटल: इससे पहले कोरोनावायरस के मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों, नर्सों और पैरा मेडिकल स्टाफ सहित स्वास्थ्य कर्मियों की मदद के लिए सोनू सूद आगे आए थे। उन्होंने इन सभी के लिए मुंबई के जुहू में स्थित अपने 6 मंजिला होटल के दरवाजे खोल दिए थे जहां पर यह सभी स्वास्थ्यकर्मी आकर रह सकते हैं।

शाहरुख भी दे चुके ऑफिस: शाहरुख और गौरी खान ने मुंबई स्थित अपना ऑफिस भी क्वारेंटाइन कैपेसिटी बढ़ाने के लिए बीएमसी को ऑफर कर दिया था। जिसके बाद उसने ट्वीट करते हुए उनका शुक्रिया भी अदा किया। बीएमसी ने लिखा, ‘हम शाहरुख खान और गौरी खान को धन्यवाद करते हैं जो उन्होंने अपना जरूरत के सामानों से लैस 4 मंजिला पर्सनल ऑफिस स्पेस क्वारेंटाइन बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए ऑफर किया ताकि हमारी क्वारेंटाइन कैपसिटी बढ़ाई जा सके।’



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actress Ayesha Takia and her husband Farhan Azmi gave their hotel to build a quarantine center in Mumbai




मुंबई

मिथुन चक्रवर्ती के पिता बसंतकुमार का मुंबई में निधन, लॉकडाउन के कारण आखिरी वक्त में नहीं पहुंच पाए उनके पास

मिथुन चक्रवर्ती के पिता बसंतकुमार चक्रवर्ती का मुंबई में 95 वर्ष की उम्र मेंमंगलवार को निधन हो गया है। उनका निधन किडनी फेल होने की वजह से हुआ।लेकिन पिता के आखिरी वक्त में मिथुन उनके पास नहीं रह सके। वे कोरोनावायरस के कारण देश में चल रहे लॉकडाउन की वजह से बेंगलुरु में फंसे हुए हैं। मिथुन अपने पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए मुंबई पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं।

फिलहाल मिथुन के बड़े बेटे मिमोह मुंबई में ही हैं। जो दादा के अंतिम संस्कार के लिए मिथुन की वापसी का इंतजार कर रहे हैं। मिथुन के बेटे नमाशी चक्रवर्तीकी छह साल पुरानी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में उनके दादा की तस्वीर मिली है। जिसमें उन्होंने दादा कोघर का राजा बताया था।

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न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसारबसंत कुमार चक्रवर्ती पिछलेकुछ समय से खराब सेहत से जूझ रहे थे। एक्ट्रेस रितुपर्णा सेनगुप्ता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर यह जानकारी दी। उन्होंनेट्वीट में लिखा है-"ईश्वर आप सभी को इस गम से उभरने के लिए ताकत दे।"



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Mithun Chakraborty father dies in Mumbai at the age of 95, Mithun is stranded in Bengaluru due to lockdown




मुंबई

45000 मुंबईकरों के बाद सोनू सूद ने ली 25000 प्रवासी मजदूरों की जिम्मेदारी, रमजान में खाना मुहैया करा रहे

हर दिन 45000 मुंबई वासियों को भोजन उपलब्ध करा रहे सोनू सूद ने अब 25 हजार प्रवासी मजदूरों के लिए खाना उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। रिपोर्ट्स की मानें तो वे रमजान में इन मजदूरों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। बताया जाता है कि जब किसी ने उन्हें यह जानकारी दी कि कर्नाकट, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के कुछ मजदूर भिवाड़ी में फंसे हुए हैं तो उन्होंने वहां कुछ रसोईघरों की व्यवस्था कराई, ताकि रोजे रखने वाले मजदूरों को खाना उपलब्ध कराया जा सके।

'हमारा एक-दूसरे के साथ खड़ा होना जरूरी'
अभिनेता ने एक बातचीत में कहा, "मैंने यह तय किया है कि पवित्र महीने में उनकी जरूरतों का ध्यान रखा जाएगा। इस कठिन समय में हमारा एक-दूसरे के साथ खड़ा होना जरूरी है। इस पहल के माध्यम से हम खास तरह का खाना उपलब्ध कराएंगे, ताकि वे दिनभर रोजा रखने के बाद भी भूखे न रहें।" रिपोर्ट्स की मानें तो सोनू ने 1.50 लाख मील उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है।

अपना होटल डॉक्टर्स को ऑफर कर चुके
इससे पहले सोनू ने मुंबई में अपना होटल मेडिकल प्रोफेशनल्स को ऑफर किया था, ताकि वे इसे कोविड-19 महामारी के बीच वेकअप के तौर पर अपना निवास बना सकें। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, "यह मेरा सौभाग्य है कि मैं देश के डॉक्टर्स, नर्सेस और पैरा मेडिकल स्टाफ की थोड़ी-बहुत मदद कर पाने में सक्षम हूं, जो कि दिन रात लोगों की जिंदगियां बचाने में लगे हुए हैं। वे मुंबई के अलग-अलग इलाकों से हैं और उन्हें आराम के लिए जगह की आवश्यकता है। हमने म्युनिसिपल और प्राइवेट हॉस्पिटल्स से संपर्क किया है, ताकि वे उन्हें हमारी इस सुविधा के बारे में जानकारी दे दें।"

सोनू ने बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के साथ भी करार किया है और अंधेरी, जोगेश्वरी, जुहू और बांद्रा के 45 हजार मुंबईकर्स को हर दिन खाना उपलब्ध करा रहे हैं।



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Sonu Sood providing food to 25,000 migrant workers during Ramzan




मुंबई

लॉकडाउन में अली फजल को सता रही ऋचा चड्ढा की याद, मुंबई पुलिस से इजाजत लेकर मिलने जाना चाहते हैं

कोरोनावायरस के चलते देश में लॉकडाउन घोषित है। ऐसे में कई लोगों के प्लान्स ठहराव पर आ गए हैं। मसलन, ऋचा चड्ढा और अली फजल अप्रैल में शादी करने वाले थे। लेकिन कोविड-19 की वजह से बनी परिस्थितियों के चलते उन्हें इसे कैंसिल करना पड़ा। अब वे लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं। अलग-अलग रह रहे हैं और एक-दूसरे को याद कर रहे हैं।

ऋचा से मिलना चाहते हैं अली
अली और ऋचा एक-दूसरे के साथ वीडियो कॉल के जरिए संपर्क में हैं। लेकिन अली ऋचा से उनके घर जाकर मिलना चाहते हैं। हालांकि, उनकी मानें तो इसके लिए वे वाकायदा मुंबई पुलिस से इजाजत लेने पर विचार कर रहे हैं। एक इंटरव्यू में अली ने जोक करते हुए कहा, "ऋचा से अलग रहकर क्वारैंटाइनिंग मुश्किल है। मैं सोचता हूं कि मुंबई पुलिस की इजाजत लेकर इन दिनों में भी उससे मिल आऊं।"

अपनी शादी पर भी बोले अली
इस बातचीत में अली ने अपनी शादी स्थगित होने पर भी बात की। उन्होंने हंसते हुए कहा, "हम अपने सितारों को धन्यवाद देते हैं कि वे अनऑर्गेनाइज्ड थे। हमने अभी तक भुगतान नहीं किया था। इसलिए हम बच गए। हम बिल्कुल अनप्लांड थे।" अली ने साथ में यह भी कहा कि उन्हें अपनी शादी टलने का दुख है। लेकिन वे इसे दूसरे तरीके से लेते हैं। वे मानते हैं कि ब्रह्माण्ड चाहता है कि वे अपनी शादी को महामारी के बाद सभी के साथ सेलिब्रेट करें।

