महाराष्ट्र

बनास नदी पर महाराष्ट्र से आए लोगों की स्क्रीनिंग

चिकित्सा एटीम ने बनास नदी पर अहमद नगर (महाराष्ट्र) से बाइक से आ रहे लोगों की स्क्रीनिंग की। सीएचसी प्रभारी डा.केशव मीना ने बताया कि लॉकडाउन के चलते क्षेत्र के लोगों के बाहर से बस व अन्य साधनों से अहमदनगर (महाराष्ट्र) से अपने गांव कोटा महोली लौटने पर चिकित्सा टीम ने बनास नदी हाडौती पर लोगों की रोस्टर के अनुसार स्क्रीनिंग की गई। जिन्हें 14 दिन होम आइसोलेशन के लिए पाबंद किया।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




महाराष्ट्र

शादी में शामिल होने महाराष्ट्र गई थी महिला, लिफ्ट लेकर लौटी बेटी की रिपोर्ट निगेटिव, पति व भाई को भेजा क्वारेंटाइन सेंटर

मंगलवार को जिले में मिली कोरोना पॉजीटिव 26 वर्षीय महिला भंडारा (महाराष्ट्र) में हुई शादी से सोमवार को फरीद नगर (भिलाई) लौटी थी। जिला अस्पताल की फीवर क्लीनिक में अपने करीब डेढ़ साल की बेटी सहित जांच कराने पहुंची तो उसे ट्रेस किया जा सका। रेड जोन की ट्रेवलिंग हिस्ट्री के साथ कोरोना का सिमटम मिलने के कारण आनंद मंगलम मैरिज हॉल, दुर्ग में संचालित आइसोलेशन सेंटर भेज दी गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने उसके साथ ही उसके बच्चे की कोरोना जांच के लिए भी सैंपल भेजा था। सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह के मुताबिक बच्ची की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बताया कि महिला कुछ दिनों पूर्व महाराष्ट्र के भंडारा में अपने किसी रिश्तेदार के यहां हुई शादी में शिरकत करने गई थी। सोमवार को बिना ई-पास के दुर्ग पहुंच गई। उसके पॉजीटिव आने के बाद वह महिला के जिले की सीमा में प्रवेश करने के से लेकर फरीदनगर पहुंचने और फिर जिला अस्पताल जाने के दौरान उसके संपर्क में आने वाले सभी लोगों को ब्योरा जुटाया जा रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने महिला के पति और उसकी डेढ़ साल की बेटी को क्वारेंटाइन करा दिया है। स्वास्थ्य विभाग कांटेक्ट हिस्ट्री तैयार कर रहा है। जिले में किसी महिला को कोरोना होने का पहला मामला है।
बच्ची की वजह एम्स रायपुर में शिफ्ट करने में हुई देरी
अब तक मिले पॉजीटिव केस को सूचना मिलते ही जिला प्रशासन एम्स शिफ्ट करा देता रहा है। लेकिन महिला को शिफ्ट करने में उसके बच्चे की वजह काफी देरी हुई। क्योंकि बच्ची की रिपोर्ट निगेटिव और मां की पॉजीटिव आई है। काफी देर तक इसी को लेकर अधिकारी जद्दोजहद करते रहें। बताया गया कि देर रात को पति और उसके बच्चे को क्वारेंटाइन किया गया।
पत्नी से मिलकर लौटा और 20 लोग से मिला पति
पत्नी की जांच के लिए जिला अस्पताल गया पति उसे आइसोलेशन सेंटर में भेजने के बाद फरीदनगर के फुड़कीपारा अपने घर लौटा। यहां साथ में रह रहे पिता और छोटे भाई, उसकी पत्नी और दो बेटे संपर्क में आए। वह चिंताराम चौक पर रहने वाले अपने बड़े भाई, उनकी पत्नी और चार बच्चों से भी मुलाकात किया। उसने करीब 20 लोगों से मुलाकात की।
तकियापारा मायका तो फरीदनगर है ससुराल
जानकारी मिली कि तकियापारा दुर्ग में महिला का मायका है। भंडारा से लौटने के बाद वह अपने मायके के लोगों के संपर्क में आई है। उसके पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मायके के लोगों को भी काउंसिलिंग के लिए बुलाया है। पति और भाई को आइसोलेट किया गया है। इधर फरीदनगर इलाके में निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम देर रात तक पहुंच रही थी।
आइसोलेशन में थी महिला, पॉजिटिव आई तो एम्स में शिफ्ट कराया गया
"सोमवार को फरीद नगर की रहने वाली महिला महाराष्ट्र से दुर्ग आई। जिला अस्पताल की फीवर क्लीनिक से उसका सैंपल लेकर आइसोलेशन सेंटर भेज दिया गया था। मंगलवार की शाम उसकी रिपोर्ट आई तो पाजीटिव होने की जानकारी मिली। प्रोटोकॉल के अनुसार एम्स में शिफ्ट करा दिया गया है।"

-अंकित आनंद, कलेक्टर, दुर्ग
18 महीना की बेटी साथ में थी:- महिला के साथ उसके 18 महीने की बेटी साथ थी। उसका भी सैंपल लिया गया। मंगलवार को उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। लेकिन उसे व पति को क्वारेंटाइन किया गया है।
महिला आनंद मंगल भवन आइसोलेशन सेंटर में थी। जैसे ही पॉजिटिव की सूचना मिली स्वास्थ्य विभाग उसे एम्स शिफ्ट करने के लिए सेंटर पहुंची। जहां उसे एम्स ले जाने से पहले एंबुलेंस को पूरी तरह सैनिटाइज किया गया। इस प्रोसेस में काफी वक्त भी लगा। ताकि किसी प्रकार का संक्रमण का खतरा न रहे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Woman went to Maharashtra to attend marriage, report of daughter returned after taking lift, sent quarantine center to husband and brother




महाराष्ट्र

पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में फंसे क्षेत्र के डेढ़ सौ मजदूर गांव लौटे

लाॅकडाउन में दीगर राज्यों में फंसे मजदूर अब धीरे-धीरे अपने गांव एवं घर लौट रहे हैं। खाने कमाने के लिए पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के नागपुर, नासिक एवं चंद्रपुर गए डेढ़ सौ मजदूर बुधवार को सुबह-सुबह पैदल सफर करते हुए ब्लाॅक मुख्यालय पहुंचे। इन ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण के बाद इन्हें इनके गांवों के लिए रवाना कर दिया गया।
ब्लाॅक के ग्राम आडेझार, करमतरा, मांगाटोला, कौड़ीकसा, नेतामटोला, देववाडवी, मांझीटोला, गोपलीनचुवा क्षेत्र के लगभग डेढ़ सौ मजदूरों की बुधवार को अपने-अपने गांव वापसी हुई। इन गांवों के ग्रामीणों ने बताया कि वे खाने कमाने के लिए होली पर्व के बाद पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के चन्द्रपुर, नागपुर, नासिक गए हुए थे। घर लौटने वाले शत्रुहन लाल, रामसिंह, पार्वतीबाई, कुवंरसिंह, अंकालूराम, बिसाहूराम, अंजोरीलाल ने बताया कि वे सभी लाकडाउन में फंसे हुए थे। ग्रामीणों की मानें तो लाॅकडाउन होते ही उनका काम बंद हो गया था और उन्हँ खाने पीने की समस्याएं आ रही थी। जिनके पास वे काम कर रहे थे वे भी शुरूआत में कुछ दिन खाने-पीने की व्यवस्था किए उसके बाद फिर उन्होंने पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद वे घर वापसी के लिए पैदल ही निकल पड़े और बुधवार को अपने क्षेत्र में वापस पहुंच गए।

स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मजदूरों को गांव भेजा
पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र से पैदल चलकर ब्लाॅक मुख्यालय पहँचे डेढ़ सौ मजदूरों काे बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद उन्हें उनके गांव की ओर रवाना कर दिया गया। अस्पताल में मजदूरों का नाम पंजीकृत कर उनसे यात्रा विवरण की जानकारी ली गई और उनसे स्वास्थ्य संबधी समस्यओं की जानकारी ली गई।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
One and a half laborers of the trapped area in the neighboring state of Maharashtra returned to the village




महाराष्ट्र

15 दिन में महाराष्ट्र, हैदराबाद सहित दूसरे राज्यों से 424 लोग लौटे, परीक्षण के बाद हुए क्वारेंटाइन

कोरोना के कहर के बीच महाराष्ट्र, हैदराबाद सहित दूसरे राज्यों से अब तक जिले में लोगों के आने का सिलसिला जारी है। पिछले 15 दिन में 424 लोग यहां पहुंचे हैं। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सभी को गांव के स्कूल व भवन में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में शिफ्ट किया गया है। दूसरे राज्यों से लौटने वाले बढ़ते जा रहे हैं। वहीं शासन की ओर से बाहर में फंसे लोगों को लाने की प्लानिंग भी बनी हुई है। ऐसे में यह आंकड़ा बढ़ते क्रम पर रहेगा।
जिलेवासी चिंतित हैं क्योंकि छत्तीसगढ़ की अपेक्षा दूसरे राज्यों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और वहीं से लोग आ रहे हंै। 22 अप्रैल काे 3529 लौटे थे। जो गुरुवार को बढ़कर 3953 पहुंच गया है। पहले जो दूसरे राज्य से आते थे, उन्हें 28 दिनों तक होम आइसोलेशन में रखते थे। कोरोना के केस बढ़ रहे तब आने वालों को क्वारेंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर रहे हंै। सीएमएचओ डॉ. बीएल रात्रे ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग परीक्षण के अलावा रैपिड टेस्ट किट का उपयोग कर रही है ताकि संक्रमित मरीजों की जानकारी हो सके।

विदेश से आने वाले सभी 65 सुरक्षित, सैंपल रिपोर्ट भी निगेटिव, लगातार नजर रखी है
जिलेवासियों के लिए राहतभरी खबर है कि विदेश से पहुंचे जिले के सभी 65 लोग सुरक्षित हैं। हालांकि सभी को सुरक्षा के लिहाज से लॉकडाउन तक घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट अनुसार दूसरे राज्यों से लौटे 3 हजार 953 लोगों को चिह्नांकित किया गया है। जिसमें 3 हजार 507 का होम आइसोलेशन पूरा हो चुका है। वहीं 446 लोगों को अब तक विशेष निगरानी में रखा गया है। जिसमें बालोद ब्लॉक के 29, डौंडी के 38, डौंडीलोहारा के 253, गुरूर के 40, गुंडरदेही ब्लॉक के 86 लोग शामिल है। इनमें अधिकांश महाराष्ट्र से लौटे हैं।

कोटा से लौटे 31 छात्र 14 दिन के होम आइसोलेशन पर

कोटा (राजस्थान) से लौटे जिले के 31 छात्र-छात्राओं की घर वापसी के बाद इनका गुरुवार से होम आइसोलेशन शुरू हो गया है। इसके पहले बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने सभी छात्र-छात्राओं को हैंड सैनेटाइज कराकर स्वास्थ्य परीक्षण किया। विशेष निर्देशों के साथ उन्हें उनके पालकों को सौंपा गया। इससे पहले छात्र-छात्राओं को लेने उनके पालक सरदार वल्लभ भाई पटेल मैदान पहुंच गए थे। डिप्टी कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी प्रेमलता चंदेल ने बताया कि सभी छात्र-छात्राओं को कोटा से वापसी के बाद बिलासपुर में स्वास्थ्य परीक्षण कराकर क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया था। उन्होंने कहा कि सभी छात्र-छात्राएं व उन्हें घर ले जाने आए पालक 14 दिनों तक अपने घर में होम आइसोलेशन में रहेंगे।

लॉकडाउन के पहले की स्थिति- जब पहुंचे थे 505
लॉकडाउन के पहले 23 मार्च तक विदेश से लौटने वाले 23 व देश के दूसरे राज्यों से लौटने वाले 482 (कुल 505) की पहचान की गई थी। ऐसे में लॉकडाउन लगने के बाद 3 हजार 448 लोगों की पहचान की गई है। जो दूसरे राज्यों से लौटे हैं। स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की ओर से गठित टीम घरों में पहुंचकर स्वास्थ्य संबंधित जानकारी ले रही है।

सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं: सीएमएचओ
सीएमएचओ डॉ. बीएल रात्रे ने बताया कि दूसरे राज्यों से लौटने वालों की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम को संबंधित तक पहुंचकर स्वास्थ्य परीक्षण करने निर्देश दिए है। अभी हमारे जिले में स्थिति सामान्य है। फिर भी जागरुकता जरुरी है, क्योंकि कई लोग दूसरे राज्यों से लौटने के बाद भी देरी से जानकारी दे रहे हंै। विभाग अलर्ट है।

एहतियात: 782 में से 766 लाेगाें की सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई
जिले में ज्यादा लोगों को चिन्हित कर सैंपल लेकर भेजा जा रहा है। कोरोना जांच के लिए रायपुर एम्स व मेडिकल कॉलेज के कोविड लैब में 782 सैंपल भेजे जा चुके हैं। जिसमें 766 लोगों की रिपोर्ट जिला स्वास्थ्य विभाग को मिल चुकी है। सभी निगेटिव है। 16 सैंपल का रिपोर्ट आना बाकी है। सीएमएचअाे डाॅ. बीएल रात्रे ने बताया कि जितनी सैंपल रिपोर्ट मिली है, वह निगेटिव है। मेडिकल कॉलेज में 14 व एम्स के कोविड लैब में 768 सैंपल भेज चुके हंै। आज भी भेजे हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
424 people returned from other states including Maharashtra, Hyderabad in 15 days, quarantine after trial




महाराष्ट्र

कोरोना के बीच महाराष्ट्र में फंसे हैं बालाेद जिले के 1725 लोग

देश के 22 राज्यों में फंसे 4 हजार 227 लोगों ने ग्राम पंचायत में संपर्क कर और फोन से सूचना देकर घर वापसी के लिए जिला प्रशासन से लगाई गुहार है। जिसमें सिर्फ महाराष्ट्र राज्य में फंसे एक हजार 725 लोग शामिल हैं यानी जितने अब तक दूसरे राज्यों से पहुंचे है, उससे ज्यादा और पहुंचेंगे। जिला प्रशासन के अनुसार मार्च से 7 मई तक 3 हजार 953 लोग दूसरे राज्यों से पहुंचे हैं। वहीं 7 अप्रैल तक दूसरे राज्यों में फंसे 1308 लोगों की पहचान कर सूची तैयार की गई थी। इस हिसाब से एक माह में ही 2 हजार 919 लोगों की और पहचान हुई है। जो कोरोना के कहर के बीच घर वापस आना चाह रहे है।
स्थानीय अफसरों का कहना है कि जिले के कितने लोग दूसरे राज्यों में फंसे है, इसकी जानकारी राज्य शासन को रोजाना दी जा रही है। घर कब तक पहुंचेंगे, इस संबंध में राज्य शासन स्तर पर निर्णय लिया जाएगा। कोरोना को लेकर देशभर में महाराष्ट्र संवेदनशील है, यहां 18 हजार से ज्यादा पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। वहां फंसे लोग चाह रहे हैं कि जल्द गृह जिला पहुंचे। महाराष्ट्र के चिखलोली गांव में फंसे माहुद बी के तिलकराम, चितरंजन ने बताया कि किसी तरह भोजन मिल रहा है लेकिन अब हमें घर आना है, यहां केस बढ़ते ही जा रहे है, काम बंद है। प्रशासन, शासन से उम्मीद है कि जल्द हमें घर पहुंचाएंगे।
स्कूल, सामुदायिक भवन आश्रम में ठहराया जा रहा
दूसरे राज्यों से वापस आने वाले श्रमिकों एवं परिवार के सदस्यों को क्वारेंटाइन में रखने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां जिला स्तर पर चल रही है। ताकि संक्रमण का खतरा न रहें। ग्राम स्तर पर गांव से दूर उपयुक्त भवन जैसे स्कूल, सामुदायिक भवन, आश्रम, छात्रावास को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। मजदूरों की संख्या के आधार पर ग्राम पंचायत व शहरी क्षेत्र स्तर पर व्यवस्था की गई है। इसके लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

शहर में सीएमओ, ग्रामीण क्षेत्र में जिपं सीईओ नोडल अफसर

छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव आरपी मंडल ने कलेक्टर को पत्र भेजकर निर्देश दिए है कि घर वापसी के लिए इच्छुक लोगों की जानकारी उपलब्ध कराएं। ताकि आगे की कार्रवाई कर सकें। कितनी संख्या में लोग, किस प्रदेश के किस जिले से कब आ रहे हैं या आने की संभावना है। अन्य राज्यों से प्राप्त डाटा जानकारी को कलेक्टर तत्काल राज्य नोडल अधिकारी से साझा करेंगे। कार्य योजना बनाने एवं क्रियान्वयन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जिपं सीईओ को, शहरीक्षेत्र में नपा सीएमओ को नोडल अफसर नियुक्त किए हैं।

स्वास्थ्य परीक्षण कर क्वारेंटाइन में रखेंगे
स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदारी दी गई है कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करें और क्वारेंटाइन सेंटर में रखें। श्रमिकों की अधिकता की स्थिति में प्रदेश की सीमा क्षेत्र या नजदीकी जिले के अन्य निर्धारित स्थान पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। अपर कलेक्टर एके वाजपेयी ने बताया कि दूसरे राज्यों में 4 हजार से ज्यादा लोग फंसे है। जो घर वापस आना चाह रहे है। राज्य शासन के आदेशानुसार जरुरी कार्रवाई चल रही है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
1725 people stranded in Balade district in Maharashtra between Corona




महाराष्ट्र

कोरोना के बीच महाराष्ट्र में फंसे हैं बालाेद जिले के 1725 लोग

देश के 22 राज्यों में फंसे 4 हजार 227 लोगों ने ग्राम पंचायत में संपर्क कर और फोन से सूचना देकर घर वापसी के लिए जिला प्रशासन से लगाई गुहार है। जिसमें सिर्फ महाराष्ट्र राज्य में फंसे एक हजार 725 लोग शामिल हैं यानी जितने अब तक दूसरे राज्यों से पहुंचे है, उससे ज्यादा और पहुंचेंगे। जिला प्रशासन के अनुसार मार्च से 7 मई तक 3 हजार 953 लोग दूसरे राज्यों से पहुंचे हैं। वहीं 7 अप्रैल तक दूसरे राज्यों में फंसे 1308 लोगों की पहचान कर सूची तैयार की गई थी। इस हिसाब से एक माह में ही 2 हजार 919 लोगों की और पहचान हुई है। जो कोरोना के कहर के बीच घर वापस आना चाह रहे है।
स्थानीय अफसरों का कहना है कि जिले के कितने लोग दूसरे राज्यों में फंसे है, इसकी जानकारी राज्य शासन को रोजाना दी जा रही है। घर कब तक पहुंचेंगे, इस संबंध में राज्य शासन स्तर पर निर्णय लिया जाएगा। कोरोना को लेकर देशभर में महाराष्ट्र संवेदनशील है, यहां 18 हजार से ज्यादा पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। वहां फंसे लोग चाह रहे हैं कि जल्द गृह जिला पहुंचे। महाराष्ट्र के चिखलोली गांव में फंसे माहुद बी के तिलकराम, चितरंजन ने बताया कि किसी तरह भोजन मिल रहा है लेकिन अब हमें घर आना है, यहां केस बढ़ते ही जा रहे है, काम बंद है। प्रशासन, शासन से उम्मीद है कि जल्द हमें घर पहुंचाएंगे।
स्कूल, सामुदायिक भवन आश्रम में ठहराया जा रहा
दूसरे राज्यों से वापस आने वाले श्रमिकों एवं परिवार के सदस्यों को क्वारेंटाइन में रखने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां जिला स्तर पर चल रही है। ताकि संक्रमण का खतरा न रहें। ग्राम स्तर पर गांव से दूर उपयुक्त भवन जैसे स्कूल, सामुदायिक भवन, आश्रम, छात्रावास को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। मजदूरों की संख्या के आधार पर ग्राम पंचायत व शहरी क्षेत्र स्तर पर व्यवस्था की गई है। इसके लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

शहर में सीएमओ, ग्रामीण क्षेत्र में जिपं सीईओ नोडल अफसर

छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव आरपी मंडल ने कलेक्टर को पत्र भेजकर निर्देश दिए है कि घर वापसी के लिए इच्छुक लोगों की जानकारी उपलब्ध कराएं। ताकि आगे की कार्रवाई कर सकें। कितनी संख्या में लोग, किस प्रदेश के किस जिले से कब आ रहे हैं या आने की संभावना है। अन्य राज्यों से प्राप्त डाटा जानकारी को कलेक्टर तत्काल राज्य नोडल अधिकारी से साझा करेंगे। कार्य योजना बनाने एवं क्रियान्वयन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जिपं सीईओ को, शहरीक्षेत्र में नपा सीएमओ को नोडल अफसर नियुक्त किए हैं।

स्वास्थ्य परीक्षण कर क्वारेंटाइन में रखेंगे
स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदारी दी गई है कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करें और क्वारेंटाइन सेंटर में रखें। श्रमिकों की अधिकता की स्थिति में प्रदेश की सीमा क्षेत्र या नजदीकी जिले के अन्य निर्धारित स्थान पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। अपर कलेक्टर एके वाजपेयी ने बताया कि दूसरे राज्यों में 4 हजार से ज्यादा लोग फंसे है। जो घर वापस आना चाह रहे है। राज्य शासन के आदेशानुसार जरुरी कार्रवाई चल रही है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
1725 people stranded in Balade district in Maharashtra between Corona




