9 देरी से शुरू हुआ सीजन और लंबा चलेगा, जिला की मंडियों में पहुंचा 5 लाख 69 हजार 914 एमटी गेहूं By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस के मद्देनजर सरकार द्वारा लागू किए लॉकडाउन के चलते इस बार मंडियों में जिस प्रकार गेहूं की खरीद देरी से शुरू हुई थी उसी प्रकार सीजन और लंबा चलेगा। जिला की मंडियों में पिछले वर्ष 2019 में सात मई तक जिला की मंडियों में 7 लाख 29 हजार 397 एमटी की आवक हुई थी, वहीं इस बार इस तिथि तक कुल 5 लाख 69 हजार 914 एमटी गेहूं की आवक हो पाई है। जबकि गेहूं आवक में इस बार पिछले रिकॉर्ड ताेड़ने का अनुमान कृषि विशेषज्ञों द्वारा लगाया जा रहा है। मंडियों में आवक अधिक है लेकिन उठान बहुत कम है। फिलहाल मंडियों से 3 लाख 25 हजार 960 एमटी गेहूं की लिफ्टिंग एजेंसियों द्वारा कराई गई है। आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान जोगध्यान गोयल का कहना है कि अभी सीजन और चलेगा।खरीद में अब हैफेड ने फूड सप्लाई को पछाड़ा : जिला की मंडियों में गेहूं खरीद मामले में अब हैफेड ने फूड सप्लाई एजेंसी को पछाड़ दिया है। डीसी सुजान सिंह ने बताया कि गेहूं की कुल खरीद में से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 2 लाख 9 हजार 939 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 2 लाख 24 हजार 613 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 73 हजार 730 मीट्रिक टन, हरियाणा वेयर हाउस द्वारा 61 हजार 632 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद गई है।किस एजेंसी ने कहां से कितनी की खरीद : कैथल मंडी में कुल 96 हजार 630 मीट्रिक टन आवक में से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 26 हजार 813 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 38 हजार 40 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 11 हजार 695 मीट्रिक टन, हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 20 हजार 82 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। चीका मंडी में कुल 87 हजार 55 मीट्रिक टन आवक में से खाद्य एंव आपूर्ति विभाग द्वारा 49 हजार 5 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 38 हजार 50 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। कलायत मंडी में कुल 56 हजार 762 मीट्रिक टन गेहूं आवक में से खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा 13 हजार 98 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 16 हजार 941 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 17 हजार 982 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा 8 हजार 741 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। इसी प्रकार पूंडरी मंडी कुल 48 हजार 784 मीट्रिक टन आवक में से खाद्य एंव आपूर्ति विभाग द्वारा 24 हजार 74 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 20 हजार 202 मीट्रिक टन, एफसीआई द्वारा 4 हजार 452 मीट्रिक टन, हरियाणा वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा 56 मीट्रिक टन, राजौंद में कुल 17 हजार 626 मीट्रिक टन में से एफसीआई द्वारा 15 हजार 447 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 2 हजार 179 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया। सीवन मंडी में कुल 15 हजार 362 में से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 7 हजार 667 मीट्रिक टन एवं हरियाणा वेयर हाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 7 हजार 695 मीट्रिक टन, अंगौध में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 5 हजार 77 मीट्रिक टन, बाबालदाना में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 13 हजार 926 मीट्रिक टन, बड़सिकरी खुर्द में हैफेड द्वारा 10 हजार 334 मीट्रिक टन, बालू में कुल 9 हजार 519 मीट्रिक टन में से खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 9 हजार 519 मीट्रिक टन एवं हैफेड द्वारा 6 हजार 80 मीट्रिक टन, बरटा में हरियाणा वेयर हाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 8 हजार 128 मीट्रिक टन, बाउपुर में हैफेड द्वारा 1 हजार 269 मीट्रिक टन, भागल में हैफेड द्वारा 5 हजार 529 मीट्रिक टन, भूसला में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 4 हजार 705 मीट्रिक टन, डीग में हैफेड द्वारा 3 हजार 374 मीट्रिक टन, ढांड में कुल 38 हजार 970 मीट्रिक टन मेें से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 18 हजार 470 मीट्रिक टन तथा हैफेड द्वारा 20 हजार 500 मीट्रिक टन, फ्रांसवाला में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 5 हजार 34 मीट्रिक टन, गोहरां में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 7 हजार 605 मीट्रिक टन, गुहणा में हैफेड द्वारा 2615 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया। हाबड़ी में एफसीआई द्वारा 8 हजार 634 मीट्रिक टन, जाखौली में हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 7 हजार 611, कैलरम में हैफेड द्वारा 5 हजार 766 मीट्रिक टन, कमहेड़ी में हैफेड द्वारा 380 मीट्रिक टन, कांगथली में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 4 हजार 172 मीट्रिक टन, करोड़ा में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 8 हजार 168 मीट्रिक टन, कौल में हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 1199 मीट्रिक टन, क्योड़क में हैफेड द्वारा 7 हजार 371 मीट्रिक टन, किठाना में हैफेड द्वारा 18 हजार 841 मीट्रिक टन, पाड़ला में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 8 हजार 17 मीट्रिक टन, पाई में हैफेड द्वारा 9 हजार 738 मीट्रिक टन तथा हरियाणा वेयरहाउसिंग कोर्पोरेशन द्वारा 4 हजार 455 मीट्रिक टन, रामथली में हैफेड द्वारा 14 हजार 928 मीट्रिक टन, रसीना में हैफेड द्वारा 6 हजार 524 मीट्रिक टन, सजूमा में हैफेड द्वारा 3 हजार 184 मीट्रिक टन, सांघन में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 6 हजार 248 मीट्रिक टन, सेरधा में खाद्य एवं पूर्ति विभाग द्वारा 4 हजार 421 मीट्रिक टन, सोलूमाजरा में एफसीआई द्वारा 10 हजार 803 मीट्रिक टन, टीक में एफसीआई द्वारा 262 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 कोरोना की जांच के लिए राजौंद व जाखौली से लिए 49 लोगों के सैंपल By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में राजौंद व जाखौली के लगभग 49 लोगों के सैंपल लेकर कोरोना की जांच के लिए भेजे गए। एसएमओ डाॅ. रजनीश मल्होत्रा ने बताया कि राजौंद व जाखौली तथा आसपास के गांव के उन लोगों के सैंपल लिए गए जो अन्य किसी शहर में गए हुए थे।जांच के लिए कैथल से डाॅ. नमीता के नेतृत्व के दो टीमें जांच के लिए आई थी जिसमें एक टीम ने गांव जाखौली से 17 और दूसरी टीम ने राजौंद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 32 लोगों के सैंपल लिए। इन सभी लोगों के सैंपलों की जांच करनाल कल्पना चावला में की जाएगी । सभी लोगों को होम क्वारेंटाइन किया गया है और प्रतिदिन सभी जांच स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 कोरोना संक्रमित महिला डॉक्टर का रिपीट सैंपल निगेटिव, अब 9वीं के छात्र का रिपीट सैंपल भेजा By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना सैंपल रिपोर्ट के लिहाज से शुक्रवार का दिन राहत भरा रहा। कोरोना संक्रमित मिली कैंट अस्पताल की इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर के रिपीट सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई। दूसरी बड़ी राहत की खबर यह रही कि कोरोना पॉजिटिव दुखेड़ी की आशा वर्कर, सिविल अस्पताल की कंस्ट्रक्शन साइट के श्रमिकों की कोठरियों में रहने वाले और निशात बाग के ऑटो चालक के संपर्क में आए जितने लोगों के सैंपल भेजे गए थे, सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। तीसरी अच्छी खबर यह है कि रानी बाग के 9वीं के छात्र के घर में काम करने वालीं मेड की सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। एमएम अस्पताल की कोविड यूनिट में भर्ती इस छात्र का रिपीट सैंपल शुक्रवार को जांच के लिए भेजा गया है। चौथी सुकून की खबर यह है कि वीरवार को कैंट सिविल अस्पताल के जितने भी डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के सैंपल पीजीआई चंडीगढ़ भेजे गए थे, सभी की रिपोर्ट ठीक आई है।2 मई को कैंट सिविल अस्पताल ले लिए गए सैंपलों में से एक ही दिन में 23 की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद चिंताएं बढ़ गई थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी प्रोजेक्ट्स की साइट पर ठहरे श्रमिकों की सैंपलिंग शुरू की थी। शुक्र रहा कि कैंट सिविल अस्पताल की कंस्ट्रक्शन साइट पर जिन काेठरियों में काेरोनो संक्रमित मिले हैं उनमें साथ रहने वाले बाकी श्रमिक ठीक पाए गए हैं। हालांकि बाकी कांटेक्ट में आने वाले लोगों के शुक्रवार को भी सैंपल लिए गए। इन श्रमिकों के साथ काम करने वाले कुछ लोकल लोगों और श्रमिकों को महेशनगर थाने के पास चलने वाले लंगर में जाने की वजह से संक्रमण के कम्युनिटी ट्रांसफर होने का खतरा बढ़ गया था। जिले में इस वक्त कोरोना के 28 एक्टिव केस हैं, जिनमें से 26 मुलाना के एमएम अस्पताल की कोविड यूनिट, एक अम्बाला कैंट सिविल और एक पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती हैं।कंटेनमेंट जोन के 25,196 लोगों की स्क्रीनिंग, 9 के सैंपल जांच के लिए भेजेशुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने 142 सैंपल लिए हैं। सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह के मुताबिक अब तक 3,456 सैंपल लिए गए हैं। इनमें से 3,276 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। ठरवा गांव के कोरोना पीड़ित किसान की पीजीआई में हालत स्थिर बनी हुई है। जिले की सभी कंटेनमेंट जोन से शुक्रवार को 25,196 लोगों की स्क्रीनिंग कर 9 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। 48 मोबाइल टीमों ने 4,241 लोगों को चेक किया। इनमें से 17 को फ्लू जैसे लक्षण मिले व 9 के सैंपल लिए गए हैं। 1200 प्रवासी श्रमिकों को चेकअप के बाद अम्बाला से स्पेशल ट्रेन में रवाना किया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कैंट सिविल अस्पताल की कंट्रक्शन साइट की कोठरियों के आसपास रहने वालों के शुक्रवार को भी सैंपल लिए गए। Full Article
9 कोविड-19 से बचाव के लिए शिक्षकों को सुरक्षा के उपकरण देने की मांग By Published On :: Sat, 09 May 2020 00:21:00 GMT हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने वीरवार को डीईओ जोगेंद्र हुड्डा के माध्यम से शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को ज्ञापन भेजा। जिला प्रधान राकेश धनखड़ व सचिव जगपाल सिंह ने बताया कि कोविड-19 विश्वव्यापी महामारी एवं लंबे लाॅकडाउन के चलते 70-80 हजार अध्यापक 45 दिनों से सेवाएं दे रहे हैं। कई-बार शिक्षा मंत्री व विभाग के उच्च अधिकारियों से आग्रह करने के बावजूद अध्यापकों को सुरक्षा संबंधी उपकरण जैसे कि पीपीई किट, मास्क, सेनिटाइजर व दस्ताने आदि उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं।अध्यापकों का कार्यस्थल व निवास स्थान दूसरे जिलों से भी है। ऐसे अनेक अध्यापक हैं जिनके निवास स्थान फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी व रोहतक में हैं। उनकी नौकरी गुरुग्राम, नूह, पलवल, यमुनानगर व फरीदाबाद में है। संगठन के आवेदन पर ऐसे आदेश भी जारी हो चुके हैं कि जिन अध्यापकों का निवास स्थान दूसरे जिलों में हैं, उनकी ड्यूटी न लगाई जाए। फिर भी प्रशासन न केवल ड्यूटियां लगा रहा है बल्कि अनुचित दबाव भी बना रहा है। इससे पहले यमुनानगर में एक अध्यापक की सेवाएं ही समाप्त कर दी हैं। यदि उपरोक्त मुद्दों पर सरकार ने समय रहते उचित निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन करने को बाध्य होंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 विद्यानगर में 449 घरों के 1909 लोगों की स्क्रीनिंग By Published On :: Sat, 09 May 2020 01:09:00 GMT स्वास्थ्य विभाग ने विद्यानगर निवासी बीएसएफ जवान के घर के आस-पास के 449 घरों में रहने वाले 1909 व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की है। शुक्रवार को विभाग ने 18 लोगों के काेरोना से संबंधित सैंपल लिए है।गुरुवार को विद्यानगर के 350 घरों में रहने वाले करीब 1500 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई तथा 46 लोगों के सैंपल लिए थे। शुक्रवार को 99 मकानों में ओर सर्वे कर स्क्रीनिंग की गई है। अभी तक विभाग काॅलोनी में 449 घरों में रहने वाले 1909 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग कर चुका है। काॅलोनी के सभी घरों में रहने वाले लोगों की स्क्रीनिंग करवाने का उद्देश्य यह हैं कि अगर किसी व्यक्ति में किसी प्रकार के कोरोना के लक्षण मिले तो विभाग उसको तुरंत आइसोलेशन वार्ड में रख कर महामारी को फैलने से रोक सके। अभी तक की जांच में विद्यानगर कालोनी में किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण नहीं मिले है। सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कादयान ने बताया कि शुक्रवार को 18 सैंपल लिए गए, इनमें से 12 सैंपल रोहतक पीजीआई जांच के लिए भेजे गए है जबकि 6 सैंपल की जांच रैपिड किट से की गई। रैपिड किट से जांच में सभी छह सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अभी तक 78 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। शुक्रवार तक कुल 1036 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए थे। सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में 12 व्यक्तियों को रखा गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 मेयर-पार्षदों के डिमांड पर शहर के विकास का 3 कराेड़ और रिवाइज होगा बजट, 79.66 करोड़ का बजट पास By Published On :: Sat, 09 May 2020 01:52:00 GMT नगर निगम के सालाना बजट की बैठक शुक्रवार को एप के जरिये ऑनलाइन मीटिंग हुई। बैठक में मेयर व पार्षदों की डिमांड पर शहर के डिवलेपमेंट काे लेकर 3 कराेड़ रुपये का बजट और रिवाइज हाेगा। पार्षदों व मेयर ने कहा कि दस-दस लाख रुपये प्रति वार्ड व 1 कराेड़ रुपये मेयर के नाम पर मिसलेनियस में रखे जाने थे ताे बजट में नहीं रखे गए। अकाउंट ब्रांच ने इस बात पर सहमति जताई। इसके बाद नगर निगम के अधिकारियाें ने बजट काे रिवाइज करने की बात कही। शहर काे इससे यह फायदा हाेगा कि पहले निगम ने 5 कराेड़ 21 लाख रुपये का बजट रखा था जाे अब 8 कराेड़ रुपये से ज्यादा हाे गया है। यानी इस 8 कराेड़ रुपये से शहर के सड़क, पार्काें व स्ट्रीट लाइट लगाने व शहर के विकास कार्य पर खर्च किया जा सकता है। फिलहाल नगर निगम व हाउस के मीटिंग में माैजूद सदस्याें ने सर्वसम्मति से 79 करोड़ 66 लाख 55 हजार रुपए का बजट पास कर दिया। निगम ने पहली बार 15 लाख रुपये का बजट लाइब्रेरी काे अपग्रेड करने के लिए रखा है।