कुछ दिनों पहले किया था ऐलान
कुछ दिनों पहले अली और ऋचा ने आधिकारिक बयान में कहा था, "वर्तमान परिदृश्य और वैश्विक महामारी कोविड-19 को देखते हुए अली फजल और ऋचा चड्ढा ने अपनी शादी अस्थायी रूप से स्थगित करने का फैसला लिया है। वे सभी के स्वस्थ और सुरक्षित होने की कामना करते हैं और किसी भी कीमत पर अपने दोस्तों, परिवारों और शुभचिंतकों को प्रभावित नहीं करना चाहते।



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ऋचा चड्ढा और अली फजल अप्रैल में शादी करना चाहते थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते उन्हें इसे टालना पड़ा।




मुंबई

अक्षय कुमार ने मुंबई पुलिस फाउंडेशन को डोनेट किए 2 करोड़ रुपए, पुलिस कमिश्नर ने ट्विटर पर किया शुक्रिया

अक्षय कुमार की दरियादिली किसी से छिपी नहीं है। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन और देश में स्वास्थ्य कर्मियों, सुरक्षा कर्मियाें के साथ-साथ पुलिस के समर्पण को देखते हुए वे उनके लिए लगातार डोनेशन दे रहे हैं। अब उन्होंने मुंबई पुलिस को दो करोड़ का डोनेशन दिया है, इसकी जानकारी मुंबई पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर सोमवार को शेयर की।

मुंबई पुलिस कमिश्नर के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से की गई इस पोस्ट में लिखा है-मुंबई पुलिस फाउंडेशन के लिए 2 करोड़ रुपएका सहयोग करने के लिए मुंबई पुलिस अक्षय कुमार का शुक्रिया अदा करती है। आपका यह सहयोग उन लोगों की ज़िंदगी की रक्षा करने में मदद करेगा, जो इस शहर की सुरक्षा के लिए समर्पित हैं- मुंबई पुलिस के पुरुष और महिला साथी।'

इसके पहले भी अक्षय कर चुके मदद

जब से देश में लॉकडाउन के कारण फिल्म इंडस्ट्री और अन्य मजदूर वर्ग पर मुसीबत आई है। अक्षय ने उनकी मदद दिल खोलकर की है। इसके पहले वे पीएम केयर्स फंड में 25 करोड़ का डोनेशन दे चुके हैं। इसके साथ हीस्वास्थ्य कर्मियों के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट(पीपीई) के उत्पादन में मदद के लिए बीएमसीको 3 करोड़ रुपये दे चुके हैं। इसके अलावाअक्षय ने गैटी गैलेक्सी के कर्मचारियों की सैलरीके लिए इसके मालिक को आर्थिक मदद पहुंचाई।



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Akshay Kumar donated 2 crore rupees to Mumbai Police Foundation, Police Commissioner thanked on Twitter




मुंबई

कैंसर से जूझ रहे हरफनमौला एक्टर इरफान खान का मुंबई में निधन, चार दिन पहले ही मां को खोया था

बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान का इंतकाल हो गया है। बुधवार सुबह मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्हें करीब एक सप्ताह पहले कोलोन इन्फेक्शन के चलते वहां भर्ती कराया गया था और वे आईसीयू में भर्ती थे।

इरफान खान के स्पोकपर्सन ने उनके निधन की खबर देते हुए आधिकारिक बयान में कहा, "मुझे विश्वास है, मैंने आत्मसमर्पण कर दिया है", ये वो कुछ शब्द हैं, जो इरफान ने 2018 में कैंसर से अपनी लड़ाई के बारे में बताते हुए लिखे थे।कुछ शब्द बोलने वाला एक इंसान, अपनी गहरी आंखो द्वारा मूक भाव देने वाला एक अभिनेता और स्क्रीन पर उसका यादगार एक्शन। यह दुखद है कि इस दिन, हमें उनके निधन की खबर को आगे लाना है। इरफान एक मजबूत आत्मा थे, कोई ऐसा व्यक्ति जो अंत तक लड़ता रहा और जिसने भी उसके करीब आया, उसे हमेशा प्रेरित किया। एक दुर्लभ कैंसर की खबर के साथ 2018 में बिजली गिरने के बाद, उन्होंने आते ही जीवन ले लिया और उन्होंने इसके साथ आने वाली कई लड़ाइयाँ लड़ीं। उनके प्यार से घिरे, उनके परिवार के लिए, जिनकी वह सबसे ज्यादा परवाह करते थे, वह स्वर्ग में रहने के लिए रवाना हुए, वास्तव में खुद की विरासत को पीछे छोड़ते हुए। हम सभी प्रार्थना करते हैं और आशा करते हैं कि वह शांति से रहे। और अपने शब्दों के साथ प्रतिध्वनित और भाग लेने के लिए उन्होंने कहा था, "जैसे कि मैं पहली बार जीवन चख रहा था, उसी का जादुई पक्ष।"

फिल्ममेकर शूजित सरकार ने इरफान को श्रद्धांजलि देते हुए ट्विटर पर लिखा है, "मेरे प्रिय मित्र इरफ़ान। आप लड़े और लड़े और लड़े। मुझे आप पर हमेशा गर्व रहेगा .. हम फिर से मिलेंगे .. सुतापा और बाबिल के प्रति संवेदना .. आपने भी लड़ाई लड़ी, सुतापा आपने इस लड़ाई में हर संभव मदद की। शांति और ओम शांति। इरफान खान को सलामी।"

चार दिन पहले मां को खोया
इरफान खान राजस्थान के टोंक के नवाबी खानदान से ताल्लुक रखते थे। उनका बचपन भी टोंक में ही गुजरा। उनके माता-पिता दोनों टोंक के ही रहने वाले थे। आज भी उनके रिश्तेदार और परिवार के कई लोग टोंक में रहते हैं जो उनकी सेहत की दुआएं कर रहे हैं। अभी चार दिन पहले (शनिवार को) ही उनकी माता का जयपुर में देहांत हो गया था। उसमें भी इरफान खान तबीयत खराब होने के कारण नहीं आ सके थे।

न्यूरोएंडोक्राइन कैंसर से जूझ रहे थे इरफान
मार्च 2018 में इरफान खान न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर का इलाज कराने लंदन गए थे। वहां वे करीब एक साल रहे और ठीक होने के बाद अप्रैल 2019 में भारत लौटे। वापसी के बाद उन्होंने अपनी फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' की शूटिंग राजस्थान में शुरू की और फिर आगे के शेड्यूल के लिए लंदन चले गए थे, जहां वे डॉक्टर्स के संपर्क में भी रहे। इसके बाद से वे अक्सर डॉक्टर्स का परामर्श लेने लंदन आते-जाते रहे। हालांकि, पिछले डेढ़ महीने से लॉकडाउन घोषित है और सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स भी रद्द हैं। इसलिए वे मुंबई से बाहर नहीं जा पाए थे।

आखिरी बार अंग्रेजी मीडियम में दिखे इरफान
इरफान खान आखिरी बार 'अंग्रेजी मीडियम' में नजर आए थे, जो 13 मार्च को रिलीज हुई थी। हालांकि, लॉकडाउन के चलते यह फिल्म सिर्फ दो दिन ही सिनेमाघरों में चल पाई। फिल्म के ट्रेलर रिलीज से पहले इरफान ने फैन्स के लिए यू-ट्यूब पर अपना इमोशनल मैसेज छोड़ा था। उन्होंने कहा था, "हैलो भाइयों-बहनों, नमस्कार। मैं इरफान। मैं आज आपके साथ हूं भी और नहीं भी। खैर, ये फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' मेरे लिए बहुत खास है। सच...यकीन मानिए, मेरी दिली ख्वाहिश थी कि इस फिल्म को उतने ही प्यार से प्रमोट करूं, जितने प्यार से हम लोगों ने बनाया है। लेकिन मेरे शरीर के अंदर कुछ अनवांटेड मेहमान बैठे हुए हैं। उनसे वार्तालाप चल रहा है। देखते हैं किस करवट ऊंट बैठता है। जैसा भी होगा आपको इत्तिला कर दी जाएगी।"