महाराष्ट्र

कोरोना के बीच महाराष्ट्र में फंसे हैं बालाेद जिले के 1725 लोग

देश के 22 राज्यों में फंसे 4 हजार 227 लोगों ने ग्राम पंचायत में संपर्क कर और फोन से सूचना देकर घर वापसी के लिए जिला प्रशासन से लगाई गुहार है। जिसमें सिर्फ महाराष्ट्र राज्य में फंसे एक हजार 725 लोग शामिल हैं यानी जितने अब तक दूसरे राज्यों से पहुंचे है, उससे ज्यादा और पहुंचेंगे। जिला प्रशासन के अनुसार मार्च से 7 मई तक 3 हजार 953 लोग दूसरे राज्यों से पहुंचे हैं। वहीं 7 अप्रैल तक दूसरे राज्यों में फंसे 1308 लोगों की पहचान कर सूची तैयार की गई थी। इस हिसाब से एक माह में ही 2 हजार 919 लोगों की और पहचान हुई है। जो कोरोना के कहर के बीच घर वापस आना चाह रहे है।
स्थानीय अफसरों का कहना है कि जिले के कितने लोग दूसरे राज्यों में फंसे है, इसकी जानकारी राज्य शासन को रोजाना दी जा रही है। घर कब तक पहुंचेंगे, इस संबंध में राज्य शासन स्तर पर निर्णय लिया जाएगा। कोरोना को लेकर देशभर में महाराष्ट्र संवेदनशील है, यहां 18 हजार से ज्यादा पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। वहां फंसे लोग चाह रहे हैं कि जल्द गृह जिला पहुंचे। महाराष्ट्र के चिखलोली गांव में फंसे माहुद बी के तिलकराम, चितरंजन ने बताया कि किसी तरह भोजन मिल रहा है लेकिन अब हमें घर आना है, यहां केस बढ़ते ही जा रहे है, काम बंद है। प्रशासन, शासन से उम्मीद है कि जल्द हमें घर पहुंचाएंगे।
स्कूल, सामुदायिक भवन आश्रम में ठहराया जा रहा
दूसरे राज्यों से वापस आने वाले श्रमिकों एवं परिवार के सदस्यों को क्वारेंटाइन में रखने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां जिला स्तर पर चल रही है। ताकि संक्रमण का खतरा न रहें। ग्राम स्तर पर गांव से दूर उपयुक्त भवन जैसे स्कूल, सामुदायिक भवन, आश्रम, छात्रावास को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। मजदूरों की संख्या के आधार पर ग्राम पंचायत व शहरी क्षेत्र स्तर पर व्यवस्था की गई है। इसके लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

शहर में सीएमओ, ग्रामीण क्षेत्र में जिपं सीईओ नोडल अफसर

छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव आरपी मंडल ने कलेक्टर को पत्र भेजकर निर्देश दिए है कि घर वापसी के लिए इच्छुक लोगों की जानकारी उपलब्ध कराएं। ताकि आगे की कार्रवाई कर सकें। कितनी संख्या में लोग, किस प्रदेश के किस जिले से कब आ रहे हैं या आने की संभावना है। अन्य राज्यों से प्राप्त डाटा जानकारी को कलेक्टर तत्काल राज्य नोडल अधिकारी से साझा करेंगे। कार्य योजना बनाने एवं क्रियान्वयन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जिपं सीईओ को, शहरीक्षेत्र में नपा सीएमओ को नोडल अफसर नियुक्त किए हैं।

स्वास्थ्य परीक्षण कर क्वारेंटाइन में रखेंगे
स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदारी दी गई है कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करें और क्वारेंटाइन सेंटर में रखें। श्रमिकों की अधिकता की स्थिति में प्रदेश की सीमा क्षेत्र या नजदीकी जिले के अन्य निर्धारित स्थान पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। अपर कलेक्टर एके वाजपेयी ने बताया कि दूसरे राज्यों में 4 हजार से ज्यादा लोग फंसे है। जो घर वापस आना चाह रहे है। राज्य शासन के आदेशानुसार जरुरी कार्रवाई चल रही है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
1725 people stranded in Balade district in Maharashtra between Corona




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र से सांगाेद पहुंचे 40 जनों को किया क्वारेंटाइन

कस्बे में वार्ड संख्या 19 चरेलिया माेहल्ला में रहने वाले सिंगी जाति के एक ही परिवार के 40 महिला-पुरूष व बच्चे तीन दिन का सफर कर महाराष्ट्र से ट्रक से शुक्रवार काे यहां पहुंचे। यहां सभी की स्क्रीनिंग कर बालिका स्कूल में बनाए क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है।
नगर से प्रतिवर्ष सैकड़ों की संख्या में धंधा करने के लिए सिंगीवाले जाति के लोग महाराष्ट्र जाते हैं। पूरे देश में लागू किए गए लॉकडाउन के बाद यहां कुछ परिवार तो पहुंच गए थे, लेकिन मंजूर अली व उसके परिवार के 40 सदस्य महाराष्ट्र के चीकली जिला बुरडाना में फंस गए थे। ये लोग वहां से 5 मई को ट्रक से रवाना हुए और शुक्रवार काे यहां पहुंचे। इनके आने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया।
एसडीएम संजीव कुमार शर्मा ने ब्लॉक कोरोना नोडल अधिकारी डॉ नरेश मीणा व पुलिस अधिकारियों को सूचना दी। इस पर चिकित्सा टीम व पुलिस जाब्ता ने इनको पहले अपने कब्जे में लेकर सीधा यहां बालिका स्कूल में बनाएं गए क्वारेंटाइन सेंटर में ले गए। यहां महाराष्ट्र से आए सभी सदस्यों की स्क्रीनिंग की गई। टीम में शामिल डॉ. पवन सोनी, योगेन्द्र पंकज, राजेन्द्र सोनी व रघुराज सोनी ने इनकी जांच की। थानाधिकारी धनराज मीणा ने बताया कि सभी काे 14 दिन के लिए क्वारेन्टाइन सेंटर में रहने के लिए पाबंद किया। वहीं क्वारेन्टाइन सेंटर व चरेलिया बस्ती को सेनेटाइज किया गया। नायब तहसीलदार बजरंगसिंह व कपिल मालव ने क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण कर नगरपालिका काे बाहर से आए लाेगाें के भोजन व्यवस्था व साफ सफाई करवाने के लिए निर्देश दिए।
बाहर से आए लोगों की स्क्रीनिंग

कस्बे में शुक्रवार काे बाहर से आए 36 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। बीसीएमओ डॉ. गिरिराज मीणा ने बताया कि किसी में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए है। इनमें से 16 को होम आइसोलेट कर दिया गया है। अब तक कुल 1285 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है और 592 लोगों को होम आइसोलेट किया जा चुका है। वहीं दूसरी ओर चिकित्सा विभाग की ओर से क्षेत्र के जनकपुर में मोबाइल ओपीडी यूनिट कैंम्प लगाकर 65 मरीजों का उपचार किया गया।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Quarantine 40 people who reached Sanghed from Maharashtra




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र से लौटा ससुर क्वारैंटाइन, बहू की घर में चक्कर आने से मौत

मोहल्ला रोशनगंज की विवाहिता की शुक्रवार शाम को मौत हो गई। विवाहिता ने चक्कर आने की शिकायत की। परिजन उसे जनाना हॉस्पिटल लेकर पहुचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने विवाहिता का शव मोर्चरी में रखवाया है। विवाहिता की शादी 4 माह पहले ही हुई थी। जानकारी मिली है कि विवाहिता का ससुर 5 मई को महाराष्ट्र के भिवंडी से लौटा है। इसलिए वह क्वारेंटाइन में चल रहा है। पुलिस ने विवाहिता के पीहर में सूचना भिजवा दी है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




महाराष्ट्र

बस्तर के लिए बनाया गुहार एप, अब महाराष्ट्र और असम में ई-पास बनाने का जिम्मा मिला

बस्तर जिले में आम लोगों की समस्याओं के निपटारे के लिए तैयार किए गए गुहार एप के बाद जगदलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र ने महाराष्ट्र और असम राज्यों के लिए ई-पास बनाया है।
बस्तर जिले के लिए बनाए गए गुहार एप के जरिए प्रशासन के पास लगातार शिकायतें पहुंच रही हैं, जिन पर कार्रवाई भी हो रही है। इसके बाद पिछले दिनों दूसरे राज्यों के लाेगों ने भी गुहार एप के जरिए बस्तर कलेक्टर से समस्या का समाधान मांगा था। इसके बाद अब इंजीनियरिंग छात्र ने महाराष्ट्र के तीन और असम के एक जिले के लिए ई-पास डिजाइन कर लिया है। ये ई-पास एप्लीकेशन शुरू भी हो चुके हैं।
मध्यप्रदेश के लिए भी गुहार एप तैयार करने की योजना

इधर इंजीनियरिंग छात्र अंकुर ने महाराष्ट्र के चंद्रपुर, रायगढ़ और परभनी के साथ ही असम के डुबरी जिले के लिए ई-पास डिजाइन कर लिया है। उन जिलों में ई-पास का उपयोग भी किया जा रहा है। अंकुर बताते हैं कि अब तक चारों जिलों को मिलाकर करीब 500 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। इसके बाद अब वे मध्यप्रदेश के लिए गुहार एप तैयार करने की योजना बना रहे हैं।

दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को मिलेगा ज्यादा फायदा

इन मोबाइल एप्लीकेशन का फायदा लोगों को ये होगा कि उन राज्यों में फंसे लोग संबंधित राज्यों के अफसर और सरकारी तंत्र तक अपनी समस्या पहुंचा पाएंगे और इसी एप्लीकेशन से वे आने-जाने की अनुमति भी ले पाएंगे। अंकुर बताते हैं कि महाराष्ट्र और असम में फंसे लोगों और इन राज्यों के दूसरे जगहों पर फंसे लोगों को इसका सबसे ज्यादा फायदा मिल सकेगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today




महाराष्ट्र

4 हजार लोग महाराष्ट्र, तेलंगाना जैसे संक्रमित क्षेत्र से यहां आएंगे

लॉकडाउन के कारण देश के 13 राज्यों के 35 से ज्यादा शहरों में फंसे लगभग 12 हजार श्रमिकों की वापसी होनी है। करीब 4 हजार श्रमिक तो महाराष्ट्र, तेलंगाना के हैदराबाद, उत्तरप्रदेश और गुजरात जैसे संक्रमित राज्यों से आएंगे। इससे कबीरधाम जिले के हालात बिगड़ सकते हैं। वैसे भी एक साथ 6 पॉजिटिव केस मिलने से कबीरधाम जिला रेड जोन में आ चुका है। उससे भी बड़ी चुनौती वे प्रवासी श्रमिक हैं, जो नेशनल हाइवे से ट्रकों के जरिए यहां तक पहुंच रहे हैं। हालांकि, कबीरधाम जिले में प्रवेश के सभी 17 रास्तों को सील कर दिया गया है।
बॉर्डर पर बैरियर लगाकर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। फिर भी जिले के भीतर पैदल चलकर आने वाले प्रवासी श्रमिक आसानी से देखे जा सकते हैं। जिला प्रशासन ने कवर्धा, बोड़ला, पंडरिया और सहसपुर लोहारा ब्लॉक से लगभग 10 हजार प्रवासी श्रमिकों की जानकारी जुटा ली है, जो जिले से दूसरे राज्यों में कमाने-खाने गए थे। कई राज्यों से मजदूर पैदल चलकर ही वापस आ रहे हैं।
नांदगांव से भेजे गए 300 से ज्यादा प्रवासी श्रमिक
नागपुर, पुणे, कोल्हापुर, सांगली, मुंबई (महाराष्ट्र) और हैदराबाद, नालगोण्डा, सिकंदराबाद (तेलंगाना) समेत अन्य क्षेत्रों से प्रवासी श्रमिक पैदल चलकर राजनांदगांव पहुंचे हैं। वहां उन्हें राहत शिविर में ठहराया गया है। स्क्रीनिंग के बाद मजदूरों को उनके जिलों में भेजा जा रहा है। बुधवार दरमियानी रात करीब 150 मजदूर यहां पहुंचे थे। शुक्रवार को लगभग 300 मजदूरों की वापसी हुई है। इनका क्वारेंटाइन पूरी हो गया है।

जांच करने के लिए बॉर्डर पर मेडिकल कैंप
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए वापस आ रहे प्रवासी श्रमिकों की जांच जरूरी है। इसे लेकर जिले के बॉर्डर क्षेत्रों में बैरियर के साथ मेडिकल कैंप लगाया गया है, जहां 24 घंटे मेडिकल टीम तैनात की गई है। सीएमएचओ डॉ. एसके तिवारी ने बताया कि वापस आने वाले श्रमिकों की बॉर्डर पर ही जांच होगी। उसके बाद उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। जांच के दौरान पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
बॉर्डर सहित हर छोटे रास्तों पर निगरानी के दिए निर्देश
कबीरधाम की सीमा पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चिल्फी-धवईपानी, कवर्धा-जबलपुर मार्ग, दशरंगपुर कवर्धा-रायपुर मार्ग, नरोधी में कवर्धा-राजनांदगांव मार्ग, पोलमी में कवर्धा- अमरकंटक, डिंडौरी मार्ग, कांपादाह, महका व कुण्डा में कवर्धा-मुंगेली और बेमेतरा जिला मार्ग पर चेकपोस्ट बना है। इसके अलावा अन्य छोटे रास्तों को चिह्नांकित कर उनकी निगरानी की हिदायत दी गई है। कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने शुक्रवार को जिले की सीमा में अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूर या अन्य व्यक्ति का स्वास्थ्य जांच अनिवार्य कर दिया है। राज्य सीमा पर स्वास्थ्य टीम तैनात है। इन स्थलों पर प्रवासी श्रमिकों और अन्य लोगों से परस्पर एक मीटर की दूरी बनाते हुए थर्मल गन से तापमान की जांच के निर्देश दिए हैं।

चेकपोस्ट में स्क्रीनिंग एरिया तय, अमले को किया तैनात
बॉर्डर पर अलग से स्क्रीनिंग एरिया तय कर लिया गया है। इसमें चिकित्सा अधिकारी या ग्रामीण चिकित्सा सहायक की ड्यूटी लगाई जा रही है। टीम को दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने बीएमओ को निर्देश दिए गए हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
4 thousand people will come here from infected area like Maharashtra, Telangana




महाराष्ट्र

‘मध्य प्रदेश वायरस’ महाराष्ट्र में भी पहुंचेगा क्या?

दुबई से प्रवास कर लौटी पुणेकर दंपति में कोरोना वायरस के लक्षण सामने आए हैं। उनके बाद उनकी बेटी, उन्होंने जिस कैब में सफर किया उसका चालक, विमान के सहयात्री में भी कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इसके बाद पुणे सहित महाराष्ट्र दहल गया। सभी ओर यह चर्चा है, लेकिन राजकीय उठापटक की चर्चा का स्तर अलग ही है।


कोरोना वायरस से भी ज्यादा ‘एमपी वायरस’ के बारे में महाराष्ट्र में ज्यादा बोला जा रहा है। विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद से महाराष्ट्र में दहशत का माहौल है। 21 अक्टूबर 2019 को वोटिंग हुई, 24 अक्टूबर 2019 को परिणाम आया। सरकार ने शपथ ली 28 नवंबर को। मंत्रिमंडल ने आकार लिया 30 दिसंबर को। यानी 21 सितंबर को आचार संहिता लागू हुई और 30 दिसंबर तक, यानी पूरे 100 दिन तक महाराष्ट्र में सरकारी कामकाज ठप ही रहा। इस अवधि में सरकार स्थापित हुई और इस दौरान एक सरकार अस्तित्व में आने के साढ़े तीन दिन में ही ढह गई।


भाजपा को सबसे ज्यादा सीटें मिलीं। लेकिन, वह आज विरोधी पक्ष बना हुआ है। शिवसेना ने भाजपा के साथ चुनाव लड़ा, उसका अब मुख्यमंत्री है। मणिपुर, मेघालय, गोवा जैसे छोटे राज्यों में भाजपा ने सत्ता स्थापित करने के लिए पूरा जोर लगा दिया, ऐसे में महाराष्ट्र जैसा बड़ा राज्य कैसे छोड़ दिया, यह प्रश्न सबको परेशान कर रहा है। इस पर उत्तर यही है कि ऐसा प्रयत्न उन्होंने करके देखा है। लेकिन रात में बनी सरकार के गिरने से देवेंद्र फड़नवीस औंधे मुंह गिरे। तब भाजपा ने कोशिशें बंद कर दीं और इस सरकार में ‘ऑल इज वेल’ है, ऐसा मानने का कोई कारण नहीं है।


मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद राजस्थान, महाराष्ट्र में भी पुनरावृत्ति हो सकती है, ऐसी चर्चा शुरू हो गई है। महाराष्ट्र में भाजपा ही ‘सिंगल लार्जेस्ट पार्टी’ है। इस वजह से यहां यह कोशिश तो होगी ही, ऐसा कइयों को लगता है। ऐसी चर्चा करने से पहले आंकड़ों को ध्यान में रखना होगा। मध्य प्रदेश में कुल 230 सीटें हैं। दो विधायकों के निधन की वजह से सदन की प्रभावी संख्या है 228 सीटों की। ऐसे में जादुई नंबर 115 हो जाता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायक हैं, जिससे प्रभावी संख्या रह गई- 206 सीटें। ऐसे में 104 जादुई अंक होगा और भाजपा के पास अपने 107 विधायक तो हैं ही।


ऐसा प्रयोग महाराष्ट्र में करना आसान नहीं। भाजपा सिंगल लार्जेस्ट पार्टी है जरूर, लेकिन बहुमत से काफी दूर है। जादुई अंक है 145 सीटों का और भाजपा के पास 105 विधायक ही हैं। इस वजह से 40 विधायक जुटाना अथवा सदन की प्रभावी सदस्य संख्या को इस कदर घटाना संभव नहीं है। किसी भी पार्टी में तोड़फोड़ मचाने के लिए दो-तिहाई विधायक साथ लाना होंगे। पर्याय है तो विधायकों के इस्तीफे लेने का। इसके लिए विधानसभा में सदस्यों की प्रभावी संख्या को 210 तक लाना होगा।

इसके लिए 78 विधायकों से इस्तीफा लेना असंभव है। महाविकास आघाड़ी सरकार में नाराजगी भरपूर है। मंत्री पद न मिलने से कांग्रेस के विधायक संग्राम थोपटे ने बवाल मचाया था। शिवसेना में दिवाकर रावते नाराज हैं। राकांपा में अजित पवार, जयंत पाटिल जैसे दो गुट हैं। चुनावों में आयाराम-गयाराम का जो दौर चला और भाजपा में ‘इनकमिंग’ का दौर सभी ने देखा है। इस वजह से कोई धोखा नहीं देगा, यह सोचना भी संशय पैदा करता है। किसी पार्टी ने अधिकृत तौर पर भाजपा के साथ जाने का स्टैंड लिया तो ही महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार आ सकती है। फिर भी इसकी संभावना काफी कम है। लेकिन पिक्चर अभी बाकी है!’



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
प्रतीकात्मक फोटो।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र से परमिशन लेकर आखिरी बार बेटे का चेहरा देखने पहुंचे माता -पिता, युवक ने लगा ली थी फांसी

लॉकडाउन के बाद मकान की किश्त न भरपाने के तनाव में आकर फांसी लगाकर जान देने वाले युवक के माता-पिता और भाई आखिरकार महाराष्ट्र से परमिशन लेकर शुक्रवार को इंदौर पहुंचे। उन्होंने बेटे का अंतिम संस्कार किया और फिर शाम को वापस लौट गए।

एरोड्रम पुलिस के अनुसार मकान की किश्त भरने की बात को लेकर तनाव में आकर फांसी लगाने वाले भोलेनाथ कॉलोनी के युवक हेमंत पाटिल का शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम करवाया गया। ससुर प्रदीप सोनेने ने बताया कि गुरुवार को हेमंत की फांसी की जानकारी के बाद उसके घर वालों को जलगांव में सूचना दे दी थी, लेकिन उन्हें परमिशन नहीं मिल रही थी। काफी मशक्कत के बाद आखिरकार उन्हें वहां के स्थानीय प्रशासन ने इंदौर आने-जाने की परमिशन दे दी। इसके बाद हेमंत के पिता जयराम पाटिल अपनी पत्नी व बड़े बेटे के साथ शुक्रवार को इंदौर पहुंचे। उसका अंतिम संस्कार करवाया। फिलहाल पुलिस को मृतक के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पुलिस को मृतक के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। (प्रातीकात्मक फोटो)




महाराष्ट्र

मिक्सर मशीन में छिपकर 14 मजदूर महाराष्ट्र से लखनऊ जा रहे थे, उज्जैन के पास पकड़े गए

सीमेंट की मिक्सर मशीन में बैठकरमहाराष्ट्र से लखनऊ जा रहे 14 मजदूरों को उज्जैन के पास ट्रैफिक पुलिस ने शनिवार कोपकड़ लिया। ये मजदूर लॉकडाउन की वजह से कामकाज बंद होने के बाद परेशानियों का सामना कर रहे थे।

लॉकडाउन की वजह से बस और ट्रेन बंद हैं। ऐसे में इन मजदूरों को अपने गृह राज्य तक पहुंचने के लिए कोई वाहन नहीं मिल रहा था।

सूबेदार की सूझबूझ से पकड़ाए मजदूर

डीएसपी ट्रैफिक उमाकांत चौधरी ने बताया कि शनिवार सुबह इंदौर उज्जैन सीमा के पंथपिपलाई बॉर्डर पर ट्रैफिक के जवानोंने एक मिक्सर मशीन को निकलते देखा। सूबेदार अमित यादव को लगा कि जब निर्माण के काम बंद हैं, ऐसे में यह मिक्सर मशीन इतने लंबे रूट पर क्यों जा रही है।ड्राइवर से चर्चा की। शक होने पर मिक्सर पर कान लगाकर सुना तो अंदर कुछ आवाज आ रही थीं। ढक्कन खुलवाया तो देखा कि उसमें14 लोग बैठे थे।


चालक के खिलाफ केस दर्ज

मजदूरों कोएक गार्डन में रोका गया है, जहां से जल्द ही बस से घर भेज दिया जाएगा। मिक्सर जब्त कर लिया गया है। उसके ड्राइवर के खिलाफ सांवेर थाने में केस दर्ज कर लिया गया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पुलिस ने मिक्सर रोका तो चालक घबरा गया। मशीन का ढक्कन खोला गया तो अंदर मजदूर छिपे बैठे थे।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र की विकास दर 1.8 घटी, इस बार यह 5.7 प्रतिशत रहने का अनुमान, गन्ने और तिलहन का उत्पादन घटा

