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यात्रियों ने कहा-पूरे रास्ते खाने-पीने का नहीं था इंतजाम, भूख से बिलखते रहे बच्चे, सूरत में निजी कंपनी ने 1000 तक वसूला किराया

लॉकडाउन के बाद पहली बार पूर्णिया जंक्शन यात्रियों से गुलजार दिखा। सूरत से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन छह घंटे की देरी से गुरुवार की रात 8 बजे राज्य के विभिन्न जिलों के 1200 से अधिक श्रमिक को लेकर पूर्णिया स्टेशन पहुंची। इस ट्रेन में पूर्णिया के सिर्फ 10 प्रवासी मजदूर ही आए है। पूर्णिया जंक्शन पर पहुंचते ही यात्रियों की आंखों से आंसू टपकने लगे।
यात्रियों ने बताया कि ट्रेन में उन लोगों के लिए किसी भी प्रकार के खाने पीने का इंतजाम नहीं था। रास्ते में किसी ने खाना तो दूर पानी तक के लिए भी नहीं पूछा। साथ में छोटे-छोटे बच्चे थे जो भूख से बिलखते रहे। यहां तक कि सूरत में प्राइवेट कंपनी द्वारा सूरत से पूर्णिया तक का किराया छह सौ से लेकर एक हजार तक वसूला गया। अधिकांश यात्रियों का कहना था कि ट्रेन में ज्यादा यात्री पटना और उसके आस-पास के जिले के थे। ऐसे में ट्रेन को किसी ऐसे स्टेशन पर रोकना था, जहां से उन्हें लोग आसानी से अपने घर जा सकते थे। पूर्णिया स्टेशन के विधि व्यवस्था की कमान खुद जिलाधिकारी राहुल कुमार और एसपी विशाल शर्मा ने संभाल रखी थी। ट्रेन आने से पहले स्टेशन परिसर को पूरी तरह से सील करते हुए पूरे कैंपस को सेनेटाइज करवाया गया था। जैसे ही ट्रेन आने की सूचना मिली वैसे ही सभी कर्मी अपने-अपने जगहों पर अलर्ट मोड में आ गया। यात्रियों के स्क्रीनिंग की व्यवस्था प्लेटफॉर्म पर ही किया गया था। थर्मल स्कैनर से यात्रियों के स्क्रीनिंग के लिए 8 मेडिकल टीम की तैनाती की गई थी। यात्रियों को उनके गृह जिला भेजने के लिए पहले से ही बाहर में विभिन्न जिलों से पहुंची बसों को तैनात रखा गया था।
स्क्रीनिंग के बाद ही लोगों को बाहर निकलने की थी अनुमति
प्रशासन ने पुरानी गलतियों से सीखते हुए इस बार स्टेशन पर बेहतर इंतजाम किया था। श्रमिकों के स्वागत से लिए स्टेशन को काफी आकर्षक तरीके से सजाने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के लिए जगह-जगह सफेद चूना से गोल घेरा भी बनवाया गया था। पिछली बार जनता कर्फ्यू के दौरान 22 मार्च को जब सीमांचल एक्सप्रेस पूर्णिया पहुंची थी, उस समय बाहर से आने वाले कई लोग बिना स्क्रीनिंग के ही बाहर निकल गए थे, लेकिन इस बार प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम मुस्तैद दिखी। स्टेशन पर बाहर से आने वाले किस ी भी यात्री को बिना स्क्रीनिंग के बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी।
पहले से तैनात खड़ी थी बस, नाश्ते का भी किया गया था इंतजाम
सूरत से आने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बांका, खगड़िया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा और सुपौल को छोड़कर बांकी सभी जिलों के श्रमिक शामिल थे। प्रशासन के द्वारा अन्य जिलों के श्रमिकों को भेजने के लिए पहले से ही स्टेशन पर गाड़ी को तैनात कर रखा था। इसके अलावा प्रशासन के द्वारा स्टेशन पर अग्निशमन विभाग की गाड़ी, एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई थी। प्रशासन के द्वारा श्रमिकों के लिए लिट्टी, सब्जी, फल के अलावा पानी की भी व्यवस्था की गई थी। प्रशासन के द्वारा सभी श्रमिकों को दो-दो पैकेट नास्ता दिया गया। नाश्ता पाकर श्रमिकों को थोड़ी राहत मिली।

कंटेनमेंट जोन में सर्वे करती टीम।

जलालगढ़ में मिले पॉजिटिव युवक के संपर्क में आए 7 की रिपोर्ट निगेटिव

पूर्णिया/जलालगढ़| जिले के लिए राहत की खबर है। जलालगढ़ से मिले कोरोना पॉजिटिव युवक के परिजन और उसके सीधे संपर्क में आए सभी 7 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सीएस ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि प्रशासन ने अभी भी पीड़ित युवकों के परिजनों को आइसोलेशन में रखा है। पांच दिन बाद एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग ने दोनों कोरोना पॉजिटिव युवकों का सैंपल जांच में भेजा जाएगा। जलालगढ़ में मिले कोरोना पॉजिटिव युवक के परिजनों की रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
कंटेनमेंट जोन घोषित होने के बाद दूसरे दिन भी इलाके में हाउस होल्ड सर्वे का काम जारी रहा। मथुरा के एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने वाला एक युवक एक मई को पूर्णिया पहुंचा था। चार मई को प्रशासन के द्वारा युवक का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। 5 मई को युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद 6 मई को कोरोना संक्रमित युवक की मां, दादी, पत्नी, दो बहनें और दो वर्षीय भांजा और एक युवक भी शामिल है। इसके बाइक पर बैठकर पीड़ित युवक अपने गांव पहुंचा था और सभी 7 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। गुरुवार को सभी की सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई है। जलालगढ़ से मिले कोरोना पॉजिटिव युवक का दूसरा सैंपल जांच के 12 मई को एक बार फिर से जांच के लिए भेजा जाएगा।
सात मेडिकल टीम कंटेनमेंट जोन में सर्वे, आम लोगों तक पहुंचाई जा रही सामग्री : जलालगढ़ के कंटेनमेंट जोन में दूसरे दिन भी डोर-तो डोर सर्वेक्षण का काम जारी रहा। बीडीओ मोनालिसा प्रियदर्शनी और सीओ अशोक कुमार मंडल क्षेत्र में लगातार सभी विभागों के साथ बैठक करने और आमलोगों को कोई तकलीफ नहीं हो, इसकी जानकारी ले रहे हैं। बीडीओ ने बताया कि सभी तरह के आवश्यक सामानों की दुकानों के मोबाइल नम्बर सार्वजनिक रूप से जगह-जगह लगाया गया है। इसके माध्यम से लोग सब्जी-फल, राशन, दवा और दूध मंगा भी रहे हैं। क्षेत्र में सैनिटाइजेशन का काम बुधवार से शुरू कर दिया गया है। गुरुवार को भी दो बार सेनिटाइजेशन का काम किया गया है।



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पूर्णिया जंक्शन के प्लेटफॉर्म पर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए ट्रेन से उतरे यात्री। फोटो : राजीव कुमार।




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वार्ड नंबर 34 में मेयर ने 100 परिवारों के बीच किया राहत सामग्री का वितरण

नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या- 34 में गुरुवार को मेयर उपेंद्र प्रसाद सिंह द्वारा निजी कोष से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक सौ गरीब एवं असहाय परिवारों के बीच सूखा राशन का वितरण किया गया। मेयर यूपी सिंह ने कहा कि लॉकडाउन में नगर निगम क्षेत्र में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के घर में चूल्हा जलते रहे, इसी उद्देश्य से राहत वितरण अभियान चलाया जा रहा है। उपमेयर राजीव रंजन ने बताया कि शहर में बनाए गए सभी क्वारान्टीन सेंटर एवं आइसोलेशन सेन्टर को सैनिटाइज कराया जा रहा है।

अग्निशमन वाहन से वार्ड संख्या-30 एवं 32 के स्टेशन रोड, तिलक नगर, मवेशी अस्पताल सड़क, सुपर सकर मशीन से वार्ड संख्या-27 के पनहांस से पहाड़ चक जानेवाली सड़क सहित अन्य सड़कों पर सोडियम हाइपरक्लोराइड मिश्रण से सैनिटाइज कराया गया। वहीं स्वचालित स्प्रे मशीन से शहर के सभी सरकारी कार्यालय, बैंक, समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत चलनेवाली संस्था, प्रधान डाकघर, मूल्यांकन केन्द्र व अन्य सार्वजनिक संस्थानों को सैनिटाइज कराया गया। इस अवसर पर राजेश कुमार, पूर्व प्रधानाध्यापक रामाज्ञा सिंह, राम उजागर सिंह, विरेंदर सिंह, पंचानंद सिंह, मो, गियास, पूर्व टैक्स दारोगा राजेश्वर सिंह उपस्थित थे।
गरीबों के बीच बांटी सामाग्री
आईआईटी दिल्ली के रिसर्च स्कॉलर ऋषिकांत की टीम ने गुरुवार को विष्णुपुर में जरूरतमंद परिवारों के बीच राहत सामाग्री का वितरण किया। उन्होंने कहा कि हमारी टीम इस वैश्विक आपदा की घड़ी में लगातार जरूरतमंदों की मदद कर रही है। साथ ही कहा कि यही समय हैं अपनी मातृभूमि के निः सहायों, दिव्यांगजनों, रिक्शा चालकों, ठेला चालकों, दैनिक मजदूरों एवं विधवा माताओं-बहनों की सेवा करने का। ऋषिकांत ने कहा कि मीडियाकर्मियों को भी 50 लाख का स्वास्थ्य बीमा लाभ दिया जाना चाहिए। क्योंकि समाज में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका हैं।

घर बैठे आज हमलोग देश विदेशों की खबरें जान लेते हैं, उस खबर के लिए मीडियाकर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए दिन-रात लगे रहते हैं। इसलिए कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मी, मीडियाकर्मी, सफाईकर्मी, बैंकर्स, सेना, डाक कर्मी, पुलिस आदि का दिल से सम्मान करे। राहत वितरण में आईआईटी दिल्ली के रिसर्च स्कॉलर प्रो. रवि कुमार, प्रो. अनुराग राठौर,कविता पांडेय, स्वाति वार्ष्णेय, कृष्णा कांत, प्रो. आशीष , विक्रम राज, सुशील पुनिया, प्रो. दीप श्री,मधुमिता सिंह, हर्ष राज, साक्षी नरूला , प्रो. सुमंत, प्रो. समता जैन आदि शामिल है।

एआईवाईफ ने जरूरतमंद रोजेदारों के बीच बांटा फल
बेगूसराय| लॉकडाउन के चलते रोज कमा कर खाने वाले मुस्लिम तबके के लोग दिन भर रोजा रखकर शाम में इफ्तार भी ठीक से नहीं कर पाते हैं। उक्त बातें एआईवाईएफ के जिला संयोजक अमीन हमजा ने रोजेदारों के बीच फल और खजूर वितरण करते हुए कही। साथ ही कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर मुस्लिमों की एक लिस्ट बनाकर एआईवाईएफ ने इफ्तार का सामान मुहैया कराने का मुहिम शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि पटेल चौक स्थित जिला कार्यालय में 50 लोगों के बीच फल एवं खजूर बांटा गया। सीपीआई नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि लगातार जरूरतमंद असहाय लोगों के बीच राहत वितरण का काम पार्टी कर रही है। मौके पर कैसर रेहान मो. ताजुद्दीन, जन्मेजय कुमार उपस्थित थे।



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Mayor distributed relief material among 100 families in ward number 34




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भगवानपुर में बने 11 क्वारान्टीन केंद्रों पर प्रतिनियुक्त किए गए 85 कर्मी, ताकि प्रवासियों को नहीं हो परेशानी

अन्य राज्यों से वापस आने वाले प्रवासियों के क्वारान्टीन के लिए प्रखंड में 11 केन्द्र बनाए गए हैं। बीडीओ अजय कुमार व सीओ कुमार नलिनीकांत ने बताया कि मिडिल स्कूल प्रखंड कॉलोनी, बाइट भगवानपुर, निरीक्षण भवन परिसर, बीएड कॉलेज चंदौर, आरवीएस कॉलेज तेयाय, एमएस केजीबीभी पासोपुर, हाईस्कूल चक्का सहिलोरी, मंडन मिश्र संस्कृत कॉलेज संजात, एसएनपी कॉलेज संजात, एमएस बुचौली व एमएस दुलारपुरमठ को क्वारान्टीन केन्द्र बनाया गया गया है। चिह्नित स्थल पर केन्द्रवार तीन शिफ्ट में कार्यों के सफल संचालन के लिए 11 केंद्र प्रभारी, 66 कर्मियों व 8 पर्यवेक्षकीय पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है।

पर्यवेक्षकीय पदाधिकारी के रूप में बीसीओ शत्रुघ्न कुमार व महेंद्र कुमार पासवान, जेएसएस जितेंद्र कुमार, बीएओ जितेंद्र कुमार सिंह, कृषि समन्वयक विभेष कुमार, रंजय कुमार व रतीश कुमार गुप्ता की प्रतिनियुक्ति की गई है। केंद्र पर लाउडस्पीकर, सीसीटीवी कैमरा, भोजन आदि की व्यवस्था रहेगी। लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन होगा। इसके साथ ही सूचना व सहायता संग्रहण करने हेतु शिक्षक शम्भूनाथ ठाकुर के नेतृत्व में प्रखंडस्तरीय कंटोल रूम का गठन किया गया है जहां 6 कर्मी प्रतिनियुक्त किए गए हैं। आपदा कोषांग से संबंधित कार्यों के लिए 6 अन्य कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।

क्वारान्टीन सेंटर में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई
वीरपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पकड़ी मुनीचक में कोरोनावायरस महामारी को ले बनाये गये क्वारान्टीन सेंटर में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य की जांच गुरुवार को वीरपुर पीएचसी के डॉक्टर द्वारा की गयी। स्वास्थ्य की जांच पीएचसी के डॉ. हादी फारुक द्वारा किया गया। इस दौरान बाहर से आये व्यक्तियों का रजिस्ट्रेशन भी किया गया। साथ ही विभिन्न राज्यों से आये लोगों का ट्रेवल हिस्ट्री लिया गया व उसकी सूची बनायी गयी। बीडीओ अखिलेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में कुल 43 लोग रह रहे हैं। जिसमें कई लोग दूसरे प्रदेशों में रहकर मजदूरी करते थे। इसमें से 5 व्यक्ति का सैम्पल जांच हेतु भेजा गया। मौके पर सीओ नवीन कुमार चौधरी, हेल्थ मैनेजर आनंद ईश्वर, शिक्षक मो. शफी आलम, जगदीश प्रसाद सिंह आदि उपस्थित थे।

क्वारान्टीन सेंटर में रह रहे मजदूर को जांच के लिए भेजा सदर अस्पताल
कन्या मिड्ल स्कूल नावकोठी में क्वारान्टीन किए गए गाजियाबाद से आए छतौना के एक मजदूर को सर्दी, खांसी व तेज बुखार रहने से जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। वह गाजियाबाद में पूर्णिया के पॉजिटिव रोगी के साथ ही काम करता था तथा एक ही कमरे में रहता था। प्रखंड के प्रवासी मजदूर के क्वारान्टीन के लिए दूसरा केन्द्र मिड्ल स्कूल नावकोठी में मजदूरों को रखा जा रहा है। बीडीओ निरंजन कुमार ने बताया कि यूपी, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, राजस्थान आदि प्रदेशों से आए 9 मजदूरों को क्वारान्टीन किया गया है। अब तक नावकोठी के दो स्कूलों में बनाए गए क्वारान्टीन सेन्टर में विभिन्न प्रांतों से आए 101 प्रवासी मजदूरों को क्वारान्टीन किया गया है।



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85 personnel deputed at 11 quarantine centers built in Bhagwanpur, so that migrants do not have problems




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एनएच 31 पर सड़क दुर्घटना में 65 साल के वृद्ध की मौत

क्षेत्र के कुरहा बाजार ढाला के समीप एनएच 31 पर गुरुवार को सड़क पार करने के दौरान अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक वृद्ध गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इलाज के दौरान वृद्ध की मौत हो गई। मृतक की पहचान साहेबपुरकमाल पूर्वी पंचायत के विन्दटोली गांव निवासी करीब 65 वर्षीय वृद्ध माली सिंह के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार, वृद्ध अपने घर से आवश्यक घरेलू सामग्री की खरीदारी के लिए पैदल ही कुरहा बाजार जा रहे थे। कुरहा पूर्वी ढाला के समीप पहुंचने पर बाजार जाने के लिए एनएच 31 सड़क पार कर रहे थे। इसी दौरान खगड़िया की तरफ से तेजगति से आ रहे एक अज्ञात एम्बुलेंस की चपेट में आ गए।

जिससे लगी ठोकर से सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से जख्मी हो गए। खाली व सुनसान सड़क का फायदा उठाते हुए चालक उक्त एम्बुलेंस को लेकर फरार हो गया। आसपास मौजूद लोगों की नजर पड़ी तो वे लोग दौड़कर दर्द से छटपटा रहे घायल वृद्ध व्यक्ति को उठाकर इलाज के लिए पीएचसी भेजा। परिजनों ने बताया कि स्थानीय लोगों से मिली सूचना पर वे लोग पीएचसी पहुंचे। जहां मौजूद चिकित्सक ने घायल की गंभीर स्थिति देख प्राथमिक उपचार बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय रेफर कर दिया जहां इलाज के दौरान वृद्ध व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।