इरफान खान की चुनिंदा फिल्में और सम्मान
इरफान ने 'मकबूल', 'लाइफ इन अ मेट्रो', 'द लंच बॉक्स', 'पीकू', 'तलवार' और 'हिंदी मीडियम' जैसी शानदार फिल्मों में काम किया था। उन्हें 'हासिल' (नेगेटिव रोल), 'लाइफ इन अ मेट्रो' (बेस्ट एक्टर), 'पान सिंह तोमर' (बेस्ट एक्टर क्रिटिक) और 'हिंदी मीडियम' (बेस्ट एक्टर) के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। 'पान सिंह तोमर' के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिया गया था। इसके अलावा कला के क्षेत्र में उनके अहम योगदान के लिए भारत सरकार उन्हें देश का चौथा सबसे बड़ा सम्मान पद्मश्री भी दे चुकी है।



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Irrfan Khan Death | Bollywood Irrfan Khan Passes Away Today Latest News Updates From Kokilaben Hospital in Mumbai




मुंबई

कैंसर से जूझ रहे ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में मुंबई में निधन, आखिरी वक्त तक डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ का मनोरंजन करते रहे

ऋषि कपूर नहीं रहे। वे 67 साल के थे। ल्यूकेमिया यानी ब्लड कैंसर से जूझ रहे थे। गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया। बुधवार को इरफान खान के निधन की खबर से बॉलीवुड उबरा भी नहीं था कि ऋषि कपूर के जाने की खबर आ गई। वे खुशमिजाजी के लिए जाने जाते थे। आखिरी वक्त तक भी उन्होंने अपना यह अंदाज नहीं छोड़ा। अस्पताल में डॉक्टरों-मेडिकल स्टाफ को हंसाते रहे, उनका मनोरंजन करते रहे।

इससे पहले पिछले गुरुवार भी उनकी सेहत खराब हुई थी। उन्हें अस्पताल में भर्ती भी कराया गया था, लेकिन चार घंटे बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था। बाद में चेस्ट इन्फेक्शन, सांस लेने में दिक्कत और बुखार के कारण बुधवार को उन्हें दोबारा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन तड़के तीन बजे उन्होंने रिस्पॉन्ड करना बंद कर दिया। जब उन्होंने अंतिम सांस ली, तब उनके साथ पत्नी नीतू और बेटे रणबीर मौजूद थे।उधर, ऋषि कीबेटी रिद्धिमा को दिल्ली से मुंबई आने की इजाजत मिल गई है। हालांकि, वे 1400 किमी का सफर सड़क के रास्ते तय करेंगी। इस वजह से उनकी शुक्रवार तक मुंबई आने की संभावना है। दिल्ली पुलिस ने रिद्धिमा के साथ 4 और लोगों को मुंबई जाने की इजाजत दी है।

परिवार ने बताया- ल्यूकेमिया के बावजूद परिवार, दोस्त, फिल्में और खाना उनके फोकस में था
ऋषि कपूर के निधन के बाद परिवार की तरफ से यह मैसेज जारी किया गया- ‘‘दो साल तक ल्यूकेमिया से जंग के बाद हमारे प्यारे ऋषि कपूर का आज सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर निधन हो गया। अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने कहा कि वे आखिर तक उनका मनोरंजन करते रहे। दो महाद्वीपों में उनका दो साल तक इलाज चला और इस दौरान वे खुशमिजाज और जिंदादिल बने रहे। परिवार, दोस्त, लजीज खाना और फिल्में उनके फोकस में रहीं। इस दौरान उनसे जो भी मिला, वह यह जानकार ताज्जुब में था कि उन्होंने कैसे बीमारी को खुद पर हावी नहीं होने दिया।

दुनियाभर में अपने फैन्स से मिल रहे प्यार के वे कर्जदार थे। उनके जाने के बाद सभी फैन्स यह समझ पाएंगे कि ऋषि चाहते थे कि वे आंसू नहीं, मुस्कुराहट के साथ याद किए जाएं। इस नुकसान के बीच हम यह जान रहे हैं कि दुनिया एक बेहद मुश्किल दौर से गुजर रही है। लोगों की आवाजाही और इनके इकट्‌ठा होने पर पाबंदियां हैं। हम उनके सभी फैन्स, चाहने वालों और दोस्तों से यह गुजारिश करते हैं कि वे नियम-कानूनों का सम्मान करें।’’

ऋषि कपूर और इरफान डी-डे फिल्म में एक साथ नजर आए थे

यह सीन डी-डे फिल्म का है। यह फिल्म 2013 में रिलीज हुई थी। इसमें ऋषि कपूर और इरफान खान ने एकसाथ काम किया था। इरफान खान का बुधवार और ऋषि कपूर का गुरुवार को निधन हुआ। इरफान को ब्रेन कैंसर और ऋषि को ब्लड कैंसर था।

प्रधानमंत्री बोले- ऋषि कपूर टैलेंट के पावरहाउस थे

2 साल पहले कैंसर हुआ था
2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था। इलाज के लिए वो अमेरिका गए थे। वहां 11 महीने रहने के बाद पिछले साल सितंबर में भारत लौटे थे। अमेरिका में पूरे वक्त उनके साथ पत्नी नीतू ही थीं। रणबीर कपूर कई बार उनसे मिलने न्यूयॉर्क गए थे। कुछ दिनों पहले ऋषि ने एक इंटरव्यू में कहा था, “अब मैं बहुत बेहतर महसूस कर रहा हूं। और कोई भी काम कर सकता हूं। सोच रहा हूं कि एक्टिंग दोबारा कब शुरू करूं। पता नहीं लोगों को अब मेरा काम पसंद आएगा भी या नहीं। न्यूयॉर्क में मुझे कई बार खून चढ़ाया गया था। तब मैंने नीतू से कहा था- उम्मीद करता हूं कि नए खून के बावजूद मैं एक्टिंग नहीं भूलूंगा।”

फरवरी में दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे ऋषि
ऋषि कपूर फरवरी में दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे। एक बार जब वे दिल्ली में एक पारिवारिक कार्यक्रम में भाग लेने गए थे तो उन्हें वहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय खुद ऋषि ने कहा था कि वे संक्रमण से पीड़ित थे। मुंबई लौटने के बाद उन्हें फिर से वायरल बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी तबीयत जल्दी सुधर जाने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।

ऋषि ने कहा था- आजकल कपूरों पर टाइम भारी है

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एक महीने से सोशल मीडिया से दूर थे
सोशल मीडिया परलॉजिकल और अग्रेसिव कमेंट्स के लिए मशहूर ऋषिने 2 अप्रैल के बाद ट्विटर अकाउंट पर कुछ भी पोस्ट नहीं किया। उन्होंने बीतेदिनों दीपिका पादुकोण के साथ हॉलीवुड फिल्म "द इंटर्न" के रीमेक में काम करने की घोषणा भी की थी।