बैठक की अध्यक्षता मेयर गौतम सरदाना ने की। सुबह 11 बजे शुरू हुई मीटिंग में राज्यसभा सदस्य डाॅ. डीपी वत्स एप के माध्यम से शामिल हुए। निगम आयुक्त अशोक गर्ग, संयुक्त आयुक्त शालिनी चेतल ने बजट की जानकारी दी। एप के माध्यम से 15 पार्षदों ने बैठक में हिस्सा लिया। अधिकारियाें ने बजट में एलटीसी का 10 लाख का खर्च अलग से रखा। इस पर पार्षद टीनू जैन, पार्षद अमित ग्राेवर व पार्षद जगमाेहन मित्तल ने आवाज उठाई कि एलटीसी काे लेकर ताे सरकार ने साफ मना किया है कि नहीं दी जाएगी। फिर बजट में ये मद रखने का क्या औचित्य है। अधिकारियाें ने कहा कि इसमें से 5 लाख रुपये लाइब्रेरी काे अपग्रेड करने में जाेड़ा जाएगा। पहले लाइब्रेरी के लिए 10 लाख का बजट रखा गया था।ग्राेवर ने कहा-कब तक बेचते रहाेगे जमीनें, इनकम साेर्स बढ़ाओपार्षद अमित ग्राेवर ने कहा कि कब तक ऐसे ही जमीन बेचकर काम चलाते रहेगा। स्थायी इनकम साेर्स बनाओ। उन्हाेंने कहा निगम ने बजट में रखा है कि जमीन बेचने से इस साल निगम काे करीब 6 कराेड़ रुपये की आय हाेगी। उन्हाेंने इस पर आपत्ति जताई। इस पर पार्षदों ने कहा कि अाप इनकम साेर्स बढ़ाने पर मंथन क्याें नहीं करते। कमिश्नर अशाेक गर्ग ने कहा कि जल्द ही इस विषय पर मीटिंग करेंगे। जिसमें इनकम साेर्स पर विशेष चर्चा हाेगी। पार्षदों ने बेसहारा पशुओं के लिए गाेअभयारण्य का अधिक बजट बढ़ाने की मांग भी रखी।बीएलओके राशन टाेकन सर्वे पर उठाए सवालसंयुक्त आयुक्त शालिनी चेतल ने कहा कि एप के माध्यम से बजट की बैठक हुई है। इसमें बजट पास किया गया है। वहीं पार्षदों ने टेंपरेरी राशन टोकन सिस्टम के बारे में वार्ड अनुरूप जानकारी मांगी थी। सभी वार्ड में बीएलओ के माध्यम से सर्व का कार्य जारी है। कुछ वार्डों का सर्व हो चुका है, वार्ड सात और आठ में सर्वे का कार्य दो तीन में पूरा हो जाएगा। अधिकारियाें ने कहा कि बीएलअाे की ड्यूटी मंडियाें में लगाई है। एेसे मेंं दाे दिन के अंदर सर्वे सुचारू हाेता है ताे ठीक है वरना फिर काेई वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 गुजरात-राजस्थान में फंसे अड़ोखर गांव के 29 लोग, बुलाने की लगा रहे गुहार By Published On :: Fri, 08 May 2020 02:12:00 GMT अड़ोखर गांव के 29 लोग गुजरात और राजस्थान के अलग-अलग शहरों में फसे हैं। सभी लोग अपने घर पहुंचना चाहते हैं। इसके लिए ग्रामीणों ने पंचायत सचिव को ऑनलाइन परमिशन के लिए कागज दिए हैं, लेकिन सचिव ने ऑनलाइन एप्लाई नहीं किया है। ग्रामीणों से पहले सचिव ने कागजात ले लिए थे, जिसके बाद वह गांव नहीं पहुंचा है। ग्राम वासियों की शिकायत है कि सचिव द्वारा बरती जा रही लापरवाही को लेकर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।गांव के मुन्ना प्रजापति के परिवार के 7 सदस्य गुजरात के राजकोट में फसे हैं। रघुराज कुशवाह के परिवार के 4 सदस्य राजस्थान और 5 सदस्य गुजरात में हैं। वहीं अमर सिंह कुशवाह के परिवार के 4 लोग कोटा और 2 भीलवाड़ा में फंसे हैं। विमलेश श्रीवास के परिवार का एक सदस्य अहमदाबाद और 8 दिल्ली में हैं। बाहर फंसे लोगों ने गांव में अपने परिजन को फोन करके पंचायत द्वारा ऑनलाइन पास बनवाने के लिए कहा है लेकिन पंचायत द्वारा कोई काम नहीं किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सचिव गांव में नहीं आते हैं आैर किसी का फोन भी रिसीव नहीं कर रहे। गांव में जो लोग बाहर से आए हैं, उन्हें पंचायत ने क्वारेंटाइन भी नहीं कराया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 29 people of Adokhar village stranded in Gujarat-Rajasthan, pleading for calling Full Article
9 26 केंद्रों पर 3 हजार 842 किसानों से खरीदा 190134.97 क्विं. गेहूं By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT जिले में 26 केंद्रों पर 15 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी जारी है। जिला आपूर्ति अधिकारी बीके कोष्ठा ने बताया अभी तक 3842 किसानों से 190134.97 क्विंटल गेहूं खरीदा गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 विशेष ट्रेन से रतलाम पहुंचे 900 से ज्यादा मजदूर, 40 बसों से शहर लेकर आए, जांच के बाद घर भेजा By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT राजकोट से विशेष ट्रेन के जरिए गुजरात में फंसे जिले के 900 से ज्यादा मजदूर मजदूर शुक्रवार को रतलाम पहुंचे। इन सभी को वहां से बस के द्वारा जिले में लाया गया। जलसा गार्डन में स्वास्थ्य परीक्षण किया। भोजन के पैकेट दिए। कलेक्टर अमित तोमर ने बताया प्रत्येक मजदूर की व्यक्तिगत जानकारी नोट कर उन्हें उनके घरों तक बस से पहुंचाया गया। मजदूरों की जानकारी गांव के सरपंच व सचिव से सांझा की जाएगी, ताकि वे 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहना सुनिश्चित करवा सके।6 माह पहले रोजगार के लिए गए थे गुजरातपांचपुला दक्षिण निवासी इकराम सरदार 6 माह पहले मजदूरी करने गुजरात के चरखड़ी गए थे। उनके साथ पत्नी कोमाबाई भी थी। इकराम ने बताया वह अपने 6 बच्चों को गांव में ही रिश्तेदारों के यहां छोड़ गया था। गांव के ही गुलसिंह, पत्नी फरकीबाई व दो बच्चों के साथ लौटा। गुलसिंह ने बताया डेढ़ माह से वह गोहद में फंसा हुआ था। इसी तरह सुस्तीखेड़ा निवासी दिलीप बरडे, पत्नी रमबाई व मां चेतरीबाई के साथ मजदूरी करने गुजरात के नेताखंबा गए थे। साथ में उनका छोटा बेटा भी था।निजी वाहन से पहुंचे कई मजदूर, घर जाने की खुशी में भूले सोशल डिस्टेंसिंग का पालनघर लौटने की खुशी में मजदूर सोशल डिस्टेंस का पालन करना भूल गए। वहीं कर्मचारी भी इसका पालन सख्ती से नहीं करा सके। हालांकि वे बार-बार मजदूरों को दूरी बनाने के निर्देश दे रहे थे। शुक्रवार को गुजरात से सैकड़ों मजदूर जीप, लोडिंग वाहन व बसों से पैरामाउंट स्कूल पहुंचे। इन सभी के चेहरे पर बेबसी दिख रही थी। लोडिंग वाहनों में सामान के साथ मजदूर घिरे नजर आए। वहीं जीप में क्षमता से अधिक लोग बैठे थे। इसके चलते वाहनों में भी सोशल डिस्टेंसिंग गायब हो गई।मजदूरों को अब घर लौटने की खुशी के साथ गांव में रोजगार मिलने की चिंता सता रही है। लॉकडाउन के कारण ये सभी डेढ़ माह से गुजरात में फंसे हुए थे। काम बंद होने के बाद से आर्थिक संकट से जूझ रहे मजदूर वाहनों से घर लौटे है, ताकि गांव में खेती व रोजगार हासिल कर आजीविका चला सके। स्कूल में हाथ धुलवाने के साथ सभी की जानकारी दर्ज कर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस दौरान भीड़ लगी रही। इस कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ। हालांकि यहां मौजूद कर्मचारी व स्वास्थ्य विभाग की टीम बार-बार उन्हें दूरी बनाने के निर्देश दे रही थी, जो घर लौटने की खुशी पर भारी पड़ा।मोरबी, केसूद से लौटे 5 सौ से अधिक मजदूरजानकारी अनुसार सुबह से मजदूरों का आना शुरू हो गया था। गुजरात के मोरबी, केसूद, अमराली सहित अन्य जिलों से दोपहर तक 500 से ज्यादा मजदूर लौटे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सर्दी-जुकाम व बुखार की जानकारी लेने के साथ इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया। इसके बाद उन्हें भोजन व नाश्ता देकर बसों से घर भेजा गया। लेकिन अधिक संख्या में आने के कारण सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हुआ।मेघनगर से आज आएंगे 987 मजदूर, 32 बस भेजीशनिवार 987 मजदूर ट्रेन से मेघनगर पहुंचेंगे। इन्हें लाने के लिए 32 बस मेघनगर भेजी हैं। शनिवार सुबह 6 बजे ट्रेन मेघनगर आएगी। जिले से 32 बसों को उनके प्रभारी अधिकारियों व नोडल अधिकारियो के साथ सूखा नाश्ता देकर रवाना किया गया। नोडल अधिकारी मजदूरों का ट्रेन से उतरने के साथ स्वास्थ्य परीक्षण करवाएंगे। जिला मुख्यालय आने पर फिर से उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर भोजन करवाकर बस से घर भेजा जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today More than 900 laborers reached Ratlam by special train, brought to the city in 40 buses, sent home after investigation Full Article
9 प्रदेश में औसतन 16.97 संक्रमित की हो रही मौत, खरगोन में हर 10वें मरीज की जा रही जान By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:35:00 GMT निमाड़ के चार जिलाें में कोरोना का कहर जारी है। सावधानी ही बचाव है। प्रदेश में हर 16.97 मरीज पर एक मौत का औसत आ रहा है, जबकि खरगोन जिले में हर 10वें मरीज में से एक की जान जा रही है। खंडवा में तो स्थिति और भी खराब है यहां पर हर 7वें मरीज की मौत हो रही है। पहले से किसी किसी बीमारी से ग्रसित और बुजुर्ग की मौत के मामले निमाड़ में ज्यादा है। बुरहानपुर में यह 9.6 है। खरगोन में शुक्रवार तक की स्थिति में 80 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। इनमें से 37 लोग स्वस्थ्य होकर अपने घर जा चुके हैं, वहीं 10 लोगों की मौत हो चुकी है। खरगोन में निमाड़ में सबसे ज्यादा मरीज जरूर निकले लेकिन स्वस्थ भी हो रहे हैं। देश में 31.12 प्रतिशत मरीज पर एक मृत्यु हो रही है।खरगोन जिले में इनकी हो चुकी है मौतजिले में राधेश्याम पाटीदार (63 ) धरगांव, खुर्शीद बी (70) सहकारनगर, शेख रफीक (55) अमननगर, हलीमा गनी (70) गोगावां, शिव पाटील (50) ज्योतिनगर, हनीफा बख्तावर (60) पत्थर दलाल, अशफाक खान (35) गोगावां, मोहम्मद निसार (65) पत्थर दलाल की मौत हो चुकी है।जरूरी काम होने पर ही घर के बाहर निकलें। लॉक डाउन का पालन करें। पहले से किसी बीमारी से ग्रसित, बुजुर्ग की रोगों से लड़ने की शक्ति कम हो जाती है, उन पर अधिक खतरा है।- डॉ. राजेंद्र जोशी, सिविल सर्जन जिला अस्पतालअब तक 727 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिवमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय के अनुसार जिले में अब तक 727 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं स्वस्थ्य होने वालों का आकड़ा 39 हो गया है। अब तक 1030 सैंपल जांच के लिए इंदौर व अन्य शहरों में भेजे हैं। जिले में होम क्वारंटाइन में 22 हजार 414 लोग हैं। खरगोन के 176 मरीजों की जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today On an average 16.97 infected people die in the state, every 10th patient is killed in Khargone Full Article
9 शहर-कस्बों को सेनेटाइज करने जो कैमिकल डबरा-बिलौआ में 20 से 39 रु. ली. में खरीदा, हमारे यहां उसका 70 से 98 रु. तक भुगतान By Published On :: Sat, 09 May 2020 01:36:00 GMT कोविड-19 से निपटने के लिए राज्य शासन से मिले लाखों रुपए के बजट को नगरीय निकाय मनमाने ढंग से खर्च करने में लगे हुए हैं। हालात यह हैं कि गली-मोहल्लों को सेनेटाइज करने में उपयोग होने वाला सोडियम हाइपोक्लोराइड ग्वालियर जिले की डबरा व बिलौआ जैसे छोटे निकायों ने 20 से 39 रुपए प्रति लीटर में खरीदा जबकि मुरैना नगर निगम, पोरसा, जौरा, अंबाह, सबलगढ़, कैलारस व झुंडपुरा की निकायों ने 84 से 90 रुपए प्रति लीटर तक खरीदी बताकर लाखों रुपए का भुगतान भी कर दिया। सवाल यह है कि कैमिकल की क्वालिटी थोड़ी अलग हो सकती है लेकिन इतनी अलग नहीं कि उसमें प्रति किलो 50 से 60 रुपए का अंतर आ जाए। कुछ यही स्थिति भोजन के पैकेज पर भी है। कोरोना ड्यूटी में लगे कर्मचारियों के लिए भोजन के पैकेट में सूखी सब्जी, 6 पूडी, अचार दिया जा रहा है। लेकिन इस पैकेट का भुगतान झुंडपुरा नगर पंचायत ने 50 रुपए पैकेट के हिसाब से किया तो सबलगढ़ में 70 रुपए पैकेट की दर से पेमेंट ठेकेदार को किया गया। नगर निगम मुरैना ने तो रेट व मात्रा न दिखाते हुए सीधे-सीधे 4 लाख 50 हजार रुपए का भुगतान कर दिया। वहीं अब नगर निगम सीमा में संचालित मीट की दुकानों को सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक खोलने की अनुमति निम्न जारी कर दी है।5.60 लाख का सॉल्यूशन खरीदा, सबलगढ़ जौरा-कैलारस में भी लाखों का भुगतानशहर के गली-मोहल्लों को सेनेटाइज करने के लिए नगर निगम मुरैना ने 90 रुपए प्रति लीटर की दर से 13 हजार 200 लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइड खरीदकर 11 लाख 88 हजार का भुगतान कर दिया। इसके बाद भी अन्य सॉल्यशून की खरीद पर निगम ने 5 लाख 60 हजार रुपए का भुगतान कर दिया। यह सॉल्यूशन क्या है, यह किसी को नहीं पता। इसी तरह जौरा नगरपालिका ने भी 2 लाख 95 हजार, सबलगढ़ नगर पालिका ने भी 3 लाख 20 हजार, कैलारस नगर पंचायत ने भी 84 हजार रुपए का भुगतान कर दिया।आज से 11 बजे से 2 बजे तक खुलेंगे कोर्टलॉकडाउन के दौरान हाईकोर्ट जबलपुर के निर्देश पर कोर्ट में भी कामकाज बंद कर दिया गया था। लेकिन शनिवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अब कोर्ट भी खुलेंगे। मीडिया सेल प्रभारी रश्मि वैभव शर्मा ने बताया कि इस दौरान अर्जेंट एवं असीमित कार्य होंगे। जिसमें पक्षकारों की आवश्यक नहीं होगी। केवल उनके अभिभावकों को सुनकर उनका निराकरण किया जाएगा। ऐसे मामलों की सुनवाई की सूचना अभिभावकों को संबंधित न्यायालय द्वारा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से दी जाएगी। यह व्यवस्था 17 मई तक प्रभावी रहेगी।18 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव, स्टाफ नर्सों के पड़ौसियों की रिपोर्ट का इंतजारस्वास्थ्य विभाग को शुक्रवार को ग्वालियर से 19 मरीजों की सैंपल रिपोर्ट मिली। इनमें से 18 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई, वहीं एक सैंपल रिजेक्ट हो गया। वहीं शुक्रवार को 25 और लोगों के सैंपल भेजे गए। वहीं गुरुवार को कोरोना पॉजीटिव 2 स्टाफ नर्सों के पड़ौसियों, उनके संपर्क में आईं नर्सों व डॉक्टर्स के सैंपल की रिपोर्ट का स्वास्थ्य विभाग के अफसरों व शहरवासियों को बेसब्री से इंतजार है।इधर...व्यापारियों ने खाेली किराना मार्केट, अफसरों ने बंद कराई, कलेक्टर का आश्वासन-जल्द खुलवाएंगे दुकानेंऔरेंज जोन में शामिल मुरैना शहर में कलेक्टर प्रियंका दास के निर्देश पर ऑड-इवन के आधार पर बाजार खुल गए हैं। लेकिन संकरी गलियों में स्थित किराना, सराफा, मोबाइल मार्केट अभी भी बंद हैं। नगर निगम द्वारा इन दुकानों के ऊपर दो दिन में नंबरिंग कर दी गई। इसके तहत एक नंबर वाली दुकानें सोमवार-गुरुवार, 2 नंबर वाली दुकानें मंगलवार-शुक्रवार व 3 नंबर वाली दुकानें बुधवार व शनिवार को खोली जानी थीं। नंबरिंग होने पर शुक्रवार को किराना मार्केट के व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान खोले तो फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर रेखा सोनी ने मौके पर पहुंचकर इन दुकानों को बंद करा दिया। इससे व्यापारियों में आक्रोश फैल गया। उनका कहना था कि हमारी दुकानें कब खुलेंगी। इसको लेकर व्यापारी एकजुट होकर एसडीएम आरएस वाकना से मिलने पहुंचे। लेकिन वे सीधे कलेक्टर प्रियंका दास के पास पहुंच गए। इस पर कलेक्टर ने व्यापारियों से कहा कि-आप थोड़ा सहयोग करें, हम व्यवस्थाएं बना रहे हैं। आपके प्रतिष्ठान खुलवाने के आदेश हम जल्द जारी करेंगे, तक कहीं जाकर व्यापारियों का गुस्सा शांत हुआ।47 वार्डों में से 30% गली-मोहल्ले में सेनेटाइज, शेष वार्ड अभी भी सूखेशहर में 14 कोरोना संक्रमित मिलने के बाद नगर निगम ने शहर को सेनेटाइज करने के लिए 28 अप्रैल तक 11 लाख 88 हजार रुपए का सोडियम हाइपोक्लोराइड खरीदा। लेकिन शहर के कंटेनमेंट जोन में शामिल वार्ड 47, 48, 09, 08 सहित इस्लामपुरा के वार्ड 19, 20, 18, 16, 17 में जरूर फायर विभाग के सेनेटाइज वाहन पहुंचे। जहां पार्षद रसूखदार थे, वहां तीन-तीन बार सेनेटाइज किया गया, शेष वार्डों में सेनेटाइज हुआ ही नहीं। शहर के गणेशपुरा इलाके के वार्ड 33, 32 में भी कोरोना पॉजीटिव स्टाफ नर्स मिलने के बाद शुक्रवार को गाड़ी सेनेटाइज करने के लिए पहुंची। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today To sanitize city-towns, which are available in Chemical Dabra-Biloua from Rs 20 to 39. Lee I bought it at our place for Rs 70 to 98. Pay up to Full Article