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पश्चिमी विक्षोभ व बंगाल की खाड़ी में कम दबाव से आंधी, 15 एमएम बारिश

पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुरुवार को दिन में ही शाम जैसा नजारा दिखा। काले बादलों से आसमान घिर गया। दोपहर 3:30 से 4:30 बजे तक आंधी तूफान के साथ मूसलाधार 15 एमएम बारिश हुई। जबकि हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा रही।
आंधी तूफान और बारिश से पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस बारिश से मक्का किसानों की भी परेशानी बढ़ गई है। अचानक आए आंधी और बारिश ने खलिहानों में मक्का की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। आम के टिकोला को भी नुकसान हुआ है। आंधी और पानी से मक्का और आम के किसानों को काफी नुकसान हुआ है। हालांकि बारिश से गरमा धान को फायदा हुआ है। मक्का की खड़ी फसल खेतों में गिर गई और जिन फसलों की तैयारी हो रही थी वह पानी से खराब हो गया।
आंधी से पूरे जिले की विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई। कुछ स्थानों पर तार टूट गए तो कहीं विद्युत तार पर बांस और पेड़ की टहनी गिर गए। जिन्हें बारिश रुकने के बाद दुरुस्त किया गया। डंडखोरा में विद्युत तार पर बांस और पेड़ की टहनी गिरने से विद्युत आपूर्ति पूरी तरह ठप रही। हालांकि बारिश के रुकने के बाद दुरुस्त करने का कार्य युद्धस्तर पर जारी था।

अधिकतम तापमान में आई चार डिग्री की गिरावट
बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट आई है। इससे आम लोगों को गर्मी से राहत मिली है। गुरुवार दोपहर तक जिले का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस था, जबकि बारिश के बाद तापमान गिरकर 28 डिग्री सेल्सियस हो गया। जबकि हवा में 80 फीसदीनमी रही।

मौसम में जारी रहेगा उतार-चढ़ाव
पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के कारण बारिश हुई है। मौसम को लेकर पूर्व में ही अलर्ट जारी कर दिया गया था। वर्तमान में मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।
स्वीटी कुमारी, मौसम वैज्ञानिक, कटिहार



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कटिहार में गुरुवार की शाम हो रही झमाझम बारिश।




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अवैध खनन को लेकर बालू माफिया व ग्रामीणों में गोलीबारी, मामला दर्ज, 14 नामजद, चार गिरफ्तार

बुधवार की देर शाम मदार नदी से अवैध खनन को लेकर बालू माफिया व ग्रामीणों की बीच जमकर गोलीबारी हुई। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। घटना पौथू थाना क्षेत्र के अचूकी गांव की है। इस मामले में दोनों पक्षों द्वारा अलग-अलग आवेदन देकर पौथू थाना में मामला दर्ज कराया गया है। दोनों एफआईआर में 14 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। कार्रवाई करते हुए मनोज यादव, बबलु यादव, निरंजन शर्मा व शशिभूषण शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। पहली एफआईआर अचूकी निवासी निरंजन शर्मा के आवेदन के आधार पर दर्ज की गई है।

गांव के ही मनोज कुमार यादव, बबलू यादव समेत सात लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। जबकि दूसरा एफआईआर मनोज यादव के बयान पर दर्ज की गई है। जिसमें निरंजन शर्मा उर्फ सोनू शर्मा, शशिभूषण शर्मा उर्फ रिंटू शर्मा समेत सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है। सूत्रों की मानें तो उक्त नदी से बालू उठाने के लिए पहले भी कई बार इस तरह की घटना हो चुकी है।पूर्व मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन कोरोना महामारी से बचाव के लिए है। लेकिन पुलिस इसका नजायज फायदा उठा रही है। अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों को पुलिस छोड़ रही व चौक-चौराहों पर बाइक वालों पर डंडे बरसाकर जुर्माना वसूल रही है।

अवैध खनन व शराब बिक्री का चल रहा खेल, राजस्व का हो रहा नुकसान

सूबे के पूर्व सहकारिता मंत्री व भाजपा के कदावर नेता रामाधार सिंह ने प्रेस वार्ता करते हुए औरंगाबाद पुलिस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिले में अवैध खनन व शराब बिक्री का खेल चल रहा है। जिससे सरकार की छवि धुमिल हो रही है। पत्रकारों को पूर्व मंत्री ने बताया कि जिले में रोजाना चार करोड़ रुपए की बालू चोरी हो रही है। सरकार को राजस्व का सीधा नुकसान हो रहा है। सरकार वैश्विक महामारी कोरोना के कारण आर्थिक तंगी से गुजर रही है। लेकिन जिले की पुलिस इस आपदा को अवसर बनाने में जुटी हुई है। बारूण, खैरा, ओबरा व दाउदनगर पुलिस सरेआम बालू का अवैध खनन करवा रही है। जिसकी तस्वीर व वीडियो आपसे से साझा कर रहा हूं। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर बुधवार की शाम 07:46 में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय से फोन पर शिकायत किया हूं। इसके बाद कुछ बालू गाड़ियों को पकड़ा भी गया है।

आरोपाें की होगी जांच: डीजीपी
औरंगाबाद पहुंचे डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि आरोप लगते रहते हैं, लेकिन पहले लिखित शिकायत तो हो। पूर्व मंत्री द्वारा मौखिक शिकायत कुछ दिन पहले की गई थी। आरोपों की जांच कराई जाएगी। अगर काेई दोषी पाया गया तो कार्रवाई होगी।



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Firing in sand mafia and villagers for illegal mining, case registered, 14 named, four arrested




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सात निश्चय योजना में सूबे में 31वें स्थान पर पहुंचा खगड़िया

सात निश्चय योजना की राज्य स्तरीय रैंकिंग में फरवरी की अपेक्षा खगड़िया जिले की रैंकिंग में दो पायदान का सुधार हुआ है। लेकिन अभी भी जिला राज्य में 31वें पायदान पर ही है। मार्च माह में बिहार विकास मिशन ने योजनाओं की प्रगति को लेकर जिले को 79.56 अंक दिया है। हर बार की तरह ओवरऑल रैंकिंग में नालंदा जिला 88.62 अंकों के साथ पहले स्थान पर कायम है। सबसे खराब स्थिति अररिया जिले की है। अररिया 74.27 अंकों के साथ सबसे निचले पायदान पर है। वहीं खगड़िया से कम अंक कटिहार, सुपौल, बांका, मधेपुरा, पूर्णिया और सहरसा की भी है। जबकि कैमूर जिले ने सीतामढ़ी को पछाड़ते हुए दूसरा तथा सीवान तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। जबकि सीतामढ़ी दूसरे स्थान से पिछड़कर छठे स्थान पर चला गया है। बताते चलें कि राज्य सरकार ने बिहार विकास मिशन को सात निश्चय योजनाओं की प्रगति जांचने और उसकी समेकित रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेवारी दी है। इस क्रम में मिशन सूबे में चल रही सात निश्चय योजनाओं की अगल-अलग समीक्षा कर जिलों को अंक देता है। फिर सभी योजनाओं की एक समेकित रिपोर्ट तैयार की जाती है, जिसके आधार पर जिलों की रैंकिंग तय की जाती है।
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड में 8वां व स्वयं सहायता भत्ता योजना में मिला 3रा स्थान
सात निश्चय योजना के तहत आर्थिक हल युवाओं को बल कार्यक्रम के अंतर्गत चल रहे बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में खगड़िया जिला 8वें स्थान पर है। जबकि सुपौल पहले तथा पूर्णिया जिला दूसरे स्थान पर है। पड़ोसी जिला बेगूसराय 9वें, भागलपुर 18वें, मुंगेर 20वें तथा सहरसा जिला 22वें स्थान पर है। सभी योजनाओं के लिए 100 नंबर की ग्रेडिंग करते हुए योजनाओं की स्थिति का आकलन करते हुए अंक दिए गए हैं।
वहीं मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना में खगड़िया जिला को तीसरा स्थान मिला है। जबकि इस योजना में शिवहर जिला इस बार भी प्रथम स्थान पर है। वहीं दूसरे स्थान पर सीवान जिले ने अपना कब्जा जमाया है।

गली नाली योजना में शहरी क्षेत्र की स्थिति अच्छी नहीं
राज्य स्तरीय रैंकिंग रिपोर्ट के आधार पर खगड़िया में शहरी क्षेत्र में पक्की गली नाली योजना की स्थिति बेहतर नहीं हैं। हालांकि पिछली रिपोर्ट कार्ड के अनुसार इसमें कुछ सुधार हुआ है। लेकिन इस योजना के तहत जिला का रैंक अब भी 17वां है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में पक्की गली नाली योजना में खगड़िया राज्य रैंकिंग में 10वें स्थान पर है। जबकि शौचालय निर्माण में ग्रामीण क्षेत्र में जिले का स्थान 17वां तथा शहरी क्षेत्र में 13वां है।



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Khagadia reached 31st position in the state in the seven decision plan




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शहीद के परिजन को डीजीपी ने दिया 11 लाख का चेक

गुरूवार की शाम डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने शहीद जवान गोह प्रखंड के देवहरा निवासी संतोष कुमार मिश्रा के परिजनों से मुलाकात की। इसके साथ-साथ शहीद जवान के पत्नी दुर्गावती को ढांढस बंधाया। वहीं 11 लाख रुपए का चेक भी दिया। भविष्य में भी हमेशा मदद का भरोसा डीजीपी ने शहीद जवान के परिजनों को दिया।
कहा कि अगर किसी प्रकार की सहायता हो तो वे उनसे डायरेक्ट संपर्क कर सकते हैं। इस मौके पर डीएम सौरभ जोरवाल, एसपी दीपक बरनवाल, डीडीसी अंशुल कुमार, दाउदनगर एसडीओ कुमारी अनुपम सिंह, एसडीपीओ राजकुमार तिवारी, बिडीओ संजय पाठक, सीओ अवधेश कुमार नेपाली, थानाध्यक्ष मनोज कुमार, मुखिया मंजू देवी मौजूद सहित अन्य मौजूद रहे।
देवहरा बाजार मुख्य पथ पर शहीद संतोष के नाम पर चौक निर्माण की मांग
डीजीपी का काफिला जैसे ही शहीद संतोष के घर पहुंचा कि वहां आसपास के दर्जनों ग्रामीण पहुंच गए। ग्रामीणों ने डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय से देवहरा बाजार मुख्य पथ पर शहीद संतोष के नाम पर चौक निर्माण कराने की मांग की। जिसके बाद डीजीपी ने चौक निर्माण कराने का आश्वासन दिया।कहा कि चौक का निर्माण अवश्य कराया जाएगा। डीजीपी ने कहा कि देश के लिए हर कोई को अपने प्राण न्योछावर करने सौभाग्य प्राप्त नहीं होता है। संतोष बहुत ही भाग्यशाली थे कि उन्हें भारत माता के लिए मिटने का गौरव प्राप्त हुआ। ये गर्व की बात है कि बिहार के लाल ने देश के लिए कुर्बानी दी।



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मैट्रिक की बची 16% कॉपियों का मूल्यांकन हुआ शुरू

लॉक डाउन के वजह से स्थगित हुए मैट्रिक उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य बुधवार से शुरू किया गया है। जो परीक्षा परिणाम के इंतजार में बैठे मैट्रिक परीक्षा के परीक्षार्थियों के लिए राहत की खबर है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्देश पर मैट्रिक परीक्षा के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के सभी उपायों को ध्यान में रखकर किया जाएगा। बोर्ड ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को मंगलवार को निर्देश जारी किया था।

डीईओ मो. अलीम ने बताया कि बोर्ड के अनुसार शिक्षा विभाग बिहार सरकार के द्वारा वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2020 की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य के लिए सशर्त स्वीकृति प्रदान है। मूल्यांकन कार्य 6 मई से शुरू की गई है, जो 10 मई तक चलेगी। विषयवार बची हुई उत्तर पुस्तिकाओं की संख्या के अनुसार ही मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों का योगदान कराया है।

हड़ताल से लौटे शिक्षक करेंगे मूल्यांकन कार्य में योगदान

बोर्ड से निर्धारित समय पर मूल्यांकन कार्य संपन्न कराने के लिए हड़ताल से लौटने वाले शिक्षकों को योगदान कराया गया है। जिसे समय अवधि के अंदर मूल्यांकन कार्य संपन्न कर परीक्षा परिणाम प्रकाशित होगा। मूल्यांकन कार्य के दौराना कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जारी गाइडलाइन का पूरी तरह से केन्द्रों पर पालन किया जाएगा।

16 % उत्तर पुस्तिकाओं का होना है मूल्यांकन
बिहार बोर्ड के निर्देशानुसार मैट्रिक उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए जिले में कुल 6 मूल्यांकन केन्द्र बनाए गए थे। इन केन्द्रों पर समिति द्वारा कुल 2 लाख 80 हजार उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए उपलब्ध करायी गई थी। जिसमें से लगभग 84 प्रतिशत यानी दो लाख 35 हजार उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन कार्य लॉकडाउन से पूर्व संपन्न हो गया था। अब लगभग 16 प्रतिशत यानी 45 हजार उत्तर पुस्तिका बाकी है। जिसका मूल्यांकन किया जा रहा है।

इन गाइडलाइन को पालन करना है अनिवार्य
मैट्रिक उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य करने वाले शिक्षक एवं कर्मियों को सेनेटाइज करने के बाद ही केन्द्र में प्रवेश दिया जाएगा। मूल्यांकन कार्य में शामिल पदाधिकारी, शिक्षक एवं अन्य कर्मी मूल्यांकन कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन पूरी तरह से करेंगे। समय-समय पर साबुन से हाथ धोना, प्रतिनियुक्त शिक्षक मास्क पहनना, केन्द्र के प्रवेश द्वार पर एक कर्मी नॉनकंटेंट थर्मामीटर केन्द्र में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों का जांच अनिवार्य रूप से किया जाएगा।



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16% of matriculation copies started




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मरीज को चारपाई पर लादकर 15 किमी दूर अस्पताल पहुंचे परिजन

बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के सरकारी दावों हवा हवाई साबित हो रहे हैं। बुलाने पर न तो एंबुलेंस पहुंचती है और न ही अस्पताल में समुचित इलाज मिल पा रहा है। ताजा मामला मुफ्फसिल थाना क्षेत्र जाफर नगर दियारा का है, जहां 55 वर्षीय शत्रुघ्न यादव को कई दिनों से पेट में दर्द कि शिकायत थी। बुधवार की रात अचानक उनकी तबियत ज्यादा खराबहो गई।
दर्द से झटपटाते शत्रुघ्न को उनके पुत्र नीतीश यादव ने अन्य तीन संगे-संबंधियों की की मदद से चारपाई पर डाल कर करीब 8 किलोमीटर की यात्रा कर गंगा तट पर पहुंचे। वहीं नाव की सहायता से गंगा पार करने के बाद जब वे लोग बबुआ गंगा घाट पहुंचे तो एंबुलेंस बुलाने के लिए 102 नंबर डायल किया तो फोन नहीं लगी तथा न ही एंबुलेंस का जुगाड़ हो पाया। अंतत: किसी तरह चारों ने फिर से चारपाई को अपने कंधे पर उठाकर मरीज को सदर अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल में नहीं दिया गया स्ट्रेचर
इमरजेंसी वार्ड में वे लोग जब मरीज को लेकर पहुंचे तो पहले तो उन्हें रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पुर्जा कटवाने के लिए कहा गया। जबकि इमरजेंसी मरीजों के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर की बजाए इमरजेंसी वार्ड में भी चिट्‌ठा काटने का प्रावधान है। जब मरीज को वार्ड में शिफ्ट करने के लिए कहा गया। जब परिजनों ने स्ट्रेचर की मांग कि तो कर्मचारियों ने उसे स्ट्रेचर नहीं होने की बात कर टाल दिया तथा उसे चारपाई पर ही ले जाने को कहा। हार कर वे लोग फिर चारपाई पर ही मरीज को उठा कर वार्ड तक ले गए।



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सदर अस्पताल में मरीज को इलाज कराने चारपाई पर ले जाते परिजन।




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10 थाना क्षेत्र के चिह्नित मार्केट में दुकान खोलने की अनुमति नहीं; आदेश के उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई

डीएम कुमार रवि ने कहा कि शुक्रवार, सोमवार और बुधवार को गृह विभाग द्वारा अनुमति दी जाने वाली दुकान जिले के कंटेनमेंट जोन के निकट के क्षेत्रों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में नहीं खुलेगी। सभी अनुमंडल पदाधिकारी और थानाध्यक्ष को सख्ती से आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शहरी क्षेत्र के स्लम एरिया में हाउस टू हाउस सर्वे पूरा: डीएम कुमार रवि ने कहा कि शहरी क्षेत्र के स्लम एरिया में हाउस टू हाउस सर्वे का काम पूरा हो गया है। 145 स्लम एरिया में कुल 18702 घरों के 82957 परिवारों का सर्वे किया गया है। इस दौरान दो व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण का लक्षण पाया गया था। दोनों लोगों की जांच करायी गयी, रिपोर्ट निगेटिव आयी है। हाउस टू हाउस सर्वे के दौरान स्लम बस्ती में रहने वाले लोगों के बीच कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर ‘क्या करें एवं क्या नहीं करें’ से संबंधित लीफलेट का वितरण किया गया है।