पृथ्वीराज कपूर के पोते और राज कपूर के बेटे
चिंटू के नाम से मशहूर ऋषि का जन्म 4 सितंबर 1952 को मुंबई के चेम्बूर में हुआ था। वे राज कपूर के दूसरे नंबर के बेटे और पृथ्वीराज कपूर के पोते थे। उन्होंने मुंबई के कैंपियन स्कूल और अजमेर के मेयो कॉलेज में अपने भाइयों के साथ पढ़ाई की। रणधीर कपूर उनके बड़े भाई और राजीव कपूर उनके छोटे भाई हैं। ऋषि और नीतू के दो बच्चे हैं- रणबीर और रिद्धिमा।

ऋषि की फिल्मी यात्रा
ऋषि कपूर ने 1970 में पिता की फिल्म 'मेरा नाम जोकर' से डेब्यू किया था। इस फिल्म में ऋषि ने अपने पिता के बचपन का किरदार निभाया था। ऋषि कपूर ने बतौर लीड एक्टर 1973 में आई फिल्म ‘बॉबी’ से शुरुआत की थी। अपने करियर में 1973-2000 तक 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया। बतौर सोलो लीड एक्टर 51 फिल्मों में अभिनय किया। ऋषि अपने जमाने के चॉकलेटी हीरो में से एक थे। उन्होंने पत्नी नीतू के साथ 12 फिल्मों में अभिनय किया।

ऋषि ने निर्देशन में भी हाथ आजमाया। उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म ‘आ अब लौट चलें’ निर्देशित की। ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत से हमेशा ही रोमांटिक किरदार निभाया था, लेकिन फिल्म ‘अग्निपथ’ में उनके खलनायक के किरदार को देख सभी हैरान रह गए। ऋषि को इसके लिए आईफाबेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया।

ऋषि कपूर ने लताजी के साथ अपनी फोटो शेयर की थी

ऋषि कपूर ने इसी साल 28 जनवरी को यह फोटो ट्वीट की थी। इसमें उन्होंने लिखा था- ‘‘नमस्ते लताजी! आपके आशीर्वाद से देखिए मुझे अपनी दो या तीन महीने वाली पिक्चर मिल गई। ये एक बेशकीमती पिक्चर है मेरे लिए!’’ इस पर लताजी ने कहा था- ‘‘मुझे ये फोटो देखकर कृष्णा भाभी और राज साहब की याद आई। तब कृष्णा भाभी ने आपको मेरे हाथ में दिया था। आपकी सेहत हमेशा अच्छी रहे, यही ईश्वर से प्रार्थना।’’

लताजी का ट्वीट- क्या कहूं, क्या लिखूं, यह दुख सहना बहुत मुश्किल है

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मुंबई

सलमान खान ने गरीबों के लिए चलवाए फूड ट्रक 'बीइंग हैंगरी', मुंबई के इलाकों में बंटवा रहे खाने-पीने का सामान

सलमान खान कोरोनावायरस लॉकडाउन से प्रभावित लोगों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने अपने पनवेल फार्महाउस के आसपास के गांवों में रहने वाले गरीब परिवारों को खाने-पीने का सामान ट्रैक्टरों और बैलगाड़ी में भरकर भेजा था। इसका वीडियो सलमान ने खुद सोशल मीडिया पर शेयर किया था। अब सलमान ने बीइंग हैंगरी नाम से फूड ट्रकचलाए हैं।


मुंबई के इलाकों में बांटा सामान: रिपोर्ट्स के मुताबिक, सलमान के बीइंग ह्युमन फाउंडेशन द्वारा शुरू किए इन फूड ट्रकके जरिए मुंबई के कई इलाकों में रहने वाले गरीब परिवारों को खाने-पीने का सामान वितरित किया जा रहा है। सलमान खान के फैन क्लब ने ट्विटर पर एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें मुंबई के खार इलाके में फूड ट्रक के जरिए सामान बांटा जा रहा है।


आर्थिक मदद भी कर रहे सलमान: कोरोना के चलते फिल्म इंडस्ट्री के दैनिक वेतन पर काम करने वाले वर्कर्स की मदद भी सलमान कर रहे हैं। अपने बीइंग ह्युमन फाउंडेशन के जरिए उन्होंने फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्ल्यूआईसीई) के 25,000 वर्कर्स के अकाउंट में खुद दो महीने के लिए 6000 रु. ट्रांसफर किए हैं।



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Salman Khan launches his food truck 'Being Haangryy' amid lockdown to help poor people in mumbai




मुंबई

मुंबई आने के बाद 8 साल तक घर बैठे रहे थे पंकज त्रिपाठी, अब इतना काम कि हो गए हैं परेशान

'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से लेकर 'सेक्रेड गेम्स' और 'मिर्जापुर' में अपनी बेहतरीन एक्टिंग पंकज त्रिपाठी दर्शकों के चहेते सितारे बन चुके हैं। लगातार हर साल पंकज 7 से 8 फिल्मों में नजर आ रहे हैं। हाल ही में दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू के दौरान पंकज ने अपने एक्टिंग करियर से जुड़े कई दिलचस्प सवालों का जवाब दिए हैं।

पहले दिए हुए ऑडिशन और अब के ऑडिशन में क्या फर्क है?

पिछले 4 सालों से किसी ने मेरा ऑडिशन नहीं लिया है। पहले मैं जब भी ऑडिशंस पर जाया करता था लोग मुझे अलग-अलग तरीके से किसी रोल को करने को कहते थे। मैंने कभी यह नहीं बताया कि मैं ट्रेंडएक्टर हूं या मुझे पता है कि किस रोल को कैसे करना है। लेकिन अब मैं इस मुकाम पर पहुंच गया हूं कि पिछले 4 सालों में मैंने कोई ऑडिशन नहीं दिया है।

करियर का सबसे अजीब ऑडिशन कैसा था

मैं एक डॉन के किरदार के लिए ऑडिशन देने गया था जो 2:30 से 3 घंटे तक चला था। मुझे बताया गया कि मेरा मेकओवर करेंगे और ऐसा करेंगे और ऐसा शूट होगा। लेकिन जब रोल की बारी आई तब मुझे उस डॉन के सिपाही का रोल दिया गया। 12 घंटे में मुझे सिर्फ एक शब्द बोलना था 'हुह'। उस ऑडिशन को देते वक्त मुझे लग रहा था कि बहुत बड़ा रोल है यह और शायद ये मेरी जिंदगी बदल देगा पर शूटिंग करते वक्त सच्चाई पता चल गई।

नेगेटिव किरदार से पॉजिटिव रोल कैसे मिले

शुरुआत में मुझे सिर्फ नेगेटिव किरदारों के लिए ही चुना जाता था,शायद मेरा मेरा लुक वैसा है या मेरा चेहरा वैसा है। लेकिन 'मसान' मे मेरा सिर्फ 3 मिनट का रोले देखने के बाद लोग सोचने लगे कि क्या यह वही आदमी है जिसने 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' में सुल्तान का किरदार निभाया था।'मसान' और अश्विनी अय्यर तिवारी की पहली फिल्म 'निल बटे सन्नाटा' से अचानक मेरे एक्टिंग करियर में यू टर्न आ गया। ये दो ऐसी फिल्मों है जिनके बाद मुझे अलग अलग तरह के रोल्स ऑफर होने लगे।

अब तक का सबसे मुश्किल किरदार कौन सा था

'सैक्रेड गेम्स' वेब सीरीज में मैंने गुरुजी का रोल निभाया था जो मेरे लिए वाकई बहुत मुश्किल था। पहले तो मैं ऐसे किसी गुरुजी को जानता नहीं हूं तो यह मेरे लिए किसी से रिलेट कर पाना बहुत मुश्किल था। दूसरा मुझे तो लगता है मेरे घर पर ही मुझे कोई फॉलो नहीं करता तो ऐसा दिखाना कि मैं गुरुजी हूं और मेरे अपने सारे फॉलोअर्स हैं। उस रोल को करते वक्त में हमेशा यही सोचा करता था कि इस किरदार को कैसे करूं कि सबको यकीन हो कि मैं ही गुरुजी हूं। उस रोले के लिए मैने अपनी दाढ़ी तक त्याग दी थी जो पहले कभी किसी किरदार के लिए नहीं की।