मुंबई.महाविकास अघाड़ी सरकार यानि शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा की संयुक्त सरकार का पहला आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट गुरुवार को वित्त मंत्री अजित पवार ने विधान सभा में पेश किया। इसके मुताबिक, महाराष्ट्र की विकास दर इस साल घटकर 5.7 फीसदी रहने का अनुमान है। पिछले सालराज्य की विकास दर 7.5 फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। इसके साथ ही कृषि व संलग्न कार्य क्षेत्र में 3.1 प्रतिशत, उद्योग में 3.3 प्रतिशत और सेवा क्षेत्र में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान राज्य के आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में व्यक्त किया गया है।

राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में इस चालू वर्ष में पिछले साल की तुलना में 2.45 लाख करोड़ रुपए की वृद्धि का अनुमान जताया गया है। इसके साथ ही राज्य का औसत उत्पादनइस साल 2,07,727 लाख रहने वाला है। रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र की प्रति व्यक्ति आय 2018-19 में 1.91 लाख रुपए थी। यह उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों से अधिक है। हालांकि हरियाणा, कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडू जैसे राज्यों की प्रति व्यक्ति आय महाराष्ट्र से अधिक है।

महाराष्ट्र पर 4.72 लाख करोड़ रुपए के कर्ज का बोझ

आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र पर 4.72 लाख करोड़ रुपए के कर्ज का बोझ है। 31 मार्च समाप्त होने जा रहे चालू आर्थिक वर्ष में राज्य का राजस्व घाटा 20,293 करोड़ रुपए और राजकोषीय घाटा 61,670 करोड़ रुपए रहने वाला है। इस मुख्य वजह अप्रैल से दिसंबर 2019 तक बजट के दौरान व्यक्त किए गए अनुमान से सिर्फ 68.1 फीसदी यानी 2,14,376 करोड़ का ही राजस्व जमा हो पाया है। राज्य पर 4.72 लाख करोड़ रुपए का भारी भरकम कर्ज का बोझ होने और बढ़ते राजकोषीय घाटे पर रिपोर्ट में सफाई देते हुए कहा गया है कि यह14वें वित्त आयोग द्वारा तय की गई सीमाके भीतर ही है। बता दें कि राजकोषीय घाटा राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) से 2.1 प्रतिशत और ऋणभार 16.4 प्रतिशत है।

गन्ने का उत्पादन 36 प्रतिशत और तिलहन का उत्पादन 24 फीसदी घटा

महाराष्ट्र में 2019 के मानसून के दौरान राज्य की 355 तहसीलों में से 152 में अतिरिक्त, 182 में मध्यम और 21 में कम बारिश हुई। जिसकी वजह से खरीफ के मौसम में राज्य में गन्ने का उत्पादन 36 फीसदी कम और रबी के मौसम में तिलहन का उत्पादन 24 प्रतिशत कम होने काअनुमान व्यक्त किया गया है।

महाराष्ट्र में एफडीआई के तहत हुआ 7.39 लाख करोड़ का निवेश

राज्य की आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र में अप्रैल 2000 से सितंबर 2019 तक एफडीआई के तहत कुल 7.39 लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ। यह देश में एफडीआई के तहत आए कुल निवेश का लगभग 29 फीसदी है। दिसंबर 2019 के आखिर में राज्य में कुल 2.13 लाख करोड़ का निवेश हुआ। जिससे 78.392 लाख रोजगार क्षमता के 14.90 लाख सूक्ष्म, लघु व मध्यम उपक्रमों ने उद्योग आधार क्रमांक हासिल किया।

राज्य में आये 11.91 करोड़ घरेलू और 51 लाख विदेशी टूरिस्ट

मुंबई में नाइट लाइफ की शुरुआत करने से टूरिज्म को कितना फायदा हुआ। इसकी जानकारी संभवत अगले साल की आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में सामने आये। परंतु राज्य में 2018 में कुल 11.91 करोड़ घरेलू और 85 लाख विदेशी टूरिस्ट आये। बता दें कि मुंबई में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 100 करोड़, शिवनेरी किले के लिए 23 करोड़ और रायगड किले के लिए 20 करोड़ रुपए की निधि राज्य सरकार ने उपलब्ध कराई है।

आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट के प्रमुख अंश

  • राज्य में सितंबर 2019 तक 8.7 करोड़ इंटरनेट उपभोक्ता।
  • अप्रैल से दिसंबर 2019 के दरम्यान राज्य में खुदरा महंगाई दर बढ़ी। इस कालावधि के दौरान ग्रामीम इलाके में खुदरा महंगाई दर 9.2 प्रतिशत और शहरी इलाके में 6.2 फीसदी थी। जबकि इसी कालावधि के दौरान 2018 में ग्रामीण इलाके में खुदरा महंगाई दर 0.6 प्रतिशत और शहरी इलाके में 1.9 प्रतिशत थी।
  • प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत 2018-19 के दौरान 25,742 करोड़ रुपए का कर्ज वितरित किया गया।
  • 15 अगस्त 2020 तक राज्य का आदिवासी जिला नंदुरबार का सौ फीसदी डिजिटलीकरण हो जाएगा।
  • चालू आर्थिक वर्ष में 242.71 लाख मैट्रिक टन फलोत्पादन होगा।
  • 2018-19 में प्रत्यक्ष सिंचाई क्षेत्र 35.97 लाख हेक्टर था जबकि 30 जून 2019 तक 51.23 लाख हेक्टर सिंचाई क्षमता का राज्य में निर्माण हो गया था।
  • महात्मा जोतीराव फुले किसान कर्ज मुक्ति योजना-2019 के लिए 15 हजार करोड़ रुपए की निधि उपलब्ध कराई गई है।
  • पशु गणना-2019 के अनुसार राज्य में लगभग 3.31 करोड़ पशुधन है। इस मामले में राज्य सातवें क्रमांक पर है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
वित्त मंत्री अजित पवार ने विधान सभा में आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेश की-फाइल फोटो




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के किसानों के 13.88 लाख खातों में 9035 करोड़ जमा

मुंबई. महात्मा जोतिराव फुले किसान कर्जमुक्ति योजना की दूसरी सूची जारी होने के बाद पिछले पांच दिनों में 15 लाख 45 हजार किसानों को सत्यापित करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इनमें से 13 लाख 88 हजार खातों में सरकार ने 9035 करोड़ रुपए जमा करा दिए हैं। राज्य सरकार ने गुरूवार को यह जानकारी दी।

सिर्फ दो से तीन मिनट में हो रहा है किसानों का सत्यापन
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सहकारिता विभाग को निर्देश दिए हैं कि किसानों की शिकायतों को तुरंत हल किया जाए। सहकारिता विभाग की प्रधान सचिव आभा शुक्ला ने बताया कि सभी जिलों में जिला प्रशासन ने लाभान्वित किसानों के नामों की सूची प्रकाशित की है और आधार प्रमाणित करने का काम किया जा रहा है। राज्य के सभी जिलों में यह काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। हर जिले में स्थित 'आपले सरकार सेवा केंद्रों' और बैंकों की शाखाओं में आने वाले किसानों का सत्यापान दो से तीन मिनट में हो रहा है, इससे किसान भी खुश और उत्साहित हैं।

सत्यापित करने के बाद किसानों के कर्ज खाते की रकम मान्य हो अथवा अमान्य उन्हें कंप्यूटर से निकली रसीद दी जाती है। सत्यापित करने के दौरान जिन किसानों के आधार कार्ड और कर्जखातों में दिखाई गई रकम अमान्य की गई है उस पर जिलास्तरीय समिति के जरिए तुरंत कार्रवाई की जा रही है। प्रमाणीकरण के बाद लाभार्थी किसानों के बैंकों में स्थित खातों में 24 घंटे में जबकि जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंकों में स्थित खातों में 48 घंटों में कर्ज की रकम जमा की जा रही है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
प्रतीकात्मक फोटो




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर पांच हुई, दो नए केस पॉजिटिव आए

पुणे. कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या महाराष्ट्र में बढ़कर अब पांच हो गई है। मंगलवार को दुबई सेएक युवती और ड्राइवर में संक्रमण की पुष्टि हुई है। युवती पहले से पीड़ित एक दंपतीकी बेटी है। इसके अलावा दुबई से लौटा यवतमाल का एक शख्स भी इससे पीड़ित हुआ है। सभी पुणे के नायडू हॉस्पिटल में भर्ती हैं।

जांच में सामने आया है कि ये सभी एक मार्च को दुबई से मुंबई लौटे थे। जिला कलेक्टर नवल किशोर राम ने मंगलवार को कहा किसभी पांचों का स्वास्थ्य स्थिर है। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि उन्हें बुखार, गले में खराश और सिरदर्द हैलेकिन वे ठीक हो रहे हैं।

एक कार में यात्रा करने वाले तीन संक्रमित
27 वर्षीय युवती सिंहगढ़ रोड इलाके की रहने वाली है और 43 वर्षीय कैब चालक पुणे के मंजरी बुद्रुक का रहने वाला है। ड्राइवर अपनी कार में युवती को लेकर उनके घर छोड़ने गया था। जबकि एक अन्य शख्स इसी कार में बैठा एक सहयात्री है।

नियम तोड़ने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
पांच मामलों के सामने आने के बाद जिलाधिकारी नवल किशोर राम ने कहा,'हम लोगों से कहेंगे कि सार्वजिनक स्थानों पर जाने से बचे। जिला प्रशासन ने सार्वजनिक कार्यक्रमों को आयोजित करने वालों के लिए एडवाइजरी जारी की है। अगर वे इसका उल्लंघन करेंगे तो उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लोगों से अपील की गई है कि वे सिनेमाघरों जैसे सार्वजनिक स्थलों पर जाने से बचें।अगर किसी में खांसी, बुखार या जुखाम जैसे कोई लक्षण नजर आ रहे हैं तो वे तुरंत सम्बंधित हॉस्पिटल में संपर्क करें। पुणे में 21 स्थानों पर 207 बेड कोरोना पीड़ितों के लिए तैयार किए हैं।

दुबई से लौटे अन्य 36 यात्री के टेस्ट निगेटिव
राज्य निगरानी अधिकारी प्रदीप आवटे ने बताया कि 40 सदस्यों के दलों में शामिल अन्य 36 लोगों की जांच भी की गई है। किसी में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। ये सभी एक मार्च को मुंबई लौटे थे। फिलहाल सभी पर निगरानी रखी जा रही है। इनमें से 3 कर्णाटक के बेलगावी के रहने वाले हैं। अन्य मुंबई, पुणे, पिंपरी चिंचवाड़, ठाणे, अहमदनगर, बीड, नागपुर, रायगढ़ और यवतमाल के रहने वाले हैं।

मुंबई के रहने वाले 6 लोगों की जांच जारी
पुणे में जिन दो लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, उनके संपर्क में मुंबई के भी 6 लोग आए हैं। इन 6 लोगों को खोजकर उन्हें तत्काल बीएमसी के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया। इनकी जांच जारी है और बुधवार को रिपोर्ट आएगी। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग की कार्यकारी अधिकारी डॉ. पद्मजा केसकर ने कहा, ‘सरकारी निर्देश के अनुसार, पॉजिटिव मामलों के संपर्क में आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग और जांच जरूरी है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पुणे की मेयर ने एक दिन पहले नायडू हॉस्पिटल का दौरा किया था।




महाराष्ट्र

सिंधिया के बाद पायलट-देवड़ा की बारी, कयास लग रहे कि राजस्थान-महाराष्ट्र सरकार भी कुछ दिनों की मेहमान

सोशल मीडिया डेस्क.मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके साथ 19 विधायकों के पार्टी से इस्तीफे के बाद राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है।होली के दिन दोपहर 12.10 बजे सिंधिया ने इस्तीफे की चिट्‌ठी ट्वीट की और इसके सिर्फ 20 मिनट बाद ही कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया।

इसके साथ हीसोशल मीडिया पर वरिष्ठ पत्रकारों और संपादकों के हवाले से इस बात केकयास लगने शुरू हो गए हैं कि अब राजस्थान और महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन होगा। लोग सिंधिया को बधाई दे रहे हैं और कह रहे हैं कि सचिन पायलट और मिलिंद देवड़ा को भी उन्हीं की राह पर चलना चाहिए।

यूजर्स लिख रहे हैं कि- सिंधिया के बादसचिन पायलट राजस्थान सरकार का भी यही हाल करेंगे। फिर मिलिंद देवड़ा और जतिन प्रसादमहाराष्ट्र सरकार का,कुछ दिन की मेहमान है दोनों सरकार। कांग्रेस अब पार्टी नही एनजीओ ज्यादा है?

द हिंदू की पूर्व संपादकमालिनी पार्थ सारथी की पोस्ट :

कॉलमनिस्ट-द प्रिंट के फाउंडर शेखर गुप्ता की प्रतिक्रिया :

##

ANI के नेशनल ब्यूरो चीफ नवीन कपूर का ट्वीट :

##

ABP के पत्रकार ब्रजेश राजपूत का ट्वीट:

##

ABP के पत्रकार विकास भदौरिया का ट्वीट:

##

द हिंदू ग्रुप के चेयरमैन एन राम की प्रतिक्रिया:

##

लेखकचेतन भगत ने कियाट्वीट :

##

एनडीटीवी के पूर्वपत्रकार और editorji के संस्थापकविक्रम चंद्रा का ट्वीट:

##

एनडीटीवी के पॉलिटिकल एडिटर अखिलेश शर्मा की फोटो प्रतिक्रिया

##

टाइम्स ऑफ इंडिया की कंसल्टिंग एडिटर सागरिका घोष का ट्वीट

##

एनडीटीवी की एक्जीक्यूटिव एडिटर निधि राजदान का ट़्वीट:

## बीबीसी डिजिटल के एडिटर मिलिंद खांडेकर की प्रतिक्रिया## द प्रिंट की न्यूज एडिटर रूही तिवारी की पोस्ट##




Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Pilots and Deora trending after Scindia's resignation from congress, people are saying Rajasthan and Maharashtra government will also toppled down




महाराष्ट्र

शरद पवार ने पार्टी विधायकों की मीटिंग बुलाई, संजय राउत बोले मध्य प्रदेश का वायरस महाराष्ट्र में नहीं आने देंगे

मुंबई. मध्यप्रदेश के सियासी संकट के बाद अब महाराष्ट्र में भी राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बुधवार शाम को अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। हालांकि, राकांपा नेताओं ने कहा है- 26 मार्च को होने वाले सात राज्यसभा सीटों के चुनाव को लेकर इस मीटिंग में चर्चा हो सकती है। राकांपा ने दो सीटों के लिए अपना दावा ठोका है,जिसमें एक सीट राकांपा प्रमुख शरद पवार के लिए रिजर्व है।

राकांपा के एक नेता ने बताया, 'पवार साहब और फौज़िया खान चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार होंगे। दोनों बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर रहे हैं। शाम को, पवार साहब ने सभी विधायकों की एक बैठक बुलाई है जहां चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति के बारे में उन्हें संबोधित करने की संभावना है।' पार्टी की ओर से इस तरह के खेल से इनकार किया गया है।

सपना देखने पर टैक्स नहीं: संजय राउत
राज्य की राजनीतिक स्थिति पर शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने बुधवार को कहा,"महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी जी के बीच में अच्छा सामंजस्य है। राज्य में कोई संकट नहीं है, सब ठीक चल रहा है। अगर कोई सपना देखना चाहता है, तो सपना देखने पर कोई टैक्स नहीं लगता। महाराष्ट्र में मध्यप्रदेश का कोई भी वायरस नहीं घुसाने वाला। कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र में ऑपरेशन कमल का प्रयोग किया गया था, एक सरकार बनी थी 2 दिनों के लिए। इसके बाद महाविकास अघाड़ी की सरकार बनी और चल रही है।"

कांग्रेस ने कहा-राज्य में है एक स्थिर सरकार
सार्वजनिक निर्माण विभाग के मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा एमवीए सरकार के लिए कोई खतरा नहीं है यह एक स्थिर सरकार है। राज्य की स्थिति मध्य प्रदेश की तुलना में अलग है।" प्रदेश कांग्रेस प्रमुख बालासाहेब थोराट ने कहा-गठबंधन के भीतर उचित समन्वय है और सरकार को गिराने के भाजपा के किसी भी प्रयास को नाकाम किया जाएगा।

कांग्रेस के कई विधायक नाखुश
महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में भले ही कांग्रेस शामिल हो, लेकिन कांग्रेस के कई विधायक अपनी सरकार से खुश नहीं हैं। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण कई बार ठाकरे सरकार के खिलाफ मुखर होकर बोलते नजर आए हैं। शुक्रवार को अपनी सरकार के बजट पर पृथ्वीराज चव्हाण ने आगे आकर सवाल किया कि बजट में रोजगार बढ़ाने के लिए क्या किया गया है?

महाराष्ट्र की दलीय स्थिति

पार्टी विधायक
शिवसेना 56
कांग्रेस 44
राकांपा 54
भाजपा 105
अन्य 29


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
राकांपा प्रमुख शरद पवार(बाएं) और सीएम उद्धव ठाकरे (दाएं)-फाइल फोटो




महाराष्ट्र

बिना दर्शकों के आईपीएल मैच कराने पर विचार कर रही महाराष्ट्र सरकार, राज्य में अब तक 11 मामले सामने आ चुके

मुंबई.महाराष्ट्र में अब तक कोरोनावायरस के 11 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। तेजी से फैल रहे वायरस के डर से सरकार अब आईपीएल मैच बिना दर्शकों के कराने का मन बना रही है।स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि आईपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट29 मार्च से शुरू होनेजा रहाहै। इसे लेकर बैठक हुई।इसमें निर्णय लिया गया कि स्टेडियम में आईपीएल मैच बगैर दर्शकों के कराया जाए। ऐसी स्थिति मेंलोग स्टेडियम में मैच देखने की बजाय टीवी पर देख सकते हैं। हालांकि, अभीइस पर फैसला होना बाकी है।

कोरोनावायरसको वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने महामारी घोषित कर दिया है। महाराष्ट्र में अब तक मुंबई में 2, सबसे ज्यादा पुणे में 8 और नागपुर में 1 पॉजिटिव केस पाया गया है। कोरोनावायरस के संदेह मेंमुंबई में 18, पुणे में 15, नासिक में 2 और नागपुर में 3 को आइसोलेटेड वार्ड में रखा गया है। देश में 48 घंटों में कोरोनावायरस के 15 नए मरीज सामने आए हैं।

दुबई लौटे दंपती में मिले लक्षण

बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अडिशनल म्युनिसिपल कमिश्नर सुरेश काकानी ने बताया कि मंगलवार को जिन 6 लोगों को कस्तूरबा में भर्ती कराया गया, उनमें से 2 की रिपोर्ट पॉजिटिव है। जिन दो लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है, वे उपनगर से हैं। दोनों पति-पत्नी और सीनियर सिटिजन हैं। वे उन्हीं 40 लोगों में से हैं, जो हाल ही में दुबई से लौटे थे। शुरुआती जांच के मुताबिक, जिन लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है, वे पुणे कपल के क्लोज कॉन्टैक्ट में थे।काकानी ने कहा कि पुणे में पुष्ट मामले आने के बाद हमने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू की, जिसके बाद मुंबई के 6 लोगों को अस्पताल में मंगलवार को भर्ती किया। इन 6 लोगों में से दो लोगों में बीमारी की पुष्टि हुई है, जबकि 4 की रिपोर्ट निगेटिव है। बाकी के चार लोगों पर भी नजर रखी जा रही है।

कोरोनाका यहां पड़ा असर

  • विधानमंडल का बजट सत्र समय से पहले खत्म किया जाएगा।
  • संभवत: 14 मार्च को खत्म हो सकता है सत्र।
  • विधानसभा में प्रवेश के लिए पास जारी करना बंद।
  • सिर्फ विधायकों और अधिकारियों को प्रवेश की अनुमति होगी।
  • पैठण शहर में वार्षिक ‘नाथ षष्ठी यात्रा’ स्थगित कर दी गई है।
  • स्कूल, कॉलेज जरूरत पड़ने पर बंद किए जा सकते हैं।

अस्पतालों में रिजर्व बेड
रेलवे अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि कुल क्षमता के 10 प्रतिशत बेड संक्रमित रोगियों के लिए रिजर्व रखे जाएं। पश्चिम रेलवे ने सभी डिविजन में कुल 75 बेड और मुंबई के जगजीवन राम अस्पताल में 30 बेड संक्रमण के संदेहजनक व्यक्तियों के लिए आरक्षित रखे हैं। मध्य रेलवे ने भायखला और कल्याण के अस्पताल में 48 बेड तैयार रखे हैं।

सरकार के साथ विपक्ष: फडणवीस
विधानसभा में विरोधी दल के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कोरोना से निपटने में विपक्ष राज्य सरकार की पूरी तरह से मदद करेगा। उन्होंने कहा कि वायरस को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है।बस, कोरोना के मद्देनजर सबको सतर्क रहना चाहिए, लेकिन इसके साथ ही यह सुनिश्चित करने की भी जरूरत है कि तनाव उत्पन्न न हो।

कर्नाटक में एक संदिग्ध की मौत
कर्नाटक के कलबुर्गी में कोरोनाके एक संदिग्ध की मौत हो गई। वह सऊदी से लौटे थे। अगर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो यह देश में इस बीमारी से मौत का पहला मामला होगा। वहीं, केरल में इस वायरस से संक्रमित 85 साल की बुजुर्ग महिला की स्थिति नाजुक है। महिला के 96 साल के कोरोनापीड़ित पति की हालत स्थिर है। सबसे ज्यादा 18 मामले राजस्थान से हैं।

120 देश चपेट में, तुर्की भी पहुंचा
दुनिया के 120 देश कोरोनावायरस की चपेट में हैं। बीमारी के अब तक 1.19 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। वहीं, 4300 लोग मारे जा चुके हैं। तुर्की में इसका पहला मामला मिला तो इंडोनेशिया में पहली मौत बुधवार को दर्ज की गई।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
आईपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट 29 मार्च से होना है। - फाइल




महाराष्ट्र

शनिवार को समाप्त हो जाएगा महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र, पहले 20 मार्च तक चलने वाला था