9 लाइन क्लियर नहीं होने से श्रमिक स्पेशल बैतूल में रुकी, 19 मजदूर उतरे, 2 मजदूरों को घर और 17 को छिंदवाड़ा भिजवाया By Published On :: Sat, 09 May 2020 01:41:00 GMT दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों को लेकर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन बैतूल में शुक्रवार को 11 मिनट तक रुकी रही। यह ट्रेन हैदराबाद से जबलपुर जा रही थी। इसके पहले एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन होने के कारण लाइन क्लियर नहीं होने से बैतूल स्टेशन पर यह ट्रेन रुकी। ताे बैतूल के 2 तथा छिंदवाड़ा के 17 मजदूर उतर गए। स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर रेलवे ने 19 मजदूरों को जिला प्रशासन को साैंप दिया।हैदराबाद से जबलपुर जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन दोपहर को बैतूल पहुंची जाे 11 मिनट तक रुकी। ट्रेन से 19 मजदूर उतरे। आरपीएफ ने सिटी पुलिस तथा प्रशासन को यह जानकारी दी। आरपीएफ द्वारा पूछताछ में 17 मजदूरों ने छिंदवाड़ा तथा 2 मजदूर कलीराम इरपाचे भीमपुर ब्लॉक के बालू गांव तथा शर्मिला उइके आमला के दीपामांडई गांव का रहना बताया। तहसीलदार अंतोनिया इक्का, गंज टीआई संतोष पटेल मौके पर पहुंचे। भोजन कराने के बाद स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। इसके बाद 2 मजदूरों को बैतूल में ही जबकि 17 मजदूरों को प्रशासन ने बस से छिंदवाड़ा रवाना करवा दिया गया। इधर, तेलंगाना से 29 मजदूरों को बस से लाएतेलंगाना से भोपाल तक ट्रेन में आए बैतूल के 29 मजदूरों को भोपाल से बस के द्वारा बैतूल लाया गया। डिस्ट्रीक रजिस्ट्रार दिनेश कौशले ने बताया इनमें 11 घोड़ाडोंगरी, 11 दामजीपुरा अन्य मुलताई और आमला के मजदूर थे। इन मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण के बाद बस से गांव तक पहुंचाया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Workers stopped in special Betul due to lack of line clearing, 19 laborers landed, 2 laborers were sent home and 17 sent to Chhindwara Full Article
9 राजस्थान में रिकॉर्ड 12 मौतें, 97 नए रोगी By Published On :: Wed, 06 May 2020 00:16:00 GMT देश में पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 121 लोगों ने दम तोड़ा। 3,318 नए मरीज भी मिले। अब कुल 49,336 संक्रमित हो गए। माैताें का अांकड़ा डेढ़ हजार पार चला गया। राजस्थान में भी मंगलवार को सर्वाधिक 12 मौतें हुई, जबकि 97 नए रोगी सामने आए। नई माैतों में सर्वाधिक 6 जयपुर में हुईं। यहां 25 नए राेगी भी मिले। जयपुर के अलावा जाेधपुर अाैर कोटा में तीन-तीन मौतें हुईं। जोधपुर में सबसे ज्यादा 41 नए राेगी सामने अाए। चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा व कोटा में 9-9, अजमेर में 5, भीलवाड़ा व टाेंक में 2-2, भरतपुर, अलवर, राजसमंद और झालावाड़ में 1-1 रोगी मिला। अब तक प्रदेश में कुल 3158 राेगी हो गए हैं, जबकि 89 माैतें हाे चुकी हैं। देश में पिछले तीन दिन में रोगियों की संख्या 10 हजार बढ़ी है। यह हाल तब है, जब पूरा देश 40 दिन के सख्त लाॅकडाउन में रहा और पिछले दो दिन से ही छूट मिलना शुरू हुई है। देश में काेराेना मरीजों की संख्या 50 हजार के करीब पहुंच गई है। मरीजों की संख्या के लिहाज से भारत अब दुनिया में 14वें स्थान पर पहुंच गया है। प्रदेश में अब तक सात संभागीय मुख्यालयों जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर, भरतपुर व अजमेर में कोराेना सैंपलाें की जांच हो रही थी। राज्य सरकार ने सीकर, झालावाड़, डूंगरपुर, भीलवाड़ा, पाली, चूरू सहित अब 14 जगह मेडिकल काॅलेजाें में भी सैंपलाें की जांच शुरू कराई। मंगलवार काे गुजरात में सबसे ज्यादा 49 मौतें हुईं। इनमें से 39 माैतें सिर्फ अहमदाबाद में हुईं। वहीं, महाराष्ट्र में 34 माैतें हुईं, जिनमें से 26 मुंबई में हुईं। 21 हजार से ज्यादा मरीज सिर्फ दो राज्यों महाराष्ट्र अाैर गुजरात में। महाराष्ट्र में 984 नए रोगी मिले। कुल 15,525 संक्रमित। गुजरात में 441 नए मरीजाें के साथ संक्रमिताें की संख्या 6,245 हाे गई। अहमदाबाद में 349 नए मरीजाें के साथ संक्रमिताें की संख्या 4,425 पहुंच गई है। गुजरात की कुल 368 माैताें में से 273 सिर्फ अहमदाबाद में ही हुईं। तेलंगाना सरकार ने हालात बिगड़ते देख लाॅकडाउन 29 मई तक बढ़ाने का फैसला किया है। पहले 7 मई तक लाॅकडाउन बढ़ाया था।भास्कर अपीलकोरोना से जंग में देश ने अब तक जिस संयम का परिचय दिया है, उसकी परीक्षा की घड़ी आ गई है। आज देश में काेरोना संक्रमितों की संख्या 50 हजार के पास है। हमारी थोड़ी सी लापरवाही देश को कोरोना के गहरे संकट में धकेल सकती है। इसलिए, आप सभी से अनुरोध है कि लॉकडाउन में मिली छूट का इस्तेमाल सिर्फ बेहद जरूरी कामों के लिए ही करें। अनावश्यक रूप से घरों से नहीं निकलें। कोरोना अब भी घर के बाहर ही है। इसे अपनी और अपनों की जिंदगी में दखल देने का मौका नहीं दें।इजरायल और इटली में वैक्सीन बनाने का दावाइजरायल और इटली में कोरोना की वैक्सीन बनाने का दावा किया गया है। इजरायल के रक्षामंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा- ‘देश के मुख्य जैविक अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने कोरोनावायरस के लिए एक एंटीबॉडी विकसित करने में अहम सफलता हासिल की है। हमारी टीम ने कोरोनावायरस को खत्म करने के टीके के विकास का चरण पूरा कर लिया है। अब इसके पेटेंट और बड़े पैमाने पर उत्पादन का काम चल रहा है।’ वहीं दूसरी ओर, साइंस टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया कि इटली में संक्रामक बीमारी से संबंधित स्पालनजानी अस्पताल में वैक्सीन का ट्रायल सफल रहा है। वहां चूहे में एंटीबॉडी तैयार किया गया। इसका प्रयोग इंसानों पर भी हुआ, जिसके अच्छे नतीजे आए हैं। अभी इसके कुछ और ट्रायल होने बाकी है।दिल्ली एम्स के डायरेक्टर का अनुमान :25 मई से 5 जून के बीच चरम पर पहुंच सकती है मरीजों की संख्याआईसीएमआर के वैज्ञानिक डॉ. गंगाखेड़कर बोले- मजदूराें की घर वापसी के बाद पैदा हाेने वाले हालात पर बहुत कुछ निर्भर करेगा।एम्स कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर संजय राय ने कहा- अभी इसी रफ्तार से मरीज बढ़ेंगे, अक्टूबर में चरम आ सकता है।नई दिल्ली | देश में काेराेना मरीजों की संख्या में एकाएक बढ़ोतरी चाैंकाने वाली है। दिल्ली एम्स के निदेशक प्रो. रणदीप गुलेरिया के अनुसार, भारत में मई के आखिरी या जून के पहले सप्ताह में कोरोना चरम पर पहुंच सकता है। लॉकडाउन के कारण अभी मरीज बढ़ने की दर कम रही है। दूसरी तरफ, एम्स के ही कम्युनिटी मेडिसिन के प्रो. संजय राय कहते हैं कि अभी इसी रफ्तार से मरीजों की संख्या बढ़ती रहेगी। लेकिन, सितंबर से अक्टूबर में मरीजाें की सबसे ज्यादा संख्या आ सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा िक कोविड-19 चरम पर कब जाएगा, यह इस बात पर निर्भर है कि हम सब मिलकर इस बीमारी से कैसे निपटते हैं। वहीं, आईसीएमआर के वैज्ञानिक डॉ. आर. गंगाखेड़कर के मुताबिक प्रवासी मजदूराें की घर वापसी के बाद पैदा हाेने वाले हालात पर काफी कुछ निर्भर करेगा। हालात अच्छे से नियंत्रित कर लिए गए ताे मरीजों का माैजूदा ट्रेंड जारी रहेगा। अगर इनमें संक्रमण फैला तो कुछ भी कहना मुश्किल है।राज्यों में लाैटने वाले मजदूरों की बड़े पैमाने पर जांच जरूरी: सुजाता रावपूर्व स्वास्थ्य सचिव सुजाता राव ने बताया कि सरकार पहले दिन से कह रही है कि बचाव का सबसे अच्छा तरीका सोशल डिस्टेसिंग है। मजदूर बड़ी संख्या में घर लाैट रहे हैं। राज्यों में शायद ही इतनी बड़ी आबादी को क्वारेंटाइन में रखने की व्यवस्था होगी। सभी लोगों की जांच भी संभव नहीं है। सिर्फ थर्मल स्कैनिंग से कोई फायदा नहीं। अधिक से अधिक जांच करने पर ही हालात नियंत्रण में किए जा सकते हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Rajasthan records 12 deaths, 97 new patients Full Article
9 कुल 1094 पॉजिटिव में 435 ही एक्टिव केस; 604 स्वस्थ लोगों में 461 डिस्चार्ज किए जा चुके By Published On :: Wed, 06 May 2020 16:32:07 GMT शहर में बुधवार को 43नए पॉजिटिव केस सामने आए। जिसके बाद अब तक 1094कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। जयपुर राजस्थान का एक मात्र ऐसा शहर है जहा आंकड़ा 1 हजार के ऊपर है। वहीं अच्छी खबर ये है कि इनमें सिर्फ 435 एक्टिव केस हैं। वहीं 604 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। जिसमें से 461 लोग अब तक डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। वहीं संक्रमित मिले 53लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।राजस्थान में 29 जिलों की स्थिति शहर पॉजिटिव केस एक्टिव केस सही हुई डिस्चार्ज हुए अजमेर 179 128 50 5 अलवर 14 7 6 6 बांसवाड़ा 66 8 58 40 बारां 1 1 0 0 बाड़मेर 13 2 1 1 भरतपुर 115 8 105 98 भीलवाड़ा 39 2 35 31 बीकानेर 38 1 36 36 चित्तौड़गढ़ 100 99 0 0 चूरू 14 0 14 12 दौसा 21 3 18 10 धौलपुर 15 14 1 1 डुंगरपुर 9 4 5 5 हनुमानगढ़ 11 0 11 11 जयपुर 1094 435 604 461 जैसलमेर 35 4 31 31 झालावाड़ 42 4 38 27 झुंझुनू 42 2 40 35 जोधपुर 762 518 230 218 करौली 3 1 2 1 कोटा 221 54 158 86 नागौर 119 66 51 9 पाली 35 33 2 2 प्रतापगढ़ 4 1 2 2 राजसमंद 5 5 0 0 सवाई माधोपुर 8 2 5 1 सीकर 7 3 2 2 टोंक 136 15 120 35 उदयपुर 15 9 6 2 कोरोना से सबसे ज्यादा खतरा 2 से अधिक गंभीर बीमारी वाले मरीजों को, ऐसे 24 की जान गईकोरोना से जयपुर में लगातार बढ़ती मौतों ने चिंता बढ़ा दी है। सबसे ज्यादा खतरा उन्हीं को है जिन्हें दो से अधिक गंभीर बीमारियां हैं। 52 मौतों में से 24 से ज्यादा लोगों को गंभीर बीमारियां थी। इसके अलावा 12 लोगों को हायपरटेंशन और 7 को पहले से डायबिटीज था। किडनी की दिक्कत 3 लोगों को थी। 8 लोगों को अस्पताल में मृत अवस्था में लाया गया, जबकि 3 में पहले से कोई बीमारी नहीं पाई गई।मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. रमन शर्मा ने बताया कि सबसे ज्यादा मौतें उन लोगों की हुई जिन्हें पहले से दो बीमारियां थी। इनकी संख्या करीब 60% है। इसके अलावा डायबिटीज के साथ हार्ट डिजीज वाले पेशेंट के लिए कोरोना सबसे घातक है। क्योंकि ऐसे मरीजों को तेजी से इम्युनिटी कम करता है और हार्ट और शरीर के अन्य अंगों को खराब कर देता है। हाइपरटेंशन और उसके साथ अन्य कोई भी बीमारी मौतों की बड़ी वजह बनी है। इसके साथ ही टीबी और सीओपीडी के मरीजों के लिए भी काफी घातक है।मोटापा भी घातक... ज्यादातर मामलों में सीवियर कंडीशन में भर्ती हुए मरीजभास्कर एक्सपर्ट डॉ. सुधीर भंडारी, सीनियर प्रोफेसर मेडिसिन डॉ. रमन शर्मा, एचओडी मेडिसिन डॉ. एस बनर्जी, सीनियर कंसल्टेंट मेडिसिन डॉ. अजीत सिंह के अनुसार मोटे लोगोें में भी कोरोना काफी खतरनाक दिख रहा है। जिन लोगों की मौत हुुई, उनमें से 88 फीसदी का वजन अधिक था। इसके अलावा िजन मरीजों की मौत हुई, उनमें से अधिकांश में निमोनिया की काफी सीवियर स्टेज सामने आई है। इन मरीजों में अलग तरह के ही साइटोकाइंस मार्कर्स काफी अधिक संख्या में रिलीज हो रहे थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today जयपुर परकोटे में रोज नए केस सामने आ रहे हैं। जिसके कारण गली-गली में स्क्रीनिंग की जा रही। Full Article
9 आज 159 नए पॉजिटिव मिले, इनमें 30 बीएसएफ के जवान; जयपुर में प्लाज्मा थैरेपी से दो मरीज ठीक हुए By Published On :: Wed, 06 May 2020 17:13:53 GMT बुधवार को राजस्थान में159 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। इनमें सबसे ज्यादा 80 संक्रमित जोधपुर में मिले। इसके अलावा जयपुर में 43, पाली में 12, अजमेर में 5, अलवर में 3, झालावाड़ और जालौर में 3-3, धौलपुर और डूंगरपुर में 2-2, राजसमंद, करौली, सवाई माधोपुर, सीकर, भरतपुर और चित्तौड़गढ़ में 1-1 संक्रमित मिला।चिंता की बात यह है कि जोधपुर में बीएसएफ के 30 जवान भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। यह सभीदिल्ली में जामा मस्जिद इलाके में ड्यूटी देकर आए थे।राजस्थान फ्रंटियर के जोधपुर स्थित मुख्यालय में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में इन्हें रखा गया है।राज्य में अब संक्रमितों का आंकड़ा 3317 पहुंच गया। वहीं बुधवार को करौली, सवाई माधोपुर, जोधपुर और जयपुर में 1-1 व्यक्ति की मौत हो गई। इसके बाद राज्य में संक्रमण से मौत का आंकड़ा 93 पर पहुंच गया।उधर, जयपुर के सवाई माधौसिंह अस्पताल (एसएमएस) में दो कोरोना मरीजों पर प्लाज्मा थैरेपी का ट्रायल किया गया था।इसमें 100%सफलता मिली है। दोनों ही मरीज अब स्वस्थ हो गए हैं। इधर, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमें 10 हजार करोड़ से ज्यादा के राजस्व का नुकसान हुआ है। ऐसे में केंद्र अगरप्रोत्साहन पैकेजनहीं देगा तो राज्य और देश कैसे चलेंगे।लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों के अलावा अन्य प्रवासी अभी धैर्य रखें : गहलोतमुख्यमंत्रीअशोक गहलाेत की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में नई गाइडलाइन काे लेकर फैसला किया गया। गहलोत ने कहा- केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपनी गाइडलाइन में सिर्फ उन्हीं श्रमिकों एवं अन्य लोगों को अंतरराज्यीय आवागमन के लिए अनुमति दी है, जो लाॅकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे हैं। जो लोग कार्यस्थल पर आराम से रह रहे हैं और सिर्फ घर जाने की इच्छा रखते हैं, उन्हें घर जाने की इजाजत नहीं है।जयपुर रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग हो रही। यहां ट्रेन से अन्य राज्यों के लिए आवागमन करने वाले श्रमिक ही अभी यात्रा कर रहे हैं।33 में से 29 जिलों में पहुंचा कोरोनाप्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 1094 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 859 (इनमें 47 ईरान से आए), कोटा में 221, अजमेर में 182, टोंक में 136, भरतपुर में 116, नागौर में 119, बांसवाड़ा में 66, जैसलमेर में 49 (इनमें 14 ईरान से आए), झुंझुनूं में 42, झालावाड़ में 45, बीकानेर में 38, भीलवाड़ा में 39, मरीज मिले हैं। उधर, दौसा में 21, चित्तौड़गढ़ में 100, चूरू में 14, पाली में 40, धौलपुर में 17, अलवर में 16, हनुमानगढ़ में 11, उदयपुर में 15, सवाईमाधोपुर में 9, डूंगरपुर में 9, सीकर में 8, करौली में 4, राजसमंद में 6, जालौर में 3, बाड़मेर में 3, प्रतापगढ़ में 4 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। बारां में 1 संक्रमित मिला है। वहीं जोधपुर में बीएसएफ के 30 जवान भी संक्रमित।