इतनी फिल्मों के साथ लाइफ कैसे करते हैं मैनेज

सच कहूं तो मैं खुद बहुत परेशान रहता हूं। मैंने खुद ही इतना सारा काम ले लिया है कि अब मुझे लगता है कि मुझे अपने काम को थोड़ा कम कर देना चाहिए। अभी लॉकडाउन है इसलिए मैं अपनी फैमिली के साथ थोड़ा समय बिता पा रहा हूं वरना उनके साथ समय बिताना बहुत मुश्किल हो जाता है। अब मैंने खुद सोचा है कि साल में तीन या चार फिल्में किया करूंगा। थोड़ा फैमिली को समय दूंगा थोड़ा सेहत को समय दूंगा।

डेट्स के लिए कितनी फिल्में ठुकरानी पड़ती हैं

ऐसा कई बार हुआ है कि मुझे फिल्म मेकर्स को मना करना पड़ता है क्योंकि मेरे पास डेट्स अवेलेबल नहीं रहती है और कई बार ऐसा होता है की अच्छी-अच्छी फिल्में भी मुझे छोड़ नहीं पड़ती है। 365 दिन है और 365 दिन ही काम कर सकता हूं उससे ज्यादा तो नहीं कर सकता। मुझे किसी फिल्म को छोड़ने का मलाल नहीं है, लेकिन हां कई बार मुझे अच्छे प्रोजेक्ट को मना करना पड़ा है।

अपकमिंग फिल्मों के लिए कैसा महसूस करते हैं

मैं अपनी आगामी सारी फिल्मों के लिए बहुत उत्सुक हूं चाहे वह '83' हो या 'गुंजन सक्सेना' हो या वेब सीरीज 'मिर्जापुर पार्ट 2' हो सभी रोल के लिए मैं बेहद उत्सुक हूं।



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मुंबई

ऋतिक रोशन ने मुंबई पुलिस के ड्यूटी ऑफिसर्स के लिए भिजवाए हैंड सैनिटाइजर्स, पुलिस ने ट्विटर हैंडल पर जताया आभार

देश में लगातार बढ़ रही कोरोना महामारी ने फ्रंटलाइन वॉरियर्स की भी मुसीबतें बढ़ा दी हैं। लेकिन इस बीच बॉलीवुड के स्टार्स उनकी मदद के लिए कोई कसर बाकी नहीं रख रहे हैं। मुंबई पुलिस की लगातार मदद कर रहे ऋतिक रोशन ने ड्यूटी ऑफिसर्स की सेफ्टी के लिए हैंड सैनिटाईजर्स भिजवाए हैं।

मुंबई पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी साझा की है।इस ट्वीट में लिखा है- मुंबई पुलिस के ऑन ड्यूटी अधिकारियों के लिए हैंड सैनिटाईजर्स भिजवाने के लिए ऋतिक आपका धन्यवाद। हमारे फ्रंटलाइन वॉरियर्स की सुरक्षा के लिए आपके द्वारा दिए गए योगदान के लिए हम आपके आभारी हैं।

इसके पहले भी ऋतिक एन95 और FFP3 मास्क बीमएसी के वर्कर्स के लिए भिजवा चुके हैं। इतना ही नहीं जरूरतमंदों के लिए खाना पहुंचाने में भी मदद कर रहे हैं। वे बॉलीवुड को कवर करने वाले पैपराजी के लिए भी आर्थिक सहायता पहुंचा चुके हैं जो लॉकडाउन की मार झेल रहे हैं।

महाराष्ट्र के मौजूदा हाल: राज्य मेंसंक्रमित- 17974 हैं।आर्थर रोड जेल में 77 कैदी और26 जेल कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इन्हेंजीटी हॉस्पिटल और सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है।संक्रमित कैदी एक ही बैरक के हैं। उधर, मुंबई के जेजे मार्ग पुलिस स्टेशन में कोरोना के 26 पेशेंट मिलने से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है। राज्य में करीब 500 पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में हैं। महाराष्ट्रमें शुक्रवार को1216मामले सामने आए, जबकि 43 लोगों की मौत हुई।



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वीडियो-फोटो मुंबई पुलिस के साेशल मीडिया से साभार




मुंबई

भारतीय रिजर्व बटालियन के 73 जवान कोरोना पॉजिटिव, मुंबई के वर्ली और बीडीडी चॉल को 8 दिन के लिए सील करने की तैयारी

महाराष्ट्र में कोरोनासंक्रमितों का आकंड़ा 19 हजार के पार होगया है। मुंबई मेंसंक्रमण से सबसे ज्यादाप्रभावित 'जी' साउथ वार्ड के अंतर्गत आने वाले वर्लीऔर डिलाइरोड बीडीडी चॉल को 8 दिन पूरी तरह से बंद की तैयारी कीजा रही है। इस संबंध में मेयर किशोरी पेडणेकर की सहमति से बीएमसी प्रशासन ने मुंबई पुलिस को पत्र लिखा है। मेयर ने कहा कि वर्लीमें यह प्रयोग कामयाबहोने पर मुंबई के अन्य भागों में भी इसे लागू किया जाएगा।इसमें धारावी, मानखुर्द, वडाला जैसे इलाके शामिल हैं।
महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना के 1089 नए मामले सामने आए थे। संक्रमण से 37 लोगों की मौत हो गई।राज्य में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 19063 पहुंच गया है। जबकियहां मरने वालों की संख्या 731 हो गई। मुंबई की बात करें तो शुक्रवार को यहां748 नए मामले सामने आए और 25 लोगों की मौत हो गई। मुंबई में कोरोना से कुल 12142 संक्रमित हुए हैं।
आईआरबी के 73 जवान कोरोना संक्रमित
नासिक जिले के मालेगांव के हॉटस्पॉट इलाके में डेढ़ माह तक सुरक्षा ड्यूटी के बाद औरंगाबाद लौटे भारतीयरिजर्व बटालियन (एसपी-बल क्र.14) के73 जवानों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। हालांकि, जवानोंमें कोरोना के लक्षण नहीं है। इन्हें प्रेयस इंजीनियरिंग कॉलेज की इमारत में रखा गया है।इनमें 5को जालना रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्तीकराया गया। संक्रमित जवानोंके संपर्क में आने वाले4अधिकारी और21 जवानभी क्वारैंटाइनकिए गएहैं।
यह तस्वीर रायगढ़ जिले के ईस्टर्न फ्री-वे पर बनी एक टनल की है। यहां शुक्रवार को मजदूर पैदल ही अपने घर जाते दिखे।
कोरोना अपडेट्स
  • औरंगाबाद:शुक्रवार को यहां 100नए पॉजिटिव मरीजसामने आए हैं।शहरमें कोरोनासंक्रमितोंका आंकड़ा बढ़कर 478 तक पहुंच गया।
  • मुंबई:राज्य सरकार द्वारा हर सड़क पर पांच दुकानें खोलने की अनुमति रद्द करने के बाद बीएमसी ने अब हर लेन में एक हार्डवेयर और एक इलेक्ट्रॉनिक की दुकान खोलने की अनुमति दी है। बीएमसी के पूर्वकमिश्नर प्रवीण परदेशी ने इस संबंध में सभी 24 वॉर्ड ऑफिसर को अधिकार दिए हैं कि वह हार्डवेयर और इलेक्ट्रॉनिक की दुकानें खोलने के लिए आवेदन मंगा कर उन्हें अनुमति दें।
घर जाने के लिए निकले प्रवासी मजदूरों की नेशनल हाईवे-8 पर पेपर की जांच करने के लिए पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। सरकार ने अब स्क्रीनिंग पर रोक लगा दी है।
  • नवी मुंबई:कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण वाशी एपीएमसी की पांचों थोक मंडियों को 11 से 17 मई तक बंद रखने की घोषणा की गई है। यहां की सभी मंडियों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 125 से ज्यादाहो गई है।
  • पुणे:कोविड-19 से बिगड़े हालातकाजायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग का दल शुक्रवार को पुणे पहुंचा। जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,400 के पार पहुंच गई है।
महाराष्ट्र में जारी लॉकडाउन के बीच मुंबई के कुछ प्रवासी मजदूर पैदल ही घरों के लिए निकले हैं। हालांकि, राज्य सरकार अलग-अलग शहरों से इनके लिएबस, ट्रेन शुरू कर रही है।
पास की जांच के बाद सभी प्रवासी मजदूरों को उनकी बसों तक ले जाने के लिए पुलिसकर्मियों को जिम्मेदारी दी गई है। फिलहाल, बेस्ट की बसें राज्य के प्रवासी मजदूरों को ही उनके गंतव्य तक पहुंचा रही हैं।
अंतिम संस्कार में 20 लोग शामिल होते हैं, लेकिन शराब की दुकानों पर हजारों आते हैं
कोराेना संकट और लाॅकडाउन के बीच सरकार द्वारा शराब की बिक्री पर प्रतिबंध में ढील दिए जाने के कुछ दिनों बाद शिवसेना सांसद संजय राउत का बयान आया है। राउत ने ट्वीट किया- सिर्फ20 लोगों को अंतिम संस्कार में शामिल होने केलिए इकट्ठा होने दिया जा रहा- क्योंकि आत्मा पहले ही शरीर छोड़ चुकी है। 1000 लोगों को शराब की दुकान के पास इकट्ठा होने की अनुमति है, क्योंकि दुकानों में आत्माएं हैं।
राउत ने ट्वीट किया-


