साहस

महाराणा प्रताप की जीवनी राष्ट्र निर्माण के लिए अनुकरणीय, वे वीरता और साहस के प्रतीक थे

महाराणा प्रताप की जीवनी राष्ट्र के लिए अनुकरणीय है। उनका त्याग एवं राष्ट्र के प्रति समर्पण आम लोगों के लिए भी प्रेरणास्रोत है।महाराजगंज के बीजेपी सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने शनिवार को अपने आवास पर महाराणा प्रताप की जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद कही। श्री सिग्रीवाल अपने पत्नी शिव कुमारी देवी एवं अन्य परिवार के साथ उनके चित्र पर माल्यार्पण किया।उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार लाकडाउन में आमलोगों के प्रति चिंतित है।सही समय पर लिए गए निर्णय के कारण ही आज देश सुरक्षित है।मांझी विधानसभा के बीजेपी के युवा नेता प्रमोद सिग्रीवाल ने कहा कि युवाओं के लिए महाराणा प्रताप का जीवन आज भी आत्मसात करने वाला है।
अदम्य वीरता और साहस के प्रतीक थे महाराणा प्रताप: प्राचार्य अरुण
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती अलग-अलग संगठनों व दलों ने मनाया। लॉक डाउन के कारण कोई भव्य आयोजन नहीं हुआ। शहर के कटरा स्थित एसडीएस पब्लिक स्कूल तथा महाराणा प्रताप क्षत्रिय संगठन ट्रस्ट में भी अलग-अलग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई। एसडीएस पब्लिक स्कूल में प्राचार्य अरुण कुमार सिंह ने महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी महाराणा प्रताप से युगों-युगों तक प्रेरणा लेती रहेगी। महाराणा प्रताप अदम्य वीरता व साहस के प्रतीक थे। बीजेपी नेता अनिल सिंह, धर्मेंद्र चौहान, डॉक्टर राकेश सिंह, मदन कुमार सिंह, विनोद कुमार, राजकुमार, आशुतोष पांडे, फुलटन सिंह,अरविंद,छोटू मुख्य रूप से थे। वहीं महाराणा प्रताप क्षत्रिय संगठन ट्रस्ट कार्यालय में भी जयंती कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस मौके पर अपने संबोधन में डॉ जयराम सिंह ने कहा की देश के लोगों के लिए उनका जीवन प्रेरणादायी है।

इसुआपुर: महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई
जदयू के वरीय नेता प्रदेश सचिव शैलेंद्र प्रताप सिंह के आवास पर शनिवार को महाराणा प्रताप सिंह की जयंती मनाई गई। कोरोना वायरस के महामारी से बचाव को लेकर सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए उनके चित्र पर फूल माला चढ़ाकर उन्हें नमन किया गया। उनके वीरता तथा शौर्य को याद किया गया। इस अवसर पर जदयू के प्रखंड अध्यक्ष छविनाथ सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप जंगलों में गुजर-बसर की। घास की रोटी खाई। इस मौके पर जदयू जल श्रमिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष जयप्रकाश महतो, सत्येंद्र प्रसाद, श्री भगवान प्रसाद, जितेंद्र सिंह, लंकेश बाबा, श्याम प्रसाद हरीलाल भगत डा उपेंद्र सिंह व अन्य थे।

वीरता और स्वतंत्रता के पर्याय थे महाराणा प्रताप: शैलेंद्र प्रताप सिंह
जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश सचिव शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने जिस वीरता, स्वाभिमान और त्यागमय जीवन को वरण किया, उसी ने उन्हें एक महान लोकनायक और वीर पुरुष के रूप में सदा-सदा के लिए भारतीय इतिहास में प्रतिष्ठित कर दिया। यही कारण है कि महाराणा प्रताप वीरता और स्वाधीनता के पर्याय बन गए। महाराणा का काल ऐसा था जब मुगल सम्राट अकबर को अपनी विशिष्ट कार्य-शैली के कारण ‘महान’ कहा जा रहा था। लेकिन महाराणा प्रताप ‘महानता’ के पीछे छिपी साम्राज्यवादी आकांक्षा के विरुद्ध थे, इसलिए वे मुगलों के आगे कभी नहीं झुके। शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने जिस वीरता, स्वाभिमान और त्यागमय जीवन को वरण किया, उसी ने उन्हें एक महान लोकनायक और वीर पुरुष के रूप में सदा-सदा के लिए भारतीय इतिहास में प्रतिष्ठित कर दिया। शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि वीर शिरोमणि योद्धा महाराणा प्रताप अदम्य वीरता व साहस के प्रतीक, असंख्य भारतीयों के प्रेरणास्रोत, मातृभूमि की स्वाधीनता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर भारतवर्ष की धरती को धन्य करने वाले वीर थे। आज के युवाओं को महाराणा प्रताप के जीवन का अनुसरण करना चाहिए। महाराणा न कभी झुके और न कभी रुके।



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Biography of Maharana Pratap exemplary for nation building, he was a symbol of valor and courage




साहस

थरार, रोमांच आणि साहस..

सध्या उत्तराखंडमध्ये पावसाने धुमाकूळ घातला आहे. माणसांना, प्रशासनाला त्राहीमाम करून सोडले आहे. एकेकाळी, म्हणजे स्वातंत्र्यपूर्व काळात याच भागात नरभक्षक वाघ आणि बिबळ्यांनी असेच थैमान घातले होते.