मुंबई. देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य विधानसभा के जारी बजट सत्र को समय से पहले यानि14 मार्च को ही खत्म कर दिया जाएगा। 24 फरवरी से शुरू हुआ सत्र 20 मार्च तक चलने वाला था। देश में कोरोना के 73 और महाराष्ट्र में 11 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, गुरुवार को सीएम उद्धव ठाकरे की ओर से बताया गया कि की हालत स्थिर है।

राज्य के संसदीय मामलों के मंत्री अनिल परब ने बजट सत्र समयपूर्व खत्म करने के कार्य मंत्रणा समिति के फैसले की घोषणा विधानसभा में की। इस बाबत सदन में एक प्रस्ताव रखा गया था जिसे सदस्यों ने मंजूरी दी। परब ने कहा कि छह मार्च को पेश किया गया राज्य का बजट और विनियोग विधेयक शनिवार को पारित किए जाएंगे। उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा, 'लोगों की सेहत अधिक आवश्यक है और विधायकों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाना चाहिए।'

कोरोना का नकली टीका लगाने के आरोप में तीन गिरफ्तार

महाराष्ट्र के जालना जिले में ग्रामीणों को कोरोना वायरस का नकली टीका लगाने के आरोप में तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि बीड की रहने वाली राधा रामनाथ सामसे, सीमा कृष्णा अंढाले और संगीता राजेन्द्र अवहाड को बधुवार को गिरफ्तार किया गया। वे खुद को डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी बताती थीं।

पुलिस के मुताबिक, तीनों अम्बद तहसील के पिपलगांव के लोगों से मिली और उन्हें कोरोना वायरस से बचाने वाला नकली टीका लगाया। अधिकारी ने बताया कि कुछ गांववालों ने ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर महादेव मुंडे को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद शिकायत दर्ज की गई। बताया गया है कि आरोपियों के पास बरामद किए गए नकली टीके और बोतलें राज्य स्वास्थ्य विभाग के पास भेज दी गई हैं। तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
राज्य का बजट सत्र 20 मार्च तक चलने वाला था-फाइल फोटो




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए 'दिशा एक्ट' लागू करने की तैयारी, विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया

मुंबई. महिलाओं के खिलाफहोने वाले अपराध को रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार कड़े कदम उठाने जा रही है। राज्य सरकार ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। इसमें आंध्रप्रदेशमें लागू हुए 'दिशा एक्ट' जैसे कानून को पास किया जाएगा। राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शनिवार को यह जानकारी दी। दरअसल, कोरोना संक्रमण के चलतेइस बार तय समय से पहले शनिवार कोविधानसभा का बजट सत्र खत्म कर दिया जा रहा है। पहले यह 20 मार्च तक चलने वाला था।

गृह मंत्री अनिल देशमुखने कहा, 'कोरोना वायरस संकट के कारण, हमें विधानसभा के बजट सत्र में कटौती करनी होगी। विधेयक को मंजूरी देने के लिए हम कोरोना वायरस का संकट समाप्त होने के बाद दो दिन का सत्र बुलाने पर विचार कर रहे हैं।'

देशमुख ने कहा, 'हम अधिनियम का अध्ययन करने के लिए आंध्र प्रदेश गए थे और इस पर गौर करने के लिए एक टीम बनाई गई है। हम जल्द ही विशेष सत्र के बारे में कार्यक्रम की घोषणा करेंगे।'

उद्धव ने वर्धा की घटना के बाद कड़े कानून लागू करने की बात कही थी
फरवरी में महाराष्ट्र के वर्धा में एकतरफा प्यार में जिंदा जलाई गई महिला लेक्चरर की मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा था कि राज्य में जल्द ही एक ऐसे कानून बनेगा, जिसमें महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार को रोकने के लिए सजा के कड़े प्रावधान होंगे। माना जा रहा है कि 'दिशा कानून' उसी ओर सरकार का बढ़ाया एक कदम है।

क्या है दिशा एक्ट?
साल 2019 में आंध्रप्रदेश विधानसभा ने आंध्र प्रदेश क्रिमिनल लॉ संशोधन बिल (आन्ध्र प्रदेश दिशा बिल, 2019 अथवा दिशा बिल) को पारित किया था। इस बिल के द्वारा महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान है। इस बिल के मुताबिक मामला दर्ज होने के21 दिन के भीतर ही सजा दी जाएगी।इसमेंदुष्कर्मऔरतेजाब हमलों जैसे अपराधों मेंमृत्युदंड तक का प्रावधान किया गया है।

दिशा के तहतबच्चों के विरुद्ध यौन शोषण के अपराधों के लिए दोषियों को 10 से 14 वर्ष कैद की सजा दी जा सकती है। इस कानून के तहत उन लोगों के विरुद्ध भी कड़ी कारवाई की जायेगी जो सोशल मीडिया पर महिलाओं के विरुद्ध अभद्र पोस्ट अपलोड करते हैं, इस मामले में पहली बार अपराध करने वाले व्यक्ति को दो वर्ष की जेल की सज़ा तथा दूसरीबार अपराध करने वाले व्यक्ति को चार वर्ष कैद की सजा दी जा सकती है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Uddhav Thackeray Minister Anil Deshmukh On Vidhan Sabha Special Session Over Crimes Against Women In Mumbai Maharashtra




महाराष्ट्र

सऊदी अरब से लौटे 71 साल के बुजुर्ग की महाराष्ट्र के बुलढाणा में मौत, कोरोना से संक्रमित होने का संदेह

मुंबई.सऊदी अरब से लौटे एक बुजुर्ग की शनिवार कोमहाराष्ट्र के बुलढाणा में मौत हो गई। संदेह है कि 71 साल के इस बुजुर्ग को कोरोनावायरस था। उनके सैम्पल की जांच रिपोर्ट रविवार या सोमवार तक आ सकती है। डॉक्टरों के मुताबिक, बुजुर्ग को डायबिटीज और हाइपर टेंशन की दिक्कत थी। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में 69 साल की महिला की कोरोनावायरस के कारण मौत हो गई थी। इस महिला को भी डायबिटीज और हाइपर टेंशन की समस्या थी। वहीं, 12 मार्च को कर्नाटक में 76 साल के बुजुर्ग की कोरोनावायरस के चलते मौत हुई थी।

मेडिकल ऑफिसर प्रेमचंद पंडित ने बताया कि बुलढाणा के चिखली के रहने वाले बुजुर्ग शुक्रवार को सऊदी अरब से भारत लौटे थे। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल लाया गया। इसके बाद शनिवारसुबह कोरोना के लक्षण दिखने परआइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया। इलाज के दौरान शाम 4.20 बजे बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया।उन्हें डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत भी थी। मरीज का सैम्पल नागपुर में कोरोना जांच केंद्र में भेजा गया है। वहां से 15 या 16 मार्च को रिपोर्ट आ सकती है। प्रशासन ने बुजुर्ग के परिवार के अन्य सदस्यों को घर में ही रहने की सलाह दी है।

महाराष्ट्र में कोरोना के 26 मरीज
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक, राज्य में 26 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हैं। शुक्रवार शाम तक कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 17 थी।

सभी स्कूल-कॉलेज बंद, परीक्षाएं जारी रहेंगी
महाराष्ट्र सरकार ने सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूल-कॉलेजों में 31 मार्च तक छुट्‌टी का आदेश दिया है। 10वीं, 12वीं और यूनिवर्सिटी की परीक्षा शेड्यूल के अनुसार ही होगी।

महाराष्ट्र के कई शहरों में 30 मार्च तक सिनेमा हॉल बंद
कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने शुक्रवार को मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, नागपुर, पुणे और पिंपरी-चिंचवड में 30 मार्च तक सिनेमा थिएटरों, जिमखानों, स्विमिंग पूल और पार्कों को बंद कर दिया है। मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने अपने सभी मैच 31 मार्च तक कैंसिल करने का फैसला किया।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यह तस्वीर चीन के वुहान शहर की है। कोरोनावायरस इसी शहर से पूरी दुनिया में फैला है। यहां अब तक सबसे ज्यादा 2239 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि हालात में काफी तेजी से सुधार हो रहा है। शनिवार को यहां संक्रमण के 22 नए मामलों की पुष्टि हुई है जबकि 8 लोगों की मौत हुई है।




महाराष्ट्र

कोरोनावायरस के सबसे ज्यादा 26 रोगी महाराष्ट्र में, देश में 90 के पार पहुंचा आंकड़ा

मुंबई. महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के दो और मामले सामने आएहैं। दोनों महाराष्ट्र के यवतमाल के रहने वाले हैं और कुछ दिन पहले ही दुबई से लौटे हैं। इसी के साथ राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या 22 हो गई है। इस हिसाब से महाराष्ट्र देश का ऐसा राज्य बन गया है, जहां सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमितहैं। यवतमाल के जिलाधिकारी एमडी सिंह ने बताया कि दोनों संक्रमितोंको आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।

राज्य में कहां-कहां कोरोना के मरीज
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक- 10 पुणे से, 5 मुंबई,4 नागपुर, 2 यवतमाल से तथा एक-एक ठाणे, कमोठे, नवी मुंबई, कल्याण और अहमदनगर से लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हैं। शुक्रवार शाम तक कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 17 थी।

सभी स्कूल-कॉलेज बंद, परीक्षाएं जारी रहेंगी

महाराष्ट्र सरकार ने सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूल-कॉलेजों में 31 मार्च तक छुट्‌टी करने का आदेश दिया है। 10वीं, 12वीं और यूनिवर्सिटी की परीक्षा अपने शेड्यूल के अनुसार जारी रहेंगी।

मनसे ने गुडी पड़वा रैली को रद्द किया
कोरोनावायरस के प्रकोपको देखते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने 25 मार्च को राज्य के अलग-अलग इलाकों में होने वाली अपनी रैली को रद्द कर दिया है। हालांकि, पार्टी प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को कहा था कि सरकार लोगों में कोरोना का डर फैला रही है।

कई शहरों में सार्वजिनक स्थल बंद
कोरोनावायरस के खतरे के मद्देनजर राज्य सरकार ने शुक्रवार को मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, नागपुर, पुणे और पिंपरी-चिंचवड में 30 मार्च तक सिनेमा थिएटरों, जिमखानों, स्विमिंग पूल और पार्कों को बंद करने का आदेश दिया है। सरकार के फैसले के अनुसार, पुणे और पड़ोसी औद्योगिक शहर पिंपरी तथा चिंचवड में स्कूल तथा कॉलेज अगले आदेश तक बंद रहेंगे। हालांकि, जहां परीक्षा चल रही हैं वहां स्कूलों को खोला जाएगा।

एमसीए ने सभी मैच 31 मार्च तक किए स्थगित
महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के हालात को देखते हुए मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने अपने सभी मैच 31 मार्च तक निलंबित करने का फैसला किया। शहर की क्रिकेट संस्था की शीर्ष परिषद के एक सदस्य ने कहा- 'मुंबई क्रिकेट संघ ने कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों से उत्पन्न हुई स्थिति को देखते हुए 14 से 31 मार्च 2020 के बीच होने वाले सभी मैचों को अपने सारे क्रिकेट मैचों को स्थगित करने का फैसला किया है।'



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Coronavirus Mumbai Nagpur | Coronavirus Corona COVID-19 Outbreak Maharashtra Mumbai Yavatmal Nagpur Pune Ahmednagar Cases Today Latest News Updates




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में स्कूल-कॉलेज, मंदिर, ऐतिहासिक स्थल सब बंद, राज्य में अब तक 39 मरीज कोरोना पॉजिटिव

मुंबई. महाराष्ट्र में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। अब तक यहां 39 मरीजों में कोरोना के वायरस हैं, जिनका राज्य के अलग-अलग हॉस्पिटल में इलाज जारी है। राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज, निजी क्लासेस, परीक्षाएं टालने का भी आदेश दिया गया है। जिम और स्वीमिंग पूल बंद करने का आदेश दिया है। किसी भी तरह के धार्मिक या सामाजिक आयोजन पर सरकार ने पाबंदी लगा दी है। राज्य के कई मंदिरों को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है। हाई कोर्ट में आज से सिर्फ दो घंटे और जिला अदालतों में तीन घंटे ही काम होगा। पुणे में सबसे ज्यादा 16 मरीज मिलने के बाद अब यहां के शनिवारवाड़ा किले को भी अनिश्चित काल के लिए बंद है।

राज्य में टाले गए चुनाव
कोरोना को देखते हुए मंत्रालय, सचिवालय और राजभवन में जनता के प्रवेश रोक लगा दी गई है। ऐहतियात के तौर पर कुछ प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थलों को आगंतुकों के लिए बंद कर दिया है। ग्राम पंचायतों सहित सभी स्थानीय निकाय चुनाव तीन महीनों तक टालने की मांग राज्य चुनाव आयोग से की गई है। टूर्स पर मुंबई पुलिस की पाबंदी और फिल्मों की शूटिंग बंद है।


किसी भी शहर को शटडाउन नहीं किया गया
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है, ‘आने वाले 15 दिन बहुत महत्वपूर्ण है। बेहद सतर्कता की जरूरत है।’ हालांकि उन्होंने साफ किया कि कोई भी शहर पूरी तरह शटडाउन नहीं किया जाएगा।

कई मंदिरों पर भक्तों की नो एंट्री
सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबा देवी मंदिर, पुणे का दगडूशेठ गणपति मंदिर, तुलजा भवानी मंदिर अनिश्चित काल के लिए बंद किए गए हैं। शिर्डी और त्रिम्ब्केश्वर में मंदिरों को हर दो से तीन घंटे में केमिकल से धोया जा रहा है।

कई ऐतिहासिक स्थल बंद
अजंता-एलोरा गुफाओं सहित कई ऐतिहासिक स्थल 9 अप्रैल तक बंद किए है। नवी मुंबई का पक्षी विहार और राज्य की सभी जंगल सफारी बंद है। राजभवन की यात्रा 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है।

प्राइवेट कंपनियों में सिर्फ 50 प्रतिशत उपस्थिति
बीएमसी ने प्राइवेट कंपनियों में 50 प्रतिशत से ज्यादा कर्मचारियों की उपस्थिति टालने का आदेश दिया है। कमिश्नर के सर्कुलर में कहा गया है कि ऑफिसों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों से ही काम लिया जाए। यह नियम सीवेज, पानी, बैंकिंग, रेलवे, खान-पान, हॉस्पिटल और मेडिकल स्टोर जैसी अति महत्वपूर्ण सेवाएं देने वालों पर लागू नहीं होगा। इसके अलावा, कस्तूरबा, केईएम और सेवन हिल्स अस्पताल के आसपास गाड़ियों की आवाजाही भी कम की जाएगी। इसे न मानने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी।

सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
इस बीमारी से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए नैशनल हेल्पलाइन नंबर 1075 जारी किया है। सभी तरह के सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक और पारिवारिक कार्यक्रमों में 50 से ज्यादा लोगों के जमा होने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, ये नियम शादी समारोह में लागू नहीं होंगे।

होटल में रह सकते हैं कोरोना के मरीज
उद्धव ने कहा कि होटलों से भी क्वारंटाइन के लिए कमरे उपलब्ध कराने की बात हुई है। सरकार प्रयास कर रही है कि 1000 बेड की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। जो लोग अस्पताल में क्वारंटाइन में नहीं रहना चाहते वे होटलों में पैसे देकर रह सकते हैं। सरकार होटलों के लिए एक रियायती दर तय करेगी।

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के 39 मामलों की पुष्टि
सोमवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि कोरोना पीड़ितों की संख्या राज्य में बढ़कर 38 पहुंच चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा 16 मामले पुणे में हैं। वहीं, मुंबई में 6, नागपुर में 4, यवतमाल में 3, नवी मुंबई में 3, कल्याण 3, ठाणे, अहमदनगर, रायगढ़ और औरंगाबाद में एक-एक मामले सामने आए हैं। ताजा मामला यवतमाल जिले का है। यहां दुबई से लौटे व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Maharashtra corona virus news and updates School-colleges, temples, historical sites all closed in Maharashtra, 39 patients corona positive so far in the state




महाराष्ट्र

जांच में नेगिटिव हुए लोगों को महाराष्ट्र सरकार ने 14 दिनों के लिए किया होम क्वारंटाइन, पहचान के लिए हाथ में लगाएं खास निशान

मुंबई. कोरोनावायरस से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एक अनूठा तरीका निकाला है। सरकार ने टेस्टिंग के बाद नेगिटिव हुए लोगों को भी 14 दिनों तक अपने घरों में क्वारंटाइन करने निर्देश दिया है। इन लोगों की पहचान आसानी से हो सके इसलिए सरकार ऐसे लोगों की बाएं हाथ की हथेली पर काले रंग का एक निशान बना रही है। यह निशान 14 दिनों तक मिटाया नहीं जा सकता। इस बात की पुष्टि मंगलवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने की है।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए राजेश टोपे ने कहा-यह कदम जनता की भलाई के लिए उठाया गया है। सरकार द्वारा होम क्वारंटाइन किए गए लोगों पर नजर रखी जा रही है। इसके बावजूद अगर कोई संदिग्ध मरीज बाहर घूमता है तो जनता उसे पहचान लेगी और उससे दूरी बना लेगी। इसमें मरीज के हाथ पर वह तारीख भी लिखी गई है जब तक उसे होम क्वारंटाइन रहना है।

ग्रेटर मुंबई म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ने जारी किया आदेश
सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक हुई थी, जिसमें लिए गए इस फैसले को सावधानी के नाते उठाया गया। इसके बाद सोमवार देर शाम को ग्रेटर मुंबई म्यूनिसिपल कमिश्नर प्रवीण परदेशी ने अस्पतालों और एयरपोर्टों पर तैनात सभी अधिकारियों को आदेश जारी कर घरों में क्वारैन्याइन किए गए संदिग्ध मरीजों के बाएं हाथ की हथेली की पुश्त पर ऐसी स्याही से आइसोलेशन में रखे जाने की तारीख समेत मुहर लगाने के लिए कहा गया, जो 14 दिन तक मिट नहीं पाए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
इस तरह के स्टांप हाथों में लगाएं जा रहे हैं।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र से राकांपा प्रमुख शरद पवार, उदयनराजे भोसले और रामदास आठवले का राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचन

मुंबई. राज्यसभा चुनाव के लिए 17 राज्यों में नामांकन वापस लेने की समय सीमा बुधवार को समाप्त हो गई। जिसके बाद महाराष्ट्र से उच्च सदन के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) प्रमुख शरद पवार, भाजपा से छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज उदयन राजे भोसले और आरपीआई(ए) के प्रमुख राम दास आठवले सहित 33 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए गए। इसमें महाराष्ट्र से 7 नाम शामिल हैं। राज्यसभा की 55 सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव कराये जाने का कार्यक्रम है।

राज्य सभा के लिए महाराष्ट्र में रिक्त हो रही सात सीटों,बिहारऔर पश्चिम बंगाल की पांच-पांच सीटों, ओडिशा में चार सीट,हरियाणामें तीन सीट और हिमाचल प्रदेश में एक सीट पर उम्मीदवारों को संबद्ध निर्वाचन अधिकारियों ने निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया है। नामांकन वापस लेने की समय सीमा बुधवार को समाप्त होने के बाद ये घोषणाएं की गई।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
NCP chief Sharad Pawar, Udayanraje Bhosle and Ramdas Athawale elected unopposed to Rajya Sabha from Maharashtra




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में पुणे, मुंबई समेत चार शहरों में प्राइवेट ऑफिस और दुकानें बंद; 25% राज्य कर्मचारी ही काम करेंगे

मुंबई. महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कोरोना से बचाव के लिए कहा है कि अब सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 25 प्रतिशत कर्मचारी ही काम करेंगे। उद्धव ने यह भी ऐलान किया है कि पुणे, पिंपरी चिंचवाड़, नागपुर और मुंबई एमएमआरडीए(मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, कल्याण)में आवश्यक सेवाओं(किराना, मेडिकल, फल-सब्जी और दूध)को छोड़कर सभी दुकानों, व्यापारिक प्रतिष्ठानो और प्राइवेट कंपनियों को 31 मार्च तक बंद किया जारहा है।यह फैसला भीड़ कम करने के लिए लिया गया है।

राज्य में अब तक 52 मामले

शुक्रवार सुबह तक महाराष्ट्र में कोरोना के 52 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि पुणे और मुंबई के हॉस्पिटल्स में भर्ती 8 कोरोना पीड़ित की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जल्द ही उन्हें डिस्चार्ज किया जा सकता है। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार की दी है।

बस और ट्रेन पर नहीं रोक

उन्होंने कहा,'लोग मांग कर रहे हैं कि रेलवे बंद करें, बस बंद करें, लेकिन मैं आपको बता दूं कि ये मुंबई की लाइफलाइन है और अगर इन्हें पूरी तरह से बंद कर मुश्किल है। इससे उन लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत होगी जो इसके बचाव में लगे हुए हैं। हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे जरुरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकले।'

प्राइवेट कंपनियों से सैलरी नहीं काटने को कहा
सीएम उद्धव ठाकरे ने प्राइवेट कंपनियों से आग्रह किया है कि जो कर्मचारी ऑफिस नहीं आ रहे हैं उनकी सैलरी नहीं काटी जाए। उन्होंने कोरोना को देखते हुए दुकानों को बंद करने के फैसले का स्वागत किया है।

कोरोना पर बनाई शार्ट फिल्म रिलीज की
सीएम ने कोरोना पर बनाई एक शार्ट फिल्म रिलीज की है। यह फिल्म रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी है, ज्सिमें अभिनेता अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, रणवीर कपूर, आल्या भट्टा, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली समेत कई नामचीन लोग हैं।

पहली से 8वीं तक की परीक्षाओं को रद्द किए गया

महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कोरोना को देखते हुए महाराष्ट्र बोर्ड के स्कूलों में पहली से आठवीं तक की परीक्षा को अगले आदेश तक रद्द किया है।

दादर और ठाणे में सभी दुकाने बंद
कोरोना के प्रसार को देखते हुए दादर व्यापारी संघ ने आज सभी दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया है। यह बंदी 25 मार्च तक जारी रहेगी। इसके अलावा ठाणे में भी सभी दुकानों और नासिक में सभी सर्राफा दुकानों को बंद रखने का निर्णय विभिन्न व्यापारिक संगठनों की ओर से लिया गया है।