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देश में सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित शहर मुंबई में बीच सड़क पर क्रिकेट खेलतीं कुछ बच्चियां। आम दिनों में यहां इस तरह का नजारा देखने को नहीं मिलता है।




मुंबई

देवी मां के अलग-अलग स्वरूपों के नाम पर रखे गए हैं मुंबई, नैनीताल सहित 5 जगहों के नाम

रविवार को अंतरराष्ट्रीय मदर्स डे है। माता खुद के सुख का ध्यान न रखते हुए अपने बच्चों को खुश रखने के लिए कई तरह की परेशानियों का सामना करती है। निस्वार्थ भाव से संतान का पालन करती है। इसी वजह से मां को सबसे महान माना गया है। इस दिन दुनियाभर में लोग अपनी-अपनी मां के सामने आभार प्रकट करते हैं, माता के सम्मान में उत्सव मनाते हैं, उपहार देते हैं। माताएं भी अपनी संतान को जीवनभर सुखी रहने का आशीष प्रदान करती हैं। हिन्दू धर्म में जन्म देने वाली मां के साथ ही देवियों के अलग-अलग स्वरूपों को भी मां माना गया है। मदर्स डे के अवसर जानिए कुछ ऐसे शहरों के बारे में जिनके नाम देवी मां के अलग-अलग स्वरूपों के नाम पर रखे गए हैं। मान्यता है कि इन शहरों पर देवी मां की विशेष कृपा रहती है, यहां रहने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं।

मुंबई

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई का ये नाम वहां स्थित मूंबा देवी के नाम पर रखा गया है। मुंबई शब्द मुंबा यानी महा अंबा और आई यानी मां से मिलकर बना है। पहले इसे बॉम्बे या बंबई कहा जाता था, लेकिन 1995 में इसका मराठी नाम मुंबई कर दिया गया। मुंबा देवी मंदिर लगभग 400 साल पुराना है। पुराने समय में यहां मछुआरों की बस्ती थी। इन लोगों ने मुंबा देवी की स्थापना की थी।

चंडीगढ़

पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ का नाम चंडी माता के नाम पर पड़ा है। चंडीगढ़ यानी चंडी का किला। ये मंदिर चंडीगढ़ से करीब 15 किमी दूरी पर स्थित है। मंदिर में देवी चंडी के साथ ही श्रीराम, शिव, राधा-कृष्ण और हनुमानजी की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर का इतिहास काफी पुराना है।

नैनीताल

नैनीताल उत्तराखंड का बहुत ही सुंदर पर्यटन स्थल है नैनीताल। यहां नैना देवी का प्राचीन मंदिर स्थित है। यहां कई झीलें हैं। नैनी झील के किनारे परे देवी मंदिर है। नैना यानी आंखें और ताल यानी झील। प्राचीन कथा के मुताबिक दक्ष प्रजापति के हवन कुंड में कूदकर देवी सती ने अपना शरीर त्याग दिया था। इसके बाद शिवजी सती के जलते हुए शरीर को लेकर पूरी सृष्टि में घूमे थे। इस दौरान जहां-जहां सती के शरीर के हिस्से गिरे वहां-वहां शक्तिपीठ स्थापित हुए। नैनीताल में देवी की आंखें गिरी थीं। इसीलिए इसे नैनादेवी कहा जाता है।

त्रिपूरा

भारत के सबसे छोटे राज्यों में से एक है त्रिपूरा। इस राज्य का नाम त्रिपूरासुंदरी देवी के नाम पर पड़ा है। अगरतला इस राज्य की राजधानी है। यहां मान्यता प्रचलित है कि प्राचीन समय में ययाति वंश के एक राजा त्रिपुर के नाम पर इस क्षेत्र का नाम पड़ा है। एक अन्य मान्यता प्राचीन त्रिपुरासुंदरी देवी मंदिर से जुड़ी है।

मैंगलोर या मैंगलुरु

मैंगलोर यानी मैंगलुरु कर्नाटक में अरब सागर के पास स्थित है। यहां मान्यता प्रचलित है कि इस नगर का नाम यहां स्थित मंगलादेवी मंदिर के नाम पर पड़ा है। इस मंदिर का निर्माण अट्टावर के बलाल वंश द्वारा करवाया गया है।



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Mother's day 2020, Mumbai, Nainital and 6 places are named after the different forms of Goddess.