इन जगहों पर नहींखोली जाएंगी दुकानें

  • बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र में हरिहर चेंबर।
  • कोतवाली थाना अंतर्गत चांदनी मार्केट ,मौर्या कंपलेक्स।
  • पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र अंतर्गत गोसाईं टोला रोड मार्केट।
  • शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत राजा बाजार मार्केट।
  • हवाई अड्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत शेखपुरा बाजार ,राजा बाजार, खाजपुरा बाजार ,जगदेव पथ बाजार।
  • श्रीकृष्णापुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्मा सेंटर मार्केट।
  • गर्दनीबाग थाना क्षेत्र अंतर्गत चितकोहरा मार्केट।
  • कदमकुआं थाना क्षेत्र अंतर्गत चूड़ी मार्केट।
  • पीरबहोर थाना क्षेत्र अंतर्गत हथुआ मार्केट, खेतान मार्केट, बाकरगंज मार्केट।
  • परसा बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत कुरथौल बाजार, परसा, इतवार पुर बाजार।


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10 थाना क्षेत्र के चिह्नित मार्केट में दुकान खोलने की अनुमति नहीं; आदेश के उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई

डीएम कुमार रवि ने कहा कि शुक्रवार, सोमवार और बुधवार को गृह विभाग द्वारा अनुमति दी जाने वाली दुकान जिले के कंटेनमेंट जोन के निकट के क्षेत्रों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में नहीं खुलेगी। सभी अनुमंडल पदाधिकारी और थानाध्यक्ष को सख्ती से आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शहरी क्षेत्र के स्लम एरिया में हाउस टू हाउस सर्वे पूरा: डीएम कुमार रवि ने कहा कि शहरी क्षेत्र के स्लम एरिया में हाउस टू हाउस सर्वे का काम पूरा हो गया है। 145 स्लम एरिया में कुल 18702 घरों के 82957 परिवारों का सर्वे किया गया है। इस दौरान दो व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण का लक्षण पाया गया था। दोनों लोगों की जांच करायी गयी, रिपोर्ट निगेटिव आयी है। हाउस टू हाउस सर्वे के दौरान स्लम बस्ती में रहने वाले लोगों के बीच कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर ‘क्या करें एवं क्या नहीं करें’ से संबंधित लीफलेट का वितरण किया गया है।

इन जगहों पर नहींखोली जाएंगी दुकानें

  • बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र में हरिहर चेंबर।
  • कोतवाली थाना अंतर्गत चांदनी मार्केट ,मौर्या कंपलेक्स।
  • पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र अंतर्गत गोसाईं टोला रोड मार्केट।
  • शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत राजा बाजार मार्केट।
  • हवाई अड्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत शेखपुरा बाजार ,राजा बाजार, खाजपुरा बाजार ,जगदेव पथ बाजार।
  • श्रीकृष्णापुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्मा सेंटर मार्केट।
  • गर्दनीबाग थाना क्षेत्र अंतर्गत चितकोहरा मार्केट।
  • कदमकुआं थाना क्षेत्र अंतर्गत चूड़ी मार्केट।
  • पीरबहोर थाना क्षेत्र अंतर्गत हथुआ मार्केट, खेतान मार्केट, बाकरगंज मार्केट।
  • परसा बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत कुरथौल बाजार, परसा, इतवार पुर बाजार।


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बीएमपी-14 के रिटायर्ड जवान काेराेना पाॅजिटिव, लॉकडाउन में नहीं जा सके घर, बैरक में ही रहते थे

पटना में दूसरे दिन भी काेराेना के पाॅजिटिव मरीज मिले। बिहार सैन्य पुलिस यानी बीएमपी-14 के रिटायर्ड हवलदार (उम्र 60 साल) की रिपाेर्ट गुरुवार की देर शाम पाॅजिटिव आगई। वे झारखंड के गुमला के रहने वाले हैं। वे इसी साल 31 मार्च का रिटायर हुए हैं। लाॅकडाउन की वजह से घर नहीं जा सके। तीन-चार दिनाें से उन्हें सर्दी-खांसी व बुखार था। मंगलवार की शाम काे वे जांच कराने एम्स गए।
बुधवार काे उनका सैंपल लिया गया और गुरुवार की रिपाेर्ट पाॅजिटिव आगई। इससे पटना में काेराेना मरीजाें की संख्या 46 से बढ़कर 47 हाे गई। ये पटना के पहले सुरक्षाकर्मी हैं, जाे काेराेना की चपेट में आए हैं। उनका इलाज एम्स में चल रहा है। एम्स सूत्राें के अनुसार, उनकी हालत स्थिर है। अभी एम्स में हवलदार समेत चार पाॅजिटिव मरीजाें का इलाज चल रहा है। तीन अन्य लोग खाजपुरा चेन से जुड़े हैं। बुधवार काे पटना में काेराेना के दाे नए मरीज मिले थे।

बैरक में 16 जवान साथ रहते हैं, सभी काे किया गया क्वारेंटाइन
रिटायर्ड हवलदार के साथ बैरेक में 9 जवान रहते हैं। सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बीएमपी परिसर पहुंची औरउन 9 जवानाें के साथ उनके संपर्क में आए 16 लोगों काे लेकर पाटलिपुत्र खेल परिसर में क्वारेंटाइन करा दिया। सिविल सर्जन डाॅ. आरके चाैधरी ने बताया कि जिन 16 लोगों काे क्वारेंटाइन किया गया, उनका सैंपल लिया गया है। उसकी जांच कराई जा रही है।

चेन का नहीं चला पता, खाजपुरा के बगल में ही बीएमपी परिसर

वे पिछले छह माह से घर नहीं गए हैं। यहीं बैरक में रह रहे हैं। 23 और 24 अप्रैल को ये बैरक से बाहर निकले थे। 26 अप्रैल और 27 अप्रैल को इनमें लक्षण दिखा तो 29 अप्रैल को कैंपस में रहने वाले डॉक्टर से दिखाया था। 30 अप्रैल को बुखार होने की सूचना दी थी। हालत में सुधार नहीं होने पर छह मई को पटना एम्स में इनकी कोरोना जांच कराई गई। सात मई को रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह मधुमेह से पीड़ित हैं। बीएमपी परिसर से चंद मीटर की दूरी पर खाजपुरा है। प्रशासन उनके चेन के बारे में पता लगाने में जुटी है। ऐसी आशंका है कि वे सब्जी खरीदने या किसी काम से खाजपुरा गए हाें। उसी परिसर में बीएमपी 5 व 10 भी है। डीएम ने कहा कि पूरे इलाके को सेनेटाइज कराया जाएगा। कटेंनमेंट जोन बनाने का इरादा नहीं है।



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उदयपुर से 1174 प्रवासी श्रमिकों को लेकर हाजीपुर पहुंची स्पेशल ट्रेन, 53 बसों से गृह जिलों में भेजे गए

राजस्थान के उदयपुर से 1174 प्रवासी मजदूरों को लेकर रवाना हुई ट्रेन संख्या 09773 श्रमिक स्पेशल ट्रेन निर्धारित समय से करीब पांच घंटे लेट हाजीपुर स्टेशन पर पहुंची। इस ट्रेन को दोपहर 14 बजे पहुंचना था। प्रवासी मजदूरों को जांच व अन्य प्रक्रियाएं पूरी कर बसों के जरिये उनके गृह जिले में भेजने के लिए प्रशासनिक स्तर पर वृहत व्यवस्था की गई थी। प्रशासनिक अफसरों के साथ पुलिस, आरपीएफ, जीआरपी को लंबा इंतजार करना पड़ा। गाड़ी नम्बर 09773 प्रवासी श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिहार के 34 जिलों के 1174 प्रवासी मजदूरों को लेकर आ रही थी।

ट्रेन के हाजीपुर पहुंचने का समय गुरुवार को दोपहर 02 बजे बताया गया था। श्रमिकों की जांच व अन्य प्रक्रियाओं के बाद स्पेशल बसों से उनके गृह जिलों तक ले जाने के लिए स्टेशन कैंपस में बसें खड़ी थी। डीएम उदिता सिंह, एसपी गौरव मंगला, डीडीसी विजय प्रकाश मीणा, डीआरडीओ निदेशक, डीटीओ, एसडीओ संदीप शेखर प्रियदर्शी, एसडीपीओ राघव दयाल के अलावा आरपीएफ, जीआरपी के सीनियर अफसर विशेष रूप से मुस्तैद थे। ट्रेन के लेट होने पर सभी सीनियर अफसर लौट गए। हालांकि पुलिस, आरपीएफ, जीआरपी स्टेशन कैंपस व प्लेटफॉर्म पर डेरा डाले रहे।

शाम करीब सात बजे बाद श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंची। इससे पहले अफसर मौके पर पहुंच चुके थे। प्लेटफार्म एक पर बाहरी जिला के लोगों के लिए काउंटर लगाया गया था। जबकि दो पर रजिस्ट्रेशन के साथ स्वास्थ्य जांच के 12 काउंटर लगाए गए थे। बताया गया सीएम के निर्देशानुसार अपने किराए से टिकट लेकर पहुंचे श्रमिकों को तत्काल किराए के साथ अतिरिक्त रूप से 500 नकद दिया गया।

प्लेटफॉर्म पर कदम रखते ही भावुक हुए प्रवासी
श्रमिक स्पेशल ट्रेन के रुकते ही श्रमिकों में बेताबी नजर आई। लॉकडाउन अवधि में सहे गए कष्ट, पीड़ा उनके चेहरे पर झलक रहा था पर प्लेटफॉर्म पर कदम रखते ही मानो वे अपने सारे दु:ख भूल गए। उनके चेहरे खिले नजर आए। हालांकि उन सभी श्रमिकों को अपने गृह प्रखंड में पहुंचना बाकी था। किसी ने ट्रेन से उतरते ही प्लेटफार्म की जमीन को स्पर्श कर सिर से लगाया तो किसी ने जमीन को चूमा। अब भी वे घर से दूर होते हुए भी राहत व खुशी महसूस कर रहे थे। उनके हाव-भाव से ऐसा लग रहा था मानो मौत के मुंह से निकल कर आ रहे हों।



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Special train arrived in Hajipur carrying 1174 migrant workers from Udaipur, 53 buses were sent to home districts




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डीएम ने 150 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को बांटे फेस सील, ड्यूटी के दौरान लगाने का निर्देश

जिलाधिकारी कुमार रवि और एसपी उपेंद्र शर्मा ने 150 ट्रैफिक पुलिस को फेस सील दिया और ड्यूटी के दौरान इसे लगाने को कहा है। कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को फेस सील बांटा गया है।

डीएम का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस सड़क पर लोगों के बीच अपना काम कर रहे हैं। यहां संक्रमण के खतरे की सबसे ज्यादा संभावना रहती है। इसी को लेकर संक्रमण से बचाव के लिए विशेष प्रकार का फेस सील उपलब्ध कराया गया है। बता दें कि आईटीआई द्वारा 50 और जिला प्रशासन द्वारा 100 फेस सील तैयार किया गया है।



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ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को फेस सील देते पटना के डीएम कुमार रवि।




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11 मरीजों ने कोरोना से जीती जंग, अब तक 257 लोग ठीक होकर घर लौटे

बिहार के 11 और मरीजों ने कोरोनावायरस से जंग जीत ली है। दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सभी को नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल(एनएमसीएच) से छुट्टी मिल गई है। स्वस्थ होने वाले मरीजों में पश्चिमी चंपारण के पांच, बक्सर के तीन, सासाराम, मुंगेर, सारण और सीवान के एक-एक मरीज शामिल हैं।

नाम

जिला कब भर्ती हुए थे
शहनवाज सासाराम 22 अप्रैल
हाशिमा बेगम बक्सर 25 अप्रैल
मो. मुस्ताक मुंगेर 26अप्रैल
पूजा देवी सारण 30अप्रैल
लाल बाबू महतो सीवान 3 मई
मनोज मुखिया पश्चिमी चंपारण 4 मई
कमलेश कुमार पश्चिमी चंपारण 4 मई
गुड़िया कुमारी पश्चिमी चंपारण 4 मई
सीता कुमारी पश्चिमी चंपारण 4 मई
आयशा बक्सर 4 मई
चांदनी कुमारी बक्सर 4 मई

एनएमसीएच में 119 लोग ठीक हुए
पटना के एनएमसीएच से अब तक 119 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। बिहार में 257 लोग कोरोना से रिकवर हुए हैं। अब तक 569 केस सामने आए हैं। राज्य का रिकवरी रेट बढ़कर 45.16 प्रतिशत हो गया है। तीन दिन पहले यह 25 प्रतिशत था।

जिला अब तक मरीज मिले ठीक होकर घर लौटे मौत
पश्चिमी चंपारण 11 5 0
बक्सर 56 29 0
सासाराम 54 23 1
मुंगेर 102 39 1
सारण 8 5 0
सीवान 32 26 0


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दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सभी को नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई।




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मछली पकड़ने के विवाद में भिड़े दो पक्ष, गोलीबारी और मारपीट में 10 घायल, महिला की हालत गंभीर

मुजफ्फरपुर के कटरा प्रखंड में शुक्रवार को मछली पकड़ने के विवाद में दो पक्ष के लोग भिड़ गए। दोनों तरफ के लोगों ने पहले लाठी से एक-दूसरे पर हमला किया। इसके बाद पथराव और गोलीबारी हुई। घटना में दोनों तरफ से 10 लोग घायल हो गए। एक महिला की स्थिति गंभीर है, उसे एसकेएमसीएच में भर्ती किया गया है।

घटना ऊफरौली-लोधी गांव की है। गोलीबारी में तीन माह का बच्चा भी जख्मी हुआ है। बच्चे को गोद में लेकर महिला अपने घर में बैठी थी तभी गोली दीवार भेदते हुए आई और बच्चे को जख्मी कर दिया। दोनों तरफ से छह राउंड फायरिंग हुई। भाला भी चलाया गया। गोलीबारी की सूचना पर एएसपी अमितेश कुमार पहुंचे। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। कुछ घायलों का इलाज स्थानीय पीएचसी में हो रहा है। वहीं, कुछ को एसकेएमसीएच भेजा गया है।

गोलीबारी के बाद ऊफरौली-लोधी गांव पहुंचे पुलिस ऑफिसर।

तालाब से मछली पकड़ने के लिए हुआ विवाद
दोनों पक्ष के बीच विवाद बुधवार को शुरू हुआ था। एक पक्ष ने अपना तालाब मछली पालने के लिए पट्टा पर झमेली सहनी को दिया। झमेली ने दूसरे व्यक्ति को पट्टा दे दिया। बुधवार को दूसरा व्यक्ति मछली पकड़ने के लिए तालाब से पानी निकाल रहा था तो तालाब के मालिक की ओर से इसका विरोध किया गया। इसपर दोनों तरफ से विवाद हुआ। पुलिस आई और मामला शांत कराकर चली गई। आज फिर तालाब से मछली पकड़ने की कोशिश की गई, जिससे विवाद भड़क गया।



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लाठी लेकर आमने-सामने आए दोनों पक्ष के लोग। इस दौरान गोली चलने से अफरा-तफरी भी मची।




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जमीन विवाद में तेजाब से हमला, 6 महिलाओं समेत 12 लोग झुलसे

समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के केवटा गांव में शुक्रवार सुबह तेजाब से हमले में छह महिलाएं सहित एक दर्जन लोग जख्मी हो गए। उन्हें इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया। गांव केविष्णुदेव राय और जीवछ राय के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। शुक्रवार को जीवछ राय के बेटे अरुण राय मकान बनवा रहे थे। इसी बीच उन लोगों पर तेजाब से हमला किया गया।

इस हमले में जीवछ राय, अनूठा देवी, अरुण राय, गनिता देवी, प्रेम कुमार राय, चंद्रकला देवी, भूदेव राय, निर्भय राय और रामदुलारी देवी जख्मी हो गए। दूसरे पक्ष से विशुनदेव राय, उनकी बेटी प्रियंका कुमारी और पत्नी जख्मी हैं। प्राथमिक इलाज के बाद सभी को सदर अस्पताल समस्तीपुर रेफर किया गया।



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सदर अस्पताल जाने के लिए एम्बुलेंस में सवार एसिड अटैक में घायल हुए लोग।




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10 मई को पूरे राज्य में काला दिवस मनाएगी रालोसपा: उपेंद्र कुशवाहा

रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि राज्य के क्वारैंटाइन सेंटर बदहाल हैं। यहां सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। प्रवासी मजदूरों को लाने में भी सरकार की कार्रवाई नाकाफी है। 10 मई को पूरे राज्य में सरकार के विरोध में पार्टी काला दिवस मनाएगी। 10 से 12 बजे तक अपने घरों नेता व कार्यकर्ता काली पट्टी बांध सत्याग्रह करेंगे। शुकवार को वे पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं से फेसबुक लाइव के माध्यम से बात कर रहे थे।

कुशवाहा ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना जैसी महामारी से निपटने में नाकाम साबित हो रही है। क्वारैंटाइन सेंटर की बदहाली का सच उजागर करने वालों पर पाबंदी लगाना गलत है। कुशवाहा ने मांग की है कि बाहर फंसेमजदूरों के खाते में 10 हजार रुपए दिए जाएं। राज्य के गरीबों को दूसरी किस्त की एक हजार की राशि दी जाए। राज्य में रोजगार की उपलब्धता के लिए सरकार ठोस योजना बनाए। किसानों के नुकसान की भरपाई की जाए। कोरोना जांच में तेजी लाई जाए ताकि संक्रमित की पहचान की जा सके।



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रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मांग की है कि राज्य के बाहर फंसे मजदूरों के खाते में 10 हजार रुपए दिए जाएं।




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13 छात्रों ने 15 दिनों में 1260 लोगों को किया फोन, खगड़िया डीएम के अलावा किसी ने नहीं दिया रिस्पांस