एसी लोकल ट्रेन बंद
मुंबई लोकल से हर दिन सफर करने वाले औसतन 78 लाख यात्रियों की संख्या घटकर 55-60 लाख रह गई है। मुंबई की 16 एसी लोकल ट्रेन को सेवा से हटा लिया गया है। बेस्ट बसों में यात्रियों को खड़े होकर सफर करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

रेस्टोरेंट बंद, शराब की दुकानेंखुली
इससे पहले गुरुवार को पुणे के जिलाधिकारी नवल किशोर राम ने शहर की सभी पान और रेस्टोरेंट अगले आदेश तक बंद करने का आदेश दिया है। शहर में इस समय 3000 से ज्यादा छोटे और बड़े रेस्तरां हैं। इसके अलावा शहर के सभी वीडियो पार्लर और लाटरी सेंटर भी बंद रहेंगे। हालांकि, जिला प्रशासन ने शहर में शराब और बियर की दुकानों को बंद करने का कोई आदेश नहीं दिया है। इसपर आगे निर्णय लिया जाएगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सभी प्राइवेट दफ्तरों और दुकानों को बंद करने का आदेश सरकार की ओर से दिया गया।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 11 नए मामले सामने आए, संख्या बढ़कर 63 हुई; मुंबई, पुणे समेत चार शहरों में सन्नाटा

मुंबई.महाराष्ट्र में पिछले24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 11 नए मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित की संख्या 63 पहुंच गई है।स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को बताया- 'शुक्रवार शाम से अब तक 11 नए मामले सामने आए हैं। इनमेंमुंबई में 10 लोग कोरोना से पीड़ित हैं। हम अभी भी स्टेज-2 पर हैं। इसमें ज्यादातर लोग विदेश से यहां आने वाले हैं।'

इससे पहले शुक्रवार कोमुंबई, पुणे, नागपुर और पिंपरी चिंचवाड़ कोरात से लॉकडाउन कर दिया गया है। यह शहर 31 मार्च तक बंद रखे जाएंगे। चारों शहरों में किराना और मेडिकल स्टोर छोड़कर सभी दुकानों को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही, इन चारों शहरों में सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 25 प्रतिशत कर्मचारी ही आएंगे। बसें, लोकल ट्रेन, ओला और उबर भी चलता रहेगा। पुणे में 2800 होमगार्ड की अतरिक्त तैनाती की गई है। ये शहर के हर बड़े चौराहे और बाजार पर नजर रखेंगे।

मुंबई मेंलोकल ट्रेन के साथ-साथ बसों में भी यात्रियों की संख्या गिरी

मुंबई में बेस्ट परिवहन की बसों में भी यात्रियों की लगातार कम हो रही है। गुरुवार को 22 लाख यात्रियों ने सफर किया। सामान्य दिनों में 32 लाख यात्री रोजाना सफर करते हैं। बेस्ट की बसों में सीटों की क्षमता से अधिक यात्रियों की अनुमति नहीं दी जा रही है।

सड़कों से लगभग गायब हुई टेक्सी
लगातार अपील के बाद लोगों की आवाजाही बहुत कम हुई है। लंबी दूरी से ट्रेनों और एयरपोर्ट से सवारी लेने वाले टैक्सी वालों का कहना है कि सवारी नहीं मिल रही है और बहुत टैक्सीवाले भीड़ वाले इलाकों में जाना भी नहीं चाहते हैं। सीएसएमटी से सवारी लेने वाले राधेश्याम मिश्रा बताते हैं कि धंधे में 70-80 प्रतिशत गिरावट हुई है।

ट्रेन और बसों को नहीं किया जा सकता बंद: उद्धव
शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया के माध्यम से महाराष्ट्र की जनता को संबोधित किया था। उन्होंने लोगों की घरों में ही रहने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘मुंबई की लोकल ट्रेनों और बसों को बंद नहीं किया जा सकता, क्योंकि ये शहर की लाइफलाइन है।

राशन की दुकानों पर बढ़ रही है भीड़
कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों और दुकानों के बंद होने की आशंका के चलते लोगों में दहशत का माहौल है। मुंबई, पुणे समेत अन्य शहरों मेंघबराए लोगों ने अपने घरों में राशन व जरूरी सामान इकट्‌ठा करनाशुरू कर दिया है। नतीजा यह हो रहा है कि राशन की दुकानों पर भारी भीड़है।

पहली से 8वीं तक की परीक्षा हुई रद्द

महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने शनिवार को बताया कि10 बोर्ड की सोमवार को होने वाली भूगोल की परीक्षा को अगले आदेश तक रद्द कर दिया गया है। इससे पहले शुक्रवार को कक्षा 1 से 8 तक की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और बिना परीक्षा के ही छात्रों को अगली क्लास में प्रमोट किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि 9वीं से 11 वीं तक की परीक्षाएं 15 अप्रैल के बाद करवाई जाएंगी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मुंबई में शनिवार को सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है।




महाराष्ट्र

पंजाब के बाद महाराष्ट्र में भी कर्फ्यू, मुख्यमंत्री उद्धव ने कहा- लोगों के लॉकडाउन नहीं मानने से मजबूर हुआ

मुंबई. सोमवार सुबह तक राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या 89 पहुंच चुकी है। भीड़ को रोकने के लिए शहरी क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है। जरुरी सेवाओं को छोड़कर राज्य के 10 शहर पूरी तरह से लॉकडाउन हैं, जिनमें पुणे, मुंबई, नागपुर भी शामिल हैं। रविवार को जिस तरह से 'जनता कर्फ्यू' का समर्थन मिला सोमवार को इसके विपरीत स्थिति नजर आई। लगभग सभी बड़े शहरों में लोग सड़कों पर नजर आये और कारण पूछने पर सभी ने अपने काम को जरुरी बताया। हालांकि, पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए बिना कारण सड़कों पर घूम रहे लोगों को वापस उनके घरों में भेजा।

पूरे महाराष्ट्र में लगा कर्फ्यू

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को कहा,-राज्य में आज कई शहरों में धारा 144 और लॉकडाउन की स्थिति है। लोगों से अपील की गई थी कि वे घरों से बाहर नहीं निकले, इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग घूमते नजर आये। इसलिए अब पूरे महाराष्ट्र में कर्फ्यू लगाया जा रहा है।' सीएम ने आगे कहा, 'कर्फ्यू के दौरान फल सब्जियां दवाई और अन्य जीवन आवश्यक सेवाएं चालू रहेंगी। लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है, सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। केवल मंदिर के पुजारी या मौलाना ही मस्जिद या मंदिर में जा सकेंगे।

उद्धव ने कहा आज से सभी शहरों की सीमाओं को सील कर दिया गया है, साथ ही महाराज से लगे बॉर्डर्स भी सील कर दिए गए हैं।

इस बीच सोमवार कोमहाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि अगर लोग बात नहीं मानेंगे और घरों से बिना मतलब के निकलेंगे तो पूरे राज्य में कर्फ्यू लगाने के अलावा और कोई चारा नहीं रह जाएगा।

महाराष्ट्र के ये जिले लॉकडाउन
कोरोना के बढ़ते केसों के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार ने अहमदनगर, औरंगाबाद, मुंबई, नागपुर, मुंबई सब-अर्ब, पुणे, पिंपरी चिंचवाड़, रत्नागिरी, रायगढ़, ठाणे, यवतमाल जिलों को लॉकडाउन कर दिया है। यानी जरूरी सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद है।

महाराष्ट्र के लॉकडाउन शहरों का हाल...

मुंबई

  • आबादी के हिसाब से राज्ये के सबसे बड़े शहर मुंबई में सुबह से ही कई सड़कों पर भीड़ नजर आई। लोकल ट्रेनों के बंद होने के कारण बेस्ट की बसों में भीड़ नजर आई। अधिकतर लोग अपने वाहनों से सड़कों पर उतरे, जिसके चलते इस्टर्न और वेस्टर्न एक्सप्रेसवे पर जाम लग गया। मुलुंड और ऐरोली टोल नाके पर भारी भीड़ नजर आई। भीड़ पर रोक लगाने के लिए सरकार ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया।

    मुलुंड टोल नाका

पुणे.

  • यहां पिछले तीन दिन के मुकाबले काफी भीड़ देखने को मिली। शहर के मार्केटयार्ड, मंजरी और हड़पसर इलाकों में सब्जियां और किराने का सामान खरीदने के भारी संख्या में लोग सड़क पर निकले। सभी दफ्तर बंद होने के बावजूद लोग बसों में भरे हुए नजर आये। पुलिसवालों ने बंदी के आदेश को लागू करवाने के लिए लाउडस्पीकरों से अनाउंसमेंट शुरू कर दिया है।

शहर के ज्यादातर चौराहों पर नजर आई ऐसी ही भीड़

पिंपरी चिंचवाड़

  • यहां अब तक 12 मामल सामने आ चुके हैं। पिंपरी शहर पिछले चार दिनों से लॉकडाउन है। सभी सिटी बसें बंद हैं। हालांकि, सड़कों पर अभी भी ऑटोवाले नजर आ रहे हैं। पुलिस शहर के लगभग चौराहे पर तैनात है और हर आने-जाने वाले से पूछताछ कर रही है।

शहर के ज्यादातर चौराहों पर इसी तरह पुलिसवाले तैनात नजर आये।

नागपुर

  • नागपुर पुलिस ने शहर के अलग-अलग ठिकानों पर बैरिकेटिंग कर लॉकडाउन को सफल बनाने का प्रयास किया है। हर आने जाने वाले से पूछताछ हो रही है। वही जो लोग बेवजह सड़कों पर घूम रहे हैं, उन्हें उठक-बैठक लगवाकर सजा भी दी जा रही है। बिना काम घूमने वालों में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा थी। यहां भी शहर के कई इलाकों में भारी भीड़ सामान खरीदने के नाम पर बाहर नजर आई।

बेवजह घूमने वालों को मिली ऐसी सजा

औरंगाबाद

  • औरंगाबाद में भी लोग भारी संख्या में सब्जी मंडियों और किराने की दुकानों में नजर आये। हालांकि, यहां के मुख्य चौराहों पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के कारण ज्यादा भीड़ नजर नहीं आई। यहां अब तक कोरोना का सिर्फ एक ही मामला सामने आया है।

औरंगाबाद सब्जी मंडी में उमड़ी भीड़

ठाणे.

यहां भी लोग लॉकडाउन का नियम तोड़कर घरों से बाहर निकले और सड़कों पर भारी भीड़ नजर आई।

ठाणे में सड़कों पर दिखा भीड़ का नजारा।

रत्नागिरी

  • रत्नागिरी में लॉकडाउन के बावजूद लोग सड़कों पर नजर आ रहे हैं। पुलिसकर्मी उन्हें रोक चेक कर रहे हैं और जरुरी लगने पर ही आगे जाने दे रहे हैं। शहर के चिपलून, खेड़ नगरपालिका क्षेत्र में लॉकडाउन का आदेश है। वहीं मंडणगड, दापोली, गुहागर, लांजा नगर पंचायत क्षेत्र में भी इसे लागू किया गया है।

रत्नागिरी में जगह-जगह हो रही है आने-जाने वालों की चेकिंग।

अहमदनगर

  • अहमदनगर में कलेक्टर राहुल द्विवेदी के आदेश के बाद शहर में धारा 144 लागू है। इसके बावजूद लोग सड़कों पर दूध, फल और सब्जियां खरीदने के बहाने बाहर निकले।

अहमदनगर के एक बाजार में सामान खरीदने निकले लोग।

नवी मुंबई

  • नवी मुंबई में अब तक 3 मामले सामने आ चुके हैं। यहां भी सड़कें खली हैं। जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात हैं और हर आने-जाने वाले की जांच हो रही है।

नवी मुंबई की एक सुनसान सड़क।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मुंबई के कई इलाकों में आज ऐसा ही नजारा देखने को मिला।
नागपुर में बेवजह घूमने वालों को पुलिसवाले दे रहे हैं सजा।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या देश में सबसे ज्यादा, अब तक 106 मरीज मिले; कर्फ्यू के बाद भी लोग बाहर निकले

मुंबई.महाराष्ट्र में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या 106 पहुंच गई। यह आंकड़ा देश में अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि मंगलवार दोपहर संक्रमण के पांच नए मामलों की पुष्टि हुई है। इसमें तीन पुणे से और एक सांगली से है। सांगली में पहली बारकोई कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया है।इन पांच संक्रमित लोगों में से तीन संक्रमित की ट्रैवल हिस्ट्री है यानी उन्होंने हाल ही में विदेश यात्रा की है।

63 साल के कोरोना संक्रमित की मौत

इससे पहले मंगलवार सुबहदुबई से मुंबई आए63 साल के कोरोना संक्रमित की मौत हो गई है। वह कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती था। इस मौत के साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना से मरने वालों की संख्या तीन हो गई है।

संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए पहले राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में धारा-144 लगाई। लेकिन, इसके फेल रहने के बाद मंगलवार से पूरे राज्य में कर्फ्यू लगा दिया गया। शहरों की सीमाओं को सील कर दिया गया है, ताकि कोई भी व्यक्ति एक-शहर से दूसरे शहर में न आ सकें। इसी के साथ राज्य के सभी बॉर्डर को भी सील किया गया है।

पुणे के मार्केटयार्ड मंडी में हजारों लोग सब्जियां खरीदने पहुंचे।


कर्फ्यू के बाद भी नहीं माने लोग, मॉर्निंग वॉक की

प्रदेश में कर्फ्यू के बाद भी कई शहरों में लोग बाहर निकले। मुंबई, पुणे और नागपुर के कई पार्कों और सड़क पर लोग नियमों का उल्लंघन करते हुए मॉर्निंग वॉक की। कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने के लिए पुणे और मुंबई समेत कई शहरों में लाउडस्पीकर से घोषणाएं की जा रही हैं। कर्फ्यू के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में मुंबई पुलिस ने 112 केस दर्ज किए हैं। इनमें पान वाले, होटल , हॉकर और ट्रांसपोर्टर शामिल हैं। वहीं सांगली में बेवजह सड़कों पर घूम रहे युवकों को पुलिस ने मुर्गा बनाया। इससे पहलेमुंबई पुलिस ने धारा 144 तोड़ने पर 31 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे।

वायरस से बचाव के लिए पुणे में हो रहा केमिकल का छिड़काव।

जीपीएस से निगरानी की तैयारी में बीएमसी

उधर, मुंबई मेंबृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने कहा है कि हम होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों पर नजर रखने के लिए जीपीएस तकनीक का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। क्योंकि उनमें से कई ने संक्रमण के प्रसार को बढ़ाने की आशंका है।बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी पहले से कोरोना संक्रमण के संदिग्ध पर नजर रखने के लिएसेल फोन स्थान डेटा का उपयोग कर रही है।

कर्फ्यू में यह सेवाएं चलती रहेंगी

  • दवाई और चिकित्सा उपकरण, खाद्य पदार्थ, किराना दुकानें, दूध, ब्रेड, फल, सब्जियों, अंडे, मांस, मछली की दुकानें और उनके लिए परिवहन सेवा
  • कृषि वस्तुओं-उत्पादों के लिए परिवहन सेवाएं
  • अस्पताल, फार्मेसी और ऑप्टिकल दुकानें, फार्मास्यूटिकल्स कंपनियां और उनके डीलरों के लिए परिवहन सेवाएं
  • पेट्रोल पंप, एलपीजी गैस, तेल एजेंसियां
  • होम डिलिवरी सुविधा वाले रेस्तरां
  • बैंक, एटीएम, इंश्योरेंस, फिनटेक और संबंधित गतिविधियां
  • प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
  • आईटी और दूरसंचार, डाक, इंटरनेट और डेटा सेवाओं सहित आईटीईएस
  • ई-कॉमर्स (आवश्यक वस्तुओं समेत खाद्य पदार्थ मंगाने की अनुमति)
  • बेकरी और पालतू जानवरों के लिए पशु खाद्य की दुकानें और चिकित्सा प्रतिष्ठान
  • राज्य सरकार के विभागों के कार्यालय

हेल्पलाइन नंबर

  • 24x7 नेशनल हेल्पलाइन-1075
  • मुंबई में टोल फ्री नंबर 104
  • बीएमसीटोल फ्री नंबर 1916
  • स्टेट कंट्रोल रूम 020-26127394


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सांगली में बेवजह सड़कों पर घूम रहे युवकों को पुलिस ने मुर्गा बनाया।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में नियम तोड़ने पर करवाई गई उठक-बैठक, कई जगह पुलिसवालों को चलानी पड़ी लाठियां, मुंबई में 112 लोगों पर केस दर्ज

पुणे/मुंबई. राज्य में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है। मंगलवार दोपहर 5 नए मामले सामने आये हैं। कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए पूरे राज्य में लगाई गई धारा 144 के फेल होने के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने आज से पूरे राज्य में कर्फ्यू घोषित कर दिया है। इसी के साथ राज्य के सभी बॉर्डर और शहरों की सीमाओं को भी सील किया गया है। इससे दूसरे जिलों से निजी वाहन, बस और अन्य परिवहन सेवाओं की आवाजाही नहीं हो सकेगी।


नियम तोड़ने वालों को करवाई गई उठक-बैठक
इसके बावजूद लोग पुणे, मुंबई समेत कई शहरों में सड़कों पर नजर आये। हालांकि, ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कड़े निर्देश दिए हैं। जिसका असर भी आज सड़कों पर नजर आया। पुणे में नियम तोड़ने वालों की बीच सड़क पुलिसवालों ने जमकर पिटाई की। वहीं डिप्टी सीएम अजित पवार के गृह नगर यानि बारामती में भी बिना कारण सड़कों पर घूम रहे लोगों से उठक-बैठक करवाई। ऐसा ही नजारा राज्य के लगभग हर शहर में नजर आया। गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मंगलवार को बताया कि अभी सिर्फ लोगों को समझा कर जाने दिया जा रहा है। अगर वे नहीं माने तो आने वाले समय में उनपर कड़ी कार्रवाई होगी।

मुंबई में 112 लोगों पर केस दर्ज
इस बीच मुंबई में कर्फ्यू के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में मुंबई पुलिस ने 112 लोगों पर केस दर्ज किए हैं। इनमें कई पान वाले, होटल संचालक, हाकर्स और ट्रांसपोर्टर शामिल हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सांगली में नियम तोड़ने वालों को करवाई गई उठक-बैठक।




महाराष्ट्र

मुबंई में 65 की साल महिला की संक्रमण से जान गई, महाराष्ट्र में अब तक 128 लोग संक्रमित

मुंबई. महारष्ट्र में कोरोना से चौथी मौत हो गई है। वाशी की रहने वाली एक महिला की मृत्य 24 मार्च को हुई थी। मौत के दो दिन बाद महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आईहै। महिला का मुंबई के एक सरकारी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। महाराष्ट्र में अब तक कोरोनावायरस के 128 पॉजिटिव केस आए हैं। राज्य में कोरोना के 15 नए मामलोंमें 9मुंबई से हैं।पिछले 2 दिन में बीमारी से पूरी तरह रिकवर होने के बाद राज्य में 10 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। बुधवार को पुणे के जिन 2मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी मिली, वे राज्य के पहले मामले थे। ये दोनों मरीज कपल हैं और फरवरी के आखिरी महीने में दुबई से घूम कर आए थे।आज भी कुछ मरीजों को छुट्टी मिल सकती है।

महाराष्ट्र में चार मौतें, चारों मुंबई के मामले
महाराष्ट्र में पिछले नौ दिन में कोरोना पॉजिटिव चार लोगों की मौत हुई है। चारों मामले मुंबई के हैं। इन सभी ने मुंबई के कस्तूरबा हॉस्पिटल में दम तोड़ा। सबसे पहले 17 मार्च को 64 साल के कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की मौत हुई। 22 मार्च को 69 साल के कोरोना संदिग्ध बुजुर्ग की मौत हुई। बाद में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 23 मार्चको भी महाराष्ट्र में एक व्यक्ति की मौत हुई थी।

सब्जी की दुकानों पर भीड़

महाराष्ट्र में कर्फ्यू का आज तीसरा दिन है। इस बीच सड़कों से वाहन गायब हैं, लेकिन लगभग सभी सब्जी मंडियों में सुबह से ही भीड़ जमा है। पुणे, मुंबई के कई इलाकों में सब्जी-फल मंडियों, किराना और दवा की दुकानों पर भीड़ उमड़ी रही। अस्पताल, नर्सिंग होम, राशन, दूध, साग-सब्जी की दुकानें, मेडिकल स्टोर्स, सीएनजी, एलपीजी, लैबोरेटरी, अंडे, मांस-मछली की दुकानें ही खुली रखी जाएंगी। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल अतिआवश्यक सेवाओं में लगे लोगों को ही मिलेगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Mumbai Cases Death Today Updates; Maharashtra Woman Dies Of Coronavirus; 13th Death In India




महाराष्ट्र

कोरोना से पीड़ित महाराष्ट्र के पहले परिवार के ठीक होकर लौटने की पहली कहानी, बुरे सपने की तरह बीते उनके 17 दिन

पुणे.महाराष्ट्र का पहला कोरोनावायरस संक्रमित परिवार पूरी तरह से ठीक हो चुका है। परिवार के चारसदस्यों में से तीन को कोरोना का संक्रमण हुआ था, बुधवार शाम 4 बजे सभी घर लौट आए। हम यहां उनका नाम नहीं दे रहे, क्योंकि उन्होंने इसे साझा करने से मना कर दिया है। यह परिवार 5 मार्च को दुबई से मुंबई लौटा था और 9 मार्च यानी ठीक होली के दिन पता चला कि सबको कोरोनावायरस का संक्रमण है। फौरन पूरे परिवार को क्वारैंटाइन कर पुणे के डॉ. नायडू अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां 17 दिन बिताने के बाद बुधवार शाम उन्हें घर भेज दिया गया। इन 17 दिनों में परिवार पर क्या बीती ये तजुर्बाउन्होंने भास्कर से साझा किया। आपके लिए ज्यों का त्यों...