जयपुर: गृह क्लेश में महिला ने खुदकुशी की, मौत के बाद कोरोना निकलाशहर मेंजिन 4 मृतकों की रिपोर्ट पॉजिटिव है, उनमें पुराना जालूपुरा स्थित नुरानी मस्जिद के पास रहने वाली 22 साल की विवाहिता भी है। महिला ने घरेलू कलहसेतंग आकर सोमवार को आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने शव को एसएमएस हॉस्पिटल पहुंचाया। यहां उसका कोरोना टेस्ट किया गया था, जिसकी रिपोर्टमंगलवार को पॉजिटिव आई। पुलिस ने परिवार के 10 लोगों को जगतपुरा स्थित क्वारैंटाइन सेंटर जबकि 6 को होम होमक्वारैंटाइनकिया है। इस क्षेत्र में पहले सेकर्फ्यू लगाहै।जोधपुर:मोहम्मद रशीद पहले व्यक्ति, जिनकी मौत सिर्फ कोरोना से हुईखेतानाडी के 55 वर्षीय मोहम्मद रशीद 16 अप्रैल को बुखार व सर्दी की शिकायत के बाद इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे।तब उन्हें कोरोना संदिग्ध मानकर भर्ती करने के साथ सैंपल भी लिया गया था,जिसकी रिपोर्टपॉजिटिव आई। उन्हें कोरोना के अलावा कोई दूसरी बीमारी नहीं थी। ऐसा पहली बार हुआ, जब सिर्फ कोरोना संक्रमणसे किसी कीजान गई। इनके अलावा सभी 14 मृतकों को कोरोना के साथ बीपी, शुगर, हार्ट व किडनी से जुड़ी बीमारियां थीं।रशीद के तीन रिपीट टेस्ट भी पॉजिटिव आए थे35 दिन चले इलाज के दौरान रशीद के 3 रिपीट टेस्ट भी पॉजिटिव आए थे। सांस लेने में लगातार परेशानी बढ़ने पर उन्हें पहले ऑक्सीजन, फिर हाई फ्लो मास्क एनआईवी पर रखा गया। मंगलवार सुबह 11 बजे अचानक हालत बिगड़ गई, तब उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और दोपहर 12:25 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।भरतपुर के बयाना के 11 साल के बच्चे का 16 दिन में लगातार 5वां सैंपल पॉजिटिवभरतपुर के आरबीएम अस्पताल में इलाज करा रहे 11 साल के बच्चे की लगातार पांचवीं कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई।यह राजस्थान में दूसरा ऐसा मामला है, जिसमें इलाज के बाद भी इतनी लंबी अवधि तक किसी मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इससे पहले जोधपुर में ऐसा केस सामने आ चुका है। वहां 61 साल के बुजुर्ग 39 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहे। उनका लगातार 5वां सैंपल पॉजिटिव आया और छठी बार में रिपोर्ट निगेटिव आई।भरतपुर के केस को लेकर विशेषज्ञ भी हैरान हैं। उनके अनुसार किसी रोगी में 14 दिन बाद भी कोरोनावायरस मिलना असामान्य है। आम तौर पर अस्पताल में भर्ती मरीजों की 5वें, 7वें या 9वें दिन लिए गए सैंपल की रिपोर्टनिगेटिव आने लगती हैं।जयपुर परकोटे में अस्थाई तौर पर मेडिकल कैंप लगाया गया है।आंधी-तूफान की वजह से कैंप गिर गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today जयपुर रेलवे स्टेशन के बाहर बेंगलुरु से आए यात्रियों को बस द्वारा उनकी मंजिल तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई। Full Article
9 1090 पहुंचा संक्रमितों का आंकड़ा, अब तक 51 की मौत, तीन थाना क्षेत्रों के चिन्हित इलाकों में कर्फ्यू लगाया By Published On :: Wed, 06 May 2020 17:39:15 GMT राजधानी जयपुर में कोरोना संक्रमण के केस लगातार बढ़ते जा रहे है। बुधवार रात तक शहर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1090 पहुंच गया। बुधवार को 43 नए केस सामने आए। वहीं, अब तक कोरोना संक्रमित हुए 51 मरीज दम तोड़ चुके है। इस बीच बुधवार को शहर के मुहाना, बजाज नगर व सदर थाना इलाके के चिन्हित क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया। मुहाना इलाके में एक फल कारोबारी कोरोना पॉजिटिव आया है। इसके बाद वहां मंडी को सील कर दिया गया। वहीं, झोटवाड़ा इलाके में निवारु रोड पर बाहर से आईतीन संदिग्ध महिलाओं सहित छह जनों को क्वाइरेंटाइन किया गया। जिनका संबंध तबलीगी जमात से होना बताया जा रहा है। इन इलाकों मेंदमकल की गाड़ियों सेसेनेटाइज करवाया गया।400 कमांडोज ने परकोटे मेंनिकाला पैदल फ्लैग मार्चपुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव की अगुवाई में 400 हथियारबंदकमांडोज नेशहर के परकोटा क्षेत्र में पैदल फ्लैग मार्च निकाला। शाम 5 बजे फ्लैग मार्च बड़ी चौपड़ से रवाना होकर रामगंज चौपड़ पहुंचा। वहां से सुभाषचौक, गंगापोल, बासबदनपुरा, रामगढ़ रोड, आमेर रोड होकर छोटी चौपड़ की तरफ गुजरा। जहां गंगापोल में स्थानीय लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पुष्पवर्षा की। इस फ्लैग मार्च में ईआरटी, क्यूआरटी, पुलिस, एसटीएफ, हाड़ीरानी, निर्भया स्क्वायड औरआरएसी के जवान शामिल हुए।33 थाना क्षेत्रों में जारी है कर्फ्यू, बुधवार को तीन जगह और लगायाअतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि जयपुर शहर के 33 थाना इलाकों में पूर्ण व आंशिक कर्फ्यू जारी है। बुधवार को नए केस सामने आने के बाद बजाज नगर, सदर और मुहाना इलाके के चिन्हित एरिया में भी कर्फ्यू लगाया गया। गांधी नगर में गांधी नगर सरकारी आवास क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू की गई। यहां सीएमओ में कार्यरत एक ड्राइवर कोरोना संक्रमित आया था। इसी तरह, सदर इलाके में हसनपुरा लोको कॉलोनी और मुहाना में फलमंडी के आसपास के क्षेत्र में कर्फ्यू लागू किया गया।अब तक 16 हजार से ज्यादा वाहन जब्त और 840 व्यक्ति गिरफ्तारअतिरिक्त पुलिस कमिश्नर लांबा के मुताबिक शहर के 448 स्थानों पर दिन में और 118 प्वाइंट्स पर रात्रिकालीन पुलिस नाकाबंदी जारी है। शहर में शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक आमजन की आवाजाही पर प्रतिबंध लागू है। लॉक डाउन के उल्लंघन के दौरान 111 अनाधिकृत वाहन जब्त किए गए। लॉकडाउन शुरु होने के बाद अब तक 16 हजार 73 वाहनों को जब्त किया गया है। इसी तरह, निषेधाज्ञा और लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर बुधवार को 16 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए। अब तक 840 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 400 कमांडोज ने जयपुर शहर के परकोटे में पैदल फ्लैग मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव सहित आला अधिकारी मौजूद रहे। Full Article
9 जोबनेर में कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद 98 लोगों की सैंपलिंग, सभी की रिपोर्ट नेगेटिव By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT जोबनेर में कोरोना पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन ने सतर्कता के साथ कार्य को अंजाम दिया। मेडिकल टीम ने पहले 46 व बाद में 52 सहित कुल 98 लोगों की सैंपलिंग लेकर जांच के लिए भिजवाई। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आने से लोगों को राहत मिली है। कोरोना पॉजिटिव आए व्यक्ति की मौत के बाद लोगों में काफी दहशत थी। मृतक के परिजनों सहित अन्य सम्पर्क में आए सभी 98 लोगों की पहली रिपोर्ट नेगेटिव आना बडी राहत के रूप में रही है। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी गोरधन सौंखिया ने बताया कि मृतक के परिजनों व उनके सम्पर्क में आए 98 लोगों के सैंपल लिए गए थे। जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इनमें मृतक की पत्नी, पुत्र व परिजन शामिल है। नगरपालिका के वार्ड 15 में कोरोना पॉजिटिव मिलने पर प्रशासन द्वारा लगाए गए कर्फ्यू के बाद बुधवार को जयपुर ग्रामीण एसपी शंकर दत्त शर्मा ने जोबनेर का दौरा कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली।एसपी ग्रामीण शर्मा ने पॉजिटिव आए व्यक्ति के रिश्तेदारों की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर संतोष जताते हुए लोगों की जागरूकता ही इस संक्रमण से बचाने वाली दवा बताई। पॉजिटिव केस आने के बाद प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम का लोगों ने पूर्ण रूप से समर्थन कर किए सहयोग पर खुशी व्यक्त की। ए इस मौके पर व्यापार मण्डल अध्यक्ष अमित छाबडा, पालिकाध्यक्ष राजेन्द्र दायमा ने कोरोना महामारी में आमजन को सुरक्षित रखने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा कोरोना योद्वा बन किए गए कार्य की सराहना की और एसपी शिवशंकर, वृत्ताधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, एडीशनल एसपी लक्ष्मण दास स्वामी,थानाधिकारी शिवशंकर शर्मा का मोतियों की माला पहनाकर स्वागत किया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 लॉकडाउन के कारण जिले में सड़क हादसे 90% घटे, मगर शराब तस्करी 17% बढ़ी By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए देशभर में जारी लॉकडाउन और लोगों के घरों में रहने से न केवल क्षेत्र की आबाेहवा शुद्ध हुई, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आई है। यह हमारी दिनचर्या के लिए पॉजिटिव संकेत है।देश में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद से लॉकडाउन घोषित है। कोरोना की जंग में आमजन को घरों में ही रहने के निर्देश है।ऐसे में सभी वाहन बंद हो चुके हैं, लोगों की सड़क व बाजारों में अावाजाही न के बराबर हो गई है। यदि सड़क हादसों की बात करें तो जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में मार्च 2019 में 134 दर्ज मामलों में 64 लोगों की जान गई जबकि 136 घायल हुए। वहीं इस साल मार्च माह में यह संख्या 80 रह गई जिसमें 40 लोगों की मौत हुई और 64 जख्मी हुए। इसी प्रकार अप्रैल 2019 में 97 दर्ज मामलों में 57 लोग मरे जबकि 102 घायल हो गए। यही आंकडा इस साल अप्रैल में 21 में सिमट गया। 16 लोगों की मृत्यु हुई और 10 लोग घायल हुए। जयपुर- दिल्ली नेशनल हाइवे पर कोटपूतली व शाहपुरा सर्किल में सड़क हादसों को देखें तो प्रतिवर्ष करीब 350 सड़क हादसे होते है। वर्ष 2017 में 312 सड़क हादसे हुए, 2018 में 310 और 2019 में 338 सड़क हादसे हुए। यानी प्रतिमाह करीब 28 सड़क हादसे हुए। ऐसे में इस नेशनल हाइवे पर कोटपूतली सर्किल में रोज एक हादसा हुआ लेकिन लॉकडाउन के बाद करीब एक माह में सर्किल में केवल 2 सड़क हादसे हुए। सड़क हादसों में करीब 90 फीसदी कमी आई है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 जिले में अब 7 काेरोना पॉजिटिव, 129 संक्रमितों की रिपोर्ट नेगेटिव By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT जिले के लिए यह सप्ताह राहत भरा रहा हैंl क्योंकि पिछले 8 दिन में महज चार पॉजिटिव पाए गए और इस दौरान पॉजिटिव से नेगेटिव आने वालों की संख्या में लगातार इजाफा ही हुआ हैl दिनभर में एक भी पॉजिटिव नहीं आने से बुधवार को जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 136 पर स्थिर रही। सआदत अस्पताल पीएमओ नवींद्र पाठक के अनुसार जिलेे में अब केवल 7 केस ही एक्टिव हैं, बाकि 129 पॉजिटिव से नेगेटिव आ चुके हैं। कलेक्टर केके शर्मा ने बताया कि अब तक जिले मे अब तक 3 हजार 860 व्यक्तियों के सैंपल लिए हैै। शहर में सर्वे टीमों की ओर से कंटेनमेंट जोन में 1 लाख 44 हजार 590 घरों के 08 लाख 66 हजार 962 व्यक्तियों का सर्वे किया जा चुका है। इसी प्रकार बफर जोन में 01 लाख 22 हजार 083 घरों के 07 लाख 12 हजार 264 व्यक्तियों का सर्वे किया गया है। वर्तमान में 3348 लोग होम आइसोलेशन में है। क्वारेंटाइन फैसिलिटीज में 72 हैं। सीएमएचओ डाॅ. अशोक कुमार यादव ने बताया कि मोबाइल ओपीडी टीम के जरिए अब तक 4256 लोगों की जांच एवं उपचार किया जा चुका है। सड़कों पर रहा सन्नाटा, बरसात में डटे है कोरोना योद्धा शहर में कोरोना संक्रमण से लोगो को बचाने के लिए बुधवार को कर्फ़्यू के 33वें दिन शहर में विभिन्न चेक पोस्ट पर तैनात जवान मुस्तैदी से पहरा दे रहे हैंl इस बीच मौसम में बदलाव के कारण बरसात और तेज हवाएं के लगातार ड्यूटी पर तैनात जवान आने जाने वालों पर निगरानी रखते हुए सभी को घर पर रहने की नसीहत देते हुए वापस लौटा रहे हैं। यही कारण रहा है सड़कों पर सन्नाटा पसरा नजर आया। वही गली मोहल्लों में सब्जियां सहित रोजमर्रा के जरूरत के सामान सहित आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई जारी रही। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 अंधड़ से दो दिन में बिजली के 395 पोल टूटे, 32 लाख का नुकसान By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT अंधड़ व बारिश का दौर बुधवार को भी जारी रहा। अंधड़ से शहर में कई जगह टीन-टप्पर उड़ गए। वहीं कई पेड़ भी गिर गए। अंधड़ से गांवों में बिजली के पोल भी टूट गए। इससे देर शाम तक बिजली सप्लाई बंद रही। बाजार में भी दुकानों पर लगे कई बोर्ड गिर गए। जयपुर रोड पर राजपूत कॉलोनी में एक मकान के आगे लगी टीनशेड उड़कर हाइटेंशन लाइन से जा भिड़ने के बाद पास में एक मकान पर गिर गई। इससे मकान में करंट आने से बिजली उपकरण फुंक गए। टीन शैड गिरने से जुगलकिशोर पांचाल के मकान में करंट आ गया। इससे उसके मकान में मीटर, पंखा व मकान की वायरिंग जल गई। इससे काफी नुकसान हो गया। अंधड़ से कई जगह बिजली के पोल टूट गए। अंधड़ से दो दिन में जिले में 395 पोल टूट गए। इससे जयपुर विद्युत वितरण निगम निगम लि. को 32 लाख 7 हजार रुपए का नुकसान हो गया। 3 व 4 मई को 33 केवी के 8, 11 केवी के 315 व एलटी लाइन के 72 पोल टूट गए। वहीं थ्री फेस के 18 व सिंगल फेस के 8 ट्रांसफार्मर गए। पोल टूटने व ट्रांसफार्मर गिरने से कई गांवों की बिजली बंद रही थी। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालाकि निगम की टीमों ने बिजली सप्लाई बहाल कर दी, लेकिन पोल टूटने व ट्रांसफार्मर गिरने से निगम को 32 लाख 7 हजार रुपए का नुकसान हो गया। जयपुर विद्युत वितरण निगम निगम लि. दौसा के एसई आर. के. मीणा का कहना है कि अंधड़ से बिजली के पोल टूट गए थे। अंधड़ से आम के बगीचों में पौधों से कैरी झड़ गई। वहीं सब्जी की फसल में नुकसान हुआ है। आम के पौधों में कैरी पकने से पहले ही झड़ने से किसानों को उचित दाम नहीं मिल रहे हैं। जिले में बहरावंडा, लांका सहित आसपास के गांवों में आम की अच्छी फसल है। आम की फसल पक रही है, लेकिन अंधड़ से कैरी झड़ कर नीचे गिर गई। किसानों को औने-पौने भाव में कैरी बेचनी पड़ी। डिडवाना, रामगढ़ पचवारा सहित अन्य गांवों में भी अंधड़ से आम की फसल में काफी नुकसान हुआ है। उद्यान विभाग द्वारा करीब 38 हेक्टेयर बगीचों में आम की फसल में 10-15 प्रतिशत नुकसान बताया जा रहा है, लेकिन कई गांवों में नुकसान अधिक 40 फीसदी तक हुआ है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 395 poles of electricity were broken in two days due to storm, loss of 32 lakhs Full Article