मध्य प्रदेश के कटनी में फंसे बिहार के 13 छात्र घर वापसी के लिए 15 दिनों से लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान वे बिहार और मध्य प्रदेश के 1260 कमिश्नर, डीएम, एसएसपी के साथ ही कोविड-19 से जुड़े अधिकारियों को फोन कर चुके हैं। इसके साथ ही फोन के माध्यम से लगभग 350 रिश्तेदारों से बिहार वापस बुलाने की गुहार लगाई है। पीएम और सीएम को ट्वीट किया। खगड़िया के डीएम को छोड़कर किसी भी ने छात्रों के बिहार वापसी की बात तो दूर फोन पर सही तरीके से रिस्पांस भी नहीं दिया। कई लोगो ने फोन ही कट कर दिया, तो कई ने वापसी के लिए इंतजार करने की बात कहकर फोन काट दिया।

खगड़िया के डीएम ने छात्रों से उनकी समस्या पूछते हुए वापसी के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया। इसी तरह से अहमदाबाद में फंसे एक दर्जन ऐसे लोग हैं, जिनके पास पैसे खत्म हो चुके है। वे सड़क पर खड़े होकर विभिन्न संस्थाओं की ओर से दिए जाने वाले भोजन के पैकेट के सहारे अपना पेट भर रहे हैं।

लॉकडाउन बढ़ा तो भोजन बांटने वाले संस्थान ने खिंचे अपने हाथ
अहमदाबाद में फंसे चंदन कुमार कहने को तो आईटी कंपनी में कार्यरत है। लेकिन, पिछले 20 दिनों से वे अपने दूसरे दोस्तों के साथ सड़क पर भोजन का पैकेट बांटने वालों के सहारे अपना गुजारा कर रहे हैं। उनके पास पैसे खत्म हो चुके हैं। कंपनी ने दो महीने से सैलरी नहीं दी। अब नौकरी से निकालने की धमकी दे रही है। ऐसे में चंदन कुमार सहित उनके सभी दोस्तों को काफी परेशानी हो रही है। लॉकडाउन बढ़ने की वजह से विभिन्न संस्थाओं ने भी अपने हाथ पीछे खिंच लिए हैं। ऐसे में कई संस्थाओं ने भोजन का पैकेट और राहत सामग्री बांटना बंद कर दिया।

पटना के डीएम कुमार रवि का कहना है कि देश के अन्य हिस्सों में फंसे लोगों की वापसी के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। हर दिन विभिन्न स्थानों से ट्रेन के माध्यम अप्रवासी बिहार पहुंच रहे हैं। लोगों को धैर्य रखने की जरुरत है। उनकी समस्या भी खत्म की जाएगी।



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छात्रों ने अधिकारियों और परिवार वालों को फोन कर उन्हें वापस बुलाने की गुहार लगाई है।




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571 संक्रमित: रोज एक हजार लोगों का रैंडम टेस्ट होगा, प्रवासी मजदूरों पर खास नजर; पटना के नॉन कंटेनमेंट जोन में दुकानें खुलीं

बिहार में संक्रमितों की संख्या शुक्रवार को 571हो गई। समस्तीपुर में 6, खगड़िया में 4, दरभंगा में 4, सहरसा में 2 और बांका, भागलपुर,सुपौल, पू. चंपारण व कटिहार में एक-एक नए मरीज मिले हैं।दूसरी ओर, प्रवासी मजदूरों के राज्य लौटने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को 24 ट्रेनों से 28467 प्रवासी आए। आज 20 ट्रेनों से 20629 आएंगे। महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान जैसे ज्यादा प्रभावित राज्यों से लौटने वाले इनमजदूरों की वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। सरकार ने रोज एक हजार मजदूरों के रैंडम टेस्ट का फैसला किया है।

स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा- हमने प्रवासी श्रमिकों को तीन कैटेगरी (रेड, ऑरेंज और ग्रीन) में बांटा है। वो किस जगह से आए हैं, इस आधार पर कैटेगरी तय की जाएगी। रेड जोन वालों की जांच पहले की जाएगी।

पटना: कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए फेस शील्ड पहनकर ड्यूटी करते यातायात पुलिसकर्मी।

40% संक्रमित अब स्वस्थ
राज्य के लिए राहत की बात यह है कि कुल संक्रमितों में 40 फीसदी अब स्वस्थ हैं। इस मामले में राष्ट्रीय औसत 29% है। अब तक 246 मरीज ठीक हुए हैं। गुरुवार को रोहतास के 15, मुंगेर के 8, औरंगाबाद के 5 के अलावापटना और गया के एक-एक मरीज ने कोरोना वायरस को शिकस्त दी। गया में छह मामले थे। 5 स्वस्थ हो गए हैं। मधेपुरा में दो केस थे। दोनों ठीक हो गए हैं।

फोटो महाराष्ट्र से पटना के दानापुर पहुंची ट्रेन का है। दूसरे राज्यों से मजदूरों के लौटने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को 24 ट्रेनों से 28467 प्रवासी आए।

पटना: इलेक्ट्रिक और ऑटोमोबाइल की दुकानें खुलीं
लॉकडाउन के बाद शुक्रवार को पहली बार पटना में इलेक्ट्रॉनिक्सऔर ऑटोमोबाइल की दुकानें खुलीं। यहां हफ्ते में तीन दिन (शुक्रवार, सोमवार और बुधवार) दुकान खोलने की मंजूरी है। कंटेनमेंट जोन में यह छूट नहीं दी जाएगी।

इन जगहों पर नहीं खोली गईं दुकानें

  • बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र में हरिहर चेंबर।
  • कोतवाली थाना अंतर्गत चांदनी मार्केट, मौर्या कॉप्लेक्स।
  • पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र अंतर्गत गोसाईं टोला रोड मार्केट।
  • शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत राजा बाजार मार्केट।
  • हवाई अड्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत शेखपुरा बाजार ,राजा बाजार, खाजपुरा बाजार, जगदेव पथ बाजार।
  • श्रीकृष्णापुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्मा सेंटर मार्केट।
  • गर्दनीबाग थाना क्षेत्र अंतर्गत चितकोहरा मार्केट।
  • कदमकुआं थाना क्षेत्र अंतर्गत चूड़ी मार्केट।
  • पीरबहोर थाना क्षेत्र अंतर्गत हथुआ मार्केट, खेतान मार्केट, बाकरगंज मार्केट।
  • परसा बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत कुरथौल बाजार, परसा, इतवारपुर बाजार।

प्रखंड स्तर पर 3432 क्वारैंटाइन सेंटर
आईपीआरडी सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि राज्य में प्रवासियों को 21 दिनक्वारैंटाइन में रखने के लिए ब्लॉकस्तर पर 3432 क्वारैंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। इनमें फिलहाल 19123 लोग हैं। पंचायत स्तर पर बनाए गए 1102 क्वारैंटाइन कैंप में 10 हजार लोगों को रखा गया है। 186 आपदा राहत केंद्रों के जरिए 65758 लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है।



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लॉकडाउन में ढील मिली तो दुकानें भी खुलीं। इसी दौरान पटना में मोबाइल खरीदतीं लड़कियां।




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तेलंगाना से 1250 प्रवासी मजदूरों को लेकर छपरा पहुंची स्पेशल ट्रेन, डीएम-एसपी ने किया स्वागत

तेलंगाना से 1250 प्रवासी मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को छपरा पहुंची। स्टेशन पर डीएम और एसपी ने मजदूरों का स्वागत किया। सभी लोगों के बैग सैनिटाइज करने के बाद उन्हें प्लेटफॉर्म से बाहर लगाया गया जहां उनकी स्क्रीनिंग की गई। सभी को नाश्ते का पैकेट और पानी का बोतल दिया गया।

वापस लौटने वालों में छपरा के 263 लोगों के अलावा मधुबनी के 723 और सीवान के 264 लोग शामिल हैं। दूसरे जिलों के लोगों को बस से उनके घर भेजा गया जहां वे 21 दिनों तक क्वारैंटाइन सेंटर में रहेंगे।

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया ने कि सभी लोगों को उनके गृह जिले में भेजा जा रहा है। सभी को 21 दिन सेंटर में रहना होगा। सेंटर में लोगों को किट दिए जाएंगे। लोगों को सुबह में नाश्ता और दो बार भोजन दिया जाएगा। क्वारैंटाइन सेंटर में मनोरंजन के लिए टीवी भी लगाया गया है। लोगों को स्वस्थ रखने के लिए सुबह-शाम योग कराया जा रहा है।



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सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए प्लेटफॉर्म से बाहर लाया गया।




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प्रवासी मजदूरों को लेकर दानापुर पहुंची स्पेशल ट्रेन, सभी को 21 दिन क्वारैंटाइन में रहने का आदेश

महाराष्ट्र के पनवेल से प्रवासी मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को दानापुर पहुंची। यहां सभी को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद नाश्ते का पैकेट दिया गया और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बसों से क्वारैंटाइन सेंटर ले जाया गया। सभी को यहां 21 दिनों तक रहना होगा।

इसके अलावा राजस्थान के कोटा से 1246 छात्रों को लेकर स्पेशल ट्रेन आरा पहुंची। सभी छात्रों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद नाश्ते का पैकेट दिया गया। इसके बाद सभी को लोकल थाने ले जाया गया। यहां पूरी डिटेल लेने के बाद छात्रों को उनके घर भेजा गया जहां उन्हें 21 दिनों तक क्वारैंटाइन रहने का आदेश दिया गया है। इस दौरान कोरोना का कोई भी लक्षण मिलने पर तुरंत जिला प्रशासन को बताने को कहा गया है।

स्पेशल ट्रेन में भोजपुर के अलावा बक्सर, रोहतास, सारण और कैमूर के रहने वाले छात्र थे। दूसरे जिलों के छात्रों को स्क्रीनिंग के बाद बस में बिठाया गया। बस से सभी छात्रों को उनके गृह जिले भेजा गया। सभी छात्रों से एक शपथ पत्र भरवाया गया है जिसमें 21 दिनों तक घर से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है।

लॉकडाउन की वजह से छात्र करीब डेढ़ महीने से कोटा में फंसे थे। उनके लौटने की खुशी चेहरे पर साफ दिखी। छात्रों का कहना है कि घर लौटकर काफी खुशी हो रही है। कोटा स्टेशन पर लोगों ने हमें ताली बजाकर रवाना किया। पूरे सफर में कई बार नाश्ता और पानी के लिए पूछा गया।



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दानापुर में बीमार मजदूर को स्ट्रेचर से प्लेटफॉर्म से बाहर लेकर जाते स्वास्थ्य कर्मी।
ट्रेन से उतरने के बाद छात्रों की स्क्रीनिंग की गई और फिर लोकल थाने ले जाकर एक फॉर्म भरवाया गया जिसमें 21 दिनों तक घर में रहने का जिक्र है।




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12 सौ लीटर शराब पर जेसीबी चलवाकर पुलिस ने किया नष्ट

डुमरांव थाना परिसर में गुरुवार विभिन्न कांडों में जब्त 1200 लीटर शराब को विनष्ट किया गया। शराब का विनष्टिकरण डुमरांव थानाध्यक्ष संतोष कुमार के नेतृत्व में बतौर मजिस्ट्रेट कृष्णकन्हैया प्रसाद के समक्ष किया गया। मजिस्ट्रेट कृष्ण कन्हैया प्रसाद ने कहा कि शराब और इसके कारोबार को लेकर प्रशासन सख्त है। वहीं थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि शराब तस्करों की गिरफ्तारी व शराब बरामद करने को लेकर लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शराब के धंधे को किसी भी सूरत में पनपने नहीं दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि डुमरांव थाना क्षेत्र से बरामद शराब का विनिष्टीकरण किया गया। विनष्ट हुए शराब में 1000 लीटर क्रेजी रोमियो ब्रांड और 200 लीटर देशी अर्धनिर्मित शराब था। थानाध्यक्ष ने बताया कि शराब कारोबारियों पर नकेल कसी जा रही है। गौरतलब है कि लाक डाउन के दौरान भी शराब तस्कर इस क्षेत्र में सक्रिय है। पुलिस की कार्रवाई में पिछले दिनों डुमरांव के साथ ही नया भोजपुर व कोरानसराय पुलिस द्वारा शराब बरामद करने व तस्करों की गिरफ्तारी से यह बात साफ हो गई है कि लाक डाउन का असर शराब तस्करों पर नहीं है।



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Police destroyed JCB on 12 hundred liters of liquor




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आरा जेल पर पथराव करने वाले 15 कैदी सेंट्रल जेल गए

सुरक्षा कारणों से आरा से 15 कैदियों को सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया है। इन सभी पर आरोप था कि गुरुवार को आरा जेल में हुई हिंसक झड़प में यह लोग शामिल थे। एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है। इस आशय की जानकारी जेल अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा ने दी। उन्होंने बताया कि शिफ्ट करने पूर्व सभी की स्क्रीनिंग की गई। इन सभी को अलग सेल में रखा गया है। जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरा केंद्रीय कारा में गुरुवार को कैदियों के दो गुटों में हिंसक झड़प हुई थी।

इस दौरान दोनों गुटों ने एक दूसरे पर जमकर ईंट-पत्थर फेंके थे। इस मारपीट को रोकने आए पुलिसकर्मियों पर भी पथराव हुआ था। मजबूर होकर पुलिस को लाठियां भाजनी पड़ी थी। किसी तरह जवानों ने मामले को शांत कराया था। दोबारा इस तरह का बवाल नहीं हो इस बात को ध्यान में रखते हुए एक पक्ष के सभी कैदियों को वहां से हटा दिया गया। सभी को बक्सर केंद्रीय कारा भेज दिया गया है। वहीं दूसरी ओर नए कैदियों के आने के बाद केंद्रीय कारा की भी सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। आने जाने वाले हर व्यक्ति के गहन तलाशी के बाद ही उसे कारा परिसर में प्रवेश करने दिया गया।



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दूसरे राज्यों से आने वाले लोग 21 दिनों तक क्वारान्टीन सेंटर्स में रहेंगे, रोजाना 30-40 टेस्ट ही किये जा सकेंगे

कोरोनावायरस डिजीज (कोविड-19) के संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के संबंध में विचार-विमर्श के लिए जिले के जनप्रतिनिधियों और राजनीतिक पार्टी के जिलाध्यक्षों की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता डीएम अमन समीर ने की। डीएम ने बताया कि कोरोनावायरस के संक्रमण को जिले में फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी दक्षता के साथ कार्य कर रहा है। इसमें आमजनों का भी पर्याप्त सहयोग प्रशासन को मिल रहा है। वर्तमान में अन्य राज्यों अथवा अन्य जिलों से आने वाले अप्रवासी कामगारों एवं मजदूरों की संख्या में काफी इजाफा हो रहा है।

आंगतुकों को स्क्रीनिंग के पश्चात प्रखंडस्तरीय क्वारान्टीन सेंटर्स में 21 दिनों के लिए रखा जाना है। बाहर से आने वाले कोई भी कामगार या मजदूर स्क्रीनिंग से छूट न जाए इसके लिए डीएम ने सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील की। एक भी संक्रमित के छूट जाने से पूरी मेहनत पर पानी फिर सकता है। साथ ही कोरोनावायरस के तेजी से फैलने की भी इसकी आशंका बनी रहेगी।
मौजूद रहे तीन विधायक और अन्य प्रतिनिधि
बैठक में सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी, डुमरांव विधायक ददन यादव, ब्रह्मपुर विधायक शंभूनाथ यादव के अलावा जिला परिषद अध्यक्ष, नगर परिषद की मुख्य पार्षद, विभिन्न राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्षगण, प्रमुख एवं जिलास्तरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
रेडजोन से आने वाले मजदूरों का प्राथमिकता के आधार पर होगा टेस्ट
डीएम ने बताया कि वर्तमान में रेड जोन से आने वाले कामगारों को प्राथमिकता के आधार पर प्रतिदिन 30 से 40 टेस्ट करवाया जाएगा। इसमें वृद्ध एवं संदेह वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी। ट्रेन के द्वारा आने वाले बक्सर जिला के आप्रवासी मजदूरों, कामगारों एवं विद्यार्थियों को लाने हेतु विभिन्न जिला में बसों को जिला से भेजा जा रहा है। बसों से लाने के पश्चात उन्हें प्रखंड स्तरीय क्वारान्टीन सेंटर्स पर स्क्रीनिंग एवं रजिस्ट्रेशन के पश्चात भेज दिया जाता है।
जनप्रतिनिधियों ने किया प्रशासन की मदद का वादा

बैठक को संबोधित करते हुए एशपी उपेन्द्र नाथ वर्मा ने बताया कि इस समय हम सभी को दलगत भावना से ऊपर उठकर प्रशासन को पूर्ण सहयोग करना चाहिए। ताकि कोरोना संक्रमण के प्रभाव को जिला में समाप्त किया जा सके। किसी भी तरह के अवांछित तरीके से कामगारों के आगमन की सूचना प्रशासन को अविलम्ब दें। ताकि उनकी चिकित्सकीय जांंच एवं क्वारान्टीन सेंटर्स में रहने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। बैठक में माननीय विधायकगणों ने मुक्त कंठ से जिला प्रशासन के द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। सभी ने क्वारान्टीन सेंटर्स पर बेहतर सुविधा देने में अपना-अपना सहयोग देने का भी वायदा किया।



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People coming from other states will stay in quarantine centers for 21 days, only 30-40 tests can be done daily.