पूरा परिवार फिलहाल स्वस्थ है और 14 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन है।

पहली बार हम लोग विदेश गए थे, हमारा 40 लोगों का ग्रुप था
दुबई जाने से पहले हमने कोरोना के बारे में बहुत नहीं सुना था। देश में भी इसका ज्यादा प्रभाव नहीं था। यह मेरे परिवार की पहली विदेश यात्रा थी। हम 40 लोगों के ग्रुप का हिस्सा थे। 6 मार्च को हम पति-पत्नी बच्चों समेत पुणे लौटे। हमें हल्का बुखार और खांसी सी थी। तभी फैमिली डॉक्टर से बात की और उनकी सलाह पर डॉ. नायडू हॉस्पिटल जाकर अपनीलार का नमूना दिया। तकरीबन 8 घंटे तक वहीं हॉस्पिटल के एक कमरे में बंद रहे। देर रात रिपोर्ट आई और पता चला हम चार में से तीन को कोरोनावायरस का संक्रमण हो गया है।

एक ही हॉस्पिटल में परिवार से अलग रहा लड़का
इस रिपोर्ट ने मेरे परिवार के ही नहीं पूरे सूबे के कान खड़े कर दिए। मेरे बाद मेरी इंजीनियर बेटी में भी कोरोना की पुष्टि हो गई। हालांकि, बेटे की रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बावजूद उसे भी हॉस्पिटल के एक कमरे में 17 दिन तक बंद करके रखा गया। 10 मार्च को यह जानकारी देशभर में फैल गई। अगलेतीन-चार दिन किसी बुरे सपने से कम न थे। पहले दो दिन तो कुछ रिश्तेदारों ने बाहर से खाना लाकर दिया, फिर राज्य सरकार की पहल के बाद हॉस्पिटल में ही खाना मिलने लगा। खाने में किसी तरह का कोई खास परहेज तो नहीं था, पर डॉक्टरों ने ज्यादा तला-भुना खाने से मना किया था।

शुरू में तो लगा कि हमारी वजह से पूरे महाराष्ट्र में कोरोना फैल गया
कोरोना की पुष्टि हो जाने के बाद हमें बार-बार यह बात कचोटने लगी कि हमारी वजह से 40 अन्य लोगों को भी संक्रमण हो गया होगा। हालांकि, दो दिन बाद ही यह साफ हो गया कि ग्रुप के ज्यादातर लोग नेगेटिव हैं। शुरू में तो हमें ऐसा लग रहा था कि हम पूरे महाराष्ट्र में कोरोना फैलाने के जिम्मेदार हैं। कुछ करीबी दोस्तों को छोड़ दें तो ज्यादातर लोगों के रुख में बदलाव भी देखने को मिला।

कई दिन तक एक-दूसरे से अलग रहा पूरा परिवार
हॉस्पिटल के डॉक्टरों और नर्सों का रवैया पूरे 17 दिन तक बेहद अच्छा रहा। शुरुआती चार दिनों में मुझे, मेरी पत्नी और बेटी को अलग-अलग कमरों में रखा गया और उसके बाद हमें कोरोना मरीजों के लिए बने स्पेशल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इस वार्ड में मेरे बेड से दो बेड छोड़कर पत्नी को और उससे दो बेड छोड़कर बेटी को रखा गया था। दिन में तीन बार डॉक्टर और नर्स जांच के लिए आते थे। इसी दौरान दवाई भी दी जाती थी। 14 दिन हो जाने के बाद यानी 23 मार्च को फिर से कोरोना जांच की गई, इसमें हमारी रिपोर्ट पहली बार नेगेटिव आई। इसके बाद 25 मार्च को फिर से पूरे परिवार का चेकअप हुआ और सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बाद हमें जान में जान आई।


न्यूज से दूरी बनाई, टाइम पास के लिए देखा कपिल शर्मा शो
हॉस्पिटल में रहने के दौरान हम जरूर क्वारैंटाइन थे, पर हॉस्पिटल के डॉक्टर और नर्सों ने परिवार के सदस्य की तरह हमारी सेवा की। हालांकि, हमें बाहर की कोई भी जानकारी नहीं दी जा रही थी। बस यही पता चलता था कि कोरोना का कोई नया पेशेंट हॉस्पिटल में आया है। हॉस्पिटल में न्यूज पेपर नहीं आता था। पर हमसे टीवी लगवाने के लिए पूछा था। हॉस्पिटल वालों का कहना था कि कोरोना के समाचार सुनने से नेगेटिविटी आएगी। हालांकि, टाइम पास करने के लिए हम मोबाइल और आईपैड पर कपिल शर्मा शो, नेट फ्लिक्स के शो और यू-ट्यूब देखा करते थे।पूरा परिवार वीडियो चैट के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में रहता था। हालांकि, दो बार रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद मेरे बेटे को दूर से हमसे बात करने और देखने की मंजूरी मिल गई थी।

सोसाइटी में लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया
पूरी तरह से नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद मैं और मेरी पत्नी बुधवार शाम और मेरी बेटी बुधवार रात को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिए गए। डॉक्टर्स ने हमें फूल देकर विदा किया। हम एम्बुलेंस से ही अपनी सोसाइटी तक पहुंचे और कैंपस में कदम रखते ही लोगों ने बालकनी में आकर ताली, थाली और घंटी बजाकर हमारा स्वागत किया। यह सब देख हमारे आखों में आंसू थे और यह खुशी के आंसू थे। ऐसा लग रहा था कि हम बुरे दिनों से अच्छे दिनों में वापस आ गए हैं।

कोई जानबूझकर कोरोना से संक्रमित नहीं होता, लेकिन सावधानी जरूरी है
डॉक्टरों की सलाह है कि अभी हम और अगले 14 दिनों तक परिवार के साथ होम क्वारैंटाइन में ही रहें। हम अपने घरों में ही हैं। सभी को हमने अपने घर आने से मना कर दिया है। हमारी दुश्वारियों का समय अब खत्म हो चुका है। हमें उम्मीद है कि फिर से लोग हमें समाज में उसी तरह स्वीकार करेंगे, जैसे हम पहले थे। लोगों को समझना होगा कि कोरोनावायरस कोई जान बूझकर अपने अंदर नहीं लाता है। हमें नहीं पता था कि यह कैसे हमारे भीतर दाखिल हो गया। लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि इससे संक्रमित 99% लोग नियम का पालन कर इससे मुक्ति पा सकते हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Pune Coronavirus Latest News | Pune Coronavirus Disease (COVID-19) Patient Recovery Story Latest Updates From Pune Amid Novel Cases Rise In Maharashtra Mumbai Nagpur
पूरा परिवार फिलहाल स्वस्थ है और 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन है।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में अब तक 128 संक्रमित, 10 लोगों को डिस्चार्ज किया गया, नियम तोड़ने वाले मुंबई के 141 लोगों पर केस

मुंबई.महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के अब तक 128 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। राज्य में कोरोना के 15 नए मामलोंमें 9 केवल मुंबई से हैं।पिछले 2 दिन में बीमारी से पूरी तरह रिकवर होने के बाद राज्य में 10 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। बुधवार को पुणे के जिन 2मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी मिली, वे राज्य के पहले मामले थे। ये दोनों मरीज कपल हैं और फरवरी के आखिरी महीने में दुबई से घूम कर आए थे।आज भी कुछ मरीजों को छुट्टी मिल सकती है।

महाराष्ट्र में कर्फ्यू का आज तीसरा दिन है। इस बीच सड़कों से वाहन गायब हैं, लेकिन लगभग सभी सब्जी मंडियों में सुबह से ही भीड़ जमा है। पुणे, मुंबई के कई इलाकों में सब्जी-फल मंडियों, किराना और दवा की दुकानों पर भीड़ उमड़ी रही। अस्पताल, नर्सिंग होम, राशन, दूध, साग-सब्जी की दुकानें, मेडिकल स्टोर्स, सीएनजी, एलपीजी, लैबोरेटरी, अंडे, मांस-मछली की दुकानें ही खुली रखी जाएंगी। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल अतिआवश्यक सेवाओं में लगे लोगों को ही मिलेगा।

नियम उल्लंघन के आरोप में 141 लोगों पर केस दर्ज

कोरोनावायरस के संक्रमण और फैलाव को देखते हुए मुंबई पुलिस ने बुधवार को मुंबई में धारा 188 का उल्लंघन करने के आरोप में 141 मामले दर्ज किए हैं। इनमें सबसे अधिक मामले नॉर्थ मुंबई से सामने आए हैं। मुंबई पुलिस के अनुसार, बुधवार शाम तक साउथ और नॉर्थ मुंबई से करोना से संबंधित कानून का उल्लंघन करने का एक-एक मामला, जबकि सार्वजनिक जगहों पर भीड़ जमा करने के आरोप में नॉर्थ और वेस्टर्न रीजन से 11-11 मामले दर्ज किए गए हैं।धारा 188 के तहत किसी आदेश को नहीं मानने वाले को सजा देने का प्रावधान किया गया है। इसमें 6 महीने तक की कैद या 1000 रुपए तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।

ट्रांसपोर्टरों के लिए सरकार ने गाइडलाइनजारी की
मुंबई सहित राज्य के कई हिस्सों में अतिआवश्यक खाद्य पदार्थों की आपूर्ति करने वालों के लिए सरकार ने कुछ गाइडलाइंस जारी की हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अतिआवश्यक खाद्य पदार्थो की आपूर्ति करने वाले ट्रांसपोर्टरों से कहा है कि वे अपने वाहनों पर स्टिकर लगाकर चलें और उनके पास बिल सहित सभी कागजात होने चाहिए।

अतिआवश्यक वस्तुओं की राज्य में नहीं है कोई कमी
बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में खाद्य वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। भरपूर मात्रा में खाद्य पदार्थ उपलब्ध हैं। किसी को भी खाद्य वस्तुओं को अतिरिक्त मात्रा में जमा करने की आवश्यकता नहीं है।

कोरोना से लड़ने के लिए 22,118 कमरे तैयार
संक्रमण के फैलाव को देखते हुए राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग ने राज्यभर में 22,118 कमरे तैयार किए हैं जिनमें 55,707 बेड्स लगाए जा सकेंगे। बुधवार को राज्य के लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि कोरोना वायरस के हर परिस्थितियों का सामना करने के लिए सरकार तैयार है।

लॉकडाउन में जुहू बीच खामोश

जुहू बीच भी आज खामोश है। इसकी वजह है लॉकडाउन। कभी इस बीच पर चहल-पहल रहा करती थी और आज रेगिस्तान सी खामोशी है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मुंबई के मीरा रोड इलाके में राशन की दुकान के बाहर अपनी बारी का इंतजार करते लोग।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में संक्रमित लोगों की संख्या 177 तक पहुंची, डर के कारण कई शहरों में प्राइवेट क्लिनिक, मेडिकल स्टोर हुए बंद

मुंबई. राज्य में कोरोनासंक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शनिवार दोपहर तक यहां 177 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वही मृतकों की संख्या 5 तक पहुंची है। एक 85 वर्षीय डॉक्टर की मौत भी कोरोना के संदेह में हुई है। जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है। इनमें से 19 लोगों को स्वस्थ हो जाने बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज भी किया गया है।

सबसे ज्यादा 63 संक्रमित मुंबई में

मुंबई में आज फिर एक ही परिवार के पांच लोगो कोरोना संक्रमित हुए। वहीं पुणे में चार दिन बाद कोई केस सामने आया है। वहीं नागपुर में दो और मरीज के भी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब तक मुंबई में सबसे ज्यादा 63 कोरोना संक्रमित सामने आये हैं। इसके बाद सांगली और फिर पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ का नंबर है। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रशासन ने पूरे राज्य में लॉकडाउन और कर्फ्यू लगा दिया है। हालांकि, इसके बावजूद भारी संख्या में लोग हर रोज सड़कों पर नजर आ रहे हैं।

डर के कारण प्राइवेट डॉक्टरों ने बंद किए क्लिनिक
कोरोना का डर प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे डॉक्टरों में भी घर कर गया है। एहतियातन, मीरा-भाईंदर में बड़ी संख्या में निजी डॉक्टरों ने अपने क्लिनिक बंद रखे हुए हैं। मीरा-भाईंदर समेत कई इलाकों में 30-40% प्रतिशत से अधिक निजी क्लिनिक बंद हैं। झोपड़पट्टी वाले इलाकों में यह अनुपात 75% तक है। काशिमीरा क्षेत्र की झोपड़पट्टी देवल इलाकों में 70% से अधिक निजी क्लिनिक बंद पड़े हुए हैं।

पथॉलजी लैब, सोनोग्रफी सेंटर भी बंद
निजी क्लिनिक के अलावा मुंबई, पुणे, नागपुर और औरंगाबाद में कई पथॉलजी लैब और सोनोग्रफी सेंटर भी बंद पड़े हैं। आरएनपी पार्क के विपिन उपाध्याय बताते हैं कि 3 दिन पहले उन्हें अपनी भाभी की सोनोग्रफी कराने के लिए बहुत मशक्कत करनी पड़ी।

कई मेडिकल स्टोर भी हैं बंद
निजी क्लिनिक बंद होने के कारण कई क्षेत्रों में मेडिकल स्टोर भी बंद पड़े हुए हैं। साहिल मिश्र बताते हैं कि पेणकरपाडा, काशिगांव, मासाचापाडा, मीरा-गांवठण के लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

महाराष्ट्र में कहां-कितने मामले सामने आए

शहर संक्रमित मरीज
मुंबई 63
पुणे 20
पिंपरी चिंचवाड़ 13
नागपुर 11
सांगली 23
औरंगाबाद 01
अहमदनगर 03
नवी मुंबई 05
कोल्हापुर 01
यवतमाल 04
सातारा 02
रत्नागिरी 01
सिंधुदुर्ग 01
गोंदिया 01
ठाणे 05
कल्याण-डोम्बिवली 05
पनवेल 02
वसई विरार 01
कुल संख्या 161


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Mumbai Coronavirus Cases Latest Updates; Maharashtra Mumbai Corona Virus Total Positive (Covid-19) Cases Information Details Latest News




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में जहां भी संदिग्ध मिले, पूरे इलाके को जीपीएस की मदद से स्कैन किया; घर-घर सर्वे कर क्वारैंटाइन किया जा रहा

मुंबई/पुणे (चंद्रकांत शिंदे/मंगेश फल्ले).महाराष्ट्र में कोरोनावायरस तेजी से बढ़ा। यहां मरीजों और मौतों की संख्या देश में सबसे ज्यादा है। शुक्रवार को एक दिन में 17 नए मरीज सामने आए। इनमें सांगली के इस्लामपुर में एक ही परिवार के 12 सदस्य शामिल हैं। इसे मिलाकर राज्य में कुल रोगियों की संख्या 147 हो गई है। राहत की बात यह है कि पहला केस मिलने के 16 दिन बाद भी हालात बहुत ज्यादा नहीं बिगड़े हैं। 20 से ज्यादा लोग ठीक होकर घर लौट चुके हैं।

जीपीएस से इलाके को स्कैन किया जा रहा
पुणे में 11 मार्च को कोरोना का पहला मरीज मिला था। दुबई में छुट्टी बिताकर लौटे दंपती में कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद राज्य सरकार ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। सबसे पहले पति-पत्नी को भर्ती किया। फिर बेटी में भी कोरोना की पुष्टि हुई। भारत लौटने के बाद उनके संपर्क में जो-जो आया, सबको क्वारेंटाइन किया। जांच की गई। जो ओला ड्राइवर उन्हें लेकर मुंबई से पुणे गया था, उसे भी निगरानी में लिया गया। जो पॉजिटिव निकले, उनके संपर्क में आए लोग ढूंढ़े गए। पता चला कि ड्राइवर के संपर्क में आई 65 वर्षीय महिला को भी संक्रमण है। हालांकि, डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। लेकिन, पुणे की दंपती के साथ दुबई गई 40 लोगों की टीम के प्रत्येक सदस्य की शिनाख्त कर जांच की गई। जीपीएस की मदद से पूरे इलाके को स्कैन किया गया। घर-घर सर्वे कियागया। मरीजों की पहचान कर क्वारेंटाइन किया गया।

कर्फ्यू लगाने के बाद सफलता मिली
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि सही समय पर कर्फ्यू लगाने के बाद कुछ हद तक सफलता मिली है। लेकिन, इसका मतलब कतई नहीं है कि खतरा टल गया। इसी तरह औरंगाबाद में एक महिला प्रोफेसर में कोरोना की पुष्टि हुई थी। उसने भारत लौटने के बाद कॉलेज अटेंड किया। कार्यक्रम में भी भाग लिया। जैसे ही प्रोफेसर में कोरोना की पुष्टि हुई, उसके संपर्क में आए लोगों को निगरानी में लिया गया। साथी प्रोफेसरों और छात्राओं की भी जांच की गई। राहत की बात यह है कि किसी में भी कोरोना की पुष्टि नहीं हुई। महिला प्रोफेसर भी अब ठीक होकर घर लौट चुकी है। मंत्रालय में कोरोना की स्थिति पर नजर रखने के लिए विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया है। उसकी जवाबदारी 11 आईएएस अधिकारियों पर है।

पुणे की जुन्नर तहसील में 20 हजार लोग क्वारेंटाइन किए

पुणे की जुन्नर तहसील में 20 हजार लोग क्वारंटाइन किए गए। यहां के लोगों का मुंबई-पुणे काफी आना-जाना है। पुणे की एक आंगनवाड़ी वर्कर पॉजिटिव मिलने पर 28 गांव क्वारेंटाइन कर दिए गए। उसकी बस 28 गांवों से गुजरी थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पुणे में लोग सोशल डिस्टेंस के तहत सब्जी खरीदते हुए।




महाराष्ट्र

बुलढाणा में 45 साल की महिला की जान गई, देश में अब तक सबसे ज्यादा 8 मौतें महाराष्ट्र में हुईं

मुंबई.देश में कोरोनावायरस से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा आठ मौतें महाराष्ट्र में हुई। रविवार को महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित दो लोगों की मौत की खबर सामने आई। पहले सुबह मुंबई में एक 45 साल की संक्रमित महिला की मौत हो गई। उसे हाइपरटेंशन की शिकायत थी। वहीं, शनिवार को बुलढाणा में एक 45 साल के व्यक्ति की मौत हो गई थी। रविवार को आई उसकी रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।इन्हें पहले निमोनिया की शिकायत बताई गई थी। यह महाराष्ट्र में मुंबई से बाहर पहली मौत है।इससे पहले सात मौत मुंबई में हुई थीं।वहीं, राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या रविवार दोपहर तक 196 तक पहुंच गई है। इसमें 110 संक्रमित मुंबई में हैं।

शनिवार को डॉक्टर की मौत के बाद हॉस्पिटल को किया गया सील

इससे पहले शनिवार को मुंबई केमुंबई के सैफी अस्पताल में काम करने वाले 85 साल केएक बड़े सर्जन की संक्रमण से मौत हो गई थी। इसके बाद जांच में उनके बेटे और पोते में भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इसके बाद मुंबई के सैफी हॉस्पिटल के कई हिस्सों को सील कर दिया गया है। जिन मरीजों का डॉक्टर ने ऑपरेशन या इलाज किया गया था, उन्हें भी आइसोलेशन में भेजा गया है।

बेवहज लॉकडाउन ब्रेक न करें: उद्धव

राज्य में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीचरविवार को फिर एक बार फेसबुक लाइव के जरिए लोगों से जुड़े। उन्होंने बेवहज लॉकडाउन ब्रेक करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। उद्धव ने कहा-मैं यह कहना चाहता हूं कि वह हमें कड़ी कार्यवाही पर मजबूर नकरें। साथ ही पुलिस को सपोर्ट करें। उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में रहने वाले बाहरी राज्यों के लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार उनकी हर संभव सहायता के लिए तैयार है। वह किसी भी हाल में महाराष्ट्र नछोड़ें। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया किमहाराष्ट्र में अब तक 34 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। इसमें से 14 लोग मुंबई, 15 पुणे, एक नागपुर, एक औरंगाबाद और तीन यवतमाल के हैं।

महाराष्ट्र में आठ मौतें हुईं, सभी की मेडिकल हिस्ट्री:

पहली मौत(17 मार्च):मुंबई में 64 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा। वह उसी टैक्सी में बैठे थे, जिसमें सवार5 लोग पहले ही संक्रमित थे। 64 साल के बुजुर्ग दुबई से लौटे थे और मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें हिंदुजा से कस्तूरबा अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था। मृतक की पत्नी और बेटे की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव थी। बुजुर्ग को हाइपरटेंशन और डायबिटीज था।

दूसरी मौत( 21 मार्च):मुंबई में शनिवार रात 63 साल के एक मरीज ने दम तोड़ा। उन्हें डायबीटीज, हाई ब्लडप्रेशर और दिल की बीमारी थी। उन्हें 19 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया था। 21 मार्च की रात करीब 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। हालांकि, इसकी कोई भी विदेश यात्रा की हिस्ट्री नहीं थी।

तीसरी मौत(24 मार्च):65 वर्षीय एक मरीज को खांसी और सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। स्थिति खराब होने के कारण उसकी सोमवार को ही देर रात मौत हो गई। कोरोना के अलावा उसे डायबीटीज और उच्च रक्तचाप की भी शिकायत थी। हाल ही में यह मरीज यूएई से मुंबई लौटा था और कुछ दिन के लिए अहमदाबाद भी गया था।

चौथी मौत(26 मार्च):65 वर्षीय गोवंडी की एक महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत के बाद नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उसकी मौत हो गई, गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट के अनुसार महिला कोरोना पॉजिटिव थी।

पांचवी मौत(27 मार्च):65 वर्षीय एक अन्य महिला को 23 मार्च को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया था। महिला को सांस लेने में तकलीफ के साथ ही बुखार और खांसी की समस्या थी। इलाज के दौरान गुरुवार को इस महिला की भी मौत हो गई। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महिला को उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की शिकायत थी।