मुंबई

लॉकडाउन में युवक ने मुंबई से गांव तक पैदल नाप ली 1600 किमी की दूरी; क्वारैंटाइन सेंटर में हुई मौत

उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में सोमवार को गांव के बाहर क्वारैंटाइन किए गए एक युवक की मौत हो गई। वह सुबह ही मुंबई से पैदल गांव आया था। लेकिन विद्यालय पहुंचने के करीब चार घंटे के बाद उसे उल्टी-दस्त शुरू हुई। इसके बाद उसने दम तोड़ दिया। प्रशासन ने परिवार के आठ लोगों को क्वारैंटाइन किया है। मृतक के सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद शव का अंतिम संस्कार कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत होगा।

मल्हीपुर थाना क्षेत्र के मटखनवा गांव निवासी एक युवक सुबह करीब सात बजे बहराइच होकर पैदल अपने गांव आया। यहां उसे प्राथमिक विद्यालय में क्वारैंटाइन कर दिया गया। लेकिन तकरीबन साढ़े दस बजे उसे पेट दर्द के साथ उल्टी-दस्त शुरू हो गई। गांव के सेक्रेटरी ने युवक की हालत बिगडने की जानकारी भंगहा सीएचसी अधीक्षक डॉ. प्रवीर कुमार को दी। जब तक सीएचसी से एंबुलेंस पहुंचती। तब तक युवक ने दम तोड़ दिया।


प्रशासन को जब इस घटना की जानकारी हुई तो जिम्मेदारों में हड़कंप मच गया। सीएमओ डॉ. एपी भार्गव सहयोगियों के साथ क्वारैंटाइन स्थल पहुंचे। सीएमओ ने बताया कि मृतक युवक का सैंपल कोविड 19 जांच के लिए भेजा गया है। क्वारंटीन सेंटर में पहुंचने के बाद उसके संपर्क में आए परिवार के आठ लोगों को स्कूल में ही क्वारैंटाइन किया गया है। शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया गया है। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पर निर्णय लिया जाएगा।



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प्रशासन ने मृतक का सैंपल जांच के लिए भेजा है। मृतक के परिवार को क्वारैंटाइन कर दिया है।




मुंबई

मुंबई से लौटे दो लोगों समेत 3 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि, पॉजिटिव मरीजों की संख्या पहुंची 8

कोरोनावायरस वैश्विक महामारी पूरी तरह से पांव पसार रही है। जिले के बदलापुर तहसील का है जहां तीननए मामने सामने आए हैं। यहां के दो गावों में लोग ट्रक से मुम्बई से आए थे। इन लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें दोलोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके अलावा एक और मामला सामने आया है जिसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 8 तक पहुंच गई है।

जानकारी के मुताबिक, मुम्बई के पनवेल से फत्तूपुर में 22 व करनपुर गांव के 9 लोग ट्रक द्वारा मुम्बई से आए हुए थे सभी को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के लिए सैम्पल वाराणसी भेजते हुए सभी को फत्तूपुर के प्राथमिक विद्यालय व सल्तनत बहादुर इण्टर कालेज में क्वारैंटाइन किया था।

जिले के सीएमओ ने बताया कि आज जिले के बदलापुर थाना क्षेत्र के जो ट्रक में छिपकर बॉम्बे के कांदिवली,पनवेल से छिपकर आये थे जिसे जिले के बदलापुर के फत्तूपुर के प्राथमिक विद्यालय व करनपुर के कुल 31 लोगों की रखकर कोरण्टाइन कर इनकी रिपोर्ट भेजी गई जिसमें एक मामला जफराबाद नेहरू नगर और दो मामले बदलापुर के शेल्टरहोम में सामने आए हैं।



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उत्तर प्रदेश के जौनपुर में तीन पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही मरीजों की संख्या बढ़कर आठ तक पहुंच गई है।




मुंबई

अमेठी के शख्स की मुंबई में कोरोना से गई जान; अपने इकलौते कमाने वाले को देख भी नहीं सके परिजन

उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के रहने वाले एक व्यक्ति की मुंबई में कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते मौत हो गई। वह मुंबई में एक निजी कंपनी में सप्लाई डिपार्टमेंट में काम करता था। अस्पताल प्रबंधन ने उसके शव का अंतिम संस्कार कराया है। परिजन उसे आखिरी समय देख भी नहीं सके। परिवार व गांव में मातम का माहौल है।

मुसाफिरखाना ब्लॉक के भीखीपुर के पूरेओझा निवासी विनोद कुमार यादव (40) मुंबई में एक निजी कंपनी में सप्लाई का काम करता था। पिछले तीन दिनों से उसको बुखार आ रहा था। वहां लोगों ने उसे केएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। रविवार की रात करीब एक बजे उसने आखरी सांस ली। डॉक्टरों ने बताया कि विनोद कोरोना पॉजिटिव थे, अस्पताल प्रबंधन ने अगले दिन उसके शव को जला दिया। परिजनों को जब खबर हुई तब से घर में मातम पसरा हुआ है।

ग्रामीणों ने बताया कि विनोद कुमार अकेले ही अपने घर में कमाने वाले व्यक्ति थे। वे अपने पीछे अपनी पत्नी, एक बेटा व तीन बेटियों को छोड़ गए। ग्रामीणों ने बताया कि आखिरी वक्त में भी शव को न देख पाने का मलाल परिजनों को जिन्दगी भर रहेगा। विनोद की मृत्यु से पूरे गांव में माहौल गमगीन हो गया है।




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विनोद कुमार लंबे समय मुंबई में रहते थे। कोरोना से संक्रमित होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी मौत हो गई। परिजन आखिरी बार उनका दर्शन तक नहीं कर सके। पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।




मुंबई

मुंबई से लौटा अधेड़ संक्रमित निकला, तीन दिन पहले किया था क्वारैंटाइन

शुरूआती दौर में ग्रीन जोन में चल रहे यूपी के प्रयागराज की स्थिति गड़बड़ होती जा रही है। बुधवार को यहां पांचवा कोरोना पाजिटिव मिलने से हडक़ंप मच गया है। इस बार शहर से सटे नैनी के काजीपुर रोड पर स्थित फोर्ट स्कूल एंड कॉलेज में बने क्वारैंटाइनसेंटर में रखे गए एक अधेड़ की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। उसे 27 अप्रैल को यहां लाकर रखा गया था। वह 26 अप्रैल को महाराष्ट्र के नासिक से अपने घर आया था।

66 लोगों के साथ क्वारैंटाइन था संक्रमित

नैनी के काजीपुर रोड स्थित फोर्ट स्कूल एंड कालेज में क्वारैंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां66 संदिग्धों को 26 अप्रैल कोक्वारैंटाइन किया गया था। 28 अप्रैल को सभी का सैंपललेकर जांच के लिए भेजा गया था। गुरुवारको वहां के दो दर्जन से ज्यादा लोगों की रिपोर्ट आई। जिसमें नासिक से लौटे कौंधियारा के 55 वर्षीय अधेड़ ग्रामीणकी रिपोर्ट पाजिटिव आई है। आनन-फानन में उसे लेवल वन हास्पिटल कोटवा बनी भेज दिया गया और यहां उसके साथ रह रहे लोगों की जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।डीएम प्रयागराज भानूचंद्र गोस्वामी ने बताया कि नासिक, महाराष्ट्र से आए एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह स्वस्थहै।

पहला पॉजिटिव हो चुका है ठीक

इससे पहले प्रयागराज में एक इंडोनेशियाई नागरिक कोरोना पॉजिटिव मिला था,जो दिल्ली के निजामुद्दीनक मरकज में हुई जमात में शामिल होकर यहां लौटा था। हालांकि वह ठीक हो चुका है और इस समय अपने साथियों के साथ पुलिस हिरासत में है।


छह दिन पहले मिले थे तीन पॉजिटिव
24 अप्रैल को शंकरगढ़ में मुंबई से लौटे दो युवक और शहर के शिवकुटी अंतर्गत शंकरघाट में वाराणसी से आया युवक कोरोना संक्रमित पाया गया था।अभी उन तीनों को लेवल वन हॉस्पिटल कोटवा बनी में आइसोलेटकिया गया है।



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प्रशासन ने संक्रमित मिले शख्स को अस्पताल में भर्ती करवाया है।




मुंबई

क्वारैंटाइन रहे दो युवक कोरोना संक्रमित मिले; मुंबई से लौटने के बाद हुई थी सैंपलिंग, यहां रोगियों की संख्या 5 पहुंची