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कटिहार में एक और कोरोना पॉजिटिव, अब जिले में कुल मरीजों की संख्या हुई 11, नजदीकी पांच लाेग क्वारेंटाइन

आठ दिनों के भीतर कटिहार में एक और महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। हालांकि शुक्रवार को जिस महिला की पॉजिटिव रिपोर्ट आई है, उसका कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। प्रशासन ने महिला के नजदीकी पांच लोगों को क्वारेंटाइन कर दिया है। अब तक जिले में कुल पॉजिटिव केस की संख्या 11 हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार महिला का पति एक सप्ताह पूर्व गाजियाबाद से आया था। वह वहां मजदूरी करता था। कटिहार के गेड़ाबाड़ी में प्रवेश करते ही उसे गेड़बाड़ी क्वारेंटाइन सेंटर में क्वारेंटाइन कर लिया गया। तीन-चार दिन रहने के बाद वह क्वारेंटाइन सेंटर से फरार हो गया और भागलपुर से होते हुए अपने घर पहुंच गया। जहां वह परिवार के साथ दो दिन तक रहा। लेकिन गांव वालों की सूचना पर फिर उसे गेड़ाबाड़ी ले जाकर क्वारेंटाइन कर दिया गया। शंक के आधार पर महिला का सैंपल लेकर उसे होम क्वारेंटाइन में रखा गया था। जब उसकी रिपोर्ट आई तो पॉजिटिव निकली। सदर एसडीओ नीरज कुमार ने शुक्रवार को एक और महिला की रिपोर्ट पाॅजिटिव आने की पुष्टि की है।

प्रशासनिक खेमे और गांव में दहशत का माहौल

प्रशासनिक खेमे और गांव में दहशत है। प्रशासन महिला की हिस्ट्री खंगालने में जुटा है और महिला के संपर्क में आने वाले पांच लोगों को क्वारेंटाइन कर दिया गया है। महिला के पति एवं अन्य का सैंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है। प्रशासन महिला से बने चेन को ट्रेस करने में लगा है गांव की नाकाबंदी कर दी गई है। गांव वालों ने भी आने जाने पर पाबंदी लगा दी है। गांव वालों का कहना है कि जो महिला पॉजिटिव पाई गई है उसके घर के समीप के चापाकल से तीन परिवार पानी भरते थे। अभी पांच लोगों का सैंपल लिया गया है। जबकि पति का सैंपल लेकर जांच में भेजा गया है।
शुक्रवार को अंबाला से पहुंचे 1188 यात्री

कटिहार | दूसरे राज्यों से बिहार के मजदूरों का आना लगातार जारी है। शुक्रवार को अंबाला से 1188 मजदूर कटिहार स्टेशन पहुंचे। जिसमें कटिहार के 300 यात्री शामिल थे। गुरुवार को दो ट्रेनों से 2599 यात्री कटिहार पहुंचे थे, जबकि बुधवार को तीन ट्रेनों से 3500 हजार यात्री कटिहार पहुंचे। प्रशासन द्वारा यात्रियों को उनके गृह जिले में भेजा जा रहा है। स्टेशन परिसर में 1 मीटर की दूरी पर सफेद वृत्त बनाकर आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाती है। स्टेशन परिसर में विभिन्न जिलों के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं। प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को यात्रियों की सूची सौंपी जाती है। 25 यात्रियों को ही बैठने का निर्देश है। कटिहार के यात्रियों को उनके प्रखंड में बने क्वारेंटाइन सेंटर तक पहुंचाया जाता है। एसडीएम नीरज कुमार ने बताया कि जिला व रेल प्रशासन की मदद स यात्रियों की हर संभव मदद की जा रही है। यात्रियोंंको क्वारेंटाइन मेें रहने का निर्देश दिया गया है।



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कटिहार स्टेशन परिसर में गाेल घेरे में खड़े बाहर से आए रेलयात्री।




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पटरी पर लौट रही जिंदगी : एनएमसीएच में भर्ती 12 मरीज हुए कोरोना मुक्त, अबतक 34 हुए ठीक

जिले में एकमात्र नारायण मेडिकल कॉलेज में हीं काेरोना पाॅजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। इलाज के क्रम में कोरोना मरीजों का ठीक होने का दौर भी जारी है। इस क्रम मे शु्क्रवार को यहां इलाजरम 12 और मरीज अब कोरोना मुक्त हो गए है। इस प्रकार यहां इलाजरत 46 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में 34 ठीक हो गए हैं, एक की मौत हो चुकी है, जबकि 11 का इलाज अभी चल रहा है। इलाजरत 11 मरीजों की भी हालात बेहतर बताई जाती है, कोई मरीज क्रिटीकल नही हैं। एनएमसीएच के पीआरओ भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि इलाजरत 12 मरीजों की रिपोर्ट निगेटीव आई है। लगभग एक पखवाड़े से इलाजरत थे।

हाल के दिनों में इनके सैंपल की दो बार जांच की गई, दोनों बार रिपोर्ट निगेटीव आने पर इन्हें कोरोना संक्रमण से मुक्त घोषित किया गया। इसके बाद आज इन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पताल प्रबंधन, चिकित्सकों, चिकित्सा कर्मियों के तालियों के गूंज के बीच ये मरीज खुशी-खुशी विदा हुए। इस अवसर पर संस्थान के सचिव गोविंद नारायण सिंह, अस्पताल अधीक्षक डॉ. प्रभात कुमार, उपेंद्र कुमार सिंह, प्रभारी परिचारिका अधीक्षक शशांक शेखर सिंह, कोरोना वार्ड के नोडल डाॅ. अभिषेक कामेन्दु, डॉ. अभिनव कुमार, डॉ. राजीव रंजन समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद थे। मुक्त किए गए सभी मरीज अगले 21 दिन तक होम कारंटाइन रहेंगे।

5 दिन में ठीक हुए 34 मरीज
एक पखवाड़े से जिले में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच गत सोमवार को पहली सकारात्मक खबर आई थी। जब 6 मरीज कोरोना मुक्त हुए थे। इसके बाद मंगलवार को 17 और मरीज ठीक हो गए। बुधवार को 5 और मरीज कोरोना मुकत् हुए। अब शुक्रवार को सबसे अधिक एक साथ 12 मरीज ठीक हुए। इस तरह कुल 54 पॉजिटिव मरीजों के द्वितीय सैंपल की जांच के बाद अब तक 34 को कोरोना मुक्त बताया गया है। ज्ञात हो कि पहला मामला गत 21 अप्रैल को सामने आया था। 1 मई तक पॉजिटिव केसों की संख्या 52 हो गई। 7 मई को दो और रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

मृत कोरोना पॉजिटिव का सैंपल बीएचयू में भी लिया गया था

सासाराम| जिले के 54 कोरोना पाॅजिटिव में से मात्र एक की मृत्यु हुई है। वर्षीय वृद्ध की मौत गुरूवार को हुई थी। गुरुवार को ही उसके कोरेना पाॅजिटिव की रिपोर्ट भी आई थी। अब स्वास्थ्य महकमा पहले मृतक के कांटेक्ट को तलाशने में जुट गया है। वो खुद कहां संक्रमित हुआ इसकी भी जानकारी लेने का प्रयास किया जा रहा है। उससे जुड़े 23 लोगों को कारंटाइन कर दिया गया है। जबकि डाररेक्ट कंटेक्ट वालों का सैंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है। बताते हैं कि वृद्ध अपने इलाज के लिए बीएचयू भी गया था।

5 परिजनों का लियाा गया सैंपल
सिविल सर्जन ने बताया कि मृत कोरोना पाॅजिटिव के कंटेक्ट को युद्ध स्तर पर खंगाला जा रहा है। जिसमें अबतक 23 लोगों को चिंहित किया गया है, जिसमें 5 निकट के परिजन थे, जिनका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है। जबकि 18 अन्य को भी काेरंटाइन कर दिया गया है। उनमें भी किसी प्रकार का लक्षण पाए जाने पर तुरंत सैंपल लिया जाएगा। 5 लोगों में से किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो इनके कंटेक्ट को भी खंगाला जाएगा।



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Life returning to track: 12 patients admitted to NMCH, corona free




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4500 लाभार्थियाें को खाते में पहुंची 1 हजार की प्रोत्साहन राशि

कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर इस व्यक्त पूरा देश त्रस्त है। जिसके वजह से केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा सभी लाभार्थियाें तीन माह का अनाज एवं अप्रैल मई एवं जून में इन लाभार्थी के खाते में 1 हजार रुपया प्रत्येक महीने लाभार्थी के खाते में राज्य सरकार द्वारा भेजना था। नगर पंचायत में कुल 55 सौ लाभार्थी हैं। जिसमे लगभग 43 सौ लाभार्थियाें के खाते में प्रथम किस्त की राशि भेज दी गई है। जिनके खाते में अभी प्रथम क़िस्त की राशि नहीं गई है।

उनका खाता आधार से लिंक नहीं होने से उसका पैसा नहीं जा पाया है। जिसको नगर पंचायत द्वारा इसको खाता एवं आधार का लिंक कराने के लिये मांगा गया है। इसके बाद उनके खाते में प्रोत्साहन राशि के रूप में एक हजार रुपया भेजा जाएगा। इसकी जानकारी देते हुए नगर कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार ने कहा कि जिन लाभार्थी के खाता आधार से लिंक है उनको खाते में राज्य सरकार द्वारा राशि भेजी जा रही है।
जिनका लिंक उसकी सूची बना कर उनको आधार लिंक खाता की मांग की गई है। उनको जांच करा सभी को अपलोड कर दिया गया है। बहुत जल्द ही उनके भी खाते में यह राशि भेज दी जाएगी। नोखा नगर पंचायत के 15 वार्ड में लगभग 12 सौ लाभार्थियाें का खाता आधार से लिंक नही है। इन सभी का कागजात आधार से लिंक वाला खाता की मांग की गई है।सभी विकास मित्र को यह निर्देश दिया गया है और उनको वैसे लाभार्थी की सूची भी दी गई है। ताकि यह कार्य को जल्द पूरा किया जा सके।
212 लोगों को नया राशन कार्ड बनाने के लिये आए हैं आवेदन: नगर पंचायत में लगभग 212 लोगों को नया राशन कार्ड बनाने के लिये आवेदन कार्यालय में प्राप्त हुए हैं। जिसको जांच करा कर बहुत जल्द ही उनको कार्ड मुहैया कराया जाएगा। ताकि उन लाभार्थी को भी इसका लाभ मिल सके।



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सात एकड़ में 18 प्रकार के आम से गुलजार है बगीचा

प्रखंड क्षेत्र के गिलानी गांव के लतिफ बाग में लगभग सात एकड़ में 18 प्रकार के आम से बगीचा गुलजार है। बगीचे में मालदह, मिठुआ, बिजुआ, एलफांसों, आम्रपाली, कपुरिया, कलकतिया मालदह, किशन भोग, सिकुल, रोहनिया, मलिका, गुलखास, दशहरी, जरदालु आदि लगा हुआ है। गिलानी आम के लिये वर्षों से जाना जाता है। गिलानी में बिहारशरीफ, बरबीघा, शेखपुरा, पटना सहित राज्य के अन्य हिस्सों से खरीदार आते हैं। गिलानी बाग के आम के हर वेरायटी का स्वाद लेने के लिये लोग इंतजार करते रहते हैं।
बारिश से किसानों को क्षति
बेमौसम बारिश से बगीचे में लगे आम को काफी नुकसान हुआ है। बगीचा मालिक सबा आजम ने बताया कि फल अभी छोटा है। आंधी पानी से छोटे फल टूटकर भारी मात्रा में जमीन पर गिर रहे हैं। उन्होने बताया कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल सहित देश के अन्य राज्यों से अच्छे पेड़ मंगाकर लगाये गये हैं। इस बार पेडों पर आम अधिक की संख्या में लगे हैं लेकिन आंधी-पानी से भारी नुकसान हो रही है। बड़ी संख्या में आम पेड़ से टूटकर गिर रहे हैं। मौसम बहुत तेजी से बदल जा रहा है।
40-50 हजार की लागत पर चार से पांच लाख तक कमाई
अच्छे उत्पादन के लिये काफी मेहनत किया जाता है। पेड़ की सिंचाई से लेकर गुराई तथा समय समय पर कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है। लागत लगभग 40 से 50 हजार रुपये तक आता है। प्रत्येक पेड़ में समय सही रहने पर चार से दस मन आम लगता है। अगर फल सही रहा तो कमाई लगभग चार से पांच लाख की होती है। उन्होने बताया कि लगातार रुक-रुककर हो रही आंधी-पानी से काफी नुकसान हुआ है। लगभग 25 प्रतिशत का नुकसान हुआ है।



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There are 18 types of mango garden in seven acres




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12 मजदूर पहुंचे ठाकुरगंज जांच के बाद सभी क्वारेंटाइन

अप्रवासी 12 मजदूरों का जत्था शुक्रवार को लखनउ, गुजरात व अन्य स्थानों से ठाकुरगंज उच्चविद्यालय में आवासीय क्वारंटाइन केन्द्र पहुंचा। जहां पूर्व से उपस्थित प्रखंड नोडल अधिकारी सह सीओ उदयकृष्ण यादव, पुलिस अधिकारी सत्येंद्र सिंह, ठाकुरगंज प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र के चिकित्सा पदाधिकारी व अन्य कर्मी उपस्थित थे। डाॅ. ए के झा ने सभी अप्रवासी मजदूरों की जांच करते हुए बताया कि सभी 21 दिनों के लिए क्वारंटाइन किए जाएगे। प्रत्येक दिन इनके स्वास्थ की जांच की जाएगी। संदिग्ध लक्षण होने पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड भेजकर उनके ब्लड जांच के लिए जिला भेजा जाएगा। दो चिकित्सक सुबह-शाम क्वारंटाइन केन्द्र का जायजा लेते रहेंगे।एक एएनएम और एक आशा कार्यकर्ता तैनात रहेगी। प्रखंड नोडल अधिकारी उदयकृष्ण यादव ने बताया कि गुरुवार संध्या समय पांच और शुक्रवार को 12 मजदूरों का जत्था पहुंचा है। क्वारंटाइन होने वाले लोगों को डिग्नीटी कीट जिसमें तौलिया, लुंगी, बर्तन, ब्रश व अन्य समान प्रदान किये गये हैं। सुबह के नाश्ता व दो वक्त के भोजन की व्यवस्था की गई है। साथ ही मास्क, सेनेटाइजर, हाथ धोने के साबुन व शुद्ध पानी की व्यवस्था है। सुरक्षा के लिए होमगार्ड का जवान तैनाती के साथ सीसीटीवी से भी निगरानी हो रही है। क्वारंटाइन होने वाले रोजेदारों के लिए सेहरी और इफ्तार की सुविधा उपलब्ध है।



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आंध्र प्रदेश से बिहार के 34 जिलों के 1087 रेलयात्रियों को लेकर बरौनी जंक्शन पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन, प्रवासियों में दिखी खुशी

आंध्र प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में फंसे बिहार के 34 जिलों के 1087 प्रवासी बिहारियों को लेकर नेल्लोर रेलवे स्टेशन से बुधवार को चली 07205 श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार की दोपहर 12:50 बजे बरौनी जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 4 पर पहुंची। ट्रेन की बरौनी जंक्शन पहुंचने के पूर्व से ही आरपीएफ, आरपीएसएफ, जीआरपी व बिहार पुलिस के जवान तैनात थे। जबकि ट्रेन से आए प्रत्येक रेल यात्रियों के थर्मल स्क्रीनिंग स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक पूछताछ एवं रजिस्ट्रेशन के लिए प्रत्येक बोगी के सामने पांच-पांच कर्मियों की टीम को तैनात किया गया था। ट्रेन के प्लेटफार्म पर रुकने के बाद सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए बारी-बारी से यात्रियों को बोगी से उतारकर थर्मल स्कैनिंग रजिस्ट्रेशन व अन्य प्रक्रिया पूरी करने के बाद प्रत्येक यात्री को नाश्ते का पैकेट एवं सील बोतलबंद पेयजल जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाया गया।
बसों से अलग-अलग जिला के लोगों को भेजा गया उनके जिला मुख्यालय
ट्रेन से आए बेगूसराय जिला के कुल 45 लोगों को बसों से उनके प्रखंड मुख्यालय स्थित क्वारन्टीन सेंटर पहुंचाया गया। जहां 21 दिनों तक उन्हें क्वारन्टीन किया जाना है। इस दौरान सेंटर पर ही उन्हें रहने खाने-पीने एवं समय-समय पर स्वास्थ्य जांच किए जाने की समुचित व्यवस्था का दावा जिला प्रशासन ने किया है। इसके अलावा अन्य जिलों के रेल यात्रियों को अलग-अलग बसों से उनके जिला मुख्यालय भेजा गया है। इनमें अररिया के 17, अरवल के 9, औरंगाबाद के 38, बांका के 11, बेतिया के 19, भभुआ के 6, भागलपुर के 22, भोजपुर के 19, बक्सर के 21, दरभंगा के 17, गया के 17, गोपालगंज के 48, जमुई के 22, कटिहार के 30, खगड़िया के 91, किशनगंज के 1, मधेपुरा के 15, मधुबनी के 150, मोतिहारी के 43, मुंगेर के 27, मुजफ्फरपुर के 74,नालंदा के 4, नवादा के 9, पटना के 5, पूर्णिया के 70, रोहतास के 107, सहरसा के 46, समस्तीपुर के 6,सारण के 41, सीतामढ़ी के 6, सिवान के 40, सुपौल के 7 एवं वैशाली के 4 प्रवासी बिहारी सवार थे।