छठवीं मौत(28 मार्च):85 वर्षीय सर्जन की 26 मार्च को मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मौत हो गई थी। प्राइवेट लैब से आई रिपोर्ट में उसमें कोरोना के लक्षण थे, हालांकि बीएमसी ने सरकारी लैब से उसकी फिर से जांच करवाई और 28 मार्च को घोषित किया कि डॉक्टर की मौत कोरोना के कारण हुई है। उन्हें भी डायबिटीज की शिकायत थी और सांस लेने में दिक्कत के बाद हॉस्पिटल मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था।

सातवीं मौत(29 मार्च):40 वर्षीय महिला ने दम तोड़ा। इसे सीने में दर्द की शिकायत के बाद महानगरपालिका हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। महिला को हाइपरटेंशन की समस्या थी। उसे पिछले तीन दिनों से सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द हो रहा था।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
बुलढाणा में जिस व्यक्ति की मौत हुई उसे पहले निमोनिया की शिकायत थी- प्रतीकात्मक फोटो




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के सांगली में छोटे से घर में रहते थे 25 लोग, दो साल के बच्चे समेत सभी को हो गया संक्रमण

सांगली. महाराष्ट्र के सांगली में एक ही परिवार के 25 लोग कोरोना संक्रमित हैं। यह पूरा परिवार छोटी सी जगह में बने चार कमरे के मकान रहता था, जिस वजह से सभी में संक्रमण तेजी से फैला। इसपरिवार के चार सदस्य सऊदी से लौटे थे और 23 मार्च को इनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।

इसके एक हफ्ते के बाद परिवार के 21 और लोगवायरस से संक्रमित हो गए।इनमें दो साल का बच्चा भी शामिल है। सांगली प्रशासन का दावा है किवायरस से अभी सामुदायिक संक्रमण नहीं हुआ है। क्योंकि दुबई से लौटने के बाद चारों लोगों और उनके परिजनों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया था। साथ ही, अब तक यहां इस परिवार को छोड़कर संक्रमण का दूसरा केस नहीं मिला है।

पड़ोसियों की हो रही नियमित जांच

इस परिवार के पड़ोस में रहने वाले सभी लोगों की जांच की गई। इसके बाद उन्हेंहोमक्वारंटाइन कर दिया गया है। इलाके को सील कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम रेगुलर पड़ोसियों का चेकअप कर रही है। हालांकि, अभी तक किसी भी पड़ोसी में संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आए हैं।सभी की तबियत ठीक है।

सभी 21 संक्रमितों की हालत स्थिर
सांगली कलेक्टर अभिजित चौधरी ने बताया कि संक्रमित हुए परिवार के सभी 25 सदस्य अभी आइसोलेशन सेंटर में भर्ती हैं। सभी की हालत अभी स्थिर है।जिले के सरकारी सर्जन सी एस सालुनखे ने कहा कि परिवार के अलावा दूसरे संपर्क संक्रमित नहीं हुए हैं। इसलिए सामुदायिक संक्रमण से नहीं माना जा सकता है।

विदेश यात्रा से लौटकर ओपीडी खोलने पर दो डॉक्टरों के क्लीनिक सील

सांगली के मिरज में दो डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा है।विदेश से लौटने के बाद दोनोंडॉक्टरों ने अपने अस्पताल और ओपीडी खुले रखे और मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करते रहे। सांगली महापालिका उपायुक्त डॉ. स्मृति पाटि‍ल ने बताया कि डॉ. श्रीनिवास और डॉ. सोमशेखर पाटिल दोनोंने ही न्यूजीलैंड से लौटकर अपनी ओपीडी शुरू कर दी। डॉ. श्रीनिवास ने तो विदेश से लौटने की जानकारी भी प्रशासन को नहीं दी। कोरोना के खतरे को देखते हुए अस्पताल से मरीजों को खाली करवा केअस्पताल सील कर दिया। जबकि डॉ. पाटिल के अस्पताल की ओपीडी सील कर दी गई। दोनों डॉक्टरों को होम क्वारंटाइन किया गया है।

राज्य में अब तक संक्रमण के 215 मामले सामने आए
राज्य में सोमवार दोपहर तक संक्रमित लोगों की संख्या का आंकड़ा 215 तक पहुंच गया है। सबसे ज्यादा 113 मामले मुंबई में सामने आए हैं, वहीं पुणे में अब तक संक्रमण के 37 केस सामने आ चुके हैं। राज्य में अब तक संक्रमण के चलते नौ लोगों की जान भी जा चुकी है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सांगली में जिस घर में यह परिवार रहता था उसे सैनिटाइज किया गया।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के नंदुरबार में रेनकोट पहनकर मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर, पर्दे फाड़कर बनाए मास्क

नंदुरबार (नीलेश पाटील). देश में कोरोना संक्रमण के बीच डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ लगातार मरीजों के इलाज में जुटे हैं। इस बीच,महाराष्ट्र के नंदुरबार सेबेहद हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां गुजरात कीसीमा से सटे नवापुर इलाके में कई प्राइवेट क्लीनिक में डॉक्टरोंके पास कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सेफ्टी सूट और फेस मास्क तक नहीं हैं। यहां संक्रमण से बचने के लिए डॉक्टर रेनकोट पहनकर मरीजों का इलाज करने को मजबूर हैं। यही नहीं, कई हॉस्पिटल और क्लीनिक में मेडिकल स्टॉफ को पर्दे और चादरफाड़कर फेस मास्क तैयार करने पड़े हैं।

मार्केट में नहीं मिली सेफ्टी ड्रेस
नंदुरबार में अभी तक कोरोना संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। हालांकि, पूरे महाराष्ट्र में संक्रमण रोकने के लिए कर्फ्यू लगाया गया है। बचाव के लिए रेनकोट पहनने के सवाल परडॉक्टरों का कहना है कि नंदुरबार जिले में कोरोना सेफ्टी ड्रेस नहीं मिल रही है। मरीजों का इलाज करना जरूरी है, इसलिए अपनी और उनकी सेफ्टी के लिए वे यह तरीका अपना रहे हैं। नवापुर के सरकारी अस्पताल के एकअधिकारी ने बताया कि मास्क न मिलने की वजह से अस्पताल की चादरफाड़कर मास्क बनाने पड़े हैं।।

निजी क्लीनिक का स्टाफ रेनकोट पहनकर खुद को संक्रमण से बचा रहा है।

गुजरात से आ रहे लोगों की भी नहीं हो रही जांच
नंदुरबार जिला महाराष्ट्र और गुजरात की सीमा पर है। बॉर्डर पर गुजरात की स्वास्थ्य विभाग की टीम आने-जाने वाले लोगों की थर्मल मशीन से जांच कर रही हैं। हालांकि, नंदुरबार स्वास्थ्य विभाग के पास थर्मल मशीन नहोने की वजह से यहां का स्वास्थ्य विभाग सिर्फ रजिस्टर में लोगों के नाम लिख रहा है।।

सरकारी अस्पतालों में भी ज्यादातर स्टाफ डर के कारण बाहर ही बैठता है।

जिलाधिकारी ने कहा- समस्या जल्द सुलझाएंगे
डॉक्टरोंने कोरोना संक्रमण के खतरे से बचाव के लिए जिला प्रशासन से सुरक्षा किट देने की मांग की है। इस पर नंदुरबार की जिलाधिकारी वसुमना पंत ने कहा कि जल्द हीस्वास्थ्य विभाग को थर्मल मशीन, ग्लव्स और सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जाएंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें अब तक सुरक्षा किट नहीं दी गई।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र भाजपा का ऐलान, पार्टी के आपदा कोष में एक महीने का वेतन जमा करवाएंगे सभी जनप्रतिनिधि

मुंबई. कोरोना की लड़ाई में भारतीय जनता पार्टी आगे आई है। महाराष्ट्र भाजपा ने ऐलान किया है कि पार्टी के सभी जनप्रतिनिधि अपना एक महीने का वेतन बीजेपी के आपदा कोष में जमा करवा रहे हैं। इस पर शिवसेना नेता संजय राउत ने सवाल उठाए हैं। राउत ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को यह पैसा सीधे मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना के खिलाफ बनाए गए विशेष खाते में जमा करने चाहिए।

संजय राउत का भाजपा से सवाल
संजय राउत के इन सवालों पर विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सवाल किया कि इनकी (सत्ता पक्ष) लड़ाई कोरोना वायरस से है, या फिर प्राधानमंत्री नरेंद्र मोदी से? फडणवीस ने याद दिलाया कि बाढ़ पीढ़ियों की मदद के समय शिवसेना ने भी ऐसा ही किया था. उसे बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

सरकार को बड़े कदम उठाने चाहिए: देवेंद्र फडणवीस
दूसरी ओर, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से महाराष्ट्र भाजपा के नेताओं से संवाद कर पार्टी की ओर से चलाए जा रहे सेवा कार्य की समीक्षा की। कोरोना वायरस से लड़ी जा रही लड़ाई में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि तिजोरी पर भार पड़े तो पड़े लेकिन सरकार को साहसिक निर्णय लेने से पीछे नहीं हटना चाहिए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Maharashtra BJP declares, all public representatives will deposit one month's salary in party's disaster fund




महाराष्ट्र

मरकज में शामिल महाराष्ट्र के लोगों की तलाश हुई तेज, पुणे में 106 और मुंबई में 32 लोग ट्रेस किए गए

दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित हुए इस्लामिक धार्मिक आयोजन (तब्लीगी जमात मरकज) के सदस्यों की तलाश महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में जारी है। इनमें पुणे, मुंबई, अहमदनगर, नागपुर, ठाणे और पिंपरी चिंचवाड़ शामिल है। कई जिलों से इन्हें पकड़ा भी गया है और क्वारंटाइन करने का काम जारी है।


पुणे मंडल के 186 लोग जमात में हुए शामिल
विभागीय आयुक्त दीपक महेसकर के मुताबिक, पुणे डिविजन से कुल 182 लोग इस तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे, जिसमें से 106 लोगों को ट्रेस कर लिया गया है। इसमें से 94 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। अन्य की तलाश के लिए 6 टीमों का गठन किया गया है। इसमें पुणे से 110, पिंपरी चिंचवाड़ से 26, सातारा से 5, सांगली से 3, सोलापुर से 17 और कोल्हापुर से 21 लोग शामिल हैं। कुछ लोगों की कॉल ट्रेस करने के बाद यह पता चला है कि वे इस समय दूसरे राज्य में हैं।

मुंबई में रुके 8 मलेशियाई नागरिक भी पकड़े गए
मुंबई पुलिस ने तब्लीगी जमात में भाग लेने वाले लोगों का पता लगाने के लिए पूरे शहर उनकी तलाश शुरु कर दी है। इसी कड़ी में बुधवार दोपहर मुंबई पुलिस ने बांद्रा में 12 लोगों और सांताक्रूज में 20 लोगों को ट्रेस किया है। इनमें से 8 मलेशियाई नागरिक हैं। सभी को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। नागपुर मंडल से 94 लोग इसमें शामिल हुए थे, सभी को सामने आकर जांच करवाने के लिए कहा गया है। वहीं ठाणे से पुलिस ने 12 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। कहा जा रहा है कि ये भी जमात में शामिल थे।

अहमदनगर से 46 लोग इसमें हुए शामिल
अहमदनगर जिले से भी 46 लोग इस जमात में शामिल हुए थे, जिसमें से 35 लोगों को ट्रेस कर लिया गया है। इनमें से 2 के भीतर कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।निजामुद्दीन इलाके में हुए इस्लामिक धार्मिक आयोजन (तब्लीगी जमात मरकज) के बाद एक ही बिल्डिंग में ठहरे सभी 2,361 लोगों को निकाल लिया गया है। 617 लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है और बाकी लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। इनमें से 24 लोग कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए हैं। इन सब के बीच तब्लीगी जमात के मुखिया मोहम्मद साद का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है। इसमें वे सरकार द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के आदेश को मुस्लिम समुदाय के खिलाफ एक साजिश बता रहे हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज की इमारत से बाहर निकलते हुए कुछ लोग।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में 335 मरीजों का एनालिसिस किया, इसमें 67% संक्रमितों में बीमारी के लक्षण ही नहीं नजर आ रहे हैं

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। यहां शुक्रवार को संक्रमितों का आंकड़ा 423 तक पहुंच गया। वहीं, राज्य में अब तक 21 लोगों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना के लक्षण को समझने के राज्य के मेडिकल एजुकेशन और ड्रग विभाग ने बुधवार तक संक्रमित मिले335मरीजों का एनालिसिस किया। इसमें बीमारी के लक्षण, बॉडी पर असर और ट्रांसमिशन को समझने की कोशिश की। इसमें कुछ अहम बातेंनिकल कर आई हैं।

67%संक्रमितों में कोरोना बीमारी के लक्षण ही नहीं

335 मरीजों के एनालिसिस में यह बातसामने आई कि कोरोना के संक्रमित मिले67%लोगों में इसके लक्षण ही नजर नहीं आ रहे हैं। यानी कोरोना संक्रमण के जो लक्षण होते हैं जैसे खांसी-जुकाम या बुखार वह इनमें नहीं है। लेकिन, रिपोर्ट में वायरस की पुष्टि हो रही है।इनमें से कई ऐसे भीहैं जिनकी दो-दो बार तक रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि कई बार कोरोना संक्रमण बाद में असर दिखाता है या फिर कई बार व्यक्ति को खुद के संक्रमित होने का पता ही नहीं चलता है। लेकिन वह दूसरो को संक्रमित करता रहता है।

41- 50 साल के बीच के लोग ज्यादाहुए संक्रमित
41 से50 साल के बीच के लोग ज्यादा संक्रमित हुए हैं। डॉक्टर इसका कारण इस उम्र के लोगों का घर से ज्यादा बाहर निकालना मानते हैं। ऐसे में संक्रमण का एक कारण यह भी हो सकता है। वहीं,सबसे कम 81-90 साल के बीच हैं। माना जा सकता है कि इस उम्र के लोग घरों में रहते हैं। ऐसे में संक्रमण से बचे रहे। आठऐसे भी मरीज हैं जिनकी उम्र 1 से 10 साल के बीच है।

उम्र(साल) मरीजों की संख्या
1-10 08
11-20 26
21-30 66
31-40 69

41-50

71
51-60 41
61-70 40
71-80 11
81-90 03

संक्रमित मरीजों में 61% पुरुष

एनालिसिसमें यह भी सामने आया है कि 335 में से 130 यानि 39 % महिलाएं और 205 यानि 61% प्रतिशत पुरुष हैं। करीब3% यानि 9 मरीजों की हालत गंभीर है। वहीं 42 को नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया जा चुकाहै।

मृतकों में सबसे ज्यादा 61-70 साल के बीच

संक्रमण के चलतेजिन लोगों की मौत हुई है। उसमें आठ लोगों की उम्र61-70 साल के बीच थी। इसके बाद 51-60 साल के बीच के चार, 71-80 साल के बीच तीन, 81-90 साल के बीच दो लोगों की जान गईहै।

24% संक्रमितों की ट्रैवल हिस्ट्री, 18% इनके कांटेक्ट में आने से संक्रमित हुए

प्रदेश में82 संक्रमित मिले लोग यानी24% ऐसे हैं जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री रही है। 18% यानि 60 ऐसे हैं जो इनके कांटेक्ट में आने से संक्रमित हुएहैं।इनमें बड़ी संख्या में उनके परिवार वाले शामिल हैं। वहीं 26(8%) मरीज ऐसे हैं जिनके संक्रमित होने का कारण स्पष्ट नहीं है। अब तक 167 मरीजों की जांच जारी है।कोरोना संक्रमित मरीजों में सबसे ज्यादा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आएहैं। दूसरे नंबर पर ये मरीज अमेरिका से आने वाले हैं। इसके बाद ब्रिटेन,फिलीपींस, सऊदी अरब से आने वाले मरीज हैं।

97% संभावितों की रिपोर्ट नेगेटिव आई
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 3 अप्रैल तक राज्य में 10615 लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ है। इसमें से 97 प्रतिशत की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इनमें से 7906 केस सरकारी लैब में और 2967 केस प्राइवेट लैब में हुए। प्राइवेट लैब में हुए 99.93 प्रतिशत केस नेगेटिव आए हैं।

महाराष्ट्र में किस दिन सामने आए कितने मामले..

राज्य में सबसे ज्यादा 100 केस तीन से 4 मार्च के बीच आए हैं।

महारष्ट्र में कहां-कितने मरीज?

जिला रोगी ठीक हुए मृत्यु
मुंबई 235 14 15
पुणे (शहर+ग्रामीण) 45 9 2
पिंपरी चिंचवड 15 10
सांगली 25
नागपुर 16 4
कल्याण-डोंबिवली 10
नवी मुंबई 13 1
अहमदनगर 17 1
ठाणे 8
वसई-विरार 6 1
यवतमाल 4 3
बुलढाणा 5 1
सातारा 2
पनवेल 3
कोल्हापुर 2
उल्हासनगर 1
गोंदिया 1
औरंगाबाद 3 1
सिंधुदुर्ग 1
नासिक 1
पालघर 1 1
रत्नागिरी 1
जलगांव 1
हिंगोली 1
उस्मानाबाद 1
अन्य राज्य (गुजरात) 1
कुल 423 41 21


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
महाराष्ट्र में शुक्रवार तक कोरोना संक्रमण के 400 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। संक्रमण से अब तक 21 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
मुंबई में संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए 200 से ज्यादा कालोनियों को सील कर दिया है। इन इलाकों में संक्रमित मरीज मिले थे।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री बोले-फेल हो जाएगा पावर ग्रिड, राकांपा नेता ने कहा- जनता को मूर्ख समझते हैं पीएम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट तक बिजली बंद करने के फैसले का महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री नितिन राउत ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यदि सभी लाइटों को एक झटके में बंद कर दिया जाए तो इससे पॉवर ग्रिड फेल हो सकती है। हमारी सभी आपातकालीन सेवाएं रुक जाएंगी और वापस बिजली बहाल करने में एक हफ्ते तक का समय लग सकता है। उन्होंने यह भी कहा- मैं लोगों से अपील करूंगा कि वे लाइट बंद किए बिना मोमबत्ती या लैंप जलाएं।

वहीं, इस मामले पर राकांपा नेता और प्रदेश के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा- हमने सोचा था कि प्रधानमंत्री चूल्हा जलाने की बात करेंगे। लेकिन साहब (मोदी) दीए जलाने का उपदेश दे गए। हालांकि, वहीं दूसरी तरफ राकांपा के विधायक और पार्टी प्रमुख शरद पवार के पोते रोहित पवार ने पीएम मोदी की अपील का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा-दीयों के माध्यम से देश को कोरोना विरोध में एकजुट करने का प्रधानमंत्री का लक्ष्य होगा। अगर उनका यही लक्ष्य है तो उसका स्वागत करना चाहिए।

प्रधानमंत्री क्या भारत के नेताओं को मूर्ख समझते हैं: जितेंद्र आव्हाड
राकांपा नेता व प्रदेश के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने भी प्रधानमंत्री की अपील पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि भारत में आधे लोगों के घरों में अनाज नहीं है और पीएम कह रहे हैं कि घरों में अंधेरा करके दीये जलाइए। प्रधानमंत्री भारत के लोगों को क्या मूर्ख समझते हैं। आव्हाड ने यह भी कहा कि मैं मूर्ख नहीं हूं मैं दीये नहीं जलाऊंगा। मुझे लोगों का सहारा बनना है। मैं दीये के तेल से देश की राष्ट्रीय संपत्ति खर्च नहीं करूंगा।

अपना घर नहीं जलाएंगे: शिवसेना नेता राऊत
शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जब लोगों को ताली बजाने के लिए कहा तब लोग सड़कों पर भीड़ करके ढोल बजाने लगे। मुझे उम्मीद है कि ये लोग अब अपने घरों को नहीं जलाएंगे। राऊत ने कहा कि साहब लोगों के काम और पेट के बारे में भी कुछ बोलिए।

गंभीर बनें पीएम : बाला साहब थोराट
राज्य के राजस्व मंत्री बाला साहब थोरात ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रकोप के कारण देश संकट से जूझ रहा है। ऐसी परिस्थिति में प्रधानमंत्री मोदी को कोई नीतिगत निर्णय लेना चाहिए न की देश में ताली बजाओ व दिया जलाओ की अपील करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री को देखना चाहिए कि डॉक्टरों की क्या जरूरतें हैं? ज्यादा से ज्यादा वेंटिलेटर कैसे उपलब्ध हो? करोना की जांच के लिए ज्यादा लेब कैसे बने?