9 मैं हौसला कैसे छोड़ता, आईसीयू में 92 साल के ‘जवान’ थे और 4 साल की योद्धा भी By Published On :: Thu, 07 May 2020 01:55:00 GMT (महेश शर्मा). कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सबकुछ निगेटिव ही नहीं है। जयपुर में अब तक 506 से ज्यादा लोग काेरोना को हरा चुके हैं। इनमें से 361 डिस्चार्ज होकर घर लौट चुके हैं। यानी हौसला रखेंगे और डॉक्टर की बात मानेंगे तो काेरोना की हार तय है। कोरोना को हराने वाले लोगों में राजापार्क के राजन कालरा (36) भी हैं। महामारी को हराकर 4 दिन पहले निगेटिव रिपोर्ट के साथ ‘बेहद पॉजिटिव’ होकर लौटे कालरा ने भास्कर से काेरोना होने से महामारी से अपनी लड़ाई तक साझा की।खुद को आज्ञाकारी लड़के की तरह डॉक्टरों को समर्पित कर दो, कोरोना हार जाएगाऑलराउंडर खेल में तो ठीक है, असल जिंदगी में हमें सिर्फ एक्सपर्ट पर भरोसा करना चाहिए। कोरोनाकाल में मैंने सिर्फ दो काम किए- बिना डिग्री वाले डॉक्टरों की अनदेखी करो और खुद को आज्ञाकारी लड़के की तरह डाॅक्टरों को समर्पित कर दो। बुखार हुआ तो मैंने एक-दो दिन क्रोसिन खाई। इसके बाद बहन की सलाह पर दोस्त के साथ सीके बिरला अस्पताल पहुंचा। सारी जांचें हुईं। कोरोना निगेटिव था, डेंगू-मलेरिया-वायरल नहीं था पर लेकिन बुखार बना रहा। तब डॉ. पुनीत गुप्ता ने अस्पताल के एमडी से बातकर पहले ही मेरा रूटीन मरीजों से अलग इलाज शुरू किया। पीपीई किट वाले नर्सिंग स्टाफ ने पूरा ध्यान रखा, बल्कि कई बार तो खाना भी हाथ से खिलाया।8 अप्रैल को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, तब तक मैं बेहतर महसूस कर रहा था। इलाज कर रहे डॉक्टरों को भी क्वारेंटाइन होना पड़ा। मुझे एसएमएस शिफ्ट किया गया। यहां डॉ. सुधीर भंडारी, डॉ. एस बनर्जी, डॉ. श्रीकांत के रूप में फरिश्ते मिले। आईसीयू में शिफ्ट हुआ तो यहां 92 साल के एक ‘जवान’ और क्वारेंटाइन वार्ड में 4 साल की बच्ची (निश्चिंत मुस्कराती जिंदगी) को देखा।मेरी तबीयत में सुधार हो रहा था। बुखार कम था और घबराहट भी नहीं थी। एसएमएस में भी जो डॉक्टरों ने कहा, वही किया। हमेशा मास्क पहना और खाने-पीने में परहेज किया। एडमिट रहते हुए मैंने 4 डेडबॉडी भी देखी। सारा माहौल डर, हताशा, घबराहट की ओर खींचता रहा। परिवार की चिंता सो अलग। माता-पिता भी क्वारेंटाइन थे। ऐसे समय में बहनों और समाज के अजय पाल ने पॉजिटिविटी से भरे रखा। दवा का असर सोच और डॉक्टरों की सलाह पर निर्भर करता है। समझदारी और हौसला ही आपको बचाएगा। डॉक्टराें की सलाह मानें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोरोनाकाल में मैंने सिर्फ दो काम किए- बिना डिग्री वाले डॉक्टरों की अनदेखी करो और खुद को आज्ञाकारी लड़के की तरह डाॅक्टरों को समर्पित कर दो- कालरा। Full Article
9 हिंडौन क्षेत्र की तीन चेक पोस्टों पर बाहर से आए 797 श्रमिकों की स्क्रीनिंग By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT श्रमिकों की घर वापसी का आदेश जारी करने के बाद से उपखंड क्षेत्र में बनाई गई तीन चेक पोस्ट पर अब तक 13 राज्यों एवं प्रदेश के विभिन्न जिलों से 797 श्रमिक आए हैं। जिनकी चिकित्सा विभाग ने स्क्रीनिंग कर 14 दिन के लिए होम आइसोलेशन पर रहने के लिए पाबंद किया है उपखंड अधिकारी सुरेश कुमार यादव ने बताया कि महू इब्राहिमपुर, सूरौठ व कटकड़ की गंभीर नदी पर लगाई गई चेक पोस्टों पर 13 राज्यों सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से 797 श्रमिक आए। जिनमें सर्वाधिक गुजरात से 373, उत्तर प्रदेश से 61, हरियाणा से 48, कर्नाटक से 16, उत्तराखंड से 16, महाराष्ट्र से 15, दिल्ली से 10, मध्य प्रदेश से 9, पंजाब से 7, जम्मू कश्मीर से 4, हिमाचल प्रदेश से 2, पश्चिमी बंगाल व केरल से एक-एक श्रमिक आए। इसके अलावा बाड़मेर, जयपुर, कोटा, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, अलवर, सवाई माधोपुर, रूपवास, बयाना आदि स्थानों से 284 श्रमिक आए है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 पत्थरबाजी करने वाले 19 लोगों को जेल भेजा By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT शहर के देशवाली मोहल्ले में हुआ विवाद अब पुलिस की जांच पड़ताल पर टिका है। दोनों पक्षों की तरफ दर्ज कराई गई नामजद एफआईआर आईपीसी की विभिन्न धाराओं में दर्ज कर अनुसंधान करते हुए पुलिस ने पहले चरण में दोनों पक्षों के 19 जनों को गिरफ्तार कर गुरूवार को न्यायालय में पेश किया जहां से सभी को जेल भेज दिया गया है। मामले की जांच डीएसपी चक्रवर्ती सिंह राठौड़ कर रहें है। थानाधिकारी रविंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि एक एफआईआर सीतादेवी पत्नी गोविंद सिंह गंवारिया की ओर से 26 लोगों के विरुद्ध नामजद कराई गई है जबकि दूसरी एफआईआर रमजानी देशवाली की ओर से 19 नामजद लोगों के खिलाफ दर्ज कराई है। मामलों की जांच डीएसपी द्वारा की जा रही है । उन्होंने बताया कि देशवाली मोहल्ले में पूर्ण रूप से शांति कायम है। लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस जाब्ता तैनात है। मोहल्ले वासी आम दिनों की तरह अपने अपने काम काज में लगे हुए है। उधर, मोहल्ले वाले एक दूसरे से वो ही पुराना वर्षों से चला आ रहा मेल मिलाप रखना चाहते है परंतु हाल ही में हुए फसाद से सभी अपने आप को शर्मिंदा महसूस कर रहें है। शहाबुद्दीन देशवाली ने तो यहां तक कहा है कि हम मोहल्ले में वर्षों से एक ही परिवार की तरह रहते आए है शहर में कुछ भी माहौल रहा हो देशवाली मोहल्ले में कभी कोई विवाद तक नहीं हुआ। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 नया पॉजिटिव नहीं, 136 में से 129 ठीक हुए By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में लगातार सुधार हो रहा हैं। यही कारण हैं टोंक शहर को छोड़कर कई जगहों पर लॉकडाउन में ढील मिलने से धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर लौट रही हैं। हालांकि टोंक शहर में कर्फ्यू जारी हैं। जयपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों के रिकवर होने पर उन्हें डिस्चार्ज करने के बाद लापरवाही सामने आई हैं और मजबूरन डिस्चार्ज हुए सातों लोगों को निजी एंबुलेंस करके घर लौटना पड़ा।दूसरी ओर गुरुवार को दिनभर में एक भी कोरोना पॉजिटिव नही मिलने से कुल संक्रमितों की संख्या 136 बनी हुई हैं। जयपुर में एक्विट 2 केस लगावा टोंक के सआदत अस्पताल में 5 कोरोना मरीज ही भर्ती हैं। बाकी 129 पहले ही पॉजिटिव से नेगेटिव आ चुके हैं। कलेक्टर केके शर्मा ने बताया कि जिले मे अब तक 3 हजार 990 लोगों के सेम्पल लिए गए हैं, इनमें 136 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वही 175 की जांच रिपोर्ट के परिणाम प्रतीक्षा में हैं। वही 76 लाेग क्वारेंटाइन सेन्टर में हैं। कलेक्टर ने बताया कि शहर में आठवें सर्वे राउण्ड के तहत सर्वे टीमों की ओर से कंटेनमेंट जोन में 1 लाख 48 हजार 21 घरों के 8 लाख 85 हजार 731 का सर्वे किए हैं। इनमें आइएलआइ के केस 1 हजार 160 हैं। बफर जोन में एक लाख 23 हजार 573 घरों के 7 लाख 21 हजार 25 व्यक्तियों का सर्वे में आइएलआइ के 224 केस मिले हैं। उन्होंने बताया कि आईएलआई मरीजों की क्लॉज मॉनिटरिंग की जा रही हैं। होम आइसोलेशन में 42 हजार 99 में से 38 हजार 459 व्यक्तियों ने होम आइसोलेशन की 14 दिन की अवधि पूर्ण कर ली हैं। फिलहाल 3 हजार 640 लोग होम आइसोलेशन में है। वही सीएमएचओ ने मोबाइल मेडिकल ओपीडी के माध्यम से अब तक 4 हजार 741 लोगों की जांच एवं उपचार किया जा चुका हैं। जिन्हें निशुल्क जांच व परामर्श के बाद जरुरी दवाएं भी वितरित की जाती हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Not new positive, 129 out of 136 corrected Full Article
9 लालसोट में 92 लाख की पेयजल योजनाओं को मंजूरी By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT राज्य सरकार ने उद्योग मंत्री परसादीलाल मीणा द्वारा पेयजल संकट समाधान के लिए दिए गए प्रस्ताव को मंजूर करते हुए 92 लाख की 7 पेयजल योजनाओं की स्वीकृति जारी की है। लालसोट मैं मंडावरी खेडला खुर्द, मिर्जापुरा, कलआवास जागीर, अजबपुरा बड़का पाड़ा, झापदा, डिडवाना के लिए सात पेयजल योजनाओं को 92 लाख की मंजूरी जारी की है। चीफ इंजीनियर रूरल आरके मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि मंडावरी ग्राम में पेयजल संकट को दूर करने के लिए 28.85 लाख, झापदा गांव के लिए 13.90 लाख, खेडला खुर्द छावा रामसर के लिए 9.73 लाख, अजबपुरा बड़का पाड़ा के लिए 15.52 लाख, डिडवाना के लिए 19.17 लाख, कललावास जागीर के लोगों को फ्लोराइड मुक्त स्वच्छ पेयजल मिर्जापुरा के लिए डीएमयू प्लांट लगाया जाएगा। मिर्जापुरा के लिए 1.48 लाख कललावास जागीर के लिए 1.42 लाख को मंजूर किए गए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 जयपुर में 1100 मरीजों में 10 प्रतिशत बच्चे,95% में लक्षण नहीं, अब तक कुल 90% से ज्यादा रिकवर By Published On :: Fri, 08 May 2020 01:36:12 GMT जयपुर में अब तक सामने आए काेराेना पाॅजिटिव 1100 से ज्यादा मामलों में करीब 10% बच्चे हैं। चिंताजनक बात है कि संक्रमित बच्चाें में से 95% में काेराेना के लक्षण नहीं हैं। कुल मरीजों में से 106 बच्चे हैं। एसएमएस अस्पताल में कोविड-19 वार्ड में भर्ती 70 बच्चों में से 65 रिकवर हो चुके हैं। वहीं, 5 का इलाज जारी है। सुखद पहलू हैं कि संक्रमित बच्चों का रिकवरी रेट सबसे ज्यादा है। अब तक कुल 90% से ज्यादा रिकवर हो चुके हैं। अब तक 2 की मौत हो चुकी है।आंकड़ा बढ़कर 1111 पहुंचासुपर स्प्रेडर में संक्रमण जारी है। गुरुवार काे देर रात तक जारी रिपाेर्ट के अनुसार भट्टा बस्ती निवासी एक और सब्जी विक्रेता पॉजिटिव पाया गया है। शहर के अलग-अलग इलाकाें में 21 नए मामले सामने आए। वहीं, मानसराेवर में जरूरतमंदाें काे खाने के पैकेट बांटने वाला एक युवक भी काेराेना संक्रमित पाया गया है। इसके साथ ही शहर में काेराेना पाॅजिटिव मरीजाें का आंकड़ा बढ़कर 1111 पहुंच गया। काेराेना से दाे माैतें भी हुई हैं। शहर में अब तक 53 लाेगाें की जान जा चुकी है। इसके अलावा मेडिकल टीमाें ने शहर के अलग-अलग सात इलाकाें से 1007 लाेगाें की जांच कर सैम्पल लिए हैं। ये सैम्पल रामगंज, फिल्म काॅलाेनी, रेलवे काॅलाेनी, मुरलीपुरा, भट्टाबस्ती, विद्याधर नगर औैर आदर्श नगर से लिए गए हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today (प्रतीकात्मक तस्वीर) 7 से 12 साल के बच्चे सबसे ज्यादा संक्रमित; सबसे छोटी 3 दिन की बच्ची भी पॉजिटिव लिस्ट में है। Full Article
9 उदयपुर में सबसे ज्यादा 59 नए पॉजिटिव केस सामने आए, जयपुर में 34 और चित्तौड़गढ़ में 10 संक्रमित; तीन की मौत By Published On :: Sat, 09 May 2020 07:11:56 GMT राजस्थान में कोरोना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को कोरोना के 152 नए पॉजिटिव मामले सामने आए। जिसमें उदयपुर में 59, जयपुर में 34, चित्तौड़गढ़ में 10,कोटा में 9, जोधपुर में 9, अजमेर में 9, राजसमंद में 6, पाली में 5, भीलवाड़ा में 4,अलवरऔरझालावाड़ में 2-2, सिरोही,करौली और सीकर में 1-1 संक्रमित मिला।जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 3579 पहुंच गई।वहीं चार लोगों की मौत भी हो गई। जिसमें अजमेर में 2, जयपुर और जोधपुर में 1-1 की मौत हो गई। जिसके बाद कुल मौतों का आंकड़ा 103पहुंच गया।इससे पहले गुरुवार को कोरोना के 110 केस पॉजिटिव आए। जिसमें जोधपुर में 30 लोग संक्रमित मिले। वहीं जोधपुर में ही बीएसएफ के 12 जवान भी पॉजिटिव पाए गए। इसके साथ जयपुर में 21 चित्तौड़गढ़ में 16, पाली में 10, अजमेर मे 5, उदयपुर में 5, धौलपुर में 4, अलवर और कोटा में 2-2, जालौर, राजसमंद और सिरोही में 1-1 संक्रमित मिला।33 में से 31 जिलों में पहुंचा कोरोनाप्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 1149(2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 898 (इनमें 47 ईरान से आए), कोटा में 232, अजमेर में 196, टोंक में 136,नागौर में 119, चित्तौड़गढ़ में 126,भरतपुर में 116, बांसवाड़ा में 66,पाली में 55, जैसलमेर में 49 (इनमें 14 ईरान से आए),झालावाड़ में 47, झुंझुनूं में 42,भीलवाड़ा में 43, बीकानेर में 38, मरीज मिले हैं। उधर,उदयपुर में 79, दौसा औरधौलपुर में 21-21, अलवर में 20,चूरू में 14,राजसमंद में 13, हनुमानगढ़ में 11, सवाईमाधोपुर, डूंगरपुर औरसीकर में 9-9,करौली में 5, प्रतापगढ़औरजालौर में 4-4, बाड़मेर में 3कोरोना मरीज मिल चुके हैं। सिरोही में 2, बारां में 1संक्रमित मिला है। वहीं जोधपुर में बीएसएफ के 42 जवान भी संक्रमित हैं।अब तक 103लोगों की मौतराजस्थान में कोरोना से अब तक 103लोगों की मौत हुई है। इनमें 10 कोटा, 2 भीलवाड़ा, 2 चित्तौड़गढ़ 56जयपुर (जिसमें दो यूपी से), 17जोधपुर, 4अजमेर, दो नागौर, दो सीकर, दो भरतपुर, एक करौली, एक प्रतापगढ़, एक अलवर, एक बीकानेर, एक सवाई माधोपुर और एक टोंक में हो चुकी है।राजस्थान; 1 से 2 जिले संक्रमित होने में 17 दिन लगेे, 30 दिन में ही 20 और जुड़ गएसिरोही में एक मरीज मिलने के साथ ही अब कोरोना 33 में से 31 जिलों में पहुंच चुका है। सिर्फ श्रीगंगानगर और बूंदी में ही अब तक कोई केस नहीं आया है। चौंकाने वाली बात ये है कि प्रदेश में सबसे पहले 2 मार्च को जयपुर में पहला रोगी मिला था और इसके 17 दिन बाद दूसरा जिला भीलवाड़ा संक्रमित हुआ था। मगर इसके बाद अगले 30 दिन के अंदर ही 20 जिले और कोरोना की चपेट में आ गए। 6 से 12 जिलों तक संक्रमण फैलने में मात्र 9 दिन लगे। एक से 5 अप्रैल तक मात्र 5 दिन में ही जिले 12 से बढ़कर 21 हो गए। जालोर-सिरोही में मिले पहले रोगी प्रवासी हैं।67 दिन से सुरक्षित; श्रीगंगानगर-बूंदी में अभी तक कोई कोरोना रोगी नहींअब ग्रीन जोन में केवल दो जिले बचे हैं- श्रीगंगानगर और बूंदी। यहां अभी तक 67 दिन में कोई कोरोना रोगी नहीं मिला। हालांकि, संक्रमित होने वाले पांच जिले अब कोरोना मुक्त हो चुके हैं और दो जिलों में मात्र एक-एक रोगी बचा है। वह भी ठीक होने वाला है। ऐसे में 9 जिले संक्रमण फ्री होने की ओर हैं। चूरू, हनुमानगढ़, झुंझुनूं, करौली और सवाई माधोपुर में सभी रोगी ठीक हो चुके हैं। अब वहां एक भी नया रोगी नहीं है। बीकानेर और प्रतापगढ़ में एक-एक रोगी है। इस लिहाज से प्रदेश के 24 जिलों में रोगी हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today तस्वीर जयपुर परकोटे की है। जहां पुलिस लगातार गश्त कर रही है। Full Article