जिले में शुक्रवार को कोरोना वायरस से दो नए संक्रमित मिले। दोनोंशुकुल बाजार थाना क्षेत्र के हैं। मुंबई से लौटने के बाद इनकी सैंपलिंग कराई गई थी।प्रशासन ने दोनों युवको को सुल्तानपुर के कुड़वार सीएचसी में बने आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट कराया है। अब जिले में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजोंकी संख्या 5 हो गई है।

डीएम अरुण कुमार ने बताया कि, मुसाफिरखाना तहसील क्षेत्र के शुकुल बाजार अन्तर्गत बादलगढ़ गांव में दो युवक बीते दिनों मुम्बई से आए थे। इन्हे शुकुल बाजार में बने शेल्टर होम में क्वारैंटाइन कराया गया था। आज इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही इन्हेंसुल्तानपुर के कुड़वार सीएचसी में बने आइसोलेशन सेंटर में भेजा गया है।


डीएम ने कहा किसभी एसडीएम और थानाध्यक्षों को निर्देश दिए गए थे किलॉकडाउन के नियमों का पालन का सख्ती से होगा।प्रभावितस्थान को एक किलोमीटर की रेंज में सील कर दिया गया है। जिले में धारा 144 लागू है, इसलिए 5 से ज्यादा लोग एक जगह पर जमा नहीं होंगे।

इससे पहले 6 मई को दो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे। दोनोंअजमेर से अमेठी आए थे। वहीं, गुरुवार कोमुसाफिरखाना के एएच इंटर कालेज में क्वारैंटाइन की गई दो महिलाएं कोरोना पाजिटिव पाई गई थीं। बीते 1 मई को बस द्वारा 28 लोग अजमेर से अमेठी आए थे।



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जिले में छह मई को दो मरीज पहली बार मिले थे। इसके बाद यहां संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है।




मुंबई

मुंबई में दैहर गांव के ऑटो चालक की मौत, पत्नी के मदद की दरकार

इटखोरी से सटे चौपारण थाना क्षेत्र के दैहर गांव निवासी कुंजील दांगी के 38 वर्षीय पुत्र वीरेंद्र कुमार दांगी की मौत मंगलवार सुबह मुंबई के चेंबूर नामक स्थान पर हो गई। मृतक कुछ साल पहले संतान प्राप्ति के लिए अपनी पत्नी का इलाज कराने मुंबई गया था। वहां उसने ऑटो चलाकर अपनी पत्नी के साथ मुम्बई के चेंबूर में डेरा लेकर रह रहा था। 1 मई को वीरेंद्र स्वंय अचानक बीमार हो गया।इसके बाद रात 9 बजे उसे चेंबुर के बाबा अस्पताल ले जाया गया। जहां जांच के बाद दो 2 बजे रात उसे भर्ती लिया गया। और तीन मई की सुबह दवा देकर उसे वहां से छुट्टी दे दिया गया।इसके बाद उसे डेरा लाया गया।और 4 मई की अहले सुबह चार बजे उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उसकी पत्नी सुनीता देवी और जीजा क्रांति दांगी ने उसे तुरंत चेंबूर के ही इनस और सुमैया प्राइवेट क्लीनिक ले गए। जहां दोनों क्लिनिकों के चिकित्सकों ने कोरोना संक्रमण को लेकर उसे इलाज करने से इंकार कर दिए। इसके बाद वे लोग मरीज को लेकर शताब्दी अस्पताल ले गए।जहां उसे चिकित्सकों ने इलाज कर दवा देकर छुट्टी दे दिए। इस बीच जैसे वे लोग वीरेंद्र को लेकर डेरा पहुंचे जहां अचानक सात बजे सुबह उसकी मौत हो गई। अंत में शव का अंतिम संस्कार आसपास के लोगों के सहयोग से चेंबूर नवजीवन श्मशान घाट पर कर दिया गया।जहां मुखाग्नि दादपुर गांव के उसके जीजा क्रांति दांगी ने दिया।चिकित्सकों के अनुसार मृतक के सिने में दर्द होने से मौत बताई गई है। वही उसकी पत्नी ने बताया कि उन्हें डेंगू मलेरिया हो गया था।


सुनीता देवी ने सरकार से मांगी सहायता
पति के मौत के बाद मृतक की पत्नी सुनीता देवी डेरे में अकेले रह रही है। उसके पास एक रुपए भी नहीं है। वह बेसुध होकर अपने डेरे में अपने पति की याद में लगातार आंसू बहा रही है। उसने भास्कर से हुई बातचीत में कहा कि अब तो मेरा सहारा भी दुनिया से चला गया। मगर इस लाॅकडाउन में मुझे अब घर जाकर अपने पति का अंतिम संस्कार नियमित रूप से करना है। इसके लिए मुझे सरकार की सहारा की आवश्यकता है। इधर मुंबई जैसे महानगर में फंसे इटखोरी और मयूरहंड प्रखंड के तकरीबन डेढ़ से दो सौ दिहाड़ी मजदूर और ऑटो चालकों ने भी सरकार से अपने घर जाने की मांग की है।



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मुंबई

लॉकडाउन में फिर लापरवाही : चोरी-छुपे आ रहे लोग दुमका से आए मजदूरों को पुलिस ने रोका, मुंबई जा रहे थे

झारखंड में लॉकडाउन-3 के दौरान भी किसी तरह की छूट नहीं दी गई है। पूर्ण पाबंदी है। दूसरे राज्यों से छात्र और मजदूर अपने राज्य में वापस आ रहे हैं, लेकिन जांच प्रक्रिया के तहत। कहने को तो झारखंड के सभी जिलों में पूरी सख्ती है। चेकनाकों पर पुलिस तैनात है। इसके बावजूद चोरी-छुपे मजदूरों का एक से दूसरे जिले तक आना-जाना बंद नहीं हुआ है। दूसरे जिलों से लिफ्ट लेकर मजदूर अभी भी आ-जा रहे हैं। चेकनाकों पर फिर वाहनों की जांच बंद हो गई है, जिससे यह लापरवाही हो रही है। यह महंगी पड़ सकती है, क्योंकि कोई व्यक्ति नहीं जानता दूसरे जिलों से आने वाले मजदूर संक्रमित हैं या नहीं। पुलिस ने बुधवार को भी तीन मजदूरों को कचहरी चौक के पास रोका। तीनों के पीठ पर बैग थे। यह पूछने पर कि कहां से आ रहे हो और कहां जाना है, तीनों युवकों ने बताया कि हम दुमका जिले से लिफ्ट लेकर रांची पहुंचे हैं, यहां से मुंबई जाना है।

ठाकुरगांव/रातू | बेड़ो पावर ग्रिड में काम करने वाले 11 मजदूर पुरानी साइकिल खरीद कर बेड़ो से बिहार और उत्तर प्रदेश अपने घर जा रहे थे, इसी दौरान बुढ़मू पुलिस की नजर उन पर पड़ी। पुलिस ने सभी के खाने पीने की व्यवस्था की और मांडर शेल्टर होम भेजा। इधर, पैदल ही पिस्कामोड़ से रायबरेली जा रहे चार लड़कों व दो लड़कियों को कमड़े शेल्टर होम भेजा गया। ये पैदल ही निकल पड़े थे।

रांची-टाटा रोड में दिउड़ी चेकनाका पर नहीं की जा रही जांच
रांची-जमशेदपुर रोड पर दिउड़ी मंदिर से पहले चेकनाका बनाया गया है। पुलिस भी तैनात है, लेकिन धड़ल्ले से वाहन आ-जा रहे हैं। पुलिसवाले एकाध वाहन को रोक कर पूछ लेते हैं। यह लापरवाही रांची जिले को मंहगी पड़ सकती है।



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Negligence again in lockdown: Police secretly stopped workers coming from Dumka, were going to Mumbai