बिजली विभाग ग्रिड फेल होने से रोकने का कर रहा इंतजाम
इस बीच राज्य का पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन (पीओएसओसीओ) यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि आपूर्ति ठप होने पर ग्रिड पर कोई दबाव नहीं आए और बिजली आपूर्ति ठप न हो। जानकार बताते हैं कि बिजली खपत अचानक रुकने से ग्रिड ठप होने का खतरा रहता है।

मोदी ने की थी अपील
शुक्रवार को मोदी ने देशवासियों से 5 अप्रैल को कोरोना संकट के अंधकार को चुनौती देने लिए लाइटबंद दिया जलाने की अपील की थी। उन्होंने कहा था, ‘‘हमें प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है। रविवार को 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण है। घर की सभी लाइटें बंद कर, दरवाजे पर या बालकनी में, खड़े रहकर, 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं।’’



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री नितिन राउत। राउत ने कहा है कि अचानक सप्लाई बंद होने से ग्रिड फेल होने का खतरा है। राएत ने लोगों से अपील की है कि वह दिए जलाएं लेकिन लाइट बंद न करें।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र सरकार ने कहा- लोग नहीं माने तो 14 अप्रैल के बाद भी जारी रहेगा लॉकडाउन, इसलिए नियमों का उल्लंघन न करें

लॉकडाउन के दौरान नियम तोड़ने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के लोग अगर अनुशासन में नहीं रहेंगे और कोविड-19 के मामले बढ़े तो राज्य में सरकार 14 अप्रैल को लॉकडाउन नहीं हटाएगी। टोपे ने लोगों से अनुरोध किया कि वे सख्त अनुशासन का पालन करें जिससे इस महामारी के मामलों में गिरावट आए, जिससे लॉकडाउन को हटाया ज सके।

चरणबद्ध तरीके से हटेगा लॉकडाउन
उन्होंने यह भी कहा- बंद भी लॉकडाउन हटाया जाएगा वह चरणबद्ध तरीके से होगा, ताकि सभी लोगों को एक साथ सड़क पर आने की इजाजत नहीं मिले। लोगों को सख्ती से अनुशासन बनाए रखना चाहिए। लेकिन अगर वे ऐसा नहीं करते हैं और मरीजों की संख्या बढ़ती है तब कोई और विकल्प नहीं बचेगा और लॉकडाउन को बढ़ाना होगा।इसलिए, लोगों को अनुशासन बनाए रखना चाहिए। अगर वे ऐसा करते हैं तो मरीजों की संख्या घटेगी तथा तब हम लॉकडाउनहटा सकते हैं।

हॉस्पिटल्समें 1500 वेंटीलेटर की व्यवस्था की गई
टोपे ने कहा,'हमने 25 हजार पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट(पीपीई) और 25 लाख एन95 मास्क का भंडारण किया है। इसके अलावा सरकारी हॉस्पिटल में 1500 की व्यवस्था की गई है। राज्य में शनिवार को कोविड-19 के 47 और मामले सामने आए। इससेसंक्रमित मरीजों की कुल संख्या 537 हो गई। राज्य में इस बीमारी से अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है।

राज्य में 6.94 लाख क्विंटल अनाज वितरित किया गया: भुजबल
राज्य के मंत्रीछगन भुजबल ने बताया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए बुधवार से प्रदेश के 28.61 साथ राशन कार्ड धारकों को करीब 6.94 लाख क्विंटल अनाज वितरित किया गया।

लॉकडाउन के दौरान 2.82 करोड़ की शराब पकड़ी गई
कोरोना संकट के बीच शुरू हुए लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार के एक्साइज डिपार्टमेंट ने 1221 केस दर्ज कर 2.82 करोड़ की शराब जब्त की है। इस मामले में कुल 472 लोगों को गिरफ्तार कर 36 गाड़ियों को सीज किया गया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यह मुंबई के धारावी की तस्वीर है। यहां तीन संक्रमित मिले हैं। इलाके को सील कर दिया गया है। लेकिन अंदरूनी इलाके में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं।




महाराष्ट्र

9 बजे, 9 मिनट के लिए रौशन हुआ महाराष्ट्र, लाइटें बंद कर लोगो ने जलाया दीया, मोमबत्ती

कोरोनावायरस के अंधकार के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार रात 9 बजे 9 मिनट तक लाइटें बंद कर दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या फोन की फ्लैश लाइट जलाने की अपील की थी। प्रधानमंत्री की इस अपील का मुंबई, पुणे समेत राज्य के कई हिस्सों में अच्छा असर देखने को मिला। लोग अपनी बालकनी में आए और शांति से दिए, मोमबत्ती जलाकर इस लड़ाई में अपनी सहभागीता दिखाई।

पुणे की एक सोसाइटी में लोगों ने इस अंदाज में दिए जलाए।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने रविवार को ट्वीट कर एक बार फिर लोगों को याद दिलाया कि कोरोना से लड़ाई में दीया और मोमबत्ती जलाएं। प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगर आप तैयार हैं तो री-ट्वीट कीजिए। मोदी ने कोरोना संकट पर अपने तीसरे संबोधन में कहा था कि हमें 5 अप्रैल को अपनी महाशक्ति का जागरण करना है, ताकि लॉकडाउन के दौरान घरों में मौजूद लोग खुद को अकेला महसूस न करें।

पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस पूरे परिवार के साथ घर के बाहर आकर दीपक जलाया।
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर पर भी पीएम मोदी की मुहिम का समर्थन करते हुए दीपक जलाए गए और पूरे घर को रोशन किया गया।
नागपुर पुलिस के जवानों ने सड़कों पर मोमबत्ती और दीए जलाकर पीएम के आवाहन का समर्थन किया।
मुंबई के वकोला इलाके की एक चाल में लोगों ने कुछ इस अंदाज में पीएम के मिशन का समर्थन किया
पुणे में लोगों ने पटाखे चलाकर पीएम के आवाहन का समर्थन किया।
अभिनेत्री पूजा हेगड़े ने भी अपनी बालकनी में दिया जलाया।
अभिनेता अक्षय कुमार अपनी बालकनी में मोमबत्ती जलाते हुए।
मुंबई के जुहू पुलिसस्टेशन के बाहर पुलिसकर्मियों ने हाथ में मोबाइल लेकर उसकी फ्लैश लाइट जलाई।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Maharashtra illuminated for 9 minutes, 9 minutes, people switched off the lights and lit the candle




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने कहा-अपराधियों को यह नहीं मानना चाहिए कि पुलिस लॉकडाउन में व्यवस्था है और उनपर कार्रवाई नहीं करेगी

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने देशव्यापी लॉकडाउन प्रभावी होने के बाद से महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ने की घटनाओं पर चिंता जाहिर की है और कहा कि अपराधियों को यह नहीं मानना चाहिए कि पुलिस लोगों को घरों के भीतर रखने में व्यस्त है और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी।

देशमुख ने कहा कि पुलिस महिलाओं के साथ हिंसा और उनका उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। देशमुख ने रविवार को एक बयान में कहा, “विकृत मानसिकता के कुछ लोग महिलाओं के खिलाफ अपराध कर रहे हैं और यह मानकर चल रहे हैं कि पुलिस बंद को प्रभावी बनाने में व्यस्त है तो उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी। यह सच से कोसों दूर है।”

उन्होंने कहा, "मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी धाराएं लगाए और सख्त कदम उठाए।" उन्होंने आगे कहा, "हमारे पास इससे निपटने के लिए कड़े कानून है। लोगों को किसी भी बुलावे में नहीं रहना चाहिए।"



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
गृहमंत्री अनिल देशमुख ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई है।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में रेड जोन जिलों को छोड़कर, अन्य जगहों पर उद्योग शुरु करने की मिल सकती है अनुमति

राज्य में मुंबई व पुणे और रेड जोन जैसे तीव्र कोरोना प्रभावित क्षेत्रों को छोड़कर प्रदेश के बाकी जिलों के उद्योगों को कुछ शर्तों के साथ उत्पादन शुरू करने की अनुमति मिल सकती है। प्रदेश के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। कोरोना वायरस के मद्देनजर राज्य की औद्योगिक स्थिति का पता लगाने के लिए नियुक्ति कृति दल की बैठक सोमवार को मंत्रालय में हुई।

कृषि उपज प्रसंस्करण के उद्योग शुरू हो सकते हैं
उद्योग मंत्री देसाई ने बताया कि उद्योग विभाग के अफसरों से कहा गया है कि मुंबई-पुणे जैसे रेड जोन को छोड़कर दूसरे जिलों में उद्योगों को कुछ शर्तों के साथ उत्पादन शुरू करने के संबंध में प्रस्ताव तैयार किया जाए। देसाई ने कहा कि विशेष रूप से कृषि उपज प्रसंस्करण के उद्योग शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। इससे किसानों को राहत मिल सकेगी। देसाई ने कहा कि स्थायी और ठेके पर काम करने वाले कामगारों को कुछ पैसे मिल सके। इस दृष्टि से प्राथमिकता से विचार करने की जरुरत है।

सीएम की अंतिम मंजूरी के बाद नीतिगत फैसला लिया जाएगा
देसाई ने कहा कि राज्य के लघु उद्योगों के मजदूरों को दो महीने का वेतन देने के लिए बैंकों को कर्ज की सीमा बढ़ानी चाहिए। इसके लिए केंद्र सरकार को तत्काल फैसला लेना चाहिए। देसाई ने कहा कि एमआईडीसी से संबंधित मुद्दों पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मंजूरी के बाद नीतिगत फैसला किया जाएगा। बैठक में उद्योग विभाग के प्रधान सचिव वेणुगोपाल रेड्डी, एमआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. पी. अन्बलगन और उद्योग विकास आयुक्त डॉ. हर्षदीप कांबले समेत कई अफसर मौजूद थे।

महाराष्ट्र को तीन जोन में बांटा गया:

संक्रमण से निपटने के लिए राज्य सरकार ने 15 से ज्यादा मरीजों वाले जिलों को रेड जोन में रखा है। इससे कम वालों को ऑरेंज जोन और जहां एक भी मरीज नहीं है उसे ग्रीन जोन में रखा गया है। माना जा रहा है कि इसी के आधार पर अगले लॉकडाउन का एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा।

रेड जोन: मुंबई, ठाणे, पालघर, पुणे, नागपुर, रायगढ़, सांगली और औरंगाबाद।

ऑरेंज जोन: रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, कोल्हापुर, नाशिक, अहमदनगर, जलगांव, उस्मानाबाद, बीड, जालना, हिंगोली, लातूर, अमरावती, अकोला, यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम और गोंदिया।

ग्रीन जोन: धुले, नंदुरबार, सोलापुर, परभणी, नांदेड़, वर्धा, चंद्रपुर, भंडारा और गढ़चिरौली शामिल हैं।

बगैर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन वाले कार्डधारकों को भी मिले अनाज
शिवसेना सांसद विनायक राउत ने केंद्र सरकार से ऑफलाइन राशन कार्ड धारकों को अनाज उपलब्ध कराने की मांग की है। इस संबंध में सोमवार को राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान को पत्र लिखा है। राऊत ने कहा कि कोरोना वायरस की स्थिति में ऑनलाइन पंजीयन राशन कार्ड धारकों को राशन दुकानों पररियायती दर और मुफ्त में अनाज दिया जा रहा है लेकिन ऑफलाइन राशन कार्ड धारकों को कोई मदद नहीं मिल पा रही है।

राउत ने कहा कि साल 2018 में महाराष्ट्र समेत देश भर में करोड़ों राशन कार्डधारकों का ऑनलाइन पंजीयन नहीं हो पाया था। ये सभी राशन कार्डधारक ऑफलाइन की सूची में चले गए हैं। इस कारण इन राशन कार्डधारकों को राशन दुकानों पर कोई सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। कोरोना की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार को देश भर में करोड़ों ऑफलाइन राशन कार्ड धारकों को सहूलियत दर और मुफ्त में अनाज देने का फैसला करना चाहिए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
उद्योग मंत्री देसाई ने बताया कि उद्योग विभाग के अफसरों से इसपर काम करने को कहा गया है।




महाराष्ट्र

बांद्रा की घटना पर सीएम उद्धव ने कहा- लॉकडाउन का मतलब लॉकअप नहीं, प्रवासी मजदूरों को महाराष्ट्र में डरने की जरूरत नहीं

महाराष्ट्र में मंगलवार को संक्रमण के 350 नए मामले सामने आए। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या 2684 तक पहुंच गई है।इस बीच,मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर मंगलवारको हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई। इन लोगों नेगांव वापस जाने देने की मांग की। पुलिस ने इन्हें हटाने के लिएलाठीचार्जकिया। घटना पर सीएम उद्धव ठाकरेने कहा-मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि लॉकडाउन का मतलब कोई लॉकअप नहीं है।यह महाराष्ट्र आपका है और आप यहां के। आपको डरने की जरूरत नहीं है।

सीएम उद्धव ने कहा- आज एक अफवाह फैली किट्रेनें शुरू हो रही हैं। इसके बाद बांद्रा रेलवे स्टेशन पर कई हजार लोग पहुंच गए। अफवाहों पर ध्यान ना दें, लॉकडाउन में सहयोग करें।कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया पर असर डाला है। सब अपने घरों में त्यौहार मनाने को मजबूर हैं।जिस दिन लॉकडाउन खुलेगा सिर्फ मैं ही नहीं केंद्र सरकार भी आपको आपके घरों तक पहुंचाने में मदद करेगी।

उद्धव का दावा- महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा जांचें

सीएमउद्धव ने कहा- कुछ लोगों को लग रहा है कि महाराष्ट्र में कुछ विचित्र हो रहा है। महाराष्ट्र में जितनी जांच हो रही हैं, उतनी किसी राज्य में नहीं हो रही। राज्य में हमने 22 हजार सैम्पल लिए हैं। 2334 पॉजिटिव केस हैं। राज्य में 230 मरीज ठीक भी हुए हैं। मैंने आज दो लोगों से बात की। छह महीने के बच्चे तनिष्क की मां से मैंने बात की,फिर मैंने 83 साल की एक बुजुर्ग से बात की। ये बताते हैं कि हिम्मत हो, तो कोई भी जंग जीती जा सकती है। हम कोरोनावायरस के इलाज के लिए अस्पताल ही अलग कर रहे हैं।

गृहमंत्री ने लाठीचार्ज से इनकार किया

राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 4 बजे हजारों लोग बांद्रा स्टेशन के बाहर जमा हो गए थे। ये सभी मजदूर थे और लॉकडाउन के चलते अपने घरों में मौजूद थे। उन्हें भरोसा था कि लॉकडाउन खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ इसलिए वह अधीर होकर घरों से बाहर निकल आए और अपने राज्य या अपने गांव जाने की मांग करने लगे। फिलहाल वहां से सारी भीड़ डिस्पर्स हो चुकी है और हम उनके खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के नुमाइंदों और पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाने में कामयाबी हासिल की है और वे सभी शांति से वहां से चले गए।

सरकार इंतजाम करने में नाकाम रही: फडणवीस

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा- बांद्रा में हुई घटना बहुत गंभीर है। सरकार की नाक के नीचे इतने बड़े पैमाने पर मजदूर इकट्ठा होकर कहते हैं कि हमें या तो खाना दीजिए या तो वापिस जाने दीजिए। हम पहले दिन से सरकार को बता रहे हैं कि जो प्रवासी मजदूर हैं, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनकी व्यवस्था सरकार को करनी होगी। सरकार ये व्यवस्था करने में असफल रही है। मैं सरकार से निवेदन करता हूं कि सबसे पहले ऐसे लोगों की सुध ले।

महाराष्ट्र में मंगलवार को 18 की मौत

महाराष्ट्र में मंगलवार को कुल 18 लोगों की मौत हुई। मुंबई में 12, पुणे में 4, अहमदनगर और औरंगाबाद में 1-1 मौत हुई। वहीं, एक मौत किसी दूसरे राज्य के नागरिक की हुई है। उसके बारे में स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी नहीं दी। मृतकों में 11 पुरुष और 7 महिलाएं हैं। इसमें 11 की उम्र 40 से 60 साल के बीच, पांच मरीज की उम्र 60 साल से ज्यादा और दो की उम्र 40 साल से कम थी। इनमें से 13 को ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज और अस्थमा जैसी बीमारी थी। इसके साथ ही राज्य में मौत का आंकड़ा 178 पर पर पहुंच गया है। इसमें से 111 मौत मुंबई में हुई हैं।

कोरोना अपडेट्स

  • स्लम एरिया धारावी में मंगलवार को 6 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए, जबकि 2 मरीजों की मौत हो गई। यहां 13,224 लोगों की स्क्रीनिंग की गईहै।
  • बीएमसी के अनुसार, धारावी झुग्गी-बस्ती इलाके में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 59हो गई और 7 लोग तोड़ चुके हैं।पूरे इलाके को सील कर दिया गया है।
  • मुंबई के ज्यादा प्रभावित इलाके वर्ली कोलीवाड़ा इलाके को बीएमसी ने 'कंटेनमेंट जोन' घोषित कर दिया है। लोगों के यहां घरों से निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है। राज्य सरकार ने यहां पहले हीलॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ा चुकी है।
  • महाराष्ट्र के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड से जुड़े 16 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। आव्हाडने खुद को क्वारैंटाइन कर लिया है। मंत्री से जुड़े जिन लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, उनमेंउनकी सुरक्षा में रहे 5 पुलिसकर्मी, बंगले पर काम करने वालारसोइया, सफाई कामगार, बंगले पर कार्यरत स्टाफ और अन्य कर्मचारी शामिल हैं।
यह तस्वीर नागपुर की है। दुनिया की सबसे छोटी महिला ज्योति अमगे ने सोमवार को यहां पुलिस के साथ मिलकर लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया।
ज्योति की हाइट 2.06 फीट है।

रत्नागिरी: 6 महीने के बच्चा मिला संक्रमित

  • महाराष्ट्र के रत्नागिरी में एक 6 महीने के बच्चे में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही अब यहां कुल संक्रमितों की संख्या छह पहुंच गई है। बच्चा मां से संक्रमित हुआ है। इससे पहले मां की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
  • बीड में भी पिछले 12 घंटों में दो कोरोना संदिग्धों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग इनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही शव के दाह संस्कार की प्रक्रिया की जाएगी।

मुंबई:बेस्ट की बसों से होगी फूड पैकेट्स की सप्लाई
मुंबई मेंबेस्ट की एसी मिनी बसों से हर दिन 80 हजार फूड पैकेट्स गरीबों तक पहुंचाएजाएंगे। बीएमसी के मुताबिक,एक बस एक ट्रिप में 1500 पैकेट्स पहुंचाने में सक्षम है। अगर बस की सीटों को हटा दिया जाए तो 5 हजार पैकेट भी रखे जा सकते हैं। पहले चरण में मुंबई के स्लम एरिया में इसे शुरू किया गया है।

मुंबई में बीएससी ने गरीब तबके तक खाना पहुंचाने के लिए बस को मोडिफाई किया है। इन बसों में फूड पैकेट रखकर इन्हें बंटवाया जाता है।

यह तस्वीर मुंबई की कांदिवली की है। यहांआईबीएससोसाइटी ने गेट में ही सैनिटाइजेश की व्यवस्था कर रखी है। जो भी व्यक्ति कॉलोनीके अंदर आता है उसे पहले सैनिटाइज किया जाता है।

अब तक58 लापता जमातियों में से 40 की तलाश

  • दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में भाग लेकर लौटे 58 लापता लोगों में से 40 का पता लगा लिया गया है। इन्हें आइसोलेशन में भेज दिया गया है। शेष 18 जमातियों को पुलिस ढूंढने की कोशिश पुलिस कर रही है। यह जानकारी राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने दी। उन्होंने बताया कि राज्य से1,409 लोग मरकज में हिस्सा लेने गए थे। बाकी का पहले ही पता लगाया जा चुका था।
  • प्रदेश के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने स्पष्ट किया है कि राज्य के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की परीक्षाएं रद्द नहीं की गई हैं। सामंत ने कहा कि विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की परीक्षा के आयोजन के संबंध में कुलपतियों की समिति गठित की गई है। इस समिति की रिपोर्ट आने के बाद राज्य में कोरोना के प्रकोप की स्थिति को देखते हुए अगला फैसला किया जाएगा।
यह तस्वीर पुणे के ग्रामीण पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल की है। उनकी यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। संक्रमण के चलते पाटिल घर के बाहर ही खाना खाते हैं और वापस ड्यूटी पर चले जाते हैं।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर मंगलवार शाम करीब 5 बजे हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई।




महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में 15 दिन में बना विशेष अस्पताल, नगालैंड में पीएमओ के दखल के 5 घंटे बाद टेस्टिंग सेंटर का काम शुरू

(मंगेश फल्ले) महाराष्ट्र का पहला कोरोना स्पेशल अस्पताल पुणे में तैयार हो गया है। ससून हॉस्पिटल परिसरमें मौजूद इस 11 मंजिला इस इमारत का निर्माण कार्य2008 से काम चल रहा था। इस साल मार्च तक 75 प्रतिशत काम पूरा हो गया था। बाकी बचा काम एक साल में होना था। लेकिन कोरोना के तहत इमरजेंसी को देखते हुएमहज 15 दिन में ही बाकी काम पूरा कर लिया गया।अस्पताल में 700 बिस्तरों की व्यवस्था है। सोमवार को इसमें 70 से ज्यादा कोरोना मरीजों को शिफ्ट भी कर दिया गया।

पीडब्ल्यूडी के अधीक्षक राजेंद्र रहाणे ने बताया कि मार्च में जब हमने इस इमारत के निर्माण कार्य को तेज करने का फैसला किया,तब प्लास्टर, पेंटिंग, प्लम्बर, लिफ्ट का काम बचा था। साफ-सफाई, अग्निशामक व्यवस्थाएं, अंडरग्राउंड पाइपलाइन, पानी की पाइपलाइन, मेडिकल गैस की पाइपलाइनऔर इसी तरह कीअन्य व्यवस्थाओं को युद्ध स्तर पर जुटाया गया। लॉकडाउन की वजह से काम में अड़चन आ रही थी तो घर-घर जाकर लोगों को लाए और15 दिन के भीतर पेंटिंग के साथ ही लिफ्ट लगाने का काम पूरा किया।

15 दिन में कैसे पूरा किया काम

  • 9 दिन में ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम सेट किया।
  • पूरी इमारत को एयरकंडीशन करने के लिए नया ट्रांसफार्मर लगाया गया।
  • 11 मंजिला इमारत के लिए 36 घंटों में हाई-टेंशन बिजली कनेक्शन दिया गया। यह भी एक रिकॉर्ड है।

अस्पताल में 40 वेंटिलेटर लगाए गए

कोरोना के गंभीर मरीजों को सांस लेने के लिए वेंटिलेटर सपोर्ट देना पड़ता है। देश के सामान्य से लेकर बड़े अस्पतालों तक में वेंटिलेटर की कमी है। लेकिनससून अस्पताल में कोरोना को देखते हुएइनकी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। अस्पताल केडीन डॉ. अजय चंदनवाले ने बताया कि यहां 40 वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए हैं।

पीएमओ से फोन आया, 5 घंटे में टेस्टिंग सेंटर का काम शुरू

नागालैंड में दो दिन पहले ही कोरोना का पहला केस आया है। इसके बादवहां के डॉक्टर पंकज गुप्ता ने मरीज की कहानी का वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया। उन्होंने पीएमओ को भी टैग किया। दो घंटे में ही उनके पास फोन आया। पांच घंटे बाद ही दीमापुर और कोहिमा में सेंटर बनाने की कवायद शुरू हो गई। नागालैंड के स्वास्थ्य मंत्री एसपी फाेम ने बताया कि दो सेंटर बनाए जा रहे हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पुणे के इस 11 मंजिला अस्पताल को महज 15 दिन में तैयार किया गया। यहां 700 मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है।