9 कटघोरा से लौटे 9 जवानों में लक्षण दिखे, आइसोलेट किया By Published On :: Wed, 06 May 2020 23:30:00 GMT मंगलवार को कोरबा और कटघोरा से लौटी पुलिस बटालियन की स्क्रीनिंग किए जाने पर 9 जवान कोरोना संदिग्ध पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी रैपिड टेस्ट करने के साथ ही आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए सैंपल लेकर भेजा है।सभी जवानों को शहर के पोस्ट मैट्रिक आदिवासी छात्रावास में आइसोलेट किया गया है। लॉकडॉउन-3 के बाद दूसरे जिलों से आने पर रोक हटी है। लोग काफी संख्या में बाहरी जिलों और प्रांतों से लोगों का आना जाना शुरू हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 3 से 6 मई तक अन्य राज्यों से 614 लोग आए। सभी की जांच कराने के बाद लक्षण न मिलने पर होम आइसोलेशन में रखा गया है। इसके साथ ही मंगलवार को कटघोरा बटालियन से लौटे 30 और कोरबा से लौटे 15 जवानों का स्वास्थ्य टीम ने बारीकी से परीक्षण किया। इस दौरान दोनों ही बटालियन के 9 जवानों में कोरोना के लक्षण मिले। जिस पर उनका रैपिड टेस्ट के साथ आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए स्वाब लेकर जांच के लिए भेजा गया है। सीएमएचओ डॉ. एसएन केशरी ने बताया कि सभी संदिग्ध मिले जवानों को आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है। सभी बाहरी लोगों के जिले में प्रवेश करने से पहले स्क्रीनिंग की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 विकास कार्य के लिए शासन ने दी 99.35 लाख रुपए की मंजूरी By Published On :: Thu, 07 May 2020 00:07:00 GMT नगर पालिका परिषद जामुल में सड़क, नाली और बाउंड्रीवाल समेत विभिन्न विकास कार्यों के लिए 99.35 लाख रुपए की मंजूरी राज्य सरकार ने दी है।नगरीय प्रशासन एंव विकास विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक 10 अप्रैल 2020 को विभिन्न विकास कार्यों के लिए 1 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई थी। इसके बाद 20 अप्रैल को 99.35 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। आदेश में पेवर ब्लॉक निर्माण, बाउंड्रीवाल व अन्य निर्माण कार्य, बीटी रोड निर्माण और उद्यानिकी का कार्य किया जाएगा। नगर पालिका परिषद जामुल की अध्यक्ष सरोजनी चंद्राकर ने बताया कि क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को दिया था। जिसकी मंजूरी मिल गई है। अन्य जरूरी विकास कार्यों का प्रस्ताव बनाया गया है। लोगों की मांग अनुरूप क्षेत्र में विकास कार्य कराए जा रहे हैं।जामुल में इन कार्यों के लिए दी मंजूरी21.23 लाख रुपए वार्ड 18 उद्यान में बाउंड्रीवाल और अन्य निर्माण होंगे।14.61 लाख रुपए से पुरैना तालाब में पेवर ब्लॉक निर्माण होगा।15 लाख रुपए से वार्ड 3 में पुरैना तालाब में देना बैंक तक बीटी रोड निर्माण।14.66 लाख रुपए से वार्ड 18 स्टेडियम में बाउंड्रीवाल।12.77 लाख रुपए से वार्ड 4 में दुर्गा मंदिर से स्कूल तक बीटी रोड निर्माण।10.65 लाख से वार्ड 1 में ट्रांसफॉर्मर के पास बीटी रोड।10.43 लाख से वार्ड 18 स्टेडियम में उद्यानिकी कार्य होगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 हटाए गए 90 श्रमिक निकालने वाले थे लॉकडाउन में पदयात्रा, प्रबंधन से चर्चा के बाद फैसला वापस By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:30:00 GMT सेक्टर-9 अस्पताल में लॉड्री के नए ठेका को लेकर चल रहा विवाद ने गुरुवार को तूल पकड़ लिया। हटाए गए 90 श्रमिकों ने लॉकडाउन के दौरान सेक्टर-9 चौक से सीईओ से चर्चा के लिए इस्पात भवन पैदल यात्रा का निर्णय लिया। इसकी जानकारी जब बीएसपी प्रबंधन व जिला प्रशासन को मिली, तो अधिकारी श्रमिकों से चर्चा के लिए पहुंच गए। तय किया गया कि 8 मई को प्रशासन की मध्यस्थता में बैठक होगी, इसमें उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। इसके बाद श्रमिकों ने पदयात्रा का निर्णय वापस ले लिया।श्रमिक नेता योगेश सोनी ने बताया कि जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में वर्षो से कार्यरत 90 श्रमिकों को काम से बैठा दिया गया है। 22 लॉड्री में कार्यरत श्रमिकों के साथ साथ 65 अटेंडेंट शामिल हैं। उनमें ऐसे महिलाएं व पुरुष शामिल है, जिन पर परिवार की सारी जिम्मेदारी है। अचानक काम से बैठा देने के कारण परिवार चलाने का संकट खड़ा हो गया था। प्रबन्धन के तरफ से किसी भी तरह से कोई जवाब नहीं मिलने से उनमें अनिश्चितता बनी हुई थी। इसके बाद श्रमिकों ने निर्णय किया कि नियम कानून का अनुपालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पैदल यात्रा निकाली जाए। सूचना प्रबंधन के तमाम जिम्मेदार अफसरों व प्रशासन को 5 मई को दी जा चुकी है।श्रमिकों का ठेका एजेंसी पर आरोप: भिलाई प्रशिक्षु व कल्याण समिति को ठेका देने पर सवाल खड़ा करते हुए मजूदूरों ने आरोप लगाया कि अंतिम भुगतान किए बगैर ठेका कैसे दे दिया गया। वही श्रमिकों ने भिलाई प्रशिक्षु के खिलाफ महिलाओं से अभद्रता की शिकायत भी की थी।ठेका मिलते ही 10 से 12 वर्षो से सेक्टर 9 में सेवा दे रहे श्रमिकों की छटनी करने की बात से मजदूरों में आक्रोश बढ़ गया है।आज बीएसपी व जिला प्रशासन के साथ बैठक7 मई की सुबह जब बीएसपी प्रबंधन व जिला प्रशासन को मजदूरों के पदयात्रा के लिए एकत्रित होने की जानकारी मिली तो उनकी तलाश की गई। मिलने पर उन्हें समझाया गया। एडीएम गजेंद्र ठाकुर ने हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष जमीन अहमद व महासचिव योगेश सोनी से चर्चा कर बताया कि 8 मई को सुबह 10 बजे से भिलाई निवास में बैठक तय की गई है। बैठक में एडीएम गजेंद्र ठाकुर, बीएसपी प्रबंधन से ईडीपी एसके दुबे सहित श्रम विभाग के अधिकारी रहेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 90 workers removed were on foot in lockdown, after discussion with management, decision returned Full Article
9 2085 लोग अब तक ट्रेस हुए सैंपल सिर्फ 799 का ही ले पाए By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:42:00 GMT कोरोना वायरस के बीच स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार की देर शाम तक 2085 लोगों को ट्रेस किया लेकिन सैंपल लेने की कोई रुचि विभाग में नहीं है। अभी तक सिर्फ एक तिहाई यानी 799 लाेगाें के सैंपल ही लिए जा चुके हैं। इनमें 741 लाेगाें की रिपाेर्ट मिली है जिनमें से एक को छोड़कर बाकी सभी निगेटिव पाए गए। गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने 58 लोगों के सैंपल लिए। वहीं 1580 लोगों का पता लगाया गया जिन्होंने घरों में अपनी 28 दिन की क्वॉरेंटाइन अवधि को पूरा कर लिया है। इसके बावजूद भी इन सभी से घर में रहने के लिए कहा गया है। सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन के अनुसार बिलासपुर में कोराेना को लेकर स्थिति पूरी तरह ठीक है और पिछले 1 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोरोना को लेकर कोई नया मरीज सामने नहीं आया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 32 करोड़ से दोबारा बनेंगी पीएमजीएसवाय की 98 सड़कें, ऑपरेटर नहीं मिलने से सिर्फ 5 का ही काम शुरू By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:48:00 GMT जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी 10 साल पुराने सड़कों को दोबारा बनाने 32 करोड़ रुपए की मंजूरी मिली है। इसके साथ ही पांचों ब्लाॅक में 98 सड़कों को नए सिरे से बनाया जाएगा। अब लॉकडाउन में निर्माण शुरू करने की छूट मिलने के बाद मशीन ऑपरेटर ही नहीं मिल रहे हैं। इसकी वजह से पांच सड़कों का निर्माण ही शुरू हो पाया है। बारिश के पहले सभी सड़कें बनना मुश्किल है। इन सड़कों के नहीं बनने से 3 लाख आबादी को फायदा होगा, लेकिन अभी बन रही सड़कों से मात्र 20 हजार को आवाजाही में सुविधा मिल पाएगी।मुख्य सड़कों के साथ ही ग्रामीण सड़कों की हालत ठीक नहीं है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 10 से 15 साल पुरानी सड़कें उखड़ गई हैं। जिसकी वजह से ग्रामीणों को आवाजाही में परेशानी होती है। पीएमजीएसवाय फेस-3 के तहत इन सड़कों को फिर बनाने का प्रस्ताव भेजा गया था। 98 सड़कों के लिए फंड की मंजूरी मिलते ही टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण करा ली गई थी। लेकिन काम शुरू होता इसके पहले ही लॉकडाउन लग गया। अब जाकर काम शुरू कराया गया है। बारिश के पहले अधिकांश सड़कों की हालत नहीं सुधर पाएगी। इस मुख्य वजह ठेका कंपनियों के पास काम करने वाले ऑपरेटरों की कमी भी है। अधिकांश आॅपरेटर झारखंड, बिहार के होते हैं। जो लॉकडाउन में वापस लौट चुके हैं।सड़कों का काम पूरा कराने का प्रयास: ईईप्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के ईई कमल साहू का कहना है कि अभी 5 सड़कों का काम चल रहा है और भी काम शुरू हों, इसका प्रयास किया जा रहा है। ठेकेदारों से चर्चा की जा रही है। जो काम चल रहे हैं वह जून तक पूर्ण हो जाएगा। एक ठेकेदार के पास कई काम हैं इसलिए और भी सड़कों का रीनिवल हो जाएगा।जानिए किस ब्लाॅक में कितने किलोमीटर की सड़कें बनेंगीब्लाॅक संख्या लंबाई लागत (लाख में)करतला 19 55.43 730.79कोरबा 17 63.64 1013कटघोरा 16 36 563.83पोड़ी-उपरोड़ा 22 91.70 1345.13पाली 24 76.49 1103इन पांच सड़कों का चल रहा है निर्माण98 में से 5 सड़कों का काम चल रहा है। जिसमें बालको रिंगरोड से कुदरी तक 2.22 किलोमीटर, पोड़ी-उपरोड़ा ब्लाॅक में पडरापथरा सड़क, सेन्हा रोड, मदनपुर रजकम्मा के साथ बिंझरा सड़क शामिल है। इन सड़कों का काम जून तक पूर्ण हो जाएगा।पर्यटन केंद्र जाने सतरेंगा की सड़क अभी तीन महीने और नहीं बन पाएगीपर्यटन केन्द्र सतरेंगा जाने के लिए बालको से गढ़ उपरोड़ा तक सड़क बनाने 30 करोड़ मंजूर हैं। अभी मरम्मत के नाम पर गड्ढों को मिट्टी से पाटा गया है। अप्रैल में काम शुरू होने वाला था। लेकिन टेंडर प्रक्रिया लॉकडाउन की वजह से समय पर नहीं हो पाई। अब अनुबंध करने में ही समय लग जाएगा। तीन महीने बाद ही सड़क बनेगी।लेटलतीफी का यह होगा असर : लोगों को तीन माह फिर करना पड़ेगा इंतजारबारिश के पहले जून तक सड़कें नहीं बनीं तो तीन माह और इंतजार करना पड़ेगा। ग्रामीणों को खराब सड़कों पर ही चलने की मजबूरी होगी। खरवानी से सरईपाली तक 2 किलोमीटर की सड़क इतनी खराब है कि पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। जिले की कई ग्रामीण सड़कों की यही हालत है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today PMGSY's 98 roads to be rebuilt from 32 crores, only 5 work started due to lack of operator Full Article
9 छिंदवाड़ा से कटघोरा लौटे 9 जमाती, सभी क्वारेंटाइन By Published On :: Thu, 07 May 2020 23:53:00 GMT बुधवार की शाम छिंदवाड़ा से कटघोरा 9 जमाती आए हैं। ये कटघोरा व चोटिया के रहने वाले हैं। जिन्हें क्वारेंटाइन में रखा गया है। इन सभी 9 जमातियों के सैंपल जांच के लिए रायपुर भेजे जा रहे हैं।छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश से एक ट्रैवलर बस में बुधवार की शाम 9 जमाती कटघोरा थाने पहुंचे। इन सभी को क्वारेंटाइन किया गया है। इनमें से सात कटघोरा व दो चोटिया के निवासी हैं। चोटिया के दोनों जमाती को उनके घर भेजा गया है। जहां वे 14 दिन क्वारेंटाइन में रहेंगे। कटघोरा के 7 जमातियों का घर मस्जिद पारा, कटघोरा में ही है। मगर यह क्षेत्र अभी कंटेनमेंट जोन में है। इस वजह से इन सभी को पूछापारा के मदरसा में क्वारेंटाइन किया गया है। बताया गया है कि ये सभी मार्च में लॉकडाउन होने से पहले धार्मिक यात्रा पर छिंदवाड़ा गए थे। इनमें अधिकांश नवयुवक हैं। यह सभी छिंदवाड़ा में क्वारेंटाइन में ही थे। जहां इनकी कोरोना जांच भी हुई, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव रही है। यह रिपोर्ट भी वे साथ लाए हैं। इसके बावजूद प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए इन सभी की जांच व इन्हें क्वारेंटाइन में रखने का निर्देश दिया है। गुरुवार को इनके सैंपल लिए हैं, जो जांच के लिए रायपुर भेजे जा रहे हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि कोरबा में करोना का बड़ा मामला मस्जिद पारा कटघोरा से ही हुआ। जहां सबसे पहले 4 अप्रैल को 16 साल का एक किशोर जमाती पॉजिटिव पाया गया था।पहुंचे हैं जमाती, सभी के लिए गए सैंपल: टीआईजमातियों के छिंदवाड़ा से आने की पुष्टि कटघोरा के टीआई रघुनंदन शर्मा ने की है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने इनके यहां से सैंपल जांच के लिए रायपुर भेजने की जानकारी दी है। कटघोरा में जमाती के पॉजिटिव मिलने के बाद कटघोरा, कोरबा के 52 जमाती गेवरा में रखे गए थे। जिनके 28 दिन की क्वारेंटाइन अवधि पूरी करने के कारण इन सभी को उनके घर भेज दिया गया है। यह लोग कामठी महाराष्ट्र, दिल्ली व हरियाणा के रहने वाले थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 9 hoarders returned from Chhindwara, all quarantine Full Article
9 बिना तामझाम के हो रही है शादियां, अगले साल अप्रैल तक सिर्फ 9 मुहूर्त बचे By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:10:00 GMT लॉकडाउन 3.0 में ग्रीन जोन में 50 लोगों (दोनों पक्ष मिलाकर) की मौजूदगी में शादी की अनुमति है। ऐसे में बिना तामझाम के सादगी से शादियां हो रही हैं। समाज या दोस्तों को बुला नहीं सकते हैं इसलिए मई-जून में भी होटल-लॉन बुक करने के बदले लोग मंदिर या घर में ही शादी करा रहे हैं। कुछ शादियां नवंबर-दिसंबर के लिए टाली गई हैं लेकिन इस दौरान चार दिन ही मुहूर्त है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार जून से लेकर नए साल अप्रैल तक केवल 10 ही योग बन रहे हैं। यानि शादियों की धूमधाम वाले दिन अप्रैल 2021 के बाद ही देखने को मिल सकती है।फरवरी माह के बाद फिर अप्रैल में हो सकेगी शादीज्योतिषाचार्य ने बताया कि शादी में इस साल सबसे ज्यादा मुहूर्त अप्रैल-मई के अंदर रहे। जहां इन दो महीनों में 12 दिन मांगलिक कार्य के योग बन रहे थे। लेकिन अब आने वाले समय के लिए लोग जानकारी ले रहे हैं। जिसमें नवंबर और दिसंबर में केवल चार मुहूर्त बन रहे हैं। नए साल में भी फरवरी माह में केवल 2 दिन का योग है। इसके बाद अप्रैल से शादी शुरू होगी।मई और जून में3-3 मुहूर्त मई- 17, 18, 19 जून - 13, 15, 30 नंवबर- 25, 30 दिसंबर- 7, 9नोट- 2021 में नए साल से फरवरी में केवल दो दिन मुहूर्त फिर मांगलिक कार्य अप्रैल में शुरू होंगें।कुछ ने अगले साल तक शादी की डेट टाल दीशहर में शादियों पर नजर डाले तो ज्यादातर लोग अब नए साल में शादी करने की सोच रहे है। होटल संचालकों एवं मैरिज लॉन के मालिकों ने बताया कि सारी बुकिंग कैंसिल होने के बाद लॉकडाउन के बीच सरकार की गाइडलाइन के बाद भी मई-जून में लोग शादी नहीं करना चाह रहे है ज्यादातर लोगों का कहना है कि धूमधाम से अगले साल करेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 90 पक्षकारों ने लिया ई-अपाइंटमेंट, 45 ही पहुंच पाए कार्यालय, 43 की हुई रजिस्ट्री By Published On :: Fri, 08 May 2020 00:18:00 GMT सैंतालीस दिनों बाद जिले के उपपंजीयक कार्यालय शुरू हुए। रजिस्ट्री कराने के लिए आइंटमेंट अनिवार्य होने के कारण 90 लोगों ने ई-अपाइंटमेंट के लिए आवेदन किया था, लेकिन रजिस्ट्री कराने केवल 45 लोग ही पहुंचे। सरकार को इससे पहले ही दिन 16 लाख 69 हजार 930 रुपए राजस्व प्राप्त हुए।पिछला वित्तीय वर्ष मार्च माह समाप्त होने के अंतिम दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश भर में लॉकडाउन हो गया। वैसे मार्च के अंतिम दिनों में ही रजिस्ट्री अधिक होती है, लेकिन सभी कार्यालय बंद होने के कारण 20 मार्च के बाद से कहीं रजिस्ट्री नहीं हो सकी। इसके बाद 45वें दिन उप पंजीयक कार्यालय खोलने का आदेश हुआ। 4 मई से कार्यालय खुलने थे, लेकिन उप पंजीयक कार्यालयों को भी अ, ब और स श्रेणी में विभाजित कर उनके खुलने के लिए अलग अलग दिन निर्धारित किए गए। अ वर्ग के उप पंजीयक कार्यालय रोज खोले जा रहे हैं वहीं ब वर्ग के लिए दो दिन बुधवार और शुक्रवार निर्धारित किया गया है तथा स वर्ग के उप पंजीयक कार्यालय में केवल एक दिन बुधवार को ही रजिस्ट्री होगी।अपाइंटमेंट लेकर एक मिनट भी लेट पहुंचने पर नहीं हो सकेगी रजिस्ट्रीजमीन की खरीदी बिक्री के लिए ई आइंटमेंट अनिवार्य किया गया है। विक्रेता को संपूर्ण दस्तावेज के साथ पंजीयक कार्यालय में उनके लिए निर्धारित समय से कम से कम दस मिनट पहले पहुंचना होगा। ताकि उनके दस्तावेजों की जांच की जा सके। इसे ऐसे समझें यदि किसी व्यक्ति को 12 बजे का समय मिला है तो उसे 11:50 बजे तक हर हाल में उपपंजीयक के सामने दस्तावेजों सहित उपस्थित होना पड़ेगा। क्योंकि दस्तावेजों की जांच पहले उप पंजीयक करेंगे, फिर उन पेपर्स की जांच के बाद कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा उसकी स्कैनिंग की जाएगी। इसके बाद फिर रजिस्ट्री का प्रोसेस शुरू होगा, यदि नियत समय पर नहीं पहुंचे तो आइंटमेंट का वह समय स्वयं ही कैंसिल हो जाएगा।