2277 किमी की यात्रा के लिए 840 रुपए देना पड़ा ट्रेन का भाड़ा
आंध्र प्रदेश के नेल्लोर रेलवे स्टेशन से श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बरौनी जंक्शन तक की कुल 2277 किलोमीटर की यात्रा के लिए प्रत्येक रेल यात्रियों को ₹840 रेल भाड़ा के रूप में भुगतान करना पड़ा। इस संबंध में रेल यात्री राहुल कुमार ,विनोद कुमार समेत अन्य लोगों ने बताया कि ट्रेन के नेल्लौर से प्रस्थान करने के पूर्व वहां के पुलिस द्वारा उन लोगों को स्टेशन तक लाया गया। जहां प्रत्येक रेल यात्री से ₹840 लेकर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के स्लीपर बोगी का टिकट उपलब्ध करवाया गया। जिसके बाद ही उन लोगों को ट्रेन में बैठाया गया।



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Workers' special train arrived in Barauni Junction with 1087 railway passengers from Andhra Pradesh to 34 districts of Bihar




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57,116 घरों के सर्वे के साथ दो लाख 86 हजार 822 लोगों से ली जानकारी

कोरोना से लोगों की रक्षा के लिए नियमों व जांच करने में पुलिस-प्रशासनिक और स्वास्थ विभाग के अधिकारी रात-दिन एक किये हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों की चार टीमों और 23 अन्य एएनएम की टीमें भी जांच में जुटी है। इसके साथ पोलियो की तर्ज पर डोर टू डोर सर्वे करने व सर्दी-खांसी, बुखार से पीड़ित लोगों की जानकारी जुटाने में आशा और सेविकाओं की भी टीम लगी हुई है। ताकि महामारी को मात देने में कोई कसर न रह जाए। बीसीएम कौशल कुमार ने कहा पोलियो की तर्ज पर कोरोना से बचाव के लिए दूसरे चरण में आशा-सेविकाओं की टीम ने 57 हजार 116 घरों का का सर्वे किया है। साथ ही दो लाख 86 हजार 822 लोगों से सर्दी-खांसी, बुखार है कि नहीं जानकारी ली गई है। एक संदिग्ध मरीज मिलने पर उसे जांच के लिए जिला भेजा गया है। लेकिन टीम को कहीं-कहीं विरोध का भी सामना करना पड़ा था। नेपाल और बंगाल सीमा पर स्थित ठाकुरगंज में कोरोना महामारी से लोगों की रक्षा के लिए स्वास्थ विभाग लगातार कार्य कर रही है।



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Information taken from two lakh 86 thousand 822 people with a survey of 57,116 houses




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दुर्ग समेत 8 जिलों के 1200 से ज्यादा मजदूर ट्रेन से आएंगे, 14 दिन क्वारेंटाइन के बाद ही जा सकेंगे घर

जिले सहित प्रदेशभर में आने वाली 28 श्रमिक स्पेशल ट्रेन मे से एक ट्रेन दुर्ग स्टेशन भी आएगी। इस ट्रेन में दुर्ग समेत 8 जिले के 1200 मजदूर पहुंचेंगे। इसकी तैयारी शुक्रवार को की गई। आने वाले श्रमिकों का थर्मल स्क्रीनिंग स्टेशन में ही करेंगे। उसके बाद उन्हें उनके जिले के क्वारेंटाइन सेंटर में 14 दिनों तक रखेंगे। इसके बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति मिलेगी। बताया गया कि यह स्पेशल ट्रेन रविवार को दुर्ग आ सकती है।
दुर्ग स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक-1 पर श्रमिक स्पेशल ट्रेन रूकेगी। यहां से मजदूरों को 4 गेट से बाहर निकाला जाएगा। इस गेट पर ही मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाते हुए थर्मल स्क्रीनिंग करेंगे। मजदूर बड़ी संख्या मे पहुचेंगे इसलिए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ रेलवे विभाग के डॉक्टर और स्टाॅफ थर्मल स्क्रीनिंग का कार्य करेंगे। अधिकारियों की माने तो दुर्ग जिले के 2 हजार से ज्यादा मजदूर अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं। जिन्हें वापस लाने की तैयारी है।

जिले में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र से आएंगे
स्पेशल ट्रेन से आने वाले सबसे ज्यादा मजदूर महाराष्ट्र के हैं। यहां से 700 मजदूर पहुंचेंगे। गुजरात राज्य से 240 मजदूरों के आने का पंजीयन करवाया गया है। आन्ध्रप्रदेष, कर्नाटक, झारखंड और तेलंगाना राज्य से 260 मजदूरों की आने की सूचना हैं। इसी हिसाब से मजदूरों को क्वारेंटाइन करने के लिए प्रशासन कार्य योजना बना रही हैं।

40 बसों से भेजे जाएंगे अन्य जिले: प्रशासन द्वारा स्पेशल ट्रेन से आए मजदूरों को दूसरे जिले में ले जाने के लिए 40 बसों की व्यवस्था की जा रही है। इन मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग से बसों में बिठाए जाऐंगे और रवाना करेंगे। दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कवर्धा, धमतरी, राजनांदगांव, कोंडागांव और नारायणपुर जिले के श्रमिक इस स्पेशल ट्रेन में दुर्ग स्टेशन पहुंचेंगे। इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।

स्टेशन में थर्मल स्क्रीनिंग: मजदूरों का दुर्ग रेलवे स्टेशन में थर्मल स्क्रीनिंग होगी। इसके बाद मजदूरों को 14 दिनों तक क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। दुर्ग शहरी क्षेत्र के मजदूरों को सन पब्लिक स्कूल दुर्ग के क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा। भिलाई क्षेत्र के मजदूरों को रूंगटा कालेज में क्वारेंटाइन करेंगे। ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को उनके गांव के बाहर बनाए गए सेंटर में क्वारेंटाइन किया जाएगा। यहां उनके रहने खाने-पीने की व्यवस्था ग्राम पंचायत के जिम्मे होगी।

सबसे ज्यादा धमधा में सेंटर: अन्य प्रांतों से आने वाले मजदूरों की संख्या को देखते हुए प्रशासन ने जिले में 273 क्वारेंटाइन सेंटर बनाए है। दुर्ग ब्लाक में 43, धमधा ब्लाक 119 और पाटन ब्लाक में 112 क्वारेंटाइन सेंटर का इंतजाम किया गया है। इन सेंटरों में मजदूरों को क्वारेंटाइन करेंगे। अभी में 258 श्रमिक ही इन सेंटरों में क्वारेंटाइन किए गए है। ये वें मजदूर हैं जो खुद से होकर यहां पहुंचे हंै। दुर्ग क्षेत्र में 65, धमधा 43 और पाटन क्षेत्र में 60 श्रमिक क्वारेंटाइन हुए हैं।



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More than 1200 laborers from 8 districts including Durg will come by train, will be able to go home only after 14 days quarantine




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धबौली गांव के पास 11000 वोल्ट तार में पाइप सटा, करंट लगने से मजदूर की मौत

बेगूसराय नेशनल हाईवे 31 पर धबौली गांव के पास सड़क निर्माण के लिए सर्वे के दौरान करंट लग जाने से 26 वर्षीय विजय कुमार की मौत हो गई। मृतक विजय लाखो सहायक थाना क्षेत्र के धबौली नया नगर विष्णुपुर वार्ड 1 का निवासी था। लाखों सहायक थाना के प्रभारी अरविंद कुमार सुमन ने बताया कि विजय सड़क निर्माण के दौरान किए जाने वाले सर्वे के काम में मदद कर रहा था। उन्होंने बताया कि सर्वे कर रही कंपनी रोड के लेवलिंग का काम करती है।

लोहे के पाइप को ऊंचा करने के लिए कहा तो इसी दौरान शीशम के पेड़ के बीच गुजर रहे 11000 वोल्ट के तार में पाइप सट गया। जिससे विजय को करंट लग गया। आनन-फानन में परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया मृतक के परिजनों ने बताया कि विजय अपने घर में कमाने वाला इकलौता कमाऊ सदस्य था। वह दो भाइयों में सबसे बड़ा था उसकी चार बहन है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया।



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11000 volt wire pipe near Dhabauli village, laborer dies due to current




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जिले के 1100 केन्द्रों पर शुरू हुआ नियमित टीकाकरण

लॉकडाउन के कारण करीब डेढ़ माह से बंद पड़ा नियमित टीकाकरण जिला स्वास्थ्य समिति ने शुक्रवार से आरंभ कर दिया गया। कोरोना संक्रमित कंटेनमेंट जोन वाले इलाकों को छोड़ कर अन्य ग्रामीण इलाकों में ही नियमित टीकाकरण शुरू किया गया। सरकार द्वारा नियमित टीकाकरण अभियान आरंभ करने को लेकर दिए गए आवश्यक निर्देश के अनुसार कंटेनमेंट जोन, बफर जोन सहित जिन क्षेत्रों में कोरोना के संक्रमित मरीज पाए गए हैं उन क्षेत्रों में नियमित टीकाकरण नहीं किया जाना है। जिसमें मुंगेर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र सहित जमालपुर, बरियारपुर और टेटिया बंबर के संक्रमित क्षेत्र शामिल हैं।
सिविल सर्जन डॉ. पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि जिले के 1475 केंद्राें पर प्रसूती महिलाओं और बच्चों का नियमित टीकाकरण सप्ताह में दो दिन किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्र में बुधवार और शुक्रवार तथा शहरी क्षेत्र में सप्ताह में 5 दिन टीकाकरण होता है। परंतु जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के अधिक मामले सामने आने के कारण संक्रमित क्षेत्र के 375 केन्द्रों में टीकाकरण नहीं किया जाएगा। शेष 1100 केंद्रों पर नियमित टीकाकरण आरंभ किया गया है। इस कार्य में एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी सेविका को लगाया गया है।
इन क्षेत्रों में नहीं शुरू हुआ टीकाकरण
कोरोना संक्रमित पाए गए मुंगेर के सदर प्रखंड के चुरंबा व शहरी क्षेत्र के 6 लोगों के पॉजिटिव होने के कारण मुंगेर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित टीकाकरण आरंभ नहीं किया गया है। इसके अलावा जमालपुर शहरी क्षेत्र और जमालपुर प्रखंड के चंदनपुरा पंचायत में भी नियमित टीकाकरण आरंभ नहीं किया गया है। जबकि बरियारपुर के खरिया तथा उससे सटे असरगंज प्रखंड के अमैया पंचायत और टेटियाबंबर प्रखंड के शिवनगर तथा मोहनपुर में टीकाकरण अभी शुरू नहीं किया गया है।

पंचायत में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव
बरियारपुर |
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रखंड के बरियारपुर उत्तरी पंचायत की मुखिया रूबी देवी के द्वारा पंचायत की गलियों में ब्लीचिंग का छिड़काव के साथ घरों का सैनिटाइजेशन कराया गया। मुखिया प्रतिनिधि पवन कुमार ने बताया कि पंचायत के प्रत्येक गलियों में ब्लीचिंग का छिड़काव कर सभी घरों का सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। इस दौरान लोगों को सामाजिक दूरी का अनुपालन करने और बेवजह घरों से नहीं निकलने की अपील की जा रही है।



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150 जरूरतमंदों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण

प्रखंड के बरियारपुर उत्तरी पंचायत अंतर्गत बरियारपुर बस्ती गांव में पासवान परिवार की ओर से डेढ़ सौ गरीब लोगों को चिह्नित कर खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया गया। खाद्यान्न वितरण का नेतृत्व कर रहे आशीष कुमार, विनोद कुमार, विवेक कुमार, दीपक कुमार, प्रिंस कुमार, विकास, चंदन, विक्रम, विशाल, कुंदन, धर्मवीर, बीरबल आदि ने बताया कि लॉक डाउन के कारण गरीबों के समक्ष विकट परिस्थिति को देखते हुए पासवान परिवार द्वारा खाद्यान्न सामग्री वितरण का निर्णय लिया गया। चिन्हित डेढ़ सौ गरीबों के बीच 5 किलो चावल, 3 किलो आटा, 2 किलो आलू, 1 किलो प्याज, 1 किलो नमक, आधा किलो सरसों तेल, सर्फ, साबुन, मास्क, सैनिटाइजर आदि का वितरण किया गया।



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गरीबों को खाद्यान्न उपलब्ध कराते।




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रोजाना 100 ट्रक गिर रहा है फ्लाय एश, बरसात के मौसम से पहले तक बलिया से बेगूसराय तक की सड़क तैयार करने का लक्ष्य

लॉकडाउन के दौरान निर्माण कार्य की परमिशन मिलने के बाद एनएच-31 पर बनने वाले फोर लेन के निर्माण कार्य ने फिर से गति पकड़ ली है। एनएचएआई की देखरेख में पुंजलॉयड ने काम करना शुरू कर दिया है। जिसके तहत बलिया से बेगूसराय तक फोरलेन निर्माण को लेकर अब कहलगांव से प्रतिदिन 50-100 ट्रक प्लाय एश गिराया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर शहर के अंदर भी जहां काम अधूरा रह गया था, वहां पर फिर से काम शुरू हो गया है। हालांकि इस दौरान डीएम ने कई तरह की शर्त भी रखी है।

जिसके तहत अब काम के लिए बाहर से मजदूर को नहीं लाना होगा, स्थानीय मजदूर ही काम करेंगे। काम के दौरान सोशल डिस्टेशिंग का ख्याल रखना होगा। साथ ही काम पर लौटे मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच करानी होगी। फोरलेन निर्माण के लिए लगातार दो किश्त मिलने के बाद पुंजलॉयड द्वारा बलिया बाजार से आगे काम शुरू कर दिया गया है। काम जल्दी हो इसके लिए पहले प्लाय एश गिराया जाएगा फिर पेवर से सड़क निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावे शहर में हर-हर महादेव चौक से कपस्या चौक के बीच भी शुक्रवार से काम शुरू कर दिया गया है।

मालूम हो कि इस बीच में टेलिफोन एक्सचेंज के पास ड्रेनेज सिस्टम को पूरा करने का काम भी शुक्रवार से शुरू कर दिया गया है।बेगूसराय से बलिया तक फोर लेन निर्माण को लेकर एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि बेगूसराय से बलिया तक की सड़क की स्थिति ठीक नहीं है। लॉकडाउन के कारण कार्य काफी प्रभावित हुआ है। लेकिन चिंता की बात नहीं है, एक बार फिर से काम तेज गति से शुरू हुआ है, मेटिरियल भी समय पर बेगूसराय पहुंच रहा है। अगर किसी प्रकार की आगे बाधा नहीं होती है तो इस साल बारिश से पहले तक बेगूसराय से बलिया तक सड़क निर्माण काफी हद तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंनें बताया कि इस बार बेगूसराय से बलिया तक की सड़क का काम प्राथमिकता के आधार पर शुरू किया गया है।

जनवरी में शुरू हुआ था काम, 23 मार्च से रुका था निर्माण
मालूम हो कि जनवरी में काम शुरू होने के बाद कोरोना वायरस के कारण 23 मार्च के बाद से काम बंद हो गया था। इससे पहले पिछले साल भारी बारिश के कारण काम बंद हो गया था। बारिश जब छूटी और शर्त के साथ पुंजलॉयड को एनएचएआई और संबंधित बैंकों ने निर्माण कार्य के लिए प्रथम किश्त की राशि 7.68 लाख रुपए जारी किए तो सबसे बड़ी समस्या मिट्टी की हो गई। बाद में कहलगांव एनटीपीसी से फ्लाय एश मिलने के बाद काम शुरू हुआ था। लेकिन बीच में कोरोना के कारण काम बंद हुआ था अब फिर से काम शुरू हुआ है तो बेगूसराय के लोगों में एक उम्मीद जगी है। मालूम हो कि एनएच-31 पर बनने वाले फोरलेन निर्माण में 107 छोटे बड़े मंदिर, 16 गेट और बिजली के पोल अब भी बाधक बने हुए हैं। हालांकि मंदिर और अन्य निर्माण को हटाने के लिए कम्पनी को पांच करोड़ एप्रुवल भी मिल चुका है। लेकिन यह काम जिला प्रशासन के सहयोग के बिना संभव नहीं है। ज्ञात हो कि सिमरिया से खगड़िया तक एनएच 31 पर 60.232 किलोमीटर तक फोरलेन का निर्माण होना है।



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100 trucks are falling daily, fly ash, target to prepare road from Ballia to Begusarai before the rainy season




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बिहिया में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट में 5 जख्मी, 4 लाेग गिरफ्तार

थाना क्षेत्र के बांधा गांव में बच्चों के बीच पूर्व में हुआ विवाद तूल पकड़ लिया और दो पक्ष आपस में भिड़ गये। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडे से हुई मारपीट की घटना में दोनों पक्षों के 2 महिलाओं समेत 5 लोग जख्मी हो गये। घटना को लेकर दोनों पक्षों ने थाने में अलग-अलग केस दर्ज करायी है। इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों के दो-दो लोगों समेत कुल 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। जख्मियों में एक पक्ष के स्व. नारद महतो की पत्नी लखमुना कुंअर व पुत्र शत्रुघ्न कुमार और दूसरे पक्ष के शिवशंकर यादव की पत्नी गुंजेश्वरी देवी के अलावा भगवान यादव व मरकट यादव का इलाज बिहिया स्थित सीएचसी में कराया गया।