जिले के 7 कार्यालयों में हुई रजिस्ट्री, ये आज भी खुलेंगेजिले में कुल नौ उप पंजीयक कार्यालय हैं। इनमें से सात जांजगीर, चांपा, अकलतरा, सक्ती, पामगढ़, जैजैपुर और नवागढ़ को रजिस्ट्री की संख्या के आधार पर ब वर्ग में रखा गया है। ये सभी रजिस्ट्रार कार्यालय सप्ताह में दो दिन यानि बुधवार और शुक्रवार को खुलेंगे। वहीं मालखरौदा और डभरा को स वर्ग में रखा गया है। इन दोनों कार्यालयों में केवल बुधवार को ही रजिस्ट्री होगी।कहां कितनी रजिस्ट्री हुई पहले दिनतहसील ईअपाइंटमेंट उपस्थित रजिस्ट्री राजस्वजांजगीर 18 05 05 4,30,440सक्ती 12 07 07 1, 67, 085चांपा 02 02 02 1, 06, 280डभरा 08 06 06 3, 27, 410पामगढ़ 08 04 04 77,490मालखरौदा 01 0 0 0जैजैपुर 19 09 07 1,69,730नवागढ़ 17 08 08 2,75, 800अकलतरा 05 04 04 1, 15, 695डेटा स्त्रोत: जिला पंजीयक कार्यालयएक-एक कर तीन को ही प्रवेश की अनुमतिजांजगीर के उप पंजीयक अमित शुक्ला ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सरकार के गाइडलाइन के अनुसार सेनिटाइजेशन की पूरी व्यवस्था की गई है। फिजिकल डिस्टेंसिंग के लिए रस्सी भी लगाई गई है। अधिक लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं है। पहले विक्रेता को बुलाया जाता है फिर क्रमश: क्रेता व एक गवाह को ही बारी बारी से प्रवेश की अनुमति है।लेना होगा ई अपाइंटमेंट, आरोग्य सेतु एप भी जरूरी, तभी हो सकेगी कार्यालय में एंट्रीजिला पंजीयक बीएस नायक ने बताया रजिस्ट्री कराने वाले पक्षकार को विभाग के पोर्टल https://epanjeeyan.cg.gov.in/IGRPortalWeb में जाकर ई आइंटमेंट लेना होगा। कार्यालय में प्रवेश करने वालों केलिए यह भी अनिवार्य है कि वे अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड रखें ताकि उनके स्वास्थ्य की जानकारी हो सके। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 सेक्टर-9 हॉस्पिटल से नहीं हटाए जाएंगे अटेंडेंट, सभी को ऑनलाइन मिलेगा वेतन By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT सेक्टर-9 अस्पताल में लॉन्ड्री के नए ठेके और अटेंडेंट्स को काम पर रखने को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद का शुक्रवार को निपटारा हो गया।ठेकेदार हटाए गए अटेंडेंस को काम पर रखने के लिए तैयार हो गया है। वही भुगतान में गड़बड़ी ना हो, इसके लिए प्रबंधन ने ऑनलाइन सिस्टम लागू करने की बात कही है। भिलाई निवास में जिला प्रशासन की मध्यस्थता में बीएसपी प्रबंधन और सीटू के ठेका यूनियन के प्रतिनिधियों की बैठक हुई।बैठक में ईडीपीएंडए एसके दुबे ने बताया कि सेक्टर 9 अस्पताल का टेंडर एक-दो दिन में अवार्ड कर दिया जाएगा। सभी अटेंडेंट को काम पर वापस रखा जाएगा। लॉन्ड्री में कार्यरत श्रमिकों को काम पर लिया जाएगा। श्रमिकों को नहीं हटाया जाएगा। ठेकेदारों से चर्चा कर सभी श्रमिकों को एक-दो दिनों में काम पर बुला लिया जाएगा। श्रमिकों के वेतन भुगतान में किसी तरह की गड़बड़ी ना हो इसके लिए चेक की बजाए ऑनलाइन पेमेंट की व्यवस्था की जा रही है। प्रबंधन से चर्चा के बाद अंतिम निर्णय लिया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Attendants will not be removed from Sector-9 Hospital, everyone will get salary online Full Article
9 एनसीसी कैडेट्स को दिया गया कोविड-19 का बेसिक प्रशिक्षण By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT कोविड-19 की रोकथाम व बचाव के लिए एनसीसी कैडेट्स को ऑनलाइन प्रशिक्षण मंगलवार को शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय में दिया गया। महाविद्यालय के आर्मी सीनियर डिवीजन के 12 व सीनियर विंग के 16 कैडेट एवं नेवल सीनियर डिवीजन के 6 कैडेट्स ने प्रशिक्षण लिया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित इस ऑनलाइन प्रशिक्षण में एनएचएम श्वेता आडिल व जिला चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी कवर्धा डॉ.सुरेश तिवारी के संयोजन में आईपीएस राजेश अग्रवाल, डॉ.प्रशांत श्रीवास्तव एवं डॉ.अलका गुप्ता ने कोविड-19 सुरक्षा, बचाव व रोकथाम के बारे में बताया। कैडेट्स की शंकाओं का समाधान भी किया गया। प्रशिक्षण में एनसीसी अधिकारी आर्मी मेजर किरण दामले, प्रो. संजय देवांगन नेवल से प्रो. विकास काण्डे, महाविद्यालय के रजिस्ट्रार संजय पर्गणीया, 38 छत्तीसगढ़ एनसीसी बटालियन राजनांदगांव के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल राजेश अग्रवाल, सूबेदार मेजर मुखतार सिंह सहित सभी स्टाफ ने भाग लिया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Kovid-19 basic training given to NCC cadets Full Article
9 गर्मी के कारण 549 हैंडपंप का भूजलस्तर गिरा, 718 बंद By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT गर्मी में लोगों को जलसंकट से राहत नहीं मिल पा रही है। पीएचई विभाग जिले में बंद पड़े हैंडपंप को नहीं सुधार पा रहा है। गांव में लोगों को पानी उपलब्ध कराने के लिए विभाग ने 4610 हैंडपंप लगाए हैं। जिले में वर्तमान में 718 हैंडपंप बंद पड़े हैं। इनमें से जलस्तर गिरने के कारण 549 बंद हो गए हैं। 169 हैंडपंप में आईतकनीकी खराबी को सुधारने का कार्य किया जा रहा है। पिछले वर्ष यही संख्या मई के महीने में दोगुनी हो गई थी।जिले में नल जल प्रदाय योजना के तहत 168 फॉलो राइट रिमूवल प्लांट योजना संचालित है। इसमें से 159 चालू हैं। वहीं 9 बंद पड़े हुए हैं। सात अन्य कारणों से लंबे समय से बंद हैं। इसी तरह से 59 स्थानों पर स्पॉट सोर्स से पानी की सप्लाई होनी है, इनमें से 18 बंद हैं। सभी में सुधार कार्य जारी है। लेकिन पूरी तरह से जल स्रोत के अभाव में यह बंद हो गए हैं। बंद पड़े हुए सरकारी हैंडपंप जल स्रोत और नल-जल योजना के बंद होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जा सकी है। जिले में एकमात्र फॉलो राइट रिमूवल प्लांट ग्राम धौराभाठा में है। वह चालू हालत में है।नल-जल योजना के कई काम भी बंद : जिले में इस साल गर्मी में हो रही बारिश से भूजल स्तर स्थिर है। फिलहाल ज्यादातर गांवों में वर्तमान में जल संकट की समस्या नहीं है। सरकारी हैंडपंप और सिंगल पावर पंप के माध्यम के अलावा ग्राम पंचायतों में सरपंचों द्वारा पेयजल के लिए पावर पंप से पानी की सप्लाई की जा रही है। लेकिन पीएचई विभाग द्वारा बंद पड़े हैंडपंप को शुरू करने की दिशा में अभी तक प्रयास नहीं किया गया है। अनेक गांवों में नल जल प्रदाय योजना के तहत लाखों रुपए की योजना भी बंद है। इसके चलते आने वाले समय में गंभीर पेयजल संकट का सामना लोगों को करना पड़ सकता है।पावरपंप से तालाबों को भरने की योजना फेल: तालाबों को निस्तारी योग्य बनाने के लिए बेमेतरा, नवागढ़, साजा क्षेत्र में पावर पंप के माध्यम से तालाबों को भरने की योजना पर फिलहाल पंचायतों में कोई काम नहीं हो पा रहा है। ग्राम पंचायत चुनाव के कुछ दिनों बाद ही लॉक डाउन व कोरोना वायरस संक्रमण काल के आ जाने से पंचायतों में सामान्य सभा की बैठक भी आयोजित नहीं हो पा रही है। इसके चलते ग्राम पंचायतों में हैंडपंप मरम्मत व सुधार कराने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। हैंडपंप सुधारने को जनप्रतिनिधि बैंकों में पैसा निकालने भटक रहे हैं।चिन्हांकित गांवों में नहीं पहुंच पा रहा पानीखारे पानी से निजात दिलाने के लिए समूह जल प्रदाय योजना अंतर्गत जिले के चिह्नांकित गांव में फिल्टर पानी की आपूर्ति वैकल्पिक रूप से की जा रही है। लेकिन अधिकांश गांव में सप्लाई नहीं हो रही है। समय रहते ऐसे गांवों को समूह जल प्रदाय योजना से नहीं जोड़ा गया, तो गंभीर पेयजल संकट का सामना करना होगा।जानकारी देने के बाद भी बंद पड़े हैंडपंप नहीं सुधारेकरीब 3 महीने से नगर व अंचल में हो रही बारिश के कारण भू जलस्तर बना हुआ है। भूजल स्तर में गर्मी के समय सीजन में होने वाले गिरावट में काफी कमी आई है। इसके चलते इस साल पिछले वर्ष की तुलना में सरकारी हैंडपंप 50% कम मरम्मत योग्य हैं। निस्तारी तालाबों में पानी उपयोग के लिए भरा हुआ है। इससे भूजल स्तर में गिरावट नहीं आई है। पीएचई विभाग द्वारा मैदानी कर्मचारियों को बंद पड़े हैंडपंप में अतिरिक्त पाइप डालकर चालू करने के निर्देश दिए हैं। सचिव, सरपंचों द्वारा निरंतर इस संबंध में विभाग द्वारा रिपोर्ट ली जा रही है। उसके बाद भी बंद पड़े हैंडपंप को विभाग द्वारा सुधारा नहीं जा सका है। पीएचई ईई बेमेतरा आशा लता गुप्ता ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल जिले में गंभीर पेयजल संकट किसी भी गांव में नहीं है। 718 बंद पड़े हैंडपंप को फिर से शुरू करने का कार्य किया जा रहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 इंडस्ट्री की मौजूदा डिमांड को देखते हुए एआईसीटीई ने लांच किए 49 फ्री कोर्स By Published On :: Sat, 09 May 2020 00:05:00 GMT लॉकडाउन के चलते यूनिवर्सिटी और कॉलेज बंद हैं। ऐसे में छात्रों का वक्त बर्बाद न हो इसलिए ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने स्टूडेंट्स के लिए 49 ई-कोर्स लांच किए हैं। जिनमें शामिल होने के लिए 15 मई से पहले पंजीयन कराना है। विशेष बात यह है कि ये सभी कोर्सेस नि:शुल्क हैं। एआईसीटीई ने एक संदेश जारी करते हुए कहा है कि लर्निंग प्रोसेस पर लॉकडाउन नहीं है। इसमें कोई भी स्टूडेंट नि:शुल्क शामिल हो सकता है। यूपीएससी, इंजीनियरिंग के लिए 100 घंटे के वीडियो बनवाए गए हैं। एआईसीटीई के लिए ये सभी कोर्स अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों और कंपनियों ने तैयार किए हैं। इनमें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले इंस्टीट्यूट्स और आईटी की बड़ी कंपनियां भी शामिल हैं। इनमें में हेल्थ सर्विसेस को खासतौर पर शामिल किया गया है। इस सेक्टर में काफी लोग हायर किए जाएंगे। एआईसीटीई की वेबसाइट पर 15 मई से पहले रजिस्ट्रेशन कराएं।जेईई मेंस के लिए 70 तो नीट के लिए 78 दिन बचे हैंजेईई मेंस 18 से 23 जुलाई को होगा। अभी 70 दिन बचें हैं। नीट का पेपर 26 जुलाई को होगा। 78 दिन तैयारी के लिए बचे हैं। क्लैट 21 जून को होगा। तैयारी के लिए 43 दिन बचे हैं। इन परीक्षआें की तैयारी के लिए छात्रों के पास अब पर्याप्त समय बचा है। लेकिन बहुत से छात्र ऐसे हैं, जो तैयारी करके थक चुके हैं, उनमें सैचुरेशन की फीलिंग आने लगी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि स्ट्रेस से बचें, ताकि आखिरी चरण की तैयारियां खराब न हों। ब्रेक के दौरान टीवी नहीं लाफ्टर शो, कवि सम्मेलन देखें। हेल्दी फूड व एक्सरसाइज से डोपामाइन बढ़ेगा। नेगेटिविटी दूर होगी। इस एक्स्ट्रा टाइम को लैंग्वेज और कॉम्प्रीहेंसिव स्किल्स बढ़ाने में इस्तेमाल करें। तीन दिन में एक मॉक टेस्ट दें। कम से कम 3 घंटे इसको रिवाइज करें। विशेषज्ञों का कहना है कि एनसीईआरटी बुक्स को रिवाइज करेंगे तो नॉलेज बढ़ेगा।यूपीएससी, इंजीनियरिंग के लिए 100 घंटे के वीडियो बनवाए गए हैंकम्युनिकेशन : दो कोर्स हैं जिसमें थ्योरी के साथ इंटरव्यू की तैयारी भी कराई जाएगी। मकसद हैं स्टूडेंट्स को कॉर्पोरेट जॉब्स के लिए तैयार करना।ई-लर्निंग : इस क्षेत्र में एआईसीटीई तीन कोर्स ऑफर कर रहा है। इनमें 30 क्षेत्रों के पाठ्यक्रमों में 300 घंटे का मटेरियल है। साथ ही एजुटेक एमटीसी ई-लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम में 1 हजार घंटे से अधिक का डिजिटल पाठ्यक्रम है।आईटी: इसमें 22 ई-लर्निंग हैं। इसमें प्रोटीन, फंक्शनल टेस्टिंग, सर्टिफाइड एजाइल स्क्रेम एसोसिएट, डेटा एनालिटिक्स, बिग डेटा, आर प्रोग्रामिंग, जावा प्रोग्रामिंग, पायथन के लिए डेटा साइंस, प्रोग्रामिंग वर्क बेंच, मैटलैब ऑन रैंप शामिल हैं।मैकेनिकल इंजीनियरिंग: स्किल लिंक के इस कोर्स में स्टूडेंट्स को 5 स्किल्स सिखाई जाएंगी। इन्हें सीखने के बाद वे मैटलैब, पायथन, सीएफडी, एफईए और मल्टी बॉडी डायनेमिक्स में कॉम्पीटिशन फेस कर सकेंगे।मैनेजमेंट: टॉप बी-स्कूल्स द्वारा तैयार किए गए इस कोर्सेस में एबिलिटी मैपिंग, फायनेंस मैनेजमेंट, फायनेंशियल व इन्वेस्टमेंट एनालिसिस में ऑनलाइन इंटर्नशिप ऑफर की जा रही है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 ओले से प्रभावित 529 को मिली 21 लाख 48 हजार की सहायता By Published On :: Sat, 09 May 2020 00:43:00 GMT राजस्व विभाग ओलावृष्टि से प्रभावितों को मुआवजा बांट रहा है। एसडीएम राजपूत ने बताया कि पत्थलगांव ब्लाक में ओलावृष्टि से लगभग 60 गांव में 2 हजार 720 मकान तथा 120 हेक्टेयर क्षेत्र पर खड़ी धान, मक्का, साग-सब्जी की फसल व्यापक रूप से प्रभावित हुई हैं। इसमे से 529 लोगों को 21 लाख 48 हजार से अधिक की राहत राशि बांटी गई है। कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने राजस्व अमले के साथ 27 अप्रैल को पत्थलगांव में ओलावृष्टि से प्रभावित गांवों का आकस्मिक निरीक्षण करके प्रभावित हितग्राहियों से मकान एवं फसल क्षति के बारे में तत्काल जानकारी ली थी। उन्होंनें राजस्व अमला को प्रभावितों के लिए मुआवजा राशि का प्रकरण बनाने के लिए निर्देश थे। जिस पर पत्थलगांव एसडीएम दशरथ सिंह राजपूत ने पटवारी, आरआई की टीम के साथ किसानों के खेतों में क्षति का आंकलन किया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 एक डॉक्टर सहित 9 नए संक्रमित, 523 एक्टिव केस के साथ राजस्थान में पहले नंबर पर पहुंचा जोधपुर By Published On :: Fri, 08 May 2020 09:41:00 GMT मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह नगर जोधपुर में कोरोना का फैलाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुलांचे भर तेजी से फैलते कोरोना को लेकर शुक्रवार को अलबत्ता कुछ राहत मिली और 9 नए संक्रमित सामने आए। इनमें महात्मा गांधी अस्पताल में कार्यरत एक डॉक्टर भी शामिल है। वहीं 523 केस के साथ जोधपुर प्रदेश में एक्टिव केस के मामले में पहले स्थान पर पहुंच गया है।साथ ही बाहरी क्षेत्र में नए मरीज मिलने से प्रशासन की मशक्कत बढ़ गई है। शहर में अब तक 851 कोरोना संक्रमित मिल चुके है। इनमें से सोलह की मौत हो चुकी है। वहीं 291 लोग ठीक होकर अपने घर लौट चुके है। जोधपुर शहर में आज नई सड़क क्षेत्र से 3, मधुबन हाउसिंग बोर्ड से 3, बलदेव नगर, शांतिप्रिय नगर व भदवासिया स्कूल के पीछे से एक-एक संक्रमित मिला है।सबसे ज्यादा एक्टिव केस जोधपुर मेंआंकड़ों के अनुसार पिछले एक सप्ताह से प्रदेश में सबसे ज्यादा राेगी जोधपुर में ही मिल रहे हैं, जिससे जोधपुर में एक्टिव केस भी बढ़ गए हैं। जोधपुर ने एक्टिव केस के मामले में जयपुर को भी पीछे छोड़ दिया है। जोधपुर में 851 मरीजों में 523 एक्टिव केस हैं ताे जयपुर में 1137 केसों में 407 एक्टिव केस हैं, जाे जोधपुर से 116 कम हैं। अजमेर 130 एक्टिव केस के साथ तीसरे नंबर पर है, लेकिन ये आंकड़ा जोधपुर से चार गुना कम है। चौथे नंबर पर चित्तौड़गढ़ में 114 एक्टिव केस हैं।जयपुर-जाेधपुर में पॉजिटिव केस का अंतर भी घटाजयपुर और जोधपुर में पॉजिटिव केस का अंतर भी लगातार घटता जा रहा है। 25 अप्रैल काे जयपुर में कुल पॉजिटिव केस 792 थे और जोधपुर में 326 यानी जोधपुर में जयपुर से 466 मरीज कम थे, लेकिन पिछले 10 दिन में जोधपुर में तेजी से मरीज बढ़े हैं और अंतर घटकर 286 का ही रह गया। नए मरीज मिलने से ही एक्टिव केस के मामले में जोधपुर सबसे आगे निकल गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today कोरोना को मात देकर अपने घर लौटते लोग। Full Article
9 जयपुर एयरपोर्ट को लॉकडाउन के चलते हुआ 29 करोड़ के राजस्व का नुकसान By Published On :: Fri, 08 May 2020 11:56:00 GMT (शिवांग चतुर्वेदी).जयपुर एयरपोर्ट पर पिछले 40 दिनों से फ्लाइट्स का संचालन बंद है। ऐसे में एयरपोर्ट प्रशासन को बड़ा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। पिछले 40 दिनों में एयरपोर्ट प्रशासन को करीब 29 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है। दरअसल कोरोना महामारी की वजह से दुनियाभर में फ्लाइट्स का संचालन प्रभावित हो रहा है।गौरतलब है कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स का संचालन 22 मार्च से बंद कर दिया गया था।वहीं घरेलू फ्लाइट्स का संचालन 25 मार्च से बंद कर दिया गया। एयरपोर्ट प्रशासन को फ्लाइट्स के आवागमन के दौरान लैंडिंग चार्ज, नाइट हाल्ट चार्ज, यात्रियों से मिलने वाली पैसेंजर सर्विस फीस, यूजर डेवलपमेंट फीस और अन्य कमर्शियलगतिविधियों से राजस्व की प्राप्ति होती है।पिछले 40 दिन से सब बंद पड़ा है। जिससे जयपुर एयरपोर्ट कोकरीब 29 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है।लॉकडाउन के फेज-2 में केवल मेडिकल फ्लाइट्स का संचालन ही जयपुर एयरपोर्ट से हो सका है। कार्गो फ्लाइट्स का भी संचालन हो सकता है, लेकिन कमबुकिंग के चलते कोई कार्गो फ्लाइट संचालित नहीं हुई है।नॉन एयरोनॉटिकल रेवेन्यू भी हुई जीरो एरोनॉटिकल रेवेन्यू के अलावा जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन को नॉन एयरोनॉटिकल रेवेन्यू भी प्राप्त होता है। इनमें सबसे ज्यादा कमाईकमर्शियलगतिविधियों के जरिए होती है। जयपुर एयरपोर्ट पर डिपार्चर और अराइवल एरिया में विभिन्न कंपनियों के काउंटर, रेस्टोरेंट्स और अन्य सुविधाओं की दुकानों से औसतन 80 लाख रुपए प्रति माह का किराया मिलता है। फिलहाल फ्लाइट बंद रहने से यह सभी गतिविधियां बंद पड़ी हुई हैं। पार्किंग ठेके में भी एयरपोर्ट प्रशासन को हर माह करीब 20 लाख रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है।लॉकडाउन अभी 17 मई तक बढ़ गया है। विमानों का संचालन 31 मई से पहले शुरू होने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि 31 मई तक जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन का आर्थिक नुकसान 45 से 48 करोड़ रुपए तक हो सकता है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today जयपुर एयरपोर्ट पर डिपार्चर और अराइवल के साथ अन्य कमर्शियल गतिवधियां नहीं होने से बढ़ रहा नुकसान। Full Article
9 बिना सूचना गुजरात से आए 9 लोग क्वारैंटाइन By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT शहर की सीमाएं सील होने के बावजूद पुष्कर में लगातार बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से प्रवासी व श्रमिक पहुंच रहे हैं। खास बात यह है कि अपने घर पहुंचने के बावजूद लोग न तो प्रशासन को सूचना दे रहे हैं और न ही स्क्रीनिंग करा रहे हैं। इस कारण पुष्कर में कोरोना का संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।पुष्कर में लोगों की बढ़ती अनधिकृत आवाजाही को गंभीरता से लेते हुए एसडीओ देविका तोमर ने तहसीलदार पंकज बडग़ुजर, थानाधिकारी राजेश मीणा व तिलोरा के सरपंच समुंदर सिंह रावत के साथ निकटवर्ती ग्राम किशनपुरा का दौरा किया।दौरा करते समय पता चला कि गांव में 9 व्यक्ति अहमदाबाद (गुजरात) से बिना स्वीकृति आए हैं। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीओ ने चिकित्सा विभाग की टीम को मौके पर बुला कर सभी 9 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग कराई अाैर उन्हें होम क्वारेंटाइन करा दिया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 113 एफआईआर दर्ज, 259 लोग गिरफ्तार By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए घाेषित लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर जिले में पुलिस की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है। एसपी हेमंत शर्मा ने बताया कि जिले में अब तक कुल 113 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें 259 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा सीआरपीसी की धारा 151 के तहत 325 व्यक्तियों के खिलाफ 114 इस्तगासे से पेश किए गए हैं। अनावश्यक रूप से वाहन लेकर घूम रहे लोगों के खिलाफ भी बड़ी संख्या में मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।एसपी ने बताया कि अब तक 15 हजार 471 वाहनों के चालान काटे गए हैं और 3 हजार 652 वाहन सीज किए गए हैं। इन कार्यवाहियों के तहत 30 लाख 40 हजार 450 का जुर्माना वसूल किया गया है। राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए महामारी आपदा प्रबंधन अध्यादेश 2020 के तहत जिले में अभी तक 320 व्यक्तियों की जुर्माना रसीदें पुलिस और प्रशासन द्वारा काटी गई हैं। यह रसीदें उन व्यक्तियों की काटी गई हैं जिन्होंने मास्क नहीं पहने हुए थे। इनसे 69800 का जुर्माना वसूल किया गया है। जिले में 381 व्यक्तियों के खिलाफ इस्तगासा किया गया है। जिले के रामसिंहपुर सिंहपुर थाना में लवप्रीत और मदनलाल नामक व्यक्तियों के मास्क नहीं पहने होने के कारण महामारी आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 नदबई में 9 से 12 बजे तक नहीं रहेगी बिजली By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT नदबई के 33 केवी मांझी फीडर पर रखरखाव कार्य के चलते 9 मई को सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक बिजली बंद रहेगी।डीग में नगर रोड रीको फीडर में 11 केवी बिजली ट्रांसफर शिफ्टिंग कार्य के चलते शनिवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रीको सहित ओल्ड पान्हौरी फीडर की बिजली आपूर्ति 3 घंटे बाधित रहेगी। । Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 1921 पर मिस्ड कॉल देकर ले सकेंगे हेल्थ स्टेटस By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:30:00 GMT भारत सरकार की ओर से कोरोना आपदा के तहत समस्त नागरिकों को हेल्थ स्टेटस संबंधी जानकारी से अपडेट रखने के लिए आरोग्य सेतु आईवीआरएस प्लेटफार्म लांच किया गया है। सूचना विज्ञान अधिकारी मनीष शर्मा ने बताया कि जिन लोगों के पास लैंड लाईन व साधारण मोबाइल है उनको आरोग्य सेतु आईवीआरएस प्लेटफार्म के नंबर 1921 पर एक मिस्ड कॉल देनी होगी। 1921 से संबंधित व्यक्ति को कॉल आएगा। आरोग्य सेतु एप कि तर्ज पर ही स्वास्थ्य संबंधी प्रश्न पूछे जाएंगे और दिए गए उत्तर के आधार पर संबंधित नागरिक को एक एसएमएस प्राप्त होगा जिसमें संबंधित नागरिक के हेल्थ स्टेटस के बारे में बताया जाएगा। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 परीक्षक ऑनलाइन भिजवाएंगे 12वीं बोर्ड परीक्षार्थियों के अंक, जिले में 19 हजार परीक्षार्थियों ने दी राजस्थान बोर्ड की परीक्षा By Published On :: Fri, 08 May 2020 23:56:00 GMT माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की 12वीं और वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के अंक अब परीक्षक ऑनलाइन बोर्ड मुख्यालय भिजवाएंगे। अब तक परीक्षक उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के बाद विद्यार्थियों को मिले अंक ओएमआर शीट के माध्यम से बोर्ड मुख्यालय भेजते थे।बोर्ड ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को ऑनलाइन अंक भेजने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड ने कोरोना के कारण उपजे हालातों को देखते हुए इस बार विद्यार्थियों के अंक बोर्ड की वेबसाइट के पोर्टल पर अपलोड करने की व्यवस्था की गई है। सभी परीक्षक इसी पोर्टल पर विद्यार्थियों के अंक अपलोड करेंगे। बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के लिए परीक्षकों को उनके घर पर भिजवाई गई है। अधिकांश परीक्षकों ने उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर लिया है, लेकिन अंकों की ओएमआर शीट बोर्ड मुख्यालय में भिजवाने की कोई व्यवस्था नहीं है। इस समस्या के समाधान के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड की वेबसाइट पर व्यवस्था शुरू की है।21 तक भेजने होंगे विद्यार्थियों के सत्रांक नंबरराजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने विद्यार्थियों के सत्रांक भी बोर्ड मुख्यालय भिजवाने के लिए अंतिम तिथि बढ़ाकर 21 मई कर दी है। विद्यालयों की ओर से विद्यार्थियों को सत्रांक देने की व्यवस्था है। यह सत्रांक मुख्य परीक्षाओं के अंकों में जोड़े जाते हैं। अब तक अनेक विद्यालयों ने सत्रांक बोर्ड मुख्यालय नहीं भिजवाएं है। उनकी सुविधा के लिए अब सत्रांक भिजवाने की अंतिम तिथि 21 मई तय की गई है।फैक्ट फाइल : 12वीं बोर्ड परीक्षार्थी-18993, वरिष्ठ उपाध्याय में 139 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।अब बोर्ड की साइट पर ही नंबर अपलोड किए जाएंगे^ राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड परीक्षा के अंक परीक्षकों द्वारा ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। कोरोना के चलते डाक से नहीं भेज पा रहे हैं। ऐसे में अब बोर्ड की साइट पर ही परीक्षक नंबर अपलोड करेंगे।-घनश्याम बैरवा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक, सवाईमाधोपुर Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 अबकी बार शादियों पर कोरोना का असर, नवंबर–दिसंबर में सिर्फ 9 मुहूर्त, उसके बाद 22 अप्रैल से ही बज सकेंगे बैंडबाजे By Published On :: Sat, 09 May 2020 00:12:00 GMT कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लगाए गए लॉकडाउन ने अप्रैल के सारे विवाह मुहूर्त तो व्यर्थ कर ही दिए हैं, लेकिन मई-जून में जो मुहूर्त हैं, वे भी संक्रमण के डर के चलते टाल दिए गए हैं। एक जुलाई को देवशयनी एकादशी के बाद से मांगलिक कार्यों पर पाबंदी लग जाएगी। यानि 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर ही शहनाइयां बजेंगी। नवंबर में 2 दिन और दिसंबर में 7 दिन ही मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद अगले वर्ष अप्रैल 2021 तक विवाह के लिए मुहूर्त का इंतजार करना होगा। राज्याचार्य पंडित प्रकाश चंद जती ने बताया कि नए साल में जनवरी से मार्च तक गुरु व शुक्र ग्रहों के अस्त रहने पर मुहूर्त नहीं रहेंगे। 17 मई तक लॉकडाउन बढ़ने के मई और जून में विवाह होने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। हालांकि अनुमति मिलने पर कुछ विवाह चंद रिश्तेदारों की मौजूदगी में हो सकते हैं।जनवरी से अप्रैल तक थे 38 दिन मुहूर्तउन्होंने बताया कि इस साल 16 जनवरी से 22 व 29 से 31 जनवरी तक। फरवरी में 3 से 5, 9 से 20 व 25 से 27 तक। मार्च में 1 से 3, 7 से 13 तक और अप्रैल में 14, 15, 20 व 25 से 27 तक कुल 38 दिन विवाह मुहूर्त थे। हर वर्ष जनवरी-फरवरी में अधिक विवाह होते हैं, जबकि मार्च में होलाष्टक के कारण विवाह की संख्या घट जाती है। 2021 में गुरु अस्त रहेगा। इसके बाद शुक्र अस्त होगा, जो 21 अप्रैल को उदित होगा और 22 अप्रैल से मुहूर्त प्रारंभ होंगे।नवंबर-दिसंबर के बाद करना होगा 3 माह इंतजारराज्याचार्य पंडित प्रकाश चंद जती ने बताया कि 29 मई तक पांच और 30 जून तक 8 दिन विवाह मुहूर्त हैं। इसके बाद नवंबर में देवउठनी एकादशी पर 26 व 27 नवंबर को विवाह मुहूर्त हैं, जबकि दिसंबर में 1,2,6,7,8,9 व 11 तारीखों को ही विवाह के लिए मुहूर्त रहेंगे। इस तरह नवंबर-दिसंबर में देवउठनी एकादशी का दिन शामिल कर लिया जाए तो 10 दिन विवाह मुहूर्त रहेंगे। जिन के विवाह तिथियों में नहीं हो पाएंगे, उन्हें तीन माह बाद 22 अप्रैल तक इंतजार करना पड़ेगा। 16 फरवरी 2021 को वसंत पंचमी पर अबूझ मुहूर्त वाला दिन होने के कारण विवाह हो सकते हैं।लॉकडाउन के चलते अक्षय तृतीया पर नहीं हो सके विवाहउन्होंने बताया कि अगले साल 46 दिन ही रहेंगे विवाह के मुहूर्त- ज्योतिषियों के अनुसार अगले साल 22 अप्रैल 2021 से दिसंबर 2021 तक करीब 46 दिन मुहूर्त रहेंगे। अप्रैल में 6, मई में 10, जून में 11, जुलाई में 6, नवंबर में 7 और दिसंबर में 6 दिन मुहूर्त रहेंगे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 चौमू में बाहर से आने वाले 934 व सांभर में 86 लोग होम क्वारैंटाइन By Published On :: Sat, 09 May 2020 01:16:00 GMT लॉकडाउन में फंसे लोगों को जहां अन्य जिलों व प्रदेशों में सरकार द्वारा भिजवाए जा रहा है। वहीं अन्य जिला व प्रदेशों से आने वाले लोगों को घरों में ही क्वारेंटाइन में रखा जा रहा है। सरकार द्वारा अन्य प्रदेशों से आने वाले लोगों को छूट देने के बाद अब तक सरकार चौमू उपखंड क्षेत्र में 148 लोगों को अन्य प्रदेशों से लेकर आई है। ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. एसके चौपड़ा ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों को होम क्वारेंटाइन में रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी भी सरकार व अन्य वाहनों से आने वाले करीब 934 लोगों को 14 दिन के क्वारेंटाइन में रखा गया है। जिनका अभी तक 14 दिन का क्वारेंटाइन का समय पूरा नहीं हुआ है। अब तक 3171 लोगों को क्वारेंटाइन में रखा जा चुका है।सांभरलेक| सांभरलेक उपखंड में सरकार के माध्यम से अब 86 लोगों को सांभर उपखंड क्षेत्र में लाया जा चुका है। प्रशासन की ओर से एहतियात के तौर पर 86 लोगों को ही घरों में ही क्वारेंटाइन किया गया है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Full Article
9 चाकसू से 62 व कोटखावदा से 19 लोग दो बसों से यूपी के लिए रवाना By Published On :: Sat, 09 May 2020 01:18:00 GMT लॉकडाउन के बाद चाकसू क्षेत्र में फंसे उत्तरप्रदेश के 62 लोगो को शुक्रवार को तहसीलदार अर्शदीप बरार ने रोडवेज की दो बसो से बरेली व शहजानपुर के लिए रवाना किया। तहसीलदार बरार ने बताया कि इनमें 4 व्यक्ति बरेली के तथा 58 व्यक्ति शहजानपुर के है। इन सभी 62 व्यक्ति की मेडिकल जांच करवा प्रमाण पत्र देकर रवाना किया। 62 लोगों में 35 पुरुष व 27 महिलाएं व 19 बच्चे भी शामिल है। इस अवसर पर ऑफिस कानूनगो प्रभुलाल बागडी, डॉ. शंकर सिंह भी उपस्थित थे।कोटखावदा| लॉकडाउन में अटके प्रवासी मजदूरों को घर वापसी भेजने के राज्य सरकार के फैसले को लेकर तहसील प्रशासन ने रोडवेज बस से यूपी पीलीभीत 19 प्रवासी मजदूरों महिला व बच्चों को तहसीलदार कोटखावदा मुकेश कुमार अग्रवाल ने बस में बिठा कर शुक्रवार को रवाना किया यूपी पीलीभीत के प्रवासी मजदूर कोटखावदा स्थित सांवरिया रोड पर ईंट भट्टे पर मजदूरी का काम करते थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today 62 people from Chaksu and 19 from Kotkhavada left for UP in two buses Full Article