पुलिस के अनुसार मारपीट की घटना को लेकर एक पक्ष के लखमुना कुंवर और दूसरे पक्ष के गुंजेश्वरी देवी ने केस दर्ज करायी है। बिहिया के प्रभारी थानाध्यक्ष शशिकांत ने बताया कि इस मामले में एक पक्ष के श्रीभगवान यादव व मरकट यादव और दूसरे पक्ष के रामभजु महतो और धीरेन्द्र महतो समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। बताया जाता है कि बांधा गांव में पिछले दिनों बच्चों के बीच विवाद हुआ था। बच्चों के बीच हुए उक्त विवाद में रास्ते से जाने को लेकर फिर बात बिगड़ गयी और बकझक के बाद दो पक्ष आपस में भिड़ गये।



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बीते डेढ़ महीने से कोटा में फंसे 1243 विद्यार्थियों को लेकर आरा पहुंची कोटा-आरा स्पेशल ट्रेन

पिछले डेढ़ माह से लॉकडाउन में राजस्थान के कोटा में फंसे करीब 1243 छात्रों को लेकर 09835 डाउन कोटा-आरा स्पेशल ट्रेन शु़क्रवार की दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर आरा रेलवे स्टेशन पर पहुंची। इसके बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग कराई गई। सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त रखने के लिए डीएम रोशन कुशवाहा एसपी सुशील कुमार, स्टेशन प्रबंधक बीके पाण्डेय, एसडीओ अरूण प्रकाश, जीआरपी, आरपीएफ सहित रेलवे के कई अधिकारी मौजूद थे।

स्पेशल ट्रेन से शाहाबाद के सात जिलों में भोजपुर के 241, बक्सर के 134, रोहतास के 376, कैमूर के 107, गोपालगंज 08, सीवान के 13 व सारण के 354 यानि कुल 1243 विद्यार्थी को कोटा से आरा लाया गया। दोपहर से लेकर शाम तक सभी विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। सभी का थर्मल स्क्रीनिंग कराने के बाद स्टेशन परिसर में लगी बसों की सहायता से रमना मैदान लाया गया। जहां से सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए उनके अभिभावक घर ले गए। इस दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों ने सख्त हिदायत दी है कि सभी को 14 दिनों तक होम क्वारान्टीन मेें रखना है। ट्रेन आने के पहले स्टेशन परिसर को नगर निगम के सैनिटाइजर वाहन से जो भी बसें आई थी उन्हें सैनिटाइज कराया गया था।

ट्रेनों से उतरते ही अपनों को ढूंढ रही थीं निगाहें
जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म नंबर एक पर आई तो उसमें बैठे सभी विद्यार्थियों की नजर अपनों को ढूंढ़ रही थी। उनके अभिभावक भी जल्द उनको घर ले जाने के लिए बेचैन दिखे। सभी विद्यार्थियों को जिला प्रशासन के तरफ से प्लेटफार्म नंबर एक पर एनाउंस कराया जा रहा था कि कोई भी ट्रेन से नहीं उतरेगा। पहले रजिस्ट्रेशन होगा तभी उतरना है।

प्रशासन का दावा फेल: जिला प्रशासन ने यह दावा किया था कि स्टेशन पर आनेवाले विद्यार्थियों के सामानों को ढोने की व्यवस्था मजदूर व कूली से करायी जाएगी। लेकिन स्टेशन परिसर से विद्यार्थी खुद अपने से सामानों को ढोकर बसों में चढ़ाते नजर आए। पूछने पर विद्यार्थियों ने बताया कि कहने पर भी कोई बस में सामान नही चढ़ा रहा है। वही रमना मैदान में भी बस जब पहुंच रही थी तो वहां से भी विद्यार्थियों को अपने घर जाने में काफी फजीहत झेलनी पड़ी।

सोशल डिस्टेंसिंग का नही हो रहा था पालन:छात्र-छात्राओं की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी व अधिकारी खुद की सुरक्षा भूल गए। पटना कोटा एक्सप्रेस के आरा पहुंचने के समय पुलिसकर्मियों, अधिकारियों व कर्मियों की इतनी भीड़ हो गई कि रेलवे परिसर भर गया। सभी को सोशल डिस्टेंस का पालन करना चाहिए था लेकिन किसी को इस बात का ध्यान ही नजर नहीं आ रहा था।

एक राहत यह भी : दो एएनएम समेत 38 लोगों की जांच रिपोर्ट आई निगेटिव
भोजपुर वासियों के लिए इस वक्त की सबसे बड़ी खबर यह है कि जिले से गुरुवार तक सैंपल जांच को गई सभी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी हैं। इन रिपोर्ट में दो एएनम समेत 38 लोगों का रिपोर्ट शामिल है। इस प्रकार अब केवल शुक्रवार को जो रिपोर्ट जांच करने के लिए पटना भेजा गया है, उसी का रिपोर्ट आना शेष रह गया है। इसकी जानकारी देते हुए डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि पहले की गई सभी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। शुक्रवार को कुल 43 लोगों का सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया है। इन में सहार प्रखंड का 17, आगिआव से 17 और आरा प्रखंड से 9 लोगों का सैंपल ले कर भेजा गया है। इनमें आरा के धरहरा रिसोर्ट से 6 और रीगल होटल से 3 लोगों का गया सैंपल भी शामिल है।



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Kota-Ara special train reached Ara with 1243 students stranded in Kota since last one and half month




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छापेमारी को गई पुलिस पर पथराव जवानों ने चटकाई लाठियां, 19 धराए

गुरुवार की शाम सीताकुंड डीह गांव में दो पक्षों के बीच हुए भिड़ंत व पुलिस टीम पर पथराव मामले की जांच करने देर रात पहुंची पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने दोबारा पथराव किया। बचाव में पुलिस टीम ने भी जमकर लाठियां चटकाई व कार्रवाई करते हुए 25 लोगों में से 19 नामजदों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी लिपि सिंह ने बताया कि गुरुवार को दो पक्षों के बीच गाली-गलौज, मारपीट और पथराव की घटना हुई। जानकारी पर एएसपी के नेतृत्व में छापेमारी दल गांव में गई। पुलिस पर भी पथराव हुआ। छापेमारी टीम ने मामले में 19 लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में दिलीप मंडल, बिट्टू मंडल, पारस मंडल, सुमित मंडल, नवीन मंडल, सोनू मंडल, मंटू मंडल, राजीव यादव, रणवीर यादव, पिंकु यादव, टुनटुन यादव, प्रकाश यादव, राजकुमार यादव, मिथुन यादव, रामराज यादव, नरेश यादव, रंजीत यादव, विनय यादव शामिल है। इसके अलावा विजय यादव की भी गिरफ्तारी हुई है। पुलिस पर पथराव की प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। मामले को लेकर तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है।
आवेदन देकर जवानों पर कार्रवाई की मांग
बेटी की आवाज सुनकर जब हम बीच-बचाव करने आए तो उन्होंने मुझे एवं राजीव, प्रिती, स्मिता, आंचल एवं शशिकला को भी बेरहमी तरह से पीटा। छत पर चढ़ने के दौरान पड़ोसी दिनेश कुमार मंडल के पुत्र नवीन कुमार, सोनू कुमार, बिट्टू एवं सुजीत को भी बुरी तरह से पीटा। वहीं पुलिस के पिटाई से सीताकुंड डीह गांव के रोहित सहनी की पत्नी ब्यूटी कुमारी भी घायल हैं। महिलाओं ने न्यायालय में आवेदन देकर आरोपी जवान पर कार्रवाई की मांग की है।

घर में घुसकर जवानों ने बेटी की पिटाई की
पुलिस की पिटाई से घायल नौवागढ़ी उत्तरी पंचायत के पूर्व मुखिया दिलीप मंडल की पत्नी एवं एक दूसरी महिला ललीता देवी ने कहा कि घर से 500 मीटर की दूरी पर गुरुवार को छाेटे बच्चों की विवाद पर दो पक्षों के बीच मारपीट की घटना हुई थी। इसी घटना को लेकर देर शाम लगभग 9 बजे अचानक 15 से 20 की संख्या में पुलिस के जवान आए। बगल वाले छत के सहारे मेरे छत पर आकर एसबेस्टस को तोड़कर कमरे में सो रहे बेटी को बाहर निकाल मारपीट करने लगा।



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पुलिस की पिटाई का जख्म।




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11 दिनों के इलाज के बाद जिले के चार मरीजों ने कोरोना को दी मात, 31 की सेकेंड रिपोर्ट निगेटिव

कोरोना के खौफ के बीच जी रहे शहरवासियों के लिए राहत की खबर है, शुक्रवार को कोरोना संक्रमित चार मरीजों ने जिंदगी की जंग जीत ली। क्वींस हॉस्टल में इलाज करा रहे चार कोरोना संक्रमितों की फाइनल रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सभी को स्वास्थ्य जांच के बाद घर भेज दिया गया। ये सभी लोग अगले 21 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहेंगे। इन चार मरीजों के फिट होने के साथ ही जिले में कोरोना को मात देने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 42 हो गई। अब मात्र 59 मरीज एक्टिव हैं, जिनका इलाज चल रहा है। इस समय जिले के 56 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज मुंगेर में जबकि तीन का इलाज पटना में चल रहा है।
क्वींस हॉस्टल व जीएनएम स्कूल में इलाज करा रहे 36 कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वाब का सैंपल स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को पटना भेजा था। जिसमें से 05 लोग वैसे थे जिनका तृतीय व फाइनल जांच भेजा गया था। जिसमें 04 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव निकला। जिनमें 03 महिलाएं व एक पुरुष शामिल हैं। महिलाओं की उम्र क्रमश: 46, 32 व 30 वर्ष तथा 14 वर्षीय बालक शामिल है। सिविल सर्जन डॉ. पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि बुधवार को आइसोलेशन में इलाजरत कुल 36 लोगों के स्वाब का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था, जिनमें 31 लोगों का द्वितीय रिपोर्ट तथा 05 लोगों का फाइनल जांच शामिल था। द्वितीय जांच वाले सभी 31 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव आया है, जबकि फाइनल 05 में से 01 रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया है। शेष 04 लोगों का फाइनल रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सभी को स्वास्थ्य जांच के बाद घर भेज दिया गया।
जिले में घट रही कोरोना के मरीजों की संख्या
जिले में अब कोरोना संक्रमित एक्टिव मरीजों की संख्या लगातार घटती जा रही है। जिले के लिए सबसे बड़ा राहत यह रहा कि 3 मई को 7 कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आने के बाद उनके संपर्क में आने वाले 25 लोगों का भेजा गया सैंपल निगेटिव पाया गया। शुक्रवार को किसी संक्रमित का स्वाब जांच के लिए नहीं लिया गया।

प्रवासियों की निगरानी को बनी समिति

दूसरे राज्य व जिलों से चोरी छिपे आने वाले प्रवासी लोगों को ट्रैक करने के लिए अधिकारियों द्वारा पंचायत स्तर पर निगरानी समिति बनाई गई है। जो ऐसे लोगों से पूछताछ कर प्रशासन को सूचित करेंगे। जिसके बाद ऐसे लोगों को 21 दिनों तक के लिए पंचायतों में ही बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रखा जाएगा। जानकारी देते हुए बीडीओ राजीव कुमार ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के आगमन को लेकर प्रशासन पूरी तरह सजग है। ऐसे लोगों की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए सभी पंचायतों में निगरानी समिति बनाई गई है। जिसमें पंचायत के मुखिया से लेकर वार्ड सदस्य एवं पंच तक को शामिल किया गया है।

जमाती चेन से संक्रमित हुए थे चारों मरीज
स्वस्थ मरीजों के सम्मान में शुक्रवार को बीडीओ, सीओ सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में मरीजों को सम्मान पूर्वक विदाई दी गई। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने स्वस्थ्य मरीजों को घर में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए साबुन से हाथ धोते रहने का सुझाव दिया। बता दें कि ये चारों जमाती चेन से संक्रमित हुए थे।

21 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहें
नौ दिन इलाज करा चुके 31 पॉजिटिव मरीजों का दूसरा और 12 दिन इलाज करा चुके 5 मरीजों का तीसरा सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। जिसमें 31 मरीजों का दूसरा जांच रिर्पोट निगेटिव पाया गया है। जबकि जिन 5 मरीजों का अंतिम सैंपल जांच के लिए भेजा गया था, उसमें 4 मरीजों का रिर्पोट निगेटिव आया, जबकि एक मरीज का रिर्पोट पॉजिटिव पाया गया है। जिन 4 लोगों का रिर्पोट निगेटिव मिली, सभी को स्वास्थ्य जांच के बाद घर भेज दिया गया। सभी होम क्वारेंटाइन में रहेंगे।
- डॉ. पुरुषोत्तम कुमार, सिविल सर्जन, मुंगेर।



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स्वस्थ मरीजों को सम्मानित करते स्वास्थ्य कर्मी।




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लुधियाना से पहुंचे 1210 मजदूर, महाराष्ट्र के नंदूरबार मदरसा से आने वाले 88 बच्चे 14 दिनों तक रहेंगे होम क्वारेंटाइन में

लॉकडाउन में बाहर फंसे मजदूरों का श्रमिक स्पेशल ट्रेन के जरिए आना जारी है। 24 घंटे के अंदर पूर्णिया में चार श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 1337 प्रवासी श्रमिक पहुंचे हैं। शुक्रवार शाम करीब 2 घंटे देरी से 4.20 में पंजाब के लुधियाना से श्रमिक स्पेशल ट्रेन पूर्णिया पहुंची। ट्रेन में पूर्णिया जिले के 1210 लोगों के साथ पड़ोसी अररिया समेत अन्य जिले के 42 लोग शामिल थे। लुधियाना से पूर्णिया पहुंचे मजदूरों ने बताया कि टिकट का पैसा नहीं लिया गया। रास्ते में भी खाने-पीने की परेशानी नहीं हुई। लेकिन, अब बाहर जाने से पहले एक बार सोचेंगे जरूर।
डीएम राहुल कुमार ने बताया कि लुधियाना, भरूच, नंदूरबार और सूरत से आए अन्य जिलों के प्रवासियों को उनके जिले में भेज दिया गया है। जिले के श्रमिकों को उनके गृह प्रखंडों में बने होम क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा गया है। महाराष्ट्र के नंदूरबार मदरसा से आए 88 बच्चे 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहेंगे। बाहर से आ रहे मजदूरों ने बताया कि बाहर जाकर कमाना-खाना मजबूरी है। कमाने नहीं जाएंगे तो परिवार का भरण-पोषण कैसे होगा। लॉकडाउन से पहले तक कोई परेशानी नहीं थी। लॉकडाउन के बाद काफी जिल्लत उठानी पड़ी। जैसे-तैसे दिन गुजर रहा था, ट्रेन में बैठने के बाद राहत मिली।

मजदूरों ने कहा-सरकार यदि बिहार में देगी रोजगार के अवसर तो नहीं जाएंगे बाहर
स्टेशन पर ट्रेन से उतरे हुए मजदूरों ने काफी राहत की सांस ली। ये मजदूर काफी हतोत्साहित और परेशान नजर आ रहे थे। कहा- ऐसा महसूस हो रहा है कि जैसे उनका पुनर्जन्म हुआ है। मजदूरों ने बताया कि यदि बिहार सरकार हमें अपने ही राज्य में रोजगार का अवसर देगी तो कभी बाहर नहीं जाएंगे। आज यदि यहां रोजगार मिलता तो हमारी यह हालत नहीं होती। लाॅकडाउन लगते ही सभी उद्योग बंद हो गए। मालिक ने काम से भी निकाल दिया। जो पैसे थे उससे जैसे-जैसे गुजारा किए। पैसा खत्म होने के बाद गुरुद्वारा और अन्य दाताओं के सहयोग से एक वक्त की रोटी नसीब हो रही थी।
महाराष्ट्र के नंदूरबार से पहुंचे 1282 यात्रियों में ज्यादातर मदरसा के बच्चे, सभी को भेजा गया होम क्वारेंटाइन, किशनगंज के 188
गुरुवार की देर रात 1.15 बजे महाराष्ट्र के नंदूरबार से 1282 यात्रियों को लेकर ट्रेन पूर्णिया जंक्शन पहुंची। इस ट्रेन में ज्यादातर मदरसा के बच्चे थे। नंदूरबार से पहुंची ट्रेन में पूर्णिया के 88 यात्रियों के अलावा किशनगंज के 182,कटिहार के 166,अररिया के 91,अरवल के 3,औरंगाबाद के 23,बांका के 7,बेगूसराय के 30, भागलपुर के 27,भोजपुर के 1, बक्सर के 4, दरभंगा के 61,पूर्वी चंपारण के 27, गया के 24, गोपालगंज के 43, जमुई के 7, जहानाबाद के 4,कैमूर के 1, खगड़िया के 5, मधेपुरा के 5, मधुबनी के 20, मुंगेर के 11, मुजफ्फरपुर के 41, नालंदा के 14,नवादा के 17,पटना के 89, रोहतास के 22, सहरसा के 38,समस्तीपुर के 35,छपरा के 12, शेखपुरा के 5, शिवहर के 5,सीतामढ़ी के 20,सिवान के 63,सुपौल के 3,वैशाली के 6 व पश्चिमी चंपारण के 82 यात्री शामिल थे। ट्रेन से आए मदरसा के बच्चों की स्क्रीनिंग करवाकर बस के माध्यम से उन्हें विभिन्न जिलों में भेज दिया गया।

भरूच से आए 1240 यात्री, अररिया के सबसे ज्यादा 633, पूर्णिया के 29

गुजरात के भरूच से 1240 यात्रियों को लेकर एक ट्रेन शुक्रवार की देर रात पूर्णिया जंक्शन पहुंची। इस ट्रेन में अररिया जिले के सबसे ज्यादा 633 लोग शामिल थे। ट्रेन के स्टेशन पर पहुंचते ही सभी यात्रियों की स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग करवा कर उन्हें गृह जिला में भेजा गया।बाहर से आने वाले सभी यात्रियों को 21 दिनों तक क्वारेंटाइन में रहना होगा। भरूच से आने वाली ट्रेन में अररिया के 633 लोगों के अलावा कटिहार के 291, किशनगंज के 65, मधुबनी के 55, सहरसा के 45, सुपौल के 36, पूर्णिया के 29, गोपालगंज के 24, सिवान के 7, दरभंगा के 16, भागलपुर के 10, खगड़िया के 7, पश्चिम चंपारण के 6, मुजफ्फरपुर के 5, मधेपुरा के 3, पूर्वी चंपारण के 3, बांका के 3, सारण के 1, पटना के 1 यात्री शामिल है। अहमदाबाद के भरूच से आने वाले यात्रियों को 51 बसों के माध्यम से उनके गृह जिला भेजा गया। यात्रियों को ले जाने के लिए अररिया से 25, कटिहार से 12, किशनगंज से 3, मधुबनी, सहरसा, सुपौल से 2-2 और गोपालगंज से 1 बस पहुंची थी।

24 घंटे के अंदर पूर्णिया में श्रमिक स्पेशल ट्रेन से सूबे के 5 हजार से ज्यादा श्रमिक और मदरसा के बच्चे आए
24 घंटे के अंदर पूर्णिया में चार श्रमिक स्पेशल ट्रेन के सहारे सूबे के 5 हजार से ज्यादा प्रवासी श्रमिक और मदरसा के बच्चे पूर्णिया पहुंचे हैं। इनमें जिले के 1337 लोग शामिल हैं। पूर्णिया में गुरुवार की रात्र 8 बजे गुजरात के सूरत से पहली ट्रेन पहुंची थी। इसमें पूर्णिया के 10 यात्री शामिल थे। देर रात 2 बजे के आस-पास महाराष्ट्र के नंदूरबार से 1282 लोगों को लेकर एक ट्रेन पहुंची। इस ट्रेन में ज्यादातर मदरसा के बच्चे शामिल थे। इसमें पूर्णिया जिले के मदरसे के 88 बच्चे शामिल थे। शुक्रवार को पंजाब के लुधियाना से 1250 लोगों को लेकर पहली ट्रेन पहुंची। इस ट्रेन में 1210 लोग पूर्णिया के ही थे। रात में ही गुजरात के भरूच से 1240 लोगों को लेकर एक ट्रेन पहुंची। इसमें पूर्णिया के 29 यात्री शामिल थे।



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महाराष्ट्र के नंदूरबार जिले से पूर्णिया पहुंचे मदरसे में पढ़ने वाले बच्चे। स्टेशन पर सोशल डिस्टेंस मेंटेन किया गया।
पूर्णिया जंक्शन पर लुधियाना के स्पेशल ट्रेन से लौटने के बाद प्रवासी श्रमिकों की भीड़। प्लेटफॉर्म से निलकने के बाद यात्रियों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं किया। भीड़ को कंट्रोल करने में प्रशासन विफल रहा।




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नपं के वार्ड 11 में कोरोना वारियर्स को किया सम्मानित

नगर पंचायत के वार्ड 11 स्थिति सार्वजनिक श्रीरामजानकी मंदिर समिति के सदस्यों ने गुरुवार को वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौर में नगर पंचायत के सफाई कर्मियों का फूल और मालाओं से स्वागत किया। वहीं समिति की ओर से अंग वस्त्र भी प्रदान किया गया।
जरूरत के अनुसार सफाईकर्मियों के बीच राहत किट का भी वितरण किया गया। जानकारी देते हुए मंदिर कमेटी के सचिव जयशंकर कुमार ने बताया कि मंदिर समिति समय-समय पर सामाजिक कार्यो में अग्रसर रहा है। कोरोना महामारी के संक्रमण काल में पीएम केयर फंड में कमेटी की ओर से 5100 रुपए भेजा गया। इससे पहले भी कई अवसरों पर गरीब कल्याण के क्षेत्र में समिति ने कार्य किया है। आज भी कोरोना वारियर्स को सम्मानित कर उन्हें राहत किट प्रदान किया गया है। मौके पर हरेंद्र साह, प्रमोद गुप्ता, आलोक जैन, कमल सिंह, अनिल कुमार, महेंद्र दास, राजीव मिश्रा, शिवजी साह, सुशील वैश्य मौजूद थे।



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वीरपुर में सफाई कर्मियों काे सम्मानित करते समिति के सदस्य।




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सहरसा सीमा पर अधिकारी व 10 जवानों के लिए मात्र दो बेड, शौचालय भी उपलब्ध नहीं

सदर प्रखंड अंतर्गत सुपौल-सहरसा सीमा पर तैनात पुलिस कर्मी के लिए खुद को सुरक्षित कर पाना बड़ी चुनौती साबित हो रही है। गुरूवार को सुपौल-सहरसा सीमा पर उपस्थित अधिकारी एवं पुलिस बल दबी जुबान से आपबीती एक-दूसरे को सुना रहे थे। उपस्थित अधिकारी एवं पुलिस जवानों ने बताया कि हम कुछ नहीं कह सकते हैं।
हम लोग कुछ कहेंगे तो हम लोगों पर कार्रवाई हो जाएगी। इसलिए हम लोग सिर्फ अपनी ड्यूटी निभाते हैं और जैसे-तैसे अपनी जिंदगी बसर करते हैं। वहीं पता चला कि सीमा पर अधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति तो कर दी गई है। लेकिन अधिकारी एवं पुलिस बल के रहने, खाने-पीने, शुद्ध पेयजल का उचित प्रबंध नहीं किया गया है। यहां तक की शौचालय एवं बिजली की कोई व्यवस्था ही नहीं है। पुलिस प्रशासन द्वारा एक टेंट बना दिया गया। जिसमें एक अवर निरीक्षक, एक सहायक अवर निरीक्षक एवं 8 पुलिस जवान रहते हैं। वहीं 10 आदमी के लिए पुलिस प्रशासन ने केवल 4 सिंगल बेड दिया है। वहीं सीमा बॉर्डर पर बनी कैंप के बगल के बगीचे में एक चदरा का घर स्थानीय लोगों का बना है। जो पुलिस बल को रहने के लिए दे दिया है।
प्रतिनियुक्त अधिकारी एवं पुलिस जवानों के लिए सुबह शौचालय जाने एवं नित्य क्रिया से निवृत होने से ही परेशानी शुरू हो जाती है। कैंप के चारों ओर किसानों का खेत खलिहान होने के कारण शौचालय जाने में भी काफी कठिनाई होती है। वहीं शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध नहीं हो पाता है। लिहाजा सभी चापाकल के आयरनयुक्त पानी पीने को विवश हैं। वहीं बिजली की कोई सुविधा नहीं रहने के कारण अधिकारी एवं पुलिस बल दिन में किसी तरह अपनी ड्यूटी तो निभा लेते हैं। लेकिन रात के समय में सीमा की सुरक्षा एवं अपने हथियार की रक्षा करने के लिए सभी जवानों पूरी रात जागना पड़ता है। दबी जुबान से पुलिस बल कहते है कि रात में अंधेरा के कारण कई तरह के कीड़े-मकोड़े एवं जहरीले सांप भी दिखाई पड़ते हैं। जिससे भय का माहौल बना रहता है। इस बाबत सदर एसडीपीओ विद्यासागर ने कहा कि कैंप प्रतिनियुक्त अधिकारियों एवं जवान को अगर किसी प्रकार की असुविधा है तो उसे जल्द ही दूर किया जाएगा।



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लौकहा कैंप में प्रतिनियुक्त अधिकारी व पुलिस जवानों के लिए बना टेंट हाउस।




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पुलिस ने 1681 बाेतल शराब व 160 बीयर केन किया बरामद

थाना पुलिस ने गुरुवार की रात त्रिवेणीगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गणपति ठाकुर के नेतृत्व में थाना क्षेत्र के गुडिया पंचायत स्थित एक सुनसान बांसबाड़ी से 1681 बाेतल विदेशी शराब और 160 बोतल बीयर केन बरामद किया गया है। जदिया थाना अध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना आधार पर यह छापेमारी की गई थी। जिसमेें पुलिस को पंचायत स्थित एक सुनसान बांसबाड़ी से विभिन्न ब्रांड का 180 एमएल का 1466 बोतल व 750 एमएल का 215 बोतल विदेशी शराब बरामद किया गया। साथ ही 500 एमएल का 160 बोतल बीयर केन भी पुलिस ने बरामद किया। बताया कि मामले में उत्पाद अधिनियम की विभिन्न धराओ के तहत अज्ञात के विरुद्ध कांड दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। छापेमारी दल में डीएसपी के साथ त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष सुधाकर कुमार, जदिया थाना अध्यक्ष पंकज कुमार व पुलिस बल शामिल थे। पुलिस की इस कार्रवाई से शराब कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है।



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जदिया पुलिस द्वारा जब्त शराब।




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रेडक्रॉस चेयरमैन समेत 15 लोगों ने किया रक्तदान

विश्व रेडक्रॉस दिवस पर शुक्रवार को ब्लड बैंक में वैश्विक महामारी के बीच खून की कमी न हो। लिहाजा 15 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। जिसमें नगर परिषद अध्यक्ष उदय गुप्ता, रेडक्रॉस चेयरमैन सतीश कुमार सिंह समेत 15 लोग शामिल हैं। विश्व रेडक्रॉस दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को डीएम सौरभ जोरवाल, एसपी दीपक बरनवाल व डीडीसी अंशुल कुमार ने फीता काटकर उद्धाटन किया।

इस अवसर पर नप चेयरमैन, रेडक्रॉस चेयरमैन, को-ऑपरेटिव चेयरमैन संतोष कुमार सिंह, पूर्व रेडक्रॉस चेयरमैन संजय सिंह, जिले के प्रख्यात समाजसेवी रविन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष मरगुब आलम, सचिव दीपक कुमार, कोषाध्यक्ष अजीत चंद्रा, प्रबंध समिति सदस्य पंकज वर्मा, अरुनजय कुमार सिंह, हिमांशु कुमार, दिलीप गुप्ता समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण दुनिया के कई देशों में लॉक डाउन है। संक्रमण के कारण लोगों में दहशत है। ऐसे में पूरे देशभर में खून की कमी है।

रक्तदान को इसीलिए महादान कहा जाता है। एसपी दीपक बरनवाल ने बताया कि खून का रिश्ता नहीं रहते हुए भी आप रक्तदान कर किसी परिवार से खून का रिश्ता जोड़ सकते हैं। रक्तदान एक पुण्य कार्य है। डीडीसी अंशुल कुमार ने बताया कि वैश्विक महामारी में खून की कमी हो गई। इसके बीच रक्तदान करने वाले काेरोना फाइटर्स हैं। जिले के प्रख्यात समाजसेवी व कारोबारी रविन्द्र कुमार सिंह व उनके बेटे अरूणजय कुमार दोनों ब्लड बैंक पहुंचे और रक्तदान किया। रविन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि मीडिया के माध्यम से खबर मिली कि लॉक डाउन के बीच कई ग्रुप के खून नहीं मिल रहे। लिहाजा मैं अपने पुत्र के साथ इस गंभीर विषय पर बात किया और हम दोनों ने रक्तदान करने का फैसला किया। जिसके बाद यहां पहुंचकर रक्तदान किए।



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15 people including red cross chairman donated blood




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महाराष्ट्र समेत कई राज्यों से आए 121 लोगों की स्क्रीनिंग, क्वारेंटाइन सेंटर गए

गुजरात, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र से शुक्रवार को 121 लोग बालगुदर स्थित जांच शिविर में लाए गए। यहां इनकी स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद सभी को संबंधित प्रखंड क्षेत्र क्वारेंटाइन सेंटर में 14 दिनाें के लिए भेज दिया गया।
गुजरात, पश्चिम बंगाल व महाराष्ट्र से बरौनी और भागलपुर रेलवे स्टेशन पर लोग उतरे जहां से जिला प्रशासन द्वारा बस से बालगुदर स्थित जांच केंद्र पर लाया गया। स्क्रीनिंग के दौरान भी मजदूरों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया। स्क्रीनिंग के बाद वाहन से उनके संबंधित प्रखंड स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया। आने वाले लोग लखीसराय, हलसी, सूर्यगढ़ा, पिपरिया, चानन आदि प्रखंड क्षेत्र के रहने वाले है।



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प्रवासियों की स्क्रीनिंग करने के लिए मौजूद स्वास्थ्यकर्मी।




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आलमनगर प्रखंड में 13500 हेक्टेयर में मक्के की फसल हुई है नष्ट : डीएओ

प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित कृषि भवन में रबी मौसम अप्रैल माह में असमय वर्षा आंधी ओलावृष्टि के कारण प्रभावित रवि फसलों को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि सलाहकारों के साथ बैठक कर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की।
इस दौरान जिला कृषि पदाधिकारी राजन बालन ने कृषि सलाहकारों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि ऑनलाइन फॉर्म भरने के 20 दिन के अंदर आपको फॉर्म का सत्यापन एवं भौतिक सत्यापन कर फॉर्म को एक्सेप्ट या रद्द करना है। 20 दिन के भीतर अगर आपने किसानों के द्वारा भरे गए फॉर्म को लेकर रिपोर्ट नहीं किए तो आपकी कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिह्न लग जाएगा। उन्होंने बताया कि यह योजना मधेपुरा सहित 19 जिलों के चिन्हित प्रखंडों के लिए मान्य है। बताया कि आलमनगर प्रखंड से कुल 13500 प्रति हेक्टेयर मक्के की फसल के क्षति की रिपोर्ट गई है। मक्के की फसल के क्षतिग्रस्त के सत्यापन में फोटो की आवश्यकता नहीं है। जिनके पास मोबाइल की सुविधा है वह घर पर ही रहकर आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यदि कोई किसान रबी मौसम के फरवरी एवं मार्च माह में फसल क्षति के लिए आवेदन कर चुके हैं तो कृपया अप्रैल माह में हुए फसल क्षति के लिए आवेदन नहीं करें। इस अवसर पर प्रमुख धर्मेंद्र कुमार मंडल, प्रखंड कृषि पदाधिकारी रवि लाल मुखिया व राजेश्वर राय ने भी कई बिंदुओं पर अपने सुझाव दिए। मौके पर प्रखंड को-ऑर्डिनेटर ओमप्रकाश आदित्य, अवधेश कुमार, किसान सलाहकार सुनील कुमार, सत्यदेव पंडित व नवीन कुमार सहित अन्य भी थे।



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शुक्रवार को क्षतिग्रस्त फसल का मुआयना करते डीएओ व अन्य।




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दो बहनों के घर कहलगांव और ससुराल झंडापुर गया था रेलकर्मी, कोरोना संक्रमित होने पर करीबी 15 लोग क्वारेंटाइन

चौसा पूर्वी पंचायत के एक व्यक्ति जो किशनगंज रेलवे में काम करते हैं, उसके कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद यहां लोगों में हड़कंप है। चौसा प्रशासन की पहल पर शुक्रवार की दोपहर करीब दो बजे स्वास्थ्य विभाग व पुलिस की टीम ने गांव पहुंचकर रेलवे कर्मी के परिवार सहित 15 लोगों को क्वारेंटाइन कर दिया।
फिलहाल उक्त गांव जाने वाले मुख्य रास्ते पर जगह-जगह ग्रामीण पुलिस को तैनात कर दिया गया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने गांव के वार्ड सदस्य सहित 15 लोगों को चौसा पूर्वी पंचायत सरकार भवन में क्वारेंटाइन के लिए भर्ती कराया है। पीएचसी पदाधिकारी डॉक्टर अमित कुमार सिंह ने बताया कि क्वारेंटाइन किए गए लोगों में कोरोना संक्रमित रेलकर्मी के परिवार के दो अन्य भाई, वहां का वार्ड सदस्य सहित 15 लोग शामिल हैं।
दो दिन बाद जिले से मेडिकल टीम पहुंचकर सभी 15 लोगों का कोवेडि-19 के लिए सैंपल लेगी। दूसरी ओर, महाराष्ट्र से आए चौसा के 55 प्रवासी मजदूरों को चौसा पीएससी में स्वास्थ्य परीक्षण कर क्वारेंटाइन
किया गया।
परिवार से संबंध रखने वालों के भी स्वास्थ्य की जांच की जा रही है
बताया गया कि उक्त रेलकर्मी किशनगंज से ड्यूटी कर छुट्‌टी बिताने 15 मार्च को अपने घर आए थे। इसके बाद लॉकडाउन हो जाने पर यहीं रह गए। परिजनों के अनुसार इस बीच एक मई को वे भागलपुर जिले के कहलगांव के आमापुर में अपनी बहन के यहां गए थे। जबकि दो मई को दूसरी बहन के यहां कहलगांव के मजदाहा धमोरा गांव गए थे। उसके बाद वहां से ही उसी दिन वे अपने ससुराल झंडापुर चले गए। इसके साथ ही 3 मई को वहां से मधेपुरा जिले के चौसा थाना क्षेत्र के चौसा पूर्वी पंचायत के अपने घर आ गए। यहां से 4 मई को वे किशनगंज ड्यूटी ज्वाइन करने गए। जहां पर टेस्ट में उन्हें कोरोना संक्रमित पाया गया। मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन द्वारा गांव को सील किया जा रहा है। परिवार से संबंध रखने वाले लोगों के भी स्वास्थ्य की जांच की जा रही है।



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शुक्रवार को क्वारेंटाइन सेंटर में जाने से पहले चौसा पीएचसी में बैठे अप्रवासी।